diff --git "a/data/cleaned/hindi/all_verses.csv" "b/data/cleaned/hindi/all_verses.csv" new file mode 100644--- /dev/null +++ "b/data/cleaned/hindi/all_verses.csv" @@ -0,0 +1,22752 @@ +Unnamed: 0,path,sentence +0,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_001.wav,भारी वचन जिसको हबक्कूक नबी ने दर्शन में पाया +1,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_002.wav,हे यहोवा मैं कब तक तेरी दुहाई देता रहूँगा और तू न सुनेगा मैं कब तक तेरे सम्मुख उपद्रव उपद्रव चिल्लाता रहूँगा क्या तू उद्धार नहीं करेगा +2,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_003.wav,तू मुझे अनर्थ काम क्यों दिखाता है और क्या कारण है कि तू उत्पात को देखता ही रहता है मेरे सामने लूटपाट और उपद्रव होते रहते हैं और झगड़ा हुआ करता है और वादविवाद बढ़ता जाता है +3,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_004.wav,इसलिए व्यवस्था ढीली हो गई और न्याय कभी नहीं प्रगट होता दुष्ट लोग धर्मी को घेर लेते हैं इसलिए न्याय का खून हो रहा है +4,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_005.wav,जातिजाति की ओर चित्त लगाकर देखो और बहुत ही चकित हो क्योंकि मैं तुम्हारे ही दिनों में ऐसा काम करने पर हूँ कि जब वह तुम को बताया जाए तो तुम उस पर विश्वास न करोगे +5,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_006.wav,देखो मैं कसदियों को उभारने पर हूँ वे क्रूर और उतावली करनेवाली जाति हैं जो पराए वासस्थानों के अधिकारी होने के लिये पृथ्वी भर में फैल गए हैं +6,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_007.wav,वे भयानक और डरावने हैं वे आप ही अपने न्याय की बड़ाई और प्रशंसा का कारण हैं +7,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_008.wav,उनके घोड़े चीतों से भी अधिक वेग से चलनेवाले हैं और साँझ को आहेर करनेवाले भेड़ियों से भी अधिक क्रूर हैं उनके सवार दूरदूर कूदतेफाँदते आते हैं हाँ वे दूर से चले आते हैं और आहेर पर झपटनेवाले उकाब के समान झपट्टा मारते हैं +8,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_009.wav,वे सब के सब उपद्रव करने के लिये आते हैं सामने की ओर मुख किए हुए वे सीधे बढ़े चले जाते हैं और बंधुओं को रेत के किनकों के समान बटोरते हैं +9,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_010.wav,राजाओं को वे उपहास में उड़ाते और हाकिमों का उपहास करते हैं वे सब दृढ़ गढ़ों को तुच्छ जानते हैं क्योंकि वे दमदमा बाँधकर उनको जीत लेते हैं +10,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_011.wav,तब वे वायु के समान चलते और मर्यादा छोड़कर दोषी ठहरते हैं क्योंकि उनका बल ही उनका देवता है +11,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_012.wav,हे मेरे प्रभु यहोवा हे मेरे पवित्र परमेश्वर क्या तू अनादिकाल से नहीं है इस कारण हम लोग नहीं मरने के हे यहोवा तूने उनको न्याय करने के लिये ठहराया है हे चट्टान तूने उलाहना देने के लिये उनको बैठाया है +12,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_013.wav,तेरी आँखें ऐसी शुद्ध हैं कि तू बुराई को देख ही नहीं सकता और उत्पात को देखकर चुप नहीं रह सकता फिर तू विश्वासघातियों को क्यों देखता रहत�� और जब दुष्ट निर्दोष को निगल जाता है तब तू क्यों चुप रहता है +13,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_014.wav,तू क्यों मनुष्यों को समुद्र की मछलियों के समान और उन रेंगनेवाले जन्तुओं के समान बनाता है जिन पर कोई शासन करनेवाला नहीं है +14,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_015.wav,वह उन सब मनुष्यों को बंसी से पकड़कर उठा लेता और जाल में घसीटता और महाजाल में फँसा लेता है इस कारण वह आनन्दित और मगन है +15,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_016.wav,इसलिए वह अपने जाल के सामने बलि चढ़ाता और अपने महाजाल के आगे धूप जलाता है क्योंकि इन्हीं के द्वारा उसका भाग पुष्ट होता और उसका भोजन चिकना होता है +16,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_001_017.wav,क्या वह जाल को खाली करने और जातिजाति के लोगों को लगातार निर्दयता से घात करने से हाथ न रोकेगा +17,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_001.wav,मैं अपने पहरे पर खड़ा रहूँगा और गुम्मट पर चढ़कर ठहरा रहूँगा और ताकता रहूँगा कि मुझसे वह क्या कहेगा मैं अपने दिए हुए उलाहने के विषय में क्या उत्तर दूँ +18,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_002.wav,फिर यहोवा ने मुझसे कहा दर्शन की बातें लिख दे वरन् पटियाओं पर साफसाफ लिख दे कि दौड़ते हुए भी वे सहज से पढ़ी जाएँ +19,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_003.wav,क्योंकि इस दर्शन की बात नियत समय में पूरी होनेवाली है वरन् इसके पूरे होने का समय वेग से आता है इसमें धोखा न होगा चाहे इसमें विलम्ब भी हो तो भी उसकी बाट जोहते रहना क्योंकि वह निश्चय पूरी होगी और उसमें देर न होगी +20,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_004.wav,देख उसका मन फूला हुआ है उसका मन सीधा नहीं है परन्तु धर्मी अपने विश्वास के द्वारा जीवित रहेगा +21,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_005.wav,दाखमधु से धोखा होता है अहंकारी पुरुष घर में नहीं रहता और उसकी लालसा अधोलोक के समान पूरी नहीं होती और मृत्यु के समान उसका पेट नहीं भरता वह सब जातियों को अपने पास खींच लेता और सब देशों के लोगों को अपने पास इकट्ठे कर रखता है +22,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_006.wav,क्या वे सब उसका दृष्टान्त चलाकर और उस पर ताना मारकर न कहेंगे हाय उस पर जो पराया धन छीन छीनकर धनवान हो जाता है कब तक हाय उस पर जो अपना घर बन्धक की वस्तुओं से भर लेता है +23,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_007.wav,जो तुझ से कर्ज लेते हैं क्या वे लोग अचानक न उठेंगे और क्या वे न जागेंगे जो तुझको संकट में डालेंगे +24,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_008.wav,और क्या तू उनसे लूटा न जाएगा तूने बहुत सी जातियों को लूट लिया है इसलिए सब बचे हुए लोग तुझे भी लूट लेंगे इसका कारण मनुष्यों की हत्या है और वह उपद्रव भी जो तूने इस देश और राजधानी और इसके सब रहनेवालों पर किया है +25,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_009.wav,हाय उस पर जो अपने घर के लिये अन्याय के लाभ का लोभी है ताकि वह अपना घोंसला ऊँचे स्थान में बनाकर विपत्ति से बचे +26,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_010.wav,तूने बहुत सी जातियों को काटकर अपने घर के लिये लज्जा की युक्ति बाँधी और अपने ही प्राण का दोषी ठहरा है +27,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_011.wav,क्योंकि घर की दीवार का पत्थर दुहाई देता है और उसके छत की कड़ी उनके स्वर में स्वर मिलाकर उत्तर देती हैं +28,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_012.wav,हाय उस पर जो हत्या करके नगर को बनाता और कुटिलता करके शहर को दृढ़ करता है +29,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_013.wav,देखो क्या सेनाओं के यहोवा की ओर से यह नहीं होता कि देशदेश के लोग परिश्रम तो करते हैं परन्तु वे आग का कौर होते हैं और राज्यराज्य के लोगों का परिश्रम व्यर्थ ही ठहरता है +30,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_014.wav,क्योंकि पृथ्वी यहोवा की महिमा के ज्ञान से ऐसी भर जाएगी जैसे समुद्र जल से भर जाता है +31,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_015.wav,हाय उस पर जो अपने पड़ोसी को मदिरा पिलाता और उसमें विष मिलाकर उसको मतवाला कर देता है कि उसको नंगा देखे +32,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_016.wav,तू महिमा के बदले अपमान ही से भर गया है तू भी पी और अपने को खतनाहीन प्रगट कर जो कटोरा यहोवा के दाहिने हाथ में रहता है वह घूमकर तेरी ओर भी जाएगा और तेरा वैभव तेरी छाँट से अशुद्ध हो जाएगा +33,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_017.wav,क्योंकि लबानोन में तेरा किया हुआ उपद्रव और वहाँ के जंगली पशुओं पर तेरा किया हुआ उत्पात जिनसे वे भयभीत हो गए थे तुझी पर आ पड़ेंगे यह मनुष्यों की हत्या और उस उपद्रव के कारण होगा जो इस देश और राजधानी और इसके सब रहनेवालों पर किया गया है +34,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_018.wav,खुदी हुई मूरत में क्या लाभ देखकर बनानेवाले ने उसे खोदा है फिर झूठ सिखानेवाली और ढली हुई मूरत में क्या लाभ देखकर ढालनेवाले ने उस पर इतना भरोसा रखा है कि न बोलनेवाली और निकम्मी मूरत बनाए +35,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_019.wav,हाय उस पर जो काठ से कहता है जाग या अबोल पत्थर से उठ क्या वह सिखाएगा देखो वह सोने चाँदी में मढ़ा हुआ है परन्तु उसमें साँस नहीं है +36,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_002_020.wav,परन्तु यहोवा अपने पवित्र मन्दिर में है समस्त पृथ्वी उसके सामने शान्त रहे +37,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_001.wav,शिग्योनीत की रीति पर हबक्कूक नबी की प्रार्थना +38,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_002.wav,हे यहोवा मैं तेरी कीर्ति सुनकर डर गया हे यहोवा वर्तमान युग में अपने काम को पूरा कर इसी युग में तू उसको प्रगट कर क्रोध करते हुए भी दया करना स्मरण कर +39,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_003.wav,परमेश्वर तेमान से आया पवित्र परमेश्वर पारान पर्वत से आ रहा है सेला उसका तेज आकाश पर छाया हुआ है और पृथ्वी उसकी स्तुति से परिपूर्ण हो गई है +40,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_004.wav,उसकी ज्योति सूर्य के तुल्य थी उसके हाथ से किरणें निकल रही थीं और इनमें उसका सामर्थ्य छिपा हुआ था +41,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_005.wav,उसके आगेआगे मरी फैलती गई और उसके पाँवों से महाज्वर निकलता गया +42,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_006.wav,वह खड़ा होकर पृथ्वी को नाप रहा था उसने देखा और जातिजाति के लोग घबरा गए तब सनातन पर्वत चकनाचूर हो गए और सनातन की पहाड़ियाँ झुक गईं उसकी गति अनन्तकाल से एक सी है +43,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_007.wav,मुझे कूशान के तम्बू में रहनेवाले दुःख से दबे दिखाई पड़े और मिद्यान देश के डेरे डगमगा गए +44,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_008.wav,हे यहोवा क्या तू नदियों पर रिसियाया था क्या तेरा क्रोध नदियों पर भड़का था अथवा क्या तेरी जलजलाहट समुद्र पर भड़की थी जब तू अपने घोड़ों पर और उद्धार करनेवाले विजयी रथों पर चढ़कर आ रहा था +45,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_009.wav,तेरा धनुष खोल में से निकल गया तेरे दण्ड का वचन शपथ के साथ हुआ था सेला तूने धरती को नदियों से चीर डाला +46,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_010.wav,पहाड़ तुझे देखकर काँप उठे आँधी और जलप्रलय निकल गए गहरा सागर बोल उठा और अपने हाथों अर्थात् लहरों को ऊपर उठाया +47,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_011.wav,तेरे उड़नेवाले तीरों के चलने की ज्योति से और तेरे चमकीले भाले की झलक के प्रकाश से सूर्य और चन्द्रमा अपनेअपने स्थान पर ठहर गए +48,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_012.wav,तू क्रोध में आकर पृथ्वी पर चल निकला तूने जातिजाति को क्रोध से नाश किया +49,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_013.wav,तू अपनी प्रजा के उद्धार के लिये निकला हाँ अपने अभिषिक्त के संग होकर उद्धार के लिये निकला तूने दुष्ट के घर के सिर को कुचलकर उसे गले से नींव तक नंगा कर दिया सेला +50,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_014.wav,तूने उसके योद्धाओं के सिरों को उसी की बर्छी से छेदा है वे मुझ को तितरबितर करने के लिये बवंडर की आँधी के समान आए और दीन लोगों को घात लगाकर मार डालने की आशा से आनन्दित थे +51,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_015.wav,तू अपने घोड़ों पर सवार होकर समुद्र से हाँ जलप्रलय से पार हो गया +52,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_016.wav,यह सब सुनते ही मेरा कलेजा काँप उठा मेरे होंठ थरथराने लगे मेरी हड्डियाँ सड़ने लगीं और मैं खड़ेखड़े काँपने लगा मैं शान्ति से उस दिन की बाट जोहता रहूँगा जब दल बाँधकर प्रजा चढ़ाई करे +53,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_017.wav,क्योंकि चाहे अंजीर के वृक्षों में फूल ��� लगें और न दाखलताओं में फल लगें जैतून के वृक्ष से केवल धोखा पाया जाए और खेतों में अन्न न उपजे भेड़शालाओं में भेड़बकरियाँ न रहें और न थानों में गाय बैल हों +54,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_018.wav,तो भी मैं यहोवा के कारण आनन्दित और मगन रहूँगा और अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर के द्वारा अति प्रसन्न रहूँगा +55,data/cleaned/hindi/HAB/HAB_003_019.wav,यहोवा परमेश्वर मेरा बलमूल है वह मेरे पाँव हिरनों के समान बना देता है वह मुझ को मेरे ऊँचे स्थानों पर चलाता है +56,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_001.wav,यहोवा का वचन जो यहूदा के राजा योताम आहाज और हिजकिय्याह के दिनों में मोरेशेतवासी मीका को पहुँचा जिसको उसने सामरिया और यरूशलेम के विषय में पाया +57,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_002.wav,हे जातिजाति के सब लोगों सुनो हे पृथ्वी तू उस सब समेत जो तुझ में है ध्यान दे और प्रभु यहोवा तुम्हारे विरुद्ध वरन् परमेश्वर अपने पवित्र मन्दिर में से तुम पर साक्षी दे +58,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_003.wav,क्योंकि देख यहोवा अपने पवित्रस्थान से बाहर निकल रहा है और वह उतरकर पृथ्वी के ऊँचे स्थानों पर चलेगा +59,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_004.wav,पहाड़ उसके नीचे गल जाएँगे और तराई ऐसे फटेंगी जैसे मोम आग की आँच से और पानी जो घाट से नीचे बहता है +60,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_005.wav,यह सब याकूब के अपराध और इस्राएल के घराने के पाप के कारण से होता है याकूब का अपराध क्या है क्या सामरिया नहीं और यहूदा के ऊँचे स्थान क्या हैं क्या यरूशलेम नहीं +61,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_006.wav,इस कारण मैं सामरिया को मैदान के खेत का ढेर कर दूँगा और दाख का बगीचा बनाऊँगा और मैं उसके पत्थरों को खड्ड में लुढ़का दूँगा और उसकी नींव उखाड़ दूँगा +62,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_007.wav,उसकी सब खुदी हुई मूरतें टुकड़ेटुकड़े की जाएँगी और जो कुछ उसने छिनाला करके कमाया है वह आग से भस्म किया जाएगा और उसकी सब प्रतिमाओं को मैं चकनाचूर करूँगा क्योंकि छिनाले ही की कमाई से उसने उसको इकट्ठा किया है और वह फिर छिनाले की सी कमाई हो जाएगी +63,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_008.wav,इस कारण मैं छाती पीटकर हायहाय करूँगा मैं लुटा हुआ सा और नंगा चला फिरा करूँगा मैं गीदड़ों के समान चिल्लाऊँगा और शुतुर्मुर्गों के समान रोऊँगा +64,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_009.wav,क्योंकि उसका घाव असाध्य है और विपत्ति यहूदा पर भी आ पड़ी वरन् वह मेरे जातिभाइयों पर पड़कर यरूशलेम के फाटक तक पहुँच गई है +65,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_010.wav,गत नगर में इसकी चर्चा मत करो और मत रोओ बेतआप्रा में धूलि में लोटपोट करो +66,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_011.wav,हे शापीर क��� रहनेवाली नंगी होकर निर्लज्ज चली जा सानान की रहनेवाली नहीं निकल सकती बेतसेल के रोने पीटने के कारण उसका शरणस्थान तुम से ले लिया जाएगा +67,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_012.wav,क्योंकि मारोत की रहनेवाली तो कुशल की बाट जोहतेजोहते तड़प गई है क्योंकि यहोवा की ओर से यरूशलेम के फाटक तक विपत्ति आ पहुँची है +68,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_013.wav,हे लाकीश की रहनेवाली अपने रथों में वेग चलनेवाले घोड़े जोत तुझी से सिय्योन की प्रजा के पाप का आरम्भ हुआ क्योंकि इस्राएल के अपराध तुझी में पाए गए +69,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_014.wav,इस कारण तू गत के मोरेशेत को दान देकर दूर कर देगा अकजीब के घर से इस्राएल के राजा धोखा ही खाएँगे +70,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_015.wav,हे मारेशा की रहनेवाली मैं फिर तुझ पर एक अधिकारी ठहराऊँगा और इस्राएल के प्रतिष्ठित लोगों को अदुल्लाम में आना पड़ेगा +71,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_001_016.wav,अपने दुलारे लड़कों के लिये अपना केश कटवाकर सिर मुँण्डा वरन् अपना पूरा सिर गिद्ध के समान गंजा कर दे क्योंकि वे बँधुए होकर तेरे पास से चले गए हैं +72,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_001.wav,हाय उन पर जो बिछौनों पर पड़े हुए बुराइयों की कल्पना करते और दुष्ट कर्म की इच्छा करते हैं और बलवन्त होने के कारण भोर को दिन निकलते ही वे उसको पूरा करते हैं +73,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_002.wav,वे खेतों का लालच करके उन्हें छीन लेते हैं और घरों का लालच करके उन्हें भी ले लेते हैं और उसके घराने समेत पुरुष पर और उसके निज भाग समेत किसी पुरुष पर अंधेर और अत्याचार करते हैं +74,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_003.wav,इस कारण यहोवा यह कहता है मैं इस कुल पर ऐसी विपत्ति डालने पर हूँ जिसके नीचे से तुम अपनी गर्दन हटा न सकोगे न अपने सिर ऊँचे किए हुए चल सकोगे क्योंकि वह विपत्ति का समय होगा +75,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_004.wav,उस समय यह अत्यन्त शोक का गीत दृष्टान्त की रीति पर गाया जाएगा हमारा तो सर्वनाश हो गया वह मेरे लोगों के भाग को बिगाड़ता है हाय वह उसे मुझसे कितनी दूर कर देता है वह हमारे खेत बलवा करनेवाले को दे देता है +76,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_005.wav,इस कारण तेरा ऐसा कोई न होगा जो यहोवा की मण्डली में चिट्ठी डालकर नापने की डोरी डाले +77,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_006.wav,बकवासी कहा करते हैं बकवास न करो इन बातों के लिये न कहा करो ऐसे लोगों में से अपमान न मिटेगा +78,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_007.wav,हे याकूब के घराने क्या यह कहा जाए कि यहोवा का आत्मा अधीर हो गया है क्या ये काम उसी के किए हुए हैं क्या मेरे वचनों से उसका भला नहीं होता जो सिधाई से चलता है +79,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_008.wav,परन्तु कल की बात है कि मेरी प्रजा शत्रु बनकर मेरे विरुद्ध उठी है तुम शान्त और भोलेभाले राहियों के तन पर से वस्त्र छीन लेते हो जो लड़ाई का विचार न करके निधड़क चले जाते हैं +80,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_009.wav,मेरी प्रजा की स्त्रियों को तुम उनके सुखधामों से निकाल देते हो और उनके नन्हें बच्चों से तुम मेरी दी हुई उत्तम वस्तुएँ सर्वदा के लिये छीन लेते हो +81,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_010.wav,उठो चले जाओ क्योंकि यह तुम्हारा विश्रामस्थान नहीं है इसका कारण वह अशुद्धता है जो कठिन दुःख के साथ तुम्हारा नाश करेगी +82,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_011.wav,यदि कोई झूठी आत्मा में चलता हुआ झूठी और व्यर्थ बातें कहे और कहे कि मैं तुम्हें नित्य दाखमधु और मदिरा के लिये प्रचार सुनाता रहूँगा तो वही इन लोगों का भविष्यद्वक्ता ठहरेगा +83,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_012.wav,हे याकूब मैं निश्चय तुम सभी को इकट्ठा करूँगा मैं इस्राएल के बचे हुओं को निश्चय इकट्ठा करूँगा और बोस्रा की भेड़बकरियों के समान एक संग रखूँगा उस झुण्ड के समान जो अच्छी चराई में हो वे मनुष्यों की बहुतायत के मारे कोलाहल मचाएँगे +84,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_002_013.wav,उनके आगेआगे बाड़े का तोड़नेवाला गया है इसलिए वे भी उसे तोड़ रहे हैं और फाटक से होकर निकले जा रहे हैं उनका राजा उनके आगेआगे गया अर्थात् यहोवा उनका सरदार और अगुआ है +85,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_003_001.wav,मैंने कहा हे याकूब के प्रधानों हे इस्राएल के घराने के न्यायियों सुनो क्या न्याय का भेद जानना तुम्हारा काम नहीं +86,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_003_002.wav,तुम तो भलाई से बैर और बुराई से प्रीति रखते हो मानो तुम लोगों पर से उनकी खाल उधेड़ लेते और उनकी हड्डियों पर से उनका माँस नोच लेते हो +87,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_003_003.wav,वरन् तुम मेरे लोगों का माँस खा भी लेते और उनकी खाल उधेड़ते हो तुम उनकी हड्डियों को हाण्डी में पकाने के लिये तोड़ डालते और उनका माँस हँडे में पकाने के लिये टुकड़ेटुकड़े करते हो +88,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_003_004.wav,वे उस समय यहोवा की दुहाई देंगे परन्तु वह उनकी न सुनेगा वरन् उस समय वह उनके बुरे कामों के कारण उनसे मुँह मोड़ लेगा +89,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_003_005.wav,यहोवा का यह वचन है कि जो भविष्यद्वक्ता मेरी प्रजा को भटका देते हैं और जब उन्हें खाने को मिलता है तब शान्तिशान्ति पुकारते हैं और यदि कोई उनके मुँह में कुछ न दे तो उसके विरुद्ध युद्ध करने को तैयार हो जाते हैं +90,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_003_006.wav,इस कारण तुम पर ऐसी रात आएगी कि तुम को दर्शन न मिलेगा औ�� तुम ऐसे अंधकार में पड़ोगे कि भावी न कह सकोगे भविष्यद्वक्ताओं के लिये सूर्य अस्त होगा और दिन रहते उन पर अंधियारा छा जाएगा +91,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_003_007.wav,दर्शी लज्जित होंगे और भावी कहनेवालों के मुँह काले होंगे और वे सब के सब अपने होठों को इसलिए ढाँपेंगे कि परमेश्वर की ओर से उत्तर नहीं मिलता +92,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_003_008.wav,परन्तु मैं तो यहोवा की आत्मा से शक्ति न्याय और पराक्रम पाकर परिपूर्ण हूँ कि मैं याकूब को उसका अपराध और इस्राएल को उसका पाप जता सकूँ +93,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_003_009.wav,हे याकूब के घराने के प्रधानों हे इस्राएल के घराने के न्यायियों हे न्याय से घृणा करनेवालों और सब सीधी बातों को टेढ़ीमेढ़ी करनेवालों यह बात सुनो +94,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_003_010.wav,तुम सिय्योन को हत्या करके और यरूशलेम को कुटिलता करके दृढ़ करते हो +95,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_003_011.wav,उसके प्रधान घूस ले लेकर विचार करते और याजक दाम ले लेकर व्यवस्था देते हैं और भविष्यद्वक्ता रुपये के लिये भावी कहते हैं तो भी वे यह कहकर यहोवा पर भरोसा रखते हैं यहोवा हमारे बीच में है इसलिए कोई विपत्ति हम पर न आएगी +96,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_003_012.wav,इसलिए तुम्हारे कारण सिय्योन जोतकर खेत बनाया जाएगा और यरूशलेम खण्डहरों का ढेर हो जाएगा और जिस पर्वत पर परमेश्वर का भवन बना है वह वन के ऊँचे स्थान सा हो जाएगा +97,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_001.wav,अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा और सब पहाड़ियों से अधिक ऊँचा किया जाएगा और हर जाति के लोग धारा के समान उसकी ओर चलेंगे +98,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_002.wav,और बहुत जातियों के लोग जाएँगे और आपस में कहेंगे आओ हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएँ तब वह हमको अपने मार्ग सिखाएगा और हम उसके पथों पर चलेंगे क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा +99,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_003.wav,वह बहुत देशों के लोगों का न्याय करेगा और दूरदूर तक की सामर्थी जातियों के झगड़ों को मिटाएगा इसलिए वे अपनी तलवारें पीटकर हल के फाल और अपने भालों से हँसिया बनाएँगे तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध तलवार फिर न चलाएगी +100,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_004.wav,और लोग आगे को युद्ध विद्या न सीखेंगे परन्तु वे अपनीअपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष तले बैठा करेंगे और कोई उनको न डराएगा सेनाओं के यहोवा ने यही वचन दिया है +101,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_005.wav,सब राज्यों के लोग तो अपनेअपने देवता का नाम लेकर चलते हैं परन्तु हम लोग अपने परमेश्वर यहोवा का नाम लेकर सदा सर्वदा चलते रहेंगे +102,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_006.wav,यहोवा की यह वाणी है उस समय मैं प्रजा के लँगड़ों को और जबरन निकाले हुओं को और जिनको मैंने दुःख दिया है उन सब को इकट्ठे करूँगा +103,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_007.wav,और लँगड़ों को मैं बचा रखूँगा और दूर किए हुओं को एक सामर्थी जाति कर दूँगा और यहोवा उन पर सिय्योन पर्वत के ऊपर से सदा राज्य करता रहेगा +104,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_008.wav,और हे एदेर के गुम्मट हे सिय्योन की पहाड़ी पहली प्रभुता अर्थात् यरूशलेम का राज्य तुझे मिलेगा +105,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_009.wav,अब तू क्यों चिल्लाती है क्या तुझ में कोई राजा नहीं रहा क्या तेरा युक्ति करनेवाला नष्ट हो गया जिससे जच्चा स्त्री के समान तुझे पीड़ा उठती है +106,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_010.wav,हे सिय्योन की बेटी जच्चा स्त्री के समान पीड़ा उठाकर उत्पन्न कर क्योंकि अब तू गढ़ी में से निकलकर मैदान में बसेगी वरन् बाबेल तक जाएगी वहीं तू छुड़ाई जाएगी अर्थात् वहीं यहोवा तुझे तेरे शत्रुओं के वश में से छुड़ा लेगा +107,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_011.wav,अब बहुत सी जातियाँ तेरे विरुद्ध इकट्ठी होकर तेरे विषय में कहेंगी सिय्योन अपवित्र की जाए और हम अपनी आँखों से उसको निहारें +108,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_012.wav,परन्तु वे यहोवा की कल्पनाएँ नहीं जानते न उसकी युक्ति समझते हैं कि वह उन्हें ऐसा बटोर लेगा जैसे खलिहान में पूले बटोरे जाते हैं +109,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_004_013.wav,हे सिय्योन उठ और दाँवनी कर मैं तेरे सींगों को लोहे के और तेरे खुरों को पीतल के बना दूँगा और तू बहुत सी जातियों को चूरचूर करेगी ओर उनकी कमाई यहोवा को और उनकी धनसम्पत्ति पृथ्वी के प्रभु के लिये अर्पण करेगी +110,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_001.wav,अब हे बहुत दलों के नगर दल बाँध बाँधकर इकट्ठी हो क्योंकि उसने हम लोगों को घेर लिया है वे इस्राएल के न्यायी के गाल पर सोंटा मारेंगे +111,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_002.wav,हे बैतलहम एप्राता यदि तू ऐसा छोटा है कि यहूदा के हजारों में गिना नहीं जाता तो भी तुझ में से मेरे लिये एक पुरुष निकलेगा जो इस्राएलियों में प्रभुता करनेवाला होगा और उसका निकलना प्राचीनकाल से वरन् अनादिकाल से होता आया है +112,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_003.wav,इस कारण वह उनको उस समय तक त्यागे रहेगा जब तक जच्चा उत्पन्न न करे तब इस्राएलियों के पास उसके बचे हुए भाई लौटकर उनसे मिल जाएँगे +113,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_004.wav,और वह खड़ा होकर यहोवा की दी हुई शक्ति से और अपने परमेश्वर यहोवा के न���म के प्रताप से उनकी चरवाही करेगा और वे सुरक्षित रहेंगे क्योंकि अब वह पृथ्वी की छोर तक महान ठहरेगा +114,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_005.wav,और वह शान्ति का मूल होगा जब अश्शूरी हमारे देश पर चढ़ाई करें और हमारे राजभवनों में पाँव रखें तब हम उनके विरुद्ध सात चरवाहे वरन् आठ प्रधान मनुष्य खड़े करेंगे +115,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_006.wav,और वे अश्शूर के देश को वरन् प्रवेश के स्थानों तक निम्रोद के देश को तलवार चलाकर मार लेंगे और जब अश्शूरी लोग हमारे देश में आएँ और उसकी सीमा के भीतर पाँव रखें तब वही पुरुष हमको उनसे बचाएगा +116,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_007.wav,और याकूब के बचे हुए लोग बहुत राज्यों के बीच ऐसा काम देंगे जैसा यहोवा की ओर से पड़नेवाली ओस और घास पर की वर्षा जो किसी के लिये नहीं ठहरती और मनुष्यों की बाट नहीं जोहती +117,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_008.wav,और याकूब के बचे हुए लोग जातियों में और देशदेश के लोगों के बीच ऐसे होंगे जैसे वनपशुओं में सिंह या भेड़बकरियों के झुण्डों में जवान सिंह होता है क्योंकि जब वह उनके बीच में से जाए तो लताड़ता और फाड़ता जाएगा और कोई बचा न सकेगा +118,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_009.wav,तेरा हाथ तेरे द्रोहियों पर पड़े और तेरे सब शत्रु नष्ट हो जाएँ +119,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_010.wav,यहोवा की यही वाणी है उस समय मैं तेरे घोड़ों का तेरे बीच में से नाश करूँगा और तेरे रथों का विनाश करूँगा +120,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_011.wav,मैं तेरे देश के नगरों को भी नष्ट करूँगा और तेरे किलों को ढा दूँगा +121,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_012.wav,और मैं तेरे तंत्रमंत्र नाश करूँगा और तुझ में टोन्हे आगे को न रहेंगे +122,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_013.wav,और मैं तेरी खुदी हुई मूरतें और तेरी लाठें तेरे बीच में से नष्ट करूँगा और तू आगे को अपने हाथ की बनाई हुई वस्तुओं को दण्डवत् न करेगा +123,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_014.wav,और मैं तेरी अशेरा नामक मूरतों को तेरी भूमि में से उखाड़ डालूँगा और तेरे नगरों का विनाश करूँगा +124,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_005_015.wav,और मैं अन्यजातियों से जो मेरा कहा नहीं मानतीं क्रोध और जलजलाहट के साथ बदला लूँगा +125,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_001.wav,जो बात यहोवा कहता है उसे सुनो उठकर पहाड़ों के सामने वाद विवाद कर और टीले भी तेरी सुनने पाएँ +126,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_002.wav,हे पहाड़ों और हे पृथ्वी की अटल नींव यहोवा का वाद विवाद सुनो क्योंकि यहोवा का अपनी प्रजा के साथ मुकद्दमा है और वह इस्राएल से वादविवाद करता है +127,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_003.wav,हे मेरी प्रजा मैंने तेरा क्या बिगाड़ा है क्या करके मैंने तुझे थका दिया है +128,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_004.wav,मेरे विरुद्ध साक्षी दे मैं तो तुझे मिस्र देश से निकाल ले आया और दासत्व के घर में से तुझे छुड़ा लाया और तेरी अगुआई करने को मूसा हारून और मिर्याम को भेज दिया +129,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_005.wav,हे मेरी प्रजा स्मरण कर कि मोआब के राजा बालाक ने तेरे विरुद्ध कौन सी युक्ति की और बोर के पुत्र बिलाम ने उसको क्या सम्मति दी और शित्तीम से गिलगाल तक की बातों का स्मरण कर जिससे तू यहोवा के धार्मिकता के काम समझ सके +130,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_006.wav,मैं क्या लेकर यहोवा के सम्मुख आऊँ और ऊपर रहनेवाले परमेश्वर के सामने झुकूँ क्या मैं होमबलि के लिये एकएक वर्ष के बछड़े लेकर उसके सम्मुख आऊँ +131,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_007.wav,क्या यहोवा हजारों मेढ़ों से या तेल की लाखों नदियों से प्रसन्न होगा क्या मैं अपने अपराध के प्रायश्चित में अपने पहलौठे को या अपने पाप के बदले में अपने जन्माए हुए किसी को दूँ +132,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_008.wav,हे मनुष्य वह तुझे बता चुका है कि अच्छा क्या है और यहोवा तुझ से इसे छोड़ और क्या चाहता है कि तू न्याय से काम करे और कृपा से प्रीति रखे और अपने परमेश्वर के साथ नम्रता से चले +133,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_009.wav,यहोवा की वाणी इस नगर को पुकार रही है और सम्पूर्ण ज्ञान तेरे नाम का भय मानना है राजदण्ड की और जो उसे देनेवाला है उसकी बात सुनो +134,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_010.wav,क्या अब तक दुष्ट के घर में दुष्टता से पाया हुआ धन और छोटा एपा घृणित नहीं है +135,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_011.wav,क्या मैं कपट का तराजू और घटबढ़ के बटखरों की थैली लेकर पवित्र ठहर सकता हूँ +136,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_012.wav,यहाँ के धनवान लोग उपद्रव का काम देखा करते हैं और यहाँ के सब रहनेवाले झूठ बोलते हैं और उनके मुँह से छल की बातें निकलती हैं +137,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_013.wav,इस कारण मैं तुझे मारतेमारते बहुत ही घायल करता हूँ और तेरे पापों के कारण तुझको उजाड़ डालता हूँ +138,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_014.wav,तू खाएगा परन्तु तृप्त न होगा तेरा पेट जलता ही रहेगा और तू अपनी सम्पत्ति लेकर चलेगा परन्तु न बचा सकेगा और जो कुछ तू बचा भी ले उसको मैं तलवार चलाकर लुटवा दूँगा +139,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_015.wav,तू बोएगा परन्तु लवने न पाएगा तू जैतून का तेल निकालेगा परन्तु लगाने न पाएगा और दाख रौंदेगा परन्तु दाखमधु पीने न पाएगा +140,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_006_016.wav,क्योंकि वे ओम्री की विधियों पर और अहाब के घराने के सब कामों पर चलते हैं और तुम उनकी युक्तियों के अनुसार चलते हो इसलिए मैं तुझे उजाड़ दूँगा और इस नगर के रहनेवालों पर ताली बजवाऊँगा और तुम मेरी प्रजा की नामधराई सहोगे +141,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_001.wav,हाय मुझ पर क्योंकि मैं उस जन के समान हो गया हूँ जो धूपकाल के फल तोड़ने पर या रही हुई दाख बीनने के समय के अन्त में आ जाए मुझे तो पक्की अंजीरों की लालसा थी परन्तु खाने के लिये कोई गुच्छा नहीं रहा +142,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_002.wav,भक्त लोग पृथ्वी पर से नाश हो गए हैं और मनुष्यों में एक भी सीधा जन नहीं रहा वे सब के सब हत्या के लिये घात लगाते और जाल लगाकर अपनेअपने भाई का आहेर करते हैं +143,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_003.wav,वे अपने दोनों हाथों से मन लगाकर बुराई करते हैं हाकिम घूस माँगता और न्यायी घूस लेने को तैयार रहता है और रईस अपने मन की दुष्टता वर्णन करता है इसी प्रकार से वे सब मिलकर जालसाजी करते हैं +144,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_004.wav,उनमें से जो सबसे उत्तम है वह कँटीली झाड़ी के समान दुःखदाई है जो सबसे सीधा है वह काँटेवाले बाड़े से भी बुरा है तेरे पहरुओं का कहा हुआ दिन अर्थात् तेरे दण्ड का दिन आ गया है अब वे शीघ्र भ्रमित हो जाएँगे +145,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_005.wav,मित्र पर विश्वास मत करो परम मित्र पर भी भरोसा मत रखो वरन् अपनी अर्धांगिनी से भी सम्भलकर बोलना +146,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_006.wav,क्योंकि पुत्र पिता का अपमान करता और बेटी माता के और बहू सास के विरुद्ध उठती है मनुष्य के शत्रु उसके घर ही के लोग होते हैं +147,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_007.wav,परन्तु मैं यहोवा की ओर ताकता रहूँगा मैं अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर की बाट जोहता रहूँगा मेरा परमेश्वर मेरी सुनेगा +148,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_008.wav,हे मेरी बैरिन मुझ पर आनन्द मत कर क्योंकि जैसे ही मैं गिरूँगा त्यों ही उठूँगा और ज्यों ही मैं अंधकार में पड़ूँगा त्यों ही यहोवा मेरे लिये ज्योति का काम देगा +149,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_009.wav,मैंने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है इस कारण मैं उस समय तक उसके क्रोध को सहता रहूँगा जब तक कि वह मेरा मुकद्दमा लड़कर मेरा न्याय न चुकाएगा उस समय वह मुझे उजियाले में निकाल ले आएगा और मैं उसकी धार्मिकता देखूँगा +150,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_010.wav,तब मेरी बैरिन जो मुझसे यह कहती है कि तेरा परमेश्वर यहोवा कहाँ रहा वह भी उसे देखेगी और लज्जा से मुँह ढाँपेगी मैं अपनी आँखों से उसे देखूँगा तब वह सड़कों की कीच के समान लताड़ी जाएगी +151,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_011.wav,तेरे बाड़ों के बाँधने के दिन उसकी सीमा बढ़ाई जाएगी +152,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_012.wav,उस दिन अश्शूर से और मिस्र के नगरों से और मिस्र और महानद के बीच के और समुद्��समुद्र और पहाड़पहाड़ के बीच में देशों से लोग तेरे पास आएँगे +153,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_013.wav,तो भी यह देश अपने रहनेवालों के कामों के कारण उजाड़ ही रहेगा +154,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_014.wav,तू लाठी लिये हुए अपनी प्रजा की चरवाही कर अर्थात् अपने निज भाग की भेड़बकरियों की जो कर्मेल के वन में अलग बैठती हैं वे पूर्वकाल के समान बाशान और गिलाद में चरा करें +155,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_015.wav,जैसे कि मिस्र देश से तेरे निकल आने के दिनों में वैसी ही अब मैं उसको अद्भुत काम दिखाऊँगा +156,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_016.wav,अन्यजातियाँ देखकर अपने सारे पराक्रम के विषय में लजाएँगी वे अपने मुँह को हाथ से छिपाएँगी और उनके कान बहरे हो जाएँगे +157,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_017.wav,वे सर्प के समान मिट्टी चाटेंगी और भूमि पर रेंगनेवाले जन्तुओं की भाँति अपने बिलों में से काँपती हुई निकलेंगी हे हमारे परमेश्वर यहोवा के पास थरथराती हुई आएँगी और वे तुझ से डरेंगी +158,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_018.wav,तेरे समान ऐसा परमेश्वर कहाँ है जो अधर्म को क्षमा करे और अपने निज भाग के बचे हुओं के अपराध को ढाँप दे वह अपने क्रोध को सदा बनाए नहीं रहता क्योंकि वह करुणा से प्रीति रखता है +159,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_019.wav,वह फिर हम पर दया करेगा और हमारे अधर्म के कामों को लताड़ डालेगा तू उनके सब पापों को गहरे समुद्र में डाल देगा +160,data/cleaned/hindi/MIC/MIC_007_020.wav,तू याकूब के विषय में वह सच्चाई और अब्राहम के विषय में वह करुणा पूरी करेगा जिसकी शपथ तू प्राचीनकाल के दिनों से लेकर अब तक हमारे पितरों से खाता आया है +161,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_001.wav,यरूशलेम के राजा दाऊद के पुत्र और उपदेशक के वचन +162,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_002.wav,उपदेशक का यह वचन है व्यर्थ ही व्यर्थ व्यर्थ ही व्यर्थ सब कुछ व्यर्थ है +163,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_003.wav,उस सब परिश्रम से जिसे मनुष्य सूर्य के नीचे करता है उसको क्या लाभ प्राप्त होता है +164,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_004.wav,एक पीढ़ी जाती है और दूसरी पीढ़ी आती है परन्तु पृथ्वी सर्वदा बनी रहती है +165,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_005.wav,सूर्य उदय होकर अस्त भी होता है और अपने उदय की दिशा को वेग से चला जाता है +166,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_006.wav,वायु दक्षिण की ओर बहती है और उत्तर की ओर घूमती जाती है वह घूमती और बहती रहती है और अपनी परिधि में लौट आती है +167,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_007.wav,सब नदियाँ समुद्र में जा मिलती हैं तो भी समुद्र भर नहीं जाता जिस स्थान से नदियाँ निकलती हैं उधर ही को वे फिर जाती हैं +168,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_008.wav,सब बातें परिश्रम से भरी हैं मनुष्य इसका वर्णन नहीं कर सकता न तो आँखें देखने से तृप्त होती हैं और न कान सुनने से भरते हैं +169,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_009.wav,जो कुछ हुआ था वही फिर होगा और जो कुछ बन चुका है वही फिर बनाया जाएगा और सूर्य के नीचे कोई बात नई नहीं है +170,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_010.wav,क्या ऐसी कोई बात है जिसके विषय में लोग कह सके कि देख यह नई है यह तो प्राचीन युगों में बहुत पहले से थी +171,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_011.wav,प्राचीनकाल की बातों का कुछ स्मरण नहीं रहा और होनेवाली बातों का भी स्मरण उनके बाद होनेवालों को न रहेगा +172,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_012.wav,मैं उपदेशक यरूशलेम में इस्राएल का राजा था +173,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_013.wav,मैंने अपना मन लगाया कि जो कुछ आकाश के नीचे किया जाता है उसका भेद बुद्धि से सोच सोचकर मालूम करूँ यह बड़े दुःख का काम है जो परमेश्वर ने मनुष्यों के लिये ठहराया है कि वे उसमें लगें +174,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_014.wav,मैंने उन सब कामों को देखा जो सूर्य के नीचे किए जाते हैं देखो वे सब व्यर्थ और मानो वायु को पकड़ना है +175,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_015.wav,जो टेढ़ा है वह सीधा नहीं हो सकता और जितनी वस्तुओं में घटी है वे गिनी नहीं जातीं +176,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_016.wav,मैंने मन में कहा देख जितने यरूशलेम में मुझसे पहले थे उन सभी से मैंने बहुत अधिक बुद्धि प्राप्त की है और मुझ को बहुत बुद्धि और ज्ञान मिल गया है +177,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_017.wav,और मैंने अपना मन लगाया कि बुद्धि का भेद लूँ और बावलेपन और मूर्खता को भी जान लूँ मुझे जान पड़ा कि यह भी वायु को पकड़ना है +178,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_001_018.wav,क्योंकि बहुत बुद्धि के साथ बहुत खेद भी होता है और जो अपना ज्ञान बढ़ाता है वह अपना दुःख भी बढ़ाता है +179,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_001.wav,मैंने अपने मन से कहा चल मैं तुझको आनन्द के द्वारा जाँचूँगा इसलिए आनन्दित और मगन हो परन्तु देखो यह भी व्यर्थ है +180,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_002.wav,मैंने हँसी के विषय में कहा यह तो बावलापन है और आनन्द के विषय में उससे क्या प्राप्त होता है +181,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_003.wav,मैंने मन में सोचा कि किस प्रकार से मेरी बुद्धि बनी रहे और मैं अपने प्राण को दाखमधु पीने से किस प्रकार बहलाऊँ और कैसे मूर्खता को थामे रहूँ जब तक मालूम न करूँ कि वह अच्छा काम कौन सा है जिसे मनुष्य अपने जीवन भर करता रहे +182,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_004.wav,मैंने बड़ेबड़े काम किए मैंने अपने लिये घर बनवा लिए और अपने लिये दाख की बारियाँ लगवाईं +183,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_005.wav,मैंने अपने लिये बारियाँ और बाग लगवा लिए और उनमें भाँतिभाँति के फलदाई वृक्ष लगाए +184,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_006.wav,मैंने अपने लिये कुण्ड खुदवा लिए कि उनसे वह वन सींचा जाए जिसमें वृक्षों को लगाया जाता था +185,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_007.wav,मैंने दास और दासियाँ मोल लीं और मेरे घर में दास भी उत्पन्न हुए और जितने मुझसे पहले यरूशलेम में थे उनसे कहीं अधिक गायबैल और भेड़बकरियों का मैं स्वामी था +186,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_008.wav,मैंने चाँदी और सोना और राजाओं और प्रान्तों के बहुमूल्य पदार्थों का भी संग्रह किया मैंने अपने लिये गायकों और गायिकाओं को रखा और बहुत सी कामिनियाँ भी जिनसे मनुष्य सुख पाते हैं अपनी कर लीं +187,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_009.wav,इस प्रकार मैं अपने से पहले के सब यरूशलेमवासियों से अधिक महान और धनाढ्य हो गया तो भी मेरी बुद्धि ठिकाने रही +188,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_010.wav,और जितनी वस्तुओं को देखने की मैंने लालसा की उन सभी को देखने से मैं न रुका मैंने अपना मन किसी प्रकार का आनन्द भोगने से न रोका क्योंकि मेरा मन मेरे सब परिश्रम के कारण आनन्दित हुआ और मेरे सब परिश्रम से मुझे यही भाग मिला +189,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_011.wav,तब मैंने फिर से अपने हाथों के सब कामों को और अपने सब परिश्रम को देखा तो क्या देखा कि सब कुछ व्यर्थ और वायु को पकड़ना है और सूर्य के नीचे कोई लाभ नहीं +190,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_012.wav,फिर मैंने अपने मन को फेरा कि बुद्धि और बावलेपन और मूर्खता के कार्यों को देखूँ क्योंकि जो मनुष्य राजा के पीछे आएगा वह क्या करेगा केवल वही जो होता चला आया है +191,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_013.wav,तब मैंने देखा कि उजियाला अंधियारे से जितना उत्तम है उतना बुद्धि भी मूर्खता से उत्तम है +192,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_014.wav,जो बुद्धिमान है उसके सिर में आँखें रहती हैं परन्तु मूर्ख अंधियारे में चलता है तो भी मैंने जान लिया कि दोनों की दशा एक सी होती है +193,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_015.wav,तब मैंने मन में कहा जैसी मूर्ख की दशा होगी वैसी ही मेरी भी होगी फिर मैं क्यों अधिक बुद्धिमान हुआ और मैंने मन में कहा यह भी व्यर्थ ही है +194,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_016.wav,क्योंकि न तो बुद्धिमान का और न मूर्ख का स्मरण सर्वदा बना रहेगा परन्तु भविष्य में सब कुछ भूला दिया जाएगा बुद्धिमान कैसे मूर्ख के समान मरता है +195,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_017.wav,इसलिए मैंने अपने जीवन से घृणा की क्योंकि जो काम सूर्य के नीचे किया जाता है मुझे बुरा मालूम हुआ क्योंकि सब कुछ व्यर्थ और वायु को पकड़ना है +196,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_018.wav,मैंने अपने सारे परिश्रम के प्रतिफल से जिसे मैंने सूर्य के नीचे किया था घृणा की क्योंकि अवश्य है कि मैं उसका फल उस मनुष्य के लिये छोड़ जाऊँ जो मेरे बाद आएगा +197,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_019.wav,यह कौन जानता है कि वह मनुष्य बुद्धिमान होगा या मूर्ख तो भी सूर्य के नीचे जितना परिश्रम मैंने किया और उसके लिये बुद्धि प्रयोग की उस सब का वही अधिकारी होगा यह भी व्यर्थ ही है +198,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_020.wav,तब मैं अपने मन में उस सारे परिश्रम के विषय जो मैंने सूर्य के नीचे किया था निराश हुआ +199,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_021.wav,क्योंकि ऐसा मनुष्य भी है जिसका कार्य परिश्रम और बुद्धि और ज्ञान से होता है और सफल भी होता है तो भी उसको ऐसे मनुष्य के लिये छोड़ जाना पड़ता है जिसने उसमें कुछ भी परिश्रम न किया हो यह भी व्यर्थ और बहुत ही बुरा है +200,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_022.wav,मनुष्य जो सूर्य के नीचे मन लगा लगाकर परिश्रम करता है उससे उसको क्या लाभ होता है +201,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_023.wav,उसके सब दिन तो दुःखों से भरे रहते हैं और उसका काम खेद के साथ होता है रात को भी उसका मन चैन नहीं पाता यह भी व्यर्थ ही है +202,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_024.wav,मनुष्य के लिये खानेपीने और परिश्रम करते हुए अपने जीव को सुखी रखने के सिवाय और कुछ भी अच्छा नहीं मैंने देखा कि यह भी परमेश्वर की ओर से मिलता है +203,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_025.wav,क्योंकि खानेपीने और सुख भोगने में उससे अधिक समर्थ कौन है +204,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_002_026.wav,जो मनुष्य परमेश्वर की दृष्टि में अच्छा है उसको वह बुद्धि और ज्ञान और आनन्द देता है परन्तु पापी को वह दुःख भरा काम ही देता है कि वह उसको देने के लिये संचय करके ढेर लगाए जो परमेश्वर की दृष्टि में अच्छा हो यह भी व्यर्थ और वायु को पकड़ना है +205,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_001.wav,हर एक बात का एक अवसर और प्रत्येक काम का जो आकाश के नीचे होता है एक समय है +206,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_002.wav,जन्म का समय और मरण का भी समय बोने का समय और बोए हुए को उखाड़ने का भी समय है +207,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_003.wav,घात करने का समय और चंगा करने का भी समय ढा देने का समय और बनाने का भी समय है +208,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_004.wav,रोने का समय और हँसने का भी समय छाती पीटने का समय और नाचने का भी समय है +209,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_005.wav,पत्थर फेंकने का समय और पत्थर बटोरने का भी समय गले लगाने का समय और गले लगाने से रुकने का भी समय है +210,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_006.wav,ढूँढ़ने का समय और खो देने का भी समय बचा रखने का समय और फेंक देने का भी समय है +211,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_007.wav,फाड़ने का समय और सीने का भी समय चुप रहने का समय और बोलने का भी समय है +212,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_008.wav,प्रेम करने का समय और बैर करने का भी समय लड़ाई का समय और मेल का भी समय है +213,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_009.wav,काम करनेवाले को अपने परिश्रम से क्या लाभ होता है +214,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_010.wav,मैंने उस दुःख भरे काम को देखा है जो परमेश्वर ने मनुष्यों के लिये ठहराया है कि वे उसमें लगे रहें +215,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_011.wav,उसने सब कुछ ऐसा बनाया कि अपनेअपने समय पर वे सुन्दर होते हैं फिर उसने मनुष्यों के मन में अनादिअनन्तकाल का ज्ञान उत्पन्न किया है तो भी जो काम परमेश्वर ने किया है वह आदि से अन्त तक मनुष्य समझ नहीं सकता +216,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_012.wav,मैंने जान लिया है कि मनुष्यों के लिये आनन्द करने और जीवन भर भलाई करने के सिवाय और कुछ भी अच्छा नहीं +217,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_013.wav,और यह भी परमेश्वर का दान है कि मनुष्य खाएपीए और अपने सब परिश्रम में सुखी रहे +218,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_014.wav,मैं जानता हूँ कि जो कुछ परमेश्वर करता है वह सदा स्थिर रहेगा न तो उसमें कुछ बढ़ाया जा सकता है और न कुछ घटाया जा सकता है परमेश्वर ऐसा इसलिए करता है कि लोग उसका भय मानें +219,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_015.wav,जो कुछ हुआ वह इससे पहले भी हो चुका जो होनेवाला है वह हो भी चुका है और परमेश्वर बीती हुई बात को फिर पूछता है +220,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_016.wav,फिर मैंने सूर्य के नीचे क्या देखा कि न्याय के स्थान में दुष्टता होती है और धार्मिकता के स्थान में भी दुष्टता होती है +221,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_017.wav,मैंने मन में कहा परमेश्वर धर्मी और दुष्ट दोनों का न्याय करेगा क्योंकि उसके यहाँ एकएक विषय और एकएक काम का समय है +222,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_018.wav,मैंने मन में कहा यह इसलिए होता है कि परमेश्वर मनुष्यों को जाँचे और कि वे देख सके कि वे पशुसमान हैं +223,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_019.wav,क्योंकि जैसी मनुष्यों की वैसी ही पशुओं की भी दशा होती है दोनों की वही दशा होती है जैसे एक मरता वैसे ही दूसरा भी मरता है सभी की श्वास एक सी है और मनुष्य पशु से कुछ बढ़कर नहीं सब कुछ व्यर्थ ही है +224,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_020.wav,सब एक स्थान में जाते हैं सब मिट्टी से बने हैं और सब मिट्टी में फिर मिल जाते हैं +225,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_021.wav,क्या मनुष्य का प्राण ऊपर की ओर चढ़ता है और पशुओं का प्राण नीचे की ओर जाकर मिट्टी में मिल जाता है यह कौन जानता है +226,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_003_022.wav,अतः मैंने यह देखा कि इससे अधिक कुछ अच्छा नहीं कि मनुष्य अपने कामों में आनन्दित रहे क्योंकि उसका भाग यही है कौन उसके पीछे होनेवाली बातों को देखने के लिये उसको लौटा लाएगा +227,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_001.wav,तब मैंने वह सब अंधे�� देखा जो सूर्य के नीचे होता है और क्या देखा कि अंधेर सहनेवालों के आँसू बह रहे हैं और उनको कोई शान्ति देनेवाला नहीं अंधेर करनेवालों के हाथ में शक्ति थी परन्तु उनको कोई शान्ति देनेवाला नहीं था +228,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_002.wav,इसलिए मैंने मरे हुओं को जो मर चुके हैं उन जीवितों से जो अब तक जीवित हैं अधिक धन्य कहा +229,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_003.wav,वरन् उन दोनों से अधिक अच्छा वह है जो अब तक हुआ ही नहीं न यह बुरे काम देखे जो सूर्य के नीचे होते हैं +230,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_004.wav,तब मैंने सब परिश्रम के काम और सब सफल कामों को देखा जो लोग अपने पड़ोसी से जलन के कारण करते हैं यह भी व्यर्थ और वायु को पकड़ना है +231,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_005.wav,मूर्ख छाती पर हाथ रखे रहता और अपना माँस खाता है +232,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_006.wav,चैन के साथ एक मुट्ठी उन दो मुट्ठियों से अच्छा है जिनके साथ परिश्रम और वायु को पकड़ना हो +233,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_007.wav,फिर मैंने सूर्य के नीचे यह भी व्यर्थ बात देखी +234,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_008.wav,कोई अकेला रहता और उसका कोई नहीं है न उसके बेटा है न भाई है तो भी उसके परिश्रम का अन्त नहीं होता न उसकी आँखें धन से सन्तुष्ट होती हैं और न वह कहता है मैं किसके लिये परिश्रम करता और अपने जीवन को सुखरहित रखता हूँ यह भी व्यर्थ और निरा दुःख भरा काम है +235,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_009.wav,एक से दो अच्छे हैं क्योंकि उनके परिश्रम का अच्छा फल मिलता है +236,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_010.wav,क्योंकि यदि उनमें से एक गिरे तो दूसरा उसको उठाएगा परन्तु हाय उस पर जो अकेला होकर गिरे और उसका कोई उठानेवाला न हो +237,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_011.wav,फिर यदि दो जन एक संग सोएँ तो वे गर्म रहेंगे परन्तु कोई अकेला कैसे गर्म हो सकता है +238,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_012.wav,यदि कोई अकेले पर प्रबल हो तो हो परन्तु दो उसका सामना कर सकेंगे जो डोरी तीन तागे से बटी हो वह जल्दी नहीं टूटती +239,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_013.wav,बुद्धिमान लड़का दरिद्र होने पर भी ऐसे बूढ़े और मूर्ख राजा से अधिक उत्तम है जो फिर सम्मति ग्रहण न करे +240,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_014.wav,चाहे वह उसके राज्य में धनहीन उत्पन्न हुआ या बन्दीगृह से निकलकर राजा हुआ हो +241,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_015.wav,मैंने सब जीवितों को जो सूर्य के नीचे चलते फिरते हैं देखा कि वे उस दूसरे लड़के के संग हो लिये हैं जो उनका स्थान लेने के लिये खड़ा हुआ +242,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_004_016.wav,वे सब लोग अनगिनत थे जिन पर वह प्रधान हुआ था तो भी भविष्य में होनेवाले लोग उसके कारण आनन्दित न होंगे निःसन्देह यह भी व्यर्थ और वायु को ��कड़ना है +243,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_001.wav,जब तू परमेश्वर के भवन में जाए तब सावधानी से चलना सुनने के लिये समीप जाना मूर्खों के बलिदान चढ़ाने से अच्छा है क्योंकि वे नहीं जानते कि बुरा करते हैं +244,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_002.wav,बातें करने में उतावली न करना और न अपने मन से कोई बात उतावली से परमेश्वर के सामने निकालना क्योंकि परमेश्वर स्वर्ग में हैं और तू पृथ्वी पर है इसलिए तेरे वचन थोड़े ही हों +245,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_003.wav,क्योंकि जैसे कार्य की अधिकता के कारण स्वप्न देखा जाता है वैसे ही बहुत सी बातों का बोलनेवाला मूर्ख ठहरता है +246,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_004.wav,जब तू परमेश्वर के लिये मन्नत माने तब उसके पूरा करने में विलम्ब न करना क्योंकि वह मूर्खों से प्रसन्न नहीं होता जो मन्नत तूने मानी हो उसे पूरी करना +247,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_005.wav,मन्नत मानकर पूरी न करने से मन्नत का न मानना ही अच्छा है +248,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_006.wav,कोई वचन कहकर अपने को पाप में न फँसाना और न परमेश्वर के दूत के सामने कहना कि यह भूल से हुआ परमेश्वर क्यों तेरा बोल सुनकर क्रोधित हो और तेरे हाथ के कार्यों को नष्ट करे +249,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_007.wav,क्योंकि स्वप्नों की अधिकता से व्यर्थ बातों की बहुतायत होती है परन्तु तू परमेश्वर का भय मानना +250,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_008.wav,यदि तू किसी प्रान्त में निर्धनों पर अंधेर और न्याय और धर्म को बिगड़ता देखे तो इससे चकित न होना क्योंकि एक अधिकारी से बड़ा दूसरा रहता है जिसे इन बातों की सुधि रहती है और उनसे भी और अधिक बड़े रहते हैं +251,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_009.wav,भूमि की उपज सब के लिये है वरन् खेती से राजा का भी काम निकलता है +252,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_010.wav,जो रुपये से प्रीति रखता है वह रुपये से तृप्त न होगा और न जो बहुत धन से प्रीति रखता है लाभ से यह भी व्यर्थ है +253,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_011.wav,जब सम्पत्ति बढ़ती है तो उसके खानेवाले भी बढ़ते हैं तब उसके स्वामी को इसे छोड़ और क्या लाभ होता है कि उस सम्पत्ति को अपनी आँखों से देखे +254,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_012.wav,परिश्रम करनेवाला चाहे थोड़ा खाए या बहुत तो भी उसकी नींद सुखदाई होती है परन्तु धनी के धन बढ़ने के कारण उसको नींद नहीं आती +255,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_013.wav,मैंने सूर्य के नीचे एक बड़ी बुरी बला देखी है अर्थात् वह धन जिसे उसके मालिक ने अपनी ही हानि के लिये रखा हो +256,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_014.wav,और वह धन किसी बुरे काम में उड़ जाता है और उसके घर में बेटा उत्पन्न होता है परन्तु उसके हाथ में कुछ नहीं रहता +257,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_015.wav,जैसा वह माँ के पेट से निकला वैसा ही लौट जाएगा नंगा ही जैसा आया था और अपने परिश्रम के बदले कुछ भी न पाएगा जिसे वह अपने हाथ में ले जा सके +258,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_016.wav,यह भी एक बड़ी बला है कि जैसा वह आया ठीक वैसा ही वह जाएगा उसे उस व्यर्थ परिश्रम से और क्या लाभ है +259,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_017.wav,केवल इसके कि उसने जीवन भर अंधकार में भोजन किया और बहुत ही दुःखित और रोगी रहा और क्रोध भी करता रहा +260,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_018.wav,सुन जो भली बात मैंने देखी है वरन् जो उचित है वह यह कि मनुष्य खाए और पीए और अपने परिश्रम से जो वह सूर्य के नीचे करता है अपनी सारी आयु भर जो परमेश्वर ने उसे दी है सुखी रहे क्योंकि उसका भाग यही है +261,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_019.wav,वरन् हर एक मनुष्य जिसे परमेश्वर ने धनसम्पत्ति दी हो और उनसे आनन्द भोगने और उसमें से अपना भाग लेने और परिश्रम करते हुए आनन्द करने को शक्ति भी दी हो यह परमेश्वर का वरदान है +262,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_005_020.wav,इस जीवन के दिन उसे बहुत स्मरण न रहेंगे क्योंकि परमेश्वर उसकी सुन सुनकर उसके मन को आनन्दमय रखता है +263,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_006_001.wav,एक बुराई जो मैंने सूर्य के नीचे देखी है वह मनुष्यों को बहुत भारी लगती है +264,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_006_002.wav,किसी मनुष्य को परमेश्वर धनसम्पत्ति और प्रतिष्ठा यहाँ तक देता है कि जो कुछ उसका मन चाहता है उसे उसकी कुछ भी घटी नहीं होती तो भी परमेश्वर उसको उसमें से खाने नहीं देता कोई दूसरा ही उसे खाता है यह व्यर्थ और भयानक दुःख है +265,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_006_003.wav,यदि किसी पुरुष के सौ पुत्र हों और वह बहुत वर्ष जीवित रहे और उसकी आयु बढ़ जाए परन्तु न उसका प्राण प्रसन्न रहे और न उसकी अन्तिम क्रिया की जाए तो मैं कहता हूँ कि ऐसे मनुष्य से अधूरे समय का जन्मा हुआ बच्चा उत्तम है +266,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_006_004.wav,क्योंकि वह व्यर्थ ही आया और अंधेरे में चला गया और उसका नाम भी अंधेरे में छिप गया +267,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_006_005.wav,और न सूर्य को देखा न किसी चीज को जानने पाया तो भी इसको उस मनुष्य से अधिक चैन मिला +268,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_006_006.wav,हाँ चाहे वह दो हजार वर्ष जीवित रहे और कुछ सुख भोगने न पाए तो उसे क्या क्या सब के सब एक ही स्थान में नहीं जाते +269,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_006_007.wav,मनुष्य का सारा परिश्रम उसके पेट के लिये होता है तो भी उसका मन नहीं भरता +270,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_006_008.wav,जो बुद्धिमान है वह मूर्ख से किस बात में बढ़कर है और कंगाल जो यह जानता है कि इस जीवन में किस प्रकार से चलना चाहिये वह भी उससे किस बात में बढ़कर है +271,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_006_009.wav,आँखों से देख लेना मन की चंचलता से उत्तम है यह भी व्यर्थ और वायु को पकड़ना है +272,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_006_010.wav,जो कुछ हुआ है उसका नाम युग के आरम्भ से रखा गया है और यह प्रगट है कि वह आदमी है कि वह उससे जो उससे अधिक शक्तिमान है झगड़ा नहीं कर सकता है +273,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_006_011.wav,बहुत सी ऐसी बातें हैं जिनके कारण जीवन और भी व्यर्थ होता है तो फिर मनुष्य को क्या लाभ +274,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_006_012.wav,क्योंकि मनुष्य के क्षणिक व्यर्थ जीवन में जो वह परछाई के समान बिताता है कौन जानता है कि उसके लिये अच्छा क्या है क्योंकि मनुष्य को कौन बता सकता है कि उसके बाद सूर्य के नीचे क्या होगा +275,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_001.wav,अच्छा नाम अनमोल इत्र से और मृत्यु का दिन जन्म के दिन से उत्तम है +276,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_002.wav,भोज के घर जाने से शोक ही के घर जाना उत्तम है क्योंकि सब मनुष्यों का अन्त यही है और जो जीवित है वह मन लगाकर इस पर सोचेगा +277,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_003.wav,हँसी से खेद उत्तम है क्योंकि मुँह पर के शोक से मन सुधरता है +278,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_004.wav,बुद्धिमानों का मन शोक करनेवालों के घर की ओर लगा रहता है परन्तु मूर्खों का मन आनन्द करनेवालों के घर लगा रहता है +279,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_005.wav,मूर्खों के गीत सुनने से बुद्धिमान की घुड़की सुनना उत्तम है +280,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_006.wav,क्योंकि मूर्ख की हँसी हाण्डी के नीचे जलते हुए काँटों ही चरचराहट के समान होती है यह भी व्यर्थ है +281,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_007.wav,निश्चय अंधेर से बुद्धिमान बावला हो जाता है और घूस से बुद्धि नाश होती है +282,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_008.wav,किसी काम के आरम्भ से उसका अन्त उत्तम है और धीरजवन्त पुरुष अहंकारी से उत्तम है +283,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_009.wav,अपने मन में उतावली से क्रोधित न हो क्योंकि क्रोध मूर्खों ही के हृदय में रहता है +284,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_010.wav,यह न कहना बीते दिन इनसे क्यों उत्तम थे क्योंकि यह तू बुद्धिमानी से नहीं पूछता +285,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_011.wav,बुद्धि विरासत के साथ अच्छी होती है वरन् जीवित रहनेवालों के लिये लाभकारी है +286,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_012.wav,क्योंकि बुद्धि की आड़ रुपये की आड़ का काम देता है परन्तु ज्ञान की श्रेष्ठता यह है कि बुद्धि से उसके रखनेवालों के प्राण की रक्षा होती है +287,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_013.wav,परमेश्वर के काम पर दृष्टि कर जिस वस्तु को उसने टेढ़ा किया हो उसे कौन सीधा कर सकता है +288,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_014.wav,सुख के दिन सुख मान और दुःख के दिन सोच क्योंकि परमेश्वर ने दोनों को एक ही संग रखा है जिसस�� मनुष्य अपने बाद होनेवाली किसी बात को न समझ सके +289,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_015.wav,अपने व्यर्थ जीवन में मैंने यह सब कुछ देखा है कोई धर्मी अपने धार्मिकता का काम करते हुए नाश हो जाता है और दुष्ट बुराई करते हुए दीर्घायु होता है +290,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_016.wav,अपने को बहुत धर्मी न बना और न अपने को अधिक बुद्धिमान बना तू क्यों अपने ही नाश का कारण हो +291,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_017.wav,अत्यन्त दुष्ट भी न बन और न मूर्ख हो तू क्यों अपने समय से पहले मरे +292,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_018.wav,यह अच्छा है कि तू इस बात को पकड़े रहे और उस बात पर से भी हाथ न उठाए क्योंकि जो परमेश्वर का भय मानता है वह इन सब कठिनाइयों से पार हो जाएगा +293,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_019.wav,बुद्धि ही से नगर के दस हाकिमों की अपेक्षा बुद्धिमान को अधिक सामर्थ्य प्राप्त होती है +294,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_020.wav,निःसन्देह पृथ्वी पर कोई ऐसा धर्मी मनुष्य नहीं जो भलाई ही करे और जिससे पाप न हुआ हो +295,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_021.wav,जितनी बातें कही जाएँ सब पर कान न लगाना ऐसा न हो कि तू सुने कि तेरा दास तुझी को श्राप देता है +296,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_022.wav,क्योंकि तू आप जानता है कि तूने भी बहुत बार औरों को श्राप दिया है +297,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_023.wav,यह सब मैंने बुद्धि से जाँच लिया है मैंने कहा मैं बुद्धिमान हो जाऊँगा परन्तु यह मुझसे दूर रहा +298,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_024.wav,वह जो दूर और अत्यन्त गहरा है उसका भेद कौन पा सकता है +299,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_025.wav,मैंने अपना मन लगाया कि बुद्धि के विषय में जान लूँ कि खोज निकालूँ और उसका भेद जानूँ और कि दुष्टता की मूर्खता और मूर्खता जो निरा बावलापन है को जानूँ +300,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_026.wav,और मैंने मृत्यु से भी अधिक दुःखदाई एक वस्तु पाई अर्थात् वह स्त्री जिसका मन फंदा और जाल है और जिसके हाथ हथकड़ियाँ है जिस पुरुष से परमेश्वर प्रसन्न है वही उससे बचेगा परन्तु पापी उसका शिकार होगा +301,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_027.wav,देख उपदेशक कहता है मैंने ज्ञान के लिये अलगअलग बातें मिलाकर जाँची और यह बात निकाली +302,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_028.wav,जिसे मेरा मन अब तक ढूँढ़ रहा है परन्तु नहीं पाया हजार में से मैंने एक पुरुष को पाया परन्तु उनमें एक भी स्त्री नहीं पाई +303,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_007_029.wav,देखो मैंने केवल यह बात पाई है कि परमेश्वर ने मनुष्य को सीधा बनाया परन्तु उन्होंने बहुत सी युक्तियाँ निकाली हैं +304,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_001.wav,बुद्धिमान के तुल्य कौन है और किसी बात का अर्थ कौन लगा सकता है मनुष्य की बुद्धि के कारण उसका मुख चमकता और उसके मुख की कठोरता दूर हो जाती है +305,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_002.wav,मैं तुझे सलाह देता हूँ कि परमेश्वर की शपथ के कारण राजा की आज्ञा मान +306,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_003.wav,राजा के सामने से उतावली के साथ न लौटना और न बुरी बात पर हठ करना क्योंकि वह जो कुछ चाहता है करता है +307,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_004.wav,क्योंकि राजा के वचन में तो सामर्थ्य रहती है और कौन उससे कह सकता है कि तू क्या करता है +308,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_005.wav,जो आज्ञा को मानता है वह जोखिम से बचेगा और बुद्धिमान का मन समय और न्याय का भेद जानता है +309,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_006.wav,क्योंकि हर एक विषय का समय और नियम होता है यद्यपि मनुष्य का दुःख उसके लिये बहुत भारी होता है +310,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_007.wav,वह नहीं जानता कि क्या होनेवाला है और कब होगा यह उसको कौन बता सकता है +311,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_008.wav,ऐसा कोई मनुष्य नहीं जिसका वश प्राण पर चले कि वह उसे निकलते समय रोक ले और न कोई मृत्यु के दिन पर अधिकारी होता है और न उसे लड़ाई से छुट्टी मिल सकती है और न दुष्ट लोग अपनी दुष्टता के कारण बच सकते हैं +312,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_009.wav,जितने काम सूर्य के नीचे किए जाते हैं उन सब को ध्यानपूर्वक देखने में यह सब कुछ मैंने देखा और यह भी देखा कि एक मनुष्य दूसरे मनुष्य पर अधिकारी होकर अपने ऊपर हानि लाता है +313,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_010.wav,फिर मैंने दुष्टों को गाड़े जाते देखा जो पवित्रस्थान में आयाजाया करते थे और जिस नगर में वे ऐसा करते थे वहाँ उनका स्मरण भी न रहा यह भी व्यर्थ ही है +314,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_011.wav,बुरे काम के दण्ड की आज्ञा फुर्ती से नहीं दी जाती इस कारण मनुष्यों का मन बुरा काम करने की इच्छा से भरा रहता है +315,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_012.wav,चाहे पापी सौ बार पाप करे अपने दिन भी बढ़ाए तो भी मुझे निश्चय है कि जो परमेश्वर से डरते हैं और उसको सम्मुख जानकर भय से चलते हैं उनका भला ही होगा +316,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_013.wav,परन्तु दुष्ट का भला नहीं होने का और न उसकी जीवनरूपी छाया लम्बी होने पाएगी क्योंकि वह परमेश्वर का भय नहीं मानता +317,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_014.wav,एक व्यर्थ बात पृथ्वी पर होती है अर्थात् ऐसे धर्मी हैं जिनकी वह दशा होती है जो दुष्टों की होनी चाहिये और ऐसे दुष्ट हैं जिनकी वह दशा होती है जो धर्मियों की होनी चाहिये मैंने कहा कि यह भी व्यर्थ ही है +318,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_015.wav,तब मैंने आनन्द को सराहा क्योंकि सूर्य के नीचे मनुष्य के लिये खानेपीने और आनन्द करने को छोड़ और कुछ भी अच्छा नहीं क्योंकि यही उसके जीवन भर जो परमेश्वर उसके लिये स��र्य के नीचे ठहराए उसके परिश्रम में उसके संग बना रहेगा +319,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_016.wav,जब मैंने बुद्धि प्राप्त करने और सब काम देखने के लिये जो पृथ्वी पर किए जाते हैं अपना मन लगाया कि कैसे मनुष्य रातदिन जागते रहते हैं +320,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_008_017.wav,तब मैंने परमेश्वर का सारा काम देखा जो सूर्य के नीचे किया जाता है उसकी थाह मनुष्य नहीं पा सकता चाहे मनुष्य उसकी खोज में कितना भी परिश्रम करे तो भी उसको न जान पाएगा और यद्यपि बुद्धिमान कहे भी कि मैं उसे समझूँगा तो भी वह उसे न पा सकेगा +321,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_001.wav,यह सब कुछ मैंने मन लगाकर विचारा कि इन सब बातों का भेद पाऊँ कि किस प्रकार धर्मी और बुद्धिमान लोग और उनके काम परमेश्वर के हाथ में हैं मनुष्य के आगे सब प्रकार की बातें हैं परन्तु वह नहीं जानता कि वह प्रेम है या बैर +322,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_002.wav,सब बातें सभी के लिए एक समान होती हैं धर्मी हो या दुष्ट भले शुद्ध या अशुद्ध यज्ञ करने और न करनेवाले सभी की दशा एक ही सी होती है जैसी भले मनुष्य की दशा वैसी ही पापी की दशा जैसी शपथ खानेवाले की दशा वैसी ही उसकी जो शपथ खाने से डरता है +323,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_003.wav,जो कुछ सूर्य के नीचे किया जाता है उसमें यह एक दोष है कि सब लोगों की एक सी दशा होती है और मनुष्यों के मनों में बुराई भरी हुई है और जब तक वे जीवित रहते हैं उनके मन में बावलापन रहता है और उसके बाद वे मरे हुओं में जा मिलते हैं +324,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_004.wav,परन्तु जो सब जीवितों में है उसे आशा है क्योंकि जीविता कुत्ता मरे हुए सिंह से बढ़कर है +325,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_005.wav,क्योंकि जीविते तो इतना जानते हैं कि वे मरेंगे परन्तु मरे हुए कुछ भी नहीं जानते और न उनको कुछ और बदला मिल सकता है क्योंकि उनका स्मरण मिट गया है +326,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_006.wav,उनका प्रेम और उनका बैर और उनकी डाह नाश हो चुकी और अब जो कुछ सूर्य के नीचे किया जाता है उसमें सदा के लिये उनका और कोई भाग न होगा +327,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_007.wav,अपने मार्ग पर चला जा अपनी रोटी आनन्द से खाया कर और मन में सुख मानकर अपना दाखमधु पिया कर क्योंकि परमेश्वर तेरे कामों से प्रसन्न हो चुका है +328,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_008.wav,तेरे वस्त्र सदा उजले रहें और तेरे सिर पर तेल की घटी न हो +329,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_009.wav,अपने व्यर्थ जीवन के सारे दिन जो उसने सूर्य के नीचे तेरे लिये ठहराए हैं अपनी प्यारी पत्नी के संग में बिताना क्योंकि तेरे जीवन और तेरे परिश्रम में जो तू सूर्य के नीचे करता है तेरा यही भाग है +330,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_010.wav,जो काम तुझे मिले उसे अपनी शक्ति भर करना क्योंकि अधोलोक में जहाँ तू जानेवाला है न काम न युक्ति न ज्ञान और न बुद्धि है +331,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_011.wav,फिर मैंने सूर्य के नीचे देखा कि न तो दौड़ में वेग दौड़नेवाले और न युद्ध में शूरवीर जीतते न बुद्धिमान लोग रोटी पाते न समझवाले धन और न प्रवीणों पर अनुग्रह होता है वे सब समय और संयोग के वश में है +332,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_012.wav,क्योंकि मनुष्य अपना समय नहीं जानता जैसे मछलियाँ दुःखदाई जाल में और चिड़ियें फंदे में फँसती हैं वैसे ही मनुष्य दुःखदाई समय में जो उन पर अचानक आ पड़ता है फँस जाते हैं +333,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_013.wav,मैंने सूर्य के नीचे इस प्रकार की बुद्धि की बात भी देखी है जो मुझे बड़ी जान पड़ी +334,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_014.wav,एक छोटा सा नगर था जिसमें थोड़े ही लोग थे और किसी बड़े राजा ने उस पर चढ़ाई करके उसे घेर लिया और उसके विरुद्ध बड़ी मोर्चाबन्दी कर दी +335,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_015.wav,परन्तु उसमें एक दरिद्र बुद्धिमान पुरुष पाया गया और उसने उस नगर को अपनी बुद्धि के द्वारा बचाया तो भी किसी ने उस दरिद्र पुरुष का स्मरण न रखा +336,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_016.wav,तब मैंने कहा यद्यपि दरिद्र की बुद्धि तुच्छ समझी जाती है और उसका वचन कोई नहीं सुनता तो भी पराक्रम से बुद्धि उत्तम है +337,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_017.wav,बुद्धिमानों के वचन जो धीमेधीमे कहे जाते हैं वे मूर्खों के बीच प्रभुता करनेवाले के चिल्ला चिल्लाकर कहने से अधिक सुने जाते हैं +338,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_009_018.wav,लड़ाई के हथियारों से बुद्धि उत्तम है परन्तु एक पापी बहुत सी भलाई का नाश करता है +339,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_001.wav,मरी हुई मक्खियों के कारण गंधी का तेल सड़ने और दुर्गन्ध आने लगता है और थोड़ी सी मूर्खता बुद्धि और प्रतिष्ठा को घटा देती है +340,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_002.wav,बुद्धिमान का मन उचित बात की ओर रहता है परन्तु मूर्ख का मन उसके विपरीत रहता है +341,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_003.wav,वरन् जब मूर्ख मार्ग पर चलता है तब उसकी समझ काम नहीं देती और वह सबसे कहता है मैं मूर्ख हूँ +342,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_004.wav,यदि हाकिम का क्रोध तुझ पर भड़के तो अपना स्थान न छोड़ना क्योंकि धीरज धरने से बड़ेबड़े पाप रुकते हैं +343,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_005.wav,एक बुराई है जो मैंने सूर्य के नीचे देखी वह हाकिम की भूल से होती है +344,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_006.wav,अर्थात् मूर्ख बड़ी प्रतिष्ठा के स्थानों में ठहराए जाते हैं और धनवान लोग नीचे बैठते हैं +345,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_007.wav,मैंने दासों को घोड़ों पर चढ़े और रईसों को दासों के समान भूमि पर चलते हुए देखा है +346,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_008.wav,जो गड्ढा खोदे वह उसमें गिरेगा और जो बाड़ा तोड़े उसको सर्प डसेगा +347,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_009.wav,जो पत्थर फोड़े वह उनसे घायल होगा और जो लकड़ी काटे उसे उसी से डर होगा +348,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_010.wav,यदि कुल्हाड़ा थोथा हो और मनुष्य उसकी धार को पैनी न करे तो अधिक बल लगाना पड़ेगा परन्तु सफल होने के लिये बुद्धि से लाभ होता है +349,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_011.wav,यदि मंत्र से पहले सर्प डसे तो मंत्र पढ़नेवाले को कुछ भी लाभ नहीं +350,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_012.wav,बुद्धिमान के वचनों के कारण अनुग्रह होता है परन्तु मूर्ख अपने वचनों के द्वारा नाश होते हैं +351,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_013.wav,उसकी बात का आरम्भ मूर्खता का और उनका अन्त दुःखदाई बावलापन होता है +352,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_014.wav,मूर्ख बहुत बातें बढ़ाकर बोलता है तो भी कोई मनुष्य नहीं जानता कि क्या होगा और कौन बता सकता है कि उसके बाद क्या होनेवाला है +353,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_015.wav,मूर्ख को परिश्रम से थकावट ही होती है यहाँ तक कि वह नहीं जानता कि नगर को कैसे जाए +354,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_016.wav,हे देश तुझ पर हाय जब तेरा राजा लड़का है और तेरे हाकिम प्रातःकाल भोज करते हैं +355,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_017.wav,हे देश तू धन्य है जब तेरा राजा कुलीन है और तेरे हाकिम समय पर भोज करते हैं और वह भी मतवाले होने को नहीं वरन् बल बढ़ाने के लिये +356,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_018.wav,आलस्य के कारण छत की कड़ियाँ दब जाती हैं और हाथों की सुस्ती से घर चूता है +357,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_019.wav,भोज हँसी खुशी के लिये किया जाता है और दाखमधु से जीवन को आनन्द मिलता है और रुपयों से सब कुछ प्राप्त होता है +358,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_010_020.wav,राजा को मन में भी श्राप न देना न धनवान को अपने शयन की कोठरी में श्राप देना क्योंकि कोई आकाश का पक्षी तेरी वाणी को ले जाएगा और कोई उड़नेवाला जन्तु उस बात को प्रगट कर देगा +359,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_011_001.wav,अपनी रोटी जल के ऊपर डाल दे क्योंकि बहुत दिन के बाद तू उसे फिर पाएगा +360,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_011_002.wav,सात वरन् आठ जनों को भी भाग दे क्योंकि तू नहीं जानता कि पृथ्वी पर क्या विपत्ति आ पड़ेगी +361,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_011_003.wav,यदि बादल जलभरे हैं तब उसको भूमि पर उण्डेल देते हैं और वृक्ष चाहे दक्षिण की ओर गिरे या उत्तर की ओर तो भी जिस स्थान पर वृक्ष गिरेगा वहीं पड़ा रहेगा +362,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_011_004.wav,जो वायु को ताकता रहेगा वह बीज बोने न पाएगा और जो बादलों को देखता रहेगा वह लवने न पाएगा +363,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_011_005.wav,ज���से तू वायु के चलने का मार्ग नहीं जानता और किस रीति से गर्भवती के पेट में हड्डियाँ बढ़ती हैं वैसे ही तू परमेश्वर का काम नहीं जानता जो सब कुछ करता है +364,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_011_006.wav,भोर को अपना बीज बो और साँझ को भी अपना हाथ न रोक क्योंकि तू नहीं जानता कि कौन सफल होगा यह या वह या दोनों के दोनों अच्छे निकलेंगे +365,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_011_007.wav,उजियाला मनभावना होता है और धूप के देखने से आँखों को सुख होता है +366,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_011_008.wav,यदि मनुष्य बहुत वर्ष जीवित रहे तो उन सभी में आनन्दित रहे परन्तु यह स्मरण रखे कि अंधियारे के दिन भी बहुत होंगे जो कुछ होता है वह व्यर्थ है +367,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_011_009.wav,हे जवान अपनी जवानी में आनन्द कर और अपनी जवानी के दिनों में मगन रह अपनी मनमानी कर और अपनी आँखों की दृष्टि के अनुसार चल परन्तु यह जान रख कि इन सब बातों के विषय में परमेश्वर तेरा न्याय करेगा +368,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_011_010.wav,अपने मन से खेद और अपनी देह से दुःख दूर कर क्योंकि लड़कपन और जवानी दोनों व्यर्थ हैं +369,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_001.wav,अपनी जवानी के दिनों में अपने सृजनहार को स्मरण रख इससे पहले कि विपत्ति के दिन और वे वर्ष आएँ जिनमें तू कहे कि मेरा मन इनमें नहीं लगता +370,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_002.wav,इससे पहले कि सूर्य और प्रकाश और चन्द्रमा और तारागण अंधेरे हो जाएँ और वर्षा होने के बाद बादल फिर घिर आएँ +371,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_003.wav,उस समय घर के पहरुए काँपेंगे और बलवन्त झुक जाएँगे और पिसनहारियाँ थोड़ी रहने के कारण काम छोड़ देंगी और झरोखों में से देखनेवालियाँ अंधी हो जाएँगी +372,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_004.wav,और सड़क की ओर के किवाड़ बन्द होंगे और चक्की पीसने का शब्द धीमा होगा और तड़के चिड़िया बोलते ही एक उठ जाएगा और सब गानेवालियों का शब्द धीमा हो जाएगा +373,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_005.wav,फिर जो ऊँचा हो उससे भय खाया जाएगा और मार्ग में डरावनी वस्तुएँ मानी जाएँगी और बादाम का पेड़ फूलेगा और टिड्डी भी भारी लगेगी और भूख बढ़ानेवाला फल फिर काम न देगा क्योंकि मनुष्य अपने सदा के घर को जाएगा और रोने पीटनेवाले सड़कसड़क फिरेंगे +374,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_006.wav,उस समय चाँदी का तार दो टुकड़े हो जाएगा और सोने का कटोरा टूटेगा और सोते के पास घड़ा फूटेगा और कुण्ड के पास रहट टूट जाएगा +375,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_007.wav,जब मिट्टी ज्यों की त्यों मिट्टी में मिल जाएगी और आत्मा परमेश्वर के पास जिसने उसे दिया लौट जाएगी +376,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_008.wav,उपदेशक कहता है सब व्यर्थ ही व्यर्थ सब कुछ व्यर्थ है +377,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_009.wav,उपदेशक जो बुद्धिमान था वह प्रजा को ज्ञान भी सिखाता रहा और ध्यान लगाकर और जाँचपरख करके बहुत से नीतिवचन क्रम से रखता था +378,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_010.wav,उपदेशक ने मनभावने शब्द खोजे और सिधाई से ये सच्ची बातें लिख दीं +379,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_011.wav,बुद्धिमानों के वचन पैनों के समान होते हैं और सभाओं के प्रधानों के वचन गाड़ी हुई कीलों के समान हैं क्योंकि एक ही चरवाहे की ओर से मिलते हैं +380,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_012.wav,हे मेरे पुत्र इन्हीं में चौकसी सीख बहुत पुस्तकों की रचना का अन्त नहीं होता और बहुत पढ़ना देह को थका देता है +381,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_013.wav,सब कुछ सुना गया अन्त की बात यह है कि परमेश्वर का भय मान और उसकी आज्ञाओं का पालन कर क्योंकि मनुष्य का सम्पूर्ण कर्तव्य यही है +382,data/cleaned/hindi/ECC/ECC_012_014.wav,क्योंकि परमेश्वर सब कामों और सब गुप्त बातों का चाहे वे भली हों या बुरी न्याय करेगा +383,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_001.wav,यहोवा का यह वचन अमित्तै के पुत्र योना के पास पहुँचा +384,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_002.wav,उठकर उस बड़े नगर नीनवे को जा और उसके विरुद्ध प्रचार कर क्योंकि उसकी बुराई मेरी दृष्टि में आ चुकी है +385,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_003.wav,परन्तु योना यहोवा के सम्मुख से तर्शीश को भाग जाने के लिये उठा और याफा नगर को जाकर तर्शीश जानेवाला एक जहाज पाया और भाड़ा देकर उस पर चढ़ गया कि उनके साथ होकर यहोवा के सम्मुख से तर्शीश को चला जाए +386,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_004.wav,तब यहोवा ने समुद्र में एक प्रचण्ड आँधी चलाई और समुद्र में बड़ी आँधी उठी यहाँ तक कि जहाज टूटने पर था +387,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_005.wav,तब मल्लाह लोग डरकर अपनेअपने देवता की दुहाई देने लगे और जहाज में जो व्यापार की सामग्री थी उसे समुद्र में फेंकने लगे कि जहाज हलका हो जाए परन्तु योना जहाज के निचले भाग में उतरकर वहाँ लेटकर सो गया और गहरी नींद में पड़ा हुआ था +388,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_006.wav,तब माँझी उसके निकट आकर कहने लगा तू भारी नींद में पड़ा हुआ क्या करता है उठ अपने देवता की दुहाई दे सम्भव है कि परमेश्वर हमारी चिंता करे और हमारा नाश न हो +389,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_007.wav,तब मल्लाहों ने आपस में कहा आओ हम चिट्ठी डालकर जान लें कि यह विपत्ति हम पर किसके कारण पड़ी है तब उन्होंने चिट्ठी डाली और चिट्ठी योना के नाम पर निकली +390,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_008.wav,तब उन्होंने उससे कहा हमें बता कि किसके कारण यह विपत्ति हम पर पड़ी है तेरा व्यवसाय क्या है और तू कहाँ से आया है तू किस देश और किस जाति का है +391,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_009.wav,उसने उनसे कहा मैं इब्री हूँ और स्वर्ग का परमेश्वर यहोवा जिसने जल स्थल दोनों को बनाया है उसी का भय मानता हूँ +392,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_010.wav,तब वे बहुत डर गए और उससे कहने लगे तूने यह क्या किया है वे जान गए थे कि वह यहोवा के सम्मुख से भाग आया है क्योंकि उसने आप ही उनको बता दिया था +393,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_011.wav,तब उन्होंने उससे पूछा हम तेरे साथ क्या करें जिससे समुद्र शान्त हो जाए उस समय समुद्र की लहरें बढ़ती ही जाती थीं +394,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_012.wav,उसने उनसे कहा मुझे उठाकर समुद्र में फेंक दो तब समुद्र शान्त पड़ जाएगा क्योंकि मैं जानता हूँ कि यह भारी आँधी तुम्हारे ऊपर मेरे ही कारण आई है +395,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_013.wav,तो भी वे बड़े यत्न से खेते रहे कि उसको किनारे पर लगाएँ परन्तु पहुँच न सके क्योंकि समुद्र की लहरें उनके विरुद्ध बढ़ती ही जाती थीं +396,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_014.wav,तब उन्होंने यहोवा को पुकारकर कहा हे यहोवा हम विनती करते हैं कि इस पुरुष के प्राण के बदले हमारा नाश न हो और न हमें निर्दोष की हत्या का दोषी ठहरा क्योंकि हे यहोवा जो कुछ तेरी इच्छा थी वही तूने किया है +397,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_015.wav,तब उन्होंने योना को उठाकर समुद्र में फेंक दिया और समुद्र की भयानक लहरें थम गईं +398,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_016.wav,तब उन मनुष्यों ने यहोवा का बहुत ही भय माना और उसको भेंट चढ़ाई और मन्नतें मानीं +399,data/cleaned/hindi/JON/JON_001_017.wav,यहोवा ने एक महा मच्छ ठहराया था कि योना को निगल ले और योना उस महा मच्छ के पेट में तीन दिन और तीन रात पड़ा रहा +400,data/cleaned/hindi/JON/JON_002_001.wav,तब योना ने महा मच्छ के पेट में से अपने परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना करके कहा +401,data/cleaned/hindi/JON/JON_002_002.wav,मैंने संकट में पड़े हुए यहोवा की दुहाई दी और उसने मेरी सुन ली है अधोलोक के उदर में से मैं चिल्ला उठा और तूने मेरी सुन ली +402,data/cleaned/hindi/JON/JON_002_003.wav,तूने मुझे गहरे सागर में समुद्र की थाह तक डाल दिया और मैं धाराओं के बीच में पड़ा था तेरी सब तरंग और लहरें मेरे ऊपर से बह गईं +403,data/cleaned/hindi/JON/JON_002_004.wav,तब मैंने कहा मैं तेरे सामने से निकाल दिया गया हूँ कैसे मैं तेरे पवित्र मन्दिर की ओर फिर ताकूँगा +404,data/cleaned/hindi/JON/JON_002_005.wav,मैं जल से यहाँ तक घिरा हुआ था कि मेरे प्राण निकले जाते थे गहरा सागर मेरे चारों ओर था और मेरे सिर में सिवार लिपटा हुआ था +405,data/cleaned/hindi/JON/JON_002_006.wav,मैं पहाड़ों की जड़ तक पहुँच गया था मैं सदा के लिये भूमि में बन्द हो गया था तो भी हे मेरे परमेश्वर यहोवा तूने मेर�� प्राणों को गड्ढे में से उठाया है +406,data/cleaned/hindi/JON/JON_002_007.wav,जब मैं मूर्छा खाने लगा तब मैंने यहोवा को स्मरण किया और मेरी प्रार्थना तेरे पास वरन् तेरे पवित्र मन्दिर में पहुँच गई +407,data/cleaned/hindi/JON/JON_002_008.wav,जो लोग धोखे की व्यर्थ वस्तुओं पर मन लगाते हैं वे अपने करुणानिधान को छोड़ देते हैं +408,data/cleaned/hindi/JON/JON_002_009.wav,परन्तु मैं ऊँचे शब्द से धन्यवाद करके तुझे बलिदान चढ़ाऊँगा जो मन्नत मैंने मानी उसको पूरी करूँगा उद्धार यहोवा ही से होता है +409,data/cleaned/hindi/JON/JON_002_010.wav,और यहोवा ने महा मच्छ को आज्ञा दी और उसने योना को स्थल पर उगल दिया +410,data/cleaned/hindi/JON/JON_003_001.wav,तब यहोवा का यह वचन दूसरी बार योना के पास पहुँचा +411,data/cleaned/hindi/JON/JON_003_002.wav,उठकर उस बड़े नगर नीनवे को जा और जो बात मैं तुझ से कहूँगा उसका उसमें प्रचार कर +412,data/cleaned/hindi/JON/JON_003_003.wav,तब योना यहोवा के वचन के अनुसार नीनवे को गया नीनवे एक बहुत बड़ा नगर था वह तीन दिन की यात्रा का था +413,data/cleaned/hindi/JON/JON_003_004.wav,और योना ने नगर में प्रवेश करके एक दिन की यात्रा पूरी की और यह प्रचार करता गया अब से चालीस दिन के बीतने पर नीनवे उलट दिया जाएगा +414,data/cleaned/hindi/JON/JON_003_005.wav,तब नीनवे के मनुष्यों ने परमेश्वर के वचन पर विश्वास किया और उपवास का प्रचार किया गया और बड़े से लेकर छोटे तक सभी ने टाट ओढ़ा +415,data/cleaned/hindi/JON/JON_003_006.wav,तब यह समाचार नीनवे के राजा के कान में पहुँचा और उसने सिंहासन पर से उठ अपना राजकीय ओढ़ना उतारकर टाट ओढ़ लिया और राख पर बैठ गया +416,data/cleaned/hindi/JON/JON_003_007.wav,राजा ने अपने प्रधानों से सम्मति लेकर नीनवे में इस आज्ञा का ढिंढोरा पिटवाया क्या मनुष्य क्या गायबैल क्या भेड़बकरी या और पशु कोई कुछ भी न खाएँ वे न खाएँ और न पानी पीएँ +417,data/cleaned/hindi/JON/JON_003_008.wav,और मनुष्य और पशु दोनों टाट ओढ़ें और वे परमेश्वर की दुहाई चिल्ला चिल्लाकर दें और अपने कुमार्ग से फिरें और उस उपद्रव से जो वे करते हैं पश्चाताप करें +418,data/cleaned/hindi/JON/JON_003_009.wav,सम्भव है परमेश्वर दया करे और अपनी इच्छा बदल दे और उसका भड़का हुआ कोप शान्त हो जाए और हम नाश होने से बच जाएँ +419,data/cleaned/hindi/JON/JON_003_010.wav,जब परमेश्वर ने उनके कामों को देखा कि वे कुमार्ग से फिर रहे हैं तब परमेश्वर ने अपनी इच्छा बदल दी और उनकी जो हानि करने की ठानी थी उसको न किया +420,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_001.wav,आदम शेत एनोश +421,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_002.wav,केनान महललेल येरेद +422,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_003.wav,हनोक मतूशेलह लेमेक +423,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_004.wav,नूह शेम हाम और येपेत +424,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_005.wav,येपेत के पुत्र गोमेर मागोग मादै यावान तूबल मेशेक और तीरास +425,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_006.wav,गोमेर के पुत्र अश्कनज दीपत और तोगर्मा +426,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_007.wav,यावान के पुत्र एलीशा तर्शीश और कित्ती और रोदानी लोग +427,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_008.wav,हाम के पुत्र कूश मिस्र पूत और कनान थे +428,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_009.wav,कूश के पुत्र सबा हवीला सबता रामाह और सब्तका थे और रामाह के पुत्र शेबा और ददान थे +429,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_010.wav,और कूश से निम्रोद उत्पन्न हुआ पृथ्वी पर पहला वीर वही हुआ +430,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_011.wav,और मिस्र से लूदी अनामी लहाबी नप्तूही +431,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_012.wav,पत्रूसी कसलूही जिनसे पलिश्ती उत्पन्न हुए और कप्तोरी उत्पन्न हुए +432,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_013.wav,कनान से उसका जेठा सीदोन और हित्त +433,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_014.wav,और यबूसी एमोरी गिर्गाशी +434,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_015.wav,हिब्बी अर्की सीनी +435,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_016.wav,अर्वदी समारी और हमाती उत्पन्न हुए +436,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_017.wav,शेम के पुत्र एलाम अश्शूर अर्पक्षद लूद अराम ऊस हूल गेतेर और मेशेक थे +437,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_018.wav,और अर्पक्षद से शेलह और शेलह से एबेर उत्पन्न हुआ +438,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_019.wav,एबेर के दो पुत्र उत्पन्न हुए एक का नाम पेलेग इस कारण रखा गया कि उसके दिनों में पृथ्वी बाँटी गई और उसके भाई का नाम योक्तान था +439,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_020.wav,और योक्तान से अल्मोदाद शेलेप हसर्मावेत येरह +440,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_021.wav,हदोराम ऊजाल दिक्ला +441,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_022.wav,एबाल अबीमाएल शेबा +442,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_023.wav,ओपीर हवीला और योबाब उत्पन्न हुए ये ही सब योक्तान के पुत्र थे +443,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_024.wav,शेम अर्पक्षद शेलह +444,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_025.wav,एबेर पेलेग रू +445,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_026.wav,सरूग नाहोर तेरह +446,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_027.wav,अब्राम वह अब्राहम भी कहलाता है +447,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_028.wav,अब्राहम के पुत्र इसहाक और इश्माएल +448,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_029.wav,इनकी वंशावलियाँ ये हैं इश्माएल का जेठा नबायोत फिर केदार अदबएल मिबसाम +449,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_030.wav,मिश्मा दूमा मस्सा हदद तेमा +450,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_031.wav,यतूर नापीश केदमा ये इश्माएल के पुत्र हुए +451,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_032.wav,फिर कतूरा जो अब्राहम की रखैल थी उसके ये पुत्र उत्पन्न हुए अर्थात् उससे जिम्रान योक्षान मदान मिद्यान यिशबाक और शूह उत्पन्न हुए योक्षान के पुत्र शेबा और ददान +452,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_033.wav,और मिद्यान के पुत्र एपा एपेर हनोक अबीदा और एल्दा ये सब कतूरा के वंशज हैं +453,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_034.wav,अब्राहम से इसहाक उत्पन्न हुआ इसहाक के पुत्र एसाव और इस्राएल +454,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_035.wav,एसाव के पुत्र एलीपज रूएल यूश यालाम और कोरह थे +455,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_036.wav,एलीपज के ये पुत्र हुए तेमान ओमार सपी गाताम कनज तिम्ना और अमालेक +456,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_037.wav,रूएल के पुत्र नहत जेरह शम्मा और मिज्जा +457,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_038.wav,फिर सेईर के पुत्र लोतान शोबाल सिबोन अना दीशोन एसेर और दीशान हुए +458,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_039.wav,और लोतान के पुत्र होरी और होमाम और लोतान की बहन तिम्ना थीं +459,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_040.wav,शोबाल के पुत्र अल्यान मानहत एबाल शपी और ओनाम और सिबोन के पुत्र अय्या और अना +460,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_041.wav,अना का पुत्र दीशोन और दीशोन के पुत्र हम्रान एशबान यित्रान और करान +461,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_042.wav,एसेर के पुत्र बिल्हान जावान और याकान और दीशान के पुत्र ऊस और अरान +462,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_043.wav,जब किसी राजा ने इस्राएलियों पर राज्य न किया था तब एदोम के देश में ये राजा हुए अर्थात् बोर का पुत्र बेला और उसकी राजधानी का नाम दिन्हाबा था +463,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_044.wav,बेला के मरने पर बोस्राई जेरह का पुत्र योबाब उसके स्थान पर राजा हुआ +464,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_045.wav,और योबाब के मरने पर तेमानियों के देश का हूशाम उसके स्थान पर राजा हुआ +465,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_046.wav,फिर हूशाम के मरने पर बदद का पुत्र हदद उसके स्थान पर राजा हुआ यह वही है जिसने मिद्यानियों को मोआब के देश में मार दिया और उसकी राजधानी का नाम अबीत था +466,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_047.wav,और हदद के मरने पर मस्रेकाई सम्ला उसके स्थान पर राजा हुआ +467,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_048.wav,फिर सम्ला के मरने पर शाऊल जो महानद के तट पर के रहोबोत नगर का था वह उसके स्थान पर राजा हुआ +468,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_049.wav,और शाऊल के मरने पर अकबोर का पुत्र बाल्हानान उसके स्थान पर राजा हुआ +469,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_050.wav,और बाल्हानान के मरने पर हदद उसके स्थान पर राजा हुआ और उसकी राजधानी का नाम पाऊ हुआ उसकी पत्नी का नाम महेतबेल था जो मेज़ाहाब की नातिनी और मत्रेद की बेटी थी +470,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_051.wav,और हदद मर गया फिर एदोम के अधिपति ये थे अर्थात् अधिपति तिम्ना अधिपति अल्वा अधिपति यतेत +471,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_052.wav,अधिपति ओहोलीबामा अधिपति एला अधिपति पीनोन +472,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_053.wav,अधिपति कनज अधिपति तेमान अधिपति मिबसार +473,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_001_054.wav,अधिपति मग्दीएल अधिपति ईराम एदोम के ये अधिपति हुए +474,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_001.wav,इस्राएल के ये पुत्र हुए रूबेन शिमोन लेवी यहूदा इस्साकार जबूलून +475,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_002.wav,दान यूसुफ बिन्यामीन नप्ताली गाद और आशेर +476,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_003.wav,यहूदा के ये पुत्र हुए एर ओनान और ���ेला उसके ये तीनों पुत्र शूआ नामक एक कनानी स्त्री की बेटी से उत्पन्न हुए और यहूदा का जेठा एर यहोवा की दृष्टि में बुरा था इस कारण उसने उसको मार डाला +477,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_004.wav,यहूदा की बहू तामार से पेरेस और जेरह उत्पन्न हुए यहूदा के कुल पाँच पुत्र हुए +478,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_005.wav,पेरेस के पुत्र हेस्रोन और हामूल +479,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_006.wav,और जेरह के पुत्र जिम्री एतान हेमान कलकोल और दारा सब मिलकर पाँच पुत्र हुए +480,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_007.wav,फिर कर्मी का पुत्र आकार जो अर्पण की हुई वस्तु के विषय में विश्वासघात करके इस्राएलियों को कष्ट देनेवाला हुआ +481,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_008.wav,और एतान का पुत्र अजर्याह +482,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_009.wav,हेस्रोन के जो पुत्र उत्पन्न हुए यरहमेल राम और कलूबै +483,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_010.wav,और राम से अम्मीनादाब और अम्मीनादाब से नहशोन उत्पन्न हुआ जो यहूदा वंशियों का प्रधान बना +484,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_011.wav,और नहशोन से सल्मा और सल्मा से बोअज +485,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_012.wav,और बोअज से ओबेद और ओबेद से यिशै उत्पन्न हुआ +486,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_013.wav,और यिशै से उसका जेठा एलीआब और दूसरा अबीनादाब तीसरा शिमा +487,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_014.wav,चौथा नतनेल और पाँचवाँ रद्दैं +488,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_015.wav,छठा ओसेम और सातवाँ दाऊद उत्पन्न हुआ +489,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_016.wav,इनकी बहनें सरूयाह और अबीगैल थीं और सरूयाह के पुत्र अबीशै योआब और असाहेल ये तीन थे +490,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_017.wav,और अबीगैल से अमासा उत्पन्न हुआ और अमासा का पिता इश्माएली येतेर था +491,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_018.wav,हेस्रोन के पुत्र कालेब के अजूबा नाम एक स्त्री से और यरीओत से बेटे उत्पन्न हुए और इसके पुत्र ये हुए अर्थात् येशेर शोबाब और अर्दोन +492,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_019.wav,जब अजूबा मर गई तब कालेब ने एप्राता को ब्याह लिया और जिससे हूर उत्पन्न हुआ +493,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_020.wav,और हूर से ऊरी और ऊरी से बसलेल उत्पन्न हुआ +494,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_021.wav,इसके बाद हेस्रोन गिलाद के पिता माकीर की बेटी के पास गया जिसे उसने तब ब्याह लिया जब वह साठ वर्ष का था और उससे सगूब उत्पन्न हुआ +495,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_022.wav,और सगूब से याईर जन्मा जिसके गिलाद देश में तेईस नगर थे +496,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_023.wav,और गशूर और अराम ने याईर की बस्तियों को और गाँवों समेत कनात को उनसे ले लिया ये सब नगर मिलकर साठ थे ये सब गिलाद के पिता माकीर के पुत्र थे +497,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_024.wav,और जब हेस्रोन कालेब एप्राता में मर गया तब उसकी अबिय्याह नाम स्त्री से अशहूर उत्पन्न हुआ जो तकोआ का पिता हुआ +498,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_025.wav,और हेस्रोन के जेठे यरहमेल के ये पुत्र हुए अर्थात् राम जो उसका जेठा था और बूना ओरेन ओसेम और अहिय्याह +499,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_026.wav,और यरहमेल की एक और पत्नी थी जिसका नाम अतारा था वह ओनाम की माता थी +500,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_027.wav,और यरहमेल के जेठे राम के ये पुत्र हुए अर्थात् मास यामीन और एकेर +501,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_028.wav,और ओनाम के पुत्र शम्मै और यादा हुए और शम्मै के पुत्र नादाब और अबीशूर हुए +502,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_029.wav,और अबीशूर की पत्नी का नाम अबीहैल था और उससे अहबान और मोलीद उत्पन्न हुए +503,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_030.wav,और नादाब के पुत्र सेलेद और अप्पैम हुए सेलेद तो निःसन्तान मर गया और अप्पैम का पुत्र यिशी +504,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_031.wav,और यिशी का पुत्र शेशान और शेशान का पुत्र अहलै +505,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_032.wav,फिर शम्मै के भाई यादा के पुत्र येतेर और योनातान हुए येतेर तो निःसन्तान मर गया +506,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_033.wav,योनातान के पुत्र पेलेत और जाजा यरहमेल के पुत्र ये हुए +507,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_034.wav,शेशान के तो बेटा न हुआ केवल बेटियाँ हुई शेशान के पास यर्हा नाम एक मिस्री दास था +508,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_035.wav,और शेशान ने उसको अपनी बेटी ब्याह दी और उससे अत्तै उत्पन्न हुआ +509,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_036.wav,और अत्तै से नातान नातान से जाबाद +510,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_037.wav,जाबाद से एपलाल एपलाल से ओबेद +511,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_038.wav,ओबेद से येहू येहू से अजर्याह +512,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_039.wav,अजर्याह से हेलेस हेलेस से एलासा +513,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_040.wav,एलासा से सिस्मै सिस्मै से शल्लूम +514,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_041.wav,शल्लूम से यकम्याह और यकम्याह से एलीशामा उत्पन्न हुए +515,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_042.wav,फिर यरहमेल के भाई कालेब के ये पुत्र हुए अर्थात् उसका जेठा मेशा जो जीप का पिता हुआ और मारेशा का पुत्र हेब्रोन भी उसी के वंश में हुआ +516,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_043.wav,और हेब्रोन के पुत्र कोरह तप्पूह रेकेम और शेमा +517,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_044.wav,और शेमा से योर्काम का पिता रहम और रेकेम से शम्मै उत्पन्न हुआ था +518,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_045.wav,और शम्मै का पुत्र माओन हुआ और माओन बेतसूर का पिता हुआ +519,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_046.wav,फिर एपा जो कालेब की रखैल थी उससे हारान मोसा और गाजेज उत्पन्न हुए और हारान से गाजेज उत्पन्न हुआ +520,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_047.wav,फिर याहदै के पुत्र रेगेम योताम गेशान पेलेत एपा और शाप +521,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_048.wav,और माका जो कालेब की रखैल थी उससे शेबेर और तिर्हाना उत्पन्न हुए +522,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_049.wav,फिर उससे मदमन्ना का पिता शाप और मकबेना और गिबा का पिता शवा उत्पन्न ह���ए और कालेब की बेटी अकसा थी +523,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_050.wav,कालेब के वंश में ये हुए एप्राता के जेठे हूर का पुत्र किर्यत्यारीम का पिता शोबाल +524,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_051.wav,बैतलहम का पिता सल्मा और बेतगादेर का पिता हारेप +525,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_052.wav,और किर्यत्यारीम के पिता शोबाल के वंश में हारोए आधे मनुहोतवासी +526,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_053.wav,और किर्यत्यारीम के कुल अर्थात् येतेरी पूती शूमाती और मिश्राई और इनसे सोराई और एश्ताओली निकले +527,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_054.wav,फिर सल्मा के वंश में बैतलहम और नतोपाई अत्रोतबेत्योआब और आधे मानहती सोरी +528,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_002_055.wav,याबेस में रहनेवाले लेखकों के कुल अर्थात् तिराती शिमाती और सूकाती हुए ये रेकाब के घराने के मूलपुरुष हम्मत के वंशवाले केनी हैं +529,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_001.wav,दाऊद के पुत्र जो हेब्रोन में उससे उत्पन्न हुए वे ये हैं जेठा अम्नोन जो यिज्रेली अहीनोअम से दूसरा दानिय्येल जो कर्मेली अबीगैल से उत्पन्न हुआ +530,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_002.wav,तीसरा अबशालोम जो गशूर के राजा तल्मै की बेटी माका का पुत्र था चौथा अदोनिय्याह जो हग्गीत का पुत्र था +531,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_003.wav,पाँचवाँ शपत्याह जो अबीतल से और छठवाँ यित्राम जो उसकी स्त्री एग्ला से उत्पन्न हुआ +532,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_004.wav,दाऊद से हेब्रोन में छः पुत्र उत्पन्न हुए और वहाँ उसने साढ़े सात वर्ष राज्य किया यरूशलेम में तैंतीस वर्ष राज्य किया +533,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_005.wav,यरूशलेम में उसके ये पुत्र उत्पन्न हुए अर्थात् शिमा शोबाब नातान और सुलैमान ये चारों अम्मीएल की बेटी बतशेबा से उत्पन्न हुए +534,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_006.wav,और यिभार एलीशामा एलीपेलेत +535,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_007.wav,नोगह नेपेग यापी +536,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_008.wav,एलीशामा एल्यादा और एलीपेलेत ये नौ पुत्र थे +537,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_009.wav,ये सब दाऊद के पुत्र थे और इनको छोड़ रखैलों के भी पुत्र थे और इनकी बहन तामार थी +538,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_010.wav,फिर सुलैमान का पुत्र रहबाम उत्पन्न हुआ रहबाम का अबिय्याह अबिय्याह का आसा आसा का यहोशापात +539,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_011.wav,यहोशापात का योराम योराम का अहज्याह अहज्याह का योआश +540,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_012.wav,योआश का अमस्याह अमस्याह का अजर्याह अजर्याह का योताम +541,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_013.wav,योताम का आहाज आहाज का हिजकिय्याह हिजकिय्याह का मनश्शे +542,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_014.wav,मनश्शे का आमोन और आमोन का योशिय्याह पुत्र हुआ +543,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_015.wav,और योशिय्याह के पुत्र उसका जेठा योहानान दूसरा यहोयाकीम तीसरा सिदकिय्याह चौथा श���्लूम +544,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_016.wav,यहोयाकीम का पुत्र यकोन्याह इसका पुत्र सिदकिय्याह +545,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_017.wav,और यकोन्याह का पुत्र अस्सीर उसका पुत्र शालतीएल +546,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_018.wav,और मल्कीराम पदायाह शेनस्सर यकम्याह होशामा और नदब्याह +547,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_019.wav,और पदायाह के पुत्र जरुब्बाबेल और शिमी हुए और जरुब्बाबेल के पुत्र मशुल्लाम और हनन्याह जिनकी बहन शलोमीत थी +548,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_020.wav,और हशूबा ओहेल बेरेक्याह हसद्याह और यूशबहेसेद पाँच +549,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_021.wav,और हनन्याह के पुत्र पलत्याह और यशायाह और उसका पुत्र रपायाह उसका पुत्र अर्नान उसका पुत्र ओबद्याह उसका पुत्र शकन्याह +550,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_022.wav,और शकन्याह का पुत्र शमायाह और शमायाह के पुत्र हत्तूश और यिगाल बारीह नार्याह और शापात छः +551,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_023.wav,और नार्याह के पुत्र एल्योएनै हिजकिय्याह और अज्रीकाम तीन +552,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_003_024.wav,और एल्योएनै के पुत्र होदव्याह एल्याशीब पलायाह अक्कूब योहानान दलायाह और अनानी सात +553,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_001.wav,यहूदा के पुत्र पेरेस हेस्रोन कर्मी हूर और शोबाल +554,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_002.wav,और शोबाल के पुत्र रायाह से यहत और यहत से अहूमै और लहद उत्पन्न हुए ये सोराई कुल हैं +555,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_003.wav,एताम के पिता के ये पुत्र हुए अर्थात् यिज्रेल यिश्मा और यिद्वाश जिनकी बहन का नाम हस्सलेलपोनी था +556,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_004.wav,और गदोर का पिता पनूएल और हूशाह का पिता एजेर ये एप्राता के जेठे हूर के सन्तान थे जो बैतलहम का पिता हुआ +557,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_005.wav,और तकोआ के पिता अशहूर के हेला और नारा नामक दो स्त्रियाँ थीं +558,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_006.wav,नारा से अहुज्जाम हेपेर तेमनी और हाहशतारी उत्पन्न हुए नारा के ये ही पुत्र हुए +559,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_007.wav,और हेला के पुत्र सेरेत यिसहर और एत्ना +560,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_008.wav,कोस से आनूब और सोबेबा उत्पन्न हुए और उसके वंश में हारूम के पुत्र अहर्हेल के कुल भी उत्पन्न हुए +561,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_009.wav,और याबेस अपने भाइयों से अधिक प्रतिष्ठित हुआ और उसकी माता ने यह कहकर उसका नाम याबेस रखा मैंने इसे पीड़ित होकर उत्पन्न किया +562,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_010.wav,और याबेस ने इस्राएल के परमेश्वर को यह कहकर पुकारा भला होता कि तू मुझे सचमुच आशीष देता और मेरा देश बढ़ाता और तेरा हाथ मेरे साथ रहता और तू मुझे बुराई से ऐसा बचा रखता कि मैं उससे पीड़ित न होता और जो कुछ उसने माँगा वह परमेश्वर ने उसे दिया +563,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_011.wav,फिर शूहा के भाई कलूब से एशतोन का पिता महीर उत्पन्न हुआ +564,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_012.wav,एशतोन के वंश में बेतरापा का घराना और पासेह और ईर्नाहाश का पिता तहिन्ना उत्पन्न हुए रेका के लोग ये ही हैं +565,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_013.wav,कनज के पुत्र ओत्नीएल और सरायाह और ओत्नीएल का पुत्र हतत +566,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_014.wav,मोनोतै से ओप्रा और सरायाह से योआब जो गेहराशीम का पिता हुआ वे कारीगर थे +567,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_015.wav,और यपुन्ने के पुत्र कालेब के पुत्र ईरू एला और नाम और एला के पुत्र कनज +568,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_016.wav,यहलेल के पुत्र जीप जीपा तीरया और असरेल +569,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_017.wav,और एज्रा के पुत्र येतेर मेरेद एपेर और यालोन और उसकी स्त्री से मिर्याम शम्मै और एश्तमो का पिता यिशबह उत्पन्न हुए +570,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_018.wav,उसकी यहूदिन स्त्री से गदोर का पिता येरेद सोको के पिता हेबेर और जानोह के पिता यकूतीएल उत्पन्न हुए ये फ़िरौन की बेटी बित्या के पुत्र थे जिसे मेरेद ने ब्याह लिया था +571,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_019.wav,और होदिय्याह की स्त्री जो नहम की बहन थी उसके पुत्र कीला का पिता एक गेरेमी और एश्तमो का पिता एक माकाई +572,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_020.wav,और शिमोन के पुत्र अम्नोन रिन्ना बेन्हानान और तोलोन और यिशी के पुत्र जोहेत और बेनजोहेत +573,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_021.wav,यहूदा के पुत्र शेला के पुत्र लेका का पिता एर मारेशा का पिता लादा और बेतअशबे में उस घराने के कुल जिसमें सन के कपड़े का काम होता था +574,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_022.wav,और योकीम और कोजेबा के मनुष्य और योआश और साराप जो मोआब में प्रभुता करते थे और याशूब लेहेम इनका वृत्तान्त प्राचीन है +575,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_023.wav,ये कुम्हार थे और नताईम और गदेरा में रहते थे जहाँ वे राजा का कामकाज करते हुए उसके पास रहते थे +576,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_024.wav,शिमोन के पुत्र नमूएल यामीन यारीब जेरह और शाऊल +577,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_025.wav,और शाऊल का पुत्र शल्लूम शल्लूम का पुत्र मिबसाम और मिबसाम का मिश्मा हुआ +578,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_026.wav,और मिश्मा का पुत्र हम्मूएल उसका पुत्र जक्कूर और उसका पुत्र शिमी +579,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_027.wav,शिमी के सोलह बेटे और छः बेटियाँ हुई परन्तु उसके भाइयों के बहुत बेटे न हुए और उनका सारा कुल यहूदियों के बराबर न बढ़ा +580,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_028.wav,वे बेर्शेबा मोलादा हसर्शूआल +581,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_029.wav,बिल्हा एसेम तोलाद +582,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_030.wav,बतूएल होर्मा सिकलग +583,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_031.wav,बेत्मर्काबोत हसर्सूसीम बेतबिरी और शारैंम में बस गए दाऊद के राज्य के समय तक उनके ये ही नगर रहे +584,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_032.wav,और उनके गाँव एताम ऐन रिम्मोन तोकेन और आशान नामक पाँच नगर +585,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_033.wav,और बाल तक जितने गाँव इन नगरों के आसपास थे उनके बसने के स्थान ये ही थे और यह उनकी वंशावली हैं +586,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_034.wav,फिर मशोबाब और यम्लेक और अमस्याह का पुत्र योशा +587,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_035.wav,और योएल और योशिब्याह का पुत्र येहू जो सरायाह का पोता और असीएल का परपोता था +588,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_036.wav,और एल्योएनै और याकोबा यशोहायाह और असायाह और अदीएल और यसीमीएल और बनायाह +589,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_037.wav,और शिपी का पुत्र जीजा जो अल्लोन का पुत्र यह यदायाह का पुत्र यह शिम्री का पुत्र यह शमायाह का पुत्र था +590,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_038.wav,ये जिनके नाम लिखें हुए हैं अपनेअपने कुल में प्रधान थे और उनके पितरों के घराने बहुत बढ़ गए +591,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_039.wav,ये अपनी भेड़बकरियों के लिये चराई ढूँढ़ने को गदोर की घाटी की तराई की पूर्व ओर तक गए +592,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_040.wav,और उनको उत्तम से उत्तम चराई मिली और देश लम्बाचौड़ा चैन और शान्ति का था क्योंकि वहाँ के पहले रहनेवाले हाम के वंश के थे +593,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_041.wav,और जिनके नाम ऊपर लिखे हैं उन्होंने यहूदा के राजा हिजकिय्याह के दिनों में वहाँ आकर जो मूनी वहाँ मिले उनको डेरों समेत मारकर ऐसा सत्यानाश कर डाला कि आज तक उनका पता नहीं है और वे उनके स्थान में रहने लगे क्योंकि वहाँ उनकी भेड़बकरियों के लिये चराई थीं +594,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_042.wav,और उनमें से अर्थात् शिमोनियों में से पाँच सौ पुरुष अपने ऊपर पलत्याह नार्याह रपायाह और उज्जीएल नाम यिशी के पुत्रों को अपना प्रधान ठहराया +595,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_004_043.wav,तब वे सेईद पहाड़ को गए और जो अमालेकी बचकर रह गए थे उनको मारा और आज के दिन तक वहाँ रहते हैं +596,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_001.wav,इस्राएल का जेठा तो रूबेन था परन्तु उसने जो अपने पिता के बिछौने को अशुद्ध किया इस कारण जेठे का अधिकार इस्राएल के पुत्र यूसुफ के पुत्रों को दिया गया वंशावली जेठे के अधिकार के अनुसार नहीं ठहरी +597,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_002.wav,यद्यपि यहूदा अपने भाइयों पर प्रबल हो गया और प्रधान उसके वंश से हुआ परन्तु जेठे का अधिकार यूसुफ का था +598,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_003.wav,इस्राएल के जेठे पुत्र रूबेन के पुत्र ये हुए अर्थात् हनोक पल्लू हेस्रोन और कर्मी +599,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_004.wav,योएल का पुत्र शमायाह शमायाह का गोग गोग का शिमी +600,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_005.wav,शिमी का मीका मीका का रायाह रायाह का बाल +601,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_006.wav,और बाल का पुत्र बएराह इसको अश्शूर का राजा तिग्लत्पिलेसेर बन्दी बनाकर ले गया और वह रूबेनियों का प्रधान था +602,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_007.wav,और उसके भाइयों की वंशावली के लिखते समय वे अपनेअपने कुल के अनुसार ये ठहरे अर्थात् मुख्य तो यीएल फिर जकर्याह +603,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_008.wav,और अजाज का पुत्र बेला जो शेमा का पोता और योएल का परपोता था वह अरोएर में और नबो और बालमोन तक रहता था +604,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_009.wav,और पूर्व ओर वह उस जंगल की सीमा तक रहा जो फरात महानद तक पहुँचाता है क्योंकि उनके पशु गिलाद देश में बढ़ गए थे +605,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_010.wav,और शाऊल के दिनों में उन्होंने हग्रियों से युद्ध किया और हग्री उनके हाथ से मारे गए तब वे गिलाद के सम्पूर्ण पूर्वी भाग में अपने डेरों में रहने लगे +606,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_011.wav,गादी उनके सामने सल्का तक बाशान देश में रहते थे +607,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_012.wav,अर्थात् मुख्य तो योएल और दूसरा शापाम फिर यानै और शापात ये बाशान में रहते थे +608,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_013.wav,और उनके भाई अपनेअपने पितरों के घरानों के अनुसार मीकाएल मशुल्लाम शेबा योरै याकान जीअ और एबेर सात थे +609,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_014.wav,ये अबीहैल के पुत्र थे जो हूरी का पुत्र था यह योराह का पुत्र यह गिलाद का पुत्र यह मीकाएल का पुत्र यह यशीशै का पुत्र यह यहदो का पुत्र यह बूज का पुत्र था +610,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_015.wav,इनके पितरों के घरानों का मुख्य पुरुष अब्दीएल का पुत्र और गूनी का पोता अही था +611,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_016.wav,ये लोग बाशान में गिलाद और उसके गाँवों में और शारोन की सब चराइयों में उसकी दूसरी ओर तक रहते थे +612,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_017.wav,इन सभी की वंशावली यहूदा के राजा योताम के दिनों और इस्राएल के राजा यारोबाम के दिनों में लिखी गई +613,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_018.wav,रूबेनियों गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र के योद्धा जो ढाल बाँधने तलवार चलाने और धनुष के तीर छोड़ने के योग्य और युद्ध करना सीखे हुए थे वे चौवालीस हजार सात सौ साठ थे जो युद्ध में जाने के योग्य थे +614,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_019.wav,इन्होंने हग्रियों और यतूर नापीश और नोदाब से युद्ध किया था +615,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_020.wav,उनके विरुद्ध इनको सहायता मिली और हग्री उन सब समेत जो उनके साथ थे उनके हाथ में कर दिए गए क्योंकि युद्ध में इन्होंने परमेश्वर की दुहाई दी थी और उसने उनकी विनती इस कारण सुनी कि इन्होंने उस पर भरोसा रखा था +616,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_021.wav,और इन्होंने उनके पशु हर लिए अर्थात् ऊँट तो पचास हजार भेड़बकरी ढाई लाख गदहे दो हजार और मन��ष्य एक लाख बन्धुए करके ले गए +617,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_022.wav,और बहुत से मरे पड़े थे क्योंकि वह लड़ाई परमेश्वर की ओर से हुई और ये उनके स्थान में बँधुआई के समय तक बसे रहे +618,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_023.wav,फिर मनश्शे के आधे गोत्र की सन्तान उस देश में बसे और वे बाशान से ले बालहेर्मोन और सनीर और हेर्मोन पर्वत तक फैल गए +619,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_024.wav,और उनके पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष ये थे अर्थात् एपेर यिशी एलीएल अज्रीएल यिर्मयाह होदव्याह और यहदीएल ये बड़े वीर और नामी और अपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष थे +620,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_025.wav,परन्तु उन्होंने अपने पितरों के परमेश्वर से विश्वासघात किया और उस देश के लोग जिनको परमेश्वर ने उनके सामने से विनाश किया था उनके देवताओं के पीछे व्यभिचारिणी के समान हो लिए +621,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_005_026.wav,इसलिए इस्राएल के परमेश्वर ने अश्शूर के राजा पूल और अश्शूर के राजा तिग्लत्पिलेसेर का मन उभारा और इन्होंने उन्हें अर्थात् रूबेनियों गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र के लोगों को बन्धुआ करके हलह हाबोर और हारा और गोजान नदी के पास पहुँचा दिया और वे आज के दिन तक वहीं रहते हैं +622,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_001.wav,लेवी के पुत्र गेर्शोन कहात और मरारी +623,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_002.wav,और कहात के पुत्र अम्राम यिसहार हेब्रोन और उज्जीएल +624,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_003.wav,और अम्राम की सन्तान हारून मूसा और मिर्याम और हारून के पुत्र नादाब अबीहू एलीआजर और ईतामार +625,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_004.wav,एलीआजर से पीनहास पीनहास से अबीशू +626,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_005.wav,अबीशू से बुक्की बुक्की से उज्जी +627,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_006.wav,उज्जी से जरहयाह जरहयाह से मरायोत +628,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_007.wav,मरायोत से अमर्याह अमर्याह से अहीतूब +629,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_008.wav,अहीतूब से सादोक सादोक से अहीमास +630,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_009.wav,अहीमास से अजर्याह अजर्याह से योहानान +631,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_010.wav,और योहानान से अजर्याह उत्पन्न हुआ जो सुलैमान के यरूशलेम में बनाए हुए भवन में याजक का काम करता था +632,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_011.wav,अजर्याह से अमर्याह अमर्याह से अहीतूब +633,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_012.wav,अहीतूब से सादोक सादोक से शल्लूम +634,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_013.wav,शल्लूम से हिल्किय्याह हिल्किय्याह से अजर्याह +635,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_014.wav,अजर्याह से सरायाह और सरायाह से यहोसादाक उत्पन्न हुआ +636,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_015.wav,और जब यहोवा यहूदा और यरूशलेम को नबूकदनेस्सर के द्वारा बन्दी बना करके ले गया तब यहोसादाक भी बन्धुआ होकर गया +637,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_016.wav,ल���वी के पुत्र गेर्शोम कहात और मरारी +638,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_017.wav,और गेर्शोम के पुत्रों के नाम ये थे अर्थात् लिब्नी और शिमी +639,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_018.wav,और कहात के पुत्र अम्राम यिसहार हेब्रोन और उज्जीएल +640,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_019.wav,और मरारी के पुत्र महली और मूशी और अपनेअपने पितरों के घरानों के अनुसार लेवियों के कुल ये हुए +641,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_020.wav,अर्थात् गेर्शोम का पुत्र लिब्नी हुआ लिब्नी का यहत यहत का जिम्मा +642,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_021.wav,जिम्मा का योआह योआह का इद्दो इद्दो का जेरह और जेरह का पुत्र यातरै हुआ +643,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_022.wav,फिर कहात का पुत्र अम्मीनादाब हुआ अम्मीनादाब का कोरह कोरह का अस्सीर +644,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_023.wav,अस्सीर का एल्काना एल्काना का एब्यासाप एब्यासाप का अस्सीर +645,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_024.wav,अस्सीर का तहत तहत का ऊरीएल ऊरीएल का उज्जियाह और उज्जियाह का पुत्र शाऊल हुआ +646,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_025.wav,फिर एल्काना के पुत्र अमासै और अहीमोत +647,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_026.wav,एल्काना का पुत्र सोपै सोपै का नहत +648,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_027.wav,नहत का एलीआब एलीआब का यरोहाम और यरोहाम का पुत्र एल्काना हुआ +649,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_028.wav,शमूएल के पुत्र उसका जेठा योएल और दूसरा अबिय्याह हुआ +650,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_029.wav,फिर मरारी का पुत्र महली महली का लिब्नी लिब्नी का शिमी शिमी का उज्जा +651,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_030.wav,उज्जा का शिमा शिमा का हग्गिय्याह और हग्गिय्याह का पुत्र असायाह हुआ +652,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_031.wav,फिर जिनको दाऊद ने सन्दूक के भवन में रखे जाने के बाद यहोवा के भवन में गाने का अधिकारी ठहरा दिया वे ये हैं +653,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_032.wav,जब तक सुलैमान यरूशलेम में यहोवा के भवन को बनवा न चुका तब तक वे मिलापवाले तम्बू के निवास के सामने गाने के द्वारा सेवा करते थे और इस सेवा में नियम के अनुसार उपस्थित हुआ करते थे +654,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_033.wav,जो अपनेअपने पुत्रों समेत उपस्थित हुआ करते थे वे ये हैं अर्थात् कहातियों में से हेमान गवैया जो योएल का पुत्र था और योएल शमूएल का +655,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_034.wav,शमूएल एल्काना का एल्काना यरोहाम का यरोहाम एलीएल का एलीएल तोह का +656,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_035.wav,तोह सूफ का सूफ एल्काना का एल्काना महत का महत अमासै का +657,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_036.wav,अमासै एल्काना का एल्काना योएल का योएल अजर्याह का अजर्याह सपन्याह का +658,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_037.wav,सपन्याह तहत का तहत अस्सीर का अस्सीर एब्यासाप का एब्यासाप कोरह का +659,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_038.wav,कोरह यिसहार का यिसहार कहात का कहात लेवी का और लेवी ��स्राएल का पुत्र था +660,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_039.wav,और उसका भाई आसाप जो उसके दाहिने खड़ा हुआ करता था वह बेरेक्याह का पुत्र था और बेरेक्याह शिमा का +661,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_040.wav,शिमा मीकाएल का मीकाएल बासेयाह का बासेयाह मल्किय्याह का +662,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_041.wav,मल्किय्याह एत्नी का एत्नी जेरह का जेरह अदायाह का +663,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_042.wav,अदायाह एतान का एतान जिम्मा का जिम्मा शिमी का +664,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_043.wav,शिमी यहत का यहत गेर्शोम का गेर्शोम लेवी का पुत्र था +665,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_044.wav,और बाईं ओर उनके भाई मरारी खड़े होते थे अर्थात् एतान जो कीशी का पुत्र था और कीशी अब्दी का अब्दी मल्लूक का +666,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_045.wav,मल्लूक हशब्याह का हशब्याह अमस्याह का अमस्याह हिल्किय्याह का +667,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_046.wav,हिल्किय्याह अमसी का अमसी बानी का बानी शेमेर का +668,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_047.wav,शेमेर महली का महली मूशी का मूशी मरारी का और मरारी लेवी का पुत्र था +669,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_048.wav,और इनके भाई जो लेवीय थे वे परमेश्वर के भवन के निवास की सब प्रकार की सेवा के लिये अर्पण किए हुए थे +670,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_049.wav,परन्तु हारून और उसके पुत्र होमबलि की वेदी और धूप की वेदी दोनों पर बलिदान चढ़ाते और परमपवित्र स्थान का सब काम करते और इस्राएलियों के लिये प्रायश्चित करते थे जैसे कि परमेश्वर के दास मूसा ने आज्ञाएँ दी थीं +671,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_050.wav,और हारून के वंश में ये हुए अर्थात् उसका पुत्र एलीआजर हुआ और एलीआजर का पीनहास पीनहास का अबीशू +672,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_051.wav,अबीशू का बुक्की बुक्की का उज्जी उज्जी का जरहयाह +673,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_052.wav,जरहयाह का मरायोत मरायोत का अमर्याह अमर्याह का अहीतूब +674,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_053.wav,अहीतूब का सादोक और सादोक का अहीमास पुत्र हुआ +675,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_054.wav,उनके भागों में उनकी छावनियों के अनुसार उनकी बस्तियाँ ये हैं अर्थात् कहात के कुलों में से पहली चिट्ठी जो हारून की सन्तान के नाम पर निकली +676,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_055.wav,अर्थात् चारों ओर की चराइयों समेत यहूदा देश का हेब्रोन उन्हें मिला +677,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_056.wav,परन्तु उस नगर के खेत और गाँव यपुन्ने के पुत्र कालेब को दिए गए +678,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_057.wav,और हारून की सन्तान को शरणनगर हेब्रोन और चराइयों समेत लिब्ना और यत्तीर और अपनीअपनी चराइयों समेत एश्तमो +679,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_058.wav,अपनेअपने चराइयों समेत हीलेन और दबीर +680,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_059.wav,आशान और बेतशेमेश +681,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_060.wav,और बिन्यामीन के गोत्र में से अपनीअपनी चराइयों समेत गेबा आलेमेत और अनातोत दिए गए उनके घरानों के सब नगर तेरह थे +682,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_061.wav,और शेष कहातियों के गोत्र के कुल अर्थात् मनश्शे के आधे गोत्र में से चिट्ठी डालकर दस नगर दिए गए +683,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_062.wav,और गेर्शोमियों के कुलों के अनुसार उन्हें इस्साकार आशेर और नप्ताली के गोत्र और बाशान में रहनेवाले मनश्शे के गोत्र में से तेरह नगर मिले +684,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_063.wav,मरारियों के कुलों के अनुसार उन्हें रूबेन गाद और जबूलून के गोत्रों में से चिट्ठी डालकर बारह नगर दिए गए +685,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_064.wav,इस्राएलियों ने लेवियों को ये नगर चराइयों समेत दिए +686,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_065.wav,उन्होंने यहूदियों शिमोनियों और बिन्यामीनियों के गोत्रों में से वे नगर दिए जिनके नाम ऊपर दिए गए हैं +687,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_066.wav,और कहातियों के कई कुलों को उनके भाग के नगर एप्रैम के गोत्र में से मिले +688,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_067.wav,सो उनको अपनीअपनी चराइयों समेत एप्रैम के पहाड़ी देश का शेकेम जो शरणनगर था फिर गेजेर +689,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_068.wav,योकमाम बेथोरोन +690,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_069.wav,अय्यालोन और गत्रिम्मोन +691,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_070.wav,और मनश्शे के आधे गोत्र में से अपनीअपनी चराइयों समेत आनेर और बिलाम शेष कहातियों के कुल को मिले +692,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_071.wav,फिर गेर्शोमियों को मनश्शे के आधे गोत्र के कुल में से तो अपनीअपनी चराइयों समेत बाशान का गोलन और अश्तारोत +693,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_072.wav,और इस्साकार के गोत्र में से अपनीअपनी चराइयों समेत केदेश दाबरात +694,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_073.wav,रामोत और आनेम +695,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_074.wav,और आशेर के गोत्र में से अपनीअपनी चराइयों समेत माशाल अब्दोन +696,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_075.wav,हूकोक और रहोब +697,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_076.wav,और नप्ताली के गोत्र में से अपनीअपनी चराइयों समेत गलील का केदेश हम्मोन और किर्यातैम मिले +698,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_077.wav,फिर शेष लेवियों अर्थात् मरारियों को जबूलून के गोत्र में से तो अपनीअपनी चराइयों समेत रिम्मोन और ताबोर +699,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_078.wav,और यरीहो के पास की यरदन नदी के पूर्व ओर रूबेन के गोत्र में से तो अपनीअपनी चराइयों समेत जंगल का बेसेर यहस +700,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_079.wav,कदेमोत और मेपात +701,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_080.wav,और गाद के गोत्र में से अपनीअपनी चराइयों समेत गिलाद का रामोत महनैम +702,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_006_081.wav,हेशबोन और याजेर दिए गए +703,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_001.wav,इस्साकार के पुत्र तोला पूआ याशूब और शिम्रोन चार थे +704,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_002.wav,और तोला के पुत्र उज्जी रपायाह यरी��ल यहमै यिबसाम और शमूएल ये अपनेअपने पितरों के घरानों अर्थात् तोला की सन्तान के मुख्य पुरुष और बड़े वीर थे और दाऊद के दिनों में उनके वंश की गिनती बाईस हजार छः सौ थी +705,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_003.wav,और उज्जी का पुत्र यिज्रह्याह और यिज्रह्याह के पुत्र मीकाएल ओबद्याह योएल और यिश्शिय्याह पाँच थे ये सब मुख्य पुरुष थे +706,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_004.wav,और उनके साथ उनकी वंशावलियों और पितरों के घरानों के अनुसार सेना के दलों के छत्तीस हजार योद्धा थे क्योंकि उनकी बहुत सी स्त्रियाँ और पुत्र थे +707,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_005.wav,और उनके भाई जो इस्साकार के सब कुलों में से थे वे सत्तासी हजार बड़े वीर थे जो अपनीअपनी वंशावली के अनुसार गिने गए +708,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_006.wav,बिन्यामीन के पुत्र बेला बेकेर और यदीएल ये तीन थे +709,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_007.wav,बेला के पुत्र एसबोन उज्जी उज्जीएल यरीमोत और ईरी ये पाँच थे ये अपनेअपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष और बड़े वीर थे और अपनीअपनी वंशावली के अनुसार उनकी गिनती बाईस हजार चौंतीस थी +710,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_008.wav,और बेकेर के पुत्र जमीरा योआश एलीएजेर एल्योएनै ओम्री यरेमोत अबिय्याह अनातोत और आलेमेत ये सब बेकेर के पुत्र थे +711,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_009.wav,ये जो अपनेअपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष और बड़े वीर थे इनके वंश की गिनती अपनीअपनी वंशावली के अनुसार बीस हजार दो सौ थी +712,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_010.wav,और यदीएल का पुत्र बिल्हान और बिल्हान के पुत्र यूश बिन्यामीन एहूद कनाना जेतान तर्शीश और अहीशहर थे +713,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_011.wav,ये सब जो यदीएल की सन्तान और अपनेअपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष और बड़े वीर थे इनके वंश से सेना में युद्ध करने के योग्य सत्रह हजार दो सौ पुरुष थे +714,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_012.wav,और ईर के पुत्र शुप्पीम और हुप्पीम और अहेर के पुत्र हूशीम थे +715,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_013.wav,नप्ताली के पुत्र यहसेल गूनी येसेर और शिल्लेम थे ये बिल्हा के पोते थे +716,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_014.wav,मनश्शे के पुत्र अस्रीएल जो उसकी अरामी रखैल स्त्री से उत्पन्न हुआ था और उस अरामी स्त्री ने गिलाद के पिता माकीर को भी जन्म दिया +717,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_015.wav,और माकीर जिसकी बहन का नाम माका था उसने हुप्पीम और शुप्पीम के लिये स्त्रियाँ ब्याह लीं और दूसरे का नाम सलोफाद था और सलोफाद के बेटियाँ हुईं +718,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_016.wav,फिर माकीर की स्त्री माका को एक पुत्र उत्पन्न हुआ और उसका नाम पेरेश रखा और उसके भाई का नाम शेरेश था और ���सके पुत्र ऊलाम और राकेम थे +719,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_017.wav,और ऊलाम का पुत्र बदान ये गिलाद की सन्तान थे जो माकीर का पुत्र और मनश्शे का पोता था +720,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_018.wav,फिर उसकी बहन हम्मोलेकेत ने ईशहोद अबीएजेर और महला को जन्म दिया +721,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_019.wav,शमीदा के पुत्र अहिअन शेकेम लिखी और अनीआम थे +722,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_020.wav,एप्रैम के पुत्र शूतेलह और शूतेलह का बेरेद बेरेद का तहत तहत का एलादा एलादा का तहत +723,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_021.wav,तहत का जाबाद और जाबाद का पुत्र शूतेलह हुआ और एजेर और एलाद भी जिन्हें गत के मनुष्यों ने जो उस देश में उत्पन्न हुए थे इसलिए घात किया कि वे उनके पशु हर लेने को उतर आए थे +724,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_022.wav,सो उनका पिता एप्रैम उनके लिये बहुत दिन शोक करता रहा और उसके भाई उसे शान्ति देने को आए +725,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_023.wav,और वह अपनी पत्नी के पास गया और उसने गर्भवती होकर एक पुत्र को जन्म दिया और एप्रैम ने उसका नाम इस कारण बरीआ रखा कि उसके घराने में विपत्ति पड़ी थी +726,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_024.wav,उसकी पुत्री शेरा थी जिसने निचले और ऊपरवाले दोनों बेथोरोन नामक नगरों को और उज्जेनशेरा को दृढ़ कराया +727,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_025.wav,उसका पुत्र रेपा था और रेशेप भी और उसका पुत्र तेलह तेलह का तहन तहन का लादान +728,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_026.wav,लादान का अम्मीहूद अम्मीहूद का एलीशामा +729,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_027.wav,एलीशामा का नून और नून का पुत्र यहोशू था +730,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_028.wav,उनकी निज भूमि और बस्तियाँ गाँवों समेत बेतेल और पूर्व की ओर नारान और पश्चिम की ओर गाँवों समेत गेजेर फिर गाँवों समेत शेकेम और गाँवों समेत अय्या थीं +731,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_029.wav,और मनश्शेइयों की सीमा के पास अपनेअपने गाँवों समेत बेतशान तानाक मगिद्दो और दोर इनमें इस्राएल के पुत्र यूसुफ की सन्तान के लोग रहते थे +732,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_030.wav,आशेर के पुत्र यिम्ना यिश्वा यिश्वी और बरीआ और उनकी बहन सेरह हुई +733,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_031.wav,और बरीआ के पुत्र हेबेर और मल्कीएल और यह बिर्जोत का पिता हुआ +734,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_032.wav,हेबेर ने यपलेत शोमेर होताम और उनकी बहन शूआ को जन्म दिया +735,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_033.wav,और यपलेत के पुत्र पासक बिम्हाल और अश्‍वात यपलेत के ये ही पुत्र थे +736,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_034.wav,शेमेर के पुत्र अही रोहगा यहुब्बा और अराम +737,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_035.wav,उसके भाई हेलेम के पुत्र सोपह यिम्ना शेलेश और आमाल +738,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_036.wav,सोपह के पुत्र सूह हर्नेपेर शूआल बेरी इम्रा +739,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_037.wav,बेसेर होद शम्मा शिल���ा यित्रान और बेरा +740,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_038.wav,येतेर के पुत्र यपुन्ने पिस्पा और अरा +741,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_039.wav,उल्ला के पुत्र आरह हन्नीएल और रिस्या +742,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_007_040.wav,ये सब आशेर के वंश में हुए और अपनेअपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष और बड़े से बड़े वीर थे और प्रधानों में मुख्य थे ये जो अपनीअपनी वंशावली के अनुसार सेना में युद्ध करने के लिये गिने गए इनकी गिनती छब्बीस हजार थी +743,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_001.wav,बिन्यामीन से उसका जेठा बेला दूसरा अश्बेल तीसरा अहृह +744,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_002.wav,चौथा नोहा और पाँचवाँ रापा उत्पन्न हुआ +745,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_003.wav,बेला के पुत्र अद्दार गेरा अबीहूद +746,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_004.wav,अबीशू नामान अहोह +747,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_005.wav,गेरा शपूपान और हूराम थे +748,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_006.wav,एहूद के पुत्र ये हुए गेबा के निवासियों के पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष ये थे जिन्हें बन्दी बनाकर में मानहत को ले जाया गया था +749,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_007.wav,और नामान अहिय्याह और गेरा इन्हें भी बन्धुआ करके मानहत को ले गए थे और उसने उज्जा और अहीहूद को जन्म दिया +750,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_008.wav,और शहरैम से हूशीम और बारा नामक अपनी स्त्रियों को छोड़ देने के बाद मोआब देश में लड़के उत्पन्न हुए +751,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_009.wav,उसकी अपनी स्त्री होदेश से योबाब सिब्या मेशा मल्काम यूस सोक्या +752,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_010.wav,और मिर्मा उत्पन्न हुए उसके ये पुत्र अपनेअपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष थे +753,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_011.wav,और हूशीम से अबीतूब और एल्पाल का जन्म हुआ +754,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_012.wav,एल्पाल के पुत्र एबेर मिशाम और शामेद इसी ने ओनो और गाँवों समेत लोद को बसाया +755,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_013.wav,फिर बरीआ और शेमा जो अय्यालोन के निवासियों के पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष थे और जिन्होंने गत के निवासियों को भगा दिया +756,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_014.wav,और अह्यो शाशक यरेमोत +757,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_015.wav,जबद्याह अराद एदेर +758,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_016.wav,मीकाएल यिस्पा योहा जो बरीआ के पुत्र थे +759,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_017.wav,जबद्याह मशुल्लाम हिजकी हेबेर +760,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_018.wav,यिशमरै यिजलीआ योबाब जो एल्पाल के पुत्र थे +761,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_019.wav,और याकीम जिक्री जब्दी +762,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_020.wav,एलीएनै सिल्लतै एलीएल +763,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_021.wav,अदायाह बरायाह और शिम्रात जो शिमी के पुत्र थे +764,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_022.wav,यिशपान एबेर एलीएल +765,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_023.wav,अब्दोन जिक्री हानान +766,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_024.wav,हनन्याह एलाम अन्तोतिय्याह +767,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_025.wav,यिपदयाह और पनूएल जो शाशक के पुत्र थे +768,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_026.wav,और शमशरै शहर्याह अतल्याह +769,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_027.wav,योरेश्याह एलिय्याह और जिक्री जो यरोहाम के पुत्र थे +770,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_028.wav,ये अपनीअपनी पीढ़ी में अपनेअपने पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष और प्रधान थे ये यरूशलेम में रहते थे +771,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_029.wav,गिबोन में गिबोन का पिता रहता था जिसकी पत्नी का नाम माका था +772,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_030.wav,और उसका जेठा पुत्र अब्दोन था फिर सूर कीश बाल नादाब +773,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_031.wav,गदोर अह्यो और जेकेर हुए +774,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_032.wav,मिक्लोत से शिमआह उत्पन्न हुआ और ये भी अपने भाइयों के सामने यरूशलेम में रहते थे अपने भाइयों ही के साथ +775,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_033.wav,नेर से कीश उत्पन्न हुआ कीश से शाऊल और शाऊल से योनातान मल्कीशूअ अबीनादाब और एशबाल उत्पन्न हुआ +776,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_034.wav,और योनातान का पुत्र मरीब्बाल हुआ और मरीब्बाल से मीका उत्पन्न हुआ +777,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_035.wav,मीका के पुत्र पीतोन मेलेक तारे और आहाज +778,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_036.wav,आहाज से यहोअद्दा उत्पन्न हुआ और यहोअद्दा से आलेमेत अज्मावेत और जिम्री और जिम्री से मोसा +779,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_037.wav,मिस्पे से बिना उत्पन्न हुआ और इसका पुत्र रापा हुआ रापा का एलासा और एलासा का पुत्र आसेल हुआ +780,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_038.wav,और आसेल के छः पुत्र हुए जिनके ये नाम थे अर्थात् अज्रीकाम बोकरू इश्माएल शरायाह ओबद्याह और हानान ये सब आसेल के पुत्र थे +781,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_039.wav,उसके भाई एशेक के ये पुत्र हुए अर्थात् उसका जेठा ऊलाम दूसरा यूश तीसरा एलीपेलेत +782,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_008_040.wav,ऊलाम के पुत्र शूरवीर और धनुर्धारी हुए और उनके बहुत बेटेपोते अर्थात् डेढ़ सौ हुए ये ही सब बिन्यामीन के वंश के थे +783,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_001.wav,इस प्रकार सब इस्राएली अपनीअपनी वंशावली के अनुसार जो इस्राएल के राजाओं के वृत्तान्त की पुस्तक में लिखी हैं गिने गए और यहूदी अपने विश्वासघात के कारण बन्दी बनाकर बाबेल को पहुँचाए गए +784,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_002.wav,बँधुआई से लौटकर जो लोग अपनीअपनी निज भूमि अर्थात् अपने नगरों में रहते थे वह इस्राएली याजक लेवीय और मन्दिर के सेवक थे +785,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_003.wav,यरूशलेम में कुछ यहूदी कुछ बिन्यामीन और कुछ एप्रैमी और मनश्शेई रहते थे +786,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_004.wav,अर्थात् यहूदा के पुत्र पेरेस के वंश में से अम्मीहूद का पुत्र ऊतै जो ओम्री का पुत्र और इम्री का पोता और बानी का परपोता था +787,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_005.wav,और शीलोइयों में से उसका जेठा पुत्र असायाह और उसके पुत्र +788,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_006.wav,जेरह के वंश में से यूएल और इनके भाई ये छः सौ नब्बे हुए +789,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_007.wav,फिर बिन्यामीन के वंश में से सल्लू जो मशुल्लाम का पुत्र होदव्याह का पोता और हस्सनूआ का परपोता था +790,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_008.wav,और यिबनायाह जो यरोहाम का पुत्र था और एला जो उज्जी का पुत्र और मिक्री का पोता था और मशुल्लाम जो शपत्याह का पुत्र रूएल का पोता और यिब्निय्याह का परपोता था +791,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_009.wav,और इनके भाई जो अपनीअपनी वंशावली के अनुसार मिलकर नौ सौ छप्पन ये सब पुरुष अपनेअपने पितरों के घरानों के अनुसार पितरों के घरानों में मुख्य थे +792,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_010.wav,याजकों में से यदायाह यहोयारीब और याकीन +793,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_011.wav,और अजर्याह जो परमेश्वर के भवन का प्रधान और हिल्किय्याह का पुत्र था यह मशुल्लाम का पुत्र यह सादोक का पुत्र यह मरायोत का पुत्र यह अहीतूब का पुत्र था +794,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_012.wav,और अदायाह जो यरोहाम का पुत्र था यह पशहूर का पुत्र यह मल्किय्याह का पुत्र यह मासै का पुत्र यह अदीएल का पुत्र यह जेरा का पुत्र यह मशुल्लाम का पुत्र यह मशिल्लीत का पुत्र यह इम्मेर का पुत्र था +795,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_013.wav,और इनके भाई थे जो अपनेअपने पितरों के घरानों में सत्रह सौ साठ मुख्य पुरुष थे वे परमेश्वर के भवन की सेवा के काम में बहुत निपुण पुरुष थे +796,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_014.wav,फिर लेवियों में से मरारी के वंश में से शमायाह जो हश्शूब का पुत्र अज्रीकाम का पोता और हशब्याह का परपोता था +797,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_015.wav,और बकबक्कर हेरेश और गालाल और आसाप के वंश में से मत्तन्याह जो मीका का पुत्र और जिक्री का पोता था +798,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_016.wav,और ओबद्याह जो शमायाह का पुत्र गालाल का पोता और यदूतून का परपोता था और बेरेक्याह जो आसा का पुत्र और एल्काना का पोता था जो नतोपाइयों के गाँवों में रहता था +799,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_017.wav,द्वारपालों में से अपनेअपने भाइयों सहित शल्लूम अक्कूब तल्मोन और अहीमन इनमें से मुख्य तो शल्लूम था +800,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_018.wav,और वह अब तक पूर्व की ओर राजा के फाटक के पास द्वारपाली करता था लेवियों की छावनी के द्वारपाल ये ही थे +801,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_019.wav,और शल्लूम जो कोरे का पुत्र एब्यासाप का पोता और कोरह का परपोता था और उसके भाई जो उसके मूलपुरुष के घराने के अर्थात् कोरही थे वह इस काम के अधिकारी थे कि वे तम्बू के द्वारपाल हों उनके पुरखा तो यहोवा की छाव��ी के अधिकारी और प्रवेशद्वार के रखवाले थे +802,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_020.wav,प्राचीनकाल में एलीआजर का पुत्र पीनहास जिसके संग यहोवा रहता था वह उनका प्रधान था +803,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_021.wav,मशेलेम्याह का पुत्र जकर्याह मिलापवाले तम्बू का द्वारपाल था +804,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_022.wav,ये सब जो द्वारपाल होने को चुने गए वह दो सौ बारह थे ये जिनके पुरखाओं को दाऊद और शमूएल दर्शी ने विश्वासयोग्य जानकर ठहराया था वह अपनेअपने गाँव में अपनीअपनी वंशावली के अनुसार गिने गए +805,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_023.wav,अतः वे और उनकी सन्तान यहोवा के भवन अर्थात् तम्बू के भवन के फाटकों का अधिकार बारीबारी रखते थे +806,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_024.wav,द्वारपाल पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण चारों दिशा की ओर चौकी देते थे +807,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_025.wav,और उनके भाई जो गाँवों में रहते थे उनको सातसात दिन के बाद बारीबारी से उनके संग रहने के लिये आना पड़ता था +808,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_026.wav,क्योंकि चारों प्रधान द्वारपाल जो लेवीय थे वे विश्वासयोग्य जानकर परमेश्वर के भवन की कोठरियों और भण्डारों के अधिकारी ठहराए गए थे +809,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_027.wav,वे परमेश्वर के भवन के आसपास इसलिए रात बिताते थे कि उसकी रक्षा उन्हें सौंपी गई थी और प्रतिदिन भोर को उसे खोलना उन्हीं का काम था +810,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_028.wav,उनमें से कुछ उपासना के पात्रों के अधिकारी थे क्योंकि ये पात्र गिनकर भीतर पहुँचाए और गिनकर बाहर निकाले भी जाते थे +811,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_029.wav,और उनमें से कुछ सामान के और पवित्रस्थान के पात्रों के और मैदे दाखमधु तेल लोबान और सुगन्धद्रव्यों के अधिकारी ठहराए गए थे +812,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_030.wav,याजकों के पुत्रों में से कुछ सुगन्धद्रव्यों के मिश्रण तैयार करने का काम करते थे +813,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_031.wav,और मत्तित्याह नामक एक लेवीय जो कोरही शल्लूम का जेठा था उसे विश्वासयोग्य जानकर तवों पर बनाई हुई वस्तुओं का अधिकारी नियुक्त किया था +814,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_032.wav,उसके भाइयों अर्थात् कहातियों में से कुछ तो भेंटवाली रोटी के अधिकारी थे कि हर एक विश्रामदिन को उसे तैयार किया करें +815,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_033.wav,ये गवैये थे जो लेवीय पितरों के घरानों में मुख्य थे और मन्दिर में रहते और अन्य सेवा के काम से छूटे थे क्योंकि वे रातदिन अपने काम में लगे रहते थे +816,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_034.wav,ये ही अपनीअपनी पीढ़ी में लेवियों के पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष थे ये यरूशलेम में रहते थे +817,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_035.wav,गिबोन में गिबोन का पिता यीएल रहता था जिसकी पत्नी का नाम माका था +818,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_036.wav,उसका जेठा पुत्र अब्दोन हुआ फिर सूर कीश बाल नेर नादाब +819,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_037.wav,गदोर अह्यो जकर्याह और मिक्लोत +820,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_038.wav,और मिक्लोत से शिमाम उत्पन्न हुआ और ये भी अपने भाइयों के सामने अपने भाइयों के संग यरूशलेम में रहते थे +821,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_039.wav,नेर से कीश कीश से शाऊल और शाऊल से योनातान मल्कीशूअ अबीनादाब और एशबाल उत्पन्न हुए +822,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_040.wav,और योनातान का पुत्र मरीब्बाल हुआ और मरीब्बाल से मीका उत्पन्न हुआ +823,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_041.wav,मीका के पुत्र पीतोन मेलेक तह्रे और आहाज +824,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_042.wav,और आहाज से यारा और यारा से आलेमेत अज्मावेत और जिम्री और जिम्री से मोसा +825,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_043.wav,और मोसा से बिना उत्पन्न हुआ और बिना का पुत्र रपायाह हुआ रपायाह का एलासा और एलासा का पुत्र आसेल हुआ +826,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_009_044.wav,और आसेल के छः पुत्र हुए जिनके ये नाम थे अर्थात् अज्रीकाम बोकरू इश्माएल शरायाह ओबद्याह और हानान आसेल के ये ही पुत्र हुए +827,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_001.wav,पलिश्ती इस्राएलियों से लड़े और इस्राएली पलिश्तियों के सामने से भागे और गिलबो नामक पहाड़ पर मारे गए +828,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_002.wav,पर पलिश्ती शाऊल और उसके पुत्रों के पीछे लगे रहे और पलिश्तियों ने शाऊल के पुत्र योनातान अबीनादाब और मल्कीशूअ को मार डाला +829,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_003.wav,शाऊल के साथ घमासान युद्ध होता रहा और धनुर्धारियों ने उसे जा लिया और वह उनके कारण व्याकुल हो गया +830,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_004.wav,तब शाऊल ने अपने हथियार ढोनेवाले से कहा अपनी तलवार खींचकर मुझे भोंक दे कहीं ऐसा न हो कि वे खतनारहित लोग आकर मेरा उपहास करें परन्तु उसके हथियार ढोनेवाले ने भयभीत होकर ऐसा करने से इन्कार किया तब शाऊल अपनी तलवार खड़ी करके उस पर गिर पड़ा +831,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_005.wav,यह देखकर कि शाऊल मर गया है उसका हथियार ढोनेवाला अपनी तलवार पर आप गिरकर मर गया +832,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_006.wav,इस तरह शाऊल और उसके तीनों पुत्र और उसके घराने के सब लोग एक संग मर गए +833,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_007.wav,यह देखकर कि वे भाग गए और शाऊल और उसके पुत्र मर गए उस तराई में रहनेवाले सब इस्राएली मनुष्य अपनेअपने नगर को छोड़कर भाग गए और पलिश्ती आकर उनमें रहने लगे +834,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_008.wav,दूसरे दिन जब पलिश्ती मारे हुओं के माल को लूटने आए तब उनको शाऊल और उसके पुत्र गिलबो पहाड़ पर पड़े हुए मिले +835,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_009.wav,तब उन्होंने उसके वस��त्रों को उतार उसका सिर और हथियार ले लिया और पलिश्तियों के देश के सब स्थानों में दूतों को इसलिए भेजा कि उनके देवताओं और साधारण लोगों में यह शुभ समाचार देते जाएँ +836,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_010.wav,तब उन्होंने उसके हथियार अपने मन्दिर में रखे और उसकी खोपड़ी को दागोन के मन्दिर में लटका दिया +837,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_011.wav,जब गिलाद के याबेश के सब लोगों ने सुना कि पलिश्तियों ने शाऊल के साथ क्याक्या किया है +838,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_012.wav,तब सब शूरवीर चले और शाऊल और उसके पुत्रों के शवों को उठाकर याबेश में ले आए और उनकी हड्डियों को याबेश में एक बांज वृक्ष के तले गाड़ दिया और सात दिन तक उपवास किया +839,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_013.wav,इस तरह शाऊल उस विश्वासघात के कारण मर गया जो उसने यहोवा से किया था क्योंकि उसने यहोवा का वचन टाल दिया था फिर उसने भूतसिद्धि करनेवाली से पूछकर सम्मति ली थी +840,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_010_014.wav,उसने यहोवा से न पूछा था इसलिए यहोवा ने उसे मारकर राज्य को यिशै के पुत्र दाऊद को दे दिया +841,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_001.wav,तब सब इस्राएली दाऊद के पास हेब्रोन में इकट्ठे होकर कहने लगे सुन हम लोग और तू एक ही हड्डी और माँस हैं +842,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_002.wav,पिछले दिनों में जब शाऊल राजा था तब भी इस्राएलियों का अगुआ तू ही था और तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझ से कहा मेरी प्रजा इस्राएल का चरवाहा और मेरी प्रजा इस्राएल का प्रधान तू ही होगा +843,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_003.wav,इसलिए सब इस्राएली पुरनिये हेब्रोन में राजा के पास आए और दाऊद ने उनके साथ हेब्रोन में यहोवा के सामने वाचा बाँधी और उन्होंने यहोवा के वचन के अनुसार जो उसने शमूएल से कहा था इस्राएल का राजा होने के लिये दाऊद का अभिषेक किया +844,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_004.wav,तब सब इस्राएलियों समेत दाऊद यरूशलेम गया जो यबूस भी कहलाता था और वहाँ यबूसी नामक उस देश के निवासी रहते थे +845,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_005.wav,तब यबूस के निवासियों ने दाऊद से कहा तू यहाँ आने नहीं पाएगा तो भी दाऊद ने सिय्योन नामक गढ़ को ले लिया वही दाऊदपुर भी कहलाता है +846,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_006.wav,दाऊद ने कहा जो कोई यबूसियों को सबसे पहले मारेगा वह मुख्य सेनापति होगा तब सरूयाह का पुत्र योआब सबसे पहले चढ़ गया और सेनापति बन गया +847,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_007.wav,तब दाऊद उस गढ़ में रहने लगा इसलिए उसका नाम दाऊदपुर पड़ा +848,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_008.wav,और उसने नगर के चारों ओर अर्थात् मिल्लो से लेकर चारों ओर शहरपनाह बनवाई और योआब ने शेष नगर के खण्डहरों को फिर बसाया +849,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_009.wav,और दाऊद की प्रतिष्ठा अधिक बढ़ती गई और सेनाओं का यहोवा उसके संग था +850,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_010.wav,यहोवा ने इस्राएल के विषय जो वचन कहा था उसके अनुसार दाऊद के जिन शूरवीरों ने सब इस्राएलियों समेत उसके राज्य में उसके पक्ष में होकर उसे राजा बनाने को जोर दिया उनमें से मुख्य पुरुष ये हैं +851,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_011.wav,दाऊद के शूरवीरों की नामावली यह है अर्थात् एक हक्मोनी का पुत्र याशोबाम जो तीसों में मुख्य था उसने तीन सौ पुरुषों पर भाला चलाकर उन्हें एक ही समय में मार डाला +852,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_012.wav,उसके बाद अहोही दोदो का पुत्र एलीआजर जो तीनों महान वीरों में से एक था +853,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_013.wav,वह पसदम्मीम में जहाँ जौ का एक खेत था दाऊद के संग रहा जब पलिश्ती वहाँ युद्ध करने को इकट्ठे हुए थे और लोग पलिश्तियों के सामने से भाग गए +854,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_014.wav,तब उन्होंने उस खेत के बीच में खड़े होकर उसकी रक्षा की और पलिश्तियों को मारा और यहोवा ने उनका बड़ा उद्धार किया +855,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_015.wav,तीसों मुख्य पुरुषों में से तीन दाऊद के पास चट्टान को अर्थात् अदुल्लाम नामक गुफा में गए और पलिश्तियों की छावनी रपाईम नामक तराई में पड़ी हुई थी +856,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_016.wav,उस समय दाऊद गढ़ में था और उस समय पलिश्तियों की एक चौकी बैतलहम में थी +857,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_017.wav,तब दाऊद ने बड़ी अभिलाषा के साथ कहा कौन मुझे बैतलहम के फाटक के पास के कुएँ का पानी पिलाएगा +858,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_018.wav,तब वे तीनों जन पलिश्तियों की छावनी पर टूट पड़े और बैतलहम के फाटक के कुएँ से पानी भरकर दाऊद के पास ले आए परन्तु दाऊद ने पीने से इन्कार किया और यहोवा के सामने अर्घ करके उण्डेला +859,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_019.wav,और उसने कहा मेरा परमेश्वर मुझसे ऐसा करना दूर रखे क्या मैं इन मनुष्यों का लहू पीऊँ जिन्होंने अपने प्राणों पर खेला है ये तो अपने प्राण पर खेलकर उसे ले आए हैं इसलिए उसने वह पानी पीने से इन्कार किया इन तीन वीरों ने ये ही काम किए +860,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_020.wav,अबीशै जो योआब का भाई था वह तीनों में मुख्य था उसने अपना भाला चलाकर तीन सौ को मार डाला और तीनों में नामी हो गया +861,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_021.wav,दूसरी श्रेणी के तीनों में वह अधिक प्रतिष्ठित था और उनका प्रधान हो गया परन्तु मुख्य तीनों के पद को न पहुँचा +862,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_022.wav,यहोयादा का पुत्र बनायाह था जो कबसेल के एक वीर का पुत्र था जिसने बड़ेबड़े काम किए थे उसने सिंह समान दो मोआबियों क��� मार डाला और हिमऋतु में उसने एक गड्ढे में उतर के एक सिंह को मार डाला +863,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_023.wav,फिर उसने एक डीलडौलवाले अर्थात् पाँच हाथ लम्बे मिस्री पुरुष को मार डाला वह मिस्री हाथ में जुलाहों का ढेकासा एक भाला लिए हुए था परन्तु बनायाह एक लाठी ही लिए हुए उसके पास गया और मिस्री के हाथ से भाले को छीनकर उसी के भाले से उसे घात किया +864,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_024.wav,ऐसेऐसे काम करके यहोयादा का पुत्र बनायाह उन तीनों वीरों में नामी हो गया +865,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_025.wav,वह तो तीसों से अधिक प्रतिष्ठित था परन्तु मुख्य तीनों के पद को न पहुँचा उसको दाऊद ने अपने अंगरक्षकों का प्रधान नियुक्त किया +866,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_026.wav,फिर दलों के वीर ये थे अर्थात् योआब का भाई असाहेल बैतलहमी दोदो का पुत्र एल्हनान +867,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_027.wav,हरोरी शम्मोत पलोनी हेलेस +868,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_028.wav,तकोई इक्केश का पुत्र ईरा अनातोती अबीएजेर +869,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_029.wav,सिब्बकै हूशाई अहोही ईलै +870,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_030.wav,महरै नतोपाई एक और नतोपाई बानाह का पुत्र हेलेद +871,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_031.wav,बिन्यामीनियों के गिबा नगरवासी रीबै का पुत्र इत्तै पिरातोनी बनायाह +872,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_032.wav,गाश के नालों के पास रहनेवाला हूरै अराबावासी अबीएल +873,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_033.wav,बहूरीमी अज्मावेत शालबोनी एल्यहबा +874,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_034.wav,गीजोई हाशेम के पुत्र फिर हरारी शागे का पुत्र योनातान +875,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_035.wav,हरारी साकार का पुत्र अहीआम ऊर का पुत्र एलीपाल +876,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_036.wav,मकेराई हेपेर पलोनी अहिय्याह +877,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_037.wav,कर्मेली हेस्रो एज्बै का पुत्र नारै +878,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_038.wav,नातान का भाई योएल हग्री का पुत्र मिभार +879,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_039.wav,अम्मोनी सेलेक बेरोती नहरै जो सरूयाह के पुत्र योआब का हथियार ढोनेवाला था +880,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_040.wav,येतेरी ईरा और गारेब +881,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_041.wav,हित्ती ऊरिय्याह अहलै का पुत्र जाबाद +882,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_042.wav,तीस पुरुषों समेत रूबेनी शीजा का पुत्र अदीना जो रूबेनियों का मुखिया था +883,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_043.wav,माका का पुत्र हानान मेतेनी योशापात +884,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_044.wav,अश्तारोती उज्जियाह अरोएरी होताम के पुत्र शामा और यीएल +885,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_045.wav,शिम्री का पुत्र यदीएल और उसका भाई तीसी योहा +886,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_046.wav,महवीमी एलीएल एलनाम के पुत्र यरीबै और योशव्याह +887,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_011_047.wav,मोआबी यित्मा एलीएल ओबेद और मसोबाई यासीएल +888,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_001.wav,जब दाऊद सिकलग में कीश के पुत्र शाऊल ��े डर के मारे छिपा रहता था तब ये उसके पास वहाँ आए और ये उन वीरों में से थे जो युद्ध में उसके सहायक थे +889,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_002.wav,ये धनुर्धारी थे जो दाएँबाएँ दोनों हाथों से गोफन के पत्थर और धनुष के तीर चला सकते थे और ये शाऊल के भाइयों में से बिन्यामीनी थे +890,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_003.wav,मुख्य तो अहीएजेर और दूसरा योआश था जो गिबावासी शमाआ का पुत्र था फिर अज्मावेत के पुत्र यजीएल और पेलेत फिर बराका और अनातोती येहू +891,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_004.wav,और गिबोनी यिशमायाह जो तीसों में से एक वीर और उनके ऊपर भी था फिर यिर्मयाह यहजीएल योहानान गदेरावासी योजाबाद +892,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_005.wav,एलूजै यरीमोत बाल्याह शेमर्याह हारूपी शपत्याह +893,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_006.wav,एल्काना यिश्शिय्याह अजरेल योएजेर याशोबाम जो सब कोरहवंशी थे +894,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_007.wav,और गदोरवासी यरोहाम के पुत्र योएला और जबद्याह +895,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_008.wav,फिर जब दाऊद जंगल के गढ़ में रहता था तब ये गादी जो शूरवीर थे और युद्ध विद्या सीखे हुए और ढाल और भाला काम में लानेवाले थे और उनके मुँह सिंह के से और वे पहाड़ी मृग के समान वेग से दौड़नेवाले थे ये और गादियों से अलग होकर उसके पास आए +896,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_009.wav,अर्थात् मुख्य तो एजेर दूसरा ओबद्याह तीसरा एलीआब +897,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_010.wav,चौथा मिश्मन्ना पाँचवाँ यिर्मयाह +898,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_011.wav,छठा अत्तै सातवाँ एलीएल +899,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_012.wav,आठवाँ योहानान नौवाँ एलजाबाद +900,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_013.wav,दसवाँ यिर्मयाह और ग्यारहवाँ मकबन्नै था +901,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_014.wav,ये गादी मुख्य योद्धा थे उनमें से जो सबसे छोटा था वह तो एक सौ के ऊपर और जो सबसे बड़ा था वह हजार के ऊपर था +902,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_015.wav,ये ही वे हैं जो पहले महीने में जब यरदन नदी सब किनारों के ऊपरऊपर बहती थी तब उसके पार उतरे और पूर्व और पश्चिम दोनों ओर के सब तराई के रहनेवालों को भगा दिया +903,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_016.wav,कई एक बिन्यामीनी और यहूदी भी दाऊद के पास गढ़ में आए +904,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_017.wav,उनसे मिलने को दाऊद निकला और उनसे कहा यदि तुम मेरे पास मित्रभाव से मेरी सहायता करने को आए हो तब तो मेरा मन तुम से लगा रहेगा परन्तु जो तुम मुझे धोखा देकर मेरे शत्रुओं के हाथ पकड़वाने आए हो तो हमारे पितरों का परमेश्वर इस पर दृष्टि करके डाँटे क्योंकि मेरे हाथ से कोई उपद्रव नहीं हुआ +905,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_018.wav,तब आत्मा अमासै में समाया जो तीसों वीरों में मुख्य था और उसने कहा हे दाऊद हम तेरे हैं हे यिशै के पु��्र हम तेरी ओर के हैं तेरा कुशल ही कुशल हो और तेरे सहायकों का कुशल हो क्योंकि तेरा परमेश्वर तेरी सहायता किया करता है इसलिए दाऊद ने उनको रख लिया और अपने दल के मुखिए ठहरा दिए +906,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_019.wav,फिर कुछ मनश्शेई भी उस समय दाऊद के पास भाग आए जब वह पलिश्तियों के साथ होकर शाऊल से लड़ने को गया परन्तु वह उसकी कुछ सहायता न कर सका क्योंकि पलिश्तियों के सरदारों ने सम्मति लेने पर यह कहकर उसे विदा किया वह हमारे सिर कटवाकर अपने स्वामी शाऊल से फिर मिल जाएगा +907,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_020.wav,जब वह सिकलग को जा रहा था तब ये मनश्शेई उसके पास भाग आए अर्थात् अदनह योजाबाद यदीएल मीकाएल योजाबाद एलीहू और सिल्लतै जो मनश्शे के हजारों के मुखिए थे +908,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_021.wav,इन्होंने लुटेरों के दल के विरुद्ध दाऊद की सहायता की क्योंकि ये सब शूरवीर थे और सेना के प्रधान भी बन गए +909,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_022.wav,वरन् प्रतिदिन लोग दाऊद की सहायता करने को उसके पास आते रहे यहाँ तक कि परमेश्वर की सेना के समान एक बड़ी सेना बन गई +910,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_023.wav,फिर लोग लड़ने के लिये हथियार बाँधे हुए हेब्रोन में दाऊद के पास इसलिए आए कि यहोवा के वचन के अनुसार शाऊल का राज्य उसके हाथ में कर दें उनके मुखियों की गिनती यह है +911,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_024.wav,यहूदा के ढाल और भाला लिए हुए छः हजार आठ सौ हथियारबन्द लड़ने को आए +912,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_025.wav,शिमोनी सात हजार एक सौ तैयार शूरवीर लड़ने को आए +913,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_026.wav,लेवीय चार हजार छः सौ आए +914,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_027.wav,और हारून के घराने का प्रधान यहोयादा था और उसके साथ तीन हजार सात सौ आए +915,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_028.wav,और सादोक नामक एक जवान वीर भी आया और उसके पिता के घराने के बाईस प्रधान आए +916,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_029.wav,और शाऊल के भाई बिन्यामीनियों में से तीन हजार आए क्योंकि उस समय तक आधे बिन्यामीनियों से अधिक शाऊल के घराने का पक्ष करते रहे +917,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_030.wav,फिर एप्रैमियों में से बड़े वीर और अपनेअपने पितरों के घरानों में नामी पुरुष बीस हजार आठ सौ आए +918,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_031.wav,मनश्शे के आधे गोत्र में से दाऊद को राजा बनाने के लिये अठारह हजार आए जिनके नाम बताए गए थे +919,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_032.wav,इस्साकारियों में से जो समय को पहचानते थे कि इस्राएल को क्या करना उचित है उनके प्रधान दो सौ थे और उनके सब भाई उनकी आज्ञा में रहते थे +920,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_033.wav,फिर जबूलून में से युद्ध के सब प्रकार के हथियार लिए हुए लड़ने को पाँति बाँधनेवाले योद्धा पचास हजार आए वे पाँति बाँधनेवाले थे और चंचल न थे +921,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_034.wav,फिर नप्ताली में से प्रधान तो एक हजार और उनके संग ढाल और भाला लिए सैंतीस हजार आए +922,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_035.wav,दानियों में से लड़ने के लिये पाँति बाँधनेवाले अट्ठाईस हजार छः सौ आए +923,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_036.wav,और आशेर में से लड़ने को पाँति बाँधनेवाले चालीस हजार योद्धा आए +924,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_037.wav,और यरदन पार रहनेवाले रूबेनी गादी और मनश्शे के आधे गोत्रियों में से युद्ध के सब प्रकार के हथियार लिए हुए एक लाख बीस हजार आए +925,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_038.wav,ये सब युद्ध के लिये पाँति बाँधनेवाले दाऊद को सारे इस्राएल का राजा बनाने के लिये हेब्रोन में सच्चे मन से आए और अन्य सब इस्राएली भी दाऊद को राजा बनाने के लिये सहमत थे +926,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_039.wav,वे वहाँ तीन दिन दाऊद के संग खाते पीते रहे क्योंकि उनके भाइयों ने उनके लिये तैयारी की थी +927,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_012_040.wav,और जो उनके निकट वरन् इस्साकार जबूलून और नप्ताली तक रहते थे वे भी गदहों ऊँटों खच्चरों और बैलों पर मैदा अंजीरों और किशमिश की टिकियाँ दाखमधु और तेल आदि भोजनवस्तु लादकर लाए और बैल और भेड़बकरियाँ बहुतायत से लाए क्योंकि इस्राएल में आनन्द मनाया जा रहा था +928,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_001.wav,दाऊद ने सहस्त्रपतियों शतपतियों और सब प्रधानों से सम्मति ली +929,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_002.wav,तब दाऊद ने इस्राएल की सारी मण्डली से कहा यदि यह तुम को अच्छा लगे और हमारे परमेश्वर की इच्छा हो तो इस्राएल के सब देशों में जो हमारे भाई रह गए हैं और उनके साथ जो याजक और लेवीय अपनेअपने चराईवाले नगरों में रहते हैं उनके पास भी यह सन्देश भेजें कि हमारे पास इकट्ठे हो जाओ +930,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_003.wav,और हम अपने परमेश्वर के सन्दूक को अपने यहाँ ले आएँ क्योंकि शाऊल के दिनों में हम उसके समीप नहीं जाते थे +931,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_004.wav,और समस्त मण्डली ने कहा कि वे ऐसा ही करेंगे क्योंकि यह बात उन सब लोगों की दृष्टि में उचित मालूम हुई +932,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_005.wav,तब दाऊद ने मिस्र के शीहोर से ले हमात की घाटी तक के सब इस्राएलियों को इसलिए इकट्ठा किया कि परमेश्वर के सन्दूक को किर्यत्यारीम से ले आए +933,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_006.wav,तब दाऊद सब इस्राएलियों को संग लेकर बाला को गया जो किर्यत्यारीम भी कहलाता था और यहूदा के भाग में था कि परमेश्वर यहोवा का सन्दूक वहाँ से ले आए वह तो करूबों पर विराजनेवाला है और उसका नाम भी यही लिया जाता ��ै +934,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_007.wav,तब उन्होंने परमेश्वर का सन्दूक एक नई गाड़ी पर चढ़ाकर अबीनादाब के घर से निकाला और उज्जा और अह्यो उस गाड़ी को हाँकने लगे +935,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_008.wav,दाऊद और सारे इस्राएली परमेश्वर के सामने तन मन से गीत गाते और वीणा सारंगी डफ झाँझ और तुरहियां बजाते थे +936,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_009.wav,जब वे किदोन के खलिहान तक आए तब उज्जा ने अपना हाथ सन्दूक थामने को बढ़ाया क्योंकि बैलों ने ठोकर खाई थी +937,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_010.wav,तब यहोवा का कोप उज्जा पर भड़क उठा और उसने उसको मारा क्योंकि उसने सन्दूक पर हाथ लगाया था वह वहीं परमेश्वर के सामने मर गया +938,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_011.wav,तब दाऊद अप्रसन्न हुआ इसलिए कि यहोवा उज्जा पर टूट पड़ा था और उसने उस स्थान का नाम पेरेसुज्जा रखा यह नाम आज तक बना है +939,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_012.wav,उस दिन दाऊद परमेश्वर से डरकर कहने लगा मैं परमेश्वर के सन्दूक को अपने यहाँ कैसे ले आऊँ +940,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_013.wav,तब दाऊद सन्दूक को अपने यहाँ दाऊदपुर में न लाया परन्तु ओबेदेदोम नामक गती के यहाँ ले गया +941,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_013_014.wav,और परमेश्वर का सन्दूक ओबेदेदोम के यहाँ उसके घराने के पास तीन महीने तक रहा और यहोवा ने ओबेदेदोम के घराने पर और जो कुछ उसका था उस पर भी आशीष दी +942,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_001.wav,सोर के राजा हीराम ने दाऊद के पास दूत भेजे और उसका भवन बनाने को देवदार की लकड़ी और राजमिस्त्री और बढ़ई भेजे +943,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_002.wav,तब दाऊद को निश्चय हो गया कि यहोवा ने उसे इस्राएल का राजा करके स्थिर किया है क्योंकि उसकी प्रजा इस्राएल के निमित्त उसका राज्य अत्यन्त बढ़ गया था +944,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_003.wav,यरूशलेम में दाऊद ने और स्त्रियों से विवाह कर लिया और उनसे और बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुई +945,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_004.wav,उसके जो सन्तान यरूशलेम में उत्पन्न हुए उनके नाम ये हैं शम्मू शोबाब नातान सुलैमान +946,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_005.wav,यिभार एलीशू एलपेलेत +947,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_006.wav,नोगह नेपेग यापी एलीशामा +948,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_007.wav,बेल्यादा और एलीपेलेत +949,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_008.wav,जब पलिश्तियों ने सुना कि पूरे इस्राएल का राजा होने के लिये दाऊद का अभिषेक हुआ तब सब पलिश्तियों ने दाऊद की खोज में चढ़ाई की यह सुनकर दाऊद उनका सामना करने को निकल गया +950,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_009.wav,पलिश्ती आए और रपाईम नामक तराई में धावा बोला +951,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_010.wav,तब दाऊद ने परमेश्वर से पूछा क्या मैं पलिश्तियों पर चढ़ाई करूँ और क्या तू उन्हें मेरे हाथ में कर देगा यहोवा ने उससे कहा चढ़ाई कर क्योंकि मैं उन्हें तेरे हाथ में कर दूँगा +952,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_011.wav,इसलिए जब वे बालपरासीम को आए तब दाऊद ने उनको वहीं मार लिया तब दाऊद ने कहा परमेश्वर मेरे द्वारा मेरे शत्रुओं पर जल की धारा के समान टूट पड़ा है इस कारण उस स्थान का नाम बालपरासीम रखा गया +953,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_012.wav,वहाँ वे अपने देवताओं को छोड़ गए और दाऊद की आज्ञा से वे आग लगाकर फूँक दिए गए +954,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_013.wav,फिर दूसरी बार पलिश्तियों ने उसी तराई में धावा बोला +955,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_014.wav,तब दाऊद ने परमेश्वर से फिर पूछा और परमेश्वर ने उससे कहा उनका पीछा मत कर उनसे मुड़कर तूत के वृक्षों के सामने से उन पर छापा मार +956,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_015.wav,और जब तूत के वृक्षों की फुनगियों में से सेना के चलने की सी आहट तुझे सुन पड़े तब यह जानकर युद्ध करने को निकल जाना कि परमेश्वर पलिश्तियों की सेना को मारने के लिये तेरे आगे जा रहा है +957,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_016.wav,परमेश्वर की इस आज्ञा के अनुसार दाऊद ने किया और इस्राएलियों ने पलिश्तियों की सेना को गिबोन से लेकर गेजेर तक मार लिया +958,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_014_017.wav,तब दाऊद की कीर्ति सब देशों में फैल गई और यहोवा ने सब जातियों के मन में उसका भय भर दिया +959,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_001.wav,तब दाऊद ने दाऊदपुर में भवन बनवाए और परमेश्वर के सन्दूक के लिये एक स्थान तैयार करके एक तम्बू खड़ा किया +960,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_002.wav,तब दाऊद ने कहा लेवियों को छोड़ और किसी को परमेश्वर का सन्दूक उठाना नहीं चाहिये क्योंकि यहोवा ने उनको इसलिए चुना है कि वे परमेश्वर का सन्दूक उठाए और उसकी सेवा टहल सदा किया करें +961,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_003.wav,तब दाऊद ने सब इस्राएलियों को यरूशलेम में इसलिए इकट्ठा किया कि यहोवा का सन्दूक उस स्थान पर पहुँचाए जिसे उसने उसके लिये तैयार किया था +962,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_004.wav,इसलिए दाऊद ने हारून के सन्तानों और लेवियों को इकट्ठा किया +963,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_005.wav,अर्थात् कहातियों में से ऊरीएल नामक प्रधान को और उसके एक सौ बीस भाइयों को +964,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_006.wav,मरारियों में से असायाह नामक प्रधान को और उसके दो सौ बीस भाइयों को +965,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_007.wav,गेर्शोमियों में से योएल नामक प्रधान को और उसके एक सौ तीस भाइयों को +966,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_008.wav,एलीसापानियों में से शमायाह नामक प्रधान को और उसके दो सौ भाइयों को +967,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_009.wav,हेब्रोनियों में से एलीएल नामक प्रधान को और उसके अस्सी भाइयों को +968,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_010.wav,और उज्जी���लियों में से अम्मीनादाब नामक प्रधान को और उसके एक सौ बारह भाइयों को +969,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_011.wav,तब दाऊद ने सादोक और एब्यातार नामक याजकों को और ऊरीएल असायाह योएल शमायाह एलीएल और अम्मीनादाब नामक लेवियों को बुलवाकर उनसे कहा +970,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_012.wav,तुम तो लेवीय पितरों के घरानों में मुख्य पुरुष हो इसलिए अपने भाइयों समेत अपनेअपने को पवित्र करो कि तुम इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का सन्दूक उस स्थान पर पहुँचा सको जिसको मैंने उसके लिये तैयार किया है +971,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_013.wav,क्योंकि पिछली बार तुम ने उसको न उठाया था इस कारण हमारा परमेश्वर यहोवा हम पर टूट पड़ा क्योंकि हम उसकी खोज में नियम के अनुसार न लगे थे +972,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_014.wav,तब याजकों और लेवियों ने अपनेअपने को पवित्र किया कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का सन्दूक ले जा सके +973,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_015.wav,तब उस आज्ञा के अनुसार जो मूसा ने यहोवा का वचन सुनकर दी थी लेवियों ने सन्दूक को डण्डों के बल अपने कंधों पर उठा लिया +974,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_016.wav,तब दाऊद ने प्रधान लेवियों को आज्ञा दी कि अपने भाई गवैयों को बाजे अर्थात् सारंगी वीणा और झाँझ देकर बजाने और आनन्द के साथ ऊँचे स्वर से गाने के लिये नियुक्त करें +975,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_017.wav,तब लेवियों ने योएल के पुत्र हेमान को और उसके भाइयों में से बेरेक्याह के पुत्र आसाप को और अपने भाई मरारियों में से कूशायाह के पुत्र एतान को ठहराया +976,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_018.wav,उनके साथ उन्होंने दूसरे पद के अपने भाइयों को अर्थात् जकर्याह बेन याजीएल शमीरामोत यहीएल उन्नी एलीआब बनायाह मासेयाह मत्तित्याह एलीपलेह मिकनेयाह और ओबेदेदोम और यीएल को जो द्वारपाल थे ठहराया +977,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_019.wav,अतः हेमान आसाप और एतान नाम के गवैये तो पीतल की झाँझ बजाबजाकर राग चलाने को +978,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_020.wav,और जकर्याह अजीएल शमीरामोत यहीएल उन्नी एलीआब मासेयाह और बनायाह अलामोत नामक राग में सारंगी बजाने को +979,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_021.wav,और मत्तित्याह एलीपलेह मिकनेयाह ओबेदेदोम यीएल और अजज्याह वीणा खर्ज में छेड़ने को ठहराए गए +980,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_022.wav,और राग उठाने का अधिकारी कनन्याह नामक लेवियों का प्रधान था वह राग उठाने के विषय शिक्षा देता था क्योंकि वह निपुण था +981,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_023.wav,और बेरेक्याह और एल्काना सन्दूक के द्वारपाल थे +982,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_024.wav,और शबन्याह योशापात नतनेल अमासै जकर्याह बनायाह और एलीएजेर नामक याजक परमेश्व�� के सन्दूक के आगेआगे तुरहियां बजाते हुए चले और ओबेदेदोम और यहिय्याह उसके द्वारपाल थे +983,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_025.wav,दाऊद और इस्राएलियों के पुरनिये और सहस्त्रपति सब मिलकर यहोवा की वाचा का सन्दूक ओबेदेदोम के घर से आनन्द के साथ ले आने के लिए गए +984,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_026.wav,जब परमेश्वर ने लेवियों की सहायता की जो यहोवा की वाचा का सन्दूक उठानेवाले थे तब उन्होंने सात बैल और सात मेढ़े बलि किए +985,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_027.wav,दाऊद और यहोवा की वाचा का सन्दूक उठानेवाले सब लेवीय और गानेवाले और गानेवालों के साथ राग उठानेवाले का प्रधान कनन्याह ये सब तो सन के कपड़े के बागे पहने थे और दाऊद सन के कपड़े का एपोद पहने था +986,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_028.wav,इस प्रकार सब इस्राएली यहोवा की वाचा के सन्दूक को जयजयकार करते और नरसिंगे तुरहियां और झाँझ बजाते और सारंगियाँ और वीणा बजाते हुए ले चले +987,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_015_029.wav,जब यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊदपुर में पहुँचा तब शाऊल की बेटी मीकल ने खिड़की में से झाँककर दाऊद राजा को कूदते और खेलते हुए देखा और उसे मन ही मन तुच्छ जाना +988,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_001.wav,तब परमेश्वर का सन्दूक ले आकर उस तम्बू में रखा गया जो दाऊद ने उसके लिये खड़ा कराया था और परमेश्वर के सामने होमबलि और मेलबलि चढ़ाए गए +989,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_002.wav,जब दाऊद होमबलि और मेलबलि चढ़ा चुका तब उसने यहोवा के नाम से प्रजा को आशीर्वाद दिया +990,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_003.wav,और उसने क्या पुरुष क्या स्त्री सब इस्राएलियों को एकएक रोटी और एकएक टुकड़ा माँस और किशमिश की एकएक टिकिया बँटवा दी +991,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_004.wav,तब उसने कई लेवियों को इसलिए ठहरा दिया कि यहोवा के सन्दूक के सामने सेवा टहल किया करें और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की चर्चा और उसका धन्यवाद और स्तुति किया करें +992,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_005.wav,उनका मुखिया तो आसाप था और उसके नीचे जकर्याह था फिर यीएल शमीरामोत यहीएल मत्तित्याह एलीआब बनायाह ओबेदेदोम और यीएल थे ये तो सारंगियाँ और वीणाएँ लिये हुए थे और आसाप झाँझ पर राग बजाता था +993,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_006.wav,बनायाह और यहजीएल नामक याजक परमेश्वर की वाचा के सन्दूक के सामने नित्य तुरहियां बजाने के लिए नियुक्त किए गए +994,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_007.wav,तब उसी दिन दाऊद ने यहोवा का धन्यवाद करने का काम आसाप और उसके भाइयों को सौंप दिया +995,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_008.wav,यहोवा का धन्यवाद करो उससे प्रार्थना करो देशदेश में उसके कामों का प्रचार करो +996,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_009.wav,उसका गीत गाओ उसका भजन करो उसके सब आश्चर्यकर्मों का ध्यान करो +997,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_010.wav,उसके पवित्र नाम पर घमण्ड करो यहोवा के खोजियों का हृदय आनन्दित हो +998,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_011.wav,यहोवा और उसकी सामर्थ्य की खोज करो उसके दर्शन के लिए लगातार खोज करो +999,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_012.wav,उसके किए हुए आश्चर्यकर्म उसके चमत्कार और न्यायवचन स्मरण करो +1000,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_013.wav,हे उसके दास इस्राएल के वंश हे याकूब की सन्तान तुम जो उसके चुने हुए हो +1001,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_014.wav,वही हमारा परमेश्वर यहोवा है उसके न्याय के काम पृथ्वी भर में होते हैं +1002,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_015.wav,उसकी वाचा को सदा स्मरण रखो यह वही वचन है जो उसने हजार पीढ़ियों के लिये ठहरा दिया +1003,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_016.wav,वह वाचा उसने अब्राहम के साथ बाँधी ओर उसी के विषय उसने इसहाक से शपथ खाई +1004,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_017.wav,और उसी को उसने याकूब के लिये विधि करके और इस्राएल के लिये सदा की वाचा बाँधकर यह कहकर दृढ़ किया +1005,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_018.wav,मैं कनान देश तुझी को दूँगा वह बाँट में तुम्हारा निज भाग होगा +1006,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_019.wav,उस समय तो तुम गिनती में थोड़े थे बल्कि बहुत ही थोड़े और उस देश में परदेशी थे +1007,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_020.wav,और वे एक जाति से दूसरी जाति में और एक राज्य से दूसरे में फिरते तो रहे +1008,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_021.wav,परन्तु उसने किसी मनुष्य को उन पर अंधेर करने न दिया और वह राजाओं को उनके निमित्त यह धमकी देता था +1009,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_022.wav,मेरे अभिषिक्तों को मत छूओ और न मेरे नबियों की हानि करो +1010,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_023.wav,हे समस्त पृथ्वी के लोगों यहोवा का गीत गाओ प्रतिदिन उसके किए हुए उद्धार का शुभ समाचार सुनाते रहो +1011,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_024.wav,अन्यजातियों में उसकी महिमा का और देशदेश के लोगों में उसके आश्चर्यकर्मों का वर्णन करो +1012,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_025.wav,क्योंकि यहोवा महान और स्तुति के अति योग्य है वह तो सब देवताओं से अधिक भययोग्य है +1013,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_026.wav,क्योंकि देशदेश के सब देवता मूर्तियाँ ही हैं परन्तु यहोवा ही ने स्वर्ग को बनाया है +1014,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_027.wav,उसके चारों ओर वैभव और ऐश्वर्य है उसके स्थान में सामर्थ्य और आनन्द है +1015,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_028.wav,हे देशदेश के कुलों यहोवा का गुणानुवाद करो यहोवा की महिमा और सामर्थ्य को मानो +1016,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_029.wav,यहोवा के नाम की महिमा ऐसी मानो जो उसके नाम के योग्य है भेंट लेकर उसके सम्मुख आओ पवित्रता से शोभायमान होकर यहोवा को दण्डवत् करो +1017,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_030.wav,हे सारी पृथ्वी के लोगों उसके सामने थरथराओ जगत ऐसा स्थिर है कि वह टलने का नहीं +1018,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_031.wav,आकाश आनन्द करे और पृथ्वी मगन हो और जातिजाति में लोग कहें यहोवा राजा हुआ है +1019,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_032.wav,समुद्र और उसमें की सब वस्तुएँ गरज उठें मैदान और जो कुछ उसमें है सो प्रफुल्लित हों +1020,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_033.wav,उसी समय वन के वृक्ष यहोवा के सामने जयजयकार करें क्योंकि वह पृथ्वी का न्याय करने को आनेवाला है +1021,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_034.wav,यहोवा का धन्यवाद करो क्योंकि वह भला है उसकी करुणा सदा की है +1022,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_035.wav,और यह कहो हे हमारे उद्धार करनेवाले परमेश्वर हमारा उद्धार कर और हमको इकट्ठा करके अन्यजातियों से छुड़ा कि हम तेरे पवित्र नाम का धन्यवाद करें और तेरी स्तुति करते हुए तेरे विषय बड़ाई करें +1023,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_036.wav,अनादिकाल से अनन्तकाल तक इस्राएल का परमेश्वर यहोवा धन्य है तब सब प्रजा ने आमीन कहा और यहोवा की स्तुति की +1024,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_037.wav,तब उसने वहाँ अर्थात् यहोवा की वाचा के सन्दूक के सामने आसाप और उसके भाइयों को छोड़ दिया कि प्रतिदिन के प्रयोजन के अनुसार वे सन्दूक के सामने नित्य सेवा टहल किया करें +1025,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_038.wav,और अड़सठ भाइयों समेत ओबेदेदोम को और द्वारपालों के लिये यदूतून के पुत्र ओबेदेदोम और होसा को छोड़ दिया +1026,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_039.wav,फिर उसने सादोक याजक और उसके भाई याजकों को यहोवा के निवास के सामने जो गिबोन के ऊँचे स्थान में था ठहरा दिया +1027,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_040.wav,कि वे नित्य सवेरे और साँझ को होमबलि की वेदी पर यहोवा को होमबलि चढ़ाया करें और उन सब के अनुसार किया करें जो यहोवा की व्यवस्था में लिखा है जिसे उसने इस्राएल को दिया था +1028,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_041.wav,और उनके संग उसने हेमान और यदूतून और दूसरों को भी जो नाम लेकर चुने गए थे ठहरा दिया कि यहोवा की सदा की करुणा के कारण उसका धन्यवाद करें +1029,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_042.wav,और उनके संग उसने हेमान और यदूतून को बजानेवालों के लिये तुरहियां और झाँझें और परमेश्वर के गीत गाने के लिये बाजे दिए और यदूतून के बेटों को फाटक की रखवाली करने को ठहरा दिया +1030,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_016_043.wav,तब प्रजा के सब लोग अपनेअपने घर चले गए और दाऊद अपने घराने को आशीर्वाद देने लौट गया +1031,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_001.wav,जब दाऊद अपने भवन में रहने लगा तब दाऊद ने नातान नबी से कहा देख मैं तो देवदार के बने हुए घर में रहता हूँ परन्तु यहोवा की वाचा का सन्दूक तम्बू में रहता है +1032,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_002.wav,नातान ने दाऊद से कहा जो कुछ तेरे मन में हो उसे कर क्योंकि परमेश्वर तेरे संग है +1033,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_003.wav,उसी दिनरात को परमेश्वर का यह वचन नातान के पास पहुँचा जाकर मेरे दास दाऊद से कह +1034,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_004.wav,यहोवा यह कहता है मेरे निवास के लिये तू घर बनवाने न पाएगा +1035,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_005.wav,क्योंकि जिस दिन से मैं इस्राएलियों को मिस्र से ले आया आज के दिन तक मैं कभी घर में नहीं रहा परन्तु एक तम्बू से दूसरे तम्बू को और एक निवास से दूसरे निवास को आयाजाया करता हूँ +1036,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_006.wav,जहाँजहाँ मैंने सब इस्राएलियों के बीच आनाजाना किया क्या मैंने इस्राएल के न्यायियों में से जिनको मैंने अपनी प्रजा की चरवाही करने को ठहराया था किसी से ऐसी बात कभी कहीं कि तुम लोगों ने मेरे लिये देवदार का घर क्यों नहीं बनवाया +1037,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_007.wav,अत अब तू मेरे दास दाऊद से ऐसा कह कि सेनाओं का यहोवा यह कहता है कि मैंने तो तुझको भेड़शाला से और भेड़बकरियों के पीछेपीछे फिरने से इस मनसा से बुला लिया कि तू मेरी प्रजा इस्राएल का प्रधान हो जाए +1038,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_008.wav,और जहाँ कहीं तू आया और गया वहाँ मैं तेरे संग रहा और तेरे सब शत्रुओं को तेरे सामने से नष्ट किया है अब मैं तेरे नाम को पृथ्वी के बड़ेबड़े लोगों के नामों के समान बड़ा कर दूँगा +1039,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_009.wav,और मैं अपनी प्रजा इस्राएल के लिये एक स्थान ठहराऊँगा और उसको स्थिर करूँगा कि वह अपने ही स्थान में बसी रहे और कभी चलायमान न हो और कुटिल लोग उनको नाश न करने पाएँगे जैसे कि पहले दिनों में करते थे +1040,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_010.wav,वरन् उस समय भी जब मैं अपनी प्रजा इस्राएल के ऊपर न्यायी ठहराता था अतः मैं तेरे सब शत्रुओं को दबा दूँगा फिर मैं तुझे यह भी बताता हूँ कि यहोवा तेरा घर बनाये रखेगा +1041,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_011.wav,जब तेरी आयु पूरी हो जाएगी और तुझे अपने पितरों के संग जाना पड़ेगा तब मैं तेरे बाद तेरे वंश को जो तेरे पुत्रों में से होगा खड़ा करके उसके राज्य को स्थिर करूँगा +1042,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_012.wav,मेरे लिये एक घर वही बनाएगा और मैं उसकी राजगद्दी को सदैव स्थिर रखूँगा +1043,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_013.wav,मैं उसका पिता ठहरूँगा और वह मेरा पुत्र ठहरेगा और जैसे मैंने अपनी करुणा उस पर से जो तुझ से पहले था हटाई वैसे मैं उस पर से न हटाऊँगा +1044,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_014.wav,वरन् मैं उसको अपने घर और अपने राज्य में सदैव स्थिर रखूँगा और उसकी राजगद्��ी सदैव अटल रहेगी +1045,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_015.wav,इन सब बातों और इस दर्शन के अनुसार नातान ने दाऊद को समझा दिया +1046,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_016.wav,तब दाऊद राजा भीतर जाकर यहोवा के सम्मुख बैठा और कहने लगा हे यहोवा परमेश्वर मैं क्या हूँ और मेरा घराना क्या है कि तूने मुझे यहाँ तक पहुँचाया है +1047,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_017.wav,हे परमेश्वर यह तेरी दृष्टि में छोटी सी बात हुई क्योंकि तूने अपने दास के घराने के विषय भविष्य के बहुत दिनों तक की चर्चा की है और हे यहोवा परमेश्वर तूने मुझे ऊँचे पद का मनुष्य सा जाना है +1048,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_018.wav,जो महिमा तेरे दास पर दिखाई गई है उसके विषय दाऊद तुझ से और क्या कह सकता है तू तो अपने दास को जानता है +1049,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_019.wav,हे यहोवा तूने अपने दास के निमित्त और अपने मन के अनुसार यह बड़ा काम किया है कि तेरा दास उसको जान ले +1050,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_020.wav,हे यहोवा जो कुछ हमने अपने कानों से सुना है उसके अनुसार तेरे तुल्य कोई नहीं और न तुझे छोड़ और कोई परमेश्वर है +1051,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_021.wav,फिर तेरी प्रजा इस्राएल के भी तुल्य कौन है वह तो पृथ्वी भर में एक ही जाति है उसे परमेश्वर ने जाकर अपनी निज प्रजा करने को छुड़ाया इसलिए कि तू बड़े और डरावने काम करके अपना नाम करे और अपनी प्रजा के सामने से जो तूने मिस्र से छुड़ा ली थी जातिजाति के लोगों को निकाल दे +1052,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_022.wav,क्योंकि तूने अपनी प्रजा इस्राएल को अपनी सदा की प्रजा होने के लिये ठहराया और हे यहोवा तू आप उसका परमेश्वर ठहरा +1053,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_023.wav,इसलिए अब हे यहोवा तूने जो वचन अपने दास के और उसके घराने के विषय दिया है वह सदैव अटल रहे और अपने वचन के अनुसार ही कर +1054,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_024.wav,और तेरा नाम सदैव अटल रहे और यह कहकर तेरी बड़ाई सदा की जाए कि सेनाओं का यहोवा इस्राएल का परमेश्वर है वरन् वह इस्राएल ही के लिये परमेश्वर है और तेरा दास दाऊद का घराना तेरे सामने स्थिर रहे +1055,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_025.wav,क्योंकि हे मेरे परमेश्वर तूने यह कहकर अपने दास पर प्रगट किया है कि मैं तेरा घर बनाए रखूँगा इस कारण तेरे दास को तेरे सम्मुख प्रार्थना करने का हियाव हुआ है +1056,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_026.wav,और अब हे यहोवा तू ही परमेश्वर है और तूने अपने दास को यह भलाई करने का वचन दिया है +1057,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_017_027.wav,और अब तूने प्रसन्न होकर अपने दास के घराने पर ऐसी आशीष दी है कि वह तेरे सम्मुख सदैव बना रहे क्योंकि हे यहोवा तू आशीष दे चुका है इसलिए वह सदैव आशीषित ब��ा रहे +1058,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_001.wav,इसके बाद दाऊद ने पलिश्तियों को जीतकर अपने अधीन कर लिया और गाँवों समेत गत नगर को पलिश्तियों के हाथ से छीन लिया +1059,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_002.wav,फिर उसने मोआबियों को भी जीत लिया और मोआबी दाऊद के अधीन होकर भेंट लाने लगे +1060,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_003.wav,फिर जब सोबा का राजा हदादेजेर फरात महानद के पास अपने राज्य स्थिर करने को जा रहा था तब दाऊद ने उसको हमात के पास जीत लिया +1061,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_004.wav,दाऊद ने उससे एक हजार रथ सात हजार सवार और बीस हजार प्यादे हर लिए और दाऊद ने सब रथवाले घोड़ों के घुटनों के पीछे की नस कटवाई परन्तु एक सौ रथवाले घोड़े बचा रखे +1062,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_005.wav,जब दमिश्क के अरामी सोबा के राजा हदादेजेर की सहायता करने को आए तब दाऊद ने अरामियों में से बाईस हजार पुरुष मारे +1063,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_006.wav,तब दाऊद ने दमिश्क के अराम में सिपाहियों की चौकियाँ बैठाईं अतः अरामी दाऊद के अधीन होकर भेंट ले आने लगे और जहाँजहाँ दाऊद जाता वहाँवहाँ यहोवा उसको जय दिलाता था +1064,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_007.wav,और हदादेजेर के कर्मचारियों के पास सोने की जो ढालें थीं उन्हें दाऊद लेकर यरूशलेम को आया +1065,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_008.wav,और हदादेजेर के तिभत और कून नामक नगरों से दाऊद बहुत सा पीतल ले आया और उसी से सुलैमान ने पीतल के हौद और खम्भों और पीतल के पात्रों को बनवाया +1066,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_009.wav,जब हमात के राजा तोऊ ने सुना कि दाऊद ने सोबा के राजा हदादेजेर की समस्त सेना को जीत लिया है +1067,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_010.wav,तब उसने हदोराम नामक अपने पुत्र को दाऊद राजा के पास उसका कुशल क्षेम पूछने और उसे बधाई देने को भेजा इसलिए कि उसने हदादेजेर से लड़कर उसे जीत लिया था क्योंकि हदादेजेर तोऊ से लड़ा करता था और हदोराम सोने चाँदी और पीतल के सब प्रकार के पात्र लिये हुए आया +1068,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_011.wav,इनको दाऊद राजा ने यहोवा के लिये पवित्र करके रखा और वैसा ही उस सोने चाँदी से भी किया जिसे सब जातियों से अर्थात् एदोमियों मोआबियों अम्मोनियों पलिश्तियों और अमालेकियों से प्राप्त किया था +1069,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_012.wav,फिर सरूयाह के पुत्र अबीशै ने नमक की तराई में अठारह हजार एदोमियों को मार लिया +1070,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_013.wav,तब उसने एदोम में सिपाहियों की चौकियाँ बैठाईं और सब एदोमी दाऊद के अधीन हो गए और दाऊद जहाँजहाँ जाता था वहाँवहाँ यहोवा उसको जय दिलाता था +1071,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_014.wav,दाऊद समस्त इस्राएल पर राज्य करता था और वह अपनी सब प्रजा के साथ न्याय और धार्मिकता के काम करता था +1072,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_015.wav,प्रधान सेनापति सरूयाह का पुत्र योआब था इतिहास का लिखनेवाला अहीलूद का पुत्र यहोशापात था +1073,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_016.wav,प्रधान याजक अहीतूब का पुत्र सादोक और एब्यातार का पुत्र अबीमेलेक थे मंत्री शबशा था +1074,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_018_017.wav,करेतियों और पलेतियों का प्रधान यहोयादा का पुत्र बनायाह था और दाऊद के पुत्र राजा के पास मुखिए होकर रहते थे +1075,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_001.wav,इसके बाद अम्मोनियों का राजा नाहाश मर गया और उसका पुत्र उसके स्थान पर राजा हुआ +1076,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_002.wav,तब दाऊद ने यह सोचा हानून के पिता नाहाश ने जो मुझ पर प्रीति दिखाई थी इसलिए मैं भी उस पर प्रीति दिखाऊँगा तब दाऊद ने उसके पिता के विषय शान्ति देने के लिये दूत भेजे और दाऊद के कर्मचारी अम्मोनियों के देश में हानून के पास उसे शान्ति देने को आए +1077,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_003.wav,परन्तु अम्मोनियों के हाकिम हानून से कहने लगे दाऊद ने जो तेरे पास शान्ति देनेवाले भेजे हैं वह क्या तेरी समझ में तेरे पिता का आदर करने की मनसा से भेजे हैं क्या उसके कर्मचारी इसी मनसा से तेरे पास नहीं आए कि ढूँढ़ढाँढ़ करें और नष्ट करें और देश का भेद लें +1078,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_004.wav,इसलिए हानून ने दाऊद के कर्मचारियों को पकड़ा और उनके बाल मुँण्डवाए और आधे वस्त्र अर्थात् नितम्ब तक कटवाकर उनको जाने दिया +1079,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_005.wav,तब कुछ लोगों ने जाकर दाऊद को बता दिया कि उन पुरुषों के साथ कैसा बर्ताव किया गया अतः उसने लोगों को उनसे मिलने के लिये भेजा क्योंकि वे पुरुष बहुत लज्जित थे और राजा ने कहा जब तक तुम्हारी दाढ़ियाँ बढ़ न जाएँ तब तक यरीहो में ठहरे रहो और बाद को लौट आना +1080,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_006.wav,जब अम्मोनियों ने देखा कि हम दाऊद को घिनौने लगते हैं तब हानून और अम्मोनियों ने एक हजार किक्कार चाँदी अरम्नहरैम और अरम्माका और सोबा को भेजी कि रथ और सवार किराये पर बुलाए +1081,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_007.wav,सो उन्होंने बत्तीस हजार रथ और माका के राजा और उसकी सेना को किराये पर बुलाया और इन्होंने आकर मेदबा के सामने अपने डेरे खड़े किए और अम्मोनी अपनेअपने नगर में से इकट्ठे होकर लड़ने को आए +1082,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_008.wav,यह सुनकर दाऊद ने योआब और शूरवीरों की पूरी सेना को भेजा +1083,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_009.wav,तब अम्मोनी निकले और नगर के फाटक के पास पाँति बाँधी और जो राजा आए थे वे उनसे अलग मैदान में थे +1084,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_010.wav,यह देखकर कि आगेपीछे दोनों ओर हमारे विरुद्ध पाँति बंधी हैं योआब ने सब बड़ेबड़े इस्राएली वीरों में से कुछ को छांटकर अरामियों के सामने उनकी पाँति बँधाई +1085,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_011.wav,और शेष लोगों को अपने भाई अबीशै के हाथ सौंप दिया और उन्होंने अम्मोनियों के सामने पाँति बाँधी +1086,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_012.wav,और उसने कहा यदि अरामी मुझ पर प्रबल होने लगें तो तू मेरी सहायता करना और यदि अम्मोनी तुझ पर प्रबल होने लगें तो मैं तेरी सहायता करूँगा +1087,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_013.wav,तू हियाव बाँध और हम सब अपने लोगों और अपने परमेश्वर के नगरों के निमित्त पुरुषार्थ करें और यहोवा जैसा उसको अच्छा लगे वैसा ही करेगा +1088,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_014.wav,तब योआब और जो लोग उसके साथ थे अरामियों से युद्ध करने को उनके सामने गए और वे उसके सामने से भागे +1089,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_015.wav,यह देखकर कि अरामी भाग गए हैं अम्मोनी भी उसके भाई अबीशै के सामने से भागकर नगर के भीतर घुसे तब योआब यरूशलेम को लौट आया +1090,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_016.wav,फिर यह देखकर कि वे इस्राएलियों से हार गए हैं अरामियों ने दूत भेजकर फरात के पार के अरामियों को बुलवाया और हदादेजेर के सेनापति शोपक को अपना प्रधान बनाया +1091,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_017.wav,इसका समाचार पाकर दाऊद ने सब इस्राएलियों को इकट्ठा किया और यरदन पार होकर उन पर चढ़ाई की और उनके विरुद्ध पाँति बँधाई तब वे उससे लड़ने लगे +1092,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_018.wav,परन्तु अरामी इस्राएलियों से भागे और दाऊद ने उनमें से सात हजार रथियों और चालीस हजार प्यादों को मार डाला और शोपक सेनापति को भी मार डाला +1093,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_019_019.wav,यह देखकर कि वे इस्राएलियों से हार गए हैं हदादेजेर के कर्मचारियों ने दाऊद से संधि की और उसके अधीन हो गए और अरामियों ने अम्मोनियों की सहायता फिर करनी न चाही +1094,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_020_001.wav,फिर नये वर्ष के आरम्भ में जब राजा लोग युद्ध करने को निकला करते हैं तब योआब ने भारी सेना संग ले जाकर अम्मोनियों का देश उजाड़ दिया और आकर रब्बाह को घेर लिया परन्तु दाऊद यरूशलेम में रह गया और योआब ने रब्बाह को जीतकर ढा दिया +1095,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_020_002.wav,तब दाऊद ने उनके राजा का मुकुट उसके सिर से उतारकर क्या देखा कि उसका तौल किक्कार भर सोने का है और उसमें मणि भी जड़े थे और वह दाऊद के सिर पर रखा गया फिर उसे नगर से बहुत सामान लूट में मिला +1096,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_020_003.wav,उसने उनमें रहनेवालों को निकालकर आरों और लोहे के हेंगों और कुल्हाड़ियों से कटवाया और अम्मोनियों के सब नगरों के साथ भी दाऊद ने वैसा ही किया तब दाऊद सब लोगों समेत यरूशलेम को लौट गया +1097,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_020_004.wav,इसके बाद गेजेर में पलिश्तियों के साथ युद्ध हुआ उस समय हूशाई सिब्बकै ने सिप्पै को जो रापा की सन्तान था मार डाला और वे दब गए +1098,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_020_005.wav,पलिश्तियों के साथ फिर युद्ध हुआ उसमें याईर के पुत्र एल्हनान ने गती गोलियत के भाई लहमी को मार डाला जिसके बर्छे की छड़ जुलाहे की डोंगी के समान थी +1099,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_020_006.wav,फिर गत में भी युद्ध हुआ और वहाँ एक बड़े डीलडौल का पुरुष था जो रापा की सन्तान था और उसके एकएक हाथ पाँव में छः छः उँगलियाँ अर्थात् सब मिलाकर चौबीस उँगलियाँ थीं +1100,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_020_007.wav,जब उसने इस्राएलियों को ललकारा तब दाऊद के भाई शिमा के पुत्र योनातान ने उसको मारा +1101,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_020_008.wav,ये ही गत में रापा से उत्पन्न हुए थे और वे दाऊद और उसके सेवकों के हाथ से मार डालें गए +1102,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_001.wav,और शैतान ने इस्राएल के विरुद्ध उठकर दाऊद को उकसाया कि इस्राएलियों की गिनती ले +1103,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_002.wav,तब दाऊद ने योआब और प्रजा के हाकिमों से कहा तुम जाकर बेर्शेबा से ले दान तक के इस्राएल की गिनती लेकर मुझे बताओ कि मैं जान लूँ कि वे कितने हैं +1104,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_003.wav,योआब ने कहा यहोवा की प्रजा के कितने ही क्यों न हों वह उनको सौ गुना बढ़ा दे परन्तु हे मेरे प्रभु हे राजा क्या वे सब राजा के अधीन नहीं हैं मेरा प्रभु ऐसी बात क्यों चाहता है वह इस्राएल पर दोष लगने का कारण क्यों बने +1105,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_004.wav,तो भी राजा की आज्ञा योआब पर प्रबल हुई तब योआब विदा होकर सारे इस्राएल में घूमकर यरूशलेम को लौट आया +1106,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_005.wav,तब योआब ने प्रजा की गिनती का जोड़ दाऊद को सुनाया और सब तलवार चलानेवाले पुरुष इस्राएल के तो ग्यारह लाख और यहूदा के चार लाख सत्तर हजार ठहरे +1107,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_006.wav,परन्तु उनमें योआब ने लेवी और बिन्यामीन को न गिना क्योंकि वह राजा की आज्ञा से घृणा करता था +1108,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_007.wav,और यह बात परमेश्वर को बुरी लगी इसलिए उसने इस्राएल को मारा +1109,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_008.wav,और दाऊद ने परमेश्वर से कहा यह काम जो मैंने किया वह महापाप है परन्तु अब अपने दास का अधर्म दूर कर मुझसे तो बड़ी मूर्खता हुई है +1110,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_009.wav,तब यहोवा ने दाऊद के दर्शी गाद से कहा +1111,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_010.wav,जाकर दाऊद से कह यहोवा यह कहता है कि मैं तुझको तीन विपत्तियाँ दिखाता हूँ उनमें से एक को चुन ले कि मैं उसे तुझ पर डालूँ +1112,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_011.wav,तब गाद ने दाऊद के पास जाकर उससे कहा यहोवा यह कहता है कि जिसको तू चाहे उसे चुन ले +1113,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_012.wav,या तो तीन वर्ष का अकाल पड़े या तीन महीने तक तेरे विरोधी तुझे नाश करते रहें और तेरे शत्रुओं की तलवार तुझ पर चलती रहे या तीन दिन तक यहोवा की तलवार चले अर्थात् मरी देश में फैले और यहोवा का दूत इस्राएली देश में चारों ओर विनाश करता रहे अब सोच कि मैं अपने भेजनेवाले को क्या उत्तर दूँ +1114,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_013.wav,दाऊद ने गाद से कहा मैं बड़े संकट में पड़ा हूँ मैं यहोवा के हाथ में पड़ूँ क्योंकि उसकी दया बहुत बड़ी है परन्तु मनुष्य के हाथ में मुझे पड़ना न पड़े +1115,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_014.wav,तब यहोवा ने इस्राएल में मरी फैलाई और इस्राएल में सत्तर हजार पुरुष मर मिटे +1116,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_015.wav,फिर परमेश्वर ने एक दूत यरूशलेम को भी उसका नाश करने को भेजा और वह नाश करने ही पर था कि यहोवा दुःख देने से खेदित हुआ और नाश करनेवाले दूत से कहा बस कर अब अपना हाथ खींच ले और यहोवा का दूत यबूसी ओर्नान के खलिहान के पास खड़ा था +1117,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_016.wav,और दाऊद ने आँखें उठाकर देखा कि यहोवा का दूत हाथ में खींची हुई और यरूशलेम के ऊपर बढ़ाई हुई एक तलवार लिये हुए आकाश के बीच खड़ा है तब दाऊद और पुरनिये टाट पहने हुए मुँह के बल गिरे +1118,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_017.wav,तब दाऊद ने परमेश्वर से कहा जिसने प्रजा की गिनती लेने की आज्ञा दी थी वह क्या मैं नहीं हूँ हाँ जिसने पाप किया और बहुत बुराई की है वह तो मैं ही हूँ परन्तु इन भेड़बकरियों ने क्या किया है इसलिए हे मेरे परमेश्वर यहोवा तेरा हाथ मेरे पिता के घराने के विरुद्ध हो परन्तु तेरी प्रजा के विरुद्ध न हो कि वे मारे जाएँ +1119,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_018.wav,तब यहोवा के दूत ने गाद को दाऊद से यह कहने की आज्ञा दी कि दाऊद चढ़कर यबूसी ओर्नान के खलिहान में यहोवा की एक वेदी बनाए +1120,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_019.wav,गाद के इस वचन के अनुसार जो उसने यहोवा के नाम से कहा था दाऊद चढ़ गया +1121,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_020.wav,तब ओर्नान ने पीछे फिरके दूत को देखा और उसके चारों बेटे जो उसके संग थे छिप गए ओर्नान तो गेहूँ दाँवता था +1122,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_021.wav,जब दाऊद ओर्नान के पास आया तब ओर्नान ने दृष्टि करके दाऊद को देखा और खलिहान से बाहर जाकर भूमि तक झुककर दाऊद को दण्डवत् किया +1123,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_022.wav,तब दाऊद ने ओर्नान से कहा इस खलिहान का स्थान मुझे दे दे ���ि मैं इस पर यहोवा के लिए एक वेदी बनाऊँ उसका पूरा दाम लेकर उसे मुझ को दे कि यह विपत्ति प्रजा पर से दूर की जाए +1124,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_023.wav,ओर्नान ने दाऊद से कहा इसे ले ले और मेरे प्रभु राजा को जो कुछ भाए वह वही करे सुन मैं तुझे होमबलि के लिये बैल और ईंधन के लिये दाँवने के हथियार और अन्नबलि के लिये गेहूँ यह सब मैं देता हूँ +1125,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_024.wav,राजा दाऊद ने ओर्नान से कहा नहीं मैं अवश्य इसका पूरा दाम ही देकर इसे मोल लूँगा जो तेरा है उसे मैं यहोवा के लिये नहीं लूँगा और न सेंतमेंत का होमबलि चढ़ाऊँगा +1126,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_025.wav,तब दाऊद ने उस स्थान के लिये ओर्नान को छः सौ शेकेल सोना तौलकर दिया +1127,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_026.wav,तब दाऊद ने वहाँ यहोवा की एक वेदी बनाई और होमबलि और मेलबलि चढ़ाकर यहोवा से प्रार्थना की और उसने होमबलि की वेदी पर स्वर्ग से आग गिराकर उसकी सुन ली +1128,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_027.wav,तब यहोवा ने दूत को आज्ञा दी और उसने अपनी तलवार फिर म्यान में कर ली +1129,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_028.wav,यह देखकर कि यहोवा ने यबूसी ओर्नान के खलिहान में मेरी सुन ली है दाऊद ने उसी समय वहाँ बलिदान किया +1130,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_029.wav,यहोवा का निवास जो मूसा ने जंगल में बनाया था और होमबलि की वेदी ये दोनों उस समय गिबोन के ऊँचे स्थान पर थे +1131,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_021_030.wav,परन्तु दाऊद परमेश्वर के पास उसके सामने न जा सका क्योंकि वह यहोवा के दूत की तलवार से डर गया था +1132,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_001.wav,तब दाऊद कहने लगा यहोवा परमेश्वर का भवन यही है और इस्राएल के लिये होमबलि की वेदी यही है +1133,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_002.wav,तब दाऊद ने इस्राएल के देश में जो परदेशी थे उनको इकट्ठा करने की आज्ञा दी और परमेश्वर का भवन बनाने को पत्थर गढ़ने के लिये संगतराश ठहरा दिए +1134,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_003.wav,फिर दाऊद ने फाटकों के किवाड़ों की कीलों और जोड़ों के लिये बहुत सा लोहा और तौल से बाहर बहुत पीतल +1135,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_004.wav,और गिनती से बाहर देवदार के पेड़ इकट्ठे किए क्योंकि सीदोन और सोर के लोग दाऊद के पास बहुत से देवदार के पेड़ लाए थे +1136,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_005.wav,और दाऊद ने कहा मेरा पुत्र सुलैमान सुकुमार और लड़का है और जो भवन यहोवा के लिये बनाना है उसे अत्यन्त तेजोमय और सब देशों में प्रसिद्ध और शोभायमान होना चाहिये इसलिए मैं उसके लिये तैयारी करूँगा अतः दाऊद ने मरने से पहले बहुत तैयारी की +1137,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_006.wav,फिर उसने अपने पुत्र सुलैमान को बुलाकर इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के ��िये भवन बनाने की आज्ञा दी +1138,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_007.wav,दाऊद ने अपने पुत्र सुलैमान से कहा मेरी मनसा तो थी कि अपने परमेश्वर यहोवा के नाम का एक भवन बनाऊँ +1139,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_008.wav,परन्तु यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा तूने लहू बहुत बहाया और बड़ेबड़े युद्ध किए हैं इसलिए तू मेरे नाम का भवन न बनाने पाएगा क्योंकि तूने भूमि पर मेरी दृष्टि में बहुत लहू बहाया है +1140,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_009.wav,देख तुझ से एक पुत्र उत्पन्न होगा जो शान्त पुरुष होगा और मैं उसको चारों ओर के शत्रुओं से शान्ति दूँगा उसका नाम तो सुलैमान होगा और उसके दिनों में मैं इस्राएल को शान्ति और चैन दूँगा +1141,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_010.wav,वही मेरे नाम का भवन बनाएगा और वही मेरा पुत्र ठहरेगा और मैं उसका पिता ठहरूँगा और उसकी राजगद्दी को मैं इस्राएल के ऊपर सदा के लिये स्थिर रखूँगा +1142,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_011.wav,अब हे मेरे पुत्र यहोवा तेरे संग रहे और तू कृतार्थ होकर उस वचन के अनुसार जो तेरे परमेश्वर यहोवा ने तेरे विषय कहा है उसका भवन बनाना +1143,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_012.wav,अब यहोवा तुझे बुद्धि और समझ दे और इस्राएल का अधिकारी ठहरा दे और तू अपने परमेश्वर यहोवा की व्यवस्था को मानता रहे +1144,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_013.wav,तू तब ही कृतार्थ होगा जब उन विधियों और नियमों पर चलने की चौकसी करेगा जिनकी आज्ञा यहोवा ने इस्राएल के लिये मूसा को दी थी हियाव बाँध और दृढ़ हो मत डर और तेरा मन कच्चा न हो +1145,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_014.wav,सुन मैंने अपने क्लेश के समय यहोवा के भवन के लिये एक लाख किक्कार सोना और दस लाख किक्कार चाँदी और पीतल और लोहा इतना इकट्ठा किया है कि बहुतायत के कारण तौल से बाहर है और लकड़ी और पत्थर मैंने इकट्ठे किए हैं और तू उनको बढ़ा सकेगा +1146,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_015.wav,और तेरे पास बहुत कारीगर हैं अर्थात् पत्थर और लकड़ी के काटने और गढ़नेवाले वरन् सब भाँति के काम के लिये सब प्रकार के प्रवीण पुरुष हैं +1147,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_016.wav,सोना चाँदी पीतल और लोहे की तो कुछ गिनती नहीं है सो तू उस काम में लग जा यहोवा तेरे संग नित रहे +1148,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_017.wav,फिर दाऊद ने इस्राएल के सब हाकिमों को अपने पुत्र सुलैमान की सहायता करने की आज्ञा यह कहकर दी +1149,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_018.wav,क्या तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे संग नहीं है क्या उसने तुम्हें चारों ओर से विश्राम नहीं दिया उसने तो देश के निवासियों को मेरे वश में कर दिया है और देश यहोवा और उसकी प्रजा के सामने दबा हुआ है +1150,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_022_019.wav,अब तन मन से अपने परमेश्वर यहोवा के पास जाया करो और जी लगाकर यहोवा परमेश्वर का पवित्रस्थान बनाना कि तुम यहोवा की वाचा का सन्दूक और परमेश्वर के पवित्र पात्र उस भवन में लाओ जो यहोवा के नाम का बननेवाला है +1151,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_001.wav,दाऊद तो बूढ़ा वरन् बहुत बूढ़ा हो गया था इसलिए उसने अपने पुत्र सुलैमान को इस्राएल पर राजा नियुक्त कर दिया +1152,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_002.wav,तब उसने इस्राएल के सब हाकिमों और याजकों और लेवियों को इकट्ठा किया +1153,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_003.wav,जितने लेवीय तीस वर्ष के और उससे अधिक अवस्था के थे वे गिने गए और एकएक पुरुष के गिनने से उनकी गिनती अड़तीस हजार हुई +1154,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_004.wav,इनमें से चौबीस हजार तो यहोवा के भवन का काम चलाने के लिये नियुक्त हुए और छः हजार सरदार और न्यायी +1155,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_005.wav,और चार हजार द्वारपाल नियुक्त हुए और चार हजार उन बाजों से यहोवा की स्तुति करने के लिये ठहराए गए जो दाऊद ने स्तुति करने के लिये बनाए थे +1156,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_006.wav,फिर दाऊद ने उनको गेर्शोन कहात और मरारी नामक लेवी के पुत्रों के अनुसार दलों में अलगअलग कर दिया +1157,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_007.wav,गेर्शोनियों में से तो लादान और शिमी थे +1158,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_008.wav,और लादान के पुत्र सरदार यहीएल फिर जेताम और योएल ये तीन थे +1159,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_009.wav,शिमी के पुत्र शलोमीत हजीएल और हारान ये तीन थे लादान के कुल के पूर्वजों के घरानों के मुख्य पुरुष ये ही थे +1160,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_010.wav,फिर शिमी के पुत्र यहत जीना यूश और बरीआ शिमी के यही चार पुत्र थे +1161,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_011.wav,यहत मुख्य था और जीजा दूसरा यूश और बरीआ के बहुत बेटे न हुए इस कारण वे सब मिलकर पितरों का एक ही घराना ठहरे +1162,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_012.wav,कहात के पुत्र अम्राम यिसहार हेब्रोन और उज्जीएल चार अम्राम के पुत्र हारून और मूसा +1163,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_013.wav,हारून तो इसलिए अलग किया गया कि वह और उसके सन्तान सदा परमपवित्र वस्तुओं को पवित्र ठहराएँ और सदा यहोवा के सम्मुख धूप जलाया करें और उसकी सेवा टहल करें और उसके नाम से आशीर्वाद दिया करें +1164,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_014.wav,परन्तु परमेश्वर के भक्त मूसा के पुत्रों के नाम लेवी के गोत्र के बीच गिने गए +1165,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_015.wav,मूसा के पुत्र गेर्शोम और एलीएजेर +1166,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_016.wav,और गेर्शोम का पुत्र शबूएल मुख्य था +1167,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_017.wav,एलीएजेर के पुत्र रहब्याह मुख्य और एलीएजेर के और कोई पुत्र न हुआ परन्तु रहब्याह के बहुत से बेटे हुए +1168,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_018.wav,यिसहार के पुत्रों में से शलोमीत मुख्य ठहरा +1169,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_019.wav,हेब्रोन के पुत्र यरिय्याह मुख्य दूसरा अमर्याह तीसरा यहजीएल और चौथा यकमाम +1170,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_020.wav,उज्जीएल के पुत्रों में से मुख्य तो मीका और दूसरा यिश्शिय्याह था +1171,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_021.wav,मरारी के पुत्र महली और मूशी महली के पुत्र एलीआजर और कीश +1172,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_022.wav,एलीआजर पुत्रहीन मर गया उसके केवल बेटियाँ हुई अतः कीश के पुत्रों ने जो उनके भाई थे उन्हें ब्याह लिया +1173,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_023.wav,मूशी के पुत्र महली एदेर और यरेमोत यह तीन थे +1174,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_024.wav,लेवीय पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष ये ही थे ये नाम ले लेकर एकएक पुरुष करके गिने गए और बीस वर्ष की या उससे अधिक अवस्था के थे और यहोवा के भवन में सेवा टहल करते थे +1175,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_025.wav,क्योंकि दाऊद ने कहा इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने अपनी प्रजा को विश्राम दिया है कि वे यरूशलेम में सदैव रह सकें +1176,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_026.wav,और लेवियों को निवास और उसकी उपासना का सामान फिर उठाना न पड़ेगा +1177,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_027.wav,क्योंकि दाऊद की पिछली आज्ञाओं के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक अवस्था के लेवीय गिने गए +1178,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_028.wav,क्योंकि उनका काम तो हारून की सन्तान की सेवा टहल करना था अर्थात् यह कि वे आँगनों और कोठरियों में और सब पवित्र वस्तुओं के शुद्ध करने में और परमेश्वर के भवन की उपासना के सब कामों में सेवा टहल करें +1179,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_029.wav,और भेंट की रोटी का अन्नबलियों के मैदे का और अख़मीरी पपड़ियों का और तवे पर बनाए हुए और सने हुए का और मापने और तौलने के सब प्रकार का काम करें +1180,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_030.wav,और प्रति भोर और प्रति साँझ को यहोवा का धन्यवाद और उसकी स्तुति करने के लिये खड़े रहा करें +1181,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_031.wav,और विश्रामदिनों और नये चाँद के दिनों और नियत पर्वों में गिनती के नियम के अनुसार नित्य यहोवा के सब होमबलियों को चढ़ाएँ +1182,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_023_032.wav,और यहोवा के भवन की उपासना के विषय मिलापवाले तम्बू और पवित्रस्थान की रक्षा करें और अपने भाई हारूनियों के सौंपे हुए काम को चौकसी से करें +1183,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_001.wav,फिर हारून की सन्तान के दल ये थे हारून के पुत्र तो नादाब अबीहू एलीआजर और ईतामार थे +1184,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_002.wav,परन्तु नादाब और अबीहू अपने पिता के सामने पुत्रहीन मर गए इसलिए याजक का काम एलीआजर और ईतामार करते थे +1185,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_003.wav,और दाऊद ने एलीआजर के वंश के सादोक और ईतामार के वंश के अहीमेलेक की सहायता से उनको अपनीअपनी सेवा के अनुसार दलदल करके बाँट दिया +1186,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_004.wav,एलीआजर के वंश के मुख्य पुरुष ईतामार के वंश के मुख्य पुरुषों से अधिक थे और वे ऐसे बाँटे गए अर्थात् एलीआजर के वंश के पितरों के घरानों के सोलह और ईतामार के वंश के पितरों के घरानों के आठ मुख्य पुरुष थे +1187,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_005.wav,तब वे चिट्ठी डालकर बराबरबराबर बाँटे गए क्योंकि एलीआजर और ईतामार दोनों के वंशों में पवित्रस्थान के हाकिम और परमेश्वर के हाकिम नियुक्त हुए थे +1188,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_006.wav,और नतनेल के पुत्र शमायाह जो शास्त्री और लेवीय था उनके नाम राजा और हाकिमों और सादोक याजक और एब्यातार के पुत्र अहीमेलेक और याजकों और लेवियों के पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों के सामने लिखे अर्थात् पितरों का एक घराना तो एलीआजर के वंश में से और एक ईतामार के वंश में से लिया गया +1189,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_007.wav,पहली चिट्ठी तो यहोयारीब के और दूसरी यदायाह +1190,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_008.wav,तीसरी हारीम के चौथी सोरीम के +1191,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_009.wav,पाँचवीं मल्किय्याह के छठवीं मिय्यामीन के +1192,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_010.wav,सातवीं हक्कोस के आठवीं अबिय्याह के +1193,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_011.wav,नौवीं येशुअ के दसवीं शकन्याह के +1194,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_012.wav,ग्यारहवीं एल्याशीब के बारहवीं याकीम के +1195,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_013.wav,तेरहवीं हुप्पा के चौदहवीं येसेबाब के +1196,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_014.wav,पन्द्रहवीं बिल्गा के सोलहवीं इम्मेर के +1197,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_015.wav,सत्रहवीं हेजीर के अठारहवीं हप्पित्सेस के +1198,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_016.wav,उन्‍नीसवीं पतह्याह के बीसवीं यहेजकेल के +1199,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_017.wav,इक्कीसवीं याकीन के बाईसवीं गामूल के +1200,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_018.wav,तेईसवीं दलायाह के और चौबीसवीं माज्याह के नाम पर निकलीं +1201,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_019.wav,उनकी सेवकाई के लिये उनका यही नियम ठहराया गया कि वे अपने उस नियम के अनुसार जो इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की आज्ञा के अनुसार उनके मूलपुरुष हारून ने चलाया था यहोवा के भवन में जाया करें +1202,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_020.wav,बचे हुए लेवियों में से अम्राम के वंश में से शूबाएल शूबाएल के वंश में से येहदयाह +1203,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_021.wav,बचा रहब्याह अतः रहब्याह के वंश में से यिश्शिय्याह मुख्य था +1204,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_022.wav,यिसहारियों में से शलोमोत और शलोमोत के वंश में से यहत +1205,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_023.wav,हेब्रोन के वंश में से मुख्य तो यरिय्याह दूसरा अमर्याह तीसरा यहजीएल और चौथा यकमाम +1206,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_024.wav,उज्जीएल के वंश में से मीका और मीका के वंश में से शामीर +1207,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_025.wav,मीका का भाई यिश्शिय्याह यिश्शिय्याह के वंश में से जकर्याह +1208,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_026.wav,मरारी के पुत्र महली और मूशी और याजिय्याह का पुत्र बिनो था +1209,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_027.wav,मरारी के पुत्र याजिय्याह से बिनो और शोहम जक्कूर और इब्री थे +1210,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_028.wav,महली से एलीआजर जिसके कोई पुत्र न था +1211,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_029.wav,कीश से कीश के वंश में यरहमेल +1212,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_030.wav,और मूशी के पुत्र महली एदेर और यरीमोत अपनेअपने पितरों के घरानों के अनुसार ये ही लेवीय सन्तान के थे +1213,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_024_031.wav,इन्होंने भी अपने भाई हारून की सन्तानों की तरह दाऊद राजा और सादोक और अहीमेलेक और याजकों और लेवियों के पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों के सामने चिट्ठियाँ डाली अर्थात् मुख्य पुरुष के पितरों का घराना उसके छोटे भाई के पितरों के घराने के बराबर ठहरा +1214,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_001.wav,फिर दाऊद और सेनापतियों ने आसाप हेमान और यदूतून के कुछ पुत्रों को सेवकाई के लिये अलग किया कि वे वीणा सारंगी और झाँझ बजाबजाकर नबूवत करें और इस सेवकाई के काम करनेवाले मनुष्यों की गिनती यह थी +1215,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_002.wav,अर्थात् आसाप के पुत्रों में से जक्कूर यूसुफ नतन्याह और अशरेला आसाप के ये पुत्र आसाप ही की आज्ञा में थे जो राजा की आज्ञा के अनुसार नबूवत करता था +1216,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_003.wav,फिर यदूतून के पुत्रों में से गदल्याह सरी यशायाह शिमी हशब्याह मत्तित्याह ये ही छः अपने पिता यदूतून की आज्ञा में होकर जो यहोवा का धन्यवाद और स्तुति कर करके नबूवत करता था वीणा बजाते थे +1217,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_004.wav,हेमान के पुत्रों में से बुक्किय्याह मत्तन्याह उज्जीएल शबूएल यरीमोत हनन्याह हनानी एलीआता गिद्दलती रोममतीएजेर योशबकाशा मल्लोती होतीर और महजीओत +1218,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_005.wav,परमेश्वर की प्रतिज्ञानुकूल जो उसका नाम बढ़ाने की थी ये सब हेमान के पुत्र थे जो राजा का दर्शी था क्योंकि परमेश्वर ने हेमान को चौदह बेटे और तीन बेटियाँ दीं थीं +1219,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_006.wav,ये सब यहोवा के भवन में गाने के लिये अपनेअपने पिता के अधीन रहकर परमेश्वर के भवन की सेवकाई में झाँझ सारंगी और वीणा बजाते थे आसाप यदूतून और हेमान राजा के अधीन रहते थे +1220,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_007.wav,इन सभी की गिनती भाइयों समेत जो यहोवा के गी��� सीखे हुए और सब प्रकार से निपुण थे दो सौ अट्ठासी थी +1221,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_008.wav,उन्होंने क्या बड़ा क्या छोटा क्या गुरु क्या चेला अपनीअपनी बारी के लिये चिट्ठी डाली +1222,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_009.wav,पहली चिट्ठी आसाप के बेटों में से यूसुफ के नाम पर निकली दूसरी गदल्याह के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1223,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_010.wav,तीसरी जक्कूर के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1224,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_011.wav,चौथी यिस्री के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1225,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_012.wav,पाँचवीं नतन्याह के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1226,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_013.wav,छठीं बुक्किय्याह के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1227,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_014.wav,सातवीं यसरेला के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1228,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_015.wav,आठवीं यशायाह के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1229,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_016.wav,नौवीं मत्तन्याह के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई समेत बारह थे +1230,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_017.wav,दसवीं शिमी के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1231,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_018.wav,ग्यारहवीं अजरेल के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1232,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_019.wav,बारहवीं हशब्याह के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1233,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_020.wav,तेरहवीं शूबाएल के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1234,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_021.wav,चौदहवीं मत्तित्याह के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1235,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_022.wav,पन्द्रहवीं यरेमोत के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1236,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_023.wav,सोलहवीं हनन्याह के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1237,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_024.wav,सत्रहवीं योशबकाशा के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1238,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_025.wav,अठारहवीं हनानी के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1239,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_026.wav,उन्‍नीसवीं मल्लोती के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1240,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_027.wav,बीसवीं एलियातह के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1241,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_028.wav,इक्कीसवीं होतीर के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1242,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_029.wav,बाईसवीं गिद्दलती के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1243,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_030.wav,तेईसवीं महजीओत के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1244,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_025_031.wav,चौबीसवीं चिट्ठी रोममतीएजेर के नाम पर निकली जिसके पुत्र और भाई उस समेत बारह थे +1245,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_001.wav,फिर द्वारपालों के दल ये थेः कोरहियों में से तो मशेलेम्याह जो कोरे का पुत्र और आसाप के सन्तानों में से था +1246,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_002.wav,और मशेलेम्याह के पुत्र हुए अर्थात् उसका जेठा जकर्याह दूसरा यदीएल तीसरा जबद्याह +1247,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_003.wav,चौथा यातनीएल पाँचवाँ एलाम छठवां यहोहानान और सातवाँ एल्यहोएनै +1248,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_004.wav,फिर ओबेदेदोम के भी पुत्र हुए उसका जेठा शमायाह दूसरा यहोजाबाद तीसरा योआह चौथा साकार पाँचवाँ नतनेल +1249,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_005.wav,छठवाँ अम्मीएल सातवाँ इस्साकार और आठवाँ पुल्लतै क्योंकि परमेश्वर ने उसे आशीष दी थी +1250,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_006.wav,और उसके पुत्र शमायाह के भी पुत्र उत्पन्न हुए जो शूरवीर होने के कारण अपने पिता के घराने पर प्रभुता करते थे +1251,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_007.wav,शमायाह के पुत्र ये थे अर्थात् ओतनी रपाएल ओबेद एलजाबाद और उनके भाई एलीहू और समक्याह बलवान पुरुष थे +1252,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_008.wav,ये सब ओबेदेदोम की सन्तानों में से थे वे और उनके पुत्र और भाई इस सेवकाई के लिये बलवान और शक्तिमान थे ये ओबेदेदोमी बासठ थे +1253,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_009.wav,मशेलेम्याह के पुत्र और भाई अठारह थे जो बलवान थे +1254,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_010.wav,फिर मरारी के वंश में से होसा के भी पुत्र थे अर्थात् मुख्य तो शिम्री जिसको जेठा न होने पर भी उसके पिता ने मुख्य ठहराया +1255,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_011.wav,दूसरा हिल्किय्याह तीसरा तबल्याह और चौथा जकर्याह था होसा के सब पुत्र और भाई मिलकर तेरह थे +1256,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_012.wav,द्वारपालों के दल इन मुख्य पुरुषों के थे ये अपने भाइयों के बराबर ही यहोवा के भवन में सेवा टहल करते थे +1257,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_013.wav,इन्होंने क्या छोटे क्या बड़े अपनेअपने पितरों के घरानों के अनुसार एकएक फाटक के लिये चिट्ठी डाली +1258,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_014.wav,पूर्व की ओर की चिट्ठी शेलेम्याह के नाम पर निकली तब उन्होंने उसके पुत्र जकर्याह के नाम की चिट्ठी डाली वह बुद्धिमान मंत्री था और चिट्ठी उत्तर की ओर के लिये निकली +1259,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_015.wav,दक्षिण की ओर के लिये ओबेदेदोम के नाम पर चिट्ठी निकली और उसके बेटों के नाम पर खजाने की कोठरी के लिये +1260,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_016.wav,फिर शुप्पीम और होसा के नामों की चिट्ठी पश्चिम की ओर के लिये निकली क��� वे शल्लेकेत नामक फाटक के पास चढ़ाई की सड़क पर आमनेसामने चौकीदारी किया करें +1261,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_017.wav,पूर्व की ओर तो छः लेवीय थे उत्तर की ओर प्रतिदिन चार दक्षिण की ओर प्रतिदिन चार और खजाने की कोठरी के पास दो ठहरे +1262,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_018.wav,पश्चिम की ओर के पर्बार नामक स्थान पर ऊँची सड़क के पास तो चार और पर्बार के पास दो रहे +1263,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_019.wav,ये द्वारपालों के दल थे जिनमें से कितने तो कोरह के और कुछ मरारी के वंश के थे +1264,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_020.wav,फिर लेवियों में से अहिय्याह परमेश्वर के भवन और पवित्र की हुई वस्तुओं दोनों के भण्डारों का अधिकारी नियुक्त हुआ +1265,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_021.wav,ये लादान की सन्तान के थे अर्थात् गेर्शोनियों की सन्तान जो लादान के कुल के थे अर्थात् लादान और गेर्शोनी के पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष थे अर्थात् यहोएली +1266,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_022.wav,यहोएली के पुत्र ये थे अर्थात् जेताम और उसका भाई योएल जो यहोवा के भवन के खजाने के अधिकारी थे +1267,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_023.wav,अम्रामियों यिसहारियों हेब्रोनियों और उज्जीएलियों में से +1268,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_024.wav,शबूएल जो मूसा के पुत्र गेर्शोम के वंश का था वह खजानों का मुख्य अधिकारी था +1269,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_025.wav,और उसके भाइयों का वृत्तान्त यह है एलीएजेर के कुल में उसका पुत्र रहब्याह रहब्याह का पुत्र यशायाह यशायाह का पुत्र योराम योराम का पुत्र जिक्री और जिक्री का पुत्र शलोमोत था +1270,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_026.wav,यही शलोमोत अपने भाइयों समेत उन सब पवित्र की हुई वस्तुओं के भण्डारों का अधिकारी था जो राजा दाऊद और पितरों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुषों और सहस्त्रपतियों और शतपतियों और मुख्य सेनापतियों ने पवित्र की थीं +1271,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_027.wav,जो लूट लड़ाइयों में मिलती थी उसमें से उन्होंने यहोवा का भवन दृढ़ करने के लिये कुछ पवित्र किया +1272,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_028.wav,वरन् जितना शमूएल दर्शी कीश के पुत्र शाऊल नेर के पुत्र अब्नेर और सरूयाह के पुत्र योआब ने पवित्र किया था और जो कुछ जिस किसी ने पवित्र कर रखा था वह सब शलोमोत और उसके भाइयों के अधिकार में था +1273,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_029.wav,यिसहारियों में से कनन्याह और उसके पुत्र इस्राएल के देश का काम अर्थात् सरदार और न्यायी का काम करने के लिये नियुक्त हुए +1274,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_030.wav,और हेब्रोनियों में से हशब्याह और उसके भाई जो सत्रह सौ बलवान पुरुष थे वे यहोवा के सब काम और राजा की सेवा के विषय यरदन के पश्चिम ओर रहनेवाले इस्राएलियों के अधिकारी ठहरे +1275,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_031.wav,हेब्रोनियों में से यरिय्याह मुख्य था अर्थात् हेब्रोनियों की पीढ़ीपीढ़ी के पितरों के घरानों के अनुसार दाऊद के राज्य के चालीसवें वर्ष में वे ढूँढ़े गए और उनमें से कई शूरवीर गिलाद के याजेर में मिले +1276,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_026_032.wav,उसके भाई जो वीर थे पितरों के घरानों के दो हजार सात सौ मुख्य पुरुष थे इनको दाऊद राजा ने परमेश्वर के सब विषयों और राजा के विषय में रूबेनियों गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र का अधिकारी ठहराया +1277,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_001.wav,इस्राएलियों की गिनती अर्थात् पितरों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुषों और सहस्त्रपतियों और शतपतियों और उनके सरदारों की गिनती जो वर्ष भर के महीनेमहीने उपस्थित होने और छुट्टी पानेवाले दलों के थे और सब विषयों में राजा की सेवा टहल करते थे एकएक दल में चौबीस हजार थे +1278,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_002.wav,पहले महीने के लिये पहले दल का अधिकारी जब्दीएल का पुत्र याशोबाम नियुक्त हुआ और उसके दल में चौबीस हजार थे +1279,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_003.wav,वह पेरेस के वंश का था और पहले महीने में सब सेनापतियों का अधिकारी था +1280,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_004.wav,दूसरे महीने के दल का अधिकारी दोदै नामक एक अहोही था और उसके दल का प्रधान मिक्लोत था और उसके दल में चौबीस हजार थे +1281,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_005.wav,तीसरे महीने के लिये तीसरा सेनापति यहोयादा याजक का पुत्र बनायाह था और उसके दल में चौबीस हजार थे +1282,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_006.wav,यह वही बनायाह है जो तीसों शूरों में वीर और तीसों में श्रेष्ठ भी था और उसके दल में उसका पुत्र अम्मीजाबाद था +1283,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_007.wav,चौथे महीने के लिये चौथा सेनापति योआब का भाई असाहेल था और उसके बाद उसका पुत्र जबद्याह था और उसके दल में चौबीस हजार थे +1284,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_008.wav,पाँचवें महीने के लिये पाँचवाँ सेनापति यिज्राही शम्हूत था और उसके दल में चौबीस हजार थे +1285,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_009.wav,छठवें महीने के लिये छठवाँ सेनापति तकोई इक्केश का पुत्र ईरा था और उसके दल में चौबीस हजार थे +1286,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_010.wav,सातवें महीने के लिये सातवाँ सेनापति एप्रैम के वंश का हेलेस पलोनी था और उसके दल में चौबीस हजार थे +1287,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_011.wav,आठवें महीने के लिये आठवाँ सेनापति जेरह के वंश में से हूशाई सिब्बकै था और उसके दल में चौबीस हजार थे +1288,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_012.wav,नौवें महीने के लिये नौवाँ सेनापति बिन्यामीनी अबीएजेर अनातोतवास�� था और उसके दल में चौबीस हजार थे +1289,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_013.wav,दसवें महीने के लिये दसवाँ सेनापति जेरही महरै नतोपावासी था और उसके दल में चौबीस हजार थे +1290,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_014.wav,ग्यारहवें महीने के लिये ग्यारहवाँ सेनापति एप्रैम के वंश का बनायाह पिरातोनवासी था और उसके दल में चौबीस हजार थे +1291,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_015.wav,बारहवें महीने के लिये बारहवां सेनापति ओत्नीएल के वंश का हेल्दै नतोपावासी था और उसके दल में चौबीस हजार थे +1292,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_016.wav,फिर इस्राएली गोत्रों के ये अधिकारी थे अर्थात् रूबेनियों का प्रधान जिक्री का पुत्र एलीएजेर शिमोनियों से माका का पुत्र शपत्याह +1293,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_017.wav,लेवी से कमूएल का पुत्र हशब्याह हारून की सन्तान का सादोक +1294,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_018.wav,यहूदा का एलीहू नामक दाऊद का एक भाई इस्साकार से मीकाएल का पुत्र ओम्री +1295,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_019.wav,जबूलून से ओबद्याह का पुत्र यिशमायाह नप्ताली से अज्रीएल का पुत्र यरीमोत +1296,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_020.wav,एप्रैम से अजज्याह का पुत्र होशे मनश्शे से आधे गोत्र का पदायाह का पुत्र योएल +1297,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_021.wav,गिलाद में आधे गोत्र मनश्शे से जकर्याह का पुत्र इद्दो बिन्यामीन से अब्नेर का पुत्र यासीएल +1298,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_022.wav,और दान से यरोहाम का पुत्र अजरेल प्रधान ठहरा ये ही इस्राएल के गोत्रों के हाकिम थे +1299,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_023.wav,परन्तु दाऊद ने उनकी गिनती बीस वर्ष की अवस्था के नीचे न की क्योंकि यहोवा ने इस्राएल की गिनती आकाश के तारों के बराबर बढ़ाने के लिये कहा था +1300,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_024.wav,सरूयाह का पुत्र योआब गिनती लेने लगा पर निपटा न सका क्योंकि परमेश्वर का क्रोध इस्राएल पर भड़का और यह गिनती राजा दाऊद के इतिहास में नहीं लिखी गई +1301,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_025.wav,फिर अदीएल का पुत्र अज्मावेत राज भण्डारों का अधिकारी था और देहात और नगरों और गाँवों और गढ़ों के भण्डारों का अधिकारी उज्जियाह का पुत्र यहोनातान था +1302,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_026.wav,और जो भूमि को जोतकर बोकर खेती करते थे उनका अधिकारी कलूब का पुत्र एज्री था +1303,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_027.wav,और दाख की बारियों का अधिकारी रामाई शिमी और दाख की बारियों की उपज जो दाखमधु के भण्डारों में रखने के लिये थी उसका अधिकारी शापामी जब्दी था +1304,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_028.wav,और नीचे के देश के जैतून और गूलर के वृक्षों का अधिकारी गदेरी बाल्हानान था और तेल के भण्डारों का अधिकारी योआश था +1305,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_029.wav,और शारोन में चरनेवाले गायबैलों का अधिकारी शारोनी शित्रै था और तराइयों के गायबैलों का अधिकारी अदलै का पुत्र शापात था +1306,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_030.wav,और ऊँटों का अधिकारी इश्माएली ओबील और गदहियों का अधिकारी मेरोनोतवासी येहदयाह +1307,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_031.wav,और भेड़बकरियों का अधिकारी हग्री याजीज था ये ही सब राजा दाऊद की धनसम्पत्ति के अधिकारी थे +1308,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_032.wav,और दाऊद का भतीजा योनातान एक समझदार मंत्री और शास्त्री था और एक हक्मोनी का पुत्र यहीएल राजपुत्रों के संग रहा करता था +1309,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_033.wav,और अहीतोपेल राजा का मंत्री था और एरेकी हूशै राजा का मित्र था +1310,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_027_034.wav,और अहीतोपेल के बाद बनायाह का पुत्र यहोयादा और एब्यातार मंत्री ठहराए गए और राजा का प्रधान सेनापति योआब था +1311,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_001.wav,और दाऊद ने इस्राएल के सब हाकिमों को अर्थात् गोत्रों के हाकिमों और राजा की सेवा टहल करनेवाले दलों के हाकिमों को और सहस्त्रपतियों और शतपतियों और राजा और उसके पुत्रों के पशु आदि सब धनसम्पत्ति के अधिकारियों सरदारों और वीरों और सब शूरवीरों को यरूशलेम में बुलवाया +1312,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_002.wav,तब दाऊद राजा खड़ा होकर कहने लगा हे मेरे भाइयों और हे मेरी प्रजा के लोगों मेरी सुनो मेरी मनसा तो थी कि यहोवा की वाचा के सन्दूक के लिये और हम लोगों के परमेश्वर के चरणों की पीढ़ी के लिये विश्राम का एक भवन बनाऊँ और मैंने उसके बनाने की तैयारी की थी +1313,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_003.wav,परन्तु परमेश्वर ने मुझसे कहा तू मेरे नाम का भवन बनाने न पाएगा क्योंकि तू युद्ध करनेवाला है और तूने लहू बहाया है +1314,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_004.wav,तो भी इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने मेरे पिता के सारे घराने में से मुझी को चुन लिया कि इस्राएल का राजा सदा बना रहूँ अर्थात् उसने यहूदा को प्रधान होने के लिये और यहूदा के घराने में से मेरे पिता के घराने को चुन लिया और मेरे पिता के पुत्रों में से वह मुझी को सारे इस्राएल का राजा बनाने के लिये प्रसन्न हुआ +1315,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_005.wav,और मेरे सब पुत्रों में से यहोवा ने तो मुझे बहुत पुत्र दिए हैं उसने मेरे पुत्र सुलैमान को चुन लिया है कि वह इस्राएल के ऊपर यहोवा के राज्य की गद्दी पर विराजे +1316,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_006.wav,और उसने मुझसे कहा तेरा पुत्र सुलैमान ही मेरे भवन और आँगनों को बनाएगा क्योंकि मैंने उसको चुन लिया है कि मेरा पुत्र ठहरे और मैं उसका पिता ठहरूँगा +1317,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_007.wav,और यदि व��� मेरी आज्ञाओं और नियमों के मानने में आजकल के समान दृढ़ रहे तो मैं उसका राज्य सदा स्थिर रखूँगा +1318,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_008.wav,इसलिए अब इस्राएल के देखते अर्थात् यहोवा की मण्डली के देखते और अपने परमेश्वर के सामने अपने परमेश्वर यहोवा की सब आज्ञाओं को मानो और उन पर ध्यान करते रहो ताकि तुम इस अच्छे देश के अधिकारी बने रहो और इसे अपने बाद अपने वंश का सदा का भाग होने के लिये छोड़ जाओ +1319,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_009.wav,हे मेरे पुत्र सुलैमान तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह क्योंकि यहोवा मन को जाँचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है यदि तू उसकी खोज में रहे तो वह तुझको मिलेगा परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझको छोड़ देगा +1320,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_010.wav,अब चौकस रह यहोवा ने तुझे एक ऐसा भवन बनाने को चुन लिया है जो पवित्रस्थान ठहरेगा हियाव बाँधकर इस काम में लग जा +1321,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_011.wav,तब दाऊद ने अपने पुत्र सुलैमान को मन्दिर के ओसारे कोठरियों भण्डारों अटारियों भीतरी कोठरियों और प्रायश्चित के ढकने के स्थान का नमूना +1322,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_012.wav,और यहोवा के भवन के आँगनों और चारों ओर की कोठरियों और परमेश्वर के भवन के भण्डारों और पवित्र की हुई वस्तुओं के भण्डारों के जोजो नमूने परमेश्वर के आत्मा की प्रेरणा से उसको मिले थे वे सब दे दिए +1323,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_013.wav,फिर याजकों और लेवियों के दलों और यहोवा के भवन की सेवा के सब कामों और यहोवा के भवन की सेवा के सब सामान +1324,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_014.wav,अर्थात् सब प्रकार की सेवा के लिये सोने के पात्रों के निमित्त सोना तौलकर और सब प्रकार की सेवा के लिये चाँदी के पात्रों के निमित्त चाँदी तौलकर +1325,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_015.wav,और सोने की दीवटों के लिये और उनके दीपकों के लिये प्रति एकएक दीवट और उसके दीपकों का सोना तौलकर और चाँदी के दीवटों के लिये एकएक दीवट और उसके दीपक की चाँदी प्रति एकएक दीवट के काम के अनुसार तौलकर +1326,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_016.wav,और भेंट की रोटी की मेजों के लिये एकएक मेज का सोना तौलकर और चाँदी की मेजों के लिये चाँदी +1327,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_017.wav,और शुद्ध सोने के काँटों कटोरों और प्यालों और सोने की कटोरियों के लिये एकएक कटोरी का सोना तौलकर और चाँदी की कटोरियों के लिये एकएक कटोरी की चाँदी तौलकर +1328,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_018.wav,और धूप की वेदी के लिये ताया हुआ सोना तौलकर और रथ अर्थात् यहोवा की वाचा का सन्दूक ढाँकनेवाले और पंख फैलाएँ हुए करूबों के नमूने के लिये सोना दे दिया +1329,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_019.wav,दाऊद ने कहा मैंने यहोवा की शक्ति से जो मुझ को मिली यह सब कुछ बूझकर लिख दिया है +1330,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_020.wav,फिर दाऊद ने अपने पुत्र सुलैमान से कहा हियाव बाँध और दृढ़ होकर इस काम में लग जा मत डर और तेरा मन कच्चा न हो क्योंकि यहोवा परमेश्वर जो मेरा परमेश्वर है वह तेरे संग है और जब तक यहोवा के भवन में जितना काम करना हो वह न हो चुके तब तक वह न तो तुझे धोखा देगा और न तुझे त्यागेगा +1331,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_028_021.wav,और देख परमेश्वर के भवन के सब काम के लिये याजकों और लेवियों के दल ठहराए गए हैं और सब प्रकार की सेवा के लिये सब प्रकार के काम प्रसन्नता से करनेवाले बुद्धिमान पुरुष भी तेरा साथ देंगे और हाकिम और सारी प्रजा के लोग भी जो कुछ तू कहेगा वही करेंगे +1332,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_001.wav,फिर राजा दाऊद ने सारी सभा से कहा मेरा पुत्र सुलैमान सुकुमार लड़का है और केवल उसी को परमेश्वर ने चुना है काम तो भारी है क्योंकि यह भवन मनुष्य के लिये नहीं यहोवा परमेश्वर के लिये बनेगा +1333,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_002.wav,मैंने तो अपनी शक्ति भर अपने परमेश्वर के भवन के निमित्त सोने की वस्तुओं के लिये सोना चाँदी की वस्तुओं के लिये चाँदी पीतल की वस्तुओं के लिये पीतल लोहे की वस्तुओं के लिये लोहा और लकड़ी की वस्तुओं के लिये लकड़ी और सुलैमानी पत्थर और जड़ने के योग्य मणि और पच्‍चीकारी के काम के लिये भिन्न भिन्न रंगों के नग और सब भाँति के मणि और बहुत सा संगमरमर इकट्ठा किया है +1334,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_003.wav,फिर मेरा मन अपने परमेश्वर के भवन में लगा है इस कारण जो कुछ मैंने पवित्र भवन के लिये इकट्ठा किया है उस सबसे अधिक मैं अपना निज धन भी जो सोना चाँदी के रूप में मेरे पास है अपने परमेश्वर के भवन के लिये दे देता हूँ +1335,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_004.wav,अर्थात् तीन हजार किक्कार ओपीर का सोना और सात हजार किक्कार तपाई हुई चाँदी जिससे कोठरियों की भीतें मढ़ी जाएँ +1336,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_005.wav,और सोने की वस्तुओं के लिये सोना और चाँदी की वस्तुओं के लिये चाँदी और कारीगरों से बनानेवाले सब प्रकार के काम के लिये मैं उसे देता हूँ और कौन अपनी इच्छा से यहोवा के लिये अपने को अर्पण कर देता है +1337,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_006.wav,तब पितरों के घरानों के प्रधानों और इस्राएल के गोत्रों के हाकिमों और सहस्त्रपतियों और शतपतियों और राजा के काम क�� अधिकारियों ने अपनीअपनी इच्छा से +1338,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_007.wav,परमेश्वर के भवन के काम के लिये पाँच हजार किक्कार और दस हजार दर्कमोन सोना दस हजार किक्कार चाँदी अठारह हजार किक्कार पीतल और एक लाख किक्कार लोहा दे दिया +1339,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_008.wav,और जिनके पास मणि थे उन्होंने उन्हें यहोवा के भवन के खजाने के लिये गेर्शोनी यहीएल के हाथ में दे दिया +1340,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_009.wav,तब प्रजा के लोग आनन्दित हुए क्योंकि हाकिमों ने प्रसन्न होकर खरे मन और अपनीअपनी इच्छा से यहोवा के लिये भेंट दी थी और दाऊद राजा बहुत ही आनन्दित हुआ +1341,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_010.wav,तब दाऊद ने सारी सभा के सम्मुख यहोवा का धन्यवाद किया और दाऊद ने कहा हे यहोवा हे हमारे मूलपुरुष इस्राएल के परमेश्वर अनादिकाल से अनन्तकाल तक तू धन्य है +1342,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_011.wav,हे यहोवा महिमा पराक्रम शोभा सामर्थ्य और वैभव तेरा ही है क्योंकि आकाश और पृथ्वी में जो कुछ है वह तेरा ही है हे यहोवा राज्य तेरा है और तू सभी के ऊपर मुख्य और महान ठहरा है +1343,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_012.wav,धन और महिमा तेरी ओर से मिलती हैं और तू सभी के ऊपर प्रभुता करता है सामर्थ्य और पराक्रम तेरे ही हाथ में हैं और सब लोगों को बढ़ाना और बल देना तेरे हाथ में है +1344,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_013.wav,इसलिए अब हे हमारे परमेश्वर हम तेरा धन्यवाद और तेरे महिमायुक्त नाम की स्तुति करते हैं +1345,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_014.wav,मैं क्या हूँ और मेरी प्रजा क्या है कि हमको इस रीति से अपनी इच्छा से तुझे भेंट देने की शक्ति मिले तुझी से तो सब कुछ मिलता है और हमने तेरे हाथ से पाकर तुझे दिया है +1346,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_015.wav,तेरी दृष्टि में हम तो अपने सब पुरखाओं के समान पराए और परदेशी हैं पृथ्वी पर हमारे दिन छाया के समान बीत जाते हैं और हमारा कुछ ठिकाना नहीं +1347,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_016.wav,हे हमारे परमेश्वर यहोवा वह जो बड़ा संचय हमने तेरे पवित्र नाम का एक भवन बनाने के लिये किया है वह तेरे ही हाथ से हमें मिला था और सब तेरा ही है +1348,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_017.wav,और हे मेरे परमेश्वर मैं जानता हूँ कि तू मन को जाँचता है और सिधाई से प्रसन्न रहता है मैंने तो यह सब कुछ मन की सिधाई और अपनी इच्छा से दिया है और अब मैंने आनन्द से देखा है कि तेरी प्रजा के लोग जो यहाँ उपस्थित हैं वह अपनी इच्छा से तेरे लिये भेंट देते हैं +1349,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_018.wav,हे यहोवा हे हमारे पुरखा अब्राहम इसहाक और इस्राएल के परमेश्वर अपनी प्रजा के मन के विचारों में यह बात बनाए रख और उनके मन अपनी ओर लगाए रख +1350,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_019.wav,और मेरे पुत्र सुलैमान का मन ऐसा खरा कर दे कि वह तेरी आज्ञाओं चितौनियों और विधियों को मानता रहे और यह सब कुछ करे और उस भवन को बनाए जिसकी तैयारी मैंने की है +1351,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_020.wav,तब दाऊद ने सारी सभा से कहा तुम अपने परमेश्वर यहोवा का धन्यवाद करो तब सभा के सब लोगों ने अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा का धन्यवाद किया और अपनाअपना सिर झुकाकर यहोवा को और राजा को दण्डवत् किया +1352,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_021.wav,और दूसरे दिन उन्होंने यहोवा के लिये बलिदान किए अर्थात् अर्घों समेत एक हजार बैल एक हजार मेढ़े और एक हजार भेड़ के बच्चे होमबलि करके चढ़ाए और सब इस्राएल के लिये बहुत से मेलबलि चढ़ाए +1353,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_022.wav,उसी दिन यहोवा के सामने उन्होंने बड़े आनन्द से खाया और पिया फिर उन्होंने दाऊद के पुत्र सुलैमान को दूसरी बार राजा ठहराकर यहोवा की ओर से प्रधान होने के लिये उसका और याजक होने के लिये सादोक का अभिषेक किया +1354,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_023.wav,तब सुलैमान अपने पिता दाऊद के स्थान पर राजा होकर यहोवा के सिंहासन पर विराजने लगा और समृद्ध हुआ और इस्राएल उसके अधीन हुआ +1355,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_024.wav,और सब हाकिमों और शूरवीरों और राजा दाऊद के सब पुत्रों ने सुलैमान राजा की अधीनता अंगीकार की +1356,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_025.wav,और यहोवा ने सुलैमान को सब इस्राएल के देखते बहुत बढ़ाया और उसे ऐसा राजकीय ऐश्वर्य दिया जैसा उससे पहले इस्राएल के किसी राजा का न हुआ था +1357,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_026.wav,इस प्रकार यिशै के पुत्र दाऊद ने सारे इस्राएल के ऊपर राज्य किया +1358,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_027.wav,और उसके इस्राएल पर राज्य करने का समय चालीस वर्ष का था उसने सात वर्ष तो हेब्रोन में और तैंतीस वर्ष यरूशलेम में राज्य किया +1359,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_028.wav,और वह पूरे बुढ़ापे की अवस्था में दीर्घायु होकर और धन और वैभव मनमाना भोगकर मर गया और उसका पुत्र सुलैमान उसके स्थान पर राजा हुआ +1360,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_029.wav,आदि से अन्त तक राजा दाऊद के सब कामों का वृत्तान्त +1361,data/cleaned/hindi/1CH/1CH_029_030.wav,और उसके सब राज्य और पराक्रम का और उस पर और इस्राएल पर वरन् देशदेश के सब राज्यों पर जो कुछ बीता इसका भी वृत्तान्त शमूएल दर्शी और नातान नबी और गाद दर्शी की पुस्तकों में लिखा हुआ है +1362,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_001.wav,शाऊल के मरने के बाद जब दाऊद अमालेकियों को मारकर लौटा और दाऊद को सिकलग में रहते हुए दो दिन हो गए +1363,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_002.wav,तब तीसरे दिन ऐसा हुआ कि शाऊल की छावनी में से एक पुरुष कपड़े फाड़े सिर पर धूल डाले हुए आया जब वह दाऊद के पास पहुँचा तब भूमि पर गिरा और दण्डवत् किया +1364,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_003.wav,दाऊद ने उससे पूछा तू कहाँ से आया है उसने उससे कहा मैं इस्राएली छावनी में से बचकर आया हूँ +1365,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_004.wav,दाऊद ने उससे पूछा वहाँ क्या बात हुई मुझे बता उसने कहा यह कि लोग रणभूमि छोड़कर भाग गए और बहुत लोग मारे गए और शाऊल और उसका पुत्र योनातान भी मारे गए हैं +1366,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_005.wav,दाऊद ने उस समाचार देनेवाले जवान से पूछा तू कैसे जानता है कि शाऊल और उसका पुत्र योनातान मर गए +1367,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_006.wav,समाचार देनेवाले जवान ने कहा संयोग से मैं गिलबो पहाड़ पर था तो क्या देखा कि शाऊल अपने भाले की टेक लगाए हुए है फिर मैंने यह भी देखा कि उसका पीछा किए हुए रथ और सवार बड़े वेग से दौड़े आ रहे हैं +1368,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_007.wav,उसने पीछे फिरकर मुझे देखा और मुझे पुकारा मैंने कहा क्या आज्ञा +1369,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_008.wav,उसने मुझसे पूछा तू कौन है मैंने उससे कहा मैं तो अमालेकी हूँ +1370,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_009.wav,उसने मुझसे कहा मेरे पास खड़ा होकर मुझे मार डाल क्योंकि मेरा सिर तो घूमा जाता है परन्तु प्राण नहीं निकलता +1371,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_010.wav,तब मैंने यह निश्चय जान लिया कि वह गिर जाने के पश्चात् नहीं बच सकता मैंने उसके पास खड़े होकर उसे मार डाला और मैं उसके सिर का मुकुट और उसके हाथ का कंगन लेकर यहाँ अपने स्वामी के पास आया हूँ +1372,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_011.wav,तब दाऊद ने दुःखी होकर अपने कपड़े पकड़कर फाड़े और जितने पुरुष उसके संग थे सब ने वैसा ही किया +1373,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_012.wav,और वे शाऊल और उसके पुत्र योनातान और यहोवा की प्रजा और इस्राएल के घराने के लिये छाती पीटने और रोने लगे और साँझ तक कुछ न खाया इस कारण कि वे तलवार से मारे गए थे +1374,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_013.wav,फिर दाऊद ने उस समाचार देनेवाले जवान से पूछा तू कहाँ का है उसने कहा मैं तो परदेशी का बेटा अर्थात् अमालेकी हूँ +1375,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_014.wav,दाऊद ने उससे कहा तू यहोवा के अभिषिक्त को नष्ट करने के लिये हाथ बढ़ाने से क्यों नहीं डरा +1376,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_015.wav,तब दाऊद ने एक जवान को बुलाकर कहा निकट जाकर उस पर प्रहार कर तब उसने उसे ऐसा मारा कि वह मर गया +1377,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_016.wav,और दाऊद ने उससे कहा तेरा खून तेरे ही सिर पर पड़े क्योंकि तूने यह कहकर कि मैं ही ने यहोवा के अभिषिक्त को मार डाला अपने मुँह से अपने ही विरुद्ध स��क्षी दी है +1378,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_017.wav,तब दाऊद ने शाऊल और उसके पुत्र योनातान के विषय यह विलापगीत बनाया +1379,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_018.wav,और यहूदियों को यह धनुष नामक गीत सिखाने की आज्ञा दी यह याशार नामक पुस्तक में लिखा हुआ है +1380,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_019.wav,हे इस्राएल तेरा शिरोमणि तेरे ऊँचे स्थान पर मारा गया हाय शूरवीर कैसे गिर पड़े हैं +1381,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_020.wav,गत में यह न बताओ और न अश्कलोन की सड़कों में प्रचार करना न हो कि पलिश्ती स्त्रियाँ आनन्दित हों न हो कि खतनारहित लोगों की बेटियाँ गर्व करने लगें +1382,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_021.wav,हे गिलबो पहाड़ों तुम पर न ओस पड़े और न वर्षा हो और न भेंट के योग्य उपजवाले खेत पाए जाएँ क्योंकि वहाँ शूरवीरों की ढालें अशुद्ध हो गईं और शाऊल की ढाल बिना तेल लगाए रह गई +1383,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_022.wav,जूझे हुओं के लहू बहाने से और शूरवीरों की चर्बी खाने से योनातान का धनुष न लौटता था और न शाऊल की तलवार छूछी फिर आती थी +1384,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_023.wav,शाऊल और योनातान जीवनकाल में तो प्रिय और मनभाऊ थे और अपनी मृत्यु के समय अलग न हुए वे उकाब से भी वेग से चलनेवाले और सिंह से भी अधिक पराक्रमी थे +1385,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_024.wav,हे इस्राएली स्त्रियों शाऊल के लिये रोओ वह तो तुम्हें लाल रंग के वस्त्र पहनाकर सुख देता और तुम्हारे वस्त्रों के ऊपर सोने के गहने पहनाता था +1386,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_025.wav,हाय युद्ध के बीच शूरवीर कैसे काम आए हे योनातान हे ऊँचे स्थानों पर जूझे हुए +1387,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_026.wav,हे मेरे भाई योनातान मैं तेरे कारण दुःखित हूँ तू मुझे बहुत मनभाऊ जान पड़ता था तेरा प्रेम मुझ पर अद्भुत वरन् स्त्रियों के प्रेम से भी बढ़कर था +1388,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_001_027.wav,हाय शूरवीर कैसे गिर गए और युद्ध के हथियार कैसे नष्ट हो गए हैं +1389,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_001.wav,इसके बाद दाऊद ने यहोवा से पूछा क्या मैं यहूदा के किसी नगर में जाऊँ यहोवा ने उससे कहा हाँ जा दाऊद ने फिर पूछा किस नगर में जाऊँ उसने कहा हेब्रोन में +1390,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_002.wav,तब दाऊद यिज्रेली अहीनोअम और कर्मेली नाबाल की स्त्री अबीगैल नामक अपनी दोनों पत्नियों समेत वहाँ गया +1391,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_003.wav,दाऊद अपने साथियों को भी एकएक के घराने समेत वहाँ ले गया और वे हेब्रोन के गाँवों में रहने लगे +1392,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_004.wav,और यहूदी लोग गए और वहाँ दाऊद का अभिषेक किया कि वह यहूदा के घराने का राजा हो जब दाऊद को यह समाचार मिला कि जिन्होंने शाऊल को मिट्टी दी वे गिलाद के याबेश नगर के लो�� हैं +1393,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_005.wav,तब दाऊद ने दूतों से गिलाद के याबेश के लोगों के पास यह कहला भेजा यहोवा की आशीष तुम पर हो क्योंकि तुम ने अपने प्रभु शाऊल पर यह कृपा करके उसको मिट्टी दी +1394,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_006.wav,इसलिए अब यहोवा तुम से कृपा और सच्चाई का बर्ताव करे और मैं भी तुम्हारी इस भलाई का बदला तुम को दूँगा क्योंकि तुम ने यह काम किया है +1395,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_007.wav,अब हियाव बाँधो और पुरुषार्थ करो क्योंकि तुम्हारा प्रभु शाऊल मर गया और यहूदा के घराने ने अपने ऊपर राजा होने को मेरा अभिषेक किया है +1396,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_008.wav,परन्तु नेर का पुत्र अब्नेर जो शाऊल का प्रधान सेनापति था उसने शाऊल के पुत्र ईशबोशेत को संग ले पार जाकर महनैम में पहुँचाया +1397,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_009.wav,और उसे गिलाद अशूरियों के देश यिज्रेल एप्रैम बिन्यामीन वरन् समस्त इस्राएल प्रदेश पर राजा नियुक्त किया +1398,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_010.wav,शाऊल का पुत्र ईशबोशेत चालीस वर्ष का था जब वह इस्राएल पर राज्य करने लगा और दो वर्ष तक राज्य करता रहा परन्तु यहूदा का घराना दाऊद के पक्ष में रहा +1399,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_011.wav,और दाऊद का हेब्रोन में यहूदा के घराने पर राज्य करने का समय साढ़े सात वर्ष था +1400,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_012.wav,नेर का पुत्र अब्नेर और शाऊल के पुत्र ईशबोशेत के जन महनैम से गिबोन को आए +1401,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_013.wav,तब सरूयाह का पुत्र योआब और दाऊद के जन हेब्रोन से निकलकर उनसे गिबोन के जलकुण्ड के पास मिले और दोनों दल उस जलकुण्ड के एकएक ओर बैठ गए +1402,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_014.wav,तब अब्नेर ने योआब से कहा जवान लोग उठकर हमारे सामने खेलें योआब ने कहा वे उठें +1403,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_015.wav,तब वे उठे और बिन्यामीन अर्थात् शाऊल के पुत्र ईशबोशेत के पक्ष के लिये बारह जन गिनकर निकले और दाऊद के जनों में से भी बारह निकले +1404,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_016.wav,और उन्होंने एक दूसरे का सिर पकड़कर अपनीअपनी तलवार एक दूसरे के पाँजर में भोंक दी और वे एक ही संग मरे इससे उस स्थान का नाम हेल्कथस्सूरीम पड़ा वह गिबोन में है +1405,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_017.wav,उस दिन बड़ा घोर युद्ध हुआ और अब्नेर और इस्राएल के पुरुष दाऊद के जनों से हार गए +1406,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_018.wav,वहाँ योआब अबीशै और असाहेल नामक सरूयाह के तीनों पुत्र थे असाहेल जंगली हिरन के समान वेग से दौड़नेवाला था +1407,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_019.wav,तब असाहेल अब्नेर का पीछा करने लगा और उसका पीछा करते हुए न तो दाहिनी ओर मुड़ा न बाईं ओर +1408,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_020.wav,अब्नेर ने पीछे फिरके पूछा क्या तू असाहेल है उसने कहा हाँ मैं वही हूँ +1409,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_021.wav,अब्नेर ने उससे कहा चाहे दाहिनी चाहे बाईं ओर मुड़ किसी जवान को पकड़कर उसका कवच ले ले परन्तु असाहेल ने उसका पीछा न छोड़ा +1410,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_022.wav,अब्नेर ने असाहेल से फिर कहा मेरा पीछा छोड़ दे मुझ को क्यों तुझे मारकर मिट्टी में मिला देना पड़े ऐसा करके मैं तेरे भाई योआब को अपना मुख कैसे दिखाऊँगा +1411,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_023.wav,तो भी उसने हट जाने को मना किया तब अब्नेर ने अपने भाले की पिछाड़ी उसके पेट में ऐसे मारी कि भाला आरपार होकर पीछे निकला और वह वहीं गिरकर मर गया जितने लोग उस स्थान पर आए जहाँ असाहेल गिरकर मर गया वहाँ वे सब खड़े रहे +1412,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_024.wav,परन्तु योआब और अबीशै अब्नेर का पीछा करते रहे और सूर्य डूबतेडूबते वे अम्माह नामक उस पहाड़ी तक पहुँचे जो गिबोन के जंगल के मार्ग में गीह के सामने है +1413,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_025.wav,और बिन्यामीनी अब्नेर के पीछे होकर एक दल हो गए और एक पहाड़ी की चोटी पर खड़े हुए +1414,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_026.wav,तब अब्नेर योआब को पुकारके कहने लगा क्या तलवार सदा मारती रहे क्या तू नहीं जानता कि इसका फल दुःखदाई होगा तू कब तक अपने लोगों को आज्ञा न देगा कि अपने भाइयों का पीछा छोड़कर लौटो +1415,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_027.wav,योआब ने कहा परमेश्वर के जीवन की शपथ कि यदि तू न बोला होता तो निःसन्देह लोग सवेरे ही चले जाते और अपनेअपने भाई का पीछा न करते +1416,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_028.wav,तब योआब ने नरसिंगा फूँका और सब लोग ठहर गए और फिर इस्राएलियों का पीछा न किया और लड़ाई फिर न की +1417,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_029.wav,अब्नेर अपने जनों समेत उसी दिन रातोंरात अराबा से होकर गया और यरदन के पार हो समस्त बित्रोन देश में होकर महनैम में पहुँचा +1418,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_030.wav,योआब अब्नेर का पीछा छोड़कर लौटा और जब उसने सब लोगों को इकट्ठा किया तब क्या देखा कि दाऊद के जनों में से उन्नीस पुरुष और असाहेल भी नहीं हैं +1419,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_031.wav,परन्तु दाऊद के जनों ने बिन्यामीनियों और अब्नेर के जनों को ऐसा मारा कि उनमें से तीन सौ साठ जन मर गए +1420,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_002_032.wav,और उन्होंने असाहेल को उठाकर उसके पिता के कब्रिस्तान में जो बैतलहम में था मिट्टी दी तब योआब अपने जनों समेत रात भर चलकर पौ फटतेफटते हेब्रोन में पहुँचा +1421,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_001.wav,शाऊल के घराने और दाऊद के घराने के मध्य बहुत दिन तक लड़ाई होती रही परन्तु दाऊद प्रबल होता गया और शाऊल का घराना निर्बल पड़ता गया +1422,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_002.wav,और हेब्रोन में दाऊद के पुत्र उत्पन्न हुए उसका जेठा बेटा अम्नोन था जो यिज्रेली अहीनोअम से उत्पन्न हुआ था +1423,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_003.wav,और उसका दूसरा किलाब था जिसकी माँ कर्मेली नाबाल की स्त्री अबीगैल थी तीसरा अबशालोम जो गशूर के राजा तल्मै की बेटी माका से उत्पन्न हुआ था +1424,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_004.wav,चौथा अदोनिय्याह जो हग्गीत से उत्पन्न हुआ था पाँचवाँ शपत्याह जिसकी माँ अबीतल थी +1425,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_005.wav,छठवाँ यित्राम जो एग्ला नाम दाऊद की स्त्री से उत्पन्न हुआ हेब्रोन में दाऊद से ये ही सन्तान उत्पन्न हुईं +1426,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_006.wav,जब शाऊल और दाऊद दोनों के घरानों के मध्य लड़ाई हो रही थी तब अब्नेर शाऊल के घराने की सहायता में बल बढ़ाता गया +1427,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_007.wav,शाऊल की एक रखैल थी जिसका नाम रिस्पा था वह अय्या की बेटी थी और ईशबोशेत ने अब्नेर से पूछा तू मेरे पिता की रखैल के पास क्यों गया +1428,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_008.wav,ईशबोशेत की बातों के कारण अब्नेर अति क्रोधित होकर कहने लगा क्या मैं यहूदा के कुत्ते का सिर हूँ आज तक मैं तेरे पिता शाऊल के घराने और उसके भाइयों और मित्रों को प्रीति दिखाता आया हूँ और तुझे दाऊद के हाथ पड़ने नहीं दिया फिर तू अब मुझ पर उस स्त्री के विषय में दोष लगाता है +1429,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_009.wav,यदि मैं दाऊद के साथ परमेश्वर की शपथ के अनुसार बर्ताव न करूँ तो परमेश्वर अब्नेर से वैसा ही वरन् उससे भी अधिक करे +1430,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_010.wav,अर्थात् मैं राज्य को शाऊल के घराने से छीनूँगा और दाऊद की राजगद्दी दान से लेकर बेर्शेबा तक इस्राएल और यहूदा के ऊपर स्थिर करूँगा +1431,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_011.wav,और वह अब्नेर को कोई उत्तर न दे सका इसलिए कि वह उससे डरता था +1432,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_012.wav,तब अब्नेर ने दाऊद के पास दूतों से कहला भेजा देश किसका है और यह भी कहला भेजा तू मेरे साथ वाचा बाँध और मैं तेरी सहायता करूँगा कि समस्त इस्राएल का मन तेरी ओर फेर दूँ +1433,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_013.wav,दाऊद ने कहा ठीक है मैं तेरे साथ वाचा तो बाँधूँगा परन्तु एक बात मैं तुझ से चाहता हूँ कि जब तू मुझसे भेंट करने आए तब यदि तू पहले शाऊल की बेटी मीकल को न ले आए तो मुझसे भेंट न होगी +1434,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_014.wav,फिर दाऊद ने शाऊल के पुत्र ईशबोशेत के पास दूतों से यह कहला भेजा मेरी पत्नी मीकल जिसे मैंने एक सौ पलिश्तियों की खलड़ियाँ देकर अपनी कर लिया था उसको मुझे दे दे +1435,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_015.wav,तब ईशबोशेत ने लोगों ���ो भेजकर उसे लैश के पुत्र पलतीएल के पास से छीन लिया +1436,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_016.wav,और उसका पति उसके साथ चला और बहूरीम तक उसके पीछे रोता हुआ चला गया तब अब्नेर ने उससे कहा लौट जा और वह लौट गया +1437,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_017.wav,फिर अब्नेर ने इस्राएल के पुरनियों के संग इस प्रकार की बातचीत की पहले तो तुम लोग चाहते थे कि दाऊद हमारे ऊपर राजा हो +1438,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_018.wav,अब वैसा ही करो क्योंकि यहोवा ने दाऊद के विषय में यह कहा है अपने दास दाऊद के द्वारा मैं अपनी प्रजा इस्राएल को पलिश्तियों वरन् उनके सब शत्रुओं के हाथ से छुड़ाऊँगा +1439,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_019.wav,अब्नेर ने बिन्यामीन से भी बातें की तब अब्नेर हेब्रोन को चला गया कि इस्राएल और बिन्यामीन के समस्त घराने को जो कुछ अच्छा लगा वह दाऊद को सुनाए +1440,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_020.wav,तब अब्नेर बीस पुरुष संग लेकर हेब्रोन में आया और दाऊद ने उसके और उसके संगी पुरुषों के लिये भोज किया +1441,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_021.wav,तब अब्नेर ने दाऊद से कहा मैं उठकर जाऊँगा और अपने प्रभु राजा के पास सब इस्राएल को इकट्ठा करूँगा कि वे तेरे साथ वाचा बाँधें और तू अपनी इच्छा के अनुसार राज्य कर सके तब दाऊद ने अब्नेर को विदा किया और वह कुशल से चला गया +1442,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_022.wav,तब दाऊद के कई जन और योआब समेत कहीं चढ़ाई करके बहुत सी लूट लिये हुए आ गए अब्नेर दाऊद के पास हेब्रोन में न था क्योंकि उसने उसको विदा कर दिया था और वह कुशल से चला गया था +1443,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_023.wav,जब योआब और उसके साथ की समस्त सेना आई तब लोगों ने योआब को बताया नेर का पुत्र अब्नेर राजा के पास आया था और उसने उसको विदा कर दिया और वह कुशल से चला गया +1444,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_024.wav,तब योआब ने राजा के पास जाकर कहा तूने यह क्या किया है अब्नेर जो तेरे पास आया था तो क्या कारण है कि फिर तूने उसको जाने दिया और वह चला गया है +1445,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_025.wav,तू नेर के पुत्र अब्नेर को जानता होगा कि वह तुझे धोखा देने और तेरे आनेजाने और सारे काम का भेद लेने आया था +1446,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_026.wav,योआब ने दाऊद के पास से निकलकर अब्नेर के पीछे दूत भेजे और वे उसको सीरा नामक कुण्ड से लौटा ले आए परन्तु दाऊद को इस बात का पता न था +1447,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_027.wav,जब अब्नेर हेब्रोन को लौट आया तब योआब उससे एकान्त में बातें करने के लिये उसको फाटक के भीतर अलग ले गया और वहाँ अपने भाई असाहेल के खून के बदले में उसके पेट में ऐसा मारा कि वह मर गया +1448,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_028.wav,बाद में जब दाऊद ने यह स��ना तो कहा नेर के पुत्र अब्नेर के खून के विषय मैं अपनी प्रजा समेत यहोवा की दृष्टि में सदैव निर्दोष रहूँगा +1449,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_029.wav,वह योआब और उसके पिता के समस्त घराने को लगे और योआब के वंश में कोई न कोई प्रमेह का रोगी और कोढ़ी और लँगड़ा और तलवार से घात किया जानेवाला और भूखा मरनेवाला सदा होता रहे +1450,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_030.wav,योआब और उसके भाई अबीशै ने अब्नेर को इस कारण घात किया कि उसने उनके भाई असाहेल को गिबोन में लड़ाई के समय मार डाला था +1451,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_031.wav,तब दाऊद ने योआब और अपने सब संगी लोगों से कहा अपने वस्त्र फाड़ो और कमर में टाट बाँधकर अब्नेर के आगेआगे चलो और दाऊद राजा स्वयं अर्थी के पीछेपीछे चला +1452,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_032.wav,अब्नेर को हेब्रोन में मिट्टी दी गई और राजा अब्नेर की कब्र के पास फूट फूटकर रोया और सब लोग भी रोए +1453,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_033.wav,तब दाऊद ने अब्नेर के विषय यह विलापगीत बनाया क्या उचित था कि अब्नेर मूर्ख के समान मरे +1454,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_034.wav,न तो तेरे हाथ बाँधे गए और न तेरे पाँवों में बेड़ियाँ डाली गईं जैसे कोई कुटिल मनुष्यों से मारा जाए वैसे ही तू मारा गया तब सब लोग उसके विषय फिर रो उठे +1455,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_035.wav,तब सब लोग कुछ दिन रहते दाऊद को रोटी खिलाने आए परन्तु दाऊद ने शपथ खाकर कहा यदि मैं सूर्य के अस्त होने से पहले रोटी या और कोई वस्तु खाऊँ तो परमेश्वर मुझसे ऐसा ही वरन् इससे भी अधिक करे +1456,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_036.wav,सब लोगों ने इस पर विचार किया और इससे प्रसन्न हुए वैसे भी जो कुछ राजा करता था उससे सब लोग प्रसन्न होते थे +1457,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_037.wav,अतः उन सब लोगों ने वरन् समस्त इस्राएल ने भी उसी दिन जान लिया कि नेर के पुत्र अब्नेर का घात किया जाना राजा की ओर से नहीं था +1458,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_038.wav,राजा ने अपने कर्मचारियों से कहा क्या तुम लोग नहीं जानते कि इस्राएल में आज के दिन एक प्रधान और प्रतापी मनुष्य मरा है +1459,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_003_039.wav,और यद्यपि मैं अभिषिक्त राजा हूँ तो भी आज निर्बल हूँ और वे सरूयाह के पुत्र मुझसे अधिक प्रचण्ड हैं परन्तु यहोवा बुराई करनेवाले को उसकी बुराई के अनुसार ही बदला दे +1460,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_004_001.wav,जब शाऊल के पुत्र ने सुना कि अब्नेर हेब्रोन में मारा गया तब उसके हाथ ढीले पड़ गए और सब इस्राएली भी घबरा गए +1461,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_004_002.wav,शाऊल के पुत्र के दो जन थे जो दलों के प्रधान थे एक का नाम बानाह और दूसरे का नाम रेकाब था ये दोनों बेरोतवासी बिन्याम���नी रिम्मोन के पुत्र थे क्योंकि बेरोत भी बिन्यामीन के भाग में गिना जाता है +1462,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_004_003.wav,और बेरोती लोग गित्तैम को भाग गए और आज के दिन तक वहीं परदेशी होकर रहते हैं +1463,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_004_004.wav,शाऊल के पुत्र योनातान के एक लँगड़ा बेटा था जब यिज्रेल से शाऊल और योनातान का समाचार आया तब वह पाँच वर्ष का था उस समय उसकी दाई उसे उठाकर भागी और उसके उतावली से भागने के कारण वह गिरकर लँगड़ा हो गया उसका नाम मपीबोशेत था +1464,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_004_005.wav,उस बेरोती रिम्मोन के पुत्र रेकाब और बानाह कड़ी धूप के समय ईशबोशेत के घर में जब वह दोपहर को विश्राम कर रहा था आए +1465,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_004_006.wav,और गेहूँ ले जाने के बहाने घर में घुस गए और उसके पेट में मारा तब रेकाब और उसका भाई बानाह भाग निकले +1466,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_004_007.wav,जब वे घर में घुसे और वह सोने की कोठरी में चारपाई पर सो रहा था तब उन्होंने उसे मार डाला और उसका सिर काट लिया और उसका सिर लेकर रातोंरात अराबा के मार्ग से चले +1467,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_004_008.wav,वे ईशबोशेत का सिर हेब्रोन में दाऊद के पास ले जाकर राजा से कहने लगे देख शाऊल जो तेरा शत्रु और तेरे प्राणों का ग्राहक था उसके पुत्र ईशबोशेत का यह सिर है तो आज के दिन यहोवा ने शाऊल और उसके वंश से मेरे प्रभु राजा का बदला लिया है +1468,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_004_009.wav,दाऊद ने बेरोती रिम्मोन के पुत्र रेकाब और उसके भाई बानाह को उत्तर देकर उनसे कहा यहोवा जो मेरे प्राण को सब विपत्तियों से छुड़ाता आया है उसके जीवन की शपथ +1469,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_004_010.wav,जब किसी ने यह जानकर कि मैं शुभ समाचार देता हूँ सिकलग में मुझ को शाऊल के मरने का समाचार दिया तब मैंने उसको पकड़कर घात कराया अर्थात् उसको समाचार का यही बदला मिला +1470,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_004_011.wav,फिर जब दुष्ट मनुष्यों ने एक निर्दोष मनुष्य को उसी के घर में वरन् उसकी चारपाई ही पर घात किया तो मैं अब अवश्य ही उसके खून का बदला तुम से लूँगा और तुम्हें धरती पर से नष्ट कर डालूँगा +1471,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_004_012.wav,तब दाऊद ने जवानों को आज्ञा दी और उन्होंने उनको घात करके उनके हाथ पाँव काट दिए और उनके शव को हेब्रोन के जलकुण्ड के पास टाँग दिया तब ईशबोशेत के सिर को उठाकर हेब्रोन में अब्नेर की कब्र में गाड़ दिया +1472,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_001.wav,तब इस्राएल के सब गोत्र दाऊद के पास हेब्रोन में आकर कहने लगे सुन हम लोग और तू एक ही हाड़ माँस हैं +1473,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_002.wav,फिर भूतकाल में जब शाऊल हमारा राजा था तब भी इस्राएल ���ा अगुआ तू ही था और यहोवा ने तुझ से कहा मेरी प्रजा इस्राएल का चरवाहा और इस्राएल का प्रधान तू ही होगा +1474,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_003.wav,अतः सब इस्राएली पुरनिये हेब्रोन में राजा के पास आए और दाऊद राजा ने उनके साथ हेब्रोन में यहोवा के सामने वाचा बाँधी और उन्होंने इस्राएल का राजा होने के लिये दाऊद का अभिषेक किया +1475,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_004.wav,दाऊद तीस वर्ष का होकर राज्य करने लगा और चालीस वर्ष तक राज्य करता रहा +1476,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_005.wav,साढ़े सात वर्ष तक तो उसने हेब्रोन में यहूदा पर राज्य किया और तैंतीस वर्ष तक यरूशलेम में समस्त इस्राएल और यहूदा पर राज्य किया +1477,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_006.wav,तब राजा ने अपने जनों को साथ लिए हुए यरूशलेम को जाकर यबूसियों पर चढ़ाई की जो उस देश के निवासी थे उन्होंने यह समझकर कि दाऊद यहाँ घुस न सकेगा उससे कहा जब तक तू अंधों और लँगड़ों को दूर न करे तब तक यहाँ घुस न पाएगा +1478,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_007.wav,तो भी दाऊद ने सिय्योन नामक गढ़ को ले लिया वही दाऊदपुर भी कहलाता है +1479,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_008.wav,उस दिन दाऊद ने कहा जो कोई यबूसियों को मारना चाहे उसे चाहिये कि नाले से होकर चढ़े और अंधे और लँगड़े जिनसे दाऊद मन से घिन करता है उन्हें मारे इससे यह कहावत चली अंधे और लँगड़े महल में आने न पाएँगे +1480,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_009.wav,और दाऊद उस गढ़ में रहने लगा और उसका नाम दाऊदपुर रखा और दाऊद ने चारों ओर मिल्लो से लेकर भीतर की ओर शहरपनाह बनवाई +1481,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_010.wav,और दाऊद की बड़ाई अधिक होती गई और सेनाओं का परमेश्वर यहोवा उसके संग रहता था +1482,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_011.wav,तब सोर के राजा हीराम ने दाऊद के पास दूत और देवदार की लकड़ी और बढ़ई और राजमिस्त्री भेजे और उन्होंने दाऊद के लिये एक भवन बनाया +1483,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_012.wav,और दाऊद को निश्चय हो गया कि यहोवा ने मुझे इस्राएल का राजा करके स्थिर किया और अपनी इस्राएली प्रजा के निमित्त मेरा राज्य बढ़ाया है +1484,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_013.wav,जब दाऊद हेब्रोन से आया तब उसने यरूशलेम की और रखैलियाँ रख लीं और पत्नियाँ बना लीं और उसके और बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +1485,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_014.wav,उसकी जो सन्तान यरूशलेम में उत्पन्न हुई उनके ये नाम हैं अर्थात् शम्मू शोबाब नातान सुलैमान +1486,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_015.wav,यिभार एलीशू नेपेग यापी +1487,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_016.wav,एलीशामा एल्यादा और एलीपेलेत +1488,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_017.wav,जब पलिश्तियों ने यह सुना कि इस्राएल का राजा होने के लिये दाऊद का अभिषेक हुआ तब सब पल��श्ती दाऊद की खोज में निकले यह सुनकर दाऊद गढ़ में चला गया +1489,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_018.wav,तब पलिश्ती आकर रपाईम नामक तराई में फैल गए +1490,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_019.wav,तब दाऊद ने यहोवा से पूछा क्या मैं पलिश्तियों पर चढ़ाई करूँ क्या तू उन्हें मेरे हाथ कर देगा यहोवा ने दाऊद से कहा चढ़ाई कर क्योंकि मैं निश्चय पलिश्तियों को तेरे हाथ कर दूँगा +1491,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_020.wav,तब दाऊद बालपरासीम को गया और दाऊद ने उन्हें वहीं मारा तब उसने कहा यहोवा मेरे सामने होकर मेरे शत्रुओं पर जल की धारा के समान टूट पड़ा है इस कारण उसने उस स्थान का नाम बालपरासीम रखा +1492,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_021.wav,वहाँ उन्होंने अपनी मूरतों को छोड़ दिया और दाऊद और उसके जन उन्हें उठा ले गए +1493,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_022.wav,फिर दूसरी बार पलिश्ती चढ़ाई करके रपाईम नामक तराई में फैल गए +1494,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_023.wav,जब दाऊद ने यहोवा से पूछा तब उसने कहा चढ़ाई न कर उनके पीछे से घूमकर तूत वृक्षों के सामने से उन पर छापा मार +1495,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_024.wav,और जब तूत वृक्षों की फुनगियों में से सेना के चलने की सी आहट तुझे सुनाई पड़े तब यह जानकर फुर्ती करना कि यहोवा पलिश्तियों की सेना के मारने को मेरे आगे अभी पधारा है +1496,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_005_025.wav,यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार दाऊद गेबा से लेकर गेजेर तक पलिश्तियों को मारता गया +1497,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_001.wav,फिर दाऊद ने एक और बार इस्राएल में से सब बड़े वीरों को जो तीस हजार थे इकट्ठा किया +1498,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_002.wav,तब दाऊद और जितने लोग उसके संग थे वे सब उठकर यहूदा के बाले नामक स्थान से चले कि परमेश्वर का वह सन्दूक ले आएँ जो करूबों पर विराजनेवाले सेनाओं के यहोवा का कहलाता है +1499,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_003.wav,तब उन्होंने परमेश्वर का सन्दूक एक नई गाड़ी पर चढ़ाकर टीले पर रहनेवाले अबीनादाब के घर से निकाला और अबीनादाब के उज्जा और अह्यो नामक दो पुत्र उस नई गाड़ी को हाँकने लगे +1500,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_004.wav,और उन्होंने उसको परमेश्वर के सन्दूक समेत टीले पर रहनेवाले अबीनादाब के घर से बाहर निकाला और अह्यो सन्दूक के आगेआगे चला +1501,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_005.wav,दाऊद और इस्राएल का समस्त घराना यहोवा के आगे सनोवर की लकड़ी के बने हुए सब प्रकार के बाजे और वीणा सारंगियाँ डफ डमरू झाँझ बजाते रहे +1502,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_006.wav,जब वे नाकोन के खलिहान तक आए तब उज्जा ने अपना हाथ परमेश्वर के सन्दूक की ओर बढ़ाकर उसे थाम लिया क्योंकि बैलों ने ठोकर खाई थी +1503,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_007.wav,तब यहोवा का कोप उ���्जा पर भड़क उठा और परमेश्वर ने उसके दोष के कारण उसको वहाँ ऐसा मारा कि वह वहाँ परमेश्वर के सन्दूक के पास मर गया +1504,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_008.wav,तब दाऊद अप्रसन्न हुआ इसलिए कि यहोवा उज्जा पर टूट पड़ा था और उसने उस स्थान का नाम पेरेसुज्जा रखा यह नाम आज के दिन तक विद्यमान है +1505,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_009.wav,और उस दिन दाऊद यहोवा से डरकर कहने लगा यहोवा का सन्दूक मेरे यहाँ कैसे आए +1506,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_010.wav,इसलिए दाऊद ने यहोवा के सन्दूक को अपने यहाँ दाऊदपुर में पहुँचाना न चाहा परन्तु गतवासी ओबेदेदोम के यहाँ पहुँचाया +1507,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_011.wav,यहोवा का सन्दूक गतवासी ओबेदेदोम के घर में तीन महीने रहा और यहोवा ने ओबेदेदोम और उसके समस्त घराने को आशीष दी +1508,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_012.wav,तब दाऊद राजा को यह बताया गया कि यहोवा ने ओबेदेदोम के घराने पर और जो कुछ उसका है उस पर भी परमेश्वर के सन्दूक के कारण आशीष दी है तब दाऊद ने जाकर परमेश्वर के सन्दूक को ओबेदेदोम के घर से दाऊदपुर में आनन्द के साथ पहुँचा दिया +1509,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_013.wav,जब यहोवा का सन्दूक उठानेवाले छः कदम चल चुके तब दाऊद ने एक बैल और एक पाला पोसा हुआ बछड़ा बलि कराया +1510,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_014.wav,और दाऊद सनी का एपोद कमर में कसे हुए यहोवा के सम्मुख तन मन से नाचता रहा +1511,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_015.wav,अतः दाऊद और इस्राएल का समस्त घराना यहोवा के सन्दूक को जयजयकार करते और नरसिंगा फूँकते हुए ले चला +1512,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_016.wav,जब यहोवा का सन्दूक दाऊदपुर में आ रहा था तब शाऊल की बेटी मीकल ने खिड़की में से झाँककर दाऊद राजा को यहोवा के सम्मुख नाचते कूदते देखा और उसे मन ही मन तुच्छ जाना +1513,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_017.wav,और लोग यहोवा का सन्दूक भीतर ले आए और उसके स्थान में अर्थात् उस तम्बू में रखा जो दाऊद ने उसके लिये खड़ा कराया था और दाऊद ने यहोवा के सम्मुख होमबलि और मेलबलि चढ़ाए +1514,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_018.wav,जब दाऊद होमबलि और मेलबलि चढ़ा चुका तब उसने सेनाओं के यहोवा के नाम से प्रजा को आशीर्वाद दिया +1515,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_019.wav,तब उसने समस्त प्रजा को अर्थात् क्या स्त्री क्या पुरुष समस्त इस्राएली भीड़ के लोगों को एकएक रोटी और एकएक टुकड़ा माँस और किशमिश की एकएक टिकिया बँटवा दी तब प्रजा के सब लोग अपनेअपने घर चले गए +1516,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_020.wav,तब दाऊद अपने घराने को आशीर्वाद देने के लिये लौटा और शाऊल की बेटी मीकल दाऊद से मिलने को निकली और कहने लगी आज इस्राएल का राजा जब अपना शरीर अपने कर्म���ारियों की दासियों के सामने ऐसा उघाड़े हुए था जैसा कोई निकम्मा अपना तन उघाड़े रहता है तब क्या ही प्रतापी देख पड़ता था +1517,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_021.wav,दाऊद ने मीकल से कहा यहोवा जिसने तेरे पिता और उसके समस्त घराने के बदले मुझ को चुनकर अपनी प्रजा इस्राएल का प्रधान होने को ठहरा दिया है उसके सम्मुख मैं ऐसा नाचाऔर मैं यहोवा के सम्मुख इसी प्रकार नाचा करूँगा +1518,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_022.wav,और मैं इससे भी अधिक तुच्छ बनूँगा और अपनी दृष्टि में नीच ठहरूँगा और जिन दासियों की तूने चर्चा की वे भी मेरा आदरमान करेंगी +1519,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_006_023.wav,और शाऊल की बेटी मीकल के मरने के दिन तक कोई सन्तान न हुई +1520,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_001.wav,जब राजा अपने भवन में रहता था और यहोवा ने उसको उसके चारों ओर के सब शत्रुओं से विश्राम दिया था +1521,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_002.wav,तब राजा नातान नामक भविष्यद्वक्ता से कहने लगा देख मैं तो देवदार के बने हुए घर में रहता हूँ परन्तु परमेश्वर का सन्दूक तम्बू में रहता है +1522,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_003.wav,नातान ने राजा से कहा जो कुछ तेरे मन में हो उसे कर क्योंकि यहोवा तेरे संग है +1523,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_004.wav,उसी रात को यहोवा का यह वचन नातान के पास पहुँचा +1524,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_005.wav,जाकर मेरे दास दाऊद से कह यहोवा यह कहता है कि क्या तू मेरे निवास के लिये घर बनवाएगा +1525,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_006.wav,जिस दिन से मैं इस्राएलियों को मिस्र से निकाल लाया आज के दिन तक मैं कभी घर में नहीं रहा तम्बू के निवास में आयाजाया करता हूँ +1526,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_007.wav,जहाँजहाँ मैं समस्त इस्राएलियों के बीच फिरता रहा क्या मैंने कहीं इस्राएल के किसी गोत्र से जिसे मैंने अपनी प्रजा इस्राएल की चरवाही करने को ठहराया है ऐसी बात कभी कही कि तुम ने मेरे लिए देवदार का घर क्यों नहीं बनवाया +1527,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_008.wav,इसलिए अब तू मेरे दास दाऊद से ऐसा कह सेनाओं का यहोवा यह कहता है कि मैंने तो तुझे भेड़शाला से और भेड़बकरियों के पीछेपीछे फिरने से इस मनसा से बुला लिया कि तू मेरी प्रजा इस्राएल का प्रधान हो जाए +1528,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_009.wav,और जहाँ कहीं तू आया गया वहाँवहाँ मैं तेरे संग रहा और तेरे समस्त शत्रुओं को तेरे सामने से नाश किया है फिर मैं तेरे नाम को पृथ्वी पर के बड़ेबड़े लोगों के नामों के समान महान कर दूँगा +1529,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_010.wav,और मैं अपनी प्रजा इस्राएल के लिये एक स्थान ठहराऊँगा और उसको स्थिर करूँगा कि वह अपने ही स्थान में बसी रहेगी और कभी चलायमान �� होगी और कुटिल लोग उसे फिर दुःख न देने पाएँगे जैसे कि पहले करते थे +1530,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_011.wav,वरन् उस समय से भी जब मैं अपनी प्रजा इस्राएल के ऊपर न्यायी ठहराता था और मैं तुझे तेरे समस्त शत्रुओं से विश्राम दूँगा यहोवा तुझे यह भी बताता है कि यहोवा तेरा घर बनाए रखेगा +1531,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_012.wav,जब तेरी आयु पूरी हो जाएगी और तू अपने पुरखाओं के संग जा मिलेगा तब मैं तेरे निज वंश को तेरे पीछे खड़ा करके उसके राज्य को स्थिर करूँगा +1532,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_013.wav,मेरे नाम का घर वही बनवाएगा और मैं उसकी राजगद्दी को सदैव स्थिर रखूँगा +1533,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_014.wav,मैं उसका पिता ठहरूँगा और वह मेरा पुत्र ठहरेगा यदि वह अधर्म करे तो मैं उसे मनुष्यों के योग्य दण्ड से और आदमियों के योग्य मार से ताड़ना दूँगा +1534,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_015.wav,परन्तु मेरी करुणा उस पर से ऐसे न हटेगी जैसे मैंने शाऊल पर से हटा ली थी और उसको तेरे आगे से दूर किया था +1535,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_016.wav,वरन् तेरा घराना और तेरा राज्य मेरे सामने सदा अटल बना रहेगा तेरी गद्दी सदैव बनी रहेगी +1536,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_017.wav,इन सब बातों और इस दर्शन के अनुसार नातान ने दाऊद को समझा दिया +1537,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_018.wav,तब दाऊद राजा भीतर जाकर यहोवा के सम्मुख बैठा और कहने लगा हे प्रभु यहोवा क्या कहूँ और मेरा घराना क्या है कि तूने मुझे यहाँ तक पहुँचा दिया है +1538,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_019.wav,तो भी हे प्रभु यहोवा यह तेरी दृष्टि में छोटी सी बात हुई क्योंकि तूने अपने दास के घराने के विषय आगे के बहुत दिनों तक की चर्चा की है हे प्रभु यहोवा यह तो मनुष्य का नियम है +1539,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_020.wav,दाऊद तुझ से और क्या कह सकता है हे प्रभु यहोवा तू तो अपने दास को जानता है +1540,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_021.wav,तूने अपने वचन के निमित्त और अपने ही मन के अनुसार यह सब बड़ा काम किया है कि तेरा दास उसको जान ले +1541,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_022.wav,इस कारण हे यहोवा परमेश्वर तू महान है क्योंकि जो कुछ हमने अपने कानों से सुना है उसके अनुसार तेरे तुल्य कोई नहीं और न तुझे छोड़ कोई और परमेश्वर है +1542,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_023.wav,फिर तेरी प्रजा इस्राएल के भी तुल्य कौन है वह तो पृथ्वी भर में एक ही जाति है जिसे परमेश्वर ने जाकर अपनी निज प्रजा करने को छुड़ाया इसलिए कि वह अपना नाम करे और तुम्हारे लिये बड़ेबड़े काम करे और तू अपनी प्रजा के सामने जिसे तूने मिस्री आदि जातिजाति के लोगों और उनके देवताओं से छुड़ा लिया अपने देश के लिये भयानक काम करे +1543,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_024.wav,और तूने अपनी प्रजा इस्राएल को अपनी सदा की प्रजा होने के लिये ठहराया और हे यहोवा तू आप उसका परमेश्वर है +1544,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_025.wav,अब हे यहोवा परमेश्वर तूने जो वचन अपने दास के और उसके घराने के विषय दिया है उसे सदा के लिये स्थिर कर और अपने कहने के अनुसार ही कर +1545,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_026.wav,और यह कर कि लोग तेरे नाम की महिमा सदा किया करें कि सेनाओं का यहोवा इस्राएल के ऊपर परमेश्वर है और तेरे दास दाऊद का घराना तेरे सामने अटल रहे +1546,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_027.wav,क्योंकि हे सेनाओं के यहोवा हे इस्राएल के परमेश्वर तूने यह कहकर अपने दास पर प्रगट किया है कि मैं तेरा घर बनाए रखूँगा इस कारण तेरे दास को तुझ से यह प्रार्थना करने का हियाव हुआ है +1547,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_028.wav,अब हे प्रभु यहोवा तू ही परमेश्वर है और तेरे वचन सत्य हैं और तूने अपने दास को यह भलाई करने का वचन दिया है +1548,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_007_029.wav,तो अब प्रसन्न होकर अपने दास के घराने पर ऐसी आशीष दे कि वह तेरे सम्मुख सदैव बना रहे क्योंकि हे प्रभु यहोवा तूने ऐसा ही कहा है और तेरे दास का घराना तुझ से आशीष पाकर सदैव धन्य रहे +1549,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_001.wav,इसके बाद दाऊद ने पलिश्तियों को जीतकर अपने अधीन कर लिया और दाऊद ने पलिश्तियों की राजधानी की प्रभुता उनके हाथ से छीन ली +1550,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_002.wav,फिर उसने मोआबियों को भी जीता और इनको भूमि पर लिटा कर डोरी से मापा तब दो डोरी से लोगों को मापकर घात किया और डोरी भर के लोगों को जीवित छोड़ दिया तब मोआबी दाऊद के अधीन होकर भेंट ले आने लगे +1551,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_003.wav,फिर जब सोबा का राजा रहोब का पुत्र हदादेजेर फरात के पास अपना राज्य फिर ज्यों का त्यों करने को जा रहा था तब दाऊद ने उसको जीत लिया +1552,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_004.wav,और दाऊद ने उससे एक हजार सात सौ सवार और बीस हजार प्यादे छीन लिए और सब रथवाले घोड़ों के घुटनों के पीछे की नस कटवाई परन्तु एक सौ रथ के लिये घोड़े बचा रखे +1553,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_005.wav,जब दमिश्क के अरामी सोबा के राजा हदादेजेर की सहायता करने को आए तब दाऊद ने अरामियों में से बाईस हजार पुरुष मारे +1554,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_006.wav,तब दाऊद ने दमिश्क के अराम में सिपाहियों की चौकियाँ बैठाईं इस प्रकार अरामी दाऊद के अधीन होकर भेंट ले आने लगे और जहाँजहाँ दाऊद जाता था वहाँवहाँ यहोवा उसको जयवन्त करता था +1555,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_007.wav,हदादेजेर के कर्मचारियों के पास सोने की जो ढालें थीं उन्हें दाऊद लेकर यरूशलेम को आया +1556,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_008.wav,और बेतह और बेरौताई नामक हदादेजेर के नगरों से दाऊद राजा बहुत सा पीतल ले आया +1557,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_009.wav,जब हमात के राजा तोई ने सुना कि दाऊद ने हदादेजेर की समस्त सेना को जीत लिया है +1558,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_010.wav,तब तोई ने योराम नामक अपने पुत्र को दाऊद राजा के पास उसका कुशल क्षेम पूछने और उसे इसलिए बधाई देने को भेजा कि उसने हदादेजेर से लड़कर उसको जीत लिया था क्योंकि हदादेजेर तोई से लड़ा करता था और योराम चाँदी सोने और पीतल के पात्र लिए हुए आया +1559,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_011.wav,इनको दाऊद राजा ने यहोवा के लिये पवित्र करके रखा और वैसा ही अपने जीती हुई सब जातियों के सोने चाँदी से भी किया +1560,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_012.wav,अर्थात् अरामियों मोआबियों अम्मोनियों पलिश्तियों और अमालेकियों के सोने चाँदी को और रहोब के पुत्र सोबा के राजा हदादेजेर की लूट को भी रखा +1561,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_013.wav,जब दाऊद नमक की तराई में अठारह हजार अरामियों को मारकर लौट आया तब उसका बड़ा नाम हो गया +1562,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_014.wav,फिर उसने एदोम में सिपाहियों की चौकियाँ बैठाईं पूरे एदोम में उसने सिपाहियों की चौकियाँ बैठाईं और सब एदोमी दाऊद के अधीन हो गए और दाऊद जहाँजहाँ जाता था वहाँवहाँ यहोवा उसको जयवन्त करता था +1563,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_015.wav,दाऊद तो समस्त इस्राएल पर राज्य करता था और दाऊद अपनी समस्त प्रजा के साथ न्याय और धार्मिकता के काम करता था +1564,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_016.wav,प्रधान सेनापति सरूयाह का पुत्र योआब था इतिहास का लिखनेवाला अहीलूद का पुत्र यहोशापात था +1565,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_017.wav,प्रधान याजक अहीतूब का पुत्र सादोक और एब्यातार का पुत्र अहीमेलेक थे मंत्री सरायाह था +1566,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_008_018.wav,करेतियों और पलेतियों का प्रधान यहोयादा का पुत्र बनायाह था और दाऊद के पुत्र भी मंत्री थे +1567,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_001.wav,दाऊद ने पूछा क्या शाऊल के घराने में से कोई अब तक बचा है जिसको मैं योनातान के कारण प्रीति दिखाऊँ +1568,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_002.wav,शाऊल के घराने का सीबा नामक एक कर्मचारी था वह दाऊद के पास बुलाया गया और जब राजा ने उससे पूछा क्या तू सीबा है तब उसने कहा हाँ तेरा दास वही है +1569,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_003.wav,राजा ने पूछा क्या शाऊल के घराने में से कोई अब तक बचा है जिसको मैं परमेश्वर की सी प्रीति दिखाऊँ सीबा ने राजा से कहा हाँ योनातान का एक बेटा तो है जो लँगड़ा है +1570,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_004.wav,राजा ने उससे पूछा वह कहाँ है सीबा ने राजा से कहा वह तो लोदबार नगर में अम्मीएल के पुत्र माकीर के घर में रहता है +1571,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_005.wav,तब राजा दाऊद ने दूत भेजकर उसको लोदबार से अम्मीएल के पुत्र माकीर के घर से बुलवा लिया +1572,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_006.wav,जब मपीबोशेत जो योनातान का पुत्र और शाऊल का पोता था दाऊद के पास आया तब मुँह के बल गिरकर दण्डवत् किया दाऊद ने कहा हे मपीबोशेत उसने कहा तेरे दास को क्या आज्ञा +1573,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_007.wav,दाऊद ने उससे कहा मत डर तेरे पिता योनातान के कारण मैं निश्चय तुझको प्रीति दिखाऊँगा और तेरे दादा शाऊल की सारी भूमि तुझे फेर दूँगा और तू मेरी मेज पर नित्य भोजन किया कर +1574,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_008.wav,उसने दण्डवत् करके कहा तेरा दास क्या है कि तू मुझे ऐसे मरे कुत्ते की ओर दृष्टि करे +1575,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_009.wav,तब राजा ने शाऊल के कर्मचारी सीबा को बुलवाकर उससे कहा जो कुछ शाऊल और उसके समस्त घराने का था वह मैंने तेरे स्वामी के पोते को दे दिया है +1576,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_010.wav,अब से तू अपने बेटों और सेवकों समेत उसकी भूमि पर खेती करके उसकी उपज ले आया करना कि तेरे स्वामी के पोते को भोजन मिला करे परन्तु तेरे स्वामी का पोता मपीबोशेत मेरी मेज पर नित्य भोजन किया करेगा और सीबा के तो पन्द्रह पुत्र और बीस सेवक थे +1577,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_011.wav,सीबा ने राजा से कहा मेरा प्रभु राजा अपने दास को जोजो आज्ञा दे उन सभी के अनुसार तेरा दास करेगा दाऊद ने कहा मपीबोशेत राजकुमारों के समान मेरी मेज पर भोजन किया करे +1578,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_012.wav,मपीबोशेत के भी मीका नामक एक छोटा बेटा था और सीबा के घर में जितने रहते थे वे सब मपीबोशेत की सेवा करते थे +1579,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_009_013.wav,मपीबोशेत यरूशलेम में रहता था क्योंकि वह राजा की मेज पर नित्य भोजन किया करता था और वह दोनों पाँवों का विकलांग था +1580,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_001.wav,इसके बाद अम्मोनियों का राजा मर गया और उसका हानून नामक पुत्र उसके स्थान पर राजा हुआ +1581,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_002.wav,तब दाऊद ने यह सोचा जैसे हानून के पिता नाहाश ने मुझ को प्रीति दिखाई थी वैसे ही मैं भी हानून को प्रीति दिखाऊँगा तब दाऊद ने अपने कई कर्मचारियों को उसके पास उसके पिता की मृत्यु के विषय शान्ति देने के लिये भेज दिया और दाऊद के कर्मचारी अम्मोनियों के देश में आए +1582,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_003.wav,परन्तु अम्मोनियों के हाकिम अपने स्वामी हानून से कहने लगे दाऊद ने जो तेरे पास शान्ति देनेवाले भेजे हैं वह क्या तेरी समझ में तेरे पिता का आदर करने के विचार से भेजे गए है�� वह क्या दाऊद ने अपने कर्मचारियों को तेरे पास इसी विचार से नहीं भेजा कि इस नगर में ढूँढ़ढाँढ़ करके और इसका भेद लेकर इसको उलट दे +1583,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_004.wav,इसलिए हानून ने दाऊद के कर्मचारियों को पकड़ा और उनकी आधीआधी दाढ़ी मुँण्डवाकर और आधे वस्त्र अर्थात् नितम्ब तक कटवाकर उनको जाने दिया +1584,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_005.wav,इस घटना का समाचार पाकर दाऊद ने कुछ लोगों को उनसे मिलने के लिये भेजा क्योंकि वे राजा के सामने आने से बहुत लजाते थे और राजा ने यह कहा जब तक तुम्हारी दाढ़ियाँ बढ़ न जाएँ तब तक यरीहो में ठहरे रहो फिर लौट आना +1585,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_006.wav,जब अम्मोनियों ने देखा कि हम से दाऊद अप्रसन्न है तब अम्मोनियों ने बेत्रहोब और सोबा के बीस हजार अरामी प्यादों को और एक हजार पुरुषों समेत माका के राजा को और बारह हजार तोबी पुरुषों को वेतन पर बुलवाया +1586,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_007.wav,यह सुनकर दाऊद ने योआब और शूरवीरों की समस्त सेना को भेजा +1587,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_008.wav,तब अम्मोनी निकले और फाटक ही के पास पाँति बाँधी और सोबा और रहोब के अरामी और तोब और माका के पुरुष उनसे अलग मैदान में थे +1588,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_009.wav,यह देखकर कि आगेपीछे दोनों हमारे विरुद्ध पाँति बंधी है योआब ने सब बड़ेबड़े इस्राएली वीरों में से बहुतों को छाँटकर अरामियों के सामने उनकी पाँति बँधाई +1589,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_010.wav,और अन्य लोगों को अपने भाई अबीशै के हाथ सौंप दिया और उसने अम्मोनियों के सामने उनकी पाँति बँधाई +1590,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_011.wav,फिर उसने कहा यदि अरामी मुझ पर प्रबल होने लगें तो तू मेरी सहायता करना और यदि अम्मोनी तुझ पर प्रबल होने लगेंगे तो मैं आकर तेरी सहायता करूँगा +1591,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_012.wav,तू हियाव बाँध और हम अपने लोगों और अपने परमेश्वर के नगरों के निमित्त पुरुषार्थ करें और यहोवा जैसा उसको अच्छा लगे वैसा करे +1592,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_013.wav,तब योआब और जो लोग उसके साथ थे अरामियों से युद्ध करने को निकट गए और वे उसके सामने से भागे +1593,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_014.wav,यह देखकर कि अरामी भाग गए हैं अम्मोनी भी अबीशै के सामने से भागकर नगर के भीतर घुसे तब योआब अम्मोनियों के पास से लौटकर यरूशलेम को आया +1594,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_015.wav,फिर यह देखकर कि हम इस्राएलियों से हार गए है सब अरामी इकट्ठे हुए +1595,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_016.wav,और हदादेजेर ने दूत भेजकर फरात के पार के अरामियों को बुलवाया और वे हदादेजेर के सेनापति शोबक को अपना प्रधान बनाकर हेलाम को आए +1596,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_017.wav,इसका समाचार पाकर दाऊद ने समस्त इस्राएलियों को इकट्ठा किया और यरदन के पार होकर हेलाम में पहुँचा तब अराम दाऊद के विरुद्ध पाँति बाँधकर उससे लड़ा +1597,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_018.wav,परन्तु अरामी इस्राएलियों से भागे और दाऊद ने अरामियों में से सात सौ रथियों और चालीस हजार सवारों को मार डाला और उनके सेनापति शोबक को ऐसा घायल किया कि वह वहीं मर गया +1598,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_010_019.wav,यह देखकर कि हम इस्राएल से हार गए हैं जितने राजा हदादेजेर के अधीन थे उन सभी ने इस्राएल के साथ संधि की और उसके अधीन हो गए इसलिए अरामी अम्मोनियों की और सहायता करने से डर गए +1599,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_001.wav,फिर जिस समय राजा लोग युद्ध करने को निकला करते हैं उस समय अर्थात् वर्ष के आरम्भ में दाऊद ने योआब को और उसके संग अपने सेवकों और समस्त इस्राएलियों को भेजा और उन्होंने अम्मोनियों का नाश किया और रब्बाह नगर को घेर लिया परन्तु दाऊद यरूशलेम में रह गया +1600,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_002.wav,साँझ के समय दाऊद पलंग पर से उठकर राजभवन की छत पर टहल रहा था और छत पर से उसको एक स्त्री जो अति सुन्दर थी नहाती हुई देख पड़ी +1601,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_003.wav,जब दाऊद ने भेजकर उस स्त्री को पुछवाया तब किसी ने कहा क्या यह एलीआम की बेटी और हित्ती ऊरिय्याह की पत्नी बतशेबा नहीं है +1602,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_004.wav,तब दाऊद ने दूत भेजकर उसे बुलवा लिया और वह दाऊद के पास आई और वह उसके साथ सोया वह तो ऋतु से शुद्ध हो गई थी तब वह अपने घर लौट गई +1603,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_005.wav,और वह स्त्री गर्भवती हुई तब दाऊद के पास कहला भेजा कि मुझे गर्भ है +1604,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_006.wav,तब दाऊद ने योआब के पास कहला भेजा हित्ती ऊरिय्याह को मेरे पास भेज तब योआब ने ऊरिय्याह को दाऊद के पास भेज दिया +1605,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_007.wav,जब ऊरिय्याह उसके पास आया तब दाऊद ने उससे योआब और सेना का कुशल क्षेम और युद्ध का हाल पूछा +1606,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_008.wav,तब दाऊद ने ऊरिय्याह से कहा अपने घर जाकर अपने पाँव धो और ऊरिय्याह राजभवन से निकला और उसके पीछे राजा के पास से कुछ इनाम भेजा गया +1607,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_009.wav,परन्तु ऊरिय्याह अपने स्वामी के सब सेवकों के संग राजभवन के द्वार में लेट गया और अपने घर न गया +1608,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_010.wav,जब दाऊद को यह समाचार मिला ऊरिय्याह अपने घर नहीं गया तब दाऊद ने ऊरिय्याह से कहा क्या तू यात्रा करके नहीं आया तो अपने घर क्यों नहीं गया +1609,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_011.wav,ऊरिय्याह ने दाऊद से कहा जब सन्दूक और इस्राएल और यहूदा झोपड़ियों में रहते हैं और मेरा स्वामी योआब और मेरे स्वामी के सेवक खुले मैदान पर डेरे डाले हुए हैं तो क्या मैं घर जाकर खाऊँ पीऊँ और अपनी पत्नी के साथ सोऊँ तेरे जीवन की शपथ और तेरे प्राण की शपथ कि मैं ऐसा काम नहीं करने का +1610,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_012.wav,दाऊद ने ऊरिय्याह से कहा आज यहीं रह और कल मैं तुझे विदा करूँगा इसलिए ऊरिय्याह उस दिन और दूसरे दिन भी यरूशलेम में रहा +1611,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_013.wav,तब दाऊद ने उसे नेवता दिया और उसने उसके सामने खाया पिया और उसी ने उसे मतवाला किया और साँझ को वह अपने स्वामी के सेवकों के संग अपनी चारपाई पर सोने को निकला परन्तु अपने घर न गया +1612,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_014.wav,सवेरे दाऊद ने योआब के नाम पर एक चिट्ठी लिखकर ऊरिय्याह के हाथ से भेज दी +1613,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_015.wav,उस चिट्ठी में यह लिखा था सबसे घोर युद्ध के सामने ऊरिय्याह को रखना तब उसे छोड़कर लौट आओ कि वह घायल होकर मर जाए +1614,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_016.wav,अतः योआब ने नगर को अच्छी रीति से देखभाल कर जिस स्थान में वह जानता था कि वीर हैं उसी में ऊरिय्याह को ठहरा दिया +1615,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_017.wav,तब नगर के पुरुषों ने निकलकर योआब से युद्ध किया और लोगों में से अर्थात् दाऊद के सेवकों में से कितने मारे गए और उनमें हित्ती ऊरिय्याह भी मर गया +1616,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_018.wav,तब योआब ने दूत को भेजकर दाऊद को युद्ध का पूरा हाल बताया +1617,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_019.wav,और दूत को आज्ञा दी जब तू युद्ध का पूरा हाल राजा को बता दे +1618,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_020.wav,तब यदि राजा क्रोध में कहने लगे तुम लोग लड़ने को नगर के ऐसे निकट क्यों गए क्या तुम न जानते थे कि वे शहरपनाह पर से तीर छोड़ेंगे +1619,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_021.wav,यरूब्बेशेत के पुत्र अबीमेलेक को किसने मार डाला क्या एक स्त्री ने शहरपनाह पर से चक्की का उपरला पाट उस पर ऐसा न डाला कि वह तेबेस में मर गया फिर तुम शहरपनाह के ऐसे निकट क्यों गए तो तू यह कहना तेरा दास ऊरिय्याह हित्ती भी मर गया +1620,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_022.wav,तब दूत चल दिया और जाकर दाऊद से योआब की सब बातों का वर्णन किया +1621,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_023.wav,दूत ने दाऊद से कहा वे लोग हम पर प्रबल होकर मैदान में हमारे पास निकल आए फिर हमने उन्हें फाटक तक खदेड़ा +1622,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_024.wav,तब धनुर्धारियों ने शहरपनाह पर से तेरे जनों पर तीर छोड़े और राजा के कितने जन मर गए और तेरा दास ऊरिय्याह हित्ती भी मर गया +1623,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_025.wav,दाऊद ने दूत से कहा योआब से यह कहना इस बात के कारण उदास न हो क्योंकि तलवार जै���े इसको वैसे उसको नष्ट करती है तू नगर के विरुद्ध अधिक दृढ़ता से लड़कर उसे उलट दे और तू उसे हियाव बंधा +1624,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_026.wav,जब ऊरिय्याह की स्त्री ने सुना कि मेरा पति मर गया तब वह अपने पति के लिये रोने पीटने लगी +1625,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_011_027.wav,और जब उसके विलाप के दिन बीत चुके तब दाऊद ने उसे बुलवाकर अपने घर में रख लिया और वह उसकी पत्नी हो गई और उसके पुत्र उत्पन्न हुआ परन्तु उस काम से जो दाऊद ने किया था यहोवा क्रोधित हुआ +1626,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_001.wav,तब यहोवा ने दाऊद के पास नातान को भेजा और वह उसके पास जाकर कहने लगा एक नगर में दो मनुष्य रहते थे जिनमें से एक धनी और एक निर्धन था +1627,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_002.wav,धनी के पास तो बहुत सी भेड़बकरियाँ और गाय बैल थे +1628,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_003.wav,परन्तु निर्धन के पास भेड़ की एक छोटी बच्ची को छोड़ और कुछ भी न था और उसको उसने मोल लेकर जिलाया था वह उसके यहाँ उसके बालबच्चों के साथ ही बढ़ी थी वह उसके टुकड़े में से खाती और उसके कटोरे में से पीती और उसकी गोद में सोती थी और वह उसकी बेटी के समान थी +1629,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_004.wav,और धनी के पास एक यात्री आया और उसने उस यात्री के लिये जो उसके पास आया था भोजन बनवाने को अपनी भेड़बकरियों या गाय बैलों में से कुछ न लिया परन्तु उस निर्धन मनुष्य की भेड़ की बच्ची लेकर उस जन के लिये जो उसके पास आया था भोजन बनवाया +1630,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_005.wav,तब दाऊद का कोप उस मनुष्य पर बहुत भड़का और उसने नातान से कहा यहोवा के जीवन की शपथ जिस मनुष्य ने ऐसा काम किया वह प्राणदण्ड के योग्य है +1631,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_006.wav,और उसको वह भेड़ की बच्ची का चौगुना भर देना होगा क्योंकि उसने ऐसा काम किया और कुछ दया नहीं की +1632,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_007.wav,तब नातान ने दाऊद से कहा तू ही वह मनुष्य है इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है मैंने तेरा अभिषेक करके तुझे इस्राएल का राजा ठहराया और मैंने तुझे शाऊल के हाथ से बचाया +1633,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_008.wav,फिर मैंने तेरे स्वामी का भवन तुझे दिया और तेरे स्वामी की पत्नियाँ तेरे भोग के लिये दीं और मैंने इस्राएल और यहूदा का घराना तुझे दिया था और यदि यह थोड़ा था तो मैं तुझे और भी बहुत कुछ देनेवाला था +1634,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_009.wav,तूने यहोवा की आज्ञा तुच्छ जानकर क्यों वह काम किया जो उसकी दृष्टि में बुरा है हित्ती ऊरिय्याह को तूने तलवार से घात किया और उसकी पत्नी को अपनी कर लिया है और ऊरिय्याह को अम्मोनियों की तलवार से मरवा डाला है +1635,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_010.wav,इसलिए अब तलवार तेरे घर से कभी दूर न होगी क्योंकि तूने मुझे तुच्छ जानकर हित्ती ऊरिय्याह की पत्नी को अपनी पत्नी कर लिया है +1636,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_011.wav,यहोवा यह कहता है सुन मैं तेरे घर में से विपत्ति उठाकर तुझ पर डालूँगा और तेरी पत्नियों को तेरे सामने लेकर दूसरे को दूँगा और वह दिन दुपहरी में तेरी पत्नियों से कुकर्म करेगा +1637,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_012.wav,तूने तो वह काम छिपाकर किया पर मैं यह काम सब इस्राएलियों के सामने दिन दुपहरी कराऊँगा +1638,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_013.wav,तब दाऊद ने नातान से कहा मैंने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है नातान ने दाऊद से कहा यहोवा ने तेरे पाप को दूर किया है तू न मरेगा +1639,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_014.wav,तो भी तूने जो इस काम के द्वारा यहोवा के शत्रुओं को तिरस्कार करने का बड़ा अवसर दिया है इस कारण तेरा जो बेटा उत्पन्न हुआ है वह अवश्य ही मरेगा +1640,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_015.wav,तब नातान अपने घर चला गया जो बच्चा ऊरिय्याह की पत्नी से दाऊद के द्वारा उत्पन्न हुआ था वह यहोवा का मारा बहुत रोगी हो गया +1641,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_016.wav,अतः दाऊद उस लड़के के लिये परमेश्वर से विनती करने लगा और उपवास किया और भीतर जाकर रात भर भूमि पर पड़ा रहा +1642,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_017.wav,तब उसके घराने के पुरनिये उठकर उसे भूमि पर से उठाने के लिये उसके पास गए परन्तु उसने न चाहा और उनके संग रोटी न खाई +1643,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_018.wav,सातवें दिन बच्चा मर गया और दाऊद के कर्मचारी उसको बच्चे के मरने का समाचार देने से डरे उन्होंने कहा था जब तक बच्चा जीवित रहा तब तक उसने हमारे समझाने पर मन न लगाया यदि हम उसको बच्चे के मर जाने का हाल सुनाएँ तो वह बहुत ही अधिक दुःखी होगा +1644,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_019.wav,अपने कर्मचारियों को आपस में फुसफुसाते देखकर दाऊद ने जान लिया कि बच्चा मर गया तो दाऊद ने अपने कर्मचारियों से पूछा क्या बच्चा मर गया उन्होंने कहा हाँ मर गया है +1645,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_020.wav,तब दाऊद भूमि पर से उठा और नहाकर तेल लगाया और वस्त्र बदला तब यहोवा के भवन में जाकर दण्डवत् की फिर अपने भवन में आया और उसकी आज्ञा पर रोटी उसको परोसी गई और उसने भोजन किया +1646,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_021.wav,तब उसके कर्मचारियों ने उससे पूछा तूने यह क्या काम किया है जब तक बच्चा जीवित रहा तब तक तू उपवास करता हुआ रोता रहा परन्तु जैसे ही बच्चा मर गया वैसे ही तू उठकर भोजन करने लगा +1647,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_022.wav,उसने उत्तर दिया जब तक बच्चा जीवित रहा तब तक तो मैं यह सोचकर उपवास करता और रोता रहा कि क्या जाने यहोवा मुझ पर ऐसा अनुग्रह करे कि बच्चा जीवित रहे +1648,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_023.wav,परन्तु अब वह मर गया फिर मैं उपवास क्यों करूँ क्या मैं उसे लौटा ला सकता हूँ मैं तो उसके पास जाऊँगा परन्तु वह मेरे पास लौटकर नहीं आएगा +1649,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_024.wav,तब दाऊद ने अपनी पत्नी बतशेबा को शान्ति दी और वह उसके पास गया और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ और उसने उसका नाम सुलैमान रखा और वह यहोवा का प्रिय हुआ +1650,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_025.wav,और उसने नातान भविष्यद्वक्ता के द्वारा सन्देश भेज दिया और उसने यहोवा के कारण उसका नाम यदिद्याह रखा +1651,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_026.wav,इस बीच योआब ने अम्मोनियों के रब्बाह नगर से लड़कर राजनगर को ले लिया +1652,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_027.wav,तब योआब ने दूतों से दाऊद के पास यह कहला भेजा मैं रब्बाह से लड़ा और जलवाले नगर को ले लिया है +1653,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_028.wav,इसलिए अब रहे हुए लोगों को इकट्ठा करके नगर के विरुद्ध छावनी डालकर उसे भी ले ले ऐसा न हो कि मैं उसे ले लूँ और वह मेरे नाम पर कहलाए +1654,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_029.wav,तब दाऊद सब लोगों को इकट्ठा करके रब्बाह को गया और उससे युद्ध करके उसे ले लिया +1655,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_030.wav,तब उसने उनके राजा का मुकुट जो तौल में किक्कार भर सोने का था और उसमें मणि जड़े थे उसको उसके सिर पर से उतारा और वह दाऊद के सिर पर रखा गया फिर उसने उस नगर की बहुत ही लूट पाई +1656,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_012_031.wav,उसने उसके रहनेवालों को निकालकर आरी से दोदो टुकड़े कराया और लोहे के हेंगे उन पर फिरवाए और लोहे की कुल्हाड़ियों से उन्हें कटवाया और ईंट के पजावे में से चलवाया और अम्मोनियों के सब नगरों से भी उसने ऐसा ही किया तब दाऊद समस्त लोगों समेत यरूशलेम को लौट गया +1657,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_001.wav,तामार नामक एक सुन्दरी जो दाऊद के पुत्र अबशालोम की बहन थी उस पर दाऊद का पुत्र अम्नोन मोहित हुआ +1658,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_002.wav,अम्नोन अपनी बहन तामार के कारण ऐसा विकल हो गया कि बीमार पड़ गया क्योंकि वह कुमारी थी और उसके साथ कुछ करना अम्नोन को कठिन जान पड़ता था +1659,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_003.wav,अम्नोन के योनादाब नामक एक मित्र था जो दाऊद के भाई शिमआह का बेटा था और वह बड़ा चतुर था +1660,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_004.wav,और उसने अम्नोन से कहा हे राजकुमार क्या कारण है कि तू प्रतिदिन ऐसा दुबला होता जाता है क्या तू मुझे न बताएगा अम्नोन ने उससे कहा मैं तो अपने भाई अबशालोम की बहन तामार पर मोहित हूँ +1661,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_005.wav,योनादाब ने उससे कहा अपने पलंग पर लेटकर बीमार बन जा और जब तेरा पिता तुझे देखने को आए तब उससे कहना मेरी बहन तामार आकर मुझे रोटी खिलाएँ और भोजन को मेरे सामने बनाए कि मैं उसको देखकर उसके हाथ से खाऊँ +1662,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_006.wav,अतः अम्नोन लेटकर बीमार बना और जब राजा उसे देखने आया तब अम्नोन ने राजा से कहा मेरी बहन तामार आकर मेरे देखते दो पूरियां बनाए कि मैं उसके हाथ से खाऊँ +1663,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_007.wav,तब दाऊद ने अपने घर तामार के पास यह कहला भेजा अपने भाई अम्नोन के घर जाकर उसके लिये भोजन बना +1664,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_008.wav,तब तामार अपने भाई अम्नोन के घर गई और वह पड़ा हुआ था तब उसने आटा लेकर गूँधा और उसके देखते पूरियां पकाईं +1665,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_009.wav,तब उसने थाल लेकर उनको उसके लिये परोसा परन्तु उसने खाने से इन्कार किया तब अम्नोन ने अपने दासों से कहा मेरे आसपास से सब लोगों को निकाल दो तब सब लोग उसके पास से निकल गए +1666,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_010.wav,तब अम्नोन ने तामार से कहा भोजन को कोठरी में ले आ कि मैं तेरे हाथ से खाऊँ तो तामार अपनी बनाई हुई पूरियों को उठाकर अपने भाई अम्नोन के पास कोठरी में ले गई +1667,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_011.wav,जब वह उनको उसके खाने के लिये निकट ले गई तब उसने उसे पकड़कर कहा हे मेरी बहन आ मुझसे मिल +1668,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_012.wav,उसने कहा हे मेरे भाई ऐसा नहीं मुझे भ्रष्ट न कर क्योंकि इस्राएल में ऐसा काम होना नहीं चाहिये ऐसी मूर्खता का काम न कर +1669,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_013.wav,फिर मैं अपनी नामधराई लिये हुए कहाँ जाऊँगी और तू इस्राएलियों में एक मूर्ख गिना जाएगा तू राजा से बातचीत कर वह मुझ को तुझे ब्याह देने के लिये मना न करेगा +1670,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_014.wav,परन्तु उसने उसकी न सुनी और उससे बलवान होने के कारण उसके साथ कुकर्म करके उसे भ्रष्ट किया +1671,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_015.wav,तब अम्नोन उससे अत्यन्त बैर रखने लगा यहाँ तक कि यह बैर उसके पहले मोह से बढ़कर हुआ तब अम्नोन ने उससे कहा उठकर चली जा +1672,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_016.wav,उसने कहा ऐसा नहीं क्योंकि यह बड़ा उपद्रव अर्थात् मुझे निकाल देना उस पहले से बढ़कर है जो तूने मुझसे किया है परन्तु उसने उसकी न सुनी +1673,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_017.wav,तब उसने अपने सेवक जवान को बुलाकर कहा इस स्त्री को मेरे पास से बाहर निकाल दे और उसके पीछे किवाड़ में चिटकनी लगा दे +1674,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_018.wav,वह तो रंगबिरंगी कुर्ती पहने थी क्योंकि जो राजकुमारियाँ कुँवारी रहती थीं वे ऐसे ही वस्त्र पहनती थीं अतः अम्नोन के टहलुए ने उसे बाहर निकालकर उसके पीछे किवाड़ में चिटकनी लगा दी +1675,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_019.wav,तब तामार ने अपने सिर पर राख डाली और अपनी रंगबिरंगी कुर्ती को फाड़ डाला और सिर पर हाथ रखे चिल्लाती हुई चली गई +1676,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_020.wav,उसके भाई अबशालोम ने उससे पूछा क्या तेरा भाई अम्नोन तेरे साथ रहा है परन्तु अब हे मेरी बहन चुप रह वह तो तेरा भाई है इस बात की चिन्ता न कर तब तामार अपने भाई अबशालोम के घर में मन मारे बैठी रही +1677,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_021.wav,जब ये सब बातें दाऊद राजा के कान में पड़ीं तब वह बहुत झुँझला उठा +1678,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_022.wav,और अबशालोम ने अम्नोन से भलाबुरा कुछ न कहा क्योंकि अम्नोन ने उसकी बहन तामार को भ्रष्ट किया था इस कारण अबशालोम उससे घृणा करता था +1679,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_023.wav,दो वर्ष के बाद अबशालोम ने एप्रैम के निकट के बाल्हासोर में अपनी भेड़ों का ऊन कतरवाया और अबशालोम ने सब राजकुमारों को नेवता दिया +1680,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_024.wav,वह राजा के पास जाकर कहने लगा विनती यह है कि तेरे दास की भेड़ों का ऊन कतरा जाता है इसलिए राजा अपने कर्मचारियों समेत अपने दास के संग चले +1681,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_025.wav,राजा ने अबशालोम से कहा हे मेरे बेटे ऐसा नहीं हम सब न चलेंगे ऐसा न हो कि तुझे अधिक कष्ट हो तब अबशालोम ने विनती करके उस पर दबाव डाला परन्तु उसने जाने से इन्कार किया तो भी उसे आशीर्वाद दिया +1682,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_026.wav,तब अबशालोम ने कहा यदि तू नहीं तो मेरे भाई अम्नोन को हमारे संग जाने दे राजा ने उससे पूछा वह तेरे संग क्यों चले +1683,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_027.wav,परन्तु अबशालोम ने उसे ऐसा दबाया कि उसने अम्नोन और सब राजकुमारों को उसके साथ जाने दिया +1684,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_028.wav,तब अबशालोम ने अपने सेवकों को आज्ञा दी सावधान रहो और जब अम्नोन दाखमधु पीकर नशे में आ जाए और मैं तुम से कहूँ अम्नोन को मार डालना क्या इस आज्ञा का देनेवाला मैं नहीं हूँ हियाव बाँधकर पुरुषार्थ करना +1685,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_029.wav,अतः अबशालोम के सेवकों ने अम्नोन के साथ अबशालोम की आज्ञा के अनुसार किया तब सब राजकुमार उठ खड़े हुए और अपनेअपने खच्चर पर चढ़कर भाग गए +1686,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_030.wav,वे मार्ग ही में थे कि दाऊद को यह समाचार मिला अबशालोम ने सब राजकुमारों को मार डाला और उनमें से एक भी नहीं बचा +1687,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_031.wav,तब दाऊद ने उठकर अपने वस्त्र फाड़े और भूमि पर गिर पड़ा और उसके सब कर्मचारी वस्त्र फाड़े हुए उसके पास खड़े रहे +1688,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_032.wav,तब दाऊद के भाई शिमआह के पुत्र योना���ाब ने कहा मेरा प्रभु यह न समझे कि सब जवान अर्थात् राजकुमार मार डाले गए हैं केवल अम्नोन मारा गया है क्योंकि जिस दिन उसने अबशालोम की बहन तामार को भ्रष्ट किया उसी दिन से अबशालोम की आज्ञा से ऐसी ही बात निश्चित थी +1689,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_033.wav,इसलिए अब मेरा प्रभु राजा अपने मन में यह समझकर कि सब राजकुमार मर गए उदास न हो क्योंकि केवल अम्नोन ही मारा गया है +1690,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_034.wav,इतने में अबशालोम भाग गया और जो जवान पहरा देता था उसने आँखें उठाकर देखा कि पीछे की ओर से पहाड़ के पास के मार्ग से बहुत लोग चले आ रहे हैं +1691,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_035.wav,तब योनादाब ने राजा से कहा देख राजकुमार तो आ गए हैं जैसा तेरे दास ने कहा था वैसा ही हुआ +1692,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_036.wav,वह कह ही चुका था कि राजकुमार पहुँच गए और चिल्ला चिल्लाकर रोने लगे और राजा भी अपने सब कर्मचारियों समेत बिलखबिलख कर रोने लगा +1693,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_037.wav,अबशालोम तो भागकर गशूर के राजा अम्मीहूद के पुत्र तल्मै के पास गया और दाऊद अपने पुत्र के लिये दिनदिन विलाप करता रहा +1694,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_038.wav,अतः अबशालोम भागकर गशूर को गया तब वहाँ तीन वर्ष तक रहा +1695,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_013_039.wav,दाऊद के मन में अबशालोम के पास जाने की बड़ी लालसा रही क्योंकि अम्नोन जो मर गया था इस कारण उसने उसके विषय में शान्ति पाई +1696,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_001.wav,सरूयाह का पुत्र योआब ताड़ गया कि राजा का मन अबशालोम की ओर लगा है +1697,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_002.wav,इसलिए योआब ने तकोआ नगर में दूत भेजकर वहाँ से एक बुद्धिमान स्त्री को बुलवाया और उससे कहा शोक करनेवाली बन अर्थात् शोक का पहरावा पहन और तेल न लगा परन्तु ऐसी स्त्री बन जो बहुत दिन से मरे हुए व्यक्ति के लिये विलाप करती रही हो +1698,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_003.wav,तब राजा के पास जाकर ऐसीऐसी बातें कहना और योआब ने उसको जो कुछ कहना था वह सिखा दिया +1699,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_004.wav,जब तकोआ की वह स्त्री राजा के पास गई तब मुँह के बल भूमि पर गिर दण्डवत् करके कहने लगी राजा की दुहाई +1700,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_005.wav,राजा ने उससे पूछा तुझे क्या चाहिये उसने कहा सचमुच मेरा पति मर गया और मैं विधवा हो गई +1701,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_006.wav,और तेरी दासी के दो बेटे थे और उन दोनों ने मैदान में मारपीट की और उनको छुड़ानेवाला कोई न था इसलिए एक ने दूसरे को ऐसा मारा कि वह मर गया +1702,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_007.wav,अब सुन सब कुल के लोग तेरी दासी के विरुद्ध उठकर यह कहते हैं जिसने अपने भाई को घात किया उसको हमें सौंप दे कि उसके मारे ��ुए भाई के प्राण के बदले में उसको प्राणदण्ड दें और इस प्रकार वे वारिस को भी नष्ट करेंगे इस तरह वे मेरे अंगारे को जो बच गया है बुझाएँगे और मेरे पति का नाम और सन्तान धरती पर से मिटा डालेंगे +1703,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_008.wav,राजा ने स्त्री से कहा अपने घर जा और मैं तेरे विषय आज्ञा दूँगा +1704,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_009.wav,तब तकोआ की उस स्त्री ने राजा से कहा हे मेरे प्रभु हे राजा दोष मुझी को और मेरे पिता के घराने ही को लगे और राजा अपनी गद्दी समेत निर्दोष ठहरे +1705,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_010.wav,राजा ने कहा जो कोई तुझ से कुछ बोले उसको मेरे पास ला तब वह फिर तुझे छूने न पाएगा +1706,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_011.wav,उसने कहा राजा अपने परमेश्वर यहोवा को स्मरण करे कि खून का पलटा लेनेवाला और नाश करने न पाए और मेरे बेटे का नाश न होने पाए उसने कहा यहोवा के जीवन की शपथ तेरे बेटे का एक बाल भी भूमि पर गिरने न पाएगा +1707,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_012.wav,स्त्री बोली तेरी दासी अपने प्रभु राजा से एक बात कहने पाए +1708,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_013.wav,उसने कहा कहे जा स्त्री कहने लगी फिर तूने परमेश्वर की प्रजा की हानि के लिये ऐसी ही युक्ति क्यों की है राजा ने जो यह वचन कहा है इससे वह दोषी सा ठहरता है क्योंकि राजा अपने निकाले हुए को लौटा नहीं लाता +1709,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_014.wav,हमको तो मरना ही है और भूमि पर गिरे हुए जल के समान ठहरेंगे जो फिर उठाया नहीं जाता तो भी परमेश्वर प्राण नहीं लेता वरन् ऐसी युक्ति करता है कि निकाला हुआ उसके पास से निकाला हुआ न रहे +1710,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_015.wav,और अब मैं जो अपने प्रभु राजा से यह बात कहने को आई हूँ इसका कारण यह है कि लोगों ने मुझे डरा दिया था इसलिए तेरी दासी ने सोचा मैं राजा से बोलूँगी कदाचित् राजा अपनी दासी की विनती को पूरी करे +1711,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_016.wav,निःसन्देह राजा सुनकर अवश्य अपनी दासी को उस मनुष्य के हाथ से बचाएगा जो मुझे और मेरे बेटे दोनों को परमेश्वर के भाग में से नष्ट करना चाहता है +1712,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_017.wav,अतः तेरी दासी ने सोचा मेरे प्रभु राजा के वचन से शान्ति मिले क्योंकि मेरा प्रभु राजा परमेश्वर के किसी दूत के समान भले बुरे में भेद कर सकता है इसलिए तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे संग रहे +1713,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_018.wav,राजा ने उत्तर देकर उस स्त्री से कहा जो बात मैं तुझ से पूछता हूँ उसे मुझसे न छिपा स्त्री ने कहा मेरा प्रभु राजा कहे जाए +1714,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_019.wav,राजा ने पूछा इस बात में क्या योआब तेरा संगी है स्त्री ने उत्तर देकर कहा हे मेरे प्रभु हे राजा तेरे प्राण की शपथ जो कुछ मेरे प्रभु राजा ने कहा है उससे कोई न दाहिनी ओर मुड़ सकता है और न बाईं ओर तेरे दास योआब ही ने मुझे आज्ञा दी और ये सब बातें उसी ने तेरी दासी को सिखाई हैं +1715,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_020.wav,तेरे दास योआब ने यह काम इसलिए किया कि बात का रंग बदले और मेरा प्रभु परमेश्वर के एक दूत के तुल्य बुद्धिमान है यहाँ तक कि धरती पर जो कुछ होता है उन सब को वह जानता है +1716,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_021.wav,तब राजा ने योआब से कहा सुन मैंने यह बात मानी है तू जाकर उस जवान अबशालोम को लौटा ला +1717,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_022.wav,तब योआब ने भूमि पर मुँह के बल गिर दण्डवत् कर राजा को आशीर्वाद दिया और योआब कहने लगा हे मेरे प्रभु हे राजा आज तेरा दास जान गया कि मुझ पर तेरी अनुग्रह की दृष्टि है क्योंकि राजा ने अपने दास की विनती सुनी है +1718,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_023.wav,अतः योआब उठकर गशूर को गया और अबशालोम को यरूशलेम ले आया +1719,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_024.wav,तब राजा ने कहा वह अपने घर जाकर रहे और मेरा दर्शन न पाए तब अबशालोम अपने घर चला गया और राजा का दर्शन न पाया +1720,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_025.wav,समस्त इस्राएल में सुन्दरता के कारण बहुत प्रशंसा योग्य अबशालोम के तुल्य और कोई न था वरन् उसमें नख से सिख तक कुछ दोष न था +1721,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_026.wav,वह वर्ष के अन्त में अपना सिर मुँण्डवाता था उसके बाल उसको भारी जान पड़ते थे इस कारण वह उसे मुँण्ड़ाता था और जब जब वह उसे मुँण्ड़ाता तबतब अपने सिर के बाल तौलकर राजा के तौल के अनुसार दो सौ शेकेल भर पाता था +1722,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_027.wav,अबशालोम के तीन बेटे और तामार नामक एक बेटी उत्पन्न हुई थी और यह रूपवती स्त्री थी +1723,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_028.wav,अतः अबशालोम राजा का दर्शन बिना पाए यरूशलेम में दो वर्ष रहा +1724,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_029.wav,तब अबशालोम ने योआब को बुलवा भेजा कि उसे राजा के पास भेजे परन्तु योआब ने उसके पास आने से इन्कार किया और उसने उसे दूसरी बार बुलवा भेजा परन्तु तब भी उसने आने से इन्कार किया +1725,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_030.wav,तब उसने अपने सेवकों से कहा सुनो योआब का एक खेत मेरी भूमि के निकट है और उसमें उसका जौ खड़ा है तुम जाकर उसमें आग लगाओ और अबशालोम के सेवकों ने उस खेत में आग लगा दी +1726,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_031.wav,तब योआब उठा और अबशालोम के घर में उसके पास जाकर उससे पूछने लगा तेरे सेवकों ने मेरे खेत में क्यों आग लगाई है +1727,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_032.wav,अबशालोम ने योआब से कहा मैंने तो तेरे पास यह कहला भेजा था यहाँ आना कि मैं तुझे राजा के पास यह कहने को भेजूँ मैं गशूर से क्यों आया मैं अब तक वहाँ रहता तो अच्छा होता इसलिए अब राजा मुझे दर्शन दे और यदि मैं दोषी हूँ तो वह मुझे मार डाले +1728,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_014_033.wav,तब योआब ने राजा के पास जाकर उसको यह बात सुनाई और राजा ने अबशालोम को बुलवाया अतः वह उसके पास गया और उसके सम्मुख भूमि पर मुँह के बल गिरकर दण्डवत् की और राजा ने अबशालोम को चूमा +1729,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_001.wav,इसके बाद अबशालोम ने रथ और घोड़े और अपने आगेआगे दौड़नेवाले पचास अंगरक्षकों रख लिए +1730,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_002.wav,अबशालोम सवेरे उठकर फाटक के मार्ग के पास खड़ा हुआ करता था और जब जब कोई मुद्दई राजा के पास न्याय के लिये आता तबतब अबशालोम उसको पुकारके पूछता था तू किस नगर से आता है और वह कहता था तेरा दास इस्राएल के अमुक गोत्र का है +1731,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_003.wav,तब अबशालोम उससे कहता था सुन तेरा पक्ष तो ठीक और न्याय का है परन्तु राजा की ओर से तेरी सुननेवाला कोई नहीं है +1732,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_004.wav,फिर अबशालोम यह भी कहा करता था भला होता कि मैं इस देश में न्यायी ठहराया जाता तब जितने मुकद्दमा वाले होते वे सब मेरे ही पास आते और मैं उनका न्याय चुकाता +1733,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_005.wav,फिर जब कोई उसे दण्डवत् करने को निकट आता तब वह हाथ बढ़ाकर उसको पकड़कर चूम लेता था +1734,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_006.wav,अतः जितने इस्राएली राजा के पास अपना मुकद्दमा लेकर आते उन सभी से अबशालोम ऐसा ही व्यवहार किया करता था इस प्रकार अबशालोम ने इस्राएली मनुष्यों के मन को हर लिया +1735,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_007.wav,चार वर्ष के बीतने पर अबशालोम ने राजा से कहा मुझे हेब्रोन जाकर अपनी उस मन्नत को पूरी करने दे जो मैंने यहोवा की मानी है +1736,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_008.wav,तेरा दास तो जब अराम के गशूर में रहता था तब यह कहकर यहोवा की मन्नत मानी कि यदि यहोवा मुझे सचमुच यरूशलेम को लौटा ले जाए तो मैं यहोवा की उपासना करूँगा +1737,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_009.wav,राजा ने उससे कहा कुशल क्षेम से जा और वह उठकर हेब्रोन को गया +1738,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_010.wav,तब अबशालोम ने इस्राएल के समस्त गोत्रों में यह कहने के लिये भेदिए भेजे जब नरसिंगे का शब्द तुम को सुनाई पड़े तब कहना अबशालोम हेब्रोन में राजा हुआ +1739,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_011.wav,अबशालोम के संग दो सौ निमंत्रित यरूशलेम से गए वे सीधे मन से उसका भेद बिना जाने गए +1740,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_012.wav,फिर जब अबशालोम का यज्ञ हुआ तब उसने गीलोवासी अहीतोपेल को जो दाऊद का मंत्री था बुलवा भेजा कि ���ह अपने नगर गीलो से आए और राजद्रोह की गोष्ठी ने बल पकड़ा क्योंकि अबशालोम के पक्ष के लोग बराबर बढ़ते गए +1741,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_013.wav,तब किसी ने दाऊद के पास जाकर यह समाचार दिया इस्राएली मनुष्यों के मन अबशालोम की ओर हो गए हैं +1742,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_014.wav,तब दाऊद ने अपने सब कर्मचारियों से जो यरूशलेम में उसके संग थे कहा आओ हम भाग चलें नहीं तो हम में से कोई भी अबशालोम से न बचेगा इसलिए फुर्ती करते चले चलो ऐसा न हो कि वह फुर्ती करके हमें आ घेरे और हमारी हानि करे और इस नगर को तलवार से मार ले +1743,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_015.wav,राजा के कर्मचारियों ने उससे कहा जैसा हमारे प्रभु राजा को अच्छा जान पड़े वैसा ही करने के लिये तेरे दास तैयार हैं +1744,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_016.wav,तब राजा निकल गया और उसके पीछे उसका समस्त घराना निकला राजा दस रखैलियों को भवन की चौकसी करने के लिये छोड़ गया +1745,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_017.wav,तब राजा निकल गया और उसके पीछे सब लोग निकले और वे बेतमेर्हक में ठहर गए +1746,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_018.wav,उसके सब कर्मचारी उसके पास से होकर आगे गए और सब करेती और सब पलेती और सब गती अर्थात् जो छः सौ पुरुष गत से उसके पीछे हो लिए थे वे सब राजा के सामने से होकर आगे चले +1747,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_019.wav,तब राजा ने गती इत्तै से पूछा हमारे संग तू क्यों चलता है लौटकर राजा के पास रह क्योंकि तू परदेशी और अपने देश से दूर है इसलिए अपने स्थान को लौट जा +1748,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_020.wav,तू तो कल ही आया है क्या मैं आज तुझे अपने साथ मारामारा फिराऊँ मैं तो जहाँ जा सकूँगा वहाँ जाऊँगा तू लौट जा और अपने भाइयों को भी लौटा दे परमेश्वर की करुणा और सच्चाई तेरे संग रहे +1749,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_021.wav,इत्तै ने राजा को उत्तर देकर कहा यहोवा के जीवन की शपथ और मेरे प्रभु राजा के जीवन की शपथ जिस किसी स्थान में मेरा प्रभु राजा रहेगा चाहे मरने के लिये हो चाहे जीवित रहने के लिये उसी स्थान में तेरा दास भी रहेगा +1750,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_022.wav,तब दाऊद ने इत्तै से कहा पार चल अतः गती इत्तै अपने समस्त जनों और अपने साथ के सब बालबच्चों समेत पार हो गया +1751,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_023.wav,सब रहनेवाले चिल्ला चिल्लाकर रोए और सब लोग पार हुए और राजा भी किद्रोन नामक घाटी के पार हुआ और सब लोग नाले के पार जंगल के मार्ग की ओर पार होकर चल पड़े +1752,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_024.wav,तब क्या देखने में आया कि सादोक भी और उसके संग सब लेवीय परमेश्वर की वाचा का सन्दूक उठाए हुए हैं और उन्होंने परमेश्वर के सन्दूक को धर दिया ��ब एब्यातार चढ़ा और जब तक सब लोग नगर से न निकले तब तक वहीं रहा +1753,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_025.wav,तब राजा ने सादोक से कहा परमेश्वर के सन्दूक को नगर में लौटा ले जा यदि यहोवा के अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो तो वह मुझे लौटाकर उसको और अपने वासस्थान को भी दिखाएगा +1754,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_026.wav,परन्तु यदि वह मुझसे ऐसा कहे मैं तुझ से प्रसन्न नहीं तो भी मैं हाजिर हूँ जैसा उसको भाए वैसा ही वह मेरे साथ बर्ताव करे +1755,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_027.wav,फिर राजा ने सादोक याजक से कहा क्या तू दर्शी नहीं है सो कुशल क्षेम से नगर में लौट जा और तेरा पुत्र अहीमास और एब्यातार का पुत्र योनातान दोनों तुम्हारे संग लौटें +1756,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_028.wav,सुनो मैं जंगल के घाट के पास तब तक ठहरा रहूँगा जब तक तुम लोगों से मुझे हाल का समाचार न मिले +1757,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_029.wav,तब सादोक और एब्यातार ने परमेश्वर के सन्दूक को यरूशलेम में लौटा दिया और आप वहीं रहे +1758,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_030.wav,तब दाऊद जैतून के पहाड़ की चढ़ाई पर सिर ढाँके नंगे पाँव रोता हुआ चढ़ने लगा और जितने लोग उसके संग थे वे भी सिर ढाँके रोते हुए चढ़ गए +1759,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_031.wav,तब दाऊद को यह समाचार मिला अबशालोम के संगी राजद्रोहियों के साथ अहीतोपेल है दाऊद ने कहा हे यहोवा अहीतोपेल की सम्मति को मूर्खता बना दे +1760,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_032.wav,जब दाऊद चोटी तक पहुँचा जहाँ परमेश्वर की आराधना की जाती थी तब एरेकी हूशै अंगरखा फाड़े सिर पर मिट्टी डाले हुए उससे मिलने को आया +1761,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_033.wav,दाऊद ने उससे कहा यदि तू मेरे संग आगे जाए तब तो मेरे लिये भार ठहरेगा +1762,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_034.wav,परन्तु यदि तू नगर को लौटकर अबशालोम से कहने लगे हे राजा मैं तेरा कर्मचारी होऊँगा जैसा मैं बहुत दिन तेरे पिता का कर्मचारी रहा वैसे ही अब तेरा रहूँगा तो तू मेरे हित के लिये अहीतोपेल की सम्मति को निष्फल कर सकेगा +1763,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_035.wav,और क्या वहाँ तेरे संग सादोक और एब्यातार याजक न रहेंगे इसलिए राजभवन में से जो हाल तुझे सुनाई पड़े उसे सादोक और एब्यातार याजकों को बताया करना +1764,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_036.wav,उनके साथ तो उनके दो पुत्र अर्थात् सादोक का पुत्र अहीमास और एब्यातार का पुत्र योनातान वहाँ रहेंगे तो जो समाचार तुम लोगों को मिले उसे मेरे पास उन्हीं के हाथ भेजा करना +1765,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_015_037.wav,अतः दाऊद का मित्र हूशै नगर को गया और अबशालोम भी यरूशलेम में पहुँच गया +1766,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_001.wav,दाऊद चोटी पर से थोड़ी दूर बढ़ गय�� था कि मपीबोशेत का कर्मचारी सीबा एक जोड़ी जीन बाँधे हुए गदहों पर दो सौ रोटी किशमिश की एक सौ टिकियाँ धूपकाल के फल की एक सौ टिकियाँ और कुप्पी भर दाखमधु लादे हुए उससे आ मिला +1767,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_002.wav,राजा ने सीबा से पूछा इनसे तेरा क्या प्रयोजन है सीबा ने कहा गदहे तो राजा के घराने की सवारी के लिये हैं और रोटी और धूपकाल के फल जवानों के खाने के लिये हैं और दाखमधु इसलिए है कि जो कोई जंगल में थक जाए वह उसे पीए +1768,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_003.wav,राजा ने पूछा फिर तेरे स्वामी का बेटा कहाँ है सीबा ने राजा से कहा वह तो यह कहकर यरूशलेम में रह गया कि अब इस्राएल का घराना मुझे मेरे पिता का राज्य फेर देगा +1769,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_004.wav,राजा ने सीबा से कहा जो कुछ मपीबोशेत का था वह सब तुझे मिल गया सीबा ने कहा प्रणाम हे मेरे प्रभु हे राजा मुझ पर तेरे अनुग्रह की दृष्टि बनी रहे +1770,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_005.wav,जब दाऊद राजा बहूरीम तक पहुँचा तब शाऊल का एक कुटुम्बी वहाँ से निकला वह गेरा का पुत्र शिमी था और वह कोसता हुआ चला आया +1771,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_006.wav,वह दाऊद पर और दाऊद राजा के सब कर्मचारियों पर पत्थर फेंकने लगा और शूरवीरों समेत सब लोग उसकी दाहिनी बाईं दोनों ओर थे +1772,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_007.wav,शिमी कोसता हुआ यह बकता गया दूर हो खूनी दूर हो ओछे निकल जा निकल जा +1773,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_008.wav,यहोवा ने तुझ से शाऊल के घराने के खून का पूरा बदला लिया है जिसके स्थान पर तू राजा बना है यहोवा ने राज्य को तेरे पुत्र अबशालोम के हाथ कर दिया है और इसलिए कि तू खूनी है तू अपनी बुराई में आप फँस गया +1774,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_009.wav,तब सरूयाह के पुत्र अबीशै ने राजा से कहा यह मरा हुआ कुत्ता मेरे प्रभु राजा को क्यों श्राप देने पाए मुझे उधर जाकर उसका सिर काटने दे +1775,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_010.wav,राजा ने कहा सरूयाह के बेटों मुझे तुम से क्या काम वह जो कोसता है और यहोवा ने जो उससे कहा है कि दाऊद को श्राप दे तो उससे कौन पूछ सकता है कि तूने ऐसा क्यों किया +1776,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_011.wav,फिर दाऊद ने अबीशै और अपने सब कर्मचारियों से कहा जब मेरा निज पुत्र ही मेरे प्राण का खोजी है तो यह बिन्यामीनी अब ऐसा क्यों न करे उसको रहने दो और श्राप देने दो क्योंकि यहोवा ने उससे कहा है +1777,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_012.wav,कदाचित् यहोवा इस उपद्रव पर जो मुझ पर हो रहा है दृष्टि करके आज के श्राप के बदले मुझे भला बदला दे +1778,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_013.wav,तब दाऊद अपने जनों समेत अपने मार्ग चला गया और शिमी उसके सामने क��� पहाड़ के किनारे पर से श्राप देता और उस पर पत्थर और धूल फेंकता हुआ चला गया +1779,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_014.wav,राजा अपने संग के सब लोगों समेत अपने ठिकाने पर थका हुआ पहुँचा और वहाँ विश्राम किया +1780,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_015.wav,अबशालोम सब इस्राएली लोगों समेत यरूशलेम को आया और उसके संग अहीतोपेल भी आया +1781,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_016.wav,जब दाऊद का मित्र एरेकी हूशै अबशालोम के पास पहुँचा तब हूशै ने अबशालोम से कहा राजा चिरंजीव रहे राजा चिरंजीव रहे +1782,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_017.wav,अबशालोम ने उससे कहा क्या यह तेरी प्रीति है जो तू अपने मित्र से रखता है तू अपने मित्र के संग क्यों नहीं गया +1783,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_018.wav,हूशै ने अबशालोम से कहा ऐसा नहीं जिसको यहोवा और वे लोग क्या वरन् सब इस्राएली लोग चाहें उसी का मैं हूँ और उसी के संग मैं रहूँगा +1784,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_019.wav,और फिर मैं किसकी सेवा करूँ क्या उसके पुत्र के सामने रहकर सेवा न करूँ जैसा मैं तेरे पिता के सामने रहकर सेवा करता था वैसा ही तेरे सामने रहकर सेवा करूँगा +1785,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_020.wav,तब अबशालोम ने अहीतोपेल से कहा तुम लोग अपनी सम्मति दो कि क्या करना चाहिये +1786,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_021.wav,अहीतोपेल ने अबशालोम से कहा जिन रखैलियों को तेरा पिता भवन की चौकसी करने को छोड़ गया उनके पास तू जा और जब सब इस्राएली यह सुनेंगे कि अबशालोम का पिता उससे घिन करता है तब तेरे सब संगी हियाव बाँधेंगे +1787,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_022.wav,अतः उसके लिये भवन की छत के ऊपर एक तम्बू खड़ा किया गया और अबशालोम समस्त इस्राएल के देखते अपने पिता की रखैलों के पास गया +1788,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_016_023.wav,उन दिनों जो सम्मति अहीतोपेल देता था वह ऐसी होती थी कि मानो कोई परमेश्वर का वचन पूछ लेता हो अहीतोपेल चाहे दाऊद को चाहे अबशालोम को जोजो सम्मति देता वह ऐसी ही होती थी +1789,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_001.wav,फिर अहीतोपेल ने अबशालोम से कहा मुझे बारह हजार पुरुष छाँटने दे और मैं उठकर आज ही रात को दाऊद का पीछा करूँगा +1790,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_002.wav,और जब वह थकामाँदा और निर्बल होगा तब मैं उसे पकड़ूँगा और डराऊँगा और जितने लोग उसके साथ हैं सब भागेंगे और मैं राजा ही को मारूँगा +1791,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_003.wav,और मैं सब लोगों को तेरे पास लौटा लाऊँगा जिस मनुष्य का तू खोजी है उसके मिलने से समस्त प्रजा का मिलना हो जाएगा और समस्त प्रजा कुशल क्षेम से रहेगी +1792,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_004.wav,यह बात अबशालोम और सब इस्राएली पुरनियों को उचित मालूम पड़ी +1793,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_005.wav,फिर अबशालोम न�� कहा एरेकी हूशै को भी बुला ला और जो वह कहेगा हम उसे भी सुनें +1794,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_006.wav,जब हूशै अबशालोम के पास आया तब अबशालोम ने उससे कहा अहीतोपेल ने तो इस प्रकार की बात कही है क्या हम उसकी बात मानें कि नहीं यदि नहीं तो तू कह दे +1795,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_007.wav,हूशै ने अबशालोम से कहा जो सम्मति अहीतोपेल ने इस बार दी वह अच्छी नहीं +1796,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_008.wav,फिर हूशै ने कहा तू तो अपने पिता और उसके जनों को जानता है कि वे शूरवीर हैं और बच्चा छीनी हुई रीछनी के समान क्रोधित होंगे तेरा पिता योद्धा है और अन्य लोगों के साथ रात नहीं बिताता +1797,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_009.wav,इस समय तो वह किसी गड्ढे या किसी दूसरे स्थान में छिपा होगा जब इनमें से पहले ही आक्रमण में कोईकोई मारे जाएँ तब इसके सब सुननेवाले कहने लगेंगे अबशालोम के पक्षवाले हार गए +1798,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_010.wav,तब वीर का हृदय जो सिंह का सा होता है उसका भी साहस टूट जाएगा समस्त इस्राएल जानता है कि तेरा पिता वीर है और उसके संगी बड़े योद्धा हैं +1799,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_011.wav,इसलिए मेरी सम्मति यह है कि दान से लेकर बेर्शेबा तक रहनेवाले समस्त इस्राएली तेरे पास समुद्र तट के रेतकणों के समान इकट्ठे किए जाएँ और तू आप ही युद्ध को जाए +1800,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_012.wav,और जब हम उसको किसी न किसी स्थान में जहाँ वह मिले जा पकड़ेंगे तब जैसे ओस भूमि पर गिरती है वैसे ही हम उस पर टूट पड़ेंगे तब न तो वह बचेगा और न उसके संगियों में से कोई बचेगा +1801,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_013.wav,यदि वह किसी नगर में घुसा हो तो सब इस्राएली उस नगर के पास रस्सियाँ ले आएँगे और हम उसे नदी में खींचेंगे यहाँ तक कि उसका एक छोटा सा पत्थर भी न रह जाएगा +1802,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_014.wav,तब अबशालोम और सब इस्राएली पुरुषों ने कहा एरेकी हूशै की सम्मति अहीतोपेल की सम्मति से उत्तम है यहोवा ने तो अहीतोपेल की अच्छी सम्मति को निष्फल करने की ठानी थी कि वह अबशालोम ही पर विपत्ति डाले +1803,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_015.wav,तब हूशै ने सादोक और एब्यातार याजकों से कहा अहीतोपेल ने तो अबशालोम और इस्राएली पुरनियों को इसइस प्रकार की सम्मति दी और मैंने इसइस प्रकार की सम्मति दी है +1804,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_016.wav,इसलिए अब फुर्ती कर दाऊद के पास कहला भेजो आज रात जंगली घाट के पास न ठहरना अवश्य पार ही हो जाना ऐसा न हो कि राजा और जितने लोग उसके संग हों सब नष्ट हो जाएँ +1805,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_017.wav,योनातान और अहीमास एनरोगेल के पास ठहरे रहे और एक दासी जाकर उन्हें सन्देशा दे ���ती थी और वे जाकर राजा दाऊद को सन्देशा देते थे क्योंकि वे किसी के देखते नगर में नहीं जा सकते थे +1806,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_018.wav,एक लड़के ने उन्हें देखकर अबशालोम को बताया परन्तु वे दोनों फुर्ती से चले गए और एक बहूरीमवासी मनुष्य के घर पहुँचकर जिसके आँगन में कुआँ था उसमें उतर गए +1807,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_019.wav,तब उसकी स्त्री ने कपड़ा लेकर कुएँ के मुँह पर बिछाया और उसके ऊपर दला हुआ अन्न फैला दिया इसलिए कुछ मालूम न पड़ा +1808,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_020.wav,तब अबशालोम के सेवक उस घर में उस स्त्री के पास जाकर कहने लगे अहीमास और योनातान कहाँ हैं तब स्त्री ने उनसे कहा वे तो उस छोटी नदी के पार गए तब उन्होंने उन्हें ढूँढ़ा और न पाकर यरूशलेम को लौटे +1809,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_021.wav,जब वे चले गए तब ये कुएँ में से निकले और जाकर दाऊद राजा को समाचार दिया और दाऊद से कहा तुम लोग चलो फुर्ती करके नदी के पार हो जाओ क्योंकि अहीतोपेल ने तुम्हारी हानि की ऐसीऐसी सम्मति दी है +1810,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_022.wav,तब दाऊद अपने सब संगियों समेत उठकर यरदन पार हो गया और पौ फटने तक उनमें से एक भी न रह गया जो यरदन के पार न हो गया हो +1811,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_023.wav,जब अहीतोपेल ने देखा कि मेरी सम्मति के अनुसार काम नहीं हुआ तब उसने अपने गदहे पर काठी कसी और अपने नगर में जाकर अपने घर में गया और अपने घराने के विषय जोजो आज्ञा देनी थी वह देकर अपने को फांसी लगा ली और वह मर गया और उसके पिता के कब्रिस्तान में उसे मिट्टी दे दी गई +1812,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_024.wav,तब दाऊद महनैम में पहुँचा और अबशालोम सब इस्राएली पुरुषों समेत यरदन के पार गया +1813,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_025.wav,अबशालोम ने अमासा को योआब के स्थान पर प्रधान सेनापति ठहराया यह अमासा एक इस्राएली पुरुष का पुत्र था जिसका नाम यित्रो था और वह योआब की माता सरूयाह की बहन अबीगैल नामक नाहाश की बेटी के संग सोया था +1814,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_026.wav,और इस्राएलियों ने और अबशालोम ने गिलाद देश में छावनी डाली +1815,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_027.wav,जब दाऊद महनैम में आया तब अम्मोनियों के रब्बाह के निवासी नाहाश का पुत्र शोबी और लोदबरवासी अम्मीएल का पुत्र माकीर और रोगलीमवासी गिलादी बर्जिल्लै +1816,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_028.wav,चारपाइयाँ तसले मिट्टी के बर्तन गेहूँ जौ मैदा लोबिया मसूर भुने चने +1817,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_017_029.wav,मधु मक्खन भेड़बकरियाँ और गाय के दही का पनीर दाऊद और उसके संगियों के खाने को यह सोचकर ले आए जंगल में वे लोग भूखे प्यासे और थकेमाँदे होंगे +1818,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_001.wav,तब दाऊद ने अपने संग के लोगों की गिनती ली और उन पर सहस्त्रपति और शतपति ठहराए +1819,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_002.wav,फिर दाऊद ने लोगों की एक तिहाई योआब के और एक तिहाई सरूयाह के पुत्र योआब के भाई अबीशै के और एक तिहाई गती इत्तै के अधिकार में करके युद्ध में भेज दिया फिर राजा ने लोगों से कहा मैं भी अवश्य तुम्हारे साथ चलूँगा +1820,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_003.wav,लोगों ने कहा तू जाने न पाएगा क्योंकि चाहे हम भाग जाएँ तो भी वे हमारी चिन्ता न करेंगे वरन् चाहे हम में से आधे मारे भी जाएँ तो भी वे हमारी चिन्ता न करेंगे परन्तु तू हमारे जैसे दस हजार पुरुषों के बराबर हैं इसलिए अच्छा यह है कि तू नगर में से हमारी सहायता करने को तैयार रहे +1821,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_004.wav,राजा ने उनसे कहा जो कुछ तुम्हें भाए वही मैं करूँगा इसलिए राजा फाटक की एक ओर खड़ा रहा और सब लोग सौसौ और हजार हजार करके निकलने लगे +1822,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_005.wav,राजा ने योआब अबीशै और इत्तै को आज्ञा दी मेरे निमित्त उस जवान अर्थात् अबशालोम से कोमलता करना यह आज्ञा राजा ने अबशालोम के विषय सब प्रधानों को सब लोगों के सुनाते हुए दी +1823,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_006.wav,अतः लोग इस्राएल का सामना करने को मैदान में निकले और एप्रैम नामक वन में युद्ध हुआ +1824,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_007.wav,वहाँ इस्राएली लोग दाऊद के जनों से हार गए और उस दिन ऐसा बड़ा संहार हुआ कि बीस हजार मारे गए +1825,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_008.wav,युद्ध उस समस्त देश में फैल गया और उस दिन जितने लोग तलवार से मारे गए उनसे भी अधिक वन के कारण मर गए +1826,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_009.wav,संयोग से अबशालोम और दाऊद के जनों की भेंट हो गई अबशालोम एक खच्चर पर चढ़ा हुआ जा रहा था कि खच्चर एक बड़े बांज वृक्ष की घनी डालियों के नीचे से गया और उसका सिर उस बांज वृक्ष में अटक गया और वह अधर में लटका रह गया और उसका खच्चर निकल गया +1827,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_010.wav,इसको देखकर किसी मनुष्य ने योआब को बताया मैंने अबशालोम को बांज वृक्ष में टँगा हुआ देखा +1828,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_011.wav,योआब ने बतानेवाले से कहा तूने यह देखा फिर क्यों उसे वहीं मारकर भूमि पर न गिरा दिया तो मैं तुझे दस टुकड़े चाँदी और एक कमरबन्ध देता +1829,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_012.wav,उस मनुष्य ने योआब से कहा चाहे मेरे हाथ में हजार टुकड़े चाँदी तौलकर दिए जाएँ तो भी राजकुमार के विरुद्ध हाथ न बढ़ाऊँगा क्योंकि हम लोगों के सुनते राजा ने तुझे और अबीशै और इत्तै को यह आज्ञा दी तुम में से कोई क्यों न हो उस जवान अर्थात् अबशा��ोम को न छूए +1830,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_013.wav,यदि मैं धोखा देकर उसका प्राण लेता तो तू आप मेरा विरोधी हो जाता क्योंकि राजा से कोई बात छिपी नहीं रहती +1831,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_014.wav,योआब ने कहा मैं तेरे संग ऐसे ही ठहरा नहीं रह सकता इसलिए उसने तीन लकड़ी हाथ में लेकर अबशालोम के हृदय में जो बांज वृक्ष में जीवित ही लटका था छेद डाला +1832,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_015.wav,तब योआब के दस हथियार ढोनेवाले जवानों ने अबशालोम को घेर के ऐसा मारा कि वह मर गया +1833,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_016.wav,फिर योआब ने नरसिंगा फूँका और लोग इस्राएल का पीछा करने से लौटे क्योंकि योआब प्रजा को बचाना चाहता था +1834,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_017.wav,तब लोगों ने अबशालोम को उतार के उस वन के एक बड़े गड्ढे में डाल दिया और उस पर पत्थरों का एक बहुत बड़ा ढेर लगा दिया और सब इस्राएली अपनेअपने डेरे को भाग गए +1835,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_018.wav,अपने जीते जी अबशालोम ने यह सोचकर कि मेरे नाम का स्मरण करानेवाला कोई पुत्र मेरा नहीं है अपने लिये वह स्तम्भ खड़ा कराया था जो राजा की तराई में है और स्तम्भ का अपना ही नाम रखा जो आज के दिन तक अबशालोम का स्तम्भ कहलाता है +1836,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_019.wav,तब सादोक के पुत्र अहीमास ने कहा मुझे दौड़कर राजा को यह समाचार देने दे कि यहोवा ने न्याय करके तुझे तेरे शत्रुओं के हाथ से बचाया है +1837,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_020.wav,योआब ने उससे कहा तू आज के दिन समाचार न दे दूसरे दिन समाचार देने पाएगा परन्तु आज समाचार न दे इसलिए कि राजकुमार मर गया है +1838,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_021.wav,तब योआब ने एक कूशी से कहा जो कुछ तूने देखा है वह जाकर राजा को बता दे तो वह कूशी योआब को दण्डवत् करके दौड़ गया +1839,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_022.wav,फिर सादोक के पुत्र अहीमास ने दूसरी बार योआब से कहा जो हो सो हो परन्तु मुझे भी कूशी के पीछे दौड़ जाने दे योआब ने कहा हे मेरे बेटे तेरे समाचार का कुछ बदला न मिलेगा फिर तू क्यों दौड़ जाना चाहता है +1840,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_023.wav,उसने यह कहा जो हो सो हो परन्तु मुझे दौड़ जाने दे उसने उससे कहा दौड़ तब अहीमास दौड़ा और तराई से होकर कूशी के आगे बढ़ गया +1841,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_024.wav,दाऊद तो दो फाटकों के बीच बैठा था कि पहरुआ जो फाटक की छत से होकर शहरपनाह पर चढ़ गया था उसने आँखें उठाकर क्या देखा कि एक मनुष्य अकेला दौड़ा आता है +1842,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_025.wav,जब पहरुए ने पुकारके राजा को यह बता दिया तब राजा ने कहा यदि अकेला आता हो तो सन्देशा लाता होगा वह दौड़तेदौड़ते निकल आया +1843,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_026.wav,फिर पहरुए न�� एक और मनुष्य को दौड़ते हुए देख फाटक के रखवाले को पुकारके कहा सुन एक और मनुष्य अकेला दौड़ा आता है राजा ने कहा वह भी सन्देशा लाता होगा +1844,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_027.wav,पहरुए ने कहा मुझे तो ऐसा देख पड़ता है कि पहले का दौड़ना सादोक के पुत्र अहीमास का सा है राजा ने कहा वह तो भला मनुष्य है तो भला सन्देश लाता होगा +1845,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_028.wav,तब अहीमास ने पुकारके राजा से कहा सब कुशल है फिर उसने भूमि पर मुँह के बल गिर राजा को दण्डवत् करके कहा तेरा परमेश्वर यहोवा धन्य है जिसने मेरे प्रभु राजा के विरुद्ध हाथ उठानेवाले मनुष्यों को तेरे वश में कर दिया है +1846,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_029.wav,राजा ने पूछा क्या वह जवान अबशालोम सकुशल है अहीमास ने कहा जब योआब ने राजा के कर्मचारी को और तेरे दास को भेज दिया तब मुझे बड़ी भीड़ देख पड़ी परन्तु मालूम न हुआ कि क्या हुआ था +1847,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_030.wav,राजा ने कहा हटकर यहीं खड़ा रह और वह हटकर खड़ा रहा +1848,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_031.wav,तब कूशी भी आ गया और कूशी कहने लगा मेरे प्रभु राजा के लिये समाचार है यहोवा ने आज न्याय करके तुझे उन सभी के हाथ से बचाया है जो तेरे विरुद्ध उठे थे +1849,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_032.wav,राजा ने कूशी से पूछा क्या वह जवान अर्थात् अबशालोम कुशल से है कूशी ने कहा मेरे प्रभु राजा के शत्रु और जितने तेरी हानि के लिये उठे हैं उनकी दशा उस जवान की सी हो +1850,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_018_033.wav,तब राजा बहुत घबराया और फाटक के ऊपर की अटारी पर रोता हुआ चढ़ने लगा और चलतेचलते यह कहता गया हाय मेरे बेटे अबशालोम मेरे बेटे हाय मेरे बेटे अबशालोम भला होता कि मैं आप तेरे बदले मरता हाय अबशालोम मेरे बेटे मेरे बेटे +1851,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_001.wav,तब योआब को यह समाचार मिला राजा अबशालोम के लिये रो रहा है और विलाप कर रहा है +1852,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_002.wav,इसलिए उस दिन की विजय सब लोगों की समझ में विलाप ही का कारण बन गई क्योंकि लोगों ने उस दिन सुना कि राजा अपने बेटे के लिये खेदित है +1853,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_003.wav,इसलिए उस दिन लोग ऐसा मुँह चुराकर नगर में घुसे जैसा लोग युद्ध से भाग आने से लज्जित होकर मुँह चुराते हैं +1854,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_004.wav,और राजा मुँह ढाँपे हुए चिल्ला चिल्लाकर पुकारता रहा हाय मेरे बेटे अबशालोम हाय अबशालोम मेरे बेटे मेरे बेटे +1855,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_005.wav,तब योआब घर में राजा के पास जाकर कहने लगा तेरे कर्मचारियों ने आज के दिन तेरा और तेरे बेटेबेटियों का और तेरी पत्नियों और रखैलों का प्राण तो बचाया है परन��तु तूने आज के दिन उन सभी का मुँह काला किया है +1856,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_006.wav,इसलिए कि तू अपने बैरियों से प्रेम और अपने प्रेमियों से बैर रखता है तूने आज यह प्रगट किया कि तुझे हाकिमों और कर्मचारियों की कुछ चिन्ता नहीं वरन् मैंने आज जान लिया कि यदि हम सब आज मारे जाते और अबशालोम जीवित रहता तो तू बहुत प्रसन्न होता +1857,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_007.wav,इसलिए अब उठकर बाहर जा और अपने कर्मचारियों को शान्ति दे नहीं तो मैं यहोवा की शपथ खाकर कहता हूँ कि यदि तू बाहर न जाएगा तो आज रात को एक मनुष्य भी तेरे संग न रहेगा और तेरे बचपन से लेकर अब तक जितनी विपत्तियाँ तुझ पर पड़ी हैं उन सबसे यह विपत्ति बड़ी होगी +1858,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_008.wav,तब राजा उठकर फाटक में जा बैठा जब सब लोगों को यह बताया गया कि राजा फाटक में बैठा है तब सब लोग राजा के सामने आए इस बीच इस्राएली अपनेअपने डेरे को भाग गए थे +1859,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_009.wav,इस्राएल के सब गोत्रों के सब लोग आपस में यह कहकर झगड़ते थे राजा ने हमें हमारे शत्रुओं के हाथ से बचाया था और पलिश्तियों के हाथ से उसी ने हमें छुड़ाया परन्तु अब वह अबशालोम के डर के मारे देश छोड़कर भाग गया +1860,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_010.wav,अबशालोम जिसको हमने अपना राजा होने को अभिषेक किया था वह युद्ध में मर गया है तो अब तुम क्यों चुप रहते और राजा को लौटा ले आने की चर्चा क्यों नहीं करते +1861,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_011.wav,तब राजा दाऊद ने सादोक और एब्यातार याजकों के पास कहला भेजा यहूदी पुरनियों से कहो तुम लोग राजा को भवन पहुँचाने के लिये सबसे पीछे क्यों होते हो जबकि समस्त इस्राएल की बातचीत राजा के सुनने में आई है कि उसको भवन में पहुँचाए +1862,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_012.wav,तुम लोग तो मेरे भाई वरन् मेरी ही हड्डी और माँस हो तो तुम राजा को लौटाने में सब के पीछे क्यों होते हो +1863,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_013.wav,फिर अमासा से यह कहो क्या तू मेरी हड्डी और माँस नहीं है और यदि तू योआब के स्थान पर सदा के लिये सेनापति न ठहरे तो परमेश्वर मुझसे वैसा ही वरन् उससे भी अधिक करे +1864,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_014.wav,इस प्रकार उसने सब यहूदी पुरुषों के मन ऐसे अपनी ओर खींच लिया कि मानो एक ही पुरुष था और उन्होंने राजा के पास कहला भेजा तू अपने सब कर्मचारियों को संग लेकर लौट आ +1865,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_015.wav,तब राजा लौटकर यरदन तक आ गया और यहूदी लोग गिलगाल तक गए कि उससे मिलकर उसे यरदन पार ले आएँ +1866,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_016.wav,यहूदियों के संग गेरा का पुत्र बिन्यामीनी शिमी भी जो बह��रीम का निवासी था फुर्ती करके राजा दाऊद से भेंट करने को गया +1867,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_017.wav,उसके संग हजार बिन्यामीनी पुरुष थे और शाऊल के घराने का कर्मचारी सीबा अपने पन्द्रह पुत्रों और बीस दासों समेत था और वे राजा के सामने यरदन के पार पैदल उतर गए +1868,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_018.wav,और एक बेड़ा राजा के परिवार को पार ले आने और जिस काम में वह उसे लगाना चाहे उसी में लगने के लिये पार गया जब राजा यरदन पार जाने पर था तब गेरा का पुत्र शिमी उसके पाँवों पर गिरकर +1869,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_019.wav,राजा से कहने लगा मेरा प्रभु मेरे दोष का लेखा न ले और जिस दिन मेरा प्रभु राजा यरूशलेम को छोड़ आया उस दिन तेरे दास ने जो कुटिल काम किया उसे स्मरण न करे और न राजा उसे अपने ध्यान में रखे +1870,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_020.wav,क्योंकि तेरा दास जानता है कि मैंने पाप किया देख आज अपने प्रभु राजा से भेंट करने के लिये यूसुफ के समस्त घराने में से मैं ही पहले आया हूँ +1871,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_021.wav,तब सरूयाह के पुत्र अबीशै ने कहा शिमी ने जो यहोवा के अभिषिक्त को श्राप दिया था इस कारण क्या उसका वध करना न चाहिये +1872,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_022.wav,दाऊद ने कहा हे सरूयाह के बेटों मुझे तुम से क्या काम कि तुम आज मेरे विरोधी ठहरे हो आज क्या इस्राएल में किसी को प्राणदण्ड मिलेगा क्या मैं नहीं जानता कि आज मैं इस्राएल का राजा हुआ हूँ +1873,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_023.wav,फिर राजा ने शिमी से कहा तुझे प्राणदण्ड न मिलेगा और राजा ने उससे शपथ भी खाई +1874,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_024.wav,तब शाऊल का पोता मपीबोशेत राजा से भेंट करने को आया उसने राजा के चले जाने के दिन से उसके कुशल क्षेम से फिर आने के दिन तक न अपने पाँवों के नाखून काटे और न अपनी दाढ़ी बनवाई और न अपने कपड़े धुलवाए थे +1875,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_025.wav,जब यरूशलेमी राजा से मिलने को गए तब राजा ने उससे पूछा हे मपीबोशेत तू मेरे संग क्यों नहीं गया था +1876,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_026.wav,उसने कहा हे मेरे प्रभु हे राजा मेरे कर्मचारी ने मुझे धोखा दिया था तेरा दास जो विकलांग है इसलिए तेरे दास ने सोचा मैं गदहे पर काठी कसवाकर उस पर चढ़ राजा के साथ चला जाऊँगा +1877,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_027.wav,और मेरे कर्मचारी ने मेरे प्रभु राजा के सामने मेरी चुगली की है परन्तु मेरा प्रभु राजा परमेश्वर के दूत के समान है और जो कुछ तुझे भाए वही कर +1878,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_028.wav,मेरे पिता का समस्त घराना तेरी ओर से प्राणदण्ड के योग्य था परन्तु तूने अपने दास को अपनी मेज पर खानेवालों में गिना है मु��े क्या हक़ है कि मैं राजा की दुहाई दूँ +1879,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_029.wav,राजा ने उससे कहा तू अपनी बात की चर्चा क्यों करता रहता है मेरी आज्ञा यह है कि उस भूमि को तुम और सीबा दोनों आपस में बाँट लो +1880,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_030.wav,मपीबोशेत ने राजा से कहा मेरे प्रभु राजा जो कुशल क्षेम से अपने घर आया है इसलिए सीबा ही सब कुछ ले ले +1881,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_031.wav,तब गिलादी बर्जिल्लै रोगलीम से आया और राजा के साथ यरदन पार गया कि उसको यरदन के पार पहुँचाए +1882,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_032.wav,बर्जिल्लै तो वृद्ध पुरुष था अर्थात् अस्सी वर्ष की आयु का था जब तक राजा महनैम में रहता था तब तक वह उसका पालनपोषण करता रहा क्योंकि वह बहुत धनी था +1883,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_033.wav,तब राजा ने बर्जिल्लै से कहा मेरे संग पार चल और मैं तुझे यरूशलेम में अपने पास रखकर तेरा पालनपोषण करूँगा +1884,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_034.wav,बर्जिल्लै ने राजा से कहा मुझे कितने दिन जीवित रहना है कि मैं राजा के संग यरूशलेम को जाऊँ +1885,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_035.wav,आज मैं अस्सी वर्ष का हूँ क्या मैं भले बुरे का विवेक कर सकता हूँ क्या तेरा दास जो कुछ खाता पीता है उसका स्वाद पहचान सकता है क्या मुझे गायकों या गायिकाओं का शब्द अब सुन पड़ता है तेरा दास अब अपने स्वामी राजा के लिये क्यों बोझ का कारण हो +1886,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_036.wav,तेरा दास राजा के संग यरदन पार ही तक जाएगा राजा इसका ऐसा बड़ा बदला मुझे क्यों दे +1887,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_037.wav,अपने दास को लौटने दे कि मैं अपने ही नगर में अपने माता पिता के कब्रिस्तान के पास मरूँ परन्तु तेरा दास किम्हाम उपस्थित है मेरे प्रभु राजा के संग वह पार जाए और जैसा तुझे भाए वैसा ही उससे व्यवहार करना +1888,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_038.wav,राजा ने कहा हाँ किम्हाम मेरे संग पार चलेगा और जैसा तुझे भाए वैसा ही मैं उससे व्यवहार करूँगा वरन् जो कुछ तू मुझसे चाहेगा वह मैं तेरे लिये करूँगा +1889,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_039.wav,तब सब लोग यरदन पार गए और राजा भी पार हुआ तब राजा ने बर्जिल्लै को चूमकर आशीर्वाद दिया और वह अपने स्थान को लौट गया +1890,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_040.wav,तब राजा गिलगाल की ओर पार गया और उसके संग किम्हाम पार हुआ और सब यहूदी लोगों ने और आधे इस्राएली लोगों ने राजा को पार पहुँचाया +1891,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_041.wav,तब सब इस्राएली पुरुष राजा के पास आए और राजा से कहने लगे क्या कारण है कि हमारे यहूदी भाई तुझे चोरी से ले आए और परिवार समेत राजा को और उसके सब जनों को भी यरदन पार ले आए हैं +1892,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_042.wav,सब यहू��ी पुरुषों ने इस्राएली पुरुषों को उत्तर दिया कारण यह है कि राजा हमारे गोत्र का है तो तुम लोग इस बात से क्यों रूठ गए हो क्या हमने राजा का दिया हुआ कुछ खाया है या उसने हमें कुछ दान दिया है +1893,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_019_043.wav,इस्राएली पुरुषों ने यहूदी पुरुषों को उत्तर दिया राजा में दस अंश हमारे हैं और दाऊद में हमारा भाग तुम्हारे भाग से बड़ा है तो फिर तुम ने हमें क्यों तुच्छ जाना क्या अपने राजा के लौटा ले आने की चर्चा पहले हम ही ने न की थी और यहूदी पुरुषों ने इस्राएली पुरुषों से अधिक कड़ी बातें कहीं +1894,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_001.wav,वहाँ संयोग से शेबा नामक एक बिन्यामीनी था वह ओछा पुरुष बिक्री का पुत्र था वह नरसिंगा फूँककर कहने लगा दाऊद में हमारा कुछ अंश नहीं और न यिशै के पुत्र में हमारा कोई भाग है हे इस्राएलियों अपनेअपने डेरे को चले जाओ +1895,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_002.wav,इसलिए सब इस्राएली पुरुष दाऊद के पीछे चलना छोड़कर बिक्री के पुत्र शेबा के पीछे हो लिए परन्तु सब यहूदी पुरुष यरदन से यरूशलेम तक अपने राजा के संग लगे रहे +1896,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_003.wav,तब दाऊद यरूशलेम को अपने भवन में आया और राजा ने उन दस रखैलों को जिन्हें वह भवन की चौकसी करने को छोड़ गया था अलग एक घर में रखा और उनका पालनपोषण करता रहा परन्तु उनसे सहवास न किया इसलिए वे अपनीअपनी मृत्यु के दिन तक विधवापन की सी दशा में जीवित ही बन्द रहीं +1897,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_004.wav,तब राजा ने अमासा से कहा यहूदी पुरुषों को तीन दिन के भीतर मेरे पास बुला ला और तू भी यहाँ उपस्थित रहना +1898,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_005.wav,तब अमासा यहूदियों को बुलाने गया परन्तु उसके ठहराए हुए समय से अधिक रह गया +1899,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_006.wav,तब दाऊद ने अबीशै से कहा अब बिक्री का पुत्र शेबा अबशालोम से भी हमारी अधिक हानि करेगा इसलिए तू अपने प्रभु के लोगों को लेकर उसका पीछा कर ऐसा न हो कि वह गढ़वाले नगर पाकर हमारी दृष्टि से छिप जाए +1900,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_007.wav,तब योआब के जन और करेती और पलेती लोग और सब शूरवीर उसके पीछे हो लिए और बिक्री के पुत्र शेबा का पीछा करने को यरूशलेम से निकले +1901,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_008.wav,वे गिबोन में उस भारी पत्थर के पास पहुँचे ही थे कि अमासा उनसे आ मिला योआब तो योद्धा का वस्त्र फेंटे से कसे हुए था और उस फेंटे में एक तलवार उसकी कमर पर अपनी म्यान में बंधी हुई थी और जब वह चला तब वह निकलकर गिर पड़ी +1902,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_009.wav,तो योआब ने अमासा से पूछा हे मेरे भाई क्या तू कुशल ���े है तब योआब ने अपना दाहिना हाथ बढ़ाकर अमासा को चूमने के लिये उसकी दाढ़ी पकड़ी +1903,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_010.wav,परन्तु अमासा ने उस तलवार की कुछ चिन्ता न की जो योआब के हाथ में थी और उसने उसे अमासा के पेट में भोंक दी जिससे उसकी अंतड़ियाँ निकलकर धरती पर गिर पड़ीं और उसने उसको दूसरी बार न मारा और वह मर गया तब योआब और उसका भाई अबीशै बिक्री के पुत्र शेबा का पीछा करने को चले +1904,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_011.wav,और उसके पास योआब का एक जवान खड़ा होकर कहने लगा जो कोई योआब के पक्ष और दाऊद की ओर का हो वह योआब के पीछे हो ले +1905,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_012.wav,अमासा सड़क के मध्य अपने लहू में लोट रहा था जब उस मनुष्य ने देखा कि सब लोग खड़े हो गए हैं तब अमासा को सड़क पर से मैदान में उठा ले गया क्योंकि देखा कि जितने उसके पास आते हैं वे खड़े हो जाते हैं तब उसने उसके ऊपर एक कपड़ा डाल दिया +1906,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_013.wav,उसके सड़क पर से सरकाए जाने पर सब लोग बिक्री के पुत्र शेबा का पीछा करने को योआब के पीछे हो लिए +1907,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_014.wav,शेबा सब इस्राएली गोत्रों में होकर आबेल और बेतमाका और बैरियों के देश तक पहुँचा और वे भी इकट्ठे होकर उसके पीछे हो लिए +1908,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_015.wav,तब योआब के जनों ने उसको आबेल्वेत्माका में घेर लिया और नगर के सामने एक टीला खड़ा किया कि वह शहरपनाह से सट गया और योआब के संग के सब लोग शहरपनाह को गिराने के लिये धक्का देने लगे +1909,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_016.wav,तब एक बुद्धिमान स्त्री ने नगर में से पुकारा सुनो सुनो योआब से कहो कि यहाँ आए ताकि मैं उससे कुछ बातें करूँ +1910,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_017.wav,जब योआब उसके निकट गया तब स्त्री ने पूछा क्या तू योआब है उसने कहा हाँ मैं वही हूँ फिर उसने उससे कहा अपनी दासी के वचन सुन उसने कहा मैं सुन रहा हूँ +1911,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_018.wav,वह कहने लगी प्राचीनकाल में लोग कहा करते थे आबेल में पूछा जाए और इस रीति झगड़े को निपटा देते थे +1912,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_019.wav,मैं तो मेल मिलापवाले और विश्वासयोग्य इस्राएलियों में से हूँ परन्तु तू एक प्रधान नगर नष्ट करने का यत्न करता है तू यहोवा के भाग को क्यों निगल जाएगा +1913,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_020.wav,योआब ने उत्तर देकर कहा यह मुझसे दूर हो दूर कि मैं निगल जाऊँ या नष्ट करूँ +1914,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_021.wav,बात ऐसी नहीं है शेबा नामक एप्रैम के पहाड़ी देश का एक पुरुष जो बिक्री का पुत्र है उसने दाऊद राजा के विरुद्ध हाथ उठाया है अतः तुम लोग केवल उसी को सौंप दो तब मैं नगर को छोड़कर चला जाऊँगा स्त्री ने योआब से कहा उसका सिर शहरपनाह पर से तेरे पास फेंक दिया जाएगा +1915,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_022.wav,तब स्त्री अपनी बुद्धिमानी से सब लोगों के पास गई तब उन्होंने बिक्री के पुत्र शेबा का सिर काटकर योआब के पास फेंक दिया तब योआब ने नरसिंगा फूँका और सब लोग नगर के पास से अलगअलग होकर अपनेअपने डेरे को गए और योआब यरूशलेम को राजा के पास लौट गया +1916,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_023.wav,योआब तो समस्त इस्राएली सेना के ऊपर प्रधान रहा और यहोयादा का पुत्र बनायाह करेतियों और पलेतियों के ऊपर था +1917,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_024.wav,और अदोराम बेगारों के ऊपर था और अहीलूद का पुत्र यहोशापात इतिहास का लेखक था +1918,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_025.wav,और शवा मंत्री था और सादोक और एब्यातार याजक थे +1919,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_020_026.wav,और याईरी ईरा भी दाऊद का एक मंत्री था +1920,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_001.wav,दाऊद के दिनों में लगातार तीन वर्ष तक अकाल पड़ा तो दाऊद ने यहोवा से प्रार्थना की यहोवा ने कहा यह शाऊल और उसके खूनी घराने के कारण हुआ क्योंकि उसने गिबोनियों को मरवा डाला था +1921,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_002.wav,तब राजा ने गिबोनियों को बुलाकर उनसे बातें की गिबोनी लोग तो इस्राएलियों में से नहीं थे वे बचे हुए एमोरियों में से थे और इस्राएलियों ने उनके साथ शपथ खाई थी परन्तु शाऊल को जो इस्राएलियों और यहूदियों के लिये जलन हुई थी इससे उसने उन्हें मार डालने के लिये यत्न किया था +1922,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_003.wav,तब दाऊद ने गिबोनियों से पूछा मैं तुम्हारे लिये क्या करूँ और क्या करके ऐसा प्रायश्चित करूँ कि तुम यहोवा के निज भाग को आशीर्वाद दे सको +1923,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_004.wav,गिबोनियों ने उससे कहा हमारे और शाऊल या उसके घराने के मध्य रुपये पैसे का कुछ झगड़ा नहीं और न हमारा काम है कि किसी इस्राएली को मार डालें उसने कहा जो कुछ तुम कहो वही मैं तुम्हारे लिये करूँगा +1924,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_005.wav,उन्होंने राजा से कहा जिस पुरुष ने हमको नष्ट कर दिया और हमारे विरुद्ध ऐसी युक्ति की कि हमारा ऐसा सत्यानाश हो जाएँ कि इस्राएल के देश में आगे को न रह सकें +1925,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_006.wav,उसके वंश के सात जन हमें सौंप दिए जाएँ और हम उन्हें यहोवा के लिये यहोवा के चुने हुए शाऊल की गिबा नामक बस्ती में फांसी देंगे राजा ने कहा मैं उनको सौंप दूँगा +1926,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_007.wav,परन्तु दाऊद ने और शाऊल के पुत्र योनातान ने आपस में यहोवा की शपथ खाई थी इस कारण राजा ने योनातान के पुत्र मपीबोशेत को जो शाऊल का पोता था बचा रखा +1927,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_008.wav,परन्तु अर्मोनी और मपीबोशेत नामक अय्या की बेटी रिस्पा के दोनों पुत्र जो शाऊल से उत्पन्न हुए थे और शाऊल की बेटी मीकल के पाँचों बेटे जो वह महोलवासी बर्जिल्लै के पुत्र अद्रीएल की ओर से थे इनको राजा ने पकड़वाकर +1928,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_009.wav,गिबोनियों के हाथ सौंप दिया और उन्होंने उन्हें पहाड़ पर यहोवा के सामने फांसी दी और सातों एक साथ नष्ट हुए उनका मार डाला जाना तो कटनी के पहले दिनों में अर्थात् जौ की कटनी के आरम्भ में हुआ +1929,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_010.wav,तब अय्या की बेटी रिस्पा ने टाट लेकर कटनी के आरम्भ से लेकर जब तक आकाश से उन पर अत्यन्त वर्षा न हुई तब तक चट्टान पर उसे अपने नीचे बिछाये रही और न तो दिन में आकाश के पक्षियों को और न रात में जंगली पशुओं को उन्हें छूने दिया +1930,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_011.wav,जब अय्या की बेटी शाऊल की रखैल रिस्पा के इस काम का समाचार दाऊद को मिला +1931,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_012.wav,तब दाऊद ने जाकर शाऊल और उसके पुत्र योनातान की हड्डियों को गिलादी याबेश के लोगों से ले लिया जिन्होंने उन्हें बेतशान के उस चौक से चुरा लिया था जहाँ पलिश्तियों ने उन्हें उस दिन टाँगा था जब उन्होंने शाऊल को गिलबो पहाड़ पर मार डाला था +1932,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_013.wav,वह वहाँ से शाऊल और उसके पुत्र योनातान की हड्डियों को ले आया और फांसी पाए हुओं की हड्डियाँ भी इकट्ठी की गईं +1933,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_014.wav,और शाऊल और उसके पुत्र योनातान की हड्डियाँ बिन्यामीन के देश के जेला में शाऊल के पिता कीश के कब्रिस्तान में गाड़ी गईं और दाऊद की सब आज्ञाओं के अनुसार काम हुआ उसके बाद परमेश्वर ने देश के लिये प्रार्थना सुन ली +1934,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_015.wav,पलिश्तियों ने इस्राएल से फिर युद्ध किया और दाऊद अपने जनों समेत जाकर पलिश्तियों से लड़ने लगा परन्तु दाऊद थक गया +1935,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_016.wav,तब यिशबोबनोब जो रापा के वंश का था और उसके भाले का फल तौल में तीन सौ शेकेल पीतल का था और वह नई तलवार बाँधे हुए था उसने दाऊद को मारने का ठान लिया था +1936,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_017.wav,परन्तु सरूयाह के पुत्र अबीशै ने दाऊद की सहायता करके उस पलिश्ती को ऐसा मारा कि वह मर गया तब दाऊद के जनों ने शपथ खाकर उससे कहा तू फिर हमारे संग युद्ध को जाने न पाएगा ऐसा न हो कि तेरे मरने से इस्राएल का दिया बुझ जाए +1937,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_018.wav,इसके बाद पलिश्तियों के साथ गोब में फिर युद्ध हुआ उस समय हूशाई सिब्बकै ने रपाईवंशी सप को मारा +1938,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_019.wav,गोब में पलिश्तियों के साथ फिर युद्ध हुआ उसमें बैतलहमवासी यारयोरगीम के पुत्र एल्हनान ने गतवासी गोलियत को मार डाला जिसके बर्छे की छड़ जुलाहे की डोंगी के समान थी +1939,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_020.wav,फिर गत में भी युद्ध हुआ और वहाँ बड़े डीलडौल वाला एक रपाईवंशी पुरुष था जिसके एकएक हाथ पाँव में छः छः उँगली अर्थात् गिनती में चौबीस उँगलियाँ थीं +1940,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_021.wav,जब उसने इस्राएल को ललकारा तब दाऊद के भाई शिमआह के पुत्र योनातान ने उसे मारा +1941,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_021_022.wav,ये ही चार गत में उस रापा से उत्पन्न हुए थे और वे दाऊद और उसके जनों से मार डाले गए +1942,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_001.wav,जिस समय यहोवा ने दाऊद को उसके सब शत्रुओं और शाऊल के हाथ से बचाया था उस समय उसने यहोवा के लिये इस गीत के वचन गाए +1943,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_002.wav,उसने कहा यहोवा मेरी चट्टान और मेरा गढ़ मेरा छुड़ानेवाला +1944,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_003.wav,मेरा चट्टानरूपी परमेश्वर है जिसका मैं शरणागत हूँ मेरी ढाल मेरा बचानेवाला सींग मेरा ऊँचा गढ़ और मेरा शरणस्थान है हे मेरे उद्धारकर्ता तू उपद्रव से मेरा उद्धार किया करता है +1945,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_004.wav,मैं यहोवा को जो स्तुति के योग्य है पुकारूँगा और मैं अपने शत्रुओं से बचाया जाऊँगा +1946,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_005.wav,मृत्यु के तरंगों ने तो मेरे चारों ओर घेरा डाला नास्तिकपन की धाराओं ने मुझ को घबरा दिया था +1947,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_006.wav,अधोलोक की रस्सियाँ मेरे चारों ओर थीं मृत्यु के फंदे मेरे सामने थे +1948,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_007.wav,अपने संकट में मैंने यहोवा को पुकारा और अपने परमेश्वर के सम्मुख चिल्लाया उसने मेरी बात को अपने मन्दिर में से सुन लिया और मेरी दुहाई उसके कानों में पहुँची +1949,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_008.wav,तब पृथ्वी हिल गई और डोल उठी और आकाश की नींवें काँपकर बहुत ही हिल गईं क्योंकि वह अति क्रोधित हुआ था +1950,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_009.wav,उसके नथनों से धुआँ निकला और उसके मुँह से आग निकलकर भस्म करने लगी जिससे कोयले दहक उठे +1951,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_010.wav,और वह स्वर्ग को झुकाकर नीचे उतर आया और उसके पाँवों तले घोर अंधकार छाया था +1952,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_011.wav,वह करूब पर सवार होकर उड़ा और पवन के पंखों पर चढ़कर दिखाई दिया +1953,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_012.wav,उसने अपने चारों ओर के अंधियारे को मेघों के समूह और आकाश की काली घटाओं को अपना मण्डप बनाया +1954,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_013.wav,उसके सम्मुख के तेज से आग के कोयले दहक उठे +1955,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_014.wav,यहोवा आकाश में से गरजा और परमप्��धान ने अपनी वाणी सुनाई +1956,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_015.wav,उसने तीर चलाचलाकर मेरे शत्रुओं को तितरबितर कर दिया और बिजली गिरा गिराकर उसको परास्त कर दिया +1957,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_016.wav,तब समुद्र की थाह दिखाई देने लगी और जगत की नेवें खुल गईं यह तो यहोवा की डाँट से और उसके नथनों की साँस की झोंक से हुआ +1958,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_017.wav,उसने ऊपर से हाथ बढ़ाकर मुझे थाम लिया और मुझे गहरे जल में से खींचकर बाहर निकाला +1959,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_018.wav,उसने मुझे मेरे बलवन्त शत्रु से और मेरे बैरियों से जो मुझसे अधिक सामर्थी थे मुझे छुड़ा लिया +1960,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_019.wav,उन्होंने मेरी विपत्ति के दिन मेरा सामना तो किया परन्तु यहोवा मेरा आश्रय था +1961,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_020.wav,उसने मुझे निकालकर चौड़े स्थान में पहुँचाया उसने मुझ को छुड़ाया क्योंकि वह मुझसे प्रसन्न था +1962,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_021.wav,यहोवा ने मुझसे मेरी धार्मिकता के अनुसार व्यवहार किया मेरे कामों की शुद्धता के अनुसार उसने मुझे बदला दिया +1963,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_022.wav,क्योंकि मैं यहोवा के मार्गों पर चलता रहा और अपने परमेश्वर से मुँह मोड़कर दुष्ट न बना +1964,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_023.wav,उसके सब नियम तो मेरे सामने बने रहे और मैं उसकी विधियों से हट न गया +1965,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_024.wav,मैं उसके साथ खरा बना रहा और अधर्म से अपने को बचाए रहा जिसमें मेरे फँसने का डर था +1966,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_025.wav,इसलिए यहोवा ने मुझे मेरी धार्मिकता के अनुसार बदला दिया मेरी उस शुद्धता के अनुसार जिसे वह देखता था +1967,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_026.wav,विश्वासयोग्य के साथ तू अपने को विश्वासयोग्य दिखाता खरे पुरुष के साथ तू अपने को खरा दिखाता है +1968,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_027.wav,शुद्ध के साथ तू अपने को शुद्ध दिखाता और टेढ़े के साथ तू तिरछा बनता है +1969,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_028.wav,और दीन लोगों को तो तू बचाता है परन्तु अभिमानियों पर दृष्टि करके उन्हें नीचा करता है +1970,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_029.wav,हे यहोवा तू ही मेरा दीपक है और यहोवा मेरे अंधियारे को दूर करके उजियाला कर देता है +1971,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_030.wav,तेरी सहायता से मैं दल पर धावा करता अपने परमेश्वर की सहायता से मैं शहरपनाह को फाँद जाता हूँ +1972,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_031.wav,परमेश्वर की गति खरी है यहोवा का वचन ताया हुआ है वह अपने सब शरणागतों की ढाल है +1973,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_032.wav,यहोवा को छोड़ क्या कोई परमेश्वर है हमारे परमेश्वर को छोड़ क्या और कोई चट्टान है +1974,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_033.wav,यह वही परमेश्वर है जो मेरा अति दृढ़ किला है वह खरे मनुष्य को अपने म��र्ग में लिए चलता है +1975,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_034.wav,वह मेरे पैरों को हिरनी के समान बना देता है और मुझे ऊँचे स्थानों पर खड़ा करता है +1976,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_035.wav,वह मेरे हाथों को युद्ध करना सिखाता है यहाँ तक कि मेरी बाँहे पीतल के धनुष को झुका देती हैं +1977,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_036.wav,तूने मुझ को अपने उद्धार की ढाल दी है और तेरी नम्रता मुझे बढ़ाती है +1978,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_037.wav,तू मेरे पैरों के लिये स्थान चौड़ा करता है और मेरे पैर नहीं फिसले +1979,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_038.wav,मैंने अपने शत्रुओं का पीछा करके उनका सत्यानाश कर दिया और जब तक उनका अन्त न किया तब तक न लौटा +1980,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_039.wav,मैंने उनका अन्त किया और उन्हें ऐसा छेद डाला है कि वे उठ नहीं सकते वरन् वे तो मेरे पाँवों के नीचे गिरे पड़े हैं +1981,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_040.wav,तूने युद्ध के लिये मेरी कमर बलवन्त की और मेरे विरोधियों को मेरे ही सामने परास्त कर दिया +1982,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_041.wav,और तूने मेरे शत्रुओं की पीठ मुझे दिखाई ताकि मैं अपने बैरियों को काट डालूँ +1983,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_042.wav,उन्होंने बाट तो जोही परन्तु कोई बचानेवाला न मिला उन्होंने यहोवा की भी बाट जोही परन्तु उसने उनको कोई उत्तर न दिया +1984,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_043.wav,तब मैंने उनको कूट कूटकर भूमि की धूल के समान कर दिया मैंने उन्हें सड़कों और गली कूचों की कीचड़ के समान पटककर चारों ओर फैला दिया +1985,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_044.wav,फिर तूने मुझे प्रजा के झगड़ों से छुड़ाकर अन्यजातियों का प्रधान होने के लिये मेरी रक्षा की जिन लोगों को मैं न जानता था वे भी मेरे अधीन हो जाएँगे +1986,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_045.wav,परदेशी मेरी चापलूसी करेंगे वे मेरा नाम सुनते ही मेरे वश में आएँगे +1987,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_046.wav,परदेशी मुर्झाएँगे और अपने किलों में से थरथराते हुए निकलेंगे +1988,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_047.wav,यहोवा जीवित है मेरी चट्टान धन्य है और परमेश्वर जो मेरे उद्धार की चट्टान है उसकी महिमा हो +1989,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_048.wav,धन्य है मेरा पलटा लेनेवाला परमेश्वर जो देशदेश के लोगों को मेरे वश में कर देता है +1990,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_049.wav,और मुझे मेरे शत्रुओं के बीच से निकालता है हाँ तू मुझे मेरे विरोधियों से ऊँचा करता है और उपद्रवी पुरुष से बचाता है +1991,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_050.wav,इस कारण हे यहोवा मैं जातिजाति के सामने तेरा धन्यवाद करूँगा और तेरे नाम का भजन गाऊँगा +1992,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_022_051.wav,वह अपने ठहराए हुए राजा का बड़ा उद्धार करता है वह अपने अभिषिक्त दाऊद और उसके वंश पर युगानुयुग करुणा कर��ा रहेगा +1993,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_001.wav,दाऊद के अन्तिम वचन ये हैं यिशै के पुत्र की यह वाणी है उस पुरुष की वाणी है जो ऊँचे पर खड़ा किया गया और याकूब के परमेश्वर का अभिषिक्त और इस्राएल का मधुर भजन गानेवाला है +1994,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_002.wav,यहोवा का आत्मा मुझ में होकर बोला और उसी का वचन मेरे मुँह में आया +1995,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_003.wav,इस्राएल के परमेश्वर ने कहा है इस्राएल की चट्टान ने मुझसे बातें की हैं कि मनुष्यों में प्रभुता करनेवाला एक धर्मी होगा जो परमेश्वर का भय मानता हुआ प्रभुता करेगा +1996,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_004.wav,वह मानो भोर का प्रकाश होगा जब सूर्य निकलता है ऐसा भोर जिसमें बादल न हों जैसा वर्षा के बाद निर्मल प्रकाश के कारण भूमि से हरीहरी घास उगती है +1997,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_005.wav,क्या मेरा घराना परमेश्वर की दृष्टि में ऐसा नहीं है उसने तो मेरे साथ सदा की एक ऐसी वाचा बाँधी है जो सब बातों में ठीक की हुई और अटल भी है क्योंकि चाहे वह उसको प्रगट न करे तो भी मेरा पूर्ण उद्धार और पूर्ण अभिलाषा का विषय वही है +1998,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_006.wav,परन्तु ओछे लोग सब के सब निकम्मी झाड़ियों के समान हैं जो हाथ से पकड़ी नहीं जातीं +1999,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_007.wav,परन्तु जो पुरुष उनको छूए उसे लोहे और भाले की छड़ से सुसज्जित होना चाहिये इसलिए वे अपने ही स्थान में आग से भस्म कर दिए जाएँगे +2000,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_008.wav,दाऊद के शूरवीरों के नाम ये हैं अर्थात् तहकमोनी योशेब्यश्शेबेत जो सरदारों में मुख्य था वह एस्‍नी अदीनो भी कहलाता था जिसने एक ही समय में आठ सौ पुरुष मार डाले +2001,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_009.wav,उसके बाद अहोही दोदै का पुत्र एलीआजर था वह उस समय दाऊद के संग के तीनों वीरों में से था जबकि उन्होंने युद्ध के लिये एकत्रित हुए पलिश्तियों को ललकारा और इस्राएली पुरुष चले गए थे +2002,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_010.wav,वह कमर बाँधकर पलिश्तियों को तब तक मारता रहा जब तक उसका हाथ थक न गया और तलवार हाथ से चिपट न गई और उस दिन यहोवा ने बड़ी विजय कराई और जो लोग उसके पीछे हो लिए वे केवल लूटने ही के लिये उसके पीछे हो लिए +2003,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_011.wav,उसके बाद आगै नामक एक हरारी का पुत्र शम्मा था पलिश्तियों ने इकट्ठे होकर एक स्थान में दल बाँधा जहाँ मसूर का एक खेत था और लोग उनके डर के मारे भागे +2004,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_012.wav,तब उसने खेत के मध्य में खड़े होकर उसे बचाया और पलिश्तियों को मार लिया और यहोवा ने बड़ी विजय दिलाई +2005,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_013.wav,फिर तीसों मुख्य सरदारों में से तीन जन कटनी के दिनों में दाऊद के पास अदुल्लाम नामक गुफा में आए और पलिश्तियों का दल रपाईम नामक तराई में छावनी किए हुए था +2006,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_014.wav,उस समय दाऊद गढ़ में था और उस समय पलिश्तियों की चौकी बैतलहम में थी +2007,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_015.wav,तब दाऊद ने बड़ी अभिलाषा के साथ कहा कौन मुझे बैतलहम के फाटक के पास के कुएँ का पानी पिलाएगा +2008,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_016.wav,अतः वे तीनों वीर पलिश्तियों की छावनी पर टूट पड़े और बैतलहम के फाटक के कुएँ से पानी भरकर दाऊद के पास ले आए परन्तु उसने पीने से इन्कार किया और यहोवा के सामने अर्घ करके उण्डेला +2009,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_017.wav,और कहा हे यहोवा मुझसे ऐसा काम दूर रहे क्या मैं उन मनुष्यों का लहू पीऊँ जो अपने प्राणों पर खेलकर गए थे इसलिए उसने उस पानी को पीने से इन्कार किया इन तीन वीरों ने तो ये ही काम किए +2010,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_018.wav,अबीशै जो सरूयाह के पुत्र योआब का भाई था वह तीनों से मुख्य था उसने अपना भाला चलाकर तीन सौ को मार डाला और तीनों में नामी हो गया +2011,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_019.wav,क्या वह तीनों से अधिक प्रतिष्ठित न था और इसी से वह उनका प्रधान हो गया परन्तु मुख्य तीनों के पद को न पहुँचा +2012,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_020.wav,फिर यहोयादा का पुत्र बनायाह था जो कबसेलवासी एक बड़ा काम करनेवाले वीर का पुत्र था उसने सिंह सरीखे दो मोआबियों को मार डाला बर्फ गिरने के समय उसने एक गड्ढे में उतर के एक सिंह को मार डाला +2013,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_021.wav,फिर उसने एक रूपवान मिस्री पुरुष को मार डाला मिस्री तो हाथ में भाला लिए हुए था परन्तु बनायाह एक लाठी ही लिए हुए उसके पास गया और मिस्री के हाथ से भाला छीनकर उसी के भाले से उसे घात किया +2014,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_022.wav,ऐसेऐसे काम करके यहोयादा का पुत्र बनायाह उन तीनों वीरों में नामी हो गया +2015,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_023.wav,वह तीसों से अधिक प्रतिष्ठित तो था परन्तु मुख्य तीनों के पद को न पहुँचा उसको दाऊद ने अपनी निज सभा का सभासद नियुक्त किया +2016,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_024.wav,फिर तीसों में योआब का भाई असाहेल बैतलहमी दोदो का पुत्र एल्हनान +2017,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_025.wav,हेरोदी शम्मा और एलीका +2018,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_026.wav,पेलेती हेलेस तकोई इक्केश का पुत्र ईरा +2019,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_027.wav,अनातोती अबीएजेर हूशाई मबुन्ने +2020,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_028.wav,अहोही सल्मोन नतोपाही महरै +2021,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_029.wav,एक और नतोपाही बानाह का पुत्र हेलेब बिन्यामीनियों के गिबा नगर के रीबै का पुत्र इत्तै +2022,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_030.wav,पिरातोनी बनायाह गाश के नालों के पास रहनेवाला हिद्दै +2023,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_031.wav,अराबा का अबीअल्बोन बहूरीमी अज्मावेत +2024,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_032.wav,शालबोनी एल्यहबा याशेन के वंश में से योनातान +2025,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_033.wav,हरारी शम्मा हरारी शारार का पुत्र अहीआम +2026,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_034.wav,माका देश के अहसबै का पुत्र एलीपेलेत गीलोवासी अहीतोपेल का पुत्र एलीआम +2027,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_035.wav,कर्मेली हेस्रो अराबी पारै +2028,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_036.wav,सोबा नातान का पुत्र यिगाल गादी बानी +2029,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_037.wav,अम्मोनी सेलेक बेरोती नहरै जो सरूयाह के पुत्र योआब का हथियार ढोनेवाला था +2030,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_038.wav,येतेरी ईरा और गारेब +2031,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_023_039.wav,और हित्ती ऊरिय्याह थाः सब मिलाकर सैंतीस थे +2032,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_001.wav,यहोवा का कोप इस्राएलियों पर फिर भड़का और उसने दाऊद को उनकी हानि के लिये यह कहकर उभारा इस्राएल और यहूदा की गिनती ले +2033,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_002.wav,इसलिए राजा ने योआब सेनापति से जो उसके पास था कहा तू दान से बेर्शेबा तक रहनेवाले सब इस्राएली गोत्रों में इधरउधर घूम और तुम लोग प्रजा की गिनती लो ताकि मैं जान लूँ कि प्रजा की कितनी गिनती है +2034,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_003.wav,योआब ने राजा से कहा प्रजा के लोग कितने भी क्यों न हों तेरा परमेश्वर यहोवा उनको सौ गुणा बढ़ा दे और मेरा प्रभु राजा इसे अपनी आँखों से देखने भी पाए परन्तु हे मेरे प्रभु हे राजा यह बात तू क्यों चाहता है +2035,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_004.wav,तो भी राजा की आज्ञा योआब और सेनापतियों पर प्रबल हुई अतः योआब और सेनापति राजा के सम्मुख से इस्राएली प्रजा की गिनती लेने को निकल गए +2036,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_005.wav,उन्होंने यरदन पार जाकर अरोएर नगर की दाहिनी ओर डेरे खड़े किए जो गाद की घाटी के मध्य में और याजेर की ओर है +2037,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_006.wav,तब वे गिलाद में और तहतीम्होदशी नामक देश में गए फिर दान्यान को गए और चक्कर लगाकर सीदोन में पहुँचे +2038,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_007.wav,तब वे सोर नामक दृढ़ गढ़ और हिब्बियों और कनानियों के सब नगरों में गए और उन्होंने यहूदा देश की दक्षिण में बेर्शेबा में दौरा निपटाया +2039,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_008.wav,इस प्रकार सारे देश में इधरउधर घूम घूमकर वे नौ महीने और बीस दिन के बीतने पर यरूशलेम को आए +2040,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_009.wav,तब योआब ने प्रजा की गिनती का जोड़ राजा को सुनाया और तलवार चलानेवाले योद्धा इस्राएल के तो आठ लाख और यहूदा के पाँच लाख निकले +2041,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_010.wav,प्रजा की गणना करने के बाद दाऊद का मन व्याकुल हुआ अतः दाऊद ने यहोवा से कहा यह काम जो मैंने किया वह महापाप है तो अब हे यहोवा अपने दास का अधर्म दूर कर क्योंकि मुझसे बड़ी मूर्खता हुई है +2042,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_011.wav,सवेरे जब दाऊद उठा तब यहोवा का यह वचन गाद नामक नबी के पास जो दाऊद का दर्शी था पहुँचा +2043,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_012.wav,जाकर दाऊद से कह यहोवा यह कहता है कि मैं तुझको तीन विपत्तियाँ दिखाता हूँ उनमें से एक को चुन ले कि मैं उसे तुझ पर डालूँ +2044,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_013.wav,अतः गाद ने दाऊद के पास जाकर इसका समाचार दिया और उससे पूछा क्या तेरे देश में सात वर्ष का अकाल पड़े या तीन महीने तक तेरे शत्रु तेरा पीछा करते रहें और तू उनसे भागता रहे या तेरे देश में तीन दिन तक मरी फैली रहे अब सोच विचार कर कि मैं अपने भेजनेवाले को क्या उत्तर दूँ +2045,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_014.wav,दाऊद ने गाद से कहा मैं बड़े संकट में हूँ हम यहोवा के हाथ में पड़ें क्योंकि उसकी दया बड़ी है परन्तु मनुष्य के हाथ में मैं न पड़ूँगा +2046,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_015.wav,तब यहोवा इस्राएलियों में सवेरे से ले ठहराए हुए समय तक मरी फैलाए रहा और दान से लेकर बेर्शेबा तक रहनेवाली प्रजा में से सत्तर हजार पुरुष मर गए +2047,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_016.wav,परन्तु जब दूत ने यरूशलेम का नाश करने को उस पर अपना हाथ बढ़ाया तब यहोवा वह विपत्ति डालकर शोकित हुआ और प्रजा के नाश करनेवाले दूत से कहा बस कर अब अपना हाथ खींच यहोवा का दूत उस समय अरौना नामक एक यबूसी के खलिहान के पास था +2048,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_017.wav,तो जब प्रजा का नाश करनेवाला दूत दाऊद को दिखाई पड़ा तब उसने यहोवा से कहा देख पाप तो मैं ही ने किया और कुटिलता मैं ही ने की है परन्तु इन भेड़ों ने क्या किया है सो तेरा हाथ मेरे और मेरे पिता के घराने के विरुद्ध हो +2049,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_018.wav,उसी दिन गाद ने दाऊद के पास आकर उससे कहा जाकर अरौना यबूसी के खलिहान में यहोवा की एक वेदी बनवा +2050,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_019.wav,अतः दाऊद यहोवा की आज्ञा के अनुसार गाद का वह वचन मानकर वहाँ गया +2051,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_020.wav,जब अरौना ने दृष्टि कर दाऊद को कर्मचारियों समेत अपनी ओर आते देखा तब अरौना ने निकलकर भूमि पर मुँह के बल गिर राजा को दण्डवत् की +2052,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_021.wav,और अरौना ने कहा मेरा प्रभु राजा अपने दास के पास क्यों पधारा है दाऊद ने कहा तुझ से यह खलिहान मोल लेने आया हूँ कि यहोवा की एक वेदी बनवाऊँ इसलिए कि यह महामारी प्रजा पर से दूर की जाए +2053,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_022.wav,अरौना ने दाऊद से कहा मेरा प्रभु राजा जो कुछ उसे अच्छा लगे उसे लेकर चढ़ाए देख होमबलि के लिये तो बैल हैं और दाँवने के हथियार और बैलों का सामान ईंधन का काम देंगे +2054,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_023.wav,यह सब अरौना ने राजा को दे दिया फिर अरौना ने राजा से कहा तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ से प्रसन्न हो +2055,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_024.wav,राजा ने अरौना से कहा ऐसा नहीं मैं ये वस्तुएँ तुझ से अवश्य दाम देकर लूँगा मैं अपने परमेश्वर यहोवा को सेंतमेंत के होमबलि नहीं चढ़ाने का सो दाऊद ने खलिहान और बैलों को चाँदी के पचास शेकेल में मोल लिया +2056,data/cleaned/hindi/2SA/2SA_024_025.wav,और दाऊद ने वहाँ यहोवा की एक वेदी बनवाकर होमबलि और मेलबलि चढ़ाए और यहोवा ने देश के निमित विनती सुन ली तब वह महामारी इस्राएल पर से दूर हो गई +2057,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_001.wav,तकोआवासी आमोस जो भेड़बकरियों के चरानेवालों में से था उसके ये वचन हैं जो उसने यहूदा के राजा उज्जियाह के और योआश के पुत्र इस्राएल के राजा यारोबाम के दिनों में भूकम्प से दो वर्ष पहले इस्राएल के विषय में दर्शन देखकर कहे +2058,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_002.wav,यहोवा सिय्योन से गरजेगा और यरूशलेम से अपना शब्द सुनाएगा तब चरवाहों की चराइयाँ विलाप करेंगी और कर्मेल की चोटी झुलस जाएगी +2059,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_003.wav,यहोवा यह कहता है दमिश्क के तीन क्या वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा क्योंकि उन्होंने गिलाद को लोहे के दाँवनेवाले यन्त्रों से रौंद डाला है +2060,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_004.wav,इसलिए मैं हजाएल राजा के राजभवन में आग लगाऊँगा और उससे बेन्हदद राजा के राजभवन भी भस्म हो जाएँगे +2061,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_005.wav,मैं दमिश्क के बेंड़ों को तोड़ डालूँगा और आवेन नामक तराई के रहनेवालों को और बेतएदेन के घर में रहनेवाले राजदण्डधारी को नष्ट करूँगा और अराम के लोग बन्दी होकर कीर को जाएँगे यहोवा का यही वचन है +2062,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_006.wav,यहोवा यह कहता है गाज़ा के तीन क्या वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा क्योंकि वे सब लोगों को बन्दी बनाकर ले गए कि उन्हें एदोम के वश में कर दें +2063,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_007.wav,इसलिए मैं गाज़ा की शहरपनाह में आग लगाऊँगा और उससे उसके भवन भस्म हो जाएँगे +2064,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_008.wav,मैं अश्दोद के रहनेवालों को और अश्कलोन के राजदण्डधारी को भी नष्ट करूँगा मैं अपना हाथ एक्रोन के विरुद्ध चलाऊँगा और शेष पलिश्ती लोग नष्ट होंगे परमेश्वर यहोवा का यही वचन है +2065,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_009.wav,यहोवा यह कहता है सोर के तीन क्या वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा क्योंकि उन्होंने सब लोगों को बन्दी बनाकर एदोम के वश में कर दिया और भाई की सी वाचा का स्मरण न किया +2066,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_010.wav,इसलिए मैं सोर की शहरपनाह पर आग लगाऊँगा और उससे उसके भवन भी भस्म हो जाएँगे +2067,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_011.wav,यहोवा यह कहता है एदोम के तीन क्या वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा क्योंकि उसने अपने भाई को तलवार लिए हुए खदेड़ा और कुछ भी दया न की परन्तु क्रोध से उनको लगातार फाड़ता ही रहा और अपने रोष को अनन्तकाल के लिये बनाए रहा +2068,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_012.wav,इसलिए मैं तेमान में आग लगाऊँगा और उससे बोस्रा के भवन भस्म हो जाएँगे +2069,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_013.wav,यहोवा यह कहता है अम्मोन के तीन क्या वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा क्योंकि उन्होंने अपनी सीमा को बढ़ा लेने के लिये गिलाद की गर्भवती स्त्रियों का पेट चीर डाला +2070,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_014.wav,इसलिए मैं रब्बाह की शहरपनाह में आग लगाऊँगा और उससे उसके भवन भी भस्म हो जाएँगे उस युद्ध के दिन में ललकार होगी वह आँधी वरन् बवण्डर का दिन होगा +2071,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_001_015.wav,और उनका राजा अपने हाकिमों समेत बँधुआई में जाएगा यहोवा का यही वचन है +2072,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_001.wav,यहोवा यह कहता है मोआब के तीन क्या वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा क्योंकि उसने एदोम के राजा की हड्डियों को जलाकर चूना कर दिया +2073,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_002.wav,इसलिए मैं मोआब में आग लगाऊँगा और उससे करिय्योत के भवन भस्म हो जाएँगे और मोआब हुल्लड़ और ललकार और नरसिंगे के शब्द होतेहोते मर जाएगा +2074,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_003.wav,मैं उसके बीच में से न्यायी का नाश करूँगा और साथ ही साथ उसके सब हाकिमों को भी घात करूँगा यहोवा का यही वचन है +2075,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_004.wav,यहोवा यह कहता है यहूदा के तीन क्या वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा क्योंकि उन्होंने यहोवा की व्यवस्था को तुच्छ जाना और मेरी विधियों को नहीं माना और अपने झूठे देवताओं के कारण जिनके पीछे उनके पुरखा चलते थे वे भी भटक गए हैं +2076,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_005.wav,इसलिए मैं यहूदा में आग लगाऊँगा और उससे यरूशलेम के भवन भस्म हो जाएँगे +2077,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_006.wav,यहोवा यह कहता है इस्राएल के तीन क्या वरन् चार अपराधों के कारण मैं उसका दण्ड न छोड़ूँगा क्योंकि उन्होंने निर्दोष को रुपये के लिये और दरिद्र को एक जोड़ी जूतियों के लिये बेच डाला है +2078,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_007.wav,वे कंगालों के सिर पर की धूल का भी लालच करते और नम्र लोगों को मार्ग से हटा देते हैं और बापबेटा दोनों एक ही कुमारी के पास जाते हैं जिससे मेरे पवित्र नाम को अपवित्र ठहराएँ +2079,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_008.wav,वे हर एक वेदी के पास बन्धक के वस्त्रों पर सोते हैं और दण्ड के रुपये से मोल लिया हुआ दाखमधु अपने देवता के घर में पी लेते हैं +2080,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_009.wav,मैंने उनके सामने से एमोरियों को नष्ट किया था जिनकी लम्बाई देवदारों की सी और जिनका बल बांजवृक्षों का सा था तो भी मैंने ऊपर से उसके फल और नीचे से उसकी जड़ नष्ट की +2081,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_010.wav,और मैं तुम को मिस्र देश से निकाल लाया और जंगल में चालीस वर्ष तक लिए फिरता रहा कि तुम एमोरियों के देश के अधिकारी हो जाओ +2082,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_011.wav,और मैंने तुम्हारे पुत्रों में से नबी होने के लिये और तुम्हारे कुछ जवानों में से नाज़ीर होने के लिये ठहराया हे इस्राएलियों क्या यह सब सच नहीं है यहोवा की यही वाणी है +2083,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_012.wav,परन्तु तुम ने नाज़ीरों को दाखमधु पिलाया और नबियों को आज्ञा दी कि भविष्यद्वाणी न करें +2084,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_013.wav,देखो मैं तुम को ऐसा दबाऊँगा जैसे पूलों से भरी हुई गाड़ी नीचे को दबाई जाती है +2085,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_014.wav,इसलिए वेग दौड़नेवाले को भाग जाने का स्थान न मिलेगा और सामर्थी का सामर्थ्य कुछ काम न देगा और न पराक्रमी अपना प्राण बचा सकेगा +2086,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_015.wav,धनुर्धारी खड़ा न रह सकेगा और फुर्ती से दौड़नेवाला न बचेगा घुड़सवार भी अपना प्राण न बचा सकेगा +2087,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_002_016.wav,और शूरवीरों में जो अधिक धीर हो वह भी उस दिन नंगा होकर भाग जाएगा यहोवा की यही वाणी है +2088,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_001.wav,हे इस्राएलियों यह वचन सुनो जो यहोवा ने तुम्हारे विषय में अर्थात् उस सारे कुल के विषय में कहा है जिसे मैं मिस्र देश से लाया हूँ +2089,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_002.wav,पृथ्वी के सारे कुलों में से मैंने केवल तुम्हीं पर मन लगाया है इस कारण मैं तुम्हारे सारे अधर्म के कामों का दण्ड दूँगा +2090,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_003.wav,यदि दो मनुष्य परस्पर सहमत न हों तो क्या वे एक संग चल सकेंगे +2091,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_004.wav,क्या सिंह बिना अहेर पाए वन में गरजेंगे क्या जवान सिंह बिना कुछ पकड़े अपनी माँद में से गुर्राएगा +2092,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_005.wav,क्या चिड़िया बिना फंदा लगाए फँसेगी क्या बिना कुछ फँसे फंदा भूमि पर से उचकेगा +2093,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_006.wav,क्या किसी नगर में नरसिंगा फूँकने पर लोग न थरथराएँगे क्या यहोवा के बिना भेजे किसी नगर में कोई विपत्ति पड़ेगी +2094,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_007.wav,इसी प्रकार से प्रभु यहोवा अपने दास भविष्यद्वक्ताओं पर अपना मर्म बिना प्रगट किए कुछ भी न करेगा +2095,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_008.wav,सिंह गरजा कौन न डरेगा परमेश्वर यहोवा बोला कौन भविष्यद्वाणी न करेगा +2096,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_009.wav,अश्दोद के भवन और मिस्र देश के राजभवन पर प्रचार करके कहो सामरिया के पहाड़ों पर इकट्ठे होकर देखो कि उसमें क्या ही बड़ा कोलाहल और उसके बीच क्या ही अंधेर के काम हो रहे हैं +2097,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_010.wav,यहोवा की यह वाणी है जो लोग अपने भवनों में उपद्रव और डकैती का धन बटोरकर रखते हैं वे सिधाई से काम करना जानते ही नहीं +2098,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_011.wav,इस कारण परमेश्वर यहोवा यह कहता है देश का घेरनेवाला एक शत्रु होगा और वह तेरा बल तोड़ेगा और तेरे भवन लूटे जाएँगे +2099,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_012.wav,यहोवा यह कहता है जिस भाँति चरवाहा सिंह के मुँह से दो टाँगें या कान का एक टुकड़ा छुड़ाता है वैसे ही इस्राएली लोग जो सामरिया में बिछौने के एक कोने या रेशमी गद्दी पर बैठा करते हैं वे भी छुड़ाए जाएँगे +2100,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_013.wav,सेनाओं के परमेश्वर प्रभु यहोवा की यह वाणी है देखो और याकूब के घराने से यह बात चिताकर कहो +2101,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_014.wav,जिस समय मैं इस्राएल को उसके अपराधों का दण्ड दूँगा उसी समय मैं बेतेल की वेदियों को भी दण्ड दूँगा और वेदी के सींग टूटकर भूमि पर गिर पड़ेंगे +2102,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_003_015.wav,और मैं सर्दी के भवन को और धूपकाल के भवन दोनों को गिराऊँगा और हाथी दाँत के बने भवन भी नष्ट होंगे और बड़ेबड़े घर नष्ट हो जाएँगे यहोवा की यही वाणी है +2103,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_001.wav,हे बाशान की गायों यह वचन सुनो तुम जो सामरिया पर्वत पर हो जो कंगालों पर अंधेर करती और दरिद्रों को कुचल डालती हो और अपनेअपने पति से कहती हो ला दे हम पीएँ +2104,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_002.wav,परमेश्वर यहोवा अपनी पवित्रता की शपथ खाकर कहता है देखो तुम पर ऐसे दिन आनेवाले हैं कि तुम काँटों से और तुम्हारी सन्तान मछली की बंसियों से खींच ली जाएँगी +2105,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_003.wav,और तुम बाड़े के नाकों से होकर सीधी निकल जाओगी और हेर्मोन में डाली जाओगी यहोवा की यही वाणी है +2106,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_004.wav,बेतेल में आकर अपराध करो और गिलगाल में आकर बहुत से अपराध करो अपने चढ़ावे भोर को और अपने दशमांश हर तीसरे दिन ले आया करो +2107,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_005.wav,धन्यवादबलि ख़मीर मिलाकर चढ़ाओ और अपने स्वेच्छाबलियों की चर्चा चलाकर उनका प्रचार करो क्योंकि हे इस्राएलियों ऐसा करना तुम को भाता है परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +2108,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_006.wav,मैंने तुम्हारे सब नगरों में दाँत की सफाई करा दी और तुम्हारे सब स्थानों में रोटी की घटी की है तो भी तुम मेरी ओर फिरकर न आए यहोवा की यही वाणी है +2109,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_007.wav,और जब कटनी के तीन महीने रह गए तब मैंने तुम्हारे लिये वर्षा न की मैंने एक नगर में जल बरसाकर दूसरे में न बरसाया एक खेत में जल बरसा और दूसरा खेत जिसमें न बरसा वह सूख गया +2110,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_008.wav,इसलिए दो तीन नगरों के लोग पानी पीने को मारेमारे फिरते हुए एक ही नगर में आए परन्तु तृप्त न हुए तो भी तुम मेरी ओर न फिरे यहोवा की यही वाणी है +2111,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_009.wav,मैंने तुम को लूह और गेरूई से मारा है और जब तुम्हारी वाटिकाएँ और दाख की बारियाँ और अंजीर और जैतून के वृक्ष बहुत हो गए तब टिड्डियाँ उन्हें खा गईं तो भी तुम मेरी ओर फिरकर न आए यहोवा की यही वाणी है +2112,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_010.wav,मैंने तुम्हारे बीच में मिस्र देश की सी मरी फैलाई मैंने तुम्हारे घोड़ों को छिनवा कर तुम्हारे जवानों को तलवार से घात करा दिया और तुम्हारी छावनी की दुर्गन्ध तुम्हारे पास पहुँचाई तो भी तुम मेरी ओर फिरकर न आए यहोवा की यही वाणी है +2113,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_011.wav,मैंने तुम में से कई एक को ऐसा उलट दिया जैसे परमेश्वर ने सदोम और गमोरा को उलट दिया था और तुम आग से निकाली हुई लकड़ी के समान ठहरे तो भी तुम मेरी ओर फिरकर न आए यहोवा की यही वाणी है +2114,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_012.wav,इस कारण हे इस्राएल मैं तुझ से ऐसा ही करूँगा और इसलिए कि मैं तुझ में यह काम करने पर हूँ हे इस्राएल अपने परमेश्वर के सामने आने के लिये तैयार हो जा +2115,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_004_013.wav,देख पहाड़ों का बनानेवाला और पवन का सिरजनेवाला और मनुष्य को उसके मन का विचार बतानेवाला और भोर को अंधकार करनेवाला और जो पृथ्वी के ऊँचे स्थानों पर चलनेवाला है उसी का नाम सेनाओं का परमेश्वर यहोवा है +2116,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_001.wav,हे इस्राएल के घराने इस विलाप के गीत के वचन सुन जो मैं तुम्हारे विषय में कहता हूँ +2117,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_002.wav,इस्राएल की कुमारी कन्या गिर गई और फिर उठ न सकेगी वह अपनी ही भूमि पर पटक दी गई है और उसका उठानेवाला कोई नहीं +2118,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_003.wav,क्योंकि परमेश्वर यहोवा यह कहता है जिस नगर से हजार निकलते थे उसमें इस्राएल के घराने के सौ ही बचे रहेंगे और जिससे सौ निकलते थे उसमें दस बचे रहेंगे +2119,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_004.wav,यहोवा इस्राएल के घराने से यह कहता है मेरी खोज में लगो तब जीवित रहोगे +2120,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_005.wav,बेतेल की खोज में न लगो न गिलगाल में प्रवेश करो और न बेर्शेबा को जाओ क्योंकि गिलगाल निश्चय बँधुआई में जाएगा और बेतेल सूना पड़ेगा +2121,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_006.wav,यहोवा की खोज करो तब जीवित रहोगे नहीं तो वह यूसुफ के घराने पर आग के समान भड़केगा और वह उसे भस्म करेगी और बेतेल में कोई उसका बुझानेवाला न होगा +2122,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_007.wav,हे न्याय के बिगाड़नेवालों और धार्मिकता को मिट्टी में मिलानेवालो +2123,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_008.wav,जो कचपचिया और मृगशिरा का बनानेवाला है जो घोर अंधकार को भोर का प्रकाश बनाता है जो दिन को अंधकार करके रात बना देता है और समुद्र का जल स्थल के ऊपर बहा देता है उसका नाम यहोवा है +2124,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_009.wav,वह तुरन्त ही बलवन्त को विनाश कर देता और गढ़ का भी सत्यानाश करता है +2125,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_010.wav,जो सभा में उलाहना देता है उससे वे बैर रखते हैं और खरी बात बोलनेवाले से घृणा करते हैं +2126,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_011.wav,तुम जो कंगालों को लताड़ा करते और भेंट कहकर उनसे अन्न हर लेते हो इसलिए जो घर तुम ने गढ़े हुए पत्थरों के बनाए हैं उनमें रहने न पाओगे और जो मनभावनी दाख की बारियाँ तुम ने लगाई हैं उनका दाखमधु न पीने पाओगे +2127,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_012.wav,क्योंकि मैं जानता हूँ कि तुम्हारे पाप भारी हैं तुम धर्मी को सताते और घूस लेते और फाटक में दरिद्रों का न्याय बिगाड़ते हो +2128,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_013.wav,इस कारण जो बुद्धिमान् हो वह ऐसे समय चुप रहे क्योंकि समय बुरा है +2129,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_014.wav,हे लोगों बुराई को नहीं भलाई को ढूँढ़ो ताकि तुम जीवित रहो और तुम्हारा यह कहना सच ठहरे कि सेनाओं का परमेश्वर यहोवा तुम्हारे संग है +2130,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_015.wav,बुराई से बैर और भलाई से प्रीति रखो और फाटक में न्याय को स्थिर करो क्या जाने सेनाओं का परमेश्वर यहोवा यूसुफ के बचे हुओं पर अनुग्रह करे +2131,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_016.wav,इस कारण सेनाओं का परमेश्वर प्रभु यहोवा यह कहता है सब चौकों में रोनापीटना होगा और सब सड़कों में लोग हाय हाय करेंगे वे किसानों को शोक करने के लिये और जो लोग विलाप करने में निपुण हैं उन्हें रोनेपीटने को बुलाएँगे +2132,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_017.wav,और सब दाख की बारियों में रोनापीटना होगा क्योंकि यहोवा यह कहता है मैं तुम्हारे बीच में से ह���कर जाऊँगा +2133,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_018.wav,हाय तुम पर जो यहोवा के दिन की अभिलाषा करते हो यहोवा के दिन से तुम्हारा क्या लाभ होगा वह तो उजियाले का नहीं अंधियारे का दिन होगा +2134,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_019.wav,जैसा कोई सिंह से भागे और उसे भालू मिले या घर में आकर दीवार पर हाथ टेके और साँप उसको डसे +2135,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_020.wav,क्या यह सच नहीं है कि यहोवा का दिन उजियाले का नहीं वरन् अंधियारे ही का होगा हाँ ऐसे घोर अंधकार का जिसमें कुछ भी चमक न हो +2136,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_021.wav,मैं तुम्हारे पर्वों से बैर रखता और उन्हें निकम्मा जानता हूँ और तुम्हारी महासभाओं से मैं प्रसन्न नहीं +2137,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_022.wav,चाहे तुम मेरे लिये होमबलि और अन्नबलि चढ़ाओ तो भी मैं प्रसन्न न होऊँगा और तुम्हारे पाले हुए पशुओं के मेलबलियों की ओर न ताकूँगा +2138,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_023.wav,अपने गीतों का कोलाहल मुझसे दूर करो तुम्हारी सारंगियों का सुर मैं न सुनूँगा +2139,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_024.wav,परन्तु न्याय को नदी के समान और धार्मिकता को महानद के समान बहने दो +2140,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_025.wav,हे इस्राएल के घराने तुम जंगल में चालीस वर्ष तक पशुबलि और अन्नबलि क्या मुझी को चढ़ाते रहे +2141,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_026.wav,नहीं तुम तो अपने राजा का तम्बू और अपनी मूरतों की चरणपीठ और अपने देवता का तारा लिए फिरते रहे जिन्हें तुम ने अपने लिए बनाए है +2142,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_005_027.wav,इस कारण मैं तुम को दमिश्क के उस पार बँधुआई में कर दूँगा सेनाओं के परमेश्वर यहोवा का यही वचन है +2143,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_001.wav,हाय उन पर जो सिय्योन में सुख से रहते और उन पर जो सामरिया के पर्वत पर निश्चिन्त रहते हैं वे जो श्रेष्ठ जाति में प्रसिद्ध हैं जिनके पास इस्राएल का घराना आता है +2144,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_002.wav,कलने नगर को जाकर देखो और वहाँ से हमात नामक बड़े नगर को जाओ फिर पलिश्तियों के गत नगर को जाओ क्या वे इन राज्यों से उत्तम हैं क्या उनका देश तुम्हारे देश से कुछ बड़ा है +2145,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_003.wav,तुम बुरे दिन को दूर कर देते और उपद्रव की गद्दी को निकट ले आते हो +2146,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_004.wav,तुम हाथी दाँत के पलंगों पर लेटते और अपनेअपने बिछौने पर पाँव फैलाए सोते हो और भेड़बकरियों में से मेम्ने और गौशालाओं में से बछड़े खाते हो +2147,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_005.wav,तुम सारंगी के साथ गीत गाते और दाऊद के समान भाँतिभाँति के बाजे बुद्धि से निकालते हो +2148,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_006.wav,और कटोरों में से दाखमधु पीते और उत्तमउत्तम तेल लगाते हो परन्तु यूसुफ पर आने��ाली विपत्ति का हाल सुनकर शोकित नहीं होते +2149,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_007.wav,इस कारण वे अब बँधुआई में पहले जाएँगे और जो पाँव फैलाए सोते थे उनकी विलासिता जाती रहेगी +2150,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_008.wav,सेनाओं के परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है परमेश्वर यहोवा ने अपनी ही शपथ खाकर कहा है जिस पर याकूब घमण्ड करता है उससे मैं घृणा और उसके राजभवनों से बैर रखता हूँ और मैं इस नगर को उस सब समेत जो उसमें है शत्रु के वश में कर दूँगा +2151,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_009.wav,यदि किसी घर में दस पुरुष बचे रहें तो भी वे मर जाएँगे +2152,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_010.wav,जब किसी का चाचा जो उसका जलानेवाला हो उसकी हड्डियों को घर से निकालने के लिये उठाएगा और जो घर के कोने में हो उससे कहेगा क्या तेरे पास कोई और है तब वह कहेगा कोई नहीं तब वह कहेगा चुप रह हमें यहोवा का नाम नहीं लेना चाहिए +2153,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_011.wav,क्योंकि यहोवा की आज्ञा से बड़े घर में छेद और छोटे घर में दरार होगी +2154,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_012.wav,क्या घोड़े चट्टान पर दौड़ें क्या कोई ऐसे स्थान में बैलों से जोते जहाँ तुम लोगों ने न्याय को विष से और धार्मिकता के फल को कड़वे फल में बदल डाला है +2155,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_013.wav,तुम ऐसी वस्तु के कारण आनन्द करते हो जो व्यर्थ है और कहते हो क्या हम अपने ही यत्न से सामर्थी नहीं हो गए +2156,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_006_014.wav,इस कारण सेनाओं के परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है हे इस्राएल के घराने देख मैं तुम्हारे विरुद्ध एक ऐसी जाति खड़ी करूँगा जो हमात की घाटी से लेकर अराबा की नदी तक तुम को संकट में डालेगी +2157,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_001.wav,परमेश्वर यहोवा ने मुझे यह दिखाया और मैं क्या देखता हूँ कि उसने पिछली घास के उगने के आरम्भ में टिड्डियाँ उत्पन्न कीं और वह राजा की कटनी के बाद की पिछली घास थी +2158,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_002.wav,जब वे घास खा चुकीं तब मैंने कहा हे परमेश्वर यहोवा क्षमा कर नहीं तो याकूब कैसे स्थिर रह सकेगा वह कितना निर्बल है +2159,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_003.wav,इसके विषय में यहोवा पछताया और उससे कहा ऐसी बात अब न होगी +2160,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_004.wav,परमेश्वर यहोवा ने मुझे यह दिखाया और क्या देखता हूँ कि परमेश्वर यहोवा ने आग के द्वारा मुकद्दमा लड़ने को पुकारा और उस आग से महासागर सूख गया और देश भी भस्म होने लगा था +2161,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_005.wav,तब मैंने कहा हे परमेश्वर यहोवा रुक जा नहीं तो याकूब कैसे स्थिर रह सकेगा वह कैसा निर्बल है +2162,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_006.wav,इसके विषय में भी यहोवा पछताया और परमेश्वर यहोवा ने कहा ऐस�� बात फिर न होगी +2163,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_007.wav,उसने मुझे यह भी दिखाया मैंने देखा कि प्रभु साहुल लगाकर बनाई हुई किसी दीवार पर खड़ा है और उसके हाथ में साहुल है +2164,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_008.wav,और यहोवा ने मुझसे कहा हे आमोस तुझे क्या देख पड़ता है मैंने कहा एक साहुल तब परमेश्वर ने कहा देख मैं अपनी प्रजा इस्राएल के बीच में साहुल लगाऊँगा +2165,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_009.wav,मैं अब उनको न छोड़ूँगा इसहाक के ऊँचे स्थान उजाड़ और इस्राएल के पवित्रस्थान सुनसान हो जाएँगे और मैं यारोबाम के घराने पर तलवार खींचे हुए चढ़ाई करूँगा +2166,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_010.wav,तब बेतेल के याजक अमस्याह ने इस्राएल के राजा यारोबाम के पास कहला भेजा आमोस ने इस्राएल के घराने के बीच में तुझ से राजद्रोह की गोष्ठी की है उसके सारे वचनों को देश नहीं सह सकता +2167,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_011.wav,क्योंकि आमोस यह कहता है यारोबाम तलवार से मारा जाएगा और इस्राएल अपनी भूमि पर से निश्चय बँधुआई में जाएगा +2168,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_012.wav,तब अमस्याह ने आमोस से कहा हे दर्शी यहाँ से निकलकर यहूदा देश में भाग जा और वहीं रोटी खाया कर और वहीं भविष्यद्वाणी किया कर +2169,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_013.wav,परन्तु बेतेल में फिर कभी भविष्यद्वाणी न करना क्योंकि यह राजा का पवित्रस्थान और राजनगर है +2170,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_014.wav,आमोस ने उत्तर देकर अमस्याह से कहा मैं न तो भविष्यद्वक्ता था और न भविष्यद्वक्ता का बेटा मैं तो गायबैल का चरवाहा और गूलर के वृक्षों का छाँटनेवाला था +2171,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_015.wav,और यहोवा ने मुझे भेड़बकरियों के पीछेपीछे फिरने से बुलाकर कहा जा मेरी प्रजा इस्राएल से भविष्यद्वाणी कर +2172,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_016.wav,इसलिए अब तू यहोवा का वचन सुन तू कहता है इस्राएल के विरुद्ध भविष्यद्वाणी मत कर और इसहाक के घराने के विरुद्ध बार बार वचन मत सुना +2173,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_007_017.wav,इस कारण यहोवा यह कहता है तेरी स्त्री नगर में वेश्या हो जाएगी और तेरे बेटेबेटियाँ तलवार से मारी जाएँगी और तेरी भूमि डोरी डालकर बाँट ली जाएँगी और तू आप अशुद्ध देश में मरेगा और इस्राएल अपनी भूमि पर से निश्चय बँधुआई में जाएगा +2174,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_001.wav,परमेश्वर यहोवा ने मुझ को यह दिखाया कि धूपकाल के फलों से भरी हुई एक टोकरी है +2175,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_002.wav,और उसने कहा हे आमोस तुझे क्या देख पड़ता है मैंने कहा धूपकाल के फलों से भरी एक टोकरी तब यहोवा ने मुझसे कहा मेरी प्रजा इस्राएल का अन्त आ गया है मैं अब उसको और न छोड़ूँगा +2176,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_003.wav,परमेश्वर यहोवा की वाणी है उस दिन राजमन्दिर के गीत हाहाकार में बदल जाएँगे और शवों का बड़ा ढेर लगेगा और सब स्थानों में वे चुपचाप फेंक दिए जाएँगे +2177,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_004.wav,यह सुनो तुम जो दरिद्रों को निगलना और देश के नम्र लोगों को नष्ट करना चाहते हो +2178,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_005.wav,जो कहते हो नया चाँद कब बीतेगा कि हम अन्न बेच सके और विश्रामदिन कब बीतेगा कि हम अन्न के खत्ते खोलकर एपा को छोटा और शेकेल को भारी कर दें छल के तराजू से धोखा दे +2179,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_006.wav,कि हम कंगालों को रुपया देकर और दरिद्रों को एक जोड़ी जूतियाँ देकर मोल लें और निकम्मा अन्न बेचें +2180,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_007.wav,यहोवा जिस पर याकूब को घमण्ड करना उचित है वही अपनी शपथ खाकर कहता है मैं तुम्हारे किसी काम को कभी न भूलूँगा +2181,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_008.wav,क्या इस कारण भूमि न काँपेगी क्या उन पर के सब रहनेवाले विलाप न करेंगे यह देश सब का सब मिस्र की नील नदी के समान होगा जो बढ़ती है फिर लहरें मारती और घट जाती है +2182,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_009.wav,परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है उस समय मैं सूर्य को दोपहर के समय अस्त करूँगा और इस देश को दिन दुपहरी अंधियारा कर दूँगा +2183,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_010.wav,मैं तुम्हारे पर्वों के उत्सव को दूर करके विलाप कराऊँगा और तुम्हारे सब गीतों को दूर करके विलाप के गीत गवाऊँगा मैं तुम सब की कमर में टाट बँधाऊँगा और तुम सब के सिरों को मुँण्डाऊँगा और ऐसा विलाप कराऊँगा जैसा एकलौते के लिये होता है और उसका अन्त कठिन दुःख के दिन का सा होगा +2184,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_011.wav,परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है देखो ऐसे दिन आते हैं जब मैं इस देश में अकाल करूँगा उसमें न तो अन्न की भूख और न पानी की प्यास होगी परन्तु यहोवा के वचनों के सुनने ही की भूख प्यास होगी +2185,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_012.wav,और लोग यहोवा के वचन की खोज में समुद्र से समुद्र तक और उत्तर से पूरब तक मारेमारे फिरेंगे परन्तु उसको न पाएँगे +2186,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_013.wav,उस समय सुन्दर कुमारियाँ और जवान पुरुष दोनों प्यास के मारे मूर्छा खाएँगे +2187,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_008_014.wav,जो लोग सामरिया के दोष देवता की शपथ खाते हैं और जो कहते हैं दान के देवता के जीवन की शपथ और बेर्शेबा के पन्थ की शपथ वे सब गिर पड़ेंगे और फिर न उठेंगे +2188,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_001.wav,मैंने प्रभु को वेदी के ऊपर खड़ा देखा और उसने कहा खम्भे की कँगनियों पर मार जिससे डेवढ़ियाँ हिलें और उनको सब लोगों के सिर पर गिराकर टुकड़ेटुकड़े ���र और जो नाश होने से बचें उन्हें मैं तलवार से घात करूँगा उनमें से एक भी न भाग निकलेगा और जो अपने को बचाए वह बचने न पाएगा +2189,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_002.wav,क्योंकि चाहे वे खोदकर अधोलोक में उतर जाएँ तो वहाँ से मैं हाथ बढ़ाकर उन्हें लाऊँगा चाहे वे आकाश पर चढ़ जाएँ तो वहाँ से मैं उन्हें उतार लाऊँगा +2190,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_003.wav,चाहे वे कर्मेल में छिप जाएँ परन्तु वहाँ भी मैं उन्हें ढूँढ़ ढूँढ़कर पकड़ लूँगा और चाहे वे समुद्र की थाह में मेरी दृष्टि से ओट हों वहाँ भी मैं सर्प को उन्हें डसने की आज्ञा दूँगा +2191,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_004.wav,चाहे शत्रु उन्हें हाँककर बँधुआई में ले जाएँ वहाँ भी मैं आज्ञा देकर तलवार से उन्हें घात कराऊँगा और मैं उन पर भलाई करने के लिये नहीं बुराई ही करने के लिये दृष्टि करूँगा +2192,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_005.wav,सेनाओं के परमेश्वर यहोवा के स्पर्श करने से पृथ्वी पिघलती है और उसके सारे रहनेवाले विलाप करते हैं और वह सब की सब मिस्र की नदी के समान हो जाती हैं जो बढ़ती है फिर लहरें मारती और घट जाती है +2193,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_006.wav,जो आकाश में अपनी कोठरियाँ बनाता और अपने आकाशमण्डल की नींव पृथ्वी पर डालता और समुद्र का जल धरती पर बहा देता है उसी का नाम यहोवा है +2194,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_007.wav,हे इस्राएलियों यहोवा की यह वाणी है क्या तुम मेरे लिए कूशियों के समान नहीं हो क्या मैं इस्राएल को मिस्र देश से और पलिश्तियों को कप्तोर से नहीं निकाल लाया और अरामियों को कीर से नहीं निकाल लाया +2195,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_008.wav,देखो परमेश्वर यहोवा की दृष्टि इस पापमय राज्य पर लगी है और मैं इसको धरती पर से नष्ट करूँगा तो भी मैं पूरी रीति से याकूब के घराने को नाश न करूँगा यहोवा की यही वाणी है +2196,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_009.wav,मेरी आज्ञा से इस्राएल का घराना सब जातियों में ऐसा चाला जाएगा जैसा अन्न चलनी में चाला जाता है परन्तु उसका एक भी पुष्ट दाना भूमि पर न गिरेगा +2197,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_010.wav,मेरी प्रजा में के सब पापी जो कहते हैं वह विपत्ति हम पर न पड़ेगी और न हमें घेरेगी वे सब तलवार से मारे जाएँगे +2198,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_011.wav,उस समय मैं दाऊद की गिरी हुई झोपड़ी को खड़ा करूँगा और उसके बाड़े के नाकों को सुधारूँगा और उसके खण्डहरों को फिर बनाऊँगा और जैसा वह प्राचीनकाल से था उसको वैसा ही बना दूँगा +2199,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_012.wav,जिससे वे बचे हुए एदोमियों को वरन् सब जातियों को जो मेरी कहलाती हैं अपने अधिकार में लें यहोवा जो यह काम पूरा करता है उसकी यही वाणी है +2200,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_013.wav,यहोवा की यह भी वाणी है देखो ऐसे दिन आते हैं कि हल जोतनेवाला लवनेवाले को और दाख रौंदनेवाला बीज बोनेवाले को जा लेगा और पहाड़ों से नया दाखमधु टपकने लगेगा और सब पहाड़ियों से बह निकलेगा +2201,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_014.wav,मैं अपनी प्रजा इस्राएल के बन्दियों को लौटा ले आऊँगा और वे उजड़े हुए नगरों को सुधारकर उनमें बसेंगे वे दाख की बारियाँ लगाकर दाखमधु पीएँगे और बगीचे लगाकर उनके फल खाएँगे +2202,data/cleaned/hindi/AMO/AMO_009_015.wav,मैं उन्हें उन्हीं की भूमि में बोऊँगा और वे अपनी भूमि में से जो मैंने उन्हें दी है फिर कभी उखाड़े न जाएँगे तुम्हारे परमेश्वर यहोवा का यही वचन है +2203,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_001.wav,मलाकी के द्वारा इस्राएल के लिए कहा हुआ यहोवा का भारी वचन +2204,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_002.wav,यहोवा यह कहता है मैंने तुम से प्रेम किया है परन्तु तुम पूछते हो तूने हमें कैसे प्रेम किया है यहोवा की यह वाणी है क्या एसाव याकूब का भाई न था +2205,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_003.wav,तो भी मैंने याकूब से प्रेम किया परन्तु एसाव को अप्रिय जानकर उसके पहाड़ों को उजाड़ डाला और उसकी पैतृक भूमि को जंगल के गीदड़ों का कर दिया है +2206,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_004.wav,एदोम कहता है हमारा देश उजड़ गया है परन्तु हम खण्डहरों को फिर बनाएँगे सेनाओं का यहोवा यह कहता है यदि वे बनाएँ भी परन्तु मैं ढा दूँगा उनका नाम दुष्ट जाति पड़ेगा और वे ऐसे लोग कहलाएँगे जिन पर यहोवा सदैव क्रोधित रहे +2207,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_005.wav,तुम्हारी आँखें इसे देखेंगी और तुम कहोगे यहोवा का प्रताप इस्राएल की सीमा से आगे भी बढ़ता जाए +2208,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_006.wav,पुत्र पिता का और दास स्वामी का आदर करता है यदि मैं पिता हूँ तो मेरा आदर मानना कहाँ है और यदि मैं स्वामी हूँ तो मेरा भय मानना कहाँ सेनाओं का यहोवा तुम याजकों से भी जो मेरे नाम का अपमान करते हो यही बात पूछता है परन्तु तुम पूछते हो हमने किस बात में तेरे नाम का अपमान किया है +2209,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_007.wav,तुम मेरी वेदी पर अशुद्ध भोजन चढ़ाते हो तो भी तुम पूछते हो हम किस बात में तुझे अशुद्ध ठहराते हैं इस बात में भी कि तुम कहते हो यहोवा की मेज तुच्छ है +2210,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_008.wav,जब तुम अंधे पशु को बलि करने के लिये समीप ले आते हो तो क्या यह बुरा नहीं और जब तुम लँगड़े या रोगी पशु को ले आते हो तो क्या यह बुरा नहीं अपने हाकिम के पास ऐसी भेंट ले आओ क्या वह तुम से प्रसन्न होगा या तुम पर अनुग्रह करेगा सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2211,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_009.wav,अब मैं तुम से कहता हूँ परमेश्वर से प्रार्थना करो कि वह हम लोगों पर अनुग्रह करे यह तुम्हारे हाथ से हुआ है तब क्या तुम समझते हो कि परमेश्वर तुम में से किसी का पक्ष करेगा सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2212,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_010.wav,भला होता कि तुम में से कोई मन्दिर के किवाड़ों को बन्द करता कि तुम मेरी वेदी पर व्यर्थ आग जलाने न पाते सेनाओं के यहोवा का यह वचन है मैं तुम से कदापि प्रसन्न नहीं हूँ और न तुम्हारे हाथ से भेंट ग्रहण करूँगा +2213,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_011.wav,क्योंकि उदयाचल से लेकर अस्ताचल तक अन्यजातियों में मेरा नाम महान है और हर कहीं मेरे नाम पर धूप और शुद्ध भेंट चढ़ाई जाती है क्योंकि अन्यजातियों में मेरा नाम महान है सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2214,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_012.wav,परन्तु तुम लोग उसको यह कहकर अपवित्र ठहराते हो कि यहोवा की मेज अशुद्ध है और जो भोजनवस्तु उस पर से मिलती है वह भी तुच्छ है +2215,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_013.wav,फिर तुम यह भी कहते हो यह कैसा बड़ा उपद्रव है सेनाओं के यहोवा का यह वचन है तुम ने उस भोजनवस्तु के प्रति नाक भौं सिकोड़ी और अत्याचार से प्राप्त किए हुए और लँगड़े और रोगी पशु की भेंट ले आते हो क्या मैं ऐसी भेंट तुम्हारे हाथ से ग्रहण करूँ यहोवा का यही वचन है +2216,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_001_014.wav,जिस छली के झुण्ड में नरपशु हो परन्तु वह मन्नत मानकर परमेश्वर को वर्जित पशु चढ़ाए वह श्रापित है मैं तो महाराजा हूँ और मेरा नाम अन्यजातियों में भययोग्य है सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2217,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_001.wav,अब हे याजकों यह आज्ञा तुम्हारे लिये है +2218,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_002.wav,यदि तुम इसे न सुनो और मन लगाकर मेरे नाम का आदर न करो तो सेनाओं का यहोवा यह कहता है कि मैं तुम को श्राप दूँगा और जो वस्तुएँ मेरी आशीष से तुम्हें मिलीं हैं उन पर मेरा श्राप पड़ेगा वरन् तुम जो मन नहीं लगाते हो इस कारण मेरा श्राप उन पर पड़ चुका है +2219,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_003.wav,देखो मैं तुम्हारे कारण तुम्हारे वंश को झिड़कूंगा और तुम्हारे मुँह पर तुम्हारे पर्वों के यज्ञपशुओं का मल फैलाऊँगा और उसके संग तुम भी उठाकर फेंक दिए जाओगे +2220,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_004.wav,तब तुम जानोगे कि मैंने तुम को यह आज्ञा इसलिए दी है कि लेवी के साथ मेरी बंधी हुई वाचा बनी रहे सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2221,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_005.wav,मेरी जो वाचा उसके साथ बंधी थी वह जीवन और शान्ति की थी और मैंने यह इसलिए उसको दिया कि वह भय मानता रहे और उसने मेरा भय मान भी लिया और मेरे नाम से अत्यन्त भय खाता था +2222,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_006.wav,उसको मेरी सच्ची शिक्षा कण्ठस्थ थी और उसके मुँह से कुटिल बात न निकलती थी वह शान्ति और सिधाई से मेरे संगसंग चलता था और बहुतों को अधर्म से लौटा ले आया था +2223,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_007.wav,क्योंकि याजक को चाहिये कि वह अपने होठों से ज्ञान की रक्षा करे और लोग उसके मुँह से व्यवस्था खोजे क्योंकि वह सेनाओं के यहोवा का दूत है +2224,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_008.wav,परन्तु तुम लोग मार्ग से ही हट गए तुम बहुतों के लिये व्यवस्था के विषय में ठोकर का कारण हुए तुम ने लेवी की वाचा को तोड़ दिया है सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2225,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_009.wav,इसलिए मैंने भी तुम को सब लोगों के सामने तुच्छ और नीचा कर दिया है क्योंकि तुम मेरे मार्गों पर नहीं चलते वरन् व्यवस्था देने में मुँह देखा विचार करते हो +2226,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_010.wav,क्या हम सभी का एक ही पिता नहीं क्या एक ही परमेश्वर ने हमको उत्पन्न नहीं किया हम क्यों एक दूसरे का विश्वासघात करके अपने पूर्वजों की वाचा को अपवित्र करते हैं +2227,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_011.wav,यहूदा ने विश्वासघात किया है और इस्राएल में और यरूशलेम में घृणित काम किया गया है क्योंकि यहूदा ने पराए देवता की कन्या से विवाह करके यहोवा के पवित्रस्थान को जो उसका प्रिय है अपवित्र किया है +2228,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_012.wav,जो पुरुष ऐसा काम करे उसके तम्बुओं में से याकूब का परमेश्वर उसके घर के रक्षक और सेनाओं के यहोवा की भेंट चढ़ानेवाले को यहूदा से काट डालेगा +2229,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_013.wav,फिर तुम ने यह दूसरा काम किया है कि तुम ने यहोवा की वेदी को रोनेवालों और आहें भरनेवालों के आँसुओं से भिगो दिया है यहाँ तक कि वह तुम्हारी भेंट की ओर दृष्टि तक नहीं करता और न प्रसन्न होकर उसको तुम्हारे हाथ से ग्रहण करता है तुम पूछते हो ऐसा क्यों +2230,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_014.wav,इसलिए क्योंकि यहोवा तेरे और तेरी उस जवानी की संगिनी और ब्याही हुई स्त्री के बीच साक्षी हुआ था जिसका तूने विश्वासघात किया है +2231,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_015.wav,क्या उसने एक ही को नहीं बनाया जबकि और आत्माएँ उसके पास थीं और एक ही को क्यों बनाया इसलिए कि वह परमेश्वर के योग्य सन्तान चाहता है इसलिए तुम अपनी आत्मा के विषय में चौकस रहो और तुम में से कोई अपनी जवानी की स्त्री से विश्वासघात न करे +2232,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_016.wav,क्योंकि इस्राएल का पर���ेश्वर यहोवा यह कहता है मैं स्त्रीत्याग से घृणा करता हूँ और उससे भी जो अपने वस्त्र को उपद्रव से ढाँपता है इसलिए तुम अपनी आत्मा के विषय में चौकस रहो और विश्वासघात मत करो सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2233,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_002_017.wav,तुम लोगों ने अपनी बातों से यहोवा को थका दिया है तो भी पूछते हो हमने किस बात में उसे थका दिया इसमें कि तुम कहते हो जो कोई बुरा करता है वह यहोवा की दृष्टि में अच्छा लगता है और वह ऐसे लोगों से प्रसन्न रहता है और यह न्यायी परमेश्वर कहाँ है +2234,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_001.wav,देखो मैं अपने दूत को भेजता हूँ और वह मार्ग को मेरे आगे सुधारेगा और प्रभु जिसे तुम ढूँढ़ते हो वह अचानक अपने मन्दिर में आ जाएगा हाँ वाचा का वह दूत जिसे तुम चाहते हो सुनो वह आता है सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2235,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_002.wav,परन्तु उसके आने के दिन को कौन सह सकेगा और जब वह दिखाई दे तब कौन खड़ा रह सकेगा क्योंकि वह सुनार की आग और धोबी के साबुन के समान है +2236,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_003.wav,वह रूपे का तानेवाला और शुद्ध करनेवाला बनेगा और लेवियों को शुद्ध करेगा और उनको सोने रूपे के समान निर्मल करेगा तब वे यहोवा की भेंट धार्मिकता से चढ़ाएँगे +2237,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_004.wav,तब यहूदा और यरूशलेम की भेंट यहोवा को ऐसी भाएगी जैसी पहले दिनों में और प्राचीनकाल में भाती थी +2238,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_005.wav,तब मैं न्याय करने को तुम्हारे निकट आऊँगा और टोन्हों और व्यभिचारियों और झूठी शपथ खानेवालों के विरुद्ध और जो मजदूर की मजदूरी को दबाते और विधवा और अनाथों पर अंधेर करते और परदेशी का न्याय बिगाड़ते और मेरा भय नहीं मानते उन सभी के विरुद्ध मैं तुरन्त साक्षी दूँगा सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2239,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_006.wav,क्योंकि मैं यहोवा बदलता नहीं इसी कारण हे याकूब की सन्तान तुम नाश नहीं हुए +2240,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_007.wav,अपने पुरखाओं के दिनों से तुम लोग मेरी विधियों से हटते आए हो और उनका पालन नहीं करते तुम मेरी ओर फिरो तब मैं भी तुम्हारी ओर फिरूँगा सेनाओं के यहोवा का यही वचन है परन्तु तुम पूछते हो हम किस बात में फिरें +2241,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_008.wav,क्या मनुष्य परमेश्वर को धोखा दे सकता है देखो तुम मुझ को धोखा देते हो और तो भी पूछते हो हमने किस बात में तुझे लूटा है दशमांश और उठाने की भेंटों में +2242,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_009.wav,तुम पर भारी श्राप पड़ा है क्योंकि तुम मुझे लूटते हो वरन् सारी जाति ऐसा करती है +2243,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_010.wav,सारे दशमांश भण्डार में ले आओ कि मेरे भवन में भोजनवस्तु रहे और सेनाओं का यहोवा यह कहता है कि ऐसा करके मुझे परखो कि मैं आकाश के झरोखे तुम्हारे लिये खोलकर तुम्हारे ऊपर अपरम्पार आशीष की वर्षा करता हूँ कि नहीं +2244,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_011.wav,मैं तुम्हारे लिये नाश करनेवाले को ऐसा घुड़कूँगा कि वह तुम्हारी भूमि की उपज नाश न करेगा और तुम्हारी दाखलताओं के फल कच्चे न गिरेंगे सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2245,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_012.wav,तब सारी जातियाँ तुम को धन्य कहेंगी क्योंकि तुम्हारा देश मनोहर देश होगा सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2246,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_013.wav,यहोवा यह कहता है तुम ने मेरे विरुद्ध ढिठाई की बातें कही हैं परन्तु तुम पूछते हो हमने तेरे विरुद्ध में क्या कहा है +2247,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_014.wav,तुम ने कहा है परमेश्वर की सेवा करनी व्यर्थ है हमने जो उसके बताए हुए कामों को पूरा किया और सेनाओं के यहोवा के डर के मारे शोक का पहरावा पहने हुए चले हैं इससे क्या लाभ हुआ +2248,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_015.wav,अब से हम अभिमानी लोगों को धन्य कहते हैं क्योंकि दुराचारी तो सफल बन गए हैं वरन् वे परमेश्वर की परीक्षा करने पर भी बच गए हैं +2249,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_016.wav,तब यहोवा का भय माननेवालों ने आपस में बातें की और यहोवा ध्यान धरकर उनकी सुनता था और जो यहोवा का भय मानते और उसके नाम का सम्मान करते थे उनके स्मरण के निमित्त उसके सामने एक पुस्तक लिखी जाती थी +2250,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_017.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है जो दिन मैंने ठहराया है उस दिन वे लोग मेरे वरन् मेरे निज भाग ठहरेंगे और मैं उनसे ऐसी कोमलता करूँगा जैसी कोई अपने सेवा करनेवाले पुत्र से करे +2251,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_003_018.wav,तब तुम फिरकर धर्मी और दुष्ट का भेद अर्थात् जो परमेश्वर की सेवा करता है और जो उसकी सेवा नहीं करता उन दोनों का भेद पहचान सकोगे +2252,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_004_001.wav,देखो वह धधकते भट्ठे के समान दिन आता है जब सब अभिमानी और सब दुराचारी लोग अनाज की खूँटी बन जाएँगे और उस आनेवाले दिन में वे ऐसे भस्म हो जाएँगे कि न उनकी जड़ बचेगी और न उनकी शाखा सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2253,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_004_002.wav,परन्तु तुम्हारे लिये जो मेरे नाम का भय मानते हो धार्मिकता का सूर्य उदय होगा और उसकी किरणों के द्वारा तुम चंगे हो जाओगे और तुम निकलकर पाले हुए बछड़ों के समान कूदोगे और फांदोगे +2254,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_004_003.wav,तब तुम दुष्टों को लताड़ डालोगे अर्थात् मेरे उस ठहराए हुए दिन में वे तुम्हारे पाँवों के नीचे की राख बन जाएँगे सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +2255,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_004_004.wav,मेरे दास मूसा की व्यवस्था अर्थात् जोजो विधि और नियम मैंने सारे इस्राएलियों के लिये उसको होरेब में दिए थे उनको स्मरण रखो +2256,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_004_005.wav,देखो यहोवा के उस बड़े और भयानक दिन के आने से पहले मैं तुम्हारे पास एलिय्याह नबी को भेजूँगा +2257,data/cleaned/hindi/MAL/MAL_004_006.wav,और वह माता पिता के मन को उनके पुत्रों की ओर और पुत्रों के मन को उनके मातापिता की ओर फेरेगा ऐसा न हो कि मैं आकर पृथ्वी को सत्यानाश करूँ +2258,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_001.wav,एप्रैम के पहाड़ी देश के रामातैम सोपीम नगर का निवासी एल्काना नामक एक पुरुष था वह एप्रैमी था और सूफ के पुत्र तोहू का परपोता एलीहू का पोता और यरोहाम का पुत्र था +2259,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_002.wav,और उसकी दो पत्नियाँ थीं एक का नाम हन्ना और दूसरी का पनिन्ना था पनिन्ना के तो बालक हुए परन्तु हन्ना के कोई बालक न हुआ +2260,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_003.wav,वह पुरुष प्रतिवर्ष अपने नगर से सेनाओं के यहोवा को दण्डवत् करने और मेलबलि चढ़ाने के लिये शीलो में जाता था और वहाँ होप्नी और पीनहास नामक एली के दोनों पुत्र रहते थे जो यहोवा के याजक थे +2261,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_004.wav,और जब जब एल्काना मेलबलि चढ़ाता था तबतब वह अपनी पत्नी पनिन्ना को और उसके सब बेटेबेटियों को दान दिया करता था +2262,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_005.wav,परन्तु हन्ना को वह दो गुना दान दिया करता था क्योंकि वह हन्ना से प्रीति रखता था तो भी यहोवा ने उसकी कोख बन्द कर रखी थी +2263,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_006.wav,परन्तु उसकी सौत इस कारण से कि यहोवा ने उसकी कोख बन्द कर रखी थी उसे अत्यन्त चिढ़ाकर कुढ़ाती रहती थी +2264,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_007.wav,वह तो प्रतिवर्ष ऐसा ही करता था और जब हन्ना यहोवा के भवन को जाती थी तब पनिन्ना उसको चिढ़ाती थी इसलिए वह रोती और खाना न खाती थी +2265,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_008.wav,इसलिए उसके पति एल्काना ने उससे कहा हे हन्ना तू क्यों रोती है और खाना क्यों नहीं खाती और तेरा मन क्यों उदास है क्या तेरे लिये मैं दस बेटों से भी अच्छा नहीं हूँ +2266,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_009.wav,तब शीलो में खाने और पीने के बाद हन्ना उठी और यहोवा के मन्दिर के चौखट के एक बाजू के पास एली याजक कुर्सी पर बैठा हुआ था +2267,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_010.wav,वह मन में व्याकुल होकर यहोवा से प्रार्थना करने और बिलखबिलख कर रोने लगी +2268,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_011.wav,और उसने यह मन्नत मानी हे सेनाओं के यहोवा यदि तू अपनी दासी के दु���ख पर सचमुच दृष्टि करे और मेरी सुधि ले और अपनी दासी को भूल न जाए और अपनी दासी को पुत्र दे तो मैं उसे उसके जीवन भर के लिये यहोवा को अर्पण करूँगी और उसके सिर पर छुरा फिरने न पाएगा +2269,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_012.wav,जब वह यहोवा के सामने ऐसी प्रार्थना कर रही थी तब एली उसके मुँह की ओर ताक रहा था +2270,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_013.wav,हन्ना मन ही मन कह रही थी उसके होंठ तो हिलते थे परन्तु उसका शब्द न सुन पड़ता था इसलिए एली ने समझा कि वह नशे में है +2271,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_014.wav,तब एली ने उससे कहा तू कब तक नशे में रहेगी अपना नशा उतार +2272,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_015.wav,हन्ना ने कहा नहीं हे मेरे प्रभु मैं तो दुःखिया हूँ मैंने न तो दाखमधु पिया है और न मदिरा मैंने अपने मन की बात खोलकर यहोवा से कही है +2273,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_016.wav,अपनी दासी को ओछी स्त्री न जान जो कुछ मैंने अब तक कहा है वह बहुत ही शोकित होने और चिढ़ाई जाने के कारण कहा है +2274,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_017.wav,एली ने कहा कुशल से चली जा इस्राएल का परमेश्वर तुझे मन चाहा वर दे +2275,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_018.wav,उसने कहा तेरी दासी तेरी दृष्टि में अनुग्रह पाए तब वह स्त्री चली गई और खाना खाया और उसका मुँह फिर उदास न रहा +2276,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_019.wav,वे सवेरे उठ यहोवा को दण्डवत् करके रामाह में अपने घर लौट गए और एल्काना अपनी स्त्री हन्ना के पास गया और यहोवा ने उसकी सुधि ली +2277,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_020.wav,तब हन्ना गर्भवती हुई और समय पर उसके एक पुत्र हुआ और उसका नाम शमूएल रखा क्योंकि वह कहने लगी मैंने यहोवा से माँगकर इसे पाया है +2278,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_021.wav,फिर एल्काना अपने पूरे घराने समेत यहोवा के सामने प्रतिवर्ष की मेलबलि चढ़ाने और अपनी मन्नत पूरी करने के लिये गया +2279,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_022.wav,परन्तु हन्ना अपने पति से यह कहकर घर में रह गई जब बालक का दूध छूट जाएगा तब मैं उसको ले जाऊँगी कि वह यहोवा को मुँह दिखाए और वहाँ सदा बना रहे +2280,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_023.wav,उसके पति एल्काना ने उससे कहा जो तुझे भला लगे वही कर जब तक तू उसका दूध न छुड़ाए तब तक यहीं ठहरी रह केवल इतना हो कि यहोवा अपना वचन पूरा करे इसलिए वह स्त्री वहीं घर पर रह गई और अपने पुत्र के दूध छूटने के समय तक उसको पिलाती रही +2281,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_024.wav,जब उसने उसका दूध छुड़ाया तब वह उसको संग ले गई और तीन बछड़े और एपा भर आटा और कुप्पी भर दाखमधु भी ले गई और उस लड़के को शीलो में यहोवा के भवन में पहुँचा दिया उस समय वह लड़का ही था +2282,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_025.wav,और उन्होंने बछड़ा बलि करके ब���लक को एली के पास पहुँचा दिया +2283,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_026.wav,तब हन्ना ने कहा हे मेरे प्रभु तेरे जीवन की शपथ हे मेरे प्रभु मैं वही स्त्री हूँ जो तेरे पास यहीं खड़ी होकर यहोवा से प्रार्थना करती थी +2284,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_027.wav,यह वही बालक है जिसके लिये मैंने प्रार्थना की थी और यहोवा ने मुझे मुँह माँगा वर दिया है +2285,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_001_028.wav,इसलिए मैं भी उसे यहोवा को अर्पण कर देती हूँ कि यह अपने जीवन भर यहोवा ही का बना रहे तब उसने वहीं यहोवा को दण्डवत् किया +2286,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_001.wav,तब हन्ना ने प्रार्थना करके कहा मेरा मन यहोवा के कारण मगन है मेरा सींग यहोवा के कारण ऊँचा हुआ है मेरा मुँह मेरे शत्रुओं के विरुद्ध खुल गया क्योंकि मैं तेरे किए हुए उद्धार से आनन्दित हूँ +2287,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_002.wav,यहोवा के तुल्य कोई पवित्र नहीं क्योंकि तुझको छोड़ और कोई है ही नहीं और हमारे परमेश्वर के समान कोई चट्टान नहीं है +2288,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_003.wav,फूलकर अहंकार की ओर बातें मत करो और अंधेर की बातें तुम्हारे मुँह से न निकलें क्योंकि यहोवा ज्ञानी परमेश्वर है और कामों को तौलनेवाला है +2289,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_004.wav,शूरवीरों के धनुष टूट गए और ठोकर खानेवालों की कमर में बल का फेंटा कसा गया +2290,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_005.wav,जो पेट भरते थे उन्हें रोटी के लिये मजदूरी करनी पड़ी जो भूखे थे वे फिर ऐसे न रहे वरन् जो बाँझ थी उसके सात हुए और अनेक बालकों की माता घुलती जाती है +2291,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_006.wav,यहोवा मारता है और जिलाता भी है वही अधोलोक में उतारता और उससे निकालता भी है +2292,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_007.wav,यहोवा निर्धन करता है और धनी भी बनाता है वही नीचा करता और ऊँचा भी करता है +2293,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_008.wav,वह कंगाल को धूलि में से उठाता और दरिद्र को घूरे में से निकाल खड़ा करता है ताकि उनको अधिपतियों के संग बैठाए और महिमायुक्त सिंहासन के अधिकारी बनाए क्योंकि पृथ्वी के खम्भे यहोवा के हैं और उसने उन पर जगत को धरा है +2294,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_009.wav,वह अपने भक्तों के पाँवों को सम्भाले रहेगा परन्तु दुष्ट अंधियारे में चुपचाप पड़े रहेंगे क्योंकि कोई मनुष्य अपने बल के कारण प्रबल न होगा +2295,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_010.wav,जो यहोवा से झगड़ते हैं वे चकनाचूर होंगे वह उनके विरुद्ध आकाश में गरजेगा यहोवा पृथ्वी की छोर तक न्याय करेगा और अपने राजा को बल देगा और अपने अभिषिक्त के सींग को ऊँचा करेगा +2296,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_011.wav,तब एल्काना रामाह को अपने घर चला गया और वह बालक एली याजक के सामने यहोवा की सेवा टहल करने लगा +2297,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_012.wav,एली के पुत्र तो लुच्चे थे उन्होंने यहोवा को न पहचाना +2298,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_013.wav,याजकों की रीति लोगों के साथ यह थी कि जब कोई मनुष्य मेलबलि चढ़ाता था तब याजक का सेवक माँस पकाने के समय एक नोकवाला काँटा हाथ में लिये हुए आकर +2299,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_014.wav,उसे कड़ाही या हाण्डी या हँडे या तसले के भीतर डालता था और जितना माँस काँटे में लग जाता था उतना याजक आप ले लेता था ऐसा ही वे शीलो में सारे इस्राएलियों से किया करते थे जो वहाँ आते थे +2300,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_015.wav,और चर्बी जलाने से पहले भी याजक का सेवक आकर मेलबलि चढ़ानेवाले से कहता था भूनने के लिये याजक को माँस दे वह तुझ से पका हुआ नहीं कच्चा ही माँस लेगा +2301,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_016.wav,और जब कोई उससे कहता निश्चय चर्बी अभी जलाई जाएगी तब जितना तेरा जी चाहे उतना ले लेना तब वह कहता था नहीं अभी दे नहीं तो मैं छीन लूँगा +2302,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_017.wav,इसलिए उन जवानों का पाप यहोवा की दृष्टि में बहुत भारी हुआ क्योंकि वे मनुष्य यहोवा की भेंट का तिरस्कार करते थे +2303,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_018.wav,परन्तु शमूएल जो बालक था सनी का एपोद पहने हुए यहोवा के सामने सेवा टहल किया करता था +2304,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_019.wav,और उसकी माता प्रतिवर्ष उसके लिये एक छोटा सा बागा बनाकर जब अपने पति के संग प्रतिवर्ष की मेलबलि चढ़ाने आती थी तब बागे को उसके पास लाया करती थी +2305,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_020.wav,एली ने एल्काना और उसकी पत्नी को आशीर्वाद देकर कहा यहोवा इस अर्पण किए हुए बालक के बदले जो उसको अर्पण किया गया है तुझको इस पत्नी से वंश दे तब वे अपने यहाँ चले गए +2306,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_021.wav,यहोवा ने हन्ना की सुधि ली और वह गर्भवती हुई और उसके तीन बेटे और दो बेटियाँ उत्पन्न हुईं और बालक शमूएल यहोवा के संग रहता हुआ बढ़ता गया +2307,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_022.wav,एली तो अति बूढ़ा हो गया था और उसने सुना कि उसके पुत्र सारे इस्राएल से कैसाकैसा व्यवहार करते हैं वरन् मिलापवाले तम्बू के द्वार पर सेवा करनेवाली स्त्रियों के संग कुकर्म भी करते हैं +2308,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_023.wav,तब उसने उनसे कहा तुम ऐसेऐसे काम क्यों करते हो मैं इन सब लोगों से तुम्हारे कुकर्मों की चर्चा सुना करता हूँ +2309,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_024.wav,हे मेरे बेटों ऐसा न करो क्योंकि जो समाचार मेरे सुनने में आता है वह अच्छा नहीं तुम तो यहोवा की प्रजा से अपराध कराते हो +2310,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_025.wav,यदि एक मनुष्य दूसरे मनुष्य का अपराध क��े तब तो न्यायी उसका न्याय करेगा परन्तु यदि कोई मनुष्य यहोवा के विरुद्ध पाप करे तो उसके लिये कौन विनती करेगा तो भी उन्होंने अपने पिता की बात न मानी क्योंकि यहोवा की इच्छा उन्हें मार डालने की थी +2311,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_026.wav,परन्तु शमूएल बालक बढ़ता गया और यहोवा और मनुष्य दोनों उससे प्रसन्न रहते थे +2312,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_027.wav,परमेश्वर का एक जन एली के पास जाकर उससे कहने लगा यहोवा यह कहता है कि जब तेरे मूलपुरुष का घराना मिस्र में फ़िरौन के घराने के वश में था तब क्या मैं उस पर निश्चय प्रगट न हुआ था +2313,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_028.wav,और क्या मैंने उसे इस्राएल के सब गोत्रों में से इसलिए चुन नहीं लिया था कि मेरा याजक होकर मेरी वेदी के ऊपर चढ़ावे चढ़ाए और धूप जलाए और मेरे सामने एपोद पहना करे और क्या मैंने तेरे मूलपुरुष के घराने को इस्राएलियों के सारे हव्य न दिए थे +2314,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_029.wav,इसलिए मेरे मेलबलि और अन्नबलि को जिनको मैंने अपने धाम में चढ़ाने की आज्ञा दी है उन्हें तुम लोग क्यों पाँव तले रौंदते हो और तू क्यों अपने पुत्रों का मुझसे अधिक आदर करता है कि तुम लोग मेरी इस्राएली प्रजा की अच्छी से अच्छी भेंट खा खाके मोटे हो जाओ +2315,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_030.wav,इसलिए इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है कि मैंने कहा तो था कि तेरा घराना और तेरे मूलपुरुष का घराना मेरे सामने सदैव चला करेगा परन्तु अब यहोवा की वाणी यह है कि यह बात मुझसे दूर हो क्योंकि जो मेरा आदर करें मैं उनका आदर करूँगा और जो मुझे तुच्छ जानें वे छोटे समझे जाएँगे +2316,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_031.wav,सुन वे दिन आते हैं कि मैं तेरा भुजबल और तेरे मूलपुरुष के घराने का भुजबल ऐसा तोड़ डालूँगा कि तेरे घराने में कोई बूढ़ा होने न पाएगा +2317,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_032.wav,इस्राएल का कितना ही कल्याण क्यों न हो तो भी तुझे मेरे धाम का दुःख देख पड़ेगा और तेरे घराने में कोई कभी बूढ़ा न होने पाएगा +2318,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_033.wav,मैं तेरे कुल के सब किसी से तो अपनी वेदी की सेवा न छीनूँगा परन्तु तो भी तेरी आँखें देखती रह जाएँगी और तेरा मन शोकित होगा और तेरे घर की बढ़ती सब अपनी पूरी जवानी ही में मर मिटेंगे +2319,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_034.wav,और मेरी इस बात का चिन्ह वह विपत्ति होगी जो होप्नी और पीनहास नामक तेरे दोनों पुत्रों पर पड़ेगी अर्थात् वे दोनों के दोनों एक ही दिन मर जाएँगे +2320,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_035.wav,और मैं अपने लिये एक विश्वासयोग्य याजक ठहराऊँगा जो मेरे ह���दय और मन की इच्छा के अनुसार किया करेगा और मैं उसका घर बसाऊँगा और स्थिर करूँगा और वह मेरे अभिषिक्त के आगेआगे सब दिन चला फिरा करेगा +2321,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_002_036.wav,और ऐसा होगा कि जो कोई तेरे घराने में बचा रहेगा वह उसी के पास जाकर एक छोटे से टुकड़े चाँदी के या एक रोटी के लिये दण्डवत् करके कहेगा याजक के किसी काम में मुझे लगा जिससे मुझे एक टुकड़ा रोटी मिले +2322,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_001.wav,वह बालक शमूएल एली के सामने यहोवा की सेवा टहल करता था उन दिनों में यहोवा का वचन दुर्लभ था और दर्शन कम मिलता था +2323,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_002.wav,और उस समय ऐसा हुआ कि एली की आँखें तो धुँधली होने लगी थीं और उसे न सूझ पड़ता था जब वह अपने स्थान में लेटा हुआ था +2324,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_003.wav,और परमेश्वर का दीपक अब तक बुझा नहीं था और शमूएल यहोवा के मन्दिर में जहाँ परमेश्वर का सन्दूक था लेटा था +2325,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_004.wav,तब यहोवा ने शमूएल को पुकारा और उसने कहा क्या आज्ञा +2326,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_005.wav,तब उसने एली के पास दौड़कर कहा क्या आज्ञा तूने तो मुझे पुकारा है वह बोला मैंने नहीं पुकारा फिर जा लेटा रह तो वह जाकर लेट गया +2327,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_006.wav,तब यहोवा ने फिर पुकारके कहा हे शमूएल शमूएल उठकर एली के पास गया और कहा क्या आज्ञा तूने तो मुझे पुकारा है उसने कहा हे मेरे बेटे मैंने नहीं पुकारा फिर जा लेटा रह +2328,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_007.wav,उस समय तक तो शमूएल यहोवा को नहीं पहचानता था और न यहोवा का वचन ही उस पर प्रगट हुआ था +2329,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_008.wav,फिर तीसरी बार यहोवा ने शमूएल को पुकारा और वह उठकर एली के पास गया और कहा क्या आज्ञा तूने तो मुझे पुकारा है तब एली ने समझ लिया कि इस बालक को यहोवा ने पुकारा है +2330,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_009.wav,इसलिए एली ने शमूएल से कहा जा लेटा रह और यदि वह तुझे फिर पुकारे तो तू कहना हे यहोवा कह क्योंकि तेरा दास सुन रहा है तब शमूएल अपने स्थान पर जाकर लेट गया +2331,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_010.wav,तब यहोवा आ खड़ा हुआ और पहले के समान पुकारा शमूएल शमूएल शमूएल ने कहा कह क्योंकि तेरा दास सुन रहा है +2332,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_011.wav,यहोवा ने शमूएल से कहा सुन मैं इस्राएल में एक ऐसा काम करने पर हूँ जिससे सब सुननेवालों पर बड़ा सन्नाटा छा जाएगा +2333,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_012.wav,उस दिन मैं एली के विरुद्ध वह सब कुछ पूरा करूँगा जो मैंने उसके घराने के विषय में कहा उसे आरम्भ से अन्त तक पूरा करूँगा +2334,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_013.wav,क्योंकि मैं तो उसको यह कहकर जता चुका हूँ कि मैं उस अधर्म का दण्ड जिसे वह जानता है सदा के लिये उसके घर का न्याय करूँगा क्योंकि उसके पुत्र आप श्रापित हुए हैं और उसने उन्हें नहीं रोका +2335,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_014.wav,इस कारण मैंने एली के घराने के विषय यह शपथ खाई कि एली के घराने के अधर्म का प्रायश्चित न तो मेलबलि से कभी होगा और न अन्नबलि से +2336,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_015.wav,और शमूएल भोर तक लेटा रहा तब उसने यहोवा के भवन के किवाड़ों को खोला और शमूएल एली को उस दर्शन की बातें बताने से डरा +2337,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_016.wav,तब एली ने शमूएल को पुकारकर कहा हे मेरे बेटे शमूएल वह बोला क्या आज्ञा +2338,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_017.wav,तब उसने पूछा वह कौन सी बात है जो यहोवा ने तुझ से कही है उसे मुझसे न छिपा जो कुछ उसने तुझ से कहा हो यदि तू उसमें से कुछ भी मुझसे छिपाए तो परमेश्वर तुझ से वैसा ही वरन् उससे भी अधिक करे +2339,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_018.wav,तब शमूएल ने उसको रत्तीरत्ती बातें कह सुनाईं और कुछ भी न छिपा रखा वह बोला वह तो यहोवा है जो कुछ वह भला जाने वही करे +2340,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_019.wav,और शमूएल बड़ा होता गया और यहोवा उसके संग रहा और उसने शमूएल की कोई भी बात निष्फल होने नहीं दी +2341,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_020.wav,और दान से बेर्शेबा तक के रहनेवाले सारे इस्राएलियों ने जान लिया कि शमूएल यहोवा का नबी होने के लिये नियुक्त किया गया है +2342,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_003_021.wav,और यहोवा ने शीलो में फिर दर्शन दिया क्योंकि यहोवा ने अपने आपको शीलो में शमूएल पर अपने वचन के द्वारा प्रगट किया +2343,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_001.wav,और शमूएल का वचन सारे इस्राएल के पास पहुँचा और इस्राएली पलिश्तियों से युद्ध करने को निकले और उन्होंने तो एबेनेजेर के आसपास छावनी डाली और पलिश्तियों ने अपेक में छावनी डाली +2344,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_002.wav,तब पलिश्तियों ने इस्राएल के विरुद्ध पाँति बाँधी और जब घमासान युद्ध होने लगा तब इस्राएली पलिश्तियों से हार गए और उन्होंने कोई चार हजार इस्राएली सेना के पुरुषों को मैदान में ही मार डाला +2345,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_003.wav,जब वे लोग छावनी में लौट आए तब इस्राएल के वृद्ध लोग कहने लगे यहोवा ने आज हमें पलिश्तियों से क्यों हरवा दिया है आओ हम यहोवा की वाचा का सन्दूक शीलो से माँग ले आएँ कि वह हमारे बीच में आकर हमें शत्रुओं के हाथ से बचाए +2346,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_004.wav,तब उन लोगों ने शीलो में भेजकर वहाँ से करूबों के ऊपर विराजनेवाले सेनाओं के यहोवा की वाचा का सन्दूक मँगवा लिया और परमेश्वर की वाचा के सन्दूक के साथ एली के दोनों पुत्र होप्��ी और पीनहास भी वहाँ थे +2347,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_005.wav,जब यहोवा की वाचा का सन्दूक छावनी में पहुँचा तब सारे इस्राएली इतने बल से ललकार उठे कि भूमि गूँज उठी +2348,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_006.wav,इस ललकार का शब्द सुनकर पलिश्तियों ने पूछा इब्रियों की छावनी में ऐसी बड़ी ललकार का क्या कारण है तब उन्होंने जान लिया कि यहोवा का सन्दूक छावनी में आया है +2349,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_007.wav,तब पलिश्ती डरकर कहने लगे उस छावनी में परमेश्वर आ गया है फिर उन्होंने कहा हाय हम पर ऐसी बात पहले नहीं हुई थी +2350,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_008.wav,हाय ऐसे महाप्रतापी देवताओं के हाथ से हमको कौन बचाएगा ये तो वे ही देवता हैं जिन्होंने मिस्रियों पर जंगल में सब प्रकार की विपत्तियाँ डाली थीं +2351,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_009.wav,हे पलिश्तियों तुम हियाव बाँधो और पुरुषार्थ जगाओ कहीं ऐसा न हो कि जैसे इब्री तुम्हारे अधीन हो गए वैसे तुम भी उनके अधीन हो जाओ पुरुषार्थ करके संग्राम करो +2352,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_010.wav,तब पलिश्ती लड़ाई के मैदान में टूट पड़े और इस्राएली हारकर अपनेअपने डेरे को भागने लगे और ऐसा अत्यन्त संहार हुआ कि तीस हजार इस्राएली पैदल खेत आए +2353,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_011.wav,और परमेश्वर का सन्दूक छीन लिया गया और एली के दोनों पुत्र होप्नी और पीनहास भी मारे गए +2354,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_012.wav,तब उसी दिन एक बिन्यामीनी मनुष्य सेना में से दौड़कर अपने वस्त्र फाड़े और सिर पर मिट्टी डाले हुए शीलो पहुँचा +2355,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_013.wav,वह जब पहुँचा उस समय एली जिसका मन परमेश्वर के सन्दूक की चिन्ता से थरथरा रहा था वह मार्ग के किनारे कुर्सी पर बैठा बाट जोह रहा था और जैसे ही उस मनुष्य ने नगर में पहुँचकर वह समाचार दिया वैसे ही सारा नगर चिल्ला उठा +2356,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_014.wav,चिल्लाने का शब्द सुनकर एली ने पूछा ऐसे हुल्लड़ और हाहाकार मचने का क्या कारण है और उस मनुष्य ने झट जाकर एली को पूरा हाल सुनाया +2357,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_015.wav,एली तो अठानवे वर्ष का था और उसकी आँखें धुंधली पड़ गई थीं और उसे कुछ सूझता न था +2358,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_016.wav,उस मनुष्य ने एली से कहा मैं वही हूँ जो सेना में से आया हूँ और मैं सेना से आज ही भागकर आया हूँ वह बोला हे मेरे बेटे क्या समाचार है +2359,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_017.wav,उस समाचार देनेवाले ने उत्तर दिया इस्राएली पलिश्तियों के सामने से भाग गए हैं और लोगों का बड़ा भयानक संहार भी हुआ है और तेरे दोनों पुत्र होप्नी और पीनहास भी मारे गए और परमेश्वर का सन्दूक भी छीन लिया गया है +2360,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_018.wav,जैसे ही उसने परमेश्वर के सन्दूक का नाम लिया वैसे ही एली फाटक के पास कुर्सी पर से पछाड़ खाकर गिर पड़ा और बूढ़ा और भारी होने के कारण उसकी गर्दन टूट गई और वह मर गया उसने तो इस्राएलियों का न्याय चालीस वर्ष तक किया था +2361,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_019.wav,उसकी बहू पीनहास की स्त्री गर्भवती थी और उसका समय समीप था और जब उसने परमेश्वर के सन्दूक के छीन लिए जाने और अपने ससुर और पति के मरने का समाचार सुना तब उसको जच्चा का दर्द उठा और वह दुहर गई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ +2362,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_020.wav,उसके मरतेमरते उन स्त्रियों ने जो उसके आसपास खड़ी थीं उससे कहा मत डर क्योंकि तेरे पुत्र उत्पन्न हुआ है परन्तु उसने कुछ उत्तर न दिया और न कुछ ध्यान दिया +2363,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_021.wav,और परमेश्वर के सन्दूक के छीन लिए जाने और अपने ससुर और पति के कारण उसने यह कहकर उस बालक का नाम ईकाबोद रखा इस्राएल में से महिमा उठ गई +2364,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_004_022.wav,फिर उसने कहा इस्राएल में से महिमा उठ गई है क्योंकि परमेश्वर का सन्दूक छीन लिया गया है +2365,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_005_001.wav,पलिश्तियों ने परमेश्वर का सन्दूक एबेनेजेर से उठाकर अश्दोद में पहुँचा दिया +2366,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_005_002.wav,फिर पलिश्तियों ने परमेश्वर के सन्दूक को उठाकर दागोन के मन्दिर में पहुँचाकर दागोन के पास रख दिया +2367,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_005_003.wav,दूसरे दिन अश्दोदियों ने तड़के उठकर क्या देखा कि दागोन यहोवा के सन्दूक के सामने औंधे मुँह भूमि पर गिरा पड़ा है तब उन्होंने दागोन को उठाकर उसी के स्थान पर फिर खड़ा किया +2368,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_005_004.wav,फिर अगले दिन जब वे तड़के उठे तब क्या देखा कि दागोन यहोवा के सन्दूक के सामने औंधे मुँह भूमि पर गिरा पड़ा है और दागोन का सिर और दोनों हथेलियाँ डेवढ़ी पर कटी हुई पड़ी हैं इस प्रकार दागोन का केवल धड़ समूचा रह गया +2369,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_005_005.wav,इस कारण आज के दिन तक भी दागोन के पुजारी और जितने दागोन के मन्दिर में जाते हैं वे अश्दोद में दागोन की डेवढ़ी पर पाँव नहीं रखते +2370,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_005_006.wav,तब यहोवा का हाथ अश्दोदियों के ऊपर भारी पड़ा और वह उन्हें नाश करने लगा और उसने अश्दोद और उसके आसपास के लोगों के गिलटियाँ निकालीं +2371,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_005_007.wav,यह हाल देखकर अश्दोद के लोगों ने कहा इस्राएल के देवता का सन्दूक हमारे मध्य रहने नहीं पाएगा क्योंकि उसका हाथ हम पर और हमारे देवता दागोन पर कठोरता के साथ पड़ा है +2372,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_005_008.wav,तब उन��होंने पलिश्तियों के सब सरदारों को बुलवा भेजा और उनसे पूछा हम इस्राएल के देवता के सन्दूक से क्या करें वे बोले इस्राएल के देवता का सन्दूक घुमाकर गत नगर में पहुँचाया जाए अत उन्होंने इस्राएल के परमेश्वर के सन्दूक को घुमाकर गत में पहुँचा दिया +2373,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_005_009.wav,जब वे उसको घुमाकर वहाँ पहुँचे तो यूँ हुआ कि यहोवा का हाथ उस नगर के विरुद्ध ऐसा उठा कि उसमें अत्यन्त बड़ी हलचल मच गई और उसने छोटे से बड़े तक उस नगर के सब लोगों को मारा और उनके गिलटियाँ निकलने लगीं +2374,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_005_010.wav,तब उन्होंने परमेश्वर का सन्दूक एक्रोन को भेजा और जैसे ही परमेश्वर का सन्दूक एक्रोन में पहुँचा वैसे ही एक्रोनी यह कहकर चिल्लाने लगे इस्राएल के देवता का सन्दूक घुमाकर हमारे पास इसलिए पहुँचाया गया है कि हम और हमारे लोगों को मरवा डालें +2375,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_005_011.wav,तब उन्होंने पलिश्तियों के सब सरदारों को इकट्ठा किया और उनसे कहा इस्राएल के देवता के सन्दूक को निकाल दो कि वह अपने स्थान पर लौट जाए और हमको और हमारे लोगों को मार डालने न पाए उस समस्त नगर में तो मृत्यु के भय की हलचल मच रही थी और परमेश्वर का हाथ वहाँ बहुत भारी पड़ा था +2376,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_005_012.wav,और जो मनुष्य न मरे वे भी गिलटियों के मारे पड़े रहे और नगर की चिल्लाहट आकाश तक पहुँची +2377,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_001.wav,यहोवा का सन्दूक पलिश्तियों के देश में सात महीने तक रहा +2378,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_002.wav,तब पलिश्तियों ने याजकों और भावी कहनेवालों को बुलाकर पूछा यहोवा के सन्दूक से हम क्या करें हमें बताओ कि क्या प्रायश्चित देकर हम उसे उसके स्थान पर भेजें +2379,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_003.wav,वे बोले यदि तुम इस्राएल के देवता का सन्दूक वहाँ भेजो तो उसे वैसे ही न भेजना उसकी हानि भरने के लिये अवश्य ही दोषबलि देना तब तुम चंगे हो जाओगे और तुम जान लोगे कि उसका हाथ तुम पर से क्यों नहीं उठाया गया +2380,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_004.wav,उन्होंने पूछा हम उसकी हानि भरने के लिये कौन सा दोषबलि दें वे बोले पलिश्ती सरदारों की गिनती के अनुसार सोने की पाँच गिलटियाँ और सोने के पाँच चूहे क्योंकि तुम सब और तुम्हारे सरदार दोनों एक ही रोग से ग्रसित हो +2381,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_005.wav,तो तुम अपनी गिलटियों और अपने देश के नष्ट करनेवाले चूहों की भी मूरतें बनाकर इस्राएल के देवता की महिमा मानो सम्भव है वह अपना हाथ तुम पर से और तुम्हारे देवताओं और देश पर से उठा ले +2382,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_006.wav,तु��� अपने मन क्यों ऐसे हठीले करते हो जैसे मिस्रियों और फ़िरौन ने अपने मन हठीले कर दिए थे जब उसने उनके मध्य में अचम्भित काम किए तब क्या उन्होंने उन लोगों को जाने न दिया और क्या वे चले न गए +2383,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_007.wav,इसलिए अब तुम एक नई गाड़ी बनाओ और ऐसी दो दुधार गायें लो जो जूए तले न आई हों और उन गायों को उस गाड़ी में जोतकर उनके बच्चों को उनके पास से लेकर घर को लौटा दो +2384,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_008.wav,तब यहोवा का सन्दूक लेकर उस गाड़ी पर रख दो और सोने की जो वस्तुएँ तुम उसकी हानि भरने के लिये दोषबलि की रीति से दोगे उन्हें दूसरे सन्दूक में रख के उसके पास रख दो फिर उसे रवाना कर दो कि चली जाए +2385,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_009.wav,और देखते रहना यदि वह अपने देश के मार्ग से होकर बेतशेमेश को चले तो जानो कि हमारी यह बड़ी हानि उसी की ओर से हुई और यदि नहीं तो हमको निश्चय होगा कि यह मार हम पर उसकी ओर से नहीं परन्तु संयोग ही से हुई +2386,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_010.wav,उन मनुष्यों ने वैसा ही किया अर्थात् दो दुधार गायें लेकर उस गाड़ी में जोतीं और उनके बच्चों को घर में बन्द कर दिया +2387,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_011.wav,और यहोवा का सन्दूक और दूसरा सन्दूक और सोने के चूहों और अपनी गिलटियों की मूरतों को गाड़ी पर रख दिया +2388,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_012.wav,तब गायों ने बेतशेमेश का सीधा मार्ग लिया वे सड़क ही सड़क रम्भाती हुई चली गईं और न दाहिने मुड़ीं और न बायें और पलिश्तियों के सरदार उनके पीछेपीछे बेतशेमेश की सीमा तक गए +2389,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_013.wav,और बेतशेमेश के लोग तराई में गेहूँ काट रहे थे और जब उन्होंने आँखें उठाकर सन्दूक को देखा तब उसके देखने से आनन्दित हुए +2390,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_014.wav,गाड़ी यहोशू नामक एक बेतशेमेशी के खेत में जाकर वहाँ ठहर गई जहाँ एक बड़ा पत्थर था तब उन्होंने गाड़ी की लकड़ी को चीरा और गायों को होमबलि करके यहोवा के लिये चढ़ाया +2391,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_015.wav,और लेवियों ने यहोवा के सन्दूक को उस सन्दूक के समेत जो साथ था जिसमें सोने की वस्तुएँ थी उतार के उस बड़े पत्थर पर रख दिया और बेतशेमेश के लोगों ने उसी दिन यहोवा के लिये होमबलि और मेलबलि चढ़ाए +2392,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_016.wav,यह देखकर पलिश्तियों के पाँचों सरदार उसी दिन एक्रोन को लौट गए +2393,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_017.wav,सोने की गिलटियाँ जो पलिश्तियों ने यहोवा की हानि भरने के लिये दोषबलि करके दे दी थीं उनमें से एक तो अश्दोद की ओर से एक गाज़ा एक अश्कलोन एक गत और एक एक्रोन की ओर से दी गई थी +2394,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_018.wav,और वह सोने के चूहे क्या शहरपनाह वाले नगर क्या बिना शहरपनाह के गाँव वरन् जिस बड़े पत्थर पर यहोवा का सन्दूक रखा गया था वहाँ पलिश्तियों के पाँचों सरदारों के अधिकार तक की सब बस्तियों की गिनती के अनुसार दिए गए वह पत्थर आज तक बेतशेमेशी यहोशू के खेत में है +2395,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_019.wav,फिर इस कारण से कि बेतशेमेश के लोगों ने यहोवा के सन्दूक के भीतर झाँका था उसने उनमें से सत्तर मनुष्य और फिर पचास हजार मनुष्य मार डाले और वहाँ के लोगों ने इसलिए विलाप किया कि यहोवा ने लोगों का बड़ा ही संहार किया था +2396,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_020.wav,तब बेतशेमेश के लोग कहने लगे इस पवित्र परमेश्वर यहोवा के सामने कौन खड़ा रह सकता है और वह हमारे पास से किसके पास चला जाए +2397,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_006_021.wav,तब उन्होंने किर्यत्यारीम के निवासियों के पास यह कहने को दूत भेजे पलिश्तियों ने यहोवा का सन्दूक लौटा दिया है इसलिए तुम आकर उसे अपने यहाँ ले जाओ +2398,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_001.wav,तब किर्यत्यारीम के लोगों ने जाकर यहोवा के सन्दूक को उठाया और अबीनादाब के घर में जो टीले पर बना था रखा और यहोवा के सन्दूक की रक्षा करने के लिये अबीनादाब के पुत्र एलीआजर को पवित्र किया +2399,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_002.wav,किर्यत्यारीम में सन्दूक को रखे हुए बहुत दिन हुए अर्थात् बीस वर्ष बीत गए और इस्राएल का सारा घराना विलाप करता हुआ यहोवा के पीछे चलने लगा +2400,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_003.wav,तब शमूएल ने इस्राएल के सारे घराने से कहा यदि तुम अपने पूर्ण मन से यहोवा की ओर फिरे हो तो पराए देवताओं और अश्तोरेत देवियों को अपने बीच में से दूर करो और यहोवा की ओर अपना मन लगाकर केवल उसी की उपासना करो तब वह तुम्हें पलिश्तियों के हाथ से छुड़ाएगा +2401,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_004.wav,तब इस्राएलियों ने बाल देवताओं और अश्तोरेत देवियों को दूर किया और केवल यहोवा ही की उपासना करने लगे +2402,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_005.wav,फिर शमूएल ने कहा सब इस्राएलियों को मिस्पा में इकट्ठा करो और मैं तुम्हारे लिये यहोवा से प्रार्थना करूँगा +2403,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_006.wav,तब वे मिस्पा में इकट्ठे हुए और जल भर के यहोवा के सामने उण्डेल दिया और उस दिन उपवास किया और वहाँ कहने लगे हमने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है और शमूएल ने मिस्पा में इस्राएलियों का न्याय किया +2404,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_007.wav,जब पलिश्तियों ने सुना कि इस्राएली मिस्पा में इकट्ठे हुए हैं तब उनके सरदारों ने इस्राएलियों पर चढ़ाई की यह सुनकर इस्र��एली पलिश्तियों से भयभीत हुए +2405,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_008.wav,और इस्राएलियों ने शमूएल से कहा हमारे लिये हमारे परमेश्वर यहोवा की दुहाई देना न छोड़ जिससे वह हमको पलिश्तियों के हाथ से बचाए +2406,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_009.wav,तब शमूएल ने एक दूध पीता मेम्ना ले सर्वांग होमबलि करके यहोवा को चढ़ाया और शमूएल ने इस्राएलियों के लिये यहोवा की दुहाई दी और यहोवा ने उसकी सुन ली +2407,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_010.wav,और जिस समय शमूएल होमबलि को चढ़ा रहा था उस समय पलिश्ती इस्राएलियों के संग युद्ध करने के लिये निकट आ गए तब उसी दिन यहोवा ने पलिश्तियों के ऊपर बादल को बड़े कड़क के साथ गरजाकर उन्हें घबरा दिया और वे इस्राएलियों से हार गए +2408,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_011.wav,तब इस्राएली पुरुषों ने मिस्पा से निकलकर पलिश्तियों को खदेड़ा और उन्हें बेतकर के नीचे तक मारते चले गए +2409,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_012.wav,तब शमूएल ने एक पत्थर लेकर मिस्पा और शेन के बीच में खड़ा किया और यह कहकर उसका नाम एबेनेजेर रखा यहाँ तक यहोवा ने हमारी सहायता की है +2410,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_013.wav,तब पलिश्ती दब गए और इस्राएलियों के देश में फिर न आए और शमूएल के जीवन भर यहोवा का हाथ पलिश्तियों के विरुद्ध बना रहा +2411,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_014.wav,और एक्रोन और गत तक जितने नगर पलिश्तियों ने इस्राएलियों के हाथ से छीन लिए थे वे फिर इस्राएलियों के वश में आ गए और उनका देश भी इस्राएलियों ने पलिश्तियों के हाथ से छुड़ाया और इस्राएलियों और एमोरियों के बीच भी संधि हो गई +2412,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_015.wav,और शमूएल जीवन भर इस्राएलियों का न्याय करता रहा +2413,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_016.wav,वह प्रतिवर्ष बेतेल और गिलगाल और मिस्पा में घूमघूमकर उन सब स्थानों में इस्राएलियों का न्याय करता था +2414,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_007_017.wav,तब वह रामाह में जहाँ उसका घर था लौट आया और वहाँ भी इस्राएलियों का न्याय करता था और वहाँ उसने यहोवा के लिये एक वेदी बनाई +2415,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_001.wav,जब शमूएल बूढ़ा हुआ तब उसने अपने पुत्रों को इस्राएलियों पर न्यायी ठहराया +2416,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_002.wav,उसके जेठे पुत्र का नाम योएल और दूसरे का नाम अबिय्याह था ये बेर्शेबा में न्याय करते थे +2417,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_003.wav,परन्तु उसके पुत्र उसकी राह पर न चले अर्थात् लालच में आकर घूस लेते और न्याय बिगाड़ते थे +2418,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_004.wav,तब सब इस्राएली वृद्ध लोग इकट्ठे होकर रामाह में शमूएल के पास जाकर +2419,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_005.wav,उससे कहने लगे सुन तू तो अब बूढ़ा हो गया और तेरे पुत्र तेरी राह पर नहीं चलते अब हम पर न्याय करने के लिये सब जातियों की रीति के अनुसार हमारे लिये एक राजा नियुक्त कर दे +2420,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_006.wav,परन्तु जो बात उन्होंने कही हम पर न्याय करने के लिये हमारे ऊपर राजा नियुक्त कर दे यह बात शमूएल को बुरी लगी और शमूएल ने यहोवा से प्रार्थना की +2421,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_007.wav,और यहोवा ने शमूएल से कहा वे लोग जो कुछ तुझ से कहें उसे मान ले क्योंकि उन्होंने तुझको नहीं परन्तु मुझी को निकम्मा जाना है कि मैं उनका राजा न रहूँ +2422,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_008.wav,जैसेजैसे काम वे उस दिन से जब से मैं उन्हें मिस्र से निकाल लाया आज के दिन तक करते आए हैं कि मुझ को त्याग कर पराए देवताओं की उपासना करते आए हैं वैसे ही वे तुझ से भी करते हैं +2423,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_009.wav,इसलिए अब तू उनकी बात मान तो भी तू गम्भीरता से उनको भली भाँति समझा दे और उनको बता भी दे कि जो राजा उन पर राज्य करेगा उसका व्यवहार किस प्रकार होगा +2424,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_010.wav,शमूएल ने उन लोगों को जो उससे राजा चाहते थे यहोवा की सब बातें कह सुनाईं +2425,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_011.wav,उसने कहा जो राजा तुम पर राज्य करेगा उसकी यह चाल होगी अर्थात् वह तुम्हारे पुत्रों को लेकर अपने रथों और घोड़ों के काम पर नौकर रखेगा और वे उसके रथों के आगेआगे दौड़ा करेंगे +2426,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_012.wav,फिर वह उनको हजारहजार और पचासपचास के ऊपर प्रधान बनाएगा और कितनों से वह अपने हल जुतवाएगा और अपने खेत कटवाएगा और अपने लिये युद्ध के हथियार और रथों के साज बनवाएगा +2427,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_013.wav,फिर वह तुम्हारी बेटियों को लेकर उनसे सुगन्धद्रव्य और रसोई और रोटियाँ बनवाएगा +2428,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_014.wav,फिर वह तुम्हारे खेतों और दाख और जैतून की बारियों में से जो अच्छी से अच्छी होंगी उन्हें ले लेकर अपने कर्मचारियों को देगा +2429,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_015.wav,फिर वह तुम्हारे बीज और दाख की बारियों का दसवाँ अंश ले लेकर अपने हाकिमों और कर्मचारियों को देगा +2430,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_016.wav,फिर वह तुम्हारे दास दासियों को और तुम्हारे अच्छे से अच्छे जवानों को और तुम्हारे गदहों को भी लेकर अपने काम में लगाएगा +2431,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_017.wav,वह तुम्हारी भेड़बकरियों का भी दसवाँ अंश लेगा इस प्रकार तुम लोग उसके दास बन जाओगे +2432,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_018.wav,और उस दिन तुम अपने उस चुने हुए राजा के कारण दुहाई दोगे परन्तु यहोवा उस समय तुम्हारी न सुनेगा +2433,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_019.wav,तो भी उन लोगों ने शमूएल की बात न सुनी और कहने लगे नहीं हम न���श्चय अपने लिये राजा चाहते हैं +2434,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_020.wav,जिससे हम भी और सब जातियों के समान हो जाएँ और हमारा राजा हमारा न्याय करे और हमारे आगेआगे चलकर हमारी ओर से युद्ध किया करे +2435,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_021.wav,लोगों की ये सब बातें सुनकर शमूएल ने यहोवा के कानों तक पहुँचाया +2436,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_008_022.wav,यहोवा ने शमूएल से कहा उनकी बात मानकर उनके लिये राजा ठहरा दे तब शमूएल ने इस्राएली मनुष्यों से कहा तुम अब अपनेअपने नगर को चले जाओ +2437,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_001.wav,बिन्यामीन के गोत्र में कीश नाम का एक पुरुष था जो अपीह के पुत्र बकोरत का परपोता और सरोर का पोता और अबीएल का पुत्र था वह एक बिन्यामीनी पुरुष का पुत्र और बड़ा शक्तिशाली सूरमा था +2438,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_002.wav,उसके शाऊल नामक एक जवान पुत्र था जो सुन्दर था और इस्राएलियों में कोई उससे बढ़कर सुन्दर न था वह इतना लम्बा था कि दूसरे लोग उसके कंधे ही तक आते थे +2439,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_003.wav,जब शाऊल के पिता कीश की गदहियाँ खो गईं तब कीश ने अपने पुत्र शाऊल से कहा एक सेवक को अपने साथ ले जा और गदहियों को ढूँढ़ ला +2440,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_004.wav,तब वह एप्रैम के पहाड़ी देश और शलीशा देश होते हुए गया परन्तु उन्हें न पाया तब वे शालीम नामक देश भी होकर गए और वहाँ भी न पाया फिर बिन्यामीन के देश में गए परन्तु गदहियाँ न मिलीं +2441,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_005.wav,जब वे सूफ नामक देश में आए तब शाऊल ने अपने साथ के सेवक से कहा आ हम लौट चलें ऐसा न हो कि मेरा पिता गदहियों की चिन्ता छोड़कर हमारी चिन्ता करने लगे +2442,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_006.wav,उसने उससे कहा सुन इस नगर में परमेश्वर का एक जन है जिसका बड़ा आदरमान होता है और जो कुछ वह कहता है वह बिना पूरा हुए नहीं रहता अब हम उधर चलें सम्भव है वह हमको हमारा मार्ग बताए कि किधर जाएँ +2443,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_007.wav,शाऊल ने अपने सेवक से कहा सुन यदि हम उस पुरुष के पास चलें तो उसके लिये क्या ले चलें देख हमारी थैलियों में की रोटी चुक गई है और भेंट के योग्य कोई वस्तु है ही नहीं जो हम परमेश्वर के उस जन को दें हमारे पास क्या है +2444,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_008.wav,सेवक ने फिर शाऊल से कहा मेरे पास तो एक शेकेल चाँदी की चौथाई है वही मैं परमेश्वर के जन को दूँगा कि वह हमको बताए कि किधर जाएँ +2445,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_009.wav,पूर्वकाल में तो इस्राएल में जब कोई परमेश्वर से प्रश्न करने जाता तब ऐसा कहता था चलो हम दर्शी के पास चलें क्योंकि जो आजकल नबी कहलाता है वह पूर्वकाल में दर्शी कहलाता था +2446,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_010.wav,तब शाऊल ने अपने सेवक से कहा तूने भला कहा है हम चलें अतः वे उस नगर को चले जहाँ परमेश्वर का जन था +2447,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_011.wav,उस नगर की चढ़ाई पर चढ़ते समय उन्हें कई एक लड़कियाँ मिलीं जो पानी भरने को निकली थीं उन्होंने उनसे पूछा क्या दर्शी यहाँ है +2448,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_012.wav,उन्होंने उत्तर दिया है देखो वह तुम्हारे आगे है अब फुर्ती करो आज ऊँचे स्थान पर लोगों का यज्ञ है इसलिए वह आज नगर में आया हुआ है +2449,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_013.wav,जैसे ही तुम नगर में पहुँचो वैसे ही वह तुम को ऊँचे स्थान पर खाना खाने को जाने से पहले मिलेगा क्योंकि जब तक वह न पहुँचे तब तक लोग भोजन न करेंगे इसलिए कि यज्ञ के विषय में वही धन्यवाद करता तब उसके बाद ही आमन्त्रित लोग भोजन करते हैं इसलिए तुम अभी चढ़ जाओ इसी समय वह तुम्हें मिलेगा +2450,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_014.wav,वे नगर में चढ़ गए और जैसे ही नगर के भीतर पहुँचे वैसे ही शमूएल ऊँचे स्थान पर चढ़ने के विचार से उनके सामने आ रहा था +2451,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_015.wav,शाऊल के आने से एक दिन पहले यहोवा ने शमूएल को यह चिता रखा था +2452,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_016.wav,कल इसी समय मैं तेरे पास बिन्यामीन के क्षेत्र से एक पुरुष को भेजूँगा उसी को तू मेरी इस्राएली प्रजा के ऊपर प्रधान होने के लिये अभिषेक करना और वह मेरी प्रजा को पलिश्तियों के हाथ से छुड़ाएगा क्योंकि मैंने अपनी प्रजा पर कृपादृष्टि की है इसलिए कि उनकी चिल्लाहट मेरे पास पहुँची है +2453,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_017.wav,फिर जब शमूएल को शाऊल दिखाई पड़ा तब यहोवा ने उससे कहा जिस पुरुष की चर्चा मैंने तुझ से की थी वह यही है मेरी प्रजा पर यही अधिकार करेगा +2454,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_018.wav,तब शाऊल फाटक में शमूएल के निकट जाकर कहने लगा मुझे बता कि दर्शी का घर कहाँ है +2455,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_019.wav,उसने कहा दर्शी तो मैं हूँ मेरे आगेआगे ऊँचे स्थान पर चढ़ जा क्योंकि आज के दिन तुम मेरे साथ भोजन खाओगे और सवेरे को जो कुछ तेरे मन में हो सब कुछ मैं तुझे बताकर विदा करूँगा +2456,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_020.wav,और तेरी गदहियाँ जो तीन दिन हुए खो गई थीं उनकी कुछ भी चिन्ता न कर क्योंकि वे मिल गई है और इस्राएल में जो कुछ मनभाऊ है वह किसका है क्या वह तेरा और तेरे पिता के सारे घराने का नहीं है +2457,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_021.wav,शाऊल ने उत्तर देकर कहा क्या मैं बिन्यामीनी अर्थात् सब इस्राएली गोत्रों में से छोटे गोत्र का नहीं हूँ और क्या मेरा कुल बिन्यामीन के गोत्र के सारे कुलों में से छोटा नहीं है इ��लिए तू मुझसे ऐसी बातें क्यों कहता है +2458,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_022.wav,तब शमूएल ने शाऊल और उसके सेवक को कोठरी में पहुँचाकर आमन्त्रित लोग जो लगभग तीस जन थे उनके साथ मुख्य स्थान पर बैठा दिया +2459,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_023.wav,फिर शमूएल ने रसोइये से कहा जो टुकड़ा मैंने तुझे देकर अपने पास रख छोड़ने को कहा था उसे ले आ +2460,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_024.wav,तो रसोइये ने जाँघ को माँस समेत उठाकर शाऊल के आगे धर दिया तब शमूएल ने कहा जो रखा गया था उसे देख और अपने सामने रख के खा क्योंकि वह तेरे लिये इसी नियत समय तक जिसकी चर्चा करके मैंने लोगों को न्योता दिया रखा हुआ है शाऊल ने उस दिन शमूएल के साथ भोजन किया +2461,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_025.wav,तब वे ऊँचे स्थान से उतरकर नगर में आए और उसने घर की छत पर शाऊल से बातें की +2462,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_026.wav,सवेरे वे तड़के उठे और पौ फटते शमूएल ने शाऊल को छत पर बुलाकर कहा उठ मैं तुझको विदा करूँगा तब शाऊल उठा और वह और शमूएल दोनों बाहर निकल गए +2463,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_009_027.wav,और नगर के सिरे की उतराई पर चलतेचलते शमूएल ने शाऊल से कहा अपने सेवक को हम से आगे बढ़ने की आज्ञा दे वह आगे बढ़ गया परन्तु तू अभी खड़ा रह कि मैं तुझे परमेश्वर का वचन सुनाऊँ +2464,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_001.wav,तब शमूएल ने एक कुप्पी तेल लेकर उसके सिर पर उण्डेला और उसे चूमकर कहा क्या इसका कारण यह नहीं कि यहोवा ने अपने निज भाग के ऊपर प्रधान होने को तेरा अभिषेक किया है +2465,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_002.wav,आज जब तू मेरे पास से चला जाएगा तब राहेल की कब्र के पास जो बिन्यामीन के देश की सीमा पर सेलसह में है दो जन तुझे मिलेंगे और कहेंगे जिन गदहियों को तू ढूँढ़ने गया था वे मिली हैं और सुन तेरा पिता गदहियों की चिन्ता छोड़कर तुम्हारे कारण कुढ़ता हुआ कहता है कि मैं अपने पुत्र के लिये क्या करूँ +2466,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_003.wav,फिर वहाँ से आगे बढ़कर जब तू ताबोर के बांज वृक्ष के पास पहुँचेगा तब वहाँ तीन जन परमेश्वर के पास बेतेल को जाते हुए तुझे मिलेंगे जिनमें से एक तो बकरी के तीन बच्चे और दूसरा तीन रोटी और तीसरा एक कुप्पी दाखमधु लिए हुए होगा +2467,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_004.wav,वे तेरा कुशल पूछेंगे और तुझे दो रोटी देंगे और तू उन्हें उनके हाथ से ले लेना +2468,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_005.wav,तब तू परमेश्वर के पहाड़ पर पहुँचेगा जहाँ पलिश्तियों की चौकी है और जब तू वहाँ नगर में प्रवेश करे तब नबियों का एक दल ऊँचे स्थान से उतरता हुआ तुझे मिलेगा और उनके आगे सितार डफ बाँसुरी और वीणा होंगे और वे नब��वत करते होंगे +2469,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_006.wav,तब यहोवा का आत्मा तुझ पर बल से उतरेगा और तू उनके साथ होकर नबूवत करने लगेगा और तू परिवर्तित होकर और ही मनुष्य हो जाएगा +2470,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_007.wav,और जब ये चिन्ह तुझे दिखाई पड़ेंगे तब जो काम करने का अवसर तुझे मिले उसमें लग जाना क्योंकि परमेश्वर तेरे संग रहेगा +2471,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_008.wav,और तू मुझसे पहले गिलगाल को जाना और मैं होमबलि और मेलबलि चढ़ाने के लिये तेरे पास आऊँगा तू सात दिन तक मेरी बाट जोहते रहना तब मैं तेरे पास पहुँचकर तुझे बताऊँगा कि तुझको क्याक्या करना है +2472,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_009.wav,जैसे ही उसने शमूएल के पास से जाने को पीठ फेरी वैसे ही परमेश्वर ने उसके मन को परिवर्तित किया और वे सब चिन्ह उसी दिन प्रगट हुए +2473,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_010.wav,जब वे उधर उस पहाड़ के पास आए तब नबियों का एक दल उसको मिला और परमेश्वर का आत्मा उस पर बल से उतरा और वह उनके बीच में नबूवत करने लगा +2474,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_011.wav,जब उन सभी ने जो उसे पहले से जानते थे यह देखा कि वह नबियों के बीच में नबूवत कर रहा है तब आपस में कहने लगे कीश के पुत्र को यह क्या हुआ क्या शाऊल भी नबियों में का है +2475,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_012.wav,वहाँ के एक मनुष्य ने उत्तर दिया भला उनका बाप कौन है इस पर यह कहावत चलने लगी क्या शाऊल भी नबियों में का है +2476,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_013.wav,जब वह नबूवत कर चुका तब ऊँचे स्थान पर चढ़ गया +2477,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_014.wav,तब शाऊल के चाचा ने उससे और उसके सेवक से पूछा तुम कहाँ गए थे उसने कहा हम तो गदहियों को ढूँढ़ने गए थे और जब हमने देखा कि वे कहीं नहीं मिलतीं तब शमूएल के पास गए +2478,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_015.wav,शाऊल के चाचा ने कहा मुझे बता कि शमूएल ने तुम से क्या कहा +2479,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_016.wav,शाऊल ने अपने चाचा से कहा उसने हमें निश्चय करके बताया कि गदहियाँ मिल गईं परन्तु जो बात शमूएल ने राज्य के विषय में कही थी वह उसने उसको न बताई +2480,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_017.wav,तब शमूएल ने प्रजा के लोगों को मिस्पा में यहोवा के पास बुलवाया +2481,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_018.wav,तब उसने इस्राएलियों से कहा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है मैं तो इस्राएल को मिस्र देश से निकाल लाया और तुम को मिस्रियों के हाथ से और उन सब राज्यों के हाथ से जो तुम पर अंधेर करते थे छुड़ाया है +2482,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_019.wav,परन्तु तुम ने आज अपने परमेश्वर को जो सब विपत्तियों और कष्टों से तुम्हारा छुड़ानेवाला है तुच्छ जाना और उससे कहा है हम पर राजा नियुक्त कर दे इसलिए अब तुम गोत्रगोत्र और हजारहजार करके यहोवा के सामने खड़े हो जाओ +2483,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_020.wav,तब शमूएल सारे इस्राएली गोत्रों को समीप लाया और चिट्ठी बिन्यामीन के नाम पर निकली +2484,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_021.wav,तब वह बिन्यामीन के गोत्र को कुलकुल करके समीप लाया और चिट्ठी मत्री के कुल के नाम पर निकली फिर चिट्ठी कीश के पुत्र शाऊल के नाम पर निकली और जब वह ढूँढ़ा गया तब न मिला +2485,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_022.wav,तब उन्होंने फिर यहोवा से पूछा क्या यहाँ कोई और आनेवाला है यहोवा ने कहा सुनो वह सामान के बीच में छिपा हुआ है +2486,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_023.wav,तब वे दौड़कर उसे वहाँ से लाए और वह लोगों के बीच में खड़ा हुआ और वह कंधे से सिर तक सब लोगों से लम्बा था +2487,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_024.wav,शमूएल ने सब लोगों से कहा क्या तुम ने यहोवा के चुने हुए को देखा है कि सारे लोगों में कोई उसके बराबर नहीं तब सब लोग ललकार के बोल उठे राजा चिरंजीव रहे +2488,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_025.wav,तब शमूएल ने लोगों से राजनीति का वर्णन किया और उसे पुस्तक में लिखकर यहोवा के आगे रख दिया और शमूएल ने सब लोगों को अपनेअपने घर जाने को विदा किया +2489,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_026.wav,और शाऊल गिबा को अपने घर चला गया और उसके साथ एक दल भी गया जिनके मन को परमेश्वर ने उभारा था +2490,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_010_027.wav,परन्तु कई लुच्चे लोगों ने कहा यह जन हमारा क्या उद्धार करेगा और उन्होंने उसको तुच्छ जाना और उसके पास भेंट न लाए तो भी वह सुनी अनसुनी करके चुप रहा +2491,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_001.wav,तब अम्मोनी नाहाश ने चढ़ाई करके गिलाद के याबेश के विरुद्ध छावनी डाली और याबेश के सब पुरुषों ने नाहाश से कहा हम से वाचा बाँध और हम तेरी अधीनता मान लेंगे +2492,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_002.wav,अम्मोनी नाहाश ने उनसे कहा मैं तुम से वाचा इस शर्त पर बाँधूँगा कि मैं तुम सभी की दाहिनी आँखें फोड़कर इसे सारे इस्राएल की नामधराई का कारण कर दूँ +2493,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_003.wav,याबेश के वृद्ध लोगों ने उससे कहा हमें सात दिन का अवसर दे तब तक हम इस्राएल के सारे देश में दूत भेजेंगे और यदि हमको कोई बचानेवाला न मिलेगा तो हम तेरे ही पास निकल आएँगे +2494,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_004.wav,दूतों ने शाऊलवाले गिबा में आकर लोगों को यह सन्देश सुनाया और सब लोग चिल्ला चिल्लाकर रोने लगे +2495,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_005.wav,शाऊल बैलों के पीछेपीछे मैदान से चला आता था और शाऊल ने पूछा लोगों को क्या हुआ कि वे रोते हैं उन्होंने याबेश के लोगों का सन्देश उसे सुनाया +2496,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_006.wav,यह सन्देश सुनते ही शाऊल पर परमेश्वर का आत्मा बल से उतरा और उसका कोप बहुत भड़क उठा +2497,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_007.wav,और उसने एक जोड़ी बैल लेकर उसके टुकड़ेटुकड़े काटे और यह कहकर दूतों के हाथ से इस्राएल के सारे देश में कहला भेजा जो कोई आकर शाऊल और शमूएल के पीछे न हो लेगा उसके बैलों से ऐसा ही किया जाएगा तब यहोवा का भय लोगों में ऐसा समाया कि वे एक मन होकर निकल आए +2498,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_008.wav,तब उसने उन्हें बेजेक में गिन लिया और इस्राएलियों के तीन लाख और यहूदियों के तीस हजार ठहरे +2499,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_009.wav,और उन्होंने उन दूतों से जो आए थे कहा तुम गिलाद में के याबेश के लोगों से यह कहो कल धूप तेज होने की घड़ी तक तुम छुटकारा पाओगे तब दूतों ने जाकर याबेश के लोगों को सन्देश दिया और वे आनन्दित हुए +2500,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_010.wav,तब याबेश के लोगों ने नाहाश से कहा कल हम तुम्हारे पास निकल आएँगे और जो कुछ तुम को अच्छा लगे वही हम से करना +2501,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_011.wav,दूसरे दिन शाऊल ने लोगों के तीन दल किए और उन्होंने रात के अन्तिम पहर में छावनी के बीच में आकर अम्मोनियों को मारा और धूप के कड़े होने के समय तक ऐसे मारते रहे कि जो बच निकले वे यहाँ तक तितरबितर हुए कि दो जन भी एक संग कहीं न रहे +2502,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_012.wav,तब लोग शमूएल से कहने लगे जिन मनुष्यों ने कहा था क्या शाऊल हम पर राज्य करेगा उनको लाओ कि हम उन्हें मार डालें +2503,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_013.wav,शाऊल ने कहा आज के दिन कोई मार डाला न जाएगा क्योंकि आज यहोवा ने इस्राएलियों को छुटकारा दिया है +2504,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_014.wav,तब शमूएल ने इस्राएलियों से कहा आओ हम गिलगाल को चलें और वहाँ राज्य को नये सिरे से स्थापित करें +2505,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_011_015.wav,तब सब लोग गिलगाल को चले और वहाँ उन्होंने गिलगाल में यहोवा के सामने शाऊल को राजा बनाया और वहीं उन्होंने यहोवा को मेलबलि चढ़ाए और वहीं शाऊल और सब इस्राएली लोगों ने अत्यन्त आनन्द मनाया +2506,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_001.wav,तब शमूएल ने सारे इस्राएलियों से कहा सुनो जो कुछ तुम ने मुझसे कहा था उसे मानकर मैंने एक राजा तुम्हारे ऊपर ठहराया है +2507,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_002.wav,और अब देखो वह राजा तुम्हारे आगेआगे चलता है और अब मैं बूढ़ा हूँ और मेरे बाल सफेद हो गए हैं और मेरे पुत्र तुम्हारे पास हैं और मैं लड़कपन से लेकर आज तक तुम्हारे सामने काम करता रहा हूँ +2508,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_003.wav,मैं उपस्थित हूँ इसलिए तुम यहोवा के सामने और उसके अभिषिक्त के सामने मुझ पर साक्षी दो कि मैंने किसका बैल ले लिया या किसका गदहा ले लिया या किस पर अंधेर किया या किसको पीसा या किसके हाथ से अपनी आँखें बन्द करने के लिये घूस लिया बताओ और मैं वह तुम को फेर दूँगा +2509,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_004.wav,वे बोले तूने न तो हम पर अंधेर किया न हमें पीसा और न किसी के हाथ से कुछ लिया है +2510,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_005.wav,उसने उनसे कहा आज के दिन यहोवा तुम्हारा साक्षी और उसका अभिषिक्त इस बात का साक्षी है कि मेरे यहाँ कुछ नहीं निकला वे बोले हाँ वह साक्षी है +2511,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_006.wav,फिर शमूएल लोगों से कहने लगा जो मूसा और हारून को ठहराकर तुम्हारे पूर्वजों को मिस्र देश से निकाल लाया वह यहोवा ही है +2512,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_007.wav,इसलिए अब तुम खड़े रहो और मैं यहोवा के सामने उसके सब धार्मिकता के कामों के विषय में जिन्हें उसने तुम्हारे साथ और तुम्हारे पूर्वजों के साथ किया है तुम्हारे साथ विचार करूँगा +2513,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_008.wav,याकूब मिस्र में गया और तुम्हारे पूर्वजों ने यहोवा की दुहाई दी तब यहोवा ने मूसा और हारून को भेजा और उन्होंने तुम्हारे पूर्वजों को मिस्र से निकाला और इस स्थान में बसाया +2514,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_009.wav,फिर जब वे अपने परमेश्वर यहोवा को भूल गए तब उसने उन्हें हासोर के सेनापति सीसरा और पलिश्तियों और मोआब के राजा के अधीन कर दिया और वे उनसे लड़े +2515,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_010.wav,तब उन्होंने यहोवा की दुहाई देकर कहा हमने यहोवा को त्याग कर और बाल देवताओं और अश्तोरेत देवियों की उपासना करके महापाप किया है परन्तु अब तू हमको हमारे शत्रुओं के हाथ से छुड़ा तो हम तेरी उपासना करेंगे +2516,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_011.wav,इसलिए यहोवा ने यरूब्बाल बदान यिप्तह और शमूएल को भेजकर तुम को तुम्हारे चारों ओर के शत्रुओं के हाथ से छुड़ाया और तुम निडर रहने लगे +2517,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_012.wav,और जब तुम ने देखा कि अम्मोनियों का राजा नाहाश हम पर चढ़ाई करता है तब यद्यपि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारा राजा था तो भी तुम ने मुझसे कहा नहीं हम पर एक राजा राज्य करेगा +2518,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_013.wav,अब उस राजा को देखो जिसे तुम ने चुन लिया और जिसके लिये तुम ने प्रार्थना की थी देखो यहोवा ने एक राजा तुम्हारे ऊपर नियुक्त कर दिया है +2519,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_014.wav,यदि तुम यहोवा का भय मानते उसकी उपासना करते और उसकी बात सुनते रहो और यहोवा की आज्ञा को टालकर उससे बलवा न करो और तुम और वह जो तुम पर राजा हुआ है दोनों अपने परमेश्वर यहोवा के पीछेपीछे चलनेवाले बने रहो तब तो भला होगा +2520,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_015.wav,परन्तु यदि तुम यहोवा की बात न मानो और यहोवा की आज्ञा को टालकर उससे बलवा करो तो यहोवा का हाथ जैसे तुम्हारे पुरखाओं के विरुद्ध हुआ वैसे ही तुम्हारे भी विरुद्ध उठेगा +2521,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_016.wav,इसलिए अब तुम खड़े रहो और इस बड़े काम को देखो जिसे यहोवा तुम्हारी आँखों के सामने करने पर है +2522,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_017.wav,आज क्या गेहूँ की कटनी नहीं हो रही मैं यहोवा को पुकारूँगा और वह मेघ गरजाएगा और मेंह बरसाएगा तब तुम जान लोगे और देख भी लोगे कि तुम ने राजा माँगकर यहोवा की दृष्टि में बहुत बड़ी बुराई की है +2523,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_018.wav,तब शमूएल ने यहोवा को पुकारा और यहोवा ने उसी दिन मेघ गरजाया और मेंह बरसाया और सब लोग यहोवा से और शमूएल से अत्यन्त डर गए +2524,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_019.wav,और सब लोगों ने शमूएल से कहा अपने दासों के निमित्त अपने परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कर कि हम मर न जाएँ क्योंकि हमने अपने सारे पापों से बढ़कर यह बुराई की है कि राजा माँगा है +2525,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_020.wav,शमूएल ने लोगों से कहा डरो मत तुम ने यह सब बुराई तो की है परन्तु अब यहोवा के पीछे चलने से फिर मत मुड़ना परन्तु अपने सम्पूर्ण मन से उसकी उपासना करना +2526,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_021.wav,और मत मुड़ना नहीं तो ऐसी व्यर्थ वस्तुओं के पीछे चलने लगोगे जिनसे न कुछ लाभ पहुँचेगा और न कुछ छुटकारा हो सकता है क्योंकि वे सब व्यर्थ ही हैं +2527,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_022.wav,यहोवा तो अपने बड़े नाम के कारण अपनी प्रजा को न तजेगा क्योंकि यहोवा ने तुम्हें अपनी ही इच्छा से अपनी प्रजा बनाया है +2528,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_023.wav,फिर यह मुझसे दूर हो कि मैं तुम्हारे लिये प्रार्थना करना छोड़कर यहोवा के विरुद्ध पापी ठहरूँ मैं तो तुम्हें अच्छा और सीधा मार्ग दिखाता रहूँगा +2529,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_024.wav,केवल इतना हो कि तुम लोग यहोवा का भय मानो और सच्चाई से अपने सम्पूर्ण मन के साथ उसकी उपासना करो क्योंकि यह तो सोचो कि उसने तुम्हारे लिये कैसे बड़ेबड़े काम किए हैं +2530,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_012_025.wav,परन्तु यदि तुम बुराई करते ही रहोगे तो तुम और तुम्हारा राजा दोनों के दोनों मिट जाओगे +2531,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_001.wav,शाऊल तीस वर्ष का होकर राज्य करने लगा और उसने इस्राएलियों पर दो वर्ष तक राज्य किया +2532,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_002.wav,फिर शाऊल ने इस्राएलियों में से तीन हजार पुरुषों को अपने लिये चुन लिया और उनमें से दो हजार शाऊल के साथ मिकमाश में और बेतेल के पहाड़ पर रहे और एक हजार योन��तान के साथ बिन्यामीन के गिबा में रहे और दूसरे सब लोगों को उसने अपनेअपने डेरे में जाने को विदा किया +2533,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_003.wav,तब योनातान ने पलिश्तियों की उस चौकी को जो गेबा में थी मार लिया और इसका समाचार पलिश्तियों के कानों में पड़ा तब शाऊल ने सारे देश में नरसिंगा फुँकवाकर यह कहला भेजा इब्री लोग सुनें +2534,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_004.wav,और सब इस्राएलियों ने यह समाचार सुना कि शाऊल ने पलिश्तियों की चौकी को मारा है और यह भी कि पलिश्ती इस्राएल से घृणा करने लगे हैं तब लोग शाऊल के पीछे चलकर गिलगाल में इकट्ठे हो गए +2535,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_005.wav,पलिश्ती इस्राएल से युद्ध करने के लिये इकट्ठे हो गए अर्थात् तीस हजार रथ और छः हजार सवार और समुद्र तट के रेतकणों के समान बहुत से लोग इकट्ठे हुए और बेतावेन के पूर्व की ओर जाकर मिकमाश में छावनी डाली +2536,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_006.wav,जब इस्राएली पुरुषों ने देखा कि हम सकेती में पड़े हैं और सचमुच लोग संकट में पड़े थे तब वे लोग गुफाओं झाड़ियों चट्टानों गढ़ियों और गड्ढों में जा छिपे +2537,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_007.wav,और कितने इब्री यरदन पार होकर गाद और गिलाद के देशों में चले गए परन्तु शाऊल गिलगाल ही में रहा और सब लोग थरथराते हुए उसके पीछे हो लिए +2538,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_008.wav,वह शमूएल के ठहराए हुए समय अर्थात् सात दिन तक बाट जोहता रहा परन्तु शमूएल गिलगाल में न आया और लोग उसके पास से इधरउधर होने लगे +2539,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_009.wav,तब शाऊल ने कहा होमबलि और मेलबलि मेरे पास लाओ तब उसने होमबलि को चढ़ाया +2540,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_010.wav,जैसे ही वह होमबलि को चढ़ा चुका तो क्या देखता है कि शमूएल आ पहुँचा और शाऊल उससे मिलने और नमस्कार करने को निकला +2541,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_011.wav,शमूएल ने पूछा तूने क्या किया शाऊल ने कहा जब मैंने देखा कि लोग मेरे पास से इधरउधर हो चले हैं और तू ठहराए हुए दिनों के भीतर नहीं आया और पलिश्ती मिकमाश में इकट्ठे हुए हैं +2542,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_012.wav,तब मैंने सोचा कि पलिश्ती गिलगाल में मुझ पर अभी आ पड़ेंगे और मैंने यहोवा से विनती भी नहीं की है अतः मैंने अपनी इच्छा न रहते भी होमबलि चढ़ाया +2543,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_013.wav,शमूएल ने शाऊल से कहा तूने मूर्खता का काम किया है तूने अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा को नहीं माना नहीं तो यहोवा तेरा राज्य इस्राएलियों के ऊपर सदा स्थिर रखता +2544,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_014.wav,परन्तु अब तेरा राज्य बना न रहेगा यहोवा ने अपने लिये एक ऐसे पुरुष को ढूँढ़ लिया है जो ��सके मन के अनुसार है और यहोवा ने उसी को अपनी प्रजा पर प्रधान होने को ठहराया है क्योंकि तूने यहोवा की आज्ञा को नहीं माना +2545,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_015.wav,तब शमूएल चल निकला और गिलगाल से बिन्यामीन के गिबा को गया और शाऊल ने अपने साथ के लोगों को गिनकर कोई छः सौ पाए +2546,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_016.wav,और शाऊल और उसका पुत्र योनातान और जो लोग उनके साथ थे वे बिन्यामीन के गेबा में रहे और पलिश्ती मिकमाश में डेरे डाले पड़े रहे +2547,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_017.wav,और पलिश्तियों की छावनी से आक्रमण करनेवाले तीन दल बाँधकर निकले एक दल ने शूआल नामक देश की ओर फिरके ओप्रा का मार्ग लिया +2548,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_018.wav,एक और दल ने मुड़कर बेथोरोन का मार्ग लिया और एक और दल ने मुड़कर उस देश का मार्ग लिया जो सबोईम नामक तराई की ओर जंगल की तरफ है +2549,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_019.wav,इस्राएल के पूरे देश में लोहार कहीं नहीं मिलता था क्योंकि पलिश्तियों ने कहा था इब्री तलवार या भाला बनाने न पाएँ +2550,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_020.wav,इसलिए सब इस्राएली अपनेअपने हल की फाल और भाले और कुल्हाड़ी और हँसुआ तेज करने के लिये पलिश्तियों के पास जाते थे +2551,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_021.wav,परन्तु उनके हँसुओं फालों खेती के त्रिशूलों और कुल्हाड़ियों की धारें और पैनों की नोकें ठीक करने के लिये वे रेती रखते थे +2552,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_022.wav,इसलिए युद्ध के दिन शाऊल और योनातान के साथियों में से किसी के पास न तो तलवार थी और न भाला वे केवल शाऊल और उसके पुत्र योनातान के पास थे +2553,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_013_023.wav,और पलिश्तियों की चौकी के सिपाही निकलकर मिकमाश की घाटी को गए +2554,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_001.wav,एक दिन शाऊल के पुत्र योनातान ने अपने पिता से बिना कुछ कहे अपने हथियार ढोनेवाले जवान से कहा आ हम उधर पलिश्तियों की चौकी के पास चलें +2555,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_002.wav,शाऊल तो गिबा की सीमा पर मिग्रोन में अनार के पेड़ के तले टिका हुआ था और उसके संग के लोग कोई छः सौ थे +2556,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_003.wav,और एली जो शीलो में यहोवा का याजक था उसके पुत्र पीनहास का पोता और ईकाबोद के भाई अहीतूब का पुत्र अहिय्याह भी एपोद पहने हुए संग था परन्तु उन लोगों को मालूम न था कि योनातान चला गया है +2557,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_004.wav,उन घाटियों के बीच में जिनसे होकर योनातान पलिश्तियों की चौकी को जाना चाहता था दोनों ओर एकएक नोकीली चट्टान थी एक चट्टान का नाम बोसेस और दूसरी का नाम सेने था +2558,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_005.wav,एक चट्टान तो उत्तर की ओर मिकमाश के सामने और दूसरी दक्षिण ��ी ओर गेबा के सामने खड़ी थी +2559,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_006.wav,तब योनातान ने अपने हथियार ढोनेवाले जवान से कहा आ हम उन खतनारहित लोगों की चौकी के पास जाएँ क्या जाने यहोवा हमारी सहायता करे क्योंकि यहोवा को कोई रुकावट नहीं कि चाहे तो बहुत लोगों के द्वारा चाहे थोड़े लोगों के द्वारा छुटकारा दे +2560,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_007.wav,उसके हथियार ढोनेवाले ने उससे कहा जो कुछ तेरे मन में हो वही कर उधर चल मैं तेरी इच्छा के अनुसार तेरे संग रहूँगा +2561,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_008.wav,योनातान ने कहा सुन हम उन मनुष्यों के पास जाकर अपने को उन्हें दिखाएँ +2562,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_009.wav,यदि वे हम से यह कहें हमारे आने तक ठहरे रहो तब तो हम उसी स्थान पर खड़े रहें और उनके पास न चढ़ें +2563,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_010.wav,परन्तु यदि वे यह कहें हमारे पास चढ़ आओ तो हम यह जानकर चढ़ें कि यहोवा उन्हें हमारे हाथ में कर देगा हमारे लिये यही चिन्ह हो +2564,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_011.wav,तब उन दोनों ने अपने को पलिश्तियों की चौकी पर प्रगट किया तब पलिश्ती कहने लगे देखो इब्री लोग उन बिलों में से जहाँ वे छिपे थे निकले आते हैं +2565,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_012.wav,फिर चौकी के लोगों ने योनातान और उसके हथियार ढोनेवाले से पुकारके कहा हमारे पास चढ़ आओ तब हम तुम को कुछ सिखाएँगे तब योनातान ने अपने हथियार ढोनेवाले से कहा मेरे पीछेपीछे चढ़ आ क्योंकि यहोवा उन्हें इस्राएलियों के हाथ में कर देगा +2566,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_013.wav,और योनातान अपने हाथों और पाँवों के बल चढ़ गया और उसका हथियार ढोनेवाला भी उसके पीछेपीछे चढ़ गया पलिश्ती योनातान के सामने गिरते गए और उसका हथियार ढोनेवाला उसके पीछेपीछे उन्हें मारता गया +2567,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_014.wav,यह पहला संहार जो योनातान और उसके हथियार ढोनेवाले से हुआ उसमें आधे बीघे भूमि में बीस एक पुरुष मारे गए +2568,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_015.wav,और छावनी में और मैदान पर और उन सब लोगों में थरथराहट हुई और चौकीवाले और आक्रमण करनेवाले भी थरथराने लगे और भूकम्प भी हुआ और अत्यन्त बड़ी थरथराहट हुई +2569,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_016.wav,बिन्यामीन के गिबा में शाऊल के पहरुओं ने दृष्टि करके देखा कि वह भीड़ घटती जा रही है और वे लोग इधरउधर चले जा रहे हैं +2570,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_017.wav,तब शाऊल ने अपने साथ के लोगों से कहा अपनी गिनती करके देखो कि हमारे पास से कौन चला गया है उन्होंने गिनकर देखा कि योनातान और उसका हथियार ढोनेवाला यहाँ नहीं हैं +2571,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_018.wav,तब शाऊल ने अहिय्याह से कहा परमेश्वर का सन्दूक इधर ला उस समय तो परमेश्वर का सन्दूक इस्राएलियों के साथ था +2572,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_019.wav,शाऊल याजक से बातें कर रहा था कि पलिश्तियों की छावनी में हुल्लड़ अधिक बढ़ गया तब शाऊल ने याजक से कहा अपना हाथ खींच ले +2573,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_020.wav,तब शाऊल और उसके संग के सब लोग इकट्ठे होकर लड़ाई में गए वहाँ उन्होंने क्या देखा कि एकएक पुरुष की तलवार अपनेअपने साथी पर चल रही है और बहुत बड़ा कोलाहल मच रहा है +2574,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_021.wav,जो इब्री पहले पलिश्तियों की ओर थे और उनके साथ चारों ओर से छावनी में गए थे वे भी शाऊल और योनातान के संग के इस्राएलियों में मिल गए +2575,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_022.wav,इसी प्रकार जितने इस्राएली पुरुष एप्रैम के पहाड़ी देश में छिप गए थे वे भी यह सुनकर कि पलिश्ती भागे जाते हैं लड़ाई में आकर उनका पीछा करने में लग गए +2576,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_023.wav,तब यहोवा ने उस दिन इस्राएलियों को छुटकारा दिया और लड़नेवाले बेतावेन की परली ओर तक चले गए +2577,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_024.wav,परन्तु इस्राएली पुरुष उस दिन तंग हुए क्योंकि शाऊल ने उन लोगों को शपथ धराकर कहा श्रापित हो वह जो साँझ से पहले कुछ खाए इसी रीति मैं अपने शत्रुओं से बदला ले सकूँगा अतः उन लोगों में से किसी ने कुछ भी भोजन न किया +2578,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_025.wav,और सब लोग किसी वन में पहुँचे जहाँ भूमि पर मधु पड़ा हुआ था +2579,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_026.wav,जब लोग वन में आए तब क्या देखा कि मधु टपक रहा है तो भी शपथ के डर के मारे कोई अपना हाथ अपने मुँह तक न ले गया +2580,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_027.wav,परन्तु योनातान ने अपने पिता को लोगों को शपथ धराते न सुना था इसलिए उसने अपने हाथ की छड़ी की नोक बढ़ाकर मधु के छत्ते में डुबाया और अपना हाथ अपने मुँह तक ले गया तब उसकी आँखों में ज्योति आई +2581,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_028.wav,तब लोगों में से एक मनुष्य ने कहा तेरे पिता ने लोगों को कड़ी शपथ धरा के कहा है श्रापित हो वह जो आज कुछ खाए और लोग थकेमाँदे थे +2582,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_029.wav,योनातान ने कहा मेरे पिता ने लोगों को कष्ट दिया है देखो मैंने इस मधु को थोड़ा सा चखा और मेरी आँखें कैसी चमक उठी हैं +2583,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_030.wav,यदि आज लोग अपने शत्रुओं की लूट से जिसे उन्होंने पाया मनमाना खाते तो कितना अच्छा होता अभी तो बहुत अधिक पलिश्ती मारे नहीं गए +2584,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_031.wav,उस दिन वे मिकमाश से लेकर अय्यालोन तक पलिश्तियों को मारते गए और लोग बहुत ही थक गए +2585,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_032.wav,इसलिए वे लूट पर टूटे और भेड़बकरी और गायबैल और बछड़े ���ेकर भूमि पर मारकर उनका माँस लहू समेत खाने लगे +2586,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_033.wav,जब इसका समाचार शाऊल को मिला कि लोग लहू समेत माँस खाकर यहोवा के विरुद्ध पाप करते हैं तब उसने उनसे कहा तुम ने तो विश्वासघात किया है अभी एक बड़ा पत्थर मेरे पास लुढ़का दो +2587,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_034.wav,फिर शाऊल ने कहा लोगों के बीच में इधरउधर फिरके उनसे कहो अपनाअपना बैल और भेड़ शाऊल के पास ले जाओ और वहीं बलि करके खाओ और लहू समेत खाकर यहोवा के विरुद्ध पाप न करो तब सब लोगों ने उसी रात अपनाअपना बैल ले जाकर वहीं बलि किया +2588,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_035.wav,तब शाऊल ने यहोवा के लिये एक वेदी बनवाई वह तो पहली वेदी है जो उसने यहोवा के लिये बनवाई +2589,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_036.wav,फिर शाऊल ने कहा हम इसी रात को ही पलिश्तियों का पीछा करके उन्हें भोर तक लूटते रहें और उनमें से एक मनुष्य को भी जीवित न छोड़ें उन्होंने कहा जो कुछ तुझे अच्छा लगे वही कर परन्तु याजक ने कहा हम यहीं परमेश्वर के समीप आएँ +2590,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_037.wav,तब शाऊल ने परमेश्वर से पूछा क्या मैं पलिश्तियों का पीछा करूँ क्या तू उन्हें इस्राएल के हाथ में कर देगा परन्तु उसे उस दिन कुछ उत्तर न मिला +2591,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_038.wav,तब शाऊल ने कहा हे प्रजा के मुख्य लोगों इधर आकर जानो और देखो कि आज पाप किस प्रकार से हुआ है +2592,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_039.wav,क्योंकि इस्राएल के छुड़ानेवाले यहोवा के जीवन की शपथ यदि वह पाप मेरे पुत्र योनातान से हुआ हो तो भी निश्चय वह मार डाला जाएगा परन्तु लोगों में से किसी ने उसे उत्तर न दिया +2593,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_040.wav,तब उसने सारे इस्राएलियों से कहा तुम एक ओर रहो और मैं और मेरा पुत्र योनातान दूसरी ओर रहेंगे लोगों ने शाऊल से कहा जो कुछ तुझे अच्छा लगे वही कर +2594,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_041.wav,तब शाऊल ने यहोवा से कहा हे इस्राएल के परमेश्वर सत्य बात बता तब चिट्ठी योनातान और शाऊल के नाम पर निकली और प्रजा बच गई +2595,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_042.wav,फिर शाऊल ने कहा मेरे और मेरे पुत्र योनातान के नाम पर चिट्ठी डालो तब चिट्ठी योनातान के नाम पर निकली +2596,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_043.wav,तब शाऊल ने योनातान से कहा मुझे बता कि तूने क्या किया है योनातान ने बताया और उससे कहा मैंने अपने हाथ की छड़ी की नोक से थोड़ा सा मधु चख तो लिया था और देख मुझे मरना है +2597,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_044.wav,शाऊल ने कहा परमेश्वर ऐसा ही करे वरन् इससे भी अधिक करे हे योनातान तू निश्चय मारा जाएगा +2598,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_045.wav,परन्तु लोगों ने शाऊल से कहा क्या ���ोनातान मारा जाए जिसने इस्राएलियों का ऐसा बड़ा छुटकारा किया है ऐसा न होगा यहोवा के जीवन की शपथ उसके सिर का एक बाल भी भूमि पर गिरने न पाएगा क्योंकि आज के दिन उसने परमेश्वर के साथ होकर काम किया है तब प्रजा के लोगों ने योनातान को बचा लिया और वह मारा न गया +2599,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_046.wav,तब शाऊल पलिश्तियों का पीछा छोड़कर लौट गया और पलिश्ती भी अपने स्थान को चले गए +2600,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_047.wav,जब शाऊल इस्राएलियों के राज्य में स्थिर हो गया तब वह मोआबी अम्मोनी एदोमी और पलिश्ती अपने चारों ओर के सब शत्रुओं से और सोबा के राजाओं से लड़ा और जहाँजहाँ वह जाता वहाँ जय पाता था +2601,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_048.wav,फिर उसने वीरता करके अमालेकियों को जीता और इस्राएलियों को लूटनेवालों के हाथ से छुड़ाया +2602,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_049.wav,शाऊल के पुत्र योनातान यिश्वी और मल्कीशूअ थे और उसकी दो बेटियों के नाम ये थे बड़ी का नाम तो मेरब और छोटी का नाम मीकल था +2603,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_050.wav,और शाऊल की स्त्री का नाम अहीनोअम था जो अहीमास की बेटी थी उसके प्रधान सेनापति का नाम अब्नेर था जो शाऊल के चाचा नेर का पुत्र था +2604,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_051.wav,शाऊल का पिता कीश था और अब्नेर का पिता नेर अबीएल का पुत्र था +2605,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_014_052.wav,शाऊल जीवन भर पलिश्तियों से संग्राम करता रहा जब जब शाऊल को कोई वीर या अच्छा योद्धा दिखाई पड़ा तबतब उसने उसे अपने पास रख लिया +2606,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_001.wav,शमूएल ने शाऊल से कहा यहोवा ने अपनी प्रजा इस्राएल पर राज्य करने के लिये तेरा अभिषेक करने को मुझे भेजा था इसलिए अब यहोवा की बातें सुन ले +2607,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_002.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है मुझे स्मरण आता है कि अमालेकियों ने इस्राएलियों से क्या किया जब इस्राएली मिस्र से आ रहे थे तब उन्होंने मार्ग में उनका सामना किया +2608,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_003.wav,इसलिए अब तू जाकर अमालेकियों को मार और जो कुछ उनका है उसे बिना कोमलता किए सत्यानाश कर क्या पुरुष क्या स्त्री क्या बच्चा क्या दूध पीता क्या गायबैल क्या भेड़बकरी क्या ऊँट क्या गदहा सब को मार डाल +2609,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_004.wav,तब शाऊल ने लोगों को बुलाकर इकट्ठा किया और उन्हें तलाईम में गिना और वे दो लाख प्यादे और दस हजार यहूदी पुरुष थे +2610,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_005.wav,तब शाऊल ने अमालेक नगर के पास जाकर एक घाटी में घातकों को बैठाया +2611,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_006.wav,और शाऊल ने केनियों से कहा वहाँ से हटो अमालेकियों के मध्य में से निकल जाओ कहीं ऐसा न ह��� कि मैं उनके साथ तुम्हारा भी अन्त कर डालूँ क्योंकि तुम ने सब इस्राएलियों पर उनके मिस्र से आते समय प्रीति दिखाई थी और केनी अमालेकियों के मध्य में से निकल गए +2612,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_007.wav,तब शाऊल ने हवीला से लेकर शूर तक जो मिस्र के पूर्व में है अमालेकियों को मारा +2613,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_008.wav,और उनके राजा अगाग को जीवित पकड़ा और उसकी सब प्रजा को तलवार से नष्ट कर डाला +2614,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_009.wav,परन्तु अगाग पर और अच्छी से अच्छी भेड़बकरियों गायबैलों मोटे पशुओं और मेम्नों और जो कुछ अच्छा था उन पर शाऊल और उसकी प्रजा ने कोमलता की और उन्हें नष्ट करना न चाहा परन्तु जो कुछ तुच्छ और निकम्मा था उसका उन्होंने सत्यानाश किया +2615,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_010.wav,तब यहोवा का यह वचन शमूएल के पास पहुँचा +2616,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_011.wav,मैं शाऊल को राजा बना के पछताता हूँ क्योंकि उसने मेरे पीछे चलना छोड़ दिया और मेरी आज्ञाओं का पालन नहीं किया तब शमूएल का क्रोध भड़का और वह रात भर यहोवा की दुहाई देता रहा +2617,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_012.wav,जब शमूएल शाऊल से भेंट करने के लिये सवेरे उठा तब शमूएल को यह बताया गया शाऊल कर्मेल को आया था और अपने लिये एक स्मारक खड़ा किया और घूमकर गिलगाल को चला गया है +2618,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_013.wav,तब शमूएल शाऊल के पास गया और शाऊल ने उससे कहा तुझे यहोवा की ओर से आशीष मिले मैंने यहोवा की आज्ञा पूरी की है +2619,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_014.wav,शमूएल ने कहा फिर भेड़बकरियों का यह मिमियाना और गायबैलों का यह रम्भाना जो मुझे सुनाई देता है यह क्यों हो रहा है +2620,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_015.wav,शाऊल ने कहा वे तो अमालेकियों के यहाँ से आए हैं अर्थात् प्रजा के लोगों ने अच्छी से अच्छी भेड़बकरियों और गायबैलों को तेरे परमेश्वर यहोवा के लिये बलि करने को छोड़ दिया है और बाकी सब का तो हमने सत्यानाश कर दिया है +2621,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_016.wav,तब शमूएल ने शाऊल से कहा ठहर जा और जो बात यहोवा ने आज रात को मुझसे कही है वह मैं तुझको बताता हूँ उसने कहा कह दे +2622,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_017.wav,शमूएल ने कहा जब तू अपनी दृष्टि में छोटा था तब क्या तू इस्राएली गोत्रों का प्रधान न हो गया और क्या यहोवा ने इस्राएल पर राज्य करने को तेरा अभिषेक नहीं किया +2623,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_018.wav,और यहोवा ने तुझे एक विशेष कार्य करने को भेजा और कहा जाकर उन पापी अमालेकियों का सत्यानाश कर और जब तक वे मिट न जाएँ तब तक उनसे लड़ता रह +2624,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_019.wav,फिर तूने किस लिये यहोवा की यह बात टालकर लूट पर टू�� के वह काम किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है +2625,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_020.wav,शाऊल ने शमूएल से कहा निःसन्देह मैंने यहोवा की बात मानकर जिधर यहोवा ने मुझे भेजा उधर चला और अमालेकियों के राजा को ले आया हूँ और अमालेकियों का सत्यानाश किया है +2626,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_021.wav,परन्तु प्रजा के लोग लूट में से भेड़बकरियों और गायबैलों अर्थात् नष्ट होने की उत्तमउत्तम वस्तुओं को गिलगाल में तेरे परमेश्वर यहोवा के लिये बलि चढ़ाने को ले आए हैं +2627,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_022.wav,शमूएल ने कहा क्या यहोवा होमबलियों और मेलबलियों से उतना प्रसन्न होता है जितना कि अपनी बात के माने जाने से प्रसन्न होता है सुन मानना तो बलि चढ़ाने से और कान लगाना मेढ़ों की चर्बी से उत्तम है +2628,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_023.wav,देख बलवा करना और भावी कहनेवालों से पूछना एक ही समान पाप है और हठ करना मूरतों और गृहदेवताओं की पूजा के तुल्य है तूने जो यहोवा की बात को तुच्छ जाना इसलिए उसने तुझे राजा होने के लिये तुच्छ जाना है +2629,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_024.wav,शाऊल ने शमूएल से कहा मैंने पाप किया है मैंने तो अपनी प्रजा के लोगों का भय मानकर और उनकी बात सुनकर यहोवा की आज्ञा और तेरी बातों का उल्लंघन किया है +2630,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_025.wav,परन्तु अब मेरे पाप को क्षमा कर और मेरे साथ लौट आ कि मैं यहोवा को दण्डवत् करूँ +2631,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_026.wav,शमूएल ने शाऊल से कहा मैं तेरे साथ न लौटूँगा क्योंकि तूने यहोवा की बात को तुच्छ जाना है और यहोवा ने तुझे इस्राएल का राजा होने के लिये तुच्छ जाना है +2632,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_027.wav,तब शमूएल जाने के लिये घूमा और शाऊल ने उसके बागे की छोर को पकड़ा और वह फट गया +2633,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_028.wav,तब शमूएल ने उससे कहा आज यहोवा ने इस्राएल के राज्य को फाड़कर तुझ से छीन लिया और तेरे एक पड़ोसी को जो तुझ से अच्छा है दे दिया है +2634,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_029.wav,और जो इस्राएल का बलमूल है वह न तो झूठ बोलता और न पछताता है क्योंकि वह मनुष्य नहीं है कि पछताए +2635,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_030.wav,उसने कहा मैंने पाप तो किया है तो भी मेरी प्रजा के पुरनियों और इस्राएल के सामने मेरा आदर कर और मेरे साथ लौट कि मैं तेरे परमेश्वर यहोवा को दण्डवत् करूँ +2636,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_031.wav,तब शमूएल लौटकर शाऊल के पीछे गया और शाऊल ने यहोवा को दण्डवत् की +2637,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_032.wav,तब शमूएल ने कहा अमालेकियों के राजा अगाग को मेरे पास ले आओ तब अगाग आनन्द के साथ यह कहता हुआ उसके पास गया निश्चय मृत्यु का दुःख जाता रहा +2638,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_033.wav,शमूएल ने कहा जैसे स्त्रियाँ तेरी तलवार से निर्वंश हुई हैं वैसे ही तेरी माता स्त्रियों में निर्वंश होगी तब शमूएल ने अगाग को गिलगाल में यहोवा के सामने टुकड़ेटुकड़े किया +2639,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_034.wav,तब शमूएल रामाह को चला गया और शाऊल अपने नगर गिबा को अपने घर गया +2640,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_015_035.wav,और शमूएल ने अपने जीवन भर शाऊल से फिर भेंट न की क्योंकि शमूएल शाऊल के लिये विलाप करता रहा और यहोवा शाऊल को इस्राएल का राजा बनाकर पछताता था +2641,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_001.wav,यहोवा ने शमूएल से कहा मैंने शाऊल को इस्राएल पर राज्य करने के लिये तुच्छ जाना है तू कब तक उसके विषय विलाप करता रहेगा अपने सींग में तेल भरकर चल मैं तुझको बैतलहमवासी यिशै के पास भेजता हूँ क्योंकि मैंने उसके पुत्रों में से एक को राजा होने के लिये चुना है +2642,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_002.wav,शमूएल बोला मैं कैसे जा सकता हूँ यदि शाऊल सुन लेगा तो मुझे घात करेगा यहोवा ने कहा एक बछिया साथ ले जाकर कहना मैं यहोवा के लिये यज्ञ करने को आया हूँ +2643,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_003.wav,और यज्ञ पर यिशै को न्योता देना तब मैं तुझे बता दूँगा कि तुझको क्या करना है और जिसको मैं तुझे बताऊँ उसी का मेरी ओर से अभिषेक करना +2644,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_004.wav,तब शमूएल ने यहोवा के कहने के अनुसार किया और बैतलहम को गया उस नगर के पुरनिये थरथराते हुए उससे मिलने को गए और कहने लगे क्या तू मित्रभाव से आया है कि नहीं +2645,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_005.wav,उसने कहा हाँ मित्रभाव से आया हूँ मैं यहोवा के लिये यज्ञ करने को आया हूँ तुम अपनेअपने को पवित्र करके मेरे साथ यज्ञ में आओ तब उसने यिशै और उसके पुत्रों को पवित्र करके यज्ञ में आने का न्योता दिया +2646,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_006.wav,जब वे आए तब उसने एलीआब पर दृष्टि करके सोचा निश्चय यह जो यहोवा के सामने है वही उसका अभिषिक्त होगा +2647,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_007.wav,परन्तु यहोवा ने शमूएल से कहा न तो उसके रूप पर दृष्टि कर और न उसके कद की ऊँचाई पर क्योंकि मैंने उसे अयोग्‍य जाना है क्योंकि यहोवा का देखना मनुष्य का सा नहीं है मनुष्य तो बाहर का रूप देखता है परन्तु यहोवा की दृष्टि मन पर रहती है +2648,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_008.wav,तब यिशै ने अबीनादाब को बुलाकर शमूएल के सामने भेजा और उससे कहा यहोवा ने इसको भी नहीं चुना +2649,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_009.wav,फिर यिशै ने शम्मा को सामने भेजा और उसने कहा यहोवा ने इसको भी नहीं चुना +2650,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_010.wav,इस प्रकार यिशै ने अपने सात पुत्रों को शमू��ल के सामने भेजा और शमूएल यिशै से कहता गया यहोवा ने इन्हें नहीं चुना +2651,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_011.wav,तब शमूएल ने यिशै से कहा क्या सब लड़के आ गए वह बोला नहीं छोटा तो रह गया और वह भेड़बकरियों को चरा रहा है शमूएल ने यिशै से कहा उसे बुलवा भेज क्योंकि जब तक वह यहाँ न आए तब तक हम खाने को न बैठेंगे +2652,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_012.wav,तब वह उसे बुलाकर भीतर ले आया उसके तो लाली झलकती थी और उसकी आँखें सुन्दर और उसका रूप सुडौल था तब यहोवा ने कहा उठकर इसका अभिषेक कर यही है +2653,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_013.wav,तब शमूएल ने अपना तेल का सींग लेकर उसके भाइयों के मध्य में उसका अभिषेक किया और उस दिन से लेकर भविष्य को यहोवा का आत्मा दाऊद पर बल से उतरता रहा तब शमूएल उठकर रामाह को चला गया +2654,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_014.wav,यहोवा का आत्मा शाऊल पर से उठ गया और यहोवा की ओर से एक दुष्ट आत्मा उसे घबराने लगा +2655,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_015.wav,और शाऊल के कर्मचारियों ने उससे कहा सुन परमेश्वर की ओर से एक दुष्ट आत्मा तुझे घबराता है +2656,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_016.wav,हमारा प्रभु अपने कर्मचारियों को जो उपस्थित हैं आज्ञा दे कि वे किसी अच्छे वीणा बजानेवाले को ढूँढ़ ले आएँ और जब जब परमेश्वर की ओर से दुष्ट आत्मा तुझ पर चढ़े तबतब वह अपने हाथ से बजाए और तू अच्छा हो जाए +2657,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_017.wav,शाऊल ने अपने कर्मचारियों से कहा अच्छा एक उत्तम वीणावादक देखो और उसे मेरे पास लाओ +2658,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_018.wav,तब एक जवान ने उत्तर देके कहा सुन मैंने बैतलहमवासी यिशै के एक पुत्र को देखा जो वीणा बजाना जानता है और वह वीर योद्धा भी है और बात करने में बुद्धिमान और रूपवान भी है और यहोवा उसके साथ रहता है +2659,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_019.wav,तब शाऊल ने दूतों के हाथ यिशै के पास कहला भेजा अपने पुत्र दाऊद को जो भेड़बकरियों के साथ रहता है मेरे पास भेज दे +2660,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_020.wav,तब यिशै ने रोटी से लदा हुआ एक गदहा और कुप्पा भर दाखमधु और बकरी का एक बच्चा लेकर अपने पुत्र दाऊद के हाथ से शाऊल के पास भेज दिया +2661,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_021.wav,और दाऊद शाऊल के पास जाकर उसके सामने उपस्थित रहने लगा और शाऊल उससे बहुत प्रीति करने लगा और वह उसका हथियार ढोनेवाला हो गया +2662,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_022.wav,तब शाऊल ने यिशै के पास कहला भेजा दाऊद को मेरे सामने उपस्थित रहने दे क्योंकि मैं उससे बहुत प्रसन्न हूँ +2663,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_016_023.wav,और जब जब परमेश्वर की ओर से वह आत्मा शाऊल पर चढ़ता था तबतब दाऊद वीणा लेकर बजाता और शाऊल चैन पाकर अच्छा हो जाता था और वह दुष्ट आत्मा उसमें से हट जाता था +2664,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_001.wav,अब पलिश्तियों ने युद्ध के लिये अपनी सेनाओं को इकट्ठा किया और यहूदा देश के सोको में एक साथ होकर सोको और अजेका के बीच एपेसदम्मीम में डेरे डाले +2665,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_002.wav,शाऊल और इस्राएली पुरुषों ने भी इकट्ठे होकर एला नामक तराई में डेरे डाले और युद्ध के लिये पलिश्तियों के विरुद्ध पाँति बाँधी +2666,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_003.wav,पलिश्ती तो एक ओर के पहाड़ पर और इस्राएली दूसरी ओर के पहाड़ पर खड़े रहे और दोनों के बीच तराई थी +2667,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_004.wav,तब पलिश्तियों की छावनी में से गोलियत नामक एक वीर निकला जो गत नगर का था और उसकी लम्बाई छः हाथ एक बित्ता थी +2668,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_005.wav,उसके सिर पर पीतल का टोप था और वह एक पत्तर का झिलम पहने हुए था जिसका तौल पाँच हजार शेकेल पीतल का था +2669,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_006.wav,उसकी टाँगों पर पीतल के कवच थे और उसके कंधों के बीच बरछी बंधी थी +2670,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_007.wav,उसके भाले की छड़ जुलाहे के डोंगी के समान थी और उस भाले का फल छः सौ शेकेल लोहे का था और बड़ी ढाल लिए हुए एक जन उसके आगेआगे चलता था +2671,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_008.wav,वह खड़ा होकर इस्राएली पाँतियों को ललकार के बोला तुम ने यहाँ आकर लड़ाई के लिये क्यों पाँति बाँधी है क्या मैं पलिश्ती नहीं हूँ और तुम शाऊल के अधीन नहीं हो अपने में से एक पुरुष चुनो कि वह मेरे पास उतर आए +2672,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_009.wav,यदि वह मुझसे लड़कर मुझे मार सके तब तो हम तुम्हारे अधीन हो जाएँगे परन्तु यदि मैं उस पर प्रबल होकर मारूँ तो तुम को हमारे अधीन होकर हमारी सेवा करनी पड़ेगी +2673,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_010.wav,फिर वह पलिश्ती बोला मैं आज के दिन इस्राएली पाँतियों को ललकारता हूँ किसी पुरुष को मेरे पास भेजो कि हम एक दूसरे से लड़ें +2674,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_011.wav,उस पलिश्ती की इन बातों को सुनकर शाऊल और समस्त इस्राएलियों का मन कच्चा हो गया और वे अत्यन्त डर गए +2675,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_012.wav,दाऊद यहूदा के बैतलहम के उस एप्राती पुरुष का पुत्र था जिसका नाम यिशै था और उसके आठ पुत्र थे और वह पुरुष शाऊल के दिनों में बूढ़ा और निर्बल हो गया था +2676,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_013.wav,यिशै के तीन बड़े पुत्र शाऊल के पीछे होकर लड़ने को गए थे और उसके तीन पुत्रों के नाम जो लड़ने को गए थे ये थे अर्थात् ज्येष्ठ का नाम एलीआब दूसरे का अबीनादाब और तीसरे का शम्मा था +2677,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_014.wav,सबसे छोटा दाऊद था और तीनों बड़े पुत्र शाऊल के पीछे होकर गए थे +2678,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_015.wav,और दाऊद बैतलहम में अपने पिता की भेड़ बकरियाँ चराने को शाऊल के पास से आयाजाया करता था +2679,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_016.wav,वह पलिश्ती तो चालीस दिन तक सवेरे और साँझ को निकट जाकर खड़ा हुआ करता था +2680,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_017.wav,यिशै ने अपने पुत्र दाऊद से कहा यह एपा भर भुना हुआ अनाज और ये दस रोटियाँ लेकर छावनी में अपने भाइयों के पास दौड़ जा +2681,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_018.wav,और पनीर की ये दस टिकियाँ उनके सहस्त्रपति के लिये ले जा और अपने भाइयों का कुशल देखकर उनकी कोई निशानी ले आना +2682,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_019.wav,शाऊल और तेरे भाई और समस्त इस्राएली पुरुष एला नामक तराई में पलिश्तियों से लड़ रहे है +2683,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_020.wav,अतः दाऊद सवेरे उठ भेड़ बकरियों को किसी रखवाले के हाथ में छोड़कर यिशै की आज्ञा के अनुसार उन वस्तुओं को लेकर चला और जब सेना रणभूमि को जा रही और संग्राम के लिये ललकार रही थी उसी समय वह गाड़ियों के पड़ाव पर पहुँचा +2684,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_021.wav,तब इस्राएलियों और पलिश्तियों ने अपनीअपनी सेना आमनेसामने करके पाँति बाँधी +2685,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_022.wav,दाऊद अपनी सामग्री सामान के रखवाले के हाथ में छोड़कर रणभूमि को दौड़ा और अपने भाइयों के पास जाकर उनका कुशल क्षेम पूछा +2686,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_023.wav,वह उनके साथ बातें कर ही रहा था कि पलिश्तियों की पाँतियों में से वह वीर अर्थात् गतवासी गोलियत नामक वह पलिश्ती योद्धा चढ़ आया और पहले की सी बातें कहने लगा और दाऊद ने उन्हें सुना +2687,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_024.wav,उस पुरुष को देखकर सब इस्राएली अत्यन्त भय खाकर उसके सामने से भागे +2688,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_025.wav,फिर इस्राएली पुरुष कहने लगे क्या तुम ने उस पुरुष को देखा है जो चढ़ा आ रहा है निश्चय वह इस्राएलियों को ललकारने को चढ़ा आता है और जो कोई उसे मार डालेगा उसको राजा बहुत धन देगा और अपनी बेटी का विवाह उससे कर देगा और उसके पिता के घराने को इस्राएल में स्वतंत्र कर देगा +2689,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_026.wav,तब दाऊद ने उन पुरुषों से जो उसके आसपास खड़े थे पूछा जो उस पलिश्ती को मारकर इस्राएलियों की नामधराई दूर करेगा उसके लिये क्या किया जाएगा वह खतनारहित पलिश्ती क्या है कि जीवित परमेश्वर की सेना को ललकारे +2690,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_027.wav,तब लोगों ने उससे वही बातें कहीं अर्थात् यह कि जो कोई उसे मारेगा उससे ऐसाऐसा किया जाएगा +2691,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_028.wav,जब दाऊद उन मनुष्यों से बातें कर रहा था तब उसका बड़ा भाई एलीआब सुन रहा था और एलीआब दाऊद से बह��त क्रोधित होकर कहने लगा तू यहाँ क्यों आया है और जंगल में उन थोड़ी सी भेड़ बकरियों को तू किसके पास छोड़ आया है तेरा अभिमान और तेरे मन की बुराई मुझे मालूम है तू तो लड़ाई देखने के लिये यहाँ आया है +2692,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_029.wav,दाऊद ने कहा अब मैंने क्या किया है वह तो निरी बात थी +2693,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_030.wav,तब उसने उसके पास से मुँह फेर के दूसरे के सम्मुख होकर वैसी ही बात कही और लोगों ने उसे पहले के समान उत्तर दिया +2694,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_031.wav,जब दाऊद की बातों की चर्चा हुई तब शाऊल को भी सुनाई गई और उसने उसे बुलवा भेजा +2695,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_032.wav,तब दाऊद ने शाऊल से कहा किसी मनुष्य का मन उसके कारण कच्चा न हो तेरा दास जाकर उस पलिश्ती से लड़ेगा +2696,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_033.wav,शाऊल ने दाऊद से कहा तू जाकर उस पलिश्ती के विरुद्ध युद्ध नहीं कर सकता क्योंकि तू तो लड़का ही है और वह लड़कपन ही से योद्धा है +2697,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_034.wav,दाऊद ने शाऊल से कहा तेरा दास अपने पिता की भेड़बकरियाँ चराता था और जब कोई सिंह या भालू झुण्ड में से मेम्ना उठा ले जाता +2698,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_035.wav,तब मैं उसका पीछा करके उसे मारता और मेम्ने को उसके मुँह से छुड़ा लेता और जब वह मुझ पर हमला करता तब मैं उसके केश को पकड़कर उसे मार डालता +2699,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_036.wav,तेरे दास ने सिंह और भालू दोनों को मारा है और वह खतनारहित पलिश्ती उनके समान हो जाएगा क्योंकि उसने जीवित परमेश्वर की सेना को ललकारा है +2700,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_037.wav,फिर दाऊद ने कहा यहोवा जिसने मुझे सिंह और भालू दोनों के पंजे से बचाया है वह मुझे उस पलिश्ती के हाथ से भी बचाएगा शाऊल ने दाऊद से कहा जा यहोवा तेरे साथ रहे +2701,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_038.wav,तब शाऊल ने अपने वस्त्र दाऊद को पहनाए और पीतल का टोप उसके सिर पर रख दिया और झिलम उसको पहनाया +2702,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_039.wav,तब दाऊद ने उसकी तलवार वस्त्र के ऊपर कसी और चलने का यत्न किया उसने तो उनको न परखा था इसलिए दाऊद ने शाऊल से कहा इन्हें पहने हुए मुझसे चला नहीं जाता क्योंकि मैंने इन्हें नहीं परखा है और दाऊद ने उन्हें उतार दिया +2703,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_040.wav,तब उसने अपनी लाठी हाथ में ली और नदी में से पाँच चिकने पत्थर छाँटकर अपनी चरवाही की थैली अर्थात् अपने झोले में रखे और अपना गोफन हाथ में लेकर पलिश्ती के निकट गया +2704,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_041.wav,और पलिश्ती चलतेचलते दाऊद के निकट पहुँचने लगा और जो जन उसकी बड़ी ढाल लिए था वह उसके आगेआगे चला +2705,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_042.wav,जब पलिश्ती न�� दृष्टि करके दाऊद को देखा तब उसे तुच्छ जाना क्योंकि वह लड़का ही था और उसके मुख पर लाली झलकती थी और वह सुन्दर था +2706,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_043.wav,तब पलिश्ती ने दाऊद से कहा क्या मैं कुत्ता हूँ कि तू लाठी लेकर मेरे पास आता है तब पलिश्ती अपने देवताओं के नाम लेकर दाऊद को कोसने लगा +2707,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_044.wav,फिर पलिश्ती ने दाऊद से कहा मेरे पास आ मैं तेरा माँस आकाश के पक्षियों और वनपशुओं को दे दूँगा +2708,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_045.wav,दाऊद ने पलिश्ती से कहा तू तो तलवार और भाला और सांग लिए हुए मेरे पास आता है परन्तु मैं सेनाओं के यहोवा के नाम से तेरे पास आता हूँ जो इस्राएली सेना का परमेश्वर है और उसी को तूने ललकारा है +2709,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_046.wav,आज के दिन यहोवा तुझको मेरे हाथ में कर देगा और मैं तुझको मारूँगा और तेरा सिर तेरे धड़ से अलग करूँगा और मैं आज के दिन पलिश्ती सेना के शव आकाश के पक्षियों को दे दूँगा तब समस्त पृथ्वी के लोग जान लेंगे कि इस्राएल में एक परमेश्वर है +2710,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_047.wav,और यह समस्त मण्डली जान लेगी कि यहोवा तलवार या भाले के द्वारा जयवन्त नहीं करता इसलिए कि संग्राम तो यहोवा का है और वही तुम्हें हमारे हाथ में कर देगा +2711,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_048.wav,जब पलिश्ती उठकर दाऊद का सामना करने के लिये निकट आया तब दाऊद सेना की ओर पलिश्ती का सामना करने के लिये फुर्ती से दौड़ा +2712,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_049.wav,फिर दाऊद ने अपनी थैली में हाथ डालकर उसमें से एक पत्थर निकाला और उसे गोफन में रखकर पलिश्ती के माथे पर ऐसा मारा कि पत्थर उसके माथे के भीतर घुस गया और वह भूमि पर मुँह के बल गिर पड़ा +2713,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_050.wav,अतः दाऊद ने पलिश्ती पर गोफन और एक ही पत्थर के द्वारा प्रबल होकर उसे मार डाला परन्तु दाऊद के हाथ में तलवार न थी +2714,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_051.wav,तब दाऊद दौड़कर पलिश्ती के ऊपर खड़ा हो गया और उसकी तलवार पकड़कर म्यान से खींची और उसको घात किया और उसका सिर उसी तलवार से काट डाला यह देखकर कि हमारा वीर मर गया पलिश्ती भाग गए +2715,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_052.wav,इस पर इस्राएली और यहूदी पुरुष ललकार उठे और गत और एक्रोन से फाटकों तक पलिश्तियों का पीछा करते गए और घायल पलिश्ती शारैंम के मार्ग में और गत और एक्रोन तक गिरते गए +2716,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_053.wav,तब इस्राएली पलिश्तियों का पीछा छोड़कर लौट आए और उनके डेरों को लूट लिया +2717,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_054.wav,और दाऊद पलिश्ती का सिर यरूशलेम में ले गया और उसके हथियार अपने डेरे में रख लिए +2718,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_055.wav,जब शाऊल ने दाऊद को उस पलिश्ती का सामना करने के लिये जाते देखा तब उसने अपने सेनापति अब्नेर से पूछा हे अब्नेर वह जवान किसका पुत्र है अब्नेर ने कहा हे राजा तेरे जीवन की शपथ मैं नहीं जानता +2719,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_056.wav,राजा ने कहा तू पूछ ले कि वह जवान किसका पुत्र है +2720,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_057.wav,जब दाऊद पलिश्ती को मारकर लौटा तब अब्नेर ने उसे पलिश्ती का सिर हाथ में लिए हुए शाऊल के सामने पहुँचाया +2721,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_017_058.wav,शाऊल ने उससे पूछा हे जवान तू किसका पुत्र है दाऊद ने कहा मैं तो तेरे दास बैतलहमवासी यिशै का पुत्र हूँ +2722,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_001.wav,जब वह शाऊल से बातें कर चुका तब योनातान का मन दाऊद पर ऐसा लग गया कि योनातान उसे अपने प्राण के समान प्यार करने लगा +2723,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_002.wav,और उस दिन शाऊल ने उसे अपने पास रखा और पिता के घर लौटने न दिया +2724,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_003.wav,तब योनातान ने दाऊद से वाचा बाँधी क्योंकि वह उसको अपने प्राण के समान प्यार करता था +2725,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_004.wav,योनातान ने अपना बागा जो वह स्वयं पहने था उतारकर अपने वस्त्र समेत दाऊद को दे दिया वरन् अपनी तलवार और धनुष और कमरबन्ध भी उसको दे दिए +2726,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_005.wav,और जहाँ कहीं शाऊल दाऊद को भेजता था वहाँ वह जाकर बुद्धिमानी के साथ काम करता था अतः शाऊल ने उसे योद्धाओं का प्रधान नियुक्त किया और समस्त प्रजा के लोग और शाऊल के कर्मचारी उससे प्रसन्न थे +2727,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_006.wav,जब दाऊद उस पलिश्ती को मारकर लौट रहा था और वे सब लोग भी आ रहे थे तब सब इस्राएली नगरों से स्त्रियों ने निकलकर डफ और तिकोने बाजे लिए हुए आनन्द के साथ गाती और नाचती हुई शाऊल राजा के स्वागत में निकलीं +2728,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_007.wav,और वे स्त्रियाँ नाचती हुई एक दूसरे के साथ यह गाती गईं शाऊल ने तो हजारों को परन्तु दाऊद ने लाखों को मारा है +2729,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_008.wav,तब शाऊल अति क्रोधित हुआ और यह बात उसको बुरी लगी और वह कहने लगा उन्होंने दाऊद के लिये तो लाखों और मेरे लिये हजारों ही ठहराया इसलिए अब राज्य को छोड़ उसको अब क्या मिलना बाकी है +2730,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_009.wav,उस दिन से शाऊल दाऊद की ताक में लगा रहा +2731,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_010.wav,दूसरे दिन परमेश्वर की ओर से एक दुष्ट आत्मा शाऊल पर बल से उतरा और वह अपने घर के भीतर नबूवत करने लगा दाऊद प्रतिदिन के समान अपने हाथ से बजा रहा था और शाऊल अपने हाथ में अपना भाला लिए हुए था +2732,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_011.wav,तब शाऊल ने यह सोचकर कि मैं ऐसा म��रूँगा कि भाला दाऊद को बेधकर दीवार में धँस जाए भाले को चलाया परन्तु दाऊद उसके सामने से दोनों बार हट गया +2733,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_012.wav,शाऊल दाऊद से डरा करता था क्योंकि यहोवा दाऊद के साथ था और शाऊल के पास से अलग हो गया था +2734,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_013.wav,शाऊल ने उसको अपने पास से अलग करके सहस्त्रपति किया और वह प्रजा के सामने आयाजाया करता था +2735,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_014.wav,और दाऊद अपनी समस्त चाल में बुद्धिमानी दिखाता था और यहोवा उसके साथसाथ था +2736,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_015.wav,जब शाऊल ने देखा कि वह बहुत बुद्धिमान है तब वह उससे डर गया +2737,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_016.wav,परन्तु इस्राएल और यहूदा के समस्त लोग दाऊद से प्रेम रखते थे क्योंकि वह उनके आगेआगे आयाजाया करता था +2738,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_017.wav,शाऊल ने यह सोचकर कि मेरा हाथ नहीं वरन् पलिश्तियों ही का हाथ दाऊद पर पड़े उससे कहा सुन मैं अपनी बड़ी बेटी मेरब से तेरा विवाह कर दूँगा इतना कर कि तू मेरे लिये वीरता के साथ यहोवा की ओर से युद्ध कर +2739,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_018.wav,दाऊद ने शाऊल से कहा मैं क्या हूँ और मेरा जीवन क्या है और इस्राएल में मेरे पिता का कुल क्या है कि मैं राजा का दामाद हो जाऊँ +2740,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_019.wav,जब समय आ गया कि शाऊल की बेटी मेरब का दाऊद से विवाह किया जाए तब वह महोलाई अद्रीएल से ब्याह दी गई +2741,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_020.wav,और शाऊल की बेटी मीकल दाऊद से प्रीति रखने लगी और जब इस बात का समाचार शाऊल को मिला तब वह प्रसन्न हुआ +2742,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_021.wav,शाऊल तो सोचता था कि वह उसके लिये फंदा हो और पलिश्तियों का हाथ उस पर पड़े और शाऊल ने दाऊद से कहा अब की बार तो तू अवश्य ही मेरा दामाद हो जाएगा +2743,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_022.wav,फिर शाऊल ने अपने कर्मचारियों को आज्ञा दी दाऊद से छिपकर ऐसी बातें करो सुन राजा तुझ से प्रसन्न है और उसके सब कर्मचारी भी तुझ से प्रेम रखते हैं इसलिए अब तू राजा का दामाद हो जा +2744,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_023.wav,तब शाऊल के कर्मचारियों ने दाऊद से ऐसी ही बातें कहीं परन्तु दाऊद ने कहा मैं तो निर्धन और तुच्छ मनुष्य हूँ फिर क्या तुम्हारी दृष्टि में राजा का दामाद होना छोटी बात है +2745,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_024.wav,जब शाऊल के कर्मचारियों ने उसे बताया कि दाऊद ने ऐसीऐसी बातें कहीं +2746,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_025.wav,तब शाऊल ने कहा तुम दाऊद से यह कहो राजा कन्या का मोल तो कुछ नहीं चाहता केवल पलिश्तियों की एक सौ खलड़ियाँ चाहता है कि वह अपने शत्रुओं से बदला ले शाऊल की योजना यह थी कि पलिश्तियों से दाऊद को मरवा डा���े +2747,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_026.wav,जब उसके कर्मचारियों ने दाऊद को ये बातें बताईं तब वह राजा का दामाद होने को प्रसन्न हुआ जब विवाह के कुछ दिन रह गए +2748,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_027.wav,तब दाऊद अपने जनों को संग लेकर चला और पलिश्तियों के दो सौ पुरुषों को मारा तब दाऊद उनकी खलड़ियों को ले आया और वे राजा को गिनगिनकर दी गईं इसलिए कि वह राजा का दामाद हो जाए अतः शाऊल ने अपनी बेटी मीकल का उससे विवाह कर दिया +2749,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_028.wav,जब शाऊल ने देखा और निश्चय किया कि यहोवा दाऊद के साथ है और मेरी बेटी मीकल उससे प्रेम रखती है +2750,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_029.wav,तब शाऊल दाऊद से और भी डर गया इसलिए शाऊल सदा के लिये दाऊद का बैरी बन गया +2751,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_018_030.wav,फिर पलिश्तियों के प्रधान निकल आए और जब जब वे निकल आए तबतब दाऊद ने शाऊल के सब कर्मचारियों से अधिक बुद्धिमानी दिखाई इससे उसका नाम बहुत बड़ा हो गया +2752,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_001.wav,शाऊल ने अपने पुत्र योनातान और अपने सब कर्मचारियों से दाऊद को मार डालने की चर्चा की परन्तु शाऊल का पुत्र योनातान दाऊद से बहुत प्रसन्न था +2753,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_002.wav,योनातान ने दाऊद को बताया मेरा पिता तुझे मरवा डालना चाहता है इसलिए तू सवेरे सावधान रहना और किसी गुप्त स्थान में बैठा हुआ छिपा रहना +2754,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_003.wav,और मैं मैदान में जहाँ तू होगा वहाँ जाकर अपने पिता के पास खड़ा होकर उससे तेरी चर्चा करूँगा और यदि मुझे कुछ मालूम हो तो तुझे बताऊँगा +2755,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_004.wav,योनातान ने अपने पिता शाऊल से दाऊद की प्रशंसा करके उससे कहा हे राजा अपने दास दाऊद का अपराधी न हो क्योंकि उसने तेरे विरुद्ध कोई अपराध नहीं किया वरन् उसके सब काम तेरे बहुत हित के हैं +2756,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_005.wav,उसने अपने प्राण पर खेलकर उस पलिश्ती को मार डाला और यहोवा ने समस्त इस्राएलियों की बड़ी जय कराई इसे देखकर तू आनन्दित हुआ था और तू दाऊद को अकारण मारकर निर्दोष के खून का पापी क्यों बने +2757,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_006.wav,तब शाऊल ने योनातान की बात मानकर यह शपथ खाई यहोवा के जीवन की शपथ दाऊद मार डाला न जाएगा +2758,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_007.wav,तब योनातान ने दाऊद को बुलाकर ये समस्त बातें उसको बताईं फिर योनातान दाऊद को शाऊल के पास ले गया और वह पहले की समान उसके सामने रहने लगा +2759,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_008.wav,तब लड़ाई फिर होने लगी और दाऊद जाकर पलिश्तियों से लड़ा और उन्हें बड़ी मार से मारा और वे उसके सामने से भाग गए +2760,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_009.wav,जब शाऊल हाथ में भाला लि��� हुए घर में बैठा था और दाऊद हाथ से वीणा बजा रहा था तब यहोवा की ओर से एक दुष्ट आत्मा शाऊल पर चढ़ा +2761,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_010.wav,शाऊल ने चाहा कि दाऊद को ऐसा मारे कि भाला उसे बेधते हुए दीवार में धँस जाए परन्तु दाऊद शाऊल के सामने से ऐसा हट गया कि भाला जाकर दीवार ही में धँस गया और दाऊद भागा और उस रात को बच गया +2762,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_011.wav,तब शाऊल ने दाऊद के घर पर दूत इसलिए भेजे कि वे उसकी घात में रहें और सवेरे उसे मार डालें तब दाऊद की स्त्री मीकल ने उसे यह कहकर जताया यदि तू इस रात को अपना प्राण न बचाए तो सवेरे मारा जाएगा +2763,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_012.wav,तब मीकल ने दाऊद को खिड़की से उतार दिया और वह भागकर बच निकला +2764,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_013.wav,तब मीकल ने गृहदेवताओं को ले चारपाई पर लिटाया और बकरियों के रोए की तकिया उसके सिरहाने पर रखकर उनको वस्त्र ओढ़ा दिए +2765,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_014.wav,जब शाऊल ने दाऊद को पकड़ लाने के लिये दूत भेजे तब वह बोली वह तो बीमार है +2766,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_015.wav,तब शाऊल ने दूतों को दाऊद के देखने के लिये भेजा और कहा उसे चारपाई समेत मेरे पास लाओ कि मैं उसे मार डालूँ +2767,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_016.wav,जब दूत भीतर गए तब क्या देखते हैं कि चारपाई पर गृहदेवता पड़े हैं और सिरहाने पर बकरियों के रोए की तकिया है +2768,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_017.wav,अतः शाऊल ने मीकल से कहा तूने मुझे ऐसा धोखा क्यों दिया तूने मेरे शत्रु को ऐसे क्यों जाने दिया कि वह बच निकला है मीकल ने शाऊल से कहा उसने मुझसे कहा मुझे जाने दे मैं तुझे क्यों मार डालूँ +2769,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_018.wav,दाऊद भागकर बच निकला और रामाह में शमूएल के पास पहुँचकर जो कुछ शाऊल ने उससे किया था सब उसे कह सुनाया तब वह और शमूएल जाकर नबायोत में रहने लगे +2770,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_019.wav,जब शाऊल को इसका समाचार मिला कि दाऊद रामाह में के नबायोत में है +2771,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_020.wav,तब शाऊल ने दाऊद को पकड़ लाने के लिये दूत भेजे और जब शाऊल के दूतों ने नबियों के दल को नबूवत करते हुए और शमूएल को उनकी प्रधानता करते हुए देखा तब परमेश्वर का आत्मा उन पर चढ़ा और वे भी नबूवत करने लगे +2772,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_021.wav,इसका समाचार पाकर शाऊल ने और दूत भेजे और वे भी नबूवत करने लगे फिर शाऊल ने तीसरी बार दूत भेजे और वे भी नबूवत करने लगे +2773,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_022.wav,तब वह आप ही रामाह को चला और उस बड़े गड्ढे पर जो सेकू में है पहुँचकर पूछने लगा शमूएल और दाऊद कहाँ है किसी ने कहा वे तो रामाह के नबायोत में हैं +2774,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_023.wav,तब वह उधर ���र्थात् रामाह के नबायोत को चला और परमेश्वर का आत्मा उस पर भी चढ़ा और वह रामाह के नबायोत को पहुँचने तक नबूवत करता हुआ चला गया +2775,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_019_024.wav,और उसने भी अपने वस्त्र उतारे और शमूएल के सामने नबूवत करने लगा और भूमि पर गिरकर दिन और रात नंगा पड़ा रहा इस कारण से यह कहावत चली क्या शाऊल भी नबियों में से है +2776,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_001.wav,फिर दाऊद रामाह के नबायोत से भागा और योनातान के पास जाकर कहने लगा मैंने क्या किया है मुझसे क्या पाप हुआ मैंने तेरे पिता की दृष्टि में ऐसा कौन सा अपराध किया है कि वह मेरे प्राण की खोज में रहता है +2777,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_002.wav,उसने उससे कहा ऐसी बात नहीं है तू मारा न जाएगा सुन मेरा पिता मुझ को बिना बताए न तो कोई बड़ा काम करता है और न कोई छोटा फिर वह ऐसी बात को मुझसे क्यों छिपाएगा ऐसी कोई बात नहीं है +2778,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_003.wav,फिर दाऊद ने शपथ खाकर कहा तेरा पिता निश्चय जानता है कि तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर है और वह सोचता होगा कि योनातान इस बात को न जानने पाए ऐसा न हो कि वह खेदित हो जाए परन्तु यहोवा के जीवन की शपथ और तेरे जीवन की शपथ निःसन्देह मेरे और मृत्यु के बीच डग ही भर का अन्तर है +2779,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_004.wav,योनातान ने दाऊद से कहा जो कुछ तेरा जी चाहे वही मैं तेरे लिये करूँगा +2780,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_005.wav,दाऊद ने योनातान से कहा सुन कल नया चाँद होगा और मुझे उचित है कि राजा के साथ बैठकर भोजन करूँ परन्तु तू मुझे विदा कर और मैं परसों साँझ तक मैदान में छिपा रहूँगा +2781,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_006.wav,यदि तेरा पिता मेरी कुछ चिन्ता करे तो कहना दाऊद ने अपने नगर बैतलहम को शीघ्र जाने के लिये मुझसे विनती करके छुट्टी माँगी है क्योंकि वहाँ उसके समस्त कुल के लिये वार्षिक यज्ञ है +2782,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_007.wav,यदि वह यह कहे अच्छा तब तो तेरे दास के लिये कुशल होगा परन्तु यदि उसका क्रोध बहुत भड़क उठे तो जान लेना कि उसने बुराई ठानी है +2783,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_008.wav,और तू अपने दास से कृपा का व्यवहार करना क्योंकि तूने यहोवा की शपथ खिलाकर अपने दास को अपने साथ वाचा बँधाई है परन्तु यदि मुझसे कुछ अपराध हुआ हो तो तू आप मुझे मार डाल तू मुझे अपने पिता के पास क्यों पहुँचाए +2784,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_009.wav,योनातान ने कहा ऐसी बात कभी न होगी यदि मैं निश्चय जानता कि मेरे पिता ने तुझ से बुराई करनी ठानी है तो क्या मैं तुझको न बताता +2785,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_010.wav,दाऊद ने योनातान से कहा यदि तेरा पिता तुझको कठोर उत्तर दे तो कौन मुझे बताएगा +2786,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_011.wav,योनातान ने दाऊद से कहा चल हम मैदान को निकल जाएँ और वे दोनों मैदान की ओर चले गए +2787,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_012.wav,तब योनातान दाऊद से कहने लगा इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की शपथ जब मैं कल या परसों इसी समय अपने पिता का भेद पाऊँ तब यदि दाऊद की भलाई देखूँ तो क्या मैं उसी समय तेरे पास दूत भेजकर तुझे न बताऊँगा +2788,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_013.wav,यदि मेरे पिता का मन तेरी बुराई करने का हो और मैं तुझ पर यह प्रगट करके तुझे विदा न करूँ कि तू कुशल के साथ चला जाए तो यहोवा योनातान से ऐसा ही वरन् इससे भी अधिक करे यहोवा तेरे साथ वैसा ही रहे जैसा वह मेरे पिता के साथ रहा +2789,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_014.wav,और न केवल जब तक मैं जीवित रहूँ तब तक मुझ पर यहोवा की सी कृपा ऐसे करना कि मैं न मरूँ +2790,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_015.wav,परन्तु मेरे घराने पर से भी अपनी कृपादृष्टि कभी न हटाना वरन् जब यहोवा दाऊद के हर एक शत्रु को पृथ्वी पर से नष्ट कर चुकेगा तब भी ऐसा न करना +2791,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_016.wav,इस प्रकार योनातान ने दाऊद के घराने से यह कहकर वाचा बँधाई यहोवा दाऊद के शत्रुओं से बदला ले +2792,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_017.wav,और योनातान दाऊद से प्रेम रखता था और उसने उसको फिर शपथ खिलाई क्योंकि वह उससे अपने प्राण के बराबर प्रेम रखता था +2793,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_018.wav,तब योनातान ने उससे कहा कल नया चाँद होगा और तेरी चिन्ता की जाएगी क्योंकि तेरी कुर्सी खाली रहेगी +2794,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_019.wav,और तू तीन दिन के बीतने पर तुरन्त आना और उस स्थान पर जाकर जहाँ तू उस काम के दिन छिपा था अर्थात् एजेल नामक पत्थर के पास रहना +2795,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_020.wav,तब मैं उसकी ओर मानो अपने किसी ठहराए हुए चिन्ह पर तीन तीर चलाऊँगा +2796,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_021.wav,फिर मैं अपने टहलुए लड़के को यह कहकर भेजूँगा कि जाकर तीरों को ढूँढ़ ले आ यदि मैं उस लड़के से साफसाफ कहूँ देख तीर इधर तेरे इस ओर हैं तू उसे ले आ तो तू आ जाना क्योंकि यहोवा के जीवन की शपथ तेरे लिये कुशल को छोड़ और कुछ न होगा +2797,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_022.wav,परन्तु यदि मैं लड़के से यह कहूँ सुन तीर उधर तेरे उस ओर हैं तो तू चले जाना क्योंकि यहोवा ने तुझे विदा किया है +2798,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_023.wav,और उस बात के विषय जिसकी चर्चा मैंने और तूने आपस में की है यहोवा मेरे और तेरे मध्य में सदा रहे +2799,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_024.wav,इसलिए दाऊद मैदान में जा छिपा और जब नया चाँद हुआ तब राजा भोजन करने को बैठा +2800,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_025.wav,राजा तो पहले के समान अपने उस आसन पर बैठा जो दीवार के पास था और योनातान खड़ा हुआ और अब्नेर शाऊल के निकट बैठा परन्तु दाऊद का स्थान खाली रहा +2801,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_026.wav,उस दिन तो शाऊल यह सोचकर चुप रहा कि इसका कोई न कोई कारण होगा वह अशुद्ध होगा निःसन्देह शुद्ध न होगा +2802,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_027.wav,फिर नये चाँद के दूसरे दिन को दाऊद का स्थान खाली रहा अतः शाऊल ने अपने पुत्र योनातान से पूछा क्या कारण है कि यिशै का पुत्र न तो कल भोजन पर आया था और न आज ही आया है +2803,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_028.wav,योनातान ने शाऊल से कहा दाऊद ने बैतलहम जाने के लिये मुझसे विनती करके छुट्टी माँगी +2804,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_029.wav,और कहा मुझे जाने दे क्योंकि उस नगर में हमारे कुल का यज्ञ है और मेरे भाई ने मुझ को वहाँ उपस्थित होने की आज्ञा दी है और अब यदि मुझ पर तेरे अनुग्रह की दृष्टि हो तो मुझे जाने दे कि मैं अपने भाइयों से भेंट कर आऊँ इसी कारण वह राजा की मेज पर नहीं आया +2805,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_030.wav,तब शाऊल का कोप योनातान पर भड़क उठा और उसने उससे कहा हे कुटिला राजद्रोही के पुत्र क्या मैं नहीं जानता कि तेरा मन तो यिशै के पुत्र पर लगा है इसी से तेरी आशा का टूटना और तेरी माता का अनादर ही होगा +2806,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_031.wav,क्योंकि जब तक यिशै का पुत्र भूमि पर जीवित रहेगा तब तक न तो तू और न तेरा राज्य स्थिर रहेगा इसलिए अभी भेजकर उसे मेरे पास ला क्योंकि निश्चय वह मार डाला जाएगा +2807,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_032.wav,योनातान ने अपने पिता शाऊल को उत्तर देकर उससे कहा वह क्यों मारा जाए उसने क्या किया है +2808,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_033.wav,तब शाऊल ने उसको मारने के लिये उस पर भाला चलाया इससे योनातान ने जान लिया कि मेरे पिता ने दाऊद को मार डालना ठान लिया है +2809,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_034.wav,तब योनातान क्रोध से जलता हुआ मेज पर से उठ गया और महीने के दूसरे दिन को भोजन न किया क्योंकि वह बहुत खेदित था इसलिए कि उसके पिता ने दाऊद का अनादर किया था +2810,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_035.wav,सवेरे को योनातान एक छोटा लड़का संग लिए हुए मैदान में दाऊद के साथ ठहराए हुए स्थान को गया +2811,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_036.wav,तब उसने अपने लड़के से कहा दौड़कर जोजो तीर मैं चलाऊँ उन्हें ढूँढ़ ले आ लड़का दौड़ ही रहा था कि उसने एक तीर उसके परे चलाया +2812,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_037.wav,जब लड़का योनातान के चलाए तीर के स्थान पर पहुँचा तब योनातान ने उसके पीछे से पुकारके कहा तीर तो तेरी उस ओर है +2813,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_038.wav,फिर योनातान ने लड़के के पीछे से पुकारकर कहा फुर्ती कर ठहर मत और य���नातान का लड़का तीरों को बटोरके अपने स्वामी के पास ले आया +2814,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_039.wav,इसका भेद लड़का तो कुछ न जानता था केवल योनातान और दाऊद इस बात को जानते थे +2815,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_040.wav,योनातान ने अपने हथियार उस लड़के को देकर कहा जा इन्हें नगर को पहुँचा +2816,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_041.wav,जैसे ही लड़का गया वैसे ही दाऊद दक्षिण दिशा की ओर से निकला और भूमि पर औंधे मुँह गिरकर तीन बार दण्डवत् की तब उन्होंने एक दूसरे को चूमा और एक दूसरे के साथ रोए परन्तु दाऊद का रोना अधिक था +2817,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_020_042.wav,तब योनातान ने दाऊद से कहा कुशल से चला जा क्योंकि हम दोनों ने एक दूसरे से यह कहकर यहोवा के नाम की शपथ खाई है कि यहोवा मेरे और तेरे मध्य और मेरे और तेरे वंश के मध्य में सदा रहे तब वह उठकर चला गया और योनातान नगर में गया +2818,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_001.wav,तब दाऊद नोब को गया और अहीमेलेक याजक के पास आया और अहीमेलेक दाऊद से भेंट करने को थरथराता हुआ निकला और उससे पूछा क्या कारण है कि तू अकेला है और तेरे साथ कोई नहीं +2819,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_002.wav,दाऊद ने अहीमेलेक याजक से कहा राजा ने मुझे एक काम करने की आज्ञा देकर मुझसे कहा जिस काम को मैं तुझे भेजता हूँ और जो आज्ञा मैं तुझे देता हूँ वह किसी पर प्रगट न होने पाए और मैंने जवानों को फलाने स्थान पर जाने को समझाया है +2820,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_003.wav,अब तेरे हाथ में क्या है पाँच रोटी या जो कुछ मिले उसे मेरे हाथ में दे +2821,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_004.wav,याजक ने दाऊद से कहा मेरे पास साधारण रोटी तो नहीं है केवल पवित्र रोटी है इतना हो कि वे जवान स्त्रियों से अलग रहे हों +2822,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_005.wav,दाऊद ने याजक को उत्तर देकर उससे कहा सच है कि हम तीन दिन से स्त्रियों से अलग हैं फिर जब मैं निकल आता हूँ तब जवानों के बर्तन पवित्र होते है यद्यपि यात्रा साधारण होती है तो आज उनके बर्तन अवश्य ही पवित्र होंगे +2823,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_006.wav,तब याजक ने उसको पवित्र रोटी दी क्योंकि दूसरी रोटी वहाँ न थी केवल भेंट की रोटी थी जो यहोवा के सम्मुख से उठाई गई थी कि उसके उठा लेने के दिन गरम रोटी रखी जाए +2824,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_007.wav,उसी दिन वहाँ दोएग नामक शाऊल का एक कर्मचारी यहोवा के आगे रुका हुआ था वह एदोमी और शाऊल के चरवाहों का मुखिया था +2825,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_008.wav,फिर दाऊद ने अहीमेलेक से पूछा क्या यहाँ तेरे पास कोई भाला या तलवार नहीं है क्योंकि मुझे राजा के काम की ऐसी जल्दी थी कि मैं न तो तलवार साथ लाया हूँ और न अपना कोई हथि��ार ही लाया +2826,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_009.wav,याजक ने कहा हाँ पलिश्ती गोलियत जिसे तूने एला तराई में घात किया उसकी तलवार कपड़े में लपेटी हुई एपोद के पीछे रखी है यदि तू उसे लेना चाहे तो ले ले उसे छोड़ और कोई यहाँ नहीं है दाऊद बोला उसके तुल्य कोई नहीं वही मुझे दे +2827,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_010.wav,तब दाऊद चला और उसी दिन शाऊल के डर के मारे भागकर गत के राजा आकीश के पास गया +2828,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_011.wav,और आकीश के कर्मचारियों ने आकीश से कहा क्या वह उस देश का राजा दाऊद नहीं है क्या लोगों ने उसी के विषय नाचतेनाचते एक दूसरे के साथ यह गाना न गया था शाऊल ने हजारों को और दाऊद ने लाखों को मारा है +2829,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_012.wav,दाऊद ने ये बातें अपने मन में रखीं और गत के राजा आकीश से अत्यन्त डर गया +2830,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_013.wav,तब उसने उनके सामने दूसरी चाल चली और उनके हाथ में पड़कर पागल सा बन गया और फाटक के किवाड़ों पर लकीरें खींचने और अपनी लार अपनी दाढ़ी पर बहाने लगा +2831,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_014.wav,तब आकीश ने अपने कर्मचारियों से कहा देखो वह जन तो बावला है तुम उसे मेरे पास क्यों लाए हो +2832,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_021_015.wav,क्या मेरे पास बावलों की कुछ घटी है कि तुम उसको मेरे सामने बावलापन करने के लिये लाए हो क्या ऐसा जन मेरे भवन में आने पाएगा +2833,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_001.wav,दाऊद वहाँ से चला और बचकर अदुल्लाम की गुफा में पहुँच गया यह सुनकर उसके भाई वरन् उसके पिता का समस्त घराना वहाँ उसके पास गया +2834,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_002.wav,और जितने संकट में पड़े थे और जितने ऋणी थे और जितने उदास थे वे सब उसके पास इकट्ठे हुए और वह उनका प्रधान हुआ और कोई चार सौ पुरुष उसके साथ हो गए +2835,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_003.wav,वहाँ से दाऊद ने मोआब के मिस्पे को जाकर मोआब के राजा से कहा मेरे पिता को अपने पास तब तक आकर रहने दो जब तक कि मैं न जानूं कि परमेश्वर मेरे लिये क्या करेगा +2836,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_004.wav,और वह उनको मोआब के राजा के सम्मुख ले गया और जब तक दाऊद उस गढ़ में रहा तब तक वे उसके पास रहे +2837,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_005.wav,फिर गाद नामक एक नबी ने दाऊद से कहा इस गढ़ में मत रह चल यहूदा के देश में जा और दाऊद चलकर हेरेत के जंगल में गया +2838,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_006.wav,तब शाऊल ने सुना कि दाऊद और उसके संगियों का पता लग गया हैं उस समय शाऊल गिबा के ऊँचे स्थान पर एक झाऊ के पेड़ के नीचे हाथ में अपना भाला लिए हुए बैठा था और उसके सब कर्मचारी उसके आसपास खड़े थे +2839,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_007.wav,तब शाऊल अपने कर्मचारियों से जो उसके आसपास खड़े थ�� कहने लगा हे बिन्यामीनियों सुनो क्या यिशै का पुत्र तुम सभी को खेत और दाख की बारियाँ देगा क्या वह तुम सभी को सहस्त्रपति और शतपति करेगा +2840,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_008.wav,तुम सभी ने मेरे विरुद्ध क्यों राजद्रोह की गोष्ठी की है और जब मेरे पुत्र ने यिशै के पुत्र से वाचा बाँधी तब किसी ने मुझ पर प्रगट नहीं किया और तुम में से किसी ने मेरे लिये शोकित होकर मुझ पर प्रगट नहीं किया कि मेरे पुत्र ने मेरे कर्मचारी को मेरे विरुद्ध ऐसा घात लगाने को उभारा है जैसा आज के दिन है +2841,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_009.wav,तब एदोमी दोएग ने जो शाऊल के सेवकों के ऊपर ठहराया गया था उत्तर देकर कहा मैंने तो यिशै के पुत्र को नोब में अहीतूब के पुत्र अहीमेलेक के पास आते देखा +2842,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_010.wav,और उसने उसके लिये यहोवा से पूछा और उसे भोजनवस्तु दी और पलिश्ती गोलियत की तलवार भी दी +2843,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_011.wav,और राजा ने अहीतूब के पुत्र अहीमेलेक याजक को और उसके पिता के समस्त घराने को अर्थात् नोब में रहनेवाले याजकों को बुलवा भेजा और जब वे सब के सब शाऊल राजा के पास आए +2844,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_012.wav,तब शाऊल ने कहा हे अहीतूब के पुत्र सुन वह बोला हे प्रभु क्या आज्ञा +2845,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_013.wav,शाऊल ने उससे पूछा क्या कारण है कि तू और यिशै के पुत्र दोनों ने मेरे विरुद्ध राजद्रोह की गोष्ठी की है तूने उसे रोटी और तलवार दी और उसके लिये परमेश्वर से पूछा भी जिससे वह मेरे विरुद्ध उठे और ऐसा घात लगाए जैसा आज के दिन है +2846,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_014.wav,अहीमेलेक ने राजा को उत्तर देकर कहा तेरे समस्त कर्मचारियों में दाऊद के तुल्य विश्वासयोग्य कौन है वह तो राजा का दामाद है और तेरी राजसभा में उपस्थित हुआ करता और तेरे परिवार में प्रतिष्ठित है +2847,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_015.wav,क्या मैंने आज ही उसके लिये परमेश्वर से पूछना आरम्भ किया है वह मुझसे दूर रहे राजा न तो अपने दास पर ऐसा कोई दोष लगाए न मेरे पिता के समस्त घराने पर क्योंकि तेरा दास इन सब बातों के विषय कुछ भी नहीं जानता +2848,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_016.wav,राजा ने कहा हे अहीमेलेक तू और तेरे पिता का समस्त घराना निश्चय मार डाला जाएगा +2849,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_017.wav,फिर राजा ने उन पहरुओं से जो उसके आसपास खड़े थे आज्ञा दी मुड़ो और यहोवा के याजकों को मार डालो क्योंकि उन्होंने भी दाऊद की सहायता की है और उसका भागना जानने पर भी मुझ पर प्रगट नहीं किया परन्तु राजा के सेवक यहोवा के याजकों को मारने के लिये हाथ बढ़ाना न ���ाहते थे +2850,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_018.wav,तब राजा ने दोएग से कहा तू मुड़कर याजकों को मार डाल तब एदोमी दोएग ने मुड़कर याजकों को मारा और उस दिन सनीवाला एपोद पहने हुए पचासी पुरुषों को घात किया +2851,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_019.wav,और याजकों के नगर नोब को उसने स्त्रियोंपुरुषों और बालबच्चों और दूधपीतों और बैलों गदहों और भेड़बकरियों समेत तलवार से मारा +2852,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_020.wav,परन्तु अहीतूब के पुत्र अहीमेलेक का एब्यातार नामक एक पुत्र बच निकला और दाऊद के पास भाग गया +2853,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_021.wav,तब एब्यातार ने दाऊद को बताया कि शाऊल ने यहोवा के याजकों का वध किया है +2854,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_022.wav,और दाऊद ने एब्यातार से कहा जिस दिन एदोमी दोएग वहाँ था उसी दिन मैंने जान लिया था कि वह निश्चय शाऊल को बताएगा तेरे पिता के समस्त घराने के मारे जाने का कारण मैं ही हुआ +2855,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_022_023.wav,इसलिए तू मेरे साथ निडर रह जो मेरे प्राण का ग्राहक है वही तेरे प्राण का भी ग्राहक है परन्तु मेरे साथ रहने से तेरी रक्षा होगी +2856,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_001.wav,दाऊद को यह समाचार मिला कि पलिश्ती लोग कीला नगर से युद्ध कर रहे हैं और खलिहानों को लूट रहे हैं +2857,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_002.wav,तब दाऊद ने यहोवा से पूछा क्या मैं जाकर पलिश्तियों को मारूँ यहोवा ने दाऊद से कहा जा और पलिश्तियों को मार के कीला को बचा +2858,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_003.wav,परन्तु दाऊद के जनों ने उससे कहा हम तो इस यहूदा देश में भी डरते रहते हैं यदि हम कीला जाकर पलिश्तियों की सेना का सामना करें तो क्या बहुत अधिक डर में न पड़ेंगे +2859,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_004.wav,तब दाऊद ने यहोवा से फिर पूछा और यहोवा ने उसे उत्तर देकर कहा कमर बाँधकर कीला को जा क्योंकि मैं पलिश्तियों को तेरे हाथ में कर दूँगा +2860,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_005.wav,इसलिए दाऊद अपने जनों को संग लेकर कीला को गया और पलिश्तियों से लड़कर उनके पशुओं को हाँक लाया और उन्हें बड़ी मार से मारा अतः दाऊद ने कीला के निवासियों को बचाया +2861,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_006.wav,जब अहीमेलेक का पुत्र एब्यातार दाऊद के पास कीला को भाग गया था तब हाथ में एपोद लिए हुए गया था +2862,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_007.wav,तब शाऊल को यह समाचार मिला कि दाऊद कीला को गया है और शाऊल ने कहा परमेश्वर ने उसे मेरे हाथ में कर दिया है वह तो फाटक और बेंड़ेवाले नगर में घुसकर बन्द हो गया है +2863,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_008.wav,तब शाऊल ने अपनी सारी सेना को लड़ाई के लिये बुलवाया कि कीला को जाकर दाऊद और उसके जनों को घेर ले +2864,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_009.wav,तब द���ऊद ने जान लिया कि शाऊल मेरी हानि कि युक्ति कर रहा है इसलिए उसने एब्यातार याजक से कहा एपोद को निकट ले आ +2865,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_010.wav,तब दाऊद ने कहा हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा तेरे दास ने निश्चय सुना है कि शाऊल मेरे कारण कीला नगर नष्ट करने को आना चाहता है +2866,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_011.wav,क्या कीला के लोग मुझे उसके वश में कर देंगे क्या जैसे तेरे दास ने सुना है वैसे ही शाऊल आएगा हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा अपने दास को यह बता यहोवा ने कहा हाँ वह आएगा +2867,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_012.wav,फिर दाऊद ने पूछा क्या कीला के लोग मुझे और मेरे जनों को शाऊल के वश में कर देंगे यहोवा ने कहा हाँ वे कर देंगे +2868,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_013.wav,तब दाऊद और उसके जन जो कोई छः सौ थे कीला से निकल गए और इधरउधर जहाँ कहीं जा सके वहाँ गए और जब शाऊल को यह बताया गया कि दाऊद कीला से निकल भागा है तब उसने वहाँ जाने का विचार छोड़ दिया +2869,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_014.wav,तब दाऊद जंगल के गढ़ों में रहने लगा और पहाड़ी देश के जीप नामक जंगल में रहा और शाऊल उसे प्रतिदिन ढूँढ़ता रहा परन्तु परमेश्वर ने उसे उसके हाथ में न पड़ने दिया +2870,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_015.wav,और दाऊद ने जान लिया कि शाऊल मेरे प्राण की खोज में निकला है और दाऊद जीप नामक जंगल के होरेश नामक स्थान में था +2871,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_016.wav,कि शाऊल का पुत्र योनातान उठकर उसके पास होरेश में गया और परमेश्वर की चर्चा करके उसको ढाढ़स दिलाया +2872,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_017.wav,उसने उससे कहा मत डर क्योंकि तू मेरे पिता शाऊल के हाथ में न पड़ेगा और तू ही इस्राएल का राजा होगा और मैं तेरे नीचे होऊँगा और इस बात को मेरा पिता शाऊल भी जानता है +2873,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_018.wav,तब उन दोनों ने यहोवा की शपथ खाकर आपस में वाचा बाँधी तब दाऊद होरेश में रह गया और योनातान अपने घर चला गया +2874,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_019.wav,तब जीपी लोग गिबा में शाऊल के पास जाकर कहने लगे दाऊद तो हमारे पास होरेश के गढ़ों में अर्थात् उस हकीला नामक पहाड़ी पर छिपा रहता है जो यशीमोन के दक्षिण की ओर है +2875,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_020.wav,इसलिए अब हे राजा तेरी जो इच्छा आने की है तो आ और उसको राजा के हाथ में पकड़वा देना हमारा काम होगा +2876,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_021.wav,शाऊल ने कहा यहोवा की आशीष तुम पर हो क्योंकि तुम ने मुझ पर दया की है +2877,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_022.wav,तुम चलकर और भी निश्चय कर लो और देखभाल कर जान लो और उसके अड्डे का पता लगा लो और पता लगाओ कि उसको वहाँ किसने देखा है क्योंकि किसी ने मुझसे कहा है कि वह बड़ी च��ुराई से काम करता है +2878,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_023.wav,इसलिए जहाँ कहीं वह छिपा करता है उन सब स्थानों को देख देखकर पहचानो तब निश्चय करके मेरे पास लौट आना और मैं तुम्हारे साथ चलूँगा और यदि वह उस देश में कहीं भी हो तो मैं उसे यहूदा के हजारों में से ढूँढ़ निकालूँगा +2879,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_024.wav,तब वे चलकर शाऊल से पहले जीप को गए परन्तु दाऊद अपने जनों समेत माओन नामक जंगल में चला गया था जो अराबा में यशीमोन के दक्षिण की ओर है +2880,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_025.wav,तब शाऊल अपने जनों को साथ लेकर उसकी खोज में गया इसका समाचार पाकर दाऊद पर्वत पर से उतर के माओन जंगल में रहने लगा यह सुन शाऊल ने माओन जंगल में दाऊद का पीछा किया +2881,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_026.wav,शाऊल तो पहाड़ की एक ओर और दाऊद अपने जनों समेत पहाड़ की दूसरी ओर जा रहा था और दाऊद शाऊल के डर के मारे जल्दी जा रहा था और शाऊल अपने जनों समेत दाऊद और उसके जनों को पकड़ने के लिये घेरा बनाना चाहता था +2882,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_027.wav,कि एक दूत ने शाऊल के पास आकर कहा फुर्ती से चला आ क्योंकि पलिश्तियों ने देश पर चढ़ाई की है +2883,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_028.wav,यह सुन शाऊल दाऊद का पीछा छोड़कर पलिश्तियों का सामना करने को चला इस कारण उस स्थान का नाम सेलाहम्महलकोत पड़ा +2884,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_023_029.wav,वहाँ से दाऊद चढ़कर एनगदी के गढ़ों में रहने लगा +2885,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_001.wav,जब शाऊल पलिश्तियों का पीछा करके लौटा तब उसको यह समाचार मिला कि दाऊद एनगदी के जंगल में है +2886,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_002.wav,तब शाऊल समस्त इस्राएलियों में से तीन हजार को छाँटकर दाऊद और उसके जनों को जंगली बकरों की चट्टानों पर खोजने गया +2887,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_003.wav,जब वह मार्ग पर के भेड़शालाओं के पास पहुँचा जहाँ एक गुफा थी तब शाऊल दिशा फिरने को उसके भीतर गया और उसी गुफा के कोनों में दाऊद और उसके जन बैठे हुए थे +2888,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_004.wav,तब दाऊद के जनों ने उससे कहा सुन आज वही दिन है जिसके विषय यहोवा ने तुझ से कहा था मैं तेरे शत्रु को तेरे हाथ में सौंप दूँगा कि तू उससे मनमाना बर्ताव कर ले तब दाऊद ने उठकर शाऊल के बागे की छोर को छिपकर काट लिया +2889,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_005.wav,इसके बाद दाऊद शाऊल के बागे की छोर काटने से पछताया +2890,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_006.wav,वह अपने जनों से कहने लगा यहोवा न करे कि मैं अपने प्रभु से जो यहोवा का अभिषिक्त है ऐसा काम करूँ कि उस पर हाथ उठाऊँ क्योंकि वह यहोवा का अभिषिक्त है +2891,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_007.wav,ऐसी बातें कहकर दाऊद ने अपने जनों को समझाया और उन्हें ���ाऊल पर आक्रमण करने को उठने न दिया फिर शाऊल उठकर गुफा से निकला और अपना मार्ग लिया +2892,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_008.wav,उसके बाद दाऊद भी उठकर गुफा से निकला और शाऊल को पीछे से पुकारके बोला हे मेरे प्रभु हे राजा जब शाऊल ने पीछे मुड़कर देखा तब दाऊद ने भूमि की ओर सिर झुकाकर दण्डवत् की +2893,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_009.wav,और दाऊद ने शाऊल से कहा जो मनुष्य कहते हैं कि दाऊद तेरी हानि चाहता है उनकी तू क्यों सुनता है +2894,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_010.wav,देख आज तूने अपनी आँखों से देखा है कि यहोवा ने आज गुफा में तुझे मेरे हाथ सौंप दिया था और किसी किसी ने तो मुझसे तुझे मारने को कहा था परन्तु मुझे तुझ पर तरस आया और मैंने कहा मैं अपने प्रभु पर हाथ न उठाऊँगा क्योंकि वह यहोवा का अभिषिक्त है +2895,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_011.wav,फिर हे मेरे पिता देख अपने बागे की छोर मेरे हाथ में देख मैंने तेरे बागे की छोर तो काट ली परन्तु तुझे घात न किया इससे निश्चय करके जान ले कि मेरे मन में कोई बुराई या अपराध का सोच नहीं है मैंने तेरे विरुद्ध कोई अपराध नहीं किया परन्तु तू मेरे प्राण लेने को मानो उसका अहेर करता रहता है +2896,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_012.wav,यहोवा मेरा और तेरा न्याय करे और यहोवा तुझ से मेरा बदला ले परन्तु मेरा हाथ तुझ पर न उठेगा +2897,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_013.wav,प्राचीनों के नीतिवचन के अनुसार दुष्टता दुष्टों से होती है परन्तु मेरा हाथ तुझ पर न उठेगा +2898,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_014.wav,इस्राएल का राजा किसका पीछा करने को निकला है और किसके पीछे पड़ा है एक मरे कुत्ते के पीछे एक पिस्सू के पीछे +2899,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_015.wav,इसलिए यहोवा न्यायी होकर मेरा तेरा विचार करे और विचार करके मेरा मुकद्दमा लड़े और न्याय करके मुझे तेरे हाथ से बचाए +2900,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_016.wav,जब दाऊद शाऊल से ये बातें कह चुका तब शाऊल ने कहा हे मेरे बेटे दाऊद क्या यह तेरा बोल है तब शाऊल चिल्लाकर रोने लगा +2901,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_017.wav,फिर उसने दाऊद से कहा तू मुझसे अधिक धर्मी है तूने तो मेरे साथ भलाई की है परन्तु मैंने तेरे साथ बुराई की +2902,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_018.wav,और तूने आज यह प्रगट किया है कि तूने मेरे साथ भलाई की है कि जब यहोवा ने मुझे तेरे हाथ में कर दिया तब तूने मुझे घात न किया +2903,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_019.wav,भला क्या कोई मनुष्य अपने शत्रु को पाकर कुशल से जाने देता है इसलिए जो तूने आज मेरे साथ किया है इसका अच्छा बदला यहोवा तुझे दे +2904,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_020.wav,और अब मुझे मालूम हुआ है कि तू निश्चय राजा हो जाएगा और इस्राएल का ���ाज्य तेरे हाथ में स्थिर होगा +2905,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_021.wav,अब मुझसे यहोवा की शपथ खा कि मैं तेरे वंश को तेरे बाद नष्ट न करूँगा और तेरे पिता के घराने में से तेरा नाम मिटा न डालूँगा +2906,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_024_022.wav,तब दाऊद ने शाऊल से ऐसी ही शपथ खाई तब शाऊल अपने घर चला गया और दाऊद अपने जनों समेत गढ़ों में चला गया +2907,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_001.wav,शमूएल की मृत्यु हो गई और समस्त इस्राएलियों ने इकट्ठे होकर उसके लिये छाती पीटी और उसके घर ही में जो रामाह में था उसको मिट्टी दी तब दाऊद उठकर पारान जंगल को चला गया +2908,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_002.wav,माओन में एक पुरुष रहता था जिसका व्यापार कर्मेल में था और वह पुरुष बहुत धनी था और उसकी तीन हजार भेड़ें और एक हजार बकरियाँ थीं और वह अपनी भेड़ों का ऊन कतर रहा था +2909,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_003.wav,उस पुरुष का नाम नाबाल और उसकी पत्नी का नाम अबीगैल था स्त्री तो बुद्धिमान और रूपवती थी परन्तु पुरुष कठोर और बुरेबुरे काम करनेवाला था वह कालेबवंशी था +2910,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_004.wav,जब दाऊद ने जंगल में समाचार पाया कि नाबाल अपनी भेड़ों का ऊन कतर रहा है +2911,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_005.wav,तब दाऊद ने दस जवानों को वहाँ भेज दिया और दाऊद ने उन जवानों से कहा कर्मेल में नाबाल के पास जाकर मेरी ओर से उसका कुशल क्षेम पूछो +2912,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_006.wav,और उससे यह कहो तू चिरंजीव रहे तेरा कल्याण हो और तेरा घराना कल्याण से रहे और जो कुछ तेरा है वह कल्याण से रहे +2913,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_007.wav,मैंने सुना है कि जो तू ऊन कतर रहा है तेरे चरवाहे हम लोगों के पास रहे और न तो हमने उनकी कुछ हानि की और न उनका कुछ खोया गया +2914,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_008.wav,अपने जवानों से यह बात पूछ ले और वे तुझको बताएँगे अतः इन जवानों पर तेरे अनुग्रह की दृष्टि हो हम तो आनन्द के समय में आए हैं इसलिए जो कुछ तेरे हाथ लगे वह अपने दासों और अपने बेटे दाऊद को दे +2915,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_009.wav,दाऊद के जवान जाकर ऐसी बातें उसके नाम से नाबाल को सुनाकर चुप रहे +2916,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_010.wav,नाबाल ने दाऊद के जनों को उत्तर देकर उनसे कहा दाऊद कौन है यिशै का पुत्र कौन है आजकल बहुत से दास अपनेअपने स्वामी के पास से भाग जाते हैं +2917,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_011.wav,क्या मैं अपनी रोटीपानी और जो पशु मैंने अपने कतरनेवालों के लिये मारे हैं लेकर ऐसे लोगों को दे दूँ जिनको मैं नहीं जानता कि कहाँ के हैं +2918,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_012.wav,तब दाऊद के जवानों ने लौटकर अपना मार्ग लिया और लौटकर उसको ये सब बातें ज्यों की त्यों सुना दीं +2919,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_013.wav,तब दाऊद ने अपने जनों से कहा अपनीअपनी तलवार बाँध लो तब उन्होंने अपनीअपनी तलवार बाँध ली और दाऊद ने भी अपनी तलवार बाँध ली और कोई चार सौ पुरुष दाऊद के पीछेपीछे चले और दो सौ सामान के पास रह गए +2920,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_014.wav,परन्तु एक सेवक ने नाबाल की पत्नी अबीगैल को बताया दाऊद ने जंगल से हमारे स्वामी को आशीर्वाद देने के लिये दूत भेजे थे और उसने उन्हें ललकार दिया +2921,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_015.wav,परन्तु वे मनुष्य हम से बहुत अच्छा बर्ताव रखते थे और जब तक हम मैदान में रहते हुए उनके पास आयाजाया करते थे तब तक न तो हमारी कुछ हानि हुई और न हमारा कुछ खोया +2922,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_016.wav,जब तक हम उनके साथ भेड़बकरियाँ चराते रहे तब तक वे रात दिन हमारी आड़ बने रहे +2923,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_017.wav,इसलिए अब सोच विचार कर कि क्या करना चाहिए क्योंकि उन्होंने हमारे स्वामी की और उसके समस्त घराने की हानि करना ठान लिया होगा वह तो ऐसा दुष्ट है कि उससे कोई बोल भी नहीं सकता +2924,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_018.wav,तब अबीगैल ने फुर्ती से दो सौ रोटी और दो कुप्पी दाखमधु और पाँच भेड़ों का माँस और पाँच सआ भूना हुआ अनाज और एक सौ गुच्छे किशमिश और अंजीरों की दो सौ टिकियाँ लेकर गदहों पर लदवाई +2925,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_019.wav,और उसने अपने जवानों से कहा तुम मेरे आगेआगे चलो मैं तुम्हारे पीछेपीछे आती हूँ परन्तु उसने अपने पति नाबाल से कुछ न कहा +2926,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_020.wav,वह गदहे पर चढ़ी हुई पहाड़ की आड़ में उतरी जाती थी और दाऊद अपने जनों समेत उसके सामने उतरा आता था और वह उनको मिली +2927,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_021.wav,दाऊद ने तो सोचा था मैंने जो जंगल में उसके सब माल की ऐसी रक्षा की कि उसका कुछ भी न खोया यह निःसन्देह व्यर्थ हुआ क्योंकि उसने भलाई के बदले मुझसे बुराई ही की है +2928,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_022.wav,यदि सवेरे को उजियाला होने तक उस जन के समस्त लोगों में से एक लड़के को भी मैं जीवित छोड़ूं तो परमेश्वर मेरे सब शत्रुओं से ऐसा ही वरन् इससे भी अधिक करे +2929,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_023.wav,दाऊद को देख अबीगैल फुर्ती करके गदहे पर से उतर पड़ी और दाऊद के सम्मुख मुँह के बल भूमि पर गिरकर दण्डवत् की +2930,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_024.wav,फिर वह उसके पाँव पर गिरकर कहने लगी हे मेरे प्रभु यह अपराध मेरे ही सिर पर हो तेरी दासी तुझ से कुछ कहना चाहती है और तू अपनी दासी की बातों को सुन ले +2931,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_025.wav,मेरा प्रभु उस दुष्ट नाबाल पर चित्त न लगाए क्योंकि जैसा उसका नाम है वैसा ही वह आप है उसका न���म तो नाबाल है और सचमुच उसमें मूर्खता पाई जाती है परन्तु मुझ तेरी दासी ने अपने प्रभु के जवानों को जिन्हें तूने भेजा था न देखा था +2932,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_026.wav,और अब हे मेरे प्रभु यहोवा के जीवन की शपथ और तेरे जीवन की शपथ कि यहोवा ने जो तुझे खून से और अपने हाथ के द्वारा अपना बदला लेने से रोक रखा है इसलिए अब तेरे शत्रु और मेरे प्रभु की हानि के चाहनेवाले नाबाल ही के समान ठहरें +2933,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_027.wav,और अब यह भेंट जो तेरी दासी अपने प्रभु के पास लाई है उन जवानों को दी जाए जो मेरे प्रभु के साथ चलते हैं +2934,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_028.wav,अपनी दासी का अपराध क्षमा कर क्योंकि यहोवा निश्चय मेरे प्रभु का घर बसाएगा और स्थिर करेगा इसलिए कि मेरा प्रभु यहोवा की ओर से लड़ता है और जन्म भर तुझ में कोई बुराई नहीं पाई जाएगी +2935,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_029.wav,और यद्यपि एक मनुष्य तेरा पीछा करने और तेरे प्राण का ग्राहक होने को उठा है तो भी मेरे प्रभु का प्राण तेरे परमेश्वर यहोवा की जीवनरूपी गठरी में बँधा रहेगा और तेरे शत्रुओं के प्राणों को वह मानो गोफन में रखकर फेंक देगा +2936,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_030.wav,इसलिए जब यहोवा मेरे प्रभु के लिये यह समस्त भलाई करेगा जो उसने तेरे विषय में कही है और तुझे इस्राएल पर प्रधान करके ठहराएगा +2937,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_031.wav,तब तुझे इस कारण पछताना न होगा या मेरे प्रभु का हृदय पीड़ित न होगा कि तूने अकारण खून किया और मेरे प्रभु ने अपना बदला आप लिया है फिर जब यहोवा मेरे प्रभु से भलाई करे तब अपनी दासी को स्मरण करना +2938,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_032.wav,दाऊद ने अबीगैल से कहा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा धन्य है जिसने आज के दिन मुझसे भेंट करने के लिये तुझे भेजा है +2939,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_033.wav,और तेरा विवेक धन्य है और तू आप भी धन्य है कि तूने मुझे आज के दिन खून करने और अपना बदला आप लेने से रोक लिया है +2940,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_034.wav,क्योंकि सचमुच इस्राएल का परमेश्वर यहोवा जिसने मुझे तेरी हानि करने से रोका है उसके जीवन की शपथ यदि तू फुर्ती करके मुझसे भेंट करने को न आती तो निःसन्देह सवेरे को उजियाला होने तक नाबाल का कोई लड़का भी न बचता +2941,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_035.wav,तब दाऊद ने उसे ग्रहण किया जो वह उसके लिये लाई थी फिर उससे उसने कहा अपने घर कुशल से जा सुन मैंने तेरी बात मानी है और तेरी विनती ग्रहण कर ली है +2942,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_036.wav,तब अबीगैल नाबाल के पास लौट गई और क्या देखती है कि वह घर में राजा का सा भोज कर रहा है और नाबाल ��ा मन मगन है और वह नशे में अति चूर हो गया है इसलिए उसने भोर का उजियाला होने से पहले उससे कुछ भी न कहा +2943,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_037.wav,सवेरे को जब नाबाल का नशा उतर गया तब उसकी पत्नी ने उसे सारा हाल कह सुनाया तब उसके मन का हियाव जाता रहा और वह पत्थर सा सुन्न हो गया +2944,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_038.wav,और दस दिन के पश्चात् यहोवा ने नाबाल को ऐसा मारा कि वह मर गया +2945,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_039.wav,नाबाल के मरने का हाल सुनकर दाऊद ने कहा धन्य है यहोवा जिसने नाबाल के साथ मेरी नामधराई का मुकद्दमा लड़कर अपने दास को बुराई से रोक रखा और यहोवा ने नाबाल की बुराई को उसी के सिर पर लाद दिया है तब दाऊद ने लोगों को अबीगैल के पास इसलिए भेजा कि वे उससे उसकी पत्नी होने की बातचीत करें +2946,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_040.wav,तो जब दाऊद के सेवक कर्मेल को अबीगैल के पास पहुँचे तब उससे कहने लगे दाऊद ने हमें तेरे पास इसलिए भेजा है कि तू उसकी पत्नी बने +2947,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_041.wav,तब वह उठी और मुँह के बल भूमि पर गिर दण्डवत् करके कहा तेरी दासी अपने प्रभु के सेवकों के चरण धोने के लिये दासी बने +2948,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_042.wav,तब अबीगैल फुर्ती से उठी और गदहे पर चढ़ी और उसकी पाँच सहेलियाँ उसके पीछेपीछे हो लीं और वह दाऊद के दूतों के पीछेपीछे गई और उसकी पत्नी हो गई +2949,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_043.wav,और दाऊद ने यिज्रेल नगर की अहीनोअम से भी विवाह कर लिया तो वे दोनों उसकी पत्नियाँ हुईं +2950,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_025_044.wav,परन्तु शाऊल ने अपनी बेटी दाऊद की पत्नी मीकल को लैश के पुत्र गल्लीमवासी पलती को दे दिया था +2951,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_001.wav,फिर जीपी लोग गिबा में शाऊल के पास जाकर कहने लगे क्या दाऊद उस हकीला नामक पहाड़ी पर जो यशीमोन के सामने है छिपा नहीं रहता +2952,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_002.wav,तब शाऊल उठकर इस्राएल के तीन हजार छाँटे हुए योद्धा संग लिए हुए गया कि दाऊद को जीप के जंगल में खोजे +2953,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_003.wav,और शाऊल ने अपनी छावनी मार्ग के पास हकीला नामक पहाड़ी पर जो यशीमोन के सामने है डाली परन्तु दाऊद जंगल में रहा और उसने जान लिया कि शाऊल मेरा पीछा करने को जंगल में आया है +2954,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_004.wav,तब दाऊद ने भेदियों को भेजकर निश्चय कर लिया कि शाऊल सचमुच आ गया है +2955,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_005.wav,तब दाऊद उठकर उस स्थान पर गया जहाँ शाऊल पड़ा था और दाऊद ने उस स्थान को देखा जहाँ शाऊल अपने सेनापति नेर के पुत्र अब्नेर समेत पड़ा था शाऊल तो गाड़ियों की आड़ में पड़ा था और उसके लोग उसके चारों ओर डेरे डाले हुए थे +2956,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_006.wav,तब दाऊद ने हित्ती अहीमेलेक और सरूयाह के पुत्र योआब के भाई अबीशै से कहा मेरे साथ उस छावनी में शाऊल के पास कौन चलेगा अबीशै ने कहा तेरे साथ मैं चलूँगा +2957,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_007.wav,अतः दाऊद और अबीशै रातोंरात उन लोगों के पास गए और क्या देखते हैं कि शाऊल गाड़ियों की आड़ में पड़ा सो रहा है और उसका भाला उसके सिरहाने भूमि में गड़ा है और अब्नेर और योद्धा लोग उसके चारों ओर पड़े हुए हैं +2958,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_008.wav,तब अबीशै ने दाऊद से कहा परमेश्वर ने आज तेरे शत्रु को तेरे हाथ में कर दिया है इसलिए अब मैं उसको एक बार ऐसा मारूँ कि भाला उसे बेधता हुआ भूमि में धँस जाए और मुझ को उसे दूसरी बार मारना न पड़ेगा +2959,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_009.wav,दाऊद ने अबीशै से कहा उसे नष्ट न कर क्योंकि यहोवा के अभिषिक्त पर हाथ चलाकर कौन निर्दोष ठहर सकता है +2960,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_010.wav,फिर दाऊद ने कहा यहोवा के जीवन की शपथ यहोवा ही उसको मारेगा या वह अपनी मृत्यु से मरेगा या वह लड़ाई में जाकर मर जाएगा +2961,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_011.wav,यहोवा न करे कि मैं अपना हाथ यहोवा के अभिषिक्त पर उठाऊँ अब उसके सिरहाने से भाला और पानी की सुराही उठा ले और हम यहाँ से चले जाएँ +2962,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_012.wav,तब दाऊद ने भाले और पानी की सुराही को शाऊल के सिरहाने से उठा लिया और वे चले गए और किसी ने इसे न देखा और न जाना और न कोई जागा क्योंकि वे सब इस कारण सोए हुए थे कि यहोवा की ओर से उनमें भारी नींद समा गई थी +2963,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_013.wav,तब दाऊद दूसरी ओर जाकर दूर के पहाड़ की चोटी पर खड़ा हुआ और दोनों के बीच बड़ा अन्तर था +2964,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_014.wav,और दाऊद ने उन लोगों को और नेर के पुत्र अब्नेर को पुकारके कहा हे अब्नेर क्या तू नहीं सुनता अब्नेर ने उत्तर देकर कहा तू कौन है जो राजा को पुकारता है +2965,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_015.wav,दाऊद ने अब्नेर से कहा क्या तू पुरुष नहीं है इस्राएल में तेरे तुल्य कौन है तूने अपने स्वामी राजा की चौकसी क्यों नहीं की एक जन तो तेरे स्वामी राजा को नष्ट करने घुसा था +2966,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_016.wav,जो काम तूने किया है वह अच्छा नहीं यहोवा के जीवन की शपथ तुम लोग मारे जाने के योग्य हो क्योंकि तुम ने अपने स्वामी यहोवा के अभिषिक्त की चौकसी नहीं की और अब देख राजा का भाला और पानी की सुराही जो उसके सिरहाने थी वे कहाँ हैं +2967,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_017.wav,तब शाऊल ने दाऊद का बोल पहचानकर कहा हे मेरे बेटे दाऊद क्या यह तेरा बोल है दाऊद ने कहा हाँ मेरे प्रभु राजा मेरा ही बोल है +2968,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_018.wav,फिर उसने कहा मेरा प्रभु अपने दास का पीछा क्यों करता है मैंने क्या किया है और मुझसे कौन सी बुराई हुई है +2969,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_019.wav,अब मेरा प्रभु राजा अपने दास की बातें सुन ले यदि यहोवा ने तुझे मेरे विरुद्ध उकसाया हो तब तो वह भेंट ग्रहण करे परन्तु यदि आदमियों ने ऐसा किया हो तो वे यहोवा की ओर से श्रापित हों क्योंकि उन्होंने अब मुझे निकाल दिया कि मैं यहोवा के निज भाग में न रहूँ और उन्होंने कहा है जा पराए देवताओं की उपासना कर +2970,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_020.wav,इसलिए अब मेरा लहू यहोवा की आँखों की ओट में भूमि पर न बहने पाए इस्राएल का राजा तो एक पिस्सू ढूँढ़ने आया है जैसा कि कोई पहाड़ों पर तीतर का अहेर करे +2971,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_021.wav,शाऊल ने कहा मैंने पाप किया है हे मेरे बेटे दाऊद लौट आ मेरा प्राण आज के दिन तेरी दृष्टि में अनमोल ठहरा इस कारण मैं फिर तेरी कुछ हानि न करूँगा सुन मैंने मूर्खता की और मुझसे बड़ी भूल हुई है +2972,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_022.wav,दाऊद ने उत्तर देकर कहा हे राजा भाले को देख कोई जवान इधर आकर इसे ले जाए +2973,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_023.wav,यहोवा एकएक को अपनेअपने धार्मिकता और सच्चाई का फल देगा देख आज यहोवा ने तुझको मेरे हाथ में कर दिया था परन्तु मैंने यहोवा के अभिषिक्त पर अपना हाथ उठाना उचित न समझा +2974,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_024.wav,इसलिए जैसे तेरे प्राण आज मेरी दृष्टि में प्रिय ठहरे वैसे ही मेरे प्राण भी यहोवा की दृष्टि में प्रिय ठहरे और वह मुझे समस्त विपत्तियों से छुड़ाए +2975,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_026_025.wav,शाऊल ने दाऊद से कहा हे मेरे बेटे दाऊद तू धन्य है तू बड़ेबड़े काम करेगा और तेरे काम सफल होंगे तब दाऊद ने अपना मार्ग लिया और शाऊल भी अपने स्थान को लौट गया +2976,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_027_001.wav,तब दाऊद सोचने लगा अब मैं किसी न किसी दिन शाऊल के हाथ से नष्ट हो जाऊँगा अब मेरे लिये उत्तम यह है कि मैं पलिश्तियों के देश में भाग जाऊँ तब शाऊल मेरे विषय निराश होगा और मुझे इस्राएल के देश के किसी भाग में फिर न ढूँढ़ेगा तब मैं उसके हाथ से बच निकलूँगा +2977,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_027_002.wav,तब दाऊद अपने छः सौ संगी पुरुषों को लेकर चला गया और गत के राजा माओक के पुत्र आकीश के पास गया +2978,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_027_003.wav,और दाऊद और उसके जन अपनेअपने परिवार समेत गत में आकीश के पास रहने लगे दाऊद तो अपनी दो स्त्रियों के साथ अर्थात् यिज्रेली अहीनोअम और नाबाल की स्त्री कर्मेली अबीगैल के साथ रहा +2979,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_027_004.wav,��ब शाऊल को यह समाचार मिला कि दाऊद गत को भाग गया है तब उसने उसे फिर कभी न ढूँढ़ा +2980,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_027_005.wav,दाऊद ने आकीश से कहा यदि मुझ पर तेरे अनुग्रह की दृष्टि हो तो देश की किसी बस्ती में मुझे स्थान दिला दे जहाँ मैं रहूँ तेरा दास तेरे साथ राजधानी में क्यों रहे +2981,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_027_006.wav,तब आकीश ने उसे उसी दिन सिकलग बस्ती दी इस कारण से सिकलग आज के दिन तक यहूदा के राजाओं का बना है +2982,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_027_007.wav,पलिश्तियों के देश में रहतेरहते दाऊद को एक वर्ष चार महीने बीत गए +2983,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_027_008.wav,और दाऊद ने अपने जनों समेत जाकर गशूरियों गिर्जियों और अमालेकियों पर चढ़ाई की ये जातियाँ तो प्राचीनकाल से उस देश में रहती थीं जो शूर के मार्ग में मिस्र देश तक है +2984,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_027_009.wav,दाऊद ने उस देश को नष्ट किया और स्त्री पुरुष किसी को जीवित न छोड़ा और भेड़बकरी गायबैल गदहे ऊँट और वस्त्र लेकर लौटा और आकीश के पास गया +2985,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_027_010.wav,आकीश ने पूछा आज तुम ने चढ़ाई तो नहीं की दाऊद ने कहा हाँ यहूदा यरहमेलियों और केनियों की दक्षिण दिशा में +2986,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_027_011.wav,दाऊद ने स्त्री पुरुष किसी को जीवित न छोड़ा कि उन्हें गत में पहुँचाए उसने सोचा था ऐसा न हो कि वे हमारा काम बताकर यह कहें कि दाऊद ने ऐसाऐसा किया है वरन् जब से वह पलिश्तियों के देश में रहता है तब से उसका काम ऐसा ही है +2987,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_027_012.wav,तब आकीश ने दाऊद की बात सच मानकर कहा यह अपने इस्राएली लोगों की दृष्टि में अति घृणित हुआ है इसलिए यह सदा के लिये मेरा दास बना रहेगा +2988,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_001.wav,उन दिनों में पलिश्तियों ने इस्राएल से लड़ने के लिये अपनी सेना इकट्ठी की तब आकीश ने दाऊद से कहा निश्चय जान कि तुझे अपने जवानों समेत मेरे साथ सेना में जाना होगा +2989,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_002.wav,दाऊद ने आकीश से कहा इस कारण तू जान लेगा कि तेरा दास क्या करेगा आकीश ने दाऊद से कहा इस कारण मैं तुझे अपने सिर का रक्षक सदा के लिये ठहराऊँगा +2990,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_003.wav,शमूएल तो मर गया था और समस्त इस्राएलियों ने उसके विषय छाती पीटी और उसको उसके नगर रामाह में मिट्टी दी थी और शाऊल ने ओझों और भूतसिद्धि करनेवालों को देश से निकाल दिया था +2991,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_004.wav,जब पलिश्ती इकट्ठे हुए और शूनेम में छावनी डाली तो शाऊल ने सब इस्राएलियों को इकट्ठा किया और उन्होंने गिलबो में छावनी डाली +2992,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_005.wav,पलिश्तियों की सेना को देखकर शाऊल डर गया और उसका मन अ���्यन्त भयभीत हो काँप उठा +2993,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_006.wav,और जब शाऊल ने यहोवा से पूछा तब यहोवा ने न तो स्वप्न के द्वारा उसे उत्तर दिया और न ऊरीम के द्वारा और न भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा +2994,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_007.wav,तब शाऊल ने अपने कर्मचारियों से कहा मेरे लिये किसी भूतसिद्धि करनेवाली को ढूँढ़ो कि मैं उसके पास जाकर उससे पूछूँ उसके कर्मचारियों ने उससे कहा एनदोर में एक भूतसिद्धि करनेवाली रहती है +2995,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_008.wav,तब शाऊल ने अपना भेष बदला और दूसरे कपड़े पहनकर दो मनुष्य संग लेकर रातोंरात चलकर उस स्त्री के पास गया और कहा अपने सिद्धि भूत से मेरे लिये भावी कहलवा और जिसका नाम मैं लूँगा उसे बुलवा दे +2996,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_009.wav,स्त्री ने उससे कहा तू जानता है कि शाऊल ने क्या किया है कि उसने ओझों और भूतसिद्धि करनेवालों का देश से नाश किया है फिर तू मेरे प्राण के लिये क्यों फंदा लगाता है कि मुझे मरवा डाले +2997,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_010.wav,शाऊल ने यहोवा की शपथ खाकर उससे कहा यहोवा के जीवन की शपथ इस बात के कारण तुझे दण्ड न मिलेगा +2998,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_011.wav,तब स्त्री ने पूछा मैं तेरे लिये किसको बुलाऊँ उसने कहा शमूएल को मेरे लिये बुला +2999,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_012.wav,जब स्त्री ने शमूएल को देखा तब ऊँचे शब्द से चिल्लाई और शाऊल से कहा तूने मुझे क्यों धोखा दिया तू तो शाऊल है +3000,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_013.wav,राजा ने उससे कहा मत डर तुझे क्या देख पड़ता है स्त्री ने शाऊल से कहा मुझे एक देवता पृथ्वी में से चढ़ता हुआ दिखाई पड़ता है +3001,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_014.wav,उसने उससे पूछा उसका कैसा रूप है उसने कहा एक बूढ़ा पुरुष बागा ओढ़े हुए चढ़ा आता है तब शाऊल ने निश्चय जानकर कि वह शमूएल है औंधे मुँह भूमि पर गिरकर दण्डवत् किया +3002,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_015.wav,शमूएल ने शाऊल से पूछा तूने मुझे ऊपर बुलवाकर क्यों सताया है शाऊल ने कहा मैं बड़े संकट में पड़ा हूँ क्योंकि पलिश्ती मेरे साथ लड़ रहे हैं और परमेश्वर ने मुझे छोड़ दिया और अब मुझे न तो भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा उत्तर देता है और न स्वप्नों के इसलिए मैंने तुझे बुलाया कि तू मुझे जता दे कि मैं क्या करूँ +3003,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_016.wav,शमूएल ने कहा जब यहोवा तुझे छोड़कर तेरा शत्रु बन गया तब तू मुझसे क्यों पूछता है +3004,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_017.wav,यहोवा ने तो जैसे मुझसे कहलवाया था वैसा ही उसने व्यवहार किया है अर्थात् उसने तेरे हाथ से राज्य छीनकर तेरे पड़ोसी दाऊद को दे दिया है +3005,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_018.wav,तूने जो यहोवा की बात न मानी और न अमालेकियों को उसके भड़के हुए कोप के अनुसार दण्ड दिया था इस कारण यहोवा ने तुझ से आज ऐसा बर्ताव किया +3006,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_019.wav,फिर यहोवा तुझ समेत इस्राएलियों को पलिश्तियों के हाथ में कर देगा और तू अपने बेटों समेत कल मेरे साथ होगा और इस्राएली सेना को भी यहोवा पलिश्तियों के हाथ में कर देगा +3007,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_020.wav,तब शाऊल तुरन्त मुँह के बल भूमि पर गिर पड़ा और शमूएल की बातों के कारण अत्यन्त डर गया उसने पूरे दिन और रात भोजन न किया था इससे उसमें बल कुछ भी न रहा +3008,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_021.wav,तब वह स्त्री शाऊल के पास गई और उसको अति व्याकुल देखकर उससे कहा सुन तेरी दासी ने तो तेरी बात मानी और मैंने अपने प्राण पर खेलकर तेरे वचनों को सुन लिया जो तूने मुझसे कहा +3009,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_022.wav,तो अब तू भी अपनी दासी की बात मान और मैं तेरे सामने एक टुकड़ा रोटी रखूँ तू उसे खा कि जब तू अपना मार्ग ले तब तुझे बल आ जाए +3010,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_023.wav,उसने इन्कार करके कहा मैं न खाऊँगा परन्तु उसके सेवकों और स्त्री ने मिलकर यहाँ तक उसे दबाया कि वह उनकी बात मानकर भूमि पर से उठकर खाट पर बैठ गया +3011,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_024.wav,स्त्री के घर में तो एक तैयार किया हुआ बछड़ा था उसने फुर्ती करके उसे मारा फिर आटा लेकर गूँधा और अख़मीरी रोटी बनाकर +3012,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_028_025.wav,शाऊल और उसके सेवकों के आगे लाई और उन्होंने खाया तब वे उठकर उसी रात चले गए +3013,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_029_001.wav,पलिश्तियों ने अपनी समस्त सेना को अपेक में इकट्ठा किया और इस्राएली यिज्रेल के निकट के सोते के पास डेरे डाले हुए थे +3014,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_029_002.wav,तब पलिश्तियों के सरदार अपनेअपने सैंकड़ों और हजारों समेत आगे बढ़ गए और सेना के पीछेपीछे आकीश के साथ दाऊद भी अपने जनों समेत बढ़ गया +3015,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_029_003.wav,तब पलिश्ती हाकिमों ने पूछा इन इब्रियों का यहाँ क्या काम है आकीश ने पलिश्ती सरदारों से कहा क्या वह इस्राएल के राजा शाऊल का कर्मचारी दाऊद नहीं है जो क्या जाने कितने दिनों से वरन् वर्षों से मेरे साथ रहता है और जब से वह भाग आया तब से आज तक मैंने उसमें कोई दोष नहीं पाया +3016,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_029_004.wav,तब पलिश्ती हाकिम उससे क्रोधित हुए और उससे कहा उस पुरुष को लौटा दे कि वह उस स्थान पर जाए जो तूने उसके लिये ठहराया है वह हमारे संग लड़ाई में न आने पाएगा कहीं ऐसा न हो कि वह लड़ाई में हमारा विरोधी बन जाए फिर वह अपने स्वामी से किस रीति से मेल करे क्य��� लोगों के सिर कटवाकर न करेगा +3017,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_029_005.wav,क्या यह वही दाऊद नहीं है जिसके विषय में लोग नाचते और गाते हुए एक दूसरे से कहते थे शाऊल ने हजारों को पर दाऊद ने लाखों को मारा है +3018,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_029_006.wav,तब आकीश ने दाऊद को बुलाकर उससे कहा यहोवा के जीवन की शपथ तू तो सीधा है और सेना में तेरा मेरे संग आनाजाना भी मुझे भावता है क्योंकि जब से तू मेरे पास आया तब से लेकर आज तक मैंने तो तुझ में कोई बुराई नहीं पाई तो भी सरदार लोग तुझे नहीं चाहते +3019,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_029_007.wav,इसलिए अब तू कुशल से लौट जा ऐसा न हो कि पलिश्ती सरदार तुझ से अप्रसन्न हों +3020,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_029_008.wav,दाऊद ने आकीश से कहा मैंने क्या किया है और जब से मैं तेरे सामने आया तब से आज तक तूने अपने दास में क्या पाया है कि मैं अपने प्रभु राजा के शत्रुओं से लड़ने न पाऊँ +3021,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_029_009.wav,आकीश ने दाऊद को उत्तर देकर कहा हाँ यह मुझे मालूम है तू मेरी दृष्टि में तो परमेश्वर के दूत के समान अच्छा लगता है तो भी पलिश्ती हाकिमों ने कहा है वह हमारे संग लड़ाई में न जाने पाएगा +3022,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_029_010.wav,इसलिए अब तू अपने प्रभु के सेवकों को लेकर जो तेरे साथ आए हैं सवेरे को तड़के उठना और तुम तड़के उठकर उजियाला होते ही चले जाना +3023,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_029_011.wav,इसलिए दाऊद अपने जनों समेत तड़के उठकर पलिश्तियों के देश को लौट गया और पलिश्ती यिज्रेल को चढ़ गए +3024,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_001.wav,तीसरे दिन जब दाऊद अपने जनों समेत सिकलग पहुँचा तब उन्होंने क्या देखा कि अमालेकियों ने दक्षिण देश और सिकलग पर चढ़ाई की और सिकलग को मार के फूँक दिया +3025,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_002.wav,और उसमें की स्त्री आदि छोटे बड़े जितने थे सब को बन्दी बनाकर ले गए उन्होंने किसी को मार तो नहीं डाला परन्तु सभी को लेकर अपना मार्ग लिया +3026,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_003.wav,इसलिए जब दाऊद अपने जनों समेत उस नगर में पहुँचा तब नगर तो जला पड़ा था और स्त्रियाँ और बेटेबेटियाँ बँधुआई में चली गई थीं +3027,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_004.wav,तब दाऊद और वे लोग जो उसके साथ थे चिल्लाकर इतना रोए कि फिर उनमें रोने की शक्ति न रही +3028,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_005.wav,दाऊद की दोनों स्त्रियाँ यिज्रेली अहीनोअम और कर्मेली नाबाल की स्त्री अबीगैल बन्दी बना ली गई थीं +3029,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_006.wav,और दाऊद बड़े संकट में पड़ा क्योंकि लोग अपने बेटेबेटियों के कारण बहुत शोकित होकर उस पर पथरवाह करने की चर्चा कर रहे थे परन्तु दाऊद ने अपने परमेश्वर यहोवा को स्मरण करके हियाव बाँधा +3030,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_007.wav,तब दाऊद ने अहीमेलेक के पुत्र एब्यातार याजक से कहा एपोद को मेरे पास ला तब एब्यातार एपोद को दाऊद के पास ले आया +3031,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_008.wav,और दाऊद ने यहोवा से पूछा क्या मैं इस दल का पीछा करूँ क्या उसको जा पकड़ूँगा उसने उससे कहा पीछा कर क्योंकि तू निश्चय उसको पकड़ेगा और निःसन्देह सब कुछ छुड़ा लाएगा +3032,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_009.wav,तब दाऊद अपने छः सौ साथी जनों को लेकर बसोर नामक नदी तक पहुँचा वहाँ कुछ लोग छोड़े जाकर रह गए +3033,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_010.wav,दाऊद तो चार सौ पुरुषों समेत पीछा किए चला गया परन्तु दो सौ जो ऐसे थक गए थे कि बसोर नदी के पार न जा सके वहीं रहे +3034,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_011.wav,उनको एक मिस्री पुरुष मैदान में मिला उन्होंने उसे दाऊद के पास ले जाकर रोटी दी और उसने उसे खाया तब उसे पानी पिलाया +3035,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_012.wav,फिर उन्होंने उसको अंजीर की टिकिया का एक टुकड़ा और दो गुच्छे किशमिश दिए और जब उसने खाया तब उसके जी में जी आया उसने तीन दिन और तीन रात से न तो रोटी खाई थी और न पानी पिया था +3036,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_013.wav,तब दाऊद ने उससे पूछा तू किसका जन है और कहाँ का है उसने कहा मैं तो मिस्री जवान और एक अमालेकी मनुष्य का दास हूँ और तीन दिन हुए कि मैं बीमार पड़ा और मेरा स्वामी मुझे छोड़ गया +3037,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_014.wav,हम लोगों ने करेतियों की दक्षिण दिशा में और यहूदा के देश में और कालेब की दक्षिण दिशा में चढ़ाई की और सिकलग को आग लगाकर फूँक दिया था +3038,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_015.wav,दाऊद ने उससे पूछा क्या तू मुझे उस दल के पास पहुँचा देगा उसने कहा मुझसे परमेश्वर की यह शपथ खा कि तू मुझे न तो प्राण से मारेगा और न मेरे स्वामी के हाथ कर देगा तब मैं तुझे उस दल के पास पहुँचा दूँगा +3039,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_016.wav,जब उसने उसे पहुँचाया तब देखने में आया कि वे सब भूमि पर छिटके हुए खाते पीते और उस बड़ी लूट के कारण जो वे पलिश्तियों के देश और यहूदा देश से लाए थे नाच रहे हैं +3040,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_017.wav,इसलिए दाऊद उन्हें रात के पहले पहर से लेकर दूसरे दिन की साँझ तक मारता रहा यहाँ तक कि चार सौ जवानों को छोड़ जो ऊँटों पर चढ़कर भाग गए उनमें से एक भी मनुष्य न बचा +3041,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_018.wav,और जो कुछ अमालेकी ले गए थे वह सब दाऊद ने छुड़ाया और दाऊद ने अपनी दोनों स्त्रियों को भी छुड़ा लिया +3042,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_019.wav,वरन् उनके क्या छोटे क्या बडे़ क्या बेटे क्या बेटियाँ क्या लूट का माल सब कुछ जो अमालेकी ले गए थे उसमें स��� कोई वस्तु न रही जो उनको न मिली हो क्योंकि दाऊद सब का सब लौटा लाया +3043,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_020.wav,और दाऊद ने सब भेड़बकरियाँ और गायबैल भी लूट लिए और इन्हें लोग यह कहते हुए अपने जानवरों के आगे हाँकते गए कि यह दाऊद की लूट है +3044,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_021.wav,तब दाऊद उन दो सौ पुरुषों के पास आया जो ऐसे थक गए थे कि दाऊद के पीछेपीछे न जा सके थे और बसोर नाले के पास छोड़ दिए गए थे और वे दाऊद से और उसके संग के लोगों से मिलने को चले और दाऊद ने उनके पास पहुँचकर उनका कुशल क्षेम पूछा +3045,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_022.wav,तब उन लोगों में से जो दाऊद के संग गए थे सब दुष्ट और ओछे लोगों ने कहा ये लोग हमारे साथ नहीं चले थे इस कारण हम उन्हें अपने छुड़ाए हुए लूट के माल में से कुछ न देंगे केवल एकएक मनुष्य को उसकी स्त्री और बालबच्चे देंगे कि वे उन्हें लेकर चले जाएँ +3046,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_023.wav,परन्तु दाऊद ने कहा हे मेरे भाइयों तुम उस माल के साथ ऐसा न करने पाओगे जिसे यहोवा ने हमें दिया है और उसने हमारी रक्षा की और उस दल को जिसने हमारे ऊपर चढ़ाई की थी हमारे हाथ में कर दिया है +3047,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_024.wav,और इस विषय में तुम्हारी कौन सुनेगा लड़ाई में जानेवाले का जैसा भाग हो सामान के पास बैठे हुए का भी वैसा ही भाग होगा दोनों एक ही समान भाग पाएँगे +3048,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_025.wav,और दाऊद ने इस्राएलियों के लिये ऐसी ही विधि और नियम ठहराया और वह उस दिन से लेकर आगे को वरन् आज लों बना है +3049,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_026.wav,सिकलग में पहुँचकर दाऊद ने यहूदी पुरनियों के पास जो उसके मित्र थे लूट के माल में से कुछ कुछ भेजा और यह सन्देश भेजा यहोवा के शत्रुओं से ली हुई लूट में से तुम्हारे लिये यह भेंट है +3050,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_027.wav,अर्थात् बेतेल के दक्षिण देश के रामोत यत्तीर +3051,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_028.wav,अरोएर सिपमोत एश्तमो +3052,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_029.wav,राकाल यरहमेलियों के नगरों केनियों के नगरों +3053,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_030.wav,होर्मा कोराशान अताक +3054,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_030_031.wav,हेब्रोन आदि जितने स्थानों में दाऊद अपने जनों समेत फिरा करता था उन सब के पुरनियों के पास उसने कुछ कुछ भेजा +3055,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_001.wav,पलिश्ती तो इस्राएलियों से लड़े और इस्राएली पुरुष पलिश्तियों के सामने से भागे और गिलबो नाम पहाड़ पर मारे गए +3056,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_002.wav,और पलिश्ती शाऊल और उसके पुत्रों के पीछे लगे रहे और पलिश्तियों ने शाऊल के पुत्र योनातान अबीनादाब और मल्कीशूअ को मार डाला +3057,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_003.wav,शाऊल के साथ घमासान युद्ध हो रहा था और धनुर्धारियों ने उसे पा लिया और वह उनके कारण अत्यन्त व्याकुल हो गया +3058,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_004.wav,तब शाऊल ने अपने हथियार ढोनेवाले से कहा अपनी तलवार खींचकर मुझे भोंक दे ऐसा न हो कि वे खतनारहित लोग आकर मुझे भोंक दें और मेरा ठट्टा करें परन्तु उसके हथियार ढोनेवाले ने अत्यन्त भय खाकर ऐसा करने से इन्कार किया तब शाऊल अपनी तलवार खड़ी करके उस पर गिर पड़ा +3059,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_005.wav,यह देखकर कि शाऊल मर गया उसका हथियार ढोनेवाला भी अपनी तलवार पर आप गिरकर उसके साथ मर गया +3060,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_006.wav,अतः शाऊल और उसके तीनों पुत्र और उसका हथियार ढोनेवाला और उसके समस्त जन उसी दिन एक संग मर गए +3061,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_007.wav,यह देखकर कि इस्राएली पुरुष भाग गए और शाऊल और उसके पुत्र मर गए उस तराई की दूसरी ओर वाले और यरदन के पार रहनेवाले भी इस्राएली मनुष्य अपनेअपने नगरों को छोड़कर भाग गए और पलिश्ती आकर उनमें रहने लगे +3062,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_008.wav,दूसरे दिन जब पलिश्ती मारे हुओं के माल को लूटने आए तब उनको शाऊल और उसके तीनों पुत्र गिलबो पहाड़ पर पड़े हुए मिले +3063,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_009.wav,तब उन्होंने शाऊल का सिर काटा और हथियार लूट लिए और पलिश्तियों के देश के सब स्थानों में दूतों को इसलिए भेजा कि उनके देवालयों और साधारण लोगों में यह शुभ समाचार देते जाएँ +3064,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_010.wav,तब उन्होंने उसके हथियार तो अश्तोरेत नामक देवियों के मन्दिर में रखे और उसके शव को बेतशान की शहरपनाह में जड़ दिया +3065,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_011.wav,जब गिलादवाले याबेश के निवासियों ने सुना कि पलिश्तियों ने शाऊल से क्याक्या किया है +3066,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_012.wav,तब सब शूरवीर चले और रातोंरात जाकर शाऊल और उसके पुत्रों के शव बेतशान की शहरपनाह पर से याबेश में ले आए और वहीं फूँक दिए +3067,data/cleaned/hindi/1SA/1SA_031_013.wav,तब उन्होंने उनकी हड्डियाँ लेकर याबेश के झाऊ के पेड़ के नीचे गाड़ दीं और सात दिन तक उपवास किया +3068,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_001.wav,इस्राएल के पुत्रों के नाम जो अपनेअपने घराने को लेकर याकूब के साथ मिस्र देश में आए ये हैं +3069,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_002.wav,रूबेन शिमोन लेवी यहूदा +3070,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_003.wav,इस्साकार जबूलून बिन्यामीन +3071,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_004.wav,दान नप्ताली गाद और आशेर +3072,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_005.wav,और यूसुफ तो मिस्र में पहले ही आ चुका था याकूब के निज वंश में जो उत्पन्न हुए वे सब सत्तर प्राणी थे +3073,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_006.wav,यूसुफ और उसके सब भाई और उस पीढ़ी के सब लोग मर मिटे +3074,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_007.wav,परन्तु इस्राएल की सन्तान फूलनेफलने लगी और वे अत्यन्त सामर्थी बनते चले गए और इतना अधिक बढ़ गए कि सारा देश उनसे भर गया +3075,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_008.wav,मिस्र में एक नया राजा गद्दी पर बैठा जो यूसुफ को नहीं जानता था +3076,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_009.wav,और उसने अपनी प्रजा से कहा देखो इस्राएली हम से गिनती और सामर्थ्य में अधिक बढ़ गए हैं +3077,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_010.wav,इसलिए आओ हम उनके साथ बुद्धिमानी से बर्ताव करें कहीं ऐसा न हो कि जब वे बहुत बढ़ जाएँ और यदि युद्ध का समय आ पड़े तो हमारे बैरियों से मिलकर हम से लड़ें और इस देश से निकल जाएँ +3078,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_011.wav,इसलिए मिस्रियों ने उन पर बेगारी करानेवालों को नियुक्त किया कि वे उन पर भार डालडालकर उनको दुःख दिया करें तब उन्होंने फ़िरौन के लिये पितोम और रामसेस नामक भण्डारवाले नगरों को बनाया +3079,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_012.wav,पर ज्योंज्यों वे उनको दुःख देते गए त्योंत्यों वे बढ़ते और फैलते चले गए इसलिए वे इस्राएलियों से अत्यन्त डर गए +3080,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_013.wav,तो भी मिस्रियों ने इस्राएलियों से कठोरता के साथ सेवा करवाई +3081,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_014.wav,और उनके जीवन को गारे ईंट और खेती के भाँतिभाँति के काम की कठिन सेवा से दुःखी कर डाला जिस किसी काम में वे उनसे सेवा करवाते थे उसमें वे कठोरता का व्यवहार करते थे +3082,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_015.wav,शिप्रा और पूआ नामक दो इब्री दाइयों को मिस्र के राजा ने आज्ञा दी +3083,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_016.wav,जब तुम इब्री स्त्रियों को बच्चा उत्पन्न होने के समय प्रसव के पत्थरों पर बैठी देखो तब यदि बेटा हो तो उसे मार डालना और बेटी हो तो जीवित रहने देना +3084,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_017.wav,परन्तु वे दाइयाँ परमेश्वर का भय मानती थीं इसलिए मिस्र के राजा की आज्ञा न मानकर लड़कों को भी जीवित छोड़ देती थीं +3085,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_018.wav,तब मिस्र के राजा ने उनको बुलवाकर पूछा तुम जो लड़कों को जीवित छोड़ देती हो तो ऐसा क्यों करती हो +3086,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_019.wav,दाइयों ने फ़िरौन को उतर दिया इब्री स्त्रियाँ मिस्री स्त्रियों के समान नहीं हैं वे ऐसी फुर्तीली हैं कि दाइयों के पहुँचने से पहले ही उनको बच्चा उत्पन्न हो जाता है +3087,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_020.wav,इसलिए परमेश्वर ने दाइयों के साथ भलाई की और वे लोग बढ़कर बहुत सामर्थी हो गए +3088,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_021.wav,इसलिए कि दाइयाँ परमेश्वर का भय मानती थीं उसने उनके घर बसाए +3089,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_001_022.wav,तब फ़िरौन ने अपनी सारी प्रजा के लोगों को आज्ञा दी इब्��ियों के जितने बेटे उत्पन्न हों उन सभी को तुम नील नदी में डाल देना और सब बेटियों को जीवित रख छोड़ना +3090,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_001.wav,लेवी के घराने के एक पुरुष ने एक लेवी वंश की स्त्री को ब्याह लिया +3091,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_002.wav,वह स्त्री गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ और यह देखकर कि यह बालक सुन्दर है उसे तीन महीने तक छिपा रखा +3092,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_003.wav,जब वह उसे और छिपा न सकी तब उसके लिये सरकण्डों की एक टोकरी लेकर उस पर चिकनी मिट्टी और राल लगाकर उसमें बालक को रखकर नील नदी के किनारे कांसों के बीच छोड़ आई +3093,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_004.wav,उस बालक कि बहन दूर खड़ी रही कि देखे इसका क्या हाल होगा +3094,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_005.wav,तब फ़िरौन की बेटी नहाने के लिये नदी के किनारे आई उसकी सखियाँ नदी के किनारेकिनारे टहलने लगीं तब उसने कांसों के बीच टोकरी को देखकर अपनी दासी को उसे ले आने के लिये भेजा +3095,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_006.wav,तब उसने उसे खोलकर देखा कि एक रोता हुआ बालक है तब उसे तरस आया और उसने कहा यह तो किसी इब्री का बालक होगा +3096,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_007.wav,तब बालक की बहन ने फ़िरौन की बेटी से कहा क्या मैं जाकर इब्री स्त्रियों में से किसी धाई को तेरे पास बुला ले आऊँ जो तेरे लिये बालक को दूध पिलाया करे +3097,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_008.wav,फ़िरौन की बेटी ने कहा जा तब लड़की जाकर बालक की माता को बुला ले आई +3098,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_009.wav,फ़िरौन की बेटी ने उससे कहा तू इस बालक को ले जाकर मेरे लिये दूध पिलाया कर और मैं तुझे मजदूरी दूँगी तब वह स्त्री बालक को ले जाकर दूध पिलाने लगी +3099,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_010.wav,जब बालक कुछ बड़ा हुआ तब वह उसे फ़िरौन की बेटी के पास ले गई और वह उसका बेटा ठहरा और उसने यह कहकर उसका नाम मूसा रखा मैंने इसको जल से निकाला था +3100,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_011.wav,उन दिनों में ऐसा हुआ कि जब मूसा जवान हुआ और बाहर अपने भाईबन्धुओं के पास जाकर उनके दुःखों पर दृष्टि करने लगा तब उसने देखा कि कोई मिस्री जन मेरे एक इब्री भाई को मार रहा है +3101,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_012.wav,जब उसने इधरउधर देखा कि कोई नहीं है तब उस मिस्री को मार डाला और रेत में छिपा दिया +3102,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_013.wav,फिर दूसरे दिन बाहर जाकर उसने देखा कि दो इब्री पुरुष आपस में मारपीट कर रहे हैं उसने अपराधी से कहा तू अपने भाई को क्यों मारता है +3103,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_014.wav,उसने कहा किसने तुझे हम लोगों पर हाकिम और न्यायी ठहराया जिस भाँति तूने मिस्री को घात किया क्या उसी भाँति तू मुझे भी घात करना चाहता है तब मूसा यह सोचकर डर गया निश्चय वह बात खुल गई है +3104,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_015.wav,जब फ़िरौन ने यह बात सुनी तब मूसा को घात करने की योजना की तब मूसा फ़िरौन के सामने से भागा और मिद्यान देश में जाकर रहने लगा और वह वहाँ एक कुएँ के पास बैठ गया +3105,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_016.wav,मिद्यान के याजक की सात बेटियाँ थीं और वे वहाँ आकर जल भरने लगीं कि कठौतों में भरकर अपने पिता की भेड़बकरियों को पिलाएँ +3106,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_017.wav,तब चरवाहे आकर उनको हटाने लगे इस पर मूसा ने खड़े होकर उनकी सहायता की और भेड़बकरियों को पानी पिलाया +3107,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_018.wav,जब वे अपने पिता रूएल के पास फिर आई तब उसने उनसे पूछा क्या कारण है कि आज तुम ऐसी फुर्ती से आई हो +3108,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_019.wav,उन्होंने कहा एक मिस्री पुरुष ने हमको चरवाहों के हाथ से छुड़ाया और हमारे लिये बहुत जल भरकर भेड़बकरियों को पिलाया +3109,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_020.wav,तब उसने अपनी बेटियों से पूछा वह पुरुष कहाँ है तुम उसको क्यों छोड़ आई हो उसको बुला ले आओ कि वह भोजन करे +3110,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_021.wav,और मूसा उस पुरुष के साथ रहने को प्रसन्न हुआ उसने उसे अपनी बेटी सिप्पोरा को ब्याह दिया +3111,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_022.wav,और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ तब मूसा ने यह कहकर मैं अन्य देश में परदेशी हूँ उसका नाम गेर्शोम रखा +3112,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_023.wav,बहुत दिनों के बीतने पर मिस्र का राजा मर गया और इस्राएली कठिन सेवा के कारण लम्बीलम्बी साँस लेकर आहें भरने लगे और पुकार उठे और उनकी दुहाई जो कठिन सेवा के कारण हुई वह परमेश्वर तक पहुँची +3113,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_024.wav,और परमेश्वर ने उनका कराहना सुनकर अपनी वाचा को जो उसने अब्राहम और इसहाक और याकूब के साथ बाँधी थी स्मरण किया +3114,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_002_025.wav,और परमेश्वर ने इस्राएलियों पर दृष्टि करके उन पर चित्त लगाया +3115,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_001.wav,मूसा अपने ससुर यित्रो नामक मिद्यान के याजक की भेड़बकरियों को चराता था और वह उन्हें जंगल की पश्चिमी ओर होरेब नामक परमेश्वर के पर्वत के पास ले गया +3116,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_002.wav,और परमेश्वर के दूत ने एक कँटीली झाड़ी के बीच आग की लौ में उसको दर्शन दिया और उसने दृष्टि उठाकर देखा कि झाड़ी जल रही है पर भस्म नहीं होती +3117,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_003.wav,तब मूसा ने कहा मैं उधर जाकर इस बड़े अचम्भे को देखूँगा कि वह झाड़ी क्यों नहीं जल जाती +3118,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_004.wav,जब यहोवा ने देखा कि मूसा देखने को मुड़ा चला आता है तब परमेश्वर ने झाड़ी के बीच से उसको पुकारा हे मूस��� हे मूसा मूसा ने कहा क्या आज्ञा +3119,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_005.wav,उसने कहा इधर पास मत आ और अपने पाँवों से जूतियों को उतार दे क्योंकि जिस स्थान पर तू खड़ा है वह पवित्र भूमि है +3120,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_006.wav,फिर उसने कहा मैं तेरे पिता का परमेश्वर और अब्राहम का परमेश्वर इसहाक का परमेश्वर और याकूब का परमेश्वर हूँ तब मूसा ने जो परमेश्वर की ओर निहारने से डरता था अपना मुँह ढाँप लिया +3121,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_007.wav,फिर यहोवा ने कहा मैंने अपनी प्रजा के लोग जो मिस्र में हैं उनके दुःख को निश्चय देखा है और उनकी जो चिल्लाहट परिश्रम करानेवालों के कारण होती है उसको भी मैंने सुना है और उनकी पीड़ा पर मैंने चित्त लगाया है +3122,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_008.wav,इसलिए अब मैं उतर आया हूँ कि उन्हें मिस्रियों के वश से छुड़ाऊँ और उस देश से निकालकर एक अच्छे और बड़े देश में जिसमें दूध और मधु की धारा बहती है अर्थात् कनानी हित्ती एमोरी परिज्जी हिब्बी और यबूसी लोगों के स्थान में पहुँचाऊँ +3123,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_009.wav,इसलिए अब सुन इस्राएलियों की चिल्लाहट मुझे सुनाई पड़ी है और मिस्रियों का उन पर अंधेर करना भी मुझे दिखाई पड़ा है +3124,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_010.wav,इसलिए आ मैं तुझे फ़िरौन के पास भेजता हूँ कि तू मेरी इस्राएली प्रजा को मिस्र से निकाल ले आए +3125,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_011.wav,तब मूसा ने परमेश्वर से कहा मैं कौन हूँ जो फ़िरौन के पास जाऊँ और इस्राएलियों को मिस्र से निकाल ले आऊँ +3126,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_012.wav,उसने कहा निश्चय मैं तेरे संग रहूँगा और इस बात का कि तेरा भेजनेवाला मैं हूँ तेरे लिए यह चिन्ह होगा कि जब तू उन लोगों को मिस्र से निकाल चुके तब तुम इसी पहाड़ पर परमेश्वर की उपासना करोगे +3127,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_013.wav,मूसा ने परमेश्वर से कहा जब मैं इस्राएलियों के पास जाकर उनसे यह कहूँ तुम्हारे पूर्वजों के परमेश्वर ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है तब यदि वे मुझसे पूछें उसका क्या नाम है तब मैं उनको क्या बताऊँ +3128,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_014.wav,परमेश्वर ने मूसा से कहा मैं जो हूँ सो हूँ फिर उसने कहा तू इस्राएलियों से यह कहना जिसका नाम मैं हूँ है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है +3129,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_015.wav,फिर परमेश्वर ने मूसा से यह भी कहा तू इस्राएलियों से यह कहना तुम्हारे पूर्वजों का परमेश्वर अर्थात् अब्राहम का परमेश्वर इसहाक का परमेश्वर और याकूब का परमेश्वर यहोवा उसी ने मुझ को तुम्हारे पास भेजा है देख सदा तक मेरा नाम यही रहेगा और पीढ़ीपीढ़ी में मेरा स्मरण इसी से हुआ करेगा +3130,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_016.wav,इसलिए अब जाकर इस्राएली पुरनियों को इकट्ठा कर और उनसे कह तुम्हारे पूर्वज अब्राहम इसहाक और याकूब के परमेश्वर यहोवा ने मुझे दर्शन देकर यह कहा है कि मैंने तुम पर और तुम से जो बर्ताव मिस्र में किया जाता है उस पर भी चित्त लगाया है +3131,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_017.wav,और मैंने ठान लिया है कि तुम को मिस्र के दुःखों में से निकालकर कनानी हित्ती एमोरी परिज्जी हिब्बी और यबूसी लोगों के देश में ले चलूँगा जो ऐसा देश है कि जिसमें दूध और मधु की धारा बहती है +3132,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_018.wav,तब वे तेरी मानेंगे और तू इस्राएली पुरनियों को संग लेकर मिस्र के राजा के पास जाकर उससे यह कहना इब्रियों के परमेश्वर यहोवा से हम लोगों की भेंट हुई है इसलिए अब हमको तीन दिन के मार्ग पर जंगल में जाने दे कि अपने परमेश्वर यहोवा को बलिदान चढ़ाएँ +3133,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_019.wav,मैं जानता हूँ कि मिस्र का राजा तुम को जाने न देगा वरन् बड़े बल से दबाए जाने पर भी जाने न देगा +3134,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_020.wav,इसलिए मैं हाथ बढ़ाकर उन सब आश्चर्यकर्मों से जो मिस्र के बीच करूँगा उस देश को मारूँगा और उसके पश्चात् वह तुम को जाने देगा +3135,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_021.wav,तब मैं मिस्रियों से अपनी इस प्रजा पर अनुग्रह करवाऊँगा और जब तुम निकलोगे तब खाली हाथ न निकलोगे +3136,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_003_022.wav,वरन् तुम्हारी एकएक स्त्री अपनीअपनी पड़ोसिन और अपनेअपने घर में रहनेवाली से सोने चाँदी के गहने और वस्त्र माँग लेगी और तुम उन्हें अपने बेटों और बेटियों को पहनाना इस प्रकार तुम मिस्रियों को लूटोगे +3137,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_001.wav,तब मूसा ने उत्तर दिया वे मुझ पर विश्वास न करेंगे और न मेरी सुनेंगे वरन् कहेंगे यहोवा ने तुझको दर्शन नहीं दिया +3138,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_002.wav,यहोवा ने उससे कहा तेरे हाथ में वह क्या है वह बोला लाठी +3139,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_003.wav,उसने कहा उसे भूमि पर डाल दे जब उसने उसे भूमि पर डाला तब वह सर्प बन गई और मूसा उसके सामने से भागा +3140,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_004.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा हाथ बढ़ाकर उसकी पूँछ पकड़ ले ताकि वे लोग विश्वास करें कि तुम्हारे पूर्वजों के परमेश्वर अर्थात् अब्राहम के परमेश्वर इसहाक के परमेश्वर और याकूब के परमेश्वर यहोवा ने तुझको दर्शन दिया है +3141,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_005.wav,जब उसने हाथ बढ़ाकर उसको पकड़ा तब वह उसके हाथ में फिर लाठी बन गई +3142,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_006.wav,फिर यहोवा ने उससे यह भी कहा अपना हाथ छाती पर रखकर ढाँप अतः उसने अपना हाथ छाती पर रखकर ढाँप लिया फिर जब उसे निकाला तब क्या देखा कि उसका हाथ कोढ़ के कारण हिम के समान श्वेत हो गया है +3143,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_007.wav,तब उसने कहा अपना हाथ छाती पर फिर रखकर ढाँप और उसने अपना हाथ छाती पर रखकर ढाँप लिया और जब उसने उसको छाती पर से निकाला तब क्या देखता है कि वह फिर सारी देह के समान हो गया +3144,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_008.wav,तब यहोवा ने कहा यदि वे तेरी बात पर विश्वास न करें और पहले चिन्ह को न मानें तो दूसरे चिन्ह पर विश्वास करेंगे +3145,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_009.wav,और यदि वे इन दोनों चिन्हों पर विश्वास न करें और तेरी बात को न मानें तब तू नील नदी से कुछ जल लेकर सूखी भूमि पर डालना और जो जल तू नदी से निकालेगा वह सूखी भूमि पर लहू बन जाएगा +3146,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_010.wav,मूसा ने यहोवा से कहा हे मेरे प्रभु मैं बोलने में निपुण नहीं न तो पहले था और न जब से तू अपने दास से बातें करने लगा मैं तो मुँह और जीभ का भद्दा हूँ +3147,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_011.wav,यहोवा ने उससे कहा मनुष्य का मुँह किसने बनाया है और मनुष्य को गूँगा या बहरा या देखनेवाला या अंधा मुझ यहोवा को छोड़ कौन बनाता है +3148,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_012.wav,अब जा मैं तेरे मुख के संग होकर जो तुझे कहना होगा वह तुझे सिखाता जाऊँगा +3149,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_013.wav,उसने कहा हे मेरे प्रभु कृपया तू किसी अन्य व्यक्ति को भेज +3150,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_014.wav,तब यहोवा का कोप मूसा पर भड़का और उसने कहा क्या तेरा भाई लेवीय हारून नहीं है मुझे तो निश्चय है कि वह बोलने में निपुण है और वह तुझ से भेंट करने के लिये निकल भी गया है और तुझे देखकर मन में आनन्दित होगा +3151,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_015.wav,इसलिए तू उसे ये बातें सिखाना और मैं उसके मुख के संग और तेरे मुख के संग होकर जो कुछ तुम्हें करना होगा वह तुम को सिखाता जाऊँगा +3152,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_016.wav,वह तेरी ओर से लोगों से बातें किया करेगा वह तेरे लिये मुँह और तू उसके लिये परमेश्वर ठहरेगा +3153,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_017.wav,और तू इस लाठी को हाथ में लिए जा और इसी से इन चिन्हों को दिखाना +3154,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_018.wav,तब मूसा अपने ससुर यित्रो के पास लौटा और उससे कहा मुझे विदा कर कि मैं मिस्र में रहनेवाले अपने भाइयों के पास जाकर देखूँ कि वे अब तक जीवित हैं या नहीं यित्रो ने कहा कुशल से जा +3155,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_019.wav,और यहोवा ने मिद्यान देश में मूसा से कहा मिस्र को लौट जा क्योंकि जो मनुष्य तेरे प्राण के प्यासे थे वे सब मर गए हैं +3156,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_020.wav,तब मूसा अपनी प��्नी और बेटों को गदहे पर चढ़ाकर मिस्र देश की ओर परमेश्वर की उस लाठी को हाथ में लिये हुए लौटा +3157,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_021.wav,और यहोवा ने मूसा से कहा जब तू मिस्र में पहुँचे तब सावधान हो जाना और जो चमत्कार मैंने तेरे वश में किए हैं उन सभी को फ़िरौन को दिखलाना परन्तु मैं उसके मन को हठीला करूँगा और वह मेरी प्रजा को जाने न देगा +3158,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_022.wav,और तू फ़िरौन से कहना यहोवा यह कहता है कि इस्राएल मेरा पुत्र वरन् मेरा पहिलौठा है +3159,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_023.wav,और मैं जो तुझ से कह चुका हूँ कि मेरे पुत्र को जाने दे कि वह मेरी सेवा करे और तूने अब तक उसे जाने नहीं दिया इस कारण मैं अब तेरे पुत्र वरन् तेरे पहलौठे को घात करूँगा +3160,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_024.wav,तब ऐसा हुआ कि मार्ग पर सराय में यहोवा ने मूसा से भेंट करके उसे मार डालना चाहा +3161,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_025.wav,तब सिप्पोरा ने एक तेज चकमक पत्थर लेकर अपने बेटे की खलड़ी को काट डाला और मूसा के पाँवों पर यह कहकर फेंक दिया निश्चय तू लहू बहानेवाला मेरा पति है +3162,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_026.wav,तब उसने उसको छोड़ दिया और उसी समय खतने के कारण वह बोली तू लहू बहानेवाला पति है +3163,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_027.wav,तब यहोवा ने हारून से कहा मूसा से भेंट करने को जंगल में जा और वह गया और परमेश्वर के पर्वत पर उससे मिला और उसको चूमा +3164,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_028.wav,तब मूसा ने हारून को यह बताया कि यहोवा ने क्याक्या बातें कहकर उसको भेजा है और कौनकौन से चिन्ह दिखलाने की आज्ञा उसे दी है +3165,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_029.wav,तब मूसा और हारून ने जाकर इस्राएलियों के सब पुरनियों को इकट्ठा किया +3166,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_030.wav,और जितनी बातें यहोवा ने मूसा से कही थीं वह सब हारून ने उन्हें सुनाई और लोगों के सामने वे चिन्ह भी दिखलाए +3167,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_004_031.wav,और लोगों ने उन पर विश्वास किया और यह सुनकर कि यहोवा ने इस्राएलियों की सुधि ली और उनके दुःखों पर दृष्टि की है उन्होंने सिर झुकाकर दण्डवत् किया +3168,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_001.wav,इसके पश्चात् मूसा और हारून ने जाकर फ़िरौन से कहा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे कि वे जंगल में मेरे लिये पर्व करें +3169,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_002.wav,फ़िरौन ने कहा यहोवा कौन है कि मैं उसका वचन मानकर इस्राएलियों को जाने दूँ मैं यहोवा को नहीं जानता और मैं इस्राएलियों को नहीं जाने दूँगा +3170,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_003.wav,उन्होंने कहा इब्रियों के परमेश्वर ने हम से भेंट की है इसलिए हमें जंगल में तीन दिन के मार्ग पर जाने दे कि अपने परमेश्वर यहोवा के लिये बलिदान करें ऐसा न हो कि वह हम में मरी फैलाए या तलवार चलवाए +3171,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_004.wav,मिस्र के राजा ने उनसे कहा हे मूसा हे हारून तुम क्यों लोगों से काम छुड़वाना चाहते हो तुम जाकर अपनेअपने बोझ को उठाओ +3172,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_005.wav,और फ़िरौन ने कहा सुनो इस देश में वे लोग बहुत हो गए हैं फिर तुम उनको उनके परिश्रम से विश्राम दिलाना चाहते हो +3173,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_006.wav,फ़िरौन ने उसी दिन उन परिश्रम करवानेवालों को जो उन लोगों के ऊपर थे और उनके सरदारों को यह आज्ञा दी +3174,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_007.wav,तुम जो अब तक ईंटें बनाने के लिये लोगों को पुआल दिया करते थे वह आगे को न देना वे आप ही जाकर अपने लिये पुआल इकट्ठा करें +3175,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_008.wav,तो भी जितनी ईंटें अब तक उन्हें बनानी पड़ती थीं उतनी ही आगे को भी उनसे बनवाना ईंटों की गिनती कुछ भी न घटाना क्योंकि वे आलसी हैं इस कारण वे यह कहकर चिल्लाते हैं हम जाकर अपने परमेश्वर के लिये बलिदान करें +3176,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_009.wav,उन मनुष्यों से और भी कठिन सेवा करवाई जाए कि वे उसमें परिश्रम करते रहें और झूठी बातों पर ध्यान न लगाएँ +3177,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_010.wav,तब लोगों के परिश्रम करानेवालों ने और सरदारों ने बाहर जाकर उनसे कहा फ़िरौन इस प्रकार कहता है मैं तुम्हें पुआल नहीं दूँगा +3178,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_011.wav,तुम ही जाकर जहाँ कहीं पुआल मिले वहाँ से उसको बटोरकर ले आओ परन्तु तुम्हारा काम कुछ भी नहीं घटाया जाएगा +3179,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_012.wav,इसलिए वे लोग सारे मिस्र देश में तितरबितर हुए कि पुआल के बदले खूँटी बटोरें +3180,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_013.wav,परिश्रम करनेवाले यह कहकहकर उनसे जल्दी करते रहे कि जिस प्रकार तुम पुआल पाकर किया करते थे उसी प्रकार अपना प्रतिदिन का काम अब भी पूरा करो +3181,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_014.wav,और इस्राएलियों में से जिन सरदारों को फ़िरौन के परिश्रम करानेवालों ने उनका अधिकारी ठहराया था उन्होंने मार खाई और उनसे पूछा गया क्या कारण है कि तुम ने अपनी ठहराई हुई ईंटों की गिनती के अनुसार पहले के समान कल और आज पूरी नहीं कराई +3182,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_015.wav,तब इस्राएलियों के सरदारों ने जाकर फ़िरौन की दुहाई यह कहकर दी तू अपने दासों से ऐसा बर्ताव क्यों करता है +3183,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_016.wav,तेरे दासों को पुआल तो दिया ही नहीं जाता और वे हम से कहते रहते हैं ईंटें बनाओ ईंटें बनाओ और तेरे दासों ने भी मार खाई है परन्तु दोष तेरे ही लोगों ��ा है +3184,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_017.wav,फ़िरौन ने कहा तुम आलसी हो आलसी इसी कारण कहते हो कि हमें यहोवा के लिये बलिदान करने को जाने दे +3185,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_018.wav,अब जाकर अपना काम करो और पुआल तुम को नहीं दिया जाएगा परन्तु ईंटों की गिनती पूरी करनी पड़ेगी +3186,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_019.wav,जब इस्राएलियों के सरदारों ने यह बात सुनी कि उनकी ईंटों की गिनती न घटेगी और प्रतिदिन उतना ही काम पूरा करना पड़ेगा तब वे जान गए कि उनके संकट के दिन आ गए हैं +3187,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_020.wav,जब वे फ़िरौन के सम्मुख से बाहर निकल आए तब मूसा और हारून जो उनसे भेंट करने के लिये खड़े थे उन्हें मिले +3188,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_021.wav,और उन्होंने मूसा और हारून से कहा यहोवा तुम पर दृष्टि करके न्याय करे क्योंकि तुम ने हमको फ़िरौन और उसके कर्मचारियों की दृष्टि में घृणित ठहराकर हमें घात करने के लिये उनके हाथ में तलवार दे दी है +3189,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_022.wav,तब मूसा ने यहोवा के पास लौटकर कहा हे प्रभु तूने इस प्रजा के साथ ऐसी बुराई क्यों की और तूने मुझे यहाँ क्यों भेजा +3190,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_005_023.wav,जब से मैं तेरे नाम से फ़िरौन के पास बातें करने के लिये गया तब से उसने इस प्रजा के साथ बुरा ही व्यवहार किया है और तूने अपनी प्रजा का कुछ भी छुटकारा नहीं किया +3191,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_001.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा अब तू देखेगा कि मैं फ़िरौन से क्या करूँगा जिससे वह उनको बरबस निकालेगा वह तो उन्हें अपने देश से बरबस निकाल देगा +3192,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_002.wav,परमेश्वर ने मूसा से कहा मैं यहोवा हूँ +3193,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_003.wav,मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर के नाम से अब्राहम इसहाक और याकूब को दर्शन देता था परन्तु यहोवा के नाम से मैं उन पर प्रगट न हुआ +3194,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_004.wav,और मैंने उनके साथ अपनी वाचा दृढ़ की है अर्थात् कनान देश जिसमें वे परदेशी होकर रहते थे उसे उन्हें दे दूँ +3195,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_005.wav,इस्राएली जिन्हें मिस्री लोग दासत्व में रखते हैं उनका कराहना भी सुनकर मैंने अपनी वाचा को स्मरण किया है +3196,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_006.wav,इस कारण तू इस्राएलियों से कह मैं यहोवा हूँ और तुम को मिस्रियों के बोझों के नीचे से निकालूँगा और उनके दासत्व से तुम को छुड़ाऊँगा और अपनी भुजा बढ़ाकर और भारी दण्ड देकर तुम्हें छुड़ा लूँगा +3197,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_007.wav,और मैं तुम को अपनी प्रजा बनाने के लिये अपना लूँगा और मैं तुम्हारा परमेश्वर ठहरूँगा और तुम जान लोगे कि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ जो तुम्हें मि��्रियों के बोझों के नीचे से निकाल ले आया +3198,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_008.wav,और जिस देश के देने की शपथ मैंने अब्राहम इसहाक और याकूब से खाई थी उसी में मैं तुम्हें पहुँचाकर उसे तुम्हारा भागकर दूँगा मैं तो यहोवा हूँ +3199,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_009.wav,ये बातें मूसा ने इस्राएलियों को सुनाईं परन्तु उन्होंने मन की बेचैनी और दासत्व की क्रूरता के कारण उसकी न सुनी +3200,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_010.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा +3201,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_011.wav,तू जाकर मिस्र के राजा फ़िरौन से कह कि इस्राएलियों को अपने देश में से निकल जाने दे +3202,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_012.wav,और मूसा ने यहोवा से कहा देख इस्राएलियों ने मेरी नहीं सुनी फिर फ़िरौन मुझ भद्दे बोलनेवाले की कैसे सुनेगा +3203,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_013.wav,तब यहोवा ने मूसा और हारून को इस्राएलियों और मिस्र के राजा फ़िरौन के लिये आज्ञा इस अभिप्राय से दी कि वे इस्राएलियों को मिस्र देश से निकाल ले जाएँ +3204,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_014.wav,उनके पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष ये हैं इस्राएल का पहिलौठा रूबेन के पुत्र हनोक पल्लू हेस्रोन और कर्मी थे इन्हीं से रूबेन के कुल निकले +3205,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_015.wav,और शिमोन के पुत्र यमूएल यामीन ओहद याकीन और सोहर थे और एक कनानी स्त्री का बेटा शाऊल भी था इन्हीं से शिमोन के कुल निकले +3206,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_016.wav,लेवी के पुत्र जिनसे उनकी वंशावली चली है उनके नाम ये हैं अर्थात् गेर्शोन कहात और मरारी और लेवी की पूरी अवस्था एक सौ सैंतीस वर्ष की हुई +3207,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_017.wav,गेर्शोन के पुत्र जिनसे उनका कुल चला लिब्नी और शिमी थे +3208,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_018.wav,कहात के पुत्र अम्राम यिसहार हेब्रोन और उज्जीएल थे और कहात की पूरी अवस्था एक सौ सैंतीस वर्ष की हुई +3209,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_019.wav,मरारी के पुत्र महली और मूशी थे लेवियों के कुल जिनसे उनकी वंशावली चली ये ही हैं +3210,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_020.wav,अम्राम ने अपनी फूफी योकेबेद को ब्याह लिया और उससे हारून और मूसा उत्पन्न हुए और अम्राम की पूरी अवस्था एक सौ सैंतीस वर्ष की हुई +3211,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_021.wav,यिसहार के पुत्र कोरह नेपेग और जिक्री थे +3212,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_022.wav,उज्जीएल के पुत्र मीशाएल एलसाफान और सित्री थे +3213,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_023.wav,हारून ने अम्मीनादाब की बेटी और नहशोन की बहन एलीशेबा को ब्याह लिया और उससे नादाब अबीहू और ईतामार उत्पन्न हुए +3214,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_024.wav,कोरह के पुत्र अस्सीर एलकाना और अबीआसाप थे और इन्हीं से कोरहियों के कुल निकले +3215,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_025.wav,हारून के पुत्र एलीआजर ने पूतीएल की एक बेटी को ब्याह लिया और उससे पीनहास उत्पन्न हुआ जिनसे उनका कुल चला लेवियों के पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष ये ही हैं +3216,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_026.wav,हारून और मूसा वे ही हैं जिनको यहोवा ने यह आज्ञा दी इस्राएलियों को दलदल करके उनके जत्थों के अनुसार मिस्र देश से निकाल ले आओ +3217,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_027.wav,ये वही मूसा और हारून हैं जिन्होंने मिस्र के राजा फ़िरौन से कहा कि हम इस्राएलियों को मिस्र से निकाल ले जाएँगे +3218,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_028.wav,जब यहोवा ने मिस्र देश में मूसा से यह बात कहीं +3219,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_029.wav,मैं तो यहोवा हूँ इसलिए जो कुछ मैं तुम से कहूँगा वह सब मिस्र के राजा फ़िरौन से कहना +3220,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_006_030.wav,परन्तु मूसा ने यहोवा को उत्तर दिया मैं तो बोलने में भद्दा हूँ और फ़िरौन कैसे मेरी सुनेगा +3221,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_001.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा सुन मैं तुझे फ़िरौन के लिये परमेश्वर सा ठहराता हूँ और तेरा भाई हारून तेरा नबी ठहरेगा +3222,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_002.wav,जोजो आज्ञा मैं तुझे दूँ वही तू कहना और हारून उसे फ़िरौन से कहेगा जिससे वह इस्राएलियों को अपने देश से निकल जाने दे +3223,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_003.wav,परन्तु मैं फ़िरौन के मन को कठोर कर दूँगा और अपने चिन्ह और चमत्कार मिस्र देश में बहुत से दिखलाऊँगा +3224,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_004.wav,तो भी फ़िरौन तुम्हारी न सुनेगा और मैं मिस्र देश पर अपना हाथ बढ़ाकर मिस्रियों को भारी दण्ड देकर अपनी सेना अर्थात् अपनी इस्राएली प्रजा को मिस्र देश से निकाल लूँगा +3225,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_005.wav,और जब मैं मिस्र पर हाथ बढ़ाकर इस्राएलियों को उनके बीच से निकालूँगा तब मिस्री जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +3226,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_006.wav,तब मूसा और हारून ने यहोवा की आज्ञा के अनुसार ही किया +3227,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_007.wav,तब जब मूसा और हारून फ़िरौन से बात करने लगे तब मूसा तो अस्सी वर्ष का था और हारून तिरासी वर्ष का था +3228,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_008.wav,फिर यहोवा ने मूसा और हारून से इस प्रकार कहा +3229,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_009.wav,जब फ़िरौन तुम से कहे अपने प्रमाण का कोई चमत्कार दिखाओ तब तू हारून से कहना अपनी लाठी को लेकर फ़िरौन के सामने डाल दे कि वह अजगर बन जाए +3230,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_010.wav,तब मूसा और हारून ने फ़िरौन के पास जाकर यहोवा की आज्ञा के अनुसार किया और जब हारून ने अपनी लाठी को फ़िरौन और उसके कर्मचारियों के सामने डाल दिया तब वह अजगर बन गई +3231,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_011.wav,तब फ़िरौन ने पंडितों और टोनहा करन��वालों को बुलवाया और मिस्र के जादूगरों ने आकर अपनेअपने तंत्रमंत्र से वैसा ही किया +3232,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_012.wav,उन्होंने भी अपनीअपनी लाठी को डाल दिया और वे भी अजगर बन गई पर हारून की लाठी उनकी लाठियों को निगल गई +3233,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_013.wav,परन्तु फ़िरौन का मन और हठीला हो गया और यहोवा के वचन के अनुसार उसने मूसा और हारून की बातों को नहीं माना +3234,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_014.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा फ़िरौन का मन कठोर हो गया है और वह इस प्रजा को जाने नहीं देता +3235,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_015.wav,इसलिए सवेरे के समय फ़िरौन के पास जा वह तो जल की ओर बाहर आएगा और जो लाठी सर्प बन गई थी उसको हाथ में लिए हुए नील नदी के तट पर उससे भेंट करने के लिये खड़े रहना +3236,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_016.wav,और उससे इस प्रकार कहना इब्रियों के परमेश्वर यहोवा ने मुझे यह कहने के लिये तेरे पास भेजा है कि मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे कि जिससे वे जंगल में मेरी उपासना करें और अब तक तूने मेरा कहना नहीं माना +3237,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_017.wav,यहोवा यह कहता है इससे तू जान लेगा कि मैं ही परमेश्वर हूँ देख मैं अपने हाथ की लाठी को नील नदी के जल पर मारूँगा और जल लहू बन जाएगा +3238,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_018.wav,और जो मछलियाँ नील नदी में हैं वे मर जाएँगी और नील नदी से दुर्गन्ध आने लगेगी और मिस्रियों का जी नदी का पानी पीने के लिये न चाहेगा +3239,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_019.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा हारून से कह कि अपनी लाठी लेकर मिस्र देश में जितना जल है अर्थात् उसकी नदियाँ नहरें झीलें और जलकुण्ड सब के ऊपर अपना हाथ बढ़ा कि उनका जल लहू बन जाए और सारे मिस्र देश में काठ और पत्थर दोनों भाँति के जलपात्रों में लहू ही लहू हो जाएगा +3240,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_020.wav,तब मूसा और हारून ने यहोवा की आज्ञा ही के अनुसार किया अर्थात् उसने लाठी को उठाकर फ़िरौन और उसके कर्मचारियों के देखते नील नदी के जल पर मारा और नदी का सब जल लहू बन गया +3241,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_021.wav,और नील नदी में जो मछलियाँ थीं वे मर गई और नदी से दुर्गन्ध आने लगी और मिस्री लोग नदी का पानी न पी सके और सारे मिस्र देश में लहू हो गया +3242,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_022.wav,तब मिस्र के जादूगरों ने भी अपने तंत्रमंत्रों से वैसा ही किया तो भी फ़िरौन का मन हठीला हो गया और यहोवा के कहने के अनुसार उसने मूसा और हारून की न मानी +3243,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_023.wav,फ़िरौन ने इस पर भी ध्यान नहीं दिया और मुँह फेरकर अपने घर में चला गया +3244,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_024.wav,और सब मिस्री लोग पीने के जल क�� लिये नील नदी के आसपास खोदने लगे क्योंकि वे नदी का जल नहीं पी सकते थे +3245,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_007_025.wav,जब यहोवा ने नील नदी को मारा था तब से सात दिन हो चुके थे +3246,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा फ़िरौन के पास जाकर कह इब्रियों का परमेश्वर यहोवा तुझ से इस प्रकार कहता है कि मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे कि मेरी उपासना करें +3247,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_002.wav,और यदि तू उन्हें जाने न दे और अब भी पकड़े रहे +3248,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_003.wav,तो सुन तेरे जो घोड़े गदहे ऊँट गायबैल भेड़बकरी आदि पशु मैदान में हैं उन पर यहोवा का हाथ ऐसा पड़ेगा कि बहुत भारी मरी होगी +3249,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_004.wav,परन्तु यहोवा इस्राएलियों के पशुओं में और मिस्रियों के पशुओं में ऐसा अन्तर करेगा कि जो इस्राएलियों के हैं उनमें से कोई भी न मरेगा +3250,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_005.wav,फिर यहोवा ने यह कहकर एक समय ठहराया मैं यह काम इस देश में कल करूँगा +3251,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_006.wav,दूसरे दिन यहोवा ने ऐसा ही किया और मिस्र के तो सब पशु मर गए परन्तु इस्राएलियों का एक भी पशु न मरा +3252,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_007.wav,और फ़िरौन ने लोगों को भेजा पर इस्राएलियों के पशुओं में से एक भी नहीं मरा था तो भी फ़िरौन का मन कठोर हो गया और उसने उन लोगों को जाने न दिया +3253,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_008.wav,फिर यहोवा ने मूसा और हारून से कहा तुम दोनों भट्ठी में से एकएक मुट्ठी राख ले लो और मूसा उसे फ़िरौन के सामने आकाश की ओर उड़ा दे +3254,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_009.wav,तब वह सूक्ष्म धूल होकर सारे मिस्र देश में मनुष्यों और पशुओं दोनों पर फफोले और फोड़े बन जाएगी +3255,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_010.wav,इसलिए वे भट्ठी में की राख लेकर फ़िरौन के सामने खड़े हुए और मूसा ने उसे आकाश की ओर उड़ा दिया और वह मनुष्यों और पशुओं दोनों पर फफोले और फोड़े बन गई +3256,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_011.wav,उन फोड़ों के कारण जादूगर मूसा के सामने खड़े न रह सके क्योंकि वे फोड़े जैसे सब मिस्रियों के वैसे ही जादूगरों के भी निकले थे +3257,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_012.wav,तब यहोवा ने फ़िरौन के मन को कठोर कर दिया और जैसा यहोवा ने मूसा से कहा था उसने उसकी न सुनी +3258,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_013.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा सवेरे उठकर फ़िरौन के सामने खड़ा हो और उससे कह इब्रियों का परमेश्वर यहोवा इस प्रकार कहता है कि मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे कि वे मेरी उपासना करें +3259,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_014.wav,नहीं तो अब की बार मैं तुझ पर और तेरे कर्मचारियों और तेरी प्रजा पर सब प्रकार की विपत्तियाँ डालूँगा जिससे तू जान ल��� कि सारी पृथ्वी पर मेरे तुल्य कोई दूसरा नहीं है +3260,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_015.wav,मैंने तो अभी हाथ बढ़ाकर तुझे और तेरी प्रजा को मरी से मारा होता और तू पृथ्वी पर से सत्यानाश हो गया होता +3261,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_016.wav,परन्तु सचमुच मैंने इसी कारण तुझे बनाए रखा है कि तुझे अपना सामर्थ्य दिखाऊँ और अपना नाम सारी पृथ्वी पर प्रसिद्ध करूँ +3262,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_017.wav,क्या तू अब भी मेरी प्रजा के सामने अपने आपको बड़ा समझता है और उन्हें जाने नहीं देता +3263,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_018.wav,सुन कल मैं इसी समय ऐसे भारीभारी ओले बरसाऊँगा कि जिनके तुल्य मिस्र की नींव पड़ने के दिन से लेकर अब तक कभी नहीं पड़े +3264,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_019.wav,इसलिए अब लोगों को भेजकर अपने पशुओं को और मैदान में जो कुछ तेरा है सब को फुर्ती से आड़ में छिपा ले नहीं तो जितने मनुष्य या पशु मैदान में रहें और घर में इकट्ठे न किए जाएँ उन पर ओले गिरेंगे और वे मर जाएँगे +3265,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_020.wav,इसलिए फ़िरौन के कर्मचारियों में से जो लोग यहोवा के वचन का भय मानते थे उन्होंने तो अपनेअपने सेवकों और पशुओं को घर में हाँक दिया +3266,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_021.wav,पर जिन्होंने यहोवा के वचन पर मन न लगाया उन्होंने अपने सेवकों और पशुओं को मैदान में रहने दिया +3267,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_022.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ा कि सारे मिस्र देश के मनुष्यों पशुओं और खेतों की सारी उपज पर ओले गिरें +3268,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_023.wav,तब मूसा ने अपनी लाठी को आकाश की ओर उठाया और यहोवा की सामर्थ्य से मेघ गरजने और ओले बरसने लगे और आग पृथ्वी तक आती रही इस प्रकार यहोवा ने मिस्र देश पर ओले बरसाएँ +3269,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_024.wav,जो ओले गिरते थे उनके साथ आग भी मिली हुई थी और वे ओले इतने भारी थे कि जब से मिस्र देश बसा था तब से मिस्र भर में ऐसे ओले कभी न गिरे थे +3270,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_025.wav,इसलिए मिस्र भर के खेतों में क्या मनुष्य क्या पशु जितने थे सब ओलों से मारे गए और ओलों से खेत की सारी उपज नष्ट हो गई और मैदान के सब वृक्ष भी टूट गए +3271,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_026.wav,केवल गोशेन प्रदेश में जहाँ इस्राएली बसते थे ओले नहीं गिरे +3272,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_027.wav,तब फ़िरौन ने मूसा और हारून को बुलवा भेजा और उनसे कहा इस बार मैंने पाप किया है यहोवा धर्मी है और मैं और मेरी प्रजा अधर्मी हैं +3273,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_028.wav,मेघों का गरजना और ओलों का बरसना तो बहुत हो गया अब यहोवा से विनती करो तब मैं तुम लोगों को जाने दूँगा और तुम न रोके जाओगे +3274,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_029.wav,मूसा ने उससे कहा नगर से निकलते ही मैं यहोवा की ओर हाथ फैलाऊँगा तब बादल का गरजना बन्द हो जाएगा और ओले फिर न गिरेंगे इससे तू जान लेगा कि पृथ्वी यहोवा ही की है +3275,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_030.wav,तो भी मैं जानता हूँ कि न तो तू और न तेरे कर्मचारी यहोवा परमेश्वर का भय मानेंगे +3276,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_031.wav,सन और जौ तो ओलों से मारे गए क्योंकि जौ की बालें निकल चुकी थीं और सन में फूल लगे हुए थे +3277,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_032.wav,पर गेहूँ और कठिया गेहूँ जो बढ़े न थे इस कारण वे मारे न गए +3278,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_033.wav,जब मूसा ने फ़िरौन के पास से नगर के बाहर निकलकर यहोवा की ओर हाथ फैलाए तब बादल का गरजना और ओलों का बरसना बन्द हुआ और फिर बहुत मेंह भूमि पर न पड़ा +3279,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_034.wav,यह देखकर कि मेंह और ओलों और बादल का गरजना बन्द हो गया फ़िरौन ने अपने कर्मचारियों समेत फिर अपने मन को कठोर करके पाप किया +3280,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_009_035.wav,इस प्रकार फ़िरौन का मन हठीला होता गया और उसने इस्राएलियों को जाने न दिया जैसा कि यहोवा ने मूसा के द्वारा कहलवाया था +3281,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा फ़िरौन के पास जा क्योंकि मैं ही ने उसके और उसके कर्मचारियों के मन को इसलिए कठोर कर दिया है कि अपने चिन्ह उनके बीच में दिखलाऊँ +3282,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_002.wav,और तुम लोग अपने बेटों और पोतों से इसका वर्णन करो कि यहोवा ने मिस्रियों को कैसे उपहास में उड़ाया और अपने क्याक्या चिन्ह उनके बीच प्रगट किए हैं जिससे तुम यह जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +3283,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_003.wav,तब मूसा और हारून ने फ़िरौन के पास जाकर कहा इब्रियों का परमेश्वर यहोवा तुझ से इस प्रकार कहता है कि तू कब तक मेरे सामने दीन होने से संकोच करता रहेगा मेरी प्रजा के लोगों को जाने दे कि वे मेरी उपासना करें +3284,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_004.wav,यदि तू मेरी प्रजा को जाने न दे तो सुन कल मैं तेरे देश में टिड्डियाँ ले आऊँगा +3285,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_005.wav,और वे धरती को ऐसा छा लेंगी कि वह देख न पड़ेगी और तुम्हारा जो कुछ ओलों से बच रहा है उसको वे चट कर जाएँगी और तुम्हारे जितने वृक्ष मैदान में लगे हैं उनको भी वे चट कर जाएँगी +3286,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_006.wav,और वे तेरे और तेरे सारे कर्मचारियों यहाँ तक सारे मिस्रियों के घरों में भर जाएँगी इतनी टिड्डियाँ तेरे बापदादों ने या उनके पुरखाओं ने जब से पृथ्वी पर जन्मे तब से आज तक कभी न देखीं और वह मुँह फेरकर फ़िरौन के पास से बाहर गया +3287,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_007.wav,तब फ़िरौन के कर्मचारी उससे कहने लगे वह जन कब तक हमारे लिये फंदा बना रहेगा उन मनुष्यों को जाने दे कि वे अपने परमेश्वर यहोवा की उपासना करें क्या तू अब तक नहीं जानता कि सारा मिस्र नाश हो गया है +3288,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_008.wav,तब मूसा और हारून फ़िरौन के पास फिर बुलवाए गए और उसने उनसे कहा चले जाओ अपने परमेश्वर यहोवा की उपासना करो परन्तु वे जो जानेवाले हैं कौनकौन हैं +3289,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_009.wav,मूसा ने कहा हम तो बेटोंबेटियों भेड़बकरियों गायबैलों समेत वरन् बच्चों से बूढ़ों तक सब के सब जाएँगे क्योंकि हमें यहोवा के लिये पर्व करना है +3290,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_010.wav,उसने इस प्रकार उनसे कहा यहोवा तुम्हारे संग रहे जबकि मैं तुम्हें बच्चों समेत जाने देता हूँ देखो तुम्हारे मन में बुराई है +3291,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_011.wav,नहीं ऐसा नहीं होने पाएगा तुम पुरुष ही जाकर यहोवा की उपासना करो तुम यही तो चाहते थे और वे फ़िरौन के सम्मुख से निकाल दिए गए +3292,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_012.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा मिस्र देश के ऊपर अपना हाथ बढ़ा कि टिड्डियाँ मिस्र देश पर चढ़कर भूमि का जितना अन्न आदि ओलों से बचा है सब को चट कर जाएँ +3293,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_013.wav,अतः मूसा ने अपनी लाठी को मिस्र देश के ऊपर बढ़ाया तब यहोवा ने दिन भर और रात भर देश पर पुरवाई बहाई और जब भोर हुआ तब उस पुरवाई में टिड्डियाँ आईं +3294,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_014.wav,और टिडि्डयों ने चढ़कर मिस्र देश के सारे स्थानों में बसेरा किया उनका दल बहुत भारी था वरन् न तो उनसे पहले ऐसी टिड्डियाँ आई थीं और न उनके पीछे ऐसी फिर आएँगी +3295,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_015.wav,वे तो सारी धरती पर छा गईं यहाँ तक कि देश में अंधकार छा गया और उसका सारा अन्न आदि और वृक्षों के सब फल अर्थात् जो कुछ ओलों से बचा था सब को उन्होंने चट कर लिया यहाँ तक कि मिस्र देश भर में न तो किसी वृक्ष पर कुछ हरियाली रह गई और न खेत में अनाज रह गया +3296,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_016.wav,तब फ़िरौन ने फुर्ती से मूसा और हारून को बुलवाकर कहा मैंने तो तुम्हारे परमेश्वर यहोवा का और तुम्हारा भी अपराध किया है +3297,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_017.wav,इसलिए अब की बार मेरा अपराध क्षमा करो और अपने परमेश्वर यहोवा से विनती करो कि वह केवल मेरे ऊपर से इस मृत्यु को दूर करे +3298,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_018.wav,तब मूसा ने फ़िरौन के पास से निकलकर यहोवा से विनती की +3299,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_019.wav,तब यहोवा ने बहुत प्रचण्ड पश्चिमी हवा बहाकर टिड्डियों को उड़ाकर लाल समुद्र में डाल दिया और मिस्र के किसी स्थ���न में एक भी टिड्डी न रह गई +3300,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_020.wav,तो भी यहोवा ने फ़िरौन के मन को कठोर कर दिया जिससे उसने इस्राएलियों को जाने न दिया +3301,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_021.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ा कि मिस्र देश के ऊपर अंधकार छा जाए ऐसा अंधकार कि टटोला जा सके +3302,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_022.wav,तब मूसा ने अपना हाथ आकाश की ओर बढ़ाया और सारे मिस्र देश में तीन दिन तक घोर अंधकार छाया रहा +3303,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_023.wav,तीन दिन तक न तो किसी ने किसी को देखा और न कोई अपने स्थान से उठा परन्तु सारे इस्राएलियों के घरों में उजियाला रहा +3304,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_024.wav,तब फ़िरौन ने मूसा को बुलवाकर कहा तुम लोग जाओ यहोवा की उपासना करो अपने बालकों को भी संग ले जाओ केवल अपनी भेड़बकरी और गायबैल को छोड़ जाओ +3305,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_025.wav,मूसा ने कहा तुझको हमारे हाथ मेलबलि और होमबलि के पशु भी देने पड़ेंगे जिन्हें हम अपने परमेश्वर यहोवा के लिये चढ़ाएँ +3306,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_026.wav,इसलिए हमारे पशु भी हमारे संग जाएँगे उनका एक खुर तक न रह जाएगा क्योंकि उन्हीं में से हमको अपने परमेश्वर यहोवा की उपासना का सामान लेना होगा और हम जब तक वहाँ न पहुँचें तब तक नहीं जानते कि क्याक्या लेकर यहोवा की उपासना करनी होगी +3307,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_027.wav,पर यहोवा ने फ़िरौन का मन हठीला कर दिया जिससे उसने उन्हें जाने न दिया +3308,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_028.wav,तब फ़िरौन ने उससे कहा मेरे सामने से चला जा और सचेत रह मुझे अपना मुख फिर न दिखाना क्योंकि जिस दिन तू मुझे मुँह दिखलाए उसी दिन तू मारा जाएगा +3309,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_010_029.wav,मूसा ने कहा तूने ठीक कहा है मैं तेरे मुँह को फिर कभी न देखूँगा +3310,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_011_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा एक और विपत्ति मैं फ़िरौन और मिस्र देश पर डालता हूँ उसके पश्चात् वह तुम लोगों को वहाँ से जाने देगा और जब वह जाने देगा तब तुम सभी को निश्चय निकाल देगा +3311,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_011_002.wav,मेरी प्रजा को मेरी यह आज्ञा सुना कि एकएक पुरुष अपनेअपने पड़ोसी और एकएक स्त्री अपनीअपनी पड़ोसिन से सोनेचाँदी के गहने माँग ले +3312,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_011_003.wav,तब यहोवा ने मिस्रियों को अपनी प्रजा पर दयालु किया और इससे अधिक वह पुरुष मूसा मिस्र देश में फ़िरौन के कर्मचारियों और साधारण लोगों की दृष्टि में अति महान था +3313,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_011_004.wav,फिर मूसा ने कहा यहोवा इस प्रकार कहता है कि आधी रात के लगभग मैं मिस्र देश के बीच में होकर चलूँगा +3314,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_011_005.wav,तब मिस्र में ��िंहासन पर विराजनेवाले फ़िरौन से लेकर चक्की पीसनेवाली दासी तक के पहलौठे वरन् पशुओं तक के सब पहलौठे मर जाएँगे +3315,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_011_006.wav,और सारे मिस्र देश में बड़ा हाहाकार मचेगा यहाँ तक कि उसके समान न तो कभी हुआ और न होगा +3316,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_011_007.wav,पर इस्राएलियों के विरुद्ध क्या मनुष्य क्या पशु किसी पर कोई कुत्ता भी न भौंकेगा जिससे तुम जान लो कि मिस्रियों और इस्राएलियों में मैं यहोवा अन्तर करता हूँ +3317,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_011_008.wav,तब तेरे ये सब कर्मचारी मेरे पास आ मुझे दण्डवत् करके यह कहेंगे अपने सब अनुचरों समेत निकल जा और उसके पश्चात् मैं निकल जाऊँगा यह कहकर मूसा बड़े क्रोध में फ़िरौन के पास से निकल गया +3318,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_011_009.wav,यहोवा ने मूसा से कह दिया था फ़िरौन तुम्हारी न सुनेगा क्योंकि मेरी इच्छा है कि मिस्र देश में बहुत से चमत्कार करूँ +3319,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_011_010.wav,मूसा और हारून ने फ़िरौन के सामने ये सब चमत्कार किए पर यहोवा ने फ़िरौन का मन और कठोर कर दिया इसलिए उसने इस्राएलियों को अपने देश से जाने न दिया +3320,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_001.wav,फिर यहोवा ने मिस्र देश में मूसा और हारून से कहा +3321,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_002.wav,यह महीना तुम लोगों के लिये आरम्भ का ठहरे अर्थात् वर्ष का पहला महीना यही ठहरे +3322,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_003.wav,इस्राएल की सारी मण्डली से इस प्रकार कहो कि इसी महीने के दसवें दिन को तुम अपनेअपने पितरों के घरानों के अनुसार घराने पीछे एकएक मेम्ना ले रखो +3323,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_004.wav,और यदि किसी के घराने में एक मेम्ने के खाने के लिये मनुष्य कम हों तो वह अपने सबसे निकट रहनेवाले पड़ोसी के साथ प्राणियों की गिनती के अनुसार एक मेम्ना ले रखे और तुम हर एक के खाने के अनुसार मेम्ने का हिसाब करना +3324,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_005.wav,तुम्हारा मेम्ना निर्दोष और पहले वर्ष का नर हो और उसे चाहे भेड़ों में से लेना चाहे बकरियों में से +3325,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_006.wav,और इस महीने के चौदहवें दिन तक उसे रख छोड़ना और उस दिन सूर्यास्त के समय इस्राएल की सारी मण्डली के लोग उसे बलि करें +3326,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_007.wav,तब वे उसके लहू में से कुछ लेकर जिन घरों में मेम्ने को खाएँगे उनके द्वार के दोनों ओर और चौखट के सिरे पर लगाएँ +3327,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_008.wav,और वे उसके माँस को उसी रात आग में भूनकर अख़मीरी रोटी और कड़वे सागपात के साथ खाएँ +3328,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_009.wav,उसको सिर पैर और अंतड़ियाँ समेत आग में भूनकर खाना कच्चा या जल में कुछ भी पकाकर न खाना +3329,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_010.wav,और उसमें से कुछ सवेरे तक न रहने देना और यदि कुछ सवेरे तक रह भी जाए तो उसे आग में जला देना +3330,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_011.wav,और उसके खाने की यह विधि है कि कमर बाँधे पाँव में जूती पहने और हाथ में लाठी लिए हुए उसे फुर्ती से खाना वह तो यहोवा का फसह होगा +3331,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_012.wav,क्योंकि उस रात को मैं मिस्र देश के बीच में से होकर जाऊँगा और मिस्र देश के क्या मनुष्य क्या पशु सब के पहिलौठों को मारूँगा और मिस्र के सारे देवताओं को भी मैं दण्ड दूँगा मैं तो यहोवा हूँ +3332,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_013.wav,और जिन घरों में तुम रहोगे उन पर वह लहू तुम्हारे निमित्त चिन्ह ठहरेगा अर्थात् मैं उस लहू को देखकर तुम को छोड़ जाऊँगा और जब मैं मिस्र देश के लोगों को मारूँगा तब वह विपत्ति तुम पर न पड़ेगी और तुम नाश न होंगे +3333,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_014.wav,और वह दिन तुम को स्मरण दिलानेवाला ठहरेगा और तुम उसको यहोवा के लिये पर्व करके मानना वह दिन तुम्हारी पीढ़ियों में सदा की विधि जानकर पर्व माना जाए +3334,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_015.wav,सात दिन तक अख़मीरी रोटी खाया करना उनमें से पहले ही दिन अपनेअपने घर में से ख़मीर उठा डालना वरन् जो पहले दिन से लेकर सातवें दिन तक कोई ख़मीरी वस्तु खाए वह प्राणी इस्राएलियों में से नाश किया जाए +3335,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_016.wav,पहले दिन एक पवित्र सभा और सातवें दिन भी एक पवित्र सभा करना उन दोनों दिनों में कोई काम न किया जाए केवल जिस प्राणी का जो खाना हो उसके काम करने की आज्ञा है +3336,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_017.wav,इसलिए तुम बिना ख़मीर की रोटी का पर्व मानना क्योंकि उसी दिन मानो मैंने तुम को दलदल करके मिस्र देश से निकाला है इस कारण वह दिन तुम्हारी पीढ़ियों में सदा की विधि जानकर माना जाए +3337,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_018.wav,पहले महीने के चौदहवें दिन की साँझ से लेकर इक्कीसवें दिन की साँझ तक तुम अख़मीरी रोटी खाया करना +3338,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_019.wav,सात दिन तक तुम्हारे घरों में कुछ भी ख़मीर न रहे वरन् जो कोई किसी ख़मीरी वस्तु को खाए चाहे वह देशी हो चाहे परदेशी वह प्राणी इस्राएलियों की मण्डली से नाश किया जाए +3339,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_020.wav,कोई ख़मीरी वस्तु न खाना अपने सब घरों में बिना ख़मीर की रोटी खाया करना +3340,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_021.wav,तब मूसा ने इस्राएल के सब पुरनियों को बुलाकर कहा तुम अपनेअपने कुल के अनुसार एकएक मेम्ना अलग कर रखो और फसह का पशुबलि करना +3341,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_022.wav,और उसका लहू जो तसले में होगा उसमें जूफा का एक गुच्छा डुबाकर ���सी तसले में के लहू से द्वार के चौखट के सिरे और दोनों ओर पर कुछ लगाना और भोर तक तुम में से कोई घर से बाहर न निकले +3342,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_023.wav,क्योंकि यहोवा देश के बीच होकर मिस्रियों को मारता जाएगा इसलिए जहाँजहाँ वह चौखट के सिरे और दोनों ओर पर उस लहू को देखेगा वहाँवहाँ वह उस द्वार को छोड़ जाएगा और नाश करनेवाले को तुम्हारे घरों में मारने के लिये न जाने देगा +3343,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_024.wav,फिर तुम इस विधि को अपने और अपने वंश के लिये सदा की विधि जानकर माना करो +3344,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_025.wav,जब तुम उस देश में जिसे यहोवा अपने कहने के अनुसार तुम को देगा प्रवेश करो तब वह काम किया करना +3345,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_026.wav,और जब तुम्हारे लड़के वाले तुम से पूछें इस काम से तुम्हारा क्या मतलब है +3346,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_027.wav,तब तुम उनको यह उत्तर देना यहोवा ने जो मिस्रियों के मारने के समय मिस्र में रहनेवाले हम इस्राएलियों के घरों को छोड़कर हमारे घरों को बचाया इसी कारण उसके फसह का यह बलिदान किया जाता है तब लोगों ने सिर झुकाकर दण्डवत् किया +3347,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_028.wav,और इस्राएलियों ने जाकर जो आज्ञा यहोवा ने मूसा और हारून को दी थी उसी के अनुसार किया +3348,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_029.wav,ऐसा हुआ कि आधी रात को यहोवा ने मिस्र देश में सिंहासन पर विराजनेवाले फ़िरौन से लेकर गड्ढे में पड़े हुए बँधुए तक सब के पहिलौठों को वरन् पशुओं तक के सब पहिलौठों को मार डाला +3349,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_030.wav,और फ़िरौन रात ही को उठ बैठा और उसके सब कर्मचारी वरन् सारे मिस्री उठे और मिस्र में बड़ा हाहाकार मचा क्योंकि एक भी ऐसा घर न था जिसमें कोई मरा न हो +3350,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_031.wav,तब फ़िरौन ने रात ही रात में मूसा और हारून को बुलवाकर कहा तुम इस्राएलियों समेत मेरी प्रजा के बीच से निकल जाओ और अपने कहने के अनुसार जाकर यहोवा की उपासना करो +3351,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_032.wav,अपने कहने के अनुसार अपनी भेड़बकरियों और गायबैलों को साथ ले जाओ और मुझे आशीर्वाद दे जाओ +3352,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_033.wav,और मिस्री जो कहते थे हम तो सब मर मिटे हैं उन्होंने इस्राएली लोगों पर दबाव डालकर कहा देश से झटपट निकल जाओ +3353,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_034.wav,तब उन्होंने अपने गुँधेगुँधाए आटे को बिना ख़मीर दिए ही कठौतियों समेत कपड़ों में बाँधकर अपनेअपने कंधे पर डाल लिया +3354,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_035.wav,इस्राएलियों ने मूसा के कहने के अनुसार मिस्रियों से सोनेचाँदी के गहने और वस्त्र माँग लिए +3355,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_036.wav,और यहोवा ने मिस्रियों को अपनी प्रजा के लोगों पर ऐसा दयालु किया कि उन्होंने जोजो माँगा वह सब उनको दिया इस प्रकार इस्राएलियों ने मिस्रियों को लूट लिया +3356,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_037.wav,तब इस्राएली रामसेस से कूच करके सुक्कोत को चले और बालबच्चों को छोड़ वे कोई छः लाख पैदल चलनेवाले पुरुष थे +3357,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_038.wav,उनके साथ मिलीजुली हुई एक भीड़ गई और भेड़बकरी गायबैल बहुत से पशु भी साथ गए +3358,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_039.wav,और जो गूँधा आटा वे मिस्र से साथ ले गए उसकी उन्होंने बिना ख़मीर दिए रोटियाँ बनाईं क्योंकि वे मिस्र से ऐसे बरबस निकाले गए कि उन्हें अवसर भी न मिला की मार्ग में खाने के लिये कुछ पका सके इसी कारण वह गूँधा हुआ आटा बिना ख़मीर का था +3359,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_040.wav,मिस्र में बसे हुए इस्राएलियों को चार सौ तीस वर्ष बीत गए थे +3360,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_041.wav,और उन चार सौ तीस वर्षों के बीतने पर ठीक उसी दिन यहोवा की सारी सेना मिस्र देश से निकल गई +3361,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_042.wav,यहोवा इस्राएलियों को मिस्र देश से निकाल लाया इस कारण वह रात उसके निमित्त मानने के योग्य है यह यहोवा की वही रात है जिसका पीढ़ीपीढ़ी में मानना इस्राएलियों के लिये अवश्य है +3362,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_043.wav,फिर यहोवा ने मूसा और हारून से कहा पर्व की विधि यह है कि कोई परदेशी उसमें से न खाए +3363,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_044.wav,पर जो किसी का मोल लिया हुआ दास हो और तुम लोगों ने उसका खतना किया हो वह तो उसमें से खा सकेगा +3364,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_045.wav,पर परदेशी और मजदूर उसमें से न खाएँ +3365,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_046.wav,उसका खाना एक ही घर में हो अर्थात् तुम उसके माँस में से कुछ घर से बाहर न ले जाना और बलिपशु की कोई हड्डी न तोड़ना +3366,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_047.wav,पर्व को मानना इस्राएल की सारी मण्डली का कर्तव्य है +3367,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_048.wav,और यदि कोई परदेशी तुम लोगों के संग रहकर यहोवा के लिये पर्व को मानना चाहे तो वह अपने यहाँ के सब पुरुषों का खतना कराए तब वह समीप आकर उसको माने और वह देशी मनुष्य के तुल्य ठहरेगा पर कोई खतनारहित पुरुष उसमें से न खाने पाए +3368,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_049.wav,उसकी व्यवस्था देशी और तुम्हारे बीच में रहनेवाले परदेशी दोनों के लिये एक ही हो +3369,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_050.wav,यह आज्ञा जो यहोवा ने मूसा और हारून को दी उसके अनुसार सारे इस्राएलियों ने किया +3370,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_012_051.wav,और ठीक उसी दिन यहोवा इस्राएलियों को मिस्र देश से दलदल करके निकाल ले गया +3371,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +3372,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_002.wav,क्या मनुष्य के क्या पशु के इस्राएलियों में जितने अपनीअपनी माँ के पहलौठे हों उन्हें मेरे लिये पवित्र मानना वह तो मेरा ही है +3373,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_003.wav,फिर मूसा ने लोगों से कहा इस दिन को स्मरण रखो जिसमें तुम लोग दासत्व के घर अर्थात् मिस्र से निकल आए हो यहोवा तो तुम को वहाँ से अपने हाथ के बल से निकाल लाया इसमें ख़मीरी रोटी न खाई जाए +3374,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_004.wav,अबीब के महीने में आज के दिन तुम निकले हो +3375,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_005.wav,इसलिए जब यहोवा तुम को कनानी हित्ती एमोरी हिब्बी और यबूसी लोगों के देश में पहुँचाएगा जिसे देने की उसने तुम्हारे पुरखाओं से शपथ खाई थी और जिसमें दूध और मधु की धारा बहती हैं तब तुम इसी महीने में पर्व करना +3376,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_006.wav,सात दिन तक अख़मीरी रोटी खाया करना और सातवें दिन यहोवा के लिये पर्व मानना +3377,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_007.wav,इन सातों दिनों में अख़मीरी रोटी खाई जाए वरन् तुम्हारे देश भर में न ख़मीरी रोटी न ख़मीर तुम्हारे पास देखने में आए +3378,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_008.wav,और उस दिन तुम अपनेअपने पुत्रों को यह कहकर समझा देना कि यह तो हम उसी काम के कारण करते हैं जो यहोवा ने हमारे मिस्र से निकल आने के समय हमारे लिये किया था +3379,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_009.wav,फिर यह तुम्हारे लिये तुम्हारे हाथ में एक चिन्ह होगा और तुम्हारी आँखों के सामने स्मरण करानेवाली वस्तु ठहरे जिससे यहोवा की व्यवस्था तुम्हारे मुँह पर रहे क्योंकि यहोवा ने तुम्हें अपने बलवन्त हाथों से मिस्र से निकाला है +3380,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_010.wav,इस कारण तुम इस विधि को प्रतिवर्ष नियत समय पर माना करना +3381,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_011.wav,फिर जब यहोवा उस शपथ के अनुसार जो उसने तुम्हारे पुरखाओं से और तुम से भी खाई है तुम्हें कनानियों के देश में पहुँचाकर उसको तुम्हें दे देगा +3382,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_012.wav,तब तुम में से जितने अपनीअपनी माँ के जेठे हों उनको और तुम्हारे पशुओं में जो ऐसे हों उनको भी यहोवा के लिये अर्पण करना सब नर बच्चे तो यहोवा के हैं +3383,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_013.wav,और गदही के हर एक पहलौठे के बदले मेम्ना देकर उसको छुड़ा लेना और यदि तुम उसे छुड़ाना न चाहो तो उसका गला तोड़ देना पर अपने सब पहलौठे पुत्रों को बदला देकर छुड़ा लेना +3384,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_014.wav,और आगे के दिनों में जब तुम्हारे पुत्र तुम से पूछें यह क्या है तो उनसे कहना यहोवा हम लोगों को दासत्व के घर से अर्थात् मिस्र देश से अपने हाथों के बल से निकाल लाया है +3385,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_015.wav,��स समय जब फ़िरौन ने कठोर होकर हमको जाने देना न चाहा तब यहोवा ने मिस्र देश में मनुष्य से लेकर पशु तक सब के पहिलौठों को मार डाला इसी कारण पशुओं में से तो जितने अपनीअपनी माँ के पहलौठे नर हैं उन्हें हम यहोवा के लिये बलि करते हैं पर अपने सब जेठे पुत्रों को हम बदला देकर छुड़ा लेते हैं +3386,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_016.wav,यह तुम्हारे हाथों पर एक चिन्हसा और तुम्हारी भौहों के बीच टीकासा ठहरे क्योंकि यहोवा हम लोगों को मिस्र से अपने हाथों के बल से निकाल लाया है +3387,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_017.wav,जब फ़िरौन ने लोगों को जाने की आज्ञा दे दी तब यद्यपि पलिश्तियों के देश में होकर जो मार्ग जाता है वह छोटा था तो भी परमेश्वर यह सोचकर उनको उस मार्ग से नहीं ले गया कि कहीं ऐसा न हो कि जब ये लोग लड़ाई देखें तब पछताकर मिस्र को लौट आएँ +3388,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_018.wav,इसलिए परमेश्वर उनको चक्कर खिलाकर लाल समुद्र के जंगल के मार्ग से ले चला और इस्राएली पाँति बाँधे हुए मिस्र से निकल गए +3389,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_019.wav,और मूसा यूसुफ की हड्डियों को साथ लेता गया क्योंकि यूसुफ ने इस्राएलियों से यह कहकर परमेश्वर निश्चय तुम्हारी सुधि लेगा उनको इस विषय की दृढ़ शपथ खिलाई थी कि वे उसकी हड्डियों को अपने साथ यहाँ से ले जाएँगे +3390,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_020.wav,फिर उन्होंने सुक्कोत से कूच करके जंगल की छोर पर एताम में डेरा किया +3391,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_021.wav,और यहोवा उन्हें दिन को मार्ग दिखाने के लिये बादल के खम्भे में और रात को उजियाला देने के लिये आग के खम्भे में होकर उनके आगेआगे चला करता था जिससे वे रात और दिन दोनों में चल सके +3392,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_013_022.wav,उसने न तो बादल के खम्भे को दिन में और न आग के खम्भे को रात में लोगों के आगे से हटाया +3393,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_001.wav,यहोवा ने मूसा से कहा +3394,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_002.wav,इस्राएलियों को आज्ञा दे कि वे लौटकर मिग्दोल और समुद्र के बीच पीहहीरोत के सम्मुख बालसपोन के सामने अपने डेरे खड़े करें उसी के सामने समुद्र के तट पर डेरे खड़े करें +3395,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_003.wav,तब फ़िरौन इस्राएलियों के विषय में सोचेगा वे देश के उलझनों में फँसे हैं और जंगल में घिर गए हैं +3396,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_004.wav,तब मैं फ़िरौन के मन को कठोर कर दूँगा और वह उनका पीछा करेगा तब फ़िरौन और उसकी सारी सेना के द्वारा मेरी महिमा होगी और मिस्री जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ और उन्होंने वैसा ही किया +3397,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_005.wav,जब मिस्र के राजा को यह समाचार मिला कि वे ल��ग भाग गए तब फ़िरौन और उसके कर्मचारियों का मन उनके विरुद्ध पलट गया और वे कहने लगे हमने यह क्या किया कि इस्राएलियों को अपनी सेवकाई से छुटकारा देकर जाने दिया +3398,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_006.wav,तब उसने अपना रथ तैयार करवाया और अपनी सेना को संग लिया +3399,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_007.wav,उसने छः सौ अच्छे से अच्छे रथ वरन् मिस्र के सब रथ लिए और उन सभी पर सरदार बैठाए +3400,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_008.wav,और यहोवा ने मिस्र के राजा फ़िरौन के मन को कठोर कर दिया इसलिए उसने इस्राएलियों का पीछा किया परन्तु इस्राएली तो बेखटके निकले चले जाते थे +3401,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_009.wav,पर फ़िरौन के सब घोड़ों और रथों और सवारों समेत मिस्री सेना ने उनका पीछा करके उनके पास जो पीहहीरोत के पास बालसपोन के सामने समुद्र के किनारे पर डेरे डालें पड़े थे जा पहुँची +3402,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_010.wav,जब फ़िरौन निकट आया तब इस्राएलियों ने आँखें उठाकर क्या देखा कि मिस्री हमारा पीछा किए चले आ रहे हैं और इस्राएली अत्यन्त डर गए और चिल्लाकर यहोवा की दुहाई दी +3403,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_011.wav,और वे मूसा से कहने लगे क्या मिस्र में कब्रें न थीं जो तू हमको वहाँ से मरने के लिये जंगल में ले आया है तूने हम से यह क्या किया कि हमको मिस्र से निकाल लाया +3404,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_012.wav,क्या हम तुझ से मिस्र में यही बात न कहते रहे कि हमें रहने दे कि हम मिस्रियों की सेवा करें हमारे लिये जंगल में मरने से मिस्रियों कि सेवा करनी अच्छी थी +3405,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_013.wav,मूसा ने लोगों से कहा डरो मत खड़ेखड़े वह उद्धार का काम देखो जो यहोवा आज तुम्हारे लिये करेगा क्योंकि जिन मिस्रियों को तुम आज देखते हो उनको फिर कभी न देखोगे +3406,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_014.wav,यहोवा आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा इसलिए तुम चुपचाप रहो +3407,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_015.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा तू क्यों मेरी दुहाई दे रहा है इस्राएलियों को आज्ञा दे कि यहाँ से कूच करें +3408,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_016.wav,और तू अपनी लाठी उठाकर अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ा और वह दो भाग हो जाएगा तब इस्राएली समुद्र के बीच होकर स्थल ही स्थल पर चले जाएँगे +3409,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_017.wav,और सुन मैं आप मिस्रियों के मन को कठोर करता हूँ और वे उनका पीछा करके समुद्र में घुस पड़ेंगे तब फ़िरौन और उसकी सेना और रथों और सवारों के द्वारा मेरी महिमा होगी +3410,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_018.wav,और जब फ़िरौन और उसके रथों और सवारों के द्वारा मेरी महिमा होगी तब मिस्री जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +3411,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_019.wav,तब परमेश्वर का दूत जो इस्राएली सेना के आगेआगे चला करता था जाकर उनके पीछे हो गया और बादल का खम्भा उनके आगे से हटकर उनके पीछे जा ठहरा +3412,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_020.wav,इस प्रकार वह मिस्रियों की सेना और इस्राएलियों की सेना के बीच में आ गया और बादल और अंधकार तो हुआ तो भी उससे रात को उन्हें प्रकाश मिलता रहा और वे रात भर एक दूसरे के पास न आए +3413,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_021.wav,तब मूसा ने अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ाया और यहोवा ने रात भर प्रचण्ड पुरवाई चलाई और समुद्र को दो भाग करके जल ऐसा हटा दिया जिससे कि उसके बीच सूखी भूमि हो गई +3414,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_022.wav,तब इस्राएली समुद्र के बीच स्थल ही स्थल पर होकर चले और जल उनकी दाहिनी और बाईं ओर दीवार का काम देता था +3415,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_023.wav,तब मिस्री अर्थात् फ़िरौन के सब घोड़े रथ और सवार उनका पीछा किए हुए समुद्र के बीच में चले गए +3416,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_024.wav,और रात के अन्तिम पहर में यहोवा ने बादल और आग के खम्भे में से मिस्रियों की सेना पर दृष्टि करके उन्हें घबरा दिया +3417,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_025.wav,और उसने उनके रथों के पहियों को निकाल डाला जिससे उनका चलना कठिन हो गया तब मिस्री आपस में कहने लगे आओ हम इस्राएलियों के सामने से भागें क्योंकि यहोवा उनकी ओर से मिस्रियों के विरुद्ध युद्ध कर रहा है +3418,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_026.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ा कि जल मिस्रियों और उनके रथों और सवारों पर फिर बहने लगे +3419,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_027.wav,तब मूसा ने अपना हाथ समुद्र के ऊपर बढ़ाया और भोर होतेहोते क्या हुआ कि समुद्र फिर ज्यों का त्यों अपने बल पर आ गया और मिस्री उलटे भागने लगे परन्तु यहोवा ने उनको समुद्र के बीच ही में झटक दिया +3420,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_028.wav,और जल के पलटने से जितने रथ और सवार इस्राएलियों के पीछे समुद्र में आए थे वे सब वरन् फ़िरौन की सारी सेना उसमें डूब गई और उसमें से एक भी न बचा +3421,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_029.wav,परन्तु इस्राएली समुद्र के बीच स्थल ही स्थल पर होकर चले गए और जल उनकी दाहिनी और बाईं दोनों ओर दीवार का काम देता था +3422,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_030.wav,इस प्रकार यहोवा ने उस दिन इस्राएलियों को मिस्रियों के वश से इस प्रकार छुड़ाया और इस्राएलियों ने मिस्रियों को समुद्र के तट पर मरे पड़े हुए देखा +3423,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_014_031.wav,और यहोवा ने मिस्रियों पर जो अपना पराक्रम दिखलाता था उसको देखकर इस्राएलियों ने यहोवा का भय माना और यहोवा की और उसके दास मूसा की भी प्रतीति क�� +3424,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_001.wav,तब मूसा और इस्राएलियों ने यहोवा के लिये यह गीत गाया उन्होंने कहा मैं यहोवा का गीत गाऊँगा क्योंकि वह महाप्रतापी ठहरा है घोड़ों समेत सवारों को उसने समुद्र में डाल दिया है +3425,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_002.wav,यहोवा मेरा बल और भजन का विषय है और वही मेरा उद्धार भी ठहरा है मेरा परमेश्वर वही है मैं उसी की स्तुति करूँगा मैं उसके लिये निवासस्थान बनाऊँगा मेरे पूर्वजों का परमेश्वर वही है मैं उसको सराहूँगा +3426,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_003.wav,यहोवा योद्धा है उसका नाम यहोवा है +3427,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_004.wav,फ़िरौन के रथों और सेना को उसने समुद्र में डाल दिया और उसके उत्तम से उत्तम रथी लाल समुद्र में डूब गए +3428,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_005.wav,गहरे जल ने उन्हें ढाँप लिया वे पत्थर के समान गहरे स्थानों में डूब गए +3429,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_006.wav,हे यहोवा तेरा दाहिना हाथ शक्ति में महाप्रतापी हुआ हे यहोवा तेरा दाहिना हाथ शत्रु को चकनाचूर कर देता है +3430,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_007.wav,तू अपने विरोधियों को अपने महाप्रताप से गिरा देता है तू अपना कोप भड़काता और वे भूसे के समान भस्म हो जाते हैं +3431,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_008.wav,तेरे नथनों की साँस से जल एकत्र हो गया धाराएँ ढेर के समान थम गईं समुद्र के मध्य में गहरा जल जम गया +3432,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_009.wav,शत्रु ने कहा था मैं पीछा करूँगा मैं जा पकड़ूँगा मैं लूट के माल को बाँट लूँगा उनसे मेरा जी भर जाएगा मैं अपनी तलवार खींचते ही अपने हाथ से उनको नाश कर डालूँगा +3433,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_010.wav,तूने अपने श्वास का पवन चलाया तब समुद्र ने उनको ढाँप लिया वे समुद्र में सीसे के समान डूब गए +3434,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_011.wav,हे यहोवा देवताओं में तेरे तुल्य कौन है तू तो पवित्रता के कारण महाप्रतापी और अपनी स्तुति करनेवालों के भय के योग्य और आश्चर्यकर्मों का कर्ता है +3435,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_012.wav,तूने अपना दाहिना हाथ बढ़ाया और पृथ्वी ने उनको निगल लिया है +3436,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_013.wav,अपनी करुणा से तूने अपनी छुड़ाई हुई प्रजा की अगुआई की है अपने बल से तू उसे अपने पवित्र निवासस्थान को ले चला है +3437,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_014.wav,देशदेश के लोग सुनकर काँप उठेंगे पलिश्तियों के प्राणों के लाले पड़ जाएँगे +3438,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_015.wav,एदोम के अधिपति व्याकुल होंगे मोआब के पहलवान थरथरा उठेंगे सब कनान निवासियों के मन पिघल जाएँगे +3439,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_016.wav,उनमें डर और घबराहट समा जाएगा तेरी बाँह के प्रताप से वे पत्थर के समान अबोल होंगे जब तक हे यहोवा तेरी प्रजा के लोग निकल न जाएँ जब तक तेरी प्रजा के लोग जिनको तूने मोल लिया है पार न निकल जाएँ +3440,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_017.wav,तू उन्हें पहुँचाकर अपने निज भागवाले पहाड़ पर बसाएगा यह वही स्थान है हे यहोवा जिसे तूने अपने निवास के लिये बनाया और वही पवित्रस्थान है जिसे हे प्रभु तूने आप ही स्थिर किया है +3441,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_018.wav,यहोवा सदा सर्वदा राज्य करता रहेगा +3442,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_019.wav,यह गीत गाने का कारण यह है कि फ़िरौन के घोड़े रथों और सवारों समेत समुद्र के बीच में चले गए और यहोवा उनके ऊपर समुद्र का जल लौटा ले आया परन्तु इस्राएली समुद्र के बीच स्थल ही स्थल पर होकर चले गए +3443,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_020.wav,तब हारून की बहन मिर्याम नाम नबिया ने हाथ में डफ लिया और सब स्त्रियाँ डफ लिए नाचती हुई उसके पीछे हो लीं +3444,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_021.wav,और मिर्याम उनके साथ यह टेक गाती गई कि यहोवा का गीत गाओ क्योंकि वह महाप्रतापी ठहरा है घोड़ों समेत सवारों को उसने समुद्र में डाल दिया है +3445,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_022.wav,तब मूसा इस्राएलियों को लाल समुद्र से आगे ले गया और वे शूर नामक जंगल में आए और जंगल में जाते हुए तीन दिन तक पानी का सोता न मिला +3446,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_023.wav,फिर मारा नामक एक स्थान पर पहुँचे वहाँ का पानी खारा था उसे वे न पी सके इस कारण उस स्थान का नाम मारा पड़ा +3447,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_024.wav,तब वे यह कहकर मूसा के विरुद्ध बड़बड़ाने लगे हम क्या पीएँ +3448,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_025.wav,तब मूसा ने यहोवा की दुहाई दी और यहोवा ने उसे एक पौधा बता दिया जिसे जब उसने पानी में डाला तब वह पानी मीठा हो गया वहीं यहोवा ने उनके लिये एक विधि और नियम बनाया और वहीं उसने यह कहकर उनकी परीक्षा की +3449,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_026.wav,यदि तू अपने परमेश्वर यहोवा का वचन तन मन से सुने और जो उसकी दृष्टि में ठीक है वही करे और उसकी आज्ञाओं पर कान लगाए और उसकी सब विधियों को माने तो जितने रोग मैंने मिस्रियों पर भेजे हैं उनमें से एक भी तुझ पर न भेजूँगा क्योंकि मैं तुम्हारा चंगा करनेवाला यहोवा हूँ +3450,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_015_027.wav,तब वे एलीम को आए जहाँ पानी के बारह सोते और सत्तर खजूर के पेड़ थे और वहाँ उन्होंने जल के पास डेरे खड़े किए +3451,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_001.wav,फिर एलीम से कूच करके इस्राएलियों की सारी मण्डली मिस्र देश से निकलने के बाद दूसरे महीने के पंद्रहवे दिन को सीन नामक जंगल में जो एलीम और सीनै पर्वत के बीच में है आ पहुँची +3452,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_002.wav,जंगल में इस्राएलियों की सारी मण्डली मूसा और हारून के विरुद्ध बड़बड़ाने लगे +3453,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_003.wav,और इस्राएली उनसे कहने लगे जब हम मिस्र देश में माँस की हाँड़ियों के पास बैठकर मनमाना भोजन खाते थे तब यदि हम यहोवा के हाथ से मार डाले भी जाते तो उत्तम वही था पर तुम हमको इस जंगल में इसलिए निकाल ले आए हो कि इस सारे समाज को भूखा मार डालो +3454,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_004.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा देखो मैं तुम लोगों के लिये आकाश से भोजनवस्तु बरसाऊँगा और ये लोग प्रतिदिन बाहर जाकर प्रतिदिन का भोजन इकट्ठा करेंगे इससे मैं उनकी परीक्षा करूँगा कि ये मेरी व्यवस्था पर चलेंगे कि नहीं +3455,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_005.wav,और ऐसा होगा कि छठवें दिन वह भोजन और दिनों से दूना होगा इसलिए जो कुछ वे उस दिन बटोरें उसे तैयार कर रखें +3456,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_006.wav,तब मूसा और हारून ने सारे इस्राएलियों से कहा साँझ को तुम जान लोगे कि जो तुम को मिस्र देश से निकाल ले आया है वह यहोवा है +3457,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_007.wav,और भोर को तुम्हें यहोवा का तेज देख पड़ेगा क्योंकि तुम जो यहोवा पर बड़बड़ाते हो उसे वह सुनता है और हम क्या हैं कि तुम हम पर बड़बड़ाते हो +3458,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_008.wav,फिर मूसा ने कहा यह तब होगा जब यहोवा साँझ को तुम्हें खाने के लिये माँस और भोर को रोटी मनमाने देगा क्योंकि तुम जो उस पर बड़बड़ाते हो उसे वह सुनता है और हम क्या हैं तुम्हारा बुड़बुड़ाना हम पर नहीं यहोवा ही पर होता है +3459,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_009.wav,फिर मूसा ने हारून से कहा इस्राएलियों की सारी मण्डली को आज्ञा दे कि यहोवा के सामने वरन् उसके समीप आए क्योंकि उसने उनका बुड़बुड़ाना सुना है +3460,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_010.wav,और ऐसा हुआ कि जब हारून इस्राएलियों की सारी मण्डली से ऐसी ही बातें कर रहा था कि उन्होंने जंगल की ओर दृष्टि करके देखा और उनको यहोवा का तेज बादल में दिखलाई दिया +3461,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_011.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा +3462,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_012.wav,इस्राएलियों का बुड़बुड़ाना मैंने सुना है उनसे कह दे कि सूर्यास्त के समय तुम माँस खाओगे और भोर को तुम रोटी से तृप्त हो जाओगे और तुम यह जान लोगे कि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +3463,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_013.wav,तब ऐसा हुआ कि साँझ को बटेरें आकर सारी छावनी पर बैठ गईं और भोर को छावनी के चारों ओर ओस पड़ी +3464,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_014.wav,और जब ओस सूख गई तो वे क्या देखते हैं कि जंगल की भूमि पर छोटेछोटे छिलके पाले के किनकों के समान पड़े हैं +3465,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_015.wav,यह देखकर इस्राएली जो न ���ानते थे कि यह क्या वस्तु है वे आपस में कहने लगे यह तो मन्ना है तब मूसा ने उनसे कहा यह तो वही भोजनवस्तु है जिसे यहोवा तुम्हें खाने के लिये देता है +3466,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_016.wav,जो आज्ञा यहोवा ने दी है वह यह है कि तुम उसमें से अपनेअपने खाने के योग्य बटोरा करना अर्थात् अपनेअपने प्राणियों की गिनती के अनुसार प्रति मनुष्य के पीछे एकएक ओमेर बटोरना जिसके डेरे में जितने हों वह उन्हीं के लिये बटोरा करे +3467,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_017.wav,और इस्राएलियों ने वैसा ही किया और किसी ने अधिक और किसी ने थोड़ा बटोर लिया +3468,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_018.wav,जब उन्होंने उसको ओमेर से नापा तब जिसके पास अधिक था उसके कुछ अधिक न रह गया और जिसके पास थोड़ा था उसको कुछ घटी न हुई क्योंकि एकएक मनुष्य ने अपने खाने के योग्य ही बटोर लिया था +3469,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_019.wav,फिर मूसा ने उनसे कहा कोई इसमें से कुछ सवेरे तक न रख छोड़े +3470,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_020.wav,तो भी उन्होंने मूसा की बात न मानी इसलिए जब किसी किसी मनुष्य ने उसमें से कुछ सवेरे तक रख छोड़ा तो उसमें कीड़े पड़ गए और वह बसाने लगा तब मूसा उन पर क्रोधित हुआ +3471,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_021.wav,वे भोर को प्रतिदिन अपनेअपने खाने के योग्य बटोर लेते थे और जब धूप कड़ी होती थी तब वह गल जाता था +3472,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_022.wav,फिर ऐसा हुआ कि छठवें दिन उन्होंने दूना अर्थात् प्रति मनुष्य के पीछे दोदो ओमेर बटोर लिया और मण्डली के सब प्रधानों ने आकर मूसा को बता दिया +3473,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_023.wav,उसने उनसे कहा यह तो वही बात है जो यहोवा ने कही क्योंकि कल पवित्र विश्राम अर्थात् यहोवा के लिये पवित्र विश्राम होगा इसलिए तुम्हें जो तंदूर में पकाना हो उसे पकाओ और जो सिझाना हो उसे सिझाओ और इसमें से जितना बचे उसे सवेरे के लिये रख छोड़ो +3474,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_024.wav,जब उन्होंने उसको मूसा की इस आज्ञा के अनुसार सवेरे तक रख छोड़ा तब न तो वह बसाया और न उसमें कीड़े पड़े +3475,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_025.wav,तब मूसा ने कहा आज उसी को खाओ क्योंकि आज यहोवा का विश्रामदिन है इसलिए आज तुम को वह मैदान में न मिलेगा +3476,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_026.wav,छः दिन तो तुम उसे बटोरा करोगे परन्तु सातवाँ दिन तो विश्राम का दिन है उसमें वह न मिलेगा +3477,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_027.wav,तो भी लोगों में से कोईकोई सातवें दिन भी बटोरने के लिये बाहर गए परन्तु उनको कुछ न मिला +3478,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_028.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा तुम लोग मेरी आज्ञाओं और व्यवस्था को कब तक नहीं मानोगे +3479,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_029.wav,दे���ो यहोवा ने जो तुम को विश्राम का दिन दिया है इसी कारण वह छठवें दिन को दो दिन का भोजन तुम्हें देता है इसलिए तुम अपनेअपने यहाँ बैठे रहना सातवें दिन कोई अपने स्थान से बाहर न जाना +3480,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_030.wav,अतः लोगों ने सातवें दिन विश्राम किया +3481,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_031.wav,इस्राएल के घराने ने उस वस्तु का नाम मन्ना रखा और वह धनिया के समान श्वेत था और उसका स्वाद मधु के बने हुए पूए का सा था +3482,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_032.wav,फिर मूसा ने कहा यहोवा ने जो आज्ञा दी वह यह है कि इसमें से ओमेर भर अपने वंश की पीढ़ीपीढ़ी के लिये रख छोड़ो जिससे वे जानें कि यहोवा हमको मिस्र देश से निकालकर जंगल में कैसी रोटी खिलाता था +3483,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_033.wav,तब मूसा ने हारून से कहा एक पात्र लेकर उसमें ओमेर भर लेकर उसे यहोवा के आगे रख दे कि वह तुम्हारी पीढ़ियों के लिये रखा रहे +3484,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_034.wav,जैसी आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी उसी के अनुसार हारून ने उसको साक्षी के सन्दूक के आगे रख दिया कि वह वहीं रखा रहे +3485,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_035.wav,इस्राएली जब तक बसे हुए देश में न पहुँचे तब तक अर्थात् चालीस वर्ष तक मन्ना को खाते रहे वे जब तक कनान देश की सीमा पर नहीं पहुँचे तब तक मन्ना को खाते रहे +3486,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_016_036.wav,एक ओमेर तो एपा का दसवाँ भाग है +3487,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_001.wav,फिर इस्राएलियों की सारी मण्डली सीन नामक जंगल से निकल चली और यहोवा के आज्ञानुसार कूच करके रपीदीम में अपने डेरे खड़े किए और वहाँ उन लोगों को पीने का पानी न मिला +3488,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_002.wav,इसलिए वे मूसा से वादविवाद करके कहने लगे हमें पीने का पानी दे मूसा ने उनसे कहा तुम मुझसे क्यों वादविवाद करते हो और यहोवा की परीक्षा क्यों करते हो +3489,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_003.wav,फिर वहाँ लोगों को पानी की प्यास लगी तब वे यह कहकर मूसा पर बुड़बुड़ाने लगे तू हमें बालबच्चों और पशुओं समेत प्यासा मार डालने के लिये मिस्र से क्यों ले आया है +3490,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_004.wav,तब मूसा ने यहोवा की दुहाई दी और कहा इन लोगों से मैं क्या करूँ ये सब मुझे पथरवाह करने को तैयार हैं +3491,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_005.wav,यहोवा ने मूसा से कहा इस्राएल के वृद्ध लोगों में से कुछ को अपने साथ ले ले और जिस लाठी से तूने नील नदी पर मारा था उसे अपने हाथ में लेकर लोगों के आगे बढ़ चल +3492,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_006.wav,देख मैं तेरे आगे चलकर होरेब पहाड़ की एक चट्टान पर खड़ा रहूँगा और तू उस चट्टान पर मारना तब उसमें से पानी निकलेगा जिससे ये लोग पीएँ तब ��ूसा ने इस्राएल के वृद्ध लोगों के देखते वैसा ही किया +3493,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_007.wav,और मूसा ने उस स्थान का नाम मस्सा और मरीबा रखा क्योंकि इस्राएलियों ने वहाँ वादविवाद किया था और यहोवा की परीक्षा यह कहकर की क्या यहोवा हमारे बीच है या नहीं +3494,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_008.wav,तब अमालेकी आकर रपीदीम में इस्राएलियों से लड़ने लगे +3495,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_009.wav,तब मूसा ने यहोशू से कहा हमारे लिये कई एक पुरुषों को चुनकर छाँट ले और बाहर जाकर अमालेकियों से लड़ और मैं कल परमेश्वर की लाठी हाथ में लिये हुए पहाड़ी की चोटी पर खड़ा रहूँगा +3496,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_010.wav,मूसा की इस आज्ञा के अनुसार यहोशू अमालेकियों से लड़ने लगा और मूसा हारून और हूर पहाड़ी की चोटी पर चढ़ गए +3497,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_011.wav,और जब तक मूसा अपना हाथ उठाए रहता था तब तक तो इस्राएल प्रबल होता था परन्तु जब जब वह उसे नीचे करता तबतब अमालेक प्रबल होता था +3498,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_012.wav,और जब मूसा के हाथ भर गए तब उन्होंने एक पत्थर लेकर मूसा के नीचे रख दिया और वह उस पर बैठ गया और हारून और हूर एकएक ओर में उसके हाथों को सम्भाले रहे और उसके हाथ सूर्यास्त तक स्थिर रहे +3499,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_013.wav,और यहोशू ने अनुचरों समेत अमालेकियों को तलवार के बल से हरा दिया +3500,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_014.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा स्मरणार्थ इस बात को पुस्तक में लिख ले और यहोशू को सुना दे कि मैं आकाश के नीचे से अमालेक का स्मरण भी पूरी रीति से मिटा डालूँगा +3501,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_015.wav,तब मूसा ने एक वेदी बनाकर उसका नाम यहोवा निस्सी रखा +3502,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_017_016.wav,और कहा यहोवा ने शपथ खाई है कि यहोवा अमालेकियों से पीढ़ियों तक लड़ाई करता रहेगा +3503,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_001.wav,जब मूसा के ससुर मिद्यान के याजक यित्रो ने यह सुना कि परमेश्वर ने मूसा और अपनी प्रजा इस्राएल के लिये क्याक्या किया है अर्थात् यह कि किस रीति से यहोवा इस्राएलियों को मिस्र से निकाल ले आया +3504,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_002.wav,तब मूसा के ससुर यित्रो मूसा की पत्नी सिप्पोरा को जो पहले अपने पिता के घर भेज दी गई थी +3505,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_003.wav,और उसके दोनों बेटों को भी ले आया इनमें से एक का नाम मूसा ने यह कहकर गेर्शोम रखा था मैं अन्य देश में परदेशी हुआ हूँ +3506,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_004.wav,और दूसरे का नाम उसने यह कहकर एलीएजेर रखा मेरे पिता के परमेश्वर ने मेरा सहायक होकर मुझे फ़िरौन की तलवार से बचाया +3507,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_005.wav,मूसा की पत्नी और पुत्रों को उसका ससुर यित्रो संग लिए मूसा के पास जंगल के उस स्थान में आया जहाँ परमेश्वर के पर्वत के पास उसका डेरा पड़ा था +3508,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_006.wav,और आकर उसने मूसा के पास यह कहला भेजा मैं तेरा ससुर यित्रो हूँ और दोनों बेटों समेत तेरी पत्नी को तेरे पास ले आया हूँ +3509,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_007.wav,तब मूसा अपने ससुर से भेंट करने के लिये निकला और उसको दण्डवत् करके चूमा और वे परस्पर कुशलता पूछते हुए डेरे पर आ गए +3510,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_008.wav,वहाँ मूसा ने अपने ससुर से वर्णन किया कि यहोवा ने इस्राएलियों के निमित्त फ़िरौन और मिस्रियों से क्याक्या किया और इस्राएलियों ने मार्ग में क्याक्या कष्ट उठाया फिर यहोवा उन्हें कैसेकैसे छुड़ाता आया है +3511,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_009.wav,तब यित्रो ने उस समस्त भलाई के कारण जो यहोवा ने इस्राएलियों के साथ की थी कि उन्हें मिस्रियों के वश से छुड़ाया था मगन होकर कहा +3512,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_010.wav,धन्य है यहोवा जिसने तुम को फ़िरौन और मिस्रियों के वश से छुड़ाया जिसने तुम लोगों को मिस्रियों की मुट्ठी में से छुड़ाया है +3513,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_011.wav,अब मैंने जान लिया है कि यहोवा सब देवताओं से बड़ा है वरन् उस विषय में भी जिसमें उन्होंने इस्राएलियों के साथ अहंकारपूर्ण व्यवहार किया था +3514,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_012.wav,तब मूसा के ससुर यित्रो ने परमेश्वर के लिये होमबलि और मेलबलि चढ़ाए और हारून इस्राएलियों के सब पुरनियों समेत मूसा के ससुर यित्रो के संग परमेश्वर के आगे भोजन करने को आया +3515,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_013.wav,दूसरे दिन मूसा लोगों का न्याय करने को बैठा और भोर से साँझ तक लोग मूसा के आसपास खड़े रहे +3516,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_014.wav,यह देखकर कि मूसा लोगों के लिये क्याक्या करता है उसके ससुर ने कहा यह क्या काम है जो तू लोगों के लिये करता है क्या कारण है कि तू अकेला बैठा रहता है और लोग भोर से साँझ तक तेरे आसपास खड़े रहते हैं +3517,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_015.wav,मूसा ने अपने ससुर से कहा इसका कारण यह है कि लोग मेरे पास परमेश्वर से पूछने आते हैं +3518,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_016.wav,जब जब उनका कोई मुकद्दमा होता है तबतब वे मेरे पास आते हैं और मैं उनके बीच न्याय करता और परमेश्वर की विधि और व्यवस्था उन्हें समझाता हूँ +3519,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_017.wav,मूसा के ससुर ने उससे कहा जो काम तू करता है वह अच्छा नहीं +3520,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_018.wav,और इससे तू क्या वरन् ये लोग भी जो तेरे संग हैं निश्चय थक जाएँगे क्योंकि यह काम तेरे लिये बहुत भारी है तू इसे अकेला नहीं कर सकता +3521,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_019.wav,���सलिए अब मेरी सुन ले मैं तुझको सम्मति देता हूँ और परमेश्वर तेरे संग रहे तू तो इन लोगों के लिये परमेश्वर के सम्मुख जाया कर और इनके मुकद्दमों को परमेश्वर के पास तू पहुँचा दिया कर +3522,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_020.wav,इन्हें विधि और व्यवस्था प्रगट कर करके जिस मार्ग पर इन्हें चलना और जोजो काम इन्हें करना हो वह इनको समझा दिया कर +3523,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_021.wav,फिर तू इन सब लोगों में से ऐसे पुरुषों को छाँट ले जो गुणी और परमेश्वर का भय माननेवाले सच्चे और अन्याय के लाभ से घृणा करनेवाले हों और उनको हजारहजार सौसौ पचासपचास और दसदस मनुष्यों पर प्रधान नियुक्त कर दे +3524,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_022.wav,और वे सब समय इन लोगों का न्याय किया करें और सब बड़ेबड़े मुकद्दमों को तो तेरे पास ले आया करें और छोटेछोटे मुकद्दमों का न्याय आप ही किया करें तब तेरा बोझ हलका होगा क्योंकि इस बोझ को वे भी तेरे साथ उठाएँगे +3525,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_023.wav,यदि तू यह उपाय करे और परमेश्वर तुझको ऐसी आज्ञा दे तो तू ठहर सकेगा और ये सब लोग अपने स्थान को कुशल से पहुँच सकेंगे +3526,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_024.wav,अपने ससुर की यह बात मानकर मूसा ने उसके सब वचनों के अनुसार किया +3527,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_025.wav,अतः उसने सब इस्राएलियों में से गुणी पुरुष चुनकर उन्हें हजारहजार सौसौ पचासपचास दसदस लोगों के ऊपर प्रधान ठहराया +3528,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_026.wav,और वे सब लोगों का न्याय करने लगे जो मुकद्दमा कठिन होता उसे तो वे मूसा के पास ले आते थे और सब छोटे मुकद्दमों का न्याय वे आप ही किया करते थे +3529,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_018_027.wav,तब मूसा ने अपने ससुर को विदा किया और उसने अपने देश का मार्ग लिया +3530,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_001.wav,इस्राएलियों को मिस्र देश से निकले हुए जिस दिन तीन महीने बीत चुके उसी दिन वे सीनै के जंगल में आए +3531,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_002.wav,और जब वे रपीदीम से कूच करके सीनै के जंगल में आए तब उन्होंने जंगल में डेरे खड़े किए और वहीं पर्वत के आगे इस्राएलियों ने छावनी डाली +3532,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_003.wav,तब मूसा पर्वत पर परमेश्वर के पास चढ़ गया और यहोवा ने पर्वत पर से उसको पुकारकर कहा याकूब के घराने से ऐसा कह और इस्राएलियों को मेरा यह वचन सुना +3533,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_004.wav,तुम ने देखा है कि मैंने मिस्रियों से क्याक्या किया तुम को मानो उकाब पक्षी के पंखों पर चढ़ाकर अपने पास ले आया हूँ +3534,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_005.wav,इसलिए अब यदि तुम निश्चय मेरी मानोगे और मेरी वाचा का पालन करोगे तो सब लोगों में से तुम ही मेरा निज धन ठहरोगे समस्त पृथ्वी तो मेरी है +3535,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_006.wav,और तुम मेरी दृष्टि में याजकों का राज्य और पवित्र जाति ठहरोगे जो बातें तुझे इस्राएलियों से कहनी हैं वे ये ही हैं +3536,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_007.wav,तब मूसा ने आकर लोगों के पुरनियों को बुलवाया और ये सब बातें जिनके कहने की आज्ञा यहोवा ने उसे दी थी उनको समझा दीं +3537,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_008.wav,और सब लोग मिलकर बोल उठे जो कुछ यहोवा ने कहा है वह सब हम नित करेंगे लोगों की यह बातें मूसा ने यहोवा को सुनाईं +3538,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_009.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा सुन मैं बादल के अंधियारे में होकर तेरे पास आता हूँ इसलिए कि जब मैं तुझ से बातें करूँ तब वे लोग सुनें और सदा तेरा विश्वास करें और मूसा ने यहोवा से लोगों की बातों का वर्णन किया +3539,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_010.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा लोगों के पास जा और उन्हें आज और कल पवित्र करना और वे अपने वस्त्र धो लें +3540,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_011.wav,और वे तीसरे दिन तक तैयार हो जाएँ क्योंकि तीसरे दिन यहोवा सब लोगों के देखते सीनै पर्वत पर उतर आएगा +3541,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_012.wav,और तू लोगों के लिये चारों ओर बाड़ा बाँध देना और उनसे कहना तुम सचेत रहो कि पर्वत पर न चढ़ो और उसकी सीमा को भी न छूओ और जो कोई पहाड़ को छूए वह निश्चय मार डाला जाए +3542,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_013.wav,उसको कोई हाथ से न छूए जो छूए उस पर पथराव किया जाए या उसे तीर से छेदा जाए चाहे पशु हो चाहे मनुष्य वह जीवित न बचे जब महाशब्द वाले नरसिंगे का शब्द देर तक सुनाई दे तब लोग पर्वत के पास आएँ +3543,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_014.wav,तब मूसा ने पर्वत पर से उतरकर लोगों के पास आकर उनको पवित्र कराया और उन्होंने अपने वस्त्र धो लिए +3544,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_015.wav,और उसने लोगों से कहा तीसरे दिन तक तैयार हो जाओ स्त्री के पास न जाना +3545,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_016.wav,जब तीसरा दिन आया तब भोर होते बादल गरजने और बिजली चमकने लगी और पर्वत पर काली घटा छा गई फिर नरसिंगे का शब्द बड़ा भारी हुआ और छावनी में जितने लोग थे सब काँप उठे +3546,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_017.wav,तब मूसा लोगों को परमेश्वर से भेंट करने के लिये छावनी से निकाल ले गया और वे पर्वत के नीचे खड़े हुए +3547,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_018.wav,और यहोवा जो आग में होकर सीनै पर्वत पर उतरा था इस कारण समस्त पर्वत धुएँ से भर गया और उसका धुआँ भट्ठे का सा उठ रहा था और समस्त पर्वत बहुत काँप रहा था +3548,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_019.wav,फिर जब नरसिंगे का शब्द बढ़ता और बहुत भारी होता गया तब मूसा बोला और परमेश्वर ने वाणी सुनाकर उस��ो उत्तर दिया +3549,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_020.wav,और यहोवा सीनै पर्वत की चोटी पर उतरा और मूसा को पर्वत की चोटी पर बुलाया और मूसा ऊपर चढ़ गया +3550,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_021.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा नीचे उतरकर लोगों को चेतावनी दे कहीं ऐसा न हो कि वे बाड़ा तोड़कर यहोवा के पास देखने को घुसें और उनमें से बहुत नाश हो जाएँ +3551,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_022.wav,और याजक जो यहोवा के समीप आया करते हैं वे भी अपने को पवित्र करें कहीं ऐसा न हो कि यहोवा उन पर टूट पड़े +3552,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_023.wav,मूसा ने यहोवा से कहा वे लोग सीनै पर्वत पर नहीं चढ़ सकते तूने तो आप हमको यह कहकर चिताया कि पर्वत के चारों और बाड़ा बाँधकर उसे पवित्र रखो +3553,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_024.wav,यहोवा ने उससे कहा उतर तो जा और हारून समेत तू ऊपर आ परन्तु याजक और साधारण लोग कहीं यहोवा के पास बाड़ा तोड़कर न चढ़ आएँ कहीं ऐसा न हो कि वह उन पर टूट पड़े +3554,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_019_025.wav,अतः ये बातें मूसा ने लोगों के पास उतरकर उनको सुनाईं +3555,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_001.wav,तब परमेश्वर ने ये सब वचन कहे +3556,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_002.wav,मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ जो तुझे दासत्व के घर अर्थात् मिस्र देश से निकाल लाया है +3557,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_003.wav,तू मुझे छोड़ दूसरों को परमेश्वर करके न मानना +3558,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_004.wav,तू अपने लिये कोई मूर्ति खोदकर न बनाना न किसी कि प्रतिमा बनाना जो आकाश में या पृथ्वी पर या पृथ्वी के जल में है +3559,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_005.wav,तू उनको दण्डवत् न करना और न उनकी उपासना करना क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा जलन रखनेवाला परमेश्वर हूँ और जो मुझसे बैर रखते हैं उनके बेटों पोतों और परपोतों को भी पितरों का दण्ड दिया करता हूँ +3560,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_006.wav,और जो मुझसे प्रेम रखते और मेरी आज्ञाओं को मानते हैं उन हजारों पर करुणा किया करता हूँ +3561,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_007.wav,तू अपने परमेश्वर का नाम व्यर्थ न लेना क्योंकि जो यहोवा का नाम व्यर्थ ले वह उसको निर्दोष न ठहराएगा +3562,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_008.wav,तू विश्रामदिन को पवित्र मानने के लिये स्मरण रखना +3563,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_009.wav,छः दिन तो तू परिश्रम करके अपना सब कामकाज करना +3564,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_010.wav,परन्तु सातवाँ दिन तेरे परमेश्वर यहोवा के लिये विश्रामदिन है उसमें न तो तू किसी भाँति का कामकाज करना और न तेरा बेटा न तेरी बेटी न तेरा दास न तेरी दासी न तेरे पशु न कोई परदेशी जो तेरे फाटकों के भीतर हो +3565,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_011.wav,क्योंकि छः दिन में यहोवा ने आकाश और पृथ्वी और समुद्र और जो कुछ उनमें है सब को बनाया और सातवें दिन विश्राम किया इस कारण यहोवा ने विश्रामदिन को आशीष दी और उसको पवित्र ठहराया +3566,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_012.wav,तू अपने पिता और अपनी माता का आदर करना जिससे जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उसमें तू बहुत दिन तक रहने पाए +3567,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_013.wav,तू खून न करना +3568,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_014.wav,तू व्यभिचार न करना +3569,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_015.wav,तू चोरी न करना +3570,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_016.wav,तू किसी के विरुद्ध झूठी साक्षी न देना +3571,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_017.wav,तू किसी के घर का लालच न करना न तो किसी की पत्नी का लालच करना और न किसी के दासदासी या बैल गदहे का न किसी की किसी वस्तु का लालच करना +3572,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_018.wav,और सब लोग गरजने और बिजली और नरसिंगे के शब्द सुनते और धुआँ उठते हुए पर्वत को देखते रहे और देखके काँपकर दूर खड़े हो गए +3573,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_019.wav,और वे मूसा से कहने लगे तू ही हम से बातें कर तब तो हम सुन सकेंगे परन्तु परमेश्वर हम से बातें न करे ऐसा न हो कि हम मर जाएँ +3574,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_020.wav,मूसा ने लोगों से कहा डरो मत क्योंकि परमेश्वर इस निमित्त आया है कि तुम्हारी परीक्षा करे और उसका भय तुम्हारे मन में बना रहे कि तुम पाप न करो +3575,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_021.wav,और वे लोग तो दूर ही खड़े रहे परन्तु मूसा उस घोर अंधकार के समीप गया जहाँ परमेश्वर था +3576,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_022.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा तू इस्राएलियों को मेरे ये वचन सुना कि तुम लोगों ने तो आप ही देखा है कि मैंने तुम्हारे साथ आकाश से बातें की हैं +3577,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_023.wav,तुम मेरे साथ किसी को सम्मिलित न करना अर्थात् अपने लिये चाँदी या सोने से देवताओं को न गढ़ लेना +3578,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_024.wav,मेरे लिये मिट्टी की एक वेदी बनाना और अपनी भेड़बकरियों और गायबैलों के होमबलि और मेलबलि को उस पर चढ़ाना जहाँजहाँ मैं अपने नाम का स्मरण कराऊँ वहाँवहाँ मैं आकर तुम्हें आशीष दूँगा +3579,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_025.wav,और यदि तुम मेरे लिये पत्थरों की वेदी बनाओ तो तराशे हुए पत्थरों से न बनाना क्योंकि जहाँ तुम ने उस पर अपना हथियार लगाया वहाँ तू उसे अशुद्ध कर देगा +3580,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_020_026.wav,और मेरी वेदी पर सीढ़ी से कभी न चढ़ना कहीं ऐसा न हो कि तेरा तन उस पर नंगा देख पड़े +3581,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_001.wav,फिर जो नियम तुझे उनको समझाने हैं वे ये हैं +3582,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_002.wav,जब तुम कोई इब्री दास मोल लो तब वह छः वर्ष तक सेवा करता रहे और सातवें वर्ष स्वतंत्र होकर सेंतमेंत चला जाए +3583,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_003.wav,यदि वह अकेला आया हो तो अकेला ही चला जाए और यदि पत्नी सहित आया हो तो उसके साथ उसकी पत्नी भी चली जाए +3584,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_004.wav,यदि उसके स्वामी ने उसको पत्नी दी हो और उससे उसके बेटे या बेटियाँ उत्पन्न हुई हों तो उसकी पत्नी और बालक उस स्वामी के ही रहें और वह अकेला चला जाए +3585,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_005.wav,परन्तु यदि वह दास दृढ़ता से कहे मैं अपने स्वामी और अपनी पत्नी और बालकों से प्रेम रखता हूँ इसलिए मैं स्वतंत्र होकर न चला जाऊँगा +3586,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_006.wav,तो उसका स्वामी उसको परमेश्वर के पास ले चले फिर उसको द्वार के किवाड़ या बाजू के पास ले जाकर उसके कान में सुतारी से छेद करें तब वह सदा उसकी सेवा करता रहे +3587,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_007.wav,यदि कोई अपनी बेटी को दासी होने के लिये बेच डालें तो वह दासी के समान बाहर न जाए +3588,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_008.wav,यदि उसका स्वामी उसको अपनी पत्नी बनाए और फिर उससे प्रसन्न न रहे तो वह उसे दाम से छुड़ाई जाने दे उसका विश्वासघात करने के बाद उसे विदेशी लोगों के हाथ बेचने का उसको अधिकार न होगा +3589,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_009.wav,यदि उसने उसे अपने बेटे को ब्याह दिया हो तो उससे बेटी का सा व्यवहार करे +3590,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_010.wav,चाहे वह दूसरी पत्नी कर ले तो भी वह उसका भोजन वस्त्र और संगति न घटाए +3591,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_011.wav,और यदि वह इन तीन बातों में घटी करे तो वह स्त्री सेंतमेंत बिना दाम चुकाए ही चली जाए +3592,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_012.wav,जो किसी मनुष्य को ऐसा मारे कि वह मर जाए तो वह भी निश्चय मार डाला जाए +3593,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_013.wav,यदि वह उसकी घात में न बैठा हो और परमेश्वर की इच्छा ही से वह उसके हाथ में पड़ गया हो तो ऐसे मारनेवाले के भागने के निमित्त मैं एक स्थान ठहराऊँगा जहाँ वह भाग जाए +3594,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_014.wav,परन्तु यदि कोई ढिठाई से किसी पर चढ़ाई करके उसे छल से घात करे तो उसको मार डालने के लिये मेरी वेदी के पास से भी अलग ले जाना +3595,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_015.wav,जो अपने पिता या माता को मारेपीटे वह निश्चय मार डाला जाए +3596,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_016.wav,जो किसी मनुष्य को चुराए चाहे उसे ले जाकर बेच डाले चाहे वह उसके पास पाया जाए तो वह भी निश्चय मार डाला जाए +3597,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_017.wav,जो अपने पिता या माता को श्राप दे वह भी निश्चय मार डाला जाए +3598,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_018.wav,यदि मनुष्य झगड़ते हों और एक दूसरे को पत्थर या मुक्के से ऐसा मारे कि वह मरे नहीं परन्तु बिछौने पर पड़ा रहे +3599,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_019.wav,तो जब वह उठकर लाठी के सहारे से बाहर चलने फिरने लगे तब वह मारनेवाला ��िर्दोष ठहरे उस दशा में वह उसके पड़े रहने के समय की हानि भर दे और उसको भला चंगा भी करा दे +3600,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_020.wav,यदि कोई अपने दास या दासी को सोंटे से ऐसा मारे कि वह उसके मारने से मर जाए तब तो उसको निश्चय दण्ड दिया जाए +3601,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_021.wav,परन्तु यदि वह दो एक दिन जीवित रहे तो उसके स्वामी को दण्ड न दिया जाए क्योंकि वह दास उसका धन है +3602,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_022.wav,यदि मनुष्य आपस में मारपीट करके किसी गर्भवती स्त्री को ऐसी चोट पहुँचाए कि उसका गर्भ गिर जाए परन्तु और कुछ हानि न हो तो मारनेवाले से उतना दण्ड लिया जाए जितना उस स्त्री का पति पंच की सम्मति से ठहराए +3603,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_023.wav,परन्तु यदि उसको और कुछ हानि पहुँचे तो प्राण के बदले प्राण का +3604,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_024.wav,और आँख के बदले आँख का और दाँत के बदले दाँत का और हाथ के बदले हाथ का और पाँव के बदले पाँव का +3605,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_025.wav,और दाग के बदले दाग का और घाव के बदले घाव का और मार के बदले मार का दण्ड हो +3606,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_026.wav,जब कोई अपने दास या दासी की आँख पर ऐसा मारे कि फूट जाए तो वह उसकी आँख के बदले उसे स्वतंत्र करके जाने दे +3607,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_027.wav,और यदि वह अपने दास या दासी को मारकर उसका दाँत तोड़ डाले तो वह उसके दाँत के बदले उसे स्वतंत्र करके जाने दे +3608,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_028.wav,यदि बैल किसी पुरुष या स्त्री को ऐसा सींग मारे कि वह मर जाए तो वह बैल तो निश्चय पथरवाह करके मार डाला जाए और उसका माँस खाया न जाए परन्तु बैल का स्वामी निर्दोष ठहरे +3609,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_029.wav,परन्तु यदि उस बैल की पहले से सींग मारने की आदत पड़ी हो और उसके स्वामी ने जताए जाने पर भी उसको न बाँध रखा हो और वह किसी पुरुष या स्त्री को मार डाले तब तो वह बैल पथरवाह किया जाए और उसका स्वामी भी मार डाला जाए +3610,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_030.wav,यदि उस पर छुड़ौती ठहराई जाए तो प्राण छुड़ाने को जो कुछ उसके लिये ठहराया जाए उसे उतना ही देना पड़ेगा +3611,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_031.wav,चाहे बैल ने किसी बेटे को चाहे बेटी को मारा हो तो भी इसी नियम के अनुसार उसके स्वामी के साथ व्यवहार किया जाए +3612,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_032.wav,यदि बैल ने किसी दास या दासी को सींग मारा हो तो बैल का स्वामी उस दास के स्वामी को तीस शेकेल रूपा दे और वह बैल पथरवाह किया जाए +3613,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_033.wav,यदि कोई मनुष्य गड्ढा खोलकर या खोदकर उसको न ढाँपे और उसमें किसी का बैल या गदहा गिर पड़े +3614,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_034.wav,तो जिसका वह गड्ढा हो वह उस हानि को भर दे वह ��शु के स्वामी को उसका मोल दे और लोथ गड्ढेवाले की ठहरे +3615,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_035.wav,यदि किसी का बैल किसी दूसरे के बैल को ऐसी चोट लगाए कि वह मर जाए तो वे दोनों मनुष्य जीवित बैल को बेचकर उसका मोल आपस में आधाआधा बाँट लें और लोथ को भी वैसा ही बाँटें +3616,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_021_036.wav,यदि यह प्रगट हो कि उस बैल की पहले से सींग मारने की आदत पड़ी थी पर उसके स्वामी ने उसे बाँध नहीं रखा तो निश्चय यह बैल के बदले बैल भर दे पर लोथ उसी की ठहरे +3617,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_001.wav,यदि कोई मनुष्य बैल या भेड़ या बकरी चुराकर उसका घात करे या बेच डाले तो वह बैल के बदले पाँच बैल और भेड़बकरी के बदले चार भेड़बकरी भर दे +3618,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_002.wav,यदि चोर सेंध लगाते हुए पकड़ा जाए और उस पर ऐसी मार पड़े कि वह मर जाए तो उसके खून का दोष न लगे +3619,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_003.wav,यदि सूर्य निकल चुके तो उसके खून का दोष लगे अवश्य है कि वह हानि को भर दे और यदि उसके पास कुछ न हो तो वह चोरी के कारण बेच दिया जाए +3620,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_004.wav,यदि चुराया हुआ बैल या गदहा या भेड़ या बकरी उसके हाथ में जीवित पाई जाए तो वह उसका दूना भर दे +3621,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_005.wav,यदि कोई अपने पशु से किसी का खेत या दाख की बारी चराए अर्थात् अपने पशु को ऐसा छोड़ दे कि वह पराए खेत को चर ले तो वह अपने खेत की और अपनी दाख की बारी की उत्तम से उत्तम उपज में से उस हानि को भर दे +3622,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_006.wav,यदि कोई आग जलाए और वह काँटों में लग जाए और फूलों के ढेर या अनाज या खड़ा खेत जल जाए तो जिसने आग जलाई हो वह हानि को निश्चय भर दे +3623,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_007.wav,यदि कोई दूसरे को रुपये या सामग्री की धरोहर धरे और वह उसके घर से चुराई जाए तो यदि चोर पकड़ा जाए तो दूना उसी को भर देना पड़ेगा +3624,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_008.wav,और यदि चोर न पकड़ा जाए तो घर का स्वामी परमेश्वर के पास लाया जाए कि निश्चय हो जाए कि उसने अपने भाईबन्धु की सम्पत्ति पर हाथ लगाया है या नहीं +3625,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_009.wav,चाहे बैल चाहे गदहे चाहे भेड़ या बकरी चाहे वस्त्र चाहे किसी प्रकार की ऐसी खोई हुई वस्तु के विषय अपराध क्यों न लगाया जाए जिसे दो जन अपनीअपनी कहते हों तो दोनों का मुकद्दमा परमेश्वर के पास आए और जिसको परमेश्वर दोषी ठहराए वह दूसरे को दूना भर दे +3626,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_010.wav,यदि कोई दूसरे को गदहा या बैल या भेड़बकरी या कोई और पशु रखने के लिये सौंपे और किसी के बिना देखे वह मर जाए या चोट खाए या हाँक दिया जाए +3627,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_011.wav,तो उन दोनों के बीच यहोव�� की शपथ खिलाई जाए मैंने इसकी सम्पत्ति पर हाथ नहीं लगाया तब सम्पत्ति का स्वामी इसको सच माने और दूसरे को उसे कुछ भी भर देना न होगा +3628,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_012.wav,यदि वह सचमुच उसके यहाँ से चुराया गया हो तो वह उसके स्वामी को उसे भर दे +3629,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_013.wav,और यदि वह फाड़ डाला गया हो तो वह फाड़े हुए को प्रमाण के लिये ले आए तब उसे उसको भी भर देना न पड़ेगा +3630,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_014.wav,फिर यदि कोई दूसरे से पशु माँग लाए और उसके स्वामी के संग न रहते उसको चोट लगे या वह मर जाए तो वह निश्चय उसकी हानि भर दे +3631,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_015.wav,यदि उसका स्वामी संग हो तो दूसरे को उसकी हानि भरना न पड़े और यदि वह भाड़े का हो तो उसकी हानि उसके भाड़े में आ गई +3632,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_016.wav,यदि कोई पुरुष किसी कन्या को जिसके ब्याह की बात न लगी हो फुसलाकर उसके संग कुकर्म करे तो वह निश्चय उसका मोल देकर उसे ब्याह ले +3633,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_017.wav,परन्तु यदि उसका पिता उसे देने को बिल्कुल इन्कार करे तो कुकर्म करनेवाला कन्याओं के मोल की रीति के अनुसार रुपये तौल दे +3634,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_018.wav,तू जादूटोना करनेवाली को जीवित रहने न देना +3635,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_019.wav,जो कोई पशुगमन करे वह निश्चय मार डाला जाए +3636,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_020.wav,जो कोई यहोवा को छोड़ किसी और देवता के लिये बलि करे वह सत्यानाश किया जाए +3637,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_021.wav,तुम परदेशी को न सताना और न उस पर अंधेर करना क्योंकि मिस्र देश में तुम भी परदेशी थे +3638,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_022.wav,किसी विधवा या अनाथ बालक को दुःख न देना +3639,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_023.wav,यदि तुम ऐसों को किसी प्रकार का दुःख दो और वे कुछ भी मेरी दुहाई दें तो मैं निश्चय उनकी दुहाई सुनूँगा +3640,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_024.wav,तब मेरा क्रोध भड़केगा और मैं तुम को तलवार से मरवाऊँगा और तुम्हारी पत्नियाँ विधवा और तुम्हारे बालक अनाथ हो जाएँगे +3641,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_025.wav,यदि तू मेरी प्रजा में से किसी दीन को जो तेरे पास रहता हो रुपये का ऋण दे तो उससे महाजन के समान ब्याज न लेना +3642,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_026.wav,यदि तू कभी अपने भाईबन्धु के वस्त्र को बन्धक करके रख भी ले तो सूर्य के अस्त होने तक उसको लौटा देना +3643,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_027.wav,क्योंकि वह उसका एक ही ओढ़ना है उसकी देह का वही अकेला वस्त्र होगा फिर वह किसे ओढ़कर सोएगा और जब वह मेरी दुहाई देगा तब मैं उसकी सुनूँगा क्योंकि मैं तो करुणामय हूँ +3644,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_028.wav,परमेश्वर को श्राप न देना और न अपने लोगों के प्रधान को श्राप देना +3645,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_029.wav,अपने खेतों की उपज और फलों के रस में से कुछ मुझे देने में विलम्ब न करना अपने बेटों में से पहलौठे को मुझे देना +3646,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_030.wav,वैसे ही अपनी गायों और भेड़बकरियों के पहलौठे भी देना सात दिन तक तो बच्चा अपनी माता के संग रहे और आठवें दिन तू उसे मुझे दे देना +3647,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_022_031.wav,तुम मेरे लिये पवित्र मनुष्य बनना इस कारण जो पशु मैदान में फाड़ा हुआ पड़ा मिले उसका माँस न खाना उसको कुत्तों के आगे फेंक देना +3648,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_001.wav,झूठी बात न फैलाना अन्यायी साक्षी होकर दुष्ट का साथ न देना +3649,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_002.wav,बुराई करने के लिये न तो बहुतों के पीछे हो लेना और न उनके पीछे फिरकर मुकद्दमे में न्याय बिगाड़ने को साक्षी देना +3650,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_003.wav,और कंगाल के मुकद्दमे में उसका भी पक्ष न करना +3651,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_004.wav,यदि तेरे शत्रु का बैल या गदहा भटकता हुआ तुझे मिले तो उसे उसके पास अवश्य फेर ले आना +3652,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_005.wav,फिर यदि तू अपने बैरी के गदहे को बोझ के मारे दबा हुआ देखे तो चाहे उसको उसके स्वामी के लिये छुड़ाने के लिये तेरा मन न चाहे तो भी अवश्य स्वामी का साथ देकर उसे छुड़ा लेना +3653,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_006.wav,तेरे लोगों में से जो दरिद्र हों उसके मुकद्दमे में न्याय न बिगाड़ना +3654,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_007.wav,झूठे मुकद्दमे से दूर रहना और निर्दोष और धर्मी को घात न करना क्योंकि मैं दुष्ट को निर्दोष न ठहराऊँगा +3655,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_008.wav,घूस न लेना क्योंकि घूस देखनेवालों को भी अंधा कर देता और धर्मियों की बातें पलट देता है +3656,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_009.wav,परदेशी पर अंधेर न करना तुम तो परदेशी के मन की बातें जानते हो क्योंकि तुम भी मिस्र देश में परदेशी थे +3657,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_010.wav,छः वर्ष तो अपनी भूमि में बोना और उसकी उपज इकट्ठी करना +3658,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_011.wav,परन्तु सातवें वर्ष में उसको पड़ती रहने देना और वैसा ही छोड़ देना तो तेरे भाईबन्धुओं में के दरिद्र लोग उससे खाने पाएँ और जो कुछ उनसे भी बचे वह जंगली पशुओं के खाने के काम में आए और अपनी दाख और जैतून की बारियों को भी ऐसे ही करना +3659,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_012.wav,छः दिन तक तो अपना कामकाज करना और सातवें दिन विश्राम करना कि तेरे बैल और गदहे सुस्ताएँ और तेरी दासियों के बेटे और परदेशी भी अपना जी ठण्डा कर सके +3660,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_013.wav,और जो कुछ मैंने तुम से कहा है उसमें सावधान रहना और दूसरे देवताओं के नाम की चर्चा न करना वरन् वे तुम्हारे मुँह से सुनाई भी न दें +3661,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_014.wav,प्रतिवर्ष तीन बार मेरे लिये पर्व मानना +3662,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_015.wav,अख़मीरी रोटी का पर्व मानना उसमें मेरी आज्ञा के अनुसार अबीब महीने के नियत समय पर सात दिन तक अख़मीरी रोटी खाया करना क्योंकि उसी महीने में तुम मिस्र से निकल आए और मुझ को कोई खाली हाथ अपना मुँह न दिखाए +3663,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_016.wav,और जब तेरी बोई हुई खेती की पहली उपज तैयार हो तब कटनी का पर्व मानना और वर्ष के अन्त में जब तू परिश्रम के फल बटोरकर ढेर लगाए तब बटोरन का पर्व मानना +3664,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_017.wav,प्रतिवर्ष तीनों बार तेरे सब पुरुष प्रभु यहोवा को अपना मुँह दिखाएँ +3665,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_018.wav,मेरे बलिपशु का लहू ख़मीरी रोटी के संग न चढ़ाना और न मेरे पर्व के उत्तम बलिदान में से कुछ सवेरे तक रहने देना +3666,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_019.wav,अपनी भूमि की पहली उपज का पहला भाग अपने परमेश्वर यहोवा के भवन में ले आना बकरी का बच्चा उसकी माता के दूध में न पकाना +3667,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_020.wav,सुन मैं एक दूत तेरे आगेआगे भेजता हूँ जो मार्ग में तेरी रक्षा करेगा और जिस स्थान को मैंने तैयार किया है उसमें तुझे पहुँचाएगा +3668,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_021.wav,उसके सामने सावधान रहना और उसकी मानना उसका विरोध न करना क्योंकि वह तुम्हारा अपराध क्षमा न करेगा इसलिए कि उसमें मेरा नाम रहता है +3669,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_022.wav,और यदि तू सचमुच उसकी माने और जो कुछ मैं कहूँ वह करे तो मैं तेरे शत्रुओं का शत्रु और तेरे द्रोहियों का द्रोही बनूँगा +3670,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_023.wav,इस रीति मेरा दूत तेरे आगेआगे चलकर तुझे एमोरी हित्ती परिज्जी कनानी हिब्बी और यबूसी लोगों के यहाँ पहुँचाएगा और मैं उनको सत्यानाश कर डालूँगा +3671,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_024.wav,उनके देवताओं को दण्डवत् न करना और न उनकी उपासना करना और न उनके से काम करना वरन् उन मूरतों को पूरी रीति से सत्यानाश कर डालना और उन लोगों की लाटों के टुकड़ेटुकड़े कर देना +3672,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_025.wav,तुम अपने परमेश्वर यहोवा की उपासना करना तब वह तेरे अन्न जल पर आशीष देगा और तेरे बीच में से रोग दूर करेगा +3673,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_026.wav,तेरे देश में न तो किसी का गर्भ गिरेगा और न कोई बाँझ होगी और तेरी आयु मैं पूरी करूँगा +3674,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_027.wav,जितने लोगों के बीच तू जाएगा उन सभी के मन में मैं अपना भय पहले से ऐसा समवा दूँगा कि उनको व्याकुल कर दूँगा और मैं तुझे सब शत्रुओं की पीठ दिखाऊँगा +3675,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_028.wav,और मैं तुझ से पहले बर्रों को भेजूँगा जो हिब्ब��� कनानी और हित्ती लोगों को तेरे सामने से भगाकर दूर कर देंगी +3676,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_029.wav,मैं उनको तेरे आगे से एक ही वर्ष में तो न निकाल दूँगा ऐसा न हो कि देश उजाड़ हो जाए और जंगली पशु बढ़कर तुझे दुःख देने लगें +3677,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_030.wav,जब तक तू फूलफलकर देश को अपने अधिकार में न कर ले तब तक मैं उन्हें तेरे आगे से थोड़ाथोड़ा करके निकालता रहूँगा +3678,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_031.wav,मैं लाल समुद्र से लेकर पलिश्तियों के समुद्र तक और जंगल से लेकर फरात तक के देश को तेरे वश में कर दूँगा मैं उस देश के निवासियों को भी तेरे वश में कर दूँगा और तू उन्हें अपने सामने से बरबस निकालेगा +3679,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_032.wav,तू न तो उनसे वाचा बाँधना और न उनके देवताओं से +3680,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_023_033.wav,वे तेरे देश में रहने न पाएँ ऐसा न हो कि वे तुझ से मेरे विरुद्ध पाप कराएँ क्योंकि यदि तू उनके देवताओं की उपासना करे तो यह तेरे लिये फंदा बनेगा +3681,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा तू हारून नादाब अबीहू और इस्राएलियों के सत्तर पुरनियों समेत यहोवा के पास ऊपर आकर दूर से दण्डवत् करना +3682,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_002.wav,और केवल मूसा यहोवा के समीप आए परन्तु वे समीप न आएँ और दूसरे लोग उसके संग ऊपर न आएँ +3683,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_003.wav,तब मूसा ने लोगों के पास जाकर यहोवा की सब बातें और सब नियम सुना दिए तब सब लोग एक स्वर से बोल उठे जितनी बातें यहोवा ने कही हैं उन सब बातों को हम मानेंगे +3684,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_004.wav,तब मूसा ने यहोवा के सब वचन लिख दिए और सवेरे उठकर पर्वत के नीचे एक वेदी और इस्राएल के बारहों गोत्रों के अनुसार बारह खम्भे भी बनवाए +3685,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_005.wav,तब उसने कई इस्राएली जवानों को भेजा जिन्होंने यहोवा के लिये होमबलि और बैलों के मेलबलि चढ़ाए +3686,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_006.wav,और मूसा ने आधा लहू लेकर कटोरों में रखा और आधा वेदी पर छिड़क दिया +3687,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_007.wav,तब वाचा की पुस्तक को लेकर लोगों को पढ़ सुनाया उसे सुनकर उन्होंने कहा जो कुछ यहोवा ने कहा है उस सब को हम करेंगे और उसकी आज्ञा मानेंगे +3688,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_008.wav,तब मूसा ने लहू को लेकर लोगों पर छिड़क दिया और उनसे कहा देखो यह उस वाचा का लहू है जिसे यहोवा ने इन सब वचनों पर तुम्हारे साथ बाँधी है +3689,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_009.wav,तब मूसा हारून नादाब अबीहू और इस्राएलियों के सत्तर पुरनिए ऊपर गए +3690,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_010.wav,और इस्राएल के परमेश्वर का दर्शन किया और उसके चरणों के तले नीलमणि का चबूतरा सा कुछ था जो आकाश के तुल्य ही स्वच्छ था +3691,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_011.wav,और उसने इस्राएलियों के प्रधानों पर हाथ न बढ़ाया तब उन्होंने परमेश्वर का दर्शन किया और खाया पिया +3692,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_012.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा पहाड़ पर मेरे पास चढ़ और वहाँ रह और मैं तुझे पत्थर की पटियाएँ और अपनी लिखी हुई व्यवस्था और आज्ञा दूँगा कि तू उनको सिखाए +3693,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_013.wav,तब मूसा यहोशू नामक अपने टहलुए समेत परमेश्वर के पर्वत पर चढ़ गया +3694,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_014.wav,और पुरनियों से वह यह कह गया जब तक हम तुम्हारे पास फिर न आएँ तब तक तुम यहीं हमारी बाट जोहते रहो और सुनो हारून और हूर तुम्हारे संग हैं तो यदि किसी का मुकद्दमा हो तो उन्हीं के पास जाए +3695,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_015.wav,तब मूसा पर्वत पर चढ़ गया और बादल ने पर्वत को छा लिया +3696,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_016.wav,तब यहोवा के तेज ने सीनै पर्वत पर निवास किया और वह बादल उस पर छः दिन तक छाया रहा और सातवें दिन उसने मूसा को बादल के बीच में से पुकारा +3697,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_017.wav,और इस्राएलियों की दृष्टि में यहोवा का तेज पर्वत की चोटी पर प्रचण्ड आग सा देख पड़ता था +3698,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_024_018.wav,तब मूसा बादल के बीच में प्रवेश करके पर्वत पर चढ़ गया और मूसा पर्वत पर चालीस दिन और चालीस रात रहा +3699,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_001.wav,यहोवा ने मूसा से कहा +3700,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_002.wav,इस्राएलियों से यह कहना कि मेरे लिये भेंट लाएँ जितने अपनी इच्छा से देना चाहें उन्हीं सभी से मेरी भेंट लेना +3701,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_003.wav,और जिन वस्तुओं की भेंट उनसे लेनी हैं वे ये हैं अर्थात् सोना चाँदी पीतल +3702,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_004.wav,नीले बैंगनी और लाल रंग का कपड़ा सूक्ष्म सनी का कपड़ा बकरी का बाल +3703,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_005.wav,लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालें सुइसों की खालें बबूल की लकड़ी +3704,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_006.wav,उजियाले के लिये तेल अभिषेक के तेल के लिये और सुगन्धित धूप के लिये सुगन्धद्रव्य +3705,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_007.wav,एपोद और चपरास के लिये सुलैमानी पत्थर और जड़ने के लिये मणि +3706,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_008.wav,और वे मेरे लिये एक पवित्रस्थान बनाएँ कि मैं उनके बीच निवास करूँ +3707,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_009.wav,जो कुछ मैं तुझे दिखाता हूँ अर्थात् निवासस्थान और उसके सब सामान का नमूना उसी के अनुसार तुम लोग उसे बनाना +3708,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_010.wav,बबूल की लकड़ी का एक सन्दूक बनाया जाए उसकी लम्बाई ढाई हाथ और चौड़ाई और ऊँचाई डेढ़डेढ़ हाथ की हो +3709,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_011.wav,और उसको शुद्ध सोने से भीतर और बाहर मढ़वाना और सन्दूक ���े ऊपर चारों ओर सोने की बाड़ बनवाना +3710,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_012.wav,और सोने के चार कड़े ढलवा कर उसके चारों पायों पर एक ओर दो कड़े और दूसरी ओर भी दो कड़े लगवाना +3711,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_013.wav,फिर बबूल की लकड़ी के डण्डे बनवाना और उन्हें भी सोने से मढ़वाना +3712,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_014.wav,और डण्डों को सन्दूक की दोनों ओर के कड़ों में डालना जिससे उनके बल सन्दूक उठाया जाए +3713,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_015.wav,वे डण्डे सन्दूक के कड़ों में लगे रहें और उससे अलग न किए जाएँ +3714,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_016.wav,और जो साक्षीपत्र मैं तुझे दूँगा उसे उसी सन्दूक में रखना +3715,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_017.wav,फिर शुद्ध सोने का एक प्रायश्चित का ढकना बनवाना उसकी लम्बाई ढाई हाथ और चौड़ाई डेढ़ हाथ की हो +3716,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_018.wav,और सोना ढालकर दो करूब बनवाकर प्रायश्चित के ढकने के दोनों सिरों पर लगवाना +3717,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_019.wav,एक करूब तो एक सिरे पर और दूसरा करूब दूसरे सिरे पर लगवाना और करूबों को और प्रायश्चित के ढकने को उसके ही टुकड़े से बनाकर उसके दोनों सिरों पर लगवाना +3718,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_020.wav,और उन करूबों के पंख ऊपर से ऐसे फैले हुए बनें कि प्रायश्चित का ढकना उनसे ढँपा रहे और उनके मुख आमनेसामने और प्रायश्चित के ढकने की ओर रहें +3719,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_021.wav,और प्रायश्चित के ढकने को सन्दूक के ऊपर लगवाना और जो साक्षीपत्र मैं तुझे दूँगा उसे सन्दूक के भीतर रखना +3720,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_022.wav,और मैं उसके ऊपर रहकर तुझ से मिला करूँगा और इस्राएलियों के लिये जितनी आज्ञाएँ मुझ को तुझे देनी होंगी उन सभी के विषय मैं प्रायश्चित के ढकने के ऊपर से और उन करूबों के बीच में से जो साक्षीपत्र के सन्दूक पर होंगे तुझ से वार्तालाप किया करूँगा +3721,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_023.wav,फिर बबूल की लकड़ी की एक मेज बनवाना उसकी लम्बाई दो हाथ चौड़ाई एक हाथ और ऊँचाई डेढ़ हाथ की हो +3722,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_024.wav,उसे शुद्ध सोने से मढ़वाना और उसके चारों ओर सोने की एक बाड़ बनवाना +3723,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_025.wav,और उसके चारों ओर चार अंगुल चौड़ी एक पटरी बनवाना और इस पटरी के चारों ओर सोने की एक बाड़ बनवाना +3724,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_026.wav,और सोने के चार कड़े बनवाकर मेज के उन चारों कोनों में लगवाना जो उसके चारों पायों में होंगे +3725,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_027.wav,वे कड़े पटरी के पास ही हों और डण्डों के घरों का काम दें कि मेज उन्हीं के बल उठाई जाए +3726,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_028.wav,और डण्डों को बबूल की लकड़ी के बनवाकर सोने से मढ़वाना और मेज उन्हीं से उठाई जाए +3727,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_029.wav,और उसके परात और धूपदान और चमचे और उण्डेलने के कटोरे सब शुद्ध सोने के बनवाना +3728,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_030.wav,और मेज पर मेरे आगे भेंट की रोटियाँ नित्य रखा करना +3729,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_031.wav,फिर शुद्ध सोने की एक दीवट बनवाना सोना ढलवा कर वह दीवट पाये और डण्डी सहित बनाया जाए उसके पुष्पकोष गाँठ और फूल सब एक ही टुकड़े के बनें +3730,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_032.wav,और उसके किनारों से छः डालियाँ निकलें तीन डालियाँ तो दीवट की एक ओर से और तीन डालियाँ उसकी दूसरी ओर से निकली हुई हों +3731,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_033.wav,एकएक डाली में बादाम के फूल के समान तीनतीन पुष्पकोष एकएक गाँठ और एकएक फूल हों दीवट से निकली हुई छहों डालियों का यही आकार या रूप हो +3732,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_034.wav,और दीवट की डण्डी में बादाम के फूल के समान चार पुष्पकोष अपनीअपनी गाँठ और फूल समेत हों +3733,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_035.wav,और दीवट से निकली हुई छहों डालियों में से दोदो डालियों के नीचे एकएक गाँठ हो वे दीवट समेत एक ही टुकड़े के बने हुए हों +3734,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_036.wav,उनकी गाँठें और डालियाँ सब दीवट समेत एक ही टुकड़े की हों शुद्ध सोना ढलवा कर पूरा दीवट एक ही टुकड़े का बनवाना +3735,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_037.wav,और सात दीपक बनवाना और दीपक जलाए जाएँ कि वे दीवट के सामने प्रकाश दें +3736,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_038.wav,और उसके गुलतराश और गुलदान सब शुद्ध सोने के हों +3737,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_039.wav,वह सब इन समस्त सामान समेत किक्कार भर शुद्ध सोने का बने +3738,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_025_040.wav,और सावधान रहकर इन सब वस्तुओं को उस नमूने के समान बनवाना जो तुझे इस पर्वत पर दिखाया गया है +3739,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_001.wav,फिर निवासस्थान के लिये दस परदे बनवाना इनको बटी हुई सनीवाले और नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े का कढ़ाई के काम किए हुए करूबों के साथ बनवाना +3740,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_002.wav,एकएक परदे की लम्बाई अट्ठाईस हाथ और चौड़ाई चार हाथ की हो सब परदे एक ही नाप के हों +3741,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_003.wav,पाँच परदे एक दूसरे से जुड़े हुए हों और फिर जो पाँच परदे रहेंगे वे भी एक दूसरे से जुड़े हुए हों +3742,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_004.wav,और जहाँ ये दोनों परदे जोड़े जाएँ वहाँ की दोनों छोरों पर नीलेनीले फंदे लगवाना +3743,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_005.wav,दोनों छोरों में पचासपचास फंदे ऐसे लगवाना कि वे आमनेसामने हों +3744,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_006.wav,और सोने के पचास अंकड़े बनवाना और परदों के छल्लों को अंकड़ों के द्वारा एक दूसरे से ऐसा जुड़वाना कि निवासस्थान मिलकर एक ही हो जाए +3745,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_007.wav,फिर निवास के ऊपर तम्बू का काम देने के लिये बकरी के बाल के ग्यारह परदे बनवाना +3746,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_008.wav,एकएक परदे की लम्बाई तीस हाथ और चौड़ाई चार हाथ की हो ग्यारहों परदे एक ही नाप के हों +3747,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_009.wav,और पाँच परदे अलग और फिर छः परदे अलग जुड़वाना और छठवें परदे को तम्बू के सामने मोड़कर दुहरा कर देना +3748,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_010.wav,और तू पचास अंकड़े उस परदे की छोर में जो बाहर से मिलाया जाएगा और पचास ही अंकड़े दूसरी ओर के परदे की छोर में जो बाहर से मिलाया जाएगा बनवाना +3749,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_011.wav,और पीतल के पचास अंकड़े बनाना और अंकड़ों को फंदों में लगाकर तम्बू को ऐसा जुड़वाना कि वह मिलकर एक ही हो जाए +3750,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_012.wav,और तम्बू के परदों का लटका हुआ भाग अर्थात् जो आधा पट रहेगा वह निवास की पिछली ओर लटका रहे +3751,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_013.wav,और तम्बू के परदों की लम्बाई में से हाथ भर इधर और हाथ भर उधर निवास को ढाँकने के लिये उसकी दोनों ओर पर लटका हुआ रहे +3752,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_014.wav,फिर तम्बू के लिये लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालों का एक ओढ़ना और उसके ऊपर सुइसों की खालों का भी एक ओढ़ना बनवाना +3753,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_015.wav,फिर निवास को खड़ा करने के लिये बबूल की लकड़ी के तख्ते बनवाना +3754,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_016.wav,एकएक तख्ते की लम्बाई दस हाथ और चौड़ाई डेढ़ हाथ की हो +3755,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_017.wav,एकएक तख्ते में एक दूसरे से जोड़ी हुई दोदो चूलें हों निवास के सब तख्तों को इसी भाँति से बनवाना +3756,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_018.wav,और निवास के लिये जो तख्ते तू बनवाएगा उनमें से बीस तख्ते तो दक्षिण की ओर के लिये हों +3757,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_019.wav,और बीसों तख्तों के नीचे चाँदी की चालीस कुर्सियाँ बनवाना अर्थात् एकएक तख्ते के नीचे उसके चूलों के लिये दोदो कुर्सियाँ +3758,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_020.wav,और निवास की दूसरी ओर अर्थात् उत्तर की ओर बीस तख्ते बनवाना +3759,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_021.wav,और उनके लिये चाँदी की चालीस कुर्सियाँ बनवाना अर्थात् एकएक तख्ते के नीचे दोदो कुर्सियाँ हों +3760,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_022.wav,और निवास की पिछली ओर अर्थात् पश्चिम की ओर के लिए छः तख्ते बनवाना +3761,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_023.wav,और पिछले भाग में निवास के कोनों के लिये दो तख्ते बनवाना +3762,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_024.wav,और ये नीचे से दोदो भाग के हों और दोनों भाग ऊपर के सिरे तक एकएक कड़े में मिलाए जाएँ दोनों तख्तों का यही रूप हो ये तो दोनों कोनों के लिये हों +3763,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_025.wav,और आठ तख्ते हों और उनकी चाँदी की सोलह कुर्सियाँ हों अर्थ���त् एकएक तख्ते के नीचे दोदो कुर्सियाँ हों +3764,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_026.wav,फिर बबूल की लकड़ी के बेंड़े बनवाना अर्थात् निवास की एक ओर के तख्तों के लिये पाँच +3765,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_027.wav,और निवास की दूसरी ओर के तख्तों के लिये पाँच बेंड़े और निवास का जो भाग पश्चिम की ओर पिछले भाग में होगा उसके लिये पाँच बेंड़े बनवाना +3766,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_028.wav,बीचवाला बेंड़ा जो तख्तों के मध्य में होगा वह तम्बू के एक सिरे से दूसरे सिरे तक पहुँचे +3767,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_029.wav,फिर तख्तों को सोने से मढ़वाना और उनके कड़े जो बेंड़ों के घरों का काम देंगे उन्हें भी सोने के बनवाना और बेंड़ों को भी सोने से मढ़वाना +3768,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_030.wav,और निवास को इस रीति खड़ा करना जैसा इस पर्वत पर तुझे दिखाया गया है +3769,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_031.wav,फिर नीले बैंगनी और लाल रंग के और बटी हुई सूक्ष्म सनीवाले कपड़े का एक बीचवाला परदा बनवाना वह कढ़ाई के काम किए हुए करूबों के साथ बने +3770,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_032.wav,और उसको सोने से मढ़े हुए बबूल के चार खम्भों पर लटकाना इनकी अंकड़ियाँ सोने की हों और ये चाँदी की चार कुर्सियों पर खड़ी रहें +3771,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_033.wav,और बीचवाले पर्दे को अंकड़ियों के नीचे लटकाकर उसकी आड़ में साक्षीपत्र का सन्दूक भीतर ले जाना सो वह बीचवाला परदा तुम्हारे लिये पवित्रस्थान को परमपवित्र स्थान से अलग किए रहे +3772,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_034.wav,फिर परमपवित्र स्थान में साक्षीपत्र के सन्दूक के ऊपर प्रायश्चित के ढकने को रखना +3773,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_035.wav,और उस पर्दे के बाहर निवास के उत्तर की ओर मेज रखना और उसके दक्षिण की ओर मेज के सामने दीवट को रखना +3774,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_036.wav,फिर तम्बू के द्वार के लिये नीले बैंगनी और लाल रंग के और बटी हुई सूक्ष्म सनीवाले कपड़े का कढ़ाई का काम किया हुआ एक परदा बनवाना +3775,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_026_037.wav,और इस पर्दे के लिये बबूल के पाँच खम्भे बनवाना और उनको सोने से मढ़वाना उनकी कड़ियाँ सोने की हों और उनके लिये पीतल की पाँच कुर्सियाँ ढलवा कर बनवाना +3776,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_001.wav,फिर वेदी को बबूल की लकड़ी की पाँच हाथ लम्बी और पाँच हाथ चौड़ी बनवाना वेदी चौकोर हो और उसकी ऊँचाई तीन हाथ की हो +3777,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_002.wav,और उसके चारों कोनों पर चार सींग बनवाना वे उस समेत एक ही टुकड़े के हों और उसे पीतल से मढ़वाना +3778,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_003.wav,और उसकी राख उठाने के पात्र और फावड़ियां और कटोरे और काँटे और अँगीठियाँ बनवाना उसका कुल सामान पीतल का बनवा���ा +3779,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_004.wav,और उसके पीतल की जाली की एक झंझरी बनवाना और उसके चारों सिरों में पीतल के चार कड़े लगवाना +3780,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_005.wav,और उस झंझरी को वेदी के चारों ओर की कँगनी के नीचे ऐसे लगवाना कि वह वेदी की ऊँचाई के मध्य तक पहुँचे +3781,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_006.wav,और वेदी के लिये बबूल की लकड़ी के डण्डे बनवाना और उन्हें पीतल से मढ़वाना +3782,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_007.wav,और डण्डे कड़ों में डाले जाएँ कि जब जब वेदी उठाई जाए तब वे उसकी दोनों ओर पर रहें +3783,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_008.wav,वेदी को तख्तों से खोखली बनवाना जैसी वह इस पर्वत पर तुझे दिखाई गई है वैसी ही बनाई जाए +3784,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_009.wav,फिर निवास के आँगन को बनवाना उसकी दक्षिण ओर के लिये तो बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े के सब पर्दों को मिलाए कि उसकी लम्बाई सौ हाथ की हो एक ओर पर तो इतना ही हो +3785,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_010.wav,और उनके बीस खम्भे बनें और इनके लिये पीतल की बीस कुर्सियाँ बनें और खम्भों के कुण्डे और उनकी पट्टियाँ चाँदी की हों +3786,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_011.wav,और उसी भाँति आँगन की उत्तर ओर की लम्बाई में भी सौ हाथ लम्बे पर्दे हों और उनके भी बीस खम्भे और इनके लिये भी पीतल के बीस खाने हों और उन खम्भों के कुण्डे और पट्टियाँ चाँदी की हों +3787,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_012.wav,फिर आँगन की चौड़ाई में पश्चिम की ओर पचास हाथ के पर्दे हों उनके खम्भे दस और खाने भी दस हों +3788,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_013.wav,पूरब की ओर पर आँगन की चौड़ाई पचास हाथ की हो +3789,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_014.wav,और आँगन के द्वार की एक ओर पन्द्रह हाथ के पर्दे हों और उनके खम्भे तीन और खाने तीन हों +3790,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_015.wav,और दूसरी ओर भी पन्द्रह हाथ के पर्दे हों उनके भी खम्भे तीन और खाने तीन हों +3791,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_016.wav,आँगन के द्वार के लिये एक परदा बनवाना जो नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े और बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े का कामदार बना हुआ बीस हाथ का हो उसके खम्भे चार और खाने भी चार हों +3792,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_017.wav,आँगन की चारों ओर के सब खम्भे चाँदी की पट्टियों से जुड़े हुए हों उनके कुण्डे चाँदी के और खाने पीतल के हों +3793,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_018.wav,आँगन की लम्बाई सौ हाथ की और उसकी चौड़ाई बराबर पचास हाथ की और उसकी कनात की ऊँचाई पाँच हाथ की हो उसकी कनात बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े की बने और खम्भों के खाने पीतल के हों +3794,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_019.wav,निवास के भाँतिभाँति के बर्तन और सब सामान और उसके सब खूँटे और आँगन के भी सब खूँटे पीतल ही के हों +3795,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_020.wav,फिर त��� इस्राएलियों को आज्ञा देना कि मेरे पास दीवट के लिये कूट के निकाला हुआ जैतून का निर्मल तेल ले आना जिससे दीपक नित्य जलता रहे +3796,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_027_021.wav,मिलापवाले तम्बू में उस बीचवाले पर्दे से बाहर जो साक्षीपत्र के आगे होगा हारून और उसके पुत्र दीवट साँझ से भोर तक यहोवा के सामने सजा कर रखें यह विधि इस्राएलियों की पीढ़ियों के लिये सदैव बनी रहेगी +3797,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_001.wav,फिर तू इस्राएलियों में से अपने भाई हारून और नादाब अबीहू एलीआजर और ईतामार नामक उसके पुत्रों को अपने समीप ले आना कि वे मेरे लिये याजक का काम करें +3798,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_002.wav,और तू अपने भाई हारून के लिये वैभव और शोभा के निमित्त पवित्र वस्त्र बनवाना +3799,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_003.wav,और जितनों के हृदय में बुद्धि है जिनको मैंने बुद्धि देनेवाली आत्मा से परिपूर्ण किया है उनको तू हारून के वस्त्र बनाने की आज्ञा दे कि वह मेरे निमित्त याजक का काम करने के लिये पवित्र बनें +3800,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_004.wav,और जो वस्त्र उन्हें बनाने होंगे वे ये हैं अर्थात् सीनाबन्ध और एपोद और बागा चार खाने का अंगरखा पुरोहित का टोप और कमरबन्द ये ही पवित्र वस्त्र तेरे भाई हारून और उसके पुत्रों के लिये बनाएँ जाएँ कि वे मेरे लिये याजक का काम करें +3801,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_005.wav,और वे सोने और नीले और बैंगनी और लाल रंग का और सूक्ष्म सनी का कपड़ा लें +3802,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_006.wav,वे एपोद को सोने और नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े का और बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े का बनाएँ जो कि निपुण कढ़ाई के काम करनेवाले के हाथ का काम हो +3803,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_007.wav,और वह इस तरह से जोड़ा जाए कि उसके दोनों कंधों के सिरे आपस में मिले रहें +3804,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_008.wav,और एपोद पर जो काढ़ा हुआ पटुका होगा उसकी बनावट उसी के समान हो और वे दोनों बिना जोड़ के हों और सोने और नीले बैंगनी और लाल रंगवाले और बटी हुई सूक्ष्म सनीवाले कपड़े के हों +3805,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_009.wav,फिर दो सुलैमानी मणि लेकर उन पर इस्राएल के पुत्रों के नाम खुदवाना +3806,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_010.wav,उनके नामों में से छः तो एक मणि पर और शेष छः नाम दूसरे मणि पर इस्राएल के पुत्रों की उत्पत्ति के अनुसार खुदवाना +3807,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_011.wav,मणि गढ़नेवाले के काम के समान जैसे छापा खोदा जाता है वैसे ही उन दो मणियों पर इस्राएल के पुत्रों के नाम खुदवाना और उनको सोने के खानों में जड़वा देना +3808,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_012.wav,और दोनों मणियों को एपोद के कंधों पर लगवाना वे इस्राएलियों के निमित्त स्मरण दिलवाने वाले मणि ठहरेंगे अर्थात् हारून उनके नाम यहोवा के आगे अपने दोनों कंधों पर स्मरण के लिये लगाए रहे +3809,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_013.wav,फिर सोने के खाने बनवाना +3810,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_014.wav,और डोरियों के समान गूँथे हुए दो जंजीर शुद्ध सोने के बनवाना और गूँथे हुए जंजीरों को उन खानों में जड़वाना +3811,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_015.wav,फिर न्याय की चपरास को भी कढ़ाई के काम का बनवाना एपोद के समान सोने और नीले बैंगनी और लाल रंग के और बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े की उसे बनवाना +3812,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_016.wav,वह चौकोर और दोहरी हो और उसकी लम्बाई और चौड़ाई एकएक बिलांद की हो +3813,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_017.wav,और उसमें चार पंक्ति मणि जड़ाना पहली पंक्ति में तो माणिक्य पद्मराग और लालड़ी हों +3814,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_018.wav,दूसरी पंक्ति में मरकत नीलमणि और हीरा +3815,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_019.wav,तीसरी पंक्ति में लशम सूर्यकांत और नीलम +3816,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_020.wav,और चौथी पंक्ति में फीरोजा सुलैमानी मणि और यशब हों ये सब सोने के खानों में जड़े जाएँ +3817,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_021.wav,और इस्राएल के पुत्रों के जितने नाम हैं उतने मणि हों अर्थात् उनके नामों की गिनती के अनुसार बारह नाम खुदें बारहों गोत्रों में से एकएक का नाम एकएक मणि पर ऐसे खुदे जैसे छापा खोदा जाता है +3818,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_022.wav,फिर चपरास पर डोरियों के समान गूँथे हुए शुद्ध सोने की जंजीर लगवाना +3819,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_023.wav,और चपरास में सोने की दो कड़ियाँ लगवाना और दोनों कड़ियों को चपरास के दोनों सिरों पर लगवाना +3820,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_024.wav,और सोने के दोनों गूँथे जंजीरों को उन दोनों कड़ियों में जो चपरास के सिरों पर होंगी लगवाना +3821,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_025.wav,और गूँथे हुए दोनों जंजीरों के दोनों बाकी सिरों को दोनों खानों में जड़वा के एपोद के दोनों कंधों के बंधनों पर उसके सामने लगवाना +3822,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_026.wav,फिर सोने की दो और कड़ियाँ बनवाकर चपरास के दोनों सिरों पर उसकी उस कोर पर जो एपोद के भीतर की ओर होगी लगवाना +3823,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_027.wav,फिर उनके सिवाय सोने की दो और कड़ियाँ बनवाकर एपोद के दोनों कंधों के बंधनों पर नीचे से उनके सामने और उसके जोड़ के पास एपोद के काढ़े हुए पटुके के ऊपर लगवाना +3824,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_028.wav,और चपरास अपनी कड़ियों के द्वारा एपोद की कड़ियों में नीले फीते से बाँधी जाए इस रीति वह एपोद के काढ़े हुए पटुके पर बनी रहे और चपरास एपोद पर से अलग न होने पाए +3825,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_029.wav,औ��� जब जब हारून पवित्रस्थान में प्रवेश करे तबतब वह न्याय की चपरास पर अपने हृदय के ऊपर इस्राएलियों के नामों को लगाए रहे जिससे यहोवा के सामने उनका स्मरण नित्य रहे +3826,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_030.wav,और तू न्याय की चपरास में ऊरीम और तुम्मीम को रखना और जब जब हारून यहोवा के सामने प्रवेश करे तबतब वे उसके हृदय के ऊपर हों इस प्रकार हारून इस्राएलियों के लिये यहोवा के न्याय को अपने हृदय के ऊपर यहोवा के सामने नित्य लगाए रहे +3827,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_031.wav,फिर एपोद के बागे को सम्पूर्ण नीले रंग का बनवाना +3828,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_032.wav,उसकी बनावट ऐसी हो कि उसके बीच में सिर डालने के लिये छेद हो और उस छेद की चारों ओर बख्तर के छेद की सी एक बुनी हुई कोर हो कि वह फटने न पाए +3829,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_033.wav,और उसके नीचेवाले घेरे में चारों ओर नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े के अनार बनवाना और उनके बीचबीच चारों ओर सोने की घंटियाँ लगवाना +3830,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_034.wav,अर्थात् एक सोने की घंटी और एक अनार फिर एक सोने की घंटी और एक अनार इसी रीति बागे के नीचेवाले घेरे में चारों ओर ऐसा ही हो +3831,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_035.wav,और हारून उस बागे को सेवा टहल करने के समय पहना करे कि जब जब वह पवित्रस्थान के भीतर यहोवा के सामने जाए या बाहर निकले तबतब उसका शब्द सुनाई दे नहीं तो वह मर जाएगा +3832,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_036.wav,फिर शुद्ध सोने का एक टीका बनवाना और जैसे छापे में वैसे ही उसमें ये अक्षर खोदे जाएँ अर्थात् यहोवा के लिये पवित्र +3833,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_037.wav,और उसे नीले फीते से बाँधना और वह पगड़ी के सामने के हिस्से पर रहे +3834,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_038.wav,और वह हारून के माथे पर रहे इसलिए कि इस्राएली जो कुछ पवित्र ठहराएँ अर्थात् जितनी पवित्र वस्तुएँ भेंट में चढ़ावे उन पवित्र वस्तुओं का दोष हारून उठाए रहे और वह नित्य उसके माथे पर रहे जिससे यहोवा उनसे प्रसन्न रहे +3835,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_039.wav,अंगरखे को सूक्ष्म सनी के कपड़े का चारखाना बुनवाना और एक पगड़ी भी सूक्ष्म सनी के कपड़े की बनवाना और बेलबूटे की कढ़ाई का काम किया हुआ एक कमरबन्द भी बनवाना +3836,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_040.wav,फिर हारून के पुत्रों के लिये भी अंगरखे और कमरबन्द और टोपियाँ बनवाना ये वस्त्र भी वैभव और शोभा के लिये बनें +3837,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_041.wav,अपने भाई हारून और उसके पुत्रों को ये ही सब वस्त्र पहनाकर उनका अभिषेक और संस्कार करना और उन्हें पवित्र करना कि वे मेरे लिये याजक का काम करें +3838,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_042.wav,और उन���े लिये सनी के कपड़े की जाँघिया बनवाना जिनसे उनका तन ढँपा रहे वे कमर से जाँघ तक की हों +3839,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_028_043.wav,और जब जब हारून या उसके पुत्र मिलापवाले तम्बू में प्रवेश करें या पवित्रस्थान में सेवा टहल करने को वेदी के पास जाएँ तबतब वे उन जाँघियों को पहने रहें न हो कि वे पापी ठहरें और मर जाएँ यह हारून के लिये और उसके बाद उसके वंश के लिये भी सदा की विधि ठहरे +3840,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_001.wav,उन्हें पवित्र करने को जो काम तुझे उनसे करना है कि वे मेरे लिये याजक का काम करें वह यह है एक निर्दोष बछड़ा और दो निर्दोष मेढ़े लेना +3841,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_002.wav,और अख़मीरी रोटी और तेल से सने हुए मैदे के अख़मीरी फुलके और तेल से चुपड़ी हुई अख़मीरी पपड़ियाँ भी लेना ये सब गेहूँ के मैदे के बनवाना +3842,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_003.wav,इनको एक टोकरी में रखकर उस टोकरी को उस बछड़े और उन दोनों मेढ़ों समेत समीप ले आना +3843,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_004.wav,फिर हारून और उसके पुत्रों को मिलापवाले तम्बू के द्वार के समीप ले आकर जल से नहलाना +3844,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_005.wav,तब उन वस्त्रों को लेकर हारून को अंगरखा और एपोद का बागा पहनाना और एपोद और चपरास बाँधना और एपोद का काढ़ा हुआ पटुका भी बाँधना +3845,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_006.wav,और उसके सिर पर पगड़ी को रखना और पगड़ी पर पवित्र मुकुट को रखना +3846,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_007.wav,तब अभिषेक का तेल ले उसके सिर पर डालकर उसका अभिषेक करना +3847,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_008.wav,फिर उसके पुत्रों को समीप ले आकर उनको अंगरखे पहनाना +3848,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_009.wav,और उसके अर्थात् हारून और उसके पुत्रों के कमर बाँधना और उनके सिर पर टोपियाँ रखना जिससे याजक के पद पर सदा उनका हक़ रहे इसी प्रकार हारून और उसके पुत्रों का संस्कार करना +3849,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_010.wav,तब बछड़े को मिलापवाले तम्बू के सामने समीप ले आना और हारून और उसके पुत्र बछड़े के सिर पर अपनेअपने हाथ रखें +3850,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_011.wav,तब उस बछड़े को यहोवा के सम्मुख मिलापवाले तम्बू के द्वार पर बलिदान करना +3851,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_012.wav,और बछड़े के लहू में से कुछ लेकर अपनी उँगली से वेदी के सींगों पर लगाना और शेष सब लहू को वेदी के पाए पर उण्डेल देना +3852,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_013.wav,और जिस चर्बी से अंतड़ियाँ ढपी रहती हैं और जो झिल्ली कलेजे के ऊपर होती है उनको और दोनों गुर्दों को उनके ऊपर की चर्बी समेत लेकर सब को वेदी पर जलाना +3853,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_014.wav,परन्तु बछड़े का माँस और खाल और गोबर छावनी से बाहर आग में जला देना क्योंकि यह पापबलि होगा +3854,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_015.wav,फिर एक मेढ़ा लेना और हारून और उसके पुत्र उसके सिर पर अपनेअपने हाथ रखें +3855,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_016.wav,तब उस मेढ़े को बलि करना और उसका लहू लेकर वेदी पर चारों ओर छिड़कना +3856,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_017.wav,और उस मेढ़े को टुकड़ेटुकड़े काटना और उसकी अंतड़ियों और पैरों को धोकर उसके टुकड़ों और सिर के ऊपर रखना +3857,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_018.wav,तब उस पूरे मेढ़े को वेदी पर जलाना वह तो यहोवा के लिये होमबलि होगा वह सुखदायक सुगन्ध और यहोवा के लिये हवन होगा +3858,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_019.wav,फिर दूसरे मेढ़े को लेना और हारून और उसके पुत्र उसके सिर पर अपनेअपने हाथ रखें +3859,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_020.wav,तब उस मेढ़े को बलि करना और उसके लहू में से कुछ लेकर हारून और उसके पुत्रों के दाहिने कान के सिरे पर और उनके दाहिने हाथ और दाहिने पाँव के अँगूठों पर लगाना और लहू को वेदी पर चारों ओर छिड़क देना +3860,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_021.wav,फिर वेदी पर के लहू और अभिषेक के तेल इन दोनों में से कुछ कुछ लेकर हारून और उसके वस्त्रों पर और उसके पुत्रों और उनके वस्त्रों पर भी छिड़क देना तब वह अपने वस्त्रों समेत और उसके पुत्र भी अपनेअपने वस्त्रों समेत पवित्र हो जाएँगे +3861,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_022.wav,तब मेढ़े को संस्कारवाला जानकर उसमें से चर्बी और मोटी पूँछ को और जिस चर्बी से अंतड़ियाँ ढपी रहती हैं उसको और कलेजे पर की झिल्ली को और चर्बी समेत दोनों गुर्दों को और दाहिने पुट्ठे को लेना +3862,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_023.wav,और अख़मीरी रोटी की टोकरी जो यहोवा के आगे धरी होगी उसमें से भी एक रोटी और तेल से सने हुए मैदे का एक फुलका और एक पपड़ी लेकर +3863,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_024.wav,इन सब को हारून और उसके पुत्रों के हाथों में रखकर हिलाए जाने की भेंट ठहराकर यहोवा के आगे हिलाया जाए +3864,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_025.wav,तब उन वस्तुओं को उनके हाथों से लेकर होमबलि की वेदी पर जला देना जिससे वह यहोवा के सामने सुखदायक सुगन्ध ठहरे वह तो यहोवा के लिये हवन होगा +3865,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_026.wav,फिर हारून के संस्कार को जो मेढ़ा होगा उसकी छाती को लेकर हिलाए जाने की भेंट के लिये यहोवा के आगे हिलाना और वह तेरा भाग ठहरेगा +3866,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_027.wav,और हारून और उसके पुत्रों के संस्कार का जो मेढ़ा होगा उसमें से हिलाए जाने की भेंटवाली छाती जो हिलाई जाएगी और उठाए जाने का भेंटवाला पुट्ठा जो उठाया जाएगा इन दोनों को पवित्र ठहराना +3867,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_028.wav,और ये सदा की विधि की रीति पर इस्राएलियों की ओर से ��सका और उसके पुत्रों का भाग ठहरे क्योंकि ये उठाए जाने की भेंटें ठहरी हैं और यह इस्राएलियों की ओर से उनके मेलबलियों में से यहोवा के लिये उठाए जाने की भेंट होगी +3868,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_029.wav,हारून के जो पवित्र वस्त्र होंगे वह उसके बाद उसके बेटे पोते आदि को मिलते रहें जिससे उन्हीं को पहने हुए उनका अभिषेक और संस्कार किया जाए +3869,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_030.wav,उसके पुत्रों के जो उसके स्थान पर याजक होगा वह जब पवित्रस्थान में सेवा टहल करने को मिलापवाले तम्बू में पहले आए तब उन वस्त्रों को सात दिन तक पहने रहें +3870,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_031.wav,फिर याजक के संस्कार का जो मेढ़ा होगा उसे लेकर उसका माँस किसी पवित्रस्थान में पकाना +3871,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_032.wav,तब हारून अपने पुत्रों समेत उस मेढ़े का माँस और टोकरी की रोटी दोनों को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर खाए +3872,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_033.wav,जिन पदार्थों से उनका संस्कार और उन्हें पवित्र करने के लिये प्रायश्चित किया जाएगा उनको तो वे खाएँ परन्तु पराए कुल का कोई उन्हें न खाने पाए क्योंकि वे पवित्र होंगे +3873,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_034.wav,यदि संस्कारवाले माँस या रोटी में से कुछ सवेरे तक बचा रहे तो उस बचे हुए को आग में जलाना वह खाया न जाए क्योंकि वह पवित्र होगा +3874,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_035.wav,मैंने तुझे जोजो आज्ञा दी हैं उन सभी के अनुसार तू हारून और उसके पुत्रों से करना और सात दिन तक उनका संस्कार करते रहना +3875,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_036.wav,अर्थात् पापबलि का एक बछड़ा प्रायश्चित के लिये प्रतिदिन चढ़ाना और वेदी को भी प्रायश्चित करने के समय शुद्ध करना और उसे पवित्र करने के लिये उसका अभिषेक करना +3876,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_037.wav,सात दिन तक वेदी के लिये प्रायश्चित करके उसे पवित्र करना और वेदी परमपवित्र ठहरेगी और जो कुछ उससे छू जाएगा वह भी पवित्र हो जाएगा +3877,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_038.wav,जो तुझे वेदी पर नित्य चढ़ाना होगा वह यह है अर्थात् प्रतिदिन एकएक वर्ष के दो भेड़ी के बच्चे +3878,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_039.wav,एक भेड़ के बच्चे को तो भोर के समय और दूसरे भेड़ के बच्चे को साँझ के समय चढ़ाना +3879,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_040.wav,और एक भेड़ के बच्चे के संग हीन की चौथाई कूटकर निकाले हुए तेल से सना हुआ एपा का दसवाँ भाग मैदा और अर्घ के लिये ही की चौथाई दाखमधु देना +3880,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_041.wav,और दूसरे भेड़ के बच्चे को साँझ के समय चढ़ाना और उसके साथ भोर की रीति अनुसार अन्नबलि और अर्घ दोनों देना जिससे वह सुखदायक सुगन्ध और यहोवा के लि��े हवन ठहरे +3881,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_042.wav,तुम्हारी पीढ़ी से पीढ़ी में यहोवा के आगे मिलापवाले तम्बू के द्वार पर नित्य ऐसा ही होमबलि हुआ करे यह वह स्थान है जिसमें मैं तुम लोगों से इसलिए मिला करूँगा कि तुझ से बातें करूँ +3882,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_043.wav,मैं इस्राएलियों से वहीं मिला करूँगा और वह तम्बू मेरे तेज से पवित्र किया जाएगा +3883,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_044.wav,और मैं मिलापवाले तम्बू और वेदी को पवित्र करूँगा और हारून और उसके पुत्रों को भी पवित्र करूँगा कि वे मेरे लिये याजक का काम करें +3884,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_045.wav,और मैं इस्राएलियों के मध्य निवास करूँगा और उनका परमेश्वर ठहरूँगा +3885,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_029_046.wav,तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा उनका परमेश्वर हूँ जो उनको मिस्र देश से इसलिए निकाल ले आया कि उनके मध्य निवास करूँ मैं ही उनका परमेश्वर यहोवा हूँ +3886,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_001.wav,फिर धूप जलाने के लिये बबूल की लकड़ी की वेदी बनाना +3887,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_002.wav,उसकी लम्बाई एक हाथ और चौड़ाई एक हाथ की हो वह चौकोर हो और उसकी ऊँचाई दो हाथ की हो और उसके सींग उसी टुकड़े से बनाए जाएँ +3888,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_003.wav,और वेदी के ऊपरवाले पल्ले और चारों ओर के बाजुओं और सींगों को शुद्ध सोने से मढ़ना और इसके चारों ओर सोने की एक बाड़ बनाना +3889,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_004.wav,और इसकी बाड़ के नीचे इसके आमनेसामने के दोनों पल्लों पर सोने के दोदो कड़े बनाकर इसके दोनों ओर लगाना वे इसके उठाने के डण्डों के खानों का काम देंगे +3890,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_005.wav,डण्डों को बबूल की लकड़ी के बनाकर उनको सोने से मढ़ना +3891,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_006.wav,और तू उसको उस पर्दे के आगे रखना जो साक्षीपत्र के सन्दूक के सामने है अर्थात् प्रायश्चितवाले ढकने के आगे जो साक्षीपत्र के ऊपर है वहीं मैं तुझ से मिला करूँगा +3892,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_007.wav,और उसी वेदी पर हारून सुगन्धित धूप जलाया करे प्रतिदिन भोर को जब वह दीपक को ठीक करे तब वह धूप को जलाए +3893,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_008.wav,तब साँझ के समय जब हारून दीपकों को जलाए तब धूप जलाया करे यह धूप यहोवा के सामने तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में नित्य जलाया जाए +3894,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_009.wav,और उस वेदी पर तुम और प्रकार का धूप न जलाना और न उस पर होमबलि और न अन्नबलि चढ़ाना और न इस पर अर्घ देना +3895,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_010.wav,हारून वर्ष में एक बार इसके सींगों पर प्रायश्चित करे और तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में वर्ष में एक बार प्रायश्चित के पापबलि के लहू से इस पर प्रायश्चित किया जाए यह यहोवा के लि��े परमपवित्र है +3896,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_011.wav,और तब यहोवा ने मूसा से कहा +3897,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_012.wav,जब तू इस्राएलियों कि गिनती लेने लगे तब वे गिनने के समय जिनकी गिनती हुई हो अपनेअपने प्राणों के लिये यहोवा को प्रायश्चित दें जिससे जब तू उनकी गिनती कर रहा हो उस समय कोई विपत्ति उन पर न आ पड़े +3898,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_013.wav,जितने लोग गिने जाएँ वे पवित्रस्थान के शेकेल के अनुसार आधा शेकेल दें यह शेकेल बीस गेरा का होता है यहोवा की भेंट आधा शेकेल हो +3899,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_014.wav,बीस वर्ष के या उससे अधिक अवस्था के जितने गिने जाएँ उनमें से एकएक जन यहोवा की भेंट दे +3900,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_015.wav,जब तुम्हारे प्राणों के प्रायश्चित के निमित्त यहोवा की भेंट अर्पित की जाए तब न तो धनी लोग आधे शेकेल से अधिक दें और न कंगाल लोग उससे कम दें +3901,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_016.wav,और तू इस्राएलियों से प्रायश्चित का रुपया लेकर मिलापवाले तम्बू के काम में लगाना जिससे वह यहोवा के सम्मुख इस्राएलियों के स्मरणार्थ चिन्ह ठहरे और उनके प्राणों का प्रायश्चित भी हो +3902,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_017.wav,और यहोवा ने मूसा से कहा +3903,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_018.wav,धोने के लिये पीतल की एक हौदी और उसका पाया भी पीतल का बनाना और उसे मिलापवाले तम्बू और वेदी के बीच में रखकर उसमें जल भर देना +3904,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_019.wav,और उसमें हारून और उसके पुत्र अपनेअपने हाथ पाँव धोया करें +3905,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_020.wav,जब जब वे मिलापवाले तम्बू में प्रवेश करें तबतब वे हाथ पाँव जल से धोएँ नहीं तो मर जाएँगे और जब जब वे वेदी के पास सेवा टहल करने अर्थात् यहोवा के लिये हव्य जलाने को आएँ तबतब वे हाथ पाँव धोएँ न हो कि मर जाएँ +3906,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_021.wav,यह हारून और उसके पीढ़ीपीढ़ी के वंश के लिये सदा की विधि ठहरे +3907,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_022.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +3908,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_023.wav,तू उत्तम से उत्तम सुगन्धद्रव्य ले अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के अनुसार पाँच सौ शेकेल अपने आप निकला हुआ गन्धरस और उसका आधा अर्थात् ढाई सौ शेकेल सुगन्धित दालचीनी और ढाई सौ शेकेल सुगन्धित अगर +3909,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_024.wav,और पाँच सौ शेकेल तज और एक हीन जैतून का तेल लेकर +3910,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_025.wav,उनसे अभिषेक का पवित्र तेल अर्थात् गंधी की रीति से तैयार किया हुआ सुगन्धित तेल बनवाना यह अभिषेक का पवित्र तेल ठहरे +3911,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_026.wav,और उससे मिलापवाले तम्बू का और साक्षीपत्र के सन्दूक का +3912,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_027.wav,और सारे सामान समेत मेज का और साम��न समेत दीवट का और धूपवेदी का +3913,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_028.wav,और सारे सामान समेत होमवेदी का और पाए समेत हौदी का अभिषेक करना +3914,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_029.wav,और उनको पवित्र करना जिससे वे परमपवित्र ठहरें और जो कुछ उनसे छू जाएगा वह पवित्र हो जाएगा +3915,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_030.wav,फिर हारून का उसके पुत्रों के साथ अभिषेक करना और इस प्रकार उन्हें मेरे लिये याजक का काम करने के लिये पवित्र करना +3916,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_031.wav,और इस्राएलियों को मेरी यह आज्ञा सुनाना यह तेल तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में मेरे लिये पवित्र अभिषेक का तेल होगा +3917,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_032.wav,यह किसी मनुष्य की देह पर न डाला जाए और मिलावट में उसके समान और कुछ न बनाना यह पवित्र है यह तुम्हारे लिये भी पवित्र होगा +3918,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_033.wav,जो कोई इसके समान कुछ बनाए या जो कोई इसमें से कुछ पराए कुलवाले पर लगाए वह अपने लोगों में से नाश किया जाए +3919,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_034.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा बोल नखी और कुन्दरू ये सुगन्धद्रव्य निर्मल लोबान समेत ले लेना ये सब एक तौल के हों +3920,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_035.wav,और इनका धूप अर्थात् नमक मिलाकर गंधी की रीति के अनुसार शुद्ध और पवित्र सुगन्धद्रव्य बनवाना +3921,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_036.wav,फिर उसमें से कुछ पीसकर बारीक कर डालना तब उसमें से कुछ मिलापवाले तम्बू में साक्षीपत्र के आगे जहाँ पर मैं तुझ से मिला करूँगा वहाँ रखना वह तुम्हारे लिये परमपवित्र होगा +3922,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_037.wav,और जो धूप तू बनवाएगा मिलावट में उसके समान तुम लोग अपने लिये और कुछ न बनवाना वह तुम्हारे आगे यहोवा के लिये पवित्र होगा +3923,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_030_038.wav,जो कोई सूँघने के लिये उसके समान कुछ बनाए वह अपने लोगों में से नाश किया जाए +3924,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +3925,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_002.wav,सुन मैं ऊरी के पुत्र बसलेल को जो हूर का पोता और यहूदा के गोत्र का है नाम लेकर बुलाता हूँ +3926,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_003.wav,और मैं उसको परमेश्वर की आत्मा से जो बुद्धि प्रवीणता ज्ञान और सब प्रकार के कार्यों की समझ देनेवाली आत्मा है परिपूर्ण करता हूँ +3927,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_004.wav,जिससे वह कारीगरी के कार्य बुद्धि से निकाल निकालकर सब भाँति की बनावट में अर्थात् सोने चाँदी और पीतल में +3928,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_005.wav,और जड़ने के लिये मणि काटने में और लकड़ी पर नक्काशी का काम करे +3929,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_006.wav,और सुन मैं दान के गोत्रवाले अहीसामाक के पुत्र ओहोलीआब को उसके संग कर देता हूँ वरन् जितने बुद्धिमान हैं उ�� सभी के हृदय में मैं बुद्धि देता हूँ जिससे जितनी वस्तुओं की आज्ञा मैंने तुझे दी है उन सभी को वे बनाएँ +3930,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_007.wav,अर्थात् मिलापवाले तम्बू और साक्षीपत्र का सन्दूक और उस पर का प्रायश्चितवाला ढकना और तम्बू का सारा सामान +3931,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_008.wav,और सामान सहित मेज और सारे सामान समेत शुद्ध सोने की दीवट और धूपवेदी +3932,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_009.wav,और सारे सामान सहित होमवेदी और पाए समेत हौदी +3933,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_010.wav,और काढ़े हुए वस्त्र और हारून याजक के याजकवाले काम के पवित्र वस्त्र और उसके पुत्रों के वस्त्र +3934,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_011.wav,और अभिषेक का तेल और पवित्रस्थान के लिये सुगन्धित धूप इन सभी को वे उन सब आज्ञाओं के अनुसार बनाएँ जो मैंने तुझे दी हैं +3935,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_012.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +3936,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_013.wav,तू इस्राएलियों से यह भी कहना निश्चय तुम मेरे विश्रामदिनों को मानना क्योंकि तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में मेरे और तुम लोगों के बीच यह एक चिन्ह ठहरा है जिससे तुम यह बात जान रखो कि यहोवा हमारा पवित्र करनेवाला है +3937,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_014.wav,इस कारण तुम विश्रामदिन को मानना क्योंकि वह तुम्हारे लिये पवित्र ठहरा है जो उसको अपवित्र करे वह निश्चय मार डाला जाए जो कोई उस दिन में कुछ कामकाज करे वह प्राणी अपने लोगों के बीच से नाश किया जाए +3938,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_015.wav,छः दिन तो कामकाज किया जाए पर सातवाँ दिन पवित्र विश्राम का दिन और यहोवा के लिये पवित्र है इसलिए जो कोई विश्राम के दिन में कुछ कामकाज करे वह निश्चय मार डाला जाए +3939,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_016.wav,इसलिए इस्राएली विश्रामदिन को माना करें वरन् पीढ़ीपीढ़ी में उसको सदा की वाचा का विषय जानकर माना करें +3940,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_017.wav,वह मेरे और इस्राएलियों के बीच सदा एक चिन्ह रहेगा क्योंकि छः दिन में यहोवा ने आकाश और पृथ्वी को बनाया और सातवें दिन विश्राम करके अपना जी ठण्डा किया +3941,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_031_018.wav,जब परमेश्वर मूसा से सीनै पर्वत पर ऐसी बातें कर चुका तब परमेश्वर ने उसको अपनी उँगली से लिखी हुई साक्षी देनेवाली पत्थर की दोनों तख्तियाँ दीं +3942,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_001.wav,जब लोगों ने देखा कि मूसा को पर्वत से उतरने में विलम्ब हो रहा है तब वे हारून के पास इकट्ठे होकर कहने लगे अब हमारे लिये देवता बना जो हमारे आगेआगे चले क्योंकि उस पुरुष मूसा को जो हमें मिस्र देश से निकाल ले आया है हम नहीं जानते कि उसे क्या हुआ +3943,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_002.wav,ह��रून ने उनसे कहा तुम्हारी स्त्रियों और बेटे बेटियों के कानों में सोने की जो बालियाँ हैं उन्हें उतारो और मेरे पास ले आओ +3944,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_003.wav,तब सब लोगों ने उनके कानों से सोने की बालियों को उतारा और हारून के पास ले आए +3945,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_004.wav,और हारून ने उन्हें उनके हाथ से लिया और एक बछड़ा ढालकर बनाया और टाँकी से गढ़ा तब वे कहने लगे हे इस्राएल तेरा ईश्वर जो तुझे मिस्र देश से छुड़ा लाया है वह यही है +3946,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_005.wav,यह देखकर हारून ने उसके आगे एक वेदी बनवाई और यह प्रचार किया कल यहोवा के लिये पर्व होगा +3947,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_006.wav,और दूसरे दिन लोगों ने भोर को उठकर होमबलि चढ़ाए और मेलबलि ले आए फिर बैठकर खाया पिया और उठकर खेलने लगे +3948,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_007.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा नीचे उतर जा क्योंकि तेरी प्रजा के लोग जिन्हें तू मिस्र देश से निकाल ले आया है वे बिगड़ गए हैं +3949,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_008.wav,और जिस मार्ग पर चलने की आज्ञा मैंने उनको दी थी उसको झटपट छोड़कर उन्होंने एक बछड़ा ढालकर बना लिया फिर उसको दण्डवत् किया और उसके लिये बलिदान भी चढ़ाया और यह कहा है हे इस्राएलियों तुम्हारा ईश्वर जो तुम्हें मिस्र देश से छुड़ा ले आया है वह यही है +3950,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_009.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा मैंने इन लोगों को देखा और सुन वे हठीले हैं +3951,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_010.wav,अब मुझे मत रोक मेरा कोप उन पर भड़क उठा है जिससे मैं उन्हें भस्म करूँ परन्तु तुझ से एक बड़ी जाति उपजाऊँगा +3952,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_011.wav,तब मूसा अपने परमेश्वर यहोवा को यह कहकर मनाने लगा हे यहोवा तेरा कोप अपनी प्रजा पर क्यों भड़का है जिसे तू बड़े सामर्थ्य और बलवन्त हाथ के द्वारा मिस्र देश से निकाल लाया है +3953,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_012.wav,मिस्री लोग यह क्यों कहने पाएँ वह उनको बुरे अभिप्राय से अर्थात् पहाड़ों में घात करके धरती पर से मिटा डालने की मनसा से निकाल ले गया तू अपने भड़के हुए कोप को शान्त कर और अपनी प्रजा को ऐसी हानि पहुँचाने से फिर जा +3954,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_013.wav,अपने दास अब्राहम इसहाक और याकूब को स्मरण कर जिनसे तूने अपनी ही शपथ खाकर यह कहा था मैं तुम्हारे वंश को आकाश के तारों के तुल्य बहुत करूँगा और यह सारा देश जिसकी मैंने चर्चा की है तुम्हारे वंश को दूँगा कि वह उसके अधिकारी सदैव बने रहें +3955,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_014.wav,तब यहोवा अपनी प्रजा की हानि करने से जो उसने कहा था पछताया +3956,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_015.wav,तब मूसा फिरकर साक्षी की द��नों तख्तियों को हाथ में लिये हुए पहाड़ से उतर गया उन तख्तियों के तो इधर और उधर दोनों ओर लिखा हुआ था +3957,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_016.wav,और वे तख्तियाँ परमेश्वर की बनाई हुई थीं और उन पर जो खोदकर लिखा हुआ था वह परमेश्वर का लिखा हुआ था +3958,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_017.wav,जब यहोशू को लोगों के कोलाहल का शब्द सुनाई पड़ा तब उसने मूसा से कहा छावनी से लड़ाई का सा शब्द सुनाई देता है +3959,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_018.wav,उसने कहा वह जो शब्द है वह न तो जीतनेवालों का है और न हारनेवालों का मुझे तो गाने का शब्द सुन पड़ता है +3960,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_019.wav,छावनी के पास आते ही मूसा को वह बछड़ा और नाचना देख पड़ा तब मूसा का कोप भड़क उठा और उसने तख्तियों को अपने हाथों से पर्वत के नीचे पटककर तोड़ डाला +3961,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_020.wav,तब उसने उनके बनाए हुए बछड़े को लेकर आग में डालकर फूँक दिया और पीसकर चूर चूरकर डाला और जल के ऊपर फेंक दिया और इस्राएलियों को उसे पिलवा दिया +3962,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_021.wav,तब मूसा हारून से कहने लगा उन लोगों ने तुझ से क्या किया कि तूने उनको इतने बड़े पाप में फँसाया +3963,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_022.wav,हारून ने उत्तर दिया मेरे प्रभु का कोप न भड़के तू तो उन लोगों को जानता ही है कि वे बुराई में मन लगाए रहते हैं +3964,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_023.wav,और उन्होंने मुझसे कहा हमारे लिये देवता बनवा जो हमारे आगेआगे चले क्योंकि उस पुरुष मूसा को जो हमें मिस्र देश से छुड़ा लाया है हम नहीं जानते कि उसे क्या हुआ +3965,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_024.wav,तब मैंने उनसे कहा जिस जिसके पास सोने के गहने हों वे उनको उतार लाएँ और जब उन्होंने मुझ को दिया मैंने उन्हें आग में डाल दिया तब यह बछड़ा निकल पड़ा +3966,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_025.wav,हारून ने उन लोगों को ऐसा निरंकुश कर दिया था कि वे अपने विरोधियों के बीच उपहास के योग्य हुए +3967,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_026.wav,उनको निरंकुश देखकर मूसा ने छावनी के निकास पर खड़े होकर कहा जो कोई यहोवा की ओर का हो वह मेरे पास आए तब सारे लेवीय उसके पास इकट्ठे हुए +3968,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_027.wav,उसने उनसे कहा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है कि अपनीअपनी जाँघ पर तलवार लटकाकर छावनी से एक निकास से दूसरे निकास तक घूमघूमकर अपनेअपने भाइयों संगियों और पड़ोसियों को घात करो +3969,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_028.wav,मूसा के इस वचन के अनुसार लेवियों ने किया और उस दिन तीन हजार के लगभग लोग मारे गए +3970,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_029.wav,फिर मूसा ने कहा आज के दिन यहोवा के लिये अपना याजकपद का संस्कार करो वरन् अपनेअपने बे��ों और भाइयों के भी विरुद्ध होकर ऐसा करो जिससे वह आज तुम को आशीष दे +3971,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_030.wav,दूसरे दिन मूसा ने लोगों से कहा तुम ने बड़ा ही पाप किया है अब मैं यहोवा के पास चढ़ जाऊँगा सम्भव है कि मैं तुम्हारे पाप का प्रायश्चित कर सकूँ +3972,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_031.wav,तब मूसा यहोवा के पास जाकर कहने लगा हाय हाय उन लोगों ने सोने का देवता बनवाकर बड़ा ही पाप किया है +3973,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_032.wav,तो भी अब तू उनका पाप क्षमा कर नहीं तो अपनी लिखी हुई पुस्तक में से मेरे नाम को काट दे +3974,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_033.wav,यहोवा ने मूसा से कहा जिसने मेरे विरुद्ध पाप किया है उसी का नाम मैं अपनी पुस्तक में से काट दूँगा +3975,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_034.wav,अब तो तू जाकर उन लोगों को उस स्थान में ले चल जिसकी चर्चा मैंने तुझ से की थी देख मेरा दूत तेरे आगेआगे चलेगा परन्तु जिस दिन मैं दण्ड देने लगूँगा उस दिन उनको इस पाप का भी दण्ड दूँगा +3976,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_032_035.wav,अतः यहोवा ने उन लोगों पर विपत्ति भेजी क्योंकि हारून के बनाए हुए बछड़े को उन्हीं ने बनवाया था +3977,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा तू उन लोगों को जिन्हें मिस्र देश से छुड़ा लाया है संग लेकर उस देश को जा जिसके विषय मैंने अब्राहम इसहाक और याकूब से शपथ खाकर कहा था मैं उसे तुम्हारे वंश को दूँगा +3978,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_002.wav,और मैं तेरे आगेआगे एक दूत को भेजूँगा और कनानी एमोरी हित्ती परिज्जी हिब्बी और यबूसी लोगों को बरबस निकाल दूँगा +3979,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_003.wav,तुम लोग उस देश को जाओ जिसमें दूध और मधु की धारा बहती है परन्तु तुम हठीले हो इस कारण मैं तुम्हारे बीच में होकर न चलूँगा ऐसा न हो कि मैं मार्ग में तुम्हारा अन्त कर डालूँ +3980,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_004.wav,यह बुरा समाचार सुनकर वे लोग विलाप करने लगे और कोई अपने गहने पहने हुए न रहा +3981,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_005.wav,क्योंकि यहोवा ने मूसा से कह दिया था इस्राएलियों को मेरा यह वचन सुना तुम लोग तो हठीले हो जो मैं पल भर के लिये तुम्हारे बीच होकर चलूँ तो तुम्हारा अन्त कर डालूँगा इसलिए अब अपनेअपने गहने अपने अंगों से उतार दो कि मैं जानूँ कि तुम्हारे साथ क्या करना चाहिए +3982,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_006.wav,तब इस्राएली होरेब पर्वत से लेकर आगे को अपने गहने उतारे रहे +3983,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_007.wav,मूसा तम्बू को छावनी से बाहर वरन् दूर खड़ा कराया करता था और उसको मिलापवाला तम्बू कहता था और जो कोई यहोवा को ढूँढ़ता वह उस मिलापवाले तम्बू के पास जो छावनी के बाहर था नि���ल जाता था +3984,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_008.wav,जब जब मूसा तम्बू के पास जाता तबतब सब लोग उठकर अपनेअपने डेरे के द्वार पर खड़े हो जाते और जब तक मूसा उस तम्बू में प्रवेश न करता था तब तक उसकी ओर ताकते रहते थे +3985,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_009.wav,जब मूसा उस तम्बू में प्रवेश करता था तब बादल का खम्भा उतरकर तम्बू के द्वार पर ठहर जाता था और यहोवा मूसा से बातें करने लगता था +3986,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_010.wav,और सब लोग जब बादल के खम्भे को तम्बू के द्वार पर ठहरा देखते थे तब उठकर अपनेअपने डेरे के द्वार पर से दण्डवत् करते थे +3987,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_011.wav,और यहोवा मूसा से इस प्रकार आमनेसामने बातें करता था जिस प्रकार कोई अपने भाई से बातें करे और मूसा तो छावनी में फिर लौट आता था पर यहोशू नामक एक जवान जो नून का पुत्र और मूसा का टहलुआ था वह तम्बू में से न निकलता था +3988,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_012.wav,और मूसा ने यहोवा से कहा सुन तू मुझसे कहता है इन लोगों को ले चल परन्तु यह नहीं बताया कि तू मेरे संग किसको भेजेगा तो भी तूने कहा है तेरा नाम मेरे चित्त में बसा है और तुझ पर मेरे अनुग्रह की दृष्टि है +3989,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_013.wav,और अब यदि मुझ पर तेरे अनुग्रह की दृष्टि हो तो मुझे अपनी गति समझा दे जिससे जब मैं तेरा ज्ञान पाऊँ तब तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर बनी रहे फिर इसकी भी सुधि कर कि यह जाति तेरी प्रजा है +3990,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_014.wav,यहोवा ने कहा मैं आप चलूँगा और तुझे विश्राम दूँगा +3991,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_015.wav,उसने उससे कहा यदि तू आप न चले तो हमें यहाँ से आगे न ले जा +3992,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_016.wav,यह कैसे जाना जाए कि तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर और अपनी प्रजा पर है क्या इससे नहीं कि तू हमारे संगसंग चले जिससे मैं और तेरी प्रजा के लोग पृथ्वी भर के सब लोगों से अलग ठहरें +3993,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_017.wav,यहोवा ने मूसा से कहा मैं यह काम भी जिसकी चर्चा तूने की है करूँगा क्योंकि मेरे अनुग्रह की दृष्टि तुझ पर है और तेरा नाम मेरे चित्त में बसा है +3994,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_018.wav,उसने कहा मुझे अपना तेज दिखा दे +3995,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_019.wav,उसने कहा मैं तेरे सम्मुख होकर चलते हुए तुझे अपनी सारी भलाई दिखाऊँगा और तेरे सम्मुख यहोवा नाम का प्रचार करूँगा और जिस पर मैं अनुग्रह करना चाहूँ उसी पर अनुग्रह करूँगा और जिस पर दया करना चाहूँ उसी पर दया करूँगा +3996,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_020.wav,फिर उसने कहा तू मेरे मुख का दर्शन नहीं कर सकता क्योंकि मनुष्य मेरे मुख का दर्शन करके जीवित नहीं रह सकता +3997,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_021.wav,फिर यहोवा ने कहा सुन मेरे पास एक स्थान है तू उस चट्टान पर खड़ा हो +3998,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_022.wav,और जब तक मेरा तेज तेरे सामने होकर चलता रहे तब तक मैं तुझे चट्टान के दरार में रखूँगा और जब तक मैं तेरे सामने होकर न निकल जाऊँ तब तक अपने हाथ से तुझे ढाँपे रहूँगा +3999,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_033_023.wav,फिर मैं अपना हाथ उठा लूँगा तब तू मेरी पीठ का तो दर्शन पाएगा परन्तु मेरे मुख का दर्शन नहीं मिलेगा +4000,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा पहली तख्तियों के समान पत्थर की दो और तख्तियाँ गढ़ ले तब जो वचन उन पहली तख्तियों पर लिखे थे जिन्हें तूने तोड़ डाला वे ही वचन मैं उन तख्तियों पर भी लिखूँगा +4001,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_002.wav,और सवेरे तैयार रहना और भोर को सीनै पर्वत पर चढ़कर उसकी चोटी पर मेरे सामने खड़ा होना +4002,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_003.wav,तेरे संग कोई न चढ़ पाए वरन् पर्वत भर पर कोई मनुष्य कहीं दिखाई न दे और न भेड़बकरी और गायबैल भी पर्वत के आगे चरने पाएँ +4003,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_004.wav,तब मूसा ने पहली तख्तियों के समान दो और तख्तियाँ गढ़ीं और भोर को सवेरे उठकर अपने हाथ में पत्थर की वे दोनों तख्तियाँ लेकर यहोवा की आज्ञा के अनुसार पर्वत पर चढ़ गया +4004,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_005.wav,तब यहोवा ने बादल में उतरकर उसके संग वहाँ खड़ा होकर यहोवा नाम का प्रचार किया +4005,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_006.wav,और यहोवा उसके सामने होकर यह प्रचार करता हुआ चला यहोवा यहोवा परमेश्वर दयालु और अनुग्रहकारी कोप करने में धीरजवन्त और अति करुणामय और सत्य +4006,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_007.wav,हजारों पीढ़ियों तक निरन्तर करुणा करनेवाला अधर्म और अपराध और पाप को क्षमा करनेवाला है परन्तु दोषी को वह किसी प्रकार निर्दोष न ठहराएगा वह पितरों के अधर्म का दण्ड उनके बेटों वरन् पोतों और परपोतों को भी देनेवाला है +4007,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_008.wav,तब मूसा ने फुर्ती कर पृथ्वी की ओर झुककर दण्डवत् की +4008,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_009.wav,और उसने कहा हे प्रभु यदि तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो तो प्रभु हम लोगों के बीच में होकर चले ये लोग हठीले तो हैं तो भी हमारे अधर्म और पाप को क्षमा कर और हमें अपना निज भाग मानकर ग्रहण कर +4009,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_010.wav,उसने कहा सुन मैं एक वाचा बाँधता हूँ तेरे सब लोगों के सामने मैं ऐसे आश्चर्यकर्म करूँगा जैसा पृथ्वी पर और सब जातियों में कभी नहीं हुए और वे सारे लोग जिनके बीच तू रहता है यहोवा के कार्य को देखेंगे क्योंकि जो मैं तुम लोगों से करने पर हूँ वह भययोग्य काम है +4010,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_011.wav,जो आज्ञा मैं आज तुम्हें देता हूँ उसे तुम लोग मानना देखो मैं तुम्हारे आगे से एमोरी कनानी हित्ती परिज्जी हिब्बी और यबूसी लोगों को निकालता हूँ +4011,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_012.wav,इसलिए सावधान रहना कि जिस देश में तू जानेवाला है उसके निवासियों से वाचा न बाँधना कहीं ऐसा न हो कि वह तेरे लिये फंदा ठहरे +4012,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_013.wav,वरन् उनकी वेदियों को गिरा देना उनकी लाठों को तोड़ डालना और उनकी अशेरा नामक मूर्तियों को काट डालना +4013,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_014.wav,क्योंकि तुम्हें किसी दूसरे को परमेश्वर करके दण्डवत् करने की आज्ञा नहीं क्योंकि यहोवा जिसका नाम जलनशील है वह जल उठनेवाला परमेश्वर है +4014,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_015.wav,ऐसा न हो कि तू उस देश के निवासियों से वाचा बाँधे और वे अपने देवताओं के पीछे होने का व्यभिचार करें और उनके लिये बलिदान भी करें और कोई तुझे नेवता दे और तू भी उसके बलिपशु का प्रसाद खाए +4015,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_016.wav,और तू उनकी बेटियों को अपने बेटों के लिये लाए और उनकी बेटियाँ जो आप अपने देवताओं के पीछे होने का व्यभिचार करती हैं तेरे बेटों से भी अपने देवताओं के पीछे होने को व्यभिचार करवाएँ +4016,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_017.wav,तुम देवताओं की मूर्तियाँ ढालकर न बना लेना +4017,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_018.wav,अख़मीरी रोटी का पर्व मानना उसमें मेरी आज्ञा के अनुसार अबीब महीने के नियत समय पर सात दिन तक अख़मीरी रोटी खाया करना क्योंकि तू मिस्र से अबीब महीने में निकल आया +4018,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_019.wav,हर एक पहिलौठा मेरा है और क्या बछड़ा क्या मेम्ना तेरे पशुओं में से जो नर पहलौठे हों वे सब मेरे ही हैं +4019,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_020.wav,और गदही के पहलौठे के बदले मेम्ना देकर उसको छुड़ाना यदि तू उसे छुड़ाना न चाहे तो उसकी गर्दन तोड़ देना परन्तु अपने सब पहलौठे बेटों को बदला देकर छुड़ाना मुझे कोई खाली हाथ अपना मुँह न दिखाए +4020,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_021.wav,छः दिन तो परिश्रम करना परन्तु सातवें दिन विश्राम करना वरन् हल जोतने और लवने के समय में भी विश्राम करना +4021,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_022.wav,और तू सप्ताहों का पर्व मानना जो पहले लवे हुए गेहूँ का पर्व कहलाता है और वर्ष के अन्त में बटोरन का भी पर्व मानना +4022,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_023.wav,वर्ष में तीन बार तेरे सब पुरुष इस्राएल के परमेश्वर प्रभु यहोवा को अपने मुँह दिखाएँ +4023,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_024.wav,मैं तो अन्यजातियों को तेरे आगे से निकालकर तेरी सीमाओं को बढ़ाऊँगा और जब तू अपने परमेश्वर यहोवा को अ��ना मुँह दिखाने के लिये वर्ष में तीन बार आया करे तब कोई तेरी भूमि का लालच न करेगा +4024,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_025.wav,मेरे बलिदान के लहू को ख़मीर सहित न चढ़ाना और न फसह के पर्व के बलिदान में से कुछ सवेरे तक रहने देना +4025,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_026.wav,अपनी भूमि की पहली उपज का पहला भाग अपने परमेश्वर यहोवा के भवन में ले आना बकरी के बच्चे को उसकी माँ के दूध में न पकाना +4026,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_027.wav,और यहोवा ने मूसा से कहा ये वचन लिख ले क्योंकि इन्हीं वचनों के अनुसार मैं तेरे और इस्राएल के साथ वाचा बाँधता हूँ +4027,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_028.wav,मूसा तो वहाँ यहोवा के संग चालीस दिन और रात रहा और तब तक न तो उसने रोटी खाई और न पानी पिया और उसने उन तख्तियों पर वाचा के वचन अर्थात् दस आज्ञाएँ लिख दीं +4028,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_029.wav,जब मूसा साक्षी की दोनों तख्तियाँ हाथ में लिये हुए सीनै पर्वत से उतरा आता था तब यहोवा के साथ बातें करने के कारण उसके चेहरे से किरणें निकल रही थीं परन्तु वह यह नहीं जानता था कि उसके चेहरे से किरणें निकल रही हैं +4029,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_030.wav,जब हारून और सब इस्राएलियों ने मूसा को देखा कि उसके चेहरे से किरणें निकलती हैं तब वे उसके पास जाने से डर गए +4030,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_031.wav,तब मूसा ने उनको बुलाया और हारून मण्डली के सारे प्रधानों समेत उसके पास आया और मूसा उनसे बातें करने लगा +4031,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_032.wav,इसके बाद सब इस्राएली पास आए और जितनी आज्ञाएँ यहोवा ने सीनै पर्वत पर उसके साथ बात करने के समय दी थीं वे सब उसने उन्हें बताईं +4032,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_033.wav,जब तक मूसा उनसे बात न कर चुका तब तक अपने मुँह पर ओढ़ना डाले रहा +4033,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_034.wav,और जब जब मूसा भीतर यहोवा से बात करने को उसके सामने जाता तबतब वह उस ओढ़नी को निकलते समय तक उतारे हुए रहता था फिर बाहर आकर जोजो आज्ञा उसे मिलती उन्हें इस्राएलियों से कह देता था +4034,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_034_035.wav,इस्राएली मूसा का चेहरा देखते थे कि उससे किरणें निकलती हैं और जब तक वह यहोवा से बात करने को भीतर न जाता तब तक वह उस ओढ़नी को डाले रहता था +4035,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_001.wav,मूसा ने इस्राएलियों की सारी मण्डली इकट्ठा करके उनसे कहा जिन कामों के करने की आज्ञा यहोवा ने दी है वे ये हैं +4036,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_002.wav,छः दिन तो कामकाज किया जाए परन्तु सातवाँ दिन तुम्हारे लिये पवित्र और यहोवा के लिये पवित्र विश्राम का दिन ठहरे उसमें जो कोई कामकाज करे वह मार डाला जाए +4037,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_003.wav,वरन् विश्राम के दि�� तुम अपनेअपने घरों में आग तक न जलाना +4038,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_004.wav,फिर मूसा ने इस्राएलियों की सारी मण्डली से कहा जिस बात की आज्ञा यहोवा ने दी है वह यह है +4039,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_005.wav,तुम्हारे पास से यहोवा के लिये भेंट ली जाए अर्थात् जितने अपनी इच्छा से देना चाहें वे यहोवा की भेंट करके ये वस्तुएँ ले आएँ अर्थात् सोना रुपा पीतल +4040,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_006.wav,नीले बैंगनी और लाल रंग का कपड़ा सूक्ष्म सनी का कपड़ा बकरी का बाल +4041,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_007.wav,लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालें सुइसों की खालें बबूल की लकड़ी +4042,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_008.wav,उजियाला देने के लिये तेल अभिषेक का तेल और धूप के लिये सुगन्धद्रव्य +4043,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_009.wav,फिर एपोद और चपरास के लिये सुलैमानी मणि और जड़ने के लिये मणि +4044,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_010.wav,तुम में से जितनों के हृदय में बुद्धि का प्रकाश है वे सब आकर जिसजिस वस्तु की आज्ञा यहोवा ने दी है वे सब बनाएँ +4045,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_011.wav,अर्थात् तम्बू और आवरण समेत निवास और उसकी घुंडी तख्ते बेंड़े खम्भे और कुर्सियाँ +4046,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_012.wav,फिर डण्डों समेत सन्दूक और प्रायश्चित का ढकना और बीचवाला परदा +4047,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_013.wav,डण्डों और सब सामान समेत मेज और भेंट की रोटियाँ +4048,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_014.wav,सामान और दीपकों समेत उजियाला देनेवाला दीवट और उजियाला देने के लिये तेल +4049,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_015.wav,डण्डों समेत धूपवेदी अभिषेक का तेल सुगन्धित धूप और निवास के द्वार का परदा +4050,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_016.wav,पीतल की झंझरी डण्डों आदि सारे सामान समेत होमवेदी पाए समेत हौदी +4051,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_017.wav,खम्भों और उनकी कुर्सियों समेत आँगन के पर्दे और आँगन के द्वार के पर्दे +4052,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_018.wav,निवास और आँगन दोनों के खूँटे और डोरियाँ +4053,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_019.wav,पवित्रस्थान में सेवा टहल करने के लिये काढ़े हुए वस्त्र और याजक का काम करने के लिये हारून याजक के पवित्र वस्त्र और उसके पुत्रों के वस्त्र भी +4054,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_020.wav,तब इस्राएलियों की सारी मण्डली मूसा के सामने से लौट गई +4055,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_021.wav,और जितनों को उत्साह हुआ और जितनों के मन में ऐसी इच्छा उत्पन्न हुई थी वे मिलापवाले तम्बू के काम करने और उसकी सारी सेवकाई और पवित्र वस्त्रों के बनाने के लिये यहोवा की भेंट ले आने लगे +4056,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_022.wav,क्या स्त्री क्या पुरुष जितनों के मन में ऐसी इच्छा उत्पन्न हुई थी वे सब जुगनू नथनी मुंदरी और कंगन आदि सोने के गहने ले आने लगे इस भाँत��� जितने मनुष्य यहोवा के लिये सोने की भेंट के देनेवाले थे वे सब उनको ले आए +4057,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_023.wav,और जिसजिस पुरुष के पास नीले बैंगनी या लाल रंग का कपड़ा या सूक्ष्म सनी का कपड़ा या बकरी का बाल या लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालें या सुइसों की खालें थीं वे उन्हें ले आए +4058,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_024.wav,फिर जितने चाँदी या पीतल की भेंट के देनेवाले थे वे यहोवा के लिये वैसी भेंट ले आए और जिस जिसके पास सेवकाई के किसी काम के लिये बबूल की लकड़ी थी वे उसे ले आए +4059,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_025.wav,और जितनी स्त्रियों के हृदय में बुद्धि का प्रकाश था वे अपने हाथों से सूत कातकातकर नीले बैंगनी और लाल रंग के और सूक्ष्म सनी के काते हुए सूत को ले आईं +4060,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_026.wav,और जितनी स्त्रियों के मन में ऐसी बुद्धि का प्रकाश था उन्होंने बकरी के बाल भी काते +4061,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_027.wav,और प्रधान लोग एपोद और चपरास के लिये सुलैमानी मणि और जड़ने के लिये मणि +4062,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_028.wav,और उजियाला देने और अभिषेक और धूप के सुगन्धद्रव्य और तेल ले आए +4063,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_029.wav,जिसजिस वस्तु के बनाने की आज्ञा यहोवा ने मूसा के द्वारा दी थी उसके लिये जो कुछ आवश्यक था उसे वे सब पुरुष और स्त्रियाँ ले आईं जिनके हृदय में ऐसी इच्छा उत्पन्न हुई थी इस प्रकार इस्राएली यहोवा के लिये अपनी ही इच्छा से भेंट ले आए +4064,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_030.wav,तब मूसा ने इस्राएलियों से कहा सुनो यहोवा ने यहूदा के गोत्रवाले बसलेल को जो ऊरी का पुत्र और हूर का पोता है नाम लेकर बुलाया है +4065,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_031.wav,और उसने उसको परमेश्वर के आत्मा से ऐसा परिपूर्ण किया है कि सब प्रकार की बनावट के लिये उसको ऐसी बुद्धि समझ और ज्ञान मिला है +4066,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_032.wav,कि वह कारीगरी की युक्तियाँ निकालकर सोने चाँदी और पीतल में +4067,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_033.wav,और जड़ने के लिये मणि काटने में और लकड़ी पर नक्काशी करने में वरन् बुद्धि से सब भाँति की निकाली हुई बनावट में काम कर सके +4068,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_034.wav,फिर यहोवा ने उसके मन में और दान के गोत्रवाले अहीसामाक के पुत्र ओहोलीआब के मन में भी शिक्षा देने की शक्ति दी है +4069,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_035_035.wav,इन दोनों के हृदय को यहोवा ने ऐसी बुद्धि से परिपूर्ण किया है कि वे नक्काशी करने और गढ़ने और नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े और सूक्ष्म सनी के कपड़े में काढ़ने और बुनने वरन् सब प्रकार की बनावट में और बुद्धि से काम निकालने में सब भाँति के काम करें +4070,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_001.wav,बसलेल और ओहोलीआब और सब बुद्धिमान जिनको यहोवा ने ऐसी बुद्धि और समझ दी हो कि वे यहोवा की सारी आज्ञाओं के अनुसार पवित्रस्थान की सेवकाई के लिये सब प्रकार का काम करना जानें वे सब यह काम करें +4071,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_002.wav,तब मूसा ने बसलेल और ओहोलीआब और सब बुद्धिमानों को जिनके हृदय में यहोवा ने बुद्धि का प्रकाश दिया था अर्थात् जिसजिसको पास आकर काम करने का उत्साह हुआ था उन सभी को बुलवाया +4072,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_003.wav,और इस्राएली जोजो भेंट पवित्रस्थान की सेवकाई के काम और उसके बनाने के लिये ले आए थे उन्हें उन पुरुषों ने मूसा के हाथ से ले लिया तब भी लोग प्रति भोर को उसके पास भेंट अपनी इच्छा से लाते रहे +4073,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_004.wav,और जितने बुद्धिमान पवित्रस्थान का काम करते थे वे सब अपनाअपना काम छोड़कर मूसा के पास आए +4074,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_005.wav,और कहने लगे जिस काम के करने की आज्ञा यहोवा ने दी है उसके लिये जितना चाहिये उससे अधिक वे ले आए हैं +4075,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_006.wav,तब मूसा ने सारी छावनी में इस आज्ञा का प्रचार करवाया क्या पुरुष क्या स्त्री कोई पवित्रस्थान के लिये और भेंट न लाए इस प्रकार लोग और भेंट लाने से रोके गए +4076,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_007.wav,क्योंकि सब काम बनाने के लिये जितना सामान आवश्यक था उतना वरन् उससे अधिक बनानेवालों के पास आ चुका था +4077,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_008.wav,और काम करनेवाले जितने बुद्धिमान थे उन्होंने निवास के लिये बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े के और नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े के दस परदों को काढ़े हुए करूबों सहित बनाया +4078,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_009.wav,एकएक परदे की लम्बाई अट्ठाईस हाथ और चौड़ाई चार हाथ की हुई सब परदे एक ही नाप के बने +4079,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_010.wav,उसने पाँच परदे एक दूसरे से जोड़ दिए और फिर दूसरे पाँच परदे भी एक दूसरे से जोड़ दिए +4080,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_011.wav,और जहाँ ये परदे जोड़े गए वहाँ की दोनों छोरों पर उसने नीलेनीले फंदे लगाए +4081,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_012.wav,उसने दोनों छोरों में पचासपचास फंदे इस प्रकार लगाए कि वे एक दूसरे के सामने थे +4082,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_013.wav,और उसने सोने की पचास अंकड़े बनाए और उनके द्वारा परदों को एक दूसरे से ऐसा जोड़ा कि निवास मिलकर एक हो गया +4083,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_014.wav,फिर निवास के ऊपर के तम्बू के लिये उसने बकरी के बाल के ग्यारह परदे बनाए +4084,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_015.wav,एकएक परदे की लम्बाई तीस हाथ और चौड़ाई चार हाथ की हुई और ग्यारहों परदे एक ही नाप के थे +4085,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_016.wav,इनमें से उसने पाँच परदे अलग और छः परदे अलग जोड़ दिए +4086,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_017.wav,और जहाँ दोनों जोड़े गए वहाँ की छोरों में उसने पचासपचास फंदे लगाए +4087,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_018.wav,और उसने तम्बू के जोड़ने के लिये पीतल की पचास अंकड़े भी बनाए जिससे वह एक हो जाए +4088,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_019.wav,और उसने तम्बू के लिये लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालों का एक ओढ़ना और उसके ऊपर के लिये सुइसों की खालों का एक ओढ़ना बनाया +4089,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_020.wav,फिर उसने निवास के लिये बबूल की लकड़ी के तख्तों को खड़े रहने के लिये बनाया +4090,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_021.wav,एकएक तख्ते की लम्बाई दस हाथ और चौड़ाई डेढ़ हाथ की हुई +4091,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_022.wav,एकएक तख्ते में एक दूसरी से जोड़ी हुई दोदो चूलें बनीं निवास के सब तख्तों के लिये उसने इसी भाँति बनाया +4092,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_023.wav,और उसने निवास के लिये तख्तों को इस रीति से बनाया कि दक्षिण की ओर बीस तख्ते लगे +4093,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_024.wav,और इन बीसों तख्तो के नीचे चाँदी की चालीस कुर्सियाँ अर्थात् एकएक तख्ते के नीचे उसकी दो चूलों के लिये उसने दो कुर्सियाँ बनाईं +4094,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_025.wav,और निवास की दूसरी ओर अर्थात् उत्तर की ओर के लिये भी उसने बीस तख्ते बनाए +4095,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_026.wav,और इनके लिये भी उसने चाँदी की चालीस कुर्सियाँ अर्थात् एकएक तख्ते के नीचे दोदो कुर्सियाँ बनाईं +4096,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_027.wav,और निवास की पिछली ओर अर्थात् पश्चिम ओर के लिये उसने छः तख्ते बनाए +4097,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_028.wav,और पिछले भाग में निवास के कोनों के लिये उसने दो तख्ते बनाए +4098,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_029.wav,और वे नीचे से दोदो भाग के बने और दोनों भाग ऊपर के सिरे तक एकएक कड़े में मिलाए गए उसने उन दोनों तख्तों का आकार ऐसा ही बनाया +4099,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_030.wav,इस प्रकार आठ तख्ते हुए और उनकी चाँदी की सोलह कुर्सियाँ हुईं अर्थात् एकएक तख्ते के नीचे दोदो कुर्सियाँ हुईं +4100,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_031.wav,फिर उसने बबूल की लकड़ी के बेंड़े बनाए अर्थात् निवास की एक ओर के तख्तों के लिये पाँच बेंड़े +4101,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_032.wav,और निवास की दूसरी ओर के तख्तों के लिये पाँच बेंड़े और निवास का जो किनारा पश्चिम की ओर पिछले भाग में था उसके लिये भी पाँच बेंड़े बनाए +4102,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_033.wav,और उसने बीचवाले बेंड़े को तख्तों के मध्य में तम्बू के एक सिरे से दूसरे सिरे तक पहुँचने के लिये बनाया +4103,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_034.wav,और तख्तों को उसने सोने से मढ़ा और बेंड़ों के घर को काम देनेवाले कड़ों क��� सोने के बनाया और बेंड़ों को भी सोने से मढ़ा +4104,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_035.wav,फिर उसने नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े का और बटी हुई सूक्ष्म सनीवाले कपड़े का बीचवाला परदा बनाया वह कढ़ाई के काम किए हुए करूबों के साथ बना +4105,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_036.wav,और उसने उसके लिये बबूल के चार खम्भे बनाए और उनको सोने से मढ़ा उनकी घुंडियाँ सोने की बनीं और उसने उनके लिये चाँदी की चार कुर्सियाँ ढालीं +4106,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_037.wav,उसने तम्बू के द्वार के लिये भी नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े का और बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े का कढ़ाई का काम किया हुआ परदा बनाया +4107,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_036_038.wav,और उसने घुंडियों समेत उसके पाँच खम्भे भी बनाए और उनके सिरों और जोड़ने की छड़ों को सोने से मढ़ा और उनकी पाँच कुर्सियाँ पीतल की बनाईं +4108,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_001.wav,फिर बसलेल ने बबूल की लकड़ी का सन्दूक बनाया उसकी लम्बाई ढाई हाथ चौड़ाई डेढ़ हाथ और ऊँचाई डेढ़ हाथ की थी +4109,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_002.wav,उसने उसको भीतर बाहर शुद्ध सोने से मढ़ा और उसके चारों ओर सोने की बाड़ बनाई +4110,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_003.wav,और उसके चारों पायों पर लगाने को उसने सोने के चार कड़े ढाले दो कड़े एक ओर और दो कड़े दूसरी ओर लगे +4111,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_004.wav,फिर उसने बबूल के डण्डे बनाए और उन्हें सोने से मढ़ा +4112,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_005.wav,और उनको सन्दूक के दोनों ओर के कड़ों में डाला कि उनके बल सन्दूक उठाया जाए +4113,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_006.wav,फिर उसने शुद्ध सोने के प्रायश्चितवाले ढकने को बनाया उसकी लम्बाई ढाई हाथ और चौड़ाई डेढ़ हाथ की थी +4114,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_007.wav,और उसने सोना गढ़कर दो करूब प्रायश्चित के ढकने के दोनों सिरों पर बनाए +4115,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_008.wav,एक करूब तो एक सिरे पर और दूसरा करूब दूसरे सिरे पर बना उसने उनको प्रायश्चित के ढकने के साथ एक ही टुकड़े के दोनों सिरों पर बनाया +4116,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_009.wav,और करूबों के पंख ऊपर से फैले हुए बने और उन पंखों से प्रायश्चित का ढकना ढँपा हुआ बना और उनके मुख आमनेसामने और प्रायश्चित के ढकने की ओर किए हुए बने +4117,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_010.wav,फिर उसने बबूल की लकड़ी की मेज को बनाया उसकी लम्बाई दो हाथ चौड़ाई एक हाथ और ऊँचाई डेढ़ हाथ की थी +4118,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_011.wav,और उसने उसको शुद्ध सोने से मढ़ा और उसमें चारों ओर शुद्ध सोने की एक बाड़ बनाई +4119,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_012.wav,और उसने उसके लिये चार अंगुल चौड़ी एक पटरी और इस पटरी के लिये चारों ओर सोने की एक बाड़ बनाई +4120,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_013.wav,और उसने मेज के लिये सोने के चार कड़े ढालकर उन चारों कोनों में लगाया जो उसके चारों पायों पर थे +4121,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_014.wav,वे कड़े पटरी के पास मेज उठाने के डण्डों के खानों का काम देने को बने +4122,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_015.wav,और उसने मेज उठाने के लिये डण्डों को बबूल की लकड़ी के बनाया और सोने से मढ़ा +4123,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_016.wav,और उसने मेज पर का सामान अर्थात् परात धूपदान कटोरे और उण्डेलने के बर्तन सब शुद्ध सोने के बनाए +4124,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_017.wav,फिर उसने शुद्ध सोना गढ़कर पाए और डण्डी समेत दीवट को बनाया उसके पुष्पकोष गाँठ और फूल सब एक ही टुकड़े के बने +4125,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_018.wav,और दीवट से निकली हुई छः डालियाँ बनीं तीन डालियाँ तो उसकी एक ओर से और तीन डालियाँ उसकी दूसरी ओर से निकली हुई बनीं +4126,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_019.wav,एकएक डाली में बादाम के फूल के सरीखे तीनतीन पुष्पकोष एकएक गाँठ और एकएक फूल बना दीवट से निकली हुई उन छहों डालियों का यही आकार हुआ +4127,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_020.wav,और दीवट की डण्डी में बादाम के फूल के समान अपनीअपनी गाँठ और फूल समेत चार पुष्पकोष बने +4128,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_021.wav,और दीवट से निकली हुई छहों डालियों में से दोदो डालियों के नीचे एकएक गाँठ दीवट के साथ एक ही टुकड़े की बनी +4129,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_022.wav,गाँठें और डालियाँ सब दीवट के साथ एक ही टुकड़े की बनीं सारा दीवट गढ़े हुए शुद्ध सोने का और एक ही टुकड़े का बना +4130,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_023.wav,और उसने दीवट के सातों दीपक और गुलतराश और गुलदान शुद्ध सोने के बनाए +4131,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_024.wav,उसने सारे सामान समेत दीवट को किक्कार भर सोने का बनाया +4132,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_025.wav,फिर उसने बबूल की लकड़ी की धूपवेदी भी बनाई उसकी लम्बाई एक हाथ और चौड़ाई एक हाथ की थी वह चौकोर बनी और उसकी ऊँचाई दो हाथ की थी और उसके सींग उसके साथ बिना जोड़ के बने थे +4133,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_026.wav,ऊपरवाले पल्लों और चारों ओर के बाजुओं और सींगों समेत उसने उस वेदी को शुद्ध सोने से मढ़ा और उसके चारों ओर सोने की एक बाड़ बनाई +4134,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_027.wav,और उस बाड़ के नीचे उसके दोनों पल्लों पर उसने सोने के दो कड़े बनाए जो उसके उठाने के डण्डों के खानों का काम दें +4135,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_028.wav,और डण्डों को उसने बबूल की लकड़ी का बनाया और सोने से मढ़ा +4136,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_037_029.wav,और उसने अभिषेक का पवित्र तेल और सुगन्धद्रव्य का धूप गंधी की रीति के अनुसार बनाया +4137,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_001.wav,फिर उसने बबूल की लकड़ी की होमबलि के लिये वेदी भी बनाई उसकी लम्बाई पाँ�� हाथ और चौड़ाई पाँच हाथ की थी इस प्रकार से वह चौकोर बनी और ऊँचाई तीन हाथ की थी +4138,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_002.wav,और उसने उसके चारों कोनों पर उसके चार सींग बनाए वे उसके साथ बिना जोड़ के बने और उसने उसको पीतल से मढ़ा +4139,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_003.wav,और उसने वेदी का सारा सामान अर्थात् उसकी हाँड़ियों फावड़ियों कटोरों काँटों और करछों को बनाया उसका सारा सामान उसने पीतल का बनाया +4140,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_004.wav,और वेदी के लिये उसके चारों ओर की कँगनी के तले उसने पीतल की जाली की एक झंझरी बनाई वह नीचे से वेदी की ऊँचाई के मध्य तक पहुँची +4141,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_005.wav,और उसने पीतल की झंझरी के चारों कोनों के लिये चार कड़े ढाले जो डण्डों के खानों का काम दें +4142,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_006.wav,फिर उसने डण्डों को बबूल की लकड़ी का बनाया और पीतल से मढ़ा +4143,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_007.wav,तब उसने डण्डों को वेदी की ओर के कड़ों में वेदी के उठाने के लिये डाल दिया वेदी को उसने तख्तों से खोखली बनाया +4144,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_008.wav,उसने हौदी और उसका पाया दोनों पीतल के बनाए यह मिलापवाले तम्बू के द्वार पर सेवा करनेवाली महिलाओं के पीतल के दर्पणों के लिये बनाए गए +4145,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_009.wav,फिर उसने आँगन बनाया और दक्षिण की ओर के लिये आँगन के पर्दे बटी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े के थे और सब मिलाकर सौ हाथ लम्बे थे +4146,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_010.wav,उनके लिये बीस खम्भे और इनकी पीतल की बीस कुर्सियाँ बनीं और खम्भों की घुंडियाँ और जोड़ने की छड़ें चाँदी की बनीं +4147,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_011.wav,और उत्तर की ओर के लिये भी सौ हाथ लम्बे पर्दे बने और उनके लिये बीस खम्भे और इनकी पीतल की बीस ही कुर्सियाँ बनीं और खम्भों की घुंडियाँ और जोड़ने की छड़ें चाँदी की बनीं +4148,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_012.wav,और पश्चिम की ओर के लिये सब पर्दे मिलाकर पचास हाथ के थे उनके लिए दस खम्भे और दस ही उनकी कुर्सियाँ थीं और खम्भों की घुंडियाँ और जोड़ने की छड़ें चाँदी की थीं +4149,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_013.wav,और पूरब की ओर भी वह पचास हाथ के थे +4150,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_014.wav,आँगन के द्वार के एक ओर के लिये पन्द्रह हाथ के पर्दे बने और उनके लिये तीन खम्भे और तीन कुर्सियाँ थीं +4151,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_015.wav,और आँगन के द्वार के दूसरी ओर भी वैसा ही बना था और आँगन के दरवाजे के इधर और उधर पन्द्रहपन्द्रह हाथ के पर्दे बने थे और उनके लिये तीन ही तीन खम्भे और तीन ही तीन इनकी कुर्सियाँ भी थीं +4152,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_016.wav,आँगन की चारों ओर सब पर्दे सूक्ष्म बटी हुई सनी के कपड़े के बने हुए थे +4153,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_017.wav,और खम्भों की कुर्सियाँ पीतल की और घुंडियाँ और छड़ें चाँदी की बनीं और उनके सिरे चाँदी से मढ़े गए और आँगन के सब खम्भे चाँदी के छड़ों से जोड़े गए थे +4154,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_018.wav,आँगन के द्वार के पर्दे पर बेलबूटे का काम किया हुआ था और वह नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े का और सूक्ष्म बटी हुई सनी के कपड़े के बने थे और उसकी लम्बाई बीस हाथ की थी और उसकी ऊँचाई आँगन की कनात की चौड़ाई के सामान पाँच हाथ की बनी +4155,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_019.wav,और उनके लिये चार खम्भे और खम्भों की चार ही कुर्सियाँ पीतल की बनीं उनकी घुंडियाँ चाँदी की बनीं और उनके सिरे चाँदी से मढ़े गए और उनकी छड़ें चाँदी की बनीं +4156,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_020.wav,और निवास और आँगन के चारों ओर के सब खूँटे पीतल के बने थे +4157,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_021.wav,साक्षीपत्र के निवास का सामान जो लेवियों के सेवाकार्य के लिये बना और जिसकी गिनती हारून याजक के पुत्र ईतामार के द्वारा मूसा के कहने से हुई थी उसका वर्णन यह है +4158,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_022.wav,जिसजिस वस्तु के बनाने की आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी उसको यहूदा के गोत्रवाले बसलेल ने जो हूर का पोता और ऊरी का पुत्र था बना दिया +4159,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_023.wav,और उसके संग दान के गोत्रवाले अहीसामाक का पुत्र ओहोलीआब था जो नक्काशी करने और काढ़नेवाला और नीले बैंगनी और लाल रंग के और सूक्ष्म सनी के कपड़े में कढ़ाई करनेवाला निपुण कारीगर था +4160,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_024.wav,पवित्रस्थान के सारे काम में जो भेंट का सोना लगा वह पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से उनतीस किक्कार और सात सौ तीस शेकेल था +4161,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_025.wav,और मण्डली के गिने हुए लोगों की भेंट की चाँदी पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से सौ किक्कार और सत्रह सौ पचहत्तर शेकेल थी +4162,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_026.wav,अर्थात् जितने बीस वर्ष के और उससे अधिक आयु के गिने गए थे वे छः लाख तीन हजार साढ़े पाँच सौ पुरुष थे और एकएक जन की ओर से पवित्रस्थान के शेकेल के अनुसार आधा शेकेल जो एक बेका होता है मिला +4163,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_027.wav,और वह सौ किक्कार चाँदी पवित्रस्थान और बीचवाले पर्दे दोनों की कुर्सियों के ढालने में लग गई सौ किक्कार से सौ कुर्सियाँ बनीं एकएक कुर्सी एक किक्कार की बनी +4164,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_028.wav,और सत्रह सौ पचहत्तर शेकेल जो बच गए उनसे खम्भों की घुंडियाँ बनाई गईं और खम्भों की चोटियाँ मढ़ी गईं और उनकी छड़ें भी बनाई गईं +4165,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_029.wav,और ��ेंट का पीतल सत्तर किक्कार और दो हजार चार सौ शेकेल था +4166,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_030.wav,इससे मिलापवाले तम्बू के द्वार की कुर्सियाँ और पीतल की वेदी पीतल की झंझरी और वेदी का सारा सामान +4167,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_038_031.wav,और आँगन के चारों ओर की कुर्सियाँ और उसके द्वार की कुर्सियाँ और निवास और आँगन के चारों ओर के खूँटे भी बनाए गए +4168,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_001.wav,फिर उन्होंने नीले बैंगनी और लाल रंग के काढ़े हुए कपड़े पवित्रस्थान की सेवा के लिये और हारून के लिये भी पवित्र वस्त्र बनाए जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +4169,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_002.wav,और उसने एपोद को सोने और नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े का और सूक्ष्म बटी हुई सनी के कपड़े का बनाया +4170,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_003.wav,और उन्होंने सोना पीटपीट कर उसके पत्तर बनाए फिर पत्तरों को काटकाटकर तार बनाए और तारों को नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े में और सूक्ष्म सनी के कपड़े में कढ़ाई की बनावट से मिला दिया +4171,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_004.wav,एपोद के जोड़ने को उन्होंने उसके कंधों पर के बन्धन बनाए वह अपने दोनों सिरों से जोड़ा गया +4172,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_005.wav,और उसे कसने के लिये जो काढ़ा हुआ पटुका उस पर बना वह उसके साथ बिना जोड़ का और उसी की बनावट के अनुसार अर्थात् सोने और नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े का और सूक्ष्म बटी हुई सनी के कपड़े का बना जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +4173,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_006.wav,उन्होंने सुलैमानी मणि काटकर उनमें इस्राएल के पुत्रों के नाम जैसा छापा खोदा जाता है वैसे ही खोदे और सोने के खानों में जड़ दिए +4174,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_007.wav,उसने उनको एपोद के कंधे के बन्धनों पर लगाया जिससे इस्राएलियों के लिये स्मरण करानेवाले मणि ठहरें जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +4175,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_008.wav,उसने चपरास को एपोद के समान सोने की और नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े की और सूक्ष्म बटी हुई सनी के कपड़े में बेलबूटे का काम किया हुआ बनाया +4176,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_009.wav,चपरास तो चौकोर बनी और उन्होंने उसको दोहरा बनाया और वह दोहरा होकर एक बित्ता लम्बा और एक बित्ता चौड़ा बना +4177,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_010.wav,और उन्होंने उसमें चार पंक्तियों में मणि जड़े पहली पंक्ति में माणिक्य पद्मराग और लालड़ी जड़े गए +4178,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_011.wav,और दूसरी पंक्ति में मरकत नीलमणि और हीरा +4179,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_012.wav,और तीसरी पंक्ति में लशम सूर्यकांत और नीलम +4180,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_013.wav,और चौथी पंक्ति में फीरो���ा सुलैमानी मणि और यशब जड़े ये सब अलगअलग सोने के खानों में जड़े गए +4181,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_014.wav,और ये मणि इस्राएल के पुत्रों के नामों की गिनती के अनुसार बारह थे बारहों गोत्रों में से एकएक का नाम जैसा छापा खोदा जाता है वैसा ही खोदा गया +4182,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_015.wav,और उन्होंने चपरास पर डोरियों के समान गूँथे हुए शुद्ध सोने की जंजीर बनाकर लगाई +4183,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_016.wav,फिर उन्होंने सोने के दो खाने और सोने की दो कड़ियाँ बनाकर दोनों कड़ियों को चपरास के दोनों सिरों पर लगाया +4184,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_017.wav,तब उन्होंने सोने की दोनों गूँथी हुई जंजीरों को चपरास के सिरों पर की दोनों कड़ियों में लगाया +4185,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_018.wav,और गूँथी हुई दोनों जंजीरों के दोनों बाकी सिरों को उन्होंने दोनों खानों में जड़ के एपोद के सामने दोनों कंधों के बन्धनों पर लगाया +4186,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_019.wav,और उन्होंने सोने की और दो कड़ियाँ बनाकर चपरास के दोनों सिरों पर उसकी उस कोर पर जो एपोद के भीतरी भाग में थी लगाई +4187,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_020.wav,और उन्होंने सोने की दो और कड़ियाँ भी बनाकर एपोद के दोनों कंधों के बन्धनों पर नीचे से उसके सामने और जोड़ के पास एपोद के काढ़े हुए पटुके के ऊपर लगाई +4188,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_021.wav,तब उन्होंने चपरास को उसकी कड़ियों के द्वारा एपोद की कड़ियों में नीले फीते से ऐसा बाँधा कि वह एपोद के काढ़े हुए पटुके के ऊपर रहे और चपरास एपोद से अलग न होने पाए जैसे यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +4189,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_022.wav,फिर एपोद का बागा सम्पूर्ण नीले रंग का बनाया गया +4190,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_023.wav,और उसकी बनावट ऐसी हुई कि उसके बीच बख्तर के छेद के समान एक छेद बना और छेद के चारों ओर एक कोर बनी कि वह फटने न पाए +4191,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_024.wav,और उन्होंने उसके नीचेवाले घेरे में नीले बैंगनी और लाल रंग के कपड़े के अनार बनाए +4192,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_025.wav,और उन्होंने शुद्ध सोने की घंटियाँ भी बनाकर बागे के नीचेवाले घेरे के चारों ओर अनारों के बीचों बीच लगाई +4193,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_026.wav,अर्थात् बागे के नीचेवाले घेरे के चारों ओर एक सोने की घंटी और एक अनार फिर एक सोने की घंटी और एक अनार लगाया गया कि उन्हें पहने हुए सेवा टहल करें जैसे यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +4194,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_027.wav,फिर उन्होंने हारून और उसके पुत्रों के लिये बुनी हुई सूक्ष्म सनी के कपड़े के अंगरखे +4195,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_028.wav,और सूक्ष्म सनी के कपड़े की पगड़ी और सूक्ष्म सनी के कपड़े की सुन���दर टोपियाँ और सूक्ष्म बटी हुई सनी के कपड़े की जाँघिया +4196,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_029.wav,और सूक्ष्म बटी हुई सनी के कपड़े की और नीले बैंगनी और लाल रंग की कढ़ाई का काम की हुई पगड़ी इन सभी को जिस तरह यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी वैसा ही बनाया +4197,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_030.wav,फिर उन्होंने पवित्र मुकुट की पटरी शुद्ध सोने की बनाई और जैसे छापे में वैसे ही उसमें ये अक्षर खोदे गए अर्थात् यहोवा के लिये पवित्र +4198,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_031.wav,और उन्होंने उसमें नीला फीता लगाया जिससे वह ऊपर पगड़ी पर रहे जिस तरह यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +4199,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_032.wav,इस प्रकार मिलापवाले तम्बू के निवास का सब काम समाप्त हुआ और जिसजिस काम की आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी इस्राएलियों ने उसी के अनुसार किया +4200,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_033.wav,तब वे निवास को मूसा के पास ले आए अर्थात् घुंडियाँ तख्ते बेंड़े खम्भे कुर्सियाँ आदि सारे सामान समेत तम्बू +4201,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_034.wav,और लाल रंग से रंगी हुई मेढ़ों की खालों का ओढ़ना और सुइसों की खालों का ओढ़ना और बीच का परदा +4202,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_035.wav,डण्डों सहित साक्षीपत्र का सन्दूक और प्रायश्चित का ढकना +4203,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_036.wav,सारे सामान समेत मेज और भेंट की रोटी +4204,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_037.wav,सारे सामान सहित दीवट और उसकी सजावट के दीपक और उजियाला देने के लिये तेल +4205,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_038.wav,सोने की वेदी और अभिषेक का तेल और सुगन्धित धूप और तम्बू के द्वार का परदा +4206,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_039.wav,पीतल की झंझरी डण्डों और सारे सामान समेत पीतल की वेदी और पाए समेत हौदी +4207,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_040.wav,खम्भों और कुर्सियों समेत आँगन के पर्दे और आँगन के द्वार का परदा और डोरियाँ और खूँटे और मिलापवाले तम्बू के निवास की सेवा का सारा सामान +4208,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_041.wav,पवित्रस्थान में सेवा टहल करने के लिये बेल बूटा काढ़े हुए वस्त्र और हारून याजक के पवित्र वस्त्र और उसके पुत्रों के वस्त्र जिन्हें पहनकर उन्हें याजक का काम करना था +4209,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_042.wav,अर्थात् जोजो आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी उन्हीं के अनुसार इस्राएलियों ने सब काम किया +4210,data/cleaned/hindi/EXO/EXO_039_043.wav,तब मूसा ने सारे काम का निरीक्षण करके देखा कि उन्होंने यहोवा की आज्ञा के अनुसार सब कुछ किया है और मूसा ने उनको आशीर्वाद दिया +4211,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_001.wav,आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की +4212,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_002.wav,पृथ्वी बेडौल और सुनसान पड़ी थी और गहरे जल के ऊपर अंधियारा था तथा परमेश्वर का आत्मा जल के ऊपर मण्डराता था +4213,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_003.wav,तब परमेश्वर ने कहा उजियाला हो तो उजियाला हो गया +4214,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_004.wav,और परमेश्वर ने उजियाले को देखा कि अच्छा है और परमेश्वर ने उजियाले को अंधियारे से अलग किया +4215,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_005.wav,और परमेश्वर ने उजियाले को दिन और अंधियारे को रात कहा तथा साँझ हुई फिर भोर हुआ इस प्रकार पहला दिन हो गया +4216,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_006.wav,फिर परमेश्वर ने कहा जल के बीच एक ऐसा अन्तर हो कि जल दो भाग हो जाए +4217,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_007.wav,तब परमेश्वर ने एक अन्तर करके उसके नीचे के जल और उसके ऊपर के जल को अलगअलग किया और वैसा ही हो गया +4218,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_008.wav,और परमेश्वर ने उस अन्तर को आकाश कहा तथा साँझ हुई फिर भोर हुआ इस प्रकार दूसरा दिन हो गया +4219,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_009.wav,फिर परमेश्वर ने कहा आकाश के नीचे का जल एक स्थान में इकट्ठा हो जाए और सूखी भूमि दिखाई दे और वैसा ही हो गया +4220,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_010.wav,और परमेश्वर ने सूखी भूमि को पृथ्वी कहा तथा जो जल इकट्ठा हुआ उसको उसने समुद्र कहा और परमेश्वर ने देखा कि अच्छा है +4221,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_011.wav,फिर परमेश्वर ने कहा पृथ्वी से हरी घास तथा बीजवाले छोटेछोटे पेड़ और फलदाई वृक्ष भी जिनके बीज उन्हीं में एकएक की जाति के अनुसार होते हैं पृथ्वी पर उगें और वैसा ही हो गया +4222,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_012.wav,इस प्रकार पृथ्वी से हरी घास और छोटेछोटे पेड़ जिनमें अपनीअपनी जाति के अनुसार बीज होता है और फलदाई वृक्ष जिनके बीज एकएक की जाति के अनुसार उन्हीं में होते हैं उगें और परमेश्वर ने देखा कि अच्छा है +4223,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_013.wav,तथा साँझ हुई फिर भोर हुआ इस प्रकार तीसरा दिन हो गया +4224,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_014.wav,फिर परमेश्वर ने कहा दिन को रात से अलग करने के लिये आकाश के अन्तर में ज्योतियाँ हों और वे चिन्हों और नियत समयों और दिनों और वर्षों के कारण हों +4225,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_015.wav,और वे ज्योतियाँ आकाश के अन्तर में पृथ्वी पर प्रकाश देनेवाली भी ठहरें और वैसा ही हो गया +4226,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_016.wav,तब परमेश्वर ने दो बड़ी ज्योतियाँ बनाईं उनमें से बड़ी ज्योति को दिन पर प्रभुता करने के लिये और छोटी ज्योति को रात पर प्रभुता करने के लिये बनाया और तारागण को भी बनाया +4227,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_017.wav,परमेश्वर ने उनको आकाश के अन्तर में इसलिए रखा कि वे पृथ्वी पर प्रकाश दें +4228,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_018.wav,तथा दिन और रात पर प्रभुता करें और उजियाले को अंधियारे से अलग करें और परमेश्वर ने देखा कि अच्छा है +4229,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_019.wav,तथा साँझ हुई फिर भोर हुआ इस प्रकार चौथा दिन हो गया +4230,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_020.wav,फिर परमेश्वर ने कहा जल जीवित प्राणियों से बहुत ही भर जाए और पक्षी पृथ्वी के ऊपर आकाश के अन्तर में उड़ें +4231,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_021.wav,इसलिए परमेश्वर ने जातिजाति के बड़ेबड़े जलजन्तुओं की और उन सब जीवित प्राणियों की भी सृष्टि की जो चलते फिरते हैं जिनसे जल बहुत ही भर गया और एकएक जाति के उड़नेवाले पक्षियों की भी सृष्टि की और परमेश्वर ने देखा कि अच्छा है +4232,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_022.wav,परमेश्वर ने यह कहकर उनको आशीष दी फूलोफलो और समुद्र के जल में भर जाओ और पक्षी पृथ्वी पर बढ़ें +4233,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_023.wav,तथा साँझ हुई फिर भोर हुआ इस प्रकार पाँचवाँ दिन हो गया +4234,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_024.wav,फिर परमेश्वर ने कहा पृथ्वी से एकएक जाति के जीवित प्राणी अर्थात् घरेलू पशु और रेंगनेवाले जन्तु और पृथ्वी के वन पशु जातिजाति के अनुसार उत्पन्न हों और वैसा ही हो गया +4235,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_025.wav,इस प्रकार परमेश्वर ने पृथ्वी के जातिजाति के वनपशुओं को और जातिजाति के घरेलू पशुओं को और जातिजाति के भूमि पर सब रेंगनेवाले जन्तुओं को बनाया और परमेश्वर ने देखा कि अच्छा है +4236,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_026.wav,फिर परमेश्वर ने कहा हम मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार अपनी समानता में बनाएँ और वे समुद्र की मछलियों और आकाश के पक्षियों और घरेलू पशुओं और सारी पृथ्वी पर और सब रेंगनेवाले जन्तुओं पर जो पृथ्वी पर रेंगते हैं अधिकार रखें +4237,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_027.wav,तब परमेश्वर ने अपने स्वरूप में मनुष्य को रचा अपने ही स्वरूप में परमेश्वर ने मनुष्य की रचना की नर और नारी के रूप में उसने मनुष्यों की सृष्टि की +4238,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_028.wav,और परमेश्वर ने उनको आशीष दी और उनसे कहा फूलोफलो और पृथ्वी में भर जाओ और उसको अपने वश में कर लो और समुद्र की मछलियों तथा आकाश के पक्षियों और पृथ्वी पर रेंगनेवाले सब जन्तुओं पर अधिकार रखो +4239,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_029.wav,फिर परमेश्वर ने उनसे कहा सुनो जितने बीजवाले छोटेछोटे पेड़ सारी पृथ्वी के ऊपर हैं और जितने वृक्षों में बीजवाले फल होते हैं वे सब मैंने तुम को दिए हैं वे तुम्हारे भोजन के लिये हैं +4240,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_030.wav,और जितने पृथ्वी के पशु और आकाश के पक्षी और पृथ्वी पर रेंगनेवाले जन्तु हैं जिनमें जीवन का प्राण हैं उन सब के खाने के लिये मैंने सब हरेहरे छोटे पेड़ दिए हैं और वैसा ही हो ��या +4241,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_001_031.wav,तब परमेश्वर ने जो कुछ बनाया था सब को देखा तो क्या देखा कि वह बहुत ही अच्छा है तथा साँझ हुई फिर भोर हुआ इस प्रकार छठवाँ दिन हो गया +4242,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_001.wav,इस तरह आकाश और पृथ्वी और उनकी सारी सेना का बनाना समाप्त हो गया +4243,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_002.wav,और परमेश्वर ने अपना काम जिसे वह करता था सातवें दिन समाप्त किया और उसने अपने किए हुए सारे काम से सातवें दिन विश्राम किया +4244,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_003.wav,और परमेश्वर ने सातवें दिन को आशीष दी और पवित्र ठहराया क्योंकि उसमें उसने सृष्टि की रचना के अपने सारे काम से विश्राम लिया +4245,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_004.wav,आकाश और पृथ्वी की उत्पत्ति का वृत्तान्त यह है कि जब वे उत्पन्न हुए अर्थात् जिस दिन यहोवा परमेश्वर ने पृथ्वी और आकाश को बनाया +4246,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_005.wav,तब मैदान का कोई पौधा भूमि पर न था और न मैदान का कोई छोटा पेड़ उगा था क्योंकि यहोवा परमेश्वर ने पृथ्वी पर जल नहीं बरसाया था और भूमि पर खेती करने के लिये मनुष्य भी नहीं था +4247,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_006.wav,लेकिन कुहरा पृथ्वी से उठता था जिससे सारी भूमि सिंच जाती थी +4248,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_007.wav,तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा और उसके नथनों में जीवन का श्वास फूँक दिया और आदम जीवित प्राणी बन गया +4249,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_008.wav,और यहोवा परमेश्वर ने पूर्व की ओर अदन में एक वाटिका लगाई और वहाँ आदम को जिसे उसने रचा था रख दिया +4250,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_009.wav,और यहोवा परमेश्वर ने भूमि से सब भाँति के वृक्ष जो देखने में मनोहर और जिनके फल खाने में अच्छे हैं उगाए और वाटिका के बीच में जीवन के वृक्ष को और भले या बुरे के ज्ञान के वृक्ष को भी लगाया +4251,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_010.wav,उस वाटिका को सींचने के लिये एक महानदी अदन से निकली और वहाँ से आगे बहकर चार नदियों में बँट गई +4252,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_011.wav,पहली नदी का नाम पीशोन है यह वही है जो हवीला नाम के सारे देश को जहाँ सोना मिलता है घेरे हुए है +4253,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_012.wav,उस देश का सोना उत्तम होता है वहाँ मोती और सुलैमानी पत्थर भी मिलते हैं +4254,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_013.wav,और दूसरी नदी का नाम गीहोन है यह वही है जो कूश के सारे देश को घेरे हुए है +4255,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_014.wav,और तीसरी नदी का नाम हिद्देकेल है यह वही है जो अश्शूर के पूर्व की ओर बहती है और चौथी नदी का नाम फरात है +4256,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_015.wav,तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को लेकर अदन की वाटिका में रख दिया कि वह उसमें काम करे और उसकी रखवाली करे +4257,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_016.wav,और यहोवा परमेश्वर ने आदम को यह आज्ञा दी तू वाटिका के किसी भी वृक्षों का फल खा सकता है +4258,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_017.wav,पर भले या बुरे के ज्ञान का जो वृक्ष है उसका फल तू कभी न खाना क्योंकि जिस दिन तू उसका फल खाएगा उसी दिन अवश्य मर जाएगा +4259,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_018.wav,फिर यहोवा परमेश्वर ने कहा आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं मैं उसके लिये एक ऐसा सहायक बनाऊँगा जो उसके लिये उपयुक्त होगा +4260,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_019.wav,और यहोवा परमेश्वर भूमि में से सब जाति के जंगली पशुओं और आकाश के सब भाँति के पक्षियों को रचकर आदम के पास ले आया कि देखे कि वह उनका क्याक्या नाम रखता है और जिसजिस जीवित प्राणी का जोजो नाम आदम ने रखा वही उसका नाम हो गया +4261,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_020.wav,अतः आदम ने सब जाति के घरेलू पशुओं और आकाश के पक्षियों और सब जाति के जंगली पशुओं के नाम रखे परन्तु आदम के लिये कोई ऐसा सहायक न मिला जो उससे मेल खा सके +4262,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_021.wav,तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को गहरी नींद में डाल दिया और जब वह सो गया तब उसने उसकी एक पसली निकालकर उसकी जगह माँस भर दिया +4263,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_022.wav,और यहोवा परमेश्वर ने उस पसली को जो उसने आदम में से निकाली थी स्त्री बना दिया और उसको आदम के पास ले आया +4264,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_023.wav,तब आदम ने कहा अब यह मेरी हड्डियों में की हड्डी और मेरे माँस में का माँस है इसलिए इसका नाम नारी होगा क्योंकि यह नर में से निकाली गई है +4265,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_024.wav,इस कारण पुरुष अपने मातापिता को छोड़कर अपनी पत्नी से मिला रहेगा और वे एक ही तन बने रहेंगे +4266,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_002_025.wav,आदम और उसकी पत्नी दोनों नंगे थे पर वे लज्जित न थे +4267,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_001.wav,यहोवा परमेश्वर ने जितने जंगली पशु बनाए थे उन सब में सर्प धूर्त था और उसने स्त्री से कहा क्या सच है कि परमेश्वर ने कहा तुम इस वाटिका के किसी वृक्ष का फल न खाना +4268,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_002.wav,स्त्री ने सर्प से कहा इस वाटिका के वृक्षों के फल हम खा सकते हैं +4269,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_003.wav,पर जो वृक्ष वाटिका के बीच में है उसके फल के विषय में परमेश्वर ने कहा है कि न तो तुम उसको खाना और न ही उसको छूना नहीं तो मर जाओगे +4270,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_004.wav,तब सर्प ने स्त्री से कहा तुम निश्चय न मरोगे +4271,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_005.wav,वरन् परमेश्वर आप जानता है कि जिस दिन तुम उसका फल खाओगे उसी दिन तुम्हारी आँखें खुल जाएँगी और तुम भले बुरे का ज्ञान पाकर परमेश्वर के तुल्य हो जाओगे +4272,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_006.wav,अतः जब स्त्री ने देखा कि उस वृक्ष का फल खाने में अच्छा और देखने में मनभाऊ और बुद्धि देने के लिये चाहने योग्य भी है तब उसने उसमें से तोड़कर खाया और अपने पति को भी दिया जो उसके साथ था और उसने भी खाया +4273,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_007.wav,तब उन दोनों की आँखें खुल गईं और उनको मालूम हुआ कि वे नंगे हैं इसलिए उन्होंने अंजीर के पत्ते जोड़जोड़कर लंगोट बना लिये +4274,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_008.wav,तब यहोवा परमेश्वर जो दिन के ठंडे समय वाटिका में फिरता था उसका शब्द उनको सुनाई दिया तब आदम और उसकी पत्नी वाटिका के वृक्षों के बीच यहोवा परमेश्वर से छिप गए +4275,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_009.wav,तब यहोवा परमेश्वर ने पुकारकर आदम से पूछा तू कहाँ है +4276,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_010.wav,उसने कहा मैं तेरा शब्द वाटिका में सुनकर डर गया क्योंकि मैं नंगा था इसलिए छिप गया +4277,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_011.wav,यहोवा परमेश्वर ने कहा किसने तुझे बताया कि तू नंगा है जिस वृक्ष का फल खाने को मैंने तुझे मना किया था क्या तूने उसका फल खाया है +4278,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_012.wav,आदम ने कहा जिस स्त्री को तूने मेरे संग रहने को दिया है उसी ने उस वृक्ष का फल मुझे दिया और मैंने खाया +4279,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_013.wav,तब यहोवा परमेश्वर ने स्त्री से कहा तूने यह क्या किया है स्त्री ने कहा सर्प ने मुझे बहका दिया तब मैंने खाया +4280,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_014.wav,तब यहोवा परमेश्वर ने सर्प से कहा तूने जो यह किया है इसलिए तू सब घरेलू पशुओं और सब जंगली पशुओं से अधिक श्रापित है तू पेट के बल चला करेगा और जीवन भर मिट्टी चाटता रहेगा +4281,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_015.wav,और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच में और तेरे वंश और इसके वंश के बीच में बैर उत्पन्न करूँगा वह तेरे सिर को कुचल डालेगा और तू उसकी एड़ी को डसेगा +4282,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_016.wav,फिर स्त्री से उसने कहा मैं तेरी पीड़ा और तेरे गर्भवती होने के दुःख को बहुत बढ़ाऊँगा तू पीड़ित होकर बच्चे उत्पन्न करेगी और तेरी लालसा तेरे पति की ओर होगी और वह तुझ पर प्रभुता करेगा +4283,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_017.wav,और आदम से उसने कहा तूने जो अपनी पत्नी की बात सुनी और जिस वृक्ष के फल के विषय मैंने तुझे आज्ञा दी थी कि तू उसे न खाना उसको तूने खाया है इसलिए भूमि तेरे कारण श्रापित है तू उसकी उपज जीवन भर दुःख के साथ खाया करेगा +4284,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_018.wav,और वह तेरे लिये काँटे और ऊँटकटारे उगाएगी और तू खेत की उपज खाएगा +4285,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_019.wav,और अपने माथे के पसीने की रोटी खाया करेगा और अन्त में मिट्टी में मिल जाएगा ��्योंकि तू उसी में से निकाला गया है तू मिट्टी तो है और मिट्टी ही में फिर मिल जाएगा +4286,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_020.wav,आदम ने अपनी पत्नी का नाम हव्वा रखा क्योंकि जितने मनुष्य जीवित हैं उन सब की मूलमाता वही हुई +4287,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_021.wav,और यहोवा परमेश्वर ने आदम और उसकी पत्नी के लिये चमड़े के वस्त्र बनाकर उनको पहना दिए +4288,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_022.wav,फिर यहोवा परमेश्वर ने कहा मनुष्य भले बुरे का ज्ञान पाकर हम में से एक के समान हो गया है इसलिए अब ऐसा न हो कि वह हाथ बढ़ाकर जीवन के वृक्ष का फल भी तोड़कर खा ले और सदा जीवित रहे +4289,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_023.wav,इसलिए यहोवा परमेश्वर ने उसको अदन की वाटिका में से निकाल दिया कि वह उस भूमि पर खेती करे जिसमें से वह बनाया गया था +4290,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_003_024.wav,इसलिए आदम को उसने निकाल दिया और जीवन के वृक्ष के मार्ग का पहरा देने के लिये अदन की वाटिका के पूर्व की ओर करूबों को और चारों ओर घूमनेवाली अग्निमय तलवार को भी नियुक्त कर दिया +4291,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_001.wav,जब आदम अपनी पत्नी हव्वा के पास गया तब उसने गर्भवती होकर कैन को जन्म दिया और कहा मैंने यहोवा की सहायता से एक पुत्र को जन्म दिया है +4292,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_002.wav,फिर वह उसके भाई हाबिल को भी जन्मी हाबिल तो भेड़बकरियों का चरवाहा बन गया परन्तु कैन भूमि की खेती करनेवाला किसान बना +4293,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_003.wav,कुछ दिनों के पश्चात् कैन यहोवा के पास भूमि की उपज में से कुछ भेंट ले आया +4294,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_004.wav,और हाबिल भी अपनी भेड़बकरियों के कई एक पहलौठे बच्चे भेंट चढ़ाने ले आया और उनकी चर्बी भेंट चढ़ाई तब यहोवा ने हाबिल और उसकी भेंट को तो ग्रहण किया +4295,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_005.wav,परन्तु कैन और उसकी भेंट को उसने ग्रहण न किया तब कैन अति क्रोधित हुआ और उसके मुँह पर उदासी छा गई +4296,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_006.wav,तब यहोवा ने कैन से कहा तू क्यों क्रोधित हुआ और तेरे मुँह पर उदासी क्यों छा गई है +4297,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_007.wav,यदि तू भला करे तो क्या तेरी भेंट ग्रहण न की जाएगी और यदि तू भला न करे तो पाप द्वार पर छिपा रहता है और उसकी लालसा तेरी ओर होगी और तुझे उस पर प्रभुता करनी है +4298,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_008.wav,तब कैन ने अपने भाई हाबिल से कुछ कहा और जब वे मैदान में थे तब कैन ने अपने भाई हाबिल पर चढ़कर उसकी हत्या कर दी +4299,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_009.wav,तब यहोवा ने कैन से पूछा तेरा भाई हाबिल कहाँ है उसने कहा मालूम नहीं क्या मैं अपने भाई का रखवाला हूँ +4300,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_010.wav,उसने कहा तूने क्या क��या है तेरे भाई का लहू भूमि में से मेरी ओर चिल्लाकर मेरी दुहाई दे रहा है +4301,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_011.wav,इसलिए अब भूमि जिसने तेरे भाई का लहू तेरे हाथ से पीने के लिये अपना मुँह खोला है उसकी ओर से तू श्रापित है +4302,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_012.wav,चाहे तू भूमि पर खेती करे तो भी उसकी पूरी उपज फिर तुझे न मिलेगी और तू पृथ्वी पर भटकने वाला और भगोड़ा होगा +4303,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_013.wav,तब कैन ने यहोवा से कहा मेरा दण्ड असहनीय है +4304,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_014.wav,देख तूने आज के दिन मुझे भूमि पर से निकाला है और मैं तेरी दृष्टि की आड़ में रहूँगा और पृथ्वी पर भटकने वाला और भगोड़ा रहूँगा और जो कोई मुझे पाएगा मेरी हत्या करेगा +4305,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_015.wav,इस कारण यहोवा ने उससे कहा जो कोई कैन की हत्या करेगा उससे सात गुणा बदला लिया जाएगा और यहोवा ने कैन के लिये एक चिन्ह ठहराया ऐसा न हो कि कोई उसे पाकर मार डाले +4306,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_016.wav,तब कैन यहोवा के सम्मुख से निकल गया और नोद नामक देश में जो अदन के पूर्व की ओर है रहने लगा +4307,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_017.wav,जब कैन अपनी पत्नी के पास गया तब वह गर्भवती हुई और हनोक को जन्म दिया फिर कैन ने एक नगर बसाया और उस नगर का नाम अपने पुत्र के नाम पर हनोक रखा +4308,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_018.wav,हनोक से ईराद उत्पन्न हुआ और ईराद से महूयाएल उत्पन्न हुआ और महूयाएल से मतूशाएल और मतूशाएल से लेमेक उत्पन्न हुआ +4309,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_019.wav,लेमेक ने दो स्त्रियाँ ब्याह लीं जिनमें से एक का नाम आदा और दूसरी का सिल्ला है +4310,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_020.wav,आदा ने याबाल को जन्म दिया वह उन लोगों का पिता था जो तम्बुओं में रहते थे और पशुओं का पालन करके जीवन निर्वाह करते थे +4311,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_021.wav,उसके भाई का नाम यूबाल था वह उन लोगों का पिता था जो वीणा और बाँसुरी बजाते थे +4312,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_022.wav,और सिल्ला ने भी तूबलकैन नामक एक पुत्र को जन्म दिया वह पीतल और लोहे के सब धारवाले हथियारों का गढ़नेवाला हुआ और तूबलकैन की बहन नामाह थी +4313,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_023.wav,लेमेक ने अपनी पत्नियों से कहा हे आदा और हे सिल्ला मेरी सुनो हे लेमेक की पत्नियों मेरी बात पर कान लगाओ मैंने एक पुरुष को जो मुझे चोट लगाता था अर्थात् एक जवान को जो मुझे घायल करता था घात किया है +4314,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_024.wav,जब कैन का बदला सात गुणा लिया जाएगा तो लेमेक का सतहत्तर गुणा लिया जाएगा +4315,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_025.wav,और आदम अपनी पत्नी के पास फिर गया और उसने एक पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम यह कहकर शेत रखा कि परमेश्वर ने मेरे लिये हाबिल के बदले जिसको कैन ने मारा था एक और वंश प्रदान किया +4316,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_004_026.wav,और शेत के भी एक पुत्र उत्पन्न हुआ और उसने उसका नाम एनोश रखा उसी समय से लोग यहोवा से प्रार्थना करने लगे +4317,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_001.wav,आदम की वंशावली यह है जब परमेश्वर ने मनुष्य की सृष्टि की तब अपने ही स्वरूप में उसको बनाया +4318,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_002.wav,उसने नर और नारी करके मनुष्यों की सृष्टि की और उन्हें आशीष दी और उनकी सृष्टि के दिन उनका नाम आदम रखा +4319,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_003.wav,जब आदम एक सौ तीस वर्ष का हुआ तब उसके द्वारा उसकी समानता में उस ही के स्वरूप के अनुसार एक पुत्र उत्पन्न हुआ उसने उसका नाम शेत रखा +4320,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_004.wav,और शेत के जन्म के पश्चात् आदम आठ सौ वर्ष जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4321,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_005.wav,इस प्रकार आदम की कुल आयु नौ सौ तीस वर्ष की हुई तत्पश्चात् वह मर गया +4322,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_006.wav,जब शेत एक सौ पाँच वर्ष का हुआ उससे एनोश उत्पन्न हुआ +4323,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_007.wav,एनोश के जन्म के पश्चात् शेत आठ सौ सात वर्ष जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4324,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_008.wav,इस प्रकार शेत की कुल आयु नौ सौ बारह वर्ष की हुई तत्पश्चात् वह मर गया +4325,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_009.wav,जब एनोश नब्बे वर्ष का हुआ तब उसने केनान को जन्म दिया +4326,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_010.wav,केनान के जन्म के पश्चात् एनोश आठ सौ पन्द्रह वर्ष जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4327,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_011.wav,इस प्रकार एनोश की कुल आयु नौ सौ पाँच वर्ष की हुई तत्पश्चात् वह मर गया +4328,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_012.wav,जब केनान सत्तर वर्ष का हुआ तब उसने महललेल को जन्म दिया +4329,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_013.wav,महललेल के जन्म के पश्चात् केनान आठ सौ चालीस वर्ष जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4330,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_014.wav,इस प्रकार केनान की कुल आयु नौ सौ दस वर्ष की हुई तत्पश्चात् वह मर गया +4331,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_015.wav,जब महललेल पैंसठ वर्ष का हुआ तब उसने येरेद को जन्म दिया +4332,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_016.wav,येरेद के जन्म के पश्चात् महललेल आठ सौ तीस वर्ष जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4333,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_017.wav,इस प्रकार महललेल की कुल आयु आठ सौ पंचानबे वर्ष की हुई तत्पश्चात् वह मर गया +4334,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_018.wav,जब येरेद एक सौ बासठ वर्ष का हुआ तब उसने हनोक को जन्म दिया +4335,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_019.wav,हनोक के जन्म के पश्चात् येरेद आठ सौ वर्ष जीवित र���ा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4336,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_020.wav,इस प्रकार येरेद की कुल आयु नौ सौ बासठ वर्ष की हुई तत्पश्चात् वह मर गया +4337,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_021.wav,जब हनोक पैंसठ वर्ष का हुआ तब उसने मतूशेलह को जन्म दिया +4338,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_022.wav,मतूशेलह के जन्म के पश्चात् हनोक तीन सौ वर्ष तक परमेश्वर के साथसाथ चलता रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4339,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_023.wav,इस प्रकार हनोक की कुल आयु तीन सौ पैंसठ वर्ष की हुई +4340,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_024.wav,हनोक परमेश्वर के साथसाथ चलता था फिर वह लोप हो गया क्योंकि परमेश्वर ने उसे उठा लिया +4341,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_025.wav,जब मतूशेलह एक सौ सत्तासी वर्ष का हुआ तब उसने लेमेक को जन्म दिया +4342,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_026.wav,लेमेक के जन्म के पश्चात् मतूशेलह सात सौ बयासी वर्ष जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4343,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_027.wav,इस प्रकार मतूशेलह की कुल आयु नौ सौ उनहत्तर वर्ष की हुई तत्पश्चात् वह मर गया +4344,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_028.wav,जब लेमेक एक सौ बयासी वर्ष का हुआ तब उससे एक पुत्र का जन्म हुआ +4345,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_029.wav,उसने यह कहकर उसका नाम नूह रखा कि यहोवा ने जो पृथ्वी को श्राप दिया है उसके विषय यह लड़का हमारे काम में और उस कठिन परिश्रम में जो हम करते हैं हमें शान्ति देगा +4346,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_030.wav,नूह के जन्म के पश्चात् लेमेक पाँच सौ पंचानबे वर्ष जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4347,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_031.wav,इस प्रकार लेमेक की कुल आयु सात सौ सतहत्तर वर्ष की हुई तत्पश्चात् वह मर गया +4348,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_005_032.wav,और नूह पाँच सौ वर्ष का हुआ और नूह से शेम और हाम और येपेत का जन्म हुआ +4349,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_001.wav,फिर जब मनुष्य भूमि के ऊपर बहुत बढ़ने लगे और उनके बेटियाँ उत्पन्न हुईं +4350,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_002.wav,तब परमेश्वर के पुत्रों ने मनुष्य की पुत्रियों को देखा कि वे सुन्दर हैं और उन्होंने जिसजिसको चाहा उनसे ब्याह कर लिया +4351,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_003.wav,तब यहोवा ने कहा मेरा आत्मा मनुष्य में सदा के लिए निवास न करेगा क्योंकि मनुष्य भी शरीर ही है उसकी आयु एक सौ बीस वर्ष की होगी +4352,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_004.wav,उन दिनों में पृथ्वी पर दानव रहते थे और इसके पश्चात् जब परमेश्वर के पुत्र मनुष्य की पुत्रियों के पास गए तब उनके द्वारा जो सन्तान उत्पन्न हुए वे पुत्र शूरवीर होते थे जिनकी कीर्ति प्राचीनकाल से प्रचलित है +4353,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_005.wav,यहोवा ने देखा कि मनुष्यों की बुराई पृथ्वी पर बढ़ गई है और उनके मन के विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है वह निरन्तर बुरा ही होता है +4354,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_006.wav,और यहोवा पृथ्वी पर मनुष्य को बनाने से पछताया और वह मन में अति खेदित हुआ +4355,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_007.wav,तब यहोवा ने कहा मैं मनुष्य को जिसकी मैंने सृष्टि की है पृथ्वी के ऊपर से मिटा दूँगा क्या मनुष्य क्या पशु क्या रेंगनेवाले जन्तु क्या आकाश के पक्षी सब को मिटा दूँगा क्योंकि मैं उनके बनाने से पछताता हूँ +4356,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_008.wav,परन्तु यहोवा के अनुग्रह की दृष्टि नूह पर बनी रही +4357,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_009.wav,नूह की वंशावली यह है नूह धर्मी पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था और नूह परमेश्वर ही के साथसाथ चलता रहा +4358,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_010.wav,और नूह से शेम और हाम और येपेत नामक तीन पुत्र उत्पन्न हुए +4359,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_011.wav,उस समय पृथ्वी परमेश्वर की दृष्टि में बिगड़ गई थी और उपद्रव से भर गई थी +4360,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_012.wav,और परमेश्वर ने पृथ्वी पर जो दृष्टि की तो क्या देखा कि वह बिगड़ी हुई है क्योंकि सब प्राणियों ने पृथ्वी पर अपनाअपना चालचलन बिगाड़ लिया था +4361,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_013.wav,तब परमेश्वर ने नूह से कहा सब प्राणियों के अन्त करने का प्रश्न मेरे सामने आ गया है क्योंकि उनके कारण पृथ्वी उपद्रव से भर गई है इसलिए मैं उनको पृथ्वी समेत नाश कर डालूँगा +4362,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_014.wav,इसलिए तू गोपेर वृक्ष की लकड़ी का एक जहाज बना ले उसमें कोठरियाँ बनाना और भीतरबाहर उस पर राल लगाना +4363,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_015.wav,इस ढंग से तू उसको बनाना जहाज की लम्बाई तीन सौ हाथ चौड़ाई पचास हाथ और ऊँचाई तीस हाथ की हो +4364,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_016.wav,जहाज में एक खिड़की बनाना और उसके एक हाथ ऊपर से उसकी छत बनाना और जहाज की एक ओर एक द्वार रखना और जहाज में पहला दूसरा तीसरा खण्ड बनाना +4365,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_017.wav,और सुन मैं आप पृथ्वी पर जलप्रलय करके सब प्राणियों को जिनमें जीवन का श्वास है आकाश के नीचे से नाश करने पर हूँ और सब जो पृथ्वी पर हैं मर जाएँगे +4366,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_018.wav,परन्तु तेरे संग मैं वाचा बाँधता हूँ इसलिए तू अपने पुत्रों स्त्री और बहुओं समेत जहाज में प्रवेश करना +4367,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_019.wav,और सब जीवित प्राणियों में से तू एकएक जाति के दोदो अर्थात् एक नर और एक मादा जहाज में ले जाकर अपने साथ जीवित रखना +4368,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_020.wav,एकएक जाति के पक्षी और एकएक जाति के पशु और एकएक जाति के भूमि पर रेंगनेवाले सब में से दोदो तेरे पास आएँगे कि तू उनको जीवित रखे +4369,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_021.wav,और भाँतिभाँति का भोजन पदार्थ जो खाया जाता है उनको तू लेकर अपने पास इकट्ठा कर रखना जो तेरे और उनके भोजन के लिये होगा +4370,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_006_022.wav,परमेश्वर की इस आज्ञा के अनुसार नूह ने किया +4371,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_001.wav,तब यहोवा ने नूह से कहा तू अपने सारे घराने समेत जहाज में जा क्योंकि मैंने इस समय के लोगों में से केवल तुझी को अपनी दृष्टि में धर्मी पाया है +4372,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_002.wav,सब जाति के शुद्ध पशुओं में से तो तू सातसात जोड़े अर्थात् नर और मादा लेना पर जो पशु शुद्ध नहीं हैं उनमें से दोदो लेना अर्थात् नर और मादा +4373,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_003.wav,और आकाश के पक्षियों में से भी सातसात जोड़े अर्थात् नर और मादा लेना कि उनका वंश बचकर सारी पृथ्वी के ऊपर बना रहे +4374,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_004.wav,क्योंकि अब सात दिन और बीतने पर मैं पृथ्वी पर चालीस दिन और चालीस रात तक जल बरसाता रहूँगा और जितने प्राणी मैंने बनाये हैं उन सब को भूमि के ऊपर से मिटा दूँगा +4375,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_005.wav,यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार नूह ने किया +4376,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_006.wav,नूह की आयु छः सौ वर्ष की थी जब जलप्रलय पृथ्वी पर आया +4377,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_007.wav,नूह अपने पुत्रों पत्नी और बहुओं समेत जलप्रलय से बचने के लिये जहाज में गया +4378,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_008.wav,शुद्ध और अशुद्ध दोनों प्रकार के पशुओं में से पक्षियों +4379,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_009.wav,और भूमि पर रेंगनेवालों में से भी दोदो अर्थात् नर और मादा जहाज में नूह के पास गए जिस प्रकार परमेश्वर ने नूह को आज्ञा दी थी +4380,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_010.wav,सात दिन के उपरान्त प्रलय का जल पृथ्वी पर आने लगा +4381,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_011.wav,जब नूह की आयु के छः सौवें वर्ष के दूसरे महीने का सत्रहवाँ दिन आया उसी दिन बड़े गहरे समुद्र के सब सोते फूट निकले और आकाश के झरोखे खुल गए +4382,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_012.wav,और वर्षा चालीस दिन और चालीस रात निरन्तर पृथ्वी पर होती रही +4383,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_013.wav,ठीक उसी दिन नूह अपने पुत्र शेम हाम और येपेत और अपनी पत्नी और तीनों बहुओं समेत +4384,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_014.wav,और उनके संग एकएक जाति के सब जंगली पशु और एकएक जाति के सब घरेलू पशु और एकएक जाति के सब पृथ्वी पर रेंगनेवाले और एकएक जाति के सब उड़नेवाले पक्षी जहाज में गए +4385,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_015.wav,जितने प्राणियों में जीवन का श्वास था उनकी सब जातियों में से दोदो नूह के पास जहाज में गए +4386,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_016.wav,और जो गए वह परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार सब जाति के प्राणिय���ं में से नर और मादा गए तब यहोवा ने जहाज का द्वार बन्द कर दिया +4387,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_017.wav,पृथ्वी पर चालीस दिन तक जलप्रलय होता रहा और पानी बहुत बढ़ता ही गया जिससे जहाज ऊपर को उठने लगा और वह पृथ्वी पर से ऊँचा उठ गया +4388,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_018.wav,जल बढ़तेबढ़ते पृथ्वी पर बहुत ही बढ़ गया और जहाज जल के ऊपरऊपर तैरता रहा +4389,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_019.wav,जल पृथ्वी पर अत्यन्त बढ़ गया यहाँ तक कि सारी धरती पर जितने बड़ेबड़े पहाड़ थे सब डूब गए +4390,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_020.wav,जल तो पन्द्रह हाथ ऊपर बढ़ गया और पहाड़ भी डूब गए +4391,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_021.wav,और क्या पक्षी क्या घरेलू पशु क्या जंगली पशु और पृथ्वी पर सब चलनेवाले प्राणी और जितने जन्तु पृथ्वी में बहुतायत से भर गए थे वे सब और सब मनुष्य मर गए +4392,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_022.wav,जोजो भूमि पर थे उनमें से जितनों के नथनों में जीवन का श्वास था सब मर मिटे +4393,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_023.wav,और क्या मनुष्य क्या पशु क्या रेंगनेवाले जन्तु क्या आकाश के पक्षी जोजो भूमि पर थे सब पृथ्वी पर से मिट गए केवल नूह और जितने उसके संग जहाज में थे वे ही बच गए +4394,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_007_024.wav,और जल पृथ्वी पर एक सौ पचास दिन तक प्रबल रहा +4395,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_001.wav,परमेश्वर ने नूह और जितने जंगली पशु और घरेलू पशु उसके संग जहाज में थे उन सभी की सुधि ली और परमेश्वर ने पृथ्वी पर पवन बहाई और जल घटने लगा +4396,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_002.wav,गहरे समुद्र के सोते और आकाश के झरोखे बंद हो गए और उससे जो वर्षा होती थी वह भी थम गई +4397,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_003.wav,और एक सौ पचास दिन के पश्चात् जल पृथ्वी पर से लगातार घटने लगा +4398,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_004.wav,सातवें महीने के सत्रहवें दिन को जहाज अरारात नामक पहाड़ पर टिक गया +4399,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_005.wav,और जल दसवें महीने तक घटता चला गया और दसवें महीने के पहले दिन को पहाड़ों की चोटियाँ दिखाई दीं +4400,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_006.wav,फिर ऐसा हुआ कि चालीस दिन के पश्चात् नूह ने अपने बनाए हुए जहाज की खिड़की को खोलकर +4401,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_007.wav,एक कौआ उड़ा दिया जब तक जल पृथ्वी पर से सूख न गया तब तक कौआ इधरउधर फिरता रहा +4402,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_008.wav,फिर उसने अपने पास से एक कबूतरी को भी उड़ा दिया कि देखे कि जल भूमि से घट गया कि नहीं +4403,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_009.wav,उस कबूतरी को अपने पैर टेकने के लिये कोई आधार न मिला तो वह उसके पास जहाज में लौट आई क्योंकि सारी पृथ्वी के ऊपर जल ही जल छाया था तब उसने हाथ बढ़ाकर उसे अपने पास जहाज में ले लिया +4404,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_010.wav,तब और सात दिन तक ठहरकर उस��े उसी कबूतरी को जहाज में से फिर उड़ा दिया +4405,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_011.wav,और कबूतरी साँझ के समय उसके पास आ गई तो क्या देखा कि उसकी चोंच में जैतून का एक नया पत्ता है इससे नूह ने जान लिया कि जल पृथ्वी पर घट गया है +4406,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_012.wav,फिर उसने सात दिन और ठहरकर उसी कबूतरी को उड़ा दिया और वह उसके पास फिर कभी लौटकर न आई +4407,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_013.wav,नूह की आयु के छः सौ एक वर्ष के पहले महीने के पहले दिन जल पृथ्वी पर से सूख गया तब नूह ने जहाज की छत खोलकर क्या देखा कि धरती सूख गई है +4408,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_014.wav,और दूसरे महीने के सताईसवें दिन को पृथ्वी पूरी रीति से सूख गई +4409,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_015.wav,तब परमेश्वर ने नूह से कहा +4410,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_016.wav,तू अपने पुत्रों पत्नी और बहुओं समेत जहाज में से निकल आ +4411,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_017.wav,क्या पक्षी क्या पशु क्या सब भाँति के रेंगनेवाले जन्तु जो पृथ्वी पर रेंगते हैं जितने शरीरधारी जीवजन्तु तेरे संग हैं उन सब को अपने साथ निकाल ले आ कि पृथ्वी पर उनसे बहुत बच्चे उत्पन्न हों और वे फूलेंफलें और पृथ्वी पर फैल जाएँ +4412,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_018.wav,तब नूह और उसके पुत्र और पत्नी और बहुएँ निकल आईं +4413,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_019.wav,और सब चौपाए रेंगनेवाले जन्तु और पक्षी और जितने जीवजन्तु पृथ्वी पर चलते फिरते हैं सब जातिजाति करके जहाज में से निकल आए +4414,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_020.wav,तब नूह ने यहोवा के लिये एक वेदी बनाई और सब शुद्ध पशुओं और सब शुद्ध पक्षियों में से कुछ कुछ लेकर वेदी पर होमबलि चढ़ाया +4415,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_021.wav,इस पर यहोवा ने सुखदायक सुगन्ध पाकर सोचा मनुष्य के कारण मैं फिर कभी भूमि को श्राप न दूँगा यद्यपि मनुष्य के मन में बचपन से जो कुछ उत्पन्न होता है वह बुरा ही होता है तो भी जैसा मैंने सब जीवों को अब मारा है वैसा उनको फिर कभी न मारूँगा +4416,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_008_022.wav,अब से जब तक पृथ्वी बनी रहेगी तब तक बोने और काटने के समय ठण्डा और तपन धूपकाल और शीतकाल दिन और रात निरन्तर होते चले जाएँगे +4417,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_001.wav,फिर परमेश्वर ने नूह और उसके पुत्रों को आशीष दी और उनसे कहा फूलोफलो और बढ़ो और पृथ्वी में भर जाओ +4418,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_002.wav,तुम्हारा डर और भय पृथ्वी के सब पशुओं और आकाश के सब पक्षियों और भूमि पर के सब रेंगनेवाले जन्तुओं और समुद्र की सब मछलियों पर बना रहेगा वे सब तुम्हारे वश में कर दिए जाते हैं +4419,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_003.wav,सब चलनेवाले जन्तु तुम्हारा आहार होंगे जैसे तुम को हरेहरे छोटे पेड़ दिए ��े वैसे ही तुम्हें सब कुछ देता हूँ +4420,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_004.wav,पर माँस को प्राण समेत अर्थात् लहू समेत तुम न खाना +4421,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_005.wav,और निश्चय मैं तुम्हारा लहू अर्थात् प्राण का बदला लूँगा सब पशुओं और मनुष्यों दोनों से मैं उसे लूँगा मनुष्य के प्राण का बदला मैं एकएक के भाईबन्धु से लूँगा +4422,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_006.wav,जो कोई मनुष्य का लहू बहाएगा उसका लहू मनुष्य ही से बहाया जाएगा क्योंकि परमेश्वर ने मनुष्य को अपने ही स्वरूप के अनुसार बनाया है +4423,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_007.wav,और तुम तो फूलोफलो और बढ़ो और पृथ्वी पर बहुतायत से सन्तान उत्पन्न करके उसमें भर जाओ +4424,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_008.wav,फिर परमेश्वर ने नूह और उसके पुत्रों से कहा +4425,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_009.wav,सुनो मैं तुम्हारे साथ और तुम्हारे पश्चात् जो तुम्हारा वंश होगा उसके साथ भी वाचा बाँधता हूँ +4426,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_010.wav,और सब जीवित प्राणियों से भी जो तुम्हारे संग हैं क्या पक्षी क्या घरेलू पशु क्या पृथ्वी के सब जंगली पशु पृथ्वी के जितने जीवजन्तु जहाज से निकले हैं +4427,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_011.wav,और मैं तुम्हारे साथ अपनी यह वाचा बाँधता हूँ कि सब प्राणी फिर जलप्रलय से नाश न होंगे और पृथ्वी का नाश करने के लिये फिर जलप्रलय न होगा +4428,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_012.wav,फिर परमेश्वर ने कहा जो वाचा मैं तुम्हारे साथ और जितने जीवित प्राणी तुम्हारे संग हैं उन सब के साथ भी युगयुग की पीढ़ियों के लिये बाँधता हूँ उसका यह चिन्ह है +4429,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_013.wav,कि मैंने बादल में अपना धनुष रखा है वह मेरे और पृथ्वी के बीच में वाचा का चिन्ह होगा +4430,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_014.wav,और जब मैं पृथ्वी पर बादल फैलाऊं तब बादल में धनुष दिखाई देगा +4431,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_015.wav,तब मेरी जो वाचा तुम्हारे और सब जीवित शरीरधारी प्राणियों के साथ बंधी है उसको मैं स्मरण करूँगा तब ऐसा जलप्रलय फिर न होगा जिससे सब प्राणियों का विनाश हो +4432,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_016.wav,बादल में जो धनुष होगा मैं उसे देखकर यह सदा की वाचा स्मरण करूँगा जो परमेश्वर के और पृथ्वी पर के सब जीवित शरीरधारी प्राणियों के बीच बंधी है +4433,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_017.wav,फिर परमेश्वर ने नूह से कहा जो वाचा मैंने पृथ्वी भर के सब प्राणियों के साथ बाँधी है उसका चिन्ह यही है +4434,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_018.wav,नूह के जो पुत्र जहाज में से निकले वे शेम हाम और येपेत थे और हाम कनान का पिता हुआ +4435,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_019.wav,नूह के तीन पुत्र ये ही हैं और इनका वंश सारी पृथ्वी पर फैल गया +4436,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_020.wav,नूह किसानी करने लगा और उसने दाख की बारी लगाई +4437,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_021.wav,और वह दाखमधु पीकर मतवाला हुआ और अपने तम्बू के भीतर नंगा हो गया +4438,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_022.wav,तब कनान के पिता हाम ने अपने पिता को नंगा देखा और बाहर आकर अपने दोनों भाइयों को बता दिया +4439,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_023.wav,तब शेम और येपेत दोनों ने कपड़ा लेकर अपने कंधों पर रखा और पीछे की ओर उलटा चलकर अपने पिता के नंगे तन को ढाँप दिया और वे अपना मुख पीछे किए हुए थे इसलिए उन्होंने अपने पिता को नंगा न देखा +4440,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_024.wav,जब नूह का नशा उतर गया तब उसने जान लिया कि उसके छोटे पुत्र ने उसके साथ क्या किया है +4441,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_025.wav,इसलिए उसने कहा कनान श्रापित हो वह अपने भाईबन्धुओं के दासों का दास हो +4442,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_026.wav,फिर उसने कहा शेम का परमेश्वर यहोवा धन्य है और कनान शेम का दास हो +4443,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_027.wav,परमेश्वर येपेत के वंश को फैलाए और वह शेम के तम्बुओं में बसे और कनान उसका दास हो +4444,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_028.wav,जलप्रलय के पश्चात् नूह साढ़े तीन सौ वर्ष जीवित रहा +4445,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_009_029.wav,इस प्रकार नूह की कुल आयु साढ़े नौ सौ वर्ष की हुई तत्पश्चात् वह मर गया +4446,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_001.wav,नूह के पुत्र शेम हाम और येपेत थे उनके पुत्र जलप्रलय के पश्चात् उत्पन्न हुए उनकी वंशावली यह है +4447,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_002.wav,येपेत के पुत्र गोमेर मागोग मादै यावान तूबल मेशेक और तीरास हुए +4448,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_003.wav,और गोमेर के पुत्र अश्कनज रीपत और तोगर्मा हुए +4449,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_004.wav,और यावान के वंश में एलीशा और तर्शीश और कित्ती और दोदानी लोग हुए +4450,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_005.wav,इनके वंश अन्यजातियों के द्वीपों के देशों में ऐसे बँट गए कि वे भिन्नभिन्न भाषाओं कुलों और जातियों के अनुसार अलगअलग हो गए +4451,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_006.wav,फिर हाम के पुत्र कूश मिस्र पूत और कनान हुए +4452,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_007.wav,और कूश के पुत्र सबा हवीला सबता रामाह और सब्तका हुए और रामाह के पुत्र शेबा और ददान हुए +4453,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_008.wav,कूश के वंश में निम्रोद भी हुआ पृथ्वी पर पहला वीर वही हुआ है +4454,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_009.wav,वही यहोवा की दृष्टि में पराक्रमी शिकार खेलनेवाला ठहरा इससे यह कहावत चली है निम्रोद के समान यहोवा की दृष्टि में पराक्रमी शिकार खेलनेवाला +4455,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_010.wav,उसके राज्य का आरम्भ शिनार देश में बाबेल एरेख अक्कद और कलने से हुआ +4456,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_011.wav,उस देश से वह निकलकर अश्शूर को गया और नीनवे रहोबोतीर और कालह को +4457,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_012.wav,और नीनवे और कालह के बीच जो रेसेन है उसे भी बसाया बड़ा नगर यही है +4458,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_013.wav,मिस्र के वंश में लूदी अनामी लहाबी नप्तूही +4459,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_014.wav,और पत्रूसी कसलूही और कप्तोरी लोग हुए कसलूहियों में से तो पलिश्ती लोग निकले +4460,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_015.wav,कनान के वंश में उसका ज्येष्ठ पुत्र सीदोन तब हित्त +4461,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_016.wav,यबूसी एमोरी गिर्गाशी +4462,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_017.wav,हिब्बी अर्की सीनी +4463,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_018.wav,अर्वदी समारी और हमाती लोग भी हुए फिर कनानियों के कुल भी फैल गए +4464,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_019.wav,और कनानियों की सीमा सीदोन से लेकर गरार के मार्ग से होकर गाज़ा तक और फिर सदोम और गमोरा और अदमा और सबोयीम के मार्ग से होकर लाशा तक हुआ +4465,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_020.wav,हाम के वंश में ये ही हुए और ये भिन्नभिन्न कुलों भाषाओं देशों और जातियों के अनुसार अलगअलग हो गए +4466,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_021.wav,फिर शेम जो सब एबेरवंशियों का मूलपुरुष हुआ और जो येपेत का ज्येष्ठ भाई था उसके भी पुत्र उत्पन्न हुए +4467,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_022.wav,शेम के पुत्र एलाम अश्शूर अर्पक्षद लूद और अराम हुए +4468,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_023.wav,अराम के पुत्र ऊस हूल गेतेर और मश हुए +4469,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_024.wav,और अर्पक्षद ने शेलह को और शेलह ने एबेर को जन्म दिया +4470,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_025.wav,और एबेर के दो पुत्र उत्पन्न हुए एक का नाम पेलेग इस कारण रखा गया कि उसके दिनों में पृथ्वी बँट गई और उसके भाई का नाम योक्तान था +4471,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_026.wav,और योक्तान ने अल्मोदाद शेलेप हसर्मावेत येरह +4472,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_027.wav,हदोराम ऊजाल दिक्ला +4473,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_028.wav,ओबाल अबीमाएल शेबा +4474,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_029.wav,ओपीर हवीला और योबाब को जन्म दिया ये ही सब योक्तान के पुत्र हुए +4475,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_030.wav,इनके रहने का स्थान मेशा से लेकर सपारा जो पूर्व में एक पहाड़ है उसके मार्ग तक हुआ +4476,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_031.wav,शेम के पुत्र ये ही हुए और ये भिन्नभिन्न कुलों भाषाओं देशों और जातियों के अनुसार अलगअलग हो गए +4477,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_010_032.wav,नूह के पुत्रों के घराने ये ही है और उनकी जातियों के अनुसार उनकी वंशावलियाँ ये ही हैं और जलप्रलय के पश्चात् पृथ्वी भर की जातियाँ इन्हीं में से होकर बँट गईं +4478,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_001.wav,सारी पृथ्वी पर एक ही भाषा और एक ही बोली थी +4479,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_002.wav,उस समय लोग पूर्व की ओर चलतेचलते शिनार देश में एक मैदान पाकर उसमें बस गए +4480,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_003.wav,तब वे आपस में कहने लगे आओ हम ईंटें बनाबनाकर भली भाँति आग म��ं पकाएँ और उन्होंने पत्थर के स्थान पर ईंट से और मिट्टी के गारे के स्थान में चूने से काम लिया +4481,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_004.wav,फिर उन्होंने कहा आओ हम एक नगर और एक मीनार बना लें जिसकी चोटी आकाश से बातें करे इस प्रकार से हम अपना नाम करें ऐसा न हो कि हमको सारी पृथ्वी पर फैलना पड़े +4482,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_005.wav,जब लोग नगर और गुम्मट बनाने लगे तब उन्हें देखने के लिये यहोवा उतर आया +4483,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_006.wav,और यहोवा ने कहा मैं क्या देखता हूँ कि सब एक ही दल के हैं और भाषा भी उन सब की एक ही है और उन्होंने ऐसा ही काम भी आरम्भ किया और अब जो कुछ वे करने का यत्न करेंगे उसमें से कुछ भी उनके लिये अनहोना न होगा +4484,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_007.wav,इसलिए आओ हम उतरकर उनकी भाषा में बड़ी गड़बड़ी डालें कि वे एक दूसरे की बोली को न समझ सके +4485,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_008.wav,इस प्रकार यहोवा ने उनको वहाँ से सारी पृथ्वी के ऊपर फैला दिया और उन्होंने उस नगर का बनाना छोड़ दिया +4486,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_009.wav,इस कारण उस नगर का नाम बाबेल पड़ा क्योंकि सारी पृथ्वी की भाषा में जो गड़बड़ी है वह यहोवा ने वहीं डाली और वहीं से यहोवा ने मनुष्यों को सारी पृथ्वी के ऊपर फैला दिया +4487,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_010.wav,शेम की वंशावली यह है जलप्रलय के दो वर्ष पश्चात् जब शेम एक सौ वर्ष का हुआ तब उसने अर्पक्षद को जन्म दिया +4488,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_011.wav,और अर्पक्षद के जन्म के पश्चात् शेम पाँच सौ वर्ष जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4489,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_012.wav,जब अर्पक्षद पैंतीस वर्ष का हुआ तब उसने शेलह को जन्म दिया +4490,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_013.wav,और शेलह के जन्म के पश्चात् अर्पक्षद चार सौ तीन वर्ष और जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4491,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_014.wav,जब शेलह तीस वर्ष का हुआ तब उसके द्वारा एबेर का जन्म हुआ +4492,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_015.wav,और एबेर के जन्म के पश्चात् शेलह चार सौ तीन वर्ष और जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4493,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_016.wav,जब एबेर चौंतीस वर्ष का हुआ तब उसके द्वारा पेलेग का जन्म हुआ +4494,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_017.wav,और पेलेग के जन्म के पश्चात् एबेर चार सौ तीस वर्ष और जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4495,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_018.wav,जब पेलेग तीस वर्ष का हुआ तब उसके द्वारा रू का जन्म हुआ +4496,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_019.wav,और रू के जन्म के पश्चात् पेलेग दो सौ नौ वर्ष और जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4497,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_020.wav,जब रू बत्त��स वर्ष का हुआ तब उसके द्वारा सरूग का जन्म हुआ +4498,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_021.wav,और सरूग के जन्म के पश्चात् रू दो सौ सात वर्ष और जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4499,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_022.wav,जब सरूग तीस वर्ष का हुआ तब उसके द्वारा नाहोर का जन्म हुआ +4500,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_023.wav,और नाहोर के जन्म के पश्चात् सरूग दो सौ वर्ष और जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4501,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_024.wav,जब नाहोर उनतीस वर्ष का हुआ तब उसके द्वारा तेरह का जन्म हुआ +4502,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_025.wav,और तेरह के जन्म के पश्चात् नाहोर एक सौ उन्नीस वर्ष और जीवित रहा और उसके और भी बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +4503,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_026.wav,जब तक तेरह सत्तर वर्ष का हुआ तब तक उसके द्वारा अब्राम और नाहोर और हारान उत्पन्न हुए +4504,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_027.wav,तेरह की वंशावली यह है तेरह ने अब्राम और नाहोर और हारान को जन्म दिया और हारान ने लूत को जन्म दिया +4505,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_028.wav,और हारान अपने पिता के सामने ही कसदियों के ऊर नाम नगर में जो उसकी जन्मभूमि थी मर गया +4506,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_029.wav,अब्राम और नाहोर दोनों ने विवाह किया अब्राम की पत्नी का नाम सारै और नाहोर की पत्नी का नाम मिल्का था यह उस हारान की बेटी थी जो मिल्का और यिस्का दोनों का पिता था +4507,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_030.wav,सारै तो बाँझ थी उसके सन्तान न हुई +4508,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_031.wav,और तेरह अपना पुत्र अब्राम और अपना पोता लूत जो हारान का पुत्र था और अपनी बहू सारै जो उसके पुत्र अब्राम की पत्नी थी इन सभी को लेकर कसदियों के ऊर नगर से निकल कनान देश जाने को चला पर हारान नामक देश में पहुँचकर वहीं रहने लगा +4509,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_011_032.wav,जब तेरह दो सौ पाँच वर्ष का हुआ तब वह हारान देश में मर गया +4510,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_001.wav,यहोवा ने अब्राम से कहा अपने देश और अपनी जन्मभूमि और अपने पिता के घर को छोड़कर उस देश में चला जा जो मैं तुझे दिखाऊँगा +4511,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_002.wav,और मैं तुझ से एक बड़ी जाति बनाऊँगा और तुझे आशीष दूँगा और तेरा नाम महान करूँगा और तू आशीष का मूल होगा +4512,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_003.wav,और जो तुझे आशीर्वाद दें उन्हें मैं आशीष दूँगा और जो तुझे कोसे उसे मैं श्राप दूँगा और भूमण्डल के सारे कुल तेरे द्वारा आशीष पाएँगे +4513,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_004.wav,यहोवा के इस वचन के अनुसार अब्राम चला और लूत भी उसके संग चला और जब अब्राम हारान देश से निकला उस समय वह पचहत्तर वर्ष का था +4514,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_005.wav,इस प्रकार अब्राम अपनी पत्नी सारै और अपने भतीजे लूत को और जो धन उन्होंने इकट्ठा किया था और जो प्राणी उन्होंने हारान में प्राप्त किए थे सब को लेकर कनान देश में जाने को निकल चला और वे कनान देश में आ गए +4515,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_006.wav,उस देश के बीच से जाते हुए अब्राम शेकेम में जहाँ मोरे का बांज वृक्ष है पहुँचा उस समय उस देश में कनानी लोग रहते थे +4516,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_007.wav,तब यहोवा ने अब्राम को दर्शन देकर कहा यह देश मैं तेरे वंश को दूँगा और उसने वहाँ यहोवा के लिये जिसने उसे दर्शन दिया था एक वेदी बनाई +4517,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_008.wav,फिर वहाँ से आगे बढ़कर वह उस पहाड़ पर आया जो बेतेल के पूर्व की ओर है और अपना तम्बू उस स्थान में खड़ा किया जिसके पश्चिम की ओर तो बेतेल और पूर्व की ओर आई है और वहाँ भी उसने यहोवा के लिये एक वेदी बनाई और यहोवा से प्रार्थना की +4518,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_009.wav,और अब्राम आगे बढ़ करके दक्षिण देश की ओर चला गया +4519,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_010.wav,उस देश में अकाल पड़ा इसलिए अब्राम मिस्र देश को चला गया कि वहाँ परदेशी होकर रहे क्योंकि देश में भयंकर अकाल पड़ा था +4520,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_011.wav,फिर ऐसा हुआ कि मिस्र के निकट पहुँचकर उसने अपनी पत्नी सारै से कहा सुन मुझे मालूम है कि तू एक सुन्दर स्त्री है +4521,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_012.wav,और जब मिस्री तुझे देखेंगे तब कहेंगे यह उसकी पत्नी है इसलिए वे मुझ को तो मार डालेंगे पर तुझको जीवित रख लेंगे +4522,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_013.wav,अतः यह कहना मैं उसकी बहन हूँ जिससे तेरे कारण मेरा कल्याण हो और मेरा प्राण तेरे कारण बचे +4523,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_014.wav,फिर ऐसा हुआ कि जब अब्राम मिस्र में आया तब मिस्रियों ने उसकी पत्नी को देखा कि यह अति सुन्दर है +4524,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_015.wav,और मिस्र के राजा फ़िरौन के हाकिमों ने उसको देखकर फ़िरौन के सामने उसकी प्रशंसा की इसलिए वह स्त्री फ़िरौन के महल में पहुँचाई गई +4525,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_016.wav,और फ़िरौन ने उसके कारण अब्राम की भलाई की और उसको भेड़बकरी गायबैल दासदासियाँ गदहेगदहियाँ और ऊँट मिले +4526,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_017.wav,तब यहोवा ने फ़िरौन और उसके घराने पर अब्राम की पत्नी सारै के कारण बड़ीबड़ी विपत्तियाँ डाली +4527,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_018.wav,तब फ़िरौन ने अब्राम को बुलवाकर कहा तूने मेरे साथ यह क्या किया तूने मुझे क्यों नहीं बताया कि वह तेरी पत्नी है +4528,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_019.wav,तूने क्यों कहा कि वह तेरी बहन है मैंने उसे अपनी ही पत्नी बनाने के लिये लिया परन्तु अब अपनी पत्नी को लेकर यहाँ से चला जा +4529,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_012_020.wav,और फ़िरौन ने अपने आदमियों को उसके विषय में आज्ञा दी और उन्होंने उसको और उसकी पत्नी को सब सम्पत्ति समेत जो उसका था विदा कर दिया +4530,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_001.wav,तब अब्राम अपनी पत्नी और अपनी सारी सम्पत्ति लेकर लूत को भी संग लिये हुए मिस्र को छोड़कर कनान के दक्षिण देश में आया +4531,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_002.wav,अब्राम भेड़बकरी गायबैल और सोनेचाँदी का बड़ा धनी था +4532,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_003.wav,फिर वह दक्षिण देश से चलकर बेतेल के पास उसी स्थान को पहुँचा जहाँ पहले उसने अपना तम्बू खड़ा किया था जो बेतेल और आई के बीच में है +4533,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_004.wav,यह स्थान उस वेदी का है जिसे उसने पहले बनाया था और वहाँ अब्राम ने फिर यहोवा से प्रार्थना की +4534,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_005.wav,लूत के पास भी जो अब्राम के साथ चलता था भेड़बकरी गायबैल और तम्बू थे +4535,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_006.wav,इसलिए उस देश में उन दोनों के लिए पर्याप्त स्थान न था कि वे इकट्ठे रहें क्योंकि उनके पास बहुत सम्पत्ति थी इसलिए वे इकट्ठे न रह सके +4536,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_007.wav,सो अब्राम और लूत की भेड़बकरी और गायबैल के चरवाहों में झगड़ा हुआ उस समय कनानी और परिज्जी लोग उस देश में रहते थे +4537,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_008.wav,तब अब्राम लूत से कहने लगा मेरे और तेरे बीच और मेरे और तेरे चरवाहों के बीच में झगड़ा न होने पाए क्योंकि हम लोग भाईबन्धु हैं +4538,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_009.wav,क्या सारा देश तेरे सामने नहीं सो मुझसे अलग हो यदि तू बाईं ओर जाए तो मैं दाहिनी ओर जाऊँगा और यदि तू दाहिनी ओर जाए तो मैं बाईं ओर जाऊँगा +4539,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_010.wav,तब लूत ने आँख उठाकर यरदन नदी के पास वाली सारी तराई को देखा कि वह सब सिंची हुई है जब तक यहोवा ने सदोम और गमोरा को नाश न किया था तब तक सोअर के मार्ग तक वह तराई यहोवा की वाटिका और मिस्र देश के समान उपजाऊ थी +4540,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_011.wav,सो लूत अपने लिये यरदन की सारी तराई को चुन के पूर्व की ओर चला और वे एक दूसरे से अलग हो गये +4541,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_012.wav,अब्राम तो कनान देश में रहा पर लूत उस तराई के नगरों में रहने लगा और अपना तम्बू सदोम के निकट खड़ा किया +4542,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_013.wav,सदोम के लोग यहोवा की दृष्टि में बड़े दुष्ट और पापी थे +4543,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_014.wav,जब लूत अब्राम से अलग हो गया तब उसके पश्चात् यहोवा ने अब्राम से कहा आँख उठाकर जिस स्थान पर तू है वहाँ से उत्तरदक्षिण पूर्वपश्चिम चारों ओर दृष्टि कर +4544,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_015.wav,क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को युगयुग के लिये दूँगा +4545,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_016.wav,और मैं तेरे वंश को पृथ्वी की धूल के किनकों के समान बहुत करूँगा यहाँ तक कि जो कोई पृथ्वी की धूल के किनकों को गिन सकेगा वही तेरा वंश भी गिन सकेगा +4546,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_017.wav,उठ इस देश की लम्बाई और चौड़ाई में चल फिर क्योंकि मैं उसे तुझी को दूँगा +4547,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_013_018.wav,इसके पश्चात् अब्राम अपना तम्बू उखाड़कर मम्रे के बांजवृक्षों के बीच जो हेब्रोन में थे जाकर रहने लगा और वहाँ भी यहोवा की एक वेदी बनाई +4548,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_001.wav,शिनार के राजा अम्रापेल और एल्लासार के राजा अर्योक और एलाम के राजा कदोर्लाओमेर और गोयीम के राजा तिदाल के दिनों में ऐसा हुआ +4549,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_002.wav,कि उन्होंने सदोम के राजा बेरा और गमोरा के राजा बिर्शा और अदमा के राजा शिनाब और सबोयीम के राजा शेमेबेर और बेला जो सोअर भी कहलाता है इन राजाओं के विरुद्ध युद्ध किया +4550,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_003.wav,इन पाँचों ने सिद्दीम नामक तराई में जो खारे नदी के पास है एका किया +4551,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_004.wav,बारह वर्ष तक तो ये कदोर्लाओमेर के अधीन रहे पर तेरहवें वर्ष में उसके विरुद्ध उठे +4552,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_005.wav,चौदहवें वर्ष में कदोर्लाओमेर और उसके संगी राजा आए और अश्तारोत्कनम में रापाइयों को और हाम में जूजियों को और शावेकिर्यातैम में एमियों को +4553,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_006.wav,और सेईर नामक पहाड़ में होरियों को मारतेमारते उस एल्पारान तक जो जंगल के पास है पहुँच गए +4554,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_007.wav,वहाँ से वे लौटकर एन्मिशपात को आए जो कादेश भी कहलाता है और अमालेकियों के सारे देश को और उन एमोरियों को भी जीत लिया जो हसासोन्तामार में रहते थे +4555,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_008.wav,तब सदोम गमोरा अदमा सबोयीम और बेला जो सोअर भी कहलाता है इनके राजा निकले और सिद्दीम नाम तराई में उनके साथ युद्ध के लिये पाँति बाँधी +4556,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_009.wav,अर्थात् एलाम के राजा कदोर्लाओमेर गोयीम के राजा तिदाल शिनार के राजा अम्रापेल और एल्लासार के राजा अर्योक इन चारों के विरुद्ध उन पाँचों ने पाँति बाँधी +4557,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_010.wav,सिद्दीम नामक तराई में जहाँ लसार मिट्टी के गड्ढे ही गड्ढे थे सदोम और गमोरा के राजा भागतेभागते उनमें गिर पड़े और जो बचे वे पहाड़ पर भाग गए +4558,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_011.wav,तब वे सदोम और गमोरा के सारे धन और भोजनवस्तुओं को लूटलाट कर चले गए +4559,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_012.wav,और अब्राम का भतीजा लूत जो सदोम में रहता था उसको भी धन समेत वे लेकर च��े गए +4560,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_013.wav,तब एक जन जो भागकर बच निकला था उसने जाकर इब्री अब्राम को समाचार दिया अब्राम तो एमोरी मम्रे जो एशकोल और आनेर का भाई था उसके बांजवृक्षों के बीच में रहता था और ये लोग अब्राम के संग वाचा बाँधे हुए थे +4561,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_014.wav,यह सुनकर कि उसका भतीजा बन्दी बना लिया गया है अब्राम ने अपने तीन सौ अठारह प्रशिक्षित युद्ध कौशल में निपुण दासों को लेकर जो उसके कुटुम्ब में उत्पन्न हुए थे अस्त्रशस्त्र धारण करके दान तक उनका पीछा किया +4562,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_015.wav,और अपने दासों के अलगअलग दल बाँधकर रात को उन पर चढ़ाई करके उनको मार लिया और होबा तक जो दमिश्क की उत्तर की ओर है उनका पीछा किया +4563,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_016.wav,और वह सारे धन को और अपने भतीजे लूत और उसके धन को और स्त्रियों को और सब बन्दियों को लौटा ले आया +4564,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_017.wav,जब वह कदोर्लाओमेर और उसके साथी राजाओं को जीतकर लौटा आता था तब सदोम का राजा शावे नामक तराई में जो राजा की तराई भी कहलाती है उससे भेंट करने के लिये आया +4565,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_018.wav,तब शालेम का राजा मलिकिसिदक जो परमप्रधान परमेश्वर का याजक था रोटी और दाखमधु ले आया +4566,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_019.wav,और उसने अब्राम को यह आशीर्वाद दिया परमप्रधान परमेश्वर की ओर से जो आकाश और पृथ्वी का अधिकारी है तू धन्य हो +4567,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_020.wav,और धन्य है परमप्रधान परमेश्वर जिसने तेरे द्रोहियों को तेरे वश में कर दिया है तब अब्राम ने उसको सब का दशमांश दिया +4568,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_021.wav,तब सदोम के राजा ने अब्राम से कहा प्राणियों को तो मुझे दे और धन को अपने पास रख +4569,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_022.wav,अब्राम ने सदोम के राजा से कहा परमप्रधान परमेश्वर यहोवा जो आकाश और पृथ्वी का अधिकारी है +4570,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_023.wav,उसकी मैं यह शपथ खाता हूँ कि जो कुछ तेरा है उसमें से न तो मैं एक सूत और न जूती का बन्धन न कोई और वस्तु लूँगा कि तू ऐसा न कहने पाए कि अब्राम मेरे ही कारण धनी हुआ +4571,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_014_024.wav,पर जो कुछ इन जवानों ने खा लिया है और उनका भाग जो मेरे साथ गए थे अर्थात् आनेर एशकोल और मम्रे मैं नहीं लौटाऊँगा वे तो अपनाअपना भाग रख लें +4572,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_001.wav,इन बातों के पश्चात् यहोवा का यह वचन दर्शन में अब्राम के पास पहुँचा हे अब्राम मत डर मैं तेरी ढाल और तेरा अत्यन्त बड़ा प्रतिफल हूँ +4573,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_002.wav,अब्राम ने कहा हे प्रभु यहोवा मैं तो सन्तानहीन हूँ और मेरे घर का वारिस यह दमिश्कवासी एलीएज���र होगा अतः तू मुझे क्या देगा +4574,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_003.wav,और अब्राम ने कहा मुझे तो तूने वंश नहीं दिया और क्या देखता हूँ कि मेरे घर में उत्पन्न हुआ एक जन मेरा वारिस होगा +4575,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_004.wav,तब यहोवा का यह वचन उसके पास पहुँचा यह तेरा वारिस न होगा तेरा जो निज पुत्र होगा वही तेरा वारिस होगा +4576,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_005.wav,और उसने उसको बाहर ले जाकर कहा आकाश की ओर दृष्टि करके तारागण को गिन क्या तू उनको गिन सकता है फिर उसने उससे कहा तेरा वंश ऐसा ही होगा +4577,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_006.wav,उसने यहोवा पर विश्वास किया और यहोवा ने इस बात को उसके लेखे में धार्मिकता गिना +4578,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_007.wav,और उसने उससे कहा मैं वही यहोवा हूँ जो तुझे कसदियों के ऊर नगर से बाहर ले आया कि तुझको इस देश का अधिकार दूँ +4579,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_008.wav,उसने कहा हे प्रभु यहोवा मैं कैसे जानूँ कि मैं इसका अधिकारी होऊँगा +4580,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_009.wav,यहोवा ने उससे कहा मेरे लिये तीन वर्ष की एक बछिया और तीन वर्ष की एक बकरी और तीन वर्ष का एक मेढ़ा और एक पिण्डुक और कबूतर का एक बच्चा ले +4581,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_010.wav,और इन सभी को लेकर उसने बीच से दो टुकड़े कर दिया और टुकड़ों को आमनेसामने रखा पर चिड़ियों को उसने टुकड़े नहीं किए +4582,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_011.wav,जब माँसाहारी पक्षी लोथों पर झपटे तब अब्राम ने उन्हें उड़ा दिया +4583,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_012.wav,जब सूर्य अस्त होने लगा तब अब्राम को भारी नींद आई और देखो अत्यन्त भय और महा अंधकार ने उसे छा लिया +4584,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_013.wav,तब यहोवा ने अब्राम से कहा यह निश्चय जान कि तेरे वंश पराए देश में परदेशी होकर रहेंगे और उस देश के लोगों के दास हो जाएँगे और वे उनको चार सौ वर्ष तक दुःख देंगे +4585,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_014.wav,फिर जिस देश के वे दास होंगे उसको मैं दण्ड दूँगा और उसके पश्चात् वे बड़ा धन वहाँ से लेकर निकल आएँगे +4586,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_015.wav,तू तो अपने पितरों में कुशल के साथ मिल जाएगा तुझे पूरे बुढ़ापे में मिट्टी दी जाएगी +4587,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_016.wav,पर वे चौथी पीढ़ी में यहाँ फिर आएँगे क्योंकि अब तक एमोरियों का अधर्म पूरा नहीं हुआ हैं +4588,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_017.wav,और ऐसा हुआ कि जब सूर्य अस्त हो गया और घोर अंधकार छा गया तब एक अँगीठी जिसमें से धुआँ उठता था और एक जलती हुई मशाल दिखाई दी जो उन टुकड़ों के बीच में से होकर निकल गई +4589,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_018.wav,उसी दिन यहोवा ने अब्राम के साथ यह वाचा बाँधी मिस्र के महानद से लेकर फरात नामक बड़े नद तक जितना देश है +4590,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_019.wav,अर्थात् केनियों कनिज्जियों कदमोनियों +4591,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_020.wav,हित्तियों परिज्जियों रापाइयों +4592,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_015_021.wav,एमोरियों कनानियों गिर्गाशियों और यबूसियों का देश मैंने तेरे वंश को दिया है +4593,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_001.wav,अब्राम की पत्नी सारै के कोई सन्तान न थी और उसके हागार नाम की एक मिस्री दासी थी +4594,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_002.wav,सारै ने अब्राम से कहा देख यहोवा ने तो मेरी कोख बन्द कर रखी है इसलिए मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी के पास जा सम्भव है कि मेरा घर उसके द्वारा बस जाए सारै की यह बात अब्राम ने मान ली +4595,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_003.wav,इसलिए जब अब्राम को कनान देश में रहते दस वर्ष बीत चुके तब उसकी स्त्री सारै ने अपनी मिस्री दासी हागार को लेकर अपने पति अब्राम को दिया कि वह उसकी पत्नी हो +4596,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_004.wav,वह हागार के पास गया और वह गर्भवती हुई जब उसने जाना कि वह गर्भवती है तब वह अपनी स्वामिनी को अपनी दृष्टि में तुच्छ समझने लगी +4597,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_005.wav,तब सारै ने अब्राम से कहा जो मुझ पर उपद्रव हुआ वह तेरे ही सिर पर हो मैंने तो अपनी दासी को तेरी पत्नी कर दिया पर जब उसने जाना कि वह गर्भवती है तब वह मुझे तुच्छ समझने लगी इसलिए यहोवा मेरे और तेरे बीच में न्याय करे +4598,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_006.wav,अब्राम ने सारै से कहा देख तेरी दासी तेरे वश में है जैसा तुझे भला लगे वैसा ही उसके साथ कर तब सारै उसको दुःख देने लगी और वह उसके सामने से भाग गई +4599,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_007.wav,तब यहोवा के दूत ने उसको जंगल में शूर के मार्ग पर जल के एक सोते के पास पाकर कहा +4600,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_008.wav,हे सारै की दासी हागार तू कहाँ से आती और कहाँ को जाती है उसने कहा मैं अपनी स्वामिनी सारै के सामने से भाग आई हूँ +4601,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_009.wav,यहोवा के दूत ने उससे कहा अपनी स्वामिनी के पास लौट जा और उसके वश में रह +4602,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_010.wav,और यहोवा के दूत ने उससे कहा मैं तेरे वंश को बहुत बढ़ाऊँगा यहाँ तक कि बहुतायत के कारण उसकी गिनती न हो सकेगी +4603,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_011.wav,और यहोवा के दूत ने उससे कहा देख तू गर्भवती है और पुत्र जनेगी तू उसका नाम इश्माएल रखना क्योंकि यहोवा ने तेरे दुःख का हाल सुन लिया है +4604,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_012.wav,और वह मनुष्य जंगली गदहे के समान होगा उसका हाथ सब के विरुद्ध उठेगा और सब के हाथ उसके विरुद्ध उठेंगे और वह अपने सब भाईबन्धुओं के मध्य में बसा रहेगा +4605,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_013.wav,तब उसने यहोवा का नाम जिसने उससे बातें क�� थीं अत्ताएलरोई रखकर कहा क्या मैं यहाँ भी उसको जाते हुए देखने पाई और देखने के बाद भी जीवित रही +4606,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_014.wav,इस कारण उस कुएँ का नाम बएरलहईरोई कुआँ पड़ा वह तो कादेश और बेरेद के बीच में है +4607,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_015.wav,हागार को अब्राम के द्वारा एक पुत्र हुआ और अब्राम ने अपने पुत्र का नाम जिसे हागार ने जन्म दिया था इश्माएल रखा +4608,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_016_016.wav,जब हागार ने अब्राम के द्वारा इश्माएल को जन्म दिया उस समय अब्राम छियासी वर्ष का था +4609,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_001.wav,जब अब्राम निन्यानवे वर्ष का हो गया तब यहोवा ने उसको दर्शन देकर कहा मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर हूँ मेरी उपस्थिति में चल और सिद्ध होता जा +4610,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_002.wav,मैं तेरे साथ वाचा बाँधूँगा और तेरे वंश को अत्यन्त ही बढ़ाऊँगा +4611,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_003.wav,तब अब्राम मुँह के बल गिरा और परमेश्वर उससे यह बातें करता गया +4612,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_004.wav,देख मेरी वाचा तेरे साथ बंधी रहेगी इसलिए तू जातियों के समूह का मूलपिता हो जाएगा +4613,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_005.wav,इसलिए अब से तेरा नाम अब्राम न रहेगा परन्तु तेरा नाम अब्राहम होगा क्योंकि मैंने तुझे जातियों के समूह का मूलपिता ठहरा दिया है +4614,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_006.wav,मैं तुझे अत्यन्त फलवन्त करूँगा और तुझको जातिजाति का मूल बना दूँगा और तेरे वंश में राजा उत्पन्न होंगे +4615,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_007.wav,और मैं तेरे साथ और तेरे पश्चात् पीढ़ीपीढ़ी तक तेरे वंश के साथ भी इस आशय की युगयुग की वाचा बाँधता हूँ कि मैं तेरा और तेरे पश्चात् तेरे वंश का भी परमेश्वर रहूँगा +4616,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_008.wav,और मैं तुझको और तेरे पश्चात् तेरे वंश को भी यह सारा कनान देश जिसमें तू परदेशी होकर रहता है इस रीति दूँगा कि वह युगयुग उनकी निज भूमि रहेगी और मैं उनका परमेश्वर रहूँगा +4617,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_009.wav,फिर परमेश्वर ने अब्राहम से कहा तू भी मेरे साथ बाँधी हुई वाचा का पालन करना तू और तेरे पश्चात् तेरा वंश भी अपनीअपनी पीढ़ी में उसका पालन करे +4618,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_010.wav,मेरे साथ बाँधी हुई वाचा जिसका पालन तुझे और तेरे पश्चात् तेरे वंश को करना पड़ेगा वह यह है तुम में से एकएक पुरुष का खतना हो +4619,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_011.wav,तुम अपनीअपनी खलड़ी का खतना करा लेना जो वाचा मेरे और तुम्हारे बीच में है उसका यही चिन्ह होगा +4620,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_012.wav,पीढ़ीपीढ़ी में केवल तेरे वंश ही के लोग नहीं पर जो तेरे घर में उत्पन्न हुआ हों अथवा परदेशियों को रूपा देकर मोल लिया ���ाए ऐसे सब पुरुष भी जब आठ दिन के हों जाएँ तब उनका खतना किया जाए +4621,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_013.wav,जो तेरे घर में उत्पन्न हो अथवा तेरे रूपे से मोल लिया जाए उसका खतना अवश्य ही किया जाए इस प्रकार मेरी वाचा जिसका चिन्ह तुम्हारी देह में होगा वह युगयुग रहेगी +4622,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_014.wav,जो पुरुष खतनारहित रहे अर्थात् जिसकी खलड़ी का खतना न हो वह प्राणी अपने लोगों में से नाश किया जाए क्योंकि उसने मेरे साथ बाँधी हुई वाचा को तोड़ दिया +4623,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_015.wav,फिर परमेश्वर ने अब्राहम से कहा तेरी जो पत्नी सारै है उसको तू अब सारै न कहना उसका नाम सारा होगा +4624,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_016.wav,मैं उसको आशीष दूँगा और तुझको उसके द्वारा एक पुत्र दूँगा और मैं उसको ऐसी आशीष दूँगा कि वह जातिजाति की मूलमाता हो जाएगी और उसके वंश में राज्यराज्य के राजा उत्पन्न होंगे +4625,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_017.wav,तब अब्राहम मुँह के बल गिर पड़ा और हँसा और मन ही मन कहने लगा क्या सौ वर्ष के पुरुष के भी सन्तान होगा और क्या सारा जो नब्बे वर्ष की है पुत्र जनेगी +4626,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_018.wav,और अब्राहम ने परमेश्वर से कहा इश्माएल तेरी दृष्टि में बना रहे यही बहुत है +4627,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_019.wav,तब परमेश्वर ने कहा निश्चय तेरी पत्नी सारा के तुझ से एक पुत्र उत्पन्न होगा और तू उसका नाम इसहाक रखना और मैं उसके साथ ऐसी वाचा बाँधूँगा जो उसके पश्चात् उसके वंश के लिये युगयुग की वाचा होगी +4628,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_020.wav,इश्माएल के विषय में भी मैंने तेरी सुनी है मैं उसको भी आशीष दूँगा और उसे फलवन्त करूँगा और अत्यन्त ही बढ़ा दूँगा उससे बारह प्रधान उत्पन्न होंगे और मैं उससे एक बड़ी जाति बनाऊँगा +4629,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_021.wav,परन्तु मैं अपनी वाचा इसहाक ही के साथ बाँधूँगा जो सारा से अगले वर्ष के इसी नियुक्त समय में उत्पन्न होगा +4630,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_022.wav,तब परमेश्वर ने अब्राहम से बातें करनी बन्द की और उसके पास से ऊपर चढ़ गया +4631,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_023.wav,तब अब्राहम ने अपने पुत्र इश्माएल को लिया और उसके घर में जितने उत्पन्न हुए थे और जितने उसके रुपये से मोल लिये गए थे अर्थात् उसके घर में जितने पुरुष थे उन सभी को लेकर उसी दिन परमेश्वर के वचन के अनुसार उनकी खलड़ी का खतना किया +4632,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_024.wav,जब अब्राहम की खलड़ी का खतना हुआ तब वह निन्यानवे वर्ष का था +4633,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_025.wav,और जब उसके पुत्र इश्माएल की खलड़ी का खतना हुआ तब वह तेरह वर्ष का था +4634,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_026.wav,अब्राहम और उसके पुत्र इश्माएल दोनों का खतना एक ही दिन हुआ +4635,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_017_027.wav,और उसके घर में जितने पुरुष थे जो घर में उत्पन्न हुए तथा जो परदेशियों के हाथ से मोल लिये गए थे सब का खतना उसके साथ ही हुआ +4636,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_001.wav,अब्राहम मम्रे के बांजवृक्षों के बीच कड़ी धूप के समय तम्बू के द्वार पर बैठा हुआ था तब यहोवा ने उसे दर्शन दिया +4637,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_002.wav,उसने आँख उठाकर दृष्टि की तो क्या देखा कि तीन पुरुष उसके सामने खड़े हैं जब उसने उन्हें देखा तब वह उनसे भेंट करने के लिये तम्बू के द्वार से दौड़ा और भूमि पर गिरकर दण्डवत् की और कहने लगा +4638,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_003.wav,हे प्रभु यदि मुझ पर तेरी अनुग्रह की दृष्टि है तो मैं विनती करता हूँ कि अपने दास के पास से चले न जाना +4639,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_004.wav,मैं थोड़ा सा जल लाता हूँ और आप अपने पाँव धोकर इस वृक्ष के तले विश्राम करें +4640,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_005.wav,फिर मैं एक टुकड़ा रोटी ले आऊँ और उससे आप अपनेअपने जीव को तृप्त करें तब उसके पश्चात् आगे बढ़ें क्योंकि आप अपने दास के पास इसलिए पधारे हैं उन्होंने कहा जैसा तू कहता है वैसा ही कर +4641,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_006.wav,तब अब्राहम तुरन्त तम्बू में सारा के पास गया और कहा तीन सआ मैदा जल्दी से गूँध और फुलके बना +4642,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_007.wav,फिर अब्राहम गायबैल के झुण्ड में दौड़ा और एक कोमल और अच्छा बछड़ा लेकर अपने सेवक को दिया और उसने जल्दी से उसको पकाया +4643,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_008.wav,तब उसने दही और दूध और बछड़े का माँस जो उसने पकवाया था लेकर उनके आगे परोस दिया और आप वृक्ष के तले उनके पास खड़ा रहा और वे खाने लगे +4644,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_009.wav,उन्होंने उससे पूछा तेरी पत्नी सारा कहाँ है उसने कहा वह तो तम्बू में है +4645,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_010.wav,उसने कहा मैं वसन्त ऋतु में निश्चय तेरे पास फिर आऊँगा और तेरी पत्नी सारा के एक पुत्र उत्पन्न होगा सारा तम्बू के द्वार पर जो अब्राहम के पीछे था सुन रही थी +4646,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_011.wav,अब्राहम और सारा दोनों बहुत बूढ़े थे और सारा का मासिक धर्म बन्द हो गया था +4647,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_012.wav,इसलिए सारा मन में हँसकर कहने लगी मैं तो बूढ़ी हूँ और मेरा स्वामी भी बूढ़ा है तो क्या मुझे यह सुख होगा +4648,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_013.wav,तब यहोवा ने अब्राहम से कहा सारा यह कहकर क्यों हँसी कि क्या मेरे जो ऐसी बुढ़िया हो गई हूँ सचमुच एक पुत्र उत्पन्न होगा +4649,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_014.wav,क्या यहोवा के लिये कोई काम कठिन है नियत समय में अर्थात् वसन्त ऋतु में ��ैं तेरे पास फिर आऊँगा और सारा के पुत्र उत्पन्न होगा +4650,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_015.wav,तब सारा डर के मारे यह कहकर मुकर गई मैं नहीं हँसी उसने कहा नहीं तू हँसी तो थी +4651,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_016.wav,फिर वे पुरुष वहाँ से चलकर सदोम की ओर दृष्टि की और अब्राहम उन्हें विदा करने के लिये उनके संगसंग चला +4652,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_017.wav,तब यहोवा ने कहा यह जो मैं करता हूँ उसे क्या अब्राहम से छिपा रखूँ +4653,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_018.wav,अब्राहम से तो निश्चय एक बड़ी और सामर्थी जाति उपजेगी और पृथ्वी की सारी जातियाँ उसके द्वारा आशीष पाएँगी +4654,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_019.wav,क्योंकि मैं जानता हूँ कि वह अपने पुत्रों और परिवार को जो उसके पीछे रह जाएँगे आज्ञा देगा कि वे यहोवा के मार्ग में अटल बने रहें और धार्मिकता और न्याय करते रहें ताकि जो कुछ यहोवा ने अब्राहम के विषय में कहा है उसे पूरा करे +4655,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_020.wav,फिर यहोवा ने कहा सदोम और गमोरा के विरुद्ध चिल्लाहट बढ़ गई है और उनका पाप बहुत भारी हो गया है +4656,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_021.wav,इसलिए मैं उतरकर देखूँगा कि उसकी जैसी चिल्लाहट मेरे कान तक पहुँची है उन्होंने ठीक वैसा ही काम किया है कि नहीं और न किया हो तो मैं उसे जान लूँगा +4657,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_022.wav,तब वे पुरुष वहाँ से मुड़कर सदोम की ओर जाने लगे पर अब्राहम यहोवा के आगे खड़ा रह गया +4658,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_023.wav,तब अब्राहम उसके समीप जाकर कहने लगा क्या तू सचमुच दुष्ट के संग धर्मी भी नाश करेगा +4659,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_024.wav,कदाचित् उस नगर में पचास धर्मी हों तो क्या तू सचमुच उस स्थान को नाश करेगा और उन पचास धर्मियों के कारण जो उसमें हों न छोड़ेगा +4660,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_025.wav,इस प्रकार का काम करना तुझ से दूर रहे कि दुष्ट के संग धर्मी को भी मार डाले और धर्मी और दुष्ट दोनों की एक ही दशा हो यह तुझ से दूर रहे क्या सारी पृथ्वी का न्यायी न्याय न करे +4661,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_026.wav,यहोवा ने कहा यदि मुझे सदोम में पचास धर्मी मिलें तो उनके कारण उस सारे स्थान को छोड़ूँगा +4662,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_027.wav,फिर अब्राहम ने कहा हे प्रभु सुन मैं तो मिट्टी और राख हूँ तो भी मैंने इतनी ढिठाई की कि तुझ से बातें करूँ +4663,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_028.wav,कदाचित् उन पचास धर्मियों में पाँच घट जाएँ तो क्या तू पाँच ही के घटने के कारण उस सारे नगर का नाश करेगा उसने कहा यदि मुझे उसमें पैंतालीस भी मिलें तो भी उसका नाश न करूँगा +4664,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_029.wav,फिर उसने उससे यह भी कहा कदाचित् वहाँ चालीस मिलें उसने कहा तो मैं च���लीस के कारण भी ऐसा न करूँगा +4665,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_030.wav,फिर उसने कहा हे प्रभु क्रोध न कर तो मैं कुछ और कहूँ कदाचित् वहाँ तीस मिलें उसने कहा यदि मुझे वहाँ तीस भी मिलें तो भी ऐसा न करूँगा +4666,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_031.wav,फिर उसने कहा हे प्रभु सुन मैंने इतनी ढिठाई तो की है कि तुझ से बातें करूँ कदाचित् उसमें बीस मिलें उसने कहा मैं बीस के कारण भी उसका नाश न करूँगा +4667,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_032.wav,फिर उसने कहा हे प्रभु क्रोध न कर मैं एक ही बार और कहूँगा कदाचित् उसमें दस मिलें उसने कहा तो मैं दस के कारण भी उसका नाश न करूँगा +4668,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_018_033.wav,जब यहोवा अब्राहम से बातें कर चुका तब चला गया और अब्राहम अपने घर को लौट गया +4669,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_001.wav,साँझ को वे दो दूत सदोम के पास आए और लूत सदोम के फाटक के पास बैठा था उनको देखकर वह उनसे भेंट करने के लिये उठा और मुँह के बल झुककर दण्डवत् कर कहा +4670,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_002.wav,हे मेरे प्रभुओं अपने दास के घर में पधारिए और रात भर विश्राम कीजिए और अपने पाँव धोइये फिर भोर को उठकर अपने मार्ग पर जाइए उन्होंने कहा नहीं हम चौक ही में रात बिताएँगे +4671,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_003.wav,और उसने उनसे बहुत विनती करके उन्हें मनाया इसलिए वे उसके साथ चलकर उसके घर में आए और उसने उनके लिये भोजन तैयार किया और बिना ख़मीर की रोटियाँ बनाकर उनको खिलाई +4672,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_004.wav,उनके सो जाने के पहले सदोम नगर के पुरुषों ने जवानों से लेकर बूढ़ों तक वरन् चारों ओर के सब लोगों ने आकर उस घर को घेर लिया +4673,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_005.wav,और लूत को पुकारकर कहने लगे जो पुरुष आज रात को तेरे पास आए हैं वे कहाँ हैं उनको हमारे पास बाहर ले आ कि हम उनसे भोग करें +4674,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_006.wav,तब लूत उनके पास द्वार के बाहर गया और किवाड़ को अपने पीछे बन्द करके कहा +4675,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_007.wav,हे मेरे भाइयों ऐसी बुराई न करो +4676,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_008.wav,सुनो मेरी दो बेटियाँ हैं जिन्होंने अब तक पुरुष का मुँह नहीं देखा इच्छा हो तो मैं उन्हें तुम्हारे पास बाहर ले आऊँ और तुम को जैसा अच्छा लगे वैसा व्यवहार उनसे करो पर इन पुरुषों से कुछ न करो क्योंकि ये मेरी छत के तले आए हैं +4677,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_009.wav,उन्होंने कहा हट जा फिर वे कहने लगे तू एक परदेशी होकर यहाँ रहने के लिये आया पर अब न्यायी भी बन बैठा है इसलिए अब हम उनसे भी अधिक तेरे साथ बुराई करेंगे और वे उस पुरुष लूत को बहुत दबाने लगे और किवाड़ तोड़ने के लिये निकट आए +4678,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_010.wav,तब उन अतिथिय���ं ने हाथ बढ़ाकर लूत को अपने पास घर में खींच लिया और किवाड़ को बन्द कर दिया +4679,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_011.wav,और उन्होंने क्या छोटे क्या बड़े सब पुरुषों को जो घर के द्वार पर थे अंधा कर दिया अतः वे द्वार को टटोलतेटटोलते थक गए +4680,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_012.wav,फिर उन अतिथियों ने लूत से पूछा यहाँ तेरा और कौनकौन हैं दामाद बेटे बेटियाँ और नगर में तेरा जो कोई हो उन सभी को लेकर इस स्थान से निकल जा +4681,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_013.wav,क्योंकि हम यह स्थान नाश करने पर हैं इसलिए कि इसकी चिल्लाहट यहोवा के सम्मुख बढ़ गई है और यहोवा ने हमें इसका सत्यानाश करने के लिये भेज दिया है +4682,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_014.wav,तब लूत ने निकलकर अपने दामादों को जिनके साथ उसकी बेटियों की सगाई हो गई थी समझाकर कहा उठो इस स्थान से निकल चलो क्योंकि यहोवा इस नगर को नाश करने पर है उसके दामाद उसका मजाक उड़ाने लगे +4683,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_015.wav,जब पौ फटने लगी तब दूतों ने लूत से जल्दी करने को कहा और बोले उठ अपनी पत्नी और दोनों बेटियों को जो यहाँ हैं ले जा नहीं तो तू भी इस नगर के अधर्म में भस्म हो जाएगा +4684,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_016.wav,पर वह विलम्ब करता रहा इस पर उन पुरुषों ने उसका और उसकी पत्नी और दोनों बेटियों के हाथ पकड़े क्योंकि यहोवा की दया उस पर थी और उसको निकालकर नगर के बाहर कर दिया +4685,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_017.wav,और ऐसा हुआ कि जब उन्होंने उनको बाहर निकाला तब उसने कहा अपना प्राण लेकर भाग जा पीछे की ओर न ताकना और तराई भर में न ठहरना उस पहाड़ पर भाग जाना नहीं तो तू भी भस्म हो जाएगा +4686,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_018.wav,लूत ने उनसे कहा हे प्रभु ऐसा न कर +4687,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_019.wav,देख तेरे दास पर तेरी अनुग्रह की दृष्टि हुई है और तूने इसमें बड़ी कृपा दिखाई कि मेरे प्राण को बचाया है पर मैं पहाड़ पर भाग नहीं सकता कहीं ऐसा न हो कि कोई विपत्ति मुझ पर आ पड़े और मैं मर जाऊँ +4688,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_020.wav,देख वह नगर ऐसा निकट है कि मैं वहाँ भाग सकता हूँ और वह छोटा भी है मुझे वहीं भाग जाने दे क्या वह नगर छोटा नहीं है और मेरा प्राण बच जाएगा +4689,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_021.wav,उसने उससे कहा देख मैंने इस विषय में भी तेरी विनती स्वीकार की है कि जिस नगर की चर्चा तूने की है उसको मैं नाश न करूँगा +4690,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_022.wav,फुर्ती से वहाँ भाग जा क्योंकि जब तक तू वहाँ न पहुँचे तब तक मैं कुछ न कर सकूँगा इसी कारण उस नगर का नाम सोअर पड़ा +4691,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_023.wav,लूत के सोअर के निकट पहुँचते ही सूर्य पृथ्वी पर उदय हुआ +4692,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_024.wav,तब यहोवा ने अपनी ओर से सदोम और गमोरा पर आकाश से गन्धक और आग बरसाई +4693,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_025.wav,और उन नगरों को और सम्पूर्ण तराई को और नगरों के सब निवासियों को भूमि की सारी उपज समेत नाश कर दिया +4694,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_026.wav,लूत की पत्नी ने जो उसके पीछे थी पीछे मुड़कर देखा और वह नमक का खम्भा बन गई +4695,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_027.wav,भोर को अब्राहम उठकर उस स्थान को गया जहाँ वह यहोवा के सम्मुख खड़ा था +4696,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_028.wav,और सदोम और गमोरा और उस तराई के सारे देश की ओर आँख उठाकर क्या देखा कि उस देश में से धधकती हुई भट्ठी का सा धुआँ उठ रहा है +4697,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_029.wav,और ऐसा हुआ कि जब परमेश्वर ने उस तराई के नगरों को जिनमें लूत रहता था उलटपुलट कर नाश किया तब उसने अब्राहम को याद करके लूत को उस घटना से बचा लिया +4698,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_030.wav,लूत ने सोअर को छोड़ दिया और पहाड़ पर अपनी दोनों बेटियों समेत रहने लगा क्योंकि वह सोअर में रहने से डरता था इसलिए वह और उसकी दोनों बेटियाँ वहाँ एक गुफा में रहने लगे +4699,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_031.wav,तब बड़ी बेटी ने छोटी से कहा हमारा पिता बूढ़ा है और पृथ्वी भर में कोई ऐसा पुरुष नहीं जो संसार की रीति के अनुसार हमारे पास आए +4700,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_032.wav,इसलिए आ हम अपने पिता को दाखमधु पिलाकर उसके साथ सोएँ जिससे कि हम अपने पिता के वंश को बचाए रखें +4701,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_033.wav,अतः उन्होंने उसी दिनरात के समय अपने पिता को दाखमधु पिलाया तब बड़ी बेटी जाकर अपने पिता के पास लेट गई पर उसने न जाना कि वह कब लेटी और कब उठ गई +4702,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_034.wav,और ऐसा हुआ कि दूसरे दिन बड़ी ने छोटी से कहा देख कल रात को मैं अपने पिता के साथ सोई इसलिए आज भी रात को हम उसको दाखमधु पिलाएँ तब तू जाकर उसके साथ सोना कि हम अपने पिता के द्वारा वंश उत्पन्न करें +4703,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_035.wav,अतः उन्होंने उस दिन भी रात के समय अपने पिता को दाखमधु पिलाया और छोटी बेटी जाकर उसके पास लेट गई पर उसको उसके भी सोने और उठने का ज्ञान न था +4704,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_036.wav,इस प्रकार से लूत की दोनों बेटियाँ अपने पिता से गर्भवती हुईं +4705,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_037.wav,बड़ी एक पुत्र जनी और उसका नाम मोआब रखा वह मोआब नामक जाति का जो आज तक है मूलपिता हुआ +4706,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_019_038.wav,और छोटी भी एक पुत्र जनी और उसका नाम बेनअम्मी रखा वह अम्मोनवंशियों का जो आज तक है मूलपिता हुआ +4707,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_001.wav,फिर अब्राहम वहाँ से निकलकर दक्षिण देश में आकर कादेश और शूर के बीच में ठहरा और गरार में रहने लगा +4708,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_002.wav,और अब्राहम अपनी पत्नी सारा के विषय में कहने लगा वह मेरी बहन है इसलिए गरार के राजा अबीमेलेक ने दूत भेजकर सारा को बुलवा लिया +4709,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_003.wav,रात को परमेश्वर ने स्वप्न में अबीमेलेक के पास आकर कहा सुन जिस स्त्री को तूने रख लिया है उसके कारण तू मर जाएगा क्योंकि वह सुहागिन है +4710,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_004.wav,परन्तु अबीमेलेक उसके पास न गया था इसलिए उसने कहा हे प्रभु क्या तू निर्दोष जाति का भी घात करेगा +4711,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_005.wav,क्या उसी ने स्वयं मुझसे नहीं कहा वह मेरी बहन है और उस स्त्री ने भी आप कहा वह मेरा भाई है मैंने तो अपने मन की खराई और अपने व्यवहार की सच्चाई से यह काम किया +4712,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_006.wav,परमेश्वर ने उससे स्वप्न में कहा हाँ मैं भी जानता हूँ कि अपने मन की खराई से तूने यह काम किया है और मैंने तुझे रोक भी रखा कि तू मेरे विरुद्ध पाप न करे इसी कारण मैंने तुझको उसे छूने नहीं दिया +4713,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_007.wav,इसलिए अब उस पुरुष की पत्नी को उसे लौटाए क्योंकि वह नबी है और तेरे लिये प्रार्थना करेगा और तू जीता रहेगा पर यदि तू उसको न लौटा दे तो जान रख कि तू और तेरे जितने लोग हैं सब निश्चय मर जाएँगे +4714,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_008.wav,सवेरे अबीमेलेक ने तड़के उठकर अपने सब कर्मचारियों को बुलवाकर ये सब बातें सुनाईं और वे लोग बहुत डर गए +4715,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_009.wav,तब अबीमेलेक ने अब्राहम को बुलवाकर कहा तूने हम से यह क्या किया है और मैंने तेरा क्या बिगाड़ा था कि तूने मेरे और मेरे राज्य के ऊपर ऐसा बड़ा पाप डाल दिया है तूने मेरे साथ वह काम किया है जो उचित न था +4716,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_010.wav,फिर अबीमेलेक ने अब्राहम से पूछा तूने क्या समझकर ऐसा काम किया +4717,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_011.wav,अब्राहम ने कहा मैंने यह सोचा था कि इस स्थान में परमेश्वर का कुछ भी भय न होगा इसलिए ये लोग मेरी पत्नी के कारण मेरा घात करेंगे +4718,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_012.wav,इसके अतिरिक्त सचमुच वह मेरी बहन है वह मेरे पिता की बेटी तो है पर मेरी माता की बेटी नहीं फिर वह मेरी पत्नी हो गई +4719,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_013.wav,और ऐसा हुआ कि जब परमेश्वर ने मुझे अपने पिता का घर छोड़कर निकलने की आज्ञा दी तब मैंने उससे कहा इतनी कृपा तुझे मुझ पर करनी होगी कि हम दोनों जहाँजहाँ जाएँ वहाँवहाँ तू मेरे विषय में कहना कि यह मेरा भाई है +4720,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_014.wav,तब अबीमेलेक ने भेड़बकरी गायबैल और दासदासियाँ लेकर अब्राहम को दीं और उसकी पत्नी सा���ा को भी उसे लौटा दिया +4721,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_015.wav,और अबीमेलेक ने कहा देख मेरा देश तेरे सामने है जहाँ तुझे भाए वहाँ रह +4722,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_016.wav,और सारा से उसने कहा देख मैंने तेरे भाई को रूपे के एक हजार टुकड़े दिए हैं देख तेरे सारे संगियों के सामने वही तेरी आँखों का परदा बनेगा और सभी के सामने तू ठीक होगी +4723,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_017.wav,तब अब्राहम ने यहोवा से प्रार्थना की और यहोवा ने अबीमेलेक और उसकी पत्नी और दासियों को चंगा किया और वे जनने लगीं +4724,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_020_018.wav,क्योंकि यहोवा ने अब्राहम की पत्नी सारा के कारण अबीमेलेक के घर की सब स्त्रियों की कोखों को पूरी रीति से बन्द कर दिया था +4725,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_001.wav,यहोवा ने जैसा कहा था वैसा ही सारा की सुधि लेकर उसके साथ अपने वचन के अनुसार किया +4726,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_002.wav,सारा अब्राहम से गर्भवती होकर उसके बुढ़ापे में उसी नियुक्त समय पर जो परमेश्वर ने उससे ठहराया था एक पुत्र उत्पन्न हुआ +4727,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_003.wav,अब्राहम ने अपने पुत्र का नाम जो सारा से उत्पन्न हुआ था इसहाक रखा +4728,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_004.wav,और जब उसका पुत्र इसहाक आठ दिन का हुआ तब उसने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार उसका खतना किया +4729,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_005.wav,जब अब्राहम का पुत्र इसहाक उत्पन्न हुआ तब वह एक सौ वर्ष का था +4730,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_006.wav,और सारा ने कहा परमेश्वर ने मुझे प्रफुल्लित किया है इसलिए सब सुननेवाले भी मेरे साथ प्रफुल्लित होंगे +4731,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_007.wav,फिर उसने यह भी कहा क्या कोई कभी अब्राहम से कह सकता था कि सारा लड़कों को दूध पिलाएगी पर देखो मुझसे उसके बुढ़ापे में एक पुत्र उत्पन्न हुआ +4732,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_008.wav,और वह लड़का बढ़ा और उसका दूध छुड़ाया गया और इसहाक के दूध छुड़ाने के दिन अब्राहम ने बड़ा भोज किया +4733,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_009.wav,तब सारा को मिस्री हागार का पुत्र जो अब्राहम से उत्पन्न हुआ था हँसी करता हुआ दिखाई पड़ा +4734,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_010.wav,इस कारण उसने अब्राहम से कहा इस दासी को पुत्र सहित निकाल दे क्योंकि इस दासी का पुत्र मेरे पुत्र इसहाक के साथ भागी न होगा +4735,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_011.wav,यह बात अब्राहम को अपने पुत्र के कारण बुरी लगी +4736,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_012.wav,तब परमेश्वर ने अब्राहम से कहा उस लड़के और अपनी दासी के कारण तुझे बुरा न लगे जो बात सारा तुझ से कहे उसे मान क्योंकि जो तेरा वंश कहलाएगा सो इसहाक ही से चलेगा +4737,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_013.wav,दासी के पुत्र से भी मैं एक जाति उत्पन्न करूँगा इसलिए कि वह तेरा वंश है +4738,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_014.wav,इसलिए अब्राहम ने सवेरे तड़के उठकर रोटी और पानी से भरी चमड़े की थैली भी हागार को दी और उसके कंधे पर रखी और उसके लड़के को भी उसे देकर उसको विदा किया वह चली गई और बेर्शेबा के जंगल में भटकने लगी +4739,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_015.wav,जब थैली का जल समाप्त हो गया तब उसने लड़के को एक झाड़ी के नीचे छोड़ दिया +4740,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_016.wav,और आप उससे तीर भर के टप्पे पर दूर जाकर उसके सामने यह सोचकर बैठ गई मुझ को लड़के की मृत्यु देखनी न पड़े तब वह उसके सामने बैठी हुई चिल्ला चिल्लाकर रोने लगी +4741,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_017.wav,परमेश्वर ने उस लड़के की सुनी और उसके दूत ने स्वर्ग से हागार को पुकारकर कहा हे हागार तुझे क्या हुआ मत डर क्योंकि जहाँ तेरा लड़का है वहाँ से उसकी आवाज परमेश्वर को सुन पड़ी है +4742,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_018.wav,उठ अपने लड़के को उठा और अपने हाथ से सम्भाल क्योंकि मैं उसके द्वारा एक बड़ी जाति बनाऊँगा +4743,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_019.wav,तब परमेश्वर ने उसकी आँखें खोल दीं और उसको एक कुआँ दिखाई पड़ा तब उसने जाकर थैली को जल से भरकर लड़के को पिलाया +4744,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_020.wav,और परमेश्वर उस लड़के के साथ रहा और जब वह बड़ा हुआ तब जंगल में रहतेरहते धनुर्धारी बन गया +4745,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_021.wav,वह पारान नामक जंगल में रहा करता था और उसकी माता ने उसके लिये मिस्र देश से एक स्त्री मँगवाई +4746,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_022.wav,उन दिनों में ऐसा हुआ कि अबीमेलेक अपने सेनापति पीकोल को संग लेकर अब्राहम से कहने लगा जो कुछ तू करता है उसमें परमेश्वर तेरे संग रहता है +4747,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_023.wav,इसलिए अब मुझसे यहाँ इस विषय में परमेश्वर की शपथ खा कि तू न तो मुझसे छल करेगा और न कभी मेरे वंश से करेगा परन्तु जैसी करुणा मैंने तुझ पर की है वैसी ही तू मुझ पर और इस देश पर भी जिसमें तू रहता है करेगा +4748,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_024.wav,अब्राहम ने कहा मैं शपथ खाऊँगा +4749,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_025.wav,और अब्राहम ने अबीमेलेक को एक कुएँ के विषय में जो अबीमेलेक के दासों ने बलपूर्वक ले लिया था उलाहना दिया +4750,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_026.wav,तब अबीमेलेक ने कहा मैं नहीं जानता कि किसने यह काम किया और तूने भी मुझे नहीं बताया और न मैंने आज से पहले इसके विषय में कुछ सुना +4751,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_027.wav,तब अब्राहम ने भेड़बकरी और गायबैल अबीमेलेक को दिए और उन दोनों ने आपस में वाचा बाँधी +4752,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_028.wav,अब्राहम ने सात मादा मेम्नों को अलग कर रखा +4753,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_029.wav,तब अबीमेलेक ने अब्राह�� से पूछा इन सात बच्चियों का जो तूने अलग कर रखी हैं क्या प्रयोजन है +4754,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_030.wav,उसने कहा तू इन सात बच्चियों को इस बात की साक्षी जानकर मेरे हाथ से ले कि मैंने यह कुआँ खोदा है +4755,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_031.wav,उन दोनों ने जो उस स्थान में आपस में शपथ खाई इसी कारण उसका नाम बेर्शेबा पड़ा +4756,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_032.wav,जब उन्होंने बेर्शेबा में परस्पर वाचा बाँधी तब अबीमेलेक और उसका सेनापति पीकोल उठकर पलिश्तियों के देश में लौट गए +4757,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_033.wav,फिर अब्राहम ने बेर्शेबा में झाऊ का एक वृक्ष लगाया और वहाँ यहोवा से जो सनातन परमेश्वर है प्रार्थना की +4758,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_021_034.wav,अब्राहम पलिश्तियों के देश में बहुत दिनों तक परदेशी होकर रहा +4759,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_001.wav,इन बातों के पश्चात् ऐसा हुआ कि परमेश्वर ने अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा की हे अब्राहम उसने कहा देख मैं यहाँ हूँ +4760,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_002.wav,उसने कहा अपने पुत्र को अर्थात् अपने एकलौते पुत्र इसहाक को जिससे तू प्रेम रखता है संग लेकर मोरिय्याह देश में चला जा और वहाँ उसको एक पहाड़ के ऊपर जो मैं तुझे बताऊँगा होमबलि करके चढ़ा +4761,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_003.wav,अतः अब्राहम सवेरे तड़के उठा और अपने गदहे पर काठी कसकर अपने दो सेवक और अपने पुत्र इसहाक को संग लिया और होमबलि के लिये लकड़ी चीर ली तब निकलकर उस स्थान की ओर चला जिसकी चर्चा परमेश्वर ने उससे की थी +4762,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_004.wav,तीसरे दिन अब्राहम ने आँखें उठाकर उस स्थान को दूर से देखा +4763,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_005.wav,और उसने अपने सेवकों से कहा गदहे के पास यहीं ठहरे रहो यह लड़का और मैं वहाँ तक जाकर और दण्डवत् करके फिर तुम्हारे पास लौट आएँगे +4764,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_006.wav,तब अब्राहम ने होमबलि की लकड़ी ले अपने पुत्र इसहाक पर लादी और आग और छुरी को अपने हाथ में लिया और वे दोनों एक साथ चल पड़े +4765,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_007.wav,इसहाक ने अपने पिता अब्राहम से कहा हे मेरे पिता उसने कहा हे मेरे पुत्र क्या बात है उसने कहा देख आग और लकड़ी तो हैं पर होमबलि के लिये भेड़ कहाँ है +4766,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_008.wav,अब्राहम ने कहा हे मेरे पुत्र परमेश्वर होमबलि की भेड़ का उपाय आप ही करेगा और वे दोनों संगसंग आगे चलते गए +4767,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_009.wav,जब वे उस स्थान को जिसे परमेश्वर ने उसको बताया था पहुँचे तब अब्राहम ने वहाँ वेदी बनाकर लकड़ी को चुनचुनकर रखा और अपने पुत्र इसहाक को बाँधकर वेदी पर रखी लकड़ियों के ऊपर रख दिया +4768,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_010.wav,फिर अब्राहम ने हाथ बढ़ाकर छुरी को ले लिया कि अपने पुत्र को बलि करे +4769,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_011.wav,तब यहोवा के दूत ने स्वर्ग से उसको पुकारकर कहा हे अब्राहम हे अब्राहम उसने कहा देख मैं यहाँ हूँ +4770,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_012.wav,उसने कहा उस लड़के पर हाथ मत बढ़ा और न उसे कुछ कर क्योंकि तूने जो मुझसे अपने पुत्र वरन् अपने एकलौते पुत्र को भी नहीं रख छोड़ा इससे मैं अब जान गया कि तू परमेश्वर का भय मानता है +4771,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_013.wav,तब अब्राहम ने आँखें उठाई और क्या देखा कि उसके पीछे एक मेढ़ा अपने सींगों से एक झाड़ी में फँसा हुआ है अतः अब्राहम ने जाकर उस मेढ़े को लिया और अपने पुत्र के स्थान पर होमबलि करके चढ़ाया +4772,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_014.wav,अब्राहम ने उस स्थान का नाम यहोवा यिरे रखा इसके अनुसार आज तक भी कहा जाता है यहोवा के पहाड़ पर प्रदान किया जाएगा +4773,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_015.wav,फिर यहोवा के दूत ने दूसरी बार स्वर्ग से अब्राहम को पुकारकर कहा +4774,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_016.wav,यहोवा की यह वाणी है कि मैं अपनी ही यह शपथ खाता हूँ कि तूने जो यह काम किया है कि अपने पुत्र वरन् अपने एकलौते पुत्र को भी नहीं रख छोड़ा +4775,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_017.wav,इस कारण मैं निश्चय तुझे आशीष दूँगा और निश्चय तेरे वंश को आकाश के तारागण और समुद्र तट के रेतकणों के समान अनगिनत करूँगा और तेरा वंश अपने शत्रुओं के नगरों का अधिकारी होगा +4776,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_018.wav,और पृथ्वी की सारी जातियाँ अपने को तेरे वंश के कारण धन्य मानेंगी क्योंकि तूने मेरी बात मानी है +4777,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_019.wav,तब अब्राहम अपने सेवकों के पास लौट आया और वे सब बेर्शेबा को संगसंग गए और अब्राहम बेर्शेबा में रहने लगा +4778,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_020.wav,इन बातों के पश्चात् ऐसा हुआ कि अब्राहम को यह सन्देश मिला मिल्का के तेरे भाई नाहोर से सन्तान उत्पन्न हुई हैं +4779,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_021.wav,मिल्का के पुत्र तो ये हुए अर्थात् उसका जेठा ऊस और ऊस का भाई बूज और कमूएल जो अराम का पिता हुआ +4780,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_022.wav,फिर केसेद हज़ो पिल्दाश यिद्लाप और बतूएल +4781,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_023.wav,इन आठों को मिल्का ने अब्राहम के भाई नाहोर के द्वारा जन्म दिया और बतूएल से रिबका उत्पन्न हुई +4782,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_022_024.wav,फिर नाहोर के रूमा नामक एक रखैल भी थी जिससे तेबह गहम तहश और माका उत्पन्न हुए +4783,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_001.wav,सारा तो एक सौ सताईस वर्ष की आयु को पहुँची और जब सारा की इतनी आयु हुई +4784,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_002.wav,तब वह किर्यतअर्बा में मर गई यह तो कनान देश में है और हेब्रोन भी कहलाता है इसलिए अब्राहम सारा के लिये रोनेपीटने को वहाँ गया +4785,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_003.wav,तब अब्राहम शव के पास से उठकर हित्तियों से कहने लगा +4786,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_004.wav,मैं तुम्हारे बीच अतिथि और परदेशी हूँ मुझे अपने मध्य में कब्रिस्तान के लिये ऐसी भूमि दो जो मेरी निज की हो जाए कि मैं अपने मृतक को गाड़कर अपनी आँख से दूर करूँ +4787,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_005.wav,हित्तियों ने अब्राहम से कहा +4788,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_006.wav,हे हमारे प्रभु हमारी सुन तू तो हमारे बीच में बड़ा प्रधान है हमारी कब्रों में से जिसको तू चाहे उसमें अपने मृतक को गाड़ हम में से कोई तुझे अपनी कब्र के लेने से न रोकेगा कि तू अपने मृतक को उसमें गाड़ने न पाए +4789,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_007.wav,तब अब्राहम उठकर खड़ा हुआ और हित्तियों के सामने जो उस देश के निवासी थे दण्डवत् करके कहने लगा +4790,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_008.wav,यदि तुम्हारी यह इच्छा हो कि मैं अपने मृतक को गाड़कर अपनी आँख से दूर करूँ तो मेरी प्रार्थना है कि सोहर के पुत्र एप्रोन से मेरे लिये विनती करो +4791,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_009.wav,कि वह अपनी मकपेलावाली गुफा जो उसकी भूमि की सीमा पर है उसका पूरा दाम लेकर मुझे दे दे कि वह तुम्हारे बीच कब्रिस्तान के लिये मेरी निज भूमि हो जाए +4792,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_010.wav,एप्रोन तो हित्तियों के बीच वहाँ बैठा हुआ था इसलिए जितने हित्ती उसके नगर के फाटक से होकर भीतर जाते थे उन सभी के सामने उसने अब्राहम को उत्तर दिया +4793,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_011.wav,हे मेरे प्रभु ऐसा नहीं मेरी सुन वह भूमि मैं तुझे देता हूँ और उसमें जो गुफा है वह भी मैं तुझे देता हूँ अपने जातिभाइयों के सम्मुख मैं उसे तुझको दिए देता हूँ अतः अपने मृतक को कब्र में रख +4794,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_012.wav,तब अब्राहम ने उस देश के निवासियों के सामने दण्डवत् किया +4795,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_013.wav,और उनके सुनते हुए एप्रोन से कहा यदि तू ऐसा चाहे तो मेरी सुन उस भूमि का जो दाम हो वह मैं देना चाहता हूँ उसे मुझसे ले ले तब मैं अपने मुर्दे को वहाँ गाड़ूँगा +4796,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_014.wav,एप्रोन ने अब्राहम को यह उत्तर दिया +4797,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_015.wav,हे मेरे प्रभु मेरी बात सुन उस भूमि का दाम तो चार सौ शेकेल रूपा है पर मेरे और तेरे बीच में यह क्या है अपने मुर्दे को कब्र में रख +4798,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_016.wav,अब्राहम ने एप्रोन की मानकर उसको उतना रूपा तौल दिया जितना उसने हित्तियों के सुनते हुए कहा था अर्थात् चार सौ ऐसे शेकेल जो व्यापारियों में चलते थे +4799,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_017.wav,इस प्रकार एप्रोन की भूमि जो मम्रे के सम्मुख की मकपेला में थी वह गुफा समेत और उन सब वृक्षों समेत भी जो उसमें और उसके चारों ओर सीमा पर थे +4800,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_018.wav,जितने हित्ती उसके नगर के फाटक से होकर भीतर जाते थे उन सभी के सामने अब्राहम के अधिकार में पक्की रीति से आ गई +4801,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_019.wav,इसके पश्चात् अब्राहम ने अपनी पत्नी सारा को उस मकपेलावाली भूमि की गुफा में जो मम्रे के अर्थात् हेब्रोन के सामने कनान देश में है मिट्टी दी +4802,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_023_020.wav,इस प्रकार वह भूमि गुफा समेत जो उसमें थी हित्तियों की ओर से कब्रिस्तान के लिये अब्राहम के अधिकार में पूरी रीति से आ गई +4803,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_001.wav,अब्राहम अब वृद्ध हो गया था और उसकी आयु बहुत थी और यहोवा ने सब बातों में उसको आशीष दी थी +4804,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_002.wav,अब्राहम ने अपने उस दास से जो उसके घर में पुरनिया और उसकी सारी सम्पत्ति पर अधिकारी था कहा अपना हाथ मेरी जाँघ के नीचे रख +4805,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_003.wav,और मुझसे आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर यहोवा की इस विषय में शपथ खा कि तू मेरे पुत्र के लिये कनानियों की लड़कियों में से जिनके बीच मैं रहता हूँ किसी को न ले आएगा +4806,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_004.wav,परन्तु तू मेरे देश में मेरे ही कुटुम्बियों के पास जाकर मेरे पुत्र इसहाक के लिये एक पत्नी ले आएगा +4807,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_005.wav,दास ने उससे कहा कदाचित् वह स्त्री इस देश में मेरे साथ आना न चाहे तो क्या मुझे तेरे पुत्र को उस देश में जहाँ से तू आया है ले जाना पड़ेगा +4808,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_006.wav,अब्राहम ने उससे कहा चौकस रह मेरे पुत्र को वहाँ कभी न ले जाना +4809,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_007.wav,स्वर्ग का परमेश्वर यहोवा जिसने मुझे मेरे पिता के घर से और मेरी जन्मभूमि से ले आकर मुझसे शपथ खाकर कहा कि मैं यह देश तेरे वंश को दूँगा वही अपना दूत तेरे आगेआगे भेजेगा कि तू मेरे पुत्र के लिये वहाँ से एक स्त्री ले आए +4810,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_008.wav,और यदि वह स्त्री तेरे साथ आना न चाहे तब तो तू मेरी इस शपथ से छूट जाएगा पर मेरे पुत्र को वहाँ न ले जाना +4811,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_009.wav,तब उस दास ने अपने स्वामी अब्राहम की जाँघ के नीचे अपना हाथ रखकर उससे इस विषय की शपथ खाई +4812,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_010.wav,तब वह दास अपने स्वामी के ऊँटों में से दस ऊँट छाँटकर उसके सब उत्तमउत्तम पदार्थों में से कुछ कुछ लेकर चला और अरम्नहरैम में नाहोर के नगर के पास पहुँचा +4813,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_011.wav,और उसने ऊँटों को नगर के बाहर एक कुएँ ���े पास बैठाया वह संध्या का समय था जिस समय स्त्रियाँ जल भरने के लिये निकलती हैं +4814,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_012.wav,वह कहने लगा हे मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर यहोवा आज मेरे कार्य को सिद्ध कर और मेरे स्वामी अब्राहम पर करुणा कर +4815,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_013.wav,देख मैं जल के इस सोते के पास खड़ा हूँ और नगरवासियों की बेटियाँ जल भरने के लिये निकली आती हैं +4816,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_014.wav,इसलिए ऐसा होने दे कि जिस कन्या से मैं कहूँ अपना घड़ा मेरी ओर झुका कि मैं पीऊँ और वह कहे ले पी ले बाद में मैं तेरे ऊँटों को भी पिलाऊँगी यह वही हो जिसे तूने अपने दास इसहाक के लिये ठहराया हो इसी रीति मैं जान लूँगा कि तूने मेरे स्वामी पर करुणा की है +4817,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_015.wav,और ऐसा हुआ कि जब वह कह ही रहा था कि रिबका जो अब्राहम के भाई नाहोर के जन्माये मिल्का के पुत्र बतूएल की बेटी थी वह कंधे पर घड़ा लिये हुए आई +4818,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_016.wav,वह अति सुन्दर और कुमारी थी और किसी पुरुष का मुँह न देखा था वह कुएँ में सोते के पास उतर गई और अपना घड़ा भरकर फिर ऊपर आई +4819,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_017.wav,तब वह दास उससे भेंट करने को दौड़ा और कहा अपने घड़े में से थोड़ा पानी मुझे पिला दे +4820,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_018.wav,उसने कहा हे मेरे प्रभु ले पी ले और उसने फुर्ती से घड़ा उतारकर हाथ में लियेलिये उसको पानी पिला दिया +4821,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_019.wav,जब वह उसको पिला चुकी तब कहा मैं तेरे ऊँटों के लिये भी तब तक पानी भरभर लाऊँगी जब तक वे पी न चुकें +4822,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_020.wav,तब वह फुर्ती से अपने घड़े का जल हौद में उण्डेलकर फिर कुएँ पर भरने को दौड़ गई और उसके सब ऊँटों के लिये पानी भर दिया +4823,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_021.wav,और वह पुरुष उसकी ओर चुपचाप अचम्भे के साथ ताकता हुआ यह सोचता था कि यहोवा ने मेरी यात्रा को सफल किया है कि नहीं +4824,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_022.wav,जब ऊँट पी चुके तब उस पुरुष ने आधा तोला सोने का एक नत्थ निकालकर उसको दिया और दस तोले सोने के कंगन उसके हाथों में पहना दिए +4825,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_023.wav,और पूछा तू किसकी बेटी है यह मुझ को बता क्या तेरे पिता के घर में हमारे टिकने के लिये स्थान है +4826,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_024.wav,उसने उत्तर दिया मैं तो नाहोर के जन्माए मिल्का के पुत्र बतूएल की बेटी हूँ +4827,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_025.wav,फिर उसने उससे कहा हमारे यहाँ पुआल और चारा बहुत है और टिकने के लिये स्थान भी है +4828,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_026.wav,तब उस पुरुष ने सिर झुकाकर यहोवा को दण्डवत् करके कहा +4829,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_027.wav,धन्य है मेरे स्वाम�� अब्राहम का परमेश्वर यहोवा जिसने अपनी करुणा और सच्चाई को मेरे स्वामी पर से हटा नहीं लिया यहोवा ने मुझ को ठीक मार्ग पर चलाकर मेरे स्वामी के भाईबन्धुओं के घर पर पहुँचा दिया है +4830,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_028.wav,तब उस कन्या ने दौड़कर अपनी माता को इस घटना का सारा हाल बता दिया +4831,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_029.wav,तब लाबान जो रिबका का भाई था बाहर कुएँ के निकट उस पुरुष के पास दौड़ा गया +4832,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_030.wav,और ऐसा हुआ कि जब उसने वह नत्थ और अपनी बहन रिबका के हाथों में वे कंगन भी देखे और उसकी यह बात भी सुनी कि उस पुरुष ने मुझसे ऐसी बातें कहीं तब वह उस पुरुष के पास गया और क्या देखा कि वह सोते के निकट ऊँटों के पास खड़ा है +4833,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_031.wav,उसने कहा हे यहोवा की ओर से धन्य पुरुष भीतर आ तू क्यों बाहर खड़ा है मैंने घर को और ऊँटों के लिये भी स्थान तैयार किया है +4834,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_032.wav,इस पर वह पुरुष घर में गया और लाबान ने ऊँटों की काठियाँ खोलकर पुआल और चारा दिया और उसके और उसके साथियों के पाँव धोने को जल दिया +4835,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_033.wav,तब अब्राहम के दास के आगे जलपान के लिये कुछ रखा गया पर उसने कहा मैं जब तक अपना प्रयोजन न कह दूँ तब तक कुछ न खाऊँगा लाबान ने कहा कह दे +4836,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_034.wav,तब उसने कहा मैं तो अब्राहम का दास हूँ +4837,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_035.wav,यहोवा ने मेरे स्वामी को बड़ी आशीष दी है इसलिए वह महान पुरुष हो गया है और उसने उसको भेड़बकरी गायबैल सोनारूपा दासदासियाँ ऊँट और गदहे दिए हैं +4838,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_036.wav,और मेरे स्वामी की पत्नी सारा के बुढ़ापे में उससे एक पुत्र उत्पन्न हुआ है और उस पुत्र को अब्राहम ने अपना सब कुछ दे दिया है +4839,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_037.wav,मेरे स्वामी ने मुझे यह शपथ खिलाई है कि मैं उसके पुत्र के लिये कनानियों की लड़कियों में से जिनके देश में वह रहता है कोई स्त्री न ले आऊँगा +4840,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_038.wav,मैं उसके पिता के घर और कुल के लोगों के पास जाकर उसके पुत्र के लिये एक स्त्री ले आऊँगा +4841,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_039.wav,तब मैंने अपने स्वामी से कहा कदाचित् वह स्त्री मेरे पीछे न आए +4842,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_040.wav,तब उसने मुझसे कहा यहोवा जिसके सामने मैं चलता आया हूँ वह तेरे संग अपने दूत को भेजकर तेरी यात्रा को सफल करेगा और तू मेरे कुल और मेरे पिता के घराने में से मेरे पुत्र के लिये एक स्त्री ले आ सकेगा +4843,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_041.wav,तू तब ही मेरी इस शपथ से छूटेगा जब तू मेरे कुल के लोगों के पास पहुँचेगा और यदि वे तुझ�� कोई स्त्री न दें तो तू मेरी शपथ से छूटेगा +4844,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_042.wav,इसलिए मैं आज उस कुएँ के निकट आकर कहने लगा हे मेरे स्वामी अब्राहम के परमेश्वर यहोवा यदि तू मेरी इस यात्रा को सफल करता हो +4845,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_043.wav,तो देख मैं जल के इस कुएँ के निकट खड़ा हूँ और ऐसा हो कि जो कुमारी जल भरने के लिये आए और मैं उससे कहूँ अपने घड़े में से मुझे थोड़ा पानी पिला +4846,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_044.wav,और वह मुझसे कहे पी ले और मैं तेरे ऊँटों के पीने के लिये भी पानी भर दूँगी वह वही स्त्री हो जिसको तूने मेरे स्वामी के पुत्र के लिये ठहराया है +4847,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_045.wav,मैं मन ही मन यह कह ही रहा था कि देख रिबका कंधे पर घड़ा लिये हुए निकल आई फिर वह सोते के पास उतरकर भरने लगी मैंने उससे कहा मुझे पानी पिला दे +4848,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_046.wav,और उसने जल्दी से अपने घड़े को कंधे पर से उतार के कहा ले पी ले पीछे मैं तेरे ऊँटों को भी पिलाऊँगी इस प्रकार मैंने पी लिया और उसने ऊँटों को भी पिला दिया +4849,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_047.wav,तब मैंने उससे पूछा तू किसकी बेटी है और उसने कहा मैं तो नाहोर के जन्माए मिल्का के पुत्र बतूएल की बेटी हूँ तब मैंने उसकी नाक में वह नत्थ और उसके हाथों में वे कंगन पहना दिए +4850,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_048.wav,फिर मैंने सिर झुकाकर यहोवा को दण्डवत् किया और अपने स्वामी अब्राहम के परमेश्वर यहोवा को धन्य कहा क्योंकि उसने मुझे ठीक मार्ग से पहुँचाया कि मैं अपने स्वामी के पुत्र के लिये उसके कुटुम्बी की पुत्री को ले जाऊँ +4851,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_049.wav,इसलिए अब यदि तुम मेरे स्वामी के साथ कृपा और सच्चाई का व्यवहार करना चाहते हो तो मुझसे कहो और यदि नहीं चाहते हो तो भी मुझसे कह दो ताकि मैं दाहिनी ओर या बाईं ओर फिर जाऊँ +4852,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_050.wav,तब लाबान और बतूएल ने उत्तर दिया यह बात यहोवा की ओर से हुई है इसलिए हम लोग तुझ से न तो भला कह सकते हैं न बुरा +4853,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_051.wav,देख रिबका तेरे सामने है उसको ले जा और वह यहोवा के वचन के अनुसार तेरे स्वामी के पुत्र की पत्नी हो जाए +4854,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_052.wav,उनकी यह बात सुनकर अब्राहम के दास ने भूमि पर गिरकर यहोवा को दण्डवत् किया +4855,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_053.wav,फिर उस दास ने सोने और रूपे के गहने और वस्त्र निकालकर रिबका को दिए और उसके भाई और माता को भी उसने अनमोलअनमोल वस्तुएँ दीं +4856,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_054.wav,तब उसने अपने संगी जनों समेत भोजन किया और रात वहीं बिताई उसने तड़के उठकर कहा मुझ को अपने स्वामी के पा�� जाने के लिये विदा करो +4857,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_055.wav,रिबका के भाई और माता ने कहा कन्या को हमारे पास कुछ दिन अर्थात् कम से कम दस दिन रहने दे फिर उसके पश्चात् वह चली जाएगी +4858,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_056.wav,उसने उनसे कहा यहोवा ने जो मेरी यात्रा को सफल किया है इसलिए तुम मुझे मत रोको अब मुझे विदा कर दो कि मैं अपने स्वामी के पास जाऊँ +4859,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_057.wav,उन्होंने कहा हम कन्या को बुलाकर पूछते हैं और देखेंगे कि वह क्या कहती है +4860,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_058.wav,और उन्होंने रिबका को बुलाकर उससे पूछा क्या तू इस मनुष्य के संग जाएगी उसने कहा हाँ मैं जाऊँगी +4861,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_059.wav,तब उन्होंने अपनी बहन रिबका और उसकी दाई और अब्राहम के दास और उसके साथी सभी को विदा किया +4862,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_060.wav,और उन्होंने रिबका को आशीर्वाद देकर कहा हे हमारी बहन तू हजारों लाखों की आदिमाता हो और तेरा वंश अपने बैरियों के नगरों का अधिकारी हो +4863,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_061.wav,तब रिबका अपनी सहेलियों समेत चली और ऊँट पर चढ़कर उस पुरुष के पीछे हो ली इस प्रकार वह दास रिबका को साथ लेकर चल दिया +4864,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_062.wav,इसहाक जो दक्षिण देश में रहता था लहैरोई नामक कुएँ से होकर चला आता था +4865,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_063.wav,साँझ के समय वह मैदान में ध्यान करने के लिये निकला था और उसने आँखें उठाकर क्या देखा कि ऊँट चले आ रहे हैं +4866,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_064.wav,रिबका ने भी आँखें उठाकर इसहाक को देखा और देखते ही ऊँट पर से उतर पड़ी +4867,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_065.wav,तब उसने दास से पूछा जो पुरुष मैदान पर हम से मिलने को चला आता है वह कौन है दास ने कहा वह तो मेरा स्वामी है तब रिबका ने घूँघट लेकर अपने मुँह को ढाँप लिया +4868,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_066.wav,दास ने इसहाक से अपने साथ हुई घटना का वर्णन किया +4869,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_024_067.wav,तब इसहाक रिबका को अपनी माता सारा के तम्बू में ले आया और उसको ब्याह कर उससे प्रेम किया इस प्रकार इसहाक को माता की मृत्यु के पश्चात् शान्ति प्राप्त हुई +4870,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_001.wav,तब अब्राहम ने एक पत्नी ब्याह ली जिसका नाम कतूरा था +4871,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_002.wav,उससे जिम्रान योक्षान मदना मिद्यान यिशबाक और शूह उत्पन्न हुए +4872,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_003.wav,योक्षान से शेबा और ददान उत्पन्न हुए और ददान के वंश में अश्शूरी लतूशी और लुम्मी लोग हुए +4873,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_004.wav,मिद्यान के पुत्र एपा एपेर हनोक अबीदा और एल्दा हुए ये सब कतूरा की सन्तान हुए +4874,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_005.wav,इसहाक को तो अब्राहम ने अपना सब कुछ दिया +4875,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_006.wav,पर अपनी रखैलियों के पुत्रों को कुछ कुछ देकर अपने जीते जी अपने पुत्र इसहाक के पास से पूर्व देश में भेज दिया +4876,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_007.wav,अब्राहम की सारी आयु एक सौ पचहत्तर वर्ष की हुई +4877,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_008.wav,अब्राहम का दीर्घायु होने के कारण अर्थात् पूरे बुढ़ापे की अवस्था में प्राण छूट गया और वह अपने लोगों में जा मिला +4878,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_009.wav,उसके पुत्र इसहाक और इश्माएल ने हित्ती सोहर के पुत्र एप्रोन की मम्रे के सम्मुखवाली भूमि में जो मकपेला की गुफा थी उसमें उसको मिट्टी दी +4879,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_010.wav,अर्थात् जो भूमि अब्राहम ने हित्तियों से मोल ली थी उसी में अब्राहम और उसकी पत्नी सारा दोनों को मिट्टी दी गई +4880,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_011.wav,अब्राहम के मरने के पश्चात् परमेश्वर ने उसके पुत्र इसहाक को जो लहैरोई नामक कुएँ के पास रहता था आशीष दी +4881,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_012.wav,अब्राहम का पुत्र इश्माएल जो सारा की मिस्री दासी हागार से उत्पन्न हुआ था उसकी यह वंशावली है +4882,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_013.wav,इश्माएल के पुत्रों के नाम और वंशावली यह है अर्थात् इश्माएल का जेठा पुत्र नबायोत फिर केदार अदबएल मिबसाम +4883,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_014.wav,मिश्मा दूमा मस्सा +4884,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_015.wav,हदद तेमा यतूर नापीश और केदमा +4885,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_016.wav,इश्माएल के पुत्र ये ही हुए और इन्हीं के नामों के अनुसार इनके गाँवों और छावनियों के नाम भी पड़े और ये ही बारह अपनेअपने कुल के प्रधान हुए +4886,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_017.wav,इश्माएल की सारी आयु एक सौ सैंतीस वर्ष की हुई तब उसके प्राण छूट गए और वह अपने लोगों में जा मिला +4887,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_018.wav,और उसके वंश हवीला से शूर तक जो मिस्र के सम्मुख अश्शूर के मार्ग में है बस गए और उनका भाग उनके सब भाईबन्धुओं के सम्मुख पड़ा +4888,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_019.wav,अब्राहम के पुत्र इसहाक की वंशावली यह है अब्राहम से इसहाक उत्पन्न हुआ +4889,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_020.wav,और इसहाक ने चालीस वर्ष का होकर रिबका को जो पद्दनराम के वासी अरामी बतूएल की बेटी और अरामी लाबान की बहन थी ब्याह लिया +4890,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_021.wav,इसहाक की पत्नी तो बाँझ थी इसलिए उसने उसके निमित्त यहोवा से विनती की और यहोवा ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार उसकी पत्नी रिबका गर्भवती हुई +4891,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_022.wav,लड़के उसके गर्भ में आपस में लिपटकर एक दूसरे को मारने लगे तब उसने कहा मेरी जो ऐसी ही दशा रहेगी तो मैं कैसे जीवित रहूँगी और वह यहोवा की इच्छा पूछने को गई +4892,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_023.wav,तब यहोवा ने उससे कहा तेरे गर्भ में दो जातियाँ हैं और तेरी कोख से निकलते ही दो राज्य के लोग अलगअलग होंगे और एक राज्य के लोग दूसरे से अधिक सामर्थी होंगे और बड़ा बेटा छोटे के अधीन होगा +4893,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_024.wav,जब उसके पुत्र उत्पन्न होने का समय आया तब क्या प्रगट हुआ कि उसके गर्भ में जुड़वे बालक हैं +4894,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_025.wav,पहला जो उत्पन्न हुआ वह लाल निकला और उसका सारा शरीर कम्बल के समान रोममय था इसलिए उसका नाम एसाव रखा गया +4895,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_026.wav,पीछे उसका भाई अपने हाथ से एसाव की एड़ी पकड़े हुए उत्पन्न हुआ और उसका नाम याकूब रखा गया जब रिबका ने उनको जन्म दिया तब इसहाक साठ वर्ष का था +4896,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_027.wav,फिर वे लड़के बढ़ने लगे और एसाव तो वनवासी होकर चतुर शिकार खेलनेवाला हो गया पर याकूब सीधा मनुष्य था और तम्बुओं में रहा करता था +4897,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_028.wav,इसहाक एसाव के अहेर का माँस खाया करता था इसलिए वह उससे प्रीति रखता था पर रिबका याकूब से प्रीति रखती थी +4898,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_029.wav,एक दिन याकूब भोजन के लिये कुछ दाल पका रहा था और एसाव मैदान से थका हुआ आया +4899,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_030.wav,तब एसाव ने याकूब से कहा वह जो लाल वस्तु है उसी लाल वस्तु में से मुझे कुछ खिला क्योंकि मैं थका हूँ इसी कारण उसका नाम एदोम भी पड़ा +4900,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_031.wav,याकूब ने कहा अपना पहलौठे का अधिकार आज मेरे हाथ बेच दे +4901,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_032.wav,एसाव ने कहा देख मैं तो अभी मरने पर हूँ इसलिए पहलौठे के अधिकार से मेरा क्या लाभ होगा +4902,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_033.wav,याकूब ने कहा मुझसे अभी शपथ खा अतः उसने उससे शपथ खाई और अपना पहलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच डाला +4903,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_025_034.wav,इस पर याकूब ने एसाव को रोटी और पकाई हुई मसूर की दाल दी और उसने खाया पिया तब उठकर चला गया इस प्रकार एसाव ने अपना पहलौठे का अधिकार तुच्छ जाना +4904,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_001.wav,उस देश में अकाल पड़ा वह उस पहले अकाल से अलग था जो अब्राहम के दिनों में पड़ा था इसलिए इसहाक गरार को पलिश्तियों के राजा अबीमेलेक के पास गया +4905,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_002.wav,वहाँ यहोवा ने उसको दर्शन देकर कहा मिस्र में मत जा जो देश मैं तुझे बताऊँ उसी में रह +4906,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_003.wav,तू इसी देश में रह और मैं तेरे संग रहूँगा और तुझे आशीष दूँगा और ये सब देश मैं तुझको और तेरे वंश को दूँगा और जो शपथ मैंने तेरे पिता अब्राहम से खाई थी उसे मैं पूरी करूँगा +4907,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_004.wav,और मैं तेरे वंश को आकाश के तारागण के समान करूँगा और मैं तेरे वंश को ये सब देश दूँगा और पृथ्वी की सारी जातियाँ तेरे वंश के कारण अपने को धन्य मानेंगी +4908,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_005.wav,क्योंकि अब्राहम ने मेरी मानी और जो मैंने उसे सौंपा था उसको और मेरी आज्ञाओं विधियों और व्यवस्था का पालन किया +4909,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_006.wav,इसलिए इसहाक गरार में रह गया +4910,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_007.wav,जब उस स्थान के लोगों ने उसकी पत्नी के विषय में पूछा तब उसने यह सोचकर कि यदि मैं उसको अपनी पत्नी कहूँ तो यहाँ के लोग रिबका के कारण जो परम सुन्दरी है मुझ को मार डालेंगे उत्तर दिया वह तो मेरी बहन है +4911,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_008.wav,जब उसको वहाँ रहते बहुत दिन बीत गए तब एक दिन पलिश्तियों के राजा अबीमेलेक ने खिड़की में से झाँककर क्या देखा कि इसहाक अपनी पत्नी रिबका के साथ क्रीड़ा कर रहा है +4912,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_009.wav,तब अबीमेलेक ने इसहाक को बुलवाकर कहा वह तो निश्चय तेरी पत्नी है फिर तूने क्यों उसको अपनी बहन कहा इसहाक ने उत्तर दिया मैंने सोचा था कि ऐसा न हो कि उसके कारण मेरी मृत्यु हो +4913,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_010.wav,अबीमेलेक ने कहा तूने हम से यह क्या किया ऐसे तो प्रजा में से कोई तेरी पत्नी के साथ सहज से कुकर्म कर सकता और तू हमको पाप में फँसाता +4914,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_011.wav,इसलिए अबीमेलेक ने अपनी सारी प्रजा को आज्ञा दी जो कोई उस पुरुष को या उस स्त्री को छूएगा वह निश्चय मार डाला जाएगा +4915,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_012.wav,फिर इसहाक ने उस देश में जोता बोया और उसी वर्ष में सौ गुणा फल पाया और यहोवा ने उसको आशीष दी +4916,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_013.wav,और वह बढ़ा और उसकी उन्नति होती चली गई यहाँ तक कि वह बहुत धनी पुरुष हो गया +4917,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_014.wav,जब उसके भेड़बकरी गायबैल और बहुत से दासदासियाँ हुईं तब पलिश्ती उससे डाह करने लगे +4918,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_015.wav,इसलिए जितने कुओं को उसके पिता अब्राहम के दासों ने अब्राहम के जीते जी खोदा था उनको पलिश्तियों ने मिट्टी से भर दिया +4919,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_016.wav,तब अबीमेलेक ने इसहाक से कहा हमारे पास से चला जा क्योंकि तू हम से बहुत सामर्थी हो गया है +4920,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_017.wav,अतः इसहाक वहाँ से चला गया और गरार की घाटी में अपना तम्बू खड़ा करके वहाँ रहने लगा +4921,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_018.wav,तब जो कुएँ उसके पिता अब्राहम के दिनों में खोदे गए थे और अब्राहम के मरने के पीछे पलिश्तियों ने भर दिए थे उनको इसहाक ने फिर से खुदवाया और उनके वे ही नाम रखे जो उसके पिता ने रखे थे +4922,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_019.wav,फिर इसहाक के दासों को घाटी में खोदतेखोदते बहते जल का एक सोता मिला +4923,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_020.wav,तब गरार के चरवाहों ने इसहाक के चरवाहों से झगड़ा किया और कहा यह जल हमारा है इसलिए उसने उस कुएँ का नाम एसेक रखा क्योंकि वे उससे झगड़े थे +4924,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_021.wav,फिर उन्होंने दूसरा कुआँ खोदा और उन्होंने उसके लिये भी झगड़ा किया इसलिए उसने उसका नाम सित्ना रखा +4925,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_022.wav,तब उसने वहाँ से निकलकर एक और कुआँ खुदवाया और उसके लिये उन्होंने झगड़ा न किया इसलिए उसने उसका नाम यह कहकर रहोबोत रखा अब तो यहोवा ने हमारे लिये बहुत स्थान दिया है और हम इस देश में फूलेफलेंगे +4926,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_023.wav,वहाँ से वह बेर्शेबा को गया +4927,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_024.wav,और उसी दिन यहोवा ने रात को उसे दर्शन देकर कहा मैं तेरे पिता अब्राहम का परमेश्वर हूँ मत डर क्योंकि मैं तेरे साथ हूँ और अपने दास अब्राहम के कारण तुझे आशीष दूँगा और तेरा वंश बढ़ाऊँगा +4928,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_025.wav,तब उसने वहाँ एक वेदी बनाई और यहोवा से प्रार्थना की और अपना तम्बू वहीं खड़ा किया और वहाँ इसहाक के दासों ने एक कुआँ खोदा +4929,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_026.wav,तब अबीमेलेक अपने सलाहकार अहुज्जत और अपने सेनापति पीकोल को संग लेकर गरार से उसके पास गया +4930,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_027.wav,इसहाक ने उनसे कहा तुम ने मुझसे बैर करके अपने बीच से निकाल दिया था अब मेरे पास क्यों आए हो +4931,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_028.wav,उन्होंने कहा हमने तो प्रत्यक्ष देखा है कि यहोवा तेरे साथ रहता है इसलिए हमने सोचा कि तू तो यहोवा की ओर से धन्य है अतः हमारे तेरे बीच में शपथ खाई जाए और हम तुझ से इस विषय की वाचा बन्धाएँ +4932,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_029.wav,कि जैसे हमने तुझे नहीं छुआ वरन् तेरे साथ केवल भलाई ही की है और तुझको कुशल क्षेम से विदा किया उसके अनुसार तू भी हम से कोई बुराई न करेगा +4933,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_030.wav,तब उसने उनको भोज दिया और उन्होंने खायापिया +4934,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_031.wav,सवेरे उन सभी ने तड़के उठकर आपस में शपथ खाई तब इसहाक ने उनको विदा किया और वे कुशल क्षेम से उसके पास से चले गए +4935,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_032.wav,उसी दिन इसहाक के दासों ने आकर अपने उस खोदे हुए कुएँ का वृत्तान्त सुनाकर कहा हमको जल का एक सोता मिला है +4936,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_033.wav,तब उसने उसका नाम शिबा रखा इसी कारण उस नगर का नाम आज तक बेर्शेबा पड़ा है +4937,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_034.wav,जब एसाव चालीस वर्ष का हुआ तब उसने हित्ती बेरी की बेटी यहूदीत और हित्ती एलोन की बेटी बासमत को ब्याह लिया +4938,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_026_035.wav,और इन स्त्रियों के कारण इसहाक और रिबका के मन को खेद हुआ +4939,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_001.wav,जब इसहाक बूढ़ा हो गया और उसकी आँखें ऐसी धुंधली पड़ गईं कि उसको सूझता न था तब उसने अपने जेठे पुत्र एसाव को बुलाकर कहा हे मेरे पुत्र उसने कहा क्या आज्ञा +4940,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_002.wav,उसने कहा सुन मैं तो बूढ़ा हो गया हूँ और नहीं जानता कि मेरी मृत्यु का दिन कब होगा +4941,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_003.wav,इसलिए अब तू अपना तरकश और धनुष आदि हथियार लेकर मैदान में जा और मेरे लिये अहेर कर ले आ +4942,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_004.wav,तब मेरी रूचि के अनुसार स्वादिष्ट भोजन बनाकर मेरे पास ले आना कि मैं उसे खाकर मरने से पहले तुझे जी भरकर आशीर्वाद दूँ +4943,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_005.wav,तब एसाव अहेर करने को मैदान में गया जब इसहाक एसाव से यह बात कह रहा था तब रिबका सुन रही थी +4944,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_006.wav,इसलिए उसने अपने पुत्र याकूब से कहा सुन मैंने तेरे पिता को तेरे भाई एसाव से यह कहते सुना है +4945,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_007.wav,तू मेरे लिये अहेर करके उसका स्वादिष्ट भोजन बना कि मैं उसे खाकर तुझे यहोवा के आगे मरने से पहले आशीर्वाद दूँ +4946,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_008.wav,इसलिए अब हे मेरे पुत्र मेरी सुन और यह आज्ञा मान +4947,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_009.wav,कि बकरियों के पास जाकर बकरियों के दो अच्छेअच्छे बच्चे ले आ और मैं तेरे पिता के लिये उसकी रूचि के अनुसार उनके माँस का स्वादिष्ट भोजन बनाऊँगी +4948,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_010.wav,तब तू उसको अपने पिता के पास ले जाना कि वह उसे खाकर मरने से पहले तुझको आशीर्वाद दे +4949,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_011.wav,याकूब ने अपनी माता रिबका से कहा सुन मेरा भाई एसाव तो रोंआर पुरुष है और मैं रोमहीन पुरुष हूँ +4950,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_012.wav,कदाचित् मेरा पिता मुझे टटोलने लगे तो मैं उसकी दृष्टि में ठग ठहरूँगा और आशीष के बदले श्राप ही कमाऊँगा +4951,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_013.wav,उसकी माता ने उससे कहा हे मेरे पुत्र श्राप तुझ पर नहीं मुझी पर पड़े तू केवल मेरी सुन और जाकर वे बच्चे मेरे पास ले आ +4952,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_014.wav,तब याकूब जाकर उनको अपनी माता के पास ले आया और माता ने उसके पिता की रूचि के अनुसार स्वादिष्ट भोजन बना दिया +4953,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_015.wav,तब रिबका ने अपने पहलौठे पुत्र एसाव के सुन्दर वस्त्र जो उसके पास घर में थे लेकर अपने छोटे पुत्र याकूब को पहना दिए +4954,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_016.wav,और बकरियों के बच्चों की खालों को उसके हाथों में और उसके चिकने गले में लपेट दिया +4955,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_017.wav,और वह स्वादिष्ट भोजन और अपनी बनाई हुई रोटी भी अपने पुत्र याकूब के हाथ में दे दी +4956,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_018.wav,तब वह अपने पिता के पास गया और कहा हे मेरे पिता उसने कहा क्या बात है हे मेरे पुत्र तू कौन है +4957,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_019.wav,याकूब ने अपने पिता से कहा मैं तेरा जेठा पुत्र एसाव हूँ मैंने तेरी आज्ञा के अनुसार किया है इसलिए उठ और बैठकर मेरे अहेर के माँस में से खा कि तू जी से मुझे आशीर्वाद दे +4958,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_020.wav,इसहाक ने अपने पुत्र से कहा हे मेरे पुत्र क्या कारण है कि वह तुझे इतनी जल्दी मिल गया उसने यह उत्तर दिया तेरे परमेश्वर यहोवा ने उसको मेरे सामने कर दिया +4959,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_021.wav,फिर इसहाक ने याकूब से कहा हे मेरे पुत्र निकट आ मैं तुझे टटोलकर जानूँ कि तू सचमुच मेरा पुत्र एसाव है या नहीं +4960,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_022.wav,तब याकूब अपने पिता इसहाक के निकट गया और उसने उसको टटोलकर कहा बोल तो याकूब का सा है पर हाथ एसाव ही के से जान पड़ते हैं +4961,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_023.wav,और उसने उसको नहीं पहचाना क्योंकि उसके हाथ उसके भाई के से रोंआर थे अतः उसने उसको आशीर्वाद दिया +4962,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_024.wav,और उसने पूछा क्या तू सचमुच मेरा पुत्र एसाव है उसने कहा हाँ मैं हूँ +4963,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_025.wav,तब उसने कहा भोजन को मेरे निकट ले आ कि मैं अपने पुत्र के अहेर के माँस में से खाकर तुझे जी से आशीर्वाद दूँ तब वह उसको उसके निकट ले आया और उसने खाया और वह उसके पास दाखमधु भी लाया और उसने पिया +4964,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_026.wav,तब उसके पिता इसहाक ने उससे कहा हे मेरे पुत्र निकट आकर मुझे चूम +4965,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_027.wav,उसने निकट जाकर उसको चूमा और उसने उसके वस्त्रों का सुगन्ध पाकर उसको वह आशीर्वाद दिया देख मेरे पुत्र की सुगन्ध जो ऐसे खेत की सी है जिस पर यहोवा ने आशीष दी हो +4966,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_028.wav,परमेश्वर तुझे आकाश से ओस और भूमि की उत्तम से उत्तम उपज और बहुत सा अनाज और नया दाखमधु दे +4967,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_029.wav,राज्यराज्य के लोग तेरे अधीन हों और देशदेश के लोग तुझे दण्डवत् करें तू अपने भाइयों का स्वामी हो और तेरी माता के पुत्र तुझे दण्डवत् करें जो तुझे श्राप दें वे आप ही श्रापित हों और जो तुझे आशीर्वाद दें वे आशीष पाएँ +4968,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_030.wav,जैसे ही यह आशीर्वाद इसहाक याकूब को दे चुका और याकूब अपने पिता इसहाक के सामने से निकला ही था कि एसाव अहेर लेकर आ पहुँचा +4969,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_031.wav,तब वह भी स्वादिष्ट भोजन बनाकर अपने पिता के पास ले आया और उसने कहा हे मेरे पिता उठकर अपने पुत्र के अहेर ��ा माँस खा ताकि मुझे जी से आशीर्वाद दे +4970,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_032.wav,उसके पिता इसहाक ने पूछा तू कौन है उसने कहा मैं तेरा जेठा पुत्र एसाव हूँ +4971,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_033.wav,तब इसहाक ने अत्यन्त थरथर काँपते हुए कहा फिर वह कौन था जो अहेर करके मेरे पास ले आया था और मैंने तेरे आने से पहले सब में से कुछ कुछ खा लिया और उसको आशीर्वाद दिया वरन् उसको आशीष लगी भी रहेगी +4972,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_034.wav,अपने पिता की यह बात सुनते ही एसाव ने अत्यन्त ऊँचे और दुःख भरे स्वर से चिल्लाकर अपने पिता से कहा हे मेरे पिता मुझ को भी आशीर्वाद दे +4973,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_035.wav,उसने कहा तेरा भाई धूर्तता से आया और तेरे आशीर्वाद को लेकर चला गया +4974,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_036.wav,उसने कहा क्या उसका नाम याकूब यथार्थ नहीं रखा गया उसने मुझे दो बार अड़ंगा मारा मेरा पहलौठे का अधिकार तो उसने ले ही लिया था और अब देख उसने मेरा आशीर्वाद भी ले लिया है फिर उसने कहा क्या तूने मेरे लिये भी कोई आशीर्वाद नहीं सोच रखा है +4975,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_037.wav,इसहाक ने एसाव को उत्तर देकर कहा सुन मैंने उसको तेरा स्वामी ठहराया और उसके सब भाइयों को उसके अधीन कर दिया और अनाज और नया दाखमधु देकर उसको पुष्ट किया है इसलिए अब हे मेरे पुत्र मैं तेरे लिये क्या करूँ +4976,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_038.wav,एसाव ने अपने पिता से कहा हे मेरे पिता क्या तेरे मन में एक ही आशीर्वाद है हे मेरे पिता मुझ को भी आशीर्वाद दे यह कहकर एसाव फूट फूटकर रोया +4977,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_039.wav,उसके पिता इसहाक ने उससे कहा सुन तेरा निवास उपजाऊ भूमि से दूर हो और ऊपर से आकाश की ओस उस पर न पड़े +4978,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_040.wav,तू अपनी तलवार के बल से जीवित रहे और अपने भाई के अधीन तो होए पर जब तू स्वाधीन हो जाएगा तब उसके जूए को अपने कंधे पर से तोड़ फेंके +4979,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_041.wav,एसाव ने तो याकूब से अपने पिता के दिए हुए आशीर्वाद के कारण बैर रखा और उसने सोचा मेरे पिता के अन्तकाल का दिन निकट है फिर मैं अपने भाई याकूब को घात करूँगा +4980,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_042.wav,जब रिबका को अपने पहलौठे पुत्र एसाव की ये बातें बताई गईं तब उसने अपने छोटे पुत्र याकूब को बुलाकर कहा सुन तेरा भाई एसाव तुझे घात करने के लिये अपने मन में धीरज रखे हुए है +4981,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_043.wav,इसलिए अब हे मेरे पुत्र मेरी सुन और हारान को मेरे भाई लाबान के पास भाग जा +4982,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_044.wav,और थोड़े दिन तक अर्थात् जब तक तेरे भाई का क्रोध न उतरे तब तक उसी के पास रहना +4983,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_045.wav,फिर ज��� तेरे भाई का क्रोध तुझ पर से उतरे और जो काम तूने उससे किया है उसको वह भूल जाए तब मैं तुझे वहाँ से बुलवा भेजूँगी ऐसा क्यों हो कि एक ही दिन में मुझे तुम दोनों से वंचित होना पड़े +4984,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_027_046.wav,फिर रिबका ने इसहाक से कहा हित्ती लड़कियों के कारण मैं अपने प्राण से घिन करती हूँ इसलिए यदि ऐसी हित्ती लड़कियों में से जैसी इस देश की लड़कियाँ हैं याकूब भी एक को कहीं ब्याह ले तो मेरे जीवन में क्या लाभ होगा +4985,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_001.wav,तब इसहाक ने याकूब को बुलाकर आशीर्वाद दिया और आज्ञा दी तू किसी कनानी लड़की को न ब्याह लेना +4986,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_002.wav,पद्दनराम में अपने नाना बतूएल के घर जाकर वहाँ अपने मामा लाबान की एक बेटी को ब्याह लेना +4987,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_003.wav,सर्वशक्तिमान परमेश्वर तुझे आशीष दे और फलवन्त करके बढ़ाए और तू राज्यराज्य की मण्डली का मूल हो +4988,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_004.wav,वह तुझे और तेरे वंश को भी अब्राहम की सी आशीष दे कि तू यह देश जिसमें तू परदेशी होकर रहता है और जिसे परमेश्वर ने अब्राहम को दिया था उसका अधिकारी हो जाए +4989,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_005.wav,तब इसहाक ने याकूब को विदा किया और वह पद्दनराम को अरामी बतूएल के पुत्र लाबान के पास चला जो याकूब और एसाव की माता रिबका का भाई था +4990,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_006.wav,जब एसाव को पता चला कि इसहाक ने याकूब को आशीर्वाद देकर पद्दनराम भेज दिया कि वह वहीं से पत्नी लाए और उसको आशीर्वाद देने के समय यह आज्ञा भी दी तू किसी कनानी लड़की को ब्याह न लेना +4991,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_007.wav,और याकूब मातापिता की मानकर पद्दनराम को चल दिया +4992,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_008.wav,तब एसाव यह सब देखकर और यह भी सोचकर कि कनानी लड़कियाँ मेरे पिता इसहाक को बुरी लगती हैं +4993,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_009.wav,अब्राहम के पुत्र इश्माएल के पास गया और इश्माएल की बेटी महलत को जो नबायोत की बहन थी ब्याह कर अपनी पत्नियों में मिला लिया +4994,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_010.wav,याकूब बेर्शेबा से निकलकर हारान की ओर चला +4995,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_011.wav,और उसने किसी स्थान में पहुँचकर रात वहीं बिताने का विचार किया क्योंकि सूर्य अस्त हो गया था इसलिए उसने उस स्थान के पत्थरों में से एक पत्थर ले अपना तकिया बनाकर रखा और उसी स्थान में सो गया +4996,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_012.wav,तब उसने स्वप्न में क्या देखा कि एक सीढ़ी पृथ्वी पर खड़ी है और उसका सिरा स्वर्ग तक पहुँचा है और परमेश्वर के दूत उस पर से चढ़तेउतरते हैं +4997,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_013.wav,और यहोवा उसके ऊपर खड़ा होकर ���हता है मैं यहोवा तेरे दादा अब्राहम का परमेश्वर और इसहाक का भी परमेश्वर हूँ जिस भूमि पर तू लेटा है उसे मैं तुझको और तेरे वंश को दूँगा +4998,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_014.wav,और तेरा वंश भूमि की धूल के किनकों के समान बहुत होगा और पश्चिम पूरब उत्तर दक्षिण चारों ओर फैलता जाएगा और तेरे और तेरे वंश के द्वारा पृथ्वी के सारे कुल आशीष पाएँगे +4999,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_015.wav,और सुन मैं तेरे संग रहूँगा और जहाँ कहीं तू जाए वहाँ तेरी रक्षा करूँगा और तुझे इस देश में लौटा ले आऊँगा मैं अपने कहे हुए को जब तक पूरा न कर लूँ तब तक तुझको न छोड़ूँगा +5000,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_016.wav,तब याकूब जाग उठा और कहने लगा निश्चय इस स्थान में यहोवा है और मैं इस बात को न जानता था +5001,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_017.wav,और भय खाकर उसने कहा यह स्थान क्या ही भयानक है यह तो परमेश्वर के भवन को छोड़ और कुछ नहीं हो सकता वरन् यह स्वर्ग का फाटक ही होगा +5002,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_018.wav,भोर को याकूब उठा और अपने तकिये का पत्थर लेकर उसका खम्भा खड़ा किया और उसके सिरे पर तेल डाल दिया +5003,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_019.wav,और उसने उस स्थान का नाम बेतेल रखा पर उस नगर का नाम पहले लूज था +5004,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_020.wav,याकूब ने यह मन्नत मानी यदि परमेश्वर मेरे संग रहकर इस यात्रा में मेरी रक्षा करे और मुझे खाने के लिये रोटी और पहनने के लिये कपड़ा दे +5005,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_021.wav,और मैं अपने पिता के घर में कुशल क्षेम से लौट आऊँ तो यहोवा मेरा परमेश्वर ठहरेगा +5006,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_028_022.wav,और यह पत्थर जिसका मैंने खम्भा खड़ा किया है परमेश्वर का भवन ठहरेगा और जो कुछ तू मुझे दे उसका दशमांश मैं अवश्य ही तुझे दिया करूँगा +5007,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_001.wav,फिर याकूब ने अपना मार्ग लिया और पूर्वियों के देश में आया +5008,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_002.wav,और उसने दृष्टि करके क्या देखा कि मैदान में एक कुआँ है और उसके पास भेड़बकरियों के तीन झुण्ड बैठे हुए हैं क्योंकि जो पत्थर उस कुएँ के मुँह पर धरा रहता था जिसमें से झुण्डों को जल पिलाया जाता था वह भारी था +5009,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_003.wav,और जब सब झुण्ड वहाँ इकट्ठे हो जाते तब चरवाहे उस पत्थर को कुएँ के मुँह पर से लुढ़काकर भेड़बकरियों को पानी पिलाते और फिर पत्थर को कुएँ के मुँह पर ज्यों का त्यों रख देते थे +5010,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_004.wav,अतः याकूब ने चरवाहों से पूछा हे मेरे भाइयों तुम कहाँ के हो उन्होंने कहा हम हारान के हैं +5011,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_005.wav,तब उसने उनसे पूछा क्या तुम नाहोर के पोते लाबान को जानते हो उन्हों��े कहा हाँ हम उसे जानते हैं +5012,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_006.wav,फिर उसने उनसे पूछा क्या वह कुशल से है उन्होंने कहा हाँ कुशल से है और वह देख उसकी बेटी राहेल भेड़बकरियों को लिये हुए चली आती है +5013,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_007.wav,उसने कहा देखो अभी तो दिन बहुत है पशुओं के इकट्ठे होने का समय नहीं इसलिए भेड़बकरियों को जल पिलाकर फिर ले जाकर चराओ +5014,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_008.wav,उन्होंने कहा हम अभी ऐसा नहीं कर सकते जब सब झुण्ड इकट्ठे होते हैं तब पत्थर कुएँ के मुँह से लुढ़काया जाता है और तब हम भेड़बकरियों को पानी पिलाते हैं +5015,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_009.wav,उनकी यह बातचीत हो रही थी कि राहेल जो पशु चराया करती थी अपने पिता की भेड़बकरियों को लिये हुए आ गई +5016,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_010.wav,अपने मामा लाबान की बेटी राहेल को और उसकी भेड़बकरियों को भी देखकर याकूब ने निकट जाकर कुएँ के मुँह पर से पत्थर को लुढ़काकर अपने मामा लाबान की भेड़बकरियों को पानी पिलाया +5017,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_011.wav,तब याकूब ने राहेल को चूमा और ऊँचे स्वर से रोया +5018,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_012.wav,और याकूब ने राहेल को बता दिया कि मैं तेरा फुफेरा भाई हूँ अर्थात् रिबका का पुत्र हूँ तब उसने दौड़कर अपने पिता से कह दिया +5019,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_013.wav,अपने भांजे याकूब का समाचार पाते ही लाबान उससे भेंट करने को दौड़ा और उसको गले लगाकर चूमा फिर अपने घर ले आया और याकूब ने लाबान से अपना सब वृत्तान्त वर्णन किया +5020,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_014.wav,तब लाबान ने याकूब से कहा तू तो सचमुच मेरी हड्डी और माँस है और याकूब एक महीना भर उसके साथ रहा +5021,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_015.wav,तब लाबान ने याकूब से कहा भाईबन्धु होने के कारण तुझ से मुफ्त सेवा कराना मेरे लिए उचित नहीं है इसलिए कह मैं तुझे सेवा के बदले क्या दूँ +5022,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_016.wav,लाबान की दो बेटियाँ थी जिनमें से बड़ी का नाम लिआ और छोटी का राहेल था +5023,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_017.wav,लिआ के तो धुन्धली आँखें थीं पर राहेल रूपवती और सुन्दर थी +5024,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_018.wav,इसलिए याकूब ने जो राहेल से प्रीति रखता था कहा मैं तेरी छोटी बेटी राहेल के लिये सात वर्ष तेरी सेवा करूँगा +5025,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_019.wav,लाबान ने कहा उसे पराए पुरुष को देने से तुझको देना उत्तम होगा इसलिए मेरे पास रह +5026,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_020.wav,अतः याकूब ने राहेल के लिये सात वर्ष सेवा की और वे उसको राहेल की प्रीति के कारण थोड़े ही दिनों के बराबर जान पड़े +5027,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_021.wav,तब याकूब ने लाबान से कहा मेरी पत्नी मुझे दे और मैं उसके पास जाऊ���गा क्योंकि मेरा समय पूरा हो गया है +5028,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_022.wav,अतः लाबान ने उस स्थान के सब मनुष्यों को बुलाकर इकट्ठा किया और एक भोज दिया +5029,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_023.wav,साँझ के समय वह अपनी बेटी लिआ को याकूब के पास ले गया और वह उसके पास गया +5030,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_024.wav,लाबान ने अपनी बेटी लिआ को उसकी दासी होने के लिये अपनी दासी जिल्पा दी +5031,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_025.wav,भोर को मालूम हुआ कि यह तो लिआ है इसलिए उसने लाबान से कहा यह तूने मुझसे क्या किया है मैंने तेरे साथ रहकर जो तेरी सेवा की तो क्या राहेल के लिये नहीं की फिर तूने मुझसे क्यों ऐसा छल किया है +5032,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_026.wav,लाबान ने कहा हमारे यहाँ ऐसी रीति नहीं कि बड़ी बेटी से पहले दूसरी का विवाह कर दें +5033,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_027.wav,इसका सप्ताह तो पूरा कर फिर दूसरी भी तुझे उस सेवा के लिये मिलेगी जो तू मेरे साथ रहकर और सात वर्ष तक करेगा +5034,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_028.wav,याकूब ने ऐसा ही किया और लिआ के सप्ताह को पूरा किया तब लाबान ने उसे अपनी बेटी राहेल भी दी कि वह उसकी पत्नी हो +5035,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_029.wav,लाबान ने अपनी बेटी राहेल की दासी होने के लिये अपनी दासी बिल्हा को दिया +5036,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_030.wav,तब याकूब राहेल के पास भी गया और उसकी प्रीति लिआ से अधिक उसी पर हुई और उसने लाबान के साथ रहकर सात वर्ष और उसकी सेवा की +5037,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_031.wav,जब यहोवा ने देखा कि लिआ अप्रिय हुई तब उसने उसकी कोख खोली पर राहेल बाँझ रही +5038,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_032.wav,अतः लिआ गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ और उसने यह कहकर उसका नाम रूबेन रखा यहोवा ने मेरे दुःख पर दृष्टि की है अब मेरा पति मुझसे प्रीति रखेगा +5039,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_033.wav,फिर वह गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ तब उसने यह कहा यह सुनकर कि मैं अप्रिय हूँ यहोवा ने मुझे यह भी पुत्र दिया इसलिए उसने उसका नाम शिमोन रखा +5040,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_034.wav,फिर वह गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ और उसने कहा अब की बार तो मेरा पति मुझसे मिल जाएगा क्योंकि उससे मेरे तीन पुत्र उत्पन्न हुए इसलिए उसका नाम लेवी रखा गया +5041,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_029_035.wav,और फिर वह गर्भवती हुई और उसके एक और पुत्र उत्पन्न हुआ और उसने कहा अब की बार तो मैं यहोवा का धन्यवाद करूँगी इसलिए उसने उसका नाम यहूदा रखा तब उसकी कोख बन्द हो गई +5042,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_001.wav,जब राहेल ने देखा कि याकूब के लिये मुझसे कोई सन्तान नहीं होती तब वह अपनी बहन से डाह करने लगी और याकूब से कहा मुझे भी सन्��ान दे नहीं तो मर जाऊँगी +5043,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_002.wav,तब याकूब ने राहेल से क्रोधित होकर कहा क्या मैं परमेश्वर हूँ तेरी कोख तो उसी ने बन्द कर रखी है +5044,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_003.wav,राहेल ने कहा अच्छा मेरी दासी बिल्हा हाजिर है उसी के पास जा वह मेरे घुटनों पर जनेगी और उसके द्वारा मेरा भी घर बसेगा +5045,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_004.wav,तब उसने उसे अपनी दासी बिल्हा को दिया कि वह उसकी पत्नी हो और याकूब उसके पास गया +5046,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_005.wav,और बिल्हा गर्भवती हुई और याकूब से उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ +5047,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_006.wav,तब राहेल ने कहा परमेश्वर ने मेरा न्याय चुकाया और मेरी सुनकर मुझे एक पुत्र दिया इसलिए उसने उसका नाम दान रखा +5048,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_007.wav,राहेल की दासी बिल्हा फिर गर्भवती हुई और याकूब से एक पुत्र और उत्पन्न हुआ +5049,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_008.wav,तब राहेल ने कहा मैंने अपनी बहन के साथ बड़े बल से लिपटकर मल्लयुद्ध किया और अब जीत गई अतः उसने उसका नाम नप्ताली रखा +5050,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_009.wav,जब लिआ ने देखा कि मैं जनने से रहित हो गई हूँ तब उसने अपनी दासी जिल्पा को लेकर याकूब की पत्नी होने के लिये दे दिया +5051,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_010.wav,और लिआ की दासी जिल्पा के भी याकूब से एक पुत्र उत्पन्न हुआ +5052,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_011.wav,तब लिआ ने कहा अहो भाग्य इसलिए उसने उसका नाम गाद रखा +5053,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_012.wav,फिर लिआ की दासी जिल्पा के याकूब से एक और पुत्र उत्पन्न हुआ +5054,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_013.wav,तब लिआ ने कहा मैं धन्य हूँ निश्चय स्त्रियाँ मुझे धन्य कहेंगी इसलिए उसने उसका नाम आशेर रखा +5055,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_014.wav,गेहूँ की कटनी के दिनों में रूबेन को मैदान में दूदाफल मिले और वह उनको अपनी माता लिआ के पास ले गया तब राहेल ने लिआ से कहा अपने पुत्र के दूदाफलों में से कुछ मुझे दे +5056,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_015.wav,उसने उससे कहा तूने जो मेरे पति को ले लिया है क्या छोटी बात है अब क्या तू मेरे पुत्र के दूदाफल भी लेना चाहती है राहेल ने कहा अच्छा तेरे पुत्र के दूदाफलों के बदले वह आज रात को तेरे संग सोएगा +5057,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_016.wav,साँझ को जब याकूब मैदान से आ रहा था तब लिआ उससे भेंट करने को निकली और कहा तुझे मेरे ही पास आना होगा क्योंकि मैंने अपने पुत्र के दूदाफल देकर तुझे सचमुच मोल लिया तब वह उस रात को उसी के संग सोया +5058,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_017.wav,तब परमेश्वर ने लिआ की सुनी और वह गर्भवती हुई और याकूब से उसके पाँचवाँ पुत्र उत्पन्न हुआ +5059,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_018.wav,तब लिआ ने कहा मैंने जो अपने पति क�� अपनी दासी दी इसलिए परमेश्वर ने मुझे मेरी मजदूरी दी है इसलिए उसने उसका नाम इस्साकार रखा +5060,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_019.wav,लिआ फिर गर्भवती हुई और याकूब से उसके छठवाँ पुत्र उत्पन्न हुआ +5061,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_020.wav,तब लिआ ने कहा परमेश्वर ने मुझे अच्छा दान दिया है अब की बार मेरा पति मेरे संग बना रहेगा क्योंकि मेरे उससे छः पुत्र उत्पन्न हो चुके हैं इसलिए उसने उसका नाम जबूलून रखा +5062,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_021.wav,तत्पश्चात् उसके एक बेटी भी हुई और उसने उसका नाम दीना रखा +5063,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_022.wav,परमेश्वर ने राहेल की भी सुधि ली और उसकी सुनकर उसकी कोख खोली +5064,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_023.wav,इसलिए वह गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ तब उसने कहा परमेश्वर ने मेरी नामधराई को दूर कर दिया है +5065,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_024.wav,इसलिए उसने यह कहकर उसका नाम यूसुफ रखा परमेश्वर मुझे एक पुत्र और भी देगा +5066,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_025.wav,जब राहेल से यूसुफ उत्पन्न हुआ तब याकूब ने लाबान से कहा मुझे विदा कर कि मैं अपने देश और स्थान को जाऊँ +5067,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_026.wav,मेरी स्त्रियाँ और मेरे बच्चे जिनके लिये मैंने तेरी सेवा की है उन्हें मुझे दे कि मैं चला जाऊँ तू तो जानता है कि मैंने तेरी कैसी सेवा की है +5068,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_027.wav,लाबान ने उससे कहा यदि तेरी दृष्टि में मैंने अनुग्रह पाया है तो यहीं रह जा क्योंकि मैंने अनुभव से जान लिया है कि यहोवा ने तेरे कारण से मुझे आशीष दी है +5069,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_028.wav,फिर उसने कहा तू ठीक बता कि मैं तुझको क्या दूँ और मैं उसे दूँगा +5070,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_029.wav,उसने उससे कहा तू जानता है कि मैंने तेरी कैसी सेवा की और तेरे पशु मेरे पास किस प्रकार से रहे +5071,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_030.wav,मेरे आने से पहले वे कितने थे और अब कितने हो गए हैं और यहोवा ने मेरे आने पर तुझे आशीष दी है पर मैं अपने घर का काम कब करने पाऊँगा +5072,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_031.wav,उसने फिर कहा मैं तुझे क्या दूँ याकूब ने कहा तू मुझे कुछ न दे यदि तू मेरे लिये एक काम करे तो मैं फिर तेरी भेड़बकरियों को चराऊँगा और उनकी रक्षा करूँगा +5073,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_032.wav,मैं आज तेरी सब भेड़बकरियों के बीच होकर निकलूँगा और जो भेड़ या बकरी चित्तीवाली या चितकबरी हो और जो भेड़ काली हो और जो बकरी चितकबरी और चित्तीवाली हो उन्हें मैं अलग कर रखूँगा और मेरी मजदूरी में वे ही ठहरेंगी +5074,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_033.wav,और जब आगे को मेरी मजदूरी की चर्चा तेरे सामने चले तब धर्म की यही साक्षी होगी अर्थात् बकरियों में स�� जो कोई न चित्तीवाली न चितकबरी हो और भेड़ों में से जो कोई काली न हो यदि मेरे पास निकलें तो चोरी की ठहरेंगी +5075,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_034.wav,तब लाबान ने कहा तेरे कहने के अनुसार हो +5076,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_035.wav,अतः उसने उसी दिन सब धारीवाले और चितकबरे बकरों और सब चित्तीवाली और चितकबरी बकरियों को अर्थात् जिनमें कुछ उजलापन था उनको और सब काली भेड़ों को भी अलग करके अपने पुत्रों के हाथ सौंप दिया +5077,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_036.wav,और उसने अपने और याकूब के बीच में तीन दिन के मार्ग का अन्तर ठहराया और याकूब लाबान की भेड़बकरियों को चराने लगा +5078,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_037.wav,तब याकूब ने चिनार और बादाम और अर्मोन वृक्षों की हरीहरी छड़ियाँ लेकर उनके छिलके कहींकहीं छील के उन्हें धारीदार बना दिया ऐसी कि उन छड़ियों की सफेदी दिखाई देने लगी +5079,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_038.wav,और तब छीली हुई छड़ियों को भेड़बकरियों के सामने उनके पानी पीने के कठौतों में खड़ा किया और जब वे पानी पीने के लिये आई तब गाभिन हो गईं +5080,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_039.wav,छड़ियों के सामने गाभिन होकर भेड़बकरियाँ धारीवाले चित्तीवाले और चितकबरे बच्चे जनीं +5081,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_040.wav,तब याकूब ने भेड़ों के बच्चों को अलगअलग किया और लाबान की भेड़बकरियों के मुँह को चित्तीवाले और सब काले बच्चों की ओर कर दिया और अपने झुण्डों को उनसे अलग रखा और लाबान की भेड़बकरियों से मिलने न दिया +5082,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_041.wav,और जब जब बलवन्त भेड़बकरियाँ गाभिन होती थीं तबतब याकूब उन छड़ियों को कठौतों में उनके सामने रख देता था जिससे वे छड़ियों को देखती हुई गाभिन हो जाएँ +5083,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_042.wav,पर जब निर्बल भेड़बकरियाँ गाभिन होती थी तब वह उन्हें उनके आगे नहीं रखता था इससे निर्बलनिर्बल लाबान की रहीं और बलवन्तबलवन्त याकूब की हो गईं +5084,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_030_043.wav,इस प्रकार वह पुरुष अत्यन्त धनाढ्य हो गया और उसके बहुत सी भेड़बकरियाँ और दासियाँ और दास और ऊँट और गदहे हो गए +5085,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_001.wav,फिर लाबान के पुत्रों की ये बातें याकूब के सुनने में आईं याकूब ने हमारे पिता का सब कुछ छीन लिया है और हमारे पिता के धन के कारण उसकी यह प्रतिष्ठा है +5086,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_002.wav,और याकूब ने लाबान के चेहरे पर दृष्टि की और ताड़ लिया कि वह उसके प्रति पहले के समान नहीं है +5087,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_003.wav,तब यहोवा ने याकूब से कहा अपने पितरों के देश और अपनी जन्मभूमि को लौट जा और मैं तेरे संग रहूँगा +5088,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_004.wav,तब याक��ब ने राहेल और लिआ को मैदान में अपनी भेड़बकरियों के पास बुलवाकर कहा +5089,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_005.wav,तुम्हारे पिता के चेहरे से मुझे समझ पड़ता है कि वह तो मुझे पहले के समान अब नहीं देखता पर मेरे पिता का परमेश्वर मेरे संग है +5090,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_006.wav,और तुम भी जानती हो कि मैंने तुम्हारे पिता की सेवा शक्ति भर की है +5091,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_007.wav,फिर भी तुम्हारे पिता ने मुझसे छल करके मेरी मजदूरी को दस बार बदल दिया परन्तु परमेश्वर ने उसको मेरी हानि करने नहीं दिया +5092,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_008.wav,जब उसने कहा चित्तीवाले बच्चे तेरी मजदूरी ठहरेंगे तब सब भेड़बकरियाँ चित्तीवाले ही जनने लगीं और जब उसने कहा धारीवाले बच्चे तेरी मजदूरी ठहरेंगे तब सब भेड़बकरियाँ धारीवाले जनने लगीं +5093,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_009.wav,इस रीति से परमेश्वर ने तुम्हारे पिता के पशु लेकर मुझ को दे दिए +5094,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_010.wav,भेड़बकरियों के गाभिन होने के समय मैंने स्वप्न में क्या देखा कि जो बकरे बकरियों पर चढ़ रहे हैं वे धारीवाले चित्तीवाले और धब्बेवाले हैं +5095,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_011.wav,तब परमेश्वर के दूत ने स्वप्न में मुझसे कहा हे याकूब मैंने कहा क्या आज्ञा +5096,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_012.wav,उसने कहा आँखें उठाकर उन सब बकरों को जो बकरियों पर चढ़ रहे हैं देख कि वे धारीवाले चित्तीवाले और धब्बेवाले हैं क्योंकि जो कुछ लाबान तुझ से करता है वह मैंने देखा है +5097,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_013.wav,मैं उस बेतेल का परमेश्वर हूँ जहाँ तूने एक खम्भे पर तेल डाल दिया था और मेरी मन्नत मानी थी अब चल इस देश से निकलकर अपनी जन्मभूमि को लौट जा +5098,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_014.wav,तब राहेल और लिआ ने उससे कहा क्या हमारे पिता के घर में अब भी हमारा कुछ भाग या अंश बचा है +5099,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_015.wav,क्या हम उसकी दृष्टि में पराए न ठहरीं देख उसने हमको तो बेच डाला और हमारे रूपे को खा बैठा है +5100,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_016.wav,इसलिए परमेश्वर ने हमारे पिता का जितना धन ले लिया है वह हमारा और हमारे बच्चों का है अब जो कुछ परमेश्वर ने तुझ से कहा है वही कर +5101,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_017.wav,तब याकूब ने अपने बच्चों और स्त्रियों को ऊँटों पर चढ़ाया +5102,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_018.wav,और जितने पशुओं को वह पद्दनराम में इकट्ठा करके धनाढ्य हो गया था सब को कनान में अपने पिता इसहाक के पास जाने की मनसा से साथ ले गया +5103,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_019.wav,लाबान तो अपनी भेड़ों का ऊन कतरने के लिये चला गया था और राहेल अपने पिता के गृहदेवताओं को चुरा ले गई +5104,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_020.wav,अत��� याकूब लाबान अरामी के पास से चोरी से चला गया उसको न बताया कि मैं भागा जाता हूँ +5105,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_021.wav,वह अपना सब कुछ लेकर भागा और महानद के पार उतरकर अपना मुँह गिलाद के पहाड़ी देश की ओर किया +5106,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_022.wav,तीसरे दिन लाबान को समाचार मिला कि याकूब भाग गया है +5107,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_023.wav,इसलिए उसने अपने भाइयों को साथ लेकर उसका सात दिन तक पीछा किया और गिलाद के पहाड़ी देश में उसको जा पकड़ा +5108,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_024.wav,तब परमेश्वर ने रात के स्वप्न में अरामी लाबान के पास आकर कहा सावधान रह तू याकूब से न तो भला कहना और न बुरा +5109,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_025.wav,और लाबान याकूब के पास पहुँच गया याकूब अपना तम्बू गिलाद नामक पहाड़ी देश में खड़ा किए पड़ा था और लाबान ने भी अपने भाइयों के साथ अपना तम्बू उसी पहाड़ी देश में खड़ा किया +5110,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_026.wav,तब लाबान याकूब से कहने लगा तूने यह क्या किया कि मेरे पास से चोरी से चला आया और मेरी बेटियों को ऐसा ले आया जैसा कोई तलवार के बल से बन्दी बनाई गई हों +5111,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_027.wav,तू क्यों चुपके से भाग आया और मुझसे बिना कुछ कहे मेरे पास से चोरी से चला आया नहीं तो मैं तुझे आनन्द के साथ मृदंग और वीणा बजवाते और गीत गवाते विदा करता +5112,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_028.wav,तूने तो मुझे अपने बेटेबेटियों को चूमने तक न दिया तूने मूर्खता की है +5113,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_029.wav,तुम लोगों की हानि करने की शक्ति मेरे हाथ में तो है पर तुम्हारे पिता के परमेश्वर ने मुझसे बीती हुई रात में कहा सावधान रह याकूब से न तो भला कहना और न बुरा +5114,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_030.wav,भला अब तू अपने पिता के घर का बड़ा अभिलाषी होकर चला आया तो चला आया पर मेरे देवताओं को तू क्यों चुरा ले आया है +5115,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_031.wav,याकूब ने लाबान को उत्तर दिया मैं यह सोचकर डर गया था कि कहीं तू अपनी बेटियों को मुझसे छीन न ले +5116,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_032.wav,जिस किसी के पास तू अपने देवताओं को पाए वह जीवित न बचेगा मेरे पास तेरा जो कुछ निकले उसे भाईबन्धुओं के सामने पहचानकर ले ले क्योंकि याकूब न जानता था कि राहेल गृहदेवताओं को चुरा ले आई है +5117,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_033.wav,यह सुनकर लाबान याकूब और लिआ और दोनों दासियों के तम्बुओं में गया और कुछ न मिला तब लिआ के तम्बू में से निकलकर राहेल के तम्बू में गया +5118,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_034.wav,राहेल तो गृहदेवताओं को ऊँट की काठी में रखकर उन पर बैठी थी लाबान ने उसके सारे तम्बू में टटोलने पर भी उन्हें न पाया +5119,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_035.wav,राहेल ने अपने पिता से कहा हे मेरे प्रभु इससे अप्रसन्न न हो कि मैं तेरे सामने नहीं उठी क्योंकि मैं मासिक धर्म से हूँ अतः उसके ढूँढ़ढाँढ़ करने पर भी गृहदेवता उसको न मिले +5120,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_036.wav,तब याकूब क्रोधित होकर लाबान से झगड़ने लगा और कहा मेरा क्या अपराध है मेरा क्या पाप है कि तूने इतना क्रोधित होकर मेरा पीछा किया है +5121,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_037.wav,तूने जो मेरी सारी सामग्री को टटोलकर देखा तो तुझको अपने घर की सारी सामग्री में से क्या मिला कुछ मिला हो तो उसको यहाँ अपने और मेरे भाइयों के सामने रख दे और वे हम दोनों के बीच न्याय करें +5122,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_038.wav,इन बीस वर्षों से मैं तेरे पास रहा इनमें न तो तेरी भेड़बकरियों के गर्भ गिरे और न तेरे मेढ़ों का माँस मैंने कभी खाया +5123,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_039.wav,जिसे जंगली जन्तुओं ने फाड़ डाला उसको मैं तेरे पास न लाता था उसकी हानि मैं ही उठाता था चाहे दिन को चोरी जाता चाहे रात को तू मुझ ही से उसको ले लेता था +5124,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_040.wav,मेरी तो यह दशा थी कि दिन को तो घाम और रात को पाला मुझे खा गया और नींद मेरी आँखों से भाग जाती थी +5125,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_041.wav,बीस वर्ष तक मैं तेरे घर में रहा चौदह वर्ष तो मैंने तेरी दोनों बेटियों के लिये और छः वर्ष तेरी भेड़बकरियों के लिये सेवा की और तूने मेरी मजदूरी को दस बार बदल डाला +5126,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_042.wav,मेरे पिता का परमेश्वर अर्थात् अब्राहम का परमेश्वर जिसका भय इसहाक भी मानता है यदि मेरी ओर न होता तो निश्चय तू अब मुझे खाली हाथ जाने देता मेरे दुःख और मेरे हाथों के परिश्रम को देखकर परमेश्वर ने बीती हुई रात में तुझे डाँटा +5127,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_043.wav,लाबान ने याकूब से कहा ये बेटियाँ तो मेरी ही हैं और ये पुत्र भी मेरे ही हैं और ये भेड़बकरियाँ भी मेरे ही हैं और जो कुछ तुझे देख पड़ता है वह सब मेरा ही है परन्तु अब मैं अपनी इन बेटियों और इनकी सन्तान से क्या कर सकता हूँ +5128,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_044.wav,अब आ मैं और तू दोनों आपस में वाचा बाँधें और वह मेरे और तेरे बीच साक्षी ठहरी रहे +5129,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_045.wav,तब याकूब ने एक पत्थर लेकर उसका खम्भा खड़ा किया +5130,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_046.wav,तब याकूब ने अपने भाईबन्धुओं से कहा पत्थर इकट्ठा करो यह सुनकर उन्होंने पत्थर इकट्ठा करके एक ढेर लगाया और वहीं ढेर के पास उन्होंने भोजन किया +5131,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_047.wav,उस ढेर का नाम लाबान ने तो जैगर सहादुथा पर याकूब ने गिलियाद रखा +5132,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_048.wav,ल��बान ने कहा यह ढेर आज से मेरे और तेरे बीच साक्षी रहेगा इस कारण उसका नाम गिलियाद रखा गया +5133,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_049.wav,और मिस्पा भी क्योंकि उसने कहा जब हम एक दूसरे से दूर रहें तब यहोवा मेरी और तेरी देखभाल करता रहे +5134,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_050.wav,यदि तू मेरी बेटियों को दुःख दे या उनके सिवाय और स्त्रियाँ ब्याह ले तो हमारे साथ कोई मनुष्य तो न रहेगा पर देख मेरे तेरे बीच में परमेश्वर साक्षी रहेगा +5135,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_051.wav,फिर लाबान ने याकूब से कहा इस ढेर को देख और इस खम्भे को भी देख जिनको मैंने अपने और तेरे बीच में खड़ा किया है +5136,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_052.wav,यह ढेर और यह खम्भा दोनों इस बात के साक्षी रहें कि हानि करने की मनसा से न तो मैं इस ढेर को लाँघकर तेरे पास जाऊँगा न तू इस ढेर और इस खम्भे को लाँघकर मेरे पास आएगा +5137,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_053.wav,अब्राहम और नाहोर और उनके पिता तीनों का जो परमेश्वर है वही हम दोनों के बीच न्याय करे तब याकूब ने उसकी शपथ खाई जिसका भय उसका पिता इसहाक मानता था +5138,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_054.wav,और याकूब ने उस पहाड़ पर बलि चढ़ाया और अपने भाईबन्धुओं को भोजन करने के लिये बुलाया तब उन्होंने भोजन करके पहाड़ पर रात बिताई +5139,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_031_055.wav,भोर को लाबान उठा और अपने बेटेबेटियों को चूमकर और आशीर्वाद देकर चल दिया और अपने स्थान को लौट गया +5140,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_001.wav,याकूब ने भी अपना मार्ग लिया और परमेश्वर के दूत उसे आ मिले +5141,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_002.wav,उनको देखते ही याकूब ने कहा यह तो परमेश्वर का दल है इसलिए उसने उस स्थान का नाम महनैम रखा +5142,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_003.wav,तब याकूब ने सेईर देश में अर्थात् एदोम देश में अपने भाई एसाव के पास अपने आगे दूत भेज दिए +5143,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_004.wav,और उसने उन्हें यह आज्ञा दी मेरे प्रभु एसाव से यह कहना कि तेरा दास याकूब तुझ से यह कहता है कि मैं लाबान के यहाँ परदेशी होकर अब तक रहा +5144,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_005.wav,और मेरे पास गायबैल गदहे भेड़बकरियाँ और दासदासियाँ हैं और मैंने अपने प्रभु के पास इसलिए सन्देश भेजा है कि तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो +5145,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_006.wav,वे दूत याकूब के पास लौटकर कहने लगे हम तेरे भाई एसाव के पास गए थे और वह भी तुझ से भेंट करने को चार सौ पुरुष संग लिये हुए चला आता है +5146,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_007.wav,तब याकूब बहुत डर गया और संकट में पड़ा और यह सोचकर अपने साथियों के और भेड़बकरियों और गायबैलों और ऊँटों के भी अलगअलग दो दल कर लिये +5147,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_008.wav,कि यदि एसाव आकर पहले दल को मारने लगे तो दूसरा दल भागकर बच जाएगा +5148,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_009.wav,फिर याकूब ने कहा हे यहोवा हे मेरे दादा अब्राहम के परमेश्वर हे मेरे पिता इसहाक के परमेश्वर तूने तो मुझसे कहा था कि अपने देश और जन्मभूमि में लौट जा और मैं तेरी भलाई करूँगा +5149,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_010.wav,तूने जोजो काम अपनी करुणा और सच्चाई से अपने दास के साथ किए हैं कि मैं जो अपनी छड़ी ही लेकर इस यरदन नदी के पार उतर आया और अब मेरे दो दल हो गए हैं तेरे ऐसेऐसे कामों में से मैं एक के भी योग्य तो नहीं हूँ +5150,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_011.wav,मेरी विनती सुनकर मुझे मेरे भाई एसाव के हाथ से बचा मैं तो उससे डरता हूँ कहीं ऐसा न हो कि वह आकर मुझे और माँ समेत लड़कों को भी मार डाले +5151,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_012.wav,तूने तो कहा है कि मैं निश्चय तेरी भलाई करूँगा और तेरे वंश को समुद्र के रेतकणों के समान बहुत करूँगा जो बहुतायत के मारे गिने नहीं जा सकते +5152,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_013.wav,उसने उस दिन की रात वहीं बिताई और जो कुछ उसके पास था उसमें से अपने भाई एसाव की भेंट के लिये छाँट छाँटकर निकाला +5153,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_014.wav,अर्थात् दो सौ बकरियाँ और बीस बकरे और दो सौ भेड़ें और बीस मेढ़े +5154,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_015.wav,और बच्चों समेत दूध देनेवाली तीस ऊँटनियाँ और चालीस गायें और दस बैल और बीस गदहियाँ और उनके दस बच्चे +5155,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_016.wav,इनको उसने झुण्डझुण्ड करके अपने दासों को सौंपकर उनसे कहा मेरे आगे बढ़ जाओ और झुण्डों के बीचबीच में अन्तर रखो +5156,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_017.wav,फिर उसने अगले झुण्ड के रखवाले को यह आज्ञा दी जब मेरा भाई एसाव तुझे मिले और पूछने लगे तू किसका दास है और कहाँ जाता है और ये जो तेरे आगेआगे हैं वे किसके हैं +5157,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_018.wav,तब कहना यह तेरे दास याकूब के हैं हे मेरे प्रभु एसाव ये भेंट के लिये तेरे पास भेजे गए हैं और वह आप भी हमारे पीछेपीछे आ रहा है +5158,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_019.wav,और उसने दूसरे और तीसरे रखवालों को भी वरन् उन सभी को जो झुण्डों के पीछेपीछे थे ऐसी ही आज्ञा दी कि जब एसाव तुम को मिले तब इसी प्रकार उससे कहना +5159,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_020.wav,और यह भी कहना तेरा दास याकूब हमारे पीछेपीछे आ रहा है क्योंकि उसने यह सोचा कि यह भेंट जो मेरे आगेआगे जाती है इसके द्वारा मैं उसके क्रोध को शान्त करके तब उसका दर्शन करूँगा हो सकता है वह मुझसे प्रसन्न हो जाए +5160,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_021.wav,इसलिए वह भेंट याकूब से पहले पार उतर गई और वह आप उस रात को छावनी में रहा +5161,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_022.wav,उसी रात को वह उठा और अपनी दोनों स्त्रियों और दोनों दासियों और ग्यारहों लड़कों को संग लेकर घाट से यब्बोक नदी के पार उतर गया +5162,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_023.wav,उसने उन्हें उस नदी के पार उतार दिया वरन् अपना सब कुछ पार उतार दिया +5163,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_024.wav,और याकूब आप अकेला रह गया तब कोई पुरुष आकर पौ फटने तक उससे मल्लयुद्ध करता रहा +5164,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_025.wav,जब उसने देखा कि मैं याकूब पर प्रबल नहीं होता तब उसकी जाँघ की नस को छुआ और याकूब की जाँघ की नस उससे मल्लयुद्ध करते ही करते चढ़ गई +5165,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_026.wav,तब उसने कहा मुझे जाने दे क्योंकि भोर होनेवाला है याकूब ने कहा जब तक तू मुझे आशीर्वाद न दे तब तक मैं तुझे जाने न दूँगा +5166,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_027.wav,और उसने याकूब से पूछा तेरा नाम क्या है उसने कहा याकूब +5167,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_028.wav,उसने कहा तेरा नाम अब याकूब नहीं परन्तु इस्राएल होगा क्योंकि तू परमेश्वर से और मनुष्यों से भी युद्ध करके प्रबल हुआ है +5168,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_029.wav,याकूब ने कहा मैं विनती करता हूँ मुझे अपना नाम बता उसने कहा तू मेरा नाम क्यों पूछता है तब उसने उसको वहीं आशीर्वाद दिया +5169,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_030.wav,तब याकूब ने यह कहकर उस स्थान का नाम पनीएल रखा परमेश्वर को आमनेसामने देखने पर भी मेरा प्राण बच गया है +5170,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_031.wav,पनूएल के पास से चलतेचलते सूर्य उदय हो गया और वह जाँघ से लँगड़ाता था +5171,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_032_032.wav,इस्राएली जो पशुओं की जाँघ की जोड़वाले जंघानस को आज के दिन तक नहीं खाते इसका कारण यही है कि उस पुरुष ने याकूब की जाँघ के जोड़ में जंघानस को छुआ था +5172,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_001.wav,और याकूब ने आँखें उठाकर यह देखा कि एसाव चार सौ पुरुष संग लिये हुए चला आता है तब उसने बच्चों को अलगअलग बाँटकर लिआ और राहेल और दोनों दासियों को सौंप दिया +5173,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_002.wav,और उसने सब के आगे लड़कों समेत दासियों को उसके पीछे लड़कों समेत लिआ को और सब के पीछे राहेल और यूसुफ को रखा +5174,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_003.wav,और आप उन सब के आगे बढ़ा और सात बार भूमि पर गिरकर दण्डवत् की और अपने भाई के पास पहुँचा +5175,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_004.wav,तब एसाव उससे भेंट करने को दौड़ा और उसको हृदय से लगाकर गले से लिपटकर चूमा फिर वे दोनों रो पड़े +5176,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_005.wav,तब उसने आँखें उठाकर स्त्रियों और बच्चों को देखा और पूछा ये जो तेरे साथ हैं वे कौन हैं उसने कहा ये तेरे दास के लड़के हैं जिन्हें परमेश्वर ने अनुग्रह करके मुझ को दिया है +5177,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_006.wav,तब लड़कों समेत दासियों ने निकट आकर दण्डवत् किया +5178,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_007.wav,फिर लड़कों समेत लिआ निकट आई और उन्होंने भी दण्डवत् किया अन्त में यूसुफ और राहेल ने भी निकट आकर दण्डवत् किया +5179,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_008.wav,तब उसने पूछा तेरा यह बड़ा दल जो मुझ को मिला उसका क्या प्रयोजन है उसने कहा यह कि मेरे प्रभु की अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो +5180,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_009.wav,एसाव ने कहा हे मेरे भाई मेरे पास तो बहुत है जो कुछ तेरा है वह तेरा ही रहे +5181,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_010.wav,याकूब ने कहा नहीं नहीं यदि तेरा अनुग्रह मुझ पर हो तो मेरी भेंट ग्रहण कर क्योंकि मैंने तेरा दर्शन पाकर मानो परमेश्वर का दर्शन पाया है और तू मुझसे प्रसन्न हुआ है +5182,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_011.wav,इसलिए यह भेंट जो तुझे भेजी गई है ग्रहण कर क्योंकि परमेश्वर ने मुझ पर अनुग्रह किया है और मेरे पास बहुत है जब उसने उससे बहुत आग्रह किया तब उसने भेंट को ग्रहण किया +5183,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_012.wav,फिर एसाव ने कहा आ हम बढ़ चलें और मैं तेरे आगेआगे चलूँगा +5184,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_013.wav,याकूब ने कहा हे मेरे प्रभु तू जानता ही है कि मेरे साथ सुकुमार लड़के और दूध देनेहारी भेड़बकरियाँ और गायें है यदि ऐसे पशु एक दिन भी अधिक हाँके जाएँ तो सब के सब मर जाएँगे +5185,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_014.wav,इसलिए मेरा प्रभु अपने दास के आगे बढ़ जाए और मैं इन पशुओं की गति के अनुसार जो मेरे आगे है और बच्चों की गति के अनुसार धीरे धीरे चलकर सेईर में अपने प्रभु के पास पहुँचूँगा +5186,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_015.wav,एसाव ने कहा तो अपने साथियों में से मैं कई एक तेरे साथ छोड़ जाऊँ उसने कहा यह क्यों इतना ही बहुत है कि मेरे प्रभु के अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर बनी रहे +5187,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_016.wav,तब एसाव ने उसी दिन सेईर जाने को अपना मार्ग लिया +5188,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_017.wav,परन्तु याकूब वहाँ से निकलकर सुक्कोत को गया और वहाँ अपने लिये एक घर और पशुओं के लिये झोंपड़े बनाए इसी कारण उस स्थान का नाम सुक्कोत पड़ा +5189,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_018.wav,और याकूब जो पद्दनराम से आया था उसने कनान देश के शेकेम नगर के पास कुशल क्षेम से पहुँचकर नगर के सामने डेरे खड़े किए +5190,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_019.wav,और भूमि के जिस खण्ड पर उसने अपना तम्बू खड़ा किया उसको उसने शेकेम के पिता हमोर के पुत्रों के हाथ से एक सौ कसीतों में मोल लिया +5191,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_033_020.wav,और वहाँ उसने एक वेदी बनाकर उसका नाम एलएलोहेइस्राएल रखा +5192,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_001.wav,एक दिन लिआ की बेटी दीना जो याकू��� से उत्पन्न हुई थी उस देश की लड़कियों से भेंट करने को निकली +5193,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_002.wav,तब उस देश के प्रधान हिब्बी हमोर के पुत्र शेकेम ने उसे देखा और उसे ले जाकर उसके साथ कुकर्म करके उसको भ्रष्ट कर डाला +5194,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_003.wav,तब उसका मन याकूब की बेटी दीना से लग गया और उसने उस कन्या से प्रेम की बातें की और उससे प्रेम करने लगा +5195,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_004.wav,अतः शेकेम ने अपने पिता हमोर से कहा मुझे इस लड़की को मेरी पत्नी होने के लिये दिला दे +5196,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_005.wav,और याकूब ने सुना कि शेकेम ने मेरी बेटी दीना को अशुद्ध कर डाला है पर उसके पुत्र उस समय पशुओं के संग मैदान में थे इसलिए वह उनके आने तक चुप रहा +5197,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_006.wav,तब शेकेम का पिता हमोर निकलकर याकूब से बातचीत करने के लिये उसके पास गया +5198,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_007.wav,याकूब के पुत्र यह सुनते ही मैदान से बहुत उदास और क्रोधित होकर आए क्योंकि शेकेम ने याकूब की बेटी के साथ कुकर्म करके इस्राएल के घराने से मूर्खता का ऐसा काम किया था जिसका करना अनुचित था +5199,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_008.wav,हमोर ने उन सबसे कहा मेरे पुत्र शेकेम का मन तुम्हारी बेटी पर बहुत लगा है इसलिए उसे उसकी पत्नी होने के लिये उसको दे दो +5200,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_009.wav,और हमारे साथ ब्याह किया करो अपनी बेटियाँ हमको दिया करो और हमारी बेटियों को आप लिया करो +5201,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_010.wav,और हमारे संग बसे रहो और यह देश तुम्हारे सामने पड़ा है इसमें रहकर लेनदेन करो और इसकी भूमि को अपने लिये ले लो +5202,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_011.wav,और शेकेम ने भी दीना के पिता और भाइयों से कहा यदि मुझ पर तुम लोगों की अनुग्रह की दृष्टि हो तो जो कुछ तुम मुझसे कहो वह मैं दूँगा +5203,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_012.wav,तुम मुझसे कितना ही मूल्य या बदला क्यों न माँगो तो भी मैं तुम्हारे कहे के अनुसार दूँगा परन्तु उस कन्या को पत्नी होने के लिये मुझे दो +5204,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_013.wav,तब यह सोचकर कि शेकेम ने हमारी बहन दीना को अशुद्ध किया है याकूब के पुत्रों ने शेकेम और उसके पिता हमोर को छल के साथ यह उत्तर दिया +5205,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_014.wav,हम ऐसा काम नहीं कर सकते कि किसी खतनारहित पुरुष को अपनी बहन दें क्योंकि इससे हमारी नामधराई होगी +5206,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_015.wav,इस बात पर तो हम तुम्हारी मान लेंगे कि हमारे समान तुम में से हर एक पुरुष का खतना किया जाए +5207,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_016.wav,तब हम अपनी बेटियाँ तुम्हें ब्याह देंगे और तुम्हारी बेटियाँ ब्याह लेंगे और तुम्हारे संग बसे भी रहेंगे और हम दोनों एक ही समुदाय के मनुष्य हो जाएँगे +5208,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_017.wav,पर यदि तुम हमारी बात न मानकर अपना खतना न कराओगे तो हम अपनी लड़की को लेकर यहाँ से चले जाएँगे +5209,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_018.wav,उसकी इस बात पर हमोर और उसका पुत्र शेकेम प्रसन्न हुए +5210,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_019.wav,और वह जवान जो याकूब की बेटी को बहुत चाहता था इस काम को करने में उसने विलम्ब न किया वह तो अपने पिता के सारे घराने में अधिक प्रतिष्ठित था +5211,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_020.wav,इसलिए हमोर और उसका पुत्र शेकेम अपने नगर के फाटक के निकट जाकर नगरवासियों को यह समझाने लगे +5212,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_021.wav,वे मनुष्य तो हमारे संग मेल से रहना चाहते हैं अतः उन्हें इस देश में रहकर लेनदेन करने दो देखो यह देश उनके लिये भी बहुत है फिर हम लोग उनकी बेटियों को ब्याह लें और अपनी बेटियों को उन्हें दिया करें +5213,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_022.wav,वे लोग केवल इस बात पर हमारे संग रहने और एक ही समुदाय के मनुष्य हो जाने को प्रसन्न हैं कि उनके समान हमारे सब पुरुषों का भी खतना किया जाए +5214,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_023.wav,क्या उनकी भेड़बकरियाँ और गायबैल वरन् उनके सारे पशु और धनसम्पत्ति हमारी न हो जाएगी इतना ही करें कि हम लोग उनकी बात मान लें तो वे हमारे संग रहेंगे +5215,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_024.wav,इसलिए जितने उस नगर के फाटक से निकलते थे उन सभी ने हमोर की और उसके पुत्र शेकेम की बात मानी और हर एक पुरुष का खतना किया गया जितने उस नगर के फाटक से निकलते थे +5216,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_025.wav,तीसरे दिन जब वे लोग पीड़ित पड़े थे तब ऐसा हुआ कि शिमोन और लेवी नाम याकूब के दो पुत्रों ने जो दीना के भाई थे अपनीअपनी तलवार ले उस नगर में निधड़क घुसकर सब पुरुषों को घात किया +5217,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_026.wav,हमोर और उसके पुत्र शेकेम को उन्होंने तलवार से मार डाला और दीना को शेकेम के घर से निकाल ले गए +5218,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_027.wav,याकूब के पुत्रों ने घात कर डालने पर भी चढ़कर नगर को इसलिए लूट लिया कि उसमें उनकी बहन अशुद्ध की गई थी +5219,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_028.wav,उन्होंने भेड़बकरी और गायबैल और गदहे और नगर और मैदान में जितना धन था ले लिया +5220,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_029.wav,उस सब को और उनके बालबच्चों और स्त्रियों को भी हर ले गए वरन् घरघर में जो कुछ था उसको भी उन्होंने लूट लिया +5221,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_030.wav,तब याकूब ने शिमोन और लेवी से कहा तुम ने जो इस देश के निवासी कनानियों और परिज्जियों के मन में मेरे प्रति घृणा उत्पन्न कराई है इससे तुम ने मुझे संकट में डाला है ���्योंकि मेरे साथ तो थोड़े ही लोग हैं इसलिए अब वे इकट्ठे होकर मुझ पर चढ़ेंगे और मुझे मार डालेंगे तो मैं अपने घराने समेत सत्यानाश हो जाऊँगा +5222,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_034_031.wav,उन्होंने कहा क्या वह हमारी बहन के साथ वेश्या के समान बर्ताव करे +5223,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_001.wav,तब परमेश्वर ने याकूब से कहा यहाँ से निकलकर बेतेल को जा और वहीं रह और वहाँ परमेश्वर के लिये वेदी बना जिसने तुझे उस समय दर्शन दिया जब तू अपने भाई एसाव के डर से भागा जाता था +5224,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_002.wav,तब याकूब ने अपने घराने से और उन सबसे भी जो उसके संग थे कहा तुम्हारे बीच में जो पराए देवता हैं उन्हें निकाल फेंको और अपनेअपने को शुद्ध करो और अपने वस्त्र बदल डालो +5225,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_003.wav,और आओ हम यहाँ से निकलकर बेतेल को जाएँ वहाँ मैं परमेश्वर के लिये एक वेदी बनाऊँगा जिसने संकट के दिन मेरी सुन ली और जिस मार्ग से मैं चलता था उसमें मेरे संग रहा +5226,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_004.wav,इसलिए जितने पराए देवता उनके पास थे और जितने कुण्डल उनके कानों में थे उन सभी को उन्होंने याकूब को दिया और उसने उनको उस बांज वृक्ष के नीचे जो शेकेम के पास है गाड़ दिया +5227,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_005.wav,तब उन्होंने कूच किया और उनके चारों ओर के नगर निवासियों के मन में परमेश्वर की ओर से ऐसा भय समा गया कि उन्होंने याकूब के पुत्रों का पीछा न किया +5228,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_006.wav,याकूब उन सब समेत जो उसके संग थे कनान देश के लूज नगर को आया वह नगर बेतेल भी कहलाता है +5229,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_007.wav,वहाँ उसने एक वेदी बनाई और उस स्थान का नाम एलबेतेल रखा क्योंकि जब वह अपने भाई के डर से भागा जाता था तब परमेश्वर उस पर वहीं प्रगट हुआ था +5230,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_008.wav,और रिबका की दूध पिलानेहारी दाई दबोरा मर गई और बेतेल के बांज वृक्ष के तले उसको मिट्टी दी गई और उस बांज वृक्ष का नाम अल्लोनबक्कूत रखा गया +5231,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_009.wav,फिर याकूब के पद्दनराम से आने के पश्चात् परमेश्वर ने दूसरी बार उसको दर्शन देकर आशीष दी +5232,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_010.wav,और परमेश्वर ने उससे कहा अब तक तो तेरा नाम याकूब रहा है पर आगे को तेरा नाम याकूब न रहेगा तू इस्राएल कहलाएगा इस प्रकार उसने उसका नाम इस्राएल रखा +5233,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_011.wav,फिर परमेश्वर ने उससे कहा मैं सर्वशक्तिमान परमेश्वर हूँ तू फूलेफले और बढ़े और तुझ से एक जाति वरन् जातियों की एक मण्डली भी उत्पन्न होगी और तेरे वंश में राजा उत्पन्न होंगे +5234,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_012.wav,और जो देश मैंने अब्राहम और इसहाक को दिया है वही देश तुझे देता हूँ और तेरे पीछे तेरे वंश को भी दूँगा +5235,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_013.wav,तब परमेश्वर उस स्थान में जहाँ उसने याकूब से बातें की उनके पास से ऊपर चढ़ गया +5236,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_014.wav,और जिस स्थान में परमेश्वर ने याकूब से बातें की वहाँ याकूब ने पत्थर का एक खम्भा खड़ा किया और उस पर अर्घ देकर तेल डाल दिया +5237,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_015.wav,जहाँ परमेश्वर ने याकूब से बातें की उस स्थान का नाम उसने बेतेल रखा +5238,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_016.wav,फिर उन्होंने बेतेल से कूच किया और एप्राता थोड़ी ही दूर रह गया था कि राहेल को बच्चा जनने की बड़ी पीड़ा उठने लगी +5239,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_017.wav,जब उसको बड़ीबड़ी पीड़ा उठती थी तब दाई ने उससे कहा मत डर अब की भी तेरे बेटा ही होगा +5240,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_018.wav,तब ऐसा हुआ कि वह मर गई और प्राण निकलतेनिकलते उसने उस बेटे का नाम बेनोनी रखा पर उसके पिता ने उसका नाम बिन्यामीन रखा +5241,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_019.wav,और राहेल मर गई और एप्राता अर्थात् बैतलहम के मार्ग में उसको मिट्टी दी गई +5242,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_020.wav,और याकूब ने उसकी कब्र पर एक खम्भा खड़ा किया राहेल की कब्र का वह खम्भा आज तक बना है +5243,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_021.wav,फिर इस्राएल ने कूच किया और एदेर नामक गुम्मट के आगे बढ़कर अपना तम्बू खड़ा किया +5244,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_022.wav,जब इस्राएल उस देश में बसा था तब एक दिन ऐसा हुआ कि रूबेन ने जाकर अपने पिता की रखैली बिल्हा के साथ कुकर्म किया और यह बात इस्राएल को मालूम हो गई याकूब के बारह पुत्र हुए +5245,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_023.wav,उनमें से लिआ के पुत्र ये थे अर्थात् याकूब का जेठा रूबेन फिर शिमोन लेवी यहूदा इस्साकार और जबूलून +5246,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_024.wav,और राहेल के पुत्र ये थे अर्थात् यूसुफ और बिन्यामीन +5247,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_025.wav,और राहेल की दासी बिल्हा के पुत्र ये थे अर्थात् दान और नप्ताली +5248,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_026.wav,और लिआ की दासी जिल्पा के पुत्र ये थे अर्थात् गाद और आशेर याकूब के ये ही पुत्र हुए जो उससे पद्दनराम में उत्पन्न हुए +5249,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_027.wav,और याकूब मम्रे में जो किर्यतअर्बा अर्थात् हेब्रोन है जहाँ अब्राहम और इसहाक परदेशी होकर रहे थे अपने पिता इसहाक के पास आया +5250,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_028.wav,इसहाक की आयु एक सौ अस्सी वर्ष की हुई +5251,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_035_029.wav,और इसहाक का प्राण छूट गया और वह मर गया और वह बूढ़ा और पूरी आयु का होकर अपने लोगों में जा मिला और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी +5252,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_001.wav,एसाव जो एदोम भी कहलाता है उसकी यह वंशावली है +5253,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_002.wav,एसाव ने तो कनानी लड़कियाँ ब्याह लीं अर्थात् हित्ती एलोन की बेटी आदा को और ओहोलीबामा को जो अना की बेटी और हिब्बी सिबोन की नातिन थी +5254,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_003.wav,फिर उसने इश्माएल की बेटी बासमत को भी जो नबायोत की बहन थी ब्याह लिया +5255,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_004.wav,आदा ने तो एसाव के द्वारा एलीपज को और बासमत ने रूएल को जन्म दिया +5256,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_005.wav,और ओहोलीबामा ने यूश और यालाम और कोरह को उत्पन्न किया एसाव के ये ही पुत्र कनान देश में उत्पन्न हुए +5257,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_006.wav,एसाव अपनी पत्नियों और बेटेबेटियों और घर के सब प्राणियों और अपनी भेड़बकरी और गायबैल आदि सब पशुओं निदान अपनी सारी सम्पत्ति को जो उसने कनान देश में संचय किया था लेकर अपने भाई याकूब के पास से दूसरे देश को चला गया +5258,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_007.wav,क्योंकि उनकी सम्पत्ति इतनी हो गई थी कि वे इकट्ठे न रह सके और पशुओं की बहुतायत के कारण उस देश में जहाँ वे परदेशी होकर रहते थे वे समा न सके +5259,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_008.wav,एसाव जो एदोम भी कहलाता है सेईर नामक पहाड़ी देश में रहने लगा +5260,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_009.wav,सेईर नामक पहाड़ी देश में रहनेवाले एदोमियों के मूलपुरुष एसाव की वंशावली यह है +5261,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_010.wav,एसाव के पुत्रों के नाम ये हैं अर्थात् एसाव की पत्नी आदा का पुत्र एलीपज और उसी एसाव की पत्नी बासमत का पुत्र रूएल +5262,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_011.wav,और एलीपज के ये पुत्र हुए अर्थात् तेमान ओमार सपो गाताम और कनज +5263,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_012.wav,एसाव के पुत्र एलीपज के तिम्ना नामक एक रखैल थी जिसने एलीपज के द्वारा अमालेक को जन्म दिया एसाव की पत्नी आदा के वंश में ये ही हुए +5264,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_013.wav,रूएल के ये पुत्र हुए अर्थात् नहत जेरह शम्मा और मिज्जा एसाव की पत्नी बासमत के वंश में ये ही हुए +5265,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_014.wav,ओहोलीबामा जो एसाव की पत्नी और सिबोन की नातिन और अना की बेटी थी उसके ये पुत्र हुए अर्थात् उसने एसाव के द्वारा यूश यालाम और कोरह को जन्म दिया +5266,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_015.wav,एसाववंशियों के अधिपति ये हुए अर्थात् एसाव के जेठे एलीपज के वंश में से तेमान अधिपति ओमार अधिपति सपो अधिपति कनज अधिपति +5267,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_016.wav,कोरह अधिपति गाताम अधिपति अमालेक अधिपति एलीपज वंशियों में से एदोम देश में ये ही अधिपति हुए और ये ही आदा के वंश में हुए +5268,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_017.wav,एसाव के पुत्र रूएल के वंश में ये हुए अर्थात् नहत ��धिपति जेरह अधिपति शम्मा अधिपति मिज्जा अधिपति रूएलवंशियों में से एदोम देश में ये ही अधिपति हुए और ये ही एसाव की पत्नी बासमत के वंश में हुए +5269,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_018.wav,एसाव की पत्नी ओहोलीबामा के वंश में ये हुए अर्थात् यूश अधिपति यालाम अधिपति कोरह अधिपति अना की बेटी ओहोलीबामा जो एसाव की पत्नी थी उसके वंश में ये ही हुए +5270,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_019.wav,एसाव जो एदोम भी कहलाता है उसके वंश ये ही हैं और उनके अधिपति भी ये ही हुए +5271,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_020.wav,सेईर जो होरी नामक जाति का था उसके ये पुत्र उस देश में पहले से रहते थे अर्थात् लोतान शोबाल सिबोन अना +5272,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_021.wav,दीशोन एसेर और दीशान एदोम देश में सेईर के ये ही होरी जातिवाले अधिपति हुए +5273,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_022.wav,लोतान के पुत्र होरी और हेमाम हुए और लोतान की बहन तिम्ना थी +5274,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_023.wav,शोबाल के ये पुत्र हुए अर्थात् आल्वान मानहत एबाल शपो और ओनाम +5275,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_024.wav,और सीदोन के ये पुत्र हुए अय्या और अना यह वही अना है जिसको जंगल में अपने पिता सिबोन के गदहों को चरातेचराते गरम पानी के झरने मिले +5276,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_025.wav,और अना के दीशोन नामक पुत्र हुआ और उसी अना के ओहोलीबामा नामक बेटी हुई +5277,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_026.wav,दीशोन के ये पुत्र हुए हेमदान एशबान यित्रान और करान +5278,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_027.wav,एसेर के ये पुत्र हुए बिल्हान जावान और अकान +5279,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_028.wav,दीशान के ये पुत्र हुए ऊस और अरान +5280,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_029.wav,होरियों के अधिपति ये हुए लोतान अधिपति शोबाल अधिपति सिबोन अधिपति अना अधिपति +5281,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_030.wav,दीशोन अधिपति एसेर अधिपति दीशान अधिपति सेईर देश में होरी जातिवाले ये ही अधिपति हुए +5282,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_031.wav,फिर जब इस्राएलियों पर किसी राजा ने राज्य न किया था तब भी एदोम के देश में ये राजा हुए +5283,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_032.wav,बोर के पुत्र बेला ने एदोम में राज्य किया और उसकी राजधानी का नाम दिन्हाबा है +5284,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_033.wav,बेला के मरने पर बोस्रानिवासी जेरह का पुत्र योबाब उसके स्थान पर राजा हुआ +5285,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_034.wav,योबाब के मरने पर तेमानियों के देश का निवासी हूशाम उसके स्थान पर राजा हुआ +5286,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_035.wav,फिर हूशाम के मरने पर बदद का पुत्र हदद उसके स्थान पर राजा हुआ यह वही है जिसने मिद्यानियों को मोआब के देश में मार लिया और उसकी राजधानी का नाम अबीत है +5287,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_036.wav,हदद के मरने पर मस्रेकावासी सम्ला उसके स्थान पर राजा हुआ +5288,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_037.wav,फिर सम्ला के मरने पर शाऊल जो महानद के तटवाले रहोबोत नगर का था वह उसके स्थान पर राजा हुआ +5289,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_038.wav,शाऊल के मरने पर अकबोर का पुत्र बाल्हानान उसके स्थान पर राजा हुआ +5290,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_039.wav,अकबोर के पुत्र बाल्हानान के मरने पर हदर उसके स्थान पर राजा हुआ और उसकी राजधानी का नाम पाऊ है और उसकी पत्नी का नाम महेतबेल है जो मेज़ाहाब की नातिन और मत्रेद की बेटी थी +5291,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_040.wav,फिर एसाववंशियों के अधिपतियों के कुलों और स्थानों के अनुसार उनके नाम ये हैं तिम्ना अधिपति अल्वा अधिपति यतेत अधिपति +5292,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_041.wav,ओहोलीबामा अधिपति एला अधिपति पीनोन अधिपति +5293,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_042.wav,कनज अधिपति तेमान अधिपति मिबसार अधिपति +5294,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_036_043.wav,मग्दीएल अधिपति ईराम अधिपति एदोमवंशियों ने जो देश अपना कर लिया था उसके निवासस्थानों में उनके ये ही अधिपति हुए और एदोमी जाति का मूलपुरुष एसाव है +5295,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_001.wav,याकूब तो कनान देश में रहता था जहाँ उसका पिता परदेशी होकर रहा था +5296,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_002.wav,और याकूब के वंश का वृत्तान्त यह है यूसुफ सत्रह वर्ष का होकर अपने भाइयों के संग भेड़बकरियों को चराता था और वह लड़का अपने पिता की पत्नी बिल्हा और जिल्पा के पुत्रों के संग रहा करता था और उनकी बुराइयों का समाचार अपने पिता के पास पहुँचाया करता था +5297,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_003.wav,और इस्राएल अपने सब पुत्रों से बढ़कर यूसुफ से प्रीति रखता था क्योंकि वह उसके बुढ़ापे का पुत्र था और उसने उसके लिये रंगबिरंगा अंगरखा बनवाया +5298,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_004.wav,परन्तु जब उसके भाइयों ने देखा कि हमारा पिता हम सब भाइयों से अधिक उसी से प्रीति रखता है तब वे उससे बैर करने लगे और उसके साथ ठीक से बात भी नहीं करते थे +5299,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_005.wav,यूसुफ ने एक स्वप्न देखा और अपने भाइयों से उसका वर्णन किया तब वे उससे और भी द्वेष करने लगे +5300,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_006.wav,उसने उनसे कहा जो स्वप्न मैंने देखा है उसे सुनो +5301,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_007.wav,हम लोग खेत में पूले बाँध रहे हैं और क्या देखता हूँ कि मेरा पूला उठकर सीधा खड़ा हो गया तब तुम्हारे पूलों ने मेरे पूले को चारों तरफ से घेर लिया और उसे दण्डवत् किया +5302,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_008.wav,तब उसके भाइयों ने उससे कहा क्या सचमुच तू हमारे ऊपर राज्य करेगा या क्या सचमुच तू हम पर प्रभुता करेगा इसलिए वे उसके स्वप्नों और उसकी बातों के कारण उससे और भी अधिक बैर करने लगे +5303,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_009.wav,फिर उसने एक और स्वप्न देखा और अपने भाइयों से उसका भी यह वर्णन किया सुनो मैंने एक और स्वप्न देखा है कि सूर्य और चन्द्रमा और ग्यारह तारे मुझे दण्डवत् कर रहे हैं +5304,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_010.wav,यह स्वप्न का उसने अपने पिता और भाइयों से वर्णन किया तब उसके पिता ने उसको डाँटकर कहा यह कैसा स्वप्न है जो तूने देखा है क्या सचमुच मैं और तेरी माता और तेरे भाई सब जाकर तेरे आगे भूमि पर गिरकर दण्डवत् करेंगे +5305,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_011.wav,उसके भाई तो उससे डाह करते थे पर उसके पिता ने उसके उस वचन को स्मरण रखा +5306,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_012.wav,उसके भाई अपने पिता की भेड़बकरियों को चराने के लिये शेकेम को गए +5307,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_013.wav,तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा तेरे भाई तो शेकेम ही में भेड़बकरी चरा रहे होंगे इसलिए जा मैं तुझे उनके पास भेजता हूँ उसने उससे कहा जो आज्ञा मैं हाजिर हूँ +5308,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_014.wav,उसने उससे कहा जा अपने भाइयों और भेड़बकरियों का हाल देख आ कि वे कुशल से तो हैं फिर मेरे पास समाचार ले आ अतः उसने उसको हेब्रोन की तराई में विदा कर दिया और वह शेकेम में आया +5309,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_015.wav,और किसी मनुष्य ने उसको मैदान में इधरउधर भटकते हुए पाकर उससे पूछा तू क्या ढूँढ़ता है +5310,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_016.wav,उसने कहा मैं तो अपने भाइयों को ढूँढ़ता हूँ कृपा कर मुझे बता कि वे भेड़बकरियों को कहाँ चरा रहे हैं +5311,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_017.wav,उस मनुष्य ने कहा वे तो यहाँ से चले गए हैं और मैंने उनको यह कहते सुना आओ हम दोतान को चलें इसलिए यूसुफ अपने भाइयों के पीछे चला और उन्हें दोतान में पाया +5312,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_018.wav,जैसे ही उन्होंने उसे दूर से आते देखा तो उसके निकट आने के पहले ही उसे मार डालने की युक्ति की +5313,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_019.wav,और वे आपस में कहने लगे देखो वह स्वप्न देखनेवाला आ रहा है +5314,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_020.wav,इसलिए आओ हम उसको घात करके किसी गड्ढे में डाल दें और यह कह देंगे कि कोई जंगली पशु उसको खा गया फिर हम देखेंगे कि उसके स्वप्नों का क्या फल होगा +5315,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_021.wav,यह सुनकर रूबेन ने उसको उनके हाथ से बचाने की मनसा से कहा हम उसको प्राण से तो न मारें +5316,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_022.wav,फिर रूबेन ने उनसे कहा लहू मत बहाओ उसको जंगल के इस गड्ढे में डाल दो और उस पर हाथ मत उठाओ वह उसको उनके हाथ से छुड़ाकर पिता के पास फिर पहुँचाना चाहता था +5317,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_023.wav,इसलिए ऐसा हुआ कि जब यूसुफ अपने भाइयों के पास पहुँचा तब उन्होंने उसका रंग��िरंगा अंगरखा जिसे वह पहने हुए था उतार लिया +5318,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_024.wav,और यूसुफ को उठाकर गड्ढे में डाल दिया वह गड्ढा सूखा था और उसमें कुछ जल न था +5319,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_025.wav,तब वे रोटी खाने को बैठ गए और आँखें उठाकर क्या देखा कि इश्माएलियों का एक दल ऊँटों पर सुगन्धद्रव्य बलसान और गन्धरस लादे हुए गिलाद से मिस्र को चला जा रहा है +5320,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_026.wav,तब यहूदा ने अपने भाइयों से कहा अपने भाई को घात करने और उसका खून छिपाने से क्या लाभ होगा +5321,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_027.wav,आओ हम उसे इश्माएलियों के हाथ बेच डालें और अपना हाथ उस पर न उठाए क्योंकि वह हमारा भाई और हमारी ही हड्डी और माँस है और उसके भाइयों ने उसकी बात मान ली +5322,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_028.wav,तब मिद्यानी व्यापारी उधर से होकर उनके पास पहुँचे अतः यूसुफ के भाइयों ने उसको उस गड्ढे में से खींचकर बाहर निकाला और इश्माएलियों के हाथ चाँदी के बीस टुकड़ों में बेच दिया और वे यूसुफ को मिस्र में ले गए +5323,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_029.wav,रूबेन ने गड्ढे पर लौटकर क्या देखा कि यूसुफ गड्ढे में नहीं है इसलिए उसने अपने वस्त्र फाड़े +5324,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_030.wav,और अपने भाइयों के पास लौटकर कहने लगा लड़का तो नहीं है अब मैं किधर जाऊँ +5325,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_031.wav,तब उन्होंने यूसुफ का अंगरखा लिया और एक बकरे को मारकर उसके लहू में उसे डुबा दिया +5326,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_032.wav,और उन्होंने उस रंगबिरंगे अंगरखे को अपने पिता के पास भेजकर यह सन्देश दिया यह हमको मिला है अतः देखकर पहचान ले कि यह तेरे पुत्र का अंगरखा है कि नहीं +5327,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_033.wav,उसने उसको पहचान लिया और कहा हाँ यह मेरे ही पुत्र का अंगरखा है किसी दुष्ट पशु ने उसको खा लिया है निःसन्देह यूसुफ फाड़ डाला गया है +5328,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_034.wav,तब याकूब ने अपने वस्त्र फाड़े और कमर में टाट लपेटा और अपने पुत्र के लिये बहुत दिनों तक विलाप करता रहा +5329,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_035.wav,और उसके सब बेटेबेटियों ने उसको शान्ति देने का यत्न किया पर उसको शान्ति न मिली और वह यही कहता रहा मैं तो विलाप करता हुआ अपने पुत्र के पास अधोलोक में उतर जाऊँगा इस प्रकार उसका पिता उसके लिये रोता ही रहा +5330,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_037_036.wav,इस बीच मिद्यानियों ने यूसुफ को मिस्र में ले जाकर पोतीपर नामक फ़िरौन के एक हाकिम और अंगरक्षकों के प्रधान के हाथ बेच डाला +5331,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_001.wav,उन्हीं दिनों में ऐसा हुआ कि यहूदा अपने भाइयों के पास से चला गया और हीरा नामक एक अदुल्लामवासी पुरुष ���े पास डेरा किया +5332,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_002.wav,वहाँ यहूदा ने शूआ नामक एक कनानी पुरुष की बेटी को देखा और उससे विवाह करके उसके पास गया +5333,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_003.wav,वह गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र उत्पन्न हुआ और यहूदा ने उसका नाम एर रखा +5334,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_004.wav,और वह फिर गर्भवती हुई और उसके एक पुत्र और उत्पन्न हुआ और उसका नाम ओनान रखा गया +5335,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_005.wav,फिर उसके एक पुत्र और उत्पन्न हुआ और उसका नाम शेला रखा गया और जिस समय इसका जन्म हुआ उस समय यहूदा कजीब में रहता था +5336,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_006.wav,और यहूदा ने तामार नामक एक स्त्री से अपने जेठे एर का विवाह कर दिया +5337,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_007.wav,परन्तु यहूदा का वह जेठा एर यहोवा के लेखे में दुष्ट था इसलिए यहोवा ने उसको मार डाला +5338,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_008.wav,तब यहूदा ने ओनान से कहा अपनी भौजाई के पास जा और उसके साथ देवर का धर्म पूरा करके अपने भाई के लिये सन्तान उत्पन्न कर +5339,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_009.wav,ओनान तो जानता था कि सन्तान मेरी न ठहरेगी इसलिए ऐसा हुआ कि जब वह अपनी भौजाई के पास गया तब उसने भूमि पर वीर्य गिराकर नाश किया जिससे ऐसा न हो कि उसके भाई के नाम से वंश चले +5340,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_010.wav,यह काम जो उसने किया उससे यहोवा अप्रसन्न हुआ और उसने उसको भी मार डाला +5341,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_011.wav,तब यहूदा ने इस डर के मारे कि कहीं ऐसा न हो कि अपने भाइयों के समान शेला भी मरे अपनी बहू तामार से कहा जब तक मेरा पुत्र शेला सयाना न हो जाए तब तक अपने पिता के घर में विधवा ही बैठी रह इसलिए तामार अपने पिता के घर में जाकर रहने लगी +5342,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_012.wav,बहुत समय के बीतने पर यहूदा की पत्नी जो शूआ की बेटी थी वह मर गई फिर यहूदा शोक के दिन बीतने पर अपने मित्र हीरा अदुल्लामवासी समेत अपनी भेड़बकरियों का ऊन कतरनेवालों के पास तिम्नाह को गया +5343,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_013.wav,और तामार को यह समाचार मिला तेरा ससुर अपनी भेड़बकरियों का ऊन कतराने के लिये तिम्नाह को जा रहा है +5344,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_014.wav,तब उसने यह सोचकर कि शेला सयाना तो हो गया पर मैं उसकी स्त्री नहीं होने पाई अपना विधवापन का पहरावा उतारा और घूँघट डालकर अपने को ढाँप लिया और एनैम नगर के फाटक के पास जो तिम्नाह के मार्ग में है जा बैठी +5345,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_015.wav,जब यहूदा ने उसको देखा उसने उसको वेश्या समझा क्योंकि वह अपना मुँह ढाँपे हुए थी +5346,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_016.wav,वह मार्ग से उसकी ओर फिरा और उससे कहने लगा मुझे अपने पास आने दे क्योंकि उसे यह मालूम न था कि व��� उसकी बहू है और वह कहने लगी यदि मैं तुझे अपने पास आने दूँ तो तू मुझे क्या देगा +5347,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_017.wav,उसने कहा मैं अपनी बकरियों में से बकरी का एक बच्चा तेरे पास भेज दूँगा तब उसने कहा भला उसके भेजने तक क्या तू हमारे पास कुछ रेहन रख जाएगा +5348,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_018.wav,उसने पूछा मैं तेरे पास क्या रेहन रख जाऊँ उसने कहा अपनी मुहर और बाजूबन्द और अपने हाथ की छड़ी तब उसने उसको वे वस्तुएँ दे दीं और उसके पास गया और वह उससे गर्भवती हुई +5349,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_019.wav,तब वह उठकर चली गई और अपना घूँघट उतारकर अपना विधवापन का पहरावा फिर पहन लिया +5350,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_020.wav,तब यहूदा ने बकरी का बच्चा अपने मित्र उस अदुल्लामवासी के हाथ भेज दिया कि वह रेहन रखी हुई वस्तुएँ उस स्त्री के हाथ से छुड़ा ले आए पर वह स्त्री उसको न मिली +5351,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_021.wav,तब उसने वहाँ के लोगों से पूछा वह देवदासी जो एनैम में मार्ग की एक ओर बैठी थी कहाँ है उन्होंने कहा यहाँ तो कोई देवदासी न थी +5352,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_022.wav,इसलिए उसने यहूदा के पास लौटकर कहा मुझे वह नहीं मिली और उस स्थान के लोगों ने कहा यहाँ तो कोई देवदासी न थी +5353,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_023.wav,तब यहूदा ने कहा अच्छा वह बन्धक उसी के पास रहने दे नहीं तो हम लोग तुच्छ गिने जाएँगे देख मैंने बकरी का यह बच्चा भेज दिया था पर वह तुझे नहीं मिली +5354,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_024.wav,लगभग तीन महीने के बाद यहूदा को यह समाचार मिला तेरी बहू तामार ने व्यभिचार किया है वरन् वह व्यभिचार से गर्भवती भी हो गई है तब यहूदा ने कहा उसको बाहर ले आओ कि वह जलाई जाए +5355,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_025.wav,जब उसे बाहर निकाला जा रहा था तब उसने अपने ससुर के पास यह कहला भेजा जिस पुरुष की ये वस्तुएँ हैं उसी से मैं गर्भवती हूँ फिर उसने यह भी कहलाया पहचान तो सही कि यह मुहर और बाजूबन्द और छड़ी किसकी हैं +5356,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_026.wav,यहूदा ने उन्हें पहचानकर कहा वह तो मुझसे कम दोषी है क्योंकि मैंने उसका अपने पुत्र शेला से विवाह न किया और उसने उससे फिर कभी प्रसंग न किया +5357,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_027.wav,जब उसके जनने का समय आया तब यह जान पड़ा कि उसके गर्भ में जुड़वे बच्चे हैं +5358,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_028.wav,और जब वह जनने लगी तब एक बालक का हाथ बाहर आया और दाई ने लाल सूत लेकर उसके हाथ में यह कहते हुए बाँध दिया पहले यही उत्पन्न हुआ +5359,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_029.wav,जब उसने हाथ समेट लिया तब उसका भाई उत्पन्न हो गया तब उस दाई ने कहा तू क्यों बरबस निकल आया है इसलिए उसका नाम पेरेस रखा गया +5360,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_038_030.wav,पीछे उसका भाई जिसके हाथ में लाल सूत बन्धा था उत्पन्न हुआ और उसका नाम जेरह रखा गया +5361,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_001.wav,जब यूसुफ मिस्र में पहुँचाया गया तब पोतीपर नामक एक मिस्री ने जो फ़िरौन का हाकिम और अंगरक्षकों का प्रधान था उसको इश्माएलियों के हाथ से जो उसे वहाँ ले गए थे मोल लिया +5362,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_002.wav,यूसुफ अपने मिस्री स्वामी के घर में रहता था और यहोवा उसके संग था इसलिए वह सफल पुरुष हो गया +5363,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_003.wav,और यूसुफ के स्वामी ने देखा कि यहोवा उसके संग रहता है और जो काम वह करता है उसको यहोवा उसके हाथ से सफल कर देता है +5364,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_004.wav,तब उसकी अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई और वह उसकी सेवा टहल करने के लिये नियुक्त किया गया फिर उसने उसको अपने घर का अधिकारी बनाकर अपना सब कुछ उसके हाथ में सौंप दिया +5365,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_005.wav,जब से उसने उसको अपने घर का और अपनी सारी सम्पत्ति का अधिकारी बनाया तब से यहोवा यूसुफ के कारण उस मिस्री के घर पर आशीष देने लगा और क्या घर में क्या मैदान में उसका जो कुछ था सब पर यहोवा की आशीष होने लगी +5366,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_006.wav,इसलिए उसने अपना सब कुछ यूसुफ के हाथ में यहाँ तक छोड़ दिया कि अपने खाने की रोटी को छोड़ वह अपनी सम्पत्ति का हाल कुछ न जानता था यूसुफ सुन्दर और रूपवान था +5367,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_007.wav,इन बातों के पश्चात् ऐसा हुआ कि उसके स्वामी की पत्नी ने यूसुफ की ओर आँख लगाई और कहा मेरे साथ सो +5368,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_008.wav,पर उसने अस्वीकार करते हुए अपने स्वामी की पत्नी से कहा सुन जो कुछ इस घर में है मेरे हाथ में है उसे मेरा स्वामी कुछ नहीं जानता और उसने अपना सब कुछ मेरे हाथ में सौंप दिया है +5369,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_009.wav,इस घर में मुझसे बड़ा कोई नहीं और उसने तुझे छोड़ जो उसकी पत्नी है मुझसे कुछ नहीं रख छोड़ा इसलिए भला मैं ऐसी बड़ी दुष्टता करके परमेश्वर का अपराधी क्यों बनूँ +5370,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_010.wav,और ऐसा हुआ कि वह प्रतिदिन यूसुफ से बातें करती रही पर उसने उसकी न मानी कि उसके पास लेटे या उसके संग रहे +5371,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_011.wav,एक दिन क्या हुआ कि यूसुफ अपना कामकाज करने के लिये घर में गया और घर के सेवकों में से कोई भी घर के अन्दर न था +5372,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_012.wav,तब उस स्त्री ने उसका वस्त्र पकड़कर कहा मेरे साथ सो पर वह अपना वस्त्र उसके हाथ में छोड़कर भागा और बाहर निकल गया +5373,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_013.wav,यह देखकर कि वह अपना वस्त्र मेरे हाथ में छोड़कर बाहर भाग गया +5374,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_014.wav,उस स्त्री ने अपने घर के सेवकों को बुलाकर कहा देखो वह एक इब्री मनुष्य को हमारा तिरस्कार करने के लिये हमारे पास ले आया है वह तो मेरे साथ सोने के मतलब से मेरे पास अन्दर आया था और मैं ऊँचे स्वर से चिल्ला उठी +5375,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_015.wav,और मेरी बड़ी चिल्लाहट सुनकर वह अपना वस्त्र मेरे पास छोड़कर भागा और बाहर निकल गया +5376,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_016.wav,और वह उसका वस्त्र उसके स्वामी के घर आने तक अपने पास रखे रही +5377,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_017.wav,तब उसने उससे इस प्रकार की बातें कहीं वह इब्री दास जिसको तू हमारे पास ले आया है वह मुझसे हँसी करने के लिये मेरे पास आया था +5378,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_018.wav,और जब मैं ऊँचे स्वर से चिल्ला उठी तब वह अपना वस्त्र मेरे पास छोड़कर बाहर भाग गया +5379,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_019.wav,अपनी पत्नी की ये बातें सुनकर कि तेरे दास ने मुझसे ऐसाऐसा काम किया यूसुफ के स्वामी का कोप भड़का +5380,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_020.wav,और यूसुफ के स्वामी ने उसको पकड़कर बन्दीगृह में जहाँ राजा के कैदी बन्द थे डलवा दिया अतः वह उस बन्दीगृह में रहा +5381,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_021.wav,पर यहोवा यूसुफ के संगसंग रहा और उस पर करुणा की और बन्दीगृह के दरोगा के अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई +5382,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_022.wav,इसलिए बन्दीगृह के दरोगा ने उन सब बन्दियों को जो कारागार में थे यूसुफ के हाथ में सौंप दिया और जोजो काम वे वहाँ करते थे वह उसी की आज्ञा से होता था +5383,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_039_023.wav,यूसुफ के वश में जो कुछ था उसमें से बन्दीगृह के दरोगा को कोई भी वस्तु देखनी न पड़ती थी क्योंकि यहोवा यूसुफ के साथ था और जो कुछ वह करता था यहोवा उसको उसमें सफलता देता था +5384,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_001.wav,इन बातों के पश्चात् ऐसा हुआ कि मिस्र के राजा के पिलानेहारे और पकानेहारे ने अपने स्वामी के विरुद्ध कुछ अपराध किया +5385,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_002.wav,तब फ़िरौन ने अपने उन दोनों हाकिमों अर्थात् पिलानेहारों के प्रधान और पकानेहारों के प्रधान पर क्रोधित होकर +5386,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_003.wav,उन्हें कैद कराके अंगरक्षकों के प्रधान के घर के उसी बन्दीगृह में जहाँ यूसुफ बन्दी था डलवा दिया +5387,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_004.wav,तब अंगरक्षकों के प्रधान ने उनको यूसुफ के हाथ सौंपा और वह उनकी सेवाटहल करने लगा अतः वे कुछ दिन तक बन्दीगृह में रहे +5388,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_005.wav,मिस्र के राजा का पिलानेहारा और पकानेहारा जो बन्दीगृह में बन्द थे उन दोनों ने एक ही रात में अपनेअपने होनहार के अनुसार स्वप्न देखा +5389,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_006.wav,सवेरे जब यूसुफ उनके पास अन्दर गया तब उन पर उसने जो दृष्टि की तो क्या देखता है कि वे उदास हैं +5390,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_007.wav,इसलिए उसने फ़िरौन के उन हाकिमों से जो उसके साथ उसके स्वामी के घर के बन्दीगृह में थे पूछा आज तुम्हारे मुँह क्यों उदास हैं +5391,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_008.wav,उन्होंने उससे कहा हम दोनों ने स्वप्न देखा है और उनके फल का बतानेवाला कोई भी नहीं यूसुफ ने उनसे कहा क्या स्वप्नों का फल कहना परमेश्वर का काम नहीं है मुझे अपनाअपना स्वप्न बताओ +5392,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_009.wav,तब पिलानेहारों का प्रधान अपना स्वप्न यूसुफ को यह बताने लगा मैंने स्वप्न में देखा कि मेरे सामने एक दाखलता है +5393,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_010.wav,और उस दाखलता में तीन डालियाँ हैं और उसमें मानो कलियाँ लगीं हैं और वे फूलीं और उसके गुच्छों में दाख लगकर पक गई +5394,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_011.wav,और फ़िरौन का कटोरा मेरे हाथ में था और मैंने उन दाखों को लेकर फ़िरौन के कटोरे में निचोड़ा और कटोरे को फ़िरौन के हाथ में दिया +5395,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_012.wav,यूसुफ ने उससे कहा इसका फल यह है तीन डालियों का अर्थ तीन दिन हैं +5396,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_013.wav,इसलिए अब से तीन दिन के भीतर फ़िरौन तेरा सिर ऊँचा करेगा और फिर से तेरे पद पर तुझे नियुक्त करेगा और तू पहले के समान फ़िरौन का पिलानेहारा होकर उसका कटोरा उसके हाथ में फिर दिया करेगा +5397,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_014.wav,अतः जब तेरा भला हो जाए तब मुझे स्मरण करना और मुझ पर कृपा करके फ़िरौन से मेरी चर्चा चलाना और इस घर से मुझे छुड़वा देना +5398,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_015.wav,क्योंकि सचमुच इब्रानियों के देश से मुझे चुराकर लाया गया हैं और यहाँ भी मैंने कोई ऐसा काम नहीं किया जिसके कारण मैं इस कारागार में डाला जाऊँ +5399,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_016.wav,यह देखकर कि उसके स्वप्न का फल अच्छा निकला पकानेहारों के प्रधान ने यूसुफ से कहा मैंने भी स्वप्न देखा है वह यह है मैंने देखा कि मेरे सिर पर सफेद रोटी की तीन टोकरियाँ है +5400,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_017.wav,और ऊपर की टोकरी में फ़िरौन के लिये सब प्रकार की पकी पकाई वस्तुएँ हैं और पक्षी मेरे सिर पर की टोकरी में से उन वस्तुओं को खा रहे हैं +5401,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_018.wav,यूसुफ ने कहा इसका फल यह है तीन टोकरियों का अर्थ तीन दिन है +5402,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_019.wav,अब से तीन दिन के भीतर फ़िरौन तेरा सिर कटवाकर तुझे एक वृक्ष पर टंगवा देगा और पक्षी तेरे माँस को नोचनोच कर खाएँगे +5403,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_020.wav,और तीसरे दिन फ़िरौन का जन्मदिन था उसने अपने सब कर्मचारियों को भोज दिया और उनमें से पिलानेहारों के प्रधान और पकानेहारों के प्रधान दोनों को बन्दीगृह से निकलवाया +5404,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_021.wav,पिलानेहारों के प्रधान को तो पिलानेहारे के पद पर फिर से नियुक्त किया और वह फ़िरौन के हाथ में कटोरा देने लगा +5405,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_022.wav,पर पकानेहारों के प्रधान को उसने टंगवा दिया जैसा कि यूसुफ ने उनके स्वप्नों का फल उनसे कहा था +5406,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_040_023.wav,फिर भी पिलानेहारों के प्रधान ने यूसुफ को स्मरण न रखा परन्तु उसे भूल गया +5407,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_001.wav,पूरे दो वर्ष के बीतने पर फ़िरौन ने यह स्वप्न देखा कि वह नील नदी के किनारे खड़ा है +5408,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_002.wav,और उस नदी में से सात सुन्दर और मोटीमोटी गायें निकलकर कछार की घास चरने लगीं +5409,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_003.wav,और क्या देखा कि उनके पीछे और सात गायें जो कुरूप और दुर्बल हैं नदी से निकलीं और दूसरी गायों के निकट नदी के तट पर जा खड़ी हुईं +5410,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_004.wav,तब ये कुरूप और दुर्बल गायें उन सात सुन्दर और मोटीमोटी गायों को खा गईं तब फ़िरौन जाग उठा +5411,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_005.wav,और वह फिर सो गया और दूसरा स्वप्न देखा कि एक डंठल में से सात मोटी और अच्छीअच्छी बालें निकलीं +5412,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_006.wav,और क्या देखा कि उनके पीछे सात बालें पतली और पुरवाई से मुर्झाई हुई निकलीं +5413,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_007.wav,और इन पतली बालों ने उन सातों मोटी और अन्न से भरी हुई बालों को निगल लिया तब फ़िरौन जागा और उसे मालूम हुआ कि यह स्वप्न ही था +5414,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_008.wav,भोर को फ़िरौन का मन व्याकुल हुआ और उसने मिस्र के सब ज्योतिषियों और पंडितों को बुलवा भेजा और उनको अपने स्वप्न बताए पर उनमें से कोई भी उनका फल फ़िरौन को न बता सका +5415,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_009.wav,तब पिलानेहारों का प्रधान फ़िरौन से बोल उठा मेरे अपराध आज मुझे स्मरण आए +5416,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_010.wav,जब फ़िरौन अपने दासों से क्रोधित हुआ था और मुझे और पकानेहारों के प्रधान को कैद कराके अंगरक्षकों के प्रधान के घर के बन्दीगृह में डाल दिया था +5417,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_011.wav,तब हम दोनों ने एक ही रात में अपनेअपने होनहार के अनुसार स्वप्न देखा +5418,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_012.wav,और वहाँ हमारे साथ एक इब्री जवान था जो अंगरक्षकों के प्रधान का दास था अतः हमने उसको बताया और उसने हमारे स्वप्नों का फल हम से कहा हम में से एकएक के स्वप्न का फल उसने बता दिया +5419,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_013.wav,और जैसाजैसा फल उसने हम से कहा था ���ैसा ही हुआ भी अर्थात् मुझ को तो मेरा पद फिर मिला पर वह फांसी पर लटकाया गया +5420,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_014.wav,तब फ़िरौन ने यूसुफ को बुलवा भेजा और वह झटपट बन्दीगृह से बाहर निकाला गया और बाल बनवाकर और वस्त्र बदलकर फ़िरौन के सामने आया +5421,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_015.wav,फ़िरौन ने यूसुफ से कहा मैंने एक स्वप्न देखा है और उसके फल का बतानेवाला कोई भी नहीं और मैंने तेरे विषय में सुना है कि तू स्वप्न सुनते ही उसका फल बता सकता है +5422,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_016.wav,यूसुफ ने फ़िरौन से कहा मैं तो कुछ नहीं जानता परमेश्वर ही फ़िरौन के लिये शुभ वचन देगा +5423,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_017.wav,फिर फ़िरौन यूसुफ से कहने लगा मैंने अपने स्वप्न में देखा कि मैं नील नदी के किनारे पर खड़ा हूँ +5424,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_018.wav,फिर क्या देखा कि नदी में से सात मोटी और सुन्दरसुन्दर गायें निकलकर कछार की घास चरने लगीं +5425,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_019.wav,फिर क्या देखा कि उनके पीछे सात और गायें निकली जो दुबली और बहुत कुरूप और दुर्बल हैं मैंने तो सारे मिस्र देश में ऐसी कुडौल गायें कभी नहीं देखीं +5426,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_020.wav,इन दुर्बल और कुडौल गायों ने उन पहली सातों मोटीमोटी गायों को खा लिया +5427,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_021.wav,और जब वे उनको खा गईं तब यह मालूम नहीं होता था कि वे उनको खा गई हैं क्योंकि वे पहले के समान जैसी की तैसी कुडौल रहीं तब मैं जाग उठा +5428,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_022.wav,फिर मैंने दूसरा स्वप्न देखा कि एक ही डंठल में सात अच्छीअच्छी और अन्न से भरी हुई बालें निकलीं +5429,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_023.wav,फिर क्या देखता हूँ कि उनके पीछे और सात बालें छूछीछूछी और पतली और पुरवाई से मुर्झाई हुई निकलीं +5430,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_024.wav,और इन पतली बालों ने उन सात अच्छीअच्छी बालों को निगल लिया इसे मैंने ज्योतिषियों को बताया पर इसका समझानेवाला कोई नहीं मिला +5431,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_025.wav,तब यूसुफ ने फ़िरौन से कहा फ़िरौन का स्वप्न एक ही है परमेश्वर जो काम करना चाहता है उसको उसने फ़िरौन पर प्रगट किया है +5432,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_026.wav,वे सात अच्छीअच्छी गायें सात वर्ष हैं और वे सात अच्छीअच्छी बालें भी सात वर्ष हैं स्वप्न एक ही है +5433,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_027.wav,फिर उनके पीछे जो दुर्बल और कुडौल गायें निकलीं और जो सात छूछी और पुरवाई से मुर्झाई हुई बालें निकालीं वे अकाल के सात वर्ष होंगे +5434,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_028.wav,यह वही बात है जो मैं फ़िरौन से कह चुका हूँ कि परमेश्वर जो काम करना चाहता है उसे उसने फ़िरौन को दिखाया है +5435,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_029.wav,सुन सारे मिस्र देश में सात वर्ष तो बहुतायत की उपज के होंगे +5436,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_030.wav,उनके पश्चात् सात वर्ष अकाल के आएँगे और सारे मिस्र देश में लोग इस सारी उपज को भूल जाएँगे और अकाल से देश का नाश होगा +5437,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_031.wav,और सुकाल बहुतायत की उपज देश में फिर स्मरण न रहेगा क्योंकि अकाल अत्यन्त भयंकर होगा +5438,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_032.wav,और फ़िरौन ने जो यह स्वप्न दो बार देखा है इसका भेद यही है कि यह बात परमेश्वर की ओर से नियुक्त हो चुकी है और परमेश्वर इसे शीघ्र ही पूरा करेगा +5439,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_033.wav,इसलिए अब फ़िरौन किसी समझदार और बुद्धिमान् पुरुष को ढूँढ़ करके उसे मिस्र देश पर प्रधानमंत्री ठहराए +5440,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_034.wav,फ़िरौन यह करे कि देश पर अधिकारियों को नियुक्त करे और जब तक सुकाल के सात वर्ष रहें तब तक वह मिस्र देश की उपज का पंचमांश लिया करे +5441,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_035.wav,और वे इन अच्छे वर्षों में सब प्रकार की भोजनवस्तु इकट्ठा करें और नगरनगर में भण्डार घर भोजन के लिये फ़िरौन के वश में करके उसकी रक्षा करें +5442,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_036.wav,और वह भोजनवस्तु अकाल के उन सात वर्षों के लिये जो मिस्र देश में आएँगे देश के भोजन के निमित्त रखी रहे जिससे देश उस अकाल से सत्यानाश न हो जाए +5443,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_037.wav,यह बात फ़िरौन और उसके सारे कर्मचारियों को अच्छी लगी +5444,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_038.wav,इसलिए फ़िरौन ने अपने कर्मचारियों से कहा क्या हमको ऐसा पुरुष जैसा यह है जिसमें परमेश्वर का आत्मा रहता है मिल सकता है +5445,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_039.wav,फिर फ़िरौन ने यूसुफ से कहा परमेश्वर ने जो तुझे इतना ज्ञान दिया है कि तेरे तुल्य कोई समझदार और बुद्धिमान नहीं +5446,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_040.wav,इस कारण तू मेरे घर का अधिकारी होगा और तेरी आज्ञा के अनुसार मेरी सारी प्रजा चलेगी केवल राजगद्दी के विषय मैं तुझ से बड़ा ठहरूँगा +5447,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_041.wav,फिर फ़िरौन ने यूसुफ से कहा सुन मैं तुझको मिस्र के सारे देश के ऊपर अधिकारी ठहरा देता हूँ +5448,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_042.wav,तब फ़िरौन ने अपने हाथ से मुहर वाली अंगूठी निकालकर यूसुफ के हाथ में पहना दी और उसको बढ़िया मलमल के वस्त्र पहनवा दिए और उसके गले में सोने की माला डाल दी +5449,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_043.wav,और उसको अपने दूसरे रथ पर चढ़वाया और लोग उसके आगेआगे यह प्रचार करते चले कि घुटने टेककर दण्डवत् करो और उसने उसको मिस्र के सारे देश के ऊपर प्रधानमंत्री ठहराया +5450,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_044.wav,फिर फ़िरौन ने यूसुफ से कहा फ़िरौन तो मैं हूँ और सारे मिस्र देश में कोई भी तेरी आज्ञा के बिना हाथ पाँव न हिलाएगा +5451,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_045.wav,फ़िरौन ने यूसुफ का नाम सापनतपानेह रखा और ओन नगर के याजक पोतीपेरा की बेटी आसनत से उसका ब्याह करा दिया और यूसुफ सारे मिस्र देश में दौरा करने लगा +5452,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_046.wav,जब यूसुफ मिस्र के राजा फ़िरौन के सम्मुख खड़ा हुआ तब वह तीस वर्ष का था वह फ़िरौन के सम्मुख से निकलकर सारे मिस्र देश में दौरा करने लगा +5453,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_047.wav,सुकाल के सातों वर्षों में भूमि बहुतायत से अन्न उपजाती रही +5454,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_048.wav,और यूसुफ उन सातों वर्षों में सब प्रकार की भोजनवस्तुएँ जो मिस्र देश में होती थीं जमा करके नगरों में रखता गया और हर एक नगर के चारों ओर के खेतों की भोजनवस्तुओं को वह उसी नगर में इकट्ठा करता गया +5455,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_049.wav,इस प्रकार यूसुफ ने अन्न को समुद्र की रेत के समान अत्यन्त बहुतायत से राशिराशि गिनके रखा यहाँ तक कि उसने उनका गिनना छोड़ दिया क्योंकि वे असंख्य हो गईं +5456,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_050.wav,अकाल के प्रथम वर्ष के आने से पहले यूसुफ के दो पुत्र ओन के याजक पोतीपेरा की बेटी आसनत से जन्मे +5457,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_051.wav,और यूसुफ ने अपने जेठे का नाम यह कहकर मनश्शे रखा कि परमेश्वर ने मुझसे मेरा सारा क्लेश और मेरे पिता का सारा घराना भुला दिया है +5458,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_052.wav,दूसरे का नाम उसने यह कहकर एप्रैम रखा कि मुझे दुःख भोगने के देश में परमेश्वर ने फलवन्त किया है +5459,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_053.wav,और मिस्र देश के सुकाल के सात वर्ष समाप्त हो गए +5460,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_054.wav,और यूसुफ के कहने के अनुसार सात वर्षों के लिये अकाल आरम्भ हो गया सब देशों में अकाल पड़ने लगा परन्तु सारे मिस्र देश में अन्न था +5461,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_055.wav,जब मिस्र का सारा देश भूखे मरने लगा तब प्रजा फ़िरौन से चिल्ला चिल्लाकर रोटी माँगने लगी और वह सब मिस्रियों से कहा करता था यूसुफ के पास जाओ और जो कुछ वह तुम से कहे वही करो +5462,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_056.wav,इसलिए जब अकाल सारी पृथ्वी पर फैल गया और मिस्र देश में अकाल का भयंकर रूप हो गया तब यूसुफ सब भण्डारों को खोलखोलकर मिस्रियों के हाथ अन्न बेचने लगा +5463,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_041_057.wav,इसलिए सारी पृथ्वी के लोग मिस्र में अन्न मोल लेने के लिये यूसुफ के पास आने लगे क्योंकि सारी पृथ्वी पर भयंकर अकाल था +5464,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_001.wav,जब याकूब ने सुना कि मिस्र में अन्न है तब उसने अपने पुत्रों से कहा तुम एक दूसरे का मुँह क्यों देख रहे हो +5465,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_002.wav,फिर उसने कहा मैंने सुना है कि मिस्र में अन्न है इसलिए तुम लोग वहाँ जाकर हमारे लिये अन्न मोल ले आओ जिससे हम न मरें वरन् जीवित रहें +5466,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_003.wav,अतः यूसुफ के दस भाई अन्न मोल लेने के लिये मिस्र को गए +5467,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_004.wav,पर यूसुफ के भाई बिन्यामीन को याकूब ने यह सोचकर भाइयों के साथ न भेजा कि कहीं ऐसा न हो कि उस पर कोई विपत्ति आ पड़े +5468,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_005.wav,इस प्रकार जो लोग अन्न मोल लेने आए उनके साथ इस्राएल के पुत्र भी आए क्योंकि कनान देश में भी भारी अकाल था +5469,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_006.wav,यूसुफ तो मिस्र देश का अधिकारी था और उस देश के सब लोगों के हाथ वही अन्न बेचता था इसलिए जब यूसुफ के भाई आए तब भूमि पर मुँह के बल गिरकर उसको दण्डवत् किया +5470,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_007.wav,उनको देखकर यूसुफ ने पहचान तो लिया परन्तु उनके सामने भोला बनकर कठोरता के साथ उनसे पूछा तुम कहाँ से आते हो उन्होंने कहा हम तो कनान देश से अन्न मोल लेने के लिये आए हैं +5471,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_008.wav,यूसुफ ने अपने भाइयों को पहचान लिया परन्तु उन्होंने उसको न पहचाना +5472,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_009.wav,तब यूसुफ अपने उन स्वप्नों को स्मरण करके जो उसने उनके विषय में देखे थे उनसे कहने लगा तुम भेदिए हो इस देश की दुर्दशा को देखने के लिये आए हो +5473,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_010.wav,उन्होंने उससे कहा नहीं नहीं हे प्रभु तेरे दास भोजनवस्तु मोल लेने के लिये आए हैं +5474,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_011.wav,हम सब एक ही पिता के पुत्र हैं हम सीधे मनुष्य हैं तेरे दास भेदिए नहीं +5475,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_012.wav,उसने उनसे कहा नहीं नहीं तुम इस देश की दुर्दशा देखने ही को आए हो +5476,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_013.wav,उन्होंने कहा हम तेरे दास बारह भाई हैं और कनान देशवासी एक ही पुरुष के पुत्र हैं और छोटा इस समय हमारे पिता के पास है और एक जाता रहा +5477,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_014.wav,तब यूसुफ ने उनसे कहा मैंने तो तुम से कह दिया कि तुम भेदिए हो +5478,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_015.wav,अतः इसी रीति से तुम परखे जाओगे फ़िरौन के जीवन की शपथ जब तक तुम्हारा छोटा भाई यहाँ न आए तब तक तुम यहाँ से न निकलने पाओगे +5479,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_016.wav,इसलिए अपने में से एक को भेज दो कि वह तुम्हारे भाई को ले आए और तुम लोग बन्दी रहोगे इस प्रकार तुम्हारी बातें परखी जाएँगी कि तुम में सच्चाई है कि नहीं यदि सच्चे न ठहरे तब तो फ़िरौन के जीवन की शपथ तुम निश्चय ही भेदिए समझे जाओगे +5480,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_017.wav,तब उसने उनको तीन दिन तक बन्दीगृह में रखा +5481,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_018.wav,तीसरे दिन यूसुफ ने उनसे कहा एक काम करो तब जीवित रहोगे क्योंकि मैं परमेश्वर का भय मानता हूँ +5482,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_019.wav,यदि तुम सीधे मनुष्य हो तो तुम सब भाइयों में से एक जन इस बन्दीगृह में बँधुआ रहे और तुम अपने घरवालों की भूख मिटाने के लिये अन्न ले जाओ +5483,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_020.wav,और अपने छोटे भाई को मेरे पास ले आओ इस प्रकार तुम्हारी बातें सच्ची ठहरेंगी और तुम मार डाले न जाओगे तब उन्होंने वैसा ही किया +5484,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_021.wav,उन्होंने आपस में कहा निःसन्देह हम अपने भाई के विषय में दोषी हैं क्योंकि जब उसने हम से गिड़गिड़ाकर विनती की तब भी हमने यह देखकर कि उसका जीवन कैसे संकट में पड़ा है उसकी न सुनी इसी कारण हम भी अब इस संकट में पड़े हैं +5485,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_022.wav,रूबेन ने उनसे कहा क्या मैंने तुम से न कहा था कि लड़के के अपराधी मत बनो परन्तु तुम ने न सुना देखो अब उसके लहू का बदला लिया जाता है +5486,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_023.wav,यूसुफ की और उनकी बातचीत जो एक दुभाषिया के द्वारा होती थी इससे उनको मालूम न हुआ कि वह उनकी बोली समझता है +5487,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_024.wav,तब वह उनके पास से हटकर रोने लगा फिर उनके पास लौटकर और उनसे बातचीत करके उनमें से शिमोन को छाँट निकाला और उनके सामने उसे बन्दी बना लिया +5488,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_025.wav,तब यूसुफ ने आज्ञा दी कि उनके बोरे अन्न से भरो और एकएक जन के बोरे में उसके रुपये को भी रख दो फिर उनको मार्ग के लिये भोजनवस्तु दो अतः उनके साथ ऐसा ही किया गया +5489,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_026.wav,तब वे अपना अन्न अपने गदहों पर लादकर वहाँ से चल दिए +5490,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_027.wav,सराय में जब एक ने अपने गदहे को चारा देने के लिये अपना बोरा खोला तब उसका रुपया बोरे के मुँह पर रखा हुआ दिखलाई पड़ा +5491,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_028.wav,तब उसने अपने भाइयों से कहा मेरा रुपया तो लौटा दिया गया है देखो वह मेरे बोरे में है तब उनके जी में जी न रहा और वे एक दूसरे की ओर भय से ताकने लगे और बोले परमेश्वर ने यह हम से क्या किया है +5492,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_029.wav,तब वे कनान देश में अपने पिता याकूब के पास आए और अपना सारा वृत्तान्त उसे इस प्रकार वर्णन किया +5493,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_030.wav,जो पुरुष उस देश का स्वामी है उसने हम से कठोरता के साथ बातें की और हमको देश के भेदिए कहा +5494,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_031.wav,तब हमने उससे कहा हम सीधे लोग हैं भेदिए नहीं +5495,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_032.wav,हम बारह भाई एक ही पिता के पुत्र हैं एक तो जाता रहा परन्तु छोटा इस समय कनान देश में हमारे पिता के पास है +5496,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_033.wav,तब उस पुरुष ने जो उस देश का स्वामी है हम से कहा इससे मालूम हो जाएगा कि तुम सीधे मनुष्य हो तुम अपने में से एक को मेरे पास छोड़कर अपने घरवालों की भूख मिटाने के लिये कुछ ले जाओ +5497,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_034.wav,और अपने छोटे भाई को मेरे पास ले आओ तब मुझे विश्वास हो जाएगा कि तुम भेदिए नहीं सीधे लोग हो फिर मैं तुम्हारे भाई को तुम्हें सौंप दूँगा और तुम इस देश में लेनदेन कर सकोगे +5498,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_035.wav,यह कहकर वे अपनेअपने बोरे से अन्न निकालने लगे तब क्या देखा कि एकएक जन के रुपये की थैली उसी के बोरे में रखी है तब रुपये की थैलियों को देखकर वे और उनका पिता बहुत डर गए +5499,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_036.wav,तब उनके पिता याकूब ने उनसे कहा मुझ को तुम ने निर्वंश कर दिया देखो यूसुफ नहीं रहा और शिमोन भी नहीं आया और अब तुम बिन्यामीन को भी ले जाना चाहते हो ये सब विपत्तियाँ मेरे ऊपर आ पड़ी हैं +5500,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_037.wav,रूबेन ने अपने पिता से कहा यदि मैं उसको तेरे पास न लाऊँ तो मेरे दोनों पुत्रों को मार डालना तू उसको मेरे हाथ में सौंप दे मैं उसे तेरे पास फिर पहुँचा दूँगा +5501,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_042_038.wav,उसने कहा मेरा पुत्र तुम्हारे संग न जाएगा क्योंकि उसका भाई मर गया है और वह अब अकेला रह गया है इसलिए जिस मार्ग से तुम जाओगे उसमें यदि उस पर कोई विपत्ति आ पड़े तब तो तुम्हारे कारण मैं इस बुढ़ापे की अवस्था में शोक के साथ अधोलोक में उतर जाऊँगा +5502,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_001.wav,कनान देश में अकाल और भी भयंकर होता गया +5503,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_002.wav,जब वह अन्न जो वे मिस्र से ले आए थे समाप्त हो गया तब उनके पिता ने उनसे कहा फिर जाकर हमारे लिये थोड़ी सी भोजनवस्तु मोल ले आओ +5504,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_003.wav,तब यहूदा ने उससे कहा उस पुरुष ने हमको चेतावनी देकर कहा यदि तुम्हारा भाई तुम्हारे संग न आए तो तुम मेरे सम्मुख न आने पाओगे +5505,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_004.wav,इसलिए यदि तू हमारे भाई को हमारे संग भेजे तब तो हम जाकर तेरे लिये भोजनवस्तु मोल ले आएँगे +5506,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_005.wav,परन्तु यदि तू उसको न भेजे तो हम न जाएँगे क्योंकि उस पुरुष ने हम से कहा यदि तुम्हारा भाई तुम्हारे संग न हो तो तुम मेरे सम्मुख न आने पाओगे +5507,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_006.wav,तब इस्राएल ने कहा तुम ने उस पुरुष को यह बताकर कि हमारा एक और भाई है क्यों मुझसे बुरा बर्ताव किया +5508,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_007.wav,उन्होंने कहा जब उस पुरुष ने हमारी और हमारे कुटुम्बियों की स्थिति के विषय में इस रीति पूछा क्या तुम्हारा पिता अब तक जीवित है क्या तुम्हारे कोई और भाई भी है तब हमने इन प्रश्नों के अनुसार उससे वर्णन किया फिर हम क्या जानते थे कि वह कहेगा अपने भाई को यहाँ ले आओ +5509,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_008.wav,फिर यहूदा ने अपने पिता इस्राएल से कहा उस लड़के को मेरे संग भेज दे कि हम चले जाएँ इससे हम और तू और हमारे बालबच्चे मरने न पाएँगे वरन् जीवित रहेंगे +5510,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_009.wav,मैं उसका जामिन होता हूँ मेरे ही हाथ से तू उसको वापस लेना यदि मैं उसको तेरे पास पहुँचाकर सामने न खड़ा कर दूँ तब तो मैं सदा के लिये तेरा अपराधी ठहरूँगा +5511,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_010.wav,यदि हम लोग विलम्ब न करते तो अब तक दूसरी बार लौट आते +5512,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_011.wav,तब उनके पिता इस्राएल ने उनसे कहा यदि सचमुच ऐसी ही बात है तो यह करो इस देश की उत्तमउत्तम वस्तुओं में से कुछ कुछ अपने बोरों में उस पुरुष के लिये भेंट ले जाओ जैसे थोड़ा सा बलसान और थोड़ा सा मधु और कुछ सुगन्धद्रव्य और गन्धरस पिस्ते और बादाम +5513,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_012.wav,फिर अपनेअपने साथ दूना रुपया ले जाओ और जो रुपया तुम्हारे बोरों के मुँह पर रखकर लौटा दिया गया था उसको भी लेते जाओ कदाचित् यह भूल से हुआ हो +5514,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_013.wav,अपने भाई को भी संग लेकर उस पुरुष के पास फिर जाओ +5515,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_014.wav,और सर्वशक्तिमान परमेश्वर उस पुरुष को तुम पर दयालु करेगा जिससे कि वह तुम्हारे दूसरे भाई को और बिन्यामीन को भी आने दे और यदि मैं निर्वंश हुआ तो होने दो +5516,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_015.wav,तब उन मनुष्यों ने वह भेंट और दूना रुपया और बिन्यामीन को भी संग लिया और चल दिए और मिस्र में पहुँचकर यूसुफ के सामने खड़े हुए +5517,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_016.wav,उनके साथ बिन्यामीन को देखकर यूसुफ ने अपने घर के अधिकारी से कहा उन मनुष्यों को घर में पहुँचा दो और पशु मारकर भोजन तैयार करो क्योंकि वे लोग दोपहर को मेरे संग भोजन करेंगे +5518,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_017.wav,तब वह अधिकारी पुरुष यूसुफ के कहने के अनुसार उन पुरुषों को यूसुफ के घर में ले गया +5519,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_018.wav,जब वे यूसुफ के घर को पहुँचाए गए तब वे आपस में डरकर कहने लगे जो रुपया पहली बार हमारे बोरों में लौटा दिया गया था उसी के कारण हम भीतर पहुँचाए गए हैं जिससे कि वह पुरुष हम पर टूट पड़े और हमें वश में करके अपने दास बनाए और हमारे गदहों को भी छीन ले +5520,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_019.wav,तब वे यूसुफ के घर के अधिकारी के निकट जाकर घर के द्वार पर इस प्रकार कहने लगे +5521,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_020.wav,हे हमारे प्रभु जब हम पहली बार अन्न मोल लेने को आए थे +5522,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_021.wav,तब हमने सराय में पहुँचकर अपने बोरों को खोला तो क्या देखा कि एकएक जन का पूरापूरा रुपया उसके बोरे के मुँह पर रखा है इसलिए हम उसको अपने साथ फिर लेते आए हैं +5523,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_022.wav,और दूसरा रुपया भी भोजनवस्तु मोल लेने के लिये लाए हैं हम नहीं जानते कि हमारा रुपया हमारे बोरों में किसने रख दिया था +5524,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_023.wav,उसने कहा तुम्हारा कुशल हो मत डरो तुम्हारा परमेश्वर जो तुम्हारे पिता का भी परमेश्वर है उसी ने तुम को तुम्हारे बोरों में धन दिया होगा तुम्हारा रुपया तो मुझ को मिल गया था फिर उसने शिमोन को निकालकर उनके संग कर दिया +5525,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_024.wav,तब उस जन ने उन मनुष्यों को यूसुफ के घर में ले जाकर जल दिया तब उन्होंने अपने पाँवों को धोया फिर उसने उनके गदहों के लिये चारा दिया +5526,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_025.wav,तब यह सुनकर कि आज हमको यहीं भोजन करना होगा उन्होंने यूसुफ के आने के समय तक अर्थात् दोपहर तक उस भेंट को इकट्ठा कर रखा +5527,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_026.wav,जब यूसुफ घर आया तब वे उस भेंट को जो उनके हाथ में थी उसके सम्मुख घर में ले गए और भूमि पर गिरकर उसको दण्डवत् किया +5528,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_027.wav,उसने उनका कुशल पूछा और कहा क्या तुम्हारा बूढ़ा पिता जिसकी तुम ने चर्चा की थी कुशल से है क्या वह अब तक जीवित है +5529,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_028.wav,उन्होंने कहा हाँ तेरा दास हमारा पिता कुशल से है और अब तक जीवित है तब उन्होंने सिर झुकाकर फिर दण्डवत् किया +5530,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_029.wav,तब उसने आँखें उठाकर और अपने सगे भाई बिन्यामीन को देखकर पूछा क्या तुम्हारा वह छोटा भाई जिसकी चर्चा तुम ने मुझसे की थी यही है फिर उसने कहा हे मेरे पुत्र परमेश्वर तुझ पर अनुग्रह करे +5531,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_030.wav,तब अपने भाई के स्नेह से मन भर आने के कारण और यह सोचकर कि मैं कहाँ जाकर रोऊँ यूसुफ तुरन्त अपनी कोठरी में गया और वहाँ रो पड़ा +5532,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_031.wav,फिर अपना मुँह धोकर निकल आया और अपने को शान्त कर कहा भोजन परोसो +5533,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_032.wav,तब उन्होंने उसके लिये तो अलग और भाइयों के लिये भी अलग और जो मिस्री उसके संग खाते थे उनके लिये भी अलग भोजन परोसा इसलिए कि मिस्री इब्रियों के साथ भोजन नहीं कर सकते वरन् मिस्री ऐसा करना घृणा समझते थे +5534,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_033.wav,सो यूसुफ के भाई उसके सामने बड़ेबड़े पहले और छोटेछोटे पीछे अपनीअप���ी अवस्था के अनुसार क्रम से बैठाए गए यह देख वे विस्मित होकर एक दूसरे की ओर देखने लगे +5535,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_043_034.wav,तब यूसुफ अपने सामने से भोजनवस्तुएँ उठाउठाकर उनके पास भेजने लगा और बिन्यामीन को अपने भाइयों से पाँचगुना भोजनवस्तु मिली और उन्होंने उसके संग मनमाना खाया पिया +5536,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_001.wav,तब उसने अपने घर के अधिकारी को आज्ञा दी इन मनुष्यों के बोरों में जितनी भोजनवस्तु समा सके उतनी भर दे और एकएक जन के रुपये को उसके बोरे के मुँह पर रख दे +5537,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_002.wav,और मेरा चाँदी का कटोरा छोटे भाई के बोरे के मुँह पर उसके अन्न के रुपये के साथ रख दे यूसुफ की इस आज्ञा के अनुसार उसने किया +5538,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_003.wav,सवेरे भोर होते ही वे मनुष्य अपने गदहों समेत विदा किए गए +5539,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_004.wav,वे नगर से निकले ही थे और दूर न जाने पाए थे कि यूसुफ ने अपने घर के अधिकारी से कहा उन मनुष्यों का पीछा कर और उनको पाकर उनसे कह तुम ने भलाई के बदले बुराई क्यों की है +5540,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_005.wav,क्या यह वह वस्तु नहीं जिसमें मेरा स्वामी पीता है और जिससे वह शकुन भी विचारा करता है तुम ने यह जो किया है सो बुरा किया +5541,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_006.wav,तब उसने उन्हें जा पकड़ा और ऐसी ही बातें उनसे कहीं +5542,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_007.wav,उन्होंने उससे कहा हे हमारे प्रभु तू ऐसी बातें क्यों कहता है ऐसा काम करना तेरे दासों से दूर रहे +5543,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_008.wav,देख जो रुपया हमारे बोरों के मुँह पर निकला था जब हमने उसको कनान देश से ले आकर तुझे लौटा दिया तब भला तेरे स्वामी के घर में से हम कोई चाँदी या सोने की वस्तु कैसे चुरा सकते हैं +5544,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_009.wav,तेरे दासों में से जिस किसी के पास वह निकले वह मार डाला जाए और हम भी अपने उस प्रभु के दास हो जाएँ +5545,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_010.wav,उसने कहा तुम्हारा ही कहना सही जिसके पास वह निकले वह मेरा दास होगा और तुम लोग निर्दोषी ठहरोगे +5546,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_011.wav,इस पर वे जल्दी से अपनेअपने बोरे को उतार भूमि पर रखकर उन्हें खोलने लगे +5547,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_012.wav,तब वह ढूँढ़ने लगा और बडे़ के बोरे से लेकर छोटे के बोरे तक खोज की और कटोरा बिन्यामीन के बोरे में मिला +5548,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_013.wav,तब उन्होंने अपनेअपने वस्त्र फाड़े और अपनाअपना गदहा लादकर नगर को लौट गए +5549,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_014.wav,जब यहूदा और उसके भाई यूसुफ के घर पर पहुँचे और यूसुफ वहीं था तब वे उसके सामने भूमि पर गिरे +5550,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_015.wav,यूसुफ ने उनसे कहा तुम लोगों ने ��ह कैसा काम किया है क्या तुम न जानते थे कि मुझ सा मनुष्य शकुन विचार सकता है +5551,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_016.wav,यहूदा ने कहा हम लोग अपने प्रभु से क्या कहें हम क्या कहकर अपने को निर्दोषी ठहराएँ परमेश्वर ने तेरे दासों के अधर्म को पकड़ लिया है हम और जिसके पास कटोरा निकला वह भी हम सब के सब अपने प्रभु के दास ही हैं +5552,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_017.wav,उसने कहा ऐसा करना मुझसे दूर रहे जिस जन के पास कटोरा निकला है वही मेरा दास होगा और तुम लोग अपने पिता के पास कुशल क्षेम से चले जाओ +5553,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_018.wav,तब यहूदा उसके पास जाकर कहने लगा हे मेरे प्रभु तेरे दास को अपने प्रभु से एक बात कहने की आज्ञा हो और तेरा कोप तेरे दास पर न भड़के क्योंकि तू तो फ़िरौन के तुल्य हैं +5554,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_019.wav,मेरे प्रभु ने अपने दासों से पूछा था क्या तुम्हारे पिता या भाई हैं +5555,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_020.wav,और हमने अपने प्रभु से कहा हाँ हमारा बूढ़ा पिता है और उसके बुढ़ापे का एक छोटा सा बालक भी है परन्तु उसका भाई मर गया है इसलिए वह अब अपनी माता का अकेला ही रह गया है और उसका पिता उससे स्नेह रखता है +5556,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_021.wav,तब तूने अपने दासों से कहा था उसको मेरे पास ले आओ जिससे मैं उसको देखूँ +5557,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_022.wav,तब हमने अपने प्रभु से कहा था वह लड़का अपने पिता को नहीं छोड़ सकता नहीं तो उसका पिता मर जाएगा +5558,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_023.wav,और तूने अपने दासों से कहा यदि तुम्हारा छोटा भाई तुम्हारे संग न आए तो तुम मेरे सम्मुख फिर न आने पाओगे +5559,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_024.wav,इसलिए जब हम अपने पिता तेरे दास के पास गए तब हमने उससे अपने प्रभु की बातें कहीं +5560,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_025.wav,तब हमारे पिता ने कहा फिर जाकर हमारे लिये थोड़ी सी भोजनवस्तु मोल ले आओ +5561,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_026.wav,हमने कहा हम नहीं जा सकते हाँ यदि हमारा छोटा भाई हमारे संग रहे तब हम जाएँगे क्योंकि यदि हमारा छोटा भाई हमारे संग न रहे तो हम उस पुरुष के सम्मुख न जाने पाएँगे +5562,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_027.wav,तब तेरे दास मेरे पिता ने हम से कहा तुम तो जानते हो कि मेरी स्त्री से दो पुत्र उत्पन्न हुए +5563,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_028.wav,और उनमें से एक तो मुझे छोड़ ही गया और मैंने निश्चय कर लिया कि वह फाड़ डाला गया होगा और तब से मैं उसका मुँह न देख पाया +5564,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_029.wav,अतः यदि तुम इसको भी मेरी आँख की आड़ में ले जाओ और कोई विपत्ति इस पर पड़े तो तुम्हारे कारण मैं इस बुढ़ापे की अवस्था में शोक के साथ अधोलोक में उतर जाऊँगा +5565,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_030.wav,इसलिए जब मैं अपने पिता तेरे दास के पास पहुँचूँ और यह लड़का संग न रहे तब उसका प्राण जो इसी पर अटका रहता है +5566,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_031.wav,इस कारण यह देखकर कि लड़का नहीं है वह तुरन्त ही मर जाएगा तब तेरे दासों के कारण तेरा दास हमारा पिता जो बुढ़ापे की अवस्था में है शोक के साथ अधोलोक में उतर जाएगा +5567,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_032.wav,फिर तेरा दास अपने पिता के यहाँ यह कहकर इस लड़के का जामिन हुआ है यदि मैं इसको तेरे पास न पहुँचा दूँ तब तो मैं सदा के लिये तेरा अपराधी ठहरूँगा +5568,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_033.wav,इसलिए अब तेरा दास इस लड़के के बदले अपने प्रभु का दास होकर रहने की आज्ञा पाए और यह लड़का अपने भाइयों के संग जाने दिया जाए +5569,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_044_034.wav,क्योंकि लड़के के बिना संग रहे मैं कैसे अपने पिता के पास जा सकूँगा ऐसा न हो कि मेरे पिता पर जो दुःख पड़ेगा वह मुझे देखना पड़े +5570,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_001.wav,तब यूसुफ उन सब के सामने जो उसके आसपास खड़े थे अपने को और रोक न सका और पुकारकर कहा मेरे आसपास से सब लोगों को बाहर कर दो भाइयों के सामने अपने को प्रगट करने के समय यूसुफ के संग और कोई न रहा +5571,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_002.wav,तब वह चिल्ला चिल्लाकर रोने लगा और मिस्रियों ने सुना और फ़िरौन के घर के लोगों को भी इसका समाचार मिला +5572,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_003.wav,तब यूसुफ अपने भाइयों से कहने लगा मैं यूसुफ हूँ क्या मेरा पिता अब तक जीवित है इसका उत्तर उसके भाई न दे सके क्योंकि वे उसके सामने घबरा गए थे +5573,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_004.wav,फिर यूसुफ ने अपने भाइयों से कहा मेरे निकट आओ यह सुनकर वे निकट गए फिर उसने कहा मैं तुम्हारा भाई यूसुफ हूँ जिसको तुम ने मिस्र आनेवालों के हाथ बेच डाला था +5574,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_005.wav,अब तुम लोग मत पछताओ और तुम ने जो मुझे यहाँ बेच डाला इससे उदास मत हो क्योंकि परमेश्वर ने तुम्हारे प्राणों को बचाने के लिये मुझे तुम्हारे आगे भेज दिया है +5575,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_006.wav,क्योंकि अब दो वर्ष से इस देश में अकाल है और अब पाँच वर्ष और ऐसे ही होंगे कि उनमें न तो हल चलेगा और न अन्न काटा जाएगा +5576,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_007.wav,इसलिए परमेश्वर ने मुझे तुम्हारे आगे इसलिए भेजा कि तुम पृथ्वी पर जीवित रहो और तुम्हारे प्राणों के बचने से तुम्हारा वंश बढ़े +5577,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_008.wav,इस रीति अब मुझ को यहाँ पर भेजनेवाले तुम नहीं परमेश्वर ही ठहरा और उसी ने मुझे फ़िरौन का पिता सा और उसके सारे घर का स्वामी और सारे मिस्र देश का प्रभु ठहरा दिया है +5578,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_009.wav,अतः शीघ्र मेरे पिता के पास जाकर कहो तेरा पुत्र यूसुफ इस प्रकार कहता है कि परमेश्वर ने मुझे सारे मिस्र का स्वामी ठहराया है इसलिए तू मेरे पास बिना विलम्ब किए चला आ +5579,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_010.wav,और तेरा निवास गोशेन देश में होगा और तू बेटे पोतों भेड़बकरियों गायबैलों और अपने सब कुछ समेत मेरे निकट रहेगा +5580,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_011.wav,और अकाल के जो पाँच वर्ष और होंगे उनमें मैं वहीं तेरा पालनपोषण करूँगा ऐसा न हो कि तू और तेरा घराना वरन् जितने तेरे हैं वे भूखे मरें +5581,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_012.wav,और तुम अपनी आँखों से देखते हो और मेरा भाई बिन्यामीन भी अपनी आँखों से देखता है कि जो हम से बातें कर रहा है वह यूसुफ है +5582,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_013.wav,तुम मेरे सब वैभव का जो मिस्र में है और जो कुछ तुम ने देखा है उस सब का मेरे पिता से वर्णन करना और तुरन्त मेरे पिता को यहाँ ले आना +5583,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_014.wav,और वह अपने भाई बिन्यामीन के गले से लिपटकर रोया और बिन्यामीन भी उसके गले से लिपटकर रोया +5584,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_015.wav,वह अपने सब भाइयों को चूमकर रोया और इसके पश्चात् उसके भाई उससे बातें करने लगे +5585,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_016.wav,इस बात का समाचार कि यूसुफ के भाई आए हैं फ़िरौन के भवन तक पहुँच गया और इससे फ़िरौन और उसके कर्मचारी प्रसन्न हुए +5586,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_017.wav,इसलिए फ़िरौन ने यूसुफ से कहा अपने भाइयों से कह कि एक काम करो अपने पशुओं को लादकर कनान देश में चले जाओ +5587,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_018.wav,और अपने पिता और अपनेअपने घर के लोगों को लेकर मेरे पास आओ और मिस्र देश में जो कुछ अच्छे से अच्छा है वह मैं तुम्हें दूँगा और तुम्हें देश के उत्तम से उत्तम पदार्थ खाने को मिलेंगे +5588,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_019.wav,और तुझे आज्ञा मिली है तुम एक काम करो कि मिस्र देश से अपने बालबच्चों और स्त्रियों के लिये गाड़ियाँ ले जाओ और अपने पिता को ले आओ +5589,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_020.wav,और अपनी सामग्री की चिन्ता न करना क्योंकि सारे मिस्र देश में जो कुछ अच्छे से अच्छा है वह तुम्हारा है +5590,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_021.wav,इस्राएल के पुत्रों ने वैसा ही किया और यूसुफ ने फ़िरौन की आज्ञा के अनुसार उन्हें गाड़ियाँ दी और मार्ग के लिये भोजनसामग्री भी दी +5591,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_022.wav,उनमें से एकएक जन को तो उसने एकएक जोड़ा वस्त्र भी दिया और बिन्यामीन को तीन सौ रूपे के टुकड़े और पाँच जोड़े वस्त्र दिए +5592,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_023.wav,अपने पिता के पास उसने जो भेजा वह यह है अर्थात् मिस्र की अच्छी वस्तुओं से लदे हुए दस गदहे और अन्न और रोटी और उसके पिता के मार्ग के लिये भोजनवस्तु से लदी हुई दस गदहियाँ +5593,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_024.wav,तब उसने अपने भाइयों को विदा किया और वे चल दिए और उसने उनसे कहा मार्ग में कहीं झगड़ा न करना +5594,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_025.wav,मिस्र से चलकर वे कनान देश में अपने पिता याकूब के पास पहुँचे +5595,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_026.wav,और उससे यह वर्णन किया यूसुफ अब तक जीवित है और सारे मिस्र देश पर प्रभुता वही करता है पर उसने उन पर विश्वास न किया और वह अपने आपे में न रहा +5596,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_027.wav,तब उन्होंने अपने पिता याकूब से यूसुफ की सारी बातें जो उसने उनसे कहीं थीं कह दीं जब उसने उन गाड़ियों को देखा जो यूसुफ ने उसके ले आने के लिये भेजी थीं तब उसका चित्त स्थिर हो गया +5597,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_045_028.wav,और इस्राएल ने कहा बस मेरा पुत्र यूसुफ अब तक जीवित है मैं अपनी मृत्यु से पहले जाकर उसको देखूँगा +5598,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_001.wav,तब इस्राएल अपना सब कुछ लेकर बेर्शेबा को गया और वहाँ अपने पिता इसहाक के परमेश्वर को बलिदान चढ़ाया +5599,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_002.wav,तब परमेश्वर ने इस्राएल से रात को दर्शन में कहा हे याकूब हे याकूब उसने कहा क्या आज्ञा +5600,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_003.wav,उसने कहा मैं परमेश्वर तेरे पिता का परमेश्वर हूँ तू मिस्र में जाने से मत डर क्योंकि मैं तुझ से वहाँ एक बड़ी जाति बनाऊँगा +5601,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_004.wav,मैं तेरे संगसंग मिस्र को चलता हूँ और मैं तुझे वहाँ से फिर निश्चय ले आऊँगा और यूसुफ अपने हाथ से तेरी आँखों को बन्द करेगा +5602,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_005.wav,तब याकूब बेर्शेबा से चला और इस्राएल के पुत्र अपने पिता याकूब और अपने बालबच्चों और स्त्रियों को उन गाड़ियों पर जो फ़िरौन ने उनके ले आने को भेजी थीं चढ़ाकर चल पड़े +5603,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_006.wav,वे अपनी भेड़बकरी गायबैल और कनान देश में अपने इकट्ठा किए हुए सारे धन को लेकर मिस्र में आए +5604,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_007.wav,और याकूब अपने बेटेबेटियों पोतेपोतियों अर्थात् अपने वंश भर को अपने संग मिस्र में ले आया +5605,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_008.wav,याकूब के साथ जो इस्राएली अर्थात् उसके बेटे पोते आदि मिस्र में आए उनके नाम ये हैं याकूब का जेठा रूबेन था +5606,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_009.wav,और रूबेन के पुत्र हनोक पल्लू हेस्रोन और कर्मी थे +5607,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_010.wav,शिमोन के पुत्र यमूएल यामीन ओहद याकीन सोहर और एक कनानी स्त्री से जन्मा हुआ शाऊल भी था +5608,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_011.wav,लेवी के पुत्र गेर्शोन कहात और मरारी थे +5609,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_012.wav,यहूदा के एर ओनान शेला पेरेस और जेरह नामक पुत्र हुए तो थे पर एर और ओनान कनान देश में मर गए थे और पेरेस के पुत्र हेस्रोन और हामूल थे +5610,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_013.wav,इस्साकार के पुत्र तोला पुब्बा योब और शिम्रोन थे +5611,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_014.wav,जबूलून के पुत्र सेरेद एलोन और यहलेल थे +5612,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_015.wav,लिआ के पुत्र जो याकूब से पद्दनराम में उत्पन्न हुए थे उनके बेटे पोते ये ही थे और इनसे अधिक उसने उसके साथ एक बेटी दीना को भी जन्म दिया यहाँ तक तो याकूब के सब वंशवाले तैंतीस प्राणी हुए +5613,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_016.wav,फिर गाद के पुत्र सपोन हाग्गी शूनी एसबोन एरी अरोदी और अरेली थे +5614,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_017.wav,आशेर के पुत्र यिम्ना यिश्वा यिश्वी और बरीआ थे और उनकी बहन सेरह थी और बरीआ के पुत्र हेबेर और मल्कीएल थे +5615,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_018.wav,जिल्पा जिसे लाबान ने अपनी बेटी लिआ को दिया था उसके बेटे पोते आदि ये ही थे और उसके द्वारा याकूब के सोलह प्राणी उत्पन्न हुए +5616,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_019.wav,फिर याकूब की पत्नी राहेल के पुत्र यूसुफ और बिन्यामीन थे +5617,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_020.wav,और मिस्र देश में ओन के याजक पोतीपेरा की बेटी आसनत से यूसुफ के ये पुत्र उत्पन्न हुए अर्थात् मनश्शे और एप्रैम +5618,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_021.wav,बिन्यामीन के पुत्र बेला बेकेर अश्बेल गेरा नामान एही रोश मुप्पीम हुप्पीम और अर्द थे +5619,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_022.wav,राहेल के पुत्र जो याकूब से उत्पन्न हुए उनके ये ही पुत्र थे उसके ये सब बेटेपोते चौदह प्राणी हुए +5620,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_023.wav,फिर दान का पुत्र हूशीम था +5621,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_024.wav,नप्ताली के पुत्र यहसेल गूनी येसेर और शिल्लेम थे +5622,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_025.wav,बिल्हा जिसे लाबान ने अपनी बेटी राहेल को दिया उसके बेटे पोते ये ही हैं उसके द्वारा याकूब के वंश में सात प्राणी हुए +5623,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_026.wav,याकूब के निज वंश के जो प्राणी मिस्र में आए वे उसकी बहुओं को छोड़ सब मिलकर छियासठ प्राणी हुए +5624,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_027.wav,और यूसुफ के पुत्र जो मिस्र में उससे उत्पन्न हुए वे दो प्राणी थे इस प्रकार याकूब के घराने के जो प्राणी मिस्र में आए सो सब मिलकर सत्तर हुए +5625,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_028.wav,फिर उसने यहूदा को अपने आगे यूसुफ के पास भेज दिया कि वह उसको गोशेन का मार्ग दिखाए और वे गोशेन देश में आए +5626,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_029.wav,तब यूसुफ अपना रथ जुतवाकर अपने पिता इस्राएल से भेंट करने के लिये गोशेन देश को गया और उससे भेंट करके उसके गले से लिपटा और कुछ देर तक उसके गले से लिपटा हुआ रोता रहा +5627,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_030.wav,तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा मैं अब मरने से भी प्रसन्न हूँ क्योंकि तुझे जीवित पाया और तेरा मुँह देख लिया +5628,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_031.wav,तब यूसुफ ने अपने भाइयों से और अपने पिता के घराने से कहा मैं जाकर फ़िरौन को यह समाचार दूँगा मेरे भाई और मेरे पिता के सारे घराने के लोग जो कनान देश में रहते थे वे मेरे पास आ गए हैं +5629,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_032.wav,और वे लोग चरवाहे हैं क्योंकि वे पशुओं को पालते आए हैं इसलिए वे अपनी भेड़बकरी गायबैल और जो कुछ उनका है सब ले आए हैं +5630,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_033.wav,जब फ़िरौन तुम को बुलाकर पूछे तुम्हारा उद्यम क्या है +5631,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_046_034.wav,तब यह कहना तेरे दास लड़कपन से लेकर आज तक पशुओं को पालते आए हैं वरन् हमारे पुरखा भी ऐसा ही करते थे इससे तुम गोशेन देश में रहने पाओगे क्योंकि सब चरवाहों से मिस्री लोग घृणा करते हैं +5632,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_001.wav,तब यूसुफ ने फ़िरौन के पास जाकर यह समाचार दिया मेरा पिता और मेरे भाई और उनकी भेड़बकरियाँ गायबैल और जो कुछ उनका है सब कनान देश से आ गया है और अभी तो वे गोशेन देश में हैं +5633,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_002.wav,फिर उसने अपने भाइयों में से पाँच जन लेकर फ़िरौन के सामने खड़े कर दिए +5634,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_003.wav,फ़िरौन ने उसके भाइयों से पूछा तुम्हारा उद्यम क्या है उन्होंने फ़िरौन से कहा तेरे दास चरवाहे हैं और हमारे पुरखा भी ऐसे ही रहे +5635,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_004.wav,फिर उन्होंने फ़िरौन से कहा हम इस देश में परदेशी की भाँति रहने के लिये आए हैं क्योंकि कनान देश में भारी अकाल होने के कारण तेरे दासों को भेड़बकरियों के लिये चारा न रहा इसलिए अपने दासों को गोशेन देश में रहने की आज्ञा दे +5636,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_005.wav,तब फ़िरौन ने यूसुफ से कहा तेरा पिता और तेरे भाई तेरे पास आ गए हैं +5637,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_006.wav,और मिस्र देश तेरे सामने पड़ा है इस देश का जो सबसे अच्छा भाग हो उसमें अपने पिता और भाइयों को बसा दे अर्थात् वे गोशेन देश में ही रहें और यदि तू जानता हो कि उनमें से परिश्रमी पुरुष हैं तो उन्हें मेरे पशुओं के अधिकारी ठहरा दे +5638,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_007.wav,तब यूसुफ ने अपने पिता याकूब को ले आकर फ़िरौन के सम्मुख खड़ा किया और याकूब ने फ़िरौन को आशीर्वाद दिया +5639,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_008.wav,तब फ़िरौन ने याकूब से पूछा तेरी आयु कितने दिन की हुई है +5640,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_009.wav,याकूब ने फ़िरौन से कहा मैं तो एक सौ तीस वर्ष परदेशी होकर अपना जीवन बि��ा चुका हूँ मेरे जीवन के दिन थोड़े और दुःख से भरे हुए भी थे और मेरे बापदादे परदेशी होकर जितने दिन तक जीवित रहे उतने दिन का मैं अभी नहीं हुआ +5641,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_010.wav,और याकूब फ़िरौन को आशीर्वाद देकर उसके सम्मुख से चला गया +5642,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_011.wav,तब यूसुफ ने अपने पिता और भाइयों को बसा दिया और फ़िरौन की आज्ञा के अनुसार मिस्र देश के अच्छे से अच्छे भाग में अर्थात् रामसेस नामक प्रदेश में भूमि देकर उनको सौंप दिया +5643,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_012.wav,और यूसुफ अपने पिता का और अपने भाइयों का और पिता के सारे घराने का एकएक के बालबच्चों की गिनती के अनुसार भोजन दिलादिलाकर उनका पालनपोषण करने लगा +5644,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_013.wav,उस सारे देश में खाने को कुछ न रहा क्योंकि अकाल बहुत भारी था और अकाल के कारण मिस्र और कनान दोनों देश नाश हो गए +5645,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_014.wav,और जितना रुपया मिस्र और कनान देश में था सब को यूसुफ ने उस अन्न के बदले जो उनके निवासी मोल लेते थे इकट्ठा करके फ़िरौन के भवन में पहुँचा दिया +5646,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_015.wav,जब मिस्र और कनान देश का रुपया समाप्त हो गया तब सब मिस्री यूसुफ के पास आ आकर कहने लगे हमको भोजनवस्तु दे क्या हम रुपये के न रहने से तेरे रहते हुए मर जाएँ +5647,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_016.wav,यूसुफ ने कहा यदि रुपये न हों तो अपने पशु दे दो और मैं उनके बदले तुम्हें खाने को दूँगा +5648,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_017.wav,तब वे अपने पशु यूसुफ के पास ले आए और यूसुफ उनको घोड़ों भेड़बकरियों गायबैलों और गदहों के बदले खाने को देने लगा उस वर्ष में वह सब जाति के पशुओं के बदले भोजन देकर उनका पालनपोषण करता रहा +5649,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_018.wav,वह वर्ष तो बीत गया तब अगले वर्ष में उन्होंने उसके पास आकर कहा हम अपने प्रभु से यह बात छिपा न रखेंगे कि हमारा रुपया समाप्त हो गया है और हमारे सब प्रकार के पशु हमारे प्रभु के पास आ चुके हैं इसलिए अब हमारे प्रभु के सामने हमारे शरीर और भूमि छोड़कर और कुछ नहीं रहा +5650,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_019.wav,हम तेरे देखते क्यों मरें और हमारी भूमि क्यों उजड़ जाए हमको और हमारी भूमि को भोजनवस्तु के बदले मोल ले कि हम अपनी भूमि समेत फ़िरौन के दास हो और हमको बीज दे कि हम मरने न पाएँ वरन् जीवित रहें और भूमि न उजड़े +5651,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_020.wav,तब यूसुफ ने मिस्र की सारी भूमि को फ़िरौन के लिये मोल लिया क्योंकि उस भयंकर अकाल के पड़ने से मिस्रियों को अपनाअपना खेत बेच डालना पड़ा इस प्रकार सारी भूमि फ़िरौन की हो गई +5652,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_021.wav,और एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक सारे मिस्र देश में जो प्रजा रहती थी उसको उसने नगरों में लाकर बसा दिया +5653,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_022.wav,पर याजकों की भूमि तो उसने न मोल ली क्योंकि याजकों के लिये फ़िरौन की ओर से नित्य भोजन का बन्दोबस्त था और नित्य जो भोजन फ़िरौन उनको देता था वही वे खाते थे इस कारण उनको अपनी भूमि बेचनी न पड़ी +5654,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_023.wav,तब यूसुफ ने प्रजा के लोगों से कहा सुनो मैंने आज के दिन तुम को और तुम्हारी भूमि को भी फ़िरौन के लिये मोल लिया है देखो तुम्हारे लिये यहाँ बीज है इसे भूमि में बोओ +5655,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_024.wav,और जो कुछ उपजे उसका पंचमांश फ़िरौन को देना बाकी चार अंश तुम्हारे रहेंगे कि तुम उसे अपने खेतों में बोओ और अपनेअपने बालबच्चों और घर के अन्य लोगों समेत खाया करो +5656,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_025.wav,उन्होंने कहा तूने हमको बचा लिया है हमारे प्रभु के अनुग्रह की दृष्टि हम पर बनी रहे और हम फ़िरौन के दास होकर रहेंगे +5657,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_026.wav,इस प्रकार यूसुफ ने मिस्र की भूमि के विषय में ऐसा नियम ठहराया जो आज के दिन तक चला आता है कि पंचमांश फ़िरौन को मिला करे केवल याजकों ही की भूमि फ़िरौन की नहीं हुई +5658,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_027.wav,इस्राएली मिस्र के गोशेन प्रदेश में रहने लगे और वहाँ की भूमि उनके वश में थी और फूलेफले और अत्यन्त बढ़ गए +5659,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_028.wav,मिस्र देश में याकूब सत्रह वर्ष जीवित रहा इस प्रकार याकूब की सारी आयु एक सौ सैंतालीस वर्ष की हुई +5660,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_029.wav,जब इस्राएल के मरने का दिन निकट आ गया तब उसने अपने पुत्र यूसुफ को बुलवाकर कहा यदि तेरा अनुग्रह मुझ पर हो तो अपना हाथ मेरी जाँघ के तले रखकर शपथ खा कि तू मेरे साथ कृपा और सच्चाई का यह काम करेगा कि मुझे मिस्र में मिट्टी न देगा +5661,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_030.wav,जब मैं अपने बापदादों के संग सो जाऊँगा तब तू मुझे मिस्र से उठा ले जाकर उन्हीं के कब्रिस्तान में रखेगा तब यूसुफ ने कहा मैं तेरे वचन के अनुसार करूँगा +5662,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_047_031.wav,फिर उसने कहा मुझसे शपथ खा अतः उसने उससे शपथ खाई तब इस्राएल ने खाट के सिरहाने की ओर सिर झुकाकर प्रार्थना की +5663,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_001.wav,इन बातों के पश्चात् किसी ने यूसुफ से कहा सुन तेरा पिता बीमार है तब वह मनश्शे और एप्रैम नामक अपने दोनों पुत्रों को संग लेकर उसके पास चला +5664,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_002.wav,किसी ने याकूब को बता दिया तेरा पुत्र यूसुफ तेरे पास आ रहा है तब इस्राएल अपने को सम्भालकर खाट पर बैठ गया +5665,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_003.wav,और याकूब ने यूसुफ से कहा सर्वशक्तिमान परमेश्वर ने कनान देश के लूज नगर के पास मुझे दर्शन देकर आशीष दी +5666,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_004.wav,और कहा सुन मैं तुझे फलवन्त करके बढ़ाऊँगा और तुझे राज्यराज्य की मण्डली का मूल बनाऊँगा और तेरे पश्चात् तेरे वंश को यह देश दूँगा जिससे कि वह सदा तक उनकी निज भूमि बनी रहे +5667,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_005.wav,और अब तेरे दोनों पुत्र जो मिस्र में मेरे आने से पहले उत्पन्न हुए हैं वे मेरे ही ठहरेंगे अर्थात् जिस रीति से रूबेन और शिमोन मेरे हैं उसी रीति से एप्रैम और मनश्शे भी मेरे ठहरेंगे +5668,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_006.wav,और उनके पश्चात् तेरे जो सन्तान उत्पन्न हो वह तेरे तो ठहरेंगे परन्तु बँटवारे के समय वे अपने भाइयों ही के वंश में गिने जाएँगे +5669,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_007.wav,जब मैं पद्दान से आता था तब एप्राता पहुँचने से थोड़ी ही दूर पहले राहेल कनान देश में मार्ग में मेरे सामने मर गई और मैंने उसे वहीं अर्थात् एप्राता जो बैतलहम भी कहलाता है उसी के मार्ग में मिट्टी दी +5670,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_008.wav,तब इस्राएल को यूसुफ के पुत्र देख पड़े और उसने पूछा ये कौन हैं +5671,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_009.wav,यूसुफ ने अपने पिता से कहा ये मेरे पुत्र हैं जो परमेश्वर ने मुझे यहाँ दिए हैं उसने कहा उनको मेरे पास ले आ कि मैं उन्हें आशीर्वाद दूँ +5672,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_010.wav,इस्राएल की आँखें बुढ़ापे के कारण धुन्धली हो गई थीं यहाँ तक कि उसे कम सूझता था तब यूसुफ उन्हें उनके पास ले गया और उसने उन्हें चूमकर गले लगा लिया +5673,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_011.wav,तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा मुझे आशा न थी कि मैं तेरा मुख फिर देखने पाऊँगा परन्तु देख परमेश्वर ने मुझे तेरा वंश भी दिखाया है +5674,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_012.wav,तब यूसुफ ने उन्हें अपने पिता के घुटनों के बीच से हटाकर और अपने मुँह के बल भूमि पर गिरकर दण्डवत् की +5675,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_013.wav,तब यूसुफ ने उन दोनों को लेकर अर्थात् एप्रैम को अपने दाहिने हाथ से कि वह इस्राएल के बाएँ हाथ पड़े और मनश्शे को अपने बाएँ हाथ से कि इस्राएल के दाहिने हाथ पड़े उन्हें उसके पास ले गया +5676,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_014.wav,तब इस्राएल ने अपना दाहिना हाथ बढ़ाकर एप्रैम के सिर पर जो छोटा था और अपना बायाँ हाथ बढ़ाकर मनश्शे के सिर पर रख दिया उसने तो जान बूझकर ऐसा किया नहीं तो जेठा मनश्शे ही था +5677,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_015.wav,फिर उसने यूसुफ को आशीर्वाद देकर कहा परमेश्वर जिसके सम्मु�� मेरे बापदादे अब्राहम और इसहाक चलते थे वही परमेश्वर मेरे जन्म से लेकर आज के दिन तक मेरा चरवाहा बना है +5678,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_016.wav,और वही दूत मुझे सारी बुराई से छुड़ाता आया है वही अब इन लड़कों को आशीष दे और ये मेरे और मेरे बापदादे अब्राहम और इसहाक के कहलाएँ और पृथ्वी में बहुतायत से बढ़ें +5679,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_017.wav,जब यूसुफ ने देखा कि मेरे पिता ने अपना दाहिना हाथ एप्रैम के सिर पर रखा है तब यह बात उसको बुरी लगी इसलिए उसने अपने पिता का हाथ इस मनसा से पकड़ लिया कि एप्रैम के सिर पर से उठाकर मनश्शे के सिर पर रख दे +5680,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_018.wav,और यूसुफ ने अपने पिता से कहा हे पिता ऐसा नहीं क्योंकि जेठा यही है अपना दाहिना हाथ इसके सिर पर रख +5681,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_019.wav,उसके पिता ने कहा नहीं सुन हे मेरे पुत्र मैं इस बात को भली भाँति जानता हूँ यद्यपि इससे भी मनुष्यों की एक मण्डली उत्पन्न होगी और यह भी महान हो जाएगा तो भी इसका छोटा भाई इससे अधिक महान हो जाएगा और उसके वंश से बहुत सी जातियाँ निकलेंगी +5682,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_020.wav,फिर उसने उसी दिन यह कहकर उनको आशीर्वाद दिया इस्राएली लोग तेरा नाम ले लेकर ऐसा आशीर्वाद दिया करेंगे परमेश्वर तुझे एप्रैम और मनश्शे के समान बना दे और उसने मनश्शे से पहले एप्रैम का नाम लिया +5683,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_021.wav,तब इस्राएल ने यूसुफ से कहा देख मैं तो मरने पर हूँ परन्तु परमेश्वर तुम लोगों के संग रहेगा और तुम को तुम्हारे पितरों के देश में फिर पहुँचा देगा +5684,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_048_022.wav,और मैं तुझको तेरे भाइयों से अधिक भूमि का एक भाग देता हूँ जिसको मैंने एमोरियों के हाथ से अपनी तलवार और धनुष के बल से ले लिया है +5685,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_001.wav,फिर याकूब ने अपने पुत्रों को यह कहकर बुलाया इकट्ठे हो जाओ मैं तुम को बताऊँगा कि अन्त के दिनों में तुम पर क्याक्या बीतेगा +5686,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_002.wav,हे याकूब के पुत्रों इकट्ठे होकर सुनो अपने पिता इस्राएल की ओर कान लगाओ +5687,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_003.wav,हे रूबेन तू मेरा जेठा मेरा बल और मेरे पौरूष का पहला फल है प्रतिष्ठा का उत्तम भाग और शक्ति का भी उत्तम भाग तू ही है +5688,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_004.wav,तू जो जल के समान उबलनेवाला है इसलिए दूसरों से श्रेष्ठ न ठहरेगा क्योंकि तू अपने पिता की खाट पर चढ़ा तब तूने उसको अशुद्ध किया वह मेरे बिछौने पर चढ़ गया +5689,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_005.wav,शिमोन और लेवी तो भाईभाई हैं उनकी तलवारें उपद्रव के हथियार हैं +5690,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_006.wav,हे म��रे जीव उनके मर्म में न पड़ हे मेरी महिमा उनकी सभा में मत मिल क्योंकि उन्होंने कोप से मनुष्यों को घात किया और अपनी ही इच्छा पर चलकर बैलों को पंगु बनाया +5691,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_007.wav,धिक्कार उनके कोप को जो प्रचण्ड था और उनके रोष को जो निर्दय था मैं उन्हें याकूब में अलगअलग और इस्राएल में तितरबितर कर दूँगा +5692,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_008.wav,हे यहूदा तेरे भाई तेरा धन्यवाद करेंगे तेरा हाथ तेरे शत्रुओं की गर्दन पर पड़ेगा तेरे पिता के पुत्र तुझे दण्डवत् करेंगे +5693,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_009.wav,यहूदा सिंह का बच्चा है हे मेरे पुत्र तू अहेर करके गुफा में गया है वह सिंह अथवा सिंहनी के समान दबकर बैठ गया फिर कौन उसको छेड़ेगा +5694,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_010.wav,जब तक शीलो न आए तब तक न तो यहूदा से राजदण्ड छूटेगा न उसके वंश से व्यवस्था देनेवाला अलग होगा और राज्यराज्य के लोग उसके अधीन हो जाएँगे +5695,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_011.wav,वह अपने जवान गदहे को दाखलता में और अपनी गदही के बच्चे को उत्तम जाति की दाखलता में बाँधा करेगा उसने अपने वस्त्र दाखमधु में और अपना पहरावा दाखों के रस में धोया है +5696,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_012.wav,उसकी आँखें दाखमधु से चमकीली और उसके दाँत दूध से श्वेत होंगे +5697,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_013.wav,जबूलून समुद्र तट पर निवास करेगा वह जहाजों के लिये बन्दरगाह का काम देगा और उसका परला भाग सीदोन के निकट पहुँचेगा +5698,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_014.wav,इस्साकार एक बड़ा और बलवन्त गदहा है जो पशुओं के बाड़ों के बीच में दबका रहता है +5699,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_015.wav,उसने एक विश्रामस्थान देखकर कि अच्छा है और एक देश कि मनोहर है अपने कंधे को बोझ उठाने के लिये झुकाया और बेगारी में दास का सा काम करने लगा +5700,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_016.wav,दान इस्राएल का एक गोत्र होकर अपने जातिभाइयों का न्याय करेगा +5701,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_017.wav,दान मार्ग में का एक साँप और रास्ते में का एक नाग होगा जो घोड़े की नली को डसता है जिससे उसका सवार पछाड़ खाकर गिर पड़ता है +5702,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_018.wav,हे यहोवा मैं तुझी से उद्धार पाने की बाट जोहता आया हूँ +5703,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_019.wav,गाद पर एक दल चढ़ाई तो करेगा पर वह उसी दल के पिछले भाग पर छापा मारेगा +5704,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_020.wav,आशेर से जो अन्न उत्पन्न होगा वह उत्तम होगा और वह राजा के योग्य स्वादिष्ट भोजन दिया करेगा +5705,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_021.wav,नप्ताली एक छूटी हुई हिरनी है वह सुन्दर बातें बोलता है +5706,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_022.wav,यूसुफ बलवन्त लता की एक शाखा है वह सोते के पास लगी हुई फलवन्त ��ता की एक शाखा है उसकी डालियाँ दीवार पर से चढ़कर फैल जाती हैं +5707,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_023.wav,धनुर्धारियों ने उसको खेदित किया और उस पर तीर मारे और उसके पीछे पड़े हैं +5708,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_024.wav,पर उसका धनुष दृढ़ रहा और उसकी बाँह और हाथ याकूब के उसी शक्तिमान परमेश्वर के हाथों के द्वारा फुर्तीले हुए जिसके पास से वह चरवाहा आएगा जो इस्राएल की चट्टान भी ठहरेगा +5709,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_025.wav,यह तेरे पिता के उस परमेश्वर का काम है जो तेरी सहायता करेगा उस सर्वशक्तिमान का जो तुझे ऊपर से आकाश में की आशीषें और नीचे से गहरे जल में की आशीषें और स्तनों और गर्भ की आशीषें देगा +5710,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_026.wav,तेरे पिता के आशीर्वाद मेरे पितरों के आशीर्वादों से अधिक बढ़ गए हैं और सनातन पहाड़ियों की मनचाही वस्तुओं के समान बने रहेंगे वे यूसुफ के सिर पर जो अपने भाइयों से अलग किया गया था उसी के सिर के मुकुट पर फूले फलेंगे +5711,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_027.wav,बिन्यामीन फाड़नेवाला भेड़िया है सवेरे तो वह अहेर भक्षण करेगा और साँझ को लूट बाँट लेगा +5712,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_028.wav,इस्राएल के बारहों गोत्र ये ही हैं और उनके पिता ने जिसजिस वचन से उनको आशीर्वाद दिया वे ये ही हैं एकएक को उसके आशीर्वाद के अनुसार उसने आशीर्वाद दिया +5713,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_029.wav,तब उसने यह कहकर उनको आज्ञा दी मैं अपने लोगों के साथ मिलने पर हूँ इसलिए मुझे हित्ती एप्रोन की भूमिवाली गुफा में मेरे बापदादों के साथ मिट्टी देना +5714,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_030.wav,अर्थात् उसी गुफा में जो कनान देश में मम्रे के सामने वाली मकपेला की भूमि में है उस भूमि को अब्राहम ने हित्ती एप्रोन के हाथ से इसलिए मोल लिया था कि वह कब्रिस्तान के लिये उसकी निज भूमि हो +5715,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_031.wav,वहाँ अब्राहम और उसकी पत्नी सारा को मिट्टी दी गई थी और वहीं इसहाक और उसकी पत्नी रिबका को भी मिट्टी दी गई और वहीं मैंने लिआ को भी मिट्टी दी +5716,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_032.wav,वह भूमि और उसमें की गुफा हित्तियों के हाथ से मोल ली गई +5717,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_049_033.wav,याकूब जब अपने पुत्रों को यह आज्ञा दे चुका तब अपने पाँव खाट पर समेट प्राण छोड़े और अपने लोगों में जा मिला +5718,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_001.wav,तब यूसुफ अपने पिता के मुँह पर गिरकर रोया और उसे चूमा +5719,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_002.wav,और यूसुफ ने उन वैद्यों को जो उसके सेवक थे आज्ञा दी कि उसके पिता के शव में सुगन्धद्रव्य भरे तब वैद्यों ने इस्राएल के शव में सुगन्धद्रव्य भर दिए +5720,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_003.wav,और उसके चालीस दिन पूरे हुए क्योंकि जिनके शव में सुगन्धद्रव्य भरे जाते हैं उनको इतने ही दिन पूरे लगते है और मिस्री लोग उसके लिये सत्तर दिन तक विलाप करते रहे +5721,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_004.wav,जब उसके विलाप के दिन बीत गए तब यूसुफ फ़िरौन के घराने के लोगों से कहने लगा यदि तुम्हारे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो तो मेरी यह विनती फ़िरौन को सुनाओ +5722,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_005.wav,मेरे पिता ने यह कहकर देख मैं मरने पर हूँ मुझे यह शपथ खिलाई जो कब्र मैंने अपने लिये कनान देश में खुदवाई है उसी में तू मुझे मिट्टी देगा इसलिए अब मुझे वहाँ जाकर अपने पिता को मिट्टी देने की आज्ञा दे तत्पश्चात् मैं लौट आऊँगा +5723,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_006.wav,तब फ़िरौन ने कहा जाकर अपने पिता की खिलाई हुई शपथ के अनुसार उनको मिट्टी दे +5724,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_007.wav,इसलिए यूसुफ अपने पिता को मिट्टी देने के लिये चला और फ़िरौन के सब कर्मचारी अर्थात् उसके भवन के पुरनिये और मिस्र देश के सब पुरनिये उसके संग चले +5725,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_008.wav,और यूसुफ के घर के सब लोग और उसके भाई और उसके पिता के घर के सब लोग भी संग गए पर वे अपने बालबच्चों और भेड़बकरियों और गायबैलों को गोशेन देश में छोड़ गए +5726,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_009.wav,और उसके संग रथ और सवार गए इस प्रकार भीड़ बहुत भारी हो गई +5727,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_010.wav,जब वे आताद के खलिहान तक जो यरदन नदी के पार है पहुँचे तब वहाँ अत्यन्त भारी विलाप किया और यूसुफ ने अपने पिता के लिये सात दिन का विलाप कराया +5728,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_011.wav,आताद के खलिहान में के विलाप को देखकर उस देश के निवासी कनानियों ने कहा यह तो मिस्रियों का कोई भारी विलाप होगा इसी कारण उस स्थान का नाम आबेलमिस्रैम पड़ा और वह यरदन के पार है +5729,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_012.wav,इस्राएल के पुत्रों ने ठीक वही काम किया जिसकी उसने उनको आज्ञा दी थी +5730,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_013.wav,अर्थात् उन्होंने उसको कनान देश में ले जाकर मकपेला की उस भूमिवाली गुफा में जो मम्रे के सामने हैं मिट्टी दी जिसको अब्राहम ने हित्ती एप्रोन के हाथ से इसलिए मोल लिया था कि वह कब्रिस्तान के लिये उसकी निज भूमि हो +5731,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_014.wav,अपने पिता को मिट्टी देकर यूसुफ अपने भाइयों और उन सब समेत जो उसके पिता को मिट्टी देने के लिये उसके संग गए थे मिस्र लौट आया +5732,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_015.wav,जब यूसुफ के भाइयों ने देखा कि हमारा पिता मर गया है तब कहने लगे कदाचित् यूसुफ अब हमारे पीछे पडे़ और जितनी बुराई हमने उससे की थी सब ��ा पूरा बदला हम से ले +5733,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_016.wav,इसलिए उन्होंने यूसुफ के पास यह कहला भेजा तेरे पिता ने मरने से पहले हमें यह आज्ञा दी थी +5734,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_017.wav,तुम लोग यूसुफ से इस प्रकार कहना कि हम विनती करते हैं कि तू अपने भाइयों के अपराध और पाप को क्षमा कर हमने तुझ से बुराई की थी पर अब अपने पिता के परमेश्वर के दासों का अपराध क्षमा कर उनकी ये बातें सुनकर यूसुफ रो पड़ा +5735,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_018.wav,और उसके भाई आप भी जाकर उसके सामने गिर पड़े और कहा देख हम तेरे दास हैं +5736,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_019.wav,यूसुफ ने उनसे कहा मत डरो क्या मैं परमेश्वर की जगह पर हूँ +5737,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_020.wav,यद्यपि तुम लोगों ने मेरे लिये बुराई का विचार किया था परन्तु परमेश्वर ने उसी बात में भलाई का विचार किया जिससे वह ऐसा करे जैसा आज के दिन प्रगट है कि बहुत से लोगों के प्राण बचे हैं +5738,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_021.wav,इसलिए अब मत डरो मैं तुम्हारा और तुम्हारे बालबच्चों का पालनपोषण करता रहूँगा इस प्रकार उसने उनको समझाबुझाकर शान्ति दी +5739,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_022.wav,यूसुफ अपने पिता के घराने समेत मिस्र में रहता रहा और यूसुफ एक सौ दस वर्ष जीवित रहा +5740,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_023.wav,और यूसुफ एप्रैम के परपोतों तक को देखने पाया और मनश्शे के पोते जो माकीर के पुत्र थे वे उत्पन्न हुए और यूसुफ ने उन्हें गोद में लिया +5741,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_024.wav,यूसुफ ने अपने भाइयों से कहा मैं तो मरने पर हूँ परन्तु परमेश्वर निश्चय तुम्हारी सुधि लेगा और तुम्हें इस देश से निकालकर उस देश में पहुँचा देगा जिसके देने की उसने अब्राहम इसहाक और याकूब से शपथ खाई थी +5742,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_025.wav,फिर यूसुफ ने इस्राएलियों से यह कहकर कि परमेश्वर निश्चय तुम्हारी सुधि लेगा उनको इस विषय की शपथ खिलाई हम तेरी हड्डियों को यहाँ से उस देश में ले जाएँगे +5743,data/cleaned/hindi/GEN/GEN_050_026.wav,इस प्रकार यूसुफ एक सौ दस वर्ष का होकर मर गया और उसकी शव में सुगन्धद्रव्य भरे गए और वह शव मिस्र में एक शवपेटी में रखा गया +5744,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_001.wav,यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य के तीसरे वर्ष में बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम पर चढ़ाई करके उसको घेर लिया +5745,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_002.wav,तब परमेश्वर ने यहूदा के राजा यहोयाकीम को परमेश्वर के भवन के कई पात्रों सहित उसके हाथ में कर दिया और उसने उन पात्रों को शिनार देश में अपने देवता के मन्दिर में ले जाकर अपने देवता के भण्डार में रख दिया +5746,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_003.wav,तब उस रा���ा ने अपने खोजों के प्रधान अश्पनज को आज्ञा दी कि इस्राएली राजपुत्रों और प्रतिष्ठित पुरुषों में से ऐसे कई जवानों को ला +5747,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_004.wav,जो निर्दोष सुन्दर और सब प्रकार की बुद्धि में प्रवीण और ज्ञान में निपुण और विद्वान और राजभवन में हाजिर रहने के योग्य हों और उन्हें कसदियों के शास्त्र और भाषा की शिक्षा दे +5748,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_005.wav,और राजा ने आज्ञा दी कि उसके भोजन और पीने के दाखमधु में से उन्हें प्रतिदिन खानेपीने को दिया जाए इस प्रकार तीन वर्ष तक उनका पालनपोषण होता रहे तब उसके बाद वे राजा के सामने हाजिर किए जाएँ +5749,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_006.wav,उनमें यहूदा की सन्तान से चुने हुए दानिय्येल हनन्याह मीशाएल और अजर्याह नामक यहूदी थे +5750,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_007.wav,और खोजों के प्रधान ने उनके दूसरे नाम रखें अर्थात् दानिय्येल का नाम उसने बेलतशस्सर हनन्याह का शद्रक मीशाएल का मेशक और अजर्याह का नाम अबेदनगो रखा +5751,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_008.wav,परन्तु दानिय्येल ने अपने मन में ठान लिया कि वह राजा का भोजन खाकर और उसका दाखमधु पीकर स्वयं को अपवित्र न होने देगा इसलिए उसने खोजों के प्रधान से विनती की कि उसे अपवित्र न होने दे +5752,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_009.wav,परमेश्वर ने खोजों के प्रधान के मन में दानिय्येल के प्रति कृपा और दया भर दी +5753,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_010.wav,और खोजों के प्रधान ने दानिय्येल से कहा मैं अपने स्वामी राजा से डरता हूँ क्योंकि तुम्हारा खानापीना उसी ने ठहराया है कहीं ऐसा न हो कि वह तेरा मुँह तेरे संगी जवानों से उतरा हुआ और उदास देखे और तुम मेरा सिर राजा के सामने जोखिम में डालो +5754,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_011.wav,तब दानिय्येल ने उस मुखिए से जिसको खोजों के प्रधान ने दानिय्येल हनन्याह मीशाएल और अजर्याह के ऊपर देखभाल करने के लिये नियुक्त किया था कहा +5755,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_012.wav,मैं तुझ से विनती करता हूँ अपने दासों को दस दिन तक जाँच हमारे खाने के लिये सागपात और पीने के लिये पानी ही दिया जाए +5756,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_013.wav,फिर दस दिन के बाद हमारे मुँह और जो जवान राजा का भोजन खाते हैं उनके मुँह को देख और जैसा तुझे देख पड़े उसी के अनुसार अपने दासों से व्यवहार करना +5757,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_014.wav,उनकी यह विनती उसने मान ली और दस दिन तक उनको जाँचता रहा +5758,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_015.wav,दस दिन के बाद उनके मुँह राजा के भोजन के खानेवाले सब जवानों से अधिक अच्छे और चिकने देख पड़े +5759,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_016.wav,तब वह मुखिया उनका भोजन और उनके पीने के लिये ठहराया हुआ दाखमधु दोनों छुड़ाकर उनको सागपात देने लगा +5760,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_017.wav,और परमेश्वर ने उन चारों जवानों को सब शास्त्रों और सब प्रकार की विद्याओं में बुद्धिमानी और प्रवीणता दी और दानिय्येल सब प्रकार के दर्शन और स्वप्न के अर्थ का ज्ञानी हो गया +5761,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_018.wav,तब जितने दिन के बाद नबूकदनेस्सर राजा ने जवानों को भीतर ले आने की आज्ञा दी थी उतने दिनों के बीतने पर खोजों का प्रधान उन्हें उसके सामने ले गया +5762,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_019.wav,और राजा उनसे बातचीत करने लगा और दानिय्येल हनन्याह मीशाएल और अजर्याह के तुल्य उन सब में से कोई न ठहरा इसलिए वे राजा के सम्मुख हाजिर रहने लगे +5763,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_020.wav,और बुद्धि और हर प्रकार की समझ के विषय में जो कुछ राजा उनसे पूछता था उसमें वे राज्य भर के सब ज्योतिषियों और तंत्रियों से दसगुणे निपुण ठहरते थे +5764,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_001_021.wav,और दानिय्येल कुस्रू राजा के राज्य के पहले वर्ष तक बना रहा +5765,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_001.wav,अपने राज्य के दूसरे वर्ष में नबूकदनेस्सर ने ऐसा स्वप्न देखा जिससे उसका मन बहुत ही व्याकुल हो गया और वह सो न सका +5766,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_002.wav,तब राजा ने आज्ञा दी कि ज्योतिषी तांत्रिक टोन्हे और कसदी बुलाए जाएँ कि वे राजा को उसका स्वप्न बताएँ इसलिए वे आए और राजा के सामने हाजिर हुए +5767,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_003.wav,तब राजा ने उनसे कहा मैंने एक स्वप्न देखा है और मेरा मन व्याकुल है कि स्वप्न को कैसे समझूँ +5768,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_004.wav,तब कसदियों ने राजा से अरामी भाषा में कहा हे राजा तू चिरंजीवी रहे अपने दासों को स्वप्न बता और हम उसका अर्थ बताएँगे +5769,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_005.wav,राजा ने कसदियों को उत्तर दिया मैं यह आज्ञा दे चुका हूँ कि यदि तुम अर्थ समेत स्वप्न को न बताओगे तो तुम टुकड़ेटुकड़े किए जाओगे और तुम्हारे घर फुँकवा दिए जाएँगे +5770,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_006.wav,और यदि तुम अर्थ समेत स्वप्न को बता दो तो मुझसे भाँतिभाँति के दान और भारी प्रतिष्ठा पाओगे इसलिए तुम मुझे अर्थ समेत स्वप्न बताओ +5771,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_007.wav,उन्होंने दूसरी बार कहा हे राजा स्वप्न तेरे दासों को बताया जाए और हम उसका अर्थ समझा देंगे +5772,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_008.wav,राजा ने उत्तर दिया मैं निश्चय जानता हूँ कि तुम यह देखकर कि राजा के मुँह से आज्ञा निकल चुकी है समय बढ़ाना चाहते हो +5773,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_009.wav,इसलिए यदि तुम मुझे स्वप्न न बताओ तो तुम्हारे लिये एक ही आज्ञा है क्योंकि तुम ने गोष्ठी की होगी कि जब तक समय न बदले तब तक हम राजा के सामने झूठी और गपशप की बातें कहा करेंगे इसलिए तुम मुझे स्वप्न बताओ तब मैं जानूँगा कि तुम उसका अर्थ भी समझा सकते हो +5774,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_010.wav,कसदियों ने राजा से कहा पृथ्वी भर में ऐसा कोई मनुष्य नहीं जो राजा के मन की बात बता सके और न कोई ऐसा राजा या प्रधान या हाकिम कभी हुआ है जिसने किसी ज्योतिषी या तांत्रिक या कसदी से ऐसी बात पूछी हो +5775,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_011.wav,जो बात राजा पूछता है वह अनोखी है और देवताओं को छोड़कर जिनका निवास मनुष्यों के संग नहीं है और कोई दूसरा नहीं जो राजा को यह बता सके +5776,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_012.wav,इस पर राजा ने झुँझलाकर और बहुत ही क्रोधित होकर बाबेल के सब पंडितों के नाश करने की आज्ञा दे दी +5777,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_013.wav,अतः यह आज्ञा निकली और पंडित लोगों का घात होने पर था और लोग दानिय्येल और उसके संगियों को ढूँढ़ रहे थे कि वे भी घात किए जाएँ +5778,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_014.wav,तब दानिय्येल ने अंगरक्षकों के प्रधान अर्योक से जो बाबेल के पंडितों को घात करने के लिये निकला था सोच विचार कर और बुद्धिमानी के साथ कहा +5779,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_015.wav,और राजा के हाकिम अर्योक से पूछने लगा यह आज्ञा राजा की ओर से ऐसी उतावली के साथ क्यों निकली तब अर्योक ने दानिय्येल को इसका भेद बता दिया +5780,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_016.wav,और दानिय्येल ने भीतर जाकर राजा से विनती की कि उसके लिये कोई समय ठहराया जाए तो वह महाराज को स्वप्न का अर्थ बता देगा +5781,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_017.wav,तब दानिय्येल ने अपने घर जाकर अपने संगी हनन्याह मीशाएल और अजर्याह को यह हाल बताकर कहा +5782,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_018.wav,इस भेद के विषय में स्वर्ग के परमेश्वर की दया के लिये यह कहकर प्रार्थना करो कि बाबेल के और सब पंडितों के संग दानिय्येल और उसके संगी भी नाश न किए जाएँ +5783,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_019.wav,तब वह भेद दानिय्येल को रात के समय दर्शन के द्वारा प्रगट किया गया तब दानिय्येल ने स्वर्ग के परमेश्वर का यह कहकर धन्यवाद किया +5784,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_020.wav,परमेश्वर का नाम युगानुयुग धन्य है क्योंकि बुद्धि और पराक्रम उसी के हैं +5785,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_021.wav,समयों और ऋतुओं को वही पलटता है राजाओं का अस्त और उदय भी वही करता है बुद्धिमानों को बुद्धि और समझवालों को समझ भी वही देता है +5786,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_022.wav,वही गूढ़ और गुप्त बातों को प्रगट करता है वह जानता है कि अंधियारे में क्या है और उसके संग सदा प्रकाश बना रहता है +5787,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_023.wav,हे मेरे पूर्वजों के परमेश्वर मैं तेरा धन्यवाद और स्तुति करता हूँ क्योंकि तूने मुझे बुद्धि और शक्ति दी है और जिस भेद का खुलना हम लोगों ने तुझ से माँगा था उसे तूने मुझ पर प्रगट किया है तूने हमको राजा की बात बताई है +5788,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_024.wav,तब दानिय्येल ने अर्योक के पास जिसे राजा ने बाबेल के पंडितों के नाश करने के लिये ठहराया था भीतर जाकर कहा बाबेल के पंडितों का नाश न कर मुझे राजा के सम्मुख भीतर ले चल मैं अर्थ बताऊँगा +5789,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_025.wav,तब अर्योक ने दानिय्येल को राजा के सम्मुख शीघ्र भीतर ले जाकर उससे कहा यहूदी बंधुओं में से एक पुरुष मुझ को मिला है जो राजा को स्वप्न का अर्थ बताएगा +5790,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_026.wav,राजा ने दानिय्येल से जिसका नाम बेलतशस्सर भी था पूछा क्या तुझ में इतनी शक्ति है कि जो स्वप्न मैंने देखा है उसे अर्थ समेत मुझे बताए +5791,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_027.wav,दानिय्येल ने राजा को उत्तर दिया जो भेद राजा पूछता है वह न तो पंडित न तांत्रिक न ज्योतिषी न दूसरे भावी बतानेवाले राजा को बता सकते हैं +5792,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_028.wav,परन्तु भेदों का प्रगट करनेवाला परमेश्वर स्वर्ग में है और उसी ने नबूकदनेस्सर राजा को जताया है कि अन्त के दिनों में क्याक्या होनेवाला है तेरा स्वप्न और जो कुछ तूने पलंग पर पड़े हुए देखा वह यह है +5793,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_029.wav,हे राजा जब तुझको पलंग पर यह विचार आया कि भविष्य में क्याक्या होनेवाला है तब भेदों को खोलनेवाले ने तुझको बताया कि क्याक्या होनेवाला है +5794,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_030.wav,मुझ पर यह भेद इस कारण नहीं खोला गया कि मैं और सब प्राणियों से अधिक बुद्धिमान हूँ परन्तु केवल इसी कारण खोला गया है कि स्वप्न का अर्थ राजा को बताया जाए और तू अपने मन के विचार समझ सके +5795,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_031.wav,हे राजा जब तू देख रहा था तब एक बड़ी मूर्ति देख पड़ी और वह मूर्ति जो तेरे सामने खड़ी थी वह लम्बीचौड़ी थी उसकी चमक अनुपम थी और उसका रूप भयंकर था +5796,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_032.wav,उस मूर्ति का सिर तो शुद्ध सोने का था उसकी छाती और भुजाएँ चाँदी की उसका पेट और जाँघें पीतल की +5797,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_033.wav,उसकी टाँगें लोहे की और उसके पाँव कुछ तो लोहे के और कुछ मिट्टी के थे +5798,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_034.wav,फिर देखतेदेखते तूने क्या देखा कि एक पत्थर ने बिना किसी के खोदे आप ही आप उखड़कर उस मूर्ति के पाँवों पर लगकर जो लोहे और मिट्टी के थे उनको चूर चूरकर डाला +5799,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_035.wav,तब लोहा मि��्टी पीतल चाँदी और सोना भी सब चूरचूर हो गए और धूपकाल में खलिहानों के भूसे के समान हवा से ऐसे उड़ गए कि उनका कहीं पता न रहा और वह पत्थर जो मूर्ति पर लगा था वह बड़ा पहाड़ बनकर सारी पृथ्वी में फैल गया +5800,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_036.wav,यह स्वप्न है और अब हम उसका अर्थ राजा को समझा देते हैं +5801,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_037.wav,हे राजा तू तो महाराजाधिराज है क्योंकि स्वर्ग के परमेश्वर ने तुझको राज्य सामर्थ्य शक्ति और महिमा दी है +5802,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_038.wav,और जहाँ कहीं मनुष्य पाए जाते हैं वहाँ उसने उन सभी को और मैदान के जीवजन्तु और आकाश के पक्षी भी तेरे वश में कर दिए हैं और तुझको उन सब का अधिकारी ठहराया है यह सोने का सिर तू ही है +5803,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_039.wav,तेरे बाद एक राज्य और उदय होगा जो तुझ से छोटा होगा फिर एक और तीसरा पीतल का सा राज्य होगा जिसमें सारी पृथ्वी आ जाएगी +5804,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_040.wav,और चौथा राज्य लोहे के तुल्य मजबूत होगा लोहे से तो सब वस्तुएँ चूरचूर हो जाती और पिस जाती हैं इसलिए जिस भाँति लोहे से वे सब कुचली जाती हैं उसी भाँति उस चौथे राज्य से सब कुछ चूरचूर होकर पिस जाएगा +5805,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_041.wav,और तूने जो मूर्ति के पाँवों और उनकी उँगलियों को देखा जो कुछ कुम्हार की मिट्टी की और कुछ लोहे की थीं इससे वह चौथा राज्य बटा हुआ होगा तो भी उसमें लोहे का सा कड़ापन रहेगा जैसे कि तूने कुम्हार की मिट्टी के संग लोहा भी मिला हुआ देखा था +5806,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_042.wav,और जैसे पाँवों की उँगलियाँ कुछ तो लोहे की और कुछ मिट्टी की थीं इसका अर्थ यह है कि वह राज्य कुछ तो दृढ़ और कुछ निर्बल होगा +5807,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_043.wav,और तूने जो लोहे को कुम्हार की मिट्टी के संग मिला हुआ देखा इसका अर्थ यह है कि उस राज्य के लोग एक दूसरे मनुष्यों से मिलेजुले तो रहेंगे परन्तु जैसे लोहा मिट्टी के साथ मेल नहीं खाता वैसे ही वे भी एक न बने रहेंगे +5808,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_044.wav,और उन राजाओं के दिनों में स्वर्ग का परमेश्वर एक ऐसा राज्य उदय करेगा जो अनन्तकाल तक न टूटेगा और न वह किसी दूसरी जाति के हाथ में किया जाएगा वरन् वह उन सब राज्यों को चूरचूर करेगा और उनका अन्त कर डालेगा और वह सदा स्थिर रहेगा +5809,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_045.wav,जैसा तूने देखा कि एक पत्थर किसी के हाथ के बिन खोदे पहाड़ में से उखड़ा और उसने लोहे पीतल मिट्टी चाँदी और सोने को चूरचूर किया इसी रीति महान परमेश्वर ने राजा को जताया है कि इसके बाद क्याक्या होनेवाला है न स्व���्न में और न उसके अर्थ में कुछ सन्देह है +5810,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_046.wav,इतना सुनकर नबूकदनेस्सर राजा ने मुँह के बल गिरकर दानिय्येल को दण्डवत् किया और आज्ञा दी कि उसको भेंट चढ़ाओ और उसके सामने सुगन्ध वस्तु जलाओ +5811,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_047.wav,फिर राजा ने दानिय्येल से कहा सच तो यह है कि तुम लोगों का परमेश्वर सब ईश्वरों का परमेश्वर राजाओं का राजा और भेदों का खोलनेवाला है इसलिए तू यह भेद प्रगट कर पाया +5812,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_048.wav,तब राजा ने दानिय्येल का पद बड़ा किया और उसको बहुत से बड़ेबड़े दान दिए और यह आज्ञा दी कि वह बाबेल के सारे प्रान्त पर हाकिम और बाबेल के सब पंडितों पर मुख्य प्रधान बने +5813,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_002_049.wav,तब दानिय्येल के विनती करने से राजा ने शद्रक मेशक और अबेदनगो को बाबेल के प्रान्त के कार्य के ऊपर नियुक्त कर दिया परन्तु दानिय्येल आप ही राजा के दरबार में रहा करता था +5814,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_001.wav,नबूकदनेस्सर राजा ने सोने की एक मूरत बनवाई जिसकी ऊँचाई साठ हाथ और चौड़ाई छः हाथ की थी और उसने उसको बाबेल के प्रान्त के दूरा नामक मैदान में खड़ा कराया +5815,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_002.wav,तब नबूकदनेस्सर राजा ने अधिपतियों हाकिमों राज्यपालों सलाहकारों खजांचियों न्यायियों शास्त्रियों आदि प्रान्तप्रान्त के सब अधिकारियों को बुलवा भेजा कि वे उस मूरत की प्रतिष्ठा में आएँ जो उसने खड़ी कराई थी +5816,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_003.wav,तब अधिपति हाकिम राज्यपाल सलाहकार खजांची न्यायी शास्त्री आदि प्रान्तप्रान्त के सब अधिकारी नबूकदनेस्सर राजा की खड़ी कराई हुई मूरत की प्रतिष्ठा के लिये इकट्ठे हुए और उस मूरत के सामने खड़े हुए +5817,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_004.wav,तब ढिंढोरिये ने ऊँचे शब्द से पुकारकर कहा हे देशदेश और जातिजाति के लोगों और भिन्नभिन्न भाषा बोलनेवालो तुम को यह आज्ञा सुनाई जाती है कि +5818,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_005.wav,जिस समय तुम नरसिंगे बाँसुरी वीणा सारंगी सितार शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुनो तुम उसी समय गिरकर नबूकदनेस्सर राजा की खड़ी कराई हुई सोने की मूरत को दण्डवत् करो +5819,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_006.wav,और जो कोई गिरकर दण्डवत् न करेगा वह उसी घड़ी धधकते हुए भट्ठे के बीच में डाल दिया जाएगा +5820,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_007.wav,इस कारण उस समय ज्यों ही सब जाति के लोगों को नरसिंगे बाँसुरी वीणा सारंगी सितार शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुन पड़ा त्यों ही देशदेश और जातिजाति के लोगों और भिन्नभिन्न भाषा ब���लनेवालों ने गिरकर उस सोने की मूरत को जो नबूकदनेस्सर राजा ने खड़ी कराई थी दण्डवत् की +5821,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_008.wav,उसी समय कई एक कसदी पुरुष राजा के पास गए और कपट से यहूदियों की चुगली की +5822,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_009.wav,वे नबूकदनेस्सर राजा से कहने लगे हे राजा तू चिरंजीवी रहे +5823,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_010.wav,हे राजा तूने तो यह आज्ञा दी है कि जो मनुष्य नरसिंगे बाँसुरी वीणा सारंगी सितार शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुने वह गिरकर उस सोने की मूरत को दण्डवत् करे +5824,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_011.wav,और जो कोई गिरकर दण्डवत् न करे वह धधकते हुए भट्ठे के बीच में डाल दिया जाए +5825,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_012.wav,देख शद्रक मेशक और अबेदनगो नामक कुछ यहूदी पुरुष हैं जिन्हें तूने बाबेल के प्रान्त के कार्य के ऊपर नियुक्त किया है उन पुरुषों ने हे राजा तेरी आज्ञा की कुछ चिन्ता नहीं की वे तेरे देवता की उपासना नहीं करते और जो सोने की मूरत तूने खड़ी कराई है उसको दण्डवत् नहीं करते +5826,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_013.wav,तब नबूकदनेस्सर ने रोष और जलजलाहट में आकर आज्ञा दी कि शद्रक मेशक और अबेदनगो को लाओ तब वे पुरुष राजा के सामने हाजिर किए गए +5827,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_014.wav,नबूकदनेस्सर ने उनसे पूछा हे शद्रक मेशक और अबेदनगो तुम लोग जो मेरे देवता की उपासना नहीं करते और मेरी खड़ी कराई हुई सोने की मूरत को दण्डवत् नहीं करते तो क्या तुम जान बूझकर ऐसा करते हो +5828,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_015.wav,यदि तुम अभी तैयार हो कि जब नरसिंगे बाँसुरी वीणा सारंगी सितार शहनाई आदि सब प्रकार के बाजों का शब्द सुनो और उसी क्षण गिरकर मेरी बनवाई हुई मूरत को दण्डवत् करो तो बचोगे और यदि तुम दण्डवत् न करो तो इसी घड़ी धधकते हुए भट्ठे के बीच में डाले जाओगे फिर ऐसा कौन देवता है जो तुम को मेरे हाथ से छुड़ा सके +5829,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_016.wav,शद्रक मेशक और अबेदनगो ने राजा से कहा हे नबूकदनेस्सर इस विषय में तुझे उत्तर देने का हमें कुछ प्रयोजन नहीं जान पड़ता +5830,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_017.wav,हमारा परमेश्वर जिसकी हम उपासना करते हैं वह हमको उस धधकते हुए भट्ठे की आग से बचाने की शक्ति रखता है वरन् हे राजा वह हमें तेरे हाथ से भी छुड़ा सकता है +5831,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_018.wav,परन्तु यदि नहीं तो हे राजा तुझे मालूम हो कि हम लोग तेरे देवता की उपासना नहीं करेंगे और न तेरी खड़ी कराई हुई सोने की मूरत को दण्डवत् करेंगे +5832,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_019.wav,तब नबूकदनेस्सर झुँझला उठा और उसके चेहरे का रंग शद्रक मेशक और अबेदनगो की ���र बदल गया और उसने आज्ञा दी कि भट्ठे को सात गुणा अधिक धधका दो +5833,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_020.wav,फिर अपनी सेना में के कई एक बलवान पुरुषों को उसने आज्ञा दी कि शद्रक मेशक और अबेदनगो को बाँधकर उन्हें धधकते हुए भट्ठे में डाल दो +5834,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_021.wav,तब वे पुरुष अपने मोजों अंगरखों बागों और वस्त्रों सहित बाँधकर उस धधकते हुए भट्ठे में डाल दिए गए +5835,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_022.wav,वह भट्ठा तो राजा की दृढ़ आज्ञा होने के कारण अत्यन्त धधकाया गया था इस कारण जिन पुरुषों ने शद्रक मेशक और अबेदनगो को उठाया वे ही आग की आँच से जल मरे +5836,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_023.wav,और उसी धधकते हुए भट्ठे के बीच ये तीनों पुरुष शद्रक मेशक और अबेदनगो बंधे हुए फेंक दिए गए +5837,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_024.wav,तब नबूकदनेस्सर राजा अचम्भित हुआ और घबराकर उठ खड़ा हुआ और अपने मंत्रियों से पूछने लगा क्या हमने उस आग के बीच तीन ही पुरुष बंधे हुए नहीं डलवाए उन्होंने राजा को उत्तर दिया हाँ राजा सच बात तो है +5838,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_025.wav,फिर उसने कहा अब मैं देखता हूँ कि चार पुरुष आग के बीच खुले हुए टहल रहे हैं और उनको कुछ भी हानि नहीं पहुँची और चौथे पुरुष का स्वरूप परमेश्वर के पुत्र के सदृश्य है +5839,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_026.wav,फिर नबूकदनेस्सर उस धधकते हुए भट्ठे के द्वार के पास जाकर कहने लगा हे शद्रक मेशक और अबेदनगो हे परमप्रधान परमेश्वर के दासों निकलकर यहाँ आओ यह सुनकर शद्रक मेशक और अबेदनगो आग के बीच से निकल आए +5840,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_027.wav,जब अधिपति हाकिम राज्यपाल और राजा के मंत्रियों ने जो इकट्ठे हुए थे उन पुरुषों की ओर देखा तब उनकी देह में आग का कुछ भी प्रभाव नहीं पाया और उनके सिर का एक बाल भी न झुलसा न उनके मोजे कुछ बिगड़े न उनमें जलने की कुछ गन्ध पाई गई +5841,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_028.wav,नबूकदनेस्सर कहने लगा धन्य है शद्रक मेशक और अबेदनगो का परमेश्वर जिसने अपना दूत भेजकर अपने इन दासों को इसलिए बचाया क्योंकि इन्होंने राजा की आज्ञा न मानकर उसी पर भरोसा रखा और यह सोचकर अपना शरीर भी अर्पण किया कि हम अपने परमेश्वर को छोड़ किसी देवता की उपासना या दण्डवत् न करेंगे +5842,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_029.wav,इसलिए अब मैं यह आज्ञा देता हूँ कि देशदेश और जातिजाति के लोगों और भिन्नभिन्न भाषा बोलनेवालों में से जो कोई शद्रक मेशक और अबेदनगो के परमेश्वर की कुछ निन्दा करेगा वह टुकड़ेटुकड़े किया जाएगा और उसका घर घूरा बनाया जाएगा क्योंकि ऐसा कोई और देवता नहीं जो इस रीति से बचा सके +5843,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_003_030.wav,तब राजा ने बाबेल के प्रान्त में शद्रक मेशक अबेदनगो का पद और ऊँचा किया +5844,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_001.wav,नबूकदनेस्सर राजा की ओर से देशदेश और जातिजाति के लोगों और भिन्नभिन्न भाषा बोलनेवाले जितने सारी पृथ्वी पर रहते हैं उन सभी को यह वचन मिला तुम्हारा कुशल क्षेम बढ़े +5845,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_002.wav,मुझे यह अच्छा लगा कि परमप्रधान परमेश्वर ने मुझे जोजो चिन्ह और चमत्कार दिखाए हैं उनको प्रगट करूँ +5846,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_003.wav,उसके दिखाए हुए चिन्ह क्या ही बड़े और उसके चमत्कारों में क्या ही बड़ी शक्ति प्रगट होती है उसका राज्य तो सदा का और उसकी प्रभुता पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है +5847,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_004.wav,मैं नबूकदनेस्सर अपने भवन में चैन से और अपने महल में प्रफुल्लित रहता था +5848,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_005.wav,मैंने ऐसा स्वप्न देखा जिसके कारण मैं डर गया और पलंग पर पड़ेपड़े जो विचार मेरे मन में आए और जो बातें मैंने देखीं उनके कारण मैं घबरा गया था +5849,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_006.wav,तब मैंने आज्ञा दी कि बाबेल के सब पंडित मेरे स्वप्न का अर्थ मुझे बताने के लिये मेरे सामने हाजिर किए जाएँ +5850,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_007.wav,तब ज्योतिषी तांत्रिक कसदी और भावी बतानेवाले भीतर आए और मैंने उनको अपना स्वप्न बताया परन्तु वे उसका अर्थ न बता सके +5851,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_008.wav,अन्त में दानिय्येल मेरे सम्मुख आया जिसका नाम मेरे देवता के नाम के कारण बेलतशस्सर रखा गया था और जिसमें पवित्र ईश्वरों की आत्मा रहती है और मैंने उसको अपना स्वप्न यह कहकर बता दिया +5852,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_009.wav,हे बेलतशस्सर तू तो सब ज्योतिषियों का प्रधान है मैं जानता हूँ कि तुझ में पवित्र ईश्वरों की आत्मा रहती है और तू किसी भेद के कारण नहीं घबराता इसलिए जो स्वप्न मैंने देखा है उसे अर्थ समेत मुझे बताकर समझा दे +5853,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_010.wav,जो दर्शन मैंने पलंग पर पाया वह यह है मैंने देखा कि पृथ्वी के बीचोबीच एक वृक्ष लगा है उसकी ऊँचाई बहुत बड़ी है +5854,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_011.wav,वह वृक्ष बड़ा होकर दृढ़ हो गया और उसकी ऊँचाई स्वर्ग तक पहुँची और वह सारी पृथ्वी की छोर तक दिखाई पड़ता था +5855,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_012.wav,उसके पत्ते सुन्दर और उसमें बहुत फल थे यहाँ तक कि उसमें सभी के लिये भोजन था उसके नीचे मैदान के सब पशुओं को छाया मिलती थी और उसकी डालियों में आकाश की सब चिड़ियाँ बसेरा करती थीं और सब प्राणी उससे आहार पाते थे +5856,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_013.wav,मैंने पलंग पर दर्���न पाते समय क्या देखा कि एक पवित्र दूत स्वर्ग से उतर आया +5857,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_014.wav,उसने ऊँचे शब्द से पुकारकर यह कहा वृक्ष को काट डालो उसकी डालियों को छाँट दो उसके पत्ते झाड़ दो और उसके फल छितरा डालो पशु उसके नीचे से हट जाएँ और चिड़ियाँ उसकी डालियों पर से उड़ जाएँ +5858,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_015.wav,तो भी उसके ठूँठे को जड़ समेत भूमि में छोड़ो और उसको लोहे और पीतल के बन्धन से बाँधकर मैदान की हरी घास के बीच रहने दो वह आकाश की ओस से भीगा करे और भूमि की घास खाने में मैदान के पशुओं के संग भागी हो +5859,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_016.wav,उसका मन बदले और मनुष्य का न रहे परन्तु पशु का सा बन जाए और उस पर सात काल बीतें +5860,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_017.wav,यह आज्ञा उस दूत के निर्णय से और यह बात पवित्र लोगों के वचन से निकली कि जो जीवित हैं वे जान लें कि परमप्रधान परमेश्वर मनुष्यों के राज्य में प्रभुता करता है और उसको जिसे चाहे उसे दे देता है और वह छोटे से छोटे मनुष्य को भी उस पर नियुक्त कर देता है +5861,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_018.wav,मुझ नबूकदनेस्सर राजा ने यही स्वप्न देखा इसलिए हे बेलतशस्सर तू इसका अर्थ बता क्योंकि मेरे राज्य में और कोई पंडित इसका अर्थ मुझे समझा नहीं सका परन्तु तुझ में तो पवित्र ईश्वरों की आत्मा रहती है इस कारण तू उसे समझा सकता है +5862,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_019.wav,तब दानिय्येल जिसका नाम बेलतशस्सर भी था घड़ी भर घबराता रहा और सोचतेसोचते व्याकुल हो गया तब राजा कहने लगा हे बेलतशस्सर इस स्वप्न से या इसके अर्थ से तू व्याकुल मत हो बेलतशस्सर ने कहा हे मेरे प्रभु यह स्वप्न तेरे बैरियों पर और इसका अर्थ तेरे द्रोहियों पर फले +5863,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_020.wav,जिस वृक्ष को तूने देखा जो बड़ा और दृढ़ हो गया और जिसकी ऊँचाई स्वर्ग तक पहुँची और जो पृथ्वी के सिरे तक दिखाई देता था +5864,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_021.wav,जिसके पत्ते सुन्दर और फल बहुत थे और जिसमें सभी के लिये भोजन था जिसके नीचे मैदान के सब पशु रहते थे और जिसकी डालियों में आकाश की चिड़ियाँ बसेरा करती थीं +5865,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_022.wav,हे राजा वह तू ही है तू महान और सामर्थी हो गया तेरी महिमा बढ़ी और स्वर्ग तक पहुँच गई और तेरी प्रभुता पृथ्वी की छोर तक फैली है +5866,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_023.wav,और हे राजा तूने जो एक पवित्र दूत को स्वर्ग से उतरते और यह कहते देखा कि वृक्ष को काट डालो और उसका नाश करो तो भी उसके ठूँठे को जड़ समेत भूमि में छोड़ो और उसको लोहे और पीतल के बन्धन से बाँधकर मैदान की हरी घास के बीच में रहने दो वह आकाश की ओस से भीगा करे और उसको मैदान के पशुओं के संग ही भाग मिले और जब तक सात युग उस पर बीत न चुकें तब तक उसकी ऐसी ही दशा रहे +5867,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_024.wav,हे राजा इसका अर्थ जो परमप्रधान ने ठाना है कि राजा पर घटे वह यह है +5868,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_025.wav,तू मनुष्यों के बीच से निकाला जाएगा और मैदान के पशुओं के संग रहेगा तू बैलों के समान घास चरेगा और आकाश की ओस से भीगा करेगा और सात युग तुझ पर बीतेंगे जब तक कि तू न जान ले कि मनुष्यों के राज्य में परमप्रधान ही प्रभुता करता है और जिसे चाहे वह उसे दे देता है +5869,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_026.wav,और उस वृक्ष के ठूँठे को जड़ समेत छोड़ने की आज्ञा जो हुई है इसका अर्थ यह है कि तेरा राज्य तेरे लिये बना रहेगा और जब तू जान लेगा कि जगत का प्रभु स्वर्ग ही में है तब तू फिर से राज्य करने पाएगा +5870,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_027.wav,इस कारण हे राजा मेरी यह सम्मति स्वीकार कर कि यदि तू पाप छोड़कर धार्मिकता करने लगे और अधर्म छोड़कर दीनहीनों पर दया करने लगे तो सम्भव है कि ऐसा करने से तेरा चैन बना रहे +5871,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_028.wav,यह सब कुछ नबूकदनेस्सर राजा पर घट गया +5872,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_029.wav,बारह महीने बीतने पर जब वह बाबेल के राजभवन की छत पर टहल रहा था तब वह कहने लगा +5873,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_030.wav,क्या यह बड़ा बाबेल नहीं है जिसे मैं ही ने अपने बल और सामर्थ्य से राजनिवास होने को और अपने प्रताप की बड़ाई के लिये बसाया है +5874,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_031.wav,यह वचन राजा के मुँह से निकलने भी न पाया था कि आकाशवाणी हुई हे राजा नबूकदनेस्सर तेरे विषय में यह आज्ञा निकलती है कि राज्य तेरे हाथ से निकल गया +5875,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_032.wav,और तू मनुष्यों के बीच में से निकाला जाएगा और मैदान के पशुओं के संग रहेगा और बैलों के समान घास चरेगा और सात काल तुझ पर बीतेंगे जब तक कि तू न जान ले कि परमप्रधान मनुष्यों के राज्य में प्रभुता करता है और जिसे चाहे वह उसे दे देता है +5876,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_033.wav,उसी घड़ी यह वचन नबूकदनेस्सर के विषय में पूरा हुआ वह मनुष्यों में से निकाला गया और बैलों के समान घास चरने लगा और उसकी देह आकाश की ओस से भीगती थी यहाँ तक कि उसके बाल उकाब पक्षियों के परों से और उसके नाखून चिड़ियाँ के पंजों के समान बढ़ गए +5877,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_034.wav,उन दिनों के बीतने पर मुझ नबूकदनेस्सर ने अपनी आँखें स्वर्ग की ओर उठाई और मेरी बुद्धि फिर ज्यों की त्यों हो गई तब मैंने परमप्रधान को धन्य कहा और ज�� सदा जीवित है उसकी स्तुति और महिमा यह कहकर करने लगा उसकी प्रभुता सदा की है और उसका राज्य पीढ़ी से पीढ़ी तब बना रहनेवाला है +5878,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_035.wav,पृथ्वी के सब रहनेवाले उसके सामने तुच्छ गिने जाते हैं और वह स्वर्ग की सेना और पृथ्वी के रहनेवालों के बीच अपनी इच्छा के अनुसार काम करता है और कोई उसको रोककर उससे नहीं कह सकता है तूने यह क्या किया है +5879,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_036.wav,उसी समय मेरी बुद्धि फिर ज्यों की त्यों हो गई और मेरे राज्य की महिमा के लिये मेरा प्रताप और मुकुट मुझ पर फिर आ गया और मेरे मंत्री और प्रधान लोग मुझसे भेंट करने के लिये आने लगे और मैं अपने राज्य में स्थिर हो गया और मेरी और अधिक प्रशंसा होने लगी +5880,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_004_037.wav,अब मैं नबूकदनेस्सर स्वर्ग के राजा को सराहता हूँ और उसकी स्तुति और महिमा करता हूँ क्योंकि उसके सब काम सच्चे और उसके सब व्यवहार न्याय के हैं और जो लोग घमण्ड से चलते हैं उन्हें वह नीचा कर सकता है +5881,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_001.wav,बेलशस्सर नामक राजा ने अपने हजार प्रधानों के लिये बड़ी दावत की और उन हजार लोगों के सामने दाखमधु पिया +5882,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_002.wav,दाखमधु पीतेपीते बेलशस्सर ने आज्ञा दी कि सोनेचाँदी के जो पात्र मेरे पिता नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम के मन्दिर में से निकाले थे उन्हें ले आओ कि राजा अपने प्रधानों और रानियों और रखैलों समेत उनमें से पीए +5883,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_003.wav,तब जो सोने के पात्र यरूशलेम में परमेश्वर के भवन के मन्दिर में से निकाले गए थे वे लाए गए और राजा अपने प्रधानों और रानियों और रखैलों समेत उनमें से पीने लगा +5884,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_004.wav,वे दाखमधु पी पीकर सोने चाँदी पीतल लोहे काठ और पत्थर के देवताओं की स्तुति कर ही रहे थे +5885,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_005.wav,कि उसी घड़ी मनुष्य के हाथ की सी कई उँगलियाँ निकलकर दीवट के सामने राजभवन की दीवार के चूने पर कुछ लिखने लगीं और हाथ का जो भाग लिख रहा था वह राजा को दिखाई पड़ा +5886,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_006.wav,उसे देखकर राजा भयभीत हो गया और वह मन ही मन घबरा गया और उसकी कमर के जोड़ ढीले हो गए और काँपतेकाँपते उसके घुटने एक दूसरे से लगने लगे +5887,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_007.wav,तब राजा ने ऊँचे शब्द से पुकारकर तंत्रियों कसदियों और अन्य भावी बतानेवालों को हाजिर करवाने की आज्ञा दी जब बाबेल के पंडित पास आए तब उनसे कहने लगा जो कोई वह लिखा हुआ पढ़कर उसका अर्थ मुझे समझाए उसे बैंगनी रंग का वस्त्र और उसके गले में सो���े की कण्ठमाला पहनाई जाएगी और मेरे राज्य में तीसरा वही प्रभुता करेगा +5888,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_008.wav,तब राजा के सब पंडित लोग भीतर आए परन्तु उस लिखे हुए को न पढ़ सके और न राजा को उसका अर्थ समझा सके +5889,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_009.wav,इस पर बेलशस्सर राजा बहुत घबरा गया और भयातुर हो गया और उसके प्रधान भी बहुत व्याकुल हुए +5890,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_010.wav,राजा और प्रधानों के वचनों को सुनकर रानी दावत के घर में आई और कहने लगी हे राजा तू युगयुग जीवित रहे अपने मन में न घबरा और न उदास हो +5891,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_011.wav,तेरे राज्य में दानिय्येल नामक एक पुरुष है जिसका नाम तेरे पिता ने बेलतशस्सर रखा था उसमें पवित्र ईश्वरों की आत्मा रहती है और उस राजा के दिनों में उसमें प्रकाश प्रवीणता और ईश्वरों के तुल्य बुद्धि पाई गई और हे राजा तेरा पिता जो राजा था उसने उसको सब ज्योतिषियों तंत्रियों कसदियों और अन्य भावी बतानेवालों का प्रधान ठहराया था +5892,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_012.wav,क्योंकि उसमें उत्तम आत्मा ज्ञान और प्रवीणता और स्वप्नों का अर्थ बताने और पहेलियाँ खोलने और सन्देह दूर करने की शक्ति पाई गई इसलिए अब दानिय्येल बुलाया जाए और वह इसका अर्थ बताएगा +5893,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_013.wav,तब दानिय्येल राजा के सामने भीतर बुलाया गया राजा दानिय्येल से पूछने लगा क्या तू वही दानिय्येल है जो मेरे पिता नबूकदनेस्सर राजा के यहूदा देश से लाए हुए यहूदी बंधुओं में से है +5894,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_014.wav,मैंने तेरे विषय में सुना है कि देवताओं की आत्मा तुझ में रहती है और प्रकाश प्रवीणता और उत्तम बुद्धि तुझ में पाई जाती है +5895,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_015.wav,देख अभी पंडित और तांत्रिक लोग मेरे सामने इसलिए लाए गए थे कि यह लिखा हुआ पढ़ें और उसका अर्थ मुझे बताएँ परन्तु वे उस बात का अर्थ न समझा सके +5896,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_016.wav,परन्तु मैंने तेरे विषय में सुना है कि दानिय्येल भेद खोल सकता और सन्देह दूर कर सकता है इसलिए अब यदि तू उस लिखे हुए को पढ़ सके और उसका अर्थ भी मुझे समझा सके तो तुझे बैंगनी रंग का वस्त्र और तेरे गले में सोने की कण्ठमाला पहनाई जाएगी और राज्य में तीसरा तू ही प्रभुता करेगा +5897,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_017.wav,दानिय्येल ने राजा से कहा अपने दान अपने ही पास रख और जो बदला तू देना चाहता है वह दूसरे को दे वह लिखी हुई बात मैं राजा को पढ़ सुनाऊँगा और उसका अर्थ भी तुझे समझाऊँगा +5898,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_018.wav,हे राजा परमप्रधान परमेश्वर ने तेरे पिता नबूकदनेस्सर क�� राज्य बड़ाई प्रतिष्ठा और प्रताप दिया था +5899,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_019.wav,और उस बड़ाई के कारण जो उसने उसको दी थी देशदेश और जातिजाति के सब लोग और भिन्नभिन्न भाषा बोलनेवाले उसके सामने काँपते और थरथराते थे जिसे वह चाहता उसे वह घात करता था और जिसको वह चाहता उसे वह जीवित रखता था जिसे वह चाहता उसे वह ऊँचा पद देता था और जिसको वह चाहता उसे वह गिरा देता था +5900,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_020.wav,परन्तु जब उसका मन फूल उठा और उसकी आत्मा कठोर हो गई यहाँ तक कि वह अभिमान करने लगा तब वह अपने राजसिंहासन पर से उतारा गया और उसकी प्रतिष्ठा भंग की गई +5901,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_021.wav,वह मनुष्यों में से निकाला गया और उसका मन पशुओं का सा और उसका निवास जंगली गदहों के बीच हो गया वह बैलों के समान घास चरता और उसका शरीर आकाश की ओस से भीगा करता था जब तक कि उसने जान न लिया कि परमप्रधान परमेश्वर मनुष्यों के राज्य में प्रभुता करता है और जिसे चाहता उसी को उस पर अधिकारी ठहराता है +5902,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_022.wav,तो भी हे बेलशस्सर तू जो उसका पुत्र है और यह सब कुछ जानता था तो भी तेरा मन नम्र न हुआ +5903,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_023.wav,वरन् तूने स्वर्ग के प्रभु के विरुद्ध सिर उठाकर उसके भवन के पात्र मँगवाकर अपने सामने रखवा लिए और अपने प्रधानों और रानियों और रखैलों समेत तूने उनमें दाखमधु पिया और चाँदीसोने पीतल लोहे काठ और पत्थर के देवता जो न देखते न सुनते न कुछ जानते हैं उनकी तो स्तुति की परन्तु परमेश्वर जिसके हाथ में तेरा प्राण है और जिसके वश में तेरा सब चलना फिरना है उसका सम्मान तूने नहीं किया +5904,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_024.wav,तब ही यह हाथ का एक भाग उसी की ओर से प्रगट किया गया है और वे शब्द लिखे गए हैं +5905,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_025.wav,और जो शब्द लिखे गए वे ये हैं मने मने तकेल ऊपर्सीन +5906,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_026.wav,इस वाक्य का अर्थ यह है मने अर्थात् परमेश्वर ने तेरे राज्य के दिन गिनकर उसका अन्त कर दिया है +5907,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_027.wav,तकेल तू मानो तराजू में तौला गया और हलका पाया गया है +5908,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_028.wav,परेस अर्थात् तेरा राज्य बाँटकर मादियों और फारसियों को दिया गया है +5909,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_029.wav,तब बेलशस्सर ने आज्ञा दी और दानिय्येल को बैंगनी रंग का वस्त्र और उसके गले में सोने की कण्ठमाला पहनाई गई और ढिंढोरिये ने उसके विषय में पुकारा कि राज्य में तीसरा दानिय्येल ही प्रभुता करेगा +5910,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_030.wav,उसी रात कसदियों का राजा बेलशस्सर मार डाला गया +5911,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_005_031.wav,और दारा मादी जो कोई बासठ वर्ष का था राजगद्दी पर विराजमान हुआ +5912,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_001.wav,दारा को यह अच्छा लगा कि अपने राज्य के ऊपर एक सौ बीस ऐसे अधिपति ठहराए जो पूरे राज्य में अधिकार रखें +5913,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_002.wav,और उनके ऊपर उसने तीन अध्यक्ष जिनमें से दानिय्येल एक था इसलिए ठहराए कि वे उन अधिपतियों से लेखा लिया करें और इस रीति राजा की कुछ हानि न होने पाए +5914,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_003.wav,जब यह देखा गया कि दानिय्येल में उत्तम आत्मा रहती है तब उसको उन अध्यक्षों और अधिपतियों से अधिक प्रतिष्ठा मिली वरन् राजा यह भी सोचता था कि उसको सारे राज्य के ऊपर ठहराए +5915,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_004.wav,तब अध्यक्ष और अधिपति राजकार्य के विषय में दानिय्येल के विरुद्ध दोष ढूँढ़ने लगे परन्तु वह विश्वासयोग्य था और उसके काम में कोई भूल या दोष न निकला और वे ऐसा कोई अपराध या दोष न पा सके +5916,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_005.wav,तब वे लोग कहने लगे हम उस दानिय्येल के परमेश्वर की व्यवस्था को छोड़ और किसी विषय में उसके विरुद्ध कोई दोष न पा सकेंगे +5917,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_006.wav,तब वे अध्यक्ष और अधिपति राजा के पास उतावली से आए और उससे कहा हे राजा दारा तू युगयुग जीवित रहे +5918,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_007.wav,राज्य के सारे अध्यक्षों ने और हाकिमों अधिपतियों न्यायियों और राज्यपालों ने आपस में सम्मति की है कि राजा ऐसी आज्ञा दे और ऐसी कड़ी आज्ञा निकाले कि तीस दिन तक जो कोई हे राजा तुझे छोड़ किसी और मनुष्य या देवता से विनती करे वह सिंहों की माँद में डाल दिया जाए +5919,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_008.wav,इसलिए अब हे राजा ऐसी आज्ञा दे और इस पत्र पर हस्ताक्षर कर जिससे यह बात मादियों और फारसियों की अटल व्यवस्था के अनुसार अदलबदल न हो सके +5920,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_009.wav,तब दारा राजा ने उस आज्ञापत्र पर हस्ताक्षर कर दिया +5921,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_010.wav,जब दानिय्येल को मालूम हुआ कि उस पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है तब वह अपने घर में गया जिसकी ऊपरी कोठरी की खिड़कियाँ यरूशलेम की ओर खुली रहती थीं और अपनी रीति के अनुसार जैसा वह दिन में तीन बार अपने परमेश्वर के सामने घुटने टेककर प्रार्थना और धन्यवाद करता था वैसा ही तब भी करता रहा +5922,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_011.wav,तब उन पुरुषों ने उतावली से आकर दानिय्येल को अपने परमेश्वर के सामने विनती करते और गिड़गिड़ाते हुए पाया +5923,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_012.wav,तब वे राजा के पास जाकर उसकी राजआज्ञा के विषय में उससे कहने लगे हे राजा क्या तूने ऐसे आज्ञापत्र पर हस्ताक्षर नहीं किया कि तीस दिन तक जो कोई तुझे छोड़ किसी मनुष्य या देवता से विनती करेगा वह सिंहों की माँद में डाल दिया जाएगा राजा ने उत्तर दिया हाँ मादियों और फारसियों की अटल व्यवस्था के अनुसार यह बात स्थिर है +5924,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_013.wav,तब उन्होंने राजा से कहा यहूदी बंधुओं में से जो दानिय्येल है उसने हे राजा न तो तेरी ओर कुछ ध्यान दिया और न तेरे हस्ताक्षर किए हुए आज्ञापत्र की ओर वह दिन में तीन बार विनती किया करता है +5925,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_014.wav,यह वचन सुनकर राजा बहुत उदास हुआ और दानिय्येल को बचाने के उपाय सोचने लगा और सूर्य के अस्त होने तक उसके बचाने का यत्न करता रहा +5926,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_015.wav,तब वे पुरुष राजा के पास उतावली से आकर कहने लगे हे राजा यह जान रख कि मादियों और फारसियों में यह व्यवस्था है कि जोजो मनाही या आज्ञा राजा ठहराए वह नहीं बदल सकती +5927,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_016.wav,तब राजा ने आज्ञा दी और दानिय्येल लाकर सिंहों की माँद में डाल दिया गया उस समय राजा ने दानिय्येल से कहा तेरा परमेश्वर जिसकी तू नित्य उपासना करता है वही तुझे बचाए +5928,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_017.wav,तब एक पत्थर लाकर उस माँद के मुँह पर रखा गया और राजा ने उस पर अपनी अंगूठी से और अपने प्रधानों की अँगूठियों से मुहर लगा दी कि दानिय्येल के विषय में कुछ बदलने न पाए +5929,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_018.wav,तब राजा अपने महल में चला गया और उस रात को बिना भोजन पड़ा रहा और उसके पास सुखविलास की कोई वस्तु नहीं पहुँचाई गई और उसे नींद भी नहीं आई +5930,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_019.wav,भोर को पौ फटते ही राजा उठा और सिंहों के माँद की ओर फुर्ती से चला गया +5931,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_020.wav,जब राजा माँद के निकट आया तब शोकभरी वाणी से चिल्लाने लगा और दानिय्येल से कहा हे दानिय्येल हे जीविते परमेश्वर के दास क्या तेरा परमेश्वर जिसकी तू नित्य उपासना करता है तुझे सिंहों से बचा सका है +5932,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_021.wav,तब दानिय्येल ने राजा से कहा हे राजा तू युगयुग जीवित रहे +5933,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_022.wav,मेरे परमेश्वर ने अपना दूत भेजकर सिंहों के मुँह को ऐसा बन्द कर रखा कि उन्होंने मेरी कुछ भी हानि नहीं की इसका कारण यह है कि मैं उसके सामने निर्दोष पाया गया और हे राजा तेरे सम्मुख भी मैंने कोई भूल नहीं की +5934,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_023.wav,तब राजा ने बहुत आनन्दित होकर दानिय्येल को माँद में से निकालने की आज्ञा दी अतः दानिय्येल माँद में से निकाला गया और उस पर हानि का कोई चिन्ह न पाया गया ��्योंकि वह अपने परमेश्वर पर विश्वास रखता था +5935,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_024.wav,तब राजा ने आज्ञा दी कि जिन पुरुषों ने दानिय्येल की चुगली की थी वे अपनेअपने बालबच्चों और स्त्रियों समेत लाकर सिंहों के माँद में डाल दिए जाएँ और वे माँद की पेंदी तक भी न पहुँचे कि सिंहों ने उन पर झपटकर सब हड्डियों समेत उनको चबा डाला +5936,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_025.wav,तब दारा राजा ने सारी पृथ्वी के रहनेवाले देशदेश और जातिजाति के सब लोगों और भिन्नभिन्न भाषा बोलनेवालों के पास यह लिखा तुम्हारा बहुत कुशल हो +5937,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_026.wav,मैं यह आज्ञा देता हूँ कि जहाँजहाँ मेरे राज्य का अधिकार है वहाँ के लोग दानिय्येल के परमेश्वर के सम्मुख काँपते और थरथराते रहें क्योंकि जीविता और युगानुयुग तक रहनेवाला परमेश्वर वही है उसका राज्य अविनाशी और उसकी प्रभुता सदा स्थिर रहेगी +5938,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_027.wav,जिसने दानिय्येल को सिंहों से बचाया है वही बचाने और छुड़ानेवाला है और स्वर्ग में और पृथ्वी पर चिन्हों और चमत्कारों का प्रगट करनेवाला है +5939,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_006_028.wav,और दानिय्येल दारा और कुस्रू फारसी दोनों के राज्य के दिनों में सुखचैन से रहा +5940,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_001.wav,बाबेल के राजा बेलशस्सर के राज्य के पहले वर्ष में दानिय्येल ने पलंग पर स्वप्न देखा तब उसने वह स्वप्न लिखा और बातों का सारांश भी वर्णन किया +5941,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_002.wav,दानिय्येल ने यह कहा मैंने रात को यह स्वप्न देखा कि महासागर पर चौमुखी आँधी चलने लगी +5942,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_003.wav,तब समुद्र में से चार बड़ेबड़े जन्तु जो एक दूसरे से भिन्न थे निकल आए +5943,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_004.wav,पहला जन्तु सिंह के समान था और उसके पंख उकाब के से थे और मेरे देखतेदेखते उसके पंखों के पर नीचे गए और वह भूमि पर से उठाकर मनुष्य के समान पाँवों के बल खड़ा किया गया और उसको मनुष्य का हृदय दिया गया +5944,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_005.wav,फिर मैंने एक और जन्तु देखा जो रीछ के समान था और एक पाँजर के बल उठा हुआ था और उसके मुँह में दाँतों के बीच तीन पसलियाँ थीं और लोग उससे कह रहे थे उठकर बहुत माँस खा +5945,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_006.wav,इसके बाद मैंने दृष्टि की और देखा कि चीते के समान एक और जन्तु है जिसकी पीठ पर पक्षी के से चार पंख हैं और उस जन्तु के चार सिर थे और उसको अधिकार दिया गया +5946,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_007.wav,फिर इसके बाद मैंने स्वप्न में दृष्टि की और देखा कि एक चौथा जन्तु है जो भयंकर और डरावना और बहुत सामर्थी है और उसके बड़ेबड़��� लोहे के दाँत हैं वह सब कुछ खा डालता है और चूरचूर करता है और जो बच जाता है उसे पैरों से रौंदता है और वह सब पहले जन्तुओं से भिन्न है और उसके दस सींग हैं +5947,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_008.wav,मैं उन सींगों को ध्यान से देख रहा था तो क्या देखा कि उनके बीच एक और छोटा सा सींग निकला और उसके बल से उन पहले सींगों में से तीन उखाड़े गए फिर मैंने देखा कि इस सींग में मनुष्य की सी आँखें और बड़ा बोल बोलनेवाला मुँह भी है +5948,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_009.wav,मैंने देखतेदेखते अन्त में क्या देखा कि सिंहासन रखे गए और कोई अति प्राचीन विराजमान हुआ उसका वस्त्र हिमसा उजला और सिर के बाल निर्मल ऊन के समान थे उसका सिंहासन अग्निमय और उसके पहिये धधकती हुई आग के से देख पड़ते थे +5949,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_010.wav,उस प्राचीन के सम्मुख से आग की धारा निकलकर बह रही थी फिर हजारों हजार लोग उसकी सेवा टहल कर रहे थे और लाखोंलाख लोग उसके सामने हाजिर थे फिर न्यायी बैठ गए और पुस्तकें खोली गईं +5950,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_011.wav,उस समय उस सींग का बड़ा बोल सुनकर मैं देखता रहा और देखतेदेखते अन्त में देखा कि वह जन्तु घात किया गया और उसका शरीर धधकती हुई आग में भस्म किया गया +5951,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_012.wav,और रहे हुए जन्तुओं का अधिकार ले लिया गया परन्तु उनका प्राण कुछ समय के लिये बचाया गया +5952,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_013.wav,मैंने रात में स्वप्न में देखा और देखो मनुष्य के सन्तान सा कोई आकाश के बादलों समेत आ रहा था और वह उस अति प्राचीन के पास पहुँचा और उसको वे उसके समीप लाए +5953,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_014.wav,तब उसको ऐसी प्रभुता महिमा और राज्य दिया गया कि देशदेश और जातिजाति के लोग और भिन्नभिन्न भाषा बोलनेवाले सब उसके अधीन हों उसकी प्रभुता सदा तक अटल और उसका राज्य अविनाशी ठहरा +5954,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_015.wav,और मुझ दानिय्येल का मन विकल हो गया और जो कुछ मैंने देखा था उसके कारण मैं घबरा गया +5955,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_016.wav,तब जो लोग पास खड़े थे उनमें से एक के पास जाकर मैंने उन सारी बातों का भेद पूछा उसने यह कहकर मुझे उन बातों का अर्थ बताया +5956,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_017.wav,उन चार बड़ेबड़े जन्तुओं का अर्थ चार राज्य हैं जो पृथ्वी पर उदय होंगे +5957,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_018.wav,परन्तु परमप्रधान के पवित्र लोग राज्य को पाएँगे और युगानुयुग उसके अधिकारी बने रहेंगे +5958,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_019.wav,तब मेरे मन में यह इच्छा हुई कि उस चौथे जन्तु का भेद भी जान लूँ जो और तीनों से भिन्न और अति भयंकर था और जिसके दाँत लोहे के और नख पीतल के थे वह सब कुछ खा डालता और चूरचूर करता और बचे हुए को पैरों से रौंद डालता था +5959,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_020.wav,फिर उसके सिर में के दस सींगों का भेद और जिस नये सींग के निकलने से तीन सींग गिर गए अर्थात् जिस सींग की आँखें और बड़ा बोल बोलनेवाला मुँह और सब और सींगों से अधिक भयंकर था उसका भी भेद जानने की मुझे इच्छा हुई +5960,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_021.wav,और मैंने देखा था कि वह सींग पवित्र लोगों के संग लड़ाई करके उन पर उस समय तक प्रबल भी हो गया +5961,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_022.wav,जब तक वह अति प्राचीन न आया और परमप्रधान के पवित्र लोग न्यायी न ठहरे और उन पवित्र लोगों के राज्याधिकारी होने का समय न आ पहुँचा +5962,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_023.wav,उसने कहा उस चौथे जन्तु का अर्थ एक चौथा राज्य है जो पृथ्वी पर होकर और सब राज्यों से भिन्न होगा और सारी पृथ्वी को नाश करेगा और दाँवकर चूरचूर करेगा +5963,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_024.wav,और उन दस सींगों का अर्थ यह है कि उस राज्य में से दस राजा उठेंगे और उनके बाद उन पहलों से भिन्न एक और राजा उठेगा जो तीन राजाओं को गिरा देगा +5964,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_025.wav,और वह परमप्रधान के विरुद्ध बातें कहेगा और परमप्रधान के पवित्र लोगों को पीस डालेगा और समयों और व्यवस्था के बदल देने की आशा करेगा वरन् साढ़े तीन काल तक वे सब उसके वश में कर दिए जाएँगे +5965,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_026.wav,परन्तु तब न्यायी बैठेंगे और उसकी प्रभुता छीनकर मिटाई और नाश की जाएगी यहाँ तक कि उसका अन्त ही हो जाएगा +5966,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_027.wav,तब राज्य और प्रभुता और धरती पर के राज्य की महिमा परमप्रधान ही की प्रजा अर्थात् उसके पवित्र लोगों को दी जाएगी उसका राज्य सदा का राज्य है और सब प्रभुता करनेवाले उसके अधीन होंगे और उसकी आज्ञा मानेंगे +5967,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_007_028.wav,इस बात का वर्णन मैं अब कर चुका परन्तु मुझ दानिय्येल के मन में बड़ी घबराहट बनी रही और मैं भयभीत हो गया और इस बात को मैं अपने मन में रखे रहा +5968,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_001.wav,बेलशस्सर राजा के राज्य के तीसरे वर्ष में उस पहले दर्शन के बाद एक और बात मुझ दानिय्येल को दर्शन के द्वारा दिखाई गई +5969,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_002.wav,जब मैं एलाम नामक प्रान्त में शूशन नाम राजगढ़ में रहता था तब मैंने दर्शन में देखा कि मैं ऊलै नदी के किनारे पर हूँ +5970,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_003.wav,फिर मैंने आँख उठाकर देखा कि उस नदी के सामने दो सींगवाला एक मेढ़ा खड़ा है उसके दोनों सींग बड़े हैं परन्तु उनमें से एक अधिक बड़ा है और जो बड़ा है वह दूसरे के बाद निकला +5971,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_004.wav,मैंने उस मेढ़े को देखा कि वह पश्चिम उत्तर और दक्षिण की ओर सींग मारता है और कोई जन्तु उसके सामने खड़ा नहीं रह सकता और न उसके हाथ से कोई किसी को बचा सकता है और वह अपनी ही इच्छा के अनुसार काम करके बढ़ता जाता था +5972,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_005.wav,मैं सोच ही रहा था तो फिर क्या देखा कि एक बकरा पश्चिम दिशा से निकलकर सारी पृथ्वी के ऊपर ऐसा फिरा कि चलते समय भूमि पर पाँव न छुआया और उस बकरे की आँखों के बीच एक देखने योग्य सींग था +5973,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_006.wav,वह उस दो सींगवाले मेढ़े के पास जाकर जिसको मैंने नदी के सामने खड़ा देखा था उस पर जलकर अपने पूरे बल से लपका +5974,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_007.wav,मैंने देखा कि वह मेढ़े के निकट आकर उस पर झुँझलाया और मेढ़े को मारकर उसके दोनों सींगों को तोड़ दिया और उसका सामना करने को मेढ़े का कुछ भी वश न चला तब बकरे ने उसको भूमि पर गिराकर रौंद डाला और मेढ़े को उसके हाथ से छुड़ानेवाला कोई न मिला +5975,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_008.wav,तब बकरा अत्यन्त बड़ाई मारने लगा और जब बलवन्त हुआ तक उसका बड़ा सींग टूट गया और उसकी जगह देखने योग्य चार सींग निकलकर चारों दिशाओं की ओर बढ़ने लगे +5976,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_009.wav,फिर इनमें से एक छोटा सा सींग और निकला जो दक्षिण पूरब और शिरोमणि देश की ओर बहुत ही बढ़ गया +5977,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_010.wav,वह स्वर्ग की सेना तक बढ़ गया और उसमें से और तारों में से भी कितनों को भूमि पर गिराकर रौंद डाला +5978,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_011.wav,वरन् वह उस सेना के प्रधान तक भी बढ़ गया और उसका नित्य होमबलि बन्द कर दिया गया और उसका पवित्र वासस्थान गिरा दिया गया +5979,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_012.wav,और लोगों के अपराध के कारण नित्य होमबलि के साथ सेना भी उसके हाथ में कर दी गई और उस सींग ने सच्चाई को मिट्टी में मिला दिया और वह काम करतेकरते सफल हो गया +5980,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_013.wav,तब मैंने एक पवित्र जन को बोलते सुना फिर एक और पवित्र जन ने उस पहले बोलनेवाले से पूछा नित्य होमबलि और उजड़वानेवाले अपराध के विषय में जो कुछ दर्शन देखा गया वह कब तक फलता रहेगा अर्थात् पवित्रस्थान और सेना दोनों का रौंदा जाना कब तक होता रहेगा +5981,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_014.wav,और उसने मुझसे कहा जब तक साँझ और सवेरा दो हजार तीन सौ बार न हों तब तक वह होता रहेगा तब पवित्रस्थान शुद्ध किया जाएगा +5982,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_015.wav,यह बात दर्शन में देखकर मैं दानिय्येल इसके समझने का यत्न करने लगा इतने में पुरुष के रूप धरे हुए कोई मेरे सम्मुख खड़ा हुआ दिखाई पड़ा +5983,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_016.wav,तब मुझे ऊलै नदी के बीच से एक मनुष्य का शब्द सुन पड़ा जो पुकारकर कहता था हे गब्रिएल उस जन को उसकी देखी हुई बातें समझा दे +5984,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_017.wav,तब जहाँ मैं खड़ा था वहाँ वह मेरे निकट आया और उसके आते ही मैं घबरा गया और मुँह के बल गिर पड़ा तब उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान उन देखी हुई बातों को समझ ले क्योंकि यह दर्शन अन्त समय के विषय में है +5985,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_018.wav,जब वह मुझसे बातें कर रहा था तब मैं अपना मुँह भूमि की ओर किए हुए भारी नींद में पड़ा था परन्तु उसने मुझे छूकर सीधा खड़ा कर दिया +5986,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_019.wav,तब उसने कहा क्रोध भड़कने के अन्त के दिनों में जो कुछ होगा वह मैं तुझे जताता हूँ क्योंकि अन्त के ठहराए हुए समय में वह सब पूरा हो जाएगा +5987,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_020.wav,जो दो सींगवाला मेढ़ा तूने देखा है उसका अर्थ मादियों और फारसियों के राज्य से है +5988,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_021.wav,और वह रोंआर बकरा यूनान का राज्य है और उसकी आँखों के बीच जो बड़ा सींग निकला वह पहला राजा ठहरा +5989,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_022.wav,और वह सींग जो टूट गया और उसकी जगह जो चार सींग निकले इसका अर्थ यह है कि उस जाति से चार राज्य उदय होंगे परन्तु उनका बल उस पहले का सा न होगा +5990,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_023.wav,और उन राज्यों के अन्त समय में जब अपराधी पूरा बल पकड़ेंगे तब क्रूर दृष्टिवाला और पहेली बूझनेवाला एक राजा उठेगा +5991,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_024.wav,उसका सामर्थ्य बड़ा होगा परन्तु उस पहले राजा का सा नहीं और वह अद्भुत रीति से लोगों को नाश करेगा और सफल होकर काम करता जाएगा और सामर्थियों और पवित्र लोगों के समुदाय को नाश करेगा +5992,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_025.wav,उसकी चतुराई के कारण उसका छल सफल होगा और वह मन में फूलकर निडर रहते हुए बहुत लोगों को नाश करेगा वह सब राजाओं के राजा के विरुद्ध भी खड़ा होगा परन्तु अन्त को वह किसी के हाथ से बिना मार खाए टूट जाएगा +5993,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_026.wav,साँझ और सवेरे के विषय में जो कुछ तूने देखा और सुना है वह सच है परन्तु जो कुछ तूने दर्शन में देखा है उसे बन्द रख क्योंकि वह बहुत दिनों के बाद पूरा होगा +5994,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_008_027.wav,तब मुझ दानिय्येल का बल जाता रहा और मैं कुछ दिन तक बीमार पड़ा रहा तब मैं उठकर राजा का कामकाज फिर करने लगा परन्तु जो कुछ मैंने देखा था उससे मैं चकित रहा क्योंकि उसका कोई समझानेवाला न था +5995,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_001.wav,मादी क्षयर्ष का पुत्र दारा जो कसदियों के देश पर राजा ठहराया गया था +5996,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_002.wav,उसके राज्य के पहले वर्ष में मुझ दानिय्येल ने शास्त्र के द्वारा समझ लिया कि यरूशलेम की उजड़ी हुई दशा यहोवा के उस वचन के अनुसार जो यिर्मयाह नबी के पास पहुँचा था कुछ वर्षों के बीतने पर अर्थात् सत्तर वर्ष के बाद पूरी हो जाएगी +5997,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_003.wav,तब मैं अपना मुख प्रभु परमेश्वर की ओर करके गिड़गिड़ाहट के साथ प्रार्थना करने लगा और उपवास कर टाट पहन राख में बैठकर विनती करने लगा +5998,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_004.wav,मैंने अपने परमेश्वर यहोवा से इस प्रकार प्रार्थना की और पाप का अंगीकार किया हे प्रभु तू महान और भययोग्य परमेश्वर है जो अपने प्रेम रखने और आज्ञा माननेवालों के साथ अपनी वाचा को पूरा करता और करुणा करता रहता है +5999,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_005.wav,हम लोगों ने तो पाप कुटिलता दुष्टता और बलवा किया है और तेरी आज्ञाओं और नियमों को तोड़ दिया है +6000,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_006.wav,और तेरे जो दास नबी लोग हमारे राजाओं हाकिमों पूर्वजों और सब साधारण लोगों से तेरे नाम से बातें करते थे उनकी हमने नहीं सुनी +6001,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_007.wav,हे प्रभु तू धर्मी है परन्तु हम लोगों को आज के दिन लज्जित होना पड़ता है अर्थात् यरूशलेम के निवासी आदि सब यहूदी क्या समीप क्या दूर के सब इस्राएली लोग जिन्हें तूने उस विश्वासघात के कारण जो उन्होंने तेरे साथ किया था देशदेश में तितरबितर कर दिया है उन सभी को लज्जित होना पड़ता है +6002,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_008.wav,हे यहोवा हम लोगों ने अपने राजाओं हाकिमों और पूर्वजों समेत तेरे विरुद्ध पाप किया है इस कारण हमको लज्जित होना पड़ता है +6003,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_009.wav,परन्तु यद्यपि हम अपने परमेश्वर प्रभु से फिर गए तो भी तू दया का सागर और क्षमा की खान है +6004,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_010.wav,हम तो अपने परमेश्वर यहोवा की शिक्षा सुनने पर भी उस पर नहीं चले जो उसने अपने दास नबियों से हमको सुनाई +6005,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_011.wav,वरन् सब इस्राएलियों ने तेरी व्यवस्था का उल्लंघन किया और ऐसे हट गए कि तेरी नहीं सुनी इस कारण जिस श्राप की चर्चा परमेश्वर के दास मूसा की व्यवस्था में लिखी हुई है वह श्राप हम पर घट गया क्योंकि हमने उसके विरुद्ध पाप किया है +6006,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_012.wav,इसलिए उसने हमारे और हमारे न्यायियों के विषय जो वचन कहे थे उन्हें हम पर यह बड़ी विपत्ति डालकर पूरा किया है यहाँ तक कि जैसी विपत्ति यरूशलेम पर पड़ी है वैसी सारी धरती पर और कहीं नहीं पड़ी +6007,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_013.wav,जैसे मूसा की व्यवस्था में लिखा है वैसे ही यह सारी विपत्ति हम पर आ पड़ी है तो भी हम अपने परमेश्वर यहोवा को मनाने के लिये न तो अपने अधर्म के कामों से फिरे और न तेरी सत्य बातों पर ध्यान दिया +6008,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_014.wav,इस कारण यहोवा ने सोच विचार कर हम पर विपत्ति डाली है क्योंकि हमारा परमेश्वर यहोवा जितने काम करता है उन सभी में धर्मी ठहरता है परन्तु हमने उसकी नहीं सुनी +6009,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_015.wav,और अब हे हमारे परमेश्वर हे प्रभु तूने अपनी प्रजा को मिस्र देश से बलवन्त हाथ के द्वारा निकाल लाकर अपना ऐसा बड़ा नाम किया जो आज तक प्रसिद्ध है परन्तु हमने पाप किया है और दुष्टता ही की है +6010,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_016.wav,हे प्रभु हमारे पापों और हमारे पूर्वजों के अधर्म के कामों के कारण यरूशलेम की और तेरी प्रजा की और हमारे आसपास के सब लोगों की ओर से नामधराई हो रही है तो भी तू अपने सब धार्मिकता के कामों के कारण अपना क्रोध और जलजलाहट अपने नगर यरूशलेम पर से उतार दे जो तेरे पवित्र पर्वत पर बसा है +6011,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_017.wav,हे हमारे परमेश्वर अपने दास की प्रार्थना और गिड़गिड़ाहट सुनकर अपने उजड़े हुए पवित्रस्थान पर अपने मुख का प्रकाश चमका हे प्रभु अपने नाम के निमित्त यह कर +6012,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_018.wav,हे मेरे परमेश्वर कान लगाकर सुन आँख खोलकर हमारी उजड़ी हुई दशा और उस नगर को भी देख जो तेरा कहलाता है क्योंकि हम जो तेरे सामने गिड़गिड़ाकर प्रार्थना करते हैं इसलिए अपने धार्मिकता के कामों पर नहीं वरन् तेरी बड़ी दया ही के कामों पर भरोसा रखकर करते हैं +6013,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_019.wav,हे प्रभु सुन ले हे प्रभु पाप क्षमा कर हे प्रभु ध्यान देकर जो करना है उसे कर विलम्ब न कर हे मेरे परमेश्वर तेरा नगर और तेरी प्रजा तेरी ही कहलाती है इसलिए अपने नाम के निमित्त ऐसा ही कर +6014,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_020.wav,इस प्रकार मैं प्रार्थना करता और अपने और अपने इस्राएली जातिभाइयों के पाप का अंगीकार करता हुआ अपने परमेश्वर यहोवा के सम्मुख उसके पवित्र पर्वत के लिये गिड़गिड़ाकर विनती करता ही था +6015,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_021.wav,तब वह पुरुष गब्रिएल जिसे मैंने उस समय देखा जब मुझे पहले दर्शन हुआ था उसने वेग से उड़ने की आज्ञा पाकर साँझ के अन्नबलि के समय मुझ को छू लिया और मुझे समझाकर मेरे साथ बातें करने लगा +6016,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_022.wav,उसने मुझसे कहा हे दानिय्येल मैं तुझे बुद्धि और प्रवीणता देने को अभी निकल आया हूँ +6017,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_023.wav,जब तू गिड़गिड़ाकर विनती करने लगा तब ही इसकी आज्ञा निकली इसलिए मैं तुझे बताने आया हूँ क्योंकि तू अति प्रिय ठहरा है इसलिए उस विषय को समझ ले और दर्शन की बात का अर्थ जान ले +6018,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_024.wav,तेरे लोगों और तेरे पवित्र नगर के लिये सत्तर सप्ताह ठहराए गए हैं कि उनके अन्त तक अपराध का होना बन्द हो और पापों का अन्त और अधर्म का प्रायश्चित किया जाए और युगयुग की धार्मिकता प्रगट हो और दर्शन की बात पर और भविष्यद्वाणी पर छाप दी जाए और परमपवित्र स्थान का अभिषेक किया जाए +6019,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_025.wav,इसलिए यह जान और समझ ले कि यरूशलेम के फिर बसाने की आज्ञा के निकलने से लेकर अभिषिक्त प्रधान के समय तक सात सप्ताह बीतेंगे फिर बासठ सप्ताहों के बीतने पर चौक और खाई समेत वह नगर कष्ट के समय में फिर बसाया जाएगा +6020,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_026.wav,और उन बासठ सप्ताहों के बीतने पर अभिषिक्त पुरुष काटा जाएगा और उसके हाथ कुछ न लगेगा और आनेवाले प्रधान की प्रजा नगर और पवित्रस्थान को नाश तो करेगी परन्तु उस प्रधान का अन्त ऐसा होगा जैसा बाढ़ से होता है तो भी उसके अन्त तक लड़ाई होती रहेगी क्योंकि उसका उजड़ जाना निश्चय ठाना गया है +6021,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_009_027.wav,और वह प्रधान एक सप्ताह के लिये बहुतों के संग दृढ़ वाचा बाँधेगा परन्तु आधे सप्ताह के बीतने पर वह मेलबलि और अन्नबलि को बन्द करेगा और कंगूरे पर उजाड़नेवाली घृणित वस्तुएँ दिखाई देंगी और निश्चय से ठनी हुई बात के समाप्त होने तक परमेश्वर का क्रोध उजाड़नेवाले पर पड़ा रहेगा +6022,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_001.wav,फारस देश के राजा कुस्रू के राज्य के तीसरे वर्ष में दानिय्येल पर जो बेलतशस्सर भी कहलाता है एक बात प्रगट की गई और वह बात सच थी कि बड़ा युद्ध होगा उसने इस बात को जान लिया और उसको इस देखी हुई बात की समझ आ गई +6023,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_002.wav,उन दिनों मैं दानिय्येल तीन सप्ताह तक शोक करता रहा +6024,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_003.wav,उन तीन सप्ताहों के पूरे होने तक मैंने न तो स्वादिष्ट भोजन किया और न माँस या दाखमधु अपने मुँह में रखा और न अपनी देह में कुछ भी तेल लगाया +6025,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_004.wav,फिर पहले महीने के चौबीसवें दिन को जब मैं हिद्देकेल नाम नदी के तट पर था +6026,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_005.wav,तब मैंने आँखें उठाकर देखा कि सन का वस्त्र पहने हुए और ऊफाज देश के कुन्दन से कमर बाँधे हुए एक पुरुष खड़ा है +6027,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_006.wav,उसका शरीर फीरोजा के सामना उसका मुख बिजली के सामना उसकी आँखें जलते हुए दीपक की सी उसकी बाहें और पाँव चमकाए हुए पीतल के से और उसके वचनों के शब्द भीड़ों के शब्द का सा था +6028,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_007.wav,उसको केवल मुझ दानिय्येल ही ने देखा और मेरे संगी मनुष्यों को उसका कुछ भी दर्शन न हुआ परन्तु वे बहुत ही थरथराने लगे और छिपने के लिये भाग गए +6029,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_008.wav,तब मैं अकेला रहकर यह अद्भुत दर्शन देखता रहा इससे मेरा बल जाता रहा मैं भयातुर हो गया और मुझ में कुछ भी बल न रहा +6030,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_009.wav,तो भी मैंने उस पुरुष के वचनों का शब्द सुना और जब वह मुझे सुन पड़ा तब मैं मुँह के बल गिर गया और गहरी नींद में भूमि पर औंधे मुँह पड़ा रहा +6031,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_010.wav,फिर किसी ने अपने हाथ से मेरी देह को छुआ और मुझे उठाकर घुटनों और हथेलियों के बल थरथराते हुए बैठा दिया +6032,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_011.wav,तब उसने मुझसे कहा हे दानिय्येल हे अति प्रिय पुरुष जो वचन मैं तुझ से कहता हूँ उसे समझ ले और सीधा खड़ा हो क्योंकि मैं अभी तेरे पास भेजा गया हूँ जब उसने मुझसे यह वचन कहा तब मैं खड़ा तो हो गया परन्तु थरथराता रहा +6033,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_012.wav,फिर उसने मुझसे कहा हे दानिय्येल मत डर क्योंकि पहले ही दिन को जब तूने समझनेबूझने के लिये मन लगाया और अपने परमेश्वर के सामने अपने को दीन किया उसी दिन तेरे वचन सुने गए और मैं तेरे वचनों के कारण आ गया हूँ +6034,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_013.wav,फारस के राज्य का प्रधान इक्कीस दिन तक मेरा सामना किए रहा परन्तु मीकाएल जो मुख्य प्रधानों में से है वह मेरी सहायता के लिये आया इसलिए मैं फारस के राजाओं के पास रहा +6035,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_014.wav,और अब मैं तुझे समझाने आया हूँ कि अन्त के दिनों में तेरे लोगों की क्या दशा होगी क्योंकि जो दर्शन तूने देखा है वह कुछ दिनों के बाद पूरा होगा +6036,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_015.wav,जब वह पुरुष मुझसे ऐसी बातें कह चुका तब मैंने भूमि की ओर मुँह किया और चुप रह गया +6037,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_016.wav,तब मनुष्य के सन्तान के समान किसी ने मेरे होंठ छुए और मैं मुँह खोलकर बोलने लगा और जो मेरे सामने खड़ा था उससे मैंने कहा हे मेरे प्रभु दर्शन की बातों के कारण मुझ को पीड़ासी उठी और मुझ में कुछ भी बल नहीं रहा +6038,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_017.wav,इसलिए प्रभु का दास अपने प्रभु के साथ कैसे बातें कर सकता है क्योंकि मेरी देह में न तो कुछ बल रहा और न कुछ साँस ही रह गई +6039,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_018.wav,तब मनुष्य के समान किसी ने मुझे छूकर फिर मेरा हियाव बन्धाया +6040,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_019.wav,और उसने कहा हे अति प्रिय पुरुष मत डर तुझे शान्ति मिले तू दृढ़ हो और तेरा हियाव बन्धा रहे जब उसने यह कहा तब मैंने हियाव बाँधकर कहा हे मेरे प्रभु अब कह क्योंकि तूने मेरा हियाव बन्धाया है +6041,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_020.wav,तब उसने कहा क्या तू जानता है कि मैं किस कारण तेरे पास आया हूँ अब मैं फारस के प्रधान से लड़ने को लौटूँगा और जब मैं निकलूँगा तब यूनान का प्रधान आएगा +6042,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_010_021.wav,और जो कुछ सच्ची बातों से भरी हुई पुस्तक में लिखा हुआ है वह मैं तुझे बताता हूँ उन प्रधानों के विरुद्ध तुम्हारे प्रधान मीकाएल को छोड़ मेरे संग स्थिर रहनेवाला और कोई भी नहीं है +6043,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_001.wav,दारा नामक मादी राजा के राज्य के पहले वर्ष में उसको हियाव दिलाने और बल देने के लिये मैं खड़ा हो गया +6044,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_002.wav,और अब मैं तुझको सच्ची बात बताता हूँ देख फारस के राज्य में अब तीन और राजा उठेंगे और चौथा राजा उन सभी से अधिक धनी होगा और जब वह धन के कारण सामर्थी होगा तब सब लोगों को यूनान के राज्य के विरुद्ध उभारेगा +6045,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_003.wav,उसके बाद एक पराक्रमी राजा उठकर अपना राज्य बहुत बढ़ाएगा और अपनी इच्छा के अनुसार ही काम किया करेगा +6046,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_004.wav,और जब वह बड़ा होगा तब उसका राज्य टूटेगा और चारों दिशाओं में बटकर अलगअलग हो जाएगा और न तो उसके राज्य की शक्ति ज्यों की त्यों रहेगी और न उसके वंश को कुछ मिलेगा क्योंकि उसका राज्य उखड़कर उनकी अपेक्षा और लोगों को प्राप्त होगा +6047,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_005.wav,तब दक्षिण देश का राजा बल पकड़ेगा परन्तु उसका एक हाकिम उससे अधिक बल पकड़कर प्रभुता करेगा यहाँ तक कि उसकी प्रभुता बड़ी हो जाएगी +6048,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_006.wav,कई वर्षों के बीतने पर वे दोनों आपस में मिलेंगे और दक्षिण देश के राजा की बेटी उत्तर देश के राजा के पास शान्ति की वाचा बाँधने को आएगी परन्तु उसका बाहुबल बना न रहेगा और न वह राजा और न उसका नाम रहेगा परन्तु वह स्त्री अपने पहुँचानेवालों और अपने पिता और अपने सम्भालनेवालों समेत अलग कर दी जाएगी +6049,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_007.wav,फिर उसकी जड़ों में से एक डाल उत्पन्न होकर उसके स्थान में बढ़ेगी वह सेना समेत उत्तर के राजा के गढ़ में प्रवेश करेगा और उनसे युद्ध करके प्रबल होगा +6050,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_008.wav,तब वह उसके देवताओं की ढली हुई मूरतों और सोनेचाँदी के मनभाऊ पात्रों को छीनकर मिस्र में ले जाएगा इसके बाद वह कुछ वर्ष तक उत्तर देश के राजा के विरुद्ध हाथ रोके रहेगा +6051,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_009.wav,तब वह राजा दक्षिण देश के राजा के देश में आएगा परन्तु फिर अपने देश में लौट जाएगा +6052,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_010.wav,उसके पुत्र झगड़ा मचाकर बहुत से बड़ेबड़े दल इकट्ठे करेंगे और उमड़नेवाली नदी के समान आकर देश के बीच होकर जाएँगे फिर लौटते हुए उसके गढ़ तक झगड़ा मचाते जाएँगे +6053,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_011.wav,तब दक्षिण देश का राजा चिढ़ेगा और निकलकर उत्तर देश के उस राजा से युद्ध करेगा और वह राजा लड़ने के लिए बड़ी भीड़ इकट्ठी करेगा परन्तु वह भीड़ उसके हाथ में कर दी जाएगी +6054,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_012.wav,उस भीड़ को जीतकर उसका मन फूल उठेगा और वह लाखों लोगों को गिराएगा परन्तु वह प्रबल न होगा +6055,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_013.wav,क्योंकि उत्तर देश का राजा लौटकर पहली से भी बड़ी भीड़ इकट्ठी करेगा और कई दिनों वरन् वर्षों के बीतने पर वह निश्चय बड़ी सेना और सम्पत्ति लिए हुए आएगा +6056,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_014.wav,उन दिनों में बहुत से लोग दक्षिण देश के राजा के विरुद्ध उठेंगे वरन् तेरे लोगों में से भी उपद्रवी लोग उठ खड़े होंगे जिससे इस दर्शन की बात पूरी हो जाएगी परन्तु वे ठोकर खाकर गिरेंगे +6057,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_015.wav,तब उत्तर देश का राजा आकर किला बाँधेगा और दृढ़ नगर ले लेगा और दक्षिण देश के न तो प्रधान खड़े रहेंगे और न बड़े वीर क्योंकि किसी के खड़े रहने का बल न रहेगा +6058,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_016.wav,तब जो भी उनके विरुद्ध आएगा वह अपनी इच्छा पूरी करेगा और वह हाथ में सत्यानाश लिए हुए शिरोमणि देश में भी खड़ा होगा और उसका सामना करनेवाला कोई न रहेगा +6059,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_017.wav,तब उत्तर देश का राजा अपने राज्य के पूर्ण बल समेत कई सीधे लोगों को संग लिए हुए आने लगेगा और अपनी इच्छा के अनुसार काम किया करेगा और वह दक्षिण देश के राजा को एक स्त्री इसलिए देगा कि उसका राज्य बिगाड़ा जाए परन्तु वह स्थिर न रहेगी न उस राजा की होगी +6060,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_018.wav,तब वह द्वीपों की ओर मुँह करके बहुतों को ले लेगा परन्तु एक सेनापति उसके अहंकार को मिटाएगा वरन् उसके अहंकार के अनुकूल उसे बदला देगा +6061,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_019.wav,तब वह अपने देश के गढ़ों की ओर मुँह फेरेगा और वह ठोकर खाकर गिरेगा और कहीं उसका पता न रहेगा +6062,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_020.wav,तब उसके स्थान में कोई ऐसा उठेगा जो शिरोमणि राज्य में अंधेर करनेवाले को घुमाएगा परन्तु थोड़े दिन बीतने पर वह क्रोध या युद्ध किए बिना ही नाश हो जाएगा +6063,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_021.wav,��सके स्थान में एक तुच्छ मनुष्य उठेगा जिसकी राज प्रतिष्ठा पहले तो न होगी तो भी वह चैन के समय आकर चिकनीचुपड़ी बातों के द्वारा राज्य को प्राप्त करेगा +6064,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_022.wav,तब उसकी भुजारूपी बाढ़ से लोग वरन् वाचा का प्रधान भी उसके सामने से बहकर नाश होंगे +6065,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_023.wav,क्योंकि वह उसके संग वाचा बाँधने पर भी छल करेगा और थोड़े ही लोगों को संग लिए हुए चढ़कर प्रबल होगा +6066,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_024.wav,चैन के समय वह प्रान्त के उत्तम से उत्तम स्थानों पर चढ़ाई करेगा और जो काम न उसके पूर्वज और न उसके पूर्वजों के पूर्वज करते थे उसे वह करेगा और लूटी हुई धनसम्पत्ति उनमें बहुत बाँटा करेगा वह कुछ काल तक दृढ़ नगरों के लेने की कल्पना करता रहेगा +6067,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_025.wav,तब वह दक्षिण देश के राजा के विरुद्ध बड़ी सेना लिए हुए अपने बल और हियाव को बढ़ाएगा और दक्षिण देश का राजा अत्यन्त बड़ी सामर्थी सेना लिए हुए युद्ध तो करेगा परन्तु ठहर न सकेगा क्योंकि लोग उसके विरुद्ध कल्पना करेंगे +6068,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_026.wav,उसके भोजन के खानेवाले भी उसको हरवाएँगे और यद्यपि उसकी सेना बाढ़ के समान चढ़ेंगी तो भी उसके बहुत से लोग मर मिटेंगे +6069,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_027.wav,तब उन दोनों राजाओं के मन बुराई करने में लगेंगे यहाँ तक कि वे एक ही मेज पर बैठे हुए आपस में झूठ बोलेंगे परन्तु इससे कुछ बन न पड़ेगा क्योंकि इन सब बातों का अन्त नियत ही समय में होनेवाला है +6070,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_028.wav,तब उत्तर देश का राजा बड़ी लूट लिए हुए अपने देश को लौटेगा और उसका मन पवित्र वाचा के विरुद्ध उभरेगा और वह अपनी इच्छा पूरी करके अपने देश को लौट जाएगा +6071,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_029.wav,नियत समय पर वह फिर दक्षिण देश की ओर जाएगा परन्तु उस पिछली बार के समान इस बार उसका वश न चलेगा +6072,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_030.wav,क्योंकि कित्तियों के जहाज उसके विरुद्ध आएँगे और वह उदास होकर लौटेगा और पवित्र वाचा पर चिढ़कर अपनी इच्छा पूरी करेगा वह लौटकर पवित्र वाचा के तोड़नेवालों की सुधि लेगा +6073,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_031.wav,तब उसके सहायक खड़े होकर दृढ़ पवित्रस्थान को अपवित्र करेंगे और नित्य होमबलि को बन्द करेंगे और वे उस घृणित वस्तु को खड़ा करेंगे जो उजाड़ करा देती है +6074,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_032.wav,और जो लोग दुष्ट होकर उस वाचा को तोड़ेंगे उनको वह चिकनीचुपड़ी बातें कह कहकर भक्तिहीन कर देगा परन्तु जो लोग अपने परमेश्वर का ज्ञान रखेंगे वे हियाव बाँधकर बड़े काम क���ेंगे +6075,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_033.wav,और लोगों को सिखानेवाले बुद्धिमान जन बहुतों को समझाएँगे तो भी वे बहुत दिन तक तलवार से छिदकर और आग में जलकर और बँधुए होकर और लुटकर बड़े दुःख में पड़े रहेंगे +6076,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_034.wav,जब वे दुःख में पड़ेंगे तब थोड़ा बहुत सम्भलेंगे परन्तु बहुत से लोग चिकनीचुपड़ी बातें कह कहकर उनसे मिल जाएँगे +6077,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_035.wav,और बुद्धिमानों में से कितने गिरेंगे और इसलिए गिरने पाएँगे कि जाँचे जाएँ और निर्मल और उजले किए जाएँ यह दशा अन्त के समय तक बनी रहेगी क्योंकि इन सब बातों का अन्त नियत समय में होनेवाला है +6078,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_036.wav,तब वह राजा अपनी इच्छा के अनुसार काम करेगा और अपने आपको सारे देवताओं से ऊँचा और बड़ा ठहराएगा वरन् सब देवताओं के परमेश्वर के विरुद्ध भी अनोखी बातें कहेगा और जब तक परमेश्वर का क्रोध न हो जाए तब तक उस राजा का कार्य सफल होता रहेगा क्योंकि जो कुछ निश्चय करके ठना हुआ है वह अवश्य ही पूरा होनेवाला है +6079,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_037.wav,वह अपने पूर्वजों के देवताओं की चिन्ता न करेगा न स्त्रियों की प्रीति की कुछ चिन्ता करेगा और न किसी देवता की क्योंकि वह अपने आप ही को सभी के ऊपर बड़ा ठहराएगा +6080,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_038.wav,वह अपने राजपद पर स्थिर रहकर दृढ़ गढ़ों ही के देवता का सम्मान करेगा एक ऐसे देवता का जिसे उसके पूर्वज भी न जानते थे वह सोना चाँदी मणि और मनभावनी वस्तुएँ चढ़ाकर उसका सम्मान करेगा +6081,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_039.wav,उस पराए देवता के सहारे से वह अति दृढ़ गढ़ों से लड़ेगा और जो कोई उसको माने उसे वह बड़ी प्रतिष्ठा देगा ऐसे लोगों को वह बहुतों के ऊपर प्रभुता देगा और अपने लाभ के लिए अपने देश की भूमि को बाँट देगा +6082,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_040.wav,अन्त के समय दक्षिण देश का राजा उसको सींग मारने लगेगा परन्तु उत्तर देश का राजा उस पर बवण्डर के समान बहुत से रथसवार और जहाज लेकर चढ़ाई करेगा इस रीति से वह बहुत से देशों में फैल जाएगा और उनमें से निकल जाएगा +6083,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_041.wav,वह शिरोमणि देश में भी आएगा और बहुत से देश उजड़ जाएँगे परन्तु एदोमी मोआबी और मुख्यमुख्य अम्मोनी आदि जातियों के देश उसके हाथ से बच जाएँगे +6084,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_042.wav,वह कई देशों पर हाथ बढ़ाएगा और मिस्र देश भी न बचेगा +6085,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_043.wav,वह मिस्र के सोने चाँदी के खजानों और सब मनभावनी वस्तुओं का स्वामी हो जाएगा और लूबी और कूशी लोग भी उसके पीछे हो लेंगे +6086,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_044.wav,उसी समय वह पूरब और उत्तर दिशाओं से समाचार सुनकर घबराएगा और बड़े क्रोध में आकर बहुतों का सत्यानाश करने के लिये निकलेगा +6087,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_011_045.wav,और वह दोनों समुद्रों के बीच पवित्र शिरोमणि पर्वत के पास अपना राजकीय तम्बू खड़ा कराएगा इतना करने पर भी उसका अन्त आ जाएगा और कोई उसका सहायक न रहेगा +6088,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_001.wav,उसी समय मीकाएल नाम बड़ा प्रधान जो तेरे जातिभाइयों का पक्ष करने को खड़ा रहता है वह उठेगा तब ऐसे संकट का समय होगा जैसा किसी जाति के उत्पन्न होने के समय से लेकर अब तक कभी न हुआ होगा परन्तु उस समय तेरे लोगों में से जितनों के नाम परमेश्वर की पुस्तक में लिखे हुए हैं वे बच निकलेंगे +6089,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_002.wav,और जो भूमि के नीचे सोए रहेंगे उनमें से बहुत से लोग जाग उठेंगे कितने तो सदा के जीवन के लिये और कितने अपनी नामधराई और सदा तक अत्यन्त घिनौने ठहरने के लिये +6090,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_003.wav,तब बुद्धिमानों की चमक आकाशमण्डल की सी होगी और जो बहुतों को धर्मी बनाते हैं वे सर्वदा तारों के समान प्रकाशमान रहेंगे +6091,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_004.wav,परन्तु हे दानिय्येल तू इस पुस्तक पर मुहर करके इन वचनों को अन्त समय तक के लिये बन्द रख और बहुत लोग पूछपाछ और ढूँढ़ढाँढ़ करेंगे और इससे ज्ञान बढ़ भी जाएगा +6092,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_005.wav,यह सब सुन मुझ दानिय्येल ने दृष्टि करके क्या देखा कि और दो पुरुष खड़े हैं एक तो नदी के इस तट पर और दूसरा नदी के उस तट पर है +6093,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_006.wav,तब जो पुरुष सन का वस्त्र पहने हुए नदी के जल के ऊपर था उससे उन पुरुषों में से एक ने पूछा इन आश्चर्यकर्मों का अन्त कब तक होगा +6094,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_007.wav,तब जो पुरुष सन का वस्त्र पहने हुए नदी के जल के ऊपर था उसने मेरे सुनते दाहिना और बायाँ अपने दोनों हाथ स्वर्ग की ओर उठाकर सदा जीवित रहनेवाले की शपथ खाकर कहा यह दशा साढ़े तीन काल तक ही रहेगी और जब पवित्र प्रजा की शक्ति टूटतेटूटते समाप्त हो जाएगी तब ये बातें पूरी होंगी +6095,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_008.wav,यह बात मैं सुनता तो था परन्तु कुछ न समझा तब मैंने कहा हे मेरे प्रभु इन बातों का अन्तफल क्या होगा +6096,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_009.wav,उसने कहा हे दानिय्येल चला जा क्योंकि ये बातें अन्त समय के लिये बन्द हैं और इन पर मुहर दी हुई है +6097,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_010.wav,बहुत लोग तो अपनेअपने को निर्मल और उजले करेंगे और स्वच्छ हो जाएँगे परन्तु दुष्ट लोग दुष्टता ही करते रहेंगे और दुष्टों में से कोई ये बातें न समझेगा परन्तु जो बुद्धिमान है वे ही समझेंगे +6098,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_011.wav,जब से नित्य होमबलि उठाई जाएगी और वह घिनौनी वस्तु जो उजाड़ करा देती है स्थापित की जाएगी तब से बारह सौ नब्बे दिन बीतेंगे +6099,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_012.wav,क्या ही धन्य है वह जो धीरज धरकर तेरह सौ पैंतीस दिन के अन्त तक भी पहुँचे +6100,data/cleaned/hindi/DAN/DAN_012_013.wav,अब तू जाकर अन्त तक ठहरा रह और तू विश्राम करता रहेगा और उन दिनों के अन्त में तू अपने निज भाग पर खड़ा होगा +6101,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_001_001.wav,यहूदा के राजा उज्जियाह योताम आहाज और हिजकिय्याह के दिनों में और इस्राएल के राजा योआश के पुत्र यारोबाम के दिनों में यहोवा का वचन बेरी के पुत्र होशे के पास पहुँचा +6102,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_001_002.wav,जब यहोवा ने होशे के द्वारा पहलेपहल बातें की तब उसने होशे से यह कहा जाकर एक वेश्या को अपनी पत्नी बना ले और उसके कुकर्म के बच्चों को अपने बच्चे कर ले क्योंकि यह देश यहोवा के पीछे चलना छोड़कर वेश्या का सा बहुत काम करता है +6103,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_001_003.wav,अतः उसने जाकर दिबलैम की बेटी गोमेर को अपनी पत्नी कर लिया और वह उससे गर्भवती हुई और उसके पुत्र उत्पन्न हुआ +6104,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_001_004.wav,तब यहोवा ने उससे कहा उसका नाम यिज्रेल रख क्योंकि थोड़े ही काल में मैं येहू के घराने को यिज्रेल की हत्या का दण्ड दूँगा और मैं इस्राएल के घराने के राज्य का अन्त कर दूँगा +6105,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_001_005.wav,उस समय मैं यिज्रेल की तराई में इस्राएल के धनुष को तोड़ डालूँगा +6106,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_001_006.wav,वह स्त्री फिर गर्भवती हुई और उसके एक बेटी उत्पन्न हुई तब यहोवा ने होशे से कहा उसका नाम लोरुहामा रख क्योंकि मैं इस्राएल के घराने पर फिर कभी दया करके उनका अपराध किसी प्रकार से क्षमा न करूँगा +6107,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_001_007.wav,परन्तु यहूदा के घराने पर मैं दया करूँगा और उनका उद्धार करूँगा उनका उद्धार मैं धनुष या तलवार या युद्ध या घोड़ों या सवारों के द्वारा नहीं परन्तु उनके परमेश्वर यहोवा के द्वारा करूँगा +6108,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_001_008.wav,जब उस स्त्री ने लोरुहामा का दूध छुड़ाया तब वह गर्भवती हुई और उससे एक पुत्र उत्पन्न हुआ +6109,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_001_009.wav,तब यहोवा ने कहा इसका नाम लोअम्मी रख क्योंकि तुम लोग मेरी प्रजा नहीं हो और न मैं तुम्हारा परमेश्वर रहूँगा +6110,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_001_010.wav,तो भी इस्राएलियों की गिनती समुद्र की रेत की सी हो जाएगी जिनका मापनागिनना अनहोना है और जिस स्थान में उनसे यह कहा जाता था तुम मेरी प्रजा नहीं हो उसी स्थान में वे जीवित परमेश्वर के पुत्र कहलाएँगे +6111,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_001_011.wav,तब यहूदी और इस्राएली दोनों इकट्ठे हो अपना एक प्रधान ठहराकर देश से चले आएँगे क्योंकि यिज्रेल का दिन प्रसिद्ध होगा +6112,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_001.wav,इसलिए तुम लोग अपने भाइयों से अम्मी और अपनी बहनों से रुहामा कहो +6113,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_002.wav,अपनी माता से विवाद करो विवाद क्योंकि वह मेरी स्त्री नहीं और न मैं उसका पति हूँ वह अपने मुँह पर से अपने छिनालपन को और अपनी छातियों के बीच से व्यभिचारों को अलग करे +6114,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_003.wav,नहीं तो मैं उसके वस्त्र उतारकर उसको जन्म के दिन के समान नंगी कर दूँगा और उसको मरुस्थल के समान और मरूभूमि सरीखी बनाऊँगा और उसे प्यास से मार डालूँगा +6115,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_004.wav,उसके बच्चों पर भी मैं कुछ दया न करूँगा क्योंकि वे कुकर्म के बच्चे हैं +6116,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_005.wav,उनकी माता ने छिनाला किया है जिसके गर्भ में वे पड़े उसने लज्जा के योग्य काम किया है उसने कहा मेरे यार जो मुझे रोटीपानी ऊन सन तेल और मद्य देते हैं मैं उन्हीं के पीछे चलूँगी +6117,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_006.wav,इसलिए देखो मैं उसके मार्ग को काँटों से घेरूँगा और ऐसा बाड़ा खड़ा करूँगा कि वह राह न पा सकेगी +6118,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_007.wav,वह अपने यारों के पीछे चलने से भी उन्हें न पाएगी और उन्हें ढूँढ़ने से भी न पाएगी तब वह कहेगी मैं अपने पहले पति के पास फिर लौट जाऊँगी क्योंकि मेरी पहली दशा इस समय की दशा से अच्छी थी +6119,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_008.wav,वह यह नहीं जानती थी कि अन्न नया दाखमधु और तेल मैं ही उसे देता था और उसके लिये वह चाँदी सोना जिसको वे बाल देवता के काम में ले आते हैं मैं ही बढ़ाता था +6120,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_009.wav,इस कारण मैं अन्न की ऋतु में अपने अन्न को और नये दाखमधु के होने के समय में अपने नये दाखमधु को हर लूँगा और अपना ऊन और सन भी जिनसे वह अपना तन ढाँपती है मैं छीन लूँगा +6121,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_010.wav,अब मैं उसके यारों के सामने उसके तन को उघाड़ूँगा और मेरे हाथ से कोई उसे छुड़ा न सकेगा +6122,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_011.wav,और मैं उसके पर्व नये चाँद और विश्रामदिन आदि सब नियत समयों के उत्सवों का अन्त कर दूँगा +6123,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_012.wav,मैं उसकी दाखलताओं और अंजीर के वृक्षों को जिनके विषय वह कहती है कि यह मेरे छिनाले की प्राप्ति है जिसे मेरे यारों ने मुझे दी है उन्हें ऐसा उजाड़ूँगा कि वे जंगल से हो जाएँगे और वनपशु उन्हें चर डालेंगे +6124,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_013.wav,वे दिन जिनमें वह बाल देवताओं के लिये धूप जलाती और नत्थ और हार पहने अपने यारों के पीछे जाती और मुझ को भूले रहती थी उन दिनों का दण्ड मैं उसे दूँगा यहोवा की यही वाणी है +6125,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_014.wav,इसलिए देखो मैं उसे मोहित करके जंगल में ले जाऊँगा और वहाँ उससे शान्ति की बातें कहूँगा +6126,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_015.wav,वहीं मैं उसको दाख की बारियाँ दूँगा और आकोर की तराई को आशा का द्वार कर दूँगा और वहाँ वह मुझसे ऐसी बातें कहेगी जैसी अपनी जवानी के दिनों में अर्थात् मिस्र देश से चले आने के समय कहती थी +6127,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_016.wav,और यहोवा की यह वाणी है कि उस समय तू मुझे पति कहेगी और फिर बाली न कहेगी +6128,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_017.wav,क्योंकि भविष्य में मैं उसे बाल देवताओं के नाम न लेने दूँगा और न उनके नाम फिर स्मरण में रहेंगे +6129,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_018.wav,और उस समय मैं उनके लिये वनपशुओं और आकाश के पक्षियों और भूमि पर के रेंगनेवाले जन्तुओं के साथ वाचा बाँधूँगा और धनुष और तलवार तोड़कर युद्ध को उनके देश से दूर कर दूँगा और ऐसा करूँगा कि वे लोग निडर सोया करेंगे +6130,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_019.wav,मैं सदा के लिये तुझे अपनी स्त्री करने की प्रतिज्ञा करूँगा और यह प्रतिज्ञा धार्मिकता और न्याय और करुणा और दया के साथ करूँगा +6131,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_020.wav,यह सच्चाई के साथ की जाएगी और तू यहोवा को जान लेगी +6132,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_021.wav,यहोवा की यह वाणी है कि उस समय मैं आकाश की सुनकर उसको उत्तर दूँगा और वह पृथ्वी की सुनकर उसे उत्तर देगा +6133,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_022.wav,और पृथ्वी अन्न नये दाखमधु और ताजे तेल की सुनकर उनको उत्तर देगी और वे यिज्रेल को उत्तर देंगे +6134,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_002_023.wav,मैं अपने लिये उसे देश में बोऊँगा और लोरुहामा पर दया करूँगा और लोअम्मी से कहूँगा तू मेरी प्रजा है और वह कहेगा हे मेरे परमेश्वर +6135,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_003_001.wav,फिर यहोवा ने मुझसे कहा अब जाकर एक ऐसी स्त्री से प्रीति कर जो व्यभिचारिणी होने पर भी अपने प्रिय की प्यारी हो क्योंकि उसी भाँति यद्यपि इस्राएली पराए देवताओं की ओर फिरे और किशमिश की टिकियों से प्रीति रखते हैं तो भी यहोवा उनसे प्रीति रखता है +6136,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_003_002.wav,तब मैंने एक स्त्री को चाँदी के पन्द्रह टुकड़े और डेढ़ होमेर जौ देकर मोल लिया +6137,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_003_003.wav,मैंने उससे कहा तू बहुत दिन तक मेरे लिये बैठी रहना और न तो छिनाला करना और न किसी पुरुष की स्त्री हो जाना और मैं भी तेरे लिये ऐसा ही रहूँगा +6138,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_003_004.wav,क्योंकि इस्राएली बहुत दिन तक बिना राजा बिना हाकिम बिना यज्ञ बिना स्तम्भ और बिना एपोद या गृहदेवताओं के बैठे रहेंगे +6139,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_003_005.wav,उसके बाद वे अपने परमेश्वर यहोवा और अपने राजा दाऊद को फिर ढूँढ़ने लगेंगे और अन्त के दिनों में यहोवा के पास और उसकी उत्तम वस्तुओं के लिये थरथराते हुए आएँगे +6140,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_001.wav,हे इस्राएलियों यहोवा का वचन सुनो इस देश के निवासियों के साथ यहोवा का मुकद्दमा है इस देश में न तो कुछ सच्चाई है न कुछ करुणा और न कुछ परमेश्वर का ज्ञान ही है +6141,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_002.wav,यहाँ श्राप देने झूठ बोलने वध करने चुराने और व्यभिचार करने को छोड़ कुछ नहीं होता वे व्यवस्था की सीमा को लाँघकर कुकर्म करते हैं और खून ही खून होता रहता है +6142,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_003.wav,इस कारण यह देश विलाप करेगा और मैदान के जीवजन्‍तुओं और आकाश के पक्षियों समेत उसके सब निवासी कुम्हला जाएँगे और समुद्र की मछलियाँ भी नाश हो जाएँगी +6143,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_004.wav,देखो कोई वादविवाद न करे न कोई उलाहना दे क्योंकि तेरे लोग तो याजकों से वादविवाद करनेवालों के समान हैं +6144,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_005.wav,तू दिन दुपहरी ठोकर खाएगा और रात को भविष्यद्वक्ता भी तेरे साथ ठोकर खाएगा और मैं तेरी माता का नाश करूँगा +6145,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_006.wav,मेरे ज्ञान के न होने से मेरी प्रजा नाश हो गई तूने मेरे ज्ञान को तुच्छ जाना है इसलिए मैं तुझे अपना याजक रहने के अयोग्‍य ठहराऊँगा इसलिए कि तूने अपने परमेश्वर की व्यवस्था को त्याग दिया है मैं भी तेरे बालबच्चों को छोड़ दूँगा +6146,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_007.wav,जैसे याजक बढ़ते गए वैसे ही वे मेरे विरुद्ध पाप करते गए मैं उनके वैभव के बदले उनका अनादर करूँगा +6147,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_008.wav,वे मेरी प्रजा के पापबलियों को खाते हैं और प्रजा के पापी होने की लालसा करते हैं +6148,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_009.wav,इसलिए जो प्रजा की दशा होगी वही याजक की भी होगी मैं उनके चाल चलन का दण्ड दूँगा और उनके कामों के अनुकूल उन्हें बदला दूँगा +6149,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_010.wav,वे खाएँगे तो सही परन्तु तृप्त न होंगे और वेश्‍यागमन तो करेंगे परन्तु न बढ़ेंगे क्योंकि उन्होंने यहोवा की ओर मन लगाना छोड़ दिया है +6150,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_011.wav,वेश्‍यागमन और दाखमधु और ताजा दाखमधु ये तीनों बुद्धि को भ्रष्ट करते हैं +6151,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_012.wav,मेरी प्रजा के लोग काठ के पुतले से प्रश्न करते हैं और उनकी छड़ी उनको भविष्य बताती है क्योंकि छिनाला करान���वाली आत्मा ने उन्हें बहकाया है और वे अपने परमेश्वर की अधीनता छोड़कर छिनाला करते हैं +6152,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_013.wav,बांज चिनार और छोटे बांजवृक्षों की छाया अच्छी होती है इसलिए वे उनके नीचे और पहाड़ों की चोटियों पर यज्ञ करते और टीलों पर धूप जलाते हैं इस कारण तुम्हारी बेटियाँ छिनाल और तुम्हारी बहुएँ व्यभिचारिणी हो गई हैं +6153,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_014.wav,जब तुम्हारी बेटियाँ छिनाला और तुम्हारी बहुएँ व्यभिचार करें तब मैं उनको दण्ड न दूँगा क्योंकि मनुष्य आप ही वेश्याओं के साथ एकान्त में जाते और देवदासियों के साथी होकर यज्ञ करते हैं और जो लोग समझ नहीं रखते वे नाश हो जाएँगे +6154,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_015.wav,हे इस्राएल यद्यपि तू छिनाला करता है तो भी यहूदा दोषी न बने गिलगाल को न आओ और न बेतावेन को चढ़ जाओ और यहोवा के जीवन की सौगन्ध कहकर शपथ न खाओ +6155,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_016.wav,क्योंकि इस्राएल ने हठीली बछिया के समान हठ किया है क्या अब यहोवा उन्हें भेड़ के बच्चे के समान लम्बे चौड़े मैदान में चराएगा +6156,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_017.wav,एप्रैम मूरतों का संगी हो गया है इसलिए उसको रहने दे +6157,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_018.wav,वे जब दाखमधु पी चुकते हैं तब वेश्‍यागमन करने में लग जाते हैं उनके प्रधान लोग निरादर होने से अधिक प्रीति रखते हैं +6158,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_004_019.wav,आँधी उनको अपने पंखों में बान्‍धकर उड़ा ले जाएगी और उनके बलिदानों के कारण वे लज्जित होंगे +6159,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_001.wav,हे याजकों यह बात सुनो हे इस्राएल के घराने ध्यान देकर सुनो हे राजा के घराने तुम भी कान लगाओ क्योंकि तुम्हारा न्याय किया जाएगा क्योंकि तुम मिस्पा में फंदा और ताबोर पर लगाया हुआ जाल बन गए हो +6160,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_002.wav,उन बिगड़े हुओं ने घोर हत्या की है इसलिए मैं उन सभी को ताड़ना दूँगा +6161,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_003.wav,मैं एप्रैम का भेद जानता हूँ और इस्राएल की दशा मुझसे छिपी नहीं है हे एप्रैम तूने छिनाला किया और इस्राएल अशुद्ध हुआ है +6162,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_004.wav,उनके काम उन्हें अपने परमेश्वर की ओर फिरने नहीं देते क्योंकि छिनाला करनेवाली आत्मा उनमें रहती है और वे यहोवा को नहीं जानते हैं +6163,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_005.wav,इस्राएल का गर्व उसी के विरुद्ध साक्षी देता है और इस्राएल और एप्रैम अपने अधर्म के कारण ठोकर खाएँगे और यहूदा भी उनके संग ठोकर खाएगा +6164,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_006.wav,वे अपनी भेड़बकरियाँ और गायबैल लेकर यहोवा को ढूँढ़ने चलेंगे परन्तु वह उनको न मिलेगा क्योंकि वह ���नसे दूर हो गया है +6165,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_007.wav,वे व्यभिचार के लड़के जने हैं इससे उन्होंने यहोवा का विश्वासघात किया है इस कारण अब चाँद उनका और उनके भागों के नाश का कारण होगा +6166,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_008.wav,गिबा में नरसिंगा और रामाह में तुरही फूँको बेतावेन में ललकार कर कहो हे बिन्यामीन आगे बढ़ +6167,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_009.wav,दण्ड के दिन में एप्रैम उजाड़ हो जाएगा जिस बात का होना निश्चित है मैंने उसी का सन्देश इस्राएल के सब गोत्रों को दिया है +6168,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_010.wav,यहूदा के हाकिम उनके समान हुए हैं जो सीमा बढ़ा लेते हैं मैं उन पर अपनी जलजलाहट जल के समान उण्डेलूँगा +6169,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_011.wav,एप्रैम पर अंधेर किया गया है वह मुकद्दमा हार गया है क्योंकि वह जी लगाकर उस आज्ञा पर चला +6170,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_012.wav,इसलिए मैं एप्रैम के लिये कीड़े के समान और यहूदा के घराने के लिये सड़ाहट के समान होऊँगा +6171,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_013.wav,जब एप्रैम ने अपना रोग और यहूदा ने अपना घाव देखा तब एप्रैम अश्शूर के पास गया और यारेब राजा को कहला भेजा परन्तु न वह तुम्हें चंगा कर सकता और न तुम्हारा घाव अच्छा कर सकता है +6172,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_014.wav,क्योंकि मैं एप्रैम के लिये सिंह और यहूदा के घराने के लिये जवान सिंह बनूँगा मैं आप ही उन्हें फाड़कर ले जाऊँगा जब मैं उठा ले जाऊँगा तब मेरे पंजे से कोई न छुड़ा सकेगा +6173,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_005_015.wav,जब तक वे अपने को अपराधी मानकर मेरे दर्शन के खोजी न होंगे तब तक मैं अपने स्थान को न लौटूँगा और जब वे संकट में पड़ेंगे तब जी लगाकर मुझे ढूँढ़ने लगेंगे +6174,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_006_001.wav,चलो हम यहोवा की ओर फिरें क्योंकि उसी ने फाड़ा और वही हमें चंगा भी करेगा उसी ने मारा और वही हमारे घावों पर पट्टी बाँधेगा +6175,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_006_002.wav,दो दिन के बाद वह हमको जिलाएगा और तीसरे दिन वह हमको उठाकर खड़ा करेगा तब हम उसके सम्मुख जीवित रहेंगे +6176,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_006_003.wav,आओ हम ज्ञान ढूँढ़े वरन् यहोवा का ज्ञान प्राप्त करने के लिये यत्न भी करें क्योंकि यहोवा का प्रगट होना भोर का सा निश्चित है वह वर्षा के समान हमारे ऊपर आएगा वरन् बरसात के अन्त की वर्षा के समान जिससे भूमि सींचती है +6177,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_006_004.wav,हे एप्रैम मैं तुझ से क्या करूँ हे यहूदा मैं तुझ से क्या करूँ तुम्हारा स्नेह तो भोर के मेघ के समान और सवेरे उड़ जानेवाली ओस के समान है +6178,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_006_005.wav,इस कारण मैंने भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा मानो उन पर कुल्हाड़ी चलाकर उन���हें काट डाला और अपने वचनों से उनको घात किया और मेरा न्याय प्रकाश के समान चमकता है +6179,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_006_006.wav,क्योंकि मैं बलिदान से नहीं स्थिर प्रेम ही से प्रसन्न होता हूँ और होमबलियों से अधिक यह चाहता हूँ कि लोग परमेश्वर का ज्ञान रखें +6180,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_006_007.wav,परन्तु उन लोगों ने आदम के समान वाचा को तोड़ दिया उन्होंने वहाँ मुझसे विश्वासघात किया है +6181,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_006_008.wav,गिलाद नामक गढ़ी तो अनर्थकारियों से भरी है वह खून से भरी हुई है +6182,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_006_009.wav,जैसे डाकुओं के दल किसी की घात में बैठते हैं वैसे ही याजकों का दल शेकेम के मार्ग में वध करता है वरन् उन्होंने महापाप भी किया है +6183,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_006_010.wav,इस्राएल के घराने में मैंने रोएँ खड़े होने का कारण देखा है उसमें एप्रैम का छिनाला और इस्राएल की अशुद्धता पाई जाती है +6184,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_006_011.wav,हे यहूदा जब मैं अपनी प्रजा को बँधुआई से लौटा ले आऊँगा उस समय के लिये तेरे निमित्त भी बदला ठहराया हुआ है +6185,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_001.wav,अपने मुँह में नरसिंगा लगा वह उकाब के समान यहोवा के घर पर झपटेगा क्योंकि मेरे घर के लोगों ने मेरी वाचा तोड़ी और मेरी व्यवस्था का उल्लंघन किया है +6186,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_002.wav,वे मुझसे पुकारकर कहेंगे हे हमारे परमेश्वर हम इस्राएली लोग तुझे जानते हैं +6187,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_003.wav,परन्तु इस्राएल ने भलाई को मन से उतार दिया है शत्रु उसके पीछे पड़ेगा +6188,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_004.wav,वे राजाओं को ठहराते रहे परन्तु मेरी इच्छा से नहीं वे हाकिमों को भी ठहराते रहे परन्तु मेरे अनजाने में उन्होंने अपना सोनाचाँदी लेकर मूरतें बना लीं जिससे वे ही नाश हो जाएँ +6189,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_005.wav,हे सामरिया उसने तेरे बछड़े को मन से उतार दिया है मेरा क्रोध उन पर भड़का है वे निर्दोष होने में कब तक विलम्ब करेंगे +6190,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_006.wav,यह इस्राएल से हुआ है एक कारीगर ने उसे बनाया वह परमेश्वर नहीं है इस कारण सामरिया का वह बछड़ा टुकड़ेटुकड़े हो जाएगा +6191,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_007.wav,वे वायु बोते हैं और वे बवण्डर लवेंगे उनके लिये कुछ खेत रहेगा नहीं न उनकी उपज से कुछ आटा होगा और यदि हो भी तो परदेशी उसको खा डालेंगे +6192,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_008.wav,इस्राएल निगला गया अब वे अन्यजातियों में ऐसे निकम्मे ठहरे जैसे तुच्छ बर्तन ठहरता है +6193,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_009.wav,क्योंकि वे अश्शूर को ऐसे चले गए जैसा जंगली गदहा झुण्ड से बिछड़ के रहता है एप्रैम ने यारों को मजदूरी पर रखा है +6194,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_010.wav,यद्यपि वे अन्यजातियों में से मजदूर बनाकर रखें तो भी मैं उनको इकट्ठा करूँगा और वे हाकिमों और राजा के बोझ के कारण घटने लगेंगे +6195,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_011.wav,एप्रैम ने पाप करने को बहुत सी वेदियाँ बनाई हैं वे ही वेदियाँ उसके पापी ठहरने का कारण भी ठहरीं +6196,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_012.wav,मैं तो उनके लिये अपनी व्यवस्था की लाखों बातें लिखकर दिए परन्तु वे उन्हें पराया समझते हैं +6197,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_013.wav,वे मेरे लिये बलिदान तो करते हैं और पशुबलि भी करते हैं परन्तु उसका फल माँस ही है वे आप ही उसे खाते हैं परन्तु यहोवा उनसे प्रसन्न नहीं होता अब वह उनके अधर्म की सुधि लेकर उनके पाप का दण्ड देगा वे मिस्र में लौट जाएँगे +6198,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_008_014.wav,क्योंकि इस्राएल ने अपने कर्ता को भुला कर महल बनाए और यहूदा ने बहुत से गढ़वाले नगरों को बसाया है परन्तु मैं उनके नगरों में आग लगाऊँगा और उससे उनके गढ़ भस्म हो जाएँगे +6199,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_001.wav,हे इस्राएल तू देशदेश के लोगों के समान आनन्द में मगन मत हो क्योंकि तू अपने परमेश्वर को छोड़कर वेश्या बनी तूने अन्न के हर एक खलिहान पर छिनाले की कमाई आनन्द से ली है +6200,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_002.wav,वे न तो खलिहान के अन्न से तृप्त होंगे और न कुण्ड के दाखमधु से और नये दाखमधु के घटने से वे धोखा खाएँगे +6201,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_003.wav,वे यहोवा के देश में रहने न पाएँगे परन्तु एप्रैम मिस्र में लौट जाएगा और वे अश्शूर में अशुद्ध वस्तुएँ खाएँगे +6202,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_004.wav,वे यहोवा के लिये दाखमधु का अर्घ न देंगे और न उनके बलिदान उसको भाएँगे उनकी रोटी शोक करनेवालों का सा भोजन ठहरेगी जितने उसे खाएँगे सब अशुद्ध हो जाएँगे क्योंकि उनकी भोजनवस्तु उनकी भूख बुझाने ही के लिये होगी वह यहोवा के भवन में न आ सकेगी +6203,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_005.wav,नियत समय के पर्व और यहोवा के उत्सव के दिन तुम क्या करोगे +6204,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_006.wav,देखो वे सत्यानाश होने के डर के मारे चले गए परन्तु वहाँ मर जाएँगे और मिस्री उनके शव इकट्ठा करेंगे और मोप के निवासी उनको मिट्टी देंगे उनकी मनभावनी चाँदी की वस्तुएँ बिच्छू पेड़ों के बीच में पड़ेंगी और उनके तम्बुओं में काँटे उगेगी +6205,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_007.wav,दण्ड के दिन आए हैं बदला लेने के दिन आए हैं और इस्राएल यह जान लेगा उनके बहुत से अधर्म और बड़े द्वेष के कारण भविष्यद्वक्ता तो मूर्ख और जिस पुरुष पर आत्मा उतरता है वह बावला ठहरेगा +6206,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_008.wav,एप्रै��� का पहरुआ मेरे परमेश्वर के साथ था पर भविष्यद्वक्ता सब मार्गों में बहेलिये का फंदा है और वह अपने परमेश्वर के घर में बैरी हुआ है +6207,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_009.wav,वे गिबा के दिनों की भाँति अत्यन्त बिगड़े हैं इसलिए परमेश्वर उनके अधर्म की सुधि लेकर उनके पाप का दण्ड देगा +6208,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_010.wav,मैंने इस्राएल को ऐसा पाया जैसे कोई जंगल में दाख पाए और तुम्हारे पुरखाओं पर ऐसे दृष्टि की जैसे अंजीर के पहले फलों पर दृष्टि की जाती है परन्तु उन्होंने बालपोर के पास जाकर अपने को लज्जा का कारण होने के लिये अर्पण कर दिया और जिस पर मोहित हो गए थे वे उसी के समान घिनौने हो गए +6209,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_011.wav,एप्रैम का वैभव पक्षी के समान उड़ जाएगा न तो किसी का जन्म होगा न किसी को गर्भ रहेगा और न कोई स्त्री गर्भवती होगी +6210,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_012.wav,चाहे वे अपने बच्चों का पालनपोषण कर बड़े भी करें तो भी मैं उन्हें यहाँ तक निर्वंश करूँगा कि कोई भी न बचेगा जब मैं उनसे दूर हो जाऊँगा तब उन पर हाय +6211,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_013.wav,जैसा मैंने सोर को देखा वैसा एप्रैम को भी मनभाऊ स्थान में बसा हुआ देखा तो भी उसे अपने बच्चों को घातक के सामने ले जाना पड़ेगा +6212,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_014.wav,हे यहोवा उनको दण्ड दे तू क्या देगा यह कि उनकी स्त्रियों के गर्भ गिर जाएँ और स्तन सूखे रहें +6213,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_015.wav,उनकी सारी बुराई गिलगाल में है वहीं मैंने उनसे घृणा की उनके बुरे कामों के कारण मैं उनको अपने घर से निकाल दूँगा और उनसे फिर प्रीति न रखूँगा क्योंकि उनके सब हाकिम बलवा करनेवाले हैं +6214,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_016.wav,एप्रैम मारा हुआ है उनकी जड़ सूख गई उनमें फल न लगेगा चाहे उनकी स्त्रियाँ बच्चे भी जनें तो भी मैं उनके जन्मे हुए दुलारों को मार डालूँगा +6215,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_009_017.wav,मेरा परमेश्वर उनको निकम्मा ठहराएगा क्योंकि उन्होंने उसकी नहीं सुनी वे अन्यजातियों के बीच मारेमारे फिरेंगे +6216,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_001.wav,इस्राएल एक लहलहाती हुई दाखलता सी है जिसमें बहुत से फल भी लगे परन्तु ज्योंज्यों उसके फल बढ़े त्योंत्यों उसने अधिक वेदियाँ बनाईं जैसेजैसे उसकी भूमि सुधरी वैसे ही वे सुन्दर खम्भे बनाते गये +6217,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_002.wav,उनका मन बटा हुआ है अब वे दोषी ठहरेंगे वह उनकी वेदियों को तोड़ डालेगा और उनकी लाटों को टुकड़ेटुकड़े करेगा +6218,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_003.wav,अब वे कहेंगे हमारे कोई राजा नहीं है क्योंकि हमने यहोवा का भय नहीं माना इसलिए राजा ह��ारा क्या कर सकता है +6219,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_004.wav,वे बातें बनाते और झूठी शपथ खाकर वाचा बाँधते हैं इस कारण खेत की रेघारियों में धतूरे के समान दण्ड फूले फलेगा +6220,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_005.wav,सामरिया के निवासी बेतावेन के बछड़े के लिये डरते रहेंगे और उसके लोग उसके लिये विलाप करेंगे और उसके पुजारी जो उसके कारण मगन होते थे उसके प्रताप के लिये इस कारण विलाप करेंगे क्योंकि वह उनमें से उठ गया है +6221,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_006.wav,वह यारेब राजा की भेंट ठहरने के लिये अश्शूर देश में पहुँचाया जाएगा एप्रैम लज्जित होगा और इस्राएल भी अपनी युक्ति से लजाएगा +6222,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_007.wav,सामरिया अपने राजा समेत जल के बुलबुले के समान मिट जाएगा +6223,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_008.wav,आवेन के ऊँचे स्थान जो इस्राएल के पाप हैं वे नाश होंगे उनकी वेदियों पर झड़बेरी पेड़ और ऊँटकटारे उगेंगे और उस समय लोग पहाड़ों से कहने लगेंगे हमको छिपा लो और टीलों से कि हम पर गिर पड़ो +6224,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_009.wav,हे इस्राएल तू गिबा के दिनों से पाप करता आया है वे उसी में बने रहें क्या वे गिबा में कुटिल मनुष्यों के संग लड़ाई में न फँसें +6225,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_010.wav,जब मेरी इच्छा होगी तब मैं उन्हें ताड़ना दूँगा और देशदेश के लोग उनके विरुद्ध इकट्ठे हो जाएँगे क्योंकि वे अपने दोनों अधर्मों में फँसें हुए हैं +6226,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_011.wav,एप्रैम सीखी हुई बछिया है जो अन्न दाँवने से प्रसन्न होती है परन्तु मैंने उसकी सुन्दर गर्दन पर जूआ रखा है मैं एप्रैम पर सवार चढ़ाऊँगा यहूदा हल और याकूब हेंगा खींचेगा +6227,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_012.wav,अपने लिये धार्मिकता का बीज बोओ तब करुणा के अनुसार खेत काटने पाओगे अपनी पड़ती भूमि को जोतो देखो अभी यहोवा के पीछे हो लेने का समय है कि वह आए और तुम्हारे ऊपर उद्धार बरसाएँ +6228,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_013.wav,तुम ने दुष्टता के लिये हल जोता और अन्याय का खेत काटा है और तुम ने धोखे का फल खाया है और यह इसलिए हुआ क्योंकि तुम ने अपने कुव्यवहार पर और अपने बहुत से वीरों पर भरोसा रखा था +6229,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_014.wav,इस कारण तुम्हारे लोगों में हुल्लड़ उठेगा और तुम्हारे सब गढ़ ऐसे नाश किए जाएँगे जैसा बेतर्बेल नगर युद्ध के समय शल्मन के द्वारा नाश किया गया उस समय माताएँ अपने बच्चों समेत पटक दी गईं थी +6230,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_010_015.wav,तुम्हारी अत्यन्त बुराई के कारण बेतेल से भी इसी प्रकार का व्यवहार किया जाएगा भोर होते ही इस्राएल का राजा पूरी रीति से मिट जाएगा +6231,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_001.wav,एप्रैम वायु चराना और पुरवाई का पीछा करता रहता है वह लगातार झूठ और उत्पात को बढ़ाता रहता है वे अश्शूर के साथ वाचा बाँधते और मिस्र में तेल भेजते हैं +6232,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_002.wav,यहूदा के साथ भी यहोवा का मुकद्दमा है और वह याकूब को उसके चाल चलन के अनुसार दण्ड देगा उसके कामों के अनुसार वह उसको बदला देगा +6233,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_003.wav,अपनी माता की कोख ही में उसने अपने भाई को अड़ंगा मारा और बड़ा होकर वह परमेश्वर के साथ लड़ा +6234,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_004.wav,वह दूत से लड़ा और जीत भी गया वह रोया और उसने गिड़गिड़ाकर विनती की बेतेल में वह उसको मिला और वहीं उसने हम से बातें की +6235,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_005.wav,यहोवा सेनाओं का परमेश्वर जिसका स्मरण यहोवा नाम से होता है +6236,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_006.wav,इसलिए तू अपने परमेश्वर की ओर फिर कृपा और न्याय के काम करता रह और अपने परमेश्वर की बाट निरन्तर जोहता रह +6237,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_007.wav,वह व्यापारी है और उसके हाथ में छल का तराजू है अंधेर करना ही उसको भाता है +6238,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_008.wav,एप्रैम कहता है मैं धनी हो गया मैंने सम्पत्ति प्राप्त की है मेरे किसी काम में ऐसा अधर्म नहीं पाया गया जिससे पाप लगे +6239,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_009.wav,मैं यहोवा मिस्र देश ही से तेरा परमेश्वर हूँ मैं फिर तुझे तम्बुओं में ऐसा बसाऊँगा जैसा नियत पर्व के दिनों में हुआ करता है +6240,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_010.wav,मैंने भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा बातें की और बार बार दर्शन देता रहा और भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा दृष्टान्त कहता आया हूँ +6241,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_011.wav,क्या गिलाद कुकर्मी नहीं वे पूरे छली हो गए हैं गिलगाल में बैल बलि किए जाते हैं वरन् उनकी वेदियाँ उन ढेरों के समान हैं जो खेत की रेघारियों के पास हों +6242,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_012.wav,याकूब अराम के मैदान में भाग गया था वहाँ इस्राएल ने एक पत्नी के लिये सेवा की और पत्नी के लिये वह चरवाही करता था +6243,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_013.wav,एक भविष्यद्वक्ता के द्वारा यहोवा इस्राएल को मिस्र से निकाल ले आया और भविष्यद्वक्ता ही के द्वारा उसकी रक्षा हुई +6244,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_012_014.wav,एप्रैम ने अत्यन्त रिस दिलाई है इसलिए उसका किया हुआ खून उसी के ऊपर बना रहेगा और उसने अपने परमेश्वर के नाम में जो बट्टा लगाया है वह उसी को लौटाया जाएगा +6245,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_001.wav,जब एप्रैम बोलता था तब लोग काँपते थे और वह इस्राएल में बड़ा था परन्तु जब वह बाल के कारण दोषी हो गया तब वह मर गया +6246,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_002.wav,और अब वे ल���ग पाप पर पाप बढ़ाते जाते हैं और अपनी बुद्धि से चाँदी ढालकर ऐसी मूरतें बनाते हैं जो कारीगरों ही से बनीं उन्हीं के विषय लोग कहते हैं जो नरमेध करें वे बछड़ों को चूमें +6247,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_003.wav,इस कारण वे भोर के मेघ तड़के सूख जानेवाली ओस खलिहान पर से आँधी के मारे उड़नेवाली भूसी या चिमनी से निकलते हुए धुएँ के समान होंगे +6248,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_004.wav,मिस्र देश ही से मैं यहोवा तेरा परमेश्वर हूँ तू मुझे छोड़ किसी को परमेश्वर करके न जानना क्योंकि मेरे सिवा कोई तेरा उद्धारकर्ता नहीं हैं +6249,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_005.wav,मैंने उस समय तुझ पर मन लगाया जब तू जंगल में वरन् अत्यन्त सूखे देश में था +6250,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_006.wav,परन्तु जब इस्राएली चराए जाते थे और वे तृप्त हो गए तब तृप्त होने पर उनका मन घमण्ड से भर गया इस कारण वे मुझ को भूल गए +6251,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_007.wav,इसलिए मैं उनके लिये सिंह सा बना हूँ मैं चीते के समान उनके मार्ग में घात लगाए रहूँगा +6252,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_008.wav,मैं बच्चे छीनी हुई रीछनी के समान बनकर उनको मिलूँगा और उनके हृदय की झिल्ली को फाड़ूँगा और सिंह के समान उनको वहीं खा डालूँगा जैसे वनपशु उनको फाड़ डाले +6253,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_009.wav,हे इस्राएल तेरे विनाश का कारण यह है कि तू मेरा अर्थात् अपने सहायक का विरोधी है +6254,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_010.wav,अब तेरा राजा कहाँ रहा कि तेरे सब नगरों में वह तुझे बचाए और तेरे न्यायी कहाँ रहे जिनके विषय में तूने कहा था मेरे लिये राजा और हाकिम ठहरा दे +6255,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_011.wav,मैंने क्रोध में आकर तेरे लिये राजा बनाये और फिर जलजलाहट में आकर उनको हटा भी दिया +6256,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_012.wav,एप्रैम का अधर्म गठा हुआ है उनका पाप संचय किया हुआ है +6257,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_013.wav,उसको जच्चा की सी पीड़ाएँ उठेंगी परन्तु वह निर्बुद्धि लड़का है जो जन्म लेने में देर करता है +6258,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_014.wav,मैं उसको अधोलोक के वश से छुड़ा लूँगा और मृत्यु से उसको छुटकारा दूँगा हे मृत्यु तेरी मारने की शक्ति कहाँ रही हे अधोलोक तेरी नाश करने की शक्ति कहाँ रही मैं फिर कभी नहीं पछताऊँगा +6259,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_015.wav,चाहे वह अपने भाइयों से अधिक फूलेफले तो भी पुरवाई उस पर चलेगी और यहोवा की ओर से मरुस्थल से आएगी और उसका कुण्ड सूखेगा और उसका सोता निर्जल हो जाएगा उसकी रखी हुई सब मनभावनी वस्तुएँ वह लूट ले जाएगा +6260,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_013_016.wav,सामरिया दोषी ठहरेगा क्योंकि उसने अपने परमेश्वर से बलवा किया है वे तलवार से मारे जाएँगे उनके बच्चे पटके जाएँगे और उनकी गर्भवती स्त्रियाँ चीर डाली जाएँगी +6261,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_014_001.wav,हे इस्राएल अपने परमेश्वर यहोवा के पास लौट आ क्योंकि तूने अपने अधर्म के कारण ठोकर खाई है +6262,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_014_002.wav,बातें सीखकर और यहोवा की ओर लौटकर उससे कह सब अधर्म दूर कर अनुग्रह से हमको ग्रहण कर तब हम धन्यवाद रूपी बलि चढ़ाएँगे +6263,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_014_003.wav,अश्शूर हमारा उद्धार न करेगा हम घोड़ों पर सवार न होंगे और न हम फिर अपनी बनाई हुई वस्तुओं से कहेंगे तुम हमारे ईश्वर हो क्योंकि अनाथ पर तू ही दया करता है +6264,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_014_004.wav,मैं उनकी भटक जाने की आदत को दूर करूँगा मैं सेंतमेंत उनसे प्रेम करूँगा क्योंकि मेरा क्रोध उन पर से उतर गया है +6265,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_014_005.wav,मैं इस्राएल के लिये ओस के समान होऊँगा वह सोसन के समान फूलेफलेगा और लबानोन के समान जड़ फैलाएगा +6266,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_014_006.wav,उसकी जड़ से पौधे फूटकर निकलेंगे उसकी शोभा जैतून की सी और उसकी सुगन्ध लबानोन की सी होगी +6267,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_014_007.wav,जो उसकी छाया में बैठेंगे वे अन्न के समान बढ़ेंगे वे दाखलता के समान फूलेफलेंगे और उसकी कीर्ति लबानोन के दाखमधु की सी होगी +6268,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_014_008.wav,एप्रैम कहेगा मूरतों से अब मेरा और क्या काम मैं उसकी सुनकर उस पर दृष्टि बनाए रखूँगा मैं हरे सनोवर सा हूँ मुझी से तू फल पाया करेगा +6269,data/cleaned/hindi/HOS/HOS_014_009.wav,जो बुद्धिमान हो वही इन बातों को समझेगा जो प्रवीण हो वही इन्हें बूझ सकेगा क्योंकि यहोवा के मार्ग सीधे हैं और धर्मी उनमें चलते रहेंगे परन्तु अपराधी उनमें ठोकर खाकर गिरेंगे +6270,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_001.wav,क्षयर्ष नामक राजा के दिनों में ये बातें हुईं यह वही क्षयर्ष है जो एक सौ सत्ताईस प्रान्तों पर अर्थात् भारत से लेकर कूश देश तक राज्य करता था +6271,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_002.wav,उन्हीं दिनों में जब क्षयर्ष राजा अपनी उस राजगद्दी पर विराजमान था जो शूशन नामक राजगढ़ में थी +6272,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_003.wav,वहाँ उसने अपने राज्य के तीसरे वर्ष में अपने सब हाकिमों और कर्मचारियों को भोज दिया फारस और मादै के सेनापति और प्रान्त प्रान्त के प्रधान और हाकिम उसके सम्मुख आ गए +6273,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_004.wav,वह उन्हें बहुत दिन वरन् एक सौ अस्सी दिन तक अपने राजवैभव का धन और अपने माहात्म्य के अनमोल पदार्थ दिखाता रहा +6274,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_005.wav,इतने दिनों के बीतने पर राजा ने क्या छोटे क्या बड़े उन सभी की भी जो शूशन नामक राजगढ़ में इकट्ठा हुए थे राजभवन की बारी के आँगन में सात दिन तक भोज दिया +6275,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_006.wav,वहाँ के पर्दे श्वेत और नीले सूत के थे और सन और बैंगनी रंग की डोरियों से चाँदी के छल्लों में संगमरमर के खम्भों से लगे हुए थे और वहाँ की चौकियाँ सोनेचाँदी की थीं और लाल और श्वेत और पीले और काले संगमरमर के बने हुए फर्श पर धरी हुई थीं +6276,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_007.wav,उस भोज में राजा के योग्य दाखमधु भिन्नभिन्न रूप के सोने के पात्रों में डालकर राजा की उदारता से बहुतायत के साथ पिलाया जाता था +6277,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_008.wav,पीना तो नियम के अनुसार होता था किसी को विवश करके नहीं पिलाया जाता था क्योंकि राजा ने तो अपने भवन के सब भण्डारियों को आज्ञा दी थी कि जो अतिथि जैसा चाहे उसके साथ वैसा ही बर्ताव करना +6278,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_009.wav,रानी वशती ने भी राजा क्षयर्ष के भवन में स्त्रियों को भोज दिया +6279,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_010.wav,सातवें दिन जब राजा का मन दाखमधु में मगन था तब उसने महूमान बिजता हर्बोना बिगता अबगता जेतेर और कर्कस नामक सातों खोजों को जो क्षयर्ष राजा के सम्मुख सेवा टहल किया करते थे आज्ञा दी +6280,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_011.wav,कि रानी वशती को राजमुकुट धारण किए हुए राजा के सम्मुख ले आओ जिससे कि देशदेश के लोगों और हाकिमों पर उसकी सुन्दरता प्रगट हो जाए क्योंकि वह देखने में सुन्दर थी +6281,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_012.wav,खोजों के द्वारा राजा की यह आज्ञा पाकर रानी वशती ने आने से इन्कार किया इस पर राजा बड़े क्रोध से जलने लगा +6282,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_013.wav,तब राजा ने समयसमय का भेद जाननेवाले पंडितों से पूछा राजा तो नीति और न्याय के सब ज्ञानियों से ऐसा ही किया करता था +6283,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_014.wav,उसके पास कर्शना शेतार अदमाता तर्शीश मेरेस मर्सना और ममूकान नामक फारस और मादै के सात प्रधान थे जो राजा का दर्शन करते और राज्य में मुख्यमुख्य पदों पर नियुक्त किए गए थे +6284,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_015.wav,राजा ने पूछा रानी वशती ने राजा क्षयर्ष की खोजों द्वारा दिलाई हुई आज्ञा का उल्लंघन किया तो नीति के अनुसार उसके साथ क्या किया जाए +6285,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_016.wav,तब ममूकान ने राजा और हाकिमों की उपस्थिति में उत्तर दिया रानी वशती ने जो अनुचित काम किया है वह न केवल राजा से परन्तु सब हाकिमों से और उन सब देशों के लोगों से भी जो राजा क्षयर्ष के सब प्रान्तों में रहते हैं +6286,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_017.wav,क्योंकि रानी के इस काम की चर्चा सब स्त्रियों में होगी और जब यह कहा जाएगा राजा क्षयर��ष ने रानी वशती को अपने सामने ले आने की आज्ञा दी परन्तु वह न आई तब वे भी अपनेअपने पति को तुच्छ जानने लगेंगी +6287,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_018.wav,आज के दिन फारस और मादी हाकिमों की स्त्रियाँ जिन्होंने रानी की यह बात सुनी है तो वे भी राजा के सब हाकिमों से ऐसा ही कहने लगेंगी इस प्रकार बहुत ही घृणा और क्रोध उत्पन्न होगा +6288,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_019.wav,यदि राजा को स्वीकार हो तो यह आज्ञा निकाले और फारसियों और मादियों के कानून में लिखी भी जाए जिससे कभी बदल न सके कि रानी वशती राजा क्षयर्ष के सम्मुख फिर कभी आने न पाए और राजा पटरानी का पद किसी दूसरी को दे दे जो उससे अच्छी हो +6289,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_020.wav,अतः जब राजा की यह आज्ञा उसके सारे राज्य में सुनाई जाएगी तब सब पत्नियाँ अपनेअपने पति का चाहे बड़ा हो या छोटा आदरमान करती रहेंगी +6290,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_021.wav,यह बात राजा और हाकिमों को पसन्द आई और राजा ने ममूकान की सम्मति मान ली और अपने राज्य में +6291,data/cleaned/hindi/EST/EST_001_022.wav,अर्थात् प्रत्येक प्रान्त के अक्षरों में और प्रत्येक जाति की भाषा में चिट्ठियाँ भेजीं कि सब पुरुष अपनेअपने घर में अधिकार चलाएँ और अपनी जाति की भाषा बोला करें +6292,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_001.wav,इन बातों के बाद जब राजा क्षयर्ष का गुस्सा ठण्डा हो गया तब उसने रानी वशती की और जो काम उसने किया था और जो उसके विषय में आज्ञा निकली थी उसकी भी सुधि ली +6293,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_002.wav,तब राजा के सेवक जो उसके टहलुए थे कहने लगे राजा के लिये सुन्दर तथा युवा कुँवारियाँ ढूँढ़ी जाएँ +6294,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_003.wav,और राजा ने अपने राज्य के सब प्रान्तों में लोगों को इसलिए नियुक्त किया कि वे सब सुन्दर युवा कुँवारियों को शूशन गढ़ के रनवास में इकट्ठा करें और स्त्रियों के प्रबन्धक हेगे को जो राजा का खोजा था सौंप दें और शुद्ध करने के योग्य वस्तुएँ उन्हें दी जाएँ +6295,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_004.wav,तब उनमें से जो कुँवारी राजा की दृष्टि में उत्तम ठहरे वह रानी वशती के स्थान पर पटरानी बनाई जाए यह बात राजा को पसन्द आई और उसने ऐसा ही किया +6296,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_005.wav,शूशन गढ़ में मोर्दकै नामक एक यहूदी रहता था जो कीश नाम के एक बिन्यामीनी का परपोता शिमी का पोता और याईर का पुत्र था +6297,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_006.wav,वह उन बन्दियों के साथ यरूशलेम से बँधुआई में गया था जिन्हें बाबेल का राजा नबूकदनेस्सर यहूदा के राजा यकोन्याह के संग बन्दी बना के ले गया था +6298,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_007.wav,उसने हदास्सा नामक अपनी चचेरी बहन को जो एस्तेर भी कहलाती थी पालापोसा था क्योंकि उसके मातापिता कोई न थे और वह लड़की सुन्दर और रूपवती थी और जब उसके मातापिता मर गए तब मोर्दकै ने उसको अपनी बेटी करके पाला +6299,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_008.wav,जब राजा की आज्ञा और नियम सुनाए गए और बहुत सी युवा स्त्रियाँ शूशन गढ़ में हेगे के अधिकार में इकट्ठी की गईं तब एस्तेर भी राजभवन में स्त्रियों के प्रबन्धक हेगे के अधिकार में सौंपी गई +6300,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_009.wav,वह युवती उसकी दृष्टि में अच्छी लगी और वह उससे प्रसन्न हुआ तब उसने बिना विलम्ब उसे राजभवन में से शुद्ध करने की वस्तुएँ और उसका भोजन और उसके लिये चुनी हुई सात सहेलियाँ भी दीं और उसको और उसकी सहेलियों को रनवास में सबसे अच्छा रहने का स्थान दिया +6301,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_010.wav,एस्तेर ने न अपनी जाति बताई थी न अपना कुल क्योंकि मोर्दकै ने उसको आज्ञा दी थी कि उसे न बताना +6302,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_011.wav,मोर्दकै तो प्रतिदिन रनवास के आँगन के सामने टहलता था ताकि जाने कि एस्तेर कैसी है और उसके साथ क्या हो रहा है +6303,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_012.wav,जब एकएक कन्या की बारी आई कि वह क्षयर्ष राजा के पास जाए और यह उस समय हुआ जब उसके साथ स्त्रियों के लिये ठहराए हुए नियम के अनुसार बारह माह तक व्यवहार किया गया था अर्थात् उनके शुद्ध करने के दिन इस रीति से बीत गए कि छः माह तक गन्धरस का तेल लगाया जाता था और छः माह तक सुगन्धद्रव्य और स्त्रियों के शुद्ध करने का अन्य सामान लगाया जाता था +6304,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_013.wav,इस प्रकार से वह कन्या जब राजा के पास जाती थी तब जो कुछ वह चाहती कि रनवास से राजभवन में ले जाए वह उसको दिया जाता था +6305,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_014.wav,साँझ को तो वह जाती थी और सवेरे को वह लौटकर रनवास के दूसरे घर में जाकर रखैलों के प्रबन्धक राजा के खोजे शाशगज के अधिकार में हो जाती थी और राजा के पास फिर नहीं जाती थी और यदि राजा उससे प्रसन्न हो जाता था तब वह नाम लेकर बुलाई जाती थी +6306,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_015.wav,जब मोर्दकै के चाचा अबीहैल की बेटी एस्तेर जिसको मोर्दकै ने बेटी मानकर रखा था उसकी बारी आई कि राजा के पास जाए तब जो कुछ स्त्रियों के प्रबन्धक राजा के खोजे हेगे ने उसके लिये ठहराया था उससे अधिक उसने और कुछ न माँगा जितनों ने एस्तेर को देखा वे सब उससे प्रसन्न हुए +6307,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_016.wav,अतः एस्तेर राजभवन में राजा क्षयर्ष के पास उसके राज्य के सातवें वर्ष के तेबेत नामक दसवें महीने में पहुँचाई गई +6308,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_017.wav,और राजा ने एस्तेर को और सब स्त्रियों से अधिक प्यार किया और अन्य सब कुँवारियों से अधिक उसके अनुग्रह और कृपा की दृष्टि उसी पर हुई इस कारण उसने उसके सिर पर राजमुकुट रखा और उसको वशती के स्थान पर रानी बनाया +6309,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_018.wav,तब राजा ने अपने सब हाकिमों और कर्मचारियों को एक बड़ा भोज दिया और उसे एस्तेर का भोज कहा और प्रान्तों में छुट्टी दिलाई और अपनी उदारता के योग्य इनाम भी बाँटे +6310,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_019.wav,जब कुँवारियाँ दूसरी बार इकट्ठी की गई तब मोर्दकै राजभवन के फाटक में बैठा था +6311,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_020.wav,एस्तेर ने अपनी जाति और कुल का पता नहीं दिया था क्योंकि मोर्दकै ने उसको ऐसी आज्ञा दी थी कि न बताए और एस्तेर मोर्दकै की बात ऐसी मानती थी जैसे कि उसके यहाँ अपने पालनपोषण के समय मानती थी +6312,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_021.wav,उन्हीं दिनों में जब मोर्दकै राजा के राजभवन के फाटक में बैठा करता था तब राजा के खोजे जो द्वारपाल भी थे उनमें से बिगताना और तेरेश नामक दो जनों ने राजा क्षयर्ष से रूठकर उस पर हाथ चलाने की युक्ति की +6313,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_022.wav,यह बात मोर्दकै को मालूम हुई और उसने एस्तेर रानी को यह बात बताई और एस्तेर ने मोर्दकै का नाम लेकर राजा को चितौनी दी +6314,data/cleaned/hindi/EST/EST_002_023.wav,तब जाँच पड़ताल होने पर यह बात सच निकली और वे दोनों वृक्ष पर लटका दिए गए और यह वृत्तान्त राजा के सामने इतिहास की पुस्तक में लिख लिया गया +6315,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_001.wav,इन बातों के बाद राजा क्षयर्ष ने अगागी हम्मदाता के पुत्र हामान को उच्च पद दिया और उसको महत्त्व देकर उसके लिये उसके साथी हाकिमों के सिंहासनों से ऊँचा सिंहासन ठहराया +6316,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_002.wav,राजा के सब कर्मचारी जो राजभवन के फाटक में रहा करते थे वे हामान के सामने झुककर दण्डवत् किया करते थे क्योंकि राजा ने उसके विषय ऐसी ही आज्ञा दी थी परन्तु मोर्दकै न तो झुकता था और न उसको दण्डवत् करता था +6317,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_003.wav,तब राजा के कर्मचारी जो राजभवन के फाटक में रहा करते थे उन्होंने मोर्दकै से पूछा तू राजा की आज्ञा का क्यों उल्लंघन करता है +6318,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_004.wav,जब वे उससे प्रतिदिन ऐसा ही कहते रहे और उसने उनकी एक न मानी तब उन्होंने यह देखने की इच्छा से कि मोर्दकै की यह बात चलेगी कि नहीं हामान को बता दिया उसने उनको बता दिया था कि मैं यहूदी हूँ +6319,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_005.wav,जब हामान ने देखा कि मोर्दकै नहीं झुकता और न मुझ को दण��डवत् करता है तब हामान बहुत ही क्रोधित हुआ +6320,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_006.wav,उसने केवल मोर्दकै पर हाथ उठाना अपनी मर्यादा से कम जाना क्योंकि उन्होंने हामान को यह बता दिया था कि मोर्दकै किस जाति का है इसलिए हामान ने क्षयर्ष के साम्राज्य में रहनेवाले सारे यहूदियों को भी मोर्दकै की जाति जानकर विनाश कर डालने की युक्ति निकाली +6321,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_007.wav,राजा क्षयर्ष के बारहवें वर्ष के नीसान नामक पहले महीने में हामान ने अदार नामक बारहवें महीने तक के एकएक दिन और एकएक महीने के लिये पूर अर्थात् चिट्ठी अपने सामने डलवाई +6322,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_008.wav,हामान ने राजा क्षयर्ष से कहा तेरे राज्य के सब प्रान्तों में रहनेवाले देशदेश के लोगों के मध्य में तितरबितर और छिटकी हुई एक जाति है जिसके नियम और सब लोगों के नियमों से भिन्न हैं और वे राजा के कानून पर नहीं चलते इसलिए उन्हें रहने देना राजा को लाभदायक नहीं है +6323,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_009.wav,यदि राजा को स्वीकार हो तो उन्हें नष्ट करने की आज्ञा लिखी जाए और मैं राजा के भण्डारियों के हाथ में राजभण्डार में पहुँचाने के लिये दस हजार किक्कार चाँदी दूँगा +6324,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_010.wav,तब राजा ने अपनी मुहर वाली अंगूठी अपने हाथ से उतारकर अगागी हम्मदाता के पुत्र हामान को जो यहूदियों का बैरी था दे दी +6325,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_011.wav,और राजा ने हामान से कहा वह चाँदी तुझे दी गई है और वे लोग भी ताकि तू उनसे जैसा तेरा जी चाहे वैसा ही व्यवहार करे +6326,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_012.wav,फिर उसी पहले महीने के तेरहवें दिन को राजा के लेखक बुलाए गए और हामान की आज्ञा के अनुसार राजा के सब अधिपतियों और सब प्रान्तों के प्रधानों और देशदेश के लोगों के हाकिमों के लिये चिट्ठियाँ एकएक प्रान्त के अक्षरों में और एकएक देश के लोगों की भाषा में राजा क्षयर्ष के नाम से लिखी गईं और उनमें राजा की मुहर वाली अंगूठी की छाप लगाई गई +6327,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_013.wav,राज्य के सब प्रान्तों में इस आशय की चिट्ठियाँ हर डाकियों के द्वारा भेजी गई कि एक ही दिन में अर्थात् अदार नामक बारहवें महीने के तेरहवें दिन को क्या जवान क्या बूढ़ा क्या स्त्री क्या बालक सब यहूदी घात और नाश किए जाएँ और उनकी धनसम्पत्ति लूट ली जाए +6328,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_014.wav,उस आज्ञा के लेख की नकलें सब प्रान्तों में खुली हुई भेजी गईं कि सब देशों के लोग उस दिन के लिये तैयार हो जाएँ +6329,data/cleaned/hindi/EST/EST_003_015.wav,यह आज्ञा शूशन गढ़ में दी गई और डाकिए रा���ा की आज्ञा से तुरन्त निकल गए राजा और हामान तो दाखमधु पीने बैठ गए परन्तु शूशन नगर में घबराहट फैल गई +6330,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_001.wav,जब मोर्दकै ने जान लिया कि क्याक्या किया गया है तब मोर्दकै वस्त्र फाड़ टाट पहन राख डालकर नगर के मध्य जाकर ऊँचे और दुःख भरे शब्द से चिल्लाने लगा +6331,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_002.wav,और वह राजभवन के फाटक के सामने पहुँचा परन्तु टाट पहने हुए राजभवन के फाटक के भीतर तो किसी के जाने की आज्ञा न थी +6332,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_003.wav,एकएक प्रान्त में जहाँजहाँ राजा की आज्ञा और नियम पहुँचा वहाँवहाँ यहूदी बड़ा विलाप करने और उपवास करने और रोने पीटने लगे वरन् बहुत से टाट पहने और राख डाले हुए पड़े रहे +6333,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_004.wav,एस्तेर रानी की सहेलियों और खोजों ने जाकर उसको बता दिया तब रानी शोक से भर गई और मोर्दकै के पास वस्त्र भेजकर यह कहलाया कि टाट उतारकर इन्हें पहन ले परन्तु उसने उन्हें न लिया +6334,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_005.wav,तब एस्तेर ने राजा के खोजों में से हताक को जिसे राजा ने उसके पास रहने को ठहराया था बुलवाकर आज्ञा दी कि मोर्दकै के पास जाकर मालूम कर ले कि क्या बात है और इसका क्या कारण है +6335,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_006.wav,तब हताक नगर के उस चौक में जो राजभवन के फाटक के सामने था मोर्दकै के पास निकल गया +6336,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_007.wav,मोर्दकै ने उसको सब कुछ बता दिया कि मेरे ऊपर क्याक्या बीता है और हामान ने यहूदियों के नाश करने की अनुमति पाने के लिये राजभण्डार में कितनी चाँदी भर देने का वचन दिया है यह भी ठीकठीक बता दिया +6337,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_008.wav,फिर यहूदियों को विनाश करने की जो आज्ञा शूशन में दी गई थी उसकी एक नकल भी उसने हताक के हाथ में एस्तेर को दिखाने के लिये दी और उसे सब हाल बताने और यह आज्ञा देने को कहा कि भीतर राजा के पास जाकर अपने लोगों के लिये गिड़गिड़ाकर विनती करे +6338,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_009.wav,तब हताक ने एस्तेर के पास जाकर मोर्दकै की बातें कह सुनाईं +6339,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_010.wav,तब एस्तेर ने हताक को मोर्दकै से यह कहने की आज्ञा दी +6340,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_011.wav,राजा के सब कर्मचारियों वरन् राजा के प्रान्तों के सब लोगों को भी मालूम है कि क्या पुरुष क्या स्त्री कोई क्यों न हो जो आज्ञा बिना पाए भीतरी आँगन में राजा के पास जाएगा उसके मार डालने ही की आज्ञा है केवल जिसकी ओर राजा सोने का राजदण्ड बढ़ाए वही बचता है परन्तु मैं अब तीस दिन से राजा के पास नहीं बुलाई गई हूँ +6341,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_012.wav,एस्तेर की ये बा��ें मोर्दकै को सुनाई गईं +6342,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_013.wav,तब मोर्दकै ने एस्तेर के पास यह कहला भेजा तू मन ही मन यह विचार न कर कि मैं ही राजभवन में रहने के कारण और सब यहूदियों में से बची रहूँगी +6343,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_014.wav,क्योंकि जो तू इस समय चुपचाप रहे तो और किसी न किसी उपाय से यहूदियों का छुटकारा और उद्धार हो जाएगा परन्तु तू अपने पिता के घराने समेत नाश होगी क्या जाने तुझे ऐसे ही कठिन समय के लिये राजपद मिल गया हो +6344,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_015.wav,तब एस्तेर ने मोर्दकै के पास यह कहला भेजा +6345,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_016.wav,तू जाकर शूशन के सब यहूदियों को इकट्ठा कर और तुम सब मिलकर मेरे निमित्त उपवास करो तीन दिनरात न तो कुछ खाओ और न कुछ पीओ और मैं भी अपनी सहेलियों सहित उसी रीति उपवास करूँगी और ऐसी ही दशा में मैं नियम के विरुद्ध राजा के पास भीतर जाऊँगी और यदि नाश हो गई तो हो गई +6346,data/cleaned/hindi/EST/EST_004_017.wav,तब मोर्दकै चला गया और एस्तेर की आज्ञा के अनुसार ही उसने सब कुछ किया +6347,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_001.wav,तीसरे दिन एस्तेर अपने राजकीय वस्त्र पहनकर राजभवन के भीतरी आँगन में जाकर राजभवन के सामने खड़ी हो गई राजा तो राजभवन में राजगद्दी पर भवन के द्वार के सामने विराजमान था +6348,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_002.wav,और जब राजा ने एस्तेर रानी को आँगन में खड़ी हुई देखा तब उससे प्रसन्न होकर सोने का राजदण्ड जो उसके हाथ में था उसकी ओर बढ़ाया तब एस्तेर ने निकट जाकर राजदण्ड की नोक छुई +6349,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_003.wav,तब राजा ने उससे पूछा हे एस्तेर रानी तुझे क्या चाहिये और तू क्या माँगती है माँग और तुझे आधा राज्य तक दिया जाएगा +6350,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_004.wav,एस्तेर ने कहा यदि राजा को स्वीकार हो तो आज हामान को साथ लेकर उस भोज में आए जो मैंने राजा के लिये तैयार किया है +6351,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_005.wav,तब राजा ने आज्ञा दी हामान को तुरन्त ले आओ कि एस्तेर का निमंत्रण ग्रहण किया जाए अतः राजा और हामान एस्तेर के तैयार किए हुए भोज में आए +6352,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_006.wav,भोज के समय जब दाखमधु पिया जाता था तब राजा ने एस्तेर से कहा तेरा क्या निवेदन है वह पूरा किया जाएगा और तू क्या माँगती है माँग और आधा राज्य तक तुझे दिया जाएगा +6353,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_007.wav,एस्तेर ने उत्तर दिया मेरा निवेदन और जो मैं माँगती हूँ वह यह है +6354,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_008.wav,कि यदि राजा मुझ पर प्रसन्न है और मेरा निवेदन सुनना और जो वरदान मैं माँगू वही देना राजा को स्वीकार हो तो राजा और हामान कल उस भोज में आएँ जिसे मैं उनके ल���ये करूँगी और कल मैं राजा के इस वचन के अनुसार करूँगी +6355,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_009.wav,उस दिन हामान आनन्दित और मन में प्रसन्न होकर बाहर गया परन्तु जब उसने मोर्दकै को राजभवन के फाटक में देखा कि वह उसके सामने न तो खड़ा हुआ और न हटा तब वह मोर्दकै के विरुद्ध क्रोध से भर गया +6356,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_010.wav,तो भी वह अपने को रोककर अपने घर गया और अपने मित्रों और अपनी स्त्री जेरेश को बुलवा भेजा +6357,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_011.wav,तब हामान ने उनसे अपने धन का वैभव और अपने बालबच्चों की बढ़ती और राजा ने उसको कैसेकैसे बढ़ाया और सब हाकिमों और अपने सब कर्मचारियों से ऊँचा पद दिया था इन सब का वर्णन किया +6358,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_012.wav,हामान ने यह भी कहा एस्तेर रानी ने भी मुझे छोड़ और किसी को राजा के संग अपने किए हुए भोज में आने न दिया और कल के लिये भी राजा के संग उसने मुझी को नेवता दिया है +6359,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_013.wav,तो भी जब जब मुझे वह यहूदी मोर्दकै राजभवन के फाटक में बैठा हुआ दिखाई पड़ता है तबतब यह सब मेरी दृष्टि में व्यर्थ लगता है +6360,data/cleaned/hindi/EST/EST_005_014.wav,उसकी पत्नी जेरेश और उसके सब मित्रों ने उससे कहा पचास हाथ ऊँचा फांसी का एक खम्भा बनाया जाए और सवेरे को राजा से कहना कि उस पर मोर्दकै लटका दिया जाए तब राजा के संग आनन्द से भोज में जाना इस बात से प्रसन्न होकर हामान ने वैसा ही फांसी का एक खम्भा बनवाया +6361,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_001.wav,उस रात राजा को नींद नहीं आई इसलिए उसकी आज्ञा से इतिहास की पुस्तक लाई गई और पढ़कर राजा को सुनाई गई +6362,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_002.wav,उसमें यह लिखा हुआ मिला कि जब राजा क्षयर्ष के हाकिम जो द्वारपाल भी थे उनमें से बिगताना और तेरेश नामक दो जनों ने उस पर हाथ चलाने की युक्ति की थी उसे मोर्दकै ने प्रगट किया था +6363,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_003.wav,तब राजा ने पूछा इसके बदले मोर्दकै की क्या प्रतिष्ठा और बड़ाई की गई राजा के जो सेवक उसकी सेवा टहल कर रहे थे उन्होंने उसको उत्तर दिया उसके लिये कुछ भी नहीं किया गया +6364,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_004.wav,राजा ने पूछा आँगन में कौन है उसी समय हामान राजा के भवन से बाहरी आँगन में इस मनसा से आया था कि जो खम्भा उसने मोर्दकै के लिये तैयार कराया था उस पर उसको लटका देने की चर्चा राजा से करे +6365,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_005.wav,तब राजा के सेवकों ने उससे कहा आँगन में तो हामान खड़ा है राजा ने कहा उसे भीतर बुलवा लाओ +6366,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_006.wav,जब हामान भीतर आया तब राजा ने उससे पूछा जिस मनुष्य की प्रतिष्ठा राजा करना चाहता हो तो उसके लिये क्या करना उचित होगा हामान ने यह सोचकर कि मुझसे अधिक राजा किसकी प्रतिष्ठा करना चाहता होगा +6367,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_007.wav,राजा को उत्तर दिया जिस मनुष्य की प्रतिष्ठा राजा करना चाहे +6368,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_008.wav,उसके लिये राजकीय वस्त्र लाया जाए जो राजा पहनता है और एक घोड़ा भी जिस पर राजा सवार होता है और उसके सिर पर जो राजकीय मुकुट धरा जाता है वह भी लाया जाए +6369,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_009.wav,फिर वह वस्त्र और वह घोड़ा राजा के किसी बड़े हाकिम को सौंपा जाए और जिसकी प्रतिष्ठा राजा करना चाहता हो उसको वह वस्त्र पहनाया जाए और उस घोड़े पर सवार करके नगर के चौक में उसे फिराया जाए और उसके आगेआगे यह प्रचार किया जाए जिसकी प्रतिष्ठा राजा करना चाहता है उसके साथ ऐसा ही किया जाएगा +6370,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_010.wav,राजा ने हामान से कहा फुर्ती करके अपने कहने के अनुसार उस वस्त्र और उस घोड़े को लेकर उस यहूदी मोर्दकै से जो राजभवन के फाटक में बैठा करता है वैसा ही कर जैसा तूने कहा है उसमें कुछ भी कमी होने न पाए +6371,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_011.wav,तब हामान ने उस वस्त्र और उस घोड़े को लेकर मोर्दकै को पहनाया और उसे घोड़े पर चढ़ाकर नगर के चौक में इस प्रकार पुकारता हुआ घुमाया जिसकी प्रतिष्ठा राजा करना चाहता है उसके साथ ऐसा ही किया जाएगा +6372,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_012.wav,तब मोर्दकै तो राजभवन के फाटक में लौट गया परन्तु हामान शोक करता हुआ और सिर ढाँपे हुए झट अपने घर को गया +6373,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_013.wav,हामान ने अपनी पत्नी जेरेश और अपने सब मित्रों से सब कुछ जो उस पर बीता था वर्णन किया तब उसके बुद्धिमान मित्रों और उसकी पत्नी जेरेश ने उससे कहा मोर्दकै जिसे तू नीचा दिखाना चाहता है यदि वह यहूदियों के वंश में का है तो तू उस पर प्रबल न होने पाएगा उससे पूरी रीति नीचा हो जाएगा +6374,data/cleaned/hindi/EST/EST_006_014.wav,वे उससे बातें कर ही रहे थे कि राजा के खोजे आकर हामान को एस्तेर के किए हुए भोज में फुर्ती से बुला ले गए +6375,data/cleaned/hindi/EST/EST_007_001.wav,अतः राजा और हामान एस्तेर रानी के भोज में आ गए +6376,data/cleaned/hindi/EST/EST_007_002.wav,और राजा ने दूसरे दिन दाखमधु पीतेपीते एस्तेर से फिर पूछा हे एस्तेर रानी तेरा क्या निवेदन है वह पूरा किया जाएगा और तू क्या माँगती है माँग और आधा राज्य तक तुझे दिया जाएगा +6377,data/cleaned/hindi/EST/EST_007_003.wav,एस्तेर रानी ने उत्तर दिया हे राजा यदि तू मुझ पर प्रसन्न है और राजा को यह स्वीकार हो तो मेरे निवेदन से मुझे और मेरे माँगने से मेरे लोगों को प्राणदान मिले +6378,data/cleaned/hindi/EST/EST_007_004.wav,क्योंकि मैं और मेरी जाति के लोग बेच डाले गए हैं और हम सब घात और नाश किए जानेवाले हैं यदि हम केवल दासदासी हो जाने के लिये बेच डाले जाते तो मैं चुप रहती चाहे उस दशा में भी वह विरोधी राजा की हानि भर न सकता +6379,data/cleaned/hindi/EST/EST_007_005.wav,तब राजा क्षयर्ष ने एस्तेर रानी से पूछा वह कौन है और कहाँ है जिसने ऐसा करने की मनसा की है +6380,data/cleaned/hindi/EST/EST_007_006.wav,एस्तेर ने उत्तर दिया वह विरोधी और शत्रु यही दुष्ट हामान है तब हामान राजारानी के सामने भयभीत हो गया +6381,data/cleaned/hindi/EST/EST_007_007.wav,राजा क्रोध से भरकर दाखमधु पीने से उठकर राजभवन की बारी में निकल गया और हामान यह देखकर कि राजा ने मेरी हानि ठानी होगी एस्तेर रानी से प्राणदान माँगने को खड़ा हुआ +6382,data/cleaned/hindi/EST/EST_007_008.wav,जब राजा राजभवन की बारी से दाखमधु पीने के स्थान में लौट आया तब क्या देखा कि हामान उसी चौकी पर जिस पर एस्तेर बैठी है झुक रहा है और राजा ने कहा क्या यह घर ही में मेरे सामने ही रानी से बरबस करना चाहता है राजा के मुँह से यह वचन निकला ही था कि सेवकों ने हामान का मुँह ढाँप दिया +6383,data/cleaned/hindi/EST/EST_007_009.wav,तब राजा के सामने उपस्थित रहनेवाले खोजों में से हर्बोना नाम एक ने राजा से कहा हामान के यहाँ पचास हाथ ऊँचा फांसी का एक खम्भा खड़ा है जो उसने मोर्दकै के लिये बनवाया है जिसने राजा के हित की बात कही थी राजा ने कहा उसको उसी पर लटका दो +6384,data/cleaned/hindi/EST/EST_007_010.wav,तब हामान उसी खम्भे पर जो उसने मोर्दकै के लिये तैयार कराया था लटका दिया गया इस पर राजा का गुस्सा ठण्डा हो गया +6385,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_001.wav,उसी दिन राजा क्षयर्ष ने यहूदियों के विरोधी हामान का घरबार एस्तेर रानी को दे दिया मोर्दकै राजा के सामने आया क्योंकि एस्तेर ने राजा को बताया था कि उससे उसका क्या नाता था +6386,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_002.wav,तब राजा ने अपनी वह मुहर वाली अंगूठी जो उसने हामान से ले ली थी उतार कर मोर्दकै को दे दी एस्तेर ने मोर्दकै को हामान के घरबार पर अधिकारी नियुक्त कर दिया +6387,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_003.wav,फिर एस्तेर दूसरी बार राजा से बोली और उसके पाँव पर गिर आँसू बहा बहाकर उससे गिड़गिड़ाकर विनती की कि अगागी हामान की बुराई और यहूदियों की हानि की उसकी युक्ति निष्फल की जाए +6388,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_004.wav,तब राजा ने एस्तेर की ओर सोने का राजदण्ड बढ़ाया +6389,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_005.wav,तब एस्तेर उठकर राजा के सामने खड़ी हुई और कहने लगी यदि राजा को स्वीकार हो और वह ���ुझसे प्रसन्न है और यह बात उसको ठीक जान पड़े और मैं भी उसको अच्छी लगती हूँ तो जो चिट्ठियाँ हम्मदाता अगागी के पुत्र हामान ने राजा के सब प्रान्तों के यहूदियों को नाश करने की युक्ति करके लिखाई थीं उनको पलटने के लिये लिखा जाए +6390,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_006.wav,क्योंकि मैं अपने जाति के लोगों पर पड़नेवाली उस विपत्ति को किस रीति से देख सकूँगी और मैं अपने भाइयों के विनाश को कैसे देख सकूँगी +6391,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_007.wav,तब राजा क्षयर्ष ने एस्तेर रानी से और मोर्दकै यहूदी से कहा मैं हामान का घरबार तो एस्तेर को दे चुका हूँ और वह फांसी के खम्भे पर लटका दिया गया है इसलिए कि उसने यहूदियों पर हाथ उठाया था +6392,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_008.wav,अतः तुम अपनी समझ के अनुसार राजा के नाम से यहूदियों के नाम पर लिखो और राजा की मुहर वाली अंगूठी की छाप भी लगाओ क्योंकि जो चिट्ठी राजा के नाम से लिखी जाए और उस पर उसकी अंगूठी की छाप लगाई जाए उसको कोई भी पलट नहीं सकता +6393,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_009.wav,उसी समय अर्थात् सीवान नामक तीसरे महीने के तेईसवें दिन को राजा के लेखक बुलवाए गए और जिसजिस बात की आज्ञा मोर्दकै ने उन्हें दी थी उसे यहूदियों और अधिपतियों और भारत से लेकर कूश तक जो एक सौ सत्ताईस प्रान्त हैं उन सभी के अधिपतियों और हाकिमों को एकएक प्रान्त के अक्षरों में और एकएक देश के लोगों की भाषा में और यहूदियों को उनके अक्षरों और भाषा में लिखी गईं +6394,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_010.wav,मोर्दकै ने राजा क्षयर्ष के नाम से चिट्ठियाँ लिखाकर और उन पर राजा की मुहर वाली अंगूठी की छाप लगाकर वेग चलनेवाले सरकारी घोड़ों खच्चरों और साँड़नियों पर सवार हरकारों के हाथ भेज दीं +6395,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_011.wav,इन चिट्ठियों में सब नगरों के यहूदियों को राजा की ओर से अनुमति दी गई कि वे इकट्ठे हों और अपनाअपना प्राण बचाने के लिये तैयार होकर जिस जाति या प्रान्त के लोग अन्याय करके उनको या उनकी स्त्रियों और बालबच्चों को दुःख देना चाहें उनको घात और नाश करें और उनकी धनसम्पत्ति लूट लें +6396,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_012.wav,और यह राजा क्षयर्ष के सब प्रान्तों में एक ही दिन में किया जाए अर्थात् अदार नामक बारहवें महीने के तेरहवें दिन को +6397,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_013.wav,इस आज्ञा के लेख की नकलें समस्त प्रान्तों में सब देशों के लोगों के पास खुली हुई भेजी गईं ताकि यहूदी उस दिन अपने शत्रुओं से पलटा लेने को तैयार रहें +6398,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_014.wav,अतः हरकारे वेग चलनेवाले ���रकारी घोड़ों पर सवार होकर राजा की आज्ञा से फुर्ती करके जल्दी चले गए और यह आज्ञा शूशन राजगढ़ में दी गई थी +6399,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_015.wav,तब मोर्दकै नीले और श्वेत रंग के राजकीय वस्त्र पहने और सिर पर सोने का बड़ा मुकुट धरे हुए और सूक्ष्म सन और बैंगनी रंग का बागा पहने हुए राजा के सम्मुख से निकला और शूशन नगर के लोग आनन्द के मारे ललकार उठे +6400,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_016.wav,और यहूदियों को आनन्द और हर्ष हुआ और उनकी बड़ी प्रतिष्ठा हुई +6401,data/cleaned/hindi/EST/EST_008_017.wav,और जिसजिस प्रान्त और जिसजिस नगर में जहाँ कहीं राजा की आज्ञा और नियम पहुँचे वहाँवहाँ यहूदियों को आनन्द और हर्ष हुआ और उन्होंने भोज करके उस दिन को खुशी का दिन माना और उस देश के लोगों में से बहुत लोग यहूदी बन गए क्योंकि उनके मन में यहूदियों का डर समा गया था +6402,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_001.wav,अदार नामक बारहवें महीने के तेरहवें दिन को जिस दिन राजा की आज्ञा और नियम पूरे होने को थे और यहूदियों के शत्रु उन पर प्रबल होने की आशा रखते थे परन्तु इसके विपरीत यहूदी अपने बैरियों पर प्रबल हुए उस दिन +6403,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_002.wav,यहूदी लोग राजा क्षयर्ष के सब प्रान्तों में अपनेअपने नगर में इकट्ठे हुए कि जो उनकी हानि करने का यत्न करे उन पर हाथ चलाएँ कोई उनका सामना न कर सका क्योंकि उनका भय देशदेश के सब लोगों के मन में समा गया था +6404,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_003.wav,वरन् प्रान्तों के सब हाकिमों और अधिपतियों और प्रधानों और राजा के कर्मचारियों ने यहूदियों की सहायता की क्योंकि उनके मन में मोर्दकै का भय समा गया था +6405,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_004.wav,मोर्दकै तो राजा के यहाँ बहुत प्रतिष्ठित था और उसकी कीर्ति सब प्रान्तों में फैल गई वरन् उस पुरुष मोर्दकै की महिमा बढ़ती चली गई +6406,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_005.wav,अतः यहूदियों ने अपने सब शत्रुओं को तलवार से मारकर और घात करके नाश कर डाला और अपने बैरियों से अपनी इच्छा के अनुसार बर्ताव किया +6407,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_006.wav,शूशन राजगढ़ में यहूदियों ने पाँच सौ मनुष्यों को घात करके नाश किया +6408,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_007.wav,उन्होंने पर्शन्दाता दल्पोन अस्पाता +6409,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_008.wav,पोराता अदल्या अरीदाता +6410,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_009.wav,पर्मशता अरीसै अरीदै और वैजाता +6411,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_010.wav,अर्थात् हम्मदाता के पुत्र यहूदियों के विरोधी हामान के दसों पुत्रों को भी घात किया परन्तु उनके धन को न लूटा +6412,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_011.wav,उसी दिन शूशन राजगढ़ में घात किए हुओं की गिनती राजा को स��नाई गई +6413,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_012.wav,तब राजा ने एस्तेर रानी से कहा यहूदियों ने शूशन राजगढ़ ही में पाँच सौ मनुष्यों और हामान के दसों पुत्रों को भी घात करके नाश किया है फिर राज्य के अन्य प्रान्तों में उन्होंने न जाने क्याक्या किया होगा अब इससे अधिक तेरा निवेदन क्या है वह भी पूरा किया जाएगा और तू क्या माँगती है वह भी तुझे दिया जाएगा +6414,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_013.wav,एस्तेर ने कहा यदि राजा को स्वीकार हो तो शूशन के यहूदियों को आज के समान कल भी करने की आज्ञा दी जाए और हामान के दसों पुत्र फांसी के खम्भों पर लटकाए जाएँ +6415,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_014.wav,राजा ने आज्ञा दी ऐसा किया जाए यह आज्ञा शूशन में दी गई और हामान के दसों पुत्र लटकाए गए +6416,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_015.wav,शूशन के यहूदियों ने अदार महीने के चौदहवें दिन को भी इकट्ठे होकर शूशन में तीन सौ पुरुषों को घात किया परन्तु धन को न लूटा +6417,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_016.wav,राज्य के अन्य प्रान्तों के यहूदी इकट्ठा होकर अपनाअपना प्राण बचाने के लिये खड़े हुए और अपने बैरियों में से पचहत्तर हजार मनुष्यों को घात करके अपने शत्रुओं से विश्राम पाया परन्तु धन को न लूटा +6418,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_017.wav,यह अदार महीने के तेरहवें दिन को किया गया और चौदहवें दिन को उन्होंने विश्राम करके भोज किया और आनन्द का दिन ठहराया +6419,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_018.wav,परन्तु शूशन के यहूदी अदार महीने के तेरहवें दिन को और उसी महीने के चौदहवें दिन को इकट्ठा हुए और उसी महीने के पन्द्रहवें दिन को उन्होंने विश्राम करके भोज का और आनन्द का दिन ठहराया +6420,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_019.wav,इस कारण देहाती यहूदी जो बिना शहरपनाह की बस्तियों में रहते हैं वे अदार महीने के चौदहवें दिन को आनन्द और भोज और खुशी और आपस में भोजन सामग्री भेजने का दिन नियुक्त करके मानते हैं +6421,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_020.wav,इन बातों का वृत्तान्त लिखकर मोर्दकै ने राजा क्षयर्ष के सब प्रान्तों में क्या निकट क्या दूर रहनेवाले सारे यहूदियों के पास चिट्ठियाँ भेजीं +6422,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_021.wav,और यह आज्ञा दी कि अदार महीने के चौदहवें और उसी महीने के पन्द्रहवें दिन को प्रतिवर्ष माना करें +6423,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_022.wav,जिनमें यहूदियों ने अपने शत्रुओं से विश्राम पाया और यह महीना जिसमें शोक आनन्द से और विलाप खुशी से बदला गया माना करें और उनको भोज और आनन्द और एक दूसरे के पास भोजन सामग्री भेजने और कंगालों को दान देने के दिन मानें +6424,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_023.wav,अतः यहूदियों ने जैसा आरम्भ किया था और जैसा मोर्दकै ने उन्हें लिखा वैसा ही करने का निश्चय कर लिया +6425,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_024.wav,क्योंकि हम्मदाता अगागी का पुत्र हामान जो सब यहूदियों का विरोधी था उसने यहूदियों का नाश करने की युक्ति की और उन्हें मिटा डालने और नाश करने के लिये पूर अर्थात् चिट्ठी डाली थी +6426,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_025.wav,परन्तु जब राजा ने यह जान लिया तब उसने आज्ञा दी और लिखवाई कि जो दुष्ट युक्ति हामान ने यहूदियों के विरुद्ध की थी वह उसी के सिर पर पलट आए तब वह और उसके पुत्र फांसी के खम्भों पर लटकाए गए +6427,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_026.wav,इस कारण उन दिनों का नाम पूर शब्द से पूरीम रखा गया इस चिट्ठी की सब बातों के कारण और जो कुछ उन्होंने इस विषय में देखा और जो कुछ उन पर बीता था उसके कारण भी +6428,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_027.wav,यहूदियों ने अपनेअपने लिये और अपनी सन्तान के लिये और उन सभी के लिये भी जो उनमें मिल गए थे यह अटल प्रण किया कि उस लेख के अनुसार प्रतिवर्ष उसके ठहराए हुए समय में वे ये दो दिन मानें +6429,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_028.wav,और पीढ़ीपीढ़ी कुलकुल प्रान्तप्रान्त नगरनगर में ये दिन स्मरण किए और माने जाएँगे और पूरीम नाम के दिन यहूदियों में कभी न मिटेंगे और उनका स्मरण उनके वंश से जाता न रहेगा +6430,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_029.wav,फिर अबीहैल की बेटी एस्तेर रानी और मोर्दकै यहूदी ने पूरीम के विषय यह दूसरी चिट्ठी बड़े अधिकार के साथ लिखी +6431,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_030.wav,इसकी नकलें मोर्दकै ने क्षयर्ष के राज्य के एक सौ सत्ताईस प्रान्तों के सब यहूदियों के पास शान्ति देनेवाली और सच्ची बातों के साथ इस आशय से भेजीं +6432,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_031.wav,कि पूरीम के उन दिनों के विशेष ठहराए हुए समयों में मोर्दकै यहूदी और एस्तेर रानी की आज्ञा के अनुसार और जो यहूदियों ने अपने और अपनी सन्तान के लिये ठान लिया था उसके अनुसार भी उपवास और विलाप किए जाएँ +6433,data/cleaned/hindi/EST/EST_009_032.wav,पूरीम के विषय का यह नियम एस्तेर की आज्ञा से भी स्थिर किया गया और उनकी चर्चा पुस्तक में लिखी गई +6434,data/cleaned/hindi/EST/EST_010_001.wav,राजा क्षयर्ष ने देश और समुद्र के टापुओं पर कर लगाया +6435,data/cleaned/hindi/EST/EST_010_002.wav,उसके माहात्म्य और पराक्रम के कामों और मोर्दकै की उस बड़ाई का पूरा ब्योरा जो राजा ने उसकी की थी क्या वह मादै और फारस के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +6436,data/cleaned/hindi/EST/EST_010_003.wav,यहूदी मोर्दकै क्षयर्ष राजा ही के बाद था और यहूदियों की दृष्टि में बड़ा था और उसके सब भाई उससे प्रसन्न थे क्योंकि वह अपने लोगों की भलाई की खोज में रहा करता था और अपने सब लोगों से शान्ति की बातें कहा करता था +6437,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_001.wav,तीसवें वर्ष के चौथे महीने के पाँचवें दिन मैं बन्दियों के बीच कबार नदी के तट पर था तब स्वर्ग खुल गया और मैंने परमेश्वर के दर्शन पाए +6438,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_002.wav,यहोयाकीन राजा की बँधुआई के पाँचवें वर्ष के चौथे महीने के पाँचवें दिन को कसदियों के देश में कबार नदी के तट पर +6439,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_003.wav,यहोवा का वचन बूजी के पुत्र यहेजकेल याजक के पास पहुँचा और यहोवा की शक्ति उस पर वहीं प्रगट हुई +6440,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_004.wav,जब मैं देखने लगा तो क्या देखता हूँ कि उत्तर दिशा से बड़ी घटा और लहराती हुई आग सहित बड़ी आँधी आ रही है और घटा के चारों ओर प्रकाश और आग के बीचोंबीच से झलकाया हुआ पीतल सा कुछ दिखाई देता है +6441,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_005.wav,फिर उसके बीच से चार जीवधारियों के समान कुछ निकले और उनका रूप मनुष्य के समान था +6442,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_006.wav,परन्तु उनमें से हर एक के चारचार मुख और चारचार पंख थे +6443,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_007.wav,उनके पाँव सीधे थे और उनके पाँवों के तलवे बछड़ों के खुरों के से थे और वे झलकाए हुए पीतल के समान चमकते थे +6444,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_008.wav,उनके चारों ओर पर पंखों के नीचे मनुष्य के से हाथ थे और उन चारों के मुख और पंख इस प्रकार के थे +6445,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_009.wav,उनके पंख एक दूसरे से परस्पर मिले हुए थे वे अपनेअपने सामने सीधे ही चलते हुए मुड़ते नहीं थे +6446,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_010.wav,उनके सामने के मुखों का रूप मनुष्य का सा था और उन चारों के दाहिनी ओर के मुख सिंह के से बाईं ओर के मुख बैल के से थे और चारों के पीछे के मुख उकाब पक्षी के से थे +6447,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_011.wav,उनके चेहरे ऐसे थे और उनके मुख और पंख ऊपर की ओर अलगअलग थे हर एक जीवधारी के दोदो पंख थे जो एक दूसरे के पंखों से मिले हुए थे और दोदो पंखों से उनका शरीर ढँपा हुआ था +6448,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_012.wav,वे सीधे अपनेअपने सामने ही चलते थे जिधर आत्मा जाना चाहता था वे उधर ही जाते थे और चलते समय मुड़ते नहीं थे +6449,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_013.wav,जीवधारियों के रूप अंगारों और जलते हुए मशालों के समान दिखाई देते थे और वह आग जीवधारियों के बीच इधरउधर चलतीफिरती हुई बड़ा प्रकाश देती रही और उस आग से बिजली निकलती थी +6450,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_014.wav,जीवधारियों का चलना फिरना बिजली का सा था +6451,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_015.wav,जब मैं जीवधारियों को देख ही रहा था तो क्या देखा कि भूमि पर उनके पास चारों मुखों की गिनती के अनुसार एकएक पहिया था +6452,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_016.wav,पहियों का रूप और बनावट फीरोजे की सी थी और चारों का एक ही रूप था और उनका रूप और बनावट ऐसी थी जैसे एक पहिये के बीच दूसरा पहिया हो +6453,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_017.wav,चलते समय वे अपनी चारों ओर चल सकते थे और चलने में मुड़ते नहीं थे +6454,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_018.wav,उन चारों पहियों के घेरे बहुत बड़े और डरावने थे और उनके घेरों में चारों ओर आँखें ही आँखें भरी हुई थीं +6455,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_019.wav,जब जीवधारी चलते थे तब पहिये भी उनके साथ चलते थे और जब जीवधारी भूमि पर से उठते थे तब पहिये भी उठते थे +6456,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_020.wav,जिधर आत्मा जाना चाहती थी उधर ही वे जाते और पहिये जीवधारियों के साथ उठते थे क्योंकि उनकी आत्मा पहियों में थी +6457,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_021.wav,जब वे चलते थे तब ये भी चलते थे और जब जब वे खड़े होते थे तब ये भी खड़े होते थे और जब वे भूमि पर से उठते थे तब पहिये भी उनके साथ उठते थे क्योंकि जीवधारियों की आत्मा पहियों में थी +6458,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_022.wav,जीवधारियों के सिरों के ऊपर आकाशमण्डल सा कुछ था जो बर्फ के समान भयानक रीति से चमकता था और वह उनके सिरों के ऊपर फैला हुआ था +6459,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_023.wav,आकाशमण्डल के नीचे उनके पंख एक दूसरे की ओर सीधे फैले हुए थे और हर एक जीवधारी के दोदो और पंख थे जिनसे उनके शरीर ढँपे हुए थे +6460,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_024.wav,उनके चलते समय उनके पंखों की फड़फड़ाहट की आहट मुझे बहुत से जल या सर्वशक्तिमान की वाणी या सेना के हलचल की सी सुनाई पड़ती थी और जब वे खड़े होते थे तब अपने पंख लटका लेते थे +6461,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_025.wav,फिर उनके सिरों के ऊपर जो आकाशमण्डल था उसके ऊपर से एक शब्द सुनाई पड़ता था और जब वे खड़े होते थे तब अपने पंख लटका लेते थे +6462,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_026.wav,जो आकाशमण्डल उनके सिरों के ऊपर था उसके ऊपर मानो कुछ नीलम का बना हुआ सिंहासन था इस सिंहासन के ऊपर मनुष्य के समान कोई दिखाई देता था +6463,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_027.wav,उसकी मानो कमर से लेकर ऊपर की ओर मुझे झलकाया हुआ पीतल सा दिखाई पड़ा और उसके भीतर और चारों ओर आग सी दिखाई देती थी फिर उस मनुष्य की कमर से लेकर नीचे की ओर भी मुझे कुछ आग सी दिखाई देती थी और उसके चारों ओर प्रकाश था +6464,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_001_028.wav,जैसे वर्षा के दिन बादल में धनुष दिखाई पड़ता है वैसे ही चारों ओर का प्रकाश दिखाई देता था यहोवा के तेज का रूप ऐसा ही था और उसे देखकर मैं मुँह के बल गिरा तब मैंने एक शब्द सुना जैसे ���ोई बातें करता है +6465,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_002_001.wav,उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान अपने पाँवों के बल खड़ा हो और मैं तुझ से बातें करूँगा +6466,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_002_002.wav,जैसे ही उसने मुझसे यह कहा वैसे ही आत्मा ने मुझ में समाकर मुझे पाँवों के बल खड़ा कर दिया और जो मुझसे बातें करता था मैंने उसकी सुनी +6467,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_002_003.wav,उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान मैं तुझे इस्राएलियों के पास अर्थात् बलवा करनेवाली जाति के पास भेजता हूँ जिन्होंने मेरे विरुद्ध बलवा किया है उनके पुरखा और वे भी आज के दिन तक मेरे विरुद्ध अपराध करते चले आए हैं +6468,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_002_004.wav,इस पीढ़ी के लोग जिनके पास मैं तुझे भेजता हूँ वे निर्लज्ज और हठीले हैं +6469,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_002_005.wav,और तू उनसे कहना प्रभु यहोवा यह कहता है इससे वे जो बलवा करनेवाले घराने के हैं चाहे वे सुनें या न सुनें तो भी वे इतना जान लेंगे कि हमारे बीच एक भविष्यद्वक्ता प्रगट हुआ है +6470,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_002_006.wav,हे मनुष्य के सन्तान तू उनसे न डरना चाहे तुझे काँटों ऊँटकटारों और बिच्छुओं के बीच भी रहना पड़े तो भी उनके वचनों से न डरना यद्यपि वे विद्रोही घराने के हैं तो भी न तो उनके वचनों से डरना और न उनके मुँह देखकर तेरा मन कच्चा हो +6471,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_002_007.wav,इसलिए चाहे वे सुनें या न सुनें तो भी तू मेरे वचन उनसे कहना वे तो बड़े विद्रोही हैं +6472,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_002_008.wav,परन्तु हे मनुष्य के सन्तान जो मैं तुझ से कहता हूँ उसे तू सुन ले उस विद्रोही घराने के समान तू भी विद्रोही न बनना जो मैं तुझे देता हूँ उसे मुँह खोलकर खा ले +6473,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_002_009.wav,तब मैंने दृष्टि की और क्या देखा कि मेरी ओर एक हाथ बढ़ा हुआ है और उसमें एक पुस्तक है +6474,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_002_010.wav,उसको उसने मेरे सामने खोलकर फैलाया और वह दोनों ओर लिखी हुई थी और जो उसमें लिखा था वे विलाप और शोक और दुःख भरे वचन थे +6475,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_001.wav,तब उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान जो तुझे मिला है उसे खा ले अर्थात् इस पुस्तक को खा तब जाकर इस्राएल के घराने से बातें कर +6476,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_002.wav,इसलिए मैंने मुँह खोला और उसने वह पुस्तक मुझे खिला दी +6477,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_003.wav,तब उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान यह पुस्तक जो मैं तुझे देता हूँ उसे पचा ले और अपनी अंतड़ियाँ इससे भर ले अतः मैंने उसे खा लिया और मेरे मुँह में वह मधु के तुल्य मीठी लगी +6478,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_004.wav,फिर उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान तू इस्राएल के घराने के पास जाकर उनको मेरे वचन सुना +6479,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_005.wav,क्योंकि तू किसी अनोखी बोली या कठिन भाषावाली जाति के पास नहीं भेजा जाता है परन्तु इस्राएल ही के घराने के पास भेजा जाता है +6480,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_006.wav,अनोखी बोली या कठिन भाषावाली बहुत सी जातियों के पास जो तेरी बात समझ न सकें तू नहीं भेजा जाता निःसन्देह यदि मैं तुझे ऐसों के पास भेजता तो वे तेरी सुनते +6481,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_007.wav,परन्तु इस्राएल के घरानेवाले तेरी सुनने से इन्कार करेंगे वे मेरी भी सुनने से इन्कार करते हैं क्योंकि इस्राएल का सारा घराना ढीठ और कठोर मन का है +6482,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_008.wav,देख मैं तेरे मुख को उनके मुख के सामने और तेरे माथे को उनके माथे के सामने ढीठ कर देता हूँ +6483,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_009.wav,मैं तेरे माथे को हीरे के तुल्य कड़ा कर देता हूँ जो चकमक पत्थर से भी कड़ा होता है इसलिए तू उनसे न डरना और न उनके मुँह देखकर तेरा मन कच्चा हो क्योंकि वे विद्रोही घराने के हैं +6484,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_010.wav,फिर उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान जितने वचन मैं तुझ से कहूँ वे सब हृदय में रख और कानों से सुन +6485,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_011.wav,और उन बन्दियों के पास जाकर जो तेरे जाति भाई हैं उनसे बातें करना और कहना प्रभु यहोवा यह कहता है चाहे वे सुनें या न सुनें +6486,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_012.wav,तब परमेश्वर के आत्मा ने मुझे उठाया और मैंने अपने पीछे बड़ी घड़घड़ाहट के साथ एक शब्द सुना यहोवा के भवन से उसका तेज धन्य है +6487,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_013.wav,और उसके साथ ही उन जीवधारियों के पंखों का शब्द जो एक दूसरे से लगते थे और उनके संग के पहियों का शब्द और एक बड़ी ही घड़घड़ाहट सुन पड़ी +6488,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_014.wav,तब आत्मा मुझे उठाकर ले गई और मैं कठिन दुःख से भरा हुआ और मन में जलता हुआ चला गया और यहोवा की शक्ति मुझ में प्रबल थी +6489,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_015.wav,और मैं उन बन्दियों के पास आया जो कबार नदी के तट पर तेलाबीब में रहते थे और वहाँ मैं सात दिन तक उनके बीच व्याकुल होकर बैठा रहा +6490,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_016.wav,सात दिन के व्यतीत होने पर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6491,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_017.wav,हे मनुष्य के सन्तान मैंने तुझे इस्राएल के घराने के लिये पहरुआ नियुक्त किया है तू मेरे मुँह की बात सुनकर उन्हें मेरी ओर से चेतावनी देना +6492,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_018.wav,जब मैं दुष्ट से कहूँ तू निश्चय मरेगा और यदि तू उसको न चिताए और न दुष्ट से ऐसी बात कहे जिससे कि वह सचेत हो और अपना दुष्ट मार्ग छोड़कर जीवित रहे तो वह दुष्ट अपने अधर्म में फँसा हुआ मरेगा परन्तु उसके खून का लेखा मैं तुझी से लूँगा +6493,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_019.wav,पर यदि तू दुष्ट को चिताए और वह अपनी दुष्टता और दुष्ट मार्ग से न फिरे तो वह तो अपने अधर्म में फँसा हुआ मर जाएगा परन्तु तू अपने प्राणों को बचाएगा +6494,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_020.wav,फिर जब धर्मी जन अपने धार्मिकता से फिरकर कुटिल काम करने लगे और मैं उसके सामने ठोकर रखूँ तो वह मर जाएगा क्योंकि तूने जो उसको नहीं चिताया इसलिए वह अपने पाप में फँसा हुआ मरेगा और जो धार्मिकता के कर्म उसने किए हों उनकी सुधि न ली जाएगी पर उसके खून का लेखा मैं तुझी से लूँगा +6495,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_021.wav,परन्तु यदि तू धर्मी को ऐसा कहकर चेतावनी दे कि वह पाप न करे और वह पाप से बच जाए तो वह चितौनी को ग्रहण करने के कारण निश्चय जीवित रहेगा और तू अपने प्राण को बचाएगा +6496,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_022.wav,फिर यहोवा की शक्ति वहीं मुझ पर प्रगट हुई और उसने मुझसे कहा उठकर मैदान में जा और वहाँ मैं तुझ से बातें करूँगा +6497,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_023.wav,तब मैं उठकर मैदान में गया और वहाँ क्या देखा कि यहोवा का प्रताप जैसा मुझे कबार नदी के तट पर वैसा ही यहाँ भी दिखाई पड़ता है और मैं मुँह के बल गिर पड़ा +6498,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_024.wav,तब आत्मा ने मुझ में समाकर मुझे पाँवों के बल खड़ा कर दिया फिर वह मुझसे कहने लगा जा अपने घर के भीतर द्वार बन्द करके बैठा रह +6499,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_025.wav,हे मनुष्य के सन्तान देख वे लोग तुझे रस्सियों से जकड़कर बाँध रखेंगे और तू निकलकर उनके बीच जाने नहीं पाएगा +6500,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_026.wav,मैं तेरी जीभ तेरे तालू से लगाऊँगा जिससे तू मौन रहकर उनका डाँटनेवाला न हो क्योंकि वे विद्रोही घराने के हैं +6501,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_003_027.wav,परन्तु जब जब मैं तुझ से बातें करूँ तबतब तेरे मुँह को खोलूँगा और तू उनसे ऐसा कहना प्रभु यहोवा यह कहता है जो सुनता है वह सुन ले और जो नहीं सुनता वह न सुने वे तो विद्रोही घराने के हैं ही +6502,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_001.wav,हे मनुष्य के सन्तान तू एक ईंट ले और उसे अपने सामने रखकर उस पर एक नगर अर्थात् यरूशलेम का चित्र खींच +6503,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_002.wav,तब उसे घेर अर्थात् उसके विरुद्ध किला बना और उसके सामने दमदमा बाँध और छावनी डाल और उसके चारों ओर युद्ध के यन्त्र लगा +6504,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_003.wav,तब तू लोहे की थाली लेकर उसको लोहे की शहरपनाह मानकर अपने और उस नगर के बीच खड़ा कर तब अपना मुँह उसके सामने करके उसकी घेराबन्दी कर इस रीति से तू उसे घेरे रखना यह इस्राएल के घराने के लिये चिन्ह ठहरेगा +6505,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_004.wav,फिर तू अपने बायीं करवट के बल लेटकर इस्राएल के घराने का अधर्म अपने ऊपर रख क्योंकि जितने दिन तू उस करवट के बल लेटा रहेगा उतने दिन तक उन लोगों के अधर्म का भार सहता रहेगा +6506,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_005.wav,मैंने उनके अधर्म के वर्षों के तुल्य तेरे लिये दिन ठहराए हैं अर्थात् तीन सौ नब्बे दिन उतने दिन तक तू इस्राएल के घराने के अधर्म का भार सहता रह +6507,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_006.wav,जब इतने दिन पूरे हो जाएँ तब अपने दाहिनी करवट के बल लेटकर यहूदा के घराने के अधर्म का भार सह लेना मैंने उसके लिये भी और तेरे लिये एक वर्ष के बदले एक दिन अर्थात् चालीस दिन ठहराए हैं +6508,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_007.wav,तू यरूशलेम के घेरने के लिये बाँह उघाड़े हुए अपना मुँह उधर करके उसके विरुद्ध भविष्यद्वाणी करना +6509,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_008.wav,देख मैं तुझे रस्सियों से जकड़ूँगा और जब तक उसके घेरने के दिन पूरे न हों तब तक तू करवट न ले सकेगा +6510,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_009.wav,तू गेहूँ जौ सेम मसूर बाजरा और कठिया गेहूँ लेकर एक बर्तन में रखकर उनसे रोटी बनाया करना जितने दिन तू अपने करवट के बल लेटा रहेगा उतने अर्थात् तीन सौ नब्बे दिन तक उसे खाया करना +6511,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_010.wav,जो भोजन तू खाए उसे तौलतौलकर खाना अर्थात् प्रतिदिन बीसबीस शेकेल भर खाया करना और उसे समयसमय पर खाना +6512,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_011.wav,पानी भी तू मापकर पिया करना अर्थात् प्रतिदिन हीन का छठवाँ अंश पीना और उसको समयसमय पर पीना +6513,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_012.wav,अपना भोजन जौ की रोटियों के समान बनाकर खाया करना और उसको मनुष्य की विष्ठा से उनके देखते बनाया करना +6514,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_013.wav,फिर यहोवा ने कहा इसी प्रकार से इस्राएल उन जातियों के बीच अपनीअपनी रोटी अशुद्धता से खाया करेंगे जहाँ में उन्हें जबरन पहुँचाऊँगा +6515,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_014.wav,तब मैंने कहा हाय यहोवा परमेश्वर देख मेरा मन कभी अशुद्ध नहीं हुआ और न मैंने बचपन से लेकर अब तक अपनी मृत्यु से मरे हुए व फाड़े हुए पशु का माँस खाया और न किसी प्रकार का घिनौना माँस मेरे मुँह में कभी गया है +6516,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_015.wav,तब उसने मुझसे कहा देख मैंने तेरे लिये मनुष्य की विष्ठा के बदले गोबर ठहराया है और उसी से तू अपनी रोटी बनाना +6517,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_016.wav,फिर उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान देख मैं यरूशलेम में अन्‍नरूपी आधार को दूर करूँगा इसलिए वहाँ के लोग तौलतौलकर और चिन्ता कर करके रोटी खाया करेंगे और मापमापकर और विस्मित हो होकर पानी पिया करेंगे +6518,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_004_017.wav,और इससे उन्हें रोटी और पानी की घटी होगी और वे सब के सब घबराएँगे और अपने अधर्म में फँसे हुए सूख जाएँगे +6519,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_001.wav,हे मनुष्य के सन्तान एक पैनी तलवार ले और उसे नाई के उस्तरे के काम में लाकर अपने सिर और दाढ़ी के बाल मुँण्ड़ डाल तब तौलने का काँटा लेकर बालों के भागकर +6520,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_002.wav,जब नगर के घिरने के दिन पूरे हों तब नगर के भीतर एक तिहाई आग में डालकर जलाना और एक तिहाई लेकर चारों ओर तलवार से मारना और एक तिहाई को पवन में उड़ाना और मैं तलवार खींचकर उसके पीछे चलाऊँगा +6521,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_003.wav,तब इनमें से थोड़े से बाल लेकर अपने कपड़े की छोर में बाँधना +6522,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_004.wav,फिर उनमें से भी थोड़े से लेकर आग के बीच डालना कि वे आग में जल जाएँ तब उसी में से एक लौ भड़ककर इस्राएल के सारे घराने में फैल जाएगी +6523,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_005.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है यरूशलेम ऐसी ही है मैंने उसको अन्यजातियों के बीच में ठहराया और वह चारों ओर देशों से घिरी है +6524,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_006.wav,उसने मेरे नियमों के विरुद्ध काम करके अन्यजातियों से अधिक दुष्टता की और मेरी विधियों के विरुद्ध चारों ओर के देशों के लोगों से अधिक बुराई की है क्योंकि उन्होंने मेरे नियम तुच्छ जाने और वे मेरी विधियों पर नहीं चले +6525,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_007.wav,इस कारण प्रभु यहोवा यह कहता है तुम लोग जो अपने चारों ओर की जातियों से अधिक हुल्लड़ मचाते और न मेरी विधियों पर चलते न मेरे नियमों को मानते और अपने चारों ओर की जातियों के नियमों के अनुसार भी न किया +6526,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_008.wav,इस कारण प्रभु यहोवा यह कहता है देख मैं स्वयं तेरे विरुद्ध हूँ और अन्यजातियों के देखते मैं तेरे बीच न्याय के काम करूँगा +6527,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_009.wav,तेरे सब घिनौने कामों के कारण मैं तेरे बीच ऐसा करूँगा जैसा न अब तक किया है और न भविष्य में फिर करूँगा +6528,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_010.wav,इसलिए तेरे बीच बच्चे अपनेअपने बाप का और बाप अपनेअपने बच्चों का माँस खाएँगे और मैं तुझको दण्ड दूँगा +6529,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_011.wav,और तेरे सब बचे हुओं को चारों ओर तितरबितर करूँगा इसलिए प्रभु यहोवा की यह वाणी है कि मेरे जीवन की सौगन्ध इसलिए कि तूने मेरे पवित्रस्थान को अपनी सारी घिनौनी मूरतों और सारे घिनौने कामों से अशुद्ध किया है मैं तुझे घटाऊँगा और तुझ पर दया की दृष्टि न करूँगा और तुझ पर कुछ भी कोमलता न करूँगा +6530,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_012.wav,तेरी एक तिहाई तो मरी से मरेगी और तेरे बीच भूख से मर मिटेगी एक तिहाई तेरे आसपास तलवार से मारी जाएगी और एक तिहाई को मैं चारों ओर तितरबितर करूँगा और तलवार खींचकर उनके पीछे चलाऊँगा +6531,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_013.wav,इस प्रकार से मेरा कोप शान्त होगा और अपनी जलजलाहट उन पर पूरी रीति से भड़काकर मैं शान्ति पाऊँगा और जब मैं अपनी जलजलाहट उन पर पूरी रीति से भड़का चुकूँ तब वे जान लेंगे कि मुझ यहोवा ही ने जलन में आकर यह कहा है +6532,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_014.wav,मैं तुझे तेरे चारों ओर की जातियों के बीच सब आनेजानेवालों के देखते हुए उजाड़ूँगा और तेरी नामधराई कराऊँगा +6533,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_015.wav,इसलिए जब मैं तुझको कोप और जलजलाहट और क्रोध दिलानेवाली घुड़कियों के साथ दण्ड दूँगा तब तेरे चारों ओर की जातियों के सामने नामधराई ठट्ठा शिक्षा और विस्मय होगा क्योंकि मुझ यहोवा ने यह कहा है +6534,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_016.wav,यह उस समय होगा जब मैं उन लोगों को नाश करने के लिये तुम पर अकाल के तीखे तीर चलाकर तुम्हारे बीच अकाल बढ़ाऊँगा और तुम्हारे अन्‍नरूपी आधार को दूर करूँगा +6535,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_005_017.wav,और मैं तुम्हारे बीच अकाल और दुष्ट जन्तु भेजूँगा जो तुम्हें निःसन्तान करेंगे और मरी और खून तुम्हारे बीच चलते रहेंगे और मैं तुम पर तलवार चलवाऊँगा मुझ यहोवा ने यह कहा है +6536,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_001.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6537,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान अपना मुख इस्राएल के पहाड़ों की ओर करके उनके विरुद्ध भविष्यद्वाणी कर +6538,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_003.wav,और कह हे इस्राएल के पहाड़ों प्रभु यहोवा का वचन सुनो प्रभु यहोवा पहाड़ों और पहाड़ियों से और नालों और तराइयों से यह कहता है देखो मैं तुम पर तलवार चलवाऊँगा और तुम्हारे पूजा के ऊँचे स्थानों को नाश करूँगा +6539,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_004.wav,तुम्हारी वेदियाँ उजड़ेंगी और तुम्हारी सूर्य की प्रतिमाएँ तोड़ी जाएँगी और मैं तुम में से मारे हुओं को तुम्हारी मूरतों के आगे फेंक दूँगा +6540,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_005.wav,मैं इस्राएलियों के शवों को उनकी मूरतों के सामने रखूँगा और उनकी हड्डियों को तुम्हारी वेदियों के आसपास छितरा दूँगा +6541,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_006.wav,तुम्हारे जितने बसाए हुए नगर हैं वे सब ऐसे उजड़ जाएँगे कि तुम्हारे पूजा के ऊँचे स्थान भी उजाड़ हो जाएँगे तुम्हारी वेदियाँ उजड़ेंगी और ढाई जाएँगी तुम्हारी मूरते��� जाती रहेंगी और तुम्हारी सूर्य की प्रतिमाएँ काटी जाएँगी और तुम्हारी सारी कारीगरी मिटाई जाएगी +6542,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_007.wav,तुम्हारे बीच मारे हुए गिरेंगे और तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +6543,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_008.wav,तो भी मैं कितनों को बचा रखूँगा इसलिए जब तुम देशदेश में तितरबितर होंगे तब अन्यजातियों के बीच तुम्हारे कुछ लोग तलवार से बच जाएँगे +6544,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_009.wav,वे बचे हुए लोग उन जातियों के बीच जिनमें वे बँधुए होकर जाएँगे मुझे स्मरण करेंगे और यह भी कि हमारा व्यभिचारी हृदय यहोवा से कैसे हट गया है और व्यभिचारिणी की सी हमारी आँखें मूरतों पर कैसी लगी हैं जिससे यहोवा का मन टूटा है इस रीति से उन बुराइयों के कारण जो उन्होंने अपने सारे घिनौने काम करके की हैं वे अपनी दृष्टि में घिनौने ठहरेंगे +6545,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_010.wav,तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ और उनकी सारी हानि करने को मैंने जो यह कहा है उसे व्यर्थ नहीं कहा +6546,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_011.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है अपना हाथ मारकर और अपना पाँव पटककर कह इस्राएल के घराने के सारे घिनौने कामों पर हाय हाय क्योंकि वे तलवार भूख और मरी से नाश हो जाएँगे +6547,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_012.wav,जो दूर हो वह मरी से मरेगा और जो निकट हो वह तलवार से मार डाला जाएगा और जो बचकर नगर में रहते हुए घेरा जाए वह भूख से मरेगा इस भाँति मैं अपनी जलजलाहट उन पर पूरी रीति से उतारूँगा +6548,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_013.wav,जब हर एक ऊँची पहाड़ी और पहाड़ों की हर एक चोटी पर और हर एक हरे पेड़ के नीचे और हर एक घने बांज वृक्ष की छाया में जहाँजहाँ वे अपनी सब मूरतों को सुखदायक सुगन्धद्रव्य चढ़ाते हैं वहाँ उनके मारे हुए लोग अपनी वेदियों के आसपास अपनी मूरतों के बीच में पड़े रहेंगे तब तुम लोग जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +6549,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_006_014.wav,मैं अपना हाथ उनके विरुद्ध बढ़ाकर उस देश को सारे घरों समेत जंगल से ले दिबला की ओर तक उजाड़ ही उजाड़ कर दूँगा तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +6550,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_001.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6551,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान प्रभु यहोवा इस्राएल की भूमि के विषय में यह कहता है कि अन्त हुआ चारों कोनों समेत देश का अन्त आ गया है +6552,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_003.wav,तेरा अन्त भी आ गया और मैं अपना क्रोध तुझ पर भड़काकर तेरे चाल चलन के अनुसार तुझे दण्ड दूँगा और तेरे सारे घिनौने कामों का फल तुझे दूँगा +6553,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_004.wav,मेरी दयादृष्टि तुझ ���र न होगी और न मैं कोमलता करूँगा और जब तक तेरे घिनौने पाप तुझ में बने रहेंगे तब तक मैं तेरे चालचलन का फल तुझे दूँगा तब तू जान लेगा कि मैं यहोवा हूँ +6554,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_005.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है विपत्ति है एक बड़ी विपत्ति है देखो वह आती है +6555,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_006.wav,अन्त आ गया है सब का अन्त आया है वह तेरे विरुद्ध जागा है देखो वह आता है +6556,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_007.wav,हे देश के निवासी तेरे लिये चक्र घूम चुका समय आ गया दिन निकट है पहाड़ों पर आनन्द के शब्द का दिन नहीं हुल्लड़ ही का होगा +6557,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_008.wav,अब थोड़े दिनों में मैं अपनी जलजलाहट तुझ पर भड़काऊँगा और तुझ पर पूरा कोप उण्डेलूँगा और तेरे चाल चलन के अनुसार तुझे दण्ड दूँगा और तेरे सारे घिनौने कामों का फल तुझे भुगताऊँगा +6558,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_009.wav,मेरी दयादृष्टि तुझ पर न होगी और न मैं तुझ पर कोमलता करूँगा मैं तेरी चाल चलन का फल तुझे भुगताऊँगा और तेरे घिनौने पाप तुझ में बने रहेंगे तब तुम जान लोगे कि मैं यहोवा दण्ड देनेवाला हूँ +6559,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_010.wav,देखो उस दिन को देखो वह आता है चक्र घूम चुका छड़ी फूल चुकी अभिमान फूला है +6560,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_011.wav,उपद्रव बढ़तेबढ़ते दुष्टता का दण्ड बन गया उनमें से कोई न बचेगा और न उनकी भीड़भाड़ न उनके धन में से कुछ रहेगा और न उनमें से किसी के लिये विलाप सुन पड़ेगा +6561,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_012.wav,समय आ गया दिन निकट आ गया है न तो मोल लेनेवाला आनन्द करे और न बेचनेवाला शोक करे क्योंकि उनकी सारी भीड़ पर कोप भड़क उठा है +6562,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_013.wav,चाहे वे जीवित रहें तो भी बेचनेवाला बेची हुई वस्तु के पास कभी लौटने न पाएगा क्योंकि दर्शन की यह बात देश की सारी भीड़ पर घटेगी कोई न लौटेगा कोई भी मनुष्य जो अधर्म में जीवित रहता है बल न पकड़ सकेगा +6563,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_014.wav,उन्होंने नरसिंगा फूँका और सब कुछ तैयार कर दिया परन्तु युद्ध में कोई नहीं जाता क्योंकि देश की सारी भीड़ पर मेरा कोप भड़का हुआ है +6564,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_015.wav,बाहर तलवार और भीतर अकाल और मरी हैं जो मैदान में हो वह तलवार से मरेगा और जो नगर में हो वह भूख और मरी से मारा जाएगा +6565,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_016.wav,और उनमें से जो बच निकलेंगे वे बचेंगे तो सही परन्तु अपनेअपने अधर्म में फँसे रहकर तराइयों में रहनेवाले कबूतरों के समान पहाड़ों के ऊपर विलाप करते रहेंगे +6566,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_017.wav,सब के हाथ ढीले और सब के घुटने अति निर्बल हो जाएँगे +6567,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_018.wav,वे कमर मे��� टाट कसेंगे और उनके रोएँ खड़े होंगे सब के मुँह सूख जाएँगे और सब के सिर मुँण्ड़े जाएँगे +6568,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_019.wav,वे अपनी चाँदी सड़कों में फेंक देंगे और उनका सोना अशुद्ध वस्तु ठहरेगा यहोवा की जलन के दिन उनका सोना चाँदी उनको बचा न सकेगी न उससे उनका जी सन्तुष्ट होगा न उनके पेट भरेंगे क्योंकि वह उनके अधर्म के ठोकर का कारण हुआ है +6569,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_020.wav,उनका देश जो शोभायमान और शिरोमणि था उसके विषय में उन्होंने गर्व ही गर्व करके उसमें अपनी घृणित वस्तुओं की मूरतें और घृणित वस्तुएँ बना रखीं इस कारण मैंने उसे उनके लिये अशुद्ध वस्तु ठहराया है +6570,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_021.wav,मैं उसे लूटने के लिये परदेशियों के हाथ और धन छीनने के लिये पृथ्वी के दुष्ट लोगों के वश में कर दूँगा और वे उसे अपवित्र कर डालेंगे +6571,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_022.wav,मैं उनसे मुँह फेर लूँगा तब वे मेरे सुरक्षित स्थान को अपवित्र करेंगे डाकू उसमें घुसकर उसे अपवित्र करेंगे +6572,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_023.wav,एक साँकल बना दे क्योंकि देश अन्याय की हत्या से और नगर उपद्रव से भरा हुआ है +6573,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_024.wav,मैं अन्यजातियों के बुरे से बुरे लोगों को लाऊँगा जो उनके घरों के स्वामी हो जाएँगे और मैं सामर्थियों का गर्व तोड़ दूँगा और उनके पवित्रस्थान अपवित्र किए जाएँगे +6574,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_025.wav,सत्यानाश होने पर है तब ढूँढ़ने पर भी उन्हें शान्ति न मिलेगी +6575,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_026.wav,विपत्ति पर विपत्ति आएगी और उड़ती हुई चर्चा पर चर्चा सुनाई पड़ेगी और लोग भविष्यद्वक्ता से दर्शन की बात पूछेंगे परन्तु याजक के पास से व्यवस्था और पुरनिये के पास से सम्मति देने की शक्ति जाती रहेगी +6576,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_007_027.wav,राजा तो शोक करेगा और रईस उदासीरूपी वस्त्र पहनेंगे और देश के लोगों के हाथ ढीले पड़ेंगे मैं उनके चलन के अनुसार उनसे बर्ताव करूँगा और उनकी कमाई के समान उनको दण्ड दूँगा तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +6577,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_001.wav,फिर छठवें वर्ष के छठवें महीने के पाँचवें दिन को जब मैं अपने घर में बैठा था और यहूदियों के पुरनिये मेरे सामने बैठे थे तब प्रभु यहोवा की शक्ति वहीं मुझ पर प्रगट हुई +6578,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_002.wav,तब मैंने देखा कि आग का सा एक रूप दिखाई देता है उसकी कमर से नीचे की ओर आग है और उसकी कमर से ऊपर की ओर झलकाए हुए पीतल की झलकसी कुछ है +6579,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_003.wav,उसने हाथसा कुछ बढ़ाकर मेरे सिर के बाल पकड़े तब आत्मा ने मुझे पृथ्वी और आकाश के बीच में उठाकर परमेश्वर के दिखाए हुए दर्शनों में यरूशलेम के मन्दिर के भीतर आँगन के उस फाटक के पास पहुँचा दिया जिसका मुँह उत्तर की ओर है और जिसमें उस जलन उपजानेवाली प्रतिमा का स्थान था जिसके कारण द्वेष उपजता है +6580,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_004.wav,फिर वहाँ इस्राएल के परमेश्वर का तेज वैसा ही था जैसा मैंने मैदान में देखा था +6581,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_005.wav,उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान अपनी आँखें उत्तर की ओर उठाकर देख अतः मैंने अपनी आँखें उत्तर की ओर उठाकर देखा कि वेदी के फाटक के उत्तर की ओर उसके प्रवेशस्थान ही में वह डाह उपजानेवाली प्रतिमा है +6582,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_006.wav,तब उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान क्या तू देखता है कि ये लोग क्या कर रहे हैं इस्राएल का घराना क्या ही बड़े घृणित काम यहाँ करता है ताकि मैं अपने पवित्रस्थान से दूर हो जाऊँ परन्तु तू इनसे भी अधिक घृणित काम देखेगा +6583,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_007.wav,तब वह मुझे आँगन के द्वार पर ले गया और मैंने देखा कि दीवार में एक छेद है +6584,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_008.wav,तब उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान दीवार को फोड़ इसलिए मैंने दीवार को फोड़कर क्या देखा कि एक द्वार है +6585,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_009.wav,उसने मुझसे कहा भीतर जाकर देख कि ये लोग यहाँ कैसेकैसे और अति घृणित काम कर रहे हैं +6586,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_010.wav,अतः मैंने भीतर जाकर देखा कि चारों ओर की दीवार पर जातिजाति के रेंगनेवाले जन्तुओं और घृणित पशुओं और इस्राएल के घराने की सब मूरतों के चित्र खींचे हुए हैं +6587,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_011.wav,इस्राएल के घराने के पुरनियों में से सत्तर पुरुष जिनके बीच में शापान का पुत्र याजन्याह भी है वे उन चित्रों के सामने खड़े हैं और हर एक पुरुष अपने हाथ में धूपदान लिए हुए है और धूप के धुएँ के बादल की सुगन्ध उठ रही है +6588,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_012.wav,तब उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान क्या तूने देखा है कि इस्राएल के घराने के पुरनिये अपनीअपनी नक्काशीवाली कोठरियों के भीतर अर्थात् अंधियारे में क्या कर रहे हैं वे कहते हैं कि यहोवा हमको नहीं देखता यहोवा ने देश को त्याग दिया है +6589,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_013.wav,फिर उसने मुझसे कहा तू इनसे और भी अति घृणित काम देखेगा जो वे करते हैं +6590,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_014.wav,तब वह मुझे यहोवा के भवन के उस फाटक के पास ले गया जो उत्तर की ओर था और वहाँ स्त्रियाँ बैठी हुई तम्मूज के लिये रो रही थीं +6591,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_015.wav,तब उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन���तान क्या तूने यह देखा है फिर इनसे भी बड़े घृणित काम तू देखेगा +6592,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_016.wav,तब वह मुझे यहोवा के भवन के भीतरी आँगन में ले गया और वहाँ यहोवा के भवन के द्वार के पास ओसारे और वेदी के बीच कोई पच्चीस पुरुष अपनी पीठ यहोवा के भवन की ओर और अपने मुख पूर्व की ओर किए हुए थे और वे पूर्व दिशा की ओर सूर्य को दण्डवत् कर रहे थे +6593,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_017.wav,तब उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान क्या तूने यह देखा क्या यहूदा के घराने के लिये घृणित कामों का करना जो वे यहाँ करते हैं छोटी बात है उन्होंने अपने देश को उपद्रव से भर दिया और फिर यहाँ आकर मुझे रिस दिलाते हैं वरन् वे डाली को अपनी नाक के आगे लिए रहते हैं +6594,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_008_018.wav,इसलिए मैं भी जलजलाहट के साथ काम करूँगा न मैं दया करूँगा और न मैं कोमलता करूँगा और चाहे वे मेरे कानों में ऊँचे शब्द से पुकारें तो भी मैं उनकी बात न सुनूँगा +6595,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_009_001.wav,फिर उसने मेरे कानों में ऊँचे शब्द से पुकारकर कहा नगर के अधिकारियों को अपनेअपने हाथ में नाश करने का हथियार लिए हुए निकट लाओ +6596,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_009_002.wav,इस पर छः पुरुष उत्तर की ओर ऊपरी फाटक के मार्ग से अपनेअपने हाथ में घात करने का हथियार लिए हुए आए और उनके बीच सन का वस्त्र पहने कमर में लिखने की दवात बाँधे हुए एक और पुरुष था और वे सब भवन के भीतर जाकर पीतल की वेदी के पास खड़े हुए +6597,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_009_003.wav,तब इस्राएल के परमेश्वर का तेज करूबों पर से जिनके ऊपर वह रहा करता था भवन की डेवढ़ी पर उठ आया था और उसने उस सन के वस्त्र पहने हुए पुरुष को जो कमर में दवात बाँधे हुए था पुकारा +6598,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_009_004.wav,और यहोवा ने उससे कहा इस यरूशलेम नगर के भीतर इधरउधर जाकर जितने मनुष्य उन सब घृणित कामों के कारण जो उसमें किए जाते हैं साँसें भरते और दुःख के मारे चिल्लाते हैं उनके माथों पर चिन्ह लगा दे +6599,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_009_005.wav,तब उसने मेरे सुनते हुए दूसरों से कहा नगर में उनके पीछेपीछे चलकर मारते जाओ किसी पर दया न करना और न कोमलता से काम करना +6600,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_009_006.wav,बूढ़े युवा कुँवारी बालबच्चे स्त्रियाँ सब को मारकर नाश करो परन्तु जिस किसी मनुष्य के माथे पर वह चिन्ह हो उसके निकट न जाना और मेरे पवित्रस्थान ही से आरम्भ करो और उन्होंने उन पुरनियों से आरम्भ किया जो भवन के सामने थे +6601,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_009_007.wav,फिर उसने उनसे कहा भवन को अशुद्ध करो और आँगनों को शवों से भर दो चलो बाहर निकल��� तब वे निकलकर नगर में मारने लगे +6602,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_009_008.wav,जब वे मार रहे थे और मैं अकेला रह गया तब मैं मुँह के बल गिरा और चिल्लाकर कहा हाय प्रभु यहोवा क्या तू अपनी जलजलाहट यरूशलेम पर भड़काकर इस्राएल के सब बचे हुओं को भी नाश करेगा +6603,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_009_009.wav,तब उसने मुझसे कहा इस्राएल और यहूदा के घरानों का अधर्म अत्यन्त ही अधिक है यहाँ तक कि देश हत्या से और नगर अन्याय से भर गया है क्योंकि वे कहते है यहोवा ने पृथ्वी को त्याग दिया और यहोवा कुछ नहीं देखता +6604,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_009_010.wav,इसलिए उन पर दया न होगी न मैं कोमलता करूँगा वरन् उनकी चाल उन्हीं के सिर लौटा दूँगा +6605,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_009_011.wav,तब मैंने क्या देखा कि जो पुरुष सन का वस्त्र पहने हुए और कमर में दवात बाँधे था उसने यह कहकर समाचार दिया जैसे तूने आज्ञा दी मैंने वैसे ही किया है +6606,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_001.wav,इसके बाद मैंने देखा कि करूबों के सिरों के ऊपर जो आकाशमण्डल है उसमें नीलमणि का सिंहासन सा कुछ दिखाई देता है +6607,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_002.wav,तब यहोवा ने उस सन के वस्त्र पहने हुए पुरुष से कहा घूमनेवाले पहियों के बीच करूबों के नीचे जा और अपनी दोनों मुट्ठियों को करूबों के बीच के अंगारों से भरकर नगर पर बिखेर दे अतः वह मेरे देखतेदेखते उनके बीच में गया +6608,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_003.wav,जब वह पुरुष भीतर गया तब वे करूब भवन के दक्षिण की ओर खड़े थे और बादल भीतरवाले आँगन में भरा हुआ था +6609,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_004.wav,तब यहोवा का तेज करूबों के ऊपर से उठकर भवन की डेवढ़ी पर आ गया और बादल भवन में भर गया और वह आँगन यहोवा के तेज के प्रकाश से भर गया +6610,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_005.wav,करूबों के पंखों का शब्द बाहरी आँगन तक सुनाई देता था वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर के बोलने का सा शब्द था +6611,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_006.wav,जब उसने सन के वस्त्र पहने हुए पुरुष को घूमनेवाले पहियों के भीतर करूबों के बीच में से आग लेने की आज्ञा दी तब वह उनके बीच में जाकर एक पहिये के पास खड़ा हुआ +6612,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_007.wav,तब करूबों के बीच से एक करूब ने अपना हाथ बढ़ाकर उस आग में से जो करूबों के बीच में थी कुछ उठाकर सन के वस्त्र पहने हुए पुरुष की मुट्ठी में दे दी और वह उसे लेकर बाहर चला गया +6613,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_008.wav,करूबों के पंखों के नीचे तो मनुष्य का हाथ सा कुछ दिखाई देता था +6614,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_009.wav,तब मैंने देखा कि करूबों के पास चार पहिये हैं अर्थात् एकएक करूब के पास एकएक पहिया है और पहियों का रूप फीरोजा का सा है +6615,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_010.wav,उनका ऐसा रूप है कि चारों एक से दिखाई देते हैं जैसे एक पहिये के बीच दूसरा पहिया हो +6616,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_011.wav,चलने के समय वे अपनी चारों अलंगों के बल से चलते हैं और चलते समय मुड़ते नहीं वरन् जिधर उनका सिर रहता है वे उधर ही उसके पीछे चलते हैं और चलते समय वे मुड़ते नहीं +6617,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_012.wav,और पीठ हाथ और पंखों समेत करूबों का सारा शरीर और जो पहिये उनके हैं वे भी सब के सब चारों ओर आँखों से भरे हुए हैं +6618,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_013.wav,मेरे सुनते हुए इन पहियों को चक्कर कहा गया अर्थात् घूमनेवाले पहिये +6619,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_014.wav,एकएक के चारचार मुख थे एक मुख तो करूब का सा दूसरा मनुष्य का सा तीसरा सिंह का सा और चौथा उकाब पक्षी का सा +6620,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_015.wav,करूब भूमि पर से उठ गए ये वे ही जीवधारी हैं जो मैंने कबार नदी के पास देखे थे +6621,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_016.wav,जब जब वे करूब चलते थे तबतब वे पहिये उनके पासपास चलते थे और जब जब करूब पृथ्वी पर से उठने के लिये अपने पंख उठाते तबतब पहिये उनके पास से नहीं मुड़ते थे +6622,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_017.wav,जब वे खड़े होते तब ये भी खड़े होते थे और जब वे उठते तब ये भी उनके संग उठते थे क्योंकि जीवधारियों की आत्मा इनमें भी रहती थी +6623,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_018.wav,यहोवा का तेज भवन की डेवढ़ी पर से उठकर करूबों के ऊपर ठहर गया +6624,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_019.wav,तब करूब अपने पंख उठाकर मेरे देखतेदेखते पृथ्वी पर से उठकर निकल गए और पहिये भी उनके संगसंग गए और वे सब यहोवा के भवन के पूर्वी फाटक में खड़े हो गए और इस्राएल के परमेश्वर का तेज उनके ऊपर ठहरा रहा +6625,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_020.wav,ये वे ही जीवधारी हैं जो मैंने कबार नदी के पास इस्राएल के परमेश्वर के नीचे देखे थे और मैंने जान लिया कि वे भी करूब हैं +6626,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_021.wav,हर एक के चार मुख और चार पंख और पंखों के नीचे मनुष्य के से हाथ भी थे +6627,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_010_022.wav,उनके मुखों का रूप वही है जो मैंने कबार नदी के तट पर देखा था और उनके मुख ही क्या वरन् उनकी सारी देह भी वैसी ही थी वे सीधे अपनेअपने सामने ही चलते थे +6628,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_001.wav,तब आत्मा ने मुझे उठाकर यहोवा के भवन के पूर्वी फाटक के पास जिसका मुँह पूर्वी दिशा की ओर है पहुँचा दिया और वहाँ मैंने क्या देखा कि फाटक ही में पच्चीस पुरुष हैं और मैंने उनके बीच अज्जूर के पुत्र याजन्याह को और बनायाह के पुत्र पलत्याह को देखा जो प्रजा के प्रधान थे +6629,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_002.wav,तब उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान जो मनुष्य इस नगर में अनर्थ कल्पना और बुरी युक्ति करते हैं वे ये ही हैं +6630,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_003.wav,ये कहते हैं घर बनाने का समय निकट नहीं यह नगर हँडा और हम उसमें का माँस है +6631,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_004.wav,इसलिए हे मनुष्य के सन्तान इनके विरुद्ध भविष्यद्वाणी कर भविष्यद्वाणी +6632,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_005.wav,तब यहोवा का आत्मा मुझ पर उतरा और मुझसे कहा ऐसा कह यहोवा यह कहता है हे इस्राएल के घराने तुम ने ऐसा ही कहा है जो कुछ तुम्हारे मन में आता है उसे मैं जानता हूँ +6633,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_006.wav,तुम ने तो इस नगर में बहुतों को मार डाला वरन् उसकी सड़कों को शवों से भर दिया है +6634,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_007.wav,इस कारण प्रभु यहोवा यह कहता है जो मनुष्य तुम ने इसमें मार डाले हैं उनके शव ही इस नगररूपी हँडे में का माँस है और तुम इसके बीच से निकाले जाओगे +6635,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_008.wav,तुम तलवार से डरते हो और मैं तुम पर तलवार चलाऊँगा प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6636,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_009.wav,मैं तुम को इसमें से निकालकर परदेशियों के हाथ में कर दूँगा और तुम को दण्ड दिलाऊँगा +6637,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_010.wav,तुम तलवार से मरकर गिरोगे और मैं तुम्हारा मुकद्दमा इस्राएल के देश की सीमा पर चुकाऊँगा तब तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +6638,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_011.wav,यह नगर तुम्हारे लिये हँडा न बनेगा और न तुम इसमें का माँस होंगे मैं तुम्हारा मुकद्दमा इस्राएल के देश की सीमा पर चुकाऊँगा +6639,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_012.wav,तब तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ तुम तो मेरी विधियों पर नहीं चले और मेरे नियमों को तुम ने नहीं माना परन्तु अपने चारों ओर की अन्यजातियों की रीतियों पर चले हो +6640,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_013.wav,मैं इस प्रकार की भविष्यद्वाणी कर रहा था कि बनायाह का पुत्र पलत्याह मर गया तब मैं मुँह के बल गिरकर ऊँचे शब्द से चिल्ला उठा और कहा हाय प्रभु यहोवा क्या तू इस्राएल के बचे हुओं को सत्यानाश कर डालेगा +6641,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_014.wav,तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6642,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_015.wav,हे मनुष्य के सन्तान यरूशलेम के निवासियों ने तेरे निकट भाइयों से वरन् इस्राएल के सारे घराने से भी कहा है कि तुम यहोवा के पास से दूर हो जाओ यह देश हमारे ही अधिकार में दिया गया है +6643,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_016.wav,परन्तु तू उनसे कह प्रभु यहोवा यह कहता है कि मैंने तुम को दूरदूर की जातियों में बसाया और देशदेश में तितरबितर कर दिया तो है तो भी जिन देशों में तुम आए हुए हो उनमें मैं स्वयं तुम्हारे लिये थोड़े दिन तक प��ित्रस्थान ठहरूँगा +6644,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_017.wav,इसलिए उनसे कह प्रभु यहोवा यह कहता है कि मैं तुम को जातिजाति के लोगों के बीच से बटोरूँगा और जिन देशों में तुम तितरबितर किए गए हो उनमें से तुम को इकट्ठा करूँगा और तुम्हें इस्राएल की भूमि दूँगा +6645,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_018.wav,और वे वहाँ पहुँचकर उस देश की सब घृणित मूर्तियाँ और सब घृणित काम भी उसमें से दूर करेंगे +6646,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_019.wav,और मैं उनका हृदय एक कर दूँगा और उनके भीतर नई आत्मा उत्पन्न करूँगा और उनकी देह में से पत्थर का सा हृदय निकालकर उन्हें माँस का हृदय दूँगा +6647,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_020.wav,जिससे वे मेरी विधियों पर नित चला करें और मेरे नियमों को मानें और वे मेरी प्रजा ठहरेंगे और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा +6648,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_021.wav,परन्तु वे लोग जो अपनी घृणित मूर्तियाँ और घृणित कामों में मन लगाकर चलते रहते हैं उनको मैं ऐसा करूँगा कि उनकी चाल उन्हीं के सिर पर पड़ेंगी प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6649,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_022.wav,इस पर करूबों ने अपने पंख उठाए और पहिये उनके संगसंग चले और इस्राएल के परमेश्वर का तेज उनके ऊपर था +6650,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_023.wav,तब यहोवा का तेज नगर के बीच में से उठकर उस पर्वत पर ठहर गया जो नगर की पूर्व ओर है +6651,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_024.wav,फिर आत्मा ने मुझे उठाया और परमेश्वर के आत्मा की शक्ति से दर्शन में मुझे कसदियों के देश में बन्दियों के पास पहुँचा दिया और जो दर्शन मैंने पाया था वह लोप हो गया +6652,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_011_025.wav,तब जितनी बातें यहोवा ने मुझे दिखाई थीं वे मैंने बन्दियों को बता दीं +6653,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_001.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6654,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान तू बलवा करनेवाले घराने के बीच में रहता है जिनके देखने के लिये आँखें तो हैं परन्तु नहीं देखते और सुनने के लिये कान तो हैं परन्तु नहीं सुनते क्योंकि वे बलवा करनेवाले घराने के हैं +6655,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_003.wav,इसलिए हे मनुष्य के सन्तान दिन को बँधुआई का सामान तैयार करके उनके देखते हुए उठ जाना उनके देखते हुए अपना स्थान छोड़कर दूसरे स्थान को जाना यद्यपि वे बलवा करनेवाले घराने के हैं तो भी सम्भव है कि वे ध्यान दें +6656,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_004.wav,इसलिए तू दिन को उनके देखते हुए बँधुआई के सामान को निकालना और तब तू साँझ को बँधुआई में जानेवाले के समान उनके देखते हुए उठ जाना +6657,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_005.wav,उनके देखते हुए दीवार को फोड़कर उसी से अपना सामान निकालना +6658,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_006.wav,उनके देखते हुए उसे अपने कंधे पर उठाकर अंधेरे में निकालना और अपना मुँह ढाँपे रहना कि भूमि तुझे न देख पड़े क्योंकि मैंने तुझे इस्राएल के घराने के लिये एक चिन्ह ठहराया है +6659,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_007.wav,उस आज्ञा के अनुसार मैंने वैसा ही किया दिन को मैंने अपना सामान बँधुआई के सामान के समान निकाला और साँझ को अपने हाथ से दीवार को फोड़ा फिर अंधेरे में सामान को निकालकर उनके देखते हुए अपने कंधे पर उठाए हुए चला गया +6660,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_008.wav,सवेरे यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6661,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_009.wav,हे मनुष्य के सन्तान क्या इस्राएल के घराने ने अर्थात् उस बलवा करनेवाले घराने ने तुझ से यह नहीं पूछा यह तू क्या करता है +6662,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_010.wav,तू उनसे कह प्रभु यहोवा यह कहता है यह प्रभावशाली वचन यरूशलेम के प्रधान पुरुष और इस्राएल के सारे घराने के विषय में है जिसके बीच में वे रहते हैं +6663,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_011.wav,तू उनसे कह मैं तुम्हारे लिये चिन्ह हूँ जैसा मैंने किया है वैसा ही इस्राएली लोगों से भी किया जाएगा उनको उठकर बँधुआई में जाना पड़ेगा +6664,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_012.wav,उनके बीच में जो प्रधान है वह अंधेरे में अपने कंधे पर बोझ उठाए हुए निकलेगा वह अपना सामान निकालने के लिये दीवार को फोड़ेगा और अपना मुँह ढाँपे रहेगा कि उसको भूमि न देख पड़े +6665,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_013.wav,और मैं उस पर अपना जाल फैलाऊँगा और वह मेरे फंदे में फँसेगा और मैं उसे कसदियों के देश के बाबेल में पहुँचा दूँगा यद्यपि वह उस नगर में मर जाएगा तो भी उसको न देखेगा +6666,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_014.wav,जितने उसके सहायक उसके आसपास होंगे उनको और उसकी सारी टोलियों को मैं सब दिशाओं में तितरबितर कर दूँगा और तलवार खींचकर उनके पीछे चलवाऊँगा +6667,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_015.wav,जब मैं उन्हें जातिजाति में तितरबितर कर दूँगा और देशदेश में छिन्न भिन्न कर दूँगा तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +6668,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_016.wav,परन्तु मैं उनमें से थोड़े से लोगों को तलवार भूख और मरी से बचा रखूँगा और वे अपने घृणित काम उन जातियों में बखान करेंगे जिनके बीच में वे पहुँचेंगे तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +6669,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_017.wav,तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6670,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_018.wav,हे मनुष्य के सन्तान काँपते हुए अपनी रोटी खाना और थरथराते और चिन्ता करते हुए अपना पानी पीना +6671,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_019.wav,और इस देश के लोगों से यह कहना कि प्रभु यहोवा यरूशलेम औ�� इस्राएल के देश के निवासियों के विषय में यह कहता है वे अपनी रोटी चिन्ता के साथ खाएँगे और अपना पानी विस्मय के साथ पीएँगे क्योंकि देश अपने सब रहनेवालों के उपद्रव के कारण अपनी सारी भरपूरी से रहित हो जाएगा +6672,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_020.wav,बसे हुए नगर उजड़ जाएँगे और देश भी उजाड़ हो जाएगा तब तुम लोग जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +6673,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_021.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6674,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_022.wav,हे मनुष्य के सन्तान यह क्या कहावत है जो तुम लोग इस्राएल के देश में कहा करते हो दिन अधिक हो गए हैं और दर्शन की कोई बात पूरी नहीं हुई +6675,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_023.wav,इसलिए उनसे कह प्रभु यहोवा यह कहता है मैं इस कहावत को बन्द करूँगा और यह कहावत इस्राएल पर फिर न चलेगी और तू उनसे कह कि वह दिन निकट आ गया है और दर्शन की सब बातें पूरी होने पर हैं +6676,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_024.wav,क्योंकि इस्राएल के घराने में न तो और अधिक झूठे दर्शन की कोई बात और न कोई चिकनीचुपड़ी बात फिर कही जाएगी +6677,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_025.wav,क्योंकि मैं यहोवा हूँ जब मैं बोलूँ तब जो वचन मैं कहूँ वह पूरा हो जाएगा उसमें विलम्ब न होगा परन्तु हे बलवा करनेवाले घराने तुम्हारे ही दिनों में मैं वचन कहूँगा और वह पूरा हो जाएगा प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6678,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_026.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6679,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_027.wav,हे मनुष्य के सन्तान देख इस्राएल के घराने के लोग यह कह रहे हैं कि जो दर्शन वह देखता है वह बहुत दिन के बाद पूरा होनेवाला है और कि वह दूर के समय के विषय में भविष्यद्वाणी करता है +6680,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_012_028.wav,इसलिए तू उनसे कह प्रभु यहोवा यह कहता है मेरे किसी वचन के पूरा होने में फिर विलम्ब न होगा वरन् जो वचन मैं कहूँ वह निश्चय पूरा होगा प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6681,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6682,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान इस्राएल के जो भविष्यद्वक्ता अपने ही मन से भविष्यद्वाणी करते हैं उनके विरुद्ध भविष्यद्वाणी करके तू कह यहोवा का वचन सुनो +6683,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_003.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है हाय उन मूर्ख भविष्यद्वक्ताओं पर जो अपनी ही आत्मा के पीछे भटक जाते हैं और कुछ दर्शन नहीं पाया +6684,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_004.wav,हे इस्राएल तेरे भविष्यद्वक्ता खण्डहरों में की लोमड़ियों के समान बने हैं +6685,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_005.wav,तुम ने दरारों में चढ़कर इस्राएल के घराने के लिये दीवार नहीं सुधारी जिससे वे यह��वा के दिन युद्ध में स्थिर रह सकते +6686,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_006.wav,वे लोग जो कहते हैं यहोवा की यह वाणी है उन्होंने दर्शन का व्यर्थ और झूठा दावा किया है और तब भी यह आशा दिलाई कि यहोवा यह वचन पूरा करेगा तो भी यहोवा ने उन्हें नहीं भेजा +6687,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_007.wav,क्या तुम्हारा दर्शन झूठा नहीं है और क्या तुम झूठमूठ भावी नहीं कहते तुम कहते हो यहोवा की यह वाणी है परन्तु मैंने कुछ नहीं कहा है +6688,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_008.wav,इस कारण प्रभु यहोवा तुम से यह कहता है तुम ने जो व्यर्थ बात कही और झूठे दर्शन देखे हैं इसलिए मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6689,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_009.wav,जो भविष्यद्वक्ता झूठे दर्शन देखते और झूठमूठ भावी कहते हैं मेरा हाथ उनके विरुद्ध होगा और वे मेरी प्रजा की मण्डली में भागी न होंगे न उनके नाम इस्राएल की नामावली में लिखे जाएँगे और न वे इस्राएल के देश में प्रवेश करने पाएँगे इससे तुम लोग जान लोगे कि मैं प्रभु यहोवा हूँ +6690,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_010.wav,क्योंकि हाँ क्योंकि उन्होंने शान्ति है ऐसा कहकर मेरी प्रजा को बहकाया है जबकि शान्ति नहीं है और इसलिए कि जब कोई दीवार बनाता है तब वे उसकी कच्ची पुताई करते हैं +6691,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_011.wav,उन कच्ची पुताई करनेवालों से कह कि वह गिर जाएगी क्योंकि बड़े जोर की वर्षा होगी और बड़ेबड़े ओले भी गिरेंगे और प्रचण्ड आँधी उसे गिराएगी +6692,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_012.wav,इसलिए जब दीवार गिर जाएगी तब क्या लोग तुम से यह न कहेंगे कि जो पुताई तुम ने की वह कहाँ रही +6693,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_013.wav,इस कारण प्रभु यहोवा तुम से यह कहता है मैं जलकर उसको प्रचण्ड आँधी के द्वारा गिराऊँगा और मेरे कोप से भारी वर्षा होगी और मेरी जलजलाहट से बड़ेबड़े ओले गिरेंगे कि दीवार को नाश करें +6694,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_014.wav,इस रीति जिस दीवार पर तुम ने कच्ची पुताई की है उसे मैं ढा दूँगा वरन् मिट्टी में मिलाऊँगा और उसकी नींव खुल जाएगी और जब वह गिरेगी तब तुम भी उसके नीचे दबकर नाश होंगे और तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +6695,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_015.wav,इस रीति मैं दीवार और उसकी कच्ची पुताई करनेवाले दोनों पर अपनी जलजलाहट पूर्ण रीति से भड़काऊँगा फिर तुम से कहूँगा न तो दीवार रही और न उसके लेसनेवाले रहे +6696,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_016.wav,अर्थात् इस्राएल के वे भविष्यद्वक्ता जो यरूशलेम के विषय में भविष्यद्वाणी करते और उनकी शान्ति का दर्शन बताते थे परन्तु प्रभु यहोवा की यह वाणी है कि शान्���ि है ही नहीं +6697,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_017.wav,फिर हे मनुष्य के सन्तान तू अपने लोगों की स्त्रियों से विमुख होकर जो अपने ही मन से भविष्यद्वाणी करती है उनके विरुद्ध भविष्यद्वाणी करके कह +6698,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_018.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है जो स्त्रियाँ हाथ के सब जोड़ो के लिये तकिया सीतीं और प्राणियों का अहेर करने को सब प्रकार के मनुष्यों की आँख ढाँपने के लिये कपड़े बनाती हैं उन पर हाय क्या तुम मेरी प्रजा के प्राणों का अहेर करके अपने निज प्राण बचा रखोगी +6699,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_019.wav,तुम ने तो मुट्ठीमुट्ठी भर जौ और रोटी के टुकड़ों के बदले मुझे मेरी प्रजा की दृष्टि में अपवित्र ठहराकर और अपनी उन झूठी बातों के द्वारा जो मेरी प्रजा के लोग तुम से सुनते हैं जो नाश के योग्य न थे उनको मार डाला और जो बचने के योग्य न थे उन प्राणों को बचा रखा है +6700,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_020.wav,इस कारण प्रभु यहोवा तुम से यह कहता है देखो मैं तुम्हारे उन तकियों के विरुद्ध हूँ जिनके द्वारा तुम प्राणों का अहेर करती हो इसलिए जिन्हें तुम अहेर कर करके उड़ाती हो उनको मैं तुम्हारी बाँह पर से छीनकर उनको छुड़ा दूँगा +6701,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_021.wav,मैं तुम्हारे सिर के बुर्के को फाड़कर अपनी प्रजा के लोगों को तुम्हारे हाथ से छुड़ाऊँगा और आगे को वे तुम्हारे वश में न रहेंगे कि तुम उनका अहेर कर सको तब तुम जान लोगी कि मैं यहोवा हूँ +6702,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_022.wav,तुम ने जो झूठ कहकर धर्मी के मन को उदास किया है यद्यपि मैंने उसको उदास करना नहीं चाहा और तुम ने दुष्ट जन को हियाव बन्धाया है ताकि वह अपने बुरे मार्ग से न फिरे और जीवित रहे +6703,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_013_023.wav,इस कारण तुम फिर न तो झूठा दर्शन देखोगी और न भावी कहोगी क्योंकि मैं अपनी प्रजा को तुम्हारे हाथ से छुड़ाऊँगा तब तुम जान लोगी कि मैं यहोवा हूँ +6704,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_001.wav,फिर इस्राएल के कितने पुरनिये मेरे पास आकर मेरे सामने बैठ गए +6705,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_002.wav,तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6706,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_003.wav,हे मनुष्य के सन्तान इन पुरुषों ने तो अपनी मूरतें अपने मन में स्थापित की और अपने अधर्म की ठोकर अपने सामने रखी है फिर क्या वे मुझसे कुछ भी पूछने पाएँगे +6707,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_004.wav,इसलिए तू उनसे कह प्रभु यहोवा यह कहता है इस्राएल के घराने में से जो कोई अपनी मूर्तियाँ अपने मन में स्थापित करके और अपने अधर्म की ठोकर अपने सामने रखकर भविष्यद्वक्ता के पास आए उसको मैं यहोवा उसकी बहुत सी मूरतों के अनुसार ही उत्तर दूँगा +6708,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_005.wav,जिससे इस्राएल का घराना जो अपनी मूर्तियाँ के द्वारा मुझे त्याग कर दूर हो गया है उन्हें मैं उन्हीं के मन के द्वारा फँसाऊँगा +6709,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_006.wav,इसलिए इस्राएल के घराने से कह प्रभु यहोवा यह कहता है फिरो और अपनी मूर्तियाँ को पीठ के पीछे करो और अपने सब घृणित कामों से मुँह मोड़ो +6710,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_007.wav,क्योंकि इस्राएल के घराने में से और उसके बीच रहनेवाले परदेशियों में से भी कोई क्यों न हो जो मेरे पीछे हो लेना छोड़कर अपनी मूर्तियाँ अपने मन में स्थापित करे और अपने अधर्म की ठोकर अपने सामने रखे और तब मुझसे अपनी कोई बात पूछने के लिये भविष्यद्वक्ता के पास आए तो उसको मैं यहोवा आप ही उत्तर दूँगा +6711,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_008.wav,मैं उस मनुष्य के विरुद्ध होकर उसको विस्मित करूँगा और चिन्ह ठहराऊँगा और उसकी कहावत चलाऊँगा और उसे अपनी प्रजा में से नाश करूँगा तब तुम लोग जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +6712,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_009.wav,यदि भविष्यद्वक्ता ने धोखा खाकर कोई वचन कहा हो तो जानो कि मुझ यहोवा ने उस भविष्यद्वक्ता को धोखा दिया है और मैं अपना हाथ उसके विरुद्ध बढ़ाकर उसे अपनी प्रजा इस्राएल में से नाश करूँगा +6713,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_010.wav,वे सब लोग अपनेअपने अधर्म का बोझ उठाएँगे अर्थात् जैसा भविष्यद्वक्ता से पूछनेवाले का अधर्म ठहरेगा वैसा ही भविष्यद्वक्ता का भी अधर्म ठहरेगा +6714,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_011.wav,ताकि इस्राएल का घराना आगे को मेरे पीछे हो लेना न छोड़े और न अपने भाँतिभाँति के अपराधों के द्वारा आगे को अशुद्ध बने वरन् वे मेरी प्रजा बनें और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँ प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6715,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_012.wav,तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6716,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_013.wav,हे मनुष्य के सन्तान जब किसी देश के लोग मुझसे विश्वासघात करके पापी हो जाएँ और मैं अपना हाथ उस देश के विरुद्ध बढ़ाकर उसका अन्‍नरूपी आधार दूर करूँ और उसमें अकाल डालकर उसमें से मनुष्य और पशु दोनों को नाश करूँ +6717,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_014.wav,तब चाहे उसमें नूह दानिय्येल और अय्यूब ये तीनों पुरुष हों तो भी वे अपने धार्मिकता के द्वारा केवल अपने ही प्राणों को बचा सकेंगे प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6718,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_015.wav,यदि मैं किसी देश में दुष्ट जन्तु भेजूँ जो उसको निर्जन करके उजाड़ कर डालें और जन्तुओं के कारण कोई उसमें होकर न जाएँ +6719,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_016.wav,तो चाहे उसमें वे तीन पुरुष हों तो भी प्रभु यहोवा की यह वाणी है मेरे जीवन की सौगन्ध न वे पुत्रों को और न पुत्रियों को बचा सकेंगे वे ही अकेले बचेंगे परन्तु देश उजाड़ हो जाएगा +6720,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_017.wav,यदि मैं उस देश पर तलवार खींचकर कहूँ हे तलवार उस देश में चल और इस रीति मैं उसमें से मनुष्य और पशु नाश करूँ +6721,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_018.wav,तब चाहे उसमें वे तीन पुरुष भी हों तो भी प्रभु यहोवा की यह वाणी है मेरे जीवन की सौगन्ध न तो वे पुत्रों को और न पुत्रियों को बचा सकेंगे वे ही अकेले बचेंगे +6722,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_019.wav,यदि मैं उस देश में मरी फैलाऊँ और उस पर अपनी जलजलाहट भड़काकर उसका लहू ऐसा बहाऊँ कि वहाँ के मनुष्य और पशु दोनों नाश हों +6723,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_020.wav,तो चाहे नूह दानिय्येल और अय्यूब भी उसमें हों तो भी प्रभु यहोवा की यह वाणी है मेरे जीवन की सौगन्ध वे न पुत्रों को और न पुत्रियों को बचा सकेंगे अपने धार्मिकता के द्वारा वे केवल अपने ही प्राणों को बचा सकेंगे +6724,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_021.wav,क्योंकि प्रभु यहोवा यह कहता है मैं यरूशलेम पर अपने चारों दण्ड पहुँचाऊँगा अर्थात् तलवार अकाल दुष्ट जन्तु और मरी जिनसे मनुष्य और पशु सब उसमें से नाश हों +6725,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_022.wav,तो भी उसमें थोड़े से पुत्रपुत्रियाँ बचेंगी जो वहाँ से निकालकर तुम्हारे पास पहुँचाई जाएँगी और तुम उनके चाल चलन और कामों को देखकर उस विपत्ति के विषय में जो मैं यरूशलेम पर डालूँगा वरन् जितनी विपत्ति मैं उस पर डालूँगा उस सब के विषय में शान्ति पाओगे +6726,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_014_023.wav,जब तुम उनका चाल चलन और काम देखो तब वे तुम्हारी शान्ति के कारण होंगे और तुम जान लोगे कि मैंने यरूशलेम में जो कुछ किया वह बिना कारण नहीं किया प्रभु यहोवा की यही वाणी हैं +6727,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_015_001.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6728,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_015_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान सब वृक्षों में अंगूर की लता की क्या श्रेष्ठता है अंगूर की शाखा जो जंगल के पेड़ों के बीच उत्पन्न होती है उसमें क्या गुण है +6729,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_015_003.wav,क्या कोई वस्तु बनाने के लिये उसमें से लकड़ी ली जाती या कोई बर्तन टाँगने के लिये उसमें से खूँटी बन सकती है +6730,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_015_004.wav,वह तो ईंधन बनाकर आग में झोंकी जाती है उसके दोनों सिरे आग से जल जाते और उसके बीच का भाग भस्म हो जाता है क्या वह किसी भी काम की है +6731,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_015_005.wav,देख जब वह बनी थी तब भी वह किसी काम की न थी फिर जब वह आग का ईंधन होकर भस्म हो गई है तब किस काम की हो सकती है +6732,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_015_006.wav,इसलिए प्रभु यहोवा यह कहता है जैसे जंगल के पेड़ों में से मैं अंगूर की लता को आग का ईंधन कर देता हूँ वैसे ही मैं यरूशलेम के निवासियों को नाश कर दूँगा +6733,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_015_007.wav,मैं उनके विरुद्ध होऊँगा और वे एक आग में से निकलकर फिर दूसरी आग का ईंधन हो जाएँगे और जब मैं उनसे विमुख होऊँगा तब तुम लोग जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +6734,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_015_008.wav,मैं उनका देश उजाड़ दूँगा क्योंकि उन्होंने मुझसे विश्वासघात किया है प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6735,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_001.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6736,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान यरूशलेम को उसके सब घृणित काम जता दे +6737,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_003.wav,और उससे कह हे यरूशलेम प्रभु यहोवा तुझ से यह कहता है तेरा जन्म और तेरी उत्पत्ति कनानियों के देश से हुई तेरा पिता तो एमोरी और तेरी माता हित्तिन थी +6738,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_004.wav,तेरा जन्म ऐसे हुआ कि जिस दिन तू जन्मी उस दिन न तेरा नाल काटा गया न तू शुद्ध होने के लिये धोई गई न तुझ पर नमक मला गया और न तू कुछ कपड़ों में लपेटी गई +6739,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_005.wav,किसी की दयादृष्टि तुझ पर नहीं हुई कि इन कामों में से तेरे लिये एक भी काम किया जाता वरन् अपने जन्म के दिन तू घृणित होने के कारण खुले मैदान में फेंक दी गई थी +6740,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_006.wav,जब मैं तेरे पास से होकर निकला और तुझे लहू में लोटते हुए देखा तब मैंने तुझ से कहा हे लहू में लोटती हुई जीवित रह हाँ तुझ ही से मैंने कहा हे लहू में लोटती हुई जीवित रह +6741,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_007.wav,फिर मैंने तुझे खेत के पौधे के समान बढ़ाया और तू बढ़तेबढ़ते बड़ी हो गई और अति सुन्दर हो गई तेरी छातियाँ सुडौल हुईं और तेरे बाल बढ़े तो भी तू नंगी थी +6742,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_008.wav,मैंने फिर तेरे पास से होकर जाते हुए तुझे देखा और अब तू पूरी स्त्री हो गई थी इसलिए मैंने तुझे अपना वस्त्र ओढ़ाकर तेरा तन ढाँप दिया और सौगन्ध खाकर तुझ से वाचा बाँधी और तू मेरी हो गई प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6743,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_009.wav,तब मैंने तुझे जल से नहलाकर तुझ पर से लहू धो दिया और तेरी देह पर तेल मला +6744,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_010.wav,फिर मैंने तुझे बूटेदार वस्त्र और सुइसों के चमड़े की जूतियाँ पहनाई और तेरी कमर में सूक्ष्म सन बाँधा और तुझे रेशमी कपड़ा ओढ़ाया +6745,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_011.wav,तब मैंने तेरा श्रृंगार किया और तेरे हाथों में चूड़ियाँ और ग���े में हार पहनाया +6746,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_012.wav,फिर मैंने तेरी नाक में नत्थ और तेरे कानों में बालियाँ पहनाई और तेरे सिर पर शोभायमान मुकुट धरा +6747,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_013.wav,तेरे आभूषण सोने चाँदी के और तेरे वस्त्र सूक्ष्म सन रेशम और बूटेदार कपड़े के बने फिर तेरा भोजन मैदा मधु और तेल हुआ और तू अत्यन्त सुन्दर वरन् रानी होने के योग्य हो गई +6748,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_014.wav,तेरी सुन्दरता की कीर्ति अन्यजातियों में फैल गई क्योंकि उस प्रताप के कारण जो मैंने अपनी ओर से तुझे दिया था तू अत्यन्त सुन्दर थी प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6749,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_015.wav,परन्तु तू अपनी सुन्दरता पर भरोसा करके अपनी नामवरी के कारण व्यभिचार करने लगी और सब यात्रियों के संग बहुत कुकर्म किया और जो कोई तुझे चाहता था तू उसी से मिलती थी +6750,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_016.wav,तूने अपने वस्त्र लेकर रंगबिरंगे ऊँचे स्थान बना लिए और उन पर व्यभिचार किया ऐसे कुकर्म किए जो न कभी हुए और न होंगे +6751,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_017.wav,तूने अपने सुशोभित गहने लेकर जो मेरे दिए हुए सोनेचाँदी के थे उनसे पुरुषों की मूरतें बना ली और उनसे भी व्यभिचार करने लगी +6752,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_018.wav,और अपने बूटेदार वस्त्र लेकर उनको पहनाए और मेरा तेल और मेरा धूप उनके सामने चढ़ाया +6753,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_019.wav,जो भोजन मैंने तुझे दिया था अर्थात् जो मैदा तेल और मधु मैं तुझे खिलाता था वह सब तूने उनके सामने सुखदायक सुगन्ध करके रखा प्रभु यहोवा की यही वाणी है कि ऐसा ही हुआ +6754,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_020.wav,फिर तूने अपने पुत्रपुत्रियाँ लेकर जिन्हें तूने मेरे लिये जन्म दिया उन मूर्तियों को बलिदान करके चढ़ाई क्या तेरा व्यभिचार ऐसी छोटी बात थीं +6755,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_021.wav,कि तूने मेरे बालबच्चे उन मूर्तियों के आगे आग में चढ़ाकर घात किए हैं +6756,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_022.wav,तूने अपने सब घृणित कामों में और व्यभिचार करते हुए अपने बचपन के दिनों की कभी सुधि न ली जबकि तू नंगी अपने लहू में लोटती थी +6757,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_023.wav,तेरी उस सारी बुराई के पीछे क्या हुआ प्रभु यहोवा की यह वाणी है हाय तुझ पर हाय +6758,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_024.wav,तूने एक गुम्मट बनवा लिया और हर एक चौक में एक ऊँचा स्थान बनवा लिया +6759,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_025.wav,और एकएक सड़क के सिरे पर भी तूने अपना ऊँचा स्थान बनवाकर अपनी सुन्दरता घृणित करा दी और हर एक यात्री को कुकर्म के लिये बुलाकर महाव्यभिचारिणी हो गई +6760,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_026.wav,तूने अपने पड़ोसी मिस्री लोगों से भी जो मोटेताजे हैं व्यभिचार किया और मुझे क्रोध दिलाने के लिये अपना व्यभिचार बढ़ाती गई +6761,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_027.wav,इस कारण मैंने अपना हाथ तेरे विरुद्ध बढ़ाकर तेरा प्रतिदिन का खाना घटा दिया और तेरी बैरिन पलिश्ती स्त्रियाँ जो तेरे महापाप की चाल से लजाती है उनकी इच्छा पर मैंने तुझे छोड़ दिया है +6762,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_028.wav,फिर भी तेरी तृष्णा न बुझी इसलिए तूने अश्शूरी लोगों से भी व्यभिचार किया और उनसे व्यभिचार करने पर भी तेरी तृष्णा न बुझी +6763,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_029.wav,फिर तू लेनदेन के देश में व्यभिचार करतेकरते कसदियों के देश तक पहुँची और वहाँ भी तेरी तृष्णा न बुझी +6764,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_030.wav,प्रभु यहोवा की यह वाणी है कि तेरा हृदय कैसा चंचल है कि तू ये सब काम करती है जो निर्लज्ज वेश्या ही के काम हैं +6765,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_031.wav,तूने हर एक सड़क के सिरे पर जो अपना गुम्मट और हर चौक में अपना ऊँचा स्थान बनवाया है क्या इसी में तू वेश्या के समान नहीं ठहरी क्योंकि तू ऐसी कमाई पर हँसती है +6766,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_032.wav,तू व्यभिचारिणी पत्नी है तू पराए पुरुषों को अपने पति के बदले ग्रहण करती है +6767,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_033.wav,सब वेश्याओं को तो रुपया मिलता है परन्तु तूने अपने सब मित्रों को स्वयं रुपये देकर और उनको लालच दिखाकर बुलाया है कि वे चारों ओर से आकर तुझ से व्यभिचार करें +6768,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_034.wav,इस प्रकार तेरा व्यभिचार अन्य व्यभिचारियों से उलटा है तेरे पीछे कोई व्यभिचारी नहीं चलता और तू किसी से दाम लेती नहीं वरन् तू ही देती है इसी कारण तू उलटी ठहरी +6769,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_035.wav,इस कारण हे वेश्या यहोवा का वचन सुन +6770,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_036.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है तूने जो व्यभिचार में अति निर्लज्ज होकर अपनी देह अपने मित्रों को दिखाई और अपनी मूर्तियों से घृणित काम किए और अपने बच्चों का लहू बहाकर उन्हें बलि चढ़ाया है +6771,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_037.wav,इस कारण देख मैं तेरे सब मित्रों को जो तेरे प्रेमी हैं और जितनों से तूने प्रीति लगाई और जितनों से तूने बैर रखा उन सभी को चारों ओर से तेरे विरुद्ध इकट्ठा करके उनको तेरी देह नंगी करके दिखाऊँगा और वे तेरा तन देखेंगे +6772,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_038.wav,तब मैं तुझको ऐसा दण्ड दूँगा जैसा व्यभिचारिणियों और लहू बहानेवाली स्त्रियों को दिया जाता है और क्रोध और जलन के साथ तेरा लहू बहाऊँगा +6773,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_039.wav,इस रीति मैं तुझे उनके वश में कर दूँगा और वे तेरे गुम्मटों को ढा देंगे और तेरे ऊँच��� स्थानों को तोड़ देंगे वे तेरे वस्त्र जबरन उतारेंगे और तेरे सुन्दर गहने छीन लेंगे और तुझे नंगा करके छोड़ देंगे +6774,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_040.wav,तब तेरे विरुद्ध एक सभा इकट्ठी करके वे तुझ पर पत्थराव करेंगे और अपनी कटारों से आरपार छेदेंगे +6775,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_041.wav,तब वे आग लगाकर तेरे घरों को जला देंगे और तुझे बहुत सी स्त्रियों के देखते दण्ड देंगे और मैं तेरा व्यभिचार बन्द करूँगा और तू फिर वेश्यावृत्ति के लिये दाम न देगी +6776,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_042.wav,जब मैं तुझ पर पूरी जलजलाहट प्रगट कर चुकूँगा तब तुझ पर और न जलूँगा वरन् शान्त हो जाऊँगा और फिर क्रोध न करूँगा +6777,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_043.wav,तूने जो अपने बचपन के दिन स्मरण नहीं रखे वरन् इन सब बातों के द्वारा मुझे चिढ़ाया इस कारण मैं तेरा चाल चलन तेरे सिर पर डालूँगा और तू अपने सब पिछले घृणित कामों से और अधिक महापाप न करेगी प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6778,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_044.wav,देख सब कहावत कहनेवाले तेरे विषय यह कहावत कहेंगे जैसी माँ वैसी पुत्री +6779,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_045.wav,तेरी माँ जो अपने पति और बच्चों से घृणा करती थी तू भी ठीक उसकी पुत्री ठहरी और तेरी बहनें जो अपनेअपने पति और बच्चों से घृणा करती थीं तू भी ठीक उनकी बहन निकली तेरी माता हित्तिन और पिता एमोरी था +6780,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_046.wav,तेरी बड़ी बहन सामरिया है जो अपनी पुत्रियों समेत तेरी बाईं ओर रहती है और तेरी छोटी बहन जो तेरी दाहिनी ओर रहती है वह पुत्रियों समेत सदोम है +6781,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_047.wav,तू उनकी सी चाल नहीं चली और न उनके से घृणित कामों ही से सन्तुष्ट हुई यह तो बहुत छोटी बात ठहरती परन्तु तेरा सारा चाल चलन उनसे भी अधिक बिगड़ गया +6782,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_048.wav,प्रभु यहोवा की यह वाणी है मेरे जीवन की सौगन्ध तेरी बहन सदोम ने अपनी पुत्रियों समेत तेरे और तेरी पुत्रियों के समान काम नहीं किए +6783,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_049.wav,देख तेरी बहन सदोम का अधर्म यह था कि वह अपनी पुत्रियों सहित घमण्ड करती पेट भर भरकर खाती और सुख चैन से रहती थी और दीन दरिद्र को न सम्भालती थी +6784,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_050.wav,अतः वह गर्व करके मेरे सामने घृणित काम करने लगी और यह देखकर मैंने उन्हें दूर कर दिया +6785,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_051.wav,फिर सामरिया ने तेरे पापों के आधे भी पाप नहीं किए तूने तो उससे बढ़कर घृणित काम किए और अपने घोर घृणित कामों के द्वारा अपनी बहनों से जीत गई +6786,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_052.wav,इसलिए तूने जो अपनी बहनों का न्याय किया इस कारण लज्जित हो क्योंकि तूने उनसे बढ़कर घृणित पाप किए हैं इस कारण वे तुझ से कम दोषी ठहरी हैं इसलिए तू इस बात से लज्जा कर और लजाती रह क्योंकि तूने अपनी बहनों को कम दोषी ठहराया है +6787,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_053.wav,जब मैं उनको अर्थात् पुत्रियों सहित सदोम और सामरिया को बँधुआई से लौटा लाऊँगा तब उनके बीच ही तेरे बन्दियों को भी लौटा लाऊँगा +6788,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_054.wav,जिससे तू लजाती रहे और अपने सब कामों को देखकर लजाए क्योंकि तू उनकी शान्ति ही का कारण हुई है +6789,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_055.wav,तेरी बहनें सदोम और सामरिया अपनीअपनी पुत्रियों समेत अपनी पहली दशा को फिर पहुँचेंगी और तू भी अपनी पुत्रियों सहित अपनी पहली दशा को फिर पहुँचेगी +6790,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_056.wav,जब तक तेरी बुराई प्रगट न हुई थी अर्थात् जिस समय तक तू आसपास के लोगों समेत अरामी और पलिश्ती स्त्रियों की जो अब चारों ओर से तुझे तुच्छ जानती हैं नामधराई करती थी +6791,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_057.wav,उन अपने घमण्ड के दिनों में तो तू अपनी बहन सदोम का नाम भी न लेती थी +6792,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_058.wav,परन्तु अब तुझको अपने महापाप और घृणित कामों का भार आप ही उठाना पड़ा है यहोवा की यही वाणी है +6793,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_059.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है मैं तेरे साथ ऐसा ही बर्ताव करूँगा जैसा तूने किया है क्योंकि तूने तो वाचा तोड़कर शपथ तुच्छ जानी है +6794,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_060.wav,तो भी मैं तेरे बचपन के दिनों की अपनी वाचा स्मरण करूँगा और तेरे साथ सदा की वाचा बाँधूँगा +6795,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_061.wav,जब तू अपनी बहनों को अर्थात् अपनी बड़ी और छोटी बहनों को ग्रहण करे तब तू अपना चाल चलन स्मरण करके लज्जित होगी और मैं उन्हें तेरी पुत्रियाँ ठहरा दूँगा परन्तु यह तेरी वाचा के अनुसार न करूँगा +6796,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_062.wav,मैं तेरे साथ अपनी वाचा स्थिर करूँगा और तब तू जान लेगी कि मैं यहोवा हूँ +6797,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_016_063.wav,जिससे तू स्मरण करके लज्जित हो और लज्जा के मारे फिर कभी मुँह न खोले यह उस समय होगा जब मैं तेरे सब कामों को ढाँपूँगा प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6798,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6799,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान इस्राएल के घराने से यह पहेली और दृष्टान्त कह प्रभु यहोवा यह कहता है +6800,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_003.wav,एक लम्बे पंखवाले परों से भरे और रंगबिरंगे बड़े उकाब पक्षी ने लबानोन जाकर एक देवदार की फुनगी नोच ली +6801,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_004.wav,तब उसने उस फुनगी की सबसे ऊपर की पतली टहनी को तोड़ लिया और उसे लेनदेन करनेवालों के देश में ले जाकर व्यापारियों के एक नगर में लगाया +6802,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_005.wav,तब उसने देश का कुछ बीज लेकर एक उपजाऊ खेत में बोया और उसे बहुत जलभरे स्थान में मजनू के समान लगाया +6803,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_006.wav,वह उगकर छोटी फैलनेवाली अंगूर की लता हो गई जिसकी डालियाँ उसकी ओर झुकी और उसकी जड़ उसके नीचे फैली इस प्रकार से वह अंगूर की लता होकर कनखा फोड़ने और पत्तों से भरने लगी +6804,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_007.wav,फिर एक और लम्बे पंखवाला और परों से भरा हुआ बड़ा उकाब पक्षी था और वह अंगूर की लता उस स्थान से जहाँ वह लगाई गई थी उस दूसरे उकाब की ओर अपनी जड़ फैलाने और अपनी डालियाँ झुकाने लगी कि वह उसे खींचा करे +6805,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_008.wav,परन्तु वह तो इसलिए अच्छी भूमि में बहुत जल के पास लगाई गई थी कि कनखाएँ फोड़े और फले और उत्तम अंगूर की लता बने +6806,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_009.wav,इसलिए तू यह कह कि प्रभु यहोवा यह पूछता है क्या वह फूले फलेगी क्या वह उसको जड़ से न उखाड़ेगा और उसके फलों को न झाड़ डालेगा कि वह अपनी सब हरी नई पत्तियों समेत सूख जाए इसे जड़ से उखाड़ने के लिये अधिक बल और बहुत से मनुष्यों की आवश्यकता न होगी +6807,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_010.wav,चाहे वह लगी भी रहे तो भी क्या वह फूले फलेगी जब पुरवाई उसे लगे तब क्या वह बिलकुल सूख न जाएगी वह तो जहाँ उगी है उसी क्यारी में सूख जाएगी +6808,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_011.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा उस बलवा करनेवाले घराने से कह +6809,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_012.wav,क्या तुम इन बातों का अर्थ नहीं समझते फिर उनसे कह बाबेल के राजा ने यरूशलेम को जाकर उसके राजा और प्रधानों को लेकर अपने यहाँ बाबेल में पहुँचाया +6810,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_013.wav,तब राजवंश में से एक पुरुष को लेकर उससे वाचा बाँधी और उसको वश में रहने की शपथ खिलाई और देश के सामर्थी पुरुषों को ले गया +6811,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_014.wav,कि वह राज्य निर्बल रहे और सिर न उठा सके वरन् वाचा पालने से स्थिर रहे +6812,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_015.wav,तो भी इसने घोड़े और बड़ी सेना माँगने को अपने दूत मिस्र में भेजकर उससे बलवा किया क्या वह फूले फलेगा क्या ऐसे कामों का करनेवाला बचेगा क्या वह अपनी वाचा तोड़ने पर भी बच जाएगा +6813,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_016.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है मेरे जीवन की सौगन्ध जिस राजा की खिलाई हुई शपथ उसने तुच्छ जानी और जिसकी वाचा उसने तोड़ी उसके यहाँ जिसने उसे राजा बनाया था अर्थात् बाबेल में ही वह उसके पास ही मर जाएगा +6814,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_017.wav,जब वे बह���त से प्राणियों को नाश करने के लिये दमदमा बाँधे और गढ़ बनाएँ तब फ़िरौन अपनी बड़ी सेना और बहुतों की मण्डली रहते भी युद्ध में उसकी सहायता न करेगा +6815,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_018.wav,क्योंकि उसने शपथ को तुच्छ जाना और वाचा को तोड़ा देखो उसने वचन देने पर भी ऐसेऐसे काम किए हैं इसलिए वह बचने न पाएगा +6816,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_019.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है मेरे जीवन की सौगन्ध उसने मेरी शपथ तुच्छ जानी और मेरी वाचा तोड़ी है यह पाप मैं उसी के सिर पर डालूँगा +6817,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_020.wav,मैं अपना जाल उस पर फैलाऊँगा और वह मेरे फंदे में फँसेगा और मैं उसको बाबेल में पहुँचाकर उस विश्वासघात का मुकद्दमा उससे लड़ूँगा जो उसने मुझसे किया है +6818,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_021.wav,उसके सब दलों में से जितने भागें वे सब तलवार से मारे जाएँगे और जो रह जाएँ वे चारों दिशाओं में तितरबितर हो जाएँगे तब तुम लोग जान लोगे कि मुझ यहोवा ही ने ऐसा कहा है +6819,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_022.wav,फिर प्रभु यहोवा यह कहता है मैं भी देवदार की ऊँची फुनगी में से कुछ लेकर लगाऊँगा और उसकी सबसे ऊपरवाली कनखाओं में से एक कोमल कनखा तोड़कर एक अति ऊँचे पर्वत पर लगाऊँगा +6820,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_023.wav,अर्थात् इस्राएल के ऊँचे पर्वत पर लगाऊँगा तब वह डालियाँ फोड़कर बलवन्त और उत्तम देवदार बन जाएगा और उसके नीचे अर्थात् उसकी डालियों की छाया में भाँतिभाँति के सब पक्षी बसेरा करेंगे +6821,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_017_024.wav,तब मैदान के सब वृक्ष जान लेंगे कि मुझ यहोवा ही ने ऊँचे वृक्ष को नीचा और नीचे वृक्ष को ऊँचा किया हरे वृक्ष को सूखा दिया और सूखे वृक्ष को हरा भरा कर दिया मुझ यहोवा ही ने यह कहा और वैसा ही कर भी दिया है +6822,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_001.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6823,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_002.wav,तुम लोग जो इस्राएल के देश के विषय में यह कहावत कहते हो खट्टे अंगूर खाए तो पिताओं ने परन्तु दाँत खट्टे हुए बच्चों के इसका क्या अर्थ है +6824,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_003.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है कि मेरे जीवन की शपथ तुम को इस्राएल में फिर यह कहावत कहने का अवसर न मिलेगा +6825,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_004.wav,देखो सभी के प्राण तो मेरे हैं जैसा पिता का प्राण वैसा ही पुत्र का भी प्राण है दोनों मेरे ही हैं इसलिए जो प्राणी पाप करे वही मर जाएगा +6826,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_005.wav,जो कोई धर्मी हो और न्याय और धर्म के काम करे +6827,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_006.wav,और न तो पहाड़ों के पूजा स्थलों पर भोजन किया हो न इस्राएल के घराने की मूरतों की ओर आँखें उठाई ��ों न पराई स्त्री को बिगाड़ा हो और न ऋतुमती के पास गया हो +6828,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_007.wav,और न किसी पर अंधेर किया हो वरन् ऋणी को उसकी बन्धक फेर दी हो न किसी को लूटा हो वरन् भूखे को अपनी रोटी दी हो और नंगे को कपड़ा ओढ़ाया हो +6829,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_008.wav,न ब्याज पर रुपया दिया हो न रुपये की बढ़ती ली हो और अपना हाथ कुटिल काम से रोका हो मनुष्य के बीच सच्चाई से न्याय किया हो +6830,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_009.wav,और मेरी विधियों पर चलता और मेरे नियमों को मानता हुआ सच्चाई से काम किया हो ऐसा मनुष्य धर्मी है वह निश्चय जीवित रहेगा प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6831,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_010.wav,परन्तु यदि उसका पुत्र डाकू हत्यारा या ऊपर कहे हुए पापों में से किसी का करनेवाला हो +6832,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_011.wav,और ऊपर कहे हुए उचित कामों का करनेवाला न हो और पहाड़ों के पूजा स्थलों पर भोजन किया हो पराई स्त्री को बिगाड़ा हो +6833,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_012.wav,दीन दरिद्र पर अंधेर किया हो औरों को लूटा हो बन्धक न लौटाई हो मूरतों की ओर आँख उठाई हो घृणित काम किया हो +6834,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_013.wav,ब्याज पर रुपया दिया हो और बढ़ती ली हो तो क्या वह जीवित रहेगा वह जीवित न रहेगा इसलिए कि उसने ये सब घिनौने काम किए हैं वह निश्चय मरेगा और उसका खून उसी के सिर पड़ेगा +6835,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_014.wav,फिर यदि ऐसे मनुष्य के पुत्र हों और वह अपने पिता के ये सब पाप देखकर भय के मारे उनके समान न करता हो +6836,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_015.wav,अर्थात् न तो पहाड़ों के पूजा स्थलों पर भोजन किया हो न इस्राएल के घराने की मूरतों की ओर आँख उठाई हो न पराई स्त्री को बिगाड़ा हो +6837,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_016.wav,न किसी पर अंधेर किया हो न कुछ बन्धक लिया हो न किसी को लूटा हो वरन् अपनी रोटी भूखे को दी हो नंगे को कपड़ा ओढ़ाया हो +6838,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_017.wav,दीन जन की हानि करने से हाथ रोका हो ब्याज और बढ़ती न ली हो मेरे नियमों को माना हो और मेरी विधियों पर चला हो तो वह अपने पिता के अधर्म के कारण न मरेगा वरन् जीवित ही रहेगा +6839,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_018.wav,उसका पिता जिसने अंधेर किया और लूटा और अपने भाइयों के बीच अनुचित काम किया है वही अपने अधर्म के कारण मर जाएगा +6840,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_019.wav,तो भी तुम लोग कहते हो क्यों क्या पुत्र पिता के अधर्म का भार नहीं उठाता जब पुत्र ने न्याय और धर्म के काम किए हों और मेरी सब विधियों का पालन कर उन पर चला हो तो वह जीवित ही रहेगा +6841,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_020.wav,जो प्राणी पाप करे वही मरेगा न तो पुत्र पिता के अधर्म का भार उठाएगा और न पिता पुत्र का धर्मी को अपने ही धार्मिकता का फल और दुष्ट को अपनी ही दुष्टता का फल मिलेगा +6842,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_021.wav,परन्तु यदि दुष्ट जन अपने सब पापों से फिरकर मेरी सब विधियों का पालन करे और न्याय और धर्म के काम करे तो वह न मरेगा वरन् जीवित ही रहेगा +6843,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_022.wav,उसने जितने अपराध किए हों उनमें से किसी का स्मरण उसके विरुद्ध न किया जाएगा जो धार्मिकता का काम उसने किया हो उसके कारण वह जीवित रहेगा +6844,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_023.wav,प्रभु यहोवा की यह वाणी है क्या मैं दुष्ट के मरने से कुछ भी प्रसन्न होता हूँ क्या मैं इससे प्रसन्न नहीं होता कि वह अपने मार्ग से फिरकर जीवित रहे +6845,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_024.wav,परन्तु जब धर्मी अपने धार्मिकता से फिरकर टेढ़े काम वरन् दुष्ट के सब घृणित कामों के अनुसार करने लगे तो क्या वह जीवित रहेगा जितने धार्मिकता के काम उसने किए हों उनमें से किसी का स्मरण न किया जाएगा जो विश्वासघात और पाप उसने किया हो उसके कारण वह मर जाएगा +6846,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_025.wav,तो भी तुम लोग कहते हो प्रभु की गति एक सी नहीं हे इस्राएल के घराने देख क्या मेरी गति एक सी नहीं क्या तुम्हारी ही गति अनुचित नहीं है +6847,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_026.wav,जब धर्मी अपने धार्मिकता से फिरकर टेढ़े काम करने लगे तो वह उनके कारण मरेगा अर्थात् वह अपने टेढ़े काम ही के कारण मर जाएगा +6848,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_027.wav,फिर जब दुष्ट अपने दुष्ट कामों से फिरकर न्याय और धर्म के काम करने लगे तो वह अपना प्राण बचाएगा +6849,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_028.wav,वह जो सोच विचार कर अपने सब अपराधों से फिरा इस कारण न मरेगा जीवित ही रहेगा +6850,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_029.wav,तो भी इस्राएल का घराना कहता है कि प्रभु की गति एक सी नहीं हे इस्राएल के घराने क्या मेरी गति एक सी नहीं क्या तुम्हारी ही गति अनुचित नहीं +6851,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_030.wav,प्रभु यहोवा की यह वाणी है हे इस्राएल के घराने मैं तुम में से हर एक मनुष्य का न्याय उसकी चाल चलन के अनुसार ही करूँगा पश्चाताप करो और अपने सब अपराधों को छोड़ो तभी तुम्हारा अधर्म तुम्हारे ठोकर खाने का कारण न होगा +6852,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_031.wav,अपने सब अपराधों को जो तुम ने किए हैं दूर करो अपना मन और अपनी आत्मा बदल डालो हे इस्राएल के घराने तुम क्यों मरो +6853,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_018_032.wav,क्योंकि प्रभु यहोवा की यह वाणी है जो मरे उसके मरने से मैं प्रसन्न नहीं होता इसलिए पश्चाताप करो तभी तुम जीवित रहोगे +6854,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_001.wav,इस्राएल के प्रधा���ों के विषय तू यह विलापगीत सुना +6855,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_002.wav,तेरी माता एक कैसी सिंहनी थी वह सिंहों के बीच बैठा करती और अपने बच्चों को जवान सिंहों के बीच पालती पोसती थी +6856,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_003.wav,अपने बच्चों में से उसने एक को पाला और वह जवान सिंह हो गया और अहेर पकड़ना सीख गया उसने मनुष्यों को भी फाड़ खाया +6857,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_004.wav,जातिजाति के लोगों ने उसकी चर्चा सुनी और उसे अपने खोदे हुए गड्ढे में फँसाया और उसके नकेल डालकर उसे मिस्र देश में ले गए +6858,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_005.wav,जब उसकी माँ ने देखा कि वह धीरज धरे रही तो भी उसकी आशा टूट गई तब अपने एक और बच्चे को लेकर उसे जवान सिंह कर दिया +6859,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_006.wav,तब वह जवान सिंह होकर सिंहों के बीच चलने फिरने लगा और वह भी अहेर पकड़ना सीख गया और मनुष्यों को भी फाड़ खाया +6860,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_007.wav,उसने उनके भवनों को बिगाड़ा और उनके नगरों को उजाड़ा वरन् उसके गरजने के डर के मारे देश और जो कुछ उसमें था सब उजड़ गया +6861,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_008.wav,तब चारों ओर के जातिजाति के लोग अपनेअपने प्रान्त से उसके विरुद्ध निकल आए और उसके लिये जाल लगाया और वह उनके खोदे हुए गड्ढे में फँस गया +6862,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_009.wav,तब वे उसके नकेल डालकर और कठघरे में बन्द करके बाबेल के राजा के पास ले गए और गढ़ में बन्द किया कि उसका बोल इस्राएल के पहाड़ी देश में फिर सुनाई न दे +6863,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_010.wav,तेरी माता जिससे तू उत्पन्न हुआ वह तट पर लगी हुई दाखलता के समान थी और गहरे जल के कारण फलों और शाखाओं से भरी हुई थी +6864,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_011.wav,प्रभुता करनेवालों के राजदण्डों के लिये उसमें मोटीमोटी टहनियाँ थीं और उसकी ऊँचाई इतनी हुई कि वह बादलों के बीच तक पहुँची और अपनी बहुत सी डालियों समेत बहुत ही लम्बी दिखाई पड़ी +6865,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_012.wav,तो भी वह जलजलाहट के साथ उखाड़कर भूमि पर गिराई गई और उसके फल पुरवाई हवा के लगने से सूख गए और उसकी मोटी टहनियाँ टूटकर सूख गई और वे आग से भस्म हो गई +6866,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_013.wav,अब वह जंगल में वरन् निर्जल देश में लगाई गई है +6867,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_019_014.wav,उसकी शाखाओं की टहनियों में से आग निकली जिससे उसके फल भस्म हो गए और प्रभुता करने के योग्य राजदण्ड के लिये उसमें अब कोई मोटी टहनी न रही यही विलापगीत है और यह विलापगीत बना रहेगा +6868,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_001.wav,सातवें वर्ष के पाँचवें महीने के दसवें दिन को इस्राएल के कितने पुरनिये यहोवा से प्रश्न करने को आए और मेरे सामने बैठ गए +6869,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_002.wav,तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6870,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_003.wav,हे मनुष्य के सन्तान इस्राएली पुरनियों से यह कह प्रभु यहोवा यह कहता है क्या तुम मुझसे प्रश्न करने को आए हो प्रभु यहोवा की यह वाणी है कि मेरे जीवन की सौगन्ध तुम मुझसे प्रश्न करने न पाओगे +6871,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_004.wav,हे मनुष्य के सन्तान क्या तू उनका न्याय न करेगा क्या तू उनका न्याय न करेगा उनके पुरखाओं के घिनौने काम उन्हें जता दे +6872,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_005.wav,और उनसे कह प्रभु यहोवा यह कहता है जिस दिन मैंने इस्राएल को चुन लिया और याकूब के घराने के वंश से शपथ खाई और मिस्र देश में अपने को उन पर प्रगट किया और उनसे शपथ खाकर कहा मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +6873,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_006.wav,उसी दिन मैंने उनसे यह भी शपथ खाई कि मैं तुम को मिस्र देश से निकालकर एक देश में पहुँचाऊँगा जिसे मैंने तुम्हारे लिये चुन लिया है वह सब देशों का शिरोमणि है और उसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं +6874,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_007.wav,फिर मैंने उनसे कहा जिन घिनौनी वस्तुओं पर तुम में से हर एक की आँखें लगी हैं उन्हें फेंक दो और मिस्र की मूरतों से अपने को अशुद्ध न करो मैं ही तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +6875,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_008.wav,परन्तु वे मुझसे बिगड़ गए और मेरी सुननी न चाही जिन घिनौनी वस्तुओं पर उनकी आँखें लगी थीं उनको किसी ने फेंका नहीं और न मिस्र की मूरतों को छोड़ा तब मैंने कहा मैं यहीं मिस्र देश के बीच तुम पर अपनी जलजलाहट भड़काऊँगा और पूरा कोप दिखाऊँगा +6876,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_009.wav,तो भी मैंने अपने नाम के निमित्त ऐसा किया कि जिनके बीच वे थे और जिनके देखते हुए मैंने उनको मिस्र देश से निकलने के लिये अपने को उन पर प्रगट किया था उन जातियों के सामने वे अपवित्र न ठहरे +6877,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_010.wav,मैं उनको मिस्र देश से निकालकर जंगल में ले आया +6878,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_011.wav,वहाँ उनको मैंने अपनी विधियाँ बताई और अपने नियम भी बताए कि जो मनुष्य उनको माने वह उनके कारण जीवित रहेगा +6879,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_012.wav,फिर मैंने उनके लिये अपने विश्रामदिन ठहराए जो मेरे और उनके बीच चिन्ह ठहरें कि वे जानें कि मैं यहोवा उनका पवित्र करनेवाला हूँ +6880,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_013.wav,तो भी इस्राएल के घराने ने जंगल में मुझसे बलवा किया वे मेरी विधियों पर न चले और मेरे नियमों को तुच्छ जाना जिन्हें यदि मनुष्य माने तो वह उनके कारण जीवित रहेगा और उन्होंने मेरे विश्रामदिनों को अति अपवित्र किया तब मैंने कहा मैं जंगल में इन पर अपनी जलजलाहट भड़काकर इनका अन्त कर डालूँगा +6881,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_014.wav,परन्तु मैंने अपने नाम के निमित्त ऐसा किया कि वे उन जातियों के सामने जिनके देखते मैं उनको निकाल लाया था अपवित्र न ठहरे +6882,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_015.wav,फिर मैंने जंगल में उनसे शपथ खाई कि जो देश मैंने उनको दे दिया और जो सब देशों का शिरोमणि है जिसमें दूध और मधु की धराएँ बहती हैं उसमें उन्हें न पहुँचाऊँगा +6883,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_016.wav,क्योंकि उन्होंने मेरे नियम तुच्छ जाने और मेरी विधियों पर न चले और मेरे विश्रामदिन अपवित्र किए थे इसलिए कि उनका मन उनकी मूरतों की ओर लगा रहा +6884,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_017.wav,तो भी मैंने उन पर कृपा की दृष्टि की और उन्हें नाश न किया और न जंगल में पूरी रीति से उनका अन्त कर डाला +6885,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_018.wav,फिर मैंने जंगल में उनकी सन्तान से कहा अपने पुरखाओं की विधियों पर न चलो न उनकी रीतियों को मानो और न उनकी मूरतें पूजकर अपने को अशुद्ध करो +6886,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_019.wav,मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ मेरी विधियों पर चलो और मेरे नियमों के मानने में चौकसी करो +6887,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_020.wav,और मेरे विश्रामदिनों को पवित्र मानो कि वे मेरे और तुम्हारे बीच चिन्ह ठहरें और जिससे तुम जानो कि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +6888,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_021.wav,परन्तु उनकी सन्तान ने भी मुझसे बलवा किया वे मेरी विधियों पर न चले न मेरे नियमों के मानने में चौकसी की जिन्हें यदि मनुष्य माने तो वह उनके कारण जीवित रहेगा मेरे विश्रामदिनों को उन्होंने अपवित्र किया तब मैंने कहा मैं जंगल में उन पर अपनी जलजलाहट भड़काकर अपना कोप दिखलाऊँगा +6889,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_022.wav,तो भी मैंने हाथ खींच लिया और अपने नाम के निमित्त ऐसा किया कि उन जातियों के सामने जिनके देखते हुए मैं उन्हें निकाल लाया था वे अपवित्र न ठहरे +6890,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_023.wav,फिर मैंने जंगल में उनसे शपथ खाई कि मैं तुम्हें जातिजाति में तितरबितर करूँगा और देशदेश में छितरा दूँगा +6891,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_024.wav,क्योंकि उन्होंने मेरे नियम न माने मेरी विधियों को तुच्छ जाना मेरे विश्रामदिनों को अपवित्र किया और अपने पुरखाओं की मूरतों की ओर उनकी आँखें लगी रहीं +6892,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_025.wav,फिर मैंने उनके लिये ऐसीऐसी विधियाँ ठहराई जो अच्छी न थी और ऐसीऐसी रीतियाँ जिनके कारण वे जीवित न रह सके +6893,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_026.wav,अर्थात् वे अपने सब पहिलौठों को आग में होम करने लगे इस रीति मैंने उन्हें उन्हीं की भेंटों के द्वारा अशुद्ध किया जिससे उन्हें निर्वंश कर डालूँ और तब वे जान लें कि मैं यहोवा हूँ +6894,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_027.wav,हे मनुष्य के सन्तान तू इस्राएल के घराने से कह प्रभु यहोवा यह कहता है तुम्हारे पुरखाओं ने इसमें भी मेरी निन्दा की कि उन्होंने मेरा विश्वासघात किया +6895,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_028.wav,क्योंकि जब मैंने उनको उस देश में पहुँचाया जिसे उन्हें देने की शपथ मैंने उनसे खाई थी तब वे हर एक ऊँचे टीले और हर एक घने वृक्ष पर दृष्टि करके वहीं अपने मेलबलि करने लगे और वहीं रिस दिलानेवाली अपनी भेंटें चढ़ाने लगे और वहीं अपना सुखदायक सुगन्धद्रव्य जलाने लगे और वहीं अपने तपावन देने लगे +6896,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_029.wav,तब मैंने उनसे पूछा जिस ऊँचे स्थान को तुम लोग जाते हो उससे क्या प्रयोजन है इसी से उसका नाम आज तक बामा कहलाता है +6897,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_030.wav,इसलिए इस्राएल के घराने से कह प्रभु यहोवा तुम से यह पूछता है क्या तुम भी अपने पुरखाओं की रीति पर चलकर अशुद्ध होकर और उनके घिनौने कामों के अनुसार व्यभिचारिणी के समान काम करते हो +6898,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_031.wav,आज तक जब जब तुम अपनी भेंटें चढ़ाते और अपने बालबच्चों को होम करके आग में चढ़ाते हो तबतब तुम अपनी मूरतों के कारण अशुद्ध ठहरते हो हे इस्राएल के घराने क्या तुम मुझसे पूछने पाओगे प्रभु यहोवा की यह वाणी है मेरे जीवन की शपथ तुम मुझसे पूछने न पाओगे +6899,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_032.wav,जो बात तुम्हारे मन में आती है हम काठ और पत्थर के उपासक होकर अन्यजातियों और देशदेश के कुलों के समान हो जाएँगे वह किसी भाँति पूरी नहीं होने की +6900,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_033.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है मेरे जीवन की शपथ मैं निश्चय बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा से और भड़काई हुई जलजलाहट के साथ तुम्हारे ऊपर राज्य करूँगा +6901,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_034.wav,मैं बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा से और भड़काई हुई जलजलाहट के साथ तुम्हें देशदेश के लोगों में से अलग करूँगा और उन देशों से जिनमें तुम तितरबितर हो गए थे इकट्ठा करूँगा +6902,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_035.wav,और मैं तुम्हें देशदेश के लोगों के जंगल में ले जाकर वहाँ आमनेसामने तुम से मुकद्दमा लड़ूँगा +6903,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_036.wav,जिस प्रकार मैं तुम्हारे पूर्वजों से मिस्र देशरूपी जंगल में मुकद्दमा लड़ता था उसी प्रकार तुम से मुकद्दमा लड़ूँगा प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6904,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_037.wav,मैं तुम्हें ल��ठी के तले चलाऊँगा और तुम्हें वाचा के बन्धन में डालूँगा +6905,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_038.wav,मैं तुम में से सब विद्रोहियों को निकालकर जो मेरा अपराध करते है तुम्हें शुद्ध करूँगा और जिस देश में वे टिकते हैं उसमें से मैं उन्हें निकाल दूँगा परन्तु इस्राएल के देश में घुसने न दूँगा तब तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +6906,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_039.wav,हे इस्राएल के घराने तुम से तो प्रभु यहोवा यह कहता है जाकर अपनीअपनी मूरतों की उपासना करो और यदि तुम मेरी न सुनोगे तो आगे को भी यही किया करो परन्तु मेरे पवित्र नाम को अपनी भेंटों और मूरतों के द्वारा फिर अपवित्र न करना +6907,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_040.wav,क्योंकि प्रभु यहोवा की यह वाणी है कि इस्राएल का सारा घराना अपने देश में मेरे पवित्र पर्वत पर इस्राएल के ऊँचे पर्वत पर सब का सब मेरी उपासना करेगा वही मैं उनसे प्रसन्न होऊँगा और वहीं मैं तुम्हारी उठाई हुई भेंटें और चढ़ाई हुई उत्तमउत्तम वस्तुएँ और तुम्हारी सब पवित्र की हुई वस्तुएँ तुम से लिया करूँगा +6908,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_041.wav,जब मैं तुम्हें देशदेश के लोगों में से अलग करूँ और उन देशों से जिनमें तुम तितरबितर हुए हो इकट्ठा करूँ तब तुम को सुखदायक सुगन्ध जानकर ग्रहण करूँगा और अन्यजातियों के सामने तुम्हारे द्वारा पवित्र ठहराया जाऊँगा +6909,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_042.wav,जब मैं तुम्हें इस्राएल के देश में पहुँचाऊँ जिसके देने की शपथ मैंने तुम्हारे पूर्वजों से खाई थी तब तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +6910,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_043.wav,वहाँ तुम अपनी चाल चलन और अपने सब कामों को जिनके करने से तुम अशुद्ध हुए हो स्मरण करोगे और अपने सब बुरे कामों के कारण अपनी दृष्टि में घिनौने ठहरोगे +6911,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_044.wav,हे इस्राएल के घराने जब मैं तुम्हारे साथ तुम्हारे बुरे चाल चलन और बिगड़े हुए कामों के अनुसार नहीं परन्तु अपने ही नाम के निमित्त बर्ताव करूँ तब तुम जान लोगे कि में यहोवा हूँ प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6912,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_045.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6913,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_046.wav,हे मनुष्य के सन्तान अपना मुख दक्षिण की ओर कर दक्षिण की ओर वचन सुना और दक्षिण देश के वन के विषय में भविष्यद्वाणी कर +6914,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_047.wav,और दक्षिण देश के वन से कह यहोवा का यह वचन सुन प्रभु यहोवा यह कहता है मैं तुझ में आग लगाऊँगा और तुझ में क्या हरे क्या सूखे जितने पेड़ हैं सब को वह भस्म करेगी उसकी धधकती ज्वाला न बुझेगी और उसके कारण दक्षिण से उत्तर तक सब के मुख झुलस जाएँगे +6915,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_048.wav,तब सब प्राणियों को सूझ पड़ेगा कि यह आग यहोवा की लगाई हुई है और वह कभी न बुझेगी +6916,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_020_049.wav,तब मैंने कहा हाय परमेश्वर यहोवा लोग तो मेरे विषय में कहा करते हैं कि क्या वह दृष्टान्त ही का कहनेवाला नहीं है +6917,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6918,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान अपना मुख यरूशलेम की ओर कर और पवित्रस्थानों की ओर वचन सुना इस्राएल देश के विषय में भविष्यद्वाणी कर और उससे कह +6919,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_003.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है देख मैं तेरे विरुद्ध हूँ और अपनी तलवार म्यान में से खींचकर तुझ में से धर्मी और अधर्मी दोनों को नाश करूँगा +6920,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_004.wav,इसलिए कि मैं तुझ में से धर्मी और अधर्मी सब को नाश करनेवाला हूँ इस कारण मेरी तलवार म्यान से निकलकर दक्षिण से उत्तर तक सब प्राणियों के विरुद्ध चलेगी +6921,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_005.wav,तब सब प्राणी जान लेंगे कि यहोवा ने म्यान में से अपनी तलवार खींची है और वह उसमें फिर रखी न जाएगी +6922,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_006.wav,इसलिए हे मनुष्य के सन्तान तू आह मार भारी खेद कर और टूटी कमर लेकर लोगों के सामने आह मार +6923,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_007.wav,जब वे तुझ से पूछें तू क्यों आह मारता है तब कहना समाचार के कारण क्योंकि ऐसी बात आनेवाली है कि सब के मन टूट जाएँगे और सब के हाथ ढीले पड़ेंगे सब की आत्मा बेबस और सब के घुटने निर्बल हो जाएँगे देखो ऐसी ही बात आनेवाली है और वह अवश्य पूरी होगी परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +6924,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_008.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6925,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_009.wav,हे मनुष्य के सन्तान भविष्यद्वाणी करके कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है देख सान चढ़ाई हुई तलवार और झलकाई हुई तलवार +6926,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_010.wav,वह इसलिए सान चढ़ाई गई कि उससे घात किया जाए और इसलिए झलकाई गई कि बिजली के समान चमके तो क्या हम हर्षित हो वह तो यहोवा के पुत्र का राजदण्ड है और सब पेड़ों को तुच्छ जाननेवाला है +6927,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_011.wav,वह झलकाने को इसलिए दी गई कि हाथ में ली जाए वह इसलिए सान चढ़ाई और झलकाई गई कि घात करनेवालों के हाथ में दी जाए +6928,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_012.wav,हे मनुष्य के सन्तान चिल्ला और हाय हाय कर क्योंकि वह मेरी प्रजा पर चलने वाली है वह इस्राएल के सारे प्रधानों पर चलने वाली है मेरी प्रजा के संग वे भी तलवार के वश में आ गए इस कारण तू अपनी छाती पीट +6929,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_013.wav,क्योंकि सचमुच उसकी जाँच हुई है और यदि उसे तुच्छ जाननेवाला राजदण्ड भी न रहे तो क्या परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +6930,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_014.wav,इसलिए हे मनुष्य के सन्तान भविष्यद्वाणी कर और हाथ पर हाथ दे मार और तीन बार तलवार का बल दुगना किया जाए वह तो घात करने की तलवार वरन् बड़े से बड़े के घात करने की तलवार है जिससे कोठरियों में भी कोई नहीं बच सकता +6931,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_015.wav,मैंने घात करनेवाली तलवार को उनके सब फाटकों के विरुद्ध इसलिए चलाया है कि लोगों के मन टूट जाएँ और वे बहुत ठोकर खाएँ हाय हाय वह तो बिजली के समान बनाई गई और घात करने को सान चढ़ाई गई है +6932,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_016.wav,सिकुड़कर दाहिनी ओर जा फिर तैयार होकर बाईं ओर मुड़ जिधर भी तेरा मुख हो +6933,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_017.wav,मैं भी ताली बजाऊँगा और अपनी जलजलाहट को ठण्डा करूँगा मुझ यहोवा ने ऐसा कहा है +6934,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_018.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6935,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_019.wav,हे मनुष्य के सन्तान दो मार्ग ठहरा ले कि बाबेल के राजा की तलवार आए दोनों मार्ग एक ही देश से निकलें फिर एक चिन्ह कर अर्थात् नगर के मार्ग के सिर पर एक चिन्ह कर +6936,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_020.wav,एक मार्ग ठहरा कि तलवार अम्मोनियों के रब्बाह नगर पर और यहूदा देश के गढ़वाले नगर यरूशलेम पर भी चले +6937,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_021.wav,क्योंकि बाबेल का राजा चौराहे अर्थात् दोनों मार्गों के निकलने के स्थान पर भावी बूझने को खड़ा हुआ है उसने तीरों को हिला दिया और गृहदेवताओं से प्रश्न किया और कलेजे को भी देखा +6938,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_022.wav,उसके दाहिनी हाथ में यरूशलेम का नाम है कि वह उसकी ओर युद्ध के यन्त्र लगाए और गला फाड़कर घात करने की आज्ञा दे और ऊँचे शब्द से ललकारे फाटकों की ओर युद्ध के यन्त्र लगाए और दमदमा बाँधे और कोट बनाए +6939,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_023.wav,परन्तु लोग तो उस भावी कहने को मिथ्या समझेंगे उन्होंने जो उनकी शपथ खाई है इस कारण वह उनके अधर्म का स्मरण कराकर उन्हें पकड़ लेगा +6940,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_024.wav,इस कारण प्रभु यहोवा यह कहता है इसलिए कि तुम्हारा अधर्म जो स्मरण किया गया है और तुम्हारे अपराध जो खुल गए हैं क्योंकि तुम्हारे सब कामों में पाप ही पाप दिखाई पड़ा है और तुम स्मरण में आए हो इसलिए तुम उन्हीं से पकड़े जाओगे +6941,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_025.wav,हे इस्राएल दुष्ट प्रधान तेरा दिन आ गया है अधर्म के अन्त का समय पहुँच गया है +6942,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_026.wav,तेरे विषय में परमेश्वर यहोवा यह कहता है पगड़ी उतार और मुकुट भी उतार दे वह ज्यों का त्यों नहीं रहने का जो नीचा है उसे ऊँचा कर और जो ऊँचा है उसे नीचा कर +6943,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_027.wav,मैं इसको उलट दूँगा और उलटपुलट कर दूँगा हाँ उलट दूँगा और जब तक उसका अधिकारी न आए तब तक वह उलटा हुआ रहेगा तब मैं उसे दे दूँगा +6944,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_028.wav,फिर हे मनुष्य के सन्तान भविष्यद्वाणी करके कह कि प्रभु यहोवा अम्मोनियों और उनकी की हुई नामधराई के विषय में यह कहता है तू कह खींची हुई तलवार है वह तलवार घात के लिये झलकाई हुई है कि नाश करे और बिजली के समान हो +6945,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_029.wav,जब तक कि वे तेरे विषय में झूठे दर्शन पाते और झूठे भावी तुझको बताते हैं कि तू उन दुष्ट असाध्य घायलों की गर्दनों पर पड़े जिनका दिन आ गया और जिनके अधर्म के अन्त का समय आ पहुँचा है +6946,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_030.wav,उसको म्यान में फिर रख जिस स्थान में तू सिरजी गई और जिस देश में तेरी उत्पत्ति हुई उसी में मैं तेरा न्याय करूँगा +6947,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_031.wav,मैं तुझ पर अपना क्रोध भड़काऊँगा और तुझ पर अपनी जलजलाहट की आग फूँक दूँगा और तुझे पशु सरीखे मनुष्य के हाथ कर दूँगा जो नाश करने में निपुण हैं +6948,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_021_032.wav,तू आग का कौर होगी तेरा खून देश में बना रहेगा तू स्मरण में न रहेगी क्योंकि मुझ यहोवा ही ने ऐसा कहा है +6949,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6950,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान क्या तू उस हत्यारे नगर का न्याय न करेगा क्या तू उसका न्याय न करेगा उसको उसके सब घिनौने काम बता दे +6951,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_003.wav,और कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है हे नगर तू अपने बीच में हत्या करता है जिससे तेरा समय आए और अपनी ही हानि करने और अशुद्ध होने के लिये मूरतें बनाता है +6952,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_004.wav,जो हत्या तूने की है उससे तू दोषी ठहरी और जो मूरतें तूने बनाई है उनके कारण तू अशुद्ध हो गई है तूने अपने अन्त के दिन को समीप कर लिया और अपने पिछले वर्षों तक पहुँच गई है इस कारण मैंने तुझे जातिजाति के लोगों की ओर से नामधराई का और सब देशों के ठट्ठे का कारण कर दिया है +6953,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_005.wav,हे बदनाम हे हुल्लड़ से भरे हुए नगर जो निकट और जो दूर है वे सब तुझे उपहास में उड़ाएँगे +6954,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_006.wav,देख इस्राएल के प्रधान लोग अपनेअपने बल के अनुसार तुझ में हत्या करनेवाले हुए हैं +6955,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_007.wav,तुझ में मातापिता तुच्छ जाने गए हैं तेरे बीच परदेशी पर अंधेर किया गया और अ��ाथ और विधवा तुझ में पीसी गई हैं +6956,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_008.wav,तूने मेरी पवित्र वस्तुओं को तुच्छ जाना और मेरे विश्रामदिनों को अपवित्र किया है +6957,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_009.wav,तुझ में लुच्चे लोग हत्या करने को तत्पर हुए और तेरे लोगों ने पहाड़ों पर भोजन किया है तेरे बीच महापाप किया गया है +6958,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_010.wav,तुझ में पिता की देह उघाड़ी गई तुझ में ऋतुमती स्त्री से भी भोग किया गया है +6959,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_011.wav,किसी ने तुझ में पड़ोसी की स्त्री के साथ घिनौना काम किया और किसी ने अपनी बहू को बिगाड़कर महापाप किया है और किसी ने अपनी बहन अर्थात् अपने पिता की बेटी को भ्रष्ट किया है +6960,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_012.wav,तुझ में हत्या करने के लिये उन्होंने घूस ली है तूने ब्याज और सूद लिया और अपने पड़ोसियों को पीसपीसकर अन्याय से लाभ उठाया और मुझ को तूने भुला दिया है प्रभु यहोवा की यही वाणी है +6961,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_013.wav,इसलिए देख जो लाभ तूने अन्याय से उठाया और अपने बीच हत्या की है उससे मैंने हाथ पर हाथ दे मारा है +6962,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_014.wav,अतः जिन दिनों में तेरा न्याय करूँगा क्या उनमें तेरा हृदय दृढ़ और तेरे हाथ स्थिर रह सकेंगे मुझ यहोवा ने यह कहा है और ऐसा ही करूँगा +6963,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_015.wav,मैं तेरे लोगों को जातिजाति में तितरबितर करूँगा और देशदेश में छितरा दूँगा और तेरी अशुद्धता को तुझ में से नाश करूँगा +6964,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_016.wav,तू जातिजाति के देखते हुए अपनी ही दृष्टि में अपवित्र ठहरेगी तब तू जान लेगी कि मैं यहोवा हूँ +6965,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_017.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6966,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_018.wav,हे मनुष्य के सन्तान इस्राएल का घराना मेरी दृष्टि में धातु का मैल हो गया है वे सब के सब भट्ठी के बीच के पीतल और राँगे और लोहे और शीशे के समान बन गए वे चाँदी के मैल के समान हो गए हैं +6967,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_019.wav,इस कारण प्रभु यहोवा उनसे यह कहता है इसलिए कि तुम सब के सब धातु के मैल के समान बन गए हो अतः देखो मैं तुम को यरूशलेम के भीतर इकट्ठा करने पर हूँ +6968,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_020.wav,जैसे लोग चाँदी पीतल लोहा शीशा और राँगा इसलिए भट्ठी के भीतर बटोरकर रखते हैं कि उन्हें आग फूँककर पिघलाएँ वैसे ही मैं तुम को अपने कोप और जलजलाहट से इकट्ठा करके वहीं रखकर पिघला दूँगा +6969,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_021.wav,मैं तुम को वहाँ बटोरकर अपने रोष की आग से फूँकूँगा और तुम उसके बीच पिघलाए जाओगे +6970,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_022.wav,जैसे चाँदी भट्ठी के बीच में पिघलाई जाती है वै���े ही तुम उसके बीच में पिघलाए जाओगे तब तुम जान लोगे कि जिसने हम पर अपनी जलजलाहट भड़काई है वह यहोवा है +6971,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_023.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6972,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_024.wav,हे मनुष्य के सन्तान उस देश से कह तू ऐसा देश है जो शुद्ध नहीं हुआ और जलजलाहट के दिन में तुझ पर वर्षा नहीं हुई +6973,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_025.wav,तेरे भविष्यद्वक्ताओं ने तुझ में राजद्रोह की गोष्ठी की उन्होंने गरजनेवाले सिंह के समान अहेर पकड़ा और प्राणियों को खा डाला है वे रखे हुए अनमोल धन को छीन लेते हैं और तुझ में बहुत स्त्रियों को विधवा कर दिया है +6974,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_026.wav,उसके याजकों ने मेरी व्यवस्था का अर्थ खींचखांचकर लगाया है और मेरी पवित्र वस्तुओं को अपवित्र किया है उन्होंने पवित्रअपवित्र का कुछ भेद नहीं माना और न औरों को शुद्धअशुद्ध का भेद सिखाया है और वे मेरे विश्रामदिनों के विषय में निश्चिन्त रहते हैं जिससे मैं उनके बीच अपवित्र ठहरता हूँ +6975,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_027.wav,उसके प्रधान भेड़ियों के समान अहेर पकड़ते और अन्याय से लाभ उठाने के लिये हत्या करते हैं और प्राण घात करने को तत्पर रहते हैं +6976,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_028.wav,उसके भविष्यद्वक्ता उनके लिये कच्ची पुताई करते हैं उनका दर्शन पाना मिथ्या है यहोवा के बिना कुछ कहे भी वे यह कहकर झूठी भावी बताते हैं कि प्रभु यहोवा यह कहता है +6977,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_029.wav,देश के साधारण लोग भी अंधेर करते और पराया धन छीनते हैं वे दीन दरिद्र को पीसते और न्याय की चिन्ता छोड़कर परदेशी पर अंधेर करते हैं +6978,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_030.wav,मैंने उनमें ऐसा मनुष्य ढूँढ़ना चाहा जो बाड़े को सुधारें और देश के निमित्त नाके में मेरे सामने ऐसा खड़ा हो कि मुझे उसको नाश न करना पड़े परन्तु ऐसा कोई न मिला +6979,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_022_031.wav,इस कारण मैंने उन पर अपना रोष भड़काया और अपनी जलजलाहट की आग से उन्हें भस्म कर दिया है मैंने उनकी चाल उन्हीं के सिर पर लौटा दी है परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +6980,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +6981,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान दो स्त्रियाँ थी जो एक ही माँ की बेटी थी +6982,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_003.wav,वे अपने बचपन ही में वेश्या का काम मिस्र में करने लगी उनकी छातियाँ कुँवारेपन में पहले वहीं मींजी गई और उनका मरदन भी हुआ +6983,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_004.wav,उन लड़कियों में से बड़ी का नाम ओहोला और उसकी बहन का नाम ओहोलीबा था वे मेरी हो गई और उनके पु��्र पुत्रियाँ उत्पन्न हुईं उनके नामों में से ओहोला तो सामरिया और ओहोलीबा यरूशलेम है +6984,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_005.wav,ओहोला जब मेरी थी तब ही व्यभिचारिणी होकर अपने मित्रों पर मोहित होने लगी जो उसके पड़ोसी अश्शूरी थे +6985,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_006.wav,वे तो सब के सब नीले वस्त्र पहननेवाले मनभावने जवान अधिपति और प्रधान थे और घोड़ों पर सवार थे +6986,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_007.wav,इसलिए उसने उन्हीं के साथ व्यभिचार किया जो सब के सब सर्वोत्तम अश्शूरी थे और जिस किसी पर वह मोहित हुई उसी की मूरतों से वह अशुद्ध हुई +6987,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_008.wav,जो व्यभिचार उसने मिस्र में सीखा था उसको भी उसने न छोड़ा क्योंकि बचपन में मनुष्यों ने उसके साथ कुकर्म किया और उसकी छातियाँ मींजी और तनमन से उसके साथ व्यभिचार किया गया था +6988,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_009.wav,इस कारण मैंने उसको उन्हीं अश्शूरी मित्रों के हाथ कर दिया जिन पर वह मोहित हुई थी +6989,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_010.wav,उन्होंने उसको नंगी किया उसके पुत्रपुत्रियाँ छीनकर उसको तलवार से घात किया इस प्रकार उनके हाथ से दण्ड पाकर वह स्त्रियों में प्रसिद्ध हो गई +6990,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_011.wav,उसकी बहन ओहोलीबा ने यह देखा तो भी वह मोहित होकर व्यभिचार करने में अपनी बहन से भी अधिक बढ़ गई +6991,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_012.wav,वह अपने अश्शूरी पड़ोसियों पर मोहित होती थी जो सब के सब अति सुन्दर वस्त्र पहननेवाले और घोड़ों के सवार मनभावने जवान अधिपति और सब प्रकार के प्रधान थे +6992,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_013.wav,तब मैंने देखा कि वह भी अशुद्ध हो गई उन दोनों बहनों की एक ही चाल थी +6993,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_014.wav,परन्तु ओहोलीबा अधिक व्यभिचार करती गई अतः जब उसने दीवार पर सेंदूर से खींचे हुए ऐसे कसदी पुरुषों के चित्र देखे +6994,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_015.wav,जो कमर में फेंटे बाँधे हुए सिर में छोर लटकती हुई रंगीली पगड़ियाँ पहने हुए और सब के सब अपनी कसदी जन्मभूमि अर्थात् बाबेल के लोगों की रीति पर प्रधानों का रूप धरे हुए थे +6995,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_016.wav,तब उनको देखते ही वह उन पर मोहित हुई और उनके पास कसदियों के देश में दूत भेजे +6996,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_017.wav,इसलिए बाबेली उसके पास पलंग पर आए और उसके साथ व्यभिचार करके उसे अशुद्ध किया और जब वह उनसे अशुद्ध हो गई तब उसका मन उनसे फिर गया +6997,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_018.wav,तो भी जब वह तन उघाड़ती और व्यभिचार करती गई तब मेरा मन जैसे उसकी बहन से फिर गया था वैसे ही उससे भी फिर गया +6998,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_019.wav,इस पर भी वह मिस्र देश के अपने बचपन के दिन स्म���ण करके जब वह वेश्या का काम करती थी और अधिक व्यभिचार करती गई +6999,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_020.wav,और ऐसे मित्रों पर मोहित हुई जिनका अंग गदहों का सा और वीर्य घोड़ों का सा था +7000,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_021.wav,तू इस प्रकार से अपने बचपन के उस समय के महापाप का स्मरण कराती है जब मिस्री लोग तेरी छातियाँ मींजते थे +7001,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_022.wav,इस कारण हे ओहोलीबा परमेश्वर यहोवा तुझ से यह कहता है देख मैं तेरे मित्रों को उभारकर जिनसे तेरा मन फिर गया चारों ओर से तेरे विरुद्ध ले आऊँगा +7002,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_023.wav,अर्थात् बाबेली और सब कसदियों को और पकोद शोया और कोआ के लोगों को और उनके साथ सब अश्शूरियों को लाऊँगा जो सब के सब घोड़ों के सवार मनभावने जवान अधिपति और कई प्रकार के प्रतिनिधि प्रधान और नामी पुरुष हैं +7003,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_024.wav,वे लोग हथियार रथ छकड़े और देशदेश के लोगों का दल लिए हुए तुझ पर चढ़ाई करेंगे और ढाल और फरी और टोप धारण किए हुए तेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधेंगे और मैं उन्हीं के हाथ न्याय का काम सौंपूँगा और वे अपनेअपने नियम के अनुसार तेरा न्याय करेंगे +7004,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_025.wav,मैं तुझ पर जलूँगा जिससे वे जलजलाहट के साथ तुझ से बर्ताव करेंगे वे तेरी नाक और कान काट लेंगे और तेरा जो भी बचा रहेगा वह तलवार से मारा जाएगा वे तेरे पुत्रपुत्रियों को छीन ले जाएँगे और तेरा जो भी बचा रहेगा वह आग से भस्म हो जाएगा +7005,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_026.wav,वे तेरे वस्त्र भी उतारकर तेरे सुन्दरसुन्दर गहने छीन ले जाएँगे +7006,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_027.wav,इस रीति से मैं तेरा महापाप और जो वेश्या का काम तूने मिस्र देश में सीखा था उसे भी तुझ से छुड़ाऊँगा यहाँ तक कि तू फिर अपनी आँख उनकी ओर न लगाएगी और न मिस्र देश को फिर स्मरण करेगी +7007,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_028.wav,क्योंकि प्रभु यहोवा तुझ से यह कहता है देख मैं तुझे उनके हाथ सौंपूँगा जिनसे तू बैर रखती है और जिनसे तेरा मन फिर गया है +7008,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_029.wav,और वे तुझ से बैर के साथ बर्ताव करेंगे और तेरी सारी कमाई को उठा लेंगे और तुझे नंगा करके छोड़ देंगे और तेरे तन के उघाड़े जाने से तेरा व्यभिचार और महापाप प्रगट हो जाएगा +7009,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_030.wav,ये काम तुझ से इस कारण किए जाएँगे क्योंकि तू अन्यजातियों के पीछे व्यभिचारिणी के समान हो गई और उनकी मूर्तियों को पूजकर अशुद्ध हो गई है +7010,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_031.wav,तू अपनी बहन की लीक पर चली है इस कारण मैं तेरे हाथ में उसका सा कटोरा दूँगा +7011,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_032.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है अपनी बहन के कटोरे से तुझे पीना पड़ेगा जो गहरा और चौड़ा है तू हँसी और उपहास में उड़ाई जाएगी क्योंकि उस कटोरे में बहुत कुछ समाता है +7012,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_033.wav,तू मतवालेपन और दुःख से छक जाएगी तू अपनी बहन सामरिया के कटोरे को अर्थात् विस्मय और उजाड़ को पीकर छक जाएगी +7013,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_034.wav,उसमें से तू गारगारकर पीएगी और उसके ठीकरों को भी चबाएगी और अपनी छातियाँ घायल करेगी क्योंकि मैं ही ने ऐसा कहा है प्रभु यहोवा की यही वाणी है +7014,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_035.wav,तूने जो मुझे भुला दिया है और अपना मुँह मुझसे फेर लिया है इसलिए तू आप ही अपने महापाप और व्यभिचार का भार उठा परमेश्वर यहोवा का यही वचन है +7015,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_036.wav,यहोवा ने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान क्या तू ओहोला और ओहोलीबा का न्याय करेगा तो फिर उनके घिनौने काम उन्हें जता दे +7016,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_037.wav,क्योंकि उन्होंने व्यभिचार किया है और उनके हाथों में खून लगा है उन्होंने अपनी मूरतों के साथ व्यभिचार किया और अपने बच्चों को जो मुझसे उत्पन्न हुए थे उन मूरतों के आगे भस्म होने के लिये चढ़ाए हैं +7017,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_038.wav,फिर उन्होंने मुझसे ऐसा बर्ताव भी किया कि उसी के साथ मेरे पवित्रस्थान को भी अशुद्ध किया और मेरे विश्रामदिनों को अपवित्र किया है +7018,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_039.wav,वे अपने बच्चे अपनी मूरतों के सामने बलि चढ़ाकर उसी दिन मेरा पवित्रस्थान अपवित्र करने को उसमें घुसीं देख उन्होंने इस भाँति का काम मेरे भवन के भीतर किया है +7019,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_040.wav,उन्होंने दूर से पुरुषों को बुलवा भेजा और वे चले भी आए उनके लिये तू नहा धो आँखों में अंजन लगा गहने पहनकर +7020,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_041.wav,सुन्दर पलंग पर बैठी रही और तेरे सामने एक मेज बिछी हुई थी जिस पर तूने मेरा धूप और मेरा तेल रखा था +7021,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_042.wav,तब उसके साथ निश्चिन्त लोगों की भीड़ का कोलाहल सुन पड़ा और उन साधारण लोगों के पास जंगल से बुलाए हुए पियक्कड़ लोग भी थे उन्होंने उन दोनों बहनों के हाथों में चूड़ियाँ पहनाई और उनके सिरों पर शोभायमान मुकुट रखे +7022,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_043.wav,तब जो व्यभिचार करतेकरते बुढ़िया हो गई थी उसके विषय में बोल उठा अब तो वे उसी के साथ व्यभिचार करेंगे +7023,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_044.wav,क्योंकि वे उसके पास ऐसे गए जैसे लोग वेश्या के पास जाते हैं वैसे ही वे ओहोला और ओहोलीबा नामक महापापिनी स्त्रियों के पास गए +7024,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_045.wav,अतः ध��्मी लोग व्यभिचारिणियों और हत्यारों के योग्य उसका न्याय करें क्योंकि वे व्यभिचारिणियों और हत्यारों के योग्य उसका न्याय करें क्योंकि वे व्यभिचारिणी है और उनके हाथों में खून लगा है +7025,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_046.wav,इस कारण परमेश्वर यहोवा यह कहता है मैं एक भीड़ से उन पर चढ़ाई कराकर उन्हें ऐसा करूँगा कि वे मारीमारी फिरेंगी और लूटी जाएँगी +7026,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_047.wav,उस भीड़ के लोग उनको पत्थराव करके उन्हें अपनी तलवारों से काट डालेंगे तब वे उनके पुत्रपुत्रियों को घात करके उनके घर भी आग लगाकर फूँक देंगे +7027,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_048.wav,इस प्रकार मैं महापाप को देश में से दूर करूँगा और सब स्त्रियाँ शिक्षा पाकर तुम्हारा सा महापाप करने से बची रहेगी +7028,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_023_049.wav,तुम्हारा महापाप तुम्हारे ही सिर पड़ेगा और तुम निश्चय अपनी मूरतों की पूजा के पापों का भार उठाओगे और तब तुम जान लोगे कि मैं परमेश्वर यहोवा हूँ +7029,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_001.wav,नवें वर्ष के दसवें महीने के दसवें दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7030,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान आज का दिन लिख ले क्योंकि आज ही के दिन बाबेल के राजा ने यरूशलेम आ घेरा है +7031,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_003.wav,इस विद्रोही घराने से यह दृष्टान्त कह प्रभु यहोवा कहता है हण्डे को आग पर रख दो उसे रखकर उसमें पानी डाल दो +7032,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_004.wav,तब उसमें जाँघ कंधा और सब अच्छेअच्छे टुकड़े बटोरकर रखो और उसे उत्तमउत्तम हड्डियों से भर दो +7033,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_005.wav,झुण्ड में से सबसे अच्छे पशु लेकर उन हड्डियों को हण्डे के नीचे ढेर करो और उनको भली भाँति पकाओ ताकि भीतर ही हड्डियाँ भी पक जाएँ +7034,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_006.wav,इसलिए प्रभु यहोवा यह कहता है हाय उस हत्यारी नगरी पर हाय उस हण्डे पर जिसका मोर्चा उसमें बना है और छूटा नहीं उसमें से टुकड़ाटुकड़ा करके निकाल लो उस पर चिट्ठी न डाली जाए +7035,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_007.wav,क्योंकि उस नगरी में किया हुआ खून उसमें है उसने उसे भूमि पर डालकर धूलि से नहीं ढाँपा परन्तु नंगी चट्टान पर रख दिया +7036,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_008.wav,इसलिए मैंने भी उसका खून नंगी चट्टान पर रखा है कि वह ढँप न सके और कि बदला लेने को जलजलाहट भड़के +7037,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_009.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है हाय उस खूनी नगरी पर मैं भी ढेर को बड़ा करूँगा +7038,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_010.wav,और अधिक लकड़ी डाल आग को बहुत तेज कर माँस को भली भाँति पका और मसाला मिला और हड्डियाँ भी जला दो +7039,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_011.wav,तब ���ण्डे को छूछा करके अंगारों पर रख जिससे वह गर्म हो और उसका पीतल जले और उसमें का मैल गले और उसका जंग नष्ट हो जाए +7040,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_012.wav,मैं उसके कारण परिश्रम करतेकरते थक गया परन्तु उसका भारी जंग उससे छूटता नहीं उसका जंग आग के द्वारा भी नहीं छूटता +7041,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_013.wav,हे नगरी तेरी अशुद्धता महापाप की है मैं तो तुझे शुद्ध करना चाहता था परन्तु तू शुद्ध नहीं हुई इस कारण जब तक मैं अपनी जलजलाहट तुझ पर शान्त न कर लूँ तब तक तू फिर शुद्ध न की जाएगी +7042,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_014.wav,मुझ यहोवा ही ने यह कहा है और वह हो जाएगा मैं ऐसा ही करूँगा मैं तुझे न छोड़ूँगा न तुझ पर तरस खाऊँगा न पछताऊँगा तेरे चाल चलन और कामों ही के अनुसार तेरा न्याय किया जाएगा प्रभु यहोवा की यही वाणी है +7043,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_015.wav,यहोवा का यह भी वचन मेरे पास पहुँचा +7044,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_016.wav,हे मनुष्य के सन्तान देख मैं तेरी आँखों की प्रिय को मारकर तेरे पास से ले लेने पर हूँ परन्तु न तू रोनापीटना और न आँसू बहाना +7045,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_017.wav,लम्बी साँसें ले तो ले परन्तु वे सुनाई न पड़ें मरे हुओं के लिये भी विलाप न करना सिर पर पगड़ी बाँधे और पाँवों में जूती पहने रहना और न तो अपने होंठ को ढाँपना न शोक के योग्य रोटी खाना +7046,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_018.wav,तब मैं सवेरे लोगों से बोला और साँझ को मेरी स्त्री मर गई तब सवेरे मैंने आज्ञा के अनुसार किया +7047,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_019.wav,तब लोग मुझसे कहने लगे क्या तू हमें न बताएगा कि यह जो तू करता है इसका हम लोगों के लिये क्या अर्थ है +7048,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_020.wav,मैंने उनको उत्तर दिया यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7049,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_021.wav,तू इस्राएल के घराने से कह प्रभु यहोवा यह कहता है देखो मैं अपने पवित्रस्थान को जिसके गढ़ होने पर तुम फूलते हो और जो तुम्हारी आँखों का चाहा हुआ है और जिसको तुम्हारा मन चाहता है उसे मैं अपवित्र करने पर हूँ और अपने जिन बेटेबेटियों को तुम वहाँ छोड़ आए हो वे तलवार से मारे जाएँगे +7050,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_022.wav,जैसा मैंने किया है वैसा ही तुम लोग करोगे तुम भी अपने होंठ न ढाँपोगे न शोक के योग्य रोटी खाओगे +7051,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_023.wav,तुम सिर पर पगड़ी बाँधे और पाँवों में जूती पहने रहोगे न तुम रोओगे न छाती पीटोगे वरन् अपने अधर्म के कामों में फँसे हुए गलते जाओगे और एक दूसरे की ओर कराहते रहोगे +7052,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_024.wav,इस रीति यहेजकेल तुम्हारे लिये चिन्ह ठहरेगा जैसा उसने किया ठीक वैसा ही तुम भी करोगे और जब यह हो जाए तब तुम जान लोगे कि मैं परमेश्वर यहोवा हूँ +7053,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_025.wav,हे मनुष्य के सन्तान क्या यह सच नहीं कि जिस दिन मैं उनका दृढ़ गढ़ उनकी शोभा और हर्ष का कारण और उनके बेटेबेटियाँ जो उनकी शोभा उनकी आँखों का आनन्द और मन की चाह हैं उनको मैं उनसे ले लूँगा +7054,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_026.wav,उसी दिन जो भागकर बचेगा वह तेरे पास आकर तुझे समाचार सुनाएगा +7055,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_024_027.wav,उसी दिन तेरा मुँह खुलेगा और तू फिर चुप न रहेगा परन्तु उस बचे हुए के साथ बातें करेगा इस प्रकार तू इन लोगों के लिये चिन्ह ठहरेगा और ये जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7056,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7057,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान अम्मोनियों की ओर मुँह करके उनके विषय में भविष्यद्वाणी कर +7058,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_003.wav,उनसे कह हे अम्मोनियों परमेश्वर यहोवा का वचन सुनो परमेश्वर यहोवा यह कहता है कि तुम ने जो मेरे पवित्रस्थान के विषय जब वह अपवित्र किया गया और इस्राएल के देश के विषय जब वह उजड़ गया और यहूदा के घराने के विषय जब वे बँधुआई में गए अहा अहा कहा +7059,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_004.wav,इस कारण देखो मैं तुम को पुर्वियों के अधिकार में करने पर हूँ और वे तेरे बीच अपनी छावनियाँ डालेंगे और अपने घर बनाएँगे वे तेरे फल खाएँगे और तेरा दूध पीएँगे +7060,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_005.wav,और मैं रब्बाह नगर को ऊँटों के रहने और अम्मोनियों के देश को भेड़बकरियों के बैठने का स्थान कर दूँगा तब तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +7061,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_006.wav,क्योंकि परमेश्वर यहोवा यह कहता है तुम ने जो इस्राएल के देश के कारण ताली बजाई और नाचे और अपने सारे मन के अभिमान से आनन्द किया +7062,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_007.wav,इस कारण देख मैंने अपना हाथ तेरे ऊपर बढ़ाया है और तुझको जातिजाति की लूटकर दूँगा और देशदेश के लोगों में से तुझे मिटाऊँगा और देशदेश में से नाश करूँगा मैं तेरा सत्यानाश कर डालूँगा तब तू जान लेगा कि मैं यहोवा हूँ +7063,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_008.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है मोआब और सेईर जो कहते हैं देखो यहूदा का घराना और सब जातियों के समान हो गया है +7064,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_009.wav,इस कारण देख मोआब के देश के किनारे के नगरों को बेत्यशीमोत बालमोन और किर्यातैम जो उस देश के शिरोमणि हैं मैं उनका मार्ग खोलकर +7065,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_010.wav,उन्हें पुर्वियों के वश में ऐसा कर दूँगा कि वे अम्मोनियों पर चढ़ाई करें और मैं अम्मोनियों को यहाँ तक उन���े अधिकार में कर दूँगा कि जातिजाति के बीच उनका स्मरण फिर न रहेगा +7066,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_011.wav,मैं मोआब को भी दण्ड दूँगा और वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7067,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_012.wav,परमेश्वर यहोवा यह भी कहता है एदोम ने जो यहूदा के घराने से पलटा लिया और उनसे बदला लेकर बड़ा दोषी हो गया है +7068,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_013.wav,इस कारण परमेश्वर यहोवा यह कहता है मैं एदोम के देश के विरुद्ध अपना हाथ बढ़ाकर उसमें से मनुष्य और पशु दोनों को मिटाऊँगा और तेमान से लेकर ददान तक उसको उजाड़ कर दूँगा और वे तलवार से मारे जाएँगे +7069,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_014.wav,मैं अपनी प्रजा इस्राएल के द्वारा एदोम से अपना बदला लूँगा और वे उस देश में मेरे कोप और जलजलाहट के अनुसार काम करेंगे तब वे मेरा पलटा लेना जान लेंगे परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7070,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_015.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है क्योंकि पलिश्ती लोगों ने पलटा लिया वरन् अपनी युगयुग की शत्रुता के कारण अपने मन के अभिमान से बदला लिया कि नाश करें +7071,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_016.wav,इस कारण परमेश्वर यहोवा यह कहता है देख मैं पलिश्तियों के विरुद्ध अपना हाथ बढ़ाने पर हूँ और करेतियों को मिटा डालूँगा और समुद्र तट के बचे हुए रहनेवालों को नाश करूँगा +7072,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_025_017.wav,मैं जलजलाहट के साथ मुकद्दमा लड़कर उनसे कड़ाई के साथ पलटा लूँगा और जब मैं उनसे बदला ले लूँगा तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7073,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_001.wav,ग्यारहवें वर्ष के पहले महीने के पहले दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7074,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान सोर ने जो यरूशलेम के विषय में कहा है अहा अहा जो देशदेश के लोगों के फाटक के समान थी वह नाश हो गई उसके उजड़ जाने से मैं भरपूर हो जाऊँगा +7075,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_003.wav,इस कारण परमेश्वर यहोवा कहता है हे सोर देख मैं तेरे विरुद्ध हूँ और ऐसा करूँगा कि बहुत सी जातियाँ तेरे विरुद्ध ऐसी उठेंगी जैसे समुद्र की लहरें उठती हैं +7076,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_004.wav,वे सोर की शहरपनाह को गिराएँगी और उसके गुम्मटों को तोड़ डालेगी और मैं उस पर से उसकी मिट्टी खुरचकर उसे नंगी चट्टान कर दूँगा +7077,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_005.wav,वह समुद्र के बीच का जाल फैलाने ही का स्थान हो जाएगा क्योंकि परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है और वह जातिजाति से लुट जाएगा +7078,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_006.wav,और उसकी जो बेटियाँ मैदान में हैं वे तलवार से मारी जाएँगी तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7079,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_007.wav,क्योंकि परमेश्वर यहोवा यह कहता है देख मैं सोर के विरुद्ध राजाधिराज बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर को घोड़ों रथों सवारों बड़ी भीड़ और दल समेत उत्तर दिशा से ले आऊँगा +7080,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_008.wav,तेरी जो बेटियाँ मैदान में हों उनको वह तलवार से मारेगा और तेरे विरुद्ध कोट बनाएगा और दमदमा बाँधेगा और ढाल उठाएगा +7081,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_009.wav,वह तेरी शहरपनाह के विरुद्ध युद्ध के यन्त्र चलाएगा और तेरे गुम्मटों को फरसों से ढा देगा +7082,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_010.wav,उसके घोड़े इतने होंगे कि तू उनकी धूलि से ढँप जाएगा और जब वह तेरे फाटकों में ऐसे घुसेगा जैसे लोग नाकेवाले नगर में घुसते हैं तब तेरी शहरपनाह सवारों छकड़ों और रथों के शब्द से काँप उठेगी +7083,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_011.wav,वह अपने घोड़ों की टापों से तेरी सब सड़कों को रौंद डालेगा और तेरे निवासियों को तलवार से मार डालेगा और तेरे बल के खम्भें भूमि पर गिराए जाएँगे +7084,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_012.wav,लोग तेरा धन लूटेंगे और तेरे व्यापार की वस्तुएँ छीन लेंगे वे तेरी शहरपनाह ढा देंगे और तेरे मनभाऊ घर तोड़ डालेंगे तेरे पत्थर और काठ और तेरी धूलि वे जल में फेंक देंगे +7085,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_013.wav,और मैं तेरे गीतों का सुरताल बन्द करूँगा और तेरी वीणाओं की ध्वनि फिर सुनाई न देगी +7086,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_014.wav,मैं तुझे नंगी चट्टान कर दूँगा तू जाल फैलाने ही का स्थान हो जाएगा और फिर बसाया न जाएगा क्योंकि मुझ यहोवा ही ने यह कहा है परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है +7087,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_015.wav,परमेश्वर यहोवा सोर से यह कहता है तेरे गिरने के शब्द से जब घायल लोग कराहेंगे और तुझ में घात ही घात होगा तब क्या टापू न काँप उठेंगे +7088,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_016.wav,तब समुद्र तट के सब प्रधान लोग अपनेअपने सिंहासन पर से उतरेंगे और अपने बाग़े और बूटेदार वस्त्र उतारकर थरथराहट के वस्त्र पहनेंगे और भूमि पर बैठकर क्षणक्षण में काँपेंगे और तेरे कारण विस्मित रहेंगे +7089,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_017.wav,वे तेरे विषय में विलाप का गीत बनाकर तुझ से कहेंगे हाय मल्लाहों की बसाई हुई हाय सराही हुई नगरी जो समुद्र के बीच निवासियों समेत सामर्थी रही और सब टिकनेवालों की डरानेवाली नगरी थी तू कैसी नाश हुई है +7090,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_018.wav,तेरे गिरने के दिन टापू काँप उठेंगे और तेरे जाते रहने के कारण समुद्र से सब टापू घबरा जाएँगे +7091,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_019.wav,क्योंकि परमेश्वर यहोवा यह कहता है जब मैं तुझे निर्जन नगरों के समान उजाड़ करूँगा और तेरे ऊपर महासागर चढ़ाऊँगा और तू गहरे जल में डूब जाएगा +7092,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_020.wav,तब गड्ढे में और गिरनेवालों के संग मैं तुझे भी प्राचीन लोगों में उतार दूँगा और गड्ढे में और गिरनेवालों के संग तुझे भी नीचे के लोक में रखकर प्राचीनकाल के उजड़े हुए स्थानों के समान कर दूँगा यहाँ तक कि तू फिर न बसेगा और न जीवन के लोक में कोई स्थान पाएगा +7093,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_026_021.wav,मैं तुझे घबराने का कारण करूँगा और तू भविष्य में फिर न रहेगा वरन् ढूँढ़ने पर भी तेरा पता न लगेगा परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7094,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7095,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान सोर के विषय एक विलाप का गीत बनाकर उससे यह कह +7096,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_003.wav,हे समुद्र के प्रवेशद्वार पर रहनेवाली हे बहुत से द्वीपों के लिये देशदेश के लोगों के साथ व्यापार करनेवाली परमेश्वर यहोवा यह कहता है हे सोर तूने कहा है कि मैं सर्वांग सुन्दर हूँ +7097,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_004.wav,तेरी सीमा समुद्र के बीच हैं तेरे बनानेवाले ने तुझे सर्वांग सुन्दर बनाया +7098,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_005.wav,तेरी सब पटरियाँ सनीर पर्वत के सनोवर की लकड़ी की बनी हैं तेरे मस्तूल के लिये लबानोन के देवदार लिए गए हैं +7099,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_006.wav,तेरे डाँड़ बाशान के बांजवृक्षों के बने तेरे जहाजों का पटाव कित्तियों के द्वीपों से लाए हुए सीधे सनोवर की हाथी दाँत जड़ी हुई लकड़ी का बना +7100,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_007.wav,तेरे जहाजों के पाल मिस्र से लाए हुए बूटेदार सन के कपड़े के बने कि तेरे लिये झण्डे का काम दें तेरी चाँदनी एलीशा के द्वीपों से लाए हुए नीले और बैंगनी रंग के कपड़ों की बनी +7101,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_008.wav,तेरे खेनेवाले सीदोन और अर्वद के रहनेवाले थे हे सोर तेरे ही बीच के बुद्धिमान लोग तेरे माँझी थे +7102,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_009.wav,तेरे कारीगर जोड़ाई करनेवाले गबल नगर के पुरनिये और बुद्धिमान लोग थे तुझ में व्यापार करने के लिये मल्लाहों समेत समुद्र पर के सब जहाज तुझ में आ गए थे +7103,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_010.wav,तेरी सेना में फारसी लूदी और पूती लोग भरती हुए थे उन्होंने तुझ में ढाल और टोपी टाँगी और उन्हीं के कारण तेरा प्रताप बढ़ा था +7104,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_011.wav,तेरी शहरपनाह पर तेरी सेना के साथ अर्वद के लोग चारों ओर थे और तेरे गुम्मटों में गम्‍मद नगर के निवासी खड़े थे उन्होंने अपनी ढालें तेरी चारों ओर की शहरपनाह पर टाँगी थी तेरी सुन्दरता उनके द्वारा पूरी हुई थी +7105,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_012.wav,अपनी सब प्रकार की सम्पत्ति की बहुतायत के कारण तर्शीशी लोग तेरे व्यापारी थे उन्होंने चाँदी लोहा राँगा और सीसा देकर तेरा माल मोल लिया +7106,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_013.wav,यावान तूबल और मेशेक के लोग तेरे माल के बदले दासदासी और पीतल के पात्र तुझ से व्यापार करते थे +7107,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_014.wav,तोगर्मा के घराने के लोगों ने तेरी सम्पत्ति लेकर घोड़े सवारी के घोड़े और खच्चर दिए +7108,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_015.wav,ददानी तेरे व्यापारी थे बहुत से द्वीप तेरे हाट बने थे वे तेरे पास हाथी दाँत की सींग और आबनूस की लकड़ी व्यापार में लाते थे +7109,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_016.wav,तेरी बहुत कारीगरी के कारण अराम तेरा व्यापारी था मरकत बैंगनी रंग का और बूटेदार वस्त्र सन मूगा और लालड़ी देकर वे तेरा माल लेते थे +7110,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_017.wav,यहूदा और इस्राएल भी तेरे व्यापारी थे उन्होंने मिन्नीत का गेहूँ पन्नग और मधु तेल और बलसान देकर तेरा माल लिया +7111,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_018.wav,तुझ में बहुत कारीगरी हुई और सब प्रकार का धन इकट्ठा हुआ इससे दमिश्क तेरा व्यापारी हुआ तेरे पास हेलबोन का दाखमधु और उजला ऊन पहुँचाया गया +7112,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_019.wav,दान और यावान ने तेरे माल के बदले में सूत दिया और उनके कारण फौलाद तज और अगर में भी तेरा व्यापार हुआ +7113,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_020.wav,सवारी के चारजामे के लिये ददान तेरा व्यापारी हुआ +7114,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_021.wav,अरब और केदार के सब प्रधान तेरे व्यापारी ठहरे उन्होंने मेम्ने मेढ़े और बकरे लाकर तेरे साथ लेनदेन किया +7115,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_022.wav,शेबा और रामाह के व्यापारी तेरे व्यापारी ठहरे उन्होंने उत्तमउत्तम जाति का सब भाँति का मसाला सर्व भाँति के मणि और सोना देकर तेरा माल लिया +7116,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_023.wav,हारान क‍न्‍ने एदेन शेबा के व्यापारी और अश्शूर और कलमद ये सब तेरे व्यापारी ठहरे +7117,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_024.wav,इन्होंने उत्तमउत्तम वस्तुएँ अर्थात् ओढ़ने के नीले और बूटेदार वस्त्र और डोरियों से बंधी और देवदार की बनी हुई चित्र विचित्र कपड़ों की पेटियाँ लाकर तेरे साथ लेनदेन किया +7118,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_025.wav,तर्शीश के जहाज तेरे व्यापार के माल के ढोनेवाले हुए उनके द्वारा तू समुद्र के बीच रहकर बहुत धनवान और प्रतापी हो गई थी +7119,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_026.wav,तेरे खिवैयों ने तुझे गहरे जल में पहुँचा दिया है और पुरवाई ने तुझे समुद्र के बीच तोड़ दिया है +7120,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_027.wav,जिस दिन तू डूबेगी उसी दिन तेरा धनसम्पत्ति व्यापार का माल मल्लाह मा���झी जुड़ाई का काम करनेवाले व्यापारी लोग और तुझ में जितने सिपाही हैं और तेरी सारी भीड़भाड़ समुद्र के बीच गिर जाएगी +7121,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_028.wav,तेरे माँझियों की चिल्लाहट के शब्द के मारे तेरे आसपास के स्थान काँप उठेंगे +7122,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_029.wav,सब खेनेवाले और मल्लाह और समुद्र में जितने माँझी रहते हैं वे अपनेअपने जहाज पर से उतरेंगे +7123,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_030.wav,और वे भूमि पर खड़े होकर तेरे विषय में ऊँचे शब्द से बिलखबिलख कर रोएँगे वे अपनेअपने सिर पर धूलि उड़ाकर राख में लोटेंगे +7124,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_031.wav,और तेरे शोक में अपने सिर मुँण्डवा देंगे और कमर में टाट बाँधकर अपने मन के कड़े दुःख के साथ तेरे विषय में रोएँगे और छाती पीटेंगे +7125,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_032.wav,वे विलाप करते हुए तेरे विषय में विलाप का यह गीत बनाकर गाएँगे सोर जो अब समुद्र के बीच चुपचाप पड़ी है उसके तुल्य कौन नगरी है +7126,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_033.wav,जब तेरा माल समुद्र पर से निकलता था तब बहुत सी जातियों के लोग तृप्त होते थे तेरे धन और व्यापार के माल की बहुतायत से पृथ्वी के राजा धनी होते थे +7127,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_034.wav,जिस समय तू अथाह जल में लहरों से टूटी उस समय तेरे व्यापार का माल और तेरे सब निवासी भी तेरे भीतर रहकर नाश हो गए +7128,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_035.wav,समुद्रतटीय देशों के सब रहनेवाले तेरे कारण विस्मित हुए और उनके सब राजाओं के रोएँ खड़े हो गए और उनके मुँह उदास देख पड़े हैं +7129,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_027_036.wav,देशदेश के व्यापारी तेरे विरुद्ध ताना मार रहे हैं तू भय का कारण हो गई है और फिर स्थिर न रह सकेगी +7130,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7131,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान सोर के प्रधान से कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है कि तूने मन में फूलकर यह कहा है मैं ईश्वर हूँ मैं समुद्र के बीच परमेश्वर के आसन पर बैठा हूँ परन्तु यद्यपि तू अपने आपको परमेश्वर सा दिखाता है तो भी तू ईश्वर नहीं मनुष्य ही है +7132,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_003.wav,तू दानिय्येल से अधिक बुद्धिमान तो है कोई भेद तुझ से छिपा न होगा +7133,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_004.wav,तूने अपनी बुद्धि और समझ के द्वारा धन प्राप्त किया और अपने भण्डारों में सोनाचाँदी रखा है +7134,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_005.wav,तूने बड़ी बुद्धि से लेनदेन किया जिससे तेरा धन बढ़ा और धन के कारण तेरा मन फूल उठा है +7135,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_006.wav,इस कारण परमेश्वर यहोवा यह कहता है तू जो अपना मन परमेश्वर सा दिखाता है +7136,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_007.wav,इसलिए देख मैं तुझ पर ऐसे परदेशियों से चढ़ाई कराऊँगा जो सब जातियों से अधिक क्रूर हैं वे अपनी तलवारें तेरी बुद्धि की शोभा पर चलाएँगे और तेरी चमकदमक को बिगाड़ेंगे +7137,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_008.wav,वे तुझे कब्र में उतारेंगे और तू समुद्र के बीच के मारे हुओं की रीति पर मर जाएगा +7138,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_009.wav,तब क्या तू अपने घात करनेवाले के सामने कहता रहेगा मैं परमेश्वर हूँ तू अपने घायल करनेवाले के हाथ में ईश्वर नहीं मनुष्य ही ठहरेगा +7139,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_010.wav,तू परदेशियों के हाथ से खतनाहीन लोगों के समान मारा जाएगा क्योंकि मैं ही ने ऐसा कहा है परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है +7140,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_011.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7141,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_012.wav,हे मनुष्य के सन्तान सोर के राजा के विषय में विलाप का गीत बनाकर उससे कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है तू तो उत्तम से भी उत्तम है तू बुद्धि से भरपूर और सर्वांग सुन्दर है +7142,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_013.wav,तू परमेश्वर की अदन नामक बारी में था तेरे पास आभूषण माणिक्य पुखराज हीरा फीरोजा सुलैमानी मणि यशब नीलमणि मरकत और लाल सब भाँति के मणि और सोने के पहरावे थे तेरे डफ और बाँसुलियाँ तुझी में बनाई गई थीं जिस दिन तू सिरजा गया था उस दिन वे भी तैयार की गई थीं +7143,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_014.wav,तू सुरक्षा करनेवाला अभिषिक्त करूब था मैंने तुझे ऐसा ठहराया कि तू परमेश्वर के पवित्र पर्वत पर रहता था तू आग सरीखे चमकनेवाले मणियों के बीच चलता फिरता था +7144,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_015.wav,जिस दिन से तू सिरजा गया और जिस दिन तक तुझ में कुटिलता न पाई गई उस समय तक तू अपनी सारी चाल चलन में निर्दोष रहा +7145,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_016.wav,परन्तु लेनदेन की बहुतायत के कारण तू उपद्रव से भरकर पापी हो गया इसी से मैंने तुझे अपवित्र जानकर परमेश्वर के पर्वत पर से उतारा और हे सुरक्षा करनेवाले करूब मैंने तुझे आग सरीखे चमकनेवाले मणियों के बीच से नाश किया है +7146,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_017.wav,सुन्दरता के कारण तेरा मन फूल उठा था और वैभव के कारण तेरी बुद्धि बिगड़ गई थी मैंने तुझे भूमि पर पटक दिया और राजाओं के सामने तुझे रखा कि वे तुझको देखें +7147,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_018.wav,तेरे अधर्म के कामों की बहुतायत से और तेरे लेनदेन की कुटिलता से तेरे पवित्रस्थान अपवित्र हो गए इसलिए मैंने तुझ में से ऐसी आग उत्पन्न की जिससे तू भस्म हुआ और मैंने तुझे सब देखनेवालों के सामने भूमि पर भस्म कर डाला है +7148,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_019.wav,देशदेश के लोगों में से जितने तुझे जानते हैं सब तेरे कारण विस्मित हुए तू भय का कारण हुआ है और फिर कभी पाया न जाएगा +7149,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_020.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7150,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_021.wav,हे मनुष्य के सन्तान अपना मुख सीदोन की ओर करके उसके विरुद्ध भविष्यद्वाणी कर +7151,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_022.wav,और कह प्रभु यहोवा यह कहता है हे सीदोन मैं तेरे विरुद्ध हूँ मैं तेरे बीच अपनी महिमा कराऊँगा जब मैं उसके बीच दण्ड दूँगा और उसमें अपने को पवित्र ठहराऊँगा तब लोग जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7152,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_023.wav,मैं उसमें मरी फैलाऊँगा और उसकी सड़कों में लहू बहाऊँगा और उसके चारों ओर तलवार चलेगी तब उसके बीच घायल लोग गिरेंगे और वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7153,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_024.wav,इस्राएल के घराने के चारों ओर की जितनी जातियाँ उनके साथ अभिमान का बर्ताव करती हैं उनमें से कोई उनका चुभनेवाला काँटा या बेधनेवाला शूल फिर न ठहरेगी तब वे जान लेंगी कि मैं परमेश्वर यहोवा हूँ +7154,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_025.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है जब मैं इस्राएल के घराने को उन सब लोगों में से इकट्ठा करूँगा जिनके बीच वे तितरबितर हुए हैं और देशदेश के लोगों के सामने उनके द्वारा पवित्र ठहरूँगा तब वे उस देश में वास करेंगे जो मैंने अपने दास याकूब को दिया था +7155,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_028_026.wav,वे उसमें निडर बसे रहेंगे वे घर बनाकर और दाख की बारियाँ लगाकर निडर रहेंगे तब मैं उनके चारों ओर के सब लोगों को दण्ड दूँगा जो उनसे अभिमान का बर्ताव करते हैं तब वे जान लेंगे कि उनका परमेश्वर यहोवा ही है +7156,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_001.wav,दसवें वर्ष के दसवें महीने के बारहवें दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7157,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान अपना मुख मिस्र के राजा फ़िरौन की ओर करके उसके और सारे मिस्र के विरुद्ध भविष्यद्वाणी कर +7158,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_003.wav,यह कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है हे मिस्र के राजा फ़िरौन मैं तेरे विरुद्ध हूँ हे बड़े नगर तू जो अपनी नदियों के बीच पड़ा रहता है जिसने कहा है मेरी नदी मेरी निज की है और मैं ही ने उसको अपने लिये बनाया है +7159,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_004.wav,मैं तेरे जबड़ों में नकेल डालूँगा और तेरी नदियों की मछलियों को तेरी खाल में चिपटाऊँगा और तेरी खाल में चिपटी हुई तेरी नदियों की सब मछलियों समेत तुझको तेरी नदियों में से निकालूँगा +7160,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_005.wav,तब मैं तुझे तेरी नदियों की सारी मछलियों समेत जंगल में निकाल दूँगा और तू मैदान में पड़ा रहेगा किसी भी प्रकार से तेरी सुधि न ली जाएगी मैंने तुझे वनपशुओं और आकाश के पक्षियों का आहार कर दिया है +7161,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_006.wav,तब मिस्र के सारे निवासी जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ वे तो इस्राएल के घराने के लिये नरकट की टेक ठहरे थे +7162,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_007.wav,जब उन्होंने तुझ पर हाथ का बल दिया तब तू टूट गया और उनके कंधे उखड़ ही गए और जब उन्होंने तुझ पर टेक लगाई तब तू टूट गया और उनकी कमर की सारी नसें चढ़ गईं +7163,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_008.wav,इस कारण प्रभु यहोवा यह कहता है देख मैं तुझ पर तलवार चलवाकर तेरे मनुष्य और पशु सभी को नाश करूँगा +7164,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_009.wav,तब मिस्र देश उजाड़ ही उजाड़ होगा और वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ तूने कहा है मेरी नदी मेरी अपनी ही है और मैं ही ने उसे बनाया +7165,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_010.wav,इस कारण देख मैं तेरे और तेरी नदियों के विरुद्ध हूँ और मिस्र देश को मिग्दोल से लेकर सवेने तक वरन् कूश देश की सीमा तक उजाड़ ही उजाड़ कर दूँगा +7166,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_011.wav,चालीस वर्ष तक उसमें मनुष्य या पशु का पाँव तक न पड़ेगा और न उसमें कोई बसेगा +7167,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_012.wav,चालीस वर्ष तक मैं मिस्र देश को उजड़े हुए देशों के बीच उजाड़ कर रखूँगा और उसके नगर उजड़े हुए नगरों के बीच खण्डहर ही रहेंगे मैं मिस्रियों को जातिजाति में छिन्नभिन्न कर दूँगा और देशदेश में तितरबितर कर दूँगा +7168,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_013.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है चालीस वर्ष के बीतने पर मैं मिस्रियों को उन जातियों के बीच से इकट्ठा करूँगा जिनमें वे तितरबितर हुए +7169,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_014.wav,और मैं मिस्रियों को बँधुआई से छुड़ाकर पत्रोस देश में जो उनकी जन्मभूमि है फिर पहुँचाऊँगा और वहाँ उनका छोटा सा राज्य हो जाएगा +7170,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_015.wav,वह सब राज्यों में से छोटा होगा और फिर अपना सिर और जातियों के ऊपर न उठाएगा क्योंकि मैं मिस्रियों को ऐसा घटाऊँगा कि वे अन्यजातियों पर फिर प्रभुता न करने पाएँगे +7171,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_016.wav,वह फिर इस्राएल के घराने के भरोसे का कारण न होगा क्योंकि जब वे फिर उनकी ओर देखने लगें तब वे उनके अधर्म को स्मरण करेंगे और तब वे जान लेंगे कि मैं परमेश्वर यहोवा हूँ +7172,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_017.wav,फिर सत्ताइसवें वर्ष के पहले महीने के पहले दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7173,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_018.wav,हे मनुष्य के सन्तान बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने सोर के घेरने में अपनी सेना से बड़ा परिश्रम कराया ह�� एक का सिर गंजा हो गया और हर एक के कंधों का चमड़ा छिल गया तो भी उसको सोर से न तो इस बड़े परिश्रम की मजदूरी कुछ मिली और न उसकी सेना को +7174,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_019.wav,इस कारण परमेश्वर यहोवा यह कहता है देख मैं बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर को मिस्र देश दूँगा और वह उसकी भीड़ को ले जाएगा और उसकी धनसम्पत्ति को लूटकर अपना कर लेगा अतः यही मजदूरी उसकी सेना को मिलेगी +7175,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_020.wav,मैंने उसके परिश्रम के बदले में उसको मिस्र देश इस कारण दिया है कि उन लोगों ने मेरे लिये काम किया था परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7176,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_029_021.wav,उसी समय मैं इस्राएल के घराने का एक सींग उगाऊँगा और उनके बीच तेरा मुँह खोलूँगा और वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7177,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_001.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7178,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान भविष्यद्वाणी करके कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है हाय हाय करो हाय उस दिन पर +7179,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_003.wav,क्योंकि वह दिन अर्थात् यहोवा का दिन निकट है वह बादलों का दिन और जातियों के दण्ड का समय होगा +7180,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_004.wav,मिस्र में तलवार चलेगी और जब मिस्र में लोग मारे जाएँगे तब कूश में भी संकट पड़ेगा लोग मिस्र को लूट ले जाएँगे और उसकी नींवें उलट दी जाएँगी +7181,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_005.wav,कूश पूत लूद और सब दोगले और कूब लोग और वाचा बाँधे हुए देश के निवासी मिस्रियों के संग तलवार से मारे जाएँगे +7182,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_006.wav,यहोवा यह कहता है मिस्र के सम्भालनेवाले भी गिर जाएँगे और अपनी जिस सामर्थ्य पर मिस्री फूलते हैं वह टूटेगी मिग्दोल से लेकर सवेने तक उसके निवासी तलवार से मारे जाएँगे परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7183,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_007.wav,वे उजड़े हुए देशों के बीच उजड़े ठहरेंगे और उनके नगर खण्डहर किए हुए नगरों में गिने जाएँगे +7184,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_008.wav,जब मैं मिस्र में आग लगाऊँगा और उसके सब सहायक नाश होंगे तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7185,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_009.wav,उस समय मेरे सामने से दूत जहाजों पर चढ़कर निडर निकलेंगे और कूशियों को डराएँगे और उन पर ऐसा संकट पड़ेगा जैसा कि मिस्र के दण्ड के समय क्योंकि देख वह दिन आता है +7186,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_010.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है मैं बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के हाथ से मिस्र की भीड़भाड़ को नाश करा दूँगा +7187,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_011.wav,वह अपनी प्रजा समेत जो सब जातियों में भयानक है उस देश के नाश करने को पहुँचाया जाएगा और वे मि���्र के विरुद्ध तलवार खींचकर देश को मरे हुओं से भर देंगे +7188,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_012.wav,मैं नदियों को सूखा डालूँगा और देश को बुरे लोगों के हाथ कर दूँगा और मैं परदेशियों के द्वारा देश को और जो कुछ उसमें है उजाड़ करा दूँगा मुझ यहोवा ही ने यह कहा है +7189,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_013.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है मैं नोप में से मूरतों को नाश करूँगा और उसमें की मूरतों को रहने न दूँगा फिर कोई प्रधान मिस्र देश में न उठेगा और मैं मिस्र देश में भय उपजाऊँगा +7190,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_014.wav,मैं पत्रोस को उजाड़ूँगा और सोअन में आग लगाऊँगा और नो को दण्ड दूँगा +7191,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_015.wav,सीन जो मिस्र का दृढ़ स्थान है उस पर मैं अपनी जलजलाहट भड़काऊँगा और नो नगर की भीड़भाड़ का अन्त कर डालूँगा +7192,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_016.wav,मैं मिस्र में आग लगाऊँगा सीन बहुत थरथराएगा और नो फाड़ा जाएगा और नोप के विरोधी दिन दहाड़े उठेंगे +7193,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_017.wav,ओन और पीवेसेत के जवान तलवार से गिरेंगे और ये नगर बँधुआई में चले जाएँगे +7194,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_018.wav,जब मैं मिस्रियों के जुओं को तहपन्हेस में तोड़ूँगा तब उसमें दिन को अंधेरा होगा और उसकी सामर्थ्य जिस पर वह फूलता है वह नाश हो जाएगी उस पर घटा छा जाएगी और उसकी बेटियाँ बँधुआई में चली जाएँगी +7195,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_019.wav,इस प्रकार मैं मिस्रियों को दण्ड दूँगा और वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7196,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_020.wav,फिर ग्यारहवें वर्ष के पहले महीने के सातवें दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7197,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_021.wav,हे मनुष्य के सन्तान मैंने मिस्र के राजा फ़िरौन की भुजा तोड़ दी है और देख न तो वह जोड़ी गई न उस पर लेप लगाकर पट्टी चढ़ाई गई कि वह बाँधने से तलवार पकड़ने के योग्य बन सके +7198,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_022.wav,इसलिए प्रभु यहोवा यह कहता है देख मैं मिस्र के राजा फ़िरौन के विरुद्ध हूँ और उसकी अच्छी और टूटी दोनों भुजाओं को तोड़ूँगा और तलवार को उसके हाथ से गिराऊँगा +7199,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_023.wav,मैं मिस्रियों को जातिजाति में तितरबितर करूँगा और देशदेश में छितराऊँगा +7200,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_024.wav,मैं बाबेल के राजा की भुजाओं को बलवन्त करके अपनी तलवार उसके हाथ में दूँगा परन्तु फ़िरौन की भुजाओं को तोड़ूँगा और वह उसके सामने ऐसा कराहेगा जैसा मरनेवाला घायल कराहता है +7201,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_025.wav,मैं बाबेल के राजा की भुजाओं को सम्भालूँगा और फ़िरौन की भुजाएँ ढीली पड़ेंगी तब वे जानेंगे कि मैं यहोवा हूँ जब मैं बाबेल के राजा के हाथ में अपनी तलवार दूँगा तब वह उसे मिस्र देश पर चलाएगा +7202,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_030_026.wav,और मैं मिस्रियों को जातिजाति में तितरबितर करूँगा और देशदेश में छितरा दूँगा तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7203,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_001.wav,ग्यारहवें वर्ष के तीसरे महीने के पहले दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7204,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान मिस्र के राजा फ़िरौन और उसकी भीड़ से कह अपनी बड़ाई में तू किसके समान है +7205,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_003.wav,देख अश्शूर तो लबानोन का एक देवदार था जिसकी सुन्दरसुन्दर शाखें घनी छाया देतीं और बड़ी ऊँची थीं और उसकी फुनगी बादलों तक पहुँचती थी +7206,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_004.wav,जल ने उसे बढ़ाया उस गहरे जल के कारण वह ऊँचा हुआ जिससे नदियाँ उसके स्थान के चारों ओर बहती थीं और उसकी नालियाँ निकलकर मैदान के सारे वृक्षों के पास पहुँचती थीं +7207,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_005.wav,इस कारण उसकी ऊँचाई मैदान के सब वृक्षों से अधिक हुई उसकी टहनियाँ बहुत हुईं और उसकी शाखाएँ लम्बी हो गई क्योंकि जब वे निकलीं तब उनको बहुत जल मिला +7208,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_006.wav,उसकी टहनियों में आकाश के सब प्रकार के पक्षी बसेरा करते थे और उसकी शाखाओं के नीचे मैदान के सब भाँति के जीवजन्तु जन्म लेते थे और उसकी छाया में सब बड़ी जातियाँ रहती थीं +7209,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_007.wav,वह अपनी बड़ाई और अपनी डालियों की लम्बाई के कारण सुन्दर हुआ क्योंकि उसकी जड़ बहुत जल के निकट थी +7210,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_008.wav,परमेश्वर की बारी के देवदार भी उसको न छिपा सकते थे सनोवर उसकी टहनियों के समान भी न थे और न अर्मोन वृक्ष उसकी शाखाओं के तुल्य थे परमेश्वर की बारी का भी कोई वृक्ष सुन्दरता में उसके बराबर न था +7211,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_009.wav,मैंने उसे डालियों की बहुतायत से सुन्दर बनाया था यहाँ तक कि अदन के सब वृक्ष जो परमेश्वर की बारी में थे उससे डाह करते थे +7212,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_010.wav,इस कारण परमेश्वर यहोवा ने यह कहा है उसकी ऊँचाई जो बढ़ गई और उसकी फुनगी जो बादलों तक पहुँची है और अपनी ऊँचाई के कारण उसका मन जो फूल उठा है +7213,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_011.wav,इसलिए जातियों में जो सामर्थी है मैं उसी के हाथ उसको कर दूँगा और वह निश्चय उससे बुरा व्यवहार करेगा उसकी दुष्टता के कारण मैंने उसको निकाल दिया है +7214,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_012.wav,परदेशी जो जातियों में भयानक लोग हैं वे उसको काटकर छोड़ देंगे उसकी डालियाँ पहाड़ों पर और सब तराइयों में गिराई जाएँगी और उसकी शाखाएँ देश ���े सब नालों में टूटी पड़ी रहेंगी और जातिजाति के सब लोग उसकी छाया को छोड़कर चले जाएँगे +7215,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_013.wav,उस गिरे हुए वृक्ष पर आकाश के सब पक्षी बसेरा करते हैं और उसकी शाखाओं के ऊपर मैदान के सब जीवजन्तु चढ़ने पाते हैं +7216,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_014.wav,यह इसलिए हुआ है कि जल के पास के सब वृक्षों में से कोई अपनी ऊँचाई न बढ़ाए न अपनी फुनगी को बादलों तक पहुँचाए और उनमें से जितने जल पाकर दृढ़ हो गए हैं वे ऊँचे होने के कारण सिर न उठाए क्योंकि वे भी सब के सब कब्र में गड़े हुए मनुष्यों के समान मृत्यु के वश करके अधोलोक में डाल दिए जाएँगे +7217,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_015.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है जिस दिन वह अधोलोक में उतर गया उस दिन मैंने विलाप कराया और गहरे समुद्र को ढाँप दिया और नदियों का बहुत जल रुक गया और उसके कारण मैंने लबानोन पर उदासी छा दी और मैदान के सब वृक्ष मूर्छित हुए +7218,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_016.wav,जब मैंने उसको कब्र में गड़े हुओं के पास अधोलोक में फेंक दिया तब उसके गिरने के शब्द से जातिजाति थरथरा गई और अदन के सब वृक्ष अर्थात् लबानोन के उत्तमउत्तम वृक्षों ने जितने उससे जल पाते हैं उन सभी ने अधोलोक में शान्ति पाई +7219,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_017.wav,वे भी उसके संग तलवार से मारे हुओं के पास अधोलोक में उतर गए अर्थात् वे जो उसकी भुजा थे और जातिजाति के बीच उसकी छाया में रहते थे +7220,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_031_018.wav,इसलिए महिमा और बड़ाई के विषय में अदन के वृक्षों में से तू किसके समान है तू तो अदन के और वृक्षों के साथ अधोलोक में उतारा जाएगा और खतनारहित लोगों के बीच तलवार से मारे हुओं के संग पड़ा रहेगा फ़िरौन अपनी सारी भीड़भाड़ समेत ऐसे ही होगा परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7221,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_001.wav,बारहवें वर्ष के बारहवें महीने के पहले दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7222,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान मिस्र के राजा फ़िरौन के विषय विलाप का गीत बनाकर उसको सुना जातिजाति में तेरी उपमा जवान सिंह से दी गई थी परन्तु तू समुद्र के मगर के समान है तू अपनी नदियों में टूट पड़ा और उनके जल को पाँवों से मथकर गंदला कर दिया +7223,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_003.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है मैं बहुत सी जातियों की सभा के द्वारा तुझ पर अपना जाल फैलाऊँगा और वे तुझे मेरे महाजाल में खींच लेंगे +7224,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_004.wav,तब मैं तुझे भूमि पर छोड़ूँगा और मैदान में फेंककर आकाश के सब पक्षियों को तुझ पर बैठाऊँगा और तेरे माँस से सारी पृथ्वी के जीवजन्तुओं को तृप्त करूँगा +7225,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_005.wav,मैं तेरे माँस को पहाड़ों पर रखूँगा और तराइयों को तेरी ऊँचाई से भर दूँगा +7226,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_006.wav,जिस देश में तू तैरता है उसको पहाड़ों तक मैं तेरे लहू से सींचूँगा और उसके नाले तुझ से भर जाएँगे +7227,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_007.wav,जिस समय मैं तुझे मिटाने लगूँ उस समय मैं आकाश को ढाँपूँगा और तारों को धुन्धला कर दूँगा मैं सूर्य को बादल से छिपाऊँगा और चन्द्रमा अपना प्रकाश न देगा +7228,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_008.wav,आकाश में जितनी प्रकाशमान ज्योतियाँ हैं उन सब को मैं तेरे कारण धुन्धला कर दूँगा और तेरे देश में अंधकार कर दूँगा परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7229,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_009.wav,जब मैं तेरे विनाश का समाचार जातिजाति में और तेरे अनजाने देशों में फैलाऊँगा तब बड़ेबड़े देशों के लोगों के मन में रिस उपजाऊँगा +7230,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_010.wav,मैं बहुत सी जातियों को तेरे कारण विस्मित कर दूँगा और जब मैं उनके राजाओं के सामने अपनी तलवार भेजूँगा तब तेरे कारण उनके रोएँ खड़े हो जाएँगे और तेरे गिरने के दिन वे अपनेअपने प्राण के लिये काँपते रहेंगे +7231,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_011.wav,क्योंकि परमेश्वर यहोवा यह कहता है बाबेल के राजा की तलवार तुझ पर चलेगी +7232,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_012.wav,मैं तेरी भीड़ को ऐसे शूरवीरों की तलवारों के द्वारा गिराऊँगा जो सब जातियों में भयानक हैं वे मिस्र के घमण्ड को तोड़ेंगे और उसकी सारी भीड़ का सत्यानाश होगा +7233,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_013.wav,मैं उसके सब पशुओं को उसके बहुत से जलाशयों के तट पर से नाश करूँगा और भविष्य में वे न तो मनुष्य के पाँव से और न पशुओं के खुरों से गंदले किए जाएँगे +7234,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_014.wav,तब मैं उनका जल निर्मल कर दूँगा और उनकी नदियाँ तेल के समान बहेंगी परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7235,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_015.wav,जब मैं मिस्र देश को उजाड़ दूँगा और जिससे वह भरपूर है उसको छूछा कर दूँगा और जब मैं उसके सब रहनेवालों को मारूँगा तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7236,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_016.wav,लोगों के विलाप करने के लिये विलाप का गीत यही है जातिजाति की स्त्रियाँ इसे गाएँगी मिस्र और उसकी सारी भीड़ के विषय वे यही विलापगीत गाएँगी परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7237,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_017.wav,फिर बारहवें वर्ष के पहले महीने के पन्द्रहवें दिन को यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7238,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_018.wav,हे मनुष्य के सन्तान मिस्र की भीड़ के लिये हायहाय कर और उसको प्रतापी जातियों की बेटियों समेत कब्र में गड़े हुओं के पास अधोलोक में उतार +7239,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_019.wav,तू किस से मनोहर है तू उतरकर खतनाहीनों के संग पड़ा रह +7240,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_020.wav,वे तलवार से मरे हुओं के बीच गिरेंगे उनके लिये तलवार ही ठहराई गई है इसलिए मिस्र को उसकी सारी भीड़ समेत घसीट ले जाओ +7241,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_021.wav,सामर्थी शूरवीर उससे और उसके सहायकों से अधोलोक में बातें करेंगे वे खतनाहीन लोग वहाँ तलवार से मरे पड़े हैं +7242,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_022.wav,अपनी सारी सभा समेत अश्शूर भी वहाँ है उसकी कब्रें उसके चारों ओर हैं सब के सब तलवार से मारे गए हैं +7243,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_023.wav,उसकी कब्रें गड्ढे के कोनों में बनी हुई हैं और उसकी कब्र के चारों ओर उसकी सभा है वे सब के सब जो जीवनलोक में भय उपजाते थे अब तलवार से मरे पड़े हैं +7244,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_024.wav,वहाँ एलाम है और उसकी कब्र की चारों ओर उसकी सारी भीड़ है वे सब के सब तलवार से मारे गए हैं वे खतनारहित अधोलोक में उतर गए हैं वे जीवनलोक में भय उपजाते थे परन्तु अब कब्र में और गड़े हुओं के संग उनके मुँह पर भी उदासी छाई हुई है +7245,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_025.wav,उसकी सारी भीड़ समेत उसे मारे हुओं के बीच सेज मिली उसकी कब्रें उसी के चारों ओर हैं वे सब के सब खतनारहित तलवार से मारे गए उन्होंने जीवनलोक में भय उपजाया था परन्तु अब कब्र में और गड़े हुओं के संग उनके मुँह पर उदासी छाई हुई है और वे मरे हुओं के बीच रखे गए हैं +7246,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_026.wav,वहाँ सारी भीड़ समेत मेशेक और तूबल हैं उनके चारों ओर कब्रें हैं वे सब के सब खतनारहित तलवार से मारे गए क्योंकि जीवनलोक में वे भय उपजाते थे +7247,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_027.wav,उन गिरे हुए खतनारहित शूरवीरों के संग वे पड़े न रहेंगे जो अपनेअपने युद्ध के हथियार लिए हुए अधोलोक में उतर गए हैं वहाँ उनकी तलवारें उनके सिरों के नीचे रखी हुई हैं और उनके अधर्म के काम उनकी हड्डियों में व्याप्त हैं क्योंकि जीवनलोक में उनसे शूरवीरों को भी भय उपजता था +7248,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_028.wav,इसलिए तू भी खतनाहीनों के संग अंगभंग होकर तलवार से मरे हुओं के संग पड़ा रहेगा +7249,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_029.wav,वहाँ एदोम और उसके राजा और उसके सारे प्रधान हैं जो पराक्रमी होने पर भी तलवार से मरे हुओं के संग रखे हैं गड्ढे में गड़े हुए खतनारहित लोगों के संग वे भी पड़े रहेंगे +7250,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_030.wav,वहाँ उत्तर दिशा के सारे प्रधान और सारे सीदोनी भी हैं जो मर�� हुओं के संग उतर गए उन्होंने अपने पराक्रम से भय उपजाया था परन्तु अब वे लज्जित हुए और तलवार से और मरे हुओं के साथ वे भी खतनारहित पड़े हुए हैं और कब्र में अन्य गड़े हुओं के संग उनके मुँह पर भी उदासी छाई हुई है +7251,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_031.wav,इन्हें देखकर फ़िरौन भी अपनी सारी भीड़ के विषय में शान्ति पाएगा हाँ फ़िरौन और उसकी सारी सेना जो तलवार से मारी गई है परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7252,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_032_032.wav,क्योंकि मैंने उसके कारण जीवनलोक में भय उपजाया था इसलिए वह सारी भीड़ समेत तलवार से और मरे हुओं के सहित खतनारहित के बीच लिटाया जाएगा परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7253,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7254,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान अपने लोगों से कह जब मैं किसी देश पर तलवार चलाने लगूँ और उस देश के लोग किसी को अपना पहरुआ करके ठहराएँ +7255,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_003.wav,तब यदि वह यह देखकर कि इस देश पर तलवार चलने वाली है नरसिंगा फूँककर लोगों को चिता दे +7256,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_004.wav,तो जो कोई नरसिंगे का शब्द सुनने पर न चेते और तलवार के चलने से मर जाए उसका खून उसी के सिर पड़ेगा +7257,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_005.wav,उसने नरसिंगे का शब्द सुना परन्तु न चेता इसलिए उसका खून उसी को लगेगा परन्तु यदि वह चेत जाता तो अपना प्राण बचा लेता +7258,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_006.wav,परन्तु यदि पहरुआ यह देखने पर कि तलवार चलने वाली है नरसिंगा फूँककर लोगों को न चिताए और तलवार के चलने से उनमें से कोई मर जाए तो वह तो अपने अधर्म में फँसा हुआ मर जाएगा परन्तु उसके खून का लेखा मैं पहरुए ही से लूँगा +7259,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_007.wav,इसलिए हे मनुष्य के सन्तान मैंने तुझे इस्राएल के घराने का पहरुआ ठहरा दिया है तू मेरे मुँह से वचन सुनसुनकर उन्हें मेरी ओर से चिता दे +7260,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_008.wav,यदि मैं दुष्ट से कहूँ हे दुष्ट तू निश्चय मरेगा तब यदि तू दुष्ट को उसके मार्ग के विषय न चिताए तो वह दुष्ट अपने अधर्म में फँसा हुआ मरेगा परन्तु उसके खून का लेखा में तुझी से लूँगा +7261,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_009.wav,परन्तु यदि तू दुष्ट को उसके मार्ग के विषय चिताए कि वह अपने मार्ग से फिरे और वह अपने मार्ग से न फिरे तो वह तो अपने अधर्म में फँसा हुआ मरेगा परन्तु तू अपना प्राण बचा लेगा +7262,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_010.wav,फिर हे मनुष्य के सन्तान इस्राएल के घराने से यह कह तुम लोग कहते हो हमारे अपराधों और पापों का भार हमारे ऊपर लदा हुआ है और हम उसके कारण नाश हुए जाते हैं हम कैसे जीवित रहें +7263,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_011.wav,इसलिए तू उनसे यह कह परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है मेरे जीवन की सौगन्ध मैं दुष्ट के मरने से कुछ भी प्रसन्न नहीं होता परन्तु इससे कि दुष्ट अपने मार्ग से फिरकर जीवित रहे हे इस्राएल के घराने तुम अपनेअपने बुरे मार्ग से फिर जाओ तुम क्यों मरो +7264,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_012.wav,हे मनुष्य के सन्तान अपने लोगों से यह कह जब धर्मी जन अपराध करे तब उसकी धार्मिकता उसे बचा न सकेगी और दुष्ट की दुष्टता भी जो हो जब वह उससे फिर जाए तो उसके कारण वह न गिरेगा और धर्मी जन जब वह पाप करे तब अपनी धार्मिकता के कारण जीवित न रहेगा +7265,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_013.wav,यदि मैं धर्मी से कहूँ कि तू निश्चय जीवित रहेगा और वह अपने धार्मिकता पर भरोसा करके कुटिल काम करने लगे तब उसके धार्मिकता के कामों में से किसी का स्मरण न किया जाएगा जो कुटिल काम उसने किए हों वह उन्हीं में फँसा हुआ मरेगा +7266,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_014.wav,फिर जब मैं दुष्ट से कहूँ तू निश्चय मरेगा और वह अपने पाप से फिरकर न्याय और धर्म के काम करने लगे +7267,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_015.wav,अर्थात् यदि दुष्ट जन बन्धक लौटा दे अपनी लूटी हुई वस्तुएँ भर दे और बिना कुटिल काम किए जीवनदायक विधियों पर चलने लगे तो वह न मरेगा वह निश्चय जीवित रहेगा +7268,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_016.wav,जितने पाप उसने किए हों उनमें से किसी का स्मरण न किया जाएगा उसने न्याय और धर्म के काम किए और वह निश्चय जीवित रहेगा +7269,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_017.wav,तो भी तुम्हारे लोग कहते हैं प्रभु की चाल ठीक नहीं परन्तु उन्हीं की चाल ठीक नहीं है +7270,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_018.wav,जब धर्मी अपने धार्मिकता से फिरकर कुटिल काम करने लगे तब निश्चय वह उनमें फँसा हुआ मर जाएगा +7271,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_019.wav,जब दुष्ट अपनी दुष्टता से फिरकर न्याय और धर्म के काम करने लगे तब वह उनके कारण जीवित रहेगा +7272,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_020.wav,तो भी तुम कहते हो कि प्रभु की चाल ठीक नहीं हे इस्राएल के घराने मैं हर एक व्यक्ति का न्याय उसकी चाल ही के अनुसार करूँगा +7273,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_021.wav,फिर हमारी बँधुआई के ग्यारहवें वर्ष के दसवें महीने के पाँचवें दिन को एक व्यक्ति जो यरूशलेम से भागकर बच गया था वह मेरे पास आकर कहने लगा नगर ले लिया गया +7274,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_022.wav,उस भागे हुए के आने से पहले साँझ को यहोवा की शक्ति मुझ पर हुई थी और भोर तक अर्थात् उस मनुष्य के आने तक उसने मेरा मुँह खोल दिया अतः मेरा मुँह खुला ही रहा और मैं फिर गूँगा न रहा +7275,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_023.wav,तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7276,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_024.wav,हे मनुष्य के सन्तान इस्राएल की भूमि के उन खण्डहरों के रहनेवाले यह कहते हैं अब्राहम एक ही मनुष्य था तो भी देश का अधिकारी हुआ परन्तु हम लोग बहुत से हैं इसलिए देश निश्चय हमारे ही अधिकार में दिया गया है +7277,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_025.wav,इस कारण तू उनसे कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है तुम लोग तो माँस लहू समेत खाते और अपनी मूरतों की ओर दृष्टि करते और हत्या करते हो फिर क्या तुम उस देश के अधिकारी रहने पाओगे +7278,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_026.wav,तुम अपनीअपनी तलवार पर भरोसा करते और घिनौने काम करते और अपनेअपने पड़ोसी की स्त्री को अशुद्ध करते हो फिर क्या तुम उस देश के अधिकारी रहने पाओगे +7279,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_027.wav,तू उनसे यह कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है मेरे जीवन की सौगन्ध निःसन्देह जो लोग खण्डहरों में रहते हैं वे तलवार से गिरेंगे और जो खुले मैदान में रहता है उसे मैं जीवजन्तुओं का आहार कर दूँगा और जो गढ़ों और गुफाओं में रहते हैं वे मरी से मरेंगे +7280,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_028.wav,मैं उस देश को उजाड़ ही उजाड़ कर दूँगा और उसके बल का घमण्ड जाता रहेगा और इस्राएल के पहाड़ ऐसे उजड़ेंगे कि उन पर होकर कोई न चलेगा +7281,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_029.wav,इसलिए जब मैं उन लोगों के किए हुए सब घिनौने कामों के कारण उस देश को उजाड़ ही उजाड़ कर दूँगा तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7282,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_030.wav,हे मनुष्य के सन्तान तेरे लोग दीवारों के पास और घरों के द्वारों में तेरे विषय में बातें करते और एक दूसरे से कहते हैं आओ सुनो यहोवा की ओर से कौन सा वचन निकलता है +7283,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_031.wav,वे प्रजा के समान तेरे पास आते और मेरी प्रजा बनकर तेरे सामने बैठकर तेरे वचन सुनते हैं परन्तु वे उन पर चलते नहीं मुँह से तो वे बहुत प्रेम दिखाते हैं परन्तु उनका मन लालच ही में लगा रहता है +7284,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_032.wav,तू उनकी दृष्टि में प्रेम के मधुर गीत गानेवाले और अच्छे बजानेवाले का सा ठहरा है क्योंकि वे तेरे वचन सुनते तो है परन्तु उन पर चलते नहीं +7285,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_033_033.wav,इसलिए जब यह बात घटेगी और वह निश्चय घटेगी तब वे जान लेंगे कि हमारे बीच एक भविष्यद्वक्ता आया था +7286,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7287,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान इस्राएल के चरवाहों के विरुद्ध भविष्यद्वाणी करके उन चरवाहों से कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है हाय इस्राएल के चरवाहो�� पर जो अपनेअपने पेट भरते हैं क्या चरवाहों को भेड़बकरियों का पेट न भरना चाहिए +7288,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_003.wav,तुम लोग चर्बी खाते ऊन पहनते और मोटेमोटे पशुओं को काटते हो परन्तु भेड़बकरियों को तुम नहीं चराते +7289,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_004.wav,तुम ने बीमारों को बलवान न किया न रोगियों को चंगा किया न घायलों के घावों को बाँधा न निकाली हुई को लौटा लाए न खोई हुई को खोजा परन्तु तुम ने बल और जबरदस्ती से अधिकार चलाया है +7290,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_005.wav,वे चरवाहे के न होने के कारण तितरबितर हुई और सब वनपशुओं का आहार हो गई +7291,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_006.wav,मेरी भेड़बकरियाँ तितरबितर हुई है वे सारे पहाड़ों और ऊँचेऊँचे टीलों पर भटकती थीं मेरी भेड़बकरियाँ सारी पृथ्वी के ऊपर तितरबितर हुई और न तो कोई उनकी सुधि लेता था न कोई उनको ढूँढ़ता था +7292,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_007.wav,इस कारण हे चरवाहों यहोवा का वचन सुनो +7293,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_008.wav,परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है मेरे जीवन की सौगन्ध मेरी भेड़बकरियाँ जो लुट गई और मेरी भेड़बकरियाँ जो चरवाहे के न होने के कारण सब वनपशुओं का आहार हो गई और इसलिए कि मेरे चरवाहों ने मेरी भेड़बकरियों की सुधि नहीं ली और मेरी भेड़बकरियों का पेट नहीं अपना ही अपना पेट भरा +7294,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_009.wav,इस कारण हे चरवाहों यहोवा का वचन सुनो +7295,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_010.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है देखो मैं चरवाहों के विरुद्ध हूँ और मैं उनसे अपनी भेड़बकरियों का लेखा लूँगा और उनको फिर उन्हें चराने न दूँगा वे फिर अपनाअपना पेट भरने न पाएँगे मैं अपनी भेड़बकरियाँ उनके मुँह से छुड़ाऊँगा कि आगे को वे उनका आहार न हों +7296,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_011.wav,क्योंकि परमेश्वर यहोवा यह कहता है देखो मैं आप ही अपनी भेड़बकरियों की सुधि लूँगा और उन्हें ढूँढ़ूगा +7297,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_012.wav,जैसे चरवाहा अपनी भेड़बकरियों में से भटकी हुई को फिर से अपने झुण्ड में बटोरता है वैसे ही मैं भी अपनी भेड़बकरियों को बटोरूँगा मैं उन्हें उन सब स्थानों से निकाल ले आऊँगा जहाँजहाँ वे बादल और घोर अंधकार के दिन तितरबितर हो गई हों +7298,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_013.wav,मैं उन्हें देशदेश के लोगों में से निकालूँगा और देशदेश से इकट्ठा करूँगा और उन्हीं के निज भूमि में ले आऊँगा और इस्राएल के पहाड़ों पर और नालों में और उस देश के सब बसे हुए स्थानों में चराऊँगा +7299,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_014.wav,मैं उन्हें अच्छी चराई में चराऊँगा और इस्राएल के ऊँचेऊँचे पहाड़ों पर उनको चराई मि��ेगी वहाँ वे अच्छी हरियाली में बैठा करेंगी और इस्राएल के पहाड़ों पर उत्तम से उत्तम चराई चरेंगी +7300,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_015.wav,मैं आप ही अपनी भेड़बकरियों का चरवाहा होऊँगा और मैं आप ही उन्हें बैठाऊँगा परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7301,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_016.wav,मैं खोई हुई को ढूँढ़ूगा और निकाली हुई को लौटा लाऊँगा और घायल के घाव बाँधूँगा और बीमार को बलवान करूँगा और जो मोटी और बलवन्त हैं उन्हें मैं नाश करूँगा मैं उनकी चरवाही न्याय से करूँगा +7302,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_017.wav,हे मेरे झुण्ड तुम से परमेश्वर यहोवा यह कहता है देखो मैं भेड़भेड़ के बीच और मेढ़ों और बकरों के बीच न्याय करता हूँ +7303,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_018.wav,क्या तुम्हें यह छोटी बात जान पड़ती है कि तुम अच्छी चराई चर लो और शेष चराई को अपने पाँवों से रौंदो और क्या तुम्हें यह छोटी बात जान पड़ती है कि तुम निर्मल जल पी लो और शेष जल को अपने पाँवों से गंदला करो +7304,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_019.wav,क्या मेरी भेड़बकरियों को तुम्हारे पाँवों से रौंदे हुए को चरना और तुम्हारे पाँवों से गंदले किए हुए को पीना पड़ेगा +7305,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_020.wav,इस कारण परमेश्वर यहोवा उनसे यह कहता है देखो मैं आप मोटी और दुबली भेड़बकरियों के बीच न्याय करूँगा +7306,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_021.wav,तुम जो सब बीमारों को बाजू और कंधे से यहाँ तक ढकेलते और सींग से यहाँ तक मारते हो कि वे तितरबितर हो जाती हैं +7307,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_022.wav,इस कारण मैं अपनी भेड़बकरियों को छुड़ाऊँगा और वे फिर न लुटेंगी और मैं भेड़भेड़ के और बकरीबकरी के बीच न्याय करूँगा +7308,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_023.wav,मैं उन पर ऐसा एक चरवाहा ठहराऊँगा जो उनकी चरवाही करेगा वह मेरा दास दाऊद होगा वही उनको चराएगा और वही उनका चरवाहा होगा +7309,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_024.wav,मैं यहोवा उनका परमेश्वर ठहरूँगा और मेरा दास दाऊद उनके बीच प्रधान होगा मुझ यहोवा ही ने यह कहा है +7310,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_025.wav,मैं उनके साथ शान्ति की वाचा बाँधूँगा और दुष्ट जन्तुओं को देश में न रहने दूँगा अतः वे जंगल में निडर रहेंगे और वन में सोएँगे +7311,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_026.wav,मैं उन्हें और अपनी पहाड़ी के आसपास के स्थानों को आशीष का कारण बना दूँगा और मेंह को मैं ठीक समय में बरसाया करूँगा और वे आशीषों की वर्षा होंगी +7312,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_027.wav,मैदान के वृक्ष फलेंगे और भूमि अपनी उपज उपजाएगी और वे अपने देश में निडर रहेंगे जब मैं उनके जूए को तोड़कर उन लोगों के हाथ से छुड़ाऊँगा जो उनसे सेवा कराते हैं ���ब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7313,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_028.wav,वे फिर जातिजाति से लूटे न जाएँगे और न वन पशु उन्हें फाड़ खाएँगे वे निडर रहेंगे और उनको कोई न डराएगा +7314,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_029.wav,मैं उनके लिये उपजाऊ बारी उपजाऊँगा और वे देश में फिर भूखे न मरेंगे और न जातिजाति के लोग फिर उनकी निन्दा करेंगे +7315,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_030.wav,और वे जानेंगे कि मैं परमेश्वर यहोवा उनके संग हूँ और वे जो इस्राएल का घराना है वे मेरी प्रजा हैं मुझ परमेश्वर यहोवा की यही वाणी हैं +7316,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_034_031.wav,तुम तो मेरी भेड़बकरियाँ मेरी चराई की भेड़बकरियाँ हो तुम तो मनुष्य हो और मैं तुम्हारा परमेश्वर हूँ परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7317,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7318,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान अपना मुँह सेईर पहाड़ की ओर करके उसके विरुद्ध भविष्यद्वाणी कर +7319,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_003.wav,और उससे कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है हे सेईर पहाड़ मैं तेरे विरुद्ध हूँ और अपना हाथ तेरे विरुद्ध बढ़ाकर तुझे उजाड़ ही उजाड़ कर दूँगा +7320,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_004.wav,मैं तेरे नगरों को खण्डहर कर दूँगा और तू उजाड़ हो जाएगा तब तू जान लेगा कि मैं यहोवा हूँ +7321,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_005.wav,क्योंकि तू इस्राएलियों से युगयुग की शत्रुता रखता था और उनकी विपत्ति के समय जब उनके अधर्म के दण्ड का समय पहुँचा तब उन्हें तलवार से मारे जाने को दे दिया +7322,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_006.wav,इसलिए परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है मेरे जीवन की सौगन्ध मैं तुझे हत्या किए जाने के लिये तैयार करूँगा और खून तेरा पीछा करेगा तू तो खून से न घिनाता था इस कारण खून तेरा पीछा करेगा +7323,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_007.wav,इस रीति मैं सेईर पहाड़ को उजाड़ ही उजाड़ कर दूँगा और जो उसमें आताजाता हो मैं उसको नाश करूँगा +7324,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_008.wav,मैं उसके पहाड़ों को मारे हुओं से भर दूँगा तेरे टीलों तराइयों और सब नालों में तलवार से मारे हुए गिरेंगे +7325,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_009.wav,मैं तुझे युगयुग के लिये उजाड़ कर दूँगा और तेरे नगर फिर न बसेंगे तब तुम जानोगे कि मैं यहोवा हूँ +7326,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_010.wav,क्योंकि तूने कहा है ये दोनों जातियाँ और ये दोनों देश मेरे होंगे और हम ही उनके स्वामी हो जाएँगे यद्यपि यहोवा वहाँ था +7327,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_011.wav,इस कारण परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है मेरे जीवन की सौगन्ध तेरे कोप के अनुसार और जो जलजलाहट तूने उन पर अपने बैर के कारण की है उसी के अनुसार मैं तुझ से बर्त��व करूँगा और जब मैं तेरा न्याय करूँ तब तुम में अपने को प्रगट करूँगा +7328,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_012.wav,तू जानेगा कि मुझ यहोवा ने तेरी सब तिरस्कार की बातें सुनी हैं जो तूने इस्राएल के पहाड़ों के विषय में कहीं वे तो उजड़ गए वे हम ही को दिए गए हैं कि हम उन्हें खा डालें +7329,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_013.wav,तुम ने अपने मुँह से मेरे विरुद्ध बड़ाई मारी और मेरे विरुद्ध बहुत बातें कही हैं इसे मैंने सुना है +7330,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_014.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है जब पृथ्वी भर में आनन्द होगा तब मैं तुझे उजाड़ दूँगा +7331,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_035_015.wav,तू इस्राएल के घराने के निज भाग के उजड़ जाने के कारण आनन्दित हुआ इसलिए मैं भी तुझ से वैसा ही करूँगा हे सेईर पहाड़ हे एदोम के सारे देश तू उजाड़ हो जाएगा तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7332,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_001.wav,फिर हे मनुष्य के सन्तान तू इस्राएल के पहाड़ों से भविष्यद्वाणी करके कह हे इस्राएल के पहाड़ों यहोवा का वचन सुनो +7333,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_002.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है शत्रु ने तो तुम्हारे विषय में कहा है आहा प्राचीनकाल के ऊँचे स्थान अब हमारे अधिकार में आ गए +7334,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_003.wav,इस कारण भविष्यद्वाणी करके कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है लोगों ने जो तुम्हें उजाड़ा और चारों ओर से तुम्हें ऐसा निगल लिया कि तुम बची हुई जातियों का अधिकार हो जाओ और बकवादी तुम्हारी चर्चा करते और साधारण लोग तुम्हारी निन्दा करते हैं +7335,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_004.wav,इस कारण हे इस्राएल के पहाड़ों परमेश्वर यहोवा का वचन सुनो परमेश्वर यहोवा तुम से यह कहता है अर्थात् पहाड़ों और पहाड़ियों से और नालों और तराइयों से और उजड़े हुए खण्डहरों और निर्जन नगरों से जो चारों ओर की बची हुई जातियों से लुट गए और उनके हँसने के कारण हो गए हैं +7336,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_005.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है निश्चय मैंने अपनी जलन की आग में बची हुई जातियों के और सारे एदोम के विरुद्ध में कहा है कि जिन्होंने मेरे देश को अपने मन के पूरे आनन्द और अभिमान से अपने अधिकार में किया है कि वह पराया होकर लूटा जाए +7337,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_006.wav,इस कारण इस्राएल के देश के विषय में भविष्यद्वाणी करके पहाड़ों पहाड़ियों नालों और तराइयों से कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है देखो तुम ने जातियों की निन्दा सही है इस कारण मैं अपनी बड़ी जलजलाहट से बोला हूँ +7338,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_007.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है मैंने यह शपथ खाई है कि निःसन्देह तुम्ह��रे चारों ओर जो जातियाँ हैं उनको अपनी निन्दा आप ही सहनी पड़ेगी +7339,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_008.wav,परन्तु हे इस्राएल के पहाड़ों तुम पर डालियाँ पनपेंगी और उनके फल मेरी प्रजा इस्राएल के लिये लगेंगे क्योंकि उसका लौट आना निकट है +7340,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_009.wav,देखो मैं तुम्हारे पक्ष में हूँ और तुम्हारी ओर कृपादृष्टि करूँगा और तुम जोतेबोए जाओगे +7341,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_010.wav,और मैं तुम पर बहुत मनुष्य अर्थात् इस्राएल के सारे घराने को बसाऊँगा और नगर फिर बसाए और खण्डहर फिर बनाएँ जाएँगे +7342,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_011.wav,मैं तुम पर मनुष्य और पशु दोनों को बहुत बढ़ाऊँगा और वे बढ़ेंगे और फूलेंफलेंगे और मैं तुम को प्राचीनकाल के समान बसाऊँगा और पहले से अधिक तुम्हारी भलाई करूँगा तब तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +7343,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_012.wav,मैं ऐसा करूँगा कि मनुष्य अर्थात् मेरी प्रजा इस्राएल तुम पर चलेफिरेगी और वे तुम्हारे स्वामी होंगे और तुम उनका निज भाग होंगे और वे फिर तुम्हारे कारण निर्वंश न हो जाएँगे +7344,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_013.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है जो लोग तुम से कहा करते हैं तू मनुष्यों का खानेवाला है और अपने पर बसी हुई जाति को निर्वंश कर देता है +7345,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_014.wav,इसलिए फिर तू मनुष्यों को न खाएगा और न अपने पर बसी हुई जाति को निर्वंश करेगा परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7346,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_015.wav,मैं फिर जातिजाति के लोगों से तेरी निन्दा न सुनवाऊँगा और तुझे जातिजाति की ओर से फिर निन्दा न सहनी पड़ेगी और तुझ पर बसी हुई जाति को तू फिर ठोकर न खिलाएगा परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7347,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_016.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7348,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_017.wav,हे मनुष्य के सन्तान जब इस्राएल का घराना अपने देश में रहता था तब अपनी चाल चलन और कामों के द्वारा वे उसको अशुद्ध करते थे उनकी चाल चलन मुझे ऋतुमती की अशुद्धतासी जान पड़ती थी +7349,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_018.wav,इसलिए जो हत्या उन्होंने देश में की और देश को अपनी मूरतों के द्वारा अशुद्ध किया इसके कारण मैंने उन पर अपनी जलजलाहट भड़काई +7350,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_019.wav,मैंने उन्हें जातिजाति में तितरबितर किया और वे देशदेश में बिखर गए उनके चाल चलन और कामों के अनुसार मैंने उनको दण्ड दिया +7351,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_020.wav,परन्तु जब वे उन जातियों में पहुँचे जिनमें वे पहुँचाए गए तब उन्होंने मेरे पवित्र नाम को अपवित्र ठहराया क्योंकि लोग उनके विषय में यह कहने लगे ये यहोवा की प्रजा हैं परन्तु उसके देश से निकाले गए हैं +7352,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_021.wav,परन्तु मैंने अपने पवित्र नाम की सुधि ली जिसे इस्राएल के घराने ने उन जातियों के बीच अपवित्र ठहराया था जहाँ वे गए थे +7353,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_022.wav,इस कारण तू इस्राएल के घराने से कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है हे इस्राएल के घराने मैं इसको तुम्हारे निमित्त नहीं परन्तु अपने पवित्र नाम के निमित्त करता हूँ जिसे तुम ने उन जातियों में अपवित्र ठहराया जहाँ तुम गए थे +7354,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_023.wav,मैं अपने बड़े नाम को पवित्र ठहराऊँगा जो जातियों में अपवित्र ठहराया गया जिसे तुम ने उनके बीच अपवित्र किया और जब मैं उनकी दृष्टि में तुम्हारे बीच पवित्र ठहरूँगा तब वे जातियाँ जान लेंगी कि मैं यहोवा हूँ परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7355,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_024.wav,मैं तुम को जातियों में से ले लूँगा और देशों में से इकट्ठा करूँगा और तुम को तुम्हारे निज देश में पहुँचा दूँगा +7356,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_025.wav,मैं तुम पर शुद्ध जल छिड़कूँगा और तुम शुद्ध हो जाओगे और मैं तुम को तुम्हारी सारी अशुद्धता और मूरतों से शुद्ध करूँगा +7357,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_026.wav,मैं तुम को नया मन दूँगा और तुम्हारे भीतर नई आत्मा उत्पन्न करूँगा और तुम्हारी देह में से पत्थर का हृदय निकालकर तुम को माँस का हृदय दूँगा +7358,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_027.wav,मैं अपना आत्मा तुम्हारे भीतर देकर ऐसा करूँगा कि तुम मेरी विधियों पर चलोगे और मेरे नियमों को मानकर उनके अनुसार करोगे +7359,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_028.wav,तुम उस देश में बसोगे जो मैंने तुम्हारे पितरों को दिया था और तुम मेरी प्रजा ठहरोगे और मैं तुम्हारा परमेश्वर ठहरूँगा +7360,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_029.wav,मैं तुम को तुम्हारी सारी अशुद्धता से छुड़ाऊँगा और अन्न उपजने की आज्ञा देकर उसे बढ़ाऊँगा और तुम्हारे बीच अकाल न डालूँगा +7361,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_030.wav,मैं वृक्षों के फल और खेत की उपज बढ़ाऊँगा कि जातियों में अकाल के कारण फिर तुम्हारी निन्दा न होगी +7362,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_031.wav,तब तुम अपने बुरे चाल चलन और अपने कामों को जो अच्छे नहीं थे स्मरण करके अपने अधर्म और घिनौने कामों के कारण अपने आप से घृणा करोगे +7363,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_032.wav,परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है तुम जान लो कि मैं इसको तुम्हारे निमित्त नहीं करता हे इस्राएल के घराने अपने चाल चलन के विषय में लज्जित हो और तुम्हारा मुख काला हो जाए +7364,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_033.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है जब मैं तुम को तुम्हार�� सब अधर्म के कामों से शुद्ध करूँगा तब तुम्हारे नगरों को बसाऊँगा और तुम्हारे खण्डहर फिर बनाए जाएँगे +7365,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_034.wav,तुम्हारा देश जो सब आने जानेवालों के सामने उजाड़ है वह उजाड़ होने के बदले जोता बोया जाएगा +7366,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_035.wav,और लोग कहा करेंगे यह देश जो उजाड़ था वह अदन की बारीसा हो गया और जो नगर खण्डहर और उजाड़ हो गए और ढाए गए थे वे गढ़वाले हुए और बसाए गए हैं +7367,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_036.wav,तब जो जातियाँ तुम्हारे आसपास बची रहेंगी वे जान लेंगी कि मुझ यहोवा ने ढाए हुए को फिर बनाया और उजाड़ में पेड़ रोपे हैं मुझ यहोवा ने यह कहा और ऐसा ही करूँगा +7368,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_037.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है इस्राएल के घराने में फिर मुझसे विनती की जाएगी कि मैं उनके लिये यह करूँ अर्थात् मैं उनमें मनुष्यों की गिनती भेड़बकरियों के समान बढ़ाऊँ +7369,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_036_038.wav,जैसे पवित्र समयों की भेड़बकरियाँ अर्थात् नियत पर्वों के समय यरूशलेम में की भेड़बकरियाँ अनगिनत होती हैं वैसे ही जो नगर अब खण्डहर हैं वे अनगिनत मनुष्यों के झुण्डों से भर जाएँगे तब वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7370,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_001.wav,यहोवा की शक्ति मुझ पर हुई और वह मुझ में अपना आत्मा समवाकर बाहर ले गया और मुझे तराई के बीच खड़ा कर दिया वह तराई हड्डियों से भरी हुई थी +7371,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_002.wav,तब उसने मुझे उनके चारों ओर घुमाया और तराई की तह पर बहुत ही हड्डियाँ थीं और वे बहुत सूखी थीं +7372,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_003.wav,तब उसने मुझसे पूछा हे मनुष्य के सन्तान क्या ये हड्डियाँ जी सकती हैं मैंने कहा हे परमेश्वर यहोवा तू ही जानता है +7373,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_004.wav,तब उसने मुझसे कहा इन हड्डियों से भविष्यद्वाणी करके कह हे सूखी हड्डियों यहोवा का वचन सुनो +7374,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_005.wav,परमेश्वर यहोवा तुम हड्डियों से यह कहता है देखो मैं आप तुम में साँस समवाऊँगा और तुम जी उठोगी +7375,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_006.wav,मैं तुम्हारी नसें उपजाकर माँस चढ़ाऊँगा और तुम को चमड़े से ढाँपूँगा और तुम में साँस समवाऊँगा और तुम जी जाओगी और तुम जान लोगी कि मैं यहोवा हूँ +7376,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_007.wav,इस आज्ञा के अनुसार मैं भविष्यद्वाणी करने लगा और मैं भविष्यद्वाणी कर ही रहा था कि एक आहट आई और भूकम्प हुआ और वे हड्डियाँ इकट्ठी होकर हड्डी से हड्डी जुड़ गई +7377,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_008.wav,मैं देखता रहा कि उनमें नसें उत्पन्न हुई और माँस चढ़ा और वे ऊपर चमड़े से ढँप गई परन्तु उनमें साँस कुछ न थी +7378,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_009.wav,तब उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान साँस से भविष्यद्वाणी कर और साँस से भविष्यद्वाणी करके कह हे साँस परमेश्वर यहोवा यह कहता है कि चारों दिशाओं से आकर इन घात किए हुओं में समा जा कि ये जी उठें +7379,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_010.wav,उसकी इस आज्ञा के अनुसार मैंने भविष्यद्वाणी की तब साँस उनमें आ गई और वे जीकर अपनेअपने पाँवों के बल खड़े हो गए और एक बहुत बड़ी सेना हो गई +7380,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_011.wav,फिर उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान ये हड्डियाँ इस्राएल के सारे घराने की उपमा हैं वे कहते हैं हमारी हड्डियाँ सूख गई और हमारी आशा जाती रही हम पूरी रीति से कट चूके हैं +7381,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_012.wav,इस कारण भविष्यद्वाणी करके उनसे कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है हे मेरी प्रजा के लोगों देखो मैं तुम्हारी कब्रें खोलकर तुम को उनसे निकालूँगा और इस्राएल के देश में पहुँचा दूँगा +7382,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_013.wav,इसलिए जब मैं तुम्हारी कब्रें खोलूँ और तुम को उनसे निकालूँ तब हे मेरी प्रजा के लोगों तुम जान लोगे कि मैं यहोवा हूँ +7383,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_014.wav,मैं तुम में अपना आत्मा समवाऊँगा और तुम जीओगे और तुम को तुम्हारे निज देश में बसाऊँगा तब तुम जान लोगे कि मुझ यहोवा ही ने यह कहा और किया भी है यहोवा की यही वाणी है +7384,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_015.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7385,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_016.wav,हे मनुष्य के सन्तान एक लकड़ी लेकर उस पर लिख यहूदा की और उसके संगी इस्राएलियों की तब दूसरी लकड़ी लेकर उस पर लिख यूसुफ की अर्थात् एप्रैम की और उसके संगी इस्राएलियों की लकड़ी +7386,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_017.wav,फिर उन लकड़ियों को एक दूसरी से जोड़कर एक ही कर ले कि वे तेरे हाथ में एक ही लकड़ी बन जाएँ +7387,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_018.wav,जब तेरे लोग तुझ से पूछें क्या तू हमें न बताएगा कि इनसे तेरा क्या अभिप्राय है +7388,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_019.wav,तब उनसे कहना परमेश्वर यहोवा यह कहता है देखो मैं यूसुफ की लकड़ी को जो एप्रैम के हाथ में है और इस्राएल के जो गोत्र उसके संगी हैं उनको लेकर यहूदा की लकड़ी से जोड़कर उसके साथ एक ही लकड़ी कर दूँगा और दोनों मेरे हाथ में एक ही लकड़ी बनेंगी +7389,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_020.wav,जिन लकड़ियों पर तू ऐसा लिखेगा वे उनके सामने तेरे हाथ में रहें +7390,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_021.wav,तब तू उन लोगों से कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है देखो मैं इस्राएलियों को उन जातियों में से लेकर जिनमें वे चले गए हैं चारों ओर से इकट्ठा करूँगा औ��� उनके निज देश में पहुँचाऊँगा +7391,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_022.wav,मैं उनको उस देश अर्थात् इस्राएल के पहाड़ों पर एक ही जाति कर दूँगा और उन सभी का एक ही राजा होगा और वे फिर दो न रहेंगे और न दो राज्यों में कभी बटेंगे +7392,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_023.wav,वे फिर अपनी मूरतों और घिनौने कामों या अपने किसी प्रकार के पाप के द्वारा अपने को अशुद्ध न करेंगे परन्तु मैं उनको उन सब बस्तियों से जहाँ वे पाप करते थे निकालकर शुद्ध करूँगा और वे मेरी प्रजा होंगे और मैं उनका परमेश्वर होऊँगा +7393,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_024.wav,मेरा दास दाऊद उनका राजा होगा और उन सभी का एक ही चरवाहा होगा वे मेरे नियमों पर चलेंगे और मेरी विधियों को मानकर उनके अनुसार चलेंगे +7394,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_025.wav,वे उस देश में रहेंगे जिसे मैंने अपने दास याकूब को दिया था और जिसमें तुम्हारे पुरखा रहते थे उसी में वे और उनके बेटेपोते सदा बसे रहेंगे और मेरा दास दाऊद सदा उनका प्रधान रहेगा +7395,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_026.wav,मैं उनके साथ शान्ति की वाचा बाँधूँगा वह सदा की वाचा ठहरेगी और मैं उन्हें स्थान देकर गिनती में बढ़ाऊँगा और उनके बीच अपना पवित्रस्थान सदा बनाए रखूँगा +7396,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_027.wav,मेरे निवास का तम्बू उनके ऊपर तना रहेगा और मैं उनका परमेश्वर होऊँगा और वे मेरी प्रजा होंगे +7397,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_037_028.wav,जब मेरा पवित्रस्थान उनके बीच सदा के लिये रहेगा तब सब जातियाँ जान लेंगी कि मैं यहोवा इस्राएल का पवित्र करनेवाला हूँ +7398,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_001.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +7399,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_002.wav,हे मनुष्य के सन्तान अपना मुँह मागोग देश के गोग की ओर करके जो रोश मेशेक और तूबल का प्रधान है उसके विरुद्ध भविष्यद्वाणी कर +7400,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_003.wav,और यह कह हे गोग हे रोश मेशेक और तूबल के प्रधान परमेश्वर यहोवा यह कहता है देख मैं तेरे विरुद्ध हूँ +7401,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_004.wav,मैं तुझे घुमा ले आऊँगा और तेरे जबड़ों में नकेल डालकर तुझे निकालूँगा और तेरी सारी सेना को भी अर्थात् घोड़ों और सवारों को जो सब के सब कवच पहने हुए एक बड़ी भीड़ हैं जो फरी और ढाल लिए हुए सब के सब तलवार चलानेवाले होंगे +7402,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_005.wav,और उनके संग फारस कूश और पूत को जो सब के सब ढाल लिए और टोप लगाए होंगे +7403,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_006.wav,और गोमेर और उसके सारे दलों को और उत्तर दिशा के दूरदूर देशों के तोगर्मा के घराने और उसके सारे दलों को निकालूँगा तेरे संग बहुत से देशों के लोग होंगे +7404,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_007.wav,इसलिए तू तैयार हो जा तू और जितनी भीड़ तेरे पास इकट्ठी हों तैयार रहना और तू उनका अगुआ बनना +7405,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_008.wav,बहुत दिनों के बीतने पर तेरी सुधि ली जाएगी और अन्त के वर्षों में तू उस देश में आएगा जो तलवार के वश से छूटा हुआ होगा और जिसके निवासी बहुत सी जातियों में से इकट्ठे होंगे अर्थात् तू इस्राएल के पहाड़ों पर आएगा जो निरन्तर उजाड़ रहे हैं परन्तु वे देशदेश के लोगों के वश से छुड़ाए जाकर सब के सब निडर रहेंगे +7406,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_009.wav,तू चढ़ाई करेगा और आँधी के समान आएगा और अपने सारे दलों और बहुत देशों के लोगों समेत मेघ के समान देश पर छा जाएगा +7407,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_010.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है उस दिन तेरे मन में ऐसीऐसी बातें आएँगी कि तू एक बुरी युक्ति भी निकालेगा +7408,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_011.wav,और तू कहेगा कि मैं बिन शहरपनाह के गाँवों के देश पर चढ़ाई करूँगा मैं उन लोगों के पास जाऊँगा जो चैन से निडर रहते हैं जो सब के सब बिना शहरपनाह और बिना बेड़ों और पल्लों के बसे हुए हैं +7409,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_012.wav,ताकि छीनकर तू उन्हें लूटे और अपना हाथ उन खण्डहरों पर बढ़ाए जो फिर बसाए गए और उन लोगों के विरुद्ध जाए जो जातियों में से इकट्ठे हुए थे और पृथ्वी की नाभि पर बसे हुए पशु और अन्य सम्पत्ति रखते हैं +7410,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_013.wav,शेबा और ददान के लोग और तर्शीश के व्यापारी अपने देश के सब जवान सिंहों समेत तुझ से कहेंगे क्या तू लूटने को आता है क्या तूने धन छीनने सोनाचाँदी उठाने पशु और सम्पत्ति ले जाने और बड़ी लूट अपना लेने को अपनी भीड़ इकट्ठी की है +7411,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_014.wav,इस कारण हे मनुष्य के सन्तान भविष्यद्वाणी करके गोग से कह परमेश्वर यहोवा यह कहता है जिस समय मेरी प्रजा इस्राएल निडर बसी रहेगी क्या तुझे इसका समाचार न मिलेगा +7412,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_015.wav,तू उत्तर दिशा के दूरदूर स्थानों से आएगा तू और तेरे साथ बहुत सी जातियों के लोग जो सब के सब घोड़ों पर चढ़े हुए होंगे अर्थात् एक बड़ी भीड़ और बलवन्त सेना +7413,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_016.wav,जैसे बादल भूमि पर छा जाता है वैसे ही तू मेरी प्रजा इस्राएल के देश पर ऐसे चढ़ाई करेगा इसलिए हे गोग अन्त के दिनों में ऐसा ही होगा कि मैं तुझ से अपने देश पर इसलिए चढ़ाई कराऊँगा कि जब मैं जातियों के देखते तेरे द्वारा अपने को पवित्र ठहराऊँ तब वे मुझे पहचान लेंगे +7414,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_017.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है क्या तू वही नहीं जिसकी चर्चा मैंने प्रा��ीनकाल में अपने दासों के अर्थात् इस्राएल के उन भविष्यद्वक्ताओं द्वारा की थी जो उन दिनों में वर्षों तक यह भविष्यद्वाणी करते गए कि यहोवा गोग से इस्राएलियों पर चढ़ाई कराएगा +7415,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_018.wav,जिस दिन इस्राएल के देश पर गोग चढ़ाई करेगा उसी दिन मेरी जलजलाहट मेरे मुख से प्रगट होगी परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7416,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_019.wav,मैंने जलजलाहट और क्रोध की आग में कहा कि निःसन्देह उस दिन इस्राएल के देश में बड़ा भूकम्प होगा +7417,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_020.wav,और मेरे दर्शन से समुद्र की मछलियाँ और आकाश के पक्षी मैदान के पशु और भूमि पर जितने जीवजन्तु रेंगते हैं और भूमि के ऊपर जितने मनुष्य रहते हैं सब काँप उठेंगे और पहाड़ गिराए जाएँगे और चढ़ाइयाँ नाश होंगी और सब दीवारें गिरकर मिट्टी में मिल जाएँगी +7418,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_021.wav,परमेश्वर यहोवा की यह वाणी है कि मैं उसके विरुद्ध तलवार चलाने के लिये अपने सब पहाड़ों को पुकारूँगा और हर एक की तलवार उसके भाई के विरुद्ध उठेगी +7419,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_022.wav,मैं मरी और खून के द्वारा उससे मुकद्दमा लड़ूँगा और उस पर और उसके दलों पर और उन बहुत सी जातियों पर जो उसके पास होंगी मैं बड़ी झड़ी लगाऊँगा और ओले और आग और गन्धक बरसाऊँगा +7420,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_038_023.wav,इस प्रकार मैं अपने को महान और पवित्र ठहराऊँगा और बहुत सी जातियों के सामने अपने को प्रगट करूँगा तब वे जान लेंगी कि मैं यहोवा हूँ +7421,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_001.wav,फिर हे मनुष्य के सन्तान गोग के विरुद्ध भविष्यद्वाणी करके यह कह हे गोग हे रोश मेशेक और तूबल के प्रधान परमेश्वर यहोवा यह कहता है मैं तेरे विरुद्ध हूँ +7422,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_002.wav,मैं तुझे घुमा ले आऊँगा और उत्तर दिशा के दूरदूर देशों से चढ़ा ले आऊँगा और इस्राएल के पहाड़ों पर पहुँचाऊँगा +7423,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_003.wav,वहाँ मैं तेरा धनुष तेरे बाएँ हाथ से गिराऊँगा और तेरे तीरों को तेरे दाहिनी हाथ से गिरा दूँगा +7424,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_004.wav,तू अपने सारे दलों और अपने साथ की सारी जातियों समेत इस्राएल के पहाड़ों पर मार डाला जाएगा मैं तुझे भाँतिभाँति के माँसाहारी पक्षियों और वनपशुओं का आहार कर दूँगा +7425,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_005.wav,तू खेत में गिरेगा क्योंकि मैं ही ने ऐसा कहा है परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7426,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_006.wav,मैं मागोग में और द्वीपों के निडर रहनेवालों के बीच आग लगाऊँगा और वे जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ +7427,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_007.wav,मैं अपनी प्रजा इस्राएल के बीच अपना नाम प्रगट करूँगा और अपना पवित्र नाम फिर अपवित्र न होने दूँगा तब जातिजाति के लोग भी जान लेंगे कि मैं यहोवा इस्राएल का पवित्र हूँ +7428,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_008.wav,यह घटना होनेवाली है और वह हो जाएगी परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है यह वही दिन है जिसकी चर्चा मैंने की है +7429,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_009.wav,तब इस्राएल के नगरों के रहनेवाले निकलेंगे और हथियारों में आग लगाकर जला देंगे ढाल और फरी धनुष और तीर लाठी बर्छे सब को वे सात वर्ष तक जलाते रहेंगे +7430,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_010.wav,इस कारण वे मैदान में लकड़ी न बीनेंगे न जंगल में काटेंगे क्योंकि वे हथियारों ही को जलाया करेंगे वे अपने लूटनेवाले को लूटेंगे और अपने छीननेवालों से छीनेंगे परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7431,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_011.wav,उस समय मैं गोग को इस्राएल के देश में कब्रिस्तान दूँगा वह ताल की पूर्व ओर होगा वह आने जानेवालों की तराई कहलाएगी और आने जानेवालों को वहाँ रुकना पड़ेगा वहाँ सब भीड़ समेत गोग को मिट्टी दी जाएगी और उस स्थान का नाम गोग की भीड़ की तराई पड़ेगा +7432,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_012.wav,इस्राएल का घराना उनको सात महीने तक मिट्टी देता रहेगा ताकि अपने देश को शुद्ध करे +7433,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_013.wav,देश के सब लोग मिलकर उनको मिट्टी देंगे और जिस समय मेरी महिमा होगी उस समय उनका भी नाम बड़ा होगा परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7434,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_014.wav,तब वे मनुष्यों को नियुक्त करेंगे जो निरन्तर इसी काम में लगे रहेंगे अर्थात् देश में घूमघामकर आने जानेवालों के संग होकर देश को शुद्ध करने के लिये उनको जो भूमि के ऊपर पड़े हों मिट्टी देंगे और सात महीने के बीतने तक वे ढूँढ़ ढूँढ़कर यह काम करते रहेंगे +7435,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_015.wav,देश में आने जानेवालों में से जब कोई मनुष्य की हड्डी देखे तब उसके पास एक चिन्ह खड़ा करेगा यह उस समय तक बना रहेगा जब तक मिट्टी देनेवाले उसे गोग की भीड़ की तराई में गाड़ न दें +7436,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_016.wav,वहाँ के नगर का नाम भी हमोना है इस प्रकार देश शुद्ध किया जाएगा +7437,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_017.wav,फिर हे मनुष्य के सन्तान परमेश्वर यहोवा यह कहता है भाँतिभाँति के सब पक्षियों और सब वनपशुओं को आज्ञा दे इकट्ठे होकर आओ मेरे इस बड़े यज्ञ में जो मैं तुम्हारे लिये इस्राएल के पहाड़ों पर करता हूँ हर एक दिशा से इकट्ठे हो कि तुम माँस खाओ और लहू पीओ +7438,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_018.wav,तुम शूरवीरों का माँस खाओगे और पृथ्वी के प्रधानों का लहू पीओगे और मेढ़ों मेम्नों बकरों और बैलों का भी जो सब के सब बाशान के तैयार किए हुए होंगे +7439,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_019.wav,मेरे उस भोज की चर्बी से जो मैं तुम्हारे लिये करता हूँ तुम खातेखाते अघा जाओगे और उसका लहू पीतेपीते छक जाओगे +7440,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_020.wav,तुम मेरी मेज पर घोड़ों सवारों शूरवीरों और सब प्रकार के योद्धाओं से तृप्त होंगे परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7441,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_021.wav,मैं जातिजाति के बीच अपनी महिमा प्रगट करूँगा और जातिजाति के सब लोग मेरे न्याय के काम जो मैं करूँगा और मेरा हाथ जो उन पर पड़ेगा देख लेंगे +7442,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_022.wav,उस दिन से आगे इस्राएल का घराना जान लेगा कि यहोवा हमारा परमेश्वर है +7443,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_023.wav,जातिजाति के लोग भी जान लेंगे कि इस्राएल का घराना अपने अधर्म के कारण बँधुआई में गया था क्योंकि उन्होंने मुझसे ऐसा विश्वासघात किया कि मैंने अपना मुँह उनसे मोड़ लिया और उनको उनके बैरियों के वश कर दिया और वे सब तलवार से मारे गए +7444,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_024.wav,मैंने उनकी अशुद्धता और अपराधों के अनुसार उनसे बर्ताव करके उनसे अपना मुँह मोड़ लिया था +7445,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_025.wav,इसलिए परमेश्वर यहोवा यह कहता है अब मैं याकूब को बँधुआई से लौटा लाऊँगा और इस्राएल के सारे घराने पर दया करूँगा और अपने पवित्र नाम के लिये मुझे जलन होगी +7446,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_026.wav,तब उस सारे विश्वासघात के कारण जो उन्होंने मेरे विरुद्ध किया वे लज्जित होंगे और अपने देश में निडर रहेंगे और कोई उनको न डराएगा +7447,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_027.wav,जब मैं उनको जातिजाति के बीच से लौटा लाऊँगा और उन शत्रुओं के देशों से इकट्ठा करूँगा तब बहुत जातियों की दृष्टि में उनके द्वारा पवित्र ठहरूँगा +7448,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_028.wav,तब वे जान लेंगे कि यहोवा हमारा परमेश्वर है क्योंकि मैंने उनको जातिजाति में बँधुआ करके फिर उनके निज देश में इकट्ठा किया है मैं उनमें से किसी को फिर परदेश में न छोड़ूँगा +7449,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_039_029.wav,और उनसे अपना मुँह फिर कभी न मोड़ लूँगा क्योंकि मैंने इस्राएल के घराने पर अपना आत्मा उण्डेला है परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7450,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_001.wav,हमारी बँधुआई के पच्चीसवें वर्ष अर्थात् यरूशलेम नगर के ले लिए जाने के बाद चौदहवें वर्ष के पहले महीने के दसवें दिन को यहोवा की शक्ति मुझ पर हुई और उसने मुझे वहाँ पहुँचाया +7451,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_002.wav,अपने दर्शनों में परमेश्वर ने मुझे इस्राएल के दे�� में पहुँचाया और वहाँ एक बहुत ऊँचे पहाड़ पर खड़ा किया जिस पर दक्षिण ओर मानो किसी नगर का आकार था +7452,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_003.wav,जब वह मुझे वहाँ ले गया तो मैंने क्या देखा कि पीतल का रूप धरे हुए और हाथ में सन का फीता और मापने का बाँस लिए हुए एक पुरुष फाटक में खड़ा है +7453,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_004.wav,उस पुरुष ने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान अपनी आँखों से देख और अपने कानों से सुन और जो कुछ मैं तुझे दिखाऊँगा उस सब पर ध्यान दे क्योंकि तू इसलिए यहाँ पहुँचाया गया है कि मैं तुझे ये बातें दिखाऊँ और जो कुछ तू देखे वह इस्राएल के घराने को बताए +7454,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_005.wav,और देखो भवन के बाहर चारों ओर एक दीवार थी और उस पुरुष के हाथ में मापने का बाँस था जिसकी लम्बाई ऐसे छः हाथ की थी जो साधारण हाथों से चार अंगुल भर अधिक है अतः उसने दीवार की मोटाई मापकर बाँस भर की पाई फिर उसकी ऊँचाई भी मापकर बाँस भर की पाई +7455,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_006.wav,तब वह उस फाटक के पास आया जिसका मुँह पूर्व की ओर था और उसकी सीढ़ी पर चढ़कर फाटक की दोनों डेवढ़ियों की चौड़ाई मापकर एकएक बाँस भर की पाई +7456,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_007.wav,पहरेवाली कोठरियाँ बाँस भर लम्बी और बाँस भर चौड़ी थीं और दोदो कोठरियों का अन्तर पाँच हाथ का था और फाटक की डेवढ़ी जो फाटक के ओसारे के पास भवन की ओर थी वह भी बाँस भर की थी +7457,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_008.wav,तब उसने फाटक का वह ओसारा जो भवन के सामने था मापकर बाँस भर का पाया +7458,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_009.wav,उसने फाटक का ओसारा मापकर आठ हाथ का पाया और उसके खम्भे दोदो हाथ के पाए और फाटक का ओसारा भवन के सामने था +7459,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_010.wav,पूर्वी फाटक के दोनों ओर तीनतीन पहरेवाली कोठरियाँ थीं जो सब एक ही माप की थीं और दोनों ओर के खम्भे भी एक ही माप के थे +7460,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_011.wav,फिर उसने फाटक के द्वार की चौड़ाई मापकर दस हाथ की पाई और फाटक की लम्बाई मापकर तेरह हाथ की पाई +7461,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_012.wav,दोनों ओर की पहरेवाली कोठरियों के आगे हाथ भर का स्थान था और दोनों ओर कोठरियाँ छः छः हाथ की थीं +7462,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_013.wav,फिर उसने फाटक को एक ओर की पहरेवाली कोठरी की छत से लेकर दूसरी ओर की पहरेवाली कोठरी की छत तक मापकर पच्चीस हाथ की दूरी पाई और द्वार आमनेसामने थे +7463,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_014.wav,फिर उसने साठ हाथ के खम्भे मापे और आँगन फाटक के आसपास खम्भों तक था +7464,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_015.wav,फाटक के बाहरी द्वार के आगे से लेकर उसके भीतरी ओसारे के आगे तक पचास हाथ का अन्तर था +7465,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_016.wav,पहरेवाली कोठरियों में और फाटक के भीतर चारों ओर कोठरियों के बीच के खम्भे के बीचबीच में झिलमिलीदार खिड़कियाँ थी और खम्भों के ओसारे में भी वैसी ही थी और फाटक के भीतर के चारों ओर खिड़कियाँ थीं और हर एक खम्भे पर खजूर के पेड़ खुदे हुए थे +7466,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_017.wav,तब वह मुझे बाहरी आँगन में ले गया और उस आँगन के चारों ओर कोठरियाँ थीं और एक फर्श बना हुआ था जिस पर तीस कोठरियाँ बनी थीं +7467,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_018.wav,यह फर्श अर्थात् निचला फर्श फाटकों से लगा हुआ था और उनकी लम्बाई के अनुसार था +7468,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_019.wav,फिर उसने निचले फाटक के आगे से लेकर भीतरी आँगन के बाहर के आगे तक मापकर सौ हाथ पाए वह पूर्व और उत्तर दोनों ओर ऐसा ही था +7469,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_020.wav,तब बाहरी आँगन के उत्तरमुखी फाटक की लम्बाई और चौड़ाई उसने मापी +7470,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_021.wav,उसके दोनों ओर तीनतीन पहरेवाली कोठरियाँ थीं और इसके भी खम्भों के ओसारे की माप पहले फाटक के अनुसार थी इसकी लम्बाई पचास और चौड़ाई पच्चीस हाथ की थी +7471,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_022.wav,इसकी भी खिड़कियों और खम्भों के ओसारे और खजूरों की माप पूर्वमुखी फाटक की सी थी और इस पर चढ़ने को सात सीढ़ियाँ थीं और उनके सामने इसका ओसारा था +7472,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_023.wav,भीतरी आँगन की उत्तर और पूर्व की ओर दूसरे फाटकों के सामने फाटक थे और उसने फाटकों की दूरी मापकर सौ हाथ की पाई +7473,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_024.wav,फिर वह मुझे दक्षिण की ओर ले गया और दक्षिण ओर एक फाटक था और उसने इसके खम्भे और खम्भों का ओसारा मापकर इनकी वैसी ही माप पाई +7474,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_025.wav,उन खिड़कियों के समान इसके और इसके खम्भों के ओसारों के चारों ओर भी खिड़कियाँ थीं इसकी भी लम्बाई पचास और चौड़ाई पच्चीस हाथ की थी +7475,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_026.wav,इसमें भी चढ़ने के लिये सात सीढ़ियाँ थीं और उनके सामने खम्भों का ओसारा था और उसके दोनों ओर के खम्भों पर खजूर के पेड़ खुदे हुए थे +7476,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_027.wav,दक्षिण की ओर भी भीतरी आँगन का एक फाटक था और उसने दक्षिण ओर के दोनों फाटकों की दूरी मापकर सौ हाथ की पाई +7477,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_028.wav,तब वह दक्षिणी फाटक से होकर मुझे भीतरी आँगन में ले गया और उसने दक्षिणी फाटक को मापकर वैसा ही पाया +7478,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_029.wav,अर्थात् इसकी भी पहरेवाली कोठरियाँ और खम्भे और खम्भों का ओसारा सब वैसे ही थे और इसके और इसके खम्भों के ओसारे के भी चारों ओर भी खिड़कियाँ थीं और इसकी लम्बाई पचास और चौड़ाई पच्चीस हाथ की थी +7479,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_030.wav,इसके चारों ओर के खम्भों का ओसारा भी पच्चीस हाथ लम्बा और पचास हाथ चौड़ा था +7480,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_031.wav,इसका खम्भों का ओसारा बाहरी आँगन की ओर था और इसके खम्भों पर भी खजूर के पेड़ खुदे हुए थे और इस पर चढ़ने को आठ सीढ़ियाँ थीं +7481,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_032.wav,फिर वह पुरुष मुझे पूर्व की ओर भीतरी आँगन में ले गया और उस ओर के फाटक को मापकर वैसा ही पाया +7482,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_033.wav,इसकी भी पहरेवाली कोठरियाँ और खम्भे और खम्भों का ओसारा सब वैसे ही थे और इसके और इसके खम्भों के ओसारे के चारों ओर भी खिड़कियाँ थीं इसकी लम्बाई पचास और चौड़ाई पच्चीस हाथ की थी +7483,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_034.wav,इसका ओसारा भी बाहरी आँगन की ओर था और उसके दोनों ओर के खम्भों पर खजूर के पेड़ खुदे हुए थे और इस पर भी चढ़ने को आठ सीढ़ियाँ थीं +7484,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_035.wav,फिर उस पुरुष ने मुझे उत्तरी फाटक के पास ले जाकर उसे मापा और उसकी भी माप वैसी ही पाई +7485,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_036.wav,उसके भी पहरेवाली कोठरियाँ और खम्भे और उनका ओसारा था और उसके भी चारों ओर खिड़कियाँ थीं उसकी लम्बाई पचास और चौड़ाई पच्चीस हाथ की थी +7486,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_037.wav,उसके खम्भे बाहरी आँगन की ओर थे और उन पर भी दोनों ओर खजूर के पेड़ खुदे हुए थे और उसमें चढ़ने को आठ सीढ़ियाँ थीं +7487,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_038.wav,फिर फाटकों के पास के खम्भों के निकट द्वार समेत कोठरी थी जहाँ होमबलि धोया जाता था +7488,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_039.wav,होमबलि पापबलि और दोषबलि के पशुओं के वध करने के लिये फाटक के ओसारे के पास उसके दोनों ओर दोदो मेजें थीं +7489,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_040.wav,फाटक की एक बाहरी ओर पर अर्थात् उत्तरी फाटक के द्वार की चढ़ाई पर दो मेजें थीं और उसकी दूसरी बाहरी ओर पर भी जो फाटक के ओसारे के पास थी दो मेजें थीं +7490,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_041.wav,फाटक के दोनों ओर चारचार मेजें थीं सब मिलकर आठ मेजें थीं जो बलिपशु वध करने के लिये थीं +7491,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_042.wav,फिर होमबलि के लिये तराशे हुए पत्थर की चार मेजें थीं जो डेढ़ हाथ लम्बी डेढ़ हाथ चौड़ी और हाथ भर ऊँची थीं उन पर होमबलि और मेलबलि के पशुओं को वध करने के हथियार रखे जाते थे +7492,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_043.wav,भीतर चारों ओर चार अंगुल भर की आंकड़ियाँ लगी थीं और मेजों पर चढ़ावे का माँस रखा हुआ था +7493,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_044.wav,भीतरी आँगन के उत्तरी फाटक के बाहर गानेवालों की कोठरियाँ थीं जिनके द्वार दक्षिण ओर थे और पूर्वी फाटक की ओर एक कोठरी थी जिसका द्वार उत्तर ओर था +7494,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_045.wav,उसने मुझसे कहा यह कोठरी जिसका द्वार दक्षिण की ओर है उन याजकों के लिये है जो भवन की चौकसी करते हैं +7495,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_046.wav,और जिस कोठरी का द्वार उत्तर की ओर है वह उन याजकों के लिये है जो वेदी की चौकसी करते हैं ये सादोक की सन्तान हैं और लेवियों में से यहोवा की सेवा टहल करने को केवल ये ही उसके समीप जाते हैं +7496,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_047.wav,फिर उसने आँगन को मापकर उसे चौकोर अर्थात् सौ हाथ लम्बा और सौ हाथ चौड़ा पाया और भवन के सामने वेदी थी +7497,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_048.wav,फिर वह मुझे भवन के ओसारे में ले गया और ओसारे के दोनों ओर के खम्भों को मापकर पाँचपाँच हाथ का पाया और दोनों ओर फाटक की चौड़ाई तीनतीन हाथ की थी +7498,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_040_049.wav,ओसारे की लम्बाई बीस हाथ और चौड़ाई ग्यारह हाथ की थी और उस पर चढ़ने को सीढ़ियाँ थीं और दोनों ओर के खम्भों के पास लाटें थीं +7499,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_001.wav,फिर वह पुरुष मुझे मन्दिर के पास ले गया और उसके दोनों ओर के खम्भों को मापकर छः छः हाथ चौड़े पाया यह तो तम्बू की चौड़ाई थी +7500,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_002.wav,द्वार की चौड़ाई दस हाथ की थी और द्वार की दोनों ओर की दीवारें पाँचपाँच हाथ की थीं और उसने मन्दिर की लम्बाई मापकर चालीस हाथ की और उसकी चौड़ाई बीस हाथ की पाई +7501,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_003.wav,तब उसने भीतर जाकर द्वार के खम्भों को मापा और दोदो हाथ का पाया और द्वार छः हाथ का था और द्वार की चौड़ाई सात हाथ की थी +7502,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_004.wav,तब उसने भीतर के भवन की लम्बाई और चौड़ाई मन्दिर के सामने मापकर बीसबीस हाथ की पाई और उसने मुझसे कहा यह तो परमपवित्र स्थान है +7503,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_005.wav,फिर उसने भवन की दीवार को मापकर छः हाथ की पाया और भवन के आसपास चारचार हाथ चौड़ी बाहरी कोठरियाँ थीं +7504,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_006.wav,ये बाहरी कोठरियाँ तीन मंजिला थीं और एकएक महल में तीसतीस कोठरियाँ थीं भवन के आसपास की दीवार इसलिए थी कि बाहरी कोठरियाँ उसके सहारे में हो और उसी में कोठरियों की कड़ियाँ बैठाई हुई थीं और भवन की दीवार के सहारे में न थीं +7505,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_007.wav,भवन के आसपास जो कोठरियाँ बाहर थीं उनमें से जो ऊपर थीं वे अधिक चौड़ी थीं अर्थात् भवन के आसपास जो कुछ बना था वह जैसेजैसे ऊपर की ओर चढ़ता गया वैसेवैसे चौड़ा होता गया इस रीति इस घर की चौड़ाई ऊपर की ओर बढ़ी हुई थी और लोग निचली मंजिल के बीच से ऊपरी मंजिल को चढ़ सकते थे +7506,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_008.wav,फिर मैंने भवन के आसपास ऊँची भूमि देखी और बाहरी कोठ���ियों की ऊँचाई जोड़ तक छः हाथ के बाँस की थी +7507,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_009.wav,बाहरी कोठरियों के लिये जो दीवार थी वह पाँच हाथ मोटी थी और जो स्थान खाली रह गया था वह भवन की बाहरी कोठरियों का स्थान था +7508,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_010.wav,बाहरी कोठरियों के बीचबीच भवन के आसपास बीस हाथ का अन्तर था +7509,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_011.wav,बाहरी कोठरियों के द्वार उस स्थान की ओर थे जो खाली था अर्थात् एक द्वार उत्तर की ओर और दूसरा दक्षिण की ओर था और जो स्थान रह गया उसकी चौड़ाई चारों ओर पाँचपाँच हाथ की थी +7510,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_012.wav,फिर जो भवन मन्दिर के पश्चिमी आँगन के सामने था वह सत्तर हाथ चौड़ा था और भवन के आसपास की दीवार पाँच हाथ मोटी थी और उसकी लम्बाई नब्बे हाथ की थी मन्दिर की सम्पूर्ण माप +7511,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_013.wav,तब उसने भवन की लम्बाई मापकर सौ हाथ की पाई और दीवारों समेत आँगन की भी लम्बाई मापकर सौ हाथ की पाई +7512,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_014.wav,भवन का पूर्वी सामना और उसका आँगन सौ हाथ चौड़ा था +7513,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_015.wav,फिर उसने पीछे के आँगन के सामने की दीवार की लम्बाई जिसके दोनों ओर छज्जे थे मापकर सौ हाथ की पाई और भीतरी भवन और आँगन के ओसारों को भी मापा +7514,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_016.wav,तब उसने डेवढ़ियों और झिलमिलीदार खिड़कियों और आसपास की तीनों मंजिल के छज्जों को मापा जो डेवढ़ी के सामने थे और चारों ओर उनकी तख्‍ता बन्दी हुई थी और भूमि से खिड़कियों तक और खिड़कियों के आसपास सब कहीं तख्ताबंदी हुई थी +7515,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_017.wav,फिर उसने द्वार के ऊपर का स्थान भीतरी भवन तक और उसके बाहर भी और आसपास की सारी दीवार के भीतर और बाहर भी मापा +7516,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_018.wav,उसमें करूब और खजूर के पेड़ ऐसे खुदे हुए थे कि दोदो करूबों के बीच एकएक खजूर का पेड़ था और करूबों के दोदो मुख थे +7517,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_019.wav,इस प्रकार से एकएक खजूर की एक ओर मनुष्य का मुख बनाया हुआ था और दूसरी ओर जवान सिंह का मुख बनाया हुआ था इसी रीति सारे भवन के चारों ओर बना था +7518,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_020.wav,भूमि से लेकर द्वार के ऊपर तक करूब और खजूर के पेड़ खुदे हुए थे मन्दिर की दीवार इसी भाँति बनी हुई थी +7519,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_021.wav,भवन के द्वारों के खम्भे चौकोर थे और पवित्रस्थान के सामने का रूप मन्दिर का सा था +7520,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_022.wav,वेदी काठ की बनी थी और उसकी ऊँचाई तीन हाथ और लम्बाई दो हाथ की थी और उसके कोने और उसका सारा पाट और अलंगें भी काठ की थीं और उसने मुझसे कहा यह तो यहोवा के सम्मुख की मेज है +7521,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_023.wav,मन्दिर और पवित्रस्थान के द्वारों के दोदो किवाड़ थे +7522,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_024.wav,और हर एक किवाड़ में दोदो मुड़नेवाले पल्ले थे हर एक किवाड़ के लिये दोदो पल्ले +7523,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_025.wav,जैसे मन्दिर की दीवारों में करूब और खजूर के पेड़ खुदे हुए थे वैसे ही उसके किवाड़ों में भी थे और ओसारे की बाहरी ओर लकड़ी की मोटीमोटी धरनें थीं +7524,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_041_026.wav,ओसारे के दोनों ओर झिलमिलीदार खिड़कियाँ थीं और खजूर के पेड़ खुदे थे और भवन की बाहरी कोठरियाँ और मोटीमोटी धरनें भी थीं +7525,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_001.wav,फिर वह पुरुष मुझे बाहरी आँगन में उत्तर की ओर ले गया और मुझे उन दो कोठरियों के पास लाया जो भवन के आँगन के सामने और उसके उत्तर की ओर थीं +7526,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_002.wav,सौ हाथ की दूरी पर उत्तरी द्वार था और चौड़ाई पचास हाथ की थी +7527,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_003.wav,भीतरी आँगन के बीस हाथ सामने और बाहरी आँगन के फर्श के सामने तीनों महलों में छज्जे थे +7528,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_004.wav,कोठरियों के सामने भीतर की ओर जानेवाला दस हाथ चौड़ा एक मार्ग था और हाथ भर का एक और मार्ग था और कोठरियों के द्वार उत्तर की ओर थे +7529,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_005.wav,ऊपरी कोठरियाँ छोटी थीं अर्थात् छज्जों के कारण वे निचली और बिचली कोठरियों से छोटी थीं +7530,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_006.wav,क्योंकि वे तीन मंजिला थीं और आँगनों के समान उनके खम्भे न थे इस कारण ऊपरी कोठरियाँ निचली और बिचली कोठरियों से छोटी थीं +7531,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_007.wav,जो दीवार कोठरियों के बाहर उनके पासपास थी अर्थात् कोठरियों के सामने बाहरी आँगन की ओर थी उसकी लम्बाई पचास हाथ की थी +7532,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_008.wav,क्योंकि बाहरी आँगन की कोठरियाँ पचास हाथ लम्बी थीं और मन्दिर के सामने की ओर सौ हाथ की थी +7533,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_009.wav,इन कोठरियों के नीचे पूर्व की ओर मार्ग था जहाँ लोग बाहरी आँगन से इनमें जाते थे +7534,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_010.wav,आँगन की दीवार की चौड़ाई में पूर्व की ओर अलग स्थान और भवन दोनों के सामने कोठरियाँ थीं +7535,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_011.wav,उनके सामने का मार्ग उत्तरी कोठरियों के मार्गसा था उनकी लम्बाईचौड़ाई बराबर थी और निकास और ढंग उनके द्वार के से थे +7536,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_012.wav,दक्षिणी कोठरियों के द्वारों के अनुसार मार्ग के सिरे पर द्वार था अर्थात् पूर्व की ओर की दीवार के सामने जहाँ से लोग उनमें प्रवेश करते थे +7537,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_013.wav,फिर उसने मुझसे कहा ये उत्तरी और दक्षिणी कोठरियाँ जो आँगन के सामने हैं वे ही पवित्र कोठरियाँ हैं जिनमें यहोवा के समीप जानेवाले याजक परमपवित्र वस्तुएँ खाया करेंगे वे परमपवित्र वस्तुएँ और अन्नबलि और पापबलि और दोषबलि वहीं रखेंगे क्योंकि वह स्थान पवित्र है +7538,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_014.wav,जब जब याजक लोग भीतर जाएँगे तबतब निकलने के समय वे पवित्रस्थान से बाहरी आँगन में ऐसे ही न निकलेंगे अर्थात् वे पहले अपनी सेवा टहल के वस्त्र पवित्रस्थान में रख देंगे क्योंकि ये कोठरियाँ पवित्र हैं तब वे दूसरे वस्त्र पहनकर साधारण लोगों के स्थान में जाएँगे +7539,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_015.wav,जब वह भीतरी भवन को माप चुका तब मुझे पूर्व दिशा के फाटक के मार्ग से बाहर ले जाकर बाहर का स्थान चारों ओर मापने लगा +7540,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_016.wav,उसने पूर्वी ओर को मापने के बाँस से मापकर पाँच सौ बाँस का पाया +7541,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_017.wav,तब उसने उत्तरी ओर को मापने के बाँस से मापकर पाँच सौ बाँस का पाया +7542,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_018.wav,तब उसने दक्षिणी ओर को मापने के बाँस से मापकर पाँच सौ बाँस का पाया +7543,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_019.wav,और पश्चिमी ओर को मुड़कर उसने मापने के बाँस से मापकर उसे पाँच सौ बाँस का पाया +7544,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_042_020.wav,उसने उस स्थान की चारों सीमाएँ मापी और उसके चारों ओर एक दीवार थी वह पाँच सौ बाँस लम्बी और पाँच सौ बाँस चौड़ी थी और इसलिए बनी थी कि पवित्र और सर्वसाधारण को अलगअलग करे +7545,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_001.wav,फिर वह पुरुष मुझ को उस फाटक के पास ले गया जो पूर्वमुखी था +7546,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_002.wav,तब इस्राएल के परमेश्वर का तेज पूर्व दिशा से आया और उसकी वाणी बहुत से जल की घरघराहट सी हुई और उसके तेज से पृथ्वी प्रकाशित हुई +7547,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_003.wav,यह दर्शन उस दर्शन के तुल्य था जो मैंने उसे नगर के नाश करने को आते समय देखा था और उस दर्शन के समान जो मैंने कबार नदी के तट पर देखा था और मैं मुँह के बल गिर पड़ा +7548,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_004.wav,तब यहोवा का तेज उस फाटक से होकर जो पूर्वमुखी था भवन में आ गया +7549,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_005.wav,तब परमेश्वर के आत्मा ने मुझे उठाकर भीतरी आँगन में पहुँचाया और यहोवा का तेज भवन में भरा था +7550,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_006.wav,तब मैंने एक जन का शब्द सुना जो भवन में से मुझसे बोल रहा था और वह पुरुष मेरे पास खड़ा था +7551,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_007.wav,उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान यहोवा की यह वाणी है यह तो मेरे सिंहासन का स्थान और मेरे पाँव रखने की जगह है जहाँ मैं इस्राएल के बीच सदा वास किए रहूँगा और न तो इस्राएल का घराना और न उसके राजा अपने व्यभिचार से या अपने ऊँचे स्थानों में अपने राजाओं के शवों के द्वारा मेरा पवित्र नाम फिर अशुद्ध ठहराएँगे +7552,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_008.wav,वे अपनी डेवढ़ी मेरी डेवढ़ी के पास और अपने द्वार के खम्भे मेरे द्वार के खम्भों के निकट बनाते थे और मेरे और उनके बीच केवल दीवार ही थी और उन्होंने अपने घिनौने कामों से मेरा पवित्र नाम अशुद्ध ठहराया था इसलिए मैंने कोप करके उन्हें नाश किया +7553,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_009.wav,अब वे अपना व्यभिचार और अपने राजाओं के शव मेरे सम्मुख से दूर कर दें तब मैं उनके बीच सदा वास किए रहूँगा +7554,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_010.wav,हे मनुष्य के सन्तान तू इस्राएल के घराने को इस भवन का नमूना दिखा कि वे अपने अधर्म के कामों से लज्जित होकर उस नमूने को मापें +7555,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_011.wav,यदि वे अपने सारे कामों से लज्जित हों तो उन्हें इस भवन का आकार और स्वरूप और इसके बाहर भीतर आनेजाने के मार्ग और इसके सब आकार और विधियाँ और नियम बतलाना और उनके सामने लिख रखना जिससे वे इसका सब आकार और इसकी सब विधियाँ स्मरण करके उनके अनुसार करें +7556,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_012.wav,भवन का नियम यह है कि पहाड़ की चोटी के चारों ओर का सम्पूर्ण भाग परमपवित्र है देख भवन का नियम यही है +7557,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_013.wav,ऐसे हाथ के माप से जो साधारण हाथ से चौवा भर अधिक हो वेदी की माप यह है अर्थात् उसका आधार एक हाथ का और उसकी चौड़ाई एक हाथ की और उसके चारों ओर की छोर पर की पटरी एक चौवे की और वेदी की ऊँचाई यह है +7558,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_014.wav,भूमि पर धरे हुए आधार से लेकर निचली कुर्सी तक दो हाथ की ऊँचाई रहे और उसकी चौड़ाई हाथ भर की हो और छोटी कुर्सी से लेकर बड़ी कुर्सी तक चार हाथ हों और उसकी चौड़ाई हाथ भर की हो +7559,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_015.wav,और ऊपरी भाग चार हाथ ऊँचा हो और वेदी पर जलाने के स्थान के चार सींग ऊपर की ओर निकले हों +7560,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_016.wav,वेदी पर जलाने का स्थान चौकोर अर्थात् बारह हाथ लम्बा और बारह हाथ चौड़ा हो +7561,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_017.wav,निचली कुर्सी चौदह हाथ लम्बी और चौदह हाथ चौड़ी और उसके चारों ओर की पटरी आधे हाथ की हो और उसका आधार चारों ओर हाथ भर का हो उसकी सीढ़ी उसके पूर्व ओर हो +7562,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_018.wav,फिर उसने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान परमेश्वर यहोवा यह कहता है जिस दिन होमबलि चढ़ाने और लहू छिड़कने के लिये वेदी बनाई जाए उस दिन की विधियाँ ये ठहरें +7563,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_019.wav,अर्थात् लेवीय याजक लोग जो सादोक की सन्तान हैं और मेरी सेवा टहल करने को मेरे समीप रहते हैं उन्हें तू पापबलि के लिये एक बछड़ा देना परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7564,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_020.wav,तब तू उसके लहू में से कुछ लेकर वेदी के चारों सींगों और कुर्सी के चारों कोनों और चारों ओर की पटरी पर लगाना इस प्रकार से उसके लिये प्रायश्चित करने के द्वारा उसको पवित्र करना +7565,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_021.wav,तब पापबलि के बछड़े को लेकर भवन के पवित्रस्थान के बाहर ठहराए हुए स्थान में जला देना +7566,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_022.wav,दूसरे दिन एक निर्दोष बकरा पापबलि करके चढ़ाना और जैसे बछड़े के द्वारा वेदी पवित्र की जाए वैसे ही वह इस बकरे के द्वारा भी पवित्र की जाएगी +7567,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_023.wav,जब तू उसे पवित्र कर चुके तब एक निर्दोष बछड़ा और एक निर्दोष मेढ़ा चढ़ाना +7568,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_024.wav,तू उन्हें यहोवा के सामने ले आना और याजक लोग उन पर नमक डालकर उन्हें यहोवा को होमबलि करके चढ़ाएँ +7569,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_025.wav,सात दिन तक तू प्रतिदिन पापबलि के लिये एक बकरा तैयार करना और निर्दोष बछड़ा और भेड़ों में से निर्दोष मेढ़ा भी तैयार किया जाए +7570,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_026.wav,सात दिन तक याजक लोग वेदी के लिये प्रायश्चित करके उसे शुद्ध करते रहें इसी भाँति उसका संस्कार हो +7571,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_043_027.wav,जब वे दिन समाप्त हों तब आठवें दिन के बाद से याजक लोग तुम्हारे होमबलि और मेलबलि वेदी पर चढ़ाया करें तब मैं तुम से प्रसन्न होऊँगा परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7572,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_001.wav,फिर वह पुरुष मुझे पवित्रस्थान के उस बाहरी फाटक के पास लौटा ले गया जो पूर्वमुखी है और वह बन्द था +7573,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_002.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा यह फाटक बन्द रहे और खोला न जाए कोई इससे होकर भीतर जाने न पाए क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा इससे होकर भीतर आया है इस कारण यह बन्द रहे +7574,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_003.wav,केवल प्रधान ही प्रधान होने के कारण मेरे सामने भोजन करने को वहाँ बैठेगा वह फाटक के ओसारे से होकर भीतर जाए और इसी से होकर निकले +7575,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_004.wav,फिर वह उत्तरी फाटक के पास होकर मुझे भवन के सामने ले गया तब मैंने देखा कि यहोवा का भवन यहोवा के तेज से भर गया है और मैं मुँह के बल गिर पड़ा +7576,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_005.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा हे मनुष्य के सन्तान ध्यान देकर अपनी आँखों से देख और जो कुछ मैं तुझ से अपने भवन की सब विधियों और नियमों के विषय में कहूँ वह सब अपने कानों से सुन और भवन के प्रवेश और पवित्रस्थान के सब निकासों पर ध्यान दे +7577,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_006.wav,और उन विरोधियों अर्थात् इस्राएल के घराने से कहना परमेश्वर यहोवा यह कहता है हे इस्राएल के घराने अपने सब घृणित कामों से अब हाथ उठा +7578,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_007.wav,जब तुम मेरा भोजन अर्थात् चर्बी और लहू चढ़ाते थे तब तुम बिराने लोगों को जो मन और तन दोनों के खतनारहित थे मेरे पवित्रस्थान में आने देते थे कि वे मेरा भवन अपवित्र करें और उन्होंने मेरी वाचा को तोड़ दिया जिससे तुम्हारे सब घृणित काम बढ़ गए +7579,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_008.wav,तुम ने मेरी पवित्र वस्तुओं की रक्षा न की परन्तु तुम ने अपने ही मन से अन्य लोगों को मेरे पवित्रस्थान में मेरी वस्तुओं की रक्षा करनेवाले ठहराया +7580,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_009.wav,इसलिए परमेश्वर यहोवा यह कहता है इस्राएलियों के बीच जितने अन्य लोग हों जो मन और तन दोनों के खतनारहित हैं उनमें से कोई मेरे पवित्रस्थान में न आने पाए +7581,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_010.wav,परन्तु लेवीय लोग जो उस समय मुझसे दूर हो गए थे जब इस्राएली लोग मुझे छोड़कर अपनी मूरतों के पीछे भटक गए थे वे अपने अधर्म का भार उठाएँगे +7582,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_011.wav,परन्तु वे मेरे पवित्रस्थान में टहलुए होकर भवन के फाटकों का पहरा देनेवाले और भवन के टहलुए रहें वे होमबलि और मेलबलि के पशु लोगों के लिये वध करें और उनकी सेवा टहल करने को उनके सामने खड़े हुआ करें +7583,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_012.wav,क्योंकि इस्राएल के घराने की सेवा टहल वे उनकी मूरतों के सामने करते थे और उनके ठोकर खाने और अधर्म में फँसने का कारण हो गए थे इस कारण मैंने उनके विषय में शपथ खाई है कि वे अपने अधर्म का भार उठाए परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7584,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_013.wav,वे मेरे समीप न आएँ और न मेरे लिये याजक का काम करें और न मेरी किसी पवित्र वस्तु या किसी परमपवित्र वस्तु को छूने पाएँ वे अपनी लज्जा का और जो घृणित काम उन्होंने किए उनका भी भार उठाए +7585,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_014.wav,तो भी मैं उन्हें भवन में की सौंपी हुई वस्तुओं का रक्षक ठहराऊँगा उसमें सेवा का जितना काम हो और जो कुछ उसमें करना हो उसके करनेवाले वे ही हों +7586,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_015.wav,फिर लेवीय याजक जो सादोक की सन्तान हैं और जिन्होंने उस समय मेरे पवित्रस्थान की रक्षा की जब इस्राएली मेरे पास से भटक गए थे वे मेरी सेवा टहल करने को मेरे समीप आया करें और मुझे चर्बी और लहू चढ़ाने को मेरे सम्मुख खड़े हुआ करें परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7587,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_016.wav,वे मेरे पवित्रस्थान मे�� आया करें और मेरी मेज के पास मेरी सेवा टहल करने को आएँ और मेरी वस्तुओं की रक्षा करें +7588,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_017.wav,जब वे भीतरी आँगन के फाटकों से होकर जाया करें तब सन के वस्त्र पहने हुए जाएँ और जब वे भीतरी आँगन के फाटकों में या उसके भीतर सेवा टहल करते हों तब कुछ ऊन के वस्त्र न पहनें +7589,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_018.wav,वे सिर पर सन की सुन्दर टोपियाँ पहनें और कमर में सन की जाँघिया बाँधे हों किसी ऐसे कपड़े से वे कमर न बाँधे जिससे पसीना होता है +7590,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_019.wav,जब वे बाहरी आँगन में लोगों के पास निकलें तब जो वस्त्र पहने हुए वे सेवा टहल करते थे उन्हें उतारकर और पवित्र कोठरियों में रखकर दूसरे वस्त्र पहनें जिससे लोग उनके वस्त्रों के कारण पवित्र न ठहरें +7591,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_020.wav,न तो वे सिर मुँण्ड़ाएँ और न बाल लम्बे होने दें वे केवल अपने बाल कटाएँ +7592,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_021.wav,भीतरी आँगन में जाने के समय कोई याजक दाखमधु न पीए +7593,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_022.wav,वे विधवा या छोड़ी हुई स्त्री को ब्याह न लें केवल इस्राएल के घराने के वंश में से कुँवारी या ऐसी विधवा ब्याह लें जो किसी याजक की स्त्री हुई हो +7594,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_023.wav,वे मेरी प्रजा को पवित्र अपवित्र का भेद सिखाया करें और शुद्ध अशुद्ध का अन्तर बताया करें +7595,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_024.wav,और जब कोई मुकद्दमा हो तब न्याय करने को भी वे ही बैठे और मेरे नियमों के अनुसार न्याय करें मेरे सब नियत पर्वों के विषय भी वे मेरी व्यवस्था और विधियाँ पालन करें और मेरे विश्रामदिनों को पवित्र मानें +7596,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_025.wav,वे किसी मनुष्य के शव के पास न जाएँ कि अशुद्ध हो जाएँ केवल मातापिता बेटेबेटी भाई और ऐसी बहन के शव के कारण जिसका विवाह न हुआ हो वे अपने को अशुद्ध कर सकते हैं +7597,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_026.wav,जब वे अशुद्ध हो जाएँ तब उनके लिये सात दिन गिने जाएँ और तब वे शुद्ध ठहरें +7598,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_027.wav,और जिस दिन वे पवित्रस्थान अर्थात् भीतरी आँगन में सेवा टहल करने को फिर प्रवेश करें उस दिन अपने लिये पापबलि चढ़ाएँ परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7599,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_028.wav,उनका एक ही निज भाग होगा अर्थात् उनका भाग मैं ही हूँ तुम उन्हें इस्राएल के बीच कुछ ऐसी भूमि न देना जो उनकी निज हो उनकी निज भूमि मैं ही हूँ +7600,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_029.wav,वे अन्नबलि पापबलि और दोषबलि खाया करें और इस्राएल में जो वस्तु अर्पण की जाए वह उनको मिला करे +7601,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_030.wav,और सब प्रकार की सबसे पहली उपज और सब प्रकार की उठाई हुई वस्तु जो तुम उठाकर चढ़ाओ याजकों को मिला करे और नये अन्न का पहला गूँधा हुआ आटा भी याजक को दिया करना जिससे तुम लोगों के घर में आशीष हो +7602,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_044_031.wav,जो कुछ अपने आप मरे या फाड़ा गया हो चाहे पक्षी हो या पशु उसका माँस याजक न खाए +7603,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_001.wav,जब तुम चिट्ठी डालकर देश को बाँटो तब देश में से एक भाग पवित्र जानकर यहोवा को अर्पण करना उसकी लम्बाई पच्चीस हजार बाँस की और चौड़ाई दस हजार बाँस की हो वह भाग अपने चारों ओर के सीमा तक पवित्र ठहरे +7604,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_002.wav,उसमें से पवित्रस्थान के लिये पाँच सौ बाँस लम्बी और पाँच सौ बाँस चौड़ी चौकोनी भूमि हो और उसकी चारों ओर पचासपचास हाथ चौड़ी भूमि छूटी पड़ी रहे +7605,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_003.wav,उस पवित्र भाग में तुम पच्चीस हजार बाँस लम्बी और दस हजार बाँस चौड़ी भूमि को मापना और उसी में पवित्रस्थान बनाना जो परमपवित्र ठहरे +7606,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_004.wav,जो याजक पवित्रस्थान की सेवा टहल करें और यहोवा की सेवा टहल करने को समीप आएँ वह उन्हीं के लिये हो वहाँ उनके घरों के लिये स्थान हो और पवित्रस्थान के लिये पवित्र ठहरे +7607,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_005.wav,फिर पच्चीस हजार बाँस लम्बा और दस हजार बाँस चौड़ा एक भाग भवन की सेवा टहल करनेवाले लेवियों की बीस कोठरियों के लिये हो +7608,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_006.wav,फिर नगर के लिये अर्पण किए हुए पवित्र भाग के पास तुम पाँच हजार बाँस चौड़ी और पच्चीस हजार बाँस लम्बी विशेष भूमि ठहराना वह इस्राएल के सारे घराने के लिये हो +7609,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_007.wav,प्रधान का निज भाग पवित्र अर्पण किए हुए भाग और नगर की विशेष भूमि की दोनों ओर अर्थात् दोनों की पश्चिम और पूर्व दिशाओं में दोनों भागों के सामने हों और उसकी लम्बाई पश्चिम से लेकर पूर्व तक उन दो भागों में से किसी भी एक के तुल्य हो +7610,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_008.wav,इस्राएल के देश में प्रधान की यही निज भूमि हो और मेरे ठहराए हुए प्रधान मेरी प्रजा पर फिर अंधेर न करें परन्तु इस्राएल के घराने को उसके गोत्रों के अनुसार देश मिले +7611,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_009.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है हे इस्राएल के प्रधानों बस करो उपद्रव और उत्पात को दूर करो और न्याय और धर्म के काम किया करो मेरी प्रजा के लोगों को निकाल देना छोड़ दो परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7612,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_010.wav,तुम्हारे पास सच्चा तराजू सच्चा एपा और सच्चा बत रहे +7613,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_011.wav,एपा और बत दोनों एक ही नाप के हों अर्थात् दोनों में होमेर का दसवाँ अंश समाए दोनों की नाप होमेर के हिसाब से हो +7614,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_012.wav,शेकेल बीस गेरा का हो और तुम्हारा माना बीस पच्चीस या पन्द्रह शेकेल का हो +7615,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_013.wav,तुम्हारी उठाई हुई भेंट यह हो अर्थात् गेहूँ के होमेर से एपा का छठवाँ अंश और जौ के होमेर में से एपा का छठवाँ अंश देना +7616,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_014.wav,तेल का नियत अंश कोर में से बत का दसवाँ अंश हो कोर तो दस बत अर्थात् एक होमेर के तुल्य है क्योंकि होमेर दस बत का होता है +7617,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_015.wav,इस्राएल की उत्तमउत्तम चराइयों से दोदो सौ भेड़बकरियों में से एक भेड़ या बकरी दी जाए ये सब वस्तुएँ अन्नबलि होमबलि और मेलबलि के लिये दी जाएँ जिससे उनके लिये प्रायश्चित किया जाए परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7618,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_016.wav,इस्राएल के प्रधान के लिये देश के सब लोग यह भेंट दें +7619,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_017.wav,पर्वों नये चाँद के दिनों विश्रामदिनों और इस्राएल के घराने के सब नियत समयों में होमबलि अन्नबलि और अर्घ देना प्रधान ही का काम हो इस्राएल के घराने के लिये प्रायश्चित करने को वह पापबलि अन्नबलि होमबलि और मेलबलि तैयार करे +7620,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_018.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है पहले महीने के पहले दिन को तू एक निर्दोष बछड़ा लेकर पवित्रस्थान को पवित्र करना +7621,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_019.wav,इस पापबलि के लहू में से याजक कुछ लेकर भवन के चौखट के खम्भों और वेदी की कुर्सी के चारों कोनों और भीतरी आँगन के फाटक के खम्भों पर लगाए +7622,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_020.wav,फिर महीने के सातवें दिन को सब भूल में पड़े हुओं और भोलों के लिये भी यह ही करना इसी प्रकार से भवन के लिये प्रायश्चित करना +7623,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_021.wav,पहले महीने के चौदहवें दिन को तुम्हारा फसह हुआ करे वह सात दिन का पर्व हो और उसमें अख़मीरी रोटी खाई जाए +7624,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_022.wav,उस दिन प्रधान अपने और प्रजा के सब लोगों के निमित्त एक बछड़ा पापबलि के लिये तैयार करे +7625,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_023.wav,पर्व के सातों दिन वह यहोवा के लिये होमबलि तैयार करे अर्थात् हर एक दिन सातसात निर्दोष बछड़े और सातसात निर्दोष मेढ़े और प्रतिदिन एकएक बकरा पापबलि के लिये तैयार करे +7626,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_024.wav,हर एक बछड़े और मेढ़े के साथ वह एपा भर अन्नबलि और एपा पीछे हीन भर तेल तैयार करे +7627,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_045_025.wav,सातवें महीने के पन्द्रहवें दिन से लेकर सात दिन तक अर्थात् पर्व के दिनों में वह पापबलि होमबलि अन्न��लि और तेल इसी विधि के अनुसार किया करे +7628,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_001.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है भीतरी आँगन का पूर्वमुखी फाटक कामकाज के छः दिन बन्द रहे परन्तु विश्रामदिन को खुला रहे और नये चाँद के दिन भी खुला रहे +7629,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_002.wav,प्रधान बाहर से फाटक के ओसारे के मार्ग से आकर फाटक के एक खम्भे के पास खड़ा हो जाए और याजक उसका होमबलि और मेलबलि तैयार करें और वह फाटक की डेवढ़ी पर दण्डवत् करे तब वह बाहर जाए और फाटक साँझ से पहले बन्द न किया जाए +7630,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_003.wav,लोग विश्राम और नये चाँद के दिनों में उस फाटक के द्वार में यहोवा के सामने दण्डवत् करें +7631,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_004.wav,विश्रामदिन में जो होमबलि प्रधान यहोवा के लिये चढ़ाए वह भेड़ के छः निर्दोष बच्चे और एक निर्दोष मेढ़े का हो +7632,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_005.wav,अन्नबलि यह हो अर्थात् मेढ़े के साथ एपा भर अन्न और भेड़ के बच्चों के साथ यथाशक्ति अन्न और एपा पीछे हीन भर तेल +7633,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_006.wav,नये चाँद के दिन वह एक निर्दोष बछड़ा और भेड़ के छः बच्चे और एक मेढ़ा चढ़ाए ये सब निर्दोष हों +7634,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_007.wav,बछड़े और मेढ़े दोनों के साथ वह एकएक एपा अन्नबलि तैयार करे और भेड़ के बच्चों के साथ यथाशक्ति अन्न और एपा पीछे हीन भर तेल +7635,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_008.wav,जब प्रधान भीतर जाए तब वह फाटक के ओसारे से होकर जाए और उसी मार्ग से निकल जाए +7636,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_009.wav,जब साधारण लोग नियत समयों में यहोवा के सामने दण्डवत् करने आएँ तब जो उत्तरी फाटक से होकर दण्डवत् करने को भीतर आए वह दक्षिणी फाटक से होकर निकले और जो दक्षिणी फाटक से होकर भीतर आए वह उत्तरी फाटक से होकर निकले अर्थात् जो जिस फाटक से भीतर आया हो वह उसी फाटक से न लौटे अपने सामने ही निकल जाए +7637,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_010.wav,जब वे भीतर आएँ तब प्रधान उनके बीच होकर आएँ और जब वे निकलें तब वे एक साथ निकलें +7638,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_011.wav,पर्वों और अन्य नियत समयों का अन्नबलि बछड़े पीछे एपा भर और मेढ़े पीछे एपा भर का हो और भेड़ के बच्चों के साथ यथाशक्ति अन्न और एपा पीछे हीन भर तेल +7639,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_012.wav,फिर जब प्रधान होमबलि या मेलबलि को स्वेच्छाबलि करके यहोवा के लिये तैयार करे तब पूर्वमुखी फाटक उनके लिये खोला जाए और वह अपना होमबलि या मेलबलि वैसे ही तैयार करे जैसे वह विश्रामदिन को करता है तब वह निकले और उसके निकलने के पीछे फाटक बन्द किया जाए +7640,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_013.wav,प्रतिदिन तू वर्ष भर का एक निर्दोष भेड�� का बच्चा यहोवा के होमबलि के लिये तैयार करना यह प्रति भोर को तैयार किया जाए +7641,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_014.wav,प्रति भोर को उसके साथ एक अन्नबलि तैयार करना अर्थात् एपा का छठवाँ अंश और मैदा में मिलाने के लिये हीन भर तेल की तिहाई यहोवा के लिये सदा का अन्नबलि नित्य विधि के अनुसार चढ़ाया जाए +7642,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_015.wav,भेड़ का बच्चा अन्नबलि और तेल प्रति भोर को नित्य होमबलि करके चढ़ाया जाए +7643,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_016.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है यदि प्रधान अपने किसी पुत्र को कुछ दे तो वह उसका भाग होकर उसके पोतों को भी मिले भाग के नियम के अनुसार वह उनका भी निज धन ठहरे +7644,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_017.wav,परन्तु यदि वह अपने भाग में से अपने किसी कर्मचारी को कुछ दे तो स्वतंत्रता के वर्ष तक तो वह उसका बना रहे परन्तु उसके बाद प्रधान को लौटा दिया जाए और उसका निज भाग ही उसके पुत्रों को मिले +7645,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_018.wav,प्रजा का ऐसा कोई भाग प्रधान न ले जो अंधेर से उनकी निज भूमि से छीना हो अपने पुत्रों को वह अपनी ही निज भूमि में से भाग दे ऐसा न हो कि मेरी प्रजा के लोग अपनीअपनी निज भूमि से तितरबितर हो जाएँ +7646,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_019.wav,फिर वह मुझे फाटक के एक ओर के द्वार से होकर याजकों की उत्तरमुखी पवित्र कोठरियों में ले गया वहाँ पश्चिम ओर के कोने में एक स्थान था +7647,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_020.wav,तब उसने मुझसे कहा यह वह स्थान है जिसमें याजक लोग दोषबलि और पापबलि के माँस को पकाएँ और अन्नबलि को पकाएँ ऐसा न हो कि उन्हें बाहरी आँगन में ले जाने से साधारण लोग पवित्र ठहरें +7648,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_021.wav,तब उसने मुझे बाहरी आँगन में ले जाकर उस आँगन के चारों कोनों में फिराया और आँगन के हर एक कोने में एकएक ओट बना था +7649,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_022.wav,अर्थात् आँगन के चारों कोनों में चालीस हाथ लम्बे और तीस हाथ चौड़े ओट थे चारों कोनों के ओटों की एक ही माप थी +7650,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_023.wav,भीतर चारों ओर दीवार थी और दीवारों के नीचे पकाने के चूल्हे बने हुए थे +7651,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_046_024.wav,तब उसने मुझसे कहा पकाने के घर जहाँ भवन के टहलुए लोगों के बलिदानों को पकाएँ वे ये ही हैं +7652,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_001.wav,फिर वह पुरुष मुझे भवन के द्वार पर लौटा ले गया और भवन की डेवढ़ी के नीचे से एक सोता निकलकर पूर्व की ओर बह रहा था भवन का द्वार तो पूर्वमुखी था और सोता भवन के पूर्व और वेदी के दक्षिण नीचे से निकलता था +7653,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_002.wav,तब वह मुझे उत्तर के फाटक से होकर बाहर ले गया और बाहरबाह�� से घुमाकर बाहरी अर्थात् पूर्वमुखी फाटक के पास पहुँचा दिया और दक्षिणी ओर से जल पसीजकर बह रहा था +7654,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_003.wav,जब वह पुरुष हाथ में मापने की डोरी लिए हुए पूर्व की ओर निकला तब उसने भवन से लेकर हजार हाथ तक उस सोते को मापा और मुझे जल में से चलाया और जल टखनों तक था +7655,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_004.wav,उसने फिर हजार हाथ मापकर मुझे जल में से चलाया और जल घुटनों तक था फिर और हजार हाथ मापकर मुझे जल में से चलाया और जल कमर तक था +7656,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_005.wav,तब फिर उसने एक हजार हाथ मापे और ऐसी नदी हो गई जिसके पार मैं न जा सका क्योंकि जल बढ़कर तैरने के योग्य था अर्थात् ऐसी नदी थी जिसके पार कोई न जा सकता था +7657,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_006.wav,तब उसने मुझसे पूछा हे मनुष्य के सन्तान क्या तूने यह देखा है फिर उसने मुझे नदी के किनारेकिनारे लौटाकर पहुँचा दिया +7658,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_007.wav,लौटकर मैंने क्या देखा कि नदी के दोनों तटों पर बहुत से वृक्ष हैं +7659,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_008.wav,तब उसने मुझसे कहा यह सोता पूर्वी देश की ओर बह रहा है और अराबा में उतरकर ताल की ओर बहेगा और यह भवन से निकला हुआ सीधा ताल में मिल जाएगा और उसका जल मीठा हो जाएगा +7660,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_009.wav,जहाँजहाँ यह नदी बहे वहाँवहाँ सब प्रकार के बहुत अण्डे देनेवाले जीवजन्तु जीएँगे और मछलियाँ भी बहुत हो जाएँगी क्योंकि इस सोते का जल वहाँ पहुँचा है और ताल का जल मीठा हो जाएगा और जहाँ कहीं यह नदी पहुँचेगी वहाँ सब जन्तु जीएँगे +7661,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_010.wav,ताल के तट पर मछुए खड़े रहेंगे और एनगदी से लेकर एनएगलैम तक वे जाल फैलाए जाएँगे और उन्हें महासागर की सी भाँतिभाँति की अनगिनत मछलियाँ मिलेंगी +7662,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_011.wav,परन्तु ताल के पास जो दलदल और गड्ढे हैं उनका जल मीठा न होगा वे खारे ही रहेंगे +7663,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_012.wav,नदी के दोनों किनारों पर भाँतिभाँति के खाने योग्य फलदाई वृक्ष उपजेंगे जिनके पत्ते न मुर्झाएँगे और उनका फलना भी कभी बन्द न होगा क्योंकि नदी का जल पवित्रस्थान से निकला है उनमें महीनेमहीने नयेनये फल लगेंगे उनके फल तो खाने के और पत्ते औषधि के काम आएँगे +7664,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_013.wav,परमेश्वर यहोवा यह कहता है जिस सीमा के भीतर तुम को यह देश अपने बारहों गोत्रों के अनुसार बाँटना पड़ेगा वह यह है यूसुफ को दो भाग मिलें +7665,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_014.wav,उसे तुम एक दूसरे के समान निज भाग में पाओगे क्योंकि मैंने शपथ खाई कि उसे तुम्हारे पितरों को दूँगा इसलिए यह देश ���ुम्हारा निज भाग ठहरेगा +7666,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_015.wav,देश की सीमा यह हो अर्थात् उत्तर ओर की सीमा महासागर से लेकर हेतलोन के पास से सदाद की घाटी तक पहुँचे +7667,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_016.wav,और उस सीमा के पास हमात बेरोता और सिब्रैम जो दमिश्क और हमात की सीमाओं के बीच में है और हसर्हत्तीकोन तक जो हौरान की सीमा पर है +7668,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_017.wav,यह सीमा समुद्र से लेकर दमिश्क की सीमा के पास के हसरेनोन तक पहुँचे और उसकी उत्तरी ओर हमात हो उत्तर की सीमा यही हो +7669,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_018.wav,पूर्वी सीमा जिसकी एक ओर हौरान दमिश्क और यरदन की ओर गिलाद और इस्राएल का देश हो उत्तरी सीमा से लेकर पूर्वी ताल तक उसे मापना पूर्वी सीमा तो यही हो +7670,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_019.wav,दक्षिणी सीमा तामार से लेकर मरीबाकादेश नामक सोते तक अर्थात् मिस्र के नाले तक और महासागर तक पहुँचे दक्षिणी सीमा यही हो +7671,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_020.wav,पश्चिमी सीमा दक्षिणी सीमा से लेकर हमात की घाटी के सामने तक का महासागर हो पश्चिमी सीमा यही हो +7672,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_021.wav,इस प्रकार देश को इस्राएल के गोत्रों के अनुसार आपस में बाँट लेना +7673,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_022.wav,इसको आपस में और उन परदेशियों के साथ बाँट लेना जो तुम्हारे बीच रहते हुए बालकों को जन्माएँ वे तुम्हारी दृष्टि में देशी इस्राएलियों के समान ठहरें और तुम्हारे गोत्रों के बीच अपनाअपना भाग पाएँ +7674,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_047_023.wav,जो परदेशी जिस गोत्र के देश में रहता हो उसको वहीं भाग देना परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7675,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_001.wav,गोत्रें के भाग ये हों उत्तरी सीमा से लगा हुआ हेतलोन के मार्ग के पास से हमात की घाटी तक और दमिश्क की सीमा के पास के हसरेनान से उत्तर की ओर हमात के पास तक एक भाग दान का हो और उसके पूर्वी और पश्चिमी सीमा भी हों +7676,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_002.wav,दान की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक आशेर का एक भाग हो +7677,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_003.wav,आशेर की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक नप्ताली का एक भाग हो +7678,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_004.wav,नप्ताली की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक मनश्शे का एक भाग +7679,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_005.wav,मनश्शे की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक एप्रैम का एक भाग हो +7680,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_006.wav,एप्रैम की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक रूबेन का एक भाग हो +7681,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_007.wav,और रूबेन की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक यहूदा का एक भाग हो +7682,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_008.wav,यहूदा की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक वह अर्पण किया हुआ भाग हो जिसे तुम्हें अर्पण करना होगा वह पच्चीस हजार बाँस चौड़ा और पूर्व से पश्चिम तक किसी एक गोत्र के भाग के तुल्य लम्बा हो और उसके बीच में पवित्रस्थान हो +7683,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_009.wav,जो भाग तुम्हें यहोवा को अर्पण करना होगा उसकी लम्बाई पच्चीस हजार बाँस और चौड़ाई दस हजार बाँस की हो +7684,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_010.wav,यह अर्पण किया हुआ पवित्र भाग याजकों को मिले वह उत्तर ओर पच्चीस हजार बाँस लम्बा पश्चिम ओर दस हजार बाँस चौड़ा पूर्व ओर दस हजार बाँस चौड़ा और दक्षिण ओर पच्चीस हजार बाँस लम्बा हो और उसके बीचोबीच यहोवा का पवित्रस्थान हो +7685,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_011.wav,यह विशेष पवित्र भाग सादोक की सन्तान के उन याजकों का हो जो मेरी आज्ञाओं को पालते रहें और इस्राएलियों के भटक जाने के समय लेवियों के समान न भटके थे +7686,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_012.wav,इसलिए देश के अर्पण किए हुए भाग में से यह उनके लिये अर्पण किया हुआ भाग अर्थात् परमपवित्र देश ठहरे और लेवियों की सीमा से लगा रहे +7687,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_013.wav,याजकों की सीमा से लगा हुआ लेवियों का भाग हो वह पच्चीस हजार बाँस लम्बा और दस हजार बाँस चौड़ा हो सारी लम्बाई पच्चीस हजार बाँस की और चौड़ाई दस हजार बाँस की हो +7688,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_014.wav,वे उसमें से न तो कुछ बेचें न दूसरी भूमि से बदलें और न भूमि की पहली उपज और किसी को दी जाए क्योंकि वह यहोवा के लिये पवित्र है +7689,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_015.wav,चौड़ाई के पच्चीस हजार बाँस के सामने जो पाँच हजार बचा रहेगा वह नगर और बस्ती और चराई के लिये साधारण भाग हो और नगर उसके बीच में हो +7690,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_016.wav,नगर का यह माप हो अर्थात् उत्तर दक्षिण पूर्व और पश्चिम की ओर साढ़े चारचार हजार हाथ +7691,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_017.wav,नगर के पास उत्तर दक्षिण पूर्व पश्चिम चराइयाँ हों जो ढाईढाई सौ बाँस चौड़ी हों +7692,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_018.wav,अर्पण किए हुए पवित्र भाग के पास की लम्बाई में से जो कुछ बचे अर्थात् पूर्व और पश्चिम दोनों ओर दसदस बाँस जो अर्पण किए हुए भाग के पास हो उसकी उपज नगर में परिश्रम करनेवालों के खाने के लिये हो +7693,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_019.wav,इस्राएल के सारे गोत्रों में से जो नगर में परिश्रम करें वे उसकी खेती किया करें +7694,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_020.wav,सारा अर्पण किया हुआ भाग पच्चीस हजार बाँस लम्बा और पच्चीस हजार बाँस चौड़ा हो तुम्हें चौकोर पवित्र भाग अर्पण करना होगा जिसमें नगर की विशेष भूमि हो +7695,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_021.wav,जो भाग रह जाए वह प्रधान को मिले पव���त्र अर्पण किए हुए भाग की और नगर की विशेष भूमि की दोनों ओर अर्थात् उनकी पूर्व और पश्चिम की ओर के पच्चीसपच्चीस हजार बाँस की चौड़ाई के पास जो और गोत्रों के भागों के पास रहे वह प्रधान को मिले और अर्पण किया हुआ पवित्र भाग और भवन का पवित्रस्थान उनके बीच में हो +7696,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_022.wav,जो प्रधान का भाग होगा वह लेवियों के बीच और नगरों की विशेष भूमि हो प्रधान का भाग यहूदा और बिन्यामीन की सीमा के बीच में हो +7697,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_023.wav,अन्य गोत्रों के भाग इस प्रकार हों पूर्व से पश्चिम तक बिन्यामीन का एक भाग हो +7698,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_024.wav,बिन्यामीन की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक शिमोन का एक भाग +7699,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_025.wav,शिमोन की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक इस्साकार का एक भाग +7700,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_026.wav,इस्साकार की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक जबूलून का एक भाग +7701,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_027.wav,जबूलून की सीमा से लगा हुआ पूर्व से पश्चिम तक गाद का एक भाग +7702,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_028.wav,और गाद की सीमा के पास दक्षिण ओर की सीमा तामार से लेकर मरीबाकादेश नामक सोते तक और मिस्र के नाले और महासागर तक पहुँचे +7703,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_029.wav,जो देश तुम्हें इस्राएल के गोत्रों को बाँटना होगा वह यही है और उनके भाग भी ये ही हैं परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +7704,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_030.wav,नगर के निकास ये हों अर्थात् उत्तर की ओर जिसकी लम्बाई चार हजार पाँच सौ बाँस की हो +7705,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_031.wav,उसमें तीन फाटक हों अर्थात् एक रूबेन का फाटक एक यहूदा का फाटक और एक लेवी का फाटक हो क्योंकि नगर के फाटकों के नाम इस्राएल के गोत्रों के नामों पर रखने होंगे +7706,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_032.wav,पूरब की ओर सीमा चार हजार पाँच सौ बाँस लम्बी हो और उसमें तीन फाटक हों अर्थात् एक यूसुफ का फाटक एक बिन्यामीन का फाटक और एक दान का फाटक हो +7707,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_033.wav,दक्षिण की ओर सीमा चार हजार पाँच सौ बाँस लम्बी हो और उसमें तीन फाटक हों अर्थात् एक शिमोन का फाटक एक इस्साकार का फाटक और एक जबूलून का फाटक हो +7708,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_034.wav,और पश्चिम की ओर सीमा चार हजार पाँच सौ बाँस लम्बी हो और उसमें तीन फाटक हों अर्थात् एक गाद का फाटक एक आशेर का फाटक और नप्ताली का फाटक हो +7709,data/cleaned/hindi/EZK/EZK_048_035.wav,नगर के चारों ओर का घेरा अठारह हजार बाँस का हो और उस दिन से आगे को नगर का नाम यहोवा शाम्मा रहेगा +7710,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_001.wav,यहोशू के मरने के बाद इस्राएलियों ने यहोवा से पूछा कनानियों के ���िरुद्ध लड़ने को हमारी ओर से पहले कौन चढ़ाई करेगा +7711,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_002.wav,यहोवा ने उत्तर दिया यहूदा चढ़ाई करेगा सुनो मैंने इस देश को उसके हाथ में दे दिया है +7712,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_003.wav,तब यहूदा ने अपने भाई शिमोन से कहा मेरे संग मेरे भाग में आ कि हम कनानियों से लड़ें और मैं भी तेरे भाग में जाऊँगा अतः शिमोन उसके संग चला +7713,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_004.wav,और यहूदा ने चढ़ाई की और यहोवा ने कनानियों और परिज्जियों को उसके हाथ में कर दिया तब उन्होंने बेजेक में उनमें से दस हजार पुरुष मार डाले +7714,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_005.wav,और बेजेक में अदोनीबेजेक को पाकर वे उससे लड़े और कनानियों और परिज्जियों को मार डाला +7715,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_006.wav,परन्तु अदोनीबेजेक भागा तब उन्होंने उसका पीछा करके उसे पकड़ लिया और उसके हाथ पाँव के अँगूठे काट डाले +7716,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_007.wav,तब अदोनीबेजेक ने कहा हाथ पाँव के अँगूठे काटे हुए सत्तर राजा मेरी मेज के नीचे टुकड़े बीनते थे जैसा मैंने किया था वैसा ही बदला परमेश्वर ने मुझे दिया है तब वे उसे यरूशलेम को ले गए और वहाँ वह मर गया +7717,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_008.wav,यहूदियों ने यरूशलेम से लड़कर उसे ले लिया और तलवार से उसके निवासियों को मार डाला और नगर को फूँक दिया +7718,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_009.wav,और तब यहूदी पहाड़ी देश और दक्षिण देश और नीचे के देश में रहनेवाले कनानियों से लड़ने को गए +7719,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_010.wav,और यहूदा ने उन कनानियों पर चढ़ाई की जो हेब्रोन में रहते थे हेब्रोन का नाम तो पूर्वकाल में किर्यतअर्बा था और उन्होंने शेशै अहीमन और तल्मै को मार डाला +7720,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_011.wav,वहाँ से उसने जाकर दबीर के निवासियों पर चढ़ाई की दबीर का नाम तो पूर्वकाल में किर्यत्सेपेर था +7721,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_012.wav,तब कालेब ने कहा जो किर्यत्सेपेर को मारकर ले ले उससे मैं अपनी बेटी अकसा का विवाह कर दूँगा +7722,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_013.wav,इस पर कालेब के छोटे भाई कनजी ओत्नीएल ने उसे ले लिया और उसने उससे अपनी बेटी अकसा का विवाह कर दिया +7723,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_014.wav,और जब वह ओत्नीएल के पास आई तब उसने उसको अपने पिता से कुछ भूमि माँगने को उभारा फिर वह अपने गदहे पर से उतरी तब कालेब ने उससे पूछा तू क्या चाहती है +7724,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_015.wav,वह उससे बोली मुझे आशीर्वाद दे तूने मुझे दक्षिण देश तो दिया है तो जल के सोते भी दे इस प्रकार कालेब ने उसको ऊपर और नीचे के दोनों सोते दे दिए +7725,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_016.wav,मूसा के साले एक केनी मनुष्य की सन्तान यहूदी के स���ग खजूरवाले नगर से यहूदा के जंगल में गए जो अराद के दक्षिण की ओर है और जाकर इस्राएली लोगों के साथ रहने लगे +7726,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_017.wav,फिर यहूदा ने अपने भाई शिमोन के संग जाकर सपत में रहनेवाले कनानियों को मार लिया और उस नगर का सत्यानाश कर डाला इसलिए उस नगर का नाम होर्मा पड़ा +7727,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_018.wav,और यहूदा ने चारों ओर की भूमि समेत गाज़ा अश्कलोन और एक्रोन को ले लिया +7728,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_019.wav,यहोवा यहूदा के साथ रहा इसलिए उसने पहाड़ी देश के निवासियों को निकाल दिया परन्तु तराई के निवासियों के पास लोहे के रथ थे इसलिए वह उन्हें न निकाल सका +7729,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_020.wav,और उन्होंने मूसा के कहने के अनुसार हेब्रोन कालेब को दे दिया और उसने वहाँ से अनाक के तीनों पुत्रों को निकाल दिया +7730,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_021.wav,और यरूशलेम में रहनेवाले यबूसियों को बिन्यामीनियों ने न निकाला इसलिए यबूसी आज के दिन तक यरूशलेम में बिन्यामीनियों के संग रहते हैं +7731,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_022.wav,फिर यूसुफ के घराने ने बेतेल पर चढ़ाई की और यहोवा उनके संग था +7732,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_023.wav,और यूसुफ के घराने ने बेतेल का भेद लेने को लोग भेजे और उस नगर का नाम पूर्वकाल में लूज था +7733,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_024.wav,और भेदियों ने एक मनुष्य को उस नगर से निकलते हुए देखा और उससे कहा नगर में जाने का मार्ग हमें दिखा और हम तुझ पर दया करेंगे +7734,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_025.wav,जब उसने उन्हें नगर में जाने का मार्ग दिखाया तब उन्होंने नगर को तो तलवार से मारा परन्तु उस मनुष्य को सारे घराने समेत छोड़ दिया +7735,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_026.wav,उस मनुष्य ने हित्तियों के देश में जाकर एक नगर बसाया और उसका नाम लूज रखा और आज के दिन तक उसका नाम वही है +7736,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_027.wav,मनश्शे ने अपनेअपने गाँवों समेत बेतशान तानाक दोर यिबलाम और मगिद्दो के निवासियों को न निकाला इस प्रकार कनानी उस देश में बसे ही रहे +7737,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_028.wav,परन्तु जब इस्राएली सामर्थी हुए तब उन्होंने कनानियों से बेगारी ली परन्तु उन्हें पूरी रीति से न निकाला +7738,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_029.wav,एप्रैम ने गेजेर में रहनेवाले कनानियों को न निकाला इसलिए कनानी गेजेर में उनके बीच में बसे रहे +7739,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_030.wav,जबूलून ने कित्रोन और नहलोल के निवासियों को न निकाला इसलिए कनानी उनके बीच में बसे रहे और उनके वश में हो गए +7740,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_031.wav,आशेर ने अक्को सीदोन अहलाब अकजीब हेलबा अपीक और रहोब के निवासियों को न निकाला था +7741,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_032.wav,इसलिए आशेरी लोग देश के निवासी कनानियों के बीच में बस गए क्योंकि उन्होंने उनको न निकाला था +7742,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_033.wav,नप्ताली ने बेतशेमेश और बेतनात के निवासियों को न निकाला परन्तु देश के निवासी कनानियों के बीच में बस गए तो भी बेतशेमेश और बेतनात के लोग उनके वश में हो गए +7743,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_034.wav,एमोरियों ने दानियों को पहाड़ी देश में भगा दिया और तराई में आने न दिया +7744,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_035.wav,इसलिए एमोरी हेरेस नामक पहाड़ अय्यालोन और शाल्बीम में बसे ही रहे तो भी यूसुफ का घराना यहाँ तक प्रबल हो गया कि वे उनके वश में हो गए +7745,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_001_036.wav,और एमोरियों के देश की सीमा अक्रब्बीम नामक पर्वत की चढ़ाई से आरम्भ करके ऊपर की ओर थी +7746,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_001.wav,यहोवा का दूत गिलगाल से बोकीम को जाकर कहने लगा मैंने तुम को मिस्र से ले आकर इस देश में पहुँचाया है जिसके विषय में मैंने तुम्हारे पुरखाओं से शपथ खाई थी और मैंने कहा था जो वाचा मैंने तुम से बाँधी है उसे मैं कभी न तोड़ूँगा +7747,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_002.wav,इसलिए तुम इस देश के निवासियों से वाचा न बाँधना तुम उनकी वेदियों को ढा देना परन्तु तुम ने मेरी बात नहीं मानी तुम ने ऐसा क्यों किया है +7748,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_003.wav,इसलिए मैं कहता हूँ मैं उन लोगों को तुम्हारे सामने से न निकालूँगा और वे तुम्हारे पाँजर में काँटे और उनके देवता तुम्हारे लिये फंदा ठहरेंगे +7749,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_004.wav,जब यहोवा के दूत ने सारे इस्राएलियों से ये बातें कहीं तब वे लोग चिल्ला चिल्लाकर रोने लगे +7750,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_005.wav,और उन्होंने उस स्थान का नाम बोकीम रखा और वहाँ उन्होंने यहोवा के लिये बलि चढ़ाई +7751,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_006.wav,जब यहोशू ने लोगों को विदा किया था तब इस्राएली देश को अपने अधिकार में कर लेने के लिये अपनेअपने निज भाग पर गए +7752,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_007.wav,और यहोशू के जीवन भर और उन वृद्ध लोगों के जीवन भर जो यहोशू के मरने के बाद जीवित रहे और देख चुके थे कि यहोवा ने इस्राएल के लिये कैसेकैसे बड़े काम किए हैं इस्राएली लोग यहोवा की सेवा करते रहे +7753,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_008.wav,तब यहोवा का दास नून का पुत्र यहोशू एक सौ दस वर्ष का होकर मर गया +7754,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_009.wav,और उसको तिम्नथेरेस में जो एप्रैम के पहाड़ी देश में गाश नामक पहाड़ के उत्तरी ओर है उसी के भाग में मिट्टी दी गई +7755,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_010.wav,और उस पीढ़ी के सब लोग भी अपनेअपने पितरों में मिल गए तब उसके बाद जो दूसरी पीढ़ी हुई उसके लो�� न तो यहोवा को जानते थे और न उस काम को जो उसने इस्राएल के लिये किया था +7756,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_011.wav,इसलिए इस्राएली वह करने लगे जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है और बाल नामक देवताओं की उपासना करने लगे +7757,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_012.wav,वे अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा को जो उन्हें मिस्र देश से निकाल लाया था त्याग कर पराए देवताओं की उपासना करने लगे और उन्हें दण्डवत् किया और यहोवा को रिस दिलाई +7758,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_013.wav,वे यहोवा को त्याग कर बाल देवताओं और अश्तोरेत देवियों की उपासना करने लगे +7759,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_014.wav,इसलिए यहोवा का कोप इस्राएलियों पर भड़क उठा और उसने उनको लुटेरों के हाथ में कर दिया जो उन्हें लूटने लगे और उसने उनको चारों ओर के शत्रुओं के अधीन कर दिया और वे फिर अपने शत्रुओं के सामने ठहर न सके +7760,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_015.wav,जहाँ कहीं वे बाहर जाते वहाँ यहोवा का हाथ उनकी बुराई में लगा रहता था जैसे यहोवा ने उनसे कहा था वरन् यहोवा ने शपथ खाई थी इस प्रकार वे बड़े संकट में पड़ गए +7761,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_016.wav,तो भी यहोवा उनके लिये न्यायी ठहराता था जो उन्हें लूटनेवाले के हाथ से छुड़ाते थे +7762,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_017.wav,परन्तु वे अपने न्यायियों की भी नहीं मानते थे वरन् व्यभिचारिणी के समान पराए देवताओं के पीछे चलते और उन्हें दण्डवत् करते थे उनके पूर्वज जो यहोवा की आज्ञाएँ मानते थे उनकी उस लीक को उन्होंने शीघ्र ही छोड़ दिया और उनके अनुसार न किया +7763,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_018.wav,जब जब यहोवा उनके लिये न्यायी को ठहराता तबतब वह उस न्यायी के संग रहकर उसके जीवन भर उन्हें शत्रुओं के हाथ से छुड़ाता था क्योंकि यहोवा उनका कराहना जो अंधेर और उपद्रव करनेवालों के कारण होता था सुनकर दुःखी था +7764,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_019.wav,परन्तु जब न्यायी मर जाता तब वे फिर पराए देवताओं के पीछे चलकर उनकी उपासना करते और उन्हें दण्डवत् करके अपने पुरखाओं से अधिक बिगड़ जाते थे और अपने बुरे कामों और हठीली चाल को नहीं छोड़ते थे +7765,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_020.wav,इसलिए यहोवा का कोप इस्राएल पर भड़क उठा और उसने कहा इस जाति ने उस वाचा को जो मैंने उनके पूर्वजों से बाँधी थी तोड़ दिया और मेरी बात नहीं मानी +7766,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_021.wav,इस कारण जिन जातियों को यहोशू मरते समय छोड़ गया है उनमें से मैं अब किसी को उनके सामने से न निकालूँगा +7767,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_022.wav,जिससे उनके द्वारा मैं इस्राएलियों की परीक्षा करूँ कि जैसे उनके पूर्वज मेरे मार्ग पर च��ते थे वैसे ही ये भी चलेंगे कि नहीं +7768,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_002_023.wav,इसलिए यहोवा ने उन जातियों को एकाएक न निकाला वरन् रहने दिया और उसने उन्हें यहोशू के हाथ में भी उनको न सौंपा था +7769,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_001.wav,इस्राएलियों में से जितने कनान में की लड़ाइयों में भागी न हुए थे उन्हें परखने के लिये यहोवा ने इन जातियों को देश में इसलिए रहने दिया +7770,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_002.wav,कि पीढ़ीपीढ़ी के इस्राएलियों में से जो लड़ाई को पहले न जानते थे वे सीखें और जान लें +7771,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_003.wav,अर्थात् पाँचों सरदारों समेत पलिश्तियों और सब कनानियों और सीदोनियों और बालहेर्मोन नामक पहाड़ से लेकर हमात की तराई तक लबानोन पर्वत में रहनेवाले हिब्बियों को +7772,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_004.wav,ये इसलिए रहने पाए कि इनके द्वारा इस्राएलियों की बात में परीक्षा हो कि जो आज्ञाएँ यहोवा ने मूसा के द्वारा उनके पूर्वजों को दी थीं उन्हें वे मानेंगे या नहीं +7773,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_005.wav,इसलिए इस्राएली कनानियों हित्तियों एमोरियों परिज्जियों हिब्बियों और यबूसियों के बीच में बस गए +7774,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_006.wav,तब वे उनकी बेटियाँ विवाह में लेने लगे और अपनी बेटियाँ उनके बेटों को विवाह में देने लगे और उनके देवताओं की भी उपासना करने लगे +7775,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_007.wav,इस प्रकार इस्राएलियों ने यहोवा की दृष्टि में बुरा किया और अपने परमेश्वर यहोवा को भूलकर बाल नामक देवताओं और अशेरा नामक देवियों की उपासना करने लग गए +7776,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_008.wav,तब यहोवा का क्रोध इस्राएलियों पर भड़का और उसने उनको अरम्नहरैम के राजा कूशन रिश्आतइम के अधीन कर दिया सो इस्राएली आठ वर्ष तक कूशन रिश्आतइम के अधीन में रहे +7777,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_009.wav,तब इस्राएलियों ने यहोवा की दुहाई दी और उसने इस्राएलियों के छुटकारे के लिये कालेब के छोटे भाई ओत्नीएल नामक कनजी के पुत्र को ठहराया और उसने उनको छुड़ाया +7778,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_010.wav,उसमें यहोवा का आत्मा समाया और वह इस्राएलियों का न्यायी बन गया और लड़ने को निकला और यहोवा ने अराम के राजा कूशन रिश्आतइम को उसके हाथ में कर दिया और वह कूशन रिश्आतइम पर जयवन्त हुआ +7779,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_011.wav,तब चालीस वर्ष तक देश में शान्ति बनी रही तब कनजी का पुत्र ओत्नीएल मर गया +7780,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_012.wav,तब इस्राएलियों ने फिर यहोवा की दृष्टि में बुरा किया और यहोवा ने मोआब के राजा एग्लोन को इस्राएल पर प्रबल किया क्योंकि उन्होंने यहोवा की दृष्टि में बुरा किया था +7781,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_013.wav,इसलिए उसने अम्मोनियों और अमालेकियों को अपने पास इकट्ठा किया और जाकर इस्राएल को मार लिया और खजूरवाले नगर को अपने वश में कर लिया +7782,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_014.wav,तब इस्राएली अठारह वर्ष तक मोआब के राजा एग्लोन के अधीन में रहे +7783,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_015.wav,फिर इस्राएलियों ने यहोवा की दुहाई दी और उसने गेरा के पुत्र एहूद नामक एक बिन्यामीनी को उनका छुड़ानेवाला ठहराया वह बयंहत्था था इस्राएलियों ने उसी के हाथ से मोआब के राजा एग्लोन के पास कुछ भेंट भेजी +7784,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_016.wav,एहूद ने हाथ भर लम्बी एक दोधारी तलवार बनवाई थी और उसको अपने वस्त्र के नीचे दाहिनी जाँघ पर लटका लिया +7785,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_017.wav,तब वह उस भेंट को मोआब के राजा एग्लोन के पास जो बड़ा मोटा पुरुष था ले गया +7786,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_018.wav,जब वह भेंट को दे चुका तब भेंट के लानेवाले को विदा किया +7787,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_019.wav,परन्तु वह आप गिलगाल के निकट की खुदी हुई मूरतों के पास लौट गया और एग्लोन के पास कहला भेजा हे राजा मुझे तुझ से एक भेद की बात कहनी है तब राजा ने कहा थोड़ी देर के लिये बाहर जाओ तब जितने लोग उसके पास उपस्थित थे वे सब बाहर चले गए +7788,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_020.wav,तब एहूद उसके पास गया वह तो अपनी एक हवादार अटारी में अकेला बैठा था एहूद ने कहा परमेश्वर की ओर से मुझे तुझ से एक बात कहनी है तब वह गद्दी पर से उठ खड़ा हुआ +7789,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_021.wav,इतने में एहूद ने अपना बायाँ हाथ बढ़ाकर अपनी दाहिनी जाँघ पर से तलवार खींचकर उसकी तोंद में घुसेड़ दी +7790,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_022.wav,और फल के पीछे मूठ भी पैठ गई और फल चर्बी में धंसा रहा क्योंकि उसने तलवार को उसकी तोंद में से न निकाला वरन् वह उसके आरपार निकल गई +7791,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_023.wav,तब एहूद छज्जे से निकलकर बाहर गया और अटारी के किवाड़ खींचकर उसको बन्द करके ताला लगा दिया +7792,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_024.wav,उसके निकलकर जाते ही राजा के दास आए तो क्या देखते हैं कि अटारी के किवाड़ों में ताला लगा है इस कारण वे बोले निश्चय वह हवादार कोठरी में लघुशंका करता होगा +7793,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_025.wav,वे बाट जोहतेजोहते थक गए तब यह देखकर कि वह अटारी के किवाड़ नहीं खोलता उन्होंने कुँजी लेकर किवाड़ खोले तो क्या देखा कि उनका स्वामी भूमि पर मरा पड़ा है +7794,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_026.wav,जब तक वे सोच विचार कर ही रहे थे तब तक एहूद भाग निकला और खुदी हुई मूरतों की परली ओर होकर सेइरे में जाकर शरण ली +7795,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_027.wav,वहाँ पहुँचकर उसने एप्रैम के पहाड़ी देश में नरसिंगा फूँका तब इस्राएली उसके संग होकर पहाड़ी देश से उसके पीछेपीछे नीचे गए +7796,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_028.wav,और उसने उनसे कहा मेरे पीछेपीछे चले आओ क्योंकि यहोवा ने तुम्हारे मोआबी शत्रुओं को तुम्हारे हाथ में कर दिया है तब उन्होंने उसके पीछेपीछे जा के यरदन के घाटों को जो मोआब देश की ओर हैं ले लिया और किसी को उतरने न दिया +7797,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_029.wav,उस समय उन्होंने लगभग दस हजार मोआबियों को मार डाला वे सब के सब हष्टपुष्ट और शूरवीर थे परन्तु उनमें से एक भी न बचा +7798,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_030.wav,इस प्रकार उस समय मोआब इस्राएल के हाथ के तले दब गया तब अस्सी वर्ष तक देश में शान्ति बनी रही +7799,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_003_031.wav,उसके बाद अनात का पुत्र शमगर हुआ उसने छः सौ पलिश्ती पुरुषों को बैल के पैने से मार डाला इस कारण वह भी इस्राएल का छुड़ानेवाला हुआ +7800,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_001.wav,जब एहूद मर गया तब इस्राएलियों ने फिर यहोवा की दृष्टि में बुरा किया +7801,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_002.wav,इसलिए यहोवा ने उनको हासोर में विराजनेवाले कनान के राजा याबीन के अधीन कर दिया जिसका सेनापति सीसरा था जो अन्यजातियों के हरोशेत का निवासी था +7802,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_003.wav,तब इस्राएलियों ने यहोवा की दुहाई दी क्योंकि सीसरा के पास लोहे के नौ सौ रथ थे और वह इस्राएलियों पर बीस वर्ष तक बड़ा अंधेर करता रहा +7803,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_004.wav,उस समय लप्पीदोत की स्त्री दबोरा जो नबिया थी इस्राएलियों का न्याय करती थी +7804,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_005.wav,वह एप्रैम के पहाड़ी देश में रामाह और बेतेल के बीच में दबोरा के खजूर के तले बैठा करती थी और इस्राएली उसके पास न्याय के लिये जाया करते थे +7805,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_006.wav,उसने अबीनोअम के पुत्र बाराक को केदेश नप्ताली में से बुलाकर कहा क्या इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने यह आज्ञा नहीं दी कि तू जाकर ताबोर पहाड़ पर चढ़ और नप्तालियों और जबूलूनियों में के दस हजार पुरुषों को संग ले जा +7806,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_007.wav,तब मैं याबीन के सेनापति सीसरा को रथों और भीड़भाड़ समेत कीशोन नदी तक तेरी ओर खींच ले आऊँगा और उसको तेरे हाथ में कर दूँगा +7807,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_008.wav,बाराक ने उससे कहा यदि तू मेरे संग चलेगी तो मैं जाऊँगा नहीं तो न जाऊँगा +7808,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_009.wav,उसने कहा निःसन्देह मैं तेरे संग चलूँगी तो भी इस यात्रा से तेरी कुछ बढ़ाई न होगी क्योंकि यहोवा सीसरा को एक स्त्री के अधीन कर देगा तब दबोरा उठकर बाराक के संग केदेश को गई +7809,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_010.wav,तब बाराक ने जबूलून और नप्ताली के लोगों को केदेश में बुलवा लिया और उसके पीछे दस हजार पुरुष चढ़ गए और दबोरा उसके संग चढ़ गई +7810,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_011.wav,हेबेर नामक केनी ने उन केनियों में से जो मूसा के साले होबाब के वंश के थे अपने को अलग करके केदेश के पास के सानन्नीम के बांज वृक्ष तक जाकर अपना डेरा वहीं डाला था +7811,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_012.wav,जब सीसरा को यह समाचार मिला कि अबीनोअम का पुत्र बाराक ताबोर पहाड़ पर चढ़ गया है +7812,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_013.wav,तब सीसरा ने अपने सब रथ जो लोहे के नौ सौ रथ थे और अपने संग की सारी सेना को अन्यजातियों के हरोशेत से कीशोन नदी पर बुलवाया +7813,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_014.wav,तब दबोरा ने बाराक से कहा उठ क्योंकि आज वह दिन है जिसमें यहोवा सीसरा को तेरे हाथ में कर देगा क्या यहोवा तेरे आगे नहीं निकला है इस पर बाराक और उसके पीछेपीछे दस हजार पुरुष ताबोर पहाड़ से उतर पड़े +7814,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_015.wav,तब यहोवा ने सारे रथों वरन् सारी सेना समेत सीसरा को तलवार से बाराक के सामने घबरा दिया और सीसरा रथ पर से उतरकर पाँवपाँव भाग चला +7815,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_016.wav,और बाराक ने अन्यजातियों के हरोशेत तक रथों और सेना का पीछा किया और तलवार से सीसरा की सारी सेना नष्ट की गई और एक भी मनुष्य न बचा +7816,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_017.wav,परन्तु सीसरा पाँवपाँव हेबेर केनी की स्त्री याएल के डेरे को भाग गया क्योंकि हासोर के राजा याबीन और हेबेर केनी में मेल था +7817,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_018.wav,तब याएल सीसरा की भेंट के लिये निकलकर उससे कहने लगी हे मेरे प्रभु आ मेरे पास आ और न डर तब वह उसके पास डेरे में गया और उसने उसके ऊपर कम्बल डाल दिया +7818,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_019.wav,तब सीसरा ने उससे कहा मुझे प्यास लगी है मुझे थोड़ा पानी पिला तब उसने दूध की कुप्पी खोलकर उसे दूध पिलाया और उसको ओढ़ा दिया +7819,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_020.wav,तब उसने उससे कहा डेरे के द्वार पर खड़ी रह और यदि कोई आकर तुझ से पूछे यहाँ कोई पुरुष है तब कहना कोई भी नहीं +7820,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_021.wav,इसके बाद हेबेर की स्त्री याएल ने डेरे की एक खूँटी ली और अपने हाथ में एक हथौड़ा भी लिया और दबे पाँव उसके पास जाकर खूँटी को उसकी कनपटी में ऐसा ठोक दिया कि खूँटी पार होकर भूमि में धँस गई वह तो थका था ही इसलिए गहरी नींद में सो रहा था अतः वह मर गया +7821,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_022.wav,जब बाराक सीसरा का पीछा करता हुआ आया तब याएल उससे भेंट करने के लिये निकली और कहा इधर आ जिसका तू खोजी है उसको मै��� तुझे दिखाऊँगी तब उसने उसके साथ जाकर क्या देखा कि सीसरा मरा पड़ा है और वह खूँटी उसकी कनपटी में गड़ी है +7822,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_023.wav,इस प्रकार परमेश्वर ने उस दिन कनान के राजा याबीन को इस्राएलियों के सामने नीचा दिखाया +7823,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_004_024.wav,और इस्राएली कनान के राजा याबीन पर प्रबल होते गए यहाँ तक कि उन्होंने कनान के राजा याबीन को नष्ट कर डाला +7824,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_001.wav,उसी दिन दबोरा और अबीनोअम के पुत्र बाराक ने यह गीत गाया +7825,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_002.wav,इस्राएल के अगुओं ने जो अगुआई की और प्रजा जो अपनी ही इच्छा से भरती हुई इसके लिये यहोवा को धन्य कहो +7826,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_003.wav,हे राजाओं सुनो हे अधिपतियों कान लगाओ मैं आप यहोवा के लिये गीत गाऊँगी इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का मैं भजन करूँगी +7827,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_004.wav,हे यहोवा जब तू सेईर से निकल चला जब तूने एदोम के देश से प्रस्थान किया तब पृथ्वी डोल उठी और आकाश टूट पड़ा बादल से भी जल बरसने लगा +7828,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_005.wav,यहोवा के प्रताप से पहाड़ इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के प्रताप से वह सीनै पिघलकर बहने लगा +7829,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_006.wav,अनात के पुत्र शमगर के दिनों में और याएल के दिनों में सड़कें सूनी पड़ी थीं और बटोही पगडण्डियों से चलते थे +7830,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_007.wav,जब तक मैं दबोरा न उठी जब तक मैं इस्राएल में माता होकर न उठी तब तक गाँव सूने पड़े थे +7831,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_008.wav,नयेनये देवता माने गए उस समय फाटकों में लड़ाई होती थी क्या चालीस हजार इस्राएलियों में भी ढाल या बर्छी कहीं देखने में आती थी +7832,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_009.wav,मेरा मन इस्राएल के हाकिमों की ओर लगा है जो प्रजा के बीच में अपनी ही इच्छा से भरती हुए यहोवा को धन्य कहो +7833,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_010.wav,हे उजली गदहियों पर चढ़ने‍वालों हे फर्शों पर विराजनेवालो हे मार्ग पर पैदल चलनेवालों ध्यान रखो +7834,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_011.wav,पनघटों के आसपास धनुर्धारियों की बात के कारण वहाँ वे यहोवा के धर्ममय कामों का इस्राएल के लिये उसके धर्ममय कामों का वर्णन करेंगे उस समय यहोवा की प्रजा के लोग फाटकों के पास गए +7835,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_012.wav,जाग जाग हे दबोरा जाग जाग गीत सुना हे बाराक उठ हे अबीनोअम के पुत्र अपने बन्दियों को बँधुआई में ले चल +7836,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_013.wav,उस समय थोड़े से रईस प्रजा समेत उतर पड़े यहोवा शूरवीरों के विरुद्ध मेरे हित में उतर आया +7837,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_014.wav,एप्रैम में से वे आए जिसकी जड़ अमालेक में है हे बिन्यामीन तेरे प��छे तेरे दलों में माकीर में से हाकिम और जबूलून में से सेनापति का दण्ड लिए हुए उतरे +7838,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_015.wav,और इस्साकार के हाकिम दबोरा के संग हुए जैसा इस्साकार वैसा ही बाराक भी था उसके पीछे लगे हुए वे तराई में झपटकर गए रूबेन की नदियों के पास बड़ेबड़े काम मन में ठाने गए +7839,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_016.wav,तू चरवाहों का सीटी बजाना सुनने को भेड़शालाओं के बीच क्यों बैठा रहा रूबेन की नदियों के पास बड़ेबड़े काम सोचे गए +7840,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_017.wav,गिलाद यरदन पार रह गया और दान क्यों जहाजों में रह गया आशेर समुद्र तट पर बैठा रहा और उसकी खाड़ियों के पास रह गया +7841,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_018.wav,जबूलून अपने प्राण पर खेलनेवाले लोग ठहरे नप्ताली भी देश के ऊँचेऊँचे स्थानों पर वैसा ही ठहरा +7842,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_019.wav,राजा आकर लड़े उस समय कनान के राजा मगिद्दो के सोतों के पास तानाक में लड़े पर रुपयों का कुछ लाभ न पाया +7843,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_020.wav,आकाश की ओर से भी लड़ाई हुई वरन् तारों ने अपनेअपने मण्डल से सीसरा से लड़ाई की +7844,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_021.wav,कीशोन नदी ने उनको बहा दिया अर्थात् वही प्राचीन नदी जो कीशोन नदी है हे मन हियाव बाँधे आगे बढ़ +7845,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_022.wav,उस समय घोड़े के खुरों से टाप का शब्द होने लगा उनके बलिष्ठ घोड़ों के कूदने से यह हुआ +7846,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_023.wav,यहोवा का दूत कहता है कि मेरोज को श्राप दो उसके निवासियों को भारी श्राप दो क्योंकि वे यहोवा की सहायता करने को शूरवीरों के विरुद्ध यहोवा की सहायता करने को न आए +7847,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_024.wav,सब स्त्रियों में से केनी हेबेर की स्त्री याएल धन्य ठहरेगी डेरों में रहनेवाली सब स्त्रियों में से वह धन्य ठहरेगी +7848,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_025.wav,सीसरा ने पानी माँगा उसने दूध दिया रईसों के योग्य बर्तन में वह मक्खन ले आई +7849,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_026.wav,उसने अपना हाथ खूँटी की ओर अपना दाहिना हाथ बढ़ई के हथौड़े की ओर बढ़ाया और हथौड़े से सीसरा को मारा उसके सिर को फोड़ डाला और उसकी कनपटी को आरपार छेद दिया +7850,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_027.wav,उस स्त्री के पाँवों पर वह झुका वह गिरा वह पड़ा रहा उस स्त्री के पाँवों पर वह झुका वह गिरा जहाँ झुका वहीं मरा पड़ा रहा +7851,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_028.wav,खिड़की में से एक स्त्री झाँककर चिल्लाई सीसरा की माता ने झिलमिली की ओट से पुकारा उसके रथ के आने में इतनी देर क्यों लगी उसके रथों के पहियों को देर क्यों हुई है +7852,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_029.wav,उसकी बुद्धिमान प्रतिष्ठित स्त्रियों ने ��से उत्तर दिया वरन् उसने अपने आपको इस प्रकार उत्तर दिया +7853,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_030.wav,क्या उन्होंने लूट पाकर बाँट नहीं ली क्या एकएक पुरुष को एकएक वरन् दोदो कुँवारियाँ और सीसरा को रंगीले वस्त्र की लूट वरन् बूटे काढ़े हुए रंगीले वस्त्र की लूट और लूटे हुओं के गले में दोनों ओर बूटे काढ़े हुए रंगीले वस्त्र नहीं मिले +7854,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_005_031.wav,हे यहोवा तेरे सब शत्रु ऐसे ही नाश हो जाएँ परन्तु उसके प्रेमी लोग प्रताप के साथ उदय होते हुए सूर्य के समान तेजोमय हों फिर देश में चालीस वर्ष तक शान्ति रही +7855,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_001.wav,तब इस्राएलियों ने यहोवा की दृष्टि में बुरा किया इसलिए यहोवा ने उन्हें मिद्यानियों के वश में सात वर्ष कर रखा +7856,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_002.wav,और मिद्यानी इस्राएलियों पर प्रबल हो गए मिद्यानियों के डर के मारे इस्राएलियों ने पहाड़ों के गहरे खड्डों और गुफाओं और किलों को अपने निवास बना लिए +7857,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_003.wav,और जब जब इस्राएली बीज बोते तबतब मिद्यानी और अमालेकी और पूर्वी लोग उनके विरुद्ध चढ़ाई करके +7858,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_004.wav,गाज़ा तक छावनी डाल डालकर भूमि की उपज नाश कर डालते थे और इस्राएलियों के लिये न तो कुछ भोजनवस्तु और न भेड़बकरी और न गायबैल और न गदहा छोड़ते थे +7859,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_005.wav,क्योंकि वे अपने पशुओं और डेरों को लिए हुए चढ़ाई करते और टिड्डियों के दल के समान बहुत आते थे और उनके ऊँट भी अनगिनत होते थे और वे देश को उजाड़ने के लिये उसमें आया करते थे +7860,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_006.wav,और मिद्यानियों के कारण इस्राएली बड़ी दुर्दशा में पड़ गए तब इस्राएलियों ने यहोवा की दुहाई दी +7861,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_007.wav,जब इस्राएलियों ने मिद्यानियों के कारण यहोवा की दुहाई दी +7862,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_008.wav,तब यहोवा ने इस्राएलियों के पास एक नबी को भेजा जिसने उनसे कहा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है मैं तुम को मिस्र में से ले आया और दासत्व के घर से निकाल ले आया +7863,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_009.wav,और मैंने तुम को मिस्रियों के हाथ से वरन् जितने तुम पर अंधेर करते थे उन सभी के हाथ से छुड़ाया और उनको तुम्हारे सामने से बरबस निकालकर उनका देश तुम्हें दे दिया +7864,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_010.wav,और मैंने तुम से कहा मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ एमोरी लोग जिनके देश में तुम रहते हो उनके देवताओं का भय न मानना परन्तु तुम ने मेरा कहना नहीं माना +7865,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_011.wav,फिर यहोवा का दूत आकर उस बांज वृक्ष के तले बैठ गय�� जो ओप्रा में अबीएजेरी योआश का था और उसका पुत्र गिदोन एक दाखरस के कुण्ड में गेहूँ इसलिए झाड़ रहा था कि उसे मिद्यानियों से छिपा रखे +7866,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_012.wav,उसको यहोवा के दूत ने दर्शन देकर कहा हे शूरवीर सूरमा यहोवा तेरे संग है +7867,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_013.wav,गिदोन ने उससे कहा हे मेरे प्रभु विनती सुन यदि यहोवा हमारे संग होता तो हम पर यह सब विपत्ति क्यों पड़ती और जितने आश्चर्यकर्मों का वर्णन हमारे पुरखा यह कहकर करते थे क्या यहोवा हमको मिस्र से छुड़ा नहीं लाया वे कहाँ रहे अब तो यहोवा ने हमको त्याग दिया और मिद्यानियों के हाथ कर दिया है +7868,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_014.wav,तब यहोवा ने उस पर दृष्टि करके कहा अपनी इसी शक्ति पर जा और तू इस्राएलियों को मिद्यानियों के हाथ से छुड़ाएगा क्या मैंने तुझे नहीं भेजा +7869,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_015.wav,उसने कहा हे मेरे प्रभु विनती सुन मैं इस्राएल को कैसे छुड़ाऊँ देख मेरा कुल मनश्शे में सबसे कंगाल है फिर मैं अपने पिता के घराने में सबसे छोटा हूँ +7870,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_016.wav,यहोवा ने उससे कहा निश्चय मैं तेरे संग रहूँगा सो तू मिद्यानियों को ऐसा मार लेगा जैसा एक मनुष्य को +7871,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_017.wav,गिदोन ने उससे कहा यदि तेरा अनुग्रह मुझ पर हो तो मुझे इसका कोई चिन्ह दिखा कि तू ही मुझसे बातें कर रहा है +7872,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_018.wav,जब तक मैं तेरे पास फिर आकर अपनी भेंट निकालकर तेरे सामने न रखूँ तब तक तू यहाँ से न जा उसने कहा मैं तेरे लौटने तक ठहरा रहूँगा +7873,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_019.wav,तब गिदोन ने जाकर बकरी का एक बच्चा और एक एपा मैदे की अख़मीरी रोटियाँ तैयार कीं तब माँस को टोकरी में और रसा को तसले में रखकर बांज वृक्ष के तले उसके पास ले जाकर दिया +7874,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_020.wav,परमेश्वर के दूत ने उससे कहा माँस और अख़मीरी रोटियों को लेकर इस चट्टान पर रख दे और रसा को उण्डेल दे उसने ऐसा ही किया +7875,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_021.wav,तब यहोवा के दूत ने अपने हाथ की लाठी को बढ़ाकर माँस और अख़मीरी रोटियों को छुआ और चट्टान से आग निकली जिससे माँस और अख़मीरी रोटियाँ भस्म हो गईं तब यहोवा का दूत उसकी दृष्टि से ओझल हो गया +7876,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_022.wav,जब गिदोन ने जान लिया कि वह यहोवा का दूत था तब गिदोन कहने लगा हाय प्रभु यहोवा मैंने तो यहोवा के दूत को साक्षात् देखा है +7877,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_023.wav,यहोवा ने उससे कहा तुझे शान्ति मिले मत डर तू न मरेगा +7878,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_024.wav,तब गिदोन ने वहाँ यहोवा की एक वेदी बनाकर उसका नाम यह���वा शालोम रखा वह आज के दिन तक अबीएजेरियों के ओप्रा में बनी है +7879,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_025.wav,फिर उसी रात को यहोवा ने गिदोन से कहा अपने पिता का जवान बैल अर्थात् दूसरा सात वर्ष का बैल ले और बाल की जो वेदी तेरे पिता की है उसे गिरा दे और जो अशेरा देवी उसके पास है उसे काट डाल +7880,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_026.wav,और उस दृढ़ स्थान की चोटी पर ठहराई हुई रीति से अपने परमेश्वर यहोवा की एक वेदी बना तब उस दूसरे बैल को ले और उस अशेरा की लकड़ी जो तू काट डालेगा जलाकर होमबलि चढ़ा +7881,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_027.wav,तब गिदोन ने अपने संग दस दासों को लेकर यहोवा के वचन के अनुसार किया परन्तु अपने पिता के घराने और नगर के लोगों के डर के मारे वह काम दिन को न कर सका इसलिए रात में किया +7882,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_028.wav,नगर के लोग सवेरे उठकर क्या देखते हैं कि बाल की वेदी गिरी पड़ी है और उसके पास की अशेरा कटी पड़ी है और दूसरा बैल बनाई हुई वेदी पर चढ़ाया हुआ है +7883,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_029.wav,तब वे आपस में कहने लगे यह काम किसने किया और पूछपाछ और ढूँढ़ढाँढ़ करके वे कहने लगे यह योआश के पुत्र गिदोन का काम है +7884,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_030.wav,तब नगर के मनुष्यों ने योआश से कहा अपने पुत्र को बाहर ले आ कि मार डाला जाए क्योंकि उसने बाल की वेदी को गिरा दिया है और उसके पास की अशेरा को भी काट डाला है +7885,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_031.wav,योआश ने उन सभी से जो उसके सामने खड़े हुए थे कहा क्या तुम बाल के लिये वाद विवाद करोगे क्या तुम उसे बचाओगे जो कोई उसके लिये वाद विवाद करे वह मार डाला जाएगा सवेरे तक ठहरे रहो तब तक यदि वह परमेश्वर हो तो जिसने उसकी वेदी गिराई है उससे वह आप ही अपना वाद विवाद करे +7886,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_032.wav,इसलिए उस दिन गिदोन का नाम यह कहकर यरूब्बाल रखा गया कि इसने जो बाल की वेदी गिराई है तो इस पर बाल आप वाद विवाद कर ले +7887,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_033.wav,इसके बाद सब मिद्यानी और अमालेकी और पूर्वी इकट्ठे हुए और पार आकर यिज्रेल की तराई में डेरे डाले +7888,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_034.wav,तब यहोवा का आत्मा गिदोन में समाया और उसने नरसिंगा फूँका तब अबीएजेरी उसकी सुनने के लिये इकट्ठे हुए +7889,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_035.wav,फिर उसने समस्त मनश्शे के पास अपने दूत भेजे और वे भी उसके समीप इकट्ठे हुए और उसने आशेर जबूलून और नप्ताली के पास भी दूत भेजे तब वे भी उससे मिलने को चले आए +7890,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_036.wav,तब गिदोन ने परमेश्वर से कहा यदि तू अपने वचन के अनुसार इस्राएल को मेरे द्वारा छुड़ाएगा +7891,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_037.wav,तो ���ुन मैं एक भेड़ी की ऊन खलिहान में रखूँगा और यदि ओस केवल उस ऊन पर पड़े और उसे छोड़ सारी भूमि सूखी रह जाए तो मैं जान लूँगा कि तू अपने वचन के अनुसार इस्राएल को मेरे द्वारा छुड़ाएगा +7892,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_038.wav,और ऐसा ही हुआ इसलिए जब उसने सवेरे उठकर उस ऊन को दबाकर उसमें से ओस निचोड़ी तब एक कटोरा भर गया +7893,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_039.wav,फिर गिदोन ने परमेश्वर से कहा यदि मैं एक बार फिर कहूँ तो तेरा क्रोध मुझ पर न भड़के मैं इस ऊन से एक बार और भी तेरी परीक्षा करूँ अर्थात् केवल ऊन ही सूखी रहे और सारी भूमि पर ओस पड़े +7894,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_006_040.wav,उस रात को परमेश्वर ने ऐसा ही किया अर्थात् केवल ऊन ही सूखी रह गई और सारी भूमि पर ओस पड़ी +7895,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_001.wav,तब गिदोन जो यरूब्बाल भी कहलाता है और सब लोग जो उसके संग थे सवेरे उठे और हरोद नामक सोते के पास अपने डेरे खड़े किए और मिद्यानियों की छावनी उनके उत्तरी ओर मोरे नामक पहाड़ी के पास तराई में पड़ी थी +7896,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_002.wav,तब यहोवा ने गिदोन से कहा जो लोग तेरे संग हैं वे इतने हैं कि मैं मिद्यानियों को उनके हाथ नहीं कर सकता नहीं तो इस्राएल यह कहकर मेरे विरुद्ध अपनी बड़ाई मारने लगेंगे कि हम अपने ही भुजबल के द्वारा बचे हैं +7897,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_003.wav,इसलिए तू जाकर लोगों में यह प्रचार करके सुना दे जो कोई डर के मारे थरथराता हो वह गिलाद पहाड़ से लौटकर चला जाए तब बाईस हजार लोग लौट गए और केवल दस हजार रह गए +7898,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_004.wav,फिर यहोवा ने गिदोन से कहा अब भी लोग अधिक हैं उन्हें सोते के पास नीचे ले चल वहाँ मैं उन्हें तेरे लिये परखूँगा और जिस जिसके विषय में मैं तुझ से कहूँ यह तेरे संग चले वह तो तेरे संग चले और जिस जिसके विषय में मैं कहूँ यह तेरे संग न जाए वह न जाए +7899,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_005.wav,तब वह उनको सोते के पास नीचे ले गया वहाँ यहोवा ने गिदोन से कहा जितने कुत्ते की समान जीभ से पानी चपड़चपड़ करके पीएँ उनको अलग रख और वैसा ही उन्हें भी जो घुटने टेककर पीएँ +7900,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_006.wav,जिन्होंने मुँह में हाथ लगाकर चपड़चपड़ करके पानी पिया उनकी तो गिनती तीन सौ ठहरी और बाकी सब लोगों ने घुटने टेककर पानी पिया +7901,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_007.wav,तब यहोवा ने गिदोन से कहा इन तीन सौ चपड़चपड़ करके पीनेवालों के द्वारा मैं तुम को छुड़ाऊँगा और मिद्यानियों को तेरे हाथ में कर दूँगा और अन्य लोग अपनेअपने स्थान को लौट जाए +7902,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_008.wav,तब उन तीन सौ लोगों ने अपने साथ भ��जन सामग्री ली और अपनेअपने नरसिंगे लिए और उसने इस्राएल के अन्य सब पुरुषों को अपनेअपने डेरे की ओर भेज दिया परन्तु उन तीन सौ पुरुषों को अपने पास रख छोड़ा और मिद्यान की छावनी उसके नीचे तराई में पड़ी थी +7903,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_009.wav,उसी रात को यहोवा ने उससे कहा उठ छावनी पर चढ़ाई कर क्योंकि मैं उसे तेरे हाथ कर देता हूँ +7904,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_010.wav,परन्तु यदि तू चढ़ाई करते डरता हो तो अपने सेवक फूरा को संग लेकर छावनी के पास जाकर सुन +7905,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_011.wav,कि वे क्या कह रहे हैं उसके बाद तुझे उस छावनी पर चढ़ाई करने का हियाव होगा तब वह अपने सेवक फूरा को संग ले उन हथियारबन्दों के पास जो छावनी के छोर पर थे उतर गया +7906,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_012.wav,मिद्यानी और अमालेकी और सब पूर्वी लोग तो टिड्डियों के समान बहुत से तराई में फैले पड़े थे और उनके ऊँट समुद्र तट के रेतकणों के समान गिनती से बाहर थे +7907,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_013.wav,जब गिदोन वहाँ आया तब एक जन अपने किसी संगी को अपना स्वप्न बता रहा था सुन मैंने स्वप्न में क्या देखा है कि जौ की एक रोटी लुढ़कतेलुढ़कते मिद्यान की छावनी में आई और डेरे को ऐसी टक्कर मारी कि वह गिर गया और उसको ऐसा उलट दिया कि डेरा गिरा पड़ा रहा +7908,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_014.wav,उसके संगी ने उत्तर दिया यह योआश के पुत्र गिदोन नामक एक इस्राएली पुरुष की तलवार को छोड़ कुछ नहीं है उसी के हाथ में परमेश्वर ने मिद्यान को सारी छावनी समेत कर दिया है +7909,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_015.wav,उस स्वप्न का वर्णन और फल सुनकर गिदोन ने दण्डवत् किया और इस्राएल की छावनी में लौटकर कहा उठो यहोवा ने मिद्यानी सेना को तुम्हारे वश में कर दिया है +7910,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_016.wav,तब उसने उन तीन सौ पुरुषों के तीन झुण्ड किए और एकएक पुरुष के हाथ में एक नरसिंगा और खाली घड़ा दिया और घड़ों के भीतर एक मशाल थी +7911,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_017.wav,फिर उसने उनसे कहा मुझे देखो और वैसा ही करो सुनो जब मैं उस छावनी की छोर पर पहुँचूँ तब जैसा मैं करूँ वैसा ही तुम भी करना +7912,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_018.wav,अर्थात् जब मैं और मेरे सब संगी नरसिंगा फूँकें तब तुम भी छावनी के चारों ओर नरसिंगे फूँकना और ललकारना यहोवा की और गिदोन की तलवार +7913,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_019.wav,बीचवाले पहर के आरम्भ में जैसे ही पहरुओं की बदली हो गई थी वैसे ही गिदोन अपने संग के सौ पुरुषों समेत छावनी के छोर पर गया और नरसिंगे को फूँक दिया और अपने हाथ के घड़ों को तोड़ डाला +7914,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_020.wav,तब तीनों झुण्डों न��� नरसिंगों को फूँका और घड़ों को तोड़ डाला और अपनेअपने बाएँ हाथ में मशाल और दाहिने हाथ में फूँकने को नरसिंगा लिए हुए चिल्ला उठे यहोवा की तलवार और गिदोन की तलवार +7915,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_021.wav,तब वे छावनी के चारों ओर अपनेअपने स्थान पर खड़े रहे और सब सेना के लोग दौड़ने लगे और उन्होंने चिल्ला चिल्लाकर उन्हें भगा दिया +7916,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_022.wav,और उन्होंने तीन सौ नरसिंगों को फूँका और यहोवा ने एकएक पुरुष की तलवार उसके संगी पर और सब सेना पर चलवाई तो सेना के लोग सरेरा की ओर बेतशित्ता तक और तब्बात के पास के आबेलमहोला तक भाग गए +7917,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_023.wav,तब इस्राएली पुरुष नप्ताली और आशेर और मनश्शे के सारे देश से इकट्ठे होकर मिद्यानियों के पीछे पड़े +7918,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_024.wav,और गिदोन ने एप्रैम के सब पहाड़ी देश में यह कहने को दूत भेज दिए मिद्यानियों से मुठभेड़ करने को चले आओ और यरदन नदी के घाटों को बेतबारा तक उनसे पहले अपने वश में कर लो तब सब एप्रैमी पुरुषों ने इकट्ठे होकर यरदन नदी को बेतबारा तक अपने वश में कर लिया +7919,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_007_025.wav,और उन्होंने ओरेब और जेब नाम मिद्यान के दो हाकिमों को पकड़ा और ओरेब को ओरेब नामक चट्टान पर और जेब को जेब नामक दाखरस के कुण्ड पर घात किया और वे मिद्यानियों के पीछे पड़े और ओरेब और जेब के सिर यरदन के पार गिदोन के पास ले गए +7920,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_001.wav,तब एप्रैमी पुरुषों ने गिदोन से कहा तूने हमारे साथ ऐसा बर्ताव क्यों किया है कि जब तू मिद्यान से लड़ने को चला तब हमको नहीं बुलवाया अतः उन्होंने उससे बड़ा झगड़ा किया +7921,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_002.wav,उसने उनसे कहा मैंने तुम्हारे समान भला अब किया ही क्या है क्या एप्रैम की छोड़ी हुई दाख भी अबीएजेर की सब फसल से अच्छी नहीं है +7922,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_003.wav,तुम्हारे ही हाथों में परमेश्वर ने ओरेब और जेब नामक मिद्यान के हाकिमों को कर दिया तब तुम्हारे बराबर मैं कर ही क्या सका जब उसने यह बात कही तब उनका जी उसकी ओर से ठण्डा हो गया +7923,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_004.wav,तब गिदोन और उसके संग तीन सौ पुरुष जो थकेमाँदे थे तो भी खदेड़ते ही रहे थे यरदन के किनारे आकर पार हो गए +7924,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_005.wav,तब उसने सुक्कोत के लोगों से कहा मेरे पीछे इन आनेवालों को रोटियाँ दो क्योंकि ये थकेमाँदे हैं और मैं मिद्यान के जेबह और सल्मुन्ना नामक राजाओं का पीछा कर रहा हूँ +7925,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_006.wav,सुक्कोत के हाकिमों ने उत्तर दिया क्या जेबह और सल्मुन्ना तेरे हाथ में पड़ चुके हैं कि हम तेरी सेना को रोटी दें +7926,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_007.wav,गिदोन ने कहा जब यहोवा जेबह और सल्मुन्ना को मेरे हाथ में कर देगा तब मैं इस बात के कारण तुम को जंगल के कटीले और बिच्छू पेड़ों से नुचवाऊँगा +7927,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_008.wav,वहाँ से वह पनूएल को गया और वहाँ के लोगों से ऐसी ही बात कही और पनूएल के लोगों ने सुक्कोत के लोगों का सा उत्तर दिया +7928,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_009.wav,उसने पनूएल के लोगों से कहा जब मैं कुशल से लौट आऊँगा तब इस गुम्मट को ढा दूँगा +7929,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_010.wav,जेबह और सल्मुन्ना तो कर्कोर में थे और उनके साथ कोई पन्द्रह हजार पुरुषों की सेना थी क्योंकि पूर्वियों की सारी सेना में से उतने ही रह गए थे और जो मारे गए थे वे एक लाख बीस हजार हथियारबन्द थे +7930,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_011.wav,तब गिदोन ने नोबह और योगबहा के पूर्व की ओर डेरों में रहनेवालों के मार्ग में चढ़कर उस सेना को जो निडर पड़ी थी मार लिया +7931,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_012.wav,और जब जेबह और सल्मुन्ना भागे तब उसने उनका पीछा करके मिद्यानियों के उन दोनों राजाओं अर्थात् जेबह और सल्मुन्ना को पकड़ लिया और सारी सेना को भगा दिया +7932,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_013.wav,और योआश का पुत्र गिदोन हेरेस नामक चढ़ाई पर से लड़ाई से लौटा +7933,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_014.wav,और सुक्कोत के एक जवान पुरुष को पकड़कर उससे पूछा और उसने सुक्कोत के सतहत्तरों हाकिमों और वृद्ध लोगों के पते लिखवाए +7934,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_015.wav,तब वह सुक्कोत के मनुष्यों के पास जाकर कहने लगा जेबह और सल्मुन्ना को देखो जिनके विषय में तुम ने यह कहकर मुझे चिढ़ाया था कि क्या जेबह और सल्मुन्ना अभी तेरे हाथ में हैं कि हम तेरे थकेमाँदे जनों को रोटी दें +7935,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_016.wav,तब उसने उस नगर के वृद्ध लोगों को पकड़ा और जंगल के कटीले और बिच्छू पेड़ लेकर सुक्कोत के पुरुषों को कुछ सिखाया +7936,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_017.wav,और उसने पनूएल के गुम्मट को ढा दिया और उस नगर के मनुष्यों को घात किया +7937,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_018.wav,फिर उसने जेबह और सल्मुन्ना से पूछा जो मनुष्य तुम ने ताबोर पर घात किए थे वे कैसे थे उन्होंने उत्तर दिया जैसा तू वैसे ही वे भी थे अर्थात् एकएक का रूप राजकुमार का सा था +7938,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_019.wav,उसने कहा वे तो मेरे भाई वरन् मेरे सहोदर भाई थे यहोवा के जीवन की शपथ यदि तुम ने उनको जीवित छोड़ा होता तो मैं तुम को घात न करता +7939,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_020.wav,तब उसने अपने जेठे पुत्र यतेरे से कहा उठकर इन्हें घात कर परन्तु जव���न ने अपनी तलवार न खींची क्योंकि वह उस समय तक लड़का ही था इसलिए वह डर गया +7940,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_021.wav,तब जेबह और सल्मुन्ना ने कहा तू उठकर हम पर प्रहार कर क्योंकि जैसा पुरुष हो वैसा ही उसका पौरुष भी होगा तब गिदोन ने उठकर जेबह और सल्मुन्ना को घात किया और उनके ऊँटों के गलों के चन्द्रहारों को ले लिया +7941,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_022.wav,तब इस्राएल के पुरुषों ने गिदोन से कहा तू हमारे ऊपर प्रभुता कर तू और तेरा पुत्र और पोता भी प्रभुता करे क्योंकि तूने हमको मिद्यान के हाथ से छुड़ाया है +7942,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_023.wav,गिदोन ने उनसे कहा मैं तुम्हारे ऊपर प्रभुता न करूँगा और न मेरा पुत्र तुम्हारे ऊपर प्रभुता करेगा यहोवा ही तुम पर प्रभुता करेगा +7943,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_024.wav,फिर गिदोन ने उनसे कहा मैं तुम से कुछ माँगता हूँ अर्थात् तुम मुझ को अपनीअपनी लूट में की बालियाँ दो वे तो इश्माएली थे इस कारण उनकी बालियाँ सोने की थीं +7944,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_025.wav,उन्होंने कहा निश्चय हम देंगे तब उन्होंने कपड़ा बिछाकर उसमें अपनीअपनी लूट में से निकालकर बालियाँ डाल दीं +7945,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_026.wav,जो सोने की बालियाँ उसने माँग लीं उनका तौल एक हजार सात सौ शेकेल हुआ और उनको छोड़ चन्द्रहार झुमके और बैंगनी रंग के वस्त्र जो मिद्यानियों के राजा पहने थे और उनके ऊँटों के गलों की जंजीर +7946,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_027.wav,उनका गिदोन ने एक एपोद बनवाकर अपने ओप्रा नामक नगर में रखा और सारा इस्राएल वहाँ व्यभिचारिणी के समान उसके पीछे हो लिया और वह गिदोन और उसके घराने के लिये फंदा ठहरा +7947,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_028.wav,इस प्रकार मिद्यान इस्राएलियों से दब गया और फिर सिर न उठाया और गिदोन के जीवन भर अर्थात् चालीस वर्ष तक देश चैन से रहा +7948,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_029.wav,योआश का पुत्र यरूब्बाल जाकर अपने घर में रहने लगा +7949,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_030.wav,और गिदोन के सत्तर बेटे उत्पन्न हुए क्योंकि उसकी बहुत स्त्रियाँ थीं +7950,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_031.wav,और उसकी जो एक रखैल शेकेम में रहती थी उसको एक पुत्र उत्पन्न हुआ और गिदोन ने उसका नाम अबीमेलेक रखा +7951,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_032.wav,योआश का पुत्र गिदोन पूरे बुढ़ापे में मर गया और अबीएजेरियों के ओप्रा नामक गाँव में उसके पिता योआश की कब्र में उसको मिट्टी दी गई +7952,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_033.wav,गिदोन के मरते ही इस्राएली फिर गए और व्यभिचारिणी के समान बाल देवताओं के पीछे हो लिए और बालबरीत को अपना देवता मान लिया +7953,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_034.wav,और इस्राएलियों ने अपने ��रमेश्वर यहोवा को जिसने उनको चारों ओर के सब शत्रुओं के हाथ से छुड़ाया था स्मरण न रखा +7954,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_008_035.wav,और न उन्होंने यरूब्बाल अर्थात् गिदोन की उस सारी भलाई के अनुसार जो उसने इस्राएलियों के साथ की थी उसके घराने को प्रीति दिखाई +7955,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_001.wav,यरूब्बाल का पुत्र अबीमेलेक शेकेम को अपने मामाओं के पास जाकर उनसे और अपने नाना के सब घराने से यह कहने लगा +7956,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_002.wav,शेकेम के सब मनुष्यों से यह पूछो तुम्हारे लिये क्या भला है क्या यह कि यरूब्बाल के सत्तर पुत्र तुम पर प्रभुता करें या कि एक ही पुरुष तुम पर प्रभुता करे और यह भी स्मरण रखो कि मैं तुम्हारा हाड़ माँस हूँ +7957,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_003.wav,तब उसके मामाओं ने शेकेम के सब मनुष्यों से ऐसी ही बातें कहीं और उन्होंने यह सोचकर कि अबीमेलेक तो हमारा भाई है अपना मन उसके पीछे लगा दिया +7958,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_004.wav,तब उन्होंने बालबरीत के मन्दिर में से सत्तर टुकड़े रूपे उसको दिए और उन्हें लगाकर अबीमेलेक ने नीच और लुच्चे जन रख लिए जो उसके पीछे हो लिए +7959,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_005.wav,तब उसने ओप्रा में अपने पिता के घर जा के अपने भाइयों को जो यरूब्बाल के सत्तर पुत्र थे एक ही पत्थर पर घात किया परन्तु यरूब्बाल का योताम नामक लहुरा पुत्र छिपकर बच गया +7960,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_006.wav,तब शेकेम के सब मनुष्यों और बेतमिल्लो के सब लोगों ने इकट्ठे होकर शेकेम के खम्भे के पासवाले बांज वृक्ष के पास अबीमेलेक को राजा बनाया +7961,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_007.wav,इसका समाचार सुनकर योताम गिरिज्जीम पहाड़ की चोटी पर जाकर खड़ा हुआ और ऊँचे स्वर से पुकारके कहने लगा हे शेकेम के मनुष्यों मेरी सुनो इसलिए कि परमेश्वर तुम्हारी सुने +7962,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_008.wav,किसी युग में वृक्ष किसी का अभिषेक करके अपने ऊपर राजा ठहराने को चले तब उन्होंने जैतून के वृक्ष से कहा तू हम पर राज्य कर +7963,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_009.wav,तब जैतून के वृक्ष ने कहा क्या मैं अपनी उस चिकनाहट को छोड़कर जिससे लोग परमेश्वर और मनुष्य दोनों का आदरमान करते हैं वृक्षों का अधिकारी होकर इधरउधर डोलने को चलूँ +7964,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_010.wav,तब वृक्षों ने अंजीर के वृक्ष से कहा तू आकर हम पर राज्य कर +7965,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_011.wav,अंजीर के वृक्ष ने उनसे कहा क्या मैं अपने मीठेपन और अपने अच्छेअच्छे फलों को छोड़ वृक्षों का अधिकारी होकर इधरउधर डोलने को चलूँ +7966,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_012.wav,फिर वृक्षों ने दाखलता से कहा तू आकर हम पर राज्य कर +7967,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_013.wav,दाखलता ने उनसे कहा क्या मैं अपने नये मधु को छोड़ जिससे परमेश्वर और मनुष्य दोनों को आनन्द होता है वृक्षों की अधिकारिणी होकर इधरउधर डोलने को चलूँ +7968,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_014.wav,तब सब वृक्षों ने झड़बेरी से कहा तू आकर हम पर राज्य कर +7969,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_015.wav,झड़बेरी ने उन वृक्षों से कहा यदि तुम अपने ऊपर राजा होने को मेरा अभिषेक सच्चाई से करते हो तो आकर मेरी छाया में शरण लो और नहीं तो झड़बेरी से आग निकलेगी जिससे लबानोन के देवदार भी भस्म हो जाएँगे +7970,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_016.wav,इसलिए अब यदि तुम ने सच्चाई और खराई से अबीमेलेक को राजा बनाया है और यरूब्बाल और उसके घराने से भलाई की और उससे उसके काम के योग्य बर्ताव किया हो तो भला +7971,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_017.wav,मेरा पिता तो तुम्हारे निमित्त लड़ा और अपने प्राण पर खेलकर तुम को मिद्यानियों के हाथ से छुड़ाया +7972,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_018.wav,परन्तु तुम ने आज मेरे पिता के घराने के विरुद्ध उठकर बलवा किया और उसके सत्तर पुत्र एक ही पत्थर पर घात किए और उसकी रखैल के पुत्र अबीमेलेक को इसलिए शेकेम के मनुष्यों के ऊपर राजा बनाया है कि वह तुम्हारा भाई है +7973,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_019.wav,इसलिए यदि तुम लोगों ने आज के दिन यरूब्बाल और उसके घराने से सच्चाई और खराई से बर्ताव किया हो तो अबीमेलेक के कारण आनन्द करो और वह भी तुम्हारे कारण आनन्द करे +7974,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_020.wav,और नहीं तो अबीमेलेक से ऐसी आग निकले जिससे शेकेम के मनुष्य और बेतमिल्लो भस्म हो जाएँ और शेकेम के मनुष्यों और बेतमिल्लो से ऐसी आग निकले जिससे अबीमेलेक भस्म हो जाए +7975,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_021.wav,तब योताम भागा और अपने भाई अबीमेलेक के डर के मारे बेर को जाकर वहीं रहने लगा +7976,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_022.wav,अबीमेलेक इस्राएल के ऊपर तीन वर्ष हाकिम रहा +7977,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_023.wav,तब परमेश्वर ने अबीमेलेक और शेकेम के मनुष्यों के बीच एक बुरी आत्मा भेज दी सो शेकेम के मनुष्य अबीमेलेक से विश्वासघात करने लगे +7978,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_024.wav,जिससे यरूब्बाल के सत्तर पुत्रों पर किए हुए उपद्रव का फल भोगा जाए और उनका खून उनके घात करनेवाले उनके भाई अबीमेलेक के सिर पर और उसके अपने भाइयों के घात करने में उसकी सहायता करनेवाले शेकेम के मनुष्यों के सिर पर भी हो +7979,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_025.wav,तब शेकेम के मनुष्यों ने पहाड़ों की चोटियों पर उसके लिये घातकों को बैठाया जो उस मार्ग से सब आने जानेवालों को लूटते थे और इसका समाचार अबीमेलेक को मिला +7980,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_026.wav,तब एबेद का पुत्र गाल अपने भाइयों समेत शेकेम में आया और शेकेम के मनुष्यों ने उसका भरोसा किया +7981,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_027.wav,और उन्होंने मैदान में जाकर अपनीअपनी दाख की बारियों के फल तोड़े और उनका रस रौंदा और स्तुति का बलिदान कर अपने देवता के मन्दिर में जाकर खानेपीने और अबीमेलेक को कोसने लगे +7982,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_028.wav,तब एबेद के पुत्र गाल ने कहा अबीमेलेक कौन है शेकेम कौन है कि हम उसके अधीन रहें क्या वह यरूब्बाल का पुत्र नहीं क्या जबूल उसका सेनानायक नहीं शेकेम के पिता हमोर के लोगों के तो अधीन हो परन्तु हम उसके अधीन क्यों रहें +7983,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_029.wav,और यह प्रजा मेरे वश में होती तो क्या ही भला होता तब तो मैं अबीमेलेक को दूर करता फिर उसने अबीमेलेक से कहा अपनी सेना की गिनती बढ़ाकर निकल आ +7984,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_030.wav,एबेद के पुत्र गाल की वे बातें सुनकर नगर के हाकिम जबूल का क्रोध भड़क उठा +7985,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_031.wav,और उसने अबीमेलेक के पास छिपके दूतों से कहला भेजा एबेद का पुत्र गाल और उसके भाई शेकेम में आ के नगरवालों को तेरा विरोध करने को भड़का रहे हैं +7986,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_032.wav,इसलिए तू अपने संगवालों समेत रात को उठकर मैदान में घात लगा +7987,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_033.wav,और सवेरे सूर्य के निकलते ही उठकर इस नगर पर चढ़ाई करना और जब वह अपने संगवालों समेत तेरा सामना करने को निकले तब जो तुझ से बन पड़े वही उससे करना +7988,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_034.wav,तब अबीमेलेक और उसके संग के सब लोग रात को उठ चार दल बाँधकर शेकेम के विरुद्ध घात में बैठ गए +7989,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_035.wav,और एबेद का पुत्र गाल बाहर जाकर नगर के फाटक में खड़ा हुआ तब अबीमेलेक और उसके संगी घात छोड़कर उठ खड़े हुए +7990,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_036.wav,उन लोगों को देखकर गाल जबूल से कहने लगा देख पहाड़ों की चोटियों पर से लोग उतरे आते हैं जबूल ने उससे कहा वह तो पहाड़ों की छाया है जो तुझे मनुष्यों के समान दिखाई देती है +7991,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_037.wav,गाल ने फिर कहा देख लोग देश के बीचों बीच होकर उतरे आते हैं और एक दल मोननीम नामक बांज वृक्ष के मार्ग से चला आता है +7992,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_038.wav,जबूल ने उससे कहा तेरी यह बात कहाँ रही कि अबीमेलेक कौन है कि हम उसके अधीन रहें ये तो वे ही लोग हैं जिनको तूने निकम्मा जाना था इसलिए अब निकलकर उनसे लड़ +7993,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_039.wav,तब गाल शेकेम के पुरुषों का अगुआ हो बाहर निकलकर अबीमेलेक से लड़ा +7994,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_040.wav,और अबीमेलेक ने उसको खदे��़ा और वह अबीमेलेक के सामने से भागा और नगर के फाटक तक पहुँचतेपहुँचते बहुत से घायल होकर गिर पड़े +7995,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_041.wav,तब अबीमेलेक अरूमा में रहने लगा और जबूल ने गाल और उसके भाइयों को निकाल दिया और शेकेम में रहने न दिया +7996,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_042.wav,दूसरे दिन लोग मैदान में निकल गए और यह अबीमेलेक को बताया गया +7997,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_043.wav,और उसने अपनी सेना के तीन दल बाँधकर मैदान में घात लगाई और जब देखा कि लोग नगर से निकले आते हैं तब उन पर चढ़ाई करके उन्हें मार लिया +7998,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_044.wav,अबीमेलेक अपने संग के दलों समेत आगे दौड़कर नगर के फाटक पर खड़ा हो गया और दो दलों ने उन सब लोगों पर धावा करके जो मैदान में थे उन्हें मार डाला +7999,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_045.wav,उसी दिन अबीमेलेक ने नगर से दिन भर लड़कर उसको ले लिया और उसके लोगों को घात करके नगर को ढा दिया और उस पर नमक छिड़कवा दिया +8000,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_046.wav,यह सुनकर शेकेम के गुम्मट के सब रहनेवाले एलबरीत के मन्दिर के गढ़ में जा घुसे +8001,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_047.wav,जब अबीमेलेक को यह समाचार मिला कि शेकेम के गुम्मट के सब प्रधान लोग इकट्ठे हुए हैं +8002,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_048.wav,तब वह अपने सब संगियों समेत सल्मोन नामक पहाड़ पर चढ़ गया और हाथ में कुल्हाड़ी ले पेड़ों में से एक डाली काटी और उसे उठाकर अपने कंधे पर रख ली और अपने संगवालों से कहा जैसा तुम ने मुझे करते देखा वैसा ही तुम भी झटपट करो +8003,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_049.wav,तब उन सब लोगों ने भी एकएक डाली काट ली और अबीमेलेक के पीछे हो उनको गढ़ पर डालकर गढ़ में आग लगाई तब शेकेम के गुम्मट के सब स्त्री पुरुष जो लगभग एक हजार थे मर गए +8004,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_050.wav,तब अबीमेलेक ने तेबेस को जाकर उसके सामने डेरे खड़े करके उसको ले लिया +8005,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_051.wav,परन्तु उस नगर के बीच एक दृढ़ गुम्मट था इसलिए क्या स्त्री क्या पुरुष नगर के सब लोग भागकर उसमें घुसे और उसे बन्द करके गुम्मट की छत पर चढ़ गए +8006,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_052.wav,तब अबीमेलेक गुम्मट के निकट जाकर उसके विरुद्ध लड़ने लगा और गुम्मट के द्वार तक गया कि उसमें आग लगाए +8007,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_053.wav,तब किसी स्त्री ने चक्की के ऊपर का पाट अबीमेलेक के सिर पर डाल दिया और उसकी खोपड़ी फट गई +8008,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_054.wav,तब उसने झट अपने हथियारों के ढोनेवाले जवान को बुलाकर कहा अपनी तलवार खींचकर मुझे मार डाल ऐसा न हो कि लोग मेरे विषय में कहने पाएँ उसको एक स्त्री ने घात किया तब उसके जवान ने तलवार भोंक दी और वह म�� गया +8009,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_055.wav,यह देखकर कि अबीमेलेक मर गया है इस्राएली अपनेअपने स्थान को चले गए +8010,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_056.wav,इस प्रकार जो दुष्ट काम अबीमेलेक ने अपने सत्तर भाइयों को घात करके अपने पिता के साथ किया था उसको परमेश्वर ने उसके सिर पर लौटा दिया +8011,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_009_057.wav,और शेकेम के पुरुषों के भी सब दुष्ट काम परमेश्वर ने उनके सिर पर लौटा दिए और यरूब्बाल के पुत्र योताम का श्राप उन पर घट गया +8012,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_001.wav,अबीमेलेक के बाद इस्राएल को छुड़ाने के लिये तोला नामक एक इस्साकारी उठा वह दोदो का पोता और पूआ का पुत्र था और एप्रैम के पहाड़ी देश के शामीर नगर में रहता था +8013,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_002.wav,वह तेईस वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा तब मर गया और उसको शामीर में मिट्टी दी गई +8014,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_003.wav,उसके बाद गिलादी याईर उठा वह बाईस वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा +8015,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_004.wav,और उसके तीस पुत्र थे जो गदहियों के तीस बच्चों पर सवार हुआ करते थे और उनके तीस नगर भी थे जो गिलाद देश में हैं और आज तक हब्बोत्याईर कहलाते हैं +8016,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_005.wav,और याईर मर गया और उसको कामोन में मिट्टी दी गई +8017,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_006.wav,तब इस्राएलियों ने फिर यहोवा की दृष्टि में बुरा किया अर्थात् बाल देवताओं और अश्तोरेत देवियों और अराम सीदोन मोआब अम्मोनियों और पलिश्तियों के देवताओं की उपासना करने लगे और यहोवा को त्याग दिया और उसकी उपासना न की +8018,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_007.wav,तब यहोवा का क्रोध इस्राएल पर भड़का और उसने उन्हें पलिश्तियों और अम्मोनियों के अधीन कर दिया +8019,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_008.wav,और उस वर्ष ये इस्राएलियों को सताते और पीसते रहे वरन् यरदन पार एमोरियों के देश गिलाद में रहनेवाले सब इस्राएलियों पर अठारह वर्ष तक अंधेर करते रहे +8020,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_009.wav,अम्मोनी यहूदा और बिन्यामीन से और एप्रैम के घराने से लड़ने को यरदन पार जाते थे यहाँ तक कि इस्राएल बड़े संकट में पड़ गया +8021,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_010.wav,तब इस्राएलियों ने यह कहकर यहोवा की दुहाई दी हमने जो अपने परमेश्वर को त्याग कर बाल देवताओं की उपासना की है यह हमने तेरे विरुद्ध महापाप किया है +8022,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_011.wav,यहोवा ने इस्राएलियों से कहा क्या मैंने तुम को मिस्रियों एमोरियों अम्मोनियों और पलिश्तियों के हाथ से न छुड़ाया था +8023,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_012.wav,फिर जब सीदोनी और अमालेकी और माओनी लोगों ने तुम पर अंधेर किया और तुम ने मेरी दुहाई दी तब म���ंने तुम को उनके हाथ से भी न छुड़ाया +8024,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_013.wav,तो भी तुम ने मुझे त्याग कर पराए देवताओं की उपासना की है इसलिए मैं फिर तुम को न छुड़ाऊँगा +8025,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_014.wav,जाओ अपने माने हुए देवताओं की दुहाई दो तुम्हारे संकट के समय वे ही तुम्हें छुड़ाएँ +8026,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_015.wav,इस्राएलियों ने यहोवा से कहा हमने पाप किया है इसलिए जो कुछ तेरी दृष्टि में भला हो वही हम से कर परन्तु अभी हमें छुड़ा +8027,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_016.wav,तब वे पराए देवताओं को अपने मध्य में से दूर करके यहोवा की उपासना करने लगे और वह इस्राएलियों के कष्ट के कारण खेदित हुआ +8028,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_017.wav,तब अम्मोनियों ने इकट्ठे होकर गिलाद में अपने डेरे डाले और इस्राएलियों ने भी इकट्ठे होकर मिस्पा में अपने डेरे डाले +8029,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_010_018.wav,तब गिलाद के हाकिम एक दूसरे से कहने लगे कौन पुरुष अम्मोनियों से संग्राम आरम्भ करेगा वही गिलाद के सब निवासियों का प्रधान ठहरेगा +8030,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_001.wav,यिप्तह नामक गिलादी बड़ा शूरवीर था और वह वेश्या का बेटा था और गिलाद से यिप्तह उत्पन्न हुआ था +8031,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_002.wav,गिलाद की स्त्री के भी बेटे उत्पन्न हुए और जब वे बड़े हो गए तब यिप्तह को यह कहकर निकाल दिया तू तो पराई स्त्री का बेटा है इस कारण हमारे पिता के घराने में कोई भाग न पाएगा +8032,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_003.wav,तब यिप्तह अपने भाइयों के पास से भागकर तोब देश में रहने लगा और यिप्तह के पास लुच्चे मनुष्य इकट्ठे हो गए और उसके संग फिरने लगे +8033,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_004.wav,और कुछ दिनों के बाद अम्मोनी इस्राएल से लड़ने लगे +8034,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_005.wav,जब अम्मोनी इस्राएल से लड़ते थे तब गिलाद के वृद्ध लोग यिप्तह को तोब देश से ले आने को गए +8035,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_006.wav,और यिप्तह से कहा चलकर हमारा प्रधान हो जा कि हम अम्मोनियों से लड़ सके +8036,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_007.wav,यिप्तह ने गिलाद के वृद्ध लोगों से कहा क्या तुम ने मुझसे बैर करके मुझे मेरे पिता के घर से निकाल न दिया था फिर अब संकट में पड़कर मेरे पास क्यों आए हो +8037,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_008.wav,गिलाद के वृद्ध लोगों ने यिप्तह से कहा इस कारण हम अब तेरी ओर फिरे हैं कि तू हमारे संग चलकर अम्मोनियों से लड़े तब तू हमारी ओर से गिलाद के सब निवासियों का प्रधान ठहरेगा +8038,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_009.wav,यिप्तह ने गिलाद के वृद्ध लोगों से पूछा यदि तुम मुझे अम्मोनियों से लड़ने को फिर मेरे घर ले चलो और यहोवा उन्हें मेरे हाथ कर दे तो क्या मैं तुम्हारा प्रधान ठहरूँगा +8039,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_010.wav,गिलाद के वृद्ध लोगों ने यिप्तह से कहा निश्चय हम तेरी इस बात के अनुसार करेंगे यहोवा हमारे और तेरे बीच में इन वचनों का सुननेवाला है +8040,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_011.wav,तब यिप्तह गिलाद के वृद्ध लोगों के संग चला और लोगों ने उसको अपने ऊपर मुखिया और प्रधान ठहराया और यिप्तह ने अपनी सब बातें मिस्पा में यहोवा के सम्मुख कह सुनाईं +8041,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_012.wav,तब यिप्तह ने अम्मोनियों के राजा के पास दूतों से यह कहला भेजा तुझे मुझसे क्या काम कि तू मेरे देश में लड़ने को आया है +8042,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_013.wav,अम्मोनियों के राजा ने यिप्तह के दूतों से कहा कारण यह है कि जब इस्राएली मिस्र से आए तब अर्नोन से यब्बोक और यरदन तक जो मेरा देश था उसको उन्होंने छीन लिया इसलिए अब उसको बिना झगड़ा किए लौटा दे +8043,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_014.wav,तब यिप्तह ने फिर अम्मोनियों के राजा के पास यह कहने को दूत भेजे +8044,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_015.wav,यिप्तह तुझ से यह कहता है कि इस्राएल ने न तो मोआब का देश ले लिया और न अम्मोनियों का +8045,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_016.wav,वरन् जब वे मिस्र से निकले और इस्राएली जंगल में होते हुए लाल समुद्र तक चले और कादेश को आए +8046,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_017.wav,तब इस्राएल ने एदोम के राजा के पास दूतों से यह कहला भेजा मुझे अपने देश में से होकर जाने दे और एदोम के राजा ने उनकी न मानी इसी रीति उसने मोआब के राजा से भी कहला भेजा और उसने भी न माना इसलिए इस्राएल कादेश में रह गया +8047,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_018.wav,तब उसने जंगल में चलतेचलते एदोम और मोआब दोनों देशों के बाहरबाहर घूमकर मोआब देश की पूर्व की ओर से आकर अर्नोन के इसी पार अपने डेरे डाले और मोआब की सीमा के भीतर न गया क्योंकि मोआब की सीमा अर्नोन थी +8048,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_019.wav,फिर इस्राएल ने एमोरियों के राजा सीहोन के पास जो हेशबोन का राजा था दूतों से यह कहला भेजा हमें अपने देश में से होकर हमारे स्थान को जाने दे +8049,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_020.wav,परन्तु सीहोन ने इस्राएल का इतना विश्वास न किया कि उसे अपने देश में से होकर जाने देता वरन् अपनी सारी प्रजा को इकट्ठी कर अपने डेरे यहस में खड़े करके इस्राएल से लड़ा +8050,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_021.wav,और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने सीहोन को सारी प्रजा समेत इस्राएल के हाथ में कर दिया और उन्होंने उनको मार लिया इसलिए इस्राएल उस देश के निवासी एमोरियों के सारे देश का अधिकारी हो गया +8051,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_022.wav,अर्थात् वह अर्नोन से यब्बोक तक और जंगल से ले यरदन तक एमोरियों के सारे देश का अधिकारी हो गया +8052,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_023.wav,इसलिए अब इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने अपनी इस्राएली प्रजा के सामने से एमोरियों को उनके देश से निकाल दिया है फिर क्या तू उसका अधिकारी होने पाएगा +8053,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_024.wav,क्या तू उसका अधिकारी न होगा जिसका तेरा कमोश देवता तुझे अधिकारी कर दे इसी प्रकार से जिन लोगों को हमारा परमेश्वर यहोवा हमारे सामने से निकाले उनके देश के अधिकारी हम होंगे +8054,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_025.wav,फिर क्या तू मोआब के राजा सिप्पोर के पुत्र बालाक से कुछ अच्छा है क्या उसने कभी इस्राएलियों से कुछ भी झगड़ा किया क्या वह उनसे कभी लड़ा +8055,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_026.wav,जबकि इस्राएल हेशबोन और उसके गाँवों में और अरोएर और उसके गाँवों में और अर्नोन के किनारे के सब नगरों में तीन सौ वर्ष से बसा है तो इतने दिनों में तुम लोगों ने उसको क्यों नहीं छुड़ा लिया +8056,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_027.wav,मैंने तेरा अपराध नहीं किया तू ही मुझसे युद्ध छेड़कर बुरा व्यवहार करता है इसलिए यहोवा जो न्यायी है वह इस्राएलियों और अम्मोनियों के बीच में आज न्याय करे +8057,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_028.wav,तो भी अम्मोनियों के राजा ने यिप्तह की ये बातें न मानीं जिनको उसने कहला भेजा था +8058,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_029.wav,तब यहोवा का आत्मा यिप्तह में समा गया और वह गिलाद और मनश्शे से होकर गिलाद के मिस्पे में आया और गिलाद के मिस्पे से होकर अम्मोनियों की ओर चला +8059,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_030.wav,और यिप्तह ने यह कहकर यहोवा की मन्नत मानी यदि तू निःसन्देह अम्मोनियों को मेरे हाथ में कर दे +8060,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_031.wav,तो जब मैं कुशल के साथ अम्मोनियों के पास से लौट आऊँ तब जो कोई मेरे भेंट के लिये मेरे घर के द्वार से निकले वह यहोवा का ठहरेगा और मैं उसे होमबलि करके चढ़ाऊँगा +8061,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_032.wav,तब यिप्तह अम्मोनियों से लड़ने को उनकी ओर गया और यहोवा ने उनको उसके हाथ में कर दिया +8062,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_033.wav,और वह अरोएर से ले मिन्नीत तक जो बीस नगर हैं वरन् आबेलकरामीम तक जीततेजीतते उन्हें बहुत बड़ी मार से मारता गया और अम्मोनी इस्राएलियों से हार गए +8063,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_034.wav,जब यिप्तह मिस्पा को अपने घर आया तब उसकी बेटी डफ बजाती और नाचती हुई उससे भेंट करने के लिये निकल आई वह उसकी एकलौती थी उसको छोड़ उसके न तो कोई बेटा था और न कोई बेटी +8064,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_035.wav,उसको देखते ही उसने अपने कपड़े फाड़कर कहा हाय मेरी बेटी तूने कमर तोड़ दी और तू भी मेरे कष्ट देनेवालों में हो गई है क्योंकि मैंने यहोवा को वचन दिया है और उसे टाल नहीं सकता +8065,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_036.wav,उसने उससे कहा हे मेरे पिता तूने जो यहोवा को वचन दिया है तो जो बात तेरे मुँह से निकली है उसी के अनुसार मुझसे बर्ताव कर क्योंकि यहोवा ने तेरे अम्मोनी शत्रुओं से तेरा बदला लिया है +8066,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_037.wav,फिर उसने अपने पिता से कहा मेरे लिये यह किया जाए कि दो महीने तक मुझे छोड़े रह कि मैं अपनी सहेलियों सहित जाकर पहाड़ों पर फिरती हुई अपने कुँवारेपन पर रोती रहूँ +8067,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_038.wav,उसने कहा जा तब उसने उसे दो महीने की छुट्टी दी इसलिए वह अपनी सहेलियों सहित चली गई और पहाड़ों पर अपने कुँवारेपन पर रोती रही +8068,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_039.wav,दो महीने के बीतने पर वह अपने पिता के पास लौट आई और उसने उसके विषय में अपनी मानी हुई मन्नत को पूरा किया और उस कन्या ने पुरुष का मुँह कभी न देखा था इसलिए इस्राएलियों में यह रीति चली +8069,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_011_040.wav,कि इस्राएली स्त्रियाँ प्रतिवर्ष यिप्तह गिलादी की बेटी का यश गाने को वर्ष में चार दिन तक जाया करती थीं +8070,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_001.wav,तब एप्रैमी पुरुष इकट्ठे होकर सापोन को जाकर यिप्तह से कहने लगे जब तू अम्मोनियों से लड़ने को गया तब हमें संग चलने को क्यों नहीं बुलवाया हम तेरा घर तुझ समेत जला देंगे +8071,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_002.wav,यिप्तह ने उनसे कहा मेरा और मेरे लोगों का अम्मोनियों से बड़ा झगड़ा हुआ था और जब मैंने तुम से सहायता माँगी तब तुम ने मुझे उनके हाथ से नहीं बचाया +8072,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_003.wav,तब यह देखकर कि तुम मुझे नहीं बचाते मैं अपने प्राणों को हथेली पर रखकर अम्मोनियों के विरुद्ध चला और यहोवा ने उनको मेरे हाथ में कर दिया फिर तुम अब मुझसे लड़ने को क्यों चढ़ आए हो +8073,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_004.wav,तब यिप्तह गिलाद के सब पुरुषों को इकट्ठा करके एप्रैम से लड़ा एप्रैम जो कहता था हे गिलादियों तुम तो एप्रैम और मनश्शे के बीच रहनेवाले एप्रैमियों के भगोड़े हो और गिलादियों ने उनको मार लिया +8074,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_005.wav,और गिलादियों ने यरदन का घाट उनसे पहले अपने वश में कर लिया और जब कोई एप्रैमी भगोड़ा कहता मुझे पार जाने दो तब गिलाद के पुरुष उससे पूछते थे क्या तू एप्रैमी है और यदि वह कहता नहीं +8075,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_006.wav,तो वे उससे कहते अच्छा शिब्बोलेत कह और वह कहता सिब्बोलेत क्योंकि उससे वह ठीक से बोला नहीं जाता था तब वे उसको पकड़कर यरदन के घाट पर मार डालते थे इस प्रकार उस समय बयालीस हजार एप्रैमी मारे गए +8076,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_007.wav,यिप्तह छः वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा तब यिप्तह गिलादी मर गया और उसको गिलाद के किसी नगर में मिट्टी दी गई +8077,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_008.wav,उसके बाद बैतलहम का निवासी इबसान इस्राएल का न्याय करने लगा +8078,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_009.wav,और उसके तीस बेटे हुए और उसने अपनी तीस बेटियाँ बाहर विवाह दीं और बाहर से अपने बेटों का विवाह करके तीस बहू ले आया और वह इस्राएल का न्याय सात वर्ष तक करता रहा +8079,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_010.wav,तब इबसान मर गया और उसको बैतलहम में मिट्टी दी गई +8080,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_011.wav,उसके बाद जबूलूनी एलोन इस्राएल का न्याय करने लगा और वह इस्राएल का न्याय दस वर्ष तक करता रहा +8081,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_012.wav,तब एलोन जबूलूनी मर गया और उसको जबूलून के देश के अय्यालोन में मिट्टी दी गई +8082,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_013.wav,उसके बाद पिरातोनी हिल्लेल का पुत्र अब्दोन इस्राएल का न्याय करने लगा +8083,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_014.wav,और उसके चालीस बेटे और तीस पोते हुए जो गदहियों के सत्तर बच्चों पर सवार हुआ करते थे वह आठ वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा +8084,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_012_015.wav,तब पिरातोनी हिल्लेल का पुत्र अब्दोन मर गया और उसको एप्रैम के देश के पिरातोन में जो अमालेकियों के पहाड़ी देश में है मिट्टी दी गई +8085,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_001.wav,इस्राएलियों ने फिर यहोवा की दृष्टि में बुरा किया इसलिए यहोवा ने उनको पलिश्तियों के वश में चालीस वर्ष के लिये रखा +8086,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_002.wav,दान के कुल का सोरावासी मानोह नामक एक पुरुष था जिसकी पत्नी के बाँझ होने के कारण कोई पुत्र न था +8087,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_003.wav,इस स्त्री को यहोवा के दूत ने दर्शन देकर कहा सुन बाँझ होने के कारण तेरे बच्चा नहीं परन्तु अब तू गर्भवती होगी और तेरे बेटा होगा +8088,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_004.wav,इसलिए अब सावधान रह कि न तो तू दाखमधु या और किसी भाँति की मदिरा पीए और न कोई अशुद्ध वस्तु खाए +8089,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_005.wav,क्योंकि तू गर्भवती होगी और तेरे एक बेटा उत्पन्न होगा और उसके सिर पर छुरा न फिरे क्योंकि वह जन्म ही से परमेश्वर का नाज़ीर रहेगा और इस्राएलियों को पलिश्तियों के हाथ से छुड़ाने में वही हाथ लगाएगा +8090,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_006.wav,उस स्त्री ने अपने पति के पास जाकर कहा परमेश्वर का एक जन मेरे पास आया था जिसका रूप परमेश्वर के दूत का सा अति भययोग्य था और मैंने उससे न पूछा कि तू कहाँ का है और न उसने मुझे अपना नाम ब��ाया +8091,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_007.wav,परन्तु उसने मुझसे कहा सुन तू गर्भवती होगी और तेरे एक बेटा होगा इसलिए अब न तो दाखमधु या और न किसी भाँति की मदिरा पीना और न कोई अशुद्ध वस्तु खाना क्योंकि वह लड़का जन्म से मरण के दिन तक परमेश्वर का नाज़ीर रहेगा +8092,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_008.wav,तब मानोह ने यहोवा से यह विनती की हे प्रभु विनती सुन परमेश्वर का वह जन जिसे तूने भेजा था फिर हमारे पास आए और हमें सिखाए कि जो बालक उत्पन्न होनेवाला है उससे हम क्याक्या करें +8093,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_009.wav,मानोह की यह बात परमेश्वर ने सुन ली इसलिए जब वह स्त्री मैदान में बैठी थी और उसका पति मानोह उसके संग न था तब परमेश्वर का वही दूत उसके पास आया +8094,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_010.wav,तब उस स्त्री ने झट दौड़कर अपने पति को यह समाचार दिया जो पुरुष उस दिन मेरे पास आया था उसी ने मुझे दर्शन दिया है +8095,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_011.wav,यह सुनते ही मानोह उठकर अपनी पत्नी के पीछे चला और उस पुरुष के पास आकर पूछा क्या तू वही पुरुष है जिसने इस स्त्री से बातें की थीं उसने कहा मैं वही हूँ +8096,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_012.wav,मानोह ने कहा जब तेरे वचन पूरे हो जाएँ तो उस बालक का कैसा ढंग और उसका क्या काम होगा +8097,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_013.wav,यहोवा के दूत ने मानोह से कहा जितनी वस्तुओं की चर्चा मैंने इस स्त्री से की थी उन सबसे यह परे रहे +8098,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_014.wav,यह कोई वस्तु जो दाखलता से उत्पन्न होती है न खाए और न दाखमधु या और किसी भाँति की मदिरा पीए और न कोई अशुद्ध वस्तु खाए और जो आज्ञा मैंने इसको दी थी उसी को यह माने +8099,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_015.wav,मानोह ने यहोवा के दूत से कहा हम तुझको रोक लें कि तेरे लिये बकरी का एक बच्चा पकाकर तैयार करें +8100,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_016.wav,यहोवा के दूत ने मानोह से कहा चाहे तू मुझे रोक रखे परन्तु मैं तेरे भोजन में से कुछ न खाऊँगा और यदि तू होमबलि करना चाहे तो यहोवा ही के लिये कर मानोह तो न जानता था कि यह यहोवा का दूत है +8101,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_017.wav,मानोह ने यहोवा के दूत से कहा अपना नाम बता इसलिए कि जब तेरी बातें पूरी हों तब हम तेरा आदरमान कर सके +8102,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_018.wav,यहोवा के दूत ने उससे कहा मेरा नाम तो अद्भुत है इसलिए तू उसे क्यों पूछता है +8103,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_019.wav,तब मानोह ने अन्नबलि समेत बकरी का एक बच्चा लेकर चट्टान पर यहोवा के लिये चढ़ाया तब उस दूत ने मानोह और उसकी पत्नी के देखतेदेखते एक अद्भुत काम किया +8104,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_020.wav,अर्थात् जब लौ उस वेदी पर से आकाश की ओर उठ रही थ�� तब यहोवा का दूत उस वेदी की लौ में होकर मानोह और उसकी पत्नी के देखतेदेखते चढ़ गया तब वे भूमि पर मुँह के बल गिरे +8105,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_021.wav,परन्तु यहोवा के दूत ने मानोह और उसकी पत्नी को फिर कभी दर्शन न दिया तब मानोह ने जान लिया कि वह यहोवा का दूत था +8106,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_022.wav,तब मानोह ने अपनी पत्नी से कहा हम निश्चय मर जाएँगे क्योंकि हमने परमेश्वर का दर्शन पाया है +8107,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_023.wav,उसकी पत्नी ने उससे कहा यदि यहोवा हमें मार डालना चाहता तो हमारे हाथ से होमबलि और अन्नबलि ग्रहण न करता और न वह ऐसी सब बातें हमको दिखाता और न वह इस समय हमें ऐसी बातें सुनाता +8108,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_024.wav,और उस स्त्री के एक बेटा उत्पन्न हुआ और उसका नाम शिमशोन रखा और वह बालक बढ़ता गया और यहोवा उसको आशीष देता रहा +8109,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_013_025.wav,और यहोवा का आत्मा सोरा और एश्ताओल के बीच महनेदान में उसको उभारने लगा +8110,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_001.wav,शिमशोन तिम्नाह को गया और तिम्नाह में एक पलिश्ती स्त्री को देखा +8111,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_002.wav,तब उसने जाकर अपने माता पिता से कहा तिम्नाह में मैंने एक पलिश्ती स्त्री को देखा है सो अब तुम उससे मेरा विवाह करा दो +8112,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_003.wav,उसके माता पिता ने उससे कहा क्या तेरे भाइयों की बेटियों में या हमारे सब लोगों में कोई स्त्री नहीं है कि तू खतनारहित पलिश्तियों में की स्त्री से विवाह करना चाहता है शिमशोन ने अपने पिता से कहा उसी से मेरा विवाह करा दे क्योंकि मुझे वही अच्छी लगती है +8113,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_004.wav,उसके माता पिता न जानते थे कि यह बात यहोवा की ओर से है कि वह पलिश्तियों के विरुद्ध दाँव ढूँढ़ता है उस समय तो पलिश्ती इस्राएल पर प्रभुता करते थे +8114,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_005.wav,तब शिमशोन अपने माता पिता को संग लेकर तिम्नाह को चलकर तिम्नाह की दाख की बारी के पास पहुँचा वहाँ उसके सामने एक जवान सिंह गरजने लगा +8115,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_006.wav,तब यहोवा का आत्मा उस पर बल से उतरा और यद्यपि उसके हाथ में कुछ न था तो भी उसने उसको ऐसा फाड़ डाला जैसा कोई बकरी का बच्चा फाड़े अपना यह काम उसने अपने पिता या माता को न बताया +8116,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_007.wav,तब उसने जाकर उस स्त्री से बातचीत की और वह शिमशोन को अच्छी लगी +8117,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_008.wav,कुछ दिनों के बीतने पर वह उसे लाने को लौट चला और उस सिंह की लोथ देखने के लिये मार्ग से मुड़ गया तो क्या देखा कि सिंह की लोथ में मधुमक्खियों का एक झुण्ड और मधु भी है +8118,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_009.wav,���ब वह उसमें से कुछ हाथ में लेकर खातेखाते अपने माता पिता के पास गया और उनको यह बिना बताए कि मैंने इसको सिंह की लोथ में से निकाला है कुछ दिया और उन्होंने भी उसे खाया +8119,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_010.wav,तब उसका पिता उस स्त्री के यहाँ गया और शिमशोन ने जवानों की रीति के अनुसार वहाँ भोज दिया +8120,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_011.wav,उसको देखकर वे उसके संग रहने के लिये तीस संगियों को ले आए +8121,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_012.wav,शिमशोन ने उनसे कहा मैं तुम से एक पहेली कहता हूँ यदि तुम इस भोज के सातों दिनों के भीतर उसे समझकर अर्थ बता दो तो मैं तुम को तीस कुर्ते और तीस जोड़े कपड़े दूँगा +8122,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_013.wav,और यदि तुम उसे न बता सको तो तुम को मुझे तीस कुर्ते और तीस जोड़े कपड़े देने पड़ेंगे उन्होंने उनसे कहा अपनी पहेली कह कि हम उसे सुनें +8123,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_014.wav,उसने उनसे कहा खानेवाले में से खाना और बलवन्त में से मीठी वस्तु निकली इस पहेली का अर्थ वे तीन दिन के भीतर न बता सके +8124,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_015.wav,सातवें दिन उन्होंने शिमशोन की पत्नी से कहा अपने पति को फुसला कि वह हमें पहेली का अर्थ बताए नहीं तो हम तुझे तेरे पिता के घर समेत आग में जलाएँगे क्या तुम लोगों ने हमारा धन लेने के लिये हमें नेवता दिया है क्या यही बात नहीं है +8125,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_016.wav,तब शिमशोन की पत्नी यह कहकर उसके सामने रोने लगी तू तो मुझसे प्रेम नहीं बैर ही रखता है कि तूने एक पहेली मेरी जाति के लोगों से तो कही है परन्तु मुझ को उसका अर्थ भी नहीं बताया उसने कहा मैंने उसे अपनी माता या पिता को भी नहीं बताया फिर क्या मैं तुझको बता दूँ +8126,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_017.wav,भोज के सातों दिनों में वह स्त्री उसके सामने रोती रही और सातवें दिन जब उसने उसको बहुत तंग किया तब उसने उसको पहेली का अर्थ बता दिया तब उसने उसे अपनी जाति के लोगों को बता दिया +8127,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_018.wav,तब सातवें दिन सूर्य डूबने न पाया कि उस नगर के मनुष्यों ने शिमशोन से कहा मधु से अधिक क्या मीठा और सिंह से अधिक क्या बलवन्त है उसने उनसे कहा यदि तुम मेरी बछिया को हल में न जोतते तो मेरी पहेली को कभी न समझते +8128,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_019.wav,तब यहोवा का आत्मा उस पर बल से उतरा और उसने अश्कलोन को जाकर वहाँ के तीस पुरुषों को मार डाला और उनका धन लूटकर तीस जोड़े कपड़ों को पहेली के बतानेवालों को दे दिया तब उसका क्रोध भड़का और वह अपने पिता के घर गया +8129,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_014_020.wav,और शिमशोन की पत्नी का उसके एक संगी के साथ ���िससे उसने मित्र का सा बर्ताव किया था विवाह कर दिया गया +8130,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_001.wav,परन्तु कुछ दिनों बाद गेहूँ की कटनी के दिनों में शिमशोन बकरी का एक बच्चा लेकर अपनी ससुराल में जाकर कहा मैं अपनी पत्नी के पास कोठरी में जाऊँगा परन्तु उसके ससुर ने उसे भीतर जाने से रोका +8131,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_002.wav,और उसके ससुर ने कहा मैं सचमुच यह जानता था कि तू उससे बैर ही रखता है इसलिए मैंने उसका तेरे साथी से विवाह कर दिया क्या उसकी छोटी बहन उससे सुन्दर नहीं है उसके बदले उसी से विवाह कर ले +8132,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_003.wav,शिमशोन ने उन लोगों से कहा अब चाहे मैं पलिश्तियों की हानि भी करूँ तो भी उनके विषय में निर्दोष ही ठहरूँगा +8133,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_004.wav,तब शिमशोन ने जाकर तीन सौ लोमड़ियाँ पकड़ीं और मशाल लेकर दोदो लोमड़ियों की पूँछ एक साथ बाँधी और उनके बीच एकएक मशाल बाँधी +8134,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_005.wav,तब मशालों में आग लगाकर उसने लोमड़ियों को पलिश्तियों के खड़े खेतों में छोड़ दिया और पूलियों के ढेर वरन् खड़े खेत और जैतून की बारियाँ भी जल गईं +8135,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_006.wav,तब पलिश्ती पूछने लगे यह किसने किया है लोगों ने कहा उसके तिम्नाह के दामाद शिमशोन ने यह इसलिए किया कि उसके ससुर ने उसकी पत्नी का उसके साथी से विवाह कर दिया तब पलिश्तियों ने जाकर उस पत्नी और उसके पिता दोनों को आग में जला दिया +8136,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_007.wav,शिमशोन ने उनसे कहा तुम जो ऐसा काम करते हो इसलिए मैं तुम से बदला लेकर ही रहूँगा +8137,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_008.wav,तब उसने उनको अति निष्ठुरता के साथ बड़ी मार से मार डाला तब जाकर एताम नामक चट्टान की एक दरार में रहने लगा +8138,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_009.wav,तब पलिश्तियों ने चढ़ाई करके यहूदा देश में डेरे खड़े किए और लही में फैल गए +8139,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_010.wav,तब यहूदी मनुष्यों ने उनसे पूछा तुम हम पर क्यों चढ़ाई करते हो उन्होंने उत्तर दिया शिमशोन को बाँधने के लिये चढ़ाई करते हैं कि जैसे उसने हम से किया वैसे ही हम भी उससे करें +8140,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_011.wav,तब तीन हजार यहूदी पुरुष एताम नामक चट्टान की दरार में जाकर शिमशोन से कहने लगे क्या तू नहीं जानता कि पलिश्ती हम पर प्रभुता करते हैं फिर तूने हम से ऐसा क्यों किया है उसने उनसे कहा जैसा उन्होंने मुझसे किया था वैसा ही मैंने भी उनसे किया है +8141,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_012.wav,उन्होंने उससे कहा हम तुझे बाँधकर पलिश्तियों के हाथ में कर देने के लिये आए हैं शिमशोन ने उनसे कहा मुझसे यह शपथ खाओ कि तुम मुझ पर प्रहार न करोगे +8142,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_013.wav,उन्होंने कहा ऐसा न होगा हम तुझे बाँधकर उनके हाथ में कर देंगे परन्तु तुझे किसी रीति मार न डालेंगे तब वे उसको दो नई रस्सियों से बाँधकर उस चट्टान में से ले गए +8143,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_014.wav,वह लही तक आ गया पलिश्ती उसको देखकर ललकारने लगे तब यहोवा का आत्मा उस पर बल से उतरा और उसकी बाँहों की रस्सियाँ आग में जले हुए सन के समान हो गईं और उसके हाथों के बन्धन मानो गलकर टूट पड़े +8144,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_015.wav,तब उसको गदहे के जबड़े की एक नई हड्डी मिली और उसने हाथ बढ़ाकर उसे ले लिया और उससे एक हजार पुरुषों को मार डाला +8145,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_016.wav,तब शिमशोन ने कहा गदहे के जबड़े की हड्डी से ढेर के ढेर लग गए गदहे के जबड़े की हड्डी ही से मैंने हजार पुरुषों को मार डाला +8146,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_017.wav,जब वह ऐसा कह चुका तब उसने जबड़े की हड्डी फेंक दी और उस स्थान का नाम रामतलही रखा गया +8147,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_018.wav,तब उसको बड़ी प्यास लगी और उसने यहोवा को पुकारके कहा तूने अपने दास से यह बड़ा छुटकारा कराया है फिर क्या मैं अब प्यासा मर के उन खतनाहीन लोगों के हाथ में पड़ूँ +8148,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_019.wav,तब परमेश्वर ने लही में ओखली सा गड्ढा कर दिया और उसमें से पानी निकलने लगा जब शिमशोन ने पीया तब उसके जी में जी आया और वह फिर ताजा दम हो गया इस कारण उस सोते का नाम एनहक्कोरे रखा गया वह आज के दिन तक लही में है +8149,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_015_020.wav,शिमशोन तो पलिश्तियों के दिनों में बीस वर्ष तक इस्राएल का न्याय करता रहा +8150,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_001.wav,तब शिमशोन गाज़ा को गया और वहाँ एक वेश्या को देखकर उसके पास गया +8151,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_002.wav,जब गाज़ावासियों को इसका समाचार मिला कि शिमशोन यहाँ आया है तब उन्होंने उसको घेर लिया और रात भर नगर के फाटक पर उसकी घात में लगे रहे और यह कहकर रात भर चुपचाप रहे कि भोर होते ही हम उसको घात करेंगे +8152,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_003.wav,परन्तु शिमशोन आधी रात तक पड़ा रहा और आधी रात को उठकर उसने नगर के फाटक के दोनों पल्लों और दोनों बाजुओं को पकड़कर बेंड़ों समेत उखाड़ लिया और अपने कंधों पर रखकर उन्हें उस पहाड़ की चोटी पर ले गया जो हेब्रोन के सामने है +8153,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_004.wav,इसके बाद वह सोरेक नामक घाटी में रहनेवाली दलीला नामक एक स्त्री से प्रीति करने लगा +8154,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_005.wav,तब पलिश्तियों के सरदारों ने उस स्त्री के पास जा के कहा तू उसको फुसलाकर पूछ कि उसके महाबल का भेद क्या है औ��� कौन सा उपाय करके हम उस पर ऐसे प्रबल हों कि उसे बाँधकर दबा रखें तब हम तुझे ग्यारहग्यारह सौ टुकड़े चाँदी देंगे +8155,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_006.wav,तब दलीला ने शिमशोन से कहा मुझे बता दे कि तेरे बड़े बल का भेद क्या है और किस रीति से कोई तुझे बाँधकर रख सकता है +8156,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_007.wav,शिमशोन ने उससे कहा यदि मैं सात ऐसी नईनई ताँतों से बाँधा जाऊँ जो सुखाई न गई हों तो मेरा बल घट जाएगा और मैं साधारण मनुष्य सा हो जाऊँगा +8157,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_008.wav,तब पलिश्तियों के सरदार दलीला के पास ऐसी नईनई सात ताँतें ले गए जो सुखाई न गई थीं और उनसे उसने शिमशोन को बाँधा +8158,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_009.wav,उसके पास तो कुछ मनुष्य कोठरी में घात लगाए बैठे थे तब उसने उससे कहा हे शिमशोन पलिश्ती तेरी घात में हैं तब उसने ताँतों को ऐसा तोड़ा जैसा सन का सूत आग से छूते ही टूट जाता है और उसके बल का भेद न खुला +8159,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_010.wav,तब दलीला ने शिमशोन से कहा सुन तूने तो मुझसे छल किया और झूठ कहा है अब मुझे बता दे कि तू किस वस्तु से बन्ध सकता है +8160,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_011.wav,उसने उससे कहा यदि मैं ऐसी नईनई रस्सियों से जो किसी काम में न आईं हों कसकर बाँधा जाऊँ तो मेरा बल घट जाएगा और मैं साधारण मनुष्य के समान हो जाऊँगा +8161,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_012.wav,तब दलीला ने नईनई रस्सियाँ लेकर और उसको बाँधकर कहा हे शिमशोन पलिश्ती तेरी घात में हैं कितने मनुष्य उस कोठरी में घात लगाए हुए थे तब उसने उनको सूत के समान अपनी भुजाओं पर से तोड़ डाला +8162,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_013.wav,तब दलीला ने शिमशोन से कहा अब तक तू मुझसे छल करता और झूठ बोलता आया है अब मुझे बता दे कि तू किस से बन्ध सकता है उसने कहा यदि तू मेरे सिर की सातों लटें ताने में बुने तो बन्ध सकूँगा +8163,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_014.wav,अतः उसने उसे खूँटी से जकड़ा तब उससे कहा हे शिमशोन पलिश्ती तेरी घात में हैं तब वह नींद से चौंक उठा और खूँटी को धरन में से उखाड़कर उसे ताने समेत ले गया +8164,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_015.wav,तब दलीला ने उससे कहा तेरा मन तो मुझसे नहीं लगा फिर तू क्यों कहता है कि मैं तुझ से प्रीति रखता हूँ तूने ये तीनों बार मुझसे छल किया और मुझे नहीं बताया कि तेरे बड़े बल का भेद क्या है +8165,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_016.wav,इस प्रकार जब उसने हर दिन बातें करतेकरते उसको तंग किया और यहाँ तक हठ किया कि उसकी नाकों में दम आ गया +8166,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_017.wav,तब उसने अपने मन का सारा भेद खोलकर उससे कहा मेरे सिर पर छुरा कभी नहीं फिरा क्योंकि मैं माँ के पेट ���ी से परमेश्वर का नाज़ीर हूँ यदि मैं मुँण्ड़ा जाऊँ तो मेरा बल इतना घट जाएगा कि मैं साधारण मनुष्य सा हो जाऊँगा +8167,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_018.wav,यह देखकर कि उसने अपने मन का सारा भेद मुझसे कह दिया है दलीला ने पलिश्तियों के सरदारों के पास कहला भेजा अब की बार फिर आओ क्योंकि उसने अपने मन का सब भेद मुझे बता दिया है तब पलिश्तियों के सरदार हाथ में रुपया लिए हुए उसके पास गए +8168,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_019.wav,तब उसने उसको अपने घुटनों पर सुला रखा और एक मनुष्य बुलवाकर उसके सिर की सातों लटें मुँण्ड़वा डाली और वह उसको दबाने लगी और वह निर्बल हो गया +8169,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_020.wav,तब उसने कहा हे शिमशोन पलिश्ती तेरी घात में हैं तब वह चौंककर सोचने लगा मैं पहले के समान बाहर जाकर झटकूँगा वह तो न जानता था कि यहोवा उसके पास से चला गया है +8170,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_021.wav,तब पलिश्तियों ने उसको पकड़कर उसकी आँखें फोड़ डालीं और उसे गाज़ा को ले जा के पीतल की बेड़ियों से जकड़ दिया और वह बन्दीगृह में चक्की पीसने लगा +8171,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_022.wav,उसके सिर के बाल मुँण्ड़ जाने के बाद फिर बढ़ने लगे +8172,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_023.wav,तब पलिश्तियों के सरदार अपने दागोन नामक देवता के लिये बड़ा यज्ञ और आनन्द करने को यह कहकर इकट्ठे हुए हमारे देवता ने हमारे शत्रु शिमशोन को हमारे हाथ में कर दिया है +8173,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_024.wav,और जब लोगों ने उसे देखा तब यह कहकर अपने देवता की स्तुति की हमारे देवता ने हमारे शत्रु और हमारे देश का नाश करनेवाले को जिसने हम में से बहुतों को मार भी डाला हमारे हाथ में कर दिया है +8174,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_025.wav,जब उनका मन मगन हो गया तब उन्होंने कहा शिमशोन को बुलवा लो कि वह हमारे लिये तमाशा करे इसलिए शिमशोन बन्दीगृह में से बुलवाया गया और उनके लिये तमाशा करने लगा और खम्भों के बीच खड़ा कर दिया गया +8175,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_026.wav,तब शिमशोन ने उस लड़के से जो उसका हाथ पकड़े था कहा मुझे उन खम्भों को जिनसे घर सम्भला हुआ है छूने दे कि मैं उस पर टेक लगाऊँ +8176,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_027.wav,वह घर तो स्त्री पुरुषों से भरा हुआ था पलिश्तियों के सब सरदार भी वहाँ थे और छत पर कोई तीन हजार स्त्री और पुरुष थे जो शिमशोन को तमाशा करते हुए देख रहे थे +8177,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_028.wav,तब शिमशोन ने यह कहकर यहोवा की दुहाई दी हे प्रभु यहोवा मेरी सुधि ले हे परमेश्वर अब की बार मुझे बल दे कि मैं पलिश्तियों से अपनी दोनों आँखों का एक ही बदला लूँ +8178,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_029.wav,तब शिमशोन ने ��न दोनों बीचवाले खम्भों को जिनसे घर सम्भला हुआ था पकड़कर एक पर तो दाहिने हाथ से और दूसरे पर बाएँ हाथ से बल लगा दिया +8179,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_030.wav,और शिमशोन ने कहा पलिश्तियों के संग मेरा प्राण भी जाए और वह अपना सारा बल लगाकर झुका तब वह घर सब सरदारों और उसमें के सारे लोगों पर गिर पड़ा इस प्रकार जिनको उसने मरते समय मार डाला वे उनसे भी अधिक थे जिन्हें उसने अपने जीवन में मार डाला था +8180,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_016_031.wav,तब उसके भाई और उसके पिता के सारे घराने के लोग आए और उसे उठाकर ले गए और सोरा और एश्ताओल के मध्य उसके पिता मानोह की कब्र में मिट्टी दी उसने इस्राएल का न्याय बीस वर्ष तक किया था +8181,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_001.wav,एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका नामक एक पुरुष था +8182,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_002.wav,उसने अपनी माता से कहा जो ग्यारह सौ टुकड़े चाँदी तुझ से ले लिए गए थे जिनके विषय में तूने मेरे सुनते भी श्राप दिया था वे मेरे पास हैं मैंने ही उनको ले लिया था उसकी माता ने कहा मेरे बेटे पर यहोवा की ओर से आशीष हो +8183,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_003.wav,जब उसने वे ग्यारह सौ टुकड़े चाँदी अपनी माता को वापस दिए तब माता ने कहा मैं अपनी ओर से अपने बेटे के लिये यह रुपया यहोवा को निश्चय अर्पण करती हूँ ताकि उससे एक मूरत खोदकर और दूसरी ढालकर बनाई जाए इसलिए अब मैं उसे तुझको वापस देती हूँ +8184,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_004.wav,जब उसने वह रुपया अपनी माता को वापस दिया तब माता ने दो सौ टुकड़े ढलवैये को दिया और उसने उनसे एक मूर्ति खोदकर और दूसरी ढालकर बनाई और वे मीका के घर में रहीं +8185,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_005.wav,मीका के पास एक देवस्थान था तब उसने एक एपोद और कई एक गृहदेवता बनवाए और अपने एक बेटे का संस्कार करके उसे अपना पुरोहित ठहरा लिया +8186,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_006.wav,उन दिनों में इस्राएलियों का कोई राजा न था जिसको जो ठीक जान पड़ता था वही वह करता था +8187,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_007.wav,यहूदा के कुल का एक जवान लेवीय यहूदा के बैतलहम में परदेशी होकर रहता था +8188,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_008.wav,वह यहूदा के बैतलहम नगर से इसलिए निकला कि जहाँ कहीं स्थान मिले वहाँ जा रहे चलतेचलते वह एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका के घर पर आ निकला +8189,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_009.wav,मीका ने उससे पूछा तू कहाँ से आता है उसने कहा मैं तो यहूदा के बैतलहम से आया हुआ एक लेवीय हूँ और इसलिए चला जाता हूँ कि जहाँ कहीं ठिकाना मुझे मिले वहीं रहूँ +8190,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_010.wav,मीका ने उससे कहा मेरे संग रहकर मेरे लिये पिता और पुरोहित बन औ�� मैं तुझे प्रतिवर्ष दस टुकड़े रूपे और एक जोड़ा कपड़ा और भोजनवस्तु दिया करूँगा तब वह लेवीय भीतर गया +8191,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_011.wav,और वह लेवीय उस पुरुष के संग रहने से प्रसन्न हुआ और वह जवान उसके साथ बेटा सा बना रहा +8192,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_012.wav,तब मीका ने उस लेवीय का संस्कार किया और वह जवान उसका पुरोहित होकर मीका के घर में रहने लगा +8193,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_017_013.wav,और मीका सोचता था कि अब मैं जानता हूँ कि यहोवा मेरा भला करेगा क्योंकि मैंने एक लेवीय को अपना पुरोहित रखा है +8194,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_001.wav,उन दिनों में इस्राएलियों का कोई राजा न था और उन्हीं दिनों में दानियों के गोत्र के लोग रहने के लिये कोई भाग ढूँढ़ रहे थे क्योंकि इस्राएली गोत्रों के बीच उनका भाग उस समय तक न मिला था +8195,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_002.wav,तब दानियों ने अपने समस्त कुल में से पाँच शूरवीरों को सोरा और एश्ताओल से देश का भेद लेने और उसमें छानबीन करने के लिये यह कहकर भेज दिया जाकर देश में छानबीन करो इसलिए वे एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका के घर तक जाकर वहाँ टिक गए +8196,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_003.wav,जब वे मीका के घर के पास आए तब उस जवान लेवीय का बोल पहचाना इसलिए वहाँ मुड़कर उससे पूछा तुझे यहाँ कौन ले आया और तू यहाँ क्या करता है और यहाँ तेरे पास क्या है +8197,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_004.wav,उसने उनसे कहा मीका ने मुझसे ऐसाऐसा व्यवहार किया है और मुझे नौकर रखा है और मैं उसका पुरोहित हो गया हूँ +8198,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_005.wav,उन्होंने उससे कहा परमेश्वर से सलाह ले कि हम जान लें कि जो यात्रा हम करते हैं वह सफल होगी या नहीं +8199,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_006.wav,पुरोहित ने उनसे कहा कुशल से चले जाओ जो यात्रा तुम करते हो उस पर यहोवा की कृपादृष्टि है +8200,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_007.wav,तब वे पाँच मनुष्य चल निकले और लैश को जाकर वहाँ के लोगों को देखा कि सीदोनियों के समान निडर बेखटके और शान्ति से रहते हैं और इस देश का कोई अधिकारी नहीं है जो उन्हें किसी काम में रोके और ये सीदोनियों से दूर रहते हैं और दूसरे मनुष्यों से कोई व्यवहार नहीं रखते +8201,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_008.wav,तब वे सोरा और एश्ताओल को अपने भाइयों के पास गए और उनके भाइयों ने उनसे पूछा तुम क्या समाचार ले आए हो +8202,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_009.wav,उन्होंने कहा आओ हम उन लोगों पर चढ़ाई करें क्योंकि हमने उस देश को देखा कि वह बहुत अच्छा है तुम क्यों चुपचाप रहते हो वहाँ चलकर उस देश को अपने वश में कर लेने में आलस न करो +8203,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_010.wav,वहाँ पहुँचकर तुम निडर र���ते हुए लोगों को और लम्बा चौड़ा देश पाओगे और परमेश्वर ने उसे तुम्हारे हाथ में दे दिया है वह ऐसा स्थान है जिसमें पृथ्वी भर के किसी पदार्थ की घटी नहीं है +8204,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_011.wav,तब वहाँ से अर्थात् सोरा और एश्ताओल से दानियों के कुल के छः सौ पुरुषों ने युद्ध के हथियार बाँधकर प्रस्थान किया +8205,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_012.wav,उन्होंने जाकर यहूदा देश के किर्यत्यारीम नगर में डेरे खड़े किए इस कारण उस स्थान का नाम महनेदान आज तक पड़ा है वह तो किर्य्यत्यारीम के पश्चिम की ओर है +8206,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_013.wav,वहाँ से वे आगे बढ़कर एप्रैम के पहाड़ी देश में मीका के घर के पास आए +8207,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_014.wav,तब जो पाँच मनुष्य लैश के देश का भेद लेने गए थे वे अपने भाइयों से कहने लगे क्या तुम जानते हो कि इन घरों में एक एपोद कई एक गृहदेवता एक खुदी और एक ढली हुई मूरत है इसलिए अब सोचो कि क्या करना चाहिये +8208,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_015.wav,वे उधर मुड़कर उस जवान लेवीय के घर गए जो मीका का घर था और उसका कुशल क्षेम पूछा +8209,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_016.wav,और वे छः सौ दानी पुरुष फाटक में हथियार बाँधे हुए खड़े रहे +8210,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_017.wav,और जो पाँच मनुष्य देश का भेद लेने गए थे उन्होंने वहाँ घुसकर उस खुदी हुई मूरत और एपोद और गृहदेवताओं और ढली हुई मूरत को ले लिया और वह पुरोहित फाटक में उन हथियार बाँधे हुए छः सौ पुरुषों के संग खड़ा था +8211,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_018.wav,जब वे पाँच मनुष्य मीका के घर में घुसकर खुदी हुई मूरत एपोद गृहदेवता और ढली हुई मूरत को ले आए थे तब पुरोहित ने उनसे पूछा यह तुम क्या करते हो +8212,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_019.wav,उन्होंने उससे कहा चुप रह अपने मुँह को हाथ से बन्द कर और हम लोगों के संग चलकर हमारे लिये पिता और पुरोहित बन तेरे लिये क्या अच्छा है यह कि एक ही मनुष्य के घराने का पुरोहित हो या यह कि इस्राएलियों के एक गोत्र और कुल का पुरोहित हो +8213,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_020.wav,तब पुरोहित प्रसन्न हुआ इसलिए वह एपोद गृहदेवता और खुदी हुई मूरत को लेकर उन लोगों के संग चला गया +8214,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_021.wav,तब वे मुड़ें और बालबच्चों पशुओं और सामान को अपने आगे करके चल दिए +8215,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_022.wav,जब वे मीका के घर से दूर निकल गए थे तब जो मनुष्य मीका के घर के पासवाले घरों में रहते थे उन्होंने इकट्ठे होकर दानियों को जा लिया +8216,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_023.wav,और दानियों को पुकारा तब उन्होंने मुँह फेर के मीका से कहा तुझे क्या हुआ कि तू इतना बड़ा दल लिए आता है +8217,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_024.wav,उसने कहा तुम तो मेरे बनवाए हुए देवताओं और पुरोहित को ले चले हो फिर मेरे पास क्या रह गया तो तुम मुझसे क्यों पूछते हो कि तुझे क्या हुआ है +8218,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_025.wav,दानियों ने उससे कहा तेरा बोल हम लोगों में सुनाई न दे कहीं ऐसा न हो कि क्रोधी जन तुम लोगों पर प्रहार करें और तू अपना और अपने घर के लोगों के भी प्राण को खो दे +8219,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_026.wav,तब दानियों ने अपना मार्ग लिया और मीका यह देखकर कि वे मुझसे अधिक बलवन्त हैं फिरके अपने घर लौट गया +8220,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_027.wav,तब वे मीका के बनवाए हुए पदार्थों और उसके पुरोहित को साथ ले लैश के पास आए जिसके लोग शान्ति से और बिना खटके रहते थे और उन्होंने उनको तलवार से मार डाला और नगर को आग लगाकर फूँक दिया +8221,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_028.wav,और कोई बचानेवाला न था क्योंकि वह सीदोन से दूर था और वे और मनुष्यों से कोई व्यवहार न रखते थे और वह बेत्रहोब की तराई में था तब उन्होंने नगर को दृढ़ किया और उसमें रहने लगे +8222,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_029.wav,और उन्होंने उस नगर का नाम इस्राएल के एक पुत्र अपने मूलपुरुष दान के नाम पर दान रखा परन्तु पहले तो उस नगर का नाम लैश था +8223,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_030.wav,तब दानियों ने उस खुदी हुई मूरत को खड़ा कर लिया और देश की बँधुआई के समय वह योनातान जो गेर्शोम का पुत्र और मूसा का पोता था वह और उसके वंश के लोग दान गोत्र के पुरोहित बने रहे +8224,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_018_031.wav,और जब तक परमेश्वर का भवन शीलो में बना रहा तब तक वे मीका की खुदवाई हुई मूरत को स्थापित किए रहे +8225,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_001.wav,उन दिनों में जब इस्राएलियों का कोई राजा न था तब एक लेवीय पुरुष एप्रैम के पहाड़ी देश की परली ओर परदेशी होकर रहता था जिसने यहूदा के बैतलहम में की एक रखैल रख ली थी +8226,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_002.wav,उसकी रखैल व्यभिचार करके यहूदा के बैतलहम को अपने पिता के घर चली गई और चार महीने वहीं रही +8227,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_003.wav,तब उसका पति अपने साथ एक सेवक और दो गदहे लेकर चला और उसके यहाँ गया कि उसे समझा बुझाकर ले आए वह उसे अपने पिता के घर ले गई और उस जवान स्त्री का पिता उसे देखकर उसकी भेंट से आनन्दित हुआ +8228,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_004.wav,तब उसके ससुर अर्थात् उस स्त्री के पिता ने विनती करके उसे रोक लिया और वह तीन दिन तक उसके पास रहा इसलिए वे वहाँ खाते पीते टिके रहे +8229,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_005.wav,चौथे दिन जब वे भोर को सवेरे उठे और वह चलने को हुआ तब स्त्री के पिता ने अपने दामाद से कहा एक टुकड़ा रोटी खाकर अपना जी ठण��डा कर तब तुम लोग चले जाना +8230,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_006.wav,तब उन दोनों ने बैठकर संगसंग खाया पिया फिर स्त्री के पिता ने उस पुरुष से कहा और एक रात टिके रहने को प्रसन्न हो और आनन्द कर +8231,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_007.wav,वह पुरुष विदा होने को उठा परन्तु उसके ससुर ने विनती करके उसे दबाया इसलिए उसने फिर उसके यहाँ रात बिताई +8232,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_008.wav,पाँचवें दिन भोर को वह तो विदा होने को सवेरे उठा परन्तु स्त्री के पिता ने कहा अपना जी ठण्डा कर और तुम दोनों दिन ढलने तक रुके रहो तब उन दोनों ने रोटी खाई +8233,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_009.wav,जब वह पुरुष अपनी रखैल और सेवक समेत विदा होने को उठा तब उसके ससुर अर्थात् स्त्री के पिता ने उससे कहा देख दिन तो ढल चला है और साँझ होने पर है इसलिए तुम लोग रात भर टिके रहो देख दिन तो डूबने पर है इसलिए यहीं आनन्द करता हुआ रात बिता और सवेरे को उठकर अपना मार्ग लेना और अपने डेरे को चले जाना +8234,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_010.wav,परन्तु उस पुरुष ने उस रात को टिकना न चाहा इसलिए वह उठकर विदा हुआ और काठी बाँधे हुए दो गदहे और अपनी रखैल संग लिए हुए यबूस के सामने तक जो यरूशलेम कहलाता है पहुँचा +8235,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_011.wav,वे यबूस के पास थे और दिन बहुत ढल गया था कि सेवक ने अपने स्वामी से कहा आ हम यबूसियों के इस नगर में मुड़कर टिकें +8236,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_012.wav,उसके स्वामी ने उससे कहा हम पराए नगर में जहाँ कोई इस्राएली नहीं रहता न उतरेंगे गिबा तक बढ़ जाएँगे +8237,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_013.wav,फिर उसने अपने सेवक से कहा आ हम उधर के स्थानों में से किसी के पास जाएँ हम गिबा या रामाह में रात बिताएँ +8238,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_014.wav,और वे आगे की ओर चले और उनके बिन्यामीन के गिबा के निकट पहुँचतेपहुँचते सूर्य अस्त हो गया +8239,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_015.wav,इसलिए वे गिबा में टिकने के लिये उसकी ओर मुड़ गए और वह भीतर जाकर उस नगर के चौक में बैठ गया क्योंकि किसी ने उनको अपने घर में न टिकाया +8240,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_016.wav,तब एक बूढ़ा अपने खेत के काम को निपटाकर साँझ को चला आया वह तो एप्रैम के पहाड़ी देश का था और गिबा में परदेशी होकर रहता था परन्तु उस स्थान के लोग बिन्यामीनी थे +8241,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_017.wav,उसने आँखें उठाकर उस यात्री को नगर के चौक में बैठे देखा और उस बूढ़े ने पूछा तू किधर जाता और कहाँ से आता है +8242,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_018.wav,उसने उससे कहा हम लोग तो यहूदा के बैतलहम से आकर एप्रैम के पहाड़ी देश की परली ओर जाते हैं मैं तो वहीं का हूँ और यहूदा के बैतलहम तक गया था और अब यहोवा के भवन को जाता हूँ परन्तु कोई मुझे अपने घर में नहीं टिकाता +8243,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_019.wav,हमारे पास तो गदहों के लिये पुआल और चारा भी है और मेरे और तेरी इस दासी और इस जवान के लिये भी जो तेरे दासों के संग है रोटी और दाखमधु भी है हमें किसी वस्तु की घटी नहीं है +8244,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_020.wav,बूढ़े ने कहा तेरा कल्याण हो तेरे प्रयोजन की सब वस्तुएँ मेरे सिर हों परन्तु रात को चौक में न बिता +8245,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_021.wav,तब वह उसको अपने घर ले चला और गदहों को चारा दिया तब वे पाँव धोकर खानेपीने लगे +8246,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_022.wav,वे आनन्द कर रहे थे कि नगर के लुच्चों ने घर को घेर लिया और द्वार को खटखटाखटखटाकर घर के उस बूढ़े स्वामी से कहने लगे जो पुरुष तेरे घर में आया उसे बाहर ले आ कि हम उससे भोग करें +8247,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_023.wav,घर का स्वामी उनके पास बाहर जाकर उनसे कहने लगा नहीं नहीं हे मेरे भाइयों ऐसी बुराई न करो यह पुरुष जो मेरे घर पर आया है इससे ऐसी मूर्खता का काम मत करो +8248,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_024.wav,देखो यहाँ मेरी कुँवारी बेटी है और उस पुरुष की रखैल भी है उनको मैं बाहर ले आऊँगा और उनका पतपानी लो तो लो और उनसे तो जो चाहो सो करो परन्तु इस पुरुष से ऐसी मूर्खता का काम मत करो +8249,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_025.wav,परन्तु उन मनुष्यों ने उसकी न मानी तब उस पुरुष ने अपनी रखैल को पकड़कर उनके पास बाहर कर दिया और उन्होंने उससे कुकर्म किया और रात भर क्या भोर तक उससे लीलाक्रीड़ा करते रहे और पौ फटते ही उसे छोड़ दिया +8250,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_026.wav,तब वह स्त्री पौ फटते ही जा के उस मनुष्य के घर के द्वार पर जिसमें उसका पति था गिर गई और उजियाले के होने तक वहीं पड़ी रही +8251,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_027.wav,सवेरे जब उसका पति उठ घर का द्वार खोल अपना मार्ग लेने को बाहर गया तो क्या देखा कि उसकी रखैल घर के द्वार के पास डेवढ़ी पर हाथ फैलाए हुए पड़ी है +8252,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_028.wav,उसने उससे कहा उठ हम चलें जब कोई उत्तर न मिला तब वह उसको गदहे पर लादकर अपने स्थान को गया +8253,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_029.wav,जब वह अपने घर पहुँचा तब छूरी ले रखैल को अंगअंग करके काटा और उसे बारह टुकड़े करके इस्राएल के देश में भेज दिया +8254,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_019_030.wav,जितनों ने उसे देखा वे सब आपस में कहने लगे इस्राएलियों के मिस्र देश से चले आने के समय से लेकर आज के दिन तक ऐसा कुछ कभी नहीं हुआ और न देखा गया अतः इस पर सोचकर सम्मति करो और बताओ +8255,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_001.wav,तब दान से लेकर बेर्शेबा तक के सब इस्राएली और गिलाद ��े लोग भी निकले और उनकी मण्डली एकमत होकर मिस्पा में यहोवा के पास इकट्ठी हुई +8256,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_002.wav,और सारी प्रजा के प्रधान लोग वरन् सब इस्राएली गोत्रों के लोग जो चार लाख तलवार चलानेवाले प्यादे थे परमेश्वर की प्रजा की सभा में उपस्थित हुए +8257,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_003.wav,बिन्यामीनियों ने तो सुना कि इस्राएली मिस्पा को आए हैं और इस्राएली पूछने लगे हम से कहो यह बुराई कैसे हुई +8258,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_004.wav,उस मार डाली हुई स्त्री के लेवीय पति ने उत्तर दिया मैं अपनी रखैल समेत बिन्यामीन के गिबा में टिकने को गया था +8259,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_005.wav,तब गिबा के पुरुषों ने मुझ पर चढ़ाई की और रात के समय घर को घेर के मुझे घात करना चाहा और मेरी रखैल से इतना कुकर्म किया कि वह मर गई +8260,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_006.wav,तब मैंने अपनी रखैल को लेकर टुकड़ेटुकड़े किया और इस्राएलियों के भाग के सारे देश में भेज दिया उन्होंने तो इस्राएल में महापाप और मूर्खता का काम किया है +8261,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_007.wav,सुनो हे इस्राएलियों सब के सब देखो और यहीं अपनी सम्मति दो +8262,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_008.wav,तब सब लोग एक मन हो उठकर कहने लगे न तो हम में से कोई अपने डेरे जाएगा और न कोई अपने घर की ओर मुड़ेगा +8263,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_009.wav,परन्तु अब हम गिबा से यह करेंगे अर्थात् हम चिट्ठी डाल डालकर उस पर चढ़ाई करेंगे +8264,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_010.wav,और हम सब इस्राएली गोत्रों में सौ पुरुषों में से दस और हजार पुरुषों में से एक सौ और दस हजार में से एक हजार पुरुषों को ठहराएँ कि वे सेना के लिये भोजनवस्तु पहुँचाए इसलिए कि हम बिन्यामीन के गिबा में पहुँचकर उसको उस मूर्खता का पूरा फल भुगता सके जो उन्होंने इस्राएल में की है +8265,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_011.wav,तब सब इस्राएली पुरुष उस नगर के विरुद्ध एक पुरुष की समान संगठित होकर इकट्ठे हो गए +8266,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_012.wav,और इस्राएली गोत्रियों ने बिन्यामीन के सारे गोत्रियों में कितने मनुष्य यह पूछने को भेजे यह क्या बुराई है जो तुम लोगों में की गई है +8267,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_013.wav,अब उन गिबावासी लुच्चों को हमारे हाथ कर दो कि हम उनको जान से मार के इस्राएल में से बुराई का नाश करें परन्तु बिन्यामीनियों ने अपने भाई इस्राएलियों की मानने से इन्कार किया +8268,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_014.wav,और बिन्यामीनी अपनेअपने नगर में से आकर गिबा में इसलिए इकट्ठे हुए कि इस्राएलियों से लड़ने को निकलें +8269,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_015.wav,और उसी दिन गिबावासी पुरुषों को छोड़ जिनकी गिनती सात सौ ��ुने हुए पुरुष ठहरी और नगरों से आए हुए तलवार चलानेवाले बिन्यामीनियों की गिनती छब्बीस हजार पुरुष ठहरी +8270,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_016.wav,इन सब लोगों में से सात सौ बयंहत्थे चुने हुए पुरुष थे जो सब के सब ऐसे थे कि गोफन से पत्थर मारने में बाल भर भी न चूकते थे +8271,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_017.wav,और बिन्यामीनियों को छोड़ इस्राएली पुरुष चार लाख तलवार चलानेवाले थे ये सब के सब योद्धा थे +8272,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_018.wav,सब इस्राएली उठकर बेतेल को गए और यह कहकर परमेश्वर से सलाह ली और इस्राएलियों ने पूछा हम में से कौन बिन्यामीनियों से लड़ने को पहले चढ़ाई करे यहोवा ने कहा यहूदा पहले चढ़ाई करे +8273,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_019.wav,तब इस्राएलियों ने सवेरे को उठकर गिबा के सामने डेरे डाले +8274,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_020.wav,और इस्राएली पुरुष बिन्यामीनियों से लड़ने को निकल गए और इस्राएली पुरुषों ने उससे लड़ने को गिबा के विरुद्ध पाँति बाँधी +8275,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_021.wav,तब बिन्यामीनियों ने गिबा से निकल उसी दिन बाईस हजार इस्राएली पुरुषों को मारकर मिट्टी में मिला दिया +8276,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_022.wav,तो भी इस्राएली पुरुषों ने हियाव बाँधकर के उसी स्थान में जहाँ उन्होंने पहले दिन पाँति बाँधी थी फिर पाँति बाँधी +8277,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_023.wav,और इस्राएली जाकर साँझ तक यहोवा के सामने रोते रहे और यह कहकर यहोवा से पूछा क्या हम अपने भाई बिन्यामीनियों से लड़ने को फिर पास जाएँ यहोवा ने कहा हाँ उन पर चढ़ाई करो +8278,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_024.wav,तब दूसरे दिन इस्राएली बिन्यामीनियों के निकट पहुँचे +8279,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_025.wav,तब बिन्यामीनियों ने दूसरे दिन उनका सामना करने को गिबा से निकलकर फिर अठारह हजार इस्राएली पुरुषों को मारकर जो सब के सब तलवार चलानेवाले थे मिट्टी में मिला दिया +8280,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_026.wav,तब सब इस्राएली वरन् सब लोग बेतेल को गए और रोते हुए यहोवा के सामने बैठे रहे और उस दिन साँझ तक उपवास किया और यहोवा को होमबलि और मेलबलि चढ़ाए +8281,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_027.wav,और इस्राएलियों ने यहोवा से सलाह ली उस समय परमेश्वर का वाचा का सन्दूक वहीं था +8282,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_028.wav,और पीनहास जो हारून का पोता और एलीआजर का पुत्र था उन दिनों में उसके सामने हाजिर रहा करता था उन्होंने पूछा क्या हम एक और बार अपने भाई बिन्यामीनियों से लड़ने को निकलें या उनको छोड़ दें यहोवा ने कहा चढ़ाई कर क्योंकि कल मैं उनको तेरे हाथ में कर दूँगा +8283,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_029.wav,तब इस्राएलियों ने गिबा के चारों ओ�� लोगों को घात में बैठाया +8284,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_030.wav,तीसरे दिन इस्राएलियों ने बिन्यामीनियों पर फिर चढ़ाई की और पहले के समान गिबा के विरुद्ध पाँति बाँधी +8285,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_031.wav,तब बिन्यामीनी उन लोगों का सामना करने को निकले और नगर के पास से खींचे गए और जो दो सड़क एक बेतेल को और दूसरी गिबा को गई है उनमें लोगों को पहले के समान मारने लगे और मैदान में कोई तीस इस्राएली मारे गए +8286,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_032.wav,बिन्यामीनी कहने लगे वे पहले के समान हम से मारे जाते हैं परन्तु इस्राएलियों ने कहा हम भागकर उनको नगर में से सड़कों में खींच ले आएँ +8287,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_033.wav,तब सब इस्राएली पुरुषों ने अपने स्थान से उठकर बालतामार में पाँति बाँधी और घात में बैठे हुए इस्राएली अपने स्थान से अर्थात् मारेगेवा से अचानक निकले +8288,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_034.wav,तब सब इस्राएलियों में से छाँटे हुए दस हजार पुरुष गिबा के सामने आए और घोर लड़ाई होने लगी परन्तु वे न जानते थे कि हम पर विपत्ति अभी पड़ना चाहती है +8289,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_035.wav,तब यहोवा ने बिन्यामीनियों को इस्राएल से हरवा दिया और उस दिन इस्राएलियों ने पच्चीस हजार एक सौ बिन्यामीनी पुरुषों को नाश किया जो सब के सब तलवार चलानेवाले थे +8290,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_036.wav,तब बिन्यामीनियों ने देखा कि हम हार गए और इस्राएली पुरुष उन घातकों का भरोसा करके जिन्हें उन्होंने गिबा के पास बैठाया था बिन्यामीनियों के सामने से चले गए +8291,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_037.wav,परन्तु घातक लोग फुर्ती करके गिबा पर झपट गए और घातकों ने आगे बढ़कर सारे नगर को तलवार से मारा +8292,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_038.wav,इस्राएली पुरुषों और घातकों के बीच तो यह चिन्ह ठहराया गया था कि वे नगर में से बहुत बड़ा धुएँ का खम्भा उठाए +8293,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_039.wav,इस्राएली पुरुष तो लड़ाई में हटने लगे और बिन्यामीनियों ने यह कहकर कि निश्चय वे पहली लड़ाई के समान हम से हारे जाते हैं इस्राएलियों को मार डालने लगे और तीस एक पुरुषों को घात किया +8294,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_040.wav,परन्तु जब वह धुएँ का खम्भा नगर में से उठने लगा तब बिन्यामीनियों ने अपने पीछे जो दृष्टि की तो क्या देखा कि नगर का नगर धुआँ होकर आकाश की ओर उड़ रहा है +8295,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_041.wav,तब इस्राएली पुरुष घूमे और बिन्यामीनी पुरुष यह देखकर घबरा गए कि हम पर विपत्ति आ पड़ी है +8296,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_042.wav,इसलिए उन्होंने इस्राएली पुरुषों को पीठ दिखाकर जंगल का मार्ग लिया परन्तु लड़ाई उनसे होती ही रही और जो अन्य नगरों में से आए थे उनको इस्राएली रास्ते में नाश करते गए +8297,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_043.wav,उन्होंने बिन्यामीनियों को घेर लिया और उन्हें खदेड़ा वे मनुहा में वरन् गिबा के पूर्व की ओर तक उन्हें लताड़ते गए +8298,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_044.wav,और बिन्यामीनियों में से अठारह हजार पुरुष जो सब के सब शूरवीर थे मारे गए +8299,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_045.wav,तब वे घूमकर जंगल में की रिम्मोन नामक चट्टान की ओर तो भाग गए परन्तु इस्राएलियों ने उनमें से पाँच हजार को चुनचुनकर सड़कों में मार डाला फिर गिदोम तक उनके पीछे पड़के उनमें से दो हजार पुरुष मार डाले +8300,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_046.wav,तब बिन्यामीनियों में से जो उस दिन मारे गए वे पच्चीस हजार तलवार चलानेवाले पुरुष थे और ये सब शूरवीर थे +8301,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_047.wav,परन्तु छः सौ पुरुष घूमकर जंगल की ओर भागे और रिम्मोन नामक चट्टान में पहुँच गए और चार महीने वहीं रहे +8302,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_020_048.wav,तब इस्राएली पुरुष लौटकर बिन्यामीनियों पर लपके और नगरों में क्या मनुष्य क्या पशु जो कुछ मिला सब को तलवार से नाश कर डाला और जितने नगर उन्हें मिले उन सभी को आग लगाकर फूँक दिया +8303,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_001.wav,इस्राएली पुरुषों ने मिस्पा में शपथ खाकर कहा था हम में कोई अपनी बेटी का किसी बिन्यामीनी से विवाह नहीं करेगा +8304,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_002.wav,वे बेतेल को जाकर साँझ तक परमेश्वर के सामने बैठे रहे और फूट फूटकर बहुत रोते रहे +8305,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_003.wav,और कहते थे हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा इस्राएल में ऐसा क्यों होने पाया कि आज इस्राएल में एक गोत्र की घटी हुई है +8306,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_004.wav,फिर दूसरे दिन उन्होंने सवेरे उठ वहाँ वेदी बनाकर होमबलि और मेलबलि चढ़ाए +8307,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_005.wav,तब इस्राएली पूछने लगे इस्राएल के सारे गोत्रों में से कौन है जो यहोवा के पास सभा में नहीं आया था उन्होंने तो भारी शपथ खाकर कहा था जो कोई मिस्पा को यहोवा के पास न आए वह निश्चय मार डाला जाएगा +8308,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_006.wav,तब इस्राएली अपने भाई बिन्यामीन के विषय में यह कहकर पछताने लगे आज इस्राएल में से एक गोत्र कट गया है +8309,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_007.wav,हमने जो यहोवा की शपथ खाकर कहा है कि हम उनसे अपनी किसी बेटी का विवाह नहीं करेंगे इसलिए बचे हुओं को स्त्रियाँ मिलने के लिये क्या करें +8310,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_008.wav,जब उन्होंने यह पूछा इस्राएल के गोत्रों में से कौन है जो मिस्पा को यहोवा के पास न आया था तब यह मालूम हुआ कि गिलादी याबेश से कोई छावनी ��ें सभा को न आया था +8311,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_009.wav,अर्थात् जब लोगों की गिनती की गई तब यह जाना गया कि गिलादी याबेश के निवासियों में से कोई यहाँ नहीं है +8312,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_010.wav,इसलिए मण्डली ने बारह हजार शूरवीरों को वहाँ यह आज्ञा देकर भेज दिया तुम जाकर स्त्रियों और बालबच्चों समेत गिलादी याबेश को तलवार से नाश करो +8313,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_011.wav,और तुम्हें जो करना होगा वह यह है कि सब पुरुषों को और जितनी स्त्रियों ने पुरुष का मुँह देखा हो उनका सत्यानाश कर डालना +8314,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_012.wav,और उन्हें गिलादी याबेश के निवासियों में से चार सौ जवान कुमारियाँ मिलीं जिन्होंने पुरुष का मुँह नहीं देखा था और उन्हें वे शीलो को जो कनान देश में है छावनी में ले आए +8315,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_013.wav,तब सारी मण्डली ने उन बिन्यामीनियों के पास जो रिम्मोन नामक चट्टान पर थे कहला भेजा और उनसे संधि की घोषणा की +8316,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_014.wav,तब बिन्यामीन उसी समय लौट गए और उनको वे स्त्रियाँ दी गईं जो गिलादी याबेश की स्त्रियों में से जीवित छोड़ी गईं थीं तो भी वे उनके लिये थोड़ी थीं +8317,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_015.wav,तब लोग बिन्यामीन के विषय फिर यह कहकर पछताये कि यहोवा ने इस्राएल के गोत्रों में घटी की है +8318,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_016.wav,तब मण्डली के वृद्ध लोगों ने कहा बिन्यामीनी स्त्रियाँ नाश हुई हैं तो बचे हुए पुरुषों के लिये स्त्री पाने का हम क्या उपाय करें +8319,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_017.wav,फिर उन्होंने कहा बचे हुए बिन्यामीनियों के लिये कोई भाग चाहिये ऐसा न हो कि इस्राएल में से एक गोत्र मिट जाए +8320,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_018.wav,परन्तु हम तो अपनी किसी बेटी का उनसे विवाह नहीं कर सकते क्योंकि इस्राएलियों ने यह कहकर शपथ खाई है कि श्रापित हो वह जो किसी बिन्यामीनी से अपनी लड़की का विवाह करें +8321,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_019.wav,फिर उन्होंने कहा सुनो शीलो जो बेतेल के उत्तर की ओर और उस सड़क के पूर्व की ओर है जो बेतेल से शेकेम को चली गई है और लबोना के दक्षिण की ओर है उसमें प्रतिवर्ष यहोवा का एक पर्व माना जाता है +8322,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_020.wav,इसलिए उन्होंने बिन्यामीनियों को यह आज्ञा दी तुम जाकर दाख की बारियों के बीच घात लगाए बैठे रहो +8323,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_021.wav,और देखते रहो और यदि शीलो की लड़कियाँ नाचने को निकलें तो तुम दाख की बारियों से निकलकर शीलो की लड़कियों में से अपनीअपनी स्त्री को पकड़कर बिन्यामीन के क्षेत्र को चले जाना +8324,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_022.wav,और जब उनके पिता या भाई हमारे ��ास झगड़ने को आएँगे तब हम उनसे कहेंगे अनुग्रह करके उनको हमें दे दो क्योंकि लड़ाई के समय हमने उनमें से एकएक के लिये स्त्री नहीं बचाई और तुम लोगों ने तो उनका विवाह नहीं किया नहीं तो तुम अब दोषी ठहरते +8325,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_023.wav,तब बिन्यामीनियों ने ऐसा ही किया अर्थात् उन्होंने अपनी गिनती के अनुसार उन नाचनेवालियों में से पकड़कर स्त्रियाँ ले लीं तब अपने भाग को लौट गए और नगरों को बसाकर उनमें रहने लगे +8326,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_024.wav,उसी समय इस्राएली भी वहाँ से चलकर अपनेअपने गोत्र और अपनेअपने घराने को गए और वहाँ से वे अपनेअपने निज भाग को गए +8327,data/cleaned/hindi/JDG/JDG_021_025.wav,उन दिनों में इस्राएलियों का कोई राजा न था जिसको जो ठीक जान पड़ता था वही वह करता था +8328,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_001.wav,आमोन के पुत्र यहूदा के राजा योशिय्याह के दिनों में सपन्याह के पास जो हिजकिय्याह के पुत्र अमर्याह का परपोता और गदल्याह का पोता और कूशी का पुत्र था यहोवा का यह वचन पहुँचा +8329,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_002.wav,मैं धरती के ऊपर से सब का अन्त कर दूँगा यहोवा की यही वाणी है +8330,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_003.wav,मैं मनुष्य और पशु दोनों का अन्त कर दूँगा मैं आकाश के पक्षियों और समुद्र की मछलियों का और दुष्टों समेत उनकी रखी हुई ठोकरों के कारण का भी अन्त कर दूँगा मैं मनुष्यजाति को भी धरती पर से नाश कर डालूँगा यहोवा की यही वाणी है +8331,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_004.wav,मैं यहूदा पर और यरूशलेम के सब रहनेवालों पर हाथ उठाऊँगा और इस स्थान में बाल के बचे हुओं को और याजकों समेत देवताओं के पुजारियों के नाम को नाश कर दूँगा +8332,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_005.wav,जो लोग अपनेअपने घर की छत पर आकाश के गण को दण्डवत् करते हैं और जो लोग दण्डवत् करते और यहोवा की शपथ खाते हैं और मिल्कोम की भी शपथ खाते हैं +8333,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_006.wav,और जो यहोवा के पीछे चलने से लौट गए हैं और जिन्होंने न तो यहोवा को ढूँढ़ा और न उसकी खोज में लगे उनको भी मैं सत्यानाश कर डालूँगा +8334,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_007.wav,परमेश्वर यहोवा के सामने शान्त रहो क्योंकि यहोवा का दिन निकट है यहोवा ने यज्ञ सिद्ध किया है और अपने पाहुनों को पवित्र किया है +8335,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_008.wav,और यहोवा के यज्ञ के दिन मैं हाकिमों और राजकुमारों को और जितने परदेश के वस्त्र पहना करते हैं उनको भी दण्ड दूँगा +8336,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_009.wav,उस दिन मैं उन सभी को दण्ड दूँगा जो डेवढ़ी को लाँघते और अपने स्वामी के घर को उपद्रव और छल से भर देते हैं +8337,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_010.wav,यह���वा की यह वाणी है उस दिन मछली फाटक के पास चिल्लाहट का और नये टोले मिश्नाह में हाहाकार का और टीलों पर बड़े धमाके का शब्द होगा +8338,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_011.wav,हे मक्तेश के रहनेवालों हाय हाय करो क्योंकि सब व्यापारी मिट गए जितने चाँदी से लदे थे उन सब का नाश हो गया है +8339,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_012.wav,उस समय मैं दीपक लिए हुए यरूशलेम में ढूँढ़ढाँढ़ करूँगा और जो लोग दाखमधु के तलछट तथा मैल के समान बैठे हुए मन में कहते हैं कि यहोवा न तो भला करेगा और न बुरा उनको मैं दण्ड दूँगा +8340,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_013.wav,तब उनकी धनसम्पत्ति लूटी जाएगी और उनके घर उजाड़ होंगे वे घर तो बनाएँगे परन्तु उनमें रहने न पाएँगे और वे दाख की बारियाँ लगाएँगे परन्तु उनसे दाखमधु न पीने पाएँगे +8341,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_014.wav,यहोवा का भयानक दिन निकट है वह बहुत वेग से समीप चला आता है यहोवा के दिन का शब्द सुन पड़ता है वहाँ वीर दुःख के मारे चिल्लाता है +8342,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_015.wav,वह रोष का दिन होगा वह संकट और सकेती का दिन वह उजाड़ और विनाश का दिन वह अंधेर और घोर अंधकार का दिन वह बादल और काली घटा का दिन होगा +8343,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_016.wav,वह गढ़वाले नगरों और ऊँचे गुम्मटों के विरुद्ध नरसिंगा फूँकने और ललकारने का दिन होगा +8344,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_017.wav,मैं मनुष्यों को संकट में डालूँगा और वे अंधों के समान चलेंगे क्योंकि उन्होंने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है उनका लहू धूलि के समान और उनका माँस विष्ठा के समान फेंक दिया जाएगा +8345,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_001_018.wav,यहोवा के रोष के दिन में न तो चाँदी से उनका बचाव होगा और न सोने से क्योंकि उसके जलन की आग से सारी पृथ्वी भस्म हो जाएगी वह पृथ्वी के सारे रहनेवालों को घबराकर उनका अन्त कर डालेगा +8346,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_001.wav,हे निर्लज्ज जाति के लोगों इकट्ठे हो +8347,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_002.wav,इससे पहले कि दण्ड की आज्ञा पूरी हो और बचाव का दिन भूसी के समान निकले और यहोवा का भड़कता हुआ क्रोध तुम पर आ पड़े और यहोवा के क्रोध का दिन तुम पर आए तुम इकट्ठे हो +8348,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_003.wav,हे पृथ्वी के सब नम्र लोगों हे यहोवा के नियम के माननेवालों उसको ढूँढ़ते रहो धार्मिकता से ढूँढ़ो नम्रता से ढूँढ़ो सम्भव है तुम यहोवा के क्रोध के दिन में शरण पाओ +8349,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_004.wav,क्योंकि गाज़ा तो निर्जन और अश्कलोन उजाड़ हो जाएगा अश्दोद के निवासी दिन दुपहरी निकाल दिए जाएँगे और एक्रोन उखाड़ा जाएगा +8350,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_005.wav,समुद्र तट के रहनेवालों पर हाय करेती ���ाति पर हाय हे कनान हे पलिश्तियों के देश यहोवा का वचन तेरे विरुद्ध है और मैं तुझको ऐसा नाश करूँगा कि तुझ में कोई न बचेगा +8351,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_006.wav,और उसी समुद्र तट पर चरवाहों के घर होंगे और भेड़शालाओं समेत चराई ही चराई होगी +8352,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_007.wav,अर्थात् वही समुद्र तट यहूदा के घराने के बचे हुओं को मिलेगा वे उस पर चराएँगे वे अश्कलोन के छोड़े हुए घरों में साँझ को लेटेंगे क्योंकि उनका परमेश्वर यहोवा उनकी सुधि लेकर उनकी समृद्धि को लौटा ले जाएगा +8353,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_008.wav,मोआब ने जो मेरी प्रजा की नामधराई और अम्मोनियों ने जो उसकी निन्दा करके उसके देश की सीमा पर चढ़ाई की वह मेरे कानों तक पहुँची है +8354,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_009.wav,इस कारण इस्राएल के परमेश्वर सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है मेरे जीवन की शपथ निश्चय मोआब सदोम के समान और अम्मोनी गमोरा के समान बिच्छू पेड़ों के स्थान और नमक की खानियाँ हो जाएँगे और सदैव उजड़े रहेंगे मेरी प्रजा के बचे हुए उनको लूटेंगे और मेरी जाति के शेष लोग उनको अपने भाग में पाएँगे +8355,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_010.wav,यह उनके गर्व का बदला होगा क्योंकि उन्होंने सेनाओं के यहोवा की प्रजा की नामधराई की और उस पर बड़ाई मारी है +8356,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_011.wav,यहोवा उनको डरावना दिखाई देगा वह पृथ्वी भर के देवताओं को भूखा मार डालेगा और जातिजाति के सब द्वीपों के निवासी अपनेअपने स्थान से उसको दण्डवत् करेंगे +8357,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_012.wav,हे कूशियों तुम भी मेरी तलवार से मारे जाओगे +8358,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_013.wav,वह अपना हाथ उत्तर दिशा की ओर बढ़ाकर अश्शूर को नाश करेगा और नीनवे को उजाड़ कर जंगल के समान निर्जल कर देगा +8359,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_014.wav,उसके बीच में सब जाति के वन पशु झुण्ड के झुण्ड बैठेंगे उसके खम्भों की कँगनियों पर धनेश और साही दोनों रात को बसेरा करेंगे और उसकी खिड़कियों में बोला करेंगे उसकी डेवढ़ियाँ सूनी पड़ी रहेंगी और देवदार की लकड़ी उघाड़ी जाएगी +8360,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_002_015.wav,यह वही नगरी है जो मगन रहती और निडर बैठी रहती थी और सोचती थी कि मैं ही हूँ और मुझे छोड़ कोई है ही नहीं परन्तु अब यह उजाड़ और वनपशुओं के बैठने का स्थान बन गया है यहाँ तक कि जो कोई इसके पास होकर चले वह ताली बजाएगा और हाथ हिलाएगा +8361,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_001.wav,हाय बलवा करनेवाली और अशुद्ध और अंधेर से भरी हुई नगरी +8362,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_002.wav,उसने मेरी नहीं सुनी उसने ताड़ना से भी नहीं माना उसने यहोवा पर भरोसा नहीं र���ा वह अपने परमेश्वर के समीप नहीं आई +8363,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_003.wav,उसके हाकिम गरजनेवाले सिंह ठहरे उसके न्यायी साँझ को आहेर करनेवाले भेड़िए हैं जो सवेरे के लिये कुछ नहीं छोड़ते +8364,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_004.wav,उसके भविष्यद्वक्ता व्यर्थ बकनेवाले और विश्वासघाती हैं उसके याजकों ने पवित्रस्थान को अशुद्ध किया और व्यवस्था में खींचखांच की है +8365,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_005.wav,यहोवा जो उसके बीच में है वह धर्मी है वह कुटिलता न करेगा वह अपना न्याय प्रति भोर प्रगट करता है और चूकता नहीं परन्तु कुटिल जन को लज्जा आती ही नहीं +8366,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_006.wav,मैंने अन्यजातियों को यहाँ तक नाश किया कि उनके कोनेवाले गुम्मट उजड़ गए मैंने उनकी सड़कों को यहाँ तक सूनी किया कि कोई उन पर नहीं चलता उनके नगर यहाँ तक नाश हुए कि उनमें कोई मनुष्य वरन् कोई भी प्राणी नहीं रहा +8367,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_007.wav,मैंने कहा अब तू मेरा भय मानेगी और मेरी ताड़ना अंगीकार करेगी जिससे उसका निवासस्थान उस सब के अनुसार जो मैंने ठहराया था नष्ट न हो परन्तु वे सब प्रकार के बुरेबुरे काम यत्न से करने लगे +8368,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_008.wav,इस कारण यहोवा की यह वाणी है जब तक मैं नाश करने को न उठूँ तब तक तुम मेरी बाट जोहते रहो मैंने यह ठाना है कि जातिजाति के और राज्यराज्य के लोगों को मैं इकट्ठा करूँ कि उन पर अपने क्रोध की आग पूरी रीति से भड़काऊँ क्योंकि सारी पृथ्वी मेरी जलन की आग से भस्म हो जाएगी +8369,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_009.wav,उस समय मैं देशदेश के लोगों से एक नई और शुद्ध भाषा बुलवाऊँगा कि वे सब के सब यहोवा से प्रार्थना करें और एक मन से कंधे से कंधा मिलाए हुए उसकी सेवा करें +8370,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_010.wav,कूश के नदी के पार से मुझसे विनती करनेवाले यहाँ तक कि मेरी तितरबितर की हुई प्रजा मेरे पास भेंट लेकर आएँगी +8371,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_011.wav,उस दिन तू अपने सब बड़े से बड़े कामों से जिन्हें करके तू मुझसे फिर गई थी फिर लज्जित न होगी उस समय मैं तेरे बीच से उन्हें दूर करूँगा जो अपने अहंकार में आनन्द करते है और तू मेरे पवित्र पर्वत पर फिर कभी अभिमान न करेगी +8372,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_012.wav,क्योंकि मैं तेरे बीच में दीन और कंगाल लोगों का एक दल बचा रखूँगा और वे यहोवा के नाम की शरण लेंगे +8373,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_013.wav,इस्राएल के बचे हुए लोग न तो कुटिलता करेंगे और न झूठ बोलेंगे और न उनके मुँह से छल की बातें निकलेंगी वे चरेंगे और विश्राम करेंगे और कोई उनको डरानेवाला न होगा +8374,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_014.wav,हे सिय्योन की बेटी ऊँचे स्वर से गा हे इस्राएल जयजयकार कर हे यरूशलेम अपने सम्पूर्ण मन से आनन्द कर और प्रसन्न हो +8375,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_015.wav,यहोवा ने तेरा दण्ड दूर कर दिया और तेरे शत्रुओं को दूर कर दिया है इस्राएल का राजा यहोवा तेरे बीच में है इसलिए तू फिर विपत्ति न भोगेगी +8376,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_016.wav,उस दिन यरूशलेम से यह कहा जाएगा हे सिय्योन मत डर तेरे हाथ ढीले न पड़ने पाएँ +8377,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_017.wav,तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे बीच में है वह उद्धार करने में पराक्रमी है वह तेरे कारण आनन्द से मगन होगा वह अपने प्रेम के मारे चुप रहेगा फिर ऊँचे स्वर से गाता हुआ तेरे कारण मगन होगा +8378,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_018.wav,जो लोग नियत पर्वों में सम्मिलित न होने के कारण खेदित रहते हैं उनको मैं इकट्ठा करूँगा क्योंकि वे तेरे हैं और उसकी नामधराई उनको बोझ जान पड़ती है +8379,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_019.wav,उस समय मैं उन सभी से जो तुझे दुःख देते हैं उचित बर्ताव करूँगा और मैं लँगड़ों को चंगा करूँगा और बरबस निकाले हुओं को इकट्ठा करूँगा और जिनकी लज्जा की चर्चा सारी पृथ्वी पर फैली है उनकी प्रशंसा और कीर्ति सब कहीं फैलाऊँगा +8380,data/cleaned/hindi/ZEP/ZEP_003_020.wav,उसी समय मैं तुम्हें ले जाऊँगा और उसी समय मैं तुम्हें इकट्ठा करूँगा और जब मैं तुम्हारे सामने तुम्हारी समृद्धि को लौटा लाऊँगा तब पृथ्वी की सारी जातियों के बीच में तुम्हारी कीर्ति और प्रशंसा फैला दूँगा यहोवा का यही वचन है +8381,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_001.wav,दारा के राज्य के दूसरे वर्ष के आठवें महीने में जकर्याह भविष्यद्वक्ता के पास जो बेरेक्याह का पुत्र और इद्दो का पोता था यहोवा का यह वचन पहुँचा +8382,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_002.wav,यहोवा तुम लोगों के पुरखाओं से बहुत ही क्रोधित हुआ था +8383,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_003.wav,इसलिए तू इन लोगों से कह सेनाओं का यहोवा यह कहता है तुम मेरी ओर फिरो सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है तब मैं तुम्हारी ओर फिरूँगा सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +8384,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_004.wav,अपने पुरखाओं के समान न बनो उनसे तो पूर्वकाल के भविष्यद्वक्ता यह पुकार पुकारकर कहते थे सेनाओं का यहोवा यह कहता है अपने बुरे मार्गों से और अपने बुरे कामों से फिरो परन्तु उन्होंने न तो सुना और न मेरी ओर ध्यान दिया यहोवा की यही वाणी है +8385,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_005.wav,तुम्हारे पुरखा कहाँ रहे भविष्यद्वक्ता क्या सदा जीवित रहते हैं +8386,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_006.wav,परन्तु मेरे वचन और मेरी आज्ञाएँ जिनको मैंने अपने दास नबियों को दिया था क्या वे तुम्हारे पुरखाओं पर पूरी न हुईं तब उन्होंने मन फिराया और कहा सेनाओं के यहोवा ने हमारे चाल चलन और कामों के अनुसार हम से जैसा व्यवहार करने का निश्‍चय किया था वैसा ही उसने हमको बदला दिया है +8387,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_007.wav,दारा के दूसरे वर्ष के शबात नामक ग्यारहवें महीने के चौबीसवें दिन को जकर्याह नबी के पास जो बेरेक्याह का पुत्र और इद्दो का पोता था यहोवा का वचन इस प्रकार पहुँचा +8388,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_008.wav,मैंने रात को स्वप्न में क्या देखा कि एक पुरुष लाल घोड़े पर चढ़ा हुआ उन मेंहदियों के बीच खड़ा है जो नीचे स्थान में हैं और उसके पीछे लाल और भूरे और श्वेत घोड़े भी खड़े हैं +8389,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_009.wav,तब मैंने कहा हे मेरे प्रभु ये कौन हैं तब जो दूत मुझसे बातें करता था उसने मुझसे कहा मैं तुझे दिखाऊँगा कि ये कौन हैं +8390,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_010.wav,फिर जो पुरुष मेंहदियों के बीच खड़ा था उसने कहा यह वे हैं जिनको यहोवा ने पृथ्वी पर सैर अर्थात् घूमने के लिये भेजा है +8391,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_011.wav,तब उन्होंने यहोवा के उस दूत से जो मेंहदियों के बीच खड़ा था कहा हमने पृथ्वी पर सैर किया है और क्या देखा कि सारी पृथ्वी में शान्ति और चैन है +8392,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_012.wav,तब यहोवा के दूत ने कहा हे सेनाओं के यहोवा तू जो यरूशलेम और यहूदा के नगरों पर सत्तर वर्ष से क्रोधित है इसलिए तू उन पर कब तक दया न करेगा +8393,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_013.wav,और यहोवा ने उत्तर में उस दूत से जो मुझसे बातें करता था अच्छीअच्छी और शान्ति की बातें कहीं +8394,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_014.wav,तब जो दूत मुझसे बातें करता था उसने मुझसे कहा तू पुकारकर कह कि सेनाओं का यहोवा यह कहता है मुझे यरूशलेम और सिय्योन के लिये बड़ी जलन हुई है +8395,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_015.wav,जो अन्यजातियाँ सुख से रहती हैं उनसे मैं क्रोधित हूँ क्योंकि मैंने तो थोड़ा सा क्रोध किया था परन्तु उन्होंने विपत्ति को बढ़ा दिया +8396,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_016.wav,इस कारण यहोवा यह कहता है अब मैं दया करके यरूशलेम को लौट आया हूँ मेरा भवन उसमें बनेगा और यरूशलेम पर नापने की डोरी डाली जाएगी सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +8397,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_017.wav,फिर यह भी पुकारकर कह कि सेनाओं का यहोवा यह कहता है मेरे नगर फिर उत्तम वस्तुओं से भर जाएँगे और यहोवा फिर सिय्योन को शान्ति देगा और यरूशलेम को फिर अपना ठहराएगा +8398,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_018.wav,फिर मैंने जो आँखें उठाई तो क्या देखा कि चार सींग हैं +8399,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_019.wav,तब जो दूत मुझसे बातें करता था उससे मैंने पूछा ये क्या हैं उसने मुझसे कहा ये वे ही सींग हैं जिन्होंने यहूदा और इस्राएल और यरूशलेम को तितरबितर किया है +8400,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_020.wav,फिर यहोवा ने मुझे चार लोहार दिखाए +8401,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_001_021.wav,तब मैंने पूछा ये क्या करने को आए हैं उसने कहा ये वे ही सींग हैं जिन्होंने यहूदा को ऐसा तितरबितर किया कि कोई सिर न उठा सका परन्तु ये लोग उन्हें भगाने के लिये और उन जातियों के सींगों को काट डालने के लिये आए हैं जिन्होंने यहूदा के देश को तितरबितर करने के लिये उनके विरुद्ध अपनेअपने सींग उठाए थे +8402,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_001.wav,फिर मैंने अपनी आँखें उठाई तो क्या देखा कि हाथ में नापने की डोरी लिए हुए एक पुरुष है +8403,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_002.wav,तब मैंने उससे पूछा तू कहाँ जाता है उसने मुझसे कहा यरूशलेम को नापने जाता हूँ कि देखूँ उसकी चौड़ाई कितनी और लम्बाई कितनी है +8404,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_003.wav,तब मैंने क्या देखा कि जो दूत मुझसे बातें करता था वह चला गया और दूसरा दूत उससे मिलने के लिये आकर +8405,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_004.wav,उससे कहता है दौड़कर उस जवान से कह यरूशलेम मनुष्यों और घरेलू पशुओं की बहुतायत के मारे शहरपनाह के बाहरबाहर भी बसेगी +8406,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_005.wav,और यहोवा की यह वाणी है कि मैं आप उसके चारों ओर आग के समान शहरपनाह ठहरूँगा और उसके बीच में तेजोमय होकर दिखाई दूँगा +8407,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_006.wav,यहोवा की यह वाणी है देखो सुनो उत्तर के देश में से भाग जाओ क्योंकि मैंने तुम को आकाश की चारों वायुओं के समान तितरबितर किया है +8408,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_007.wav,हे बाबेल जाति के संग रहनेवाली सिय्योन को बचकर निकल भाग +8409,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_008.wav,क्योंकि सेनाओं का यहोवा यह कहता है उस तेज के प्रगट होने के बाद उसने मुझे उन जातियों के पास भेजा है जो तुम्हें लूटती थीं क्योंकि जो तुम को छूता है वह मेरी आँख की पुतली ही को छूता है +8410,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_009.wav,देखो मैं अपना हाथ उन पर उठाऊँगा तब वे उन्हीं से लूटे जाएँगे जो उनके दास हुए थे तब तुम जानोगे कि सेनाओं के यहोवा ने मुझे भेजा है +8411,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_010.wav,हे सिय्योन की बेटी ऊँचे स्वर से गा और आनन्द कर क्योंकि देख मैं आकर तेरे बीच में निवास करूँगा यहोवा की यही वाणी है +8412,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_011.wav,उस समय बहुत सी जातियाँ यहोवा से मिल जाएँगी और मेरी प्रजा हो जाएँगी और मैं तेरे बीच में वास करूँगा +8413,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_012.wav,और तू जानेगी कि सेनाओं के यहो���ा ने मुझे तेरे पास भेज दिया है और यहोवा यहूदा को पवित्र देश में अपना भागकर लेगा और यरूशलेम को फिर अपना ठहराएगा +8414,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_002_013.wav,हे सब प्राणियों यहोवा के सामने चुप रहो क्योंकि वह जागकर अपने पवित्र निवासस्थान से निकला है +8415,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_003_001.wav,फिर यहोवा ने यहोशू महायाजक को यहोवा के दूत के सामने खड़ा हुआ मुझे दिखाया और शैतान उसकी दाहिनी ओर उसका विरोध करने को खड़ा था +8416,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_003_002.wav,तब यहोवा ने शैतान से कहा हे शैतान यहोवा तुझको घुड़के यहोवा जो यरूशलेम को अपना लेता है वही तुझे घुड़के क्या यह आग से निकाली हुई लुकटी सी नहीं है +8417,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_003_003.wav,उस समय यहोशू तो दूत के सामने मैला वस्त्र पहने हुए खड़ा था +8418,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_003_004.wav,तब दूत ने उनसे जो सामने खड़े थे कहा इसके ये मैले वस्त्र उतारो फिर उसने उससे कहा देख मैंने तेरा अधर्म दूर किया है और मैं तुझे सुन्दर वस्त्र पहना देता हूँ +8419,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_003_005.wav,तब मैंने कहा इसके सिर पर एक शुद्ध पगड़ी रखी जाए और उन्होंने उसके सिर पर याजक के योग्य शुद्ध पगड़ी रखी और उसको वस्त्र पहनाए उस समय यहोवा का दूत पास खड़ा रहा +8420,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_003_006.wav,तब यहोवा के दूत ने यहोशू को चिताकर कहा +8421,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_003_007.wav,सेनाओं का यहोवा तुझ से यह कहता है यदि तू मेरे मार्गों पर चले और जो कुछ मैंने तुझे सौंप दिया है उसकी रक्षा करे तो तू मेरे भवन का न्यायी और मेरे आँगनों का रक्षक होगा और मैं तुझको इनके बीच में आनेजाने दूँगा जो पास खड़े हैं +8422,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_003_008.wav,हे यहोशू महायाजक तू सुन ले और तेरे भाईबन्धु जो तेरे सामने खड़े हैं वे भी सुनें क्योंकि वे मनुष्य शुभ शकुन हैं सुनो मैं अपने दास शाख को प्रगट करूँगा +8423,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_003_009.wav,उस पत्थर को देख जिसे मैंने यहोशू के आगे रखा है उस एक ही पत्थर के ऊपर सात आँखें बनी हैं सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है देख मैं उस पत्थर पर खोद देता हूँ और इस देश के अधर्म को एक ही दिन में दूर कर दूँगा +8424,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_003_010.wav,उसी दिन तुम अपनेअपने भाईबन्धुओं को दाखलता और अंजीर के वृक्ष के नीचे आने के लिये बुलाओगे सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +8425,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_001.wav,फिर जो दूत मुझसे बातें करता था उसने आकर मुझे ऐसा जगाया जैसा कोई नींद से जगाया जाए +8426,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_002.wav,और उसने मुझसे पूछा तुझे क्या दिखाई पड़ता है मैंने कहा एक दीवट है जो सम्पूर्ण सोने की है और उसका कटोरा उसकी चोटी पर है और उ��� पर उसके सात दीपक हैं जिनके ऊपर बत्ती के लिये सातसात नालियाँ हैं +8427,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_003.wav,दीवट के पास जैतून के दो वृक्ष हैं एक उस कटोरे की दाहिनी ओर और दूसरा उसकी बाईं ओर +8428,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_004.wav,तब मैंने उस दूत से जो मुझसे बातें करता था पूछा हे मेरे प्रभु ये क्या हैं +8429,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_005.wav,जो दूत मुझसे बातें करता था उसने मुझ को उत्तर दिया क्या तू नहीं जानता कि ये क्या हैं मैंने कहा हे मेरे प्रभु मैं नहीं जानता +8430,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_006.wav,तब उसने मुझे उत्तर देकर कहा जरुब्बाबेल के लिये यहोवा का यह वचन है न तो बल से और न शक्ति से परन्तु मेरे आत्मा के द्वारा होगा मुझ सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +8431,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_007.wav,हे बड़े पहाड़ तू क्या है जरुब्बाबेल के सामने तू मैदान हो जाएगा और वह चोटी का पत्थर यह पुकारते हुए आएगा उस पर अनुग्रह हो अनुग्रह +8432,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_008.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +8433,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_009.wav,जरुब्बाबेल ने अपने हाथों से इस भवन की नींव डाली है और वही अपने हाथों से उसको तैयार भी करेगा तब तू जानेगा कि सेनाओं के यहोवा ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है +8434,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_010.wav,क्योंकि किसने छोटी बातों का दिन तुच्छ जाना है यहोवा अपनी इन सातों आँखों से सारी पृथ्वी पर दृष्टि करके साहुल को जरुब्बाबेल के हाथ में देखेगा और आनन्दित होगा +8435,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_011.wav,तब मैंने उससे फिर पूछा ये दो जैतून के वृक्ष क्या हैं जो दीवट की दाहिनीबाईं ओर हैं +8436,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_012.wav,फिर मैंने दूसरी बार उससे पूछा जैतून की दोनों डालियाँ क्या हैं जो सोने की दोनों नालियों के द्वारा अपने में से सुनहरा तेल उण्डेलती हैं +8437,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_013.wav,उसने मुझसे कहा क्या तू नहीं जानता कि ये क्या हैं मैंने कहा हे मेरे प्रभु मैं नहीं जानता +8438,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_004_014.wav,तब उसने कहा इनका अर्थ ताजे तेल से भरे हुए वे दो पुरुष हैं जो सारी पृथ्वी के परमेश्वर के पास हाजिर रहते हैं +8439,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_005_001.wav,मैंने फिर आँखें उठाई तो क्या देखा कि एक लिखा हुआ पत्र उड़ रहा है +8440,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_005_002.wav,दूत ने मुझसे पूछा तुझे क्या दिखाई पड़ता है मैंने कहा मुझे एक लिखा हुआ पत्र उड़ता हुआ दिखाई पड़ता है जिसकी लम्बाई बीस हाथ और चौड़ाई दस हाथ की है +8441,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_005_003.wav,तब उसने मुझसे कहा यह वह श्राप है जो इस सारे देश पर पड़नेवाला है क्योंकि जो कोई चोरी करता है वह उसकी एक ओर लिखे हुए के अनुसार मैल के समान न���काल दिया जाएगा और जो कोई शपथ खाता है वह उसकी दूसरी ओर लिखे हुए के अनुसार मैल के समान निकाल दिया जाएगा +8442,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_005_004.wav,सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है मैं उसको ऐसा चलाऊँगा कि वह चोर के घर में और मेरे नाम की झूठी शपथ खानेवाले के घर में घुसकर ठहरेगा और उसको लकड़ी और पत्थरों समेत नष्ट कर देगा +8443,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_005_005.wav,तब जो दूत मुझसे बातें करता था उसने बाहर जाकर मुझसे कहा आँखें उठाकर देख कि वह क्या वस्तु निकली जा रही है +8444,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_005_006.wav,मैंने पूछा वह क्या है उसने कहा वह वस्तु जो निकली जा रही है वह एक एपा का नाप है और उसने फिर कहा सारे देश में लोगों का यही पाप है +8445,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_005_007.wav,फिर मैंने क्या देखा कि एपा का सीसे का ढ़क्कन उठाया जा रहा है और एक स्त्री है जो एपा के बीच में बैठी है +8446,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_005_008.wav,दूत ने कहा इसका अर्थ दुष्टता है और उसने उस स्त्री को एपा के बीच में दबा दिया और शीशे के उस ढ़क्कन से एपा का मुँह बन्द कर दिया +8447,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_005_009.wav,तब मैंने आँखें उठाई तो क्या देखा कि दो स्त्रियाँ चली जाती हैं जिनके पंख पवन में फैले हुए हैं और उनके पंख सारस के से हैं और वे एपा को आकाश और पृथ्वी के बीच में उड़ाए लिए जा रही हैं +8448,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_005_010.wav,तब मैंने उस दूत से जो मुझसे बातें करता था पूछा वे एपा को कहाँ लिए जाती हैं +8449,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_005_011.wav,उसने कहा शिनार देश में लिए जाती हैं कि वहाँ उसके लिये एक भवन बनाएँ और जब वह तैयार किया जाए तब वह एपा वहाँ अपने ही पाए पर खड़ा किया जाएगा +8450,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_001.wav,मैंने फिर आँखें उठाई और क्या देखा कि दो पहाड़ों के बीच से चार रथ चले आते हैं और वे पहाड़ पीतल के हैं +8451,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_002.wav,पहले रथ में लाल घोड़े और दूसरे रथ में काले +8452,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_003.wav,तीसरे रथ में श्वेत और चौथे रथ में चितकबरे और बादामी घोड़े हैं +8453,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_004.wav,तब मैंने उस दूत से जो मुझसे बातें करता था पूछा हे मेरे प्रभु ये क्या हैं +8454,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_005.wav,दूत ने मुझसे कहा ये आकाश की चारों वायु हैं जो सारी पृथ्वी के प्रभु के पास उपस्थित रहते हैं परन्तु अब निकल आए हैं +8455,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_006.wav,जिस रथ में काले घोड़े हैं वह उत्तर देश की ओर जाता है और श्वेत घोड़े पश्चिम की ओर जाते है और चितकबरे घोड़े दक्षिण देश की ओर जाते हैं +8456,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_007.wav,और बादामी घोड़ों ने निकलकर चाहा कि जाकर पृथ्वी पर फेरा करें अतः दूत ने कहा जाकर पृथ्वी पर फेरा करो तब वे पृथ्वी पर फेरा करने लगे +8457,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_008.wav,तब उसने मुझसे पुकारकर कहा देख वे जो उत्तर के देश की ओर जाते हैं उन्होंने वहाँ मेरे प्राण को ठण्डा किया है +8458,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_009.wav,फिर यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +8459,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_010.wav,बँधुआई के लोगों में से हेल्दै तोबियाह और यदायाह से कुछ ले और उसी दिन तू सपन्याह के पुत्र योशियाह के घर में जा जिसमें वे बाबेल से आकर उतरे हैं +8460,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_011.wav,उनके हाथ से सोना चाँदी ले और मुकुट बनाकर उन्हें यहोसादाक के पुत्र यहोशू महायाजक के सिर पर रख +8461,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_012.wav,और उससे यह कह सेनाओं का यहोवा यह कहता है उस पुरुष को देख जिसका नाम शाख है वह अपने ही स्थान में उगकर यहोवा के मन्दिर को बनाएगा +8462,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_013.wav,वही यहोवा के मन्दिर को बनाएगा और महिमा पाएगा और अपने सिंहासन पर विराजमान होकर प्रभुता करेगा और उसके सिंहासन के पास एक याजक भी रहेगा और दोनों के बीच मेल की सम्मति होगी +8463,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_014.wav,और वे मुकुट हेलेम तोबियाह यदायाह और सपन्याह के पुत्र हेन को मिलें और वे यहोवा के मन्दिर में स्मरण के लिये बने रहें +8464,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_006_015.wav,फिर दूरदूर के लोग आ आकर यहोवा का मन्दिर बनाने में सहायता करेंगे और तुम जानोगे कि सेनाओं के यहोवा ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है और यदि तुम मन लगाकर अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाओं का पालन करो तो यह बात पूरी होगी +8465,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_001.wav,फिर दारा राजा के चौथे वर्ष में किसलेव नामक नौवें महीने के चौथे दिन को यहोवा का वचन जकर्याह के पास पहुँचा +8466,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_002.wav,बेतेलवासियों ने शरेसेर और रेगेम्मेलेक को इसलिए भेजा था कि यहोवा से विनती करें +8467,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_003.wav,और सेनाओं के यहोवा के भवन के याजकों से और भविष्यद्वक्ताओं से भी यह पूछें क्या हमें उपवास करके रोना चाहिये जैसे कि कितने वर्षों से हम पाँचवें महीने में करते आए हैं +8468,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_004.wav,तब सेनाओं के यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +8469,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_005.wav,सब साधारण लोगों से और याजकों से कह कि जब तुम इन सत्तर वर्षों के बीच पाँचवें और सातवें महीनों में उपवास और विलाप करते थे तब क्या तुम सचमुच मेरे ही लिये उपवास करते थे +8470,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_006.wav,और जब तुम खाते पीते हो तो क्या तुम अपने ही लिये नहीं खाते और क्या तुम अपने ही लिये नहीं पीते हो +8471,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_007.wav,क्या यह वही वचन नहीं है जो यहोवा पूर्वकाल के भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा उस समय पुकारकर कहता रहा जब यरूशलेम अपने चारों ओर के नगरों समेत चैन से बसा हुआ था और दक्षिण देश और नीचे का देश भी बसा हुआ था +8472,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_008.wav,फिर यहोवा का यह वचन जकर्याह के पास पहुँचा सेनाओं के यहोवा ने यह कहा है +8473,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_009.wav,खराई से न्याय चुकाना और एक दूसरे के साथ कृपा और दया से काम करना +8474,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_010.wav,न तो विधवा पर अंधेर करना न अनाथों पर न परदेशी पर और न दीन जन पर और न अपनेअपने मन में एक दूसरे की हानि की कल्पना करना +8475,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_011.wav,परन्तु उन्होंने चित्त लगाना न चाहा और हठ किया और अपने कानों को बन्द कर लिया ताकि सुन न सके +8476,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_012.wav,वरन् उन्होंने अपने हृदय को इसलिए पत्थर सा बना लिया कि वे उस व्यवस्था और उन वचनों को न मान सके जिन्हें सेनाओं के यहोवा ने अपने आत्मा के द्वारा पूर्वकाल के भविष्यद्वक्ताओं से कहला भेजा था इस कारण सेनाओं के यहोवा की ओर से उन पर बड़ा क्रोध भड़का +8477,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_013.wav,सेनाओं के यहोवा का यही वचन है जैसे मेरे पुकारने पर उन्होंने नहीं सुना वैसे ही उनके पुकारने पर मैं भी न सुनूँगा +8478,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_007_014.wav,वरन् मैं उन्हें उन सब जातियों के बीच जिन्हें वे नहीं जानते आँधी के द्वारा तितरबितर कर दूँगा और उनका देश उनके पीछे ऐसा उजाड़ पड़ा रहेगा कि उसमें किसी का आनाजाना न होगा इसी प्रकार से उन्होंने मनोहर देश को उजाड़ कर दिया +8479,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_001.wav,फिर सेनाओं के यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +8480,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_002.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है सिय्योन के लिये मुझे बड़ी जलन हुई वरन् बहुत ही जलजलाहट मुझ में उत्पन्न हुई है +8481,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_003.wav,यहोवा यह कहता है मैं सिय्योन में लौट आया हूँ और यरूशलेम के बीच में वास किए रहूँगा और यरूशलेम सच्चाई का नगर कहलाएगा और सेनाओं के यहोवा का पर्वत पवित्र पर्वत कहलाएगा +8482,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_004.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है यरूशलेम के चौकों में फिर बूढ़े और बूढ़ियाँ बहुत आयु की होने के कारण अपनेअपने हाथ में लाठी लिए हुए बैठा करेंगी +8483,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_005.wav,और नगर के चौक खेलनेवाले लड़कों और लड़कियों से भरे रहेंगे +8484,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_006.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है चाहे उन दिनों में यह बात इन बचे हुओं की दृष्टि में अनोखी ठहरे परन्तु क्या मेरी दृष्टि में भी यह अनोखी ठहरेगी सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +8485,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_007.wav,सेनाओं ��ा यहोवा यह कहता है देखो मैं अपनी प्रजा का उद्धार करके उसे पूरब से और पश्चिम से ले आऊँगा +8486,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_008.wav,और मैं उन्हें ले आकर यरूशलेम के बीच में बसाऊँगा और वे मेरी प्रजा ठहरेंगे और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा यह तो सच्चाई और धार्मिकता के साथ होगा +8487,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_009.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है तुम इन दिनों में ये वचन उन भविष्यद्वक्ताओं के मुख से सुनते हो जो सेनाओं के यहोवा के भवन की नींव डालने के समय अर्थात् मन्दिर के बनने के समय में थे +8488,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_010.wav,उन दिनों के पहले न तो मनुष्य की मजदूरी मिलती थी और न पशु का भाड़ा वरन् सतानेवालों के कारण न तो आनेवाले को चैन मिलता था और न जानेवाले को क्योंकि मैं सब मनुष्यों से एक दूसरे पर चढ़ाई कराता था +8489,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_011.wav,परन्तु अब मैं इस प्रजा के बचे हुओं से ऐसा बर्ताव न करूँगा जैसा कि पिछले दिनों में करता था सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +8490,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_012.wav,क्योंकि अब शान्ति के समय की उपज अर्थात् दाखलता फला करेगी पृथ्वी अपनी उपज उपजाया करेगी और आकाश से ओस गिरा करेगी क्योंकि मैं अपनी इस प्रजा के बचे हुओं को इन सब का अधिकारी कर दूँगा +8491,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_013.wav,हे यहूदा के घराने और इस्राएल के घराने जिस प्रकार तुम अन्यजातियों के बीच श्राप के कारण थे उसी प्रकार मैं तुम्हारा उद्धार करूँगा और तुम आशीष के कारण होंगे इसलिए तुम मत डरो और न तुम्हारे हाथ ढीले पड़ने पाएँ +8492,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_014.wav,क्योंकि सेनाओं का यहोवा यह कहता है जिस प्रकार जब तुम्हारे पुरखा मुझे क्रोध दिलाते थे तब मैंने उनकी हानि करने की ठान ली थी और फिर न पछताया +8493,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_015.wav,उसी प्रकार मैंने इन दिनों में यरूशलेम की और यहूदा के घराने की भलाई करने की ठान ली है इसलिए तुम मत डरो +8494,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_016.wav,जोजो काम तुम्हें करना चाहिये वे ये हैं एक दूसरे के साथ सत्य बोला करना अपनी कचहरियों में सच्चाई का और मेल मिलाप की नीति का न्याय करना +8495,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_017.wav,और अपनेअपने मन में एक दूसरे की हानि की कल्पना न करना और झूठी शपथ से प्रीति न रखना क्योंकि इन सब कामों से मैं घृणा करता हूँ यहोवा की यही वाणी है +8496,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_018.wav,फिर सेनाओं के यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +8497,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_019.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है चौथे पाँचवें सातवें और दसवें महीने में जोजो उपवास के दिन होते हैं वे यहूदा के घराने के लिये हर्��� और आनन्द और उत्सव के पर्वों के दिन हो जाएँगे इसलिए अब तुम सच्चाई और मेल मिलाप से प्रीति रखो +8498,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_020.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है ऐसा समय आनेवाला है कि देशदेश के लोग और बहुत नगरों के रहनेवाले आएँगे +8499,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_021.wav,और एक नगर के रहनेवाले दूसरे नगर के रहनेवालों के पास जाकर कहेंगे यहोवा से विनती करने और सेनाओं के यहोवा को ढूँढ़ने के लिये चलो मैं भी चलूँगा +8500,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_022.wav,बहुत से देशों के वरन् सामर्थी जातियों के लोग यरूशलेम में सेनाओं के यहोवा को ढूँढ़ने और यहोवा से विनती करने के लिये आएँगे +8501,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_008_023.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है उन दिनों में भाँतिभाँति की भाषा बोलनेवाली सब जातियों में से दस मनुष्य एक यहूदी पुरुष के वस्त्र की छोर को यह कहकर पकड़ लेंगे हम तुम्हारे संग चलेंगे क्योंकि हमने सुना है कि परमेश्वर तुम्हारे साथ है +8502,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_001.wav,हद्राक देश के विषय में यहोवा का कहा हुआ भारी वचन जो दमिश्क पर भी पड़ेगा क्योंकि यहोवा की दृष्टि मनुष्यजाति की और इस्राएल के सब गोत्रों की ओर लगी है +8503,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_002.wav,हमात की ओर जो दमिश्क के निकट है और सोर और सीदोन की ओर ये तो बहुत ही बुद्धिमान् हैं +8504,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_003.wav,सोर ने अपने लिये एक गढ़ बनाया और धूल के किनकों के समान चाँदी और सड़कों की कीच के समान उत्तम सोना बटोर रखा है +8505,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_004.wav,देखो परमेश्वर उसको औरों के अधिकार में कर देगा और उसके घमण्ड को तोड़कर समुद्र में डाल देगा और वह नगर आग का कौर हो जाएगा +8506,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_005.wav,यह देखकर अश्कलोन डरेगा गाज़ा को दुःख होगा और एक्रोन भी डरेगा क्योंकि उसकी आशा टूटेगी और गाज़ा में फिर राजा न रहेगा और अश्कलोन फिर बसी न रहेगी +8507,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_006.wav,अश्दोद में अनजाने लोग बसेंगे इसी प्रकार मैं पलिश्तियों के गर्व को तोड़ूँगा +8508,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_007.wav,मैं उसके मुँह में से आहेर का लहू और घिनौनी वस्तुएँ निकाल दूँगा तब उनमें से जो बचा रहेगा वह हमारे परमेश्वर का जन होगा और यहूदा में अधिपति सा होगा और एक्रोन के लोग यबूसियों के समान बनेंगे +8509,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_008.wav,तब मैं उस सेना के कारण जो पास से होकर जाएगी और फिर लौट आएगी अपने भवन के आसपास छावनी किए रहूँगा और कोई सतानेवाला फिर उनके पास से होकर न जाएगा क्योंकि मैं ये बातें अब भी देखता हूँ +8510,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_009.wav,हे सिय्योन बहुत ही मगन हो हे यरूशलेम जयजयकार ���र क्योंकि तेरा राजा तेरे पास आएगा वह धर्मी और उद्धार पाया हुआ है वह दीन है और गदहे पर वरन् गदही के बच्चे पर चढ़ा हुआ आएगा +8511,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_010.wav,मैं एप्रैम के रथ और यरूशलेम के घोड़े नष्ट करूँगा और युद्ध के धनुष तोड़ डाले जाएँगे और वह अन्यजातियों से शान्ति की बातें कहेगा वह समुद्र से समुद्र तक और महानद से पृथ्वी के दूरदूर के देशों तक प्रभुता करेगा +8512,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_011.wav,तू भी सुन क्योंकि मेरी वाचा के लहू के कारण मैंने तेरे बन्दियों को बिना जल के गड्ढे में से उबार लिया है +8513,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_012.wav,हे आशा धरे हुए बन्दियों गढ़ की ओर फिरो मैं आज ही बताता हूँ कि मैं तुम को बदले में दुगना सुख दूँगा +8514,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_013.wav,क्योंकि मैंने धनुष के समान यहूदा को चढ़ाकर उस पर तीर के समान एप्रैम को लगाया है मैं सिय्योन के निवासियों को यूनान के निवासियों के विरुद्ध उभारूँगा और उन्हें वीर की तलवार सा कर दूँगा +8515,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_014.wav,तब यहोवा उनके ऊपर दिखाई देगा और उसका तीर बिजली के समान छूटेगा और परमेश्वर यहोवा नरसिंगा फूँककर दक्षिण देश की सी आँधी में होकर चलेगा +8516,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_015.wav,सेनाओं का यहोवा ढाल से उन्हें बचाएगा और वे अपने शत्रुओं का नाश करेंगे और उनके गोफन के पत्थरों पर पाँव रखेंगे और वे पीकर ऐसा कोलाहल करेंगे जैसा लोग दाखमधु पीकर करते हैं और वे कटोरे के समान या वेदी के कोने के समान भरे जाएँगे +8517,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_016.wav,उस समय उनका परमेश्वर यहोवा उनको अपनी प्रजारूपी भेड़बकरियाँ जानकर उनका उद्धार करेगा और वे मुकुटमणि ठहरके उसकी भूमि से बहुत ऊँचे पर चमकते रहेंगे +8518,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_009_017.wav,उसका क्या ही कुशल और क्या ही शोभा उसकी होगी उसके जवान लोग अन्न खाकर और कुमारियाँ नया दाखमधु पीकर हष्टपुष्ट हो जाएँगी +8519,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_010_001.wav,बरसात के अन्त में यहोवा से वर्षा माँगो यहोवा से जो बिजली चमकाता है और वह उनको वर्षा देगा और हर एक के खेत में हरियाली उपजाएगा +8520,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_010_002.wav,क्योंकि गृहदेवता अनर्थ बात कहते और भावी कहनेवाले झूठा दर्शन देखते और झूठे स्वप्न सुनाते और व्यर्थ शान्ति देते हैं इस कारण लोग भेड़बकरियों के समान भटक गए और चरवाहे न होने के कारण दुर्दशा में पड़े हैं +8521,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_010_003.wav,मेरा क्रोध चरवाहों पर भड़का है और मैं उन बकरों को दण्ड दूँगा क्योंकि सेनाओं का यहोवा अपने झुण्ड अर्थात् यहूदा के घराने का हाल देखने ��ो आएगा और लड़ाई में उनको अपना हष्टपुष्ट घोड़ा सा बनाएगा +8522,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_010_004.wav,उसी में से कोने का पत्थर उसी में से खूँटी उसी में से युद्ध का धनुष उसी में से सब प्रधान प्रगट होंगे +8523,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_010_005.wav,वे ऐसे वीरों के समान होंगे जो लड़ाई में अपने बैरियों को सड़कों की कीच के समान रौंदते हों वे लड़ेंगे क्योंकि यहोवा उनके संग रहेगा इस कारण वे वीरता से लड़ेंगे और सवारों की आशा टूटेगी +8524,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_010_006.wav,मैं यहूदा के घराने को पराक्रमी करूँगा और यूसुफ के घराने का उद्धार करूँगा मुझे उन पर दया आई है इस कारण मैं उन्हें लौटा लाकर उन्हीं के देश में बसाऊँगा और वे ऐसे होंगे मानो मैंने उनको मन से नहीं उतारा मैं उनका परमेश्वर यहोवा हूँ इसलिए उनकी सुन लूँगा +8525,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_010_007.wav,एप्रैमी लोग वीर के समान होंगे और उनका मन ऐसा आनन्दित होगा जैसे दाखमधु से होता है यह देखकर उनके बच्चे आनन्द करेंगे और उनका मन यहोवा के कारण मगन होगा +8526,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_010_008.wav,मैं सीटी बजाकर उनको इकट्ठा करूँगा क्योंकि मैं उनका छुड़ानेवाला हूँ और वे ऐसे बढ़ेंगे जैसे पहले बढ़े थे +8527,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_010_009.wav,यद्यपि मैं उन्हें जातिजाति के लोगों के बीच बिखेर दूँगा तो भी वे दूरदूर देशों में मुझे स्मरण करेंगे और अपने बालकों समेत जीवित लौट आएँगे +8528,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_010_010.wav,मैं उन्हें मिस्र देश से लौटा लाऊँगा और अश्शूर से इकट्ठा करूँगा और गिलाद और लबानोन के देशों में ले आकर इतना बढ़ाऊँगा कि वहाँ वे समा न सकेंगे +8529,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_010_011.wav,वह उस कष्टदायक समुद्र में से होकर उसकी लहरें दबाता हुआ जाएगा और नील नदी का सब गहरा जल सूख जाएगा अश्शूर का घमण्ड तोड़ा जाएगा और मिस्र का राजदण्ड जाता रहेगा +8530,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_010_012.wav,मैं उन्हें यहोवा द्वारा पराक्रमी करूँगा और वे उसके नाम से चले फिरेंगे यहोवा की यही वाणी है +8531,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_001.wav,हे लबानोन आग को रास्ता दे कि वह आकर तेरे देवदारों को भस्म करे +8532,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_002.wav,हे सनोवर वृक्षों हाय हाय करो क्योंकि देवदार गिर गया है और बड़े से बड़े वृक्ष नष्ट हो गए हैं हे बाशान के बांजवृक्षों हाय हाय करो क्योंकि अगम्य वन काटा गया है +8533,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_003.wav,चरवाहों के हाहाकार का शब्द हो रहा है क्योंकि उनका वैभव नष्ट हो गया है जवान सिंहों का गरजना सुनाई देता है क्योंकि यरदन के किनारे का घना वन नाश किया गया है +8534,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_004.wav,मेरे परमेश्वर यहोवा ने यह आज्ञा दी घात होनेवाली भेड़बकरियों का चरवाहा हो जा +8535,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_005.wav,उनके मोल लेनेवाले उन्हें घात करने पर भी अपने को दोषी नहीं जानते और उनके बेचनेवाले कहते हैं यहोवा धन्य है हम धनी हो गए हैं और उनके चरवाहे उन पर कुछ दया नहीं करते +8536,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_006.wav,यहोवा की यह वाणी है मैं इस देश के रहनेवालों पर फिर दया न करूँगा देखो मैं मनुष्यों को एक दूसरे के हाथ में और उनके राजा के हाथ में पकड़वा दूँगा और वे इस देश को नाश करेंगे और मैं उसके रहनेवालों को उनके वश से न छुड़ाऊँगा +8537,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_007.wav,इसलिए मैं घात होनेवाली भेड़बकरियों को और विशेष करके उनमें से जो दीन थीं उनको चराने लगा और मैंने दो लाठियाँ लीं एक का नाम मैंने अनुग्रह रखा और दूसरी का नाम एकता इनको लिये हुए मैं उन भेड़बकरियों को चराने लगा +8538,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_008.wav,मैंने उनके तीनों चरवाहों को एक महीने में नष्ट कर दिया परन्तु मैं उनके कारण अधीर था और वे मुझसे घृणा करती थीं +8539,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_009.wav,तब मैंने उनसे कहा मैं तुम को न चराऊँगा तुम में से जो मरे वह मरे और जो नष्ट हो वह नष्ट हो और जो बची रहें वे एक दूसरे का माँस खाएँ +8540,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_010.wav,और मैंने अपनी वह लाठी तोड़ डाली जिसका नाम अनुग्रह था कि जो वाचा मैंने सब अन्यजातियों के साथ बाँधी थी उसे तोड़ूँ +8541,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_011.wav,वह उसी दिन तोड़ी गई और इससे दीन भेड़बकरियाँ जो मुझे ताकती थीं उन्होंने जान लिया कि यह यहोवा का वचन है +8542,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_012.wav,तब मैंने उनसे कहा यदि तुम को अच्छा लगे तो मेरी मजदूरी दो और नहीं तो मत दो तब उन्होंने मेरी मजदूरी में चाँदी के तीस टुकड़े तौल दिए +8543,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_013.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा इन्हें कुम्हार के आगे फेंक दे यह क्या ही भारी दाम है जो उन्होंने मेरा ठहराया है तब मैंने चाँदी के उन तीस टुकड़ों को लेकर यहोवा के घर में कुम्हार के आगे फेंक दिया +8544,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_014.wav,तब मैंने अपनी दूसरी लाठी जिसका नाम एकता था इसलिए तोड़ डाली कि मैं उस भाईचारे के नाते को तोड़ डालूँ जो यहूदा और इस्राएल के बीच में है +8545,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_015.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा अब तू मूर्ख चरवाहे के हथियार ले ले +8546,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_016.wav,क्योंकि मैं इस देश में एक ऐसा चरवाहा ठहराऊँगा जो खोई हुई को न ढूँढ़ेगा न तितरबितर को इकट्ठी करेगा न घायलों को चंगा करेगा न जो भली चंगी हैं उनका पालनपोषण करेगा वरन् मोटियों का माँस खाएगा और उनके खुरों को फाड़ डालेगा +8547,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_011_017.wav,हाय उस निकम्मे चरवाहे पर जो भेड़बकरियों को छोड़ जाता है उसकी बाँह और दाहिनी आँख दोनों पर तलवार लगेगी तब उसकी बाँह सूख जाएगी और उसकी दाहिनी आँख फूट जाएगी +8548,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_001.wav,इस्राएल के विषय में यहोवा का कहा हुआ भारी वचन यहोवा जो आकाश का ताननेवाला पृथ्वी की नींव डालनेवाला और मनुष्य की आत्मा का रचनेवाला है यहोवा की यह वाणी है +8549,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_002.wav,देखो मैं यरूशलेम को चारों ओर की सब जातियों के लिये लड़खड़ा देने के नशा का कटोरा ठहरा दूँगा और जब यरूशलेम घेर लिया जाएगा तब यहूदा की दशा भी ऐसी ही होगी +8550,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_003.wav,और उस समय पृथ्वी की सारी जातियाँ यरूशलेम के विरुद्ध इकट्ठी होंगी तब मैं उसको इतना भारी पत्थर बनाऊँगा कि जो उसको उठाएँगे वे बहुत ही घायल होंगे +8551,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_004.wav,यहोवा की यह वाणी है उस समय मैं हर एक घोड़े को घबरा दूँगा और उसके सवार को घायल करूँगा परन्तु मैं यहूदा के घराने पर कृपादृष्टि रखूँगा जब मैं अन्यजातियों के सब घोड़ों को अंधा कर डालूँगा +8552,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_005.wav,तब यहूदा के अधिपति सोचेंगे यरूशलेम के निवासी अपने परमेश्वर सेनाओं के यहोवा की सहायता से मेरे सहायक बनेंगे +8553,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_006.wav,उस समय मैं यहूदा के अधिपतियों को ऐसा कर दूँगा जैसी लकड़ी के ढेर में आग भरी अँगीठी या पूले में जलती हुई मशाल होती है अर्थात् वे दाएँबाएँ चारों ओर के सब लोगों को भस्म कर डालेंगे और यरूशलेम जहाँ अब बसी है वहीं बसी रहेगी यरूशलेम में ही +8554,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_007.wav,और यहोवा पहले यहूदा के तम्बुओं का उद्धार करेगा कहीं ऐसा न हो कि दाऊद का घराना और यरूशलेम के निवासी अपनेअपने वैभव के कारण यहूदा के विरुद्ध बड़ाई मारें +8555,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_008.wav,उस दिन यहोवा यरूशलेम के निवासियों को मानो ढाल से बचा लेगा और उस समय उनमें से जो ठोकर खानेवाला हो वह दाऊद के समान होगा और दाऊद का घराना परमेश्वर के समान होगा अर्थात् यहोवा के उस दूत के समान जो उनके आगेआगे चलता था +8556,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_009.wav,उस दिन मैं उन सब जातियों का नाश करने का यत्न करूँगा जो यरूशलेम पर चढ़ाई करेंगी +8557,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_010.wav,मैं दाऊद के घराने और यरूशलेम के निवासियों पर अपना अनुग्रह करनेवाली और प्रार्थना सिखानेवाली आत्मा उण्डेलूँगा तब वे मुझे ताकेंगे अर्थात् जिसे उन्होंने बेधा है और उसके लिये ऐसे रोएँगे जैसे एकलौते पुत��र के लिये रोतेपीटते हैं और ऐसा भारी शोक करेंगे जैसा पहलौठे के लिये करते हैं +8558,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_011.wav,उस समय यरूशलेम में इतना रोनापीटना होगा जैसा मगिद्दोन की तराई में हदद्रिम्मोन में हुआ था +8559,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_012.wav,सारे देश में विलाप होगा हर एक परिवार में अलगअलग अर्थात् दाऊद के घराने का परिवार अलग और उनकी स्त्रियाँ अलग नातान के घराने का परिवार अलग और उनकी स्त्रियाँ अलग +8560,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_013.wav,लेवी के घराने का परिवार अलग और उनकी स्त्रियाँ अलग शिमियों का परिवार अलग और उनकी स्त्रियाँ अलग +8561,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_012_014.wav,और जितने परिवार रह गए हों हर एक परिवार अलग अलग और उनकी स्त्रियाँ भी अलगअलग +8562,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_013_001.wav,उसी दिन दाऊद के घराने और यरूशलेम के निवासियों के लिये पाप और मलिनता धोने के निमित्त एक बहता हुआ सोता फूटेगा +8563,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_013_002.wav,सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है कि उस समय मैं इस देश में से मूर्तों के नाम मिटा डालूँगा और वे फिर स्मरण में न रहेंगी और मैं भविष्यद्वक्ताओं और अशुद्ध आत्मा को इस देश में से निकाल दूँगा +8564,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_013_003.wav,और यदि कोई फिर भविष्यद्वाणी करे तो उसके मातापिता जिनसे वह उत्पन्न हुआ उससे कहेंगे तू जीवित न बचेगा क्योंकि तूने यहोवा के नाम से झूठ कहा है इसलिए जब वह भविष्यद्वाणी करे तब उसके मातापिता जिनसे वह उत्पन्न हुआ उसको बेध डालेंगे +8565,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_013_004.wav,उस समय हर एक भविष्यद्वक्ता भविष्यद्वाणी करते हुए अपनेअपने दर्शन से लज्जित होंगे और धोखा देने के लिये कम्बल का वस्त्र न पहनेंगे +8566,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_013_005.wav,परन्तु वह कहेगा मैं भविष्यद्वक्ता नहीं किसान हूँ क्योंकि लड़कपन ही से मैं दूसरों का दास हूँ +8567,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_013_006.wav,तब उससे यह पूछा जाएगा तेरी छाती पर ये घाव कैसे हुए तब वह कहेगा ये वे ही हैं जो मेरे प्रेमियों के घर में मुझे लगे हैं +8568,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_013_007.wav,सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है हे तलवार मेरे ठहराए हुए चरवाहे के विरुद्ध अर्थात् जो पुरुष मेरा स्वजाति है उसके विरुद्ध चल तू उस चरवाहे को काट तब भेड़बकरियाँ तितरबितर हो जाएँगी और बच्चों पर मैं अपने हाथ बढ़ाऊँगा +8569,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_013_008.wav,यहोवा की यह भी वाणी है कि इस देश के सारे निवासियों की दो तिहाई मार डाली जाएँगी और बची हुई तिहाई उसमें बनी रहेगी +8570,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_013_009.wav,उस तिहाई को मैं आग में डालकर ऐसा निर्मल करूँगा जैसा रूपा निर्मल किया जाता है और ऐसा जाँचूँगा जैसा सोना जाँचा जाता है वे मुझसे प्रार्थना किया करेंगे और मैं उनकी सुनूँगा मैं उनके विषय में कहूँगा ये मेरी प्रजा हैं और वे मेरे विषय में कहेंगे यहोवा हमारा परमेश्वर है +8571,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_001.wav,सुनो यहोवा का एक ऐसा दिन आनेवाला है जिसमें तेरा धन लूटकर तेरे बीच में बाँट लिया जाएगा +8572,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_002.wav,क्योंकि मैं सब जातियों को यरूशलेम से लड़ने के लिये इकट्ठा करूँगा और वह नगर ले लिया जाएगा और घर लूटे जाएँगे और स्त्रियाँ भ्रष्ट की जाएँगी नगर के आधे लोग बँधुवाई में जाएँगे परन्तु प्रजा के शेष लोग नगर ही में रहने पाएँगे +8573,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_003.wav,तब यहोवा निकलकर उन जातियों से ऐसा लड़ेगा जैसा वह संग्राम के दिन में लड़ा था +8574,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_004.wav,और उस दिन वह जैतून के पर्वत पर पाँव रखेगा जो पूर्व की ओर यरूशलेम के सामने है तब जैतून का पर्वत पूरब से लेकर पश्चिम तक बीचों बीच से फटकर बहुत बड़ा खड्ड हो जाएगा तब आधा पर्वत उत्तर की ओर और आधा दक्षिण की ओर हट जाएगा +8575,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_005.wav,तब तुम मेरे बनाए हुए उस तराई से होकर भाग जाओगे क्योंकि वह खड्ड आसेल तक पहुँचेगा वरन् तुम ऐसे भागोगे जैसे उस भूकम्प के डर से भागे थे जो यहूदा के राजा उज्जियाह के दिनों में हुआ था तब मेरा परमेश्वर यहोवा आएगा और सब पवित्र लोग उसके साथ होंगे +8576,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_006.wav,उस दिन कुछ उजियाला न रहेगा क्योंकि ज्योतिगण सिमट जाएँगे +8577,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_007.wav,और लगातार एक ही दिन होगा जिसे यहोवा ही जानता है न तो दिन होगा और न रात होगी परन्तु साँझ के समय उजियाला होगा +8578,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_008.wav,उस दिन यरूशलेम से जीवन का जल फूट निकलेगा उसकी एक शाखा पूरब के ताल और दूसरी पश्चिम के समुद्र की ओर बहेगी और धूप के दिनों में और सर्दी के दिनों में भी बराबर बहती रहेंगी +8579,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_009.wav,तब यहोवा सारी पृथ्वी का राजा होगा और उस दिन एक ही यहोवा और उसका नाम भी एक ही माना जाएगा +8580,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_010.wav,गेबा से लेकर यरूशलेम के दक्षिण की ओर के रिम्मोन तक सब भूमि अराबा के समान हो जाएगी परन्तु वह ऊँची होकर बिन्यामीन के फाटक से लेकर पहले फाटक के स्थान तक और कोनेवाले फाटक तक और हननेल के गुम्मट से लेकर राजा के दाखरस कुण्डों तक अपने स्थान में बसेगी +8581,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_011.wav,लोग उसमें बसेंगे क्योंकि फिर सत्यानाश का श्राप न होगा और यरूशलेम बेखटके बसी रहेगी +8582,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_012.wav,और जितनी जातियों ने यरूशलेम से युद्ध किया है उन सभी को यहोवा ऐसी मार से मारेगा कि खड़ेखड़े उनका माँस सड़ जाएगा और उनकी आँखें अपने गोलकों में सड़ जाएँगी और उनकी जीभ उनके मुँह में सड़ जाएगी +8583,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_013.wav,और उस दिन यहोवा की ओर से उनमें बड़ी घबराहट पैठेगी और वे एक दूसरे के हाथ को पकड़ेंगे और एक दूसरे पर अपनेअपने हाथ उठाएँगे +8584,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_014.wav,यहूदा भी यरूशलेम में लड़ेगा और सोना चाँदी वस्त्र आदि चारों ओर की सब जातियों की धनसम्पत्ति उसमें बटोरी जाएगी +8585,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_015.wav,और घोड़े खच्चर ऊँट और गदहे वरन् जितने पशु उनकी छावनियों में होंगे वे भी ऐसी ही महामारी से मारे जाएँगे +8586,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_016.wav,तब जितने लोग यरूशलेम पर चढ़नेवाली सब जातियों में से बचे रहेंगे वे प्रतिवर्ष राजा को अर्थात् सेनाओं के यहोवा को दण्डवत् करने और झोपड़ियों का पर्व मानने के लिये यरूशलेम को जाया करेंगे +8587,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_017.wav,और पृथ्वी के कुलों में से जो लोग यरूशलेम में राजा अर्थात् सेनाओं के यहोवा को दण्डवत् करने के लिये न जाएँगे उनके यहाँ वर्षा न होगी +8588,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_018.wav,और यदि मिस्र का कुल वहाँ न आए तो क्या उन पर वह मरी न पड़ेगी जिससे यहोवा उन जातियों को मारेगा जो झोपड़ियों का पर्व मानने के लिये न जाएँगे +8589,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_019.wav,यह मिस्र का और उन सब जातियों का पाप ठहरेगा जो झोपड़ियों का पर्व मानने के लिये न जाएँगे +8590,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_020.wav,उस समय घोड़ों की घंटियों पर भी यह लिखा रहेगा यहोवा के लिये पवित्र और यहोवा के भवन कि हाँड़ियाँ उन कटोरों के तुल्य पवित्र ठहरेंगी जो वेदी के सामने रहते हैं +8591,data/cleaned/hindi/ZEC/ZEC_014_021.wav,वरन् यरूशलेम में और यहूदा देश में सब हाँड़ियाँ सेनाओं के यहोवा के लिये पवित्र ठहरेंगी और सब मेलबलि करनेवाले आ आकर उन हाँड़ियों में माँस पकाया करेंगे तब सेनाओं के यहोवा के भवन में फिर कोई व्यापारी न पाया जाएगा +8592,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_001_001.wav,हकल्याह के पुत्र नहेम्याह के वचन बीसवें वर्ष के किसलेव नामक महीने में जब मैं शूशन नामक राजगढ़ में रहता था +8593,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_001_002.wav,तब हनानी नामक मेरा एक भाई और यहूदा से आए हुए कई एक पुरुष आए तब मैंने उनसे उन बचे हुए यहूदियों के विषय जो बँधुआई से छूट गए थे और यरूशलेम के विषय में पूछा +8594,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_001_003.wav,उन्होंने मुझसे कहा जो बचे हुए लोग बँधुआई से छूटकर उस प्रान्त में रहते हैं वे बड़ी दुर्दशा में पड़े हैं और उनकी निन्दा होती है क्योंकि यरूशलेम की शहरपनाह टूटी हुई और उसके फाटक जले हुए हैं +8595,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_001_004.wav,ये बातें सुनते ही मैं बैठकर रोने लगा और कुछ दिनों तक विलाप करता और स्वर्ग के परमेश्वर के सम्मुख उपवास करता और यह कहकर प्रार्थना करता रहा +8596,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_001_005.wav,हे स्वर्ग के परमेश्वर यहोवा हे महान और भययोग्य परमेश्वर तू जो अपने प्रेम रखनेवाले और आज्ञा माननेवाले के विषय अपनी वाचा पालता और उन पर करुणा करता है +8597,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_001_006.wav,तू कान लगाए और आँखें खोले रह कि जो प्रार्थना मैं तेरा दास इस समय तेरे दास इस्राएलियों के लिये दिनरात करता रहता हूँ उसे तू सुन ले मैं इस्राएलियों के पापों को जो हम लोगों ने तेरे विरुद्ध किए हैं मान लेता हूँ मैं और मेरे पिता के घराने दोनों ने पाप किया है +8598,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_001_007.wav,हमने तेरे सामने बहुत बुराई की है और जो आज्ञाएँ विधियाँ और नियम तूने अपने दास मूसा को दिए थे उनको हमने नहीं माना +8599,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_001_008.wav,उस वचन की सुधि ले जो तूने अपने दास मूसा से कहा था यदि तुम लोग विश्वासघात करो तो मैं तुम को देशदेश के लोगों में तितरबितर करूँगा +8600,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_001_009.wav,परन्तु यदि तुम मेरी ओर फिरो और मेरी आज्ञाएँ मानो और उन पर चलो तो चाहे तुम में से निकाले हुए लोग आकाश की छोर में भी हों तो भी मैं उनको वहाँ से इकट्ठा करके उस स्थान में पहुँचाऊँगा जिसे मैंने अपने नाम के निवास के लिये चुन लिया है +8601,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_001_010.wav,अब वे तेरे दास और तेरी प्रजा के लोग हैं जिनको तूने अपनी बड़ी सामर्थ्य और बलवन्त हाथ के द्वारा छुड़ा लिया है +8602,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_001_011.wav,हे प्रभु विनती यह है कि तू अपने दास की प्रार्थना पर और अपने उन दासों की प्रार्थना पर जो तेरे नाम का भय मानना चाहते हैं कान लगा और आज अपने दास का काम सफल कर और उस पुरुष को उस पर दयालु कर मैं तो राजा का पियाऊ था +8603,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_001.wav,अर्तक्षत्र राजा के बीसवें वर्ष के नीसान नामक महीने में जब उसके सामने दाखमधु था तब मैंने दाखमधु उठाकर राजा को दिया इससे पहले मैं उसके सामने कभी उदास न हुआ था +8604,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_002.wav,तब राजा ने मुझसे पूछा तू तो रोगी नहीं है फिर तेरा मुँह क्यों उतरा है यह तो मन ही की उदासी होगी तब मैं अत्यन्त डर गया +8605,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_003.wav,मैंने राजा से कहा राजा सदा जीवित रहे जब वह नगर जिसमें मेरे पुरखाओं की कब्रें हैं उजाड़ पड़ा है और उसके फाटक जले हुए हैं तो मेरा मुँह ���्यों न उतरे +8606,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_004.wav,राजा ने मुझसे पूछा फिर तू क्या माँगता है तब मैंने स्वर्ग के परमेश्वर से प्रार्थना करके राजा से कहा +8607,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_005.wav,यदि राजा को भाए और तू अपने दास से प्रसन्न हो तो मुझे यहूदा और मेरे पुरखाओं की कब्रों के नगर को भेज ताकि मैं उसे बनाऊँ +8608,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_006.wav,तब राजा ने जिसके पास रानी भी बैठी थी मुझसे पूछा तू कितने दिन तक यात्रा में रहेगा और कब लौटेगा अतः राजा मुझे भेजने को प्रसन्न हुआ और मैंने उसके लिये एक समय नियुक्त किया +8609,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_007.wav,फिर मैंने राजा से कहा यदि राजा को भाए तो महानद के पार के अधिपतियों के लिये इस आशय की चिट्ठियाँ मुझे दी जाएँ कि जब तक मैं यहूदा को न पहुँचूँ तब तक वे मुझे अपनेअपने देश में से होकर जाने दें +8610,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_008.wav,और सरकारी जंगल के रखवाले आसाप के लिये भी इस आशय की चिट्ठी मुझे दी जाए ताकि वह मुझे भवन से लगे हुए राजगढ़ की कड़ियों के लिये और शहरपनाह के और उस घर के लिये जिसमें मैं जाकर रहूँगा लकड़ी दे मेरे परमेश्वर की कृपादृष्टि मुझ पर थी इसलिए राजा ने यह विनती स्वीकार कर ली +8611,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_009.wav,तब मैंने महानद के पार के अधिपतियों के पास जाकर उन्हें राजा की चिट्ठियाँ दीं राजा ने मेरे संग सेनापति और सवार भी भेजे थे +8612,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_010.wav,यह सुनकर कि एक मनुष्य इस्राएलियों के कल्याण का उपाय करने को आया है होरोनी सम्बल्लत और तोबियाह नामक कर्मचारी जो अम्मोनी था उन दोनों को बहुत बुरा लगा +8613,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_011.wav,जब मैं यरूशलेम पहुँच गया तब वहाँ तीन दिन रहा +8614,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_012.wav,तब मैं थोड़े पुरुषों को लेकर रात को उठा मैंने किसी को नहीं बताया कि मेरे परमेश्वर ने यरूशलेम के हित के लिये मेरे मन में क्या उपजाया था अपनी सवारी के पशु को छोड़ कोई पशु मेरे संग न था +8615,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_013.wav,मैं रात को तराई के फाटक में होकर निकला और अजगर के सोते की ओर और कूड़ा फाटक के पास गया और यरूशलेम की टूटी पड़ी हुई शहरपनाह और जले फाटकों को देखा +8616,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_014.wav,तब मैं आगे बढ़कर सोते के फाटक और राजा के कुण्ड के पास गया परन्तु मेरी सवारी के पशु के लिये आगे जाने को स्थान न था +8617,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_015.wav,तब मैं रात ही रात नाले से होकर शहरपनाह को देखता हुआ चढ़ गया फिर घूमकर तराई के फाटक से भीतर आया और इस प्रकार लौट आया +8618,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_016.wav,और हाकिम न जानते थे कि मैं कहाँ गया और क्या करता था वर���् मैंने तब तक न तो यहूदियों को कुछ बताया था और न याजकों और न रईसों और न हाकिमों और न दूसरे काम करनेवालों को +8619,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_017.wav,तब मैंने उनसे कहा तुम तो आप देखते हो कि हम कैसी दुर्दशा में हैं कि यरूशलेम उजाड़ पड़ा है और उसके फाटक जले हुए हैं तो आओ हम यरूशलेम की शहरपनाह को बनाएँ कि भविष्य में हमारी नामधराई न रहे +8620,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_018.wav,फिर मैंने उनको बताया कि मेरे परमेश्वर की कृपादृष्टि मुझ पर कैसी हुई और राजा ने मुझसे क्याक्या बातें कही थीं तब उन्होंने कहा आओ हम कमर बाँधकर बनाने लगें और उन्होंने इस भले काम को करने के लिये हियाव बाँध लिया +8621,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_019.wav,यह सुनकर होरोनी सम्बल्लत और तोबियाह नामक कर्मचारी जो अम्मोनी था और गेशेम नामक एक अरबी हमें उपहास में उड़ाने लगे और हमें तुच्छ जानकर कहने लगे यह तुम क्या काम करते हो क्या तुम राजा के विरुद्ध बलवा करोगे +8622,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_002_020.wav,तब मैंने उनको उत्तर देकर उनसे कहा स्वर्ग का परमेश्वर हमारा काम सफल करेगा इसलिए हम उसके दास कमर बाँधकर बनाएँगे परन्तु यरूशलेम में तुम्हारा न तो कोई भाग न हक़ और न स्मारक है +8623,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_001.wav,तब एल्याशीब महायाजक ने अपने भाई याजकों समेत कमर बाँधकर भेड़फाटक को बनाया उन्होंने उसकी प्रतिष्ठा की और उसके पल्लों को भी लगाया और हम्मेआ नामक गुम्मट तक वरन् हननेल के गुम्मट के पास तक उन्होंने शहरपनाह की प्रतिष्ठा की +8624,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_002.wav,उससे आगे यरीहो के मनुष्यों ने बनाया और इनसे आगे इम्री के पुत्र जक्कूर ने बनाया +8625,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_003.wav,फिर मछली फाटक को हस्सना के बेटों ने बनाया उन्होंने उसकी कड़ियाँ लगाईं और उसके पल्ले ताले और बेंड़े लगाए +8626,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_004.wav,उनसे आगे मरेमोत ने जो हक्कोस का पोता और ऊरिय्याह का पुत्र था मरम्मत की और इनसे आगे मशुल्लाम ने जो मशेजबेल का पोता और बेरेक्याह का पुत्र था मरम्मत की इससे आगे बाना के पुत्र सादोक ने मरम्मत की +8627,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_005.wav,इनसे आगे तकोइयों ने मरम्मत की परन्तु उनके रईसों ने अपने प्रभु की सेवा का जूआ अपनी गर्दन पर न लिया +8628,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_006.wav,फिर पुराने फाटक की मरम्मत पासेह के पुत्र योयादा और बसोदयाह के पुत्र मशुल्लाम ने की उन्होंने उसकी कड़ियाँ लगाईं और उसके पल्ले ताले और बेंड़े लगाए +8629,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_007.wav,और उनसे आगे गिबोनी मलत्याह और मेरोनोती यादोन ने और गिबोन और मिस्पा के मनुष्य���ं ने महानद के पार के अधिपति के सिंहासन की ओर से मरम्मत की +8630,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_008.wav,उनसे आगे हर्हयाह के पुत्र उज्जीएल ने और अन्य सुनारों ने मरम्मत की इससे आगे हनन्याह ने जो गन्धियों के समाज का था मरम्मत की और उन्होंने चौड़ी शहरपनाह तक यरूशलेम को दृढ़ किया +8631,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_009.wav,उनसे आगे हूर के पुत्र रपायाह ने जो यरूशलेम के आधे जिले का हाकिम था मरम्मत की +8632,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_010.wav,और उनसे आगे हरुमप के पुत्र यदायाह ने अपने ही घर के सामने मरम्मत की और इससे आगे हशब्नयाह के पुत्र हत्तूश ने मरम्मत की +8633,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_011.wav,हारीम के पुत्र मल्किय्याह और पहत्मोआब के पुत्र हश्शूब ने एक और भाग की और भट्ठी के गुम्मट की मरम्मत की +8634,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_012.wav,इससे आगे यरूशलेम के आधे जिले के हाकिम हल्लोहेश के पुत्र शल्लूम ने अपनी बेटियों समेत मरम्मत की +8635,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_013.wav,तराई के फाटक की मरम्मत हानून और जानोह के निवासियों ने की उन्होंने उसको बनाया और उसके ताले बेंड़े और पल्ले लगाए और हजार हाथ की शहरपनाह को भी अर्थात् कूड़ा फाटक तक बनाया +8636,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_014.wav,कूड़ा फाटक की मरम्मत रेकाब के पुत्र मल्किय्याह ने की जो बेथक्केरेम के जिले का हाकिम था उसी ने उसको बनाया और उसके ताले बेंड़े और पल्ले लगाए +8637,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_015.wav,सोता फाटक की मरम्मत कोल्होजे के पुत्र शल्लूम ने की जो मिस्पा के जिले का हाकिम था उसी ने उसको बनाया और पाटा और उसके ताले बेंड़े और पल्ले लगाए और उसी ने राजा की बारी के पास के शेलह नामक कुण्ड की शहरपनाह को भी दाऊदपुर से उतरनेवाली सीढ़ी तक बनाया +8638,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_016.wav,उसके बाद अजबूक के पुत्र नहेम्याह ने जो बेतसूर के आधे जिले का हाकिम था दाऊद के कब्रिस्तान के सामने तक और बनाए हुए जलकुण्ड तक वरन् वीरों के घर तक भी मरम्मत की +8639,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_017.wav,इसके बाद बानी के पुत्र रहूम ने कितने लेवियों समेत मरम्मत की इससे आगे कीला के आधे जिले के हाकिम हशब्याह ने अपने जिले की ओर से मरम्मत की +8640,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_018.wav,उसके बाद उनके भाइयों समेत कीला के आधे जिले के हाकिम हेनादाद के पुत्र बव्वै ने मरम्मत की +8641,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_019.wav,उससे आगे एक और भाग की मरम्मत जो शहरपनाह के मोड़ के पास शस्त्रों के घर की चढ़ाई के सामने है येशुअ के पुत्र एजेर ने की जो मिस्पा का हाकिम था +8642,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_020.wav,फिर एक और भाग की अर्थात् उसी मोड़ से लेकर एल्याशीब महायाजक के घर के द���वार तक की मरम्मत जब्बै के पुत्र बारूक ने तन मन से की +8643,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_021.wav,इसके बाद एक और भाग की अर्थात् एल्याशीब के घर के द्वार से लेकर उसी घर के सिरे तक की मरम्मत मरेमोत ने की जो हक्कोस का पोता और ऊरिय्याह का पुत्र था +8644,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_022.wav,उसके बाद उन याजकों ने मरम्मत की जो तराई के मनुष्य थे +8645,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_023.wav,उनके बाद बिन्यामीन और हश्शूब ने अपने घर के सामने मरम्मत की और इनके पीछे अजर्याह ने जो मासेयाह का पुत्र और अनन्याह का पोता था अपने घर के पास मरम्मत की +8646,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_024.wav,तब एक और भाग की अर्थात् अजर्याह के घर से लेकर शहरपनाह के मोड़ तक वरन् उसके कोने तक की मरम्मत हेनादाद के पुत्र बिन्नूई ने की +8647,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_025.wav,फिर उसी मोड़ के सामने जो ऊँचा गुम्मट राजभवन से बाहर निकला हुआ बन्दीगृह के आँगन के पास है उसके सामने ऊजै के पुत्र पालाल ने मरम्मत की इसके बाद परोश के पुत्र पदायाह ने मरम्मत की +8648,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_026.wav,नतीन लोग तो ओपेल में पूरब की ओर जलफाटक के सामने तक और बाहर निकले हुए गुम्मट तक रहते थे +8649,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_027.wav,पदायाह के बाद तकोइयों ने एक और भाग की मरम्मत की जो बाहर निकले हुए बड़े गुम्मट के सामने और ओपेल की शहरपनाह तक है +8650,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_028.wav,फिर घोड़ाफाटक के ऊपर याजकों ने अपनेअपने घर के सामने मरम्मत की +8651,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_029.wav,इनके बाद इम्मेर के पुत्र सादोक ने अपने घर के सामने मरम्मत की और तब पूर्वी फाटक के रखवाले शकन्याह के पुत्र शमायाह ने मरम्मत की +8652,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_030.wav,इसके बाद शेलेम्याह के पुत्र हनन्याह और सालाप के छठवें पुत्र हानून ने एक और भाग की मरम्मत की तब बेरेक्याह के पुत्र मशुल्लाम ने अपनी कोठरी के सामने मरम्मत की +8653,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_031.wav,उसके बाद मल्किय्याह ने जो सुनार था नतिनों और व्यापारियों के स्थान तक ठहराए हुए स्थान के फाटक के सामने और कोने के कोठे तक मरम्मत की +8654,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_003_032.wav,और कोनेवाले कोठे से लेकर भेड़फाटक तक सुनारों और व्यापारियों ने मरम्मत की +8655,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_001.wav,जब सम्बल्लत ने सुना कि यहूदी लोग शहरपनाह को बना रहे हैं तब उसने बुरा माना और बहुत रिसियाकर यहूदियों को उपहास में उड़ाने लगा +8656,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_002.wav,वह अपने भाइयों के और सामरिया की सेना के सामने यह कहने लगा वे निर्बल यहूदी क्या करना चाहते हैं क्या वे वह काम अपने बल से करेंगे क्या वे अपना स्थान दृढ़ करेंगे क्या वे यज्ञ ��रेंगे क्या वे आज ही सब को निपटा डालेंगे क्या वे मिट्टी के ढेरों में के जले हुए पत्थरों को फिर नये सिरे से बनाएँगे +8657,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_003.wav,उसके पास तो अम्मोनी तोबियाह था और वह कहने लगा जो कुछ वे बना रहे हैं यदि कोई गीदड़ भी उस पर चढ़े तो वह उनकी बनाई हुई पत्थर की शहरपनाह को तोड़ देगा +8658,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_004.wav,हे हमारे परमेश्वर सुन ले कि हमारा अपमान हो रहा है और उनका किया हुआ अपमान उन्हीं के सिर पर लौटा दे और उन्हें बँधुआई के देश में लुटवा दे +8659,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_005.wav,और उनका अधर्म तू न ढाँप और न उनका पाप तेरे सम्मुख से मिटाया जाए क्योंकि उन्होंने तुझे शहरपनाह बनानेवालों के सामने क्रोध दिलाया है +8660,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_006.wav,हम लोगों ने शहरपनाह को बनाया और सारी शहरपनाह आधी ऊँचाई तक जुड़ गई क्योंकि लोगों का मन उस काम में नित लगा रहा +8661,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_007.wav,जब सम्बल्लत और तोबियाह और अरबियों अम्मोनियों और अश्दोदियों ने सुना कि यरूशलेम की शहरपनाह की मरम्मत होती जाती है और उसमें के नाके बन्द होने लगे हैं तब उन्होंने बहुत ही बुरा माना +8662,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_008.wav,और सभी ने एक मन से गोष्ठी की कि जाकर यरूशलेम से लड़ें और उसमें गड़बड़ी डालें +8663,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_009.wav,परन्तु हम लोगों ने अपने परमेश्वर से प्रार्थना की और उनके डर के मारे उनके विरुद्ध दिनरात के पहरुए ठहरा दिए +8664,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_010.wav,परन्तु यहूदी कहने लगे ढोनेवालों का बल घट गया और मिट्टी बहुत पड़ी है इसलिए शहरपनाह हम से नहीं बन सकती +8665,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_011.wav,और हमारे शत्रु कहने लगे जब तक हम उनके बीच में न पहुँचे और उन्हें घात करके वह काम बन्द न करें तब तक उनको न कुछ मालूम होगा और न कुछ दिखाई पड़ेगा +8666,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_012.wav,फिर जो यहूदी उनके आसपास रहते थे उन्होंने सब स्थानों से दस बार आ आकर हम लोगों से कहा तुम को हमारे पास लौट आना चाहिये +8667,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_013.wav,इस कारण मैंने लोगों को तलवारें बर्छियाँ और धनुष देकर शहरपनाह के पीछे सबसे नीचे के खुले स्थानों में घरानेघराने के अनुसार बैठा दिया +8668,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_014.wav,तब मैं देखकर उठा और रईसों और हाकिमों और सब लोगों से कहा उनसे मत डरो प्रभु जो महान और भययोग्य है उसी को स्मरण करके अपने भाइयों बेटों बेटियों स्त्रियों और घरों के लिये युद्ध करना +8669,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_015.wav,जब हमारे शत्रुओं ने सुना कि यह बात हमको मालूम हो गई है और परमेश्वर ने उनकी युक्ति निष्फल की है तब ह�� सब के सब शहरपनाह के पास अपनेअपने काम पर लौट गए +8670,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_016.wav,और उस दिन से मेरे आधे सेवक तो उस काम में लगे रहे और आधे बर्छियों तलवारों धनुषों और झिलमों को धारण किए रहते थे और यहूदा के सारे घराने के पीछे हाकिम रहा करते थे +8671,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_017.wav,शहरपनाह को बनानेवाले और बोझ के ढोनेवाले दोनों भार उठाते थे अर्थात् एक हाथ से काम करते थे और दूसरे हाथ से हथियार पकड़े रहते थे +8672,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_018.wav,राजमिस्त्री अपनीअपनी जाँघ पर तलवार लटकाए हुए बनाते थे और नरसिंगे का फूँकनेवाला मेरे पास रहता था +8673,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_019.wav,इसलिए मैंने रईसों हाकिमों और सब लोगों से कहा काम तो बड़ा और फैला हुआ है और हम लोग शहरपनाह पर अलगअलग एक दूसरे से दूर रहते हैं +8674,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_020.wav,इसलिए जहाँ से नरसिंगा तुम्हें सुनाई दे उधर ही हमारे पास इकट्ठे हो जाना हमारा परमेश्वर हमारी ओर से लड़ेगा +8675,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_021.wav,अतः हम काम में लगे रहे और उनमें आधे पौ फटने से तारों के निकलने तक बर्छियाँ लिये रहते थे +8676,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_022.wav,फिर उसी समय मैंने लोगों से यह भी कहा एकएक मनुष्य अपने दास समेत यरूशलेम के भीतर रात बिताया करे कि वे रात को तो हमारी रखवाली करें और दिन को काम में लगे रहें +8677,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_004_023.wav,इस प्रकार न तो मैं अपने कपड़े उतारता था और न मेरे भाई न मेरे सेवक न वे पहरुए जो मेरे अनुचर थे अपने कपड़े उतारते थे सब कोई पानी के पास भी हथियार लिये हुए जाते थे +8678,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_001.wav,तब लोग और उनकी स्त्रियों की ओर से उनके भाई यहूदियों के विरुद्ध बड़ी चिल्लाहट मची +8679,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_002.wav,कुछ तो कहते थे हम अपने बेटेबेटियों समेत बहुत प्राणी हैं इसलिए हमें अन्न मिलना चाहिये कि उसे खाकर जीवित रहें +8680,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_003.wav,कुछ कहते थे हम अपनेअपने खेतों दाख की बारियों और घरों को अकाल के कारण गिरवी रखते हैं कि हमें अन्न मिले +8681,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_004.wav,फिर कुछ यह कहते थे हमने राजा के कर के लिये अपनेअपने खेतों और दाख की बारियों पर रुपया उधार लिया +8682,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_005.wav,परन्तु हमारा और हमारे भाइयों का शरीर और हमारे और उनके बच्चे एक ही समान हैं तो भी हम अपने बेटेबेटियों को दास बनाते हैं वरन् हमारी कोईकोई बेटी दासी भी हो चुकी हैं और हमारा कुछ बस नहीं चलता क्योंकि हमारे खेत और दाख की बारियाँ औरों के हाथ पड़ी हैं +8683,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_006.wav,यह चिल्लाहट और ये बातें सुनकर मैं बहुत क्रोधित हुआ +8684,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_007.wav,तब अपने मन में सोच विचार करके मैंने रईसों और हाकिमों को घुड़ककर कहा तुम अपनेअपने भाई से ब्याज लेते हो तब मैंने उनके विरुद्ध एक बड़ी सभा की +8685,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_008.wav,और मैंने उनसे कहा हम लोगों ने तो अपनी शक्ति भर अपने यहूदी भाइयों को जो अन्यजातियों के हाथ बिक गए थे दाम देकर छुड़ाया है फिर क्या तुम अपने भाइयों को बेचोगे क्या वे हमारे हाथ बिकेंगे तब वे चुप रहे और कुछ न कह सके +8686,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_009.wav,फिर मैं कहता गया जो काम तुम करते हो वह अच्छा नहीं है क्या तुम को इस कारण हमारे परमेश्वर का भय मानकर चलना न चाहिये कि हमारे शत्रु जो अन्यजाति हैं वे हमारी नामधराई न करें +8687,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_010.wav,मैं भी और मेरे भाई और सेवक उनको रुपया और अनाज उधार देते हैं परन्तु हम इसका ब्याज छोड़ दें +8688,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_011.wav,आज ही उनको उनके खेत और दाख और जैतून की बारियाँ और घर फेर दो और जो रुपया अन्न नया दाखमधु और टटका तेल तुम उनसे ले लेते हो उसका सौवाँ भाग फेर दो +8689,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_012.wav,उन्होंने कहा हम उन्हें फेर देंगे और उनसे कुछ न लेंगे जैसा तू कहता है वैसा ही हम करेंगे तब मैंने याजकों को बुलाकर उन लोगों को यह शपथ खिलाई कि वे इसी वचन के अनुसार करेंगे +8690,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_013.wav,फिर मैंने अपने कपड़े की छोर झाड़कर कहा इसी रीति से जो कोई इस वचन को पूरा न करे उसको परमेश्वर झाड़कर उसका घर और कमाई उससे छुड़ाए और इसी रीति से वह झाड़ा जाए और कंगाल हो जाए तब सारी सभा ने कहा आमीन और यहोवा की स्तुति की और लोगों ने इस वचन के अनुसार काम किया +8691,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_014.wav,फिर जब से मैं यहूदा देश में उनका अधिपति ठहराया गया अर्थात् राजा अर्तक्षत्र के राज्य के बीसवें वर्ष से लेकर उसके बत्तीसवें वर्ष तक अर्थात् बारह वर्ष तक मैं और मेरे भाइयों ने अधिपतियों के हक़ का भोजन नहीं खाया +8692,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_015.wav,परन्तु पहले अधिपति जो मुझसे पहले थे वे प्रजा पर भार डालते थे और उनसे रोटी और दाखमधु और इसके साथ चालीस शेकेल चाँदी लेते थे वरन् उनके सेवक भी प्रजा के ऊपर अधिकार जताते थे परन्तु मैं ऐसा नहीं करता था क्योंकि मैं यहोवा का भय मानता था +8693,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_016.wav,फिर मैं शहरपनाह के काम में लिपटा रहा और हम लोगों ने कुछ भूमि मोल न ली और मेरे सब सेवक काम करने के लिये वहाँ इकट्ठे रहते थे +8694,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_017.wav,फिर मेरी मेज पर खानेवाले एक सौ पचास यहूदी और हाकिम और वे भी थे जो चारों ओर की अन्यजातियों में से हमारे पास आए थे +8695,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_018.wav,जो प्रतिदिन के लिये तैयार किया जाता था वह एक बैल छः अच्छीअच्छी भेड़ें व बकरियाँ थीं और मेरे लिये चिड़ियें भी तैयार की जाती थीं दसदस दिन के बाद भाँतिभाँति का बहुत दाखमधु भी तैयार किया जाता था परन्तु तो भी मैंने अधिपति के हक़ का भोज नहीं लिया +8696,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_005_019.wav,क्योंकि काम का भार प्रजा पर भारी था हे मेरे परमेश्वर जो कुछ मैंने इस प्रजा के लिये किया है उसे तू मेरे हित के लिये स्मरण रख +8697,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_001.wav,जब सम्बल्लत तोबियाह और अरबी गेशेम और हमारे अन्य शत्रुओं को यह समाचार मिला कि मैं शहरपनाह को बनवा चुका और यद्यपि उस समय तक भी मैं फाटकों में पल्ले न लगा चुका था तो भी शहरपनाह में कोई दरार न रह गई थी +8698,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_002.wav,तब सम्बल्लत और गेशेम ने मेरे पास यह कहला भेजा आ हम ओनो के मैदान के किसी गाँव में एक दूसरे से भेंट करें परन्तु वे मेरी हानि करने की इच्छा करते थे +8699,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_003.wav,परन्तु मैंने उनके पास दूतों के द्वारा कहला भेजा मैं तो भारी काम में लगा हूँ वहाँ नहीं जा सकता मेरे इसे छोड़कर तुम्हारे पास जाने से वह काम क्यों बन्द रहे +8700,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_004.wav,फिर उन्होंने चार बार मेरे पास वही बात कहला भेजी और मैंने उनको वैसा ही उत्तर दिया +8701,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_005.wav,तब पाँचवी बार सम्बल्लत ने अपने सेवक को खुली हुई चिट्ठी देकर मेरे पास भेजा +8702,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_006.wav,जिसमें यह लिखा था जातिजाति के लोगों में यह कहा जाता है और गेशेम भी यही बात कहता है कि तुम्हारी और यहूदियों की मनसा बलवा करने की है और इस कारण तू उस शहरपनाह को बनवाता है और तू इन बातों के अनुसार उनका राजा बनना चाहता है +8703,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_007.wav,और तूने यरूशलेम में नबी ठहराए हैं जो यह कहकर तेरे विषय प्रचार करें कि यहूदियों में एक राजा है अब ऐसा ही समाचार राजा को दिया जाएगा इसलिए अब आ हम एक साथ सम्मति करें +8704,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_008.wav,तब मैंने उसके पास कहला भेजा जैसा तू कहता है वैसा तो कुछ भी नहीं हुआ तू ये बातें अपने मन से गढ़ता है +8705,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_009.wav,वे सब लोग यह सोचकर हमें डराना चाहते थे कि उनके हाथ ढीले पड़ जाए और काम बन्द हो जाए परन्तु अब हे परमेश्वर तू मुझे हियाव दे +8706,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_010.wav,फिर मैं शमायाह के घर में गया जो दलायाह का पुत्र और महेतबेल का पोता था वह तो बन्द घर में था उसने कहा आ हम परमेश्वर के भवन अर्थात् मन्दिर के भीतर आपस में भेंट करें और मन्दिर के द्वार बन्द करें क्योंकि वे लोग तुझे घात करने आएँगे रात ही को वे तुझे घात करने आएँगे +8707,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_011.wav,परन्तु मैंने कहा क्या मुझ जैसा मनुष्य भागे और मुझ जैसा कौन है जो अपना प्राण बचाने को मन्दिर में घुसे मैं नहीं जाने का +8708,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_012.wav,फिर मैंने जान लिया कि वह परमेश्वर का भेजा नहीं है परन्तु उसने हर बात परमेश्वर का वचन कहकर मेरी हानि के लिये कही क्योंकि तोबियाह और सम्बल्लत ने उसे रुपया दे रखा था +8709,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_013.wav,उन्होंने उसे इस कारण रुपया दे रखा था कि मैं डर जाऊँ और वैसा ही काम करके पापी ठहरूँ और उनको दोष लगाने का अवसर मिले और वे मेरी नामधराई कर सकें +8710,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_014.wav,हे मेरे परमेश्वर तोबियाह सम्बल्लत और नोअद्याह नबिया और अन्य जितने नबी मुझे डराना चाहते थे उन सब के ऐसेऐसे कामों की सुधि रख +8711,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_015.wav,एलूल महीने के पच्चीसवें दिन को अर्थात् बावन दिन के भीतर शहरपनाह बन गई +8712,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_016.wav,जब हमारे सब शत्रुओं ने यह सुना तब हमारे चारों ओर रहनेवाले सब अन्यजाति डर गए और बहुत लज्जित हुए क्योंकि उन्होंने जान लिया कि यह काम हमारे परमेश्वर की ओर से हुआ +8713,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_017.wav,उन दिनों में भी यहूदी रईसों और तोबियाह के बीच चिट्ठी बहुत आयाजाया करती थी +8714,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_018.wav,क्योंकि वह आरह के पुत्र शकन्याह का दामाद था और उसके पुत्र यहोहानान ने बेरेक्याह के पुत्र मशुल्लाम की बेटी को ब्याह लिया था इस कारण बहुत से यहूदी उसका पक्ष करने की शपथ खाए हुए थे +8715,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_006_019.wav,वे मेरे सुनते उसके भले कामों की चर्चा किया करते और मेरी बातें भी उसको सुनाया करते थे तोबियाह मुझे डराने के लिये चिट्ठियाँ भेजा करता था +8716,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_001.wav,जब शहरपनाह बन गई और मैंने उसके फाटक खड़े किए और द्वारपाल और गवैये और लेवीय लोग ठहराये गए +8717,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_002.wav,तब मैंने अपने भाई हनानी और राजगढ़ के हाकिम हनन्याह को यरूशलेम का अधिकारी ठहराया क्योंकि यह सच्चा पुरुष और बहुतेरों से अधिक परमेश्वर का भय माननेवाला था +8718,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_003.wav,और मैंने उनसे कहा जब तक धूप कड़ी न हो तब तक यरूशलेम के फाटक न खोले जाएँ और जब पहरुए पहरा देते रहें तब ही फाटक बन्द किए जाएँ और बेंड़े लगाए जाएँ फिर यरूशलेम के निवासियों में से तू रखवाले ठहरा जो अपनाअपना पहरा अपनेअपने घर के सामने दिया करें +8719,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_004.wav,नगर तो लम्बा चौड़ा था परन्तु उसमें लोग थोड़े थे और घर नहीं बने थे +8720,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_005.wav,तब मेरे परमेश्वर ने मेरे मन में यह उपजाया कि रईसों हाकिमों और प्रजा के लोगों को इसलिए इकट्ठे करूँ कि वे अपनीअपनी वंशावली के अनुसार गिने जाएँ और मुझे पहलेपहल यरूशलेम को आए हुओं का वंशावली पत्र मिला और उसमें मैंने यह लिखा हुआ पाया +8721,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_006.wav,जिनको बाबेल का राजा नबूकदनेस्सर बन्दी बना करके ले गया था उनमें से प्रान्त के जो लोग बँधुआई से छूटकर यरूशलेम और यहूदा के अपनेअपने नगर को आए +8722,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_007.wav,वे जरुब्बाबेल येशुअ नहेम्याह अजर्याह राम्याह नहमानी मोर्दकै बिलशान मिस्पेरेत बिगवै नहूम और बानाह के संग आए इस्राएली प्रजा के लोगों की गिनती यह है +8723,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_008.wav,परोश की सन्तान दो हजार एक सौ बहत्तर +8724,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_009.wav,शपत्याह की सन्तान तीन सौ बहत्तर +8725,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_010.wav,आरह की सन्तान छः सौ बावन +8726,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_011.wav,पहत्मोआब की सन्तान याने येशुअ और योआब की सन्तान दो हजार आठ सौ अठारह +8727,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_012.wav,एलाम की सन्तान बारह सौ चौवन +8728,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_013.wav,जत्तू की सन्तान आठ सौ पैंतालीस +8729,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_014.wav,जक्कई की सन्तान सात सौ साठ +8730,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_015.wav,बिन्नूई की सन्तान छः सौ अड़तालीस +8731,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_016.wav,बेबै की सन्तान छः सौ अट्ठाईस +8732,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_017.wav,अजगाद की सन्तान दो हजार तीन सौ बाईस +8733,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_018.wav,अदोनीकाम की सन्तान छः सौ सड़सठ +8734,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_019.wav,बिगवै की सन्तान दो हजार सड़सठ +8735,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_020.wav,आदीन की सन्तान छः सौ पचपन +8736,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_021.wav,हिजकिय्याह की सन्तान आतेर के वंश में से अट्ठानवे +8737,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_022.wav,हाशूम की सन्तान तीन सौ अट्ठाईस +8738,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_023.wav,बेसै की सन्तान तीन सौ चौबीस +8739,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_024.wav,हारीफ की सन्तान एक सौ बारह +8740,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_025.wav,गिबोन के लोग पंचानबे +8741,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_026.wav,बैतलहम और नतोपा के मनुष्य एक सौ अट्ठासी +8742,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_027.wav,अनातोत के मनुष्य एक सौ अट्ठाईस +8743,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_028.wav,बेतजमावत के मनुष्य बयालीस +8744,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_029.wav,किर्यत्यारीम कपीरा और बेरोत के मनुष्य सात सौ तैंतालीस +8745,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_030.wav,रामाह और गेबा के मनुष्य छः सौ इक्कीस +8746,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_031.wav,मिकमाश के मनुष्य एक सौ बाईस +8747,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_032.wav,बेतेल और आई के मनुष्य एक सौ तेईस +8748,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_033.wav,दूसरे नबो के मनुष्य बावन +8749,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_034.wav,दूसरे एलाम की सन्तान बारह सौ चौवन +8750,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_035.wav,हारीम की सन्तान तीन सौ बीस +8751,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_036.wav,यरीहो के लोग तीन सौ पैंतालीस +8752,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_037.wav,लोद हादीद और ओनो के लोग सात सौ इक्कीस +8753,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_038.wav,सना के लोग तीन हजार नौ सौ तीस +8754,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_039.wav,फिर याजक अर्थात् येशुअ के घराने में से यदायाह की सन्तान नौ सौ तिहत्तर +8755,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_040.wav,इम्मेर की सन्तान एक हजार बावन +8756,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_041.wav,पशहूर की सन्तान बारह सौ सैंतालीस +8757,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_042.wav,हारीम की सन्तान एक हजार सत्रह +8758,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_043.wav,फिर लेवीय ये थेः होदवा के वंश में से कदमीएल की सन्तान येशुअ की सन्तान चौहत्तर +8759,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_044.wav,फिर गवैये ये थेः आसाप की सन्तान एक सौ अड़तालीस +8760,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_045.wav,फिर द्वारपाल ये थेः शल्लूम की सन्तान आतेर की सन्तान तल्मोन की सन्तान अक्कूब की सन्तान हतीता की सन्तान और शोबै की सन्तान जो सब मिलकर एक सौ अड़तीस हुए +8761,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_046.wav,फिर नतीन अर्थात् सीहा की सन्तान हसूपा की सन्तान तब्बाओत की सन्तान +8762,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_047.wav,केरोस की सन्तान सीआ की सन्तान पादोन की सन्तान +8763,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_048.wav,लबाना की सन्तान हगाबा की सन्तान शल्मै की सन्तान +8764,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_049.wav,हानान की सन्तान गिद्देल की सन्तान गहर की सन्तान +8765,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_050.wav,रायाह की सन्तान रसीन की सन्तान नकोदा की सन्तान +8766,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_051.wav,गज्जाम की सन्तान उज्जा की सन्तान पासेह की सन्तान +8767,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_052.wav,बेसै की सन्तान मूनीम की सन्तान नपूशस की सन्तान +8768,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_053.wav,बकबूक की सन्तान हकूपा की सन्तान हर्हूर की सन्तान +8769,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_054.wav,बसलीत की सन्तान महीदा की सन्तान हर्शा की सन्तान +8770,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_055.wav,बर्कोस की सन्तान सीसरा की सन्तान तेमह की सन्तान +8771,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_056.wav,नसीह की सन्तान और हतीपा की सन्तान +8772,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_057.wav,फिर सुलैमान के दासों की सन्तान सोतै की सन्तान सोपेरेत की सन्तान परीदा की सन्तान +8773,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_058.wav,याला की सन्तान दर्कोन की सन्तान गिद्देल की सन्तान +8774,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_059.wav,शपत्याह की सन्तान हत्तील की सन्तान पोकरेतसबायीम की सन्तान और आमोन की सन्तान +8775,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_060.wav,नतीन और सुलैमान के दासों की सन्तान मिलाकर तीन सौ बानवे थे +8776,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_061.wav,और ये वे हैं जो तेल्मेलाह तेलहर्शा करूब अद्दोन और इम्मेर से यरूशलेम को गए परन्तु अपनेअपने पितरों के घ��ाने और वंशावली न बता सके कि इस्राएल के हैं या नहीं +8777,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_062.wav,दलायाह की सन्तान तोबियाह की सन्तान और नकोदा की सन्तान जो सब मिलाकर छः सौ बयालीस थे +8778,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_063.wav,और याजकों में से हबायाह की सन्तान हक्कोस की सन्तान और बर्जिल्लै की सन्तान जिसने गिलादी बर्जिल्लै की बेटियों में से एक से विवाह कर लिया और उन्हीं का नाम रख लिया था +8779,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_064.wav,इन्होंने अपनाअपना वंशावली पत्र और अन्य वंशावली पत्रों में ढूँढ़ा परन्तु न पाया इसलिए वे अशुद्ध ठहरकर याजकपद से निकाले गए +8780,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_065.wav,और अधिपति ने उनसे कहा कि जब तक ऊरीम और तुम्मीम धारण करनेवाला कोई याजक न उठे तब तक तुम कोई परमपवित्र वस्तु खाने न पाओगे +8781,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_066.wav,पूरी मण्डली के लोग मिलाकर बयालीस हजार तीन सौ साठ ठहरे +8782,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_067.wav,इनको छोड़ उनके सात हजार तीन सौ सैंतीस दासदासियाँ और दो सौ पैंतालीस गानेवाले और गानेवालियाँ थीं +8783,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_068.wav,उनके घोड़े सात सौ छत्तीस खच्चर दो सौ पैंतालीस +8784,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_069.wav,ऊँट चार सौ पैंतीस और गदहे छः हजार सात सौ बीस थे +8785,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_070.wav,और पितरों के घरानों के कई एक मुख्य पुरुषों ने काम के लिये दान दिया अधिपति ने तो चन्दे में हजार दर्कमोन सोना पचास कटोरे और पाँच सौ तीस याजकों के अंगरखे दिए +8786,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_071.wav,और पितरों के घरानों के कई मुख्यमुख्य पुरुषों ने उस काम के चन्दे में बीस हजार दर्कमोन सोना और दो हजार दो सौ माने चाँदी दी +8787,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_072.wav,और शेष प्रजा ने जो दिया वह बीस हजार दर्कमोन सोना दो हजार माने चाँदी और सड़सठ याजकों के अंगरखे हुए +8788,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_007_073.wav,इस प्रकार याजक लेवीय द्वारपाल गवैये प्रजा के कुछ लोग और नतीन और सब इस्राएली अपनेअपने नगर में बस गए +8789,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_001.wav,जब सातवाँ महीना निकट आया उस समय सब इस्राएली अपनेअपने नगर में थे तब उन सब लोगों ने एक मन होकर जलफाटक के सामने के चौक में इकट्ठे होकर एज्रा शास्त्री से कहा कि मूसा की जो व्यवस्था यहोवा ने इस्राएल को दी थी उसकी पुस्तक ले आ +8790,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_002.wav,तब एज्रा याजक सातवें महीने के पहले दिन को क्या स्त्री क्या पुरुष जितने सुनकर समझ सकते थे उन सभी के सामने व्यवस्था को ले आया +8791,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_003.wav,वह उसकी बातें भोर से दोपहर तक उस चौक के सामने जो जलफाटक के सामने था क्या स्त्री क्या पुरुष और सब समझने वालों को पढ़कर सुनाता रहा और लोग व्यवस्था की पुस्तक पर कान लगाए रहे +8792,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_004.wav,एज्रा शास्त्री काठ के एक मचान पर जो इसी काम के लिये बना था खड़ा हो गया और उसकी दाहिनी ओर मत्तित्याह शेमा अनायाह ऊरिय्याह हिल्किय्याह और मासेयाह और बाईं ओर पदायाह मीशाएल मल्किय्याह हाशूम हश्बद्दाना जकर्याह और मशुल्लाम खड़े हुए +8793,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_005.wav,तब एज्रा ने जो सब लोगों से ऊँचे पर था सभी के देखते उस पुस्तक को खोल दिया और जब उसने उसको खोला तब सब लोग उठ खड़े हुए +8794,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_006.wav,तब एज्रा ने महान परमेश्वर यहोवा को धन्य कहा और सब लोगों ने अपनेअपने हाथ उठाकर आमीन आमीन कहा और सिर झुकाकर अपनाअपना माथा भूमि पर टेककर यहोवा को दण्डवत् किया +8795,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_007.wav,येशुअ बानी शेरेब्याह यामीन अक्कूब शब्बतै होदिय्याह मासेयाह कलीता अजर्याह योजाबाद हानान और पलायाह नामक लेवीय लोगों को व्यवस्था समझाते गए और लोग अपनेअपने स्थान पर खड़े रहे +8796,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_008.wav,उन्होंने परमेश्वर की व्यवस्था की पुस्तक से पढ़कर अर्थ समझा दिया और लोगों ने पाठ को समझ लिया +8797,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_009.wav,तब नहेम्याह जो अधिपति था और एज्रा जो याजक और शास्त्री था और जो लेवीय लोगों को समझा रहे थे उन्होंने सब लोगों से कहा आज का दिन तुम्हारे परमेश्वर यहोवा के लिये पवित्र है इसलिए विलाप न करो और न रोओ क्योंकि सब लोग व्यवस्था के वचन सुनकर रोते रहे +8798,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_010.wav,फिर उसने उनसे कहा जाकर चिकनाचिकना भोजन करो और मीठामीठा रस पियो और जिनके लिये कुछ तैयार नहीं हुआ उनके पास भोजन सामग्री भेजो क्योंकि आज का दिन हमारे प्रभु के लिये पवित्र है और उदास मत रहो क्योंकि यहोवा का आनन्द तुम्हारा दृढ़ गढ़ है +8799,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_011.wav,अतः लेवियों ने सब लोगों को यह कहकर चुप करा दिया चुप रहो क्योंकि आज का दिन पवित्र है और उदास मत रहो +8800,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_012.wav,तब सब लोग खाने पीने भोजन सामग्री भेजने और बड़ा आनन्द मनाने को चले गए क्योंकि जो वचन उनको समझाए गए थे उन्हें वे समझ गए थे झोपड़ियों का पर्व +8801,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_013.wav,दूसरे दिन भी समस्त प्रजा के पितरों के घराने के मुख्यमुख्य पुरुष और याजक और लेवीय लोग एज्रा शास्त्री के पास व्यवस्था के वचन ध्यान से सुनने के लिये इकट्ठे हुए +8802,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_014.wav,उन्हें व्यवस्था में यह लिखा हुआ मिला कि यहोवा ने मूसा को यह आज्ञा दी थी कि इस्राएली सातवें महीने के पर्व के स��य झोपड़ियों में रहा करें +8803,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_015.wav,और अपने सब नगरों और यरूशलेम में यह सुनाया और प्रचार किया जाए पहाड़ पर जाकर जैतून तैलवृक्ष मेंहदी खजूर और घनेघने वृक्षों की डालियाँ ले आकर झोपड़ियाँ बनाओ जैसे कि लिखा है +8804,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_016.wav,अतः सब लोग बाहर जाकर डालियाँ ले आए और अपनेअपने घर की छत पर और अपने आँगनों में और परमेश्वर के भवन के आँगनों में और जलफाटक के चौक में और एप्रैम के फाटक के चौक में झोपड़ियाँ बना लीं +8805,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_017.wav,वरन् सब मण्डली के लोग जितने बँधुआई से छूटकर लौट आए थे झोपड़ियाँ बनाकर उनमें रहे नून के पुत्र यहोशू के दिनों से लेकर उस दिन तक इस्राएलियों ने ऐसा नहीं किया था उस समय बहुत बड़ा आनन्द हुआ +8806,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_008_018.wav,फिर पहले दिन से अन्तिम दिन तक एज्रा ने प्रतिदिन परमेश्वर की व्यवस्था की पुस्तक में से पढ़ पढ़कर सुनाया वे सात दिन तक पर्व को मानते रहे और आठवें दिन नियम के अनुसार महासभा हुई +8807,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_001.wav,फिर उसी महीने के चौबीसवें दिन को इस्राएली उपवास का टाट पहने और सिर पर धूल डाले हुए इकट्ठे हो गए +8808,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_002.wav,तब इस्राएल के वंश के लोग सब अन्यजाति लोगों से अलग हो गए और खड़े होकर अपनेअपने पापों और अपने पुरखाओं के अधर्म के कामों को मान लिया +8809,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_003.wav,तब उन्होंने अपनेअपने स्थान पर खड़े होकर दिन के एक पहर तक अपने परमेश्वर यहोवा की व्यवस्था की पुस्तक पढ़ते और एक और पहर अपने पापों को मानते और अपने परमेश्वर यहोवा को दण्डवत् करते रहे +8810,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_004.wav,और येशुअ बानी कदमीएल शबन्याह बुन्नी शेरेब्याह बानी और कनानी ने लेवियों की सीढ़ी पर खड़े होकर ऊँचे स्वर से अपने परमेश्वर यहोवा की दुहाई दी +8811,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_005.wav,फिर येशुअ कदमीएल बानी हशब्नयाह शेरेब्याह होदिय्याह शबन्याह और पतह्याह नामक लेवियों ने कहा खड़े हो अपने परमेश्वर यहोवा को अनादिकाल से अनन्तकाल तक धन्य कहो तेरा महिमायुक्त नाम धन्य कहा जाए जो सब धन्यवाद और स्तुति से परे है +8812,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_006.wav,तू ही अकेला यहोवा है स्वर्ग वरन् सबसे ऊँचे स्वर्ग और उसके सब गण और पृथ्वी और जो कुछ उसमें है और समुद्र और जो कुछ उसमें है सभी को तू ही ने बनाया और सभी की रक्षा तू ही करता है और स्वर्ग की समस्त सेना तुझी को दण्डवत् करती हैं +8813,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_007.wav,हे यहोवा तू वही परमेश्वर है जो अब्राम को चुनकर कसदियों के ऊर नगर में से निकाल लाया और उसका नाम अब्राहम रखा +8814,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_008.wav,और उसके मन को अपने साथ सच्चा पाकर उससे वाचा बाँधी कि मैं तेरे वंश को कनानियों हित्तियों एमोरियों परिज्जियों यबूसियों और गिर्गाशियों का देश दूँगा और तूने अपना वह वचन पूरा भी किया क्योंकि तू धर्मी है +8815,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_009.wav,फिर तूने मिस्र में हमारे पुरखाओं के दुःख पर दृष्टि की और लाल समुद्र के तट पर उनकी दुहाई सुनी +8816,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_010.wav,और फ़िरौन और उसके सब कर्मचारी वरन् उसके देश के सब लोगों को दण्ड देने के लिये चिन्ह और चमत्कार दिखाए क्योंकि तू जानता था कि वे उनसे अभिमान करते हैं और तूने अपना ऐसा बड़ा नाम किया जैसा आज तक वर्तमान है +8817,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_011.wav,और तूने उनके आगे समुद्र को ऐसा दो भाग किया कि वे समुद्र के बीच स्थल ही स्थल चलकर पार हो गए और जो उनके पीछे पड़े थे उनको तूने गहरे स्थानों में ऐसा डाल दिया जैसा पत्थर समुद्र में डाला जाए +8818,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_012.wav,फिर तूने दिन को बादल के खम्भे में होकर और रात को आग के खम्भे में होकर उनकी अगुआई की कि जिस मार्ग पर उन्हें चलना था उसमें उनको उजियाला मिले +8819,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_013.wav,फिर तूने सीनै पर्वत पर उतरकर आकाश में से उनके साथ बातें की और उनको सीधे नियम सच्ची व्यवस्था और अच्छी विधियाँ और आज्ञाएँ दीं +8820,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_014.wav,उन्हें अपने पवित्र विश्रामदिन का ज्ञान दिया और अपने दास मूसा के द्वारा आज्ञाएँ और विधियाँ और व्यवस्था दीं +8821,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_015.wav,और उनकी भूख मिटाने को आकाश से उन्हें भोजन दिया और उनकी प्यास बुझाने को चट्टान में से उनके लिये पानी निकाला और उन्हें आज्ञा दी कि जिस देश को तुम्हें देने की मैंने शपथ खाई है उसके अधिकारी होने को तुम उसमें जाओ +8822,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_016.wav,परन्तु उन्होंने और हमारे पुरखाओं ने अभिमान किया और हठीले बने और तेरी आज्ञाएँ न मानी +8823,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_017.wav,और आज्ञा मानने से इन्कार किया और जो आश्चर्यकर्म तूने उनके बीच किए थे उनका स्मरण न किया वरन् हठ करके यहाँ तक बलवा करनेवाले बने कि एक प्रधान ठहराया कि अपने दासत्व की दशा में लौटे परन्तु तू क्षमा करनेवाला अनुग्रहकारी और दयालु विलम्ब से कोप करनेवाला और अति करुणामय परमेश्वर है तूने उनको न त्यागा +8824,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_018.wav,वरन् जब उन्होंने बछड़ा ढालकर कहा तुम्हारा परमेश्वर जो तुम्हें मिस्र देश से छुड़ा लाया है वह यही है और तेरा बहुत ति���स्कार किया +8825,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_019.wav,तब भी तू जो अति दयालु है उनको जंगल में न त्यागा न तो दिन को अगुआई करनेवाला बादल का खम्भा उन पर से हटा और न रात को उजियाला देनेवाला और उनका मार्ग दिखानेवाला आग का खम्भा +8826,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_020.wav,वरन् तूने उन्हें समझाने के लिये अपने आत्मा को जो भला है दिया और अपना मन्ना उन्हें खिलाना न छोड़ा और उनकी प्यास बुझाने को पानी देता रहा +8827,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_021.wav,चालीस वर्ष तक तू जंगल में उनका ऐसा पालनपोषण करता रहा कि उनको कुछ घटी न हुई न तो उनके वस्त्र पुराने हुए और न उनके पाँव में सूजन हुई +8828,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_022.wav,फिर तूने राज्यराज्य और देशदेश के लोगों को उनके वश में कर दिया और दिशादिशा में उनको बाँट दिया अतः वे हेशबोन के राजा सीहोन और बाशान के राजा ओग दोनों के देशों के अधिकारी हो गए +8829,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_023.wav,फिर तूने उनकी सन्तान को आकाश के तारों के समान बढ़ाकर उन्हें उस देश में पहुँचा दिया जिसके विषय तूने उनके पूर्वजों से कहा था कि वे उसमें जाकर उसके अधिकारी हो जाएँगे +8830,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_024.wav,सो यह सन्तान जाकर उसकी अधिकारी हो गई और तूने उनके द्वारा देश के निवासी कनानियों को दबाया और राजाओं और देश के लोगों समेत उनको उनके हाथ में कर दिया कि वे उनसे जो चाहें सो करें +8831,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_025.wav,उन्होंने गढ़वाले नगर और उपजाऊ भूमि ले ली और सब प्रकार की अच्छी वस्तुओं से भरे हुए घरों के और खुदे हुए हौदों के और दाख और जैतून की बारियों के और खाने के फलवाले बहुत से वृक्षों के अधिकारी हो गए वे उसे खा खाकर तृप्त हुए और हष्टपुष्ट हो गए और तेरी बड़ी भलाई के कारण सुख भोगते रहे +8832,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_026.wav,परन्तु वे तुझ से फिरकर बलवा करनेवाले बन गए और तेरी व्यवस्था को त्याग दिया और तेरे जो नबी तेरी ओर उन्हें फेरने के लिये उनको चिताते रहे उनको उन्होंने घात किया और तेरा बहुत तिरस्कार किया +8833,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_027.wav,इस कारण तूने उनको उनके शत्रुओं के हाथ में कर दिया और उन्होंने उनको संकट में डाल दिया तो भी जब जब वे संकट में पड़कर तेरी दुहाई देते रहे तबतब तू स्वर्ग से उनकी सुनता रहा और तू जो अति दयालु है इसलिए उनके छुड़ानेवाले को भेजता रहा जो उनको शत्रुओं के हाथ से छुड़ाते थे +8834,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_028.wav,परन्तु जब जब उनको चैन मिला तबतब वे फिर तेरे सामने बुराई करते थे इस कारण तू उनको शत्रुओं के हाथ में कर देता था और वे उन पर प्रभुता करते थे त�� भी जब वे फिरकर तेरी दुहाई देते तब तू स्वर्ग से उनकी सुनता और तू जो दयालु है इसलिए बार बार उनको छुड़ाता +8835,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_029.wav,और उनको चिताता था कि उनको फिर अपनी व्यवस्था के अधीन कर दे परन्तु वे अभिमान करते रहे और तेरी आज्ञाएँ नहीं मानते थे और तेरे नियम जिनको यदि मनुष्य माने तो उनके कारण जीवित रहे उनके विरुद्ध पाप करते और हठ करके अपना कंधा हटाते और न सुनते थे +8836,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_030.wav,तू तो बहुत वर्ष तक उनकी सहता रहा और अपने आत्मा से नबियों के द्वारा उन्हें चिताता रहा परन्तु वे कान नहीं लगाते थे इसलिए तूने उन्हें देशदेश के लोगों के हाथ में कर दिया +8837,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_031.wav,तो भी तूने जो अति दयालु है उनका अन्त नहीं कर डाला और न उनको त्याग दिया क्योंकि तू अनुग्रहकारी और दयालु परमेश्वर है +8838,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_032.wav,अब तो हे हमारे परमेश्वर हे महान पराक्रमी और भययोग्य परमेश्वर जो अपनी वाचा पालता और करुणा करता रहा है जो बड़ा कष्ट अश्शूर के राजाओं के दिनों से ले आज के दिन तक हमें और हमारे राजाओं हाकिमों याजकों नबियों पुरखाओं वरन् तेरी समस्त प्रजा को भोगना पड़ा है वह तेरी दृष्टि में थोड़ा न ठहरे +8839,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_033.wav,तो भी जो कुछ हम पर बीता है उसके विषय तू तो धर्मी है तूने तो सच्चाई से काम किया है परन्तु हमने दुष्टता की है +8840,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_034.wav,और हमारे राजाओं और हाकिमों याजकों और पुरखाओं ने न तो तेरी व्यवस्था को माना है और न तेरी आज्ञाओं और चितौनियों की ओर ध्यान दिया है जिनसे तूने उनको चिताया था +8841,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_035.wav,उन्होंने अपने राज्य में और उस बड़े कल्याण के समय जो तूने उन्हें दिया था और इस लम्बे चौड़े और उपजाऊ देश में तेरी सेवा नहीं की और न अपने बुरे कामों से पश्चाताप किया +8842,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_036.wav,देख हम आजकल दास हैं जो देश तूने हमारे पितरों को दिया था कि उसकी उत्तम उपज खाएँ इसी में हम दास हैं +8843,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_037.wav,इसकी उपज से उन राजाओं को जिन्हें तूने हमारे पापों के कारण हमारे ऊपर ठहराया है बहुत धन मिलता है और वे हमारे शरीरों और हमारे पशुओं पर अपनीअपनी इच्छा के अनुसार प्रभुता जताते हैं इसलिए हम बड़े संकट में पड़े हैं +8844,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_009_038.wav,इस सब के कारण हम सच्चाई के साथ वाचा बाँधते और लिख भी देते हैं और हमारे हाकिम लेवीय और याजक उस पर छाप लगाते हैं +8845,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_001.wav,जिन्होंने छाप लगाई वे ये हैं हकल्याह का पुत्र नहेम्या��� जो अधिपति था और सिदकिय्याह +8846,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_002.wav,सरायाह अजर्याह यिर्मयाह +8847,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_003.wav,पशहूर अमर्याह मल्किय्याह +8848,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_004.wav,हत्तूश शबन्याह मल्लूक +8849,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_005.wav,हारीम मरेमोत ओबद्याह +8850,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_006.wav,दानिय्येल गिन्‍नतोन बारूक +8851,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_007.wav,मशुल्लाम अबिय्याह मिय्यामीन +8852,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_008.wav,माज्याह बिलगै और शमायाह ये तो याजक थे +8853,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_009.wav,लेवी ये थेः आजन्याह का पुत्र येशुअ हेनादाद की सन्तान में से बिन्नूई और कदमीएल +8854,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_010.wav,और उनके भाई शबन्याह होदिय्याह कलीता पलायाह हानान +8855,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_011.wav,मीका रहोब हशब्याह +8856,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_012.wav,जक्कूर शेरेब्याह शबन्याह +8857,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_013.wav,होदिय्याह बानी और बनीनू +8858,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_014.wav,फिर प्रजा के प्रधान ये थेः परोश पहत्मोआब एलाम जत्तू बानी +8859,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_015.wav,बुन्नी अजगाद बेबै +8860,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_016.wav,अदोनिय्याह बिगवै आदीन +8861,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_017.wav,आतेर हिजकिय्याह अज्जूर +8862,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_018.wav,होदिय्याह हाशूम बेसै +8863,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_019.wav,हारीफ अनातोत नोबै +8864,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_020.wav,मग्पीआश मशुल्लाम हेजीर +8865,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_021.wav,मशेजबेल सादोक यद्दू +8866,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_022.wav,पलत्याह हानान अनायाह +8867,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_023.wav,होशे हनन्याह हश्शूब +8868,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_024.wav,हल्लोहेश पिल्हा शोबेक +8869,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_025.wav,रहूम हशब्ना मासेयाह +8870,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_026.wav,अहिय्याह हानान आनान +8871,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_027.wav,मल्लूक हारीम और बानाह +8872,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_028.wav,शेष लोग अर्थात् याजक लेवीय द्वारपाल गवैये और नतीन लोग और जितने परमेश्वर की व्यवस्था मानने के लिये देशदेश के लोगों से अलग हुए थे उन सभी ने अपनी स्त्रियों और उन बेटेबेटियों समेत जो समझनेवाले थे +8873,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_029.wav,अपने भाई रईसों से मिलकर शपथ खाई कि हम परमेश्वर की उस व्यवस्था पर चलेंगे जो उसके दास मूसा के द्वारा दी गई है और अपने प्रभु यहोवा की सब आज्ञाएँ नियम और विधियाँ मानने में चौकसी करेंगे +8874,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_030.wav,हम न तो अपनी बेटियाँ इस देश के लोगों को ब्याह देंगे और न अपने बेटों के लिये उनकी बेटियाँ ब्याह लेंगे +8875,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_031.wav,और जब इस देश के लोग विश्रामदिन को अन्न या कोई बिकाऊ वस्तुएँ बेचने को ले आएँगे तब हम उनसे न तो विश्रामदिन को न किसी पवित्र दिन को कुछ लेंगे और सातवें वर्ष में भूमि पड़ी रहने देंगे और अपनेअपने ॠण की वसूली छोड़ देंगे +8876,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_032.wav,फिर हम लोगों ने ऐसा नियम बाँध लिया जिससे हमको अपने परमेश्वर के भवन की उपासना के लिये प्रतिवर्ष एकएक तिहाई शेकेल देना पड़ेगा +8877,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_033.wav,अर्थात् भेंट की रोटी और नित्य अन्नबलि और नित्य होमबलि के लिये और विश्रामदिनों और नये चाँद और नियत पर्वों के बलिदानों और अन्य पवित्र भेंटों और इस्राएल के प्रायश्चित के निमित्त पापबलियों के लिये अर्थात् अपने परमेश्वर के भवन के सारे काम के लिये +8878,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_034.wav,फिर क्या याजक क्या लेवीय क्या साधारण लोग हम सभी ने इस बात के ठहराने के लिये चिट्ठियाँ डालीं कि अपने पितरों के घरानों के अनुसार प्रतिवर्ष ठहराए हुए समयों पर लकड़ी की भेंट व्यवस्था में लिखी हुई बातों के अनुसार हम अपने परमेश्वर यहोवा की वेदी पर जलाने के लिये अपने परमेश्वर के भवन में लाया करेंगे +8879,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_035.wav,हम अपनीअपनी भूमि की पहली उपज और सब भाँति के वृक्षों के पहले फल प्रतिवर्ष यहोवा के भवन में ले आएँगे +8880,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_036.wav,और व्यवस्था में लिखी हुई बात के अनुसार अपनेअपने पहलौठे बेटों और पशुओं अर्थात् पहलौठे बछड़ों और मेम्नों को अपने परमेश्वर के भवन में उन याजकों के पास लाया करेंगे जो हमारे परमेश्वर के भवन में सेवा टहल करते हैं +8881,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_037.wav,हम अपना पहला गूँधा हुआ आटा और उठाई हुई भेंटें और सब प्रकार के वृक्षों के फल और नया दाखमधु और टटका तेल अपने परमेश्वर के भवन की कोठरियों में याजकों के पास और अपनीअपनी भूमि की उपज का दशमांश लेवियों के पास लाया करेंगे क्योंकि वे लेवीय हैं जो हमारी खेती के सब नगरों में दशमांश लेते हैं +8882,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_038.wav,जब जब लेवीय दशमांश लें तबतब उनके संग हारून की सन्तान का कोई याजक रहा करे और लेवीय दशमांशों का दशमांश हमारे परमेश्वर के भवन की कोठरियों में अर्थात् भण्डार में पहुँचाया करेंगे +8883,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_010_039.wav,क्योंकि जिन कोठरियों में पवित्रस्थान के पात्र और सेवा टहल करनेवाले याजक और द्वारपाल और गवैये रहते हैं उनमें इस्राएली और लेवीय अनाज नये दाखमधु और टटके तेल की उठाई हुई भेंटें पहुँचाएँगे इस प्रकार हम अपने परमेश्वर के भवन को न छोड़ेंगे +8884,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_001.wav,प्रजा के हाकिम तो यरूशलेम में रहते थे और शेष लोगों ने यह ठहराने के लिये चिट्ठियाँ डालीं कि दस में से एक मनुष्य यरूशलेम में जो पवित्र नगर है बस जाएँ और नौ मनुष्य अन्य नगरों में बसें +8885,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_002.wav,जिन्होंने अपनी ही इच्छा से यरूशलेम में वास करना चाहा उन सभी को लोगों ने आशीर्वाद दिया +8886,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_003.wav,उस प्रान्त के मुख्यमुख्य पुरुष जो यरूशलेम में रहते थे वे ये हैं परन्तु यहूदा के नगरों में एकएक मनुष्य अपनी निज भूमि में रहता था अर्थात् इस्राएली याजक लेवीय नतीन और सुलैमान के दासों की सन्तान +8887,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_004.wav,यरूशलेम में तो कुछ यहूदी और बिन्यामीनी रहते थे यहूदियों में से तो येरेस के वंश का अतायाह जो उज्जियाह का पुत्र था यह जकर्याह का पुत्र यह अमर्याह का पुत्र यह शपत्याह का पुत्र यह महललेल का पुत्र था +8888,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_005.wav,मासेयाह जो बारूक का पुत्र था यह कोल्होजे का पुत्र यह हजायाह का पुत्र यह अदायाह का पुत्र यह योयारीब का पुत्र यह जकर्याह का पुत्र और यह शीलोई का पुत्र था +8889,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_006.wav,पेरेस के वंश के जो यरूशलेम में रहते थे वह सब मिलाकर चार सौ अड़सठ शूरवीर थे +8890,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_007.wav,बिन्यामीनियों में से सल्लू जो मशुल्लाम का पुत्र था यह योएद का पुत्र यह पदायाह का पुत्र था यह कोलायाह का पुत्र यह मासेयाह का पुत्र यह इतीएह का पुत्र यह यशायाह का पुत्र था +8891,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_008.wav,उसके बाद गब्बै सल्लै जिनके साथ नौ सौ अट्ठाईस पुरुष थे +8892,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_009.wav,इनका प्रधान जिक्री का पुत्र योएल था और हस्सनूआ का पुत्र यहूदा नगर के प्रधान का नायब था +8893,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_010.wav,फिर याजकों में से योयारीब का पुत्र यदायाह और याकीन +8894,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_011.wav,और सरायाह जो परमेश्वर के भवन का प्रधान और हिल्किय्याह का पुत्र था यह मशुल्लाम का पुत्र यह सादोक का पुत्र यह मरायोत का पुत्र यह अहीतूब का पुत्र था +8895,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_012.wav,और इनके आठ सौ बाईस भाई जो उस भवन का काम करते थे और अदायाह जो यरोहाम का पुत्र था यह पलल्याह का पुत्र यह अमसी का पुत्र यह जकर्याह का पुत्र यह पशहूर का पुत्र यह मल्किय्याह का पुत्र था +8896,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_013.wav,इसके दो सौ बयालीस भाई जो पितरों के घरानों के प्रधान थे और अमशै जो अजरेल का पुत्र था यह अहजै का पुत्र यह मशिल्लेमोत का पुत्र यह इम्मेर का पुत्र था +8897,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_014.wav,इनके एक सौ अट्ठाईस शूरवीर भाई थे और इनका प्रधान हग्गदोलीम का पुत्र जब्दीएल था +8898,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_015.wav,फिर लेवियों में से शमायाह जो हश्शूब का पुत्र था यह अज्रीकाम का पुत्र यह हशब्याह का पुत्र यह बुन्नी का पुत्र थ�� +8899,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_016.wav,शब्बतै और योजाबाद मुख्य लेवियों में से परमेश्वर के भवन के बाहरी काम पर ठहरे थे +8900,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_017.wav,मत्तन्याह जो मीका का पुत्र और जब्दी का पोता और आसाप का परपोता था वह प्रार्थना में धन्यवाद करनेवालों का मुखिया था और बकबुक्याह अपने भाइयों में दूसरा पद रखता था और अब्दा जो शम्मू का पुत्र और गालाल का पोता और यदूतून का परपोता था +8901,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_018.wav,जो लेवीय पवित्र नगर में रहते थे वह सब मिलाकर दो सौ चौरासी थे +8902,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_019.wav,अक्कूब और तल्मोन नामक द्वारपाल और उनके भाई जो फाटकों के रखवाले थे एक सौ बहत्तर थे +8903,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_020.wav,शेष इस्राएली याजक और लेवीय यहूदा के सब नगरों में अपनेअपने भाग पर रहते थे +8904,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_021.wav,नतीन लोग ओपेल में रहते और नतिनों के ऊपर सीहा और गिश्पा ठहराए गए थे +8905,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_022.wav,जो लेवीय यरूशलेम में रहकर परमेश्वर के भवन के काम में लगे रहते थे उनका मुखिया आसाप के वंश के गवैयों में का उज्जी था जो बानी का पुत्र था यह हशब्याह का पुत्र यह मत्तन्याह का पुत्र और यह हशब्याह का पुत्र था +8906,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_023.wav,क्योंकि उनके विषय राजा की आज्ञा थी और गवैयों के प्रतिदिन के प्रयोजन के अनुसार ठीक प्रबन्ध था +8907,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_024.wav,प्रजा के सब काम के लिये मशेजबेल का पुत्र पतह्याह जो यहूदा के पुत्र जेरह के वंश में था वह राजा के पास रहता था +8908,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_025.wav,बच गए गाँव और उनके खेत सो कुछ यहूदी किर्यतअर्बा और उनके गाँव में कुछ दीबोन और उसके गाँवों में कुछ यकब्सेल और उसके गाँवों में रहते थे +8909,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_026.wav,फिर येशुअ मोलादा बेत्पेलेत +8910,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_027.wav,हसर्शूआल और बेर्शेबा और उसके गाँवों में +8911,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_028.wav,और सिकलग और मकोना और उनके गाँवों में +8912,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_029.wav,एन्निम्मोन सोरा यर्मूत +8913,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_030.wav,जानोह और अदुल्लाम और उनके गाँवों में लाकीश और उसके खेतों में अजेका और उसके गाँवों में वे बेर्शेबा से ले हिन्नोम की तराई तक डेरे डाले हुए रहते थे +8914,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_031.wav,बिन्यामीनी गेबा से लेकर मिकमाश अय्या और बेतेल और उसके गाँवों में +8915,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_032.wav,अनातोत नोब अनन्याह +8916,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_033.wav,हासोर रामाह गित्तैम +8917,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_034.wav,हादीद सबोईम नबल्लत +8918,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_035.wav,लोद ओनो और कारीगरों की तराई तक रहते थे +8919,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_011_036.wav,यहूदा के कुछ लेवियों के दल बिन्यामीन के प्रान्तों में बस गए +8920,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_001.wav,जो याजक और लेवीय शालतीएल के पुत्र जरुब्बाबेल और येशुअ के संग यरूशलेम को गए थे वे ये थेः सरायाह यिर्मयाह एज्रा +8921,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_002.wav,अमर्याह मल्लूक हत्तूश +8922,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_003.wav,शकन्याह रहूम मरेमोत +8923,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_004.wav,इद्दो गिन्‍नतोई अबिय्याह +8924,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_005.wav,मिय्यामीन माद्याह बिल्गा +8925,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_006.wav,शमायाह योयारीब यदायाह +8926,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_007.wav,सल्लू आमोक हिल्किय्याह और यदायाह येशुअ के दिनों में याजकों और उनके भाइयों के मुख्यमुख्य पुरुष ये ही थे +8927,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_008.wav,फिर ये लेवीय गए येशुअ बिन्नूई कदमीएल शेरेब्याह यहूदा और वह मत्तन्याह जो अपने भाइयों समेत धन्यवाद के काम पर ठहराया गया था +8928,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_009.wav,और उनके भाई बकबुक्याह और उन्नो उनके सामने अपनीअपनी सेवकाई में लगे रहते थे +8929,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_010.wav,येशुअ से योयाकीम उत्पन्न हुआ और योयाकीम से एल्याशीब और एल्याशीब से योयादा +8930,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_011.wav,और योयादा से योनातान और योनातान से यद्दू उत्पन्न हुआ +8931,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_012.wav,योयाकीम के दिनों में ये याजक अपनेअपने पितरों के घराने के मुख्य पुरुष थे अर्थात् सरायाह का तो मरायाह यिर्मयाह का हनन्याह +8932,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_013.wav,एज्रा का मशुल्लाम अमर्याह का यहोहानान +8933,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_014.wav,मल्लूकी का योनातान शबन्याह का यूसुफ +8934,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_015.wav,हारीम का अदना मरायोत का हेलकै +8935,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_016.wav,इद्दो का जकर्याह गिन्‍नतोन का मशुल्लाम +8936,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_017.wav,अबिय्याह का जिक्री मिन्यामीन के मोअद्याह का पिलतै +8937,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_018.wav,बिल्गा का शम्मू शमायाह का यहोनातान +8938,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_019.wav,योयारीब का मत्तनै यदायाह का उज्जी +8939,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_020.wav,सल्लै का कल्लै आमोक का एबेर +8940,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_021.wav,हिल्किय्याह का हशब्याह और यदायाह का नतनेल +8941,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_022.wav,एल्याशीब योयादा योहानान और यद्दू के दिनों में लेवीय पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों के नाम लिखे जाते थे और दारा फारसी के राज्य में याजकों के भी नाम लिखे जाते थे +8942,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_023.wav,जो लेवीय पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष थे उनके नाम एल्याशीब के पुत्र योहानान के दिनों तक इतिहास की पुस्तक में लिखे जाते थे +8943,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_024.wav,और लेवियों के मुख्य पुरुष ये थेः अर्थात् हशब्याह शेरेब्याह और कदमीएल का पुत्र येशुअ और उनके सामने उनके भाई परमेश्वर के भक्त दाऊद की आज्ञा के अनुसार आमनेसामने स्तुति और धन्यवाद करने पर नियुक्त थे +8944,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_025.wav,मत्तन्याह बकबुक्याह ओबद्याह मशुल्लाम तल्मोन और अक्कूब फाटकों के पास के भण्डारों का पहरा देनेवाले द्वारपाल थे +8945,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_026.wav,योयाकीम के दिनों में जो योसादाक का पोता और येशुअ का पुत्र था और नहेम्याह अधिपति और एज्रा याजक और शास्त्री के दिनों में ये ही थे +8946,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_027.wav,यरूशलेम की शहरपनाह की प्रतिष्ठा के समय लेवीय अपने सब स्थानों में ढूँढ़े गए कि यरूशलेम को पहुँचाए जाएँ जिससे आनन्द और धन्यवाद करके और झाँझ सारंगी और वीणा बजाकर और गाकर उसकी प्रतिष्ठा करें +8947,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_028.wav,तो गवैयों के सन्तान यरूशलेम के चारों ओर के देश से और नतोपातियों के गाँवों से +8948,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_029.wav,और बेतगिलगाल से और गेबा और अज्मावेत के खेतों से इकट्ठे हुए क्योंकि गवैयों ने यरूशलेम के आसपास गाँव बसा लिये थे +8949,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_030.wav,तब याजकों और लेवियों ने अपनेअपने को शुद्ध किया और उन्होंने प्रजा को और फाटकों और शहरपनाह को भी शुद्ध किया +8950,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_031.wav,तब मैंने यहूदी हाकिमों को शहरपनाह पर चढ़ाकर दो बड़े दल ठहराए जो धन्यवाद करते हुए धूमधाम के साथ चलते थे इनमें से एक दल तो दक्षिण की ओर अर्थात् कूड़ा फाटक की ओर शहरपनाह के ऊपरऊपर से चला +8951,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_032.wav,और उसके पीछेपीछे ये चले अर्थात् होशायाह और यहूदा के आधे हाकिम +8952,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_033.wav,और अजर्याह एज्रा मशुल्लाम +8953,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_034.wav,यहूदा बिन्यामीन शमायाह और यिर्मयाह +8954,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_035.wav,और याजकों के कितने पुत्र तुरहियां लिये हुए जकर्याह जो योनातान का पुत्र था यह शमायाह का पुत्र यह मत्तन्याह का पुत्र यह मीकायाह का पुत्र यह जक्कूर का पुत्र यह आसाप का पुत्र था +8955,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_036.wav,और उसके भाई शमायाह अजरेल मिललै गिललै माऐ नतनेल यहूदा और हनानी परमेश्वर के भक्त दाऊद के बाजे लिये हुए थे और उनके आगेआगे एज्रा शास्त्री चला +8956,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_037.wav,ये सोता फाटक से हो सीधे दाऊदपुर की सीढ़ी पर चढ़ शहरपनाह की ऊँचाई पर से चलकर दाऊद के भवन के ऊपर से होकर पूरब की ओर जलफाटक तक पहुँचे +8957,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_038.wav,और धन्यवाद करने और धूमधाम से चलनेवालों का दूसरा दल और उनके पीछेपीछे मैं और आधे लोग उनसे मिलने को शहरपनाह के ऊपरऊपर से भट्ठों के गुम्मट के पास से चौड़ी शहरपनाह तक +8958,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_039.wav,और एप्रैम के फाट��� और पुराने फाटक और मछली फाटक और हननेल के गुम्मट और हम्मेआ नामक गुम्मट के पास से होकर भेड़फाटक तक चले और पहरुओं के फाटक के पास खड़े हो गए +8959,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_040.wav,तब धन्यवाद करनेवालों के दोनों दल और मैं और मेरे साथ आधे हाकिम परमेश्वर के भवन में खड़े हो गए +8960,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_041.wav,और एलयाकीम मासेयाह मिन्यामीन मीकायाह एल्योएनै जकर्याह और हनन्याह नामक याजक तुरहियां लिये हुए थे +8961,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_042.wav,मासेयाह शमायाह एलीआजर उज्जी यहोहानान मल्किय्याह एलाम और एजेर खड़े हुए थे और गवैये जिनका मुखिया यिज्रह्याह था वह ऊँचे स्वर से गाते बजाते रहे +8962,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_043.wav,उसी दिन लोगों ने बड़ेबड़े मेलबलि चढ़ाए और आनन्द किया क्योंकि परमेश्वर ने उनको बहुत ही आनन्दित किया था स्त्रियों ने और बालबच्चों ने भी आनन्द किया यरूशलेम के आनन्द की ध्वनि दूरदूर तक फैल गई +8963,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_044.wav,उसी दिन खजानों के उठाई हुई भेंटों के पहलीपहली उपज के और दशमांशों की कोठरियों के अधिकारी ठहराए गए कि उनमें नगरनगर के खेतों के अनुसार उन वस्तुओं को जमा करें जो व्यवस्था के अनुसार याजकों और लेवियों के भाग में की थीं क्योंकि यहूदी उपस्थित याजकों और लेवियों के कारण आनन्दित थे +8964,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_045.wav,इसलिए वे अपने परमेश्वर के काम और शुद्धता के विषय चौकसी करते रहे और गवैये और द्वारपाल भी दाऊद और उसके पुत्र सुलैमान की आज्ञा के अनुसार वैसा ही करते रहे +8965,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_046.wav,प्राचीनकाल अर्थात् दाऊद और आसाप के दिनों में तो गवैयों के प्रधान थे और परमेश्वर की स्तुति और धन्यवाद के गीत गाए जाते थे +8966,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_012_047.wav,जरुब्बाबेल और नहेम्याह के दिनों में सारे इस्राएली गवैयों और द्वारपालों के प्रतिदिन का भाग देते रहे और वे लेवियों के अंश पवित्र करके देते थे और लेवीय हारून की सन्तान के अंश पवित्र करके देते थे +8967,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_001.wav,उसी दिन मूसा की पुस्तक लोगों को पढ़कर सुनाई गई और उसमें यह लिखा हुआ मिला कि कोई अम्मोनी या मोआबी परमेश्वर की सभा में कभी न आने पाए +8968,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_002.wav,क्योंकि उन्होंने अन्न जल लेकर इस्राएलियों से भेंट नहीं की वरन् बिलाम को उन्हें श्राप देने के लिये भेंट देकर बुलवाया था तो भी हमारे परमेश्वर ने उस श्राप को आशीष में बदल दिया +8969,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_003.wav,यह व्यवस्था सुनकर उन्होंने इस्राएल में से मिली जुली भीड़ को अलगअलग कर दिया +8970,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_004.wav,इससे पहले एल्याशीब याजक जो हमारे परमेश्वर के भवन की कोठरियों का अधिकारी और तोबियाह का सम्बंधी था +8971,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_005.wav,उसने तोबियाह के लिये एक बड़ी कोठरी तैयार की थी जिसमें पहले अन्नबलि का सामान और लोबान और पात्र और अनाज नये दाखमधु और टटके तेल के दशमांश जिन्हें लेवियों गवैयों और द्वारपालों को देने की आज्ञा थी रखी हुई थी और याजकों के लिये उठाई हुई भेंट भी रखी जाती थीं +8972,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_006.wav,परन्तु मैं इस समय यरूशलेम में नहीं था क्योंकि बाबेल के राजा अर्तक्षत्र के बत्तीसवें वर्ष में मैं राजा के पास चला गया फिर कितने दिनों के बाद राजा से छुट्टी माँगी +8973,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_007.wav,और मैं यरूशलेम को आया तब मैंने जान लिया कि एल्याशीब ने तोबियाह के लिये परमेश्वर के भवन के आँगनों में एक कोठरी तैयार कर क्या ही बुराई की है +8974,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_008.wav,इसे मैंने बहुत बुरा माना और तोबियाह का सारा घरेलू सामान उस कोठरी में से फेंक दिया +8975,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_009.wav,तब मेरी आज्ञा से वे कोठरियाँ शुद्ध की गईं और मैंने परमेश्वर के भवन के पात्र और अन्नबलि का सामान और लोबान उनमें फिर से रखवा दिया +8976,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_010.wav,फिर मुझे मालूम हुआ कि लेवियों का भाग उन्हें नहीं दिया गया है और इस कारण काम करनेवाले लेवीय और गवैये अपनेअपने खेत को भाग गए हैं +8977,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_011.wav,तब मैंने हाकिमों को डाँटकर कहा परमेश्वर का भवन क्यों त्यागा गया है फिर मैंने उनको इकट्ठा करके एकएक को उसके स्थान पर नियुक्त किया +8978,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_012.wav,तब से सब यहूदी अनाज नये दाखमधु और टटके तेल के दशमांश भण्डारों में लाने लगे +8979,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_013.wav,मैंने भण्डारों के अधिकारी शेलेम्याह याजक और सादोक मुंशी को और लेवियों में से पदायाह को और उनके नीचे हानान को जो मत्तन्याह का पोता और जक्कूर का पुत्र था नियुक्त किया वे तो विश्वासयोग्य गिने जाते थे और अपने भाइयों के मध्य बाँटना उनका काम था +8980,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_014.wav,हे मेरे परमेश्वर मेरा यह काम मेरे हित के लिये स्मरण रख और जोजो सुकर्म मैंने अपने परमेश्वर के भवन और उसमें की आराधना के विषय किए हैं उन्हें मिटा न डाल +8981,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_015.wav,उन्हीं दिनों में मैंने यहूदा में बहुतों को देखा जो विश्रामदिन को हौदों में दाख रौंदते और पूलियों को ले आते और गदहों पर लादते थे वैसे ही वे दाखमधु दाख अंजीर और कई प्रकार के बोझ विश्रामदिन को यरूश��ेम में लाते थे तब जिस दिन वे भोजनवस्तु बेचते थे उसी दिन मैंने उनको चिता दिया +8982,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_016.wav,फिर उसमें सोरी लोग रहकर मछली और कई प्रकार का सौदा ले आकर यहूदियों के हाथ यरूशलेम में विश्रामदिन को बेचा करते थे +8983,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_017.wav,तब मैंने यहूदा के रईसों को डाँटकर कहा तुम लोग यह क्या बुराई करते हो जो विश्रामदिन को अपवित्र करते हो +8984,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_018.wav,क्या तुम्हारे पुरखा ऐसा नहीं करते थे और क्या हमारे परमेश्वर ने यह सब विपत्ति हम पर और इस नगर पर न डाली तो भी तुम विश्रामदिन को अपवित्र करने से इस्राएल पर परमेश्वर का क्रोध और भी भड़काते जाते हो +8985,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_019.wav,अतः जब विश्रामदिन के पहले दिन को यरूशलेम के फाटकों के आसपास अंधेरा होने लगा तब मैंने आज्ञा दी कि उनके पल्ले बन्द किए जाएँ और यह भी आज्ञा दी कि वे विश्रामदिन के पूरे होने तक खोले न जाएँ तब मैंने अपने कुछ सेवकों को फाटकों का अधिकारी ठहरा दिया कि विश्रामदिन को कोई बोझ भीतर आने न पाए +8986,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_020.wav,इसलिए व्यापारी और कई प्रकार के सौदे के बेचनेवाले यरूशलेम के बाहर दो एक बार टिके +8987,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_021.wav,तब मैंने उनको चिताकर कहा तुम लोग शहरपनाह के सामने क्यों टिकते हो यदि तुम फिर ऐसा करोगे तो मैं तुम पर हाथ बढ़ाऊँगा इसलिए उस समय से वे फिर विश्रामवार को नहीं आए +8988,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_022.wav,तब मैंने लेवियों को आज्ञा दी कि अपनेअपने को शुद्ध करके फाटकों की रखवाली करने के लिये आया करो ताकि विश्रामदिन पवित्र माना जाए हे मेरे परमेश्वर मेरे हित के लिये यह भी स्मरण रख और अपनी बड़ी करुणा के अनुसार मुझ पर तरस खा +8989,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_023.wav,फिर उन्हीं दिनों में मुझ को ऐसे यहूदी दिखाई पड़े जिन्होंने अश्दोदी अम्मोनी और मोआबी स्त्रियाँ ब्याह ली थीं +8990,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_024.wav,उनके बच्चों की आधी बोली अश्दोदी थी और वे यहूदी बोली न बोल सकते थे दोनों जाति की बोली बोलते थे +8991,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_025.wav,तब मैंने उनको डाँटा और कोसा और उनमें से कुछ को पिटवा दिया और उनके बाल नुचवाए और उनको परमेश्वर की यह शपथ खिलाई हम अपनी बेटियाँ उनके बेटों के साथ ब्याह में न देंगे और न अपने लिये या अपने बेटों के लिये उनकी बेटियाँ ब्याह में लेंगे +8992,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_026.wav,क्या इस्राएल का राजा सुलैमान इसी प्रकार के पाप में न फँसा था बहुतेरी जातियों में उसके तुल्य कोई राजा नहीं हुआ और वह अपने परमेश्वर का प्रिय भ�� था और परमेश्वर ने उसे सारे इस्राएल के ऊपर राजा नियुक्त किया परन्तु उसको भी अन्यजाति स्त्रियों ने पाप में फँसाया +8993,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_027.wav,तो क्या हम तुम्हारी सुनकर ऐसी बड़ी बुराई करें कि अन्यजाति की स्त्रियों से विवाह करके अपने परमेश्वर के विरुद्ध पाप करें +8994,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_028.wav,और एल्याशीब महायाजक के पुत्र योयादा का एक पुत्र होरोनी सम्बल्लत का दामाद था इसलिए मैंने उसको अपने पास से भगा दिया +8995,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_029.wav,हे मेरे परमेश्वर उनको स्मरण रख क्योंकि उन्होंने याजकपद और याजकों और लेवियों की वाचा को अशुद्ध किया है +8996,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_030.wav,इस प्रकार मैंने उनको सब अन्यजातियों से शुद्ध किया और एकएक याजक और लेवीय की बारी और काम ठहरा दिया +8997,data/cleaned/hindi/NEH/NEH_013_031.wav,फिर मैंने लकड़ी की भेंट ले आने के विशेष समय ठहरा दिए और पहलीपहली उपज के देने का प्रबन्ध भी किया हे मेरे परमेश्वर मेरे हित के लिये मुझे स्मरण कर +8998,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_001.wav,दाऊद का पुत्र सुलैमान राज्य में स्थिर हो गया और उसका परमेश्वर यहोवा उसके संग रहा और उसको बहुत ही बढ़ाया +8999,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_002.wav,सुलैमान ने सारे इस्राएल से अर्थात् सहस्त्रपतियों शतपतियों न्यायियों और इस्राएल के सब प्रधानों से जो पितरों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुष थे बातें की +9000,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_003.wav,तब सुलैमान पूरी मण्डली समेत गिबोन के ऊँचे स्थान पर गया क्योंकि परमेश्वर का मिलापवाला तम्बू जिसे यहोवा के दास मूसा ने जंगल में बनाया था वह वहीं पर था +9001,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_004.wav,परन्तु परमेश्वर के सन्दूक को दाऊद किर्यत्यारीम से उस स्थान पर ले आया था जिसे उसने उसके लिये तैयार किया था उसने तो उसके लिये यरूशलेम में एक तम्बू खड़ा कराया था +9002,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_005.wav,पर पीतल की जो वेदी ऊरी के पुत्र बसलेल ने जो हूर का पोता था बनाई थी वह गिबोन में यहोवा के निवास के सामने थी इसलिए सुलैमान मण्डली समेत उसके पास गया +9003,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_006.wav,सुलैमान ने वहीं उस पीतल की वेदी के पास जाकर जो यहोवा के सामने मिलापवाले तम्बू के पास थी उस पर एक हजार होमबलि चढ़ाए +9004,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_007.wav,उसी दिनरात को परमेश्वर ने सुलैमान को दर्शन देकर उससे कहा जो कुछ तू चाहे कि मैं तुझे दूँ वह माँग +9005,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_008.wav,सुलैमान ने परमेश्वर से कहा तू मेरे पिता दाऊद पर बड़ी करुणा करता रहा और मुझ को उसके स्थान पर राजा बनाया है +9006,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_009.wav,अब हे यहोवा परमेश्वर जो वचन तूने मेरे पिता दाऊद को दिया था वह पूरा हो तूने तो मुझे ऐसी प्रजा का राजा बनाया है जो भूमि की धूल के किनकों के समान बहुत है +9007,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_010.wav,अब मुझे ऐसी बुद्धि और ज्ञान दे कि मैं इस प्रजा के सामने अन्दर बाहर आनाजाना कर सकूँ क्योंकि कौन ऐसा है कि तेरी इतनी बड़ी प्रजा का न्याय कर सके +9008,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_011.wav,परमेश्वर ने सुलैमान से कहा तेरी जो ऐसी ही इच्छा हुई अर्थात् तूने न तो धनसम्पत्ति माँगी है न ऐश्वर्य और न अपने बैरियों का प्राण और न अपनी दीर्घायु माँगी केवल बुद्धि और ज्ञान का वर माँगा है जिससे तू मेरी प्रजा का जिसके ऊपर मैंने तुझे राजा नियुक्त किया है न्याय कर सके +9009,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_012.wav,इस कारण बुद्धि और ज्ञान तुझे दिया जाता है मैं तुझे इतनी धनसम्पत्ति और ऐश्वर्य भी दूँगा जितना न तो तुझ से पहले किसी राजा को मिला और न तेरे बाद किसी राजा को मिलेगा +9010,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_013.wav,तब सुलैमान गिबोन के ऊँचे स्थान से अर्थात् मिलापवाले तम्बू के सामने से यरूशलेम को आया और वहाँ इस्राएल पर राज्य करने लगा +9011,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_014.wav,फिर सुलैमान ने रथ और सवार इकट्ठे कर लिये और उसके चौदह सौ रथ और बारह हजार सवार थे और उनको उसने रथों के नगरों में और यरूशलेम में राजा के पास ठहरा रखा +9012,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_015.wav,राजा ने ऐसा किया कि यरूशलेम में सोनेचाँदी का मूल्य बहुतायत के कारण पत्थरों का सा और देवदार का मूल्य नीचे के देश के गूलरों का सा बना दिया +9013,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_016.wav,जो घोड़े सुलैमान रखता था वे मिस्र से आते थे और राजा के व्यापारी उन्हें झुण्ड के झुण्ड ठहराए हुए दाम पर लिया करते थे +9014,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_001_017.wav,एक रथ तो छः सौ शेकेल चाँदी पर और एक घोड़ा डेढ़ सौ शेकेल पर मिस्र से आता था और इसी दाम पर वे हित्तियों के सब राजाओं और अराम के राजाओं के लिये उन्हीं के द्वारा लाया करते थे +9015,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_001.wav,अब सुलैमान ने यहोवा के नाम का एक भवन और अपना राजभवन बनाने का विचार किया +9016,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_002.wav,इसलिए सुलैमान ने सत्तर हजार बोझा ढोनेवाले और अस्सी हजार पहाड़ से पत्थर काटनेवाले और वृक्ष काटनेवाले और इन पर तीन हजार छः सौ मुखिए गिनती करके ठहराए +9017,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_003.wav,तब सुलैमान ने सोर के राजा हीराम के पास कहला भेजा जैसा तूने मेरे पिता दाऊद से बर्ताव किया अर्थात् उसके रहने का भवन बनाने को देवदार भेजे थे वैसा ही अब मुझसे भी बर्ताव कर +9018,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_004.wav,देख मैं अपने परमेश्वर यहोवा के नाम का एक भवन बनाने पर हूँ कि उसे उसके लिये पवित्र करूँ और उसके सम्मुख सुगन्धित धूप जलाऊँ और नित्य भेंट की रोटी उसमें रखी जाए और प्रतिदिन सवेरे और साँझ को और विश्राम और नये चाँद के दिनों में और हमारे परमेश्वर यहोवा के सब नियत पर्वों में होमबलि चढ़ाया जाए इस्राएल के लिये ऐसी ही सदा की विधि है +9019,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_005.wav,जो भवन मैं बनाने पर हूँ वह महान होगा क्योंकि हमारा परमेश्वर सब देवताओं में महान है +9020,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_006.wav,परन्तु किस में इतनी शक्ति है कि उसके लिये भवन बनाए वह तो स्वर्ग में वरन् सबसे ऊँचे स्वर्ग में भी नहीं समाता मैं क्या हूँ कि उसके सामने धूप जलाने को छोड़ और किसी विचार से उसका भवन बनाऊँ +9021,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_007.wav,इसलिए अब तू मेरे पास एक ऐसा मनुष्य भेज दे जो सोने चाँदी पीतल लोहे और बैंगनी लाल और नीले कपड़े की कारीगरी में निपुण हो और नक्काशी भी जानता हो कि वह मेरे पिता दाऊद के ठहराए हुए निपुण मनुष्यों के साथ होकर जो मेरे पास यहूदा और यरूशलेम में रहते हैं काम करे +9022,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_008.wav,फिर लबानोन से मेरे पास देवदार सनोवर और चन्दन की लकड़ी भेजना क्योंकि मैं जानता हूँ कि तेरे दास लबानोन में वृक्ष काटना जानते हैं और तेरे दासों के संग मेरे दास भी रहकर +9023,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_009.wav,मेरे लिये बहुत सी लकड़ी तैयार करेंगे क्योंकि जो भवन मैं बनाना चाहता हूँ वह बड़ा और अचम्भे के योग्य होगा +9024,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_010.wav,तेरे दास जो लकड़ी काटेंगे उनको मैं बीस हजार कोर कूटा हुआ गेहूँ बीस हजार कोर जौ बीस हजार बत दाखमधु और बीस हजार बत तेल दूँगा +9025,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_011.wav,तब सोर के राजा हीराम ने चिट्ठी लिखकर सुलैमान के पास भेजी यहोवा अपनी प्रजा से प्रेम रखता है इससे उसने तुझे उनका राजा कर दिया +9026,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_012.wav,फिर हीराम ने यह भी लिखा धन्य है इस्राएल का परमेश्वर यहोवा जो आकाश और पृथ्वी का सृजनहार है और उसने दाऊद राजा को एक बुद्धिमान चतुर और समझदार पुत्र दिया है ताकि वह यहोवा का एक भवन और अपना राजभवन भी बनाए +9027,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_013.wav,इसलिए अब मैं एक बुद्धिमान और समझदार पुरुष को अर्थात् हूरामअबी को भेजता हूँ +9028,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_014.wav,जो एक दानवंशी स्त्री का बेटा है और उसका पिता सोर का था वह सोने चाँदी पीतल लोहे पत्थर लकड़ी बैंगनी और नीले और लाल और सूक्ष्म सन के कपड़े का काम और सब प्रकार की नक्काशी को जानता और सब भाँति की कारीगरी बना सकता है इसलिए तेरे चतुर मनुष्यों के संग और मेरे प्रभु तेरे पिता दाऊद के चतुर मनुष्यों के संग उसको भी काम मिले +9029,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_015.wav,मेरे प्रभु ने जो गेहूँ जौ तेल और दाखमधु भेजने की चर्चा की है उसे अपने दासों के पास भिजवा दे +9030,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_016.wav,और हम लोग जितनी लकड़ी का तुझे प्रयोजन हो उतनी लबानोन पर से काटेंगे और बेड़े बनवाकर समुद्र के मार्ग से याफा को पहुँचाएँगे और तू उसे यरूशलेम को ले जाना +9031,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_017.wav,तब सुलैमान ने इस्राएली देश के सब परदेशियों की गिनती ली यह उस गिनती के बाद हुई जो उसके पिता दाऊद ने ली थी और वे एक लाख तिरपन हजार छः सौ पुरुष निकले +9032,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_002_018.wav,उनमें से उसने सत्तर हजार बोझ ढोनेवाले अस्सी हजार पहाड़ पर पत्थर काटनेवाले और वृक्ष काटनेवाले और तीन हजार छः सौ उन लोगों से काम करानेवाले मुखिया नियुक्त किए +9033,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_001.wav,तब सुलैमान ने यरूशलेम में मोरिय्याह नामक पहाड़ पर उसी स्थान में यहोवा का भवन बनाना आरम्भ किया जिसे उसके पिता दाऊद ने दर्शन पाकर यबूसी ओर्नान के खलिहान में तैयार किया था +9034,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_002.wav,उसने अपने राज्य के चौथे वर्ष के दूसरे महीने के दूसरे दिन को निर्माण कार्य आरम्भ किया +9035,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_003.wav,परमेश्वर का जो भवन सुलैमान ने बनाया उसकी यह नींव है अर्थात् उसकी लम्बाई तो प्राचीनकाल के नाप के अनुसार साठ हाथ और उसकी चौड़ाई बीस हाथ की थी +9036,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_004.wav,भवन के सामने के ओसारे की लम्बाई तो भवन की चौड़ाई के बराबर बीस हाथ की और उसकी ऊँचाई एक सौ बीस हाथ की थी सुलैमान ने उसको भीतर से शुद्ध सोने से मढ़वाया +9037,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_005.wav,भवन के मुख्य भाग की छत उसने सनोवर की लकड़ी से पटवाई और उसको अच्छे सोने से मढ़वाया और उस पर खजूर के वृक्ष की और साँकलों की नक्काशी कराई +9038,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_006.wav,फिर शोभा देने के लिये उसने भवन में मणि जड़वाए और यह सोना पर्वेम का था +9039,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_007.wav,उसने भवन को अर्थात् उसकी कड़ियों डेवढ़ियों दीवारों और किवाड़ों को सोने से मढ़वाया और दीवारों पर करूब खुदवाए +9040,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_008.wav,फिर उसने भवन के परमपवित्र स्थान को बनाया उसकी लम्बाई भवन की चौड़ाई के बराबर बीस हाथ की थी और उसकी चौड़ाई बीस हाथ की थी और उसने उसे छः सौ किक्कार शुद्ध सोने से मढ़वाया +9041,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_009.wav,सोने की कीलों का तौल पचास शेकेल था उसने अटारियों को भ��� सोने से मढ़वाया +9042,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_010.wav,फिर भवन के परमपवित्र स्थान में उसने नक्काशी के काम के दो करूब बनवाए और वे सोने से मढ़वाए गए +9043,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_011.wav,करूबों के पंख तो सब मिलकर बीस हाथ लम्बे थे अर्थात् एक करूब का एक पंख पाँच हाथ का और भवन की दीवार तक पहुँचा हुआ था और उसका दूसरा पंख पाँच हाथ का था और दूसरे करूब के पंख से मिला हुआ था +9044,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_012.wav,दूसरे करूब का भी एक पंख पाँच हाथ का और भवन की दूसरी दीवार तक पहुँचा था और दूसरा पंख पाँच हाथ का और पहले करूब के पंख से सटा हुआ था +9045,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_013.wav,इन करूबों के पंख बीस हाथ फैले हुए थे और वे अपनेअपने पाँवों के बल खड़े थे और अपनाअपना मुख भीतर की ओर किए हुए थे +9046,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_014.wav,फिर उसने बीचवाले पर्दे को नीले बैंगनी और लाल रंग के सन के कपड़े का बनवाया और उस पर करूब कढ़वाए +9047,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_015.wav,भवन के सामने उसने पैंतीसपैंतीस हाथ ऊँचे दो खम्भे बनवाए और जो कँगनी एकएक के ऊपर थी वह पाँचपाँच हाथ की थी +9048,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_016.wav,फिर उसने भीतरी कोठरी में साँकलें बनवाकर खम्भों के ऊपर लगाई और एक सौ अनार भी बनाकर साँकलों पर लटकाए +9049,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_003_017.wav,उसने इन खम्भों को मन्दिर के सामने एक तो उसकी दाहिनी ओर और दूसरा बाईं ओर खड़ा कराया और दाहिने खम्भे का नाम याकीन और बाएँ खम्भे का नाम बोअज रखा +9050,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_001.wav,फिर उसने पीतल की एक वेदी बनाई उसकी लम्बाई और चौड़ाई बीसबीस हाथ की और ऊँचाई दस हाथ की थी +9051,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_002.wav,फिर उसने ढला हुआ एक हौद बनवाया जो एक किनारे से दूसरे किनारे तक दस हाथ तक चौड़ा था उसका आकार गोल था और उसकी ऊँचाई पाँच हाथ की थी और उसके चारों ओर का घेर तीस हाथ के नाप का था +9052,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_003.wav,उसके नीचे उसके चारों ओर एकएक हाथ में दसदस बैलों की प्रतिमाएँ बनी थीं जो हौद को घेरे थीं जब वह ढाला गया तब ये बैल भी दो पंक्तियों में ढाले गए +9053,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_004.wav,वह बारह बने हुए बैलों पर रखा गया जिनमें से तीन उत्तर तीन पश्चिम तीन दक्षिण और तीन पूर्व की ओर मुँह किए हुए थे और इनके ऊपर हौद रखा था और उन सभी के पिछले अंग भीतरी भाग में पड़ते थे +9054,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_005.wav,हौद के धातु की मोटाई मुट्ठी भर की थी और उसका किनारा कटोरे के किनारे के समान सोसन के फूलों के काम से बना था और उसमें तीन हजार बत भरकर समाता था +9055,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_006.wav,फिर उसने धोने के लिये दस हौदी बनवाकर पाँच दाहिनी और पाँच बाईं ओर रख द���ं उनमें होमबलि की वस्तुएँ धोई जाती थीं परन्तु याजकों के धोने के लिये बड़ा हौद था +9056,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_007.wav,फिर उसने सोने की दस दीवट विधि के अनुसार बनवाईं और पाँच दाहिनी ओर और पाँच बाईं ओर मन्दिर में रखवा दीं +9057,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_008.wav,फिर उसने दस मेज बनवाकर पाँच दाहिनी ओर और पाँच बाईं ओर मन्दिर में रखवा दीं और उसने सोने के एक सौ कटोरे बनवाए +9058,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_009.wav,फिर उसने याजकों के आँगन और बड़े आँगन को बनवाया और इस आँगन में फाटक बनवाकर उनके किवाड़ों पर पीतल मढ़वाया +9059,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_010.wav,उसने हौद को भवन की दाहिनी ओर अर्थात् पूर्व और दक्षिण के कोने की ओर रखवा दिया +9060,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_011.wav,हूराम ने हण्डों फावड़ियों और कटोरों को बनाया इस प्रकार हूराम ने राजा सुलैमान के लिये परमेश्वर के भवन में जो काम करना था उसे पूरा किया +9061,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_012.wav,अर्थात् दो खम्भे और गोलों समेत वे कँगनियाँ जो खम्भों के सिरों पर थीं और खम्भों के सिरों पर के गोलों को ढाँकने के लिए जालियों की दोदो पंक्ति +9062,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_013.wav,और दोनों जालियों के लिये चार सौ अनार और जो गोले खम्भों के सिरों पर थे उनको ढाँकनेवाली एकएक जाली के लिये अनारों की दोदो पंक्ति बनाईं +9063,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_014.wav,फिर उसने कुर्सियाँ और कुर्सियों पर की हौदियाँ +9064,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_015.wav,और उनके नीचे के बारह बैल बनाए +9065,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_016.wav,फिर हूरामअबी ने हण्डों फावड़ियों काँटों और इनके सब सामान को यहोवा के भवन के लिये राजा सुलैमान की आज्ञा से झलकाए हुए पीतल के बनवाए +9066,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_017.wav,राजा ने उनको यरदन की तराई में अर्थात् सुक्कोत और सारतान के बीच की चिकनी मिट्टीवाली भूमि में ढलवाया +9067,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_018.wav,सुलैमान ने ये सब पात्र बहुत मात्रा में बनवाए यहाँ तक कि पीतल के तौल का हिसाब न था +9068,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_019.wav,अतः सुलैमान ने परमेश्वर के भवन के सब पात्र सोने की वेदी और वे मेज जिन पर भेंट की रोटी रखी जाती थीं +9069,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_020.wav,फिर दीपकों समेत शुद्ध सोने की दीवटें जो विधि के अनुसार भीतरी कोठरी के सामने जला करती थीं +9070,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_021.wav,और सोने वरन् निरे सोने के फूल दीपक और चिमटे +9071,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_004_022.wav,और शुद्ध सोने की कैंचियाँ कटोरे धूपदान और करछे बनवाए फिर भवन के द्वार और परमपवित्र स्थान के भीतरी दरवाजे और भवन अर्थात् मन्दिर के दरवाजे सोने के बने +9072,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_001.wav,इस प्रकार सुलैमान ने यहोवा के भवन के लिये जोजो काम बनवाया वह सब पूरा हो गया तब सुलैमान ने अपने पिता दाऊद के पवित्र किए हुए सोने चाँदी और सब पात्रों को भीतर पहुँचाकर परमेश्वर के भवन के भण्डारों में रखवा दिया +9073,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_002.wav,तब सुलैमान ने इस्राएल के पुरनियों को और गोत्रों के सब मुख्य पुरुष जो इस्राएलियों के पितरों के घरानों के प्रधान थे उनको भी यरूशलेम में इस उद्देश्य से इकट्ठा किया कि वे यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊदपुर से अर्थात् सिय्योन से ऊपर ले आएँ +9074,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_003.wav,सब इस्राएली पुरुष सातवें महीने के पर्व के समय राजा के पास इकट्ठा हुए +9075,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_004.wav,जब इस्राएल के सब पुरनिये आए तब लेवियों ने सन्दूक को उठा लिया +9076,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_005.wav,और लेवीय याजक सन्दूक और मिलापवाले तम्बू और जितने पवित्र पात्र उस तम्बू में थे उन सभी को ऊपर ले गए +9077,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_006.wav,और राजा सुलैमान और सब इस्राएली मण्डली के लोग जो उसके पास इकट्ठा हुए थे उन्होंने सन्दूक के सामने इतने भेड़ और बैल बलि किए जिनकी गिनती और हिसाब बहुतायत के कारण न हो सकता था +9078,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_007.wav,तब याजकों ने यहोवा की वाचा का सन्दूक उसके स्थान में अर्थात् भवन की भीतरी कोठरी में जो परमपवित्र स्थान है पहुँचाकर करूबों के पंखों के तले रख दिया +9079,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_008.wav,सन्दूक के स्थान के ऊपर करूब पंख फैलाए हुए थे जिससे वे ऊपर से सन्दूक और उसके डण्डों को ढाँके थे +9080,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_009.wav,डण्डे तो इतने लम्बे थे कि उनके सिरे सन्दूक से निकले हुए भीतरी कोठरी के सामने देख पड़ते थे परन्तु बाहर से वे दिखाई न पड़ते थे वे आज के दिन तक वहीं हैं +9081,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_010.wav,सन्दूक में पत्थर की उन दो पटियाओं को छोड़ कुछ न था जिन्हें मूसा ने होरेब में उसके भीतर उस समय रखा जब यहोवा ने इस्राएलियों के मिस्र से निकलने के बाद उनके साथ वाचा बाँधी थी +9082,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_011.wav,जब याजक पवित्रस्थान से निकले जितने याजक उपस्थित थे उन सभी ने अपनेअपने को पवित्र किया था और अलगअलग दलों में होकर सेवा न करते थे +9083,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_012.wav,और जितने लेवीय गायक थे वे सब के सब अर्थात् पुत्रों और भाइयों समेत आसाप हेमान और यदूतून सन के वस्त्र पहने झाँझ सारंगियाँ और वीणाएँ लिये हुए वेदी के पूर्व की ओर खड़े थे और उनके साथ एक सौ बीस याजक तुरहियां बजा रहे थे +9084,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_013.wav,और जब तुरहियां बजानेवाले और गानेवाले एक स्वर से यहोवा की स्तुति और धन्यवाद करने लगे और तुरहियां झाँझ आदि बाजे बजाते हुए यहोवा की यह स्तुति ऊँचे शब्द से करने लगे वह भला है और उसकी करुणा सदा की है तब यहोवा के भवन में बादल छा गया +9085,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_005_014.wav,और बादल के कारण याजक लोग सेवाटहल करने को खड़े न रह सके क्योंकि यहोवा का तेज परमेश्वर के भवन में भर गया था +9086,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_001.wav,तब सुलैमान कहने लगा यहोवा ने कहा था कि मैं घोर अंधकार मैं वास किए रहूँगा +9087,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_002.wav,परन्तु मैंने तेरे लिये एक वासस्थान वरन् ऐसा दृढ़ स्थान बनाया है जिसमें तू युगयुग रहे +9088,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_003.wav,तब राजा ने इस्राएल की पूरी सभा की ओर मुँह फेरकर उसको आशीर्वाद दिया और इस्राएल की पूरी सभा खड़ी रही +9089,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_004.wav,और उसने कहा धन्य है इस्राएल का परमेश्वर यहोवा जिसने अपने मुँह से मेरे पिता दाऊद को यह वचन दिया था और अपने हाथों से इसे पूरा किया है +9090,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_005.wav,जिस दिन से मैं अपनी प्रजा को मिस्र देश से निकाल लाया तब से मैंने न तो इस्राएल के किसी गोत्र का कोई नगर चुना जिसमें मेरे नाम के निवास के लिये भवन बनाया जाए और न कोई मनुष्य चुना कि वह मेरी प्रजा इस्राएल पर प्रधान हो +9091,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_006.wav,परन्तु मैंने यरूशलेम को इसलिए चुना है कि मेरा नाम वहाँ हो और दाऊद को चुन लिया है कि वह मेरी प्रजा इस्राएल पर प्रधान हो +9092,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_007.wav,मेरे पिता दाऊद की यह इच्छा थी कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के नाम का एक भवन बनवाए +9093,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_008.wav,परन्तु यहोवा ने मेरे पिता दाऊद से कहा तेरी जो इच्छा है कि यहोवा के नाम का एक भवन बनाए ऐसी इच्छा करके तूने भला तो किया +9094,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_009.wav,तो भी तू उस भवन को बनाने न पाएगा तेरा जो निज पुत्र होगा वही मेरे नाम का भवन बनाएगा +9095,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_010.wav,यह वचन जो यहोवा ने कहा था उसे उसने पूरा भी किया है और मैं अपने पिता दाऊद के स्थान पर उठकर यहोवा के वचन के अनुसार इस्राएल की गद्दी पर विराजमान हूँ और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के नाम के इस भवन को बनाया है +9096,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_011.wav,इसमें मैंने उस सन्दूक को रख दिया है जिसमें यहोवा की वह वाचा है जो उसने इस्राएलियों से बाँधी थी +9097,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_012.wav,तब वह इस्राएल की सारी सभा के देखते यहोवा की वेदी के सामने खड़ा हुआ और अपने हाथ फैलाएँ +9098,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_013.wav,सुलैमान ने पाँच हाथ लम्बी पाँच हाथ चौड़ी और तीन हाथ ऊँची पीतल की एक चौकी बनाकर आँगन के बीच रखवाई थी उसी ���र खड़े होकर उसने सारे इस्राएल की सभा के सामने घुटने टेककर स्वर्ग की ओर हाथ फैलाएँ हुए कहा +9099,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_014.wav,हे यहोवा हे इस्राएल के परमेश्वर तेरे समान न तो स्वर्ग में और न पृथ्वी पर कोई परमेश्वर है तेरे जो दास अपने सारे मन से अपने को तेरे सम्मुख जानकर चलते हैं उनके लिये तू अपनी वाचा पूरी करता और करुणा करता रहता है +9100,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_015.wav,तूने जो वचन मेरे पिता दाऊद को दिया था उसका तूने पालन किया है जैसा तूने अपने मुँह से कहा था वैसा ही अपने हाथ से उसको हमारी आँखों के सामने पूरा भी किया है +9101,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_016.wav,इसलिए अब हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा इस वचन को भी पूरा कर जो तूने अपने दास मेरे पिता दाऊद को दिया था तेरे कुल में मेरे सामने इस्राएल की गद्दी पर विराजनेवाले सदा बने रहेंगे यह हो कि जैसे तू अपने को मेरे सम्मुख जानकर चलता रहा वैसे ही तेरे वंश के लोग अपनी चाल चलन में ऐसी चौकसी करें कि मेरी व्यवस्था पर चलें +9102,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_017.wav,अब हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा जो वचन तूने अपने दास दाऊद को दिया था वह सच्चा किया जाए +9103,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_018.wav,परन्तु क्या परमेश्वर सचमुच मनुष्यों के संग पृथ्वी पर वास करेगा स्वर्ग में वरन् सबसे ऊँचे स्वर्ग में भी तू नहीं समाता फिर मेरे बनाए हुए इस भवन में तू कैसे समाएगा +9104,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_019.wav,तो भी हे मेरे परमेश्वर यहोवा अपने दास की प्रार्थना और गिड़गिड़ाहट की ओर ध्यान दे और मेरी पुकार और यह प्रार्थना सुन जो मैं तेरे सामने कर रहा हूँ +9105,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_020.wav,वह यह है कि तेरी आँखें इस भवन की ओर अर्थात् इसी स्थान की ओर जिसके विषय में तूने कहा है कि मैं उसमें अपना नाम रखूँगा रातदिन खुली रहें और जो प्रार्थना तेरा दास इस स्थान की ओर करे उसे तू सुन ले +9106,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_021.wav,और अपने दास और अपनी प्रजा इस्राएल की प्रार्थना जिसको वे इस स्थान की ओर मुँह किए हुए गिड़गिड़ाकर करें उसे सुन लेना स्वर्ग में से जो तेरा निवासस्थान है सुन लेना और सुनकर क्षमा करना +9107,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_022.wav,जब कोई मनुष्य किसी दूसरे के विरुद्ध अपराध करे और उसको शपथ खिलाई जाए और वह आकर इस भवन में तेरी वेदी के सामने शपथ खाए +9108,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_023.wav,तब तू स्वर्ग में से सुनना और मानना और अपने दासों का न्याय करके दुष्ट को बदला देना और उसकी चाल उसी के सिर लौटा देना और निर्दोष को निर्दोष ठहराकर उसके धार्मिकता के अनुसार उसको फल देना +9109,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_024.wav,फिर यदि तेरी प्रजा इस्राएल तेरे विरुद्ध पाप करने के कारण अपने शत्रुओं से हार जाए और तेरी ओर फिरकर तेरा नाम मानें और इस भवन में तुझ से प्रार्थना करें और गिड़गिड़ाए +9110,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_025.wav,तो तू स्वर्ग में से सुनना और अपनी प्रजा इस्राएल का पाप क्षमा करना और उन्हें इस देश में लौटा ले आना जिसे तूने उनको और उनके पुरखाओं को दिया है +9111,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_026.wav,जब वे तेरे विरुद्ध पाप करें और इस कारण आकाश इतना बन्द हो जाए कि वर्षा न हो ऐसे समय यदि वे इस स्थान की ओर प्रार्थना करके तेरे नाम को मानें और तू जो उन्हें दुःख देता है इस कारण वे अपने पाप से फिरें +9112,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_027.wav,तो तू स्वर्ग में से सुनना और अपने दासों और अपनी प्रजा इस्राएल के पाप को क्षमा करना तू जो उनको वह भला मार्ग दिखाता है जिस पर उन्हें चलना चाहिये इसलिए अपने इस देश पर जिसे तूने अपनी प्रजा का भाग करके दिया है पानी बरसा देना +9113,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_028.wav,जब इस देश में अकाल या मरी या झुलस हो या गेरूई या टिड्डियाँ या कीड़े लगें या उनके शत्रु उनके देश के फाटकों में उन्हें घेर रखें या कोई विपत्ति या रोग हो +9114,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_029.wav,तब यदि कोई मनुष्य या तेरी सारी प्रजा इस्राएल जो अपनाअपना दुःख और अपनाअपना खेद जानकर और गिड़गिड़ाहट के साथ प्रार्थना करके अपने हाथ इस भवन की ओर फैलाएँ +9115,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_030.wav,तो तू अपने स्वर्गीय निवासस्थान से सुनकर क्षमा करना और एकएक के मन की जानकर उसकी चाल के अनुसार उसे फल देना तू ही तो आदमियों के मन का जाननेवाला है +9116,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_031.wav,कि वे जितने दिन इस देश में रहें जिसे तूने उनके पुरखाओं को दिया था उतने दिन तक तेरा भय मानते हुए तेरे मार्गों पर चलते रहें +9117,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_032.wav,फिर परदेशी भी जो तेरी प्रजा इस्राएल का न हो जब वह तेरे बड़े नाम और बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा के कारण दूर देश से आए और आकर इस भवन की ओर मुँह किए हुए प्रार्थना करे +9118,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_033.wav,तब तू अपने स्वर्गीय निवासस्थान में से सुने और जिस बात के लिये ऐसा परदेशी तुझे पुकारे उसके अनुसार करना जिससे पृथ्वी के सब देशों के लोग तेरा नाम जानकर तेरी प्रजा इस्राएल के समान तेरा भय मानें और निश्चय करें कि यह भवन जो मैंने बनाया है वह तेरा ही कहलाता है +9119,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_034.wav,जब तेरी प्रजा के लोग जहाँ कहीं तू उन्हें भेजे वहाँ अपने शत्रुओं से लड़ाई करने को निकल जाएँ और इस नगर की ओर जिसे तूने चुना है और इस भवन की ओर जिसे मैंने तेरे नाम का बनाया है मुँह किए हुए तुझ से प्रार्थना करें +9120,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_035.wav,तब तू स्वर्ग में से उनकी प्रार्थना और गिड़गिड़ाहट सुनना और उनका न्याय करना +9121,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_036.wav,निष्पाप तो कोई मनुष्य नहीं है यदि वे भी तेरे विरुद्ध पाप करें और तू उन पर कोप करके उन्हें शत्रुओं के हाथ कर दे और वे उन्हें बन्दी बनाकर किसी देश को चाहे वह दूर हो चाहे निकट ले जाएँ +9122,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_037.wav,तो यदि वे बँधुआई के देश में सोच विचार करें और फिरकर अपने बन्दी बनानेवालों के देश में तुझ से गिड़गिड़ाकर कहें हमने पाप किया और कुटिलता और दुष्टता की है +9123,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_038.wav,इसलिए यदि वे अपनी बँधुआई के देश में जहाँ वे उन्हें बन्दी बनाकर ले गए हों अपने पूरे मन और सारे जीव से तेरी ओर फिरें और अपने इस देश की ओर जो तूने उनके पुरखाओं को दिया था और इस नगर की ओर जिसे तूने चुना है और इस भवन की ओर जिसे मैंने तेरे नाम का बनाया है मुँह किए हुए तुझ से प्रार्थना करें +9124,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_039.wav,तो तू अपने स्वर्गीय निवासस्थान में से उनकी प्रार्थना और गिड़गिड़ाहट सुनना और उनका न्याय करना और जो पाप तेरी प्रजा के लोग तेरे विरुद्ध करें उन्हें क्षमा करना +9125,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_040.wav,और हे मेरे परमेश्वर जो प्रार्थना इस स्थान में की जाए उसकी ओर अपनी आँखें खोले रह और अपने कान लगाए रख +9126,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_041.wav,अब हे यहोवा परमेश्वर उठकर अपने सामर्थ्य के सन्दूक समेत अपने विश्रामस्थान में आ हे यहोवा परमेश्वर तेरे याजक उद्धाररूपी वस्त्र पहने रहें और तेरे भक्त लोग भलाई के कारण आनन्द करते रहें +9127,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_006_042.wav,हे यहोवा परमेश्वर अपने अभिषिक्त की प्रार्थना को अनसुनी न कर तू अपने दास दाऊद पर की गई करुणा के काम स्मरण रख +9128,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_001.wav,जब सुलैमान यह प्रार्थना कर चुका तब स्वर्ग से आग ने गिरकर होमबलियों तथा अन्य बलियों को भस्म किया और यहोवा का तेज भवन में भर गया +9129,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_002.wav,याजक यहोवा के भवन में प्रवेश न कर सके क्योंकि यहोवा का तेज यहोवा के भवन में भर गया था +9130,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_003.wav,और जब आग गिरी और यहोवा का तेज भवन पर छा गया तब सब इस्राएली देखते रहे और फर्श पर झुककर अपनाअपना मुँह भूमि की ओर किए हुए दण्डवत् किया और यह कहकर यहोवा का धन्यवाद किया वह भला है उसकी करुणा सदा की है +9131,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_004.wav,तब सब प्रजा समेत राजा न��� यहोवा को बलि चढ़ाई +9132,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_005.wav,राजा सुलैमान ने बाईस हजार बैल और एक लाख बीस हजार भेड़बकरियाँ चढ़ाई अतः पूरी प्रजा समेत राजा ने यहोवा के भवन की प्रतिष्ठा की +9133,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_006.wav,याजक अपनाअपना कार्य करने को खड़े रहे और लेवीय भी यहोवा के गीत गाने के लिये वाद्ययंत्र लिये हुए खड़े थे जिन्हें दाऊद राजा ने यहोवा की सदा की करुणा के कारण उसका धन्यवाद करने को बनाकर उनके द्वारा स्तुति कराई थी और इनके सामने याजक लोग तुरहियां बजाते रहे और सब इस्राएली खड़े रहे +9134,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_007.wav,फिर सुलैमान ने यहोवा के भवन के सामने आँगन के बीच एक स्थान पवित्र करके होमबलि और मेलबलियों की चर्बी वहीं चढ़ाई क्योंकि सुलैमान की बनाई हुई पीतल की वेदी होमबलि और अन्नबलि और चर्बी के लिये छोटी थी +9135,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_008.wav,उसी समय सुलैमान ने और उसके संग हमात की घाटी से लेकर मिस्र के नाले तक के समस्त इस्राएल की एक बहुत बड़ी सभा ने सात दिन तक पर्व को माना +9136,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_009.wav,और आठवें दिन उन्होंने महासभा की उन्होंने वेदी की प्रतिष्ठा सात दिन की और पर्वों को भी सात दिन माना +9137,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_010.wav,सातवें महीने के तेईसवें दिन को उसने प्रजा के लोगों को विदा किया कि वे अपनेअपने डेरे को जाएँ और वे उस भलाई के कारण जो यहोवा ने दाऊद और सुलैमान और अपनी प्रजा इस्राएल पर की थी आनन्दित थे +9138,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_011.wav,अतः सुलैमान यहोवा के भवन और राजभवन को बना चुका और यहोवा के भवन में और अपने भवन में जो कुछ उसने बनाना चाहा उसमें उसका मनोरथ पूरा हुआ +9139,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_012.wav,तब यहोवा ने रात में उसको दर्शन देकर उससे कहा मैंने तेरी प्रार्थना सुनी और इस स्थान को यज्ञ के भवन के लिये अपनाया है +9140,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_013.wav,यदि मैं आकाश को ऐसा बन्द करूँ कि वर्षा न हो या टिड्डियों को देश उजाड़ने की आज्ञा दूँ या अपनी प्रजा में मरी फैलाऊं +9141,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_014.wav,तब यदि मेरी प्रजा के लोग जो मेरे कहलाते हैं दीन होकर प्रार्थना करें और मेरे दर्शन के खोजी होकर अपनी बुरी चाल से फिरें तो मैं स्वर्ग में से सुनकर उनका पाप क्षमा करूँगा और उनके देश को ज्यों का त्यों कर दूँगा +9142,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_015.wav,अब से जो प्रार्थना इस स्थान में की जाएगी उस पर मेरी आँखें खुली और मेरे कान लगे रहेंगे +9143,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_016.wav,क्योंकि अब मैंने इस भवन को अपनाया और पवित्र किया है कि मेरा नाम सदा के लिये इसमें बना रहे मेरी ��ँखें और मेरा मन दोनों नित्य यहीं लगे रहेंगे +9144,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_017.wav,यदि तू अपने पिता दाऊद के समान अपने को मेरे सम्मुख जानकर चलता रहे और मेरी सब आज्ञाओं के अनुसार किया करे और मेरी विधियों और नियमों को मानता रहे +9145,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_018.wav,तो मैं तेरी राजगद्दी को स्थिर रखूँगा जैसे कि मैंने तेरे पिता दाऊद के साथ वाचा बाँधी थी कि तेरे कुल में इस्राएल पर प्रभुता करनेवाला सदा बना रहेगा +9146,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_019.wav,परन्तु यदि तुम लोग फिरो और मेरी विधियों और आज्ञाओं को जो मैंने तुम को दी हैं त्यागो और जाकर पराए देवताओं की उपासना करो और उन्हें दण्डवत् करो +9147,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_020.wav,तो मैं उनको अपने देश में से जो मैंने उनको दिया है जड़ से उखाड़ूँगा और इस भवन को जो मैंने अपने नाम के लिये पवित्र किया है अपनी दृष्टि से दूर करूँगा और ऐसा करूँगा कि देशदेश के लोगों के बीच उसकी उपमा और नामधराई चलेगी +9148,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_021.wav,यह भवन जो इतना विशाल है उसके पास से आनेजानेवाले चकित होकर पूछेंगे यहोवा ने इस देश और इस भवन से ऐसा क्यों किया है +9149,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_007_022.wav,तब लोग कहेंगे उन लोगों ने अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा को जो उनको मिस्र देश से निकाल लाया था त्याग कर पराए देवताओं को ग्रहण किया और उन्हें दण्डवत् की और उनकी उपासना की इस कारण उसने यह सब विपत्ति उन पर डाली है +9150,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_001.wav,सुलैमान को यहोवा के भवन और अपने भवन के बनाने में बीस वर्ष लगे +9151,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_002.wav,तब जो नगर हीराम ने सुलैमान को दिए थे उन्हें सुलैमान ने दृढ़ करके उनमें इस्राएलियों को बसाया +9152,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_003.wav,तब सुलैमान सोबा के हमात को जाकर उस पर जयवन्त हुआ +9153,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_004.wav,उसने तदमोर को जो जंगल में है और हमात के सब भण्डारनगरों को दृढ़ किया +9154,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_005.wav,फिर उसने ऊपरवाले और नीचेवाले दोनों बेथोरोन को शहरपनाह और फाटकों और बेंड़ों से दृढ़ किया +9155,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_006.wav,उसने बालात को और सुलैमान के जितने भण्डारनगर थे और उसके रथों और सवारों के जितने नगर थे उनको और जो कुछ सुलैमान ने यरूशलेम लबानोन और अपने राज्य के सब देश में बनाना चाहा उन सब को बनाया +9156,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_007.wav,हित्तियों एमोरियों परिज्जियों हिब्बियों और यबूसियों के बचे हुए लोग जो इस्राएल के न थे +9157,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_008.wav,उनके वंश जो उनके बाद देश में रह गए और जिनका इस्राएलियों ने अन्त न किया था उनमें से तो बहुतों को सुलैमान ��े बेगार में रखा और आज तक उनकी वही दशा है +9158,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_009.wav,परन्तु इस्राएलियों में से सुलैमान ने अपने काम के लिये किसी को दास न बनाया वे तो योद्धा और उसके हाकिम उसके सरदार और उसके रथों और सवारों के प्रधान हुए +9159,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_010.wav,सुलैमान के सरदारों के प्रधान जो प्रजा के लोगों पर प्रभुता करनेवाले थे वे ढाई सौ थे +9160,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_011.wav,फिर सुलैमान फ़िरौन की बेटी को दाऊदपुर में से उस भवन में ले आया जो उसने उसके लिये बनाया था क्योंकि उसने कहा जिसजिस स्थान में यहोवा का सन्दूक आया है वह पवित्र है इसलिए मेरी रानी इस्राएल के राजा दाऊद के भवन में न रहने पाएगी +9161,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_012.wav,तब सुलैमान ने यहोवा की उस वेदी पर जो उसने ओसारे के आगे बनाई थी यहोवा को होमबलि चढ़ाई +9162,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_013.wav,वह मूसा की आज्ञा और प्रतिदिन के नियम के अनुसार अर्थात् विश्राम और नये चाँद और प्रतिवर्ष तीन बार ठहराए हुए पर्वों अर्थात् अख़मीरी रोटी के पर्व और सप्ताहों के पर्व और झोपड़ियों के पर्व में बलि चढ़ाया करता था +9163,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_014.wav,उसने अपने पिता दाऊद के नियम के अनुसार याजकों के सेवाकार्यों के लिये उनके दल ठहराए और लेवियों को उनके कामों पर ठहराया कि हर एक दिन के प्रयोजन के अनुसार वे यहोवा की स्तुति और याजकों के सामने सेवाटहल किया करें और एकएक फाटक के पास द्वारपालों को दलदल करके ठहरा दिया क्योंकि परमेश्वर के भक्त दाऊद ने ऐसी आज्ञा दी थी +9164,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_015.wav,राजा ने भण्डारों या किसी और बात के सम्बंध में याजकों और लेवियों को जोजो आज्ञा दी थी उन्होंने उसे न टाला +9165,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_016.wav,सुलैमान का सब काम जो उसने यहोवा के भवन की नींव डालने से लेकर उसके पूरा करने तक किया वह ठीक हुआ इस प्रकार यहोवा का भवन पूरा हुआ +9166,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_017.wav,तब सुलैमान एस्योनगेबेर और एलोत को गया जो एदोम के देश में समुद्र के किनारे स्थित हैं +9167,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_008_018.wav,हीराम ने उसके पास अपने जहाजियों के द्वारा जहाज और समुद्र के जानकार मल्लाह भेज दिए और उन्होंने सुलैमान के जहाजियों के संग ओपीर को जाकर वहाँ से साढ़े चार सौ किक्कार सोना राजा सुलैमान को ला दिया +9168,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_001.wav,जब शेबा की रानी ने सुलैमान की कीर्ति सुनी तब वह कठिनकठिन प्रश्नों से उसकी परीक्षा करने के लिये यरूशलेम को चली वह बहुत भारी दल और मसालों और बहुत सोने और मणि से लदे ऊँट साथ लिये हुए आई और सुल���मान के पास पहुँचकर उससे अपने मन की सब बातों के विषय बातें की +9169,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_002.wav,सुलैमान ने उसके सब प्रश्नों का उत्तर दिया कोई बात सुलैमान की बुद्धि से ऐसी बाहर न रही कि वह उसे न बता सके +9170,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_003.wav,जब शेबा की रानी ने सुलैमान की बुद्धिमानी और उसका बनाया हुआ भवन +9171,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_004.wav,और उसकी मेज पर का भोजन देखा और उसके कर्मचारी किस रीति बैठते और उसके टहलुए किस रीति खड़े रहते और कैसेकैसे कपड़े पहने रहते हैं और उसके पिलानेवाले कैसे हैं और वे कैसे कपड़े पहने हैं और वह कैसी चढ़ाई है जिससे वह यहोवा के भवन को जाया करता है जब उसने यह सब देखा तब वह चकित हो गई +9172,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_005.wav,तब उसने राजा से कहा मैंने तेरे कामों और बुद्धिमानी की जो कीर्ति अपने देश में सुनी वह सच ही है +9173,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_006.wav,परन्तु जब तक मैंने आप ही आकर अपनी आँखों से यह न देखा तब तक मैंने उन पर विश्वास न किया परन्तु तेरी बुद्धि की आधी बड़ाई भी मुझे न बताई गई थी तू उस कीर्ति से बढ़कर है जो मैंने सुनी थी +9174,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_007.wav,धन्य हैं तेरे जन धन्य हैं तेरे ये सेवक जो नित्य तेरे सम्मुख उपस्थित रहकर तेरी बुद्धि की बातें सुनते हैं +9175,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_008.wav,धन्य है तेरा परमेश्वर यहोवा जो तुझ से ऐसा प्रसन्न हुआ कि तुझे अपनी राजगद्दी पर इसलिए विराजमान किया कि तू अपने परमेश्वर यहोवा की ओर से राज्य करे तेरा परमेश्वर जो इस्राएल से प्रेम करके उन्हें सदा के लिये स्थिर करना चाहता था इसी कारण उसने तुझे न्याय और धार्मिकता करने को उनका राजा बना दिया +9176,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_009.wav,उसने राजा को एक सौ बीस किक्कार सोना बहुत सा सुगन्धद्रव्य और मणि दिए जैसे सुगन्धद्रव्य शेबा की रानी ने राजा सुलैमान को दिए वैसे देखने में नहीं आए +9177,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_010.wav,फिर हीराम और सुलैमान दोनों के जहाजी जो ओपीर से सोना लाते थे वे चन्दन की लकड़ी और मणि भी लाते थे +9178,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_011.wav,राजा ने चन्दन की लकड़ी से यहोवा के भवन और राजभवन के लिये चबूतरे और गायकों के लिये वीणाएँ और सारंगियाँ बनवाईं ऐसी वस्तुएँ उससे पहले यहूदा देश में न देख पड़ी थीं +9179,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_012.wav,फिर शेबा की रानी ने जो कुछ चाहा वही राजा सुलैमान ने उसको उसकी इच्छा के अनुसार दिया यह उससे अधिक था जो वह राजा के पास ले आई थी तब वह अपने जनों समेत अपने देश को लौट गई +9180,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_013.wav,जो सोना प्रतिवर्ष सुलैमान के पास पहुँचा करता थ��� उसका तौल छः सौ छियासठ किक्कार था +9181,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_014.wav,यह उससे अधिक था जो सौदागर और व्यापारी लाते थे और अरब देश के सब राजा और देश के अधिपति भी सुलैमान के पास सोनाचाँदी लाते थे +9182,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_015.wav,राजा सुलैमान ने सोना गढ़ाकर दो सौ बड़ीबड़ी ढालें बनवाईं एकएक ढाल में छः छः सौ शेकेल गढ़ा हुआ सोना लगा +9183,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_016.wav,फिर उसने सोना गढ़ाकर तीन सौ छोटी ढालें और भी बनवाईं एकएक छोटी ढाल में तीन सौ शेकेल सोना लगा और राजा ने उनको लबानोन का वन नामक महल में रख दिया +9184,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_017.wav,राजा ने हाथी दाँत का एक बड़ा सिंहासन बनाया और शुद्ध सोने से मढ़ाया +9185,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_018.wav,उस सिंहासन में छः सीढ़ियाँ और सोने का एक पावदान था ये सब सिंहासन से जुड़े थे और बैठने के स्थान के दोनों ओर टेक लगी थी और दोनों टेकों के पास एकएक सिंह खड़ा हुआ बना था +9186,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_019.wav,छहों सीढ़ियों के दोनों ओर एकएक सिंह खड़ा हुआ बना था वे सब बारह हुए किसी राज्य में ऐसा कभी न बना +9187,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_020.wav,राजा सुलैमान के पीने के सब पात्र सोने के थे और लबानोन का वन नामक महल के सब पात्र भी शुद्ध सोने के थे सुलैमान के दिनों में चाँदी का कोई मूल्य न था +9188,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_021.wav,क्योंकि हीराम के जहाजियों के संग राजा के जहाज तर्शीश को जाते थे और तीनतीन वर्ष के बाद तर्शीश के ये जहाज सोना चाँदी हाथी दाँत बन्दर और मोर ले आते थे +9189,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_022.wav,अतः राजा सुलैमान धन और बुद्धि में पृथ्वी के सब राजाओं से बढ़कर हो गया +9190,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_023.wav,पृथ्वी के सब राजा सुलैमान की उस बुद्धि की बातें सुनने को जो परमेश्वर ने उसके मन में उपजाई थीं उसका दर्शन करना चाहते थे +9191,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_024.wav,वे प्रतिवर्ष अपनीअपनी भेंट अर्थात् चाँदी और सोने के पात्र वस्त्रशस्त्र सुगन्धद्रव्य घोड़े और खच्चर ले आते थे +9192,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_025.wav,अपने घोड़ों और रथों के लिये सुलैमान के चार हजार घुड़साल और बारह हजार घुड़सवार भी थे जिनको उसने रथों के नगरों में और यरूशलेम में राजा के पास ठहरा रखा +9193,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_026.wav,वह फरात से पलिश्तियों के देश और मिस्र की सीमा तक के सब राजाओं पर प्रभुता करता था +9194,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_027.wav,राजा ने ऐसा किया कि बहुतायत के कारण यरूशलेम में चाँदी का मूल्य पत्थरों का सा और देवदार का मूल्य नीचे के देश के गूलरों का सा हो गया +9195,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_028.wav,लोग मिस्र से और अन्य सभी देशों से सुलैमान के लिये घोड़े लाते थे +9196,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_029.wav,आदि से अन्त तक सुलैमान के और सब काम क्या नातान नबी की पुस्तक में और शीलोवासी अहिय्याह की नबूवत की पुस्तक में और नबात के पुत्र यारोबाम के विषय इद्दो दर्शी के दर्शन की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +9197,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_030.wav,सुलैमान ने यरूशलेम में सारे इस्राएल पर चालीस वर्ष तक राज्य किया +9198,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_009_031.wav,फिर सुलैमान अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसको उसके पिता दाऊद के नगर में मिट्टी दी गई और उसका पुत्र रहबाम उसके स्थान पर राजा हुआ +9199,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_001.wav,रहबाम शेकेम को गया क्योंकि सारे इस्राएली उसको राजा बनाने के लिये वहीं गए थे +9200,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_002.wav,जब नबात के पुत्र यारोबाम ने यह सुना वह तो मिस्र में रहता था जहाँ वह सुलैमान राजा के डर के मारे भाग गया था तो वह मिस्र से लौट आया +9201,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_003.wav,तब उन्होंने उसको बुलवा भेजा अतः यारोबाम और सब इस्राएली आकर रहबाम से कहने लगे +9202,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_004.wav,तेरे पिता ने तो हम लोगों पर भारी जूआ डाल रखा था इसलिए अब तू अपने पिता की कठिन सेवा को और उस भारी जूए को जिसे उसने हम पर डाल रखा है कुछ हलका कर तब हम तेरे अधीन रहेंगे +9203,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_005.wav,उसने उनसे कहा तीन दिन के उपरान्त मेरे पास फिर आना अतः वे चले गए +9204,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_006.wav,तब राजा रहबाम ने उन बूढ़ों से जो उसके पिता सुलैमान के जीवन भर उसके सामने उपस्थित रहा करते थे यह कहकर सम्मति ली इस प्रजा को कैसा उत्तर देना उचित है इसमें तुम क्या सम्मति देते हो +9205,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_007.wav,उन्होंने उसको यह उत्तर दिया यदि तू इस प्रजा के लोगों से अच्छा बर्ताव करके उन्हें प्रसन्न करे और उनसे मधुर बातें कहे तो वे सदा तेरे अधीन बने रहेंगे +9206,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_008.wav,परन्तु उसने उस सम्मति को जो बूढ़ों ने उसको दी थी छोड़ दिया और उन जवानों से सम्मति ली जो उसके संग बड़े हुए थे और उसके सम्मुख उपस्थित रहा करते थे +9207,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_009.wav,उनसे उसने पूछा मैं प्रजा के लोगों को कैसा उत्तर दूँ इसमें तुम क्या सम्मति देते हो उन्होंने तो मुझसे कहा है जो जूआ तेरे पिता ने हम पर डाल रखा है उसे तू हलका कर +9208,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_010.wav,जवानों ने जो उसके संग बड़े हुए थे उसको यह उत्तर दिया उन लोगों ने तुझ से कहा है तेरे पिता ने हमारा जूआ भारी किया था परन्तु उसे हमारे लिये हलका कर तू उनसे यह कहना मेरी छिंगुलिया मेरे पिता की कमर से भी मोटी ठहरेगी +9209,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_011.wav,मेरे पिता ने तुम पर जो भारी जूआ रखा था उसे मैं और भी भारी करूँगा मेरा पिता तो तुम को कोड़ों से ताड़ना देता था परन्तु मैं बिच्छुओं से दूँगा +9210,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_012.wav,तीसरे दिन जैसे राजा ने ठहराया था तीसरे दिन मेरे पास फिर आना वैसे ही यारोबाम और सारी प्रजा रहबाम के पास उपस्थित हुई +9211,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_013.wav,तब राजा ने उससे कड़ी बातें की और रहबाम राजा ने बूढ़ों की दी हुई सम्मति छोड़कर +9212,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_014.wav,जवानों की सम्मति के अनुसार उनसे कहा मेरे पिता ने तो तुम्हारा जूआ भारी कर दिया था परन्तु मैं उसे और भी कठिन कर दूँगा मेरे पिता ने तो तुम को कोड़ों से ताड़ना दी परन्तु मैं बिच्छुओं से ताड़ना दूँगा +9213,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_015.wav,इस प्रकार राजा ने प्रजा की विनती न मानी इसका कारण यह है कि जो वचन यहोवा ने शीलोवासी अहिय्याह के द्वारा नबात के पुत्र यारोबाम से कहा था उसको पूरा करने के लिये परमेश्वर ने ऐसा ही ठहराया था +9214,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_016.wav,जब समस्त इस्राएलियों ने देखा कि राजा हमारी नहीं सुनता तब वे बोले दाऊद के साथ हमारा क्या अंश हमारा तो यिशै के पुत्र में कोई भाग नहीं है हे इस्राएलियों अपनेअपने डेरे को चले जाओ अब हे दाऊद अपने ही घराने की चिन्ता कर +9215,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_017.wav,तब सब इस्राएली अपने डेरे को चले गए केवल जितने इस्राएली यहूदा के नगरों में बसे हुए थे उन्हीं पर रहबाम राज्य करता रहा +9216,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_018.wav,तब राजा रहबाम ने हदोराम को जो सब बेगारों पर अधिकारी था भेज दिया और इस्राएलियों ने उस पर पथराव किया और वह मर गया तब रहबाम फुर्ती से अपने रथ पर चढ़कर यरूशलेम को भाग गया +9217,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_010_019.wav,और इस्राएल ने दाऊद के घराने से बलवा किया और आज तक फिरा हुआ है +9218,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_001.wav,जब रहबाम यरूशलेम को आया तब उसने यहूदा और बिन्यामीन के घराने को जो मिलकर एक लाख अस्सी हजार अच्छे योद्धा थे इकट्ठा किया कि इस्राएल के साथ युद्ध करे जिससे राज्य रहबाम के वश में फिर आ जाए +9219,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_002.wav,तब यहोवा का यह वचन परमेश्वर के भक्त शमायाह के पास पहुँचा +9220,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_003.wav,यहूदा के राजा सुलैमान के पुत्र रहबाम से और यहूदा और बिन्यामीन के सब इस्राएलियों से कह +9221,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_004.wav,यहोवा यह कहता है कि अपने भाइयों पर चढ़ाई करके युद्ध न करो तुम अपनेअपने घर लौट जाओ क्योंकि यह बात मेरी ही ओर से हुई है यहोवा के ये वचन मानकर वे यारोबाम पर बिना चढ़ाई किए लौट गए +9222,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_005.wav,रहबाम यरूशलेम में रहने लगा और यहूदा में बचाव के लिये ये नगर दृढ़ किए +9223,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_006.wav,अर्थात् बैतलहम एताम तकोआ +9224,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_007.wav,बेतसूर सोको अदुल्लाम +9225,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_008.wav,गत मारेशा जीप +9226,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_009.wav,अदोरैम लाकीश अजेका +9227,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_010.wav,सोरा अय्यालोन और हेब्रोन जो यहूदा और बिन्यामीन में हैं दृढ़ किया +9228,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_011.wav,उसने दृढ़ नगरों को और भी दृढ़ करके उनमें प्रधान ठहराए और भोजनवस्तु और तेल और दाखमधु के भण्डार रखवा दिए +9229,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_012.wav,फिर एकएक नगर में उसने ढालें और भाले रखवाकर उनको अत्यन्त दृढ़ कर दिया यहूदा और बिन्यामीन तो उसके अधिकार में थे +9230,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_013.wav,सारे इस्राएल के याजक और लेवीय भी अपने सारे देश से उठकर उसके पास गए +9231,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_014.wav,अतः लेवीय अपनी चराइयों और निज भूमि छोड़कर यहूदा और यरूशलेम में आए क्योंकि यारोबाम और उसके पुत्रों ने उनको निकाल दिया था कि वे यहोवा के लिये याजक का काम न करें +9232,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_015.wav,और उसने ऊँचे स्थानों और बकरा देवताओं और अपने बनाए हुए बछड़ों के लिये अपनी ओर से याजक ठहरा लिए +9233,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_016.wav,लेवियों के बाद इस्राएल के सब गोत्रों में से जितने मन लगाकर इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के खोजी थे वे अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा को बलि चढ़ाने के लिये यरूशलेम को आए +9234,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_017.wav,उन्होंने यहूदा का राज्य स्थिर किया और सुलैमान के पुत्र रहबाम को तीन वर्ष तक दृढ़ कराया क्योंकि तीन वर्ष तक वे दाऊद और सुलैमान की लीक पर चलते रहे +9235,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_018.wav,रहबाम ने एक स्त्री से विवाह कर लिया अर्थात् महलत से जिसका पिता दाऊद का पुत्र यरीमोत और माता यिशै के पुत्र एलीआब की बेटी अबीहैल थी +9236,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_019.wav,उससे यूश शेमर्याह और जाहम नामक पुत्र उत्पन्न हुए +9237,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_020.wav,उसके बाद उसने अबशालोम की बेटी माका से विवाह कर लिया और उससे अबिय्याह अत्तै जीजा और शलोमीत उत्पन्न हुए +9238,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_021.wav,रहबाम ने अठारह रानियाँ ब्याह लीं और साठ रखैलियाँ रखीं और उसके अट्ठाईस बेटे और साठ बेटियाँ उत्पन्न हुईं अबशालोम की बेटी माका से वह अपनी सब रानियों और रखैलों से अधिक प्रेम रखता था +9239,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_022.wav,रहबाम ने माका के बेटे अबिय्याह को मुख्य और सब भाइयों में प्रधान इस विचार से ठहरा दिया कि उसे राजा बनाए +9240,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_011_023.wav,उसने समझबूझकर काम किया और उसने अपने सब पुत्रों को अलगअलग करके यहूदा और बिन्यामीन के सब देशों के सब गढ़वाले नगरों में ठहरा दिया और उन्हें भोजनवस्तु बहुतायत से दी और उनके लिये बहुत सी स्त्रियाँ ढूँढ़ी +9241,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_001.wav,परन्तु जब रहबाम का राज्य दृढ़ हो गया और वह आप स्थिर हो गया तब उसने और उसके साथ सारे इस्राएल ने यहोवा की व्यवस्था को त्याग दिया +9242,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_002.wav,उन्होंने जो यहोवा से विश्वासघात किया इस कारण राजा रहबाम के पाँचवें वर्ष में मिस्र के राजा शीशक ने +9243,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_003.wav,बारह सौ रथ और साठ हजार सवार लिये हुए यरूशलेम पर चढ़ाई की और जो लोग उसके संग मिस्र से आए अर्थात् लूबी सुक्किय्यी कूशी ये अनगिनत थे +9244,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_004.wav,उसने यहूदा के गढ़वाले नगरों को ले लिया और यरूशलेम तक आया +9245,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_005.wav,तब शमायाह नबी रहबाम और यहूदा के हाकिमों के पास जो शीशक के डर के मारे यरूशलेम में इकट्ठे हुए थे आकर कहने लगा यहोवा यह कहता है कि तुम ने मुझ को छोड़ दिया है इसलिए मैंने तुम को छोड़कर शीशक के हाथ में कर दिया है +9246,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_006.wav,तब इस्राएल के हाकिम और राजा दीन हो गए और कहा यहोवा धर्मी है +9247,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_007.wav,जब यहोवा ने देखा कि वे दीन हुए हैं तब यहोवा का यह वचन शमायाह के पास पहुँचा वे दीन हो गए हैं मैं उनको नष्ट न करूँगा मैं उनका कुछ बचाव करूँगा और मेरी जलजलाहट शीशक के द्वारा यरूशलेम पर न भड़केगी +9248,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_008.wav,तो भी वे उसके अधीन रहेंगे ताकि वे मेरी और देशदेश के राज्यों की भी सेवा में अन्तर को जान लें +9249,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_009.wav,तब मिस्र का राजा शीशक यरूशलेम पर चढ़ाई करके यहोवा के भवन की अनमोल वस्तुएँ और राजभवन की अनमोल वस्तुएँ उठा ले गया वह सब कुछ उठा ले गया और सोने की जो ढालें सुलैमान ने बनाई थीं उनको भी वह ले गया +9250,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_010.wav,तब राजा रहबाम ने उनके बदले पीतल की ढालें बनवाईं और उन्हें पहरुओं के प्रधानों के हाथ सौंप दिया जो राजभवन के द्वार की रखवाली करते थे +9251,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_011.wav,जब जब राजा यहोवा के भवन में जाता तबतब पहरुए आकर उन्हें उठा ले चलते और फिर पहरुओं की कोठरी में लौटाकर रख देते थे +9252,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_012.wav,जब रहबाम दीन हुआ तब यहोवा का क्रोध उस पर से उतर गया और उसने उसका पूरा विनाश न किया और यहूदा की दशा कुछ अच्छी भी थी +9253,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_013.wav,अतः राजा रहबाम यरूशलेम में दृढ़ होकर राज्य करता रहा जब रहबाम राज्य करने लगा तब इकतालीस वर्�� की आयु का था और यरूशलेम में अर्थात् उस नगर में जिसे यहोवा ने अपना नाम बनाए रखने के लिये इस्राएल के सारे गोत्र में से चुन लिया था सत्रह वर्ष तक राज्य करता रहा उसकी माता का नाम नामाह था जो अम्मोनी स्त्री थी +9254,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_014.wav,उसने वह कर्म किया जो बुरा है अर्थात् उसने अपने मन को यहोवा की खोज में न लगाया +9255,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_015.wav,आदि से अन्त तक रहबाम के काम क्या शमायाह नबी और इद्दो दर्शी की पुस्तकों में वंशावलियों की रीति पर नहीं लिखे हैं रहबाम और यारोबाम के बीच तो लड़ाई सदा होती रही +9256,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_012_016.wav,और रहबाम मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और दाऊदपुर में उसको मिट्टी दी गई और उसका पुत्र अबिय्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा +9257,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_001.wav,यारोबाम के अठारहवें वर्ष में अबिय्याह यहूदा पर राज्य करने लगा +9258,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_002.wav,वह तीन वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा और उसकी माता का नाम मीकायाह था जो गिबावासी ऊरीएल की बेटी थी फिर अबिय्याह और यारोबाम के बीच में लड़ाई हुई +9259,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_003.wav,अबिय्याह ने तो बड़े योद्धाओं का दल अर्थात् चार लाख छँटे हुए पुरुष लेकर लड़ने के लिये पाँति बँधाई और यारोबाम ने आठ लाख छँटे हुए पुरुष जो बड़े शूरवीर थे लेकर उसके विरुद्ध पाँति बँधाई +9260,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_004.wav,तब अबिय्याह समारैम नामक पहाड़ पर जो एप्रैम के पहाड़ी देश में है खड़ा होकर कहने लगा हे यारोबाम हे सब इस्राएलियों मेरी सुनो +9261,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_005.wav,क्या तुम को न जानना चाहिए कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने नमक वाली वाचा बाँधकर दाऊद को और उसके वंश को इस्राएल का राज्य सदा के लिये दे दिया है +9262,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_006.wav,तो भी नबात का पुत्र यारोबाम जो दाऊद के पुत्र सुलैमान का कर्मचारी था वह अपने स्वामी के विरुद्ध उठा है +9263,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_007.wav,उसके पास हलके और ओछे मनुष्य इकट्ठा हो गए हैं और जब सुलैमान का पुत्र रहबाम लड़का और अल्हड़ मन का था और उनका सामना न कर सकता था तब वे उसके विरुद्ध सामर्थी हो गए +9264,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_008.wav,अब तुम सोचते हो कि हम यहोवा के राज्य का सामना करेंगे जो दाऊद की सन्तान के हाथ में है क्योंकि तुम सब मिलकर बड़ा समाज बन गए हो और तुम्हारे पास वे सोने के बछड़े भी हैं जिन्हें यारोबाम ने तुम्हारे देवता होने के लिये बनवाया +9265,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_009.wav,क्या तुम ने यहोवा के याजकों को अर्थात् हारून की सन्तान और लेवियों को निकाल��र देशदेश के लोगों के समान याजक नियुक्त नहीं कर लिए जो कोई एक बछड़ा और सात मेढ़े अपना संस्कार कराने को ले आता वह उनका याजक हो जाता है जो ईश्वर नहीं है +9266,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_010.wav,परन्तु हम लोगों का परमेश्वर यहोवा है और हमने उसको नहीं त्यागा और हमारे पास यहोवा की सेवा टहल करनेवाले याजक हारून की सन्तान और अपनेअपने काम में लगे हुए लेवीय हैं +9267,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_011.wav,वे नित्य सवेरे और साँझ को यहोवा के लिये होमबलि और सुगन्धद्रव्य का धूप जलाते हैं और शुद्ध मेज पर भेंट की रोटी सजाते और सोने की दीवट और उसके दीपक साँझसाँझ को जलाते हैं हम तो अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाओं को मानते रहे हैं परन्तु तुम ने उसको त्याग दिया है +9268,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_012.wav,देखो हमारे संग हमारा प्रधान परमेश्वर है और उसके याजक तुम्हारे विरुद्ध साँस बाँधकर फूँकने को तुरहियां लिये हुए भी हमारे साथ हैं हे इस्राएलियों अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा से मत लड़ो क्योंकि तुम सफल न होंगे +9269,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_013.wav,परन्तु यारोबाम ने घातकों को उनके पीछे भेज दिया वे तो यहूदा के सामने थे और घातक उनके पीछे थे +9270,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_014.wav,जब यहूदियों ने पीछे मुँह फेरा तो देखा कि हमारे आगे और पीछे दोनों ओर से लड़ाई होनेवाली है तब उन्होंने यहोवा की दुहाई दी और याजक तुरहियों को फूँकने लगे +9271,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_015.wav,तब यहूदी पुरुषों ने जय जयकार किया और जब यहूदी पुरुषों ने जय जयकार किया तब परमेश्वर ने अबिय्याह और यहूदा के सामने यारोबाम और सारे इस्राएलियों को मारा +9272,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_016.wav,तब इस्राएली यहूदा के सामने से भागे और परमेश्वर ने उन्हें उनके हाथ में कर दिया +9273,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_017.wav,अबिय्याह और उसकी प्रजा ने उन्हें बड़ी मार से मारा यहाँ तक कि इस्राएल में से पाँच लाख छँटे हुए पुरुष मारे गए +9274,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_018.wav,उस समय तो इस्राएली दब गए और यहूदी इस कारण प्रबल हुए कि उन्होंने अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा पर भरोसा रखा था +9275,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_019.wav,तब अबिय्याह ने यारोबाम का पीछा करके उससे बेतेल यशाना और एप्रोन नगरों और उनके गाँवों को ले लिया +9276,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_020.wav,अबिय्याह के जीवन भर यारोबाम फिर सामर्थी न हुआ और यहोवा ने उसको ऐसा मारा कि वह मर गया +9277,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_021.wav,परन्तु अबिय्याह और भी सामर्थी हो गया और चौदह स्त्रियाँ ब्याह लीं जिनसे बाइस बेटे और सोलह बेटियाँ उत्पन्न हुईं +9278,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_013_022.wav,अबिय्याह के काम और उसकी चाल चलन और उसके वचन इद्दो नबी की कथा में लिखे हैं +9279,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_001.wav,अन्त में अबिय्याह मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसको दाऊदपुर में मिट्टी दी गई और उसका पुत्र आसा उसके स्थान पर राज्य करने लगा इसके दिनों में दस वर्ष तक देश में चैन रहा +9280,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_002.wav,आसा ने वही किया जो उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में अच्छा और ठीक था +9281,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_003.wav,उसने पराई वेदियों को और ऊँचे स्थानों को दूर किया और लाठों को तुड़वा डाला और अशेरा नामक मूरतों को तोड़ डाला +9282,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_004.wav,और यहूदियों को आज्ञा दी कि अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा की खोज करें और व्यवस्था और आज्ञा को मानें +9283,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_005.wav,उसने ऊँचे स्थानों और सूर्य की प्रतिमाओं को यहूदा के सब नगरों में से दूर किया और उसके सामने राज्य में चैन रहा +9284,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_006.wav,उसने यहूदा में गढ़वाले नगर बसाए क्योंकि देश में चैन रहा उन वर्षों में उसे किसी से लड़ाई न करनी पड़ी क्योंकि यहोवा ने उसे विश्राम दिया था +9285,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_007.wav,उसने यहूदियों से कहा आओ हम इन नगरों को बसाएँ और उनके चारों ओर शहरपनाह गढ़ और फाटकों के पल्ले और बेंड़े बनाएँ देश अब तक हमारे सामने पड़ा है क्योंकि हमने अपने परमेश्वर यहोवा की खोज की है हमने उसकी खोज की और उसने हमको चारों ओर से विश्राम दिया है तब उन्होंने उन नगरों को बसाया और समृद्ध हुए +9286,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_008.wav,फिर आसा के पास ढाल और बरछी रखनेवालों की एक सेना थी अर्थात् यहूदा में से तो तीन लाख पुरुष और बिन्यामीन में से ढाल रखनेवाले और धनुर्धारी दो लाख अस्सी हजार ये सब शूरवीर थे +9287,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_009.wav,उनके विरुद्ध दस लाख पुरुषों की सेना और तीन सौ रथ लिये हुए जेरह नामक एक कूशी निकला और मारेशा तक आ गया +9288,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_010.wav,तब आसा उसका सामना करने को चला और मारेशा के निकट सापता नामक तराई में युद्ध की पाँति बाँधी गई +9289,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_011.wav,तब आसा ने अपने परमेश्वर यहोवा की दुहाई दी हे यहोवा जैसे तू सामर्थी की सहायता कर सकता है वैसे ही शक्तिहीन की भी हे हमारे परमेश्वर यहोवा हमारी सहायता कर क्योंकि हमारा भरोसा तुझी पर है और तेरे नाम का भरोसा करके हम इस भीड़ के विरुद्ध आए हैं हे यहोवा तू हमारा परमेश्वर है मनुष्य तुझ पर प्रबल न होने पाएगा +9290,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_012.wav,तब यहोवा ने कूशियों को आसा और यहूदियों के सामने मारा और कूशी भाग गए +9291,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_013.wav,आसा और उसके संग के लोगों ने उनका पीछा गरार तक किया और इतने कूशी मारे गए कि वे फिर सिर न उठा सके क्योंकि वे यहोवा और उसकी सेना से हार गए और यहूदी बहुत सी लूट ले गए +9292,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_014.wav,उन्होंने गरार के आसपास के सब नगरों को मार लिया क्योंकि यहोवा का भय उनके रहनेवालों के मन में समा गया और उन्होंने उन नगरों को लूट लिया क्योंकि उनमें बहुत सा धन था +9293,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_014_015.wav,फिर पशुशालाओं को जीतकर बहुत सी भेड़बकरियाँ और ऊँट लूटकर यरूशलेम को लौटे +9294,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_001.wav,तब परमेश्वर का आत्मा ओदेद के पुत्र अजर्याह में समा गया +9295,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_002.wav,और वह आसा से भेंट करने निकला और उससे कहा हे आसा और हे सारे यहूदा और बिन्यामीन मेरी सुनो जब तक तुम यहोवा के संग रहोगे तब तक वह तुम्हारे संग रहेगा और यदि तुम उसकी खोज में लगे रहो तब तो वह तुम से मिला करेगा परन्तु यदि तुम उसको त्याग दोगे तो वह भी तुम को त्याग देगा +9296,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_003.wav,बहुत दिन इस्राएल बिना सत्य परमेश्वर के और बिना सिखानेवाले याजक के और बिना व्यवस्था के रहा +9297,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_004.wav,परन्तु जब जब वे संकट में पड़कर इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की ओर फिरे और उसको ढूँढ़ा तबतब वह उनको मिला +9298,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_005.wav,उस समय न तो जानेवाले को कुछ शान्ति होती थी और न आनेवाले को वरन् सारे देश के सब निवासियों में बड़ा ही कोलाहल होता था +9299,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_006.wav,जाति से जाति और नगर से नगर चूर किए जाते थे क्योंकि परमेश्वर विभिन्न प्रकार का कष्ट देकर उन्हें घबरा देता था +9300,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_007.wav,परन्तु तुम लोग हियाव बाँधों और तुम्हारे हाथ ढीले न पड़ें क्योंकि तुम्हारे काम का बदला मिलेगा +9301,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_008.wav,जब आसा ने ये वचन और ओदेद नबी की नबूवत सुनी तब उसने हियाव बाँधकर यहूदा और बिन्यामीन के सारे देश में से और उन नगरों में से भी जो उसने एप्रैम के पहाड़ी देश में ले लिये थे सब घिनौनी वस्तुएँ दूर की और यहोवा की जो वेदी यहोवा के ओसारे के सामने थी उसको नये सिरे से बनाया +9302,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_009.wav,उसने सारे यहूदा और बिन्यामीन को और एप्रैम मनश्शे और शिमोन में से जो लोग उसके संग रहते थे उनको इकट्ठा किया क्योंकि वे यह देखकर कि उसका परमेश्वर यहोवा उसके संग रहता है इस्राएल में से बहुत से उसके पास चले आए थे +9303,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_010.wav,आसा के राज्य के पन्द्रहवें वर्ष के तीसरे महीने में वे यरूशलेम ��ें इकट्ठा हुए +9304,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_011.wav,उसी समय उन्होंने उस लूट में से जो वे ले आए थे सात सौ बैल और सात हजार भेड़बकरियाँ यहोवा को बलि करके चढ़ाई +9305,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_012.wav,उन्होंने वाचा बाँधी कि हम अपने पूरे मन और सारे जीव से अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा की खोज करेंगे +9306,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_013.wav,और क्या बड़ा क्या छोटा क्या स्त्री क्या पुरुष जो कोई इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की खोज न करे वह मार डाला जाएगा +9307,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_014.wav,और उन्होंने जय जयकार के साथ तुरहियां और नरसिंगे बजाते हुए ऊँचे शब्द से यहोवा की शपथ खाई +9308,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_015.wav,यह शपथ खाकर सब यहूदी आनन्दित हुए क्योंकि उन्होंने अपने सारे मन से शपथ खाई और बड़ी अभिलाषा से उसको ढूँढ़ा और वह उनको मिला और यहोवा ने चारों ओर से उन्हें विश्राम दिया +9309,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_016.wav,आसा राजा की माता माका जिसने अशेरा के पास रखने के लिए एक घिनौनी मूरत बनाई उसको उसने राजमाता के पद से उतार दिया और आसाप ने उसकी मूरत काटकर पीस डाली और किद्रोन नाले में फेंक दी +9310,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_017.wav,ऊँचे स्थान तो इस्राएलियों में से न ढाए गए तो भी आसा का मन जीवन भर निष्कपट रहा +9311,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_018.wav,उसने जो सोनाचाँदी और पात्र उसके पिता ने अर्पण किए थे और जो उसने आप अर्पण किए थे उनको परमेश्वर के भवन में पहुँचा दिया +9312,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_015_019.wav,राजा आसा के राज्य के पैंतीसवें वर्ष तक फिर लड़ाई न हुई +9313,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_001.wav,आसा के राज्य के छत्तीसवें वर्ष में इस्राएल के राजा बाशा ने यहूदा पर चढ़ाई की और रामाह को इसलिए दृढ़ किया कि यहूदा के राजा आसा के पास कोई आनेजाने न पाए +9314,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_002.wav,तब आसा ने यहोवा के भवन और राजभवन के भण्डारों में से चाँदीसोना निकाल दमिश्कवासी अराम के राजा बेन्हदद के पास दूत भेजकर यह कहा +9315,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_003.wav,जैसे मेरे तेरे पिता के बीच वैसे ही मेरे तेरे बीच भी वाचा बंधे देख मैं तेरे पास चाँदीसोना भेजता हूँ इसलिए आ इस्राएल के राजा बाशा के साथ की अपनी वाचा को तोड़ दे ताकि वह मुझसे दूर हो +9316,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_004.wav,बेन्हदद ने राजा आसा की यह बात मानकर अपने दलों के प्रधानों से इस्राएली नगरों पर चढ़ाई करवाकर इय्योन दान आबेल्मैम और नप्ताली के सब भण्डारवाले नगरों को जीत लिया +9317,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_005.wav,यह सुनकर बाशा ने रामाह को दृढ़ करना छोड़ दिया और अपना वह काम बन्द करा दिया +9318,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_006.wav,तब राजा आसा ने पूरे यहूदा देश क�� साथ लिया और रामाह के पत्थरों और लकड़ी को जिनसे बाशा काम करता था उठा ले गया और उनसे उसने गेबा और मिस्पा को दृढ़ किया +9319,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_007.wav,उस समय हनानी दर्शी यहूदा के राजा आसा के पास जाकर कहने लगा तूने जो अपने परमेश्वर यहोवा पर भरोसा नहीं रखा वरन् अराम के राजा ही पर भरोसा रखा है इस कारण अराम के राजा की सेना तेरे हाथ से बच गई है +9320,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_008.wav,क्या कूशियों और लूबियों की सेना बड़ी न थी और क्या उसमें बहुत से रथ और सवार न थे तो भी तूने यहोवा पर भरोसा रखा था इस कारण उसने उनको तेरे हाथ में कर दिया +9321,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_009.wav,देख यहोवा की दृष्टि सारी पृथ्वी पर इसलिए फिरती रहती है कि जिनका मन उसकी ओर निष्कपट रहता है उनकी सहायता में वह अपनी सामर्थ्य दिखाए तूने यह काम मूर्खता से किया है इसलिए अब से तू लड़ाइयों में फँसा रहेगा +9322,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_010.wav,तब आसा दर्शी पर क्रोधित हुआ और उसे काठ में ठोंकवा दिया क्योंकि वह उसकी ऐसी बात के कारण उस पर क्रोधित था और उसी समय से आसा प्रजा के कुछ लोगों पर अत्याचार भी करने लगा +9323,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_011.wav,आदि से लेकर अन्त तक आसा के काम यहूदा और इस्राएल के राजाओं के वृत्तान्त में लिखे हैं +9324,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_012.wav,अपने राज्य के उनतालीसवें वर्ष में आसा को पाँव का रोग हुआ और वह रोग बहुत बढ़ गया तो भी उसने रोगी होकर यहोवा की नहीं वैद्यों ही की शरण ली +9325,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_013.wav,अन्त में आसा अपने राज्य के इकतालीसवें वर्ष में मर के अपने पुरखाओं के साथ जा मिला +9326,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_016_014.wav,तब उसको उसी की कब्र में जो उसने दाऊदपुर में खुदवा ली थी मिट्टी दी गई और वह सुगन्धद्रव्यों और गंधी के काम के भाँतिभाँति के मसालों से भरे हुए एक बिछौने पर लिटा दिया गया और बहुत सा सुगन्धद्रव्य उसके लिये जलाया गया +9327,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_001.wav,उसका पुत्र यहोशापात उसके स्थान पर राज्य करने लगा और इस्राएल के विरुद्ध अपना बल बढ़ाया +9328,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_002.wav,उसने यहूदा के सब गढ़वाले नगरों में सिपाहियों के दल ठहरा दिए और यहूदा के देश में और एप्रैम के उन नगरों में भी जो उसके पिता आसा ने ले लिये थे सिपाहियों की चौकियाँ बैठा दीं +9329,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_003.wav,यहोवा यहोशापात के संग रहा क्योंकि वह अपने मूलपुरुष दाऊद की प्राचीन चाल का अनुसरण किया और बाल देवताओं की खोज में न लगा +9330,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_004.wav,वरन् वह अपने पिता के परमेश्वर की खोज में लगा रहता था और उसी की आज्ञाओं पर चलता था और इस्राएल के से काम नहीं करता था +9331,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_005.wav,इस कारण यहोवा ने राज्य को उसके हाथ में दृढ़ किया और सारे यहूदी उसके पास भेंट लाया करते थे और उसके पास बहुत धन हो गया और उसका वैभव बढ़ गया +9332,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_006.wav,यहोवा के मार्गों पर चलतेचलते उसका मन मगन हो गया फिर उसने यहूदा से ऊँचे स्थान और अशेरा नामक मूरतें दूर कर दीं +9333,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_007.wav,उसने अपने राज्य के तीसरे वर्ष में बेन्हैल ओबद्याह जकर्याह नतनेल और मीकायाह नामक अपने हाकिमों को यहूदा के नगरों में शिक्षा देने को भेज दिया +9334,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_008.wav,उनके साथ शमायाह नतन्याह जबद्याह असाहेल शमीरामोत यहोनातान अदोनिय्याह तोबियाह और तोबदोनिय्याह नामक लेवीय और उनके संग एलीशामा और यहोराम नामक याजक थे +9335,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_009.wav,अतः उन्होंने यहोवा की व्यवस्था की पुस्तक अपने साथ लिये हुए यहूदा में शिक्षा दी वरन् वे यहूदा के सब नगरों में प्रजा को सिखाते हुए घूमे +9336,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_010.wav,यहूदा के आसपास के देशों के राज्यराज्य में यहोवा का ऐसा डर समा गया कि उन्होंने यहोशापात से युद्ध न किया +9337,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_011.wav,कुछ पलिश्ती यहोशापात के पास भेंट और कर समझकर चाँदी लाए और अरब के लोग भी सात हजार सात सौ मेढ़े और सात हजार सात सौ बकरे ले आए +9338,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_012.wav,यहोशापात बहुत ही बढ़ता गया और उसने यहूदा में किले और भण्डार के नगर तैयार किए +9339,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_013.wav,और यहूदा के नगरों में उसका बहुत काम होता था और यरूशलेम में उसके योद्धा अर्थात् शूरवीर रहते थे +9340,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_014.wav,इनके पितरों के घरानों के अनुसार इनकी यह गिनती थी अर्थात् यहूदी सहस्त्रपति तो ये थे प्रधान अदनह जिसके साथ तीन लाख शूरवीर थे +9341,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_015.wav,और उसके बाद प्रधान यहोहानान जिसके साथ दो लाख अस्सी हजार पुरुष थे +9342,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_016.wav,और इसके बाद जिक्री का पुत्र अमस्याह जिसने अपने को अपनी ही इच्छा से यहोवा को अर्पण किया था उसके साथ दो लाख शूरवीर थे +9343,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_017.wav,फिर बिन्यामीन में से एल्यादा नामक एक शूरवीर जिसके साथ ढाल रखनेवाले दो लाख धनुर्धारी थे +9344,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_018.wav,और उसके नीचे यहोजाबाद जिसके साथ युद्ध के हथियार बाँधे हुए एक लाख अस्सी हजार पुरुष थे +9345,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_017_019.wav,ये वे हैं जो राजा की सेवा में लौलीन थे ये उनसे अलग थे जिन्हें राजा ने सारे यहूदा के गढ़वाले नगरों में ठहरा दिया +9346,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_001.wav,यहोशापात बड़ा धनवान और ऐश्वर्यवान हो गया और उसने अहाब के घराने के साथ विवाहसम्बंध स्थापित किया +9347,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_002.wav,कुछ वर्ष के बाद वह सामरिया में अहाब के पास गया तब अहाब ने उसके और उसके संगियों के लिये बहुत सी भेड़बकरियाँ और गायबैल काटकर उसे गिलाद के रामोत पर चढ़ाई करने को उकसाया +9348,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_003.wav,इस्राएल के राजा अहाब ने यहूदा के राजा यहोशापात से कहा क्या तू मेरे साथ गिलाद के रामोत पर चढ़ाई करेगा उसने उसे उत्तर दिया जैसा तू वैसा मैं भी हूँ और जैसी तेरी प्रजा वैसी मेरी भी प्रजा है हम लोग युद्ध में तेरा साथ देंगे +9349,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_004.wav,फिर यहोशापात ने इस्राएल के राजा से कहा आओ पहले यहोवा का वचन मालूम करें +9350,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_005.wav,तब इस्राएल के राजा ने नबियों को जो चार सौ पुरुष थे इकट्ठा करके उनसे पूछा क्या हम गिलाद के रामोत पर युद्ध करने को चढ़ाई करें अथवा मैं रुका रहूँ उन्होंने उत्तर दिया चढ़ाई कर क्योंकि परमेश्वर उसको राजा के हाथ कर देगा +9351,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_006.wav,परन्तु यहोशापात ने पूछा क्या यहाँ यहोवा का और भी कोई नबी नहीं है जिससे हम पूछ लें +9352,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_007.wav,इस्राएल के राजा ने यहोशापात से कहा हाँ एक पुरुष और है जिसके द्वारा हम यहोवा से पूछ सकते हैं परन्तु मैं उससे घृणा करता हूँ क्योंकि वह मेरे विषय कभी कल्याण की नहीं सदा हानि ही की नबूवत करता है वह यिम्ला का पुत्र मीकायाह है यहोशापात ने कहा राजा ऐसा न कहे +9353,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_008.wav,तब इस्राएल के राजा ने एक हाकिम को बुलवाकर कहा यिम्ला के पुत्र मीकायाह को फुर्ती से ले आ +9354,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_009.wav,इस्राएल का राजा और यहूदा का राजा यहोशापात अपनेअपने राजवस्त्र पहने हुए अपनेअपने सिंहासन पर बैठे हुए थे वे सामरिया के फाटक में एक खुले स्थान में बैठे थे और सब नबी उनके सामने नबूवत कर रहे थे +9355,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_010.wav,तब कनाना के पुत्र सिदकिय्याह ने लोहे के सींग बनवाकर कहा यहोवा यह कहता है कि इनसे तू अरामियों को मारतेमारते नाश कर डालेगा +9356,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_011.wav,सब नबियों ने इसी आशय की नबूवत करके कहा गिलाद के रामोत पर चढ़ाई कर और तू कृतार्थ होवे क्योंकि यहोवा उसे राजा के हाथ कर देगा +9357,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_012.wav,जो दूत मीकायाह को बुलाने गया था उसने उससे कहा सुन नबी लोग एक ही मुँह से राजा के विषय शुभ वचन कहते हैं इसलिए तेरी बात उनकी सी हो तू भी शुभ वचन कहना +9358,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_013.wav,मीकायाह ने कहा ���होवा के जीवन की शपथ जो कुछ मेरा परमेश्वर कहे वही मैं भी कहूँगा +9359,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_014.wav,जब वह राजा के पास आया तब राजा ने उससे पूछा हे मीकायाह क्या हम गिलाद के रामोत पर युद्ध करने को चढ़ाई करें अथवा मैं रुका रहूँ उसने कहा हाँ तुम लोग चढ़ाई करो और कृतार्थ हो और वे तुम्हारे हाथ में कर दिए जाएँगे +9360,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_015.wav,राजा ने उससे कहा मुझे कितनी बार तुझे शपथ धराकर चिताना होगा कि तू यहोवा का स्मरण करके मुझसे सच ही कह +9361,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_016.wav,मीकायाह ने कहा मुझे सारा इस्राएल बिना चरवाहे की भेड़बकरियों के समान पहाड़ों पर तितरबितर दिखाई पड़ा और यहोवा का वचन आया कि वे तो अनाथ हैं इसलिए हर एक अपनेअपने घर कुशल क्षेम से लौट जाएँ +9362,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_017.wav,तब इस्राएल के राजा ने यहोशापात से कहा क्या मैंने तुझ से न कहा था कि वह मेरे विषय कल्याण की नहीं हानि ही की नबूवत करेगा +9363,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_018.wav,मीकायाह ने कहा इस कारण तुम लोग यहोवा का यह वचन सुनो मुझे सिंहासन पर विराजमान यहोवा और उसके दाएँबाएँ खड़ी हुई स्वर्ग की सारी सेना दिखाई पड़ी +9364,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_019.wav,तब यहोवा ने पूछा इस्राएल के राजा अहाब को कौन ऐसा बहकाएगा कि वह गिलाद के रामोत पर चढ़ाई करे तब किसी ने कुछ और किसी ने कुछ कहा +9365,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_020.wav,अन्त में एक आत्मा पास आकर यहोवा के सम्मुख खड़ी हुई और कहने लगी मैं उसको बहकाऊँगी +9366,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_021.wav,यहोवा ने पूछा किस उपाय से उसने कहा मैं जाकर उसके सब नबियों में पैठ के उनसे झूठ बुलवाऊँगी यहोवा ने कहा तेरा उसको बहकाना सफल होगा जाकर ऐसा ही कर +9367,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_022.wav,इसलिए सुन अब यहोवा ने तेरे इन नबियों के मुँह में एक झूठ बोलनेवाली आत्मा बैठाई है और यहोवा ने तेरे विषय हानि की बात कही है +9368,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_023.wav,तब कनाना के पुत्र सिदकिय्याह ने निकट जा मीकायाह के गाल पर थप्पड़ मारकर पूछा यहोवा का आत्मा मुझे छोड़कर तुझ से बातें करने को किधर गया +9369,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_024.wav,उसने कहा जिस दिन तू छिपने के लिये कोठरी से कोठरी में भागेगा तब जान लेगा +9370,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_025.wav,इस पर इस्राएल के राजा ने कहा मीकायाह को नगर के हाकिम आमोन और राजकुमार योआश के पास लौटाकर +9371,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_026.wav,उनसे कहो राजा यह कहता है कि इसको बन्दीगृह में डालो और जब तक मैं कुशल से न आऊँ तब तक इसे दुःख की रोटी और पानी दिया करो +9372,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_027.wav,तब मीकायाह ने कहा यदि तू कभी कुशल से लौटे तो जान कि यह��वा ने मेरे द्वारा नहीं कहा फिर उसने कहा हे लोगों तुम सब के सब सुन लो +9373,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_028.wav,तब इस्राएल के राजा और यहूदा के राजा यहोशापात दोनों ने गिलाद के रामोत पर चढ़ाई की +9374,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_029.wav,इस्राएल के राजा ने यहोशापात से कहा मैं तो भेष बदलकर युद्ध में जाऊँगा परन्तु तू अपने ही वस्त्र पहने रह इस्राएल के राजा ने भेष बदला और वे दोनों युद्ध में गए +9375,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_030.wav,अराम के राजा ने तो अपने रथों के प्रधानों को आज्ञा दी थी न तो छोटे से लड़ो और न बड़े से केवल इस्राएल के राजा से लड़ो +9376,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_031.wav,इसलिए जब रथों के प्रधानों ने यहोशापात को देखा तब कहा इस्राएल का राजा वही है और वे उसी से लड़ने को मुड़ें इस पर यहोशापात चिल्ला उठा तब यहोवा ने उसकी सहायता की परमेश्वर ने उनको उसके पास से फिर जाने को प्रेरित किया +9377,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_032.wav,यह देखकर कि वह इस्राएल का राजा नहीं है रथों के प्रधान उसका पीछा छोड़कर लौट गए +9378,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_033.wav,तब किसी ने यूँ ही एक तीर चलाया और वह इस्राएल के राजा के झिलम और निचले वस्त्र के बीच छेदकर लगा तब उसने अपने सारथी से कहा मैं घायल हो गया हूँ इसलिए लगाम फेरकर मुझे सेना में से बाहर ले चल +9379,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_018_034.wav,और उस दिन युद्ध बढ़ता गया और इस्राएल का राजा अपने रथ में अरामियों के सम्मुख साँझ तक खड़ा रहा परन्तु सूर्य अस्त होतेहोते वह मर गया +9380,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_019_001.wav,यहूदा का राजा यहोशापात यरूशलेम को अपने भवन में कुशल से लौट गया +9381,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_019_002.wav,तब हनानी नामक दर्शी का पुत्र येहू यहोशापात राजा से भेंट करने को निकला और उससे कहने लगा क्या दुष्टों की सहायता करनी और यहोवा के बैरियों से प्रेम रखना चाहिये इस काम के कारण यहोवा की ओर से तुझ पर क्रोध भड़का है +9382,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_019_003.wav,तो भी तुझ में कुछ अच्छी बातें पाई जाती हैं तूने तो देश में से अशेरों को नाश किया और अपने मन को परमेश्वर की खोज में लगाया है +9383,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_019_004.wav,यहोशापात यरूशलेम में रहता था और उसने बेर्शेबा से लेकर एप्रैम के पहाड़ी देश तक अपनी प्रजा में फिर दौरा करके उनको उनके पितरों के परमेश्वर यहोवा की ओर फेर दिया +9384,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_019_005.wav,फिर उसने यहूदा के एकएक गढ़वाले नगर में न्यायी ठहराया +9385,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_019_006.wav,और उसने न्यायियों से कहा सोचो कि क्या करते हो क्योंकि तुम जो न्याय करोगे वह मनुष्य के लिये नहीं यहोवा के लिये करोगे और वह न्याय करते स��य तुम्हारे साथ रहेगा +9386,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_019_007.wav,अब यहोवा का भय तुम में बना रहे चौकसी से काम करना क्योंकि हमारे परमेश्वर यहोवा में कुछ कुटिलता नहीं है और न वह किसी का पक्ष करता और न घूस लेता है +9387,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_019_008.wav,यरूशलेम में भी यहोशापात ने लेवियों और याजकों और इस्राएल के पितरों के घरानों के कुछ मुख्य पुरुषों को यहोवा की ओर से न्याय करने और मुकद्दमों को जाँचने के लिये ठहराया उनका न्यायआसन यरूशलेम में था +9388,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_019_009.wav,उसने उनको आज्ञा दी यहोवा का भय मानकर सच्चाई और निष्कपट मन से ऐसा करना +9389,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_019_010.wav,तुम्हारे भाई जो अपनेअपने नगर में रहते हैं उनमें से जिसका कोई मुकद्दमा तुम्हारे सामने आए चाहे वह खून का हो चाहे व्यवस्था अथवा किसी आज्ञा या विधि या नियम के विषय हो उनको चिता देना कि यहोवा के विषय दोषी न हो ऐसा न हो कि तुम पर और तुम्हारे भाइयों पर उसका क्रोध भड़के ऐसा करो तो तुम दोषी न ठहरोगे +9390,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_019_011.wav,और देखो यहोवा के विषय के सब मुकद्दमों में तो अमर्याह महायाजक और राजा के विषय के सब मुकद्दमों में यहूदा के घराने का प्रधान इश्माएल का पुत्र जबद्याह तुम्हारे ऊपर अधिकारी है और लेवीय तुम्हारे सामने सरदारों का काम करेंगे इसलिए हियाव बाँधकर काम करो और भले मनुष्य के साथ यहोवा रहेगा +9391,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_001.wav,इसके बाद मोआबियों और अम्मोनियों ने और उनके साथ कई मूनियों ने युद्ध करने के लिये यहोशापात पर चढ़ाई की +9392,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_002.wav,तब लोगों ने आकर यहोशापात को बता दिया ताल के पार से एदोम देश की ओर से एक बड़ी भीड़ तुझ पर चढ़ाई कर रही है और देख वह हसासोन्तामार तक जो एनगदी भी कहलाता है पहुँच गई है +9393,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_003.wav,तब यहोशापात डर गया और यहोवा की खोज में लग गया और पूरे यहूदा में उपवास का प्रचार करवाया +9394,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_004.wav,अतः यहूदी यहोवा से सहायता माँगने के लिये इकट्ठा हुए वरन् वे यहूदा के सब नगरों से यहोवा से भेंट करने को आए +9395,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_005.wav,तब यहोशापात यहोवा के भवन में नये आँगन के सामने यहूदियों और यरूशलेमियों की मण्डली में खड़ा होकर +9396,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_006.wav,यह कहने लगा हे हमारे पितरों के परमेश्वर यहोवा क्या तू स्वर्ग में परमेश्वर नहीं है और क्या तू जातिजाति के सब राज्यों के ऊपर प्रभुता नहीं करता और क्या तेरे हाथ में ऐसा बल और पराक्रम नहीं है कि तेरा सामना कोई नहीं कर सकता +9397,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_007.wav,ह�� हमारे परमेश्वर क्या तूने इस देश के निवासियों को अपनी प्रजा इस्राएल के सामने से निकालकर इन्हें अपने मित्र अब्राहम के वंश को सदा के लिये नहीं दे दिया +9398,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_008.wav,वे इसमें बस गए और इसमें तेरे नाम का एक पवित्रस्थान बनाकर कहा +9399,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_009.wav,यदि तलवार या मरी अथवा अकाल या और कोई विपत्ति हम पर पड़े तो भी हम इसी भवन के सामने और तेरे सामने तेरा नाम तो इस भवन में बसा है खड़े होकर अपने क्लेश के कारण तेरी दुहाई देंगे और तू सुनकर बचाएगा +9400,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_010.wav,और अब अम्मोनी और मोआबी और सेईर के पहाड़ी देश के लोग जिन पर तूने इस्राएल को मिस्र देश से आते समय चढ़ाई करने न दिया और वे उनकी ओर से मुड़ गए और उनको विनाश न किया +9401,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_011.wav,देख वे ही लोग तेरे दिए हुए अधिकार के इस देश में से जिसका अधिकार तूने हमें दिया है हमको निकालकर कैसा बदला हमें दे रहे हैं +9402,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_012.wav,हे हमारे परमेश्वर क्या तू उनका न्याय न करेगा यह जो बड़ी भीड़ हम पर चढ़ाई कर रही है उसके सामने हमारा तो बस नहीं चलता और हमें कुछ सूझता नहीं कि क्या करना चाहिये परन्तु हमारी आँखें तेरी ओर लगी हैं +9403,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_013.wav,और सब यहूदी अपनेअपने बालबच्चों स्त्रियों और पुत्रों समेत यहोवा के सम्मुख खड़े रहे +9404,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_014.wav,तब आसाप के वंश में से यहजीएल नामक एक लेवीय जो जकर्याह का पुत्र और बनायाह का पोता और मत्तन्याह के पुत्र यीएल का परपोता था उसमें मण्डली के बीच यहोवा का आत्मा समाया +9405,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_015.wav,तब वह कहने लगा हे सब यहूदियों हे यरूशलेम के रहनेवालों हे राजा यहोशापात तुम सब ध्यान दो यहोवा तुम से यह कहता है तुम इस बड़ी भीड़ से मत डरो और तुम्हारा मन कच्चा न हो क्योंकि युद्ध तुम्हारा नहीं परमेश्वर का है +9406,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_016.wav,कल उनका सामना करने को जाना देखो वे सीस की चढ़ाई पर चढ़े आते हैं और यरूएल नामक जंगल के सामने नाले के सिरे पर तुम्हें मिलेंगे +9407,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_017.wav,इस लड़ाई में तुम्हें लड़ना न होगा हे यहूदा और हे यरूशलेम ठहरे रहना और खड़े रहकर यहोवा की ओर से अपना बचाव देखना मत डरो और तुम्हारा मन कच्चा न हो कल उनका सामना करने को चलना और यहोवा तुम्हारे साथ रहेगा +9408,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_018.wav,तब यहोशापात भूमि की ओर मुँह करके झुका और सब यहूदियों और यरूशलेम के निवासियों ने यहोवा के सामने गिरकर यहोवा को दण्डवत् किया +9409,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_019.wav,कहातिय���ं और कोरहियों में से कुछ लेवीय खड़े होकर इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की स्तुति अत्यन्त ऊँचे स्वर से करने लगे +9410,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_020.wav,वे सवेरे उठकर तकोआ के जंगल की ओर निकल गए और चलते समय यहोशापात ने खड़े होकर कहा हे यहूदियों हे यरूशलेम के निवासियों मेरी सुनो अपने परमेश्वर यहोवा पर विश्वास रखो तब तुम स्थिर रहोगे उसके नबियों पर विश्वास करो तब तुम कृतार्थ हो जाओगे +9411,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_021.wav,तब उसने प्रजा के साथ सम्मति करके कितनों को ठहराया जो कि पवित्रता से शोभायमान होकर हथियारबन्दों के आगेआगे चलते हुए यहोवा के गीत गाएँ और यह कहते हुए उसकी स्तुति करें यहोवा का धन्यवाद करो क्योंकि उसकी करुणा सदा की है +9412,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_022.wav,जिस समय वे गाकर स्तुति करने लगे उसी समय यहोवा ने अम्मोनियों मोआबियों और सेईर के पहाड़ी देश के लोगों पर जो यहूदा के विरुद्ध आ रहे थे घातकों को बैठा दिया और वे मारे गए +9413,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_023.wav,क्योंकि अम्मोनियों और मोआबियों ने सेईर के पहाड़ी देश के निवासियों को डराने और सत्यानाश करने के लिये उन पर चढ़ाई की और जब वे सेईर के पहाड़ी देश के निवासियों का अन्त कर चुके तब उन सभी ने एक दूसरे का नाश करने में हाथ लगाया +9414,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_024.wav,जब यहूदियों ने जंगल की चौकी पर पहुँचकर उस भीड़ की ओर दृष्टि की तब क्या देखा कि वे भूमि पर पड़े हुए शव हैं और कोई नहीं बचा +9415,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_025.wav,तब यहोशापात और उसकी प्रजा लूट लेने को गए और शवों के बीच बहुत सी सम्पत्ति और मनभावने गहने मिले उन्होंने इतने गहने उतार लिये कि उनको न ले जा सके वरन् लूट इतनी मिली कि बटोरतेबटोरते तीन दिन बीत गए +9416,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_026.wav,चौथे दिन वे बराका नामक तराई में इकट्ठे हुए और वहाँ यहोवा का धन्यवाद किया इस कारण उस स्थान का नाम बराका की तराई पड़ा जो आज तक है +9417,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_027.wav,तब वे अर्थात् यहूदा और यरूशलेम नगर के सब पुरुष और उनके आगेआगे यहोशापात आनन्द के साथ यरूशलेम लौटे क्योंकि यहोवा ने उन्हें शत्रुओं पर आनन्दित किया था +9418,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_028.wav,अतः वे सारंगियाँ वीणाएँ और तुरहियां बजाते हुए यरूशलेम में यहोवा के भवन को आए +9419,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_029.wav,और जब देशदेश के सब राज्यों के लोगों ने सुना कि इस्राएल के शत्रुओं से यहोवा लड़ा तब उनके मन में परमेश्वर का डर समा गया +9420,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_030.wav,इस प्रकार यहोशापात के राज्य को चैन मिला क्योंकि उसके परमेश्वर ने उसको चारों ओर से विश्राम दिया +9421,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_031.wav,अतः यहोशापात ने यहूदा पर राज्य किया जब वह राज्य करने लगा तब वह पैंतीस वर्ष का था और पच्चीस वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा और उसकी माता का नाम अजूबा था जो शिल्ही की बेटी थी +9422,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_032.wav,वह अपने पिता आसा की लीक पर चला और उससे न मुड़ा अर्थात् जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है वही वह करता रहा +9423,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_033.wav,तो भी ऊँचे स्थान ढाए न गए वरन् अब तक प्रजा के लोगों ने अपना मन अपने पितरों के परमेश्वर की ओर न लगाया था +9424,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_034.wav,आदि से अन्त तक यहोशापात के और काम हनानी के पुत्र येहू के विषय उस वृत्तान्त में लिखे हैं जो इस्राएल के राजाओं के वृत्तान्त में पाया जाता है +9425,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_035.wav,इसके बाद यहूदा के राजा यहोशापात ने इस्राएल के राजा अहज्याह से जो बड़ी दुष्टता करता था मेल किया +9426,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_036.wav,अर्थात् उसने उसके साथ इसलिए मेल किया कि तर्शीश जाने को जहाज बनवाए और उन्होंने ऐसे जहाज एस्योनगेबेर में बनवाए +9427,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_020_037.wav,तब दोदावाह के पुत्र मारेशावासी एलीएजेर ने यहोशापात के विरुद्ध यह नबूवत की तूने जो अहज्याह से मेल किया इस कारण यहोवा तेरी बनवाई हुई वस्तुओं को तोड़ डालेगा अतः जहाज टूट गए और तर्शीश को न जा सके +9428,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_001.wav,अन्त में यहोशापात मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसको उसके पुरखाओं के बीच दाऊदपुर में मिट्टी दी गई और उसका पुत्र यहोराम उसके स्थान पर राज्य करने लगा +9429,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_002.wav,उसके भाई जो यहोशापात के पुत्र थे अर्थात् अजर्याह यहीएल जकर्याह अजर्याह मीकाएल और शपत्याह ये सब इस्राएल के राजा यहोशापात के पुत्र थे +9430,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_003.wav,उनके पिता ने उन्हें चाँदी सोना और अनमोल वस्तुएँ और बड़ेबड़े दान और यहूदा में गढ़वाले नगर दिए थे परन्तु यहोराम को उसने राज्य दे दिया क्योंकि वह जेठा था +9431,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_004.wav,जब यहोराम अपने पिता के राज्य पर नियुक्त हुआ और बलवन्त भी हो गया तब उसने अपने सब भाइयों को और इस्राएल के कुछ हाकिमों को भी तलवार से घात किया +9432,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_005.wav,जब यहोराम राजा हुआ तब वह बत्तीस वर्ष का था और वह आठ वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा +9433,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_006.wav,वह इस्राएल के राजाओं की सी चाल चला जैसे अहाब का घराना चलता था क्योंकि उसकी पत्नी अहाब की बेटी थी और वह उस काम को करता था जो यहोवा की दृष्टि में बुरा ��ै +9434,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_007.wav,तो भी यहोवा ने दाऊद के घराने को नाश करना न चाहा यह उस वाचा के कारण था जो उसने दाऊद से बाँधी थी उस वचन के अनुसार था जो उसने उसको दिया था कि मैं ऐसा करूँगा कि तेरा और तेरे वंश का दीपक कभी न बुझेगा +9435,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_008.wav,उसके दिनों में एदोम ने यहूदा की अधीनता छोड़कर अपने ऊपर एक राजा बना लिया +9436,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_009.wav,तब यहोराम अपने हाकिमों और अपने सब रथों को साथ लेकर उधर गया और रथों के प्रधानों को मारा +9437,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_010.wav,अतः एदोम यहूदा के वश से छूट गया और आज तक वैसा ही है उसी समय लिब्ना ने भी उसकी अधीनता छोड़ दी यह इस कारण हुआ कि उसने अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा को त्याग दिया था +9438,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_011.wav,उसने यहूदा के पहाड़ों पर ऊँचे स्थान बनाए और यरूशलेम के निवासियों से व्यभिचार कराया और यहूदा को बहका दिया +9439,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_012.wav,तब एलिय्याह नबी का एक पत्र उसके पास आया तेरे मूलपुरुष दाऊद का परमेश्वर यहोवा यह कहता है कि तू जो न तो अपने पिता यहोशापात की लीक पर चला है और न यहूदा के राजा आसा की लीक पर +9440,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_013.wav,वरन् इस्राएल के राजाओं की लीक पर चला है और अहाब के घराने के समान यहूदियों और यरूशलेम के निवासियों से व्यभिचार कराया है और अपने पिता के घराने में से अपने भाइयों को जो तुझ से अच्छे थे घात किया है +9441,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_014.wav,इस कारण यहोवा तेरी प्रजा पुत्रों स्त्रियों और सारी सम्पत्ति को बड़ी मार से मारेगा +9442,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_015.wav,तू अंतड़ियों के रोग से बहुत पीड़ित हो जाएगा यहाँ तक कि उस रोग के कारण तेरी अंतड़ियाँ प्रतिदिन निकलती जाएँगी +9443,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_016.wav,यहोवा ने पलिश्तियों को और कूशियों के पास रहनेवाले अरबियों को यहोराम के विरुद्ध उभारा +9444,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_017.wav,वे यहूदा पर चढ़ाई करके उस पर टूट पड़े और राजभवन में जितनी सम्पत्ति मिली उस सब को और राजा के पुत्रों और स्त्रियों को भी ले गए यहाँ तक कि उसके छोटे बेटे यहोआहाज को छोड़ उसके पास कोई भी पुत्र न रहा +9445,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_018.wav,इन सब के बाद यहोवा ने उसे अंतड़ियों के असाध्य रोग से पीड़ित कर दिया +9446,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_019.wav,कुछ समय के बाद अर्थात् दो वर्ष के अन्त में उस रोग के कारण उसकी अंतड़ियाँ निकल पड़ीं और वह अत्यन्त पीड़ित होकर मर गया और उसकी प्रजा ने जैसे उसके पुरखाओं के लिये सुगन्धद्रव्य जलाया था वैसा उसके लिये कुछ न जलाया +9447,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_021_020.wav,वह जब राज्य करने लगा तब बत्तीस वर्ष का था और यरूशलेम में आठ वर्ष तक राज्य करता रहा और सब को अप्रिय होकर जाता रहा उसको दाऊदपुर में मिट्टी दी गई परन्तु राजाओं के कब्रिस्तान में नहीं +9448,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_022_001.wav,तब यरूशलेम के निवासियों ने उसके छोटे पुत्र अहज्याह को उसके स्थान पर राजा बनाया क्योंकि जो दल अरबियों के संग छावनी में आया था उसने उसके सब बड़े बेटों को घात किया था अतः यहूदा के राजा यहोराम का पुत्र अहज्याह राजा हुआ +9449,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_022_002.wav,जब अहज्याह राजा हुआ तब वह बाईस वर्ष का था और यरूशलेम में एक ही वर्ष राज्य किया उसकी माता का नाम अतल्याह था जो ओम्री की पोती थी +9450,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_022_003.wav,वह अहाब के घराने की सी चाल चला क्योंकि उसकी माता उसे दुष्टता करने की सलाह देती थी +9451,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_022_004.wav,वह अहाब के घराने के समान वह काम करता था जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है क्योंकि उसके पिता की मृत्यु के बाद वे उसको ऐसी सलाह देते थे जिससे उसका विनाश हुआ +9452,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_022_005.wav,वह उनकी सलाह के अनुसार चलता था और इस्राएल के राजा अहाब के पुत्र यहोराम के संग गिलाद के रामोत में अराम के राजा हजाएल से लड़ने को गया और अरामियों ने यहोराम को घायल किया +9453,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_022_006.wav,अतः राजा यहोराम इसलिए लौट गया कि यिज्रेल में उन घावों का इलाज कराए जो उसको अरामियों के हाथ से उस समय लगे थे जब वह हजाएल के साथ लड़ रहा था क्योंकि अहाब का पुत्र यहोराम जो यिज्रेल में रोगी था इस कारण से यहूदा के राजा यहोराम का पुत्र अजर्याह उसको देखने गया +9454,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_022_007.wav,अहज्याह का विनाश यहोवा की ओर से हुआ क्योंकि वह यहोराम के पास गया था जब वह वहाँ पहुँचा तब यहोराम के संग निमशी के पुत्र येहू का सामना करने को निकल गया जिसका अभिषेक यहोवा ने इसलिए कराया था कि वह अहाब के घराने का नाश करे +9455,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_022_008.wav,जब येहू अहाब के घराने को दण्ड दे रहा था तब उसको यहूदा के हाकिम और अहज्याह के भतीजे जो अहज्याह के टहलुए थे मिले और उसने उनको घात किया +9456,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_022_009.wav,तब उसने अहज्याह को ढूँढ़ा वह सामरिया में छिपा था अतः लोगों ने उसको पकड़ लिया और येहू के पास पहुँचाकर उसको मार डाला तब यह कहकर उसको मिट्टी दी यह यहोशापात का पोता है जो अपने पूरे मन से यहोवा की खोज करता था और अहज्याह के घराने में राज्य करने के योग्य कोई न रहा +9457,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_022_010.wav,जब अहज्याह की माता अतल्याह ने देखा कि मेरा पुत्��� मर गया तब उसने उठकर यहूदा के घराने के सारे राजवंश को नाश किया +9458,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_022_011.wav,परन्तु यहोशावत जो राजा की बेटी थी उसने अहज्याह के पुत्र योआश को घात होनेवाले राजकुमारों के बीच से चुराकर दाई समेत बिछौने रखने की कोठरी में छिपा दिया इस प्रकार राजा यहोराम की बेटी यहोशावत जो यहोयादा याजक की स्त्री और अहज्याह की बहन थी उसने योआश को अतल्याह से ऐसा छिपा रखा कि वह उसे मार डालने न पाई +9459,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_022_012.wav,वह उसके पास परमेश्वर के भवन में छः वर्ष छिपा रहा इतने दिनों तक अतल्याह देश पर राज्य करती रही +9460,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_001.wav,सातवें वर्ष में यहोयादा ने हियाव बाँधकर यरोहाम के पुत्र अजर्याह यहोहानान के पुत्र इश्माएल ओबेद के पुत्र अजर्याह अदायाह के पुत्र मासेयाह और जिक्री के पुत्र एलीशापात इन शतपतियों से वाचा बाँधी +9461,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_002.wav,तब वे यहूदा में घूमकर यहूदा के सब नगरों में से लेवियों को और इस्राएल के पितरों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुषों को इकट्ठा करके यरूशलेम को ले आए +9462,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_003.wav,उस सारी मण्डली ने परमेश्वर के भवन में राजा के साथ वाचा बाँधी और यहोयादा ने उनसे कहा सुनो यह राजकुमार राज्य करेगा जैसे कि यहोवा ने दाऊद के वंश के विषय कहा है +9463,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_004.wav,तो तुम एक काम करो अर्थात् तुम याजकों और लेवियों की एक तिहाई लोग जो विश्रामदिन को आनेवाले हो वे द्वारपाली करें +9464,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_005.wav,एक तिहाई लोग राजभवन में रहें और एक तिहाई लोग नींव के फाटक के पास रहें और सब लोग यहोवा के भवन के आँगनों में रहें +9465,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_006.wav,परन्तु याजकों और सेवा टहल करनेवाले लेवियों को छोड़ और कोई यहोवा के भवन के भीतर न आने पाए वे तो भीतर आएँ क्योंकि वे पवित्र हैं परन्तु सब लोग यहोवा के भवन की चौकसी करें +9466,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_007.wav,लेवीय लोग अपनेअपने हाथ में हथियार लिये हुए राजा के चारों ओर रहें और जो कोई भवन के भीतर घुसे वह मार डाला जाए और तुम राजा के आतेजाते उसके साथ रहना +9467,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_008.wav,यहोयादा याजक की इन सब आज्ञाओं के अनुसार लेवियों और सब यहूदियों ने किया उन्होंने विश्रामदिन को आनेवाले और विश्रामदिन को जानेवाले दोनों दलों के अपनेअपने जनों को अपने साथ कर लिया क्योंकि यहोयादा याजक ने किसी दल के लेवियों को विदा न किया था +9468,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_009.wav,तब यहोयादा याजक ने शतपतियों को राजा दाऊद के बर्छे और भाले और ढालें जो परमेश्वर के भवन में थीं दे दीं +9469,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_010.wav,फिर उसने उन सब लोगों को अपनेअपने हाथ में हथियार लिये हुए भवन के दक्षिणी कोने से लेकर उत्तरी कोने तक वेदी और भवन के पास राजा के चारों ओर उसकी आड़ करके खड़ा कर दिया +9470,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_011.wav,तब उन्होंने राजकुमार को बाहर ला उसके सिर पर मुकुट रखा और साक्षीपत्र देकर उसे राजा बनाया और यहोयादा और उसके पुत्रों ने उसका अभिषेक किया और लोग बोल उठे राजा जीवित रहे +9471,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_012.wav,जब अतल्याह को उन लोगों का हल्ला जो दौड़ते और राजा को सराहते थे सुनाई पड़ा तब वह लोगों के पास यहोवा के भवन में गई +9472,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_013.wav,उसने क्या देखा कि राजा द्वार के निकट खम्भे के पास खड़ा है और राजा के पास प्रधान और तुरही बजानेवाले खड़े हैं और सब लोग आनन्द कर रहे हैं और तुरहियां बजा रहे हैं और गाने बजानेवाले बाजे बजाते और स्तुति करते हैं तब अतल्याह अपने वस्त्र फाड़कर पुकारने लगी राजद्रोह राजद्रोह +9473,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_014.wav,तब यहोयादा याजक ने दल के अधिकारी शतपतियों को बाहर लाकर उनसे कहा उसे अपनी पंक्तियों के बीच से निकाल ले जाओ और जो कोई उसके पीछे चले वह तलवार से मार डाला जाए याजक ने कहा उसे यहोवा के भवन में न मार डालो +9474,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_015.wav,तब उन्होंने दोनों ओर से उसको जगह दी और वह राजभवन के घोड़ाफाटक के द्वार तक गई और वहाँ उन्होंने उसको मार डाला +9475,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_016.wav,तब यहोयादा ने अपने और सारी प्रजा के और राजा के बीच यहोवा की प्रजा होने की वाचा बँधाई +9476,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_017.wav,तब सब लोगों ने बाल के भवन को जाकर ढा दिया और उसकी वेदियों और मूरतों को टुकड़ेटुकड़े किया और मत्तान नामक बाल के याजक को वेदियों के सामने ही घात किया +9477,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_018.wav,तब यहोयादा ने यहोवा के भवन की सेवा के लिये उन लेवीय याजकों को ठहरा दिया जिन्हें दाऊद ने यहोवा के भवन पर दलदल करके इसलिए ठहराया था कि जैसे मूसा की व्यवस्था में लिखा है वैसे ही वे यहोवा को होमबलि चढ़ाया करें और दाऊद की चलाई हुई विधि के अनुसार आनन्द करें और गाएँ +9478,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_019.wav,उसने यहोवा के भवन के फाटकों पर द्वारपालों को इसलिए खड़ा किया कि जो किसी रीति से अशुद्ध हो वह भीतर जाने न पाए +9479,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_020.wav,वह शतपतियों और रईसों और प्रजा पर प्रभुता करनेवालों और देश के सब लोगों को साथ करके राजा को यहोवा के भवन से नीचे ले गया और ऊँचे फाटक से होकर राजभवन में आया ���र राजा को राजगद्दी पर बैठाया +9480,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_023_021.wav,तब सब लोग आनन्दित हुए और नगर में शान्ति हुई अतल्याह तो तलवार से मार ही डाली गई थी +9481,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_001.wav,जब योआश राजा हुआ तब वह सात वर्ष का था और यरूशलेम में चालीस वर्ष तक राज्य करता रहा उसकी माता का नाम सिब्या था जो बेर्शेबा की थी +9482,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_002.wav,जब तक यहोयादा याजक जीवित रहा तब तक योआश वह काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है +9483,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_003.wav,यहोयादा ने उसके दो विवाह कराए और उससे बेटेबेटियाँ उत्पन्न हुईं +9484,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_004.wav,इसके बाद योआश के मन में यहोवा के भवन की मरम्मत करने की इच्छा उपजी +9485,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_005.wav,तब उसने याजकों और लेवियों को इकट्ठा करके कहा प्रतिवर्ष यहूदा के नगरों में जा जाकर सब इस्राएलियों से रुपये लिया करो जिससे तुम्हारे परमेश्वर के भवन की मरम्मत हो देखो इस काम में फुर्ती करो तो भी लेवियों ने कुछ फुर्ती न की +9486,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_006.wav,तब राजा ने यहोयादा महायाजक को बुलवाकर पूछा क्या कारण है कि तूने लेवियों को दृढ़ आज्ञा नहीं दी कि वे यहूदा और यरूशलेम से उस चन्दे के रुपये ले आएँ जिसका नियम यहोवा के दास मूसा और इस्राएल की मण्डली ने साक्षीपत्र के तम्बू के निमित्त चलाया था +9487,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_007.wav,उस दुष्ट स्त्री अतल्याह के बेटों ने तो परमेश्वर के भवन को तोड़ दिया था और यहोवा के भवन की सब पवित्र की हुई वस्तुएँ बाल देवताओं के लिये प्रयोग की थीं +9488,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_008.wav,राजा ने एक सन्दूक बनाने की आज्ञा दी और वह यहोवा के भवन के फाटक के पास बाहर रखा गया +9489,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_009.wav,तब यहूदा और यरूशलेम में यह प्रचार किया गया कि जिस चन्दे का नियम परमेश्वर के दास मूसा ने जंगल में इस्राएल में चलाया था उसके रुपये यहोवा के निमित्त ले आओ +9490,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_010.wav,तो सब हाकिम और प्रजा के सब लोग आनन्दित हो रुपये लाकर जब तक चन्दा पूरा न हुआ तब तक सन्दूक में डालते गए +9491,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_011.wav,जब जब वह सन्दूक लेवियों के हाथ से राजा के प्रधानों के पास पहुँचाया जाता और यह जान पड़ता था कि उसमें रुपये बहुत हैं तबतब राजा के प्रधान और महायाजक के अधिकारी आकर सन्दूक को खाली करते और तब उसे फिर उसके स्थान पर रख देते थे उन्होंने प्रतिदिन ऐसा किया और बहुत रुपये इकट्ठा किए +9492,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_012.wav,तब राजा और यहोयादा ने वह रुपये यहोवा के भवन में काम करनेवालों को दे दिए और उन्होंने राजमिस्त्��ियों और बढ़इयों को यहोवा के भवन के सुधारने के लिये और लोहारों और ठठेरों को यहोवा के भवन की मरम्मत करने के लिये मजदूरी पर रखा +9493,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_013.wav,कारीगर काम करते गए और काम पूरा होता गया और उन्होंने परमेश्वर का भवन जैसा का तैसा बनाकर दृढ़ कर दिया +9494,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_014.wav,जब उन्होंने वह काम पूरा कर लिया तब वे शेष रुपये राजा और यहोयादा के पास ले गए और उनसे यहोवा के भवन के लिये पात्र बनाए गए अर्थात् सेवा टहल करने और होमबलि चढ़ाने के पात्र और धूपदान आदि सोने चाँदी के पात्र जब तक यहोयादा जीवित रहा तब तक यहोवा के भवन में होमबलि नित्य चढ़ाए जाते थे +9495,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_015.wav,परन्तु यहोयादा बूढ़ा हो गया और दीर्घायु होकर मर गया जब वह मर गया तब एक सौ तीस वर्ष का था +9496,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_016.wav,और दाऊदपुर में राजाओं के बीच उसको मिट्टी दी गई क्योंकि उसने इस्राएल में और परमेश्वर के और उसके भवन के विषय में भला किया था +9497,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_017.wav,यहोयादा के मरने के बाद यहूदा के हाकिमों ने राजा के पास जाकर उसे दण्डवत् की और राजा ने उनकी मानी +9498,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_018.wav,तब वे अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा का भवन छोड़कर अशेरों और मूरतों की उपासना करने लगे अतः उनके ऐसे दोषी होने के कारण परमेश्वर का क्रोध यहूदा और यरूशलेम पर भड़का +9499,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_019.wav,तो भी उसने उनके पास नबी भेजे कि उनको यहोवा के पास फेर लाएँ और इन्होंने उन्हें चिता दिया परन्तु उन्होंने कान न लगाया +9500,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_020.wav,तब परमेश्वर का आत्मा यहोयादा याजक के पुत्र जकर्याह में समा गया और वह ऊँचे स्थान पर खड़ा होकर लोगों से कहने लगा परमेश्वर यह कहता है कि तुम यहोवा की आज्ञाओं को क्यों टालते हो ऐसा करके तुम्हारा भला नहीं हो सकता देखो तुम ने तो यहोवा को त्याग दिया है इस कारण उसने भी तुम को त्याग दिया +9501,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_021.wav,तब लोगों ने उसके विरुद्ध द्रोह की बात करके राजा की आज्ञा से यहोवा के भवन के आँगन में उस पर पथराव किया +9502,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_022.wav,इस प्रकार राजा योआश ने वह प्रीति भूलकर जो यहोयादा ने उससे की थी उसके पुत्र को घात किया मरते समय उसने कहा यहोवा इस पर दृष्टि करके इसका लेखा ले +9503,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_023.wav,नये वर्ष के लगते अरामियों की सेना ने उस पर चढ़ाई की और यहूदा और यरूशलेम आकर प्रजा में से सब हाकिमों को नाश किया और उनका सब धन लूटकर दमिश्क के राजा के पास भेजा +9504,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_024.wav,अरामियों की ��ेना थोड़े ही सैनिकों के साथ तो आई परन्तु यहोवा ने एक बहुत बड़ी सेना उनके हाथ कर दी क्योंकि उन्होंने अपने पितरों के परमेश्वर को त्याग दिया था इस प्रकार योआश को भी उन्होंने दण्ड दिया +9505,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_025.wav,जब वे उसे बहुत ही घायल अवस्था में छोड़ गए तब उसके कर्मचारियों ने यहोयादा याजक के पुत्रों के खून के कारण उससे द्रोह की बात करके उसे उसके बिछौने पर ही ऐसा मारा कि वह मर गया और उन्होंने उसको दाऊदपुर में मिट्टी दी परन्तु राजाओं के कब्रिस्तान में नहीं +9506,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_026.wav,जिन्होंने उससे राजद्रोह की गोष्ठी की वे ये थे अर्थात् अम्मोनिन शिमात का पुत्र जाबाद और शिम्रित मोआबिन का पुत्र यहोजाबाद +9507,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_024_027.wav,उसके बेटों के विषय और उसके विरुद्ध जो बड़े दण्ड की नबूवत हुई उसके और परमेश्वर के भवन के बनने के विषय ये सब बातें राजाओं के वृत्तान्त की पुस्तक में लिखी हैं तब उसका पुत्र अमस्याह उसके स्थान पर राजा हुआ +9508,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_001.wav,जब अमस्याह राज्य करने लगा तब वह पच्चीस वर्ष का था और यरूशलेम में उनतीस वर्ष तक राज्य करता रहा और उसकी माता का नाम यहोअद्दान था जो यरूशलेम की थी +9509,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_002.wav,उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है परन्तु खरे मन से न किया +9510,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_003.wav,जब राज्य उसके हाथ में स्थिर हो गया तब उसने अपने उन कर्मचारियों को मार डाला जिन्होंने उसके पिता राजा को मार डाला था +9511,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_004.wav,परन्तु उसने उनके बच्चों को न मारा क्योंकि उसने यहोवा की उस आज्ञा के अनुसार किया जो मूसा की व्यवस्था की पुस्तक में लिखी है पुत्र के कारण पिता न मार डाला जाए और न पिता के कारण पुत्र मार डाला जाए जिसने पाप किया हो वही उस पाप के कारण मार डाला जाए +9512,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_005.wav,तब अमस्याह ने यहूदा को वरन् सारे यहूदियों और बिन्यामीनियों को इकट्ठा करके उनको पितरों के घरानों के अनुसार सहस्त्रपतियों और शतपतियों के अधिकार में ठहराया और उनमें से जितनों की अवस्था बीस वर्ष की अथवा उससे अधिक थी उनकी गिनती करके तीन लाख भाला चलानेवाले और ढाल उठानेवाले बड़ेबड़े योद्धा पाए +9513,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_006.wav,फिर उसने एक लाख इस्राएली शूरवीरों को भी एक सौ किक्कार चाँदी देकर बुलवाया +9514,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_007.wav,परन्तु परमेश्वर के एक जन ने उसके पास आकर कहा हे राजा इस्राएल की सेना तेरे साथ जाने न पाए क्योंकि यहोवा इस्राएल अर्थात् एप्रैम की समस्त सन्तान के संग नहीं रहता +9515,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_008.wav,यदि तू जाकर पुरुषार्थ करे और युद्ध के लिये हियाव बाँधे तो भी परमेश्वर तुझे शत्रुओं के सामने गिराएगा क्योंकि सहायता करने और गिरा देने दोनों में परमेश्वर सामर्थी है +9516,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_009.wav,अमस्याह ने परमेश्वर के भक्त से पूछा फिर जो सौ किक्कार चाँदी मैं इस्राएली दल को दे चुका हूँ उसके विषय क्या करूँ परमेश्वर के भक्त ने उत्तर दिया यहोवा तुझे इससे भी बहुत अधिक दे सकता है +9517,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_010.wav,तब अमस्याह ने उन्हें अर्थात् उस दल को जो एप्रैम की ओर से उसके पास आया था अलग कर दिया कि वे अपने स्थान को लौट जाएँ तब उनका क्रोध यहूदियों पर बहुत भड़क उठा और वे अत्यन्त क्रोधित होकर अपने स्थान को लौट गए +9518,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_011.wav,परन्तु अमस्याह हियाव बाँधकर अपने लोगों को ले चला और नमक की तराई में जाकर दस हजार सेईरियों को मार डाला +9519,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_012.wav,यहूदियों ने दस हजार को बन्दी बनाकर चट्टान की चोटी पर ले गये और चट्टान की चोटी पर से गिरा दिया और वे सब चूरचूर हो गए +9520,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_013.wav,परन्तु उस दल के पुरुष जिसे अमस्याह ने लौटा दिया कि वे उसके साथ युद्ध करने को न जाएँ सामरिया से बेथोरोन तक यहूदा के सब नगरों पर टूट पड़े और उनके तीन हजार निवासी मार डाले और बहुत लूट ले ली +9521,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_014.wav,जब अमस्याह एदोमियों का संहार करके लौट आया तब उसने सेईरियों के देवताओं को ले आकर अपने देवता करके खड़ा किया और उन्हीं के सामने दण्डवत् करने और उन्हीं के लिये धूप जलाने लगा +9522,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_015.wav,तब यहोवा का क्रोध अमस्याह पर भड़क उठा और उसने उसके पास एक नबी भेजा जिसने उससे कहा जो देवता अपने लोगों को तेरे हाथ से बचा न सके उनकी खोज में तू क्यों लगा है +9523,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_016.wav,वह उससे कह ही रहा था कि उसने उससे पूछा क्या हमने तुझे राजमंत्री ठहरा दिया है चुप रह क्या तू मरना चाहता है तब वह नबी यह कहकर चुप हो गया मुझे मालूम है कि परमेश्वर ने तेरा नाश करना ठान लिया है क्योंकि तूने ऐसा किया है और मेरी सम्मति नहीं मानी +9524,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_017.wav,तब यहूदा के राजा अमस्याह ने सम्मति लेकर इस्राएल के राजा यहोआश के पास जो येहू का पोता और योआश का पुत्र था यह कहला भेजा आ हम एक दूसरे का सामना करें +9525,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_018.wav,इस्राएल के राजा योआश ने यहूदा के राजा अमस्याह के पास यह कहला भेजा लबानोन पर की एक झड़बेरी ने लबानोन के एक देवदार के पास कहला भेजा अपनी बेटी मेरे बेटे को ब्याह दे इतने में लबानोन का कोई वन पशु पास से चला गया और उस झड़बेरी को रौंद डाला +9526,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_019.wav,तू कहता है कि मैंने एदोमियों को जीत लिया है इस कारण तू फूल उठा और डींग मारता है अपने घर में रह जा तू अपनी हानि के लिये यहाँ क्यों हाथ डालता है इससे तू क्या वरन् यहूदा भी नीचा खाएगा +9527,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_020.wav,परन्तु अमस्याह ने न माना यह तो परमेश्वर की ओर से हुआ कि वह उन्हें उनके शत्रुओं के हाथ कर दे क्योंकि वे एदोम के देवताओं की खोज में लग गए थे +9528,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_021.wav,तब इस्राएल के राजा योआश ने चढ़ाई की और उसने और यहूदा के राजा अमस्याह ने यहूदा देश के बेतशेमेश में एक दूसरे का सामना किया +9529,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_022.wav,यहूदा इस्राएल से हार गया और हर एक अपनेअपने डेरे को भागा +9530,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_023.wav,तब इस्राएल के राजा योआश ने यहूदा के राजा अमस्याह को जो यहोआहाज का पोता और योआश का पुत्र था बेतशेमेश में पकड़ा और यरूशलेम को ले गया और यरूशलेम की शहरपनाह को एप्रैमी फाटक से कोनेवाले फाटक तक चार सौ हाथ गिरा दिया +9531,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_024.wav,और जितना सोना चाँदी और जितने पात्र परमेश्वर के भवन में ओबेदेदोम के पास मिले और राजभवन में जितना खजाना था उस सब को और बन्धक लोगों को भी लेकर वह सामरिया को लौट गया +9532,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_025.wav,यहोआहाज के पुत्र इस्राएल के राजा योआश के मरने के बाद योआश का पुत्र यहूदा का राजा अमस्याह पन्द्रह वर्ष तक जीवित रहा +9533,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_026.wav,आदि से अन्त तक अमस्याह के और काम क्या यहूदा और इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +9534,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_027.wav,जिस समय अमस्याह यहोवा के पीछे चलना छोड़कर फिर गया था उस समय से यरूशलेम में उसके विरुद्ध द्रोह की गोष्ठी होने लगी और वह लाकीश को भाग गया अतः दूतों ने लाकीश तक उसका पीछा करके उसको वहीं मार डाला +9535,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_025_028.wav,तब वह घोड़ों पर रखकर पहुँचाया गया और उसे उसके पुरखाओं के बीच यहूदा के नगर में मिट्टी दी गई +9536,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_001.wav,तब सब यहूदी प्रजा ने उज्जियाह को लेकर जो सोलह वर्ष का था उसके पिता अमस्याह के स्थान पर राजा बनाया +9537,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_002.wav,जब राजा अमस्याह मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला तब उज्जियाह ने एलोत नगर को दृढ़ करके यहूदा में फिर मिला लिया +9538,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_003.wav,जब उज्जियाह राज्य करने लगा तब वह सोलह वर्ष का था और यर���शलेम में बावन वर्ष तक राज्य करता रहा उसकी माता का नाम यकोल्याह था जो यरूशलेम की थी +9539,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_004.wav,जैसे उसका पिता अमस्याह किया करता था वैसा ही उसने भी किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था +9540,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_005.wav,जकर्याह के दिनों में जो परमेश्वर के दर्शन के विषय समझ रखता था वह परमेश्वर की खोज में लगा रहता था और जब तक वह यहोवा की खोज में लगा रहा तब तक परमेश्वर ने उसको सफलता दी +9541,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_006.wav,तब उसने जाकर पलिश्तियों से युद्ध किया और गत यब्ने और अश्दोद की शहरपनाहें गिरा दीं और अश्दोद के आसपास और पलिश्तियों के बीच में नगर बसाए +9542,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_007.wav,परमेश्वर ने पलिश्तियों और गूर्बालवासी अरबियों और मूनियों के विरुद्ध उसकी सहायता की +9543,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_008.wav,अम्मोनी उज्जियाह को भेंट देने लगे वरन् उसकी कीर्ति मिस्र की सीमा तक भी फैल गई क्योंकि वह अत्यन्त सामर्थी हो गया था +9544,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_009.wav,फिर उज्जियाह ने यरूशलेम में कोने के फाटक और तराई के फाटक और शहरपनाह के मोड़ पर गुम्मट बनवाकर दृढ़ किए +9545,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_010.wav,उसके बहुत जानवर थे इसलिए उसने जंगल में और नीचे के देश और चौरस देश में गुम्मट बनवाए और बहुत से हौद खुदवाए और पहाड़ों पर और कर्मेल में उसके किसान और दाख की बारियों के माली थे क्योंकि वह खेती किसानी करनेवाला था +9546,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_011.wav,फिर उज्जियाह के योद्धाओं की एक सेना थी जिनकी गिनती यीएल मुंशी और मासेयाह सरदार हनन्याह नामक राजा के एक हाकिम की आज्ञा से करते थे और उसके अनुसार वह दल बाँधकर लड़ने को जाती थी +9547,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_012.wav,पितरों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुष जो शूरवीर थे उनकी पूरी गिनती दो हजार छः सौ थी +9548,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_013.wav,उनके अधिकार में तीन लाख साढ़े सात हजार की एक बड़ी सेना थी जो शत्रुओं के विरुद्ध राजा की सहायता करने को बड़े बल से युद्ध करनेवाले थे +9549,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_014.wav,इनके लिये अर्थात् पूरी सेना के लिये उज्जियाह ने ढालें भाले टोप झिलम धनुष और गोफन के पत्थर तैयार किए +9550,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_015.wav,फिर उसने यरूशलेम में गुम्मटों और कंगूरों पर रखने को चतुर पुरुषों के निकाले हुए यन्त्र भी बनवाए जिनके द्वारा तीर और बड़ेबड़े पत्थर फेंके जाते थे उसकी कीर्ति दूरदूर तक फैल गई क्योंकि उसे अद्भुत सहायता यहाँ तक मिली कि वह सामर्थी हो गया +9551,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_016.wav,परन्तु जब वह सामर्थी हो गया तब उसका मन फूल उठा और ��सने बिगड़कर अपने परमेश्वर यहोवा का विश्वासघात किया अर्थात् वह धूप की वेदी पर धूप जलाने को यहोवा के मन्दिर में घुस गया +9552,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_017.wav,पर अजर्याह याजक उसके बाद भीतर गया और उसके संग यहोवा के अस्सी याजक भी जो वीर थे गए +9553,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_018.wav,उन्होंने उज्जियाह राजा का सामना करके उससे कहा हे उज्जियाह यहोवा के लिये धूप जलाना तेरा काम नहीं हारून की सन्तान अर्थात् उन याजकों ही का काम है जो धूप जलाने को पवित्र किए गए हैं तू पवित्रस्थान से निकल जा तूने विश्वासघात किया है यहोवा परमेश्वर की ओर से यह तेरी महिमा का कारण न होगा +9554,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_019.wav,तब उज्जियाह धूप जलाने को धूपदान हाथ में लिये हुए झुँझला उठा वह याजकों पर झुँझला रहा था कि याजकों के देखतेदेखते यहोवा के भवन में धूप की वेदी के पास ही उसके माथे पर कोढ़ प्रगट हुआ +9555,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_020.wav,अजर्याह महायाजक और सब याजकों ने उस पर दृष्टि की और क्या देखा कि उसके माथे पर कोढ़ निकला है तब उन्होंने उसको वहाँ से झटपट निकाल दिया वरन् यह जानकर कि यहोवा ने मुझे कोढ़ी कर दिया है उसने आप बाहर जाने को उतावली की +9556,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_021.wav,उज्जियाह राजा मरने के दिन तक कोढ़ी रहा और कोढ़ के कारण अलग एक घर में रहता था वह यहोवा के भवन में जाने न पाता था और उसका पुत्र योताम राजघराने के काम पर नियुक्त किया गया और वह लोगों का न्याय भी करता था +9557,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_022.wav,आदि से अन्त तक उज्जियाह के और कामों का वर्णन तो आमोस के पुत्र यशायाह नबी ने लिखा है +9558,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_026_023.wav,अन्त में उज्जियाह मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसको उसके पुरखाओं के निकट राजाओं के मिट्टी देने के खेत में मिट्टी दी गई क्योंकि उन्होंने कहा वह कोढ़ी है उसका पुत्र योताम उसके स्थान पर राज्य करने लगा +9559,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_027_001.wav,जब योताम राज्य करने लगा तब वह पच्चीस वर्ष का था और यरूशलेम में सोलह वर्ष तक राज्य करता रहा और उसकी माता का नाम यरूशा था जो सादोक की बेटी थी +9560,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_027_002.wav,उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है अर्थात् जैसा उसके पिता उज्जियाह ने किया था ठीक वैसा ही उसने भी किया तो भी वह यहोवा के मन्दिर में न घुसा और प्रजा के लोग तब भी बिगड़ी चाल चलते थे +9561,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_027_003.wav,उसी ने यहोवा के भवन के ऊपरवाले फाटक को बनाया और ओपेल की शहरपनाह पर बहुत कुछ बनवाया +9562,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_027_004.wav,फिर उसने यहूदा के पहाड़ी देश में कई नगर दृढ़ किए और जंगलों में गढ़ और गुम्मट बनाए +9563,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_027_005.wav,वह अम्मोनियों के राजा से युद्ध करके उन पर प्रबल हो गया उसी वर्ष अम्मोनियों ने उसको सौ किक्कार चाँदी और दसदस हजार कोर गेहूँ और जौ दिया फिर दूसरे और तीसरे वर्ष में भी उन्होंने उसे उतना ही दिया +9564,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_027_006.wav,अतः योताम सामर्थी हो गया क्योंकि वह अपने आपको अपने परमेश्वर यहोवा के सम्मुख जानकर सीधी चाल चलता था +9565,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_027_007.wav,योताम के और काम और उसके सब युद्ध और उसकी चाल चलन इन सब बातों का वर्णन इस्राएल और यहूदा के राजाओं के इतिहास में लिखा है +9566,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_027_008.wav,जब वह राजा हुआ तब पच्चीस वर्ष का था और वह यरूशलेम में सोलह वर्ष तक राज्य करता रहा +9567,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_027_009.wav,अन्त में योताम मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसे दाऊदपुर में मिट्टी दी गई और उसका पुत्र आहाज उसके स्थान पर राज्य करने लगा +9568,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_001.wav,जब आहाज राज्य करने लगा तब वह बीस वर्ष का था और सोलह वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा और अपने मूलपुरुष दाऊद के समान काम नहीं किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था +9569,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_002.wav,परन्तु वह इस्राएल के राजाओं की सी चाल चला और बाल देवताओं की मूर्तियाँ ढलवा कर बनाईं +9570,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_003.wav,और हिन्नोम के बेटे की तराई में धूप जलाया और उन जातियों के घिनौने कामों के अनुसार जिन्हें यहोवा ने इस्राएलियों के सामने देश से निकाल दिया था अपने बच्चों को आग में होम कर दिया +9571,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_004.wav,ऊँचे स्थानों पर और पहाड़ियों पर और सब हरे वृक्षों के तले वह बलि चढ़ाया और धूप जलाया करता था +9572,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_005.wav,इसलिए उसके परमेश्वर यहोवा ने उसको अरामियों के राजा के हाथ कर दिया और वे उसको जीतकर उसके बहुत से लोगों को बन्दी बनाकर दमिश्क को ले गए और वह इस्राएल के राजा के वश में कर दिया गया जिसने उसे बड़ी मार से मारा +9573,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_006.wav,रमल्याह के पुत्र पेकह ने यहूदा में एक ही दिन में एक लाख बीस हजार लोगों को जो सब के सब वीर थे घात किया क्योंकि उन्होंने अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा को त्याग दिया था +9574,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_007.wav,जिक्री नामक एक एप्रैमी वीर ने मासेयाह नामक एक राजपुत्र को और राजभवन के प्रधान अज्रीकाम को और एल्काना को जो राजा का मंत्री था मार डाला +9575,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_008.wav,इस्राएली अपने भाइयों में से स्त्रियों बेटों और बेटियों को मिलाकर दो लाख लोग���ं को बन्दी बनाकर और उनकी बहुत लूट भी छीनकर सामरिया की ओर ले चले +9576,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_009.wav,परन्तु वहाँ ओदेद नामक यहोवा का एक नबी था वह सामरिया को आनेवाली सेना से मिलकर उनसे कहने लगा सुनो तुम्हारे पितरों के परमेश्वर यहोवा ने यहूदियों पर झुँझलाकर उनको तुम्हारे हाथ कर दिया है और तुम ने उनको ऐसा क्रोध करके घात किया जिसकी चिल्लाहट स्वर्ग को पहुँच गई है +9577,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_010.wav,अब तुम ने ठाना है कि यहूदियों और यरूशलेमियों को अपने दासदासी बनाकर दबाए रखो क्या तुम भी अपने परमेश्वर यहोवा के यहाँ दोषी नहीं हो +9578,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_011.wav,इसलिए अब मेरी सुनो और इन बन्दियों को जिन्हें तुम अपने भाइयों में से बन्दी बनाकर ले आए हो लौटा दो यहोवा का क्रोध तो तुम पर भड़का है +9579,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_012.wav,तब एप्रैमियों के कुछ मुख्य पुरुष अर्थात् योहानान का पुत्र अजर्याह मशिल्लेमोत का पुत्र बेरेक्याह शल्लूम का पुत्र यहिजकिय्याह और हदलै का पुत्र अमासा लड़ाई से आनेवालों का सामना करके उनसे कहने लगे +9580,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_013.wav,तुम इन बन्दियों को यहाँ मत लाओ क्योंकि तुम ने वह बात ठानी है जिसके कारण हम यहोवा के यहाँ दोषी हो जाएँगे और उससे हमारा पाप और दोष बढ़ जाएगा हमारा दोष तो बड़ा है और इस्राएल पर बहुत क्रोध भड़का है +9581,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_014.wav,तब उन हथियारबन्दों ने बन्दियों और लूट को हाकिमों और सारी सभा के सामने छोड़ दिया +9582,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_015.wav,तब जिन पुरुषों के नाम ऊपर लिखे हैं उन्होंने उठकर बन्दियों को ले लिया और लूट में से सब नंगे लोगों को कपड़े और जूतियाँ पहनाईं और खाना खिलाया और पानी पिलाया और तेल मला और तब निर्बल लोगों को गदहों पर चढ़ाकर यरीहो को जो खजूर का नगर कहलाता है उनके भाइयों के पास पहुँचा दिया तब वे सामरिया को लौट आए +9583,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_016.wav,उस समय राजा आहाज ने अश्शूर के राजाओं के पास दूत भेजकर सहायता माँगी +9584,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_017.wav,क्योंकि एदोमियों ने यहूदा में आकर उसको मारा और बन्दियों को ले गए थे +9585,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_018.wav,पलिश्तियों ने नीचे के देश और यहूदा के दक्षिण के नगरों पर चढ़ाई करके बेतशेमेश अय्यालोन और गदेरोत को और अपनेअपने गाँवों समेत सोको तिम्नाह और गिमजो को ले लिया और उनमें रहने लगे थे +9586,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_019.wav,अतः यहोवा ने इस्राएल के राजा आहाज के कारण यहूदा को दबा दिया क्योंकि वह निरंकुश होकर चला और यहोवा से बड़ा विश्वासघात किया +9587,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_020.wav,तब अश्शूर का राजा तिग्लत्पिलेसेर उसके विरुद्ध आया और उसको कष्ट दिया दृढ़ नहीं किया +9588,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_021.wav,आहाज ने तो यहोवा के भवन और राजभवन और हाकिमों के घरों में से धन निकालकर अश्शूर के राजा को दिया परन्तु इससे उसको कुछ सहायता न हुई +9589,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_022.wav,क्लेश के समय राजा आहाज ने यहोवा से और भी विश्वासघात किया +9590,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_023.wav,उसने दमिश्क के देवताओं के लिये जिन्होंने उसको मारा था बलि चढ़ाया क्योंकि उसने यह सोचा कि अरामी राजाओं के देवताओं ने उनकी सहायता की तो मैं उनके लिये बलि चढ़ाऊँगा कि वे मेरी सहायता करें परन्तु वे उसके और सारे इस्राएल के पतन का कारण हुए +9591,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_024.wav,फिर आहाज ने परमेश्वर के भवन के पात्र बटोरकर तुड़वा डाले और यहोवा के भवन के द्वारों को बन्द कर दिया और यरूशलेम के सब कोनों में वेदियाँ बनाईं +9592,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_025.wav,यहूदा के एकएक नगर में उसने पराए देवताओं को धूप जलाने के लिये ऊँचे स्थान बनाए और अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा को रिस दिलाई +9593,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_026.wav,उसके और कामों और आदि से अन्त तक उसकी पूरी चाल चलन का वर्णन यहूदा और इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखा है +9594,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_028_027.wav,अन्त में आहाज मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसको यरूशलेम नगर में मिट्टी दी गई परन्तु वह इस्राएल के राजाओं के कब्रिस्तान में पहुँचाया न गया और उसका पुत्र हिजकिय्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा +9595,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_001.wav,जब हिजकिय्याह राज्य करने लगा तब वह पच्चीस वर्ष का था और उनतीस वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा और उसकी माता का नाम अबिय्याह था जो जकर्याह की बेटी थी +9596,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_002.wav,जैसे उसके मूलपुरुष दाऊद ने किया था अर्थात् जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था वैसा ही उसने भी किया +9597,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_003.wav,अपने राज्य के पहले वर्ष के पहले महीने में उसने यहोवा के भवन के द्वार खुलवा दिए और उनकी मरम्मत भी कराई +9598,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_004.wav,तब उसने याजकों और लेवियों को ले आकर पूर्व के चौक में इकट्ठा किया +9599,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_005.wav,और उनसे कहने लगा हे लेवियों मेरी सुनो अब अपनेअपने को पवित्र करो और अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा के भवन को पवित्र करो और पवित्रस्थान में से मैल निकालो +9600,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_006.wav,देखो हमारे पुरखाओं ने विश्वासघात करके वह कर्म किया था जो हमारे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में बुरा है और उसको तज करके यहोवा के निवास से मुँह फेरकर उसको पीठ दिखाई थी +9601,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_007.wav,फिर उन्होंने ओसारे के द्वार बन्द किए और दीपकों को बुझा दिया था और पवित्रस्थान में इस्राएल के परमेश्वर के लिये न तो धूप जलाया और न होमबलि चढ़ाया था +9602,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_008.wav,इसलिए यहोवा का क्रोध यहूदा और यरूशलेम पर भड़का है और उसने ऐसा किया कि वे मारेमारे फिरें और चकित होने और ताली बजाने का कारण हो जाएँ जैसे कि तुम अपनी आँखों से देख रहे हो +9603,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_009.wav,देखो इस कारण हमारे बाप तलवार से मारे गए और हमारे बेटेबेटियाँ और स्त्रियाँ बँधुआई में चली गई हैं +9604,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_010.wav,अब मेरे मन ने यह निर्णय किया है कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा से वाचा बाँधू इसलिए कि उसका भड़का हुआ क्रोध हम पर से दूर हो जाए +9605,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_011.wav,हे मेरे बेटों ढिलाई न करो देखो यहोवा ने अपने सम्मुख खड़े रहने और अपनी सेवा टहल करने और अपने टहलुए और धूप जलानेवाले का काम करने के लिये तुम्हीं को चुन लिया है +9606,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_012.wav,तब लेवीय उठ खड़े हुए अर्थात् कहातियों में से अमासै का पुत्र महत और अजर्याह का पुत्र योएल और मरारियों में से अब्दी का पुत्र कीश और यहल्लेलेल का पुत्र अजर्याह और गेर्शोनियों में से जिम्मा का पुत्र योआह और योआह का पुत्र एदेन +9607,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_013.wav,और एलीसापान की सन्तान में से शिम्री और यूएल और आसाप की सन्तान में से जकर्याह और मत्तन्याह +9608,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_014.wav,और हेमान की सन्तान में से यहूएल और शिमी और यदूतून की सन्तान में से शमायाह और उज्जीएल +9609,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_015.wav,इन्होंने अपने भाइयों को इकट्ठा किया और अपनेअपने को पवित्र करके राजा की उस आज्ञा के अनुसार जो उसने यहोवा से वचन पाकर दी थी यहोवा का भवन शुद्ध करने के लिये भीतर गए +9610,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_016.wav,तब याजक यहोवा के भवन के भीतरी भाग को शुद्ध करने के लिये उसमें जाकर यहोवा के मन्दिर में जितनी अशुद्ध वस्तुएँ मिलीं उन सब को निकालकर यहोवा के भवन के आँगन में ले गए और लेवियों ने उन्हें उठाकर बाहर किद्रोन के नाले में पहुँचा दिया +9611,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_017.wav,पहले महीने के पहले दिन को उन्होंने पवित्र करने का काम आरम्भ किया और उसी महीने के आठवें दिन को वे यहोवा के ओसारे तक आ गए इस प्रकार उन्होंने यहोवा के भवन को आठ दिन में पवित्र किया और पहले महीने के सोलहवें दिन को उन्होंने उस काम को पूरा किया +9612,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_018.wav,तब उन्होंने राजा हिजकिय्याह के पास भीतर जाकर कहा हम यहोवा के पूरे भवन को और पात्रों समेत होमबलि की वेदी और भेंट की रोटी की मेज को भी शुद्ध कर चुके +9613,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_019.wav,जितने पात्र राजा आहाज ने अपने राज्य में विश्वासघात करके फेंक दिए थे उनको भी हमने ठीक करके पवित्र किया है और वे यहोवा की वेदी के सामने रखे हुए हैं +9614,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_020.wav,तब राजा हिजकिय्याह सवेरे उठकर नगर के हाकिमों को इकट्ठा करके यहोवा के भवन को गया +9615,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_021.wav,तब वे राज्य और पवित्रस्थान और यहूदा के निमित्त सात बछड़े सात मेढ़े सात भेड़ के बच्चे और पापबलि के लिये सात बकरे ले आए और उसने हारून की सन्तान के लेवियों को आज्ञा दी कि इन सब को यहोवा की वेदी पर चढ़ाएँ +9616,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_022.wav,तब उन्होंने बछड़े बलि किए और याजकों ने उनका लहू लेकर वेदी पर छिड़क दिया तब उन्होंने मेढ़े बलि किए और उनका लहू भी वेदी पर छिड़क दिया और भेड़ के बच्चे बलि किए और उनका भी लहू वेदी पर छिड़क दिया +9617,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_023.wav,तब वे पापबलि के बकरों को राजा और मण्डली के समीप ले आए और उन पर अपनेअपने हाथ रखे +9618,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_024.wav,तब याजकों ने उनको बलि करके उनका लहू वेदी पर छिड़ककर पापबलि किया जिससे सारे इस्राएल के लिये प्रायश्चित किया जाए क्योंकि राजा ने सारे इस्राएल के लिये होमबलि और पापबलि किए जाने की आज्ञा दी थी +9619,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_025.wav,फिर उसने दाऊद और राजा के दर्शी गाद और नातान नबी की आज्ञा के अनुसार जो यहोवा की ओर से उसके नबियों के द्वारा आई थी झाँझ सारंगियाँ और वीणाएँ लिए हुए लेवियों को यहोवा के भवन में खड़ा किया +9620,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_026.wav,तब लेवीय दाऊद के चलाए बाजे लिए हुए और याजक तुरहियां लिए हुए खड़े हुए +9621,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_027.wav,तब हिजकिय्याह ने वेदी पर होमबलि चढ़ाने की आज्ञा दी और जब होमबलि चढ़ने लगी तब यहोवा का गीत आरम्भ हुआ और तुरहियां और इस्राएल के राजा दाऊद के बाजे बजने लगे +9622,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_028.wav,और मण्डली के सब लोग दण्डवत् करते और गानेवाले गाते और तुरही फूँकनेवाले फूँकते रहे यह सब तब तक होता रहा जब तक होमबलि चढ़ न चुकी +9623,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_029.wav,जब बलि चढ़ चुकी तब राजा और जितने उसके संग वहाँ थे उन सभी ने सिर झुकाकर दण्डवत् किया +9624,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_030.wav,राजा हिजकिय्याह और हाकिमों ने लेवियों को आज्ञा दी कि दाऊद और आसाप दर्शी के भजन गाकर यहोवा की स्तुति करें अतः उन्होंने ��नन्द के साथ स्तुति की और सिर झुकाकर दण्डवत् किया +9625,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_031.wav,तब हिजकिय्याह कहने लगा अब तुम ने यहोवा के निमित्त अपना अर्पण किया है इसलिए समीप आकर यहोवा के भवन में मेलबलि और धन्यवादबलि पहुँचाओ तब मण्डली के लोगों ने मेलबलि और धन्यवादबलि पहुँचा दिए और जितने अपनी इच्छा से देना चाहते थे उन्होंने भी होमबलि पहुँचाए +9626,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_032.wav,जो होमबलि पशु मण्डली के लोग ले आए उनकी गिनती यह थी सत्तर बैल एक सौ मेढ़े और दो सौ भेड़ के बच्चे ये सब यहोवा के निमित्त होमबलि के काम में आए +9627,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_033.wav,पवित्र किए हुए पशु छः सौ बैल और तीन हजार भेड़बकरियाँ थीं +9628,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_034.wav,परन्तु याजक ऐसे थोड़े थे कि वे सब होमबलि पशुओं की खालें न उतार सके तब उनके भाई लेवीय उस समय तक उनकी सहायता करते रहे जब तक वह काम पूरा न हो गया और याजकों ने अपने को पवित्र न किया क्योंकि लेवीय अपने को पवित्र करने के लिये पवित्र याजकों से अधिक सीधे मन के थे +9629,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_035.wav,फिर होमबलि पशु बहुत थे और मेलबलि पशुओं की चर्बी भी बहुत थी और एकएक होमबलि के साथ अर्घ भी देना पड़ा अतः यहोवा के भवन में की उपासना ठीक की गई +9630,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_029_036.wav,तब हिजकिय्याह और सारी प्रजा के लोग उस काम के कारण आनन्दित हुए जो यहोवा ने अपनी प्रजा के लिये तैयार किया था क्योंकि वह काम एकाएक हो गया था +9631,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_001.wav,फिर हिजकिय्याह ने सारे इस्राएल और यहूदा में कहला भेजा और एप्रैम और मनश्शे के पास इस आशय के पत्र लिख भेजे कि तुम यरूशलेम को यहोवा के भवन में इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के लिये फसह मनाने को आओ +9632,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_002.wav,राजा और उसके हाकिमों और यरूशलेम की मण्डली ने सम्मति की थी कि फसह को दूसरे महीने में मनाएँ +9633,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_003.wav,वे उसे उस समय इस कारण न मना सकते थे क्योंकि थोड़े ही याजकों ने अपनेअपने को पवित्र किया था और प्रजा के लोग यरूशलेम में इकट्ठे न हुए थे +9634,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_004.wav,यह बात राजा और सारी मण्डली को अच्छी लगी +9635,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_005.wav,तब उन्होंने यह ठहरा दिया कि बेर्शेबा से लेकर दान के सारे इस्राएलियों में यह प्रचार किया जाये कि यरूशलेम में इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के लिये फसह मनाने को चले आओ क्योंकि उन्होंने इतनी बड़ी संख्या में उसको इस प्रकार न मनाया था जैसा कि लिखा है +9636,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_006.wav,इसलिए हरकारे राजा और उसके हाकिमों से चिट्ठियाँ लेकर राजा की आज्ञा के अनुसार सारे इस्राएल और यहूदा में घूमे और यह कहते गए हे इस्राएलियों अब्राहम इसहाक और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की ओर फिरो कि वह अश्शूर के राजाओं के हाथ से बचे हुए तुम लोगों की ओर फिरे +9637,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_007.wav,और अपने पुरखाओं और भाइयों के समान मत बनो जिन्होंने अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा से विश्वासघात किया था और उसने उन्हें चकित होने का कारण कर दिया जैसा कि तुम स्वयं देख रहे हो +9638,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_008.wav,अब अपने पुरखाओं के समान हठ न करो वरन् यहोवा के अधीन होकर उसके उस पवित्रस्थान में आओ जिसे उसने सदा के लिये पवित्र किया है और अपने परमेश्वर यहोवा की उपासना करो कि उसका भड़का हुआ क्रोध तुम पर से दूर हो जाए +9639,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_009.wav,यदि तुम यहोवा की ओर फिरोगे तो जो तुम्हारे भाइयों और बालबच्चों को बन्दी बनाकर ले गए हैं वे उन पर दया करेंगे और वे इस देश में लौट सकेंगे क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा अनुग्रहकारी और दयालु है और यदि तुम उसकी ओर फिरोगे तो वह अपना मुँह तुम से न मोड़ेगा +9640,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_010.wav,इस प्रकार हरकारे एप्रैम और मनश्शे के देशों में नगरनगर होते हुए जबूलून तक गए परन्तु उन्होंने उनकी हँसी की और उन्हें उपहास में उड़ाया +9641,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_011.wav,तो भी आशेर मनश्शे और जबूलून में से कुछ लोग दीन होकर यरूशलेम को आए +9642,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_012.wav,यहूदा में भी परमेश्वर की ऐसी शक्ति हुई कि वे एक मन होकर जो आज्ञा राजा और हाकिमों ने यहोवा के वचन के अनुसार दी थी उसे मानने को तैयार हुए +9643,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_013.wav,इस प्रकार अधिक लोग यरूशलेम में इसलिए इकट्ठे हुए कि दूसरे महीने में अख़मीरी रोटी का पर्व मानें और बहुत बड़ी सभा इकट्ठी हो गई +9644,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_014.wav,उन्होंने उठकर यरूशलेम में की वेदियों और धूप जलाने के सब स्थानों को उठाकर किद्रोन नाले में फेंक दिया +9645,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_015.wav,तब दूसरे महीने के चौदहवें दिन को उन्होंने फसह के पशुबलि किए तब याजक और लेवीय लज्जित हुए और अपने को पवित्र करके होमबलियों को यहोवा के भवन में ले आए +9646,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_016.wav,वे अपने नियम के अनुसार अर्थात् परमेश्वर के जन मूसा की व्यवस्था के अनुसार अपनेअपने स्थान पर खड़े हुए और याजकों ने रक्त को लेवियों के हाथ से लेकर छिड़क दिया +9647,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_017.wav,क्योंकि सभा में बहुत ऐसे थे जिन्होंने अपने को पवित्र न किया था इसलिए सब अशुद्ध लोगों के फसह के पशुओं ��ो बलि करने का अधिकार लेवियों को दिया गया कि उनको यहोवा के लिये पवित्र करें +9648,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_018.wav,बहुत से लोगों ने अर्थात् एप्रैम मनश्शे इस्साकार और जबूलून में से बहुतों ने अपने को शुद्ध नहीं किया था तो भी वे फसह के पशु का माँस लिखी हुई विधि के विरुद्ध खाते थे क्योंकि हिजकिय्याह ने उनके लिये यह प्रार्थना की थी यहोवा जो भला है वह उन सभी के पाप ढाँप दे +9649,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_019.wav,जो परमेश्वर की अर्थात् अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा की खोज में मन लगाए हुए हैं चाहे वे पवित्रस्थान की विधि के अनुसार शुद्ध न भी हों +9650,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_020.wav,और यहोवा ने हिजकिय्याह की यह प्रार्थना सुनकर लोगों को चंगा किया +9651,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_021.wav,जो इस्राएली यरूशलेम में उपस्थित थे वे सात दिन तक अख़मीरी रोटी का पर्व बड़े आनन्द से मनाते रहे और प्रतिदिन लेवीय और याजक ऊँचे शब्द के बाजे यहोवा के लिये बजाकर यहोवा की स्तुति करते रहे +9652,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_022.wav,जितने लेवीय यहोवा का भजन बुद्धिमानी के साथ करते थे उनको हिजकिय्याह ने शान्ति के वचन कहे इस प्रकार वे मेलबलि चढ़ाकर और अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा के सम्मुख अंगीकार करते रहे और उस नियत पर्व के सातों दिन तक खाते रहे +9653,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_023.wav,तब सारी सभा ने सम्मति की कि हम और सात दिन पर्व मानेंगे अतः उन्होंने और सात दिन आनन्द से पर्व मनाया +9654,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_024.wav,क्योंकि यहूदा के राजा हिजकिय्याह ने सभा को एक हजार बछड़े और सात हजार भेड़बकरियाँ दे दीं और हाकिमों ने सभा को एक हजार बछड़े और दस हजार भेड़बकरियाँ दीं और बहुत से याजकों ने अपने को पवित्र किया +9655,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_025.wav,तब याजकों और लेवियों समेत यहूदा की सारी सभा और इस्राएल से आए हुओं की सभा और इस्राएल के देश से आए हुए और यहूदा में रहनेवाले परदेशी इन सभी ने आनन्द किया +9656,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_026.wav,इस प्रकार यरूशलेम में बड़ा आनन्द हुआ क्योंकि दाऊद के पुत्र इस्राएल के राजा सुलैमान के दिनों से ऐसी बात यरूशलेम में न हुई थी +9657,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_030_027.wav,अन्त में लेवीय याजकों ने खड़े होकर प्रजा को आशीर्वाद दिया और उनकी सुनी गई और उनकी प्रार्थना उसके पवित्र धाम तक अर्थात् स्वर्ग तक पहुँची +9658,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_001.wav,जब यह सब हो चुका तब जितने इस्राएली उपस्थित थे उन सभी ने यहूदा के नगरों में जाकर सारे यहूदा और बिन्यामीन और एप्रैम और मनश्शे में कि लाठों को तोड़ दिया अशेर���ं को काट डाला और ऊँचे स्थानों और वेदियों को गिरा दिया और उन्होंने उन सब का अन्त कर दिया तब सब इस्राएली अपनेअपने नगर को लौटकर अपनीअपनी निज भूमि में पहुँचे +9659,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_002.wav,हिजकिय्याह ने याजकों के दलों को और लेवियों को वरन् याजकों और लेवियों दोनों को प्रति दल के अनुसार और एकएक मनुष्य को उसकी सेवकाई के अनुसार इसलिए ठहरा दिया कि वे यहोवा की छावनी के द्वारों के भीतर होमबलि मेलबलि सेवा टहल धन्यवाद और स्तुति किया करें +9660,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_003.wav,फिर उसने अपनी सम्पत्ति में से राजभाग को होमबलियों के लिये ठहरा दिया अर्थात् सवेरे और साँझ की होमबलि और विश्राम और नये चाँद के दिनों और नियत समयों की होमबलि के लिये जैसा कि यहोवा की व्यवस्था में लिखा है +9661,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_004.wav,उसने यरूशलेम में रहनेवालों को याजकों और लेवियों को उनका भाग देने की आज्ञा दी ताकि वे यहोवा की व्यवस्था के काम मन लगाकर कर सके +9662,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_005.wav,यह आज्ञा सुनते ही इस्राएली अन्न नया दाखमधु टटका तेल मधु आदि खेती की सब भाँति की पहली उपज बहुतायत से देने और सब वस्तुओं का दशमांश अधिक मात्रा में लाने लगे +9663,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_006.wav,जो इस्राएली और यहूदी यहूदा के नगरों में रहते थे वे भी बैलों और भेड़बकरियों का दशमांश और उन पवित्र वस्तुओं का दशमांश जो उनके परमेश्वर यहोवा के निमित्त पवित्र की गई थीं लाकर ढेरढेर करके रखने लगे +9664,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_007.wav,इस प्रकार ढेर का लगाना उन्होंने तीसरे महीने में आरम्भ किया और सातवें महीने में पूरा किया +9665,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_008.wav,जब हिजकिय्याह और हाकिमों ने आकर उन ढेरों को देखा तब यहोवा को और उसकी प्रजा इस्राएल को धन्यधन्य कहा +9666,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_009.wav,तब हिजकिय्याह ने याजकों और लेवियों से उन ढेरों के विषय पूछा +9667,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_010.wav,अजर्याह महायाजक ने जो सादोक के घराने का था उससे कहा जब से लोग यहोवा के भवन में उठाई हुई भेंटे लाने लगे हैं तब से हम लोग पेट भर खाने को पाते हैं वरन् बहुत बचा भी करता है क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को आशीष दी है और जो शेष रह गया है उसी का यह बड़ा ढेर है +9668,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_011.wav,तब हिजकिय्याह ने यहोवा के भवन में कोठरियाँ तैयार करने की आज्ञा दी और वे तैयार की गईं +9669,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_012.wav,तब लोगों ने उठाई हुई भेंटे दशमांश और पवित्र की हुई वस्तुएँ सच्चाई से पहुँचाई और उनके मुख्य अधिकारी कोनन्याह नामक एक लेवीय था दू��रा उसका भाई शिमी था +9670,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_013.wav,और कोनन्याह और उसके भाई शिमी के नीचे हिजकिय्याह राजा और परमेश्वर के भवन के प्रधान अजर्याह दोनों की आज्ञा से यहीएल अजज्याह नहत असाहेल यरीमोत योजाबाद एलीएल यिस्मक्याह महत और बनायाह अधिकारी थे +9671,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_014.wav,परमेश्वर के लिये स्वेच्छाबलियों का अधिकारी यिम्ना लेवीय का पुत्र कोरे था जो पूर्व फाटक का द्वारपाल था कि वह यहोवा की उठाई हुई भेंटें और परमपवित्र वस्तुएँ बाँटा करे +9672,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_015.wav,उसके अधिकार में एदेन मिन्यामीन येशुअ शमायाह अमर्याह और शकन्याह याजकों के नगरों में रहते थे कि वे क्या बड़े क्या छोटे अपने भाइयों को उनके दलों के अनुसार सच्चाई से दिया करें +9673,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_016.wav,और उनके अलावा उनको भी दें जो पुरुषों की वंशावली के अनुसार गिने जाकर तीन वर्ष की अवस्था के या उससे अधिक आयु के थे और अपनेअपने दल के अनुसार अपनीअपनी सेवा के कार्य के लिये प्रतिदिन के काम के अनुसार यहोवा के भवन में जाया करते थे +9674,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_017.wav,उन याजकों को भी दें जिनकी वंशावली उनके पितरों के घरानों के अनुसार की गई और उन लेवियों को भी जो बीस वर्ष की अवस्था से ले आगे को अपनेअपने दल के अनुसार अपनेअपने काम करते थे +9675,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_018.wav,सारी सभा में उनके बालबच्चों स्त्रियों बेटों और बेटियों को भी दें जिनकी वंशावली थी क्योंकि वे सच्चाई से अपने को पवित्र करते थे +9676,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_019.wav,फिर हारून की सन्तान के याजकों को भी जो अपनेअपने नगरों के चराईवाले मैदान में रहते थे देने के लिये वे पुरुष नियुक्त किए गए थे जिनके नाम ऊपर लिखे हुए थे कि वे याजकों के सब पुरुषों और उन सब लेवियों को भी उनका भाग दिया करें जिनकी वंशावली थी +9677,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_020.wav,सारे यहूदा में भी हिजकिय्याह ने ऐसा ही प्रबन्ध किया और जो कुछ उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में भला और ठीक और सच्चाई का था उसे वह करता था +9678,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_031_021.wav,जोजो काम उसने परमेश्वर के भवन की उपासना और व्यवस्था और आज्ञा के विषय अपने परमेश्वर की खोज में किया वह उसने अपना सारा मन लगाकर किया और उसमें सफल भी हुआ +9679,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_001.wav,इन बातों और ऐसे प्रबन्ध के बाद अश्शूर का राजा सन्हेरीब ने आकर यहूदा में प्रवेश कर और गढ़वाले नगरों के विरुद्ध डेरे डालकर उनको अपने लाभ के लिये लेना चाहा +9680,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_002.wav,यह देखकर कि सन्हेरीब निकट आया है और यर���शलेम से लड़ने की इच्छा करता है +9681,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_003.wav,हिजकिय्याह ने अपने हाकिमों और वीरों के साथ यह सम्मति की कि नगर के बाहर के सोतों को पटवा दें और उन्होंने उसकी सहायता की +9682,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_004.wav,इस पर बहुत से लोग इकट्ठे हुए और यह कहकर कि अश्शूर के राजा क्यों यहाँ आएँ और आकर बहुत पानी पाएँ उन्होंने सब सोतों को रोक दिया और उस नदी को सूखा दिया जो देश के मध्य से होकर बहती थी +9683,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_005.wav,फिर हिजकिय्याह ने हियाव बाँधकर शहरपनाह जहाँ कहीं टूटी थी वहाँवहाँ उसको बनवाया और उसे गुम्मटों के बराबर ऊँचा किया और बाहर एक और शहरपनाह बनवाई और दाऊदपुर में मिल्लो को दृढ़ किया और बहुत से हथियार और ढालें भी बनवाईं +9684,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_006.wav,तब उसने प्रजा के ऊपर सेनापति नियुक्त किए और उनको नगर के फाटक के चौक में इकट्ठा किया और यह कहकर उनको धीरज दिया +9685,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_007.wav,हियाव बाँधों और दृढ़ हो तुम न तो अश्शूर के राजा से डरो और न उसके संग की सारी भीड़ से और न तुम्हारा मन कच्चा हो क्योंकि जो हमारे साथ है वह उसके संगियों से बड़ा है +9686,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_008.wav,अर्थात् उसका सहारा तो मनुष्य ही है परन्तु हमारे साथ हमारी सहायता और हमारी ओर से युद्ध करने को हमारा परमेश्वर यहोवा है इसलिए प्रजा के लोग यहूदा के राजा हिजकिय्याह की बातों पर भरोसा किए रहे +9687,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_009.wav,इसके बाद अश्शूर का राजा सन्हेरीब जो सारी सेना समेत लाकीश के सामने पड़ा था उसने अपने कर्मचारियों को यरूशलेम में यहूदा के राजा हिजकिय्याह और उन सब यहूदियों से जो यरूशलेम में थे यह कहने के लिये भेजा +9688,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_010.wav,अश्शूर का राजा सन्हेरीब कहता है कि तुम्हें किसका भरोसा है जिससे कि तुम घिरे हुए यरूशलेम में बैठे हो +9689,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_011.wav,क्या हिजकिय्याह तुम से यह कहकर कि हमारा परमेश्वर यहोवा हमको अश्शूर के राजा के पंजे से बचाएगा तुम्हें नहीं भरमाता है कि तुम को भूखा प्यासा मारे +9690,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_012.wav,क्या उसी हिजकिय्याह ने उसके ऊँचे स्थान और वेदियों को दूर करके यहूदा और यरूशलेम को आज्ञा नहीं दी कि तुम एक ही वेदी के सामने दण्डवत् करना और उसी पर धूप जलाना +9691,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_013.wav,क्या तुम को मालूम नहीं कि मैंने और मेरे पुरखाओं ने देशदेश के सब लोगों से क्याक्या किया है क्या उन देशों की जातियों के देवता किसी भी उपाय से अपने देश को मेरे हाथ से बचा सके +9692,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_014.wav,जितन�� जातियों का मेरे पुरखाओं ने सत्यानाश किया है उनके सब देवताओं में से ऐसा कौन था जो अपनी प्रजा को मेरे हाथ से बचा सका हो फिर तुम्हारा देवता तुम को मेरे हाथ से कैसे बचा सकेगा +9693,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_015.wav,अब हिजकिय्याह तुम को इस रीति से भरमाने अथवा बहकाने न पाए और तुम उस पर विश्वास न करो क्योंकि किसी जाति या राज्य का कोई देवता अपनी प्रजा को न तो मेरे हाथ से और न मेरे पुरखाओं के हाथ से बचा सका यह निश्चय है कि तुम्हारा देवता तुम को मेरे हाथ से नहीं बचा सकेगा +9694,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_016.wav,इससे भी अधिक उसके कर्मचारियों ने यहोवा परमेश्वर की और उसके दास हिजकिय्याह की निन्दा की +9695,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_017.wav,फिर उसने ऐसा एक पत्र भेजा जिसमें इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की निन्दा की ये बातें लिखी थीं जैसे देशदेश की जातियों के देवताओं ने अपनीअपनी प्रजा को मेरे हाथ से नहीं बचाया वैसे ही हिजकिय्याह का देवता भी अपनी प्रजा को मेरे हाथ से नहीं बचा सकेगा +9696,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_018.wav,और उन्होंने ऊँचे शब्द से उन यरूशलेमियों को जो शहरपनाह पर बैठे थे यहूदी बोली में पुकारा कि उनको डराकर घबराहट में डाल दें जिससे नगर को ले लें +9697,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_019.wav,उन्होंने यरूशलेम के परमेश्वर की ऐसी चर्चा की कि मानो पृथ्वी के देशदेश के लोगों के देवताओं के बराबर हो जो मनुष्यों के बनाए हुए हैं +9698,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_020.wav,तब इन घटनाओं के कारण राजा हिजकिय्याह और आमोस के पुत्र यशायाह नबी दोनों ने प्रार्थना की और स्वर्ग की ओर दुहाई दी +9699,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_021.wav,तब यहोवा ने एक दूत भेज दिया जिसने अश्शूर के राजा की छावनी में सब शूरवीरों प्रधानों और सेनापतियों को नष्ट किया अतः वह लज्जित होकर अपने देश को लौट गया और जब वह अपने देवता के भवन में था तब उसके निज पुत्रों ने वहीं उसे तलवार से मार डाला +9700,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_022.wav,अतः यहोवा ने हिजकिय्याह और यरूशलेम के निवासियों को अश्शूर के राजा सन्हेरीब और अपने सब शत्रुओं के हाथ से बचाया और चारों ओर उनकी अगुआई की +9701,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_023.wav,तब बहुत लोग यरूशलेम को यहोवा के लिये भेंट और यहूदा के राजा हिजकिय्याह के लिये अनमोल वस्तुएँ ले आने लगे और उस समय से वह सब जातियों की दृष्टि में महान ठहरा +9702,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_024.wav,उन दिनों हिजकिय्याह ऐसा रोगी हुआ कि वह मरने पर था तब उसने यहोवा से प्रार्थना की और उसने उससे बातें करके उसके लिये एक चिन्ह दिया +9703,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_025.wav,परन्तु हिजकिय्याह ने उस उपकार का बदला न दिया क्योंकि उसका मन फूल उठा था इस कारण उसका कोप उस पर और यहूदा और यरूशलेम पर भड़का +9704,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_026.wav,तब हिजकिय्याह यरूशलेम के निवासियों समेत अपने मन के फूलने के कारण दीन हो गया इसलिए यहोवा का क्रोध उन पर हिजकिय्याह के दिनों में न भड़का +9705,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_027.wav,हिजकिय्याह को बहुत ही धन और वैभव मिला और उसने चाँदी सोने मणियों सुगन्धद्रव्य ढालों और सब प्रकार के मनभावने पात्रों के लिये भण्डार बनवाए +9706,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_028.wav,फिर उसने अन्न नया दाखमधु और टटका तेल के लिये भण्डार और सब भाँति के पशुओं के लिये थान और भेड़बकरियों के लिये भेड़शालाएँ बनवाईं +9707,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_029.wav,उसने नगर बसाए और बहुत ही भेड़बकरियों और गायबैलों की सम्पत्ति इकट्ठा कर ली क्योंकि परमेश्वर ने उसे बहुत सा धन दिया था +9708,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_030.wav,उसी हिजकिय्याह ने गीहोन नामक नदी के ऊपर के सोते को पाटकर उस नदी को नीचे की ओर दाऊदपुर के पश्चिम की ओर सीधा पहुँचाया और हिजकिय्याह अपने सब कामों में सफल होता था +9709,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_031.wav,तो भी जब बाबेल के हाकिमों ने उसके पास उसके देश में किए हुए अद्भुत कामों के विषय पूछने को दूत भेजे तब परमेश्वर ने उसको इसलिए छोड़ दिया कि उसको परखकर उसके मन का सारा भेद जान ले +9710,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_032.wav,हिजकिय्याह के और काम और उसके भक्ति के काम आमोस के पुत्र यशायाह नबी के दर्शन नामक पुस्तक में और यहूदा और इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखे हैं +9711,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_032_033.wav,अन्त में हिजकिय्याह मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसको दाऊद की सन्तान के कब्रिस्तान की चढ़ाई पर मिट्टी दी गई और सब यहूदियों और यरूशलेम के निवासियों ने उसकी मृत्यु पर उसका आदरमान किया उसका पुत्र मनश्शे उसके स्थान पर राज्य करने लगा +9712,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_001.wav,जब मनश्शे राज्य करने लगा तब वह बारह वर्ष का था और यरूशलेम में पचपन वर्ष तक राज्य करता रहा +9713,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_002.wav,उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था अर्थात् उन जातियों के घिनौने कामों के अनुसार जिनको यहोवा ने इस्राएलियों के सामने से देश से निकाल दिया था +9714,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_003.wav,उसने उन ऊँचे स्थानों को जिन्हें उसके पिता हिजकिय्याह ने तोड़ दिया था फिर बनाया और बाल नामक देवताओं के लिये वेदियाँ और अशेरा नामक मूरतें बनाईं और आकाश के सारे गणों को दण्डवत् करता और उनकी उपासना करता रहा +9715,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_004.wav,उसने यहोवा के उस भवन में वेदियाँ बनाईं जिसके विषय यहोवा ने कहा था यरूशलेम में मेरा नाम सदा बना रहेगा +9716,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_005.wav,वरन् यहोवा के भवन के दोनों आँगनों में भी उसने आकाश के सारे गणों के लिये वेदियाँ बनाईं +9717,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_006.wav,फिर उसने हिन्नोम के बेटे की तराई में अपने बेटों को होम करके चढ़ाया और शुभअशुभ मुहूर्त्तों को मानता और टोना और तंत्रमंत्र करता और ओझों और भूत सिद्धिवालों से सम्बंध रखता था वरन् उसने ऐसे बहुत से काम किए जो यहोवा की दृष्टि में बुरे हैं और जिनसे वह अप्रसन्न होता है +9718,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_007.wav,और उसने अपनी खुदवाई हुई मूर्ति परमेश्वर के उस भवन में स्थापित की जिसके विषय परमेश्वर ने दाऊद और उसके पुत्र सुलैमान से कहा था इस भवन में और यरूशलेम में जिसको मैंने इस्राएल के सब गोत्रों में से चुन लिया है मैं अपना नाम सर्वदा रखूँगा +9719,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_008.wav,और मैं ऐसा न करूँगा कि जो देश मैंने तुम्हारे पुरखाओं को दिया था उसमें से इस्राएल फिर मारामारा फिरे इतना अवश्य हो कि वे मेरी सब आज्ञाओं को अर्थात् मूसा की दी हुई सारी व्यवस्था और विधियों और नियमों को पालन करने की चौकसी करें +9720,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_009.wav,मनश्शे ने यहूदा और यरूशलेम के निवासियों को यहाँ तक भटका दिया कि उन्होंने उन जातियों से भी बढ़कर बुराई की जिन्हें यहोवा ने इस्राएलियों के सामने से विनाश किया था +9721,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_010.wav,यहोवा ने मनश्शे और उसकी प्रजा से बातें की परन्तु उन्होंने कुछ ध्यान नहीं दिया +9722,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_011.wav,तब यहोवा ने उन पर अश्शूर के सेनापतियों से चढ़ाई कराई और वे मनश्शे को नकेल डालकर और पीतल की बेड़ियों से जकड़कर उसे बाबेल को ले गए +9723,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_012.wav,तब संकट में पड़कर वह अपने परमेश्वर यहोवा को मानने लगा और अपने पूर्वजों के परमेश्वर के सामने बहुत दीन हुआ और उससे प्रार्थना की +9724,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_013.wav,तब उसने प्रसन्न होकर उसकी विनती सुनी और उसको यरूशलेम में पहुँचाकर उसका राज्य लौटा दिया तब मनश्शे को निश्चय हो गया कि यहोवा ही परमेश्वर है +9725,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_014.wav,इसके बाद उसने दाऊदपुर से बाहर गीहोन के पश्चिम की ओर नाले में मछली फाटक तक एक शहरपनाह बनवाई फिर ओपेल को घेरकर बहुत ऊँचा कर दिया और यहूदा के सब गढ़वाले नगरों में सेनापति ठहरा दिए +9726,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_015.wav,फिर उसने पराए देवताओं को और यहोवा के ���वन में की मूर्ति को और जितनी वेदियाँ उसने यहोवा के भवन के पर्वत पर और यरूशलेम में बनवाई थीं उन सब को दूर करके नगर से बाहर फेंकवा दिया +9727,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_016.wav,तब उसने यहोवा की वेदी की मरम्मत की और उस पर मेलबलि और धन्यवादबलि चढ़ाने लगा और यहूदियों को इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की उपासना करने की आज्ञा दी +9728,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_017.wav,तो भी प्रजा के लोग ऊँचे स्थानों पर बलिदान करते रहे परन्तु केवल अपने परमेश्वर यहोवा के लिये +9729,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_018.wav,मनश्शे के और काम और उसने जो प्रार्थना अपने परमेश्वर से की और उन दर्शियों के वचन जो इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के नाम से उससे बातें करते थे यह सब इस्राएल के राजाओं के इतिहास में लिखा हुआ है +9730,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_019.wav,और उसकी प्रार्थना और वह कैसे सुनी गई और उसका सारा पाप और विश्वासघात और उसने दीन होने से पहले कहाँकहाँ ऊँचे स्थान बनवाए और अशेरा नामक और खुदी हुई मूर्तियाँ खड़ी कराईं यह सब होशे के वचनों में लिखा है +9731,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_020.wav,अन्त में मनश्शे मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसे उसी के घर में मिट्टी दी गई और उसका पुत्र आमोन उसके स्थान पर राज्य करने लगा +9732,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_021.wav,जब आमोन राज्य करने लगा तब वह बाईस वर्ष का था और यरूशलेम में दो वर्ष तक राज्य करता रहा +9733,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_022.wav,उसने अपने पिता मनश्शे के समान वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है और जितनी मूर्तियाँ उसके पिता मनश्शे ने खोदकर बनवाई थीं वह भी उन सभी के सामने बलिदान करता और उन सभी की उपासना भी करता था +9734,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_023.wav,जैसे उसका पिता मनश्शे यहोवा के सामने दीन हुआ वैसे वह दीन न हुआ वरन् आमोन अधिक दोषी होता गया +9735,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_024.wav,उसके कर्मचारियों ने द्रोह की गोष्ठी करके उसको उसी के भवन में मार डाला +9736,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_033_025.wav,तब साधारण लोगों ने उन सभी को मार डाला जिन्होंने राजा आमोन से द्रोह की गोष्ठी की थी और लोगों ने उसके पुत्र योशिय्याह को उसके स्थान पर राजा बनाया +9737,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_001.wav,जब योशिय्याह राज्य करने लगा तब वह आठ वर्ष का था और यरूशलेम में इकतीस वर्ष तक राज्य करता रहा +9738,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_002.wav,उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है और जिन मार्गों पर उसका मूलपुरुष दाऊद चलता रहा उन्हीं पर वह भी चला करता था और उससे न तो दाहिनी ओर मुड़ा और न बाईं ओर +9739,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_003.wav,वह लड़का ही था अर्थात् उसको गद्दी पर बैठे आठ ��र्ष पूरे भी न हुए थे कि अपने मूलपुरुष दाऊद के परमेश्वर की खोज करने लगा और बारहवें वर्ष में वह ऊँचे स्थानों और अशेरा नामक मूरतों को और खुदी और ढली हुई मूरतों को दूर करके यहूदा और यरूशलेम को शुद्ध करने लगा +9740,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_004.wav,बाल देवताओं की वेदियाँ उसके सामने तोड़ डाली गई और सूर्य की प्रतिमाएँ जो उनके ऊपर ऊँचे पर थीं उसने काट डाली और अशेरा नामक और खुदी और ढली हुई मूरतों को उसने तोड़कर पीस डाला और उनकी बुकनी उन लोगों की कब्रों पर छितरा दी जो उनको बलि चढ़ाते थे +9741,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_005.wav,उनके पुजारियों की हड्डियाँ उसने उन्हीं की वेदियों पर जलाईं अतः उसने यहूदा और यरूशलेम को शुद्ध किया +9742,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_006.wav,फिर मनश्शे एप्रैम और शिमोन के वरन् नप्ताली तक के नगरों के खण्डहरों में उसने वेदियों को तोड़ डाला +9743,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_007.wav,और अशेरा नामक और खुदी हुई मूरतों को पीसकर बुकनी कर डाला और इस्राएल के सारे देश की सूर्य की सब प्रतिमाओं को काटकर यरूशलेम को लौट गया +9744,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_008.wav,फिर अपने राज्य के अठारहवें वर्ष में जब वह देश और भवन दोनों को शुद्ध कर चुका तब उसने असल्याह के पुत्र शापान और नगर के हाकिम मासेयाह और योआहाज के पुत्र इतिहास के लेखक योआह को अपने परमेश्वर यहोवा के भवन की मरम्मत कराने के लिये भेज दिया +9745,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_009.wav,अतः उन्होंने हिल्किय्याह महायाजक के पास जाकर जो रुपया परमेश्वर के भवन में लाया गया था अर्थात् जो लेवीय दरबानों ने मनश्शेइयों एप्रैमियों और सब बचे हुए इस्राएलियों से और सब यहूदियों और बिन्यामीनियों से और सब यरूशलेम के निवासियों के हाथ से लेकर इकट्ठा किया था उसको सौंप दिया +9746,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_010.wav,अर्थात् उन्होंने उसे उन काम करनेवालों के हाथ सौंप दिया जो यहोवा के भवन के काम पर मुखिए थे और यहोवा के भवन के उन काम करनेवालों ने उसे भवन में जो कुछ टूटा फूटा था उसकी मरम्मत करने में लगाया +9747,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_011.wav,अर्थात् उन्होंने उसे बढ़इयों और राजमिस्त्रियों को दिया कि वे गढ़े हुए पत्थर और जोड़ों के लिये लकड़ी मोल लें और उन घरों को छाएँ जो यहूदा के राजाओं ने नाश कर दिए थे +9748,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_012.wav,वे मनुष्य सच्चाई से काम करते थे और उनके अधिकारी मरारीय यहत और ओबद्याह लेवीय और कहाती जकर्याह और मशुल्लाम काम चलानेवाले और गानेबजाने का भेद सब जाननेवाले लेवीय भी थे +9749,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_013.wav,फिर वे बोझ��यों के अधिकारी थे और भाँतिभाँति की सेवा और काम चलानेवाले थे और कुछ लेवीय मुंशी सरदार और दरबान थे +9750,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_014.wav,जब वे उस रुपये को जो यहोवा के भवन में पहुँचाया गया था निकाल रहे थे तब हिल्किय्याह याजक को मूसा के द्वारा दी हुई यहोवा की व्यवस्था की पुस्तक मिली +9751,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_015.wav,तब हिल्किय्याह ने शापान मंत्री से कहा मुझे यहोवा के भवन में व्यवस्था की पुस्तक मिली है तब हिल्किय्याह ने शापान को वह पुस्तक दी +9752,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_016.wav,तब शापान उस पुस्तक को राजा के पास ले गया और यह सन्देश दिया जोजो काम तेरे कर्मचारियों को सौंपा गया था उसे वे कर रहे हैं +9753,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_017.wav,जो रुपया यहोवा के भवन में मिला उसको उन्होंने उण्डेलकर मुखियों और कारीगरों के हाथों में सौंप दिया है +9754,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_018.wav,फिर शापान मंत्री ने राजा को यह भी बता दिया कि हिल्किय्याह याजक ने मुझे एक पुस्तक दी है तब शापान ने उसमें से राजा को पढ़कर सुनाया +9755,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_019.wav,व्यवस्था की वे बातें सुनकर राजा ने अपने वस्त्र फाड़े +9756,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_020.wav,फिर राजा ने हिल्किय्याह शापान के पुत्र अहीकाम मीका के पुत्र अब्दोन शापान मंत्री और असायाह नामक अपने कर्मचारी को आज्ञा दी +9757,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_021.wav,तुम जाकर मेरी ओर से और इस्राएल और यहूदा में रहनेवालों की ओर से इस पाई हुई पुस्तक के वचनों के विषय यहोवा से पूछो क्योंकि यहोवा की बड़ी ही जलजलाहट हम पर इसलिए भड़की है कि हमारे पुरखाओं ने यहोवा का वचन नहीं माना और इस पुस्तक में लिखी हुई सब आज्ञाओं का पालन नहीं किया +9758,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_022.wav,तब हिल्किय्याह ने राजा के अन्य दूतों समेत हुल्दा नबिया के पास जाकर उससे उसी बात के अनुसार बातें की वह तो उस शल्लूम की स्त्री थी जो तोखत का पुत्र और हस्रा का पोता और वस्त्रालय का रखवाला था और वह स्त्री यरूशलेम के नये टोले में रहती थी +9759,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_023.wav,उसने उनसे कहा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है कि जिस पुरुष ने तुम को मेरे पास भेजा उससे यह कहो +9760,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_024.wav,यहोवा यह कहता है कि सुन मैं इस स्थान और इसके निवासियों पर विपत्ति डालकर यहूदा के राजा के सामने जो पुस्तक पढ़ी गई उसमें जितने श्राप लिखे हैं उन सभी को पूरा करूँगा +9761,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_025.wav,उन लोगों ने मुझे त्याग कर पराए देवताओं के लिये धूप जलाया है और अपनी बनाई हुई सब वस्तुओं के द्वारा मुझे क्रोध दिलाई है इस का��ण मेरी जलजलाहट इस स्थान पर भड़क उठी है और शान्त न होगी +9762,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_026.wav,परन्तु यहूदा का राजा जिसने तुम्हें यहोवा से पूछने को भेज दिया है उससे तुम यह कहो कि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है +9763,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_027.wav,कि इसलिए कि तू वे बातें सुनकर दीन हुआ और परमेश्वर के सामने अपना सिर झुकाया और उसकी बातें सुनकर जो उसने इस स्थान और इसके निवासियों के विरुद्ध कहीं तूने मेरे सामने अपना सिर झुकाया और वस्त्र फाड़कर मेरे सामने रोया है इस कारण मैंने तेरी सुनी है यहोवा की यही वाणी है +9764,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_028.wav,सुन मैं तुझे तेरे पुरखाओं के संग ऐसा मिलाऊँगा कि तू शान्ति से अपनी कब्र को पहुँचाया जाएगा और जो विपत्ति मैं इस स्थान पर और इसके निवासियों पर डालना चाहता हूँ उसमें से तुझे अपनी आँखों से कुछ भी देखना न पड़ेगा तब उन लोगों ने लौटकर राजा को यही सन्देश दिया +9765,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_029.wav,तब राजा ने यहूदा और यरूशलेम के सब पुरनियों को इकट्ठे होने को बुलवा भेजा +9766,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_030.wav,राजा यहूदा के सब लोगों और यरूशलेम के सब निवासियों और याजकों और लेवियों वरन् छोटे बड़े सारी प्रजा के लोगों को संग लेकर यहोवा के भवन को गया तब उसने जो वाचा की पुस्तक यहोवा के भवन में मिली थी उसमें की सारी बातें उनको पढ़कर सुनाई +9767,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_031.wav,तब राजा ने अपने स्थान पर खड़े होकर यहोवा से इस आशय की वाचा बाँधी कि मैं यहोवा के पीछेपीछे चलूँगा और अपने सम्पूर्ण मन और सम्पूर्ण जीव से उसकी आज्ञाओं चेतावनियों और विधियों का पालन करूँगा और इन वाचा की बातों को जो इस पुस्तक में लिखी हैं पूरी करूँगा +9768,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_032.wav,फिर उसने उन सभी से जो यरूशलेम में और बिन्यामीन में थे वैसी ही वाचा बँधाई और यरूशलेम के निवासी परमेश्वर जो उनके पितरों का परमेश्वर था उसकी वाचा के अनुसार करने लगे +9769,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_034_033.wav,योशिय्याह ने इस्राएलियों के सब देशों में से सब अशुद्ध वस्तुओं को दूर करके जितने इस्राएल में मिले उन सभी से उपासना कराई अर्थात् उनके परमेश्वर यहोवा की उपासना कराई उसके जीवन भर उन्होंने अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा के पीछे चलना न छोड़ा +9770,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_001.wav,योशिय्याह ने यरूशलेम में यहोवा के लिये फसह पर्व माना और पहले महीने के चौदहवें दिन को फसह का पशुबलि किया गया +9771,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_002.wav,उसने याजकों को अपनेअपने काम में ठहराया और यहोवा के भवन में सेवा करने को उनका हियाव बन्धाया +9772,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_003.wav,फिर लेवीय जो सब इस्राएलियों को सिखाते और यहोवा के लिये पवित्र ठहरे थे उनसे उसने कहा तुम पवित्र सन्दूक को उस भवन में रखो जो दाऊद के पुत्र इस्राएल के राजा सुलैमान ने बनवाया था अब तुम को कंधों पर बोझ उठाना न होगा अब अपने परमेश्वर यहोवा की और उसकी प्रजा इस्राएल की सेवा करो +9773,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_004.wav,इस्राएल के राजा दाऊद और उसके पुत्र सुलैमान दोनों की लिखी हुई विधियों के अनुसार अपनेअपने पितरों के अनुसार अपनेअपने दल में तैयार रहो +9774,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_005.wav,तुम्हारे भाई लोगों के पितरों के घरानों के भागों के अनुसार पवित्रस्थान में खड़े रहो अर्थात् उनके एक भाग के लिये लेवियों के एकएक पितर के घराने का एक भाग हो +9775,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_006.wav,फसह के पशुओं को बलि करो और अपनेअपने को पवित्र करके अपने भाइयों के लिये तैयारी करो कि वे यहोवा के उस वचन के अनुसार कर सके जो उसने मूसा के द्वारा कहा था +9776,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_007.wav,फिर योशिय्याह ने सब लोगों को जो वहाँ उपस्थित थे तीस हजार भेड़ों और बकरियों के बच्चे और तीन हजार बैल दिए थे ये सब फसह के बलिदानों के लिये राजा की सम्पत्ति में से दिए गए थे +9777,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_008.wav,उसके हाकिमों ने प्रजा के लोगों याजकों और लेवियों को स्वेच्छाबलियों के लिये पशु दिए और हिल्किय्याह जकर्याह और यहीएल नामक परमेश्वर के भवन के प्रधानों ने याजकों को दो हजार छः सौ भेड़बकरियाँ और तीन सौ बैल फसह के बलिदानों के लिए दिए +9778,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_009.wav,कोनन्याह ने और शमायाह और नतनेल जो उसके भाई थे और हशब्याह यीएल और योजाबाद नामक लेवियों के प्रधानों ने लेवियों को पाँच हजार भेड़बकरियाँ और पाँच सौ बैल फसह के बलिदानों के लिये दिए +9779,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_010.wav,इस प्रकार उपासना की तैयारी हो गई और राजा की आज्ञा के अनुसार याजक अपनेअपने स्थान पर और लेवीय अपनेअपने दल में खड़े हुए +9780,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_011.wav,तब फसह के पशुबलि किए गए और याजक बलि करनेवालों के हाथ से लहू को लेकर छिड़क देते और लेवीय उनकी खाल उतारते गए +9781,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_012.wav,तब उन्होंने होमबलि के पशु इसलिए अलग किए कि उन्हें लोगों के पितरों के घरानों के भागों के अनुसार दें कि वे उन्हें यहोवा के लिये चढ़वा दें जैसा कि मूसा की पुस्तक में लिखा है और बैलों को भी उन्होंने वैसा ही किया +9782,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_013.wav,तब उन्होंने फसह के पशुओं का माँस विधि के अनु���ार आग में भूना और पवित्र वस्तुएँ हाँड़ियों और हण्डों और थालियों में सिझा कर फुर्ती से लोगों को पहुँचा दिया +9783,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_014.wav,तब उन्होंने अपने लिये और याजकों के लिये तैयारी की क्योंकि हारून की सन्तान के याजक होमबलि के पशु और चर्बी रात तक चढ़ाते रहे इस कारण लेवियों ने अपने लिये और हारून की सन्तान के याजकों के लिये तैयारी की +9784,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_015.wav,आसाप के वंश के गवैये दाऊद आसाप हेमान और राजा के दर्शी यदूतून की आज्ञा के अनुसार अपनेअपने स्थान पर रहे और द्वारपाल एकएक फाटक पर रहे उन्हें अपनाअपना काम छोड़ना न पड़ा क्योंकि उनके भाई लेवियों ने उनके लिये तैयारी की +9785,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_016.wav,अतः उसी दिन राजा योशिय्याह की आज्ञा के अनुसार फसह मनाने और यहोवा की वेदी पर होमबलि चढ़ाने के लिये यहोवा की सारी उपासना की तैयारी की गई +9786,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_017.wav,जो इस्राएली वहाँ उपस्थित थे उन्होंने फसह को उसी समय और अख़मीरी रोटी के पर्व को सात दिन तक माना +9787,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_018.wav,इस फसह के बराबर शमूएल नबी के दिनों से इस्राएल में कोई फसह मनाया न गया था और न इस्राएल के किसी राजा ने ऐसा मनाया जैसा योशिय्याह और याजकों लेवियों और जितने यहूदी और इस्राएली उपस्थित थे उन्होंने और यरूशलेम के निवासियों ने मनाया +9788,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_019.wav,यह फसह योशिय्याह के राज्य के अठारहवें वर्ष में मनाया गया +9789,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_020.wav,इसके बाद जब योशिय्याह भवन को तैयार कर चुका तब मिस्र के राजा नको ने फरात के पास के कर्कमीश नगर से लड़ने को चढ़ाई की और योशिय्याह उसका सामना करने को गया +9790,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_021.wav,परन्तु उसने उसके पास दूतों से कहला भेजा हे यहूदा के राजा मेरा तुझ से क्या काम आज मैं तुझ पर नहीं उसी कुल पर चढ़ाई कर रहा हूँ जिसके साथ मैं युद्ध करता हूँ फिर परमेश्वर ने मुझसे फुर्ती करने को कहा है इसलिए परमेश्वर जो मेरे संग है उससे अलग रह कहीं ऐसा न हो कि वह तुझे नाश करे +9791,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_022.wav,परन्तु योशिय्याह ने उससे मुँह न मोड़ा वरन् उससे लड़ने के लिये भेष बदला और नको के उन वचनों को न माना जो उसने परमेश्वर की ओर से कहे थे और मगिद्दो की तराई में उससे युद्ध करने को गया +9792,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_023.wav,तब धनुर्धारियों ने राजा योशिय्याह की ओर तीर छोड़े और राजा ने अपने सेवकों से कहा मैं बहुत घायल हो गया हूँ इसलिए मुझे यहाँ से ले चलो +9793,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_024.wav,तब उसके सेवकों ने उसको रथ पर से उतारकर उसके दूसरे रथ पर चढ़ाया और यरूशलेम ले गये वहाँ वह मर गया और उसके पुरखाओं के कब्रिस्तान में उसको मिट्टी दी गई यहूदियों और यरूशलेमियों ने योशिय्याह के लिए विलाप किया +9794,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_025.wav,यिर्मयाह ने योशिय्याह के लिये विलाप का गीत बनाया और सब गानेवाले और गानेवालियाँ अपने विलाप के गीतों में योशिय्याह की चर्चा आज तक करती हैं इनका गाना इस्राएल में एक विधि के तुल्य ठहराया गया और ये बातें विलापगीतों में लिखी हुई हैं +9795,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_026.wav,योशिय्याह के और काम और भक्ति के जो काम उसने उसी के अनुसार किए जो यहोवा की व्यवस्था में लिखा हुआ है +9796,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_035_027.wav,आदि से अन्त तक उसके सब काम इस्राएल और यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखे हुए हैं +9797,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_001.wav,तब देश के लोगों ने योशिय्याह के पुत्र यहोआहाज को लेकर उसके पिता के स्थान पर यरूशलेम में राजा बनाया +9798,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_002.wav,जब यहोआहाज राज्य करने लगा तब वह तेईस वर्ष का था और तीन महीने तक यरूशलेम में राज्य करता रहा +9799,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_003.wav,तब मिस्र के राजा ने उसको यरूशलेम में राजगद्दी से उतार दिया और देश पर सौ किक्कार चाँदी और किक्कार भर सोना जुर्माने में दण्ड लगाया +9800,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_004.wav,तब मिस्र के राजा ने उसके भाई एलयाकीम को यहूदा और यरूशलेम का राजा बनाया और उसका नाम बदलकर यहोयाकीम रखा परन्तु नको उसके भाई यहोआहाज को मिस्र में ले गया +9801,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_005.wav,जब यहोयाकीम राज्य करने लगा तब वह पच्चीस वर्ष का था और ग्यारह वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा उसने वह काम किया जो उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में बुरा है +9802,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_006.wav,उस पर बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने चढ़ाई की और बाबेल ले जाने के लिये उसको पीतल की बेड़ियाँ पहना दीं +9803,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_007.wav,फिर नबूकदनेस्सर ने यहोवा के भवन के कुछ पात्र बाबेल ले जाकर अपने मन्दिर में जो बाबेल में था रख दिए +9804,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_008.wav,यहोयाकीम के और काम और उसने जोजो घिनौने काम किए और उसमें जोजो बुराइयाँ पाई गईं वह इस्राएल और यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखी हैं और उसका पुत्र यहोयाकीन उसके स्थान पर राज्य करने लगा +9805,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_009.wav,जब यहोयाकीन राज्य करने लगा तब वह आठ वर्ष का था और तीन महीने और दस दिन तक यरूशलेम में राज्य करता रहा उसने वह किया जो परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में बुरा है +9806,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_010.wav,नये वर्ष के लगते ही नबूकदनेस्सर ने लोगों को भेजकर उसे और यहोवा के भवन के मनभावने पात्रों को बाबेल में मँगवा लिया और उसके भाई सिदकिय्याह को यहूदा और यरूशलेम पर राजा नियुक्त किया +9807,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_011.wav,जब सिदकिय्याह राज्य करने लगा तब वह इक्कीस वर्ष का था और यरूशलेम में ग्यारह वर्ष तक राज्य करता रहा +9808,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_012.wav,उसने वही किया जो उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में बुरा है यद्यपि यिर्मयाह नबी यहोवा की ओर से बातें कहता था तो भी वह उसके सामने दीन न हुआ +9809,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_013.wav,फिर नबूकदनेस्सर जिसने उसे परमेश्वर की शपथ खिलाई थी उससे उसने बलवा किया और उसने हठ किया और अपना मन कठोर किया कि वह इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की ओर न फिरे +9810,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_014.wav,सब प्रधान याजकों ने और लोगों ने भी अन्यजातियों के से घिनौने काम करके बहुत बड़ा विश्वासघात किया और यहोवा के भवन को जो उसने यरूशलेम में पवित्र किया था अशुद्ध कर डाला +9811,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_015.wav,उनके पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा ने बड़ा यत्न करके अपने दूतों से उनके पास कहला भेजा क्योंकि वह अपनी प्रजा और अपने धाम पर तरस खाता था +9812,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_016.wav,परन्तु वे परमेश्वर के दूतों को उपहास में उड़ाते उसके वचनों को तुच्छ जानते और उसके नबियों की हँसी करते थे अतः यहोवा अपनी प्रजा पर ऐसा झुँझला उठा कि बचने का कोई उपाय न रहा +9813,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_017.wav,तब उसने उन पर कसदियों के राजा से चढ़ाई करवाई और इसने उनके जवानों को उनके पवित्र भवन ही में तलवार से मार डाला और क्या जवान क्या कुँवारी क्या बूढ़े क्या पक्के बाल वाले किसी पर भी कोमलता न की यहोवा ने सभी को उसके हाथ में कर दिया +9814,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_018.wav,क्या छोटे क्या बड़े परमेश्वर के भवन के सब पात्र और यहोवा के भवन और राजा और उसके हाकिमों के खजाने इन सभी को वह बाबेल में ले गया +9815,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_019.wav,कसदियों ने परमेश्वर का भवन फूँक दिया और यरूशलेम की शहरपनाह को तोड़ डाला और आग लगाकर उसके सब भवनों को जलाया और उसमें का सारा बहुमूल्य सामान नष्ट कर दिया +9816,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_020.wav,जो तलवार से बच गए उन्हें वह बाबेल को ले गया और फारस के राज्य के प्रबल होने तक वे उसके और उसके बेटोंपोतों के अधीन रहे +9817,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_021.wav,यह सब इसलिए हुआ कि यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के मुँह से निकला था वह पूरा हो कि देश अपने विश्रामकालों में सुख भोगता रहे इसलिए जब तक ��ह सूना पड़ा रहा तब तक अर्थात् सत्तर वर्ष के पूरे होने तक उसको विश्राम मिला +9818,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_022.wav,फारस के राजा कुस्रू के पहले वर्ष में यहोवा ने उसके मन को उभारा कि जो वचन यिर्मयाह के मुँह से निकला था वह पूरा हो इसलिए उसने अपने समस्त राज्य में यह प्रचार करवाया और इस आशय की चिट्ठियाँ लिखवाई +9819,data/cleaned/hindi/2CH/2CH_036_023.wav,फारस का राजा कुस्रू कहता है स्वर्ग के परमेश्वर यहोवा ने पृथ्वी भर का राज्य मुझे दिया है और उसी ने मुझे आज्ञा दी है कि यरूशलेम जो यहूदा में है उसमें मेरा एक भवन बनवा इसलिए हे उसकी प्रजा के सब लोगों तुम में से जो कोई चाहे उसका परमेश्वर यहोवा उसके साथ रहे वह वहाँ रवाना हो जाए +9820,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_001.wav,ऊस देश में अय्यूब नामक एक पुरुष था वह खरा और सीधा था और परमेश्वर का भय मानता और बुराई से परे रहता था +9821,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_002.wav,उसके सात बेटे और तीन बेटियाँ उत्पन्न हुई +9822,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_003.wav,फिर उसके सात हजार भेड़बकरियाँ तीन हजार ऊँट पाँच सौ जोड़ी बैल और पाँच सौ गदहियाँ और बहुत ही दासदासियाँ थीं वरन् उसके इतनी सम्पत्ति थी कि पूर्वी देशों में वह सबसे बड़ा था +9823,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_004.wav,उसके बेटे बारीबारी दिन पर एक दूसरे के घर में खानेपीने को जाया करते थे और अपनी तीनों बहनों को अपने संग खानेपीने के लिये बुलवा भेजते थे +9824,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_005.wav,और जब जब दावत के दिन पूरे हो जाते तबतब अय्यूब उन्हें बुलवाकर पवित्र करता और बड़ी भोर को उठकर उनकी गिनती के अनुसार होमबलि चढ़ाता था क्योंकि अय्यूब सोचता था कदाचित् मेरे बच्चों ने पाप करके परमेश्वर को छोड़ दिया हो इसी रीति अय्यूब सदैव किया करता था +9825,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_006.wav,एक दिन यहोवा परमेश्वर के पुत्र उसके सामने उपस्थित हुए और उनके बीच शैतान भी आया +9826,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_007.wav,यहोवा ने शैतान से पूछा तू कहाँ से आता है शैतान ने यहोवा को उत्तर दिया पृथ्वी पर इधरउधर घूमतेफिरते और डोलतेडालते आया हूँ +9827,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_008.wav,यहोवा ने शैतान से पूछा क्या तूने मेरे दास अय्यूब पर ध्यान दिया है क्योंकि उसके तुल्य खरा और सीधा और मेरा भय माननेवाला और बुराई से दूर रहनेवाला मनुष्य और कोई नहीं है +9828,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_009.wav,शैतान ने यहोवा को उत्तर दिया क्या अय्यूब परमेश्वर का भय बिना लाभ के मानता है +9829,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_010.wav,क्या तूने उसकी और उसके घर की और जो कुछ उसका है उसके चारों ओर बाड़ा नहीं बाँधा तूने तो उसके काम पर आश��ष दी है और उसकी सम्पत्ति देश भर में फैल गई है +9830,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_011.wav,परन्तु अब अपना हाथ बढ़ाकर जो कुछ उसका है उसे छू तब वह तेरे मुँह पर तेरी निन्दा करेगा +9831,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_012.wav,यहोवा ने शैतान से कहा सुन जो कुछ उसका है वह सब तेरे हाथ में है केवल उसके शरीर पर हाथ न लगाना तब शैतान यहोवा के सामने से चला गया +9832,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_013.wav,एक दिन अय्यूब के बेटेबेटियाँ बड़े भाई के घर में खाते और दाखमधु पी रहे थे +9833,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_014.wav,तब एक दूत अय्यूब के पास आकर कहने लगा हम तो बैलों से हल जोत रहे थे और गदहियाँ उनके पास चर रही थीं +9834,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_015.wav,कि शेबा के लोग धावा करके उनको ले गए और तलवार से तेरे सेवकों को मार डाला और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ +9835,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_016.wav,वह अभी यह कह ही रहा था कि दूसरा भी आकर कहने लगा परमेश्वर की आग आकाश से गिरी और उससे भेड़बकरियाँ और सेवक जलकर भस्म हो गए और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ +9836,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_017.wav,वह अभी यह कह ही रहा था कि एक और भी आकर कहने लगा कसदी लोग तीन दल बाँधकर ऊँटों पर धावा करके उन्हें ले गए और तलवार से तेरे सेवकों को मार डाला और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ +9837,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_018.wav,वह अभी यह कह ही रहा था कि एक और भी आकर कहने लगा तेरे बेटेबेटियाँ बड़े भाई के घर में खाते और दाखमधु पीते थे +9838,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_019.wav,कि जंगल की ओर से बड़ी प्रचण्ड वायु चली और घर के चारों कोनों को ऐसा झोंका मारा कि वह जवानों पर गिर पड़ा और वे मर गए और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ +9839,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_020.wav,तब अय्यूब उठा और बागा फाड़ सिर मुँण्ड़ाकर भूमि पर गिरा और दण्डवत् करके कहा +9840,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_021.wav,मैं अपनी माँ के पेट से नंगा निकला और वहीं नंगा लौट जाऊँगा यहोवा ने दिया और यहोवा ही ने लिया यहोवा का नाम धन्य है +9841,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_001_022.wav,इन सब बातों में भी अय्यूब ने न तो पाप किया और न परमेश्वर पर मूर्खता से दोष लगाया +9842,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_001.wav,फिर एक और दिन यहोवा परमेश्वर के पुत्र उसके सामने उपस्थित हुए और उनके बीच शैतान भी उसके सामने उपस्थित हुआ +9843,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_002.wav,यहोवा ने शैतान से पूछा तू कहाँ से आता है शैतान ने यहोवा को उत्तर दिया इधरउधर घूमतेफिरते और डोलतेडालते आया हूँ +9844,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_003.wav,यहोवा ने शैतान से पूछा क्या तूने मेरे दास अय्यूब पर ध्यान दिया है कि पृथ्वी पर उसके ��ुल्य खरा और सीधा और मेरा भय माननेवाला और बुराई से दूर रहनेवाला मनुष्य और कोई नहीं है और यद्यपि तूने मुझे उसको बिना कारण सत्यानाश करने को उभारा तो भी वह अब तक अपनी खराई पर बना है +9845,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_004.wav,शैतान ने यहोवा को उत्तर दिया खाल के बदले खाल परन्तु प्राण के बदले मनुष्य अपना सब कुछ दे देता है +9846,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_005.wav,इसलिए केवल अपना हाथ बढ़ाकर उसकी हड्डियाँ और माँस छू तब वह तेरे मुँह पर तेरी निन्दा करेगा +9847,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_006.wav,यहोवा ने शैतान से कहा सुन वह तेरे हाथ में है केवल उसका प्राण छोड़ देना +9848,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_007.wav,तब शैतान यहोवा के सामने से निकला और अय्यूब को पाँव के तलवे से लेकर सिर की चोटी तक बड़ेबड़े फोड़ों से पीड़ित किया +9849,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_008.wav,तब अय्यूब खुजलाने के लिये एक ठीकरा लेकर राख पर बैठ गया +9850,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_009.wav,तब उसकी पत्नी उससे कहने लगी क्या तू अब भी अपनी खराई पर बना है परमेश्वर की निन्दा कर और चाहे मर जाए तो मर जा +9851,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_010.wav,उसने उससे कहा तू एक मूर्ख स्त्री के समान बातें करती है क्या हम जो परमेश्वर के हाथ से सुख लेते हैं दुःख न लें इन सब बातों में भी अय्यूब ने अपने मुँह से कोई पाप नहीं किया +9852,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_011.wav,जब तेमानी एलीपज और शूही बिल्दद और नामाती सोपर अय्यूब के इन तीन मित्रों ने इस सब विपत्ति का समाचार पाया जो उस पर पड़ी थीं तब वे आपस में यह ठानकर कि हम अय्यूब के पास जाकर उसके संग विलाप करेंगे और उसको शान्ति देंगे अपनेअपने यहाँ से उसके पास चले +9853,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_012.wav,जब उन्होंने दूर से आँख उठाकर अय्यूब को देखा और उसे न पहचान सके तब चिल्लाकर रो उठे और अपनाअपना बागा फाड़ा और आकाश की और धूलि उड़ाकर अपनेअपने सिर पर डाली +9854,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_002_013.wav,तब वे सात दिन और सात रात उसके संग भूमि पर बैठे रहे परन्तु उसका दुःख बहुत ही बड़ा जानकर किसी ने उससे एक भी बात न कही +9855,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_001.wav,इसके बाद अय्यूब मुँह खोलकर अपने जन्मदिन को धिक्कारने +9856,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_002.wav,और कहने लगा +9857,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_003.wav,वह दिन नाश हो जाए जिसमें मैं उत्पन्न हुआ और वह रात भी जिसमें कहा गया बेटे का गर्भ रहा +9858,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_004.wav,वह दिन अंधियारा हो जाए ऊपर से परमेश्वर उसकी सुधि न ले और न उसमें प्रकाश होए +9859,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_005.wav,अंधियारा और मृत्यु की छाया उस पर रहे बादल उस पर छाए रहें और दिन को अंधेरा कर देनेवाली चीजें उसे डराएँ +9860,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_006.wav,घोर अंधकार उस रात को पकड़े वर्षा के दिनों के बीच वह आनन्द न करने पाए और न महीनों में उसकी गिनती की जाए +9861,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_007.wav,सुनो वह रात बाँझ हो जाए उसमें गाने का शब्द न सुन पड़े +9862,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_008.wav,जो लोग किसी दिन को धिक्कारते हैं और लिव्यातान को छेड़ने में निपुण हैं उसे धिक्कारें +9863,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_009.wav,उसकी संध्या के तारे प्रकाश न दें वह उजियाले की बाट जोहे पर वह उसे न मिले वह भोर की पलकों को भी देखने न पाए +9864,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_010.wav,क्योंकि उसने मेरी माता की कोख को बन्द न किया और कष्ट को मेरी दृष्टि से न छिपाया +9865,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_011.wav,मैं गर्भ ही में क्यों न मर गया पेट से निकलते ही मेरा प्राण क्यों न छूटा +9866,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_012.wav,मैं घुटनों पर क्यों लिया गया मैं छातियों को क्यों पीने पाया +9867,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_013.wav,ऐसा न होता तो मैं चुपचाप पड़ा रहता मैं सोता रहता और विश्राम करता +9868,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_014.wav,और मैं पृथ्वी के उन राजाओं और मंत्रियों के साथ होता जिन्होंने अपने लिये सुनसान स्थान बनवा लिए +9869,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_015.wav,या मैं उन राजकुमारों के साथ होता जिनके पास सोना था जिन्होंने अपने घरों को चाँदी से भर लिया था +9870,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_016.wav,या मैं असमय गिरे हुए गर्भ के समान हुआ होता या ऐसे बच्चों के समान होता जिन्होंने उजियाले को कभी देखा ही न हो +9871,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_017.wav,उस दशा में दुष्ट लोग फिर दुःख नहीं देते और थकेमाँदे विश्राम पाते हैं +9872,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_018.wav,उसमें बन्धुए एक संग सुख से रहते हैं और परिश्रम करानेवाले का शब्द नहीं सुनते +9873,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_019.wav,उसमें छोटे बड़े सब रहते हैं और दास अपने स्वामी से स्वतंत्र रहता है +9874,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_020.wav,दुःखियों को उजियाला और उदास मनवालों को जीवन क्यों दिया जाता है +9875,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_021.wav,वे मृत्यु की बाट जोहते हैं पर वह आती नहीं और गड़े हुए धन से अधिक उसकी खोज करते हैं +9876,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_022.wav,वे कब्र को पहुँचकर आनन्दित और अत्यन्त मगन होते हैं +9877,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_023.wav,उजियाला उस पुरुष को क्यों मिलता है जिसका मार्ग छिपा है जिसके चारों ओर परमेश्वर ने घेरा बाँध दिया है +9878,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_024.wav,मुझे तो रोटी खाने के बदले लम्बीलम्बी साँसें आती हैं और मेरा विलाप धारा के समान बहता रहता है +9879,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_025.wav,क्योंकि जिस डरावनी बात से मैं डरता हूँ वही मुझ पर आ पड़ती है और जिस बात से मैं भय खाता हूँ वही मुझ पर आ जाती है +9880,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_003_026.wav,मुझे न ��ो चैन न शान्ति न विश्राम मिलता है परन्तु दुःख ही दुःख आता है +9881,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_001.wav,तब तेमानी एलीपज ने कहा +9882,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_002.wav,यदि कोई तुझ से कुछ कहने लगे तो क्या तुझे बुरा लगेगा परन्तु बोले बिना कौन रह सकता है +9883,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_003.wav,सुन तूने बहुतों को शिक्षा दी है और निर्बल लोगों को बलवन्त किया है +9884,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_004.wav,गिरते हुओं को तूने अपनी बातों से सम्भाल लिया और लड़खड़ाते हुए लोगों को तूने बलवन्त किया +9885,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_005.wav,परन्तु अब विपत्ति तो तुझी पर आ पड़ी और तू निराश हुआ जाता है उसने तुझे छुआ और तू घबरा उठा +9886,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_006.wav,क्या परमेश्वर का भय ही तेरा आसरा नहीं और क्या तेरी चाल चलन जो खरी है तेरी आशा नहीं +9887,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_007.wav,क्या तुझे मालूम है कि कोई निर्दोष भी कभी नाश हुआ है या कहीं सज्जन भी काट डाले गए +9888,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_008.wav,मेरे देखने में तो जो पाप को जोतते और दुःख बोते हैं वही उसको काटते हैं +9889,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_009.wav,वे तो परमेश्वर की श्वास से नाश होते और उसके क्रोध के झोंके से भस्म होते हैं +9890,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_010.wav,सिंह का गरजना और हिंसक सिंह का दहाड़ना बन्द हो जाता है और जवान सिंहों के दाँत तोड़े जाते हैं +9891,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_011.wav,शिकार न पाकर बूढ़ा सिंह मर जाता है और सिंहनी के बच्चे तितर बितर हो जाते हैं +9892,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_012.wav,एक बात चुपके से मेरे पास पहुँचाई गई और उसकी कुछ भनक मेरे कान में पड़ी +9893,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_013.wav,रात के स्वप्नों की चिन्ताओं के बीच जब मनुष्य गहरी निद्रा में रहते हैं +9894,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_014.wav,मुझे ऐसी थरथराहट और कँपकँपी लगी कि मेरी सब हड्डियाँ तक हिल उठी +9895,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_015.wav,तब एक आत्मा मेरे सामने से होकर चली और मेरी देह के रोएँ खड़े हो गए +9896,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_016.wav,वह चुपचाप ठहर गई और मैं उसकी आकृति को पहचान न सका परन्तु मेरी आँखों के सामने कोई रूप था पहले सन्नाटा छाया रहा फिर मुझे एक शब्द सुन पड़ा +9897,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_017.wav,क्या नाशवान मनुष्य परमेश्वर से अधिक धर्मी होगा क्या मनुष्य अपने सृजनहार से अधिक पवित्र हो सकता है +9898,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_018.wav,देख वह अपने सेवकों पर भरोसा नहीं रखता और अपने स्वर्गदूतों को दोषी ठहराता है +9899,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_019.wav,फिर जो मिट्टी के घरों में रहते हैं और जिनकी नींव मिट्टी में डाली गई है और जो पतंगे के समान पिस जाते हैं उनकी क्या गणना +9900,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_020.wav,वे भोर से साँझ तक नाश किए जाते हैं वे सदा के लिये मिट जात��� हैं और कोई उनका विचार भी नहीं करता +9901,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_004_021.wav,क्या उनके डेरे की डोरी उनके अन्दर ही अन्दर नहीं कट जाती वे बिना बुद्धि के ही मर जाते हैं +9902,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_001.wav,पुकारकर देख क्या कोई है जो तुझे उत्तर देगा और पवित्रों में से तू किसकी ओर फिरेगा +9903,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_002.wav,क्योंकि मूर्ख तो खेद करतेकरते नाश हो जाता है और निर्बुद्धि जलतेजलते मर मिटता है +9904,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_003.wav,मैंने मूर्ख को जड़ पकड़ते देखा है परन्तु अचानक मैंने उसके वासस्थान को धिक्कारा +9905,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_004.wav,उसके बच्चे सुरक्षा से दूर हैं और वे फाटक में पीसे जाते हैं और कोई नहीं है जो उन्हें छुड़ाए +9906,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_005.wav,उसके खेत की उपज भूखे लोग खा लेते हैं वरन् कँटीली बाड़ में से भी निकाल लेते हैं और प्यासा उनके धन के लिये फंदा लगाता है +9907,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_006.wav,क्योंकि विपत्ति धूल से उत्पन्न नहीं होती और न कष्ट भूमि में से उगता है +9908,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_007.wav,परन्तु जैसे चिंगारियाँ ऊपर ही ऊपर को उड़ जाती हैं वैसे ही मनुष्य कष्ट ही भोगने के लिये उत्पन्न हुआ है +9909,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_008.wav,परन्तु मैं तो परमेश्वर ही को खोजता रहूँगा और अपना मुकद्दमा परमेश्वर पर छोड़ दूँगा +9910,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_009.wav,वह तो ऐसे बड़े काम करता है जिनकी थाह नहीं लगती और इतने आश्चर्यकर्म करता है जो गिने नहीं जाते +9911,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_010.wav,वही पृथ्वी के ऊपर वर्षा करता और खेतों पर जल बरसाता है +9912,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_011.wav,इसी रीति वह नम्र लोगों को ऊँचे स्थान पर बैठाता है और शोक का पहरावा पहने हुए लोग ऊँचे पर पहुँचकर बचते हैं +9913,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_012.wav,वह तो धूर्त लोगों की कल्पनाएँ व्यर्थ कर देता है और उनके हाथों से कुछ भी बन नहीं पड़ता +9914,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_013.wav,वह बुद्धिमानों को उनकी धूर्तता ही में फँसाता है और कुटिल लोगों की युक्ति दूर की जाती है +9915,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_014.wav,उन पर दिन को अंधेरा छा जाता है और दिन दुपहरी में वे रात के समान टटोलते फिरते हैं +9916,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_015.wav,परन्तु वह दरिद्रों को उनके वचनरुपी तलवार से और बलवानों के हाथ से बचाता है +9917,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_016.wav,इसलिए कंगालों को आशा होती है और कुटिल मनुष्यों का मुँह बन्द हो जाता है +9918,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_017.wav,देख क्या ही धन्य वह मनुष्य जिसको परमेश्वर ताड़ना देता है इसलिए तू सर्वशक्तिमान की ताड़ना को तुच्छ मत जान +9919,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_018.wav,क्योंकि वही घायल करता और वही पट्टी भी बाँधता है वही मारता है और ��ही अपने हाथों से चंगा भी करता है +9920,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_019.wav,वह तुझे छः विपत्तियों से छुड़ाएगा वरन् सात से भी तेरी कुछ हानि न होने पाएगी +9921,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_020.wav,अकाल में वह तुझे मृत्यु से और युद्ध में तलवार की धार से बचा लेगा +9922,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_021.wav,तू वचनरुपी कोड़े से बचा रहेगा और जब विनाश आए तब भी तुझे भय न होगा +9923,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_022.wav,तू उजाड़ और अकाल के दिनों में हँसमुख रहेगा और तुझे जंगली जन्तुओं से डर न लगेगा +9924,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_023.wav,वरन् मैदान के पत्थर भी तुझ से वाचा बाँधे रहेंगे और वन पशु तुझ से मेल रखेंगे +9925,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_024.wav,और तुझे निश्चय होगा कि तेरा डेरा कुशल से है और जब तू अपने निवास में देखे तब कोई वस्तु खोई न होगी +9926,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_025.wav,तुझे यह भी निश्चित होगा कि मेरे बहुत वंश होंगे और मेरी सन्तान पृथ्वी की घास के तुल्य बहुत होंगी +9927,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_026.wav,जैसे पूलियों का ढेर समय पर खलिहान में रखा जाता है वैसे ही तू पूरी अवस्था का होकर कब्र को पहुँचेगा +9928,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_005_027.wav,देख हमने खोज खोजकर ऐसा ही पाया है इसे तू सुन और अपने लाभ के लिये ध्यान में रख +9929,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_001.wav,फिर अय्यूब ने उत्तर देकर कहा +9930,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_002.wav,भला होता कि मेरा खेद तौला जाता और मेरी सारी विपत्ति तराजू में रखी जाती +9931,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_003.wav,क्योंकि वह समुद्र की रेत से भी भारी ठहरती इसी कारण मेरी बातें उतावली से हुई हैं +9932,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_004.wav,क्योंकि सर्वशक्तिमान के तीर मेरे अन्दर चुभे हैं और उनका विष मेरी आत्मा में पैठ गया है परमेश्वर की भयंकर बात मेरे विरुद्ध पाँति बाँधे हैं +9933,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_005.wav,जब जंगली गदहे को घास मिलती तब क्या वह रेंकता है और बैल चारा पाकर क्या डकारता है +9934,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_006.wav,जो फीका है क्या वह बिना नमक खाया जाता है क्या अण्डे की सफेदी में भी कुछ स्वाद होता है +9935,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_007.wav,जिन वस्तुओं को मैं छूना भी नहीं चाहता वही मानो मेरे लिये घिनौना आहार ठहरी हैं +9936,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_008.wav,भला होता कि मुझे मुँह माँगा वर मिलता और जिस बात की मैं आशा करता हूँ वह परमेश्वर मुझे दे देता +9937,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_009.wav,कि परमेश्वर प्रसन्न होकर मुझे कुचल डालता और हाथ बढ़ाकर मुझे काट डालता +9938,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_010.wav,यही मेरी शान्ति का कारण वरन् भारी पीड़ा में भी मैं इस कारण से उछल पड़ता क्योंकि मैंने उस पवित्र के वचनों का कभी इन्कार नहीं किया +9939,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_011.wav,मुझ में बल ही क्या है कि मैं आशा रखूँ और मेरा अन्त ही क्या होगा कि मैं धीरज धरूँ +9940,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_012.wav,क्या मेरी दृढ़ता पत्थरों के समान है क्या मेरा शरीर पीतल का है +9941,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_013.wav,क्या मैं निराधार नहीं हूँ क्या काम करने की शक्ति मुझसे दूर नहीं हो गई +9942,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_014.wav,जो पड़ोसी पर कृपा नहीं करता वह सर्वशक्तिमान का भय मानना छोड़ देता है +9943,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_015.wav,मेरे भाई नाले के समान विश्वासघाती हो गए हैं वरन् उन नालों के समान जिनकी धार सूख जाती है +9944,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_016.wav,और वे बर्फ के कारण काले से हो जाते हैं और उनमें हिम छिपा रहता है +9945,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_017.wav,परन्तु जब गरमी होने लगती तब उनकी धाराएँ लोप हो जाती हैं और जब कड़ी धूप पड़ती है तब वे अपनी जगह से उड़ जाते हैं +9946,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_018.wav,वे घूमतेघूमते सूख जातीं और सुनसान स्थान में बहकर नाश होती हैं +9947,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_019.wav,तेमा के बंजारे देखते रहे और शेबा के काफिलेवालों ने उनका रास्ता देखा +9948,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_020.wav,वे लज्जित हुए क्योंकि उन्होंने भरोसा रखा था और वहाँ पहुँचकर उनके मुँह सूख गए +9949,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_021.wav,उसी प्रकार अब तुम भी कुछ न रहे मेरी विपत्ति देखकर तुम डर गए हो +9950,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_022.wav,क्या मैंने तुम से कहा था मुझे कुछ दो या अपनी सम्पत्ति में से मेरे लिये कुछ दो +9951,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_023.wav,या मुझे सतानेवाले के हाथ से बचाओ या उपद्रव करनेवालों के वश से छुड़ा लो +9952,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_024.wav,मुझे शिक्षा दो और मैं चुप रहूँगा और मुझे समझाओ कि मैंने किस बात में चूक की है +9953,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_025.wav,सच्चाई के वचनों में कितना प्रभाव होता है परन्तु तुम्हारे विवाद से क्या लाभ होता है +9954,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_026.wav,क्या तुम बातें पकड़ने की कल्पना करते हो निराश जन की बातें तो वायु के समान हैं +9955,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_027.wav,तुम अनाथों पर चिट्ठी डालते और अपने मित्र को बेचकर लाभ उठानेवाले हो +9956,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_028.wav,इसलिए अब कृपा करके मुझे देखो निश्चय मैं तुम्हारे सामने कदापि झूठ न बोलूँगा +9957,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_029.wav,फिर कुछ अन्याय न होने पाए फिर इस मुकद्दमे में मेरा धर्म ज्यों का त्यों बना है मैं सत्य पर हूँ +9958,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_006_030.wav,क्या मेरे वचनों में कुछ कुटिलता है क्या मैं दुष्टता नहीं पहचान सकता +9959,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_001.wav,क्या मनुष्य को पृथ्वी पर कठिन सेवा करनी नहीं पड़ती क्या उसके दिन मजदूर के से नहीं होते +9960,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_002.wav,जैसा कोई दास छाया की अभिलाषा करे या मजदूर अपनी मजदूर��� की आशा रखे +9961,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_003.wav,वैसा ही मैं अनर्थ के महीनों का स्वामी बनाया गया हूँ और मेरे लिये क्लेश से भरी रातें ठहराई गई हैं +9962,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_004.wav,जब मैं लेट जाता तब कहता हूँ मैं कब उठूँगा और रात कब बीतेगी और पौ फटने तक छटपटातेछटपटाते थक जाता हूँ +9963,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_005.wav,मेरी देह कीड़ों और मिट्टी के ढेलों से ढकी हुई है मेरा चमड़ा सिमट जाता और फिर गल जाता है +9964,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_006.wav,मेरे दिन जुलाहे की ढरकी से अधिक फुर्ती से चलनेवाले हैं और निराशा में बीते जाते हैं +9965,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_007.wav,याद कर कि मेरा जीवन वायु ही है और मैं अपनी आँखों से कल्याण फिर न देखूँगा +9966,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_008.wav,जो मुझे अब देखता है उसे मैं फिर दिखाई न दूँगा तेरी आँखें मेरी ओर होंगी परन्तु मैं न मिलूँगा +9967,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_009.wav,जैसे बादल छटकर लोप हो जाता है वैसे ही अधोलोक में उतरनेवाला फिर वहाँ से नहीं लौट सकता +9968,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_010.wav,वह अपने घर को फिर लौट न आएगा और न अपने स्थान में फिर मिलेगा +9969,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_011.wav,इसलिए मैं अपना मुँह बन्द न रखूँगा अपने मन का खेद खोलकर कहूँगा और अपने जीव की कड़वाहट के कारण कुढ़कुढ़ाता रहूँगा +9970,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_012.wav,क्या मैं समुद्र हूँ या समुद्री अजगर हूँ कि तू मुझ पर पहरा बैठाता है +9971,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_013.wav,जब जब मैं सोचता हूँ कि मुझे खाट पर शान्ति मिलेगी और बिछौने पर मेरा खेद कुछ हलका होगा +9972,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_014.wav,तबतब तू मुझे स्वप्नों से घबरा देता और दर्शनों से भयभीत कर देता है +9973,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_015.wav,यहाँ तक कि मेरा जी फांसी को और जीवन से मृत्यु को अधिक चाहता है +9974,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_016.wav,मुझे अपने जीवन से घृणा आती है मैं सर्वदा जीवित रहना नहीं चाहता मेरा जीवनकाल साँस सा है इसलिए मुझे छोड़ दे +9975,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_017.wav,मनुष्य क्या है कि तू उसे महत्त्व दे और अपना मन उस पर लगाए +9976,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_018.wav,और प्रति भोर को उसकी सुधि ले और प्रति क्षण उसे जाँचता रहे +9977,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_019.wav,तू कब तक मेरी ओर आँख लगाए रहेगा और इतनी देर के लिये भी मुझे न छोड़ेगा कि मैं अपना थूक निगल लूँ +9978,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_020.wav,हे मनुष्यों के ताकनेवाले मैंने पाप तो किया होगा तो मैंने तेरा क्या बिगाड़ा तूने क्यों मुझ को अपना निशाना बना लिया है यहाँ तक कि मैं अपने ऊपर आप ही बोझ हुआ हूँ +9979,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_007_021.wav,और तू क्यों मेरा अपराध क्षमा नहीं करता और मेरा अधर्म क्यों दूर नहीं करता अब तो मैं मिट्टी में सो जाऊँगा ���र तू मुझे यत्न से ढूँढ़ेगा पर मेरा पता नहीं मिलेगा +9980,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_001.wav,तब शूही बिल्दद ने कहा +9981,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_002.wav,तू कब तक ऐसीऐसी बातें करता रहेगा और तेरे मुँह की बातें कब तक प्रचण्ड वायु सी रहेगी +9982,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_003.wav,क्या परमेश्वर अन्याय करता है और क्या सर्वशक्तिमान धार्मिकता को उलटा करता है +9983,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_004.wav,यदि तेरे बच्चों ने उसके विरुद्ध पाप किया है तो उसने उनको उनके अपराध का फल भुगताया है +9984,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_005.wav,तो भी यदि तू आप परमेश्वर को यत्न से ढूँढ़ता और सर्वशक्तिमान से गिड़गिड़ाकर विनती करता +9985,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_006.wav,और यदि तू निर्मल और धर्मी रहता तो निश्चय वह तेरे लिये जागता और तेरी धार्मिकता का निवास फिर ज्यों का त्यों कर देता +9986,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_007.wav,चाहे तेरा भाग पहले छोटा ही रहा हो परन्तु अन्त में तेरी बहुत बढ़ती होती +9987,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_008.wav,पिछली पीढ़ी के लोगों से तो पूछ और जो कुछ उनके पुरखाओं ने जाँच पड़ताल की है उस पर ध्यान दे +9988,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_009.wav,क्योंकि हम तो कल ही के हैं और कुछ नहीं जानते और पृथ्वी पर हमारे दिन छाया के समान बीतते जाते हैं +9989,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_010.wav,क्या वे लोग तुझ से शिक्षा की बातें न कहेंगे क्या वे अपने मन से बात न निकालेंगे +9990,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_011.wav,क्या कछार की घास पानी बिना बढ़ सकती है क्या सरकण्डा जल बिना बढ़ता है +9991,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_012.wav,चाहे वह हरी हो और काटी भी न गई हो तो भी वह और सब भाँति की घास से पहले ही सूख जाती है +9992,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_013.wav,परमेश्वर के सब बिसरानेवालों की गति ऐसी ही होती है और भक्तिहीन की आशा टूट जाती है +9993,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_014.wav,उसकी आशा का मूल कट जाता है और जिसका वह भरोसा करता है वह मकड़ी का जाला ठहरता है +9994,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_015.wav,चाहे वह अपने घर पर टेक लगाए परन्तु वह न ठहरेगा वह उसे दृढ़ता से थामेगा परन्तु वह स्थिर न रहेगा +9995,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_016.wav,वह धूप पाकर हरा भरा हो जाता है और उसकी डालियाँ बगीचे में चारों ओर फैलती हैं +9996,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_017.wav,उसकी जड़ कंकड़ों के ढेर में लिपटी हुई रहती है और वह पत्थर के स्थान को देख लेता है +9997,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_018.wav,परन्तु जब वह अपने स्थान पर से नाश किया जाए तब वह स्थान उससे यह कहकर मुँह मोड़ लेगा मैंने उसे कभी देखा ही नहीं +9998,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_019.wav,देख उसकी आनन्द भरी चाल यही है फिर उसी मिट्टी में से दूसरे उगेंगे +9999,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_020.wav,देख परमेश्वर न तो खरे मनुष्य को निकम्मा जानकर छोड़ देता है और न बुराई करनेवालों को सम्भालता है +10000,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_021.wav,वह तो तुझे हँसमुख करेगा और तुझ से जयजयकार कराएगा +10001,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_008_022.wav,तेरे बैरी लज्जा का वस्त्र पहनेंगे और दुष्टों का डेरा कहीं रहने न पाएगा +10002,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_001.wav,तब अय्यूब ने कहा +10003,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_002.wav,मैं निश्चय जानता हूँ कि बात ऐसी ही है परन्तु मनुष्य परमेश्वर की दृष्टि में कैसे धर्मी ठहर सकता है +10004,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_003.wav,चाहे वह उससे मुकद्दमा लड़ना भी चाहे तो भी मनुष्य हजार बातों में से एक का भी उत्तर न दे सकेगा +10005,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_004.wav,परमेश्वर बुद्धिमान और अति सामर्थी है उसके विरोध में हठ करके कौन कभी प्रबल हुआ है +10006,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_005.wav,वह तो पर्वतों को अचानक हटा देता है और उन्हें पता भी नहीं लगता वह क्रोध में आकर उन्हें उलटपुलट कर देता है +10007,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_006.wav,वह पृथ्वी को हिलाकर उसके स्थान से अलग करता है और उसके खम्भे काँपने लगते हैं +10008,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_007.wav,उसकी आज्ञा बिना सूर्य उदय होता ही नहीं और वह तारों पर मुहर लगाता है +10009,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_008.wav,वह आकाशमण्डल को अकेला ही फैलाता है और समुद्र की ऊँचीऊँची लहरों पर चलता है +10010,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_009.wav,वह सप्तर्षि मृगशिरा और कचपचिया और दक्षिण के नक्षत्रों का बनानेवाला है +10011,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_010.wav,वह तो ऐसे बड़े कर्म करता है जिनकी थाह नहीं लगती और इतने आश्चर्यकर्म करता है जो गिने नहीं जा सकते +10012,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_011.wav,देखो वह मेरे सामने से होकर तो चलता है परन्तु मुझ को नहीं दिखाई पड़ता और आगे को बढ़ जाता है परन्तु मुझे सूझ ही नहीं पड़ता है +10013,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_012.wav,देखो जब वह छीनने लगे तब उसको कौन रोकेगा कौन उससे कह सकता है कि तू यह क्या करता है +10014,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_013.wav,परमेश्वर अपना क्रोध ठण्डा नहीं करता रहब के सहायकों को उसके पाँव तले झुकना पड़ता है +10015,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_014.wav,फिर मैं क्या हूँ जो उसे उत्तर दूँ और बातें छाँट छाँटकर उससे विवाद करूँ +10016,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_015.wav,चाहे मैं निर्दोष भी होता परन्तु उसको उत्तर न दे सकता मैं अपने मुद्दई से गिड़गिड़ाकर विनती करता +10017,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_016.wav,चाहे मेरे पुकारने से वह उत्तर भी देता तो भी मैं इस बात पर विश्वास न करता कि वह मेरी बात सुनता है +10018,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_017.wav,वह आँधी चलाकर मुझे तोड़ डालता है और बिना कारण मेरी चोट पर चोट लगाता है +10019,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_018.wav,वह मुझे साँस भी लेने नहीं देता है और मुझे कड़वाहट से भरता है +10020,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_019.wav,यदि सामर्थ्य की चर्चा हो तो देखो वह बलवान है और यदि न्याय की चर्चा हो तो वह कहेगा मुझसे कौन मुकद्दमा लड़ेगा +10021,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_020.wav,चाहे मैं निर्दोष ही क्यों न हूँ परन्तु अपने ही मुँह से दोषी ठहरूँगा खरा होने पर भी वह मुझे कुटिल ठहराएगा +10022,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_021.wav,मैं खरा तो हूँ परन्तु अपना भेद नहीं जानता अपने जीवन से मुझे घृणा आती है +10023,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_022.wav,बात तो एक ही है इससे मैं यह कहता हूँ कि परमेश्वर खरे और दुष्ट दोनों को नाश करता है +10024,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_023.wav,जब लोग विपत्ति से अचानक मरने लगते हैं तब वह निर्दोष लोगों के जाँचे जाने पर हँसता है +10025,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_024.wav,देश दुष्टों के हाथ में दिया गया है परमेश्वर उसके न्यायियों की आँखों को मूँद देता है इसका करनेवाला वही न हो तो कौन है +10026,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_025.wav,मेरे दिन हरकारे से भी अधिक वेग से चले जाते हैं वे भागे जाते हैं और उनको कल्याण कुछ भी दिखाई नहीं देता +10027,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_026.wav,वे तेजी से सरकण्डों की नावों के समान चले जाते हैं या अहेर पर झपटते हुए उकाब के समान +10028,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_027.wav,यदि मैं कहूँ विलाप करना भूल जाऊँगा और उदासी छोड़कर अपना मन प्रफुल्लित कर लूँगा +10029,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_028.wav,तब मैं अपने सब दुःखों से डरता हूँ मैं तो जानता हूँ कि तू मुझे निर्दोष न ठहराएगा +10030,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_029.wav,मैं तो दोषी ठहरूँगा फिर व्यर्थ क्यों परिश्रम करूँ +10031,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_030.wav,चाहे मैं हिम के जल में स्नान करूँ और अपने हाथ खार से निर्मल करूँ +10032,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_031.wav,तो भी तू मुझे गड्ढे में डाल ही देगा और मेरे वस्त्र भी मुझसे घिन करेंगे +10033,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_032.wav,क्योंकि परमेश्वर मेरे तुल्य मनुष्य नहीं है कि मैं उससे वादविवाद कर सकूँ और हम दोनों एक दूसरे से मुकद्दमा लड़ सके +10034,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_033.wav,हम दोनों के बीच कोई बिचवई नहीं है जो हम दोनों पर अपना हाथ रखे +10035,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_034.wav,वह अपना सोंटा मुझ पर से दूर करे और उसकी भय देनेवाली बात मुझे न घबराए +10036,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_009_035.wav,तब मैं उससे निडर होकर कुछ कह सकूँगा क्योंकि मैं अपनी दृष्टि में ऐसा नहीं हूँ +10037,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_001.wav,मेरा प्राण जीवित रहने से उकताता है मैं स्वतंत्रता पूर्वक कुढ़कुढ़ाऊँगा और मैं अपने मन की कड़वाहट के मारे बातें करूँगा +10038,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_002.wav,मैं परमेश्वर से कहूँगा मुझे दोषी न ठहरा मुझे बता दे कि तू किस कारण मुझसे मुकद्दमा लड़ता है +10039,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_003.wav,क्या ��ुझे अंधेर करना और दुष्टों की युक्ति को सफल करके अपने हाथों के बनाए हुए को निकम्मा जानना भला लगता है +10040,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_004.wav,क्या तेरी देहधारियों की सी आँखें हैं और क्या तेरा देखना मनुष्य का सा है +10041,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_005.wav,क्या तेरे दिन मनुष्य के दिन के समान हैं या तेरे वर्ष पुरुष के समयों के तुल्य हैं +10042,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_006.wav,कि तू मेरा अधर्म ढूँढ़ता और मेरा पाप पूछता है +10043,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_007.wav,तुझे तो मालूम ही है कि मैं दुष्ट नहीं हूँ और तेरे हाथ से कोई छुड़ानेवाला नहीं +10044,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_008.wav,तूने अपने हाथों से मुझे ठीक रचा है और जोड़कर बनाया है तो भी तू मुझे नाश किए डालता है +10045,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_009.wav,स्मरण कर कि तूने मुझ को गुँधी हुई मिट्टी के समान बनाया क्या तू मुझे फिर धूल में मिलाएगा +10046,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_010.wav,क्या तूने मुझे दूध के समान उण्डेलकर और दही के समान जमाकर नहीं बनाया +10047,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_011.wav,फिर तूने मुझ पर चमड़ा और माँस चढ़ाया और हड्डियाँ और नसें गूँथकर मुझे बनाया है +10048,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_012.wav,तूने मुझे जीवन दिया और मुझ पर करुणा की है और तेरी चौकसी से मेरे प्राण की रक्षा हुई है +10049,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_013.wav,तो भी तूने ऐसी बातों को अपने मन में छिपा रखा मैं तो जान गया कि तूने ऐसा ही करने को ठाना था +10050,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_014.wav,कि यदि मैं पाप करूँ तो तू उसका लेखा लेगा और अधर्म करने पर मुझे निर्दोष न ठहराएगा +10051,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_015.wav,यदि मैं दुष्टता करूँ तो मुझ पर हाय और यदि मैं धर्मी बनूँ तो भी मैं सिर न उठाऊँगा क्योंकि मैं अपमान से भरा हुआ हूँ और अपने दुःख पर ध्यान रखता हूँ +10052,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_016.wav,और चाहे सिर उठाऊँ तो भी तू सिंह के समान मेरा अहेर करता है और फिर मेरे विरुद्ध आश्चर्यकर्मों को करता है +10053,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_017.wav,तू मेरे सामने अपने नयेनये साक्षी ले आता है और मुझ पर अपना क्रोध बढ़ाता है और मुझ पर सेना पर सेना चढ़ाई करती है +10054,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_018.wav,तूने मुझे गर्भ से क्यों निकाला नहीं तो मैं वहीं प्राण छोड़ता और कोई मुझे देखने भी न पाता +10055,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_019.wav,मेरा होना न होने के समान होता और पेट ही से कब्र को पहुँचाया जाता +10056,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_020.wav,क्या मेरे दिन थोड़े नहीं मुझे छोड़ दे और मेरी ओर से मुँह फेर ले कि मेरा मन थोड़ा शान्त हो जाए +10057,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_021.wav,इससे पहले कि मैं वहाँ जाऊँ जहाँ से फिर न लौटूँगा अर्थात् घोर अंधकार के देश में और मृत्यु की छाया में +10058,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_010_022.wav,और मृत्यु के अंधकार का देश जिसमें सब कुछ गड़बड़ है और जहाँ प्रकाश भी ऐसा है जैसा अंधकार +10059,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_001.wav,तब नामाती सोपर ने कहा +10060,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_002.wav,बहुत सी बातें जो कही गई हैं क्या उनका उत्तर देना न चाहिये क्या यह बकवादी मनुष्य धर्मी ठहराया जाए +10061,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_003.wav,क्या तेरे बड़े बोल के कारण लोग चुप रहें और जब तू ठट्ठा करता है तो क्या कोई तुझे लज्जित न करे +10062,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_004.wav,तू तो यह कहता है मेरा सिद्धान्त शुद्ध है और मैं परमेश्वर की दृष्टि में पवित्र हूँ +10063,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_005.wav,परन्तु भला हो कि परमेश्वर स्वयं बातें करें और तेरे विरुद्ध मुँह खोले +10064,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_006.wav,और तुझ पर बुद्धि की गुप्त बातें प्रगट करे कि उनका मर्म तेरी बुद्धि से बढ़कर है इसलिए जान ले कि परमेश्वर तेरे अधर्म में से बहुत कुछ भूल जाता है +10065,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_007.wav,क्या तू परमेश्वर का गूढ़ भेद पा सकता है और क्या तू सर्वशक्तिमान का मर्म पूरी रीति से जाँच सकता है +10066,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_008.wav,वह आकाश सा ऊँचा है तू क्या कर सकता है वह अधोलोक से गहरा है तू कहाँ समझ सकता है +10067,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_009.wav,उसकी माप पृथ्वी से भी लम्बी है और समुद्र से चौड़ी है +10068,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_010.wav,जब परमेश्वर बीच से गुजरे बन्दी बना ले और अदालत में बुलाए तो कौन उसको रोक सकता है +10069,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_011.wav,क्योंकि वह पाखण्डी मनुष्यों का भेद जानता है और अनर्थ काम को बिना सोच विचार किए भी जान लेता है +10070,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_012.wav,निर्बुद्धि मनुष्य बुद्धिमान हो सकता है यद्यपि मनुष्य जंगली गदहे के बच्चा के समान जन्म ले +10071,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_013.wav,यदि तू अपना मन शुद्ध करे और परमेश्वर की ओर अपने हाथ फैलाए +10072,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_014.wav,और यदि कोई अनर्थ काम तुझ से हुए हो उसे दूर करे और अपने डेरों में कोई कुटिलता न रहने दे +10073,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_015.wav,तब तो तू निश्चय अपना मुँह निष्कलंक दिखा सकेगा और तू स्थिर होकर कभी न डरेगा +10074,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_016.wav,तब तू अपना दुःख भूल जाएगा तू उसे उस पानी के समान स्मरण करेगा जो बह गया हो +10075,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_017.wav,और तेरा जीवन दोपहर से भी अधिक प्रकाशमान होगा और चाहे अंधेरा भी हो तो भी वह भोर सा हो जाएगा +10076,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_018.wav,और तुझे आशा होगी इस कारण तू निर्भय रहेगा और अपने चारों ओर देख देखकर तू निर्भय विश्राम कर सकेगा +10077,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_019.wav,और जब तू लेटेगा तब कोई तुझे डराएगा नहीं और बहुत लोग तुझे प्रसन्न करने का यत्न करेंगे +10078,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_011_020.wav,परन्तु दुष्ट लोगों की आँखें धुँधली हो जाएँगी और उन्हें कोई शरणस्थान न मिलेगा और उनकी आशा यही होगी कि प्राण निकल जाए +10079,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_001.wav,तब अय्यूब ने कहा +10080,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_002.wav,निःसन्देह मनुष्य तो तुम ही हो और जब तुम मरोगे तब बुद्धि भी जाती रहेगी +10081,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_003.wav,परन्तु तुम्हारे समान मुझ में भी समझ है मैं तुम लोगों से कुछ नीचा नहीं हूँ कौन ऐसा है जो ऐसी बातें न जानता हो +10082,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_004.wav,मैं परमेश्वर से प्रार्थना करता था और वह मेरी सुन लिया करता था परन्तु अब मेरे मित्र मुझ पर हँसते हैं जो धर्मी और खरा मनुष्य है वह हँसी का कारण हो गया है +10083,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_005.wav,दुःखी लोग तो सुखी लोगों की समझ में तुच्छ जाने जाते हैं और जिनके पाँव फिसलते हैं उनका अपमान अवश्य ही होता है +10084,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_006.wav,डाकुओं के डेरे कुशल क्षेम से रहते हैं और जो परमेश्वर को क्रोध दिलाते हैं वह बहुत ही निडर रहते हैं अर्थात् उनका ईश्वर उनकी मुट्ठी में रहता हैं +10085,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_007.wav,पशुओं से तो पूछ और वे तुझे सिखाएँगे और आकाश के पक्षियों से और वे तुझे बता देंगे +10086,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_008.wav,पृथ्वी पर ध्यान दे तब उससे तुझे शिक्षा मिलेगी और समुद्र की मछलियाँ भी तुझ से वर्णन करेंगी +10087,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_009.wav,कौन इन बातों को नहीं जानता कि यहोवा ही ने अपने हाथ से इस संसार को बनाया है +10088,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_010.wav,उसके हाथ में एकएक जीवधारी का प्राण और एकएक देहधारी मनुष्य की आत्मा भी रहती है +10089,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_011.wav,जैसे जीभ से भोजन चखा जाता है क्या वैसे ही कान से वचन नहीं परखे जाते +10090,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_012.wav,बूढ़ों में बुद्धि पाई जाती है और लम्बी आयु वालों में समझ होती तो है +10091,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_013.wav,परमेश्वर में पूरी बुद्धि और पराक्रम पाए जाते हैं युक्ति और समझ उसी में हैं +10092,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_014.wav,देखो जिसको वह ढा दे वह फिर बनाया नहीं जाता जिस मनुष्य को वह बन्द करे वह फिर खोला नहीं जाता +10093,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_015.wav,देखो जब वह वर्षा को रोक रखता है तो जल सूख जाता है फिर जब वह जल छोड़ देता है तब पृथ्वी उलट जाती है +10094,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_016.wav,उसमें सामर्थ्य और खरी बुद्धि पाई जाती है धोखा देनेवाला और धोखा खानेवाला दोनों उसी के हैं +10095,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_017.wav,वह मंत्रियों को लूटकर बँधुआई में ले जाता और न्यायियों को मूर्ख बना देता है +10096,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_018.wav,वह राजाओं का अधिकार तोड़ देता है और उनकी कमर पर बन्धन बन्धवाता है +10097,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_019.wav,वह याजकों को लूटकर बँधुआई में ले जाता और सामर्थियों को उलट देता है +10098,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_020.wav,वह विश्वासयोग्य पुरुषों से बोलने की शक्ति और पुरनियों से विवेक की शक्ति हर लेता है +10099,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_021.wav,वह हाकिमों को अपमान से लादता और बलवानों के हाथ ढीले कर देता है +10100,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_022.wav,वह अंधियारे की गहरी बातें प्रगट करता और मृत्यु की छाया को भी प्रकाश में ले आता है +10101,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_023.wav,वह जातियों को बढ़ाता और उनको नाश करता है वह उनको फैलाता और बँधुआई में ले जाता है +10102,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_024.wav,वह पृथ्वी के मुख्य लोगों की बुद्धि उड़ा देता और उनको निर्जन स्थानों में जहाँ रास्ता नहीं है भटकाता है +10103,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_012_025.wav,वे बिन उजियाले के अंधेरे में टटोलते फिरते हैं और वह उन्हें ऐसा बना देता है कि वे मतवाले के समान डगमगाते हुए चलते हैं +10104,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_001.wav,सुनो मैं यह सब कुछ अपनी आँख से देख चुका और अपने कान से सुन चुका और समझ भी चुका हूँ +10105,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_002.wav,जो कुछ तुम जानते हो वह मैं भी जानता हूँ मैं तुम लोगों से कुछ कम नहीं हूँ +10106,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_003.wav,मैं तो सर्वशक्तिमान से बातें करूँगा और मेरी अभिलाषा परमेश्वर से वादविवाद करने की है +10107,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_004.wav,परन्तु तुम लोग झूठी बात के गढ़नेवाले हो तुम सब के सब निकम्मे वैद्य हो +10108,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_005.wav,भला होता कि तुम बिल्कुल चुप रहते और इससे तुम बुद्धिमान ठहरते +10109,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_006.wav,मेरा विवाद सुनो और मेरी विनती की बातों पर कान लगाओ +10110,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_007.wav,क्या तुम परमेश्वर के निमित्त टेढ़ी बातें कहोगे और उसके पक्ष में कपट से बोलोगे +10111,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_008.wav,क्या तुम उसका पक्षपात करोगे और परमेश्वर के लिये मुकद्दमा चलाओगे +10112,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_009.wav,क्या यह भला होगा कि वह तुम को जाँचे क्या जैसा कोई मनुष्य को धोखा दे वैसा ही तुम क्या उसको भी धोखा दोगे +10113,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_010.wav,यदि तुम छिपकर पक्षपात करो तो वह निश्चय तुम को डाँटेगा +10114,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_011.wav,क्या तुम उसके माहात्म्य से भय न खाओगे क्या उसका डर तुम्हारे मन में न समाएगा +10115,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_012.wav,तुम्हारे स्मरणयोग्य नीतिवचन राख के समान हैं तुम्हारे गढ़ मिट्टी ही के ठहरे हैं +10116,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_013.wav,मुझसे बात करना छोड़ो कि मैं भी कुछ कहने पाऊँ फिर मुझ पर जो चाहे वह आ पड़े +10117,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_014.wav,मैं क्यों अपना माँस अपने दाँतों से चबाऊँ और क्यों अपना प्राण हथेली पर रखूँ +10118,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_015.wav,वह मुझे घात करेगा मुझे कुछ आशा नहीं तो भी मैं अपनी चालचलन का पक्ष लूँगा +10119,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_016.wav,और यह ही मेरे बचाव का कारण होगा कि भक्तिहीन जन उसके सामने नहीं जा सकता +10120,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_017.wav,चित्त लगाकर मेरी बात सुनो और मेरी विनती तुम्हारे कान में पड़े +10121,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_018.wav,देखो मैंने अपने मुकद्दमे की पूरी तैयारी की है मुझे निश्चय है कि मैं निर्दोष ठहरूँगा +10122,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_019.wav,कौन है जो मुझसे मुकद्दमा लड़ सकेगा ऐसा कोई पाया जाए तो मैं चुप होकर प्राण छोड़ूँगा +10123,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_020.wav,दो ही काम मेरे लिए कर तब मैं तुझ से नहीं छिपूँगाः +10124,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_021.wav,अपनी ताड़ना मुझसे दूर कर ले और अपने भय से मुझे भयभीत न कर +10125,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_022.wav,तब तेरे बुलाने पर मैं बोलूँगा या मैं प्रश्न करूँगा और तू मुझे उत्तर दे +10126,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_023.wav,मुझसे कितने अधर्म के काम और पाप हुए हैं मेरे अपराध और पाप मुझे जता दे +10127,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_024.wav,तू किस कारण अपना मुँह फेर लेता है और मुझे अपना शत्रु गिनता है +10128,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_025.wav,क्या तू उड़ते हुए पत्ते को भी कँपाएगा और सूखे डंठल के पीछे पड़ेगा +10129,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_026.wav,तू मेरे लिये कठिन दुःखों की आज्ञा देता है और मेरी जवानी के अधर्म का फल मुझे भुगता देता है +10130,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_027.wav,और मेरे पाँवों को काठ में ठोंकता और मेरी सारी चालचलन देखता रहता है और मेरे पाँवों की चारों ओर सीमा बाँध लेता है +10131,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_013_028.wav,और मैं सड़ीगली वस्तु के तुल्य हूँ जो नाश हो जाती है और कीड़ा खाए कपड़े के तुल्य हूँ +10132,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_001.wav,मनुष्य जो स्त्री से उत्पन्न होता है उसके दिन थोड़े और दुःख भरे है +10133,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_002.wav,वह फूल के समान खिलता फिर तोड़ा जाता है वह छाया की रीति पर ढल जाता और कहीं ठहरता नहीं +10134,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_003.wav,फिर क्या तू ऐसे पर दृष्टि लगाता है क्या तू मुझे अपने साथ कचहरी में घसीटता है +10135,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_004.wav,अशुद्ध वस्तु से शुद्ध वस्तु को कौन निकाल सकता है कोई नहीं +10136,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_005.wav,मनुष्य के दिन नियुक्त किए गए हैं और उसके महीनों की गिनती तेरे पास लिखी है और तूने उसके लिये ऐसा सीमा बाँधा है जिसे वह पार नहीं कर सकता +10137,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_006.wav,इस कारण उससे अपना मुँह फेर ले कि वह आराम करे जब तक कि वह मजदूर के समान अपना दिन पूरा न कर ले +10138,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_007.wav,वृक्ष के लिये तो आशा रहती है कि चाहे वह काट डाला भ��� जाए तो भी फिर पनपेगा और उससे नर्मनर्म डालियाँ निकलती ही रहेंगी +10139,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_008.wav,चाहे उसकी जड़ भूमि में पुरानी भी हो जाए और उसका ठूँठ मिट्टी में सूख भी जाए +10140,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_009.wav,तो भी वर्षा की गन्ध पाकर वह फिर पनपेगा और पौधे के समान उससे शाखाएँ फूटेंगी +10141,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_010.wav,परन्तु मनुष्य मर जाता और पड़ा रहता है जब उसका प्राण छूट गया तब वह कहाँ रहा +10142,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_011.wav,जैसे नदी का जल घट जाता है और जैसे महानद का जल सूखतेसूखते सूख जाता है +10143,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_012.wav,वैसे ही मनुष्य लेट जाता और फिर नहीं उठता जब तक आकाश बना रहेगा तब तक वह न जागेगा और न उसकी नींद टूटेगी +10144,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_013.wav,भला होता कि तू मुझे अधोलोक में छिपा लेता और जब तक तेरा कोप ठण्डा न हो जाए तब तक मुझे छिपाए रखता और मेरे लिये समय नियुक्त करके फिर मेरी सुधि लेता +10145,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_014.wav,यदि मनुष्य मर जाए तो क्या वह फिर जीवित होगा जब तक मेरा छुटकारा न होता तब तक मैं अपनी कठिन सेवा के सारे दिन आशा लगाए रहता +10146,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_015.wav,तू मुझे पुकारता और मैं उत्तर देता हूँ तुझे अपने हाथ के बनाए हुए काम की अभिलाषा होती है +10147,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_016.wav,परन्तु अब तू मेरे पगपग को गिनता है क्या तू मेरे पाप की ताक में लगा नहीं रहता +10148,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_017.wav,मेरे अपराध छाप लगी हुई थैली में हैं और तूने मेरे अधर्म को सी रखा है +10149,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_018.wav,और निश्चय पहाड़ भी गिरतेगिरते नाश हो जाता है और चट्टान अपने स्थान से हट जाती है +10150,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_019.wav,और पत्थर जल से घिस जाते हैं और भूमि की धूलि उसकी बाढ़ से बहाई जाती है उसी प्रकार तू मनुष्य की आशा को मिटा देता है +10151,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_020.wav,तू सदा उस पर प्रबल होता और वह जाता रहता है तू उसका चेहरा बिगाड़कर उसे निकाल देता है +10152,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_021.wav,उसके पुत्रों की बड़ाई होती है और यह उसे नहीं सूझता और उनकी घटी होती है परन्तु वह उनका हाल नहीं जानता +10153,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_014_022.wav,केवल उसकी अपनी देह को दुःख होता है और केवल उसका अपना प्राण ही अन्दर ही अन्दर शोकित होता है +10154,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_001.wav,तब तेमानी एलीपज ने कहा +10155,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_002.wav,क्या बुद्धिमान को उचित है कि अज्ञानता के साथ उत्तर दे या अपने अन्तःकरण को पूर्वी पवन से भरे +10156,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_003.wav,क्या वह निष्फल वचनों से या व्यर्थ बातों से वादविवाद करे +10157,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_004.wav,वरन् तू परमेश्वर का भय मानना छोड़ देता और परमेश्वर की भक्ति क���ना औरों से भी छुड़ाता है +10158,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_005.wav,तू अपने मुँह से अपना अधर्म प्रगट करता है और धूर्त लोगों के बोलने की रीति पर बोलता है +10159,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_006.wav,मैं तो नहीं परन्तु तेरा मुँह ही तुझे दोषी ठहराता है और तेरे ही वचन तेरे विरुद्ध साक्षी देते हैं +10160,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_007.wav,क्या पहला मनुष्य तू ही उत्पन्न हुआ क्या तेरी उत्पत्ति पहाड़ों से भी पहले हुई +10161,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_008.wav,क्या तू परमेश्वर की सभा में बैठा सुनता था क्या बुद्धि का ठेका तू ही ने ले रखा है +10162,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_009.wav,तू ऐसा क्या जानता है जिसे हम नहीं जानते तुझ में ऐसी कौन सी समझ है जो हम में नहीं +10163,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_010.wav,हम लोगों में तो पक्के बाल वाले और अति पुरनिये मनुष्य हैं जो तेरे पिता से भी बहुत आयु के हैं +10164,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_011.wav,परमेश्वर की शान्तिदायक बातें और जो वचन तेरे लिये कोमल हैं क्या ये तेरी दृष्टि में तुच्छ हैं +10165,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_012.wav,तेरा मन क्यों तुझे खींच ले जाता है और तू आँख से क्यों इशारे करता है +10166,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_013.wav,तू भी अपनी आत्मा परमेश्वर के विरुद्ध करता है और अपने मुँह से व्यर्थ बातें निकलने देता है +10167,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_014.wav,मनुष्य है क्या कि वह निष्कलंक हो और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ वह है क्या कि निर्दोष हो सके +10168,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_015.wav,देख वह अपने पवित्रों पर भी विश्वास नहीं करता और स्वर्ग भी उसकी दृष्टि में निर्मल नहीं है +10169,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_016.wav,फिर मनुष्य अधिक घिनौना और भ्रष्ट है जो कुटिलता को पानी के समान पीता है +10170,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_017.wav,मैं तुझे समझा दूँगा इसलिए मेरी सुन ले जो मैंने देखा है उसी का वर्णन मैं करता हूँ +10171,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_018.wav,वे ही बातें जो बुद्धिमानों ने अपने पुरखाओं से सुनकर बिना छिपाए बताया है +10172,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_019.wav,केवल उन्हीं को देश दिया गया था और उनके मध्य में कोई विदेशी आताजाता नहीं था +10173,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_020.wav,दुष्ट जन जीवन भर पीड़ा से तड़पता है और उपद्रवी के वर्षों की गिनती ठहराई हुई है +10174,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_021.wav,उसके कान में डरावना शब्द गूँजता रहता है कुशल के समय भी नाश करनेवाला उस पर आ पड़ता है +10175,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_022.wav,उसे अंधियारे में से फिर निकलने की कुछ आशा नहीं होती और तलवार उसकी घात में रहती है +10176,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_023.wav,वह रोटी के लिये मारामारा फिरता है कि कहाँ मिलेगी उसे निश्चय रहता है कि अंधकार का दिन मेरे पास ही है +10177,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_024.wav,संकट और दुर्घटना से उसको डर लगता रहता है ऐसे राजा के समान जो युद्ध के लिये तैयार हो वे उस पर प्रबल होते हैं +10178,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_025.wav,उसने तो परमेश्वर के विरुद्ध हाथ बढ़ाया है और सर्वशक्तिमान के विरुद्ध वह ताल ठोंकता है +10179,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_026.wav,और सिर उठाकर और अपनी मोटीमोटी ढालें दिखाता हुआ घमण्ड से उस पर धावा करता है +10180,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_027.wav,इसलिए कि उसके मुँह पर चिकनाई छा गई है और उसकी कमर में चर्बी जमी है +10181,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_028.wav,और वह उजाड़े हुए नगरों में बस गया है और जो घर रहने योग्य नहीं और खण्डहर होने को छोड़े गए हैं उनमें बस गया है +10182,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_029.wav,वह धनी न रहेगा ओर न उसकी सम्पत्ति बनी रहेगी और ऐसे लोगों के खेत की उपज भूमि की ओर न झुकने पाएगी +10183,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_030.wav,वह अंधियारे से कभी न निकलेगा और उसकी डालियाँ आग की लपट से झुलस जाएँगी और परमेश्वर के मुँह की श्वास से वह उड़ जाएगा +10184,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_031.wav,वह अपने को धोखा देकर व्यर्थ बातों का भरोसा न करे क्योंकि उसका प्रतिफल धोखा ही होगा +10185,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_032.wav,वह उसके नियत दिन से पहले पूरा हो जाएगा उसकी डालियाँ हरी न रहेंगी +10186,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_033.wav,दाख के समान उसके कच्चे फल झड़ जाएँगे और उसके फूल जैतून के वृक्ष के समान गिरेंगे +10187,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_034.wav,क्योंकि भक्तिहीन के परिवार से कुछ बन न पड़ेगा और जो घूस लेते हैं उनके तम्बू आग से जल जाएँगे +10188,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_015_035.wav,उनको उपद्रव का गर्भ रहता और वे अनर्थ को जन्म देते है और वे अपने अन्तःकरण में छल की बातें गढ़ते हैं +10189,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_001.wav,तब अय्यूब ने कहा +10190,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_002.wav,ऐसी बहुत सी बातें मैं सुन चुका हूँ तुम सब के सब निकम्मे शान्तिदाता हो +10191,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_003.wav,क्या व्यर्थ बातों का अन्त कभी होगा तू कौन सी बात से झिड़ककर ऐसे उत्तर देता है +10192,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_004.wav,यदि तुम्हारी दशा मेरी सी होती तो मैं भी तुम्हारी सी बातें कर सकता मैं भी तुम्हारे विरुद्ध बातें जोड़ सकता और तुम्हारे विरुद्ध सिर हिला सकता +10193,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_005.wav,वरन् मैं अपने वचनों से तुम को हियाव दिलाता और बातों से शान्ति देकर तुम्हारा शोक घटा देता +10194,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_006.wav,चाहे मैं बोलूँ तो भी मेरा शोक न घटेगा चाहे मैं चुप रहूँ तो भी मेरा दुःख कुछ कम न होगा +10195,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_007.wav,परन्तु अब उसने मुझे थका दिया है उसने मेरे सारे परिवार को उजाड़ डाला है +10196,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_008.wav,और उसने जो मेरे शरीर को सूखा डाला है वह मेरे विरुद्ध स���क्षी ठहरा है और मेरा दुबलापन मेरे विरुद्ध खड़ा होकर मेरे सामने साक्षी देता है +10197,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_009.wav,उसने क्रोध में आकर मुझ को फाड़ा और मेरे पीछे पड़ा है वह मेरे विरुद्ध दाँत पीसता और मेरा बैरी मुझ को आँखें दिखाता है +10198,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_010.wav,अब लोग मुझ पर मुँह पसारते हैं और मेरी नामधराई करके मेरे गाल पर थप्पड़ मारते और मेरे विरुद्ध भीड़ लगाते हैं +10199,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_011.wav,परमेश्वर ने मुझे कुटिलों के वश में कर दिया और दुष्ट लोगों के हाथ में फेंक दिया है +10200,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_012.wav,मैं सुख से रहता था और उसने मुझे चूर चूरकर डाला उसने मेरी गर्दन पकड़कर मुझे टुकड़ेटुकड़े कर दिया फिर उसने मुझे अपना निशाना बनाकर खड़ा किया है +10201,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_013.wav,उसके तीर मेरे चारों ओर उड़ रहे हैं वह निर्दय होकर मेरे गुर्दों को बेधता है और मेरा पित्त भूमि पर बहाता है +10202,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_014.wav,वह शूर के समान मुझ पर धावा करके मुझे चोट पर चोट पहुँचाकर घायल करता है +10203,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_015.wav,मैंने अपनी खाल पर टाट को सी लिया है और अपना बल मिट्टी में मिला दिया है +10204,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_016.wav,रोतेरोते मेरा मुँह सूज गया है और मेरी आँखों पर घोर अंधकार छा गया है +10205,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_017.wav,तो भी मुझसे कोई उपद्रव नहीं हुआ है और मेरी प्रार्थना पवित्र है +10206,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_018.wav,हे पृथ्वी तू मेरे लहू को न ढाँपना और मेरी दुहाई कहीं न रुके +10207,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_019.wav,अब भी स्वर्ग में मेरा साक्षी है और मेरा गवाह ऊपर है +10208,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_020.wav,मेरे मित्र मुझसे घृणा करते हैं परन्तु मैं परमेश्वर के सामने आँसू बहाता हूँ +10209,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_021.wav,कि कोई परमेश्वर के सामने सज्जन का और आदमी का मुकद्दमा उसके पड़ोसी के विरुद्ध लड़े +10210,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_016_022.wav,क्योंकि थोड़े ही वर्षों के बीतने पर मैं उस मार्ग से चला जाऊँगा जिससे मैं फिर वापिस न लौटूँगा +10211,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_001.wav,मेरा प्राण निकलने पर है मेरे दिन पूरे हो चुके हैं मेरे लिये कब्र तैयार है +10212,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_002.wav,निश्चय जो मेरे संग हैं वह ठट्ठा करनेवाले हैं और उनका झगड़ारगड़ा मुझे लगातार दिखाई देता है +10213,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_003.wav,जमानत दे अपने और मेरे बीच में तू ही जामिन हो कौन है जो मेरे हाथ पर हाथ मारे +10214,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_004.wav,तूने उनका मन समझने से रोका है इस कारण तू उनको प्रबल न करेगा +10215,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_005.wav,जो अपने मित्रों को चुगली खाकर लूटा देता उसके बच्चों की आँखें अंधी हो जाएँगी +10216,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_006.wav,उसने ऐसा किया कि सब लोग मेरी उपमा देते हैं और लोग मेरे मुँह पर थूकते हैं +10217,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_007.wav,खेद के मारे मेरी आँखों में धुंधलापन छा गया है और मेरे सब अंग छाया के समान हो गए हैं +10218,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_008.wav,इसे देखकर सीधे लोग चकित होते हैं और जो निर्दोष हैं वह भक्तिहीन के विरुद्ध भड़क उठते हैं +10219,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_009.wav,तो भी धर्मी लोग अपना मार्ग पकड़े रहेंगे और शुद्ध काम करनेवाले सामर्थ्य पर सामर्थ्य पाते जाएँगे +10220,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_010.wav,तुम सब के सब मेरे पास आओ तो आओ परन्तु मुझे तुम लोगों में एक भी बुद्धिमान न मिलेगा +10221,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_011.wav,मेरे दिन तो बीत चुके और मेरी मनसाएँ मिट गई और जो मेरे मन में था वह नाश हुआ है +10222,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_012.wav,वे रात को दिन ठहराते वे कहते हैं अंधियारे के निकट उजियाला है +10223,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_013.wav,यदि मेरी आशा यह हो कि अधोलोक मेरा धाम होगा यदि मैंने अंधियारे में अपना बिछौना बिछा लिया है +10224,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_014.wav,यदि मैंने सड़ाहट से कहा तू मेरा पिता है और कीड़े से तू मेरी माँ और मेरी बहन है +10225,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_015.wav,तो मेरी आशा कहाँ रही और मेरी आशा किसके देखने में आएगी +10226,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_017_016.wav,वह तो अधोलोक में उतर जाएगी और उस समेत मुझे भी मिट्टी में विश्राम मिलेगा +10227,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_001.wav,तब शूही बिल्दद ने कहा +10228,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_002.wav,तुम कब तक फंदे लगा लगाकर वचन पकड़ते रहोगे चित्त लगाओ तब हम बोलेंगे +10229,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_003.wav,हम लोग तुम्हारी दृष्टि में क्यों पशु के तुल्य समझे जाते और मूर्ख ठहरे हैं +10230,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_004.wav,हे अपने को क्रोध में फाड़नेवाले क्या तेरे निमित्त पृथ्वी उजड़ जाएगी और चट्टान अपने स्थान से हट जाएगी +10231,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_005.wav,तो भी दुष्टों का दीपक बुझ जाएगा और उसकी आग की लौ न चमकेगी +10232,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_006.wav,उसके डेरे में का उजियाला अंधेरा हो जाएगा और उसके ऊपर का दिया बुझ जाएगा +10233,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_007.wav,उसके बड़ेबड़े फाल छोटे हो जाएँगे और वह अपनी ही युक्ति के द्वारा गिरेगा +10234,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_008.wav,वह अपना ही पाँव जाल में फँसाएगा वह फंदों पर चलता है +10235,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_009.wav,उसकी एड़ी फंदे में फँस जाएगी और वह जाल में पकड़ा जाएगा +10236,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_010.wav,फंदे की रस्सियाँ उसके लिये भूमि में और जाल रास्ते में छिपा दिया गया है +10237,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_011.wav,चारों ओर से डरावनी वस्तुएँ उसे डराएँगी और उसके पीछे पड़कर उसको भगाएँगी +10238,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_012.wav,उसका बल दुःख स�� घट जाएगा और विपत्ति उसके पास ही तैयार रहेगी +10239,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_013.wav,वह उसके अंग को खा जाएगी वरन् मृत्यु का पहिलौठा उसके अंगों को खा लेगा +10240,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_014.wav,अपने जिस डेरे का भरोसा वह करता है उससे वह छीन लिया जाएगा और वह भयंकरता के राजा के पास पहुँचाया जाएगा +10241,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_015.wav,जो उसके यहाँ का नहीं है वह उसके डेरे में वास करेगा और उसके घर पर गन्धक छितराई जाएगी +10242,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_016.wav,उसकी जड़ तो सूख जाएगी और डालियाँ कट जाएँगी +10243,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_017.wav,पृथ्वी पर से उसका स्मरण मिट जाएगा और बाजार में उसका नाम कभी न सुन पड़ेगा +10244,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_018.wav,वह उजियाले से अंधियारे में ढकेल दिया जाएगा और जगत में से भी भगाया जाएगा +10245,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_019.wav,उसके कुटुम्बियों में उसके कोई पुत्रपौत्र न रहेगा और जहाँ वह रहता था वहाँ कोई बचा न रहेगा +10246,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_020.wav,उसका दिन देखकर पश्चिम के लोग भयाकुल होंगे और पूर्व के निवासियों के रोएँ खड़े हो जाएँगे +10247,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_018_021.wav,निःसन्देह कुटिल लोगों के निवास ऐसे हो जाते हैं और जिसको परमेश्वर का ज्ञान नहीं रहता उसका स्थान ऐसा ही हो जाता है +10248,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_001.wav,तब अय्यूब ने कहा +10249,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_002.wav,तुम कब तक मेरे प्राण को दुःख देते रहोगे और बातों से मुझे चूरचूर करोगे +10250,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_003.wav,इन दसों बार तुम लोग मेरी निन्दा ही करते रहे तुम्हें लज्जा नहीं आती कि तुम मेरे साथ कठोरता का बर्ताव करते हो +10251,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_004.wav,मान लिया कि मुझसे भूल हुई तो भी वह भूल तो मेरे ही सिर पर रहेगी +10252,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_005.wav,यदि तुम सचमुच मेरे विरुद्ध अपनी बड़ाई करते हो और प्रमाण देकर मेरी निन्दा करते हो +10253,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_006.wav,तो यह जान लो कि परमेश्वर ने मुझे गिरा दिया है और मुझे अपने जाल में फँसा लिया है +10254,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_007.wav,देखो मैं उपद्रव उपद्रव चिल्लाता रहता हूँ परन्तु कोई नहीं सुनता मैं सहायता के लिये दुहाई देता रहता हूँ परन्तु कोई न्याय नहीं करता +10255,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_008.wav,उसने मेरे मार्ग को ऐसा रूंधा है कि मैं आगे चल नहीं सकता और मेरी डगरें अंधेरी कर दी हैं +10256,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_009.wav,मेरा वैभव उसने हर लिया है और मेरे सिर पर से मुकुट उतार दिया है +10257,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_010.wav,उसने चारों ओर से मुझे तोड़ दिया बस मैं जाता रहा और मेरी आशा को उसने वृक्ष के समान उखाड़ डाला है +10258,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_011.wav,उसने मुझ पर अपना क्रोध भड़काया है और अपने शत्रुओं में मुझे गि��ता है +10259,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_012.wav,उसके दल इकट्ठे होकर मेरे विरुद्ध मोर्चा बाँधते हैं और मेरे डेरे के चारों ओर छावनी डालते हैं +10260,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_013.wav,उसने मेरे भाइयों को मुझसे दूर किया है और जो मेरी जानपहचान के थे वे बिलकुल अनजान हो गए हैं +10261,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_014.wav,मेरे कुटुम्बी मुझे छोड़ गए हैं और मेरे प्रिय मित्र मुझे भूल गए हैं +10262,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_015.wav,जो मेरे घर में रहा करते थे वे वरन् मेरी दासियाँ भी मुझे अनजान गिनने लगीं हैं उनकी दृष्टि में मैं परदेशी हो गया हूँ +10263,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_016.wav,जब मैं अपने दास को बुलाता हूँ तब वह नहीं बोलता मुझे उससे गिड़गिड़ाना पड़ता है +10264,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_017.wav,मेरी साँस मेरी स्त्री को और मेरी गन्ध मेरे भाइयों की दृष्टि में घिनौनी लगती है +10265,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_018.wav,बच्चे भी मुझे तुच्छ जानते हैं और जब मैं उठने लगता तब वे मेरे विरुद्ध बोलते हैं +10266,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_019.wav,मेरे सब परम मित्र मुझसे द्वेष रखते हैं और जिनसे मैंने प्रेम किया वे पलटकर मेरे विरोधी हो गए हैं +10267,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_020.wav,मेरी खाल और माँस मेरी हड्डियों से सट गए हैं और मैं बालबाल बच गया हूँ +10268,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_021.wav,हे मेरे मित्रों मुझ पर दया करो दया करो क्योंकि परमेश्वर ने मुझे मारा है +10269,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_022.wav,तुम परमेश्वर के समान क्यों मेरे पीछे पड़े हो और मेरे माँस से क्यों तृप्त नहीं हुए +10270,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_023.wav,भला होता कि मेरी बातें लिखी जातीं भला होता कि वे पुस्तक में लिखी जातीं +10271,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_024.wav,और लोहे की टाँकी और सीसे से वे सदा के लिये चट्टान पर खोदी जातीं +10272,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_025.wav,मुझे तो निश्चय है कि मेरा छुड़ानेवाला जीवित है और वह अन्त में पृथ्वी पर खड़ा होगा +10273,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_026.wav,और अपनी खाल के इस प्रकार नाश हो जाने के बाद भी मैं शरीर में होकर परमेश्वर का दर्शन पाऊँगा +10274,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_027.wav,उसका दर्शन मैं आप अपनी आँखों से अपने लिये करूँगा और न कोई दूसरा यद्यपि मेरा हृदय अन्दर ही अन्दर चूरचूर भी हो जाए +10275,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_028.wav,तो भी मुझ में तो धर्म का मूल पाया जाता है और तुम जो कहते हो हम इसको क्यों सताएँ +10276,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_019_029.wav,तो तुम तलवार से डरो क्योंकि जलजलाहट से तलवार का दण्ड मिलता है जिससे तुम जान लो कि न्याय होता है +10277,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_001.wav,तब नामाती सोपर ने कहा +10278,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_002.wav,मेरा जी चाहता है कि उत्तर दूँ और इसलिए बोलने में फुर्ती करता हूँ +10279,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_003.wav,मैंने ऐसी डाँट सुनी जिससे मेरी निन्दा हुई और मेरी आत्मा अपनी समझ के अनुसार तुझे उत्तर देती है +10280,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_004.wav,क्या तू यह नियम नहीं जानता जो प्राचीन और उस समय का है जब मनुष्य पृथ्वी पर बसाया गया +10281,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_005.wav,दुष्टों की विजय क्षण भर का होता है और भक्तिहीनों का आनन्द पल भर का होता है +10282,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_006.wav,चाहे ऐसे मनुष्य का माहात्म्य आकाश तक पहुँच जाए और उसका सिर बादलों तक पहुँचे +10283,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_007.wav,तो भी वह अपनी विष्ठा के समान सदा के लिये नाश हो जाएगा और जो उसको देखते थे वे पूछेंगे कि वह कहाँ रहा +10284,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_008.wav,वह स्वप्न के समान लोप हो जाएगा और किसी को फिर न मिलेगा रात में देखे हुए रूप के समान वह रहने न पाएगा +10285,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_009.wav,जिसने उसको देखा हो फिर उसे न देखेगा और अपने स्थान पर उसका कुछ पता न रहेगा +10286,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_010.wav,उसके बच्चे कंगालों से भी विनती करेंगे और वह अपना छीना हुआ माल फेर देगा +10287,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_011.wav,उसकी हड्डियों में जवानी का बल भरा हुआ है परन्तु वह उसी के साथ मिट्टी में मिल जाएगा +10288,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_012.wav,चाहे बुराई उसको मीठी लगे और वह उसे अपनी जीभ के नीचे छिपा रखे +10289,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_013.wav,और वह उसे बचा रखे और न छोड़े वरन् उसे अपने तालू के बीच दबा रखे +10290,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_014.wav,तो भी उसका भोजन उसके पेट में पलटेगा वह उसके अन्दर नाग का सा विष बन जाएगा +10291,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_015.wav,उसने जो धन निगल लिया है उसे वह फिर उगल देगा परमेश्वर उसे उसके पेट में से निकाल देगा +10292,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_016.wav,वह नागों का विष चूस लेगा वह करैत के डसने से मर जाएगा +10293,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_017.wav,वह नदियों अर्थात् मधु और दही की नदियों को देखने न पाएगा +10294,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_018.wav,जिसके लिये उसने परिश्रम किया उसको उसे लौटा देना पड़ेगा और वह उसे निगलने न पाएगा उसकी मोल ली हुई वस्तुओं से जितना आनन्द होना चाहिये उतना तो उसे न मिलेगा +10295,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_019.wav,क्योंकि उसने कंगालों को पीसकर छोड़ दिया उसने घर को छीन लिया जिसे उसने नहीं बनाया +10296,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_020.wav,लालसा के मारे उसको कभी शान्ति नहीं मिलती थी इसलिए वह अपनी कोई मनभावनी वस्तु बचा न सकेगा +10297,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_021.wav,कोई वस्तु उसका कौर बिना हुए न बचती थी इसलिए उसका कुशल बना न रहेगा +10298,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_022.wav,पूरी सम्पत्ति रहते भी वह सकेती में पड़ेगा तब सब दुःखियों के हाथ उस पर उठेंगे +10299,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_023.wav,ऐसा होगा कि उसका पेट भरने पर होगा परम��श्वर अपना क्रोध उस पर भड़काएगा और रोटी खाने के समय वह उस पर पड़ेगा +10300,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_024.wav,वह लोहे के हथियार से भागेगा और पीतल के धनुष से मारा जाएगा +10301,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_025.wav,वह उस तीर को खींचकर अपने पेट से निकालेगा उसकी चमकीली नोंक उसके पित्त से होकर निकलेगी भय उसमें समाएगा +10302,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_026.wav,उसके गड़े हुए धन पर घोर अंधकार छा जाएगा वह ऐसी आग से भस्म होगा जो मनुष्य की फूँकी हुई न हो और उसी से उसके डेरे में जो बचा हो वह भी भस्म हो जाएगा +10303,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_027.wav,आकाश उसका अधर्म प्रगट करेगा और पृथ्वी उसके विरुद्ध खड़ी होगी +10304,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_028.wav,उसके घर की बढ़ती जाती रहेगी वह परमेश्वर के क्रोध के दिन बह जाएगी +10305,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_020_029.wav,परमेश्वर की ओर से दुष्ट मनुष्य का अंश और उसके लिये परमेश्वर का ठहराया हुआ भाग यही है +10306,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_001.wav,तब अय्यूब ने कहा +10307,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_002.wav,चित्त लगाकर मेरी बात सुनो और तुम्हारी शान्ति यही ठहरे +10308,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_003.wav,मेरी कुछ तो सहो कि मैं भी बातें करूँ और जब मैं बातें कर चुकूँ तब पीछे ठट्ठा करना +10309,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_004.wav,क्या मैं किसी मनुष्य की दुहाई देता हूँ फिर मैं अधीर क्यों न होऊँ +10310,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_005.wav,मेरी ओर चित्त लगाकर चकित हो और अपनीअपनी उँगली दाँत तले दबाओ +10311,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_006.wav,जब मैं कष्टों को स्मरण करता तब मैं घबरा जाता हूँ और मेरी देह काँपने लगती है +10312,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_007.wav,क्या कारण है कि दुष्ट लोग जीवित रहते हैं वरन् बूढ़े भी हो जाते और उनका धन बढ़ता जाता है +10313,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_008.wav,उनकी सन्तान उनके संग और उनके बालबच्चे उनकी आँखों के सामने बने रहते हैं +10314,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_009.wav,उनके घर में भयरहित कुशल रहता है और परमेश्वर की छड़ी उन पर नहीं पड़ती +10315,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_010.wav,उनका साँड़ गाभिन करता और चूकता नहीं उनकी गायें बियाती हैं और बच्चा कभी नहीं गिराती +10316,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_011.wav,वे अपने लड़कों को झुण्ड के झुण्ड बाहर जाने देते हैं और उनके बच्चे नाचते हैं +10317,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_012.wav,वे डफ और वीणा बजाते हुए गाते और बांसुरी के शब्द से आनन्दित होते हैं +10318,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_013.wav,वे अपने दिन सुख से बिताते और पल भर ही में अधोलोक में उतर जाते हैं +10319,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_014.wav,तो भी वे परमेश्वर से कहते थे हम से दूर हो तेरी गति जानने की हमको इच्छा नहीं है +10320,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_015.wav,सर्वशक्तिमान क्या है कि हम उसकी सेवा करें और यदि हम उससे विनती भी करें तो हमें क्या लाभ होगा +10321,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_016.wav,देखो उनका कुशल उनके हाथ में नहीं रहता दुष्ट लोगों का विचार मुझसे दूर रहे +10322,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_017.wav,कितनी बार ऐसे होता है कि दुष्टों का दीपक बुझ जाता है या उन पर विपत्ति आ पड़ती है और परमेश्वर क्रोध करके उनके हिस्से में शोक देता है +10323,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_018.wav,वे वायु से उड़ाए हुए भूसे की और बवण्डर से उड़ाई हुई भूसी के समान होते हैं +10324,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_019.wav,तुम कहते हो परमेश्वर उसके अधर्म का दण्ड उसके बच्चों के लिये रख छोड़ता है वह उसका बदला उसी को दे ताकि वह जान ले +10325,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_020.wav,दुष्ट अपना नाश अपनी ही आँखों से देखे और सर्वशक्तिमान की जलजलाहट में से आप पी ले +10326,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_021.wav,क्योंकि जब उसके महीनों की गिनती कट चुकी तो अपने बादवाले घराने से उसका क्या काम रहा +10327,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_022.wav,क्या परमेश्वर को कोई ज्ञान सिखाएगा वह तो ऊँचे पद पर रहनेवालों का भी न्याय करता है +10328,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_023.wav,कोई तो अपने पूरे बल में बड़े चैन और सुख से रहता हुआ मर जाता है +10329,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_024.wav,उसकी देह दूध से और उसकी हड्डियाँ गूदे से भरी रहती हैं +10330,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_025.wav,और कोई अपने जीव में कुढ़कुढ़कर बिना सुख भोगे मर जाता है +10331,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_026.wav,वे दोनों बराबर मिट्टी में मिल जाते हैं और कीड़े उन्हें ढांक लेते हैं +10332,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_027.wav,देखो मैं तुम्हारी कल्पनाएँ जानता हूँ और उन युक्तियों को भी जो तुम मेरे विषय में अन्याय से करते हो +10333,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_028.wav,तुम कहते तो हो रईस का घर कहाँ रहा दुष्टों के निवास के तम्बू कहाँ रहे +10334,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_029.wav,परन्तु क्या तुम ने बटोहियों से कभी नहीं पूछा क्या तुम उनके इस विषय के प्रमाणों से अनजान हो +10335,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_030.wav,कि विपत्ति के दिन के लिये दुर्जन सुरक्षित रखा जाता है और महाप्रलय के समय के लिये ऐसे लोग बचाए जाते हैं +10336,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_031.wav,उसकी चाल उसके मुँह पर कौन कहेगा और उसने जो किया है उसका पलटा कौन देगा +10337,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_032.wav,तो भी वह कब्र को पहुँचाया जाता है और लोग उस कब्र की रखवाली करते रहते हैं +10338,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_033.wav,नाले के ढेले उसको सुखदायक लगते हैं और जैसे पूर्वकाल के लोग अनगिनत जा चुके वैसे ही सब मनुष्य उसके बाद भी चले जाएँगे +10339,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_021_034.wav,तुम्हारे उत्तरों में तो झूठ ही पाया जाता है इसलिए तुम क्यों मुझे व्यर्थ शान्ति देते हो +10340,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_001.wav,तब तेमानी एलीपज ने कहा +10341,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_002.wav,���्या मनुष्य से परमेश्वर को लाभ पहुँच सकता है जो बुद्धिमान है वह स्वयं के लिए लाभदायक है +10342,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_003.wav,क्या तेरे धर्मी होने से सर्वशक्तिमान सुख पा सकता है तेरी चाल की खराई से क्या उसे कुछ लाभ हो सकता है +10343,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_004.wav,वह तो तुझे डाँटता है और तुझ से मुकद्दमा लड़ता है तो क्या इस दशा में तेरी भक्ति हो सकती है +10344,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_005.wav,क्या तेरी बुराई बहुत नहीं तेरे अधर्म के कामों का कुछ अन्त नहीं +10345,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_006.wav,तूने तो अपने भाई का बन्धक अकारण रख लिया है और नंगे के वस्त्र उतार लिये हैं +10346,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_007.wav,थके हुए को तूने पानी न पिलाया और भूखे को रोटी देने से इन्कार किया +10347,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_008.wav,जो बलवान था उसी को भूमि मिली और जिस पुरुष की प्रतिष्ठा हुई थी वही उसमें बस गया +10348,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_009.wav,तूने विधवाओं को खाली हाथ लौटा दिया और अनाथों की बाहें तोड़ डाली गई +10349,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_010.wav,इस कारण तेरे चारों ओर फंदे लगे हैं और अचानक डर के मारे तू घबरा रहा है +10350,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_011.wav,क्या तू अंधियारे को नहीं देखता और उस बाढ़ को जिसमें तू डूब रहा है +10351,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_012.wav,क्या परमेश्वर स्वर्ग के ऊँचे स्थान में नहीं है ऊँचे से ऊँचे तारों को देख कि वे कितने ऊँचे हैं +10352,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_013.wav,फिर तू कहता है परमेश्वर क्या जानता है क्या वह घोर अंधकार की आड़ में होकर न्याय करेगा +10353,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_014.wav,काली घटाओं से वह ऐसा छिपा रहता है कि वह कुछ नहीं देख सकता वह तो आकाशमण्डल ही के ऊपर चलता फिरता है +10354,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_015.wav,क्या तू उस पुराने रास्ते को पकड़े रहेगा जिस पर वे अनर्थ करनेवाले चलते हैं +10355,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_016.wav,वे अपने समय से पहले उठा लिए गए और उनके घर की नींव नदी बहा ले गई +10356,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_017.wav,उन्होंने परमेश्वर से कहा था हम से दूर हो जा और यह कि सर्वशक्तिमान परमेश्वर हमारा क्या कर सकता है +10357,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_018.wav,तो भी उसने उनके घर अच्छेअच्छे पदार्थों से भर दिए परन्तु दुष्ट लोगों का विचार मुझसे दूर रहे +10358,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_019.wav,धर्मी लोग देखकर आनन्दित होते हैं और निर्दोष लोग उनकी हँसी करते हैं कि +10359,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_020.wav,जो हमारे विरुद्ध उठे थे निःसन्देह मिट गए और उनका बड़ा धन आग का कौर हो गया है +10360,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_021.wav,परमेश्वर से मेल मिलाप कर तब तुझे शान्ति मिलेगी और इससे तेरी भलाई होगी +10361,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_022.wav,उसके मुँह से शिक्षा सुन ले और उसके वचन अपने मन में रख +10362,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_023.wav,यदि तू सर्वशक्तिमान परमेश्वर की ओर फिरके समीप जाए और अपने तम्बू से कुटिल काम दूर करे तो तू बन जाएगा +10363,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_024.wav,तू अपनी अनमोल वस्तुओं को धूलि पर वरन् ओपीर का कुन्दन भी नालों के पत्थरों में डाल दे +10364,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_025.wav,तब सर्वशक्तिमान आप तेरी अनमोल वस्तु और तेरे लिये चमकीली चाँदी होगा +10365,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_026.wav,तब तू सर्वशक्तिमान से सुख पाएगा और परमेश्वर की ओर अपना मुँह बेखटके उठा सकेगा +10366,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_027.wav,और तू उससे प्रार्थना करेगा और वह तेरी सुनेगा और तू अपनी मन्नतों को पूरी करेगा +10367,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_028.wav,जो बात तू ठाने वह तुझ से बन भी पड़ेगी और तेरे मार्गों पर प्रकाश रहेगा +10368,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_029.wav,मनुष्य जब गिरता है तो तू कहता है की वह उठाया जाएगा क्योंकि वह नम्र मनुष्य को बचाता है +10369,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_022_030.wav,वरन् जो निर्दोष न हो उसको भी वह बचाता है तेरे शुद्ध कामों के कारण तू छुड़ाया जाएगा +10370,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_001.wav,तब अय्यूब ने कहा +10371,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_002.wav,मेरी कुढ़कुढ़ाहट अब भी नहीं रुक सकती मेरे कष्ट मेरे कराहने से भारी है +10372,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_003.wav,भला होता कि मैं जानता कि वह कहाँ मिल सकता है तब मैं उसके विराजने के स्थान तक जा सकता +10373,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_004.wav,मैं उसके सामने अपना मुकद्दमा पेश करता और बहुत से प्रमाण देता +10374,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_005.wav,मैं जान लेता कि वह मुझसे उत्तर में क्या कह सकता है और जो कुछ वह मुझसे कहता वह मैं समझ लेता +10375,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_006.wav,क्या वह अपना बड़ा बल दिखाकर मुझसे मुकद्दमा लड़ता नहीं वह मुझ पर ध्यान देता +10376,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_007.wav,सज्जन उससे विवाद कर सकते और इस रीति मैं अपने न्यायी के हाथ से सदा के लिये छूट जाता +10377,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_008.wav,देखो मैं आगे जाता हूँ परन्तु वह नहीं मिलता मैं पीछे हटता हूँ परन्तु वह दिखाई नहीं पड़ता +10378,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_009.wav,जब वह बाईं ओर काम करता है तब वह मुझे दिखाई नहीं देता वह तो दाहिनी ओर ऐसा छिप जाता है कि मुझे वह दिखाई ही नहीं पड़ता +10379,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_010.wav,परन्तु वह जानता है कि मैं कैसी चाल चला हूँ और जब वह मुझे ता लेगा तब मैं सोने के समान निकलूँगा +10380,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_011.wav,मेरे पैर उसके मार्गों में स्थिर रहे और मैं उसी का मार्ग बिना मुड़ें थामे रहा +10381,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_012.wav,उसकी आज्ञा का पालन करने से मैं न हटा और मैंने उसके वचन अपनी इच्छा से कहीं अधिक काम के जानकर सुरक्षित रखे +10382,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_013.wav,परन्तु वह एक ही बात पर अड़ा रहता है और कौन उसको उससे फिरा सकता है जो कुछ उसका जी चाहता है वही वह करता है +10383,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_014.wav,जो कुछ मेरे लिये उसने ठाना है उसी को वह पूरा करता है और उसके मन में ऐसीऐसी बहुत सी बातें हैं +10384,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_015.wav,इस कारण मैं उसके सम्मुख घबरा जाता हूँ जब मैं सोचता हूँ तब उससे थरथरा उठता हूँ +10385,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_016.wav,क्योंकि मेरा मन परमेश्वर ही ने कच्चा कर दिया और सर्वशक्तिमान ही ने मुझ को घबरा दिया है +10386,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_023_017.wav,क्योंकि मैं अंधकार से घिरा हुआ हूँ और घोर अंधकार ने मेरे मुँह को ढाँप लिया है +10387,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_001.wav,सर्वशक्तिमान ने दुष्टों के न्याय के लिए समय क्यों नहीं ठहराया और जो लोग उसका ज्ञान रखते हैं वे उसके दिन क्यों देखने नहीं पाते +10388,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_002.wav,कुछ लोग भूमि की सीमा को बढ़ाते और भेड़बकरियाँ छीनकर चराते हैं +10389,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_003.wav,वे अनाथों का गदहा हाँक ले जाते और विधवा का बैल बन्धक कर रखते हैं +10390,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_004.wav,वे दरिद्र लोगों को मार्ग से हटा देते और देश के दीनों को इकट्ठे छिपना पड़ता है +10391,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_005.wav,देखो दीन लोग जंगली गदहों के समान अपने काम को और कुछ भोजन यत्न से ढूँढ़ने को निकल जाते हैं उनके बच्चों का भोजन उनको जंगल से मिलता है +10392,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_006.wav,उनको खेत में चारा काटना और दुष्टों की बची बचाई दाख बटोरना पड़ता है +10393,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_007.wav,रात को उन्हें बिना वस्त्र नंगे पड़े रहना और जाड़े के समय बिना ओढ़े पड़े रहना पड़ता है +10394,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_008.wav,वे पहाड़ों पर की वर्षा से भीगे रहते और शरण न पाकर चट्टान से लिपट जाते हैं +10395,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_009.wav,कुछ दुष्ट लोग अनाथ बालक को माँ की छाती पर से छीन लेते हैं और दीन लोगों से बन्धक लेते हैं +10396,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_010.wav,जिससे वे बिना वस्त्र नंगे फिरते हैं और भूख के मारे पूलियाँ ढोते हैं +10397,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_011.wav,वे दुष्टों की दीवारों के भीतर तेल पेरते और उनके कुण्डों में दाख रौंदते हुए भी प्यासे रहते हैं +10398,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_012.wav,वे बड़े नगर में कराहते हैं और घायल किए हुओं का जी दुहाई देता है परन्तु परमेश्वर मूर्खता का हिसाब नहीं लेता +10399,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_013.wav,फिर कुछ लोग उजियाले से बैर रखते वे उसके मार्गों को नहीं पहचानते और न उसके मार्गों में बने रहते हैं +10400,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_014.wav,खूनी पौ फटते ही उठकर दीन दरिद्र मनुष्य को घात करता और रात को चोर बन जाता है +10401,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_015.wav,व्��भिचारी यह सोचकर कि कोई मुझ को देखने न पाए दिन डूबने की राह देखता रहता है और वह अपना मुँह छिपाए भी रखता है +10402,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_016.wav,वे अंधियारे के समय घरों में सेंध मारते और दिन को छिपे रहते हैं वे उजियाले को जानते भी नहीं +10403,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_017.wav,क्योंकि उन सभी को भोर का प्रकाश घोर अंधकार सा जान पड़ता है घोर अंधकार का भय वे जानते हैं +10404,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_018.wav,वे जल के ऊपर हलकी सी वस्तु के सरीखे हैं उनके भाग को पृथ्वी के रहनेवाले कोसते हैं और वे अपनी दाख की बारियों में लौटने नहीं पाते +10405,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_019.wav,जैसे सूखे और धूप से हिम का जल सूख जाता है वैसे ही पापी लोग अधोलोक में सूख जाते हैं +10406,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_020.wav,माता भी उसको भूल जाती और कीड़े उसे चूसते हैं भविष्य में उसका स्मरण न रहेगा इस रीति टेढ़ा काम करनेवाला वृक्ष के समान कट जाता है +10407,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_021.wav,वह बाँझ स्त्री को जो कभी नहीं जनी लूटता और विधवा से भलाई करना नहीं चाहता है +10408,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_022.wav,बलात्कारियों को भी परमेश्वर अपनी शक्ति से खींच लेता है जो जीवित रहने की आशा नहीं रखता वह भी फिर उठ बैठता है +10409,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_023.wav,उन्हें ऐसे बेखटके कर देता है कि वे सम्भले रहते हैं और उसकी कृपादृष्टि उनकी चाल पर लगी रहती है +10410,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_024.wav,वे बढ़ते हैं तब थोड़ी देर में जाते रहते हैं वे दबाए जाते और सभी के समान रख लिये जाते हैं और अनाज की बाल के समान काटे जाते हैं +10411,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_024_025.wav,क्या यह सब सच नहीं कौन मुझे झुठलाएगा कौन मेरी बातें निकम्मी ठहराएगा +10412,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_025_001.wav,तब शूही बिल्दद ने कहा +10413,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_025_002.wav,प्रभुता करना और डराना यह उसी का काम है वह अपने ऊँचेऊँचे स्थानों में शान्ति रखता है +10414,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_025_003.wav,क्या उसकी सेनाओं की गिनती हो सकती और कौन है जिस पर उसका प्रकाश नहीं पड़ता +10415,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_025_004.wav,फिर मनुष्य परमेश्वर की दृष्टि में धर्मी कैसे ठहर सकता है और जो स्त्री से उत्पन्न हुआ है वह कैसे निर्मल हो सकता है +10416,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_025_005.wav,देख उसकी दृष्टि में चन्द्रमा भी अंधेरा ठहरता और तारे भी निर्मल नहीं ठहरते +10417,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_025_006.wav,फिर मनुष्य की क्या गिनती जो कीड़ा है और आदमी कहाँ रहा जो केंचुआ है +10418,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_001.wav,तब अय्यूब ने कहा +10419,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_002.wav,निर्बल जन की तूने क्या ही बड़ी सहायता की और जिसकी बाँह में सामर्थ्य नहीं उसको तूने कैसे सम्भाला है +10420,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_003.wav,निर्बुद्धि मनुष्य को तूने क्या ही अच्छी सम्मति दी और अपनी खरी बुद्धि कैसी भली भाँति प्रगट की है +10421,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_004.wav,तूने किसके हित के लिये बातें कही और किसके मन की बातें तेरे मुँह से निकलीं +10422,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_005.wav,बहुत दिन के मरे हुए लोग भी जलनिधि और उसके निवासियों के तले तड़पते हैं +10423,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_006.wav,अधोलोक उसके सामने उघड़ा रहता है और विनाश का स्थान ढँप नहीं सकता +10424,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_007.wav,वह उत्तर दिशा को निराधार फैलाए रहता है और बिना टेक पृथ्वी को लटकाए रखता है +10425,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_008.wav,वह जल को अपनी काली घटाओं में बाँध रखता और बादल उसके बोझ से नहीं फटता +10426,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_009.wav,वह अपने सिंहासन के सामने बादल फैलाकर चाँद को छिपाए रखता है +10427,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_010.wav,उजियाले और अंधियारे के बीच जहाँ सीमा बंधा है वहाँ तक उसने जलनिधि का सीमा ठहरा रखा है +10428,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_011.wav,उसकी घुड़की से आकाश के खम्भे थरथराते और चकित होते हैं +10429,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_012.wav,वह अपने बल से समुद्र को शान्त और अपनी बुद्धि से रहब को छेद देता है +10430,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_013.wav,उसकी आत्मा से आकाशमण्डल स्वच्छ हो जाता है वह अपने हाथ से वेग से भागनेवाले नाग को मार देता है +10431,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_026_014.wav,देखो ये तो उसकी गति के किनारे ही हैं और उसकी आहट फुसफुसाहट ही सी तो सुन पड़ती है फिर उसके पराक्रम के गरजने का भेद कौन समझ सकता है +10432,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_001.wav,अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा +10433,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_002.wav,मैं परमेश्वर के जीवन की शपथ खाता हूँ जिसने मेरा न्याय बिगाड़ दिया अर्थात् उस सर्वशक्तिमान के जीवन की जिसने मेरा प्राण कड़वा कर दिया +10434,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_003.wav,क्योंकि अब तक मेरी साँस बराबर आती है और परमेश्वर का आत्मा मेरे नथुनों में बना है +10435,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_004.wav,मैं यह कहता हूँ कि मेरे मुँह से कोई कुटिल बात न निकलेगी और न मैं कपट की बातें बोलूँगा +10436,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_005.wav,परमेश्वर न करे कि मैं तुम लोगों को सच्चा ठहराऊँ जब तक मेरा प्राण न छूटे तब तक मैं अपनी खराई से न हटूँगा +10437,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_006.wav,मैं अपनी धार्मिकता पकड़े हुए हूँ और उसको हाथ से जाने न दूँगा क्योंकि मेरा मन जीवन भर मुझे दोषी नहीं ठहराएगा +10438,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_007.wav,मेरा शत्रु दुष्टों के समान और जो मेरे विरुद्ध उठता है वह कुटिलों के तुल्य ठहरे +10439,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_008.wav,जब परमेश्वर भक्तिहीन मनुष्य का प्राण ले ले तब यद्यपि उसने धन भी प्राप्त किया हो तो भी उसकी क्या आशा रहेगी +10440,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_009.wav,जब वह संकट में पड़े तब क्या परमेश्वर उसकी दुहाई सुनेगा +10441,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_010.wav,क्या वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर में सुख पा सकेगा और हर समय परमेश्वर को पुकार सकेगा +10442,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_011.wav,मैं तुम्हें परमेश्वर के काम के विषय शिक्षा दूँगा और सर्वशक्तिमान परमेश्वर की बात मैं न छिपाऊँगा +10443,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_012.wav,देखो तुम लोग सब के सब उसे स्वयं देख चुके हो फिर तुम व्यर्थ विचार क्यों पकड़े रहते हो +10444,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_013.wav,दुष्ट मनुष्य का भाग परमेश्वर की ओर से यह है और उपद्रवियों का अंश जो वे सर्वशक्तिमान परमेश्वर के हाथ से पाते हैं वह यह है कि +10445,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_014.wav,चाहे उसके बच्चे गिनती में बढ़ भी जाएँ तो भी तलवार ही के लिये बढ़ेंगे और उसकी सन्तान पेट भर रोटी न खाने पाएगी +10446,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_015.wav,उसके जो लोग बच जाएँ वे मरकर कब्र को पहुँचेंगे और उसके यहाँ की विधवाएँ न रोएँगी +10447,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_016.wav,चाहे वह रुपया धूलि के समान बटोर रखे और वस्त्र मिट्टी के किनकों के तुल्य अनगिनत तैयार कराए +10448,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_017.wav,वह उन्हें तैयार कराए तो सही परन्तु धर्मी उन्हें पहन लेगा और उसका रुपया निर्दोष लोग आपस में बाँटेंगे +10449,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_018.wav,उसने अपना घर मकड़ी का सा बनाया और खेत के रखवाले की झोपड़ी के समान बनाया +10450,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_019.wav,वह धनी होकर लेट जाए परन्तु वह बना न रहेगा आँख खोलते ही वह जाता रहेगा +10451,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_020.wav,भय की धाराएँ उसे बहा ले जाएँगी रात को बवण्डर उसको उड़ा ले जाएगा +10452,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_021.wav,पूर्वी वायु उसे ऐसा उड़ा ले जाएगी और वह जाता रहेगा और उसको उसके स्थान से उड़ा ले जाएगी +10453,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_022.wav,क्योंकि परमेश्वर उस पर विपत्तियाँ बिना तरस खाए डाल देगा उसके हाथ से वह भाग जाना चाहेगा +10454,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_027_023.wav,लोग उस पर ताली बजाएँगे और उस पर ऐसी सुसकारियाँ भरेंगे कि वह अपने स्थान पर न रह सकेगा +10455,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_001.wav,चाँदी की खानि तो होती है और सोने के लिये भी स्थान होता है जहाँ लोग जाते हैं +10456,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_002.wav,लोहा मिट्टी में से निकाला जाता और पत्थर पिघलाकर पीतल बनाया जाता है +10457,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_003.wav,मनुष्य अंधियारे को दूर कर दूरदूर तक खोदखोदकर अंधियारे और घोर अंधकार में पत्थर ढूँढ़ते हैं +10458,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_004.wav,जहाँ लोग रहते हैं वहाँ से दूर वे खानि खोदते हैं वहाँ पृथ्वी पर चलनेवालों के भूलेबिसरे हुए वे मनुष्यों से दूर ल��के हुए झूलते रहते हैं +10459,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_005.wav,यह भूमि जो है इससे रोटी तो मिलती है परन्तु उसके नीचे के स्थान मानो आग से उलट दिए जाते हैं +10460,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_006.wav,उसके पत्थर नीलमणि का स्थान हैं और उसी में सोने की धूलि भी है +10461,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_007.wav,उसका मार्ग कोई माँसाहारी पक्षी नहीं जानता और किसी गिद्ध की दृष्टि उस पर नहीं पड़ी +10462,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_008.wav,उस पर हिंसक पशुओं ने पाँव नहीं धरा और न उससे होकर कोई सिंह कभी गया है +10463,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_009.wav,वह चकमक के पत्थर पर हाथ लगाता और पहाड़ों को जड़ ही से उलट देता है +10464,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_010.wav,वह चट्टान खोदकर नालियाँ बनाता और उसकी आँखों को हर एक अनमोल वस्तु दिखाई देती है +10465,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_011.wav,वह नदियों को ऐसा रोक देता है कि उनसे एक बूँद भी पानी नहीं टपकता और जो कुछ छिपा है उसे वह उजियाले में निकालता है +10466,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_012.wav,परन्तु बुद्धि कहाँ मिल सकती है और समझ का स्थान कहाँ है +10467,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_013.wav,उसका मोल मनुष्य को मालूम नहीं जीवनलोक में वह कहीं नहीं मिलती +10468,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_014.wav,अथाह सागर कहता है वह मुझ में नहीं है और समुद्र भी कहता है वह मेरे पास नहीं है +10469,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_015.wav,शुद्ध सोने से वह मोल लिया नहीं जाता और न उसके दाम के लिये चाँदी तौली जाती है +10470,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_016.wav,न तो उसके साथ ओपीर के कुन्दन की बराबरी हो सकती है और न अनमोल सुलैमानी पत्थर या नीलमणि की +10471,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_017.wav,न सोना न काँच उसके बराबर ठहर सकता है कुन्दन के गहने के बदले भी वह नहीं मिलती +10472,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_018.wav,मूँगे और स्फटिकमणि की उसके आगे क्या चर्चा बुद्धि का मोल माणिक से भी अधिक है +10473,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_019.wav,कूश देश के पद्मराग उसके तुल्य नहीं ठहर सकते और न उससे शुद्ध कुन्दन की बराबरी हो सकती है +10474,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_020.wav,फिर बुद्धि कहाँ मिल सकती है और समझ का स्थान कहाँ +10475,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_021.wav,वह सब प्राणियों की आँखों से छिपी है और आकाश के पक्षियों के देखने में नहीं आती +10476,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_022.wav,विनाश और मृत्यु कहती हैं हमने उसकी चर्चा सुनी है +10477,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_023.wav,परन्तु परमेश्वर उसका मार्ग समझता है और उसका स्थान उसको मालूम है +10478,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_024.wav,वह तो पृथ्वी की छोर तक ताकता रहता है और सारे आकाशमण्डल के तले देखताभालता है +10479,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_025.wav,जब उसने वायु का तौल ठहराया और जल को नपुए में नापा +10480,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_026.wav,और मेंह के लिये विधि और गर्जन और बिजली के लिये मार्ग ठ���राया +10481,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_027.wav,तब उसने बुद्धि को देखकर उसका बखान भी किया और उसको सिद्ध करके उसका पूरा भेद बूझ लिया +10482,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_028_028.wav,तब उसने मनुष्य से कहा देख प्रभु का भय मानना यही बुद्धि है और बुराई से दूर रहना यही समझ है +10483,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_001.wav,अय्यूब ने और भी अपनी गूढ़ बात उठाई और कहा +10484,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_002.wav,भला होता कि मेरी दशा बीते हुए महीनों की सी होती जिन दिनों में परमेश्वर मेरी रक्षा करता था +10485,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_003.wav,जब उसके दीपक का प्रकाश मेरे सिर पर रहता था और उससे उजियाला पाकर मैं अंधेरे से होकर चलता था +10486,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_004.wav,वे तो मेरी जवानी के दिन थे जब परमेश्वर की मित्रता मेरे डेरे पर प्रगट होती थी +10487,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_005.wav,उस समय तक तो सर्वशक्तिमान परमेश्वर मेरे संग रहता था और मेरे बच्चे मेरे चारों ओर रहते थे +10488,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_006.wav,तब मैं अपने पैरों को मलाई से धोता था और मेरे पास की चट्टानों से तेल की धाराएँ बहा करती थीं +10489,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_007.wav,जब जब मैं नगर के फाटक की ओर चलकर खुले स्थान में अपने बैठने का स्थान तैयार करता था +10490,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_008.wav,तबतब जवान मुझे देखकर छिप जाते और पुरनिये उठकर खड़े हो जाते थे +10491,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_009.wav,हाकिम लोग भी बोलने से रुक जाते और हाथ से मुँह मूँदे रहते थे +10492,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_010.wav,प्रधान लोग चुप रहते थे और उनकी जीभ तालू से सट जाती थी +10493,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_011.wav,क्योंकि जब कोई मेरा समाचार सुनता तब वह मुझे धन्य कहता था और जब कोई मुझे देखता तब मेरे विषय साक्षी देता था +10494,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_012.wav,क्योंकि मैं दुहाई देनेवाले दीन जन को और असहाय अनाथ को भी छुड़ाता था +10495,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_013.wav,जो नाश होने पर था मुझे आशीर्वाद देता था और मेरे कारण विधवा आनन्द के मारे गाती थी +10496,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_014.wav,मैं धार्मिकता को पहने रहा और वह मुझे ढांके रहा मेरा न्याय का काम मेरे लिये बागे और सुन्दर पगड़ी का काम देता था +10497,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_015.wav,मैं अंधों के लिये आँखें और लँगड़ों के लिये पाँव ठहरता था +10498,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_016.wav,दरिद्र लोगों का मैं पिता ठहरता था और जो मेरी पहचान का न था उसके मुकद्दमे का हाल मैं पूछताछ करके जान लेता था +10499,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_017.wav,मैं कुटिल मनुष्यों की डाढ़ें तोड़ डालता और उनका शिकार उनके मुँह से छीनकर बचा लेता था +10500,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_018.wav,तब मैं सोचता था मेरे दिन रेतकणों के समान अनगिनत होंगे और अपने ही बसेरे में मेरा प्राण छूटेगा +10501,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_019.wav,मेरी जड़ जल की ओर फैली और मेरी डाली पर ओस रात भर पड़ी रहेगी +10502,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_020.wav,मेरी महिमा ज्यों की त्यों बनी रहेगी और मेरा धनुष मेरे हाथ में सदा नया होता जाएगा +10503,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_021.wav,लोग मेरी ही ओर कान लगाकर ठहरे रहते थे और मेरी सम्मति सुनकर चुप रहते थे +10504,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_022.wav,जब मैं बोल चुकता था तब वे और कुछ न बोलते थे मेरी बातें उन पर मेंह के सामान बरसा करती थीं +10505,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_023.wav,जैसे लोग बरसात की वैसे ही मेरी भी बाट देखते थे और जैसे बरसात के अन्त की वर्षा के लिये वैसे ही वे मुँह पसारे रहते थे +10506,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_024.wav,जब उनको कुछ आशा न रहती थी तब मैं हँसकर उनको प्रसन्न करता था और कोई मेरे मुँह को बिगाड़ न सकता था +10507,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_029_025.wav,मैं उनका मार्ग चुन लेता और उनमें मुख्य ठहरकर बैठा करता था और जैसा सेना में राजा या विलाप करनेवालों के बीच शान्तिदाता वैसा ही मैं रहता था +10508,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_001.wav,परन्तु अब जिनकी अवस्था मुझसे कम है वे मेरी हँसी करते हैं वे जिनके पिताओं को मैं अपनी भेड़बकरियों के कुत्तों के काम के योग्य भी न जानता था +10509,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_002.wav,उनके भुजबल से मुझे क्या लाभ हो सकता था उनका पौरुष तो जाता रहा +10510,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_003.wav,वे दरिद्रता और काल के मारे दुबले पड़े हुए हैं वे अंधेरे और सुनसान स्थानों में सुखी धूल फाँकते हैं +10511,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_004.wav,वे झाड़ी के आसपास का लोनिया साग तोड़ लेते और झाऊ की जड़ें खाते हैं +10512,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_005.wav,वे मनुष्यों के बीच में से निकाले जाते हैं उनके पीछे ऐसी पुकार होती है जैसी चोर के पीछे +10513,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_006.wav,डरावने नालों में भूमि के बिलों में और चट्टानों में उन्हें रहना पड़ता है +10514,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_007.wav,वे झाड़ियों के बीच रेंकते और बिच्छू पौधों के नीचे इकट्ठे पड़े रहते हैं +10515,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_008.wav,वे मूर्खों और नीच लोगों के वंश हैं जो मारमार के इस देश से निकाले गए थे +10516,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_009.wav,ऐसे ही लोग अब मुझ पर लगते गीत गाते और मुझ पर ताना मारते हैं +10517,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_010.wav,वे मुझसे घिन खाकर दूर रहते व मेरे मुँह पर थूकने से भी नहीं डरते +10518,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_011.wav,परमेश्वर ने जो मेरी रस्सी खोलकर मुझे दुःख दिया है इसलिए वे मेरे सामने मुँह में लगाम नहीं रखते +10519,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_012.wav,मेरी दाहिनी ओर बाज़ारू लोग उठ खड़े होते हैं वे मेरे पाँव सरका देते हैं और मेरे नाश के लिये अपने उपाय बाँधते हैं +10520,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_013.wav,जिनक��� कोई सहायक नहीं वे भी मेरे रास्तों को बिगाड़ते और मेरी विपत्ति को बढ़ाते हैं +10521,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_014.wav,मानो बड़े नाके से घुसकर वे आ पड़ते हैं और उजाड़ के बीच में होकर मुझ पर धावा करते हैं +10522,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_015.wav,मुझ में घबराहट छा गई है और मेरा रईसपन मानो वायु से उड़ाया गया है और मेरा कुशल बादल के समान जाता रहा +10523,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_016.wav,और अब मैं शोकसागर में डूबा जाता हूँ दुःख के दिनों ने मुझे जकड़ लिया है +10524,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_017.wav,रात को मेरी हड्डियाँ मेरे अन्दर छिद जाती हैं और मेरी नसों में चैन नहीं पड़ती +10525,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_018.wav,मेरी बीमारी की बहुतायत से मेरे वस्त्र का रूप बदल गया है वह मेरे कुत्ते के गले के समान मुझसे लिपटी हुई है +10526,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_019.wav,उसने मुझ को कीचड़ में फेंक दिया है और मैं मिट्टी और राख के तुल्य हो गया हूँ +10527,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_020.wav,मैं तेरी दुहाई देता हूँ परन्तु तू नहीं सुनता मैं खड़ा होता हूँ परन्तु तू मेरी ओर घूरने लगता है +10528,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_021.wav,तू बदलकर मुझ पर कठोर हो गया है और अपने बलवन्त हाथ से मुझे सताता हे +10529,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_022.wav,तू मुझे वायु पर सवार करके उड़ाता है और आँधी के पानी में मुझे गला देता है +10530,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_023.wav,हाँ मुझे निश्चय है कि तू मुझे मृत्यु के वश में कर देगा और उस घर में पहुँचाएगा जो सब जीवित प्राणियों के लिये ठहराया गया है +10531,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_024.wav,तो भी क्या कोई गिरते समय हाथ न बढ़ाएगा और क्या कोई विपत्ति के समय दुहाई न देगा +10532,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_025.wav,क्या मैं उसके लिये रोता नहीं था जिसके दुर्दिन आते थे और क्या दरिद्र जन के कारण मैं प्राण में दुःखित न होता था +10533,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_026.wav,जब मैं कुशल का मार्ग जोहता था तब विपत्ति आ पड़ी और जब मैं उजियाले की आशा लगाए था तब अंधकार छा गया +10534,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_027.wav,मेरी अंतड़ियाँ निरन्तर उबलती रहती हैं और आराम नहीं पातीं मेरे दुःख के दिन आ गए हैं +10535,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_028.wav,मैं शोक का पहरावा पहने हुए मानो बिना सूर्य की गर्मी के काला हो गया हूँ और मैं सभा में खड़ा होकर सहायता के लिये दुहाई देता हूँ +10536,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_029.wav,मैं गीदड़ों का भाई और शुतुर्मुर्गों का संगी हो गया हूँ +10537,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_030.wav,मेरा चमड़ा काला होकर मुझ पर से गिरता जाता है और ताप के मारे मेरी हड्डियाँ जल गई हैं +10538,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_030_031.wav,इस कारण मेरी वीणा से विलाप और मेरी बाँसुरी से रोने की ध्वनि निकलती है +10539,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_001.wav,मैंने ��पनी आँखों के विषय वाचा बाँधी है फिर मैं किसी कुँवारी पर क्यों आँखें लगाऊँ +10540,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_002.wav,क्योंकि परमेश्वर स्वर्ग से कौन सा अंश और सर्वशक्तिमान ऊपर से कौन सी सम्पत्ति बाँटता है +10541,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_003.wav,क्या वह कुटिल मनुष्यों के लिये विपत्ति और अनर्थ काम करनेवालों के लिये सत्यानाश का कारण नहीं है +10542,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_004.wav,क्या वह मेरी गति नहीं देखता और क्या वह मेरे पगपग नहीं गिनता +10543,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_005.wav,यदि मैं व्यर्थ चाल चलता हूँ या कपट करने के लिये मेरे पैर दौड़े हों +10544,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_006.wav,तो मैं धर्म के तराजू में तौला जाऊँ ताकि परमेश्वर मेरी खराई को जान ले +10545,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_007.wav,यदि मेरे पग मार्ग से बहक गए हों और मेरा मन मेरी आँखों की देखी चाल चला हो या मेरे हाथों में कुछ कलंक लगा हो +10546,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_008.wav,तो मैं बीज बोऊँ परन्तु दूसरा खाए वरन् मेरे खेत की उपज उखाड़ डाली जाए +10547,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_009.wav,यदि मेरा हृदय किसी स्त्री पर मोहित हो गया है और मैं अपने पड़ोसी के द्वार पर घात में बैठा हूँ +10548,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_010.wav,तो मेरी स्त्री दूसरे के लिये पीसे और पराए पुरुष उसको भ्रष्ट करें +10549,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_011.wav,क्योंकि वह तो महापाप होता और न्यायियों से दण्ड पाने के योग्य अधर्म का काम होता +10550,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_012.wav,क्योंकि वह ऐसी आग है जो जलाकर भस्म कर देती है और वह मेरी सारी उपज को जड़ से नाश कर देती है +10551,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_013.wav,जब मेरे दास व दासी ने मुझसे झगड़ा किया तब यदि मैंने उनका हक़ मार दिया हो +10552,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_014.wav,तो जब परमेश्वर उठ खड़ा होगा तब मैं क्या करूँगा और जब वह आएगा तब मैं क्या उत्तर दूँगा +10553,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_015.wav,क्या वह उसका बनानेवाला नहीं जिसने मुझे गर्भ में बनाया क्या एक ही ने हम दोनों की सूरत गर्भ में न रची थी +10554,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_016.wav,यदि मैंने कंगालों की इच्छा पूरी न की हो या मेरे कारण विधवा की आँखें कभी निराश हुई हों +10555,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_017.wav,या मैंने अपना टुकड़ा अकेला खाया हो और उसमें से अनाथ न खाने पाए हों +10556,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_018.wav,परन्तु वह मेरे लड़कपन ही से मेरे साथ इस प्रकार पला जिस प्रकार पिता के साथ और मैं जन्म ही से विधवा को पालता आया हूँ +10557,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_019.wav,यदि मैंने किसी को वस्त्रहीन मरते हुए देखा या किसी दरिद्र को जिसके पास ओढ़ने को न था +10558,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_020.wav,और उसको अपनी भेड़ों की ऊन के कपड़े न दिए हों और उसने गर्म होकर मुझे आशीर्वाद न दिया हो +10559,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_021.wav,या यदि मैंने फाटक में अपने सहायक देखकर अनाथों के मारने को अपना हाथ उठाया हो +10560,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_022.wav,तो मेरी बाँह कंधे से उखड़कर गिर पड़े और मेरी भुजा की हड्डी टूट जाए +10561,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_023.wav,क्योंकि परमेश्वर के प्रताप के कारण मैं ऐसा नहीं कर सकता था क्योंकि उसकी ओर की विपत्ति के कारण मैं भयभीत होकर थरथराता था +10562,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_024.wav,यदि मैंने सोने का भरोसा किया होता या कुन्दन को अपना आसरा कहा होता +10563,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_025.wav,या अपने बहुत से धन या अपनी बड़ी कमाई के कारण आनन्द किया होता +10564,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_026.wav,या सूर्य को चमकते या चन्द्रमा को महाशोभा से चलते हुए देखकर +10565,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_027.wav,मैं मन ही मन मोहित हो गया होता और अपने मुँह से अपना हाथ चूम लिया होता +10566,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_028.wav,तो यह भी न्यायियों से दण्ड पाने के योग्य अधर्म का काम होता क्योंकि ऐसा करके मैंने सर्वश्रेष्ठ परमेश्वर का इन्कार किया होता +10567,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_029.wav,यदि मैं अपने बैरी के नाश से आनन्दित होता या जब उस पर विपत्ति पड़ी तब उस पर हँसा होता +10568,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_030.wav,परन्तु मैंने न तो उसको श्राप देते हुए और न उसके प्राणदण्ड की प्रार्थना करते हुए अपने मुँह से पाप किया है +10569,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_031.wav,यदि मेरे डेरे के रहनेवालों ने यह न कहा होता ऐसा कोई कहाँ मिलेगा जो इसके यहाँ का माँस खाकर तृप्त न हुआ हो +10570,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_032.wav,परदेशी को सड़क पर टिकना न पड़ता था मैं बटोही के लिये अपना द्वार खुला रखता था +10571,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_033.wav,यदि मैंने आदम के समान अपना अपराध छिपाकर अपने अधर्म को ढाँप लिया हो +10572,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_034.wav,इस कारण कि मैं बड़ी भीड़ से भय खाता था या कुलीनों से तुच्छ किए जाने से डर गया यहाँ तक कि मैं द्वार से बाहर न निकला +10573,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_035.wav,भला होता कि मेरा कोई सुननेवाला होता सर्वशक्तिमान परमेश्वर अभी मेरा न्याय चुकाए देखो मेरा दस्तखत यही है भला होता कि जो शिकायतनामा मेरे मुद्दई ने लिखा है वह मेरे पास होता +10574,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_036.wav,निश्चय मैं उसको अपने कंधे पर उठाए फिरता और सुन्दर पगड़ी जानकर अपने सिर में बाँधे रहता +10575,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_037.wav,मैं उसको अपने पगपग का हिसाब देता मैं उसके निकट प्रधान के समान निडर जाता +10576,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_038.wav,यदि मेरी भूमि मेरे विरुद्ध दुहाई देती हो और उसकी रेघारियाँ मिलकर रोती हों +10577,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_039.wav,यदि मैंने अपनी भूमि की उपज बिना मजदूरी दिए खाई या उसके मालिक का प्राण लिया हो +10578,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_031_040.wav,तो गेहूँ के बदले झड़बेरी और जौ के बदले जंगली घास उगें अय्यूब के वचन पूरे हुए हैं +10579,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_001.wav,तब उन तीनों पुरुषों ने यह देखकर कि अय्यूब अपनी दृष्टि में निर्दोष है उसको उत्तर देना छोड़ दिया +10580,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_002.wav,और बूजी बारकेल का पुत्र एलीहू जो राम के कुल का था उसका क्रोध भड़क उठा अय्यूब पर उसका क्रोध इसलिए भड़क उठा कि उसने परमेश्वर को नहीं अपने ही को निर्दोष ठहराया +10581,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_003.wav,फिर अय्यूब के तीनों मित्रों के विरुद्ध भी उसका क्रोध इस कारण भड़का कि वे अय्यूब को उत्तर न दे सके तो भी उसको दोषी ठहराया +10582,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_004.wav,एलीहू तो अपने को उनसे छोटा जानकर अय्यूब की बातों के अन्त की बाट जोहता रहा +10583,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_005.wav,परन्तु जब एलीहू ने देखा कि ये तीनों पुरुष कुछ उत्तर नहीं देते तब उसका क्रोध भड़क उठा +10584,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_006.wav,तब बूजी बारकेल का पुत्र एलीहू कहने लगा मैं तो जवान हूँ और तुम बहुत बूढ़े हो इस कारण मैं रुका रहा और अपना विचार तुम को बताने से डरता था +10585,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_007.wav,मैं सोचता था जो आयु में बड़े हैं वे ही बात करें और जो बहुत वर्ष के हैं वे ही बुद्धि सिखाएँ +10586,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_008.wav,परन्तु मनुष्य में आत्मा तो है ही और सर्वशक्तिमान परमेश्वर अपनी दी हुई साँस से उन्हें समझने की शक्ति देता है +10587,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_009.wav,जो बुद्धिमान हैं वे बड़ेबड़े लोग ही नहीं और न्याय के समझनेवाले बूढ़े ही नहीं होते +10588,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_010.wav,इसलिए मैं कहता हूँ मेरी भी सुनो मैं भी अपना विचार बताऊँगा +10589,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_011.wav,मैं तो तुम्हारी बातें सुनने को ठहरा रहा मैं तुम्हारे प्रमाण सुनने के लिये ठहरा रहा जबकि तुम कहने के लिये शब्द ढूँढ़ते रहे +10590,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_012.wav,मैं चित्त लगाकर तुम्हारी सुनता रहा परन्तु किसी ने अय्यूब के पक्ष का खण्डन नहीं किया और न उसकी बातों का उत्तर दिया +10591,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_013.wav,तुम लोग मत समझो कि हमको ऐसी बुद्धि मिली है कि उसका खण्डन मनुष्य नहीं परमेश्वर ही कर सकता है +10592,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_014.wav,जो बातें उसने कहीं वह मेरे विरुद्ध तो नहीं कहीं और न मैं तुम्हारी सी बातों से उसको उत्तर दूँगा +10593,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_015.wav,वे विस्मित हुए और फिर कुछ उत्तर नहीं दिया उन्होंने बातें करना छोड़ दिया +10594,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_016.wav,इसलिए कि वे कुछ नहीं बोलते और चुपचाप खड़े हैं क्या इस कारण मैं ठहरा रहूँ +10595,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_017.wav,परन्तु अब मैं भी कुछ कहूँगा मैं भी अपना विचार प्रगट करूँगा +10596,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_018.wav,क्योंकि मेरे मन में बातें भरी हैं और मेरी आत्मा मुझे उभार रही है +10597,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_019.wav,मेरा मन उस दाखमधु के समान है जो खोला न गया हो वह नई कुप्पियों के समान फटा जाता है +10598,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_020.wav,शान्ति पाने के लिये मैं बोलूँगा मैं मुँह खोलकर उत्तर दूँगा +10599,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_021.wav,न मैं किसी आदमी का पक्ष करूँगा और न मैं किसी मनुष्य को चापलूसी की पदवी दूँगा +10600,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_032_022.wav,क्योंकि मुझे तो चापलूसी करना आता ही नहीं नहीं तो मेरा सृजनहार क्षण भर में मुझे उठा लेता +10601,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_001.wav,इसलिए अब हे अय्यूब मेरी बातें सुन ले और मेरे सब वचनों पर कान लगा +10602,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_002.wav,मैंने तो अपना मुँह खोला है और मेरी जीभ मुँह में चुलबुला रही है +10603,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_003.wav,मेरी बातें मेरे मन की सिधाई प्रगट करेंगी जो ज्ञान मैं रखता हूँ उसे खराई के साथ कहूँगा +10604,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_004.wav,मुझे परमेश्वर की आत्मा ने बनाया है और सर्वशक्तिमान की साँस से मुझे जीवन मिलता है +10605,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_005.wav,यदि तू मुझे उत्तर दे सके तो दे मेरे सामने अपनी बातें क्रम से रचकर खड़ा हो जा +10606,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_006.wav,देख मैं परमेश्वर के सन्मुख तेरे तुल्य हूँ मैं भी मिट्टी का बना हुआ हूँ +10607,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_007.wav,सुन तुझे डर के मारे घबराना न पड़ेगा और न तू मेरे बोझ से दबेगा +10608,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_008.wav,निःसन्देह तेरी ऐसी बात मेरे कानों में पड़ी है और मैंने तेरे वचन सुने हैं +10609,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_009.wav,मैं तो पवित्र और निरपराध और निष्कलंक हूँ और मुझ में अधर्म नहीं है +10610,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_010.wav,देख परमेश्वर मुझसे झगड़ने के दाँव ढूँढ़ता है और मुझे अपना शत्रु समझता है +10611,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_011.wav,वह मेरे दोनों पाँवों को काठ में ठोंक देता है और मेरी सारी चाल पर दृष्टि रखता है +10612,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_012.wav,देख मैं तुझे उत्तर देता हूँ इस बात में तू सच्चा नहीं है क्योंकि परमेश्वर मनुष्य से बड़ा है +10613,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_013.wav,तू उससे क्यों झगड़ता है क्योंकि वह अपनी किसी बात का लेखा नहीं देता +10614,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_014.wav,क्योंकि परमेश्वर तो एक क्या वरन् दो बार बोलता है परन्तु लोग उस पर चित्त नहीं लगाते +10615,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_015.wav,स्वप्न में या रात को दिए हुए दर्शन में जब मनुष्य घोर निद्रा में पड़े रहते हैं या बिछौने पर सोते समय +10616,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_016.wav,तब वह मनुष्यों के कान खोलता ह��� और उनकी शिक्षा पर मुहर लगाता है +10617,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_017.wav,जिससे वह मनुष्य को उसके संकल्प से रोके और गर्व को मनुष्य में से दूर करे +10618,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_018.wav,वह उसके प्राण को गड्ढे से बचाता है और उसके जीवन को तलवार की मार से बचाता हे +10619,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_019.wav,उसकी ताड़ना भी होती है कि वह अपने बिछौने पर पड़ापड़ा तड़पता है और उसकी हड्डीहड्डी में लगातार झगड़ा होता है +10620,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_020.wav,यहाँ तक कि उसका प्राण रोटी से और उसका मन स्वादिष्ट भोजन से घृणा करने लगता है +10621,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_021.wav,उसका माँस ऐसा सूख जाता है कि दिखाई नहीं देता और उसकी हड्डियाँ जो पहले दिखाई नहीं देती थीं निकल आती हैं +10622,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_022.wav,तब वह कब्र के निकट पहुँचता है और उसका जीवन नाश करनेवालों के वश में हो जाता है +10623,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_023.wav,यदि उसके लिये कोई बिचवई स्वर्गदूत मिले जो हजार में से एक ही हो जो भावी कहे और जो मनुष्य को बताए कि उसके लिये क्या ठीक है +10624,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_024.wav,तो वह उस पर अनुग्रह करके कहता है उसे गड्ढे में जाने से बचा ले मुझे छुड़ौती मिली है +10625,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_025.wav,तब उस मनुष्य की देह बालक की देह से अधिक स्वस्थ और कोमल हो जाएगी उसकी जवानी के दिन फिर लौट आएँगे +10626,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_026.wav,वह परमेश्वर से विनती करेगा और वह उससे प्रसन्न होगा वह आनन्द से परमेश्वर का दर्शन करेगा और परमेश्वर मनुष्य को ज्यों का त्यों धर्मी कर देगा +10627,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_027.wav,वह मनुष्यों के सामने गाने और कहने लगता है मैंने पाप किया और सच्चाई को उलटपुलट कर दिया परन्तु उसका बदला मुझे दिया नहीं गया +10628,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_028.wav,उसने मेरे प्राण कब्र में पड़ने से बचाया है मेरा जीवन उजियाले को देखेगा +10629,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_029.wav,देख ऐसेऐसे सब काम परमेश्वर मनुष्य के साथ दो बार क्या वरन् तीन बार भी करता है +10630,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_030.wav,जिससे उसको कब्र से बचाए और वह जीवनलोक के उजियाले का प्रकाश पाए +10631,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_031.wav,हे अय्यूब कान लगाकर मेरी सुन चुप रह मैं और बोलूँगा +10632,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_032.wav,यदि तुझे बात कहनी हो तो मुझे उत्तर दे बोल क्योंकि मैं तुझे निर्दोष ठहराना चाहता हूँ +10633,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_033_033.wav,यदि नहीं तो तू मेरी सुन चुप रह मैं तुझे बुद्धि की बात सिखाऊँगा +10634,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_001.wav,फिर एलीहू यह कहता गया +10635,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_002.wav,हे बुद्धिमानों मेरी बातें सुनो हे ज्ञानियों मेरी बात पर कान लगाओ +10636,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_003.wav,क्योंकि जैसे जीभ से चखा जाता ह��� वैसे ही वचन कान से परखे जाते हैं +10637,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_004.wav,जो कुछ ठीक है हम अपने लिये चुन लें जो भला है हम आपस में समझबूझ लें +10638,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_005.wav,क्योंकि अय्यूब ने कहा है मैं निर्दोष हूँ और परमेश्वर ने मेरा हक़ मार दिया है +10639,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_006.wav,यद्यपि मैं सच्चाई पर हूँ तो भी झूठा ठहरता हूँ मैं निरपराध हूँ परन्तु मेरा घाव असाध्य है +10640,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_007.wav,अय्यूब के तुल्य कौन शूरवीर है जो परमेश्वर की निन्दा पानी के समान पीता है +10641,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_008.wav,जो अनर्थ करनेवालों का साथ देता और दुष्ट मनुष्यों की संगति रखता है +10642,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_009.wav,उसने तो कहा है मनुष्य को इससे कुछ लाभ नहीं कि वह आनन्द से परमेश्वर की संगति रखे +10643,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_010.wav,इसलिए हे समझवालों मेरी सुनो यह सम्भव नहीं कि परमेश्वर दुष्टता का काम करे और सर्वशक्तिमान बुराई करे +10644,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_011.wav,वह मनुष्य की करनी का फल देता है और प्रत्येक को अपनीअपनी चाल का फल भुगताता है +10645,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_012.wav,निःसन्देह परमेश्वर दुष्टता नहीं करता और न सर्वशक्तिमान अन्याय करता है +10646,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_013.wav,किसने पृथ्वी को उसके हाथ में सौंप दिया या किसने सारे जगत का प्रबन्ध किया +10647,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_014.wav,यदि वह मनुष्य से अपना मन हटाए और अपना आत्मा और श्वास अपने ही में समेट ले +10648,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_015.wav,तो सब देहधारी एक संग नाश हो जाएँगे और मनुष्य फिर मिट्टी में मिल जाएगा +10649,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_016.wav,इसलिए इसको सुनकर समझ रख और मेरी इन बातों पर कान लगा +10650,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_017.wav,जो न्याय का बैरी हो क्या वह शासन करे जो पूर्ण धर्मी है क्या तू उसे दुष्ट ठहराएगा +10651,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_018.wav,वह राजा से कहता है तू नीच है और प्रधानों से तुम दुष्ट हो +10652,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_019.wav,परमेश्वर तो हाकिमों का पक्ष नहीं करता और धनी और कंगाल दोनों को अपने बनाए हुए जानकर उनमें कुछ भेद नहीं करता +10653,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_020.wav,आधी रात को पल भर में वे मर जाते हैं और प्रजा के लोग हिलाए जाते और जाते रहते हैं और प्रतापी लोग बिना हाथ लगाए उठा लिए जाते हैं +10654,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_021.wav,क्योंकि परमेश्वर की आँखें मनुष्य की चाल चलन पर लगी रहती हैं और वह उसकी सारी चाल को देखता रहता है +10655,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_022.wav,ऐसा अंधियारा या घोर अंधकार कहीं नहीं है जिसमें अनर्थ करनेवाले छिप सके +10656,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_023.wav,क्योंकि उसने मनुष्य का कुछ समय नहीं ठहराया ताकि वह परमेश्वर के सम्मुख अदालत में जाए +10657,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_024.wav,वह बड़ेबड़े बलवानों को बिना पूछपाछ के चूरचूर करता है और उनके स्थान पर दूसरों को खड़ा कर देता है +10658,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_025.wav,इसलिए कि वह उनके कामों को भली भाँति जानता है वह उन्हें रात में ऐसा उलट देता है कि वे चूरचूर हो जाते हैं +10659,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_026.wav,वह उन्हें दुष्ट जानकर सभी के देखते मारता है +10660,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_027.wav,क्योंकि उन्होंने उसके पीछे चलना छोड़ दिया है और उसके किसी मार्ग पर चित्त न लगाया +10661,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_028.wav,यहाँ तक कि उनके कारण कंगालों की दुहाई उस तक पहुँची और उसने दीन लोगों की दुहाई सुनी +10662,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_029.wav,जब वह चुप रहता है तो उसे कौन दोषी ठहरा सकता है और जब वह मुँह फेर ले तब कौन उसका दर्शन पा सकता है जाति भर के साथ और अकेले मनुष्य दोनों के साथ उसका बराबर व्यवहार है +10663,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_030.wav,ताकि भक्तिहीन राज्य करता न रहे और प्रजा फंदे में फँसाई न जाए +10664,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_031.wav,क्या किसी ने कभी परमेश्वर से कहा मैंने दण्ड सहा अब मैं भविष्य में बुराई न करूँगा +10665,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_032.wav,जो कुछ मुझे नहीं सूझ पड़ता वह तू मुझे सिखा दे और यदि मैंने टेढ़ा काम किया हो तो भविष्य में वैसा न करूँगा +10666,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_033.wav,क्या वह तेरे ही मन के अनुसार बदला पाए क्योंकि तू उससे अप्रसन्न है क्योंकि तुझे निर्णय करना है न कि मुझे इस कारण जो कुछ तुझे समझ पड़ता है वह कह दे +10667,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_034.wav,सब ज्ञानी पुरुष वरन् जितने बुद्धिमान मेरी सुनते हैं वे मुझसे कहेंगे +10668,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_035.wav,अय्यूब ज्ञान की बातें नहीं कहता और न उसके वचन समझ के साथ होते हैं +10669,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_036.wav,भला होता कि अय्यूब अन्त तक परीक्षा में रहता क्योंकि उसने अनर्थकारियों के समान उत्तर दिए हैं +10670,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_034_037.wav,और वह अपने पाप में विरोध बढ़ाता है और हमारे बीच ताली बजाता है और परमेश्वर के विरुद्ध बहुत सी बातें बनाता है +10671,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_001.wav,फिर एलीहू इस प्रकार और भी कहता गया +10672,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_002.wav,क्या तू इसे अपना हक़ समझता है क्या तू दावा करता है कि तेरी धार्मिकता परमेश्वर के धार्मिकता से अधिक है +10673,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_003.wav,जो तू कहता है मुझे इससे क्या लाभ और मुझे पापी होने में और न होने में कौन सा अधिक अन्तर है +10674,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_004.wav,मैं तुझे और तेरे साथियों को भी एक संग उत्तर देता हूँ +10675,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_005.wav,आकाश की ओर दृष्टि करके देख और आकाशमण्डल को ताक जो तुझ से ऊँचा है +10676,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_006.wav,यदि ���ूने पाप किया है तो परमेश्वर का क्या बिगड़ता है यदि तेरे अपराध बहुत ही बढ़ जाएँ तो भी तू उसका क्या कर लेगा +10677,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_007.wav,यदि तू धर्मी है तो उसको क्या दे देता है या उसे तेरे हाथ से क्या मिल जाता है +10678,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_008.wav,तेरी दुष्टता का फल तुझ जैसे पुरुष के लिये है और तेरी धार्मिकता का फल भी मनुष्यमात्र के लिये है +10679,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_009.wav,बहुत अंधेर होने के कारण वे चिल्लाते हैं और बलवान के बाहुबल के कारण वे दुहाई देते हैं +10680,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_010.wav,तो भी कोई यह नहीं कहता मेरा सृजनेवाला परमेश्वर कहाँ है जो रात में भी गीत गवाता है +10681,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_011.wav,और हमें पृथ्वी के पशुओं से अधिक शिक्षा देता और आकाश के पक्षियों से अधिक बुद्धि देता है +10682,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_012.wav,वे दुहाई देते हैं परन्तु कोई उत्तर नहीं देता यह बुरे लोगों के घमण्ड के कारण होता है +10683,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_013.wav,निश्चय परमेश्वर व्यर्थ बातें कभी नहीं सुनता और न सर्वशक्तिमान उन पर चित्त लगाता है +10684,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_014.wav,तो तू क्यों कहता है कि वह मुझे दर्शन नहीं देता कि यह मुकद्दमा उसके सामने है और तू उसकी बाट जोहता हुआ ठहरा है +10685,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_015.wav,परन्तु अभी तो उसने क्रोध करके दण्ड नहीं दिया है और अभिमान पर चित्त बहुत नहीं लगाया +10686,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_035_016.wav,इस कारण अय्यूब व्यर्थ मुँह खोलकर अज्ञानता की बातें बहुत बनाता है +10687,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_001.wav,फिर एलीहू ने यह भी कहा +10688,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_002.wav,कुछ ठहरा रह और मैं तुझको समझाऊँगा क्योंकि परमेश्वर के पक्ष में मुझे कुछ और भी कहना है +10689,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_003.wav,मैं अपने ज्ञान की बात दूर से ले आऊँगा और अपने सृजनहार को धर्मी ठहराऊँगा +10690,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_004.wav,निश्चय मेरी बातें झूठी न होंगी वह जो तेरे संग है वह पूरा ज्ञानी है +10691,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_005.wav,देख परमेश्वर सामर्थी है और किसी को तुच्छ नहीं जानता वह समझने की शक्ति में समर्थ है +10692,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_006.wav,वह दुष्टों को जिलाए नहीं रखता और दीनों को उनका हक़ देता है +10693,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_007.wav,वह धर्मियों से अपनी आँखें नहीं फेरता वरन् उनको राजाओं के संग सदा के लिये सिंहासन पर बैठाता है और वे ऊँचे पद को प्राप्त करते हैं +10694,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_008.wav,और चाहे वे बेड़ियों में जकड़े जाएँ और दुःख की रस्सियों से बाँधे जाए +10695,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_009.wav,तो भी परमेश्वर उन पर उनके काम और उनका यह अपराध प्रगट करता है कि उन्होंने गर्व किया है +10696,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_010.wav,वह ��नके कान शिक्षा सुनने के लिये खोलता है और आज्ञा देता है कि वे बुराई से दूर रहें +10697,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_011.wav,यदि वे सुनकर उसकी सेवा करें तो वे अपने दिन कल्याण से और अपने वर्ष सुख से पूरे करते हैं +10698,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_012.wav,परन्तु यदि वे न सुनें तो वे तलवार से नाश हो जाते हैं और अज्ञानता में मरते हैं +10699,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_013.wav,परन्तु वे जो मन ही मन भक्तिहीन होकर क्रोध बढ़ाते और जब वह उनको बाँधता है तब भी दुहाई नहीं देते +10700,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_014.wav,वे जवानी में मर जाते हैं और उनका जीवन लुच्चों के बीच में नाश होता है +10701,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_015.wav,वह दुःखियों को उनके दुःख से छुड़ाता है और उपद्रव में उनका कान खोलता है +10702,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_016.wav,परन्तु वह तुझको भी क्लेश के मुँह में से निकालकर ऐसे चौड़े स्थान में जहाँ सकेती नहीं है पहुँचा देता है और चिकनाचिकना भोजन तेरी मेज पर परोसता है +10703,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_017.wav,परन्तु तूने दुष्टों का सा निर्णय किया है इसलिए निर्णय और न्याय तुझ से लिपटे रहते है +10704,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_018.wav,देख तू जलजलाहट से भर के ठट्ठा मत कर और न घूस को अधिक बड़ा जानकर मार्ग से मुड़ +10705,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_019.wav,क्या तेरा रोना या तेरा बल तुझे दुःख से छुटकारा देगा +10706,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_020.wav,उस रात की अभिलाषा न कर जिसमें देशदेश के लोग अपनेअपने स्थान से मिटाएँ जाते हैं +10707,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_021.wav,चौकस रह अनर्थ काम की ओर मत फिर तूने तो दुःख से अधिक इसी को चुन लिया है +10708,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_022.wav,देख परमेश्वर अपने सामर्थ्य से बड़ेबड़े काम करता है उसके समान शिक्षक कौन है +10709,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_023.wav,किसने उसके चलने का मार्ग ठहराया है और कौन उससे कह सकता है तूने अनुचित काम किया है +10710,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_024.wav,उसके कामों की महिमा और प्रशंसा करने को स्मरण रख जिसकी प्रशंसा का गीत मनुष्य गाते चले आए हैं +10711,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_025.wav,सब मनुष्य उसको ध्यान से देखते आए हैं और मनुष्य उसे दूरदूर से देखता है +10712,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_026.wav,देख परमेश्वर महान और हमारे ज्ञान से कहीं परे है और उसके वर्ष की गिनती अनन्त है +10713,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_027.wav,क्योंकि वह तो जल की बूँदें ऊपर को खींच लेता है वे कुहरे से मेंह होकर टपकती हैं +10714,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_028.wav,वे ऊँचेऊँचे बादल उण्डेलते हैं और मनुष्यों के ऊपर बहुतायत से बरसाते हैं +10715,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_029.wav,फिर क्या कोई बादलों का फैलना और उसके मण्डल में का गरजना समझ सकता है +10716,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_030.wav,देख वह अपने उजियाले को चहुँ ओर फैलाता है और समुद्र की थाह को ढाँपता है +10717,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_031.wav,क्योंकि वह देशदेश के लोगों का न्याय इन्हीं से करता है और भोजनवस्तुएँ बहुतायत से देता है +10718,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_032.wav,वह बिजली को अपने हाथ में लेकर उसे आज्ञा देता है कि निशाने पर गिरे +10719,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_036_033.wav,इसकी कड़क उसी का समाचार देती है पशु भी प्रगट करते हैं कि अंधड़ चढ़ा आता है +10720,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_001.wav,फिर इस बात पर भी मेरा हृदय काँपता है और अपने स्थान से उछल पड़ता है +10721,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_002.wav,उसके बोलने का शब्द तो सुनो और उस शब्द को जो उसके मुँह से निकलता है सुनो +10722,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_003.wav,वह उसको सारे आकाश के तले और अपनी बिजली को पृथ्वी की छोर तक भेजता है +10723,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_004.wav,उसके पीछे गरजने का शब्द होता है वह अपने प्रतापी शब्द से गरजता है और जब उसका शब्द सुनाई देता है तब बिजली लगातार चमकने लगती है +10724,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_005.wav,परमेश्वर गरजकर अपना शब्द अद्भुत रीति से सुनाता है और बड़ेबड़े काम करता है जिनको हम नहीं समझते +10725,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_006.wav,वह तो हिम से कहता है पृथ्वी पर गिर और इसी प्रकार मेंह को भी और मूसलाधार वर्षा को भी ऐसी ही आज्ञा देता है +10726,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_007.wav,वह सब मनुष्यों के हाथ पर मुहर कर देता है जिससे उसके बनाए हुए सब मनुष्य उसको पहचानें +10727,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_008.wav,तब वन पशु गुफाओं में घुस जाते और अपनीअपनी माँदों में रहते हैं +10728,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_009.wav,दक्षिण दिशा से बवण्डर और उत्तर दिशा से जाड़ा आता है +10729,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_010.wav,परमेश्वर की श्वास की फूँक से बर्फ पड़ता है तब जलाशयों का पाट जम जाता है +10730,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_011.wav,फिर वह घटाओं को भाप से लादता और अपनी बिजली से भरे हुए उजियाले का बादल दूर तक फैलाता है +10731,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_012.wav,वे उसकी बुद्धि की युक्ति से इधरउधर फिराए जाते हैं इसलिए कि जो आज्ञा वह उनको दे उसी को वे बसाई हुई पृथ्वी के ऊपर पूरी करें +10732,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_013.wav,चाहे ताड़ना देने के लिये चाहे अपनी पृथ्वी की भलाई के लिये या मनुष्यों पर करुणा करने के लिये वह उसे भेजे +10733,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_014.wav,हे अय्यूब इस पर कान लगा और सुन ले चुपचाप खड़ा रह और परमेश्वर के आश्चर्यकर्मों का विचार कर +10734,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_015.wav,क्या तू जानता है कि परमेश्वर क्यों अपने बादलों को आज्ञा देता और अपने बादल की बिजली को चमकाता है +10735,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_016.wav,क्या तू घटाओं का तौलना या सर्वज्ञानी के आश्चर्यकर्मों को जानता है +10736,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_017.wav,जब प��थ्वी पर दक्षिणी हवा ही के कारण से सन्नाटा रहता है तब तेरे वस्त्र गर्म हो जाते हैं +10737,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_018.wav,फिर क्या तू उसके साथ आकाशमण्डल को तान सकता है जो ढाले हुए दर्पण के तुल्य दृढ़ है +10738,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_019.wav,तू हमें यह सिखा कि उससे क्या कहना चाहिये क्योंकि हम अंधियारे के कारण अपना व्याख्यान ठीक नहीं रच सकते +10739,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_020.wav,क्या उसको बताया जाए कि मैं बोलना चाहता हूँ क्या कोई अपना सत्यानाश चाहता है +10740,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_021.wav,अभी तो आकाशमण्डल में का बड़ा प्रकाश देखा नहीं जाता जब वायु चलकर उसको शुद्ध करती है +10741,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_022.wav,उत्तर दिशा से सुनहरी ज्योति आती है परमेश्वर भययोग्य तेज से विभूषित है +10742,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_023.wav,सर्वशक्तिमान परमेश्वर जो अति सामर्थी है और जिसका भेद हम पा नहीं सकते वह न्याय और पूर्ण धार्मिकता को छोड़ अत्याचार नहीं कर सकता +10743,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_037_024.wav,इसी कारण सज्जन उसका भय मानते हैं और जो अपनी दृष्टि में बुद्धिमान हैं उन पर वह दृष्टि नहीं करता +10744,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_001.wav,तब यहोवा ने अय्यूब को आँधी में से यूँ उत्तर दिया +10745,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_002.wav,यह कौन है जो अज्ञानता की बातें कहकर युक्ति को बिगाड़ना चाहता है +10746,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_003.wav,पुरुष के समान अपनी कमर बाँध ले क्योंकि मैं तुझ से प्रश्न करता हूँ और तू मुझे उत्तर दे +10747,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_004.wav,जब मैंने पृथ्वी की नींव डाली तब तू कहाँ था यदि तू समझदार हो तो उत्तर दे +10748,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_005.wav,उसकी नाप किसने ठहराई क्या तू जानता है उस पर किसने सूत खींचा +10749,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_006.wav,उसकी नींव कौन सी वस्तु पर रखी गई या किसने उसके कोने का पत्थर बैठाया +10750,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_007.wav,जबकि भोर के तारे एक संग आनन्द से गाते थे और परमेश्वर के सब पुत्र जयजयकार करते थे +10751,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_008.wav,फिर जब समुद्र ऐसा फूट निकला मानो वह गर्भ से फूट निकला तब किसने द्वार बन्द कर उसको रोक दिया +10752,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_009.wav,जबकि मैंने उसको बादल पहनाया और घोर अंधकार में लपेट दिया +10753,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_010.wav,और उसके लिये सीमा बाँधा और यह कहकर बेंड़े और किवाड़ें लगा दिए +10754,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_011.wav,यहीं तक आ और आगे न बढ़ और तेरी उमड़नेवाली लहरें यहीं थम जाएँ +10755,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_012.wav,क्या तूने जीवन भर में कभी भोर को आज्ञा दी और पौ को उसका स्थान जताया है +10756,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_013.wav,ताकि वह पृथ्वी की छोरों को वश में करे और दुष्ट लोग उसमें से झाड़ दिए जाएँ +10757,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_014.wav,वह ऐसा बदलता है जैसा मोहर के नीचे चिकनी मिट्टी बदलती है और सब वस्तुएँ मानो वस्त्र पहने हुए दिखाई देती हैं +10758,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_015.wav,दुष्टों से उनका उजियाला रोक लिया जाता है और उनकी बढ़ाई हुई बाँह तोड़ी जाती है +10759,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_016.wav,क्या तू कभी समुद्र के सोतों तक पहुँचा है या गहरे सागर की थाह में कभी चला फिरा है +10760,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_017.wav,क्या मृत्यु के फाटक तुझ पर प्रगट हुए क्या तू घोर अंधकार के फाटकों को कभी देखने पाया है +10761,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_018.wav,क्या तूने पृथ्वी की चौड़ाई को पूरी रीति से समझ लिया है यदि तू यह सब जानता है तो बता दे +10762,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_019.wav,उजियाले के निवास का मार्ग कहाँ है और अंधियारे का स्थान कहाँ है +10763,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_020.wav,क्या तू उसे उसके सीमा तक हटा सकता है और उसके घर की डगर पहचान सकता है +10764,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_021.wav,निःसन्देह तू यह सब कुछ जानता होगा क्योंकि तू तो उस समय उत्पन्न हुआ था और तू बहुत आयु का है +10765,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_022.wav,फिर क्या तू कभी हिम के भण्डार में पैठा या कभी ओलों के भण्डार को तूने देखा है +10766,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_023.wav,जिसको मैंने संकट के समय और युद्ध और लड़ाई के दिन के लिये रख छोड़ा है +10767,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_024.wav,किस मार्ग से उजियाला फैलाया जाता है और पूर्वी वायु पृथ्वी पर बहाई जाती है +10768,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_025.wav,महावृष्टि के लिये किसने नाला काटा और कड़कनेवाली बिजली के लिये मार्ग बनाया है +10769,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_026.wav,कि निर्जन देश में और जंगल में जहाँ कोई मनुष्य नहीं रहता मेंह बरसाकर +10770,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_027.wav,उजाड़ ही उजाड़ देश को सींचे और हरी घास उगाए +10771,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_028.wav,क्या मेंह का कोई पिता है और ओस की बूँदें किसने उत्पन्न की +10772,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_029.wav,किसके गर्भ से बर्फ निकला है और आकाश से गिरे हुए पाले को कौन उत्पन्न करता है +10773,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_030.wav,जल पत्थर के समान जम जाता है और गहरे पानी के ऊपर जमावट होती है +10774,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_031.wav,क्या तू कचपचिया का गुच्छा गूँथ सकता या मृगशिरा के बन्धन खोल सकता है +10775,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_032.wav,क्या तू राशियों को ठीकठीक समय पर उदय कर सकता या सप्तर्षि को साथियों समेत लिए चल सकता है +10776,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_033.wav,क्या तू आकाशमण्डल की विधियाँ जानता और पृथ्वी पर उनका अधिकार ठहरा सकता है +10777,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_034.wav,क्या तू बादलों तक अपनी वाणी पहुँचा सकता है ताकि बहुत जल बरस कर तुझे छिपा ले +10778,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_035.wav,क्या तू बिजली को आज्ञा दे सकता है कि वह जाए और तुझ से ���हे मैं उपस्थित हूँ +10779,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_036.wav,किसने अन्तःकरण में बुद्धि उपजाई और मन में समझने की शक्ति किसने दी है +10780,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_037.wav,कौन बुद्धि से बादलों को गिन सकता है और कौन आकाश के कुप्पों को उण्डेल सकता है +10781,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_038.wav,जब धूलि जम जाती है और ढेले एक दूसरे से सट जाते हैं +10782,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_039.wav,क्या तू सिंहनी के लिये अहेर पकड़ सकता और जवान सिंहों का पेट भर सकता है +10783,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_040.wav,जब वे माँद में बैठे हों और आड़ में घात लगाए दबक कर बैठे हों +10784,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_038_041.wav,फिर जब कौवे के बच्चे परमेश्वर की दुहाई देते हुए निराहार उड़ते फिरते हैं तब उनको आहार कौन देता है +10785,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_001.wav,क्या तू जानता है कि पहाड़ पर की जंगली बकरियाँ कब बच्चे देती हैं या जब हिरनियाँ बियाती हैं तब क्या तू देखता रहता है +10786,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_002.wav,क्या तू उनके महीने गिन सकता है क्या तू उनके बियाने का समय जानता है +10787,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_003.wav,जब वे बैठकर अपने बच्चों को जनतीं वे अपनी पीड़ाओं से छूट जाती हैं +10788,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_004.wav,उनके बच्चे हष्टपुष्ट होकर मैदान में बढ़ जाते हैं वे निकल जाते और फिर नहीं लौटते +10789,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_005.wav,किसने जंगली गदहे को स्वाधीन करके छोड़ दिया है किसने उसके बन्धन खोले हैं +10790,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_006.wav,उसका घर मैंने निर्जल देश को और उसका निवास नमकीन भूमि को ठहराया है +10791,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_007.wav,वह नगर के कोलाहल पर हँसता और हाँकनेवाले की हाँक सुनता भी नहीं +10792,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_008.wav,पहाड़ों पर जो कुछ मिलता है उसे वह चरता वह सब भाँति की हरियाली ढूँढ़ता फिरता है +10793,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_009.wav,क्या जंगली साँड़ तेरा काम करने को प्रसन्न होगा क्या वह तेरी चरनी के पास रहेगा +10794,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_010.wav,क्या तू जंगली साँड़ को रस्से से बाँधकर रेघारियों में चला सकता है क्या वह नालों में तेरे पीछेपीछे हेंगा फेरेगा +10795,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_011.wav,क्या तू उसके बड़े बल के कारण उस पर भरोसा करेगा या जो परिश्रम का काम तेरा हो क्या तू उसे उस पर छोड़ेगा +10796,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_012.wav,क्या तू उसका विश्वास करेगा कि वह तेरा अनाज घर ले आए और तेरे खलिहान का अन्न इकट्ठा करे +10797,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_013.wav,फिर शुतुर्मुर्गी अपने पंखों को आनन्द से फुलाती है परन्तु क्या ये पंख और पर स्नेह को प्रगट करते हैं +10798,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_014.wav,क्योंकि वह तो अपने अण्डे भूमि पर छोड़ देती और धूलि में उन्हें गर्म करती है +10799,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_015.wav,और इसकी सुधि न��ीं रखती कि वे पाँव से कुचले जाएँगे या कोई वन पशु उनको कुचल डालेगा +10800,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_016.wav,वह अपने बच्चों से ऐसी कठोरता करती है कि मानो उसके नहीं हैं यद्यपि उसका कष्ट अकारथ होता है तो भी वह निश्चिन्त रहती है +10801,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_017.wav,क्योंकि परमेश्वर ने उसको बुद्धिरहित बनाया और उसे समझने की शक्ति नहीं दी +10802,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_018.wav,जिस समय वह सीधी होकर अपने पंख फैलाती है तब घोड़े और उसके सवार दोनों को कुछ नहीं समझती है +10803,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_019.wav,क्या तूने घोड़े को उसका बल दिया है क्या तूने उसकी गर्दन में फहराती हुई घने बाल जमाई है +10804,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_020.wav,क्या उसको टिड्डी की सी उछलने की शक्ति तू देता है उसके फूँक्कारने का शब्द डरावना होता है +10805,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_021.wav,वह तराई में टाप मारता है और अपने बल से हर्षित रहता है वह हथियारबन्दों का सामना करने को निकल पड़ता है +10806,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_022.wav,वह डर की बात पर हँसता और नहीं घबराता और तलवार से पीछे नहीं हटता +10807,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_023.wav,तरकश और चमकता हुआ सांग और भाला उस पर खड़खड़ाता है +10808,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_024.wav,वह रिस और क्रोध के मारे भूमि को निगलता है जब नरसिंगे का शब्द सुनाई देता है तब वह रुकता नहीं +10809,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_025.wav,जब जब नरसिंगा बजता तबतब वह हिनहिन करता है और लड़ाई और अफसरों की ललकार और जय जयकार को दूर से सूँघ लेता है +10810,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_026.wav,क्या तेरे समझाने से बाज उड़ता है और दक्षिण की ओर उड़ने को अपने पंख फैलाता है +10811,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_027.wav,क्या उकाब तेरी आज्ञा से ऊपर चढ़ जाता है और ऊँचे स्थान पर अपना घोंसला बनाता है +10812,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_028.wav,वह चट्टान पर रहता और चट्टान की चोटी और दृढ़ स्थान पर बसेरा करता है +10813,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_029.wav,वह अपनी आँखों से दूर तक देखता है वहाँ से वह अपने अहेर को ताक लेता है +10814,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_039_030.wav,उसके बच्चे भी लहू चूसते हैं और जहाँ घात किए हुए लोग होते वहाँ वह भी होता है +10815,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_001.wav,फिर यहोवा ने अय्यूब से यह भी कहा +10816,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_002.wav,क्या जो बकवास करता है वह सर्वशक्तिमान से झगड़ा करे जो परमेश्वर से विवाद करता है वह इसका उत्तर दे +10817,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_003.wav,तब अय्यूब ने यहोवा को उत्तर दिया +10818,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_004.wav,देख मैं तो तुच्छ हूँ मैं तुझे क्या उत्तर दूँ मैं अपनी उँगली दाँत तले दबाता हूँ +10819,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_005.wav,एक बार तो मैं कह चुका परन्तु और कुछ न कहूँगा हाँ दो बार भी मैं कह चुका परन्तु अब कुछ और आगे न बढ़ूँग�� +10820,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_006.wav,तब यहोवा ने अय्यूब को आँधी में से यह उत्तर दिया +10821,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_007.wav,पुरुष के समान अपनी कमर बाँध ले मैं तुझ से प्रश्न करता हूँ और तू मुझे बता +10822,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_008.wav,क्या तू मेरा न्याय भी व्यर्थ ठहराएगा क्या तू आप निर्दोष ठहरने की मनसा से मुझ को दोषी ठहराएगा +10823,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_009.wav,क्या तेरा बाहुबल परमेश्वर के तुल्य है क्या तू उसके समान शब्द से गरज सकता है +10824,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_010.wav,अब अपने को महिमा और प्रताप से संवार और ऐश्वर्य और तेज के वस्त्र पहन ले +10825,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_011.wav,अपने अति क्रोध की बाढ़ को बहा दे और एकएक घमण्डी को देखते ही उसे नीचा कर +10826,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_012.wav,हर एक घमण्डी को देखकर झुका दे और दुष्ट लोगों को जहाँ खड़े हों वहाँ से गिरा दे +10827,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_013.wav,उनको एक संग मिट्टी में मिला दे और उस गुप्त स्थान में उनके मुँह बाँध दे +10828,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_014.wav,तब मैं भी तेरे विषय में मान लूँगा कि तेरा ही दाहिना हाथ तेरा उद्धार कर सकता है +10829,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_015.wav,उस जलगज को देख जिसको मैंने तेरे साथ बनाया है वह बैल के समान घास खाता है +10830,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_016.wav,देख उसकी कमर में बल है और उसके पेट के पट्ठों में उसकी सामर्थ्य रहती है +10831,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_017.wav,वह अपनी पूँछ को देवदार के समान हिलाता है उसकी जाँघों की नसें एक दूसरे से मिली हुई हैं +10832,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_018.wav,उसकी हड्डियाँ मानो पीतल की नलियाँ हैं उसकी पसलियाँ मानो लोहे के बेंड़े हैं +10833,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_019.wav,वह परमेश्वर का मुख्य कार्य है जो उसका सृजनहार हो उसके निकट तलवार लेकर आए +10834,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_020.wav,निश्चय पहाड़ों पर उसका चारा मिलता है जहाँ और सब वन पशु कलोल करते हैं +10835,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_021.wav,वह कमल के पौधों के नीचे रहता नरकटों की आड़ में और कीच पर लेटा करता है +10836,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_022.wav,कमल के पौधे उस पर छाया करते हैं वह नाले के बेंत के वृक्षों से घिरा रहता है +10837,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_023.wav,चाहे नदी की बाढ़ भी हो तो भी वह न घबराएगा चाहे यरदन भी बढ़कर उसके मुँह तक आए परन्तु वह निर्भय रहेगा +10838,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_040_024.wav,जब वह चौकस हो तब क्या कोई उसको पकड़ सकेगा या उसके नाथ में फंदा लगा सकेगा +10839,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_001.wav,फिर क्या तू लिव्यातान को बंसी के द्वारा खींच सकता है या डोरी से उसका जबड़ा दबा सकता है +10840,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_002.wav,क्या तू उसकी नाक में नकेल लगा सकता या उसका जबड़ा कील से बेध सकता है +10841,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_003.wav,क्या वह तुझ से बहुत गिड़गिड��ाहट करेगा या तुझ से मीठी बातें बोलेगा +10842,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_004.wav,क्या वह तुझ से वाचा बाँधेगा कि वह सदा तेरा दास रहे +10843,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_005.wav,क्या तू उससे ऐसे खेलेगा जैसे चिड़िया से या अपनी लड़कियों का जी बहलाने को उसे बाँध रखेगा +10844,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_006.wav,क्या मछुए के दल उसे बिकाऊ माल समझेंगे क्या वह उसे व्यापारियों में बाँट देंगे +10845,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_007.wav,क्या तू उसका चमड़ा भाले से या उसका सिर मछुए के त्रिशूलों से बेध सकता है +10846,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_008.wav,तू उस पर अपना हाथ ही धरे तो लड़ाई को कभी न भूलेगा और भविष्य में कभी ऐसा न करेगा +10847,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_009.wav,देख उसे पकड़ने की आशा निष्फल रहती है उसके देखने ही से मन कच्चा पड़ जाता है +10848,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_010.wav,कोई ऐसा साहसी नहीं जो लिव्यातान को भड़काए फिर ऐसा कौन है जो मेरे सामने ठहर सके +10849,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_011.wav,किसने मुझे पहले दिया है जिसका बदला मुझे देना पड़े देख जो कुछ सारी धरती पर है सब मेरा है +10850,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_012.wav,मैं लिव्यातान के अंगों के विषय और उसके बड़े बल और उसकी बनावट की शोभा के विषय चुप न रहूँगा +10851,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_013.wav,उसके ऊपर के पहरावे को कौन उतार सकता है उसके दाँतों की दोनों पाँतियों के अर्थात् जबड़ों के बीच कौन आएगा +10852,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_014.wav,उसके मुख के दोनों किवाड़ कौन खोल सकता है उसके दाँत चारों ओर से डरावने हैं +10853,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_015.wav,उसके छिलकों की रेखाएँ घमण्ड का कारण हैं वे मानो कड़ी छाप से बन्द किए हुए हैं +10854,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_016.wav,वे एक दूसरे से ऐसे जुड़े हुए हैं कि उनमें कुछ वायु भी नहीं पैठ सकती +10855,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_017.wav,वे आपस में मिले हुए और ऐसे सटे हुए हैं कि अलगअलग नहीं हो सकते +10856,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_018.wav,फिर उसके छींकने से उजियाला चमक उठता है और उसकी आँखें भोर की पलकों के समान हैं +10857,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_019.wav,उसके मुँह से जलते हुए पलीते निकलते हैं और आग की चिंगारियाँ छूटती हैं +10858,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_020.wav,उसके नथनों से ऐसा धुआँ निकलता है जैसा खौलती हुई हाण्डी और जलते हुए नरकटों से +10859,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_021.wav,उसकी साँस से कोयले सुलगते और उसके मुँह से आग की लौ निकलती है +10860,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_022.wav,उसकी गर्दन में सामर्थ्य बनी रहती है और उसके सामने डर नाचता रहता है +10861,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_023.wav,उसके माँस पर माँस चढ़ा हुआ है और ऐसा आपस में सटा हुआ है जो हिल नहीं सकता +10862,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_024.wav,उसका हृदय पत्थर सा दृढ़ है वरन् चक्की के निचले पाट के समान दृढ़ है +10863,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_025.wav,जब वह उठने लगता है तब सामर्थी भी डर जाते हैं और डर के मारे उनकी सुधबुध लोप हो जाती है +10864,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_026.wav,यदि कोई उस पर तलवार चलाए तो उससे कुछ न बन पड़ेगा और न भाले और न बर्छी और न तीर से +10865,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_027.wav,वह लोहे को पुआल सा और पीतल को सड़ी लकड़ी सा जानता है +10866,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_028.wav,वह तीर से भगाया नहीं जाता गोफन के पत्थर उसके लिये भूसे से ठहरते हैं +10867,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_029.wav,लाठियाँ भी भूसे के समान गिनी जाती हैं वह बर्छी के चलने पर हँसता है +10868,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_030.wav,उसके निचले भाग पैने ठीकरे के समान हैं कीचड़ पर मानो वह हेंगा फेरता है +10869,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_031.wav,वह गहरे जल को हण्डे के समान मथता है उसके कारण नील नदी मरहम की हाण्डी के समान होती है +10870,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_032.wav,वह अपने पीछे चमकीली लीक छोड़ता जाता है गहरा जल मानो श्वेत दिखाई देने लगता है +10871,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_033.wav,धरती पर उसके तुल्य और कोई नहीं है जो ऐसा निर्भय बनाया गया है +10872,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_041_034.wav,जो कुछ ऊँचा है उसे वह ताकता ही रहता है वह सब घमण्डियों के ऊपर राजा है +10873,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_001.wav,तब अय्यूब ने यहोवा को उत्तर दिया +10874,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_002.wav,मैं जानता हूँ कि तू सब कुछ कर सकता है और तेरी युक्तियों में से कोई रुक नहीं सकती +10875,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_003.wav,तूने मुझसे पूछा तू कौन है जो ज्ञानरहित होकर युक्ति पर परदा डालता है परन्तु मैंने तो जो नहीं समझता था वही कहा अर्थात् जो बातें मेरे लिये अधिक कठिन और मेरी समझ से बाहर थीं जिनको मैं जानता भी नहीं था +10876,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_004.wav,तूने मुझसे कहा मैं निवेदन करता हूँ सुन मैं कुछ कहूँगा मैं तुझ से प्रश्न करता हूँ तू मुझे बता +10877,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_005.wav,मैंने कानों से तेरा समाचार सुना था परन्तु अब मेरी आँखें तुझे देखती हैं +10878,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_006.wav,इसलिए मुझे अपने ऊपर घृणा आती है और मैं धूलि और राख में पश्चाताप करता हूँ +10879,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_007.wav,और ऐसा हुआ कि जब यहोवा ये बातें अय्यूब से कह चुका तब उसने तेमानी एलीपज से कहा मेरा क्रोध तेरे और तेरे दोनों मित्रों पर भड़का है क्योंकि जैसी ठीक बात मेरे दास अय्यूब ने मेरे विषय कही है वैसी तुम लोगों ने नहीं कही +10880,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_008.wav,इसलिए अब तुम सात बैल और सात मेढ़े छाँटकर मेरे दास अय्यूब के पास जाकर अपने निमित्त होमबलि चढ़ाओ तब मेरा दास अय्यूब तुम्हारे लिये प्रार्थना करेगा क्योंकि उसी की प्रार्थना मैं ग्रहण करूँगा और नहीं तो मैं तु��� से तुम्हारी मूर्खता के योग्य बर्ताव करूँगा क्योंकि तुम लोगों ने मेरे विषय मेरे दास अय्यूब की सी ठीक बात नहीं कही +10881,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_009.wav,यह सुन तेमानी एलीपज शूही बिल्दद और नामाती सोपर ने जाकर यहोवा की आज्ञा के अनुसार किया और यहोवा ने अय्यूब की प्रार्थना ग्रहण की +10882,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_010.wav,जब अय्यूब ने अपने मित्रों के लिये प्रार्थना की तब यहोवा ने उसका सारा दुःख दूर किया और जितना अय्यूब का पहले था उसका दुगना यहोवा ने उसे दे दिया +10883,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_011.wav,तब उसके सब भाई और सब बहनें और जितने पहले उसको जानतेपहचानते थे उन सभी ने आकर उसके यहाँ उसके संग भोजन किया और जितनी विपत्ति यहोवा ने उस पर डाली थीं उन सब के विषय उन्होंने विलाप किया और उसे शान्ति दी और उसे एकएक चाँदी का सिक्का और सोने की एकएक बाली दी +10884,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_012.wav,और यहोवा ने अय्यूब के बाद के दिनों में उसको पहले के दिनों से अधिक आशीष दी और उसके चौदह हजार भेड़बकरियाँ छः हजार ऊँट हजार जोड़ी बैल और हजार गदहियाँ हो गई +10885,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_013.wav,और उसके सात बेटे और तीन बेटियाँ भी उत्पन्न हुई +10886,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_014.wav,इनमें से उसने जेठी बेटी का नाम तो यमीमा दूसरी का कसीआ और तीसरी का केरेन्हप्पूक रखा +10887,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_015.wav,और उस सारे देश में ऐसी स्त्रियाँ कहीं न थीं जो अय्यूब की बेटियों के समान सुन्दर हों और उनके पिता ने उनको उनके भाइयों के संग ही सम्पत्ति दी +10888,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_016.wav,इसके बाद अय्यूब एक सौ चालीस वर्ष जीवित रहा और चार पीढ़ी तक अपना वंश देखने पाया +10889,data/cleaned/hindi/JOB/JOB_042_017.wav,अन्त में अय्यूब वृद्धावस्था में दीर्घायु होकर मर गया +10890,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_001.wav,अहाब के मरने के बाद मोआब इस्राएल के विरुद्ध बलवा करने लगा +10891,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_002.wav,अहज्याह एक जालीदार खिड़की में से जो सामरिया में उसकी अटारी में थी गिर पड़ा और बीमार हो गया तब उसने दूतों को यह कहकर भेजा तुम जाकर एक्रोन के बालजबूब नामक देवता से यह पूछ आओ कि क्या मैं इस बीमारी से बचूँगा कि नहीं +10892,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_003.wav,तब यहोवा के दूत ने तिशबी एलिय्याह से कहा उठकर सामरिया के राजा के दूतों से मिलने को जा और उनसे कह क्या इस्राएल में कोई परमेश्वर नहीं जो तुम एक्रोन के बालजबूब देवता से पूछने जाते हो +10893,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_004.wav,इसलिए अब यहोवा तुझ से यह कहता है जिस पलंग पर तू पड़ा है उस पर से कभी न उठेगा परन्तु मर ही जाएगा तब एलिय्याह चला गया +10894,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_005.wav,जब अहज्याह के दूत उसके पास लौट आए तब उसने उनसे पूछा तुम क्यों लौट आए हो +10895,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_006.wav,उन्होंने उससे कहा एक मनुष्य हम से मिलने को आया और कहा कि जिस राजा ने तुम को भेजा उसके पास लौटकर कहो यहोवा यह कहता है कि क्या इस्राएल में कोई परमेश्वर नहीं जो तू एक्रोन के बालजबूब देवता से पूछने को भेजता है इस कारण जिस पलंग पर तू पड़ा है उस पर से कभी न उठेगा परन्तु मर ही जाएगा +10896,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_007.wav,उसने उनसे पूछा जो मनुष्य तुम से मिलने को आया और तुम से ये बातें कहीं उसका कैसा रंगरूप था +10897,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_008.wav,उन्होंने उसको उत्तर दिया वह तो रोंआर मनुष्य था और अपनी कमर में चमड़े का फेंटा बाँधे हुए था उसने कहा वह तिशबी एलिय्याह होगा +10898,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_009.wav,तब उसने उसके पास पचास सिपाहियों के एक प्रधान को उसके पचासों सिपाहियों समेत भेजा प्रधान ने एलिय्याह के पास जाकर क्या देखा कि वह पहाड़ की चोटी पर बैठा है उसने उससे कहा हे परमेश्वर के भक्त राजा ने कहा है तू उतर आ +10899,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_010.wav,एलिय्याह ने उस पचास सिपाहियों के प्रधान से कहा यदि मैं परमेश्वर का भक्त हूँ तो आकाश से आग गिरकर तुझे तेरे पचासों समेत भस्म कर डाले तब आकाश से आग उतरी और उसे उसके पचासों समेत भस्म कर दिया +10900,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_011.wav,फिर राजा ने उसके पास पचास सिपाहियों के एक और प्रधान को पचासों सिपाहियों समेत भेज दिया प्रधान ने उससे कहा हे परमेश्वर के भक्त राजा ने कहा है फुर्ती से तू उतर आ +10901,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_012.wav,एलिय्याह ने उत्तर देकर उनसे कहा यदि मैं परमेश्वर का भक्त हूँ तो आकाश से आग गिरकर तुझे और तेरे पचासों समेत भस्म कर डाले तब आकाश से परमेश्वर की आग उतरी और उसे उसके पचासों समेत भस्म कर दिया +10902,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_013.wav,फिर राजा ने तीसरी बार पचास सिपाहियों के एक और प्रधान को पचासों सिपाहियों समेत भेज दिया और पचास का वह तीसरा प्रधान चढ़कर एलिय्याह के सामने घुटनों के बल गिरा और गिड़गिड़ाकर उससे विनती की हे परमेश्वर के भक्त मेरा प्राण और तेरे इन पचास दासों के प्राण तेरी दृष्टि में अनमोल ठहरें +10903,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_014.wav,पचासपचास सिपाहियों के जो दो प्रधान अपनेअपने पचासों समेत पहले आए थे उनको तो आग ने आकाश से गिरकर भस्म कर डाला परन्तु अब मेरा प्राण तेरी दृष्टि में अनमोल ठहरे +10904,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_015.wav,तब यहोवा के दूत ने एलिय्याह से कहा उसके संग नीचे जा उससे मत ड�� तब एलिय्याह उठकर उसके संग राजा के पास नीचे गया +10905,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_016.wav,और उससे कहा यहोवा यह कहता है तूने तो एक्रोन के बालजबूब देवता से पूछने को दूत भेजे थे तो क्या इस्राएल में कोई परमेश्वर नहीं कि जिससे तू पूछ सके इस कारण तू जिस पलंग पर पड़ा है उस पर से कभी न उठेगा परन्तु मर ही जाएगा +10906,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_017.wav,यहोवा के इस वचन के अनुसार जो एलिय्याह ने कहा था वह मर गया और उसकी सन्तान न होने के कारण यहोराम उसके स्थान पर यहूदा के राजा यहोशापात के पुत्र यहोराम के दूसरे वर्ष में राज्य करने लगा +10907,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_001_018.wav,अहज्याह के और काम जो उसने किए वह क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +10908,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_001.wav,जब यहोवा एलिय्याह को बवंडर के द्वारा स्वर्ग में उठा ले जाने को था तब एलिय्याह और एलीशा दोनों संगसंग गिलगाल से चले +10909,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_002.wav,एलिय्याह ने एलीशा से कहा यहोवा मुझे बेतेल तक भेजता है इसलिए तू यहीं ठहरा रह एलीशा ने कहा यहोवा के और तेरे जीवन की शपथ मैं तुझे नहीं छोड़ने का इसलिए वे बेतेल को चले गए +10910,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_003.wav,और बेतेलवासी भविष्यद्वक्ताओं के दल एलीशा के पास आकर कहने लगे क्या तुझे मालूम है कि आज यहोवा तेरे स्वामी को तेरे पास से उठा लेने पर है उसने कहा हाँ मुझे भी यह मालूम है तुम चुप रहो +10911,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_004.wav,एलिय्याह ने उससे कहा हे एलीशा यहोवा मुझे यरीहो को भेजता है इसलिए तू यहीं ठहरा रह उसने कहा यहोवा के और तेरे जीवन की शपथ मैं तुझे नहीं छोड़ने का अतः वे यरीहो को आए +10912,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_005.wav,और यरीहोवासी भविष्यद्वक्ताओं के दल एलीशा के पास आकर कहने लगे क्या तुझे मालूम है कि आज यहोवा तेरे स्वामी को तेरे पास से उठा लेने पर है उसने उत्तर दिया हाँ मुझे भी मालूम है तुम चुप रहो +10913,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_006.wav,फिर एलिय्याह ने उससे कहा यहोवा मुझे यरदन तक भेजता है इसलिए तू यहीं ठहरा रह उसने कहा यहोवा के और तेरे जीवन की शपथ मैं तुझे नहीं छोड़ने का अतः वे दोनों आगे चले +10914,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_007.wav,और भविष्यद्वक्ताओं के दल में से पचास जन जाकर उनके सामने दूर खड़े हुए और वे दोनों यरदन के किनारे खड़े हुए +10915,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_008.wav,तब एलिय्याह ने अपनी चद्दर पकड़कर ऐंठ ली और जल पर मारा तब वह इधरउधर दो भाग हो गया और वे दोनों स्थल ही स्थल पार उतर गए +10916,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_009.wav,उनके पार पहुँचने पर एलिय्याह ने एलीशा से कहा इससे पहले कि मै��� तेरे पास से उठा लिया जाऊँ जो कुछ तू चाहे कि मैं तेरे लिये करूँ वह माँग एलीशा ने कहा तुझ में जो आत्मा है उसका दो गुना भाग मुझे मिल जाए +10917,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_010.wav,एलिय्याह ने कहा तूने कठिन बात माँगी है तो भी यदि तू मुझे उठा लिये जाने के बाद देखने पाए तो तेरे लिये ऐसा ही होगा नहीं तो न होगा +10918,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_011.wav,वे चलतेचलते बातें कर रहे थे कि अचानक एक अग्निमय रथ और अग्निमय घोड़ों ने उनको अलगअलग किया और एलिय्याह बवंडर में होकर स्वर्ग पर चढ़ गया +10919,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_012.wav,और उसे एलीशा देखता और पुकारता रहा हाय मेरे पिता हाय मेरे पिता हाय इस्राएल के रथ और सवारों जब वह उसको फिर दिखाई न पड़ा तब उसने अपने वस्त्र फाड़े और फाड़कर दो भागकर दिए +10920,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_013.wav,फिर उसने एलिय्याह की चद्दर उठाई जो उस पर से गिरी थी और वह लौट गया और यरदन के तट पर खड़ा हुआ +10921,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_014.wav,तब उसने एलिय्याह की वह चद्दर जो उस पर से गिरी थी पकड़कर जल पर मारी और कहा एलिय्याह का परमेश्वर यहोवा कहाँ है जब उसने जल पर मारा तब वह इधरउधर दो भाग हो गया और एलीशा पार हो गया +10922,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_015.wav,उसे देखकर भविष्यद्वक्ताओं के दल जो यरीहो में उसके सामने थे कहने लगे एलिय्याह में जो आत्मा थी वही एलीशा पर ठहर गई है अतः वे उससे मिलने को आए और उसके सामने भूमि तक झुककर दण्डवत् की +10923,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_016.wav,तब उन्होंने उससे कहा सुन तेरे दासों के पास पचास बलवान पुरुष हैं वे जाकर तेरे स्वामी को ढूँढ़ें सम्भव है कि क्या जाने यहोवा के आत्मा ने उसको उठाकर किसी पहाड़ पर या किसी तराई में डाल दिया हो उसने कहा मत भेजो +10924,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_017.wav,जब उन्होंने उसको यहाँ तक दबाया कि वह लज्जित हो गया तब उसने कहा भेज दो अतः उन्होंने पचास पुरुष भेज दिए और वे उसे तीन दिन तक ढूँढ़ते रहे परन्तु न पाया +10925,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_018.wav,उस समय तक वह यरीहो में ठहरा रहा अतः जब वे उसके पास लौट आए तब उसने उनसे कहा क्या मैंने तुम से न कहा था कि मत जाओ +10926,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_019.wav,उस नगर के निवासियों ने एलीशा से कहा देख यह नगर मनभावने स्थान पर बसा है जैसा मेरा प्रभु देखता है परन्तु पानी बुरा है और भूमि गर्भ गिरानेवाली है +10927,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_020.wav,उसने कहा एक नये प्याले में नमक डालकर मेरे पास ले आओ वे उसे उसके पास ले आए +10928,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_021.wav,तब वह जल के सोते के पास गया और उसमें नमक डालकर कहा यहोवा यह कहता है कि मैं यह पानी ठीक कर देता हू�� जिससे वह फिर कभी मृत्यु या गर्भ गिरने का कारण न होगा +10929,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_022.wav,एलीशा के इस वचन के अनुसार पानी ठीक हो गया और आज तक ऐसा ही है +10930,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_023.wav,वहाँ से वह बेतेल को चला और मार्ग की चढ़ाई में चल रहा था कि नगर से छोटे लड़के निकलकर उसका उपहास करके कहने लगे हे चन्दुए चढ़ जा हे चन्दुए चढ़ जा +10931,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_024.wav,तब उसने पीछे की ओर फिरकर उन पर दृष्टि की और यहोवा के नाम से उनको श्राप दिया तब जंगल में से दो रीछनियों ने निकलकर उनमें से बयालीस लड़के फाड़ डाले +10932,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_002_025.wav,वहाँ से वह कर्मेल को गया और फिर वहाँ से सामरिया को लौट गया +10933,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_001.wav,यहूदा के राजा यहोशापात के राज्य के अठारहवें वर्ष में अहाब का पुत्र यहोराम सामरिया में राज्य करने लगा और बारह वर्ष तक राज्य करता रहा +10934,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_002.wav,उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था तो भी उसने अपने मातापिता के बराबर नहीं किया वरन् अपने पिता की बनवाई हुई बाल के स्तम्भ को दूर किया +10935,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_003.wav,तो भी वह नबात के पुत्र यारोबाम के ऐसे पापों में जैसे उसने इस्राएल से भी कराए लिपटा रहा और उनसे न फिरा +10936,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_004.wav,मोआब का राजा मेशा बहुत सी भेड़बकरियाँ रखता था और इस्राएल के राजा को एक लाख बच्चे और एक लाख मेढ़ों का ऊन कर की रीति से दिया करता था +10937,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_005.wav,जब अहाब मर गया तब मोआब के राजा ने इस्राएल के राजा से बलवा किया +10938,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_006.wav,उस समय राजा यहोराम ने सामरिया से निकलकर सारे इस्राएल की गिनती ली +10939,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_007.wav,और उसने जाकर यहूदा के राजा यहोशापात के पास यह सन्देश भेजा मोआब के राजा ने मुझसे बलवा किया है क्या तू मेरे संग मोआब से लड़ने को चलेगा उसने कहा हाँ मैं चलूँगा जैसा तू वैसा मैं जैसी तेरी प्रजा वैसी मेरी प्रजा और जैसे तेरे घोड़े वैसे मेरे भी घोड़े हैं +10940,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_008.wav,फिर उसने पूछा हम किस मार्ग से जाएँ उसने उत्तर दिया एदोम के जंगल से होकर +10941,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_009.wav,तब इस्राएल का राजा और यहूदा का राजा और एदोम का राजा चले और जब सात दिन तक घूमकर चल चुके तब सेना और उसके पीछेपीछे चलनेवाले पशुओं के लिये कुछ पानी न मिला +10942,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_010.wav,और इस्राएल के राजा ने कहा हाय यहोवा ने इन तीन राजाओं को इसलिए इकट्ठा किया कि उनको मोआब के हाथ में कर दे +10943,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_011.wav,परन्तु यहोशापात ने कहा क्या यहाँ यहोवा का कोई नबी नहीं है जि��के द्वारा हम यहोवा से पूछें इस्राएल के राजा के किसी कर्मचारी ने उत्तर देकर कहा हाँ शापात का पुत्र एलीशा जो एलिय्याह के हाथों को धुलाया करता था वह तो यहाँ है +10944,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_012.wav,तब यहोशापात ने कहा उसके पास यहोवा का वचन पहुँचा करता है तब इस्राएल का राजा और यहोशापात और एदोम का राजा उसके पास गए +10945,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_013.wav,तब एलीशा ने इस्राएल के राजा से कहा मेरा तुझ से क्या काम है अपने पिता के भविष्यद्वक्ताओं और अपनी माता के नबियों के पास जा इस्राएल के राजा ने उससे कहा ऐसा न कह क्योंकि यहोवा ने इन तीनों राजाओं को इसलिए इकट्ठा किया कि इनको मोआब के हाथ में कर दे +10946,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_014.wav,एलीशा ने कहा सेनाओं का यहोवा जिसके सम्मुख मैं उपस्थित रहा करता हूँ उसके जीवन की शपथ यदि मैं यहूदा के राजा यहोशापात का आदरमान न करता तो मैं न तो तेरी ओर मुँह करता और न तुझ पर दृष्टि करता +10947,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_015.wav,अब कोई बजानेवाला मेरे पास ले आओ जब बजानेवाला बजाने लगा तब यहोवा की शक्ति एलीशा पर हुई +10948,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_016.wav,और उसने कहा इस नाले में तुम लोग इतना खोदो कि इसमें गड्ढे ही गड्ढे हो जाएँ +10949,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_017.wav,क्योंकि यहोवा यह कहता है तुम्हारे सामने न तो वायु चलेगी और न वर्षा होगी तो भी यह नदी पानी से भर जाएगी और अपने गाय बैलों और पशुओं समेत तुम पीने पाओगे +10950,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_018.wav,और यह यहोवा की दृष्टि में छोटी सी बात है यहोवा मोआब को भी तुम्हारे हाथ में कर देगा +10951,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_019.wav,तब तुम सब गढ़वाले और उत्तम नगरों को नाश करना और सब अच्छे वृक्षों को काट डालना और जल के सब सोतों को भर देना और सब अच्छे खेतों में पत्थर फेंककर उन्हें बिगाड़ देना +10952,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_020.wav,सवेरे को अन्नबलि चढ़ाने के समय एदोम की ओर से जल बह आया और देश जल से भर गया +10953,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_021.wav,यह सुनकर कि राजाओं ने हम से युद्ध करने के लिये चढ़ाई की है जितने मोआबियों की अवस्था हथियार बाँधने योग्य थी वे सब बुलाकर इकट्ठे किए गए और सीमा पर खड़े हुए +10954,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_022.wav,सवेरे को जब वे उठे उस समय सूर्य की किरणें उस जल पर ऐसी पड़ीं कि वह मोआबियों के सामने की ओर से लहू सा लाल दिखाई पड़ा +10955,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_023.wav,तो वे कहने लगे वह तो लहू होगा निःसन्देह वे राजा एक दूसरे को मारकर नाश हो गए हैं इसलिए अब हे मोआबियों लूट लेने को जाओ +10956,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_024.wav,और जब वे इस्राएल की छावनी के पास आए ही थे कि इस्राएली ��ठकर मोआबियों को मारने लगे और वे उनके सामने से भाग गए और वे मोआब को मारतेमारते उनके देश में पहुँच गए +10957,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_025.wav,और उन्होंने नगरों को ढा दिया और सब अच्छे खेतों में एकएक पुरुष ने अपनाअपना पत्थर डालकर उन्हें भर दिया और जल के सब सोतों को भर दिया और सब अच्छेअच्छे वृक्षों को काट डाला यहाँ तक कि कीरहरासत के पत्थर तो रह गए परन्तु उसको भी चारों ओर गोफन चलानेवालों ने जाकर मारा +10958,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_026.wav,यह देखकर कि हम युद्ध में हार चले मोआब के राजा ने सात सौ तलवार रखनेवाले पुरुष संग लेकर एदोम के राजा तक पाँति चीरकर पहुँचने का यत्न किया परन्तु पहुँच न सका +10959,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_003_027.wav,तब उसने अपने जेठे पुत्र को जो उसके स्थान में राज्य करनेवाला था पकड़कर शहरपनाह पर होमबलि चढ़ाया इस कारण इस्राएल पर बड़ा ही क्रोध हुआ इसलिए वे उसे छोड़कर अपने देश को लौट गए +10960,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_001.wav,भविष्यद्वक्ताओं के दल में से एक की स्त्री ने एलीशा की दुहाई देकर कहा तेरा दास मेरा पति मर गया और तू जानता है कि वह यहोवा का भय माननेवाला था और जिसका वह कर्जदार था वह आया है कि मेरे दोनों पुत्रों को अपने दास बनाने के लिये ले जाए +10961,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_002.wav,एलीशा ने उससे पूछा मैं तेरे लिये क्या करूँ मुझे बता कि तेरे घर में क्या है उसने कहा तेरी दासी के घर में एक हाण्डी तेल को छोड़ और कुछ नहीं है +10962,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_003.wav,उसने कहा तू बाहर जाकर अपनी सब पड़ोसिनों से खाली बर्तन माँग ले आ और थोड़े बर्तन न लाना +10963,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_004.wav,फिर तू अपने बेटों समेत अपने घर में जा और द्वार बन्द करके उन सब बरतनों में तेल उण्डेल देना और जो भर जाए उन्हें अलग रखना +10964,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_005.wav,तब वह उसके पास से चली गई और अपने बेटों समेत अपने घर जाकर द्वार बन्द किया तब वे तो उसके पास बर्तन लाते गए और वह उण्डेलती गई +10965,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_006.wav,जब बर्तन भर गए तब उसने अपने बेटे से कहा मेरे पास एक और भी ले आ उसने उससे कहा और बर्तन तो नहीं रहा तब तेल रुक गया +10966,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_007.wav,तब उसने जाकर परमेश्वर के भक्त को यह बता दिया और उसने कहा जा तेल बेचकर ऋण भर दे और जो रह जाए उससे तू अपने पुत्रों सहित अपना निर्वाह करना +10967,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_008.wav,फिर एक दिन की बात है कि एलीशा शूनेम को गया जहाँ एक कुलीन स्त्री थी और उसने उसे रोटी खाने के लिये विनती करके विवश किया अतः जब जब वह उधर से जाता तबतब वह वहाँ रोटी खाने को उतरता था +10968,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_009.wav,और उस स्त्री ने अपने पति से कहा सुन यह जो बार बार हमारे यहाँ से होकर जाया करता है वह मुझे परमेश्वर का कोई पवित्र भक्त जान पड़ता है +10969,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_010.wav,हम दीवार पर एक छोटी उपरौठी कोठरी बनाएँ और उसमें उसके लिये एक खाट एक मेज एक कुर्सी और एक दीवट रखें कि जब जब वह हमारे यहाँ आए तबतब उसी में टिका करे +10970,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_011.wav,एक दिन की बात है कि वह वहाँ जाकर उस उपरौठी कोठरी में टिका और उसी में लेट गया +10971,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_012.wav,और उसने अपने सेवक गेहजी से कहा उस शूनेमिन को बुला ले उसके बुलाने से वह उसके सामने खड़ी हुई +10972,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_013.wav,तब उसने गेहजी से कहा इससे कह कि तूने हमारे लिये ऐसी बड़ी चिन्ता की है तो तेरे लिये क्या किया जाए क्या तेरी चर्चा राजा या प्रधान सेनापति से की जाए उसने उत्तर दिया मैं तो अपने ही लोगों में रहती हूँ +10973,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_014.wav,फिर उसने कहा तो इसके लिये क्या किया जाए गेहजी ने उत्तर दिया निश्चय उसके कोई लड़का नहीं और उसका पति बूढ़ा है +10974,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_015.wav,उसने कहा उसको बुला ले और जब उसने उसे बुलाया तब वह द्वार में खड़ी हुई +10975,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_016.wav,तब उसने कहा वसन्त ऋतु में दिन पूरे होने पर तू एक बेटा छाती से लगाएगी स्त्री ने कहा हे मेरे प्रभु हे परमेश्वर के भक्त ऐसा नहीं अपनी दासी को धोखा न दे +10976,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_017.wav,स्त्री को गर्भ रहा और वसन्त ऋतु का जो समय एलीशा ने उससे कहा था उसी समय जब दिन पूरे हुए तब उसके पुत्र उत्पन्न हुआ +10977,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_018.wav,जब लड़का बड़ा हो गया तब एक दिन वह अपने पिता के पास लवनेवालों के निकट निकल गया +10978,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_019.wav,और उसने अपने पिता से कहा आह मेरा सिर आह मेरा सिर तब पिता ने अपने सेवक से कहा इसको इसकी माता के पास ले जा +10979,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_020.wav,वह उसे उठाकर उसकी माता के पास ले गया फिर वह दोपहर तक उसके घुटनों पर बैठा रहा तब मर गया +10980,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_021.wav,तब उसने चढ़कर उसको परमेश्वर के भक्त की खाट पर लिटा दिया और निकलकर किवाड़ बन्द किया तब उतर गई +10981,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_022.wav,तब उसने अपने पति से पुकारकर कहा मेरे पास एक सेवक और एक गदही तुरन्त भेज दे कि मैं परमेश्वर के भक्त के यहाँ झटपट हो आऊँ +10982,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_023.wav,उसने कहा आज तू उसके यहाँ क्यों जाएगी आज न तो नये चाँद का और न विश्राम का दिन है उसने कहा कल्याण होगा +10983,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_024.wav,तब उस स्त्री ने गदही पर काठी बाँधकर अपने सेवक से कहा हाँके चल और मेरे कहे बिना हाँकने में ढिलाई न करना +10984,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_025.wav,तो वह चलतेचलते कर्मेल पर्वत को परमेश्वर के भक्त के निकट पहुँची उसे दूर से देखकर परमेश्वर के भक्त ने अपने सेवक गेहजी से कहा देख उधर तो वह शूनेमिन है +10985,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_026.wav,अब उससे मिलने को दौड़ जा और उससे पूछ कि तू कुशल से है तेरा पति भी कुशल से है और लड़का भी कुशल से है पूछने पर स्त्री ने उत्तर दिया हाँ कुशल से हैं +10986,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_027.wav,वह पहाड़ पर परमेश्वर के भक्त के पास पहुँची और उसके पाँव पकड़ने लगी तब गेहजी उसके पास गया कि उसे धक्का देकर हटाए परन्तु परमेश्वर के भक्त ने कहा उसे छोड़ दे उसका मन व्याकुल है परन्तु यहोवा ने मुझ को नहीं बताया छिपा ही रखा है +10987,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_028.wav,तब वह कहने लगी क्या मैंने अपने प्रभु से पुत्र का वर माँगा था क्या मैंने न कहा था मुझे धोखा न दे +10988,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_029.wav,तब एलीशा ने गेहजी से कहा अपनी कमर बाँध और मेरी छड़ी हाथ में लेकर चला जा मार्ग में यदि कोई तुझे मिले तो उसका कुशल न पूछना और कोई तेरा कुशल पूछे तो उसको उत्तर न देना और मेरी यह छड़ी उस लड़के के मुँह पर रख देना +10989,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_030.wav,तब लड़के की माँ ने एलीशा से कहा यहोवा के और तेरे जीवन की शपथ मैं तुझे न छोड़ूँगी तो वह उठकर उसके पीछेपीछे चला +10990,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_031.wav,उनसे पहले पहुँचकर गेहजी ने छड़ी को उस लड़के के मुँह पर रखा परन्तु कोई शब्द न सुन पड़ा और न उसमें कोई हरकत हुई तब वह एलीशा से मिलने को लौट आया और उसको बता दिया लड़का नहीं जागा +10991,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_032.wav,जब एलीशा घर में आया तब क्या देखा कि लड़का मरा हुआ उसकी खाट पर पड़ा है +10992,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_033.wav,तब उसने अकेला भीतर जाकर किवाड़ बन्द किया और यहोवा से प्रार्थना की +10993,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_034.wav,तब वह चढ़कर लड़के पर इस रीति से लेट गया कि अपना मुँह उसके मुँह से और अपनी आँखें उसकी आँखों से और अपने हाथ उसके हाथों से मिला दिये और वह लड़के पर पसर गया तब लड़के की देह गर्म होने लगी +10994,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_035.wav,वह उसे छोड़कर घर में इधरउधर टहलने लगा और फिर चढ़कर लड़के पर पसर गया तब लड़के ने सात बार छींका और अपनी आँखें खोलीं +10995,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_036.wav,तब एलीशा ने गेहजी को बुलाकर कहा शूनेमिन को बुला ले जब उसके बुलाने से वह उसके पास आई तब उसने कहा अपने बेटे को उठा ले +10996,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_037.wav,वह भीतर गई और उसके पाँवों पर गिर भूमि तक झुककर दण्डवत् किया फिर अपने बेटे को उठ��कर निकल गई +10997,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_038.wav,तब एलीशा गिलगाल को लौट गया उस समय देश में अकाल था और भविष्यद्वक्ताओं के दल उसके सामने बैठे हुए थे और उसने अपने सेवक से कहा हण्डा चढ़ाकर भविष्यद्वक्ताओं के दल के लिये कुछ पका +10998,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_039.wav,तब कोई मैदान में साग तोड़ने गया और कोई जंगली लता पाकर अपनी अँकवार भर जंगली फल तोड़ ले आया और फाँकफाँक करके पकने के लिये हण्डे में डाल दिया और वे उसको न पहचानते थे +10999,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_040.wav,तब उन्होंने उन मनुष्यों के खाने के लिये हण्डे में से परोसा खाते समय वे चिल्लाकर बोल उठे हे परमेश्वर के भक्त हण्डे में जहर है और वे उसमें से खा न सके +11000,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_041.wav,तब एलीशा ने कहा अच्छा कुछ आटा ले आओ तब उसने उसे हण्डे में डालकर कहा उन लोगों के खाने के लिये परोस दे फिर हण्डे में कुछ हानि की वस्तु न रही +11001,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_042.wav,कोई मनुष्य बालशालीशा से पहले उपजे हुए जौ की बीस रोटियाँ और अपनी बोरी में हरी बालें परमेश्वर के भक्त के पास ले आया तो एलीशा ने कहा उन लोगों को खाने के लिये दे +11002,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_043.wav,उसके टहलुए ने कहा क्या मैं सौ मनुष्यों के सामने इतना ही रख दूँ उसने कहा लोगों को दे दे कि खाएँ क्योंकि यहोवा यह कहता है उनके खाने के बाद कुछ बच भी जाएगा +11003,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_004_044.wav,तब उसने उनके आगे रख दिया और यहोवा के वचन के अनुसार उनके खाने के बाद कुछ बच भी गया +11004,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_001.wav,अराम के राजा का नामान नामक सेनापति अपने स्वामी की दृष्टि में बड़ा और प्रतिष्ठित पुरुष था क्योंकि यहोवा ने उसके द्वारा अरामियों को विजयी किया था और वह शूरवीर था परन्तु कोढ़ी था +11005,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_002.wav,अरामी लोग दल बाँधकर इस्राएल के देश में जाकर वहाँ से एक छोटी लड़की बन्दी बनाकर ले आए थे और वह नामान की पत्नी की सेवा करती थी +11006,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_003.wav,उसने अपनी स्वामिनी से कहा यदि मेरा स्वामी सामरिया के भविष्यद्वक्ता के पास होता तो क्या ही अच्छा होता क्योंकि वह उसको कोढ़ से चंगा कर देता +11007,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_004.wav,तो नामान ने अपने प्रभु के पास जाकर कह दिया इस्राएली लड़की इस प्रकार कहती है +11008,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_005.wav,अराम के राजा ने कहा तू जा मैं इस्राएल के राजा के पास एक पत्र भेजूँगा तब वह दस किक्कार चाँदी और छः हजार टुकड़े सोना और दस जोड़े कपड़े साथ लेकर रवाना हो गया +11009,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_006.wav,और वह इस्राएल के राजा के पास वह पत्र ले गया जिसमें यह लिखा था जब य�� पत्र तुझे मिले तब जानना कि मैंने नामान नामक अपने एक कर्मचारी को तेरे पास इसलिए भेजा है कि तू उसका कोढ़ दूर कर दे +11010,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_007.wav,यह पत्र पढ़ने पर इस्राएल के राजा ने अपने वस्त्र फाड़े और बोला क्या मैं मारनेवाला और जिलानेवाला परमेश्वर हूँ कि उस पुरुष ने मेरे पास किसी को इसलिए भेजा है कि मैं उसका कोढ़ दूर करूँ सोच विचार तो करो वह मुझसे झगड़े का कारण ढूँढ़ता होगा +11011,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_008.wav,यह सुनकर कि इस्राएल के राजा ने अपने वस्त्र फाड़े हैं परमेश्वर के भक्त एलीशा ने राजा के पास कहला भेजा तूने क्यों अपने वस्त्र फाड़े हैं वह मेरे पास आए तब जान लेगा कि इस्राएल में भविष्यद्वक्ता है +11012,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_009.wav,तब नामान घोड़ों और रथों समेत एलीशा के द्वार पर आकर खड़ा हुआ +11013,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_010.wav,तब एलीशा ने एक दूत से उसके पास यह कहला भेजा तू जाकर यरदन में सात बार डुबकी मार तब तेरा शरीर ज्यों का त्यों हो जाएगा और तू शुद्ध होगा +11014,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_011.wav,परन्तु नामान क्रोधित हो यह कहता हुआ चला गया मैंने तो सोचा था कि अवश्य वह मेरे पास बाहर आएगा और खड़ा होकर अपने परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना करके कोढ़ के स्थान पर अपना हाथ फेरकर कोढ़ को दूर करेगा +11015,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_012.wav,क्या दमिश्क की अबाना और पर्पर नदियाँ इस्राएल के सब जलाशयों से उत्तम नहीं हैं क्या मैं उनमें स्नान करके शुद्ध नहीं हो सकता हूँ इसलिए वह क्रोध से भरा हुआ लौटकर चला गया +11016,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_013.wav,तब उसके सेवक पास आकर कहने लगे हे हमारे पिता यदि भविष्यद्वक्ता तुझे कोई भारी काम करने की आज्ञा देता तो क्या तू उसे न करता फिर जब वह कहता है कि स्नान करके शुद्ध हो जा तो कितना अधिक इसे मानना चाहिये +11017,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_014.wav,तब उसने परमेश्वर के भक्त के वचन के अनुसार यरदन को जाकर उसमें सात बार डुबकी मारी और उसका शरीर छोटे लड़के का सा हो गया और वह शुद्ध हो गया +11018,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_015.wav,तब वह अपने सब दल बल समेत परमेश्वर के भक्त के यहाँ लौट आया और उसके सम्मुख खड़ा होकर कहने लगा सुन अब मैंने जान लिया है कि समस्त पृथ्वी में इस्राएल को छोड़ और कहीं परमेश्वर नहीं है इसलिए अब अपने दास की भेंट ग्रहण कर +11019,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_016.wav,एलीशा ने कहा यहोवा जिसके सम्मुख मैं उपस्थित रहता हूँ उसके जीवन की शपथ मैं कुछ भेंट न लूँगा और जब उसने उसको बहुत विवश किया कि भेंट को ग्रहण करे तब भी वह इन्कार ही करता रहा +11020,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_017.wav,तब नामान ने कहा अच्छा तो तेरे दास को दो खच्चर मिट्टी मिले क्योंकि आगे को तेरा दास यहोवा को छोड़ और किसी परमेश्वर को होमबलि या मेलबलि न चढ़ाएगा +11021,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_018.wav,एक बात यहोवा तेरे दास की क्षमा करे कि जब मेरा स्वामी रिम्मोन के भवन में दण्डवत् करने को जाए और वह मेरे हाथ का सहारा ले और मुझे भी रिम्मोन के भवन में दण्डवत् करनी पड़े तब यहोवा तेरे दास का यह काम क्षमा करे कि मैं रिम्मोन के भवन में दण्डवत् करूँ +11022,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_019.wav,उसने उससे कहा कुशल से विदा हो वह उसके यहाँ से थोड़ी दूर चला गया था +11023,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_020.wav,कि परमेश्वर के भक्त एलीशा का सेवक गेहजी सोचने लगा मेरे स्वामी ने तो उस अरामी नामान को ऐसा ही छोड़ दिया है कि जो वह ले आया था उसको उसने न लिया परन्तु यहोवा के जीवन की शपथ मैं उसके पीछे दौड़कर उससे कुछ न कुछ ले लूँगा +11024,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_021.wav,तब गेहजी नामान के पीछे दौड़ा नामान किसी को अपने पीछे दौड़ता हुआ देखकर उससे मिलने को रथ से उतर पड़ा और पूछा सब कुशल क्षेम तो है +11025,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_022.wav,उसने कहा हाँ सब कुशल है परन्तु मेरे स्वामी ने मुझे यह कहने को भेजा है एप्रैम के पहाड़ी देश से भविष्यद्वक्ताओं के दल में से दो जवान मेरे यहाँ अभी आए हैं इसलिए उनके लिये एक किक्कार चाँदी और दो जोड़े वस्त्र दे +11026,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_023.wav,नामान ने कहा खुशी से दो किक्कार ले ले तब उसने उससे बहुत विनती करके दो किक्कार चाँदी अलग थैलियों में बाँधकर दो जोड़े वस्त्र समेत अपने दो सेवकों पर लाद दिया और वे उन्हें उसके आगेआगे ले चले +11027,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_024.wav,जब वह टीले के पास पहुँचा तब उसने उन वस्तुओं को उनसे लेकर घर में रख दिया और उन मनुष्यों को विदा किया और वे चले गए +11028,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_025.wav,और वह भीतर जाकर अपने स्वामी के सामने खड़ा हुआ एलीशा ने उससे पूछा हे गेहजी तू कहाँ से आता है उसने कहा तेरा दास तो कहीं नहीं गया +11029,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_026.wav,उसने उससे कहा जब वह पुरुष इधर मुँह फेरकर तुझ से मिलने को अपने रथ पर से उतरा तब से वह पूरा हाल मुझे मालूम था क्या यह समय चाँदी या वस्त्र या जैतून या दाख की बारियाँ भेड़बकरियाँ गाय बैल और दासदासी लेने का है +11030,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_005_027.wav,इस कारण से नामान का कोढ़ तुझे और तेरे वंश को सदा लगा रहेगा तब वह हिम सा श्वेत कोढ़ी होकर उसके सामने से चला गया +11031,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_001.wav,भविष्यद्वक्ताओं के दल में से किसी ने एलीशा स��� कहा यह स्थान जिसमें हम तेरे सामने रहते हैं वह हमारे लिये बहुत छोटा है +11032,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_002.wav,इसलिए हम यरदन तक जाएँ और वहाँ से एकएक बल्ली लेकर यहाँ अपने रहने के लिये एक स्थान बना लें उसने कहा अच्छा जाओ +11033,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_003.wav,तब किसी ने कहा अपने दासों के संग चल उसने कहा चलता हूँ +11034,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_004.wav,अतः वह उनके संग चला और वे यरदन के किनारे पहुँचकर लकड़ी काटने लगे +11035,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_005.wav,परन्तु जब एक जन बल्ली काट रहा था तो कुल्हाड़ी बेंट से निकलकर जल में गिर गई इसलिए वह चिल्लाकर कहने लगा हाय मेरे प्रभु वह तो माँगी हुई थी +11036,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_006.wav,परमेश्वर के भक्त ने पूछा वह कहाँ गिरी जब उसने स्थान दिखाया तब उसने एक लकड़ी काटकर वहाँ डाल दी और वह लोहा पानी पर तैरने लगा +11037,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_007.wav,उसने कहा उसे उठा ले तब उसने हाथ बढ़ाकर उसे ले लिया +11038,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_008.wav,अराम का राजा इस्राएल से युद्ध कर रहा था और सम्मति करके अपने कर्मचारियों से कहा अमुक स्थान पर मेरी छावनी होगी +11039,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_009.wav,तब परमेश्वर के भक्त ने इस्राएल के राजा के पास कहला भेजा चौकसी कर और अमुक स्थान से होकर न जाना क्योंकि वहाँ अरामी चढ़ाई करनेवाले हैं +11040,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_010.wav,तब इस्राएल के राजा ने उस स्थान को जिसकी चर्चा करके परमेश्वर के भक्त ने उसे चिताया था दूत भेजकर अपनी रक्षा की और उस प्रकार एक दो बार नहीं वरन् बहुत बार हुआ +11041,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_011.wav,इस कारण अराम के राजा का मन बहुत घबरा गया अतः उसने अपने कर्मचारियों को बुलाकर उनसे पूछा क्या तुम मुझे न बताओगे कि हम लोगों में से कौन इस्राएल के राजा की ओर का है उसके एक कर्मचारी ने कहा हे मेरे प्रभु हे राजा ऐसा नहीं +11042,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_012.wav,एलीशा जो इस्राएल में भविष्यद्वक्ता है वह इस्राएल के राजा को वे बातें भी बताया करता है जो तू शयन की कोठरी में बोलता है +11043,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_013.wav,राजा ने कहा जाकर देखो कि वह कहाँ है तब मैं भेजकर उसे पकड़वा मँगाऊँगा उसको यह समाचार मिला वह दोतान में है +11044,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_014.wav,तब उसने वहाँ घोड़ों और रथों समेत एक भारी दल भेजा और उन्होंने रात को आकर नगर को घेर लिया +11045,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_015.wav,भोर को परमेश्वर के भक्त का टहलुआ उठा और निकलकर क्या देखता है कि घोड़ों और रथों समेत एक दल नगर को घेरे हुए पड़ा है तब उसके सेवक ने उससे कहा हाय मेरे स्वामी हम क्या करें +11046,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_016.wav,उसने कहा मत डर क्योंकि जो हमा���ी ओर हैं वह उनसे अधिक हैं जो उनकी ओर हैं +11047,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_017.wav,तब एलीशा ने यह प्रार्थना की हे यहोवा इसकी आँखें खोल दे कि यह देख सके तब यहोवा ने सेवक की आँखें खोल दीं और जब वह देख सका तब क्या देखा कि एलीशा के चारों ओर का पहाड़ अग्निमय घोड़ों और रथों से भरा हुआ है +11048,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_018.wav,जब अरामी उसके पास आए तब एलीशा ने यहोवा से प्रार्थना की कि इस दल को अंधा कर डाल एलीशा के इस वचन के अनुसार उसने उन्हें अंधा कर दिया +11049,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_019.wav,तब एलीशा ने उनसे कहा यह तो मार्ग नहीं है और न यह नगर है मेरे पीछे हो लो मैं तुम्हें उस मनुष्य के पास जिसे तुम ढूँढ़ रहे हो पहुँचाऊँगा तब उसने उन्हें सामरिया को पहुँचा दिया +11050,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_020.wav,जब वे सामरिया में आ गए तब एलीशा ने कहा हे यहोवा इन लोगों की आँखें खोल कि देख सकें तब यहोवा ने उनकी आँखें खोलीं और जब वे देखने लगे तब क्या देखा कि हम सामरिया के मध्य में हैं +11051,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_021.wav,उनको देखकर इस्राएल के राजा ने एलीशा से कहा हे मेरे पिता क्या मैं इनको मार लूँ मैं उनको मार लूँ +11052,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_022.wav,उसने उत्तर दिया मत मार क्या तू उनको मार दिया करता है जिनको तू तलवार और धनुष से बन्दी बना लेता है तू उनको अन्न जल दे कि खा पीकर अपने स्वामी के पास चले जाएँ +11053,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_023.wav,तब उसने उनके लिये बड़ा भोज किया और जब वे खा पी चुके तब उसने उन्हें विदा किया और वे अपने स्वामी के पास चले गए इसके बाद अराम के दल इस्राएल के देश में फिर न आए +11054,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_024.wav,इसके बाद अराम के राजा बेन्हदद ने अपनी समस्त सेना इकट्ठी करके सामरिया पर चढ़ाई कर दी और उसको घेर लिया +11055,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_025.wav,तब सामरिया में बड़ा अकाल पड़ा और वह ऐसा घिरा रहा कि अन्त में एक गदहे का सिर चाँदी के अस्सी टुकड़ों में और कब की चौथाई भर कबूतर की बीट पाँच टुकड़े चाँदी तक बिकने लगी +11056,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_026.wav,एक दिन इस्राएल का राजा शहरपनाह पर टहल रहा था कि एक स्त्री ने पुकारके उससे कहा हे प्रभु हे राजा बचा +11057,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_027.wav,उसने कहा यदि यहोवा तुझे न बचाए तो मैं कहाँ से तुझे बचाऊँ क्या खलिहान में से या दाखरस के कुण्ड में से +11058,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_028.wav,फिर राजा ने उससे पूछा तुझे क्या हुआ उसने उत्तर दिया इस स्त्री ने मुझसे कहा था मुझे अपना बेटा दे कि हम आज उसे खा लें फिर कल मैं अपना बेटा दूँगी और हम उसे भी खाएँगी +11059,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_029.wav,तब मेरे बेटे को पकाकर हमने खा लिया फिर दूसरे दिन जब मैंने इससे कहा अपना बेटा दे कि हम उसे खा लें तब इसने अपने बेटे को छिपा रखा +11060,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_030.wav,उस स्त्री की ये बातें सुनते ही राजा ने अपने वस्त्र फाड़े वह तो शहरपनाह पर टहल रहा था जब लोगों ने देखा तब उनको यह देख पड़ा कि वह भीतर अपनी देह पर टाट पहने है +11061,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_031.wav,तब वह बोल उठा यदि मैं शापात के पुत्र एलीशा का सिर आज उसके धड़ पर रहने दूँ तो परमेश्वर मेरे साथ ऐसा ही वरन् इससे भी अधिक करे +11062,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_032.wav,एलीशा अपने घर में बैठा हुआ था और पुरनिये भी उसके संग बैठे थे सो जब राजा ने अपने पास से एक जन भेजा तब उस दूत के पहुँचने से पहले उसने पुरनियों से कहा देखो इस खूनी के बेटे ने किसी को मेरा सिर काटने को भेजा है इसलिए जब वह दूत आए तब किवाड़ बन्द करके रोके रहना क्या उसके स्वामी के पाँव की आहट उसके पीछे नहीं सुन पड़ती +11063,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_006_033.wav,वह उनसे यह बातें कर ही रहा था कि दूत उसके पास आ पहुँचा और राजा कहने लगा यह विपत्ति यहोवा की ओर से है अब मैं आगे को यहोवा की बाट क्यों जोहता रहूँ +11064,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_001.wav,तब एलीशा ने कहा यहोवा का वचन सुनो यहोवा यह कहता है कल इसी समय सामरिया के फाटक में सआ भर मैदा एक शेकेल में और दो सआ जौ भी एक शेकेल में बिकेगा +11065,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_002.wav,तब उस सरदार ने जिसके हाथ पर राजा तकिया करता था परमेश्वर के भक्त को उत्तर देकर कहा सुन चाहे यहोवा आकाश के झरोखे खोले तो भी क्या ऐसी बात हो सकेगी उसने कहा सुन तू यह अपनी आँखों से तो देखेगा परन्तु उस अन्न में से कुछ खाने न पाएगा +11066,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_003.wav,चार कोढ़ी फाटक के बाहर थे वे आपस में कहने लगे हम क्यों यहाँ बैठेबैठे मर जाएँ +11067,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_004.wav,यदि हम कहें नगर में जाएँ तो वहाँ मर जाएँगे क्योंकि वहाँ अकाल पड़ा है और यदि हम यहीं बैठे रहें तो भी मर ही जाएँगे तो आओ हम अराम की सेना में पकड़े जाएँ यदि वे हमको जिलाए रखें तो हम जीवित रहेंगे और यदि वे हमको मार डालें तो भी हमको मरना ही है +11068,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_005.wav,तब वे साँझ को अराम की छावनी में जाने को चले और अराम की छावनी की छोर पर पहुँचकर क्या देखा कि वहाँ कोई नहीं है +11069,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_006.wav,क्योंकि प्रभु ने अराम की सेना को रथों और घोड़ों की और भारी सेना की सी आहट सुनाई थी और वे आपस में कहने लगे थे सुनो इस्राएल के राजा ने हित्ती और मिस्री राजाओं को वेतन पर बुलवाया है कि हम पर चढ़ाई करें +11070,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_007.wav,इसलिए वे साँझ को उठकर ऐसे भाग गए कि अपने डेरे घोड़े गदहे और छावनी जैसी की तैसी छोड़कर अपनाअपना प्राण लेकर भाग गए +11071,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_008.wav,जब वे कोढ़ी छावनी की छोर के डेरों के पास पहुँचे तब एक डेरे में घुसकर खाया पिया और उसमें से चाँदी सोना और वस्त्र ले जाकर छिपा रखा फिर लौटकर दूसरे डेरे में घुस गए और उसमें से भी ले जाकर छिपा रखा +11072,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_009.wav,तब वे आपस में कहने लगे जो हम कर रहे हैं वह अच्छा काम नहीं है यह आनन्द के समाचार का दिन है परन्तु हम किसी को नहीं बताते जो हम पौ फटने तक ठहरे रहें तो हमको दण्ड मिलेगा सो अब आओ हम राजा के घराने के पास जाकर यह बात बता दें +11073,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_010.wav,तब वे चले और नगर के चौकीदारों को बुलाकर बताया हम जो अराम की छावनी में गए तो क्या देखा कि वहाँ कोई नहीं है और मनुष्य की कुछ आहट नहीं है केवल बंधे हुए घोड़े और गदहे हैं और डेरे जैसे के तैसे हैं +11074,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_011.wav,तब चौकीदारों ने पुकारके राजभवन के भीतर समाचार दिया +11075,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_012.wav,तब राजा रात ही को उठा और अपने कर्मचारियों से कहा मैं तुम्हें बताता हूँ कि अरामियों ने हम से क्या किया है वे जानते हैं कि हम लोग भूखे हैं इस कारण वे छावनी में से मैदान में छिपने को यह कहकर गए हैं कि जब वे नगर से निकलेंगे तब हम उनको जीवित ही पकड़कर नगर में घुसने पाएँगे +11076,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_013.wav,परन्तु राजा के किसी कर्मचारी ने उत्तर देकर कहा जो घोड़े नगर में बच रहे हैं उनमें से लोग पाँच घोड़े लें और उनको भेजकर हम हाल जान लें वे तो इस्राएल की सब भीड़ के समान हैं जो नगर में रह गई है वरन् इस्राएल की जो भीड़ मर मिट गई है वे उसी के समान हैं +11077,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_014.wav,अतः उन्होंने दो रथ और उनके घोड़े लिये और राजा ने उनको अराम की सेना के पीछे भेजा और कहा जाओ देखो +11078,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_015.wav,तब वे यरदन तक उनके पीछे चले गए और क्या देखा कि पूरा मार्ग वस्त्रों और पात्रों से भरा पड़ा है जिन्हें अरामियों ने उतावली के मारे फेंक दिया था तब दूत लौट आए और राजा से यह कह सुनाया +11079,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_016.wav,तब लोगों ने निकलकर अराम के डेरों को लूट लिया और यहोवा के वचन के अनुसार एक सआ मैदा एक शेकेल में और दो सआ जौ एक शेकेल में बिकने लगा +11080,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_017.wav,अब राजा ने उस सरदार को जिसके हाथ पर वह तकिया करता था फाटक का अधिकारी ठहराया तब वह फाटक में लोगों के पाँवों के नीचे दबकर मर गया यह परमेश्वर के भक्त के उस वचन के अनुसार हुआ जो उसने राजा से उसके यहाँ आने के समय कहा था +11081,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_018.wav,परमेश्वर के भक्त ने जैसा राजा से यह कहा था कल इसी समय सामरिया के फाटक में दो सआ जौ एक शेकेल में और एक सआ मैदा एक शेकेल में बिकेगा वैसा ही हुआ +11082,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_019.wav,और उस सरदार ने परमेश्वर के भक्त को उत्तर देकर कहा था सुन चाहे यहोवा आकाश में झरोखे खोले तो भी क्या ऐसी बात हो सकेगी और उसने कहा था सुन तू यह अपनी आँखों से तो देखेगा परन्तु उस अन्न में से खाने न पाएगा +11083,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_007_020.wav,अतः उसके साथ ठीक वैसा ही हुआ अतएव वह फाटक में लोगों के पाँवों के नीचे दबकर मर गया +11084,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_001.wav,जिस स्त्री के बेटे को एलीशा ने जिलाया था उससे उसने कहा था कि अपने घराने समेत यहाँ से जाकर जहाँ कहीं तू रह सके वहाँ रह क्योंकि यहोवा की इच्छा है कि अकाल पड़े और वह इस देश में सात वर्ष तक बना रहेगा +11085,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_002.wav,परमेश्वर के भक्त के इस वचन के अनुसार वह स्त्री अपने घराने समेत पलिश्तियों के देश में जाकर सात वर्ष रही +11086,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_003.wav,सात वर्ष के बीतने पर वह पलिश्तियों के देश से लौट आई और अपने घर और भूमि के लिये दुहाई देने को राजा के पास गई +11087,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_004.wav,राजा उस समय परमेश्वर के भक्त के सेवक गेहजी से बातें कर रहा था और उसने कहा जो बड़ेबड़े काम एलीशा ने किए हैं उनका मुझसे वर्णन कर +11088,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_005.wav,जब वह राजा से यह वर्णन कर ही रहा था कि एलीशा ने एक मुर्दे को जिलाया तब जिस स्त्री के बेटे को उसने जिलाया था वही आकर अपने घर और भूमि के लिये दुहाई देने लगी तब गेहजी ने कहा हे मेरे प्रभु हे राजा यह वही स्त्री है और यही उसका बेटा है जिसे एलीशा ने जिलाया था +11089,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_006.wav,जब राजा ने स्त्री से पूछा तब उसने उससे सब कह दिया तब राजा ने एक हाकिम को यह कहकर उसके साथ कर दिया कि जो कुछ इसका था वरन् जब से इसने देश को छोड़ दिया तब से इसके खेत की जितनी आमदनी अब तक हुई हो सब इसे फेर दे +11090,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_007.wav,एलीशा दमिश्क को गया और जब अराम के राजा बेन्हदद को जो रोगी था यह समाचार मिला परमेश्वर का भक्त यहाँ भी आया है +11091,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_008.wav,तब उसने हजाएल से कहा भेंट लेकर परमेश्वर के भक्त से मिलने को जा और उसके द्वारा यहोवा से यह पूछ क्या बेन्हदद जो रोगी है वह बचेगा कि नहीं +11092,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_009.wav,तब हजाएल भेंट के लिये दमिश्क की सब उत्तमउत्तम वस्तुओं से चालीस ऊँट लदवाकर उससे मिलने को चला और उसके सम्मुख खड़ा होकर कहने लगा तेरे पुत्र अराम के राजा बेन्हदद ने मुझे तुझ से यह पूछने को भेजा है क्या मैं जो रोगी हूँ तो बचूँगा कि नहीं +11093,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_010.wav,एलीशा ने उससे कहा जाकर कह तू निश्चय बच सकता तो भी यहोवा ने मुझ पर प्रगट किया है कि तू निःसन्देह मर जाएगा +11094,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_011.wav,और वह उसकी ओर टकटकी बाँधकर देखता रहा यहाँ तक कि वह लज्जित हुआ और परमेश्वर का भक्त रोने लगा +11095,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_012.wav,तब हजाएल ने पूछा मेरा प्रभु क्यों रोता है उसने उत्तर दिया इसलिए कि मुझे मालूम है कि तू इस्राएलियों पर क्याक्या उपद्रव करेगा उनके गढ़वाले नगरों को तू फूँक देगा उनके जवानों को तू तलवार से घात करेगा उनके बालबच्चों को तू पटक देगा और उनकी गर्भवती स्त्रियों को तू चीर डालेगा +11096,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_013.wav,हजाएल ने कहा तेरा दास जो कुत्ते सरीखा है वह क्या है कि ऐसा बड़ा काम करे एलीशा ने कहा यहोवा ने मुझ पर यह प्रगट किया है कि तू अराम का राजा हो जाएगा +11097,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_014.wav,तब वह एलीशा से विदा होकर अपने स्वामी के पास गया और उसने उससे पूछा एलीशा ने तुझ से क्या कहा उसने उत्तर दिया उसने मुझसे कहा कि बेन्हदद निःसन्देह बचेगा +11098,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_015.wav,दूसरे दिन उसने रजाई को लेकर जल से भिगो दिया और उसको उसके मुँह पर ऐसा ओढ़ा दिया कि वह मर गया तब हजाएल उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11099,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_016.wav,इस्राएल के राजा अहाब के पुत्र योराम के राज्य के पाँचवें वर्ष में जब यहूदा का राजा यहोशापात जीवित था तब यहोशापात का पुत्र यहोराम यहूदा पर राज्य करने लगा +11100,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_017.wav,जब वह राजा हुआ तब बत्तीस वर्ष का था और आठ वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा +11101,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_018.wav,वह इस्राएल के राजाओं की सी चाल चला जैसे अहाब का घराना चलता था क्योंकि उसकी स्त्री अहाब की बेटी थी और वह उस काम को करता था जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था +11102,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_019.wav,तो भी यहोवा ने यहूदा को नाश करना न चाहा यह उसके दास दाऊद के कारण हुआ क्योंकि उसने उसको वचन दिया था कि तेरे वंश के निमित्त मैं सदा तेरे लिये एक दीपक जलता हुआ रखूँगा +11103,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_020.wav,उसके दिनों में एदोम ने यहूदा की अधीनता छोड़कर अपना एक राजा बना लिया +11104,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_021.wav,तब योराम अपने सब रथ साथ लिये हुए साईर को गया और रात को उठकर उन एदोमियों को जो उसे घेरे हुए थे और रथों के प्रधानों को भी मारा और लोग अपनेअपने डेरे को भाग गए +11105,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_022.wav,अतः एदोम यहूदा के वश से छूट गया और आज तक वैसा ही है उस समय लिब्ना ने भी यहूदा की अधीनता छोड़ दी +11106,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_023.wav,योराम के और सब काम और जो कुछ उसने किया वह क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +11107,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_024.wav,अन्त में योराम मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उनके बीच दाऊदपुर में उसे मिट्टी दी गई और उसका पुत्र अहज्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11108,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_025.wav,अहाब के पुत्र इस्राएल के राजा योराम के राज्य के बारहवें वर्ष में यहूदा के राजा यहोराम का पुत्र अहज्याह राज्य करने लगा +11109,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_026.wav,जब अहज्याह राजा बना तब बाईस वर्ष का था और यरूशलेम में एक ही वर्ष राज्य किया और उसकी माता का नाम अतल्याह था जो इस्राएल के राजा ओम्री की पोती थी +11110,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_027.wav,वह अहाब के घराने की चाल चला और अहाब के घराने के समान वह काम करता था जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है क्योंकि वह अहाब के घराने का दामाद था +11111,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_028.wav,वह अहाब के पुत्र योराम के संग गिलाद के रामोत में अराम के राजा हजाएल से लड़ने को गया और अरामियों ने योराम को घायल किया +11112,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_008_029.wav,राजा योराम इसलिए लौट गया कि यिज्रेल में उन घावों का इलाज कराए जो उसको अरामियों के हाथ से उस समय लगे जब वह हजाएल के साथ लड़ रहा था और अहाब का पुत्र योराम तो यिज्रेल में रोगी था इस कारण यहूदा के राजा यहोराम का पुत्र अहज्याह उसको देखने गया +11113,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_001.wav,तब एलीशा भविष्यद्वक्ता ने भविष्यद्वक्ताओं के दल में से एक को बुलाकर उससे कहा कमर बाँध और हाथ में तेल की यह कुप्पी लेकर गिलाद के रामोत को जा +11114,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_002.wav,और वहाँ पहुँचकर येहू को जो यहोशापात का पुत्र और निमशी का पोता है ढूँढ़ लेना तब भीतर जा उसको खड़ा कराकर उसके भाइयों से अलग एक भीतर कोठरी में ले जाना +11115,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_003.wav,तब तेल की यह कुप्पी लेकर तेल को उसके सिर पर यह कहकर डालना यहोवा यह कहता है कि मैं इस्राएल का राजा होने के लिये तेरा अभिषेक कर देता हूँ तब द्वार खोलकर भागना विलम्ब न करना +11116,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_004.wav,अतः वह जवान भविष्यद्वक्ता गिलाद के रामोत को गया +11117,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_005.wav,वहाँ पहुँचकर उसने क्या देखा कि सेनापति बैठे हुए हैं तब उसने कहा हे सेनापति मुझे तुझ से कुछ कहना है येहू ने पूछा हम सभी में ��िस से उसने कहा हे सेनापति तुझी से +11118,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_006.wav,तब वह उठकर घर में गया और उसने यह कहकर उसके सिर पर तेल डाला इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है मैं अपनी प्रजा इस्राएल पर राजा होने के लिये तेरा अभिषेक कर देता हूँ +11119,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_007.wav,तो तू अपने स्वामी अहाब के घराने को मार डालना जिससे मुझे अपने दास भविष्यद्वक्ताओं के वरन् अपने सब दासों के खून का जो ईजेबेल ने बहाया बदला मिले +11120,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_008.wav,क्योंकि अहाब का समस्त घराना नाश हो जाएगा और मैं अहाब के वंश के हर एक लड़के को और इस्राएल में के क्या बन्दी क्या स्वाधीन हर एक का नाश कर डालूँगा +11121,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_009.wav,और मैं अहाब का घराना नबात के पुत्र यारोबाम का सा और अहिय्याह के पुत्र बाशा का सा कर दूँगा +11122,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_010.wav,और ईजेबेल को यिज्रेल की भूमि में कुत्ते खाएँगे और उसको मिट्टी देनेवाला कोई न होगा तब वह द्वार खोलकर भाग गया +11123,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_011.wav,तब येहू अपने स्वामी के कर्मचारियों के पास निकल आया और एक ने उससे पूछा क्या कुशल है वह बावला क्यों तेरे पास आया था उसने उनसे कहा तुम को मालूम होगा कि वह कौन है और उससे क्या बातचीत हुई +11124,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_012.wav,उन्होंने कहा झूठ है हमें बता दे उसने कहा उसने मुझसे कहा तो बहुत परन्तु मतलब यह है यहोवा यह कहता है कि मैं इस्राएल का राजा होने के लिये तेरा अभिषेक कर देता हूँ +11125,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_013.wav,तब उन्होंने झट अपनाअपना वस्त्र उतार कर उसके नीचे सीढ़ी ही पर बिछाया और नरसिंगे फूँककर कहने लगे येहू राजा है +11126,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_014.wav,यह येहू जो निमशी का पोता और यहोशापात का पुत्र था उसने योराम से राजद्रोह की युक्ति की योराम तो सारे इस्राएल समेत अराम के राजा हजाएल के कारण गिलाद के रामोत की रक्षा कर रहा था +11127,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_015.wav,परन्तु राजा योराम आप अपने घाव का जो अराम के राजा हजाएल से युद्ध करने के समय उसको अरामियों से लगे थे उनका इलाज कराने के लिये यिज्रेल को लौट गया था तब येहू ने कहा यदि तुम्हारा ऐसा मन हो तो इस नगर में से कोई निकलकर यिज्रेल में सुनाने को न जाने पाए +11128,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_016.wav,तब येहू रथ पर चढ़कर यिज्रेल को चला जहाँ योराम पड़ा हुआ था और यहूदा का राजा अहज्याह योराम के देखने को वहाँ आया था +11129,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_017.wav,यिज्रेल के गुम्मट पर जो पहरुआ खड़ा था उसने येहू के संग आते हुए दल को देखकर कहा मुझे एक दल दिखता है योराम ने कहा एक सव���र को बुलाकर उन लोगों से मिलने को भेज और वह उनसे पूछे क्या कुशल है +11130,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_018.wav,तब एक सवार उससे मिलने को गया और उससे कहा राजा पूछता है क्या कुशल है येहू ने कहा कुशल से तेरा क्या काम हटकर मेरे पीछे चल तब पहरुए ने कहा वह दूत उनके पास पहुँचा तो था परन्तु लौटकर नहीं आया +11131,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_019.wav,तब उसने दूसरा सवार भेजा और उसने उनके पास पहुँचकर कहा राजा पूछता है क्या कुशल है येहू ने कहा कुशल से तेरा क्या काम हटकर मेरे पीछे चल +11132,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_020.wav,तब पहरुए ने कहा वह भी उनके पास पहुँचा तो था परन्तु लौटकर नहीं आया हाँकना निमशी के पोते येहू का सा है वह तो पागलों के समान हाँकता है +11133,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_021.wav,योराम ने कहा मेरा रथ जुतवा जब उसका रथ जुत गया तब इस्राएल का राजा योराम और यहूदा का राजा अहज्याह दोनों अपनेअपने रथ पर चढ़कर निकल गए और येहू से मिलने को बाहर जाकर यिज्रेल नाबोत की भूमि में उससे भेंट की +11134,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_022.wav,येहू को देखते ही योराम ने पूछा हे येहू क्या कुशल है येहू ने उत्तर दिया जब तक तेरी माता ईजेबेल छिनालपन और टोना करती रहे तब तक कुशल कहाँ +11135,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_023.wav,तब योराम रास फेर के और अहज्याह से यह कहकर भागा हे अहज्याह विश्वासघात है भाग चल +11136,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_024.wav,तब येहू ने धनुष को कान तक खींचकर योराम के कंधों के बीच ऐसा तीर मारा कि वह उसका हृदय फोड़कर निकल गया और वह अपने रथ में झुककर गिर पड़ा +11137,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_025.wav,तब येहू ने बिदकर नामक अपने एक सरदार से कहा उसे उठाकर यिज्रेली नाबोत की भूमि में फेंक दे स्मरण तो कर कि जब मैं और तू हम दोनों एक संग सवार होकर उसके पिता अहाब के पीछेपीछे चल रहे थे तब यहोवा ने उससे यह भारी वचन कहलवाया था +11138,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_026.wav,यहोवा की यह वाणी है कि नाबोत और उसके पुत्रों का जो खून हुआ उसे मैंने देखा है और यहोवा की यह वाणी है कि मैं उसी भूमि में तुझे बदला दूँगा तो अब यहोवा के उस वचन के अनुसार इसे उठाकर उसी भूमि में फेंक दे +11139,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_027.wav,यह देखकर यहूदा का राजा अहज्याह बारी के भवन के मार्ग से भाग चला और येहू ने उसका पीछा करके कहा उसे भी रथ ही पर मारो तो वह भी यिबलाम के पास की गूर की चढ़ाई पर मारा गया और मगिद्दो तक भागकर मर गया +11140,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_028.wav,तब उसके कर्मचारियों ने उसे रथ पर यरूशलेम को पहुँचाकर दाऊदपुर में उसके पुरखाओं के बीच मिट्टी दी +11141,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_029.wav,अहज्याह तो अहाब के पुत्र योराम के राज्य के ग्यारहवें वर्ष में यहूदा पर राज्य करने लगा था +11142,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_030.wav,जब येहू यिज्रेल को आया तब ईजेबेल यह सुन अपनी आँखों में सुरमा लगा अपना सिर संवारकर खिड़की में से झाँकने लगी +11143,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_031.wav,जब येहू फाटक में होकर आ रहा था तब उसने कहा हे अपने स्वामी के घात करनेवाले जिम्री क्या कुशल है +11144,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_032.wav,तब उसने खिड़की की ओर मुँह उठाकर पूछा मेरी ओर कौन है कौन इस पर दो तीन खोजों ने उसकी ओर झाँका +11145,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_033.wav,तब उसने कहा उसे नीचे गिरा दो अतः उन्होंने उसको नीचे गिरा दिया और उसके लहू के कुछ छींटे दीवार पर और कुछ घोड़ों पर पड़े और उन्होंने उसको पाँव से लताड़ दिया +11146,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_034.wav,तब वह भीतर जाकर खानेपीने लगा और कहा जाओ उस श्रापित स्त्री को देख लो और उसे मिट्टी दो वह तो राजा की बेटी है +11147,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_035.wav,जब वे उसे मिट्टी देने गए तब उसकी खोपड़ी पाँवों और हथेलियों को छोड़कर उसका और कुछ न पाया +11148,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_036.wav,अतः उन्होंने लौटकर उससे कह दिया तब उसने कहा यह यहोवा का वह वचन है जो उसने अपने दास तिशबी एलिय्याह से कहलवाया था कि ईजेबेल का माँस यिज्रेल की भूमि में कुत्ते खाएँगे +11149,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_009_037.wav,और ईजेबेल का शव यिज्रेल की भूमि पर खाद के समान पड़ा रहेगा यहाँ तक कि कोई न कहेगा यह ईजेबेल है +11150,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_001.wav,जब अहज्याह की माता अतल्याह ने देखा कि उसका पुत्र मर गया तब उसने पूरे राजवंश को नाश कर डाला +11151,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_002.wav,परन्तु यहोशेबा जो राजा योराम की बेटी और अहज्याह की बहन थी उसने अहज्याह के पुत्र योआश को घात होनेवाले राजकुमारों के बीच में से चुराकर दाई समेत बिछौने रखने की कोठरी में छिपा दिया और उन्होंने उसे अतल्याह से ऐसा छिपा रखा कि वह मारा न गया +11152,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_003.wav,और वह उसके पास यहोवा के भवन में छः वर्ष छिपा रहा और अतल्याह देश पर राज्य करती रही +11153,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_004.wav,सातवें वर्ष में यहोयादा ने अंगरक्षकों और पहरुओं के शतपतियों को बुला भेजा और उनको यहोवा के भवन में अपने पास ले आया और उनसे वाचा बाँधी और यहोवा के भवन में उनको शपथ खिलाकर उनको राजपुत्र दिखाया +11154,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_005.wav,और उसने उन्हें आज्ञा दी एक काम करो अर्थात् तुम में से एक तिहाई लोग जो विश्रामदिन को आनेवाले हों वे राजभवन का पहरा दें +11155,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_006.wav,और एक तिहाई लोग सूर नामक फाटक में ठहरे रहें और एक तिहाई लोग ���हरुओं के पीछे के फाटक में रहें अतः तुम भवन की चौकसी करके लोगों को रोके रहना +11156,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_007.wav,और तुम्हारे दो दल अर्थात् जितने विश्रामदिन को बाहर जानेवाले हों वह राजा के आसपास होकर यहोवा के भवन की चौकसी करें +11157,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_008.wav,तुम अपनेअपने हाथ में हथियार लिये हुए राजा के चारों और रहना और जो कोई पाँतियों के भीतर घुसना चाहे वह मार डाला जाए और तुम राजा के आतेजाते समय उसके संग रहना +11158,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_009.wav,यहोयादा याजक की इन सब आज्ञाओं के अनुसार शतपतियों ने किया वे विश्रामदिन को आनेवाले और जानेवाले दोनों दलों के अपनेअपने जनों को संग लेकर यहोयादा याजक के पास गए +11159,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_010.wav,तब याजक ने शतपतियों को राजा दाऊद के बर्छे और ढालें जो यहोवा के भवन में थीं दे दीं +11160,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_011.wav,इसलिए वे पहरुए अपनेअपने हाथ में हथियार लिए हुए भवन के दक्षिणी कोने से लेकर उत्तरी कोने तक वेदी और भवन के पास राजा के चारों ओर उसको घेरकर खड़े हुए +11161,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_012.wav,तब उसने राजकुमार को बाहर लाकर उसके सिर पर मुकुट और साक्षीपत्र रख दिया तब लोगों ने उसका अभिषेक करके उसको राजा बनाया फिर ताली बजाबजाकर बोल उठे राजा जीवित रहे +11162,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_013.wav,जब अतल्याह को पहरुओं और लोगों की हलचल सुनाई पड़ी तब वह उनके पास यहोवा के भवन में गई +11163,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_014.wav,और उसने क्या देखा कि राजा रीति के अनुसार खम्भे के पास खड़ा है और राजा के पास प्रधान और तुरही बजानेवाले खड़े हैं और सब लोग आनन्द करते और तुरहियां बजा रहे हैं तब अतल्याह अपने वस्त्र फाड़कर राजद्रोह राजद्रोह पुकारने लगी +11164,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_015.wav,तब यहोयादा याजक ने दल के अधिकारी शतपतियों को आज्ञा दी उसे अपनी पाँतियों के बीच से निकाल ले जाओ और जो कोई उसके पीछे चले उसे तलवार से मार डालो क्योंकि याजक ने कहा वह यहोवा के भवन में न मार डाली जाए +11165,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_016.wav,इसलिए उन्होंने दोनों ओर से उसको जगह दी और वह उस मार्ग के बीच से चली गई जिससे घोड़े राजभवन में जाया करते थे और वहाँ वह मार डाली गई +11166,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_017.wav,तब यहोयादा ने यहोवा के और राजाप्रजा के बीच यहोवा की प्रजा होने की वाचा बँधाई और उसने राजा और प्रजा के मध्य भी वाचा बँधाई +11167,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_018.wav,तब सब लोगों ने बाल के भवन को जाकर ढा दिया और उसकी वेदियाँ और मूरतें भली भाँति तोड़ दीं और मत्तान नामक बाल के याजक को वेदियों के सामने ही घात ���िया याजक ने यहोवा के भवन पर अधिकारी ठहरा दिए +11168,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_019.wav,तब वह शतपतियों अंगरक्षकों और पहरुओं और सब लोगों को साथ लेकर राजा को यहोवा के भवन से नीचे ले गया और पहरुओं के फाटक के मार्ग से राजभवन को पहुँचा दिया और राजा राजगद्दी पर विराजमान हुआ +11169,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_020.wav,तब सब लोग आनन्दित हुए और नगर में शान्ति हुई अतल्याह तो राजभवन के पास तलवार से मार डाली गई थी +11170,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_011_021.wav,जब योआश राजा हुआ उस समय वह सात वर्ष का था +11171,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_001.wav,येहू के राज्य के सातवें वर्ष में योआश राज्य करने लगा और यरूशलेम में चालीस वर्ष तक राज्य करता रहा उसकी माता का नाम सिब्या था जो बेर्शेबा की थी +11172,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_002.wav,और जब तक यहोयादा याजक योआश को शिक्षा देता रहा तब तक वह वही काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है +11173,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_003.wav,तो भी ऊँचे स्थान गिराए न गए प्रजा के लोग तब भी ऊँचे स्थान पर बलि चढ़ाते और धूप जलाते रहे +11174,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_004.wav,योआश ने याजकों से कहा पवित्र की हुई वस्तुओं का जितना रुपया यहोवा के भवन में पहुँचाया जाए अर्थात् गिने हुए लोगों का रुपया और जितना रुपया देने के जो कोई योग्य ठहराया जाए और जितना रुपया जिसकी इच्छा यहोवा के भवन में ले आने की हो +11175,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_005.wav,इन सब को याजक लोग अपनी जानपहचान के लोगों से लिया करें और भवन में जो कुछ टूटा फूटा हो उसको सुधार दें +11176,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_006.wav,तो भी याजकों ने भवन में जो टूटा फूटा था उसे योआश राजा के राज्य के तेईसवें वर्ष तक नहीं सुधारा था +11177,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_007.wav,इसलिए राजा योआश ने यहोयादा याजक और याजकों को बुलवाकर पूछा भवन में जो कुछ टूटा फूटा है उसे तुम क्यों नहीं सुधारते अब से अपनी जानपहचान के लोगों से और रुपया न लेना और जो तुम्हें मिले उसे भवन के सुधारने के लिये दे देना +11178,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_008.wav,तब याजकों ने मान लिया कि न तो हम प्रजा से और रुपया लें और न भवन को सुधारें +11179,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_009.wav,तब यहोयादा याजक ने एक सन्दूक लेकर उसके ढ़क्कन में छेद करके उसको यहोवा के भवन में आनेवालों के दाहिने हाथ पर वेदी के पास रख दिया और द्वार की रखवाली करनेवाले याजक उसमें वह सब रुपया डालने लगे जो यहोवा के भवन में लाया जाता था +11180,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_010.wav,जब उन्होंने देखा कि सन्दूक में बहुत रुपया है तब राजा के प्रधान और महायाजक ने आकर उसे थैलियों में बाँध दिया और यहोवा के भवन में पाए हुए रु��ये को गिन लिया +11181,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_011.wav,तब उन्होंने उस तौले हुए रुपये को उन काम करानेवालों के हाथ में दिया जो यहोवा के भवन में अधिकारी थे और इन्होंने उसे यहोवा के भवन के बनानेवाले बढ़इयों राजमिस्त्रियों और संगतराशों को दिये +11182,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_012.wav,और लकड़ी और गढ़े हुए पत्थर मोल लेने में वरन् जो कुछ भवन के टूटे फूटे की मरम्मत में खर्च होता था उसमें लगाया +11183,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_013.wav,परन्तु जो रुपया यहोवा के भवन में आता था उससे चाँदी के तसले चिमटे कटोरे तुरहियां आदि सोने या चाँदी के किसी प्रकार के पात्र न बने +11184,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_014.wav,परन्तु वह काम करनेवाले को दिया गया और उन्होंने उसे लेकर यहोवा के भवन की मरम्मत की +11185,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_015.wav,और जिनके हाथ में काम करनेवालों को देने के लिये रुपया दिया जाता था उनसे कुछ हिसाब न लिया जाता था क्योंकि वे सच्चाई से काम करते थे +11186,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_016.wav,जो रुपया दोषबलियों और पापबलियों के लिये दिया जाता था यह तो यहोवा के भवन में न लगाया गया वह याजकों को मिलता था +11187,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_017.wav,तब अराम के राजा हजाएल ने गत नगर पर चढ़ाई की और उससे लड़ाई करके उसे ले लिया तब उसने यरूशलेम पर भी चढ़ाई करने को अपना मुँह किया +11188,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_018.wav,तब यहूदा के राजा योआश ने उन सब पवित्र वस्तुओं को जिन्हें उसके पुरखा यहोशापात यहोराम और अहज्याह नामक यहूदा के राजाओं ने पवित्र किया था और अपनी पवित्र की हुई वस्तुओं को भी और जितना सोना यहोवा के भवन के भण्डारों में और राजभवन में मिला उस सब को लेकर अराम के राजा हजाएल के पास भेज दिया और वह यरूशलेम के पास से चला गया +11189,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_019.wav,योआश के और सब काम जो उसने किया वह क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +11190,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_020.wav,योआश के कर्मचारियों ने राजद्रोह की युक्ति करके उसको मिल्लो के भवन में जो सिल्ला की ढलान पर था मार डाला +11191,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_012_021.wav,अर्थात् शिमात का पुत्र योजाबाद और शोमेर का पुत्र यहोजाबाद जो उसके कर्मचारी थे उन्होंने उसे ऐसा मारा कि वह मर गया तब उसे उसके पुरखाओं के बीच दाऊदपुर में मिट्टी दी और उसका पुत्र अमस्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11192,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_001.wav,अहज्याह के पुत्र यहूदा के राजा योआश के राज्य के तेईसवें वर्ष में येहू का पुत्र यहोआहाज सामरिया में इस्राएल पर राज्य करने लगा और सत्रह वर्ष तक राज्य करता रहा +11193,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_002.wav,और उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था अर्थात् नबात के पुत्र यारोबाम जिसने इस्राएल से पाप कराया था उसके पापों के अनुसार वह करता रहा और उनको छोड़ न दिया +11194,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_003.wav,इसलिए यहोवा का क्रोध इस्राएलियों के विरुद्ध भड़क उठा और उसने उनको अराम के राजा हजाएल और उसके पुत्र बेन्हदद के अधीन कर दिया +11195,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_004.wav,तब यहोआहाज यहोवा के सामने गिड़गिड़ाया और यहोवा ने उसकी सुन ली क्योंकि उसने इस्राएल पर अंधेर देखा कि अराम का राजा उन पर कैसा अंधेर करता था +11196,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_005.wav,इसलिए यहोवा ने इस्राएल को एक छुड़ानेवाला दिया और वे अराम के वश से छूट गए और इस्राएली पिछले दिनों के समान फिर अपनेअपने डेरे में रहने लगे +11197,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_006.wav,तो भी वे ऐसे पापों से न फिरे जैसे यारोबाम के घराने ने किया और जिनके अनुसार उसने इस्राएल से पाप कराए थे परन्तु उनमें चलते रहे और सामरिया में अशेरा भी खड़ी रही +11198,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_007.wav,अराम के राजा ने यहोआहाज की सेना में से केवल पचास सवार दस रथ और दस हजार प्यादे छोड़ दिए थे क्योंकि उसने उनको नाश किया और रौंद रौंदकर के धूल में मिला दिया था +11199,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_008.wav,यहोआहाज के और सब काम जो उसने किए और उसकी वीरता यह सब क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +11200,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_009.wav,अन्ततः यहोआहाज मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और सामरिया में उसे मिट्टी दी गई और उसका पुत्र यहोआश उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11201,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_010.wav,यहूदा के राजा योआश के राज्य के सैंतीसवें वर्ष में यहोआहाज का पुत्र यहोआश सामरिया में इस्राएल पर राज्य करने लगा और सोलह वर्ष तक राज्य करता रहा +11202,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_011.wav,और उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था अर्थात् नबात का पुत्र यारोबाम जिसने इस्राएल से पाप कराया था उसके पापों के अनुसार वह करता रहा और उनसे अलग न हुआ +11203,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_012.wav,यहोआश के और सब काम जो उसने किए और जिस वीरता से वह यहूदा के राजा अमस्याह से लड़ा यह सब क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +11204,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_013.wav,अन्त में यहोआश मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और यारोबाम उसकी गद्दी पर विराजमान हुआ और यहोआश को सामरिया में इस्राएल के राजाओं के बीच मिट्टी दी गई +11205,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_014.wav,एलीशा को वह रोग लग गया जिससे उसकी मृत्यु होने पर थी तब इस्राएल का राजा यहोआश उसके पास गया और उसके ऊपर रोकर कहने लगा हाय मेरे पिता हाय मेरे पिता हाय इस्राएल के रथ और सवारों एलीशा ने उससे कहा धनुष और तीर ले आ +11206,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_015.wav,वह उसके पास धनुष और तीर ले आया +11207,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_016.wav,तब उसने इस्राएल के राजा से कहा धनुष पर अपना हाथ लगा जब उसने अपना हाथ लगाया तब एलीशा ने अपने हाथ राजा के हाथों पर रख दिए +11208,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_017.wav,तब उसने कहा पूर्व की खिड़की खोल जब उसने उसे खोल दिया तब एलीशा ने कहा तीर छोड़ दे उसने तीर छोड़ा और एलीशा ने कहा यह तीर यहोवा की ओर से छुटकारे अर्थात् अराम से छुटकारे का चिन्ह है इसलिए तू अपेक में अराम को यहाँ तक मार लेगा कि उनका अन्त कर डालेगा +11209,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_018.wav,फिर उसने कहा तीरों को ले और जब उसने उन्हें लिया तब उसने इस्राएल के राजा से कहा भूमि पर मार तब वह तीन बार मारकर ठहर गया +11210,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_019.wav,और परमेश्वर के जन ने उस पर क्रोधित होकर कहा तुझे तो पाँच छः बार मारना चाहिये था ऐसा करने से तो तू अराम को यहाँ तक मारता कि उनका अन्त कर डालता परन्तु अब तू उन्हें तीन ही बार मारेगा +11211,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_020.wav,तब एलीशा मर गया और उसे मिट्टी दी गई प्रतिवर्ष वसन्त ऋतु में मोआब के दल देश पर आक्रमण करते थे +11212,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_021.wav,लोग किसी मनुष्य को मिट्टी दे रहे थे कि एक दल उन्हें दिखाई पड़ा तब उन्होंने उस शव को एलीशा की कब्र में डाल दिया और एलीशा की हड्डियों से छूते ही वह जी उठा और अपने पाँवों के बल खड़ा हो गया +11213,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_022.wav,यहोआहाज के जीवन भर अराम का राजा हजाएल इस्राएल पर अंधेर ही करता रहा +11214,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_023.wav,परन्तु यहोवा ने उन पर अनुग्रह किया और उन पर दया करके अपनी उस वाचा के कारण जो उसने अब्राहम इसहाक और याकूब से बाँधी थी उन पर कृपादृष्टि की और न तो उन्हें नाश किया और न अपने सामने से निकाल दिया +11215,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_024.wav,तब अराम का राजा हजाएल मर गया और उसका पुत्र बेन्हदद उसके स्थान पर राजा बन गया +11216,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_013_025.wav,तब यहोआहाज के पुत्र यहोआश ने हजाएल के पुत्र बेन्हदद के हाथ से वे नगर फिर ले लिए जिन्हें उसने युद्ध करके उसके पिता यहोआहाज के हाथ से छीन लिया था यहोआश ने उसको तीन बार जीतकर इस्राएल के नगर फिर ले लिए +11217,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_001.wav,इस्राएल के राजा यहोआहाज के पुत्र योआश के राज्य के दूसरे वर्ष में यहूदा के राजा योआश का पुत्र अमस्याह राजा हुआ +11218,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_002.wav,जब वह राज्य करने लगा तब वह पच्चीस वर्ष का था और यरूशलेम में उनतीस वर्ष राज्य करता रहा उसकी माता का नाम यहोअद्दान था जो यरूशलेम की थी +11219,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_003.wav,उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था तो भी अपने मूलपुरुष दाऊद के समान न किया उसने ठीक अपने पिता योआश के से काम किए +11220,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_004.wav,उसके दिनों में ऊँचे स्थान गिराए न गए लोग तब भी उन पर बलि चढ़ाते और धूप जलाते रहे +11221,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_005.wav,जब राज्य उसके हाथ में स्थिर हो गया तब उसने अपने उन कर्मचारियों को मृत्युदण्ड दिया जिन्होंने उसके पिता राजा को मार डाला था +11222,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_006.wav,परन्तु उन खूनियों के बच्चों को उसने न मार डाला क्योंकि यहोवा की यह आज्ञा मूसा की व्यवस्था की पुस्तक में लिखी है पुत्र के कारण पिता न मार डाला जाए और पिता के कारण पुत्र न मार डाला जाए जिसने पाप किया हो वही उस पाप के कारण मार डाला जाए +11223,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_007.wav,उसी अमस्याह ने नमक की तराई में दस हजार एदोमी पुरुष मार डाले और सेला नगर से युद्ध करके उसे ले लिया और उसका नाम योक्तेल रखा और वह नाम आज तक चलता है +11224,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_008.wav,तब अमस्याह ने इस्राएल के राजा यहोआश के पास जो येहू का पोता और यहोआहाज का पुत्र था दूतों से कहला भेजा आ हम एक दूसरे का सामना करें +11225,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_009.wav,इस्राएल के राजा यहोआश ने यहूदा के राजा अमस्याह के पास यह सन्देश भेजा लबानोन पर की एक झड़बेरी ने लबानोन के एक देवदार के पास कहला भेजा अपनी बेटी का मेरे बेटे से विवाह कर दे इतने में लबानोन में का एक वन पशु पास से चला गया और उस झड़बेरी को रौंद डाला +11226,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_010.wav,तूने एदोमियों को जीता तो है इसलिए तू फूल उठा है उसी पर बड़ाई मारता हुआ घर रह जा तू अपनी हानि के लिये यहाँ क्यों हाथ उठाता है जिससे तू क्या वरन् यहूदा भी नीचा देखेगा +11227,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_011.wav,परन्तु अमस्याह ने न माना तब इस्राएल के राजा यहोआश ने चढ़ाई की और उसने और यहूदा के राजा अमस्याह ने यहूदा देश के बेतशेमेश में एक दूसरे का सामना किया +11228,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_012.wav,और यहूदा इस्राएल से हार गया और एकएक अपनेअपने डेरे को भागा +11229,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_013.wav,तब इस्राएल के राजा यहोआश ने यहूदा के राजा अमस्याह को जो अहज्याह का पोता और योआश का पुत्र था बेतशेमेश में पकड़ लिया और यरूशलेम को गया और एप्रैमी फाटक से कोनेवाले फाटक तक चार सौ हाथ यरूशलेम की शहरपनाह गिरा दी +11230,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_014.wav,��र जितना सोना चाँदी और जितने पात्र यहोवा के भवन में और राजभवन के भण्डारों में मिले उन सब को और बन्धक लोगों को भी लेकर वह सामरिया को लौट गया +11231,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_015.wav,यहोआश के और काम जो उसने किए और उसकी वीरता और उसने किस रीति यहूदा के राजा अमस्याह से युद्ध किया यह सब क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +11232,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_016.wav,अन्त में यहोआश मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसे इस्राएल के राजाओं के बीच सामरिया में मिट्टी दी गई और उसका पुत्र यारोबाम उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11233,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_017.wav,यहोआहाज के पुत्र इस्राएल के राजा यहोआश के मरने के बाद योआश का पुत्र यहूदा का राजा अमस्याह पन्द्रह वर्ष जीवित रहा +11234,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_018.wav,अमस्याह के और काम क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +11235,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_019.wav,जब यरूशलेम में उसके विरुद्ध राजद्रोह की गोष्ठी की गई तब वह लाकीश को भाग गया अतः उन्होंने लाकीश तक उसका पीछा करके उसको वहाँ मार डाला +11236,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_020.wav,तब वह घोड़ों पर रखकर यरूशलेम में पहुँचाया गया और वहाँ उसके पुरखाओं के बीच उसको दाऊदपुर में मिट्टी दी गई +11237,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_021.wav,तब सारी यहूदी प्रजा ने अजर्याह को लेकर जो सोलह वर्ष का था उसके पिता अमस्याह के स्थान पर राजा नियुक्त कर दिया +11238,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_022.wav,राजा अमस्याह मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला तब उसके बाद अजर्याह ने एलत को दृढ़ करके यहूदा के वश में फिरकर लिया +11239,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_023.wav,यहूदा के राजा योआश के पुत्र अमस्याह के राज्य के पन्द्रहवें वर्ष में इस्राएल के राजा यहोआश का पुत्र यारोबाम सामरिया में राज्य करने लगा और इकतालीस वर्ष राज्य करता रहा +11240,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_024.wav,उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था अर्थात् नबात के पुत्र यारोबाम जिसने इस्राएल से पाप कराया था उसके पापों के अनुसार वह करता रहा और उनसे वह अलग न हुआ +11241,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_025.wav,उसने इस्राएल की सीमा हमात की घाटी से ले अराबा के ताल तक ज्यों का त्यों कर दी जैसा कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने अमित्तै के पुत्र अपने दास गथेपेरवासी योना भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा था +11242,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_026.wav,क्योंकि यहोवा ने इस्राएल का दुःख देखा कि बहुत ही कठिन है वरन् क्या बन्दी क्या स्वाधीन कोई भी बचा न रहा और न इस्राएल के लिये कोई सहायक था +11243,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_027.wav,यहोवा ने नहीं कहा था कि मैं इस्राएल का नाम धरती पर से मिटा डालूँगा अतः उसने यहोआश के पुत्र यारोबाम के द्वारा उनको छुटकारा दिया +11244,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_028.wav,यारोबाम के और सब काम जो उसने किए और कैसे पराक्रम के साथ उसने युद्ध किया और दमिश्क और हमात को जो पहले यहूदा के राज्य में थे इस्राएल के वश में फिर मिला लिया यह सब क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +11245,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_014_029.wav,अन्त में यारोबाम मरकर अपने पुरखाओं के संग जो इस्राएल के राजा थे जा मिला और उसका पुत्र जकर्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11246,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_001.wav,इस्राएल के राजा यारोबाम के राज्य के सताईसवें वर्ष में यहूदा के राजा अमस्याह का पुत्र अजर्याह राजा हुआ +11247,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_002.wav,जब वह राज्य करने लगा तब सोलह वर्ष का था और यरूशलेम में बावन वर्ष राज्य करता रहा उसकी माता का नाम यकोल्याह था जो यरूशलेम की थी +11248,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_003.wav,जैसे उसका पिता अमस्याह किया करता था जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था वैसे ही वह भी करता था +11249,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_004.wav,तो भी ऊँचे स्थान गिराए न गए प्रजा के लोग उस समय भी उन पर बलि चढ़ाते और धूप जलाते रहे +11250,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_005.wav,यहोवा ने उस राजा को ऐसा मारा कि वह मरने के दिन तक कोढ़ी रहा और अलग एक घर में रहता था योताम नामक राजपुत्र उसके घराने के काम पर अधिकारी होकर देश के लोगों का न्याय करता था +11251,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_006.wav,अजर्याह के और सब काम जो उसने किए वह क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +11252,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_007.wav,अन्त में अजर्याह मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसको दाऊदपुर में उसके पुरखाओं के बीच मिट्टी दी गई और उसका पुत्र योताम उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11253,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_008.wav,यहूदा के राजा अजर्याह के राज्य के अड़तीसवें वर्ष में यारोबाम का पुत्र जकर्याह इस्राएल पर सामरिया में राज्य करने लगा और छः महीने राज्य किया +11254,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_009.wav,उसने अपने पुरखाओं के समान वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है अर्थात् नबात के पुत्र यारोबाम जिसने इस्राएल से पाप कराया था उसके पापों के अनुसार वह करता रहा और उनसे वह अलग न हुआ +11255,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_010.wav,और याबेश के पुत्र शल्लूम ने उससे राजद्रोह की गोष्ठी करके उसको प्रजा के सामने मारा और उसको घात करके उसके स्थान पर राजा हुआ +11256,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_011.wav,जकर्याह के और काम इस्राए�� के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखे हैं +11257,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_012.wav,अतः यहोवा का वह वचन पूरा हुआ जो उसने येहू से कहा था तेरे परपोते के पुत्र तक तेरी सन्तान इस्राएल की गद्दी पर बैठती जाएगी और वैसा ही हुआ +11258,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_013.wav,यहूदा के राजा उज्जियाह के राज्य के उनतालीसवें वर्ष में याबेश का पुत्र शल्लूम राज्य करने लगा और महीने भर सामरिया में राज्य करता रहा +11259,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_014.wav,क्योंकि गादी के पुत्र मनहेम ने तिर्सा से सामरिया को जाकर याबेश के पुत्र शल्लूम को वहीं मारा और उसे घात करके उसके स्थान पर राजा हुआ +11260,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_015.wav,शल्लूम के अन्य काम और उसने राजद्रोह की जो गोष्ठी की यह सब इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखा है +11261,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_016.wav,तब मनहेम ने तिर्सा से जाकर सब निवासियों और आसपास के देश समेत तिप्सह को इस कारण मार लिया कि तिप्सहियों ने उसके लिये फाटक न खोले थे इस कारण उसने उन्हें मार दिया और उसमें जितनी गर्भवती स्त्रियाँ थीं उन सभी को चीर डाला +11262,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_017.wav,यहूदा के राजा अजर्याह के राज्य के उनतालीसवें वर्ष में गादी का पुत्र मनहेम इस्राएल पर राज्य करने लगा और दस वर्ष सामरिया में राज्य करता रहा +11263,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_018.wav,उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था अर्थात् नबात के पुत्र यारोबाम जिसने इस्राएल से पाप कराया था उसके पापों के अनुसार वह करता रहा और उनसे वह जीवन भर अलग न हुआ +11264,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_019.wav,अश्शूर के राजा पूल ने देश पर चढ़ाई की और मनहेम ने उसको हजार किक्कार चाँदी इस इच्छा से दी कि वह उसका सहायक होकर राज्य को उसके हाथ में स्थिर रखे +11265,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_020.wav,यह चाँदी अश्शूर के राजा को देने के लिये मनहेम ने बड़ेबड़े धनवान इस्राएलियों से ले ली एकएक पुरुष को पचासपचास शेकेल चाँदी देनी पड़ी तब अश्शूर का राजा देश को छोड़कर लौट गया +11266,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_021.wav,मनहेम के और काम जो उसने किए वे सब क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +11267,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_022.wav,अन्त में मनहेम मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसका पुत्र पकहयाह उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11268,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_023.wav,यहूदा के राजा अजर्याह के राज्य के पचासवें वर्ष में मनहेम का पुत्र पकहयाह सामरिया में इस्राएल पर राज्य करने लगा और दो वर्ष तक राज्य करता रहा +11269,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_024.wav,उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था अर्थात् नबात के पुत्र यारोबाम जिसने इस्राएल से पाप कराया था उसके पापों के अनुसार वह करता रहा और उनसे वह अलग न हुआ +11270,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_025.wav,उसके सरदार रमल्याह के पुत्र पेकह ने उसके विरुद्ध राजद्रोह की गोष्ठी करके सामरिया के राजभवन के गुम्मट में उसको और उसके संग अर्गोब और अर्ये को मारा और पेकह के संग पचास गिलादी पुरुष थे और वह उसका घात करके उसके स्थान पर राजा बन गया +11271,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_026.wav,पकहयाह के और सब काम जो उसने किए वह इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखे हैं +11272,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_027.wav,यहूदा के राजा अजर्याह के राज्य के बावनवें वर्ष में रमल्याह का पुत्र पेकह सामरिया में इस्राएल पर राज्य करने लगा और बीस वर्ष तक राज्य करता रहा +11273,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_028.wav,उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था अर्थात् नबात के पुत्र यारोबाम जिसने इस्राएल से पाप कराया था उसके पापों के अनुसार वह करता रहा और उनसे वह अलग न हुआ +11274,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_029.wav,इस्राएल के राजा पेकह के दिनों में अश्शूर के राजा तिग्लत्पिलेसेर ने आकर इय्योन आबेल्वेत्माका यानोह केदेश और हासोर नामक नगरों को और गिलाद और गलील वरन् नप्ताली के पूरे देश को भी ले लिया और उनके लोगों को बन्दी बनाकर अश्शूर को ले गया +11275,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_030.wav,उज्जियाह के पुत्र योताम के बीसवें वर्ष में एला के पुत्र होशे ने रमल्याह के पुत्र पेकह के विरुद्ध राजद्रोह की गोष्ठी करके उसे मारा और उसे घात करके उसके स्थान पर राजा बन गया +11276,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_031.wav,पेकह के और सब काम जो उसने किए वह इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखे हैं +11277,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_032.wav,रमल्याह के पुत्र इस्राएल के राजा पेकह के राज्य के दूसरे वर्ष में यहूदा के राजा उज्जियाह का पुत्र योताम राजा हुआ +11278,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_033.wav,जब वह राज्य करने लगा तब पच्चीस वर्ष का था और यरूशलेम में सोलह वर्ष तक राज्य करता रहा और उसकी माता का नाम यरूशा था जो सादोक की बेटी थी +11279,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_034.wav,उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था अर्थात् जैसा उसके पिता उज्जियाह ने किया था ठीक वैसा ही उसने भी किया +11280,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_035.wav,तो भी ऊँचे स्थान गिराए न गए प्रजा के लोग उन पर उस समय भी बलि चढ़ाते और धूप जलाते रहे यहोवा के भवन के ऊँचे फाटक को इसी ने बनाया था +11281,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_036.wav,योताम के और सब काम जो उसने किए वे क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की ���ुस्तक में नहीं लिखे हैं +11282,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_037.wav,उन दिनों में यहोवा अराम के राजा रसीन को और रमल्याह के पुत्र पेकह को यहूदा के विरुद्ध भेजने लगा +11283,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_015_038.wav,अन्त में योताम मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और अपने मूलपुरुष दाऊद के नगर में अपने पुरखाओं के बीच उसको मिट्टी दी गई और उसका पुत्र आहाज उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11284,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_001.wav,रमल्याह के पुत्र पेकह के राज्य के सत्रहवें वर्ष में यहूदा के राजा योताम का पुत्र आहाज राज्य करने लगा +11285,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_002.wav,जब आहाज राज्य करने लगा तब वह बीस वर्ष का था और सोलह वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा और उसने अपने मूलपुरुष दाऊद का सा काम नहीं किया जो उसके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में ठीक था +11286,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_003.wav,परन्तु वह इस्राएल के राजाओं की सी चाल चला वरन् उन जातियों के घिनौने कामों के अनुसार जिन्हें यहोवा ने इस्राएलियों के सामने से देश से निकाल दिया था उसने अपने बेटे को भी आग में होम कर दिया +11287,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_004.wav,वह ऊँचे स्थानों पर और पहाड़ियों पर और सब हरे वृक्षों के नीचे बलि चढ़ाया और धूप जलाया करता था +11288,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_005.wav,तब अराम के राजा रसीन और रमल्याह के पुत्र इस्राएल के राजा पेकह ने लड़ने के लिये यरूशलेम पर चढ़ाई की और उन्होंने आहाज को घेर लिया परन्तु युद्ध करके उनसे कुछ बन न पड़ा +11289,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_006.wav,उस समय अराम के राजा रसीन ने एलत को अराम के वश में करके यहूदियों को वहाँ से निकाल दिया तब अरामी लोग एलत को गए और आज के दिन तक वहाँ रहते हैं +11290,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_007.wav,अतः आहाज ने दूत भेजकर अश्शूर के राजा तिग्लत्पिलेसेर के पास कहला भेजा मुझे अपना दास वरन् बेटा जानकर चढ़ाई कर और मुझे अराम के राजा और इस्राएल के राजा के हाथ से बचा जो मेरे विरुद्ध उठे हैं +11291,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_008.wav,आहाज ने यहोवा के भवन में और राजभवन के भण्डारों में जितना सोनाचाँदी मिला उसे अश्शूर के राजा के पास भेंट करके भेज दिया +11292,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_009.wav,उसकी मानकर अश्शूर के राजा ने दमिश्क पर चढ़ाई की और उसे लेकर उसके लोगों को बन्दी बनाकर कीर को ले गया और रसीन को मार डाला +11293,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_010.wav,तब राजा आहाज अश्शूर के राजा तिग्लत्पिलेसेर से भेंट करने के लिये दमिश्क को गया और वहाँ की वेदी देखकर उसकी सब बनावट के अनुसार उसका नक्शा ऊरिय्याह याजक के पास नमूना करके भेज दिया +11294,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_011.wav,ठीक इसी ��मूने के अनुसार जिसे राजा आहाज ने दमिश्क से भेजा था ऊरिय्याह याजक ने राजा आहाज के दमिश्क से आने तक एक वेदी बना दी +11295,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_012.wav,जब राजा दमिश्क से आया तब उसने उस वेदी को देखा और उसके निकट जाकर उस पर बलि चढ़ाए +11296,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_013.wav,उसी वेदी पर उसने अपना होमबलि और अन्नबलि जलाया और अर्घ दिया और मेलबलियों का लहू छिड़क दिया +11297,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_014.wav,और पीतल की जो वेदी यहोवा के सामने रहती थी उसको उसने भवन के सामने से अर्थात् अपनी वेदी और यहोवा के भवन के बीच से हटाकर उस वेदी के उत्तर की ओर रख दिया +11298,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_015.wav,तब राजा आहाज ने ऊरिय्याह याजक को यह आज्ञा दी भोर के होमबलि और साँझ के अन्नबलि राजा के होमबलि और उसके अन्नबलि और सब साधारण लोगों के होमबलि और अर्घ बड़ी वेदी पर चढ़ाया कर और होमबलियों और मेलबलियों का सब लहू उस पर छिड़क और पीतल की वेदी को मैं यहोवा से पूछने के लिये प्रयोग करूँगा +11299,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_016.wav,राजा आहाज की इस आज्ञा के अनुसार ऊरिय्याह याजक ने किया +11300,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_017.wav,फिर राजा आहाज ने कुर्सियों की पटरियों को काट डाला और हौदियों को उन पर से उतार दिया और बड़े हौद को उन पीतल के बैलों पर से जो उसके नीचे थे उतारकर पत्थरों के फर्श पर रख दिया +11301,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_018.wav,विश्राम के दिन के लिये जो छाया हुआ स्थान भवन में बना था और राजा के बाहरी प्रवेशद्वार को उसने अश्शूर के राजा के कारण यहोवा के भवन से अलग कर दिया +11302,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_019.wav,आहाज के और काम जो उसने किए वे क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +11303,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_016_020.wav,अन्त में आहाज मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसे उसके पुरखाओं के बीच दाऊदपुर में मिट्टी दी गई और उसका पुत्र हिजकिय्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11304,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_001.wav,यहूदा के राजा आहाज के राज्य के बारहवें वर्ष में एला का पुत्र होशे सामरिया में इस्राएल पर राज्य करने लगा और नौ वर्ष तक राज्य करता रहा +11305,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_002.wav,उसने वही किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था परन्तु इस्राएल के उन राजाओं के बराबर नहीं जो उससे पहले थे +11306,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_003.wav,उस पर अश्शूर के राजा शल्मनेसेर ने चढ़ाई की और होशे उसके अधीन होकर उसको भेंट देने लगा +11307,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_004.wav,परन्तु अश्शूर के राजा ने होशे के राजद्रोह की गोष्ठी को जान लिया क्योंकि उसने सो नामक मिस्र के राजा के पास दूत भेजे थे और ���श्शूर के राजा के पास वार्षिक भेंट भेजनी छोड़ दी इस कारण अश्शूर के राजा ने उसको बन्दी बनाया और बेड़ी डालकर बन्दीगृह में डाल दिया +11308,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_005.wav,तब अश्शूर के राजा ने पूरे देश पर चढ़ाई की और सामरिया को जाकर तीन वर्ष तक उसे घेरे रहा +11309,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_006.wav,होशे के नौवें वर्ष में अश्शूर के राजा ने सामरिया को ले लिया और इस्राएलियों को अश्शूर में ले जाकर हलह में और गोजान की नदी हाबोर के पास और मादियों के नगरों में बसाया +11310,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_007.wav,इसका यह कारण है कि यद्यपि इस्राएलियों का परमेश्वर यहोवा उनको मिस्र के राजा फ़िरौन के हाथ से छुड़ाकर मिस्र देश से निकाल लाया था तो भी उन्होंने उसके विरुद्ध पाप किया और पराए देवताओं का भय माना +11311,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_008.wav,और जिन जातियों को यहोवा ने इस्राएलियों के सामने से देश से निकाला था उनकी रीति पर और अपने राजाओं की चलाई हुई रीतियों पर चलते थे +11312,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_009.wav,इस्राएलियों ने कपट करके अपने परमेश्वर यहोवा के विरुद्ध अनुचित काम किए अर्थात् पहरुओं के गुम्मट से लेकर गढ़वाले नगर तक अपनी सारी बस्तियों में ऊँचे स्थान बना लिए +11313,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_010.wav,और सब ऊँची पहाड़ियों पर और सब हरे वृक्षों के नीचे लाठें और अशेरा खड़े कर लिए +11314,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_011.wav,ऐसे ऊँचे स्थानों में उन जातियों के समान जिनको यहोवा ने उनके सामने से निकाल दिया था धूप जलाया और यहोवा को क्रोध दिलाने के योग्य बुरे काम किए +11315,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_012.wav,और मूरतों की उपासना की जिसके विषय यहोवा ने उनसे कहा था तुम यह काम न करना +11316,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_013.wav,तो भी यहोवा ने सब भविष्यद्वक्ताओं और सब दर्शियों के द्वारा इस्राएल और यहूदा को यह कहकर चिताया था अपनी बुरी चाल छोड़कर उस सारी व्यवस्था के अनुसार जो मैंने तुम्हारे पुरखाओं को दी थी और अपने दास भविष्यद्वक्ताओं के हाथ तुम्हारे पास पहुँचाई है मेरी आज्ञाओं और विधियों को माना करो +11317,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_014.wav,परन्तु उन्होंने न माना वरन् अपने उन पुरखाओं के समान जिन्होंने अपने परमेश्वर यहोवा का विश्वास न किया था वे भी हठीले बन गए +11318,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_015.wav,वे उसकी विधियों और अपने पुरखाओं के साथ उसकी वाचा और जो चितौनियाँ उसने उन्हें दी थीं उनको तुच्छ जानकर निकम्मी बातों के पीछे हो लिए जिससे वे आप निकम्मे हो गए और अपने चारों ओर की उन जातियों के पीछे भी हो लिए जिनके विषय यहोवा ने उन्हें आज्ञ�� दी थी कि उनके से काम न करना +11319,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_016.wav,वरन् उन्होंने अपने परमेश्वर यहोवा की सब आज्ञाओं को त्याग दिया और दो बछड़ों की मूरतें ढालकर बनाईं और अशेरा भी बनाई और आकाश के सारे गणों को दण्डवत् की और बाल की उपासना की +11320,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_017.wav,उन्होंने अपने बेटेबेटियों को आग में होम करके चढ़ाया और भावी कहनेवालों से पूछने और टोना करने लगे और जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था जिससे वह क्रोधित भी होता है उसके करने को अपनी इच्छा से बिक गए +11321,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_018.wav,इस कारण यहोवा इस्राएल से अति क्रोधित हुआ और उन्हें अपने सामने से दूर कर दिया यहूदा का गोत्र छोड़ और कोई बचा न रहा +11322,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_019.wav,यहूदा ने भी अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाएँ न मानीं वरन् जो विधियाँ इस्राएल ने चलाई थीं उन पर चलने लगे +11323,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_020.wav,तब यहोवा ने इस्राएल की सारी सन्तान को छोड़कर उनको दुःख दिया और लूटनेवालों के हाथ कर दिया और अन्त में उन्हें अपने सामने से निकाल दिया +11324,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_021.wav,जब उसने इस्राएल को दाऊद के घराने के हाथ से छीन लिया तो उन्होंने नबात के पुत्र यारोबाम को अपना राजा बनाया और यारोबाम ने इस्राएल को यहोवा के पीछे चलने से दूर खींचकर उनसे बड़ा पाप कराया +11325,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_022.wav,अतः जैसे पाप यारोबाम ने किए थे वैसे ही पाप इस्राएली भी करते रहे और उनसे अलग न हुए +11326,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_023.wav,अन्त में यहोवा ने इस्राएल को अपने सामने से दूर कर दिया जैसे कि उसने अपने सब दास भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा कहा था इस प्रकार इस्राएल अपने देश से निकालकर अश्शूर को पहुँचाया गया जहाँ वह आज के दिन तक रहता है +11327,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_024.wav,अश्शूर के राजा ने बाबेल कूता अव्वा हमात और सपर्वैम नगरों से लोगों को लाकर इस्राएलियों के स्थान पर सामरिया के नगरों में बसाया सो वे सामरिया के अधिकारी होकर उसके नगरों में रहने लगे +11328,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_025.wav,जब वे वहाँ पहलेपहले रहने लगे तब यहोवा का भय न मानते थे इस कारण यहोवा ने उनके बीच सिंह भेजे जो उनको मार डालने लगे +11329,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_026.wav,इस कारण उन्होंने अश्शूर के राजा के पास कहला भेजा कि जो जातियाँ तूने उनके देशों से निकालकर सामरिया के नगरों में बसा दी हैं वे उस देश के देवता की रीति नहीं जानतीं इससे उसने उसके मध्य सिंह भेजे हैं जो उनको इसलिए मार डालते हैं कि वे उस देश के देवता की रीति नहीं जानते +11330,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_027.wav,तब अश्शूर के राजा ने आज्ञा दी जिन याजकों को तुम उस देश से ले आए उनमें से एक को वहाँ पहुँचा दो और वह वहाँ जाकर रहे और वह उनको उस देश के देवता की रीति सिखाए +11331,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_028.wav,तब जो याजक सामरिया से निकाले गए थे उनमें से एक जाकर बेतेल में रहने लगा और उनको सिखाने लगा कि यहोवा का भय किस रीति से मानना चाहिये +11332,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_029.wav,तो भी एकएक जाति के लोगों ने अपनेअपने निज देवता बनाकर अपनेअपने बसाए हुए नगर में उन ऊँचे स्थानों के भवनों में रखा जो सामरिया के वासियों ने बनाए थे +11333,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_030.wav,बाबेल के मनुष्यों ने सुक्कोतबनोत को कूत के मनुष्यों ने नेर्गल को हमात के मनुष्यों ने अशीमा को +11334,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_031.wav,और अव्वियों ने निभज और तर्त्ताक को स्थापित किया और सपर्वैमी लोग अपने बेटों को अद्रम्मेलेक और अनम्मेलेक नामक सपर्वैम के देवताओं के लिये होम करके चढ़ाने लगे +11335,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_032.wav,अतः वे यहोवा का भय मानते तो थे परन्तु सब प्रकार के लोगों में से ऊँचे स्थानों के याजक भी ठहरा देते थे जो ऊँचे स्थानों के भवनों में उनके लिये बलि करते थे +11336,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_033.wav,वे यहोवा का भय मानते तो थे परन्तु उन जातियों की रीति पर जिनके बीच से वे निकाले गए थे अपनेअपने देवताओं की भी उपासना करते रहे +11337,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_034.wav,आज के दिन तक वे अपनी पुरानी रीतियों पर चलते हैं वे यहोवा का भय नहीं मानते वे न तो उन विधियों और नियमों पर और न उस व्यवस्था और आज्ञा के अनुसार चलते हैं जो यहोवा ने याकूब की सन्तान को दी थी जिसका नाम उसने इस्राएल रखा था +11338,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_035.wav,उनसे यहोवा ने वाचा बाँधकर उन्हें यह आज्ञा दी थी तुम पराए देवताओं का भय न मानना और न उन्हें दण्डवत् करना और न उनकी उपासना करना और न उनको बलि चढ़ाना +11339,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_036.wav,परन्तु यहोवा जो तुम को बड़े बल और बढ़ाई हुई भुजा के द्वारा मिस्र देश से निकाल ले आया तुम उसी का भय मानना उसी को दण्डवत् करना और उसी को बलि चढ़ाना +11340,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_037.wav,और उसने जोजो विधियाँ और नियम और जो व्यवस्था और आज्ञाएँ तुम्हारे लिये लिखीं उन्हें तुम सदा चौकसी से मानते रहो और पराए देवताओं का भय न मानना +11341,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_038.wav,और जो वाचा मैंने तुम्हारे साथ बाँधी है उसे न भूलना और पराए देवताओं का भय न मानना +11342,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_039.wav,केवल अपने परमेश्वर यहोवा का भय मानना वही तुम को तुम्हारे सब शत्रुओं के हाथ से बचाएगा +11343,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_040.wav,तो भी उन्होंने न माना परन्तु वे अपनी पुरानी रीति के अनुसार करते रहे +11344,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_017_041.wav,अतएव वे जातियाँ यहोवा का भय मानती तो थीं परन्तु अपनी खुदी हुई मूरतों की उपासना भी करती रहीं और जैसे वे करते थे वैसे ही उनके बेटे पोते भी आज के दिन तक करते हैं +11345,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_001.wav,एला के पुत्र इस्राएल के राजा होशे के राज्य के तीसरे वर्ष में यहूदा के राजा आहाज का पुत्र हिजकिय्याह राजा हुआ +11346,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_002.wav,जब वह राज्य करने लगा तब पच्चीस वर्ष का था और उनतीस वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा उसकी माता का नाम अबी था जो जकर्याह की बेटी थी +11347,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_003.wav,जैसे उसके मूलपुरुष दाऊद ने किया था जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है वैसा ही उसने भी किया +11348,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_004.wav,उसने ऊँचे स्थान गिरा दिए लाठों को तोड़ दिया अशेरा को काट डाला पीतल का जो साँप मूसा ने बनाया था उसको उसने इस कारण चूर चूरकर दिया कि उन दिनों तक इस्राएली उसके लिये धूप जलाते थे और उसने उसका नाम नहुशतान रखा +11349,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_005.wav,वह इस्राएल के परमेश्वर यहोवा पर भरोसा रखता था और उसके बाद यहूदा के सब राजाओं में कोई उसके बराबर न हुआ और न उससे पहले भी ऐसा कोई हुआ था +11350,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_006.wav,और वह यहोवा से लिपटा रहा और उसके पीछे चलना न छोड़ा और जो आज्ञाएँ यहोवा ने मूसा को दी थीं उनका वह पालन करता रहा +11351,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_007.wav,इसलिए यहोवा उसके संग रहा और जहाँ कहीं वह जाता था वहाँ उसका काम सफल होता था और उसने अश्शूर के राजा से बलवा करके उसकी अधीनता छोड़ दी +11352,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_008.wav,उसने पलिश्तियों को गाज़ा और उसकी सीमा तक पहरुओं के गुम्मट और गढ़वाले नगर तक मारा +11353,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_009.wav,राजा हिजकिय्याह के राज्य के चौथे वर्ष में जो एला के पुत्र इस्राएल के राजा होशे के राज्य का सातवाँ वर्ष था अश्शूर के राजा शल्मनेसेर ने सामरिया पर चढ़ाई करके उसे घेर लिया +11354,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_010.wav,और तीन वर्ष के बीतने पर उन्होंने उसको ले लिया इस प्रकार हिजकिय्याह के राज्य के छठवें वर्ष में जो इस्राएल के राजा होशे के राज्य का नौवाँ वर्ष था सामरिया ले लिया गया +11355,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_011.wav,तब अश्शूर का राजा इस्राएलियों को बन्दी बनाकर अश्शूर में ले गया और हलह में और गोजान की नदी हाबोर के पास और मादियों के नगरों में उसे बसा दिया +11356,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_012.wav,इसका कारण यह था कि उन्होंने अपने परमेश्वर यहोवा की बात न मानी वरन् उसक�� वाचा को तोड़ा और जितनी आज्ञाएँ यहोवा के दास मूसा ने दी थीं उनको टाल दिया और न उनको सुना और न उनके अनुसार किया +11357,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_013.wav,हिजकिय्याह राजा के राज्य के चौदहवें वर्ष में अश्शूर के राजा सन्हेरीब ने यहूदा के सब गढ़वाले नगरों पर चढ़ाई करके उनको ले लिया +11358,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_014.wav,तब यहूदा के राजा हिजकिय्याह ने अश्शूर के राजा के पास लाकीश को सन्देश भेजा मुझसे अपराध हुआ मेरे पास से लौट जा और जो भार तू मुझ पर डालेगा उसको मैं उठाऊँगा तो अश्शूर के राजा ने यहूदा के राजा हिजकिय्याह के लिये तीन सौ किक्कार चाँदी और तीस किक्कार सोना ठहरा दिया +11359,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_015.wav,तब जितनी चाँदी यहोवा के भवन और राजभवन के भण्डारों में मिली उस सब को हिजकिय्याह ने उसे दे दिया +11360,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_016.wav,उस समय हिजकिय्याह ने यहोवा के मन्दिर के दरवाज़ो से और उन खम्भों से भी जिन पर यहूदा के राजा हिजकिय्याह ने सोना मढ़ा था सोने को छीलकर अश्शूर के राजा को दे दिया +11361,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_017.wav,तो भी अश्शूर के राजा ने तर्त्तान रबसारीस और रबशाके को बड़ी सेना देकर लाकीश से यरूशलेम के पास हिजकिय्याह राजा के विरुद्ध भेज दिया अतः वे यरूशलेम को गए और वहाँ पहुँचकर ऊपर के जलकुण्ड की नाली के पास धोबियों के खेत की सड़क पर जाकर खड़े हुए +11362,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_018.wav,जब उन्होंने राजा को पुकारा तब हिल्किय्याह का पुत्र एलयाकीम जो राजघराने के काम पर था और शेबना जो मंत्री था और आसाप का पुत्र योआह जो इतिहास का लिखनेवाला था ये तीनों उनके पास बाहर निकल गए +11363,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_019.wav,रबशाके ने उनसे कहा हिजकिय्याह से कहो कि महाराजाधिराज अर्थात् अश्शूर का राजा यह कहता है तू किस पर भरोसा करता है +11364,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_020.wav,तू जो कहता है कि मेरे यहाँ युद्ध के लिये युक्ति और पराक्रम है वह तो केवल बात ही बात है तू किस पर भरोसा रखता है कि तूने मुझसे बलवा किया है +11365,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_021.wav,सुन तू तो उस कुचले हुए नरकट अर्थात् मिस्र पर भरोसा रखता है उस पर यदि कोई टेक लगाए तो वह उसके हाथ में चुभकर छेदेगा मिस्र का राजा फ़िरौन अपने सब भरोसा रखनेवालों के लिये ऐसा ही है +11366,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_022.wav,फिर यदि तुम मुझसे कहो कि हमारा भरोसा अपने परमेश्वर यहोवा पर है तो क्या यह वही नहीं है जिसके ऊँचे स्थानों और वेदियों को हिजकिय्याह ने दूर करके यहूदा और यरूशलेम से कहा कि तुम इसी वेदी के सामने जो यरूशलेम में है दण्डवत् करना +11367,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_023.wav,तो अब मेरे स्वामी अश्शूर के राजा के पास कुछ बन्धक रख तब मैं तुझे दो हजार घोड़े दूँगा क्या तू उन पर सवार चढ़ा सकेगा कि नहीं +11368,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_024.wav,फिर तू मेरे स्वामी के छोटे से छोटे कर्मचारी का भी कहा न मानकर क्यों रथों और सवारों के लिये मिस्र पर भरोसा रखता है +11369,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_025.wav,क्या मैंने यहोवा के बिना कहे इस स्थान को उजाड़ने के लिये चढ़ाई की है यहोवा ने मुझसे कहा है कि उस देश पर चढ़ाई करके उसे उजाड़ दे +11370,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_026.wav,तब हिल्किय्याह के पुत्र एलयाकीम और शेबना योआह ने रबशाके से कहा अपने दासों से अरामी भाषा में बातें कर क्योंकि हम उसे समझते हैं और हम से यहूदी भाषा में शहरपनाह पर बैठे हुए लोगों के सुनते बातें न कर +11371,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_027.wav,रबशाके ने उनसे कहा क्या मेरे स्वामी ने मुझे तुम्हारे स्वामी ही के या तुम्हारे ही पास ये बातें कहने को भेजा है क्या उसने मुझे उन लोगों के पास नहीं भेजा जो शहरपनाह पर बैठे हैं ताकि तुम्हारे संग उनको भी अपना मल खाना और अपना मूत्र पीना पड़े +11372,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_028.wav,तब रबशाके ने खड़े हो यहूदी भाषा में ऊँचे शब्द से कहा महाराजाधिराज अर्थात् अश्शूर के राजा की बात सुनो +11373,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_029.wav,राजा यह कहता है हिजकिय्याह तुम को धोखा देने न पाए क्योंकि वह तुम्हें मेरे हाथ से बचा न सकेगा +11374,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_030.wav,और वह तुम से यह कहकर यहोवा पर भरोसा कराने न पाए कि यहोवा निश्चय हमको बचाएगा और यह नगर अश्शूर के राजा के वश में न पड़ेगा +11375,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_031.wav,हिजकिय्याह की मत सुनो अश्शूर का राजा कहता है कि भेंट भेजकर मुझे प्रसन्न करो और मेरे पास निकल आओ और प्रत्येक अपनीअपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष के फल खाता और अपनेअपने कुण्ड का पानी पीता रहे +11376,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_032.wav,तब मैं आकर तुम को ऐसे देश में ले जाऊँगा जो तुम्हारे देश के समान अनाज और नये दाखमधु का देश रोटी और दाख की बारियों का देश जैतून और मधु का देश है वहाँ तुम मरोगे नहीं जीवित रहोगे तो जब हिजकिय्याह यह कहकर तुम को बहकाए कि यहोवा हमको बचाएगा तब उसकी न सुनना +11377,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_033.wav,क्या और जातियों के देवताओं ने अपनेअपने देश को अश्शूर के राजा के हाथ से कभी बचाया है +11378,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_034.wav,हमात और अर्पाद के देवता कहाँ रहे सपर्वैम हेना और इव्वा के देवता कहाँ रहे क्या उन्होंने सामरिया को मेरे हाथ से बचाया है +11379,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_035.wav,देशदेश के सब देवताओं में से ऐसा कौन है जिसने अपने देश को मेरे हाथ से बचाया हो फिर क्या यहोवा यरूशलेम को मेरे हाथ से बचाएगा +11380,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_036.wav,परन्तु सब लोग चुप रहे और उसके उत्तर में एक बात भी न कही क्योंकि राजा की ऐसी आज्ञा थी कि उसको उत्तर न देना +11381,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_018_037.wav,तब हिल्किय्याह का पुत्र एलयाकीम जो राजघराने के काम पर था और शेबना जो मंत्री था और आसाप का पुत्र योआह जो इतिहास का लिखनेवाला था अपने वस्त्र फाड़े हुए हिजकिय्याह के पास जाकर रबशाके की बातें कह सुनाईं +11382,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_001.wav,जब हिजकिय्याह राजा ने यह सुना तब वह अपने वस्त्र फाड़ टाट ओढ़कर यहोवा के भवन में गया +11383,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_002.wav,और उसने एलयाकीम को जो राजघराने के काम पर था और शेबना मंत्री को और याजकों के पुरनियों को जो सब टाट ओढ़े हुए थे आमोस के पुत्र यशायाह भविष्यद्वक्ता के पास भेज दिया +11384,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_003.wav,उन्होंने उससे कहा हिजकिय्याह यह कहता है आज का दिन संकट और भर्त्सना और निन्दा का दिन है बच्चों के जन्म का समय तो हुआ पर जच्चा को जन्म देने का बल न रहा +11385,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_004.wav,कदाचित् तेरा परमेश्वर यहोवा रबशाके की सब बातें सुने जिसे उसके स्वामी अश्शूर के राजा ने जीविते परमेश्वर की निन्दा करने को भेजा है और जो बातें तेरे परमेश्वर यहोवा ने सुनी हैं उन्हें डाँटे इसलिए तू इन बचे हुओं के लिये जो रह गए हैं प्रार्थना +11386,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_005.wav,जब हिजकिय्याह राजा के कर्मचारी यशायाह के पास आए +11387,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_006.wav,तब यशायाह ने उनसे कहा अपने स्वामी से कहो यहोवा यह कहता है कि जो वचन तूने सुने हैं जिनके द्वारा अश्शूर के राजा के जनों ने मेरी निन्दा की है उनके कारण मत डर +11388,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_007.wav,सुन मैं उसके मन को प्रेरित करूँगा कि वह कुछ समाचार सुनकर अपने देश को लौट जाए और मैं उसको उसी के देश में तलवार से मरवा डालूँगा +11389,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_008.wav,तब रबशाके ने लौटकर अश्शूर के राजा को लिब्ना नगर से युद्ध करते पाया क्योंकि उसने सुना था कि वह लाकीश के पास से उठ गया है +11390,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_009.wav,जब उसने कूश के राजा तिर्हाका के विषय यह सुना वह मुझसे लड़ने को निकला है तब उसने हिजकिय्याह के पास दूतों को यह कहकर भेजा +11391,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_010.wav,तुम यहूदा के राजा हिजकिय्याह से यह कहना तेरा परमेश्वर जिसका तू भरोसा करता है यह कहकर तुझे धोखा न देने पाए कि यरूशलेम अश्शूर के राजा के वश में न पड़ेगा +11392,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_011.wav,देख तूने तो सुना है कि अश्शूर के राजाओं ने सब देशों से कैसा व्यवहार किया है और उनका सत्यानाश कर दिया है फिर क्या तू बचेगा +11393,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_012.wav,गोजान और हारान और रेसेप और तलस्सार में रहनेवाले एदेनी जिन जातियों को मेरे पुरखाओं ने नाश किया क्या उनमें से किसी जाति के देवताओं ने उसको बचा लिया +11394,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_013.wav,हमात का राजा और अर्पाद का राजा और सपर्वैम नगर का राजा और हेना और इव्वा के राजा ये सब कहाँ रहे +11395,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_014.wav,इस पत्री को हिजकिय्याह ने दूतों के हाथ से लेकर पढ़ा तब यहोवा के भवन में जाकर उसको यहोवा के सामने फैला दिया +11396,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_015.wav,और यहोवा से यह प्रार्थना की हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा हे करूबों पर विराजनेवाले पृथ्वी के सब राज्यों के ऊपर केवल तू ही परमेश्वर है आकाश और पृथ्वी को तू ही ने बनाया है +11397,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_016.wav,हे यहोवा कान लगाकर सुन हे यहोवा आँख खोलकर देख और सन्हेरीब के वचनों को सुन ले जो उसने जीविते परमेश्वर की निन्दा करने को कहला भेजे हैं +11398,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_017.wav,हे यहोवा सच तो है कि अश्शूर के राजाओं ने जातियों को और उनके देशों को उजाड़ा है +11399,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_018.wav,और उनके देवताओं को आग में झोंका है क्योंकि वे ईश्वर न थे वे मनुष्यों के बनाए हुए काठ और पत्थर ही के थे इस कारण वे उनको नाश कर सके +11400,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_019.wav,इसलिए अब हे हमारे परमेश्वर यहोवा तू हमें उसके हाथ से बचा कि पृथ्वी के राज्यराज्य के लोग जान लें कि केवल तू ही यहोवा है +11401,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_020.wav,तब आमोस के पुत्र यशायाह ने हिजकिय्याह के पास यह कहला भेजा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है जो प्रार्थना तूने अश्शूर के राजा सन्हेरीब के विषय मुझसे की उसे मैंने सुना है +11402,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_021.wav,उसके विषय में यहोवा ने यह वचन कहा है सिय्योन की कुमारी कन्या तुझे तुच्छ जानती और तुझे उपहास में उड़ाती है यरूशलेम की पुत्री तुझ पर सिर हिलाती है +11403,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_022.wav,तूने जो नामधराई और निन्दा की है वह किसकी की है और तूने जो बड़ा बोल बोला और घमण्ड किया है वह किसके विरुद्ध किया है इस्राएल के पवित्र के विरुद्ध तूने किया है +11404,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_023.wav,अपने दूतों के द्वारा तूने प्रभु की निन्दा करके कहा है कि बहुत से रथ लेकर मैं पर्वतों की चोटियों पर वरन् लबानोन के बीच तक चढ़ आया हूँ और मैं उसके ऊँचेऊँचे देवदारुओं और अच्छेअच्छे सन��वर को काट डालूँगा और उसमें जो सबसे ऊँचा टिकने का स्थान होगा उसमें और उसके वन की फलदाई बारियों में प्रवेश करूँगा +11405,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_024.wav,मैंने तो खुदवाकर परदेश का पानी पिया और मिस्र की नहरों में पाँव धरते ही उन्हें सूखा डालूँगा +11406,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_025.wav,क्या तूने नहीं सुना कि प्राचीनकाल से मैंने यही ठहराया और पिछले दिनों से इसकी तैयारी की थी उन्हें अब मैंने पूरा भी किया है कि तू गढ़वाले नगरों को खण्डहर ही खण्डहर कर दे +11407,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_026.wav,इसी कारण उनके रहनेवालों का बल घट गया वे विस्मित और लज्जित हुए वे मैदान के छोटेछोटे पेड़ों और हरी घास और छत पर की घास और ऐसे अनाज के समान हो गए जो बढ़ने से पहले सूख जाता है +11408,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_027.wav,मैं तो तेरा बैठा रहना और कूच करना और लौट आना जानता हूँ और यह भी कि तू मुझ पर अपना क्रोध भड़काता है +11409,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_028.wav,इस कारण कि तू मुझ पर अपना क्रोध भड़काता और तेरे अभिमान की बातें मेरे कानों में पड़ी हैं मैं तेरी नाक में अपनी नकेल डालकर और तेरे मुँह में अपना लगाम लगाकर जिस मार्ग से तू आया है उसी से तुझे लौटा दूँगा +11410,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_029.wav,और तेरे लिये यह चिन्ह होगा कि इस वर्ष तो तुम उसे खाओगे जो आप से आप उगें और दूसरे वर्ष उसे जो उत्पन्न हो वह खाओगे और तीसरे वर्ष बीज बोने और उसे लवने पाओगे और दाख की बारियाँ लगाने और उनका फल खाने पाओगे +11411,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_030.wav,और यहूदा के घराने के बचे हुए लोग फिर जड़ पकड़ेंगे और फलेंगे भी +11412,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_031.wav,क्योंकि यरूशलेम में से बचे हुए और सिय्योन पर्वत के भागे हुए लोग निकलेंगे यहोवा यह काम अपनी जलन के कारण करेगा +11413,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_032.wav,इसलिए यहोवा अश्शूर के राजा के विषय में यह कहता है कि वह इस नगर में प्रवेश करने वरन् इस पर एक तीर भी मारने न पाएगा और न वह ढाल लेकर इसके सामने आने या इसके विरुद्ध दमदमा बनाने पाएगा +11414,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_033.wav,जिस मार्ग से वह आया उसी से वह लौट भी जाएगा और इस नगर में प्रवेश न करने पाएगा यहोवा की यही वाणी है +11415,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_034.wav,और मैं अपने निमित्त और अपने दास दाऊद के निमित्त इस नगर की रक्षा करके इसे बचाऊँगा +11416,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_035.wav,उसी रात में क्या हुआ कि यहोवा के दूत ने निकलकर अश्शूरियों की छावनी में एक लाख पचासी हजार पुरुषों को मारा और भोर को जब लोग सवेरे उठे तब देखा कि शव ही शव पड़े है +11417,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_036.wav,तब अश्शूर का राजा सन्हेरीब चल दिया और लौटकर नीनवे में रहने लगा +11418,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_019_037.wav,वहाँ वह अपने देवता निस्रोक के मन्दिर में दण्डवत् कर रहा था कि अद्रम्मेलेक और शरेसेर ने उसको तलवार से मारा और अरारात देश में भाग गए तब उसका पुत्र एसर्हद्दोन उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11419,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_001.wav,उन दिनों में हिजकिय्याह ऐसा रोगी हुआ कि मरने पर था और आमोस के पुत्र यशायाह भविष्यद्वक्ता ने उसके पास जाकर कहा यहोवा यह कहता है कि अपने घराने के विषय जो आज्ञा देनी हो वह दे क्योंकि तू नहीं बचेगा मर जाएगा +11420,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_002.wav,तब उसने दीवार की ओर मुँह फेर यहोवा से प्रार्थना करके कहा हे यहोवा +11421,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_003.wav,मैं विनती करता हूँ स्मरण कर कि मैं सच्चाई और खरे मन से अपने को तेरे सम्मुख जानकर चलता आया हूँ और जो तुझे अच्छा लगता है वही मैं करता आया हूँ तब हिजकिय्याह फूट फूटकर रोया +11422,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_004.wav,तब ऐसा हुआ कि यशायाह आँगन के बीच तक जाने भी न पाया था कि यहोवा का यह वचन उसके पास पहुँचा +11423,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_005.wav,लौटकर मेरी प्रजा के प्रधान हिजकिय्याह से कह कि तेरे मूलपुरुष दाऊद का परमेश्वर यहोवा यह कहता है कि मैंने तेरी प्रार्थना सुनी और तेरे आँसू देखे हैं देख मैं तुझे चंगा करता हूँ परसों तू यहोवा के भवन में जा सकेगा +11424,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_006.wav,मैं तेरी आयु पन्द्रह वर्ष और बढ़ा दूँगा अश्शूर के राजा के हाथ से तुझे और इस नगर को बचाऊँगा और मैं अपने निमित्त और अपने दास दाऊद के निमित्त इस नगर की रक्षा करूँगा +11425,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_007.wav,तब यशायाह ने कहा अंजीरों की एक टिकिया लो जब उन्होंने उसे लेकर फोड़े पर बाँधा तब वह चंगा हो गया +11426,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_008.wav,हिजकिय्याह ने यशायाह से पूछा यहोवा जो मुझे चंगा करेगा और मैं परसों यहोवा के भवन को जा सकूँगा इसका क्या चिन्ह होगा +11427,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_009.wav,यशायाह ने कहा यहोवा जो अपने कहे हुए वचन को पूरा करेगा इस बात का यहोवा की ओर से तेरे लिये यह चिन्ह होगा कि धूपघड़ी की छाया दस अंश आगे बढ़ जाएगी या दस अंश घट जाएगी +11428,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_010.wav,हिजकिय्याह ने कहा छाया का दस अंश आगे बढ़ना तो हलकी बात है इसलिए ऐसा हो कि छाया दस अंश पीछे लौट जाए +11429,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_011.wav,तब यशायाह भविष्यद्वक्ता ने यहोवा को पुकारा और आहाज की धूपघड़ी की छाया जो दस अंश ढल चुकी थी यहोवा ने उसको पीछे की ओर लौटा दिया +11430,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_012.wav,उस समय बलदान का पुत्र बरोदकबलदान जो बाबेल का राजा था ���सने हिजकिय्याह के रोगी होने की चर्चा सुनकर उसके पास पत्री और भेंट भेजी +11431,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_013.wav,उनके लानेवालों की मानकर हिजकिय्याह ने उनको अपने अनमोल पदार्थों का सब भण्डार और चाँदी और सोना और सुगन्धद्रव्य और उत्तम तेल और अपने हथियारों का पूरा घर और अपने भण्डारों में जोजो वस्तुएँ थीं वे सब दिखाईं हिजकिय्याह के भवन और राज्य भर में कोई ऐसी वस्तु न रही जो उसने उन्हें न दिखाई हो +11432,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_014.wav,तब यशायाह भविष्यद्वक्ता ने हिजकिय्याह राजा के पास जाकर पूछा वे मनुष्य क्या कह गए और कहाँ से तेरे पास आए थे हिजकिय्याह ने कहा वे तो दूर देश से अर्थात् बाबेल से आए थे +11433,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_015.wav,फिर उसने पूछा तेरे भवन में उन्होंने क्याक्या देखा है हिजकिय्याह ने कहा जो कुछ मेरे भवन में है वह सब उन्होंने देखा मेरे भण्डारों में कोई ऐसी वस्तु नहीं जो मैंने उन्हें न दिखाई हो +11434,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_016.wav,तब यशायाह ने हिजकिय्याह से कहा यहोवा का वचन सुन ले +11435,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_017.wav,ऐसे दिन आनेवाले हैं जिनमें जो कुछ तेरे भवन में हैं और जो कुछ तेरे पुरखाओं का रखा हुआ आज के दिन तक भण्डारों में है वह सब बाबेल को उठ जाएगा यहोवा यह कहता है कि कोई वस्तु न बचेगी +11436,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_018.wav,और जो पुत्र तेरे वंश में उत्पन्न हों उनमें से भी कुछ को वे बन्दी बनाकर ले जाएँगे और वे खोजे बनकर बाबेल के राजभवन में रहेंगे +11437,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_019.wav,तब हिजकिय्याह ने यशायाह से कहा यहोवा का वचन जो तूने कहा है वह भला ही है क्योंकि उसने सोचा यदि मेरे दिनों में शान्ति और सच्चाई बनी रहेंगी तो क्या यह भला नहीं है +11438,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_020.wav,हिजकिय्याह के और सब काम और उसकी सारी वीरता और किस रीति उसने एक जलाशय और नहर खुदवाकर नगर में पानी पहुँचा दिया यह सब क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +11439,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_020_021.wav,अन्त में हिजकिय्याह मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसका पुत्र मनश्शे उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11440,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_001.wav,जब मनश्शे राज्य करने लगा तब वह बारह वर्ष का था और यरूशलेम में पचपन वर्ष तक राज्य करता रहा और उसकी माता का नाम हेप्सीबा था +11441,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_002.wav,उसने उन जातियों के घिनौने कामों के अनुसार जिनको यहोवा ने इस्राएलियों के सामने देश से निकाल दिया था वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था +11442,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_003.wav,उसने उन ऊँचे स्थानों को जिन��ो उसके पिता हिजकिय्याह ने नष्ट किया था फिर बनाया और इस्राएल के राजा अहाब के समान बाल के लिये वेदियाँ और एक अशेरा बनवाई और आकाश के सारे गणों को दण्डवत् और उनकी उपासना करता रहा +11443,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_004.wav,उसने यहोवा के उस भवन में वेदियाँ बनाईं जिसके विषय यहोवा ने कहा था यरूशलेम में मैं अपना नाम रखूँगा +11444,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_005.wav,वरन् यहोवा के भवन के दोनों आँगनों में भी उसने आकाश के सारे गणों के लिये वेदियाँ बनाई +11445,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_006.wav,फिर उसने अपने बेटे को आग में होम करके चढ़ाया और शुभअशुभ मुहूर्त्तों को मानता और टोना करता और ओझों और भूत सिद्धिवालों से व्यवहार करता था उसने ऐसे बहुत से काम किए जो यहोवा की दृष्टि में बुरे हैं और जिनसे वह क्रोधित होता है +11446,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_007.wav,अशेरा की जो मूर्ति उसने खुदवाई उसको उसने उस भवन में स्थापित किया जिसके विषय यहोवा ने दाऊद और उसके पुत्र सुलैमान से कहा था इस भवन में और यरूशलेम में जिसको मैंने इस्राएल के सब गोत्रों में से चुन लिया है मैं सदैव अपना नाम रखूँगा +11447,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_008.wav,और यदि वे मेरी सब आज्ञाओं के और मेरे दास मूसा की दी हुई पूरी व्यवस्था के अनुसार करने की चौकसी करें तो मैं ऐसा न करूँगा कि जो देश मैंने इस्राएल के पुरखाओं को दिया था उससे वे फिर निकलकर मारेमारे फिरें +11448,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_009.wav,परन्तु उन्होंने न माना वरन् मनश्शे ने उनको यहाँ तक भटका दिया कि उन्होंने उन जातियों से भी बढ़कर बुराई की जिनका यहोवा ने इस्राएलियों के सामने से विनाश किया था +11449,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_010.wav,इसलिए यहोवा ने अपने दास भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा कहा +11450,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_011.wav,यहूदा के राजा मनश्शे ने जो ये घृणित काम किए और जितनी बुराइयाँ एमोरियों ने जो उससे पहले थे की थीं उनसे भी अधिक बुराइयाँ की और यहूदियों से अपनी बनाई हुई मूरतों की पूजा करवाकर उन्हें पाप में फँसाया है +11451,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_012.wav,इस कारण इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है कि सुनो मैं यरूशलेम और यहूदा पर ऐसी विपत्ति डालना चाहता हूँ कि जो कोई उसका समाचार सुनेगा वह बड़े सन्नाटे में आ जाएगा +11452,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_013.wav,और जो मापने की डोरी मैंने सामरिया पर डाली है और जो साहुल मैंने अहाब के घराने पर लटकाया है वही यरूशलेम पर डालूँगा और मैं यरूशलेम को ऐसा पोछूँगा जैसे कोई थाली को पोंछता है और उसे पोंछकर उलट देता है +11453,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_014.wav,मैं अपने नि�� भाग के बचे हुओं को त्याग कर शत्रुओं के हाथ कर दूँगा और वे अपने सब शत्रुओं के लिए लूट और धन बन जाएँगे +11454,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_015.wav,इसका कारण यह है कि जब से उनके पुरखा मिस्र से निकले तब से आज के दिन तक वे वह काम करके जो मेरी दृष्टि में बुरा है मुझे क्रोध दिलाते आ रहे हैं +11455,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_016.wav,मनश्शे ने न केवल वह काम कराके यहूदियों से पाप कराया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है वरन् निर्दोषों का खून बहुत बहाया यहाँ तक कि उसने यरूशलेम को एक सिरे से दूसरे सिरे तक खून से भर दिया +11456,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_017.wav,मनश्शे के और सब काम जो उसने किए और जो पाप उसने किए वह सब क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +11457,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_018.wav,अन्त में मनश्शे मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसे उसके भवन की बारी में जो उज्जा की बारी कहलाती थी मिट्टी दी गई और उसका पुत्र आमोन उसके स्थान पर राजा हुआ +11458,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_019.wav,जब आमोन राज्य करने लगा तब वह बाईस वर्ष का था और यरूशलेम में दो वर्ष तक राज्य करता रहा और उसकी माता का नाम मशुल्लेमेत था जो योत्बावासी हारूस की बेटी थी +11459,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_020.wav,और उसने अपने पिता मनश्शे के समान वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है +11460,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_021.wav,वह पूरी तरह अपने पिता के समान चाल चला और जिन मूरतों की उपासना उसका पिता करता था उनकी वह भी उपासना करता और उन्हें दण्डवत् करता था +11461,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_022.wav,उसने अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा को त्याग दिया और यहोवा के मार्ग पर न चला +11462,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_023.wav,आमोन के कर्मचारियों ने विद्रोह की गोष्ठी करके राजा को उसी के भवन में मार डाला +11463,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_024.wav,तब साधारण लोगों ने उन सभी को मार डाला जिन्होंने राजा आमोन के विरुद्धविद्रोह की गोष्ठी की थी और लोगों ने उसके पुत्र योशिय्याह को उसके स्थान पर राजा बनाया +11464,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_025.wav,आमोन के और काम जो उसने किए वह क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +11465,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_021_026.wav,उसे भी उज्जा की बारी में उसकी निज कब्र में मिट्टी दी गई और उसका पुत्र योशिय्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा +11466,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_001.wav,जब योशिय्याह राज्य करने लगा तब वह आठ वर्ष का था और यरूशलेम में इकतीस वर्ष तक राज्य करता रहा और उसकी माता का नाम यदीदा था जो बोस्कतवासी अदायाह की बेटी थी +11467,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_002.wav,उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में ठी�� है और जिस मार्ग पर उसका मूलपुरुष दाऊद चला ठीक उसी पर वह भी चला और उससे न तो दाहिनी ओर न बाईं ओर मुड़ा +11468,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_003.wav,अपने राज्य के अठारहवें वर्ष में राजा योशिय्याह ने असल्याह के पुत्र शापान मंत्री को जो मशुल्लाम का पोता था यहोवा के भवन में यह कहकर भेजा +11469,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_004.wav,हिल्किय्याह महायाजक के पास जाकर कह कि जो चाँदी यहोवा के भवन में लाई गई है और द्वारपालों ने प्रजा से इकट्ठी की है +11470,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_005.wav,उसको जोड़कर उन काम करानेवालों को सौंप दे जो यहोवा के भवन के काम पर मुखिए हैं फिर वे उसको यहोवा के भवन में काम करनेवाले कारीगरों को दें इसलिए कि उसमें जो कुछ टूटा फूटा हो उसकी वे मरम्मत करें +11471,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_006.wav,अर्थात् बढ़इयों राजमिस्त्रियों और संगतराशों को दें और भवन की मरम्मत के लिये लकड़ी और गढ़े हुए पत्थर मोल लेने में लगाएँ +11472,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_007.wav,परन्तु जिनके हाथ में वह चाँदी सौंपी गई उनसे हिसाब न लिया गया क्योंकि वे सच्चाई से काम करते थे +11473,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_008.wav,हिल्किय्याह महायाजक ने शापान मंत्री से कहा मुझे यहोवा के भवन में व्यवस्था की पुस्तक मिली है तब हिल्किय्याह ने शापान को वह पुस्तक दी और वह उसे पढ़ने लगा +11474,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_009.wav,तब शापान मंत्री ने राजा के पास लौटकर यह सन्देश दिया जो चाँदी भवन में मिली उसे तेरे कर्मचारियों ने थैलियों में डालकर उनको सौंप दिया जो यहोवा के भवन में काम करानेवाले हैं +11475,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_010.wav,फिर शापान मंत्री ने राजा को यह भी बता दिया हिल्किय्याह याजक ने उसे एक पुस्तक दी है तब शापान उसे राजा को पढ़कर सुनाने लगा +11476,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_011.wav,व्यवस्था की उस पुस्तक की बातें सुनकर राजा ने अपने वस्त्र फाड़े +11477,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_012.wav,फिर उसने हिल्किय्याह याजक शापान के पुत्र अहीकाम मीकायाह के पुत्र अकबोर शापान मंत्री और असायाह नामक अपने एक कर्मचारी को आज्ञा दी +11478,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_013.wav,यह पुस्तक जो मिली है उसकी बातों के विषय तुम जाकर मेरी और प्रजा की और सब यहूदियों की ओर से यहोवा से पूछो क्योंकि यहोवा की बड़ी ही जलजलाहट हम पर इस कारण भड़की है कि हमारे पुरखाओं ने इस पुस्तक की बातें न मानी कि जो कुछ हमारे लिये लिखा है उसके अनुसार करते +11479,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_014.wav,हिल्किय्याह याजक और अहीकाम अकबोर शापान और असायाह ने हुल्दा नबिया के पास जाकर उससे बातें की वह उस शल्लूम की पत्नी थी जो तिकवा क��� पुत्र और हर्हस का पोता और वस्त्रों का रखवाला था और वह स्त्री यरूशलेम के नये मोहल्ले में रहती थी +11480,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_015.wav,उसने उनसे कहा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है कि जिस पुरुष ने तुम को मेरे पास भेजा उससे यह कहो +11481,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_016.wav,यहोवा यह कहता है कि सुन जिस पुस्तक को यहूदा के राजा ने पढ़ा है उसकी सब बातों के अनुसार मैं इस स्थान और इसके निवासियों पर विपत्ति डालने पर हूँ +11482,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_017.wav,उन लोगों ने मुझे त्याग कर पराए देवताओं के लिये धूप जलाया और अपनी बनाई हुई सब वस्तुओं के द्वारा मुझे क्रोध दिलाया है इस कारण मेरी जलजलाहट इस स्थान पर भड़केगी और फिर शान्त न होगी +11483,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_018.wav,परन्तु यहूदा का राजा जिसने तुम्हें यहोवा से पूछने को भेजा है उससे तुम यह कहो कि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा कहता है +11484,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_019.wav,इसलिए कि तू वे बातें सुनकर दीन हुआ और मेरी वे बातें सुनकर कि इस स्थान और इसके निवासियों को देखकर लोग चकित होंगे और श्राप दिया करेंगे तूने यहोवा के सामने अपना सिर झुकाया और अपने वस्त्र फाड़कर मेरे सामने रोया है इस कारण मैंने तेरी सुनी है यहोवा की यही वाणी है +11485,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_022_020.wav,इसलिए देख मैं ऐसा करूँगा कि तू अपने पुरखाओं के संग मिल जाएगा और तू शान्ति से अपनी कब्र को पहुँचाया जाएगा और जो विपत्ति मैं इस स्थान पर डालूँगा उसमें से तुझे अपनी आँखों से कुछ भी देखना न पड़ेगा तब उन्होंने लौटकर राजा को यही सन्देश दिया +11486,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_001.wav,राजा ने यहूदा और यरूशलेम के सब पुरनियों को अपने पास बुलाकर इकट्ठा किया +11487,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_002.wav,तब राजा यहूदा के सब लोगों और यरूशलेम के सब निवासियों और याजकों और नबियों वरन् छोटे बड़े सारी प्रजा के लोगों को संग लेकर यहोवा के भवन में गया उसने जो वाचा की पुस्तक यहोवा के भवन में मिली थी उसकी सब बातें उनको पढ़कर सुनाईं +11488,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_003.wav,तब राजा ने खम्भे के पास खड़ा होकर यहोवा से इस आशा की वाचा बाँधी कि मैं यहोवा के पीछेपीछे चलूँगा और अपने सारे मन और सारे प्राण से उसकी आज्ञाएँ चितौनियाँ और विधियों का नित पालन किया करूँगा और इस वाचा की बातों को जो इस पुस्तक में लिखी हैं पूरी करूँगा और सब प्रजा वाचा में सम्‍भागी हुई +11489,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_004.wav,तब राजा ने हिल्किय्याह महायाजक और उसके नीचे के याजकों और द्वारपालों को आज्ञा दी कि जितने पात्र बाल और अशेरा और आकाश के सब गणों के लिये बने हैं उन सभी को यहोवा के मन्दिर में से निकाल ले आओ तब उसने उनको यरूशलेम के बाहर किद्रोन के मैदानों में फूँककर उनकी राख बेतेल को पहुँचा दी +11490,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_005.wav,जिन पुजारियों को यहूदा के राजाओं ने यहूदा के नगरों के ऊँचे स्थानों में और यरूशलेम के आसपास के स्थानों में धूप जलाने के लिये ठहराया था उनको और जो बाल और सूर्यचन्द्रमा राशिचक्र और आकाश के सारे गणों को धूप जलाते थे उनको भी राजा ने हटा दिया +11491,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_006.wav,वह अशेरा को यहोवा के भवन में से निकालकर यरूशलेम के बाहर किद्रोन नाले में ले गया और वहीं उसको फूँक दिया और पीसकर बुकनी कर दिया तब वह बुकनी साधारण लोगों की कब्रों पर फेंक दी +11492,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_007.wav,फिर पुरुषगामियों के घर जो यहोवा के भवन में थे जहाँ स्त्रियाँ अशेरा के लिये पर्दे बुना करती थीं उनको उसने ढा दिया +11493,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_008.wav,उसने यहूदा के सब नगरों से याजकों को बुलवाकर गेबा से बेर्शेबा तक के उन ऊँचे स्थानों को जहाँ उन याजकों ने धूप जलाया था अशुद्ध कर दिया और फाटकों के ऊँचे स्थान अर्थात् जो स्थान नगर के यहोशू नामक हाकिम के फाटक पर थे और नगर के फाटक के भीतर जानेवाले के बाईं ओर थे उनको उसने ढा दिया +11494,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_009.wav,तो भी ऊँचे स्थानों के याजक यरूशलेम में यहोवा की वेदी के पास न आए वे अख़मीरी रोटी अपने भाइयों के साथ खाते थे +11495,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_010.wav,फिर उसने तोपेत जो हिन्नोमवंशियों की तराई में था अशुद्ध कर दिया ताकि कोई अपने बेटे या बेटी को मोलेक के लिये आग में होम करके न चढ़ाए +11496,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_011.wav,जो घोड़े यहूदा के राजाओं ने सूर्य को अर्पण करके यहोवा के भवन के द्वार पर नतन्मेलेक नामक खोजे की बाहर की कोठरी में रखे थे उनको उसने दूर किया और सूर्य के रथों को आग में फूँक दिया +11497,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_012.wav,आहाज की अटारी की छत पर जो वेदियाँ यहूदा के राजाओं की बनाई हुई थीं और जो वेदियाँ मनश्शे ने यहोवा के भवन के दोनों आँगनों में बनाई थीं उनको राजा ने ढाकर पीस डाला और उनकी बुकनी किद्रोन नाले में फेंक दी +11498,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_013.wav,जो ऊँचे स्थान इस्राएल के राजा सुलैमान ने यरूशलेम के पूर्व की ओर और विकारी नामक पहाड़ी के दक्षिण ओर अश्तोरेत नामक सीदोनियों की घिनौनी देवी और कमोश नामक मोआबियों के घिनौने देवता और मिल्कोम नामक अम्मोनियों के घिनौने देवता के लिये बनवाए थे उनको राजा न�� अशुद्ध कर दिया +11499,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_014.wav,उसने लाठों को तोड़ दिया और अशेरों को काट डाला और उनके स्थान मनुष्यों की हड्डियों से भर दिए +11500,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_015.wav,फिर बेतेल में जो वेदी थी और जो ऊँचा स्थान नबात के पुत्र यारोबाम ने बनाया था जिसने इस्राएल से पाप कराया था उस वेदी और उस ऊँचे स्थान को उसने ढा दिया और ऊँचे स्थान को फूँककर बुकनी कर दिया और अशेरा को फूँक दिया +11501,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_016.wav,तब योशिय्याह ने मुड़कर वहाँ के पहाड़ की कब्रों को देखा और लोगों को भेजकर उन कब्रों से हड्डियाँ निकलवा दीं और वेदी पर जलवाकर उसको अशुद्ध किया यह यहोवा के उस वचन के अनुसार हुआ जो परमेश्वर के उस भक्त ने पुकारकर कहा था जिसने इन्हीं बातों की चर्चा की थी +11502,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_017.wav,तब उसने पूछा जो खम्भा मुझे दिखाई पड़ता है वह क्या है तब नगर के लोगों ने उससे कहा वह परमेश्वर के उस भक्त जन की कब्र है जिसने यहूदा से आकर इसी काम की चर्चा पुकारकर की थी जो तूने बेतेल की वेदी से किया है +11503,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_018.wav,तब उसने कहा उसको छोड़ दो उसकी हड्डियों को कोई न हटाए तब उन्होंने उसकी हड्डियाँ उस नबी की हड्डियों के संग जो सामरिया से आया था रहने दीं +11504,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_019.wav,फिर ऊँचे स्थान के जितने भवन सामरिया के नगरों में थे जिनको इस्राएल के राजाओं ने बनाकर यहोवा को क्रोध दिलाया था उन सभी को योशिय्याह ने गिरा दिया और जैसाजैसा उसने बेतेल में किया था वैसावैसा उनसे भी किया +11505,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_020.wav,उन ऊँचे स्थानों के जितने याजक वहाँ थे उन सभी को उसने उन्हीं वेदियों पर बलि किया और उन पर मनुष्यों की हड्डियाँ जलाकर यरूशलेम को लौट गया +11506,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_021.wav,राजा ने सारी प्रजा के लोगों को आज्ञा दी इस वाचा की पुस्तक में जो कुछ लिखा है उसके अनुसार अपने परमेश्वर यहोवा के लिये फसह का पर्व मानो +11507,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_022.wav,निश्चय ऐसा फसह न तो न्यायियों के दिनों में माना गया था जो इस्राएल का न्याय करते थे और न इस्राएल या यहूदा के राजाओं के दिनों में माना गया था +11508,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_023.wav,राजा योशिय्याह के राज्य के अठारहवें वर्ष में यहोवा के लिये यरूशलेम में यह फसह माना गया +11509,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_024.wav,फिर ओझे भूतसिद्धिवाले गृहदेवता मूरतें और जितनी घिनौनी वस्तुएँ यहूदा देश और यरूशलेम में जहाँ कहीं दिखाई पड़ीं उन सभी को योशिय्याह ने इस मनसा से नाश किया कि व्यवस्था की जो बातें उस पुस्तक में लिखी ���ीं जो हिल्किय्याह याजक को यहोवा के भवन में मिली थी उनको वह पूरी करे +11510,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_025.wav,उसके तुल्य न तो उससे पहले कोई ऐसा राजा हुआ और न उसके बाद ऐसा कोई राजा उठा जो मूसा की पूरी व्यवस्था के अनुसार अपने पूर्ण मन और पूर्ण प्राण और पूर्ण शक्ति से यहोवा की ओर फिरा हो +11511,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_026.wav,तो भी यहोवा का भड़का हुआ बड़ा कोप शान्त न हुआ जो इस कारण से यहूदा पर भड़का था कि मनश्शे ने यहोवा को क्रोध पर क्रोध दिलाया था +11512,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_027.wav,यहोवा ने कहा था जैसे मैंने इस्राएल को अपने सामने से दूर किया वैसे ही यहूदा को भी दूर करूँगा और इस यरूशलेम नगर जिसे मैंने चुना और इस भवन जिसके विषय मैंने कहा कि यह मेरे नाम का निवास होगा के विरुद्ध मैं हाथ उठाऊँगा +11513,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_028.wav,योशिय्याह के और सब काम जो उसने किए वह क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +11514,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_029.wav,उसके दिनों में फ़िरौननको नामक मिस्र का राजा अश्शूर के राजा की सहायता करने फरात महानद तक गया तो योशिय्याह राजा भी उसका सामना करने को गया और फ़िरौननको ने उसको देखते ही मगिद्दो में मार डाला +11515,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_030.wav,तब उसके कर्मचारियों ने उसका शव एक रथ पर रख मगिद्दो से ले जाकर यरूशलेम को पहुँचाया और उसकी निज कब्र में रख दिया तब साधारण लोगों ने योशिय्याह के पुत्र यहोआहाज को लेकर उसका अभिषेक करके उसके पिता के स्थान पर राजा नियुक्त किया +11516,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_031.wav,जब यहोआहाज राज्य करने लगा तब वह तेईस वर्ष का था और तीन महीने तक यरूशलेम में राज्य करता रहा उसकी माता का नाम हमूतल था जो लिब्नावासी यिर्मयाह की बेटी थी +11517,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_032.wav,उसने ठीक अपने पुरखाओं के समान वही किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है +11518,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_033.wav,उसको फ़िरौननको ने हमात देश के रिबला नगर में बन्दी बना लिया ताकि वह यरूशलेम में राज्य न करने पाए फिर उसने देश पर सौ किक्कार चाँदी और किक्कार भर सोना जुर्माना किया +11519,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_034.wav,तब फ़िरौननको ने योशिय्याह के पुत्र एलयाकीम को उसके पिता योशिय्याह के स्थान पर राजा नियुक्त किया और उसका नाम बदलकर यहोयाकीम रखा परन्तु यहोआहाज को वह ले गया और यहोआहाज मिस्र में जाकर वहीं मर गया +11520,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_035.wav,यहोयाकीम ने फ़िरौन को वह चाँदी और सोना तो दिया परन्तु देश पर इसलिए कर लगाया कि फ़िरौन की आज्ञा के अनुसार उसे दे सके अर्थात् देश के सब लोगों से जितना जिस पर लगान लगा उतनी चाँदी और सोना उससे फ़िरौननको को देने के लिये ले लिया +11521,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_036.wav,जब यहोयाकीम राज्य करने लगा तब वह पच्चीस वर्ष का था और ग्यारह वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा उसकी माता का नाम जबीदा था जो रूमावासी पदायाह की बेटी थी +11522,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_023_037.wav,उसने ठीक अपने पुरखाओं के समान वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है +11523,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_001.wav,उसके दिनों में बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने चढ़ाई की और यहोयाकीम तीन वर्ष तक उसके अधीन रहा तब उसने फिरकर उससे विद्रोह किया +11524,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_002.wav,तब यहोवा ने उसके विरुद्ध और यहूदा को नाश करने के लिये कसदियों अरामियों मोआबियों और अम्मोनियों के दल भेजे यह यहोवा के उस वचन के अनुसार हुआ जो उसने अपने दास भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा कहा था +11525,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_003.wav,निःसन्देह यह यहूदा पर यहोवा की आज्ञा से हुआ ताकि वह उनको अपने सामने से दूर करे यह मनश्शे के सब पापों के कारण हुआ +11526,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_004.wav,और निर्दोष के उस खून के कारण जो उसने किया था क्योंकि उसने यरूशलेम को निर्दोषों के खून से भर दिया था जिसको यहोवा ने क्षमा करना न चाहा +11527,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_005.wav,यहोयाकीम के और सब काम जो उसने किए वह क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +11528,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_006.wav,अन्त में यहोयाकीम मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसका पुत्र यहोयाकीन उसके स्थान पर राजा हुआ +11529,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_007.wav,और मिस्र का राजा अपने देश से बाहर फिर कभी न आया क्योंकि बाबेल के राजा ने मिस्र के नाले से लेकर फरात महानद तक जितना देश मिस्र के राजा का था सब को अपने वश में कर लिया था +11530,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_008.wav,जब यहोयाकीन राज्य करने लगा तब वह अठारह वर्ष का था और तीन महीने तक यरूशलेम में राज्य करता रहा और उसकी माता का नाम नहुश्ता था जो यरूशलेम के एलनातान की बेटी थी +11531,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_009.wav,उसने ठीक अपने पिता के समान वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है +11532,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_010.wav,उसके दिनों में बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के कर्मचारियों ने यरूशलेम पर चढ़ाई करके नगर को घेर लिया +11533,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_011.wav,जब बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के कर्मचारी नगर को घेरे हुए थे तब वह आप वहाँ आ गया +11534,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_012.wav,तब यहूदा का राजा यहोयाकीन अपनी माता और कर्मचारियों हाकिमों और खोजों को संग लेकर बाबेल के राजा के पास गया और बाबेल के राजा ने अपने राज्य के आठवें वर्ष में उनको पकड़ लिया +11535,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_013.wav,तब उसने यहोवा के भवन में और राजभवन में रखा हुआ पूरा धन वहाँ से निकाल लिया और सोने के जो पात्र इस्राएल के राजा सुलैमान ने बनाकर यहोवा के मन्दिर में रखे थे उन सभी को उसने टुकड़ेटुकड़े कर डाला जैसा कि यहोवा ने कहा था +11536,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_014.wav,फिर वह पूरे यरूशलेम को अर्थात् सब हाकिमों और सब धनवानों को जो मिलकर दस हजार थे और सब कारीगरों और लोहारों को बन्दी बनाकर ले गया यहाँ तक कि साधारण लोगों में से कंगालों को छोड़ और कोई न रह गया +11537,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_015.wav,वह यहोयाकीन को बाबेल में ले गया और उसकी माता और स्त्रियों और खोजों को और देश के बड़े लोगों को वह बन्दी बनाकर यरूशलेम से बाबेल को ले गया +11538,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_016.wav,और सब धनवान जो सात हजार थे और कारीगर और लोहार जो मिलकर एक हजार थे और वे सब वीर और युद्ध के योग्य थे उन्हें बाबेल का राजा बन्दी बनाकर बाबेल को ले गया +11539,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_017.wav,बाबेल के राजा ने उसके स्थान पर उसके चाचा मत्तन्याह को राजा नियुक्त किया और उसका नाम बदलकर सिदकिय्याह रखा +11540,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_018.wav,जब सिदकिय्याह राज्य करने लगा तब वह इक्कीस वर्ष का था और यरूशलेम में ग्यारह वर्ष तक राज्य करता रहा उसकी माता का नाम हमूतल था जो लिब्नावासी यिर्मयाह की बेटी थी +11541,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_019.wav,उसने ठीक यहोयाकीम की लीक पर चलकर वही किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है +11542,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_024_020.wav,क्योंकि यहोवा के कोप के कारण यरूशलेम और यहूदा की ऐसी दशा हुई कि अन्त में उसने उनको अपने सामने से दूर किया +11543,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_001.wav,सिदकिय्याह ने बाबेल के राजा से बलवा किया उसके राज्य के नौवें वर्ष के दसवें महीने के दसवें दिन को बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने अपनी पूरी सेना लेकर यरूशलेम पर चढ़ाई की और उसको घेर लिया और उसके चारों ओर पटकोटा बनाए +11544,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_002.wav,इस प्रकार नगर सिदकिय्याह राजा के राज्य के ग्यारहवें वर्ष तक घिरा हुआ रहा +11545,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_003.wav,चौथे महीने के नौवें दिन से नगर में अकाल यहाँ तक बढ़ गई कि देश के लोगों के लिये कुछ खाने को न रहा +11546,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_004.wav,तब नगर की शहरपनाह में दरार की गई और दोनों दीवारों के बीच जो फाटक राजा की बारी के निकट था उस मार्ग से सब योद्धा रात ही रात निकल भागे यद्यपि कसदी नगर को घेरे हुए थे राजा ने अराबा का मार्ग लिया +11547,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_005.wav,तब कसदियों की सेना ने राजा का पीछा किया और उसको यरीहो के पास के मैदान में जा पकड़ा और उसकी पूरी सेना उसके पास से तितरबितर हो गई +11548,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_006.wav,तब वे राजा को पकड़कर रिबला में बाबेल के राजा के पास ले गए और उसे दण्ड की आज्ञा दी गई +11549,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_007.wav,उन्होंने सिदकिय्याह के पुत्रों को उसके सामने घात किया और सिदकिय्याह की आँखें फोड़ डाली और उसे पीतल की बेड़ियों से जकड़कर बाबेल को ले गए +11550,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_008.wav,बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के उन्नीसवें वर्ष के पाँचवें महीने के सातवें दिन को अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान जो बाबेल के राजा का एक कर्मचारी था यरूशलेम में आया +11551,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_009.wav,उसने यहोवा के भवन और राजभवन और यरूशलेम के सब घरों को अर्थात् हर एक बड़े घर को आग लगाकर फूँक दिया +11552,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_010.wav,यरूशलेम के चारों ओर की शहरपनाह को कसदियों की पूरी सेना ने जो अंगरक्षकों के प्रधान के संग थी ढा दिया +11553,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_011.wav,जो लोग नगर में रह गए थे और जो लोग बाबेल के राजा के पास भाग गए थे और साधारण लोग जो रह गए थे इन सभी को अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान बन्दी बनाकर ले गया +11554,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_012.wav,परन्तु अंगरक्षकों के प्रधान ने देश के कंगालों में से कितनों को दाख की बारियों की सेवा और काश्तकारी करने को छोड़ दिया +11555,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_013.wav,यहोवा के भवन में जो पीतल के खम्भे थे और कुर्सियाँ और पीतल का हौद जो यहोवा के भवन में था इनको कसदी तोड़कर उनका पीतल बाबेल को ले गए +11556,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_014.wav,हाँड़ियों फावड़ियों चिमटों धूपदानों और पीतल के सब पात्रों को भी जिनसे सेवा टहल होती थी वे ले गए +11557,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_015.wav,करछे और कटोरियाँ जो सोने की थीं और जो कुछ चाँदी का था वह सब सोना चाँदी अंगरक्षकों का प्रधान ले गया +11558,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_016.wav,दोनों खम्भे एक हौद और कुर्सियाँ जिसको सुलैमान ने यहोवा के भवन के लिये बनाया था इन सब वस्तुओं का पीतल तौल से बाहर था +11559,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_017.wav,एकएक खम्भे की ऊँचाई अठारहअठारह हाथ की थी और एकएक खम्भे के ऊपर तीनतीन हाथ ऊँची पीतल की एकएक कँगनी थी और एकएक कँगनी पर चारों ओर जो जाली और अनार बने थे वे सब पीतल के थे +11560,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_018.wav,अंगरक्षकों के प्रधान ने सरायाह महायाजक और उसके नीचे के याजक सपन्याह और तीनों द्वारपालों को पकड़ लिया +11561,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_019.wav,नगर में से उसने एक हाकिम को पकड़ा जो योद्धाओं के ऊपर था और जो पुरुष राजा के सम्मुख रहा करते थे उनमें से पाँच जन जो नगर में मिले और सेनापति का मुंशी जो लोगों को सेना में भरती किया करता था और लोगों में से साठ पुरुष जो नगर में मिले +11562,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_020.wav,इनको अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान पकड़कर रिबला के राजा के पास ले गया +11563,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_021.wav,तब बाबेल के राजा ने उन्हें हमात देश के रिबला में ऐसा मारा कि वे मर गए अतः यहूदी बन्दी बनके अपने देश से निकाल दिए गए +11564,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_022.wav,जो लोग यहूदा देश में रह गए जिनको बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने छोड़ दिया उन पर उसने अहीकाम के पुत्र गदल्याह को जो शापान का पोता था अधिकारी ठहराया +11565,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_023.wav,जब दलों के सब प्रधानों ने अर्थात् नतन्याह के पुत्र इश्माएल कारेह के पुत्र योहानान नतोपाई तन्हूमेत के पुत्र सरायाह और किसी माकाई के पुत्र याजन्याह ने और उनके जनों ने यह सुना कि बाबेल के राजा ने गदल्याह को अधिकारी ठहराया है तब वे अपनेअपने जनों समेत मिस्पा में गदल्याह के पास आए +11566,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_024.wav,गदल्याह ने उनसे और उनके जनों ने शपथ खाकर कहा कसदियों के सिपाहियों से न डरो देश में रहते हुए बाबेल के राजा के अधीन रहो तब तुम्हारा भला होगा +11567,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_025.wav,परन्तु सातवें महीने में नतन्याह का पुत्र इश्माएल जो एलीशामा का पोता और राजवंश का था उसने दस जन संग ले गदल्याह के पास जाकर उसे ऐसा मारा कि वह मर गया और जो यहूदी और कसदी उसके संग मिस्पा में रहते थे उनको भी मार डाला +11568,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_026.wav,तब क्या छोटे क्या बड़े सारी प्रजा के लोग और दलों के प्रधान कसदियों के डर के मारे उठकर मिस्र में जाकर रहने लगे +11569,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_027.wav,फिर यहूदा के राजा यहोयाकीन की बँधुआई के तैंतीसवें वर्ष में अर्थात् जिस वर्ष बाबेल का राजा एवील्मरोदक राजगद्दी पर विराजमान हुआ उसी के बारहवें महीने के सताईसवें दिन को उसने यहूदा के राजा यहोयाकीन को बन्दीगृह से निकालकर बड़ा पद दिया +11570,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_028.wav,उससे मधुरमधुर वचन कहकर जो राजा उसके संग बाबेल में बन्धुए थे उनके सिंहासनों से उसके सिंहासन को अधिक ऊँचा किया +11571,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_029.wav,यहोयाकीन ने बन्दीगृह के वस्त्र बदल दिए और उसने जीवन भर नित्य राजा के सम्मुख भोजन किया +11572,data/cleaned/hindi/2KI/2KI_025_030.wav,और प्रतिदिन के खर्च के लिये राजा के यहाँ से नित्य का खर्च ठहराया गया जो उसके जीवन भर लगातार उसे मिलता रहा +11573,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_001.wav,जिन दिनों में न्यायी लोग राज्य करते थे उन दिनों में देश में अकाल पड़ा तब यहूदा के बैतलहम का एक पुरुष अपनी स्त्री और दोनों पुत्रों को संग लेकर मोआब के देश में परदेशी होकर रहने के लिए चला +11574,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_002.wav,उस पुरुष का नाम एलीमेलेक और उसकी पत्नी का नाम नाओमी और उसके दो बेटों के नाम महलोन और किल्योन थे ये एप्राती अर्थात् यहूदा के बैतलहम के रहनेवाले थे वे मोआब के देश में आकर वहाँ रहे +11575,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_003.wav,और नाओमी का पति एलीमेलेक मर गया और नाओमी और उसके दोनों पुत्र रह गए +11576,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_004.wav,और उन्होंने एकएक मोआबिन स्त्री ब्याह ली एक स्त्री का नाम ओर्पा और दूसरी का नाम रूत था फिर वे वहाँ कोई दस वर्ष रहे +11577,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_005.wav,जब महलोन और किल्योन दोनों मर गए तब नाओमी अपने दोनों पुत्रों और पति से वंचित हो गई +11578,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_006.wav,तब वह मोआब के देश में यह सुनकर कि यहोवा ने अपनी प्रजा के लोगों की सुधि ले के उन्हें भोजनवस्तु दी है उस देश से अपनी दोनों बहुओं समेत लौट जाने को चली +11579,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_007.wav,अतः वह अपनी दोनों बहुओं समेत उस स्थान से जहाँ रहती थी निकली और उन्होंने यहूदा देश को लौट जाने का मार्ग लिया +11580,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_008.wav,तब नाओमी ने अपनी दोनों बहुओं से कहा तुम अपनेअपने मायके लौट जाओ और जैसे तुम ने उनसे जो मर गए हैं और मुझसे भी प्रीति की है वैसे ही यहोवा तुम पर कृपा करे +11581,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_009.wav,यहोवा ऐसा करे कि तुम फिर अपनेअपने पति के घर में विश्राम पाओ तब नाओमी ने उनको चूमा और वे चिल्ला चिल्लाकर रोने लगीं +11582,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_010.wav,और उससे कहा निश्चय हम तेरे संग तेरे लोगों के पास चलेंगी +11583,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_011.wav,पर नाओमी ने कहा हे मेरी बेटियों लौट जाओ तुम क्यों मेरे संग चलोगी क्या मेरी कोख में और पुत्र हैं जो तुम्हारे पति हों +11584,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_012.wav,हे मेरी बेटियों लौटकर चली जाओ क्योंकि मैं पति करने को बूढ़ी हो चुकी हूँ और चाहे मैं कहती भी कि मुझे आशा है और आज की रात मेरा पति होता भी और मेरे पुत्र भी होते +11585,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_013.wav,तो भी क्या तुम उनके सयाने होने तक आशा लगाए ठहरी रहतीं और उनके निमित्त पति करने से रुकी रहतीं हे मेरी बेटियों ऐसा न हो क्योंकि मेरा दुःख तुम्हारे दुःख से बहुत बढ़कर है देखो यहोवा का हाथ मेरे विरुद्ध उठा है +11586,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_014.wav,तब वे चिल्ला चिल्लाकर फिर से रोने लगीं और ओर्पा ने तो अपनी सास को चू���ा परन्तु रूत उससे अलग न हुई +11587,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_015.wav,तब नाओमी ने कहा देख तेरी जिठानी तो अपने लोगों और अपने देवता के पास लौट गई है इसलिए तू अपनी जिठानी के पीछे लौट जा +11588,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_016.wav,पर रूत बोली तू मुझसे यह विनती न कर कि मुझे त्याग या छोड़कर लौट जा क्योंकि जिधर तू जाएगी उधर मैं भी जाऊँगी जहाँ तू टिके वहाँ मैं भी टिकूँगी तेरे लोग मेरे लोग होंगे और तेरा परमेश्वर मेरा परमेश्वर होगा +11589,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_017.wav,जहाँ तू मरेगी वहाँ मैं भी मरूँगी और वहीं मुझे मिट्टी दी जाएगी यदि मृत्यु छोड़ और किसी कारण मैं तुझ से अलग होऊँ तो यहोवा मुझसे वैसा ही वरन् उससे भी अधिक करे +11590,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_018.wav,जब नाओमी ने यह देखा कि वह मेरे संग चलने को तैयार है तब उसने उससे और बात न कही +11591,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_019.wav,अतः वे दोनों चल पड़ी और बैतलहम को पहुँचीं उनके बैतलहम में पहुँचने पर सारे नगर में उनके कारण हलचल मच गई और स्त्रियाँ कहने लगीं क्या यह नाओमी है +11592,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_020.wav,उसने उनसे कहा मुझे नाओमी न कहो मुझे मारा कहो क्योंकि सर्वशक्तिमान ने मुझ को बड़ा दुःख दिया है +11593,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_021.wav,मैं भरी पूरी चली गई थी परन्तु यहोवा ने मुझे खाली हाथ लौटाया है इसलिए जबकि यहोवा ही ने मेरे विरुद्ध साक्षी दी और सर्वशक्तिमान ने मुझे दुःख दिया है फिर तुम मुझे क्यों नाओमी कहती हो +11594,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_001_022.wav,इस प्रकार नाओमी अपनी मोआबिन बहू रूत के साथ लौटी जो मोआब देश से आई थी और वे जौ कटने के आरम्भ में बैतलहम पहुँचीं +11595,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_001.wav,नाओमी के पति एलीमेलेक के कुल में उसका एक बड़ा धनी कुटुम्बी था जिसका नाम बोअज था +11596,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_002.wav,मोआबिन रूत ने नाओमी से कहा मुझे किसी खेत में जाने दे कि जो मुझ पर अनुग्रह की दृष्टि करे उसके पीछेपीछे मैं सिला बीनती जाऊँ उसने कहा चली जा बेटी +11597,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_003.wav,इसलिए वह जाकर एक खेत में लवनेवालों के पीछे बीनने लगी और जिस खेत में वह संयोग से गई थी वह एलीमेलेक के कुटुम्बी बोअज का था +11598,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_004.wav,और बोअज बैतलहम से आकर लवनेवालों से कहने लगा यहोवा तुम्हारे संग रहे और वे उससे बोले यहोवा तुझे आशीष दे +11599,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_005.wav,तब बोअज ने अपने उस सेवक से जो लवनेवालों के ऊपर ठहराया गया था पूछा वह किसकी कन्या है +11600,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_006.wav,जो सेवक लवनेवालों के ऊपर ठहराया गया था उसने उत्तर दिया वह मोआबिन कन्या है जो नाओमी के संग मोआब देश से लौट आई है +11601,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_007.wav,उसने कहा था मुझे लवनेवालों के पीछेपीछे पूलों के बीच बीनने और बालें बटोरने दे तो वह आई और भोर से अब तक यहीं है केवल थोड़ी देर तक घर में रही थी +11602,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_008.wav,तब बोअज ने रूत से कहा हे मेरी बेटी क्या तू सुनती है किसी दूसरे के खेत में बीनने को न जाना मेरी ही दासियों के संग यहीं रहना +11603,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_009.wav,जिस खेत को वे लवती हों उसी पर तेरा ध्यान लगा रहे और उन्हीं के पीछेपीछे चला करना क्या मैंने जवानों को आज्ञा नहीं दी कि तुझे तंग न करें और जब जब तुझे प्यास लगे तबतब तू बरतनों के पास जाकर जवानों का भरा हुआ पानी पीना +11604,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_010.wav,तब वह भूमि तक झुककर मुँह के बल गिरी और उससे कहने लगी क्या कारण है कि तूने मुझ परदेशिन पर अनुग्रह की दृष्टि करके मेरी सुधि ली है +11605,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_011.wav,बोअज ने उत्तर दिया जो कुछ तूने अपने पति की मृत्यु के बाद अपनी सास से किया है और तू किस प्रकार अपने माता पिता और जन्मभूमि को छोड़कर ऐसे लोगों में आई है जिनको पहले तू न जानती थी यह सब मुझे विस्तार के साथ बताया गया है +11606,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_012.wav,यहोवा तेरी करनी का फल दे और इस्राएल का परमेश्वर यहोवा जिसके पंखों के तले तू शरण लेने आई है तुझे पूरा प्रतिफल दे +11607,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_013.wav,उसने कहा हे मेरे प्रभु तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर बनी रहे क्योंकि यद्यपि मैं तेरी दासियों में से किसी के भी बराबर नहीं हूँ तो भी तूने अपनी दासी के मन में पैठनेवाली बातें कहकर मुझे शान्ति दी है +11608,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_014.wav,फिर खाने के समय बोअज ने उससे कहा यहीं आकर रोटी खा और अपना कौर सिरके में डूबा तो वह लवनेवालों के पास बैठ गई और उसने उसको भुनी हुई बालें दीं और वह खाकर तृप्त हुई वरन् कुछ बचा भी रखा +11609,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_015.wav,जब वह बीनने को उठी तब बोअज ने अपने जवानों को आज्ञा दी उसको पूलों के बीचबीच में भी बीनने दो और दोष मत लगाओ +11610,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_016.wav,वरन् मुट्ठी भर जाने पर कुछ कुछ निकालकर गिरा भी दिया करो और उसके बीनने के लिये छोड़ दो और उसे डाँटना मत +11611,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_017.wav,अतः वह साँझ तक खेत में बीनती रही तब जो कुछ बीन चुकी उसे फटका और वह कोई एपा भर जौ निकला +11612,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_018.wav,तब वह उसे उठाकर नगर में गई और उसकी सास ने उसका बीना हुआ देखा और जो कुछ उसने तृप्त होकर बचाया था उसको उसने निकालकर अपनी सास को दिया +11613,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_019.wav,उसकी सास ने उससे पूछा आज तू कहाँ बीनती और कहाँ काम करती थी धन्य वह हो जिसने तेरी सुधि ली है तब उसने अपनी सास को बता दिया कि मैंने किसके पास काम किया और कहा जिस पुरुष के पास मैंने आज काम किया उसका नाम बोअज है +11614,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_020.wav,नाओमी ने अपनी बहू से कहा वह यहोवा की ओर से आशीष पाए क्योंकि उसने न तो जीवित पर से और न मरे हुओं पर से अपनी करुणा हटाई फिर नाओमी ने उससे कहा वह पुरुष तो हमारा एक कुटुम्बी है वरन् उनमें से है जिनको हमारी भूमि छुड़ाने का अधिकार है +11615,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_021.wav,फिर रूत मोआबिन बोली उसने मुझसे यह भी कहा जब तक मेरे सेवक मेरी सारी कटनी पूरी न कर चुकें तब तक उन्हीं के संगसंग लगी रह +11616,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_022.wav,नाओमी ने अपनी बहू रूत से कहा मेरी बेटी यह अच्छा भी है कि तू उसी की दासियों के साथसाथ जाया करे और वे तुझको दूसरे के खेत में न मिलें +11617,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_002_023.wav,इसलिए रूत जौ और गेहूँ दोनों की कटनी के अन्त तक बीनने के लिये बोअज की दासियों के साथसाथ लगी रही और अपनी सास के यहाँ रहती थी +11618,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_001.wav,एक दिन उसकी सास नाओमी ने उससे कहा हे मेरी बेटी क्या मैं तेरे लिये आश्रय न ढूँढ़ूँ कि तेरा भला हो +11619,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_002.wav,अब जिसकी दासियों के पास तू थी क्या वह बोअज हमारा कुटुम्बी नहीं है वह तो आज रात को खलिहान में जौ फटकेगा +11620,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_003.wav,तू स्नान कर तेल लगा वस्त्र पहनकर खलिहान को जा परन्तु जब तक वह पुरुष खा पी न चुके तब तक अपने को उस पर प्रगट न करना +11621,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_004.wav,और जब वह लेट जाए तब तू उसके लेटने के स्थान को देख लेना फिर भीतर जा उसके पाँव उघाड़ के लेट जाना तब वही तुझे बताएगा कि तुझे क्या करना चाहिये +11622,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_005.wav,रूत ने उससे कहा जो कुछ तू कहती है वह सब मैं करूँगी +11623,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_006.wav,तब वह खलिहान को गई और अपनी सास के कहे अनुसार ही किया +11624,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_007.wav,जब बोअज खा पी चुका और उसका मन आनन्दित हुआ तब जाकर अनाज के ढेर के एक सिरे पर लेट गया तब वह चुपचाप गई और उसके पाँव उघाड़ के लेट गई +11625,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_008.wav,आधी रात को वह पुरुष चौंक पड़ा और आगे की ओर झुककर क्या पाया कि मेरे पाँवों के पास कोई स्त्री लेटी है +11626,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_009.wav,उसने पूछा तू कौन है तब वह बोली मैं तो तेरी दासी रूत हूँ तू अपनी दासी को अपनी चद्दर ओढ़ा दे क्योंकि तू हमारी भूमि छुड़ानेवाला कुटुम्बी है +11627,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_010.wav,उसने कहा हे बेटी यहोवा की ओर से तुझ पर आशीष हो क्योंकि तूने अपनी पिछली प्र���ति पहली से अधिक दिखाई क्योंकि तू क्या धनी क्या कंगाल किसी जवान के पीछे नहीं लगी +11628,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_011.wav,इसलिए अब हे मेरी बेटी मत डर जो कुछ तू कहेगी मैं तुझ से करूँगा क्योंकि मेरे नगर के सब लोग जानते हैं कि तू भली स्त्री है +11629,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_012.wav,और सच तो है कि मैं छुड़ानेवाला कुटुम्बी हूँ तो भी एक और है जिसे मुझसे पहले ही छुड़ाने का अधिकार है +11630,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_013.wav,अतः रात भर ठहरी रह और सवेरे यदि वह तेरे लिये छुड़ानेवाले का काम करना चाहे तो अच्छा वही ऐसा करे परन्तु यदि वह तेरे लिये छुड़ानेवाले का काम करने को प्रसन्न न हो तो यहोवा के जीवन की शपथ मैं ही वह काम करूँगा भोर तक लेटी रह +11631,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_014.wav,तब वह उसके पाँवों के पास भोर तक लेटी रही और उससे पहले कि कोई दूसरे को पहचान सके वह उठी और बोअज ने कहा कोई जानने न पाए कि खलिहान में कोई स्त्री आई थी +11632,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_015.wav,तब बोअज ने कहा जो चद्दर तू ओढ़े है उसे फैलाकर पकड़ ले और जब उसने उसे पकड़ा तब उसने छः नपुए जौ नापकर उसको उठा दिया फिर वह नगर में चली गई +11633,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_016.wav,जब रूत अपनी सास के पास आई तब उसने पूछा हे बेटी क्या हुआ तब जो कुछ उस पुरुष ने उससे किया था वह सब उसने उसे कह सुनाया +11634,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_017.wav,फिर उसने कहा यह छः नपुए जौ उसने यह कहकर मुझे दिया कि अपनी सास के पास खाली हाथ मत जा +11635,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_003_018.wav,फिर नाओमी ने कहा हे मेरी बेटी जब तक तू न जाने कि इस बात का कैसा फल निकलेगा तब तक चुपचाप बैठी रह क्योंकि आज उस पुरुष को यह काम बिना निपटाए चैन न पड़ेगा +11636,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_001.wav,तब बोअज फाटक के पास जाकर बैठ गया और जिस छुड़ानेवाले कुटुम्बी की चर्चा बोअज ने की थी वह भी आ गया तब बोअज ने कहा हे मित्र इधर आकर यहीं बैठ जा तो वह उधर जाकर बैठ गया +11637,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_002.wav,तब उसने नगर के दस वृद्ध लोगों को बुलाकर कहा यहीं बैठ जाओ वे भी बैठ गए +11638,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_003.wav,तब वह उस छुड़ानेवाले कुटुम्बी से कहने लगा नाओमी जो मोआब देश से लौट आई है वह हमारे भाई एलीमेलेक की एक टुकड़ा भूमि बेचना चाहती है +11639,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_004.wav,इसलिए मैंने सोचा कि यह बात तुझको जताकर कहूँगा कि तू उसको इन बैठे हुओं के सामने और मेरे लोगों के इन वृद्ध लोगों के सामने मोल ले और यदि तू उसको छुड़ाना चाहे तो छुड़ा और यदि तू छुड़ाना न चाहे तो मुझे ऐसा ही बता दे कि मैं समझ लूँ क्योंकि तुझे छोड़ उसके छुड़ाने का अधिकार और किसी को नहीं है ��र तेरे बाद मैं हूँ उसने कहा मैं उसे छुड़ाऊँगा +11640,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_005.wav,फिर बोअज ने कहा जब तू उस भूमि को नाओमी के हाथ से मोल ले तब उसे रूत मोआबिन के हाथ से भी जो मरे हुए की स्त्री है इस मनसा से मोल लेना पड़ेगा कि मरे हुए का नाम उसके भाग में स्थिर कर दे +11641,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_006.wav,उस छुड़ानेवाले कुटुम्बी ने कहा मैं उसको छुड़ा नहीं सकता ऐसा न हो कि मेरा निज भाग बिगड़ जाए इसलिए मेरा छुड़ाने का अधिकार तू ले ले क्योंकि मैं उसे छुड़ा नहीं सकता +11642,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_007.wav,पुराने समय में इस्राएल में छुड़ाने और बदलने के विषय में सब पक्का करने के लिये यह प्रथा थी कि मनुष्य अपनी जूती उतार के दूसरे को देता था इस्राएल में प्रमाणित इसी रीति से होता था +11643,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_008.wav,इसलिए उस छुड़ानेवाले कुटुम्बी ने बोअज से यह कहकर कि तू उसे मोल ले अपनी जूती उतारी +11644,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_009.wav,तब बोअज ने वृद्ध लोगों और सब लोगों से कहा तुम आज इस बात के साक्षी हो कि जो कुछ एलीमेलेक का और जो कुछ किल्योन और महलोन का था वह सब मैं नाओमी के हाथ से मोल लेता हूँ +11645,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_010.wav,फिर महलोन की स्त्री रूत मोआबिन को भी मैं अपनी पत्नी करने के लिये इस मनसा से मोल लेता हूँ कि मरे हुए का नाम उसके निज भाग पर स्थिर करूँ कहीं ऐसा न हो कि मरे हुए का नाम उसके भाइयों में से और उसके स्थान के फाटक से मिट जाए तुम लोग आज साक्षी ठहरे हो +11646,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_011.wav,तब फाटक के पास जितने लोग थे उन्होंने और वृद्ध लोगों ने कहा हम साक्षी हैं यह जो स्त्री तेरे घर में आती है उसको यहोवा इस्राएल के घराने की दो उपजानेवाली राहेल और लिआ के समान करे और तू एप्राता में वीरता करे और बैतलहम में तेरा बड़ा नाम हो +11647,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_012.wav,और जो सन्तान यहोवा इस जवान स्त्री के द्वारा तुझे दे उसके कारण से तेरा घराना पेरेस का सा हो जाए जो तामार से यहूदा के द्वारा उत्पन्न हुआ +11648,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_013.wav,तब बोअज ने रूत को ब्याह लिया और वह उसकी पत्नी हो गई और जब वह उसके पास गया तब यहोवा की दया से उसको गर्भ रहा और उसके एक बेटा उत्पन्न हुआ +11649,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_014.wav,तब स्त्रियों ने नाओमी से कहा यहोवा धन्य है जिसने तुझे आज छुड़ानेवाले कुटुम्बी के बिना नहीं छोड़ा इस्राएल में इसका बड़ा नाम हो +11650,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_015.wav,और यह तेरे जी में जी ले आनेवाला और तेरा बुढ़ापे में पालनेवाला हो क्योंकि तेरी बहू जो तुझ से प्रेम रखती और सात बेटों से भी त��रे लिये श्रेष्ठ है उसी का यह बेटा है +11651,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_016.wav,फिर नाओमी उस बच्चे को अपनी गोद में रखकर उसकी दाई का काम करने लगी +11652,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_017.wav,और उसकी पड़ोसिनों ने यह कहकर कि नाओमी के एक बेटा उत्पन्न हुआ है लड़के का नाम ओबेद रखा यिशै का पिता और दाऊद का दादा वही हुआ +11653,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_018.wav,पेरेस की वंशावली यह है अर्थात् पेरेस से हेस्रोन +11654,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_019.wav,और हेस्रोन से राम और राम से अम्मीनादाब +11655,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_020.wav,और अम्मीनादाब से नहशोन और नहशोन से सलमोन +11656,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_021.wav,और सलमोन से बोअज और बोअज से ओबेद +11657,data/cleaned/hindi/RUT/RUT_004_022.wav,और ओबेद से यिशै और यिशै से दाऊद उत्पन्न हुआ +11658,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_001.wav,हिल्किय्याह का पुत्र यिर्मयाह जो बिन्यामीन क्षेत्र के अनातोत में रहनेवाले याजकों में से था उसी के ये वचन हैं +11659,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_002.wav,यहोवा का वचन उसके पास आमोन के पुत्र यहूदा के राजा योशिय्याह के राज्य के दिनों में उसके राज्य के तेरहवें वर्ष में पहुँचा +11660,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_003.wav,इसके बाद योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य के दिनों में और योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा सिदकिय्याह के राज्य के ग्यारहवें वर्ष के अन्त तक भी प्रगट होता रहा जबकि उसी वर्ष के पाँचवें महीने में यरूशलेम के निवासी बँधुआई में न चले गए +11661,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_004.wav,तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +11662,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_005.wav,गर्भ में रचने से पहले ही मैंने तुझ पर चित्त लगाया और उत्पन्न होने से पहले ही मैंने तुझे अभिषेक किया मैंने तुझे जातियों का भविष्यद्वक्ता ठहराया +11663,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_006.wav,तब मैंने कहा हाय प्रभु यहोवा देख मैं तो बोलना भी नहीं जानता क्योंकि मैं कम उम्र का हूँ +11664,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_007.wav,परन्तु यहोवा ने मुझसे कहा मत कह कि मैं कम उम्र का हूँ क्योंकि जिस किसी के पास मैं तुझे भेजूँ वहाँ तू जाएगा और जो कुछ मैं तुझे आज्ञा दूँ वही तू कहेगा +11665,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_008.wav,तू उनसे भयभीत न होना क्योंकि तुझे छुड़ाने के लिये मैं तेरे साथ हूँ यहोवा की यही वाणी है +11666,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_009.wav,तब यहोवा ने हाथ बढ़ाकर मेरे मुँह को छुआ और यहोवा ने मुझसे कहा देख मैंने अपने वचन तेरे मुँह में डाल दिये हैं +11667,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_010.wav,सुन मैंने आज के दिन तुझे जातियों और राज्यों पर ठहराया है उन्हें गिराने और ढा देने के लिये नाश करने और काट डालने के लिये उन्हें बनाने और रोपने के लिये +11668,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_011.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा हे यिर्मयाह तुझे क्या दिखाई पड़ता है मैंने कहा मुझे बादाम की एक टहनी दिखाई देती है +11669,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_012.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा तुझे ठीक दिखाई पड़ता है क्योंकि मैं अपने वचन को पूरा करने के लिये जागृत हूँ +11670,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_013.wav,फिर यहोवा का वचन दूसरी बार मेरे पास पहुँचा और उसने पूछा तुझे क्या दिखाई देता है मैंने कहा मुझे उबलता हुआ एक हण्डा दिखाई देता है जिसका मुँह उत्तर दिशा की ओर से है +11671,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_014.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा इस देश के सब रहनेवालों पर उत्तर दिशा से विपत्ति आ पड़ेगी +11672,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_015.wav,यहोवा की यह वाणी है मैं उत्तर दिशा के राज्यों और कुलों को बुलाऊँगा और वे आकर यरूशलेम के फाटकों में और उसके चारों ओर की शहरपनाह और यहूदा के और सब नगरों के सामने अपनाअपना सिंहासन लगाएँगे +11673,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_016.wav,उनकी सारी बुराई के कारण मैं उन पर दण्ड की आज्ञा दूँगा क्योंकि उन्होंने मुझे त्याग कर दूसरे देवताओं के लिये धूप जलाया और अपनी बनाई हुई वस्तुओं को दण्डवत् किया है +11674,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_017.wav,इसलिए तू अपनी कमर कसकर उठ और जो कुछ कहने की मैं तुझे आज्ञा दूँ वही उनसे कह तू उनके मुख को देखकर न घबराना ऐसा न हो कि मैं तुझे उनके सामने घबरा दूँ +11675,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_018.wav,क्योंकि सुन मैंने आज तुझे इस सारे देश और यहूदा के राजाओं हाकिमों और याजकों और साधारण लोगों के विरुद्ध गढ़वाला नगर और लोहे का खम्भा और पीतल की शहरपनाह बनाया है +11676,data/cleaned/hindi/JER/JER_001_019.wav,वे तुझ से लड़ेंगे तो सही परन्तु तुझ पर प्रबल न होंगे क्योंकि बचाने के लिये मैं तेरे साथ हूँ यहोवा की यही वाणी है +11677,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +11678,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_002.wav,जा और यरूशलेम में पुकारकर यह सुना दे यहोवा यह कहता है तेरी जवानी का स्नेह और तेरे विवाह के समय का प्रेम मुझे स्मरण आता है कि तू कैसे जंगल में मेरे पीछेपीछे चली जहाँ भूमि जोतीबोई न गई थी +11679,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_003.wav,इस्राएल यहोवा के लिये पवित्र और उसकी पहली उपज थी उसे खानेवाले सब दोषी ठहरेंगे और विपत्ति में पड़ेंगे यहोवा की यही वाणी है +11680,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_004.wav,हे याकूब के घराने हे इस्राएल के घराने के कुलों के लोगों यहोवा का वचन सुनो +11681,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_005.wav,यहोवा यह कहता है तुम्हारे पुरखाओं ने मुझ में कौन सी ऐसी कुटिलता पाई कि मुझसे दूर हट गए और निकम्मी मूर्तियों के पीछे ��ोकर स्वयं निकम्मे हो गए +11682,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_006.wav,उन्होंने इतना भी न कहा जो हमें मिस्र देश से निकाल ले आया जो हमें जंगल में से और रेत और गड्ढों से भरे हुए निर्जल और घोर अंधकार के देश से जिसमें होकर कोई नहीं चलता और जिसमें कोई मनुष्य नहीं रहता हमें निकाल ले आया वह यहोवा कहाँ है +11683,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_007.wav,और मैं तुम को इस उपजाऊ देश में ले आया कि उसका फल और उत्तम उपज खाओ परन्तु मेरे इस देश में आकर तुम ने इसे अशुद्ध किया और मेरे इस निज भाग को घृणित कर दिया है +11684,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_008.wav,याजकों ने भी नहीं पूछा यहोवा कहाँ है जो व्यवस्था सिखाते थे वे भी मुझ को न जानते थे चरवाहों ने भी मुझसे बलवा किया भविष्यद्वक्ताओं ने बाल देवता के नाम से भविष्यद्वाणी की और व्यर्थ बातों के पीछे चले +11685,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_009.wav,इस कारण यहोवा यह कहता है मैं फिर तुम से विवाद और तुम्हारे बेटे और पोतों से भी प्रश्न करूँगा +11686,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_010.wav,कित्तियों के द्वीपों में पार जाकर देखो या केदार में दूत भेजकर भली भाँति विचार करो और देखो देखो कि ऐसा काम कहीं और भी हुआ है क्या किसी जाति ने अपने देवताओं को बदल दिया जो परमेश्वर भी नहीं हैं +11687,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_011.wav,परन्तु मेरी प्रजा ने अपनी महिमा को निकम्मी वस्तु से बदल दिया है +11688,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_012.wav,हे आकाश चकित हो बहुत ही थरथरा और सुनसान हो जा यहोवा की यह वाणी है +11689,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_013.wav,क्योंकि मेरी प्रजा ने दो बुराइयाँ की हैं उन्होंने मुझ जीवन के जल के सोते को त्याग दिया है और उन्होंने हौद बना लिए वरन् ऐसे हौद जो टूट गए हैं और जिनमें जल नहीं रह सकता +11690,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_014.wav,क्या इस्राएल दास है क्या वह घर में जन्म से ही दास है फिर वह क्यों शिकार बना +11691,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_015.wav,जवान सिंहों ने उसके विरुद्ध गरजकर नाद किया उन्होंने उसके देश को उजाड़ दिया उन्होंने उसके नगरों को ऐसा उजाड़ दिया कि उनमें कोई बसनेवाला ही न रहा +11692,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_016.wav,नोप और तहपन्हेस के निवासी भी तेरे देश की उपज चट कर गए हैं +11693,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_017.wav,क्या यह तेरी ही करनी का फल नहीं जो तूने अपने परमेश्वर यहोवा को छोड़ दिया जो तुझे मार्ग में लिए चला +11694,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_018.wav,अब तुझे मिस्र के मार्ग से क्या लाभ है कि तू सीहोर का जल पीए अथवा अश्शूर के मार्ग से भी तुझे क्या लाभ कि तू फरात का जल पीए +11695,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_019.wav,तेरी बुराई ही तेरी ताड़ना करेगी और तेरा भटक जाना तुझे उलाहना देगा जान ले और देख कि अपने परमेश्वर यहोवा को त्यागना यह बुरी और कड़वी बात है तुझे मेरा भय ही नहीं रहा प्रभु सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +11696,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_020.wav,क्योंकि बहुत समय पहले मैंने तेरा जूआ तोड़ डाला और तेरे बन्धन खोल दिए परन्तु तूने कहा मैं सेवा न करूँगी और सब ऊँचेऊँचे टीलों पर और सब हरे पेड़ों के नीचे तू व्यभिचारिणी का सा काम करती रही +11697,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_021.wav,मैंने तो तुझे उत्तम जाति की दाखलता और उत्तम बीज करके लगाया था फिर तू क्यों मेरे लिये जंगली दाखलता बन गई +11698,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_022.wav,चाहे तू अपने को सज्जी से धोए और बहुत सा साबुन भी प्रयोग करे तो भी तेरे अधर्म का धब्बा मेरे सामने बना रहेगा प्रभु यहोवा की यही वाणी है +11699,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_023.wav,तू कैसे कह सकती है कि मैं अशुद्ध नहीं मैं बाल देवताओं के पीछे नहीं चली तराई में की अपनी चाल देख और जान ले कि तूने क्या किया है तू वेग से चलने वाली और इधरउधर फिरनेवाली ऊँटनी है +11700,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_024.wav,जंगल में पली हुई जंगली गदही जो कामातुर होकर वायु सूँघती फिरती है तब कौन उसे वश में कर सकता है जितने उसको ढूँढ़ते हैं वे व्यर्थ परिश्रम न करें क्योंकि वे उसे उसकी ॠतु में पाएँगे +11701,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_025.wav,अपने पाँव नंगे और गला सुखाए न रह परन्तु तूने कहा नहीं ऐसा नहीं हो सकता क्योंकि मेरा प्रेम दूसरों से हो गया है और मैं उनके पीछे चलती रहूँगी +11702,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_026.wav,जैसे चोर पकड़े जाने पर लज्जित होता है वैसे ही इस्राएल का घराना राजाओं हाकिमों याजकों और भविष्यद्वक्ताओं समेत लज्जित होगा +11703,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_027.wav,वे काठ से कहते हैं तू मेरा पिता है और पत्थर से कहते हैं तूने मुझे जन्म दिया है इस प्रकार उन्होंने मेरी ओर मुँह नहीं पीठ ही फेरी है परन्तु विपत्ति के समय वे कहते हैं उठकर हमें बचा +11704,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_028.wav,परन्तु जो देवता तूने अपने लिए बनाए हैं वे कहाँ रहे यदि वे तेरी विपत्ति के समय तुझे बचा सकते हैं तो अभी उठें क्योंकि हे यहूदा तेरे नगरों के बराबर तेरे देवता भी बहुत हैं +11705,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_029.wav,तुम क्यों मुझसे वादविवाद करते हो तुम सभी ने मुझसे बलवा किया है यहोवा की यही वाणी है +11706,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_030.wav,मैंने व्यर्थ ही तुम्हारे बेटों की ताड़ना की उन्होंने कुछ भी नहीं माना तुम ने अपने भविष्यद्वक्ताओं को अपनी ही तलवार से ऐसा काट डाला है जैसा सिंह फाड़ता है +11707,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_031.wav,हे लोगों यहोवा के वचन पर ध्यान दो क्या मैं इस्राएल के लिये जंगल या घोर अंधकार का देश बना तब मेरी प्रजा क्यों कहती है कि हम तो आजाद हो गए हैं इसलिए तेरे पास फिर न आएँगे +11708,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_032.wav,क्या कुमारी अपने श्रृंगार या दुल्हन अपनी सजावट भूल सकती है तो भी मेरी प्रजा ने युगों से मुझे भुला दिया है +11709,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_033.wav,प्रेम पाने के लिये तू कैसी सुन्दर चाल चलती है बुरी स्त्रियों को भी तूने अपनी सी चाल सिखाई है +11710,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_034.wav,तेरे घाघरे में निर्दोष और दरिद्र लोगों के लहू का चिन्ह पाया जाता है तूने उन्हें सेंध लगाते नहीं पकड़ा परन्तु इन सब के होते हुए भी +11711,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_035.wav,तू कहती है मैं निर्दोष हूँ निश्चय उसका क्रोध मुझ पर से हट जाएगा देख तू जो कहती है कि मैंने पाप नहीं किया इसलिए मैं तेरा न्याय करूँगा +11712,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_036.wav,तू क्यों नया मार्ग पकड़ने के लिये इतनी डाँवाडोल फिरती है जैसे अश्शूरियों से तू लज्जित हुई वैसे ही मिस्रियों से भी होगी +11713,data/cleaned/hindi/JER/JER_002_037.wav,वहाँ से भी तू सिर पर हाथ रखे हुए ऐसे ही चली आएगी क्योंकि जिन पर तूने भरोसा रखा है उनको यहोवा ने निकम्मा ठहराया है और उनके कारण तू सफल न होगी +11714,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_001.wav,वे कहते हैं यदि कोई अपनी पत्नी को त्याग दे और वह उसके पास से जाकर दूसरे पुरुष की हो जाए तो वह पहला क्या उसके पास फिर जाएगा क्या वह देश अति अशुद्ध न हो जाएगा यहोवा की यह वाणी है कि तूने बहुत से प्रेमियों के साथ व्यभिचार किया है क्या तू अब मेरी ओर फिरेगी +11715,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_002.wav,मुँण्ड़े टीलों की ओर आँखें उठाकर देख ऐसा कौन सा स्थान है जहाँ तूने कुकर्म न किया हो मार्गों में तू ऐसी बैठी जैसे एक अरबी जंगल में तूने देश को अपने व्यभिचार और दुष्टता से अशुद्ध कर दिया है +11716,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_003.wav,इसी कारण वर्षा रोक दी गई और पिछली बरसात नहीं होती तो भी तेरा माथा वेश्या के समान है तू लज्जित होना ही नहीं चाहती +11717,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_004.wav,क्या तू अब मुझे पुकारकर कहेगी हे मेरे पिता तू ही मेरी जवानी का साथी है +11718,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_005.wav,क्या वह सदा क्रोधित रहेगा क्या वह उसको सदा बनाए रहेगा तूने ऐसा कहा तो है परन्तु तूने बुरे काम प्रबलता के साथ किए हैं +11719,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_006.wav,फिर योशिय्याह राजा के दिनों में यहोवा ने मुझसे यह भी कहा क्या तूने देखा कि भटकनेवाली इस्राएल ने क्या किया है उसने सब ऊँचे पहाड़ों पर और सब हरे पेड़ों के तले जा जाकर व्यभिचार किया है +11720,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_007.wav,तब मैंने सोचा जब ये सब काम वह कर चुके तब मेरी ओर फिरेगी परन्तु वह न फिरी और उसकी विश्वासघाती बहन यहूदा ने यह देखा +11721,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_008.wav,फिर मैंने देखा जब मैंने भटकनेवाली इस्राएल को उसके व्यभिचार करने के कारण त्याग कर उसे त्यागपत्र दे दिया तो भी उसकी विश्वासघाती बहन यहूदा न डरी वरन् जाकर वह भी व्यभिचारिणी बन गई +11722,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_009.wav,उसके निर्लज्जव्यभिचारिणी होने के कारण देश भी अशुद्ध हो गया उसने पत्थर और काठ के साथ भी व्यभिचार किया +11723,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_010.wav,इतने पर भी उसकी विश्वासघाती बहन यहूदा पूर्ण मन से मेरी ओर नहीं फिरी परन्तु कपट से यहोवा की यही वाणी है +11724,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_011.wav,यहोवा ने मुझसे कहा भटकनेवाली इस्राएल विश्वासघातिन यहूदा से कम दोषी निकली है +11725,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_012.wav,तू जाकर उत्तर दिशा में ये बातें प्रचार कर यहोवा की यह वाणी है हे भटकनेवाली इस्राएल लौट आ मैं तुझ पर क्रोध की दृष्टि न करूँगा क्योंकि यहोवा की यह वाणी है मैं करुणामय हूँ मैं सर्वदा क्रोध न रखे रहूँगा +11726,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_013.wav,केवल अपना यह अधर्म मान ले कि तू अपने परमेश्वर यहोवा से फिर गई और सब हरे पेड़ों के तले इधरउधर दूसरों के पास गई और मेरी बातों को नहीं माना यहोवा की यह वाणी है +11727,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_014.wav,हे भटकनेवाले बच्चों लौट आओ क्योंकि मैं तुम्हारा स्वामी हूँ यहोवा की यह वाणी है तुम्हारे प्रत्येक नगर से एक और प्रत्येक कुल से दो को लेकर मैं सिय्योन में पहुँचा दूँगा +11728,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_015.wav,मैं तुम्हें अपने मन के अनुकूल चरवाहे दूँगा जो ज्ञान और बुद्धि से तुम्हें चराएँगे +11729,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_016.wav,उन दिनों में जब तुम इस देश में बढ़ो और फूलोफलो तब लोग फिर ऐसा न कहेंगे यहोवा की वाचा का सन्दूक यहोवा की यह भी वाणी है उसका विचार भी उनके मन में न आएगा न लोग उसके न रहने से चिन्ता करेंगे और न उसकी मरम्मत होगी +11730,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_017.wav,उस समय यरूशलेम यहोवा का सिंहासन कहलाएगा और सब जातियाँ उसी यरूशलेम में मेरे नाम के निमित्त इकट्ठी हुआ करेंगी और वे फिर अपने बुरे मन के हठ पर न चलेंगी +11731,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_018.wav,उन दिनों में यहूदा का घराना इस्राएल के घराने के साथ चलेगा और वे दोनों मिलकर उत्तर के देश से इस देश में आएँगे जिसे मैंने उनके पूर्वजों को निज भाग करके दिया था +11732,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_019.wav,मैंने सोचा था मैं कैसे तुझे लड़कों में गिनकर वह ���नभावना देश दूँ जो सब जातियों के देशों का शिरोमणि है मैंने सोचा कि तू मुझे पिता कहेगी और मुझसे फिर न भटकेगी +11733,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_020.wav,इसमें तो सन्देह नहीं कि जैसे विश्वासघाती स्त्री अपने प्रिय से मन फेर लेती है वैसे ही हे इस्राएल के घराने तू मुझसे फिर गया है यहोवा की यही वाणी है +11734,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_021.wav,मुँण्ड़े टीलों पर से इस्राएलियों के रोने और गिड़गिड़ाने का शब्द सुनाई दे रहा है क्योंकि वे टेढ़ी चाल चलते रहे हैं और अपने परमेश्वर यहोवा को भूल गए हैं +11735,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_022.wav,हे भटकनेवाले बच्चों लौट आओ मैं तुम्हारा भटकना सुधार दूँगा देख हम तेरे पास आए हैं क्योंकि तू ही हमारा परमेश्वर यहोवा है +11736,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_023.wav,निश्चय पहाड़ों और पहाड़ियों पर का कोलाहल व्यर्थ ही है इस्राएल का उद्धार निश्चय हमारे परमेश्वर यहोवा ही के द्वारा है +11737,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_024.wav,परन्तु हमारी जवानी ही से उस बदनामी की वस्तु ने हमारे पुरखाओं की कमाई अर्थात् उनकी भेड़बकरी और गायबैल और उनके बेटेबेटियों को निगल लिया है +11738,data/cleaned/hindi/JER/JER_003_025.wav,हम लज्जित होकर लेट जाएँ और हमारा संकोच हमारी ओढ़नी बन जाए क्योंकि हमारे पुरखा और हम भी युवा अवस्था से लेकर आज के दिन तक अपने परमेश्वर यहोवा के विरुद्ध पाप करते आए हैं और हमने अपने परमेश्वर यहोवा की बातों को नहीं माना है +11739,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_001.wav,यहोवा की यह वाणी है हे इस्राएल यदि तू लौट आए तो मेरे पास लौट आ यदि तू घिनौनी वस्तुओं को मेरे सामने से दूर करे तो तुझे आवारा फिरना न पड़ेगा +11740,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_002.wav,और यदि तू सच्चाई और न्याय और धार्मिकता से यहोवा के जीवन की शपथ खाए तो जातिजाति उसके कारण अपने आपको धन्य कहेंगी और उसी पर घमण्ड करेंगी +11741,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_003.wav,क्योंकि यहूदा और यरूशलेम के लोगों से यहोवा ने यह कहा है अपनी पड़ती भूमि को जोतो और कटीले झाड़ों में बीज मत बोओ +11742,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_004.wav,हे यहूदा के लोगों और यरूशलेम के निवासियों यहोवा के लिये अपना खतना करो हाँ अपने मन का खतना करो नहीं तो तुम्हारे बुरे कामों के कारण मेरा क्रोध आग के समान भड़केगा और ऐसा होगा की कोई उसे बुझा न सकेगा +11743,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_005.wav,यहूदा में प्रचार करो और यरूशलेम में यह सुनाओ पूरे देश में नरसिंगा फूँको गला खोलकर ललकारो और कहो आओ हम इकट्ठे हों और गढ़वाले नगरों में जाएँ +11744,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_006.wav,सिय्योन के मार्ग में झण्डा खड़ा करो खड़े मत रहो ��्योंकि मैं उत्तर की दिशा से विपत्ति और सत्यानाश ले आ रहा हूँ +11745,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_007.wav,एक सिंह अपनी झाड़ी से निकला जातिजाति का नाश करनेवाला चढ़ाई करके आ रहा है वह कूच करके अपने स्थान से इसलिए निकला है कि तुम्हारे देश को उजाड़ दे और तुम्हारे नगरों को ऐसा सुनसान कर दे कि उनमें कोई बसनेवाला न रहने पाए +11746,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_008.wav,इसलिए कमर में टाट बाँधो विलाप और हायहाय करो क्योंकि यहोवा का भड़का हुआ कोप हम पर से टला नहीं है +11747,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_009.wav,उस समय राजा और हाकिमों का कलेजा काँप उठेगा याजक चकित होंगे और नबी अचम्भित हो जाएँगे यहोवा की यह वाणी है +11748,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_010.wav,तब मैंने कहा हाय प्रभु यहोवा तूने तो यह कहकर कि तुम को शान्ति मिलेगी निश्चय अपनी इस प्रजा को और यरूशलेम को भी बड़ा धोखा दिया है क्योंकि तलवार प्राणों को मिटाने पर है +11749,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_011.wav,उस समय तेरी इस प्रजा से और यरूशलेम से भी कहा जाएगा जंगल के मुँण्ड़े टीलों पर से प्रजा के लोगों की ओर लू बह रही है वह ऐसी वायु नहीं जिससे ओसाना या फरछाना हो +11750,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_012.wav,परन्तु मेरी ओर से ऐसे कामों के लिये अधिक प्रचण्ड वायु बहेगी अब मैं उनको दण्ड की आज्ञा दूँगा +11751,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_013.wav,देखो वह बादलों के समान चढ़ाई करके आ रहा है उसके रथ बवण्डर के समान और उसके घोड़े उकाबों से भी अधिक वेग से चलते हैं हम पर हाय हम नाश हुए +11752,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_014.wav,हे यरूशलेम अपना हृदय बुराई से धो कि तुम्हारा उद्धार हो जाए तुम कब तक व्यर्थ कल्पनाएँ करते रहोगे +11753,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_015.wav,क्योंकि दान से शब्द सुन पड़ रहा है और एप्रैम के पहाड़ी देश से विपत्ति का समाचार आ रहा है +11754,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_016.wav,जातिजाति में सुना दो यरूशलेम के विरुद्ध भी इसका समाचार दो आक्रमणकारी दूर देश से आकर यहूदा के नगरों के विरुद्ध ललकार रहे हैं +11755,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_017.wav,वे खेत के रखवालों के समान उसको चारों ओर से घेर रहे हैं क्योंकि उसने मुझसे बलवा किया है यहोवा की यही वाणी है +11756,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_018.wav,यह तेरी चाल और तेरे कामों ही का फल हैं यह तेरी दुष्टता है और अति दुःखदाई है इससे तेरा हृदय छिद जाता है +11757,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_019.wav,हाय हाय मेरा हृदय भीतर ही भीतर तड़पता है और मेरा मन घबराता है मैं चुप नहीं रह सकता क्योंकि हे मेरे प्राण नरसिंगे का शब्द और युद्ध की ललकार तुझ तक पहुँची है +11758,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_020.wav,नाश पर नाश का समाचार आ रहा है सारा देश नाश हो गया है मेरे डेरे अचानक और मेरे तम्बू एकाएक लूटे गए हैं +11759,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_021.wav,और कितने दिन तक मुझे उनका झण्डा देखना और नरसिंगे का शब्द सुनना पड़ेगा +11760,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_022.wav,क्योंकि मेरी प्रजा मूर्ख है वे मुझे नहीं जानते वे ऐसे मूर्ख बच्चें हैं जिनमें कुछ भी समझ नहीं बुराई करने को तो वे बुद्धिमान हैं परन्तु भलाई करना वे नहीं जानते +11761,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_023.wav,मैंने पृथ्वी पर देखा वह सूनी और सुनसान पड़ी थी और आकाश को और उसमें कोई ज्योति नहीं थी +11762,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_024.wav,मैंने पहाड़ों को देखा वे हिल रहे थे और सब पहाड़ियों को कि वे डोल रही थीं +11763,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_025.wav,फिर मैंने क्या देखा कि कोई मनुष्य भी न था और सब पक्षी भी उड़ गए थे +11764,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_026.wav,फिर मैं क्या देखता हूँ कि यहोवा के प्रताप और उस भड़के हुए प्रकोप के कारण उपजाऊ देश जंगल और उसके सारे नगर खण्डहर हो गए थे +11765,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_027.wav,क्योंकि यहोवा ने यह बताया सारा देश उजाड़ हो जाएगा तो भी मैं उसका अन्त न करूँगा +11766,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_028.wav,इस कारण पृथ्वी विलाप करेगी और आकाश शोक का काला वस्त्र पहनेगा क्योंकि मैंने ऐसा ही करने को ठाना और कहा भी है मैं इससे नहीं पछताऊँगा और न अपने प्राण को छोड़ूँगा +11767,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_029.wav,नगर के सारे लोग सवारों और धनुर्धारियों का कोलाहल सुनकर भागे जाते हैं वे झाड़ियों में घुसते और चट्टानों पर चढ़े जाते हैं सब नगर निर्जन हो गए और उनमें कोई बाकी न रहा +11768,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_030.wav,और तू जब उजड़ेंगी तब क्या करेगी चाहे तू लाल रंग के वस्त्र पहने और सोने के आभूषण धारण करे और अपनी आँखों में अंजन लगाए परन्तु व्यर्थ ही तू अपना श्रृंगार करेगी क्योंकि तेरे प्रेमी तुझे निकम्मी जानते हैं वे तेरे प्राण के खोजी हैं +11769,data/cleaned/hindi/JER/JER_004_031.wav,क्योंकि मैंने जच्चा का शब्द पहिलौठा जनती हुई स्त्री की सी चिल्लाहट सुनी है यह सिय्योन की बेटी का शब्द है जो हाँफती और हाथ फैलाए हुए यह कहती है हाय मुझ पर मैं हत्यारों के हाथ पड़कर मूर्छित हो चली हूँ +11770,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_001.wav,यरूशलेम की सड़कों में इधरउधर दौड़कर देखो उसके चौकों में ढूँढ़ो यदि कोई ऐसा मिल सके जो न्याय से काम करे और सच्चाई का खोजी हो तो मैं उसका पाप क्षमा करूँगा +11771,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_002.wav,यद्यपि उसके निवासी यहोवा के जीवन की शपथ भी खाएँ तो भी निश्चय वे झूठी शपथ खाते हैं +11772,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_003.wav,हे यहोवा क्या तेरी दृष्टि सच्चाई पर नहीं है ��ूने उनको दुःख दिया परन्तु वे शोकित नहीं हुए तूने उनको नाश किया परन्तु उन्होंने ताड़ना से भी नहीं माना उन्होंने अपना मन चट्टान से भी अधिक कठोर किया है उन्होंने पश्चाताप करने से इन्कार किया है +11773,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_004.wav,फिर मैंने सोचा ये लोग तो कंगाल और मूर्ख ही हैं क्योंकि ये यहोवा का मार्ग और अपने परमेश्वर का नियम नहीं जानते +11774,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_005.wav,इसलिए मैं बड़े लोगों के पास जाकर उनको सुनाऊँगा क्योंकि वे तो यहोवा का मार्ग और अपने परमेश्वर का नियम जानते हैं परन्तु उन सभी ने मिलकर जूए को तोड़ दिया है और बन्धनों को खोल डाला है +11775,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_006.wav,इस कारण वन में से एक सिंह आकर उन्हें मार डालेगा निर्जल देश का एक भेड़िया उनको नाश करेगा और एक चीता उनके नगरों के पास घात लगाए रहेगा और जो कोई उनमें से निकले वह फाड़ा जाएगा क्योंकि उनके अपराध बहुत बढ़ गए हैं और वे मुझसे बहुत ही दूर हट गए हैं +11776,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_007.wav,मैं क्यों तेरा पाप क्षमा करूँ तेरे लड़कों ने मुझ को छोड़कर उनकी शपथ खाई है जो परमेश्वर नहीं है जब मैंने उनका पेट भर दिया तब उन्होंने व्यभिचार किया और वेश्याओं के घरों में भीड़ की भीड़ जाते थे +11777,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_008.wav,वे खिलाएपिलाए बेलगाम घोड़ों के समान हो गए वे अपनेअपने पड़ोसी की स्त्री पर हिनहिनाने लगे +11778,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_009.wav,क्या मैं ऐसे कामों का उन्हें दण्ड न दूँ यहोवा की यह वाणी है क्या मैं ऐसी जाति से अपना पलटा न लूँ +11779,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_010.wav,शहरपनाह पर चढ़कर उसका नाश तो करो तो भी उसका अन्त मत कर डालो उसकी जड़ रहने दो परन्तु उसकी डालियों को तोड़कर फेंक दो क्योंकि वे यहोवा की नहीं हैं +11780,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_011.wav,यहोवा की यह वाणी है कि इस्राएल और यहूदा के घरानों ने मुझसे बड़ा विश्वासघात किया है +11781,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_012.wav,उन्होंने यहोवा की बातें झुठलाकर कहा वह ऐसा नहीं है विपत्ति हम पर न पड़ेगी न हम तलवार को और न अकाल को देखेंगे +11782,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_013.wav,भविष्यद्वक्ता हवा हो जाएँगे उनमें परमेश्वर का वचन नहीं है उनके साथ ऐसा ही किया जाएगा +11783,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_014.wav,इस कारण सेनाओं का परमेश्वर यहोवा यह कहता है ये लोग जो ऐसा कहते हैं इसलिए देख मैं अपना वचन तेरे मुँह में आग और इस प्रजा को काठ बनाऊँगा और वह उनको भस्म करेगी +11784,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_015.wav,यहोवा की यह वाणी है हे इस्राएल के घराने देख मैं तुम्हारे विरुद्ध दूर से ऐसी जाति को चढ़ा लाऊँगा जो सामर्थी और प्राचीन है उसकी भाषा तुम न समझोगे और न यह जानोगे कि वे लोग क्या कह रहे हैं +11785,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_016.wav,उनका तरकश खुली कब्र है और वे सब के सब शूरवीर हैं +11786,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_017.wav,तुम्हारे पके खेत और भोजनवस्तुएँ जो तुम्हारे बेटेबेटियों के खाने के लिये हैं उन्हें वे खा जाएँगे वे तुम्हारी भेड़बकरियों और गायबैलों को खा डालेंगे वे तुम्हारी दाखों और अंजीरों को खा जाएँगे और जिन गढ़वाले नगरों पर तुम भरोसा रखते हो उन्हें वे तलवार के बल से नाश कर देंगे +11787,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_018.wav,तो भी यहोवा की यह वाणी है उन दिनों में भी मैं तुम्हारा अन्त न कर डालूँगा +11788,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_019.wav,जब तुम पूछोगे हमारे परमेश्वर यहोवा ने हम से ये सब काम किस लिये किए हैं तब तुम उनसे कहना जिस प्रकार से तुम ने मुझ को त्याग कर अपने देश में दूसरे देवताओं की सेवा की है उसी प्रकार से तुम को पराए देश में परदेशियों की सेवा करनी पड़ेगी +11789,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_020.wav,याकूब के घराने में यह प्रचार करो और यहूदा में यह सुनाओ +11790,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_021.wav,हे मूर्ख और निर्बुद्धि लोगों तुम जो आँखें रहते हुए नहीं देखते जो कान रहते हुए नहीं सुनते यह सुनो +11791,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_022.wav,यहोवा की यह वाणी है क्या तुम लोग मेरा भय नहीं मानते क्या तुम मेरे सम्मुख नहीं थरथराते मैंने रेत को समुद्र की सीमा ठहराकर युगयुग का ऐसा बाँध ठहराया कि वह उसे पार न कर सके और चाहे उसकी लहरें भी उठें तो भी वे प्रबल न हो सके या जब वे गरजें तो भी उसको न पार कर सके +11792,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_023.wav,पर इस प्रजा का हठीला और बलवा करनेवाला मन है इन्होंने बलवा किया और दूर हो गए हैं +11793,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_024.wav,वे मन में इतना भी नहीं सोचते कि हमारा परमेश्वर यहोवा तो बरसात के आरम्भ और अन्त दोनों समयों का जल समय पर बरसाता है और कटनी के नियत सप्ताहों को हमारे लिये रखता है इसलिए हम उसका भय मानें +11794,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_025.wav,परन्तु तुम्हारे अधर्म के कामों ही के कारण वे रुक गए और तुम्हारे पापों ही के कारण तुम्हारी भलाई नहीं होती +11795,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_026.wav,मेरी प्रजा में दुष्ट लोग पाए जाते हैं जैसे चिड़ीमार ताक में रहते हैं वैसे ही वे भी घात लगाए रहते हैं वे फंदा लगाकर मनुष्यों को अपने वश में कर लेते हैं +11796,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_027.wav,जैसा पिंजड़ा चिड़ियों से भरा हो वैसे ही उनके घर छल से भरे रहते हैं इसी प्रकार वे बढ़ गए और धनी हो गए हैं +11797,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_028.wav,वे मोटे और चिकने ��ो गए हैं बुरे कामों में वे सीमा को पार कर गए हैं वे न्याय विशेष करके अनाथों का न्याय नहीं चुकाते इससे उनका काम सफल नहीं होता वे कंगालों का हक़ भी नहीं दिलाते +11798,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_029.wav,इसलिए यहोवा की यह वाणी है क्या मैं इन बातों का दण्ड न दूँ क्या मैं ऐसी जाति से पलटा न लूँ +11799,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_030.wav,देश में ऐसा काम होता है जिससे चकित और रोमांचित होना चाहिये +11800,data/cleaned/hindi/JER/JER_005_031.wav,भविष्यद्वक्ता झूठमूठ भविष्यद्वाणी करते हैं और याजक उनके सहारे से प्रभुता करते हैं मेरी प्रजा को यह भाता भी है परन्तु अन्त के समय तुम क्या करोगे +11801,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_001.wav,हे बिन्यामीनियों यरूशलेम में से अपनाअपना सामान लेकर भागो तकोआ में नरसिंगा फूँको और बेथक्केरेम पर झण्डा ऊँचा करो क्योंकि उत्तर की दिशा से आनेवाली विपत्ति बड़ी और विनाश लानेवाली है +11802,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_002.wav,सिय्योन की सुन्दर और सुकुमार बेटी को मैं नाश करने पर हूँ +11803,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_003.wav,चरवाहे अपनीअपनी भेड़बकरियाँ संग लिए हुए उस पर चढ़कर उसके चारों ओर अपने तम्बू खड़े करेंगे वे अपनेअपने पास की घास चरा लेंगे +11804,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_004.wav,आओ उसके विरुद्ध युद्ध की तैयारी करो उठो हम दोपहर को चढ़ाई करें हाय हाय दिन ढलता जाता है और साँझ की परछाई लम्बी हो चली है +11805,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_005.wav,उठो हम रात ही रात चढ़ाई करें और उसके महलों को ढा दें +11806,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_006.wav,सेनाओं का यहोवा तुम से कहता है वृक्ष काटकाटकर यरूशलेम के विरुद्ध मोर्चा बाँधो यह वही नगर है जो दण्ड के योग्य है इसमें अंधेर ही अंधेर भरा हुआ है +11807,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_007.wav,जैसा कुएँ में से नित्य नया जल निकला करता है वैसा ही इस नगर में से नित्य नई बुराई निकलती है इसमें उत्पात और उपद्रव का कोलाहल मचा रहता है चोट और मारपीट मेरे देखने में निरन्तर आती है +11808,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_008.wav,हे यरूशलेम ताड़ना से ही मान ले नहीं तो तू मेरे मन से भी उतर जाएगी और मैं तुझको उजाड़ कर निर्जन कर डालूँगा +11809,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_009.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है इस्राएल के सब बचे हुए दाखलता के समान ढूँढ़कर तोड़े जाएँगे दाख के तोड़नेवाले के समान उस लता की डालियों पर फिर अपना हाथ लगा +11810,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_010.wav,मैं किस से बोलूँ और किसको चिताकर कहूँ कि वे मानें देख ये ऊँचा सुनते हैं वे ध्यान भी नहीं दे सकते देख यहोवा के वचन की वे निन्दा करते और उसे नहीं चाहते हैं +11811,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_011.wav,इस कारण यहोवा का क��प मेरे मन में भर गया है मैं उसे रोकतेरोकते थक गया हूँ बाजारों में बच्चों पर और जवानों की सभा में भी उसे उण्डेल दे क्योंकि पति अपनी पत्नी के साथ और अधेड़ बूढ़े के साथ पकड़ा जाएगा +11812,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_012.wav,उन लोगों के घर और खेत और स्त्रियाँ सब दूसरों की हो जाएँगीं क्योंकि मैं इस देश के रहनेवालों पर हाथ बढ़ाऊँगा यहोवा की यही वाणी है +11813,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_013.wav,क्योंकि उनमें छोटे से लेकर बड़े तक सब के सब लालची हैं और क्या भविष्यद्वक्ता क्या याजक सब के सब छल से काम करते हैं +11814,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_014.wav,वे शान्ति है शान्ति ऐसा कह कहकर मेरी प्रजा के घाव को ऊपर ही ऊपर चंगा करते हैं परन्तु शान्ति कुछ भी नहीं +11815,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_015.wav,क्या वे कभी अपने घृणित कामों के कारण लज्जित हुए नहीं वे कुछ भी लज्जित नहीं हुए वे लज्जित होना जानते ही नहीं इस कारण जब और लोग नीचे गिरें तब वे भी गिरेंगे और जब मैं उनको दण्ड देने लगूँगा तब वे ठोकर खाकर गिरेंगे यहोवा का यही वचन है +11816,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_016.wav,यहोवा यह भी कहता है सड़कों पर खड़े होकर देखो और पूछो कि प्राचीनकाल का अच्छा मार्ग कौन सा है उसी में चलो और तुम अपनेअपने मन में चैन पाओगे पर उन्होंने कहा हम उस पर न चलेंगे +11817,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_017.wav,मैंने तुम्हारे लिये पहरुए बैठाकर कहा नरसिंगे का शब्द ध्यान से सुनना पर उन्होंने कहा हम न सुनेंगे +11818,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_018.wav,इसलिए हे जातियों सुनो और हे मण्डली देख कि इन लोगों में क्या हो रहा है +11819,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_019.wav,हे पृथ्वी सुन देख कि मैं इस जाति पर वह विपत्ति ले आऊँगा जो उनकी कल्पनाओं का फल है क्योंकि इन्होंने मेरे वचनों पर ध्यान नहीं लगाया और मेरी शिक्षा को इन्होंने निकम्मी जाना है +11820,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_020.wav,मेरे लिये जो लोबान शेबा से और सुगन्धित नरकट जो दूर देश से आता है इसका क्या प्रयोजन है तुम्हारे होमबलियों से मैं प्रसन्न नहीं हूँ और न तुम्हारे मेलबलि मुझे मीठे लगते हैं +11821,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_021.wav,इस कारण यहोवा ने यह कहा है देखो मैं इस प्रजा के आगे ठोकर रखूँगा और बाप और बेटा पड़ोसी और मित्र सब के सब ठोकर खाकर नाश होंगे +11822,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_022.wav,यहोवा यह कहता है देखो उत्तर से वरन् पृथ्वी की छोर से एक बड़ी जाति के लोग इस देश के विरोध में उभारे जाएँगे +11823,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_023.wav,वे धनुष और बर्छी धारण किए हुए आएँगे वे क्रूर और निर्दयी हैं और जब वे बोलते हैं तब मानो समुद्र गरजता है वे घोड़ों पर चढ़े हुए आएँगे हे सिय्योन वे वीर के समान सशस्त्र होकर तुझ पर चढ़ाई करेंगे +11824,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_024.wav,इसका समाचार सुनते ही हमारे हाथ ढीले पड़ गए हैं हम संकट में पड़े हैं जच्चा की सी पीड़ा हमको उठी है +11825,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_025.wav,मैदान में मत निकलो मार्ग में भी न चलो क्योंकि वहाँ शत्रु की तलवार और चारों ओर भय दिखाई पड़ता है +11826,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_026.wav,हे मेरी प्रजा कमर में टाट बाँध और राख में लोट जैसा एकलौते पुत्र के लिये विलाप होता है वैसा ही बड़ा शोकमय विलाप कर क्योंकि नाश करनेवाला हम पर अचानक आ पड़ेगा +11827,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_027.wav,मैंने इसलिए तुझे अपनी प्रजा के बीच गुम्मट और गढ़ ठहरा दिया कि तू उनकी चाल परखे और जान ले +11828,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_028.wav,वे सब बहुत ही हठी हैं वे लुतराई करते फिरते हैं उन सभी की चाल बिगड़ी है वे निरा तांबा और लोहा ही हैं +11829,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_029.wav,धौंकनी जल गई सीसा आग में जल गया ढालनेवाले ने व्यर्थ ही ढाला है क्योंकि बुरे लोग नहीं निकाले गए +11830,data/cleaned/hindi/JER/JER_006_030.wav,उनका नाम खोटी चाँदी पड़ेगा क्योंकि यहोवा ने उनको खोटा पाया है +11831,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_001.wav,जो वचन यहोवा की ओर से यिर्मयाह के पास पहुँचा वह यह है +11832,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_002.wav,यहोवा के भवन के फाटक में खड़ा हो और यह वचन प्रचार कर और कह हे सब यहूदियों तुम जो यहोवा को दण्डवत् करने के लिये इन फाटकों से प्रवेश करते हो यहोवा का वचन सुनो +11833,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_003.wav,सेनाओं का यहोवा जो इस्राएल का परमेश्वर है यह कहता है अपनीअपनी चाल और काम सुधारो तब मैं तुम को इस स्थान में बसे रहने दूँगा +11834,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_004.wav,तुम लोग यह कहकर झूठी बातों पर भरोसा मत रखो यही यहोवा का मन्दिर है यही यहोवा का मन्दिर यहोवा का मन्दिर +11835,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_005.wav,यदि तुम सचमुच अपनीअपनी चाल और काम सुधारो और सचमुच मनुष्यमनुष्य के बीच न्याय करो +11836,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_006.wav,परदेशी और अनाथ और विधवा पर अंधेर न करो इस स्थान में निर्दोष की हत्या न करो और दूसरे देवताओं के पीछे न चलो जिससे तुम्हारी हानि होती है +11837,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_007.wav,तो मैं तुम को इस नगर में और इस देश में जो मैंने तुम्हारे पूर्वजों को दिया था युगयुग के लिये रहने दूँगा +11838,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_008.wav,देखो तुम झूठी बातों पर भरोसा रखते हो जिनसे कुछ लाभ नहीं हो सकता +11839,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_009.wav,तुम जो चोरी हत्या और व्यभिचार करते झूठी शपथ खाते बाल देवता के लिये धूप जलाते और दूसरे देवताओं के पीछे जिन्हें तुम पहले नहीं जानते थे चलते हो +11840,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_010.wav,तो क्या यह उचित है कि तुम इस भवन में आओ जो मेरा कहलाता है और मेरे सामने खड़े होकर यह कहो हम इसलिए छूट गए हैं कि ये सब घृणित काम करें +11841,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_011.wav,क्या यह भवन जो मेरा कहलाता है तुम्हारी दृष्टि में डाकुओं की गुफा हो गया है मैंने स्वयं यह देखा है यहोवा की यह वाणी है +11842,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_012.wav,मेरा जो स्थान शीलो में था जहाँ मैंने पहले अपने नाम का निवास ठहराया था वहाँ जाकर देखो कि मैंने अपनी प्रजा इस्राएल की बुराई के कारण उसकी क्या दशा कर दी है +11843,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_013.wav,अब यहोवा की यह वाणी है कि तुम जो ये सब काम करते आए हो और यद्यपि मैं तुम से बड़े यत्न से बातें करता रहा हूँ तो भी तुम ने नहीं सुना और तुम्हें बुलाता आया परन्तु तुम नहीं बोले +11844,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_014.wav,इसलिए यह भवन जो मेरा कहलाता है जिस पर तुम भरोसा रखते हो और यह स्थान जो मैंने तुम को और तुम्हारे पूर्वजों को दिया था इसकी दशा मैं शीलो की सी कर दूँगा +11845,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_015.wav,और जैसा मैंने तुम्हारे सब भाइयों को अर्थात् सारे एप्रैमियों को अपने सामने से दूर कर दिया है वैसा ही तुम को भी दूर कर दूँगा +11846,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_016.wav,इस प्रजा के लिये तू प्रार्थना मत कर न इन लोगों के लिये ऊँचे स्वर से पुकार न मुझसे विनती कर क्योंकि मैं तेरी नहीं सुनूँगा +11847,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_017.wav,क्या तू नहीं देखता कि ये लोग यहूदा के नगरों और यरूशलेम की सड़कों में क्या कर रहे हैं +11848,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_018.wav,देख बालबच्चे तो ईंधन बटोरते बाप आग सुलगाते और स्त्रियाँ आटा गुँधत‍ी हैं कि स्वर्ग की रानी के लिये रोटियाँ चढ़ाएँ और मुझे क्रोधित करने के लिये दूसरे देवताओं के लिये तपावन दें +11849,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_019.wav,यहोवा की यह वाणी है क्या वे मुझी को क्रोध दिलाते हैं क्या वे अपने ही को नहीं जिससे उनके मुँह पर उदासी छाए +11850,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_020.wav,अतः प्रभु यहोवा ने यह कहा है क्या मनुष्य क्या पशु क्या मैदान के वृक्ष क्या भूमि की उपज उन सब पर जो इस स्थान में हैं मेरे कोप की आग भड़कने पर है वह नित्य जलती रहेगी और कभी न बुझेगी +11851,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_021.wav,सेनाओं का यहोवा जो इस्राएल का परमेश्वर है यह कहता है अपने मेलबलियों के साथ अपने होमबलि भी चढ़ाओ और माँस खाओ +11852,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_022.wav,क्योंकि जिस समय मैंने तुम्हारे पूर्वजों को मिस्र देश में से निकाला उस समय मैंने उन्हें होमबलि और मेलबलि के विषय कुछ आज���ञा न दी थी +11853,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_023.wav,परन्तु मैंने तो उनको यह आज्ञा दी कि मेरे वचन को मानो तब मैं तुम्हारा परमेश्वर होऊँगा और तुम मेरी प्रजा ठहरोगे और जिस मार्ग की मैं तुम्हें आज्ञा दूँ उसी में चलो तब तुम्हारा भला होगा +11854,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_024.wav,पर उन्होंने मेरी न सुनी और न मेरी बातों पर कान लगाया वे अपनी ही युक्तियों और अपने बुरे मन के हठ पर चलते रहे और पीछे हट गए पर आगे न बढ़े +11855,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_025.wav,जिस दिन तुम्हारे पुरखा मिस्र देश से निकले उस दिन से आज तक मैं तो अपने सारे दासों भविष्यद्वक्ताओं को तुम्हारे पास बड़े यत्न से लगातार भेजता रहा +11856,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_026.wav,परन्तु उन्होंने मेरी नहीं सुनी न अपना कान लगाया उन्होंने हठ किया और अपने पुरखाओं से बढ़कर बुराइयाँ की हैं +11857,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_027.wav,तू सब बातें उनसे कहेगा पर वे तेरी न सुनेंगे तू उनको बुलाएगा पर वे न बोलेंगे +11858,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_028.wav,तब तू उनसे कह देना यह वही जाति है जो अपने परमेश्वर यहोवा की नहीं सुनती और ताड़ना से भी नहीं मानती सच्चाई नाश हो गई और उनके मुँह से दूर हो गई है +11859,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_029.wav,अपने बाल मुँण्ड़ाकर फेंक दे मुँण्ड़े टीलों पर चढ़कर विलाप का गीत गा क्योंकि यहोवा ने इस समय के निवासियों पर क्रोध किया और उन्हें निकम्मा जानकर त्याग दिया है +11860,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_030.wav,यहोवा की यह वाणी है इसका कारण यह है कि यहूदियों ने वह काम किया है जो मेरी दृष्टि में बुरा है उन्होंने उस भवन में जो मेरा कहलाता है अपनी घृणित वस्तुएँ रखकर उसे अशुद्ध कर दिया है +11861,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_031.wav,और उन्होंने हिन्नोमवंशियों की तराई में तोपेत नामक ऊँचे स्थान बनाकर अपने बेटेबेटियों को आग में जलाया है जिसकी आज्ञा मैंने कभी नहीं दी और न मेरे मन में वह कभी आया +11862,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_032.wav,यहोवा की यह वाणी है इसलिए ऐसे दिन आते हैं कि वह तराई फिर न तो तोपेत की और न हिन्नोमवंशियों की कहलाएगी वरन् घात की तराई कहलाएगी और तोपेत में इतनी कब्रें होंगी कि और स्थान न रहेगा +11863,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_033.wav,इसलिए इन लोगों की लोथें आकाश के पक्षियों और पृथ्वी के पशुओं का आहार होंगी और उनको भगानेवाला कोई न रहेगा +11864,data/cleaned/hindi/JER/JER_007_034.wav,उस समय मैं ऐसा करूँगा कि यहूदा के नगरों और यरूशलेम की सड़कों में न तो हर्ष और आनन्द का शब्द सुन पड़ेगा और न दुल्हे और न दुल्हन का क्योंकि देश उजाड़ ही उजाड़ हो जाएगा +11865,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_001.wav,यहोवा की यह वाण��� है उस समय यहूदा के राजाओं हाकिमों याजकों भविष्यद्वक्ताओं और यरूशलेम के रहनेवालों की हड्डियाँ कब्रों में से निकालकर +11866,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_002.wav,सूर्य चन्द्रमा और आकाश के सारे गणों के सामने फैलाई जाएँगी क्योंकि वे उन्हीं से प्रेम रखते उन्हीं की सेवा करते उन्हीं के पीछे चलते और उन्हीं के पास जाया करते और उन्हीं को दण्डवत् करते थे और न वे इकट्ठी की जाएँगी न कब्र में रखी जाएँगी वे भूमि के ऊपर खाद के समान पड़ी रहेंगी +11867,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_003.wav,तब इस बुरे कुल के बचे हुए लोग उन सब स्थानों में जिसमें से मैंने उन्हें निकाल दिया है जीवन से मृत्यु ही को अधिक चाहेंगे सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +11868,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_004.wav,तू उनसे यह भी कह यहोवा यह कहता है कि जब मनुष्य गिरते हैं तो क्या फिर नहीं उठते +11869,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_005.wav,जब कोई भटक जाता है तो क्या वह लौट नहीं आता फिर क्या कारण है कि ये यरूशलेमी सदा दूर ही दूर भटकते जाते हैं ये छल नहीं छोड़ते और फिर लौटने से इन्कार करते हैं +11870,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_006.wav,मैंने ध्यान देकर सुना परन्तु ये ठीक नहीं बोलते इनमें से किसी ने अपनी बुराई से पछताकर नहीं कहा हाय मैंने यह क्या किया है जैसा घोड़ा लड़ाई में वेग से दौड़ता है वैसे ही इनमें से हर एक जन अपनी ही दौड़ में दौड़ता है +11871,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_007.wav,आकाश में सारस भी अपने नियत समयों को जानता है और पंडुकी सूपाबेनी और बगुला भी अपने आने का समय रखते हैं परन्तु मेरी प्रजा यहोवा का नियम नहीं जानती +11872,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_008.wav,तुम कैसे कह सकते हो कि हम बुद्धिमान हैं और यहोवा की दी हुई व्यवस्था हमारे साथ है परन्तु उनके शास्त्रियों ने उसका झूठा विवरण लिखकर उसको झूठ बना दिया है +11873,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_009.wav,बुद्धिमान लज्जित हो गए वे विस्मित हुए और पकड़े गए देखो उन्होंने यहोवा के वचन को निकम्मा जाना है उनमें बुद्धि कहाँ रही +11874,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_010.wav,इस कारण मैं उनकी स्त्रियों को दूसरे पुरुषों के और उनके खेत दूसरे अधिकारियों के वश में कर दूँगा क्योंकि छोटे से लेकर बड़े तक वे सब के सब लालची हैं क्या भविष्यद्वक्ता क्या याजक वे सब छल से काम करते हैं +11875,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_011.wav,उन्होंने शान्ति है शान्ति ऐसा कह कहकर मेरी प्रजा के घाव को ऊपर ही ऊपर चंगा किया परन्तु शान्ति कुछ भी नहीं है +11876,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_012.wav,क्या वे घृणित काम करके लज्जित हुए नहीं वे कुछ भी लज्जित नहीं हुए वे लज्जित होना जा��ते ही नहीं इस कारण जब और लोग नीचे गिरें तब वे भी गिरेंगे जब उनके दण्ड का समय आएगा तब वे भी ठोकर खाकर गिरेंगे यहोवा का यही वचन है +11877,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_013.wav,यहोवा की यह भी वाणी है मैं उन सभी का अन्त कर दूँगा न तो उनकी दाखलताओं में दाख पाई जाएँगी और न अंजीर के वृक्ष में अंजीर वरन् उनके पत्ते भी सूख जाएँगे और जो कुछ मैंने उन्हें दिया है वह उनके पास से जाता रहेगा +11878,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_014.wav,हम क्यों चुपचाप बैठे हैं आओ हम चलकर गढ़वाले नगरों में इकट्ठे नाश हो जाएँ क्योंकि हमारा परमेश्वर यहोवा हमको नाश करना चाहता है और हमें विष पीने को दिया है क्योंकि हमने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है +11879,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_015.wav,हम शान्ति की बाट जोहते थे परन्तु कुछ कल्याण नहीं मिला और चंगाई की आशा करते थे परन्तु घबराना ही पड़ा है +11880,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_016.wav,उनके घोड़ों का फुर्राना दान से सुनाई देता है और बलवन्त घोड़ों के हिनहिनाने के शब्द से सारा देश काँप उठा है उन्होंने आकर हमारे देश को और जो कुछ उसमें है और हमारे नगर को निवासियों समेत नाश किया है +11881,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_017.wav,क्योंकि देखो मैं तुम्हारे बीच में ऐसे साँप और नाग भेजूँगा जिन पर मंत्र न चलेगा और वे तुम को डसेंगे यहोवा की यही वाणी है +11882,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_018.wav,हाय हाय इस शोक की दशा में मुझे शान्ति कहाँ से मिलेगी मेरा हृदय भीतर ही भीतर तड़पता है +11883,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_019.wav,मुझे अपने लोगों की चिल्लाहट दूर के देश से सुनाई देती है क्या यहोवा सिय्योन में नहीं हैं क्या उसका राजा उसमें नहीं उन्होंने क्यों मुझ को अपनी खोदी हुई मूरतों और परदेश की व्यर्थ वस्तुओं के द्वारा क्यों क्रोध दिलाया है +11884,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_020.wav,कटनी का समय बीत गया फल तोड़ने की ॠतु भी समाप्त हो गई और हमारा उद्धार नहीं हुआ +11885,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_021.wav,अपने लोगों के दुःख से मैं भी दुःखित हुआ मैं शोक का पहरावा पहने अति अचम्भे में डूबा हूँ +11886,data/cleaned/hindi/JER/JER_008_022.wav,क्या गिलाद देश में कुछ बलसान की औषधि नहीं क्या उसमें कोई वैद्य नहीं यदि है तो मेरे लोगों के घाव क्यों चंगे नहीं हुए +11887,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_001.wav,भला होता कि मेरा सिर जल ही जल और मेरी आँखें आँसुओं का सोता होतीं कि मैं रात दिन अपने मारे गए लोगों के लिये रोता रहता +11888,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_002.wav,भला होता कि मुझे जंगल में बटोहियों का कोई टिकाव मिलता कि मैं अपने लोगों को छोड़कर वहीं चला जाता क्योंकि वे सब व्यभिचारी हैं वे विश्वासघातियों का समाज हैं +11889,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_003.wav,अपनीअपनी जीभ को वे धनुष के समान झूठ बोलने के लिये तैयार करते हैं और देश में बलवन्त तो हो गए परन्तु सच्चाई के लिये नहीं वे बुराई पर बुराई बढ़ाते जाते हैं और वे मुझ को जानते ही नहीं यहोवा की यही वाणी है +11890,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_004.wav,अपनेअपने संगी से चौकस रहो अपने भाई पर भी भरोसा न रखो क्योंकि सब भाई निश्चय अड़ंगा मारेंगे और हर एक पड़ोसी लुतराई करते फिरेंगे +11891,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_005.wav,वे एक दूसरे को ठगेंगे और सच नहीं बोलेंगे उन्होंने झूठ ही बोलना सीखा है और कुटिलता ही में परिश्रम करते हैं +11892,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_006.wav,तेरा निवास छल के बीच है छल ही के कारण वे मेरा ज्ञान नहीं चाहते यहोवा की यही वाणी है +11893,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_007.wav,इसलिए सेनाओं का यहोवा यह कहता है देख मैं उनको तपाकर परखूँगा क्योंकि अपनी प्रजा के कारण मैं उनसे और क्या कर सकता हूँ +11894,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_008.wav,उनकी जीभ काल के तीर के समान बेधनेवाली है उससे छल की बातें निकलती हैं वे मुँह से तो एक दूसरे से मेल की बात बोलते हैं पर मन ही मन एक दूसरे की घात में लगे रहते हैं +11895,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_009.wav,क्या मैं ऐसी बातों का दण्ड न दूँ यहोवा की यह वाणी है क्या मैं ऐसी जाति से अपना पलटा न लूँ +11896,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_010.wav,मैं पहाड़ों के लिये रो उठूँगा और शोक का गीत गाऊँगा और जंगल की चराइयों के लिये विलाप का गीत गाऊँगा क्योंकि वे ऐसे जल गए हैं कि कोई उनमें से होकर नहीं चलता और उनमें पशुओं का शब्द भी नहीं सुनाई पड़ता पशुपक्षी सब भाग गए हैं +11897,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_011.wav,मैं यरूशलेम को खण्डहर बनाकर गीदड़ों का स्थान बनाऊँगा और यहूदा के नगरों को ऐसा उजाड़ दूँगा कि उनमें कोई न बसेगा +11898,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_012.wav,जो बुद्धिमान पुरुष हो वह इसका भेद समझ ले और जिसने यहोवा के मुख से इसका कारण सुना हो वह बता दे देश का नाश क्यों हुआ क्यों वह जंगल के समान ऐसा जल गया कि उसमें से होकर कोई नहीं चलता +11899,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_013.wav,और यहोवा ने कहा क्योंकि उन्होंने मेरी व्यवस्था को जो मैंने उनके आगे रखी थी छोड़ दिया और न मेरी बात मानी और न उसके अनुसार चले हैं +11900,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_014.wav,वरन् वे अपने हठ पर बाल नामक देवताओं के पीछे चले जैसा उनके पुरखाओं ने उनको सिखाया +11901,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_015.wav,इस कारण सेनाओं का यहोवा इस्राएल का परमेश्वर यह कहता है सुन मैं अपनी इस प्रजा को कड़वी वस्तु खिलाऊँगा और विष पिलाऊँगा +11902,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_016.wav,मैं उन लोगों को ऐसी जातियों में तितरबितर करूँगा जिन्हें न तो वे न उनके पुरखा जानते थे और जब तक उनका अन्त न हो जाए तब तक मेरी ओर से तलवार उनके पीछे पड़ी रहेगी +11903,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_017.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है सोचो और विलाप करनेवालियों को बुलाओ बुद्धिमान स्त्रियों को बुलवा भेजो +11904,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_018.wav,वे फुर्ती करके हम लोगों के लिये शोक का गीत गाएँ कि हमारी आँखों से आँसू बह चलें और हमारी पलकें जल बहाए +11905,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_019.wav,सिय्योन से शोक का यह गीत सुन पड़ता है हम कैसे नाश हो गए हम क्यों लज्जा में पड़ गए हैं क्योंकि हमको अपना देश छोड़ना पड़ा और हमारे घर गिरा दिए गए हैं +11906,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_020.wav,इसलिए हे स्त्रियों यहोवा का यह वचन सुनो और उसकी यह आज्ञा मानो तुम अपनीअपनी बेटियों को शोक का गीत और अपनीअपनी पड़ोसिनों को विलाप का गीत सिखाओ +11907,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_021.wav,क्योंकि मृत्यु हमारी खिड़कियों से होकर हमारे महलों में घुस आई है कि हमारी सड़कों में बच्चों को और चौकों में जवानों को मिटा दे +11908,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_022.wav,तू कह यहोवा यह कहता है मनुष्यों की लोथें ऐसी पड़ी रहेंगी जैसा खाद खेत के ऊपर और पूलियाँ काटनेवाले के पीछे पड़ी रहती हैं और उनका कोई उठानेवाला न होगा +11909,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_023.wav,यहोवा यह कहता है बुद्धिमान अपनी बुद्धि पर घमण्ड न करे न वीर अपनी वीरता पर न धनी अपने धन पर घमण्ड करे +11910,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_024.wav,परन्तु जो घमण्ड करे वह इसी बात पर घमण्ड करे कि वह मुझे जानता और समझता है कि मैं ही वह यहोवा हूँ जो पृथ्वी पर करुणा न्याय और धार्मिकता के काम करता है क्योंकि मैं इन्हीं बातों से प्रसन्न रहता हूँ +11911,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_025.wav,देखो यहोवा की यह वाणी है कि ऐसे दिन आनेवाले हैं कि जिनका खतना हुआ हो उनको खतनारहितों के समान दण्ड दूँगा +11912,data/cleaned/hindi/JER/JER_009_026.wav,अर्थात् मिस्रियों यहूदियों एदोमियों अम्मोनियों मोआबियों को और उन रेगिस्तान के निवासियों के समान जो अपने गाल के बालों को मुँण्डा डालते हैं क्योंकि ये सब जातियाँ तो खतनारहित हैं और इस्राएल का सारा घराना भी मन में खतनारहित है +11913,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_001.wav,यहोवा यह कहता है हे इस्राएल के घराने जो वचन यहोवा तुम से कहता है उसे सुनो +11914,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_002.wav,अन्यजातियों की चाल मत सीखो न उनके समान आकाश के चिन्हों से विस्मित हो इसलिए कि अन्यजाति लोग उनसे विस्मित होते हैं +11915,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_003.wav,क्योंकि देशों के लोगों की रीतियाँ तो निकम्मी हैं मूरत तो वन में से किसी का काटा हुआ काठ है जिसे कारीगर ने बसूले से बनाया है +11916,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_004.wav,लोग उसको सोनेचाँदी से सजाते और हथौड़े से कील ठोंकठोंककर दृढ़ करते हैं कि वह हिलडुल न सके +11917,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_005.wav,वे ककड़ी के खेत में खड़े पुतले के समान हैं पर बोल नहीं सकती उन्हें उठाए फिरना पड़ता है क्योंकि वे चल नहीं सकती उनसे मत डरो क्योंकि न तो वे कुछ बुरा कर सकती हैं और न कुछ भला +11918,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_006.wav,हे यहोवा तेरे समान कोई नहीं है तू महान है और तेरा नाम पराक्रम में बड़ा है +11919,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_007.wav,हे सब जातियों के राजा तुझ से कौन न डरेगा क्योंकि यह तेरे योग्य है अन्यजातियों के सारे बुद्धिमानों में और उनके सारे राज्यों में तेरे समान कोई नहीं है +11920,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_008.wav,वे मूर्ख और निर्बुद्धि है मूर्तियों से क्या शिक्षा वे तो काठ ही हैं +11921,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_009.wav,पत्तर बनाई हुई चाँदी तर्शीश से लाई जाती है और ऊफाज से सोना वे कारीगर और सुनार के हाथों की कारीगरी हैं उनके पहरावे नीले और बैंगनी रंग के वस्त्र हैं उनमें जो कुछ है वह निपुण कारीगरों की कारीगरी ही है +11922,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_010.wav,परन्तु यहोवा वास्तव में परमेश्वर है जीवित परमेश्वर और सदा का राजा वही है उसके प्रकोप से पृथ्वी काँपती है और जातिजाति के लोग उसके क्रोध को सह नहीं सकते +11923,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_011.wav,तुम उनसे यह कहना ये देवता जिन्होंने आकाश और पृथ्वी को नहीं बनाया वे पृथ्वी के ऊपर से और आकाश के नीचे से नष्ट हो जाएँगे +11924,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_012.wav,उसी ने पृथ्वी को अपनी सामर्थ्य से बनाया उसने जगत को अपनी बुद्धि से स्थिर किया और आकाश को अपनी प्रवीणता से तान दिया है +11925,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_013.wav,जब वह बोलता है तब आकाश में जल का बड़ा शब्द होता है और पृथ्वी की छोर से वह कुहरे को उठाता है वह वर्षा के लिये बिजली चमकाता और अपने भण्डार में से पवन चलाता है +11926,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_014.wav,सब मनुष्य मूर्ख और ज्ञानरहित हैं अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण सब सुनारों की आशा टूटती है क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें झूठी हैं और उनमें साँस ही नहीं है +11927,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_015.wav,वे व्यर्थ और ठट्ठे ही के योग्य हैं जब उनके दण्ड का समय आएगा तब वे नाश हो जाएँगीं +11928,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_016.wav,परन्तु याकूब का निज भाग उनके समान नहीं है क्योंकि वह तो सब का सृजनहार है और इस्राएल उसके निज भाग का गोत्र है सेनाओं का यहोवा उसका नाम है +11929,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_017.wav,हे घेरे हुए नगर की रहनेवाली अपनी गठरी भूमि पर से उठा +11930,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_018.wav,क्योंकि यहोवा यह कहता है मैं अब की बार इस देश के रहनेवालों को मानो गोफन में रखकर फेंक दूँगा और उन्हें ऐसेऐसे संकट में डालूँगा कि उनकी समझ में भी नहीं आएगा +11931,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_019.wav,मुझ पर हाय मेरा घाव चंगा होने का नहीं फिर मैंने सोचा यह तो रोग ही है इसलिए मुझ को इसे सहना चाहिये +11932,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_020.wav,मेरा तम्बू लूटा गया और सब रस्सियाँ टूट गई हैं मेरे बच्चे मेरे पास से चले गए और नहीं हैं अब कोई नहीं रहा जो मेरे तम्बू को ताने और मेरी कनातें खड़ी करे +11933,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_021.wav,क्योंकि चरवाहे पशु सरीखे हैं और वे यहोवा को नहीं पुकारते इसी कारण वे बुद्धि से नहीं चलते और उनकी सब भेड़ें तितरबितर हो गई हैं +11934,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_022.wav,सुन एक शब्द सुनाई देता है देख वह आ रहा है उत्तर दिशा से बड़ा हुल्लड़ मच रहा है ताकि यहूदा के नगरों को उजाड़ कर गीदड़ों का स्थान बना दे +11935,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_023.wav,हे यहोवा मैं जान गया हूँ कि मनुष्य का मार्ग उसके वश में नहीं है मनुष्य चलता तो है परन्तु उसके डग उसके अधीन नहीं हैं +11936,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_024.wav,हे यहोवा मेरी ताड़ना कर पर न्याय से क्रोध में आकर नहीं कहीं ऐसा न हो कि मैं नाश हो जाऊँ +11937,data/cleaned/hindi/JER/JER_010_025.wav,जो जाति तुझे नहीं जानती और जो तुझ से प्रार्थना नहीं करते उन्हीं पर अपनी जलजलाहट उण्डेल क्योंकि उन्होंने याकूब को निगल लिया वरन् उसे खाकर अन्त कर दिया है और उसके निवासस्थान को उजाड़ दिया है +11938,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_001.wav,यहोवा का यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +11939,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_002.wav,इस वाचा के वचन सुनो और यहूदा के पुरुषों और यरूशलेम के रहनेवालों से कहो +11940,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_003.wav,उनसे कहो इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है श्रापित है वह मनुष्य जो इस वाचा के वचन न माने +11941,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_004.wav,जिसे मैंने तुम्हारे पुरखाओं के साथ लोहे की भट्ठी अर्थात् मिस्र देश में से निकालने के समय यह कहकर बाँधी थी मेरी सुनो और जितनी आज्ञाएँ मैं तुम्हें देता हूँ उन सभी का पालन करो इससे तुम मेरी प्रजा ठहरोगे और मैं तुम्हारा परमेश्वर ठहरूँगा +11942,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_005.wav,और जो शपथ मैंने तुम्हारे पितरों से खाई थी कि जिस देश में दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं उसे मैं तुम को दूँगा उसे पूरी करूँगा और देखो वह पूरी हुई है यह सुनकर मैंने कहा हे यहोवा आमीन +11943,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_006.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा ये सब वचन यहूदा के नगरों और यरूशलेम की सड़कों में प्रचार करके कह इस वाचा के वचन सुनो और उसके अनुसार चलो +11944,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_007.wav,क्योंकि जिस समय से मैं तुम्हारे पुरखाओं को मिस्र देश से छुड़ा ले आया तब से आज के दिन तक उनको दृढ़ता से चिताता आया हूँ मेरी बात सुनों +11945,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_008.wav,परन्तु उन्होंने न सुनी और न मेरी बातों पर कान लगाया किन्तु अपनेअपने बुरे मन के हठ पर चलते रहे इसलिए मैंने उनके विषय इस वाचा की सब बातों को पूर्ण किया है जिसके मानने की मैंने उन्हें आज्ञा दी थी और उन्होंने न मानी +11946,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_009.wav,फिर यहोवा ने मुझसे कहा यहूदियों और यरूशलेम के निवासियों में विद्रोह पाया गया है +11947,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_010.wav,जैसे इनके पुरखा मेरे वचन सुनने से इन्कार करते थे वैसे ही ये भी उनके अधर्मों का अनुसरण करके दूसरे देवताओं के पीछे चलते और उनकी उपासना करते हैं इस्राएल और यहूदा के घरानों ने उस वाचा को जो मैंने उनके पूर्वजों से बाँधी थी तोड़ दिया है +11948,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_011.wav,इसलिए यहोवा यह कहता है देख मैं इन पर ऐसी विपत्ति डालने पर हूँ जिससे ये बच न सकेंगे और चाहे ये मेरी दुहाई दें तो भी मैं इनकी न सुनूँगा +11949,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_012.wav,उस समय यरूशलेम और यहूदा के नगरों के निवासी उन देवताओं की दुहाई देंगे जिनके लिये वे धूप जलाते हैं परन्तु वे उनकी विपत्ति के समय उनको कभी न बचा सकेंगे +11950,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_013.wav,हे यहूदा जितने तेरे नगर हैं उतने ही तेरे देवता भी हैं और यरूशलेम के निवासियों ने हर एक सड़क में उस लज्जापूर्ण बाल की वेदियाँ बनाबनाकर उसके लिये धूप जलाया है +11951,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_014.wav,इसलिए तू मेरी इस प्रजा के लिये प्रार्थना न करना न कोई इन लोगों के लिये ऊँचे स्वर से विनती करे क्योंकि जिस समय ये अपनी विपत्ति के मारे मेरी दुहाई देंगे तब मैं उनकी न सुनूँगा +11952,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_015.wav,मेरी प्रिया को मेरे घर में क्या काम है उसने तो बहुतों के साथ कुकर्म किया और तेरी पवित्रता पूरी रीति से जाती रही है जब तू बुराई करती है तब प्रसन्न होती है +11953,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_016.wav,यहोवा ने तुझको हरा मनोहर सुन्दर फलवाला जैतून तो कहा था परन्तु उसने बड़े हुल्लड़ के शब्द होते ही उसमें आग लगाई गई और उसकी डालियाँ तोड़ डाली गई +11954,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_017.wav,सेनाओं का यहोवा जिसने तुझे लगाया उसने तुझ पर विपत्ति डालने के लिये कहा है इसका कारण इस���राएल और यहूदा के घरानों की यह बुराई है कि उन्होंने मुझे रिस दिलाने के लिये बाल के निमित्त धूप जलाया +11955,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_018.wav,यहोवा ने मुझे बताया और यह बात मुझे मालूम हो गई क्योंकि यहोवा ही ने उनकी युक्तियाँ मुझ पर प्रगट की +11956,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_019.wav,मैं तो वध होनेवाले भेड़ के बच्चे के समान अनजान था मैं न जानता था कि वे लोग मेरी हानि की युक्तियाँ यह कहकर करते हैं आओ हम फल समेत इस वृक्ष को उखाड़ दें और जीवितों के बीच में से काट डालें तब इसका नाम तक फिर स्मरण न रहे +11957,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_020.wav,परन्तु अब हे सेनाओं के यहोवा हे धर्मी न्यायी हे अन्तःकरण की बातों के ज्ञाता तू उनका पलटा ले और मुझे दिखा क्योंकि मैंने अपना मुकद्दमा तेरे हाथ में छोड़ दिया है +11958,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_021.wav,इसलिए यहोवा ने मुझसे कहा अनातोत के लोग जो तेरे प्राण के खोजी हैं और यह कहते हैं कि तू यहोवा का नाम लेकर भविष्यद्वाणी न कर नहीं तो हमारे हाथों से मरेगा +11959,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_022.wav,इसलिए सेनाओं का यहोवा उनके विषय यह कहता है मैं उनको दण्ड दूँगा उनके जवान तलवार से और उनके लड़केलड़कियाँ भूखे मरेंगे +11960,data/cleaned/hindi/JER/JER_011_023.wav,और उनमें से कोई भी न बचेगा मैं अनातोत के लोगों पर यह विपत्ति डालूँगा उनके दण्ड का दिन आनेवाला है +11961,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_001.wav,हे यहोवा यदि मैं तुझ से मुकद्दमा लड़ूँ तो भी तू धर्मी है मुझे अपने साथ इस विषय पर वादविवाद करने दे दुष्टों की चाल क्यों सफल होती है क्या कारण है कि विश्वासघाती बहुत सुख से रहते हैं +11962,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_002.wav,तू उनको बोता और वे जड़ भी पकड़ते वे बढ़ते और फलते भी हैं तू उनके मुँह के निकट है परन्तु उनके मनों से दूर है +11963,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_003.wav,हे यहोवा तू मुझे जानता है तू मुझे देखता है और तूने मेरे मन की परीक्षा करके देखा कि मैं तेरी ओर किस प्रकार रहता हूँ जैसे भेड़बकरियाँ घात होने के लिये झुण्ड में से निकाली जाती हैं वैसे ही उनको भी निकाल ले और वध के दिन के लिये तैयार कर +11964,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_004.wav,कब तक देश विलाप करता रहेगा और सारे मैदान की घास सूखी रहेगी देश के निवासियों की बुराई के कारण पशुपक्षी सब नाश हो गए हैं क्योंकि उन लोगों ने कहा वह हमारे अन्त को न देखेगा +11965,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_005.wav,तू जो प्यादों ही के संग दौड़कर थक गया है तो घोड़ों के संग क्यों बराबरी कर सकेगा और यद्यपि तू शान्ति के इस देश में निडर है परन्तु यरदन के आसपास के घने जंगल में तू क्या कर���गा +11966,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_006.wav,क्योंकि तेरे भाई और तेरे घराने के लोगों ने भी तेरा विश्वासघात किया है वे तेरे पीछे ललकारते हैं यदि वे तुझ से मीठी बातें भी कहें तो भी उन पर विश्वास न करना +11967,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_007.wav,मैंने अपना घर छोड़ दिया अपना निज भाग मैंने त्याग दिया है मैंने अपनी प्राणप्रिया को शत्रुओं के वश में कर दिया है +11968,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_008.wav,क्योंकि मेरा निज भाग मेरे देखने में वन के सिंह के समान हो गया और मेरे विरुद्ध गरजा है इस कारण मैंने उससे बैर किया है +11969,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_009.wav,क्या मेरा निज भाग मेरी दृष्टि में चित्तीवाले शिकारी पक्षी के समान नहीं है क्या शिकारी पक्षी चारों ओर से उसे घेरे हुए हैं जाओ सब जंगली पशुओं को इकट्ठा करो उनको लाओ कि खा जाएँ +11970,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_010.wav,बहुत से चरवाहों ने मेरी दाख की बारी को बिगाड़ दिया उन्होंने मेरे भाग को लताड़ा वरन् मेरे मनोहर भाग के खेत को सुनसान जंगल बना दिया है +11971,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_011.wav,उन्होंने उसको उजाड़ दिया वह उजड़कर मेरे सामने विलाप कर रहा है सारा देश उजड़ गया है तो भी कोई नहीं सोचता +11972,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_012.wav,जंगल के सब मुंडे टीलों पर नाश करनेवाले चढ़ आए हैं क्योंकि यहोवा की तलवार देश के एक छोर से लेकर दूसरी छोर तक निगलती जाती है किसी मनुष्य को शान्ति नहीं मिलती +11973,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_013.wav,उन्होंने गेहूँ तो बोया परन्तु कँटीली झाड़ियाँ काटे उन्होंने कष्ट तो उठाया परन्तु उससे कुछ लाभ न हुआ यहोवा के क्रोध के भड़कने के कारण वे अपने खेतों की उपज के विषय में लज्जित हो +11974,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_014.wav,मेरे दुष्ट पड़ोसी उस भाग पर हाथ लगाते हैं जिसका भागी मैंने अपनी प्रजा इस्राएल को बनाया है उनके विषय यहोवा यह कहता है मैं उनको उनकी भूमि में से उखाड़ डालूँगा और यहूदा के घराने को भी उनके बीच में से उखाड़ूँगा +11975,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_015.wav,उन्हें उखाड़ने के बाद मैं फिर उन पर दया करूँगा और उनमें से हर एक को उसके निज भाग और भूमि में फिर से लगाऊँगा +11976,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_016.wav,यदि वे मेरी प्रजा की चाल सीखकर मेरे ही नाम की सौगन्ध यहोवा के जीवन की सौगन्ध खाने लगें जिस प्रकार से उन्होंने मेरी प्रजा को बाल की सौगन्ध खाना सिखाया था तब मेरी प्रजा के बीच उनका भी वंश बढ़ेगा +11977,data/cleaned/hindi/JER/JER_012_017.wav,परन्तु यदि वे न मानें तो मैं उस जाति को ऐसा उखाड़ूँगा कि वह फिर कभी न पनपेगी यहोवा की यही वाणी है +11978,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_001.wav,यहोवा ने मुझसे यह क���ा जाकर सनी की एक कमरबन्द मोल ले उसे कमर में बाँध और जल में मत भीगने दे +11979,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_002.wav,तब मैंने एक कमरबन्द मोल लेकर यहोवा के वचन के अनुसार अपनी कमर में बाँध ली +11980,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_003.wav,तब दूसरी बार यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +11981,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_004.wav,जो कमरबन्द तूने मोल लेकर कमर में कस ली है उसे फरात के तट पर ले जा और वहाँ उसे चट्टान की एक दरार में छिपा दे +11982,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_005.wav,यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार मैंने उसको फरात के तट पर ले जाकर छिपा दिया +11983,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_006.wav,बहुत दिनों के बाद यहोवा ने मुझसे कहा उठ फिर फरात के पास जा और जिस कमरबन्द को मैंने तुझे वहाँ छिपाने की आज्ञा दी उसे वहाँ से ले ले +11984,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_007.wav,तब मैं फरात के पास गया और खोदकर जिस स्थान में मैंने कमरबन्द को छिपाया था वहाँ से उसको निकाल लिया और देखो कमरबन्द बिगड़ गई थी वह किसी काम की न रही +11985,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_008.wav,तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा यहोवा यह कहता है +11986,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_009.wav,इसी प्रकार से मैं यहूदियों का घमण्ड और यरूशलेम का बड़ा गर्व नष्ट कर दूँगा +11987,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_010.wav,इस दुष्ट जाति के लोग जो मेरे वचन सुनने से इन्कार करते हैं जो अपने मन के हठ पर चलते दूसरे देवताओं के पीछे चलकर उनकी उपासना करते और उनको दण्डवत् करते हैं वे इस कमरबन्द के समान हो जाएँगे जो किसी काम की नहीं रही +11988,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_011.wav,यहोवा की यह वाणी है कि जिस प्रकार से कमरबन्द मनुष्य की कमर में कसी जाती है उसी प्रकार से मैंने इस्राएल के सारे घराने और यहूदा के सारे घराने को अपनी कमर में बाँध लिया था कि वे मेरी प्रजा बनें और मेरे नाम और कीर्ति और शोभा का कारण हों परन्तु उन्होंने न माना +11989,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_012.wav,इसलिए तू उनसे यह वचन कह इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है दाखमधु के सब कुप्पे दाखमधु से भर दिए जाएँगे तब वे तुझ से कहेंगे क्या हम नहीं जानते कि दाखमधु के सब कुप्पे दाखमधु से भर दिए जाएँगे +11990,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_013.wav,तब तू उनसे कहना यहोवा यह कहता है देखो मैं इस देश के सब रहनेवालों को विशेष करके दाऊदवंश की गद्दी पर विराजमान राजा और याजक और भविष्यद्वक्ता आदि यरूशलेम के सब निवासियों को अपनी कोपरूपी मदिरा पिलाकर अचेत कर दूँगा +11991,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_014.wav,तब मैं उन्हें एक दूसरे से टकरा दूँगा अर्थात् बाप को बेटे से और बेटे को बाप से यहोवा की यह वाणी है मैं उन पर कोमलता नहीं दिखाऊँगा न तर��� खाऊँगा और न दया करके उनको नष्ट होने से बचाऊँगा +11992,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_015.wav,देखो और कान लगाओ गर्व मत करो क्योंकि यहोवा ने यह कहा है +11993,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_016.wav,अपने परमेश्वर यहोवा की बड़ाई करो इससे पहले कि वह अंधकार लाए और तुम्हारे पाँव अंधेरे पहाड़ों पर ठोकर खाएँ और जब तुम प्रकाश का आसरा देखो तब वह उसको मृत्यु की छाया में बदल दे और उसे घोर अंधकार बना दे +11994,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_017.wav,पर यदि तुम इसे न सुनो तो मैं अकेले में तुम्हारे गर्व के कारण रोऊँगा और मेरी आँखों से आँसुओं की धारा बहती रहेगी क्योंकि यहोवा की भेड़ें बँधुआ कर ली गई हैं +11995,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_018.wav,राजा और राजमाता से कह नीचे बैठ जाओ क्योंकि तुम्हारे सिरों के शोभायमान मुकुट उतार लिए गए हैं +11996,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_019.wav,दक्षिण देश के नगर घेरे गए हैं कोई उन्हें बचा न सकेगा सम्पूर्ण यहूदी जाति बन्दी हो गई है वह पूरी रीति से बँधुआई में चली गई है +11997,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_020.wav,अपनी आँखें उठाकर उनको देख जो उत्तर दिशा से आ रहे हैं वह सुन्दर झुण्ड जो तुझे सौंपा गया था कहाँ है +11998,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_021.wav,जब वह तेरे उन मित्रों को तेरे ऊपर प्रधान ठहराएगा जिन्हें तूने अपनी हानि करने की शिक्षा दी है तब तू क्या कहेगी क्या उस समय तुझे जच्चा की सी पीड़ाएँ न उठेंगी +11999,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_022.wav,यदि तू अपने मन में सोचे कि ये बातें किस कारण मुझ पर पड़ी हैं तो तेरे बड़े अधर्म के कारण तेरा आँचल उठाया गया है और तेरी एड़ियाँ बलपूर्वक नंगी की गई हैं +12000,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_023.wav,क्या कूशी अपना चमड़ा या चीता अपने धब्बे बदल सकता है यदि वे ऐसा कर सके तो तू भी जो बुराई करना सीख गई है भलाई कर सकेगी +12001,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_024.wav,इस कारण मैं उनको ऐसा तितरबितर करूँगा जैसा भूसा जंगल के पवन से तितरबितर किया जाता है +12002,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_025.wav,यहोवा की यह वाणी है तेरा हिस्सा और मुझसे ठहराया हुआ तेरा भाग यही है क्योंकि तूने मुझे भूलकर झूठ पर भरोसा रखा है +12003,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_026.wav,इसलिए मैं भी तेरा आँचल तेरे मुँह तक उठाऊँगा तब तेरी लज्जा जानी जाएगी +12004,data/cleaned/hindi/JER/JER_013_027.wav,व्यभिचार और चोचला और छिनालपन आदि तेरे घिनौने काम जो तूने मैदान और टीलों पर किए हैं वे सब मैंने देखे हैं हे यरूशलेम तुझ पर हाय तू अपने आपको कब तक शुद्ध न करेगी और कितने दिन तक तू बनी रहेगी +12005,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_001.wav,यहोवा का वचन जो यिर्मयाह के पास सूखा पड़ने के विषय में पहुँचा +12006,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_002.wav,यहूदा विलाप करता और फाटकों में लोग शोक का पहरावा पहने हुए भूमि पर उदास बैठे हैं और यरूशलेम की चिल्लाहट आकाश तक पहुँच गई है +12007,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_003.wav,उनके बड़े लोग उनके छोटे लोगों को पानी के लिये भेजते हैं वे गड्ढों पर आकर पानी नहीं पाते इसलिए खाली बर्तन लिए हुए घर लौट जाते हैं वे लज्जित और निराश होकर सिर ढाँप लेते हैं +12008,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_004.wav,देश में वर्षा न होने से भूमि में दरार पड़ गई हैं इस कारण किसान लोग निराश होकर सिर ढाँप लेते हैं +12009,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_005.wav,हिरनी भी मैदान में बच्चा जनकर छोड़ जाती है क्योंकि हरी घास नहीं मिलती +12010,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_006.wav,जंगली गदहे भी मुंडे टीलों पर खड़े हुए गीदड़ों के समान हाँफते हैं उनकी आँखें धुँधला जाती हैं क्योंकि हरियाली कुछ भी नहीं है +12011,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_007.wav,हे यहोवा हमारे अधर्म के काम हमारे विरुद्ध साक्षी दे रहे हैं हम तेरा संग छोड़कर बहुत दूर भटक गए हैं और हमने तेरे विरुद्ध पाप किया है तो भी तू अपने नाम के निमित्त कुछ कर +12012,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_008.wav,हे इस्राएल के आधार संकट के समय उसका बचानेवाला तू ही है तू क्यों इस देश में परदेशी के समान है तू क्यों उस बटोही के समान है जो रात भर रहने के लिये कहीं टिकता हो +12013,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_009.wav,तू क्यों एक विस्मित पुरुष या ऐसे वीर के समान है जो बचा न सके तो भी हे यहोवा तू हमारे बीच में है और हम तेरे कहलाते हैं इसलिए हमको न तज +12014,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_010.wav,यहोवा ने इन लोगों के विषय यह कहा इनको ऐसा भटकना अच्छा लगता है ये कुकर्म में चलने से नहीं रुके इसलिए यहोवा इनसे प्रसन्न नहीं है वह इनका अधर्म स्मरण करेगा और उनके पाप का दण्ड देगा +12015,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_011.wav,फिर यहोवा ने मुझसे कहा इस प्रजा की भलाई के लिये प्रार्थना मत कर +12016,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_012.wav,चाहे वे उपवास भी करें तो भी मैं इनकी दुहाई न सुनूँगा और चाहे वे होमबलि और अन्नबलि चढ़ाएँ तो भी मैं उनसे प्रसन्न न होऊँगा मैं तलवार अकाल और मरी के द्वारा इनका अन्त कर डालूँगा +12017,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_013.wav,तब मैंने कहा हाय प्रभु यहोवा देख भविष्यद्वक्ता इनसे कहते हैं न तो तुम पर तलवार चलेगी और न अकाल होगी यहोवा तुम को इस स्थान में सदा की शान्ति देगा +12018,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_014.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा ये भविष्यद्वक्ता मेरा नाम लेकर झूठी भविष्यद्वाणी करते हैं मैंने उनको न तो भेजा और न कुछ आज्ञा दी और न उनसे कोई भी बात कही वे तुम लोगों से दर्शन का झूठा दावा करके अपने ही म��� से व्यर्थ और धोखे की भविष्यद्वाणी करते हैं +12019,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_015.wav,इस कारण जो भविष्यद्वक्ता मेरे बिना भेजे मेरा नाम लेकर भविष्यद्वाणी करते हैं उस देश में न तो तलवार चलेगी और न अकाल होगा उनके विषय यहोवा यह कहता है कि वे भविष्यद्वक्ता आप तलवार और अकाल के द्वारा नाश किए जाएँगे +12020,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_016.wav,और जिन लोगों से वे भविष्यद्वाणी कहते हैं वे अकाल और तलवार के द्वारा मर जाने पर इस प्रकार यरूशलेम की सड़कों में फेंक दिए जाएँगे कि न तो उनका न उनकी स्त्रियों का और न उनके बेटेबेटियों का कोई मिट्टी देनेवाला रहेगा क्योंकि मैं उनकी बुराई उन्हीं के ऊपर उण्डेलूँगा +12021,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_017.wav,तू उनसे यह बात कह मेरी आँखों से दिनरात आँसू लगातार बहते रहें वे न रुकें क्योंकि मेरे लोगों की कुँवारी बेटी बहुत ही कुचली गई और घायल हुई है +12022,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_018.wav,यदि मैं मैदान में जाऊँ तो देखो तलवार के मारे हुए पड़े हैं और यदि मैं नगर के भीतर आऊँ तो देखो भूख से अधमरे पड़े हैं क्योंकि भविष्यद्वक्ता और याजक देश में कमाई करते फिरते और समझ नहीं रखते हैं +12023,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_019.wav,क्या तूने यहूदा से बिलकुल हाथ उठा लिया क्या तू सिय्योन से घृणा करता है नहीं तूने क्यों हमको ऐसा मारा है कि हम चंगे हो ही नहीं सकते हम शान्ति की बाट जोहते रहे तो भी कुछ कल्याण नहीं हुआ और यद्यपि हम अच्छे हो जाने की आशा करते रहे तो भी घबराना ही पड़ा है +12024,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_020.wav,हे यहोवा हम अपनी दुष्टता और अपने पुरखाओं के अधर्म को भी मान लेते हैं क्योंकि हमने तेरे विरुद्ध पाप किया है +12025,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_021.wav,अपने नाम के निमित्त हमें न ठुकरा अपने तेजोमय सिंहासन का अपमान न कर जो वाचा तूने हमारे साथ बाँधी उसे स्मरण कर और उसे न तोड़ +12026,data/cleaned/hindi/JER/JER_014_022.wav,क्या जातिजाति की मूरतों में से कोई वर्षा कर सकता है क्या आकाश झड़ियाँ लगा सकता है हे हमारे परमेश्वर यहोवा क्या तू ही इन सब बातों का करनेवाला नहीं है हम तेरा ही आसरा देखते रहेंगे क्योंकि इन सारी वस्तुओं का सृजनहार तू ही है +12027,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_001.wav,फिर यहोवा ने मुझसे कहा यदि मूसा और शमूएल भी मेरे सामने खड़े होते तो भी मेरा मन इन लोगों की ओर न फिरता इनको मेरे सामने से निकाल दो कि वे निकल जाएँ +12028,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_002.wav,और यदि वे तुझ से पूछें हम कहाँ निकल जाएँ तो कहना यहोवा यह कहता है जो मरनेवाले हैं वे मरने को चले जाएँ जो तलवार से मरनेवाले हैं वे तलवार से मरने को जो अकाल से मरनेवाले हैं वे आकाल से मरने को और जो बन्दी बननेवाले हैं वे बँधुआई में चले जाएँ +12029,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_003.wav,मैं उनके विरुद्ध चार प्रकार के विनाश ठहराऊँगाः मार डालने के लिये तलवार फाड़ डालने के लिये कुत्ते नोच डालने के लिये आकाश के पक्षी और फाड़कर खाने के लिये मैदान के हिंसक जन्तु यहोवा की यह वाणी है +12030,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_004.wav,यह हिजकिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा मनश्शे के उन कामों के कारण होगा जो उसने यरूशलेम में किए हैं और मैं उन्हें ऐसा करूँगा कि वे पृथ्वी के राज्यराज्य में मारेमारे फिरेंगे +12031,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_005.wav,हे यरूशलेम तुझ पर कौन तरस खाएगा और कौन तेरे लिये शोक करेगा कौन तेरा कुशल पूछने को तेरी ओर मुड़ेगा +12032,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_006.wav,यहोवा की यह वाणी है कि तू मुझ को त्याग कर पीछे हट गई है इसलिए मैं तुझ पर हाथ बढ़ाकर तेरा नाश करूँगा क्योंकि मैं तरस खातेखाते थक गया हूँ +12033,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_007.wav,मैंने उनको देश के फाटकों में सूफ से फटक दिया है उन्होंने कुमार्ग को नहीं छोड़ा इस कारण मैंने अपनी प्रजा को निर्वंश कर दिया और नाश भी किया है +12034,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_008.wav,उनकी विधवाएँ मेरे देखने में समुद्र के रेतकणों से अधिक हो गई हैं उनके जवानों की माताओं के विरुद्ध दुपहरी ही को मैंने लुटेरों को ठहराया है मैंने उनको अचानक संकट में डाल दिया और घबरा दिया है +12035,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_009.wav,सात लड़कों की माता भी बेहाल हो गई और प्राण भी छोड़ दिया उसका सूर्य दोपहर ही को अस्त हो गया उसकी आशा टूट गई और उसका मुँह काला हो गया और जो रह गए हैं उनको भी मैं शत्रुओं की तलवार से मरवा डालूँगा यहोवा की यही वाणी है +12036,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_010.wav,हे मेरी माता मुझ पर हाय कि तूने मुझ ऐसे मनुष्य को उत्पन्न किया जो संसार भर से झगड़ा और वादविवाद करनेवाला ठहरा है न तो मैंने ब्याज के लिये रुपये दिए और न किसी से उधार लिए हैं तो भी लोग मुझे कोसते हैं परमेश्वर की प्रतिक्रिया +12037,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_011.wav,यहोवा ने कहा निश्चय मैं तेरी भलाई के लिये तुझे दृढ़ करूँगा विपत्ति और कष्ट के समय मैं शत्रु से भी तेरी विनती कराऊँगा +12038,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_012.wav,क्या कोई पीतल या लोहा अर्थात् उत्तर दिशा का लोहा तोड़ सकता है +12039,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_013.wav,तेरे सब पापों के कारण जो सर्वत्र देश में हुए हैं मैं तेरी धनसम्पत्ति और खजाने बिना दाम दिए लुट जाने दूँगा +12040,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_014.wav,मैं ऐसा करूँगा कि वह शत्रुओं के हाथ ऐसे देश में चला जाएगा जिसे तू नहीं जानती है क्योंकि मेरे क्रोध की आग भड़क उठी है और वह तुम को जलाएगी +12041,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_015.wav,हे यहोवा तू तो जानता है मुझे स्मरण कर और मेरी सुधि लेकर मेरे सतानेवालों से मेरा पलटा ले तू धीरज के साथ क्रोध करनेवाला है इसलिए मुझे न उठा ले तेरे ही निमित्त मेरी नामधराई हुई है +12042,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_016.wav,जब तेरे वचन मेरे पास पहुँचे तब मैंने उन्हें मानो खा लिया और तेरे वचन मेरे मन के हर्ष और आनन्द का कारण हुए क्योंकि हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा मैं तेरा कहलाता हूँ +12043,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_017.wav,तेरी छाया मुझ पर हुई मैं मन बहलानेवालों के बीच बैठकर प्रसन्न नहीं हुआ तेरे हाथ के दबाव से मैं अकेला बैठा क्योंकि तूने मुझे क्रोध से भर दिया था +12044,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_018.wav,मेरी पीड़ा क्यों लगातार बनी रहती है मेरी चोट की क्यों कोई औषधि नहीं है क्या तू सचमुच मेरे लिये धोखा देनेवाली नदी और सूखनेवाले जल के समान होगा +12045,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_019.wav,यह सुनकर यहोवा ने यह कहा यदि तू फिरे तो मैं फिर से तुझे अपने सामने खड़ा करूँगा यदि तू अनमोल को कहे और निकम्मे को न कहे तब तू मेरे मुख के समान होगा वे लोग तेरी ओर फिरेंगे परन्तु तू उनकी ओर न फिरना +12046,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_020.wav,मैं तुझको उन लोगों के सामने पीतल की दृढ़ शहरपनाह बनाऊँगा वे तुझ से लड़ेंगे परन्तु तुझ पर प्रबल न होंगे क्योंकि मैं तुझे बचाने और तेरा उद्धार करने के लिये तेरे साथ हूँ यहोवा की यह वाणी है मैं तुझे दुष्ट लोगों के हाथ से बचाऊँगा +12047,data/cleaned/hindi/JER/JER_015_021.wav,और उपद्रवी लोगों के पंजे से छुड़ा लूँगा +12048,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_001.wav,यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +12049,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_002.wav,इस स्थान में विवाह करके बेटेबेटियाँ मत जन्मा +12050,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_003.wav,क्योंकि जो बेटेबेटियाँ इस स्थान में उत्पन्न हों और जो माताएँ उन्हें जनें और जो पिता उन्हें इस देश में जन्माएँ +12051,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_004.wav,उनके विषय यहोवा यह कहता है वे बुरीबुरी बीमारियों से मरेंगे उनके लिये कोई छाती न पीटेगा न उनको मिट्टी देगा वे भूमि के ऊपर खाद के समान पड़े रहेंगे वे तलवार और अकाल से मर मिटेंगे और उनकी लोथें आकाश के पक्षियों और मैदान के पशुओं का आहार होंगी +12052,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_005.wav,यहोवा ने कहा जिस घर में रोना पीटना हो उसमें न जाना न छाती पीटने के लिये कहीं जाना और न इन लोगों के लिये शोक करना क्योंकि यहोवा की यह वाणी है कि मैंने अपनी शान्ति और करुणा और दया इन लोगों पर से उठा ली है +12053,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_006.wav,इस कारण इस देश के छोटेबड़े सब मरेंगे न तो इनको मिट्टी दी जाएगी न लोग छाती पीटेंगे न अपना शरीर चीरेंगे और न सिर मुँण्ड़ाएँगे इनके लिये कोई शोक करनेवालों को रोटी न बाटेंगे कि शोक में उन्हें शान्ति दें +12054,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_007.wav,और न लोग पिता या माता के मरने पर किसी को शान्ति के लिये कटोरे में दाखमधु पिलाएँगे +12055,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_008.wav,तू भोज के घर में इनके साथ खानेपीने के लिये न जाना +12056,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_009.wav,क्योंकि सेनाओं का यहोवा इस्राएल का परमेश्वर यह कहता है देख तुम लोगों के देखते और तुम्हारे ही दिनों में मैं ऐसा करूँगा कि इस स्थान में न तो हर्ष और न आनन्द का शब्द सुनाई पड़ेगा न दुल्हे और न दुल्हन का शब्द +12057,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_010.wav,जब तू इन लोगों से ये सब बातें कहे और वे तुझ से पूछें कि यहोवा ने हमारे ऊपर यह सारी बड़ी विपत्ति डालने के लिये क्यों कहा है हमारा अधर्म क्या है और हमने अपने परमेश्वर यहोवा के विरुद्ध कौन सा पाप किया है +12058,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_011.wav,तो तू इन लोगों से कहना यहोवा की यह वाणी है क्योंकि तुम्हारे पुरखा मुझे त्याग कर दूसरे देवताओं के पीछे चले और उनकी उपासना करके उनको दण्डवत् की और मुझ को त्याग दिया और मेरी व्यवस्था का पालन नहीं किया +12059,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_012.wav,और जितनी बुराई तुम्हारे पुरखाओं ने की थी उससे भी अधिक तुम करते हो क्योंकि तुम अपने बुरे मन के हठ पर चलते हो और मेरी नहीं सुनते +12060,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_013.wav,इस कारण मैं तुम को इस देश से उखाड़कर ऐसे देश में फेंक दूँगा जिसको न तो तुम जानते हो और न तुम्हारे पुरखा जानते थे और वहाँ तुम रातदिन दूसरे देवताओं की उपासना करते रहोगे क्योंकि वहाँ मैं तुम पर कुछ अनुग्रह न करूँगा +12061,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_014.wav,फिर यहोवा की यह वाणी हुई देखो ऐसे दिन आनेवाले हैं जिनमें फिर यह न कहा जाएगा यहोवा जो इस्राएलियों को मिस्र देश से छुड़ा ले आया उसके जीवन की सौगन्ध +12062,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_015.wav,वरन् यह कहा जाएगा यहोवा जो इस्राएलियों को उत्तर के देश से और उन सब देशों से जहाँ उसने उनको बँधुआ कर दिया था छुड़ा ले आया उसके जीवन की सौगन्ध क्योंकि मैं उनको उनके निज देश में जो मैंने उनके पूर्वजों को दिया था लौटा ले आऊँगा +12063,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_016.wav,देखो यहोवा की यह वाणी है कि मैं बहुत से मछुओं को बुलवा भेजूँगा कि वे इन लोगों को पक��़ लें और फिर मैं बहुत से बहेलियों को बुलवा भेजूँगा कि वे इनको अहेर करके सब पहाड़ों और पहाड़ियों पर से और चट्टानों की दरारों में से निकालें +12064,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_017.wav,क्योंकि उनका पूरा चालचलन मेरी आँखों के सामने प्रगट है वह मेरी दृष्टि से छिपा नहीं है न उनका अधर्म मेरी आँखों से गुप्त है इसलिए मैं उनके अधर्म और पाप का दूना दण्ड दूँगा +12065,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_018.wav,क्योंकि उन्होंने मेरे देश को अपनी घृणित वस्तुओं की लोथों से अशुद्ध किया और मेरे निज भाग को अपनी अशुद्धता से भर दिया है +12066,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_019.wav,हे यहोवा हे मेरे बल और दृढ़ गढ़ संकट के समय मेरे शरणस्थान जातिजाति के लोग पृथ्वी की चारों ओर से तेरे पास आकर कहेंगे निश्चय हमारे पुरखा झूठी व्यर्थ और निष्फल वस्तुओं को अपनाते आए हैं +12067,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_020.wav,क्या मनुष्य ईश्वरों को बनाए नहीं वे ईश्वर नहीं हो सकते +12068,data/cleaned/hindi/JER/JER_016_021.wav,इस कारण इस एक बार मैं इन लोगों को अपना भुजबल और पराक्रम दिखाऊँगा और वे जानेंगे कि मेरा नाम यहोवा है +12069,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_001.wav,यहूदा का पाप लोहे की टाँकी और हीरे की नोक से लिखा हुआ है वह उनके हृदयरूपी पटिया और उनकी वेदियों के सींगों पर भी खुदा हुआ है +12070,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_002.wav,उनकी वेदियाँ और अशेरा नामक देवियाँ जो हरे पेड़ों के पास और ऊँचे टीलों के ऊपर हैं वे उनके लड़कों को भी स्मरण रहती हैं +12071,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_003.wav,हे मेरे पर्वत तू जो मैदान में है तेरी धनसम्पत्ति और भण्डार मैं तेरे पाप के कारण लुट जाने दूँगा और तेरे पूजा के ऊँचे स्थान भी जो तेरे देश में पाए जाते हैं +12072,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_004.wav,तू अपने ही दोष के कारण अपने उस भाग का अधिकारी न रहने पाएगा जो मैंने तुझे दिया है और मैं ऐसा करूँगा कि तू अनजाने देश में अपने शत्रुओं की सेवा करेगा क्योंकि तूने मेरे क्रोध की आग ऐसी भड़काई है जो सर्वदा जलती रहेगी +12073,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_005.wav,यहोवा यह कहता है श्रापित है वह पुरुष जो मनुष्य पर भरोसा रखता है और उसका सहारा लेता है जिसका मन यहोवा से भटक जाता है +12074,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_006.wav,वह निर्जल देश के अधमरे पेड़ के समान होगा और कभी भलाई न देखेगा वह निर्जल और निर्जन तथा लोनछाई भूमि पर बसेगा +12075,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_007.wav,धन्य है वह पुरुष जो यहोवा पर भरोसा रखता है जिसने परमेश्वर को अपना आधार माना हो +12076,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_008.wav,वह उस वृक्ष के समान होगा जो नदी के किनारे पर लगा हो और उसकी जड़ जल के पास फैली हो जब धूप होगा तब उसको न लगेगा उसके पत्ते हरे रहेंगे और सूखे वर्ष में भी उनके विषय में कुछ चिन्ता न होगी क्योंकि वह तब भी फलता रहेगा +12077,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_009.wav,मन तो सब वस्तुओं से अधिक धोखा देनेवाला होता है उसमें असाध्य रोग लगा है उसका भेद कौन समझ सकता है +12078,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_010.wav,मैं यहोवा मन को खोजता और हृदय को जाँचता हूँ ताकि प्रत्येक जन को उसकी चालचलन के अनुसार अर्थात् उसके कामों का फल दूँ +12079,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_011.wav,जो अन्याय से धन बटोरता है वह उस तीतर के समान होता है जो दूसरी चिड़िया के दिए हुए अण्डों को सेती है उसकी आधी आयु में ही वह उस धन को छोड़ जाता है और अन्त में वह मूर्ख ही ठहरता है +12080,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_012.wav,हमारा पवित्र आराधनालय आदि से ऊँचे स्थान पर रखे हुए एक तेजोमय सिंहासन के समान है +12081,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_013.wav,हे यहोवा हे इस्राएल के आधार जितने तुझे छोड़ देते हैं वे सब लज्जित होंगे जो तुझ से भटक जाते हैं उनके नाम भूमि ही पर लिखे जाएँगे क्योंकि उन्होंने जीवन के जल के सोते यहोवा को त्याग दिया है +12082,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_014.wav,हे यहोवा मुझे चंगा कर तब मैं चंगा हो जाऊँगा मुझे बचा तब मैं बच जाऊँगा क्योंकि मैं तेरी ही स्तुति करता हूँ +12083,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_015.wav,सुन वे मुझसे कहते हैं यहोवा का वचन कहाँ रहा वह अभी पूरा हो जाए +12084,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_016.wav,परन्तु तू मेरा हाल जानता है मैंने तेरे पीछे चलते हुए उतावली करके चरवाहे का काम नहीं छोड़ा न मैंने उस आनेवाली विपत्ति के दिन की लालसा की है जो कुछ मैं बोला वह तुझ पर प्रगट था +12085,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_017.wav,मुझे न घबरा संकट के दिन तू ही मेरा शरणस्थान है +12086,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_018.wav,हे यहोवा मेरी आशा टूटने न दे मेरे सतानेवालों ही की आशा टूटे उन्हीं को विस्मित कर परन्तु मुझे निराशा से बचा उन पर विपत्ति डाल और उनको चकनाचूर कर दे +12087,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_019.wav,यहोवा ने मुझसे यह कहा जाकर सदर फाटक में खड़ा हो जिससे यहूदा के राजा वरन् यरूशलेम के सब रहनेवाले भीतरबाहर आयाजाया करते हैं +12088,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_020.wav,और उनसे कह हे यहूदा के राजाओं और सब यहूदियों हे यरूशलेम के सब निवासियों और सब लोगों जो इन फाटकों में से होकर भीतर जाते हो यहोवा का वचन सुनो +12089,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_021.wav,यहोवा यह कहता है सावधान रहो विश्राम के दिन कोई बोझ मत उठाओ और न कोई बोझ यरूशलेम के फाटकों के भीतर ले आओ +12090,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_022.wav,विश्राम के दिन अपनेअपने घर से भी कोई बोझ बाहर मत ले जाओ और न किसी रीति का कामकाज करो वरन् उस आज्ञा के अनुसार जो मैंने तुम्हारे पुरखाओं को दी थी विश्राम के दिन को पवित्र माना करो +12091,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_023.wav,परन्तु उन्होंने न सुना और न कान लगाया परन्तु इसके विपरीत हठ किया कि न सुनें और ताड़ना से भी न मानें +12092,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_024.wav,परन्तु यदि तुम सचमुच मेरी सुनो यहोवा की यह वाणी है और विश्राम के दिन इस नगर के फाटकों के भीतर कोई बोझ न ले आओ और विश्रामदिन को पवित्र मानो और उसमें किसी रीति का कामकाज न करो +12093,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_025.wav,तब तो दाऊद की गद्दी पर विराजमान राजा रथों और घोड़ों पर चढ़े हुए हाकिम और यहूदा के लोग और यरूशलेम के निवासी इस नगर के फाटकों से होकर प्रवेश किया करेंगे और यह नगर सर्वदा बसा रहेगा +12094,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_026.wav,लोग होमबलि मेलबलि अन्नबलि लोबान और धन्यवादबलि लिए हुए यहूदा के नगरों से और यरूशलेम के आसपास से बिन्यामीन के क्षेत्र और नीचे के देश से पहाड़ी देश और दक्षिण देश से यहोवा के भवन में आया करेंगे +12095,data/cleaned/hindi/JER/JER_017_027.wav,परन्तु यदि तुम मेरी सुनकर विश्राम के दिन को पवित्र न मानो और उस दिन यरूशलेम के फाटकों से बोझ लिए हुए प्रवेश करते रहो तो मैं यरूशलेम के फाटकों में आग लगाऊँगा और उससे यरूशलेम के महल भी भस्म हो जाएँगे और वह आग फिर न बुझेगी +12096,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_001.wav,यहोवा की ओर से यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा उठकर कुम्हार के घर जा +12097,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_002.wav,और वहाँ मैं तुझे अपने वचन सुनाऊँगा +12098,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_003.wav,इसलिए मैं कुम्हार के घर गया और क्या देखा कि वह चाक पर कुछ बना रहा है +12099,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_004.wav,जो मिट्टी का बर्तन वह बना रहा था वह बिगड़ गया तब उसने उसी का दूसरा बर्तन अपनी समझ के अनुसार बना दिया +12100,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_005.wav,तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +12101,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_006.wav,हे इस्राएल के घराने यहोवा की यह वाणी है कि इस कुम्हार के समान तुम्हारे साथ क्या मैं भी काम नहीं कर सकता देख जैसा मिट्टी कुम्हार के हाथ में रहती है वैसे ही हे इस्राएल के घराने तुम भी मेरे हाथ में हो +12102,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_007.wav,जब मैं किसी जाति या राज्य के विषय कहूँ कि उसे उखाड़ूँगा या ढा दूँगा अथवा नाश करूँगा +12103,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_008.wav,तब यदि उस जाति के लोग जिसके विषय मैंने यह बात कही हो अपनी बुराई से फिरें तो मैं उस विपत्ति के विषय जो मैंने उन पर डालने को ठाना हो पछताऊँगा +12104,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_009.wav,और जब मैं किसी जाति या राज्य के विषय कहूँ ��ि मैं उसे बनाऊँगा और रोपूँगा +12105,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_010.wav,तब यदि वे उस काम को करें जो मेरी दृष्टि में बुरा है और मेरी बात न मानें तो मैं उस भलाई के विषय जिसे मैंने उनके लिये करने को कहा हो पछताऊँगा +12106,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_011.wav,इसलिए अब तू यहूदा और यरूशलेम के निवासियों से यह कह यहोवा यह कहता है देखो मैं तुम्हारी हानि की युक्ति और तुम्हारे विरुद्ध प्रबन्ध कर रहा हूँ इसलिए तुम अपनेअपने बुरे मार्ग से फिरो और अपनाअपना चाल चलन और काम सुधारो +12107,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_012.wav,परन्तु वे कहते हैं ऐसा नहीं होने का हम तो अपनी ही कल्पनाओं के अनुसार चलेंगे और अपने बुरे मन के हठ पर बने रहेंगे +12108,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_013.wav,इस कारण प्रभु यहोवा यह कहता है जातिजाति से पूछ कि ऐसी बातें क्या कभी किसी के सुनने में आई है इस्राएल की कुमारी ने जो काम किया है उसके सुनने से रोमरोम खड़े हो जाते हैं +12109,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_014.wav,क्या लबानोन का हिम जो चट्टान पर से मैदान में बहता है बन्द हो सकता है क्या वह ठण्डा जल जो दूर से बहता है कभी सूख सकता है +12110,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_015.wav,परन्तु मेरी प्रजा मुझे भूल गई है वे निकम्मी मूर्तियों के लिये धूप जलाते हैं उन्होंने अपने प्राचीनकाल के मार्गों में ठोकर खाई है और राजमार्ग छोड़कर पगडण्डियों में भटक गए हैं +12111,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_016.wav,इससे उनका देश ऐसा उजाड़ हो गया है कि लोग उस पर सदा ताली बजाते रहेंगे और जो कोई उसके पास से चले वह चकित होगा और सिर हिलाएगा +12112,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_017.wav,मैं उनको पुरवाई से उड़ाकर शत्रु के सामने से तितरबितर कर दूँगा उनकी विपत्ति के दिन मैं उनको मुँह नहीं परन्तु पीठ दिखाऊँगा +12113,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_018.wav,तब वे कहने लगे चलो यिर्मयाह के विरुद्ध युक्ति करें क्योंकि न याजक से व्यवस्था न ज्ञानी से सम्मति न भविष्यद्वक्ता से वचन दूर होंगे आओ हम उसकी कोई बात पकड़कर उसको नाश कराएँ और फिर उसकी किसी बात पर ध्यान न दें +12114,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_019.wav,हे यहोवा मेरी ओर ध्यान दे और जो लोग मेरे साथ झगड़ते हैं उनकी बातें सुन +12115,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_020.wav,क्या भलाई के बदले में बुराई का व्यवहार किया जाए तू इस बात का स्मरण कर कि मैं उनकी भलाई के लिये तेरे सामने प्रार्थना करने को खड़ा हुआ जिससे तेरी जलजलाहट उन पर से उतर जाए और अब उन्होंने मेरे प्राण लेने के लिये गड्ढा खोदा है +12116,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_021.wav,इसलिए उनके बालबच्चों को भूख से मरने दे वे तलवार से कट मरें और उनकी स्त्रियाँ ���िर्वंश और विधवा हो जाएँ उनके पुरुष मरी से मरें और उनके जवान लड़ाई में तलवार से मारे जाएँ +12117,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_022.wav,जब तू उन पर अचानक शत्रुदल चढ़ाए तब उनके घरों से चिल्लाहट सुनाई दे क्योंकि उन्होंने मेरे लिये गड्ढा खोदा और मुझे फँसाने को फंदे लगाए हैं +12118,data/cleaned/hindi/JER/JER_018_023.wav,हे यहोवा तू उनकी सब युक्तियाँ जानता है जो वे मेरी मृत्यु के लिये करते हैं इस कारण तू उनके इस अधर्म को न ढाँप न उनके पाप को अपने सामने से मिटा वे तेरे देखते ही ठोकर खाकर गिर जाएँ अपने क्रोध में आकर उनसे इसी प्रकार का व्यवहार कर +12119,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_001.wav,यहोवा ने यह कहा तू जाकर कुम्हार से मिट्टी की बनाई हुई एक सुराही मोल ले और प्रजा के कुछ पुरनियों में से और याजकों में से भी कुछ प्राचीनों को साथ लेकर +12120,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_002.wav,हिन्नोमियों की तराई की ओर उस फाटक के निकट चला जा जहाँ ठीकरे फेंक दिए जाते हैं और जो वचन मैं कहूँ उसे वहाँ प्रचार कर +12121,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_003.wav,तू यह कहना हे यहूदा के राजाओं और यरूशलेम के सब निवासियों यहोवा का वचन सुनों इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है इस स्थान पर मैं ऐसी विपत्ति डालने पर हूँ कि जो कोई उसका समाचार सुने उस पर सन्नाटा छा जाएगा +12122,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_004.wav,क्योंकि यहाँ के लोगों ने मुझे त्याग दिया और इस स्थान में दूसरे देवताओं के लिये जिनको न तो वे जानते हैं और न उनके पुरखा या यहूदा के पुराने राजा जानते थे धूप जलाया है और इसको पराया कर दिया है और उन्होंने इस स्थान को निर्दोषों के लहू से भर दिया +12123,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_005.wav,और बाल की पूजा के ऊँचे स्थानों को बनाकर अपने बालबच्चों को बाल के लिये होम कर दिया यद्यपि मैंने कभी भी जिसकी आज्ञा नहीं दी न उसकी चर्चा की और न वह कभी मेरे मन में आया +12124,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_006.wav,इस कारण यहोवा की यह वाणी है कि ऐसे दिन आते हैं कि यह स्थान फिर तोपेत या हिन्नोमियों की तराई न कहलाएगा वरन् घात ही की तराई कहलाएगा +12125,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_007.wav,और मैं इस स्थान में यहूदा और यरूशलेम की युक्तियों को निष्फल कर दूँगा और उन्हें उनके प्राणों के शत्रुओं के हाथ की तलवार चलवाकर गिरा दूँगा उनकी लोथों को मैं आकाश के पक्षियों और भूमि के जीवजन्तुओं का आहार कर दूँगा +12126,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_008.wav,मैं इस नगर को ऐसा उजाड़ दूँगा कि लोग इसे देखकर डरेंगे जो कोई इसके पास से होकर जाए वह इसकी सब विपत्तियों के कारण चकित होगा और घबराएगा +12127,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_009.wav,और घिर जाने और उस सकेती के समय जिसमें उनके प्राण के शत्रु उन्हें डाल देंगे मैं उनके बेटेबेटियों का माँस उन्हें खिलाऊँगा और एक दूसरे का भी माँस खिलाऊँगा +12128,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_010.wav,तब तू उस सुराही को उन मनुष्यों के सामने तोड़ देना जो तेरे संग जाएँगे +12129,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_011.wav,और उनसे कहना सेनाओं का यहोवा यह कहता है कि जिस प्रकार यह मिट्टी का बर्तन जो टूट गया कि फिर बनाया न जा सके इसी प्रकार मैं इस देश के लोगों को और इस नगर को तोड़ डालूँगा और तोपेत नामक तराई में इतनी कब्रें होंगी कि कब्र के लिये और स्थान न रहेगा +12130,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_012.wav,यहोवा की यह वाणी है कि मैं इस स्थान और इसके रहनेवालों के साथ ऐसा ही काम करूँगा मैं इस नगर को तोपेत के समान बना दूँगा +12131,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_013.wav,और यरूशलेम के घर और यहूदा के राजाओं के भवन जिनकी छतों पर आकाश की सारी सेना के लिये धूप जलाया गया और अन्य देवताओं के लिये तपावन दिया गया है वे सब तोपेत के समान अशुद्ध हो जाएँगे +12132,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_014.wav,तब यिर्मयाह तोपेत से लौटकर जहाँ यहोवा ने उसे भविष्यद्वाणी करने को भेजा था यहोवा के भवन के आँगन में खड़ा हुआ और सब लोगों से कहने लगा +12133,data/cleaned/hindi/JER/JER_019_015.wav,इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है देखो सब गाँवों समेत इस नगर पर वह सारी विपत्ति डालना चाहता हूँ जो मैंने इस पर लाने को कहा है क्योंकि उन्होंने हठ करके मेरे वचन को नहीं माना है +12134,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_001.wav,जब यिर्मयाह यह भविष्यद्वाणी कर रहा था तब इम्मेर का पुत्र पशहूर ने जो याजक और यहोवा के भवन का प्रधान रखवाला था वह सब सुना +12135,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_002.wav,तब पशहूर ने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता को मारा और उसे उस काठ में डाल दिया जो यहोवा के भवन के ऊपर बिन्यामीन के फाटक के पास है +12136,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_003.wav,सवेरे को जब पशहूर ने यिर्मयाह को काठ में से निकलवाया तब यिर्मयाह ने उससे कहा यहोवा ने तेरा नाम पशहूर नहीं मागोर्मिस्साबीब रखा है +12137,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_004.wav,क्योंकि यहोवा ने यह कहा है देख मैं तुझे तेरे लिये और तेरे सब मित्रों के लिये भी भय का कारण ठहराऊँगा वे अपने शत्रुओं की तलवार से तेरे देखते ही वध किए जाएँगे और मैं सब यहूदियों को बाबेल के राजा के वश में कर दूँगा वह उनको बन्दी कर बाबेल में ले जाएगा और तलवार से मार डालेगा +12138,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_005.wav,फिर मैं इस नगर के सारे धन को और इसमें की कमाई और सब अनमोल वस्तुओं को और यहूदा के राजाओं का जितना रखा हुआ धन है उस सब को उनके शत्रुओं के वश में कर दूँगा और वे उसको लूटकर अपना कर लेंगे और बाबेल में ले जाएँगे +12139,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_006.wav,और हे पशहूर तू उन सब समेत जो तेरे घर में रहते हैं बँधुआई में चला जाएगा अपने उन मित्रों समेत जिनसे तूने झूठी भविष्यद्वाणी की तू बाबेल में जाएगा और वहीं मरेगा और वहीं तुझे और उन्हें भी मिट्टी दी जाएगी +12140,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_007.wav,हे यहोवा तूने मुझे धोखा दिया और मैंने धोखा खाया तू मुझसे बलवन्त है इस कारण तू मुझ पर प्रबल हो गया दिन भर मेरी हँसी होती है सब कोई मुझसे ठट्ठा करते हैं +12141,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_008.wav,क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ उपद्रव और उत्पात हुआ हाँ उत्पात क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है +12142,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_009.wav,यदि मैं कहूँ मैं उसकी चर्चा न करूँगा न उसके नाम से बोलूँगा तो मेरे हृदय की ऐसी दशा होगी मानो मेरी हड्डियों में धधकती हुई आग हो और मैं अपने को रोकतेरोकते थक गया पर मुझसे रहा नहीं जाता +12143,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_010.wav,मैंने बहुतों के मुँह से अपनी निन्दा सुनी है चारों ओर भय ही भय है मेरी जानपहचान के सब जो मेरे ठोकर खाने की बाट जोहते हैं वे कहते हैं उसके दोष बताओ तब हम उनकी चर्चा फैला देंगे कदाचित् वह धोखा खाए तो हम उस पर प्रबल होकर उससे बदला लेंगे +12144,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_011.wav,परन्तु यहोवा मेरे साथ है वह भयंकर वीर के समान है इस कारण मेरे सतानेवाले प्रबल न होंगे वे ठोकर खाकर गिरेंगे वे बुद्धि से काम नहीं करते इसलिए उन्हें बहुत लज्जित होना पड़ेगा उनका अपमान सदैव बना रहेगा और कभी भूला न जाएगा +12145,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_012.wav,हे सेनाओं के यहोवा हे धर्मियों के परखनेवाले और हृदय और मन के ज्ञाता जो बदला तू उनसे लेगा उसे मैं देखूँ क्योंकि मैंने अपना मुकद्दमा तेरे ऊपर छोड़ दिया है +12146,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_013.wav,यहोवा के लिये गाओ यहोवा की स्तुति करो क्योंकि वह दरिद्र जन के प्राण को कुकर्मियों के हाथ से बचाता है +12147,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_014.wav,श्रापित हो वह दिन जिसमें मैं उत्पन्न हुआ जिस दिन मेरी माता ने मुझ को जन्म दिया वह धन्य न हो +12148,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_015.wav,श्रापित हो वह जन जिसने मेरे पिता को यह समाचार देकर उसको बहुत आनन्दित किया कि तेरे लड़का उत्पन्न हुआ है +12149,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_016.wav,उस जन की दशा उन नगरों की सी हो जिन्हें यहोव��� ने बिन दया ढा दिया उसे सवेरे तो चिल्लाहट और दोपहर को युद्ध की ललकार सुनाई दिया करे +12150,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_017.wav,क्योंकि उसने मुझे गर्भ ही में न मार डाला कि मेरी माता का गर्भाशय ही मेरी कब्र होती और मैं उसी में सदा पड़ा रहता +12151,data/cleaned/hindi/JER/JER_020_018.wav,मैं क्यों उत्पात और शोक भोगने के लिये जन्मा और कि अपने जीवन में परिश्रम और दुःख देखूँ और अपने दिन नामधराई में व्यतीत करूँ +12152,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_001.wav,यह वचन यहोवा की ओर से यिर्मयाह के पास उस समय पहुँचा जब सिदकिय्याह राजा ने उसके पास मल्किय्याह के पुत्र पशहूर और मासेयाह याजक के पुत्र सपन्याह के हाथ से यह कहला भेजा +12153,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_002.wav,हमारे लिये यहोवा से पूछ क्योंकि बाबेल का राजा नबूकदनेस्सर हमारे विरुद्ध युद्ध कर रहा है कदाचित् यहोवा हम से अपने सब आश्चर्यकर्मों के अनुसार ऐसा व्यवहार करे कि वह हमारे पास से चला जाए +12154,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_003.wav,तब यिर्मयाह ने उनसे कहा तुम सिदकिय्याह से यह कहो +12155,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_004.wav,इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है देखो युद्ध के जो हथियार तुम्हारे हाथों में है जिनसे तुम बाबेल के राजा और शहरपनाह के बाहर घेरनेवाले कसदियों से लड़ रहे हो उनको मैं लौटाकर इस नगर के बीच में इकट्ठा करूँगा +12156,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_005.wav,और मैं स्वयं हाथ बढ़ाकर और बलवन्त भुजा से और क्रोध और जलजलाहट और बड़े क्रोध में आकर तुम्हारे विरुद्ध लड़ूँगा +12157,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_006.wav,मैं इस नगर के रहनेवालों को क्या मनुष्य क्या पशु सब को मार डालूँगा वे बड़ी मरी से मरेंगे +12158,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_007.wav,उसके बाद यहोवा की यह वाणी है हे यहूदा के राजा सिदकिय्याह मैं तुझे तेरे कर्मचारियों और लोगों को वरन् जो लोग इस नगर में मरी तलवार और अकाल से बचे रहेंगे उनको बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर और उनके प्राण के शत्रुओं के वश में कर दूँगा वह उनको तलवार से मार डालेगा उन पर न तो वह तरस खाएगा न कुछ कोमलता दिखाएगा और न कुछ दया करेगा +12159,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_008.wav,इस प्रजा के लोगों से कह कि यहोवा यह कहता है देखो मैं तुम्हारे सामने जीवन का मार्ग और मृत्यु का मार्ग भी बताता हूँ +12160,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_009.wav,जो कोई इस नगर में रहे वह तलवार अकाल और मरी से मरेगा परन्तु जो कोई निकलकर उन कसदियों के पास जो तुम को घेर रहे हैं भाग जाए वह जीवित रहेगा और उसका प्राण बचेगा +12161,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_010.wav,क्योंकि यहोवा की यह वाणी है कि मैंने इस नगर की ओर अपना मुख भलाई के लिये नहीं वरन् बुराई ही के लिये किया है यह बाबेल के राजा के वश में पड़ जाएगा और वह इसको फुँकवा देगा +12162,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_011.wav,यहूदा के राजकुल के लोगों से कह यहोवा का वचन सुनो +12163,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_012.wav,हे दाऊद के घराने यहोवा यह कहता है भोर को न्याय चुकाओ और लुटे हुए को अंधेर करनेवाले के हाथ से छुड़ाओ नहीं तो तुम्हारे बुरे कामों के कारण मेरे क्रोध की आग भड़केगी और ऐसी जलती रहेगी कि कोई उसे बुझा न सकेगा +12164,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_013.wav,हे तराई में रहनेवाली और समथर देश की चट्टान तुम जो कहते हो हम पर कौन चढ़ाई कर सकेगा और हमारे वासस्थान में कौन प्रवेश कर सकेगा यहोवा कहता है कि मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ +12165,data/cleaned/hindi/JER/JER_021_014.wav,और यहोवा की वाणी है कि मैं तुम्हें दण्ड देकर तुम्हारे कामों का फल तुम्हें भुगतवाऊँगा मैं उसके वन में आग लगाऊँगा और उसके चारों ओर सब कुछ भस्म हो जाएगा +12166,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_001.wav,यहोवा ने यह कहा यहूदा के राजा के भवन में उतरकर यह वचन कह +12167,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_002.wav,हे दाऊद की गद्दी पर विराजमान यहूदा के राजा तू अपने कर्मचारियों और अपनी प्रजा के लोगों समेत जो इन फाटकों से आया करते हैं यहोवा का वचन सुन +12168,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_003.wav,यहोवा यह कहता है न्याय और धार्मिकता के काम करो और लुटे हुए को अंधेर करनेवाले के हाथ से छुड़ाओ और परदेशी अनाथ और विधवा पर अंधेर व उपद्रव मत करो न इस स्थान में निर्दोषों का लहू बहाओ +12169,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_004.wav,देखो यदि तुम ऐसा करोगे तो इस भवन के फाटकों से होकर दाऊद की गद्दी पर विराजमान राजा रथों और घोड़ों पर चढ़े हुए अपनेअपने कर्मचारियों और प्रजा समेत प्रवेश किया करेंगे +12170,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_005.wav,परन्तु यदि तुम इन बातों को न मानो तो मैं अपनी ही सौगन्ध खाकर कहता हूँ यहोवा की यह वाणी है कि यह भवन उजाड़ हो जाएगा +12171,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_006.wav,क्योंकि यहोवा यहूदा के राजा के इस भवन के विषय में यह कहता है तू मुझे गिलाद देश सा और लबानोन के शिखर सा दिखाई पड़ता है परन्तु निश्चय मैं तुझे मरुस्थल व एक निर्जन नगर बनाऊँगा +12172,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_007.wav,मैं नाश करनेवालों को हथियार देकर तेरे विरुद्ध भेजूँगा वे तेरे सुन्दर देवदारों को काटकर आग में झोंक देंगे +12173,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_008.wav,जातिजाति के लोग जब इस नगर के पास से निकलेंगे तब एक दूसरे से पूछेंगे यहोवा ने इस बड़े नगर की ऐसी दशा क्यों की है +12174,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_009.wav,तब लोग कहेंगे इसका कारण यह है कि उन्होंने अपने परमेश्वर यहोवा की वाचा को तोड़कर दूसरे देवताओं को दण्डवत् की और उनकी उपासना भी की +12175,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_010.wav,मरे हुओं के लिये मत रोओ उसके लिये विलाप मत करो उसी के लिये फूट फूटकर रोओ जो परदेश चला गया है क्योंकि वह लौटकर अपनी जन्मभूमि को फिर कभी देखने न पाएगा +12176,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_011.wav,क्योंकि यहूदा के राजा योशिय्याह का पुत्र शल्लूम जो अपने पिता योशिय्याह के स्थान पर राजा था और इस स्थान से निकल गया उसके विषय में यहोवा यह कहता है वह फिर यहाँ लौटकर न आने पाएगा +12177,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_012.wav,वह जिस स्थान में बँधुआ होकर गया है उसी में मर जाएगा और इस देश को फिर कभी देखने न पाएगा +12178,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_013.wav,उस पर हाय जो अपने घर को अधर्म से और अपनी उपरौठी कोठरियों को अन्याय से बनवाता है जो अपने पड़ोसी से बेगारी में काम कराता है और उसकी मजदूरी नहीं देता +12179,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_014.wav,वह कहता है मैं अपने लिये लम्बाचौड़ा घर और हवादार ऊपरी कोठरी बना लूँगा और वह खिड़कियाँ बनाकर उन्हें देवदार की लकड़ी से पाट लेता है और सिन्दूर से रंग देता है +12180,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_015.wav,तू जो देवदार की लकड़ी का अभिलाषी है क्या इस रीति से तेरा राज्य स्थिर रहेगा देख तेरा पिता न्याय और धार्मिकता के काम करता था और वह खाता पीता और सुख से भी रहता था +12181,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_016.wav,वह इस कारण सुख से रहता था क्योंकि वह दीन और दरिद्र लोगों का न्याय चुकाता था क्या यही मेरा ज्ञान रखना नहीं है यहोवा की यह वाणी है +12182,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_017.wav,परन्तु तू केवल अपना ही लाभ देखता है और निर्दोष की हत्या करने और अंधेर और उपद्रव करने में अपना मन और दृष्टि लगाता है +12183,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_018.wav,इसलिए योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा यहोयाकीम के विषय में यहोवा यह कहता है जैसे लोग इस रीति से कहकर रोते हैं हाय मेरे भाई हाय मेरी बहन इस प्रकार कोई हाय मेरे प्रभु या हाय तेरा वैभव कहकर उसके लिये विलाप न करेगा +12184,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_019.wav,वरन् उसको गदहे के समान मिट्टी दी जाएगी वह घसीट कर यरूशलेम के फाटकों के बाहर फेंक दिया जाएगा +12185,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_020.wav,लबानोन पर चढ़कर हायहाय कर तब बाशान जाकर ऊँचे स्वर से चिल्ला फिर अबारीम पहाड़ पर जाकर हायहाय कर क्योंकि तेरे सब मित्र नाश हो गए हैं +12186,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_021.wav,तेरे सुख के समय मैंने तुझको चिताया था परन्तु तूने कहा मैं तेरी न सुनूँगी युवावस्था ही से तेरी चाल ऐसी है कि तू मेरी बात नहीं सुनती +12187,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_022.wav,तेरे सब चरवाहे वायु से उड़ाए जाएँगे और तेरे मित्र बँधुआई में चले जाएँगे निश्चय तू उस समय अपनी सारी बुराइयों के कारण लज्जित होगी और तेरा मुँह काला हो जाएगा +12188,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_023.wav,हे लबानोन की रहनेवाली हे देवदार में अपना घोंसला बनानेवालो जब तुझको जच्चा की सी पीड़ाएँ उठें तब तू व्याकुल हो जाएगी +12189,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_024.wav,यहोवा की यह वाणी है मेरे जीवन की सौगन्ध चाहे यहोयाकीम का पुत्र यहूदा का राजा कोन्याह मेरे दाहिने हाथ की मुहर वाली अंगूठी भी होता तो भी मैं उसे उतार फेंकता +12190,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_025.wav,मैं तुझे तेरे प्राण के खोजियों के हाथ और जिनसे तू डरता है उनके अर्थात् बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर और कसदियों के हाथ में कर दूँगा +12191,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_026.wav,मैं तुझे तेरी जननी समेत एक पराए देश में जो तुम्हारी जन्मभूमि नहीं है फेंक दूँगा और तुम वहीं मर जाओगे +12192,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_027.wav,परन्तु जिस देश में वे लौटने की बड़ी लालसा करते हैं वहाँ कभी लौटने न पाएँगे +12193,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_028.wav,क्या यह पुरुष कोन्याह तुच्छ और टूटा हुआ बर्तन है क्या यह निकम्मा बर्तन है फिर वह वंश समेत अनजाने देश में क्यों निकालकर फेंक दिया जाएगा +12194,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_029.wav,हे पृथ्वी पृथ्वी हे पृथ्वी यहोवा का वचन सुन +12195,data/cleaned/hindi/JER/JER_022_030.wav,यहोवा यह कहता है इस पुरुष को निर्वंश लिखो उसका जीवनकाल कुशल से न बीतेगा और न उसके वंश में से कोई समृद्ध होकर दाऊद की गद्दी पर विराजमान या यहूदियों पर प्रभुता करनेवाला होगा +12196,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_001.wav,उन चरवाहों पर हाय जो मेरी चराई की भेड़बकरियों को तितरबितर करते और नाश करते हैं यहोवा यह कहता है +12197,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_002.wav,इसलिए इस्राएल का परमेश्वर यहोवा अपनी प्रजा के चरवाहों से यह कहता है तुम ने मेरी भेड़बकरियों की सुधि नहीं ली वरन् उनको तितरबितर किया और जबरन निकाल दिया है इस कारण यहोवा की यह वाणी है कि मैं तुम्हारे बुरे कामों का दण्ड दूँगा +12198,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_003.wav,तब मेरी भेड़बकरियाँ जो बची हैं उनको मैं उन सब देशों में से जिनमें मैंने उन्हें जबरन भेज दिया है स्वयं ही उन्हें लौटा लाकर उन्हीं की भेड़शाला में इकट्ठा करूँगा और वे फिर फूलेंफलेंगी +12199,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_004.wav,मैं उनके लिये ऐसे चरवाहे नियुक्त करूँगा जो उन्हें चराएँगे और तब वे न तो फिर डरेंगी न विस्मित होंगी और न उनमें से कोई खो जाएगी यहोवा की यह वाणी है +12200,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_005.wav,यहोवा क�� यह भी वाणी है देख ऐसे दिन आते हैं जब मैं दाऊद के कुल में एक धर्मी अंकुर उगाऊँगा और वह राजा बनकर बुद्धि से राज्य करेगा और अपने देश में न्याय और धार्मिकता से प्रभुता करेगा +12201,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_006.wav,उसके दिनों में यहूदी लोग बचे रहेंगे और इस्राएली लोग निडर बसे रहेंगे और यहोवा उसका नाम यहोवा हमारी धार्मिकता रखेगा +12202,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_007.wav,इसलिए देख यहोवा की यह वाणी है कि ऐसे दिन आएँगे जिनमें लोग फिर न कहेंगे यहोवा जो हम इस्राएलियों को मिस्र देश से छुड़ा ले आया उसके जीवन की सौगन्ध +12203,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_008.wav,परन्तु वे यह कहेंगे यहोवा जो इस्राएल के घराने को उत्तर देश से और उन सब देशों से भी जहाँ उसने हमें जबरन निकाल दिया छुड़ा ले आया उसके जीवन की सौगन्ध तब वे अपने ही देश में बसे रहेंगे +12204,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_009.wav,भविष्यद्वक्ताओं के विषय मेरा हृदय भीतर ही भीतर फटा जाता है मेरी सब हड्डियाँ थरथराती है यहोवा ने जो पवित्र वचन कहे हैं उन्हें सुनकर मैं ऐसे मनुष्य के समान हो गया हूँ जो दाखमधु के नशे में चूर हो गया हो +12205,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_010.wav,क्योंकि यह देश व्यभिचारियों से भरा है इस पर ऐसा श्राप पड़ा है कि यह विलाप कर रहा है वन की चराइयाँ भी सूख गई लोग बड़ी दौड़ तो दौड़ते हैं परन्तु बुराई ही की ओर और वीरता तो करते हैं परन्तु अन्याय ही के साथ +12206,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_011.wav,क्योंकि भविष्यद्वक्ता और याजक दोनों भक्तिहीन हो गए हैं अपने भवन में भी मैंने उनकी बुराई पाई है यहोवा की यही वाणी है +12207,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_012.wav,इस कारण उनका मार्ग अंधेरा और फिसलन वाला होगा जिसमें वे ढकेलकर गिरा दिए जाएँगे क्योंकि यहोवा की यह वाणी है कि मैं उनके दण्ड के वर्ष में उन पर विपत्ति डालूँगा +12208,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_013.wav,सामरिया के भविष्यद्वक्ताओं में मैंने यह मूर्खता देखी थी कि वे बाल के नाम से भविष्यद्वाणी करते और मेरी प्रजा इस्राएल को भटका देते थे +12209,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_014.wav,परन्तु यरूशलेम के नबियों में मैंने ऐसे काम देखे हैं जिनसे रोंगटे खड़े हो जाते हैं अर्थात् व्यभिचार और पाखण्ड वे कुकर्मियों को ऐसा हियाव बँधाते हैं कि वे अपनीअपनी बुराई से पश्चाताप भी नहीं करते सब निवासी मेरी दृष्टि में सदोमियों और गमोरियों के समान हो गए हैं +12210,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_015.wav,इस कारण सेनाओं का यहोवा यरूशलेम के भविष्यद्वक्ताओं के विषय में यह कहता है देख मैं उनको कड़वी वस्तुएँ खिलाऊँगा और विष पिलाऊँ��ा क्योंकि उनके कारण सारे देश में भक्तिहीनता फैल गई है +12211,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_016.wav,सेनाओं के यहोवा ने तुम से यह कहा है इन भविष्यद्वक्ताओं की बातों की ओर जो तुम से भविष्यद्वाणी करते हैं कान मत लगाओ क्योंकि ये तुम को व्यर्थ बातें सिखाते हैं ये दर्शन का दावा करके यहोवा के मुख की नहीं अपने ही मन की बातें कहते हैं +12212,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_017.wav,जो लोग मेरा तिरस्कार करते हैं उनसे ये भविष्यद्वक्ता सदा कहते रहते हैं कि यहोवा कहता है तुम्हारा कल्याण होगा और जितने लोग अपने हठ ही पर चलते हैं उनसे ये कहते हैं तुम पर कोई विपत्ति न पड़ेगी +12213,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_018.wav,भला कौन यहोवा की गुप्त सभा में खड़ा होकर उसका वचन सुनने और समझने पाया है या किसने ध्यान देकर मेरा वचन सुना है +12214,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_019.wav,देखो यहोवा की जलजलाहट का प्रचण्ड बवण्डर और आँधी चलने लगी है और उसका झोंका दुष्टों के सिर पर जोर से लगेगा +12215,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_020.wav,जब तक यहोवा अपना काम और अपनी युक्तियों को पूरी न कर चुके तब तक उसका क्रोध शान्त न होगा अन्त के दिनों में तुम इस बात को भली भाँति समझ सकोगे +12216,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_021.wav,ये भविष्यद्वक्ता बिना मेरे भेजे दौड़ जाते और बिना मेरे कुछ कहे भविष्यद्वाणी करने लगते हैं +12217,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_022.wav,यदि ये मेरी शिक्षा में स्थिर रहते तो मेरी प्रजा के लोगों को मेरे वचन सुनाते और वे अपनी बुरी चाल और कामों से फिर जाते +12218,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_023.wav,यहोवा की यह वाणी है क्या मैं ऐसा परमेश्वर हूँ जो दूर नहीं निकट ही रहता हूँ +12219,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_024.wav,फिर यहोवा की यह वाणी है क्या कोई ऐसे गुप्त स्थानों में छिप सकता है कि मैं उसे न देख सकूँ क्या स्वर्ग और पृथ्वी दोनों मुझसे परिपूर्ण नहीं हैं +12220,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_025.wav,मैंने इन भविष्यद्वक्ताओं की बातें भी सुनीं हैं जो मेरे नाम से यह कहकर झूठी भविष्यद्वाणी करते हैं मैंने स्वप्न देखा है स्वप्न +12221,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_026.wav,जो भविष्यद्वक्ता झूठमूठ भविष्यद्वाणी करते और अपने मन ही के छल के भविष्यद्वक्ता हैं यह बात कब तक उनके मन में समाई रहेगी +12222,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_027.wav,जैसे मेरी प्रजा के लोगों के पुरखा मेरा नाम भूलकर बाल का नाम लेने लगे थे वैसे ही अब ये भविष्यद्वक्ता उन्हें अपनेअपने स्वप्न बताबताकर मेरा नाम भुलाना चाहते हैं +12223,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_028.wav,यदि किसी भविष्यद्वक्ता ने स्वप्न देखा हो तो वह उसे बताए परन्तु जिस किसी ने मेरा वचन सुना हो तो वह ���ेरा वचन सच्चाई से सुनाए यहोवा की यह वाणी है कहाँ भूसा और कहाँ गेहूँ +12224,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_029.wav,यहोवा की यह भी वाणी है कि क्या मेरा वचन आग सा नहीं है फिर क्या वह ऐसा हथौड़ा नहीं जो पत्थर को फोड़ डाले +12225,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_030.wav,यहोवा की यह वाणी है देखो जो भविष्यद्वक्ता मेरे वचन दूसरों से चुराचुराकर बोलते हैं मैं उनके विरुद्ध हूँ +12226,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_031.wav,फिर यहोवा की यह भी वाणी है कि जो भविष्यद्वक्ता उसकी यह वाणी है ऐसी झूठी वाणी कहकर अपनीअपनी जीभ हिलाते हैं मैं उनके भी विरुद्ध हूँ +12227,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_032.wav,यहोवा की यह भी वाणी है कि जो बिना मेरे भेजे या बिना मेरी आज्ञा पाए स्वप्न देखने का झूठा दावा करके भविष्यद्वाणी करते हैं और उसका वर्णन करके मेरी प्रजा को झूठे घमण्ड में आकर भरमाते हैं उनके भी मैं विरुद्ध हूँ और उनसे मेरी प्रजा के लोगों का कुछ लाभ न होगा +12228,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_033.wav,यदि साधारण लोगों में से कोई जन या कोई भविष्यद्वक्ता या याजक तुम से पूछे यहोवा ने क्या प्रभावशाली वचन कहा है तो उससे कहना क्या प्रभावशाली वचन यहोवा की यह वाणी है मैं तुम को त्याग दूँगा +12229,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_034.wav,और जो भविष्यद्वक्ता या याजक या साधारण मनुष्य यहोवा का कहा हुआ भारी वचन ऐसा कहता रहे उसको घराने समेत मैं दण्ड दूँगा +12230,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_035.wav,तुम लोग एक दूसरे से और अपनेअपने भाई से यह पूछना यहोवा ने क्या उत्तर दिया या यहोवा ने क्या कहा है +12231,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_036.wav,यहोवा का कहा हुआ भारी वचन इस प्रकार तुम भविष्य में न कहना नहीं तो तुम्हारा ऐसा कहना ही दण्ड का कारण हो जाएगा क्योंकि हमारा परमेश्वर सेनाओं का यहोवा जो जीवित परमेश्वर है तुम लोगों ने उसके वचन बिगाड़ दिए हैं +12232,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_037.wav,तू भविष्यद्वक्ता से यह पूछ यहोवा ने तुझे क्या उत्तर दिया +12233,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_038.wav,या यहोवा ने क्या कहा है यदि तुम यहोवा का कहा हुआ प्रभावशाली वचन इसी प्रकार कहोगे तो यहोवा का यह वचन सुनो मैंने तो तुम्हारे पास सन्देश भेजा है भविष्य में ऐसा न कहना कि यहोवा का कहा हुआ प्रभावशाली वचन परन्तु तुम यह कहते ही रहते हो यहोवा का कहा हुआ प्रभावशाली वचन +12234,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_039.wav,इस कारण देखो मैं तुम को बिलकुल भूल जाऊँगा और तुम को और इस नगर को जिसे मैंने तुम्हारे पुरखाओं को और तुम को भी दिया है त्याग कर अपने सामने से दूर कर दूँगा +12235,data/cleaned/hindi/JER/JER_023_040.wav,और मैं ऐसा करूँगा कि तुम्हारी नामधराई औ��� अनादर सदा बना रहेगा और कभी भूला न जाएगा +12236,data/cleaned/hindi/JER/JER_024_001.wav,जब बाबेल का राजा नबूकदनेस्सर यहोयाकीम के पुत्र यहूदा के राजा यकोन्याह को और यहूदा के हाकिमों और लोहारों और अन्य कारीगरों को बन्दी बनाकर यरूशलेम से बाबेल को ले गया तो उसके बाद यहोवा ने मुझ को अपने मन्दिर के सामने रखे हुए अंजीरों के दो टोकरे दिखाए +12237,data/cleaned/hindi/JER/JER_024_002.wav,एक टोकरे में तो पहले से पके अच्छेअच्छे अंजीर थे और दूसरे टोकरे में बहुत निकम्मे अंजीर थे वरन् वे ऐसे निकम्मे थे कि खाने के योग्य भी न थे +12238,data/cleaned/hindi/JER/JER_024_003.wav,फिर यहोवा ने मुझसे पूछा हे यिर्मयाह तुझे क्या देख पड़ता है मैंने कहा अंजीर जो अंजीर अच्छे हैं वह तो बहुत ही अच्छे हैं परन्तु जो निकम्मे हैं वह बहुत ही निकम्मे हैं वरन् ऐसे निकम्मे हैं कि खाने के योग्य भी नहीं हैं +12239,data/cleaned/hindi/JER/JER_024_004.wav,तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुँचा +12240,data/cleaned/hindi/JER/JER_024_005.wav,इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है जैसे अच्छे अंजीरों को वैसे ही मैं यहूदी बन्दियों को जिन्हें मैंने इस स्थान से कसदियों के देश में भेज दिया है देखकर प्रसन्न होऊँगा +12241,data/cleaned/hindi/JER/JER_024_006.wav,मैं उन पर कृपादृष्टि रखूँगा और उनको इस देश में लौटा ले आऊँगा और उन्हें नाश न करूँगा परन्तु बनाऊँगा उन्हें उखाड़ न डालूँगा परन्तु लगाए रखूँगा +12242,data/cleaned/hindi/JER/JER_024_007.wav,मैं उनका ऐसा मन कर दूँगा कि वे मुझे जानेंगे कि मैं यहोवा हूँ और वे मेरी प्रजा ठहरेंगे और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा क्योंकि वे मेरी ओर सारे मन से फिरेंगे +12243,data/cleaned/hindi/JER/JER_024_008.wav,परन्तु जैसे निकम्मे अंजीर निकम्मे होने के कारण खाए नहीं जाते उसी प्रकार से मैं यहूदा के राजा सिदकिय्याह और उसके हाकिमों और बचे हुए यरूशलेमियों को जो इस देश में या मिस्र में रह गए हैं छोड़ दूँगा +12244,data/cleaned/hindi/JER/JER_024_009.wav,इस कारण वे पृथ्वी के राज्यराज्य में मारेमारे फिरते हुए दुःख भोगते रहेंगे और जितने स्थानों में मैं उन्हें जबरन निकाल दूँगा उन सभी में वे नामधराई और दृष्टांत और श्राप का विषय होंगे +12245,data/cleaned/hindi/JER/JER_024_010.wav,और मैं उनमें तलवार चलाऊँगा और अकाल और मरी फैलाऊँगा और अन्त में इस देश में से जिसे मैंने उनके पुरखाओं को और उनको दिया वे मिट जाएँगे +12246,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_001.wav,योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य के चौथे वर्ष में जो बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के राज्य का पहला वर्ष था यहोवा का जो वचन यिर���मयाह नबी के पास पहुँचा +12247,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_002.wav,उसे यिर्मयाह नबी ने सब यहूदियों और यरूशलेम के सब निवासियों को बताया वह यह है +12248,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_003.wav,आमोन के पुत्र यहूदा के राजा योशिय्याह के राज्य के तेरहवें वर्ष से लेकर आज के दिन तक अर्थात् तेईस वर्ष से यहोवा का वचन मेरे पास पहुँचता आया है और मैं उसे बड़े यत्न के साथ तुम से कहता आया हूँ परन्तु तुम ने उसे नहीं सुना +12249,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_004.wav,यद्यपि यहोवा तुम्हारे पास अपने सारे दासों अथवा भविष्यद्वक्ताओं को भी यह कहने के लिये बड़े यत्न से भेजता आया है +12250,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_005.wav,कि अपनीअपनी बुरी चाल और अपनेअपने बुरे कामों से फिरो तब जो देश यहोवा ने प्राचीनकाल में तुम्हारे पितरों को और तुम को भी सदा के लिये दिया है उस पर बसे रहने पाओगे परन्तु तुम ने न तो सुना और न कान लगाया है +12251,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_006.wav,और दूसरे देवताओं के पीछे होकर उनकी उपासना और उनको दण्डवत् मत करो और न अपनी बनाई हुई वस्तुओं के द्वारा मुझे रिस दिलाओ तब मैं तुम्हारी कुछ हानि न करूँगा +12252,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_007.wav,यह सुनने पर भी तुम ने मेरी नहीं मानी वरन् अपनी बनाई हुई वस्तुओं के द्वारा मुझे रिस दिलाते आए हो जिससे तुम्हारी हानि ही हो सकती है यहोवा की यही वाणी है +12253,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_008.wav,इसलिए सेनाओं का यहोवा यह कहता है तुम ने जो मेरे वचन नहीं माने +12254,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_009.wav,इसलिए सुनो मैं उत्तर में रहनेवाले सब कुलों को बुलाऊँगा और अपने दास बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर को बुलवा भेजूँगा और उन सभी को इस देश और इसके निवासियों के विरुद्ध और इसके आसपास की सब जातियों के विरुद्ध भी ले आऊँगा और इन सब देशों का मैं सत्यानाश करके उन्हें ऐसा उजाड़ दूँगा कि लोग इन्हें देखकर ताली बजाएँगे वरन् ये सदा उजड़े ही रहेंगे यहोवा की यही वाणी है +12255,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_010.wav,और मैं ऐसा करूँगा कि इनमें न तो हर्ष और न आनन्द का शब्द सुनाई पड़ेगा और न दुल्हे या दुल्हन का और न चक्की का भी शब्द सुनाई पड़ेगा और न इनमें दिया जलेगा +12256,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_011.wav,सारी जातियों का यह देश उजाड़ ही उजाड़ होगा और ये सब जातियाँ सत्तर वर्ष तक बाबेल के राजा के अधीन रहेंगी +12257,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_012.wav,जब सत्तर वर्ष बीत चुकें तब मैं बाबेल के राजा और उस जाति के लोगों और कसदियों के देश के सब निवासियों को अधर्म का दण्ड दूँगा यहोवा की यह वाणी है और उस देश को सदा के लिये उजाड़ दूँगा +12258,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_013.wav,मैं उस देश में अपने वे सब वचन पूरे करूँगा जो मैंने उसके विषय में कहे हैं और जितने वचन यिर्मयाह ने सारी जातियों के विरुद्ध भविष्यद्वाणी करके पुस्तक में लिखे हैं +12259,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_014.wav,क्योंकि बहुत सी जातियों के लोग और बड़ेबड़े राजा भी उनसे अपनी सेवा कराएँगे और मैं उनको उनकी करनी का फल भुगतवाऊँगा +12260,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_015.wav,इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने मुझसे यह कहा मेरे हाथ से इस जलजलाहट के दाखमधु का कटोरा लेकर उन सब जातियों को पिला दे जिनके पास मैं तुझे भेजता हूँ +12261,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_016.wav,वे उसे पीकर उस तलवार के कारण जो मैं उनके बीच में चलाऊँगा लड़खड़ाएँगे और बावले हो जाएँगे +12262,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_017.wav,इसलिए मैंने यहोवा के हाथ से वह कटोरा लेकर उन सब जातियों को जिनके पास यहोवा ने मुझे भेजा पिला दिया +12263,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_018.wav,अर्थात् यरूशलेम और यहूदा के नगरों के निवासियों को और उनके राजाओं और हाकिमों को पिलाया ताकि उनका देश उजाड़ हो जाए और लोग ताली बजाएँ और उसकी उपमा देकर श्राप दिया करें जैसा आजकल होता है +12264,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_019.wav,और मिस्र के राजा फ़िरौन और उसके कर्मचारियों हाकिमों और सारी प्रजा को +12265,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_020.wav,और सब विदेशी मनुष्यों की जातियों को और ऊस देश के सब राजाओं को और पलिश्तियों के देश के सब राजाओं को और अश्कलोन गाज़ा और एक्रोन के और अश्दोद के बचे हुए लोगों को +12266,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_021.wav,और एदोमियों मोआबियों और अम्मोनियों के सारे राजाओं को +12267,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_022.wav,और सोर के और सीदोन के सब राजाओं को और समुद्र पार के देशों के राजाओं को +12268,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_023.wav,फिर ददानियों तेमाइयों और बूजियों को और जितने अपने गाल के बालों को मुँण्डा डालते हैं उन सभी को भी +12269,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_024.wav,और अरब के सब राजाओं को और जंगल में रहनेवाले दोगले मनुष्यों के सब राजाओं को +12270,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_025.wav,और जिम्री एलाम और मादै के सब राजाओं को +12271,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_026.wav,और क्या निकट क्या दूर के उत्तर दिशा के सब राजाओं को एक संग पिलाया इस प्रकार धरती भर में रहनेवाले जगत के राज्यों के सब लोगों को मैंने पिलाया और इन सब के बाद शेशक के राजा को भी पीना पड़ेगा +12272,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_027.wav,तब तू उनसे यह कहना सेनाओं का यहोवा जो इस्राएल का परमेश्वर है यह कहता है पीओ और मतवाले हो और उलटी करो गिर पड़ो और फिर कभी न उठो क्योंकि यह उस तलवार के कारण से होगा जो मैं तुम्हारे बीच में चलाऊँगा +12273,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_028.wav,यदि वे तेरे हाथ से यह कटोरा लेकर पीने से इन्कार करें तो उनसे कहना सेनाओं का यहोवा यह कहता है कि तुम को निश्चय पीना पड़ेगा +12274,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_029.wav,देखो जो नगर मेरा कहलाता है मैं पहले उसी में विपत्ति डालने लगूँगा फिर क्या तुम लोग निर्दोष ठहरके बचोगे तुम निर्दोष ठहरके न बचोगे क्योंकि मैं पृथ्वी के सब रहनेवालों पर तलवार चलाने पर हूँ सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +12275,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_030.wav,इतनी बातें भविष्यद्वाणी की रीति पर उनसे कहकर यह भी कहना यहोवा ऊपर से गरजेगा और अपने उसी पवित्र धाम में से अपना शब्द सुनाएगा वह अपनी चराई के स्थान के विरुद्ध जोर से गरजेगा वह पृथ्वी के सारे निवासियों के विरुद्ध भी दाख लताड़नेवालों के समान ललकारेगा +12276,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_031.wav,पृथ्वी की छोर तक भी कोलाहल होगा क्योंकि सब जातियों से यहोवा का मुकद्दमा है वह सब मनुष्यों से वादविवाद करेगा और दुष्टों को तलवार के वश में कर देगा +12277,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_032.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है देखो विपत्ति एक जाति से दूसरी जाति में फैलेगी और बड़ी आँधी पृथ्वी की छोर से उठेगी +12278,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_033.wav,उस समय यहोवा के मारे हुओं की लोथें पृथ्वी की एक छोर से दूसरी छोर तक पड़ी रहेंगी उनके लिये कोई रोनेपीटनेवाला न रहेगा और उनकी लोथें न तो बटोरी जाएँगी और न कब्रों में रखी जाएँगी वे भूमि के ऊपर खाद के समान पड़ी रहेंगी +12279,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_034.wav,हे चरवाहों हायहाय करो और चिल्लाओ हे बलवन्त मेढ़ों और बकरो राख में लौटो क्योंकि तुम्हारे वध होने के दिन आ पहुँचे हैं और मैं मनोहर बर्तन के समान तुम्हारा सत्यानाश करूँगा +12280,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_035.wav,उस समय न तो चरवाहों के भागने के लिये कोई स्थान रहेगा और न बलवन्त मेढ़े और बकरे भागने पाएँगे +12281,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_036.wav,चरवाहों की चिल्लाहट और बलवन्त मेढ़ों और बकरों के मिमियाने का शब्द सुनाई पड़ता है क्योंकि यहोवा उनकी चराई को नाश करेगा +12282,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_037.wav,और यहोवा के क्रोध भड़कने के कारण शान्ति के स्थान नष्ट हो जाएँगे जिन वासस्थानों में अब शान्ति है वे नष्ट हो जाएँगे +12283,data/cleaned/hindi/JER/JER_025_038.wav,युवा सिंह के समान वह अपने ठौर को छोड़कर निकलता है क्योंकि अंधेर करनेवाली तलवार और उसके भड़के हुए कोप के कारण उनका देश उजाड़ हो गया है +12284,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_001.wav,योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य के आरम्भ में यहोवा की ओर से यह वचन पहुँचा +12285,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_002.wav,यहोवा यह कहता है यहोवा के भवन के आँगन में खड़ा होकर यहूदा के सब नगरों के लोगों के सामने जो यहोवा के भवन में दण्डवत् करने को आएँ ये वचन जिनके विषय उनसे कहने की आज्ञा मैं तुझे देता हूँ कह दे उनमें से कोई वचन मत रख छोड़ +12286,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_003.wav,सम्भव है कि वे सुनकर अपनीअपनी बुरी चाल से फिरें और मैं उनकी हानि करने से पछताऊँ जो उनके बुरे कामों के कारण मैंने ठाना था +12287,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_004.wav,इसलिए तू उनसे कह यहोवा यह कहता है यदि तुम मेरी सुनकर मेरी व्यवस्था के अनुसार जो मैंने तुम को सुनवा दी है न चलो +12288,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_005.wav,और न मेरे दास भविष्यद्वक्ताओं के वचनों पर कान लगाओ जिन्हें मैं तुम्हारे पास बड़ा यत्न करके भेजता आया हूँ परन्तु तुम ने उनकी नहीं सुनी +12289,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_006.wav,तो मैं इस भवन को शीलो के समान उजाड़ दूँगा और इस नगर का ऐसा सत्यानाश कर दूँगा कि पृथ्वी की सारी जातियों के लोग उसकी उपमा दे देकर श्राप दिया करेंगे +12290,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_007.wav,जब यिर्मयाह ये वचन यहोवा के भवन में कह रहा था तब याजक और भविष्यद्वक्ता और सब साधारण लोग सुन रहे थे +12291,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_008.wav,जब यिर्मयाह सब कुछ जिसे सारी प्रजा से कहने की आज्ञा यहोवा ने दी थी कह चुका तब याजकों और भविष्यद्वक्ताओं और सब साधारण लोगों ने यह कहकर उसको पकड़ लिया निश्चय तुझे प्राणदण्ड मिलेगा +12292,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_009.wav,तूने क्यों यहोवा के नाम से यह भविष्यद्वाणी की यह भवन शीलो के समान उजाड़ हो जाएगा और यह नगर ऐसा उजड़ेगा कि उसमें कोई न रह जाएगा इतना कहकर सब साधारण लोगों ने यहोवा के भवन में यिर्मयाह के विरुद्ध भीड़ लगाई +12293,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_010.wav,यहूदा के हाकिम ये बातें सुनकर राजा के भवन से यहोवा के भवन में चढ़ आए और उसके नये फाटक में बैठ गए +12294,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_011.wav,तब याजकों और भविष्यद्वक्ताओं ने हाकिमों और सब लोगों से कहा यह मनुष्य प्राणदण्ड के योग्य है क्योंकि इसने इस नगर के विरुद्ध ऐसी भविष्यद्वाणी की है जिसे तुम भी अपने कानों से सुन चुके हो +12295,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_012.wav,तब यिर्मयाह ने सब हाकिमों और सब लोगों से कहा जो वचन तुम ने सुने हैं उसे यहोवा ही ने मुझे इस भवन और इस नगर के विरुद्ध भविष्यद्वाणी की रीति पर कहने के लिये भेज दिया है +12296,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_013.wav,इसलिए अब अपना चाल चलन और अपने काम सुधारो और अपने परमेश्वर यहोवा की बात मानो तब यहोवा उस विपत्ति के विषय में जि���की चर्चा उसने तुम से की है पछताएगा +12297,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_014.wav,देखो मैं तुम्हारे वश में हूँ जो कुछ तुम्हारी दृष्टि में भला और ठीक हो वही मेरे साथ करो +12298,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_015.wav,पर यह निश्चय जानो कि यदि तुम मुझे मार डालोगे तो अपने को और इस नगर को और इसके निवासियों को निर्दोष के हत्यारे बनाओगे क्योंकि सचमुच यहोवा ने मुझे तुम्हारे पास यह सब वचन सुनाने के लिये भेजा है +12299,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_016.wav,तब हाकिमों और सब लोगों ने याजकों और नबियों से कहा यह मनुष्य प्राणदण्ड के योग्य नहीं है क्योंकि उसने हमारे परमेश्वर यहोवा के नाम से हम से कहा है +12300,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_017.wav,तब देश के पुरनियों में से कितनों ने उठकर प्रजा की सारी मण्डली से कहा +12301,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_018.wav,यहूदा के राजा हिजकिय्याह के दिनों में मोरेशेतवासी मीका भविष्यद्वाणी कहता था उसने यहूदा के सारे लोगों से कहा सेनाओं का यहोवा यह कहता है कि सिय्योन जोतकर खेत बनाया जाएगा और यरूशलेम खण्डहर हो जाएगा और भवनवाला पर्वत जंगली स्थान हो जाएगा +12302,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_019.wav,क्या यहूदा के राजा हिजकिय्याह ने या किसी यहूदी ने उसको कहीं मरवा डाला क्या उस राजा ने यहोवा का भय न माना ओर उससे विनती न की तब यहोवा ने जो विपत्ति उन पर डालने के लिये कहा था उसके विषय क्या वह न पछताया ऐसा करके हम अपने प्राणों की बड़ी हानि करेंगे +12303,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_020.wav,फिर शमायाह का पुत्र ऊरिय्याह नामक किर्यत्यारीम का एक पुरुष जो यहोवा के नाम से भविष्यद्वाणी कहता था उसने भी इस नगर और इस देश के विरुद्ध ठीक ऐसी ही भविष्यद्वाणी की जैसी यिर्मयाह ने अभी की है +12304,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_021.wav,जब यहोयाकीम राजा और उसके सब वीरों और सब हाकिमों ने उसके वचन सुने तब राजा ने उसे मरवा डालने का यत्न किया और ऊरिय्याह यह सुनकर डर के मारे मिस्र को भाग गया +12305,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_022.wav,तब यहोयाकीम राजा ने मिस्र को लोग भेजे अर्थात् अकबोर के पुत्र एलनातान को कितने और पुरुषों के साथ मिस्र को भेजा +12306,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_023.wav,वे ऊरिय्याह को मिस्र से निकालकर यहोयाकीम राजा के पास ले आए और उसने उसे तलवार से मरवाकर उसकी लोथ को साधारण लोगों की कब्रों में फिंकवा दिया +12307,data/cleaned/hindi/JER/JER_026_024.wav,परन्तु शापान का पुत्र अहीकाम यिर्मयाह की सहायता करने लगा और वह लोगों के वश में वध होने के लिये नहीं दिया गया +12308,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_001.wav,योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा सिदकिय्याह के राज्य के आरम्भ में यहोवा की ओर से यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12309,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_002.wav,यहोवा ने मुझसे यह कहा बन्धन और जूए बनवाकर अपनी गर्दन पर रख +12310,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_003.wav,तब उन्हें एदोम और मोआब और अम्मोन और सोर और सीदोन के राजाओं के पास उन दूतों के हाथ भेजना जो यहूदा के राजा सिदकिय्याह के पास यरूशलेम में आए हैं +12311,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_004.wav,उनको उनके स्वामियों के लिये यह कहकर आज्ञा देना इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है अपनेअपने स्वामी से यह कहो कि +12312,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_005.wav,पृथ्वी को और पृथ्वी पर के मनुष्यों और पशुओं को अपनी बड़ी शक्ति और बढ़ाई हुई भुजा के द्वारा मैंने बनाया और जिस किसी को मैं चाहता हूँ उसी को मैं उन्हें दिया करता हूँ +12313,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_006.wav,अब मैंने ये सब देश अपने दास बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर को आप ही दे दिए हैं और मैदान के जीवजन्तुओं को भी मैंने उसे दिया है कि वे उसके अधीन रहें +12314,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_007.wav,ये सब जातियाँ उसके और उसके बाद उसके बेटे और पोते के अधीन उस समय तक रहेंगी जब तक उसके भी देश का दिन न आए तब बहुत सी जातियाँ और बड़ेबड़े राजा उससे भी अपनी सेवा करवाएँगे +12315,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_008.wav,पर जो जाति या राज्य बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के अधीन न हो और उसका जूआ अपनी गर्दन पर न ले ले उस जाति को मैं तलवार अकाल और मरी का दण्ड उस समय तक देता रहूँगा जब तक उसको उसके हाथ के द्वारा मिटा न दूँ यहोवा की यही वाणी है +12316,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_009.wav,इसलिए तुम लोग अपने भविष्यद्वक्ताओं और भावी कहनेवालों और टोनहों और तांत्रिकों की ओर चित्त मत लगाओ जो तुम से कहते हैं कि तुम को बाबेल के राजा के अधीन नहीं होना पड़ेगा +12317,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_010.wav,क्योंकि वे तुम से झूठी भविष्यद्वाणी करते हैं जिससे तुम अपनेअपने देश से दूर हो जाओ और मैं आप तुम को दूर करके नष्ट कर दूँ +12318,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_011.wav,परन्तु जो जाति बाबेल के राजा का जूआ अपनी गर्दन पर लेकर उसके अधीन रहेगी उसको मैं उसी के देश में रहने दूँगा और वह उसमें खेती करती हुई बसी रहेगी यहोवा की यही वाणी है +12319,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_012.wav,यहूदा के राजा सिदकिय्याह से भी मैंने ये बातें कहीं अपनी प्रजा समेत तू बाबेल के राजा का जूआ अपनी गर्दन पर ले और उसके और उसकी प्रजा के अधीन रहकर जीवित रह +12320,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_013.wav,जब यहोवा ने उस जाति के विषय जो बाबेल के राजा के अधीन न हो यह कहा है कि वह तलवार अकाल और मरी से नाश होगी तो फिर तू क्यों अपनी प्रजा समेत मरना चाहता है +12321,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_014.wav,जो भविष्यद्वक्ता तुझ से कहते हैं तुझको बाबेल के राजा के अधीन न होना पड़ेगा उनकी मत सुन क्योंकि वे तुझ से झूठी भविष्यद्वाणी करते हैं +12322,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_015.wav,यहोवा की यह वाणी है कि मैंने उन्हें नहीं भेजा वे मेरे नाम से झूठी भविष्यद्वाणी करते हैं और इसका फल यही होगा कि मैं तुझको देश से निकाल दूँगा और तू उन नबियों समेत जो तुझ से भविष्यद्वाणी करते हैं नष्ट हो जाएगा +12323,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_016.wav,तब याजकों और साधारण लोगों से भी मैंने कहा यहोवा यह कहता है तुम्हारे जो भविष्यद्वक्ता तुम से यह भविष्यद्वाणी करते हैं कि यहोवा के भवन के पात्र अब शीघ्र ही बाबेल से लौटा दिए जाएँगे उनके वचनों की ओर कान मत धरो क्योंकि वे तुम से झूठी भविष्यद्वाणी करते हैं +12324,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_017.wav,उनकी मत सुनो बाबेल के राजा के अधीन होकर और उसकी सेवा करके जीवित रहो +12325,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_018.wav,यह नगर क्यों उजाड़ हो जाए यदि वे भविष्यद्वक्ता भी हों और यदि यहोवा का वचन उनके पास हो तो वे सेनाओं के यहोवा से विनती करें कि जो पात्र यहोवा के भवन में और यहूदा के राजा के भवन में और यरूशलेम में रह गए हैं वे बाबेल न जाने पाएँ +12326,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_019.wav,क्योंकि सेनाओं का यहोवा यह कहता है कि जो खम्भे और पीतल की नांद गंगाल और कुर्सियाँ और अन्य पात्र इस नगर में रह गए हैं +12327,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_020.wav,जिन्हें बाबेल का राजा नबूकदनेस्सर उस समय न ले गया जब वह यहोयाकीम के पुत्र यहूदा के राजा यकोन्याह को और यहूदा और यरूशलेम के सब कुलीनों को बन्दी बनाकर यरूशलेम से बाबेल को ले गया था +12328,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_021.wav,जो पात्र यहोवा के भवन में और यहूदा के राजा के भवन में और यरूशलेम में रह गए हैं उनके विषय में इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है कि वे भी बाबेल में पहुँचाए जाएँगे +12329,data/cleaned/hindi/JER/JER_027_022.wav,और जब तक मैं उनकी सुधि न लूँ तब तक वहीं रहेंगे और तब मैं उन्हें लाकर इस स्थान में फिर रख दूँगा यहोवा की यही वाणी है +12330,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_001.wav,फिर उसी वर्ष अर्थात् यहूदा के राजा सिदकिय्याह के राज्य के चौथे वर्ष के पाँचवें महीने में अज्जूर का पुत्र हनन्याह जो गिबोन का एक भविष्यद्वक्ता था उसने मुझसे यहोवा के भवन में याजकों और सब लोगों के सामने कहा +12331,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_002.wav,इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है मैंने बाबेल के राजा के जूए को तोड़ डाला है +12332,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_003.wav,यहोवा के भवन के जितने पात्र बाबेल का राजा नबूकदनेस्सर इस स्थान से उठाकर बाबेल ले गया उन्हें मैं दो वर्ष के भीतर फिर इसी स्थान में ले आऊँगा +12333,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_004.wav,मैं यहूदा के राजा यहोयाकीम का पुत्र यकोन्याह और सब यहूदी बन्दियों को भी जो बाबेल को गए हैं उनको भी इस स्थान में लौटा ले आऊँगा क्योंकि मैंने बाबेल के राजा के जूए को तोड़ दिया है यहोवा की यही वाणी है +12334,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_005.wav,तब यिर्मयाह नबी ने हनन्याह नबी से याजकों और उन सब लोगों के सामने जो यहोवा के भवन में खड़े हुए थे कहा +12335,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_006.wav,आमीन यहोवा ऐसा ही करे जो बातें तूने भविष्यद्वाणी करके कही हैं कि यहोवा के भवन के पात्र और सब बन्दी बाबेल से इस स्थान में फिर आएँगे उन्हें यहोवा पूरा करे +12336,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_007.wav,तो भी मेरा यह वचन सुन जो मैं तुझे और सब लोगों को कह सुनाता हूँ +12337,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_008.wav,जो भविष्यद्वक्ता प्राचीनकाल से मेरे और तेरे पहले होते आए थे उन्होंने तो बहुत से देशों और बड़ेबड़े राज्यों के विरुद्ध युद्ध और विपत्ति और मरी के विषय भविष्यद्वाणी की थी +12338,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_009.wav,परन्तु जो भविष्यद्वक्ता कुशल के विषय भविष्यद्वाणी करे तो जब उसका वचन पूरा हो तब ही उस भविष्यद्वक्ता के विषय यह निश्चय हो जाएगा कि यह सचमुच यहोवा का भेजा हुआ है +12339,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_010.wav,तब हनन्याह भविष्यद्वक्ता ने उस जूए को जो यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता की गर्दन पर था उतारकर तोड़ दिया +12340,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_011.wav,और हनन्याह ने सब लोगों के सामने कहा यहोवा यह कहता है कि इसी प्रकार से मैं पूरे दो वर्ष के भीतर बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के जूए को सब जातियों की गर्दन पर से उतारकर तोड़ दूँगा तब यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता चला गया +12341,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_012.wav,जब हनन्याह भविष्यद्वक्ता ने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता की गर्दन पर से जूआ उतारकर तोड़ दिया उसके बाद यहोवा का यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12342,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_013.wav,जाकर हनन्याह से यह कह यहोवा यह कहता है कि तूने काठ का जूआ तो तोड़ दिया परन्तु ऐसा करके तूने उसके बदले लोहे का जूआ बना लिया है +12343,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_014.wav,क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है कि मैं इन सब जातियों की गर्दन पर लोहे का जूआ रखता हूँ और वे बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के अधीन रहेंगे और इनको उसके अधीन होना पड़ेगा क्योंकि मैदान के जीवजन्तु भी म��ं उसके वश में कर देता हूँ +12344,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_015.wav,यिर्मयाह नबी ने हनन्याह नबी से यह भी कहा हे हनन्याह देख यहोवा ने तुझे नहीं भेजा तूने इन लोगों को झूठी आशा दिलाई है +12345,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_016.wav,इसलिए यहोवा तुझ से यह कहता है देख मैं तुझको पृथ्वी के ऊपर से उठा दूँगा इसी वर्ष में तू मरेगा क्योंकि तूने यहोवा की ओर से फिरने की बातें कही हैं +12346,data/cleaned/hindi/JER/JER_028_017.wav,इस वचन के अनुसार हनन्याह उसी वर्ष के सातवें महीने में मर गया +12347,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_001.wav,यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा वह यह है +12348,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_002.wav,इस्राएल का परमेश्वर यहोवा तुझ से यह कहता है जो वचन मैंने तुझ से कहे हैं उन सभी को पुस्तक में लिख ले +12349,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_003.wav,क्योंकि यहोवा की यह वाणी है ऐसे दिन आते हैं कि मैं अपनी इस्राएली और यहूदी प्रजा को बँधुआई से लौटा लाऊँगा और जो देश मैंने उनके पितरों को दिया था उसमें उन्हें फेर ले आऊँगा और वे फिर उसके अधिकारी होंगे यहोवा का यही वचन है +12350,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_004.wav,जो वचन यहोवा ने इस्राएलियों और यहूदियों के विषय कहे थे वे ये हैं +12351,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_005.wav,यहोवा यह कहता है थरथरा देनेवाला शब्द सुनाई दे रहा है शान्ति नहीं भय ही का है +12352,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_006.wav,पूछो तो भला और देखो क्या पुरुष को भी कहीं जनने की पीड़ा उठती है फिर क्या कारण है कि सब पुरुष जच्चा के समान अपनीअपनी कमर अपने हाथों से दबाए हुए देख पड़ते हैं क्यों सब के मुख फीके रंग के हो गए हैं +12353,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_007.wav,हाय हाय वह दिन क्या ही भारी होगा उसके समान और कोई दिन नहीं वह याकूब के संकट का समय होगा परन्तु वह उससे भी छुड़ाया जाएगा +12354,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_008.wav,सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है कि उस दिन मैं उसका रखा हुआ जूआ तुम्हारी गर्दन पर से तोड़ दूँगा और तुम्हारे बन्धनों को टुकड़ेटुकड़े कर डालूँगा और परदेशी फिर उनसे अपनी सेवा न कराने पाएँगे +12355,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_009.wav,परन्तु वे अपने परमेश्वर यहोवा और अपने राजा दाऊद की सेवा करेंगे जिसको मैं उन पर राज्य करने के लिये ठहराऊँगा +12356,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_010.wav,इसलिए हे मेरे दास याकूब तेरे लिये यहोवा की यह वाणी है मत डर हे इस्राएल विस्मित न हो क्योंकि मैं दूर देश से तुझे और तेरे वंश को बँधुआई के देश से छुड़ा ले आऊँगा तब याकूब लौटकर चैन और सुख से रहेगा और कोई उसको डराने न पाएगा +12357,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_011.wav,क्योंकि यहोवा की यह वाणी है तुम्हारा उद्धार करने के लिये मैं तु���्हारे संग हूँ इसलिए मैं उन सब जातियों का अन्त कर डालूँगा जिनमें मैंने उन्हें तितरबितर किया है परन्तु तुम्हारा अन्त न करूँगा तुम्हारी ताड़ना मैं विचार करके करूँगा और तुम्हें किसी प्रकार से निर्दोष न ठहराऊँगा +12358,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_012.wav,यहोवा यह कहता है तेरे दुःख की कोई औषध नहीं और तेरी चोट गहरी और दुःखदाई है +12359,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_013.wav,तेरा मुकद्दमा लड़ने के लिये कोई नहीं तेरा घाव बाँधने के लिये न पट्टी न मलहम है +12360,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_014.wav,तेरे सब मित्र तुझे भूल गए वे तुम्हारी सुधि नहीं लेते क्योंकि तेरे बड़े अधर्म और भारी पापों के कारण मैंने शत्रु बनकर तुझे मारा है मैंने क्रूर बनकर ताड़ना दी है +12361,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_015.wav,तू अपने घाव के मारे क्यों चिल्लाती है तेरी पीड़ा की कोई औषध नहीं तेरे बड़े अधर्म और भारी पापों के कारण मैंने तुझ से ऐसा व्यवहार किया है +12362,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_016.wav,परन्तु जितने तुझे अब खाए लेते हैं वे आप ही खाए जाएँगे और तेरे द्रोही आप सब के सब बँधुआई में जाएँगे और तेरे लूटनेवाले आप लुटेंगे और जितने तेरा धन छीनते हैं उनका धन मैं छिनवाऊँगा +12363,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_017.wav,मैं तेरा इलाज करके तेरे घावों को चंगा करूँगा यहोवा की यह वाणी है क्योंकि तेरा नाम ठुकराई हुई पड़ा है वह तो सिय्योन है उसकी चिन्ता कौन करता है +12364,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_018.wav,यहोवा कहता है मैं याकूब के तम्बू को बँधुआई से लौटाता हूँ और उसके घरों पर दया करूँगा और नगर अपने ही खण्डहर पर फिर बसेगा और राजभवन पहले के अनुसार फिर बन जाएगा +12365,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_019.wav,तब उनमें से धन्य कहने और आनन्द करने का शब्द सुनाई पड़ेगा +12366,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_020.wav,मैं उनका वैभव बढ़ाऊँगा और वे थोड़े न होंगे उनके बच्चे प्राचीनकाल के समान होंगे और उनकी मण्डली मेरे सामने स्थिर रहेगी और जितने उन पर अंधेर करते हैं उनको मैं दण्ड दूँगा +12367,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_021.wav,उनका महापुरुष उन्हीं में से होगा और जो उन पर प्रभुता करेगा वह उन्हीं में से उत्पन्न होगा मैं उसे अपने निकट बुलाऊँगा और वह मेरे समीप आ भी जाएगा क्योंकि कौन है जो अपने आप मेरे समीप आ सकता है यहोवा की यही वाणी है +12368,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_022.wav,उस समय तुम मेरी प्रजा ठहरोगे और मैं तुम्हारा परमेश्वर ठहरूँगा +12369,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_023.wav,देखो यहोवा की जलजलाहट की आँधी चल रही है वह अति प्रचण्ड आँधी है दुष्टों के सिर पर वह जोर से लगेगी +12370,data/cleaned/hindi/JER/JER_030_024.wav,जब तक यहोवा अपना काम न क��� चुके और अपनी युक्तियों को पूरी न कर चुके तब तक उसका भड़का हुआ क्रोध शान्त न होगा अन्त के दिनों में तुम इस बात को समझ सकोगे +12371,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_001.wav,उन दिनों में मैं सारे इस्राएली कुलों का परमेश्वर ठहरूँगा और वे मेरी प्रजा ठहरेंगे यहोवा की यही वाणी है +12372,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_002.wav,यहोवा यह कहता है जो प्रजा तलवार से बच निकली उन पर जंगल में अनुग्रह हुआ मैं इस्राएल को विश्राम देने के लिये तैयार हुआ +12373,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_003.wav,यहोवा ने मुझे दूर से दर्शन देकर कहा है मैं तुझ से सदा प्रेम रखता आया हूँ इस कारण मैंने तुझ पर अपनी करुणा बनाए रखी है +12374,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_004.wav,हे इस्राएली कुमारी कन्या मैं तुझे फिर बनाऊँगा वहाँ तू फिर श्रृंगार करके डफ बजाने लगेगी और आनन्द करनेवालों के बीच में नाचती हुई निकलेगी +12375,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_005.wav,तू सामरिया के पहाड़ों पर अंगूर की बारियाँ फिर लगाएगी और जो उन्हें लगाएँगे वे उनके फल भी खाने पाएँगे +12376,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_006.wav,क्योंकि ऐसा दिन आएगा जिसमें एप्रैम के पहाड़ी देश के पहरुए पुकारेंगे उठो हम अपने परमेश्वर यहोवा के पास सिय्योन को चलें +12377,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_007.wav,क्योंकि यहोवा यह कहता है याकूब के कारण आनन्द से जयजयकार करो जातियों में जो श्रेष्ठ है उसके लिये ऊँचे शब्द से स्तुति करो और कहो हे यहोवा अपनी प्रजा इस्राएल के बचे हुए लोगों का भी उद्धार कर +12378,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_008.wav,देखो मैं उनको उत्तर देश से ले आऊँगा और पृथ्वी के कोनेकोने से इकट्ठे करूँगा और उनके बीच अंधे लँगड़े गर्भवती और जच्चा स्त्रियाँ भी आएँगी एक बड़ी मण्डली यहाँ लौट आएगी +12379,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_009.wav,वे आँसू बहाते हुए आएँगे और गिड़गिड़ाते हुए मेरे द्वारा पहुँचाए जाएँगे मैं उन्हें नदियों के किनारेकिनारे से और ऐसे चौरस मार्ग से ले आऊँगा जिससे वे ठोकर न खाने पाएँगे क्योंकि मैं इस्राएल का पिता हूँ और एप्रैम मेरा जेठा है +12380,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_010.wav,हे जातिजाति के लोगों यहोवा का वचन सुनो और दूरदूर के द्वीपों में भी इसका प्रचार करो कहो जिसने इस्राएलियों को तितर बितर किया था वही उन्हें इकट्ठे भी करेगा और उनकी ऐसी रक्षा करेगा जैसी चरवाहा अपने झुण्ड की करता है +12381,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_011.wav,क्योंकि यहोवा ने याकूब को छुड़ा लिया और उस शत्रु के पंजे से जो उससे अधिक बलवन्त है उसे छुटकारा दिया है +12382,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_012.wav,इसलिए वे सिय्योन की चोटी पर आकर जयजयकार करेंगे और यहोवा से ���नाज नया दाखमधु टटका तेल भेड़बकरियाँ और गायबैलों के बच्चे आदि उत्तमउत्तम दान पाने के लिये ताँता बाँधकर चलेंगे और उनका प्राण सींची हुई बारी के समान होगा और वे फिर कभी उदास न होंगे +12383,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_013.wav,उस समय उनकी कुमारियाँ नाचती हुई हर्ष करेंगी और जवान और बूढ़े एक संग आनन्द करेंगे क्योंकि मैं उनके शोक को दूर करके उन्हें आनन्दित करूँगा मैं उन्हें शान्ति दूँगा और दुःख के बदले आनन्द दूँगा +12384,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_014.wav,मैं याजकों को चिकनी वस्तुओं से अति तृप्त करूँगा और मेरी प्रजा मेरे उत्तम दानों से सन्तुष्ट होगी यहोवा की यही वाणी है +12385,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_015.wav,यहोवा यह भी कहता है सुन रामाह नगर में विलाप और बिलकबिलककर रोने का शब्द सुनने में आता है राहेल अपने बालकों के लिये रो रही है और अपने बालकों के कारण शान्त नहीं होती क्योंकि वे नहीं रहे +12386,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_016.wav,यहोवा यह कहता है रोनेपीटने और आँसू बहाने से रुक जा क्योंकि तेरे परिश्रम का फल मिलनेवाला है और वे शत्रुओं के देश से लौट आएँगे +12387,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_017.wav,अन्त में तेरी आशा पूरी होगी यहोवा की यह वाणी है तेरे वंश के लोग अपने देश में लौट आएँगे +12388,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_018.wav,निश्चय मैंने एप्रैम को ये बातें कहकर विलाप करते सुना है तूने मेरी ताड़ना की और मेरी ताड़ना ऐसे बछड़े की सी हुई जो निकाला न गया हो परन्तु अब तू मुझे फेर तब मैं फिरूँगा क्योंकि तू मेरा परमेश्वर है +12389,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_019.wav,भटक जाने के बाद मैं पछताया और सिखाए जाने के बाद मैंने छाती पीटी पुराने पापों को स्मरण कर मैं लज्जित हुआ और मेरा मुँह काला हो गया +12390,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_020.wav,क्या एप्रैम मेरा प्रिय पुत्र नहीं है क्या वह मेरा दुलारा लड़का नहीं है जब जब मैं उसके विरुद्ध बातें करता हूँ तबतब मुझे उसका स्मरण हो आता है इसलिए मेरा मन उसके कारण भर आता है और मैं निश्चय उस पर दया करूँगा यहोवा की यही वाणी है +12391,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_021.wav,हे इस्राएली कुमारी जिस राजमार्ग से तू गई थी उसी में खम्भे और झण्डे खड़े कर और अपने इन नगरों में लौट आने पर मन लगा +12392,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_022.wav,हे भटकनेवाली कन्या तू कब तक इधरउधर फिरती रहेगी यहोवा की एक नई सृष्टि पृथ्वी पर प्रगट होगी अर्थात् नारी पुरुष की सहायता करेगी +12393,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_023.wav,इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है जब मैं यहूदी बन्दियों को उनके देश के नगरों में लौटाऊँगा तब उनमें यह आशीर्वाद फिर दिया जाएगाः हे धर्मभरे वासस्थान हे पवित्र पर्वत यहोवा तुझे आशीष दे +12394,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_024.wav,यहूदा और उसके सब नगरों के लोग और किसान और चरवाहे भी उसमें इकट्ठे बसेंगे +12395,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_025.wav,क्योंकि मैंने थके हुए लोगों का प्राण तृप्त किया और उदास लोगों के प्राण को भर दिया है +12396,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_026.wav,इस पर मैं जाग उठा और देखा और मेरी नींद मुझे मीठी लगी +12397,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_027.wav,देख यहोवा की यह वाणी है कि ऐसे दिन आनेवाले हैं जिनमें मैं इस्राएल और यहूदा के घरानों के बालबच्चों और पशु दोनों को बहुत बढ़ाऊँगा +12398,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_028.wav,जिस प्रकार से मैं सोचसोचकर उनको गिराता और ढाता नष्ट करता काट डालता और सत्यानाश ही करता था उसी प्रकार से मैं अब सोचसोचकर उनको रोपूँगा और बढ़ाऊँगा यहोवा की यही वाणी है +12399,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_029.wav,उन दिनों में वे फिर न कहेंगे पिताओं ने तो खट्टे अंगूर खाए परन्तु उनके वंश के दाँत खट्टे हो गए हैं +12400,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_030.wav,क्योंकि जो कोई खट्टे अंगूर खाए उसी के दाँत खट्टे हो जाएँगे और हर एक मनुष्य अपने ही अधर्म के कारण मारा जाएगा +12401,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_031.wav,फिर यहोवा की यह भी वाणी है सुन ऐसे दिन आनेवाले हैं जब मैं इस्राएल और यहूदा के घरानों से नई वाचा बाँधूँगा +12402,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_032.wav,वह उस वाचा के समान न होगी जो मैंने उनके पुरखाओं से उस समय बाँधी थी जब मैं उनका हाथ पकड़कर उन्हें मिस्र देश से निकाल लाया क्योंकि यद्यपि मैं उनका पति था तो भी उन्होंने मेरी वह वाचा तोड़ डाली +12403,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_033.wav,परन्तु जो वाचा मैं उन दिनों के बाद इस्राएल के घराने से बाँधूँगा वह यह है मैं अपनी व्यवस्था उनके मन में समवाऊँगा और उसे उनके हृदय पर लिखूँगा और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा और वे मेरी प्रजा ठहरेंगे यहोवा की यह वाणी है +12404,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_034.wav,और तब उन्हें फिर एक दूसरे से यह न कहना पड़ेगा कि यहोवा को जानो क्योंकि यहोवा की यह वाणी है कि छोटे से लेकर बड़े तक सब के सब मेरा ज्ञान रखेंगे क्योंकि मैं उनका अधर्म क्षमा करूँगा और उनका पाप फिर स्मरण न करूँगा +12405,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_035.wav,जिसने दिन को प्रकाश देने के लिये सूर्य को और रात को प्रकाश देने के लिये चन्द्रमा और तारागण के नियम ठहराए हैं जो समुद्र को उछालता और उसकी लहरों को गरजाता है और जिसका नाम सेनाओं का यहोवा है वही यहोवा यह कहता है +12406,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_036.wav,यदि ये नियम मेरे सामने से टल जाएँ तब ��ी यह हो सकेगा कि इस्राएल का वंश मेरी दृष्टि में सदा के लिये एक जाति ठहरने की अपेक्षा मिट सकेगा +12407,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_037.wav,यहोवा यह भी कहता है यदि ऊपर से आकाश मापा जाए और नीचे से पृथ्वी की नींव खोद खोदकर पता लगाया जाए तब ही मैं इस्राएल के सारे वंश को उनके सब पापों के कारण उनसे हाथ उठाऊँगा +12408,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_038.wav,देख यहोवा की यह वाणी है ऐसे दिन आ रहे हैं जिनमें यह नगर हननेल के गुम्मट से लेकर कोने के फाटक तक यहोवा के लिये बनाया जाएगा +12409,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_039.wav,मापने की रस्सी फिर आगे बढ़कर सीधी गारेब पहाड़ी तक और वहाँ से घूमकर गोआ को पहुँचेगी +12410,data/cleaned/hindi/JER/JER_031_040.wav,शवों और राख की सब तराई और किद्रोन नाले तक जितने खेत हैं घोड़ों के पूर्वी फाटक के कोने तक जितनी भूमि है वह सब यहोवा के लिये पवित्र ठहरेगी सदा तक वह नगर फिर कभी न तो गिराया जाएगा और न ढाया जाएगा +12411,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_001.wav,यहूदा के राजा सिदकिय्याह के राज्य के दसवें वर्ष में जो नबूकदनेस्सर के राज्य का अठारहवाँ वर्ष था यहोवा की ओर से यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12412,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_002.wav,उस समय बाबेल के राजा की सेना ने यरूशलेम को घेर लिया था और यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता यहूदा के राजा के पहरे के भवन के आँगन में कैदी था +12413,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_003.wav,क्योंकि यहूदा के राजा सिदकिय्याह ने यह कहकर उसे कैद किया था तू ऐसी भविष्यद्वाणी क्यों करता है यहोवा यह कहता है देखो मैं यह नगर बाबेल के राजा के वश में कर दूँगा वह इसको ले लेगा +12414,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_004.wav,और यहूदा का राजा सिदकिय्याह कसदियों के हाथ से न बचेगा परन्तु वह बाबेल के राजा के वश में अवश्य ही पड़ेगा और वह और बाबेल का राजा आपस में आमनेसामने बातें करेंगे और अपनीअपनी आँखों से एक दूसरे को देखेंगे +12415,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_005.wav,और वह सिदकिय्याह को बाबेल में ले जाएगा और जब तक मैं उसकी सुधि न लूँ तब तक वह वहीं रहेगा यहोवा की यह वाणी है चाहे तुम लोग कसदियों से लड़ो भी तो भी तुम्हारे लड़ने से कुछ बन न पड़ेगा +12416,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_006.wav,यिर्मयाह ने कहा यहोवा का वचन मेरे पास पहुँचा +12417,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_007.wav,देख शल्लूम का पुत्र हनमेल जो तेरा चचेरा भाई है वह तेरे पास यह कहने को आने पर है मेरा खेत जो अनातोत में है उसे मोल ले क्योंकि उसे मोल लेकर छुड़ाने का अधिकार तेरा ही है +12418,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_008.wav,अतः यहोवा के वचन के अनुसार मेरा चचेरा भाई हनमेल पहरे के आँगन में मेरे पास आकर कहने ल���ा मेरा जो खेत बिन्यामीन क्षेत्र के अनातोत में है उसे मोल ले क्योंकि उसके स्वामी होने और उसके छुड़ा लेने का अधिकार तेरा ही है इसलिए तू उसे मोल ले तब मैंने जान लिया कि वह यहोवा का वचन था +12419,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_009.wav,इसलिए मैंने उस अनातोत के खेत को अपने चचेरे भाई हनमेल से मोल ले लिया और उसका दाम चाँदी के सत्रह शेकेल तौलकर दे दिए +12420,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_010.wav,और मैंने दस्तावेज में दस्तखत और मुहर हो जाने पर गवाहों के सामने वह चाँदी काँटे में तौलकर उसे दे दी +12421,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_011.wav,तब मैंने मोल लेने की दोनों दस्तावेजें जिनमें सब शर्तें लिखी हुई थीं और जिनमें से एक पर मुहर थी और दूसरी खुली थी +12422,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_012.wav,उन्हें लेकर अपने चचेरे भाई हनमेल के और उन गवाहों के सामने जिन्होंने दस्तावेज में दस्तखत किए थे और उन सब यहूदियों के सामने भी जो पहरे के आँगन में बैठे हुए थे नेरिय्याह के पुत्र बारूक को जो महसेयाह का पोता था सौंप दिया +12423,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_013.wav,तब मैंने उनके सामने बारूक को यह आज्ञा दी +12424,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_014.wav,इस्राएल के परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है इन मोल लेने की दस्तावेजों को जिन पर मुहर की हुई है और जो खुली हुई है इन्हें लेकर मिट्टी के बर्तन में रख ताकि ये बहुत दिन तक रहें +12425,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_015.wav,क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है इस देश में घर और खेत और दाख की बारियाँ फिर बेची और मोल ली जाएँगी +12426,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_016.wav,जब मैंने मोल लेने की वह दस्तावेज नेरिय्याह के पुत्र बारूक के हाथ में दी तब मैंने यहोवा से यह प्रार्थना की +12427,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_017.wav,हे प्रभु यहोवा तूने बड़े सामर्थ्य और बढ़ाई हुई भुजा से आकाश और पृथ्वी को बनाया है तेरे लिये कोई काम कठिन नहीं है +12428,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_018.wav,तू हजारों पर करुणा करता रहता परन्तु पूर्वजों के अधर्म का बदला उनके बाद उनके वंश के लोगों को भी देता है हे महान और पराक्रमी परमेश्वर जिसका नाम सेनाओं का यहोवा है +12429,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_019.wav,तू बड़ी युक्ति करनेवाला और सामर्थ्य के काम करनेवाला है तेरी दृष्टि मनुष्यों के सारे चाल चलन पर लगी रहती है और तू हर एक को उसके चाल चलन और कर्म का फल भुगताता है +12430,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_020.wav,तूने मिस्र देश में चिन्ह और चमत्कार किए और आज तक इस्राएलियों वरन् सब मनुष्यों के बीच वैसा करता आया है और इस प्रकार तूने अपना ऐसा नाम किया है जो आज के दिन तक बना है +12431,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_021.wav,तू अपनी प्रजा इस्राएल को मिस्र देश में से चिन्हों और चमत्कारों और सामर्थी हाथ और बढ़ाई हुई भुजा के द्वारा और बड़े भयानक कामों के साथ निकाल लाया +12432,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_022.wav,फिर तूने यह देश उन्हें दिया जिसके देने की शपथ तूने उनके पूर्वजों से खाई थी जिसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं और वे आकर इसके अधिकारी हुए +12433,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_023.wav,तो भी उन्होंने तेरी नहीं मानी और न तेरी व्यवस्था पर चले वरन् जो कुछ तूने उनको करने की आज्ञा दी थी उसमें से उन्होंने कुछ भी नहीं किया इस कारण तूने उन पर यह सब विपत्ति डाली है +12434,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_024.wav,अब इन दमदमों को देख वे लोग इस नगर को ले लेने के लिये आ गए हैं और यह नगर तलवार अकाल और मरी के कारण इन चढ़े हुए कसदियों के वश में किया गया है जो तूने कहा था वह अब पूरा हुआ है और तू इसे देखता भी है +12435,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_025.wav,तो भी हे प्रभु यहोवा तूने मुझसे कहा है कि गवाह बुलाकर उस खेत को मोल ले यद्यपि कि यह नगर कसदियों के वश में कर दिया गया है +12436,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_026.wav,तब यहोवा का यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12437,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_027.wav,मैं तो सब प्राणियों का परमेश्वर यहोवा हूँ क्या मेरे लिये कोई भी काम कठिन है +12438,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_028.wav,इसलिए यहोवा यह कहता है देख मैं यह नगर कसदियों और बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के वश में कर देने पर हूँ और वह इसको ले लेगा +12439,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_029.wav,जो कसदी इस नगर से युद्ध कर रहे हैं वे आकर इसमें आग लगाकर फूँक देंगे और जिन घरों की छतों पर उन्होंने बाल के लिये धूप जलाकर और दूसरे देवताओं को अर्घ चढ़ाकर मुझे रिस दिलाई है वे घर जला दिए जाएँगे +12440,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_030.wav,क्योंकि इस्राएल और यहूदा जो काम मुझे बुरा लगता है वही लड़कपन से करते आए हैं इस्राएली अपनी बनाई हुई वस्तुओं से मुझ को रिस ही रिस दिलाते आए हैं यहोवा की यह वाणी है +12441,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_031.wav,यह नगर जब से बसा है तब से आज के दिन तक मेरे क्रोध और जलजलाहट के भड़कने का कारण हुआ है इसलिए अब मैं इसको अपने सामने से इस कारण दूर करूँगा +12442,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_032.wav,क्योंकि इस्राएल और यहूदा अपने राजाओं हाकिमों याजकों और भविष्यद्वक्ताओं समेत क्या यहूदा देश के क्या यरूशलेम के निवासी सब के सब बुराई पर बुराई करके मुझ को रिस दिलाते आए हैं +12443,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_033.wav,उन्होंने मेरी ओर मुँह नहीं वरन् पीठ ही फेर दी है यद्यपि मैं उन्हें बड़े यत्न से सिखाता आया हूँ तो भी उन्होंने मेरी शिक्षा को नहीं माना +12444,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_034.wav,वरन् जो भवन मेरा कहलाता है उसमें भी उन्होंने अपनी घृणित वस्तुएँ स्थापित करके उसे अशुद्ध किया है +12445,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_035.wav,उन्होंने हिन्नोमियों की तराई में बाल के ऊँचेऊँचे स्थान बनाकर अपने बेटेबेटियों को मोलेक के लिये होम किया जिसकी आज्ञा मैंने कभी नहीं दी और न यह बात कभी मेरे मन में आई कि ऐसा घृणित काम किया जाए और जिससे यहूदी लोग पाप में फँसे +12446,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_036.wav,परन्तु अब इस्राएल का परमेश्वर यहोवा इस नगर के विषय में जिसके लिये तुम लोग कहते हो वह तलवार अकाल और मरी के द्वारा बाबेल के राजा के वश में पड़ा हुआ है यह कहता है +12447,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_037.wav,देखो मैं उनको उन सब देशों से जिनमें मैंने क्रोध और जलजलाहट में आकर उन्हें जबरन निकाल दिया था लौटा ले आकर इसी नगर में इकट्ठे करूँगा और निडर करके बसा दूँगा +12448,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_038.wav,और वे मेरी प्रजा ठहरेंगे और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा +12449,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_039.wav,मैं उनको एक ही मन और एक ही चाल कर दूँगा कि वे सदा मेरा भय मानते रहें जिससे उनका और उनके बाद उनके वंश का भी भला हो +12450,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_040.wav,मैं उनसे यह वाचा बाँधूँगा कि मैं कभी उनका संग छोड़कर उनका भला करना न छोड़ूँगा और अपना भय मैं उनके मन में ऐसा उपजाऊँगा कि वे कभी मुझसे अलग होना न चाहेंगे +12451,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_041.wav,मैं बड़ी प्रसन्नता के साथ उनका भला करता रहूँगा और सचमुच उन्हें इस देश में अपने सारे मन और प्राण से बसा दूँगा +12452,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_042.wav,देख यहोवा यह कहता है कि जैसे मैंने अपनी इस प्रजा पर यह सब बड़ी विपत्ति डाल दी वैसे ही निश्चय इनसे वह सब भलाई भी करूँगा जिसके करने का वचन मैंने दिया है इसलिए यह देश जिसके विषय तुम लोग कहते हो +12453,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_043.wav,कि यह उजाड़ हो गया है इसमें न तो मनुष्य रह गए हैं और न पशु यह तो कसदियों के वश में पड़ चुका है इसी में फिर से खेत मोल लिए जाएँगे +12454,data/cleaned/hindi/JER/JER_032_044.wav,और बिन्यामीन के क्षेत्र में यरूशलेम के आसपास और यहूदा देश के अर्थात् पहाड़ी देश नीचे के देश और दक्षिण देश के नगरों में लोग गवाह बुलाकर खेत मोल लेंगे और दस्तावेज में दस्तखत और मुहर करेंगे क्योंकि मैं उनके दिनों को लौटा ले आऊँगा यहोवा की यही वाणी है +12455,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_001.wav,जिस समय यिर्मयाह पहरे के आँगन में बन्द था उस समय यहोवा का वचन दूसरी बार उसके पास पहुँचा +12456,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_002.wav,यहोवा जो पृथ्वी का रचनेवाला है जो उसको स्थिर करता है उसका नाम यहोवा है वह यह कहता है +12457,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_003.wav,मुझसे प्रार्थना कर और मैं तेरी सुनकर तुझे बड़ीबड़ी और कठिन बातें बताऊँगा जिन्हें तू अभी नहीं समझता +12458,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_004.wav,क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा इस नगर के घरों और यहूदा के राजाओं के भवनों के विषय में जो इसलिए गिराए जाते हैं कि दमदमों और तलवार के साथ सुभीते से लड़ सके यह कहता है +12459,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_005.wav,कसदियों से युद्ध करने को वे लोग आते तो हैं परन्तु मैं क्रोध और जलजलाहट में आकर उनको मरवाऊँगा और उनकी लोथें उसी स्थान में भर दूँगा क्योंकि उनकी दुष्टता के कारण मैंने इस नगर से मुख फेर लिया है +12460,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_006.wav,देख मैं इस नगर का इलाज करके इसके निवासियों को चंगा करूँगा और उन पर पूरी शान्ति और सच्चाई प्रगट करूँगा +12461,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_007.wav,मैं यहूदा और इस्राएल के बन्दियों को लौटा ले आऊँगा और उन्हें पहले के समान बसाऊँगा +12462,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_008.wav,मैं उनको उनके सारे अधर्म और पाप के काम से शुद्ध करूँगा जो उन्होंने मेरे विरुद्ध किए हैं और उन्होंने जितने अधर्म और अपराध के काम मेरे विरुद्ध किए हैं उन सब को मैं क्षमा करूँगा +12463,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_009.wav,क्योंकि वे वह सब भलाई के काम सुनेंगे जो मैं उनके लिये करूँगा और वे सब कल्याण और शान्ति की चर्चा सुनकर जो मैं उनसे करूँगा डरेंगे और थरथराएँगे वे पृथ्वी की उन जातियों की दृष्टि में मेरे लिये हर्ष और स्तुति और शोभा का कारण हो जाएँगे +12464,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_010.wav,यहोवा यह कहता है यह स्थान जिसके विषय तुम लोग कहते हो यह तो उजाड़ हो गया है इसमें न तो मनुष्य रह गया है और न पशु अर्थात् यहूदा देश के नगर और यरूशलेम की सड़कें जो ऐसी सुनसान पड़ी हैं कि उनमें न तो कोई मनुष्य रहता है और न कोई पशु +12465,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_011.wav,इन्हीं में हर्ष और आनन्द का शब्द दुल्हेदुल्हन का शब्द और इस बात के कहनेवालों का शब्द फिर सुनाई पड़ेगा सेनाओं के यहोवा का धन्यवाद करो क्योंकि यहोवा भला है और उसकी करुणा सदा की है और यहोवा के भवन में धन्यवादबलि लानेवालों का भी शब्द सुनाई देगा क्योंकि मैं इस देश की दशा पहले के समान ज्यों की त्यों कर दूँगा यहोवा का यही वचन है +12466,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_012.wav,सेनाओं का यहोवा कहता है सब गाँवों समेत यह स्थान जो ऐसा उजाड़ है कि इसमें न तो मनुष्य रह गया है और न पशु इसी में भेड़बकरियाँ बैठानेवाले च��वाहे फिर बसेंगे +12467,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_013.wav,पहाड़ी देश में और नीचे के देश में दक्षिण देश के नगरों में बिन्यामीन क्षेत्र में और यरूशलेम के आसपास अर्थात् यहूदा देश के सब नगरों में भेड़बकरियाँ फिर गिनगिनकर चराई जाएँगी यहोवा का यही वचन है +12468,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_014.wav,यहोवा की यह भी वाणी है देख ऐसे दिन आनेवाले हैं कि कल्याण का जो वचन मैंने इस्राएल और यहूदा के घरानों के विषय में कहा है उसे पूरा करूँगा +12469,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_015.wav,उन दिनों में और उन समयों में मैं दाऊद के वंश में धार्मिकता की एक डाल लगाऊँगा और वह इस देश में न्याय और धार्मिकता के काम करेगा +12470,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_016.wav,उन दिनों में यहूदा बचा रहेगा और यरूशलेम निडर बसा रहेगा और उसका नाम यह रखा जाएगा अर्थात् यहोवा हमारी धार्मिकता +12471,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_017.wav,यहोवा यह कहता है दाऊद के कुल में इस्राएल के घराने की गद्दी पर विराजनेवाले सदैव बने रहेंगे +12472,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_018.wav,और लेवीय याजकों के कुलों में प्रतिदिन मेरे लिये होमबलि चढ़ानेवाले और अन्नबलि जलानेवाले और मेलबलि चढ़ानेवाले सदैव बने रहेंगे +12473,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_019.wav,फिर यहोवा का यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12474,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_020.wav,यहोवा यह कहता है मैंने दिन और रात के विषय में जो वाचा बाँधी है जब तुम उसको ऐसा तोड़ सको कि दिन और रात अपनेअपने समय में न हों +12475,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_021.wav,तब ही जो वाचा मैंने अपने दास दाऊद के संग बाँधी है टूट सकेगी कि तेरे वंश की गद्दी पर विराजनेवाले सदैव बने रहेंगे और मेरी वाचा मेरी सेवा टहल करनेवाले लेवीय याजकों के संग बँधी रहेगी +12476,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_022.wav,जैसा आकाश की सेना की गिनती और समुद्र के रेतकणों का परिमाण नहीं हो सकता है उसी प्रकार मैं अपने दास दाऊद के वंश और अपने सेवक लेवियों को बढ़ाकर अनगिनत कर दूँगा +12477,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_023.wav,यहोवा का यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12478,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_024.wav,क्या तूने नहीं देखा कि ये लोग क्या कहते हैं जो दो कुल यहोवा ने चुन लिए थे उन दोनों से उसने अब हाथ उठाया है यह कहकर कि ये मेरी प्रजा को तुच्छ जानते हैं और कि यह जाति उनकी दृष्टि में गिर गई है +12479,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_025.wav,यहोवा यह कहता है यदि दिन और रात के विषय मेरी वाचा अटल न रहे और यदि आकाश और पृथ्वी के नियम मेरे ठहराए हुए न रह जाएँ +12480,data/cleaned/hindi/JER/JER_033_026.wav,तब ही मैं याकूब के वंश से हाथ उठाऊँगा और अब्राहम इसहाक और याकूब के वंश पर प्रभुता करने के लिये अ���ने दास दाऊद के वंश में से किसी को फिर न ठहराऊँगा परन्तु इसके विपरीत मैं उन पर दया करके उनको बँधुआई से लौटा लाऊँगा +12481,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_001.wav,जब बाबेल का राजा नबूकदनेस्सर अपनी सारी सेना समेत और पृथ्वी के जितने राज्य उसके वश में थे उन सभी के लोगों समेत यरूशलेम और उसके सब गाँवों से लड़ रहा था तब यहोवा का यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12482,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_002.wav,इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है जाकर यहूदा के राजा सिदकिय्याह से कह यहोवा यह कहता है देख मैं इस नगर को बाबेल के राजा के वश में कर देने पर हूँ और वह इसे फुँकवा देगा +12483,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_003.wav,तू उसके हाथ से न बचेगा निश्चय पकड़ा जाएगा और उसके वश में कर दिया जाएगा और तेरी आँखें बाबेल के राजा को देखेंगी और तुम आमनेसामने बातें करोगे और तू बाबेल को जाएगा +12484,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_004.wav,तो भी हे यहूदा के राजा सिदकिय्याह यहोवा का यह भी वचन सुन जिसे यहोवा तेरे विषय में कहता है तू तलवार से मारा न जाएगा +12485,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_005.wav,तू शान्ति के साथ मरेगा और जैसा तेरे पितरों के लिये अर्थात् जो तुझ से पहले राजा थे उनके लिये सुगन्धद्रव्य जलाया गया वैसा ही तेरे लिये भी जलाया जाएगा और लोग यह कहकर हाय मेरे प्रभु तेरे लिये छाती पीटेंगे यहोवा की यही वाणी है +12486,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_006.wav,ये सब वचन यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता ने यहूदा के राजा सिदकिय्याह से यरूशलेम में उस समय कहे +12487,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_007.wav,जब बाबेल के राजा की सेना यरूशलेम से और यहूदा के जितने नगर बच गए थे उनसे अर्थात् लाकीश और अजेका से लड़ रही थी क्योंकि यहूदा के जो गढ़वाले नगर थे उनमें से केवल वे ही रह गए थे +12488,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_008.wav,यहोवा का यह वचन यिर्मयाह के पास उस समय आया जब सिदकिय्याह राजा ने सारी प्रजा से जो यरूशलेम में थी यह वाचा बँधाई कि दासों के स्वाधीन होने का प्रचार किया जाए +12489,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_009.wav,कि सब लोग अपनेअपने दासदासी को जो इब्री या इब्रिन हों स्वाधीन करके जाने दें और कोई अपने यहूदी भाई से फिर अपनी सेवा न कराए +12490,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_010.wav,तब सब हाकिमों और सारी प्रजा ने यह प्रण किया कि हम अपनेअपने दास दासियों को स्वतंत्र कर देंगे और फिर उनसे अपनी सेवा न कराएँगे इसलिए उस प्रण के अनुसार उनको स्वतंत्र कर दिया +12491,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_011.wav,परन्तु इसके बाद वे फिर गए और जिन दास दासियों को उन्होंने स्वतंत्र करके जाने दिया था उनको फिर अपने वश में लाकर दास और दासी बना लिया +12492,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_012.wav,तब यहोवा की ओर से यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12493,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_013.wav,इस्राएल का परमेश्वर यहोवा तुम से यह कहता है जिस समय मैं तुम्हारे पितरों को दासत्व के घर अर्थात् मिस्र देश से निकाल ले आया उस समय मैंने आप उनसे यह कहकर वाचा बाँधी +12494,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_014.wav,तुम्हारा जो इब्री भाई तुम्हारे हाथ में बेचा जाए उसको तुम सातवें वर्ष में छोड़ देना छः वर्ष तो वह तुम्हारी सेवा करे परन्तु इसके बाद तुम उसको स्वतंत्र करके अपने पास से जाने देना परन्तु तुम्हारे पितरों ने मेरी न सुनी न मेरी ओर कान लगाया +12495,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_015.wav,तुम अभी फिरे तो थे और अपनेअपने भाई को स्वतंत्र कर देने का प्रचार कराके जो काम मेरी दृष्टि में भला है उसे तुम ने किया भी था और जो भवन मेरा कहलाता है उसमें मेरे सामने वाचा भी बाँधी थी +12496,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_016.wav,पर तुम भटक गए और मेरा नाम इस रीति से अशुद्ध किया कि जिन दास दासियों को तुम स्वतंत्र करके उनकी इच्छा पर छोड़ चुके थे उन्हें तुम ने फिर अपने वश में कर लिया है और वे फिर तुम्हारे दास दासियाँ बन गए हैं +12497,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_017.wav,इस कारण यहोवा यह कहता है तुम ने जो मेरी आज्ञा के अनुसार अपनेअपने भाई के स्वतंत्र होने का प्रचार नहीं किया अतः यहोवा का यह वचन है सुनो मैं तुम्हारे इस प्रकार से स्वतंत्र होने का प्रचार करता हूँ कि तुम तलवार मरी और अकाल में पड़ोगे और मैं ऐसा करूँगा कि तुम पृथ्वी के राज्यराज्य में मारेमारे फिरोगे +12498,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_018.wav,जो लोग मेरी वाचा का उल्लंघन करते हैं और जो प्रण उन्होंने मेरे सामने और बछड़े को दो भाग करके उसके दोनों भागों के बीच होकर किया परन्तु उसे पूरा न किया +12499,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_019.wav,अर्थात् यहूदा देश और यरूशलेम नगर के हाकिम खोजे याजक और साधारण लोग जो बछड़े के भागों के बीच होकर गए थे +12500,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_020.wav,उनको मैं उनके शत्रुओं अर्थात् उनके प्राण के खोजियों के वश में कर दूँगा और उनकी लोथ आकाश के पक्षियों और मैदान के पशुओं का आहार हो जाएँगी +12501,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_021.wav,मैं यहूदा के राजा सिदकिय्याह और उसके हाकिमों को उनके शत्रुओं और उनके प्राण के खोजियों अर्थात् बाबेल के राजा की सेना के वश में कर दूँगा जो तुम्हारे सामने से चली गई है +12502,data/cleaned/hindi/JER/JER_034_022.wav,यहोवा का यह वचन है कि देखो मैं उनको आज्ञा देकर इस नगर के पास लौटा ले आऊँगा और वे लड़कर इसे ले लेंगे और फूँक देंगे और यहूदा के नगरों को मैं ऐसा उजाड़ दूँगा कि कोई उनमें न रहेगा +12503,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_001.wav,योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य में यहोवा की ओर से यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12504,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_002.wav,रेकाबियों के घराने के पास जाकर उनसे बातें कर और उन्हें यहोवा के भवन की एक कोठरी में ले जाकर दाखमधु पिला +12505,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_003.wav,तब मैंने याजन्याह को जो हबस्सिन्याह का पोता और यिर्मयाह का पुत्र था और उसके भाइयों और सब पुत्रों को अर्थात् रेकाबियों के सारे घराने को साथ लिया +12506,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_004.wav,मैं उनको परमेश्वर के भवन में यिग्दल्याह के पुत्र हानान जो परमेश्वर का एक जन था उसकी कोठरी में ले आया जो हाकिमों की उस कोठरी के पास थी और शल्लूम के पुत्र डेवढ़ी के रखवाले मासेयाह की कोठरी के ऊपर थी +12507,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_005.wav,तब मैंने रेकाबियों के घराने को दाखमधु से भरे हुए हँडे और कटोरे देकर कहा दाखमधु पीओ +12508,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_006.wav,उन्होंने कहा हम दाखमधु न पीएँगे क्योंकि रेकाब के पुत्र योनादाब ने जो हमारा पुरखा था हमको यह आज्ञा दी थी तुम कभी दाखमधु न पीना न तुम न तुम्हारे पुत्र +12509,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_007.wav,न घर बनाना न बीज बोना न दाख की बारी लगाना और न उनके अधिकारी होना परन्तु जीवन भर तम्बुओं ही में रहना जिससे जिस देश में तुम परदेशी हो उसमें बहुत दिन तक जीते रहो +12510,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_008.wav,इसलिए हम रेकाब के पुत्र अपने पुरखा यहोनादाब की बात मानकर उसकी सारी आज्ञाओं के अनुसार चलते हैं न हम और न हमारी स्त्रियाँ या पुत्रपुत्रियाँ कभी दाखमधु पीती हैं +12511,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_009.wav,और न हम घर बनाकर उनमें रहते हैं हम न दाख की बारी न खेत और न बीज रखते हैं +12512,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_010.wav,हम तम्बुओं ही में रहा करते हैं और अपने पुरखा योनादाब की बात मानकर उसकी सारी आज्ञाओं के अनुसार काम करते हैं +12513,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_011.wav,परन्तु जब बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने इस देश पर चढ़ाई की तब हमने कहा चलो कसदियों और अरामियों के दलों के डर के मारे यरूशलेम में जाएँ इस कारण हम अब यरूशलेम में रहते हैं +12514,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_012.wav,तब यहोवा का यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12515,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_013.wav,इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है जाकर यहूदा देश के लोगों और यरूशलेम नगर के निवासियों से कह यहोवा की यह वाणी है क्या तुम शिक्षा मानकर मेरी न सुनोगे +12516,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_014.wav,देखो रेकाब के पुत्र यहोनादाब ने जो आज्ञा अपने वंश को दी थी कि तुम दाखमधु न पीना वह तो मानी गई है यहाँ तक कि आज के दिन भी वे लोग कुछ नहीं पीते वे अपने पुरखा की आज्ञा मानते हैं पर यद्यपि मैं तुम से बड़े यत्न से कहता आया हूँ तो भी तुम ने मेरी नहीं सुनी +12517,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_015.wav,मैं तुम्हारे पास अपने सारे दास नबियों को बड़ा यत्न करके यह कहने को भेजता आया हूँ अपनी बुरी चाल से फिरो और अपने काम सुधारो और दूसरे देवताओं के पीछे जाकर उनकी उपासना मत करो तब तुम इस देश में जो मैंने तुम्हारे पितरों को दिया था और तुम को भी दिया है बसने पाओगे पर तुम ने मेरी ओर कान नहीं लगाया न मेरी सुनी है +12518,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_016.wav,देखो रेकाब के पुत्र यहोनादाब के वंश ने तो अपने पुरखा की आज्ञा को मान लिया पर तुम ने मेरी नहीं सुनी +12519,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_017.wav,इसलिए सेनाओं का परमेश्वर यहोवा जो इस्राएल का परमेश्वर है यह कहता है देखो यहूदा देश और यरूशलेम नगर के सारे निवासियों पर जितनी विपत्ति डालने की मैंने चर्चा की है वह उन पर अब डालता हूँ क्योंकि मैंने उनको सुनाया पर उन्होंने नहीं सुना मैंने उनको बुलाया पर उन्होंने उत्तर न दिया +12520,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_018.wav,पर रेकाबियों के घराने से यिर्मयाह ने कहा इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा तुम से यह कहता है इसलिए कि तुम ने जो अपने पुरखा यहोनादाब की आज्ञा मानी वरन् उसकी सब आज्ञाओं को मान लिया और जो कुछ उसने कहा उसके अनुसार काम किया है +12521,data/cleaned/hindi/JER/JER_035_019.wav,इसलिए इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है रेकाब के पुत्र योनादाब के वंश में सदा ऐसा जन पाया जाएगा जो मेरे सम्मुख खड़ा रहे +12522,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_001.wav,फिर योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य के चौथे वर्ष में यहोवा की ओर से यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12523,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_002.wav,एक पुस्तक लेकर जितने वचन मैंने तुझ से योशिय्याह के दिनों से लेकर अर्थात् जब मैं तुझ से बातें करने लगा उस समय से आज के दिन तक इस्राएल और यहूदा और सब जातियों के विषय में कहे हैं सब को उसमें लिख +12524,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_003.wav,क्या जाने यहूदा का घराना उस सारी विपत्ति का समाचार सुनकर जो मैं उन पर डालने की कल्पना कर रहा हूँ अपनी बुरी चाल से फिरे और मैं उनके अधर्म और पाप को क्षमा करूँ +12525,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_004.wav,अतः यिर्मयाह ने नेरिय्याह के पुत्र बारूक को बुलाया और बारूक ने यहोवा के सब वचन जो उसने यिर्मयाह से कहे थे उसके मुख से सुनकर पुस्तक में लिख दिए +12526,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_005.wav,फिर यिर्मयाह ने बारूक को आज्ञा दी और कहा मैं तो बन्धा हुआ हूँ मैं यहोवा के भवन में नहीं जा सकता +12527,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_006.wav,इसलिए तू उपवास के दिन यहोवा के भवन में जाकर उसके जो वचन तूने मुझसे सुनकर लिखे हैं पुस्तक में से लोगों को पढ़कर सुनाना और जितने यहूदी लोग अपनेअपने नगरों से आएँगे उनको भी पढ़कर सुनाना +12528,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_007.wav,क्या जाने वे यहोवा से गिड़गिड़ाकर प्रार्थना करें और अपनीअपनी बुरी चाल से फिरें क्योंकि जो क्रोध और जलजलाहट यहोवा ने अपनी इस प्रजा पर भड़काने को कहा है वह बड़ी है +12529,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_008.wav,यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता की इस आज्ञा के अनुसार नेरिय्याह के पुत्र बारूक ने यहोवा के भवन में उस पुस्तक में से उसके वचन पढ़कर सुनाए +12530,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_009.wav,योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य के पाँचवें वर्ष के नौवें महीने में यरूशलेम में जितने लोग थे और यहूदा के नगरों से जितने लोग यरूशलेम में आए थे उन्होंने यहोवा के सामने उपवास करने का प्रचार किया +12531,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_010.wav,तब बारूक ने यहोवा के भवन में सब लोगों को शापान के पुत्र गमर्याह जो प्रधान था उसकी कोठरी में जो ऊपर के आँगन में यहोवा के भवन के नये फाटक के पास थी यिर्मयाह के सब वचन पुस्तक में से पढ़ सुनाए +12532,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_011.wav,तब शापान के पुत्र गमर्याह के बेटे मीकायाह ने यहोवा के सारे वचन पुस्तक में से सुने +12533,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_012.wav,और वह राजभवन के प्रधान की कोठरी में उतर गया और क्या देखा कि वहाँ एलीशामा प्रधान और शमायाह का पुत्र दलायाह और अकबोर का पुत्र एलनातान और शापान का पुत्र गमर्याह और हनन्याह का पुत्र सिदकिय्याह और सब हाकिम बैठे हुए हैं +12534,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_013.wav,मीकायाह ने जितने वचन उस समय सुने जब बारूक ने पुस्तक में से लोगों को पढ़ सुनाए थे उन सब का वर्णन किया +12535,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_014.wav,उन्हें सुनकर सब हाकिमों ने यहूदी को जो नतन्याह का पुत्र ओर शेलेम्याह का पोता और कूशी का परपोता था बारूक के पास यह कहने को भेजा जिस पुस्तक में से तूने सब लोगों को पढ़ सुनाया है उसे अपने हाथ में लेता आ अतः नेरिय्याह का पुत्र बारूक वह पुस्तक हाथ में लिए हुए उनके पास आया +12536,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_015.wav,तब उन्होंने उससे कहा अब बैठ जा और हमें यह पढ़कर सुना तब बारूक ने उनको पढ़कर सुना दिया +12537,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_016.wav,जब वे उन स�� वचनों को सुन चुके तब थरथराते हुए एक दूसरे को देखने लगे और उन्होंने बारूक से कहा हम निश्चय राजा से इन सब वचनों का वर्णन करेंगे +12538,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_017.wav,फिर उन्होंने बारूक से कहा हम से कह क्या तूने ये सब वचन उसके मुख से सुनकर लिखे +12539,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_018.wav,बारूक ने उनसे कहा वह ये सब वचन अपने मुख से मुझे सुनाता गया ओर मैं इन्हें पुस्तक में स्याही से लिखता गया +12540,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_019.wav,तब हाकिमों ने बारूक से कहा जा तू अपने आपको और यिर्मयाह को छिपा और कोई न जानने पाए कि तुम कहाँ हो +12541,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_020.wav,तब वे पुस्तक को एलीशामा प्रधान की कोठरी में रखकर राजा के पास आँगन में आए और राजा को वे सब वचन कह सुनाए +12542,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_021.wav,तब राजा ने यहूदी को पुस्तक ले आने के लिये भेजा उसने उसे एलीशामा प्रधान की कोठरी में से लेकर राजा को और जो हाकिम राजा के आसपास खड़े थे उनको भी पढ़ सुनाया +12543,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_022.wav,राजा शीतकाल के भवन में बैठा हुआ था क्योंकि नौवाँ महीना था और उसके सामने अँगीठी जल रही थी +12544,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_023.wav,जब यहूदी तीन चार पृष्ठ पढ़ चुका तब उसने उसे चाकू से काटा और जो आग अँगीठी में थी उसमें फेंक दिया इस प्रकार अँगीठी की आग में पूरी पुस्तक जलकर भस्म हो गई +12545,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_024.wav,परन्तु न कोई डरा और न किसी ने अपने कपड़े फाड़े अर्थात् न तो राजा ने और न उसके कर्मचारियों में से किसी ने ऐसा किया जिन्होंने वे सब वचन सुने थे +12546,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_025.wav,एलनातान और दलायाह और गमर्याह ने तो राजा से विनती भी की थी कि पुस्तक को न जलाए परन्तु उसने उनकी एक न सुनी +12547,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_026.wav,राजा ने राजपुत्र यरहमेल को और अज्रीएल के पुत्र सरायाह को और अब्देल के पुत्र शेलेम्याह को आज्ञा दी कि बारूक लेखक और यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता को पकड़ लें परन्तु यहोवा ने उनको छिपा रखा +12548,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_027.wav,जब राजा ने उन वचनों की पुस्तक को जो बारूक ने यिर्मयाह के मुख से सुन सुनकर लिखी थी जला दिया तब यहोवा का यह वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12549,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_028.wav,फिर एक और पुस्तक लेकर उसमें यहूदा के राजा यहोयाकीम की जलाई हुई पहली पुस्तक के सब वचन लिख दे +12550,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_029.wav,और यहूदा के राजा यहोयाकीम के विषय में कह यहोवा यह कहता है तूने उस पुस्तक को यह कहकर जला दिया है कि तूने उसमें यह क्यों लिखा है कि बाबेल का राजा निश्चय आकर इस देश को नष्ट करेगा और उसमें न तो मनुष्य को छोड़ेगा और न प���ु को +12551,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_030.wav,इसलिए यहोवा यहूदा के राजा यहोयाकीम के विषय में यह कहता है कि उसका कोई दाऊद की गद्दी पर विराजमान न रहेगा और उसकी लोथ ऐसी फेंक दी जाएगी कि दिन को धूप में और रात को पाले में पड़ी रहेगी +12552,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_031.wav,मैं उसको और उसके वंश और कर्मचारियों को उनके अधर्म का दण्ड दूँगा और जितनी विपत्ति मैंने उन पर और यरूशलेम के निवासियों और यहूदा के सब लोगों पर डालने को कहा है और जिसको उन्होंने सच नहीं माना उन सब को मैं उन पर डालूँगा +12553,data/cleaned/hindi/JER/JER_036_032.wav,तब यिर्मयाह ने दूसरी पुस्तक लेकर नेरिय्याह के पुत्र बारूक लेखक को दी और जो पुस्तक यहूदा के राजा यहोयाकीम ने आग में जला दी थी उसमें के सब वचनों को बारूक ने यिर्मयाह के मुख से सुन सुनकर उसमें लिख दिए और उन वचनों में उनके समान और भी बहुत सी बातें बढ़ा दी गई +12554,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_001.wav,यहोयाकीम के पुत्र कोन्याह के स्थान पर योशिय्याह का पुत्र सिदकिय्याह राज्य करने लगा क्योंकि बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने उसी को यहूदा देश में राजा ठहराया था +12555,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_002.wav,परन्तु न तो उसने न उसके कर्मचारियों ने और न साधारण लोगों ने यहोवा के वचनों को माना जो उसने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा था +12556,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_003.wav,सिदकिय्याह राजा ने शेलेम्याह के पुत्र यहूकल और मासेयाह के पुत्र सपन्याह याजक को यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के पास यह कहला भेजा हमारे निमित्त हमारे परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कर +12557,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_004.wav,उस समय यिर्मयाह बन्दीगृह में न डाला गया था और लोगों के बीच आयाजाया करता था +12558,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_005.wav,उस समय फ़िरौन की सेना चढ़ाई के लिये मिस्र से निकली तब कसदी जो यरूशलेम को घेरे हुए थे उसका समाचार सुनकर यरूशलेम के पास से चले गए +12559,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_006.wav,तब यहोवा का यह वचन यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के पास पहुँचा +12560,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_007.wav,इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है यहूदा के जिस राजा ने तुम को प्रार्थना करने के लिये मेरे पास भेजा है उससे यह कहो देख फ़िरौन की जो सेना तुम्हारी सहायता के लिये निकली है वह अपने देश मिस्र में लौट जाएगी +12561,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_008.wav,कसदी फिर वापिस आकर इस नगर से लड़ेंगे वे इसको ले लेंगे और फूँक देंगे +12562,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_009.wav,यहोवा यह कहता है यह कहकर तुम अपनेअपने मन में धोखा न खाओ कसदी हमारे पास से निश्चय चले गए हैं क्योंकि वे चले नहीं गए +12563,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_010.wav,क्योंकि यदि तुम ने कसदियों की सारी सेना को जो तुम से लड़ती है ऐसा मार भी लिया होता कि उनमें से केवल घायल लोग रह जाते तो भी वे अपनेअपने तम्बू में से उठकर इस नगर को फूँक देते +12564,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_011.wav,जब कसदियों की सेना फ़िरौन की सेना के डर के मारे यरूशलेम के पास से निकलकर गई +12565,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_012.wav,तब यिर्मयाह यरूशलेम से निकलकर बिन्यामीन के देश की ओर इसलिए जा निकला कि वहाँ से और लोगों के संग अपना अंश ले +12566,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_013.wav,जब वह बिन्यामीन क्षेत्र के फाटक में पहुँचा तब यिरिय्याह नामक पहरुओं का एक सरदार वहाँ था जो शेलेम्याह का पुत्र और हनन्याह का पोता था और उसने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता को यह कहकर पकड़ लिया तू कसदियों के पास भागा जाता है +12567,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_014.wav,तब यिर्मयाह ने कहा यह झूठ है मैं कसदियों के पास नहीं भागा जाता हूँ परन्तु यिरिय्याह ने उसकी एक न मानी और वह उसे पकड़कर हाकिमों के पास ले गया +12568,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_015.wav,तब हाकिमों ने यिर्मयाह से क्रोधित होकर उसे पिटवाया और योनातान प्रधान के घर में बन्दी बनाकर डलवा दिया क्योंकि उन्होंने उसको साधारण बन्दीगृह बना दिया था +12569,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_016.wav,यिर्मयाह उस तलघर में जिसमें कई एक कोठरियाँ थीं रहने लगा +12570,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_017.wav,उसके बहुत दिन बीतने पर सिदकिय्याह राजा ने उसको बुलवा भेजा और अपने भवन में उससे छिपकर यह प्रश्न किया क्या यहोवा की ओर से कोई वचन पहुँचा है यिर्मयाह ने कहा हाँ पहुँचा है वह यह है कि तू बाबेल के राजा के वश में कर दिया जाएगा +12571,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_018.wav,फिर यिर्मयाह ने सिदकिय्याह राजा से कहा मैंने तेरा तेरे कर्मचारियों का व तेरी प्रजा का क्या अपराध किया है कि तुम लोगों ने मुझ को बन्दीगृह में डलवाया है +12572,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_019.wav,तुम्हारे जो भविष्यद्वक्ता तुम से भविष्यद्वाणी करके कहा करते थे कि बाबेल का राजा तुम पर और इस देश पर चढ़ाई नहीं करेगा वे अब कहाँ है +12573,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_020.wav,अब हे मेरे प्रभु हे राजा मेरी प्रार्थना ग्रहण कर कि मुझे योनातान प्रधान के घर में फिर न भेज नहीं तो मैं वहाँ मर जाऊँगा +12574,data/cleaned/hindi/JER/JER_037_021.wav,तब सिदकिय्याह राजा की आज्ञा से यिर्मयाह पहरे के आँगन में रखा गया और जब तक नगर की सब रोटी न चुक गई तब तक उसको रोटीवालों की दूकान में से प्रतिदिन एक रोटी दी जाती थी यिर्मयाह पहरे के आँगन में रहने लगा +12575,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_001.wav,फिर जो वचन यिर्म���ाह सब लोगों से कहता था उनको मत्तान के पुत्र शपत्याह पशहूर के पुत्र गदल्याह शेलेम्याह के पुत्र यूकल और मल्किय्याह के पुत्र पशहूर ने सुना +12576,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_002.wav,यहोवा यह कहता है कि जो कोई इस नगर में रहेगा वह तलवार अकाल और मरी से मरेगा परन्तु जो कोई कसदियों के पास निकल भागे वह अपना प्राण बचाकर जीवित रहेगा +12577,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_003.wav,यहोवा यह कहता है यह नगर बाबेल के राजा की सेना के वश में कर दिया जाएगा और वह इसको ले लेगा +12578,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_004.wav,इसलिए उन हाकिमों ने राजा से कहा उस पुरुष को मरवा डाल क्योंकि वह जो इस नगर में बचे हुए योद्धाओं और अन्य सब लोगों से ऐसेऐसे वचन कहता है जिससे उनके हाथ पाँव ढीले हो जाते हैं क्योंकि वह पुरुष इस प्रजा के लोगों की भलाई नहीं वरन् बुराई ही चाहता है +12579,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_005.wav,सिदकिय्याह राजा ने कहा सुनो वह तो तुम्हारे वश में है क्योंकि ऐसा नहीं हो सकता कि राजा तुम्हारे विरुद्ध कुछ कर सके +12580,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_006.wav,तब उन्होंने यिर्मयाह को लेकर राजपुत्र मल्किय्याह के उस गड्ढे में जो पहरे के आँगन में था रस्सियों से उतारकर डाल दिया और उस गड्ढे में पानी नहीं केवल दलदल था और यिर्मयाह कीचड़ में धँस गया +12581,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_007.wav,उस समय राजा बिन्यामीन के फाटक के पास बैठा था सो जब एबेदमेलेक कूशी ने जो राजभवन में एक खोजा था सुना कि उन्होंने यिर्मयाह को गड्ढे में डाल दिया है +12582,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_008.wav,तब एबेदमेलेक राजभवन से निकलकर राजा से कहने लगा +12583,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_009.wav,हे मेरे स्वामी हे राजा उन लोगों ने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता से जो कुछ किया है वह बुरा किया है क्योंकि उन्होंने उसको गड्ढे में डाल दिया है वहाँ वह भूख से मर जाएगा क्योंकि नगर में कुछ रोटी नहीं रही है +12584,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_010.wav,तब राजा ने एबेदमेलेक कूशी को यह आज्ञा दी यहाँ से तीस पुरुष साथ लेकर यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता को मरने से पहले गड्ढे में से निकाल +12585,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_011.wav,अतः एबेदमेलेक उतने पुरुषों को साथ लेकर राजभवन के भण्डार के तलघर में गया और वहाँ से फटेपुराने कपड़े और चिथड़े लेकर यिर्मयाह के पास उस गड्ढे में रस्सियों से उतार दिए +12586,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_012.wav,तब एबेदमेलेक कूशी ने यिर्मयाह से कहा ये पुराने कपड़े और चिथड़े अपनी कांखों में रस्सियों के नीचे रख ले यिर्मयाह ने वैसा ही किया +12587,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_013.wav,तब उन्होंने यिर्मयाह को रस्सियों से खींचकर गड्��े में से निकाला और यिर्मयाह पहरे के आँगन में रहने लगा +12588,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_014.wav,सिदकिय्याह राजा ने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता को यहोवा के भवन के तीसरे द्वार में अपने पास बुलवा भेजा और राजा ने यिर्मयाह से कहा मैं तुझ से एक बात पूछता हूँ मुझसे कुछ न छिपा +12589,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_015.wav,यिर्मयाह ने सिदकिय्याह से कहा यदि मैं तुझे बताऊँ तो क्या तू मुझे मरवा न डालेगा और चाहे मैं तुझे सम्मति भी दूँ तो भी तू मेरी न मानेगा +12590,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_016.wav,तब सिदकिय्याह राजा ने अकेले में यिर्मयाह से शपथ खाई यहोवा जिसने हमारा यह जीव रचा है उसके जीवन की सौगन्ध न मैं तो तुझे मरवा डालूँगा और न उन मनुष्यों के वश में कर दूँगा जो तेरे प्राण के खोजी हैं +12591,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_017.wav,यिर्मयाह ने सिदकिय्याह से कहा सेनाओं का परमेश्वर यहोवा जो इस्राएल का परमेश्वर है वह यह कहता है यदि तू बाबेल के राजा के हाकिमों के पास सचमुच निकल जाए तब तो तेरा प्राण बचेगा और यह नगर फूँका न जाएगा और तू अपने घराने समेत जीवित रहेगा +12592,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_018.wav,परन्तु यदि तू बाबेल के राजा के हाकिमों के पास न निकल जाए तो यह नगर कसदियों के वश में कर दिया जाएगा ओर वे इसे फूँक देंगे और तू उनके हाथ से बच न सकेगा +12593,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_019.wav,सिदकिय्याह ने यिर्मयाह से कहा जो यहूदी लोग कसदियों के पास भाग गए हैं मैं उनसे डरता हूँ ऐसा न हो कि मैं उनके वश में कर दिया जाऊँ और वे मुझसे ठट्ठा करें +12594,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_020.wav,यिर्मयाह ने कहा तू उनके वश में न कर दिया जाएगा जो कुछ मैं तुझ से कहता हूँ उसे यहोवा की बात समझकर मान ले तब तेरा भला होगा और तेरा प्राण बचेगा +12595,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_021.wav,पर यदि तू निकल जाना स्वीकार न करे तो जो बात यहोवा ने मुझे दर्शन के द्वारा बताई है वह यह है +12596,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_022.wav,देख यहूदा के राजा के रनवास में जितनी स्त्रियाँ रह गई हैं वे बाबेल के राजा के हाकिमों के पास निकालकर पहुँचाई जाएँगी और वे तुझ से कहेंगी तेरे मित्रों ने तुझे बहकाया और उनकी इच्छा पूरी हो गई और जब तेरे पाँव कीच में धँस गए तो वे पीछे फिर गए हैं +12597,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_023.wav,तेरी सब स्त्रियाँ और बालबच्चे कसदियों के पास निकालकर पहुँचाए जाएँगे और तू भी कसदियों के हाथ से न बचेगा वरन् तुझे पकड़कर बाबेल के राजा के वश में कर दिया जाएगा और इस नगर के फूँके जाने का कारण तू ही होगा +12598,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_024.wav,तब सिदकिय्याह ने यिर्मयाह से कहा इन बातों को कोई न जानने पाए तो तू मारा न जाएगा +12599,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_025.wav,यदि हाकिम लोग यह सुनकर कि मैंने तुझ से बातचीत की है तेरे पास आकर कहने लगें हमें बता कि तूने राजा से क्या कहा हम से कोई बात न छिपा और हम तुझे न मरवा डालेंगे और यह भी बता कि राजा ने तुझ से क्या कहा +12600,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_026.wav,तो तू उनसे कहना मैंने राजा से गिड़गिड़ाकर विनती की थी कि मुझे योनातान के घर में फिर वापिस न भेज नहीं तो वहाँ मर जाऊँगा +12601,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_027.wav,फिर सब हाकिमों ने यिर्मयाह के पास आकर पूछा और जैसा राजा ने उसको आज्ञा दी थी ठीक वैसा ही उसने उनको उत्तर दिया इसलिए वे उससे और कुछ न बोले और न वह भेद खुला +12602,data/cleaned/hindi/JER/JER_038_028.wav,इस प्रकार जिस दिन यरूशलेम ले लिया गया उस दिन तक वह पहरे के आँगन ही में रहा +12603,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_001.wav,यहूदा के राजा सिदकिय्याह के राज्य के नौवें वर्ष के दसवें महीने में बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने अपनी सारी सेना समेत यरूशलेम पर चढ़ाई करके उसे घेर लिया +12604,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_002.wav,और सिदकिय्याह के राज्य के ग्यारहवें वर्ष के चौथे महीने के नौवें दिन को उस नगर की शहरपनाह तोड़ी गई +12605,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_003.wav,जब यरूशलेम ले लिया गया तब नेर्गलसरेसेर और समगर्नबो और खोजों का प्रधान सर्सकीम और मगों का प्रधान नेर्गलसरेसेर आदि बाबेल के राजा के सब हाकिम बीच के फाटक में प्रवेश करके बैठ गए +12606,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_004.wav,जब यहूदा के राजा सिदकिय्याह और सब योद्धाओं ने उन्हें देखा तब रात ही रात राजा की बारी के मार्ग से दोनों दीवारों के बीच के फाटक से होकर नगर से निकलकर भाग चले और अराबा का मार्ग लिया +12607,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_005.wav,परन्तु कसदियों की सेना ने उनको खदेड़कर सिदकिय्याह को यरीहो के अराबा में जा लिया और उनको बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के पास हमात देश के रिबला में ले गए और उसने वहाँ उसके दण्ड की आज्ञा दी +12608,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_006.wav,तब बाबेल के राजा ने सिदकिय्याह के पुत्रों को उसकी आँखों के सामने रिबला में घात किया और सब कुलीन यहूदियों को भी घात किया +12609,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_007.wav,उसने सिदकिय्याह की आँखों को निकाल डाला और उसको बाबेल ले जाने के लिये बेड़ियों से जकड़वा रखा +12610,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_008.wav,कसदियों ने राजभवन और प्रजा के घरों को आग लगाकर फूँक दिया ओर यरूशलेम की शहरपनाह को ढा दिया +12611,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_009.wav,तब अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान प्रजा के बचे हुओं को जो नगर में रह गए थे और जो लोग उसके पास भाग ���ए थे उनको अर्थात् प्रजा में से जितने रह गए उन सब को बँधुआ करके बाबेल को ले गया +12612,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_010.wav,परन्तु प्रजा में से जो ऐसे कंगाल थे जिनके पास कुछ न था उनको अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान यहूदा देश में छोड़ गया और जाते समय उनको दाख की बारियाँ और खेत दे दिए +12613,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_011.wav,बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान को यिर्मयाह के विषय में यह आज्ञा दी +12614,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_012.wav,उसको लेकर उस पर कृपादृष्टि बनाए रखना और उसकी कुछ हानि न करना जैसा वह तुझ से कहे वैसा ही उससे व्यवहार करना +12615,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_013.wav,अतः अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान और खोजों के प्रधान नबूसजबान और मगों के प्रधान नेर्गलसरेसेर ज्योतिषियों के सरदार +12616,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_014.wav,और बाबेल के राजा के सब प्रधानों ने लोगों को भेजकर यिर्मयाह को पहरे के आँगन में से बुलवा लिया और गदल्याह को जो अहीकाम का पुत्र और शापान का पोता था सौंप दिया कि वह उसे घर पहुँचाए तब से वह लोगों के साथ रहने लगा +12617,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_015.wav,जब यिर्मयाह पहरे के आँगन में कैद था तब यहोवा का यह वचन उसके पास पहुँचा +12618,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_016.wav,जाकर एबेदमेलेक कूशी से कह इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा तुझ से यह कहता है देख मैं अपने वे वचन जो मैंने इस नगर के विषय में कहे हैं इस प्रकार पूरा करूँगा कि इसका कुशल न होगा हानि ही होगी और उस समय उनका पूरा होना तुझे दिखाई पड़ेगा +12619,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_017.wav,परन्तु यहोवा की यह वाणी है कि उस समय मैं तुझे बचाऊँगा और जिन मनुष्यों से तू भय खाता है तू उनके वश में नहीं किया जाएगा +12620,data/cleaned/hindi/JER/JER_039_018.wav,क्योंकि मैं तुझे निश्चय बचाऊँगा और तू तलवार से न मरेगा तेरा प्राण बचा रहेगा यहोवा की यह वाणी है यह इस कारण होगा कि तूने मुझ पर भरोसा रखा है +12621,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_001.wav,जब अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान ने यिर्मयाह को रामाह में उन सब यरूशलेमी और यहूदी बन्दियों के बीच हथकड़ियों से बन्धा हुआ पाकर जो बाबेल जाने को थे छुड़ा लिया उसके बाद यहोवा का वचन उसके पास पहुँचा +12622,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_002.wav,अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान ने यिर्मयाह को उस समय अपने पास बुला लिया और कहा इस स्थान पर यह जो विपत्ति पड़ी है वह तेरे परमेश्वर यहोवा की कही हुई थी +12623,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_003.wav,जैसा यहोवा ने कहा था वैसा ही उसने पूरा भी किया है तुम लोगों ने जो यहोवा के विरुद्ध पाप किया और उसकी आज्��ा नहीं मानी इस कारण तुम्हारी यह दशा हुई है +12624,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_004.wav,अब मैं तेरी इन हथकड़ियों को काट देता हूँ और यदि मेरे संग बाबेल में जाना तुझे अच्छा लगे तो चल वहाँ मैं तुझ पर कृपादृष्टि रखूँगा और यदि मेरे संग बाबेल जाना तुझे न भाए तो यहीं रह जा देख सारा देश तेरे सामने पड़ा है जिधर जाना तुझे अच्छा और ठीक लगे उधर ही चला जा +12625,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_005.wav,वह वहीं था कि नबूजरदान ने फिर उससे कहा गदल्याह जो अहीकाम का पुत्र और शापान का पोता है जिसको बाबेल के राजा ने यहूदा के नगरों पर अधिकारी ठहराया है उसके पास लौट जा और उसके संग लोगों के बीच रह या जहाँ कहीं तुझे जाना ठीक जान पड़े वहीं चला जा अतः अंगरक्षकों के प्रधान ने उसको भोजनसामग्री और कुछ उपहार भी देकर विदा किया +12626,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_006.wav,तब यिर्मयाह अहीकाम के पुत्र गदल्याह के पास मिस्पा को गया और वहाँ उन लोगों के बीच जो देश में रह गए थे रहने लगा +12627,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_007.wav,योद्धाओं के जो दल दिहात में थे जब उनके सब प्रधानों ने अपने जनों समेत सुना कि बाबेल के राजा ने अहीकाम के पुत्र गदल्याह को देश का अधिकारी ठहराया है और देश के जिन कंगाल लोगों को वह बाबेल को नहीं ले गया क्या पुरुष क्या स्त्री क्या बालबच्चे उन सभी को उसे सौंप दिया है +12628,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_008.wav,तब नतन्याह का पुत्र इश्माएल कारेह के पुत्र योहानान योनातान और तन्हूमेत का पुत्र सरायाह एपै नतोपावासी के पुत्र और किसी माकावासी का पुत्र याजन्याह अपने जनों समेत गदल्याह के पास मिस्पा में आए +12629,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_009.wav,गदल्याह जो अहीकाम का पुत्र और शापान का पोता था उसने उनसे और उनके जनों से शपथ खाकर कहा कसदियों के अधीन रहने से मत डरो इसी देश में रहते हुए बाबेल के राजा के अधीन रहो तब तुम्हारा भला होगा +12630,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_010.wav,मैं तो इसलिए मिस्पा में रहता हूँ कि जो कसदी लोग हमारे यहाँ आएँ उनके सामने हाजिर हुआ करूँ परन्तु तुम दाखमधु और धूपकाल के फल और तेल को बटोरके अपने बरतनों में रखो और अपने लिए हुए नगरों में बसे रहो +12631,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_011.wav,फिर जब मोआबियों अम्मोनियों एदोमियों और अन्य सब जातियों के बीच रहनेवाले सब यहूदियों ने सुना कि बाबेल के राजा ने यहूदियों में से कुछ लोगों को बचा लिया और उन पर गदल्याह को जो अहीकाम का पुत्र और शापान का पोता है अधिकारी नियुक्त किया है +12632,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_012.wav,तब सब यहूदी जिनजिन स्थानों में तितरबितर ��ो गए थे वहाँ से लौटकर यहूदा देश के मिस्पा नगर में गदल्याह के पास और बहुत दाखमधु और धूपकाल के फल बटोरने लगे +12633,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_013.wav,तब कारेह का पुत्र योहानान और मैदान में रहनेवाले योद्धाओं के सब दलों के प्रधान मिस्पा में गदल्याह के पास आकर कहने लगे +12634,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_014.wav,क्या तू जानता है कि अम्मोनियों के राजा बालीस ने नतन्याह के पुत्र इश्माएल को तुझे जान से मारने के लिये भेजा है परन्तु अहीकाम के पुत्र गदल्याह ने उन पर विश्वास न किया +12635,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_015.wav,फिर कारेह के पुत्र योहानान ने गदल्याह से मिस्पा में छिपकर कहा मुझे जाकर नतन्याह के पुत्र इश्माएल को मार डालने दे और कोई इसे न जानेगा वह क्यों तुझे मार डाले और जितने यहूदी लोग तेरे पास इकट्ठे हुए हैं वे क्यों तितरबितर हो जाएँ और बचे हुए यहूदी क्यों नाश हों +12636,data/cleaned/hindi/JER/JER_040_016.wav,अहीकाम के पुत्र गदल्याह ने कारेह के पुत्र योहानान से कहा ऐसा काम मत कर तू इश्माएल के विषय में झूठ बोलता है +12637,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_001.wav,सातवें महीने में ऐसा हुआ कि इश्माएल जो नतन्याह का पुत्र और एलीशामा का पोता और राजवंश का और राजा के प्रधान पुरुषों में से था वह दस जन संग लेकर मिस्पा में अहीकाम के पुत्र गदल्याह के पास आया वहाँ मिस्पा में उन्होंने एक संग भोजन किया +12638,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_002.wav,तब नतन्याह के पुत्र इश्माएल और उसके संग के दस जनों ने उठकर गदल्याह को जो अहीकाम का पुत्र और शापान का पोता था और जिसे बाबेल के राजा ने देश का अधिकारी ठहराया था उसे तलवार से ऐसा मारा कि वह मर गया +12639,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_003.wav,इश्माएल ने गदल्याह के संग जितने यहूदी मिस्पा में थे और जो कसदी योद्धा वहाँ मिले उन सभी को मार डाला +12640,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_004.wav,गदल्याह को मार डालने के दूसरे दिन जब कोई इसे न जानता था +12641,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_005.wav,तब शेकेम और शीलो और सामरिया से अस्सी पुरुष दाढ़ी मुँण्ड़ाए वस्त्र फाड़े शरीर चीरे हुए और हाथ में अन्नबलि और लोबान लिए हुए यहोवा के भवन में जाते दिखाई दिए +12642,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_006.wav,तब नतन्याह का पुत्र इश्माएल उनसे मिलने को मिस्पा से निकला और रोता हुआ चला जब वह उनसे मिला तब कहा अहीकाम के पुत्र गदल्याह के पास चलो +12643,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_007.wav,जब वे उस नगर में आए तब नतन्याह के पुत्र इश्माएल ने अपने संगी जनों समेत उनको घात करके गड्ढे में फेंक दिया +12644,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_008.wav,परन्तु उनमें से दस मनुष्य इश्माएल से कहने लगे हमक�� न मार क्योंकि हमारे पास मैदान में रखा हुआ गेहूँ जौ तेल और मधु है इसलिए उसने उन्हें छोड़ दिया और उनके भाइयों के साथ नहीं मारा +12645,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_009.wav,जिस गड्ढे में इश्माएल ने उन लोगों की सब लोथें जिन्हें उसने मारा था गदल्याह की लोथ के पास फेंक दी थी यह वही गड्ढा है जिसे आसा राजा ने इस्राएल के राजा बाशा के डर के मारे खुदवाया था उसको नतन्याह के पुत्र इश्माएल ने मारे हुओं से भर दिया +12646,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_010.wav,तब जो लोग मिस्पा में बचे हुए थे अर्थात् राजकुमारियाँ और जितने और लोग मिस्पा में रह गए थे जिन्हें अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान ने अहीकाम के पुत्र गदल्याह को सौंप दिया था उन सभी को नतन्याह का पुत्र इश्माएल बन्दी बनाकर अम्मोनियों के पास ले जाने को चला +12647,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_011.wav,जब कारेह के पुत्र योहानान ने और योद्धाओं के दलों के उन सब प्रधानों ने जो उसके संग थे सुना कि नतन्याह के पुत्र इश्माएल ने यह सब बुराई की है +12648,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_012.wav,तब वे सब जनों को लेकर नतन्याह के पुत्र इश्माएल से लड़ने को निकले और उसको उस बड़े जलाशय के पास पाया जो गिबोन में है +12649,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_013.wav,कारेह के पुत्र योहानान को और दलों के सब प्रधानों को देखकर जो उसके संग थे इश्माएल के साथ जो लोग थे वे सब आनन्दित हुए +12650,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_014.wav,जितने लोगों को इश्माएल मिस्पा से बन्दी बनाकर लिए जाता था वे पलटकर कारेह के पुत्र योहानान के पास चले आए +12651,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_015.wav,परन्तु नतन्याह का पुत्र इश्माएल आठ पुरुष समेत योहानान के हाथ से बचकर अम्मोनियों के पास चला गया +12652,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_016.wav,तब प्रजा में से जितने बच गए थे अर्थात् जिन योद्धाओं स्त्रियों बालबच्चों और खोजों को कारेह का पुत्र योहानान अहीकाम के पुत्र गदल्याह के मिस्पा में मारे जाने के बाद नतन्याह के पुत्र इश्माएल के पास से छुड़ाकर गिबोन से फेर ले आया था उनको वह अपने सब संगी दलों के प्रधानों समेत लेकर चल दिया +12653,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_017.wav,बैतलहम के निकट जो किम्हाम की सराय है उसमें वे इसलिए टिक गए कि मिस्र में जाएँ +12654,data/cleaned/hindi/JER/JER_041_018.wav,क्योंकि वे कसदियों से डरते थे इसका कारण यह था कि अहीकाम का पुत्र गदल्याह जिसे बाबेल के राजा ने देश का अधिकारी ठहराया था उसे नतन्याह के पुत्र इश्माएल ने मार डाला था +12655,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_001.wav,तब कारेह का पुत्र योहानान होशायाह का पुत्र याजन्याह दलों के सब प्रधान और छोटे से लेक��� बड़े तक सब लोग +12656,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_002.wav,यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के निकट आकर कहने लगे हमारी विनती ग्रहण करके अपने परमेश्वर यहोवा से हम सब बचे हुओं के लिये प्रार्थना कर क्योंकि तू अपनी आँखों से देख रहा है कि हम जो पहले बहुत थे अब थोड़े ही बच गए हैं +12657,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_003.wav,इसलिए प्रार्थना कर कि तेरा परमेश्वर यहोवा हमको बताए कि हम किस मार्ग से चलें और कौन सा काम करें +12658,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_004.wav,यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता ने उनसे कहा मैंने तुम्हारी सुनी है देखो मैं तुम्हारे वचनों के अनुसार तुम्हारे परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना करूँगा और जो उत्तर यहोवा तुम्हारे लिये देगा मैं तुम को बताऊँगा मैं तुम से कोई बात न छिपाऊँगा +12659,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_005.wav,तब उन्होंने यिर्मयाह से कहा यदि तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे द्वारा हमारे पास कोई वचन पहुँचाए और यदि हम उसके अनुसार न करें तो यहोवा हमारे बीच में सच्चा और विश्वासयोग्य साक्षी ठहरे +12660,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_006.wav,चाहे वह भली बात हो चाहे बुरी तो भी हम अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा जिसके पास हम तुझे भेजते हैं मानेंगे क्योंकि जब हम अपने परमेश्वर यहोवा की बात मानें तब हमारा भला हो +12661,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_007.wav,दस दिन के बीतने पर यहोवा का वचन यिर्मयाह के पास पहुँचा +12662,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_008.wav,तब उसने कारेह के पुत्र योहानान को उसके साथ के दलों के प्रधानों को और छोटे से लेकर बड़े तक जितने लोग थे उन सभी को बुलाकर उनसे कहा +12663,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_009.wav,इस्राएल का परमेश्वर यहोवा जिसके पास तुम ने मुझ को इसलिए भेजा कि मैं तुम्हारी विनती उसके आगे कह सुनाऊँ वह यह कहता है +12664,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_010.wav,यदि तुम इसी देश में रह जाओ तब तो मैं तुम को नाश नहीं करूँगा वरन् बनाए रखूँगा और तुम्हें न उखाड़ूँगा वरन् रोपे रखूँगा क्योंकि तुम्हारी जो हानि मैंने की है उससे मैं पछताता हूँ +12665,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_011.wav,तुम बाबेल के राजा से डरते हो अतः उससे मत डरो यहोवा की यह वाणी है उससे मत डरो क्योंकि मैं तुम्हारी रक्षा करने और तुम को उसके हाथ से बचाने के लिये तुम्हारे साथ हूँ +12666,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_012.wav,मैं तुम पर दया करूँगा कि वह भी तुम पर दया करके तुम को तुम्हारी भूमि पर फिर से बसा देगा +12667,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_013.wav,परन्तु यदि तुम यह कहकर कि हम इस देश में न रहेंगे अपने परमेश्वर यहोवा की बात न मानो और कहो कि हम तो मिस्र देश जाकर वहीं रहेंगे +12668,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_014.wav,क्योंकि वहाँ न हम युद्ध देखेंगे न नरसिंगे का शब्द सुनेंगे और न हमको भोजन की घटी होगी तो हे बचे हुए यहूदियों यहोवा का यह वचन सुनो +12669,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_015.wav,इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है यदि तुम सचमुच मिस्र की ओर जाने का मुँह करो और वहाँ रहने के लिये जाओ +12670,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_016.wav,तो ऐसा होगा कि जिस तलवार से तुम डरते हो वही वहाँ मिस्र देश में तुम को जा लेगी और जिस अकाल का भय तुम खाते हो वह मिस्र में तुम्हारा पीछा न छोड़ेगी और वहीं तुम मरोगे +12671,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_017.wav,जितने मनुष्य मिस्र में रहने के लिये उसकी ओर मुँह करें वे सब तलवार अकाल और मरी से मरेंगे और जो विपत्ति मैं उनके बीच डालूँगा उससे कोई बचा न रहेगा +12672,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_018.wav,इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है जिस प्रकार से मेरा कोप और जलजलाहट यरूशलेम के निवासियों पर भड़क उठी थी उसी प्रकार से यदि तुम मिस्र में जाओ तो मेरी जलजलाहट तुम्हारे ऊपर ऐसी भड़क उठेगी कि लोग चकित होंगे और तुम्हारी उपमा देकर श्राप दिया करेंगे और तुम्हारी निन्दा किया करेंगे तुम उस स्थान को फिर न देखने पाओगे +12673,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_019.wav,हे बचे हुए यहूदियों यहोवा ने तुम्हारे विषय में कहा है मिस्र में मत जाओ तुम निश्चय जानो कि मैंने आज तुम को चिताकर यह बात बता दी है +12674,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_020.wav,क्योंकि जब तुम ने मुझ को यह कहकर अपने परमेश्वर यहोवा के पास भेज दिया हमारे निमित्त हमारे परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कर और जो कुछ हमारा परमेश्वर यहोवा कहे उसी के अनुसार हमको बता और हम वैसा ही करेंगे तब तुम जानबूझके अपने ही को धोखा देते थे +12675,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_021.wav,देखो मैं आज तुम को बता देता हूँ परन्तु और जो कुछ तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम से कहने के लिये मुझ को भेजा है उसमें से तुम कोई बात नहीं मानते +12676,data/cleaned/hindi/JER/JER_042_022.wav,अब तुम निश्चय जानो कि जिस स्थान में तुम परदेशी होकर रहने की इच्छा करते हो उसमें तुम तलवार अकाल और मरी से मर जाओगे +12677,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_001.wav,जब यिर्मयाह उनके परमेश्वर यहोवा के सब वचन कह चुका जिनको कहने के लिये परमेश्वर ने यिर्मयाह को उन सब लोगों के पास भेजा था +12678,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_002.wav,तब होशायाह के पुत्र अजर्याह और कारेह के पुत्र योहानान और सब अभिमानी पुरुषों ने यिर्मयाह से कहा तू झूठ बोलता है हमारे परमेश्वर यहोवा ने तुझे यह कहने के लिये नहीं भेजा कि मिस्र में रहने के लिये मत जाओ +12679,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_003.wav,परन्तु नेरिय्याह का पुत्र बारूक तुझको हमारे विरुद्ध उकसाता है कि हम कसदियों के हाथ में पड़ें और वे हमको मार डालें या बन्दी बनाकर बाबेल को ले जाएँ +12680,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_004.wav,इसलिए कारेह का पुत्र योहानान और दलों के सब प्रधानों और सब लोगों ने यहोवा की यह आज्ञा न मानी कि वे यहूदा के देश में ही रहें +12681,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_005.wav,पर कारेह का पुत्र योहानान और दलों के और सब प्रधान उन सब यहूदियों को जो अन्यजातियों के बीच तितरबितर हो गए थे और उनमें से लौटकर यहूदा देश में रहने लगे थे वे उनको ले गए +12682,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_006.wav,पुरुष स्त्री बालबच्चे राजकुमारियाँ और जितने प्राणियों को अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान ने गदल्याह को जो अहीकाम का पुत्र और शापान का पोता था सौंप दिया था उनको और यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता और नेरिय्याह के पुत्र बारूक को वे ले गए +12683,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_007.wav,और यहोवा की आज्ञा न मानकर वे मिस्र देश में तहपन्हेस नगर तक आ गए +12684,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_008.wav,तब यहोवा का यह वचन तहपन्हेस में यिर्मयाह के पास पहुँचा +12685,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_009.wav,अपने हाथ से बड़े पत्थर ले और यहूदी पुरुषों के सामने उस ईंट के चबूतरे में जो तहपन्हेस में फ़िरौन के भवन के द्वार के पास है चूना फेर के छिपा दे +12686,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_010.wav,और उन पुरुषों से कह इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है देखो मैं बाबेल के राजा अपने सेवक नबूकदनेस्सर को बुलवा भेजूँगा और वह अपना सिंहासन इन पत्थरों के ऊपर जो मैंने छिपा रखे हैं रखेगा और अपना छत्र इनके ऊपर तनवाएगा +12687,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_011.wav,वह आकर मिस्र देश को मारेगा तब जो मरनेवाले हों वे मृत्यु के वश में जो बन्दी होनेवाले हों वे बँधुआई में और जो तलवार के लिये है वे तलवार के वश में कर दिए जाएँगे +12688,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_012.wav,मैं मिस्र के देवालयों में आग लगाऊँगा और वह उन्हें फुँकवा देगा और बँधुआई में ले जाएगा और जैसा कोई चरवाहा अपना वस्त्र ओढ़ता है वैसा ही वह मिस्र देश को समेट लेगा और तब बेखटके चला जाएगा +12689,data/cleaned/hindi/JER/JER_043_013.wav,वह मिस्र देश के सूर्यगृह के खम्भों को तोड़ डालेगा और मिस्र के देवालयों को आग लगाकर फुँकवा देगा +12690,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_001.wav,जितने यहूदी लोग मिस्र देश में मिग्दोल तहपन्हेस और नोप नगरों और पत्रोस देश में रहते थे उनके विषय यिर्मयाह के पास यह वचन पहुँचा +12691,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_002.wav,इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है जो विपत्त��� मैं यरूशलेम और यहूदा के सब नगरों पर डाल चुका हूँ वह सब तुम लोगों ने देखी है देखो वे आज के दिन कैसे उजड़े हुए और निर्जन हैं +12692,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_003.wav,क्योंकि उनके निवासियों ने वह बुराई की जिससे उन्होंने मुझे रिस दिलाई थी वे जाकर दूसरे देवताओं के लिये धूप जलाते थे और उनकी उपासना करते थे जिन्हें न तो तुम और न तुम्हारे पुरखा जानते थे +12693,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_004.wav,तो भी मैं अपने सब दास भविष्यद्वक्ताओं को बड़े यत्न से यह कहने के लिये तुम्हारे पास भेजता रहा कि यह घृणित काम मत करो जिससे मैं घृणा रखता हूँ +12694,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_005.wav,पर उन्होंने मेरी न सुनी और न मेरी ओर कान लगाया कि अपनी बुराई से फिरें और दूसरे देवताओं के लिये धूप न जलाएँ +12695,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_006.wav,इस कारण मेरी जलजलाहट और कोप की आग यहूदा के नगरों और यरूशलेम की सड़कों पर भड़क गई और वे आज के दिन तक उजाड़ और सुनसान पड़े हैं +12696,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_007.wav,अब यहोवा सेनाओं का परमेश्वर जो इस्राएल का परमेश्वर है यह कहता है तुम लोग क्यों अपनी यह बड़ी हानि करते हो कि क्या पुरुष क्या स्त्री क्या बालक क्या दूध पीता बच्चा तुम सब यहूदा के बीच से नाश किए जाओ और कोई न रहे +12697,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_008.wav,क्योंकि इस मिस्र देश में जहाँ तुम परदेशी होकर रहने के लिये आए हो तुम अपने कामों के द्वारा अर्थात् दूसरे देवताओं के लिये धूप जलाकर मुझे रिस दिलाते हो जिससे तुम नाश हो जाओगे और पृथ्वी भर की सब जातियों के लोग तुम्हारी जाति की नामधराई करेंगे और तुम्हारी उपमा देकर श्राप दिया करेंगे +12698,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_009.wav,जोजो बुराइयाँ तुम्हारे पुरखा यहूदा के राजा और उनकी स्त्रियाँ और तुम्हारी स्त्रियाँ वरन् तुम आप यहूदा देश और यरूशलेम की सड़कों में करते थे क्या उसे तुम भूल गए हो +12699,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_010.wav,आज के दिन तक उनका मन चूर नहीं हुआ और न वे डरते हैं और न मेरी उस व्यवस्था और उन विधियों पर चलते हैं जो मैंने तुम्हारे पूर्वजों को और तुम को भी सुनवाई हैं +12700,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_011.wav,इस कारण इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है देखो मैं तुम्हारे विरुद्ध होकर तुम्हारी हानि करूँगा ताकि सब यहूदियों का अन्त कर दूँ +12701,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_012.wav,बचे हुए यहूदी जो हठ करके मिस्र देश में आकर रहने लगे हैं वे सब मिट जाएँगे इस मिस्र देश में छोटे से लेकर बड़े तक वे तलवार और अकाल के द्वारा मर के मिट जाएँगे और लोग उन्हें कोसेंगे और चकित होंगे ��र उनकी उपमा देकर श्राप दिया करेंगे और निन्दा भी करेंगे +12702,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_013.wav,जैसा मैंने यरूशलेम को तलवार अकाल और मरी के द्वारा दण्ड दिया है वैसा ही मिस्र देश में रहनेवालों को भी दण्ड दूँगा +12703,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_014.wav,कि जो बचे हुए यहूदी मिस्र देश में परदेशी होकर रहने के लिये आए हैं यद्यपि वे यहूदा देश में रहने के लिये लौटने की बड़ी अभिलाषा रखते हैं तो भी उनमें से एक भी बचकर वहाँ न लौटने पाएगा केवल कुछ ही भागे हुओं को छोड़ कोई भी वहाँ न लौटने पाएगा +12704,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_015.wav,तब मिस्र देश के पत्रोस में रहनेवाले जितने पुरुष जानते थे कि उनकी स्त्रियाँ दूसरे देवताओं के लिये धूप जलाती हैं और जितनी स्त्रियाँ बड़ी मण्डली में पास खड़ी थी उन सभी ने यिर्मयाह को यह उत्तर दिया +12705,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_016.wav,जो वचन तूने हमको यहोवा के नाम से सुनाया है उसको हम नहीं सुनेंगे +12706,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_017.wav,जोजो मन्नतें हम मान चुके हैं उन्हें हम निश्चय पूरी करेंगी हम स्वर्ग की रानी के लिये धूप जलाएँगे और तपावन देंगे जैसे कि हमारे पुरखा लोग और हम भी अपने राजाओं और अन्य हाकिमों समेत यहूदा के नगरों में और यरूशलेम की सड़कों में करते थे क्योंकि उस समय हम पेट भरकर खाते और भले चंगे रहते और किसी विपत्ति में नहीं पड़ते थे +12707,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_018.wav,परन्तु जब से हमने स्वर्ग की रानी के लिये धूप जलाना और तपावन देना छोड़ दिया तब से हमको सब वस्तुओं की घटी है और हम तलवार और अकाल के द्वारा मिट चले हैं +12708,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_019.wav,और स्त्रियों ने कहा जब हम स्वर्ग की रानी के लिये धूप जलाती और चन्द्राकार रोटियाँ बनाकर तपावन देती थीं तब अपनेअपने पति के बिन जाने ऐसा नहीं करती थीं +12709,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_020.wav,तब यिर्मयाह ने क्या स्त्री क्या पुरुष जितने लोगों ने यह उत्तर दिया उन सबसे कहा +12710,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_021.wav,तुम्हारे पुरखा और तुम जो अपने राजाओं और हाकिमों और लोगों समेत यहूदा देश के नगरों और यरूशलेम की सड़कों में धूप जलाते थे क्या वह यहोवा के ध्यान में नहीं आया +12711,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_022.wav,क्या उसने उसको स्मरण न किया इसलिए जब यहोवा तुम्हारे बुरे और सब घृणित कामों को और अधिक न सह सका तब तुम्हारा देश उजड़कर निर्जन और सुनसान हो गया यहाँ तक कि लोग उसकी उपमा देकर श्राप दिया करते हैं जैसे कि आज होता है +12712,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_023.wav,क्योंकि तुम धूप जलाकर यहोवा के विरुद्ध पाप करते और उसकी नहीं सुनते थे और उ��की व्यवस्था और विधियों और चितौनियों के अनुसार नहीं चले इस कारण यह विपत्ति तुम पर आ पड़ी है जैसे कि आज है +12713,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_024.wav,फिर यिर्मयाह ने उन सब लोगों से और उन सब स्त्रियों से कहा हे सारे मिस्र देश में रहनेवाले यहूदियों यहोवा का वचन सुनो +12714,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_025.wav,इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है कि तुम ने और तुम्हारी स्त्रियों ने मन्नतें मानी और यह कहकर उन्हें पूरी करते हो कि हमने स्वर्ग की रानी के लिये धूप जलाने और तपावन देने की जोजो मन्नतें मानी हैं उन्हें हम अवश्य ही पूरी करेंगे और तुम ने अपने हाथों से ऐसा ही किया इसलिए अब तुम अपनीअपनी मन्नतों को मानकर पूरी करो +12715,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_026.wav,परन्तु हे मिस्र देश में रहनेवाले सारे यहूदियों यहोवा का वचन सुनो सुनो मैंने अपने बड़े नाम की शपथ खाई है कि अब पूरे मिस्र देश में कोई यहूदी मनुष्य मेरा नाम लेकर फिर कभी यह न कहने पाएगा प्रभु यहोवा के जीवन की सौगन्ध +12716,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_027.wav,सुनो अब मैं उनकी भलाई नहीं हानि ही की चिन्ता करूँगा मिस्र देश में रहनेवाले सब यहूदी तलवार और अकाल के द्वारा मिटकर नाश हो जाएँगे जब तक कि उनका सर्वनाश न हो जाए +12717,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_028.wav,जो तलवार से बचकर और मिस्र देश से लौटकर यहूदा देश में पहुँचेंगे वे थोड़े ही होंगे और मिस्र देश में रहने के लिये आए हुए सब यहूदियों में से जो बच पाएँगे वे जान लेंगे कि किसका वचन पूरा हुआ मेरा या उनका +12718,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_029.wav,इस बात का मैं यह चिन्ह देता हूँ यहोवा की यह वाणी है कि मैं तुम्हें इसी स्थान में दण्ड दूँगा जिससे तुम जान लोगे कि तुम्हारी हानि करने में मेरे वचन निश्चय पूरे होंगे +12719,data/cleaned/hindi/JER/JER_044_030.wav,यहोवा यह कहता है देखो जैसा मैंने यहूदा के राजा सिदकिय्याह को उसके शत्रु अर्थात् उसके प्राण के खोजी बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के हाथ में कर दिया वैसे ही मैं मिस्र के राजा फ़िरौन होप्रा को भी उसके शत्रुओं के अर्थात् उसके प्राण के खोजियों के हाथ में कर दूँगा +12720,data/cleaned/hindi/JER/JER_045_001.wav,योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य के चौथे वर्ष में जब नेरिय्याह का पुत्र बारूक यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता से भविष्यद्वाणी के ये वचन सुनकर पुस्तक में लिख चुका था +12721,data/cleaned/hindi/JER/JER_045_002.wav,तब उसने उससे यह वचन कहा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा तुझ से यह कहता है +12722,data/cleaned/hindi/JER/JER_045_003.wav,हे बारूक तूने कहा हाय मुझ पर क्योंकि यहोवा ने मुझे दुःख पर दुःख दिया है मैं कराहतेकराहते थक गया और मुझे कुछ चैन नहीं मिलता +12723,data/cleaned/hindi/JER/JER_045_004.wav,तू इस प्रकार कह यहोवा यह कहता है देख इस सारे देश को जिसे मैंने बनाया था उसे मैं आप ढा दूँगा और जिनको मैंने रोपा था उन्हें स्वयं उखाड़ फेंकूँगा +12724,data/cleaned/hindi/JER/JER_045_005.wav,इसलिए सुन क्या तू अपने लिये बड़ाई खोज रहा है उसे मत खोज क्योंकि यहोवा की यह वाणी है कि मैं सारे मनुष्यों पर विपत्ति डालूँगा परन्तु जहाँ कहीं तू जाएगा वहाँ मैं तेरा प्राण बचाकर तुझे जीवित रखूँगा +12725,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_001.wav,जातिजाति के विषय यहोवा का जो वचन यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के पास पहुँचा वह यह है +12726,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_002.wav,मिस्र के विषय मिस्र के राजा फ़िरौन नको की सेना जो फरात महानद के तट पर कर्कमीश में थी और जिसे बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने योशिय्याह के पुत्र यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य के चौथे वर्ष में जीत लिया था उस सेना के विषय +12727,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_003.wav,ढालें और फरियाँ तैयार करके लड़ने को निकट चले आओ +12728,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_004.wav,घोड़ों को जुतवाओ और हे सवारों घोड़ों पर चढ़कर टोप पहने हुए खड़े हो जाओ भालों को पैना करो झिलमों को पहन लो +12729,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_005.wav,मैं क्यों उनको व्याकुल देखता हूँ वे विस्मित होकर पीछे हट गए उनके शूरवीर गिराए गए और उतावली करके भाग गए वे पीछे देखते भी नहीं क्योंकि यहोवा की यह वाणी है कि चारों ओर भय ही भय है +12730,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_006.wav,न वेग चलनेवाला भागने पाएगा और न वीर बचने पाएगा क्योंकि उत्तर दिशा में फरात महानद के तट पर वे सब ठोकर खाकर गिर पड़े +12731,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_007.wav,यह कौन है जो नील नदी के समान जिसका जल महानदों का सा उछलता है बढ़ा चला आता है +12732,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_008.wav,मिस्र नील नदी के समान बढ़ता है उसका जल महानदों का सा उछलता है वह कहता है मैं चढ़कर पृथ्वी को भर दूँगा मैं नगरों को उनके निवासियों समेत नाश कर दूँगा +12733,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_009.wav,हे मिस्री सवारों आगे बढ़ो हे रथियों बहुत ही वेग से चलाओ हे ढाल पकड़नेवाले कूशी और पूती वीरों हे धनुर्धारी लूदियों चले आओ +12734,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_010.wav,क्योंकि वह दिन सेनाओं के यहोवा प्रभु के बदला लेने का दिन होगा जिसमें वह अपने द्रोहियों से बदला लेगा तलवार खाकर तृप्त होगी और उनका लहू पीकर छक जाएगी क्योंकि उत्तर के देश में फरात महानद के तीर पर सेनाओं के यहोवा प्रभु का यज्ञ है +12735,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_011.wav,हे मिस���र की कुमारी कन्या गिलाद को जाकर बलसान औषधि ले तू व्यर्थ ही बहुत इलाज करती है तू चंगी नहीं होगी +12736,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_012.wav,क्योंकि सब जाति के लोगों ने सुना है कि तू नीच हो गई और पृथ्वी तेरी चिल्लाहट से भर गई है वीर से वीर ठोकर खाकर गिर पड़े वे दोनों एक संग गिर गए हैं +12737,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_013.wav,यहोवा ने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता से यह वचन भी कहा कि बाबेल का राजा नबूकदनेस्सर क्यों आकर मिस्र देश को मार लेगा +12738,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_014.wav,मिस्र में वर्णन करो और मिग्दोल में सुनाओ हाँ और नोप और तहपन्हेस में सुनाकर यह कहो कि खड़े होकर तैयार हो जाओ क्योंकि तुम्हारे चारों ओर सब कुछ तलवार खा गई है +12739,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_015.wav,तेरे बलवन्त जन क्यों नाश हो गए हैं वे इस कारण खड़े न रह सके क्योंकि यहोवा ने उन्हें ढकेल दिया +12740,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_016.wav,उसने बहुतों को ठोकर खिलाई वे एक दूसरे पर गिर पड़े और वे कहने लगे उठो चलो हम अंधेर करनेवाले की तलवार के डर के मारे अपनेअपने लोगों और अपनीअपनी जन्मभूमि में फिर लौट जाएँ +12741,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_017.wav,वहाँ वे पुकारके कहते हैं मिस्र का राजा फ़िरौन सत्यानाश हुआ क्योंकि उसने अपना बहुमूल्य अवसर खो दिया +12742,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_018.wav,वह राजाधिराज जिसका नाम सेनाओं का यहोवा है उसकी यह वाणी है कि मेरे जीवन की सौगन्ध जैसा ताबोर अन्य पहाड़ों में और जैसा कर्मेल समुद्र के किनारे है वैसा ही वह आएगा +12743,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_019.wav,हे मिस्र की रहनेवाली पुत्री बँधुआई में जाने का सामान तैयार कर क्योंकि नोप नगर उजाड़ और ऐसा भस्म हो जाएगा कि उसमें कोई भी न रहेगा +12744,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_020.wav,मिस्र बहुत ही सुन्दर बछिया तो है परन्तु उत्तर दिशा से नाश चला आता है वह आ ही गया है +12745,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_021.wav,उसके जो सिपाही किराये पर आए हैं वह पालेपोसे हुए बछड़ों के समान हैं उन्होंने मुँह मोड़ा और एक संग भाग गए वे खड़े नहीं रहे क्योंकि उनकी विपत्ति का दिन और दण्ड पाने का समय आ गया +12746,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_022.wav,उसकी आहट सर्प के भागने की सी होगी क्योंकि वे वृक्षों के काटनेवालों की सेना और कुल्हाड़ियाँ लिए हुए उसके विरुद्ध चढ़ आएँगे +12747,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_023.wav,यहोवा की यह वाणी है कि चाहे उसका वन बहुत ही घना हो परन्तु वे उसको काट डालेंगे क्योंकि वे टिड्डियों से भी अधिक अनगिनत हैं +12748,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_024.wav,मिस्री कन्या लज्जित होगी वह उत्तर दिशा के लोगों के वश में कर दी जाएगी +12749,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_025.wav,इस्राएल ��ा परमेश्वर सेनाओं का यहोवा कहता है देखो मैं नो नगरवासी आमोन और फ़िरौन राजा और मिस्र को उसके सब देवताओं और राजाओं समेत और फ़िरौन को उन समेत जो उस पर भरोसा रखते हैं दण्ड देने पर हूँ +12750,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_026.wav,मैं उनको बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर और उसके कर्मचारियों के वश में कर दूँगा जो उनके प्राण के खोजी हैं उसके बाद वह प्राचीनकाल के समान फिर बसाया जाएगा यहोवा की यह वाणी है +12751,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_027.wav,परन्तु हे मेरे दास याकूब तू मत डर और हे इस्राएल विस्मित न हो क्योंकि मैं तुझे और तेरे वंश को बँधुआई के दूर देश से छुड़ा ले आऊँगा याकूब लौटकर चैन और सुख से रहेगा और कोई उसे डराने न पाएगा +12752,data/cleaned/hindi/JER/JER_046_028.wav,हे मेरे दास याकूब यहोवा की यह वाणी है कि तू मत डर क्योंकि मैं तेरे साथ हूँ और यद्यपि मैं उन सब जातियों का अन्त कर डालूँगा जिनमें मैंने तुझे जबरन निकाल दिया है तो भी तेरा अन्त न करूँगा मैं तेरी ताड़ना विचार करके करूँगा परन्तु तुझे किसी प्रकार से निर्दोष न ठहराऊँगा +12753,data/cleaned/hindi/JER/JER_047_001.wav,फ़िरौन द्वारा गाज़ा नगर को जीत लेने से पहले यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के पास पलिश्तियों के विषय यहोवा का यह वचन पहुँचा +12754,data/cleaned/hindi/JER/JER_047_002.wav,यहोवा यह कहता है कि देखो उत्तर दिशा से उमड़नेवाली नदी देश को उस सब समेत जो उसमें है और निवासियों समेत नगर को डुबो लेगी तब मनुष्य चिल्लाएँगे वरन् देश के सब रहनेवाले हायहाय करेंगे +12755,data/cleaned/hindi/JER/JER_047_003.wav,शत्रुओं के बलवन्त घोड़ों की टाप रथों के वेग चलने और उनके पहियों के चलने का कोलाहल सुनकर पिता के हाथपाँव ऐसे ढीले पड़ जाएँगे कि वह मुँह मोड़कर अपने लड़कों को भी न देखेगा +12756,data/cleaned/hindi/JER/JER_047_004.wav,क्योंकि सब पलिश्तियों के नाश होने का दिन आता है और सोर और सीदोन के सब बचे हुए सहायक मिट जाएँगे क्योंकि यहोवा पलिश्तियों को जो कप्तोर नामक समुद्र तट के बचे हुए रहनेवाले हैं उनको भी नाश करने पर है +12757,data/cleaned/hindi/JER/JER_047_005.wav,गाज़ा के लोग सिर मुँण्ड़ाए हैं अश्कलोन जो पलिश्तियों के नीचान में अकेला रह गया है वह भी मिटाया गया है तू कब तक अपनी देह चीरता रहेगा +12758,data/cleaned/hindi/JER/JER_047_006.wav,हे यहोवा की तलवार तू कब तक शान्त न होगी तू अपनी म्यान में घुस जा शान्त हो और थमी रह +12759,data/cleaned/hindi/JER/JER_047_007.wav,तू कैसे थम सकती है क्योंकि यहोवा ने तुझको आज्ञा देकर अश्कलोन और समुद्र तट के विरुद्ध ठहराया है +12760,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_001.wav,मोआब के विषय इस्राएल ���ा परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है नबो पर हाय क्योंकि वह नाश हो गया किर्यातैम की आशा टूट गई वह ले लिया गया है ऊँचा गढ़ निराश और विस्मित हो गया है +12761,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_002.wav,मोआब की प्रशंसा जाती रही हेशबोन में उसकी हानि की कल्पना की गई है आओ हम उसको ऐसा नाश करें कि वह राज्य न रह जाए हे मदमेन तू भी सुनसान हो जाएगा तलवार तेरे पीछे पड़ेगी +12762,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_003.wav,होरोनैम से चिल्लाहट का शब्द सुनो नाश और बड़े दुःख का शब्द सुनाई देता है +12763,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_004.wav,मोआब का सत्यानाश हो रहा है उसके नन्हें बच्चों की चिल्लाहट सुन पड़ी +12764,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_005.wav,क्योंकि लूहीत की चढ़ाई में लोग लगातार रोते हुए चढ़ेंगे और होरोनैम की उतार में नाश की चिल्लाहट का संकट हुआ है +12765,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_006.wav,भागो अपनाअपना प्राण बचाओ उस अधमूए पेड़ के समान हो जाओ जो जंगल में होता है +12766,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_007.wav,क्योंकि तू जो अपने कामों और सम्पत्ति पर भरोसा रखता है इस कारण तू भी पकड़ा जाएगा और कमोश देवता भी अपने याजकों और हाकिमों समेत बँधुआई में जाएगा +12767,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_008.wav,यहोवा के वचन के अनुसार नाश करनेवाले तुम्हारे हर एक नगर पर चढ़ाई करेंगे और कोई नगर न बचेगा घाटीवाले और पहाड़ पर की चौरस भूमिवाले दोनों नाश किए जाएँगे +12768,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_009.wav,मोआब के पंख लगा दो ताकि वह उड़कर दूर हो जाए क्योंकि उसके नगर ऐसे उजाड़ हो जाएँगे कि उनमें कोई भी न बसने पाएगा +12769,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_010.wav,श्रापित है वह जो यहोवा का काम आलस्य से करता है और वह भी जो अपनी तलवार लहू बहाने से रोक रखता है +12770,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_011.wav,मोआब बचपन ही से सुखी है उसके नीचे तलछट है वह एक बर्तन से दूसरे बर्तन में उण्डेला नहीं गया और न बँधुआई में गया इसलिए उसका स्वाद उसमें स्थिर है और उसकी गन्ध ज्यों की त्यों बनी रहती है +12771,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_012.wav,इस कारण यहोवा की यह वाणी है ऐसे दिन आएँगे कि मैं लोगों को उसके उण्डेलने के लिये भेजूँगा और वे उसको उण्डेलेंगे और जिन घड़ों में वह रखा हुआ है उनको खाली करके फोड़ डालेंगे +12772,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_013.wav,तब जैसे इस्राएल के घराने को बेतेल से लज्जित होना पड़ा जिस पर वे भरोसा रखते थे वैसे ही मोआबी लोग कमोश से लज्जित होंगे +12773,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_014.wav,तुम कैसे कह सकते हो कि हम वीर और पराक्रमी योद्धा हैं +12774,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_015.wav,मोआब तो नाश हुआ उसके नगर भस्म हो गए और उसके चुने हुए जवान घात होने को उतर गए राजाधिराज जिस���ा नाम सेनाओं का यहोवा है उसकी यही वाणी है +12775,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_016.wav,मोआब की विपत्ति निकट आ गई और उसके संकट में पड़ने का दिन बहुत ही वेग से आता है +12776,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_017.wav,उसके आसपास के सब रहनेवालों और उसकी कीर्ति के सब जाननेवालों उसके लिये विलाप करो कहो हाय यह मजबूत सोंटा और सुन्दर छड़ी कैसे टूट गई है +12777,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_018.wav,हे दीबोन की रहनेवाली तू अपना वैभव छोड़कर प्यासी बैठी रह क्योंकि मोआब के नाश करनेवाले ने तुझ पर चढ़ाई करके तेरे दृढ़ गढ़ों को नाश किया है +12778,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_019.wav,हे अरोएर की रहनेवाली तू मार्ग में खड़ी होकर ताकती रह जो भागता है उससे और जो बच निकलती है उससे पूछ कि क्या हुआ है +12779,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_020.wav,मोआब की आशा टूटेगी वह विस्मित हो गया तुम हायहाय करो और चिल्लाओ अर्नोन में भी यह बताओ कि मोआब नाश हुआ है +12780,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_021.wav,चौरस भूमि के देश में होलोन यहस मेपात +12781,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_022.wav,दीबोन नबो बेतदिबलातैम +12782,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_023.wav,और किर्यातैम बेतगामूल बेतमोन +12783,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_024.wav,और करिय्योत बोस्रा और क्या दूर क्या निकट मोआब देश के सारे नगरों में दण्ड की आज्ञा पूरी हुई है +12784,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_025.wav,यहोवा की यह वाणी है मोआब का सींग कट गया और भुजा टूट गई है +12785,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_026.wav,उसको मतवाला करो क्योंकि उसने यहोवा के विरुद्ध बड़ाई मारी है इसलिए मोआब अपनी छाँट में लोटेगा और उपहास में उड़ाया जाएगा +12786,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_027.wav,क्या तूने भी इस्राएल को उपहास में नहीं उड़ाया क्या वह चोरों के बीच पकड़ा गया था कि जब तू उसकी चर्चा करता तब तू सिर हिलाता था +12787,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_028.wav,हे मोआब के रहनेवालों अपनेअपने नगर को छोड़कर चट्टान की दरार में बसो उस पंडुकी के समान हो जो गुफा के मुँह की एक ओर घोंसला बनाती हो +12788,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_029.wav,हमने मोआब के गर्व के विषय में सुना है कि वह अत्यन्त अभिमानी है उसका गर्व अभिमान और अहंकार और उसका मन फूलना प्रसिद्ध है +12789,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_030.wav,यहोवा की यह वाणी है मैं उसके रोष को भी जानता हूँ कि वह व्यर्थ ही है उसके बड़े बोल से कुछ बन न पड़ा +12790,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_031.wav,इस कारण मैं मोआबियों के लिये हायहाय करूँगा हाँ मैं सारे मोआबियों के लिये चिल्लाऊँगा कीरहेरेस के लोगों के लिये विलाप किया जाएगा +12791,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_032.wav,हे सिबमा की दाखलता मैं तुम्हारे लिये याजेर से भी अधिक विलाप करूँगा तेरी डालियाँ तो ताल के पार बढ़ गई वरन् याजेर के ताल तक भी पहुँची थीं पर नाश करनेवाला तेरे धूपकाल के फलों पर और तोड़ी हुई दाखों पर भी टूट पड़ा है +12792,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_033.wav,फलवाली बारियों से और मोआब के देश से आनन्द और मगन होना उठ गया है मैंने ऐसा किया कि दाखरस के कुण्डों में कुछ दाखमधु न रहा लोग फिर ललकारते हुए दाख न रौंदेंगे जो ललकार होनेवाली है वह अब नहीं होगी +12793,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_034.wav,हेशबोन की चिल्लाहट सुनकर लोग एलाले और यहस तक और सोअर से होरोनैम और एग्लतशलीशिया तक भी चिल्लाते हुए भागे चले गए हैं क्योंकि निम्रीम का जल भी सूख गया है +12794,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_035.wav,और यहोवा की यह वाणी है कि मैं ऊँचे स्थान पर चढ़ावा चढ़ाना और देवताओं के लिये धूप जलाना दोनों को मोआब में बन्द कर दूँगा +12795,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_036.wav,इस कारण मेरा मन मोआब और कीरहेरेस के लोगों के लिये बाँसुरी सा रो रोकर अलापता है क्योंकि जो कुछ उन्होंने कमाकर बचाया है वह नाश हो गया है +12796,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_037.wav,क्योंकि सब के सिर मुँण्ड़े गए और सब की दाढ़ियाँ नोची गई सब के हाथ चीरे हुए और सब की कमर में टाट बन्धा हुआ है +12797,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_038.wav,मोआब के सब घरों की छतों पर और सब चौकों में रोना पीटना हो रहा है क्योंकि मैंने मोआब को तुच्छ बर्तन के समान तोड़ डाला है यहोवा की यह वाणी है +12798,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_039.wav,मोआब कैसे विस्मित हो गया हाय हाय करो क्योंकि उसने कैसे लज्जित होकर पीठ फेरी है इस प्रकार मोआब के चारों ओर के सब रहनेवाले उसका ठट्ठा करेंगे और विस्मित हो जाएँगे +12799,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_040.wav,क्योंकि यहोवा यह कहता है देखो वह उकाब सा उड़ेगा और मोआब के ऊपर अपने पंख फैलाएगा +12800,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_041.wav,करिय्योत ले लिया गया और गढ़वाले नगर दूसरों के वश में पड़ गए उस दिन मोआबी वीरों के मन जच्चा स्त्री के से हो जाएँगे +12801,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_042.wav,और मोआब ऐसा तितरबितर हो जाएगा कि उसका दल टूट जाएगा क्योंकि उसने यहोवा के विरुद्ध बड़ाई मारी है +12802,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_043.wav,यहोवा की यह वाणी है कि हे मोआब के रहनेवाले तेरे लिये भय और गड्ढा और फंदे ठहराए गए हैं +12803,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_044.wav,जो कोई भय से भागे वह गड्ढे में गिरेगा और जो कोई गड्ढे में से निकले वह फंदे में फँसेगा क्योंकि मैं मोआब के दण्ड का दिन उस पर ले आऊँगा यहोवा की यही वाणी है +12804,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_045.wav,जो भागे हुए हैं वह हेशबोन में शरण लेकर खड़े हो गए हैं परन्तु हेशबोन से आग और सीहोन के बीच से लौ निकली जिससे मोआब देश के कोने और बलवैयों के चो���्डे भस्म हो गए हैं +12805,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_046.wav,हे मोआब तुझ पर हाय कमोश की प्रजा नाश हो गई क्योंकि तेरे स्त्रीपुरुष दोनों बँधुआई में गए हैं +12806,data/cleaned/hindi/JER/JER_048_047.wav,तो भी यहोवा की यह वाणी है कि अन्त के दिनों में मैं मोआब को बँधुआई से लौटा ले आऊँगा मोआब के दण्ड का वचन यहीं तक हुआ +12807,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_001.wav,अम्मोनियों के विषय यहोवा यह कहता है क्या इस्राएल के पुत्र नहीं हैं क्या उसका कोई वारिस नहीं रहा फिर मल्काम क्यों गाद के देश का अधिकारी हुआ और उसकी प्रजा क्यों उसके नगरों में बसने पाई है +12808,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_002.wav,यहोवा की यह वाणी है ऐसे दिन आनेवाले हैं कि मैं अम्मोनियों के रब्बाह नामक नगर के विरुद्ध युद्ध की ललकार सुनवाऊँगा और वह उजड़कर खण्डहर हो जाएगा और उसकी बस्तियाँ फूँक दी जाएँगी तब जिन लोगों ने इस्राएलियों के देश को अपना लिया है उनके देश को इस्राएली अपना लेंगे यहोवा का यही वचन है +12809,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_003.wav,हे हेशबोन हायहाय कर क्योंकि आई नगर नाश हो गया हे रब्बाह की बेटियों चिल्लाओ और कमर में टाट बाँधो छाती पीटती हुई बाड़ों में इधरउधर दौड़ो क्योंकि मल्काम अपने याजकों और हाकिमों समेत बँधुआई में जाएगा +12810,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_004.wav,हे भटकनेवाली बेटी तू अपने देश की तराइयों पर विशेषकर अपने बहुत ही उपजाऊ तराई पर क्यों फूलती है तू क्यों यह कहकर अपने रखे हुए धन पर भरोसा रखती है मेरे विरुद्ध कौन चढ़ाई कर सकेगा +12811,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_005.wav,प्रभु सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है देख मैं तेरे चारों ओर के सब रहनेवालों की ओर से तेरे मन में भय उपजाने पर हूँ और तेरे लोग अपनेअपने सामने की ओर ढकेल दिए जाएँगे और जब वे मारेमारे फिरेंगे तब कोई उन्हें इकट्ठा न करेगा +12812,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_006.wav,परन्तु उसके बाद मैं अम्मोनियों को बँधुआई से लौटा लाऊँगा यहोवा की यही वाणी है +12813,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_007.wav,एदोम के विषय सेनाओं का यहोवा यह कहता है क्या तेमान में अब कुछ बुद्धि नहीं रही क्या वहाँ के ज्ञानियों की युक्ति निष्फल हो गई क्या उनकी बुद्धि जाती रही है +12814,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_008.wav,हे ददान के रहनेवालों भागो लौट जाओ वहाँ छिपकर बसो क्योंकि जब मैं एसाव को दण्ड देने लगूँगा तब उस पर भारी विपत्ति पड़ेगी +12815,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_009.wav,यदि दाख के तोड़नेवाले तेरे पास आते तो क्या वे कहींकहीं दाख न छोड़ जाते और यदि चोर रात को आते तो क्या वे जितना चाहते उतना धन लूटकर न ले जाते +12816,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_010.wav,क्यो��कि मैंने एसाव को उघाड़ा है मैंने उसके छिपने के स्थानों को प्रगट किया है यहाँ तक कि वह छिप न सका उसके वंश और भाई और पड़ोसी सब नाश हो गए हैं और उसका अन्त हो गया +12817,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_011.wav,अपने अनाथ बालकों को छोड़ जाओ मैं उनको जिलाऊँगा और तुम्हारी विधवाएँ मुझ पर भरोसा रखें +12818,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_012.wav,क्योंकि यहोवा यह कहता है देखो जो इसके योग्य न थे कि कटोरे में से पीएँ उनको तो निश्चय पीना पड़ेगा फिर क्या तू किसी प्रकार से निर्दोष ठहरकर बच जाएगा तू निर्दोष ठहरकर न बचेगा तुझे अवश्य ही पीना पड़ेगा +12819,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_013.wav,क्योंकि यहोवा की यह वाणी है मैंने अपनी सौगन्ध खाई है कि बोस्रा ऐसा उजड़ जाएगा कि लोग चकित होंगे और उसकी उपमा देकर निन्दा किया करेंगे और श्राप दिया करेंगे और उसके सारे गाँव सदा के लिये उजाड़ हो जाएँगे +12820,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_014.wav,मैंने यहोवा की ओर से समाचार सुना है वरन् जातिजाति में यह कहने को एक दूत भी भेजा गया है इकट्ठे होकर एदोम पर चढ़ाई करो और उससे लड़ने के लिये उठो +12821,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_015.wav,क्योंकि मैंने तुझे जातियों में छोटा और मनुष्यों में तुच्छ कर दिया है +12822,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_016.wav,हे चट्टान की दरारों में बसे हुए हे पहाड़ी की चोटी पर किला बनानेवाले तेरे भयानक रूप और मन के अभिमान ने तुझे धोखा दिया है चाहे तू उकाब के समान अपना बसेरा ऊँचे स्थान पर बनाए तो भी मैं वहाँ से तुझे उतार लाऊँगा यहोवा की यही वाणी है +12823,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_017.wav,एदोम यहाँ तक उजड़ जाएगा कि जो कोई उसके पास से चले वह चकित होगा और उसके सारे दुःखों पर ताली बजाएगा +12824,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_018.wav,यहोवा का यह वचन है कि जैसी सदोम और गमोरा और उनके आसपास के नगरों के उलट जाने से उनकी दशा हुई थी वैसी ही उसकी दशा होगी वहाँ न कोई मनुष्य रहेगा और न कोई आदमी उसमें टिकेगा +12825,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_019.wav,देखो वह सिंह के समान यरदन के आसपास के घने जंगलों से सदा की चराई पर चढ़ेगा और मैं उनको उसके सामने से झट भगा दूँगा तब जिसको मैं चुन लूँ उसको उन पर अधिकारी ठहराऊँगा मेरे तुल्य कौन है और कौन मुझ पर मुकद्दमा चलाएगा वह चरवाहा कहाँ है जो मेरा सामना कर सकेगा +12826,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_020.wav,देखो यहोवा ने एदोम के विरुद्ध क्या युक्ति की है और तेमान के रहनेवालों के विरुद्ध कैसी कल्पना की है निश्चय वह भेड़बकरियों के बच्चों को घसीट ले जाएगा वह चराई को भेड़बकरियों से निश्चय खाली कर देगा +12827,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_021.wav,उनके गिरने के शब्द से पृथ्वी काँप उठेगी और ऐसी चिल्लाहट मचेगी जो लाल समुद्र तक सुनाई पड़ेगी +12828,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_022.wav,देखो वह उकाब के समान निकलकर उड़ आएगा और बोस्रा पर अपने पंख फैलाएगा और उस दिन एदोमी शूरवीरों का मन जच्चा स्त्री का सा हो जाएगा +12829,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_023.wav,दमिश्क के विषय हमात और अर्पाद की आशा टूटी है क्योंकि उन्होंने बुरा समाचार सुना है वे गल गए हैं समुद्र पर चिन्ता है वह शान्त नहीं हो सकता +12830,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_024.wav,दमिश्क बलहीन होकर भागने को फिरती है परन्तु कँपकँपी ने उसे पकड़ा है जच्चा की सी पीड़ा उसे उठी हैं +12831,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_025.wav,हाय वह नगर वह प्रशंसा योग्य नगर जो मेरे हर्ष का कारण है वह छोड़ा गया है +12832,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_026.wav,सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है कि उसके जवान चौकों में गिराए जाएँगे और सब योद्धाओं का बोलना बन्द हो जाएगा +12833,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_027.wav,मैं दमिश्क की शहरपनाह में आग लगाऊँगा जिससे बेन्हदद के राजभवन भस्म हो जाएँगे +12834,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_028.wav,केदार और हासोर के राज्यों के विषय जिन्हें बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने मार लिया यहोवा यह कहता है उठकर केदार पर चढ़ाई करो पूरब के लोगों का नाश करो +12835,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_029.wav,वे उनके डेरे और भेड़बकरियाँ ले जाएँगे उनके तम्बू और सब बर्तन उठाकर ऊँटों को भी हाँक ले जाएँगे और उन लोगों से पुकारकर कहेंगे चारों ओर भय ही भय है +12836,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_030.wav,यहोवा की यह वाणी है हे हासोर के रहनेवालों भागो दूरदूर मारेमारे फिरो कहीं जाकर छिपके बसो क्योंकि बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने तुम्हारे विरुद्ध युक्ति और कल्पना की है +12837,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_031.wav,यहोवा की यह वाणी है उठकर उस चैन से रहनेवाली जाति के लोगों पर चढ़ाई करो जो निडर रहते हैं और बिना किवाड़ और बेंड़े के ऐसे ही बसे हुए हैं +12838,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_032.wav,उनके ऊँट और अनगिनत गायबैल और भेड़बकरियाँ लूट में जाएँगी क्योंकि मैं उनके गाल के बाल मुँण्ड़ानेवालों को उड़ाकर सब दिशाओं में तितरबितर करूँगा और चारों ओर से उन पर विपत्ति लाकर डालूँगा यहोवा की यह वाणी है +12839,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_033.wav,हासोर गीदड़ों का वासस्थान होगा और सदा के लिये उजाड़ हो जाएगा वहाँ न कोई मनुष्य रहेगा और न कोई आदमी उसमें टिकेगा +12840,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_034.wav,यहूदा के राजा सिदकिय्याह के राज्य के आरम्भ में यहोवा का यह वचन यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के पास एलाम के विषय पहुँचा +12841,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_035.wav,सेनाओ�� का यहोवा यह कहता है मैं एलाम के धनुष को जो उनके पराक्रम का मुख्य कारण है तोड़ूँगा +12842,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_036.wav,और मैं आकाश के चारों ओर से वायु बहाकर उन्हें चारों दिशाओं की ओर यहाँ तक तितरबितर करूँगा कि ऐसी कोई जाति न रहेगी जिसमें एलाम भागते हुए न आएँ +12843,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_037.wav,मैं एलाम को उनके शत्रुओं और उनके प्राण के खोजियों के सामने विस्मित करूँगा और उन पर अपना कोप भड़काकर विपत्ति डालूँगा और यहोवा की यह वाणी है कि तलवार को उन पर चलवातेचलवाते मैं उनका अन्त कर डालूँगा +12844,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_038.wav,और मैं एलाम में अपना सिंहासन रखकर उनके राजा और हाकिमों को नाश करूँगा यहोवा की यही वाणी है +12845,data/cleaned/hindi/JER/JER_049_039.wav,परन्तु यहोवा की यह भी वाणी है कि अन्त के दिनों में मैं एलाम को बँधुआई से लौटा ले आऊँगा +12846,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_001.wav,बाबेल और कसदियों के देश के विषय में यहोवा ने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा यह वचन कहा +12847,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_002.wav,जातियों में बताओ सुनाओ और झण्डा खड़ा करो सुनाओ मत छिपाओ कि बाबेल ले लिया गया बेल का मुँह काला हो गया मरोदक विस्मित हो गया बाबेल की प्रतिमाएँ लज्जित हुई और उसकी बेडौल मूरतें विस्मित हो गई +12848,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_003.wav,क्योंकि उत्तर दिशा से एक जाति उस पर चढ़ाई करके उसके देश को यहाँ तक उजाड़ कर देगी कि क्या मनुष्य क्या पशु उसमें कोई भी न रहेगा सब भाग जाएँगे +12849,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_004.wav,यहोवा की यह वाणी है कि उन दिनों में इस्राएली और यहूदा एक संग आएँगे वे रोते हुए अपने परमेश्वर यहोवा को ढूँढ़ने के लिये चले आएँगे +12850,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_005.wav,वे सिय्योन की ओर मुँह किए हुए उसका मार्ग पूछते और आपस में यह कहते आएँगे आओ हम यहोवा से मेल कर लें उसके साथ ऐसी वाचा बाँधे जो कभी भूली न जाए परन्तु सदा स्थिर रहे +12851,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_006.wav,मेरी प्रजा खोई हुई भेड़ें हैं उनके चरवाहों ने उनको भटका दिया और पहाड़ों पर भटकाया है वे पहाड़पहाड़ और पहाड़ीपहाड़ी घूमतेघूमते अपने बैठने के स्थान को भूल गई हैं +12852,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_007.wav,जितनों ने उन्हें पाया वे उनको खा गए और उनके सतानेवालों ने कहा इसमें हमारा कुछ दोष नहीं क्योंकि उन्होंने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है जो धर्म का आधार है और उनके पूर्वजों का आश्रय था +12853,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_008.wav,बाबेल के बीच में से भागो कसदियों के देश से निकल आओ जैसे बकरे अपने झुण्ड के अगुए होते हैं वैसे ही बनो +12854,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_009.wav,क्योंकि द���खो मैं उत्तर के देश से बड़ी जातियों को उभारकर उनकी मण्डली बाबेल पर चढ़ा ले आऊँगा और वे उसके विरुद्ध पाँति बाँधेंगे और उसी दिशा से वह ले लिया जाएगा उनके तीर चतुर वीर के से होंगे उनमें से कोई अकारथ न जाएगा +12855,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_010.wav,कसदियों का देश ऐसा लुटेगा कि सब लूटनेवालों का पेट भर जाएगा यहोवा की यह वाणी है +12856,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_011.wav,हे मेरे भाग के लूटनेवालों तुम जो मेरी प्रजा पर आनन्द करते और फुले नहीं समाते हो और घास चरनेवाली बछिया के समान उछलते और बलवन्त घोड़ों के समान हिनहिनाते हो +12857,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_012.wav,तुम्हारी माता अत्यन्त लज्जित होगी और तुम्हारी जननी का मुँह काला होगा क्योंकि वह सब जातियों में नीच होगी वह जंगल और मरु और निर्जल देश हो जाएगी +12858,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_013.wav,यहोवा के क्रोध के कारण वह देश निर्जन रहेगा वह उजाड़ ही उजाड़ होगा जो कोई बाबेल के पास से चलेगा वह चकित होगा और उसके सब दुःख देखकर ताली बजाएगा +12859,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_014.wav,हे सब धनुर्धारियो बाबेल के चारों ओर उसके विरुद्ध पाँति बाँधो उस पर तीर चलाओ उन्हें मत रख छोड़ो क्योंकि उसने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है +12860,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_015.wav,चारों ओर से उस पर ललकारो उसने हार मानी उसके कोट गिराए गए उसकी शहरपनाह ढाई गई क्योंकि यहोवा उससे अपना बदला लेने पर है इसलिए तुम भी उससे अपनाअपना बदला लो जैसा उसने किया है वैसा ही तुम भी उससे करो +12861,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_016.wav,बाबेल में से बोनेवाले और काटनेवाले दोनों को नाश करो वे दुःखदाई तलवार के डर के मारे अपनेअपने लोगों की ओर फिरें और अपनेअपने देश को भाग जाएँ +12862,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_017.wav,इस्राएल भगाई हुई भेड़ है सिंहों ने उसको भगा दिया है पहले तो अश्शूर के राजा ने उसको खा डाला और तब बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने उसकी हड्डियों को तोड़ दिया है +12863,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_018.wav,इस कारण इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है देखो जैसे मैंने अश्शूर के राजा को दण्ड दिया था वैसे ही अब देश समेत बाबेल के राजा को दण्ड दूँगा +12864,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_019.wav,मैं इस्राएल को उसकी चराई में लौटा लाऊँगा और वह कर्मेल और बाशान में फिर चरेगा और एप्रैम के पहाड़ों पर और गिलाद में फिर भर पेट खाने पाएगा +12865,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_020.wav,यहोवा की यह वाणी है कि उन दिनों में इस्राएल का अधर्म ढूँढ़ने पर भी नहीं मिलेगा और यहूदा के पाप खोजने पर भी नहीं मिलेंगे क्योंकि जिन्हें मैं बचाऊँ उनके पा��� भी क्षमा कर दूँगा +12866,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_021.wav,तू मरातैम देश और पकोद नगर के निवासियों पर चढ़ाई कर मनुष्यों को तो मार डाल और धन का सत्यानाश कर यहोवा की यह वाणी है और जोजो आज्ञा मैं तुझे देता हूँ उन सभी के अनुसार कर +12867,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_022.wav,सुनो उस देश में युद्ध और सत्यानाश का सा शब्द हो रहा है +12868,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_023.wav,जो हथौड़ा सारी पृथ्वी के लोगों को चूरचूर करता था वह कैसा काट डाला गया है बाबेल सब जातियों के बीच में कैसा उजाड़ हो गया है +12869,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_024.wav,हे बाबेल मैंने तेरे लिये फंदा लगाया और तू अनजाने उसमें फँस भी गया तू ढूँढ़कर पकड़ा गया है क्योंकि तू यहोवा का विरोध करता था +12870,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_025.wav,प्रभु सेनाओं के यहोवा ने अपने शस्त्रों का घर खोलकर अपने क्रोध प्रगट करने का सामान निकाला है क्योंकि सेनाओं के प्रभु यहोवा को कसदियों के देश में एक काम करना है +12871,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_026.wav,पृथ्वी की छोर से आओ और उसकी बखरियों को खोलो उसको ढेर ही ढेर बना दो ऐसा सत्यानाश करो कि उसमें कुछ भी न बचा रहें +12872,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_027.wav,उसके सब बैलों को नाश करो वे घात होने के स्थान में उतर जाएँ उन पर हाय क्योंकि उनके दण्ड पाने का दिन आ पहुँचा है +12873,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_028.wav,सुनो बाबेल के देश में से भागनेवालों का सा बोल सुनाई पड़ता है जो सिय्योन में यह समाचार देने को दौड़े आते हैं कि हमारा परमेश्वर यहोवा अपने मन्दिर का बदला ले रहा है +12874,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_029.wav,सब धनुर्धारियों को बाबेल के विरुद्ध इकट्ठे करो उसके चारों ओर छावनी डालो कोई जन भागकर निकलने न पाए उसके काम का बदला उसे दो जैसा उसने किया है ठीक वैसा ही उसके साथ करो क्योंकि उसने यहोवा इस्राएल के पवित्र के विरुद्ध अभिमान किया है +12875,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_030.wav,इस कारण उसके जवान चौकों में गिराए जाएँगे और सब योद्धाओं का बोल बन्द हो जाएगा यहोवा की यही वाणी है +12876,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_031.wav,प्रभु सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है हे अभिमानी मैं तेरे विरुद्ध हूँ तेरे दण्ड पाने का दिन आ गया है +12877,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_032.wav,अभिमानी ठोकर खाकर गिरेगा और कोई उसे फिर न उठाएगा और मैं उसके नगरों में आग लगाऊँगा जिससे उसके चारों ओर सब कुछ भस्म हो जाएगा +12878,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_033.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है इस्राएल और यहूदा दोनों बराबर पिसे हुए हैं और जितनों ने उनको बँधुआ किया वे उन्हें पकड़े रहते हैं और जाने नहीं देते +12879,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_034.wav,उनका छुड़ानेवाला साम���्थी है सेनाओं का यहोवा यही उसका नाम है वह उनका मुकद्दमा भली भाँति लड़ेगा कि पृथ्वी को चैन दे परन्तु बाबेल के निवासियों को व्याकुल करे +12880,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_035.wav,यहोवा की यह वाणी है कसदियों और बाबेल के हाकिम पंडित आदि सब निवासियों पर तलवार चलेगी +12881,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_036.wav,बड़ा बोल बोलनेवालों पर तलवार चलेगी और वे मूर्ख बनेंगे उसके शूरवीरों पर भी तलवार चलेगी और वे विस्मित हो जाएँगे +12882,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_037.wav,उसके सवारों और रथियों पर और सब मिले जुले लोगों पर भी तलवार चलेगी और वे स्त्रियाँ बन जाएँगे उसके भण्डारों पर तलवार चलेगी और वे लुट जाएँगे +12883,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_038.wav,उसके जलाशयों पर सूखा पड़ेगा और वे सूख जाएँगे क्योंकि वह खुदी हुई मूरतों से भरा हुआ देश है और वे अपनी भयानक प्रतिमाओं पर बावले हैं +12884,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_039.wav,इसलिए निर्जल देश के जन्तु सियारों के संग मिलकर वहाँ बसेंगे और शुतुर्मुर्ग उसमें वास करेंगे और वह फिर सदा तक बसाया न जाएगा न युगयुग उसमें कोई वास कर सकेगा +12885,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_040.wav,यहोवा की यह वाणी है कि सदोम और गमोरा और उनके आसपास के नगरों की जैसी दशा उस समय हुई थी जब परमेश्वर ने उनको उलट दिया था वैसी ही दशा बाबेल की भी होगी यहाँ तक कि कोई मनुष्य उसमें न रह सकेगा और न कोई आदमी उसमें टिकेगा +12886,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_041.wav,सुनो उत्तर दिशा से एक देश के लोग आते हैं और पृथ्वी की छोर से एक बड़ी जाति और बहुत से राजा उठकर चढ़ाई करेंगे +12887,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_042.wav,वे धनुष और बर्छी पकड़े हुए हैं वे क्रूर और निर्दयी हैं वे समुद्र के समान गरजेंगे और घोड़ों पर चढ़े हुए तुझ बाबेल की बेटी के विरुद्ध पाँति बाँधे हुए युद्ध करनेवालों के समान आएँगे +12888,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_043.wav,उनका समाचार सुनते ही बाबेल के राजा के हाथ पाँव ढीले पड़ गए और उसको जच्चा की सी पीड़ाएँ उठी +12889,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_044.wav,सुनो वह सिंह के समान आएगा जो यरदन के आसपास के घने जंगल से निकलकर दृढ़ भेड़शालाएँ पर चढ़े परन्तु मैं उनको उसके सामने से झट भगा दूँगा तब जिसको मैं चुन लूँ उसी को उन पर अधिकारी ठहराऊँगा देखो मेरे तुल्य कौन है कौन मुझ पर मुकद्दमा चलाएगा वह चरवाहा कहाँ है जो मेरा सामना कर सकेगा +12890,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_045.wav,इसलिए सुनो कि यहोवा ने बाबेल के विरुद्ध क्या युक्ति की है और कसदियों के देश के विरुद्ध कौन सी कल्पना की है निश्चय वह भेड़बकरियों के बच्चों को घसीट ले जाएगा निश्चय वह उनकी चर���इयों को भेड़बकरियों से खाली कर देगा +12891,data/cleaned/hindi/JER/JER_050_046.wav,बाबेल के लूट लिए जाने के शब्द से पृथ्वी काँप उठी है और उसकी चिल्लाहट जातियों में सुनाई पड़ती है +12892,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_001.wav,यहोवा यह कहता है मैं बाबेल के और लेबकामै के रहनेवालों के विरुद्ध एक नाश करनेवाली वायु चलाऊँगा +12893,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_002.wav,और मैं बाबेल के पास ऐसे लोगों को भेजूँगा जो उसको फटकफटककर उड़ा देंगे और इस रीति से उसके देश को सुनसान करेंगे और विपत्ति के दिन चारों ओर से उसके विरुद्ध होंगे +12894,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_003.wav,धनुर्धारी के विरुद्ध और जो अपना झिलम पहने हैं धनुर्धारी धनुष चढ़ाए हुए उठे उसके जवानों से कुछ कोमलता न करना उसकी सारी सेना को सत्यानाश करो +12895,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_004.wav,कसदियों के देश में मरे हुए और उसकी सड़कों में छिदे हुए लोग गिरेंगे +12896,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_005.wav,क्योंकि यद्यपि इस्राएल और यहूदा के देश इस्राएल के पवित्र के विरुद्ध किए हुए पापों से भरपूर हो गए हैं तो भी उनके परमेश्वर सेनाओं के यहोवा ने उनको त्याग नहीं दिया +12897,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_006.wav,बाबेल में से भागो अपनाअपना प्राण बचाओ उसके अधर्म में भागी होकर तुम भी न मिट जाओ क्योंकि यह यहोवा के बदला लेने का समय है वह उसको बदला देने पर है +12898,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_007.wav,बाबेल यहोवा के हाथ में सोने का कटोरा था जिससे सारी पृथ्वी के लोग मतवाले होते थे जातिजाति के लोगों ने उसके दाखमधु में से पिया इस कारण वे भी बावले हो गए +12899,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_008.wav,बाबेल अचानक ले ली गई और नाश की गई है उसके लिये हायहाय करो उसके घावों के लिये बलसान औषधि लाओ सम्भव है वह चंगी हो सके +12900,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_009.wav,हम बाबेल का इलाज करते तो थे परन्तु वह चंगी नहीं हुई इसलिए आओ हम उसको तजकर अपनेअपने देश को चले जाएँ क्योंकि उस पर किए हुए न्याय का निर्णय आकाश वरन् स्वर्ग तक भी पहुँच गया है +12901,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_010.wav,यहोवा ने हमारे धार्मिकता के काम प्रगट किए हैं अतः आओ हम सिय्योन में अपने परमेश्वर यहोवा के काम का वर्णन करें +12902,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_011.wav,तीरों को पैना करो ढालें थामे रहो क्योंकि यहोवा ने मादी राजाओं के मन को उभारा है उसने बाबेल को नाश करने की कल्पना की है क्योंकि यहोवा अर्थात् उसके मन्दिर का यही बदला है +12903,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_012.wav,बाबेल की शहरपनाह के विरुद्ध झण्डा खड़ा करो बहुत पहरुए बैठाओ घात लगाने वालों को बैठाओ क्योंकि यहोवा ने बाबेल के रहनेवालों के विरुद्ध जो कुछ कहा था वह अब करने पर है वरन् किया भी है +12904,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_013.wav,हे बहुत जलाशयों के बीच बसी हुई और बहुत भण्डार रखनेवाली तेरा अन्त आ गया तेरे लोभ की सीमा पहुँच गई है +12905,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_014.wav,सेनाओं के यहोवा ने अपनी ही शपथ खाई है कि निश्चय मैं तुझको टिड्डियों के समान अनगिनत मनुष्यों से भर दूँगा और वे तेरे विरुद्ध ललकारेंगे +12906,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_015.wav,उसी ने पृथ्वी को अपने सामर्थ्य से बनाया और जगत को अपनी बुद्धि से स्थिर किया और आकाश को अपनी प्रवीणता से तान दिया है +12907,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_016.wav,जब वह बोलता है तब आकाश में जल का बड़ा शब्द होता है वह पृथ्वी की छोर से कुहरा उठाता है वह वर्षा के लिये बिजली बनाता और अपने भण्डार में से पवन निकाल ले आता है +12908,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_017.wav,सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित है सब सुनारों को अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण लज्जित होना पड़ेगा क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें धोखा देनेवाली हैं और उनके कुछ भी साँस नहीं चलती +12909,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_018.wav,वे तो व्यर्थ और ठट्ठे ही के योग्य है जब उनके नाश किए जाने का समय आएगा तब वे नाश ही होंगी +12910,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_019.wav,परन्तु जो याकूब का निज भाग है वह उनके समान नहीं वह तो सब का बनानेवाला है और इस्राएल उसका निज भाग है उसका नाम सेनाओं का यहोवा है +12911,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_020.wav,तू मेरा फरसा और युद्ध के लिये हथियार ठहराया गया है तेरे द्वारा मैं जातिजाति को तितरबितर करूँगा और तेरे ही द्वारा राज्यराज्य को नाश करूँगा +12912,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_021.wav,तेरे ही द्वारा मैं सवार समेत घोड़ों को टुकड़ेटुकड़े करूँगा +12913,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_022.wav,तेरे ही द्वारा रथी समेत रथ को भी टुकड़ेटुकड़े करूँगा तेरे ही द्वारा मैं स्त्री पुरुष दोनों को टुकड़ेटुकड़े करूँगा तेरे ही द्वारा मैं बूढ़े और लड़के दोनों को टुकड़ेटुकड़े करूँगा और जवान पुरुष और जवान स्त्री दोनों को मैं तेरे ही द्वारा टुकड़ेटुकड़े करूँगा +12914,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_023.wav,तेरे ही द्वारा मैं भेड़बकरियों समेत चरवाहे को टुकड़ेटुकड़े करूँगा तेरे ही द्वारा मैं किसान और उसके जोड़े बैलों को भी टुकड़ेटुकड़े करूँगा अधिपतियों और हाकिमों को भी मैं तेरे ही द्वारा टुकड़ेटुकड़े करूँगा +12915,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_024.wav,मैं बाबेल को और सारे कसदियों को भी उन सब बुराइयों का बदला दूँगा जो उन्होंने तुम लोगों के सामने सिय्योन में की है यहोवा की यही वाणी है +12916,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_025.wav,हे नाश करनेवाल�� पहाड़ जिसके द्वारा सारी पृथ्वी नाश हुई है यहोवा की यह वाणी है कि मैं तेरे विरुद्ध हूँ और हाथ बढ़ाकर तुझे ढाँगों पर से लुढ़का दूँगा और जला हुआ पहाड़ बनाऊँगा +12917,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_026.wav,लोग तुझ से न तो घर के कोने के लिये पत्थर लेंगे और न नींव के लिये क्योंकि तू सदा उजाड़ रहेगा यहोवा की यही वाणी है +12918,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_027.wav,देश में झण्डा खड़ा करो जातिजाति में नरसिंगा फूँको उसके विरुद्ध जातिजाति को तैयार करो अरारात मिन्नी और अश्कनज नामक राज्यों को उसके विरुद्ध बुलाओ उसके विरुद्ध सेनापति भी ठहराओ घोड़ों को शिखरवाली टिड्डियों के समान अनगिनत चढ़ा ले आओ +12919,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_028.wav,उसके विरुद्ध जातियों को तैयार करो मादी राजाओं को उनके अधिपतियों सब हाकिमों सहित और उस राज्य के सारे देश को तैयार करो +12920,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_029.wav,यहोवा ने विचारा है कि वह बाबेल के देश को ऐसा उजाड़ करे कि उसमें कोई भी न रहे इसलिए पृथ्वी काँपती है और दुःखित होती है +12921,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_030.wav,बाबेल के शूरवीर गढ़ों में रहकर लड़ने से इन्कार करते हैं उनकी वीरता जाती रही है और यह देखकर कि उनके वासस्थानों में आग लग गई वे स्त्री बन गए हैं उसके फाटकों के बेंड़े तोड़े गए हैं +12922,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_031.wav,एक हरकारा दूसरे हरकारे से और एक समाचार देनेवाला दूसरे समाचार देनेवाले से मिलने और बाबेल के राजा को यह समाचार देने के लिये दौड़ेगा कि तेरा नगर चारों ओर से ले लिया गया है +12923,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_032.wav,और घाट शत्रुओं के वश में हो गए हैं ताल भी सुखाए गए और योद्धा घबरा उठे हैं +12924,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_033.wav,क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यह कहता है बाबेल की बेटी दाँवते समय के खलिहान के समान है थोड़े ही दिनों में उसकी कटनी का समय आएगा +12925,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_034.wav,बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने मुझ को खा लिया मुझ को पीस डाला उसने मुझे खाली बर्तन के समान कर दिया उसने मगरमच्छ के समान मुझ को निगल लिया है और मुझ को स्वादिष्ट भोजन जानकर अपना पेट मुझसे भर लिया है उसने मुझ को जबरन निकाल दिया है +12926,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_035.wav,सिय्योन की रहनेवाली कहेगी जो उपद्रव मुझ पर और मेरे शरीर पर हुआ है वह बाबेल पर पलट जाए और यरूशलेम कहेगी मुझ में की हुई हत्याओं का दोष कसदियों के देश के रहनेवालों पर लगे +12927,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_036.wav,इसलिए यहोवा कहता है मैं तेरा मुकद्दमा लड़ूँगा और तेरा बदला लूँगा मैं उसके ताल को और उसके सोतों ��ो सूखा दूँगा +12928,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_037.wav,और बाबेल खण्डहर और गीदड़ों का वासस्थान होगा और लोग उसे देखकर चकित होंगे और ताली बजाएँगे और उसमें कोई न रहेगा +12929,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_038.wav,लोग एक संग ऐसे गरजेंगे और गुर्राएँगे जैसे युवा सिंह व सिंह के बच्चे आहेर पर करते हैं +12930,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_039.wav,परन्तु जब जब वे उत्तेजित हों तब मैं भोज तैयार करके उन्हें ऐसा मतवाला करूँगा कि वे हुलसकर सदा की नींद में पड़ेंगे और कभी न जागेंगे यहोवा की यही वाणी है +12931,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_040.wav,मैं उनको भेड़ों के बच्चों और मेढ़ों और बकरों के समान घात करा दूँगा +12932,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_041.wav,शेशक जिसकी प्रशंसा सारे पृथ्वी पर होती थी कैसे ले लिया गया वह कैसे पकड़ा गया बाबेल जातियों के बीच कैसे सुनसान हो गया है +12933,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_042.wav,बाबेल के ऊपर समुद्र चढ़ आया है वह उसकी बहुत सी लहरों में डूब गया है +12934,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_043.wav,उसके नगर उजड़ गए उसका देश निर्जन और निर्जल हो गया है उसमें कोई मनुष्य नहीं रहता और उससे होकर कोई आदमी नहीं चलता +12935,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_044.wav,मैं बाबेल में बेल को दण्ड दूँगा और उसने जो कुछ निगल लिया है वह उसके मुँह से उगलवाऊँगा जातियों के लोग फिर उसकी ओर ताँता बाँधे हुए न चलेंगे बाबेल की शहरपनाह गिराई जाएगी +12936,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_045.wav,हे मेरी प्रजा उसमें से निकल आओ अपनेअपने प्राण को यहोवा के भड़के हुए कोप से बचाओ +12937,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_046.wav,जब उड़ती हुई बात उस देश में सुनी जाए तब तुम्हारा मन न घबराए और जो उड़ती हुई चर्चा पृथ्वी पर सुनी जाएगी तुम उससे न डरना उसके एक वर्ष बाद एक और बात उड़ती हुई आएगी तब उसके बाद दूसरे वर्ष में एक और बात उड़ती हुई आएगी और उस देश में उपद्रव होगा और एक हाकिम दूसरे के विरुद्ध होगा +12938,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_047.wav,इसलिए देख वे दिन आते हैं जब मैं बाबेल की खुदी हुई मूरतों पर दण्ड की आज्ञा करूँगा उस सारे देश के लोगों का मुँह काला हो जाएगा और उसके सब मारे हुए लोग उसी में पड़े रहेंगे +12939,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_048.wav,तब स्वर्ग और पृथ्वी के सारे निवासी बाबेल पर जयजयकार करेंगे क्योंकि उत्तर दिशा से नाश करनेवाले उस पर चढ़ाई करेंगे यहोवा की यही वाणी है +12940,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_049.wav,जैसे बाबेल ने इस्राएल के लोगों को मारा वैसे ही सारे देश के लोग उसी में मार डाले जाएँगे +12941,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_050.wav,हे तलवार से बचे हुओं भागो खड़े मत रहो यहोवा को दूर से स्मरण करो और यरूशलेम की भी सुधि लो +12942,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_051.wav,हम व्याकुल हैं क्योंकि हमने अपनी नामधराई सुनी है यहोवा के पवित्र भवन में विधर्मी घुस आए हैं इस कारण हम लज्जित हैं +12943,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_052.wav,इसलिए देखो यहोवा की यह वाणी है ऐसे दिन आनेवाले हैं कि मैं उसकी खुदी हुई मूरतों पर दण्ड भेजूँगा और उसके सारे देश में लोग घायल होकर कराहते रहेंगे +12944,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_053.wav,चाहे बाबेल ऐसा ऊँचा बन जाए कि आकाश से बातें करे और उसके ऊँचे गढ़ और भी दृढ़ किए जाएँ तो भी मैं उसे नाश करने के लिये लोगों को भेजूँगा यहोवा की यह वाणी है +12945,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_054.wav,बाबेल से चिल्लाहट का शब्द सुनाई पड़ता है कसदियों के देश से सत्यानाश का बड़ा कोलाहल सुनाई देता है +12946,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_055.wav,क्योंकि यहोवा बाबेल को नाश कर रहा है और उसके बड़े कोलाहल को बन्द कर रहा है इससे उनका कोलाहल महासागर का सा सुनाई देता है +12947,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_056.wav,बाबेल पर भी नाश करनेवाले चढ़ आए हैं और उसके शूरवीर पकड़े गए हैं और उनके धनुष तोड़ डाले गए क्योंकि यहोवा बदला देनेवाला परमेश्वर है वह अवश्य ही बदला लेगा +12948,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_057.wav,मैं उसके हाकिमों पंडितों अधिपतियों रईसों और शूरवीरों को ऐसा मतवाला करूँगा कि वे सदा की नींद में पड़ेंगे और फिर न जागेंगे सेनाओं के यहोवा जिसका नाम राजाधिराज है उसकी यही वाणी है +12949,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_058.wav,सेनाओं का यहोवा यह भी कहता है बाबेल की चौड़ी शहरपनाह नींव से ढाई जाएगी और उसके ऊँचे फाटक आग लगाकर जलाए जाएँगे और उसमें राज्यराज्य के लोगों का परिश्रम व्यर्थ ठहरेगा और जातियों का परिश्रम आग का कौर हो जाएगा और वे थक जाएँगे +12950,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_059.wav,यहूदा के राजा सिदकिय्याह के राज्य के चौथे वर्ष में जब उसके साथ सरायाह भी बाबेल को गया था जो नेरिय्याह का पुत्र और महसेयाह का पोता और राजभवन का अधिकारी भी था +12951,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_060.wav,तब यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता ने उसको ये बातें बताई अर्थात् वे सब बातें जो बाबेल पर पड़नेवाली विपत्ति के विषय लिखी हुई हैं उन्हें यिर्मयाह ने पुस्तक में लिख दिया +12952,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_061.wav,यिर्मयाह ने सरायाह से कहा जब तू बाबेल में पहुँचे तब अवश्य ही ये सब वचन पढ़ना +12953,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_062.wav,और यह कहना हे यहोवा तूने तो इस स्थान के विषय में यह कहा है कि मैं इसे ऐसा मिटा दूँगा कि इसमें क्या मनुष्य क्या पशु कोई भी न रहेगा वरन् यह सदा उजाड़ पड़ा रहेगा +12954,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_063.wav,और जब तू इस पुस्तक को पढ़ चुके तब इसे ए�� पत्थर के संग बाँधकर फरात महानद के बीच में फेंक देना +12955,data/cleaned/hindi/JER/JER_051_064.wav,और यह कहना इस प्रकार बाबेल डूब जाएगा और मैं उस पर ऐसी विपत्ति डालूँगा कि वह फिर कभी न उठेगा और वे थके रहेंगे यहाँ तक यिर्मयाह के वचन हैं +12956,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_001.wav,जब सिदकिय्याह राज्य करने लगा तब वह इक्कीस वर्ष का था और यरूशलेम में ग्यारह वर्ष तक राज्य करता रहा उसकी माता का नाम हमूतल था जो लिब्नावासी यिर्मयाह की बेटी थी +12957,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_002.wav,उसने यहोयाकीम के सब कामों के अनुसार वही किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है +12958,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_003.wav,निश्चय यहोवा के कोप के कारण यरूशलेम और यहूदा की ऐसी दशा हुई कि अन्त में उसने उनको अपने सामने से दूर कर दिया और सिदकिय्याह ने बाबेल के राजा से बलवा किया +12959,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_004.wav,और उसके राज्य के नौवें वर्ष के दसवें महीने के दसवें दिन को बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर ने अपनी सारी सेना लेकर यरूशलेम पर चढ़ाई की और उसने उसके पास छावनी करके उसके चारों ओर किला बनाया +12960,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_005.wav,अतः नगर घेरा गया और सिदकिय्याह राजा के ग्यारहवें वर्ष तक घिरा रहा +12961,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_006.wav,चौथे महीने के नौवें दिन से नगर में अकाल यहाँ तक बढ़ गई कि लोगों के लिये कुछ रोटी न रही +12962,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_007.wav,तब नगर की शहरपनाह में दरार की गई और दोनों दीवारों के बीच जो फाटक राजा की बारी के निकट था उससे सब योद्धा भागकर रात ही रात नगर से निकल गए और अराबा का मार्ग लिया उस समय कसदी लोग नगर को घेरे हुए थे +12963,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_008.wav,परन्तु उनकी सेना ने राजा का पीछा किया और उसको यरीहो के पास के अराबा में जा पकड़ा तब उसकी सारी सेना उसके पास से तितरबितर हो गई +12964,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_009.wav,तब वे राजा को पकड़कर हमात देश के रिबला में बाबेल के राजा के पास ले गए और वहाँ उसने उसके दण्ड की आज्ञा दी +12965,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_010.wav,बाबेल के राजा ने सिदकिय्याह के पुत्रों को उसके सामने घात किया और यहूदा के सारे हाकिमों को भी रिबला में घात किया +12966,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_011.wav,फिर बाबेल के राजा ने सिदकिय्याह की आँखों को फुड़वा डाला और उसको बेड़ियों से जकड़कर बाबेल तक ले गया और उसको बन्दीगृह में डाल दिया वह मृत्यु के दिन तक वहीं रहा +12967,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_012.wav,फिर उसी वर्ष अर्थात् बाबेल के राजा नबूकदनेस्सर के राज्य के उन्नीसवें वर्ष के पाँचवें महीने के दसवें दिन को अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान जो बाबेल के राजा के सम्मुख खड़ा रहता था यरूशलेम में आया +12968,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_013.wav,उसने यहोवा के भवन और राजभवन और यरूशलेम के सब बड़ेबड़े घरों को आग लगवाकर फुँकवा दिया +12969,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_014.wav,और कसदियों की सारी सेना ने जो अंगरक्षकों के प्रधान के संग थी यरूशलेम के चारों ओर की सब शहरपनाह को ढा दिया +12970,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_015.wav,अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान कंगाल लोगों में से कितनों को और जो लोग नगर में रह गए थे और जो लोग बाबेल के राजा के पास भाग गए थे और जो कारीगर रह गए थे उन सब को बन्दी बनाकर ले गया +12971,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_016.wav,परन्तु दिहात के कंगाल लोगों में से कितनों को अंगरक्षकों के प्रधान नबूजरदान ने दाख की बारियों की सेवा और किसानी करने को छोड़ दिया +12972,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_017.wav,यहोवा के भवन में जो पीतल के खम्भे थे और कुर्सियों और पीतल के हौज जो यहोवा के भवन में थे उन सभी को कसदी लोग तोड़कर उनका पीतल बाबेल को ले गए +12973,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_018.wav,और हाँड़ियों फावड़ियों कैंचियों कटोरों धूपदानों और पीतल के और सब पात्रों को जिनसे लोग सेवा टहल करते थे वे ले गए +12974,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_019.wav,और तसलों करछों कटोरियों हाँड़ियों दीवटों धूपदानों और कटोरों में से जो कुछ सोने का था उनके सोने को और जो कुछ चाँदी का था उनकी चाँदी को भी अंगरक्षकों का प्रधान ले गया +12975,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_020.wav,दोनों खम्भे एक हौज और पीतल के बारहों बैल जो पायों के नीचे थे इन सब को तो सुलैमान राजा ने यहोवा के भवन के लिये बनवाया था और इन सब का पीतल तौल से बाहर था +12976,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_021.wav,जो खम्भे थे उनमें से एकएक की ऊँचाई अठारह हाथ और घेरा बारह हाथ और मोटाई चार अंगुल की थी और वे खोखले थे +12977,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_022.wav,एकएक की कँगनी पीतल की थी और एकएक कँगनी की ऊँचाई पाँच हाथ की थी और उस पर चारों ओर जो जाली और अनार बने थे वे सब पीतल के थे +12978,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_023.wav,कँगनियों के चारों ओर छियानवे अनार बने थे और जाली के ऊपर चारों ओर एक सौ अनार थे +12979,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_024.wav,अंगरक्षकों के प्रधान ने सरायाह महायाजक और उसके नीचे के सपन्याह याजक और तीनों डेवढ़ीदारों को पकड़ लिया +12980,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_025.wav,और नगर में से उसने एक खोजा पकड़ लिया जो योद्धाओं के ऊपर ठहरा था और जो पुरुष राजा के सम्मुख रहा करते थे उनमें से सात जन जो नगर में मिले और सेनापति का मुंशी जो साधारण लोगों को सेना में भरती करता था और साधारण लोगों में से साठ पुरुष जो नगर में मिले +12981,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_026.wav,इन सब को अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान रिबला में बाबेल के राजा के पास ले गया +12982,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_027.wav,तब बाबेल के राजा ने उन्हें हमात देश के रिबला में ऐसा मारा कि वे मर गए इस प्रकार यहूदी अपने देश से बँधुए होकर चले गए +12983,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_028.wav,जिन लोगों को नबूकदनेस्सर बँधुआ करके ले गया वे ये हैं अर्थात् उसके राज्य के सातवें वर्ष में तीन हजार तेईस यहूदी +12984,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_029.wav,फिर अपने राज्य के अठारहवें वर्ष में नबूकदनेस्सर यरूशलेम से आठ सौ बत्तीस प्राणियों को बँधुआ करके ले गया +12985,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_030.wav,फिर नबूकदनेस्सर के राज्य के तेईसवें वर्ष में अंगरक्षकों का प्रधान नबूजरदान सात सौ पैंतालीस यहूदी जनों को बँधुए करके ले गया सब प्राणी मिलकर चार हजार छः सौ हुए +12986,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_031.wav,फिर यहूदा के राजा यहोयाकीन की बँधुआई के सैंतीसवें वर्ष में अर्थात् जिस वर्ष बाबेल का राजा एवील्मरोदक राजगद्दी पर विराजमान हुआ उसी के बारहवें महीने के पच्चीसवें दिन को उसने यहूदा के राजा यहोयाकीन को बन्दीगृह से निकालकर बड़ा पद दिया +12987,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_032.wav,और उससे मधुरमधुर वचन कहकर जो राजा उसके साथ बाबेल में बँधुए थे उनके सिंहासनों से उसके सिंहासन को अधिक ऊँचा किया +12988,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_033.wav,उसके बन्दीगृह के वस्त्र बदल दिए और वह जीवन भर नित्य राजा के सम्मुख भोजन करता रहा +12989,data/cleaned/hindi/JER/JER_052_034.wav,और प्रतिदिन के खर्च के लिये बाबेल के राजा के यहाँ से उसको नित्य कुछ मिलने का प्रबन्ध हुआ यह प्रबन्ध उसकी मृत्यु के दिन तक उसके जीवन भर लगातार बना रहा +12990,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_001.wav,यहोवा ने मिलापवाले तम्बू में से मूसा को बुलाकर उससे कहा +12991,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_002.wav,इस्राएलियों से कह कि तुम में से यदि कोई मनुष्य यहोवा के लिये पशु का चढ़ावा चढ़ाए तो उसका बलिपशु गायबैलों या भेड़बकरियों में से एक का हो +12992,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_003.wav,यदि वह गायबैलों में से होमबलि करे तो निर्दोष नर मिलापवाले तम्बू के द्वार पर चढ़ाए कि यहोवा उसे ग्रहण करे +12993,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_004.wav,वह अपना हाथ होमबलि पशु के सिर पर रखे और वह उनके लिये प्रायश्चित करने को ग्रहण किया जाएगा +12994,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_005.wav,तब वह उस बछड़े को यहोवा के सामने बलि करे और हारून के पुत्र जो याजक हैं वे लहू को समीप ले जाकर उस वेदी की चारों ओर छिड़के जो मिलापवाले तम्बू के द्वार पर है +12995,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_006.wav,फिर वह होमबलि पशु की खाल निकालकर उस पशु को टुकड़ेटुकड़े करे +12996,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_007.wav,तब हारून याजक के पुत्र वेदी पर आग रखें और आग पर लकड़ी सजा कर रखे +12997,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_008.wav,और हारून के पुत्र जो याजक हैं वे सिर और चर्बी समेत पशु के टुकड़ों को उस लकड़ी पर जो वेदी की आग पर होगी सजा कर रखें +12998,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_009.wav,और वह उसकी अंतड़ियों और पैरों को जल से धोए तब याजक सब को वेदी पर जलाए कि वह होमबलि यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे +12999,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_010.wav,यदि वह भेड़ों या बकरों का होमबलि चढ़ाए तो निर्दोष नर को चढ़ाए +13000,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_011.wav,और वह उसको यहोवा के आगे वेदी के उत्तरी ओर बलि करे और हारून के पुत्र जो याजक हैं वे उसके लहू को वेदी के चारों ओर छिड़कें +13001,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_012.wav,और वह उसको सिर और चर्बी समेत टुकड़ेटुकड़े करे और याजक इन सब को उस लकड़ी पर सजा कर रखे जो वेदी की आग पर होगी +13002,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_013.wav,वह उसकी अंतड़ियों और पैरों को जल से धोए और याजक वेदी पर जलाए कि वह होमबलि हो और यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे +13003,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_014.wav,यदि वह यहोवा के लिये पक्षियों का होमबलि चढ़ाए तो पंडुको या कबूतरों का चढ़ावा चढ़ाए +13004,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_015.wav,याजक उसको वेदी के समीप ले जाकर उसका गला मरोड़कर सिर को धड़ से अलग करे और वेदी पर जलाए और उसका सारा लहू उस वेदी के बाजू पर गिराया जाए +13005,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_016.wav,और वह उसकी गलथैली को मल सहित निकालकर वेदी के पूरब की ओर से राख डालने के स्थान पर फेंक दे +13006,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_001_017.wav,और वह उसको पंखों के बीच से फाड़े पर अलगअलग न करे तब याजक उसको वेदी पर उस लकड़ी के ऊपर रखकर जो आग पर होगी जलाए कि वह होमबलि और यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे +13007,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_001.wav,जब कोई यहोवा के लिये अन्नबलि का चढ़ावा चढ़ाना चाहे तो वह मैदा चढ़ाए और उस पर तेल डालकर उसके ऊपर लोबान रखे +13008,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_002.wav,और वह उसको हारून के पुत्रों के पास जो याजक हैं लाए और अन्नबलि के तेल मिले हुए मैदे में से इस तरह अपनी मुट्ठी भरकर निकाले कि सब लोबान उसमें आ जाए और याजक उन्हें स्मरण दिलानेवाले भाग के लिये वेदी पर जलाए कि यह यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धित हवन ठहरे +13009,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_003.wav,और अन्नबलि में से जो बचा रहे वह हारून और उसके पुत्रों का ठहरे यह यहोवा के हवनों में से परमपवित्र भाग होगा +13010,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_004.wav,जब तू अन्नबलि के लिये तंदूर में पकाया हुआ चढ़ावा चढ़ाए तो वह तेल से सने हुए अख़मीरी मैदे के फुलकों या तेल से चुपड़ी हुई अख़मीरी रोटियाँ का हो +13011,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_005.wav,और यदि तेरा चढ़ावा तवे पर पकाया हुआ अन्नबलि हो तो वह तेल से सने हुए अख़मीरी मैदे का हो +13012,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_006.wav,उसको टुकड़ेटुकड़े करके उस पर तेल डालना तब वह अन्नबलि हो जाएगा +13013,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_007.wav,और यदि तेरा चढ़ावा कड़ाही में तला हुआ अन्नबलि हो तो वह मैदे से तेल में बनाया जाए +13014,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_008.wav,और जो अन्नबलि इन वस्तुओं में से किसी का बना हो उसे यहोवा के समीप ले जाना और जब वह याजक के पास लाया जाए तब याजक उसे वेदी के समीप ले जाए +13015,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_009.wav,और याजक अन्नबलि में से स्मरण दिलानेवाला भाग निकालकर वेदी पर जलाए कि वह यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे +13016,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_010.wav,और अन्नबलि में से जो बचा रहे वह हारून और उसके पुत्रों का ठहरे वह यहोवा के हवनों में परमपवित्र भाग होगा +13017,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_011.wav,कोई अन्नबलि जिसे तुम यहोवा के लिये चढ़ाओ ख़मीर मिलाकर बनाया न जाए तुम कभी हवन में यहोवा के लिये ख़मीर और मधु न जलाना +13018,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_012.wav,तुम इनको पहली उपज का चढ़ावा करके यहोवा के लिये चढ़ाना पर वे सुखदायक सुगन्ध के लिये वेदी पर चढ़ाए न जाएँ +13019,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_013.wav,फिर अपने सब अन्नबलियों को नमकीन बनाना और अपना कोई अन्नबलि अपने परमेश्वर के साथ बंधी हुई वाचा के नमक से रहित होने न देना अपने सब चढ़ावों के साथ नमक भी चढ़ाना +13020,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_014.wav,यदि तू यहोवा के लिये पहली उपज का अन्नबलि चढ़ाए तो अपनी पहली उपज के अन्नबलि के लिये आग में भुनी हुई हरीहरी बालें अर्थात् हरीहरी बालों को मींजकर निकाल लेना तब अन्न को चढ़ाना +13021,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_015.wav,और उसमें तेल डालना और उसके ऊपर लोबान रखना तब वह अन्नबलि हो जाएगा +13022,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_002_016.wav,और याजक मींजकर निकाले हुए अन्न को और तेल को और सारे लोबान को स्मरण दिलानेवाला भाग करके जला दे वह यहोवा के लिये हवन ठहरे +13023,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_001.wav,यदि उसका चढ़ावा मेलबलि का हो और यदि वह गायबैलों में से किसी को चढ़ाए तो चाहे वह पशु नर हो या मादा पर जो निर्दोष हो उसी को वह यहोवा के आगे चढ़ाए +13024,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_002.wav,और वह अपना हाथ अपने चढ़ावे के पशु के सिर पर रखे और उसको मिलापवाले तम्बू के द्वार पर बलि करे और हारून के पुत्र जो याजक हैं वे उसके लहू को वेदी के चारों ओर छिड़कें +13025,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_003.wav,वह मेलबलि में से यहोवा के लिये हवन करे अर्थात् जिस चर्बी से अंतड़ियाँ ढपी रहती हैं और जो चर्बी उनमें लिपटी रहती है वह भी +13026,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_004.wav,और दोनों गुर्दे और उनके ऊपर की चर्बी जो कमर के पास रहती है और गुर्दों समेत कलेजे के ऊपर की झिल्ली इन सभी को वह अलग करे +13027,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_005.wav,तब हारून के पुत्र इनको वेदी पर उस होमबलि के ऊपर जलाएँ जो उन लकड़ियों पर होगी जो आग के ऊपर है कि यह यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्धवाला हवन ठहरे +13028,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_006.wav,यदि यहोवा के मेलबलि के लिये उसका चढ़ावा भेड़बकरियों में से हो तो चाहे वह नर हो या मादा पर जो निर्दोष हो उसी को वह चढ़ाए +13029,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_007.wav,यदि वह भेड़ का बच्चा चढ़ाता हो तो उसको यहोवा के सामने चढ़ाए +13030,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_008.wav,और वह अपने चढ़ावे के पशु के सिर पर हाथ रखे और उसको मिलापवाले तम्बू के आगे बलि करे और हारून के पुत्र उसके लहू को वेदी के चारों ओर छिड़कें +13031,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_009.wav,तब मेलबलि को यहोवा के लिये हवन करे और उसकी चर्बी भरी मोटी पूँछ को वह रीढ़ के पास से अलग करे और जिस चर्बी से अंतड़ियाँ ढपी रहती हैं और जो चर्बी उनमें लिपटी रहती है +13032,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_010.wav,और दोनों गुर्दे और जो चर्बी उनके ऊपर कमर के पास रहती है और गुर्दों समेत कलेजे के ऊपर की झिल्ली इन सभी को वह अलग करे +13033,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_011.wav,और याजक इन्हें वेदी पर जलाए यह यहोवा के लिये हवन रूपी भोजन ठहरे +13034,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_012.wav,यदि वह बकरा या बकरी चढ़ाए तो उसे यहोवा के सामने चढ़ाए +13035,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_013.wav,और वह अपना हाथ उसके सिर पर रखे और उसको मिलापवाले तम्बू के आगे बलि करे और हारून के पुत्र उसके लहू को वेदी के चारों ओर छिड़के +13036,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_014.wav,तब वह उसमें से अपना चढ़ावा यहोवा के लिये हवन करके चढ़ाए और जिस चर्बी से अंतड़ियाँ ढपी रहती हैं और जो चर्बी उनमें लिपटी रहती है वह भी +13037,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_015.wav,और दोनों गुर्दे और जो चर्बी उनके ऊपर कमर के पास रहती है और गुर्दों समेत कलेजे के ऊपर की झिल्ली इन सभी को वह अलग करे +13038,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_016.wav,और याजक इन्हें वेदी पर जलाए यह हवन रूपी भोजन है जो सुखदायक सुगन्ध के लिये होता है क्योंकि सारी चर्बी यहोवा की है +13039,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_003_017.wav,यह तुम्हारे निवासों में तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी के लिये सदा की विधि ठहरेगी कि तुम चर्बी और लहू कभी न खाओ +13040,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13041,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_002.wav,इस्राएलियों से यह कह कि यदि कोई मनुष्य उन कामों में से जिनको यहोवा ने मना किया है किसी काम को भूल से करके पापी हो जाए +13042,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_003.wav,और यदि अभिषिक्त याजक ऐसा पाप करे जिससे प्रजा दोषी ठहरे तो अपने पाप के कारण वह एक निर्दोष बछड़ा यहोवा को पापबलि करके चढ़ाए +13043,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_004.wav,वह उस बछड़े को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के आगे ले जाकर उसके सिर पर हाथ रखे और उस बछड़े को यहोवा के सामने बलि करे +13044,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_005.wav,और अभिषिक्त याजक बछड़े के लहू में से कुछ लेकर मिलापवाले तम्बू में ले जाए +13045,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_006.wav,और याजक अपनी उँगली लहू में डुबोडुबोकर और उसमें से कुछ लेकर पवित्रस्थान के बीचवाले पर्दे के आगे यहोवा के सामने सात बार छिड़के +13046,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_007.wav,और याजक उस लहू में से कुछ और लेकर सुगन्धित धूप की वेदी के सींगों पर जो मिलापवाले तम्बू में है यहोवा के सामने लगाए फिर बछड़े के सब लहू को वेदी के पाए पर होमबलि की वेदी जो मिलापवाले तम्बू के द्वार पर है उण्डेल दे +13047,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_008.wav,फिर वह पापबलि के बछड़े की सब चर्बी को उससे अलग करे अर्थात् जिस चर्बी से अंतड़ियाँ ढपी रहती हैं और जितनी चर्बी उनमें लिपटी रहती है +13048,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_009.wav,और दोनों गुर्दे और उनके ऊपर की चर्बी जो कमर के पास रहती है और गुर्दों समेत कलेजे के ऊपर की झिल्ली इन सभी को वह ऐसे अलग करे +13049,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_010.wav,जैसे मेलबलिवाले चढ़ावे के बछड़े से अलग किए जाते हैं और याजक इनको होमबलि की वेदी पर जलाए +13050,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_011.wav,परन्तु उस बछड़े की खाल पाँव सिर अंतड़ियाँ गोबर +13051,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_012.wav,और सारा माँस अर्थात् समूचा बछड़ा छावनी से बाहर शुद्ध स्थान में जहाँ राख डाली जाएगी ले जाकर लकड़ी पर रखकर आग से जलाए जहाँ राख डाली जाती है वह वहीं जलाया जाए +13052,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_013.wav,यदि इस्राएल की सारी मण्डली अज्ञानता के कारण पाप करे और वह बात मण्डली की आँखों से छिपी हो और वे यहोवा की किसी आज्ञा के विरुद्ध कुछ करके दोषी ठहरे हों +13053,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_014.wav,तो जब उनका किया हुआ पाप प्रगट हो जाए तब मण्डली एक बछड़े को पापबलि करके चढ़ाए वह उसे मिलापवाले तम्बू के आगे ले जाए +13054,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_015.wav,और मण्डली के वृद्ध लोग अपनेअपने हाथों को यहोवा के आगे बछड़े के सिर पर रखें और वह बछड़ा यहोवा के सामने बलि किया जाए +13055,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_016.wav,तब अभिषिक्त याजक बछड़े के लहू में से कुछ मिलापवाले तम्बू में ले जाए +13056,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_017.wav,और याजक अपनी उँगली लहू में डुबोडुबोकर उसे बीचवाले पर्दे के आगे सात बार यहोवा के सामने छिड़के +13057,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_018.wav,और उसी लहू में से वेदी के सींगों पर जो यहोवा के आगे मिलापवाले तम्बू में है लगाए और बचा हुआ सब लहू होमबलि की वेदी के पाए पर जो मिलापवाले तम्बू के द्वार पर है उण्डेल दे +13058,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_019.wav,और वह बछड़े की कुल चर्बी निकालकर वेदी पर जलाए +13059,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_020.wav,जैसे पापबलि के बछड़े से किया था वैसे ही इससे भी करे इस भाँति याजक इस्राएलियों के लिये प्रायश्चित करे तब उनका पाप क्षमा किया जाएगा +13060,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_021.wav,और वह बछड़े को छावनी से बाहर ले जाकर उसी भाँति जलाए जैसे पहले बछड़े को जलाया था यह तो मण्डली के निमित्त पापबलि ठहरेगा +13061,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_022.wav,जब कोई प्रधान पुरुष पाप करके अर्थात् अपने परमेश्वर यहोवा कि किसी आज्ञा के विरुद्ध भूल से कुछ करके दोषी हो जाए +13062,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_023.wav,और उसका पाप उस पर प्रगट हो जाए तो वह एक निर्दोष बकरा बलिदान करने के लिये ले आए +13063,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_024.wav,और बकरे के सिर पर अपना हाथ रखे और बकरे को उस स्थान पर बलि करे जहाँ होमबलि पशु यहोवा के आगे बलि किए जाते हैं यह पापबलि ठहरेगा +13064,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_025.wav,तब याजक अपनी उँगली से पापबलि पशु के लहू में से कुछ लेकर होमबलि की वेदी के सींगों पर लगाए और उसका लहू होमबलि की वेदी के पाए पर उण्डेल दे +13065,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_026.wav,और वह उसकी कुल चर्बी को मेलबलि की चर्बी के समान वेदी पर जलाए और याजक उसके पाप के विषय में प्रायश्चित करे तब वह क्षमा किया जाएगा +13066,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_027.wav,यदि साधारण लोगों में से कोई अज्ञानता से पाप करे अर्थात् कोई ऐसा काम जिसे यहोवा ने मना किया होकर के दोषी हो और उसका वह पाप उस पर प्रगट हो जाए +13067,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_028.wav,तो वह उस पाप के कारण एक निर्दोष बकरी बलिदान के लिये ले आए +13068,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_029.wav,और वह अपना हाथ पापबलि पशु के सिर पर रखे और होमबलि के स्थान पर पापबलि पशु का बलिदान करे +13069,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_030.wav,और याजक उसके लहू में से अपनी उँगली से कुछ लेकर होमबलि की वेदी के सींगों पर लगाए और उसके सब लहू को उसी वेदी के पाए पर उण्डेल दे +13070,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_031.wav,और वह उसकी सब चर्बी को मेलबलि पशु की चर्बी के समान अलग करे तब याजक उसको वेदी पर यहोवा के निमित्त सुखदायक सुगन्ध के लिये जलाए और इस प्रकार याजक उसके लिये प्रायश्चित करे तब उसे क्षमा मिलेगी +13071,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_032.wav,यदि वह पापबलि के लिये एक मेम्ना ले आए तो वह निर्दोष मादा हो +13072,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_033.wav,और वह अपना हाथ पापबलि पशु के सिर पर रखे और उसको पापबलि के लिये वहीं बलिदान करे जहाँ होमबलि पशुबलि किया जाता है +13073,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_034.wav,तब याजक अपनी उँगली से पापबलि के लहू में से कुछ लेकर होमबलि की वेदी के सींगों पर लगाए और उसके सब लहू को वेदी के पाए पर उण्डेल दे +13074,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_004_035.wav,और वह उसकी सब चर्बी को मेलबलिवाले मेम्ना की चर्बी के समान अलग करे और याजक उसे वेदी पर यहोवा के हवनों के ऊपर जलाए और इस प्रकार याजक उसके पाप के लिये प्रायश्चित करे और वह क्षमा किया जाएगा +13075,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_001.wav,यदि कोई साक्षी होकर ऐसा पाप करे कि शपथ खिलाकर पूछने पर भी कि क्या तूने यह सुना अथवा जानता है और वह बात प्रगट न करे तो उसको अपने अधर्म का भार उठाना पड़ेगा +13076,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_002.wav,अथवा यदि कोई किसी अशुद्ध वस्तु को अज्ञानता से छू ले तो चाहे वह अशुद्ध जंगली पशु की चाहे अशुद्ध घरेलू पशु की चाहे अशुद्ध रेंगनेवाले जीवजन्तु की लोथ हो तो वह अशुद्ध होकर दोषी ठहरेगा +13077,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_003.wav,अथवा यदि कोई मनुष्य किसी अशुद्ध वस्तु को अज्ञानता से छू ले चाहे वह अशुद्ध वस्तु किसी भी प्रकार की क्यों न हो जिससे लोग अशुद्ध हो जाते हैं तो जब वह उस बात को जान लेगा तब वह दोषी ठहरेगा +13078,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_004.wav,अथवा यदि कोई बुरा या भला करने को बिना सोचे समझे शपथ खाए चाहे किसी प्रकार की बात वह बिना सोचेविचारे शपथ खाकर कहे तो ऐसी बात में वह दोषी उस समय ठहरेगा जब उसे मालूम हो जाएगा +13079,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_005.wav,और जब वह इन बातों में से किसी भी बात में दोषी हो तब जिस विषय में उसने पाप किया हो वह उसको मान ले +13080,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_006.wav,और वह यहोवा के सामने अपना दोषबलि ले आए अर्थात् उस पाप के कारण वह एक मादा भेड़ या बकरी पापबलि करने के लिये ले आए तब याजक उस पाप के विषय उसके लिये प्रायश्चित करे +13081,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_007.wav,पर यदि उसे भेड़ या बकरी देने की सामर्थ्य न हो तो अपने पाप के कारण दो पिण्डुक या कबूतरी के दो बच्चे दोषबलि चढ़ाने के लिये यहोवा के पास ले आए उनमें से एक तो पापबलि के लिये और दूसरा होमबलि के लिये +13082,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_008.wav,वह उनको याजक के पास ले आए और याजक पापबलि वाले को पहले चढ़ाए और उसका सिर गले से मरोड़ डालें पर अलग न करे +13083,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_009.wav,और वह पापबलि पशु के लहू में से कुछ वेदी के बाजू पर छिड़के और ��ो लहू शेष रहे वह वेदी के पाए पर उण्डेला जाए वह तो पापबलि ठहरेगा +13084,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_010.wav,तब दूसरे पक्षी को वह नियम के अनुसार होमबलि करे और याजक उसके पाप का प्रायश्चित करे और तब वह क्षमा किया जाएगा +13085,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_011.wav,यदि वह दो पिण्डुक या कबूतरी के दो बच्चे भी न दे सके तो वह अपने पाप के कारण अपना चढ़ावा एपा का दसवाँ भाग मैदा पापबलि करके ले आए उस पर न तो वह तेल डाले और न लोबान रखे क्योंकि वह पापबलि होगा +13086,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_012.wav,वह उसको याजक के पास ले जाए और याजक उसमें से अपनी मुट्ठी भर स्मरण दिलानेवाला भाग जानकर वेदी पर यहोवा के हवनों के ऊपर जलाए वह तो पापबलि ठहरेगा +13087,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_013.wav,और इन बातों में से किसी भी बात के विषय में जो कोई पाप करे याजक उसका प्रायश्चित करे और तब वह पाप क्षमा किया जाएगा और इस पापबलि का शेष अन्नबलि के शेष के समान याजक का ठहरेगा +13088,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_014.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13089,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_015.wav,यदि कोई यहोवा की पवित्र की हुई वस्तुओं के विषय में भूल से विश्वासघात करे और पापी ठहरे तो वह यहोवा के पास एक निर्दोष मेढ़ा दोषबलि के लिये ले आए उसका दाम पवित्रस्थान के शेकेल के अनुसार उतने ही शेकेल चाँदी का हो जितना याजक ठहराए +13090,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_016.wav,और जिस पवित्र वस्तु के विषय उसने पाप किया हो उसमें वह पाँचवाँ भाग और बढ़ाकर याजक को दे और याजक दोषबलि का मेढ़ा चढ़ाकर उसके लिये प्रायश्चित करे तब उसका पाप क्षमा किया जाएगा +13091,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_017.wav,यदि कोई ऐसा पाप करे कि उन कामों में से जिन्हें यहोवा ने मना किया है किसी काम को करे तो चाहे वह उसके अनजाने में हुआ हो तो भी वह दोषी ठहरेगा और उसको अपने अधर्म का भार उठाना पड़ेगा +13092,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_018.wav,इसलिए वह एक निर्दोष मेढ़ा दोषबलि करके याजक के पास ले आए वह उतने दाम का हो जितना याजक ठहराए और याजक उसके लिये उसकी उस भूल का जो उसने अनजाने में की हो प्रायश्चित करे और वह क्षमा किया जाएगा +13093,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_005_019.wav,यह दोषबलि ठहरे क्योंकि वह मनुष्य निःसन्देह यहोवा के सम्मुख दोषी ठहरेगा +13094,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13095,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_002.wav,यदि कोई यहोवा का विश्वासघात करके पापी ठहरे जैसा कि धरोहर या लेनदेन या लूट के विषय में अपने भाई से छल करे या उस पर अत्याचार करे +13096,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_003.wav,या पड़ी हुई वस्तु को पाकर उसके विषय झूठ बोले और झूठी शपथ भी खाए ऐसी कोई भी बात क्��ों न हो जिसे करके मनुष्य पापी ठहरते हैं +13097,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_004.wav,तो जब वह ऐसा काम करके दोषी हो जाए तब जो भी वस्तु उसने लूट या अत्याचार करके या धरोहर या पड़ी पाई हो +13098,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_005.wav,चाहे कोई वस्तु क्यों न हो जिसके विषय में उसने झूठी शपथ खाई हो तो वह उसको पूरापूरा लौटा दे और पाँचवाँ भाग भी बढ़ाकर भर दे जिस दिन यह मालूम हो कि वह दोषी है उसी दिन वह उस वस्तु को उसके स्वामी को लौटा दे +13099,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_006.wav,और वह यहोवा के सम्मुख अपना दोषबलि भी ले आए अर्थात् एक निर्दोष मेढ़ा दोषबलि के लिये याजक के पास ले आए वह उतने ही दाम का हो जितना याजक ठहराए +13100,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_007.wav,इस प्रकार याजक उसके लिये यहोवा के सामने प्रायश्चित करे और जिस काम को करके वह दोषी हो गया है उसकी क्षमा उसे मिलेगी +13101,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_008.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13102,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_009.wav,हारून और उसके पुत्रों को आज्ञा देकर यह कह कि होमबलि की व्यवस्था यह है होमबलि ईंधन के ऊपर रात भर भोर तक वेदी पर पड़ा रहे और वेदी की अग्नि वेदी पर जलती रहे +13103,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_010.wav,और याजक अपने सनी के वस्त्र और अपने तन पर अपनी सनी की जाँघिया पहनकर होमबलि की राख जो आग के भस्म करने से वेदी पर रह जाए उसे उठाकर वेदी के पास रखे +13104,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_011.wav,तब वह अपने ये वस्त्र उतारकर दूसरे वस्त्र पहनकर राख को छावनी से बाहर किसी शुद्ध स्थान पर ले जाए +13105,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_012.wav,वेदी पर अग्नि जलती रहे और कभी बुझने न पाए और याजक प्रतिदिन भोर को उस पर लकड़ियाँ जलाकर होमबलि के टुकड़ों को उसके ऊपर सजा कर धर दे और उसके ऊपर मेलबलियों की चर्बी को जलाया करे +13106,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_013.wav,वेदी पर आग लगातार जलती रहे वह कभी बुझने न पाए +13107,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_014.wav,अन्नबलि की व्यवस्था इस प्रकार है हारून के पुत्र उसको वेदी के आगे यहोवा के समीप ले आएँ +13108,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_015.wav,और वह अन्नबलि के तेल मिले हुए मैदे में से मुट्ठी भर और उस पर का सब लोबान उठाकर अन्नबलि के स्मरणार्थ इस भाग को यहोवा के सम्मुख सुखदायक सुगन्ध के लिये वेदी पर जलाए +13109,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_016.wav,और उसमें से जो शेष रह जाए उसे हारून और उसके पुत्र खाएँ वह बिना ख़मीर पवित्रस्थान में खाया जाए अर्थात् वे मिलापवाले तम्बू के आँगन में उसे खाएँ +13110,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_017.wav,वह ख़मीर के साथ पकाया न जाए क्योंकि मैंने अपने हव्य में से उसको उनका निज भाग होने के लिये उन्हें दिया है इसलिए जैसा पापबलि और दो��बलि परमपवित्र हैं वैसा ही वह भी है +13111,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_018.wav,तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में हारून के वंश के सब पुरुष उसमें से खा सकते हैं यहोवा के हवनों में से यह उनका भाग सदैव बना रहेगा जो कोई उन हवनों को छूए वह पवित्र ठहरेगा +13112,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_019.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13113,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_020.wav,जिस दिन हारून का अभिषेक हो उस दिन वह अपने पुत्रों के साथ यहोवा को यह चढ़ावा चढ़ाए अर्थात् एपा का दसवाँ भाग मैदा नित्य अन्नबलि में चढ़ाए उसमें से आधा भोर को और आधा संध्या के समय चढ़ाए +13114,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_021.wav,वह तवे पर तेल के साथ पकाया जाए जब वह तेल से तर हो जाए तब उसे ले आना इस अन्नबलि के पके हुए टुकडे़ यहोवा के सुखदायक सुगन्ध के लिये चढ़ाना +13115,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_022.wav,हारून के पुत्रों में से जो भी उस याजकपद पर अभिषिक्त होगा वह भी उसी प्रकार का चढ़ावा चढ़ाया करे यह विधि सदा के लिये है कि यहोवा के सम्मुख वह सम्पूर्ण चढ़ावा जलाया जाए +13116,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_023.wav,याजक के सम्पूर्ण अन्नबलि भी सब जलाए जाएँ वह कभी न खाया जाए +13117,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_024.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13118,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_025.wav,हारून और उसके पुत्रों से यह कह कि पापबलि की व्यवस्था यह है जिस स्थान में होमबलि पशु वध किया जाता है उसी में पापबलि पशु भी यहोवा के सम्मुख बलि किया जाए वह परमपवित्र है +13119,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_026.wav,जो याजक पापबलि चढ़ाए वह उसे खाए वह पवित्रस्थान में अर्थात् मिलापवाले तम्बू के आँगन में खाया जाए +13120,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_027.wav,जो कुछ उसके माँस से छू जाए वह पवित्र ठहरेगा और यदि उसके लहू के छींटे किसी वस्त्र पर पड़ जाएँ तो उसे किसी पवित्रस्थान में धो देना +13121,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_028.wav,और वह मिट्टी का पात्र जिसमें वह पकाया गया हो तोड़ दिया जाए यदि वह पीतल के पात्र में उबाला गया हो तो वह माँजा जाए और जल से धो लिया जाए +13122,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_029.wav,याजकों में से सब पुरुष उसे खा सकते हैं वह परमपवित्र वस्तु है +13123,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_006_030.wav,पर जिस पापबलि पशु के लहू में से कुछ भी लहू मिलापवाले तम्बू के भीतर पवित्रस्थान में प्रायश्चित करने को पहुँचाया जाए उसका माँस कभी न खाया जाए वह आग में जला दिया जाए +13124,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_001.wav,फिर दोषबलि की व्यवस्था यह है वह परमपवित्र है +13125,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_002.wav,जिस स्थान पर होमबलि पशु का वध करते हैं उसी स्थान पर दोषबलि पशु भी बलि करें और उसके लहू को याजक वेदी पर चारों ओर छिड़के +13126,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_003.wav,और वह ��समें की सब चर्बी को चढ़ाए अर्थात् उसकी मोटी पूँछ को और जिस चर्बी से अंतड़ियाँ ढपी रहती हैं वह भी +13127,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_004.wav,और दोनों गुर्दे और जो चर्बी उनके ऊपर और कमर के पास रहती है और गुर्दों समेत कलेजे के ऊपर की झिल्ली इन सभी को वह अलग करे +13128,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_005.wav,और याजक इन्हें वेदी पर यहोवा के लिये हवन करे तब वह दोषबलि होगा +13129,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_006.wav,याजकों में के सब पुरुष उसमें से खा सकते हैं वह किसी पवित्रस्थान में खाया जाए क्योंकि वह परमपवित्र है +13130,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_007.wav,जैसा पापबलि है वैसा ही दोषबलि भी है उन दोनों की एक ही व्यवस्था है जो याजक उन बलियों को चढ़ा के प्रायश्चित करे वही उन वस्तुओं को ले ले +13131,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_008.wav,और जो याजक किसी के लिये होमबलि को चढ़ाए उस होमबलि पशु की खाल को वही याजक ले ले +13132,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_009.wav,और तंदूर में या कड़ाही में या तवे पर पके हुए सब अन्नबलि उसी याजक की होंगी जो उन्हें चढ़ाता है +13133,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_010.wav,और सब अन्नबलि जो चाहे तेल से सने हुए हों चाहे रूखे हों वे हारून के सब पुत्रों को एक समान मिले +13134,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_011.wav,मेलबलि की जिसे कोई यहोवा के लिये चढ़ाए व्यवस्था यह है +13135,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_012.wav,यदि वह उसे धन्यवाद के लिये चढ़ाए तो धन्यवादबलि के साथ तेल से सने हुए अख़मीरी फुलके और तेल से चुपड़ी हुई अख़मीरी रोटियाँ और तेल से सने हुए मैदे के फुलके तेल से तर चढ़ाए +13136,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_013.wav,और वह अपने धन्यवादवाले मेलबलि के साथ अख़मीरी रोटियाँ भी चढ़ाए +13137,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_014.wav,और ऐसे एकएक चढ़ावे में से वह एकएक रोटी यहोवा को उठाने की भेंट करके चढ़ाए वह मेलबलि के लहू के छिड़कनेवाले याजक की होगी +13138,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_015.wav,और उस धन्यवादवाले मेलबलि का माँस बलिदान चढ़ाने के दिन ही खाया जाए उसमें से कुछ भी भोर तक शेष न रह जाए +13139,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_016.wav,पर यदि उसके बलिदान का चढ़ावा मन्नत का या स्वेच्छा का हो तो उस बलिदान को जिस दिन वह चढ़ाया जाए उसी दिन वह खाया जाए और उसमें से जो शेष रह जाए वह दूसरे दिन भी खाया जाए +13140,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_017.wav,परन्तु जो कुछ बलिदान के माँस में से तीसरे दिन तक रह जाए वह आग में जला दिया जाए +13141,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_018.wav,और उसके मेलबलि के माँस में से यदि कुछ भी तीसरे दिन खाया जाए तो वह ग्रहण न किया जाएगा और न उसके हित में गिना जाएगा वह घृणित कर्म समझा जाएगा और जो कोई उसमें से खाए उसका अधर्म उसी के सिर पर पड़ेगा +13142,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_019.wav,फिर जो माँस किसी अशुद्ध वस्तु से छू जाए वह न खाया जाए वह आग में जला दिया जाए फिर मेलबलि का माँस जितने शुद्ध हों वे ही खाएँ +13143,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_020.wav,परन्तु जो अशुद्ध होकर यहोवा के मेलबलि के माँस में से कुछ खाए वह अपने लोगों में से नाश किया जाए +13144,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_021.wav,और यदि कोई किसी अशुद्ध वस्तु को छूकर यहोवा के मेलबलि पशु के माँस में से खाए तो वह भी अपने लोगों में से नाश किया जाए चाहे वह मनुष्य की कोई अशुद्ध वस्तु या अशुद्ध पशु या कोई भी अशुद्ध और घृणित वस्तु हो +13145,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_022.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13146,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_023.wav,इस्राएलियों से इस प्रकार कह तुम लोग न तो बैल की कुछ चर्बी खाना और न भेड़ या बकरी की +13147,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_024.wav,और जो पशु स्वयं मर जाए और जो दूसरे पशु से फाड़ा जाए उसकी चर्बी और अन्य काम में लाना परन्तु उसे किसी प्रकार से खाना नहीं +13148,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_025.wav,जो कोई ऐसे पशु की चर्बी खाएगा जिसमें से लोग कुछ यहोवा के लिये हवन करके चढ़ाया करते हैं वह खानेवाला अपने लोगों में से नाश किया जाएगा +13149,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_026.wav,और तुम अपने घर में किसी भाँति का लहू चाहे पक्षी का चाहे पशु का हो न खाना +13150,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_027.wav,हर एक प्राणी जो किसी भाँति का लहू खाएगा वह अपने लोगों में से नाश किया जाएगा +13151,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_028.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13152,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_029.wav,इस्राएलियों से इस प्रकार कह जो यहोवा के लिये मेलबलि चढ़ाए वह उसी मेलबलि में से यहोवा के पास भेंट ले आए +13153,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_030.wav,वह अपने ही हाथों से यहोवा के हव्य को अर्थात् छाती समेत चर्बी को ले आए कि छाती हिलाने की भेंट करके यहोवा के सामने हिलाई जाए +13154,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_031.wav,और याजक चर्बी को तो वेदी पर जलाए परन्तु छाती हारून और उसके पुत्रों की होगी +13155,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_032.wav,फिर तुम अपने मेलबलियों में से दाहिनी जाँघ को भी उठाने की भेंट करके याजक को देना +13156,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_033.wav,हारून के पुत्रों में से जो मेलबलि के लहू और चर्बी को चढ़ाए दाहिनी जाँघ उसी का भाग होगा +13157,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_034.wav,क्योंकि इस्राएलियों के मेलबलियों में से हिलाने की भेंट की छाती और उठाने की भेंट की जाँघ को लेकर मैंने याजक हारून और उसके पुत्रों को दिया है कि यह सर्वदा इस्राएलियों की ओर से उनका हक़ बना रहे +13158,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_035.wav,जिस दिन हारून और उसके पुत्र यहोवा के समीप याजकपद के लिये लाए गए उसी दिन यहोवा के हव्यों में से उनका यही अभिषिक्त भाग ठहराया गया +13159,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_036.wav,अर्थात् जिस दिन यहोवा ने उनका अभिषेक किया उसी दिन उसने आज्ञा दी कि उनको इस्राएलियों की ओर से ये भाग नित्य मिला करें उनकी पीढ़ीपीढ़ी के लिये उनका यही हक़ ठहराया गया +13160,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_037.wav,होमबलि अन्नबलि पापबलि दोषबलि याजकों के संस्कार बलि और मेलबलि की व्यवस्था यही है +13161,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_007_038.wav,जब यहोवा ने सीनै पर्वत के पास के जंगल में मूसा को आज्ञा दी कि इस्राएली मेरे लिये क्याक्या चढ़ावा चढ़ाएँ तब उसने उनको यही व्यवस्था दी थी +13162,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13163,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_002.wav,तू हारून और उसके पुत्रों के वस्त्रों और अभिषेक के तेल और पापबलि के बछड़े और दोनों मेढ़ों और अख़मीरी रोटी की टोकरी को +13164,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_003.wav,मिलापवाले तम्बू के द्वार पर ले आ और वहीं सारी मण्डली को इकट्ठा कर +13165,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_004.wav,यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार मूसा ने किया और मण्डली मिलापवाले तम्बू के द्वार पर इकट्ठा हुई +13166,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_005.wav,तब मूसा ने मण्डली से कहा जो काम करने की आज्ञा यहोवा ने दी है वह यह है +13167,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_006.wav,फिर मूसा ने हारून और उसके पुत्रों को समीप ले जाकर जल से नहलाया +13168,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_007.wav,तब उसने उनको अंगरखा पहनाया और कमरबन्ध लपेटकर बागा पहना दिया और एपोद लगाकर एपोद के काढ़े हुए पट्टे से एपोद को बाँधकर कस दिया +13169,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_008.wav,और उसने चपरास लगाकर चपरास में ऊरीम और तुम्मीम रख दिए +13170,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_009.wav,तब उसने उसके सिर पर पगड़ी बाँधकर पगड़ी के सामने सोने के टीके को अर्थात् पवित्र मुकुट को लगाया जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +13171,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_010.wav,तब मूसा ने अभिषेक का तेल लेकर निवास का और जो कुछ उसमें था उन सब का भी अभिषेक करके उन्हें पवित्र किया +13172,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_011.wav,और उस तेल में से कुछ उसने वेदी पर सात बार छिड़का और सम्पूर्ण सामान समेत वेदी का और पाए समेत हौदी का अभिषेक करके उन्हें पवित्र किया +13173,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_012.wav,और उसने अभिषेक के तेल में से कुछ हारून के सिर पर डालकर उसका अभिषेक करके उसे पवित्र किया +13174,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_013.wav,फिर मूसा ने हारून के पुत्रों को समीप ले आकर अंगरखे पहनाकर कमरबन्ध बाँध के उनके सिर पर टोपी रख दी जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +13175,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_014.wav,तब वह पापबलि के बछड़े को समीप ले गया और हारून और उसके पुत्रों ने अप��ेअपने हाथ पापबलि के बछड़े के सिर पर रखे +13176,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_015.wav,तब वह बलि किया गया और मूसा ने लहू को लेकर उँगली से वेदी के चारों सींगों पर लगाकर पवित्र किया और लहू को वेदी के पाए पर उण्डेल दिया और उसके लिये प्रायश्चित करके उसको पवित्र किया +13177,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_016.wav,और मूसा ने अंतड़ियों पर की सब चर्बी और कलेजे पर की झिल्ली और चर्बी समेत दोनों गुर्दों को लेकर वेदी पर जलाया +13178,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_017.wav,परन्तु बछड़े में से जो कुछ शेष रह गया उसको अर्थात् गोबर समेत उसकी खाल और माँस को उसने छावनी से बाहर आग में जलाया जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +13179,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_018.wav,फिर वह होमबलि के मेढ़े को समीप ले गया और हारून और उसके पुत्रों ने अपनेअपने हाथ मेढ़े के सिर पर रखे +13180,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_019.wav,तब वह बलि किया गया और मूसा ने उसका लहू वेदी पर चारों ओर छिड़का +13181,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_020.wav,तब मेढ़ा टुकड़ेटुकड़े किया गया और मूसा ने सिर और चर्बी समेत टुकड़ों को जलाया +13182,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_021.wav,तब अंतड़ियाँ और पाँव जल से धोये गए और मूसा ने पूरे मेढ़े को वेदी पर जलाया और वह सुखदायक सुगन्ध देने के लिये होमबलि और यहोवा के लिये हव्य हो गया जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +13183,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_022.wav,फिर वह दूसरे मेढ़े को जो संस्कार का मेढ़ा था समीप ले गया और हारून और उसके पुत्रों ने अपनेअपने हाथ मेढ़े के सिर पर रखे +13184,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_023.wav,तब वह बलि किया गया और मूसा ने उसके लहू में से कुछ लेकर हारून के दाहिने कान के सिरे पर और उसके दाहिने हाथ और दाहिने पाँव के अँगूठों पर लगाया +13185,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_024.wav,और वह हारून के पुत्रों को समीप ले गया और लहू में से कुछ एकएक के दाहिने कान के सिरे पर और दाहिने हाथ और दाहिने पाँव के अँगूठों पर लगाया और मूसा ने लहू को वेदी पर चारों ओर छिड़का +13186,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_025.wav,और उसने चर्बी और मोटी पूँछ और अंतड़ियों पर की सब चर्बी और कलेजे पर की झिल्ली समेत दोनों गुर्दे और दाहिनी जाँघ ये सब लेकर अलग रखे +13187,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_026.wav,और अख़मीरी रोटी की टोकरी जो यहोवा के आगे रखी गई थी उसमें से एक अख़मीरी रोटी और तेल से सने हुए मैदे का एक फुलका और एक पापड़ी लेकर चर्बी और दाहिनी जाँघ पर रख दी +13188,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_027.wav,और ये सब वस्तुएँ हारून और उसके पुत्रों के हाथों पर रख दी गईं और हिलाने की भेंट के लिये यहोवा के सामने हिलाई गईं +13189,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_028.wav,तब मूसा ने उन्हें फिर उनके हाथों पर से लेकर उन्हें वेदी पर होमबलि के ऊपर जलाया यह सुखदायक सुगन्ध देने के लिये संस्कार की भेंट और यहोवा के लिये हव्य था +13190,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_029.wav,तब मूसा ने छाती को लेकर हिलाने की भेंट के लिये यहोवा के आगे हिलाया और संस्कार के मेढ़े में से मूसा का भाग यही हुआ जैसा यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +13191,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_030.wav,तब मूसा ने अभिषेक के तेल और वेदी पर के लहू दोनों में से कुछ लेकर हारून और उसके वस्त्रों पर और उसके पुत्रों और उनके वस्त्रों पर भी छिड़का और उसने वस्त्रों समेत हारून को भी पवित्र किया +13192,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_031.wav,तब मूसा ने हारून और उसके पुत्रों से कहा माँस को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर पकाओ और उस रोटी को जो संस्कार की टोकरी में है वहीं खाओ जैसा मैंने आज्ञा दी है कि हारून और उसके पुत्र उसे खाएँ +13193,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_032.wav,और माँस और रोटी में से जो शेष रह जाए उसे आग में जला देना +13194,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_033.wav,और जब तक तुम्हारे संस्कार के दिन पूरे न हों तब तक अर्थात् सात दिन तक मिलापवाले तम्बू के द्वार के बाहर न जाना क्योंकि वह सात दिन तक तुम्हारा संस्कार करता रहेगा +13195,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_034.wav,जिस प्रकार आज किया गया है वैसा ही करने की आज्ञा यहोवा ने दी है जिससे तुम्हारा प्रायश्चित किया जाए +13196,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_035.wav,इसलिए तुम मिलापवाले तम्बू के द्वार पर सात दिन तक दिनरात ठहरे रहना और यहोवा की आज्ञा को मानना ताकि तुम मर न जाओ क्योंकि ऐसी ही आज्ञा मुझे दी गई है +13197,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_008_036.wav,तब यहोवा की इन्हीं सब आज्ञाओं के अनुसार जो उसने मूसा के द्वारा दी थीं हारून और उसके पुत्रों ने किया +13198,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_001.wav,आठवें दिन मूसा ने हारून और उसके पुत्रों को और इस्राएली पुरनियों को बुलवाकर हारून से कहा +13199,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_002.wav,पापबलि के लिये एक निर्दोष बछड़ा और होमबलि के लिये एक निर्दोष मेढ़ा लेकर यहोवा के सामने भेंट चढ़ा +13200,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_003.wav,और इस्राएलियों से यह कह तुम पापबलि के लिये एक बकरा और होमबलि के लिये एक बछड़ा और एक भेड़ का बच्चा लो जो एक वर्ष के हों और निर्दोष हों +13201,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_004.wav,और मेलबलि के लिये यहोवा के सम्मुख चढ़ाने के लिये एक बैल और एक मेढ़ा और तेल से सने हुए मैदे का एक अन्नबलि भी ले लो क्योंकि आज यहोवा तुम को दर्शन देगा +13202,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_005.wav,और जिसजिस वस्तु की आज्ञा मूसा ने दी उन सब को वे मिलापवाले तम्बू के आगे ले आए और सा���ी मण्डली समीप जाकर यहोवा के सामने खड़ी हुई +13203,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_006.wav,तब मूसा ने कहा यह वह काम है जिसके करने के लिये यहोवा ने आज्ञा दी है कि तुम उसे करो और यहोवा की महिमा का तेज तुम को दिखाई पड़ेगा +13204,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_007.wav,तब मूसा ने हारून से कहा यहोवा की आज्ञा के अनुसार वेदी के समीप जाकर अपने पापबलि और होमबलि को चढ़ाकर अपने और सब जनता के लिये प्रायश्चित कर और जनता के चढ़ावे को भी चढ़ाकर उनके लिये प्रायश्चित कर +13205,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_008.wav,इसलिए हारून ने वेदी के समीप जाकर अपने पापबलि के बछड़े को बलिदान किया +13206,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_009.wav,और हारून के पुत्र लहू को उसके पास ले गए तब उसने अपनी उँगली को लहू में डुबाकर वेदी के सींगों पर लहू को लगाया और शेष लहू को वेदी के पाए पर उण्डेल दिया +13207,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_010.wav,और पापबलि में की चर्बी और गुर्दों और कलेजे पर की झिल्ली को उसने वेदी पर जलाया जैसा यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +13208,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_011.wav,और माँस और खाल को उसने छावनी से बाहर आग में जलाया +13209,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_012.wav,तब होमबलि पशु को बलिदान किया और हारून के पुत्रों ने लहू को उसके हाथ में दिया और उसने उसको वेदी पर चारों ओर छिड़क दिया +13210,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_013.wav,तब उन्होंने होमबलि पशु को टुकड़ेटुकड़े करके सिर सहित उसके हाथ में दे दिया और उसने उनको वेदी पर जला दिया +13211,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_014.wav,और उसने अंतड़ियों और पाँवों को धोकर वेदी पर होमबलि के ऊपर जलाया +13212,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_015.wav,तब उसने लोगों के चढ़ावे को आगे लेकर और उस पापबलि के बकरे को जो उनके लिये था लेकर उसका बलिदान किया और पहले के समान उसे भी पापबलि करके चढ़ाया +13213,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_016.wav,और उसने होमबलि को भी समीप ले जाकर विधि के अनुसार चढ़ाया +13214,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_017.wav,और अन्नबलि को भी समीप ले जाकर उसमें से मुट्ठी भर वेदी पर जलाया यह भोर के होमबलि के अलावा चढ़ाया गया +13215,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_018.wav,बैल और मेढ़ा अर्थात् जो मेलबलि पशु जनता के लिये थे वे भी बलि किए गए और हारून के पुत्रों ने लहू को उसके हाथ में दिया और उसने उसको वेदी पर चारों ओर छिड़क दिया +13216,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_019.wav,और उन्होंने बैल की चर्बी को और मेढ़े में से मोटी पूँछ को और जिस चर्बी से अंतड़ियाँ ढपी रहती हैं उसको और गुर्दों सहित कलेजे पर की झिल्ली को भी उसके हाथ में दिया +13217,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_020.wav,और उन्होंने चर्बी को छातियों पर रखा और उसने वह चर्बी वेदी पर जलाई +13218,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_021.wav,परन्तु छातियों और दाहिनी जाँघ को हारून ने मूसा की आज्ञा के अनुसार हिलाने की भेंट के लिये यहोवा के सामने हिलाया +13219,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_022.wav,तब हारून ने लोगों की ओर हाथ बढ़ाकर उन्हें आशीर्वाद दिया और पापबलि होमबलि और मेलबलियों को चढ़ाकर वह नीचे उतर आया +13220,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_023.wav,तब मूसा और हारून मिलापवाले तम्बू में गए और निकलकर लोगों को आशीर्वाद दिया तब यहोवा का तेज सारी जनता को दिखाई दिया +13221,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_009_024.wav,और यहोवा के सामने से आग निकली चर्बी सहित होमबलि को वेदी पर भस्म कर दिया इसे देखकर जनता ने जय जयकार का नारा लगाया और अपनेअपने मुँह के बल गिरकर दण्डवत् किया +13222,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_001.wav,तब नादाब और अबीहू नामक हारून के दो पुत्रों ने अपनाअपना धूपदान लिया और उनमें आग भरी और उसमें धूप डालकर उस अनुचित आग को जिसकी आज्ञा यहोवा ने नहीं दी थी यहोवा के सम्मुख अर्पित किया +13223,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_002.wav,तब यहोवा के सम्मुख से आग निकली और उन दोनों को भस्म कर दिया और वे यहोवा के सामने मर गए +13224,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_003.wav,तब मूसा ने हारून से कहा यह वही बात है जिसे यहोवा ने कहा था कि जो मेरे समीप आए अवश्य है कि वह मुझे पवित्र जाने और सारी जनता के सामने मेरी महिमा करे और हारून चुप रहा +13225,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_004.wav,तब मूसा ने मीशाएल और एलसाफान को जो हारून के चाचा उज्जीएल के पुत्र थे बुलाकर कहा निकट आओ और अपने भतीजों को पवित्रस्थान के आगे से उठाकर छावनी के बाहर ले जाओ +13226,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_005.wav,मूसा की इस आज्ञा के अनुसार वे निकट जाकर उनको अंगरखों सहित उठाकर छावनी के बाहर ले गए +13227,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_006.wav,तब मूसा ने हारून से और उसके पुत्र एलीआजर और ईतामार से कहा तुम लोग अपने सिरों के बाल मत बिखराओ और न अपने वस्त्रों को फाड़ो ऐसा न हो कि तुम भी मर जाओ और सारी मण्डली पर उसका क्रोध भड़क उठे परन्तु इस्राएल के सारे घराने के लोग जो तुम्हारे भाईबन्धु हैं वह यहोवा की लगाई हुई आग पर विलाप करें +13228,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_007.wav,और तुम लोग मिलापवाले तम्बू के द्वार के बाहर न जाना ऐसा न हो कि तुम मर जाओ क्योंकि यहोवा के अभिषेक का तेल तुम पर लगा हुआ है मूसा के इस वचन के अनुसार उन्होंने किया +13229,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_008.wav,फिर यहोवा ने हारून से कहा +13230,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_009.wav,जब जब तू या तेरे पुत्र मिलापवाले तम्बू में आएँ तबतब तुम में से कोई न तो दाखमधु पीए हो न और किसी प्रकार का मद्य कहीं ऐसा न हो कि तुम मर जाओ तुम्हारी पीढ़ी���ीढ़ी में यह विधि प्रचलित रहे +13231,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_010.wav,जिससे तुम पवित्र और अपवित्र में और शुद्ध और अशुद्ध में अन्तर कर सको +13232,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_011.wav,और इस्राएलियों को उन सब विधियों को सिखा सको जिसे यहोवा ने मूसा के द्वारा उनको बता दी हैं +13233,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_012.wav,फिर मूसा ने हारून से और उसके बचे हुए दोनों पुत्र एलीआजर और ईतामार से भी कहा यहोवा के हव्य में से जो अन्नबलि बचा है उसे लेकर वेदी के पास बिना ख़मीर खाओ क्योंकि वह परमपवित्र है +13234,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_013.wav,और तुम उसे किसी पवित्रस्थान में खाओ वह यहोवा के हव्य में से तेरा और तेरे पुत्रों का हक़ है क्योंकि मैंने ऐसी ही आज्ञा पाई है +13235,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_014.wav,तब हिलाई हुई भेंट की छाती और उठाई हुई भेंट की जाँघ को तुम लोग अर्थात् तू और तेरे बेटेबेटियाँ सब किसी शुद्ध स्थान में खाओ क्योंकि वे इस्राएलियों के मेलबलियों में से तुझे और तेरे बच्चों का हक़ ठहरा दी गई हैं +13236,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_015.wav,चर्बी के हव्यों समेत जो उठाई हुई जाँघ और हिलाई हुई छाती यहोवा के सामने हिलाने के लिये आया करेंगी ये भाग यहोवा की आज्ञा के अनुसार सर्वदा की विधि की व्यवस्था से तेरे और तेरे बच्चों के लिये हैं +13237,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_016.wav,फिर मूसा ने पापबलि के बकरे की खोजबीन की तो क्या पाया कि वह जलाया गया है इसलिए एलीआजर और ईतामार जो हारून के पुत्र बचे थे उनसे वह क्रोध में आकर कहने लगा +13238,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_017.wav,पापबलि जो परमपवित्र है और जिसे यहोवा ने तुम्हें इसलिए दिया है कि तुम मण्डली के अधर्म का भार अपने पर उठाकर उनके लिये यहोवा के सामने प्रायश्चित करो तुम ने उसका माँस पवित्रस्थान में क्यों नहीं खाया +13239,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_018.wav,देखो उसका लहू पवित्रस्थान के भीतर तो लाया ही नहीं गया निःसन्देह उचित था कि तुम मेरी आज्ञा के अनुसार उसके माँस को पवित्रस्थान में खाते +13240,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_019.wav,इसका उत्तर हारून ने मूसा को इस प्रकार दिया देख आज ही उन्होंने अपने पापबलि और होमबलि को यहोवा के सामने चढ़ाया फिर मुझ पर ऐसी विपत्तियाँ आ पड़ी हैं इसलिए यदि मैं आज पापबलि का माँस खाता तो क्या यह बात यहोवा के सम्मुख भली होती +13241,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_010_020.wav,जब मूसा ने यह सुना तब उसे संतोष हुआ +13242,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा और हारून से कहा +13243,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_002.wav,इस्राएलियों से कहो जितने पशु पृथ्वी पर हैं उन सभी में से तुम इन जीवधारियों का माँस खा सकते हो +13244,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_003.wav,पशुओं में से जितने चिरे या फटे खुर के होते हैं और पागुर करते हैं उन्हें खा सकते हो +13245,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_004.wav,परन्तु पागुर करनेवाले या फटे खुरवालों में से इन पशुओं को न खाना अर्थात् ऊँट जो पागुर तो करता है परन्तु चिरे खुर का नहीं होता इसलिए वह तुम्हारे लिये अशुद्ध ठहरा है +13246,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_005.wav,और चट्टानी बिज्जू जो पागुर तो करता है परन्तु चिरे खुर का नहीं होता वह भी तुम्हारे लिये अशुद्ध है +13247,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_006.wav,और खरगोश जो पागुर तो करता है परन्तु चिरे खुर का नहीं होता इसलिए वह भी तुम्हारे लिये अशुद्ध है +13248,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_007.wav,और सूअर जो चिरे अर्थात् फटे खुर का होता तो है परन्तु पागुर नहीं करता इसलिए वह तुम्हारे लिये अशुद्ध है +13249,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_008.wav,इनके माँस में से कुछ न खाना और इनकी लोथ को छूना भी नहीं ये तो तुम्हारे लिये अशुद्ध है +13250,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_009.wav,फिर जितने जलजन्तु हैं उनमें से तुम इन्हें खा सकते हों अर्थात् समुद्र या नदियों के जलजन्तुओं में से जितनों के पंख और चोंयेटे होते हैं उन्हें खा सकते हो +13251,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_010.wav,और जलचरी प्राणियों में से जितने जीवधारी बिना पंख और चोंयेटे के समुद्र या नदियों में रहते हैं वे सब तुम्हारे लिये घृणित हैं +13252,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_011.wav,वे तुम्हारे लिये घृणित ठहरें तुम उनके माँस में से कुछ न खाना और उनकी लोथों को अशुद्ध जानना +13253,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_012.wav,जल में जिस किसी जन्तु के पंख और चोंयेटे नहीं होते वह तुम्हारे लिये अशुद्ध है +13254,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_013.wav,फिर पक्षियों में से इनको अशुद्ध जानना ये अशुद्ध होने के कारण खाए न जाएँ अर्थात् उकाब हड़फोड़ कुरर +13255,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_014.wav,चील और भाँतिभाँति के बाज +13256,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_015.wav,और भाँतिभाँति के सब काग +13257,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_016.wav,शुतुर्मुर्ग तखमास जलकुक्कट और भाँतिभाँति के जलकुक्कट +13258,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_017.wav,हबासिल हाड़गील उल्लू +13259,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_018.wav,राजहँस धनेश गिद्ध +13260,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_019.wav,सारस भाँतिभाँति के बगुले टिटीहरी और चमगादड़ +13261,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_020.wav,जितने पंखवाले कीड़े चार पाँवों के बल चलते हैं वे सब तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं +13262,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_021.wav,पर रेंगनेवाले और पंखवाले जो चार पाँवों के बल चलते हैं जिनके भूमि पर कूदने फाँदने को टाँगें होती हैं उनको तो खा सकते हो +13263,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_022.wav,वे ये हैं अर्थात् भाँतिभाँति की टिड्डी भाँतिभाँति के फनगे भाँतिभाँति क�� झींगुर और भाँतिभाँति के टिड्डे +13264,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_023.wav,परन्तु और सब रेंगनेवाले पंखवाले जो चार पाँव वाले होते हैं वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं +13265,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_024.wav,इनके कारण तुम अशुद्ध ठहरोगे जिस किसी से इनकी लोथ छू जाए वह साँझ तक अशुद्ध ठहरे +13266,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_025.wav,और जो कोई इनकी लोथ में का कुछ भी उठाए वह अपने वस्त्र धोए और साँझ तक अशुद्ध रहे +13267,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_026.wav,फिर जितने पशु चिरे खुर के होते हैं परन्तु न तो बिलकुल फटे खुर और न पागुर करनेवाले हैं वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं जो कोई उन्हें छूए वह अशुद्ध ठहरेगा +13268,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_027.wav,और चार पाँव के बल चलनेवालों में से जितने पंजों के बल चलते हैं वे सब तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं जो कोई उनकी लोथ छूए वह साँझ तक अशुद्ध रहे +13269,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_028.wav,और जो कोई उनकी लोथ उठाए वह अपने वस्त्र धोए और साँझ तक अशुद्ध रहे क्योंकि वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं +13270,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_029.wav,और जो पृथ्वी पर रेंगते हैं उनमें से ये रेंगनेवाले तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं अर्थात् नेवला चूहा और भाँतिभाँति के गोह +13271,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_030.wav,और छिपकली मगर टिकटिक सांडा और गिरगिट +13272,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_031.wav,सब रेंगनेवालों में से ये ही तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं जो कोई इनकी लोथ छूए वह साँझ तक अशुद्ध रहे +13273,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_032.wav,और इनमें से किसी की लोथ जिस किसी वस्तु पर पड़ जाए वह भी अशुद्ध ठहरे चाहे वह काठ का कोई पात्र हो चाहे वस्त्र चाहे खाल चाहे बोरा चाहे किसी काम का कैसा ही पात्र आदि क्यों न हो वह जल में डाला जाए और साँझ तक अशुद्ध रहे तब शुद्ध समझा जाए +13274,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_033.wav,और यदि मिट्टी का कोई पात्र हो जिसमें इन जन्तुओं में से कोई पड़े तो उस पात्र में जो कुछ हो वह अशुद्ध ठहरे और पात्र को तुम तोड़ डालना +13275,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_034.wav,उसमें जो खाने के योग्य भोजन हो जिसमें पानी का छुआव हो वह सब अशुद्ध ठहरे फिर यदि ऐसे पात्र में पीने के लिये कुछ हो तो वह भी अशुद्ध ठहरे +13276,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_035.wav,और यदि इनकी लोथ में का कुछ तंदूर या चूल्हे पर पड़े तो वह भी अशुद्ध ठहरे और तोड़ डाला जाए क्योंकि वह अशुद्ध हो जाएगा वह तुम्हारे लिये भी अशुद्ध ठहरे +13277,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_036.wav,परन्तु सोता या तालाब जिसमें जल इकट्ठा हो वह तो शुद्ध ही रहे परन्तु जो कोई इनकी लोथ को छूए वह अशुद्ध ठहरे +13278,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_037.wav,और यदि इनकी लोथ में का कुछ किसी प्रकार के बीज पर जो बोने के लिये ���ो पड़े तो वह बीज शुद्ध रहे +13279,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_038.wav,पर यदि बीज पर जल डाला गया हो और पीछे लोथ में का कुछ उस पर पड़ जाए तो वह तुम्हारे लिये अशुद्ध ठहरे +13280,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_039.wav,फिर जिन पशुओं के खाने की आज्ञा तुम को दी गई है यदि उनमें से कोई पशु मरे तो जो कोई उसकी लोथ छूए वह साँझ तक अशुद्ध रहे +13281,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_040.wav,और उसकी लोथ में से जो कोई कुछ खाए वह अपने वस्त्र धोए और साँझ तक अशुद्ध रहे और जो कोई उसकी लोथ उठाए वह भी अपने वस्त्र धोए और साँझ तक अशुद्ध रहे +13282,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_041.wav,सब प्रकार के पृथ्वी पर रेंगनेवाले जन्तु घिनौने हैं वे खाए न जाएँ +13283,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_042.wav,पृथ्वी पर सब रेंगनेवालों में से जितने पेट या चार पाँवों के बल चलते हैं या अधिक पाँव वाले होते हैं उन्हें तुम न खाना क्योंकि वे घिनौने हैं +13284,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_043.wav,तुम किसी प्रकार के रेंगनेवाले जन्तु के द्वारा अपने आपको घिनौना न करना और न उनके द्वारा अपने को अशुद्ध करके अपवित्र ठहराना +13285,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_044.wav,क्योंकि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ इस कारण अपने को शुद्ध करके पवित्र बने रहो क्योंकि मैं पवित्र हूँ इसलिए तुम किसी प्रकार के रेंगनेवाले जन्तु के द्वारा जो पृथ्वी पर चलता है अपने आपको अशुद्ध न करना +13286,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_045.wav,क्योंकि मैं वह यहोवा हूँ जो तुम्हें मिस्र देश से इसलिए निकाल ले आया हूँ कि तुम्हारा परमेश्वर ठहरूँ इसलिए तुम पवित्र बनो क्योंकि मैं पवित्र हूँ +13287,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_046.wav,पशुओं पक्षियों और सब जलचरी प्राणियों और पृथ्वी पर सब रेंगनेवाले प्राणियों के विषय में यही व्यवस्था है +13288,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_011_047.wav,कि शुद्ध अशुद्ध और भक्ष्य और अभक्ष्य जीवधारियों में भेद किया जाए +13289,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_012_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13290,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_012_002.wav,इस्राएलियों से कह जो स्त्री गर्भवती हो और उसके लड़का हो तो वह सात दिन तक अशुद्ध रहेगी जिस प्रकार वह ऋतुमती होकर अशुद्ध रहा करती +13291,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_012_003.wav,और आठवें दिन लड़के का खतना किया जाए +13292,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_012_004.wav,फिर वह स्त्री अपने शुद्ध करनेवाले रूधिर में तैंतीस दिन रहे और जब तक उसके शुद्ध हो जाने के दिन पूरे न हों तब तक वह न तो किसी पवित्र वस्तु को छूए और न पवित्रस्थान में प्रवेश करे +13293,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_012_005.wav,और यदि उसके लड़की पैदा हो तो उसको ऋतुमती की सी अशुद्धता चौदह दिन की लगे और फिर छियासठ दिन तक अपने शुद्ध करनेवाले रूधिर में रहे +13294,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_012_006.wav,जब उसके शुद्ध हो जाने के दिन पूरे हों तब चाहे उसके बेटा हुआ हो चाहे बेटी वह होमबलि के लिये एक वर्ष का भेड़ का बच्चा और पापबलि के लिये कबूतरी का एक बच्चा या पिण्डुकी मिलापवाले तम्बू के द्वार पर याजक के पास लाए +13295,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_012_007.wav,तब याजक उसको यहोवा के सामने भेंट चढ़ाकर उसके लिये प्रायश्चित करे और वह अपने रूधिर के बहने की अशुद्धता से छूटकर शुद्ध ठहरेगी जिस स्त्री के लड़का या लड़की उत्पन्न हो उसके लिये यही व्यवस्था है +13296,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_012_008.wav,और यदि उसके पास भेड़ या बकरी देने की पूँजी न हो तो दो पिण्डुकी या कबूतरी के दो बच्चे एक तो होमबलि और दूसरा पापबलि के लिये दे और याजक उसके लिये प्रायश्चित करे तब वह शुद्ध ठहरेगी +13297,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा और हारून से कहा +13298,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_002.wav,जब किसी मनुष्य के शरीर के चर्म में सूजन या पपड़ी या दाग हो और इससे उसके चर्म में कोढ़ की व्याधि के समान कुछ दिखाई पड़े तो उसे हारून याजक के पास या उसके पुत्र जो याजक हैं उनमें से किसी के पास ले जाएँ +13299,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_003.wav,जब याजक उसके चर्म की व्याधि को देखे और यदि उस व्याधि के स्थान के रोएँ उजले हो गए हों और व्याधि चर्म से गहरी दिखाई पड़े तो वह जान ले कि कोढ़ की व्याधि है और याजक उस मनुष्य को देखकर उसको अशुद्ध ठहराए +13300,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_004.wav,पर यदि वह दाग उसके चर्म में उजला तो हो परन्तु चर्म से गहरा न देख पड़े और न वहाँ के रोएँ उजले हो गए हों तो याजक उसको सात दिन तक बन्द करके रखे +13301,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_005.wav,और सातवें दिन याजक उसको देखे और यदि वह व्याधि जैसी की तैसी बनी रहे और उसके चर्म में न फैली हो तो याजक उसको और भी सात दिन तक बन्द करके रखे +13302,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_006.wav,और सातवें दिन याजक उसको फिर देखे और यदि देख पड़े कि व्याधि की चमक कम है और व्याधि चर्म पर फैली न हो तो याजक उसको शुद्ध ठहराए क्योंकि उसके तो चर्म में पपड़ी है और वह अपने वस्त्र धोकर शुद्ध हो जाए +13303,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_007.wav,पर यदि याजक की उस जाँच के पश्चात् जिसमें वह शुद्ध ठहराया गया था वह पपड़ी उसके चर्म पर बहुत फैल जाए तो वह फिर याजक को दिखाया जाए +13304,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_008.wav,और यदि याजक को देख पड़े कि पपड़ी चर्म में फैल गई है तो वह उसको अशुद्ध ठहराए क्योंकि वह कोढ़ ही है +13305,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_009.wav,यदि कोढ़ की सी व्याधि किसी मनुष्य के हो तो वह याजक के पास पहुँचाया जाए +13306,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_010.wav,और याजक उसको देखे और यदि वह सूजन उसके चर्म में उजली हो और उसके कारण रोएँ भी उजले हो गए हों और उस सूजन में बिना चर्म का माँस हो +13307,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_011.wav,तो याजक जाने कि उसके चर्म में पुराना कोढ़ है इसलिए वह उसको अशुद्ध ठहराए और बन्द न रखे क्योंकि वह तो अशुद्ध है +13308,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_012.wav,और यदि कोढ़ किसी के चर्म में फूटकर यहाँ तक फैल जाए कि जहाँ कहीं याजक देखे रोगी के सिर से पैर के तलवे तक कोढ़ ने सारे चर्म को छा लिया हो +13309,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_013.wav,तो याजक ध्यान से देखे और यदि कोढ़ ने उसके सारे शरीर को छा लिया हो तो वह उस व्यक्ति को शुद्ध ठहराए और उसका शरीर जो बिलकुल उजला हो गया है वह शुद्ध ही ठहरे +13310,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_014.wav,पर जब उसमें चर्महीन माँस देख पड़े तब तो वह अशुद्ध ठहरे +13311,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_015.wav,और याजक चर्महीन माँस को देखकर उसको अशुद्ध ठहराए क्योंकि वैसा चर्महीन माँस अशुद्ध ही होता है वह कोढ़ है +13312,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_016.wav,पर यदि वह चर्महीन माँस फिर उजला हो जाए तो वह मनुष्य याजक के पास जाए +13313,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_017.wav,और याजक उसको देखे और यदि वह व्याधि फिर से उजली हो गई हो तो याजक रोगी को शुद्ध जाने वह शुद्ध है +13314,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_018.wav,फिर यदि किसी के चर्म में फोड़ा होकर चंगा हो गया हो +13315,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_019.wav,और फोड़े के स्थान में उजली सी सूजन या लाली लिये हुए उजला दाग हो तो वह याजक को दिखाया जाए +13316,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_020.wav,और याजक उस सूजन को देखे और यदि वह चर्म से गहरा दिखाई पड़े और उसके रोएँ भी उजले हो गए हों तो याजक यह जानकर उस मनुष्य को अशुद्ध ठहराए क्योंकि वह कोढ़ की व्याधि है जो फोड़े में से फूटकर निकली है +13317,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_021.wav,परन्तु यदि याजक देखे कि उसमें उजले रोएँ नहीं हैं और वह चर्म से गहरी नहीं और उसकी चमक कम हुई है तो याजक उस मनुष्य को सात दिन तक बन्द करके रखे +13318,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_022.wav,और यदि वह व्याधि उस समय तक चर्म में सचमुच फैल जाए तो याजक उस मनुष्य को अशुद्ध ठहराए क्योंकि वह कोढ़ की व्याधि है +13319,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_023.wav,परन्तु यदि वह दाग न फैले और अपने स्थान ही पर बना रहे तो वह फोड़े का दाग है याजक उस मनुष्य को शुद्ध ठहराए +13320,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_024.wav,फिर यदि किसी के चर्म में जलने का घाव हो और उस जलने के घाव में चर्महीन दाग लाली लिये हुए उजला या उजला ही हो जाए +13321,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_025.wav,तो याजक उसको देखे और यदि उस दाग में के रोएँ उजले हो गए हों और वह चर्म से गहरा दिखाई पड़े तो वह कोढ़ है जो उस जलने के दाग में से फूट निकला है याजक उस मनुष्य को अशुद्ध ठहराए क्योंकि उसमें कोढ़ की व्याधि है +13322,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_026.wav,पर यदि याजक देखे कि दाग में उजले रोएँ नहीं और न वह चर्म से कुछ गहरा है और उसकी चमक कम हुई है तो वह उसको सात दिन तक बन्द करके रखे +13323,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_027.wav,और सातवें दिन याजक उसको देखे और यदि वह चर्म में फैल गई हो तो वह उस मनुष्य को अशुद्ध ठहराए क्योंकि उसको कोढ़ की व्याधि है +13324,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_028.wav,परन्तु यदि वह दाग चर्म में नहीं फैला और अपने स्थान ही पर जहाँ का तहाँ बना हो और उसकी चमक कम हुई हो तो वह जल जाने के कारण सूजा हुआ है याजक उस मनुष्य को शुद्ध ठहराए क्योंकि वह दाग जल जाने के कारण से है +13325,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_029.wav,फिर यदि किसी पुरुष या स्त्री के सिर पर या पुरुष की दाढ़ी में व्याधि हो +13326,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_030.wav,तो याजक व्याधि को देखे और यदि वह चर्म से गहरी देख पड़े और उसमें भूरेभूरे पतले बाल हों तो याजक उस मनुष्य को अशुद्ध ठहराए वह व्याधि सेंहुआ अर्थात् सिर या दाढ़ी का कोढ़ है +13327,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_031.wav,और यदि याजक सेंहुएँ की व्याधि को देखे कि वह चर्म से गहरी नहीं है और उसमें कालेकाले बाल नहीं हैं तो वह सेंहुएँ के रोगी को सात दिन तक बन्द करके रखे +13328,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_032.wav,और सातवें दिन याजक व्याधि को देखे तब यदि वह सेंहुआ फैला न हो और उसमें भूरेभूरे बाल न हों और सेंहुआ चर्म से गहरा न देख पड़े +13329,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_033.wav,तो यह मनुष्य मुँण्ड़ा जाए परन्तु जहाँ सेंहुआ हो वहाँ न मुँण्ड़ा जाए और याजक उस सेंहुएँ वाले को और भी सात दिन तक बन्द करे +13330,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_034.wav,और सातवें दिन याजक सेंहुएँ को देखे और यदि वह सेंहुआ चर्म में फैला न हो और चर्म से गहरा न देख पड़े तो याजक उस मनुष्य को शुद्ध ठहराए और वह अपने वस्त्र धोकर शुद्ध ठहरे +13331,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_035.wav,पर यदि उसके शुद्ध ठहरने के पश्चात् सेंहुआ चर्म में कुछ भी फैले +13332,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_036.wav,तो याजक उसको देखे और यदि वह चर्म में फैला हो तो याजक भूरे बाल न ढूँढ़े क्योंकि वह मनुष्य अशुद्ध है +13333,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_037.wav,परन्तु यदि उसकी दृष्टि में वह सेंहुआ जैसे का तैसा बना हो और उसमें कालेकाले बाल जमे हों तो वह जाने की सेंहुआ चंगा हो गया है और वह मनुष्य शुद्ध है याजक उसको शुद्ध ही ठहराए +13334,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_038.wav,फिर यदि किसी पुरुष या स्त्री के चर्म में उजले दाग हों +13335,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_039.wav,तो याजक देखे और यदि उसके चर्म में वे दाग कम उजले हों तो वह जाने कि उसको चर्म में निकली हुई दाद ही है वह मनुष्य शुद्ध ठहरे +13336,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_040.wav,फिर जिसके सिर के बाल झड़ गए हों तो जानना कि वह चन्दुला तो है परन्तु शुद्ध है +13337,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_041.wav,और जिसके सिर के आगे के बाल झड़ गए हों तो वह माथे का चन्दुला तो है परन्तु शुद्ध है +13338,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_042.wav,परन्तु यदि चन्दुले सिर पर या चन्दुले माथे पर लाली लिये हुए उजली व्याधि हो तो जानना कि वह उसके चन्दुले सिर पर या चन्दुले माथे पर निकला हुआ कोढ़ है +13339,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_043.wav,इसलिए याजक उसको देखे और यदि व्याधि की सूजन उसके चन्दुले सिर या चन्दुले माथे पर ऐसी लाली लिये हुए उजली हो जैसा चर्म के कोढ़ में होता है +13340,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_044.wav,तो वह मनुष्य कोढ़ी है और अशुद्ध है और याजक उसको अवश्य अशुद्ध ठहराए क्योंकि वह व्याधि उसके सिर पर है +13341,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_045.wav,जिसमें वह व्याधि हो उस कोढ़ी के वस्त्र फटे और सिर के बाल बिखरे रहें और वह अपने ऊपरवाले होंठ को ढाँपे हुए अशुद्ध अशुद्ध पुकारा करे +13342,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_046.wav,जितने दिन तक वह व्याधि उसमें रहे उतने दिन तक वह तो अशुद्ध रहेगा और वह अशुद्ध ठहरा रहे इसलिए वह अकेला रहा करे उसका निवासस्थान छावनी के बाहर हो +13343,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_047.wav,फिर जिस वस्त्र में कोढ़ की व्याधि हो चाहे वह वस्त्र ऊन का हो चाहे सनी का +13344,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_048.wav,वह व्याधि चाहे उस सनी या ऊन के वस्त्र के ताने में हो चाहे बाने में या वह व्याधि चमड़े में या चमड़े की बनी हुई किसी वस्तु में हो +13345,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_049.wav,यदि वह व्याधि किसी वस्त्र के चाहे ताने में चाहे बाने में या चमड़े में या चमड़े की किसी वस्तु में हरी हो या लाल सी हो तो जानना कि वह कोढ़ की व्याधि है और वह याजक को दिखाई जाए +13346,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_050.wav,और याजक व्याधि को देखे और व्याधिवाली वस्तु को सात दिन के लिये बन्द करे +13347,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_051.wav,और सातवें दिन वह उस व्याधि को देखे और यदि वह वस्त्र के चाहे ताने में चाहे बाने में या चमड़े में या चमड़े की बनी हुई किसी वस्तु में फैल गई हो तो जानना कि व्याधि गलित कोढ़ है इसलिए वह वस्तु चाहे कैसे ही काम में क्यों न आती हो तो भी अशुद्ध ठहरेगी +13348,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_052.wav,वह उस वस्त्र को जिसके ताने या बाने में वह व्याधि हो चाहे वह ऊन का हो चाहे सनी का या चमड़े की वस्तु हो उसको जला दे वह व्याधि गलित कोढ़ की है वह वस्तु आग में जलाई जाए +13349,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_053.wav,यदि याजक देखे कि वह व्याधि उस वस्त्र के ताने या बाने में या चमड़े की उस वस्तु में नहीं फैली +13350,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_054.wav,तो जिस वस्तु में व्याधि हो उसके धोने की आज्ञा दे तब उसे और भी सात दिन तक बन्द करके रखे +13351,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_055.wav,और उसके धोने के बाद याजक उसको देखे और यदि व्याधि का न तो रंग बदला हो और न व्याधि फैली हो तो जानना कि वह अशुद्ध है उसे आग में जलाना क्योंकि चाहे वह व्याधि भीतर चाहे ऊपरी हो तो भी वह खा जानेवाली व्याधि है +13352,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_056.wav,पर यदि याजक देखे कि उसके धोने के पश्चात् व्याधि की चमक कम हो गई तो वह उसको वस्त्र के चाहे ताने चाहे बाने में से या चमड़े में से फाड़कर निकाले +13353,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_057.wav,और यदि वह व्याधि तब भी उस वस्त्र के ताने या बाने में या चमड़े की उस वस्तु में दिखाई पड़े तो जानना कि वह फूटकर निकली हुई व्याधि है और जिसमें वह व्याधि हो उसे आग में जलाना +13354,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_058.wav,यदि उस वस्त्र से जिसके ताने या बाने में व्याधि हो या चमड़े की जो वस्तु हो उससे जब धोई जाए और व्याधि जाती रही तो वह दूसरी बार धुलकर शुद्ध ठहरे +13355,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_013_059.wav,ऊन या सनी के वस्त्र में के ताने या बाने में या चमड़े की किसी वस्तु में जो कोढ़ की व्याधि हो उसके शुद्ध और अशुद्ध ठहराने की यही व्यवस्था है +13356,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13357,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_002.wav,कोढ़ी के शुद्ध ठहराने की व्यवस्था यह है वह याजक के पास पहुँचाया जाए +13358,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_003.wav,और याजक छावनी के बाहर जाए और याजक उस कोढ़ी को देखे और यदि उसके कोढ़ की व्याधि चंगी हुई हो +13359,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_004.wav,तो याजक आज्ञा दे कि शुद्ध ठहरानेवाले के लिये दो शुद्ध और जीवित पक्षी देवदार की लकड़ी और लाल रंग का कपड़ा और जूफा ये सब लिये जाएँ +13360,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_005.wav,और याजक आज्ञा दे कि एक पक्षी बहते हुए जल के ऊपर मिट्टी के पात्र में बलि किया जाए +13361,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_006.wav,तब वह जीवित पक्षी को देवदार की लकड़ी और लाल रंग के कपड़े और जूफा इन सभी को लेकर एक संग उस पक्षी के लहू में जो बहते हुए जल के ऊपर बलि किया गया है डुबा दे +13362,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_007.wav,और कोढ़ से शुद्ध ठहरनेवाले पर सात बार छिड़ककर उसको शुद्ध ठहराए तब उस जीवित पक्षी को मैदान में छोड़ दे +13363,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_008.wav,और शुद्ध ठहरनेवाला अपने वस्त्रों को धोए और सब बाल मुँण्डवाकर जल से स्नान करे तब वह शुद्ध ठहरेगा और उसके बाद वह छाव��ी में आने पाए परन्तु सात दिन तक अपने डेरे से बाहर ही रहे +13364,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_009.wav,और सातवें दिन वह सिर दाढ़ी और भौहों के सब बाल मुँण्ड़ाएँ और सब अंग मुँण्ड़न कराए और अपने वस्त्रों को धोए और जल से स्नान करे तब वह शुद्ध ठहरेगा +13365,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_010.wav,आठवें दिन वह दो निर्दोष भेड़ के बच्चे और एक वर्ष की निर्दोष भेड़ की बच्ची और अन्नबलि के लिये तेल से सना हुआ एपा का तीन दहाई अंश मैदा और लोज भर तेल लाए +13366,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_011.wav,और शुद्ध ठहरानेवाला याजक इन वस्तुओं समेत उस शुद्ध होनेवाले मनुष्य को यहोवा के सम्मुख मिलापवाले तम्बू के द्वार पर खड़ा करे +13367,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_012.wav,तब याजक एक भेड़ का बच्चा लेकर दोषबलि के लिये उसे और उस लोज भर तेल को समीप लाए और इन दोनों को हिलाने की भेंट के लिये यहोवा के सामने हिलाए +13368,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_013.wav,और वह उस भेड़ के बच्चे को उसी स्थान में जहाँ वह पापबलि और होमबलि पशुओं का बलिदान किया करेगा अर्थात् पवित्रस्थान में बलिदान करे क्योंकि जैसे पापबलि याजक का निज भाग होगा वैसे ही दोषबलि भी उसी का निज भाग ठहरेगा वह परमपवित्र है +13369,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_014.wav,तब याजक दोषबलि के लहू में से कुछ लेकर शुद्ध ठहरनेवाले के दाहिने कान के सिरे पर और उसके दाहिने हाथ और दाहिने पाँव के अँगूठों पर लगाए +13370,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_015.wav,तब याजक उस लोज भर तेल में से कुछ लेकर अपने बाएँ हाथ की हथेली पर डाले +13371,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_016.wav,और याजक अपने दाहिने हाथ की उँगली को अपनी बाईं हथेली पर के तेल में डुबाकर उस तेल में से कुछ अपनी उँगली से यहोवा के सम्मुख सात बार छिड़के +13372,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_017.wav,और जो तेल उसकी हथेली पर रह जाएगा याजक उसमें से कुछ शुद्ध होनेवाले के दाहिने कान के सिरे पर और उसके दाहिने हाथ और दाहिने पाँव के अँगूठों पर दोषबलि के लहू के ऊपर लगाए +13373,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_018.wav,और जो तेल याजक की हथेली पर रह जाए उसको वह शुद्ध होनेवाले के सिर पर डाल दे और याजक उसके लिये यहोवा के सामने प्रायश्चित करे +13374,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_019.wav,याजक पापबलि को भी चढ़ाकर उसके लिये जो अपनी अशुद्धता से शुद्ध होनेवाला हो प्रायश्चित करे और उसके बाद होमबलि पशु का बलिदान करके +13375,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_020.wav,अन्नबलि समेत वेदी पर चढ़ाए और याजक उसके लिये प्रायश्चित करे और वह शुद्ध ठहरेगा +13376,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_021.wav,परन्तु यदि वह दरिद्र हो और इतना लाने के लिये उसके पास पूँजी न हो तो वह अपना प्रायश्चित करवाने ��े निमित्त हिलाने के लिये भेड़ का बच्चा दोषबलि के लिये और तेल से सना हुआ एपा का दसवाँ अंश मैदा अन्नबलि करके और लोज भर तेल लाए +13377,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_022.wav,और दो पंडुक या कबूतरी के दो बच्चे लाए जो वह ला सके और इनमें से एक तो पापबलि के लिये और दूसरा होमबलि के लिये हो +13378,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_023.wav,और आठवें दिन वह इन सभी को अपने शुद्ध ठहरने के लिये मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के सम्मुख याजक के पास ले आए +13379,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_024.wav,तब याजक उस लोज भर तेल और दोषबलिवाले भेड़ के बच्चे को लेकर हिलाने की भेंट के लिये यहोवा के सामने हिलाए +13380,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_025.wav,फिर दोषबलि के भेड़ के बच्चे का बलिदान किया जाए और याजक उसके लहू में से कुछ लेकर शुद्ध ठहरनेवाले के दाहिने कान के सिरे पर और उसके दाहिने हाथ और दाहिने पाँव के अँगूठों पर लगाए +13381,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_026.wav,फिर याजक उस तेल में से कुछ अपने बाएँ हाथ की हथेली पर डालकर +13382,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_027.wav,अपने दाहिने हाथ की उँगली से अपनी बाईं हथेली पर के तेल में से कुछ यहोवा के सम्मुख सात बार छिड़के +13383,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_028.wav,फिर याजक अपनी हथेली पर के तेल में से कुछ शुद्ध ठहरनेवाले के दाहिने कान के सिरे पर और उसके दाहिने हाथ और दाहिने पाँव के अँगूठों पर दोषबलि के लहू के स्थान पर लगाए +13384,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_029.wav,और जो तेल याजक की हथेली पर रह जाए उसे वह शुद्ध ठहरनेवाले के लिये यहोवा के सामने प्रायश्चित करने को उसके सिर पर डाल दे +13385,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_030.wav,तब वह पंडुक या कबूतरी के बच्चों में से जो वह ला सका हो एक को चढ़ाए +13386,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_031.wav,अर्थात् जो पक्षी वह ला सका हो उनमें से वह एक को पापबलि के लिये और अन्नबलि समेत दूसरे को होमबलि के लिये चढ़ाए इस रीति से याजक शुद्ध ठहरनेवाले के लिये यहोवा के सामने प्रायश्चित करे +13387,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_032.wav,जिसे कोढ़ की व्याधि हुई हो और उसके इतनी पूँजी न हो कि वह शुद्ध ठहरने की सामग्री को ला सके तो उसके लिये यही व्यवस्था है +13388,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_033.wav,फिर यहोवा ने मूसा और हारून से कहा +13389,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_034.wav,जब तुम लोग कनान देश में पहुँचो जिसे मैं तुम्हारी निज भूमि होने के लिये तुम्हें देता हूँ उस समय यदि मैं कोढ़ की व्याधि तुम्हारे अधिकार के किसी घर में दिखाऊँ +13390,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_035.wav,तो जिसका वह घर हो वह आकर याजक को बता दे कि मुझे ऐसा देख पड़ता है कि घर में मानो कोई व्याधि है +13391,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_036.wav,तब याजक आज्ञा दे कि उस घर में व्याधि देखने के लिये मेरे जाने से पहले उसे खाली करो कहीं ऐसा न हो कि जो कुछ घर में हो वह सब अशुद्ध ठहरे और इसके बाद याजक घर देखने को भीतर जाए +13392,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_037.wav,तब वह उस व्याधि को देखे और यदि वह व्याधि घर की दीवारों पर हरीहरी या लाललाल मानो खुदी हुई लकीरों के रूप में हो और ये लकीरें दीवार में गहरी देख पड़ती हों +13393,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_038.wav,तो याजक घर से बाहर द्वार पर जाकर घर को सात दिन तक बन्द कर रखे +13394,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_039.wav,और सातवें दिन याजक आकर देखे और यदि वह व्याधि घर की दीवारों पर फैल गई हो +13395,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_040.wav,तो याजक आज्ञा दे कि जिन पत्थरों को व्याधि है उन्हें निकालकर नगर से बाहर किसी अशुद्ध स्थान में फेंक दें +13396,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_041.wav,और वह घर के भीतर ही भीतर चारों ओर खुरचवाए और वह खुरचन की मिट्टी नगर से बाहर किसी अशुद्ध स्थान में डाली जाए +13397,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_042.wav,और उन पत्थरों के स्थान में और दूसरे पत्थर लेकर लगाएँ और याजक ताजा गारा लेकर घर की जुड़ाई करे +13398,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_043.wav,यदि पत्थरों के निकाले जाने और घर के खुरचे और पुताई जाने के बाद वह व्याधि फिर घर में फूट निकले +13399,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_044.wav,तो याजक आकर देखे और यदि वह व्याधि घर में फैल गई हो तो वह जान ले कि घर में गलित कोढ़ है वह अशुद्ध है +13400,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_045.wav,और वह सब गारे समेत पत्थर लकड़ी और घर को खुदवाकर गिरा दे और उन सब वस्तुओं को उठवाकर नगर से बाहर किसी अशुद्ध स्थान पर फिंकवा दे +13401,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_046.wav,और जब तक वह घर बन्द रहे तब तक यदि कोई उसमें जाए तो वह साँझ तक अशुद्ध रहे +13402,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_047.wav,और जो कोई उस घर में सोए वह अपने वस्त्रों को धोए और जो कोई उस घर में खाना खाए वह भी अपने वस्त्रों को धोए +13403,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_048.wav,पर यदि याजक आकर देखे कि जब से घर लेसा गया है तब से उसमें व्याधि नहीं फैली है तो यह जानकर कि वह व्याधि दूर हो गई है घर को शुद्ध ठहराए +13404,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_049.wav,और उस घर को पवित्र करने के लिये दो पक्षी देवदार की लकड़ी लाल रंग का कपड़ा और जूफा लाए +13405,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_050.wav,और एक पक्षी बहते हुए जल के ऊपर मिट्टी के पात्र में बलिदान करे +13406,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_051.wav,तब वह देवदार की लकड़ी लाल रंग के कपड़े और जूफा और जीवित पक्षी इन सभी को लेकर बलिदान किए हुए पक्षी के लहू में और बहते हुए जल में डूबा दे और उस घर पर सात बार छिड़के +13407,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_052.wav,इस प्रकार वह पक्षी के लहू और बहते हुए जल और जीवित पक्षी और देवदार की लकड़ी और जूफा और लाल रंग के कपड़े के द्वारा घर को पवित्र करे +13408,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_053.wav,तब वह जीवित पक्षी को नगर से बाहर मैदान में छोड़ दे इसी रीति से वह घर के लिये प्रायश्चित करे तब वह शुद्ध ठहरेगा +13409,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_054.wav,सब भाँति के कोढ़ की व्याधि और सेंहुएँ +13410,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_055.wav,और वस्त्र और घर के कोढ़ +13411,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_056.wav,और सूजन और पपड़ी और दाग के विषय में +13412,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_014_057.wav,शुद्ध और अशुद्ध ठहराने की शिक्षा देने की व्यवस्था यही है सब प्रकार के कोढ़ की व्यवस्था यही है +13413,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा और हारून से कहा +13414,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_002.wav,इस्राएलियों से कहो कि जिसजिस पुरुष के प्रमेह हो तो वह प्रमेह के कारण से अशुद्ध ठहरे +13415,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_003.wav,वह चाहे बहता रहे चाहे बहना बन्द भी हो तो भी उसकी अशुद्धता बनी रहेगी +13416,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_004.wav,जिसके प्रमेह हो वह जिसजिस बिछौने पर लेटे वह अशुद्ध ठहरे और जिसजिस वस्तु पर वह बैठे वह भी अशुद्ध ठहरे +13417,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_005.wav,और जो कोई उसके बिछौने को छूए वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे और साँझ तक अशुद्ध ठहरा रहे +13418,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_006.wav,और जिसके प्रमेह हो और वह जिस वस्तु पर बैठा हो उस पर जो कोई बैठे वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे और साँझ तक अशुद्ध ठहरा रहे +13419,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_007.wav,और जिसके प्रमेह हो उससे जो कोई छू जाए वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे और साँझ तक अशुद्ध रहे +13420,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_008.wav,और जिसके प्रमेह हो यदि वह किसी शुद्ध मनुष्य पर थूके तो वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे और साँझ तक अशुद्ध रहे +13421,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_009.wav,और जिसके प्रमेह हो वह सवारी की जिस वस्तु पर बैठे वह अशुद्ध ठहरे +13422,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_010.wav,और जो कोई किसी वस्तु को जो उसके नीचे रही हो छूए वह साँझ तक अशुद्ध रहें और जो कोई ऐसी किसी वस्तु को उठाए वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे और साँझ तक अशुद्ध रहे +13423,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_011.wav,और जिसके प्रमेह हो वह जिस किसी को बिना हाथ धोए छूए वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे और साँझ तक अशुद्ध रहे +13424,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_012.wav,और जिसके प्रमेह हो वह मिट्टी के जिस किसी पात्र को छूए वह तोड़ डाला जाए और काठ के सब प्रकार के पात्र जल से धोए जाएँ +13425,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_013.wav,फिर जिसके प्रमेह हो वह जब अपने रोग से चंगा हो जाए तब से शुद्ध ठहरने के सात दिन गिन ले और उनके बीतने पर अपने वस्त्रों को धोकर बहते हुए जल से स्नान करे तब वह शुद्ध ठहरेगा +13426,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_014.wav,और आठवें दिन वह दो पंडुक या कबूतरी के दो बच्चे लेकर मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के सम्मुख जाकर उन्हें याजक को दे +13427,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_015.wav,तब याजक उनमें से एक को पापबलि और दूसरे को होमबलि के लिये भेंट चढ़ाए और याजक उसके लिये उसके प्रमेह के कारण यहोवा के सामने प्रायश्चित करे +13428,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_016.wav,फिर यदि किसी पुरुष का वीर्य स्खलित हो जाए तो वह अपने सारे शरीर को जल से धोए और साँझ तक अशुद्ध रहे +13429,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_017.wav,और जिस किसी वस्त्र या चमड़े पर वह वीर्य पड़े वह जल से धोया जाए और साँझ तक अशुद्ध रहे +13430,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_018.wav,और जब कोई पुरुष स्त्री से प्रसंग करे तो वे दोनों जल से स्नान करें और साँझ तक अशुद्ध रहें +13431,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_019.wav,फिर जब कोई स्त्री ऋतुमती रहे तो वह सात दिन तक अशुद्ध ठहरी रहे और जो कोई उसको छूए वह साँझ तक अशुद्ध रहे +13432,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_020.wav,और जब तक वह अशुद्ध रहे तब तक जिसजिस वस्तु पर वह लेटे और जिसजिस वस्तु पर वह बैठे वे सब अशुद्ध ठहरें +13433,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_021.wav,और जो कोई उसके बिछौने को छूए वह अपने वस्त्र धोकर जल से स्नान करे और साँझ तक अशुद्ध रहे +13434,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_022.wav,और जो कोई किसी वस्तु को छूए जिस पर वह बैठी हो वह अपने वस्त्र धोकर जल से स्नान करे और साँझ तक अशुद्ध रहे +13435,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_023.wav,और यदि बिछौने या और किसी वस्तु पर जिस पर वह बैठी हो छूने के समय उसका रूधिर लगा हो तो छूनेवाले साँझ तक अशुद्ध रहे +13436,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_024.wav,और यदि कोई पुरुष उससे प्रसंग करे और उसका रूधिर उसके लग जाए तो वह पुरुष सात दिन तक अशुद्ध रहे और जिसजिस बिछौने पर वह लेटे वे सब अशुद्ध ठहरें +13437,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_025.wav,फिर यदि किसी स्त्री के अपने मासिक धर्म के नियुक्त समय से अधिक दिन तक रूधिर बहता रहे या उस नियुक्त समय से अधिक समय तक ऋतुमती रहे तो जब तक वह ऐसी दशा में रहे तब तक वह अशुद्ध ठहरी रहे +13438,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_026.wav,उसके ऋतुमती रहने के सब दिनों में जिसजिस बिछौने पर वह लेटे वे सब उसके मासिक धर्म के बिछौने के समान ठहरें और जिसजिस वस्तु पर वह बैठे वे भी उसके ऋतुमती रहने के दिनों के समान अशुद्ध ठहरें +13439,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_027.wav,और जो कोई उन वस्तुओं को छूए वह अशुद्ध ठहरे इसलिए वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे और साँझ तक अशुद्ध रहे +13440,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_028.wav,और जब वह स्त्री अपने ऋतुमती से शुद्ध हो जाए तब से वह सात दिन गिन ले और उन दिनों के बीतने पर वह शुद्ध ठहरे +13441,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_029.wav,फिर आठवें दिन वह दो पंडुक या कबूतरी के दो बच्चे लेकर मिलापवाले तम्बू के द्वार पर याजक के पास जाए +13442,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_030.wav,तब याजक एक को पापबलि और दूसरे को होमबलि के लिये चढ़ाए और याजक उसके लिये उसके मासिक धर्म की अशुद्धता के कारण यहोवा के सामने प्रायश्चित करे +13443,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_031.wav,इस प्रकार से तुम इस्राएलियों को उनकी अशुद्धता से अलग रखा करो कहीं ऐसा न हो कि वे यहोवा के निवास को जो उनके बीच में है अशुद्ध करके अपनी अशुद्धता में फँसकर मर जाएँ +13444,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_032.wav,जिसके प्रमेह हो और जो पुरुष वीर्य स्खलित होने से अशुद्ध हो +13445,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_015_033.wav,और जो स्त्री ऋतुमती हो और क्या पुरुष क्या स्त्री जिस किसी के धातुरोग हो और जो पुरुष अशुद्ध स्त्री के साथ प्रसंग करे इन सभी के लिये यही व्यवस्था है +13446,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_001.wav,जब हारून के दो पुत्र यहोवा के सामने समीप जाकर मर गए उसके बाद यहोवा ने मूसा से बातें की +13447,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_002.wav,और यहोवा ने मूसा से कहा अपने भाई हारून से कह कि सन्दूक के ऊपर के प्रायश्चितवाले ढकने के आगे बीचवाले पर्दे के अन्दर अति पवित्रस्थान में हर समय न प्रवेश करे नहीं तो मर जाएगा क्योंकि मैं प्रायश्चितवाले ढकने के ऊपर बादल में दिखाई दूँगा +13448,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_003.wav,जब हारून अति पवित्रस्थान में प्रवेश करे तब इस रीति से प्रवेश करे अर्थात् पापबलि के लिये एक बछड़े को और होमबलि के लिये एक मेढ़े को लेकर आए +13449,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_004.wav,वह सनी के कपड़े का पवित्र अंगरखा और अपने तन पर सनी के कपड़े की जाँघिया पहने हुए और सनी के कपड़े का कमरबन्ध और सनी के कपड़े की पगड़ी बाँधे हुए प्रवेश करे ये पवित्र वस्त्र हैं और वह जल से स्नान करके इन्हें पहने +13450,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_005.wav,फिर वह इस्राएलियों की मण्डली के पास से पापबलि के लिये दो बकरे और होमबलि के लिये एक मेढ़ा ले +13451,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_006.wav,और हारून उस पापबलि के बछड़े को जो उसी के लिये होगा चढ़ाकर अपने और अपने घराने के लिये प्रायश्चित करे +13452,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_007.wav,और उन दोनों बकरों को लेकर मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के सामने खड़ा करे +13453,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_008.wav,और हारून दोनों बकरों पर चिट्ठियाँ डाले एक चिट्ठी यहोवा के लिये और दूसरी अजाजेल के लिये हो +13454,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_009.wav,और जिस बकरे पर यहोवा के नाम की ���िट्ठी निकले उसको हारून पापबलि के लिये चढ़ाए +13455,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_010.wav,परन्तु जिस बकरे पर अजाजेल के लिये चिट्ठी निकले वह यहोवा के सामने जीवित खड़ा किया जाए कि उससे प्रायश्चित किया जाए और वह अजाजेल के लिये जंगल में छोड़ा जाए +13456,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_011.wav,हारून उस पापबलि के बछड़े को जो उसी के लिये होगा समीप ले आए और उसको बलिदान करके अपने और अपने घराने के लिये प्रायश्चित करे +13457,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_012.wav,और जो वेदी यहोवा के सम्मुख है उस पर के जलते हुए कोयलों से भरे हुए धूपदान को लेकर और अपनी दोनों मुट्ठियों को कूटे हुए सुगन्धित धूप से भरकर बीचवाले पर्दे के भीतर ले आकर +13458,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_013.wav,उस धूप को यहोवा के सम्मुख आग में डाले जिससे धूप का धुआँ साक्षीपत्र के ऊपर के प्रायश्चित के ढकने के ऊपर छा जाए नहीं तो वह मर जाएगा +13459,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_014.wav,तब वह बछड़े के लहू में से कुछ लेकर पूरब की ओर प्रायश्चित के ढकने के ऊपर अपनी उँगली से छिड़के और फिर उस लहू में से कुछ उँगली के द्वारा उस ढकने के सामने भी सात बार छिड़क दे +13460,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_015.wav,फिर वह उस पापबलि के बकरे को जो साधारण जनता के लिये होगा बलिदान करके उसके लहू को बीचवाले पर्दे के भीतर ले आए और जिस प्रकार बछड़े के लहू से उसने किया था ठीक वैसा ही वह बकरे के लहू से भी करे अर्थात् उसको प्रायश्चित के ढकने के ऊपर और उसके सामने छिड़के +13461,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_016.wav,और वह इस्राएलियों की भाँतिभाँति की अशुद्धता और अपराधों और उनके सब पापों के कारण पवित्रस्थान के लिये प्रायश्चित करे और मिलापवाले तम्बू जो उनके संग उनकी भाँतिभाँति की अशुद्धता के बीच रहता है उसके लिये भी वह वैसा ही करे +13462,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_017.wav,जब हारून प्रायश्चित करने के लिये अति पवित्रस्थान में प्रवेश करे तब से जब तक वह अपने और अपने घराने और इस्राएल की सारी मण्डली के लिये प्रायश्चित करके बाहर न निकले तब तक कोई मनुष्य मिलापवाले तम्बू में न रहे +13463,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_018.wav,फिर वह निकलकर उस वेदी के पास जो यहोवा के सामने है जाए और उसके लिये प्रायश्चित करे अर्थात् बछड़े के लहू और बकरे के लहू दोनों में से कुछ लेकर उस वेदी के चारों कोनों के सींगों पर लगाए +13464,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_019.wav,और उस लहू में से कुछ अपनी उँगली के द्वारा सात बार उस पर छिड़ककर उसे इस्राएलियों की भाँतिभाँति की अशुद्धता छुड़ाकर शुद्ध और पवित्र करे +13465,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_020.wav,जब वह पवित्रस्था��� और मिलापवाले तम्बू और वेदी के लिये प्रायश्चित कर चुके तब जीवित बकरे को आगे ले आए +13466,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_021.wav,और हारून अपने दोनों हाथों को जीवित बकरे पर रखकर इस्राएलियों के सब अधर्म के कामों और उनके सब अपराधों अर्थात् उनके सारे पापों को अंगीकार करे और उनको बकरे के सिर पर धरकर उसको किसी मनुष्य के हाथ जो इस काम के लिये तैयार हो जंगल में भेजकर छुड़वा दे +13467,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_022.wav,वह बकरा उनके सब अधर्म के कामों को अपने ऊपर लादे हुए किसी निर्जन देश में उठा ले जाएगा इसलिए वह मनुष्य उस बकरे को जंगल में छोड़ दे +13468,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_023.wav,तब हारून मिलापवाले तम्बू में आए और जिस सनी के वस्त्रों को पहने हुए उसने अति पवित्रस्थान में प्रवेश किया था उन्हें उतारकर वहीं पर रख दे +13469,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_024.wav,फिर वह किसी पवित्रस्थान में जल से स्नान कर अपने निज वस्त्र पहन ले और बाहर जाकर अपने होमबलि और साधारण जनता के होमबलि को चढ़ाकर अपने और जनता के लिये प्रायश्चित करे +13470,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_025.wav,और पापबलि की चर्बी को वह वेदी पर जलाए +13471,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_026.wav,और जो मनुष्य बकरे को अजाजेल के लिये छोड़कर आए वह भी अपने वस्त्रों को धोए और जल से स्नान करे और तब वह छावनी में प्रवेश करे +13472,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_027.wav,और पापबलि का बछड़ा और पापबलि का बकरा भी जिनका लहू पवित्रस्थान में प्रायश्चित करने के लिये पहुँचाया जाए वे दोनों छावनी से बाहर पहुँचाए जाएँ और उनका चमड़ा माँस और गोबर आग में जला दिया जाए +13473,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_028.wav,और जो उनको जलाए वह अपने वस्त्रों को धोए और जल से स्नान करे और इसके बाद वह छावनी में प्रवेश करने पाए +13474,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_029.wav,तुम लोगों के लिये यह सदा की विधि होगी कि सातवें महीने के दसवें दिन को तुम उपवास करना और उस दिन कोई चाहे वह तुम्हारे निज देश का हो चाहे तुम्हारे बीच रहनेवाला कोई परदेशी हो कोई भी किसी प्रकार का कामकाज न करे +13475,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_030.wav,क्योंकि उस दिन तुम्हें शुद्ध करने के लिये तुम्हारे निमित्त प्रायश्चित किया जाएगा और तुम अपने सब पापों से यहोवा के सम्मुख पवित्र ठहरोगे +13476,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_031.wav,यह तुम्हारे लिये परमविश्राम का दिन ठहरे और तुम उस दिन उपवास करना और किसी प्रकार का कामकाज न करना यह सदा की विधि है +13477,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_032.wav,और जिसका अपने पिता के स्थान पर याजकपद के लिये अभिषेक और संस्कार किया जाए वह याजक प्रायश्चित किया करे अर्थात् वह सनी ��े पवित्र वस्त्रों को पहनकर +13478,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_033.wav,पवित्रस्थान और मिलापवाले तम्बू और वेदी के लिये प्रायश्चित करे और याजकों के और मण्डली के सब लोगों के लिये भी प्रायश्चित करे +13479,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_016_034.wav,और यह तुम्हारे लिये सदा की विधि होगी कि इस्राएलियों के लिये प्रतिवर्ष एक बार तुम्हारे सारे पापों के लिये प्रायश्चित किया जाए यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार जो उसने मूसा को दी थी हारून ने किया +13480,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13481,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_002.wav,हारून और उसके पुत्रों से और सब इस्राएलियों से कह कि यहोवा ने यह आज्ञा दी है +13482,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_003.wav,इस्राएल के घराने में से कोई मनुष्य हो जो बैल या भेड़ के बच्चे या बकरी को चाहे छावनी में चाहे छावनी से बाहर घात करके +13483,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_004.wav,मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के निवास के सामने यहोवा को चढ़ाने के निमित्त न ले जाए तो उस मनुष्य को लहू बहाने का दोष लगेगा और वह मनुष्य जो लहू बहानेवाला ठहरेगा वह अपने लोगों के बीच से नष्ट किया जाए +13484,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_005.wav,इस विधि का यह कारण है कि इस्राएली अपने बलिदान जिनको वे खुले मैदान में वध करते हैं वे उन्हें मिलापवाले तम्बू के द्वार पर याजक के पास यहोवा के लिये ले जाकर उसी के लिये मेलबलि करके बलिदान किया करें +13485,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_006.wav,और याजक लहू को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा की वेदी के ऊपर छिड़के और चर्बी को उसके सुखदायक सुगन्ध के लिये जलाए +13486,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_007.wav,वे जो बकरों के पूजक होकर व्यभिचार करते हैं वे फिर अपने बलिपशुओं को उनके लिये बलिदान न करें तुम्हारी पीढ़ियों के लिये यह सदा की विधि होगी +13487,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_008.wav,तू उनसे कह कि इस्राएल के घराने के लोगों में से या उनके बीच रहनेवाले परदेशियों में से कोई मनुष्य क्यों न हो जो होमबलि या मेलबलि चढ़ाए +13488,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_009.wav,और उसको मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के लिये चढ़ाने को न ले आए वह मनुष्य अपने लोगों में से नष्ट किया जाए +13489,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_010.wav,फिर इस्राएल के घराने के लोगों में से या उनके बीच रहनेवाले परदेशियों में से कोई मनुष्य क्यों न हो जो किसी प्रकार का लहू खाए मैं उस लहू खानेवाले के विमुख होकर उसको उसके लोगों के बीच में से नष्ट कर डालूँगा +13490,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_011.wav,क्योंकि शरीर का प्राण लहू में रहता है और उसको मैंने तुम लोगों को वेदी पर चढ़ाने के लिये दिया है कि ��ुम्हारे प्राणों के लिये प्रायश्चित किया जाए क्योंकि प्राण के लिए लहू ही से प्रायश्चित होता है +13491,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_012.wav,इस कारण मैं इस्राएलियों से कहता हूँ कि तुम में से कोई प्राणी लहू न खाए और जो परदेशी तुम्हारे बीच रहता हो वह भी लहू कभी न खाए +13492,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_013.wav,इस्राएलियों में से या उनके बीच रहनेवाले परदेशियों में से कोई मनुष्य क्यों न हो जो शिकार करके खाने के योग्य पशु या पक्षी को पकड़े वह उसके लहू को उण्डेलकर धूलि से ढाँप दे +13493,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_014.wav,क्योंकि शरीर का प्राण जो है वह उसका लहू ही है जो उसके प्राण के साथ एक है इसलिए मैं इस्राएलियों से कहता हूँ कि किसी प्रकार के प्राणी के लहू को तुम न खाना क्योंकि सब प्राणियों का प्राण उनका लहू ही है जो कोई उसको खाए वह नष्ट किया जाएगा +13494,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_015.wav,और चाहे वह देशी हो या परदेशी हो जो कोई किसी लोथ या फाड़े हुए पशु का माँस खाए वह अपने वस्त्रों को धोकर जल से स्नान करे और साँझ तक अशुद्ध रहे तब वह शुद्ध होगा +13495,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_017_016.wav,परन्तु यदि वह उनको न धोए और न स्नान करे तो उसको अपने अधर्म का भार स्वयं उठाना पड़ेगा +13496,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13497,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_002.wav,इस्राएलियों से कह कि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13498,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_003.wav,तुम मिस्र देश के कामों के अनुसार जिसमें तुम रहते थे न करना और कनान देश के कामों के अनुसार भी जहाँ मैं तुम्हें ले चलता हूँ न करना और न उन देशों की विधियों पर चलना +13499,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_004.wav,मेरे ही नियमों को मानना और मेरी ही विधियों को मानते हुए उन पर चलना मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13500,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_005.wav,इसलिए तुम मेरे नियमों और मेरी विधियों को निरन्तर मानना जो मनुष्य उनको माने वह उनके कारण जीवित रहेगा मैं यहोवा हूँ +13501,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_006.wav,तुम में से कोई अपनी किसी निकट कुटुम्बिनी का तन उघाड़ने को उसके पास न जाए मैं यहोवा हूँ +13502,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_007.wav,अपनी माता का तन जो तुम्हारे पिता का तन है न उघाड़ना वह तो तुम्हारी माता है इसलिए तुम उसका तन न उघाड़ना +13503,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_008.wav,अपनी सौतेली माता का भी तन न उघाड़ना वह तो तुम्हारे पिता ही का तन है +13504,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_009.wav,अपनी बहन चाहे सगी हो चाहे सौतेली हो चाहे वह घर में उत्पन्न हुई हो चाहे बाहर उसका तन न उघाड़ना +13505,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_010.wav,अपनी पोती या अपनी नातिन का तन न उघाड़ना उनकी देह तो मानो तुम्हारी ही है +13506,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_011.wav,तुम्हारी सोतेली बहन जो तुम्हारे पिता से उत्पन्न हुई वह तुम्हारी बहन है इस कारण उसका तन न उघाड़ना +13507,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_012.wav,अपनी फूफी का तन न उघाड़ना वह तो तुम्हारे पिता की निकट कुटुम्बिनी है +13508,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_013.wav,अपनी मौसी का तन न उघाड़ना क्योंकि वह तुम्हारी माता की निकट कुटुम्बिनी है +13509,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_014.wav,अपने चाचा का तन न उघाड़ना अर्थात् उसकी स्त्री के पास न जाना वह तो तुम्हारी चाची है +13510,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_015.wav,अपनी बहू का तन न उघाड़ना वह तो तुम्हारे बेटे की स्त्री है इस कारण तुम उसका तन न उघाड़ना +13511,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_016.wav,अपनी भाभी का तन न उघाड़ना वह तो तुम्हारे भाई ही का तन है +13512,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_017.wav,किसी स्त्री और उसकी बेटी दोनों का तन न उघाड़ना और उसकी पोती को या उसकी नातिन को अपनी स्त्री करके उसका तन न उघाड़ना वे तो निकट कुटुम्बिनी है ऐसा करना महापाप है +13513,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_018.wav,और अपनी स्त्री की बहन को भी अपनी स्त्री करके उसकी सौत न करना कि पहली के जीवित रहते हुए उसका तन भी उघाड़े +13514,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_019.wav,फिर जब तक कोई स्त्री अपने ऋतु के कारण अशुद्ध रहे तब तक उसके पास उसका तन उघाड़ने को न जाना +13515,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_020.wav,फिर अपने भाईबन्धु की स्त्री से कुकर्म करके अशुद्ध न हो जाना +13516,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_021.wav,अपनी सन्तान में से किसी को मोलेक के लिये होम करके न चढ़ाना और न अपने परमेश्वर के नाम को अपवित्र ठहराना मैं यहोवा हूँ +13517,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_022.wav,स्त्रीगमन की रीति पुरुषगमन न करना वह तो घिनौना काम है +13518,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_023.wav,किसी जाति के पशु के साथ पशुगमन करके अशुद्ध न हो जाना और न कोई स्त्री पशु के सामने इसलिए खड़ी हो कि उसके संग कुकर्म करे यह तो उलटी बात है +13519,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_024.wav,ऐसाऐसा कोई भी काम करके अशुद्ध न हो जाना क्योंकि जिन जातियों को मैं तुम्हारे आगे से निकालने पर हूँ वे ऐसेऐसे काम करके अशुद्ध हो गई हैं +13520,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_025.wav,और उनका देश भी अशुद्ध हो गया है इस कारण मैं उस पर उसके अधर्म का दण्ड देता हूँ और वह देश अपने निवासियों को उगल देता है +13521,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_026.wav,इस कारण तुम लोग मेरी विधियों और नियमों को निरन्तर मानना और चाहे देशी चाहे तुम्हारे बीच रहनेवाला परदेशी हो तुम में से कोई भी ऐसा घिनौना काम न करे +13522,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_027.wav,क्योंकि ऐसे सब घिनौने कामों को उस देश के मनुष्य जो तुम से पहले उसमें रहते थे वे करते आए ह��ं इसी से वह देश अशुद्ध हो गया है +13523,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_028.wav,अब ऐसा न हो कि जिस रीति से जो जाति तुम से पहले उस देश में रहती थी उसको उसने उगल दिया उसी रीति जब तुम उसको अशुद्ध करो तो वह तुम को भी उगल दे +13524,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_029.wav,जितने ऐसा कोई घिनौना काम करें वे सब प्राणी अपने लोगों में से नष्ट किए जाएँ +13525,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_018_030.wav,यह आज्ञा जो मैंने तुम्हारे मानने को दी है उसे तुम मानना और जो घिनौनी रीतियाँ तुम से पहले प्रचलित हैं उनमें से किसी पर न चलना और न उनके कारण अशुद्ध हो जाना मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13526,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13527,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_002.wav,इस्राएलियों की सारी मण्डली से कह कि तुम पवित्र बने रहो क्योंकि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा पवित्र हूँ +13528,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_003.wav,तुम अपनीअपनी माता और अपनेअपने पिता का भय मानना और मेरे विश्रामदिनों को मानना मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13529,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_004.wav,तुम मूरतों की ओर न फिरना और देवताओं की प्रतिमाएँ ढालकर न बना लेना मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13530,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_005.wav,जब तुम यहोवा के लिये मेलबलि करो तब ऐसा बलिदान करना जिससे मैं तुम से प्रसन्न हो जाऊँ +13531,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_006.wav,उसका माँस बलिदान के दिन और दूसरे दिन खाया जाए परन्तु तीसरे दिन तक जो रह जाए वह आग में जला दिया जाए +13532,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_007.wav,यदि उसमें से कुछ भी तीसरे दिन खाया जाए तो यह घृणित ठहरेगा और ग्रहण न किया जाएगा +13533,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_008.wav,और उसका खानेवाला यहोवा के पवित्र पदार्थ को अपवित्र ठहराता है इसलिए उसको अपने अधर्म का भार स्वयं उठाना पड़ेगा और वह प्राणी अपने लोगों में से नष्ट किया जाएगा +13534,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_009.wav,फिर जब तुम अपने देश के खेत काटो तब अपने खेत के कोनेकोने तक पूरा न काटना और काटे हुए खेत की गिरी पड़ी बालों को न चुनना +13535,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_010.wav,और अपनी दाख की बारी का दानादाना न तोड़ लेना और अपनी दाख की बारी के झड़े हुए अंगूरों को न बटोरना उन्हें दीन और परदेशी लोगों के लिये छोड़ देना मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13536,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_011.wav,तुम चोरी न करना और एक दूसरे से न तो कपट करना और न झूठ बोलना +13537,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_012.wav,तुम मेरे नाम की झूठी शपथ खाके अपने परमेश्वर का नाम अपवित्र न ठहराना मैं यहोवा हूँ +13538,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_013.wav,एक दूसरे पर अंधेर न करना और न एक दूसरे को लूट लेना मजदूर की मजदूरी तेरे पास सारी रात सवेरे तक न रहने पाए +13539,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_014.wav,बहरे को श्राप न देना और न अंधे के आगे ठोकर रखना और अपने परमेश्वर का भय मानना मैं यहोवा हूँ +13540,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_015.wav,न्याय में कुटिलता न करना और न तो कंगाल का पक्ष करना और न बड़े मनुष्यों का मुँह देखा विचार करना एक दूसरे का न्याय धार्मिकता से करना +13541,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_016.wav,बकवादी बनके अपने लोगों में न फिरा करना और एक दूसरे का लहू बहाने की युक्तियाँ न बाँधना मैं यहोवा हूँ +13542,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_017.wav,अपने मन में एक दूसरे के प्रति बैर न रखना अपने पड़ोसी को अवश्य डाँटना नहीं तो उसके पाप का भार तुझको उठाना पड़ेगा +13543,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_018.wav,बदला न लेना और न अपने जातिभाइयों से बैर रखना परन्तु एक दूसरे से अपने समान प्रेम रखना मैं यहोवा हूँ +13544,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_019.wav,तुम मेरी विधियों को निरन्तर मानना अपने पशुओं को भिन्न जाति के पशुओं से मेल न खाने देना अपने खेत में दो प्रकार के बीज इकट्ठे न बोना और सनी और ऊन की मिलावट से बना हुआ वस्त्र न पहनना +13545,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_020.wav,फिर कोई स्त्री दासी हो और उसकी मंगनी किसी पुरुष से हुई हो परन्तु वह न तो दास से और न सेंतमेंत स्वाधीन की गई हो उससे यदि कोई कुकर्म करे तो उन दोनों को दण्ड तो मिले पर उस स्त्री के स्वाधीन न होने के कारण वे दोनों मार न डाले जाएँ +13546,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_021.wav,पर वह पुरुष मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के पास एक मेढ़ा दोषबलि के लिये ले आए +13547,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_022.wav,और याजक उसके किए हुए पाप के कारण दोषबलि के मेढ़े के द्वारा उसके लिये यहोवा के सामने प्रायश्चित करे तब उसका किया हुआ पाप क्षमा किया जाएगा +13548,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_023.wav,फिर जब तुम कनान देश में पहुँचकर किसी प्रकार के फल के वृक्ष लगाओ तो उनके फल तीन वर्ष तक तुम्हारे लिये मानो खतनारहित ठहरे रहें इसलिए उनमें से कुछ न खाया जाए +13549,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_024.wav,और चौथे वर्ष में उनके सब फल यहोवा की स्तुति करने के लिये पवित्र ठहरें +13550,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_025.wav,तब पाँचवें वर्ष में तुम उनके फल खाना इसलिए कि उनसे तुम को बहुत फल मिलें मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13551,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_026.wav,तुम लहू लगा हुआ कुछ माँस न खाना और न टोना करना और न शुभ या अशुभ मुहूर्त्तों को मानना +13552,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_027.wav,अपने सिर में घेरा रखकर न मुँण्ड़ाना और न अपने गाल के बालों को मुँण्ड़ाना +13553,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_028.wav,मुर्दों के कारण अपने शरीर को बिलकुल न चीरना और न उसमें छाप लगाना मैं यहोवा हूँ +13554,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_029.wav,अपनी बेटियों को वेश्या बनाकर अपवित्र न करना ऐसा न हो कि देश वेश्‍यागमन के कारण महापाप से भर जाए +13555,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_030.wav,मेरे विश्रामदिन को माना करना और मेरे पवित्रस्थान का भय निरन्तर मानना मैं यहोवा हूँ +13556,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_031.wav,ओझाओं और भूत साधनेवालों की ओर न फिरना और ऐसों की खोज करके उनके कारण अशुद्ध न हो जाना मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13557,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_032.wav,पक्के बाल वाले के सामने उठ खड़े होना और बूढ़े का आदरमान करना और अपने परमेश्वर का भय निरन्तर मानना मैं यहोवा हूँ +13558,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_033.wav,यदि कोई परदेशी तुम्हारे देश में तुम्हारे संग रहे तो उसको दुःख न देना +13559,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_034.wav,जो परदेशी तुम्हारे संग रहे वह तुम्हारे लिये देशी के समान हो और उससे अपने ही समान प्रेम रखना क्योंकि तुम भी मिस्र देश में परदेशी थे मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13560,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_035.wav,तुम न्याय में और परिमाण में और तौल में और नाप में कुटिलता न करना +13561,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_036.wav,सच्चा तराजू धर्म के बटखरे सच्चा एपा और धर्म का हीन तुम्हारे पास रहें मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ जो तुम को मिस्र देश से निकाल ले आया +13562,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_019_037.wav,इसलिए तुम मेरी सब विधियों और सब नियमों को मानते हुए निरन्तर पालन करो मैं यहोवा हूँ +13563,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13564,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_002.wav,इस्राएलियों से कह कि इस्राएलियों में से या इस्राएलियों के बीच रहनेवाले परदेशियों में से कोई क्यों न हो जो अपनी कोई सन्तान मोलेक को बलिदान करे वह निश्चय मार डाला जाए और जनता उसको पथरवाह करे +13565,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_003.wav,मैं भी उस मनुष्य के विरुद्ध होकर उसको उसके लोगों में से इस कारण नाश करूँगा कि उसने अपनी सन्तान मोलेक को देकर मेरे पवित्रस्थान को अशुद्ध किया और मेरे पवित्र नाम को अपवित्र ठहराया +13566,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_004.wav,और यदि कोई अपनी सन्तान मोलेक को बलिदान करे और जनता उसके विषय में आनाकानी करे और उसको मार न डाले +13567,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_005.wav,तब तो मैं स्वयं उस मनुष्य और उसके घराने के विरुद्ध होकर उसको और जितने उसके पीछे होकर मोलेक के साथ व्यभिचार करें उन सभी को भी उनके लोगों के बीच में से नाश करूँगा +13568,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_006.wav,फिर जो मनुष्य ओझाओं या भूत साधनेवालों की ओर फिरके और उनके पीछे होकर व्यभिचारी बने तब मैं उस मनुष्य के विरुद्ध होकर उसको उसके लोगों के बीच में से नाश कर दूँगा +13569,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_007.wav,इसलिए तुम अपने आपको पवित्र करो और पवित्र बने रहो क्योंकि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13570,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_008.wav,और तुम मेरी विधियों को मानना और उनका पालन भी करना क्योंकि मैं तुम्हारा पवित्र करनेवाला यहोवा हूँ +13571,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_009.wav,कोई क्यों न हो जो अपने पिता या माता को श्राप दे वह निश्चय मार डाला जाए उसने अपने पिता या माता को श्राप दिया है इस कारण उसका खून उसी के सिर पर पड़ेगा +13572,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_010.wav,फिर यदि कोई पराई स्त्री के साथ व्यभिचार करे तो जिसने किसी दूसरे की स्त्री के साथ व्यभिचार किया हो तो वह व्यभिचारी और वह व्यभिचारिणी दोनों निश्चय मार डालें जाएँ +13573,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_011.wav,यदि कोई अपनी सौतेली माता के साथ सोए वह अपने पिता ही का तन उघाड़नेवाला ठहरेगा इसलिए वे दोनों निश्चय मार डाले जाएँ उनका खून उन्हीं के सिर पर पड़ेगा +13574,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_012.wav,यदि कोई अपनी बहू के साथ सोए तो वे दोनों निश्चय मार डाले जाएँ क्योंकि वे उलटा काम करनेवाले ठहरेंगे और उनका खून उन्हीं के सिर पर पड़ेगा +13575,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_013.wav,यदि कोई जिस रीति स्त्री से उसी रीति पुरुष से प्रसंग करे तो वे दोनों घिनौना काम करनेवाले ठहरेंगे इस कारण वे निश्चय मार डाले जाएँ उनका खून उन्हीं के सिर पर पड़ेगा +13576,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_014.wav,यदि कोई अपनी पत्नी और अपनी सास दोनों को रखे तो यह महापाप है इसलिए वह पुरुष और वे स्त्रियाँ तीनों के तीनों आग में जलाए जाएँ जिससे तुम्हारे बीच महापाप न हो +13577,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_015.wav,फिर यदि कोई पुरुष पशुगामी हो तो पुरुष और पशु दोनों निश्चय मार डाले जाएँ +13578,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_016.wav,यदि कोई स्त्री पशु के पास जाकर उसके संग कुकर्म करे तो तू उस स्त्री और पशु दोनों को घात करना वे निश्चय मार डाले जाएँ उनका खून उन्हीं के सिर पर पड़ेगा +13579,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_017.wav,यदि कोई अपनी बहन का चाहे उसकी सगी बहन हो चाहे सौतेली उसका नग्‍न तन देखे और उसकी बहन भी उसका नग्‍न तन देखे तो यह निन्दित बात है वे दोनों अपने जातिभाइयों की आँखों के सामने नाश किए जाएँ क्योंकि जो अपनी बहन का तन उघाड़नेवाला ठहरेगा उसे अपने अधर्म का भार स्वयं उठाना पड़ेगा +13580,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_018.wav,फिर यदि कोई पुरुष किसी ऋतुमती स्त्री के संग सोकर उसका तन उघाड़े तो वह पुरुष उसके रूधिर के सोते का उघाड़नेवाला ठहरेगा और वह स्त्री अपने रूधिर के सोते की उघाड़नेवाली ठहरेगी इस कारण वे दोनों अपने लोगों के बीच में से नाश किए जाएँ +13581,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_019.wav,अपनी मौसी या फूफी का तन न उघाड़ना क्योंकि जो उसे उघाड़े वह अपनी निकट कुटुम्बिनी को नंगा करता है इसलिए इन दोनों को अपने अधर्म का भार उठाना पड़ेगा +13582,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_020.wav,यदि कोई अपनी चाची के संग सोए तो वह अपने चाचा का तन उघाड़नेवाला ठहरेगा इसलिए वे दोनों अपने पाप का भार को उठाए हुए निर्वंश मर जाएँगे +13583,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_021.wav,यदि कोई अपनी भाभी को अपनी पत्नी बनाए तो इसे घिनौना काम जानना और वह अपने भाई का तन उघाड़नेवाला ठहरेगा इस कारण वे दोनों निःसन्तान रहेंगे +13584,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_022.wav,तुम मेरी सब विधियों और मेरे सब नियमों को समझ के साथ मानना जिससे यह न हो कि जिस देश में मैं तुम्हें लिये जा रहा हूँ वह तुम को उगल दे +13585,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_023.wav,और जिस जाति के लोगों को मैं तुम्हारे आगे से निकालता हूँ उनकी रीतिरस्म पर न चलना क्योंकि उन लोगों ने जो ये सब कुकर्म किए हैं इसी कारण मुझे उनसे घृणा हो गई है +13586,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_024.wav,पर मैं तुम लोगों से कहता हूँ कि तुम तो उनकी भूमि के अधिकारी होंगे और मैं इस देश को जिसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं तुम्हारे अधिकार में कर दूँगा मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ जिसने तुम को अन्य देशों के लोगों से अलग किया है +13587,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_025.wav,इस कारण तुम शुद्ध और अशुद्ध पशुओं में और शुद्ध और अशुद्ध पक्षियों में भेद करना और कोई पशु या पक्षी या किसी प्रकार का भूमि पर रेंगनेवाला जीवजन्तु क्यों न हो जिसको मैंने तुम्हारे लिये अशुद्ध ठहराकर वर्जित किया है उससे अपने आपको अशुद्ध न करना +13588,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_026.wav,तुम मेरे लिये पवित्र बने रहना क्योंकि मैं यहोवा स्वयं पवित्र हूँ और मैंने तुम को और देशों के लोगों से इसलिए अलग किया है कि तुम निरन्तर मेरे ही बने रहो +13589,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_020_027.wav,यदि कोई पुरुष या स्त्री ओझाई या भूत की साधना करे तो वह निश्चय मार डाला जाए ऐसों पर पथराव किया जाए उनका खून उन्हीं के सिर पर पड़ेगा +13590,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा हारून के पुत्र जो याजक हैं उनसे कह कि तुम्हारे लोगों में से कोई भी मरे तो उसके कारण तुम में से कोई अपने को अशुद्ध न करे +13591,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_002.wav,अपने निकट कुटुम्बियों अर्थात् अपनी माता या पिता या बेटे या बेटी या भाई के लिये +13592,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_003.wav,या अपनी कुँवारी ���हन जिसका विवाह न हुआ हो जिनका निकट का सम्बंध है उनके लिये वह अपने को अशुद्ध कर सकता है +13593,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_004.wav,पर याजक होने के नाते से वह अपने लोगों में प्रधान है इसलिए वह अपने को ऐसा अशुद्ध न करे कि अपवित्र हो जाए +13594,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_005.wav,वे न तो अपने सिर मुँण्ड़ाएँ और न अपने गाल के बालों को मुँण्ड़ाएँ और न अपने शरीर चीरें +13595,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_006.wav,वे अपने परमेश्वर के लिये पवित्र बने रहें और अपने परमेश्वर का नाम अपवित्र न करें क्योंकि वे यहोवा के हव्य को जो उनके परमेश्वर का भोजन है चढ़ाया करते हैं इस कारण वे पवित्र बने रहें +13596,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_007.wav,वे वेश्या या भ्रष्टा को ब्याह न लें और न त्यागी हुई को ब्याह लें क्योंकि याजक अपने परमेश्वर के लिये पवित्र होता है +13597,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_008.wav,इसलिए तू याजक को पवित्र जानना क्योंकि वह तुम्हारे परमेश्वर का भोजन चढ़ाया करता है इसलिए वह तेरी दृष्टि में पवित्र ठहरे क्योंकि मैं यहोवा जो तुम को पवित्र करता हूँ पवित्र हूँ +13598,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_009.wav,और यदि याजक की बेटी वेश्या बनकर अपने आपको अपवित्र करे तो वह अपने पिता को अपवित्र ठहराती है वह आग में जलाई जाए +13599,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_010.wav,जो अपने भाइयों में महायाजक हो जिसके सिर पर अभिषेक का तेल डाला गया हो और जिसका पवित्र वस्त्रों को पहनने के लिये संस्कार हुआ हो वह अपने सिर के बाल बिखरने न दे और न अपने वस्त्र फाड़े +13600,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_011.wav,और न वह किसी लोथ के पास जाए और न अपने पिता या माता के कारण अपने को अशुद्ध करे +13601,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_012.wav,और वह पवित्रस्थान से बाहर भी न निकले और न अपने परमेश्वर के पवित्रस्थान को अपवित्र ठहराए क्योंकि वह अपने परमेश्वर के अभिषेक का तेलरूपी मुकुट धारण किए हुए है मैं यहोवा हूँ +13602,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_013.wav,और वह कुँवारी स्त्री को ब्याहे +13603,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_014.wav,जो विधवा या त्यागी हुई या भ्रष्ट या वेश्या हो ऐसी किसी से वह विवाह न करे वह अपने ही लोगों के बीच में की किसी कुँवारी कन्या से विवाह करे +13604,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_015.wav,और वह अपनी सन्तान को अपने लोगों में अपवित्र न करे क्योंकि मैं उसका पवित्र करनेवाला यहोवा हूँ +13605,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_016.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13606,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_017.wav,हारून से कह कि तेरे वंश की पीढ़ीपीढ़ी में जिस किसी के कोई भी शारीरिक दोष हो वह अपने परमेश्वर का भोजन चढ़ाने के लिये समीप न आए +13607,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_018.wav,कोई क्यों न हो जिसमें दोष ���ो वह समीप न आए चाहे वह अंधा हो चाहे लँगड़ा चाहे नकचपटा हो चाहे उसके कुछ अधिक अंग हों +13608,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_019.wav,या उसका पाँव या हाथ टूटा हो +13609,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_020.wav,या वह कुबड़ा या बौना हो या उसकी आँख में दोष हो या उस मनुष्य के चाईं या खुजली हो या उसके अण्ड पिचके हों +13610,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_021.wav,हारून याजक के वंश में से जिस किसी में कोई भी शारीरिक दोष हो वह यहोवा के हव्य चढ़ाने के लिये समीप न आए वह जो दोषयुक्त है कभी भी अपने परमेश्वर का भोजन चढ़ाने के लिये समीप न आए +13611,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_022.wav,वह अपने परमेश्वर के पवित्र और परमपवित्र दोनों प्रकार के भोजन को खाए +13612,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_023.wav,परन्तु उसके दोष के कारण वह न तो बीचवाले पर्दे के भीतर आए और न वेदी के समीप जिससे ऐसा न हो कि वह मेरे पवित्रस्थानों को अपवित्र करे क्योंकि मैं उनका पवित्र करनेवाला यहोवा हूँ +13613,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_021_024.wav,इसलिए मूसा ने हारून और उसके पुत्रों को तथा सब इस्राएलियों को यह बातें कह सुनाईं +13614,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13615,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_002.wav,हारून और उसके पुत्रों से कह कि इस्राएलियों की पवित्र की हुई वस्तुओं से जिनको वे मेरे लिये पवित्र करते हैं अलग रहें और मेरे पवित्र नाम को अपवित्र न करें मैं यहोवा हूँ +13616,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_003.wav,और उनसे कह कि तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में तुम्हारे सारे वंश में से जो कोई अपनी अशुद्धता की दशा में उन पवित्र की हुई वस्तुओं के पास जाए जिन्हें इस्राएली यहोवा के लिये पवित्र करते हैं वह मनुष्य मेरे सामने से नाश किया जाएगा मैं यहोवा हूँ +13617,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_004.wav,हारून के वंश में से कोई क्यों न हो जो कोढ़ी हो या उसके प्रमेह हो वह मनुष्य जब तक शुद्ध न हो जाए तब तक पवित्र की हुई वस्तुओं में से कुछ न खाए और जो लोथ के कारण अशुद्ध हुआ हो या जिसका वीर्य स्खलित हुआ हो ऐसे मनुष्य को जो कोई छूए +13618,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_005.wav,और जो कोई किसी ऐसे रेंगनेवाले जन्तु को छूए जिससे लोग अशुद्ध हो सकते हैं या किसी ऐसे मनुष्य को छूए जिसमें किसी प्रकार की अशुद्धता हो जो उसको भी लग सकती है +13619,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_006.wav,तो वह याजक जो इनमें से किसी को छूए साँझ तक अशुद्ध ठहरा रहे और जब तक जल से स्नान न कर ले तब तक पवित्र वस्तुओं में से कुछ न खाए +13620,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_007.wav,तब सूर्य अस्त होने पर वह शुद्ध ठहरेगा और तब वह पवित्र वस्तुओं में से खा सकेगा क्योंकि उसका भोजन वही है +13621,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_008.wav,जो ज��नवर आप से मरा हो या पशु से फाड़ा गया हो उसे खाकर वह अपने आपको अशुद्ध न करे मैं यहोवा हूँ +13622,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_009.wav,इसलिए याजक लोग मेरी सौंपी हुई वस्तुओं की रक्षा करें ऐसा न हो कि वे उनको अपवित्र करके पाप का भार उठाए और इसके कारण मर भी जाएँ मैं उनका पवित्र करनेवाला यहोवा हूँ +13623,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_010.wav,पराए कुल का जन किसी पवित्र वस्तु को न खाने पाए चाहे वह याजक का अतिथि हो या मजदूर हो तो भी वह कोई पवित्र वस्तु न खाए +13624,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_011.wav,यदि याजक किसी दास को रुपया देकर मोल ले तो वह दास उसमें से खा सकता है और जो याजक के घर में उत्पन्न हुए हों चाहे कुटुम्बी या दास वे भी उसके भोजन में से खाएँ +13625,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_012.wav,और यदि याजक की बेटी पराए कुल के किसी पुरुष से विवाह हो तो वह भेंट की हुई पवित्र वस्तुओं में से न खाए +13626,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_013.wav,यदि याजक की बेटी विधवा या त्यागी हुई हो और उसकी सन्तान न हो और वह अपनी बाल्यावस्था की रीति के अनुसार अपने पिता के घर में रहती हो तो वह अपने पिता के भोजन में से खाए पर पराए कुल का कोई उसमें से न खाने पाए +13627,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_014.wav,और यदि कोई मनुष्य किसी पवित्र वस्तु में से कुछ भूल से खा जाए तो वह उसका पाँचवाँ भाग बढ़ाकर उसे याजक को भर दे +13628,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_015.wav,वे इस्राएलियों की पवित्र की हुई वस्तुओं को जिन्हें वे यहोवा के लिये चढ़ाएँ अपवित्र न करें +13629,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_016.wav,वे उनको अपनी पवित्र वस्तुओं में से खिलाकर उनसे अपराध का दोष न उठवाएँ मैं उनका पवित्र करनेवाला यहोवा हूँ +13630,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_017.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13631,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_018.wav,हारून और उसके पुत्रों से और इस्राएलियों से समझाकर कह कि इस्राएल के घराने या इस्राएलियों में रहनेवाले परदेशियों में से कोई क्यों न हो जो मन्नत या स्वेच्छाबलि करने के लिये यहोवा को कोई होमबलि चढ़ाए +13632,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_019.wav,तो अपने निमित्त ग्रहणयोग्य ठहरने के लिये बैलों या भेड़ों या बकरियों में से निर्दोष नर चढ़ाया जाए +13633,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_020.wav,जिसमें कोई भी दोष हो उसे न चढ़ाना क्योंकि वह तुम्हारे निमित्त ग्रहणयोग्य न ठहरेगा +13634,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_021.wav,और जो कोई बैलों या भेड़बकरियों में से विशेष वस्तु संकल्प करने के लिये या स्वेच्छाबलि के लिये यहोवा को मेलबलि चढ़ाए तो ग्रहण होने के लिये अवश्य है कि वह निर्दोष हो उसमें कोई भी दोष न हो +13635,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_022.wav,जो अंधा या अंग का टूटा या लूला ���ो अथवा उसमें रसौली या खौरा या खुजली हो ऐसों को यहोवा के लिये न चढ़ाना उनको वेदी पर यहोवा के लिये हव्य न चढ़ाना +13636,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_023.wav,जिस किसी बैल या भेड़ या बकरे का कोई अंग अधिक या कम हो उसको स्वेच्छाबलि के लिये चढ़ा सकते हो परन्तु मन्नत पूरी करने के लिये वह ग्रहण न होगा +13637,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_024.wav,जिसके अण्ड दबे या कुचले या टूटे या कट गए हों उसको यहोवा के लिये न चढ़ाना और अपने देश में भी ऐसा काम न करना +13638,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_025.wav,फिर इनमें से किसी को तुम अपने परमेश्वर का भोजन जानकर किसी परदेशी से लेकर न चढ़ाओ क्योंकि उनमें दोष और कलंक है इसलिए वे तुम्हारे निमित्त ग्रहण न होंगे +13639,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_026.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13640,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_027.wav,जब बछड़ा या भेड़ या बकरी का बच्चा उत्पन्न हो तो वह सात दिन तक अपनी माँ के साथ रहे फिर आठवें दिन से आगे को वह यहोवा के हव्य चढ़ावे के लिये ग्रहणयोग्य ठहरेगा +13641,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_028.wav,चाहे गाय चाहे भेड़ी या बकरी हो उसको और उसके बच्चे को एक ही दिन में बलि न करना +13642,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_029.wav,और जब तुम यहोवा के लिये धन्यवाद का मेलबलि चढ़ाओ तो उसे इसी प्रकार से करना जिससे वह ग्रहणयोग्य ठहरे +13643,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_030.wav,वह उसी दिन खाया जाए उसमें से कुछ भी सवेरे तक रहने न पाए मैं यहोवा हूँ +13644,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_031.wav,इसलिए तुम मेरी आज्ञाओं को मानना और उनका पालन करना मैं यहोवा हूँ +13645,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_032.wav,और मेरे पवित्र नाम को अपवित्र न ठहराना क्योंकि मैं इस्राएलियों के बीच अवश्य ही पवित्र माना जाऊँगा मैं तुम्हारा पवित्र करनेवाला यहोवा हूँ +13646,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_022_033.wav,जो तुम को मिस्र देश से निकाल लाया है जिससे तुम्हारा परमेश्वर बना रहूँ मैं यहोवा हूँ +13647,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13648,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_002.wav,इस्राएलियों से कह कि यहोवा के पर्व जिनका तुम को पवित्र सभा एकत्रित करने के लिये नियत समय पर प्रचार करना होगा मेरे वे पर्व ये हैं +13649,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_003.wav,छः दिन कामकाज किया जाए पर सातवाँ दिन परमविश्राम का और पवित्र सभा का दिन है उसमें किसी प्रकार का कामकाज न किया जाए वह तुम्हारे सब घरों में यहोवा का विश्रामदिन ठहरे +13650,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_004.wav,फिर यहोवा के पर्व जिनमें से एकएक के ठहराये हुए समय में तुम्हें पवित्र सभा करने के लिये प्रचार करना होगा वे ये हैं +13651,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_005.wav,पहले महीने के चौदहवें दिन को साँझ के समय यहोवा का फस��� हुआ करे +13652,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_006.wav,और उसी महीने के पन्द्रहवें दिन को यहोवा के लिये अख़मीरी रोटी का पर्व हुआ करे उसमें तुम सात दिन तक अख़मीरी रोटी खाया करना +13653,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_007.wav,उनमें से पहले दिन तुम्हारी पवित्र सभा हो और उस दिन परिश्रम का कोई काम न करना +13654,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_008.wav,और सातों दिन तुम यहोवा को हव्य चढ़ाया करना और सातवें दिन पवित्र सभा हो उस दिन परिश्रम का कोई काम न करना +13655,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_009.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13656,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_010.wav,इस्राएलियों से कह कि जब तुम उस देश में प्रवेश करो जिसे यहोवा तुम्हें देता है और उसमें के खेत काटो तब अपनेअपने पके खेत की पहली उपज का पूला याजक के पास ले आया करना +13657,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_011.wav,और वह उस पूले को यहोवा के सामने हिलाए कि वह तुम्हारे निमित्त ग्रहण किया जाए वह उसे विश्रामदिन के अगले दिन हिलाए +13658,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_012.wav,और जिस दिन तुम पूले को हिलवाओ उसी दिन एक वर्ष का निर्दोष भेड़ का बच्चा यहोवा के लिये होमबलि चढ़ाना +13659,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_013.wav,और उसके साथ का अन्नबलि एपा के दो दसवें अंश तेल से सने हुए मैदे का हो वह सुखदायक सुगन्ध के लिये यहोवा का हव्य हो और उसके साथ का अर्घ हीन भर की चौथाई दाखमधु हो +13660,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_014.wav,और जब तक तुम इस चढ़ावे को अपने परमेश्वर के पास न ले जाओ उस दिन तक नये खेत में से न तो रोटी खाना और न भूना हुआ अन्न और न हरी बालें यह तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में तुम्हारे सारे घरानों में सदा की विधि ठहरे +13661,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_015.wav,फिर उस विश्रामदिन के दूसरे दिन से अर्थात् जिस दिन तुम हिलाई जानेवाली भेंट के पूले को लाओगे उस दिन से पूरे सात विश्रामदिन गिन लेना +13662,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_016.wav,सातवें विश्रामदिन के अगले दिन तक पचास दिन गिनना और पचासवें दिन यहोवा के लिये नया अन्नबलि चढ़ाना +13663,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_017.wav,तुम अपने घरों में से एपा के दो दसवें अंश मैदे की दो रोटियाँ हिलाने की भेंट के लिये ले आना वे ख़मीर के साथ पकाई जाएँ और यहोवा के लिये पहली उपज ठहरें +13664,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_018.wav,और उस रोटी के संग एकएक वर्ष के सात निर्दोष भेड़ के बच्चे और एक बछड़ा और दो मेढ़े चढ़ाना वे अपनेअपने साथ के अन्नबलि और अर्घ समेत यहोवा के लिये होमबलि के समान चढ़ाए जाएँ अर्थात् वे यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्ध देनेवाला हव्य ठहरें +13665,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_019.wav,फिर पापबलि के लिये एक बकरा और मेलबलि के लिये एकएक वर्ष के दो भेड़ के बच्चे ���ढ़ाना +13666,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_020.wav,तब याजक उनको पहली उपज की रोटी समेत यहोवा के सामने हिलाने की भेंट के लिये हिलाए और इन रोटियों के संग वे दो भेड़ के बच्चे भी हिलाए जाएँ वे यहोवा के लिये पवित्र और याजक का भाग ठहरें +13667,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_021.wav,और तुम उस दिन यह प्रचार करना कि आज हमारी एक पवित्र सभा होगी और परिश्रम का कोई काम न करना यह तुम्हारे सारे घरानों में तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में सदा की विधि ठहरे +13668,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_022.wav,जब तुम अपने देश में के खेत काटो तब अपने खेत के कोनों को पूरी रीति से न काटना और खेत में गिरी हुई बालों को न इकट्ठा करना उसे गरीब और परदेशी के लिये छोड़ देना मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13669,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_023.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13670,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_024.wav,इस्राएलियों से कह कि सातवें महीने के पहले दिन को तुम्हारे लिये परमविश्राम हो उस दिन को स्मरण दिलाने के लिये नरसिंगे फूँके जाएँ और एक पवित्र सभा इकट्ठी हो +13671,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_025.wav,उस दिन तुम परिश्रम का कोई काम न करना और यहोवा के लिये एक हव्य चढ़ाना +13672,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_026.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13673,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_027.wav,उसी सातवें महीने का दसवाँ दिन प्रायश्चित का दिन माना जाए वह तुम्हारी पवित्र सभा का दिन होगा और उसमें तुम उपवास करना और यहोवा का हव्य चढ़ाना +13674,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_028.wav,उस दिन तुम किसी प्रकार का कामकाज न करना क्योंकि वह प्रायश्चित का दिन नियुक्त किया गया है जिसमें तुम्हारे परमेश्वर यहोवा के सामने तुम्हारे लिये प्रायश्चित किया जाएगा +13675,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_029.wav,इसलिए जो मनुष्य उस दिन उपवास न करे वह अपने लोगों में से नाश किया जाएगा +13676,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_030.wav,और जो मनुष्य उस दिन किसी प्रकार का कामकाज करे उस मनुष्य को मैं उसके लोगों के बीच में से नाश कर डालूँगा +13677,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_031.wav,तुम किसी प्रकार का कामकाज न करना यह तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में तुम्हारे घराने में सदा की विधि ठहरे +13678,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_032.wav,वह दिन तुम्हारे लिये परमविश्राम का हो उसमें तुम उपवास करना और उस महीने के नवें दिन की साँझ से अगली साँझ तक अपना विश्रामदिन माना करना +13679,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_033.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13680,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_034.wav,इस्राएलियों से कह कि उसी सातवें महीने के पन्द्रहवें दिन से सात दिन तक यहोवा के लिये झोपड़ियों का पर्व रहा करे +13681,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_035.wav,पहले दिन पवित्र सभा हो उसमें परिश्रम का कोई का��� न करना +13682,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_036.wav,सातों दिन यहोवा के लिये हव्य चढ़ाया करना फिर आठवें दिन तुम्हारी पवित्र सभा हो और यहोवा के लिये हव्य चढ़ाना वह महासभा का दिन है और उसमें परिश्रम का कोई काम न करना +13683,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_037.wav,यहोवा के नियत पर्व ये ही हैं इनमें तुम यहोवा को हव्य चढ़ाना अर्थात् होमबलि अन्नबलि मेलबलि और अर्घ प्रत्येक अपनेअपने नियत समय पर चढ़ाया जाए और पवित्र सभा का प्रचार करना +13684,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_038.wav,इन सभी से अधिक यहोवा के विश्रामदिनों को मानना और अपनी भेंटों और सब मन्नतों और स्वेच्छाबलियों को जो यहोवा को अर्पण करोगे चढ़ाया करना +13685,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_039.wav,फिर सातवें महीने के पन्द्रहवें दिन को जब तुम देश की उपज को इकट्ठा कर चुको तब सात दिन तक यहोवा का पर्व मानना पहले दिन परमविश्राम हो और आठवें दिन परमविश्राम हो +13686,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_040.wav,और पहले दिन तुम अच्छेअच्छे वृक्षों की उपज और खजूर के पत्ते और घने वृक्षों की डालियाँ और नदी में के मजनू को लेकर अपने परमेश्वर यहोवा के सामने सात दिन तक आनन्द करना +13687,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_041.wav,प्रतिवर्ष सात दिन तक यहोवा के लिये पर्व माना करना यह तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में सदा की विधि ठहरे कि सातवें महीने में यह पर्व माना जाए +13688,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_042.wav,सात दिन तक तुम झोपड़ियों में रहा करना अर्थात् जितने जन्म के इस्राएली हैं वे सब के सब झोपड़ियों में रहें +13689,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_043.wav,इसलिए कि तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी के लोग जान रखें कि जब यहोवा हम इस्राएलियों को मिस्र देश से निकालकर ला रहा था तब उसने उनको झोपड़ियों में टिकाया था मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13690,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_023_044.wav,और मूसा ने इस्राएलियों को यहोवा के पर्व के नियत समय कह सुनाए +13691,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13692,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_002.wav,इस्राएलियों को यह आज्ञा दे कि मेरे पास उजियाला देने के लिये कूट के निकाला हुआ जैतून का निर्मल तेल ले आना कि दीपक नित्य जलता रहे +13693,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_003.wav,हारून उसको मिलापवाले तम्बू में साक्षीपत्र के बीचवाले पर्दे से बाहर यहोवा के सामने नित्य साँझ से भोर तक सजा कर रखे यह तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी के लिये सदा की विधि ठहरे +13694,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_004.wav,वह दीपकों को सोने की दीवट पर यहोवा के सामने नित्य सजाया करे +13695,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_005.wav,तू मैदा लेकर बारह रोटियाँ पकवाना प्रत्येक रोटी में एपा का दो दसवाँ अंश मैदा हो +13696,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_006.wav,तब उनकी दो पंक्तियाँ करके एकएक पंक्ति में छः छः रोटियाँ स्वच्छ मेज पर यहोवा के सामने रखना +13697,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_007.wav,और एकएक पंक्ति पर शुद्ध लोबान रखना कि वह रोटी स्मरण दिलानेवाली वस्तु और यहोवा के लिये हव्य हो +13698,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_008.wav,प्रति विश्रामदिन को वह उसे नित्य यहोवा के सम्मुख क्रम से रखा करे यह सदा की वाचा की रीति इस्राएलियों की ओर से हुआ करे +13699,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_009.wav,और वह हारून और उसके पुत्रों की होंगी और वे उसको किसी पवित्रस्थान में खाएँ क्योंकि वह यहोवा के हव्यों में से सदा की विधि के अनुसार हारून के लिये परमपवित्र वस्तु ठहरी है +13700,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_010.wav,उन दिनों में किसी इस्राएली स्त्री का बेटा जिसका पिता मिस्री पुरुष था इस्राएलियों के बीच चला गया और वह इस्राएली स्त्री का बेटा और एक इस्राएली पुरुष छावनी के बीच आपस में मारपीट करने लगे +13701,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_011.wav,और वह इस्राएली स्त्री का बेटा यहोवा के नाम की निन्दा करके श्राप देने लगा यह सुनकर लोग उसको मूसा के पास ले गए उसकी माता का नाम शलोमीत था जो दान के गोत्र के दिब्री की बेटी थी +13702,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_012.wav,उन्होंने उसको हवालात में बन्द किया जिससे यहोवा की आज्ञा से इस बात पर विचार किया जाए +13703,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_013.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा +13704,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_014.wav,तुम लोग उस श्राप देनेवाले को छावनी से बाहर ले जाओ और जितनों ने वह निन्दा सुनी हो वे सब अपनेअपने हाथ उसके सिर पर रखें तब सारी मण्डली के लोग उस पर पथराव करें +13705,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_015.wav,और तू इस्राएलियों से कह कि कोई क्यों न हो जो अपने परमेश्वर को श्राप दे उसे अपने पाप का भार उठाना पड़ेगा +13706,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_016.wav,यहोवा के नाम की निन्दा करनेवाला निश्चय मार डाला जाए सारी मण्डली के लोग निश्चय उस पर पथराव करें चाहे देशी हो चाहे परदेशी यदि कोई यहोवा के नाम की निन्दा करें तो वह मार डाला जाए +13707,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_017.wav,फिर जो कोई किसी मनुष्य को जान से मारे वह निश्चय मार डाला जाए +13708,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_018.wav,और जो कोई किसी घरेलू पशु को जान से मारे वह उसका बदला दे अर्थात् प्राणी के बदले प्राणी दे +13709,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_019.wav,फिर यदि कोई किसी दूसरे को चोट पहुँचाए तो जैसा उसने किया हो वैसा ही उसके साथ भी किया जाए +13710,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_020.wav,अर्थात् अंगभंग करने के बदले अंगभंग किया जाए आँख के बदले आँख दाँत के बदले दाँत जैसी चोट जिसने किसी को पहुँचाई हो वैसी ही ���सको भी पहुँचाई जाए +13711,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_021.wav,पशु का मार डालनेवाला उसका बदला दे परन्तु मनुष्य का मार डालनेवाला मार डाला जाए +13712,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_022.wav,तुम्हारा नियम एक ही हो जैसा देशी के लिये वैसा ही परदेशी के लिये भी हो मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13713,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_024_023.wav,अतः मूसा ने इस्राएलियों को यह समझाया तब उन्होंने उस श्राप देनेवाले को छावनी से बाहर ले जाकर उस पर पथराव किया और इस्राएलियों ने वैसा ही किया जैसा यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी +13714,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_001.wav,फिर यहोवा ने सीनै पर्वत के पास मूसा से कहा +13715,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_002.wav,इस्राएलियों से कह कि जब तुम उस देश में प्रवेश करो जो मैं तुम्हें देता हूँ तब भूमि को यहोवा के लिये विश्राम मिला करे +13716,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_003.wav,छः वर्ष तो अपनाअपना खेत बोया करना और छहों वर्ष अपनीअपनी दाख की बारी छाँट छाँटकर देश की उपज इकट्ठी किया करना +13717,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_004.wav,परन्तु सातवें वर्ष भूमि को यहोवा के लिये परमविश्रामकाल मिला करे उसमें न तो अपना खेत बोना और न अपनी दाख की बारी छाँटना +13718,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_005.wav,जो कुछ काटे हुए खेत में अपने आप से उगें उसे न काटना और अपनी बिन छाँटी हुई दाखलता की दाखों को न तोड़ना क्योंकि वह भूमि के लिये परमविश्राम का वर्ष होगा +13719,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_006.wav,भूमि के विश्रामकाल ही की उपज से तुम को और तुम्हारे दासदासी को और तुम्हारे साथ रहनेवाले मजदूरों और परदेशियों को भी भोजन मिलेगा +13720,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_007.wav,और तुम्हारे पशुओं का और देश में जितने जीवजन्तु हों उनका भी भोजन भूमि की सब उपज से होगा +13721,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_008.wav,सात विश्रामवर्ष अर्थात् सातगुना सात वर्ष गिन लेना सातों विश्रामवर्षों का यह समय उनचास वर्ष होगा +13722,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_009.wav,तब सातवें महीने के दसवें दिन को अर्थात् प्रायश्चित के दिन जय जयकार के महाशब्द का नरसिंगा अपने सारे देश में सब कहीं फुँकवाना +13723,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_010.wav,और उस पचासवें वर्ष को पवित्र करके मानना और देश के सारे निवासियों के लिये छुटकारे का प्रचार करना वह वर्ष तुम्हारे यहाँ जुबली कहलाए उसमें तुम अपनीअपनी निज भूमि और अपनेअपने घराने में लौटने पाओगे +13724,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_011.wav,तुम्हारे यहाँ वह पचासवाँ वर्ष जुबली का वर्ष कहलाए उसमें तुम न बोना और जो अपने आप उगें उसे भी न काटना और न बिन छाँटी हुई दाखलता की दाखों को तोड़ना +13725,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_012.wav,क्योंकि वह तो जुबली का वर्ष होगा वह तुम्हारे लिये पवित्र होगा तुम उसकी उपज खेत ही में से ले लेकर खाना +13726,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_013.wav,इस जुबली के वर्ष में तुम अपनीअपनी निज भूमि को लौटने पाओगे +13727,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_014.wav,और यदि तुम अपने भाईबन्धु के हाथ कुछ बेचो या अपने भाईबन्धु से कुछ मोल लो तो तुम एक दूसरे पर उपद्रव न करना +13728,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_015.wav,जुबली के बाद जितने वर्ष बीते हों उनकी गिनती के अनुसार दाम ठहराके एक दूसरे से मोल लेना और शेष वर्षों की उपज के अनुसार वह तेरे हाथ बेचे +13729,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_016.wav,जितने वर्ष और रहें उतना ही दाम बढ़ाना और जितने वर्ष कम रहें उतना ही दाम घटाना क्योंकि वर्ष की उपज की संख्या जितनी हो उतनी ही वह तेरे हाथ बेचेगा +13730,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_017.wav,तुम अपनेअपने भाईबन्धु पर उपद्रव न करना अपने परमेश्वर का भय मानना मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13731,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_018.wav,इसलिए तुम मेरी विधियों को मानना और मेरे नियमों पर समझ बूझकर चलना क्योंकि ऐसा करने से तुम उस देश में निडर बसे रहोगे +13732,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_019.wav,भूमि अपनी उपज उपजाया करेगी और तुम पेट भर खाया करोगे और उस देश में निडर बसे रहोगे +13733,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_020.wav,और यदि तुम कहो कि सातवें वर्ष में हम क्या खाएँगे न तो हम बोएँगे न अपने खेत की उपज इकट्ठा करेंगे +13734,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_021.wav,तो जानो कि मैं तुम को छठवें वर्ष में ऐसी आशीष दूँगा कि भूमि की उपज तीन वर्ष तक काम आएगी +13735,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_022.wav,तुम आठवें वर्ष में बोओगे और पुरानी उपज में से खाते रहोगे और नवें वर्ष की उपज जब तक न मिले तब तक तुम पुरानी उपज में से खाते रहोगे +13736,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_023.wav,भूमि सदा के लिये बेची न जाए क्योंकि भूमि मेरी है और उसमें तुम परदेशी और बाहरी होंगे +13737,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_024.wav,लेकिन तुम अपने भाग के सारे देश में भूमि को छुड़ाने देना +13738,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_025.wav,यदि तेरा कोई भाईबन्धु कंगाल होकर अपनी निज भूमि में से कुछ बेच डाले तो उसके कुटुम्बियों में से जो सबसे निकट हो वह आकर अपने भाईबन्धु के बेचे हुए भाग को छुड़ा ले +13739,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_026.wav,यदि किसी मनुष्य के लिये कोई छुड़ानेवाला न हो और उसके पास इतना धन हो कि आप ही अपने भाग को छुड़ा सके +13740,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_027.wav,तो वह उसके बिकने के समय से वर्षों की गिनती करके शेष वर्षों की उपज का दाम उसको जिसने उसे मोल लिया हो फेर दे तब वह अपनी निज भूमि का अधिकारी हो जाए +13741,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_028.wav,परन्तु यदि उसके पास इतनी पूँजी न हो कि उसे फिर ��पनी कर सके तो उसकी बेची हुई भूमि जुबली के वर्ष तक मोल लेनेवालों के हाथ में रहे और जुबली के वर्ष में छूट जाए तब वह मनुष्य अपनी निज भूमि का फिर अधिकारी हो जाए +13742,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_029.wav,फिर यदि कोई मनुष्य शहरपनाह वाले नगर में बसने का घर बेचे तो वह बेचने के बाद वर्ष भर के अन्दर उसे छुड़ा सकेगा अर्थात् पूरे वर्ष भर उस मनुष्य को छुड़ाने का अधिकार रहेगा +13743,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_030.wav,परन्तु यदि वह वर्ष भर में न छुड़ाए तो वह घर जो शहरपनाह वाले नगर में हो मोल लेनेवाले का बना रहे और पीढ़ीपीढ़ी में उसी में वंश का बना रहे और जुबली के वर्ष में भी न छूटे +13744,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_031.wav,परन्तु बिना शहरपनाह के गाँवों के घर तो देश के खेतों के समान गिने जाएँ उनका छुड़ाना भी हो सकेगा और वे जुबली के वर्ष में छूट जाएँ +13745,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_032.wav,फिर भी लेवियों के निज भाग के नगरों के जो घर हों उनको लेवीय जब चाहें तब छुड़ाएँ +13746,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_033.wav,और यदि कोई लेवीय अपना भाग न छुड़ाए तो वह बेचा हुआ घर जो उसके भाग के नगर में हो जुबली के वर्ष में छूट जाए क्योंकि इस्राएलियों के बीच लेवियों का भाग उनके नगरों में वे घर ही हैं +13747,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_034.wav,पर उनके नगरों के चारों ओर की चराई की भूमि बेची न जाए क्योंकि वह उनका सदा का भाग होगा +13748,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_035.wav,फिर यदि तेरा कोई भाईबन्धु कंगाल हो जाए और उसकी दशा तेरे सामने तरस योग्य हो जाए तो तू उसको सम्भालना वह परदेशी या यात्री के समान तेरे संग रहे +13749,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_036.wav,उससे ब्याज या बढ़ती न लेना अपने परमेश्वर का भय मानना जिससे तेरा भाईबन्धु तेरे संग जीवन निर्वाह कर सके +13750,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_037.wav,उसको ब्याज पर रुपया न देना और न उसको भोजनवस्तु लाभ के लालच से देना +13751,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_038.wav,मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ मैं तुम्हें कनान देश देने के लिये और तुम्हारा परमेश्वर ठहरने की मनसा से तुम को मिस्र देश से निकाल लाया हूँ +13752,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_039.wav,फिर यदि तेरा कोई भाईबन्धु तेरे सामने कंगाल होकर अपने आपको तेरे हाथ बेच डाले तो उससे दास के समान सेवा न करवाना +13753,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_040.wav,वह तेरे संग मजदूर या यात्री के समान रहे और जुबली के वर्ष तक तेरे संग रहकर सेवा करता रहे +13754,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_041.wav,तब वह बालबच्चों समेत तेरे पास से निकल जाए और अपने कुटुम्ब में और अपने पितरों की निज भूमि में लौट जाए +13755,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_042.wav,क्योंकि वे मेरे ही दास हैं जिनको मैं मिस्��� देश से निकाल लाया हूँ इसलिए वे दास की रीति से न बेचे जाएँ +13756,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_043.wav,उस पर कठोरता से अधिकार न करना अपने परमेश्वर का भय मानते रहना +13757,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_044.wav,तेरे जो दासदासियाँ हों वे तुम्हारे चारों ओर की जातियों में से हों और दास और दासियाँ उन्हीं में से मोल लेना +13758,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_045.wav,जो यात्री लोग तुम्हारे बीच में परदेशी होकर रहेंगे उनमें से और उनके घरानों में से भी जो तुम्हारे आसपास हों और जो तुम्हारे देश में उत्पन्न हुए हों उनमें से तुम दास और दासी मोल लो और वे तुम्हारा भाग ठहरें +13759,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_046.wav,तुम अपने पुत्रों को भी जो तुम्हारे बाद होंगे उनके अधिकारी कर सकोगे और वे उनका भाग ठहरें उनमें से तुम सदा अपने लिये दास लिया करना परन्तु तुम्हारे भाईबन्धु जो इस्राएली हों उन पर अपना अधिकार कठोरता से न जताना +13760,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_047.wav,फिर यदि तेरे सामने कोई परदेशी या यात्री धनी हो जाए और उसके सामने तेरा भाई कंगाल होकर अपने आपको तेरे सामने उस परदेशी या यात्री या उसके वंश के हाथ बेच डाले +13761,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_048.wav,तो उसके बिक जाने के बाद वह फिर छुड़ाया जा सकता है उसके भाइयों में से कोई उसको छुड़ा सकता है +13762,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_049.wav,या उसका चाचा या चचेरा भाई तथा उसके कुल का कोई भी निकट कुटुम्बी उसको छुड़ा सकता है या यदि वह धनी हो जाए तो वह आप ही अपने को छुड़ा सकता है +13763,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_050.wav,वह अपने मोल लेनेवाले के साथ अपने बिकने के वर्ष से जुबली के वर्ष तक हिसाब करे और उसके बिकने का दाम वर्षों की गिनती के अनुसार हो अर्थात् वह दाम मजदूर के दिवसों के समान उसके साथ होगा +13764,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_051.wav,यदि जुबली के वर्ष के बहुत वर्ष रह जाएँ तो जितने रुपयों से वह मोल लिया गया हो उनमें से वह अपने छुड़ाने का दाम उतने वर्षों के अनुसार फेर दे +13765,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_052.wav,यदि जुबली के वर्ष के थोड़े वर्ष रह गए हों तो भी वह अपने स्वामी के साथ हिसाब करके अपने छुड़ाने का दाम उतने ही वर्षों के अनुसार फेर दे +13766,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_053.wav,वह अपने स्वामी के संग उस मजदूर के समान रहे जिसकी वार्षिक मजदूरी ठहराई जाती हो और उसका स्वामी उस पर तेरे सामने कठोरता से अधिकार न जताने पाए +13767,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_054.wav,और यदि वह इन रीतियों से छुड़ाया न जाए तो वह जुबली के वर्ष में अपने बालबच्चों समेत छूट जाए +13768,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_025_055.wav,क्योंकि इस्राएली मेरे ही दास हैं वे मिस्र देश से मेरे ही निकाले हुए दास हैं मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13769,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_001.wav,तुम अपने लिये मूरतें न बनाना और न कोई खुदी हुई मूर्ति या स्तम्भ अपने लिये खड़ा करना और न अपने देश में दण्डवत् करने के लिये नक्काशीदार पत्थर स्थापित करना क्योंकि मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +13770,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_002.wav,तुम मेरे विश्रामदिनों का पालन करना और मेरे पवित्रस्थान का भय मानना मैं यहोवा हूँ +13771,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_003.wav,यदि तुम मेरी विधियों पर चलो और मेरी आज्ञाओं को मानकर उनका पालन करो +13772,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_004.wav,तो मैं तुम्हारे लिये समयसमय पर मेंह बरसाऊँगा तथा भूमि अपनी उपज उपजाएगी और मैदान के वृक्ष अपनेअपने फल दिया करेंगे +13773,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_005.wav,यहाँ तक कि तुम दाख तोड़ने के समय भी दाँवनी करते रहोगे और बोने के समय भी भर पेट दाख तोड़ते रहोगे और तुम मनमानी रोटी खाया करोगे और अपने देश में निश्चिन्त बसे रहोगे +13774,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_006.wav,और मैं तुम्हारे देश में सुख चैन दूँगा और तुम सोओगे और तुम्हारा कोई डरानेवाला न होगा और मैं उस देश में खतरनाक जन्तुओं को न रहने दूँगा और तलवार तुम्हारे देश में न चलेगी +13775,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_007.wav,और तुम अपने शत्रुओं को मार भगा दोगे और वे तुम्हारी तलवार से मारे जाएँगे +13776,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_008.wav,तुम में से पाँच मनुष्य सौ को और सौ मनुष्य दस हजार को खदेड़ेंगे और तुम्हारे शत्रु तलवार से तुम्हारे आगेआगे मारे जाएँगे +13777,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_009.wav,और मैं तुम्हारी ओर कृपादृष्टि रखूँगा और तुम को फलवन्त करूँगा और बढ़ाऊँगा और तुम्हारे संग अपनी वाचा को पूर्ण करूँगा +13778,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_010.wav,और तुम रखे हुए पुराने अनाज को खाओगे और नये के रहते भी पुराने को निकालोगे +13779,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_011.wav,और मैं तुम्हारे बीच अपना निवासस्थान बनाए रखूँगा और मेरा जी तुम से घृणा नहीं करेगा +13780,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_012.wav,और मैं तुम्हारे मध्य चला फिरा करूँगा और तुम्हारा परमेश्वर बना रहूँगा और तुम मेरी प्रजा बने रहोगे +13781,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_013.wav,मैं तो तुम्हारा वह परमेश्वर यहोवा हूँ जो तुम को मिस्र देश से इसलिए निकाल ले आया कि तुम मिस्रियों के दास न बने रहो और मैंने तुम्हारे जूए को तोड़ डाला है और तुम को सीधा खड़ा करके चलाया है +13782,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_014.wav,यदि तुम मेरी न सुनोगे और इन सब आज्ञाओं को न मानोगे +13783,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_015.wav,और मेरी विधियों को निकम्मा जानोगे और तुम्हारी आत्मा मेरे निर्णयों से घृणा करे और ���ुम मेरी सब आज्ञाओं का पालन न करोगे वरन् मेरी वाचा को तोड़ोगे +13784,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_016.wav,तो मैं तुम से यह करूँगा अर्थात् मैं तुम को बेचैन करूँगा और क्षयरोग और ज्वर से पीड़ित करूँगा और इनके कारण तुम्हारी आँखें धुंधली हो जाएँगी और तुम्हारा मन अति उदास होगा और तुम्हारा बीज बोना व्यर्थ होगा क्योंकि तुम्हारे शत्रु उसकी उपज खा लेंगे +13785,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_017.wav,और मैं भी तुम्हारे विरुद्ध हो जाऊँगा और तुम अपने शत्रुओं से हार जाओगे और तुम्हारे बैरी तुम्हारे ऊपर अधिकार करेंगे और जब कोई तुम को खदेड़ता भी न होगा तब भी तुम भागोगे +13786,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_018.wav,और यदि तुम इन बातों के उपरान्त भी मेरी न सुनो तो मैं तुम्हारे पापों के कारण तुम्हें सातगुना ताड़ना और दूँगा +13787,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_019.wav,और मैं तुम्हारे बल का घमण्ड तोड़ डालूँगा और तुम्हारे लिये आकाश को मानो लोहे का और भूमि को मानो पीतल की बना दूँगा +13788,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_020.wav,और तुम्हारा बल अकारथ गँवाया जाएगा क्योंकि तुम्हारी भूमि अपनी उपज न उपजाएगी और मैदान के वृक्ष अपने फल न देंगे +13789,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_021.wav,यदि तुम मेरे विरुद्ध चलते ही रहो और मेरा कहना न मानो तो मैं तुम्हारे पापों के अनुसार तुम्हारे ऊपर और सात गुणा संकट डालूँगा +13790,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_022.wav,और मैं तुम्हारे बीच वन पशु भेजूँगा जो तुम को निर्वंश करेंगे और तुम्हारे घरेलू पशुओं को नाश कर डालेंगे और तुम्हारी गिनती घटाएँगे जिससे तुम्हारी सड़कें सूनी पड़ जाएँगी +13791,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_023.wav,फिर यदि तुम इन बातों पर भी मेरी ताड़ना से न सुधरो और मेरे विरुद्ध चलते ही रहो +13792,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_024.wav,तो मैं भी तुम्हारे विरुद्ध चलूँगा और तुम्हारे पापों के कारण मैं आप ही तुम को सात गुणा मारूँगा +13793,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_025.wav,और मैं तुम पर एक ऐसी तलवार चलवाऊँगा जो वाचा तोड़ने का पूरापूरा पलटा लेगी और जब तुम अपने नगरों में जा जाकर इकट्ठे होंगे तब मैं तुम्हारे बीच मरी फैलाऊँगा और तुम अपने शत्रुओं के वश में सौंप दिए जाओगे +13794,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_026.wav,जब मैं तुम्हारे लिये अन्न के आधार को दूर कर डालूँगा तब दस स्त्रियाँ तुम्हारी रोटी एक ही तंदूर में पकाकर तौलतौलकर बाँट देंगी और तुम खाकर भी तृप्त न होंगे +13795,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_027.wav,फिर यदि तुम इसके उपरान्त भी मेरी न सुनोगे और मेरे विरुद्ध चलते ही रहोगे +13796,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_028.wav,तो मैं अपने न्याय में तुम्हारे विरुद्ध चलूँगा और तुम्हारे प���पों के कारण तुम को सातगुना ताड़ना और भी दूँगा +13797,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_029.wav,और तुम को अपने बेटों और बेटियों का माँस खाना पड़ेगा +13798,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_030.wav,और मैं तुम्हारे पूजा के ऊँचे स्थानों को ढा दूँगा और तुम्हारे सूर्य की प्रतिमाएँ तोड़ डालूँगा और तुम्हारी लोथों को तुम्हारी तोड़ी हुई मूरतों पर फेंक दूँगा और मेरी आत्मा को तुम से घृणा हो जाएगी +13799,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_031.wav,और मैं तुम्हारे नगरों को उजाड़ दूँगा और तुम्हारे पवित्रस्थानों को उजाड़ दूँगा और तुम्हारा सुखदायक सुगन्ध ग्रहण न करूँगा +13800,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_032.wav,और मैं तुम्हारे देश को सूना कर दूँगा और तुम्हारे शत्रु जो उसमें रहते हैं वे इन बातों के कारण चकित होंगे +13801,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_033.wav,और मैं तुम को जातिजाति के बीच तितरबितर करूँगा और तुम्हारे पीछेपीछे तलवार खींचे रहूँगा और तुम्हारा देश सुना हो जाएगा और तुम्हारे नगर उजाड़ हो जाएँगे +13802,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_034.wav,तब जितने दिन वह देश सूना पड़ा रहेगा और तुम अपने शत्रुओं के देश में रहोगे उतने दिन वह अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा तब ही वह देश विश्राम पाएगा अर्थात् अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा +13803,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_035.wav,जितने दिन वह सूना पड़ा रहेगा उतने दिन उसको विश्राम रहेगा अर्थात् जो विश्राम उसको तुम्हारे वहाँ बसे रहने के समय तुम्हारे विश्रामकालों में न मिला होगा वह उसको तब मिलेगा +13804,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_036.wav,और तुम में से जो बचा रहेंगे और अपने शत्रुओं के देश में होंगे उनके हृदय में मैं कायरता उपजाऊँगा और वे पत्ते के खड़कने से भी भाग जाएँगे और वे ऐसे भागेंगे जैसे कोई तलवार से भागे और किसी के बिना पीछा किए भी वे गिर पड़ेंगे +13805,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_037.wav,जब कोई पीछा करनेवाला न हो तब भी मानो तलवार के भय से वे एक दूसरे से ठोकर खाकर गिरते जाएँगे और तुम को अपने शत्रुओं के सामने ठहरने की कुछ शक्ति न होगी +13806,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_038.wav,तब तुम जातिजाति के बीच पहुँचकर नाश हो जाओगे और तुम्हारे शत्रुओं की भूमि तुम को खा जाएगी +13807,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_039.wav,और तुम में से जो बचे रहेंगे वे अपने शत्रुओं के देशों में अपने अधर्म के कारण गल जाएँगे और अपने पुरखाओं के अधर्म के कामों के कारण भी वे उन्हीं के समान गल जाएँगे +13808,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_040.wav,पर यदि वे अपने और अपने पितरों के अधर्म को मान लेंगे अर्थात् उस विश्वासघात को जो उन्होंने मेरे विरुद्ध किया और यह भी मान लेंगे कि हम यहोवा के विरुद्ध चले थे +13809,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_041.wav,इसी कारण वह हमारे विरुद्ध होकर हमें शत्रुओं के देश में ले आया है यदि उस समय उनका खतनारहित हृदय दब जाएगा और वे उस समय अपने अधर्म के दण्ड को अंगीकार करेंगे +13810,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_042.wav,तब जो वाचा मैंने याकूब के संग बाँधी थी उसको मैं स्मरण करूँगा और जो वाचा मैंने इसहाक से और जो वाचा मैंने अब्राहम से बाँधी थी उनको भी स्मरण करूँगा और इस देश को भी मैं स्मरण करूँगा +13811,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_043.wav,पर वह देश उनसे रहित होकर सूना पड़ा रहेगा और उनके बिना सूना रहकर भी अपने विश्रामकालों को मानता रहेगा और वे लोग अपने अधर्म के दण्ड को अंगीकार करेंगे इसी कारण से कि उन्होंने मेरी आज्ञाओं का उल्लंघन किया था और उनकी आत्माओं को मेरी विधियों से घृणा थी +13812,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_044.wav,इतने पर भी जब वे अपने शत्रुओं के देश में होंगे तब मैं उनको इस प्रकार नहीं छोड़ूँगा और न उनसे ऐसी घृणा करूँगा कि उनका सर्वनाश कर डालूँ और अपनी उस वाचा को तोड़ दूँ जो मैंने उनसे बाँधी है क्योंकि मैं उनका परमेश्वर यहोवा हूँ +13813,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_045.wav,परन्तु मैं उनकी भलाई के लिये उनके पितरों से बाँधी हुई वाचा को स्मरण करूँगा जिन्हें मैं अन्यजातियों की आँखों के सामने मिस्र देश से निकालकर लाया कि मैं उनका परमेश्वर ठहरूँ मैं यहोवा हूँ +13814,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_026_046.wav,जोजो विधियाँ और नियम और व्यवस्था यहोवा ने अपनी ओर से इस्राएलियों के लिये सीनै पर्वत पर मूसा के द्वारा ठहराई थीं वे ये ही हैं +13815,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13816,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_002.wav,इस्राएलियों से यह कह कि जब कोई विशेष संकल्प माने तो संकल्प किया हुआ मनुष्य तेरे ठहराने के अनुसार यहोवा के होंगे +13817,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_003.wav,इसलिए यदि वह बीस वर्ष या उससे अधिक और साठ वर्ष से कम अवस्था का पुरुष हो तो उसके लिये पवित्रस्थान के शेकेल के अनुसार पचास शेकेल का चाँदी ठहरे +13818,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_004.wav,यदि वह स्त्री हो तो तीस शेकेल ठहरे +13819,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_005.wav,फिर यदि उसकी अवस्था पाँच वर्ष या उससे अधिक और बीस वर्ष से कम की हो तो लड़के के लिये तो बीस शेकेल और लड़की के लिये दस शेकेल ठहरे +13820,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_006.wav,यदि उसकी अवस्था एक महीने या उससे अधिक और पाँच वर्ष से कम की हो तो लड़के के लिये तो पाँच और लड़की के लिये तीन शेकेल ठहरे +13821,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_007.wav,फिर यदि उसकी अवस्था साठ वर्ष की या उससे अधिक हो और वह पुरुष हो ���ो उसके लिये पन्द्रह शेकेल और स्त्री हो तो दस शेकेल ठहरे +13822,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_008.wav,परन्तु यदि कोई इतना कंगाल हो कि याजक का ठहराया हुआ दाम न दे सके तो वह याजक के सामने खड़ा किया जाए और याजक उसकी पूँजी ठहराए अर्थात् जितना संकल्प करनेवाले से हो सके याजक उसी के अनुसार ठहराए +13823,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_009.wav,फिर जिन पशुओं में से लोग यहोवा को चढ़ावा चढ़ाते है यदि ऐसों में से कोई संकल्प किया जाए तो जो पशु कोई यहोवा को दे वह पवित्र ठहरेगा +13824,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_010.wav,वह उसे किसी प्रकार से न बदले न तो वह बुरे के बदले अच्छा और न अच्छे के बदले बुरा दे और यदि वह उस पशु के बदले दूसरा पशु दे तो वह और उसका बदला दोनों पवित्र ठहरेंगे +13825,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_011.wav,और जिन पशुओं में से लोग यहोवा के लिये चढ़ावा नहीं चढ़ाते ऐसों में से यदि वह हो तो वह उसको याजक के सामने खड़ा कर दे +13826,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_012.wav,तब याजक पशु के गुणअवगुण दोनों विचार कर उसका मोल ठहराए और जितना याजक ठहराए उसका मोल उतना ही ठहरे +13827,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_013.wav,पर यदि संकल्प करनेवाला उसे किसी प्रकार से छुड़ाना चाहे तो जो मोल याजक ने ठहराया हो उसमें उसका पाँचवाँ भाग और बढ़ाकर दे +13828,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_014.wav,फिर यदि कोई अपना घर यहोवा के लिये पवित्र ठहराकर संकल्प करे तो याजक उसके गुणअवगुण दोनों विचार कर उसका मोल ठहराए और जितना याजक ठहराए उसका मोल उतना ही ठहरे +13829,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_015.wav,और यदि घर का पवित्र करनेवाला उसे छुड़ाना चाहे तो जितना रुपया याजक ने उसका मोल ठहराया हो उसमें वह पाँचवाँ भाग और बढ़ाकर दे तब वह घर उसी का रहेगा +13830,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_016.wav,फिर यदि कोई अपनी निज भूमि का कोई भाग यहोवा के लिये पवित्र ठहराना चाहे तो उसका मोल इसके अनुसार ठहरे कि उसमें कितना बीज पड़ेगा जितना भूमि में होमेर भर जौ पड़े उतनी का मोल पचास शेकेल ठहरे +13831,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_017.wav,यदि वह अपना खेत जुबली के वर्ष ही में पवित्र ठहराए तो उसका दाम तेरे ठहराने के अनुसार ठहरे +13832,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_018.wav,और यदि वह अपना खेत जुबली के वर्ष के बाद पवित्र ठहराए तो जितने वर्ष दूसरे जुबली के वर्ष के बाकी रहें उन्हीं के अनुसार याजक उसके लिये रुपये का हिसाब करे तब जितना हिसाब में आए उतना याजक के ठहराने से कम हो +13833,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_019.wav,और यदि खेत को पवित्र ठहरानेवाला उसे छुड़ाना चाहे तो जो दाम याजक ने ठहराया हो उसमें वह पाँचवाँ भाग और बढ़ाकर दे तब खेत उसी का रहेगा +13834,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_020.wav,और यदि वह खेत को छुड़ाना न चाहे या उसने उसको दूसरे के हाथ बेचा हो तो खेत आगे को कभी न छुड़ाया जाए +13835,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_021.wav,परन्तु जब वह खेत जुबली के वर्ष में छूटे तब पूरी रीति से अर्पण किए हुए खेत के समान यहोवा के लिये पवित्र ठहरे अर्थात् वह याजक ही की निज भूमि हो जाए +13836,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_022.wav,फिर यदि कोई अपना मोल लिया हुआ खेत जो उसकी निज भूमि के खेतों में का न हो यहोवा के लिये पवित्र ठहराए +13837,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_023.wav,तो याजक जुबली के वर्ष तक का हिसाब करके उस मनुष्य के लिये जितना ठहराए उतना ही वह यहोवा के लिये पवित्र जानकर उसी दिन दे दे +13838,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_024.wav,जुबली के वर्ष में वह खेत उसी के अधिकार में जिससे वह मोल लिया गया हो फिर आ जाए अर्थात् जिसकी वह निज भूमि हो उसी की फिर हो जाए +13839,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_025.wav,जिसजिस वस्तु का मोल याजक ठहराए उसका मोल पवित्रस्थान ही के शेकेल के हिसाब से ठहरे शेकेल बीस गेरा का ठहरे +13840,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_026.wav,परन्तु घरेलू पशुओं का पहिलौठा जो पहिलौठा होने के कारण यहोवा का ठहरा है उसको कोई पवित्र न ठहराए चाहे वह बछड़ा हो चाहे भेड़ या बकरी का बच्चा वह यहोवा ही का है +13841,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_027.wav,परन्तु यदि वह अशुद्ध पशु का हो तो उसका पवित्र ठहरानेवाला उसको याजक के ठहराए हुए मोल के अनुसार उसका पाँचवाँ भाग और बढ़ाकर छुड़ा सकता है और यदि वह न छुड़ाया जाए तो याजक के ठहराए हुए मोल पर बेच दिया जाए +13842,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_028.wav,परन्तु अपनी सारी वस्तुओं में से जो कुछ कोई यहोवा के लिये अर्पण करे चाहे मनुष्य हो चाहे पशु चाहे उसकी निज भूमि का खेत हो ऐसी कोई अर्पण की हुई वस्तु न तो बेची जाए और न छुड़ाई जाए जो कुछ अर्पण किया जाए वह यहोवा के लिये परमपवित्र ठहरे +13843,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_029.wav,मनुष्यों में से जो कोई मृत्युदण्ड के लिये अर्पण किया जाए वह छुड़ाया न जाए निश्चय वह मार डाला जाए +13844,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_030.wav,फिर भूमि की उपज का सारा दशमांश चाहे वह भूमि का बीज हो चाहे वृक्ष का फल वह यहोवा ही का है वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरे +13845,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_031.wav,यदि कोई अपने दशमांश में से कुछ छुड़ाना चाहे तो पाँचवाँ भाग बढ़ाकर उसको छुड़ाए +13846,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_032.wav,और गायबैल और भेड़बकरियाँ अर्थात् जोजो पशु गिनने के लिये लाठी के तले निकल जानेवाले हैं उनका दशमांश अर्थात् दसदस पीछे एकएक पशु यहोवा के लिये पवित्र ठहरे +13847,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_033.wav,कोई उसके गुणअवगुण न विचारे और न उसको बदले और यदि कोई उसको बदल भी ले तो वह और उसका बदला दोनों पवित्र ठहरें और वह कभी छुड़ाया न जाए +13848,data/cleaned/hindi/LEV/LEV_027_034.wav,जो आज्ञाएँ यहोवा ने इस्राएलियों के लिये सीनै पर्वत पर मूसा को दी थीं वे ये ही हैं +13849,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_001.wav,नीनवे के विषय में भारी वचन एल्कोशवासी नहूम के दर्शन की पुस्तक +13850,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_002.wav,यहोवा जलन रखनेवाला और बदला लेनेवाला परमेश्वर है यहोवा बदला लेनेवाला और जलजलाहट करनेवाला है यहोवा अपने द्रोहियों से बदला लेता है और अपने शत्रुओं का पाप नहीं भूलता +13851,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_003.wav,यहोवा विलम्ब से क्रोध करनेवाला और बड़ा शक्तिमान है वह दोषी को किसी प्रकार निर्दोष न ठहराएगा यहोवा बवंडर और आँधी में होकर चलता है और बादल उसके पाँवों की धूल हैं +13852,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_004.wav,उसके घुड़कने से महानद सूख जाते हैं वह सब नदियों को सूखा देता है बाशान और कर्मेल कुम्हलाते और लबानोन की हरियाली जाती रहती है +13853,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_005.wav,उसके स्पर्श से पहाड़ काँप उठते हैं और पहाड़ियाँ गल जाती हैं उसके प्रताप से पृथ्वी वरन् सारा संसार अपने सब रहनेवालों समेत थरथरा उठता है +13854,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_006.wav,उसके क्रोध का सामना कौन कर सकता है और जब उसका क्रोध भड़कता है तब कौन ठहर सकता है उसकी जलजलाहट आग के समान भड़क जाती है और चट्टानें उसकी शक्ति से फट फटकर गिरती हैं +13855,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_007.wav,यहोवा भला है संकट के दिन में वह दृढ़ गढ़ ठहरता है और अपने शरणागतों की सुधि रखता है +13856,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_008.wav,परन्तु वह उमड़ती हुई धारा से उसके स्थान का अन्त कर देगा और अपने शत्रुओं को खदेड़कर अंधकार में भगा देगा +13857,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_009.wav,तुम यहोवा के विरुद्ध क्या कल्पना कर रहे हो वह तुम्हारा अन्त कर देगा विपत्ति दूसरी बार पड़ने न पाएगी +13858,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_010.wav,क्योंकि चाहे वे काँटों से उलझे हुए हों और मदिरा के नशे में चूर भी हों तो भी वे सूखी खूँटी की समान भस्म किए जाएँगे +13859,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_011.wav,तुझ में से एक निकला है जो यहोवा के विरुद्ध कल्पना करता और नीचता की युक्ति बाँधता है +13860,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_012.wav,यहोवा यह कहता है चाहे वे सब प्रकार के सामर्थी हों और बहुत भी हों तो भी पूरी रीति से काटे जाएँगे और शून्य हो जाएँगे मैंने तुझे दुःख दिया है परन्तु फिर न दूँगा +13861,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_013.wav,क्योंकि अब मैं उसका जूआ तेरी गर्दन पर से उतारकर तोड़ डालूँगा और तेरा बन्धन फाड़ डालूँगा +13862,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_014.wav,यहोवा ने तेरे विषय में यह आज्ञा दी है आगे को तेरा वंश न चले मैं तेरे देवालयों में से ढली और गढ़ी हुई मूरतों को काट डालूँगा मैं तेरे लिये कब्र खोदूँगा क्योंकि तू नीच है +13863,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_001_015.wav,देखो पहाड़ों पर शुभ समाचार का सुनानेवाला और शान्ति का प्रचार करनेवाला आ रहा है अब हे यहूदा अपने पर्व मान और अपनी मन्नतें पूरी कर क्योंकि वह दुष्ट फिर कभी तेरे बीच में होकर न चलेगा वह पूरी रीति से नष्ट हुआ है +13864,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_001.wav,सत्यानाश करनेवाला तेरे विरुद्ध चढ़ आया है गढ़ को दृढ़ कर मार्ग देखता हुआ चौकस रह अपनी कमर कस अपना बल बढ़ा दे +13865,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_002.wav,यहोवा याकूब की बड़ाई इस्राएल की बड़ाई के समान ज्यों की त्यों कर रहा है क्योंकि उजाड़नेवालों ने उनको उजाड़ दिया है और दाख की डालियों का नाश किया है +13866,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_003.wav,उसके शूरवीरों की ढालें लाल रंग से रंगी गईं और उसके योद्धा लाल रंग के वस्त्र पहने हुए हैं तैयारी के दिन रथों का लोहा आग के समान चमकता है और भाले हिलाए जाते हैं +13867,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_004.wav,रथ सड़कों में बहुत वेग से हाँके जाते और चौकों में इधरउधर चलाए जाते हैं वे मशालों के समान दिखाई देते हैं और उनका वेग बिजली का सा है +13868,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_005.wav,वह अपने शूरवीरों को स्मरण करता है वे चलतेचलते ठोकर खाते हैं वे शहरपनाह की ओर फुर्ती से जाते हैं और सुरक्षात्मक ढाल तैयार किया जाता है +13869,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_006.wav,नहरों के द्वार खुल जाते हैं और राजभवन गलकर बैठा जाता है +13870,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_007.wav,हुसेब नंगी करके बँधुआई में ले ली जाएगी और उसकी दासियाँ छाती पीटती हुई पिण्डुकों के समान विलाप करेंगी +13871,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_008.wav,नीनवे जब से बनी है तब से तालाब के समान है तो भी वे भागे जाते हैं और खड़े हो खड़े हो ऐसा पुकारे जाने पर भी कोई मुँह नहीं मोड़ता +13872,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_009.wav,चाँदी को लूटो सोने को लूटो उसके रखे हुए धन की बहुतायत और वैभव की सब प्रकार की मनभावनी सामग्री का कुछ परिमाण नहीं +13873,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_010.wav,वह खाली छूछी और सूनी हो गई है मन कच्चा हो गया और पाँव काँपते हैं और उन सभी की कमर में बड़ी पीड़ा उठी और सभी के मुख का रंग उड़ गया है +13874,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_011.wav,सिंहों की वह माँद और जवान सिंह के आखेट का वह स्थान कहाँ रहा जिसमें सिंह और सिंहनी अपने बच्चों समेत बेखटके फिरते थे +13875,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_012.wav,सिंह तो अपने बच्चों के लिये बहुत आहेर को फाड़ता था और अपन��� सिंहनियों के लिये आहेर का गला घोंट घोंटकर ले जाता था और अपनी गुफाओं और माँदों को आहेर से भर लेता था +13876,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_002_013.wav,सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है मैं तेरे विरुद्ध हूँ और उसके रथों को भस्म करके धुएँ में उड़ा दूँगा और उसके जवान सिंह सरीखे वीर तलवार से मारे जाएँगे मैं तेरे आहेर को पृथ्वी पर से नष्ट करूँगा और तेरे दूतों का बोल फिर सुना न जाएगा +13877,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_001.wav,हाय उस हत्यारी नगरी पर वह तो छल और लूट के धन से भरी हुई है लूट कम नहीं होती है +13878,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_002.wav,कोड़ों की फटकार और पहियों की घड़घड़ाहट हो रही है घोड़े कूदतेफाँदते और रथ उछलते चलते हैं +13879,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_003.wav,सवार चढ़ाई करते तलवारें और भाले बिजली के समान चमकते हैं मारे हुओं की बहुतायत और शवों का बड़ा ढेर है मुर्दों की कुछ गिनती नहीं लोग मुर्दों से ठोकर खा खाकर चलते हैं +13880,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_004.wav,यह सब उस अति सुन्दर वेश्या और निपुण टोनहिन के छिनाले की बहुतायत के कारण हुआ जो छिनाले के द्वारा जातिजाति के लोगों को और टोने के द्वारा कुलकुल के लोगों को बेच डालती है +13881,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_005.wav,सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है देख मैं तेरे विरुद्ध हूँ और तेरे वस्त्र को उठाकर तुझे जातिजाति के सामने नंगी और राज्यराज्य के सामने नीचा दिखाऊँगा +13882,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_006.wav,मैं तुझ पर घिनौनी वस्तुएँ फेंककर तुझे तुच्छ कर दूँगा और सबसे तेरी हँसी कराऊँगा +13883,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_007.wav,और जितने तुझे देखेंगे सब तेरे पास से भागकर कहेंगे नीनवे नाश हो गई कौन उसके कारण विलाप करे हम उसके लिये शान्ति देनेवाला कहाँ से ढूँढ़कर ले आएँ +13884,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_008.wav,क्या तू अमोन नगरी से बढ़कर है जो नहरों के बीच बसी थी और उसके चारों ओर जल था और महानद उसके लिये किला और शहरपनाह का काम देता था +13885,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_009.wav,कूश और मिस्री उसको अनगिनत बल देते थे पूत और लूबी तेरे सहायक थे +13886,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_010.wav,तो भी लोग उसको बँधुवाई में ले गए और उसके नन्हें बच्चे सड़कों के सिरे पर पटक दिए गए और उसके प्रतिष्ठित पुरुषों के लिये उन्होंने चिट्ठी डाली और उसके सब रईस बेड़ियों से जकड़े गए +13887,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_011.wav,तू भी मतवाली होगी तू घबरा जाएगी तू भी शत्रु के डर के मारे शरण का स्थान ढूँढ़ेगी +13888,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_012.wav,तेरे सब गढ़ ऐसे अंजीर के वृक्षों के समान होंगे जिनमें पहले पक्के अंजीर लगे हों यदि वे हिलाए जाएँ तो फल खानेवाले के मुँह मे�� गिरेंगे +13889,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_013.wav,देख तेरे लोग जो तेरे बीच में हैं वे स्त्रियाँ बन गये हैं तेरे देश में प्रवेश करने के मार्ग तेरे शत्रुओं के लिये बिलकुल खुले पड़े हैं और रुकावट की छड़ें आग का कौर हो गई हैं +13890,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_014.wav,घिर जाने के दिनों के लिये पानी भर ले और गढ़ों को अधिक दृढ़ कर कीचड़ में आकर गारा लताड़ और भट्ठे को सजा +13891,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_015.wav,वहाँ तू आग में भस्म होगी और तलवार से तू नष्ट हो जाएगी वह येलेक नाम टिड्डी के समान तुझे निगल जाएगी यद्यपि तू अर्बे नामक टिड्डी के समान अनगिनत भी हो जाए +13892,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_016.wav,तेरे व्यापारी आकाश के तारागण से भी अधिक अनगिनत हुए टिड्डी चट करके उड़ जाती है +13893,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_017.wav,तेरे मुकुटधारी लोग टिड्डियों के समान और तेरे सेनापति टिड्डियों के दलों सरीखे ठहरेंगे जो जाड़े के दिन में बाड़ों पर टिकते हैं परन्तु जब सूर्य दिखाई देता है तब भाग जाते हैं और कोई नहीं जानता कि वे कहाँ गए +13894,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_018.wav,हे अश्शूर के राजा तेरे ठहराए हुए चरवाहे ऊँघते हैं तेरे शूरवीर भारी नींद में पड़ गए हैं तेरी प्रजा पहाड़ों पर तितरबितर हो गई है और कोई उनको फिर इकट्ठा नहीं करता +13895,data/cleaned/hindi/NAM/NAM_003_019.wav,तेरा घाव न भर सकेगा तेरा रोग असाध्य है जितने तेरा समाचार सुनेंगे वे तेरे ऊपर ताली बजाएँगे क्योंकि ऐसा कौन है जिस पर तेरी लगातार दुष्टता का प्रभाव न पड़ा हो +13896,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_001.wav,इस्राएलियों के मिस्र देश से निकल जाने के दूसरे वर्ष के दूसरे महीने के पहले दिन को यहोवा ने सीनै के जंगल में मिलापवाले तम्बू में मूसा से कहा +13897,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_002.wav,इस्राएलियों की सारी मण्डली के कुलों और पितरों के घरानों के अनुसार एकएक पुरुष की गिनती नाम ले लेकर करना +13898,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_003.wav,जितने इस्राएली बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के हों और जो युद्ध करने के योग्य हों उन सभी को उनके दलों के अनुसार तू और हारून गिन ले +13899,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_004.wav,और तुम्हारे साथ प्रत्येक गोत्र का एक पुरुष भी हो जो अपने पितरों के घराने का मुख्य पुरुष हो +13900,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_005.wav,तुम्हारे उन साथियों के नाम ये हैं रूबेन के गोत्र में से शदेऊर का पुत्र एलीसूर +13901,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_006.wav,शिमोन के गोत्र में से सूरीशद्दै का पुत्र शलूमीएल +13902,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_007.wav,यहूदा के गोत्र में से अम्मीनादाब का पुत्र नहशोन +13903,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_008.wav,इस्साकार के गोत्र में से सूआर का पुत्र नतनेल +13904,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_009.wav,जबूलून के गोत्र में से हेलोन का पुत्र एलीआब +13905,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_010.wav,यूसुफ वंशियों में से ये हैं अर्थात् एप्रैम के गोत्र में से अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा और मनश्शे के गोत्र में से पदासूर का पुत्र गम्लीएल +13906,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_011.wav,बिन्यामीन के गोत्र में से गिदोनी का पुत्र अबीदान +13907,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_012.wav,दान के गोत्र में से अम्मीशद्दै का पुत्र अहीएजेर +13908,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_013.wav,आशेर के गोत्र में से ओक्रान का पुत्र पगीएल +13909,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_014.wav,गाद के गोत्र में से दूएल का पुत्र एल्यासाप +13910,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_015.wav,नप्ताली के गोत्र में से एनान का पुत्र अहीरा +13911,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_016.wav,मण्डली में से जो पुरुष अपनेअपने पितरों के गोत्रों के प्रधान होकर बुलाए गए वे ये ही हैं और ये इस्राएलियों के हजारों में मुख्य पुरुष थे +13912,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_017.wav,जिन पुरुषों के नाम ऊपर लिखे हैं उनको साथ लेकर मूसा और हारून ने +13913,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_018.wav,दूसरे महीने के पहले दिन सारी मण्डली इकट्ठी की तब इस्राएलियों ने अपनेअपने कुल और अपनेअपने पितरों के घराने के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक आयु वालों के नामों की गिनती करवाकर अपनीअपनी वंशावली लिखवाई +13914,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_019.wav,जिस प्रकार यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी उसी के अनुसार उसने सीनै के जंगल में उनकी गणना की +13915,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_020.wav,और इस्राएल के पहलौठे रूबेन के वंश के जितने पुरुष अपने कुल और अपने पितरों के घराने के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के थे और युद्ध करने के योग्य थे वे सब अपनेअपने नाम से गिने गए +13916,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_021.wav,और रूबेन के गोत्र के गिने हुए पुरुष साढ़े छियालीस हजार थे +13917,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_022.wav,शिमोन के वंश के लोग जितने पुरुष अपने कुलों और अपने पितरों के घरानों के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के थे और जो युद्ध करने के योग्य थे वे सब अपनेअपने नाम से गिने गए +13918,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_023.wav,और शिमोन के गोत्र के गिने हुए पुरुष उनसठ हजार तीन सौ थे +13919,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_024.wav,गाद के वंश के जितने पुरुष अपने कुलों और अपने पितरों के घरानों के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के थे और जो युद्ध करने के योग्य थे वे सब अपनेअपने नाम से गिने गए +13920,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_025.wav,और गाद के गोत्र के गिने हुए पुरुष पैंतालीस हजार साढ़े छः सौ थे +13921,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_026.wav,यहूदा के वंश के जितने पुरुष अपने कुलों और अपने पितरों के घरानों के अनुसार बीस वर्ष या उस��े अधिक आयु के थे और जो युद्ध करने के योग्य थे वे सब अपनेअपने नाम से गिने गए +13922,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_027.wav,और यहूदा के गोत्र के गिने हुए पुरुष चौहत्तर हजार छः सौ थे +13923,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_028.wav,इस्साकार के वंश के जितने पुरुष अपने कुलों और अपने पितरों के घरानों के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के थे और जो युद्ध करने के योग्य थे वे सब अपनेअपने नाम से गिने गए +13924,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_029.wav,और इस्साकार के गोत्र के गिने हुए पुरुष चौवन हजार चार सौ थे +13925,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_030.wav,जबूलून के वंश के जितने पुरुष अपने कुलों और अपने पितरों के घरानों के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के थे और जो युद्ध करने के योग्य थे वे सब अपनेअपने नाम से गिने गए +13926,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_031.wav,और जबूलून के गोत्र के गिने हुए पुरुष सत्तावन हजार चार सौ थे +13927,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_032.wav,यूसुफ के वंश में से एप्रैम के वंश के जितने पुरुष अपने कुलों और अपने पितरों के घरानों के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के थे और जो युद्ध करने के योग्य थे वे सब अपनेअपने नाम से गिने गए +13928,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_033.wav,और एप्रैम गोत्र के गिने हुए पुरुष साढ़े चालीस हजार थे +13929,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_034.wav,मनश्शे के वंश के जितने पुरुष अपने कुलों और अपने पितरों के घरानों के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के थे और जो युद्ध करने के योग्य थे वे सब अपनेअपने नाम से गिने गए +13930,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_035.wav,और मनश्शे के गोत्र के गिने हुए पुरुष बत्तीस हजार दो सौ थे +13931,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_036.wav,बिन्यामीन के वंश के जितने पुरुष अपने कुलों और अपने पितरों के घरानों के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के थे और जो युद्ध करने के योग्य थे वे सब अपनेअपने नाम से गिने गए +13932,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_037.wav,और बिन्यामीन के गोत्र के गिने हुए पुरुष पैंतीस हजार चार सौ थे +13933,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_038.wav,दान के वंश के जितने पुरुष अपने कुलों और अपने पितरों के घरानों के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के थे और जो युद्ध करने के योग्य थे वे अपनेअपने नाम से गिने गए +13934,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_039.wav,और दान के गोत्र के गिने हुए पुरुष बासठ हजार सात सौ थे +13935,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_040.wav,आशेर के वंश के जितने पुरुष अपने कुलों और अपने पितरों के घरानों के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के थे और जो युद्ध करने के योग्य थे वे सब अपनेअपने नाम से गिने गए +13936,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_041.wav,और आशेर के गोत्र के गिने हुए पुरुष साढ़े इकतालीस हजार थे +13937,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_042.wav,नप्ताली के वंश के जितने पुरुष अपने कुलों और अपने पितरों के घरानों के अनुसार बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के थे और जो युद्ध करने के योग्य थे वे सब अपनेअपने नाम से गिने गए +13938,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_043.wav,और नप्ताली के गोत्र के गिने हुए पुरुष तिरपन हजार चार सौ थे +13939,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_044.wav,इस प्रकार मूसा और हारून और इस्राएल के बारह प्रधानों ने जो अपनेअपने पितरों के घराने के प्रधान थे उन सभी को गिन लिया और उनकी गिनती यही थी +13940,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_045.wav,अतः जितने इस्राएली बीस वर्ष या उससे अधिक आयु के होने के कारण युद्ध करने के योग्य थे वे अपने पितरों के घरानों के अनुसार गिने गए +13941,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_046.wav,और वे सब गिने हुए पुरुष मिलाकर छः लाख तीन हजार साढ़े पाँच सौ थे +13942,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_047.wav,इनमें लेवीय अपने पितरों के गोत्र के अनुसार नहीं गिने गए +13943,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_048.wav,क्योंकि यहोवा ने मूसा से कहा था +13944,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_049.wav,लेवीय गोत्र की गिनती इस्राएलियों के संग न करना +13945,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_050.wav,परन्तु तू लेवियों को साक्षी के तम्बू पर और उसके सम्पूर्ण सामान पर अर्थात् जो कुछ उससे सम्बंध रखता है उस पर अधिकारी नियुक्त करना और सम्पूर्ण सामान सहित निवास को वे ही उठाया करें और वे ही उसमें सेवा टहल भी किया करें और तम्बू के आसपास वे ही अपने डेरे डाला करें +13946,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_051.wav,और जब जब निवास को आगे ले जाना हो तबतब लेवीय उसको गिरा दें और जब जब निवास को खड़ा करना हो तबतब लेवीय उसको खड़ा किया करें और यदि कोई दूसरा समीप आए तो वह मार डाला जाए +13947,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_052.wav,और इस्राएली अपनाअपना डेरा अपनीअपनी छावनी में और अपनेअपने झण्डे के पास खड़ा किया करें +13948,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_053.wav,पर लेवीय अपने डेरे साक्षी के तम्बू ही के चारों ओर खड़े किया करें कहीं ऐसा न हो कि इस्राएलियों की मण्डली पर मेरा कोप भड़के और लेवीय साक्षी के तम्बू की रक्षा किया करें +13949,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_001_054.wav,जो आज्ञाएँ यहोवा ने मूसा को दी थीं इस्राएलियों ने उन्हीं के अनुसार किया +13950,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा और हारून से कहा +13951,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_002.wav,इस्राएली मिलापवाले तम्बू के चारों ओर और उसके सामने अपनेअपने झण्डे और अपनेअपने पितरों के घराने के निशान के समीप अपने डेरे खड़े करें +13952,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_003.wav,और जो पूर्व दिशा की ओर जहाँ सूर्योदय होता है अपनेअपने दलों के अनुसार डेरे खड़े किया करें वे ही यहूदा की छावनीवाले झण्��े के लोग होंगे और उनका प्रधान अम्मीनादाब का पुत्र नहशोन होगा +13953,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_004.wav,और उनके दल के गिने हुए पुरुष चौहत्तर हजार छः सौ हैं +13954,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_005.wav,उनके समीप जो डेरे खड़े किया करें वे इस्साकार के गोत्र के हों और उनका प्रधान सूआर का पुत्र नतनेल होगा +13955,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_006.wav,और उनके दल के गिने हुए पुरुष चौवन हजार चार सौ हैं +13956,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_007.wav,इनके पास जबूलून के गोत्रवाले रहेंगे और उनका प्रधान हेलोन का पुत्र एलीआब होगा +13957,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_008.wav,और उनके दल के गिने हुए पुरुष सत्तावन हजार चार सौ हैं +13958,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_009.wav,इस रीति से यहूदा की छावनी में जितने अपनेअपने दलों के अनुसार गिने गए वे सब मिलकर एक लाख छियासी हजार चार सौ हैं पहले ये ही कूच किया करें +13959,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_010.wav,दक्षिण की ओर रूबेन की छावनी के झण्डे के लोग अपनेअपने दलों के अनुसार रहें और उनका प्रधान शदेऊर का पुत्र एलीसूर होगा +13960,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_011.wav,और उनके दल के गिने हुए पुरुष साढ़े छियालीस हजार हैं +13961,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_012.wav,उनके पास जो डेरे खड़े किया करें वे शिमोन के गोत्र के होंगे और उनका प्रधान सूरीशद्दै का पुत्र शलूमीएल होगा +13962,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_013.wav,और उनके दल के गिने हुए पुरुष उनसठ हजार तीन सौ हैं +13963,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_014.wav,फिर गाद के गोत्र के रहें और उनका प्रधान रूएल का पुत्र एल्यासाप होगा +13964,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_015.wav,और उनके दल के गिने हुए पुरुष पैंतालीस हजार साढ़े छः सौ हैं +13965,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_016.wav,रूबेन की छावनी में जितने अपनेअपने दलों के अनुसार गिने गए वे सब मिलकर एक लाख इक्यावन हजार साढ़े चार सौ हैं दूसरा कूच इनका हो +13966,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_017.wav,उनके पीछे और सब छावनियों के बीचों बीच लेवियों की छावनी समेत मिलापवाले तम्बू का कूच हुआ करे जिस क्रम से वे डेरे खड़े करें उसी क्रम से वे अपनेअपने स्थान पर अपनेअपने झण्डे के पासपास चलें +13967,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_018.wav,पश्चिम की ओर एप्रैम की छावनी के झण्डे के लोग अपनेअपने दलों के अनुसार रहें और उनका प्रधान अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा होगा +13968,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_019.wav,और उनके दल के गिने हुए पुरुष साढ़े चालीस हजार हैं +13969,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_020.wav,उनके समीप मनश्शे के गोत्र के रहें और उनका प्रधान पदासूर का पुत्र गम्लीएल होगा +13970,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_021.wav,और उनके दल के गिने हुए पुरुष बत्तीस हजार दो सौ हैं +13971,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_022.wav,फिर बिन्यामीन के गोत्र के रहें और उनका प्रधान गिदोनी का पुत्र अबीदान होगा +13972,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_023.wav,और उनके दल के गिने हुए पुरुष पैंतीस हजार चार सौ हैं +13973,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_024.wav,एप्रैम की छावनी में जितने अपनेअपने दलों के अनुसार गिने गए वे सब मिलकर एक लाख आठ हजार एक सौ पुरुष हैं तीसरा कूच इनका हो +13974,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_025.wav,उत्तर की ओर दान की छावनी के झण्डे के लोग अपनेअपने दलों के अनुसार रहें और उनका प्रधान अम्मीशद्दै का पुत्र अहीएजेर होगा +13975,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_026.wav,और उनके दल के गिने हुए पुरुष बासठ हजार सात सौ हैं +13976,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_027.wav,और उनके पास जो डेरे खड़े करें वे आशेर के गोत्र के रहें और उनका प्रधान ओक्रान का पुत्र पगीएल होगा +13977,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_028.wav,और उनके दल के गिने हुए पुरुष साढ़े इकतालीस हजार हैं +13978,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_029.wav,फिर नप्ताली के गोत्र के रहें और उनका प्रधान एनान का पुत्र अहीरा होगा +13979,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_030.wav,और उनके दल के गिने हुए पुरुष तिरपन हजार चार सौ हैं +13980,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_031.wav,और दान की छावनी में जितने गिने गए वे सब मिलकर एक लाख सत्तावन हजार छः सौ हैं ये अपनेअपने झण्डे के पासपास होकर सबसे पीछे कूच करें +13981,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_032.wav,इस्राएलियों में से जो अपनेअपने पितरों के घराने के अनुसार गिने गए वे ये ही हैं और सब छावनियों के जितने पुरुष अपनेअपने दलों के अनुसार गिने गए वे सब मिलकर छः लाख तीन हजार साढ़े पाँच सौ थे +13982,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_033.wav,परन्तु यहोवा ने मूसा को जो आज्ञा दी थी उसके अनुसार लेवीय तो इस्राएलियों में गिने नहीं गए +13983,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_002_034.wav,इस प्रकार जोजो आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी इस्राएली उन आज्ञाओं के अनुसार अपनेअपने कुल और अपनेअपने पितरों के घरानों के अनुसार अपनेअपने झण्डे के पास डेरे खड़े करते और कूच भी करते थे +13984,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_001.wav,जिस समय यहोवा ने सीनै पर्वत के पास मूसा से बातें की उस समय हारून और मूसा की यह वंशावली थी +13985,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_002.wav,हारून के पुत्रों के नाम ये हैं नादाब जो उसका जेठा था और अबीहू एलीआजर और ईतामार +13986,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_003.wav,हारून के पुत्र जो अभिषिक्त याजक थे और उनका संस्कार याजक का काम करने के लिये हुआ था उनके नाम ये हैं +13987,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_004.wav,नादाब और अबीहू जिस समय सीनै के जंगल में यहोवा के सम्मुख अनुचित आग ले गए उसी समय यहोवा के सामने मर गए थे और वे पुत्रहीन भी थे एलीआजर और ईतामार अपने पिता हारून के साथ याजक का काम करते रहे +13988,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_005.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13989,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_006.wav,लेवी गोत्रवालों को समीप ले आकर हारून याजक के सामने खड़ा कर कि वे उसकी सहायता करें +13990,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_007.wav,जो कुछ उसकी ओर से और सारी मण्डली की ओर से उन्हें सौंपा जाए उसकी देखरेख वे मिलापवाले तम्बू के सामने करें इस प्रकार वे तम्बू की सेवा करें +13991,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_008.wav,वे मिलापवाले तम्बू के सम्पूर्ण सामान की और इस्राएलियों की सौंपी हुई वस्तुओं की भी देखरेख करें इस प्रकार वे निवासस्थान की सेवा करें +13992,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_009.wav,और तू लेवियों को हारून और उसके पुत्रों को सौंप दे और वे इस्राएलियों की ओर से हारून को सम्पूर्ण रीति से अर्पण किए हुए हों +13993,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_010.wav,और हारून और उसके पुत्रों को याजक के पद पर नियुक्त कर और वे अपने याजकपद को सम्भालें और यदि परदेशी समीप आए तो वह मार डाला जाए +13994,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_011.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +13995,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_012.wav,सुन इस्राएली स्त्रियों के सब पहिलौठों के बदले मैं इस्राएलियों में से लेवियों को ले लेता हूँ इसलिए लेवीय मेरे ही हों +13996,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_013.wav,सब पहलौठे मेरे हैं क्योंकि जिस दिन मैंने मिस्र देश के सब पहिलौठों को मारा उसी दिन मैंने क्या मनुष्य क्या पशु इस्राएलियों के सब पहिलौठों को अपने लिये पवित्र ठहराया इसलिए वे मेरे ही ठहरेंगे मैं यहोवा हूँ +13997,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_014.wav,फिर यहोवा ने सीनै के जंगल में मूसा से कहा +13998,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_015.wav,लेवियों में से जितने पुरुष एक महीने या उससे अधिक आयु के हों उनको उनके पितरों के घरानों और उनके कुलों के अनुसार गिन ले +13999,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_016.wav,यह आज्ञा पाकर मूसा ने यहोवा के कहे अनुसार उनको गिन लिया +14000,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_017.wav,लेवी के पुत्रों के नाम ये हैं अर्थात् गेर्शोन कहात और मरारी +14001,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_018.wav,और गेर्शोन के पुत्र जिनसे उसके कुल चले उनके नाम ये हैं अर्थात् लिब्नी और शिमी +14002,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_019.wav,कहात के पुत्र जिनसे उसके कुल चले उनके नाम ये हैं अर्थात् अम्राम यिसहार हेब्रोन और उज्जीएल +14003,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_020.wav,और मरारी के पुत्र जिनसे उसके कुल चले ये हैं अर्थात् महली और मूशी ये लेवियों के कुल अपने पितरों के घरानों के अनुसार हैं +14004,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_021.wav,गेर्शोन से लिब्नायों और शिमियों के कुल चले गेर्शोनवंशियों के कुल ये ही हैं +14005,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_022.wav,इनमें से जितने पुरुषों की आयु एक महीने की या उससे अधिक थी उन सभी की गिनती साढ़े सात हजार थी +14006,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_023.wav,गेर्शोनवाले कुल निवास के पीछे पश्चिम की ओर अपने डेरे डाला करें +14007,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_024.wav,और गेर्शोनियों के मूलपुरुष से घराने का प्रधान लाएल का पुत्र एल्यासाप हो +14008,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_025.wav,और मिलापवाले तम्बू की जो वस्तुएँ गेर्शोनवंशियों को सौंपी जाएँ वे ये हों अर्थात् निवास और तम्बू और उसका आवरण और मिलापवाले तम्बू के द्वार का परदा +14009,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_026.wav,और जो आँगन निवास और वेदी की चारों ओर है उसके पर्दे और उसके द्वार का परदा और सब डोरियाँ जो उसमें काम आती हैं +14010,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_027.wav,फिर कहात से अम्रामियों यिसहारियों हेब्रोनियों और उज्जीएलियों के कुल चले कहातियों के कुल ये ही हैं +14011,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_028.wav,उनमें से जितने पुरुषों की आयु एक महीने की या उससे अधिक थी उनकी गिनती आठ हजार छः सौ थी उन पर पवित्रस्थान की देखरेख का उत्तरदायित्व था +14012,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_029.wav,कहातियों के कुल निवासस्थान की उस ओर अपने डेरे डाला करें जो दक्षिण की ओर है +14013,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_030.wav,और कहातियों के मूलपुरुष के घराने का प्रधान उज्जीएल का पुत्र एलीसापान हो +14014,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_031.wav,और जो वस्तुएँ उनको सौंपी जाएँ वे सन्दूक मेज दीवट वेदियाँ और पवित्रस्थान का वह सामान जिससे सेवा टहल होती है और परदा अर्थात् पवित्रस्थान में काम में आनेवाला सारा सामान हो +14015,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_032.wav,और लेवियों के प्रधानों का प्रधान हारून याजक का पुत्र एलीआजर हो और जो लोग पवित्रस्थान की सौंपी हुई वस्तुओं की देखरेख करेंगे उन पर वही मुखिया ठहरे +14016,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_033.wav,फिर मरारी से महलियों और मूशियों के कुल चले मरारी के कुल ये ही हैं +14017,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_034.wav,इनमें से जितने पुरुषों की आयु एक महीने की या उससे अधिक थी उन सभी की गिनती छः हजार दो सौ थी +14018,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_035.wav,और मरारी के कुलों के मूलपुरुष के घराने का प्रधान अबीहैल का पुत्र सूरीएल हो ये लोग निवास के उत्तर की ओर अपने डेरे खड़े करें +14019,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_036.wav,और जो वस्तुएँ मरारीवंशियों को सौंपी जाएँ कि वे उनकी देखरेख करें वे निवास के तख्ते बेंड़े खम्भे कुर्सियाँ और सारा सामान निदान जो कुछ उसके लगाने में काम आए +14020,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_037.wav,और चारों ओर के आँगन के खम्भे और उनकी कुर्सियाँ खूँटे और डोरियाँ हों +14021,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_038.wav,और जो मिलापवाले तम्बू के सामने अर्थात् निवास के सामने पूर्व की ओर जहाँ से सूर्योदय होता है अपने डेरे डाला करें वे मूसा और हारून और उसके पुत्रों के डेरे हों और पवित्रस्थान की देखरेख इस्राएलियों के बदले वे ही किया करें और दूसरा जो कोई उसके समीप आए वह मार डाला जाए +14022,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_039.wav,यहोवा की इस आज्ञा को पाकर एक महीने की या उससे अधिक आयु वाले जितने लेवीय पुरुषों को मूसा और हारून ने उनके कुलों के अनुसार गिना वे सब के सब बाईस हजार थे +14023,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_040.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा इस्राएलियों के जितने पहलौठे पुरुषों की आयु एक महीने की या उससे अधिक है उन सभी को नाम ले लेकर गिन ले +14024,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_041.wav,और मेरे लिये इस्राएलियों के सब पहिलौठों के बदले लेवियों को और इस्राएलियों के पशुओं के सब पहिलौठों के बदले लेवियों के पशुओं को ले मैं यहोवा हूँ +14025,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_042.wav,यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार मूसा ने इस्राएलियों के सब पहिलौठों को गिन लिया +14026,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_043.wav,और सब पहलौठे पुरुष जिनकी आयु एक महीने की या उससे अधिक थी उनके नामों की गिनती बाईस हजार दो सौ तिहत्तर थी +14027,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_044.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा +14028,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_045.wav,इस्राएलियों के सब पहिलौठों के बदले लेवियों को और उनके पशुओं के बदले लेवियों के पशुओं को ले और लेवीय मेरे ही हों मैं यहोवा हूँ +14029,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_046.wav,और इस्राएलियों के पहिलौठों में से जो दो सौ तिहत्तर गिनती में लेवियों से अधिक हैं उनके छुड़ाने के लिये +14030,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_047.wav,पुरुष पाँच शेकेल ले वे पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से हों अर्थात् बीस गेरा का शेकेल हो +14031,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_048.wav,और जो रुपया उन अधिक पहिलौठों की छुड़ौती का होगा उसे हारून और उसके पुत्रों को दे देना +14032,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_049.wav,अतः जो इस्राएली पहलौठे लेवियों के द्वारा छुड़ाए हुओं से अधिक थे उनके हाथ से मूसा ने छुड़ौती का रुपया लिया +14033,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_050.wav,और एक हजार तीन सौ पैंसठ शेकेल रुपया पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से वसूल हुआ +14034,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_003_051.wav,और यहोवा की आज्ञा के अनुसार मूसा ने छुड़ाए हुओं का रुपया हारून और उसके पुत्रों को दे दिया +14035,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा और हारून से कहा +14036,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_002.wav,लेवियों में से कहातियों की उनके कुलों और पितरों के घरानों के अनुसार गिनती करो +14037,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_003.wav,अर्थात् तीस वर्ष से लेकर पचास वर्ष तक की आयु वालों में जितने मिलापवाले तम्बू में कामकाज करने को भर्ती हैं +14038,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_004.wav,और मिलापवाले तम्��ू में परमपवित्र वस्तुओं के विषय कहातियों का यह काम होगा +14039,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_005.wav,अर्थात् जब जब छावनी का कूच हो तबतब हारून और उसके पुत्र भीतर आकर बीचवाले पर्दे को उतार कर उससे साक्षीपत्र के सन्दूक को ढाँप दें +14040,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_006.wav,तब वे उस पर सुइसों की खालों का आवरण डालें और उसके ऊपर सम्पूर्ण नीले रंग का कपड़ा डालें और सन्दूक में डण्डों को लगाएँ +14041,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_007.wav,फिर भेंटवाली रोटी की मेज पर नीला कपड़ा बिछाकर उस पर परातों धूपदानों करछों और उण्डेलने के कटोरों को रखें और प्रतिदिन की रोटी भी उस पर हो +14042,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_008.wav,तब वे उन पर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर उसको सुइसों की खालों के आवरण से ढाँपें और मेज के डण्डों को लगा दें +14043,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_009.wav,फिर वे नीले रंग का कपड़ा लेकर दीपकों गुलतराशों और गुलदानों समेत उजियाला देनेवाले दीवट को और उसके सब तेल के पात्रों को जिनसे उसकी सेवा टहल होती है ढाँपें +14044,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_010.wav,तब वे सारे सामान समेत दीवट को सुइसों की खालों के आवरण के भीतर रखकर डण्डे पर धर दें +14045,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_011.wav,फिर वे सोने की वेदी पर एक नीला कपड़ा बिछाकर उसको सुइसों की खालों के आवरण से ढाँपें और उसके डण्डों को लगा दें +14046,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_012.wav,तब वे सेवा टहल के सारे सामान को लेकर जिससे पवित्रस्थान में सेवा टहल होती है नीले कपड़े के भीतर रखकर सुइसों की खालों के आवरण से ढाँपें और डण्डे पर धर दें +14047,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_013.wav,फिर वे वेदी पर से सब राख उठाकर वेदी पर बैंगनी रंग का कपड़ा बिछाएँ +14048,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_014.wav,तब जिस सामान से वेदी पर की सेवा टहल होती है वह सब अर्थात् उसके करछे काँटे फावड़ियाँ और कटोरे आदि वेदी का सारा सामान उस पर रखें और उसके ऊपर सुइसों की खालों का आवरण बिछाकर वेदी में डण्डों को लगाएँ +14049,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_015.wav,और जब हारून और उसके पुत्र छावनी के कूच के समय पवित्रस्थान और उसके सारे सामान को ढाँप चुकें तब उसके बाद कहाती उसके उठाने के लिये आएँ पर किसी पवित्र वस्तु को न छूएँ कहीं ऐसा न हो कि मर जाएँ कहातियों के उठाने के लिये मिलापवाले तम्बू की ये ही वस्तुएँ हैं +14050,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_016.wav,जो वस्तुएँ हारून याजक के पुत्र एलीआजर को देखरेख के लिये सौंपी जाएँ वे ये हैं अर्थात् उजियाला देने के लिये तेल और सुगन्धित धूप और नित्य अन्नबलि और अभिषेक का तेल और सारे निवास और उसमें की सब वस्तुएँ और पवित्रस्थान और उसके सम्पूर्ण सामान +14051,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_017.wav,फिर यहोवा ने मूसा और हारून से कहा +14052,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_018.wav,कहातियों के कुलों के गोत्रों को लेवियों में से नाश न होने देना +14053,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_019.wav,उसके साथ ऐसा करो कि जब वे परमपवित्र वस्तुओं के समीप आएँ तब न मरें परन्तु जीवित रहें इस कारण हारून और उसके पुत्र भीतर आकर एकएक के लिये उसकी सेवकाई और उसका भार ठहरा दें +14054,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_020.wav,और वे पवित्र वस्तुओं के देखने को क्षण भर के लिये भी भीतर आने न पाएँ कहीं ऐसा न हो कि मर जाएँ +14055,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_021.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14056,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_022.wav,गेर्शोनियों की भी गिनती उनके पितरों के घरानों और कुलों के अनुसार कर +14057,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_023.wav,तीस वर्ष से लेकर पचास वर्ष तक की आयु वाले जितने मिलापवाले तम्बू में सेवा करने को भर्ती हों उन सभी को गिन ले +14058,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_024.wav,सेवा करने और भार उठाने में गेर्शोनियों के कुलवालों की यह सेवकाई हो +14059,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_025.wav,अर्थात् वे निवास के पटों और मिलापवाले तम्बू और उसके आवरण और इसके ऊपरवाले सुइसों की खालों के आवरण और मिलापवाले तम्बू के द्वार के पर्दे +14060,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_026.wav,और निवास और वेदी के चारों ओर के आँगन के पर्दों और आँगन के द्वार के पर्दे और उनकी डोरियों और उनमें काम में आनेवाले सारे सामान इन सभी को वे उठाया करें और इन वस्तुओं से जितना काम होता है वह सब भी उनकी सेवकाई में आए +14061,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_027.wav,और गेर्शोनियों के वंश की सारी सेवकाई हारून और उसके पुत्रों के कहने से हुआ करे अर्थात् जो कुछ उनको उठाना और जोजो सेवकाई उनको करनी हो उनका सारा भार तुम ही उन्हें सौंपा करो +14062,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_028.wav,मिलापवाले तम्बू में गेर्शोनियों के कुलों की यही सेवकाई ठहरे और उन पर हारून याजक का पुत्र ईतामार अधिकार रखे +14063,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_029.wav,फिर मरारियों को भी तू उनके कुलों और पितरों के घरानों के अनुसार गिन लें +14064,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_030.wav,तीस वर्ष से लेकर पचास वर्ष तक की आयु वाले जितने मिलापवाले तम्बू की सेवा करने को भर्ती हों उन सभी को गिन ले +14065,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_031.wav,और मिलापवाले तम्बू में की जिन वस्तुओं के उठाने की सेवकाई उनको मिले वे ये हों अर्थात् निवास के तख्ते बेंड़े खम्भे और कुर्सियाँ +14066,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_032.wav,और चारों ओर आँगन के खम्भे और इनकी कुर्सियाँ खूँटे डोरियाँ और भाँतिभाँति के काम का सारा सामान ढोने के लिये उनको सौंपा जाए उसमें से एकएक ���स्तु का नाम लेकर तुम गिन लो +14067,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_033.wav,मरारियों के कुलों की सारी सेवकाई जो उन्हें मिलापवाले तम्बू के विषय करनी होगी वह यही है वह हारून याजक के पुत्र ईतामार के अधिकार में रहे +14068,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_034.wav,तब मूसा और हारून और मण्डली के प्रधानों ने कहातियों के वंश को उनके कुलों और पितरों के घरानों के अनुसार +14069,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_035.wav,तीस वर्ष से लेकर पचास वर्ष की आयु के जितने मिलापवाले तम्बू की सेवकाई करने को भर्ती हुए थे उन सभी को गिन लिया +14070,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_036.wav,और जो अपनेअपने कुल के अनुसार गिने गए वे दो हजार साढ़े सात सौ थे +14071,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_037.wav,कहातियों के कुलों में से जितने मिलापवाले तम्बू में सेवा करनेवाले गिने गए वे इतने ही थे जो आज्ञा यहोवा ने मूसा के द्वारा दी थी उसी के अनुसार मूसा और हारून ने इनको गिन लिया +14072,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_038.wav,गेर्शोनियों में से जो अपने कुलों और पितरों के घरानों के अनुसार गिने गए +14073,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_039.wav,अर्थात् तीस वर्ष से लेकर पचास वर्ष तक की आयु के जो मिलापवाले तम्बू की सेवकाई करने को दल में भर्ती हुए थे +14074,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_040.wav,उनकी गिनती उनके कुलों और पितरों के घरानों के अनुसार दो हजार छः सौ तीस थी +14075,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_041.wav,गेर्शोनियों के कुलों में से जितने मिलापवाले तम्बू में सेवा करनेवाले गिने गए वे इतने ही थे यहोवा की आज्ञा के अनुसार मूसा और हारून ने इनको गिन लिया +14076,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_042.wav,फिर मरारियों के कुलों में से जो अपने कुलों और पितरों के घरानों के अनुसार गिने गए +14077,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_043.wav,अर्थात् तीस वर्ष से लेकर पचास वर्ष तक की आयु के जो मिलापवाले तम्बू की सेवकाई करने को भर्ती हुए थे +14078,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_044.wav,उनकी गिनती उनके कुलों के अनुसार तीन हजार दो सौ थी +14079,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_045.wav,मरारियों के कुलों में से जिनको मूसा और हारून ने यहोवा की उस आज्ञा के अनुसार जो मूसा के द्वारा मिली थी गिन लिया वे इतने ही थे +14080,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_046.wav,लेवियों में से जिनको मूसा और हारून और इस्राएली प्रधानों ने उनके कुलों और पितरों के घरानों के अनुसार गिन लिया +14081,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_047.wav,अर्थात् तीस वर्ष से लेकर पचास वर्ष तक की आयु वाले जितने मिलापवाले तम्बू की सेवकाई करने और बोझ उठाने का काम करने को हाजिर होनेवाले थे +14082,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_048.wav,उन सभी की गिनती आठ हजार पाँच सौ अस्सी थी +14083,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_004_049.wav,ये अपनीअपनी सेवा और बोझ ढोने के लिए यहोव�� के कहने पर गए जो आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी उसी के अनुसार वे गिने गए +14084,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14085,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_002.wav,इस्राएलियों को आज्ञा दे कि वे सब कोढ़ियों को और जितनों के प्रमेह हो और जितने लोथ के कारण अशुद्ध हों उन सभी को छावनी से निकाल दें +14086,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_003.wav,ऐसों को चाहे पुरुष हों चाहे स्त्री छावनी से निकालकर बाहर कर दें कहीं ऐसा न हो कि तुम्हारी छावनी जिसके बीच मैं निवास करता हूँ उनके कारण अशुद्ध हो जाए +14087,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_004.wav,और इस्राएलियों ने वैसा ही किया अर्थात् ऐसे लोगों को छावनी से निकालकर बाहर कर दिया जैसा यहोवा ने मूसा से कहा था इस्राएलियों ने वैसा ही किया +14088,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_005.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14089,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_006.wav,इस्राएलियों से कह कि जब कोई पुरुष या स्त्री ऐसा कोई पाप करके जो लोग किया करते हैं यहोवा से विश्वासघात करे और वह मनुष्य दोषी हो +14090,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_007.wav,तब वह अपना किया हुआ पाप मान ले और पूरी क्षतिपूर्ति में पाँचवाँ अंश बढ़ाकर अपने दोष के बदले में उसी को दे जिसके विषय दोषी हुआ हो +14091,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_008.wav,परन्तु यदि उस मनुष्य का कोई कुटुम्बी न हो जिसे दोष का बदला भर दिया जाए तो उस दोष का जो बदला यहोवा को भर दिया जाए वह याजक का हो और वह उस प्रायश्चितवाले मेढ़े से अधिक हो जिससे उसके लिये प्रायश्चित किया जाए +14092,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_009.wav,और जितनी पवित्र की हुई वस्तुएँ इस्राएली उठाई हुई भेंट करके याजक के पास लाएँ वे उसी की हों +14093,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_010.wav,सब मनुष्यों की पवित्र की हुई वस्तुएँ याजक की ठहरें कोई जो कुछ याजक को दे वह उसका ठहरे +14094,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_011.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14095,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_012.wav,इस्राएलियों से कह कि यदि किसी मनुष्य की स्त्री बुरी चाल चलकर उससे विश्वासघात करे +14096,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_013.wav,और कोई पुरुष उसके साथ कुकर्म करे परन्तु यह बात उसके पति से छिपी हो और खुली न हो और वह अशुद्ध हो गई परन्तु न तो उसके विरुद्ध कोई साक्षी हो और न कुकर्म करते पकड़ी गई हो +14097,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_014.wav,और उसके पति के मन में संदेह उत्पन्न हो अर्थात् वह अपनी स्त्री पर जलने लगे और वह अशुद्ध हुई हो या उसके मन में जलन उत्पन्न हो अर्थात् वह अपनी स्त्री पर जलने लगे परन्तु वह अशुद्ध न हुई हो +14098,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_015.wav,तो वह पुरुष अपनी स्त्री को याजक के पास ले जाए और उसके लिये एपा का दसवाँ अंश जौ का मैदा चढ़ावा कर���े ले आए परन्तु उस पर तेल न डाले न लोबान रखे क्योंकि वह जलनवाला और स्मरण दिलानेवाला अर्थात् अधर्म का स्मरण करानेवाला अन्नबलि होगा +14099,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_016.wav,तब याजक उस स्त्री को समीप ले जाकर यहोवा के सामने खड़ा करे +14100,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_017.wav,और याजक मिट्टी के पात्र में पवित्र जल ले और निवासस्थान की भूमि पर की धूल में से कुछ लेकर उस जल में डाल दे +14101,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_018.wav,तब याजक उस स्त्री को यहोवा के सामने खड़ा करके उसके सिर के बाल बिखराए और स्मरण दिलानेवाले अन्नबलि को जो जलनवाला है उसके हाथों पर धर दे और अपने हाथ में याजक कड़वा जल लिये रहे जो श्राप लगाने का कारण होगा +14102,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_019.wav,तब याजक स्त्री को शपथ धरवाकर कहे कि यदि किसी पुरुष ने तुझ से कुकर्म न किया हो और तू पति को छोड़ दूसरे की ओर फिरके अशुद्ध न हो गई हो तो तू इस कड़वे जल के गुण से जो श्राप का कारण होता है बची रहे +14103,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_020.wav,पर यदि तू अपने पति को छोड़ दूसरे की ओर फिरके अशुद्ध हुई हो और तेरे पति को छोड़ किसी दूसरे पुरुष ने तुझ से प्रसंग किया हो +14104,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_021.wav,और याजक उसे श्राप देनेवाली शपथ धराकर कहे यहोवा तेरी जाँघ सड़ाए और तेरा पेट फुलाए और लोग तेरा नाम लेकर श्राप और धिक्कार दिया करें +14105,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_022.wav,अर्थात् वह जल जो श्राप का कारण होता है तेरी अंतड़ियों में जाकर तेरे पेट को फुलाए और तेरी जाँघ को सड़ा दे तब वह स्त्री कहे आमीन आमीन +14106,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_023.wav,तब याजक श्राप के ये शब्द पुस्तक में लिखकर उस कड़वे जल से मिटाकर +14107,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_024.wav,उस स्त्री को वह कड़वा जल पिलाए जो श्राप का कारण होता है और वह जल जो श्राप का कारण होगा उस स्त्री के पेट में जाकर कड़वा हो जाएगा +14108,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_025.wav,और याजक स्त्री के हाथ में से जलनवाले अन्नबलि को लेकर यहोवा के आगे हिलाकर वेदी के समीप पहुँचाए +14109,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_026.wav,और याजक उस अन्नबलि में से उसका स्मरण दिलानेवाला भाग अर्थात् मुट्ठी भर लेकर वेदी पर जलाए और उसके बाद स्त्री को वह जल पिलाए +14110,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_027.wav,और जब वह उसे वह जल पिला चुके तब यदि वह अशुद्ध हुई हो और अपने पति का विश्वासघात किया हो तो वह जल जो श्राप का कारण होता है उस स्त्री के पेट में जाकर कड़वा हो जाएगा और उसका पेट फूलेगा और उसकी जाँघ सड़ जाएगी और उस स्त्री का नाम उसके लोगों के बीच श्रापित होगा +14111,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_028.wav,पर यदि वह स्त्री अशुद्ध न हुई हो और शुद्ध ही हो तो वह निर्दोष ठहरेगी और गर्भवती हो सकेगी +14112,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_029.wav,जलन की व्यवस्था यही है चाहे कोई स्त्री अपने पति को छोड़ दूसरे की ओर फिरके अशुद्ध हो +14113,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_030.wav,चाहे पुरुष के मन में जलन उत्पन्न हो और वह अपनी स्त्री पर जलने लगे तो वह उसको यहोवा के सम्मुख खड़ा कर दे और याजक उस पर यह सारी व्यवस्था पूरी करे +14114,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_005_031.wav,तब पुरुष अधर्म से बचा रहेगा और स्त्री अपने अधर्म का बोझ आप उठाएगी +14115,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14116,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_002.wav,इस्राएलियों से कह कि जब कोई पुरुष या स्त्री नाज़ीर की मन्नत अर्थात् अपने को यहोवा के लिये अलग करने की विशेष मन्नत माने +14117,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_003.wav,तब वह दाखमधु और मदिरा से अलग रहे वह न दाखमधु का और न मदिरा का सिरका पीए और न दाख का कुछ रस भी पीए वरन् दाख न खाए चाहे हरी हो चाहे सूखी +14118,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_004.wav,जितने दिन यह अलग रहे उतने दिन तक वह बीज से लेकर छिलके तक जो कुछ दाखलता से उत्पन्न होता है उसमें से कुछ न खाए +14119,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_005.wav,फिर जितने दिन उसने अलग रहने की मन्नत मानी हो उतने दिन तक वह अपने सिर पर छुरा न फिराए और जब तक वे दिन पूरे न हों जिनमें वह यहोवा के लिये अलग रहे तब तक वह पवित्र ठहरेगा और अपने सिर के बालों को बढ़ाए रहे +14120,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_006.wav,जितने दिन वह यहोवा के लिये अलग रहे उतने दिन तक किसी लोथ के पास न जाए +14121,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_007.wav,चाहे उसका पिता या माता या भाई या बहन भी मरे तो भी वह उनके कारण अशुद्ध न हो क्योंकि अपने परमेश्वर के लिये अलग रहने का चिन्ह उसके सिर पर होगा +14122,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_008.wav,अपने अलग रहने के सारे दिनों में वह यहोवा के लिये पवित्र ठहरा रहे +14123,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_009.wav,यदि कोई उसके पास अचानक मर जाए और उसके अलग रहने का जो चिन्ह उसके सिर पर होगा वह अशुद्ध हो जाए तो वह शुद्ध होने के दिन अर्थात् सातवें दिन अपना सिर मुँण्ड़ाएँ +14124,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_010.wav,और आठवें दिन वह दो पंडुक या कबूतरी के दो बच्चे मिलापवाले तम्बू के द्वार पर याजक के पास ले जाए +14125,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_011.wav,और याजक एक को पापबलि और दूसरे को होमबलि करके उसके लिये प्रायश्चित करे क्योंकि वह लोथ के कारण पापी ठहरा है और याजक उसी दिन उसका सिर फिर पवित्र करे +14126,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_012.wav,और वह अपने अलग रहने के दिनों को फिर यहोवा के लिये अलग ठहराए और एक वर्ष का एक भेड़ का बच्चा दोषबलि करके ले आए और जो दिन इससे पहले बीत ��ए हों वे व्यर्थ गिने जाएँ क्योंकि उसके अलग रहने का चिन्ह अशुद्ध हो गया +14127,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_013.wav,फिर जब नाज़ीर के अलग रहने के दिन पूरे हों उस समय के लिये उसकी यह व्यवस्था है अर्थात् वह मिलापवाले तम्बू के द्वार पर पहुँचाया जाए +14128,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_014.wav,और वह यहोवा के लिये होमबलि करके एक वर्ष का एक निर्दोष भेड़ का बच्चा पापबलि करके और एक वर्ष की एक निर्दोष भेड़ की बच्ची और मेलबलि के लिये एक निर्दोष मेढ़ा +14129,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_015.wav,और अख़मीरी रोटियों की एक टोकरी अर्थात् तेल से सने हुए मैदे के फुलके और तेल से चुपड़ी हुई अख़मीरी पापड़ियाँ और उन बलियों के अन्नबलि और अर्घ ये सब चढ़ावे समीप ले जाए +14130,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_016.wav,इन सब को याजक यहोवा के सामने पहुँचाकर उसके पापबलि और होमबलि को चढ़ाए +14131,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_017.wav,और अख़मीरी रोटी की टोकरी समेत मेढ़े को यहोवा के लिये मेलबलि करके और उस मेलबलि के अन्नबलि और अर्घ को भी चढ़ाए +14132,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_018.wav,तब नाज़ीर अपने अलग रहने के चिन्हवाले सिर को मिलापवाले तम्बू के द्वार पर मुँण्ड़ाकर अपने बालों को उस आग पर डाल दे जो मेलबलि के नीचे होगी +14133,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_019.wav,फिर जब नाज़ीर अपने अलग रहने के चिन्हवाले सिर को मुँण्ड़ा चुके तब याजक मेढ़े का पकाया हुआ कंधा और टोकरी में से एक अख़मीरी रोटी और एक अख़मीरी पापड़ी लेकर नाज़ीर के हाथों पर धर दे +14134,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_020.wav,और याजक इनको हिलाने की भेंट करके यहोवा के सामने हिलाए हिलाई हुई छाती और उठाई हुई जाँघ समेत ये भी याजक के लिये पवित्र ठहरें इसके बाद वह नाज़ीर दाखमधु पी सकेगा +14135,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_021.wav,नाज़ीर की मन्नत की और जो चढ़ावा उसको अपने अलग होने के कारण यहोवा के लिये चढ़ाना होगा उसकी भी यही व्यवस्था है जो चढ़ावा वह अपनी पूँजी के अनुसार चढ़ा सके उससे अधिक जैसी मन्नत उसने मानी हो वैसे ही अपने अलग रहने की व्यवस्था के अनुसार उसे करना होगा +14136,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_022.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14137,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_023.wav,हारून और उसके पुत्रों से कह कि तुम इस्राएलियों को इन वचनों से आशीर्वाद दिया करना +14138,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_024.wav,यहोवा तुझे आशीष दे और तेरी रक्षा करे +14139,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_025.wav,यहोवा तुझ पर अपने मुख का प्रकाश चमकाए और तुझ पर अनुग्रह करे +14140,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_026.wav,यहोवा अपना मुख तेरी ओर करे और तुझे शान्ति दे +14141,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_006_027.wav,इस रीति से मेरे नाम को इस्राएलियों पर रखें और मैं उन्हें आशीष दिया करूँगा +14142,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_001.wav,फिर जब मूसा ने निवास को खड़ा किया और सारे सामान समेत उसका अभिषेक करके उसको पवित्र किया और सारे सामान समेत वेदी का भी अभिषेक करके उसे पवित्र किया +14143,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_002.wav,तब इस्राएल के प्रधान जो अपनेअपने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष और गोत्रों के भी प्रधान होकर गिनती लेने के काम पर नियुक्त थे +14144,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_003.wav,वे यहोवा के सामने भेंट ले आए और उनकी भेंट छः भरी हुई गाड़ियाँ और बारह बैल थे अर्थात् दोदो प्रधान की ओर से एकएक गाड़ी और एकएक प्रधान की ओर से एकएक बैल इन्हें वे निवास के सामने यहोवा के समीप ले गए +14145,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_004.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा +14146,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_005.wav,उन वस्तुओं को तू उनसे ले ले कि मिलापवाले तम्बू की सेवकाई में काम आएँ तू उन्हें लेवियों के एकएक कुल की विशेष सेवकाई के अनुसार उनको बाँट दे +14147,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_006.wav,अतः मूसा ने वे सब गाड़ियाँ और बैल लेकर लेवियों को दे दिये +14148,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_007.wav,गेर्शोनियों को उनकी सेवकाई के अनुसार उसने दो गाड़ियाँ और चार बैल दिए +14149,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_008.wav,और मरारियों को उनकी सेवकाई के अनुसार उसने चार गाड़ियाँ और आठ बैल दिए ये सब हारून याजक के पुत्र ईतामार के अधिकार में किए गए +14150,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_009.wav,परन्तु कहातियों को उसने कुछ न दिया क्योंकि उनके लिये पवित्र वस्तुओं की यह सेवकाई थी कि वह उसे अपने कंधों पर उठा लिया करें +14151,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_010.wav,फिर जब वेदी का अभिषेक हुआ तब प्रधान उसके संस्कार की भेंट वेदी के समीप ले जाने लगे +14152,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_011.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा वेदी के संस्कार के लिये प्रधान लोग अपनीअपनी भेंट अपनेअपने नियत दिन पर चढ़ाएँ +14153,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_012.wav,इसलिए जो पुरुष पहले दिन अपनी भेंट ले गया वह यहूदा गोत्रवाले अम्मीनादाब का पुत्र नहशोन था +14154,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_013.wav,उसकी भेंट यह थी अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे +14155,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_014.wav,फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान +14156,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_015.wav,होमबलि के लिये एक बछड़ा एक मेढ़ा और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा +14157,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_016.wav,पापबलि के लिये एक बकरा +14158,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_017.wav,और मेलबलि के लिये दो बैल और पाँच मेढ़े और पाँच बकरे और एकएक वर्ष के पाँच भेड��ी के बच्चे अम्मीनादाब के पुत्र नहशोन की यही भेंट थी +14159,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_018.wav,दूसरे दिन इस्साकार का प्रधान सूआर का पुत्र नतनेल भेंट ले आया +14160,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_019.wav,वह यह थी अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे +14161,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_020.wav,फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान +14162,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_021.wav,होमबलि के लिये एक बछड़ा एक मेढ़ा और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा +14163,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_022.wav,पापबलि के लिये एक बकरा +14164,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_023.wav,और मेलबलि के लिये दो बैल और पाँच मेढ़े और पाँच बकरे और एकएक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे सूआर के पुत्र नतनेल की यही भेंट थी +14165,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_024.wav,और तीसरे दिन जबूलूनियों का प्रधान हेलोन का पुत्र एलीआब यह भेंट ले आया +14166,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_025.wav,अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे +14167,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_026.wav,फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान +14168,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_027.wav,होमबलि के लिये एक बछड़ा एक मेढ़ा और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा +14169,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_028.wav,पापबलि के लिये एक बकरा +14170,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_029.wav,और मेलबलि के लिये दो बैल और पाँच मेढ़े और पाँच बकरे और एकएक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे हेलोन के पुत्र एलीआब की यही भेंट थी +14171,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_030.wav,और चौथे दिन रूबेनियों का प्रधान शदेऊर का पुत्र एलीसूर यह भेंट ले आया +14172,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_031.wav,अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे +14173,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_032.wav,फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान +14174,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_033.wav,होमबलि के लिये एक बछड़ा और एक मेढ़ा और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा +14175,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_034.wav,पापबलि के लिये एक बकरा +14176,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_035.wav,और मेलबलि के लिये दो बैल और पाँच मेढ़े और पाँच बकरे और एकएक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे शदेऊर के पुत्र एलीसूर की यही भेंट थी +14177,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_036.wav,पाँचवें दिन शिमोनियों का प्रधान सूरीशद्दै का पुत्र शलूमीएल यह भेंट ले आया +14178,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_037.wav,अर्थात् पवित्रस्था�� के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरें हुए थे +14179,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_038.wav,फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान +14180,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_039.wav,होमबलि के लिये एक बछड़ा और एक मेढ़ा और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा +14181,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_040.wav,पापबलि के लिये एक बकरा +14182,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_041.wav,और मेलबलि के लिये दो बैल और पाँच मेढ़े और पाँच बकरे और एकएक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे सूरीशद्दै के पुत्र शलूमीएल की यही भेंट थी +14183,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_042.wav,और छठवें दिन गादियों का प्रधान दूएल का पुत्र एल्यासाप यह भेंट ले आया +14184,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_043.wav,अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे +14185,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_044.wav,फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान +14186,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_045.wav,होमबलि के लिये एक बछड़ा और एक मेढ़ा और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा +14187,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_046.wav,पापबलि के लिये एक बकरा +14188,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_047.wav,और मेलबलि के लिये दो बैल और पाँच मेढ़े और पाँच बकरे और एकएक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे दूएल के पुत्र एल्यासाप की यही भेंट थी +14189,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_048.wav,सातवें दिन एप्रैमियों का प्रधान अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा यह भेंट ले आया +14190,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_049.wav,अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे +14191,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_050.wav,फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान +14192,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_051.wav,होमबलि के लिये एक बछड़ा एक मेढ़ा और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा +14193,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_052.wav,पापबलि के लिये एक बकरा +14194,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_053.wav,और मेलबलि के लिये दो बैल और पाँच मेढ़े और पाँच बकरे और एकएक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे अम्मीहूद के पुत्र एलीशामा की यही भेंट थी +14195,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_054.wav,आठवें दिन मनश्शेइयों का प्रधान पदासूर का पुत्र गम्लीएल यह भेंट ले आया +14196,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_055.wav,अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे +14197,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_056.wav,फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान +14198,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_057.wav,होमबलि के लिये एक बछड़ा और एक मेढ़ा और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा +14199,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_058.wav,पापबलि के लिये एक बकरा +14200,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_059.wav,और मेलबलि के लिये दो बैल और पाँच मेढ़े और पाँच बकरे और एकएक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे पदासूर के पुत्र गम्लीएल की यही भेंट थी +14201,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_060.wav,नवें दिन बिन्यामीनियों का प्रधान गिदोनी का पुत्र अबीदान यह भेंट ले आया +14202,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_061.wav,अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे +14203,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_062.wav,फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान +14204,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_063.wav,होमबलि के लिये एक बछड़ा और एक मेढ़ा और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा +14205,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_064.wav,पापबलि के लिये एक बकरा +14206,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_065.wav,और मेलबलि के लिये दो बैल और पाँच मेढ़े और पाँच बकरे और एकएक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे गिदोनी के पुत्र अबीदान की यही भेंट थी +14207,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_066.wav,दसवें दिन दानियों का प्रधान अम्मीशद्दै का पुत्र अहीएजेर यह भेंट ले आया +14208,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_067.wav,अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे +14209,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_068.wav,फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान +14210,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_069.wav,होमबलि के लिये बछड़ा और एक मेढ़ा और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा +14211,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_070.wav,पापबलि के लिये एक बकरा +14212,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_071.wav,और मेलबलि के लिये दो बैल और पाँच मेढ़े और पाँच बकरे और एकएक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे अम्मीशद्दै के पुत्र अहीएजेर की यही भेंट थी +14213,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_072.wav,ग्यारहवें दिन आशेरियों का प्रधान ओक्रान का पुत्र पगीएल यह भेंट ले आया +14214,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_073.wav,अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे +14215,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_074.wav,फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का धूपदान +14216,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_075.wav,होमबलि के लिये एक बछड़ा और एक मेढ़ा और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा +14217,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_076.wav,पापबलि के लिये एक बकरा +14218,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_077.wav,और मेलबलि के लिये दो बैल और पाँच मेढ़े और पाँच बकरे और एकएक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे ओक्रान के पुत्र पगीएल की यही भेंट थी +14219,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_078.wav,बारहवें दिन नप्तालियों का प्रधान एनान का पुत्र अहीरा यह भेंट ले आया +14220,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_079.wav,अर्थात् पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से एक सौ तीस शेकेल चाँदी का एक परात और सत्तर शेकेल चाँदी का एक कटोरा ये दोनों अन्नबलि के लिये तेल से सने हुए और मैदे से भरे हुए थे +14221,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_080.wav,फिर धूप से भरा हुआ दस शेकेल सोने का एक धूपदान +14222,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_081.wav,होमबलि के लिये एक बछड़ा और एक मेढ़ा और एक वर्ष का एक भेड़ी का बच्चा +14223,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_082.wav,पापबलि के लिये एक बकरा +14224,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_083.wav,और मेलबलि के लिये दो बैल और पाँच मेढ़े और पाँच बकरे और एकएक वर्ष के पाँच भेड़ी के बच्चे एनान के पुत्र अहीरा की यही भेंट थी +14225,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_084.wav,वेदी के अभिषेक के समय इस्राएल के प्रधानों की ओर से उसके संस्कार की भेंट यही हुई अर्थात् चाँदी के बारह परात चाँदी के बारह कटोरे और सोने के बारह धूपदान +14226,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_085.wav,एकएक चाँदी का परात एक सौ तीस शेकेल का और एकएक चाँदी का कटोरा सत्तर शेकेल का था और पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से ये सब चाँदी के पात्र दो हजार चार सौ शेकेल के थे +14227,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_086.wav,फिर धूप से भरे हुए सोने के बारह धूपदान जो पवित्रस्थान के शेकेल के हिसाब से दसदस शेकेल के थे वे सब धूपदान एक सौ बीस शेकेल सोने के थे +14228,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_087.wav,फिर होमबलि के लिये सब मिलाकर बारह बछड़े बारह मेढ़े और एकएक वर्ष के बारह भेड़ी के बच्चे अपनेअपने अन्नबलि सहित थे फिर पापबलि के सब बकरे बारह थे +14229,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_088.wav,और मेलबलि के लिये सब मिलाकर चौबीस बैल और साठ मेढ़े और साठ बकरे और एकएक वर्ष के साठ भेड़ी के बच्चे थे वेदी के अभिषेक होने के बाद उसके संस्कार की भेंट यही हुई +14230,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_007_089.wav,और जब मूसा यहोवा से बातें करने को मिलापवाले तम्बू में गया तब उसने प्रायश्चित के ढकने पर से जो साक्षीपत्र के सन्दूक के ऊपर था दोनों करूबों के मध्य में से उसकी आवाज सुनी जो उससे बातें कर रहा था और उसने यहोवा उससे बातें की +14231,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14232,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_002.wav,हारून को समझाकर यह कह कि जब जब तू दीपकों को जलाए तबतब सातों दीपक का प्रकाश दीवट के सामने हो +14233,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_003.wav,इसलिए हारून ने वैसा ही किया अर्थात् जो आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी उसी के अनुसार उसने दीपकों को जलाया कि वे दीवट के सामने उजियाला दें +14234,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_004.wav,और दीवट की बनावट ऐसी थी अर्थात् यह पाए से लेकर फूलों तक गढ़े हुए सोने का बनाया गया था जो नमूना यहोवा ने मूसा को दिखलाया था उसी के अनुसार उसने दीवट को बनाया +14235,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_005.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14236,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_006.wav,इस्राएलियों के मध्य में से लेवियों को अलग लेकर शुद्ध कर +14237,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_007.wav,उन्हें शुद्ध करने के लिये तू ऐसा कर कि पावन करनेवाला जल उन पर छिड़क दे फिर वे सर्वांग मुँण्ड़न कराएँ और वस्त्र धोएँ और वे अपने को शुद्ध करें +14238,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_008.wav,तब वे तेल से सने हुए मैदे के अन्नबलि समेत एक बछड़ा ले लें और तू पापबलि के लिये एक दूसरा बछड़ा लेना +14239,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_009.wav,और तू लेवियों को मिलापवाले तम्बू के सामने पहुँचाना और इस्राएलियों की सारी मण्डली को इकट्ठा करना +14240,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_010.wav,तब तू लेवियों को यहोवा के आगे समीप ले आना और इस्राएली अपनेअपने हाथ उन पर रखें +14241,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_011.wav,तब हारून लेवियों को यहोवा के सामने इस्राएलियों की ओर से हिलाई हुई भेंट करके अर्पण करे कि वे यहोवा की सेवा करनेवाले ठहरें +14242,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_012.wav,तब लेवीय अपनेअपने हाथ उन बछड़ों के सिरों पर रखें तब तू लेवियों के लिये प्रायश्चित करने को एक बछड़ा पापबलि और दूसरा होमबलि करके यहोवा के लिये चढ़ाना +14243,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_013.wav,और लेवियों को हारून और उसके पुत्रों के सम्मुख खड़ा करना और उनको हिलाने की भेंट के लिये यहोवा को अर्पण करना +14244,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_014.wav,इस प्रकार तू उन्हें इस्राएलियों में से अलग करना और वे मेरे ही ठहरेंगे +14245,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_015.wav,और जब तू लेवियों को शुद्ध करके हिलाई हुई भेंट के लिये अर्पण कर चुके उसके बाद वे मिलापवाले तम्बू सम्बंधी सेवा टहल करने के लिये अन्दर आया करें +14246,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_016.wav,क्योंकि वे इस्राएलियों में से मुझे पूरी रीति से अर्पण किए हुए हैं मैंने उनको सब इस्राएलियों में से एकएक स्त्री के पहलौठे के बदले अपना कर लिया है +14247,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_017.wav,इस्राएलियों के पहलौठे चाहे मनुष्य के हों चाहे पशु के सब मेरे हैं क्योंकि मैंने उन्हें उस समय अपने लिये पवित्र ठहराया जब मैंने मिस्र देश के सब पहिलौठों को मार डाला +14248,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_018.wav,और मैंने इस्राएलियों के सब पहिलौठों के बदले लेवियों को लिया है +14249,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_019.wav,उन्हें लेकर मैंने हारून और उसके पुत्रों को इस्राएलियों में से दान करके दे दिया है कि वे मिलापवाले तम्बू में इस्राएलियों के निमित्त सेवकाई और प्रायश्चित किया करें कहीं ऐसा न हो कि जब इस्राएली पवित्रस्थान के समीप आएँ तब उन पर कोई महाविपत्ति आ पड़े +14250,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_020.wav,लेवियों के विषय यहोवा की यह आज्ञा पाकर मूसा और हारून और इस्राएलियों की सारी मण्डली ने उनके साथ ठीक वैसा ही किया +14251,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_021.wav,लेवियों ने तो अपने को पाप से शुद्ध किया और अपने वस्त्रों को धो डाला और हारून ने उन्हें यहोवा के सामने हिलाई हुई भेंट के निमित्त अर्पण किया और उन्हें शुद्ध करने को उनके लिये प्रायश्चित भी किया +14252,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_022.wav,और उसके बाद लेवीय हारून और उसके पुत्रों के सामने मिलापवाले तम्बू में अपनीअपनी सेवकाई करने को गए और जो आज्ञा यहोवा ने मूसा को लेवियों के विषय में दी थी उसी के अनुसार वे उनसे व्यवहार करने लगे +14253,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_023.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14254,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_024.wav,जो लेवियों को करना है वह यह है कि पच्चीस वर्ष की आयु से लेकर उससे अधिक आयु में वे मिलापवाले तम्बू सम्बंधी काम करने के लिये भीतर उपस्थित हुआ करें +14255,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_025.wav,और जब पचास वर्ष के हों तो फिर उस सेवा के लिये न आए और न काम करें +14256,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_008_026.wav,परन्तु वे अपने भाईबन्धुओं के साथ मिलापवाले तम्बू के पास रक्षा का काम किया करें और किसी प्रकार की सेवकाई न करें लेवियों को जोजो काम सौंपे जाएँ उनके विषय तू उनसे ऐसा ही करना +14257,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_001.wav,इस्राएलियों के मिस्र देश से निकलने के दूसरे वर्ष के पहले महीने में यहोवा ने सीनै के जंगल में मूसा से कहा +14258,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_002.wav,इस्राएली फसह नामक पर्व को उसके नियत समय पर मनाया करें +14259,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_003.wav,अर्थात् इसी महीने के चौदहवें दिन को साँझ के समय तुम लोग उसे सब विधियों और नियमों के अनुसार मानना +14260,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_004.wav,तब मूसा ने इस्राएलियों से फसह मानने के लिये कह दिया +14261,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_005.wav,और उन्होंने पहले महीने के चौदहवें दिन को साँझ के समय सीनै के जंगल में फसह को मनाया और जोजो आज्ञाएँ यहोवा ने मूसा को दी थीं उन्हीं के अनुसार इस्राएलियों ने किया +14262,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_006.wav,परन्तु कुछ लोग एक मनुष्य के शव के द्वारा अशुद्ध होने के कारण उस दिन फसह को न मना सक��� वे उसी दिन मूसा और हारून के समीप जाकर मूसा से कहने लगे +14263,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_007.wav,हम लोग एक मनुष्य की लोथ के कारण अशुद्ध हैं परन्तु हम क्यों रुके रहें और इस्राएलियों के संग यहोवा का चढ़ावा नियत समय पर क्यों न चढ़ाएँ +14264,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_008.wav,मूसा ने उनसे कहा ठहरे रहो मैं सुन लूँ कि यहोवा तुम्हारे विषय में क्या आज्ञा देता है +14265,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_009.wav,यहोवा ने मूसा से कहा +14266,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_010.wav,इस्राएलियों से कह कि चाहे तुम लोग चाहे तुम्हारे वंश में से कोई भी किसी लोथ के कारण अशुद्ध हो या दूर की यात्रा पर हो तो भी वह यहोवा के लिये फसह को माने +14267,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_011.wav,वे उसे दूसरे महीने के चौदहवें दिन को साँझ के समय मनाएँ और फसह के बलिपशु के माँस को अख़मीरी रोटी और कड़वे सागपात के साथ खाएँ +14268,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_012.wav,और उसमें से कुछ भी सवेरे तक न रख छोड़े और न उसकी कोई हड्डी तोड़े वे फसह के पर्व को सारी विधियों के अनुसार मनाएँ +14269,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_013.wav,परन्तु जो मनुष्य शुद्ध हो और यात्रा पर न हो परन्तु फसह के पर्व को न माने वह मनुष्य अपने लोगों में से नाश किया जाए उस मनुष्य को यहोवा का चढ़ावा नियत समय पर न ले आने के कारण अपने पाप का बोझ उठाना पड़ेगा +14270,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_014.wav,यदि कोई परदेशी तुम्हारे साथ रहकर चाहे कि यहोवा के लिये फसह मनाएँ तो वह उसी विधि और नियम के अनुसार उसको माने देशी और परदेशी दोनों के लिये तुम्हारी एक ही विधि हो +14271,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_015.wav,जिस दिन निवास जो साक्षी का तम्बू भी कहलाता है खड़ा किया गया उस दिन बादल उस पर छा गया और संध्या को वह निवास पर आग के समान दिखाई दिया और भोर तक दिखाई देता रहा +14272,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_016.wav,प्रतिदिन ऐसा ही हुआ करता था अर्थात् दिन को बादल छाया रहता और रात को आग दिखाई देती थी +14273,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_017.wav,और जब जब वह बादल तम्बू पर से उठ जाता तब इस्राएली प्रस्थान करते थे और जिस स्थान पर बादल ठहर जाता वहीं इस्राएली अपने डेरे खड़े करते थे +14274,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_018.wav,यहोवा की आज्ञा से इस्राएली कूच करते थे और यहोवा ही की आज्ञा से वे डेरे खड़े भी करते थे और जितने दिन तक वह बादल निवास पर ठहरा रहता उतने दिन तक वे डेरे डाले पड़े रहते थे +14275,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_019.wav,जब बादल बहुत दिन निवास पर छाया रहता तब भी इस्राएली यहोवा की आज्ञा मानते और प्रस्थान नहीं करते थे +14276,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_020.wav,और कभीकभी वह बादल थोड़े ही दिन तक निवास पर रहता और तब भी वे यहोवा की आ���्ञा से डेरे डाले पड़े रहते थे और फिर यहोवा की आज्ञा ही से वे प्रस्थान करते थे +14277,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_021.wav,और कभीकभी बादल केवल संध्या से भोर तक रहता और जब वह भोर को उठ जाता था तब वे प्रस्थान करते थे और यदि वह रात दिन बराबर रहता तो जब बादल उठ जाता तब ही वे प्रस्थान करते थे +14278,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_022.wav,वह बादल चाहे दो दिन चाहे एक महीना चाहे वर्ष भर जब तक निवास पर ठहरा रहता तब तक इस्राएली अपने डेरों में रहते और प्रस्थान नहीं करते थे परन्तु जब वह उठ जाता तब वे प्रस्थान करते थे +14279,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_009_023.wav,यहोवा की आज्ञा से वे अपने डेरे खड़े करते और यहोवा ही की आज्ञा से वे प्रस्थान करते थे जो आज्ञा यहोवा मूसा के द्वारा देता था उसको वे माना करते थे +14280,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14281,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_002.wav,चाँदी की दो तुरहियां गढ़कर बनाई जाए तू उनको मण्डली के बुलाने और छावनियों के प्रस्थान करने में काम में लाना +14282,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_003.wav,और जब वे दोनों फूँकी जाएँ तब सारी मण्डली मिलापवाले तम्बू के द्वार पर तेरे पास इकट्ठी हो जाएँ +14283,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_004.wav,यदि एक ही तुरही फूँकी जाए तो प्रधान लोग जो इस्राएल के हजारों के मुख्य पुरुष हैं तेरे पास इकट्ठे हो जाएँ +14284,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_005.wav,जब तुम लोग साँस बाँधकर फूँको तो पूर्व दिशा की छावनियों का प्रस्थान हो +14285,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_006.wav,और जब तुम दूसरी बार साँस बाँधकर फूँको तब दक्षिण दिशा की छावनियों का प्रस्थान हो उनके प्रस्थान करने के लिये वे साँस बाँधकर फूँकें +14286,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_007.wav,जब लोगों को इकट्ठा करके सभा करनी हो तब भी फूँकना परन्तु साँस बाँधकर नहीं +14287,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_008.wav,और हारून के पुत्र जो याजक हैं वे उन तुरहियों को फूँका करें यह बात तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी के लिये सर्वदा की विधि रहे +14288,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_009.wav,और जब तुम अपने देश में किसी सतानेवाले बैरी से लड़ने को निकलो तब तुरहियों को साँस बाँधकर फूँकना तब तुम्हारे परमेश्वर यहोवा को तुम्हारा स्मरण आएगा और तुम अपने शत्रुओं से बचाए जाओगे +14289,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_010.wav,अपने आनन्द के दिन में और अपने नियत पर्वों में और महीनों के आदि में अपने होमबलियों और मेलबलियों के साथ उन तुरहियों को फूँकना इससे तुम्हारे परमेश्वर को तुम्हारा स्मरण आएगा मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +14290,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_011.wav,दूसरे वर्ष के दूसरे महीने के बीसवें दिन को बादल साक्षी के निवास के तम्ब�� पर से उठ गया +14291,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_012.wav,तब इस्राएली सीनै के जंगल में से निकलकर प्रस्थान करके निकले और बादल पारान नामक जंगल में ठहर गया +14292,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_013.wav,उनका प्रस्थान यहोवा की उस आज्ञा के अनुसार जो उसने मूसा को दी थी आरम्भ हुआ +14293,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_014.wav,और सबसे पहले तो यहूदियों की छावनी के झण्डे का प्रस्थान हुआ और वे दल बाँधकर चले और उनका सेनापति अम्मीनादाब का पुत्र नहशोन था +14294,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_015.wav,और इस्साकारियों के गोत्र का सेनापति सूआर का पुत्र नतनेल था +14295,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_016.wav,और जबूलूनियों के गोत्र का सेनापति हेलोन का पुत्र एलीआब था +14296,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_017.wav,तब निवास का तम्बू उतारा गया और गेर्शोनियों और मरारियों ने जो निवास के तम्बू को उठाते थे प्रस्थान किया +14297,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_018.wav,फिर रूबेन की छावनी के झण्डे का कूच हुआ और वे भी दल बनाकर चले और उनका सेनापति शदेऊर का पुत्र एलीसूर था +14298,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_019.wav,और शिमोनियों के गोत्र का सेनापति सूरीशद्दै का पुत्र शलूमीएल था +14299,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_020.wav,और गादियों के गोत्र का सेनापति दूएल का पुत्र एल्यासाप था +14300,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_021.wav,तब कहातियों ने पवित्र वस्तुओं को उठाए हुए प्रस्थान किया और उनके पहुँचने तक गेर्शोनियों और मरारियों ने निवास के तम्बू को खड़ा कर दिया +14301,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_022.wav,फिर एप्रैमियों की छावनी के झण्डे का कूच हुआ और वे भी दल बनाकर चले और उनका सेनापति अम्मीहूद का पुत्र एलीशामा था +14302,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_023.wav,और मनश्शेइयों के गोत्र का सेनापति पदासूर का पुत्र गम्लीएल था +14303,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_024.wav,और बिन्यामीनियों के गोत्र का सेनापति गिदोनी का पुत्र अबीदान था +14304,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_025.wav,फिर दानियों की छावनी जो सब छावनियों के पीछे थी उसके झण्डे का प्रस्थान हुआ और वे भी दल बनाकर चले और उनका सेनापति अम्मीशद्दै का पुत्र अहीएजेर था +14305,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_026.wav,और आशेरियों के गोत्र का सेनापति ओक्रान का पुत्र पगीएल था +14306,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_027.wav,और नप्तालियों के गोत्र का सेनापति एनान का पुत्र अहीरा था +14307,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_028.wav,इस्राएली इसी प्रकार अपनेअपने दलों के अनुसार प्रस्थान करते और आगे बढ़ा करते थे +14308,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_029.wav,मूसा ने अपने ससुर रूएल मिद्यानी के पुत्र होबाब से कहा हम लोग उस स्थान की यात्रा करते हैं जिसके विषय में यहोवा ने कहा है मैं उसे तुम को दूँगा इसलिए तू भी हमारे संग चल और हम तेरी भलाई करेंगे क्योंकि यह���वा ने इस्राएल के विषय में भला ही कहा है +14309,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_030.wav,होबाब ने उसे उत्तर दिया मैं नहीं जाऊँगा मैं अपने देश और कुटुम्बियों में लौट जाऊँगा +14310,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_031.wav,फिर मूसा ने कहा हमको न छोड़ क्योंकि जंगल में कहाँकहाँ डेरा खड़ा करना चाहिये यह तुझे ही मालूम है तू हमारे लिए आँखों का काम करना +14311,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_032.wav,और यदि तू हमारे संग चले तो निश्चय जो भलाई यहोवा हम से करेगा उसी के अनुसार हम भी तुझ से वैसा ही करेंगे +14312,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_033.wav,फिर इस्राएलियों ने यहोवा के पर्वत से प्रस्थान करके तीन दिन की यात्रा की और उन तीनों दिनों के मार्ग में यहोवा की वाचा का सन्दूक उनके लिये विश्राम का स्थान ढूँढ़ता हुआ उनके आगेआगे चलता रहा +14313,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_034.wav,और जब वे छावनी के स्थान से प्रस्थान करते थे तब दिन भर यहोवा का बादल उनके ऊपर छाया रहता था +14314,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_035.wav,और जब जब सन्दूक का प्रस्थान होता था तबतब मूसा यह कहा करता था हे यहोवा उठ और तेरे शत्रु तितरबितर हो जाएँ और तेरे बैरी तेरे सामने से भाग जाएँ +14315,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_010_036.wav,और जब जब वह ठहर जाता था तबतब मूसा कहा करता था हे यहोवा हजारोंहजार इस्राएलियों में लौटकर आ जा +14316,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_001.wav,मूसा ने एक कूशी स्त्री के साथ विवाह कर लिया था इसलिए मिर्याम और हारून उसकी उस विवाहिता कूशी स्त्री के कारण उसकी निन्दा करने लगे +14317,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_002.wav,उन्होंने कहा क्या यहोवा ने केवल मूसा ही के साथ बातें की हैं क्या उसने हम से भी बातें नहीं की उनकी यह बात यहोवा ने सुनी +14318,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_003.wav,मूसा तो पृथ्वी भर के रहनेवाले सब मनुष्यों से बहुत अधिक नम्र स्वभाव का था +14319,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_004.wav,इसलिए यहोवा ने एकाएक मूसा और हारून और मिर्याम से कहा तुम तीनों मिलापवाले तम्बू के पास निकल आओ तब वे तीनों निकल आए +14320,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_005.wav,तब यहोवा ने बादल के खम्भे में उतरकर तम्बू के द्वार पर खड़ा होकर हारून और मिर्याम को बुलाया अतः वे दोनों उसके पास निकल आए +14321,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_006.wav,तब यहोवा ने कहा मेरी बातें सुनो यदि तुम में कोई भविष्यद्वक्ता हो तो उस पर मैं यहोवा दर्शन के द्वारा अपने आपको प्रगट करूँगा या स्वप्न में उससे बातें करूँगा +14322,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_007.wav,परन्तु मेरा दास मूसा ऐसा नहीं है वह तो मेरे सब घराने में विश्वासयोग्य है +14323,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_008.wav,उससे मैं गुप्त रीति से नहीं परन्तु आमनेसामने और प्रत्यक्ष होकर बातें कर��ा हूँ और वह यहोवा का स्वरूप निहारने पाता है इसलिए तुम मेरे दास मूसा की निन्दा करते हुए क्यों नहीं डरे +14324,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_009.wav,तब यहोवा का कोप उन पर भड़का और वह चला गया +14325,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_010.wav,तब वह बादल तम्बू के ऊपर से उठ गया और मिर्याम कोढ़ से हिम के समान श्वेत हो गई और हारून ने मिर्याम की ओर दृष्टि की और देखा कि वह कोढ़िन हो गई है +14326,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_011.wav,तब हारून मूसा से कहने लगा हे मेरे प्रभु हम दोनों ने जो मूर्खता की वरन् पाप भी किया यह पाप हम पर न लगने दे +14327,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_012.wav,और मिर्याम को उस मरे हुए के समान न रहने दे जिसकी देह अपनी माँ के पेट से निकलते ही अधगली हो +14328,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_013.wav,अतः मूसा ने यह कहकर यहोवा की दुहाई दी हे परमेश्वर कृपा कर और उसको चंगा कर +14329,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_014.wav,यहोवा ने मूसा से कहा यदि उसके पिता ने उसके मुँह पर थूका ही होता तो क्या सात दिन तक वह लज्जित न रहती इसलिए वह सात दिन तक छावनी से बाहर बन्द रहे उसके बाद वह फिर भीतर आने पाए +14330,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_015.wav,अतः मिर्याम सात दिन तक छावनी से बाहर बन्द रही और जब तक मिर्याम फिर आने न पाई तब तक लोगों ने प्रस्थान न किया +14331,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_012_016.wav,उसके बाद उन्होंने हसेरोत से प्रस्थान करके पारान नामक जंगल में अपने डेरे खड़े किए +14332,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14333,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_002.wav,कनान देश जिसे मैं इस्राएलियों को देता हूँ उसका भेद लेने के लिये पुरुषों को भेज वे उनके पितरों के प्रति गोत्र का एकएक प्रधान पुरुष हों +14334,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_003.wav,यहोवा से यह आज्ञा पाकर मूसा ने ऐसे पुरुषों को पारान जंगल से भेज दिया जो सब के सब इस्राएलियों के प्रधान थे +14335,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_004.wav,उनके नाम ये हैं रूबेन के गोत्र में से जक्कूर का पुत्र शम्मू +14336,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_005.wav,शिमोन के गोत्र में से होरी का पुत्र शापात +14337,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_006.wav,यहूदा के गोत्र में से यपुन्ने का पुत्र कालेब +14338,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_007.wav,इस्साकार के गोत्र में से यूसुफ का पुत्र यिगाल +14339,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_008.wav,एप्रैम के गोत्र में से नून का पुत्र होशे +14340,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_009.wav,बिन्यामीन के गोत्र में से रापू का पुत्र पलती +14341,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_010.wav,जबूलून के गोत्र में से सोदी का पुत्र गद्दीएल +14342,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_011.wav,यूसुफ वंशियों में मनश्शे के गोत्र में से सूसी का पुत्र गद्दी +14343,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_012.wav,दान के गोत्र में से गमल्ली का पुत्र अम्मीएल +14344,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_013.wav,आशेर के गोत���र में से मीकाएल का पुत्र सतूर +14345,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_014.wav,नप्ताली के गोत्र में से वोप्सी का पुत्र नहूबी +14346,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_015.wav,गाद के गोत्र में से माकी का पुत्र गूएल +14347,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_016.wav,जिन पुरुषों को मूसा ने देश का भेद लेने के लिये भेजा था उनके नाम ये ही हैं और नून के पुत्र होशे का नाम मूसा ने यहोशू रखा +14348,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_017.wav,उनको कनान देश के भेद लेने को भेजते समय मूसा ने कहा इधर से अर्थात् दक्षिण देश होकर जाओ +14349,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_018.wav,और पहाड़ी देश में जाकर उस देश को देख लो कि कैसा है और उसमें बसे हुए लोगों को भी देखो कि वे बलवान हैं या निर्बल थोड़े हैं या बहुत +14350,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_019.wav,और जिस देश में वे बसे हुए हैं वह कैसा है अच्छा या बुरा और वे कैसीकैसी बस्तियों में बसे हुए हैं और तम्बुओं में रहते हैं या गढ़ अथवा किलों में रहते हैं +14351,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_020.wav,और वह देश कैसा है उपजाऊ है या बंजर है और उसमें वृक्ष हैं या नहीं और तुम हियाव बाँधे चलो और उस देश की उपज में से कुछ लेते भी आना वह समय पहली पक्की दाखों का था +14352,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_021.wav,इसलिए वे चल दिए और सीन नामक जंगल से ले रहोब तक जो हमात के मार्ग में है सारे देश को देखभाल कर उसका भेद लिया +14353,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_022.wav,वे दक्षिण देश होकर चले और हेब्रोन तक गए वहाँ अहीमन शेशै और तल्मै नामक अनाकवंशी रहते थे हेब्रोन मिस्र के सोअन से सात वर्ष पहले बसाया गया था +14354,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_023.wav,तब वे एशकोल नामक नाले तक गए और वहाँ से एक डाली दाखों के गुच्छे समेत तोड़ ली और दो मनुष्य उसे एक लाठी पर लटकाए हुए उठा ले चले गए और वे अनारों और अंजीरों में से भी कुछ कुछ ले आए +14355,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_024.wav,इस्राएली वहाँ से जो दाखों का गुच्छा तोड़ ले आए थे इस कारण उस स्थान का नाम एशकोल नाला रखा गया +14356,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_025.wav,चालीस दिन के बाद वे उस देश का भेद लेकर लौट आए +14357,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_026.wav,और पारान जंगल के कादेश नामक स्थान में मूसा और हारून और इस्राएलियों की सारी मण्डली के पास पहुँचे और उनको और सारी मण्डली को सन्देशा दिया और उस देश के फल उनको दिखाए +14358,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_027.wav,उन्होंने मूसा से यह कहकर वर्णन किया जिस देश में तूने हमको भेजा था उसमें हम गए उसमें सचमुच दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं और उसकी उपज में से यही है +14359,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_028.wav,परन्तु उस देश के निवासी बलवान हैं और उसके नगर गढ़वाले हैं और बहुत बड़े हैं और फिर हमने वहाँ अनाकवंशियों को भी देखा +14360,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_029.wav,दक्षिण देश में तो अमालेकी बसे हुए हैं और पहाड़ी देश में हित्ती यबूसी और एमोरी रहते हैं और समुद्र के किनारेकिनारे और यरदन नदी के तट पर कनानी बसे हुए हैं +14361,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_030.wav,पर कालेब ने मूसा के सामने प्रजा के लोगों को चुप कराने के विचार से कहा हम अभी चढ़कर उस देश को अपना कर लें क्योंकि निःसन्देह हम में ऐसा करने की शक्ति है +14362,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_031.wav,पर जो पुरुष उसके संग गए थे उन्होंने कहा उन लोगों पर चढ़ने की शक्ति हम में नहीं है क्योंकि वे हम से बलवान हैं +14363,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_032.wav,और उन्होंने इस्राएलियों के सामने उस देश की जिसका भेद उन्होंने लिया था यह कहकर निन्दा भी की वह देश जिसका भेद लेने को हम गये थे ऐसा है जो अपने निवासियों को निगल जाता है और जितने पुरुष हमने उसमें देखे वे सब के सब बड़े डीलडौल के हैं +14364,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_013_033.wav,फिर हमने वहाँ नपीलों को अर्थात् नपीली जातिवाले अनाकवंशियों को देखा और हम अपनी दृष्टि में तो उनके सामने टिड्डे के समान दिखाई पड़ते थे और ऐसे ही उनकी दृष्टि में मालूम पड़ते थे +14365,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_001.wav,तब सारी मण्डली चिल्ला उठी और रात भर वे लोग रोते ही रहे +14366,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_002.wav,और सब इस्राएली मूसा और हारून पर बुड़बुड़ाने लगे और सारी मण्डली उससे कहने लगी भला होता कि हम मिस्र ही में मर जाते या इस जंगल ही में मर जाते +14367,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_003.wav,यहोवा हमको उस देश में ले जाकर क्यों तलवार से मरवाना चाहता है हमारी स्त्रियाँ और बालबच्चे तो लूट में चले जाएँगे क्या हमारे लिये अच्छा नहीं कि हम मिस्र देश को लौट जाएँ +14368,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_004.wav,फिर वे आपस में कहने लगे आओ हम किसी को अपना प्रधान बना लें और मिस्र को लौट चलें +14369,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_005.wav,तब मूसा और हारून इस्राएलियों की सारी मण्डली के सामने मुँह के बल गिरे +14370,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_006.wav,और नून का पुत्र यहोशू और यपुन्ने का पुत्र कालेब जो देश के भेद लेनेवालों में से थे अपनेअपने वस्त्र फाड़कर +14371,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_007.wav,इस्राएलियों की सारी मण्डली से कहने लगे जिस देश का भेद लेने को हम इधरउधर घूमकर आए हैं वह अत्यन्त उत्तम देश है +14372,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_008.wav,यदि यहोवा हम से प्रसन्न हो तो हमको उस देश में जिसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं पहुँचाकर उसे हमें दे देगा +14373,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_009.wav,केवल इतना करो कि तुम यहोवा के विरुद्ध बलवा न करो और न उस देश के लोगों से डरो क्योंकि वे हमारी र���टी ठहरेंगे छाया उनके ऊपर से हट गई है और यहोवा हमारे संग है उनसे न डरो +14374,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_010.wav,तब सारी मण्डली चिल्ला उठी कि इनको पथरवाह करो तब यहोवा का तेज मिलापवाले तम्बू में सब इस्राएलियों पर प्रकाशमान हुआ +14375,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_011.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा ये लोग कब तक मेरा तिरस्कार करते रहेंगे और मेरे सब आश्चर्यकर्मों को देखने पर भी कब तक मुझ पर विश्वास न करेंगे +14376,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_012.wav,मैं उन्हें मरी से मारूँगा और उनके निज भाग से उन्हें निकाल दूँगा और तुझ से एक जाति उत्पन्न करूँगा जो उनसे बड़ी और बलवन्त होगी +14377,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_013.wav,मूसा ने यहोवा से कहा तब तो मिस्री जिनके मध्य में से तू अपनी सामर्थ्य दिखाकर उन लोगों को निकाल ले आया है यह सुनेंगे +14378,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_014.wav,और इस देश के निवासियों से कहेंगे उन्होंने तो यह सुना है कि तू जो यहोवा है इन लोगों के मध्य में रहता है और प्रत्यक्ष दिखाई देता है और तेरा बादल उनके ऊपर ठहरा रहता है और तू दिन को बादल के खम्भे में और रात को अग्नि के खम्भे में होकर इनके आगेआगे चला करता है +14379,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_015.wav,इसलिए यदि तू इन लोगों को एक ही बार में मार डाले तो जिन जातियों ने तेरी कीर्ति सुनी है वे कहेंगी +14380,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_016.wav,कि यहोवा उन लोगों को उस देश में जिसे उसने उन्हें देने की शपथ खाई थी पहुँचा न सका इस कारण उसने उन्हें जंगल में घात कर डाला है +14381,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_017.wav,इसलिए अब प्रभु की सामर्थ्य की महिमा तेरे कहने के अनुसार हो +14382,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_018.wav,कि यहोवा कोप करने में धीरजवन्त और अति करुणामय है और अधर्म और अपराध का क्षमा करनेवाला है परन्तु वह दोषी को किसी प्रकार से निर्दोष न ठहराएगा और पूर्वजों के अधर्म का दण्ड उनके बेटों और पोतों और परपोतों को देता है +14383,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_019.wav,अब इन लोगों के अधर्म को अपनी बड़ी करुणा के अनुसार और जैसे तू मिस्र से लेकर यहाँ तक क्षमा करता रहा है वैसे ही अब भी क्षमा कर दे +14384,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_020.wav,यहोवा ने कहा तेरी विनती के अनुसार मैं क्षमा करता हूँ +14385,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_021.wav,परन्तु मेरे जीवन की शपथ सचमुच सारी पृथ्वी यहोवा की महिमा से परिपूर्ण हो जाएगी +14386,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_022.wav,उन सब लोगों ने जिन्होंने मेरी महिमा मिस्र देश में और जंगल में देखी और मेरे किए हुए आश्चर्यकर्मों को देखने पर भी दस बार मेरी परीक्षा की और मेरी बातें नहीं मानी +14387,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_023.wav,इसलिए जिस देश के विषय मैंने उनके पूर्वजों से शपथ खाई उसको वे कभी देखने न पाएँगे अर्थात् जितनों ने मेरा अपमान किया है उनमें से कोई भी उसे देखने न पाएगा +14388,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_024.wav,परन्तु इस कारण से कि मेरे दास कालेब के साथ और ही आत्मा है और उसने पूरी रीति से मेरा अनुकरण किया है मैं उसको उस देश में जिसमें वह हो आया है पहुँचाऊँगा और उसका वंश उस देश का अधिकारी होगा +14389,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_025.wav,अमालेकी और कनानी लोग तराई में रहते हैं इसलिए कल तुम घूमकर प्रस्थान करो और लाल समुद्र के मार्ग से जंगल में जाओ +14390,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_026.wav,फिर यहोवा ने मूसा और हारून से कहा +14391,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_027.wav,यह बुरी मण्डली मुझ पर बुड़बुड़ाती रहती है उसको मैं कब तक सहता रहूँ इस्राएली जो मुझ पर बड़बड़ाते रहते हैं उनका यह बुड़बुड़ाना मैंने तो सुना है +14392,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_028.wav,इसलिए उनसे कह कि यहोवा की यह वाणी है कि मेरे जीवन की शपथ जो बातें तुम ने मेरे सुनते कही हैं निःसन्देह मैं उसी के अनुसार तुम्हारे साथ व्यवहार करूँगा +14393,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_029.wav,तुम्हारे शव इसी जंगल में पड़े रहेंगे और तुम सब में से बीस वर्ष की या उससे अधिक आयु के जितने गिने गए थे और मुझ पर बड़बड़ाते थे +14394,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_030.wav,उसमें से यपुन्ने के पुत्र कालेब और नून के पुत्र यहोशू को छोड़ कोई भी उस देश में न जाने पाएगा जिसके विषय मैंने शपथ खाई है कि तुम को उसमें बसाऊँगा +14395,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_031.wav,परन्तु तुम्हारे बालबच्चे जिनके विषय तुम ने कहा है कि वे लूट में चले जाएँगे उनको मैं उस देश में पहुँचा दूँगा और वे उस देश को जान लेंगे जिसको तुम ने तुच्छ जाना है +14396,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_032.wav,परन्तु तुम लोगों के शव इसी जंगल में पड़े रहेंगे +14397,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_033.wav,और जब तक तुम्हारे शव जंगल में न गल जाएँ तब तक अर्थात् चालीस वर्ष तक तुम्हारे बालबच्चे जंगल में तुम्हारे व्यभिचार का फल भोगते हुए भटकते रहेंगे +14398,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_034.wav,जितने दिन तुम उस देश का भेद लेते रहे अर्थात् चालीस दिन उनकी गिनती के अनुसार एक दिन के बदले एक वर्ष अर्थात् चालीस वर्ष तक तुम अपने अधर्म का दण्ड उठाए रहोगे तब तुम जान लोगे कि मेरा विरोध क्या है +14399,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_035.wav,मैं यहोवा यह कह चुका हूँ कि इस बुरी मण्डली के लोग जो मेरे विरुद्ध इकट्ठे हुए हैं इसी जंगल में मर मिटेंगे और निःसन्देह ऐसा ही करूँगा भी +14400,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_036.wav,तब जिन पुरुषों को मूसा ने उस देश के भेद लेने के लिये भेजा था और उन्होंने लौटकर उस देश की नामधराई करके सारी मण्डली को कुढ़कुढ़ाने के लिये उभारा था +14401,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_037.wav,उस देश की वे नामधराई करनेवाले पुरुष यहोवा के मारने से उसके सामने मर गये +14402,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_038.wav,परन्तु देश के भेद लेनेवाले पुरुषों में से नून का पुत्र यहोशू और यपुन्ने का पुत्र कालेब दोनों जीवित रहे +14403,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_039.wav,तब मूसा ने ये बातें सब इस्राएलियों को कह सुनाई और वे बहुत विलाप करने लगे +14404,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_040.wav,और वे सवेरे उठकर यह कहते हुए पहाड़ की चोटी पर चढ़ने लगे हमने पाप किया है परन्तु अब तैयार हैं और उस स्थान को जाएँगे जिसके विषय यहोवा ने वचन दिया था +14405,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_041.wav,तब मूसा ने कहा तुम यहोवा की आज्ञा का उल्लंघन क्यों करते हो यह सफल न होगा +14406,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_042.wav,यहोवा तुम्हारे मध्य में नहीं है मत चढ़ो नहीं तो शत्रुओं से हार जाओगे +14407,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_043.wav,वहाँ तुम्हारे आगे अमालेकी और कनानी लोग हैं इसलिए तुम तलवार से मारे जाओगे तुम यहोवा को छोड़कर फिर गए हो इसलिए वह तुम्हारे संग नहीं रहेगा +14408,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_044.wav,परन्तु वे ढिठाई करके पहाड़ की चोटी पर चढ़ गए परन्तु यहोवा की वाचा का सन्दूक और मूसा छावनी से न हटे +14409,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_014_045.wav,तब अमालेकी और कनानी जो उस पहाड़ पर रहते थे उन पर चढ़ आए और होर्मा तक उनको मारते चले आए +14410,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14411,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_002.wav,इस्राएलियों से कह कि जब तुम अपने निवास के देश में पहुँचो जो मैं तुम्हें देता हूँ +14412,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_003.wav,और यहोवा के लिये क्या होमबलि क्या मेलबलि कोई हव्य चढ़ाओं चाहे वह विशेष मन्नत पूरी करने का हो चाहे स्वेच्छाबलि का हो चाहे तुम्हारे नियत समयों में का हो या वह चाहे गायबैल चाहे भेड़बकरियों में का हो जिससे यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्ध हो +14413,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_004.wav,तब उस होमबलि या मेलबलि के संग भेड़ के बच्चे यहोवा के लिये चौथाई हीन तेल से सना हुआ एपा का दसवाँ अंश मैदा अन्नबलि करके चढ़ाना +14414,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_005.wav,और चौथाई हीन दाखमधु अर्घ करके देना +14415,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_006.wav,और मेढ़े के बलि के साथ तिहाई हीन तेल से सना हुआ एपा का दो दसवाँ अंश मैदा अन्नबलि करके चढ़ाना +14416,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_007.wav,और उसका अर्घ यहोवा को सुखदायक सुगन्ध देनेवाला तिहाई हीन दाखमधु देना +14417,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_008.wav,और जब तू यहोवा को होमबलि या किसी विशेष मन्नत पूरी करने के लिये बलि या मेलबलि ���रके बछड़ा चढ़ाए +14418,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_009.wav,तब बछड़े का चढ़ानेवाला उसके संग आधा हीन तेल से सना हुआ एपा का तीन दसवाँ अंश मैदा अन्नबलि करके चढ़ाए +14419,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_010.wav,और उसका अर्घ आधा हीन दाखमधु चढ़ाए वह यहोवा को सुखदायक सुगन्ध देनेवाला हव्य होगा +14420,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_011.wav,एकएक बछड़े या मेढ़े या भेड़ के बच्चे या बकरी के बच्चे के साथ इसी रीति चढ़ावा चढ़ाया जाए +14421,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_012.wav,तुम्हारे बलिपशुओं की जितनी गिनती हो उसी गिनती के अनुसार एकएक के साथ ऐसा ही किया करना +14422,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_013.wav,जितने देशी हों वे यहोवा को सुखदायक सुगन्ध देनेवाला हव्य चढ़ाते समय ये काम इसी रीति से किया करें +14423,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_014.wav,और यदि कोई परदेशी तुम्हारे संग रहता हो या तुम्हारी किसी पीढ़ी में तुम्हारे बीच कोई रहनेवाला हो और वह यहोवा को सुखदायक सुगन्ध देनेवाला हव्य चढ़ाना चाहे तो जिस प्रकार तुम करोगे उसी प्रकार वह भी करे +14424,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_015.wav,मण्डली के लिये अर्थात् तुम्हारे और तुम्हारे संग रहनेवाले परदेशी दोनों के लिये एक ही विधि हो तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में यह सदा की विधि ठहरे कि जैसे तुम हो वैसे ही परदेशी भी यहोवा के लिये ठहरता है +14425,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_016.wav,तुम्हारे और तुम्हारे संग रहनेवाले परदेशियों के लिये एक ही व्यवस्था और एक ही नियम है +14426,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_017.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14427,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_018.wav,इस्राएलियों को मेरा यह वचन सुना कि जब तुम उस देश में पहुँचो जहाँ मैं तुम को लिये जाता हूँ +14428,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_019.wav,और उस देश की उपज का अन्न खाओ तब यहोवा के लिये उठाई हुई भेंट चढ़ाया करो +14429,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_020.wav,अपने पहले गुँधे हुए आटे की एक पापड़ी उठाई हुई भेंट करके यहोवा के लिये चढ़ाना जैसे तुम खलिहान में से उठाई हुई भेंट चढ़ाओगे वैसे ही उसको भी उठाया करना +14430,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_021.wav,अपनी पीढ़ीपीढ़ी में अपने पहले गुँधे हुए आटे में से यहोवा को उठाई हुई भेंट दिया करना +14431,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_022.wav,फिर जब तुम इन सब आज्ञाओं में से जिन्हें यहोवा ने मूसा को दिया है किसी का उल्लंघन भूल से करो +14432,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_023.wav,अर्थात् जिस दिन से यहोवा आज्ञा देने लगा और आगे की तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में उस दिन से उसने जितनी आज्ञाएँ मूसा के द्वारा दी हैं +14433,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_024.wav,उसमें यदि भूल से किया हुआ पाप मण्डली के बिना जाने हुआ हो तो सारी मण्डली यहोवा को सुखदायक सुगन्ध देनेवाला होमबलि करके ए��� बछड़ा और उसके संग नियम के अनुसार उसका अन्नबलि और अर्घ चढ़ाए और पापबलि करके एक बकरा चढ़ाए +14434,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_025.wav,तब याजक इस्राएलियों की सारी मण्डली के लिये प्रायश्चित करे और उनकी क्षमा की जाएगी क्योंकि उनका पाप भूल से हुआ और उन्होंने अपनी भूल के लिये अपना चढ़ावा अर्थात् यहोवा के लिये हव्य और अपना पापबलि उसके सामने चढ़ाया +14435,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_026.wav,इसलिए इस्राएलियों की सारी मण्डली का और उसके बीच रहनेवाले परदेशी का भी वह पाप क्षमा किया जाएगा क्योंकि वह सब लोगों के अनजाने में हुआ +14436,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_027.wav,फिर यदि कोई मनुष्य भूल से पाप करे तो वह एक वर्ष की एक बकरी पापबलि करके चढ़ाए +14437,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_028.wav,और याजक भूल से पाप करनेवाले मनुष्य के लिये यहोवा के सामने प्रायश्चित करे अतः इस प्रायश्चित के कारण उसका वह पाप क्षमा किया जाएगा +14438,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_029.wav,जो कोई भूल से कुछ करे चाहे वह इस्राएलियों में देशी हो चाहे तुम्हारे बीच परदेशी होकर रहता हो सब के लिये तुम्हारी एक ही व्यवस्था हो +14439,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_030.wav,परन्तु क्या देशी क्या परदेशी जो मनुष्य ढिठाई से कुछ करे वह यहोवा का अनादर करनेवाला ठहरेगा और वह प्राणी अपने लोगों में से नाश किया जाए +14440,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_031.wav,वह जो यहोवा का वचन तुच्छ जानता है और उसकी आज्ञा का टालनेवाला है इसलिए वह मनुष्य निश्चय नाश किया जाए उसका अधर्म उसी के सिर पड़ेगा +14441,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_032.wav,जब इस्राएली जंगल में रहते थे उन दिनों एक मनुष्य विश्राम के दिन लकड़ी बीनता हुआ मिला +14442,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_033.wav,और जिनको वह लकड़ी बीनता हुआ मिला वे उसको मूसा और हारून और सारी मण्डली के पास ले गए +14443,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_034.wav,उन्होंने उसको हवालात में रखा क्योंकि ऐसे मनुष्य से क्या करना चाहिये वह प्रगट नहीं किया गया था +14444,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_035.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा वह मनुष्य निश्चय मार डाला जाए सारी मण्डली के लोग छावनी के बाहर उस पर पथरवाह करें +14445,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_036.wav,इस प्रकार जैसा यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी उसी के अनुसार सारी मण्डली के लोगों ने उसको छावनी से बाहर ले जाकर पथरवाह किया और वह मर गया +14446,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_037.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14447,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_038.wav,इस्राएलियों से कह कि अपनी पीढ़ीपीढ़ी में अपने वस्त्रों के छोर पर झालर लगाया करना और एकएक छोर की झालर पर एक नीला फीता लगाया करना +14448,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_039.wav,और वह तुम्हारे लिये ऐसी झालर ठहरे जिससे जब जब तुम उसे देखो तबतब यहोवा की सारी आज्ञाएँ तुम को स्मरण आ जाएँ और तुम उनका पालन करो और तुम अपनेअपने मन और अपनीअपनी दृष्टि के वश में होकर व्यभिचार न करते फिरो जैसे करते आए हो +14449,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_040.wav,परन्तु तुम यहोवा की सब आज्ञाओं को स्मरण करके उनका पालन करो और अपने परमेश्वर के लिये पवित्र बनो +14450,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_015_041.wav,मैं यहोवा तुम्हारा परमेश्वर हूँ जो तुम्हें मिस्र देश से निकाल ले आया कि तुम्हारा परमेश्वर ठहरूँ मैं तुम्हारा परमेश्वर यहोवा हूँ +14451,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_001.wav,कोरह जो लेवी का परपोता कहात का पोता और यिसहार का पुत्र था वह एलीआब के पुत्र दातान और अबीराम और पेलेत के पुत्र ओन +14452,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_002.wav,इन तीनों रूबेनियों से मिलकर मण्डली के ढाई सौ प्रधान जो सभासद और नामी थे उनको संग लिया +14453,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_003.wav,और वे मूसा और हारून के विरुद्ध उठ खड़े हुए और उनसे कहने लगे तुम ने बहुत किया अब बस करो क्योंकि सारी मण्डली का एकएक मनुष्य पवित्र है और यहोवा उनके मध्य में रहता है इसलिए तुम यहोवा की मण्डली में ऊँचे पदवाले क्यों बन बैठे हो +14454,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_004.wav,यह सुनकर मूसा अपने मुँह के बल गिरा +14455,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_005.wav,फिर उसने कोरह और उसकी सारी मण्डली से कहा सवेरे को यहोवा दिखा देगा कि उसका कौन है और पवित्र कौन है और उसको अपने समीप बुला लेगा जिसको वह आप चुन लेगा उसी को अपने समीप बुला भी लेगा +14456,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_006.wav,इसलिए हे कोरह तुम अपनी सारी मण्डली समेत यह करो अर्थात् अपनाअपना धूपदान ठीक करो +14457,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_007.wav,और कल उनमें आग रखकर यहोवा के सामने धूप देना तब जिसको यहोवा चुन ले वही पवित्र ठहरेगा हे लेवियों तुम भी बड़ीबड़ी बातें करते हो अब बस करो +14458,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_008.wav,फिर मूसा ने कोरह से कहा हे लेवियों सुनो +14459,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_009.wav,क्या यह तुम्हें छोटी बात जान पड़ती है कि इस्राएल के परमेश्वर ने तुम को इस्राएल की मण्डली से अलग करके अपने निवास की सेवकाई करने और मण्डली के सामने खड़े होकर उसकी भी सेवा टहल करने के लिये अपने समीप बुला लिया है +14460,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_010.wav,और तुझे और तेरे सब लेवी भाइयों को भी अपने समीप बुला लिया है फिर भी तुम याजकपद के भी खोजी हो +14461,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_011.wav,और इसी कारण तूने अपनी सारी मण्डली को यहोवा के विरुद्ध इकट्ठी किया है हारून कौन है कि तुम उस पर बड़बड़ाते हो +14462,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_012.wav,फिर मूसा ने एलीआब के पुत्र दातान और अबीराम को बुलवा भेजा परन्तु उन्होंने कहा हम तेरे पास नहीं आएँगे +14463,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_013.wav,क्या यह एक छोटी बात है कि तू हमको ऐसे देश से जिसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती है इसलिए निकाल लाया है कि हमें जंगल में मार डालें फिर क्या तू हमारे ऊपर प्रधान भी बनकर अधिकार जताता है +14464,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_014.wav,फिर तू हमें ऐसे देश में जहाँ दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं नहीं पहुँचाया और न हमें खेतों और दाख की बारियों का अधिकारी बनाया क्या तू इन लोगों की आँखों में धूल डालेगा हम तो नहीं आएँगे +14465,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_015.wav,तब मूसा का कोप बहुत भड़क उठा और उसने यहोवा से कहा उन लोगों की भेंट की ओर दृष्टि न कर मैंने तो उनसे एक गदहा भी नहीं लिया और न उनमें से किसी की हानि की है +14466,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_016.wav,तब मूसा ने कोरह से कहा कल तू अपनी सारी मण्डली को साथ लेकर हारून के साथ यहोवा के सामने हाजिर होना +14467,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_017.wav,और तुम सब अपनाअपना धूपदान लेकर उनमें धूप देना फिर अपनाअपना धूपदान जो सब समेत ढाई सौ होंगे यहोवा के सामने ले जाना विशेष करके तू और हारून अपनाअपना धूपदान ले जाना +14468,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_018.wav,इसलिए उन्होंने अपनाअपना धूपदान लेकर और उनमें आग रखकर उन पर धूप डाला और मूसा और हारून के साथ मिलापवाले तम्बू के द्वार पर खड़े हुए +14469,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_019.wav,और कोरह ने सारी मण्डली को उनके विरुद्ध मिलापवाले तम्बू के द्वार पर इकट्ठा कर लिया तब यहोवा का तेज सारी मण्डली को दिखाई दिया +14470,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_020.wav,तब यहोवा ने मूसा और हारून से कहा +14471,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_021.wav,उस मण्डली के बीच में से अलग हो जाओ कि मैं उन्हें पल भर में भस्म कर डालूँ +14472,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_022.wav,तब वे मुँह के बल गिरकर कहने लगे हे परमेश्वर हे सब प्राणियों के आत्माओं के परमेश्वर क्या एक पुरुष के पाप के कारण तेरा क्रोध सारी मण्डली पर होगा +14473,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_023.wav,यहोवा ने मूसा से कहा +14474,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_024.wav,मण्डली के लोगों से कह कि कोरह दातान और अबीराम के तम्बुओं के आसपास से हट जाओ +14475,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_025.wav,तब मूसा उठकर दातान और अबीराम के पास गया और इस्राएलियों के वृद्ध लोग उसके पीछेपीछे गए +14476,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_026.wav,और उसने मण्डली के लोगों से कहा तुम उन दुष्ट मनुष्यों के डेरों के पास से हट जाओ और उनकी कोई वस्तु न छूओ कहीं ऐसा न हो कि तुम भी उनके सब पापों में फँसकर मिट जाओ +14477,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_027.wav,यह सुनकर लोग कोरह दातान और अबीराम के तम्बु��ं के आसपास से हट गए परन्तु दातान और अबीराम निकलकर अपनी पत्नियों बेटों और बालबच्चों समेत अपनेअपने डेरे के द्वार पर खड़े हुए +14478,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_028.wav,तब मूसा ने कहा इससे तुम जान लोगे कि यहोवा ने मुझे भेजा है कि यह सब काम करूँ क्योंकि मैंने अपनी इच्छा से कुछ नहीं किया +14479,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_029.wav,यदि उन मनुष्यों की मृत्यु और सब मनुष्यों के समान हो और उनका दण्ड सब मनुष्यों के समान हो तब जानो कि मैं यहोवा का भेजा हुआ नहीं हूँ +14480,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_030.wav,परन्तु यदि यहोवा अपनी अनोखी शक्ति प्रगट करे और पृथ्वी अपना मुँह पसारकर उनको और उनका सब कुछ निगल जाए और वे जीते जी अधोलोक में जा पड़ें तो तुम समझ लो कि इन मनुष्यों ने यहोवा का अपमान किया है +14481,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_031.wav,वह ये सब बातें कह ही चुका था कि भूमि उन लोगों के पाँव के नीचे फट गई +14482,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_032.wav,और पृथ्वी ने अपना मुँह खोल दिया और उनको और उनके समस्त घरबार का सामान और कोरह के सब मनुष्यों और उनकी सारी सम्पत्ति को भी निगल लिया +14483,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_033.wav,और वे और उनका सारा घरबार जीवित ही अधोलोक में जा पड़े और पृथ्वी ने उनको ढाँप लिया और वे मण्डली के बीच में से नष्ट हो गए +14484,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_034.wav,और जितने इस्राएली उनके चारों ओर थे वे उनका चिल्लाना सुन यह कहते हुए भागे कहीं पृथ्वी हमको भी निगल न ले +14485,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_035.wav,तब यहोवा के पास से आग निकली और उन ढाई सौ धूप चढ़ानेवालों को भस्म कर डाला +14486,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_036.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा +14487,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_037.wav,हारून याजक के पुत्र एलीआजर से कह कि उन धूपदानों को आग में से उठा ले और आग के अंगारों को उधर ही छितरा दे क्योंकि वे पवित्र हैं +14488,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_038.wav,जिन्होंने पाप करके अपने ही प्राणों की हानि की है उनके धूपदानों के पत्तर पीटपीट कर बनाए जाएँ जिससे कि वह वेदी के मढ़ने के काम आए क्योंकि उन्होंने यहोवा के सामने रखा था इससे वे पवित्र हैं इस प्रकार वह इस्राएलियों के लिये एक निशान ठहरेगा +14489,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_039.wav,इसलिए एलीआजर याजक ने उन पीतल के धूपदानों को जिनमें उन जले हुए मनुष्यों ने धूप चढ़ाया था लेकर उनके पत्तर पीटकर वेदी के मढ़ने के लिये बनवा दिए +14490,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_040.wav,कि इस्राएलियों को इस बात का स्मरण रहे कि कोई दूसरा जो हारून के वंश का न हो यहोवा के सामने धूप चढ़ाने को समीप न जाए ऐसा न हो कि वह भी कोरह और उसकी मण्डली के समान नष्ट हो जाए जैसे कि यहोवा ��े मूसा के द्वारा उसको आज्ञा दी थी +14491,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_041.wav,दूसरे दिन इस्राएलियों की सारी मण्डली यह कहकर मूसा और हारून पर बुड़बुड़ाने लगी यहोवा की प्रजा को तुम ने मार डाला है +14492,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_042.wav,और जब मण्डली के लोग मूसा और हारून के विरुद्ध इकट्ठे हो रहे थे तब उन्होंने मिलापवाले तम्बू की ओर दृष्टि की और देखा कि बादल ने उसे छा लिया है और यहोवा का तेज दिखाई दे रहा है +14493,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_043.wav,तब मूसा और हारून मिलापवाले तम्बू के सामने आए +14494,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_044.wav,तब यहोवा ने मूसा और हारून से कहा +14495,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_045.wav,तुम उस मण्डली के लोगों के बीच से हट जाओ कि मैं उन्हें पल भर में भस्म कर डालूँ तब वे मुँह के बल गिरे +14496,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_046.wav,और मूसा ने हारून से कहा धूपदान को लेकर उसमें वेदी पर से आग रखकर उस पर धूप डाल मण्डली के पास फुर्ती से जाकर उसके लिये प्रायश्चित कर क्योंकि यहोवा का कोप अत्यन्त भड़का है और मरी फैलने लगी है +14497,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_047.wav,मूसा की आज्ञा के अनुसार हारून धूपदान लेकर मण्डली के बीच में दौड़ा गया और यह देखकर कि लोगों में मरी फैलने लगी है उसने धूप जलाकर लोगों के लिये प्रायश्चित किया +14498,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_048.wav,और वह मुर्दों और जीवित के मध्य में खड़ा हुआ तब मरी थम गई +14499,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_049.wav,और जो कोरह के संग भागी होकर मर गए थे उन्हें छोड़ जो लोग इस मरी से मर गए वे चौदह हजार सात सौ थे +14500,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_016_050.wav,तब हारून मिलापवाले तम्बू के द्वार पर मूसा के पास लौट गया और मरी थम गई +14501,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_001.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा +14502,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_002.wav,इस्राएलियों से बातें करके उनके पूर्वजों के घरानों के अनुसार उनके सब प्रधानों के पास से एकएक छड़ी ले और उन बारह छड़ियों में से एकएक पर एकएक के मूलपुरुष का नाम लिख +14503,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_003.wav,और लेवियों की छड़ी पर हारून का नाम लिख क्योंकि इस्राएलियों के पूर्वजों के घरानों के एकएक मुख्य पुरुष की एकएक छड़ी होगी +14504,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_004.wav,और उन छड़ियों को मिलापवाले तम्बू में साक्षीपत्र के आगे जहाँ मैं तुम लोगों से मिला करता हूँ रख दे +14505,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_005.wav,और जिस पुरुष को मैं चुनूँगा उसकी छड़ी में कलियाँ फूट निकलेंगी और इस्राएली जो तुम पर बड़बड़ाते रहते हैं वह बुड़बुड़ाना मैं अपने ऊपर से दूर करूँगा +14506,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_006.wav,अतः मूसा ने इस्राएलियों से यह बात कही और उनके सब प्रधानों ने अपनेअपने लिए अपनेअपने पूर्वजो��� के घरानों के अनुसार एकएक छड़ी उसे दी सो बारह छड़ियाँ हुई और उन छड़ियों में हारून की भी छड़ी थी +14507,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_007.wav,उन छड़ियों को मूसा ने साक्षीपत्र के तम्बू में यहोवा के सामने रख दिया +14508,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_008.wav,दूसरे दिन मूसा साक्षीपत्र के तम्बू में गया तो क्या देखा कि हारून की छड़ी जो लेवी के घराने के लिये थी उसमें कलियाँ फूट निकली उसमें कलियाँ लगीं और फूल भी फूले और पके बादाम भी लगे हैं +14509,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_009.wav,तब मूसा उन सब छड़ियों को यहोवा के सामने से निकालकर सब इस्राएलियों के पास ले गया और उन्होंने अपनीअपनी छड़ी पहचानकर ले ली +14510,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_010.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा हारून की छड़ी को साक्षीपत्र के सामने फिर रख दे कि यह उन बलवा करनेवालों के लिये एक निशान बनकर रखी रहे कि तू उनका बुड़बुड़ाना जो मेरे विरुद्ध होता रहता है भविष्य में रोक सके ऐसा न हो कि वे मर जाएँ +14511,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_011.wav,और मूसा ने यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार ही किया +14512,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_012.wav,तब इस्राएली मूसा से कहने लगे देख हमारे प्राण निकलने वाले हैं हम नष्ट हुए हम सब के सब नष्ट हुए जाते हैं +14513,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_017_013.wav,जो कोई यहोवा के निवास के तम्बू के समीप जाता है वह मारा जाता है तो क्या हम सब के सब मर ही जाएँगे +14514,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_001.wav,फिर यहोवा ने हारून से कहा पवित्रस्थान के विरुद्ध अधर्म का भार तुझ पर और तेरे पुत्रों और तेरे पिता के घराने पर होगा और तुम्हारे याजक कर्म के विरुद्ध अधर्म का भार तुझ पर और तेरे पुत्रों पर होगा +14515,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_002.wav,और लेवी का गोत्र अर्थात् तेरे मूलपुरुष के गोत्रवाले जो तेरे भाई हैं उनको भी अपने साथ ले आया कर और वे तुझ से मिल जाएँ और तेरी सेवा टहल किया करें परन्तु साक्षीपत्र के तम्बू के सामने तू और तेरे पुत्र ही आया करें +14516,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_003.wav,जो तुझे सौंपा गया है उसकी और सारे तम्बू की भी वे रक्षा किया करें परन्तु पवित्रस्थान के पात्रों के और वेदी के समीप न आएँ ऐसा न हो कि वे और तुम लोग भी मर जाओ +14517,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_004.wav,अतः वे तुझ से मिल जाएँ और मिलापवाले तम्बू की सारी सेवकाई की वस्तुओं की रक्षा किया करें परन्तु जो तेरे कुल का न हो वह तुम लोगों के समीप न आने पाए +14518,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_005.wav,और पवित्रस्थान और वेदी की रखवाली तुम ही किया करो जिससे इस्राएलियों पर फिर मेरा कोप न भड़के +14519,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_006.wav,परन्तु मैंने आप तुम्हारे लेवी भाइयों ��ो इस्राएलियों के बीच से अलग कर लिया है और वे मिलापवाले तम्बू की सेवा करने के लिये तुम को और यहोवा को सौंप दिये गए हैं +14520,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_007.wav,पर वेदी की और बीचवाले पर्दे के भीतर की बातों की सेवकाई के लिये तू और तेरे पुत्र अपने याजकपद की रक्षा करना और तुम ही सेवा किया करना क्योंकि मैं तुम्हें याजकपद की सेवकाई दान करता हूँ और जो तेरे कुल का न हो वह यदि समीप आए तो मार डाला जाए +14521,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_008.wav,फिर यहोवा ने हारून से कहा सुन मैं आप तुझको उठाई हुई भेंट सौंप देता हूँ अर्थात् इस्राएलियों की पवित्र की हुई वस्तुएँ जितनी हों उन्हें मैं तेरा अभिषेक वाला भाग ठहराकर तुझे और तेरे पुत्रों को सदा का हक़ करके दे देता हूँ +14522,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_009.wav,जो परमपवित्र वस्तुएँ आग में भस्म न की जाएँगी वे तेरी ही ठहरें अर्थात् इस्राएलियों के सब चढ़ावों में से उनके सब अन्नबलि सब पापबलि और सब दोषबलि जो वे मुझ को दें वह तेरे और तेरे पुत्रों के लिये परमपवित्र ठहरें +14523,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_010.wav,उनको परमपवित्र वस्तु जानकर खाया करना उनको हर एक पुरुष खा सकता है वे तेरे लिये पवित्र हैं +14524,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_011.wav,फिर ये वस्तुएँ भी तेरी ठहरें अर्थात् जितनी भेंटें इस्राएली हिलाने के लिये दें उनको मैं तुझे और तेरे बेटेबेटियों को सदा का हक़ करके दे देता हूँ तेरे घराने में जितने शुद्ध हों वह उन्हें खा सकेंगे +14525,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_012.wav,फिर उत्तम से उत्तम नया दाखमधु और गेहूँ अर्थात् इनकी पहली उपज जो वे यहोवा को दें वह मैं तुझको देता हूँ +14526,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_013.wav,उनके देश के सब प्रकार की पहली उपज जो वे यहोवा के लिये ले आएँ वह तेरी ही ठहरे तेरे घराने में जितने शुद्ध हों वे उन्हें खा सकेंगे +14527,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_014.wav,इस्राएलियों में जो कुछ अर्पण किया जाए वह भी तेरा ही ठहरे +14528,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_015.wav,सब प्राणियों में से जितने अपनीअपनी माँ के पहलौठे हों जिन्हें लोग यहोवा के लिये चढ़ाएँ चाहे मनुष्य के चाहे पशु के पहलौठे हों वे सब तेरे ही ठहरें परन्तु मनुष्यों और अशुद्ध पशुओं के पहिलौठों को दाम लेकर छोड़ देना +14529,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_016.wav,और जिन्हें छुड़ाना हो जब वे महीने भर के हों तब उनके लिये अपने ठहराए हुए मोल के अनुसार अर्थात् पवित्रस्थान के बीस गेरा के शेकेल के हिसाब से पाँच शेकेल लेकर उन्हें छोड़ना +14530,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_017.wav,पर गाय या भेड़ी या बकरी के पहलौठे को न छोड़ना वे तो पवित्र ��ैं उनके लहू को वेदी पर छिड़क देना और उनकी चर्बी को बलि करके जलाना जिससे यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्ध हो +14531,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_018.wav,परन्तु उनका माँस तेरा ठहरे और हिलाई हुई छाती और दाहिनी जाँघ भी तेरी ही ठहरे +14532,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_019.wav,पवित्र वस्तुओं की जितनी भेंटें इस्राएली यहोवा को दें उन सभी को मैं तुझे और तेरे बेटेबेटियों को सदा का हक़ करके दे देता हूँ यह तो तेरे और तेरे वंश के लिये यहोवा की सदा के लिये नमक की अटल वाचा है +14533,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_020.wav,फिर यहोवा ने हारून से कहा इस्राएलियों के देश में तेरा कोई भाग न होगा और न उनके बीच तेरा कोई अंश होगा उनके बीच तेरा भाग और तेरा अंश मैं ही हूँ +14534,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_021.wav,फिर मिलापवाले तम्बू की जो सेवा लेवी करते हैं उसके बदले मैं उनको इस्राएलियों का सब दशमांश उनका निज भागकर देता हूँ +14535,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_022.wav,और भविष्य में इस्राएली मिलापवाले तम्बू के समीप न आएँ ऐसा न हो कि उनके सिर पर पाप लगे और वे मर जाएँ +14536,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_023.wav,परन्तु लेवी मिलापवाले तम्बू की सेवा किया करें और उनके अधर्म का भार वे ही उठाया करें यह तुम्हारी पीढ़ियों में सदा की विधि ठहरे और इस्राएलियों के बीच उनका कोई निज भाग न होगा +14537,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_024.wav,क्योंकि इस्राएली जो दशमांश यहोवा को उठाई हुई भेंट करके देंगे उसे मैं लेवियों को निज भाग करके देता हूँ इसलिए मैंने उनके विषय में कहा है कि इस्राएलियों के बीच कोई भाग उनको न मिले +14538,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_025.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14539,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_026.wav,तू लेवियों से कह कि जब जब तुम इस्राएलियों के हाथ से वह दशमांश लो जिसे यहोवा तुम को तुम्हारा निज भाग करके उनसे दिलाता है तबतब उसमें से यहोवा के लिये एक उठाई हुई भेंट करके दशमांश का दशमांश देना +14540,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_027.wav,और तुम्हारी उठाई हुई भेंट तुम्हारे हित के लिये ऐसी गिनी जाएगी जैसा खलिहान में का अन्न या रसकुण्ड में का दाखरस गिना जाता है +14541,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_028.wav,इस रीति तुम भी अपने सब दशमांशों में से जो इस्राएलियों की ओर से पाओगे यहोवा को एक उठाई हुई भेंट देना और यहोवा की यह उठाई हुई भेंट हारून याजक को दिया करना +14542,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_029.wav,जितने दान तुम पाओ उनमें से हर एक का उत्तम से उत्तम भाग जो पवित्र ठहरा है उसे यहोवा के लिये उठाई हुई भेंट करके पूरीपूरी देना +14543,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_030.wav,इसलिए तू लेवियों से कह कि जब तुम उसमें का उत्तम से उत्तम भाग उठ��कर दो तब यह तुम्हारे लिये खलिहान में के अन्न और रसकुण्ड के रस के तुल्य गिना जाएगा +14544,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_031.wav,और उसको तुम अपने घरानों समेत सब स्थानों में खा सकते हो क्योंकि मिलापवाले तम्बू की जो सेवा तुम करोगे उसका बदला यही ठहरा है +14545,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_018_032.wav,और जब तुम उसका उत्तम से उत्तम भाग उठाकर दो तब उसके कारण तुम को पाप न लगेगा परन्तु इस्राएलियों की पवित्र की हुई वस्तुओं को अपवित्र न करना ऐसा न हो कि तुम मर जाओ +14546,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा और हारून से कहा +14547,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_002.wav,व्यवस्था की जिस विधि की आज्ञा यहोवा देता है वह यह है कि तू इस्राएलियों से कह कि मेरे पास एक लाल निर्दोष बछिया ले आओ जिसमें कोई भी दोष न हो और जिस पर जूआ कभी न रखा गया हो +14548,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_003.wav,तब उसे एलीआजर याजक को दो और वह उसे छावनी से बाहर ले जाए और कोई उसको एलीआजर याजक के सामने बलिदान करे +14549,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_004.wav,तब एलीआजर याजक अपनी उँगली से उसका कुछ लहू लेकर मिलापवाले तम्बू के सामने की ओर सात बार छिड़क दे +14550,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_005.wav,तब कोई उस बछिया को खाल माँस लहू और गोबर समेत उसके सामने जलाए +14551,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_006.wav,और याजक देवदार की लकड़ी जूफा और लाल रंग का कपड़ा लेकर उस आग में जिसमें बछिया जलती हो डाल दे +14552,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_007.wav,तब वह अपने वस्त्र धोए और स्नान करे इसके बाद छावनी में तो आए परन्तु साँझ तक अशुद्ध रहेगा +14553,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_008.wav,और जो मनुष्य उसको जलाए वह भी जल से अपने वस्त्र धोए और स्नान करे और साँझ तक अशुद्ध रहे +14554,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_009.wav,फिर कोई शुद्ध पुरुष उस बछिया की राख बटोरकर छावनी के बाहर किसी शुद्ध स्थान में रख छोड़े और वह राख इस्राएलियों की मण्डली के लिये अशुद्धता से छुड़ानेवाले जल के लिये रखी रहे वह तो पापबलि है +14555,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_010.wav,और जो मनुष्य बछिया की राख बटोरे वह अपने वस्त्र धोए और साँझ तक अशुद्ध रहेगा और यह इस्राएलियों के लिये और उनके बीच रहनेवाले परदेशियों के लिये भी सदा की विधि ठहरे +14556,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_011.wav,जो किसी मनुष्य के शव को छूए वह सात दिन तक अशुद्ध रहे +14557,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_012.wav,ऐसा मनुष्य तीसरे दिन पाप छुड़ाकर अपने को पावन करे और सातवें दिन शुद्ध ठहरे परन्तु यदि वह तीसरे दिन अपने आपको पाप छुड़ाकर पावन न करे तो सातवें दिन शुद्ध न ठहरेगा +14558,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_013.wav,जो कोई किसी मनुष्य का शव छूकर पाप छुड़ाकर अपने को पावन न करे वह यहोवा के निवा��स्थान का अशुद्ध करनेवाला ठहरेगा और वह मनुष्य इस्राएल में से नाश किया जाए क्योंकि अशुद्धता से छुड़ानेवाला जल उस पर न छिड़का गया इस कारण वह अशुद्ध ठहरेगा उसकी अशुद्धता उसमें बनी रहेगी +14559,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_014.wav,यदि कोई मनुष्य डेरे में मर जाए तो व्यवस्था यह है कि जितने उस डेरे में रहें या उसमें जाएँ वे सब सात दिन तक अशुद्ध रहें +14560,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_015.wav,और हर एक खुला हुआ पात्र जिस पर कोई ढकना लगा न हो वह अशुद्ध ठहरे +14561,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_016.wav,और जो कोई मैदान में तलवार से मारे हुए को या मृत शरीर को या मनुष्य की हड्डी को या किसी कब्र को छूए तो सात दिन तक अशुद्ध रहे +14562,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_017.wav,अशुद्ध मनुष्य के लिये जलाए हुए पापबलि की राख में से कुछ लेकर पात्र में डालकर उस पर सोते का जल डाला जाए +14563,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_018.wav,तब कोई शुद्ध मनुष्य जूफा लेकर उस जल में डुबाकर जल को उस डेरे पर और जितने पात्र और मनुष्य उसमें हों उन पर छिड़के और हड्डी के या मारे हुए के या मृत शरीर को या कब्र के छूनेवाले पर छिड़क दे +14564,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_019.wav,वह शुद्ध पुरुष तीसरे दिन और सातवें दिन उस अशुद्ध मनुष्य पर छिड़के और सातवें दिन वह उसके पाप छुड़ाकर उसको पावन करे तब वह अपने वस्त्रों को धोकर और जल से स्नान करके साँझ को शुद्ध ठहरे +14565,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_020.wav,जो कोई अशुद्ध होकर अपने पाप छुड़ाकर अपने को पावन न कराए वह मनुष्य यहोवा के पवित्रस्थान का अशुद्ध करनेवाला ठहरेगा इस कारण वह मण्डली के बीच में से नाश किया जाए अशुद्धता से छुड़ानेवाला जल उस पर न छिड़का गया इस कारण से वह अशुद्ध ठहरेगा +14566,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_021.wav,और यह उनके लिये सदा की विधि ठहरे जो अशुद्धता से छुड़ानेवाला जल छिड़के वह अपने वस्त्रों को धोए और जो जन अशुद्धता से छुड़ानेवाला जल छूए वह भी साँझ तक अशुद्ध रहे +14567,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_019_022.wav,और जो कुछ वह अशुद्ध मनुष्य छूए वह भी अशुद्ध ठहरे और जो मनुष्य उस वस्तु को छूए वह भी साँझ तक अशुद्ध रहे +14568,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_001.wav,पहले महीने में सारी इस्राएली मण्डली के लोग सीन नामक जंगल में आ गए और कादेश में रहने लगे और वहाँ मिर्याम मर गई और वहीं उसको मिट्टी दी गई +14569,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_002.wav,वहाँ मण्डली के लोगों के लिये पानी न मिला इसलिए वे मूसा और हारून के विरुद्ध इकट्ठे हुए +14570,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_003.wav,और लोग यह कहकर मूसा से झगड़ने लगे भला होता कि हम उस समय ही मर गए होते जब हमारे भाई यहोवा के सामने मर गए +14571,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_004.wav,और तुम यहोवा की मण्डली को इस जंगल में क्यों ले आए हो कि हम अपने पशुओं समेत यहाँ मर जाए +14572,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_005.wav,और तुम ने हमको मिस्र से क्यों निकालकर इस बुरे स्थान में पहुँचाया है यहाँ तो बीज या अंजीर या दाखलता या अनार कुछ नहीं है यहाँ तक कि पीने को कुछ पानी भी नहीं है +14573,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_006.wav,तब मूसा और हारून मण्डली के सामने से मिलापवाले तम्बू के द्वार पर जाकर अपने मुँह के बल गिरे और यहोवा का तेज उनको दिखाई दिया +14574,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_007.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा +14575,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_008.wav,उस लाठी को ले और तू अपने भाई हारून समेत मण्डली को इकट्ठा करके उनके देखते उस चट्टान से बातें कर तब वह अपना जल देगी इस प्रकार से तू चट्टान में से उनके लिये जल निकालकर मण्डली के लोगों और उनके पशुओं को पिला +14576,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_009.wav,यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार मूसा ने उसके सामने से लाठी को ले लिया +14577,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_010.wav,और मूसा और हारून ने मण्डली को उस चट्टान के सामने इकट्ठा किया तब मूसा ने उससे कहा हे बलवा करनेवालों सुनो क्या हमको इस चट्टान में से तुम्हारे लिये जल निकालना होगा +14578,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_011.wav,तब मूसा ने हाथ उठाकर लाठी चट्टान पर दो बार मारी और उसमें से बहुत पानी फूट निकला और मण्डली के लोग अपने पशुओं समेत पीने लगे +14579,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_012.wav,परन्तु मूसा और हारून से यहोवा ने कहा तुम ने जो मुझ पर विश्वास नहीं किया और मुझे इस्राएलियों की दृष्टि में पवित्र नहीं ठहराया इसलिए तुम इस मण्डली को उस देश में पहुँचाने न पाओगे जिसे मैंने उन्हें दिया है +14580,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_013.wav,उस सोते का नाम मरीबा पड़ा क्योंकि इस्राएलियों ने यहोवा से झगड़ा किया था और वह उनके बीच पवित्र ठहराया गया +14581,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_014.wav,फिर मूसा ने कादेश से एदोम के राजा के पास दूत भेजे तेरा भाई इस्राएल यह कहता है कि हम पर जोजो क्लेश पड़े हैं वह तू जानता होगा +14582,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_015.wav,अर्थात् यह कि हमारे पुरखा मिस्र में गए थे और हम मिस्र में बहुत दिन रहे और मिस्रियों ने हमारे पुरखाओं के साथ और हमारे साथ भी बुरा बर्ताव किया +14583,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_016.wav,परन्तु जब हमने यहोवा की दुहाई दी तब उसने हमारी सुनी और एक दूत को भेजकर हमें मिस्र से निकाल ले आया है इसलिए अब हम कादेश नगर में हैं जो तेरी सीमा ही पर है +14584,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_017.wav,अतः हमें अपने देश में से होकर जाने दे हम किसी खेत या दाख की बारी से होकर न चलेंगे और कुओं का पानी न पीएँगे सड़क ही सड़क से होकर चले जाएँगे और जब तक तेरे देश से बाहर न हो जाएँ तब तक न दाएँ न बाएँ मुड़ेंगे +14585,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_018.wav,परन्तु एदोमियों के राजा ने उसके पास कहला भेजा तू मेरे देश में से होकर मत जा नहीं तो मैं तलवार लिये हुए तेरा सामना करने को निकलूँगा +14586,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_019.wav,इस्राएलियों ने उसके पास फिर कहला भेजा हम सड़क ही सड़क से चलेंगे और यदि हम और हमारे पशु तेरा पानी पीएँ तो उसका दाम देंगे हमको और कुछ नहीं केवल पाँवपाँव चलकर निकल जाने दे +14587,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_020.wav,परन्तु उसने कहा तू आने न पाएगा और एदोम बड़ी सेना लेकर भुजबल से उसका सामना करने को निकल आया +14588,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_021.wav,इस प्रकार एदोम ने इस्राएल को अपने देश के भीतर से होकर जाने देने से इन्कार किया इसलिए इस्राएल उसकी ओर से मुड़ गए +14589,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_022.wav,तब इस्राएलियों की सारी मण्डली कादेश से कूच करके होर नामक पहाड़ के पास आ गई +14590,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_023.wav,और एदोम देश की सीमा पर होर पहाड़ में यहोवा ने मूसा और हारून से कहा +14591,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_024.wav,हारून अपने लोगों में जा मिलेगा क्योंकि तुम दोनों ने जो मरीबा नामक सोते पर मेरा कहना न मानकर मुझसे बलवा किया है इस कारण वह उस देश में जाने न पाएगा जिसे मैंने इस्राएलियों को दिया है +14592,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_025.wav,इसलिए तू हारून और उसके पुत्र एलीआजर को होर पहाड़ पर ले चल +14593,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_026.wav,और हारून के वस्त्र उतारकर उसके पुत्र एलीआजर को पहना तब हारून वहीं मरकर अपने लोगों में जा मिलेगा +14594,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_027.wav,यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार मूसा ने किया वे सारी मण्डली के देखते होर पहाड़ पर चढ़ गए +14595,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_028.wav,तब मूसा ने हारून के वस्त्र उतारकर उसके पुत्र एलीआजर को पहनाए और हारून वहीं पहाड़ की चोटी पर मर गया तब मूसा और एलीआजर पहाड़ पर से उतर आए +14596,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_020_029.wav,और जब इस्राएल की सारी मण्डली ने देखा कि हारून का प्राण छूट गया है तब इस्राएल के सब घराने के लोग उसके लिये तीस दिन तक रोते रहे +14597,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_001.wav,तब अराद का कनानी राजा जो दक्षिण देश में रहता था यह सुनकर कि जिस मार्ग से वे भेदिए आए थे उसी मार्ग से अब इस्राएली आ रहे हैं इस्राएल से लड़ा और उनमें से कुछ को बन्धुआ कर लिया +14598,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_002.wav,तब इस्राएलियों ने यहोवा से यह कहकर मन्नत मानी यदि तू सचमुच उन लोगों को हमारे वश में कर दे तो हम उनके नगरों को सत्यानाश कर देंगे +14599,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_003.wav,इस्राएल की यह बात सुनकर यहोवा ने कनानियों को उनके वश में कर दिया अतः उन्होंने उनके नगरों समेत उनको भी सत्यानाश किया इससे उस स्थान का नाम होर्मा रखा गया +14600,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_004.wav,फिर उन्होंने होर पहाड़ से कूच करके लाल समुद्र का मार्ग लिया कि एदोम देश से बाहरबाहर घूमकर जाएँ और लोगों का मन मार्ग के कारण बहुत व्याकुल हो गया +14601,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_005.wav,इसलिए वे परमेश्वर के विरुद्ध बात करने लगे और मूसा से कहा तुम लोग हमको मिस्र से जंगल में मरने के लिये क्यों ले आए हो यहाँ न तो रोटी है और न पानी और हमारे प्राण इस निकम्मी रोटी से दुःखित हैं +14602,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_006.wav,अतः यहोवा ने उन लोगों में तेज विषवाले साँप भेजे जो उनको डसने लगे और बहुत से इस्राएली मर गए +14603,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_007.wav,तब लोग मूसा के पास जाकर कहने लगे हमने पाप किया है कि हमने यहोवा के और तेरे विरुद्ध बातें की हैं यहोवा से प्रार्थना कर कि वह साँपों को हम से दूर करे तब मूसा ने उनके लिये प्रार्थना की +14604,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_008.wav,यहोवा ने मूसा से कहा एक तेज विषवाले साँप की प्रतिमा बनवाकर खम्भे पर लटका तब जो साँप से डसा हुआ उसको देख ले वह जीवित बचेगा +14605,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_009.wav,अतः मूसा ने पीतल का एक साँप बनवाकर खम्भे पर लटकाया तब साँप के डसे हुओं में से जिसजिसने उस पीतल के साँप की ओर देखा वह जीवित बच गया +14606,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_010.wav,फिर इस्राएलियों ने कूच करके ओबोत में डेरे डालें +14607,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_011.wav,और ओबोत से कूच करके अबारीम में डेरे डालें जो पूर्व की ओर मोआब के सामने के जंगल में है +14608,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_012.wav,वहाँ से कूच करके उन्होंने जेरेद नामक नाले में डेरे डालें +14609,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_013.wav,वहाँ से कूच करके उन्होंने अर्नोन नदी जो जंगल में बहती और एमोरियों के देश से निकलती है उसकी दूसरी ओर डेरे खड़े किए क्योंकि अर्नोन मोआबियों और एमोरियों के बीच होकर मोआब देश की सीमा ठहरी है +14610,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_014.wav,इस कारण यहोवा के संग्राम नामक पुस्तक में इस प्रकार लिखा है सूपा में वाहेब और अर्नोन की घाटी +14611,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_015.wav,और उन घाटियों की ढलान जो आर नामक नगर की ओर है और जो मोआब की सीमा पर है +14612,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_016.wav,फिर वहाँ से कूच करके वे बैर तक गए वहाँ वही कुआँ है जिसके विषय में यहोवा ने मूसा से कहा था उन लोगों को इकट्ठा कर और मैं उन्हें पानी दूँगा +14613,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_017.wav,उस समय इस्राएल ने यह गीत गाया हे कुएँ उमड़ आ उस कुएँ के विषय में गाओ +14614,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_018.wav,जिसको हाकिमों ने खोदा और इस्राएल के रईसों ने अपने सोंटों और लाठियों से खोद लिया फिर वे जंगल से मत्ताना को +14615,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_019.wav,और मत्ताना से नहलीएल को और नहलीएल से बामोत को +14616,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_020.wav,और बामोत से कूच करके उस तराई तक जो मोआब के मैदान में है और पिसगा के उस सिरे तक भी जो यशीमोन की ओर झुका है पहुँच गए +14617,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_021.wav,तब इस्राएल ने एमोरियों के राजा सीहोन के पास दूतों से यह कहला भेजा +14618,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_022.wav,हमें अपने देश में होकर जाने दे हम मुड़कर किसी खेत या दाख की बारी में तो न जाएँगे न किसी कुएँ का पानी पीएँगे और जब तक तेरे देश से बाहर न हो जाएँ तब तक सड़क ही से चले जाएँगे +14619,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_023.wav,फिर भी सीहोन ने इस्राएल को अपने देश से होकर जाने न दिया वरन् अपनी सारी सेना को इकट्ठा करके इस्राएल का सामना करने को जंगल में निकल आया और यहस को आकर उनसे लड़ा +14620,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_024.wav,तब इस्राएलियों ने उसको तलवार से मार दिया और अर्नोन से यब्बोक नदी तक जो अम्मोनियों की सीमा थी उसके देश के अधिकारी हो गए अम्मोनियों की सीमा तो दृढ़ थी +14621,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_025.wav,इसलिए इस्राएल ने एमोरियों के सब नगरों को ले लिया और उनमें अर्थात् हेशबोन और उसके आसपास के नगरों में रहने लगे +14622,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_026.wav,हेशबोन एमोरियों के राजा सीहोन का नगर था उसने मोआब के पिछले राजा से लड़कर उसका सारा देश अर्नोन तक उसके हाथ से छीन लिया था +14623,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_027.wav,इस कारण गूढ़ बात के कहनेवाले कहते हैं हेशबोन में आओ सीहोन का नगर बसे और दृढ़ किया जाए +14624,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_028.wav,क्योंकि हेशबोन से आग सीहोन के नगर से लौ निकली जिससे मोआब देश का आर नगर और अर्नोन के ऊँचे स्थानों के स्वामी भस्म हुए +14625,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_029.wav,हे मोआब तुझ पर हाय कमोश देवता की प्रजा नाश हुई उसने अपने बेटों को भगोड़ा और अपनी बेटियों को एमोरी राजा सीहोन की दासी कर दिया +14626,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_030.wav,हमने उन्हें गिरा दिया है हेशबोन दीबोन तक नष्ट हो गया है और हमने नोपह और मेदबा तक भी उजाड़ दिया है +14627,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_031.wav,इस प्रकार इस्राएल एमोरियों के देश में रहने लगा +14628,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_032.wav,तब मूसा ने याजेर नगर का भेद लेने को भेजा और उन्होंने उसके गाँवों को ले लिया और वहाँ के एमोरियों को उस देश से निकाल दिया +14629,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_033.wav,तब वे मुड़कर बाशान के मार्ग से जाने लगे और बाशान के राजा ओग ने उनका सामना किया वह लड़ने को अपनी सारी सेना समेत एद्रेई में निकल आया +14630,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_034.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा उससे मत डर क्योंकि मैं उसको सारी सेना और देश समेत तेरे हाथ में कर देता हूँ और जैसा तूने एमोरियों के राजा हेशबोनवासी सीहोन के साथ किया है वैसा ही उसके साथ भी करना +14631,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_021_035.wav,तब उन्होंने उसको और उसके पुत्रों और सारी प्रजा को यहाँ तक मारा कि उसका कोई भी न बचा और वे उसके देश के अधिकारी हो गए +14632,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_001.wav,तब इस्राएलियों ने कूच करके यरीहो के पास यरदन नदी के इस पार मोआब के अराबा में डेरे खड़े किए +14633,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_002.wav,और सिप्पोर के पुत्र बालाक ने देखा कि इस्राएल ने एमोरियों से क्याक्या किया है +14634,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_003.wav,इसलिए मोआब यह जानकर कि इस्राएली बहुत हैं उन लोगों से अत्यन्त डर गया यहाँ तक कि मोआब इस्राएलियों के कारण अत्यन्त व्याकुल हुआ +14635,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_004.wav,तब मोआबियों ने मिद्यानी पुरनियों से कहा अब वह दल हमारे चारों ओर के सब लोगों को चट कर जाएगा जिस तरह बैल खेत की हरी घास को चट कर जाता है उस समय सिप्पोर का पुत्र बालाक मोआब का राजा था +14636,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_005.wav,और इसने पतोर नगर को जो फरात के तट पर बोर के पुत्र बिलाम के जातिभाइयों की भूमि थी वहाँ बिलाम के पास दूत भेजे कि वे यह कहकर उसे बुला लाएँ सुन एक दल मिस्र से निकल आया है और भूमि उनसे ढक गई है और अब वे मेरे सामने ही आकर बस गए हैं +14637,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_006.wav,इसलिए आ और उन लोगों को मेरे निमित्त श्राप दे क्योंकि वे मुझसे अधिक बलवन्त हैं तब सम्भव है कि हम उन पर जयवन्त हों और हम सब इनको अपने देश से मारकर निकाल दें क्योंकि यह तो मैं जानता हूँ कि जिसको तू आशीर्वाद देता है वह धन्य होता है और जिसको तू श्राप देता है वह श्रापित होता है +14638,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_007.wav,तब मोआबी और मिद्यानी पुरनिये भावी कहने की दक्षिणा लेकर चले और बिलाम के पास पहुँचकर बालाक की बातें कह सुनाईं +14639,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_008.wav,उसने उनसे कहा आज रात को यहाँ टिको और जो बात यहोवा मुझसे कहेगा उसी के अनुसार मैं तुम को उत्तर दूँगा तब मोआब के हाकिम बिलाम के यहाँ ठहर गए +14640,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_009.wav,तब परमेश्वर ने बिलाम के पास आकर पूछा तेरे यहाँ ये पुरुष कौन हैं +14641,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_010.wav,बिलाम ने परमेश्वर से कहा सिप्पोर के पुत्र मोआब के राजा बालाक ने मेरे पास यह कहला भेजा है +14642,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_011.wav,सुन जो दल मिस्र से निकल आया है उससे भूमि ढँप गई है इसलिए आकर मेरे लिये उन्हें श्राप दे सम्भव है कि मैं उनसे लड़कर उनको बरबस निकाल सकूँगा +14643,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_012.wav,परमेश्वर ने बिलाम से कहा तू इनके संग मत जा उन लोगों को श्राप मत दे क्योंकि वे आशीष के भागी हो चुके हैं +14644,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_013.wav,भोर को बिलाम ने उठकर बालाक के हाकिमों से कहा तुम अपने देश को चले जाओ क्योंकि यहोवा मुझे तुम्हारे साथ जाने की आज्ञा नहीं देता +14645,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_014.wav,तब मोआबी हाकिम चले गए और बालाक के पास जाकर कहा बिलाम ने हमारे साथ आने से मना किया है +14646,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_015.wav,इस पर बालाक ने फिर और हाकिम भेजे जो पहले से प्रतिष्ठित और गिनती में भी अधिक थे +14647,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_016.wav,उन्होंने बिलाम के पास आकर कहा सिप्पोर का पुत्र बालाक यह कहता है मेरे पास आने से किसी कारण मना मत कर +14648,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_017.wav,क्योंकि मैं निश्चय तेरी बड़ी प्रतिष्ठा करूँगा और जो कुछ तू मुझसे कहे वही मैं करूँगा इसलिए आ और उन लोगों को मेरे निमित्त श्राप दे +14649,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_018.wav,बिलाम ने बालाक के कर्मचारियों को उत्तर दिया चाहे बालाक अपने घर को सोने चाँदी से भरकर मुझे दे दे तो भी मैं अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा को पलट नहीं सकता कि उसे घटाकर व बढ़ाकर मानूँ +14650,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_019.wav,इसलिए अब तुम लोग आज रात को यहीं टिक रहो ताकि मैं जान लूँ कि यहोवा मुझसे और क्या कहता है +14651,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_020.wav,और परमेश्वर ने रात को बिलाम के पास आकर कहा यदि वे पुरुष तुझे बुलाने आए हैं तो तू उठकर उनके संग जा परन्तु जो बात मैं तुझ से कहूँ उसी के अनुसार करना +14652,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_021.wav,तब बिलाम भोर को उठा और अपनी गदही पर काठी बाँधकर मोआबी हाकिमों के संग चल पड़ा +14653,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_022.wav,और उसके जाने के कारण परमेश्वर का कोप भड़क उठा और यहोवा का दूत उसका विरोध करने के लिये मार्ग रोककर खड़ा हो गया वह तो अपनी गदही पर सवार होकर जा रहा था और उसके संग उसके दो सेवक भी थे +14654,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_023.wav,और उस गदही को यहोवा का दूत हाथ में नंगी तलवार लिये हुए मार्ग में खड़ा दिखाई पड़ा तब गदही मार्ग छोड़कर खेत में चली गई तब बिलाम ने गदही को मारा कि वह मार्ग पर फिर आ जाए +14655,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_024.wav,तब यहोवा का दूत दाख की बारियों के बीच की गली में जिसके दोनों ओर बारी की दीवार थी खड़ा हुआ +14656,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_025.wav,यहोवा के दूत को देखकर गदही दीवार से ऐसी सट गई कि बिलाम का पाँव दीवार से दब गया तब उसने ��सको फिर मारा +14657,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_026.wav,तब यहोवा का दूत आगे बढ़कर एक संकरे स्थान पर खड़ा हुआ जहाँ न तो दाहिनी ओर हटने की जगह थी और न बाईं ओर +14658,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_027.wav,वहाँ यहोवा के दूत को देखकर गदही बिलाम को लिये हुए बैठ गई फिर तो बिलाम का कोप भड़क उठा और उसने गदही को लाठी से मारा +14659,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_028.wav,तब यहोवा ने गदही का मुँह खोल दिया और वह बिलाम से कहने लगी मैंने तेरा क्या किया है कि तूने मुझे तीन बार मारा +14660,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_029.wav,बिलाम ने गदही से कहा यह कि तूने मुझसे नटखटी की यदि मेरे हाथ में तलवार होती तो मैं तुझे अभी मार डालता +14661,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_030.wav,गदही ने बिलाम से कहा क्या मैं तेरी वही गदही नहीं जिस पर तू जन्म से आज तक चढ़ता आया है क्या मैं तुझ से कभी ऐसा करती थी वह बोला नहीं +14662,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_031.wav,तब यहोवा ने बिलाम की आँखें खोलीं और उसको यहोवा का दूत हाथ में नंगी तलवार लिये हुए मार्ग में खड़ा दिखाई पड़ा तब वह झुक गया और मुँह के बल गिरकर दण्डवत् किया +14663,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_032.wav,यहोवा के दूत ने उससे कहा तूने अपनी गदही को तीन बार क्यों मारा सुन तेरा विरोध करने को मैं ही आया हूँ इसलिए कि तू मेरे सामने दुष्ट चाल चलता है +14664,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_033.wav,और यह गदही मुझे देखकर मेरे सामने से तीन बार हट गई यदि वह मेरे सामने से हट न जाती तो निःसन्देह मैं अब तक तुझको मार ही डालता परन्तु उसको जीवित छोड़ देता +14665,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_034.wav,तब बिलाम ने यहोवा के दूत से कहा मैंने पाप किया है मैं नहीं जानता था कि तू मेरा सामना करने को मार्ग में खड़ा है इसलिए अब यदि तुझे बुरा लगता है तो मैं लौट जाता हूँ +14666,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_035.wav,यहोवा के दूत ने बिलाम से कहा इन पुरुषों के संग तू चला जा परन्तु केवल वही बात कहना जो मैं तुझ से कहूँगा तब बिलाम बालाक के हाकिमों के संग चला गया +14667,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_036.wav,यह सुनकर कि बिलाम आ रहा है बालाक उससे भेंट करने के लिये मोआब के उस नगर तक जो उस देश के अर्नोनवाले सीमा पर है गया +14668,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_037.wav,बालाक ने बिलाम से कहा क्या मैंने बड़ी आशा से तुझे नहीं बुलवा भेजा था फिर तू मेरे पास क्यों नहीं चला आया क्या मैं इस योग्य नहीं कि सचमुच तेरी उचित प्रतिष्ठा कर सकता +14669,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_038.wav,बिलाम ने बालाक से कहा देख मैं तेरे पास आया तो हूँ परन्तु अब क्या मैं कुछ कर सकता हूँ जो बात परमेश्वर मेरे मुँह में डालेगा वही बात मैं कहूँगा +14670,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_039.wav,तब बिलाम बालाक के संगसंग चला और वे किर्यथूसोत तक आए +14671,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_040.wav,और बालाक ने बैल और भेड़बकरियों को बलि किया और बिलाम और उसके साथ के हाकिमों के पास भेजा +14672,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_022_041.wav,भोर को बालाक बिलाम को बाल के ऊँचे स्थानों पर चढ़ा ले गया और वहाँ से उसको सब इस्राएली लोग दिखाई पड़े +14673,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_001.wav,तब बिलाम ने बालाक से कहा यहाँ पर मेरे लिये सात वेदियाँ बनवा और इसी स्थान पर सात बछड़े और सात मेढ़े तैयार कर +14674,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_002.wav,तब बालाक ने बिलाम के कहने के अनुसार किया और बालाक और बिलाम ने मिलकर प्रत्येक वेदी पर एक बछड़ा और एक मेढ़ा चढ़ाया +14675,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_003.wav,फिर बिलाम ने बालाक से कहा तू अपने होमबलि के पास खड़ा रह और मैं जाता हूँ सम्भव है कि यहोवा मुझसे भेंट करने को आए और जो कुछ वह मुझ पर प्रगट करेगा वही मैं तुझको बताऊँगा तब वह एक मुँण्ड़े पहाड़ पर गया +14676,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_004.wav,और परमेश्वर बिलाम से मिला और बिलाम ने उससे कहा मैंने सात वेदियाँ तैयार की हैं और प्रत्येक वेदी पर एक बछड़ा और एक मेढ़ा चढ़ाया है +14677,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_005.wav,यहोवा ने बिलाम के मुँह में एक बात डाली और कहा बालाक के पास लौट जा और इस प्रकार कहना +14678,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_006.wav,और वह उसके पास लौटकर आ गया और क्या देखता है कि वह सारे मोआबी हाकिमों समेत अपने होमबलि के पास खड़ा है +14679,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_007.wav,तब बिलाम ने अपनी गूढ़ बात आरम्भ की और कहने लगा बालाक ने मुझे अराम से अर्थात् मोआब के राजा ने मुझे पूर्व के पहाड़ों से बुलवा भेजा आ मेरे लिये याकूब को श्राप दे आ इस्राएल को धमकी दे +14680,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_008.wav,परन्तु जिन्हें परमेश्वर ने नहीं श्राप दिया उन्हें मैं क्यों श्राप दूँ और जिन्हें यहोवा ने धमकी नहीं दी उन्हें मैं कैसे धमकी दूँ +14681,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_009.wav,चट्टानों की चोटी पर से वे मुझे दिखाई पड़ते हैं पहाड़ियों पर से मैं उनको देखता हूँ वह ऐसी जाति है जो अकेली बसी रहेगी और अन्यजातियों से अलग गिनी जाएगी +14682,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_010.wav,याकूब के धूलि के किनके को कौन गिन सकता है या इस्राएल की चौथाई की गिनती कौन ले सकता है सौभाग्य यदि मेरी मृत्यु धर्मियों की सी और मेरा अन्त भी उन्हीं के समान हो +14683,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_011.wav,तब बालाक ने बिलाम से कहा तूने मुझसे क्या किया है मैंने तुझे अपने शत्रुओं को श्राप देने को बुलवाया था परन्तु तूने उन्हें आशीष ही आशीष दी है +14684,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_012.wav,उसने कहा जो बात यहोवा ने मुझे सिखलाई ���्या मुझे उसी को सावधानी से बोलना न चाहिये +14685,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_013.wav,बालाक ने उससे कहा मेरे संग दूसरे स्थान पर चल जहाँ से वे तुझे दिखाई देंगे तू उन सभी को तो नहीं केवल बाहरवालों को देख सकेगा वहाँ से उन्हें मेरे लिये श्राप दे +14686,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_014.wav,तब वह उसको सोपीम नामक मैदान में पिसगा के सिरे पर ले गया और वहाँ सात वेदियाँ बनवाकर प्रत्येक पर एक बछड़ा और एक मेढ़ा चढ़ाया +14687,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_015.wav,तब बिलाम ने बालाक से कहा अपने होमबलि के पास यहीं खड़ा रह और मैं उधर जाकर यहोवा से भेंट करूँ +14688,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_016.wav,और यहोवा ने बिलाम से भेंट की और उसने उसके मुँह में एक बात डाली और कहा बालाक के पास लौट जा और इस प्रकार कहना +14689,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_017.wav,और वह उसके पास गया और क्या देखता है कि वह मोआबी हाकिमों समेत अपने होमबलि के पास खड़ा है और बालाक ने पूछा यहोवा ने क्या कहा है +14690,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_018.wav,तब बिलाम ने अपनी गूढ़ बात आरम्भ की और कहने लगा हे बालाक मन लगाकर सुन हे सिप्पोर के पुत्र मेरी बात पर कान लगा +14691,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_019.wav,परमेश्वर मनुष्य नहीं कि झूठ बोले और न वह आदमी है कि अपनी इच्छा बदले क्या जो कुछ उसने कहा उसे न करे क्या वह वचन देकर उसे पूरा न करे +14692,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_020.wav,देख आशीर्वाद ही देने की आज्ञा मैंने पाई है वह आशीष दे चुका है और मैं उसे नहीं पलट सकता +14693,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_021.wav,उसने याकूब में अनर्थ नहीं पाया और न इस्राएल में अन्याय देखा है उसका परमेश्वर यहोवा उसके संग है और उनमें राजा की सी ललकार होती है +14694,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_022.wav,उनको मिस्र में से परमेश्वर ही निकाले लिए आ रहा है वह तो जंगली साँड़ के समान बल रखता है +14695,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_023.wav,निश्चय कोई मंत्र याकूब पर नहीं चल सकता और इस्राएल पर भावी कहना कोई अर्थ नहीं रखता परन्तु याकूब और इस्राएल के विषय में अब यह कहा जाएगा कि परमेश्वर ने क्या ही विचित्र काम किया है +14696,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_024.wav,सुन वह दल सिंहनी के समान उठेगा और सिंह के समान खड़ा होगा वह जब तक शिकार को न खा ले और मरे हुओं के लहू को न पी ले तब तक न लेटेगा +14697,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_025.wav,तब बालाक ने बिलाम से कहा उनको न तो श्राप देना और न आशीष देना +14698,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_026.wav,बिलाम ने बालाक से कहा क्या मैंने तुझ से नहीं कहा कि जो कुछ यहोवा मुझसे कहेगा वही मुझे करना पड़ेगा +14699,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_027.wav,बालाक ने बिलाम से कहा चल चल मैं तुझको एक और स्थान पर ले चलता हूँ सम्भव है कि परमेश्व��� की इच्छा हो कि तू वहाँ से उन्हें मेरे लिये श्राप दे +14700,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_028.wav,तब बालाक बिलाम को पोर के सिरे पर जहाँ से यशीमोन देश दिखाई देता है ले गया +14701,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_029.wav,और बिलाम ने बालाक से कहा यहाँ पर मेरे लिये सात वेदियाँ बनवा और यहाँ सात बछड़े और सात मेढ़े तैयार कर +14702,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_023_030.wav,बिलाम के कहने के अनुसार बालाक ने प्रत्येक वेदी पर एक बछड़ा और एक मेढ़ा चढ़ाया +14703,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_001.wav,यह देखकर कि यहोवा इस्राएल को आशीष ही दिलाना चाहता है बिलाम पहले के समान शकुन देखने को न गया परन्तु अपना मुँह जंगल की ओर कर लिया +14704,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_002.wav,और बिलाम ने आँखें उठाई और इस्राएलियों को अपने गोत्रगोत्र के अनुसार बसे हुए देखा और परमेश्वर का आत्मा उस पर उतरा +14705,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_003.wav,तब उसने अपनी गूढ़ बात आरम्भ की और कहने लगा बोर के पुत्र बिलाम की यह वाणी है जिस पुरुष की आँखें खुली थीं उसी की यह वाणी है +14706,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_004.wav,परमेश्वर के वचनों का सुननेवाला जो दण्डवत् में पड़ा हुआ खुली हुई आँखों से सर्वशक्तिमान का दर्शन पाता है उसी की यह वाणी है कि +14707,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_005.wav,हे याकूब तेरे डेरे और हे इस्राएल तेरे निवासस्थान क्या ही मनभावने हैं +14708,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_006.wav,वे तो घाटियों के समान और नदी के तट की वाटिकाओं के समान ऐसे फैले हुए हैं जैसे कि यहोवा के लगाए हुए अगर के वृक्ष और जल के निकट के देवदारू +14709,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_007.wav,और उसके घड़ों से जल उमड़ा करेगा और उसका बीज बहुत से जलभरे खेतों में पडे़गा और उसका राजा अगाग से भी महान होगा और उसका राज्य बढ़ता ही जाएगा +14710,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_008.wav,उसको मिस्र में से परमेश्वर ही निकाले लिए आ रहा है वह तो जंगली साँड़ के समान बल रखता है जातिजाति के लोग जो उसके द्रोही हैं उनको वह खा जाएगा और उनकी हड्डियों को टुकड़ेटुकड़े करेगा और अपने तीरों से उनको बेधेगा +14711,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_009.wav,वह घात लगाए बैठा है वह सिंह या सिंहनी के समान लेट गया है अब उसको कौन छेड़े जो कोई तुझे आशीर्वाद दे वह आशीष पाए और जो कोई तुझे श्राप दे वह श्रापित हो +14712,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_010.wav,तब बालाक का कोप बिलाम पर भड़क उठा और उसने हाथ पर हाथ पटककर बिलाम से कहा मैंने तुझे अपने शत्रुओं को श्राप देने के लिये बुलवाया परन्तु तूने तीन बार उन्हें आशीर्वाद ही आशीर्वाद दिया है +14713,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_011.wav,इसलिए अब तू अपने स्थान पर भाग जा मैंने तो सोचा था कि तेरी बड़ी प्रतिष्ठ��� करूँगा परन्तु अब यहोवा ने तुझे प्रतिष्ठा पाने से रोक रखा है +14714,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_012.wav,बिलाम ने बालाक से कहा जो दूत तूने मेरे पास भेजे थे क्या मैंने उनसे भी न कहा था +14715,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_013.wav,कि चाहे बालाक अपने घर को सोने चाँदी से भरकर मुझे दे तो भी मैं यहोवा की आज्ञा तोड़कर अपने मन से न तो भला कर सकता हूँ और न बुरा जो कुछ यहोवा कहेगा वही मैं कहूँगा +14716,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_014.wav,अब सुन मैं अपने लोगों के पास लौटकर जाता हूँ परन्तु पहले मैं तुझे चेतावनी देता हूँ कि आनेवाले दिनों में वे लोग तेरी प्रजा से क्याक्या करेंगे +14717,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_015.wav,फिर वह अपनी गूढ़ बात आरम्भ करके कहने लगा बोर के पुत्र बिलाम की यह वाणी है जिस पुरुष की आँखें बन्द थीं उसी की यह वाणी है +14718,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_016.wav,परमेश्वर के वचनों का सुननेवाला और परमप्रधान के ज्ञान का जाननेवाला जो दण्डवत् में पड़ा हुआ खुली हुई आँखों से सर्वशक्तिमान का दर्शन पाता है उसी की यह वाणी है +14719,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_017.wav,मैं उसको देखूँगा तो सही परन्तु अभी नहीं मैं उसको निहारूँगा तो सही परन्तु समीप होकर नहीं याकूब में से एक तारा उदय होगा और इस्राएल में से एक राजदण्ड उठेगा जो मोआब की सीमाओं को चूर कर देगा और सब शेत के पुत्रों का नाश कर देगा +14720,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_018.wav,तब एदोम और सेईर भी जो उसके शत्रु हैं दोनों उसके वश में पड़ेंगे और इस्राएल वीरता दिखाता जाएगा +14721,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_019.wav,और याकूब ही में से एक अधिपति आएगा जो प्रभुता करेगा और नगर में से बचे हुओं को भी सत्यानाश करेगा +14722,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_020.wav,फिर उसने अमालेक पर दृष्टि करके अपनी गूढ़ बात आरम्भ की और कहने लगा अमालेक अन्यजातियों में श्रेष्ठ तो था परन्तु उसका अन्त विनाश ही है +14723,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_021.wav,फिर उसने केनियों पर दृष्टि करके अपनी गूढ़ बात आरम्भ की और कहने लगा तेरा निवासस्थान अति दृढ़ तो है और तेरा बसेरा चट्टान पर तो है +14724,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_022.wav,तो भी केन उजड़ जाएगा और अन्त में अश्शूर तुझे बन्दी बनाकर ले आएगा +14725,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_023.wav,फिर उसने अपनी गूढ़ बात आरम्भ की और कहने लगा हाय जब परमेश्वर यह करेगा तब कौन जीवित बचेगा +14726,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_024.wav,तो भी कित्तियों के पास से जहाज वाले आकर अश्शूर को और एबेर को भी दुःख देंगे और अन्त में उसका भी विनाश हो जाएगा +14727,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_024_025.wav,तब बिलाम चल दिया और अपने स्थान पर लौट गया और बालाक ने भी अपना मार्ग लिया +14728,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_001.wav,इ��्राएली शित्तीम में रहते थे और वे लोग मोआबी लड़कियों के संग कुकर्म करने लगे +14729,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_002.wav,और जब उन स्त्रियों ने उन लोगों को अपने देवताओं के यज्ञों में नेवता दिया तब वे लोग खाकर उनके देवताओं को दण्डवत् करने लगे +14730,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_003.wav,इस प्रकार इस्राएली बालपोर देवता को पूजने लगे तब यहोवा का कोप इस्राएल पर भड़क उठा +14731,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_004.wav,और यहोवा ने मूसा से कहा प्रजा के सब प्रधानों को पकड़कर यहोवा के लिये धूप में लटका दे जिससे मेरा भड़का हुआ कोप इस्राएल के ऊपर से दूर हो जाए +14732,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_005.wav,तब मूसा ने इस्राएली न्यायियों से कहा तुम्हारे जोजो आदमी बालपोर के संग मिल गए हैं उन्हें घात करो +14733,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_006.wav,जब इस्राएलियों की सारी मण्डली मिलापवाले तम्बू के द्वार पर रो रही थी तो एक इस्राएली पुरुष मूसा और सब लोगों की आँखों के सामने एक मिद्यानी स्त्री को अपने साथ अपने भाइयों के पास ले आया +14734,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_007.wav,इसे देखकर एलीआजर का पुत्र पीनहास जो हारून याजक का पोता था उसने मण्डली में से उठकर हाथ में एक बरछी ली +14735,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_008.wav,और उस इस्राएली पुरुष के डेरे में जाने के बाद वह भी भीतर गया और उस पुरुष और उस स्त्री दोनों के पेट में बरछी बेध दी इस पर इस्राएलियों में जो मरी फैल गई थी वह थम गई +14736,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_009.wav,और मरी से चौबीस हजार मनुष्य मर गए +14737,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_010.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा +14738,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_011.wav,हारून याजक का पोता एलीआजर का पुत्र पीनहास जिसे इस्राएलियों के बीच मेरी जैसी जलन उठी उसने मेरी जलजलाहट को उन पर से यहाँ तक दूर किया है कि मैंने जलकर उनका अन्त नहीं कर डाला +14739,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_012.wav,इसलिए तू कह दे कि मैं उससे शान्ति की वाचा बाँधता हूँ +14740,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_013.wav,और वह उसके लिये और उसके बाद उसके वंश के लिये सदा के याजकपद की वाचा होगी क्योंकि उसे अपने परमेश्वर के लिये जलन उठी और उसने इस्राएलियों के लिये प्रायश्चित किया +14741,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_014.wav,जो इस्राएली पुरुष मिद्यानी स्त्री के संग मारा गया उसका नाम जिम्री था वह सालू का पुत्र और शिमोनियों में से अपने पितरों के घराने का प्रधान था +14742,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_015.wav,और जो मिद्यानी स्त्री मारी गई उसका नाम कोजबी था वह सूर की बेटी थी जो मिद्यानी पितरों के एक घराने के लोगों का प्रधान था +14743,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_016.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14744,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_017.wav,मिद्यानियों को सता औ�� उन्हें मार +14745,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_025_018.wav,क्योंकि पोर के विषय और कोजबी के विषय वे तुम को छल करके सताते हैं कोजबी तो एक मिद्यानी प्रधान की बेटी और मिद्यानियों की जाति बहन थी और मरी के दिन में पोर के मामले में मारी गई +14746,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा और एलीआजर नामक हारून याजक के पुत्र से कहा +14747,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_002.wav,इस्राएलियों की सारी मण्डली में जितने बीस वर्ष के या उससे अधिक आयु के होने से इस्राएलियों के बीच युद्ध करने के योग्य हैं उनके पितरों के घरानों के अनुसार उन सभी की गिनती करो +14748,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_003.wav,अतः मूसा और एलीआजर याजक ने यरीहो के पास यरदन नदी के तट पर मोआब के अराबा में उनको समझाकर कहा +14749,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_004.wav,बीस वर्ष के और उससे अधिक आयु के लोगों की गिनती लो जैसे कि यहोवा ने मूसा और इस्राएलियों को मिस्र देश से निकल आने के समय आज्ञा दी थी +14750,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_005.wav,रूबेन जो इस्राएल का जेठा था उसके ये पुत्र थे अर्थात् हनोक जिससे हनोकियों का कुल चला और पल्लू जिससे पल्लूइयों का कुल चला +14751,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_006.wav,हेस्रोन जिससे हेस्रोनियों का कुल चला और कर्मी जिससे कर्मियों का कुल चला +14752,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_007.wav,रूबेनवाले कुल ये ही थे और इनमें से जो गिने गए वे तैंतालीस हजार सात सौ तीस पुरुष थे +14753,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_008.wav,और पल्लू का पुत्र एलीआब था +14754,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_009.wav,और एलीआब के पुत्र नमूएल दातान और अबीराम थे ये वही दातान और अबीराम हैं जो सभासद थे और जिस समय कोरह की मण्डली ने यहोवा से झगड़ा किया था उस समय उस मण्डली में मिलकर उन्होंने भी मूसा और हारून से झगड़े थे +14755,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_010.wav,और जब उन ढाई सौ मनुष्यों के आग में भस्म हो जाने से वह मण्डली मिट गई उसी समय पृथ्वी ने मुँह खोलकर कोरह समेत इनको भी निगल लिया और वे एक दृष्टान्त ठहरे +14756,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_011.wav,परन्तु कोरह के पुत्र तो नहीं मरे थे +14757,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_012.wav,शिमोन के पुत्र जिनसे उनके कुल निकले वे ये थे अर्थात् नमूएल जिससे नमूएलियों का कुल चला और यामीन जिससे यामीनियों का कुल चला और याकीन जिससे याकीनियों का कुल चला +14758,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_013.wav,और जेरह जिससे जेरहियों का कुल चला और शाऊल जिससे शाऊलियों का कुल चला +14759,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_014.wav,शिमोनवाले कुल ये ही थे इनमें से बाईस हजार दो सौ पुरुष गिने गए +14760,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_015.wav,गाद के पुत्र जिससे उनके कुल निकले वे ये थे अर्थात् सपोन जिससे सपोनियों का कुल चला और हाग्��ी जिससे हाग्गियों का कुल चला और शूनी जिससे शूनियों का कुल चला और ओजनी जिससे ओजनियों का कुल चला +14761,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_016.wav,और एरी जिससे एरियों का कुल चला और अरोद जिससे अरोदियों का कुल चला +14762,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_017.wav,और अरेली जिससे अरेलियों का कुल चला +14763,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_018.wav,गाद के वंश के कुल ये ही थे इनमें से साढ़े चालीस हजार पुरुष गिने गए +14764,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_019.wav,और यहूदा के एर और ओनान नाम पुत्र तो हुए परन्तु वे कनान देश में मर गए +14765,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_020.wav,और यहूदा के जिन पुत्रों से उनके कुल निकले वे ये थे अर्थात् शेला जिससे शेलियों का कुल चला और पेरेस जिससे पेरेसियों का कुल चला और जेरह जिससे जेरहियों का कुल चला +14766,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_021.wav,और पेरेस के पुत्र ये थे अर्थात् हेस्रोन जिससे हेस्रोनियों का कुल चला और हामूल जिससे हामूलियों का कुल चला +14767,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_022.wav,यहूदियों के कुल ये ही थे इनमें से साढ़े छिहत्तर हजार पुरुष गिने गए +14768,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_023.wav,इस्साकार के पुत्र जिनसे उनके कुल निकले वे ये थे अर्थात् तोला जिससे तोलियों का कुल चला और पुव्वा जिससे पुव्वियों का कुल चला +14769,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_024.wav,और याशूब जिससे याशूबियों का कुल चला और शिम्रोन जिससे शिम्रोनियों का कुल चला +14770,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_025.wav,इस्साकारियों के कुल ये ही थे इनमें से चौसठ हजार तीन सौ पुरुष गिने गए +14771,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_026.wav,जबूलून के पुत्र जिनसे उनके कुल निकले वे ये थे अर्थात् सेरेद जिससे सेरेदियों का कुल चला और एलोन जिनसे एलोनियों का कुल चला और यहलेल जिससे यहलेलियों का कुल चला +14772,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_027.wav,जबूलूनियों के कुल ये ही थे इनमें से साढ़े साठ हजार पुरुष गिने गए +14773,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_028.wav,यूसुफ के पुत्र जिससे उनके कुल निकले वे मनश्शे और एप्रैम थे +14774,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_029.wav,मनश्शे के पुत्र ये थे अर्थात् माकीर जिससे माकीरियों का कुल चला और माकीर से गिलाद उत्पन्न हुआ और गिलाद से गिलादियों का कुल चला +14775,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_030.wav,गिलाद के तो पुत्र ये थे अर्थात् ईएजेर जिससे ईएजेरियों का कुल चला +14776,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_031.wav,और हेलेक जिससे हेलेकियों का कुल चला और अस्रीएल जिससे अस्रीएलियों का कुल चला और शेकेम जिससे शेकेमियों का कुल चला और शमीदा जिससे शमीदियों का कुल चला +14777,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_032.wav,और हेपेर जिससे हेपेरियों का कुल चला +14778,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_033.wav,और हेपेर के पुत्र सलोफाद के बेटे नहीं केवल बेटियाँ हुईं इन बेटियों के ��ाम महला नोवा होग्ला मिल्का और तिर्सा हैं +14779,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_034.wav,मनश्शेवाले कुल तो ये ही थे और इनमें से जो गिने गए वे बावन हजार सात सौ पुरुष थे +14780,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_035.wav,एप्रैम के पुत्र जिनसे उनके कुल निकले वे ये थे अर्थात् शूतेलह जिससे शूतेलहियों का कुल चला और बेकेर जिससे बेकेरियों का कुल चला और तहन जिससे तहनियों का कुल चला +14781,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_036.wav,और शूतेलह के यह पुत्र हुआ अर्थात् एरान जिससे एरानियों का कुल चला +14782,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_037.wav,एप्रैमियों के कुल ये ही थे इनमें से साढ़े बत्तीस हजार पुरुष गिने गए अपने कुलों के अनुसार यूसुफ के वंश के लोग ये ही थे +14783,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_038.wav,और बिन्यामीन के पुत्र जिनसे उनके कुल निकले वे ये थे अर्थात् बेला जिससे बेलियों का कुल चला और अश्बेल जिससे अशबेलियों का कुल चला और अहीराम जिससे अहीरामियों का कुल चला +14784,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_039.wav,और शपूपाम जिससे शपूपामियों का कुल चला और हूपाम जिससे हूपामियों का कुल चला +14785,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_040.wav,और बेला के पुत्र अर्द और नामान थे और अर्द से अर्दियों का कुल और नामान से नामानियों का कुल चला +14786,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_041.wav,अपने कुलों के अनुसार बिन्यामीनी ये ही थे और इनमें से जो गिने गए वे पैंतालीस हजार छः सौ पुरुष थे +14787,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_042.wav,दान का पुत्र जिससे उनका कुल निकला यह था अर्थात् शूहाम जिससे शूहामियों का कुल चला और दान का कुल यही था +14788,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_043.wav,और शूहामियों में से जो गिने गए उनके कुल में चौसठ हजार चार सौ पुरुष थे +14789,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_044.wav,आशेर के पुत्र जिनसे उनके कुल निकले वे ये थे अर्थात् यिम्ना जिससे यिम्नियों का कुल चला यिश्वी जिससे यिश्वीयों का कुल चला और बरीआ जिससे बैरियों का कुल चला +14790,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_045.wav,फिर बरीआ के ये पुत्र हुए अर्थात् हेबेर जिससे हेबेरियों का कुल चला और मल्कीएल जिससे मल्कीएलियों का कुल चला +14791,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_046.wav,और आशेर की बेटी का नाम सेरह है +14792,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_047.wav,आशेरियों के कुल ये ही थे इनमें से तिरपन हजार चार सौ पुरुष गिने गए +14793,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_048.wav,नप्ताली के पुत्र जिससे उनके कुल निकले वे ये थे अर्थात् यहसेल जिससे यहसेलियों का कुल चला और गूनी जिससे गूनियों का कुल चला +14794,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_049.wav,येसेर जिससे येसेरियों का कुल चला और शिल्लेम जिससे शिल्लेमियों का कुल चला +14795,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_050.wav,अपने कुलों के अनुसार नप्ताली के कुल ये ही थे और इनमें से जो गिने ग�� वे पैंतालीस हजार चार सौ पुरुष थे +14796,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_051.wav,सब इस्राएलियों में से जो गिने गए थे वे ये ही थे अर्थात् छः लाख एक हजार सात सौ तीस पुरुष थे +14797,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_052.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14798,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_053.wav,इनको इनकी गिनती के अनुसार वह भूमि इनका भाग होने के लिये बाँट दी जाए +14799,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_054.wav,अर्थात् जिस कुल में अधिक हों उनको अधिक भाग और जिसमें कम हों उनको कम भाग देना प्रत्येक गोत्र को उसका भाग उसके गिने हुए लोगों के अनुसार दिया जाए +14800,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_055.wav,तो भी देश चिट्ठी डालकर बाँटा जाए इस्राएलियों के पितरों के एकएक गोत्र का नाम जैसेजैसे निकले वैसेवैसे वे अपनाअपना भाग पाएँ +14801,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_056.wav,चाहे बहुतों का भाग हो चाहे थोड़ों का हो जोजो भाग बाँटे जाएँ वह चिट्ठी डालकर बाँटे जाएँ +14802,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_057.wav,फिर लेवियों में से जो अपने कुलों के अनुसार गिने गए वे ये हैं अर्थात् गेर्शोनियों से निकला हुआ गेर्शोनियों का कुल कहात से निकला हुआ कहातियों का कुल और मरारी से निकला हुआ मरारियों का कुल +14803,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_058.wav,लेवियों के कुल ये हैं अर्थात् लिब्नायों का हेब्रोनियों का महलियों का मूशियों का और कोरहियों का कुल और कहात से अम्राम उत्पन्न हुआ +14804,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_059.wav,और अम्राम की पत्नी का नाम योकेबेद है वह लेवी के वंश की थी जो लेवी के वंश में मिस्र देश में उत्पन्न हुई थी और वह अम्राम से हारून और मूसा और उनकी बहन मिर्याम को भी जनी +14805,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_060.wav,और हारून से नादाब अबीहू एलीआजर और ईतामार उत्पन्न हुए +14806,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_061.wav,नादाब और अबीहू तो उस समय मर गए थे जब वे यहोवा के सामने ऊपरी आग ले गए थे +14807,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_062.wav,सब लेवियों में से जो गिने गये अर्थात् जितने पुरुष एक महीने के या उससे अधिक आयु के थे वे तेईस हजार थे वे इस्राएलियों के बीच इसलिए नहीं गिने गए क्योंकि उनको देश का कोई भाग नहीं दिया गया था +14808,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_063.wav,मूसा और एलीआजर याजक जिन्होंने मोआब के अराबा में यरीहो के पास की यरदन नदी के तट पर इस्राएलियों को गिन लिया उनके गिने हुए लोग इतने ही थे +14809,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_064.wav,परन्तु जिन इस्राएलियों को मूसा और हारून याजक ने सीनै के जंगल में गिना था उनमें से एक भी पुरुष इस समय के गिने हुओं में न था +14810,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_026_065.wav,क्योंकि यहोवा ने उनके विषय कहा था वे निश्चय जंगल में मर जाएँगे इसलिए यपुन्ने के पुत्र कालेब और नून के प���त्र यहोशू को छोड़ उनमें से एक भी पुरुष नहीं बचा +14811,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_001.wav,तब यूसुफ के पुत्र मनश्शे के वंश के कुलों में से सलोफाद जो हेपेर का पुत्र और गिलाद का पोता और मनश्शे के पुत्र माकीर का परपोता था उसकी बेटियाँ जिनके नाम महला नोवा होग्ला मिल्का और तिर्सा हैं वे पास आईं +14812,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_002.wav,और वे मूसा और एलीआजर याजक और प्रधानों और सारी मण्डली के सामने मिलापवाले तम्बू के द्वार पर खड़ी होकर कहने लगीं +14813,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_003.wav,हमारा पिता जंगल में मर गया परन्तु वह उस मण्डली में का न था जो कोरह की मण्डली के संग होकर यहोवा के विरुद्ध इकट्ठी हुई थी वह अपने ही पाप के कारण मरा और उसके कोई पुत्र न था +14814,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_004.wav,तो हमारे पिता का नाम उसके कुल में से पुत्र न होने के कारण क्यों मिट जाए हमारे चाचाओं के बीच हमें भी कुछ भूमि निज भाग करके दे +14815,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_005.wav,उनकी यह विनती मूसा ने यहोवा को सुनाई +14816,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_006.wav,यहोवा ने मूसा से कहा +14817,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_007.wav,सलोफाद की बेटियाँ ठीक कहती हैं इसलिए तू उनके चाचाओं के बीच उनको भी अवश्य ही कुछ भूमि निज भाग करके दे अर्थात् उनके पिता का भाग उनके हाथ सौंप दे +14818,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_008.wav,और इस्राएलियों से यह कह यदि कोई मनुष्य बिना पुत्र मर जाए तो उसका भाग उसकी बेटी के हाथ सौंपना +14819,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_009.wav,और यदि उसके कोई बेटी भी न हो तो उसका भाग उसके भाइयों को देना +14820,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_010.wav,और यदि उसके भाई भी न हों तो उसका भाग चाचाओं को देना +14821,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_011.wav,और यदि उसके चाचा भी न हों तो उसके कुल में से उसका जो कुटुम्बी सबसे समीप हो उनको उसका भाग देना कि वह उसका अधिकारी हो इस्राएलियों के लिये यह न्याय की विधि ठहरेगी जैसे कि यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी +14822,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_012.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा इस अबारीम नामक पर्वत के ऊपर चढ़कर उस देश को देख ले जिसे मैंने इस्राएलियों को दिया है +14823,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_013.wav,और जब तू उसको देख लेगा तब अपने भाई हारून के समान तू भी अपने लोगों में जा मिलेगा +14824,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_014.wav,क्योंकि सीन नामक जंगल में तुम दोनों ने मण्डली के झगड़ने के समय मेरी आज्ञा को तोड़कर मुझसे बलवा किया और मुझे सोते के पास उनकी दृष्टि में पवित्र नहीं ठहराया यह मरीबा नामक सोता है जो सीन नामक जंगल के कादेश में है +14825,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_015.wav,मूसा ने यहोवा से कहा +14826,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_016.wav,यहोवा जो सारे प्राणियों की आत्माओं का परमेश्वर है वह इस मण्डली के लोगों के ऊपर किसी पुरुष को नियुक्त कर दे +14827,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_017.wav,जो उसके सामने आयाजाया करे और उनका निकालने और बैठानेवाला हो जिससे यहोवा की मण्डली बिना चरवाहे की भेड़बकरियों के समान न रहे +14828,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_018.wav,यहोवा ने मूसा से कहा तू नून के पुत्र यहोशू को लेकर उस पर हाथ रख वह तो ऐसा पुरुष है जिसमें मेरा आत्मा बसा है +14829,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_019.wav,और उसको एलीआजर याजक के और सारी मण्डली के सामने खड़ा करके उनके सामने उसे आज्ञा दे +14830,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_020.wav,और अपनी महिमा में से कुछ उसे दे जिससे इस्राएलियों की सारी मण्डली उसकी माना करे +14831,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_021.wav,और वह एलीआजर याजक के सामने खड़ा हुआ करे और एलीआजर उसके लिये यहोवा से ऊरीम की आज्ञा पूछा करे और वह इस्राएलियों की सारी मण्डली समेत उसके कहने से जाया करे और उसी के कहने से लौट भी आया करे +14832,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_022.wav,यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार मूसा ने यहोशू को लेकर एलीआजर याजक और सारी मण्डली के सामने खड़ा करके +14833,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_027_023.wav,उस पर हाथ रखे और उसको आज्ञा दी जैसे कि यहोवा ने मूसा के द्वारा कहा था +14834,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14835,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_002.wav,इस्राएलियों को यह आज्ञा सुना मेरा चढ़ावा अर्थात् मुझे सुखदायक सुगन्ध देनेवाला मेरा हव्यरूपी भोजन तुम लोग मेरे लिये उनके नियत समयों पर चढ़ाने के लिये स्मरण रखना +14836,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_003.wav,और तू उनसे कह जोजो तुम्हें यहोवा के लिये चढ़ाना होगा वे ये हैं अर्थात् नित्य होमबलि के लिये एकएक वर्ष के दो निर्दोष भेड़ी के नर बच्चे प्रतिदिन चढ़ाया करना +14837,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_004.wav,एक बच्चे को भोर को और दूसरे को साँझ के समय चढ़ाना +14838,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_005.wav,और भेड़ के बच्चे के साथ एक चौथाई हीन कूटकर निकाले हुए तेल से सने हुए एपा के दसवें अंश मैदे का अन्नबलि चढ़ाना +14839,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_006.wav,यह नित्य होमबलि है जो सीनै पर्वत पर यहोवा का सुखदायक सुगन्धवाला हव्य होने के लिये ठहराया गया +14840,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_007.wav,और उसका अर्घ प्रति एक भेड़ के बच्चे के संग एक चौथाई हीन हो मदिरा का यह अर्घ यहोवा के लिये पवित्रस्थान में देना +14841,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_008.wav,और दूसरे बच्चे को साँझ के समय चढ़ाना अन्नबलि और अर्घ समेत भोर के होमबलि के समान उसे यहोवा को सुखदायक सुगन्ध देनेवाला हव्य करके चढ़ाना +14842,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_009.wav,फिर विश्रामदिन को दो निर्दोष भेड़ के एक वर्ष के नर बच्चे और अन्नबलि के लिये तेल से सना हुआ एपा का दो दसवाँ अंश मैदा अर्घ समेत चढ़ाना +14843,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_010.wav,नित्य होमबलि और उसके अर्घ के अलावा प्रत्येक विश्रामदिन का यही होमबलि ठहरा है +14844,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_011.wav,फिर अपने महीनों के आरम्भ में प्रतिमाह यहोवा के लिये होमबलि चढ़ाना अर्थात् दो बछड़े एक मेढ़ा और एकएक वर्ष के निर्दोष भेड़ के सात नर बच्चे +14845,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_012.wav,और बछड़े के साथ तेल से सना हुआ एपा का तीन दसवाँ अंश मैदा और उस एक मेढ़े के साथ तेल से सना हुआ एपा का दो दसवाँ अंश मैदा +14846,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_013.wav,और प्रत्येक भेड़ के बच्चे के पीछे तेल से सना हुआ एपा का दसवाँ अंश मैदा उन सभी को अन्नबलि करके चढ़ाना वह सुखदायक सुगन्ध देने के लिये होमबलि और यहोवा के लिये हव्य ठहरेगा +14847,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_014.wav,और उनके साथ ये अर्घ हों अर्थात् बछड़े के साथ आधा हीन मेढ़े के साथ तिहाई हीन और भेड़ के बच्चे के साथ चौथाई हीन दाखमधु दिया जाए वर्ष के सब महीनों में से प्रत्येक महीने का यही होमबलि ठहरे +14848,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_015.wav,और एक बकरा पापबलि करके यहोवा के लिये चढ़ाया जाए यह नित्य होमबलि और उसके अर्घ के अलावा चढ़ाया जाए +14849,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_016.wav,फिर पहले महीने के चौदहवें दिन को यहोवा का फसह हुआ करे +14850,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_017.wav,और उसी महीने के पन्द्रहवें दिन को पर्व लगा करे सात दिन तक अख़मीरी रोटी खाई जाए +14851,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_018.wav,पहले दिन पवित्र सभा हो और उस दिन परिश्रम का कोई काम न किया जाए +14852,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_019.wav,उसमें तुम यहोवा के लिये हव्य अर्थात् होमबलि चढ़ाना अतः दो बछड़े एक मेढ़ा और एकएक वर्ष के सात भेड़ के नर बच्चे हों ये सब निर्दोष हों +14853,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_020.wav,और उनका अन्नबलि तेल से सने हुए मैदे का हो बछड़े के साथ एपा का तीन दसवाँ अंश और मेढ़े के साथ एपा का दो दसवाँ अंश मैदा हो +14854,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_021.wav,और सातों भेड़ के बच्चों में से प्रति बच्चे के साथ एपा का दसवाँ अंश चढ़ाना +14855,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_022.wav,और एक बकरा भी पापबलि करके चढ़ाना जिससे तुम्हारे लिये प्रायश्चित हो +14856,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_023.wav,भोर का होमबलि जो नित्य होमबलि ठहरा है उसके अलावा इनको चढ़ाना +14857,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_024.wav,इस रीति से तुम उन सातों दिनों में भी हव्य का भोजन चढ़ाना जो यहोवा को सुखदायक सुगन्ध देने के लिये हो यह नित्य होमबलि और उसके अर्घ के अलावा चढ़ाया जाए +14858,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_025.wav,और सातवें दिन भी तुम्हारी पवित्र सभा ह��� और उस दिन परिश्रम का कोई काम न करना +14859,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_026.wav,फिर पहली उपज के दिन में जब तुम अपने कटनी के पर्व में यहोवा के लिये नया अन्नबलि चढ़ाओगे तब भी तुम्हारी पवित्र सभा हो और परिश्रम का कोई काम न करना +14860,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_027.wav,और एक होमबलि चढ़ाना जिससे यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्ध हो अर्थात् दो बछड़े एक मेढ़ा और एकएक वर्ष के सात भेड़ के नर बच्चे +14861,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_028.wav,और उनका अन्नबलि तेल से सने हुए मैदे का हो अर्थात् बछड़े के साथ एपा का तीन दसवाँ अंश और मेढ़े के संग एपा का दो दसवाँ अंश +14862,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_029.wav,और सातों भेड़ के बच्चों में से एकएक बच्चे के पीछे एपा का दसवाँ अंश मैदा चढ़ाना +14863,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_030.wav,और एक बकरा भी चढ़ाना जिससे तुम्हारे लिये प्रायश्चित हो +14864,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_028_031.wav,ये सब निर्दोष हों और नित्य होमबलि और उसके अन्नबलि और अर्घ के अलावा इसको भी चढ़ाना +14865,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_001.wav,फिर सातवें महीने के पहले दिन को तुम्हारी पवित्र सभा हो उसमें परिश्रम का कोई काम न करना वह तुम्हारे लिये जयजयकार का नरसिंगा फूँकने का दिन ठहरा है +14866,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_002.wav,तुम होमबलि चढ़ाना जिससे यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्ध हो अर्थात् एक बछड़ा एक मेढ़ा और एकएक वर्ष के सात निर्दोष भेड़ के नर बच्चे +14867,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_003.wav,और उनका अन्नबलि तेल से सने हुए मैदे का हो अर्थात् बछड़े के साथ एपा का तीन दसवाँ अंश और मेढ़े के साथ एपा का दसवाँ अंश +14868,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_004.wav,और सातों भेड़ के बच्चों में से एकएक बच्चे के साथ एपा का दसवाँ अंश मैदा चढ़ाना +14869,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_005.wav,और एक बकरा भी पापबलि करके चढ़ाना जिससे तुम्हारे लिये प्रायश्चित हो +14870,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_006.wav,इन सभी से अधिक नये चाँद का होमबलि और उसका अन्नबलि और नित्य होमबलि और उसका अन्नबलि और उन सभी के अर्घ भी उनके नियम के अनुसार सुखदायक सुगन्ध देने के लिये यहोवा के हव्य करके चढ़ाना +14871,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_007.wav,फिर उसी सातवें महीने के दसवें दिन को तुम्हारी पवित्र सभा हो तुम उपवास करके अपनेअपने प्राण को दुःख देना और किसी प्रकार का कामकाज न करना +14872,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_008.wav,और यहोवा के लिये सुखदायक सुगन्ध देने को होमबलि अर्थात् एक बछड़ा एक मेढ़ा और एकएक वर्ष के सात भेड़ के नर बच्चे चढ़ाना फिर ये सब निर्दोष हों +14873,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_009.wav,और उनका अन्नबलि तेल से सने हुए मैदे का हो अर्थात् बछड़े के साथ एपा का तीन दसवाँ अंश और मेढ़े ��े साथ एपा का दो दसवाँ अंश +14874,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_010.wav,और सातों भेड़ के बच्चों में से एकएक बच्चे के पीछे एपा का दसवाँ अंश मैदा चढ़ाना +14875,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_011.wav,और पापबलि के लिये एक बकरा भी चढ़ाना ये सब प्रायश्चित के पापबलि और नित्य होमबलि और उसके अन्नबलि के और उन सभी के अर्घों के अलावा चढ़ाए जाएँ +14876,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_012.wav,फिर सातवें महीने के पन्द्रहवें दिन को तुम्हारी पवित्र सभा हो और उसमें परिश्रम का कोई काम न करना और सात दिन तक यहोवा के लिये पर्व मानना +14877,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_013.wav,तुम होमबलि यहोवा को सुखदायक सुगन्ध देने के लिये हव्य करके चढ़ाना अर्थात् तेरह बछड़े और दो मेढ़े और एकएक वर्ष के चौदह भेड़ के नर बच्चे ये सब निर्दोष हों +14878,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_014.wav,और उनका अन्नबलि तेल से सने हुए मैदे का हो अर्थात् तेरहों बछड़ों में से एकएक बछड़े के साथ एपा का तीन दसवाँ अंश और दोनों मेढ़ों में से एकएक मेढ़े के साथ एपा का दो दसवाँ अंश +14879,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_015.wav,और चौदहों भेड़ के बच्चों में से एकएक बच्चे के साथ एपा का दसवाँ अंश मैदा चढ़ाना +14880,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_016.wav,और पापबलि के लिये एक बकरा भी चढ़ाना ये नित्य होमबलि और उसके अन्नबलि और अर्घ के अलावा चढ़ाए जाएँ +14881,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_017.wav,फिर दूसरे दिन बारह बछड़े और दो मेढ़े और एकएक वर्ष के चौदह निर्दोष भेड़ के नर बच्चे चढ़ाना +14882,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_018.wav,और बछड़ों और मेढ़ों और भेड़ के बच्चों के साथ उनके अन्नबलि और अर्घ उनकी गिनती के अनुसार और नियम के अनुसार चढ़ाना +14883,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_019.wav,और पापबलि के लिये एक बकरा भी चढ़ाना ये नित्य होमबलि और उसके अन्नबलि और अर्घ के अलावा चढ़ाए जाएँ +14884,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_020.wav,फिर तीसरे दिन ग्यारह बछड़े और दो मेढ़े और एकएक वर्ष के चौदह निर्दोष भेड़ के नर बच्चे चढ़ाना +14885,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_021.wav,और बछड़ों और मेढ़ों और भेड़ के बच्चों के साथ उनके अन्नबलि और अर्घ उनकी गिनती के अनुसार और नियम के अनुसार चढ़ाना +14886,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_022.wav,और पापबलि के लिये एक बकरा भी चढ़ाना ये नित्य होमबलि और उसके अन्नबलि और अर्घ के अलावा चढ़ाए जाएँ +14887,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_023.wav,फिर चौथे दिन दस बछड़े और दो मेढ़े और एकएक वर्ष के चौदह निर्दोष भेड़ के नर बच्चे चढ़ाना +14888,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_024.wav,बछड़ों और मेढ़ों और भेड़ के बच्चों के साथ उनके अन्नबलि और अर्घ उनकी गिनती के अनुसार और नियम के अनुसार चढ़ाना +14889,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_025.wav,और पापबलि के लिये एक बकरा भी चढ़ाना ये नित्य होमबलि और उसके अन्नबलि और अर्घ के अलावा चढ़ाए जाएँ +14890,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_026.wav,फिर पाँचवें दिन नौ बछड़े दो मेढ़े और एकएक वर्ष के चौदह निर्दोष भेड़ के नर बच्चे चढ़ाना +14891,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_027.wav,और बछड़ों मेढ़ों और भेड़ के बच्चों के साथ उनके अन्नबलि और अर्घ उनकी गिनती के अनुसार और नियम के अनुसार चढ़ाना +14892,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_028.wav,और पापबलि के लिये एक बकरा भी चढ़ाना ये नित्य होमबलि और उसके अन्नबलि और अर्घ के अलावा चढ़ाए जाएँ +14893,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_029.wav,फिर छठवें दिन आठ बछड़े और दो मेढ़े और एकएक वर्ष के चौदह निर्दोष भेड़ के नर बच्चे चढ़ाना +14894,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_030.wav,और बछड़ों और मेढ़ों और भेड़ के बच्चों के साथ उनके अन्नबलि और अर्घ उनकी गिनती के अनुसार और नियम के अनुसार चढ़ाना +14895,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_031.wav,और पापबलि के लिये एक बकरा भी चढ़ाना ये नित्य होमबलि और उसके अन्नबलि और अर्घ के अलावा चढ़ाए जाएँ +14896,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_032.wav,फिर सातवें दिन सात बछड़े और दो मेढ़े और एकएक वर्ष के चौदह निर्दोष भेड़ के नर बच्चे चढ़ाना +14897,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_033.wav,और बछड़ों और मेढ़ों और भेड़ के बच्चों के साथ उनके अन्नबलि और अर्घ उनकी गिनती के अनुसार और नियम के अनुसार चढ़ाना +14898,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_034.wav,और पापबलि के लिये एक बकरा भी चढ़ाना ये नित्य होमबलि और उसके अन्नबलि और अर्घ के अलावा चढ़ाए जाएँ +14899,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_035.wav,फिर आठवें दिन तुम्हारी एक महासभा हो उसमें परिश्रम का कोई काम न करना +14900,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_036.wav,और उसमें होमबलि यहोवा को सुखदायक सुगन्ध देने के लिये हव्य करके चढ़ाना वह एक बछड़े और एक मेढ़े और एकएक वर्ष के सात निर्दोष भेड़ के नर बच्चों का हो +14901,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_037.wav,बछड़े और मेढ़े और भेड़ के बच्चों के साथ उनके अन्नबलि और अर्घ उनकी गिनती के अनुसार और नियम के अनुसार चढ़ाना +14902,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_038.wav,और पापबलि के लिये एक बकरा भी चढ़ाना ये नित्य होमबलि और उसके अन्नबलि और अर्घ के अलावा चढ़ाए जाएँ +14903,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_039.wav,अपनी मन्नतों और स्वेच्छाबलियों के अलावा अपनेअपने नियत समयों में ये ही होमबलि अन्नबलि अर्घ और मेलबलि यहोवा के लिये चढ़ाना +14904,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_029_040.wav,यह सारी आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी जो उसने इस्राएलियों को सुनाई +14905,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_001.wav,फिर मूसा ने इस्राएली गोत्रों के मुख्यमुख्य पुरुषों से कहा यहोवा ने यह आज्ञा दी है +14906,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_002.wav,जब कोई पुरुष यहोवा की मन्नत माने या अप��े आपको वाचा से बाँधने के लिये शपथ खाए तो वह अपना वचन न टाले जो कुछ उसके मुँह से निकला हो उसके अनुसार वह करे +14907,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_003.wav,और जब कोई स्त्री अपनी कुँवारी अवस्था में अपने पिता के घर में रहते हुए यहोवा की मन्नत माने व अपने को वाचा से बाँधे +14908,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_004.wav,तो यदि उसका पिता उसकी मन्नत या उसका वह वचन सुनकर जिससे उसने अपने आपको बाँधा हो उससे कुछ न कहे तब तो उसकी सब मन्नतें स्थिर बनी रहें और कोई बन्धन क्यों न हो जिससे उसने अपने आपको बाँधा हो वह भी स्थिर रहे +14909,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_005.wav,परन्तु यदि उसका पिता उसकी सुनकर उसी दिन उसको मना करे तो उसकी मन्नतें या और प्रकार के बन्धन जिनसे उसने अपने आपको बाँधा हो उनमें से एक भी स्थिर न रहे और यहोवा यह जानकर कि उस स्त्री के पिता ने उसे मना कर दिया है उसका यह पाप क्षमा करेगा +14910,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_006.wav,फिर यदि वह पति के अधीन हो और मन्नत माने या बिना सोच विचार किए ऐसा कुछ कहे जिससे वह बन्धन में पड़े +14911,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_007.wav,और यदि उसका पति सुनकर उस दिन उससे कुछ न कहे तब तो उसकी मन्नतें स्थिर रहें और जिन बन्धनों से उसने अपने आपको बाँधा हो वह भी स्थिर रहें +14912,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_008.wav,परन्तु यदि उसका पति सुनकर उसी दिन उसे मना कर दे तो जो मन्नत उसने मानी है और जो बात बिना सोचविचार किए कहने से उसने अपने आपको वाचा से बाँधा हो वह टूट जाएगी और यहोवा उस स्त्री का पाप क्षमा करेगा +14913,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_009.wav,फिर विधवा या त्यागी हुई स्त्री की मन्नत या किसी प्रकार की वाचा का बन्धन क्यों न हो जिससे उसने अपने आपको बाँधा हो तो वह स्थिर ही रहे +14914,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_010.wav,फिर यदि कोई स्त्री अपने पति के घर में रहते मन्नत माने या शपथ खाकर अपने आपको बाँधे +14915,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_011.wav,और उसका पति सुनकर कुछ न कहे और न उसे मना करे तब तो उसकी सब मन्नतें स्थिर बनी रहें और हर एक बन्धन क्यों न हो जिससे उसने अपने आपको बाँधा हो वह स्थिर रहे +14916,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_012.wav,परन्तु यदि उसका पति उसकी मन्नत आदि सुनकर उसी दिन पूरी रीति से तोड़ दे तो उसकी मन्नतें आदि जो कुछ उसके मुँह से अपने बन्धन के विषय निकला हो उसमें से एक बात भी स्थिर न रहे उसके पति ने सब तोड़ दिया है इसलिए यहोवा उस स्त्री का वह पाप क्षमा करेगा +14917,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_013.wav,कोई भी मन्नत या शपथ क्यों न हो जिससे उस स्त्री ने अपने जीव को दुःख देने की वाचा बाँधी हो उसको उसका पति चाहे तो दृढ़ करे और चाहे तो तोड़े +14918,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_014.wav,अर्थात् यदि उसका पति दिन प्रतिदिन उससे कुछ भी न कहे तो वह उसको सब मन्नतें आदि बन्धनों को जिनसे वह बंधी हो दृढ़ कर देता है उसने उनको दृढ़ किया है क्योंकि सुनने के दिन उसने कुछ नहीं कहा +14919,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_015.wav,और यदि वह उन्हें सुनकर बहुत दिन पश्चात् तोड़ दे तो अपनी स्त्री के अधर्म का भार वही उठाएगा +14920,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_030_016.wav,पतिपत्नी के बीच और पिता और उसके घर में रहती हुई कुँवारी बेटी के बीच जिन विधियों की आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी वे ये ही हैं +14921,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14922,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_002.wav,मिद्यानियों से इस्राएलियों का पलटा ले उसके बाद तू अपने लोगों में जा मिलेगा +14923,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_003.wav,तब मूसा ने लोगों से कहा अपने में से पुरुषों को युद्ध के लिये हथियार धारण कराओ कि वे मिद्यानियों पर चढ़कर उनसे यहोवा का पलटा लें +14924,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_004.wav,इस्राएल के सब गोत्रों में से प्रत्येक गोत्र के एकएक हजार पुरुषों को युद्ध करने के लिये भेजो +14925,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_005.wav,तब इस्राएल के सब गोत्रों में से प्रत्येक गोत्र के एकएक हजार पुरुष चुने गये अर्थात् युद्ध के लिये हथियारबन्द बारह हजार पुरुष +14926,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_006.wav,प्रत्येक गोत्र में से उन हजारहजार पुरुषों को और एलीआजर याजक के पुत्र पीनहास को मूसा ने युद्ध करने के लिये भेजा और पीनहास के हाथ में पवित्रस्थान के पात्र और वे तुरहियां थीं जो साँस बाँध बाँधकर फूँकी जाती थीं +14927,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_007.wav,और जो आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी उसके अनुसार उन्होंने मिद्यानियों से युद्ध करके सब पुरुषों को घात किया +14928,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_008.wav,और शेष मारे हुओं को छोड़ उन्होंने एवी रेकेम सूर हूर और रेबा नामक मिद्यान के पाँचों राजाओं को घात किया और बोर के पुत्र बिलाम को भी उन्होंने तलवार से घात किया +14929,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_009.wav,और इस्राएलियों ने मिद्यानी स्त्रियों को बालबच्चों समेत बन्दी बना लिया और उनके गायबैल भेड़बकरी और उनकी सारी सम्पत्ति को लूट लिया +14930,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_010.wav,और उनके निवास के सब नगरों और सब छावनियों को फूँक दिया +14931,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_011.wav,तब वे क्या मनुष्य क्या पशु सब बन्दियों और सारी लूटपाट को लेकर +14932,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_012.wav,यरीहो के पास की यरदन नदी के तट पर मोआब के अराबा में छावनी के निकट मूसा और एलीआजर याजक और इस्राएलियों की मण्डली के पास आए +14933,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_013.wav,तब मूसा और एलीआजर याजक और मण्डली के सब प्रधान छावनी के बाहर उनका स्वागत करने को निकले +14934,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_014.wav,और मूसा सहस्रपतिशतपति आदि सेनापतियों से जो युद्ध करके लौटे आते थे क्रोधित होकर कहने लगा +14935,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_015.wav,क्या तुम ने सब स्त्रियों को जीवित छोड़ दिया +14936,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_016.wav,देखे बिलाम की सम्मति से पोर के विषय में इस्राएलियों से यहोवा का विश्वासघात इन्हीं स्त्रियों ने कराया और यहोवा की मण्डली में मरी फैली +14937,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_017.wav,इसलिए अब बालबच्चों में से हर एक लड़के को और जितनी स्त्रियों ने पुरुष का मुँह देखा हो उन सभी को घात करो +14938,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_018.wav,परन्तु जितनी लड़कियों ने पुरुष का मुँह न देखा हो उन सभी को तुम अपने लिये जीवित रखो +14939,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_019.wav,और तुम लोग सात दिन तक छावनी के बाहर रहो और तुम में से जितनों ने किसी प्राणी को घात किया और जितनों ने किसी मरे हुए को छुआ हो वे सब अपनेअपने बन्दियों समेत तीसरे और सातवें दिनों में अपनेअपने को पाप छुड़ाकर पावन करें +14940,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_020.wav,और सब वस्त्रों और चमड़े की बनी हुई सब वस्तुओं और बकरी के बालों की और लकड़ी की बनी हुई सब वस्तुओं को पावन कर लो +14941,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_021.wav,तब एलीआजर याजक ने सेना के उन पुरुषों से जो युद्ध करने गए थे कहा व्यवस्था की जिस विधि की आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी है वह यह है +14942,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_022.wav,सोना चाँदी पीतल लोहा टीन और सीसा +14943,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_023.wav,जो कुछ आग में ठहर सके उसको आग में डालो तब वह शुद्ध ठहरेगा तो भी वह अशुद्धता से छुड़ानेवाले जल के द्वारा पावन किया जाए परन्तु जो कुछ आग में न ठहर सके उसे जल में डुबाओ +14944,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_024.wav,और सातवें दिन अपने वस्त्रों को धोना तब तुम शुद्ध ठहरोगे और तब छावनी में आना +14945,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_025.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +14946,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_026.wav,एलीआजर याजक और मण्डली के पितरों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुषों को साथ लेकर तू लूट के मनुष्यों और पशुओं की गिनती कर +14947,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_027.wav,तब उनको आधाआधा करके एक भाग उन सिपाहियों को जो युद्ध करने को गए थे और दूसरा भाग मण्डली को दे +14948,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_028.wav,फिर जो सिपाही युद्ध करने को गए थे उनके आधे में से यहोवा के लिये क्या मनुष्य क्या गायबैल क्या गदहे क्या भेड़बकरियाँ +14949,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_029.wav,पाँच सौ के पीछे एक को मानकर ले ले और यहोवा की भेंट करके एलीआजर याजक को दे दे +14950,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_030.wav,फिर इस्राएलियों के आधे में से क्या मनुष्य क्या गायबैल क्या गदहे क्या भेड़बकरियाँ क्या किसी प्रकार का पशु हो पचास के पीछे एक लेकर यहोवा के निवास की रखवाली करनेवाले लेवियों को दे +14951,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_031.wav,यहोवा की इस आज्ञा के अनुसार जो उसने मूसा को दी मूसा और एलीआजर याजक ने किया +14952,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_032.wav,और जो वस्तुएँ सेना के पुरुषों ने अपनेअपने लिये लूट ली थीं उनसे अधिक की लूट यह थी अर्थात् छः लाख पचहत्तर हजार भेड़बकरियाँ +14953,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_033.wav,बहत्तर हजार गाय बैल +14954,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_034.wav,इकसठ हजार गदहे +14955,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_035.wav,और मनुष्यों में से जिन स्त्रियों ने पुरुष का मुँह नहीं देखा था वह सब बत्तीस हजार थीं +14956,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_036.wav,और इसका आधा अर्थात् उनका भाग जो युद्ध करने को गए थे उसमें भेड़बकरियाँ तीन लाख साढ़े सैंतीस हजार +14957,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_037.wav,जिनमें से पौने सात सौ भेड़बकरियाँ यहोवा का कर ठहरीं +14958,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_038.wav,और गायबैल छत्तीस हजार जिनमें से बहत्तर यहोवा का कर ठहरे +14959,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_039.wav,और गदहे साढ़े तीस हजार जिनमें से इकसठ यहोवा का कर ठहरे +14960,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_040.wav,और मनुष्य सोलह हजार जिनमें से बत्तीस प्राणी यहोवा का कर ठहरे +14961,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_041.wav,इस कर को जो यहोवा की भेंट थी मूसा ने यहोवा की आज्ञा के अनुसार एलीआजर याजक को दिया +14962,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_042.wav,इस्राएलियों की मण्डली का आधा भाग जिसे मूसा ने युद्ध करनेवाले पुरुषों के पास से अलग किया था +14963,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_043.wav,तीन लाख साढ़े सैंतीस हजार भेड़बकरियाँ +14964,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_044.wav,छत्तीस हजार गायबैल +14965,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_045.wav,साढ़े तीस हजार गदहे +14966,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_046.wav,और सोलह हजार मनुष्य हुए +14967,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_047.wav,इस आधे में से यहोवा की आज्ञा के अनुसार मूसा ने क्या मनुष्य क्या पशु पचास में से एक लेकर यहोवा के निवास की रखवाली करनेवाले लेवियों को दिया +14968,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_048.wav,तब सहस्रपतिशतपति आदि जो सरदार सेना के हजारों के ऊपर नियुक्त थे वे मूसा के पास आकर कहने लगे +14969,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_049.wav,जो सिपाही हमारे अधीन थे उनकी तेरे दासों ने गिनती ली और उनमें से एक भी नहीं घटा +14970,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_050.wav,इसलिए पायजेब कड़े मुंदरियाँ बालियाँ बाजूबन्द सोने के जो गहने जिसने पाया है उनको हम यहोवा के सामने अपने प्राणों के निमित्त प्रायश्चित करने को यहोवा की भेंट करके ले आए हैं +14971,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_051.wav,तब मूसा और एलीआजर याजक ने उनसे वे सब सोने के न���्काशीदार गहने ले लिए +14972,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_052.wav,और सहस्त्रपतियों और शतपतियों ने जो भेंट का सोना यहोवा की भेंट करके दिया वह सब सोलह हजार साढ़े सात सौ शेकेल का था +14973,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_053.wav,योद्धाओं ने तो अपनेअपने लिये लूट ले ली थी +14974,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_031_054.wav,यह सोना मूसा और एलीआजर याजक ने सहस्त्रपतियों और शतपतियों से लेकर मिलापवाले तम्बू में पहुँचा दिया कि इस्राएलियों के लिये यहोवा के सामने स्मरण दिलानेवाली वस्तु ठहरे +14975,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_001.wav,रूबेनियों और गादियों के पास बहुत से जानवर थे जब उन्होंने याजेर और गिलाद देशों को देखकर विचार किया कि वह पशुओं के योग्य देश है +14976,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_002.wav,तब मूसा और एलीआजर याजक और मण्डली के प्रधानों के पास जाकर कहने लगे +14977,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_003.wav,अतारोत दीबोन याजेर निम्रा हेशबोन एलाले सबाम नबो और बोन नगरों का देश +14978,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_004.wav,जिस पर यहोवा ने इस्राएल की मण्डली को विजय दिलवाई है वह पशुओं के योग्य है और तेरे दासों के पास पशु हैं +14979,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_005.wav,फिर उन्होंने कहा यदि तेरा अनुग्रह तेरे दासों पर हो तो यह देश तेरे दासों को मिले कि उनकी निज भूमि हो हमें यरदन पार न ले चल +14980,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_006.wav,मूसा ने गादियों और रूबेनियों से कहा जब तुम्हारे भाई युद्ध करने को जाएँगे तब क्या तुम यहाँ बैठे रहोगे +14981,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_007.wav,और इस्राएलियों से भी उस पार के देश जाने के विषय जो यहोवा ने उन्हें दिया है तुम क्यों अस्वीकार करवाते हो +14982,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_008.wav,जब मैंने तुम्हारे बापदादों को कादेशबर्ने से कनान देश देखने के लिये भेजा तब उन्होंने भी ऐसा ही किया था +14983,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_009.wav,अर्थात् जब उन्होंने एशकोल नामक घाटी तक पहुँचकर देश को देखा तब इस्राएलियों से उस देश के विषय जो यहोवा ने उन्हें दिया था अस्वीकार करा दिया +14984,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_010.wav,इसलिए उस समय यहोवा ने कोप करके यह शपथ खाई +14985,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_011.wav,निःसन्देह जो मनुष्य मिस्र से निकल आए हैं उनमें से जितने बीस वर्ष के या उससे अधिक आयु के हैं वे उस देश को देखने न पाएँगे जिसके देने की शपथ मैंने अब्राहम इसहाक और याकूब से खाई है क्योंकि वे मेरे पीछे पूरी रीति से नहीं हो लिये +14986,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_012.wav,परन्तु यपुन्ने कनजी का पुत्र कालेब और नून का पुत्र यहोशू ये दोनों जो मेरे पीछे पूरी रीति से हो लिये हैं ये उसे देखने पाएँगे +14987,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_013.wav,अतः यहोवा का कोप इस्राएलियों पर भड़��ा और जब तक उस पीढ़ी के सब लोगों का अन्त न हुआ जिन्होंने यहोवा के प्रति बुरा किया था तब तक अर्थात् चालीस वर्ष तक वह उन्हें जंगल में मारेमारे फिराता रहा +14988,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_014.wav,और सुनो तुम लोग उन पापियों के बच्चे होकर इसलिए अपने बापदादों के स्थान पर प्रगट हुए हो कि इस्राएल के विरुद्ध यहोवा के भड़के हुए कोप को और भी भड़काओ +14989,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_015.wav,यदि तुम उसके पीछे चलने से फिर जाओ तो वह फिर हम सभी को जंगल में छोड़ देगा इस प्रकार तुम इन सारे लोगों का नाश कराओगे +14990,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_016.wav,तब उन्होंने मूसा के और निकट आकर कहा हम अपने पशुओं के लिये यहीं भेड़शालाएँ बनाएँगे और अपने बालबच्चों के लिये यहीं नगर बसाएँगे +14991,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_017.wav,परन्तु आप इस्राएलियों के आगेआगे हथियारबन्द तब तक चलेंगे जब तक उनको उनके स्थान में न पहुँचा दें परन्तु हमारे बालबच्चे इस देश के निवासियों के डर से गढ़वाले नगरों में रहेंगे +14992,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_018.wav,परन्तु जब तक इस्राएली अपनेअपने भाग के अधिकारी न हों तब तक हम अपने घरों को न लौटेंगे +14993,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_019.wav,हम उनके साथ यरदन पार या कहीं आगे अपना भाग न लेंगे क्योंकि हमारा भाग यरदन के इसी पार पूर्व की ओर मिला है +14994,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_020.wav,तब मूसा ने उनसे कहा यदि तुम ऐसा करो अर्थात् यदि तुम यहोवा के आगेआगे युद्ध करने को हथियार बाँधो +14995,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_021.wav,और हर एक हथियारबन्द यरदन के पार तब तक चले जब तक यहोवा अपने आगे से अपने शत्रुओं को न निकाले +14996,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_022.wav,और देश यहोवा के वश में न आए तो उसके पीछे तुम यहाँ लौटोगे और यहोवा के और इस्राएल के विषय निर्दोष ठहरोगे और यह देश यहोवा के प्रति तुम्हारी निज भूमि ठहरेगा +14997,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_023.wav,और यदि तुम ऐसा न करो तो यहोवा के विरुद्ध पापी ठहरोगे और जान रखो कि तुम को तुम्हारा पाप लगेगा +14998,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_024.wav,तुम अपने बालबच्चों के लिये नगर बसाओ और अपनी भेड़बकरियों के लिये भेड़शालाएँ बनाओ और जो तुम्हारे मुँह से निकला है वही करो +14999,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_025.wav,तब गादियों और रूबेनियों ने मूसा से कहा अपने प्रभु की आज्ञा के अनुसार तेरे दास करेंगे +15000,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_026.wav,हमारे बालबच्चे स्त्रियाँ भेड़बकरी आदि सब पशु तो यहीं गिलाद के नगरों में रहेंगे +15001,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_027.wav,परन्तु अपने प्रभु के कहे के अनुसार तेरे दास सब के सब युद्ध के लिये हथियारबन्द यहोवा के आगेआगे लड़ने को पार जाएँगे +15002,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_028.wav,तब मूसा ने उनके विषय में एलीआजर याजक और नून के पुत्र यहोशू और इस्राएलियों के गोत्रों के पितरों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुषों को यह आज्ञा दी +15003,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_029.wav,कि यदि सब गादी और रूबेनी पुरुष युद्ध के लिये हथियारबन्द तुम्हारे संग यरदन पार जाएँ और देश तुम्हारे वश में आ जाए तो गिलाद देश उनकी निज भूमि होने को उन्हें देना +15004,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_030.wav,परन्तु यदि वे तुम्हारे संग हथियारबन्द पार न जाएँ तो उनकी निज भूमि तुम्हारे बीच कनान देश में ठहरे +15005,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_031.wav,तब गादी और रूबेनी बोल उठे यहोवा ने जैसा तेरे दासों से कहलाया है वैसा ही हम करेंगे +15006,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_032.wav,हम हथियारबन्द यहोवा के आगेआगे उस पार कनान देश में जाएँगे परन्तु हमारी निज भूमि यरदन के इसी पार रहे +15007,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_033.wav,तब मूसा ने गादियों और रूबेनियों को और यूसुफ के पुत्र मनश्शे के आधे गोत्रियों को एमोरियों के राजा सीहोन और बाशान के राजा ओग दोनों के राज्यों का देश नगरों और उनके आसपास की भूमि समेत दे दिया +15008,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_034.wav,तब गादियों ने दीबोन अतारोत अरोएर +15009,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_035.wav,अत्रौत शोपान याजेर योगबहा +15010,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_036.wav,बेतनिम्रा और बेतहारन नामक नगरों को दृढ़ किया और उनमें भेड़बकरियों के लिये भेड़शाला बनाए +15011,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_037.wav,और रूबेनियों ने हेशबोन एलाले और किर्यातैम को +15012,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_038.wav,फिर नबो और बालमोन के नाम बदलकर उनको और सिबमा को दृढ़ किया और उन्होंने अपने दृढ़ किए हुए नगरों के औरऔर नाम रखे +15013,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_039.wav,और मनश्शे के पुत्र माकीर के वंशवालों ने गिलाद देश में जाकर उसे ले लिया और जो एमोरी उसमें रहते थे उनको निकाल दिया +15014,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_040.wav,तब मूसा ने मनश्शे के पुत्र माकीर के वंश को गिलाद दे दिया और वे उसमें रहने लगे +15015,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_041.wav,और मनश्शेई याईर ने जाकर गिलाद की कितनी बस्तियाँ ले लीं और उनके नाम हव्वोत्याईर रखे +15016,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_032_042.wav,और नोबह ने जाकर गाँवों समेत कनात को ले लिया और उसका नाम अपने नाम पर नोबह रखा +15017,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_001.wav,जब से इस्राएली मूसा और हारून की अगुआई में दल बाँधकर मिस्र देश से निकले तब से उनके ये पड़ाव हुए +15018,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_002.wav,मूसा ने यहोवा से आज्ञा पाकर उनके कूच उनके पड़ावों के अनुसार लिख दिए और वे ये हैं +15019,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_003.wav,पहले महीने के पन्द्रहवें दिन को उन्होंने रामसेस से कूच किया फसह के ���ूसरे दिन इस्राएली सब मिस्रियों के देखते बेखटके निकल गए +15020,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_004.wav,जबकि मिस्री अपने सब पहिलौठों को मिट्टी दे रहे थे जिन्हें यहोवा ने मारा था और उसने उनके देवताओं को भी दण्ड दिया था +15021,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_005.wav,इस्राएलियों ने रामसेस से कूच करके सुक्कोत में डेरे डाले +15022,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_006.wav,और सुक्कोत से कूच करके एताम में जो जंगल के छोर पर है डेरे डाले +15023,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_007.wav,और एताम से कूच करके वे पीहहीरोत को मुड़ गए जो बालसपोन के सामने है और मिग्दोल के सामने डेरे खड़े किए +15024,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_008.wav,तब वे पीहहीरोत के सामने से कूच कर समुद्र के बीच होकर जंगल में गए और एताम नामक जंगल में तीन दिन का मार्ग चलकर मारा में डेरे डाले +15025,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_009.wav,फिर मारा से कूच करके वे एलीम को गए और एलीम में जल के बारह सोते और सत्तर खजूर के वृक्ष मिले और उन्होंने वहाँ डेरे खड़े किए +15026,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_010.wav,तब उन्होंने एलीम से कूच करके लाल समुद्र के तट पर डेरे खड़े किए +15027,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_011.wav,और लाल समुद्र से कूच करके सीन नामक जंगल में डेरे खड़े किए +15028,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_012.wav,फिर सीन नामक जंगल से कूच करके उन्होंने दोपका में डेरा किया +15029,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_013.wav,और दोपका से कूच करके आलूश में डेरा किया +15030,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_014.wav,और आलूश से कूच करके रपीदीम में डेरा किया और वहाँ उन लोगों को पीने का पानी न मिला +15031,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_015.wav,फिर उन्होंने रपीदीम से कूच करके सीनै के जंगल में डेरे डाले +15032,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_016.wav,और सीनै के जंगल से कूच करके किब्रोतहत्तावा में डेरा किया +15033,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_017.wav,और किब्रोतहत्तावा से कूच करके हसेरोत में डेरे डाले +15034,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_018.wav,और हसेरोत से कूच करके रित्मा में डेरे डाले +15035,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_019.wav,फिर उन्होंने रित्मा से कूच करके रिम्मोनपेरेस में डेरे खड़े किए +15036,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_020.wav,और रिम्मोनपेरेस से कूच करके लिब्ना में डेरे खड़े किए +15037,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_021.wav,और लिब्ना से कूच करके रिस्सा में डेरे खड़े किए +15038,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_022.wav,और रिस्सा से कूच करके कहेलाता में डेरा किया +15039,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_023.wav,और कहेलाता से कूच करके शेपेर पर्वत के पास डेरा किया +15040,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_024.wav,फिर उन्होंने शेपेर पर्वत से कूच करके हरादा में डेरा किया +15041,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_025.wav,और हरादा से कूच करके मखेलोत में डेरा किया +15042,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_026.wav,और मखेलोत से कूच करके तहत में डेरे खड़े किए +15043,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_027.wav,और तह�� से कूच करके तेरह में डेरे डाले +15044,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_028.wav,और तेरह से कूच करके मित्का में डेरे डाले +15045,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_029.wav,फिर मित्का से कूच करके उन्होंने हशमोना में डेरे डाले +15046,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_030.wav,और हशमोना से कूच करके मोसेरोत में डेरे खड़े किए +15047,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_031.wav,और मोसेरोत से कूच करके याकानियों के बीच डेरा किया +15048,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_032.wav,और याकानियों के बीच से कूच करके होर्हग्गिदगाद में डेरा किया +15049,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_033.wav,और होर्हग्गिदगाद से कूच करके योतबाता में डेरा किया +15050,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_034.wav,और योतबाता से कूच करके अब्रोना में डेरे खड़े किए +15051,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_035.wav,और अब्रोना से कूच करके एस्योनगेबेर में डेरे खड़े किए +15052,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_036.wav,और एस्योनगेबेर के कूच करके उन्होंने सीन नामक जंगल के कादेश में डेरा किया +15053,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_037.wav,फिर कादेश से कूच करके होर पर्वत के पास जो एदोम देश की सीमा पर है डेरे डाले +15054,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_038.wav,वहाँ इस्राएलियों के मिस्र देश से निकलने के चालीसवें वर्ष के पाँचवें महीने के पहले दिन को हारून याजक यहोवा की आज्ञा पाकर होर पर्वत पर चढ़ा और वहाँ मर गया +15055,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_039.wav,और जब हारून होर पर्वत पर मर गया तब वह एक सौ तेईस वर्ष का था +15056,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_040.wav,और अराद का कनानी राजा जो कनान देश के दक्षिण भाग में रहता था उसने इस्राएलियों के आने का समाचार पाया +15057,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_041.wav,तब इस्राएलियों ने होर पर्वत से कूच करके सलमोना में डेरे डाले +15058,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_042.wav,और सलमोना से कूच करके पूनोन में डेरे डाले +15059,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_043.wav,और पूनोन से कूच करके ओबोत में डेरे डालें +15060,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_044.wav,और ओबोत से कूच करके अबारीम नामक डीहों में जो मोआब की सीमा पर हैं डेरे डाले +15061,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_045.wav,तब उन डीहों से कूच करके उन्होंने दीबोन में डेरा किया +15062,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_046.wav,और दीबोन से कूच करके अल्मोनदिबलातैम में डेरा किया +15063,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_047.wav,और अल्मोनदिबलातैम से कूच करके उन्होंने अबारीम नामक पहाड़ों में नबो के सामने डेरा किया +15064,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_048.wav,फिर अबारीम पहाड़ों से कूच करके मोआब के अराबा में यरीहो के पास यरदन नदी के तट पर डेरा किया +15065,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_049.wav,और उन्होंने मोआब के अराबा में बेत्यशीमोत से लेकर आबेलशित्तीम तक यरदन के किनारेकिनारे डेरे डाले +15066,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_050.wav,फिर मोआब के अराबा में यरीहो के पास की यरदन नदी के तट पर यहोवा ने मूसा से कहा +15067,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_051.wav,इस्राएलियों को समझाकर कह जब तुम यरदन पार होकर कनान देश में पहुँचो +15068,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_052.wav,तब उस देश के निवासियों को उनके देश से निकाल देना और उनके सब नक्काशीदार पत्थरों को और ढली हुई मूर्तियों को नाश करना और उनके सब पूजा के ऊँचे स्थानों को ढा देना +15069,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_053.wav,और उस देश को अपने अधिकार में लेकर उसमें निवास करना क्योंकि मैंने वह देश तुम्हीं को दिया है कि तुम उसके अधिकारी हो +15070,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_054.wav,और तुम उस देश को चिट्ठी डालकर अपने कुलों के अनुसार बाँट लेना अर्थात् जो कुल अधिकवाले हैं उन्हें अधिक और जो थोड़ेवाले हैं उनको थोड़ा भाग देना जिस कुल की चिट्ठी जिस स्थान के लिये निकले वही उसका भाग ठहरे अपने पितरों के गोत्रों के अनुसार अपनाअपना भाग लेना +15071,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_055.wav,परन्तु यदि तुम उस देश के निवासियों को अपने आगे से न निकालोगे तो उनमें से जिनको तुम उसमें रहने दोगे वे मानो तुम्हारी आँखों में काँटे और तुम्हारे पांजरों में कीलें ठहरेंगे और वे उस देश में जहाँ तुम बसोगे तुम्हें संकट में डालेंगे +15072,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_033_056.wav,और उनसे जैसा बर्ताव करने की मनसा मैंने की है वैसा ही तुम से करूँगा +15073,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_001.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +15074,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_002.wav,इस्राएलियों को यह आज्ञा दे कि जो देश तुम्हारा भाग होगा वह तो चारों ओर की सीमा तक का कनान देश है इसलिए जब तुम कनान देश में पहुँचो +15075,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_003.wav,तब तुम्हारा दक्षिणी प्रान्त सीन नामक जंगल से ले एदोम देश के किनारेकिनारे होता हुआ चला जाए और तुम्हारा दक्षिणी सीमा खारे ताल के सिरे पर आरम्भ होकर पश्चिम की ओर चले +15076,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_004.wav,वहाँ से तुम्हारी सीमा अक्रब्बीम नामक चढ़ाई की दक्षिण की ओर पहुँचकर मुड़ें और सीन तक आए और कादेशबर्ने के दक्षिण की ओर निकले और हसरद्दार तक बढ़के अस्मोन तक पहुँचे +15077,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_005.wav,फिर वह सीमा अस्मोन से घूमकर मिस्र के नाले तक पहुँचे और उसका अन्त समुद्र का तट ठहरे +15078,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_006.wav,फिर पश्चिमी सीमा महासमुद्र हो तुम्हारा पश्चिमी सीमा यही ठहरे +15079,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_007.wav,तुम्हारी उत्तरी सीमा यह हो अर्थात् तुम महासमुद्र से ले होर पर्वत तक सीमा बाँधना +15080,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_008.wav,और होर पर्वत से हमात की घाटी तक सीमा बाँधना और वह सदाद पर निकले +15081,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_009.wav,फिर वह सीमा जिप्रोन तक पहुँचे और हसरेनान पर निकले तुम्हारी उत���तरी सीमा यही ठहरे +15082,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_010.wav,फिर अपनी पूर्वी सीमा हसरेनान से शपाम तक बाँधना +15083,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_011.wav,और वह सीमा शपाम से रिबला तक जो ऐन की पूर्व की ओर है नीचे को उतरतेउतरते किन्नेरेत नामक ताल के पूर्व से लग जाए +15084,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_012.wav,और वह सीमा यरदन तक उतरकर खारे ताल के तट पर निकले तुम्हारे देश के चारों सीमाएँ ये ही ठहरें +15085,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_013.wav,तब मूसा ने इस्राएलियों से फिर कहा जिस देश के तुम चिट्ठी डालकर अधिकारी होंगे और यहोवा ने उसे साढ़े नौ गोत्र के लोगों को देने की आज्ञा दी है वह यही है +15086,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_014.wav,परन्तु रूबेनियों और गादियों के गोत्र तो अपनेअपने पितरों के कुलों के अनुसार अपनाअपना भाग पा चुके हैं और मनश्शे के आधे गोत्र के लोग भी अपना भाग पा चुके हैं +15087,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_015.wav,अर्थात् उन ढाई गोत्रों के लोग यरीहो के पास की यरदन के पार पूर्व दिशा में जहाँ सूर्योदय होता है अपनाअपना भाग पा चुके हैं +15088,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_016.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +15089,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_017.wav,जो पुरुष तुम लोगों के लिये उस देश को बाँटेंगे उनके नाम ये हैं एलीआजर याजक और नून का पुत्र यहोशू +15090,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_018.wav,और देश को बाँटने के लिये एकएक गोत्र का एकएक प्रधान ठहराना +15091,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_019.wav,और इन पुरुषों के नाम ये हैं यहूदागोत्री यपुन्ने का पुत्र कालेब +15092,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_020.wav,शिमोनगोत्री अम्मीहूद का पुत्र शमूएल +15093,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_021.wav,बिन्यामीनगोत्री किसलोन का पुत्र एलीदाद +15094,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_022.wav,दान के गोत्र का प्रधान योग्ली का पुत्र बुक्की +15095,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_023.wav,यूसुफियों में से मनश्शेइयों के गोत्र का प्रधान एपोद का पुत्र हन्नीएल +15096,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_024.wav,और एप्रैमियों के गोत्र का प्रधान शिप्तान का पुत्र कमूएल +15097,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_025.wav,जबूलूनियों के गोत्र का प्रधान पर्नाक का पुत्र एलीसापान +15098,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_026.wav,इस्साकारियों के गोत्र का प्रधान अज्जान का पुत्र पलतीएल +15099,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_027.wav,आशेरियों के गोत्र का प्रधान शलोमी का पुत्र अहीहूद +15100,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_028.wav,और नप्तालियों के गोत्र का प्रधान अम्मीहूद का पुत्र पदहेल +15101,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_034_029.wav,जिन पुरुषों को यहोवा ने कनान देश को इस्राएलियों के लिये बाँटने की आज्ञा दी वे ये ही हैं +15102,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_001.wav,फिर यहोवा ने मोआब के अराबा में यरीहो के पास की यरदन नदी के तट पर मूसा से कहा +15103,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_002.wav,इस्राएलियों को आज्ञा दे कि तुम अपनेअपने निज भाग की भूमि में से लेवियों को रहने के लिये नगर देना और नगरों के चारों ओर की चराइयाँ भी उनको देना +15104,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_003.wav,नगर तो उनके रहने के लिये और चराइयाँ उनके गायबैल और भेड़बकरी आदि उनके सब पशुओं के लिये होंगी +15105,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_004.wav,और नगरों की चराइयाँ जिन्हें तुम लेवियों को दोगे वह एकएक नगर की शहरपनाह से बाहर चारों ओर एकएक हजार हाथ तक की हों +15106,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_005.wav,और नगर के बाहर पूर्व दक्षिण पश्चिम और उत्तर की ओर दोदो हजार हाथ इस रीति से नापना कि नगर बीचों बीच हो लेवियों के एकएक नगर की चराई इतनी ही भूमि की हो +15107,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_006.wav,और जो नगर तुम लेवियों को दोगे उनमें से छः शरणनगर हों जिन्हें तुम को खूनी के भागने के लिये ठहराना होगा और उनसे अधिक बयालीस नगर और भी देना +15108,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_007.wav,जितने नगर तुम लेवियों को दोगे वे सब अड़तालीस हों और उनके साथ चराइयाँ देना +15109,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_008.wav,और जो नगर तुम इस्राएलियों की निज भूमि में से दो वे जिनके बहुत नगर हों उनसे बहुत और जिनके थोड़े नगर हों उनसे थोड़े लेकर देना सब अपनेअपने नगरों में से लेवियों को अपने ही अपने भाग के अनुसार दें +15110,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_009.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा +15111,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_010.wav,इस्राएलियों से कह जब तुम यरदन पार होकर कनान देश में पहुँचो +15112,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_011.wav,तक ऐसे नगर ठहराना जो तुम्हारे लिये शरणनगर हों कि जो कोई किसी को भूल से मारकर खूनी ठहरा हो वह वहाँ भाग जाए +15113,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_012.wav,वे नगर तुम्हारे निमित्त पलटा लेनेवाले से शरण लेने के काम आएँगे कि जब तक खूनी न्याय के लिये मण्डली के सामने खड़ा न हो तब तक वह न मार डाला जाए +15114,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_013.wav,और शरण के जो नगर तुम दोगे वे छः हों +15115,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_014.wav,तीन नगर तो यरदन के इस पार और तीन कनान देश में देना शरणनगर इतने ही रहें +15116,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_015.wav,ये छहों नगर इस्राएलियों के और उनके बीच रहनेवाले परदेशियों के लिये भी शरणस्थान ठहरें कि जो कोई किसी को भूल से मार डाले वह वहीं भाग जाए +15117,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_016.wav,परन्तु यदि कोई किसी को लोहे के किसी हथियार से ऐसा मारे कि वह मर जाए तो वह खूनी ठहरेगा और वह खूनी अवश्य मार डाला जाए +15118,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_017.wav,और यदि कोई ऐसा पत्थर हाथ में लेकर जिससे कोई मर सकता है किसी को मारे और वह मर जाए तो वह भी खूनी ठहरेगा और वह खूनी अवश्य मार डाला जाए +15119,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_018.wav,या कोई हाथ में ऐसी लकड़ी लेकर जिससे कोई मर सकता है किसी को मारे और वह मर जाए तो वह भी खूनी ठहरेगा और वह खूनी अवश्य मार डाला जाए +15120,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_019.wav,लहू का पलटा लेनेवाला आपकी उस खूनी को मार डाले जब भी वह मिले तब ही वह उसे मार डाले +15121,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_020.wav,और यदि कोई किसी को बैर से ढकेल दे या घात लगाकर कुछ उस पर ऐसे फेंक दे कि वह मर जाए +15122,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_021.wav,या शत्रुता से उसको अपने हाथ से ऐसा मारे कि वह मर जाए तो जिसने मारा हो वह अवश्य मार डाला जाए वह खूनी ठहरेगा लहू का पलटा लेनेवाला जब भी वह खूनी उसे मिल जाए तब ही उसको मार डाले +15123,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_022.wav,परन्तु यदि कोई किसी को बिना सोचे और बिना शत्रुता रखे ढकेल दे या बिना घात लगाए उस पर कुछ फेंक दे +15124,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_023.wav,या ऐसा कोई पत्थर लेकर जिससे कोई मर सकता है दूसरे को बिना देखे उस पर फेंक दे और वह मर जाए परन्तु वह न उसका शत्रु हो और न उसकी हानि का खोजी रहा हो +15125,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_024.wav,तो मण्डली मारनेवाले और लहू का पलटा लेनेवाले के बीच इन नियमों के अनुसार न्याय करे +15126,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_025.wav,और मण्डली उस खूनी को लहू के पलटा लेनेवाले के हाथ से बचाकर उस शरणनगर में जहाँ वह पहले भाग गया हो लौटा दे और जब तक पवित्र तेल से अभिषेक किया हुआ महायाजक न मर जाए तब तक वह वहीं रहे +15127,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_026.wav,परन्तु यदि वह खूनी उस शरणस्थान की सीमा से जिसमें वह भाग गया हो बाहर निकलकर और कहीं जाए +15128,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_027.wav,और लहू का पलटा लेनेवाला उसको शरणनगर की सीमा के बाहर कहीं पाकर मार डाले तो वह लहू बहाने का दोषी न ठहरे +15129,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_028.wav,क्योंकि खूनी को महायाजक की मृत्यु तक शरणनगर में रहना चाहिये और महायाजक के मरने के पश्चात् वह अपनी निज भूमि को लौट सकेगा +15130,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_029.wav,तुम्हारी पीढ़ीपीढ़ी में तुम्हारे सब रहने के स्थानों में न्याय की यह विधि होगी +15131,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_030.wav,और जो कोई किसी मनुष्य को मार डाले वह साक्षियों के कहने पर मार डाला जाए परन्तु एक ही साक्षी की साक्षी से कोई न मार डाला जाए +15132,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_031.wav,और जो खूनी प्राणदण्ड के योग्य ठहरे उससे प्राणदण्ड के बदले में जुर्माना न लेना वह अवश्य मार डाला जाए +15133,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_032.wav,और जो किसी शरणस्थान में भागा हो उसके लिये भी इस मतलब से जुर्माना न लेना कि वह याजक के मरने से पहले फिर अपने देश में रहने को लौटने पाए +15134,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_033.wav,इसलिए जिस देश में तुम रहोगे उसको अशुद्ध न करना खून से ���ो देश अशुद्ध हो जाता है और जिस देश में जब खून किया जाए तब केवल खूनी के लहू बहाने ही से उस देश का प्रायश्चित हो सकता है +15135,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_035_034.wav,जिस देश में तुम निवास करोगे उसके बीच मैं रहूँगा उसको अशुद्ध न करना मैं यहोवा तो इस्राएलियों के बीच रहता हूँ +15136,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_001.wav,फिर यूसुफियों के कुलों में से गिलाद जो माकीर का पुत्र और मनश्शे का पोता था उसके वंश के कुल के पितरों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुष मूसा के समीप जाकर उन प्रधानों के सामने जो इस्राएलियों के पितरों के घरानों के मुख्य पुरुष थे कहने लगे +15137,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_002.wav,यहोवा ने हमारे प्रभु को आज्ञा दी थी कि इस्राएलियों को चिट्ठी डालकर देश बाँट देना और फिर यहोवा की यह भी आज्ञा हमारे प्रभु को मिली कि हमारे सगोत्री सलोफाद का भाग उसकी बेटियों को देना +15138,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_003.wav,पर यदि वे इस्राएलियों के और किसी गोत्र के पुरुषों से ब्याही जाएँ तो उनका भाग हमारे पितरों के भाग से छूट जाएगा और जिस गोत्र में से ब्याही जाएँ उसी गोत्र के भाग में मिल जाएगा तब हमारा भाग घट जाएगा +15139,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_004.wav,और जब इस्राएलियों की जुबली होगी तब जिस गोत्र में वे ब्याही जाएँ उसके भाग में उनका भाग पक्की रीति से मिल जाएगा और वह हमारे पितरों के गोत्र के भाग से सदा के लिये छूट जाएगा +15140,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_005.wav,तब यहोवा से आज्ञा पाकर मूसा ने इस्राएलियों से कहा यूसुफियों के गोत्री ठीक कहते हैं +15141,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_006.wav,सलोफाद की बेटियों के विषय में यहोवा ने यह आज्ञा दी है कि जो वर जिसकी दृष्टि में अच्छा लगे वह उसी से ब्याही जाए परन्तु वे अपने मूलपुरुष ही के गोत्र के कुल में ब्याही जाएँ +15142,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_007.wav,और इस्राएलियों के किसी गोत्र का भाग दूसरे के गोत्र के भाग में न मिलने पाए इस्राएली अपनेअपने मूलपुरुष के गोत्र के भाग पर बने रहें +15143,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_008.wav,और इस्राएलियों के किसी गोत्र में किसी की बेटी हो जो भाग पानेवाली हो वह अपने ही मूलपुरुष के गोत्र के किसी पुरुष से ब्याही जाए इसलिए कि इस्राएली अपनेअपने मूलपुरुष के भाग के अधिकारी रहें +15144,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_009.wav,किसी गोत्र का भाग दूसरे गोत्र के भाग में मिलने न पाएँ इस्राएलियों के एकएक गोत्र के लोग अपनेअपने भाग पर बने रहें +15145,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_010.wav,यहोवा की आज्ञा के अनुसार जो उसने मूसा को दी सलोफाद की बेटियों ने किया +15146,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_011.wav,अर्थात् महला ��िर्सा होग्ला मिल्का और नोवा जो सलोफाद की बेटियाँ थी उन्होंने अपने चचेरे भाइयों से ब्याह किया +15147,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_012.wav,वे यूसुफ के पुत्र मनश्शे के वंश के कुलों में ब्याही गईं और उनका भाग उनके मूलपुरुष के कुल के गोत्र के अधिकार में बना रहा +15148,data/cleaned/hindi/NUM/NUM_036_013.wav,जो आज्ञाएँ और नियम यहोवा ने मोआब के अराबा में यरीहो के पास की यरदन नदी के तट पर मूसा के द्वारा इस्राएलियों को दिए वे ये ही हैं +15149,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_001.wav,यहोवा का वचन जो पतूएल के पुत्र योएल के पास पहुँचा वह यह है +15150,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_002.wav,हे पुरनियों सुनो हे देश के सब रहनेवालों कान लगाकर सुनो क्या ऐसी बात तुम्हारे दिनों में या तुम्हारे पुरखाओं के दिनों में कभी हुई है +15151,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_003.wav,अपने बच्चों से इसका वर्णन करो और वे अपने बच्चों से और फिर उनके बच्चे आनेवाली पीढ़ी के लोगों से +15152,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_004.wav,जो कुछ गाजाम नामक टिड्डी से बचा उसे अर्बे नामक टिड्डी ने खा लिया और जो कुछ अर्बे नामक टिड्डी से बचा उसे येलेक नामक टिड्डी ने खा लिया और जो कुछ येलेक नामक टिड्डी से बचा उसे हासील नामक टिड्डी ने खा लिया है +15153,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_005.wav,हे मतवालों जाग उठो और रोओ और हे सब दाखमधु पीनेवालों नये दाखमधु के कारण हाय हाय करो क्योंकि वह तुम को अब न मिलेगा +15154,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_006.wav,देखो मेरे देश पर एक जाति ने चढ़ाई की है वह सामर्थी है और उसके लोग अनगिनत हैं उसके दाँत सिंह के से और डाढ़ें सिंहनी की सी हैं +15155,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_007.wav,उसने मेरी दाखलता को उजाड़ दिया और मेरे अंजीर के वृक्ष को तोड़ डाला है उसने उसकी सब छाल छीलकर उसे गिरा दिया है और उसकी डालियाँ छिलने से सफेद हो गई हैं +15156,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_008.wav,जैसे युवती अपने पति के लिये कमर में टाट बाँधे हुए विलाप करती है वैसे ही तुम भी विलाप करो +15157,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_009.wav,यहोवा के भवन में न तो अन्नबलि और न अर्घ आता है उसके टहलुए जो याजक हैं वे विलाप कर रहे हैं +15158,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_010.wav,खेती मारी गई भूमि विलाप करती है क्योंकि अन्न नाश हो गया नया दाखमधु सूख गया तेल भी सूख गया है +15159,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_011.wav,हे किसानों लज्जित हो हे दाख की बारी के मालियों गेहूँ और जौ के लिये हाय हाय करो क्योंकि खेती मारी गई है +15160,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_012.wav,दाखलता सूख गई और अंजीर का वृक्ष कुम्हला गया है अनार खजूर सेब वरन् मैदान के सब वृक्ष सूख गए हैं और मनुष्य का हर्ष जाता रहा है +15161,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_013.wav,हे याजकों कमर में टाट बाँधकर छाती पीटपीट के रोओ हे वेदी के टहलुओ हाय हाय करो हे मेरे परमेश्वर के टहलुओ आओ टाट ओढ़े हुए रात बिताओ क्योंकि तुम्हारे परमेश्वर के भवन में अन्नबलि और अर्घ अब नहीं आते +15162,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_014.wav,उपवास का दिन ठहराओ महासभा का प्रचार करो पुरनियों को वरन् देश के सब रहनेवालों को भी अपने परमेश्वर यहोवा के भवन में इकट्ठा करके उसकी दुहाई दो +15163,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_015.wav,उस दिन के कारण हाय क्योंकि यहोवा का दिन निकट है वह सर्वशक्तिमान की ओर से सत्यानाश का दिन होकर आएगा +15164,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_016.wav,क्या भोजनवस्तुएँ हमारे देखते नाश नहीं हुईं क्या हमारे परमेश्वर के भवन का आनन्द और मगन जाता नहीं रहा +15165,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_017.wav,बीज ढेलों के नीचे झुलस गए भण्डार सूने पड़े हैं खत्ते गिर पड़े हैं क्योंकि खेती मारी गई +15166,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_018.wav,पशु कैसे कराहते हैं झुण्ड के झुण्ड गायबैल विकल हैं क्योंकि उनके लिये चराई नहीं रही और झुण्ड के झुण्ड भेड़बकरियाँ पाप का फल भोग रही हैं +15167,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_019.wav,हे यहोवा मैं तेरी दुहाई देता हूँ क्योंकि जंगल की चराइयाँ आग का कौर हो गईं और मैदान के सब वृक्ष ज्वाला से जल गए +15168,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_001_020.wav,वनपशु भी तेरे लिये हाँफते हैं क्योंकि जल के सोते सूख गए और जंगल की चराइयाँ आग का कौर हो गईं +15169,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_001.wav,क्योंकि सुनो जिन दिनों में और जिस समय मैं यहूदा और यरूशलेमवासियों को बँधुवाई से लौटा ले आऊँगा +15170,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_002.wav,उस समय मैं सब जातियों को इकट्ठा करके यहोशापात की तराई में ले जाऊँगा और वहाँ उनके साथ अपनी प्रजा अर्थात् अपने निज भाग इस्राएल के विषय में जिसे उन्होंने जातिजाति में तितरबितर करके मेरे देश को बाँट लिया है उनसे मुकद्दमा लड़ूँगा +15171,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_003.wav,उन्होंने तो मेरी प्रजा पर चिट्ठी डाली और एक लड़का वेश्या के बदले में दे दिया और एक लड़की बेचकर दाखमधु पीया है +15172,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_004.wav,हे सोर और सीदोन और पलिश्तीन के सब प्रदेशों तुम को मुझसे क्या काम क्या तुम मुझ को बदला दोगे यदि तुम मुझे बदला भी दो तो मैं शीघ्र ही तुम्हारा दिया हुआ बदला तुम्हारे ही सिर पर डाल दूँगा +15173,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_005.wav,क्योंकि तुम ने मेरा चाँदी सोना ले लिया और मेरी अच्छी और मनभावनी वस्तुएँ अपने मन्दिरों में ले जाकर रखी हैं +15174,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_006.wav,और यहूदियों और यरूशलेमियों को यूनानियों के हाथ इसलिए बेच डाला है कि वे अपने देश स�� दूर किए जाएँ +15175,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_007.wav,इसलिए सुनो मैं उनको उस स्थान से जहाँ के जानेवालों के हाथ तुम ने उनको बेच दिया बुलाने पर हूँ और तुम्हारा दिया हुआ बदला तुम्हारे ही सिर पर डाल दूँगा +15176,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_008.wav,मैं तुम्हारे बेटेबेटियों को यहूदियों के हाथ बिकवा दूँगा और वे उनको शबाइयों के हाथ बेच देंगे जो दूर देश के रहनेवाले हैं क्योंकि यहोवा ने यह कहा है +15177,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_009.wav,जातिजाति में यह प्रचार करो युद्ध की तैयारी करो अपने शूरवीरों को उभारो सब योद्धा निकट आकर लड़ने को चढ़ें +15178,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_010.wav,अपनेअपने हल की फाल को पीटकर तलवार और अपनीअपनी हँसिया को पीटकर बर्छी बनाओ जो बलहीन हो वह भी कहे मैं वीर हूँ +15179,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_011.wav,हे चारों ओर के जातिजाति के लोगों फुर्ती करके आओ और इकट्ठे हो जाओ हे यहोवा तू भी अपने शूरवीरों को वहाँ ले जा +15180,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_012.wav,जातिजाति के लोग उभरकर चढ़ जाएँ और यहोशापात की तराई में जाएँ क्योंकि वहाँ मैं चारों ओर की सारी जातियों का न्याय करने को बैठूँगा +15181,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_013.wav,हँसुआ लगाओ क्योंकि खेत पक गया है आओ दाख रौंदो क्योंकि हौज भर गया है रसकुण्ड उमड़ने लगे क्योंकि उनकी बुराई बहुत बड़ी है +15182,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_014.wav,निबटारे की तराई में भीड़ की भीड़ है क्योंकि निबटारे की तराई में यहोवा का दिन निकट है +15183,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_015.wav,सूर्य और चन्द्रमा अपनाअपना प्रकाश न देंगे और न तारे चमकेंगे +15184,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_016.wav,और यहोवा सिय्योन से गरजेगा और यरूशलेम से बड़ा शब्द सुनाएगा और आकाश और पृथ्वी थरथारएँगे परन्तु यहोवा अपनी प्रजा के लिये शरणस्थान और इस्राएलियों के लिये गढ़ ठहरेगा +15185,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_017.wav,इस प्रकार तुम जानोगे कि यहोवा जो अपने पवित्र पर्वत सिय्योन पर वास किए रहता है वही हमारा परमेश्वर है और यरूशलेम पवित्र ठहरेगा और परदेशी उसमें होकर फिर न जाने पाएँगे +15186,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_018.wav,और उस समय पहाड़ों से नया दाखमधु टपकने लगेगा और टीलों से दूध बहने लगेगा और यहूदा देश के सब नाले जल से भर जाएँगे और यहोवा के भवन में से एक सोता फूट निकलेगा जिससे शित्तीम की घाटी सींची जाएगी +15187,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_019.wav,यहूदियों पर उपद्रव करने के कारण मिस्र उजाड़ और एदोम उजड़ा हुआ मरुस्थल हो जाएगा क्योंकि उन्होंने उनके देश में निर्दोष की हत्या की थी +15188,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_020.wav,परन्तु यहूदा सर्वदा और यरूशलेम पीढ़ीपीढ़ी तक बना रहेगा +15189,data/cleaned/hindi/JOL/JOL_003_021.wav,क्योंकि उनका खून जो अब तक मैंने पवित्र नहीं ठहराया था उसे अब पवित्र ठहराऊँगा क्योंकि यहोवा सिय्योन में वास किए रहता है +15190,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_001_001.wav,क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो दुष्टों की योजना पर नहीं चलता और न पापियों के मार्ग में खड़ा होता और न ठट्ठा करनेवालों की मण्डली में बैठता है +15191,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_001_002.wav,परन्तु वह तो यहोवा की व्यवस्था से प्रसन्न रहता और उसकी व्यवस्था पर रातदिन ध्यान करता रहता है +15192,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_001_003.wav,वह उस वृक्ष के समान है जो बहती पानी की धाराओं के किनारे लगाया गया है और अपनी ऋतु में फलता है और जिसके पत्ते कभी मुर्झाते नहीं और जो कुछ वह पुरुष करे वह सफल होता है +15193,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_001_004.wav,दुष्ट लोग ऐसे नहीं होते वे उस भूसी के समान होते हैं जो पवन से उड़ाई जाती है +15194,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_001_005.wav,इस कारण दुष्ट लोग अदालत में स्थिर न रह सकेंगे और न पापी धर्मियों की मण्डली में ठहरेंगे +15195,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_001_006.wav,क्योंकि यहोवा धर्मियों का मार्ग जानता है परन्तु दुष्टों का मार्ग नाश हो जाएगा +15196,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_002_001.wav,जातिजाति के लोग क्यों हुल्लड़ मचाते हैं और देशदेश के लोग क्यों षड्‍यंत्र रचते हैं +15197,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_002_002.wav,यहोवा के और उसके अभिषिक्त के विरुद्ध पृथ्वी के राजागण मिलकर और हाकिम आपस में षड्‍यंत्र रचकर कहते हैं +15198,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_002_003.wav,आओ हम उनके बन्धन तोड़ डालें और उनकी रस्सियों को अपने ऊपर से उतार फेंके +15199,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_002_004.wav,वह जो स्वर्ग में विराजमान है हँसेगा प्रभु उनको उपहास में उड़ाएगा +15200,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_002_005.wav,तब वह उनसे क्रोध में बातें करेगा और क्रोध में यह कहकर उन्हें भयभीत कर देगा +15201,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_002_006.wav,मैंने तो अपने चुने हुए राजा को अपने पवित्र पर्वत सिय्योन की राजगद्दी पर नियुक्त किया है +15202,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_002_007.wav,मैं उस वचन का प्रचार करूँगा जो यहोवा ने मुझसे कहा तू मेरा पुत्र है आज मैं ही ने तुझे जन्माया है +15203,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_002_008.wav,मुझसे माँग और मैं जातिजाति के लोगों को तेरी सम्पत्ति होने के लिये और दूरदूर के देशों को तेरी निज भूमि बनने के लिये दे दूँगा +15204,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_002_009.wav,तू उन्हें लोहे के डण्डे से टुकड़ेटुकड़े करेगा तू कुम्हार के बर्तन के समान उन्हें चकनाचूर कर डालेगा +15205,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_002_010.wav,इसलिए अब हे राजाओं बुद्धिमान बनो हे पृथ्वी के शासकों सावधान हो जाओ +15206,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_002_011.wav,डरते हुए यहोवा की उपासना करो और ��ाँपते हुए मगन हो +15207,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_002_012.wav,पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है धन्य है वे जो उसमें शरण लेते है +15208,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_003_001.wav,हे यहोवा मेरे सतानेवाले कितने बढ़ गए हैं वे जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं +15209,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_003_002.wav,बहुत से मेरे विषय में कहते हैं कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता सेला +15210,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_003_003.wav,परन्तु हे यहोवा तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढाल है तू मेरी महिमा और मेरे मस्तक का ऊँचा करनेवाला है +15211,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_003_004.wav,मैं ऊँचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूँ और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है सेला +15212,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_003_005.wav,मैं लेटकर सो गया फिर जाग उठा क्योंकि यहोवा मुझे सम्भालता है +15213,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_003_006.wav,मैं उस भीड़ से नहीं डरता जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पाँति बाँधे खड़े हैं +15214,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_003_007.wav,उठ हे यहोवा हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले क्योंकि तूने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है और तूने दुष्टों के दाँत तोड़ डाले हैं +15215,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_003_008.wav,उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो +15216,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_004_001.wav,हे मेरे धर्ममय परमेश्वर जब मैं पुकारूँ तब तू मुझे उत्तर दे जब मैं संकट में पड़ा तब तूने मुझे सहारा दिया मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले +15217,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_004_002.wav,हे मनुष्यों कब तक मेरी महिमा का अनादर होता रहेगा तुम कब तक व्यर्थ बातों से प्रीति रखोगे और झूठी युक्ति की खोज में रहोगे सेला +15218,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_004_003.wav,यह जान रखो कि यहोवा ने भक्त को अपने लिये अलग कर रखा है जब मैं यहोवा को पुकारूँगा तब वह सुन लेगा +15219,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_004_004.wav,काँपते रहो और पाप मत करो अपनेअपने बिछौने पर मन ही मन में ध्यान करो और चुपचाप रहो सेला +15220,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_004_005.wav,धार्मिकता के बलिदान चढ़ाओ और यहोवा पर भरोसा रखो +15221,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_004_006.wav,बहुत से हैं जो कहते हैं कौन हमको कुछ भलाई दिखाएगा हे यहोवा तू अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका +15222,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_004_007.wav,तूने मेरे मन में उससे कहीं अधिक आनन्द भर दिया है जो उनको अन्न और दाखमधु की बढ़ती से होता है +15223,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_004_008.wav,मैं शान्ति से लेट जाऊँगा और सो जाऊँगा क्योंकि हे यहोवा केवल तू ही मुझ को निश्चिन्त रहने देता है +15224,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_005_001.wav,हे यहोवा मेरे वचनों पर कान लगा मेरे कराहने की ओर ध्��ान लगा +15225,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_005_002.wav,हे मेरे राजा हे मेरे परमेश्वर मेरी दुहाई पर ध्यान दे क्योंकि मैं तुझी से प्रार्थना करता हूँ +15226,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_005_003.wav,हे यहोवा भोर को मेरी वाणी तुझे सुनाई देगी मैं भोर को प्रार्थना करके तेरी बाट जोहूँगा +15227,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_005_004.wav,क्योंकि तू ऐसा परमेश्वर है जो दुष्टता से प्रसन्न नहीं होता बुरे लोग तेरे साथ नहीं रह सकते +15228,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_005_005.wav,घमण्डी तेरे सम्मुख खड़े होने न पाएँगे तुझे सब अनर्थकारियों से घृणा है +15229,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_005_006.wav,तू उनको जो झूठ बोलते हैं नाश करेगा यहोवा तो हत्यारे और छली मनुष्य से घृणा करता है +15230,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_005_007.wav,परन्तु मैं तो तेरी अपार करुणा के कारण तेरे भवन में आऊँगा मैं तेरा भय मानकर तेरे पवित्र मन्दिर की ओर दण्डवत् करूँगा +15231,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_005_008.wav,हे यहोवा मेरे शत्रुओं के कारण अपने धार्मिकता के मार्ग में मेरी अगुआई कर मेरे आगेआगे अपने सीधे मार्ग को दिखा +15232,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_005_009.wav,क्योंकि उनके मुँह में कोई सच्चाई नहीं उनके मन में निरी दुष्टता है उनका गला खुली हुई कब्र है वे अपनी जीभ से चिकनी चुपड़ी बातें करते हैं +15233,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_005_010.wav,हे परमेश्वर तू उनको दोषी ठहरा वे अपनी ही युक्तियों से आप ही गिर जाएँ उनको उनके अपराधों की अधिकाई के कारण निकाल बाहर कर क्योंकि उन्होंने तुझ से बलवा किया है +15234,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_005_011.wav,परन्तु जितने तुझ में शरण लेते हैं वे सब आनन्द करें वे सर्वदा ऊँचे स्वर से गाते रहें क्योंकि तू उनकी रक्षा करता है और जो तेरे नाम के प्रेमी हैं तुझ में प्रफुल्लित हों +15235,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_005_012.wav,क्योंकि तू धर्मी को आशीष देगा हे यहोवा तू उसको ढाल के समान अपनी कृपा से घेरे रहेगा +15236,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_006_001.wav,हे यहोवा तू मुझे अपने क्रोध में न डाँट और न रोष में मुझे ताड़ना दे +15237,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_006_002.wav,हे यहोवा मुझ पर दया कर क्योंकि मैं कुम्हला गया हूँ हे यहोवा मुझे चंगा कर क्योंकि मेरी हड्डियों में बेचैनी है +15238,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_006_003.wav,मेरा प्राण भी बहुत खेदित है और तू हे यहोवा कब तक +15239,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_006_004.wav,लौट आ हे यहोवा और मेरे प्राण बचा अपनी करुणा के निमित्त मेरा उद्धार कर +15240,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_006_005.wav,क्योंकि मृत्यु के बाद तेरा स्मरण नहीं होता अधोलोक में कौन तेरा धन्यवाद करेगा +15241,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_006_006.wav,मैं कराहतेकराहते थक गया मैं अपनी खाट आँसुओं से भिगोता हूँ प्रति रात मेरा बिछौना भीगता है +15242,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_006_007.wav,मेरी आँखें शोक से बैठी जाती हैं और मेरे सब सतानेवालों के कारण वे धुँधला गई हैं +15243,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_006_008.wav,हे सब अनर्थकारियों मेरे पास से दूर हो क्योंकि यहोवा ने मेरे रोने का शब्द सुन लिया है +15244,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_006_009.wav,यहोवा ने मेरा गिड़गिड़ाना सुना है यहोवा मेरी प्रार्थना को ग्रहण भी करेगा +15245,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_006_010.wav,मेरे सब शत्रु लज्जित होंगे और बहुत ही घबराएँगे वे पराजित होकर पीछे हटेंगे और एकाएक लज्जित होंगे +15246,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_001.wav,हे मेरे परमेश्वर यहोवा मैं तुझ में शरण लेता हूँ सब पीछा करनेवालों से मुझे बचा और छुटकारा दे +15247,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_002.wav,ऐसा न हो कि वे मुझ को सिंह के समान फाड़कर टुकड़ेटुकड़े कर डालें और कोई मेरा छुड़ानेवाला न हो +15248,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_003.wav,हे मेरे परमेश्वर यहोवा यदि मैंने यह किया हो यदि मेरे हाथों से कुटिल काम हुआ हो +15249,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_004.wav,यदि मैंने अपने मेल रखनेवालों से भलाई के बदले बुराई की हो या मैंने उसको जो अकारण मेरा बैरी था लूटा है +15250,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_005.wav,तो शत्रु मेरे प्राण का पीछा करके मुझे आ पकड़े और मेरे प्राण को भूमि पर रौंदे और मुझे अपमानित करके मिट्टी में मिला दे सेला +15251,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_006.wav,हे यहोवा अपने क्रोध में उठ क्रोध से भरे मेरे सतानेवाले के विरुद्ध तू खड़ा हो जा मेरे लिये जाग तूने न्याय की आज्ञा दे दी है +15252,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_007.wav,देशदेश के लोग तेरे चारों ओर इकट्ठे हुए है तू फिर से उनके ऊपर विराजमान हो +15253,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_008.wav,यहोवा जातिजाति का न्याय करता है यहोवा मेरी धार्मिकता और खराई के अनुसार मेरा न्याय चुका दे +15254,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_009.wav,भला हो कि दुष्टों की बुराई का अन्त हो जाए परन्तु धर्मी को तू स्थिर कर क्योंकि धर्मी परमेश्वर मन और मर्म का ज्ञाता है +15255,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_010.wav,मेरी ढाल परमेश्वर के हाथ में है वह सीधे मनवालों को बचाता है +15256,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_011.wav,परमेश्वर धर्मी और न्यायी है वरन् ऐसा परमेश्वर है जो प्रतिदिन क्रोध करता है +15257,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_012.wav,यदि मनुष्य मन न फिराए तो वह अपनी तलवार पर सान चढ़ाएगा और युद्ध के लिए अपना धनुष तैयार करेगा +15258,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_013.wav,और उस मनुष्य के लिये उसने मृत्यु के हथियार तैयार कर लिए हैं वह अपने तीरों को अग्निबाण बनाता है +15259,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_014.wav,देख दुष्ट को अनर्थ काम की पीड़ाएँ हो रही हैं उसको उत्पात का गर्भ है और उससे झूठ का जन्म हुआ +15260,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_015.wav,उसने गड्ढे खोदकर उसे गहरा किया और जो खाई उसने बनाई थी उसमें वह आप ही गिरा +15261,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_016.wav,उसका उत्पात पलटकर उसी के सिर पर पड़ेगा और उसका उपद्रव उसी के माथे पर पड़ेगा +15262,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_007_017.wav,मैं यहोवा के धर्म के अनुसार उसका धन्यवाद करूँगा और परमप्रधान यहोवा के नाम का भजन गाऊँगा +15263,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_008_001.wav,हे यहोवा हमारे प्रभु तेरा नाम सारी पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है तूने अपना वैभव स्वर्ग पर दिखाया है +15264,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_008_002.wav,तूने अपने बैरियों के कारण बच्चों और शिशुओं के द्वारा अपनी प्रशंसा की है ताकि तू शत्रु और पलटा लेनेवालों को रोक रखे +15265,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_008_003.wav,जब मैं आकाश को जो तेरे हाथों का कार्य है और चन्द्रमा और तरागण को जो तूने नियुक्त किए हैं देखता हूँ +15266,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_008_004.wav,तो फिर मनुष्य क्या है कि तू उसका स्मरण रखे और आदमी क्या है कि तू उसकी सुधि ले +15267,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_008_005.wav,क्योंकि तूने उसको परमेश्वर से थोड़ा ही कम बनाया है और महिमा और प्रताप का मुकुट उसके सिर पर रखा है +15268,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_008_006.wav,तूने उसे अपने हाथों के कार्यों पर प्रभुता दी है तूने उसके पाँव तले सब कुछ कर दिया है +15269,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_008_007.wav,सब भेड़बकरी और गायबैल और जितने वन पशु हैं +15270,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_008_008.wav,आकाश के पक्षी और समुद्र की मछलियाँ और जितने जीवजन्तु समुद्रों में चलते फिरते हैं +15271,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_008_009.wav,हे यहोवा हे हमारे प्रभु तेरा नाम सारी पृथ्वी पर क्या ही प्रतापमय है +15272,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_001.wav,हे यहोवा परमेश्वर मैं अपने पूर्ण मन से तेरा धन्यवाद करूँगा मैं तेरे सब आश्चर्यकर्मों का वर्णन करूँगा +15273,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_002.wav,मैं तेरे कारण आनन्दित और प्रफुल्लित होऊँगा हे परमप्रधान मैं तेरे नाम का भजन गाऊँगा +15274,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_003.wav,मेरे शत्रु पराजित होकर पीछे हटते हैं वे तेरे सामने से ठोकर खाकर नाश होते हैं +15275,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_004.wav,तूने मेरे मुकद्दमे का न्याय मेरे पक्ष में किया है तूने सिंहासन पर विराजमान होकर धार्मिकता से न्याय किया +15276,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_005.wav,तूने जातिजाति को झिड़का और दुष्ट को नाश किया है तूने उनका नाम अनन्तकाल के लिये मिटा दिया है +15277,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_006.wav,शत्रु अनन्तकाल के लिये उजड़ गए हैं उनके नगरों को तूने ढा दिया और उनका नाम और निशान भी मिट गया है +15278,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_007.wav,परन्तु यहोवा सदैव सिंहासन पर विराजमान है उसने अपना सिंहासन न्याय के लिये सिद्ध किया है +15279,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_008.wav,और वह जगत का न्याय धर��म से करेगा वह देशदेश के लोगों का मुकद्दमा खराई से निपटाएगा +15280,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_009.wav,यहोवा पिसे हुओं के लिये ऊँचा गढ़ ठहरेगा वह संकट के समय के लिये भी ऊँचा गढ़ ठहरेगा +15281,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_010.wav,और तेरे नाम के जाननेवाले तुझ पर भरोसा रखेंगे क्योंकि हे यहोवा तूने अपने खोजियों को त्याग नहीं दिया +15282,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_011.wav,यहोवा जो सिय्योन में विराजमान है उसका भजन गाओ जातिजाति के लोगों के बीच में उसके महाकर्मों का प्रचार करो +15283,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_012.wav,क्योंकि खून का पलटा लेनेवाला उनको स्मरण करता है वह पिसे हुओं की दुहाई को नहीं भूलता +15284,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_013.wav,हे यहोवा मुझ पर दया कर देख मेरे बैरी मुझ पर अत्याचार कर रहे है तू ही मुझे मृत्यु के फाटकों से बचा सकता है +15285,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_014.wav,ताकि मैं सिय्योन के फाटकों के पास तेरे सब गुणों का वर्णन करूँ और तेरे किए हुए उद्धार से मगन होऊँ +15286,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_015.wav,अन्य जातिवालों ने जो गड्ढा खोदा था उसी में वे आप गिर पड़े जो जाल उन्होंने लगाया था उसमें उन्हीं का पाँव फँस गया +15287,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_016.wav,यहोवा ने अपने को प्रगट किया उसने न्याय किया है दुष्ट अपने किए हुए कामों में फँस जाता है हिग्गायोन सेला +15288,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_017.wav,दुष्ट अधोलोक में लौट जाएँगे तथा वे सब जातियाँ भी जो परमेश्वर को भूल जाती है +15289,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_018.wav,क्योंकि दरिद्र लोग अनन्तकाल तक बिसरे हुए न रहेंगे और न तो नम्र लोगों की आशा सर्वदा के लिये नाश होगी +15290,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_019.wav,हे यहोवा उठ मनुष्य प्रबल न होने पाए जातियों का न्याय तेरे सम्मुख किया जाए +15291,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_009_020.wav,हे यहोवा उनको भय दिला जातियाँ अपने को मनुष्यमात्र ही जानें सेला +15292,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_001.wav,हे यहोवा तू क्यों दूर खड़ा रहता है संकट के समय में क्यों छिपा रहता है +15293,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_002.wav,दुष्टों के अहंकार के कारण दीन पर अत्याचार होते है वे अपनी ही निकाली हुई युक्तियों में फँस जाएँ +15294,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_003.wav,क्योंकि दुष्ट अपनी अभिलाषा पर घमण्ड करता है और लोभी यहोवा को त्याग देता है और उसका तिरस्कार करता है +15295,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_004.wav,दुष्ट अपने अहंकार में परमेश्वर को नहीं खोजता उसका पूरा विचार यही है कि कोई परमेश्वर है ही नहीं +15296,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_005.wav,वह अपने मार्ग पर दृढ़ता से बना रहता है तेरे धार्मिकता के नियम उसकी दृष्टि से बहुत दूर ऊँचाई पर हैं जितने उसके विरोधी हैं उन पर वह फुँकारता है +15297,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_006.wav,वह अपने मन में कहता है कि मैं कभी टलने का नहीं मैं पीढ़ी से पीढ़ी तक दुःख से बचा रहूँगा +15298,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_007.wav,उसका मुँह श्राप और छल और धमकियों से भरा है उत्पात और अनर्थ की बातें उसके मुँह में हैं +15299,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_008.wav,वह गाँवों में घात में बैठा करता है और गुप्त स्थानों में निर्दोष को घात करता है उसकी आँखें लाचार की घात में लगी रहती है +15300,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_009.wav,वह सिंह के समान झाड़ी में छिपकर घात में बैठाता है वह दीन को पकड़ने के लिये घात लगाता है वह दीन को जाल में फँसाकर पकड़ लेता है +15301,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_010.wav,लाचार लोगों को कुचला और पीटा जाता है वह उसके मजबूत जाल में गिर जाते हैं +15302,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_011.wav,वह अपने मन में सोचता है परमेश्वर भूल गया वह अपना मुँह छिपाता है वह कभी नहीं देखेगा +15303,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_012.wav,उठ हे यहोवा हे परमेश्वर अपना हाथ बढ़ा और न्याय कर और दीनों को न भूल +15304,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_013.wav,परमेश्वर को दुष्ट क्यों तुच्छ जानता है और अपने मन में कहता है तू लेखा न लेगा +15305,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_014.wav,तूने देख लिया है क्योंकि तू उत्पात और उत्पीड़न पर दृष्टि रखता है ताकि उसका पलटा अपने हाथ में रखे लाचार अपने आपको तुझे सौंपता है अनाथों का तू ही सहायक रहा है +15306,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_015.wav,दुर्जन और दुष्ट की भुजा को तोड़ डाल उनकी दुष्टता का लेखा ले जब तक कि सब उसमें से दूर न हो जाए +15307,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_016.wav,यहोवा अनन्तकाल के लिये महाराज है उसके देश में से जातिजाति लोग नाश हो गए हैं +15308,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_017.wav,हे यहोवा तूने नम्र लोगों की अभिलाषा सुनी है तू उनका मन दृढ़ करेगा तू कान लगाकर सुनेगा +15309,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_010_018.wav,कि अनाथ और पिसे हुए का न्याय करे ताकि मनुष्य जो मिट्टी से बना है फिर भय दिखाने न पाए +15310,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_011_001.wav,मैं यहोवा में शरण लेता हूँ तुम क्यों मेरे प्राण से कहते हो पक्षी के समान अपने पहाड़ पर उड़ जा +15311,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_011_002.wav,क्योंकि देखो दुष्ट अपना धनुष चढ़ाते हैं और अपने तीर धनुष की डोरी पर रखते हैं कि सीधे मनवालों पर अंधियारे में तीर चलाएँ +15312,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_011_003.wav,यदि नींवें ढा दी जाएँ तो धर्मी क्या कर सकता है +15313,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_011_004.wav,यहोवा अपने पवित्र भवन में है यहोवा का सिंहासन स्वर्ग में है उसकी आँखें मनुष्य की सन्तान को नित देखती रहती हैं और उसकी पलकें उनको जाँचती हैं +15314,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_011_005.wav,यहोवा धर्मी और दुष्ट दोनों को परखता है परन्तु जो उपद्रव से प्रीति रखते हैं उनसे वह घृणा करता है +15315,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_011_006.wav,वह दुष्टों पर आग और गन्धक बरसाएगा और प्रचण्ड लूह उनके कटोरों में बाँट दी जाएँगी +15316,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_011_007.wav,क्योंकि यहोवा धर्मी है वह धार्मिकता के ही कामों से प्रसन्न रहता है धर्मी जन उसका दर्शन पाएँगे +15317,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_012_001.wav,हे यहोवा बचा ले क्योंकि एक भी भक्त नहीं रहा मनुष्यों में से विश्वासयोग्य लोग लुप्त‍ हो गए हैं +15318,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_012_002.wav,प्रत्येक मनुष्य अपने पड़ोसी से झूठी बातें कहता है वे चापलूसी के होठों से दो रंगी बातें करते हैं +15319,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_012_003.wav,यहोवा सब चापलूस होठों को और उस जीभ को जिससे बड़ा बोल निकलता है काट डालेगा +15320,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_012_004.wav,वे कहते हैं हम अपनी जीभ ही से जीतेंगे हमारे होंठ हमारे ही वश में हैं हम पर कौन शासन कर सकेगा +15321,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_012_005.wav,दीन लोगों के लुट जाने और दरिद्रों के कराहने के कारण यहोवा कहता है अब मैं उठूँगा जिस पर वे फुँकारते हैं उसे मैं चैन विश्राम दूँगा +15322,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_012_006.wav,यहोवा का वचन पवित्र है उस चाँदी के समान जो भट्ठी में मिट्टी पर ताई गई और सात बार निर्मल की गई हो +15323,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_012_007.wav,तू ही हे यहोवा उनकी रक्षा करेगा उनको इस काल के लोगों से सर्वदा के लिये बचाए रखेगा +15324,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_012_008.wav,जब मनुष्यों में बुराई का आदर होता है तब दुष्ट लोग चारों ओर अकड़ते फिरते हैं +15325,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_013_001.wav,हे परमेश्वर तू कब तक क्या सदैव मुझे भूला रहेगा तू कब तक अपना मुखड़ा मुझसे छिपाए रखेगा +15326,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_013_002.wav,मैं कब तक अपने मन ही मन में युक्तियाँ करता रहूँ और दिन भर अपने हृदय में दुःखित रहा करूँ कब तक मेरा शत्रु मुझ पर प्रबल रहेगा +15327,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_013_003.wav,हे मेरे परमेश्वर यहोवा मेरी ओर ध्यान दे और मुझे उत्तर दे मेरी आँखों में ज्योति आने दे नहीं तो मुझे मृत्यु की नींद आ जाएगी +15328,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_013_004.wav,ऐसा न हो कि मेरा शत्रु कहे मैं उस पर प्रबल हो गया और ऐसा न हो कि जब मैं डगमगाने लगूँ तो मेरे शत्रु मगन हों +15329,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_013_005.wav,परन्तु मैंने तो तेरी करुणा पर भरोसा रखा है मेरा हृदय तेरे उद्धार से मगन होगा +15330,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_013_006.wav,मैं यहोवा के नाम का भजन गाऊँगा क्योंकि उसने मेरी भलाई की है +15331,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_014_001.wav,मूर्ख ने अपने मन में कहा है कोई परमेश्वर है ही नहीं वे बिगड़ गए उन्होंने घिनौने काम किए हैं कोई सुकर्मी नहीं +15332,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_014_002.wav,यहोवा ने स्वर्ग में से मनुष्यों पर दृष्टि की ��ै कि देखे कि कोई बुद्धिमान कोई यहोवा का खोजी है या नहीं +15333,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_014_003.wav,वे सब के सब भटक गए वे सब भ्रष्ट हो गए कोई सुकर्मी नहीं एक भी नहीं +15334,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_014_004.wav,क्या किसी अनर्थकारी को कुछ भी ज्ञान नहीं रहता जो मेरे लोगों को ऐसे खा जाते हैं जैसे रोटी और यहोवा का नाम नहीं लेते +15335,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_014_005.wav,वहाँ उन पर भय छा गया क्योंकि परमेश्वर धर्मी लोगों के बीच में निरन्तर रहता है +15336,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_014_006.wav,तुम तो दीन की युक्ति की हँसी उड़ाते हो परन्तु यहोवा उसका शरणस्थान है +15337,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_014_007.wav,भला हो कि इस्राएल का उद्धार सिय्योन से प्रगट होता जब यहोवा अपनी प्रजा को दासत्व से लौटा ले आएगा तब याकूब मगन और इस्राएल आनन्दित होगा +15338,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_015_001.wav,हे यहोवा तेरे तम्बू में कौन रहेगा तेरे पवित्र पर्वत पर कौन बसने पाएगा +15339,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_015_002.wav,वह जो सिधाई से चलता और धर्म के काम करता है और हृदय से सच बोलता है +15340,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_015_003.wav,जो अपनी जीभ से अपमान नहीं करता और न अन्य लोगों की बुराई करता और न अपने पड़ोसी का अपमान सुनता है +15341,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_015_004.wav,वह जिसकी दृष्टि में निकम्मा मनुष्य तुच्छ है पर जो यहोवा के डरवैयों का आदर करता है जो शपथ खाकर बदलता नहीं चाहे हानि उठाना पड़े +15342,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_015_005.wav,जो अपना रुपया ब्याज पर नहीं देता और निर्दोष की हानि करने के लिये घूस नहीं लेता है जो कोई ऐसी चाल चलता है वह कभी न डगमगाएगा +15343,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_016_001.wav,हे परमेश्वर मेरी रक्षा कर क्योंकि मैं तेरा ही शरणागत हूँ +15344,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_016_002.wav,मैंने यहोवा से कहा तू ही मेरा प्रभु है तेरे सिवा मेरी भलाई कहीं नहीं +15345,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_016_003.wav,पृथ्वी पर जो पवित्र लोग हैं वे ही आदर के योग्य हैं और उन्हीं से मैं प्रसन्न हूँ +15346,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_016_004.wav,जो पराए देवता के पीछे भागते हैं उनका दुःख बढ़ जाएगा मैं उन्हें लहूवाले अर्घ नहीं चढ़ाऊँगा और उनका नाम अपने होठों से नहीं लूँगा +15347,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_016_005.wav,यहोवा तू मेरा चुना हुआ भाग और मेरा कटोरा है मेरे भाग को तू स्थिर रखता है +15348,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_016_006.wav,मेरे लिये माप की डोरी मनभावने स्थान में पड़ी और मेरा भाग मनभावना है +15349,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_016_007.wav,मैं यहोवा को धन्य कहता हूँ क्योंकि उसने मुझे सम्मति दी है वरन् मेरा मन भी रात में मुझे शिक्षा देता है +15350,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_016_008.wav,मैंने यहोवा को निरन्तर अपने सम्मुख रखा है इसलिए कि वह मेरे दाहिने हाथ रहता है मैं कभी न डगमगाऊँ��ा +15351,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_016_009.wav,इस कारण मेरा हृदय आनन्दित और मेरी आत्मा मगन हुई मेरा शरीर भी चैन से रहेगा +15352,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_016_010.wav,क्योंकि तू मेरे प्राण को अधोलोक में न छोड़ेगा न अपने पवित्र भक्त को कब्र में सड़ने देगा +15353,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_016_011.wav,तू मुझे जीवन का रास्ता दिखाएगा तेरे निकट आनन्द की भरपूरी है तेरे दाहिने हाथ में सुख सर्वदा बना रहता है +15354,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_001.wav,हे यहोवा परमेश्वर सच्चाई के वचन सुन मेरी पुकार की ओर ध्यान दे मेरी प्रार्थना की ओर जो निष्कपट मुँह से निकलती है कान लगा +15355,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_002.wav,मेरे मुकद्दमे का निर्णय तेरे सम्मुख हो तेरी आँखें न्याय पर लगी रहें +15356,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_003.wav,यदि तू मेरे हृदय को जाँचता यदि तू रात को मेरा परीक्षण करता यदि तू मुझे परखता तो कुछ भी खोटापन नहीं पाता मेरे मुँह से अपराध की बात नहीं निकलेगी +15357,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_004.wav,मानवीय कामों में मैंने तेरे मुँह के वचनों के द्वारा अधर्मियों के मार्ग से स्वयं को बचाए रखा +15358,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_005.wav,मेरे पाँव तेरे पथों में स्थिर रहे फिसले नहीं +15359,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_006.wav,हे परमेश्वर मैंने तुझ से प्रार्थना की है क्योंकि तू मुझे उत्तर देगा अपना कान मेरी ओर लगाकर मेरी विनती सुन ले +15360,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_007.wav,तू जो अपने दाहिने हाथ के द्वारा अपने शरणागतों को उनके विरोधियों से बचाता है अपनी अद्भुत करुणा दिखा +15361,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_008.wav,अपनी आँखों की पुतली के समान सुरक्षित रख अपने पंखों के तले मुझे छिपा रख +15362,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_009.wav,उन दुष्टों से जो मुझ पर अत्याचार करते हैं मेरे प्राण के शत्रुओं से जो मुझे घेरे हुए हैं +15363,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_010.wav,उन्होंने अपने हृदयों को कठोर किया है उनके मुँह से घमण्ड की बातें निकलती हैं +15364,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_011.wav,उन्होंने पगपग पर मुझ को घेरा है वे मुझ को भूमि पर पटक देने के लिये घात लगाए हुए हैं +15365,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_012.wav,वह उस सिंह के समान है जो अपने शिकार की लालसा करता है और जवान सिंह के समान घात लगाने के स्थानों में बैठा रहता है +15366,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_013.wav,उठ हे यहोवा उसका सामना कर और उसे पटक दे अपनी तलवार के बल से मेरे प्राण को दुष्ट से बचा ले +15367,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_014.wav,अपना हाथ बढ़ाकर हे यहोवा मुझे मनुष्यों से बचा अर्थात् सांसारिक मनुष्यों से जिनका भाग इसी जीवन में है और जिनका पेट तू अपने भण्डार से भरता है वे बालबच्चों से सन्तुष्ट हैं और शेष सम्पत्ति अपने बच्चों के लिये छोड़ जाते ���ैं +15368,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_017_015.wav,परन्तु मैं तो धर्मी होकर तेरे मुख का दर्शन करूँगा जब मैं जागूँगा तब तेरे स्वरूप से सन्तुष्ट होऊँगा +15369,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_001.wav,हे यहोवा हे मेरे बल मैं तुझ से प्रेम करता हूँ +15370,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_002.wav,यहोवा मेरी चट्टान और मेरा गढ़ और मेरा छुड़ानेवाला है मेरा परमेश्वर मेरी चट्टान है जिसका मैं शरणागत हूँ वह मेरी ढाल और मेरी उद्धार का सींग और मेरा ऊँचा गढ़ है +15371,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_003.wav,मैं यहोवा को जो स्तुति के योग्य है पुकारूँगा इस प्रकार मैं अपने शत्रुओं से बचाया जाऊँगा +15372,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_004.wav,मृत्यु की रस्सियों से मैं चारों ओर से घिर गया हूँ और अधर्म की बाढ़ ने मुझ को भयभीत कर दिया +15373,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_005.wav,अधोलोक की रस्सियाँ मेरे चारों ओर थीं और मृत्यु के फंदे मुझ पर आए थे +15374,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_006.wav,अपने संकट में मैंने यहोवा परमेश्वर को पुकारा मैंने अपने परमेश्वर की दुहाई दी और उसने अपने मन्दिर में से मेरी वाणी सुनी और मेरी दुहाई उसके पास पहुँचकर उसके कानों में पड़ी +15375,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_007.wav,तब पृथ्वी हिल गई और काँप उठी और पहाड़ों की नींव कँपित होकर हिल गई क्योंकि वह अति क्रोधित हुआ था +15376,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_008.wav,उसके नथनों से धुआँ निकला और उसके मुँह से आग निकलकर भस्म करने लगी जिससे कोएले दहक उठे +15377,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_009.wav,वह स्वर्ग को नीचे झुकाकर उतर आया और उसके पाँवों तले घोर अंधकार था +15378,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_010.wav,और वह करूब पर सवार होकर उड़ा वरन् पवन के पंखों पर सवारी करके वेग से उड़ा +15379,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_011.wav,उसने अंधियारे को अपने छिपने का स्थान और अपने चारों ओर आकाश की काली घटाओं का मण्डप बनाया +15380,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_012.wav,उसके आगे बिजली से ओले और अंगारे गिर पड़े +15381,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_013.wav,तब यहोवा आकाश में गरजा परमप्रधान ने अपनी वाणी सुनाई और ओले और अंगारों को भेजा +15382,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_014.wav,उसने अपने तीर चलाचलाकर शत्रुओं को तितरबितर किया वरन् बिजलियाँ गिरा गिराकर उनको परास्त किया +15383,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_015.wav,तब जल के नाले देख पड़े और जगत की नींव प्रगट हुई यह तो यहोवा तेरी डाँट से और तेरे नथनों की साँस की झोंक से हुआ +15384,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_016.wav,उसने ऊपर से हाथ बढ़ाकर मुझे थाम लिया और गहरे जल में से खींच लिया +15385,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_017.wav,उसने मेरे बलवन्त शत्रु से और उनसे जो मुझसे घृणा करते थे मुझे छुड़ाया क्योंकि वे अधिक सामर्थी थे +15386,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_018.wav,मेरे संकट के दिन वे मेरे विरुद���ध आए परन्तु यहोवा मेरा आश्रय था +15387,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_019.wav,और उसने मुझे निकालकर चौड़े स्थान में पहुँचाया उसने मुझ को छुड़ाया क्योंकि वह मुझसे प्रसन्न था +15388,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_020.wav,यहोवा ने मुझसे मेरी धार्मिकता के अनुसार व्यवहार किया और मेरे हाथों की शुद्धता के अनुसार उसने मुझे बदला दिया +15389,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_021.wav,क्योंकि मैं यहोवा के मार्गों पर चलता रहा और दुष्टता के कारण अपने परमेश्वर से दूर न हुआ +15390,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_022.wav,क्योंकि उसके सारे निर्णय मेरे सम्मुख बने रहे और मैंने उसकी विधियों को न त्यागा +15391,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_023.wav,और मैं उसके सम्मुख सिद्ध बना रहा और अधर्म से अपने को बचाए रहा +15392,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_024.wav,यहोवा ने मुझे मेरी धार्मिकता के अनुसार बदला दिया और मेरे हाथों की उस शुद्धता के अनुसार जिसे वह देखता था +15393,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_025.wav,विश्वासयोग्य के साथ तू अपने को विश्वासयोग्य दिखाता और खरे पुरुष के साथ तू अपने को खरा दिखाता है +15394,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_026.wav,शुद्ध के साथ तू अपने को शुद्ध दिखाता और टेढ़े के साथ तू तिरछा बनता है +15395,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_027.wav,क्योंकि तू दीन लोगों को तो बचाता है परन्तु घमण्ड भरी आँखों को नीची करता है +15396,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_028.wav,हाँ तू ही मेरे दीपक को जलाता है मेरा परमेश्वर यहोवा मेरे अंधियारे को उजियाला कर देता है +15397,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_029.wav,क्योंकि तेरी सहायता से मैं सेना पर धावा करता हूँ और अपने परमेश्वर की सहायता से शहरपनाह को लाँघ जाता हूँ +15398,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_030.wav,परमेश्वर का मार्ग सिद्ध है यहोवा का वचन ताया हुआ है वह अपने सब शरणागतों की ढाल है +15399,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_031.wav,यहोवा को छोड़ क्या कोई परमेश्वर है हमारे परमेश्वर को छोड़ क्या और कोई चट्टान है +15400,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_032.wav,यह वही परमेश्वर है जो सामर्थ्य से मेरा कमरबन्ध बाँधता है और मेरे मार्ग को सिद्ध करता है +15401,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_033.wav,वही मेरे पैरों को हिरनी के पैरों के समान बनाता है और मुझे ऊँचे स्थानों पर खड़ा करता है +15402,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_034.wav,वह मेरे हाथों को युद्ध करना सिखाता है इसलिए मेरी बाहों से पीतल का धनुष झुक जाता है +15403,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_035.wav,तूने मुझ को अपने बचाव की ढाल दी है तू अपने दाहिने हाथ से मुझे सम्भाले हुए है और तेरी नम्रता ने मुझे महान बनाया है +15404,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_036.wav,तूने मेरे पैरों के लिये स्थान चौड़ा कर दिया और मेरे पैर नहीं फिसले +15405,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_037.wav,मैं अपने शत्रुओं का पीछा करके उन्हें पक��़ लूँगा और जब तब उनका अन्त न करूँ तब तक न लौटूँगा +15406,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_038.wav,मैं उन्हें ऐसा बेधूँगा कि वे उठ न सकेंगे वे मेरे पाँवों के नीचे गिर जायेंगे +15407,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_039.wav,क्योंकि तूने युद्ध के लिये मेरी कमर में शक्ति का पटुका बाँधा है और मेरे विरोधियों को मेरे सम्मुख नीचा कर दिया +15408,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_040.wav,तूने मेरे शत्रुओं की पीठ मेरी ओर फेर दी ताकि मैं उनको काट डालूँ जो मुझसे द्वेष रखते हैं +15409,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_041.wav,उन्होंने दुहाई तो दी परन्तु उन्हें कोई बचानेवाला न मिला उन्होंने यहोवा की भी दुहाई दी परन्तु उसने भी उनको उत्तर न दिया +15410,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_042.wav,तब मैंने उनको कूट कूटकर पवन से उड़ाई हुई धूल के समान कर दिया मैंने उनको मार्ग के कीचड़ के समान निकाल फेंका +15411,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_043.wav,तूने मुझे प्रजा के झगड़ों से भी छुड़ाया तूने मुझे अन्यजातियों का प्रधान बनाया है जिन लोगों को मैं जानता भी न था वे मेरी सेवा करते है +15412,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_044.wav,मेरा नाम सुनते ही वे मेरी आज्ञा का पालन करेंगे परदेशी मेरे वश में हो जाएँगे +15413,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_045.wav,परदेशी मुर्झा जाएँगे और अपने किलों में से थरथराते हुए निकलेंगे +15414,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_046.wav,यहोवा परमेश्वर जीवित है मेरी चट्टान धन्य है और मेरे मुक्तिदाता परमेश्वर की बड़ाई हो +15415,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_047.wav,धन्य है मेरा पलटा लेनेवाला परमेश्वर जिसने देशदेश के लोगों को मेरे वश में कर दिया है +15416,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_048.wav,और मुझे मेरे शत्रुओं से छुड़ाया है तू मुझ को मेरे विरोधियों से ऊँचा करता और उपद्रवी पुरुष से बचाता है +15417,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_049.wav,इस कारण मैं जातिजाति के सामने तेरा धन्यवाद करूँगा और तेरे नाम का भजन गाऊँगा +15418,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_018_050.wav,वह अपने ठहराए हुए राजा को महान विजय देता है वह अपने अभिषिक्त दाऊद पर और उसके वंश पर युगानुयुग करुणा करता रहेगा +15419,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_001.wav,आकाश परमेश्वर की महिमा वर्णन करता है और आकाशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट करता है +15420,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_002.wav,दिन से दिन बातें करता है और रात को रात ज्ञान सिखाती है +15421,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_003.wav,न तो कोई बोली है और न कोई भाषा जहाँ उनका शब्द सुनाई नहीं देता है +15422,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_004.wav,फिर भी उनका स्वर सारी पृथ्वी पर गूँज गया है और उनका वचन जगत की छोर तक पहुँच गया है उनमें उसने सूर्य के लिये एक मण्डप खड़ा किया है +15423,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_005.wav,जो दुल्हे के समान अपने कक्ष से निकलता है वह शूरवीर क�� समान अपनी दौड़ दौड़ने में हर्षित होता है +15424,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_006.wav,वह आकाश की एक छोर से निकलता है और वह उसकी दूसरी छोर तक चक्कर मारता है और उसकी गर्मी से कोई नहीं बच पाता +15425,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_007.wav,यहोवा की व्यवस्था खरी है वह प्राण को बहाल कर देती है यहोवा के नियम विश्वासयोग्य हैं बुद्धिहीन लोगों को बुद्धिमान बना देते हैं +15426,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_008.wav,यहोवा के उपदेश सिद्ध हैं हृदय को आनन्दित कर देते हैं यहोवा की आज्ञा निर्मल है वह आँखों में ज्योति ले आती है +15427,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_009.wav,यहोवा का भय पवित्र है वह अनन्तकाल तक स्थिर रहता है यहोवा के नियम सत्य और पूरी रीति से धर्ममय हैं +15428,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_010.wav,वे तो सोने से और बहुत कुन्दन से भी बढ़कर मनोहर हैं वे मधु से और छत्ते से टपकनेवाले मधु से भी बढ़कर मधुर हैं +15429,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_011.wav,उन्हीं से तेरा दास चिताया जाता है उनके पालन करने से बड़ा ही प्रतिफल मिलता है +15430,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_012.wav,अपनी गलतियों को कौन समझ सकता है मेरे गुप्त पापों से तू मुझे पवित्र कर +15431,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_013.wav,तू अपने दास को ढिठाई के पापों से भी बचाए रख वह मुझ पर प्रभुता करने न पाएँ तब मैं सिद्ध हो जाऊँगा और बड़े अपराधों से बचा रहूँगा +15432,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_019_014.wav,हे यहोवा परमेश्वर मेरी चट्टान और मेरे उद्धार करनेवाले मेरे मुँह के वचन और मेरे हृदय का ध्यान तेरे सम्मुख ग्रहणयोग्य हों +15433,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_020_001.wav,संकट के दिन यहोवा तेरी सुन ले याकूब के परमेश्वर का नाम तुझे ऊँचे स्थान पर नियुक्त करे +15434,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_020_002.wav,वह पवित्रस्थान से तेरी सहायता करे और सिय्योन से तुझे सम्भाल ले +15435,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_020_003.wav,वह तेरे सब भेंटों को स्मरण करे और तेरे होमबलि को ग्रहण करे सेला +15436,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_020_004.wav,वह तेरे मन की इच्छा को पूरी करे और तेरी सारी युक्ति को सफल करे +15437,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_020_005.wav,तब हम तेरे उद्धार के कारण ऊँचे स्वर से हर्षित होकर गाएँगे और अपने परमेश्वर के नाम से झण्डे खड़े करेंगे यहोवा तेरे सारे निवेदन स्वीकार करे +15438,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_020_006.wav,अब मैं जान गया कि यहोवा अपने अभिषिक्त को बचाएगा वह अपने पवित्र स्वर्ग से अपने दाहिने हाथ के उद्धार के सामर्थ्य से उसको उत्तर देगा +15439,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_020_007.wav,किसी को रथों पर और किसी को घोड़ों पर भरोसा है परन्तु हम तो अपने परमेश्वर यहोवा ही का नाम लेंगे +15440,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_020_008.wav,वे तो झुक गए और गिर पड़े परन्तु हम उठे और सीधे खड़े हैं +15441,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_020_009.wav,हे यहोवा राजा को छुड़ा जब हम तुझे पुकारें तब हमारी सहायता कर +15442,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_001.wav,हे यहोवा तेरी सामर्थ्य से राजा आनन्दित होगा और तेरे किए हुए उद्धार से वह अति मगन होगा +15443,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_002.wav,तूने उसके मनोरथ को पूरा किया है और उसके मुँह की विनती को तूने अस्वीकार नहीं किया सेला +15444,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_003.wav,क्योंकि तू उत्तम आशीषें देता हुआ उससे मिलता है और तू उसके सिर पर कुन्दन का मुकुट पहनाता है +15445,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_004.wav,उसने तुझ से जीवन माँगा और तूने जीवनदान दिया तूने उसको युगानुयुग का जीवन दिया है +15446,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_005.wav,तेरे उद्धार के कारण उसकी महिमा अधिक है तू उसको वैभव और ऐश्वर्य से आभूषित कर देता है +15447,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_006.wav,क्योंकि तूने उसको सर्वदा के लिये आशीषित किया है तू अपने सम्मुख उसको हर्ष और आनन्द से भर देता है +15448,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_007.wav,क्योंकि राजा का भरोसा यहोवा के ऊपर है और परमप्रधान की करुणा से वह कभी नहीं टलने का +15449,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_008.wav,तेरा हाथ तेरे सब शत्रुओं को ढूँढ़ निकालेगा तेरा दाहिना हाथ तेरे सब बैरियों का पता लगा लेगा +15450,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_009.wav,तू अपने मुख के सम्मुख उन्हें जलते हुए भट्ठे के समान जलाएगा यहोवा अपने क्रोध में उन्हें निगल जाएगा और आग उनको भस्म कर डालेगी +15451,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_010.wav,तू उनके फलों को पृथ्वी पर से और उनके वंश को मनुष्यों में से नष्ट करेगा +15452,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_011.wav,क्योंकि उन्होंने तेरी हानि ठानी है उन्होंने ऐसी युक्ति निकाली है जिसे वे पूरी न कर सकेंगे +15453,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_012.wav,क्योंकि तू अपना धनुष उनके विरुद्ध चढ़ाएगा और वे पीठ दिखाकर भागेंगे +15454,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_021_013.wav,हे यहोवा अपनी सामर्थ्य में महान हो और हम गा गाकर तेरे पराक्रम का भजन सुनाएँगे +15455,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_001.wav,हे मेरे परमेश्वर हे मेरे परमेश्वर तूने मुझे क्यों छोड़ दिया तू मेरी पुकार से और मेरी सहायता करने से क्यों दूर रहता है मेरा उद्धार कहाँ है +15456,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_002.wav,हे मेरे परमेश्वर मैं दिन को पुकारता हूँ परन्तु तू उत्तर नहीं देता और रात को भी मैं चुप नहीं रहता +15457,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_003.wav,परन्तु तू जो इस्राएल की स्तुति के सिंहासन पर विराजमान है तू तो पवित्र है +15458,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_004.wav,हमारे पुरखा तुझी पर भरोसा रखते थे वे भरोसा रखते थे और तू उन्हें छुड़ाता था +15459,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_005.wav,उन्होंने तेरी दुहाई दी और तूने उनको छुड़ाया वे तुझी पर भरोसा रखते थे और कभी लज्जित न हुए +15460,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_006.wav,परन्तु मैं तो कीड़ा हूँ मनुष्य नहीं मनुष्यों में मेरी नामधराई है और लोगों में मेरा अपमान होता है +15461,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_007.wav,वह सब जो मुझे देखते हैं मेरा ठट्ठा करते हैं और होंठ बिचकाते और यह कहते हुए सिर हिलाते हैं +15462,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_008.wav,वे कहते है वह यहोवा पर भरोसा करता है यहोवा उसको छुड़ाए वह उसको उबारे क्योंकि वह उससे प्रसन्न है +15463,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_009.wav,परन्तु तू ही ने मुझे गर्भ से निकाला जब मैं दूध पीता बच्चा था तब ही से तूने मुझे भरोसा रखना सिखाया +15464,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_010.wav,मैं जन्मते ही तुझी पर छोड़ दिया गया माता के गर्भ ही से तू मेरा परमेश्वर है +15465,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_011.wav,मुझसे दूर न हो क्योंकि संकट निकट है और कोई सहायक नहीं +15466,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_012.wav,बहुत से सांडों ने मुझे घेर लिया है बाशान के बलवन्त साँड़ मेरे चारों ओर मुझे घेरे हुए है +15467,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_013.wav,वे फाड़ने और गरजनेवाले सिंह के समान मुझ पर अपना मुँह पसारे हुए है +15468,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_014.wav,मैं जल के समान बह गया और मेरी सब हड्डियों के जोड़ उखड़ गए मेरा हृदय मोम हो गया वह मेरी देह के भीतर पिघल गया +15469,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_015.wav,मेरा बल टूट गया मैं ठीकरा हो गया और मेरी जीभ मेरे तालू से चिपक गई और तू मुझे मारकर मिट्टी में मिला देता है +15470,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_016.wav,क्योंकि कुत्तों ने मुझे घेर लिया है कुकर्मियों की मण्डली मेरे चारों ओर मुझे घेरे हुए है वह मेरे हाथ और मेरे पैर छेदते हैं +15471,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_017.wav,मैं अपनी सब हड्डियाँ गिन सकता हूँ वे मुझे देखते और निहारते हैं +15472,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_018.wav,वे मेरे वस्त्र आपस में बाँटते हैं और मेरे पहरावे पर चिट्ठी डालते हैं +15473,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_019.wav,परन्तु हे यहोवा तू दूर न रह हे मेरे सहायक मेरी सहायता के लिये फुर्ती कर +15474,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_020.wav,मेरे प्राण को तलवार से बचा मेरे प्राण को कुत्ते के पंजे से बचा ले +15475,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_021.wav,मुझे सिंह के मुँह से बचा जंगली साँड़ के सींगों से तू मुझे बचा +15476,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_022.wav,मैं अपने भाइयों के सामने तेरे नाम का प्रचार करूँगा सभा के बीच तेरी प्रशंसा करूँगा +15477,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_023.wav,हे यहोवा के डरवैयों उसकी स्तुति करो हे याकूब के वंश तुम सब उसकी महिमा करो हे इस्राएल के वंश तुम उसका भय मानो +15478,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_024.wav,क्योंकि उसने दुःखी को तुच्छ नहीं जाना और न उससे घृणा करता है यहोवा ने उससे अपना मुख नहीं छिपाया पर जब उसने उसकी दुहाई दी तब उसकी सुन ली +15479,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_025.wav,बड़ी सभा में मेरा स्तुति करना तेरी ही ओर से होता है मैं अपनी मन्नतों को उसके भय रखनेवालों के सामने पूरा करूँगा +15480,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_026.wav,नम्र लोग भोजन करके तृप्त होंगे जो यहोवा के खोजी हैं वे उसकी स्तुति करेंगे तुम्हारे प्राण सर्वदा जीवित रहें +15481,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_027.wav,पृथ्वी के सब दूरदूर देशों के लोग उसको स्मरण करेंगे और उसकी ओर फिरेंगे और जातिजाति के सब कुल तेरे सामने दण्डवत् करेंगे +15482,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_028.wav,क्योंकि राज्य यहोवा ही का है और सब जातियों पर वही प्रभुता करता है +15483,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_029.wav,पृथ्वी के सब हष्टपुष्ट लोग भोजन करके दण्डवत् करेंगे वे सब जितने मिट्टी में मिल जाते हैं और अपनाअपना प्राण नहीं बचा सकते वे सब उसी के सामने घुटने टेकेंगे +15484,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_030.wav,एक वंश उसकी सेवा करेगा दूसरी पीढ़ी से प्रभु का वर्णन किया जाएगा +15485,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_022_031.wav,वे आएँगे और उसके धार्मिकता के कामों को एक वंश पर जो उत्पन्न होगा यह कहकर प्रगट करेंगे कि उसने ऐसेऐसे अद्भुत काम किए +15486,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_023_001.wav,यहोवा मेरा चरवाहा है मुझे कुछ घटी न होगी +15487,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_023_002.wav,वह मुझे हरीहरी चराइयों में बैठाता है वह मुझे सुखदाई जल के झरने के पास ले चलता है +15488,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_023_003.wav,वह मेरे जी में जी ले आता है धार्मिकता के मार्गों में वह अपने नाम के निमित्त मेरी अगुआई करता है +15489,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_023_004.wav,चाहे मैं घोर अंधकार से भरी हुई तराई में होकर चलूँ तो भी हानि से न डरूँगा क्योंकि तू मेरे साथ रहता है तेरे सोंटे और तेरी लाठी से मुझे शान्ति मिलती है +15490,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_023_005.wav,तू मेरे सतानेवालों के सामने मेरे लिये मेज बिछाता है तूने मेरे सिर पर तेल मला है मेरा कटोरा उमड़ रहा है +15491,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_023_006.wav,निश्चय भलाई और करुणा जीवन भर मेरे साथसाथ बनी रहेंगी और मैं यहोवा के धाम में सर्वदा वास करूँगा +15492,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_024_001.wav,पृथ्वी और जो कुछ उसमें है यहोवा ही का है जगत और उसमें निवास करनेवाले भी +15493,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_024_002.wav,क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर दृढ़ करके रखी और महानदों के ऊपर स्थिर किया है +15494,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_024_003.wav,यहोवा के पर्वत पर कौन चढ़ सकता है और उसके पवित्रस्थान में कौन खड़ा हो सकता है +15495,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_024_004.wav,जिसके काम निर्दोष और हृदय शुद्ध है जिसने अपने मन को व्यर्थ बात की ओर नहीं लगाया और न कपट से शपथ खाई है +15496,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_024_005.wav,वह य���ोवा की ओर से आशीष पाएगा और अपने उद्धार करनेवाले परमेश्वर की ओर से धर्मी ठहरेगा +15497,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_024_006.wav,ऐसे ही लोग उसके खोजी है वे तेरे दर्शन के खोजी याकूबवंशी हैं सेला +15498,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_024_007.wav,हे फाटकों अपने सिर ऊँचे करो हे सनातन के द्वारों ऊँचे हो जाओ क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा +15499,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_024_008.wav,वह प्रतापी राजा कौन है यहोवा जो सामर्थी और पराक्रमी है परमेश्वर जो युद्ध में पराक्रमी है +15500,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_024_009.wav,हे फाटकों अपने सिर ऊँचे करो हे सनातन के द्वारों तुम भी खुल जाओ क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा +15501,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_024_010.wav,वह प्रतापी राजा कौन है सेनाओं का यहोवा वही प्रतापी राजा है सेला +15502,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_001.wav,हे यहोवा मैं अपने मन को तेरी ओर उठाता हूँ +15503,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_002.wav,हे मेरे परमेश्वर मैंने तुझी पर भरोसा रखा है मुझे लज्जित होने न दे मेरे शत्रु मुझ पर जयजयकार करने न पाएँ +15504,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_003.wav,वरन् जितने तेरी बाट जोहते हैं उनमें से कोई लज्जित न होगा परन्तु जो अकारण विश्वासघाती हैं वे ही लज्जित होंगे +15505,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_004.wav,हे यहोवा अपने मार्ग मुझ को दिखा अपना पथ मुझे बता दे +15506,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_005.wav,मुझे अपने सत्य पर चला और शिक्षा दे क्योंकि तू मेरा उद्धार करनेवाला परमेश्वर है मैं दिन भर तेरी ही बाट जोहता रहता हूँ +15507,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_006.wav,हे यहोवा अपनी दया और करुणा के कामों को स्मरण कर क्योंकि वे तो अनन्तकाल से होते आए हैं +15508,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_007.wav,हे यहोवा अपनी भलाई के कारण मेरी जवानी के पापों और मेरे अपराधों को स्मरण न कर अपनी करुणा ही के अनुसार तू मुझे स्मरण कर +15509,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_008.wav,यहोवा भला और सीधा है इसलिए वह पापियों को अपना मार्ग दिखलाएगा +15510,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_009.wav,वह नम्र लोगों को न्याय की शिक्षा देगा हाँ वह नम्र लोगों को अपना मार्ग दिखलाएगा +15511,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_010.wav,जो यहोवा की वाचा और चितौनियों को मानते हैं उनके लिये उसके सब मार्ग करुणा और सच्चाई हैं +15512,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_011.wav,हे यहोवा अपने नाम के निमित्त मेरे अधर्म को जो बहुत हैं क्षमा कर +15513,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_012.wav,वह कौन है जो यहोवा का भय मानता है प्रभु उसको उसी मार्ग पर जिससे वह प्रसन्न होता है चलाएगा +15514,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_013.wav,वह कुशल से टिका रहेगा और उसका वंश पृथ्वी पर अधिकारी होगा +15515,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_014.wav,यहोवा के भेद को वही जानते हैं जो उससे डरते हैं और वह अपनी वाचा उन पर प्रगट करेगा +15516,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_015.wav,मेरी आँखें सदैव यहोवा पर टकटकी लगाए रहती हैं क्योंकि वही मेरे पाँवों को जाल में से छुड़ाएगा +15517,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_016.wav,हे यहोवा मेरी ओर फिरकर मुझ पर दया कर क्योंकि मैं अकेला और पीड़ित हूँ +15518,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_017.wav,मेरे हृदय का क्लेश बढ़ गया है तू मुझ को मेरे दुःखों से छुड़ा ले +15519,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_018.wav,तू मेरे दुःख और कष्ट पर दृष्टि कर और मेरे सब पापों को क्षमा कर +15520,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_019.wav,मेरे शत्रुओं को देख कि वे कैसे बढ़ गए हैं और मुझसे बड़ा बैर रखते हैं +15521,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_020.wav,मेरे प्राण की रक्षा कर और मुझे छुड़ा मुझे लज्जित न होने दे क्योंकि मैं तेरा शरणागत हूँ +15522,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_021.wav,खराई और सिधाई मुझे सुरक्षित रखे क्योंकि मुझे तेरी ही आशा है +15523,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_025_022.wav,हे परमेश्वर इस्राएल को उसके सारे संकटों से छुड़ा ले +15524,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_026_001.wav,हे यहोवा मेरा न्याय कर क्योंकि मैं खराई से चलता रहा हूँ और मेरा भरोसा यहोवा पर अटल बना है +15525,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_026_002.wav,हे यहोवा मुझ को जाँच और परख मेरे मन और हृदय को परख +15526,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_026_003.wav,क्योंकि तेरी करुणा तो मेरी आँखों के सामने है और मैं तेरे सत्य मार्ग पर चलता रहा हूँ +15527,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_026_004.wav,मैं निकम्मी चाल चलनेवालों के संग नहीं बैठा और न मैं कपटियों के साथ कहीं जाऊँगा +15528,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_026_005.wav,मैं कुकर्मियों की संगति से घृणा रखता हूँ और दुष्टों के संग न बैठूँगा +15529,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_026_006.wav,मैं अपने हाथों को निर्दोषता के जल से धोऊँगा तब हे यहोवा मैं तेरी वेदी की प्रदक्षिणा करूँगा +15530,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_026_007.wav,ताकि तेरा धन्यवाद ऊँचे शब्द से करूँ और तेरे सब आश्चर्यकर्मों का वर्णन करूँ +15531,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_026_008.wav,हे यहोवा मैं तेरे धाम से तेरी महिमा के निवासस्थान से प्रीति रखता हूँ +15532,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_026_009.wav,मेरे प्राण को पापियों के साथ और मेरे जीवन को हत्यारों के साथ न मिला +15533,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_026_010.wav,वे तो ओछापन करने में लगे रहते हैं और उनका दाहिना हाथ घूस से भरा रहता है +15534,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_026_011.wav,परन्तु मैं तो खराई से चलता रहूँगा तू मुझे छुड़ा ले और मुझ पर दया कर +15535,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_026_012.wav,मेरे पाँव चौरस स्थान में स्थिर है सभाओं में मैं यहोवा को धन्य कहा करूँगा +15536,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_001.wav,यहोवा मेरी ज्योति और मेरा उद्धार है मैं किस से डरूँ यहोवा मेरे जीवन का दृढ़ गढ़ ठहरा है मैं किसका भय खाऊँ +15537,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_002.wav,जब कुकर्मियों ने जो मुझे सताते और मुझी से बैर रखते थे मुझे खा डालने के लिये मुझ पर चढ़ाई की तब वे ही ठोकर खाकर गिर पड़े +15538,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_003.wav,चाहे सेना भी मेरे विरुद्ध छावनी डाले तो भी मैं न डरूँगा चाहे मेरे विरुद्ध लड़ाई ठन जाए उस दशा में भी मैं हियाव बाँधे निश्चित रहूँगा +15539,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_004.wav,एक वर मैंने यहोवा से माँगा है उसी के यत्न में लगा रहूँगा कि मैं जीवन भर यहोवा के भवन में रहने पाऊँ जिससे यहोवा की मनोहरता पर दृष्टि लगाए रहूँ और उसके मन्दिर में ध्यान किया करूँ +15540,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_005.wav,क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने मण्डप में छिपा रखेगा अपने तम्बू के गुप्त स्थान में वह मुझे छिपा लेगा और चट्टान पर चढ़ाएगा +15541,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_006.wav,अब मेरा सिर मेरे चारों ओर के शत्रुओं से ऊँचा होगा और मैं यहोवा के तम्बू में आनन्द के बलिदान चढ़ाऊँगा और मैं गाऊँगा और यहोवा के लिए गीत गाऊँगा +15542,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_007.wav,हे यहोवा मेरा शब्द सुन मैं पुकारता हूँ तू मुझ पर दया कर और मुझे उत्तर दे +15543,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_008.wav,तूने कहा है मेरे दर्शन के खोजी हो इसलिए मेरा मन तुझ से कहता है हे यहोवा तेरे दर्शन का मैं खोजी रहूँगा +15544,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_009.wav,अपना मुख मुझसे न छिपा अपने दास को क्रोध करके न हटा तू मेरा सहायक बना है हे मेरे उद्धार करनेवाले परमेश्वर मुझे त्याग न दे और मुझे छोड़ न दे +15545,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_010.wav,मेरे मातापिता ने तो मुझे छोड़ दिया है परन्तु यहोवा मुझे सम्भाल लेगा +15546,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_011.wav,हे यहोवा अपना मार्ग मुझे सिखा और मेरे द्रोहियों के कारण मुझ को चौरस रास्ते पर ले चल +15547,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_012.wav,मुझ को मेरे सतानेवालों की इच्छा पर न छोड़ क्योंकि झूठे साक्षी जो उपद्रव करने की धुन में हैं मेरे विरुद्ध उठे हैं +15548,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_013.wav,यदि मुझे विश्वास न होता कि जीवितों की पृथ्वी पर यहोवा की भलाई को देखूँगा तो मैं मूर्छित हो जाता +15549,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_027_014.wav,यहोवा की बाट जोहता रह हियाव बाँध और तेरा हृदय दृढ़ रहे हाँ यहोवा ही की बाट जोहता रह +15550,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_028_001.wav,हे यहोवा मैं तुझी को पुकारूँगा हे मेरी चट्टान मेरी पुकार अनसुनी न कर ऐसा न हो कि तेरे चुप रहने से मैं कब्र में पड़े हुओं के समान हो जाऊँ जो पाताल में चले जाते हैं +15551,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_028_002.wav,जब मैं तेरी दुहाई दूँ और तेरे पवित्रस्थान की भीतरी कोठरी की ओर अपने हाथ उठाऊँ तब मेरी गिड़गिड़ाहट की बात सुन ले +15552,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_028_003.wav,उन दुष्टों और अनर्थकारियों के संग मुझे न घसीट जो अपने पड़ोसियों से बातें तो मेल की बोलते हैं परन्तु हृदय में बुराई रखते हैं +15553,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_028_004.wav,उनके कामों के और उनकी करनी की बुराई के अनुसार उनसे बर्ताव कर उनके हाथों के काम के अनुसार उन्हें बदला दे उनके कामों का पलटा उन्हें दे +15554,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_028_005.wav,क्योंकि वे यहोवा के मार्गों को और उसके हाथ के कामों को नहीं समझते इसलिए वह उन्हें पछाड़ेगा और फिर न उठाएगा +15555,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_028_006.wav,यहोवा धन्य है क्योंकि उसने मेरी गिड़गिड़ाहट को सुना है +15556,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_028_007.wav,यहोवा मेरा बल और मेरी ढाल है उस पर भरोसा रखने से मेरे मन को सहायता मिली है इसलिए मेरा हृदय प्रफुल्लित है और मैं गीत गाकर उसका धन्यवाद करूँगा +15557,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_028_008.wav,यहोवा अपने लोगों की सामर्थ्य है वह अपने अभिषिक्त के लिये उद्धार का दृढ़ गढ़ है +15558,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_028_009.wav,हे यहोवा अपनी प्रजा का उद्धार कर और अपने निज भाग के लोगों को आशीष दे और उनकी चरवाही कर और सदैव उन्हें सम्भाले रह +15559,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_029_001.wav,हे परमेश्वर के पुत्रों यहोवा का हाँ यहोवा ही का गुणानुवाद करो यहोवा की महिमा और सामर्थ्य को सराहो +15560,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_029_002.wav,यहोवा के नाम की महिमा करो पवित्रता से शोभायमान होकर यहोवा को दण्डवत् करो +15561,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_029_003.wav,यहोवा की वाणी मेघों के ऊपर सुनाई देती है प्रतापी परमेश्वर गरजता है यहोवा घने मेघों के ऊपर रहता है +15562,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_029_004.wav,यहोवा की वाणी शक्तिशाली है यहोवा की वाणी प्रतापमय है +15563,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_029_005.wav,यहोवा की वाणी देवदारों को तोड़ डालती है यहोवा लबानोन के देवदारों को भी तोड़ डालता है +15564,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_029_006.wav,वह लबानोन को बछड़े के समान और सिर्योन को साँड़ के समान उछालता है +15565,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_029_007.wav,यहोवा की वाणी आग की लपटों को चीरती है +15566,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_029_008.wav,यहोवा की वाणी वन को हिला देती है यहोवा कादेश के वन को भी कँपाता है +15567,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_029_009.wav,यहोवा की वाणी से हिरनियों का गर्भपात हो जाता है और जंगल में पतझड़ होता है और उसके मन्दिर में सब कोई महिमा ही महिमा बोलते रहते है +15568,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_029_010.wav,जलप्रलय के समय यहोवा विराजमान था और यहोवा सर्वदा के लिये राजा होकर विराजमान रहता है +15569,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_029_011.wav,यहोवा अपनी प्रजा को बल देगा यहोवा अपनी प्रजा को शान्ति की आशीष देगा +15570,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_030_001.wav,हे यहोवा मैं तुझे सराहूँगा क्योंकि तूने मुझे खींचकर निकाला है और मेरे शत्रुओं को मुझ पर आनन्द करने नहीं दिया +15571,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_030_002.wav,हे मेरे परमेश्वर यहोवा मैंने तेरी दुहाई दी और तूने मुझे चंगा किया है +15572,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_030_003.wav,हे यहोवा तूने मेरा प्राण अधोलोक में से निकाला है तूने मुझ को जीवित रखा और कब्र में पड़ने से बचाया है +15573,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_030_004.wav,तुम जो विश्वासयोग्य हो यहोवा की स्तुति करो और जिस पवित्र नाम से उसका स्मरण होता है उसका धन्यवाद करो +15574,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_030_005.wav,क्योंकि उसका क्रोध तो क्षण भर का होता है परन्तु उसकी प्रसन्नता जीवन भर की होती है कदाचित् रात को रोना पड़े परन्तु सवेरे आनन्द पहुँचेगा +15575,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_030_006.wav,मैंने तो अपने चैन के समय कहा था कि मैं कभी नहीं टलने का +15576,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_030_007.wav,हे यहोवा अपनी प्रसन्नता से तूने मेरे पहाड़ को दृढ़ और स्थिर किया था जब तूने अपना मुख फेर लिया तब मैं घबरा गया +15577,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_030_008.wav,हे यहोवा मैंने तुझी को पुकारा और प्रभु से गिड़गिड़ाकर यह विनती की कि +15578,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_030_009.wav,जब मैं कब्र में चला जाऊँगा तब मेरी मृत्यु से क्या लाभ होगा क्या मिट्टी तेरा धन्यवाद कर सकती है क्या वह तेरी विश्वसनीयता का प्रचार कर सकती है +15579,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_030_010.wav,हे यहोवा सुन मुझ पर दया कर हे यहोवा तू मेरा सहायक हो +15580,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_030_011.wav,तूने मेरे लिये विलाप को नृत्य में बदल डाला तूने मेरा टाट उतरवाकर मेरी कमर में आनन्द का पटुका बाँधा है +15581,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_030_012.wav,ताकि मेरा मन तेरा भजन गाता रहे और कभी चुप न हो हे मेरे परमेश्वर यहोवा मैं सर्वदा तेरा धन्यवाद करता रहूँगा +15582,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_001.wav,हे यहोवा मैं तुझ में शरण लेता हूँ मुझे कभी लज्जित होना न पड़े तू अपने धर्मी होने के कारण मुझे छुड़ा ले +15583,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_002.wav,अपना कान मेरी ओर लगाकर तुरन्त मुझे छुड़ा ले +15584,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_003.wav,क्योंकि तू मेरे लिये चट्टान और मेरा गढ़ है इसलिए अपने नाम के निमित्त मेरी अगुआई कर और मुझे आगे ले चल +15585,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_004.wav,जो जाल उन्होंने मेरे लिये बिछाया है उससे तू मुझ को छुड़ा ले क्योंकि तू ही मेरा दृढ़ गढ़ है +15586,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_005.wav,मैं अपनी आत्मा को तेरे ही हाथ में सौंप देता हूँ हे यहोवा हे विश्वासयोग्य परमेश्वर तूने मुझे मोल लेकर मुक्त किया है +15587,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_006.wav,जो व्यर्थ मूर्तियों पर मन लगाते हैं उनसे मैं घृणा करता हूँ परन्तु मेरा भरोसा यहोवा ही पर है +15588,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_007.wav,मैं तेरी करुणा से मगन और आनन्दित हूँ क्योंकि त���ने मेरे दुःख पर दृष्टि की है मेरे कष्ट के समय तूने मेरी सुधि ली है +15589,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_008.wav,और तूने मुझे शत्रु के हाथ में पड़ने नहीं दिया तूने मेरे पाँवों को चौड़े स्थान में खड़ा किया है +15590,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_009.wav,हे यहोवा मुझ पर दया कर क्योंकि मैं संकट में हूँ मेरी आँखें वरन् मेरा प्राण और शरीर सब शोक के मारे घुले जाते हैं +15591,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_010.wav,मेरा जीवन शोक के मारे और मेरी आयु कराहतेकराहते घट चली है मेरा बल मेरे अधर्म के कारण जाता रहा ओर मेरी हड्डियाँ घुल गई +15592,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_011.wav,अपने सब विरोधियों के कारण मेरे पड़ोसियों में मेरी नामधराई हुई है अपने जानपहचानवालों के लिये डर का कारण हूँ जो मुझ को सड़क पर देखते है वह मुझसे दूर भाग जाते हैं +15593,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_012.wav,मैं मृतक के समान लोगों के मन से बिसर गया मैं टूटे बर्तन के समान हो गया हूँ +15594,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_013.wav,मैंने बहुतों के मुँह से अपनी निन्दा सुनी चारों ओर भय ही भय है जब उन्होंने मेरे विरुद्ध आपस में सम्मति की तब मेरे प्राण लेने की युक्ति की +15595,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_014.wav,परन्तु हे यहोवा मैंने तो तुझी पर भरोसा रखा है मैंने कहा तू मेरा परमेश्वर है +15596,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_015.wav,मेरे दिन तेरे हाथ में है तू मुझे मेरे शत्रुओं और मेरे सतानेवालों के हाथ से छुड़ा +15597,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_016.wav,अपने दास पर अपने मुँह का प्रकाश चमका अपनी करुणा से मेरा उद्धार कर +15598,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_017.wav,हे यहोवा मुझे लज्जित न होने दे क्योंकि मैंने तुझको पुकारा है दुष्ट लज्जित हों और वे पाताल में चुपचाप पड़े रहें +15599,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_018.wav,जो अहंकार और अपमान से धर्मी की निन्दा करते हैं उनके झूठ बोलनेवाले मुँह बन्द किए जाएँ +15600,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_019.wav,आहा तेरी भलाई क्या ही बड़ी है जो तूने अपने डरवैयों के लिये रख छोड़ी है और अपने शरणागतों के लिये मनुष्यों के सामने प्रगट भी की है +15601,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_020.wav,तू उन्हें दर्शन देने के गुप्त स्थान में मनुष्यों की बुरी गोष्ठी से गुप्त रखेगा तू उनको अपने मण्डप में झगड़ेरगड़े से छिपा रखेगा +15602,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_021.wav,यहोवा धन्य है क्योंकि उसने मुझे गढ़वाले नगर में रखकर मुझ पर अद्भुत करुणा की है +15603,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_022.wav,मैंने तो घबराकर कहा था कि मैं यहोवा की दृष्टि से दूर हो गया तो भी जब मैंने तेरी दुहाई दी तब तूने मेरी गिड़गिड़ाहट को सुन लिया +15604,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_023.wav,हे यहोवा के सब भक्तों उससे प्रेम रखो यहोवा विश्वासयोग्य लोगों की तो रक्षा करता है परन्तु जो अहंकार करता है उसको वह भली भाँति बदला देता है +15605,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_031_024.wav,हे यहोवा पर आशा रखनेवालों हियाव बाँधो और तुम्हारे हृदय दृढ़ रहें +15606,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_032_001.wav,क्या ही धन्य है वह जिसका अपराध क्षमा किया गया और जिसका पाप ढाँपा गया हो +15607,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_032_002.wav,क्या ही धन्य है वह मनुष्य जिसके अधर्म का यहोवा लेखा न ले और जिसकी आत्मा में कपट न हो +15608,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_032_003.wav,जब मैं चुप रहा तब दिन भर कराहतेकराहते मेरी हड्डियाँ पिघल गई +15609,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_032_004.wav,क्योंकि रातदिन मैं तेरे हाथ के नीचे दबा रहा और मेरी तरावट धूपकाल की सी झुर्राहट बनती गई सेला +15610,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_032_005.wav,जब मैंने अपना पाप तुझ पर प्रगट किया और अपना अधर्म न छिपाया और कहा मैं यहोवा के सामने अपने अपराधों को मान लूँगा तब तूने मेरे अधर्म और पाप को क्षमा कर दिया सेला +15611,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_032_006.wav,इस कारण हर एक भक्त तुझ से ऐसे समय में प्रार्थना करे जबकि तू मिल सकता है निश्चय जब जल की बड़ी बाढ़ आए तो भी उस भक्त के पास न पहुँचेगी +15612,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_032_007.wav,तू मेरे छिपने का स्थान है तू संकट से मेरी रक्षा करेगा तू मुझे चारों ओर से छुटकारे के गीतों से घेर लेगा सेला +15613,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_032_008.wav,मैं तुझे बुद्धि दूँगा और जिस मार्ग में तुझे चलना होगा उसमें तेरी अगुआई करूँगा मैं तुझ पर कृपादृष्टि रखूँगा और सम्मति दिया करूँगा +15614,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_032_009.wav,तुम घोड़े और खच्चर के समान न बनो जो समझ नहीं रखते उनकी उमंग लगाम और रास से रोकनी पड़ती है नहीं तो वे तेरे वश में नहीं आने के +15615,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_032_010.wav,दुष्ट को तो बहुत पीड़ा होगी परन्तु जो यहोवा पर भरोसा रखता है वह करुणा से घिरा रहेगा +15616,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_032_011.wav,हे धर्मियों यहोवा के कारण आनन्दित और मगन हो और हे सब सीधे मनवालों आनन्द से जयजयकार करो +15617,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_001.wav,हे धर्मियों यहोवा के कारण जयजयकार करो क्योंकि धर्मी लोगों को स्तुति करना शोभा देता है +15618,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_002.wav,वीणा बजाबजाकर यहोवा का धन्यवाद करो दस तारवाली सारंगी बजाबजाकर उसका भजन गाओ +15619,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_003.wav,उसके लिये नया गीत गाओ जयजयकार के साथ भली भाँति बजाओ +15620,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_004.wav,क्योंकि यहोवा का वचन सीधा है और उसका सब काम निष्पक्षता से होता है +15621,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_005.wav,वह धार्मिकता और न्याय से प्रीति रखता है यहोवा की करुणा से पृथ्वी भरपूर है +15622,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_006.wav,आकाशमण्डल यहोवा के वचन से ���र उसके सारे गण उसके मुँह की श्वास से बने +15623,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_007.wav,वह समुद्र का जल ढेर के समान इकट्ठा करता वह गहरे सागर को अपने भण्डार में रखता है +15624,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_008.wav,सारी पृथ्वी के लोग यहोवा से डरें जगत के सब निवासी उसका भय मानें +15625,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_009.wav,क्योंकि जब उसने कहा तब हो गया जब उसने आज्ञा दी तब वास्तव में वैसा ही हो गया +15626,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_010.wav,यहोवा जातिजाति की युक्ति को व्यर्थ कर देता है वह देशदेश के लोगों की कल्पनाओं को निष्फल करता है +15627,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_011.wav,यहोवा की योजना सर्वदा स्थिर रहेगी उसके मन की कल्पनाएँ पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहेंगी +15628,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_012.wav,क्या ही धन्य है वह जाति जिसका परमेश्वर यहोवा है और वह समाज जिसे उसने अपना निज भाग होने के लिये चुन लिया हो +15629,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_013.wav,यहोवा स्वर्ग से दृष्टि करता है वह सब मनुष्यों को निहारता है +15630,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_014.wav,अपने निवास के स्थान से वह पृथ्वी के सब रहनेवालों को देखता है +15631,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_015.wav,वही जो उन सभी के हृदयों को गढ़ता और उनके सब कामों का विचार करता है +15632,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_016.wav,कोई ऐसा राजा नहीं जो सेना की बहुतायत के कारण बच सके वीर अपनी बड़ी शक्ति के कारण छूट नहीं जाता +15633,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_017.wav,विजय पाने के लिए घोड़ा व्यर्थ सुरक्षा है वह अपने बड़े बल के द्वारा किसी को नहीं बचा सकता है +15634,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_018.wav,देखो यहोवा की दृष्टि उसके डरवैयों पर और उन पर जो उसकी करुणा की आशा रखते हैं बनी रहती है +15635,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_019.wav,कि वह उनके प्राण को मृत्यु से बचाए और अकाल के समय उनको जीवित रखे +15636,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_020.wav,हम यहोवा की बाट जोहते हैं वह हमारा सहायक और हमारी ढाल ठहरा है +15637,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_021.wav,हमारा हृदय उसके कारण आनन्दित होगा क्योंकि हमने उसके पवित्र नाम का भरोसा रखा है +15638,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_033_022.wav,हे यहोवा जैसी तुझ पर हमारी आशा है वैसी ही तेरी करुणा भी हम पर हो +15639,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_001.wav,मैं हर समय यहोवा को धन्य कहा करूँगा उसकी स्तुति निरन्तर मेरे मुख से होती रहेगी +15640,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_002.wav,मैं यहोवा पर घमण्ड करूँगा नम्र लोग यह सुनकर आनन्दित होंगे +15641,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_003.wav,मेरे साथ यहोवा की बड़ाई करो और आओ हम मिलकर उसके नाम की स्तुति करें +15642,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_004.wav,मैं यहोवा के पास गया तब उसने मेरी सुन ली और मुझे पूरी रीति से निर्भय किया +15643,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_005.wav,जिन्होंने उसकी ओर दृष्टि की उन्होंने ज्योति पाई और उनका मुँ��� कभी काला न होने पाया +15644,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_006.wav,इस दीन जन ने पुकारा तब यहोवा ने सुन लिया और उसको उसके सब कष्टों से छुड़ा लिया +15645,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_007.wav,यहोवा के डरवैयों के चारों ओर उसका दूत छावनी किए हुए उनको बचाता है +15646,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_008.wav,चखकर देखो कि यहोवा कैसा भला है क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो उसकी शरण लेता है +15647,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_009.wav,हे यहोवा के पवित्र लोगों उसका भय मानो क्योंकि उसके डरवैयों को किसी बात की घटी नहीं होती +15648,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_010.wav,जवान सिंहों को तो घटी होती और वे भूखे भी रह जाते हैं परन्तु यहोवा के खोजियों को किसी भली वस्तु की घटी न होगी +15649,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_011.wav,हे बच्चों आओ मेरी सुनो मैं तुम को यहोवा का भय मानना सिखाऊँगा +15650,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_012.wav,वह कौन मनुष्य है जो जीवन की इच्छा रखता और दीर्घायु चाहता है ताकि भलाई देखे +15651,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_013.wav,अपनी जीभ को बुराई से रोक रख और अपने मुँह की चौकसी कर कि उससे छल की बात न निकले +15652,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_014.wav,बुराई को छोड़ और भलाई कर मेल को ढूँढ़ और उसी का पीछा कर +15653,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_015.wav,यहोवा की आँखें धर्मियों पर लगी रहती हैं और उसके कान भी उनकी दुहाई की ओर लगे रहते हैं +15654,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_016.wav,यहोवा बुराई करनेवालों के विमुख रहता है ताकि उनका स्मरण पृथ्वी पर से मिटा डाले +15655,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_017.wav,धर्मी दुहाई देते हैं और यहोवा सुनता है और उनको सब विपत्तियों से छुड़ाता है +15656,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_018.wav,यहोवा टूटे मनवालों के समीप रहता है और पिसे हुओं का उद्धार करता है +15657,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_019.wav,धर्मी पर बहुत सी विपत्तियाँ पड़ती तो हैं परन्तु यहोवा उसको उन सबसे मुक्त करता है +15658,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_020.wav,वह उसकी हड्डीहड्डी की रक्षा करता है और उनमें से एक भी टूटने नहीं पाता +15659,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_021.wav,दुष्ट अपनी बुराई के द्वारा मारा जाएगा और धर्मी के बैरी दोषी ठहरेंगे +15660,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_034_022.wav,यहोवा अपने दासों का प्राण मोल लेकर बचा लेता है और जितने उसके शरणागत हैं उनमें से कोई भी दोषी न ठहरेगा +15661,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_001.wav,हे यहोवा जो मेरे साथ मुकद्दमा लड़ते हैं उनके साथ तू भी मुकद्दमा लड़ जो मुझसे युद्ध करते हैं उनसे तू युद्ध कर +15662,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_002.wav,ढाल और भाला लेकर मेरी सहायता करने को खड़ा हो +15663,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_003.wav,बर्छी को खींच और मेरा पीछा करनेवालों के सामने आकर उनको रोक और मुझसे कह कि मैं तेरा उद्धार हूँ +15664,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_004.wav,जो मेरे प्राण के ग्राहक हैं वे लज्जित और निरादर हों जो मेरी हानि की कल्पना करते हैं वे पीछे हटाए जाएँ और उनका मुँह काला हो +15665,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_005.wav,वे वायु से उड़ जानेवाली भूसी के समान हों और यहोवा का दूत उन्हें हाँकता जाए +15666,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_006.wav,उनका मार्ग अंधियारा और फिसलाहा हो और यहोवा का दूत उनको खदेड़ता जाए +15667,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_007.wav,क्योंकि अकारण उन्होंने मेरे लिये अपना जाल गड्ढे में बिछाया अकारण ही उन्होंने मेरा प्राण लेने के लिये गड्ढा खोदा है +15668,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_008.wav,अचानक उन पर विपत्ति आ पड़े और जो जाल उन्होंने बिछाया है उसी में वे आप ही फँसे और उसी विपत्ति में वे आप ही पड़ें +15669,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_009.wav,परन्तु मैं यहोवा के कारण अपने मन में मगन होऊँगा मैं उसके किए हुए उद्धार से हर्षित होऊँगा +15670,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_010.wav,मेरी हड्डीहड्डी कहेंगी हे यहोवा तेरे तुल्य कौन है जो दीन को बड़ेबड़े बलवन्तों से बचाता है और लुटेरों से दीन दरिद्र लोगों की रक्षा करता है +15671,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_011.wav,अधर्मी साक्षी खड़े होते हैं वे मुझ पर झूठा आरोप लगाते हैं +15672,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_012.wav,वे मुझसे भलाई के बदले बुराई करते हैं यहाँ तक कि मेरा प्राण ऊब जाता है +15673,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_013.wav,जब वे रोगी थे तब तो मैं टाट पहने रहा और उपवास कर करके दुःख उठाता रहा मुझे मेरी प्रार्थना का उत्तर नहीं मिला +15674,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_014.wav,मैं ऐसी भावना रखता था कि मानो वे मेरे संगी या भाई हैं जैसा कोई माता के लिये विलाप करता हो वैसा ही मैंने शोक का पहरावा पहने हुए सिर झुकाकर शोक किया +15675,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_015.wav,परन्तु जब मैं लँगड़ाने लगा तब वे लोग आनन्दित होकर इकट्ठे हुए नीच लोग और जिन्हें मैं जानता भी न था वे मेरे विरुद्ध इकट्ठे हुए वे मुझे लगातार फाड़ते रहे +15676,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_016.wav,आदर के बिना वे मुझे ताना मारते है वे मुझ पर दाँत पीसते हैं +15677,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_017.wav,हे प्रभु तू कब तक देखता रहेगा इस विपत्ति से जिसमें उन्होंने मुझे डाला है मुझ को छुड़ा जवान सिंहों से मेरे प्राण को बचा ले +15678,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_018.wav,मैं बड़ी सभा में तेरा धन्यवाद करूँगा बहुत लोगों के बीच मैं तेरी स्तुति करूँगा +15679,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_019.wav,मेरे झूठ बोलनेवाले शत्रु मेरे विरुद्ध आनन्द न करने पाएँ जो अकारण मेरे बैरी हैं वे आपस में आँखों से इशारा न करने पाएँ +15680,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_020.wav,क्योंकि वे मेल की बातें नहीं बोलते परन्तु देश में जो चुपचाप रहते हैं उनके विरुद्ध छल की कल्पनाएँ करते हैं +15681,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_021.wav,और उन्होंने मेरे विरुद्ध मुँह पसार के कहा आहा आहा हमने अपनी आँखों से देखा है +15682,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_022.wav,हे यहोवा तूने तो देखा है चुप न रह हे प्रभु मुझसे दूर न रह +15683,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_023.wav,उठ मेरे न्याय के लिये जाग हे मेरे परमेश्वर हे मेरे प्रभु मेरा मुकद्दमा निपटाने के लिये आ +15684,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_024.wav,हे मेरे परमेश्वर यहोवा तू अपने धार्मिकता के अनुसार मेरा न्याय चुका और उन्हें मेरे विरुद्ध आनन्द करने न दे +15685,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_025.wav,वे मन में न कहने पाएँ आहा हमारी तो इच्छा पूरी हुई वे यह न कहें हम उसे निगल गए हैं +15686,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_026.wav,जो मेरी हानि से आनन्दित होते हैं उनके मुँह लज्जा के मारे एक साथ काले हों जो मेरे विरुद्ध बड़ाई मारते हैं वह लज्जा और अनादर से ढँप जाएँ +15687,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_027.wav,जो मेरे धर्म से प्रसन्न रहते हैं वे जयजयकार और आनन्द करें और निरन्तर करते रहें यहोवा की बड़ाई हो जो अपने दास के कुशल से प्रसन्न होता है +15688,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_035_028.wav,तब मेरे मुँह से तेरे धर्म की चर्चा होगी और दिन भर तेरी स्तुति निकलेगी +15689,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_036_001.wav,दुष्ट जन का अपराध उसके हृदय के भीतर कहता है परमेश्वर का भय उसकी दृष्टि में नहीं है +15690,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_036_002.wav,वह अपने अधर्म के प्रगट होने और घृणित ठहरने के विषय अपने मन में चिकनी चुपड़ी बातें विचारता है +15691,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_036_003.wav,उसकी बातें अनर्थ और छल की हैं उसने बुद्धि और भलाई के काम करने से हाथ उठाया है +15692,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_036_004.wav,वह अपने बिछौने पर पड़ेपड़े अनर्थ की कल्पना करता है वह अपने कुमार्ग पर दृढ़ता से बना रहता है बुराई से वह हाथ नहीं उठाता +15693,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_036_005.wav,हे यहोवा तेरी करुणा स्वर्ग में है तेरी सच्चाई आकाशमण्डल तक पहुँची है +15694,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_036_006.wav,तेरा धर्म ऊँचे पर्वतों के समान है तेरा न्याय अथाह सागर के समान हैं हे यहोवा तू मनुष्य और पशु दोनों की रक्षा करता है +15695,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_036_007.wav,हे परमेश्वर तेरी करुणा कैसी अनमोल है मनुष्य तेरे पंखो के तले शरण लेते हैं +15696,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_036_008.wav,वे तेरे भवन के भोजन की बहुतायत से तृप्त होंगे और तू अपनी सुख की नदी में से उन्हें पिलाएगा +15697,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_036_009.wav,क्योंकि जीवन का सोता तेरे ही पास है तेरे प्रकाश के द्वारा हम प्रकाश पाएँगे +15698,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_036_010.wav,अपने जाननेवालों पर करुणा करता रह और अपने धर्म के काम सीधे मनवालों में करता रह +15699,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_036_011.wav,अहंकारी मुझ पर लात उठाने न पाए और न दुष्ट अपने हाथ के बल से मुझे भगाने पाए +15700,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_036_012.wav,वहाँ अनर्थकारी गिर पड़े हैं वे ढकेल दिए गए और फिर उठ न सकेंगे +15701,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_001.wav,कुकर्मियों के कारण मत कुढ़ कुटिल काम करनेवालों के विषय डाह न कर +15702,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_002.wav,क्योंकि वे घास के समान झट कट जाएँगे और हरी घास के समान मुर्झा जाएँगे +15703,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_003.wav,यहोवा पर भरोसा रख और भला कर देश में बसा रह और सच्चाई में मन लगाए रह +15704,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_004.wav,यहोवा को अपने सुख का मूल जान और वह तेरे मनोरथों को पूरा करेगा +15705,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_005.wav,अपने मार्ग की चिन्ता यहोवा पर छोड़ और उस पर भरोसा रख वही पूरा करेगा +15706,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_006.wav,और वह तेरा धर्म ज्योति के समान और तेरा न्याय दोपहर के उजियाले के समान प्रगट करेगा +15707,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_007.wav,यहोवा के सामने चुपचाप रह और धीरज से उसकी प्रतिक्षा कर उस मनुष्य के कारण न कुढ़ जिसके काम सफल होते हैं और वह बुरी युक्तियों को निकालता है +15708,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_008.wav,क्रोध से परे रह और जलजलाहट को छोड़ दे मत कुढ़ उससे बुराई ही निकलेगी +15709,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_009.wav,क्योंकि कुकर्मी लोग काट डाले जाएँगे और जो यहोवा की बाट जोहते हैं वही पृथ्वी के अधिकारी होंगे +15710,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_010.wav,थोड़े दिन के बीतने पर दुष्ट रहेगा ही नहीं और तू उसके स्थान को भली भाँति देखने पर भी उसको न पाएगा +15711,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_011.wav,परन्तु नम्र लोग पृथ्वी के अधिकारी होंगे और बड़ी शान्ति के कारण आनन्द मनाएँगे +15712,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_012.wav,दुष्ट धर्मी के विरुद्ध बुरी युक्ति निकालता है और उस पर दाँत पीसता है +15713,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_013.wav,परन्तु प्रभु उस पर हँसेगा क्योंकि वह देखता है कि उसका दिन आनेवाला है +15714,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_014.wav,दुष्ट लोग तलवार खींचे और धनुष बढ़ाए हुए हैं ताकि दीन दरिद्र को गिरा दें और सीधी चाल चलनेवालों को वध करें +15715,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_015.wav,उनकी तलवारों से उन्हीं के हृदय छिदेंगे और उनके धनुष तोड़े जाएँगे +15716,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_016.wav,धर्मी का थोड़ा सा धन दुष्टों के बहुत से धन से उत्तम है +15717,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_017.wav,क्योंकि दुष्टों की भुजाएँ तो तोड़ी जाएँगी परन्तु यहोवा धर्मियों को सम्भालता है +15718,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_018.wav,यहोवा खरे लोगों की आयु की सुधि रखता है और उनका भाग सदैव बना रहेगा +15719,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_019.wav,विपत्ति के समय वे लज्जित न होंगे और अकाल के दिनों में वे तृप्त रहेंगे +15720,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_020.wav,दुष्ट लोग नाश हो जाएँगे और यहोवा के शत्रु खेत की सुथरी घास के समान नाश होंगे वे धुएँ के समान लुप्त‍ हो जाएँगे +15721,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_021.wav,दुष्ट ऋण लेता है और भरता नहीं परन्तु धर्मी अनुग्रह करके दान देता है +15722,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_022.wav,क्योंकि जो उससे आशीष पाते हैं वे तो पृथ्वी के अधिकारी होंगे परन्तु जो उससे श्रापित होते हैं वे नाश हो जाएँगे +15723,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_023.wav,मनुष्य की गति यहोवा की ओर से दृढ़ होती है और उसके चलन से वह प्रसन्न रहता है +15724,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_024.wav,चाहे वह गिरे तो भी पड़ा न रह जाएगा क्योंकि यहोवा उसका हाथ थामे रहता है +15725,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_025.wav,मैं लड़कपन से लेकर बुढ़ापे तक देखता आया हूँ परन्तु न तो कभी धर्मी को त्यागा हुआ और न उसके वंश को टुकड़े माँगते देखा है +15726,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_026.wav,वह तो दिन भर अनुग्रह कर करके ऋण देता है और उसके वंश पर आशीष फलती रहती है +15727,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_027.wav,बुराई को छोड़ भलाई कर और तू सर्वदा बना रहेगा +15728,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_028.wav,क्योंकि यहोवा न्याय से प्रीति रखता और अपने भक्तों को न तजेगा उनकी तो रक्षा सदा होती है परन्तु दुष्टों का वंश काट डाला जाएगा +15729,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_029.wav,धर्मी लोग पृथ्वी के अधिकारी होंगे और उसमें सदा बसे रहेंगे +15730,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_030.wav,धर्मी अपने मुँह से बुद्धि की बातें करता और न्याय का वचन कहता है +15731,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_031.wav,उसके परमेश्वर की व्यवस्था उसके हृदय में बनी रहती है उसके पैर नहीं फिसलते +15732,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_032.wav,दुष्ट धर्मी की ताक में रहता है और उसके मार डालने का यत्न करता है +15733,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_033.wav,यहोवा उसको उसके हाथ में न छोड़ेगा और जब उसका विचार किया जाए तब वह उसे दोषी न ठहराएगा +15734,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_034.wav,यहोवा की बाट जोहता रह और उसके मार्ग पर बना रह और वह तुझे बढ़ाकर पृथ्वी का अधिकारी कर देगा जब दुष्ट काट डाले जाएँगे तब तू देखेगा +15735,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_035.wav,मैंने दुष्ट को बड़ा पराक्रमी और ऐसा फैलता हुए देखा जैसा कोई हरा पेड़ अपने निज भूमि में फैलता है +15736,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_036.wav,परन्तु जब कोई उधर से गया तो देखा कि वह वहाँ है ही नहीं और मैंने भी उसे ढूँढ़ा परन्तु कहीं न पाया +15737,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_037.wav,खरे मनुष्य पर दृष्टि कर और धर्मी को देख क्योंकि मेल से रहनेवाले पुरुष का अन्तफल अच्छा है +15738,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_038.wav,परन्तु अपराधी एक साथ सत्यानाश किए जाएँगे दुष्टों का अन्तफल सर्वनाश है +15739,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_039.wav,धर्मियों की मुक्ति यहोवा की ओर से होती है संकट के समय वह उनका दृढ़ गढ़ है +15740,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_037_040.wav,यहोवा उनकी सहायता करके उनको बचाता है वह उनको दुष्टों से छुड़ाकर उनका उद्धार करता है इसलिए कि उन्होंने उसमें अपनी शरण ली है +15741,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_001.wav,हे यहोवा क्रोध में आकर मुझे झिड़क न दे और न जलजलाहट में आकर मेरी ताड़ना कर +15742,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_002.wav,क्योंकि तेरे तीर मुझ में लगे हैं और मैं तेरे हाथ के नीचे दबा हूँ +15743,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_003.wav,तेरे क्रोध के कारण मेरे शरीर में कुछ भी आरोग्यता नहीं और मेरे पाप के कारण मेरी हड्डियों में कुछ भी चैन नहीं +15744,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_004.wav,क्योंकि मेरे अधर्म के कामों में मेरा सिर डूब गया और वे भारी बोझ के समान मेरे सहने से बाहर हो गए हैं +15745,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_005.wav,मेरी मूर्खता के पाप के कारण मेरे घाव सड़ गए और उनसे दुर्गन्ध आती हैं +15746,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_006.wav,मैं बहुत दुःखी हूँ और झुक गया हूँ दिन भर मैं शोक का पहरावा पहने हुए चलता फिरता हूँ +15747,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_007.wav,क्योंकि मेरी कमर में जलन है और मेरे शरीर में आरोग्यता नहीं +15748,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_008.wav,मैं निर्बल और बहुत ही चूर हो गया हूँ मैं अपने मन की घबराहट से कराहता हूँ +15749,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_009.wav,हे प्रभु मेरी सारी अभिलाषा तेरे सम्मुख है और मेरा कराहना तुझ से छिपा नहीं +15750,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_010.wav,मेरा हृदय धड़कता है मेरा बल घटता जाता है और मेरी आँखों की ज्योति भी मुझसे जाती रही +15751,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_011.wav,मेरे मित्र और मेरे संगी मेरी विपत्ति में अलग हो गए और मेरे कुटुम्बी भी दूर जा खड़े हुए +15752,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_012.wav,मेरे प्राण के गाहक मेरे लिये जाल बिछाते हैं और मेरी हानि का यत्न करनेवाले दुष्टता की बातें बोलते और दिन भर छल की युक्ति सोचते हैं +15753,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_013.wav,परन्तु मैं बहरे के समान सुनता ही नहीं और मैं गूँगे के समान मुँह नहीं खोलता +15754,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_014.wav,वरन् मैं ऐसे मनुष्य के तुल्य हूँ जो कुछ नहीं सुनता और जिसके मुँह से विवाद की कोई बात नहीं निकलती +15755,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_015.wav,परन्तु हे यहोवा मैंने तुझ ही पर अपनी आशा लगाई है हे प्रभु मेरे परमेश्वर तू ही उत्तर देगा +15756,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_016.wav,क्योंकि मैंने कहा ऐसा न हो कि वे मुझ पर आनन्द करें जब मेरा पाँव फिसल जाता है तब मुझ पर अपनी बड़ाई मारते हैं +15757,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_017.wav,क्योंकि मैं तो अब गिरने ही पर हूँ और मेरा शोक निरन्तर मेरे सामने है +15758,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_018.wav,इसलिए कि मैं तो अपने अधर्म को प्रगट करूँगा और अपने पाप के कारण खेदित रहूँगा +15759,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_019.wav,परन्तु मेरे शत्रु अनगिनत हैं और मेरे बैरी बहुत हो गए हैं +15760,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_020.wav,जो भलाई के बदले में बुराई करते हैं वह भी मेरे भलाई के पीछे चलने के कारण मुझसे विरोध करते हैं +15761,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_021.wav,हे यहोवा मुझे छोड़ न दे हे मेरे परमेश्वर मुझसे दूर न हो +15762,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_038_022.wav,हे यहोवा हे मेरे उद्धारकर्ता मेरी सहायता के लिये फुर्ती कर +15763,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_001.wav,मैंने कहा मैं अपनी चाल चलन में चौकसी करूँगा ताकि मेरी जीभ से पाप न हो जब तक दुष्ट मेरे सामने है तब तक मैं लगाम लगाए अपना मुँह बन्द किए रहूँगा +15764,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_002.wav,मैं मौन धारण कर गूँगा बन गया और भलाई की ओर से भी चुप्पी साधे रहा और मेरी पीड़ा बढ़ गई +15765,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_003.wav,मेरा हृदय अन्दर ही अन्दर जल रहा था सोचतेसोचते आग भड़क उठी तब मैं अपनी जीभ से बोल उठा +15766,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_004.wav,हे यहोवा ऐसा कर कि मेरा अन्त मुझे मालूम हो जाए और यह भी कि मेरी आयु के दिन कितने हैं जिससे मैं जान लूँ कि कैसा अनित्य हूँ +15767,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_005.wav,देख तूने मेरी आयु बालिश्त भर की रखी है और मेरा जीवनकाल तेरी दृष्टि में कुछ है ही नहीं सचमुच सब मनुष्य कैसे ही स्थिर क्यों न हों तो भी व्यर्थ ठहरे हैं सेला +15768,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_006.wav,सचमुच मनुष्य छाया सा चलता फिरता है सचमुच वे व्यर्थ घबराते हैं वह धन का संचय तो करता है परन्तु नहीं जानता कि उसे कौन लेगा +15769,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_007.wav,अब हे प्रभु मैं किस बात की बाट जोहूँ मेरी आशा तो तेरी ओर लगी है +15770,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_008.wav,मुझे मेरे सब अपराधों के बन्धन से छुड़ा ले मूर्ख मेरी निन्दा न करने पाए +15771,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_009.wav,मैं गूँगा बन गया और मुँह न खोला क्योंकि यह काम तू ही ने किया है +15772,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_010.wav,तूने जो विपत्ति मुझ पर डाली है उसे मुझसे दूर कर दे क्योंकि मैं तो तेरे हाथ की मार से भस्म हुआ जाता हूँ +15773,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_011.wav,जब तू मनुष्य को अधर्म के कारण डाँटडपटकर ताड़ना देता है तब तू उसकी सामर्थ्य को पतंगे के समान नाश करता है सचमुच सब मनुष्य वृथाभिमान करते हैं +15774,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_012.wav,हे यहोवा मेरी प्रार्थना सुन और मेरी दुहाई पर कान लगा मेरा रोना सुनकर शान्त न रह क्योंकि मैं तेरे संग एक परदेशी यात्री के समान रहता हूँ और अपने सब पुरखाओं के समान परदेशी हूँ +15775,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_039_013.wav,आह इससे पहले कि मैं यहाँ से चला जाऊँ और न रह जाऊँ मुझे बचा ले जिससे मैं प्रदीप्त जीवन प्राप्त करू�� +15776,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_001.wav,मैं धीरज से यहोवा की बाट जोहता रहा और उसने मेरी ओर झुककर मेरी दुहाई सुनी +15777,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_002.wav,उसने मुझे सत्यानाश के गड्ढे और दलदल की कीच में से उबारा और मुझ को चट्टान पर खड़ा करके मेरे पैरों को दृढ़ किया है +15778,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_003.wav,उसने मुझे एक नया गीत सिखाया जो हमारे परमेश्वर की स्तुति का है बहुत लोग यह देखेंगे और उसकी महिमा करेंगे और यहोवा पर भरोसा रखेंगे +15779,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_004.wav,क्या ही धन्य है वह पुरुष जो यहोवा पर भरोसा करता है और अभिमानियों और मिथ्या की ओर मुड़नेवालों की ओर मुँह न फेरता हो +15780,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_005.wav,हे मेरे परमेश्वर यहोवा तूने बहुत से काम किए हैं जो आश्चर्यकर्मों और विचार तू हमारे लिये करता है वह बहुत सी हैं तेरे तुल्य कोई नहीं मैं तो चाहता हूँ कि खोलकर उनकी चर्चा करूँ परन्तु उनकी गिनती नहीं हो सकती +15781,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_006.wav,मेलबलि और अन्नबलि से तू प्रसन्न नहीं होता तूने मेरे कान खोदकर खोले हैं होमबलि और पापबलि तूने नहीं चाहा +15782,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_007.wav,तब मैंने कहा देख मैं आया हूँ क्योंकि पुस्तक में मेरे विषय ऐसा ही लिखा हुआ है +15783,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_008.wav,हे मेरे परमेश्वर मैं तेरी इच्छा पूरी करने से प्रसन्न हूँ और तेरी व्यवस्था मेरे अन्तःकरण में बसी है +15784,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_009.wav,मैंने बड़ी सभा में धार्मिकता के शुभ समाचार का प्रचार किया है देख मैंने अपना मुँह बन्द नहीं किया हे यहोवा तू इसे जानता है +15785,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_010.wav,मैंने तेरी धार्मिकता मन ही में नहीं रखा मैंने तेरी सच्चाई और तेरे किए हुए उद्धार की चर्चा की है मैंने तेरी करुणा और सत्यता बड़ी सभा से गुप्त नहीं रखी +15786,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_011.wav,हे यहोवा तू भी अपनी बड़ी दया मुझ पर से न हटा ले तेरी करुणा और सत्यता से निरन्तर मेरी रक्षा होती रहे +15787,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_012.wav,क्योंकि मैं अनगिनत बुराइयों से घिरा हुआ हूँ मेरे अधर्म के कामों ने मुझे आ पकड़ा और मैं दृष्टि नहीं उठा सकता वे गिनती में मेरे सिर के बालों से भी अधिक हैं इसलिए मेरा हृदय टूट गया +15788,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_013.wav,हे यहोवा कृपा करके मुझे छुड़ा ले हे यहोवा मेरी सहायता के लिये फुर्ती कर +15789,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_014.wav,जो मेरे प्राण की खोज में हैं वे सब लज्जित हों और उनके मुँह काले हों और वे पीछे हटाए और निरादर किए जाएँ जो मेरी हानि से प्रसन्न होते हैं +15790,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_015.wav,जो मुझसे आहा आहा कहते हैं वे अपनी लज्जा के मारे ���िस्मित हों +15791,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_016.wav,परन्तु जितने तुझे ढूँढ़ते हैं वह सब तेरे कारण हर्षित और आनन्दित हों जो तेरा किया हुआ उद्धार चाहते हैं वे निरन्तर कहते रहें यहोवा की बड़ाई हो +15792,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_040_017.wav,मैं तो दीन और दरिद्र हूँ तो भी प्रभु मेरी चिन्ता करता है तू मेरा सहायक और छुड़ानेवाला है हे मेरे परमेश्वर विलम्ब न कर +15793,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_001.wav,क्या ही धन्य है वह जो कंगाल की सुधि रखता है विपत्ति के दिन यहोवा उसको बचाएगा +15794,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_002.wav,यहोवा उसकी रक्षा करके उसको जीवित रखेगा और वह पृथ्वी पर धन्य होगा तू उसको शत्रुओं की इच्छा पर न छोड़ +15795,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_003.wav,जब वह व्याधि के मारे शय्या पर पड़ा हो तब यहोवा उसे सम्भालेगा तू रोग में उसके पूरे बिछौने को उलटकर ठीक करेगा +15796,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_004.wav,मैंने कहा हे यहोवा मुझ पर दया कर मुझ को चंगा कर क्योंकि मैंने तो तेरे विरुद्ध पाप किया है +15797,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_005.wav,मेरे शत्रु यह कहकर मेरी बुराई करते हैं वह कब मरेगा और उसका नाम कब मिटेगा +15798,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_006.wav,और जब वह मुझसे मिलने को आता है तब वह व्यर्थ बातें बकता है जबकि उसका मन अपने अन्दर अधर्म की बातें संचय करता है और बाहर जाकर उनकी चर्चा करता है +15799,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_007.wav,मेरे सब बैरी मिलकर मेरे विरुद्ध कानाफूसी करते हैं वे मेरे विरुद्ध होकर मेरी हानि की कल्पना करते हैं +15800,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_008.wav,वे कहते हैं कि इसे तो कोई बुरा रोग लग गया है अब जो यह पड़ा है तो फिर कभी उठने का नहीं +15801,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_009.wav,मेरा परम मित्र जिस पर मैं भरोसा रखता था जो मेरी रोटी खाता था उसने भी मेरे विरुद्ध लात उठाई है +15802,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_010.wav,परन्तु हे यहोवा तू मुझ पर दया करके मुझ को उठा ले कि मैं उनको बदला दूँ +15803,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_011.wav,मेरा शत्रु जो मुझ पर जयवन्त नहीं हो पाता इससे मैंने जान लिया है कि तू मुझसे प्रसन्न है +15804,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_012.wav,और मुझे तो तू खराई से सम्भालता और सर्वदा के लिये अपने सम्मुख स्थिर करता है +15805,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_041_013.wav,इस्राएल का परमेश्वर यहोवा आदि से अनन्तकाल तक धन्य है आमीन फिर आमीन +15806,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_042_001.wav,जैसे हिरनी नदी के जल के लिये हाँफती है वैसे ही हे परमेश्वर मैं तेरे लिये हाँफता हूँ +15807,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_042_002.wav,जीविते परमेश्वर हाँ परमेश्वर का मैं प्यासा हूँ मैं कब जाकर परमेश्वर को अपना मुँह दिखाऊँगा +15808,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_042_003.wav,मेरे आँसू दिन और रात मेरा आहार हुए हैं और लोग दिन भर म��झसे कहते रहते हैं तेरा परमेश्वर कहाँ है +15809,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_042_004.wav,मैं कैसे भीड़ के संग जाया करता था मैं जयजयकार और धन्यवाद के साथ उत्सव करनेवाली भीड़ के बीच में परमेश्वर के भवन को धीरे धीरे जाया करता था यह स्मरण करके मेरा प्राण शोकित हो जाता है +15810,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_042_005.wav,हे मेरे प्राण तू क्यों गिरा जाता है और तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है परमेश्वर पर आशा लगाए रह क्योंकि मैं उसके दर्शन से उद्धार पाकर फिर उसका धन्यवाद करूँगा +15811,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_042_006.wav,हे मेरे परमेश्वर मेरा प्राण मेरे भीतर गिरा जाता है इसलिए मैं यरदन के पास के देश से और हेर्मोन के पहाड़ों और मिसगार की पहाड़ी के ऊपर से तुझे स्मरण करता हूँ +15812,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_042_007.wav,तेरी जलधाराओं का शब्द सुनकर जल जल को पुकारता है तेरी सारी तरंगों और लहरों में मैं डूब गया हूँ +15813,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_042_008.wav,तो भी दिन को यहोवा अपनी शक्ति और करुणा प्रगट करेगा और रात को भी मैं उसका गीत गाऊँगा और अपने जीवनदाता परमेश्वर से प्रार्थना करूँगा +15814,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_042_009.wav,मैं परमेश्वर से जो मेरी चट्टान है कहूँगा तू मुझे क्यों भूल गया मैं शत्रु के अत्याचार के मारे क्यों शोक का पहरावा पहने हुए चलता फिरता हूँ +15815,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_042_010.wav,मेरे सतानेवाले जो मेरी निन्दा करते हैं मानो उससे मेरी हड्डियाँ चूरचूर होती हैं मानो कटार से छिदी जाती हैं क्योंकि वे दिन भर मुझसे कहते रहते हैं तेरा परमेश्वर कहाँ है +15816,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_042_011.wav,हे मेरे प्राण तू क्यों गिरा जाता है तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है परमेश्वर पर भरोसा रख क्योंकि वह मेरे मुख की चमक और मेरा परमेश्वर है मैं फिर उसका धन्यवाद करूँगा +15817,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_043_001.wav,हे परमेश्वर मेरा न्याय चुका और विधर्मी जाति से मेरा मुकद्दमा लड़ मुझ को छली और कुटिल पुरुष से बचा +15818,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_043_002.wav,क्योंकि तू मेरा सामर्थी परमेश्वर है तूने क्यों मुझे त्याग दिया है मैं शत्रु के अत्याचार के मारे शोक का पहरावा पहने हुए क्यों फिरता रहूँ +15819,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_043_003.wav,अपने प्रकाश और अपनी सच्चाई को भेज वे मेरी अगुआई करें वे ही मुझ को तेरे पवित्र पर्वत पर और तेरे निवासस्थान में पहुँचाए +15820,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_043_004.wav,तब मैं परमेश्वर की वेदी के पास जाऊँगा उस परमेश्वर के पास जो मेरे अति आनन्द का कुण्ड है और हे परमेश्वर हे मेरे परमेश्वर मैं वीणा बजाबजाकर तेरा धन्यवाद करूँगा +15821,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_043_005.wav,हे म���रे प्राण तू क्यों गिरा जाता है तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है परमेश्वर पर आशा रख क्योंकि वह मेरे मुख की चमक और मेरा परमेश्वर है मैं फिर उसका धन्यवाद करूँगा +15822,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_001.wav,हे परमेश्वर हमने अपने कानों से सुना हमारे बापदादों ने हम से वर्णन किया है कि तूने उनके दिनों में और प्राचीनकाल में क्याक्या काम किए हैं +15823,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_002.wav,तूने अपने हाथ से जातियों को निकाल दिया और इनको बसाया तूने देशदेश के लोगों को दुःख दिया और इनको चारों ओर फैला दिया +15824,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_003.wav,क्योंकि वे न तो अपनी तलवार के बल से इस देश के अधिकारी हुए और न अपने बाहुबल से परन्तु तेरे दाहिने हाथ और तेरी भुजा और तेरे प्रसन्न मुख के कारण जयवन्त हुए क्योंकि तू उनको चाहता था +15825,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_004.wav,हे परमेश्वर तू ही हमारा महाराजा है तू याकूब के उद्धार की आज्ञा देता है +15826,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_005.wav,तेरे सहारे से हम अपने द्रोहियों को ढकेलकर गिरा देंगे तेरे नाम के प्रताप से हम अपने विरोधियों को रौंदेंगे +15827,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_006.wav,क्योंकि मैं अपने धनुष पर भरोसा न रखूँगा और न अपनी तलवार के बल से बचूँगा +15828,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_007.wav,परन्तु तू ही ने हमको द्रोहियों से बचाया है और हमारे बैरियों को निराश और लज्जित किया है +15829,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_008.wav,हम परमेश्वर की बड़ाई दिन भर करते रहते हैं और सदैव तेरे नाम का धन्यवाद करते रहेंगे सेला +15830,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_009.wav,तो भी तूने अब हमको त्याग दिया और हमारा अनादर किया है और हमारे दलों के साथ आगे नहीं जाता +15831,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_010.wav,तू हमको शत्रु के सामने से हटा देता है और हमारे बैरी मनमाने लूट मार करते हैं +15832,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_011.wav,तूने हमें कसाई की भेड़ों के समान कर दिया है और हमको अन्यजातियों में तितरबितर किया है +15833,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_012.wav,तू अपनी प्रजा को सेंतमेंत बेच डालता है परन्तु उनके मोल से तू धनी नहीं होता +15834,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_013.wav,तू हमारे पड़ोसियों से हमारी नामधराई कराता है और हमारे चारों ओर के रहनेवाले हम से हँसी ठट्ठा करते हैं +15835,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_014.wav,तूने हमको अन्यजातियों के बीच में अपमान ठहराया है और देशदेश के लोग हमारे कारण सिर हिलाते हैं +15836,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_015.wav,दिन भर हमें तिरस्कार सहना पड़ता है और कलंक लगाने और निन्दा करनेवाले के बोल से +15837,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_016.wav,शत्रु और बदला लेनेवालों के कारण बुराभला कहनेवालों और निन्दा करनेवालों के कारण +15838,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_017.wav,यह सब कुछ हम पर बीता तो भी हम तुझे नहीं भूले न तेरी वाचा के विषय विश्वासघात किया है +15839,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_018.wav,हमारे मन न बहके न हमारे पैर तरी राह से मुड़ें +15840,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_019.wav,तो भी तूने हमें गीदड़ों के स्थान में पीस डाला और हमको घोर अंधकार में छिपा दिया है +15841,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_020.wav,यदि हम अपने परमेश्वर का नाम भूल जाते या किसी पराए देवता की ओर अपने हाथ फैलाते +15842,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_021.wav,तो क्या परमेश्वर इसका विचार न करता क्योंकि वह तो मन की गुप्त बातों को जानता है +15843,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_022.wav,परन्तु हम दिन भर तेरे निमित्त मार डाले जाते हैं और उन भेड़ों के समान समझे जाते हैं जो वध होने पर हैं +15844,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_023.wav,हे प्रभु जाग तू क्यों सोता है उठ हमको सदा के लिये त्याग न दे +15845,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_024.wav,तू क्यों अपना मुँह छिपा लेता है और हमारा दुःख और सताया जाना भूल जाता है +15846,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_025.wav,हमारा प्राण मिट्टी से लग गया हमारा शरीर भूमि से सट गया है +15847,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_044_026.wav,हमारी सहायता के लिये उठ खड़ा हो और अपनी करुणा के निमित्त हमको छुड़ा ले +15848,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_001.wav,मेरा हृदय एक सुन्दर विषय की उमंग से उमड़ रहा है जो बात मैंने राजा के विषय रची है उसको सुनाता हूँ मेरी जीभ निपुण लेखक की लेखनी बनी है +15849,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_002.wav,तू मनुष्य की सन्तानों में परम सुन्दर है तेरे होठों में अनुग्रह भरा हुआ है इसलिए परमेश्वर ने तुझे सदा के लिये आशीष दी है +15850,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_003.wav,हे वीर तू अपनी तलवार को जो तेरा वैभव और प्रताप है अपनी कमर पर बाँध +15851,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_004.wav,सत्यता नम्रता और धार्मिकता के निमित्त अपने ऐश्वर्य और प्रताप पर सफलता से सवार हो तेरा दाहिना हाथ तुझे भयानक काम सिखाए +15852,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_005.wav,तेरे तीर तो तेज हैं तेरे सामने देशदेश के लोग गिरेंगे राजा के शत्रुओं के हृदय उनसे छिदेंगे +15853,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_006.wav,हे परमेश्वर तेरा सिंहासन सदा सर्वदा बना रहेगा तेरा राजदण्ड न्याय का है +15854,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_007.wav,तूने धार्मिकता से प्रीति और दुष्टता से बैर रखा है इस कारण परमेश्वर ने हाँ तेरे परमेश्वर ने तुझको तेरे साथियों से अधिक हर्ष के तेल से अभिषेक किया है +15855,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_008.wav,तेरे सारे वस्त्र गन्धरस अगर और तेज से सुगन्धित हैं तू हाथी दाँत के मन्दिरों में तारवाले बाजों के कारण आनन्दित हुआ है +15856,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_009.wav,तेरी प्रतिष्ठित स्त्रियों में राजकुमारियाँ भी हैं तेरी दाहिनी ओर पटरानी ओपीर के कुन्दन से विभूषित खड़ी है +15857,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_010.wav,हे राजकुमारी सुन और कान लगाकर ध्यान दे अपने लोगों और अपने पिता के घर को भूल जा +15858,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_011.wav,और राजा तेरे रूप की चाह करेगा क्योंकि वह तो तेरा प्रभु है तू उसे दण्डवत् कर +15859,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_012.wav,सोर की राजकुमारी भी भेंट करने के लिये उपस्थित होगी प्रजा के धनवान लोग तुझे प्रसन्न करने का यत्न करेंगे +15860,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_013.wav,राजकुमारी महल में अति शोभायमान है उसके वस्त्र में सुनहले बूटे कढ़े हुए हैं +15861,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_014.wav,वह बूटेदार वस्त्र पहने हुए राजा के पास पहुँचाई जाएगी जो कुमारियाँ उसकी सहेलियाँ हैं वे उसके पीछेपीछे चलती हुई तेरे पास पहुँचाई जाएँगी +15862,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_015.wav,वे आनन्दित और मगन होकर पहुँचाई जाएँगी और वे राजा के महल में प्रवेश करेंगी +15863,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_016.wav,तेरे पितरों के स्थान पर तेरे सन्तान होंगे जिनको तू सारी पृथ्वी पर हाकिम ठहराएगा +15864,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_045_017.wav,मैं ऐसा करूँगा कि तेरे नाम की चर्चा पीढ़ी से पीढ़ी तक होती रहेगी इस कारण देशदेश के लोग सदा सर्वदा तेरा धन्यवाद करते रहेंगे +15865,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_046_001.wav,परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है संकट में अति सहज से मिलनेवाला सहायक +15866,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_046_002.wav,इस कारण हमको कोई भय नहीं चाहे पृथ्वी उलट जाए और पहाड़ समुद्र के बीच में डाल दिए जाएँ +15867,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_046_003.wav,चाहे समुद्र गरजें और फेन उठाए और पहाड़ उसकी बाढ़ से काँप उठे सेला +15868,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_046_004.wav,एक नदी है जिसकी नहरों से परमेश्वर के नगर में अर्थात् परमप्रधान के पवित्र निवास भवन में आनन्द होता है +15869,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_046_005.wav,परमेश्वर उस नगर के बीच में है वह कभी टलने का नहीं पौ फटते ही परमेश्वर उसकी सहायता करता है +15870,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_046_006.wav,जातिजाति के लोग झल्ला उठे राज्यराज्य के लोग डगमगाने लगे वह बोल उठा और पृथ्वी पिघल गई +15871,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_046_007.wav,सेनाओं का यहोवा हमारे संग है याकूब का परमेश्वर हमारा ऊँचा गढ़ है सेला +15872,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_046_008.wav,आओ यहोवा के महाकर्म देखो कि उसने पृथ्वी पर कैसाकैसा उजाड़ किया है +15873,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_046_009.wav,वह पृथ्वी की छोर तक लड़ाइयों को मिटाता है वह धनुष को तोड़ता और भाले को दो टुकड़े कर डालता है और रथों को आग में झोंक देता है +15874,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_046_010.wav,चुप हो जाओ और जान लो कि मैं ही परमेश्वर हूँ मैं जातियों में महान हूँ मैं पृथ्वी भर में महान हूँ +15875,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_046_011.wav,सेनाओं का यहोवा हमारे संग है याकूब का परमेश्वर हमारा ऊँचा गढ़ है सेला +15876,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_047_001.wav,हे देशदेश के सब लोगों तालियाँ बजाओ ऊँचे शब्द से परमेश्वर के लिये जयजयकार करो +15877,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_047_002.wav,क्योंकि यहोवा परमप्रधान और भययोग्य है वह सारी पृथ्वी के ऊपर महाराजा है +15878,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_047_003.wav,वह देशदेश के लोगों को हमारे सम्मुख नीचा करता और जातिजाति को हमारे पाँवों के नीचे कर देता है +15879,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_047_004.wav,वह हमारे लिये उत्तम भाग चुन लेगा जो उसके प्रिय याकूब के घमण्ड का कारण है सेला +15880,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_047_005.wav,परमेश्वर जयजयकार सहित यहोवा नरसिंगे के शब्द के साथ ऊपर गया है +15881,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_047_006.wav,परमेश्वर का भजन गाओ भजन गाओ हमारे महाराजा का भजन गाओ भजन गाओ +15882,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_047_007.wav,क्योंकि परमेश्वर सारी पृथ्वी का महाराजा है समझ बूझकर बुद्धि से भजन गाओ +15883,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_047_008.wav,परमेश्वर जातिजाति पर राज्य करता है परमेश्वर अपने पवित्र सिंहासन पर विराजमान है +15884,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_047_009.wav,राज्यराज्य के रईस अब्राहम के परमेश्वर की प्रजा होने के लिये इकट्ठे हुए हैं क्योंकि पृथ्वी की ढालें परमेश्वर के वश में हैं वह तो शिरोमणि है +15885,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_001.wav,हमारे परमेश्वर के नगर में और अपने पवित्र पर्वत पर यहोवा महान और अति स्तुति के योग्य है सेला +15886,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_002.wav,सिय्योन पर्वत ऊँचाई में सुन्दर और सारी पृथ्वी के हर्ष का कारण है राजाधिराज का नगर उत्तरी सिरे पर है +15887,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_003.wav,उसके महलों में परमेश्वर ऊँचा गढ़ माना गया है +15888,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_004.wav,क्योंकि देखो राजा लोग इकट्ठे हुए वे एक संग आगे बढ़ गए +15889,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_005.wav,उन्होंने आप ही देखा और देखते ही विस्मित हुए वे घबराकर भाग गए +15890,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_006.wav,वहाँ कँपकँपी ने उनको आ पकड़ा और जच्चा की सी पीड़ाएँ उन्हें होने लगीं +15891,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_007.wav,तू पूर्वी वायु से तर्शीश के जहाजों को तोड़ डालता है +15892,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_008.wav,सेनाओं के यहोवा के नगर में अपने परमेश्वर के नगर में जैसा हमने सुना था वैसा देखा भी है परमेश्वर उसको सदा दृढ़ और स्थिर रखेगा +15893,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_009.wav,हे परमेश्वर हमने तेरे मन्दिर के भीतर तेरी करुणा पर ध्यान किया है +15894,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_010.wav,हे परमेश्वर तेरे नाम के योग्य तेरी स्तुति पृथ्वी की छोर तक होती है तेरा दाहिना हाथ धार्मिकता से भरा है +15895,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_011.wav,तेरे न्याय के कामों के कारण सिय्योन पर्वत आनन���द करे और यहूदा के नगर की पुत्रियाँ मगन हों +15896,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_012.wav,सिय्योन के चारों ओर चलो और उसकी परिक्रमा करो उसके गुम्मटों को गिन लो +15897,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_013.wav,उसकी शहरपनाह पर दृष्टि लगाओ उसके महलों को ध्यान से देखो जिससे कि तुम आनेवाली पीढ़ी के लोगों से इस बात का वर्णन कर सको +15898,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_048_014.wav,क्योंकि वह परमेश्वर सदा सर्वदा हमारा परमेश्वर है वह मृत्यु तक हमारी अगुआई करेगा +15899,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_001.wav,हे देशदेश के सब लोगों यह सुनो हे संसार के सब निवासियों कान लगाओ +15900,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_002.wav,क्या ऊँच क्या नीच क्या धनी क्या दरिद्र कान लगाओ +15901,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_003.wav,मेरे मुँह से बुद्धि की बातें निकलेंगी और मेरे हृदय की बातें समझ की होंगी +15902,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_004.wav,मैं नीतिवचन की ओर अपना कान लगाऊँगा मैं वीणा बजाते हुए अपनी गुप्त बात प्रकाशित करूँगा +15903,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_005.wav,विपत्ति के दिनों में मैं क्यों डरूँ जब अधर्म मुझे आ घेरे +15904,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_006.wav,जो अपनी सम्पत्ति पर भरोसा रखते और अपने धन की बहुतायत पर फूलते हैं +15905,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_007.wav,उनमें से कोई अपने भाई को किसी भाँति छुड़ा नहीं सकता है और न परमेश्वर को उसके बदले प्रायश्चित में कुछ दे सकता है +15906,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_008.wav,क्योंकि उनके प्राण की छुड़ौती भारी है वह अन्त तक कभी न चुका सकेंगे +15907,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_009.wav,कोई ऐसा नहीं जो सदैव जीवित रहे और कब्र को न देखे +15908,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_010.wav,क्योंकि देखने में आता है कि बुद्धिमान भी मरते हैं और मूर्ख और पशु सरीखे मनुष्य भी दोनों नाश होते हैं और अपनी सम्पत्ति दूसरों के लिये छोड़ जाते हैं +15909,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_011.wav,वे मन ही मन यह सोचते हैं कि उनका घर सदा स्थिर रहेगा और उनके निवास पीढ़ी से पीढ़ी तक बने रहेंगे इसलिए वे अपनीअपनी भूमि का नाम अपनेअपने नाम पर रखते हैं +15910,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_012.wav,परन्तु मनुष्य प्रतिष्ठा पाकर भी स्थिर नहीं रहता वह पशुओं के समान होता है जो मर मिटते हैं +15911,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_013.wav,उनकी यह चाल उनकी मूर्खता है तो भी उनके बाद लोग उनकी बातों से प्रसन्न होते हैं सेला +15912,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_014.wav,वे अधोलोक की मानो भेड़ों का झुण्ड ठहराए गए हैं मृत्यु उनका गड़रिया ठहरेगा और भोर को सीधे लोग उन पर प्रभुता करेंगे और उनका सुन्दर रूप अधोलोक का कौर हो जाएगा और उनका कोई आधार न रहेगा +15913,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_015.wav,परन्तु परमेश्वर मेरे प्राण को अधोलोक के वश से छुड़ा लेगा वह मुझे ग्रहण करके अपन���एगा +15914,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_016.wav,जब कोई धनी हो जाए और उसके घर का वैभव बढ़ जाए तब तू भय न खाना +15915,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_017.wav,क्योंकि वह मरकर कुछ भी साथ न ले जाएगा न उसका वैभव उसके साथ कब्र में जाएगा +15916,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_018.wav,चाहे वह जीते जी अपने आपको धन्य कहता रहे जब तू अपनी भलाई करता है तब वे लोग तेरी प्रशंसा करते हैं +15917,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_019.wav,तो भी वह अपने पुरखाओं के समाज में मिलाया जाएगा जो कभी उजियाला न देखेंगे +15918,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_049_020.wav,मनुष्य चाहे प्रतिष्ठित भी हों परन्तु यदि वे समझ नहीं रखते तो वे पशुओं के समान हैं जो मर मिटते हैं +15919,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_001.wav,सर्वशक्तिमान परमेश्वर यहोवा ने कहा है और उदयाचल से लेकर अस्ताचल तक पृथ्वी के लोगों को बुलाया है +15920,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_002.wav,सिय्योन से जो परम सुन्दर है परमेश्वर ने अपना तेज दिखाया है +15921,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_003.wav,हमारा परमेश्वर आएगा और चुपचाप न रहेगा आग उसके आगेआगे भस्म करती जाएगी और उसके चारों ओर बड़ी आँधी चलेगी +15922,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_004.wav,वह अपनी प्रजा का न्याय करने के लिये ऊपर के आकाश को और पृथ्वी को भी पुकारेगा +15923,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_005.wav,मेरे भक्तों को मेरे पास इकट्ठा करो जिन्होंने बलिदान चढ़ाकर मुझसे वाचा बाँधी है +15924,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_006.wav,और स्वर्ग उसके धर्मी होने का प्रचार करेगा क्योंकि परमेश्वर तो आप ही न्यायी है सेला +15925,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_007.wav,हे मेरी प्रजा सुन मैं बोलता हूँ और हे इस्राएल मैं तेरे विषय साक्षी देता हूँ परमेश्वर तेरा परमेश्वर मैं ही हूँ +15926,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_008.wav,मैं तुझ पर तेरे बलियों के विषय दोष नहीं लगाता तेरे होमबलि तो नित्य मेरे लिये चढ़ते हैं +15927,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_009.wav,मैं न तो तेरे घर से बैल न तेरे पशुशाला से बकरे ले लूँगा +15928,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_010.wav,क्योंकि वन के सारे जीवजन्तु और हजारों पहाड़ों के जानवर मेरे ही हैं +15929,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_011.wav,पहाड़ों के सब पक्षियों को मैं जानता हूँ और मैदान पर चलनेफिरनेवाले जानवर मेरे ही हैं +15930,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_012.wav,यदि मैं भूखा होता तो तुझ से न कहता क्योंकि जगत और जो कुछ उसमें है वह मेरा है +15931,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_013.wav,क्या मैं बैल का माँस खाऊँ या बकरों का लहू पीऊँ +15932,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_014.wav,परमेश्वर को धन्यवाद ही का बलिदान चढ़ा और परमप्रधान के लिये अपनी मन्नतें पूरी कर +15933,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_015.wav,और संकट के दिन मुझे पुकार मैं तुझे छुड़ाऊँगा और तू मेरी महिमा करने पाएगा +15934,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_016.wav,परन्तु दुष्ट से परमेश्वर कहता है तुझे मेरी विधियों का वर्णन करने से क्या काम तू मेरी वाचा की चर्चा क्यों करता है +15935,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_017.wav,तू तो शिक्षा से बैर करता और मेरे वचनों को तुच्छ जानता है +15936,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_018.wav,जब तूने चोर को देखा तब उसकी संगति से प्रसन्न हुआ और परस्त्रीगामियों के साथ भागी हुआ +15937,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_019.wav,तूने अपना मुँह बुराई करने के लिये खोला और तेरी जीभ छल की बातें गढ़ती है +15938,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_020.wav,तू बैठा हुआ अपने भाई के विरुद्ध बोलता और अपने सगे भाई की चुगली खाता है +15939,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_021.wav,यह काम तूने किया और मैं चुप रहा इसलिए तूने समझ लिया कि परमेश्वर बिल्कुल मेरे समान है परन्तु मैं तुझे समझाऊँगा और तेरी आँखों के सामने सब कुछ अलगअलग दिखाऊँगा +15940,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_022.wav,हे परमेश्वर को भूलनेवालो यह बात भली भाँति समझ लो कहीं ऐसा न हो कि मैं तुम्हें फाड़ डालूँ और कोई छुड़ानेवाला न हो +15941,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_050_023.wav,धन्यवाद के बलिदान का चढ़ानेवाला मेरी महिमा करता है और जो अपना चरित्र उत्तम रखता है उसको मैं परमेश्वर का उद्धार दिखाऊँगा +15942,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_001.wav,हे परमेश्वर अपनी करुणा के अनुसार मुझ पर अनुग्रह कर अपनी बड़ी दया के अनुसार मेरे अपराधों को मिटा दे +15943,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_002.wav,मुझे भली भाँति धोकर मेरा अधर्म दूर कर और मेरा पाप छुड़ाकर मुझे शुद्ध कर +15944,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_003.wav,मैं तो अपने अपराधों को जानता हूँ और मेरा पाप निरन्तर मेरी दृष्टि में रहता है +15945,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_004.wav,मैंने केवल तेरे ही विरुद्ध पाप किया और जो तेरी दृष्टि में बुरा है वही किया है ताकि तू बोलने में धर्मी और न्याय करने में निष्कलंक ठहरे +15946,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_005.wav,देख मैं अधर्म के साथ उत्पन्न हुआ और पाप के साथ अपनी माता के गर्भ में पड़ा +15947,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_006.wav,देख तू हृदय की सच्चाई से प्रसन्न होता है और मेरे मन ही में ज्ञान सिखाएगा +15948,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_007.wav,जूफा से मुझे शुद्ध कर तो मैं पवित्र हो जाऊँगा मुझे धो और मैं हिम से भी अधिक श्वेत बनूँगा +15949,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_008.wav,मुझे हर्ष और आनन्द की बातें सुना जिससे जो हड्डियाँ तूने तोड़ डाली हैं वे मगन हो जाएँ +15950,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_009.wav,अपना मुख मेरे पापों की ओर से फेर ले और मेरे सारे अधर्म के कामों को मिटा डाल +15951,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_010.wav,हे परमेश्वर मेरे अन्दर शुद्ध मन उत्पन्न कर और मेरे भीतर स्थिर आत्मा नये सिरे से उत्पन्न कर +15952,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_011.wav,मुझे अपने सामने से निकाल न दे और ���पने पवित्र आत्मा को मुझसे अलग न कर +15953,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_012.wav,अपने किए हुए उद्धार का हर्ष मुझे फिर से दे और उदार आत्मा देकर मुझे सम्भाल +15954,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_013.wav,जब मैं अपराधी को तेरा मार्ग सिखाऊँगा और पापी तेरी ओर फिरेंगे +15955,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_014.wav,हे परमेश्वर हे मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर मुझे हत्या के अपराध से छुड़ा ले तब मैं तेरी धार्मिकता का जयजयकार करने पाऊँगा +15956,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_015.wav,हे प्रभु मेरा मुँह खोल दे तब मैं तेरा गुणानुवाद कर सकूँगा +15957,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_016.wav,क्योंकि तू बलि से प्रसन्न नहीं होता नहीं तो मैं देता होमबलि से भी तू प्रसन्न नहीं होता +15958,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_017.wav,टूटा मन परमेश्वर के योग्य बलिदान है हे परमेश्वर तू टूटे और पिसे हुए मन को तुच्छ नहीं जानता +15959,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_018.wav,प्रसन्न होकर सिय्योन की भलाई कर यरूशलेम की शहरपनाह को तू बना +15960,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_051_019.wav,तब तू धार्मिकता के बलिदानों से अर्थात् सर्वांग पशुओं के होमबलि से प्रसन्न होगा तब लोग तेरी वेदी पर पवित्र बलिदान चढ़ाएँगे +15961,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_052_001.wav,हे वीर तू बुराई करने पर क्यों घमण्ड करता है परमेश्वर की करुणा तो अनन्त है +15962,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_052_002.wav,तेरी जीभ केवल दुष्टता गढ़ती है सान धरे हुए उस्तरे के समान वह छल का काम करती है +15963,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_052_003.wav,तू भलाई से बढ़कर बुराई में और धार्मिकता की बात से बढ़कर झूठ से प्रीति रखता है सेला +15964,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_052_004.wav,हे छली जीभ तू सब विनाश करनेवाली बातों से प्रसन्न रहती है +15965,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_052_005.wav,निश्चय परमेश्वर तुझे सदा के लिये नाश कर देगा वह तुझे पकड़कर तेरे डेरे से निकाल देगा और जीवितों के लोक से तुझे उखाड़ डालेगा सेला +15966,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_052_006.wav,तब धर्मी लोग इस घटना को देखकर डर जाएँगे और यह कहकर उस पर हँसेंगे +15967,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_052_007.wav,देखो यह वही पुरुष है जिसने परमेश्वर को अपनी शरण नहीं माना परन्तु अपने धन की बहुतायत पर भरोसा रखता था और अपने को दुष्टता में दृढ़ करता रहा +15968,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_052_008.wav,परन्तु मैं तो परमेश्वर के भवन में हरे जैतून के वृक्ष के समान हूँ मैंने परमेश्वर की करुणा पर सदा सर्वदा के लिये भरोसा रखा है +15969,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_052_009.wav,मैं तेरा धन्यवाद सर्वदा करता रहूँगा क्योंकि तू ही ने यह काम किया है मैं तेरे नाम पर आशा रखता हूँ क्योंकि यह तेरे पवित्र भक्तों के सामने उत्तम है +15970,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_053_001.wav,मूर्ख ने अपने मन में कहा कोई परमेश्वर है ही नहीं वे बिगड़ गए उन्होंने कुटिलता के घिनौने काम किए हैं कोई सुकर्मी नहीं +15971,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_053_002.wav,परमेश्वर ने स्वर्ग पर से मनुष्यों के ऊपर दृष्टि की ताकि देखे कि कोई बुद्धि से चलनेवाला या परमेश्वर को खोजनेवाला है कि नहीं +15972,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_053_003.wav,वे सब के सब हट गए सब एक साथ बिगड़ गए कोई सुकर्मी नहीं एक भी नहीं +15973,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_053_004.wav,क्या उन सब अनर्थकारियों को कुछ भी ज्ञान नहीं जो मेरे लोगों को रोटी के समान खाते है पर परमेश्वर का नाम नहीं लेते है +15974,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_053_005.wav,वहाँ उन पर भय छा गया जहाँ भय का कोई कारण न था क्योंकि यहोवा ने उनकी हड्डियों को जो तेरे विरुद्ध छावनी डाले पड़े थे तितरबितर कर दिया तूने तो उन्हें लज्जित कर दिया इसलिए कि परमेश्वर ने उनको त्याग दिया है +15975,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_053_006.wav,भला होता कि इस्राएल का पूरा उद्धार सिय्योन से निकलता जब परमेश्वर अपनी प्रजा को बन्धुवाई से लौटा ले आएगा तब याकूब मगन और इस्राएल आनन्दित होगा +15976,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_054_001.wav,हे परमेश्वर अपने नाम के द्वारा मेरा उद्धार कर और अपने पराक्रम से मेरा न्याय कर +15977,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_054_002.wav,हे परमेश्वर मेरी प्रार्थना सुन ले मेरे मुँह के वचनों की ओर कान लगा +15978,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_054_003.wav,क्योंकि परदेशी मेरे विरुद्ध उठे हैं और कुकर्मी मेरे प्राण के गाहक हुए हैं उन्होंने परमेश्वर को अपने सम्मुख नहीं जाना सेला +15979,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_054_004.wav,देखो परमेश्वर मेरा सहायक है प्रभु मेरे प्राण को सम्भालनेवाला है +15980,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_054_005.wav,वह मेरे द्रोहियों की बुराई को उन्हीं पर लौटा देगा हे परमेश्वर अपनी सच्चाई के कारण उनका विनाश कर +15981,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_054_006.wav,मैं तुझे स्वेच्छाबलि चढ़ाऊँगा हे यहोवा मैं तेरे नाम का धन्यवाद करूँगा क्योंकि यह उत्तम है +15982,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_054_007.wav,क्योंकि तूने मुझे सब दुःखों से छुड़ाया है और मैंने अपने शत्रुओं पर विजयपूर्ण दृष्टि डाली है +15983,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_001.wav,हे परमेश्वर मेरी प्रार्थना की ओर कान लगा और मेरी गिड़गिड़ाहट से मुँह न मोड़ +15984,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_002.wav,मेरी ओर ध्यान देकर मुझे उत्तर दे विपत्तियों के कारण मैं व्याकुल होता हूँ +15985,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_003.wav,क्योंकि शत्रु कोलाहल और दुष्ट उपद्रव कर रहें हैं वे मुझ पर दोषारोपण करते हैं और क्रोध में आकर सताते हैं +15986,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_004.wav,मेरा मन भीतर ही भीतर संकट में है और मृत्यु का भय मुझ में समा गया है +15987,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_005.wav,भय और कंपन ने मुझे पकड़ लिया है औ��� भय ने मुझे जकड़ लिया है +15988,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_006.wav,तब मैंने कहा भला होता कि मेरे कबूतर के से पंख होते तो मैं उड़ जाता और विश्राम पाता +15989,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_007.wav,देखो फिर तो मैं उड़तेउड़ते दूर निकल जाता और जंगल में बसेरा लेता सेला +15990,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_008.wav,मैं प्रचण्ड बयार और आँधी के झोंके से बचकर किसी शरणस्थान में भाग जाता +15991,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_009.wav,हे प्रभु उनका सत्यानाश कर और उनकी भाषा में गड़बड़ी डाल दे क्योंकि मैंने नगर में उपद्रव और झगड़ा देखा है +15992,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_010.wav,रातदिन वे उसकी शहरपनाह पर चढ़कर चारों ओर घूमते हैं और उसके भीतर दुष्टता और उत्पात होता है +15993,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_011.wav,उसके भीतर दुष्टता ने बसेरा डाला है और अत्याचार और छल उसके चौक से दूर नहीं होते +15994,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_012.wav,जो मेरी नामधराई करता है वह शत्रु नहीं था नहीं तो मैं उसको सह लेता जो मेरे विरुद्ध बड़ाई मारता है वह मेरा बैरी नहीं है नहीं तो मैं उससे छिप जाता +15995,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_013.wav,परन्तु वह तो तू ही था जो मेरी बराबरी का मनुष्य मेरा परम मित्र और मेरी जानपहचान का था +15996,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_014.wav,हम दोनों आपस में कैसी मीठीमीठी बातें करते थे हम भीड़ के साथ परमेश्वर के भवन को जाते थे +15997,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_015.wav,उनको मृत्यु अचानक आ दबाए वे जीवित ही अधोलोक में उतर जाएँ क्योंकि उनके घर और मन दोनों में बुराइयाँ और उत्पात भरा है +15998,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_016.wav,परन्तु मैं तो परमेश्वर को पुकारूँगा और यहोवा मुझे बचा लेगा +15999,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_017.wav,साँझ को भोर को दोपहर को तीनों पहर मैं दुहाई दूँगा और कराहता रहूँगा और वह मेरा शब्द सुन लेगा +16000,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_018.wav,जो लड़ाई मेरे विरुद्ध मची थी उससे उसने मुझे कुशल के साथ बचा लिया है उन्होंने तो बहुतों को संग लेकर मेरा सामना किया था +16001,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_019.wav,परमेश्वर जो आदि से विराजमान है यह सुनकर उनको उत्तर देगा सेला ये वे है जिनमें कोई परिवर्तन नहीं और उनमें परमेश्वर का भय है ही नहीं +16002,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_020.wav,उसने अपने मेल रखनेवालों पर भी हाथ उठाया है उसने अपनी वाचा को तोड़ दिया है +16003,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_021.wav,उसके मुँह की बातें तो मक्खन सी चिकनी थी परन्तु उसके मन में लड़ाई की बातें थीं उसके वचन तेल से अधिक नरम तो थे परन्तु नंगी तलवारें थीं +16004,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_022.wav,अपना बोझ यहोवा पर डाल दे वह तुझे सम्भालेगा वह धर्मी को कभी टलने न देगा +16005,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_055_023.wav,परन्तु हे परमेश्वर तू उन लोगों को विनाश के गड्ढे में गिरा देगा हत्यारे और छली मनुष्य अपनी आधी आयु तक भी जीवित न रहेंगे परन्तु मैं तुझ पर भरोसा रखे रहूँगा +16006,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_001.wav,हे परमेश्वर मुझ पर दया कर क्योंकि मनुष्य मुझे निगलना चाहते हैं वे दिन भर लड़कर मुझे सताते हैं +16007,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_002.wav,मेरे द्रोही दिन भर मुझे निगलना चाहते हैं क्योंकि जो लोग अभिमान करके मुझसे लड़ते हैं वे बहुत हैं +16008,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_003.wav,जिस समय मुझे डर लगेगा मैं तुझ पर भरोसा रखूँगा +16009,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_004.wav,परमेश्वर की सहायता से मैं उसके वचन की प्रशंसा करूँगा परमेश्वर पर मैंने भरोसा रखा है मैं नहीं डरूँगा कोई प्राणी मेरा क्या कर सकता है +16010,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_005.wav,वे दिन भर मेरे वचनों को उलटा अर्थ लगा लगाकर मरोड़ते रहते हैं उनकी सारी कल्पनाएँ मेरी ही बुराई करने की होती है +16011,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_006.wav,वे सब मिलकर इकट्ठे होते हैं और छिपकर बैठते हैं वे मेरे कदमों को देखते भालते हैं मानो वे मेरे प्राणों की घात में ताक लगाए बैठे हों +16012,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_007.wav,क्या वे बुराई करके भी बच जाएँगे हे परमेश्वर अपने क्रोध से देशदेश के लोगों को गिरा दे +16013,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_008.wav,तू मेरे मारेमारे फिरने का हिसाब रखता है तू मेरे आँसुओं को अपनी कुप्पी में रख ले क्या उनकी चर्चा तेरी पुस्तक में नहीं है +16014,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_009.wav,तब जिस समय मैं पुकारूँगा उसी समय मेरे शत्रु उलटे फिरेंगे यह मैं जानता हूँ कि परमेश्वर मेरी ओर है +16015,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_010.wav,परमेश्वर की सहायता से मैं उसके वचन की प्रशंसा करूँगा यहोवा की सहायता से मैं उसके वचन की प्रशंसा करूँगा +16016,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_011.wav,मैंने परमेश्वर पर भरोसा रखा है मैं न डरूँगा मनुष्य मेरा क्या कर सकता है +16017,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_012.wav,हे परमेश्वर तेरी मन्नतों का भार मुझ पर बना है मैं तुझको धन्यवादबलि चढ़ाऊँगा +16018,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_056_013.wav,क्योंकि तूने मुझ को मृत्यु से बचाया है तूने मेरे पैरों को भी फिसलने से बचाया है ताकि मैं परमेश्वर के सामने जीवितों के उजियाले में चलूँ फिरूँ +16019,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_057_001.wav,हे परमेश्वर मुझ पर दया कर मुझ पर दया कर क्योंकि मैं तेरा शरणागत हूँ और जब तक ये विपत्तियाँ निकल न जाएँ तब तक मैं तेरे पंखों के तले शरण लिए रहूँगा +16020,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_057_002.wav,मैं परमप्रधान परमेश्वर को पुकारूँगा परमेश्वर को जो मेरे लिये सब कुछ सिद्ध करता है +16021,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_057_003.wav,परमेश्वर स्वर्ग से भेजकर मुझे बचा लेगा जब मेरा निगलनेवाला निन्दा कर रहा हो सेला परमेश्वर अपनी करुणा और सच्चाई प्रगट करेगा +16022,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_057_004.wav,मेरा प्राण सिंहों के बीच में है मुझे जलते हुओं के बीच में लेटना पड़ता है अर्थात् ऐसे मनुष्यों के बीच में जिनके दाँत बर्छी और तीर हैं और जिनकी जीभ तेज तलवार है +16023,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_057_005.wav,हे परमेश्वर तू स्वर्ग के ऊपर अति महान और तेजोमय है तेरी महिमा सारी पृथ्वी के ऊपर फैल जाए +16024,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_057_006.wav,उन्होंने मेरे पैरों के लिये जाल बिछाया है मेरा प्राण ढला जाता है उन्होंने मेरे आगे गड्ढा खोदा परन्तु आप ही उसमें गिर पड़े सेला +16025,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_057_007.wav,हे परमेश्वर मेरा मन स्थिर है मेरा मन स्थिर है मैं गाऊँगा वरन् भजन कीर्तन करूँगा +16026,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_057_008.wav,हे मेरे मन जाग जा हे सारंगी और वीणा जाग जाओ मैं भी पौ फटते ही जाग उठूँगा +16027,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_057_009.wav,हे प्रभु मैं देशदेश के लोगों के बीच तेरा धन्यवाद करूँगा मैं राज्यराज्य के लोगों के बीच में तेरा भजन गाऊँगा +16028,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_057_010.wav,क्योंकि तेरी करुणा स्वर्ग तक बड़ी है और तेरी सच्चाई आकाशमण्डल तक पहुँचती है +16029,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_057_011.wav,हे परमेश्वर तू स्वर्ग के ऊपर अति महान है तेरी महिमा सारी पृथ्वी के ऊपर फैल जाए +16030,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_058_001.wav,हे मनुष्यों क्या तुम सचमुच धार्मिकता की बात बोलते हो और हे मनुष्य वंशियों क्या तुम सिधाई से न्याय करते हो +16031,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_058_002.wav,नहीं तुम मन ही मन में कुटिल काम करते हो तुम देश भर में उपद्रव करते जाते हो +16032,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_058_003.wav,दुष्ट लोग जन्मते ही पराए हो जाते हैं वे पेट से निकलते ही झूठ बोलते हुए भटक जाते हैं +16033,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_058_004.wav,उनमें सर्प का सा विष है वे उस नाग के समान है जो सुनना नहीं चाहता +16034,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_058_005.wav,और सपेरा कितनी ही निपुणता से क्यों न मंत्र पढ़े तो भी उसकी नहीं सुनता +16035,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_058_006.wav,हे परमेश्वर उनके मुँह में से दाँतों को तोड़ दे हे यहोवा उन जवान सिंहों की दाढ़ों को उखाड़ डाल +16036,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_058_007.wav,वे घुलकर बहते हुए पानी के समान हो जाएँ जब वे अपने तीर चढ़ाएँ तब तीर मानो दो टुकड़े हो जाएँ +16037,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_058_008.wav,वे घोंघे के समान हो जाएँ जो घुलकर नाश हो जाता है और स्त्री के गिरे हुए गर्भ के समान हो जिसने सूरज को देखा ही नहीं +16038,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_058_009.wav,इससे पहले कि तुम्हारी हाँड़ियों में काँटों की आँच लगे हरे व जले दोनों को वह बवण्डर से उड़ा ले जाएगा +16039,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_058_010.wav,पर���ेश्वर का ऐसा पलटा देखकर आनन्दित होगा वह अपने पाँव दुष्ट के लहू में धोएगा +16040,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_058_011.wav,तब मनुष्य कहने लगेंगे निश्चय धर्मी के लिये फल है निश्चय परमेश्वर है जो पृथ्वी पर न्याय करता है +16041,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_001.wav,हे मेरे परमेश्वर मुझ को शत्रुओं से बचा मुझे ऊँचे स्थान पर रखकर मेरे विरोधियों से बचा +16042,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_002.wav,मुझ को बुराई करनेवालों के हाथ से बचा और हत्यारों से मेरा उद्धार कर +16043,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_003.wav,क्योंकि देख वे मेरी घात में लगे हैं हे यहोवा मेरा कोई दोष या पाप नहीं है तो भी बलवन्त लोग मेरे विरुद्ध इकट्ठे होते हैं +16044,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_004.wav,मैं निर्दोष हूँ तो भी वे मुझसे लड़ने को मेरी ओर दौड़ते है जाग और मेरी मदद कर और यह देख +16045,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_005.wav,हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा हे इस्राएल के परमेश्वर सब अन्यजातियों को दण्ड देने के लिये जाग किसी विश्वासघाती अत्याचारी पर अनुग्रह न कर सेला +16046,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_006.wav,वे लोग साँझ को लौटकर कुत्ते के समान गुर्राते हैं और नगर के चारों ओर घूमते हैं +16047,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_007.wav,देख वे डकारते हैं उनके मुँह के भीतर तलवारें हैं क्योंकि वे कहते हैं कौन हमें सुनता है +16048,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_008.wav,परन्तु हे यहोवा तू उन पर हँसेगा तू सब अन्यजातियों को उपहास में उड़ाएगा +16049,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_009.wav,हे परमेश्वर मेरे बल मैं तुझ पर ध्यान दूँगा तू मेरा ऊँचा गढ़ है +16050,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_010.wav,परमेश्वर करुणा करता हुआ मुझसे मिलेगा परमेश्वर मेरे शत्रुओं के विषय मेरी इच्छा पूरी कर देगा +16051,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_011.wav,उन्हें घात न कर ऐसा न हो कि मेरी प्रजा भूल जाए हे प्रभु हे हमारी ढाल अपनी शक्ति से उन्हें तितरबितर कर उन्हें दबा दे +16052,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_012.wav,वह अपने मुँह के पाप और होठों के वचन और श्राप देने और झूठ बोलने के कारण अभिमान में फँसे हुए पकड़े जाएँ +16053,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_013.wav,जलजलाहट में आकर उनका अन्त कर उनका अन्त कर दे ताकि वे नष्ट हो जाएँ तब लोग जानेंगे कि परमेश्वर याकूब पर वरन् पृथ्वी की छोर तक प्रभुता करता है सेला +16054,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_014.wav,वे साँझ को लौटकर कुत्ते के समान गुर्राते और नगर के चारों ओर घूमते है +16055,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_015.wav,वे टुकड़े के लिये मारेमारे फिरते और तृप्त न होने पर रात भर गुर्राते है +16056,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_016.wav,परन्तु मैं तेरी सामर्थ्य का यश गाऊँगा और भोर को तेरी करुणा का जयजयकार करूँगा क्योंकि तू मेरा ऊँचा गढ़ है और संकट के समय मेरा शरणस्थान ठहरा है +16057,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_059_017.wav,हे मेरे बल मैं तेरा भजन गाऊँगा क्योंकि हे परमेश्वर तू मेरा ऊँचा गढ़ और मेरा करुणामय परमेश्वर है +16058,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_060_001.wav,हे परमेश्वर तूने हमको त्याग दिया और हमको तोड़ डाला है तू क्रोधित हुआ फिर हमको ज्यों का त्यों कर दे +16059,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_060_002.wav,तूने भूमि को कँपाया और फाड़ डाला है उसके दरारों को भर दे क्योंकि वह डगमगा रही है +16060,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_060_003.wav,तूने अपनी प्रजा को कठिन समय दिखाया तूने हमें लड़खड़ा देनेवाला दाखमधु पिलाया है +16061,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_060_004.wav,तूने अपने डरवैयों को झण्डा दिया है कि वह सच्चाई के कारण फहराया जाए सेला +16062,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_060_005.wav,तू अपने दाहिने हाथ से बचा और हमारी सुन ले कि तेरे प्रिय छुड़ाए जाएँ +16063,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_060_006.wav,परमेश्वर पवित्रता के साथ बोला है मैं प्रफुल्लित होऊँगा मैं शेकेम को बाँट लूँगा और सुक्कोत की तराई को नपवाऊँगा +16064,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_060_007.wav,गिलाद मेरा है मनश्शे भी मेरा है और एप्रैम मेरे सिर का टोप यहूदा मेरा राजदण्ड है +16065,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_060_008.wav,मोआब मेरे धोने का पात्र है मैं एदोम पर अपना जूता फेंकूँगा हे पलिश्तीन मेरे ही कारण जयजयकार कर +16066,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_060_009.wav,मुझे गढ़वाले नगर में कौन पहुँचाएगा एदोम तक मेरी अगुआई किसने की है +16067,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_060_010.wav,हे परमेश्वर क्या तूने हमको त्याग नहीं दिया हे परमेश्वर तू हमारी सेना के साथ नहीं जाता +16068,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_060_011.wav,शत्रु के विरुद्ध हमारी सहायता कर क्योंकि मनुष्य की सहायता व्यर्थ है +16069,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_060_012.wav,परमेश्वर की सहायता से हम वीरता दिखाएँगे क्योंकि हमारे शत्रुओं को वही रौंदेगा +16070,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_061_001.wav,हे परमेश्वर मेरा चिल्लाना सुन मेरी प्रार्थना की ओर ध्यान दे +16071,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_061_002.wav,मूर्छा खाते समय मैं पृथ्वी की छोर से भी तुझे पुकारूँगा जो चट्टान मेरे लिये ऊँची है उस पर मुझ को ले चल +16072,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_061_003.wav,क्योंकि तू मेरा शरणस्थान है और शत्रु से बचने के लिये ऊँचा गढ़ है +16073,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_061_004.wav,मैं तेरे तम्बू में युगानुयुग बना रहूँगा मैं तेरे पंखों की ओट में शरण लिए रहूँगा सेला +16074,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_061_005.wav,क्योंकि हे परमेश्वर तूने मेरी मन्नतें सुनीं जो तेरे नाम के डरवैये हैं उनका सा भाग तूने मुझे दिया है +16075,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_061_006.wav,तू राजा की आयु को बहुत बढ़ाएगा उसके वर्ष पीढ़ीपीढ़ी के बराबर होंगे +16076,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_061_007.wav,वह परमेश्वर के सम्मुख सदा बना रहेगा त�� अपनी करुणा और सच्चाई को उसकी रक्षा के लिये ठहरा रख +16077,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_061_008.wav,इस प्रकार मैं सर्वदा तेरे नाम का भजन गा गाकर अपनी मन्नतें हर दिन पूरी किया करूँगा +16078,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_062_001.wav,सचमुच मैं चुपचाप होकर परमेश्वर की ओर मन लगाए हूँ मेरा उद्धार उसी से होता है +16079,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_062_002.wav,सचमुच वही मेरी चट्टान और मेरा उद्धार है वह मेरा गढ़ है मैं अधिक न डिगूँगा +16080,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_062_003.wav,तुम कब तक एक पुरुष पर धावा करते रहोगे कि सब मिलकर उसका घात करो वह तो झुकी हुई दीवार या गिरते हुए बाड़े के समान है +16081,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_062_004.wav,सचमुच वे उसको उसके ऊँचे पद से गिराने की सम्मति करते हैं वे झूठ से प्रसन्न रहते हैं मुँह से तो वे आशीर्वाद देते पर मन में कोसते हैं सेला +16082,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_062_005.wav,हे मेरे मन परमेश्वर के सामने चुपचाप रह क्योंकि मेरी आशा उसी से है +16083,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_062_006.wav,सचमुच वही मेरी चट्टान और मेरा उद्धार है वह मेरा गढ़ है इसलिए मैं न डिगूँगा +16084,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_062_007.wav,मेरे उद्धार और मेरी महिमा का आधार परमेश्वर है मेरी दृढ़ चट्टान और मेरा शरणस्थान परमेश्वर है +16085,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_062_008.wav,हे लोगों हर समय उस पर भरोसा रखो उससे अपनेअपने मन की बातें खोलकर कहो परमेश्वर हमारा शरणस्थान है सेला +16086,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_062_009.wav,सचमुच नीच लोग तो अस्थाई और बड़े लोग मिथ्या ही हैं तौल में वे हलके निकलते हैं वे सब के सब साँस से भी हलके हैं +16087,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_062_010.wav,अत्याचार करने पर भरोसा मत रखो और लूट पाट करने पर मत फूलो चाहे धनसम्पत्ति बढ़े तो भी उस पर मन न लगाना +16088,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_062_011.wav,परमेश्वर ने एक बार कहा है और दो बार मैंने यह सुना है कि सामर्थ्य परमेश्वर का है +16089,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_062_012.wav,और हे प्रभु करुणा भी तेरी है क्योंकि तू एकएक जन को उसके काम के अनुसार फल देता है +16090,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_063_001.wav,हे परमेश्वर तू मेरा परमेश्वर है मैं तुझे यत्न से ढूँढ़ूगा सूखी और निर्जल ऊसर भूमि पर मेरा मन तेरा प्यासा है मेरा शरीर तेरा अति अभिलाषी है +16091,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_063_002.wav,इस प्रकार से मैंने पवित्रस्थान में तुझ पर दृष्टि की कि तेरी सामर्थ्य और महिमा को देखूँ +16092,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_063_003.wav,क्योंकि तेरी करुणा जीवन से भी उत्तम है मैं तेरी प्रशंसा करूँगा +16093,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_063_004.wav,इसी प्रकार मैं जीवन भर तुझे धन्य कहता रहूँगा और तेरा नाम लेकर अपने हाथ उठाऊँगा +16094,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_063_005.wav,मेरा जीव मानो चर्बी और चिकने भोजन से तृप्त होगा और मैं जयजयका��� करके तेरी स्तुति करूँगा +16095,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_063_006.wav,जब मैं बिछौने पर पड़ा तेरा स्मरण करूँगा तब रात के एकएक पहर में तुझ पर ध्यान करूँगा +16096,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_063_007.wav,क्योंकि तू मेरा सहायक बना है इसलिए मैं तेरे पंखों की छाया में जयजयकार करूँगा +16097,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_063_008.wav,मेरा मन तेरे पीछेपीछे लगा चलता है और मुझे तो तू अपने दाहिने हाथ से थाम रखता है +16098,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_063_009.wav,परन्तु जो मेरे प्राण के खोजी हैं वे पृथ्वी के नीचे स्थानों में जा पड़ेंगे +16099,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_063_010.wav,वे तलवार से मारे जाएँगे और गीदड़ों का आहार हो जाएँगे +16100,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_063_011.wav,परन्तु राजा परमेश्वर के कारण आनन्दित होगा जो कोई परमेश्वर की शपथ खाए वह बड़ाई करने पाएगा परन्तु झूठ बोलनेवालों का मुँह बन्द किया जाएगा +16101,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_064_001.wav,हे परमेश्वर जब मैं तेरी दुहाई दूँ तब मेरी सुन शत्रु के उपजाए हुए भय के समय मेरे प्राण की रक्षा कर +16102,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_064_002.wav,कुकर्मियों की गोष्ठी से और अनर्थकारियों के हुल्लड़ से मेरी आड़ हो +16103,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_064_003.wav,उन्होंने अपनी जीभ को तलवार के समान तेज किया है और अपने कड़वे वचनों के तीरों को चढ़ाया है +16104,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_064_004.wav,ताकि छिपकर खरे मनुष्य को मारें वे निडर होकर उसको अचानक मारते भी हैं +16105,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_064_005.wav,वे बुरे काम करने को हियाव बाँधते हैं वे फंदे लगाने के विषय बातचीत करते हैं और कहते हैं हमको कौन देखेगा +16106,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_064_006.wav,वे कुटिलता की युक्ति निकालते हैं और कहते हैं हमने पक्की युक्ति खोजकर निकाली है क्योंकि मनुष्य के मन और हृदय के विचार गहरे है +16107,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_064_007.wav,परन्तु परमेश्वर उन पर तीर चलाएगा वे अचानक घायल हो जाएँगे +16108,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_064_008.wav,वे अपने ही वचनों के कारण ठोकर खाकर गिर पड़ेंगे जितने उन पर दृष्टि करेंगे वे सब अपनेअपने सिर हिलाएँगे +16109,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_064_009.wav,तब सारे लोग डर जाएँगे और परमेश्वर के कामों का बखान करेंगे और उसके कार्यक्रम को भली भाँति समझेंगे +16110,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_064_010.wav,धर्मी तो यहोवा के कारण आनन्दित होकर उसका शरणागत होगा और सब सीधे मनवाले बड़ाई करेंगे +16111,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_001.wav,हे परमेश्वर सिय्योन में स्तुति तेरी बाट जोहती है और तेरे लिये मन्नतें पूरी की जाएँगी +16112,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_002.wav,हे प्रार्थना के सुननेवाले सब प्राणी तेरे ही पास आएँगे +16113,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_003.wav,अधर्म के काम मुझ पर प्रबल हुए हैं हमारे अपराधों को तू क्षमा करेगा +16114,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_004.wav,क्या ही धन्य है वह जिसको तू चुनकर अपने समीप आने देता है कि वह तेरे आँगनों में वास करे हम तेरे भवन के अर्थात् तेरे पवित्र मन्दिर के उत्तमउत्तम पदार्थों से तृप्त होंगे +16115,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_005.wav,हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर हे पृथ्वी के सब दूरदूर देशों के और दूर के समुद्र पर के रहनेवालों के आधार तू धार्मिकता से किए हुए अद्भुत कार्यों द्वारा हमें उत्तर देगा +16116,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_006.wav,तू जो पराक्रम का फेंटा कसे हुए अपनी सामर्थ्य के पर्वतों को स्थिर करता है +16117,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_007.wav,तू जो समुद्र का महाशब्द उसकी तरंगों का महाशब्द और देशदेश के लोगों का कोलाहल शान्त करता है +16118,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_008.wav,इसलिए दूरदूर देशों के रहनेवाले तेरे चिन्ह देखकर डर गए हैं तू उदयाचल और अस्ताचल दोनों से जयजयकार कराता है +16119,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_009.wav,तू भूमि की सुधि लेकर उसको सींचता है तू उसको बहुत फलदायक करता है परमेश्वर की नदी जल से भरी रहती है तू पृथ्वी को तैयार करके मनुष्यों के लिये अन्न को तैयार करता है +16120,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_010.wav,तू रेघारियों को भली भाँति सींचता है और उनके बीच की मिट्टी को बैठाता है तू भूमि को मेंह से नरम करता है और उसकी उपज पर आशीष देता है +16121,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_011.wav,तेरी भलाइयों से तू वर्ष को मुकुट पहनता है तेरे मार्गों में उत्तमउत्तम पदार्थ पाए जाते हैं +16122,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_012.wav,वे जंगल की चराइयों में हरियाली फूट पड़ती हैं और पहाड़ियाँ हर्ष का फेंटा बाँधे हुए है +16123,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_065_013.wav,चराइयाँ भेड़बकरियों से भरी हुई हैं और तराइयाँ अन्न से ढँपी हुई हैं वे जयजयकार करती और गाती भी हैं +16124,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_001.wav,हे सारी पृथ्वी के लोगों परमेश्वर के लिये जयजयकार करो +16125,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_002.wav,उसके नाम की महिमा का भजन गाओ उसकी स्तुति करते हुए उसकी महिमा करो +16126,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_003.wav,परमेश्वर से कहो तेरे काम कितने भयानक हैं तेरी महासामर्थ्य के कारण तेरे शत्रु तेरी चापलूसी करेंगे +16127,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_004.wav,सारी पृथ्वी के लोग तुझे दण्डवत् करेंगे और तेरा भजन गाएँगे वे तेरे नाम का भजन गाएँगे सेला +16128,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_005.wav,आओ परमेश्वर के कामों को देखो वह अपने कार्यों के कारण मनुष्यों को भययोग्य देख पड़ता है +16129,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_006.wav,उसने समुद्र को सूखी भूमि कर डाला वे महानद में से पाँवपाँव पार उतरे वहाँ हम उसके कारण आनन्दित हुए +16130,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_007.wav,जो अपने पराक्रम से सर्वदा प्रभुत��� करता है और अपनी आँखों से जातिजाति को ताकता है विद्रोही अपने सिर न उठाए सेला +16131,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_008.wav,हे देशदेश के लोगों हमारे परमेश्वर को धन्य कहो और उसकी स्तुति में राग उठाओ +16132,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_009.wav,जो हमको जीवित रखता है और हमारे पाँव को टलने नहीं देता +16133,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_010.wav,क्योंकि हे परमेश्वर तूने हमको जाँचा तूने हमें चाँदी के समान ताया था +16134,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_011.wav,तूने हमको जाल में फँसाया और हमारी कमर पर भारी बोझ बाँधा था +16135,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_012.wav,तूने घुड़चढ़ों को हमारे सिरों के ऊपर से चलाया हम आग और जल से होकर गए परन्तु तूने हमको उबार के सुख से भर दिया है +16136,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_013.wav,मैं होमबलि लेकर तेरे भवन में आऊँगा मैं उन मन्नतों को तेरे लिये पूरी करूँगा +16137,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_014.wav,जो मैंने मुँह खोलकर मानीं और संकट के समय कही थीं +16138,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_015.wav,मैं तुझे मोटे पशुओं की होमबलि मेढ़ों की चर्बी की धूप समेत चढ़ाऊँगा मैं बकरों समेत बैल चढ़ाऊँगा सेला +16139,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_016.wav,हे परमेश्वर के सब डरवैयों आकर सुनो मैं बताऊँगा कि उसने मेरे लिये क्याक्या किया है +16140,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_017.wav,मैंने उसको पुकारा और उसी का गुणानुवाद मुझसे हुआ +16141,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_018.wav,यदि मैं मन में अनर्थ की बात सोचता तो प्रभु मेरी न सुनता +16142,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_019.wav,परन्तु परमेश्वर ने तो सुना है उसने मेरी प्रार्थना की ओर ध्यान दिया है +16143,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_066_020.wav,धन्य है परमेश्वर जिसने न तो मेरी प्रार्थना अनसुनी की और न मुझसे अपनी करुणा दूर कर दी है +16144,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_067_001.wav,परमेश्वर हम पर अनुग्रह करे और हमको आशीष दे वह हम पर अपने मुख का प्रकाश चमकाए सेला +16145,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_067_002.wav,जिससे तेरी गति पृथ्वी पर और तेरा किया हुआ उद्धार सारी जातियों में जाना जाए +16146,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_067_003.wav,हे परमेश्वर देशदेश के लोग तेरा धन्यवाद करें देशदेश के सब लोग तेरा धन्यवाद करें +16147,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_067_004.wav,राज्यराज्य के लोग आनन्द करें और जयजयकार करें क्योंकि तू देशदेश के लोगों का न्याय धर्म से करेगा और पृथ्वी के राज्यराज्य के लोगों की अगुआई करेगा सेला +16148,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_067_005.wav,हे परमेश्वर देशदेश के लोग तेरा धन्यवाद करें देशदेश के सब लोग तेरा धन्यवाद करें +16149,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_067_006.wav,भूमि ने अपनी उपज दी है परमेश्वर जो हमारा परमेश्वर है उसने हमें आशीष दी है +16150,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_067_007.wav,परमेश्वर हमको आशीष देगा और पृथ्वी के दूरदूर देशों के सब लोग उसका भय मा���ेंगे +16151,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_001.wav,परमेश्वर उठे उसके शत्रु तितरबितर हों और उसके बैरी उसके सामने से भाग जाएँ +16152,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_002.wav,जैसे धुआँ उड़ जाता है वैसे ही तू उनको उड़ा दे जैसे मोम आग की आँच से पिघल जाता है वैसे ही दुष्ट लोग परमेश्वर की उपस्थिति से नाश हों +16153,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_003.wav,परन्तु धर्मी आनन्दित हों वे परमेश्वर के सामने प्रफुल्लित हों वे आनन्द में मगन हों +16154,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_004.wav,परमेश्वर का गीत गाओ उसके नाम का भजन गाओ जो निर्जल देशों में सवार होकर चलता है उसके लिये सड़क बनाओ उसका नाम यहोवा है इसलिए तुम उसके सामने प्रफुल्लित हो +16155,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_005.wav,परमेश्वर अपने पवित्र धाम में अनाथों का पिता और विधवाओं का न्यायी है +16156,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_006.wav,परमेश्वर अनाथों का घर बसाता है और बन्दियों को छुड़ाकर सम्पन्न करता है परन्तु विद्रोहियों को सूखी भूमि पर रहना पड़ता है +16157,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_007.wav,हे परमेश्वर जब तू अपनी प्रजा के आगेआगे चलता था जब तू निर्जल भूमि में सेना समेत चला सेला +16158,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_008.wav,तब पृथ्वी काँप उठी और आकाश भी परमेश्वर के सामने टपकने लगा उधर सीनै पर्वत परमेश्वर हाँ इस्राएल के परमेश्वर के सामने काँप उठा +16159,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_009.wav,हे परमेश्वर तूने बहुतायत की वर्षा की तेरा निज भाग तो बहुत सूखा था परन्तु तूने उसको हरा भरा किया है +16160,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_010.wav,तेरा झुण्ड उसमें बसने लगा हे परमेश्वर तूने अपनी भलाई से दीन जन के लिये तैयारी की है +16161,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_011.wav,प्रभु आज्ञा देता है तब शुभ समाचार सुनानेवालियों की बड़ी सेना हो जाती है +16162,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_012.wav,अपनीअपनी सेना समेत राजा भागे चले जाते हैं और गृहस्थिन लूट को बाँट लेती है +16163,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_013.wav,क्या तुम भेड़शालाओं के बीच लेट जाओगे और ऐसी कबूतरी के समान होंगे जिसके पंख चाँदी से और जिसके पर पीले सोने से मढ़े हुए हों +16164,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_014.wav,जब सर्वशक्तिमान ने उसमें राजाओं को तितरबितर किया तब मानो सल्मोन पर्वत पर हिम पड़ा +16165,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_015.wav,बाशान का पहाड़ परमेश्वर का पहाड़ है बाशान का पहाड़ बहुत शिखरवाला पहाड़ है +16166,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_016.wav,परन्तु हे शिखरवाले पहाड़ों तुम क्यों उस पर्वत को घूरते हो जिसे परमेश्वर ने अपने वास के लिये चाहा है और जहाँ यहोवा सदा वास किए रहेगा +16167,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_017.wav,परमेश्वर के रथ बीस हजार वरन् हजारों हजार हैं प्रभु उनके बीच में है जैसे वह सीनै पवित्रस्��ान में है +16168,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_018.wav,तू ऊँचे पर चढ़ा तू लोगों को बँधुवाई में ले गया तूने मनुष्यों से वरन् हठीले मनुष्यों से भी भेंटें लीं जिससे यहोवा परमेश्वर उनमें वास करे +16169,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_019.wav,धन्य है प्रभु जो प्रतिदिन हमारा बोझ उठाता है वही हमारा उद्धारकर्ता परमेश्वर है सेला +16170,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_020.wav,वही हमारे लिये बचानेवाला परमेश्वर ठहरा यहोवा प्रभु मृत्यु से भी बचाता है +16171,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_021.wav,निश्चय परमेश्वर अपने शत्रुओं के सिर पर और जो अधर्म के मार्ग पर चलता रहता है उसका बाल भरी खोपड़ी पर मारमार के उसे चूर करेगा +16172,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_022.wav,प्रभु ने कहा है मैं उन्हें बाशान से निकाल लाऊँगा मैं उनको गहरे सागर के तल से भी फेर ले आऊँगा +16173,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_023.wav,कि तू अपने पाँव को लहू में डुबोए और तेरे शत्रु तेरे कुत्तों का भाग ठहरें +16174,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_024.wav,हे परमेश्वर तेरी शोभायात्राएँ देखी गई मेरे परमेश्वर और राजा की शोभा यात्रा पवित्रस्थान में जाते हुए देखी गई +16175,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_025.wav,गानेवाले आगेआगे और तारवाले बाजों के बजानेवाले पीछेपीछे गए चारों ओर कुमारियाँ डफ बजाती थीं +16176,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_026.wav,सभाओं में परमेश्वर का हे इस्राएल के सोते से निकले हुए लोगों प्रभु का धन्यवाद करो +16177,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_027.wav,पहला बिन्यामीन जो सबसे छोटा गोत्र है फिर यहूदा के हाकिम और उनकी सभा और जबूलून और नप्ताली के हाकिम हैं +16178,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_028.wav,तेरे परमेश्वर ने तेरी सामर्थ्य को बनाया है हे परमेश्वर अपनी सामर्थ्य को हम पर प्रगट कर जैसा तूने पहले प्रगट किया है +16179,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_029.wav,तेरे मन्दिर के कारण जो यरूशलेम में हैं राजा तेरे लिये भेंट ले आएँगे +16180,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_030.wav,नरकटों में रहनेवाले जंगली पशुओं को सांडों के झुण्ड को और देशदेश के बछड़ों को झिड़क दे वे चाँदी के टुकड़े लिये हुए प्रणाम करेंगे जो लोगे युद्ध से प्रसन्न रहते हैं उनको उसने तितरबितर किया है +16181,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_031.wav,मिस्र से अधिकारी आएँगे कूशी अपने हाथों को परमेश्वर की ओर फुर्ती से फैलाएँगे +16182,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_032.wav,हे पृथ्वी पर के राज्यराज्य के लोगों परमेश्वर का गीत गाओ प्रभु का भजन गाओ सेला +16183,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_033.wav,जो सबसे ऊँचे सनातन स्वर्ग में सवार होकर चलता है देखो वह अपनी वाणी सुनाता है वह गम्भीर वाणी शक्तिशाली है +16184,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_034.wav,परमेश्वर की सामर्थ्य की स्तुति करो उसका प्रताप इस्राएल पर ��ाया हुआ है और उसकी सामर्थ्य आकाशमण्डल में है +16185,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_068_035.wav,हे परमेश्वर तू अपने पवित्रस्थानों में भययोग्य है इस्राएल का परमेश्वर ही अपनी प्रजा को सामर्थ्य और शक्ति का देनेवाला है परमेश्वर धन्य है +16186,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_001.wav,हे परमेश्वर मेरा उद्धार कर मैं जल में डूबा जाता हूँ +16187,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_002.wav,मैं बड़े दलदल में धँसा जाता हूँ और मेरे पैर कहीं नहीं रुकते मैं गहरे जल में आ गया और धारा में डूबा जाता हूँ +16188,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_003.wav,मैं पुकारतेपुकारते थक गया मेरा गला सूख गया है अपने परमेश्वर की बाट जोहतेजोहते मेरी आँखें धुँधली पड़ गई हैं +16189,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_004.wav,जो अकारण मेरे बैरी हैं वे गिनती में मेरे सिर के बालों से अधिक हैं मेरे विनाश करनेवाले जो व्यर्थ मेरे शत्रु हैं वे सामर्थी हैं इसलिए जो मैंने लूटा नहीं वह भी मुझ को देना पड़ा +16190,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_005.wav,हे परमेश्वर तू तो मेरी मूर्खता को जानता है और मेरे दोष तुझ से छिपे नहीं हैं +16191,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_006.wav,हे प्रभु हे सेनाओं के यहोवा जो तेरी बाट जोहते हैं वे मेरे कारण लज्जित न हो हे इस्राएल के परमेश्वर जो तुझे ढूँढ़ते हैं वह मेरे कारण अपमानित न हो +16192,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_007.wav,तेरे ही कारण मेरी निन्दा हुई है और मेरा मुँह लज्जा से ढँपा है +16193,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_008.wav,मैं अपने भाइयों के सामने अजनबी हुआ और अपने सगे भाइयों की दृष्टि में परदेशी ठहरा हूँ +16194,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_009.wav,क्योंकि मैं तेरे भवन के निमित्त जलतेजलते भस्म हुआ और जो निन्दा वे तेरी करते हैं वही निन्दा मुझ को सहनी पड़ी है +16195,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_010.wav,जब मैं रोकर और उपवास करके दुःख उठाता था तब उससे भी मेरी नामधराई ही हुई +16196,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_011.wav,जब मैं टाट का वस्त्र पहने था तब मेरा दृष्टान्त उनमें चलता था +16197,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_012.wav,फाटक के पास बैठनेवाले मेरे विषय बातचीत करते हैं और मदिरा पीनेवाले मुझ पर लगता हुआ गीत गाते हैं +16198,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_013.wav,परन्तु हे यहोवा मेरी प्रार्थना तो तेरी प्रसन्नता के समय में हो रही है हे परमेश्वर अपनी करुणा की बहुतायात से और बचाने की अपनी सच्ची प्रतिज्ञा के अनुसार मेरी सुन ले +16199,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_014.wav,मुझ को दलदल में से उबार कि मैं धँस न जाऊँ मैं अपने बैरियों से और गहरे जल में से बच जाऊँ +16200,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_015.wav,मैं धारा में डूब न जाऊँ और न मैं गहरे जल में डूब मरूँ और न पाताल का मुँह मेरे ऊपर बन्द हो +16201,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_016.wav,हे यहोवा मेरी सुन ले क्योंकि तेरी करुणा उत्तम है अपनी दया की बहुतायत के अनुसार मेरी ओर ध्यान दे +16202,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_017.wav,अपने दास से अपना मुँह न मोड़ क्योंकि मैं संकट में हूँ फुर्ती से मेरी सुन ले +16203,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_018.wav,मेरे निकट आकर मुझे छुड़ा ले मेरे शत्रुओं से मुझ को छुटकारा दे +16204,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_019.wav,मेरी नामधराई और लज्जा और अनादर को तू जानता है मेरे सब द्रोही तेरे सामने हैं +16205,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_020.wav,मेरा हृदय नामधराई के कारण फट गया और मैं बहुत उदास हूँ मैंने किसी तरस खानेवाले की आशा तो की परन्तु किसी को न पाया और शान्ति देनेवाले ढूँढ़ता तो रहा परन्तु कोई न मिला +16206,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_021.wav,लोगों ने मेरे खाने के लिये विष दिया और मेरी प्यास बुझाने के लिये मुझे सिरका पिलाया +16207,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_022.wav,उनका भोजन उनके लिये फंदा हो जाए और उनके सुख के समय जाल बन जाए +16208,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_023.wav,उनकी आँखों पर अंधेरा छा जाए ताकि वे देख न सके और तू उनकी कमर को निरन्तर कँपाता रह +16209,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_024.wav,उनके ऊपर अपना रोष भड़का और तेरे क्रोध की आँच उनको लगे +16210,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_025.wav,उनकी छावनी उजड़ जाए उनके डेरों में कोई न रहे +16211,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_026.wav,क्योंकि जिसको तूने मारा वे उसके पीछे पड़े हैं और जिनको तूने घायल किया वे उनकी पीड़ा की चर्चा करते हैं +16212,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_027.wav,उनके अधर्म पर अधर्म बढ़ा और वे तेरे धर्म को प्राप्त न करें +16213,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_028.wav,उनका नाम जीवन की पुस्तक में से काटा जाए और धर्मियों के संग लिखा न जाए +16214,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_029.wav,परन्तु मैं तो दुःखी और पीड़ित हूँ इसलिए हे परमेश्वर तू मेरा उद्धार करके मुझे ऊँचे स्थान पर बैठा +16215,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_030.wav,मैं गीत गाकर तेरे नाम की स्तुति करूँगा और धन्यवाद करता हुआ तेरी बड़ाई करूँगा +16216,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_031.wav,यह यहोवा को बैल से अधिक वरन् सींग और खुरवाले बैल से भी अधिक भाएगा +16217,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_032.wav,नम्र लोग इसे देखकर आनन्दित होंगे हे परमेश्वर के खोजियों तुम्हारा मन हरा हो जाए +16218,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_033.wav,क्योंकि यहोवा दरिद्रों की ओर कान लगाता है और अपने लोगों को जो बन्दी हैं तुच्छ नहीं जानता +16219,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_034.wav,स्वर्ग और पृथ्वी उसकी स्तुति करें और समुद्र अपने सब जीवजन्तुओं समेत उसकी स्तुति करे +16220,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_035.wav,क्योंकि परमेश्वर सिय्योन का उद्धार करेगा और यहूदा के नगरों को फिर बसाएगा और लोग फिर वहाँ बसकर उसके अधिकारी हो जाएँगे +16221,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_069_036.wav,उसके दासों को वंश उसको अपने भाग में पाएगा और उसके नाम के प्रेमी उसमें वास करेंगे +16222,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_070_001.wav,हे परमेश्वर मुझे छुड़ाने के लिये हे यहोवा मेरी सहायता करने के लिये फुर्ती कर +16223,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_070_002.wav,जो मेरे प्राण के खोजी हैं वे लज्जित और अपमानित हो जाए जो मेरी हानि से प्रसन्न होते हैं वे पीछे हटाए और निरादर किए जाएँ +16224,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_070_003.wav,जो कहते हैं आहा आहा वे अपनी लज्जा के मारे उलटे फेरे जाएँ +16225,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_070_004.wav,जितने तुझे ढूँढ़ते हैं वे सब तेरे कारण हर्षित और आनन्दित हों और जो तेरा उद्धार चाहते हैं वे निरन्तर कहते रहें परमेश्वर की बड़ाई हो +16226,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_070_005.wav,मैं तो दीन और दरिद्र हूँ हे परमेश्वर मेरे लिये फुर्ती कर तू मेरा सहायक और छुड़ानेवाला है हे यहोवा विलम्ब न कर +16227,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_001.wav,हे यहोवा मैं तेरा शरणागत हूँ मुझे लज्जित न होने दे +16228,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_002.wav,तू तो धर्मी है मुझे छुड़ा और मेरा उद्धार कर मेरी ओर कान लगा और मेरा उद्धार कर +16229,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_003.wav,मेरे लिये सनातन काल की चट्टान का धाम बन जिसमें मैं नित्य जा सकूँ तूने मेरे उद्धार की आज्ञा तो दी है क्योंकि तू मेरी चट्टान और मेरा गढ़ ठहरा है +16230,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_004.wav,हे मेरे परमेश्वर दुष्ट के और कुटिल और क्रूर मनुष्य के हाथ से मेरी रक्षा कर +16231,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_005.wav,क्योंकि हे प्रभु यहोवा मैं तेरी ही बाट जोहता आया हूँ बचपन से मेरा आधार तू है +16232,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_006.wav,मैं गर्भ से निकलते ही तेरे द्वारा सम्भाला गया मुझे माँ की कोख से तू ही ने निकाला इसलिए मैं नित्य तेरी स्तुति करता रहूँगा +16233,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_007.wav,मैं बहुतों के लिये चमत्कार बना हूँ परन्तु तू मेरा दृढ़ शरणस्थान है +16234,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_008.wav,मेरे मुँह से तेरे गुणानुवाद और दिन भर तेरी शोभा का वर्णन बहुत हुआ करे +16235,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_009.wav,बुढ़ापे के समय मेरा त्याग न कर जब मेरा बल घटे तब मुझ को छोड़ न दे +16236,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_010.wav,क्योंकि मेरे शत्रु मेरे विषय बातें करते हैं और जो मेरे प्राण की ताक में हैं वे आपस में यह सम्मति करते हैं कि +16237,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_011.wav,परमेश्वर ने उसको छोड़ दिया है उसका पीछा करके उसे पकड़ लो क्योंकि उसका कोई छुड़ानेवाला नहीं +16238,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_012.wav,हे परमेश्वर मुझसे दूर न रह हे मेरे परमेश्वर मेरी सहायता के लिये फुर्ती कर +16239,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_013.wav,जो मेरे प्राण के विरोधी हैं वे लज्जित हो और उनका अन्त हो जाए जो मेरी हानि के अभिलाषी हैं वे नामधराई और अनादर में गड़ जाएँ +16240,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_014.wav,मैं तो निरन्तर आशा लगाए रहूँगा और तेरी स्तुति अधिकाधिक करता जाऊँगा +16241,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_015.wav,मैं अपने मुँह से तेरी धार्मिकता का और तेरे किए हुए उद्धार का वर्णन दिन भर करता रहूँगा क्योंकि उनका पूरा ब्योरा मेरी समझ से परे है +16242,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_016.wav,मैं प्रभु यहोवा के पराक्रम के कामों का वर्णन करता हुआ आऊँगा मैं केवल तेरी ही धार्मिकता की चर्चा किया करूँगा +16243,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_017.wav,हे परमेश्वर तू तो मुझ को बचपन ही से सिखाता आया है और अब तक मैं तेरे आश्चर्यकर्मों का प्रचार करता आया हूँ +16244,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_018.wav,इसलिए हे परमेश्वर जब मैं बूढ़ा हो जाऊँ और मेरे बाल पक जाएँ तब भी तू मुझे न छोड़ जब तक मैं आनेवाली पीढ़ी के लोगों को तेरा बाहुबल और सब उत्पन्न होनेवालों को तेरा पराक्रम सुनाऊँ +16245,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_019.wav,हे परमेश्वर तेरी धार्मिकता अति महान है तू जिसने महाकार्य किए हैं हे परमेश्वर तेरे तुल्य कौन है +16246,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_020.wav,तूने तो हमको बहुत से कठिन कष्ट दिखाए हैं परन्तु अब तू फिर से हमको जिलाएगा और पृथ्वी के गहरे गड्ढे में से उबार लेगा +16247,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_021.wav,तू मेरे सम्मान को बढ़ाएगा और फिरकर मुझे शान्ति देगा +16248,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_022.wav,हे मेरे परमेश्वर मैं भी तेरी सच्चाई का धन्यवाद सारंगी बजाकर गाऊँगा हे इस्राएल के पवित्र मैं वीणा बजाकर तेरा भजन गाऊँगा +16249,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_023.wav,जब मैं तेरा भजन गाऊँगा तब अपने मुँह से और अपने प्राण से भी जो तूने बचा लिया है जयजयकार करूँगा +16250,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_071_024.wav,और मैं तेरे धार्मिकता की चर्चा दिन भर करता रहूँगा क्योंकि जो मेरी हानि के अभिलाषी थे वे लज्जित और अपमानित हुए +16251,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_001.wav,हे परमेश्वर राजा को अपना नियम बता राजपुत्र को अपनी धार्मिकता सिखला +16252,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_002.wav,वह तेरी प्रजा का न्याय धार्मिकता से और तेरे दीन लोगों का न्याय ठीकठीक चुकाएगा +16253,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_003.wav,पहाड़ों और पहाड़ियों से प्रजा के लिये धार्मिकता के द्वारा शान्ति मिला करेगी +16254,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_004.wav,वह प्रजा के दीन लोगों का न्याय करेगा और दरिद्र लोगों को बचाएगा और अत्याचार करनेवालों को चूर करेगा +16255,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_005.wav,जब तक सूर्य और चन्द्रमा बने रहेंगे तब तक लोग पीढ़ीपीढ़ी तेरा भय मानते रहेंगे +16256,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_006.wav,वह घास की खूँटी पर बरसने वाले मेंह और भूमि सींचने वाली झड़ियों के समान होगा +16257,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_007.wav,उसके दिनों में धर्मी फूले फलेंगे और जब तक चन्द्रमा बना रहेगा तब तक शान्ति बहुत रहेगी +16258,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_008.wav,वह समुद्र से समुद्र तक और महानद से पृथ्वी की छोर तक प्रभुता करेगा +16259,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_009.wav,उसके सामने जंगल के रहनेवाले घुटने टेकेंगे और उसके शत्रु मिट्टी चाटेंगे +16260,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_010.wav,तर्शीश और द्वीपद्वीप के राजा भेंट ले आएँगे शेबा और सबा दोनों के राजा उपहार पहुँचाएगे +16261,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_011.wav,सब राजा उसको दण्डवत् करेंगे जातिजाति के लोग उसके अधीन हो जाएँगे +16262,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_012.wav,क्योंकि वह दुहाई देनेवाले दरिद्र का और दुःखी और असहाय मनुष्य का उद्धार करेगा +16263,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_013.wav,वह कंगाल और दरिद्र पर तरस खाएगा और दरिद्रों के प्राणों को बचाएगा +16264,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_014.wav,वह उनके प्राणों को अत्याचार और उपद्रव से छुड़ा लेगा और उनका लहू उसकी दृष्टि में अनमोल ठहरेगा +16265,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_015.wav,वह तो जीवित रहेगा और शेबा के सोने में से उसको दिया जाएगा लोग उसके लिये नित्य प्रार्थना करेंगे और दिन भर उसको धन्य कहते रहेंगे +16266,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_016.wav,देश में पहाड़ों की चोटियों पर बहुत सा अन्न होगा जिसकी बालें लबानोन के देवदारों के समान झूमेंगी और नगर के लोग घास के समान लहलहाएँगे +16267,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_017.wav,उसका नाम सदा सर्वदा बना रहेगा जब तक सूर्य बना रहेगा तब तक उसका नाम नित्य नया होता रहेगा और लोग अपने को उसके कारण धन्य गिनेंगे सारी जातियाँ उसको धन्य कहेंगी +16268,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_018.wav,धन्य है यहोवा परमेश्वर जो इस्राएल का परमेश्वर है आश्चर्यकर्म केवल वही करता है +16269,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_019.wav,उसका महिमायुक्त नाम सर्वदा धन्य रहेगा और सारी पृथ्वी उसकी महिमा से परिपूर्ण होगी आमीन फिर आमीन +16270,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_072_020.wav,यिशै के पुत्र दाऊद की प्रार्थना समाप्त हुई +16271,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_001.wav,हे परमेश्वर तूने हमें क्यों सदा के लिये छोड़ दिया है तेरी कोपाग्नि का धुआँ तेरी चराई की भेड़ों के विरुद्ध क्यों उठ रहा है +16272,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_002.wav,अपनी मण्डली को जिसे तूने प्राचीनकाल में मोल लिया था और अपने निज भाग का गोत्र होने के लिये छुड़ा लिया था और इस सिय्योन पर्वत को भी जिस पर तूने वास किया था स्मरण कर +16273,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_003.wav,अपने डग अनन्त खण्डहरों की ओर बढ़ा अर्थात् उन सब बुराइयों की ओर जो शत्रु ने पवित्रस्थान में की हैं +16274,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_004.wav,तेरे द्रोही तेरे पवित्रस्थान के बीच गर्जते रहे हैं उन्होंने अपनी ही ध्वजाओं को चिन्ह ठहराया है +16275,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_005.wav,वे उन मनुष्यों के समान थे जो घने वन के पेड़ों पर कुल्हाड़े चलाते हैं +16276,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_006.wav,और अब वे उस भवन की नक्काशी को कुल्हाड़ियों और हथौड़ों से बिल्कुल तोड़े डालते हैं +16277,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_007.wav,उन्होंने तेरे पवित्रस्थान को आग में झोंक दिया है और तेरे नाम के निवास को गिराकर अशुद्ध कर डाला है +16278,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_008.wav,उन्होंने मन में कहा है हम इनको एकदम दबा दें उन्होंने इस देश में परमेश्वर के सब सभास्थानों को फूँक दिया है +16279,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_009.wav,हमको अब परमेश्वर के कोई अद्भुत चिन्ह दिखाई नहीं देते अब कोई नबी नहीं रहा न हमारे बीच कोई जानता है कि कब तक यह दशा रहेगी +16280,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_010.wav,हे परमेश्वर द्रोही कब तक नामधराई करता रहेगा क्या शत्रु तेरे नाम की निन्दा सदा करता रहेगा +16281,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_011.wav,तू अपना दाहिना हाथ क्यों रोके रहता है उसे अपने पंजर से निकालकर उनका अन्त कर दे +16282,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_012.wav,परमेश्वर तो प्राचीनकाल से मेरा राजा है वह पृथ्वी पर उद्धार के काम करता आया है +16283,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_013.wav,तूने तो अपनी शक्ति से समुद्र को दो भागकर दिया तूने तो समुद्री अजगरों के सिरों को फोड़ दिया +16284,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_014.wav,तूने तो लिव्यातान के सिरों को टुकड़ेटुकड़े करके जंगली जन्तुओं को खिला दिए +16285,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_015.wav,तूने तो सोता खोलकर जल की धारा बहाई तूने तो बारहमासी नदियों को सूखा डाला +16286,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_016.wav,दिन तेरा है रात भी तेरी है सूर्य और चन्द्रमा को तूने स्थिर किया है +16287,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_017.wav,तूने तो पृथ्वी की सब सीमाओं को ठहराया धूपकाल और सर्दी दोनों तूने ठहराए हैं +16288,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_018.wav,हे यहोवा स्मरण कर कि शत्रु ने नामधराई की है और मूर्ख लोगों ने तेरे नाम की निन्दा की है +16289,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_019.wav,अपनी पिण्डुकी के प्राण को वन पशु के वश में न कर अपने दीन जनों को सदा के लिये न भूल +16290,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_020.wav,अपनी वाचा की सुधि ले क्योंकि देश के अंधेरे स्थान अत्याचार के घरों से भरपूर हैं +16291,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_021.wav,पिसे हुए जन को निरादर होकर लौटना न पड़े दीन और दरिद्र लोग तेरे नाम की स्तुति करने पाएँ +16292,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_022.wav,हे परमेश्वर उठ अपना मुकद्दमा आप ही लड़ तेरी जो नामधराई मूर्ख द्वारा दिन भर होती रहती है उसे स्मरण कर +16293,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_074_023.wav,अपने द्रोह���यों का बड़ा बोल न भूल तेरे विरोधियों का कोलाहल तो निरन्तर उठता रहता है +16294,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_075_001.wav,हे परमेश्वर हम तेरा धन्यवाद करते हम तेरा नाम धन्यवाद करते हैं क्योंकि तेरा नाम प्रगट हुआ है तेरे आश्चर्यकर्मों का वर्णन हो रहा है +16295,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_075_002.wav,जब ठीक समय आएगा तब मैं आप ही ठीकठीक न्याय करूँगा +16296,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_075_003.wav,जब पृथ्वी अपने सब रहनेवालों समेत डोल रही है तब मैं ही उसके खम्भों को स्थिर करता हूँ सेला +16297,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_075_004.wav,मैंने घमण्डियों से कहा घमण्ड मत करो और दुष्टों से सींग ऊँचा मत करो +16298,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_075_005.wav,अपना सींग बहुत ऊँचा मत करो न सिर उठाकर ढिठाई की बात बोलो +16299,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_075_006.wav,क्योंकि बढ़ती न तो पूरब से न पश्चिम से और न जंगल की ओर से आती है +16300,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_075_007.wav,परन्तु परमेश्वर ही न्यायी है वह एक को घटाता और दूसरे को बढ़ाता है +16301,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_075_008.wav,यहोवा के हाथ में एक कटोरा है जिसमें का दाखमधु झागवाला है उसमें मसाला मिला है और वह उसमें से उण्डेलता है निश्चय उसकी तलछट तक पृथ्वी के सब दुष्ट लोग पी जाएँगे +16302,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_075_009.wav,परन्तु मैं तो सदा प्रचार करता रहूँगा मैं याकूब के परमेश्वर का भजन गाऊँगा +16303,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_075_010.wav,दुष्टों के सब सींगों को मैं काट डालूँगा परन्तु धर्मी के सींग ऊँचे किए जाएँगे +16304,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_076_001.wav,परमेश्वर यहूदा में जाना गया है उसका नाम इस्राएल में महान हुआ है +16305,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_076_002.wav,और उसका मण्डप शालेम में और उसका धाम सिय्योन में है +16306,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_076_003.wav,वहाँ उसने तीरों को ढाल तलवार को और युद्ध के अन्य हथियारों को तोड़ डाला सेला +16307,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_076_004.wav,हे परमेश्वर तू तो ज्योतिर्मय है तू अहेर से भरे हुए पहाड़ों से अधिक उत्तम और महान है +16308,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_076_005.wav,दृढ़ मनवाले लुट गए और भरी नींद में पड़े हैं और शूरवीरों में से किसी का हाथ न चला +16309,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_076_006.wav,हे याकूब के परमेश्वर तेरी घुड़की से रथों समेत घोड़े भारी नींद में पड़े हैं +16310,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_076_007.wav,केवल तू ही भययोग्य है और जब तू क्रोध करने लगे तब तेरे सामने कौन खड़ा रह सकेगा +16311,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_076_008.wav,तूने स्वर्ग से निर्णय सुनाया है पृथ्वी उस समय सुनकर डर गई और चुप रही +16312,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_076_009.wav,जब परमेश्वर न्याय करने को और पृथ्वी के सब नम्र लोगों का उद्धार करने को उठा सेला +16313,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_076_010.wav,निश्चय मनुष्य की जलजलाहट तेरी स्तुति का कारण हो जाएगी और जो जलजलाहट रह जाए उसको तू रोकेगा +16314,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_076_011.wav,अपने परमेश्वर यहोवा की मन्नत मानो और पूरी भी करो वह जो भय के योग्य है उसके आसपास के सब उसके लिये भेंट ले आएँ +16315,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_076_012.wav,वह तो प्रधानों का अभिमान मिटा देगा वह पृथ्वी के राजाओं को भययोग्य जान पड़ता है +16316,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_001.wav,मैं परमेश्वर की दुहाई चिल्ला चिल्लाकर दूँगा मैं परमेश्वर की दुहाई दूँगा और वह मेरी ओर कान लगाएगा +16317,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_002.wav,संकट के दिन मैं प्रभु की खोज में लगा रहा रात को मेरा हाथ फैला रहा और ढीला न हुआ मुझ में शान्ति आई ही नहीं +16318,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_003.wav,मैं परमेश्वर का स्मरण कर करके कराहता हूँ मैं चिन्ता करतेकरते मूर्छित हो चला हूँ सेला +16319,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_004.wav,तू मुझे झपकी लगने नहीं देता मैं ऐसा घबराया हूँ कि मेरे मुँह से बात नहीं निकलती +16320,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_005.wav,मैंने प्राचीनकाल के दिनों को और युगयुग के वर्षों को सोचा है +16321,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_006.wav,मैं रात के समय अपने गीत को स्मरण करता और मन में ध्यान करता हूँ और मन में भली भाँति विचार करता हूँ +16322,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_007.wav,क्या प्रभु युगयुग के लिये मुझे छोड़ देगा और फिर कभी प्रसन्न न होगा +16323,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_008.wav,क्या उसकी करुणा सदा के लिये जाती रही क्या उसका वचन पीढ़ीपीढ़ी के लिये निष्फल हो गया है +16324,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_009.wav,क्या परमेश्वर अनुग्रह करना भूल गया क्या उसने क्रोध करके अपनी सब दया को रोक रखा है सेला +16325,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_010.wav,मैंने कहा यह तो मेरा दुःख है कि परमप्रधान का दाहिना हाथ बदल गया है +16326,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_011.wav,मैं यहोवा के बड़े कामों की चर्चा करूँगा निश्चय मैं तेरे प्राचीनकालवाले अद्भुत कामों को स्मरण करूँगा +16327,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_012.wav,मैं तेरे सब कामों पर ध्यान करूँगा और तेरे बड़े कामों को सोचूँगा +16328,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_013.wav,हे परमेश्वर तेरी गति पवित्रता की है कौन सा देवता परमेश्वर के तुल्य बड़ा है +16329,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_014.wav,अद्भुत काम करनेवाला परमेश्वर तू ही है तूने देशदेश के लोगों पर अपनी शक्ति प्रगट की है +16330,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_015.wav,तूने अपने भुजबल से अपनी प्रजा याकूब और यूसुफ के वंश को छुड़ा लिया है सेला +16331,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_016.wav,हे परमेश्वर समुद्र ने तुझे देखा समुद्र तुझे देखकर डर गया गहरा सागर भी काँप उठा +16332,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_017.wav,मेघों से बड़ी वर्षा हुई आकाश से शब्द हुआ फिर तेरे तीर इधरउधर चले +16333,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_018.wav,बवंडर में तेरे गरजने का शब्द सुन पड़ा था ��गत बिजली से प्रकाशित हुआ पृथ्वी काँपी और हिल गई +16334,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_019.wav,तेरा मार्ग समुद्र में है और तेरा रास्ता गहरे जल में हुआ और तेरे पाँवों के चिन्ह मालूम नहीं होते +16335,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_077_020.wav,तूने मूसा और हारून के द्वारा अपनी प्रजा की अगुआई भेड़ों की सी की +16336,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_001.wav,हे मेरे लोगों मेरी शिक्षा सुनो मेरे वचनों की ओर कान लगाओ +16337,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_002.wav,मैं अपना मुँह नीतिवचन कहने के लिये खोलूँगा मैं प्राचीनकाल की गुप्त बातें कहूँगा +16338,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_003.wav,जिन बातों को हमने सुना और जान लिया और हमारे बापदादों ने हम से वर्णन किया है +16339,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_004.wav,उन्हें हम उनकी सन्तान से गुप्त न रखेंगे परन्तु होनहार पीढ़ी के लोगों से यहोवा का गुणानुवाद और उसकी सामर्थ्य और आश्चर्यकर्मों का वर्णन करेंगे +16340,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_005.wav,उसने तो याकूब में एक चितौनी ठहराई और इस्राएल में एक व्यवस्था चलाई जिसके विषय उसने हमारे पितरों को आज्ञा दी कि तुम इन्हें अपनेअपने बालबच्चों को बताना +16341,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_006.wav,कि आनेवाली पीढ़ी के लोग अर्थात् जो बच्चे उत्पन्न होनेवाले हैं वे इन्हें जानें और अपनेअपने बालबच्चों से इनका बखान करने में उद्यत हों +16342,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_007.wav,जिससे वे परमेश्वर का भरोसा रखें परमेश्वर के बड़े कामों को भूल न जाएँ परन्तु उसकी आज्ञाओं का पालन करते रहें +16343,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_008.wav,और अपने पितरों के समान न हों क्योंकि उस पीढ़ी के लोग तो हठीले और झगड़ालू थे और उन्होंने अपना मन स्थिर न किया था और न उनकी आत्मा परमेश्वर की ओर सच्ची रही +16344,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_009.wav,एप्रैमियों ने तो शस्त्रधारी और धनुर्धारी होने पर भी युद्ध के समय पीठ दिखा दी +16345,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_010.wav,उन्होंने परमेश्वर की वाचा पूरी नहीं की और उसकी व्यवस्था पर चलने से इन्कार किया +16346,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_011.wav,उन्होंने उसके बड़े कामों को और जो आश्चर्यकर्म उसने उनके सामने किए थे उनको भुला दिया +16347,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_012.wav,उसने तो उनके बापदादों के सम्मुख मिस्र देश के सोअन के मैदान में अद्भुत कर्म किए थे +16348,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_013.wav,उसने समुद्र को दो भाग करके उन्हें पार कर दिया और जल को ढेर के समान खड़ा कर दिया +16349,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_014.wav,उसने दिन को बादल के खम्भे से और रात भर अग्नि के प्रकाश के द्वारा उनकी अगुआई की +16350,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_015.wav,वह जंगल में चट्टानें फाड़कर उनको मानो गहरे जलाशयों से मनमाना पिलाता था +16351,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_016.wav,उसने चट्टान से भी धाराएँ निकालीं और नदियों का सा जल बहाया +16352,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_017.wav,तो भी वे फिर उसके विरुद्ध अधिक पाप करते गए और निर्जल देश में परमप्रधान के विरुद्ध उठते रहे +16353,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_018.wav,और अपनी चाह के अनुसार भोजन माँगकर मन ही मन परमेश्वर की परीक्षा की +16354,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_019.wav,वे परमेश्वर के विरुद्ध बोले और कहने लगे क्या परमेश्वर जंगल में मेज लगा सकता है +16355,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_020.wav,उसने चट्टान पर मारकर जल बहा तो दिया और धाराएँ उमड़ चली परन्तु क्या वह रोटी भी दे सकता है क्या वह अपनी प्रजा के लिये माँस भी तैयार कर सकता +16356,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_021.wav,यहोवा सुनकर क्रोध से भर गया तब याकूब के विरुद्ध उसकी आग भड़क उठी और इस्राएल के विरुद्ध क्रोध भड़का +16357,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_022.wav,इसलिए कि उन्होंने परमेश्वर पर विश्वास नहीं रखा था न उसकी उद्धार करने की शक्ति पर भरोसा किया +16358,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_023.wav,तो भी उसने आकाश को आज्ञा दी और स्वर्ग के द्वारों को खोला +16359,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_024.wav,और उनके लिये खाने को मन्ना बरसाया और उन्हें स्वर्ग का अन्न दिया +16360,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_025.wav,मनुष्यों को स्वर्गदूतों की रोटी मिली उसने उनको मनमाना भोजन दिया +16361,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_026.wav,उसने आकाश में पुरवाई को चलाया और अपनी शक्ति से दक्षिणी बहाई +16362,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_027.wav,और उनके लिये माँस धूलि के समान बहुत बरसाया और समुद्र के रेत के समान अनगिनत पक्षी भेजे +16363,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_028.wav,और उनकी छावनी के बीच में उनके निवासों के चारों ओर गिराए +16364,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_029.wav,और वे खाकर अति तृप्त हुए और उसने उनकी कामना पूरी की +16365,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_030.wav,उनकी कामना बनी ही रही उनका भोजन उनके मुँह ही में था +16366,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_031.wav,कि परमेश्वर का क्रोध उन पर भड़का और उसने उनके हष्टपुष्टों को घात किया और इस्राएल के जवानों को गिरा दिया +16367,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_032.wav,इतने पर भी वे और अधिक पाप करते गए और परमेश्वर के आश्चर्यकर्मों पर विश्वास न किया +16368,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_033.wav,तब उसने उनके दिनों को व्यर्थ श्रम में और उनके वर्षों को घबराहट में कटवाया +16369,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_034.wav,जब वह उन्हें घात करने लगता तब वे उसको पूछते थे और फिरकर परमेश्वर को यत्न से खोजते थे +16370,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_035.wav,उनको स्मरण होता था कि परमेश्वर हमारी चट्टान है और परमप्रधान परमेश्वर हमारा छुड़ानेवाला है +16371,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_036.wav,तो भी उन्होंने उसकी चापलूसी की वे उससे झूठ बोले +16372,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_037.wav,क���योंकि उनका हृदय उसकी ओर दृढ़ न था न वे उसकी वाचा के विषय सच्चे थे +16373,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_038.wav,परन्तु वह जो दयालु है वह अधर्म को ढाँपता और नाश नहीं करता वह बार बार अपने क्रोध को ठण्डा करता है और अपनी जलजलाहट को पूरी रीति से भड़कने नहीं देता +16374,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_039.wav,उसको स्मरण हुआ कि ये नाशवान हैं ये वायु के समान हैं जो चली जाती और लौट नहीं आती +16375,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_040.wav,उन्होंने कितनी ही बार जंगल में उससे बलवा किया और निर्जल देश में उसको उदास किया +16376,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_041.wav,वे बार बार परमेश्वर की परीक्षा करते थे और इस्राएल के पवित्र को खेदित करते थे +16377,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_042.wav,उन्होंने न तो उसका भुजबल स्मरण किया न वह दिन जब उसने उनको द्रोही के वश से छुड़ाया था +16378,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_043.wav,कि उसने कैसे अपने चिन्ह मिस्र में और अपने चमत्कार सोअन के मैदान में किए थे +16379,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_044.wav,उसने तो मिस्रियों की नदियों को लहू बना डाला और वे अपनी नदियों का जल पी न सके +16380,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_045.wav,उसने उनके बीच में डांस भेजे जिन्होंने उन्हें काट खाया और मेंढ़क भी भेजे जिन्होंने उनका बिगाड़ किया +16381,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_046.wav,उसने उनकी भूमि की उपज कीड़ों को और उनकी खेतीबारी टिड्डियों को खिला दी थी +16382,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_047.wav,उसने उनकी दाखलताओं को ओलों से और उनके गूलर के पेड़ों को ओले बरसाकर नाश किया +16383,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_048.wav,उसने उनके पशुओं को ओलों से और उनके ढोरों को बिजलियों से मिटा दिया +16384,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_049.wav,उसने उनके ऊपर अपना प्रचण्ड क्रोध और रोष भड़काया और उन्हें संकट में डाला और दुःखदाई दूतों का दल भेजा +16385,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_050.wav,उसने अपने क्रोध का मार्ग खोला और उनके प्राणों को मृत्यु से न बचाया परन्तु उनको मरी के वश में कर दिया +16386,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_051.wav,उसने मिस्र के सब पहिलौठों को मारा जो हाम के डेरों में पौरूष के पहले फल थे +16387,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_052.wav,परन्तु अपनी प्रजा को भेड़बकरियों के समान प्रस्थान कराया और जंगल में उनकी अगुआई पशुओं के झुण्ड की सी की +16388,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_053.wav,तब वे उसके चलाने से बेखटके चले और उनको कुछ भय न हुआ परन्तु उनके शत्रु समुद्र में डूब गए +16389,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_054.wav,और उसने उनको अपने पवित्र देश की सीमा तक इसी पहाड़ी देश में पहुँचाया जो उसने अपने दाहिने हाथ से प्राप्त किया था +16390,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_055.wav,उसने उनके सामने से अन्यजातियों को भगा दिया और उनकी भूमि को डोरी से मापमापकर बाँट दिया और इस्राएल के गोत्रों को उनके डेरों में बसाया +16391,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_056.wav,तो भी उन्होंने परमप्रधान परमेश्वर की परीक्षा की और उससे बलवा किया और उसकी चितौनियों को न माना +16392,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_057.wav,और मुड़कर अपने पुरखाओं के समान विश्वासघात किया उन्होंने निकम्मे धनुष के समान धोखा दिया +16393,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_058.wav,क्योंकि उन्होंने ऊँचे स्थान बनाकर उसको रिस दिलाई और खुदी हुई मूर्तियों के द्वारा उसमें से जलन उपजाई +16394,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_059.wav,परमेश्वर सुनकर रोष से भर गया और उसने इस्राएल को बिल्कुल तज दिया +16395,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_060.wav,उसने शीलो के निवास अर्थात् उस तम्बू को जो उसने मनुष्यों के बीच खड़ा किया था त्याग दिया +16396,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_061.wav,और अपनी सामर्थ्य को बँधुवाई में जाने दिया और अपनी शोभा को द्रोही के वश में कर दिया +16397,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_062.wav,उसने अपनी प्रजा को तलवार से मरवा दिया और अपने निज भाग के विरुद्ध रोष से भर गया +16398,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_063.wav,उनके जवान आग से भस्म हुए और उनकी कुमारियों के विवाह के गीत न गाएँ गए +16399,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_064.wav,उनके याजक तलवार से मारे गए और उनकी विधवाएँ रोने न पाई +16400,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_065.wav,तब प्रभु मानो नींद से चौंक उठा और ऐसे वीर के समान उठा जो दाखमधु पीकर ललकारता हो +16401,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_066.wav,उसने अपने द्रोहियों को मारकर पीछे हटा दिया और उनकी सदा की नामधराई कराई +16402,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_067.wav,फिर उसने यूसुफ के तम्बू को तज दिया और एप्रैम के गोत्र को न चुना +16403,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_068.wav,परन्तु यहूदा ही के गोत्र को और अपने प्रिय सिय्योन पर्वत को चुन लिया +16404,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_069.wav,उसने अपने पवित्रस्थान को बहुत ऊँचा बना दिया और पृथ्वी के समान स्थिर बनाया जिसकी नींव उसने सदा के लिये डाली है +16405,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_070.wav,फिर उसने अपने दास दाऊद को चुनकर भेड़शालाओं में से ले लिया +16406,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_071.wav,वह उसको बच्चेवाली भेड़ों के पीछेपीछे फिरने से ले आया कि वह उसकी प्रजा याकूब की अर्थात् उसके निज भाग इस्राएल की चरवाही करे +16407,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_078_072.wav,तब उसने खरे मन से उनकी चरवाही की और अपने हाथ की कुशलता से उनकी अगुआई की +16408,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_001.wav,हे परमेश्वर अन्यजातियाँ तेरे निभागज भाग में घुस आईं उन्होंने तेरे पवित्र मन्दिर को अशुद्ध किया और यरूशलेम को खण्डहर कर दिया है +16409,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_002.wav,उन्होंने तेरे दासों की शवों को आकाश के पक्षियों का आहार कर दिया और तेरे भक्तों का माँस पृथ्वी के वनपशुओं क��� खिला दिया है +16410,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_003.wav,उन्होंने उनका लहू यरूशलेम के चारों ओर जल के समान बहाया और उनको मिट्टी देनेवाला कोई न था +16411,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_004.wav,पड़ोसियों के बीच हमारी नामधराई हुई चारों ओर के रहनेवाले हम पर हँसते और ठट्ठा करते हैं +16412,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_005.wav,हे यहोवा कब तक क्या तू सदा के लिए क्रोधित रहेगा तुझ में आग की सी जलन कब तक भड़कती रहेगी +16413,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_006.wav,जो जातियाँ तुझको नहीं जानती और जिन राज्यों के लोग तुझ से प्रार्थना नहीं करते उन्हीं पर अपनी सब जलजलाहट भड़का +16414,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_007.wav,क्योंकि उन्होंने याकूब को निगल लिया और उसके वासस्थान को उजाड़ दिया है +16415,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_008.wav,हमारी हानि के लिये हमारे पुरखाओं के अधर्म के कामों को स्मरण न कर तेरी दया हम पर शीघ्र हो क्योंकि हम बड़ी दुर्दशा में पड़े हैं +16416,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_009.wav,हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर अपने नाम की महिमा के निमित्त हमारी सहायता कर और अपने नाम के निमित्त हमको छुड़ाकर हमारे पापों को ढाँप दे +16417,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_010.wav,अन्यजातियाँ क्यों कहने पाएँ कि उनका परमेश्वर कहाँ रहा तेरे दासों के खून का पलटा अन्यजातियों पर हमारी आँखों के सामने लिया जाए +16418,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_011.wav,बन्दियों का कराहना तेरे कान तक पहुँचे घात होनेवालों को अपने भुजबल के द्वारा बचा +16419,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_012.wav,हे प्रभु हमारे पड़ोसियों ने जो तेरी निन्दा की है उसका सात गुणा बदला उनको दे +16420,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_079_013.wav,तब हम जो तेरी प्रजा और तेरी चराई की भेड़ें हैं तेरा धन्यवाद सदा करते रहेंगे और पीढ़ी से पीढ़ी तक तेरा गुणानुवाद करते रहेंगे +16421,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_001.wav,हे इस्राएल के चरवाहे तू जो यूसुफ की अगुआई भेड़ों की सी करता है कान लगा तू जो करूबों पर विराजमान है अपना तेज दिखा +16422,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_002.wav,एप्रैम बिन्यामीन और मनश्शे के सामने अपना पराक्रम दिखाकर हमारा उद्धार करने को आ +16423,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_003.wav,हे परमेश्वर हमको ज्यों के त्यों कर दे और अपने मुख का प्रकाश चमका तब हमारा उद्धार हो जाएगा +16424,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_004.wav,हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा तू कब तक अपनी प्रजा की प्रार्थना पर क्रोधित रहेगा +16425,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_005.wav,तूने आँसुओं को उनका आहार बना दिया और मटके भर भरकर उन्हें आँसू पिलाए हैं +16426,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_006.wav,तू हमें हमारे पड़ोसियों के झगड़ने का कारण बना देता है और हमारे शत्रु मनमाना ठट्ठा करते हैं +16427,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_007.wav,हे सेन���ओं के परमेश्वर हमको ज्यों के त्यों कर दे और अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका तब हमारा उद्धार हो जाएगा +16428,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_008.wav,तू मिस्र से एक दाखलता ले आया और अन्यजातियों को निकालकर उसे लगा दिया +16429,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_009.wav,तूने उसके लिये स्थान तैयार किया है और उसने जड़ पकड़ी और फैलकर देश को भर दिया +16430,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_010.wav,उसकी छाया पहाड़ों पर फैल गई और उसकी डालियाँ महा देवदारों के समान हुई +16431,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_011.wav,उसकी शाखाएँ समुद्र तक बढ़ गई और उसके अंकुर फरात तक फैल गए +16432,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_012.wav,फिर तूने उसके बाड़ों को क्यों गिरा दिया कि सब बटोही उसके फलों को तोड़ते है +16433,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_013.wav,जंगली सूअर उसको नाश किए डालता है और मैदान के सब पशु उसे चर जाते हैं +16434,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_014.wav,हे सेनाओं के परमेश्वर फिर आ स्वर्ग से ध्यान देकर देख और इस दाखलता की सुधि ले +16435,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_015.wav,ये पौधा तूने अपने दाहिने हाथ से लगाया और जो लता की शाखा तूने अपने लिये दृढ़ की है +16436,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_016.wav,वह जल गई वह कट गई है तेरी घुड़की से तेरे शत्रु नाश हो जाए +16437,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_017.wav,तेरे दाहिने हाथ के सम्भाले हुए पुरुष पर तेरा हाथ रखा रहे उस आदमी पर जिसे तूने अपने लिये दृढ़ किया है +16438,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_018.wav,तब हम लोग तुझ से न मुड़ेंगे तू हमको जिला और हम तुझ से प्रार्थना कर सकेंगे +16439,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_080_019.wav,हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा हमको ज्यों का त्यों कर दे और अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका तब हमारा उद्धार हो जाएगा +16440,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_001.wav,परमेश्वर जो हमारा बल है उसका गीत आनन्द से गाओ याकूब के परमेश्वर का जयजयकार करो +16441,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_002.wav,गीत गाओ डफ और मधुर बजनेवाली वीणा और सारंगी को ले आओ +16442,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_003.wav,नये चाँद के दिन और पूर्णमासी को हमारे पर्व के दिन नरसिंगा फूँको +16443,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_004.wav,क्योंकि यह इस्राएल के लिये विधि और याकूब के परमेश्वर का ठहराया हुआ नियम है +16444,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_005.wav,इसको उसने यूसुफ में चितौनी की रीति पर उस समय चलाया जब वह मिस्र देश के विरुद्ध चला वहाँ मैंने एक अनजानी भाषा सुनी +16445,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_006.wav,मैंने उनके कंधों पर से बोझ को उतार दिया उनका टोकरी ढोना छूट गया +16446,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_007.wav,तूने संकट में पड़कर पुकारा तब मैंने तुझे छुड़ाया बादल गरजने के गुप्त स्थान में से मैंने तेरी सुनी और मरीबा नामक सोते के पास तेरी परीक्षा की सेला +16447,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_008.wav,हे मेरी प्रजा सुन मैं तु��े चिता देता हूँ हे इस्राएल भला हो कि तू मेरी सुने +16448,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_009.wav,तेरे बीच में पराया ईश्वर न हो और न तू किसी पराए देवता को दण्डवत् करना +16449,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_010.wav,तेरा परमेश्वर यहोवा मैं हूँ जो तुझे मिस्र देश से निकाल लाया है तू अपना मुँह पसार मैं उसे भर दूँगा +16450,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_011.wav,परन्तु मेरी प्रजा ने मेरी न सुनी इस्राएल ने मुझ को न चाहा +16451,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_012.wav,इसलिए मैंने उसको उसके मन के हठ पर छोड़ दिया कि वह अपनी ही युक्तियों के अनुसार चले +16452,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_013.wav,यदि मेरी प्रजा मेरी सुने यदि इस्राएल मेरे मार्गों पर चले +16453,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_014.wav,तो मैं क्षण भर में उनके शत्रुओं को दबाऊँ और अपना हाथ उनके द्रोहियों के विरुद्ध चलाऊँ +16454,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_015.wav,यहोवा के बैरी उसके आगे भय में दण्डवत् करे उन्हें हमेशा के लिए अपमानित किया जाएगा +16455,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_081_016.wav,मैं उनको उत्तम से उत्तम गेहूँ खिलाता और मैं चट्टान के मधु से उनको तृप्त करता +16456,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_082_001.wav,परमेश्वर दिव्य सभा में खड़ा है वह ईश्वरों के बीच में न्याय करता है +16457,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_082_002.wav,तुम लोग कब तक टेढ़ा न्याय करते और दुष्टों का पक्ष लेते रहोगे सेला +16458,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_082_003.wav,कंगाल और अनाथों का न्याय चुकाओ दीनदरिद्र का विचार धर्म से करो +16459,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_082_004.wav,कंगाल और निर्धन को बचा लो दुष्टों के हाथ से उन्हें छुड़ाओ +16460,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_082_005.wav,वे न तो कुछ समझते और न कुछ जानते हैं परन्तु अंधेरे में चलते फिरते रहते हैं पृथ्वी की पूरी नींव हिल जाती है +16461,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_082_006.wav,मैंने कहा था तुम ईश्वर हो और सब के सब परमप्रधान के पुत्र हो +16462,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_082_007.wav,तो भी तुम मनुष्यों के समान मरोगे और किसी प्रधान के समान गिर जाओगे +16463,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_082_008.wav,हे परमेश्वर उठ पृथ्वी का न्याय कर क्योंकि तू ही सब जातियों को अपने भाग में लेगा +16464,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_001.wav,हे परमेश्वर मौन न रह हे परमेश्वर चुप न रह और न शान्त रह +16465,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_002.wav,क्योंकि देख तेरे शत्रु धूम मचा रहे हैं और तेरे बैरियों ने सिर उठाया है +16466,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_003.wav,वे चतुराई से तेरी प्रजा की हानि की सम्मति करते और तेरे रक्षित लोगों के विरुद्ध युक्तियाँ निकालते हैं +16467,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_004.wav,उन्होंने कहा आओ हम उनका ऐसा नाश करें कि राज्य भी मिट जाए और इस्राएल का नाम आगे को स्मरण न रहे +16468,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_005.wav,उन्होंने एक मन होकर युक्ति निकाली है और तेरे ही विरुद्ध वाचा बाँधी है +16469,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_006.wav,ये तो एदोम के तम्बूवाले और इश्माएली मोआबी और हग्री +16470,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_007.wav,गबाली अम्मोनी अमालेकी और सोर समेत पलिश्ती हैं +16471,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_008.wav,इनके संग अश्शूरी भी मिल गए हैं उनसे भी लूतवंशियों को सहारा मिला है सेला +16472,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_009.wav,इनसे ऐसा कर जैसा मिद्यानियों से और कीशोन नाले में सीसरा और याबीन से किया था +16473,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_010.wav,वे एनदोर में नाश हुए और भूमि के लिये खाद बन गए +16474,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_011.wav,इनके रईसों को ओरेब और जेब सरीखे और इनके सब प्रधानों को जेबह और सल्मुन्ना के समान कर दे +16475,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_012.wav,जिन्होंने कहा था हम परमेश्वर की चराइयों के अधिकारी आप ही हो जाएँ +16476,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_013.wav,हे मेरे परमेश्वर इनको बवंडर की धूलि या पवन से उड़ाए हुए भूसे के समान कर दे +16477,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_014.wav,उस आग के समान जो वन को भस्म करती है और उस लौ के समान जो पहाड़ों को जला देती है +16478,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_015.wav,तू इन्हें अपनी आँधी से भगा दे और अपने बवंडर से घबरा दे +16479,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_016.wav,इनके मुँह को अति लज्जित कर कि हे यहोवा ये तेरे नाम को ढूँढ़ें +16480,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_017.wav,ये सदा के लिये लज्जित और घबराए रहें इनके मुँह काले हों और इनका नाश हो जाए +16481,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_083_018.wav,जिससे ये जानें कि केवल तू जिसका नाम यहोवा है सारी पृथ्वी के ऊपर परमप्रधान है +16482,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_084_001.wav,हे सेनाओं के यहोवा तेरे निवास क्या ही प्रिय हैं +16483,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_084_002.wav,मेरा प्राण यहोवा के आँगनों की अभिलाषा करतेकरते मूर्छित हो चला मेरा तन मन दोनों जीविते परमेश्वर को पुकार रहे +16484,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_084_003.wav,हे सेनाओं के यहोवा हे मेरे राजा और मेरे परमेश्वर तेरी वेदियों में गौरैया ने अपना बसेरा और शूपाबेनी ने घोंसला बना लिया है जिसमें वह अपने बच्चे रखे +16485,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_084_004.wav,क्या ही धन्य हैं वे जो तेरे भवन में रहते हैं वे तेरी स्तुति निरन्तर करते रहेंगे सेला +16486,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_084_005.wav,क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो तुझ से शक्ति पाता है और वे जिनको सिय्योन की सड़क की सुधि रहती है +16487,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_084_006.wav,वे रोने की तराई में जाते हुए उसको सोतों का स्थान बनाते हैं फिर बरसात की अगली वृष्टि उसमें आशीष ही आशीष उपजाती है +16488,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_084_007.wav,वे बल पर बल पाते जाते हैं उनमें से हर एक जन सिय्योन में परमेश्वर को अपना मुँह दिखाएगा +16489,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_084_008.wav,हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा मेरी प्रार्थना सुन हे याकूब के परमे��्वर कान लगा सेला +16490,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_084_009.wav,हे परमेश्वर हे हमारी ढाल दृष्टि कर और अपने अभिषिक्त का मुख देख +16491,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_084_010.wav,क्योंकि तेरे आँगनों में एक दिन और कहीं के हजार दिन से उत्तम है दुष्टों के डेरों में वास करने से अपने परमेश्वर के भवन की डेवढ़ी पर खड़ा रहना ही मुझे अधिक भावता है +16492,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_084_011.wav,क्योंकि यहोवा परमेश्वर सूर्य और ढाल है यहोवा अनुग्रह करेगा और महिमा देगा और जो लोग खरी चाल चलते हैं उनसे वह कोई अच्छी वस्तु रख न छोड़ेगा +16493,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_084_012.wav,हे सेनाओं के यहोवा क्या ही धन्य वह मनुष्य है जो तुझ पर भरोसा रखता है +16494,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_001.wav,हे यहोवा तू अपने देश पर प्रसन्न हुआ याकूब को बँधुवाई से लौटा ले आया है +16495,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_002.wav,तूने अपनी प्रजा के अधर्म को क्षमा किया है और उसके सब पापों को ढाँप दिया है सेला +16496,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_003.wav,तूने अपने रोष को शान्त किया है और अपने भड़के हुए कोप को दूर किया है +16497,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_004.wav,हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर हमको पुनः स्थापित कर और अपना क्रोध हम पर से दूर कर +16498,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_005.wav,क्या तू हम पर सदा कोपित रहेगा क्या तू पीढ़ी से पीढ़ी तक कोप करता रहेगा +16499,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_006.wav,क्या तू हमको फिर न जिलाएगा कि तेरी प्रजा तुझ में आनन्द करे +16500,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_007.wav,हे यहोवा अपनी करुणा हमें दिखा और तू हमारा उद्धार कर +16501,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_008.wav,मैं कान लगाए रहूँगा कि परमेश्वर यहोवा क्या कहता है वह तो अपनी प्रजा से जो उसके भक्त है शान्ति की बातें कहेगा परन्तु वे फिरके मूर्खता न करने लगें +16502,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_009.wav,निश्चय उसके डरवैयों के उद्धार का समय निकट है तब हमारे देश में महिमा का निवास होगा +16503,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_010.wav,करुणा और सच्चाई आपस में मिल गई हैं धर्म और मेल ने आपस में चुम्बन किया हैं +16504,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_011.wav,पृथ्वी में से सच्चाई उगती और स्वर्ग से धर्म झुकता है +16505,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_012.wav,हाँ यहोवा उत्तम वस्तुएँ देगा और हमारी भूमि अपनी उपज देगी +16506,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_085_013.wav,धर्म उसके आगेआगे चलेगा और उसके पाँवों के चिन्हों को हमारे लिये मार्ग बनाएगा +16507,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_001.wav,हे यहोवा कान लगाकर मेरी सुन ले क्योंकि मैं दीन और दरिद्र हूँ +16508,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_002.wav,मेरे प्राण की रक्षा कर क्योंकि मैं भक्त हूँ तू मेरा परमेश्वर है इसलिए अपने दास का जिसका भरोसा तुझ पर है उद्धार कर +16509,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_003.wav,हे प्रभु मुझ पर अनुग्रह कर क्योंकि मै��� तुझी को लगातार पुकारता रहता हूँ +16510,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_004.wav,अपने दास के मन को आनन्दित कर क्योंकि हे प्रभु मैं अपना मन तेरी ही ओर लगाता हूँ +16511,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_005.wav,क्योंकि हे प्रभु तू भला और क्षमा करनेवाला है और जितने तुझे पुकारते हैं उन सभी के लिये तू अति करुणामय है +16512,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_006.wav,हे यहोवा मेरी प्रार्थना की ओर कान लगा और मेरे गिड़गिड़ाने को ध्यान से सुन +16513,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_007.wav,संकट के दिन मैं तुझको पुकारूँगा क्योंकि तू मेरी सुन लेगा +16514,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_008.wav,हे प्रभु देवताओं में से कोई भी तेरे तुल्य नहीं और न किसी के काम तेरे कामों के बराबर हैं +16515,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_009.wav,हे प्रभु जितनी जातियों को तूने बनाया है सब आकर तेरे सामने दण्डवत् करेंगी और तेरे नाम की महिमा करेंगी +16516,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_010.wav,क्योंकि तू महान और आश्चर्यकर्म करनेवाला है केवल तू ही परमेश्वर है +16517,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_011.wav,हे यहोवा अपना मार्ग मुझे सिखा तब मैं तेरे सत्य मार्ग पर चलूँगा मुझ को एक चित्त कर कि मैं तेरे नाम का भय मानूँ +16518,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_012.wav,हे प्रभु हे मेरे परमेश्वर मैं अपने सम्पूर्ण मन से तेरा धन्यवाद करूँगा और तेरे नाम की महिमा सदा करता रहूँगा +16519,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_013.wav,क्योंकि तेरी करुणा मेरे ऊपर बड़ी है और तूने मुझ को अधोलोक की तह में जाने से बचा लिया है +16520,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_014.wav,हे परमेश्वर अभिमानी लोग मेरे विरुद्ध उठ गए हैं और उपद्रवियों का झुण्ड मेरे प्राण के खोजी हुए हैं और वे तेरा कुछ विचार नहीं रखते +16521,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_015.wav,परन्तु प्रभु दयालु और अनुग्रहकारी परमेश्वर है तू विलम्ब से कोप करनेवाला और अति करुणामय है +16522,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_016.wav,मेरी ओर फिरकर मुझ पर अनुग्रह कर अपने दास को तू शक्ति दे और अपनी दासी के पुत्र का उद्धार कर +16523,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_086_017.wav,मुझे भलाई का कोई चिन्ह दिखा जिसे देखकर मेरे बैरी निराश हों क्योंकि हे यहोवा तूने आप मेरी सहायता की और मुझे शान्ति दी है +16524,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_087_001.wav,उसकी नींव पवित्र पर्वतों में है +16525,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_087_002.wav,और यहोवा सिय्योन के फाटकों से याकूब के सारे निवासों से बढ़कर प्रीति रखता है +16526,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_087_003.wav,हे परमेश्वर के नगर तेरे विषय महिमा की बातें कही गई हैं सेला +16527,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_087_004.wav,मैं अपने जानपहचानवालों से रहब और बाबेल की भी चर्चा करूँगा पलिश्त सोर और कूश को देखो यह वहाँ उत्पन्न हुआ था +16528,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_087_005.wav,और सिय्योन के विषय में यह कहा ���ाएगा इनमें से प्रत्येक का जन्म उसमें हुआ था और परमप्रधान आप ही उसको स्थिर रखे +16529,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_087_006.wav,यहोवा जब देशदेश के लोगों के नाम लिखकर गिन लेगा तब यह कहेगा यह वहाँ उत्पन्न हुआ था सेला +16530,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_087_007.wav,गवैये और नृतक दोनों कहेंगे हमारे सब सोते तुझी में पाए जाते हैं +16531,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_001.wav,हे मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर यहोवा मैं दिन को और रात को तेरे आगे चिल्लाता आया हूँ +16532,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_002.wav,मेरी प्रार्थना तुझ तक पहुँचे मेरे चिल्लाने की ओर कान लगा +16533,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_003.wav,क्योंकि मेरा प्राण क्लेश से भरा हुआ है और मेरा प्राण अधोलोक के निकट पहुँचा है +16534,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_004.wav,मैं कब्र में पड़नेवालों में गिना गया हूँ मैं बलहीन पुरुष के समान हो गया हूँ +16535,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_005.wav,मैं मुर्दों के बीच छोड़ा गया हूँ और जो घात होकर कब्र में पड़े हैं जिनको तू फिर स्मरण नहीं करता और वे तेरी सहायता रहित हैं उनके समान मैं हो गया हूँ +16536,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_006.wav,तूने मुझे गड्ढे के तल ही में अंधेरे और गहरे स्थान में रखा है +16537,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_007.wav,तेरी जलजलाहट मुझी पर बनी हुई है और तूने अपने सब तरंगों से मुझे दुःख दिया है सेला +16538,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_008.wav,तूने मेरे पहचानवालों को मुझसे दूर किया है और मुझ को उनकी दृष्टि में घिनौना किया है मैं बन्दी हूँ और निकल नहीं सकता +16539,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_009.wav,दुःख भोगतेभोगते मेरी आँखें धुँधला गई हे यहोवा मैं लगातार तुझे पुकारता और अपने हाथ तेरी ओर फैलाता आया हूँ +16540,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_010.wav,क्या तू मुर्दों के लिये अद्भुत काम करेगा क्या मरे लोग उठकर तेरा धन्यवाद करेंगे सेला +16541,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_011.wav,क्या कब्र में तेरी करुणा का और विनाश की दशा में तेरी सच्चाई का वर्णन किया जाएगा +16542,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_012.wav,क्या तेरे अद्भुत काम अंधकार में या तेरा धर्म विश्वासघात की दशा में जाना जाएगा +16543,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_013.wav,परन्तु हे यहोवा मैंने तेरी दुहाई दी है और भोर को मेरी प्रार्थना तुझ तक पहुँचेगी +16544,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_014.wav,हे यहोवा तू मुझ को क्यों छोड़ता है तू अपना मुख मुझसे क्यों छिपाता रहता है +16545,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_015.wav,मैं बचपन ही से दुःखी वरन् अधमुआ हूँ तुझ से भय खाते मैं अति व्याकुल हो गया हूँ +16546,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_016.wav,तेरा क्रोध मुझ पर पड़ा है उस भय से मैं मिट गया हूँ +16547,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_017.wav,वह दिन भर जल के समान मुझे घेरे रहता है वह मेरे चारों ओर दिखाई देता है +16548,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_088_018.wav,तूने मित्र और भाईबन्धु दोनों को मुझसे दूर किया है और मेरे जानपहचानवालों को अंधकार में डाल दिया है +16549,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_001.wav,मैं यहोवा की सारी करुणा के विषय सदा गाता रहूँगा मैं तेरी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बताता रहूँगा +16550,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_002.wav,क्योंकि मैंने कहा तेरी करुणा सदा बनी रहेगी तू स्वर्ग में अपनी सच्चाई को स्थिर रखेगा +16551,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_003.wav,तूने कहा मैंने अपने चुने हुए से वाचा बाँधी है मैंने अपने दास दाऊद से शपथ खाई है +16552,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_004.wav, मैं तेरे वंश को सदा स्थिर रखूँगा और तेरी राजगद्दी को पीढ़ीपीढ़ी तक बनाए रखूँगा सेला +16553,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_005.wav,हे यहोवा स्वर्ग में तेरे अद्भुत काम की और पवित्रों की सभा में तेरी सच्चाई की प्रशंसा होगी +16554,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_006.wav,क्योंकि आकाशमण्डल में यहोवा के तुल्य कौन ठहरेगा बलवन्तों के पुत्रों में से कौन है जिसके साथ यहोवा की उपमा दी जाएगी +16555,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_007.wav,परमेश्वर पवित्र लोगों की गोष्ठी में अत्यन्त प्रतिष्ठा के योग्य और अपने चारों ओर सब रहनेवालों से अधिक भययोग्य है +16556,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_008.wav,हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा हे यहोवा तेरे तुल्य कौन सामर्थी है तेरी सच्चाई तो तेरे चारों ओर है +16557,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_009.wav,समुद्र के गर्व को तू ही तोड़ता है जब उसके तरंग उठते हैं तब तू उनको शान्त कर देता है +16558,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_010.wav,तूने रहब को घात किए हुए के समान कुचल डाला और अपने शत्रुओं को अपने बाहुबल से तितरबितर किया है +16559,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_011.wav,आकाश तेरा है पृथ्वी भी तेरी है जगत और जो कुछ उसमें है उसे तू ही ने स्थिर किया है +16560,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_012.wav,उत्तर और दक्षिण को तू ही ने सिरजा ताबोर और हेर्मोन तेरे नाम का जयजयकार करते हैं +16561,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_013.wav,तेरी भुजा बलवन्त है तेरा हाथ शक्तिमान और तेरा दाहिना हाथ प्रबल है +16562,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_014.wav,तेरे सिंहासन का मूल धर्म और न्याय है करुणा और सच्चाई तेरे आगेआगे चलती है +16563,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_015.wav,क्या ही धन्य है वह समाज जो आनन्द के ललकार को पहचानता है हे यहोवा वे लोग तेरे मुख के प्रकाश में चलते हैं +16564,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_016.wav,वे तेरे नाम के हेतु दिन भर मगन रहते हैं और तेरे धर्म के कारण महान हो जाते हैं +16565,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_017.wav,क्योंकि तू उनके बल की शोभा है और अपनी प्रसन्नता से हमारे सींग को ऊँचा करेगा +16566,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_018.wav,क्योंकि हमारी ढाल यहोवा की ओर से है हमारा राजा इस्राएल के पवित्र की ओर से है +16567,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_019.wav,एक समय तूने अपने भक्त को दर्शन देकर बातें की और कहा मैंने सहायता करने का भार एक वीर पर रखा है और प्रजा में से एक को चुनकर बढ़ाया है +16568,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_020.wav,मैंने अपने दास दाऊद को लेकर अपने पवित्र तेल से उसका अभिषेक किया है +16569,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_021.wav,मेरा हाथ उसके साथ बना रहेगा और मेरी भुजा उसे दृढ़ रखेगी +16570,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_022.wav,शत्रु उसको तंग करने न पाएगा और न कुटिल जन उसको दुःख देने पाएगा +16571,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_023.wav,मैं उसके शत्रुओं को उसके सामने से नाश करूँगा और उसके बैरियों पर विपत्ति डालूँगा +16572,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_024.wav,परन्तु मेरी सच्चाई और करुणा उस पर बनी रहेंगी और मेरे नाम के द्वारा उसका सींग ऊँचा हो जाएगा +16573,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_025.wav,मैं समुद्र को उसके हाथ के नीचे और महानदों को उसके दाहिने हाथ के नीचे कर दूँगा +16574,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_026.wav,वह मुझे पुकारकर कहेगा तू मेरा पिता है मेरा परमेश्वर और मेरे उद्धार की चट्टान है +16575,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_027.wav,फिर मैं उसको अपना पहिलौठा और पृथ्वी के राजाओं पर प्रधान ठहराऊँगा +16576,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_028.wav,मैं अपनी करुणा उस पर सदा बनाए रहूँगा और मेरी वाचा उसके लिये अटल रहेगी +16577,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_029.wav,मैं उसके वंश को सदा बनाए रखूँगा और उसकी राजगद्दी स्वर्ग के समान सर्वदा बनी रहेगी +16578,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_030.wav,यदि उसके वंश के लोग मेरी व्यवस्था को छोड़ें और मेरे नियमों के अनुसार न चलें +16579,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_031.wav,यदि वे मेरी विधियों का उल्लंघन करें और मेरी आज्ञाओं को न मानें +16580,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_032.wav,तो मैं उनके अपराध का दण्ड सोंटें से और उनके अधर्म का दण्ड कोड़ों से दूँगा +16581,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_033.wav,परन्तु मैं अपनी करुणा उस पर से न हटाऊँगा और न सच्चाई त्याग कर झूठा ठहरूँगा +16582,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_034.wav,मैं अपनी वाचा न तोड़ूँगा और जो मेरे मुँह से निकल चुका है उसे न बदलूँगा +16583,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_035.wav,एक बार मैं अपनी पवित्रता की शपथ खा चुका हूँ मैं दाऊद को कभी धोखा न दूँगा +16584,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_036.wav,उसका वंश सर्वदा रहेगा और उसकी राजगद्दी सूर्य के समान मेरे सम्मुख ठहरी रहेगी +16585,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_037.wav,वह चन्द्रमा के समान और आकाशमण्डल के विश्वासयोग्य साक्षी के समान सदा बना रहेगा सेला +16586,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_038.wav,तो भी तूने अपने अभिषिक्त को छोड़ा और उसे तज दिया और उस पर अति क्रोध किया है +16587,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_039.wav,तूने अपने दास के साथ की वाचा को त्याग दिया और उसके मुकुट को भूमि पर गिराकर अश���द्ध किया है +16588,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_040.wav,तूने उसके सब बाड़ों को तोड़ डाला है और उसके गढ़ों को उजाड़ दिया है +16589,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_041.wav,सब बटोही उसको लूट लेते हैं और उसके पड़ोसियों से उसकी नामधराई होती है +16590,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_042.wav,तूने उसके विरोधियों को प्रबल किया और उसके सब शत्रुओं को आनन्दित किया है +16591,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_043.wav,फिर तू उसकी तलवार की धार को मोड़ देता है और युद्ध में उसके पाँव जमने नहीं देता +16592,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_044.wav,तूने उसका तेज हर लिया है और उसके सिंहासन को भूमि पर पटक दिया है +16593,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_045.wav,तूने उसकी जवानी को घटाया और उसको लज्जा से ढाँप दिया है सेला +16594,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_046.wav,हे यहोवा तू कब तक लगातार मुँह फेरे रहेगा तेरी जलजलाहट कब तक आग के समान भड़की रहेगी +16595,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_047.wav,मेरा स्मरण कर कि मैं कैसा अनित्य हूँ तूने सब मनुष्यों को क्यों व्यर्थ सिरजा है +16596,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_048.wav,कौन पुरुष सदा अमर रहेगा क्या कोई अपने प्राण को अधोलोक से बचा सकता है सेला +16597,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_049.wav,हे प्रभु तेरी प्राचीनकाल की करुणा कहाँ रही जिसके विषय में तूने अपनी सच्चाई की शपथ दाऊद से खाई थी +16598,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_050.wav,हे प्रभु अपने दासों की नामधराई की सुधि ले मैं तो सब सामर्थी जातियों का बोझ लिए रहता हूँ +16599,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_051.wav,तेरे उन शत्रुओं ने तो हे यहोवा तेरे अभिषिक्त के पीछे पड़कर उसकी नामधराई की है +16600,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_089_052.wav,यहोवा सर्वदा धन्य रहेगा आमीन फिर आमीन +16601,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_001.wav,हे प्रभु तू पीढ़ी से पीढ़ी तक हमारे लिये धाम बना है +16602,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_002.wav,इससे पहले कि पहाड़ उत्पन्न हुए या तूने पृथ्वी और जगत की रचना की वरन् अनादिकाल से अनन्तकाल तक तू ही परमेश्वर है +16603,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_003.wav,तू मनुष्य को लौटाकर मिट्टी में ले जाता है और कहता है हे आदमियों लौट आओ +16604,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_004.wav,क्योंकि हजार वर्ष तेरी दृष्टि में ऐसे हैं जैसा कल का दिन जो बीत गया या रात का एक पहर +16605,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_005.wav,तू मनुष्यों को धारा में बहा देता है वे स्वप्न से ठहरते हैं वे भोर को बढ़नेवाली घास के समान होते हैं +16606,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_006.wav,वह भोर को फूलती और बढ़ती है और साँझ तक कटकर मुर्झा जाती है +16607,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_007.wav,क्योंकि हम तेरे क्रोध से भस्म हुए हैं और तेरी जलजलाहट से घबरा गए हैं +16608,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_008.wav,तूने हमारे अधर्म के कामों को अपने सम्मुख और हमारे छिपे हुए पापों को अपने मुख की ज्योति में रखा है +16609,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_009.wav,क्योंकि हमारे सब दिन तेरे क्रोध में बीत जाते हैं हम अपने वर्ष शब्द के समान बिताते हैं +16610,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_010.wav,हमारी आयु के वर्ष सत्तर तो होते हैं और चाहे बल के कारण अस्सी वर्ष भी हो जाएँ तो भी उनका घमण्ड केवल कष्ट और शोक ही शोक है क्योंकि वह जल्दी कट जाती है और हम जाते रहते हैं +16611,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_011.wav,तेरे क्रोध की शक्ति को और तेरे भय के योग्य तेरे रोष को कौन समझता है +16612,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_012.wav,हमको अपने दिन गिनने की समझ दे कि हम बुद्धिमान हो जाएँ +16613,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_013.wav,हे यहोवा लौट आ कब तक और अपने दासों पर तरस खा +16614,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_014.wav,भोर को हमें अपनी करुणा से तृप्त कर कि हम जीवन भर जयजयकार और आनन्द करते रहें +16615,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_015.wav,जितने दिन तू हमें दुःख देता आया और जितने वर्ष हम क्लेश भोगते आए हैं उतने ही वर्ष हमको आनन्द दे +16616,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_016.wav,तेरा काम तेरे दासों को और तेरा प्रताप उनकी सन्तान पर प्रगट हो +16617,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_090_017.wav,हमारे परमेश्वर यहोवा की मनोहरता हम पर प्रगट हो तू हमारे हाथों का काम हमारे लिये दृढ़ कर हमारे हाथों के काम को दृढ़ कर +16618,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_001.wav,जो परमप्रधान के छाए हुए स्थान में बैठा रहे वह सर्वशक्तिमान की छाया में ठिकाना पाएगा +16619,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_002.wav,मैं यहोवा के विषय कहूँगा वह मेरा शरणस्थान और गढ़ है वह मेरा परमेश्वर है जिस पर मैं भरोसा रखता हूँ +16620,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_003.wav,वह तो तुझे बहेलिये के जाल से और महामारी से बचाएगा +16621,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_004.wav,वह तुझे अपने पंखों की आड़ में ले लेगा और तू उसके परों के नीचे शरण पाएगा उसकी सच्चाई तेरे लिये ढाल और झिलम ठहरेगी +16622,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_005.wav,तू न रात के भय से डरेगा और न उस तीर से जो दिन को उड़ता है +16623,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_006.wav,न उस मरी से जो अंधेरे में फैलती है और न उस महारोग से जो दिनदुपहरी में उजाड़ता है +16624,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_007.wav,तेरे निकट हजार और तेरी दाहिनी ओर दस हजार गिरेंगे परन्तु वह तेरे पास न आएगा +16625,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_008.wav,परन्तु तू अपनी आँखों की दृष्टि करेगा और दुष्टों के अन्त को देखेगा +16626,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_009.wav,हे यहोवा तू मेरा शरणस्थान ठहरा है तूने जो परमप्रधान को अपना धाम मान लिया है +16627,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_010.wav,इसलिए कोई विपत्ति तुझ पर न पड़ेगी न कोई दुःख तेरे डेरे के निकट आएगा +16628,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_011.wav,क्योंकि वह अपने दूतों को तेरे निमित्त आज्ञा देगा कि जहाँ कहीं तू जाए वे तेरी रक्षा करें +16629,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_012.wav,वे तुझको हाथों हाथ उठा लेंगे ऐसा न हो कि तेरे पाँवों में पत्थर से ठेस लगे +16630,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_013.wav,तू सिंह और नाग को कुचलेगा तू जवान सिंह और अजगर को लताड़ेगा +16631,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_014.wav,उसने जो मुझसे स्नेह किया है इसलिए मैं उसको छुड़ाऊँगा मैं उसको ऊँचे स्थान पर रखूँगा क्योंकि उसने मेरे नाम को जान लिया है +16632,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_015.wav,जब वह मुझ को पुकारे तब मैं उसकी सुनूँगा संकट में मैं उसके संग रहूँगा मैं उसको बचाकर उसकी महिमा बढ़ाऊँगा +16633,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_091_016.wav,मैं उसको दीर्घायु से तृप्त करूँगा और अपने किए हुए उद्धार का दर्शन दिखाऊँगा +16634,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_001.wav,यहोवा का धन्यवाद करना भला है हे परमप्रधान तेरे नाम का भजन गाना +16635,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_002.wav,प्रातःकाल को तेरी करुणा और प्रति रात तेरी सच्चाई का प्रचार करना +16636,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_003.wav,दस तारवाले बाजे और सारंगी पर और वीणा पर गम्भीर स्वर से गाना भला है +16637,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_004.wav,क्योंकि हे यहोवा तूने मुझ को अपने कामों से आनन्दित किया है और मैं तेरे हाथों के कामों के कारण जयजयकार करूँगा +16638,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_005.wav,हे यहोवा तेरे काम क्या ही बड़े है तेरी कल्पनाएँ बहुत गम्भीर है +16639,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_006.wav,पशु समान मनुष्य इसको नहीं समझता और मूर्ख इसका विचार नहीं करता +16640,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_007.wav,कि दुष्ट जो घास के समान फूलतेफलते हैं और सब अनर्थकारी जो प्रफुल्लित होते हैं यह इसलिए होता है कि वे सर्वदा के लिये नाश हो जाएँ +16641,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_008.wav,परन्तु हे यहोवा तू सदा विराजमान रहेगा +16642,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_009.wav,क्योंकि हे यहोवा तेरे शत्रु हाँ तेरे शत्रु नाश होंगे सब अनर्थकारी तितरबितर होंगे +16643,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_010.wav,परन्तु मेरा सींग तूने जंगली साँड़ के समान ऊँचा किया है तूने ताजे तेल से मेरा अभिषेक किया है +16644,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_011.wav,मैं अपने शत्रुओं पर दृष्टि करके और उन कुकर्मियों का हाल मेरे विरुद्ध उठे थे सुनकर सन्तुष्ट हुआ हूँ +16645,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_012.wav,धर्मी लोग खजूर के समान फूले फलेंगे और लबानोन के देवदार के समान बढ़ते रहेंगे +16646,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_013.wav,वे यहोवा के भवन में रोपे जाकर हमारे परमेश्वर के आँगनों में फूले फलेंगे +16647,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_014.wav,वे पुराने होने पर भी फलते रहेंगे और रस भरे और लहलहाते रहेंगे +16648,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_092_015.wav,जिससे यह प्रगट हो कि यहोवा सच्चा है वह मेरी चट्टान है और उसमें कुटिलता कुछ भी नहीं +16649,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_093_001.wav,यहोवा राजा है उसने माहात्म्य का पहरावा पहना है यहोवा पहरावा पहने हुए और सामर्थ्य का फेटा बाँधे है इस कारण जगत स्थिर है वह नहीं टलने का +16650,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_093_002.wav,हे यहोवा तेरी राजगद्दी अनादिकाल से स्थिर है तू सर्वदा से है +16651,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_093_003.wav,हे यहोवा महानदों का कोलाहल हो रहा है महानदों का बड़ा शब्द हो रहा है महानद गरजते हैं +16652,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_093_004.wav,महासागर के शब्द से और समुद्र की महातरंगों से विराजमान यहोवा अधिक महान है +16653,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_093_005.wav,तेरी चितौनियाँ अति विश्वासयोग्य हैं हे यहोवा तेरे भवन को युगयुग पवित्रता ही शोभा देती है +16654,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_001.wav,हे यहोवा हे पलटा लेनेवाले परमेश्वर हे पलटा लेनेवाले परमेश्वर अपना तेज दिखा +16655,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_002.wav,हे पृथ्वी के न्यायी उठ और घमण्डियों को बदला दे +16656,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_003.wav,हे यहोवा दुष्ट लोग कब तक दुष्ट लोग कब तक डींग मारते रहेंगे +16657,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_004.wav,वे बकते और ढिठाई की बातें बोलते हैं सब अनर्थकारी बड़ाई मारते हैं +16658,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_005.wav,हे यहोवा वे तेरी प्रजा को पीस डालते हैं वे तेरे निज भाग को दुःख देते हैं +16659,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_006.wav,वे विधवा और परदेशी का घात करते और अनाथों को मार डालते हैं +16660,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_007.wav,और कहते हैं यहोवा न देखेगा याकूब का परमेश्वर विचार न करेगा +16661,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_008.wav,तुम जो प्रजा में पशु सरीखे हो विचार करो और हे मूर्खों तुम कब बुद्धिमान बनोगे +16662,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_009.wav,जिसने कान दिया क्या वह आप नहीं सुनता जिसने आँख रची क्या वह आप नहीं देखता +16663,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_010.wav,जो जातिजाति को ताड़ना देता और मनुष्य को ज्ञान सिखाता है क्या वह न सुधारेगा +16664,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_011.wav,यहोवा मनुष्य की कल्पनाओं को तो जानता है कि वे मिथ्या हैं +16665,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_012.wav,हे यहोवा क्या ही धन्य है वह पुरुष जिसको तू ताड़ना देता है और अपनी व्यवस्था सिखाता है +16666,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_013.wav,क्योंकि तू उसको विपत्ति के दिनों में उस समय तक चैन देता रहता है जब तक दुष्टों के लिये गड्ढा नहीं खोदा जाता +16667,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_014.wav,क्योंकि यहोवा अपनी प्रजा को न तजेगा वह अपने निज भाग को न छोड़ेगा +16668,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_015.wav,परन्तु न्याय फिर धर्म के अनुसार किया जाएगा और सारे सीधे मनवाले उसके पीछेपीछे हो लेंगे +16669,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_016.wav,कुकर्मियों के विरुद्ध मेरी ओर कौन खड़ा होगा मेरी ओर से अनर्थकारियों का कौन सामना करेगा +16670,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_017.wav,यदि यहोवा मेरा सहायक न होता तो क्षण भर में मुझे चुपचाप होकर रहना पड़ता +16671,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_018.wav,जब मैंने कहा मेरा पाँव फिसलने लगा है तब हे यहोवा तेरी करुणा ने मुझे थाम लिया +16672,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_019.wav,जब मेरे मन में बहुत सी चिन्ताएँ होती हैं तब हे यहोवा तेरी दी हुई शान्ति से मुझ को सुख होता है +16673,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_020.wav,क्या तेरे और दुष्टों के सिंहासन के बीच संधि होगी जो कानून की आड़ में उत्पात मचाते हैं +16674,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_021.wav,वे धर्मी का प्राण लेने को दल बाँधते हैं और निर्दोष को प्राणदण्ड देते हैं +16675,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_022.wav,परन्तु यहोवा मेरा गढ़ और मेरा परमेश्वर मेरी शरण की चट्टान ठहरा है +16676,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_094_023.wav,उसने उनका अनर्थ काम उन्हीं पर लौटाया है और वह उन्हें उन्हीं की बुराई के द्वारा सत्यानाश करेगा हमारा परमेश्वर यहोवा उनको सत्यानाश करेगा +16677,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_095_001.wav,आओ हम यहोवा के लिये ऊँचे स्वर से गाएँ अपने उद्धार की चट्टान का जयजयकार करें +16678,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_095_002.wav,हम धन्यवाद करते हुए उसके सम्मुख आएँ और भजन गाते हुए उसका जयजयकार करें +16679,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_095_003.wav,क्योंकि यहोवा महान परमेश्वर है और सब देवताओं के ऊपर महान राजा है +16680,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_095_004.wav,पृथ्वी के गहरे स्थान उसी के हाथ में हैं और पहाड़ों की चोटियाँ भी उसी की हैं +16681,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_095_005.wav,समुद्र उसका है और उसी ने उसको बनाया और स्थल भी उसी के हाथ का रचा है +16682,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_095_006.wav,आओ हम झुककर दण्डवत् करें और अपने कर्ता यहोवा के सामने घुटने टेकें +16683,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_095_007.wav,क्योंकि वही हमारा परमेश्वर है और हम उसकी चराई की प्रजा और उसके हाथ की भेड़ें हैं भला होता कि आज तुम उसकी बात सुनते +16684,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_095_008.wav,अपनाअपना हृदय ऐसा कठोर मत करो जैसा मरीबा में व मस्सा के दिन जंगल में हुआ था +16685,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_095_009.wav,जब तुम्हारे पुरखाओं ने मुझे परखा उन्होंने मुझ को जाँचा और मेरे काम को भी देखा +16686,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_095_010.wav,चालीस वर्ष तक मैं उस पीढ़ी के लोगों से रूठा रहा और मैंने कहा ये तो भरमानेवाले मन के हैं और इन्होंने मेरे मार्गों को नहीं पहचाना +16687,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_095_011.wav,इस कारण मैंने क्रोध में आकर शपथ खाई कि ये मेरे विश्रामस्थान में कभी प्रवेश न करने पाएँगे +16688,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_001.wav,यहोवा के लिये एक नया गीत गाओ हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा के लिये गाओ +16689,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_002.wav,यहोवा के लिये गाओ उसके नाम को धन्य कहो दिन प्रतिदिन उसके किए हुए उद्धार का शुभ समाचार सुनाते रहो +16690,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_003.wav,अन्यजातियों में उसकी महिमा का और देशदेश के लोगों में उसके आश्चर्यकर्मों का वर्णन करो +16691,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_004.wav,क्योंकि यहोवा महान और अति स्तुति के योग्य है वह तो सब देवताओं से अधिक भययोग्य है +16692,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_005.wav,क्योंकि देशदेश के सब देवता तो मूरतें ही हैं परन्तु यहोवा ही ने स्वर्ग को बनाया है +16693,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_006.wav,उसके चारों ओर वैभव और ऐश्वर्य है उसके पवित्रस्थान में सामर्थ्य और शोभा है +16694,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_007.wav,हे देशदेश के कुल के लोगों यहोवा का गुणानुवाद करो यहोवा की महिमा और सामर्थ्य को मानो +16695,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_008.wav,यहोवा के नाम की ऐसी महिमा करो जो उसके योग्य है भेंट लेकर उसके आँगनों में आओ +16696,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_009.wav,पवित्रता से शोभायमान होकर यहोवा को दण्डवत् करो हे सारी पृथ्वी के लोगों उसके सामने काँपते रहो +16697,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_010.wav,जातिजाति में कहो यहोवा राजा हुआ है और जगत ऐसा स्थिर है कि वह टलने का नहीं वह देशदेश के लोगों का न्याय खराई से करेगा +16698,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_011.wav,आकाश आनन्द करे और पृथ्वी मगन हो समुद्र और उसमें की सब वस्तुएँ गरज उठें +16699,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_012.wav,मैदान और जो कुछ उसमें है वह प्रफुल्लित हो उसी समय वन के सारे वृक्ष जयजयकार करेंगे +16700,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_096_013.wav,यह यहोवा के सामने हो क्योंकि वह आनेवाला है वह पृथ्वी का न्याय करने को आनेवाला है वह धर्म से जगत का और सच्चाई से देशदेश के लोगों का न्याय करेगा +16701,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_097_001.wav,यहोवा राजा हुआ है पृथ्वी मगन हो और द्वीप जो बहुत से हैं वह भी आनन्द करें +16702,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_097_002.wav,बादल और अंधकार उसके चारों ओर हैं उसके सिंहासन का मूल धर्म और न्याय है +16703,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_097_003.wav,उसके आगेआगे आग चलती हुई उसके विरोधियों को चारों ओर भस्म करती है +16704,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_097_004.wav,उसकी बिजलियों से जगत प्रकाशित हुआ पृथ्वी देखकर थरथरा गई है +16705,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_097_005.wav,पहाड़ यहोवा के सामने मोम के समान पिघल गए अर्थात् सारी पृथ्वी के परमेश्वर के सामने +16706,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_097_006.wav,आकाश ने उसके धर्म की साक्षी दी और देशदेश के सब लोगों ने उसकी महिमा देखी है +16707,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_097_007.wav,जितने खुदी हुई मूर्तियों की उपासना करते और मूरतों पर फूलते हैं वे लज्जित हों हे सब देवताओं तुम उसी को दण्डवत् करो +16708,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_097_008.wav,सिय्योन सुनकर आनन्दित हुई और यहूदा की बेटियाँ मगन हुई हे यहोवा यह तेरे नियमों के कारण हुआ +16709,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_097_009.wav,क्योंकि हे यहोवा तू ��ारी पृथ्वी के ऊपर परमप्रधान है तू सारे देवताओं से अधिक महान ठहरा है +16710,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_097_010.wav,हे यहोवा के प्रेमियों बुराई से घृणा करो वह अपने भक्तों के प्राणों की रक्षा करता और उन्हें दुष्टों के हाथ से बचाता है +16711,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_097_011.wav,धर्मी के लिये ज्योति और सीधे मनवालों के लिये आनन्द बोया गया है +16712,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_097_012.wav,हे धर्मियों यहोवा के कारण आनन्दित हो और जिस पवित्र नाम से उसका स्मरण होता है उसका धन्यवाद करो +16713,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_098_001.wav,यहोवा के लिये एक नया गीत गाओ क्योंकि उसने आश्चर्यकर्मों किए है उसके दाहिने हाथ और पवित्र भुजा ने उसके लिये उद्धार किया है +16714,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_098_002.wav,यहोवा ने अपना किया हुआ उद्धार प्रकाशित किया उसने अन्यजातियों की दृष्टि में अपना धर्म प्रगट किया है +16715,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_098_003.wav,उसने इस्राएल के घराने पर की अपनी करुणा और सच्चाई की सुधि ली और पृथ्वी के सब दूरदूर देशों ने हमारे परमेश्वर का किया हुआ उद्धार देखा है +16716,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_098_004.wav,हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार करो उत्साहपूर्वक जयजयकार करो और भजन गाओ +16717,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_098_005.wav,वीणा बजाकर यहोवा का भजन गाओ वीणा बजाकर भजन का स्वर सुनाओ +16718,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_098_006.wav,तुरहियां और नरसिंगे फूँक फूँककर यहोवा राजा का जयजयकार करो +16719,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_098_007.wav,समुद्र और उसमें की सब वस्तुएँ गरज उठें जगत और उसके निवासी महाशब्द करें +16720,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_098_008.wav,नदियाँ तालियाँ बजाएँ पहाड़ मिलकर जयजयकार करें +16721,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_098_009.wav,यह यहोवा के सामने हो क्योंकि वह पृथ्वी का न्याय करने को आनेवाला है वह धर्म से जगत का और सच्चाई से देशदेश के लोगों का न्याय करेगा +16722,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_099_001.wav,यहोवा राजा हुआ है देशदेश के लोग काँप उठें वह करूबों पर विराजमान है पृथ्वी डोल उठे +16723,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_099_002.wav,यहोवा सिय्योन में महान है और वह देशदेश के लोगों के ऊपर प्रधान है +16724,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_099_003.wav,वे तेरे महान और भययोग्य नाम का धन्यवाद करें वह तो पवित्र है +16725,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_099_004.wav,राजा की सामर्थ्य न्याय से मेल रखती है तू ही ने सच्चाई को स्थापित किया न्याय और धर्म को याकूब में तू ही ने चालू किया है +16726,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_099_005.wav,हमारे परमेश्वर यहोवा को सराहो और उसके चरणों की चौकी के सामने दण्डवत् करो वह पवित्र है +16727,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_099_006.wav,उसके याजकों में मूसा और हारून और उसके प्रार्थना करनेवालों में से शमूएल यहोवा को पुकारते थे और वह उनकी सुन लेता था +16728,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_099_007.wav,वह बादल के खम्भे में होकर उनसे बातें करता था और वे उसकी चितौनियों और उसकी दी हुई विधियों पर चलते थे +16729,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_099_008.wav,हे हमारे परमेश्वर यहोवा तू उनकी सुन लेता था तू उनके कामों का पलटा तो लेता था तो भी उनके लिये क्षमा करनेवाला परमेश्वर था +16730,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_099_009.wav,हमारे परमेश्वर यहोवा को सराहो और उसके पवित्र पर्वत पर दण्डवत् करो क्योंकि हमारा परमेश्वर यहोवा पवित्र है +16731,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_100_001.wav,हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार करो +16732,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_100_002.wav,आनन्द से यहोवा की आराधना करो जयजयकार के साथ उसके सम्मुख आओ +16733,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_100_003.wav,निश्चय जानो कि यहोवा ही परमेश्वर है उसी ने हमको बनाया और हम उसी के हैं हम उसकी प्रजा और उसकी चराई की भेड़ें हैं +16734,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_100_004.wav,उसके फाटकों में धन्यवाद और उसके आँगनों में स्तुति करते हुए प्रवेश करो उसका धन्यवाद करो और उसके नाम को धन्य कहो +16735,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_100_005.wav,क्योंकि यहोवा भला है उसकी करुणा सदा के लिये और उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है +16736,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_101_001.wav,मैं करुणा और न्याय के विषय गाऊँगा हे यहोवा मैं तेरा ही भजन गाऊँगा +16737,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_101_002.wav,मैं बुद्धिमानी से खरे मार्ग में चलूँगा तू मेरे पास कब आएगा मैं अपने घर में मन की खराई के साथ अपनी चाल चलूँगा +16738,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_101_003.wav,मैं किसी ओछे काम पर चित्त न लगाऊँगा मैं कुमार्ग पर चलनेवालों के काम से घिन रखता हूँ ऐसे काम में मैं न लगूँगा +16739,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_101_004.wav,टेढ़ा स्वभाव मुझसे दूर रहेगा मैं बुराई को जानूँगा भी नहीं +16740,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_101_005.wav,जो छिपकर अपने पड़ोसी की चुगली खाए उसका मैं सत्यानाश करूँगा जिसकी आँखें चढ़ी हों और जिसका मन घमण्डी है उसकी मैं न सहूँगा +16741,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_101_006.wav,मेरी आँखें देश के विश्वासयोग्य लोगों पर लगी रहेंगी कि वे मेरे संग रहें जो खरे मार्ग पर चलता है वही मेरा सेवक होगा +16742,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_101_007.wav,जो छल करता है वह मेरे घर के भीतर न रहने पाएगा जो झूठ बोलता है वह मेरे सामने बना न रहेगा +16743,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_101_008.wav,प्रति भोर मैं देश के सब दुष्टों का सत्यानाश किया करूँगा ताकि यहोवा के नगर के सब अनर्थकारियों को नाश करूँ +16744,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_001.wav,हे यहोवा मेरी प्रार्थना सुन मेरी दुहाई तुझ तक पहुँचे +16745,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_002.wav,मेरे संकट के दिन अपना मुख मुझसे न छिपा ले अपना कान मेरी ओर लगा जिस समय मैं पुकारूँ उ���ी समय फुर्ती से मेरी सुन ले +16746,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_003.wav,क्योंकि मेरे दिन धुएँ के समान उड़े जाते हैं और मेरी हड्डियाँ आग के समान जल गई हैं +16747,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_004.wav,मेरा मन झुलसी हुई घास के समान सूख गया है और मैं अपनी रोटी खाना भूल जाता हूँ +16748,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_005.wav,कराहतेकराहते मेरी चमड़ी हड्डियों में सट गई है +16749,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_006.wav,मैं जंगल के धनेश के समान हो गया हूँ मैं उजड़े स्थानों के उल्लू के समान बन गया हूँ +16750,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_007.wav,मैं पड़ापड़ा जागता रहता हूँ और गौरे के समान हो गया हूँ जो छत के ऊपर अकेला बैठता है +16751,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_008.wav,मेरे शत्रु लगातार मेरी नामधराई करते हैं जो मेरे विरुद्ध ठट्ठा करते है वह मेरे नाम से श्राप देते हैं +16752,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_009.wav,क्योंकि मैंने रोटी के समान राख खाई और आँसू मिलाकर पानी पीता हूँ +16753,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_010.wav,यह तेरे क्रोध और कोप के कारण हुआ है क्योंकि तूने मुझे उठाया और फिर फेंक दिया है +16754,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_011.wav,मेरी आयु ढलती हुई छाया के समान है और मैं आप घास के समान सूख चला हूँ +16755,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_012.wav,परन्तु हे यहोवा तू सदैव विराजमान रहेगा और जिस नाम से तेरा स्मरण होता है वह पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहेगा +16756,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_013.wav,तू उठकर सिय्योन पर दया करेगा क्योंकि उस पर दया करने का ठहराया हुआ समय आ पहुँचा है +16757,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_014.wav,क्योंकि तेरे दास उसके पत्थरों को चाहते हैं और उसके खंडहरों की धूल पर तरस खाते हैं +16758,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_015.wav,इसलिए जातिजाति यहोवा के नाम का भय मानेंगी और पृथ्वी के सब राजा तेरे प्रताप से डरेंगे +16759,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_016.wav,क्योंकि यहोवा ने सिय्योन को फिर बसाया है और वह अपनी महिमा के साथ दिखाई देता है +16760,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_017.wav,वह लाचार की प्रार्थना की ओर मुँह करता है और उनकी प्रार्थना को तुच्छ नहीं जानता +16761,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_018.wav,यह बात आनेवाली पीढ़ी के लिये लिखी जाएगी ताकि एक जाति जो उत्पन्न होगी वह यहोवा की स्तुति करे +16762,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_019.wav,क्योंकि यहोवा ने अपने ऊँचे और पवित्रस्थान से दृष्टि की स्वर्ग से पृथ्वी की ओर देखा है +16763,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_020.wav,ताकि बन्दियों का कराहना सुने और घात होनेवालों के बन्धन खोले +16764,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_021.wav,तब लोग सिय्योन में यहोवा के नाम का वर्णन करेंगे और यरूशलेम में उसकी स्तुति की जाएगी +16765,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_022.wav,यह उस समय होगा जब देशदेश और राज्यराज्य के लोग यहोवा की उपासना करने को इकट्ठे होंगे +16766,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_023.wav,उसने मुझे जीवन यात्रा में दुःख देकर मेरे बल और आयु को घटाया +16767,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_024.wav,मैंने कहा हे मेरे परमेश्वर मुझे आधी आयु में न उठा ले तेरे वर्ष पीढ़ी से पीढ़ी तक बने रहेंगे +16768,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_025.wav,आदि में तूने पृथ्वी की नींव डाली और आकाश तेरे हाथों का बनाया हुआ है +16769,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_026.wav,वह तो नाश होगा परन्तु तू बना रहेगा और वह सब कपड़े के समान पुराना हो जाएगा तू उसको वस्त्र के समान बदलेगा और वह मिट जाएगा +16770,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_027.wav,परन्तु तू वहीं है और तेरे वर्षों का अन्त न होगा +16771,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_102_028.wav,तेरे दासों की सन्तान बनी रहेगी और उनका वंश तेरे सामने स्थिर रहेगा +16772,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_001.wav,हे मेरे मन यहोवा को धन्य कह और जो कुछ मुझ में है वह उसके पवित्र नाम को धन्य कहे +16773,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_002.wav,हे मेरे मन यहोवा को धन्य कह और उसके किसी उपकार को न भूलना +16774,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_003.wav,वही तो तेरे सब अधर्म को क्षमा करता और तेरे सब रोगों को चंगा करता है +16775,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_004.wav,वही तो तेरे प्राण को नाश होने से बचा लेता है और तेरे सिर पर करुणा और दया का मुकुट बाँधता है +16776,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_005.wav,वही तो तेरी लालसा को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है जिससे तेरी जवानी उकाब के समान नई हो जाती है +16777,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_006.wav,यहोवा सब पिसे हुओं के लिये धर्म और न्याय के काम करता है +16778,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_007.wav,उसने मूसा को अपनी गति और इस्राएलियों पर अपने काम प्रगट किए +16779,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_008.wav,यहोवा दयालु और अनुग्रहकारी विलम्ब से कोप करनेवाला और अति करुणामय है +16780,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_009.wav,वह सर्वदा वादविवाद करता न रहेगा न उसका क्रोध सदा के लिये भड़का रहेगा +16781,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_010.wav,उसने हमारे पापों के अनुसार हम से व्यवहार नहीं किया और न हमारे अधर्म के कामों के अनुसार हमको बदला दिया है +16782,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_011.wav,जैसे आकाश पृथ्वी के ऊपर ऊँचा है वैसे ही उसकी करुणा उसके डरवैयों के ऊपर प्रबल है +16783,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_012.wav,उदयाचल अस्ताचल से जितनी दूर है उसने हमारे अपराधों को हम से उतनी ही दूर कर दिया है +16784,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_013.wav,जैसे पिता अपने बालकों पर दया करता है वैसे ही यहोवा अपने डरवैयों पर दया करता है +16785,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_014.wav,क्योंकि वह हमारी सृष्टि जानता है और उसको स्मरण रहता है कि मनुष्य मिट्टी ही है +16786,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_015.wav,मनुष्य की आयु घास के समान होती है वह मैदान के फूल के समान फूलता है +16787,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_016.wav,जो पवन लगते ही ��हर नहीं सकता और न वह अपने स्थान में फिर मिलता है +16788,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_017.wav,परन्तु यहोवा की करुणा उसके डरवैयों पर युगयुग और उसका धर्म उनके नातीपोतों पर भी प्रगट होता रहता है +16789,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_018.wav,अर्थात् उन पर जो उसकी वाचा का पालन करते और उसके उपदेशों को स्मरण करके उन पर चलते हैं +16790,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_019.wav,यहोवा ने तो अपना सिंहासन स्वर्ग में स्थिर किया है और उसका राज्य पूरी सृष्टि पर है +16791,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_020.wav,हे यहोवा के दूतों तुम जो बड़े वीर हो और उसके वचन को मानते और पूरा करते हो उसको धन्य कहो +16792,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_021.wav,हे यहोवा की सारी सेनाओं हे उसके सेवकों तुम जो उसकी इच्छा पूरी करते हो उसको धन्य कहो +16793,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_103_022.wav,हे यहोवा की सारी सृष्टि उसके राज्य के सब स्थानों में उसको धन्य कहो हे मेरे मन तू यहोवा को धन्य कह +16794,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_001.wav,हे मेरे मन तू यहोवा को धन्य कह हे मेरे परमेश्वर यहोवा तू अत्यन्त महान है तू वैभव और ऐश्वर्य का वस्त्र पहने हुए है +16795,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_002.wav,तू उजियाले को चादर के समान ओढ़े रहता है और आकाश को तम्बू के समान ताने रहता है +16796,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_003.wav,तू अपनी अटारियों की कड़ियाँ जल में धरता है और मेघों को अपना रथ बनाता है और पवन के पंखों पर चलता है +16797,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_004.wav,तू पवनों को अपने दूत और धधकती आग को अपने सेवक बनाता है +16798,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_005.wav,तूने पृथ्वी को उसकी नींव पर स्थिर किया है ताकि वह कभी न डगमगाए +16799,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_006.wav,तूने उसको गहरे सागर से ढाँप दिया है जैसे वस्त्र से जल पहाड़ों के ऊपर ठहर गया +16800,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_007.wav,तेरी घुड़की से वह भाग गया तेरे गरजने का शब्द सुनते ही वह उतावली करके बह गया +16801,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_008.wav,वह पहाड़ों पर चढ़ गया और तराइयों के मार्ग से उस स्थान में उतर गया जिसे तूने उसके लिये तैयार किया था +16802,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_009.wav,तूने एक सीमा ठहराई जिसको वह नहीं लाँघ सकता है और न लौटकर स्थल को ढाँप सकता है +16803,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_010.wav,तू तराइयों में सोतों को बहाता है वे पहाड़ों के बीच से बहते हैं +16804,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_011.wav,उनसे मैदान के सब जीवजन्तु जल पीते हैं जंगली गदहे भी अपनी प्यास बुझा लेते हैं +16805,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_012.wav,उनके पास आकाश के पक्षी बसेरा करते और डालियों के बीच में से बोलते हैं +16806,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_013.wav,तू अपनी अटारियों में से पहाड़ों को सींचता है तेरे कामों के फल से पृथ्वी तृप्त रहती है +16807,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_014.wav,तू पशुओं के लिये घास ���र मनुष्यों के काम के लिये अन्न आदि उपजाता है और इस रीति भूमि से वह भोजनवस्तुएँ उत्पन्न करता है +16808,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_015.wav,और दाखमधु जिससे मनुष्य का मन आनन्दित होता है और तेल जिससे उसका मुख चमकता है और अन्न जिससे वह सम्भल जाता है +16809,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_016.wav,यहोवा के वृक्ष तृप्त रहते हैं अर्थात् लबानोन के देवदार जो उसी के लगाए हुए हैं +16810,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_017.wav,उनमें चिड़ियाँ अपने घोंसले बनाती हैं सारस का बसेरा सनोवर के वृक्षों में होता है +16811,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_018.wav,ऊँचे पहाड़ जंगली बकरों के लिये हैं और चट्टानें शापानों के शरणस्थान हैं +16812,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_019.wav,उसने नियत समयों के लिये चन्द्रमा को बनाया है सूर्य अपने अस्त होने का समय जानता है +16813,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_020.wav,तू अंधकार करता है तब रात हो जाती है जिसमें वन के सब जीवजन्तु घूमतेफिरते हैं +16814,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_021.wav,जवान सिंह अहेर के लिये गर्जते हैं और परमेश्वर से अपना आहार माँगते हैं +16815,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_022.wav,सूर्य उदय होते ही वे चले जाते हैं और अपनी माँदों में विश्राम करते हैं +16816,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_023.wav,तब मनुष्य अपने काम के लिये और संध्या तक परिश्रम करने के लिये निकलता है +16817,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_024.wav,हे यहोवा तेरे काम अनगिनत हैं इन सब वस्तुओं को तूने बुद्धि से बनाया है पृथ्वी तेरी सम्पत्ति से परिपूर्ण है +16818,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_025.wav,इसी प्रकार समुद्र बड़ा और बहुत ही चौड़ा है और उसमें अनगिनत जलचर जीवजन्तु क्या छोटे क्या बड़े भरे पड़े हैं +16819,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_026.wav,उसमें जहाज भी आतेजाते हैं और लिव्यातान भी जिसे तूने वहाँ खेलने के लिये बनाया है +16820,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_027.wav,इन सब को तेरा ही आसरा है कि तू उनका आहार समय पर दिया करे +16821,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_028.wav,तू उन्हें देता है वे चुन लेते हैं तू अपनी मुट्ठी खोलता है और वे उत्तम पदार्थों से तृप्त होते हैं +16822,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_029.wav,तू मुख फेर लेता है और वे घबरा जाते हैं तू उनकी साँस ले लेता है और उनके प्राण छूट जाते हैं और मिट्टी में फिर मिल जाते हैं +16823,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_030.wav,फिर तू अपनी ओर से साँस भेजता है और वे सिरजे जाते हैं और तू धरती को नया कर देता है +16824,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_031.wav,यहोवा की महिमा सदाकाल बनी रहे यहोवा अपने कामों से आनन्दित होवे +16825,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_032.wav,उसकी दृष्टि ही से पृथ्वी काँप उठती है और उसके छूते ही पहाड़ों से धुआँ निकलता है +16826,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_033.wav,मैं जीवन भर यहोवा का गीत गाता रहूँगा जब तक मैं बना रहू��गा तब तक अपने परमेश्वर का भजन गाता रहूँगा +16827,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_034.wav,मेरे सोचविचार उसको प्रिय लगे क्योंकि मैं तो यहोवा के कारण आनन्दित रहूँगा +16828,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_104_035.wav,पापी लोग पृथ्वी पर से मिट जाएँ और दुष्ट लोग आगे को न रहें हे मेरे मन यहोवा को धन्य कह यहोवा की स्तुति करो +16829,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_001.wav,यहोवा का धन्यवाद करो उससे प्रार्थना करो देशदेश के लोगों में उसके कामों का प्रचार करो +16830,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_002.wav,उसके लिये गीत गाओ उसके लिये भजन गाओ उसके सब आश्चर्यकर्मों का वर्णन करो +16831,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_003.wav,उसके पवित्र नाम की बड़ाई करो यहोवा के खोजियों का हृदय आनन्दित हो +16832,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_004.wav,यहोवा और उसकी सामर्थ्य को खोजो उसके दर्शन के लगातार खोजी बने रहो +16833,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_005.wav,उसके किए हुए आश्चर्यकर्मों को स्मरण करो उसके चमत्कार और निर्णय स्मरण करो +16834,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_006.wav,हे उसके दास अब्राहम के वंश हे याकूब की सन्तान तुम तो उसके चुने हुए हो +16835,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_007.wav,वही हमारा परमेश्वर यहोवा है पृथ्वी भर में उसके निर्णय होते हैं +16836,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_008.wav,वह अपनी वाचा को सदा स्मरण रखता आया है यह वही वचन है जो उसने हजार पीढ़ियों के लिये ठहराया है +16837,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_009.wav,वही वाचा जो उसने अब्राहम के साथ बाँधी और उसके विषय में उसने इसहाक से शपथ खाई +16838,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_010.wav,और उसी को उसने याकूब के लिये विधि करके और इस्राएल के लिये यह कहकर सदा की वाचा करके दृढ़ किया +16839,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_011.wav,मैं कनान देश को तुझी को दूँगा वह बाँट में तुम्हारा निज भाग होगा +16840,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_012.wav,उस समय तो वे गिनती में थोड़े थे वरन् बहुत ही थोड़े और उस देश में परदेशी थे +16841,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_013.wav,वे एक जाति से दूसरी जाति में और एक राज्य से दूसरे राज्य में फिरते रहे +16842,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_014.wav,परन्तु उसने किसी मनुष्य को उन पर अत्याचार करने न दिया और वह राजाओं को उनके निमित्त यह धमकी देता था +16843,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_015.wav,मेरे अभिषिक्तों को मत छूओ और न मेरे नबियों की हानि करो +16844,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_016.wav,फिर उसने उस देश में अकाल भेजा और अन्न के सब आधार को दूर कर दिया +16845,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_017.wav,उसने यूसुफ नामक एक पुरुष को उनसे पहले भेजा था जो दास होने के लिये बेचा गया था +16846,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_018.wav,लोगों ने उसके पैरों में बेड़ियाँ डालकर उसे दुःख दिया वह लोहे की साँकलों से जकड़ा गया +16847,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_019.wav,जब तक कि उसकी बात पूरी न हुई तब तक यहोवा का वचन उस�� कसौटी पर कसता रहा +16848,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_020.wav,तब राजा ने दूत भेजकर उसे निकलवा लिया और देशदेश के लोगों के स्वामी ने उसके बन्धन खुलवाए +16849,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_021.wav,उसने उसको अपने भवन का प्रधान और अपनी पूरी सम्पत्ति का अधिकारी ठहराया +16850,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_022.wav,कि वह उसके हाकिमों को अपनी इच्छा के अनुसार नियंत्रित करे और पुरनियों को ज्ञान सिखाए +16851,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_023.wav,फिर इस्राएल मिस्र में आया और याकूब हाम के देश में रहा +16852,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_024.wav,तब उसने अपनी प्रजा को गिनती में बहुत बढ़ाया और उसके शत्रुओं से अधिक बलवन्त किया +16853,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_025.wav,उसने मिस्रियों के मन को ऐसा फेर दिया कि वे उसकी प्रजा से बैर रखने और उसके दासों से छल करने लगे +16854,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_026.wav,उसने अपने दास मूसा को और अपने चुने हुए हारून को भेजा +16855,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_027.wav,उन्होंने मिस्रियों के बीच उसकी ओर से भाँतिभाँति के चिन्ह और हाम के देश में चमत्कार दिखाए +16856,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_028.wav,उसने अंधकार कर दिया और अंधियारा हो गया और उन्होंने उसकी बातों को न माना +16857,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_029.wav,उसने मिस्रियों के जल को लहू कर डाला और मछलियों को मार डाला +16858,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_030.wav,मेंढ़क उनकी भूमि में वरन् उनके राजा की कोठरियों में भी भर गए +16859,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_031.wav,उसने आज्ञा दी तब डांस आ गए और उनके सारे देश में कुटकियाँ आ गईं +16860,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_032.wav,उसने उनके लिये जलवृष्टि के बदले ओले और उनके देश में धधकती आग बरसाई +16861,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_033.wav,और उसने उनकी दाखलताओं और अंजीर के वृक्षों को वरन् उनके देश के सब पेड़ों को तोड़ डाला +16862,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_034.wav,उसने आज्ञा दी तब अनगिनत टिड्डियाँ और कीड़े आए +16863,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_035.wav,और उन्होंने उनके देश के सब अन्न आदि को खा डाला और उनकी भूमि के सब फलों को चट कर गए +16864,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_036.wav,उसने उनके देश के सब पहिलौठों को उनके पौरूष के सब पहले फल को नाश किया +16865,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_037.wav,तब वह इस्राएल को सोना चाँदी दिलाकर निकाल लाया और उनमें से कोई निर्बल न था +16866,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_038.wav,उनके जाने से मिस्री आनन्दित हुए क्योंकि उनका डर उनमें समा गया था +16867,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_039.wav,उसने छाया के लिये बादल फैलाया और रात को प्रकाश देने के लिये आग प्रगट की +16868,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_040.wav,उन्होंने माँगा तब उसने बटेरें पहुँचाई और उनको स्वर्गीय भोजन से तृप्त किया +16869,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_041.wav,उसने चट्टान फाड़ी तब पानी बह निकला और निर्जल भूमि पर नदी बहने लगी +16870,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_042.wav,क्योंकि उसने अपने पवित्र वचन और अपने दास अब्राहम को स्मरण किया +16871,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_043.wav,वह अपनी प्रजा को हर्षित करके और अपने चुने हुओं से जयजयकार कराके निकाल लाया +16872,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_044.wav,और उनको जातिजाति के देश दिए और वे अन्य लोगों के श्रम के फल के अधिकारी किए गए +16873,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_105_045.wav,कि वे उसकी विधियों को मानें और उसकी व्यवस्था को पूरी करें यहोवा की स्तुति करो +16874,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_001.wav,यहोवा की स्तुति करो यहोवा का धन्यवाद करो क्योंकि वह भला है और उसकी करुणा सदा की है +16875,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_002.wav,यहोवा के पराक्रम के कामों का वर्णन कौन कर सकता है या उसका पूरा गुणानुवाद कौन सुना सकता है +16876,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_003.wav,क्या ही धन्य हैं वे जो न्याय पर चलते और हर समय धर्म के काम करते हैं +16877,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_004.wav,हे यहोवा अपनी प्रजा पर की प्रसन्नता के अनुसार मुझे स्मरण कर मेरे उद्धार के लिये मेरी सुधि ले +16878,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_005.wav,कि मैं तेरे चुने हुओं का कल्याण देखूँ और तेरी प्रजा के आनन्द में आनन्दित हो जाऊँ और तेरे निज भाग के संग बड़ाई करने पाऊँ +16879,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_006.wav,हमने तो अपने पुरखाओं के समान पाप किया है हमने कुटिलता की हमने दुष्टता की है +16880,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_007.wav,मिस्र में हमारे पुरखाओं ने तेरे आश्चर्यकर्मों पर मन नहीं लगाया न तेरी अपार करुणा को स्मरण रखा उन्होंने समुद्र के किनारे अर्थात् लाल समुद्र के किनारे पर बलवा किया +16881,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_008.wav,तो भी उसने अपने नाम के निमित्त उनका उद्धार किया जिससे वह अपने पराक्रम को प्रगट करे +16882,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_009.wav,तब उसने लाल समुद्र को घुड़का और वह सूख गया और वह उन्हें गहरे जल के बीच से मानो जंगल में से निकाल ले गया +16883,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_010.wav,उसने उन्हें बैरी के हाथ से उबारा और शत्रु के हाथ से छुड़ा लिया +16884,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_011.wav,और उनके शत्रु जल में डूब गए उनमें से एक भी न बचा +16885,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_012.wav,तब उन्होंने उसके वचनों का विश्वास किया और उसकी स्तुति गाने लगे +16886,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_013.wav,परन्तु वे झट उसके कामों को भूल गए और उसकी युक्ति के लिये न ठहरे +16887,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_014.wav,उन्होंने जंगल में अति लालसा की और निर्जल स्थान में परमेश्वर की परीक्षा की +16888,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_015.wav,तब उसने उन्हें मुँह माँगा वर तो दिया परन्तु उनके प्राण को सूखा दिया +16889,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_016.wav,उन्होंने छावनी में मूसा के और यहोवा के पवित्र जन हारून के विषय में डाह की +16890,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_017.wav,भूमि फटकर दातान को निगल गई और अबीराम के झुण्ड को निगल लिया +16891,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_018.wav,और उनके झुण्ड में आग भड़क उठी और दुष्ट लोग लौ से भस्म हो गए +16892,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_019.wav,उन्होंने होरेब में बछड़ा बनाया और ढली हुई मूर्ति को दण्डवत् किया +16893,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_020.wav,उन्होंने परमेश्वर की महिमा को घास खानेवाले बैल की प्रतिमा से बदल डाला +16894,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_021.wav,वे अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर को भूल गए जिसने मिस्र में बड़ेबड़े काम किए थे +16895,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_022.wav,उसने तो हाम के देश में आश्चर्यकर्मों और लाल समुद्र के तट पर भयंकर काम किए थे +16896,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_023.wav,इसलिए उसने कहा कि मैं इन्हें सत्यानाश कर डालता यदि मेरा चुना हुआ मूसा जोखिम के स्थान में उनके लिये खड़ा न होता ताकि मेरी जलजलाहट को ठण्डा करे कहीं ऐसा न हो कि मैं उन्हें नाश कर डालूँ +16897,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_024.wav,उन्होंने मनभावने देश को निकम्मा जाना और उसके वचन पर विश्वास न किया +16898,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_025.wav,वे अपने तम्बुओं में कुढ़कुढ़ाए और यहोवा का कहा न माना +16899,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_026.wav,तब उसने उनके विषय में शपथ खाई कि मैं इनको जंगल में नाश करूँगा +16900,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_027.wav,और इनके वंश को अन्यजातियों के सम्मुख गिरा दूँगा और देशदेश में तितरबितर करूँगा +16901,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_028.wav,वे बालपोर देवता को पूजने लगे और मुर्दों को चढ़ाए हुए पशुओं का माँस खाने लगे +16902,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_029.wav,यों उन्होंने अपने कामों से उसको क्रोध दिलाया और मरी उनमें फूट पड़ी +16903,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_030.wav,तब पीनहास ने उठकर न्यायदण्ड दिया जिससे मरी थम गई +16904,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_031.wav,और यह उसके लेखे पीढ़ी से पीढ़ी तक सर्वदा के लिये धर्म गिना गया +16905,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_032.wav,उन्होंने मरीबा के सोते के पास भी यहोवा का क्रोध भड़काया और उनके कारण मूसा की हानि हुई +16906,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_033.wav,क्योंकि उन्होंने उसकी आत्मा से बलवा किया तब मूसा बिन सोचे बोल उठा +16907,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_034.wav,जिन लोगों के विषय यहोवा ने उन्हें आज्ञा दी थी उनको उन्होंने सत्यानाश न किया +16908,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_035.wav,वरन् उन्हीं जातियों से हिलमिल गए और उनके व्यवहारों को सीख लिया +16909,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_036.wav,और उनकी मूर्तियों की पूजा करने लगे और वे उनके लिये फंदा बन गई +16910,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_037.wav,वरन् उन्होंने अपने बेटेबेटियों को पिशाचों के लिये बलिदान किया +16911,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_038.wav,और अपने निर्दोष बेटेबेटियों का लहू बहाया जिन्हें उन्होंने कनान की मूर्तियों पर बलि किया इसलिए देश खून से अपवित्र हो गया +16912,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_039.wav,और वे आप अपने कामों के द्वारा अशुद्ध हो गए और अपने कार्यों के द्वारा व्यभिचारी भी बन गए +16913,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_040.wav,तब यहोवा का क्रोध अपनी प्रजा पर भड़का और उसको अपने निज भाग से घृणा आई +16914,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_041.wav,तब उसने उनको अन्यजातियों के वश में कर दिया और उनके बैरियों ने उन पर प्रभुता की +16915,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_042.wav,उनके शत्रुओं ने उन पर अत्याचार किया और वे उनके हाथों तले दब गए +16916,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_043.wav,बारम्बार उसने उन्हें छुड़ाया परन्तु वे उसके विरुद्ध बलवा करते गए और अपने अधर्म के कारण दबते गए +16917,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_044.wav,फिर भी जब जब उनका चिल्लाना उसके कान में पड़ा तबतब उसने उनके संकट पर दृष्टि की +16918,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_045.wav,और उनके हित अपनी वाचा को स्मरण करके अपनी अपार करुणा के अनुसार तरस खाया +16919,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_046.wav,और जो उन्हें बन्दी करके ले गए थे उन सबसे उन पर दया कराई +16920,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_047.wav,हे हमारे परमेश्वर यहोवा हमारा उद्धार कर और हमें अन्यजातियों में से इकट्ठा कर ले कि हम तेरे पवित्र नाम का धन्यवाद करें और तेरी स्तुति करते हुए तेरे विषय में बड़ाई करें +16921,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_106_048.wav,इस्राएल का परमेश्वर यहोवा अनादिकाल से अनन्तकाल तक धन्य है और सारी प्रजा कहे आमीन यहोवा की स्तुति करो +16922,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_001.wav,यहोवा का धन्यवाद करो क्योंकि वह भला है और उसकी करुणा सदा की है +16923,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_002.wav,यहोवा के छुड़ाए हुए ऐसा ही कहें जिन्हें उसने शत्रु के हाथ से दाम देकर छुड़ा लिया है +16924,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_003.wav,और उन्हें देशदेश से पूरबपश्चिम उत्तर और दक्षिण से इकट्ठा किया है +16925,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_004.wav,वे जंगल में मरूभूमि के मार्ग पर भटकते फिरे और कोई बसा हुआ नगर न पाया +16926,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_005.wav,भूख और प्यास के मारे वे विकल हो गए +16927,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_006.wav,तब उन्होंने संकट में यहोवा की दुहाई दी और उसने उनको सकेती से छुड़ाया +16928,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_007.wav,और उनको ठीक मार्ग पर चलाया ताकि वे बसने के लिये किसी नगर को जा पहुँचे +16929,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_008.wav,लोग यहोवा की करुणा के कारण और उन आश्चर्यकर्मों के कारण जो वह मनुष्यों के लिये करता है उसका धन्यवाद करें +16930,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_009.wav,क्योंकि वह अभिलाषी जीव को सन्तुष्ट करता है और भूखे को उत्तम पदार्थों से तृप्त करता है +16931,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_010.wav,जो अंधियारे और मृत्यु की छाया में बैठे और दुःख में पड़े और बेड़िय��ं से जकड़े हुए थे +16932,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_011.wav,इसलिए कि वे परमेश्वर के वचनों के विरुद्ध चले और परमप्रधान की सम्मति को तुच्छ जाना +16933,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_012.wav,तब उसने उनको कष्ट के द्वारा दबाया वे ठोकर खाकर गिर पड़े और उनको कोई सहायक न मिला +16934,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_013.wav,तब उन्होंने संकट में यहोवा की दुहाई दी और उसने सकेती से उनका उद्धार किया +16935,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_014.wav,उसने उनको अंधियारे और मृत्यु की छाया में से निकाल लिया और उनके बन्धनों को तोड़ डाला +16936,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_015.wav,लोग यहोवा की करुणा के कारण और उन आश्चर्यकर्मों के कारण जो वह मनुष्यों के लिये करता है उसका धन्यवाद करें +16937,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_016.wav,क्योंकि उसने पीतल के फाटकों को तोड़ा और लोहे के बेंड़ों को टुकड़ेटुकड़े किया +16938,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_017.wav,मूर्ख अपनी कुचाल और अधर्म के कामों के कारण अति दुःखित होते हैं +16939,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_018.wav,उनका जी सब भाँति के भोजन से मिचलाता है और वे मृत्यु के फाटक तक पहुँचते हैं +16940,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_019.wav,तब वे संकट में यहोवा की दुहाई देते हैं और वह सकेती से उनका उद्धार करता है +16941,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_020.wav,वह अपने वचन के द्वारा उनको चंगा करता और जिस गड्ढे में वे पड़े हैं उससे निकालता है +16942,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_021.wav,लोग यहोवा की करुणा के कारण और उन आश्चर्यकर्मों के कारण जो वह मनुष्यों के लिये करता है उसका धन्यवाद करें +16943,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_022.wav,और वे धन्यवादबलि चढ़ाएँ और जयजयकार करते हुए उसके कामों का वर्णन करें +16944,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_023.wav,जो लोग जहाजों में समुद्र पर चलते हैं और महासागर पर होकर व्यापार करते हैं +16945,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_024.wav,वे यहोवा के कामों को और उन आश्चर्यकर्मों को जो वह गहरे समुद्र में करता है देखते हैं +16946,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_025.wav,क्योंकि वह आज्ञा देता है तब प्रचण्ड वायु उठकर तरंगों को उठाती है +16947,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_026.wav,वे आकाश तक चढ़ जाते फिर गहराई में उतर आते हैं और क्लेश के मारे उनके जी में जी नहीं रहता +16948,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_027.wav,वे चक्कर खाते और मतवालों की भाँति लड़खड़ाते हैं और उनकी सारी बुद्धि मारी जाती है +16949,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_028.wav,तब वे संकट में यहोवा की दुहाई देते हैं और वह उनको सकेती से निकालता है +16950,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_029.wav,वह आँधी को थाम देता है और तरंगें बैठ जाती हैं +16951,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_030.wav,तब वे उनके बैठने से आनन्दित होते हैं और वह उनको मन चाहे बन्दरगाह में पहुँचा देता है +16952,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_031.wav,लोग यहोवा की करुणा के कारण और उन आश्चर्यकर्मों के कारण जो वह मनुष्यों के लिये करता है उसका धन्यवाद करें +16953,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_032.wav,और सभा में उसको सराहें और पुरनियों के बैठक में उसकी स्तुति करें +16954,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_033.wav,वह नदियों को जंगल बना डालता है और जल के सोतों को सूखी भूमि कर देता है +16955,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_034.wav,वह फलवन्त भूमि को बंजर बनाता है यह वहाँ के रहनेवालों की दुष्टता के कारण होता है +16956,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_035.wav,वह जंगल को जल का ताल और निर्जल देश को जल के सोते कर देता है +16957,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_036.wav,और वहाँ वह भूखों को बसाता है कि वे बसने के लिये नगर तैयार करें +16958,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_037.wav,और खेती करें और दाख की बारियाँ लगाएँ और भाँतिभाँति के फल उपजा लें +16959,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_038.wav,और वह उनको ऐसी आशीष देता है कि वे बहुत बढ़ जाते हैं और उनके पशुओं को भी वह घटने नहीं देता +16960,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_039.wav,फिर विपत्ति और शोक के कारण वे घटते और दब जाते हैं +16961,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_040.wav,और वह हाकिमों को अपमान से लादकर मार्ग रहित जंगल में भटकाता है +16962,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_041.wav,वह दरिद्रों को दुःख से छुड़ाकर ऊँचे पर रखता है और उनको भेड़ों के झुण्ड के समान परिवार देता है +16963,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_042.wav,सीधे लोग देखकर आनन्दित होते हैं और सब कुटिल लोग अपने मुँह बन्द करते हैं +16964,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_107_043.wav,जो कोई बुद्धिमान हो वह इन बातों पर ध्यान करेगा और यहोवा की करुणा के कामों पर ध्यान करेगा +16965,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_001.wav,हे परमेश्वर मेरा हृदय स्थिर है मैं गाऊँगा मैं अपनी आत्मा से भी भजन गाऊँगा +16966,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_002.wav,हे सारंगी और वीणा जागो मैं आप पौ फटते जाग उठूँगा +16967,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_003.wav,हे यहोवा मैं देशदेश के लोगों के मध्य में तेरा धन्यवाद करूँगा और राज्यराज्य के लोगों के मध्य में तेरा भजन गाऊँगा +16968,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_004.wav,क्योंकि तेरी करुणा आकाश से भी ऊँची है और तेरी सच्चाई आकाशमण्डल तक है +16969,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_005.wav,हे परमेश्वर तू स्वर्ग के ऊपर हो और तेरी महिमा सारी पृथ्वी के ऊपर हो +16970,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_006.wav,इसलिए कि तेरे प्रिय छुड़ाए जाएँ तू अपने दाहिने हाथ से बचा ले और हमारी विनती सुन ले +16971,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_007.wav,परमेश्वर ने अपनी पवित्रता में होकर कहा है मैं प्रफुल्लित होकर शेकेम को बाँट लूँगा और सुक्कोत की तराई को नपवाऊँगा +16972,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_008.wav,गिलाद मेरा है मनश्शे भी मेरा है और एप्रैम मेरे सिर का टोप है यहूदा मेरा राजदण्ड है +16973,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_009.wav,मोआब मेरे धोने का पात्र है मैं एदो��� पर अपना जूता फेंकूँगा पलिश्त पर मैं जयजयकार करूँगा +16974,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_010.wav,मुझे गढ़वाले नगर में कौन पहुँचाएगा एदोम तक मेरी अगुआई किसने की हैं +16975,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_011.wav,हे परमेश्वर क्या तूने हमको त्याग नहीं दिया और हे परमेश्वर तू हमारी सेना के आगेआगे नहीं चलता +16976,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_012.wav,शत्रुओं के विरुद्ध हमारी सहायता कर क्योंकि मनुष्य की सहायता व्यर्थ है +16977,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_108_013.wav,परमेश्वर की सहायता से हम वीरता दिखाएँगे हमारे शत्रुओं को वही रौंदेगा +16978,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_001.wav,हे परमेश्वर तू जिसकी मैं स्तुति करता हूँ चुप न रह +16979,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_002.wav,क्योंकि दुष्ट और कपटी मनुष्यों ने मेरे विरुद्ध मुँह खोला है वे मेरे विषय में झूठ बोलते हैं +16980,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_003.wav,उन्होंने बैर के वचनों से मुझे चारों ओर घेर लिया है और व्यर्थ मुझसे लड़ते हैं +16981,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_004.wav,मेरे प्रेम के बदले में वे मेरी चुगली करते हैं परन्तु मैं तो प्रार्थना में लौलीन रहता हूँ +16982,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_005.wav,उन्होंने भलाई के बदले में मुझसे बुराई की और मेरे प्रेम के बदले मुझसे बैर किया है +16983,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_006.wav,तू उसको किसी दुष्ट के अधिकार में रख और कोई विरोधी उसकी दाहिनी ओर खड़ा रहे +16984,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_007.wav,जब उसका न्याय किया जाए तब वह दोषी निकले और उसकी प्रार्थना पाप गिनी जाए +16985,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_008.wav,उसके दिन थोड़े हों और उसके पद को दूसरा ले +16986,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_009.wav,उसके बच्चे अनाथ हो जाएँ और उसकी स्त्री विधवा हो जाए +16987,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_010.wav,और उसके बच्चे मारेमारे फिरें और भीख माँगा करे उनको अपने उजड़े हुए घर से दूर जाकर टुकड़े माँगना पड़े +16988,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_011.wav,महाजन फंदा लगाकर उसका सर्वस्व ले ले और परदेशी उसकी कमाई को लूट लें +16989,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_012.wav,कोई न हो जो उस पर करुणा करता रहे और उसके अनाथ बालकों पर कोई तरस न खाए +16990,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_013.wav,उसका वंश नाश हो जाए दूसरी पीढ़ी में उसका नाम मिट जाए +16991,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_014.wav,उसके पितरों का अधर्म यहोवा को स्मरण रहे और उसकी माता का पाप न मिटे +16992,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_015.wav,वह निरन्तर यहोवा के सम्मुख रहे वह उनका नाम पृथ्वी पर से मिटे +16993,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_016.wav,क्योंकि वह दुष्ट करुणा करना भूल गया वरन् दीन और दरिद्र को सताता था और मार डालने की इच्छा से खेदित मनवालों के पीछे पड़ा रहता था +16994,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_017.wav,वह श्राप देने से प्रीति रखता था और श्राप उस पर आ पड़ा वह आशीर्वाद देने से प्रसन्न न होता था इसलिए आशीर्वाद उससे दूर रहा +16995,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_018.wav,वह श्राप देना वस्त्र के समान पहनता था और वह उसके पेट में जल के समान और उसकी हड्डियों में तेल के समान समा गया +16996,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_019.wav,वह उसके लिये ओढ़ने का काम दे और फेंटे के समान उसकी कमर में नित्य कसा रहे +16997,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_020.wav,यहोवा की ओर से मेरे विरोधियों को और मेरे विरुद्ध बुरा कहनेवालों को यही बदला मिले +16998,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_021.wav,परन्तु हे यहोवा प्रभु तू अपने नाम के निमित्त मुझसे बर्ताव कर तेरी करुणा तो बड़ी है इसलिए तू मुझे छुटकारा दे +16999,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_022.wav,क्योंकि मैं दीन और दरिद्र हूँ और मेरा हृदय घायल हुआ है +17000,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_023.wav,मैं ढलती हुई छाया के समान जाता रहा हूँ मैं टिड्डी के समान उड़ा दिया गया हूँ +17001,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_024.wav,उपवास करतेकरते मेरे घुटने निर्बल हो गए और मुझ में चर्बी न रहने से मैं सूख गया हूँ +17002,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_025.wav,मेरी तो उन लोगों से नामधराई होती है जब वे मुझे देखते तब सिर हिलाते हैं +17003,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_026.wav,हे मेरे परमेश्वर यहोवा मेरी सहायता कर अपनी करुणा के अनुसार मेरा उद्धार कर +17004,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_027.wav,जिससे वे जाने कि यह तेरा काम है और हे यहोवा तूने ही यह किया है +17005,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_028.wav,वे मुझे कोसते तो रहें परन्तु तू आशीष दे वे तो उठते ही लज्जित हों परन्तु तेरा दास आनन्दित हो +17006,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_029.wav,मेरे विरोधियों को अनादररूपी वस्त्र पहनाया जाए और वे अपनी लज्जा को कम्बल के समान ओढ़ें +17007,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_030.wav,मैं यहोवा का बहुत धन्यवाद करूँगा और बहुत लोगों के बीच में उसकी स्तुति करूँगा +17008,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_109_031.wav,क्योंकि वह दरिद्र की दाहिनी ओर खड़ा रहेगा कि उसको प्राणदण्ड देनेवालों से बचाए +17009,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_110_001.wav,मेरे प्रभु से यहोवा की वाणी यह है तू मेरे दाहिने ओर बैठ जब तक कि मैं तेरे शत्रुओं को तेरे चरणों की चौकी न कर दूँ +17010,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_110_002.wav,तेरे पराक्रम का राजदण्ड यहोवा सिय्योन से बढ़ाएगा तू अपने शत्रुओं के बीच में शासन कर +17011,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_110_003.wav,तेरी प्रजा के लोग तेरे पराक्रम के दिन स्वेच्छाबलि बनते हैं तेरे जवान लोग पवित्रता से शोभायमान और भोर के गर्भ से जन्मी हुई ओस के समान तेरे पास हैं +17012,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_110_004.wav,यहोवा ने शपथ खाई और न पछताएगा तू मलिकिसिदक की रीति पर सर्वदा का याजक है +17013,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_110_005.wav,प्रभु तेरी दाहिनी ओर होकर अपने क्रोध के दिन राजाओं को चूर कर देगा +17014,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_110_006.wav,वह जातिजाति में न्याय चुकाएगा रणभूमि शवों से भर जाएगी वह लम्बे चौड़े देशों के प्रधानों को चूर चूरकर देगा +17015,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_110_007.wav,वह मार्ग में चलता हुआ नदी का जल पीएगा और तब वह विजय के बाद अपने सिर को ऊँचा करेगा +17016,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_111_001.wav,यहोवा की स्तुति करो मैं सीधे लोगों की गोष्ठी में और मण्डली में भी सम्पूर्ण मन से यहोवा का धन्यवाद करूँगा +17017,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_111_002.wav,यहोवा के काम बड़े हैं जितने उनसे प्रसन्न रहते हैं वे उन पर ध्यान लगाते हैं +17018,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_111_003.wav,उसके काम वैभवशाली और ऐश्वर्यमय होते हैं और उसका धर्म सदा तक बना रहेगा +17019,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_111_004.wav,उसने अपने आश्चर्यकर्मों का स्मरण कराया है यहोवा अनुग्रहकारी और दयावन्त है +17020,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_111_005.wav,उसने अपने डरवैयों को आहार दिया है वह अपनी वाचा को सदा तक स्मरण रखेगा +17021,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_111_006.wav,उसने अपनी प्रजा को जातिजाति का भाग देने के लिये अपने कामों का प्रताप दिखाया है +17022,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_111_007.wav,सच्चाई और न्याय उसके हाथों के काम हैं उसके सब उपदेश विश्वासयोग्य हैं +17023,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_111_008.wav,वे सदा सर्वदा अटल रहेंगे वे सच्चाई और सिधाई से किए हुए हैं +17024,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_111_009.wav,उसने अपनी प्रजा का उद्धार किया है उसने अपनी वाचा को सदा के लिये ठहराया है उसका नाम पवित्र और भययोग्य है +17025,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_111_010.wav,बुद्धि का मूल यहोवा का भय है जितने उसकी आज्ञाओं को मानते हैं उनकी समझ अच्छी होती है उसकी स्तुति सदा बनी रहेगी +17026,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_112_001.wav,यहोवा की स्तुति करो क्या ही धन्य है वह पुरुष जो यहोवा का भय मानता है और उसकी आज्ञाओं से अति प्रसन्न रहता है +17027,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_112_002.wav,उसका वंश पृथ्वी पर पराक्रमी होगा सीधे लोगों की सन्तान आशीष पाएगी +17028,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_112_003.wav,उसके घर में धनसम्पत्ति रहती है और उसका धर्म सदा बना रहेगा +17029,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_112_004.wav,सीधे लोगों के लिये अंधकार के बीच में ज्योति उदय होती है वह अनुग्रहकारी दयावन्त और धर्मी होता है +17030,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_112_005.wav,जो व्यक्ति अनुग्रह करता और उधार देता है और ईमानदारी के साथ अपने काम करता है उसका कल्याण होता है +17031,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_112_006.wav,वह तो सदा तक अटल रहेगा धर्मी का स्मरण सदा तक बना रहेगा +17032,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_112_007.wav,वह बुरे समाचार से नहीं डरता उसका हृदय यहोवा पर भरोसा रखने से स्थिर रहता है +17033,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_112_008.wav,उसका हृदय सम्भला हुआ है इसलिए वह न डरेगा वरन् अपने शत्रुओं पर दृष्टि क��के सन्तुष्ट होगा +17034,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_112_009.wav,उसने उदारता से दरिद्रों को दान दिया उसका धर्म सदा बना रहेगा और उसका सींग आदर के साथ ऊँचा किया जाएगा +17035,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_112_010.wav,दुष्ट इसे देखकर कुढ़ेगा वह दाँत पीसपीसकर गल जाएगा दुष्टों की लालसा पूरी न होगी +17036,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_113_001.wav,यहोवा की स्तुति करो हे यहोवा के दासों स्तुति करो यहोवा के नाम की स्तुति करो +17037,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_113_002.wav,यहोवा का नाम अब से लेकर सर्वदा तक धन्य कहा जाएँ +17038,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_113_003.wav,उदयाचल से लेकर अस्ताचल तक यहोवा का नाम स्तुति के योग्य है +17039,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_113_004.wav,यहोवा सारी जातियों के ऊपर महान है और उसकी महिमा आकाश से भी ऊँची है +17040,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_113_005.wav,हमारे परमेश्वर यहोवा के तुल्य कौन है वह तो ऊँचे पर विराजमान है +17041,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_113_006.wav,और आकाश और पृथ्वी पर दृष्टि करने के लिये झुकता है +17042,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_113_007.wav,वह कंगाल को मिट्टी पर से और दरिद्र को घूरे पर से उठाकर ऊँचा करता है +17043,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_113_008.wav,कि उसको प्रधानों के संग अर्थात् अपनी प्रजा के प्रधानों के संग बैठाए +17044,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_113_009.wav,वह बाँझ को घर में बालबच्चों की आनन्द करनेवाली माता बनाता है यहोवा की स्तुति करो +17045,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_114_001.wav,जब इस्राएल ने मिस्र से अर्थात् याकूब के घराने ने अन्य भाषावालों के मध्य से कूच किया +17046,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_114_002.wav,तब यहूदा यहोवा का पवित्रस्थान और इस्राएल उसके राज्य के लोग हो गए +17047,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_114_003.wav,समुद्र देखकर भागा यरदन नदी उलटी बही +17048,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_114_004.wav,पहाड़ मेढ़ों के समान उछलने लगे और पहाड़ियाँ भेड़बकरियों के बच्चों के समान उछलने लगीं +17049,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_114_005.wav,हे समुद्र तुझे क्या हुआ कि तू भागा और हे यरदन तुझे क्या हुआ कि तू उलटी बही +17050,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_114_006.wav,हे पहाड़ों तुम्हें क्या हुआ कि तुम भेड़ों के समान और हे पहाड़ियों तुम्हें क्या हुआ कि तुम भेड़बकरियों के बच्चों के समान उछलीं +17051,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_114_007.wav,हे पृथ्वी प्रभु के सामने हाँ याकूब के परमेश्वर के सामने थरथरा +17052,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_114_008.wav,वह चट्टान को जल का ताल चकमक के पत्थर को जल का सोता बना डालता है +17053,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_001.wav,हे यहोवा हमारी नहीं हमारी नहीं वरन् अपने ही नाम की महिमा अपनी करुणा और सच्चाई के निमित्त कर +17054,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_002.wav,जातिजाति के लोग क्यों कहने पाएँ उनका परमेश्वर कहाँ रहा +17055,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_003.wav,हमारा परमेश्वर तो स्वर्ग में हैं उसने जो चाहा वही किया है +17056,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_004.wav,उन लोगों की मूरतें सोने चाँदी ही की तो हैं वे मनुष्यों के हाथ की बनाई हुई हैं +17057,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_005.wav,उनके मुँह तो रहता है परन्तु वे बोल नहीं सकती उनके आँखें तो रहती हैं परन्तु वे देख नहीं सकती +17058,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_006.wav,उनके कान तो रहते हैं परन्तु वे सुन नहीं सकती उनके नाक तो रहती हैं परन्तु वे सूँघ नहीं सकती +17059,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_007.wav,उनके हाथ तो रहते हैं परन्तु वे स्पर्श नहीं कर सकती उनके पाँव तो रहते हैं परन्तु वे चल नहीं सकती और उनके कण्ठ से कुछ भी शब्द नहीं निकाल सकती +17060,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_008.wav,जैसी वे हैं वैसे ही उनके बनानेवाले हैं और उन पर सब भरोसा रखनेवाले भी वैसे ही हो जाएँगे +17061,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_009.wav,हे इस्राएल यहोवा पर भरोसा रख तेरा सहायक और ढाल वही है +17062,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_010.wav,हे हारून के घराने यहोवा पर भरोसा रख तेरा सहायक और ढाल वही है +17063,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_011.wav,हे यहोवा के डरवैयों यहोवा पर भरोसा रखो तुम्हारा सहायक और ढाल वही है +17064,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_012.wav,यहोवा ने हमको स्मरण किया है वह आशीष देगा वह इस्राएल के घराने को आशीष देगा वह हारून के घराने को आशीष देगा +17065,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_013.wav,क्या छोटे क्या बड़े जितने यहोवा के डरवैये हैं वह उन्हें आशीष देगा +17066,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_014.wav,यहोवा तुम को और तुम्हारे वंश को भी अधिक बढ़ाता जाए +17067,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_015.wav,यहोवा जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है उसकी ओर से तुम आशीष पाए हो +17068,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_016.wav,स्वर्ग तो यहोवा का है परन्तु पृथ्वी उसने मनुष्यों को दी है +17069,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_017.wav,मृतक जितने चुपचाप पड़े हैं वे तो यहोवा की स्तुति नहीं कर सकते +17070,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_115_018.wav,परन्तु हम लोग यहोवा को अब से लेकर सर्वदा तक धन्य कहते रहेंगे यहोवा की स्तुति करो +17071,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_001.wav,मैं प्रेम रखता हूँ इसलिए कि यहोवा ने मेरे गिड़गिड़ाने को सुना है +17072,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_002.wav,उसने जो मेरी ओर कान लगाया है इसलिए मैं जीवन भर उसको पुकारा करूँगा +17073,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_003.wav,मृत्यु की रस्सियाँ मेरे चारों ओर थीं मैं अधोलोक की सकेती में पड़ा था मुझे संकट और शोक भोगना पड़ा +17074,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_004.wav,तब मैंने यहोवा से प्रार्थना की हे यहोवा विनती सुनकर मेरे प्राण को बचा ले +17075,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_005.wav,यहोवा करुणामय और धर्मी है और हमारा परमेश्वर दया करनेवाला है +17076,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_006.wav,यहोवा भोलों की रक्षा करता है जब मैं बलहीन हो गया था उसने मेरा उद्धार किया +17077,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_007.wav,हे मेरे प्��ाण तू अपने विश्रामस्थान में लौट आ क्योंकि यहोवा ने तेरा उपकार किया है +17078,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_008.wav,तूने तो मेरे प्राण को मृत्यु से मेरी आँख को आँसू बहाने से और मेरे पाँव को ठोकर खाने से बचाया है +17079,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_009.wav,मैं जीवित रहते हुए अपने को यहोवा के सामने जानकर नित चलता रहूँगा +17080,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_010.wav,मैंने जो ऐसा कहा है इसे विश्वास की कसौटी पर कसकर कहा है मैं तो बहुत ही दुःखित हूँ +17081,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_011.wav,मैंने उतावली से कहा सब मनुष्य झूठें हैं +17082,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_012.wav,यहोवा ने मेरे जितने उपकार किए हैं उनके बदले मैं उसको क्या दूँ +17083,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_013.wav,मैं उद्धार का कटोरा उठाकर यहोवा से प्रार्थना करूँगा +17084,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_014.wav,मैं यहोवा के लिये अपनी मन्नतें सभी की दृष्टि में प्रगट रूप में उसकी सारी प्रजा के सामने पूरी करूँगा +17085,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_015.wav,यहोवा के भक्तों की मृत्यु उसकी दृष्टि में अनमोल है +17086,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_016.wav,हे यहोवा सुन मैं तो तेरा दास हूँ मैं तेरा दास और तेरी दासी का पुत्र हूँ तूने मेरे बन्धन खोल दिए हैं +17087,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_017.wav,मैं तुझको धन्यवादबलि चढ़ाऊँगा और यहोवा से प्रार्थना करूँगा +17088,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_018.wav,मैं यहोवा के लिये अपनी मन्नतें प्रगट में उसकी सारी प्रजा के सामने +17089,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_116_019.wav,यहोवा के भवन के आँगनों में हे यरूशलेम तेरे भीतर पूरी करूँगा यहोवा की स्तुति करो +17090,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_117_001.wav,हे जातिजाति के सब लोगों यहोवा की स्तुति करो हे राज्यराज्य के सब लोगों उसकी प्रशंसा करो +17091,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_117_002.wav,क्योंकि उसकी करुणा हमारे ऊपर प्रबल हुई है और यहोवा की सच्चाई सदा की है यहोवा की स्तुति करो +17092,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_001.wav,यहोवा का धन्यवाद करो क्योंकि वह भला है और उसकी करुणा सदा की है +17093,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_002.wav,इस्राएल कहे उसकी करुणा सदा की है +17094,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_003.wav,हारून का घराना कहे उसकी करुणा सदा की है +17095,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_004.wav,यहोवा के डरवैये कहे उसकी करुणा सदा की है +17096,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_005.wav,मैंने सकेती में परमेश्वर को पुकारा परमेश्वर ने मेरी सुनकर मुझे चौड़े स्थान में पहुँचाया +17097,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_006.wav,यहोवा मेरी ओर है मैं न डरूँगा मनुष्य मेरा क्या कर सकता है +17098,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_007.wav,यहोवा मेरी ओर मेरे सहायक है मैं अपने बैरियों पर दृष्टि कर सन्तुष्ट होऊँगा +17099,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_008.wav,यहोवा की शरण लेना मनुष्य पर भरोसा रखने से उत्तम है +17100,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_009.wav,यहोवा की शरण लेना प्रधानों पर भी भरोसा रखने से उत्तम है +17101,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_010.wav,सब जातियों ने मुझ को घेर लिया है परन्तु यहोवा के नाम से मैं निश्चय उन्हें नाश कर डालूँगा +17102,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_011.wav,उन्होंने मुझ को घेर लिया है निःसन्देह उन्होंने मुझे घेर लिया है परन्तु यहोवा के नाम से मैं निश्चय उन्हें नाश कर डालूँगा +17103,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_012.wav,उन्होंने मुझे मधुमक्खियों के समान घेर लिया है परन्तु काँटों की आग के समान वे बुझ गए यहोवा के नाम से मैं निश्चय उन्हें नाश कर डालूँगा +17104,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_013.wav,तूने मुझे बड़ा धक्का दिया तो था कि मैं गिर पड़ूँ परन्तु यहोवा ने मेरी सहायता की +17105,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_014.wav,परमेश्वर मेरा बल और भजन का विषय है वह मेरा उद्धार ठहरा है +17106,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_015.wav,धर्मियों के तम्बुओं में जयजयकार और उद्धार की ध्वनि हो रही है यहोवा के दाहिने हाथ से पराक्रम का काम होता है +17107,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_016.wav,यहोवा का दाहिना हाथ महान हुआ है यहोवा के दाहिने हाथ से पराक्रम का काम होता है +17108,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_017.wav,मैं न मरूँगा वरन् जीवित रहूँगा और परमेश्वर के कामों का वर्णन करता रहूँगा +17109,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_018.wav,परमेश्वर ने मेरी बड़ी ताड़ना तो की है परन्तु मुझे मृत्यु के वश में नहीं किया +17110,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_019.wav,मेरे लिये धर्म के द्वार खोलो मैं उनमें प्रवेश करके यहोवा का धन्यवाद करूँगा +17111,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_020.wav,यहोवा का द्वार यही है इससे धर्मी प्रवेश करने पाएँगे +17112,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_021.wav,हे यहोवा मैं तेरा धन्यवाद करूँगा क्योंकि तूने मेरी सुन ली है और मेरा उद्धार ठहर गया है +17113,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_022.wav,राजमिस्त्रियों ने जिस पत्थर को निकम्मा ठहराया था वही कोने का सिरा हो गया है +17114,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_023.wav,यह तो यहोवा की ओर से हुआ है यह हमारी दृष्टि में अद्भुत है +17115,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_024.wav,आज वह दिन है जो यहोवा ने बनाया है हम इसमें मगन और आनन्दित हों +17116,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_025.wav,हे यहोवा विनती सुन उद्धार कर हे यहोवा विनती सुन सफलता दे +17117,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_026.wav,धन्य है वह जो यहोवा के नाम से आता है हमने तुम को यहोवा के घर से आशीर्वाद दिया है +17118,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_027.wav,यहोवा परमेश्वर है और उसने हमको प्रकाश दिया है यज्ञपशु को वेदी के सींगों से रस्सियों से बाँधो +17119,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_028.wav,हे यहोवा तू मेरा परमेश्वर है मैं तेरा धन्यवाद करूँगा तू मेरा परमेश्वर है मैं तुझको सराहूँगा +17120,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_118_029.wav,यहोवा का धन्यवाद करो क्योंकि वह भला है और उसकी करुणा सदा बनी रहेगी +17121,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_001.wav,क्या ही धन्य हैं वे जो चाल के खरे हैं और यहोवा की व्यवस्था पर चलते हैं +17122,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_002.wav,क्या ही धन्य हैं वे जो उसकी चितौनियों को मानते हैं और पूर्ण मन से उसके पास आते हैं +17123,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_003.wav,फिर वे कुटिलता का काम नहीं करते वे उसके मार्गों में चलते हैं +17124,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_004.wav,तूने अपने उपदेश इसलिए दिए हैं कि हम उसे यत्न से माने +17125,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_005.wav,भला होता कि तेरी विधियों को मानने के लिये मेरी चाल चलन दृढ़ हो जाए +17126,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_006.wav,तब मैं तेरी सब आज्ञाओं की ओर चित्त लगाए रहूँगा और मैं लज्जित न होऊँगा +17127,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_007.wav,जब मैं तेरे धर्ममय नियमों को सीखूँगा तब तेरा धन्यवाद सीधे मन से करूँगा +17128,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_008.wav,मैं तेरी विधियों को मानूँगा मुझे पूरी रीति से न तज +17129,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_009.wav,जवान अपनी चाल को किस उपाय से शुद्ध रखे तेरे वचन का पालन करने से +17130,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_010.wav,मैं पूरे मन से तेरी खोज में लगा हूँ मुझे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटकने न दे +17131,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_011.wav,मैंने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है कि तेरे विरुद्ध पाप न करूँ +17132,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_012.wav,हे यहोवा तू धन्य है मुझे अपनी विधियाँ सिखा +17133,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_013.wav,तेरे सब कहे हुए नियमों का वर्णन मैंने अपने मुँह से किया है +17134,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_014.wav,मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से मानो सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूँ +17135,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_015.wav,मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूँगा और तेरे मार्गों की ओर दृष्टि रखूँगा +17136,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_016.wav,मैं तेरी विधियों से सुख पाऊँगा और तेरे वचन को न भूलूँगा +17137,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_017.wav,अपने दास का उपकार कर कि मैं जीवित रहूँ और तेरे वचन पर चलता रहूँ +17138,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_018.wav,मेरी आँखें खोल दे कि मैं तेरी व्यवस्था की अद्भुत बातें देख सकूँ +17139,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_019.wav,मैं तो पृथ्वी पर परदेशी हूँ अपनी आज्ञाओं को मुझसे छिपाए न रख +17140,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_020.wav,मेरा मन तेरे नियमों की अभिलाषा के कारण हर समय खेदित रहता है +17141,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_021.wav,तूने अभिमानियों को जो श्रापित हैं घुड़का है वे तेरी आज्ञाओं से भटके हुए हैं +17142,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_022.wav,मेरी नामधराई और अपमान दूर कर क्योंकि मैं तेरी चितौनियों को पकड़े हूँ +17143,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_023.wav,हाकिम भी बैठे हुए आपस में मेरे विरुद्ध बातें करते थे परन्तु तेरा दास तेरी विधियों पर ध्यान करता रहा +17144,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_024.wav,तेरी चितौनियाँ मेरा सुखमूल और मेरे मंत्री हैं +17145,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_025.wav,मैं धूल में पड़ा हूँ तू अपने वचन के अनुसार मुझ को जिला +17146,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_026.wav,मैंने अपनी चाल चलन का तुझ से वर्णन किया है और तूने मेरी बात मान ली है तू मुझ को अपनी विधियाँ सिखा +17147,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_027.wav,अपने उपदेशों का मार्ग मुझे समझा तब मैं तेरे आश्चर्यकर्मों पर ध्यान करूँगा +17148,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_028.wav,मेरा जीव उदासी के मारे गल चला है तू अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल +17149,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_029.wav,मुझ को झूठ के मार्ग से दूर कर और कृपा करके अपनी व्यवस्था मुझे दे +17150,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_030.wav,मैंने सच्चाई का मार्ग चुन लिया है तेरे नियमों की ओर मैं चित्त लगाए रहता हूँ +17151,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_031.wav,मैं तेरी चितौनियों में लौलीन हूँ हे यहोवा मुझे लज्जित न होने दे +17152,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_032.wav,जब तू मेरा हियाव बढ़ाएगा तब मैं तेरी आज्ञाओं के मार्ग में दौड़ूँगा +17153,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_033.wav,हे यहोवा मुझे अपनी विधियों का मार्ग सिखा दे तब मैं उसे अन्त तक पकड़े रहूँगा +17154,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_034.wav,मुझे समझ दे तब मैं तेरी व्यवस्था को पकड़े रहूँगा और पूर्ण मन से उस पर चलूँगा +17155,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_035.wav,अपनी आज्ञाओं के पथ में मुझ को चला क्योंकि मैं उसी से प्रसन्न हूँ +17156,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_036.wav,मेरे मन को लोभ की ओर नहीं अपनी चितौनियों ही की ओर फेर दे +17157,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_037.wav,मेरी आँखों को व्यर्थ वस्तुओं की ओर से फेर दे तू अपने मार्ग में मुझे जिला +17158,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_038.wav,तेरा वादा जो तेरे भय माननेवालों के लिये है उसको अपने दास के निमित्त भी पूरा कर +17159,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_039.wav,जिस नामधराई से मैं डरता हूँ उसे दूर कर क्योंकि तेरे नियम उत्तम हैं +17160,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_040.wav,देख मैं तेरे उपदेशों का अभिलाषी हूँ अपने धर्म के कारण मुझ को जिला +17161,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_041.wav,हे यहोवा तेरी करुणा और तेरा किया हुआ उद्धार तेरे वादे के अनुसार मुझ को भी मिले +17162,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_042.wav,तब मैं अपनी नामधराई करनेवालों को कुछ उत्तर दे सकूँगा क्योंकि मेरा भरोसा तेरे वचन पर है +17163,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_043.wav,मुझे अपने सत्य वचन कहने से न रोक क्योंकि मेरी आशा तेरे नियमों पर है +17164,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_044.wav,तब मैं तेरी व्यवस्था पर लगातार सदा सर्वदा चलता रहूँगा +17165,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_045.wav,और मैं चौड़े स्थान में चला फिरा करूँगा क्योंकि मैंने तेरे उपदेशों की सुधि रखी है +17166,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_046.wav,और मैं तेरी चितौनियों की चर्चा राजाओं के सामने भी करूँगा और लज्जित न होऊँगा +17167,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_047.wav,क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं के कारण सुखी हूँ और मैं उनसे प्रीति रखता हूँ +17168,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_048.wav,मैं तेरी आज्ञाओं की ओर जिनमें मैं प्रीति रखता हूँ हाथ फैलाऊँगा और तेरी विधियों पर ध्यान करूँगा +17169,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_049.wav,जो वादा तूने अपने दास को दिया है उसे स्मरण कर क्योंकि तूने मुझे आशा दी है +17170,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_050.wav,मेरे दुःख में मुझे शान्ति उसी से हुई है क्योंकि तेरे वचन के द्वारा मैंने जीवन पाया है +17171,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_051.wav,अहंकारियों ने मुझे अत्यन्त ठट्ठे में उड़ाया है तो भी मैं तेरी व्यवस्था से नहीं हटा +17172,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_052.wav,हे यहोवा मैंने तेरे प्राचीन नियमों को स्मरण करके शान्ति पाई है +17173,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_053.wav,जो दुष्ट तेरी व्यवस्था को छोड़े हुए हैं उनके कारण मैं क्रोध से जलता हूँ +17174,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_054.wav,जहाँ मैं परदेशी होकर रहता हूँ वहाँ तेरी विधियाँ मेरे गीत गाने का विषय बनी हैं +17175,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_055.wav,हे यहोवा मैंने रात को तेरा नाम स्मरण किया और तेरी व्यवस्था पर चला हूँ +17176,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_056.wav,यह मुझसे इस कारण हुआ कि मैं तेरे उपदेशों को पकड़े हुए था +17177,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_057.wav,यहोवा मेरा भाग है मैंने तेरे वचनों के अनुसार चलने का निश्चय किया है +17178,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_058.wav,मैंने पूरे मन से तुझे मनाया है इसलिए अपने वादे के अनुसार मुझ पर दया कर +17179,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_059.wav,मैंने अपनी चाल चलन को सोचा और तेरी चितौनियों का मार्ग लिया +17180,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_060.wav,मैंने तेरी आज्ञाओं के मानने में विलम्ब नहीं फुर्ती की है +17181,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_061.wav,मैं दुष्टों की रस्सियों से बन्ध गया हूँ तो भी मैं तेरी व्यवस्था को नहीं भूला +17182,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_062.wav,तेरे धर्ममय नियमों के कारण मैं आधी रात को तेरा धन्यवाद करने को उठूँगा +17183,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_063.wav,जितने तेरा भय मानते और तेरे उपदेशों पर चलते हैं उनका मैं संगी हूँ +17184,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_064.wav,हे यहोवा तेरी करुणा पृथ्वी में भरी हुई है तू मुझे अपनी विधियाँ सिखा +17185,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_065.wav,हे यहोवा तूने अपने वचन के अनुसार अपने दास के संग भलाई की है +17186,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_066.wav,मुझे भली विवेकशक्ति और समझ दे क्योंकि मैंने तेरी आज्ञाओं का विश्वास किया है +17187,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_067.wav,उससे पहले कि मैं दुःखित हुआ मैं भटकता था परन्तु अब मैं तेरे वचन को मानता हूँ +17188,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_068.wav,तू भला है और भला करता भी है मुझे अपनी विधियाँ सिखा +17189,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_069.wav,अभ���मानियों ने तो मेरे विरुद्ध झूठ बात गढ़ी है परन्तु मैं तेरे उपदेशों को पूरे मन से पकड़े रहूँगा +17190,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_070.wav,उनका मन मोटा हो गया है परन्तु मैं तेरी व्यवस्था के कारण सुखी हूँ +17191,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_071.wav,मुझे जो दुःख हुआ वह मेरे लिये भला ही हुआ है जिससे मैं तेरी विधियों को सीख सकूँ +17192,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_072.wav,तेरी दी हुई व्यवस्था मेरे लिये हजारों रुपयों और मुहरों से भी उत्तम है +17193,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_073.wav,तेरे हाथों से मैं बनाया और रचा गया हूँ मुझे समझ दे कि मैं तेरी आज्ञाओं को सीखूँ +17194,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_074.wav,तेरे डरवैये मुझे देखकर आनन्दित होंगे क्योंकि मैंने तेरे वचन पर आशा लगाई है +17195,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_075.wav,हे यहोवा मैं जान गया कि तेरे नियम धर्ममय हैं और तूने अपने सच्चाई के अनुसार मुझे दुःख दिया है +17196,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_076.wav,मुझे अपनी करुणा से शान्ति दे क्योंकि तूने अपने दास को ऐसा ही वादा दिया है +17197,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_077.wav,तेरी दया मुझ पर हो तब मैं जीवित रहूँगा क्योंकि मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूँ +17198,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_078.wav,अहंकारी लज्जित किए जाए क्योंकि उन्होंने मुझे झूठ के द्वारा गिरा दिया है परन्तु मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूँगा +17199,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_079.wav,जो तेरा भय मानते हैं वह मेरी ओर फिरें तब वे तेरी चितौनियों को समझ लेंगे +17200,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_080.wav,मेरा मन तेरी विधियों के मानने में सिद्ध हो ऐसा न हो कि मुझे लज्जित होना पड़े +17201,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_081.wav,मेरा प्राण तेरे उद्धार के लिये बैचेन है परन्तु मुझे तेरे वचन पर आशा रहती है +17202,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_082.wav,मेरी आँखें तेरे वादे के पूरे होने की बाट जोहतेजोहते धुंधली पड़ गईं है और मैं कहता हूँ कि तू मुझे कब शान्ति देगा +17203,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_083.wav,क्योंकि मैं धुएँ में की कुप्पी के समान हो गया हूँ तो भी तेरी विधियों को नहीं भूला +17204,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_084.wav,तेरे दास के कितने दिन रह गए हैं तू मेरे पीछे पड़े हुओं को दण्ड कब देगा +17205,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_085.wav,अहंकारी जो तेरी व्यवस्था के अनुसार नहीं चलते उन्होंने मेरे लिये गड्ढे खोदे हैं +17206,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_086.wav,तेरी सब आज्ञाएँ विश्वासयोग्य हैं वे लोग झूठ बोलते हुए मेरे पीछे पड़े हैं तू मेरी सहायता कर +17207,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_087.wav,वे मुझ को पृथ्वी पर से मिटा डालने ही पर थे परन्तु मैंने तेरे उपदेशों को नहीं छोड़ा +17208,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_088.wav,अपनी करुणा के अनुसार मुझ को जिला तब मैं तेरी दी हुई चितौनी को मानूँगा +17209,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_089.wav,हे यहोवा तेरा वचन आकाश में सदा तक स्थिर रहता है +17210,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_090.wav,तेरी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है तूने पृथ्वी को स्थिर किया इसलिए वह बनी है +17211,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_091.wav,वे आज के दिन तक तेरे नियमों के अनुसार ठहरे हैं क्योंकि सारी सृष्टि तेरे अधीन है +17212,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_092.wav,यदि मैं तेरी व्यवस्था से सुखी न होता तो मैं दुःख के समय नाश हो जाता +17213,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_093.wav,मैं तेरे उपदेशों को कभी न भूलूँगा क्योंकि उन्हीं के द्वारा तूने मुझे जिलाया है +17214,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_094.wav,मैं तेरा ही हूँ तू मेरा उद्धार कर क्योंकि मैं तेरे उपदेशों की सुधि रखता हूँ +17215,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_095.wav,दुष्ट मेरा नाश करने के लिये मेरी घात में लगे हैं परन्तु मैं तेरी चितौनियों पर ध्यान करता हूँ +17216,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_096.wav,मैंने देखा है कि प्रत्येक पूर्णता की सीमा होती है परन्तु तेरी आज्ञा का विस्तार बड़ा और सीमा से परे है +17217,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_097.wav,आहा मैं तेरी व्यवस्था में कैसी प्रीति रखता हूँ दिन भर मेरा ध्यान उसी पर लगा रहता है +17218,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_098.wav,तू अपनी आज्ञाओं के द्वारा मुझे अपने शत्रुओं से अधिक बुद्धिमान करता है क्योंकि वे सदा मेरे मन में रहती हैं +17219,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_099.wav,मैं अपने सब शिक्षकों से भी अधिक समझ रखता हूँ क्योंकि मेरा ध्यान तेरी चितौनियों पर लगा है +17220,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_100.wav,मैं पुरनियों से भी समझदार हूँ क्योंकि मैं तेरे उपदेशों को पकड़े हुए हूँ +17221,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_101.wav,मैंने अपने पाँवों को हर एक बुरे रास्ते से रोक रखा है जिससे मैं तेरे वचन के अनुसार चलूँ +17222,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_102.wav,मैं तेरे नियमों से नहीं हटा क्योंकि तू ही ने मुझे शिक्षा दी है +17223,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_103.wav,तेरे वचन मुझ को कैसे मीठे लगते हैं वे मेरे मुँह में मधु से भी मीठे हैं +17224,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_104.wav,तेरे उपदेशों के कारण मैं समझदार हो जाता हूँ इसलिए मैं सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूँ +17225,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_105.wav,तेरा वचन मेरे पाँव के लिये दीपक और मेरे मार्ग के लिये उजियाला है +17226,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_106.wav,मैंने शपथ खाई और ठान लिया है कि मैं तेरे धर्ममय नियमों के अनुसार चलूँगा +17227,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_107.wav,मैं अत्यन्त दुःख में पड़ा हूँ हे यहोवा अपने वादे के अनुसार मुझे जिला +17228,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_108.wav,हे यहोवा मेरे वचनों को स्वेच्छाबलि जानकर ग्रहण कर और अपने नियमों को मुझे सिखा +17229,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_109.wav,मेरा प्राण निरन्तर मेरी हथेली पर रहता है तो भी ���ैं तेरी व्यवस्था को भूल नहीं गया +17230,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_110.wav,दुष्टों ने मेरे लिये फंदा लगाया है परन्तु मैं तेरे उपदेशों के मार्ग से नहीं भटका +17231,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_111.wav,मैंने तेरी चितौनियों को सदा के लिये अपना निज भागकर लिया है क्योंकि वे मेरे हृदय के हर्ष का कारण है +17232,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_112.wav,मैंने अपने मन को इस बात पर लगाया है कि अन्त तक तेरी विधियों पर सदा चलता रहूँ +17233,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_113.wav,मैं दुचित्तों से तो बैर रखता हूँ परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूँ +17234,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_114.wav,तू मेरी आड़ और ढाल है मेरी आशा तेरे वचन पर है +17235,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_115.wav,हे कुकर्मियों मुझसे दूर हो जाओ कि मैं अपने परमेश्वर की आज्ञाओं को पकड़े रहूँ +17236,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_116.wav,हे यहोवा अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल कि मैं जीवित रहूँ और मेरी आशा को न तोड़ +17237,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_117.wav,मुझे थामे रख तब मैं बचा रहूँगा और निरन्तर तेरी विधियों की ओर चित्त लगाए रहूँगा +17238,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_118.wav,जितने तेरी विधियों के मार्ग से भटक जाते हैं उन सब को तू तुच्छ जानता है क्योंकि उनकी चतुराई झूठ है +17239,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_119.wav,तूने पृथ्वी के सब दुष्टों को धातु के मैल के समान दूर किया है इस कारण मैं तेरी चितौनियों से प्रीति रखता हूँ +17240,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_120.wav,तेरे भय से मेरा शरीर काँप उठता है और मैं तेरे नियमों से डरता हूँ +17241,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_121.wav,मैंने तो न्याय और धर्म का काम किया है तू मुझे अत्याचार करनेवालों के हाथ में न छोड़ +17242,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_122.wav,अपने दास की भलाई के लिये जामिन हो ताकि अहंकारी मुझ पर अत्याचार न करने पाएँ +17243,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_123.wav,मेरी आँखें तुझ से उद्धार पाने और तेरे धर्ममय वचन के पूरे होने की बाट जोहतेजोहते धुँधली पड़ गई हैं +17244,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_124.wav,अपने दास के संग अपनी करुणा के अनुसार बर्ताव कर और अपनी विधियाँ मुझे सिखा +17245,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_125.wav,मैं तेरा दास हूँ तू मुझे समझ दे कि मैं तेरी चितौनियों को समझूँ +17246,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_126.wav,वह समय आया है कि यहोवा काम करे क्योंकि लोगों ने तेरी व्यवस्था को तोड़ दिया है +17247,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_127.wav,इस कारण मैं तेरी आज्ञाओं को सोने से वरन् कुन्दन से भी अधिक प्रिय मानता हूँ +17248,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_128.wav,इसी कारण मैं तेरे सब उपदेशों को सब विषयों में ठीक जानता हूँ और सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूँ +17249,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_129.wav,तेरी चितौनियाँ अद्भुत हैं इस कारण मैं उन्हें अपने जी से पकड़े हुए हूँ +17250,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_130.wav,तेरी बातों के खुलने से प्रकाश होता है उससे निर्बुद्धि लोग समझ प्राप्त करते हैं +17251,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_131.wav,मैं मुँह खोलकर हाँफने लगा क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं का प्यासा था +17252,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_132.wav,जैसी तेरी रीति अपने नाम के प्रीति रखनेवालों से है वैसे ही मेरी ओर भी फिरकर मुझ पर दया कर +17253,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_133.wav,मेरे पैरों को अपने वचन के मार्ग पर स्थिर कर और किसी अनर्थ बात को मुझ पर प्रभुता न करने दे +17254,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_134.wav,मुझे मनुष्यों के अत्याचार से छुड़ा ले तब मैं तेरे उपदेशों को मानूँगा +17255,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_135.wav,अपने दास पर अपने मुख का प्रकाश चमका दे और अपनी विधियाँ मुझे सिखा +17256,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_136.wav,मेरी आँखों से आँसुओं की धारा बहती रहती है क्योंकि लोग तेरी व्यवस्था को नहीं मानते +17257,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_137.wav,हे यहोवा तू धर्मी है और तेरे नियम सीधे हैं +17258,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_138.wav,तूने अपनी चितौनियों को धर्म और पूरी सत्यता से कहा है +17259,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_139.wav,मैं तेरी धुन में भस्म हो रहा हूँ क्योंकि मेरे सतानेवाले तेरे वचनों को भूल गए हैं +17260,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_140.wav,तेरा वचन पूरी रीति से ताया हुआ है इसलिए तेरा दास उसमें प्रीति रखता है +17261,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_141.wav,मैं छोटा और तुच्छ हूँ तो भी मैं तेरे उपदेशों को नहीं भूलता +17262,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_142.wav,तेरा धर्म सदा का धर्म है और तेरी व्यवस्था सत्य है +17263,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_143.wav,मैं संकट और सकेती में फँसा हूँ परन्तु मैं तेरी आज्ञाओं से सुखी हूँ +17264,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_144.wav,तेरी चितौनियाँ सदा धर्ममय हैं तू मुझ को समझ दे कि मैं जीवित रहूँ +17265,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_145.wav,मैंने सारे मन से प्रार्थना की है हे यहोवा मेरी सुन मैं तेरी विधियों को पकड़े रहूँगा +17266,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_146.wav,मैंने तुझ से प्रार्थना की है तू मेरा उद्धार कर और मैं तेरी चितौनियों को माना करूँगा +17267,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_147.wav,मैंने पौ फटने से पहले दुहाई दी मेरी आशा तेरे वचनों पर थी +17268,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_148.wav,मेरी आँखें रात के एकएक पहर से पहले खुल गईं कि मैं तेरे वचन पर ध्यान करूँ +17269,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_149.wav,अपनी करुणा के अनुसार मेरी सुन ले हे यहोवा अपनी नियमों के रीति अनुसार मुझे जीवित कर +17270,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_150.wav,जो दुष्टता की धुन में हैं वे निकट आ गए हैं वे तेरी व्यवस्था से दूर हैं +17271,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_151.wav,हे यहोवा तू निकट है और तेरी सब आज्ञाएँ सत्य हैं +17272,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_152.wav,बहुत काल से मैं तेरी चितौनियों को जानता हूँ कि तूने उनकी नींव सदा के लिये डाली है +17273,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_153.wav,मेरे दुःख को देखकर मुझे छुड़ा ले क्योंकि मैं तेरी व्यवस्था को भूल नहीं गया +17274,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_154.wav,मेरा मुकद्दमा लड़ और मुझे छुड़ा ले अपने वादे के अनुसार मुझ को जिला +17275,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_155.wav,दुष्टों को उद्धार मिलना कठिन है क्योंकि वे तेरी विधियों की सुधि नहीं रखते +17276,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_156.wav,हे यहोवा तेरी दया तो बड़ी है इसलिए अपने नियमों के अनुसार मुझे जिला +17277,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_157.wav,मेरा पीछा करनेवाले और मेरे सतानेवाले बहुत हैं परन्तु मैं तेरी चितौनियों से नहीं हटता +17278,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_158.wav,मैं विश्वासघातियों को देखकर घृणा करता हूँ क्योंकि वे तेरे वचन को नहीं मानते +17279,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_159.wav,देख मैं तेरे उपदेशों से कैसी प्रीति रखता हूँ हे यहोवा अपनी करुणा के अनुसार मुझ को जिला +17280,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_160.wav,तेरा सारा वचन सत्य ही है और तेरा एकएक धर्ममय नियम सदाकाल तक अटल है +17281,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_161.wav,हाकिम व्यर्थ मेरे पीछे पड़े हैं परन्तु मेरा हृदय तेरे वचनों का भय मानता है +17282,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_162.wav,जैसे कोई बड़ी लूट पाकर हर्षित होता है वैसे ही मैं तेरे वचन के कारण हर्षित हूँ +17283,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_163.wav,झूठ से तो मैं बैर और घृणा रखता हूँ परन्तु तेरी व्यवस्था से प्रीति रखता हूँ +17284,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_164.wav,तेरे धर्ममय नियमों के कारण मैं प्रतिदिन सात बार तेरी स्तुति करता हूँ +17285,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_165.wav,तेरी व्यवस्था से प्रीति रखनेवालों को बड़ी शान्ति होती है और उनको कुछ ठोकर नहीं लगती +17286,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_166.wav,हे यहोवा मैं तुझ से उद्धार पाने की आशा रखता हूँ और तेरी आज्ञाओं पर चलता आया हूँ +17287,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_167.wav,मैं तेरी चितौनियों को जी से मानता हूँ और उनसे बहुत प्रीति रखता आया हूँ +17288,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_168.wav,मैं तेरे उपदेशों और चितौनियों को मानता आया हूँ क्योंकि मेरी सारी चाल चलन तेरे सम्मुख प्रगट है +17289,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_169.wav,हे यहोवा मेरी दुहाई तुझ तक पहुँचे तू अपने वचन के अनुसार मुझे समझ दे +17290,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_170.wav,मेरा गिड़गिड़ाना तुझ तक पहुँचे तू अपने वचन के अनुसार मुझे छुड़ा ले +17291,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_171.wav,मेरे मुँह से स्तुति निकला करे क्योंकि तू मुझे अपनी विधियाँ सिखाता है +17292,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_172.wav,मैं तेरे वचन का गीत गाऊँगा क्योंकि तेरी सब आज्ञाएँ धर्ममय हैं +17293,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_173.wav,तेरा हाथ मेरी सहायता करने को तैयार रहता है क्योंकि मैंने तेरे उपदेशों को अपनाया ह�� +17294,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_174.wav,हे यहोवा मैं तुझ से उद्धार पाने की अभिलाषा करता हूँ मैं तेरी व्यवस्था से सुखी हूँ +17295,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_175.wav,मुझे जिला और मैं तेरी स्तुति करूँगा तेरे नियमों से मेरी सहायता हो +17296,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_119_176.wav,मैं खोई हुई भेड़ के समान भटका हूँ तू अपने दास को ढूँढ़ ले क्योंकि मैं तेरी आज्ञाओं को भूल नहीं गया +17297,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_120_001.wav,संकट के समय मैंने यहोवा को पुकारा और उसने मेरी सुन ली +17298,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_120_002.wav,हे यहोवा झूठ बोलनेवाले मुँह से और छली जीभ से मेरी रक्षा कर +17299,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_120_003.wav,हे छली जीभ तुझको क्या मिले और तेरे साथ और क्या अधिक किया जाए +17300,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_120_004.wav,वीर के नोकीले तीर और झाऊ के अंगारे +17301,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_120_005.wav,हाय हाय क्योंकि मुझे मेशेक में परदेशी होकर रहना पड़ा और केदार के तम्बुओं में बसना पड़ा है +17302,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_120_006.wav,बहुत समय से मुझ को मेल के बैरियों के साथ बसना पड़ा है +17303,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_120_007.wav,मैं तो मेल चाहता हूँ परन्तु मेरे बोलते ही वे लड़ना चाहते हैं +17304,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_121_001.wav,मैं अपनी आँखें पर्वतों की ओर उठाऊँगा मुझे सहायता कहाँ से मिलेगी +17305,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_121_002.wav,मुझे सहायता यहोवा की ओर से मिलती है जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है +17306,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_121_003.wav,वह तेरे पाँव को टलने न देगा तेरा रक्षक कभी न ऊँघेगा +17307,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_121_004.wav,सुन इस्राएल का रक्षक न ऊँघेगा और न सोएगा +17308,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_121_005.wav,यहोवा तेरा रक्षक है यहोवा तेरी दाहिनी ओर तेरी आड़ है +17309,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_121_006.wav,न तो दिन को धूप से और न रात को चाँदनी से तेरी कुछ हानि होगी +17310,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_121_007.wav,यहोवा सारी विपत्ति से तेरी रक्षा करेगा वह तेरे प्राण की रक्षा करेगा +17311,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_121_008.wav,यहोवा तेरे आनेजाने में तेरी रक्षा अब से लेकर सदा तक करता रहेगा +17312,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_122_001.wav,जब लोगों ने मुझसे कहा आओ हम यहोवा के भवन को चलें तब मैं आनन्दित हुआ +17313,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_122_002.wav,हे यरूशलेम तेरे फाटकों के भीतर हम खड़े हो गए हैं +17314,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_122_003.wav,हे यरूशलेम तू ऐसे नगर के समान बना है जिसके घर एक दूसरे से मिले हुए हैं +17315,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_122_004.wav,वहाँ यहोवा के गोत्रगोत्र के लोग यहोवा के नाम का धन्यवाद करने को जाते हैं यह इस्राएल के लिये साक्षी है +17316,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_122_005.wav,वहाँ तो न्याय के सिंहासन दाऊद के घराने के लिये रखे हुए हैं +17317,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_122_006.wav,यरूशलेम की शान्ति का वरदान माँगो तेरे प्रेमी कुशल से रहें +17318,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_122_007.wav,तेरी शहरप���ाह के भीतर शान्ति और तेरे महलों में कुशल होवे +17319,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_122_008.wav,अपने भाइयों और संगियों के निमित्त मैं कहूँगा कि तुझ में शान्ति होवे +17320,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_122_009.wav,अपने परमेश्वर यहोवा के भवन के निमित्त मैं तेरी भलाई का यत्न करूँगा +17321,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_123_001.wav,हे स्वर्ग में विराजमान मैं अपनी आँखें तेरी ओर उठाता हूँ +17322,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_123_002.wav,देख जैसे दासों की आँखें अपने स्वामियों के हाथ की ओर और जैसे दासियों की आँखें अपनी स्वामिनी के हाथ की ओर लगी रहती है वैसे ही हमारी आँखें हमारे परमेश्वर यहोवा की ओर उस समय तक लगी रहेंगी जब तक वह हम पर दया न करे +17323,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_123_003.wav,हम पर दया कर हे यहोवा हम पर कृपा कर क्योंकि हम अपमान से बहुत ही भर गए हैं +17324,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_123_004.wav,हमारा जीव सुखी लोगों के उपहास से और अहंकारियों के अपमान से बहुत ही भर गया है +17325,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_124_001.wav,इस्राएल यह कहे कि यदि हमारी ओर यहोवा न होता +17326,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_124_002.wav,यदि यहोवा उस समय हमारी ओर न होता जब मनुष्यों ने हम पर चढ़ाई की +17327,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_124_003.wav,तो वे हमको उसी समय जीवित निगल जाते जब उनका क्रोध हम पर भड़का था +17328,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_124_004.wav,हम उसी समय जल में डूब जाते और धारा में बह जाते +17329,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_124_005.wav,उमड़ते जल में हम उसी समय ही बह जाते +17330,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_124_006.wav,धन्य है यहोवा जिसने हमको उनके दाँतों तले जाने न दिया +17331,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_124_007.wav,हमारा जीव पक्षी के समान चिड़ीमार के जाल से छूट गया जाल फट गया और हम बच निकले +17332,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_124_008.wav,यहोवा जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है हमारी सहायता उसी के नाम से होती है +17333,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_125_001.wav,जो यहोवा पर भरोसा रखते हैं वे सिय्योन पर्वत के समान हैं जो टलता नहीं वरन् सदा बना रहता है +17334,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_125_002.wav,जिस प्रकार यरूशलेम के चारों ओर पहाड़ हैं उसी प्रकार यहोवा अपनी प्रजा के चारों ओर अब से लेकर सर्वदा तक बना रहेगा +17335,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_125_003.wav,दुष्टों का राजदण्ड धर्मियों के भाग पर बना न रहेगा ऐसा न हो कि धर्मी अपने हाथ कुटिल काम की ओर बढ़ाएँ +17336,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_125_004.wav,हे यहोवा भलों का और सीधे मनवालों का भला कर +17337,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_125_005.wav,परन्तु जो मुड़कर टेढ़े मार्गों में चलते हैं उनको यहोवा अनर्थकारियों के संग निकाल देगा इस्राएल को शान्ति मिले +17338,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_126_001.wav,जब यहोवा सिय्योन में लौटनेवालों को लौटा ले आया तब हम स्वप्न देखनेवाले से हो गए +17339,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_126_002.wav,तब हम आनन्द से हँसने और जयजयकार ��रने लगे तब जातिजाति के बीच में कहा जाता था यहोवा ने इनके साथ बड़ेबड़े काम किए हैं +17340,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_126_003.wav,यहोवा ने हमारे साथ बड़ेबड़े काम किए हैं और इससे हम आनन्दित हैं +17341,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_126_004.wav,हे यहोवा दक्षिण देश के नालों के समान हमारे बन्दियों को लौटा ले आ +17342,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_126_005.wav,जो आँसू बहाते हुए बोते हैं वे जयजयकार करते हुए लवने पाएँगे +17343,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_126_006.wav,चाहे बोनेवाला बीज लेकर रोता हुआ चला जाए परन्तु वह फिर पूलियाँ लिए जयजयकार करता हुआ निश्चय लौट आएगा +17344,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_127_001.wav,यदि घर को यहोवा न बनाए तो उसके बनानेवालों का परिश्रम व्यर्थ होगा यदि नगर की रक्षा यहोवा न करे तो रखवाले का जागना व्यर्थ ही होगा +17345,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_127_002.wav,तुम जो सवेरे उठते और देर करके विश्राम करते और कठोर परिश्रम की रोटी खाते हो यह सब तुम्हारे लिये व्यर्थ ही है क्योंकि वह अपने प्रियों को यों ही नींद प्रदान करता है +17346,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_127_003.wav,देखो बच्चे यहोवा के दिए हुए भाग हैं गर्भ का फल उसकी ओर से प्रतिफल है +17347,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_127_004.wav,जैसे वीर के हाथ में तीर वैसे ही जवानी के बच्चे होते हैं +17348,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_127_005.wav,क्या ही धन्य है वह पुरुष जिसने अपने तरकश को उनसे भर लिया हो वह फाटक के पास अपने शत्रुओं से बातें करते संकोच न करेगा +17349,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_128_001.wav,क्या ही धन्य है हर एक जो यहोवा का भय मानता है और उसके मार्गों पर चलता है +17350,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_128_002.wav,तू अपनी कमाई को निश्चय खाने पाएगा तू धन्य होगा और तेरा भला ही होगा +17351,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_128_003.wav,तेरे घर के भीतर तेरी स्त्री फलवन्त दाखलता सी होगी तेरी मेज के चारों ओर तेरे बच्चे जैतून के पौधे के समान होंगे +17352,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_128_004.wav,सुन जो पुरुष यहोवा का भय मानता हो वह ऐसी ही आशीष पाएगा +17353,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_128_005.wav,यहोवा तुझे सिय्योन से आशीष देवे और तू जीवन भर यरूशलेम का कुशल देखता रहे +17354,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_128_006.wav,वरन् तू अपने नातीपोतों को भी देखने पाए इस्राएल को शान्ति मिले +17355,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_129_001.wav,इस्राएल अब यह कहे मेरे बचपन से लोग मुझे बार बार क्लेश देते आए हैं +17356,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_129_002.wav,मेरे बचपन से वे मुझ को बार बार क्लेश देते तो आए हैं परन्तु मुझ पर प्रबल नहीं हुए +17357,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_129_003.wav,हलवाहों ने मेरी पीठ के ऊपर हल चलाया और लम्बीलम्बी रेखाएँ की +17358,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_129_004.wav,यहोवा धर्मी है उसने दुष्टों के फंदों को काट डाला है +17359,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_129_005.wav,जितने सिय्योन से बैर रखते हैं वे सब लज्जित हो और पराजित होकर पीछे हट जाए +17360,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_129_006.wav,वे छत पर की घास के समान हों जो बढ़ने से पहले सूख जाती है +17361,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_129_007.wav,जिससे कोई लवनेवाला अपनी मुट्ठी नहीं भरता न पूलियों का कोई बाँधनेवाला अपनी अँकवार भर पाता है +17362,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_129_008.wav,और न आनेजानेवाले यह कहते हैं यहोवा की आशीष तुम पर होवे हम तुम को यहोवा के नाम से आशीर्वाद देते हैं +17363,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_130_001.wav,हे यहोवा मैंने गहरे स्थानों में से तुझको पुकारा है +17364,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_130_002.wav,हे प्रभु मेरी सुन तेरे कान मेरे गिड़गिड़ाने की ओर ध्यान से लगे रहें +17365,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_130_003.wav,हे यहोवा यदि तू अधर्म के कामों का लेखा ले तो हे प्रभु कौन खड़ा रह सकेगा +17366,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_130_004.wav,परन्तु तू क्षमा करनेवाला है जिससे तेरा भय माना जाए +17367,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_130_005.wav,मैं यहोवा की बाट जोहता हूँ मैं जी से उसकी बाट जोहता हूँ और मेरी आशा उसके वचन पर है +17368,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_130_006.wav,पहरूए जितना भोर को चाहते हैं हाँ पहरूए जितना भोर को चाहते हैं उससे भी अधिक मैं यहोवा को अपने प्राणों से चाहता हूँ +17369,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_130_007.wav,इस्राएल यहोवा पर आशा लगाए रहे क्योंकि यहोवा करुणा करनेवाला और पूरा छुटकारा देनेवाला है +17370,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_130_008.wav,इस्राएल को उसके सारे अधर्म के कामों से वही छुटकारा देगा +17371,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_131_001.wav,हे यहोवा न तो मेरा मन गर्व से और न मेरी दृष्टि घमण्ड से भरी है और जो बातें बड़ी और मेरे लिये अधिक कठिन हैं उनसे मैं काम नहीं रखता +17372,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_131_002.wav,निश्चय मैंने अपने मन को शान्त और चुप कर दिया है जैसे दूध छुड़ाया हुआ बच्चा अपनी माँ की गोद में रहता है वैसे ही दूध छुड़ाए हुए बच्चे के समान मेरा मन भी रहता है +17373,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_131_003.wav,हे इस्राएल अब से लेकर सदा सर्वदा यहोवा ही पर आशा लगाए रह +17374,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_001.wav,हे यहोवा दाऊद के लिये उसकी सारी दुर्दशा को स्मरण कर +17375,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_002.wav,उसने यहोवा से शपथ खाई और याकूब के सर्वशक्तिमान की मन्नत मानी है +17376,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_003.wav,उसने कहा निश्चय मैं उस समय तक अपने घर में प्रवेश न करूँगा और न अपने पलंग पर चढूँगा +17377,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_004.wav,न अपनी आँखों में नींद और न अपनी पलकों में झपकी आने दूँगा +17378,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_005.wav,जब तक मैं यहोवा के लिये एक स्थान अर्थात् याकूब के सर्वशक्तिमान के लिये निवासस्थान न पाऊँ +17379,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_006.wav,देखो हमने एप्राता में इसकी चर्चा सुनी है हमने इसको वन के खेतों में पाया है +17380,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_007.wav,आओ हम उसके निवास में प्रवेश करें हम उसके चरणों की चौकी के आगे दण्डवत् करें +17381,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_008.wav,हे यहोवा उठकर अपने विश्रामस्थान में अपनी सामर्थ्य के सन्दूक समेत आ +17382,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_009.wav,तेरे याजक धर्म के वस्त्र पहने रहें और तेरे भक्त लोग जयजयकार करें +17383,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_010.wav,अपने दास दाऊद के लिये अपने अभिषिक्त की प्रार्थना को अनसुनी न कर +17384,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_011.wav,यहोवा ने दाऊद से सच्ची शपथ खाई है और वह उससे न मुकरेगा मैं तेरी गद्दी पर तेरे एक निज पुत्र को बैठाऊँगा +17385,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_012.wav,यदि तेरे वंश के लोग मेरी वाचा का पालन करें और जो चितौनी मैं उन्हें सिखाऊँगा उस पर चलें तो उनके वंश के लोग भी तेरी गद्दी पर युगयुग बैठते चले जाएँगे +17386,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_013.wav,निश्चय यहोवा ने सिय्योन को चुना है और उसे अपने निवास के लिये चाहा है +17387,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_014.wav,यह तो युगयुग के लिये मेरा विश्रामस्थान हैं यहीं मैं रहूँगा क्योंकि मैंने इसको चाहा है +17388,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_015.wav,मैं इसमें की भोजनवस्तुओं पर अति आशीष दूँगा और इसके दरिद्रों को रोटी से तृप्त करूँगा +17389,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_016.wav,इसके याजकों को मैं उद्धार का वस्त्र पहनाऊँगा और इसके भक्त लोग ऊँचे स्वर से जयजयकार करेंगे +17390,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_017.wav,वहाँ मैं दाऊद का एक सींग उगाऊँगा मैंने अपने अभिषिक्त के लिये एक दीपक तैयार कर रखा है +17391,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_132_018.wav,मैं उसके शत्रुओं को तो लज्जा का वस्त्र पहनाऊँगा परन्तु उसके सिर पर उसका मुकुट शोभायमान रहेगा +17392,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_133_001.wav,देखो यह क्या ही भली और मनोहर बात है कि भाई लोग आपस में मिले रहें +17393,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_133_002.wav,यह तो उस उत्तम तेल के समान है जो हारून के सिर पर डाला गया था और उसकी दाढ़ी से बहकर उसके वस्त्र की छोर तक पहुँच गया +17394,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_133_003.wav,वह हेर्मोन की उस ओस के समान है जो सिय्योन के पहाड़ों पर गिरती है यहोवा ने तो वहीं सदा के जीवन की आशीष ठहराई है +17395,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_134_001.wav,हे यहोवा के सब सेवकों सुनो तुम जो रातरात को यहोवा के भवन में खड़े रहते हो यहोवा को धन्य कहो +17396,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_134_002.wav,अपने हाथ पवित्रस्थान में उठाकर यहोवा को धन्य कहो +17397,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_134_003.wav,यहोवा जो आकाश और पृथ्वी का कर्ता है वह सिय्योन से तुझे आशीष देवे +17398,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_001.wav,यहोवा की स्तुति करो यहोवा के नाम की स्तुति करो हे यहोवा के सेवकों उसकी स्तुति करो +17399,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_002.wav,तुम जो यहोवा के भवन में अर्थात् हमारे परमेश्वर के भवन के आँगनों में खड़े रहते हो +17400,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_003.wav,यहोवा की स्तुति करो क्योंकि वो भला है उसके नाम का भजन गाओ क्योंकि यह मनोहर है +17401,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_004.wav,यहोवा ने तो याकूब को अपने लिये चुना है अर्थात् इस्राएल को अपना निज धन होने के लिये चुन लिया है +17402,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_005.wav,मैं तो जानता हूँ कि यहोवा महान है हमारा प्रभु सब देवताओं से ऊँचा है +17403,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_006.wav,जो कुछ यहोवा ने चाहा उसे उसने आकाश और पृथ्वी और समुद्र और सब गहरे स्थानों में किया है +17404,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_007.wav,वह पृथ्वी की छोर से कुहरे उठाता है और वर्षा के लिये बिजली बनाता है और पवन को अपने भण्डार में से निकालता है +17405,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_008.wav,उसने मिस्र में क्या मनुष्य क्या पशु सब के पहिलौठों को मार डाला +17406,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_009.wav,हे मिस्र उसने तेरे बीच में फ़िरौन और उसके सब कर्मचारियों के विरुद्ध चिन्ह और चमत्कार किए +17407,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_010.wav,उसने बहुत सी जातियाँ नाश की और सामर्थी राजाओं को +17408,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_011.wav,अर्थात् एमोरियों के राजा सीहोन को और बाशान के राजा ओग को और कनान के सब राजाओं को घात किया +17409,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_012.wav,और उनके देश को बाँटकर अपनी प्रजा इस्राएल का भाग होने के लिये दे दिया +17410,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_013.wav,हे यहोवा तेरा नाम सदा स्थिर है हे यहोवा जिस नाम से तेरा स्मरण होता है वह पीढ़ीपीढ़ी बना रहेगा +17411,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_014.wav,यहोवा तो अपनी प्रजा का न्याय चुकाएगा और अपने दासों की दुर्दशा देखकर तरस खाएगा +17412,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_015.wav,अन्यजातियों की मूरतें सोनाचाँदी ही हैं वे मनुष्यों की बनाई हुई हैं +17413,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_016.wav,उनके मुँह तो रहता है परन्तु वे बोल नहीं सकती उनके आँखें तो रहती हैं परन्तु वे देख नहीं सकती +17414,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_017.wav,उनके कान तो रहते हैं परन्तु वे सुन नहीं सकती न उनमें कुछ भी साँस चलती है +17415,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_018.wav,जैसी वे हैं वैसे ही उनके बनानेवाले भी हैं और उन पर सब भरोसा रखनेवाले भी वैसे ही हो जाएँगे +17416,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_019.wav,हे इस्राएल के घराने यहोवा को धन्य कह हे हारून के घराने यहोवा को धन्य कह +17417,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_020.wav,हे लेवी के घराने यहोवा को धन्य कह हे यहोवा के डरवैयों यहोवा को धन्य कहो +17418,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_135_021.wav,यहोवा जो यरूशलेम में वास करता है उसे सिय्योन में धन्य कहा जाए यहोवा की स्तुति करो +17419,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_001.wav,यहोवा का धन्यवाद करो क्योंकि वह भला है और उसकी करुणा स��ा की है +17420,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_002.wav,जो ईश्वरों का परमेश्वर है उसका धन्यवाद करो उसकी करुणा सदा की है +17421,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_003.wav,जो प्रभुओं का प्रभु है उसका धन्यवाद करो उसकी करुणा सदा की है +17422,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_004.wav,उसको छोड़कर कोई बड़ेबड़े आश्चर्यकर्म नहीं करता उसकी करुणा सदा की है +17423,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_005.wav,उसने अपनी बुद्धि से आकाश बनाया उसकी करुणा सदा की है +17424,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_006.wav,उसने पृथ्वी को जल के ऊपर फैलाया है उसकी करुणा सदा की है +17425,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_007.wav,उसने बड़ीबड़ी ज्योतियाँ बनाईं उसकी करुणा सदा की है +17426,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_008.wav,दिन पर प्रभुता करने के लिये सूर्य को बनाया उसकी करुणा सदा की है +17427,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_009.wav,और रात पर प्रभुता करने के लिये चन्द्रमा और तारागण को बनाया उसकी करुणा सदा की है +17428,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_010.wav,उसने मिस्रियों के पहिलौठों को मारा उसकी करुणा सदा की है +17429,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_011.wav,और उनके बीच से इस्राएलियों को निकाला उसकी करुणा सदा की है +17430,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_012.wav,बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा से निकाल लाया उसकी करुणा सदा की है +17431,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_013.wav,उसने लाल समुद्र को विभाजित कर दिया उसकी करुणा सदा की है +17432,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_014.wav,और इस्राएल को उसके बीच से पार कर दिया उसकी करुणा सदा की है +17433,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_015.wav,और फ़िरौन को उसकी सेना समेत लाल समुद्र में डाल दिया उसकी करुणा सदा की है +17434,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_016.wav,वह अपनी प्रजा को जंगल में ले चला उसकी करुणा सदा की है +17435,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_017.wav,उसने बड़ेबड़े राजा मारे उसकी करुणा सदा की है +17436,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_018.wav,उसने प्रतापी राजाओं को भी मारा उसकी करुणा सदा की है +17437,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_019.wav,एमोरियों के राजा सीहोन को उसकी करुणा सदा की है +17438,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_020.wav,और बाशान के राजा ओग को घात किया उसकी करुणा सदा की है +17439,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_021.wav,और उनके देश को भाग होने के लिये उसकी करुणा सदा की है +17440,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_022.wav,अपने दास इस्राएलियों के भाग होने के लिये दे दिया उसकी करुणा सदा की है +17441,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_023.wav,उसने हमारी दुर्दशा में हमारी सुधि ली उसकी करुणा सदा की है +17442,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_024.wav,और हमको द्रोहियों से छुड़ाया है उसकी करुणा सदा की है +17443,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_025.wav,वह सब प्राणियों को आहार देता है उसकी करुणा सदा की है +17444,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_136_026.wav,स्वर्ग के परमेश्वर का धन्यवाद करो उसकी करुणा सदा की है +17445,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_137_001.wav,बाबेल की नदियों के किनारे हम लोग बैठ गए और सिय्योन को स्मरण करके रो पड़े +17446,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_137_002.wav,उसके बीच के मजनू वृक्षों पर हमने अपनी वीणाओं को टाँग दिया +17447,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_137_003.wav,क्योंकि जो हमको बन्दी बनाकर ले गए थे उन्होंने वहाँ हम से गीत गवाना चाहा और हमारे रुलाने वालों ने हम से आनन्द चाहकर कहा सिय्योन के गीतों में से हमारे लिये कोई गीत गाओ +17448,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_137_004.wav,हम यहोवा के गीत को पराए देश में कैसे गाएँ +17449,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_137_005.wav,हे यरूशलेम यदि मैं तुझे भूल जाऊँ तो मेरा दाहिना हाथ सूख जाए +17450,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_137_006.wav,यदि मैं तुझे स्मरण न रखूँ यदि मैं यरूशलेम को अपने सब आनन्द से श्रेष्ठ न जानूँ तो मेरी जीभ तालू से चिपट जाए +17451,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_137_007.wav,हे यहोवा यरूशलेम के गिराए जाने के दिन को एदोमियों के विरुद्ध स्मरण कर कि वे कैसे कहते थे ढाओ उसको नींव से ढा दो +17452,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_137_008.wav,हे बाबेल तू जो जल्द उजड़नेवाली है क्या ही धन्य वह होगा जो तुझ से ऐसा बर्ताव करेगा जैसा तूने हम से किया है +17453,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_137_009.wav,क्या ही धन्य वह होगा जो तेरे बच्चों को पकड़कर चट्टान पर पटक देगा +17454,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_138_001.wav,मैं पूरे मन से तेरा धन्यवाद करूँगा देवताओं के सामने भी मैं तेरा भजन गाऊँगा +17455,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_138_002.wav,मैं तेरे पवित्र मन्दिर की ओर दण्डवत् करूँगा और तेरी करुणा और सच्चाई के कारण तेरे नाम का धन्यवाद करूँगा क्योंकि तूने अपने वचन को और अपने बड़े नाम को सबसे अधिक महत्त्व दिया है +17456,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_138_003.wav,जिस दिन मैंने पुकारा उसी दिन तूने मेरी सुन ली और मुझ में बल देकर हियाव बन्धाया +17457,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_138_004.wav,हे यहोवा पृथ्वी के सब राजा तेरा धन्यवाद करेंगे क्योंकि उन्होंने तेरे वचन सुने हैं +17458,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_138_005.wav,और वे यहोवा की गति के विषय में गाएँगे क्योंकि यहोवा की महिमा बड़ी है +17459,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_138_006.wav,यद्यपि यहोवा महान है तो भी वह नम्र मनुष्य की ओर दृष्टि करता है परन्तु अहंकारी को दूर ही से पहचानता है +17460,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_138_007.wav,चाहे मैं संकट के बीच में चलूँ तो भी तू मुझे सुरक्षित रखेगा तू मेरे क्रोधित शत्रुओं के विरुद्ध हाथ बढ़ाएगा और अपने दाहिने हाथ से मेरा उद्धार करेगा +17461,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_138_008.wav,यहोवा मेरे लिये सब कुछ पूरा करेगा हे यहोवा तेरी करुणा सदा की है तू अपने हाथों के कार्यों को त्याग न दे +17462,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_001.wav,हे यहोवा तूने मुझे जाँचकर जान लिया है +17463,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_002.wav,तू मेरा उठना और बैठना जानता है और मेरे विचारों को दूर ही से समझ लेता ह�� +17464,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_003.wav,मेरे चलने और लेटने की तू भली भाँति छानबीन करता है और मेरी पूरी चाल चलन का भेद जानता है +17465,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_004.wav,हे यहोवा मेरे मुँह में ऐसी कोई बात नहीं जिसे तू पूरी रीति से न जानता हो +17466,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_005.wav,तूने मुझे आगेपीछे घेर रखा है और अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है +17467,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_006.wav,यह ज्ञान मेरे लिये बहुत कठिन है यह गम्भीर और मेरी समझ से बाहर है +17468,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_007.wav,मैं तेरे आत्मा से भागकर किधर जाऊँ या तेरे सामने से किधर भागूँ +17469,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_008.wav,यदि मैं आकाश पर चढ़ूँ तो तू वहाँ है यदि मैं अपना खाट अधोलोक में बिछाऊँ तो वहाँ भी तू है +17470,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_009.wav,यदि मैं भोर की किरणों पर चढ़कर समुद्र के पार जा बसूँ +17471,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_010.wav,तो वहाँ भी तू अपने हाथ से मेरी अगुआई करेगा और अपने दाहिने हाथ से मुझे पकड़े रहेगा +17472,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_011.wav,यदि मैं कहूँ कि अंधकार में तो मैं छिप जाऊँगा और मेरे चारों ओर का उजियाला रात का अंधेरा हो जाएगा +17473,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_012.wav,तो भी अंधकार तुझ से न छिपाएगा रात तो दिन के तुल्य प्रकाश देगी क्योंकि तेरे लिये अंधियारा और उजियाला दोनों एक समान हैं +17474,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_013.wav,तूने मेरे अंदरूनी अंगों को बनाया है तूने मुझे माता के गर्भ में रचा +17475,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_014.wav,मैं तेरा धन्यवाद करूँगा इसलिए कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूँ तेरे काम तो आश्चर्य के हैं और मैं इसे भली भाँति जानता हूँ +17476,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_015.wav,जब मैं गुप्त में बनाया जाता और पृथ्वी के नीचे स्थानों में रचा जाता था तब मेरी देह तुझ से छिपी न थीं +17477,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_016.wav,तेरी आँखों ने मेरे बेडौल तत्व को देखा और मेरे सब अंग जो दिनदिन बनते जाते थे वे रचे जाने से पहले तेरी पुस्तक में लिखे हुए थे +17478,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_017.wav,मेरे लिये तो हे परमेश्वर तेरे विचार क्या ही बहुमूल्य हैं उनकी संख्या का जोड़ कैसा बड़ा है +17479,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_018.wav,यदि मैं उनको गिनता तो वे रेतकणों से भी अधिक ठहरते जब मैं जाग उठता हूँ तब भी तेरे संग रहता हूँ +17480,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_019.wav,हे परमेश्वर निश्चय तू दुष्ट को घात करेगा हे हत्यारों मुझसे दूर हो जाओ +17481,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_020.wav,क्योंकि वे तेरे विरुद्ध बलवा करते और छल के काम करते हैं तेरे शत्रु तेरा नाम झूठी बात पर लेते हैं +17482,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_021.wav,हे यहोवा क्या मैं तेरे बैरियों से बैर न रखूँ और तेरे विरोधियों से घृणा न करूँ +17483,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_022.wav,हाँ मैं उनसे पूर्ण बैर रखता हूँ मैं उनको अपना शत्रु समझता हूँ +17484,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_023.wav,हे परमेश्वर मुझे जाँचकर जान ले मुझे परखकर मेरी चिन्ताओं को जान ले +17485,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_139_024.wav,और देख कि मुझ में कोई बुरी चाल है कि नहीं और अनन्त के मार्ग में मेरी अगुआई कर +17486,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_001.wav,हे यहोवा मुझ को बुरे मनुष्य से बचा ले उपद्रवी पुरुष से मेरी रक्षा कर +17487,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_002.wav,क्योंकि उन्होंने मन में बुरी कल्पनाएँ की हैं वे लगातार लड़ाइयाँ मचाते हैं +17488,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_003.wav,उनका बोलना साँप के काटने के समान है उनके मुँह में नाग का सा विष रहता है सेला +17489,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_004.wav,हे यहोवा मुझे दुष्ट के हाथों से बचा ले उपद्रवी पुरुष से मेरी रक्षा कर क्योंकि उन्होंने मेरे पैरों को उखाड़ने की युक्ति की है +17490,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_005.wav,घमण्डियों ने मेरे लिये फंदा और पासे लगाए और पथ के किनारे जाल बिछाया है उन्होंने मेरे लिये फंदे लगा रखे हैं सेला +17491,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_006.wav,हे यहोवा मैंने तुझ से कहा है कि तू मेरा परमेश्वर है हे यहोवा मेरे गिड़गिड़ाने की ओर कान लगा +17492,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_007.wav,हे यहोवा प्रभु हे मेरे सामर्थी उद्धारकर्ता तूने युद्ध के दिन मेरे सिर की रक्षा की है +17493,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_008.wav,हे यहोवा दुष्ट की इच्छा को पूरी न होने दे उसकी बुरी युक्ति को सफल न कर नहीं तो वह घमण्ड करेगा सेला +17494,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_009.wav,मेरे घेरनेवालों के सिर पर उन्हीं का विचारा हुआ उत्पात पड़े +17495,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_010.wav,उन पर अंगारे डाले जाएँ वे आग में गिरा दिए जाएँ और ऐसे गड्ढों में गिरें कि वे फिर उठ न सके +17496,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_011.wav,बकवादी पृथ्वी पर स्थिर नहीं होने का उपद्रवी पुरुष को गिराने के लिये बुराई उसका पीछा करेगी +17497,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_012.wav,हे यहोवा मुझे निश्चय है कि तू दीन जन का और दरिद्रों का न्याय चुकाएगा +17498,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_140_013.wav,निःसन्देह धर्मी तेरे नाम का धन्यवाद करने पाएँगे सीधे लोग तेरे सम्मुख वास करेंगे +17499,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_141_001.wav,हे यहोवा मैंने तुझे पुकारा है मेरे लिये फुर्ती कर जब मैं तुझको पुकारूँ तब मेरी ओर कान लगा +17500,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_141_002.wav,मेरी प्रार्थना तेरे सामने सुगन्ध धूप और मेरा हाथ फैलाना संध्याकाल का अन्नबलि ठहरे +17501,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_141_003.wav,हे यहोवा मेरे मुँह पर पहरा बैठा मेरे होठों के द्वार की रखवाली कर +17502,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_141_004.wav,मेरा मन किसी बुरी बात की ओर फिरने न दे मैं अनर्थकारी पुरुषों के संग दुष्ट कामों म��ं न लगूँ और मैं उनके स्वादिष्ट भोजनवस्तुओं में से कुछ न खाऊँ +17503,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_141_005.wav,धर्मी मुझ को मारे तो यह करुणा मानी जाएगी और वह मुझे ताड़ना दे तो यह मेरे सिर पर का तेल ठहरेगा मेरा सिर उससे इन्कार न करेगा दुष्ट लोगों के बुरे कामों के विरुद्ध मैं निरन्तर प्रार्थना करता रहूँगा +17504,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_141_006.wav,जब उनके न्यायी चट्टान के ऊपर से गिराए गए तब उन्होंने मेरे वचन सुन लिए क्योंकि वे मधुर हैं +17505,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_141_007.wav,जैसे भूमि में हल चलने से ढेले फूटते हैं वैसे ही हमारी हड्डियाँ अधोलोक के मुँह पर छितराई गई हैं +17506,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_141_008.wav,परन्तु हे यहोवा प्रभु मेरी आँखें तेरी ही ओर लगी हैं मैं तेरा शरणागत हूँ तू मेरे प्राण जाने न दे +17507,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_141_009.wav,मुझे उस फंदे से जो उन्होंने मेरे लिये लगाया है और अनर्थकारियों के जाल से मेरी रक्षा कर +17508,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_141_010.wav,दुष्ट लोग अपने जालों में आप ही फँसें और मैं बच निकलूँ +17509,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_142_001.wav,मैं यहोवा की दुहाई देता मैं यहोवा से गिड़गिड़ाता हूँ +17510,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_142_002.wav,मैं अपने शोक की बातें उससे खोलकर कहता मैं अपना संकट उसके आगे प्रगट करता हूँ +17511,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_142_003.wav,जब मेरी आत्मा मेरे भीतर से व्याकुल हो रही थी तब तू मेरी दशा को जानता था जिस रास्ते से मैं जानेवाला था उसी में उन्होंने मेरे लिये फंदा लगाया +17512,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_142_004.wav,मैंने दाहिनी ओर देखा परन्तु कोई मुझे नहीं देखता मेरे लिये शरण कहीं नहीं रही न मुझ को कोई पूछता है +17513,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_142_005.wav,हे यहोवा मैंने तेरी दुहाई दी है मैंने कहा तू मेरा शरणस्थान है मेरे जीते जी तू मेरा भाग है +17514,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_142_006.wav,मेरी चिल्लाहट को ध्यान देकर सुन क्योंकि मेरी बड़ी दुर्दशा हो गई है जो मेरे पीछे पड़े हैं उनसे मुझे बचा ले क्योंकि वे मुझसे अधिक सामर्थी हैं +17515,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_142_007.wav,मुझ को बन्दीगृह से निकाल कि मैं तेरे नाम का धन्यवाद करूँ धर्मी लोग मेरे चारों ओर आएँगे क्योंकि तू मेरा उपकार करेगा +17516,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_143_001.wav,हे यहोवा मेरी प्रार्थना सुन मेरे गिड़गिड़ाने की ओर कान लगा तू जो सच्चा और धर्मी है इसलिए मेरी सुन ले +17517,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_143_002.wav,और अपने दास से मुकद्दमा न चला क्योंकि कोई प्राणी तेरी दृष्टि में निर्दोष नहीं ठहर सकता +17518,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_143_003.wav,शत्रु तो मेरे प्राण का गाहक हुआ है उसने मुझे चूर करके मिट्टी में मिलाया है और मुझे बहुत दिन के मरे हुओं के समान अंधेरे ��्थान में डाल दिया है +17519,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_143_004.wav,मेरी आत्मा भीतर से व्याकुल हो रही है मेरा मन विकल है +17520,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_143_005.wav,मुझे प्राचीनकाल के दिन स्मरण आते हैं मैं तेरे सब अद्भुत कामों पर ध्यान करता हूँ और तेरे हाथों के कामों को सोचता हूँ +17521,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_143_006.wav,मैं तेरी ओर अपने हाथ फैलाए हुए हूँ सूखी भूमि के समान मैं तेरा प्यासा हूँ सेला +17522,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_143_007.wav,हे यहोवा फुर्ती करके मेरी सुन ले क्योंकि मेरे प्राण निकलने ही पर हैं मुझसे अपना मुँह न छिपा ऐसा न हो कि मैं कब्र में पड़े हुओं के समान हो जाऊँ +17523,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_143_008.wav,प्रातःकाल को अपनी करुणा की बात मुझे सुना क्योंकि मैंने तुझी पर भरोसा रखा है जिस मार्ग पर मुझे चलना है वह मुझ को बता दे क्योंकि मैं अपना मन तेरी ही ओर लगाता हूँ +17524,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_143_009.wav,हे यहोवा मुझे शत्रुओं से बचा ले मैं तेरी ही आड़ में आ छिपा हूँ +17525,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_143_010.wav,मुझ को यह सिखा कि मैं तेरी इच्छा कैसे पूरी करूँ क्योंकि मेरा परमेश्वर तू ही है तेरी भली आत्मा मुझ को धर्म के मार्ग में ले चले +17526,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_143_011.wav,हे यहोवा मुझे अपने नाम के निमित्त जिला तू जो धर्मी है मुझ को संकट से छुड़ा ले +17527,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_143_012.wav,और करुणा करके मेरे शत्रुओं का सत्यानाश कर और मेरे सब सतानेवालों का नाश कर डाल क्योंकि मैं तेरा दास हूँ +17528,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_001.wav,धन्य है यहोवा जो मेरी चट्टान है वह युद्ध के लिए मेरे हाथों को और लड़ाई के लिए मेरी उँगलियों को अभ्यास कराता है +17529,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_002.wav,वह मेरे लिये करुणानिधान और गढ़ ऊँचा स्थान और छुड़ानेवाला है वह मेरी ढाल और शरणस्थान है जो जातियों को मेरे वश में कर देता है +17530,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_003.wav,हे यहोवा मनुष्य क्या है कि तू उसकी सुधि लेता है या आदमी क्या है कि तू उसकी कुछ चिन्ता करता है +17531,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_004.wav,मनुष्य तो साँस के समान है उसके दिन ढलती हुई छाया के समान हैं +17532,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_005.wav,हे यहोवा अपने स्वर्ग को नीचा करके उतर आ पहाड़ों को छू तब उनसे धुआँ उठेगा +17533,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_006.wav,बिजली कड़काकर उनको तितरबितर कर दे अपने तीर चलाकर उनको घबरा दे +17534,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_007.wav,अपना हाथ ऊपर से बढ़ाकर मुझे महासागर से उबार अर्थात् परदेशियों के वश से छुड़ा +17535,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_008.wav,उनके मुँह से तो झूठी बातें निकलती हैं और उनके दाहिने हाथ से धोखे के काम होते हैं +17536,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_009.wav,हे परमेश्वर मैं तेरी स्तुति का नया गीत गाऊँगा मैं दस तारवाली सारंगी बजाकर तेरा भजन गाऊँगा +17537,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_010.wav,तू राजाओं का उद्धार करता है और अपने दास दाऊद को तलवार की मार से बचाता है +17538,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_011.wav,मुझ को उबार और परदेशियों के वश से छुड़ा ले जिनके मुँह से झूठी बातें निकलती हैं और जिनका दाहिना हाथ झूठ का दाहिना हाथ है +17539,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_012.wav,हमारे बेटे जवानी के समय पौधों के समान बढ़े हुए हों और हमारी बेटियाँ उन कोनेवाले खम्भों के समान हों जो महल के लिये बनाए जाएँ +17540,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_013.wav,हमारे खत्ते भरे रहें और उनमें भाँतिभाँति का अन्न रखा जाए और हमारी भेड़बकरियाँ हमारे मैदानों में हजारों हजार बच्चे जनें +17541,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_014.wav,तब हमारे बैल खूब लदे हुए हों हमें न विघ्न हो और न हमारा कहीं जाना हो और न हमारे चौकों में रोनापीटना हो +17542,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_144_015.wav,तो इस दशा में जो राज्य हो वह क्या ही धन्य होगा जिस राज्य का परमेश्वर यहोवा है वह क्या ही धन्य है +17543,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_001.wav,हे मेरे परमेश्वर हे राजा मैं तुझे सराहूँगा और तेरे नाम को सदा सर्वदा धन्य कहता रहूँगा +17544,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_002.wav,प्रतिदिन मैं तुझको धन्य कहा करूँगा और तेरे नाम की स्तुति सदा सर्वदा करता रहूँगा +17545,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_003.wav,यहोवा महान और अति स्तुति के योग्य है और उसकी बड़ाई अगम है +17546,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_004.wav,तेरे कामों की प्रशंसा और तेरे पराक्रम के कामों का वर्णन पीढ़ीपीढ़ी होता चला जाएगा +17547,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_005.wav,मैं तेरे ऐश्वर्य की महिमा के प्रताप पर और तेरे भाँतिभाँति के आश्चर्यकर्मों पर ध्यान करूँगा +17548,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_006.wav,लोग तेरे भयानक कामों की शक्ति की चर्चा करेंगे और मैं तेरे बड़ेबड़े कामों का वर्णन करूँगा +17549,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_007.wav,लोग तेरी बड़ी भलाई का स्मरण करके उसकी चर्चा करेंगे और तेरे धर्म का जयजयकार करेंगे +17550,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_008.wav,यहोवा अनुग्रहकारी और दयालु विलम्ब से क्रोध करनेवाला और अति करुणामय है +17551,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_009.wav,यहोवा सभी के लिये भला है और उसकी दया उसकी सारी सृष्टि पर है +17552,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_010.wav,हे यहोवा तेरी सारी सृष्टि तेरा धन्यवाद करेगी और तेरे भक्त लोग तुझे धन्य कहा करेंगे +17553,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_011.wav,वे तेरे राज्य की महिमा की चर्चा करेंगे और तेरे पराक्रम के विषय में बातें करेंगे +17554,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_012.wav,कि वे मनुष्यों पर तेरे पराक्रम के काम और तेरे राज्य के प्रताप की महिमा प्रगट करें +17555,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_013.wav,तेरा राज्य युगयुग का और तेरी प्रभुता सब पीढ़ियों तक बनी रहेगी +17556,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_014.wav,यहोवा सब गिरते हुओं को सम्भालता है और सब झुके हुओं को सीधा खड़ा करता है +17557,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_015.wav,सभी की आँखें तेरी ओर लगी रहती हैं और तू उनको आहार समय पर देता है +17558,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_016.wav,तू अपनी मुट्ठी खोलकर सब प्राणियों को आहार से तृप्त करता है +17559,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_017.wav,यहोवा अपनी सब गति में धर्मी और अपने सब कामों में करुणामय है +17560,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_018.wav,जितने यहोवा को पुकारते हैं अर्थात् जितने उसको सच्चाई से पुकारते है उन सभी के वह निकट रहता है +17561,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_019.wav,वह अपने डरवैयों की इच्छा पूरी करता है और उनकी दुहाई सुनकर उनका उद्धार करता है +17562,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_020.wav,यहोवा अपने सब प्रेमियों की तो रक्षा करता परन्तु सब दुष्टों को सत्यानाश करता है +17563,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_145_021.wav,मैं यहोवा की स्तुति करूँगा और सारे प्राणी उसके पवित्र नाम को सदा सर्वदा धन्य कहते रहें +17564,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_146_001.wav,यहोवा की स्तुति करो हे मेरे मन यहोवा की स्तुति कर +17565,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_146_002.wav,मैं जीवन भर यहोवा की स्तुति करता रहूँगा जब तक मैं बना रहूँगा तब तक मैं अपने परमेश्वर का भजन गाता रहूँगा +17566,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_146_003.wav,तुम प्रधानों पर भरोसा न रखना न किसी आदमी पर क्योंकि उसमें उद्धार करने की शक्ति नहीं +17567,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_146_004.wav,उसका भी प्राण निकलेगा वह भी मिट्टी में मिल जाएगा उसी दिन उसकी सब कल्पनाएँ नाश हो जाएँगी +17568,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_146_005.wav,क्या ही धन्य वह है जिसका सहायक याकूब का परमेश्वर है और जिसकी आशा अपने परमेश्वर यहोवा पर है +17569,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_146_006.wav,वह आकाश और पृथ्वी और समुद्र और उनमें जो कुछ है सब का कर्ता है और वह अपना वचन सदा के लिये पूरा करता रहेगा +17570,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_146_007.wav,वह पिसे हुओं का न्याय चुकाता है और भूखों को रोटी देता है यहोवा बन्दियों को छुड़ाता है +17571,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_146_008.wav,यहोवा अंधों को आँखें देता है यहोवा झुके हुओं को सीधा खड़ा करता है यहोवा धर्मियों से प्रेम रखता है +17572,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_146_009.wav,यहोवा परदेशियों की रक्षा करता है और अनाथों और विधवा को तो सम्भालता है परन्तु दुष्टों के मार्ग को टेढ़ामेढ़ा करता है +17573,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_146_010.wav,हे सिय्योन यहोवा सदा के लिये तेरा परमेश्वर पीढ़ीपीढ़ी राज्य करता रहेगा यहोवा की स्तुति करो +17574,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_001.wav,यहोवा की स्तुति करो क्योंकि अपने परमेश्वर का भजन गाना अच्छा है क्योंकि वह मनभावना है उसकी स्तुति करना उचित है +17575,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_002.wav,यहोवा यरूशलेम को फिर बसा रहा है वह निकाले हुए इस्राएलियों को इकट्ठा कर रहा है +17576,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_003.wav,वह खेदित मनवालों को चंगा करता है और उनके घाव पर मरहमपट्टी बाँधता है +17577,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_004.wav,वह तारों को गिनता और उनमें से एकएक का नाम रखता है +17578,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_005.wav,हमारा प्रभु महान और अति सामर्थी है उसकी बुद्धि अपरम्पार है +17579,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_006.wav,यहोवा नम्र लोगों को सम्भालता है और दुष्टों को भूमि पर गिरा देता है +17580,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_007.wav,धन्यवाद करते हुए यहोवा का गीत गाओ वीणा बजाते हुए हमारे परमेश्वर का भजन गाओ +17581,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_008.wav,वह आकाश को मेघों से भर देता है और पृथ्वी के लिये मेंह को तैयार करता है और पहाड़ों पर घास उगाता है +17582,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_009.wav,वह पशुओं को और कौवे के बच्चों को जो पुकारते हैं आहार देता है +17583,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_010.wav,न तो वह घोड़े के बल को चाहता है और न पुरुष के बलवन्त पैरों से प्रसन्न होता है +17584,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_011.wav,यहोवा अपने डरवैयों ही से प्रसन्न होता है अर्थात् उनसे जो उसकी करुणा पर आशा लगाए रहते हैं +17585,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_012.wav,हे यरूशलेम यहोवा की प्रशंसा कर हे सिय्योन अपने परमेश्वर की स्तुति कर +17586,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_013.wav,क्योंकि उसने तेरे फाटकों के खम्भों को दृढ़ किया है और तेरे सन्तानों को आशीष दी है +17587,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_014.wav,वह तेरी सीमा में शान्ति देता है और तुझको उत्तम से उत्तम गेहूँ से तृप्त करता है +17588,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_015.wav,वह पृथ्वी पर अपनी आज्ञा का प्रचार करता है उसका वचन अति वेग से दौड़ता है +17589,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_016.wav,वह ऊन के समान हिम को गिराता है और राख के समान पाला बिखेरता है +17590,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_017.wav,वह बर्फ के टुकड़े गिराता है उसकी की हुई ठण्ड को कौन सह सकता है +17591,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_018.wav,वह आज्ञा देकर उन्हें गलाता है वह वायु बहाता है तब जल बहने लगता है +17592,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_019.wav,वह याकूब को अपना वचन और इस्राएल को अपनी विधियाँ और नियम बताता है +17593,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_147_020.wav,किसी और जाति से उसने ऐसा बर्ताव नहीं किया और उसके नियमों को औरों ने नहीं जाना यहोवा की स्तुति करो +17594,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_001.wav,यहोवा की स्तुति करो यहोवा की स्तुति स्वर्ग में से करो उसकी स्तुति ऊँचे स्थानों में करो +17595,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_002.wav,हे उसके सब दूतों उसकी स्तुति करो हे उसकी सब सेना उसकी स्तुति करो +17596,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_003.wav,हे सूर्य और चन्द्रमा उसकी स्तुति करो हे सब ज्योतिमय तारागण उसकी स्तुति करो +17597,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_004.wav,हे सबसे ऊँचे आकाश और हे आकाश के ऊपरवाले जल तुम दोनों उसकी स्तुति करो +17598,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_005.wav,वे यहोवा के नाम की स्तुति करें क्योंकि उसने आज्ञा दी और ये सिरजे गए +17599,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_006.wav,और उसने उनको सदा सर्वदा के लिये स्थिर किया है और ऐसी विधि ठहराई है जो टलने की नहीं +17600,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_007.wav,पृथ्वी में से यहोवा की स्तुति करो हे समुद्री अजगरों और गहरे सागर +17601,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_008.wav,हे अग्नि और ओलों हे हिम और कुहरे हे उसका वचन माननेवाली प्रचण्ड वायु +17602,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_009.wav,हे पहाड़ों और सब टीलों हे फलदाई वृक्षों और सब देवदारों +17603,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_010.wav,हे वनपशुओं और सब घरेलू पशुओं हे रेंगनेवाले जन्तुओं और हे पक्षियों +17604,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_011.wav,हे पृथ्वी के राजाओं और राज्यराज्य के सब लोगों हे हाकिमों और पृथ्वी के सब न्यायियों +17605,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_012.wav,हे जवानों और कुमारियों हे पुरनियों और बालकों +17606,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_013.wav,यहोवा के नाम की स्तुति करो क्योंकि केवल उसकी का नाम महान है उसका ऐश्वर्य पृथ्वी और आकाश के ऊपर है +17607,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_148_014.wav,और उसने अपनी प्रजा के लिये एक सींग ऊँचा किया है यह उसके सब भक्तों के लिये अर्थात् इस्राएलियों के लिये और उसके समीप रहनेवाली प्रजा के लिये स्तुति करने का विषय है यहोवा की स्तुति करो +17608,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_149_001.wav,यहोवा की स्तुति करो यहोवा के लिये नया गीत गाओ भक्तों की सभा में उसकी स्तुति गाओ +17609,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_149_002.wav,इस्राएल अपने कर्ता के कारण आनन्दित हो सिय्योन के निवासी अपने राजा के कारण मगन हों +17610,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_149_003.wav,वे नाचते हुए उसके नाम की स्तुति करें और डफ और वीणा बजाते हुए उसका भजन गाएँ +17611,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_149_004.wav,क्योंकि यहोवा अपनी प्रजा से प्रसन्न रहता है वह नम्र लोगों का उद्धार करके उन्हें शोभायमान करेगा +17612,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_149_005.wav,भक्त लोग महिमा के कारण प्रफुल्लित हों और अपने बिछौनों पर भी पड़ेपड़े जयजयकार करें +17613,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_149_006.wav,उनके कण्ठ से परमेश्वर की प्रशंसा हो और उनके हाथों में दोधारी तलवारें रहें +17614,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_149_007.wav,कि वे जातिजाति से पलटा ले सके और राज्यराज्य के लोगों को ताड़ना दें +17615,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_149_008.wav,और उनके राजाओं को जंजीरों से और उनके प्रतिष्ठित पुरुषों को लोहे की बेड़ियों से जकड़ रखें +17616,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_149_009.wav,और उनको ठहराया हुआ दण्ड देंगे उसके सब भक्तों की ऐसी ही ��्रतिष्ठा होगी यहोवा की स्तुति करो +17617,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_150_001.wav,यहोवा की स्तुति करो परमेश्वर के पवित्रस्थान में उसकी स्तुति करो उसकी सामर्थ्य से भरे हुए आकाशमण्डल में उसकी स्तुति करो +17618,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_150_002.wav,उसके पराक्रम के कामों के कारण उसकी स्तुति करो उसकी अत्यन्त बड़ाई के अनुसार उसकी स्तुति करो +17619,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_150_003.wav,नरसिंगा फूँकते हुए उसकी स्तुति करो सारंगी और वीणा बजाते हुए उसकी स्तुति करो +17620,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_150_004.wav,डफ बजाते और नाचते हुए उसकी स्तुति करो तारवाले बाजे और बाँसुरी बजाते हुए उसकी स्तुति करो +17621,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_150_005.wav,ऊँचे शब्दवाली झाँझ बजाते हुए उसकी स्तुति करो आनन्द के महाशब्दवाली झाँझ बजाते हुए उसकी स्तुति करो +17622,data/cleaned/hindi/PSA/PSA_150_006.wav,जितने प्राणी हैं सब के सब यहोवा की स्तुति करें यहोवा की स्तुति करो +17623,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_001.wav,ओबद्याह का दर्शन एदोम के विषय यहोवा यह कहता है हम लोगों ने यहोवा की ओर से समाचार सुना है और एक दूत अन्यजातियों में यह कहने को भेजा गया है +17624,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_002.wav,उठो हम उससे लड़ने को उठें मैं तुझे जातियों में छोटा कर दूँगा तू बहुत तुच्छ गिना जाएगा +17625,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_003.wav,हे पहाड़ों की दरारों में बसनेवाले हे ऊँचे स्थान में रहनेवाले तेरे अभिमान ने तुझे धोखा दिया है तू मन में कहता है कौन मुझे भूमि पर उतार देगा +17626,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_004.wav,परन्तु चाहे तू उकाब के समान ऊँचा उड़ता हो वरन् तारागण के बीच अपना घोंसला बनाए हो तो भी मैं तुझे वहाँ से नीचे गिराऊँगा यहोवा की यही वाणी है +17627,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_005.wav,यदि चोरडाकू रात को तेरे पास आते हाय तू कैसे मिटा दिया गया है तो क्या वे चुराए हुए धन से तृप्त होकर चले न जाते और यदि दाख के तोड़नेवाले तेरे पास आते तो क्या वे कहींकहीं दाख न छोड़ जाते +17628,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_006.wav,परन्तु एसाव का धन कैसे खोजकर लूटा गया है उसका गुप्त धन कैसे पता लगा लगाकर निकाला गया है +17629,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_007.wav,जितनों ने तुझ से वाचा बाँधी थी उन सभी ने तुझे सीमा तक ढकेल दिया है जो लोग तुझ से मेल रखते थे वे तुझको धोका देकर तुझ पर प्रबल हुए हैं वे तेरी रोटी खाते हैं वे तेरे लिये फंदा लगाते हैं उसमें कुछ समझ नहीं है +17630,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_008.wav,यहोवा की यह वाणी है क्या मैं उस समय एदोम में से बुद्धिमानों को और एसाव के पहाड़ में से चतुराई को नाश न करूँगा +17631,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_009.wav,और हे तेमान तेरे शूरवीरों का मन कच्चा हो जाएगा और एस��व के पहाड़ पर का हर एक पुरुष घात होकर नाश हो जाएगा +17632,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_010.wav,हे एसाव एक उपद्रव के कारण जो तूने अपने भाई याकूब पर किया तू लज्जा से ढँपेगा और सदा के लिये नाश हो जाएगा +17633,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_011.wav,जिस दिन परदेशी लोग उसकी धनसम्पत्ति छीनकर ले गए और पराए लोगों ने उसके फाटकों से घुसकर यरूशलेम पर चिट्ठी डाली उस दिन तू भी उनमें से एक था +17634,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_012.wav,परन्तु तुझे उचित नहीं था कि तू अपने भाई के दिन में अर्थात् उसकी विपत्ति के दिन में उसकी ओर देखता रहता और यहूदियों के विनाश के दिन उनके ऊपर आनन्द करता और उनके संकट के दिन बड़ा बोल बोलता +17635,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_013.wav,तुझे उचित नहीं था कि मेरी प्रजा की विपत्ति के दिन तू उसके फाटक में घुसता और उसकी विपत्ति के दिन उसकी दुर्दशा को देखता रहता और उसकी विपत्ति के दिन उसकी धनसम्पत्ति पर हाथ लगाता +17636,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_014.wav,तुझे उचित नहीं था कि चौराहों पर उसके भागनेवालों को मार डालने के लिये खड़ा होता और संकट के दिन उसके बचे हुओं को पकड़ाता +17637,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_015.wav,क्योंकि सारी जातियों पर यहोवा के दिन का आना निकट है जैसा तूने किया है वैसा ही तुझ से भी किया जाएगा तेरा व्यवहार लौटकर तेरे ही सिर पर पड़ेगा +17638,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_016.wav,जिस प्रकार तूने मेरे पवित्र पर्वत पर पिया उसी प्रकार से सारी जातियाँ लगातार पीती रहेंगी वे पीएँगे और वे निगल जाएँगे और ऐसी हो जाएँगी जैसी कभी हुई ही नहीं +17639,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_017.wav,परन्तु उस समय सिय्योन पर्वत पर बचे हुए लोग रहेंगे ओर वह पवित्रस्थान ठहरेगा और याकूब का घराना अपने निज भागों का अधिकारी होगा +17640,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_018.wav,तब याकूब का घराना आग और यूसुफ का घराना लौ और एसाव का घराना खूँटी बनेगा और वे उनमें आग लगाकर उनको भस्म करेंगे और एसाव के घराने का कोई न बचेगा क्योंकि यहोवा ही ने ऐसा कहा है +17641,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_019.wav,दक्षिण देश के लोग एसाव के पहाड़ के अधिकारी हो जाएँगे और नीचे के देश के लोग पलिश्तियों के अधिकारी होंगे और यहूदी एप्रैम और सामरिया के देश को अपने भाग में कर लेंगे और बिन्यामीन गिलाद का अधिकारी होगा +17642,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_020.wav,इस्राएलियों के उस दल में से जो लोग बँधुआई में जाकर कनानियों के बीच सारफत तक रहते हैं और यरूशलेमियों में से जो लोग बँधुआई में जाकर सपाराद में रहते हैं वे सब दक्षिण देश के नगरों के अधिकारी हो जाएँगे +17643,data/cleaned/hindi/OBA/OBA_001_021.wav,उद्धार करनेवाले ए���ाव के पहाड़ का न्याय करने के लिये सिय्योन पर्वत पर चढ़ आएँगे और राज्य यहोवा ही का हो जाएगा +17644,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_001.wav,आमोस के पुत्र यशायाह का दर्शन जिसको उसने यहूदा और यरूशलेम के विषय में उज्जियाह योताम आहाज और हिजकिय्याह नामक यहूदा के राजाओं के दिनों में पाया +17645,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_002.wav,हे स्वर्ग सुन और हे पृथ्वी कान लगा क्योंकि यहोवा कहता है मैंने बालबच्चों का पालनपोषण किया और उनको बढ़ाया भी परन्तु उन्होंने मुझसे बलवा किया +17646,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_003.wav,बैल तो अपने मालिक को और गदहा अपने स्वामी की चरनी को पहचानता है परन्तु इस्राएल मुझे नहीं जानता मेरी प्रजा विचार नहीं करती +17647,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_004.wav,हाय यह जाति पाप से कैसी भरी है यह समाज अधर्म से कैसा लदा हुआ है इस वंश के लोग कैसे कुकर्मी हैं ये बालबच्चे कैसे बिगड़े हुए हैं उन्होंने यहोवा को छोड़ दिया उन्होंने इस्राएल के पवित्र को तुच्छ जाना है वे पराए बनकर दूर हो गए हैं +17648,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_005.wav,तुम बलवा कर करके क्यों अधिक मार खाना चाहते हो तुम्हारा सिर घावों से भर गया और तुम्हारा हृदय दुःख से भरा है +17649,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_006.wav,पाँव से सिर तक कहीं भी कुछ आरोग्यता नहीं केवल चोट और कोड़े की मार के चिन्ह और सड़े हुए घाव हैं जो न दबाये गए न बाँधे गए न तेल लगाकर नरमाये गए हैं +17650,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_007.wav,तुम्हारा देश उजड़ा पड़ा है तुम्हारे नगर भस्म हो गए हैं तुम्हारे खेतों को परदेशी लोग तुम्हारे देखते ही निगल रहे हैं वह परदेशियों से नाश किए हुए देश के समान उजाड़ है +17651,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_008.wav,और सिय्योन की बेटी दाख की बारी में की झोपड़ी के समान छोड़ दी गई है या ककड़ी के खेत में के मचान या घिरे हुए नगर के समान अकेली खड़ी है +17652,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_009.wav,यदि सेनाओं का यहोवा हमारे थोड़े से लोगों को न बचा रखता तो हम सदोम के समान हो जाते और गमोरा के समान ठहरते +17653,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_010.wav,हे सदोम के न्यायियों यहोवा का वचन सुनो हे गमोरा की प्रजा हमारे परमेश्वर की व्यवस्था पर कान लगा +17654,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_011.wav,यहोवा यह कहता है तुम्हारे बहुत से मेलबलि मेरे किस काम के हैं मैं तो मेढ़ों के होमबलियों से और पाले हुए पशुओं की चर्बी से अघा गया हूँ मैं बछड़ों या भेड़ के बच्चों या बकरों के लहू से प्रसन्न नहीं होता +17655,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_012.wav,तुम जब अपने मुँह मुझे दिखाने के लिये आते हो तब यह कौन चाहता है कि तुम मेरे आँगनों को पाँव से रौंदो +17656,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_013.wav,व्यर्थ अन्नबलि फिर मत लाओ धूप से मुझे घृणा है नये चाँद और विश्रामदिन का मानना और सभाओं का प्रचार करना यह मुझे बुरा लगता है महासभा के साथ ही साथ अनर्थ काम करना मुझसे सहा नहीं जाता +17657,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_014.wav,तुम्हारे नये चाँदों और नियत पर्वों के मानने से मैं जी से बैर रखता हूँ वे सब मुझे बोझ से जान पड़ते हैं मैं उनको सहतेसहते थक गया हूँ +17658,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_015.wav,जब तुम मेरी ओर हाथ फैलाओ तब मैं तुम से मुख फेर लूँगा तुम कितनी ही प्रार्थना क्यों न करो तो भी मैं तुम्हारी न सुनूँगा क्योंकि तुम्हारे हाथ खून से भरे हैं +17659,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_016.wav,अपने को धोकर पवित्र करो मेरी आँखों के सामने से अपने बुरे कामों को दूर करो भविष्य में बुराई करना छोड़ दो +17660,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_017.wav,भलाई करना सीखो यत्न से न्याय करो उपद्रवी को सुधारो अनाथ का न्याय चुकाओ विधवा का मुकद्दमा लड़ो +17661,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_018.wav,यहोवा कहता है आओ हम आपस में वादविवाद करें तुम्हारे पाप चाहे लाल रंग के हों तो भी वे हिम के समान उजले हो जाएँगे और चाहे अर्गवानी रंग के हों तो भी वे ऊन के समान श्वेत हो जाएँगे +17662,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_019.wav,यदि तुम आज्ञाकारी होकर मेरी मानो +17663,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_020.wav,तो इस देश के उत्तम से उत्तम पदार्थ खाओगे और यदि तुम न मानो और बलवा करो तो तलवार से मारे जाओगे यहोवा का यही वचन है +17664,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_021.wav,जो नगरी विश्वासयोग्य थी वह कैसे व्यभिचारिणी हो गई वह न्याय से भरी थी और उसमें धार्मिकता पाया जाता था परन्तु अब उसमें हत्यारे ही पाए जाते हैं +17665,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_022.wav,तेरी चाँदी धातु का मैल हो गई तेरे दाखमधु में पानी मिल गया है +17666,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_023.wav,तेरे हाकिम हठीले और चोरों से मिले हैं वे सब के सब घूस खानेवाले और भेंट के लालची हैं वे अनाथ का न्याय नहीं करते और न विधवा का मुकद्दमा अपने पास आने देते हैं +17667,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_024.wav,इस कारण प्रभु सेनाओं के यहोवा इस्राएल के शक्तिमान की यह वाणी है सुनो मैं अपने शत्रुओं को दूर करके शान्ति पाऊँगा और अपने बैरियों से बदला लूँगा +17668,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_025.wav,मैं तुम पर हाथ बढ़ाकर तुम्हारा धातु का मैल पूरी रीति से भस्म करूँगा और तुम्हारी मिलावट पूरी रीति से दूर करूँगा +17669,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_026.wav,मैं तुम में पहले के समान न्यायी और आदिकाल के समान मंत्री फिर नियुक्त करूँगा उसके बाद तू धर्मपुरी और विश्वासयोग्य नगरी कहलाएगी +17670,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_027.wav,स��य्योन न्याय के द्वारा और जो उसमें फिरेंगे वे धार्मिकता के द्वारा छुड़ा लिए जाएँगे +17671,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_028.wav,परन्तु बलवाइयों और पापियों का एक संग नाश होगा और जिन्होंने यहोवा को त्यागा है उनका अन्त हो जाएगा +17672,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_029.wav,क्योंकि जिन बांजवृक्षों से तुम प्रीति रखते थे उनसे वे लज्जित होंगे और जिन बारियों से तुम प्रसन्न रहते थे उनके कारण तुम्हारे मुँह काले होंगे +17673,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_030.wav,क्योंकि तुम पत्ते मुर्झाए हुए बांज वृक्ष के पत्ते और बिना जल की बारी के समान हो जाओगे +17674,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_001_031.wav,बलवान तो सन और उसका काम चिंगारी बनेगा और दोनों एक साथ जलेंगे और कोई बुझानेवाला न होगा +17675,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_001.wav,आमोस के पुत्र यशायाह का वचन जो उसने यहूदा और यरूशलेम के विषय में दर्शन में पाया +17676,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_002.wav,अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा और सब पहाड़ियों से अधिक ऊँचा किया जाएगा और हर जाति के लोग धारा के समान उसकी ओर चलेंगे +17677,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_003.wav,और बहुत देशों के लोग आएँगे और आपस में कहेंगे आओ हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएँ तब वह हमको अपने मार्ग सिखाएगा और हम उसके पथों पर चलेंगे क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा +17678,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_004.wav,वह जातिजाति का न्याय करेगा और देशदेश के लोगों के झगड़ों को मिटाएगा और वे अपनी तलवारें पीटकर हल के फाल और अपने भालों को हँसिया बनाएँगे तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध फिर तलवार न चलाएगी न लोग भविष्य में युद्ध की विद्या सीखेंगे +17679,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_005.wav,हे याकूब के घराने आ हम यहोवा के प्रकाश में चलें +17680,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_006.wav,तूने अपनी प्रजा याकूब के घराने को त्याग दिया है क्योंकि वे पूर्वजों के व्यवहार पर तन मन से चलते और पलिश्तियों के समान टोना करते हैं और परदेशियों के साथ हाथ मिलाते हैं +17681,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_007.wav,उनका देश चाँदी और सोने से भरपूर है और उनके रखे हुए धन की सीमा नहीं उनका देश घोड़ों से भरपूर है और उनके रथ अनगिनत हैं +17682,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_008.wav,उनका देश मूरतों से भरा है वे अपने हाथों की बनाई हुई वस्तुओं को जिन्हें उन्होंने अपनी उँगलियों से संवारा है दण्डवत् करते हैं +17683,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_009.wav,इससे मनुष्य झुकते और बड़े मनुष्य नीचे किए गए है इस कारण उनको क्षमा न कर +17684,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_010.wav,���होवा के भय के कारण और उसके प्रताप के मारे चट्टान में घुस जा और मिट्टी में छिप जा +17685,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_011.wav,क्योंकि आदमियों की घमण्ड भरी आँखें नीची की जाएँगी और मनुष्यों का घमण्ड दूर किया जाएगा और उस दिन केवल यहोवा ही ऊँचे पर विराजमान रहेगा +17686,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_012.wav,क्योंकि सेनाओं के यहोवा का दिन सब घमण्डियों और ऊँची गर्दनवालों पर और उन्नति से फूलनेवालों पर आएगा और वे झुकाए जाएँगे +17687,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_013.wav,और लबानोन के सब देवदारों पर जो ऊँचे और बड़े हैं +17688,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_014.wav,बाशान के सब बांजवृक्षों पर और सब ऊँचे पहाड़ों और सब ऊँची पहाड़ियों पर +17689,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_015.wav,सब ऊँचे गुम्मटों और सब दृढ़ शहरपनाहों पर +17690,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_016.wav,तर्शीश के सब जहाजों और सब सुन्दर चित्रकारी पर वह दिन आता है +17691,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_017.wav,मनुष्य का गर्व मिटाया जाएगा और मनुष्यों का घमण्ड नीचा किया जाएगा और उस दिन केवल यहोवा ही ऊँचे पर विराजमान रहेगा +17692,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_018.wav,मूरतें सब की सब नष्ट हो जाएँगी +17693,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_019.wav,जब यहोवा पृथ्वी को कम्पित करने के लिये उठेगा तब उसके भय के कारण और उसके प्रताप के मारे लोग चट्टानों की गुफाओं और भूमि के बिलों में जा घुसेंगे +17694,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_020.wav,उस दिन लोग अपनी चाँदीसोने की मूरतों को जिन्हें उन्होंने दण्डवत् करने के लिये बनाया था छछून्दरों और चमगादड़ों के आगे फेकेंगे +17695,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_021.wav,और जब यहोवा पृथ्वी को कम्पित करने के लिये उठेगा तब वे उसके भय के कारण और उसके प्रताप के मारे चट्टानों की दरारों और पहाड़ियों के छेदों में घुसेंगे +17696,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_002_022.wav,इसलिए तुम मनुष्य से परे रहो जिसकी श्वास उसके नथनों में है क्योंकि उसका मूल्य है ही क्या +17697,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_001.wav,सुनों प्रभु सेनाओं का यहोवा यरूशलेम और यहूदा का सब प्रकार का सहारा और सिरहाना अर्थात् अन्न का सारा आधार और जल का सारा आधार दूर कर देगा +17698,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_002.wav,और वीर और योद्धा को न्यायी और नबी को भावी वक्ता और वृद्ध को पचास सिपाहियों के सरदार और प्रतिष्ठित पुरुष को +17699,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_003.wav,मंत्री और चतुर कारीगर को और निपुण टोन्हे को भी दूर कर देगा +17700,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_004.wav,मैं लड़कों को उनके हाकिम कर दूँगा और बच्चे उन पर प्रभुता करेंगे +17701,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_005.wav,प्रजा के लोग आपस में एक दूसरे पर और हर एक अपने पड़ोसी पर अंधेर करेंगे और जवान वृद्ध जनों से और नीच जन माननीय लोगों ��े असभ्यता का व्यवहार करेंगे +17702,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_006.wav,उस समय जब कोई पुरुष अपने पिता के घर में अपने भाई को पकड़कर कहेगा तेरे पास तो वस्त्र है आ हमारा न्यायी हो जा और इस उजड़े देश को अपने वश में कर ले +17703,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_007.wav,तब वह शपथ खाकर कहेगा मैं चंगा करनेवाला न होऊँगा क्योंकि मेरे घर में न तो रोटी है और न कपड़े इसलिए तुम मुझे प्रजा का न्यायी नहीं नियुक्त कर सकोगे +17704,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_008.wav,यरूशलेम तो डगमगाया और यहूदा गिर गया है क्योंकि उनके वचन और उनके काम यहोवा के विरुद्ध हैं जो उसकी तेजोमय आँखों के सामने बलवा करनेवाले ठहरे हैं +17705,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_009.wav,उनका चेहरा भी उनके विरुद्ध साक्षी देता है वे सदोमियों के समान अपने पाप को आप ही बखानते और नहीं छिपाते हैं उन पर हाय क्योंकि उन्होंने अपनी हानि आप ही की है +17706,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_010.wav,धर्मियों से कहो कि उनका भला होगा क्योंकि वे अपने कामों का फल प्राप्त करेंगे +17707,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_011.wav,दुष्ट पर हाथ उसका बुरा होगा क्योंकि उसके कामों का फल उसको मिलेगा +17708,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_012.wav,मेरी प्रजा पर बच्चे अंधेर करते और स्त्रियाँ उन पर प्रभुता करती हैं हे मेरी प्रजा तेरे अगुए तुझे भटकाते हैं और तेरे चलने का मार्ग भुला देते हैं +17709,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_013.wav,यहोवा देशदेश के लोगों से मुकद्दमा लड़ने और उनका न्याय करने के लिये खड़ा है +17710,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_014.wav,यहोवा अपनी प्रजा के वृद्ध और हाकिमों के साथ यह विवाद करता है तुम ही ने बारी की दाख खा डाली है और दीन लोगों का धन लूटकर तुम ने अपने घरों में रखा है +17711,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_015.wav,सेनाओं के प्रभु यहोवा की यह वाणी है तुम क्यों मेरी प्रजा को दलते और दीन लोगों को पीस डालते हो +17712,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_016.wav,यहोवा ने यह भी कहा है क्योंकि सिय्योन की स्त्रियाँ घमण्ड करती और सिर ऊँचे किए आँखें मटकातीं और घुँघरूओं को छमछमाती हुई ठुमुकठुमुक चलती हैं +17713,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_017.wav,इसलिए प्रभु यहोवा उनके सिर को गंजा करेगा और उनके तन को उघरवाएगा +17714,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_018.wav,उस समय प्रभु घुँघरूओं जालियों +17715,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_019.wav,चन्द्रहारों झुमकों कड़ों घूँघटों +17716,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_020.wav,पगड़ियों पैकरियों पटुकों सुगन्धपात्रों गण्डों +17717,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_021.wav,अँगूठियों नथों +17718,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_022.wav,सुन्दर वस्त्रों कुर्तियों चद्दरों बटुओं +17719,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_023.wav,दर्पणों मलमल के वस्त्रों बुन्दियों दुपट्टों इन सभी की शोभा को दूर करे���ा +17720,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_024.wav,सुगन्ध के बदले सड़ाहट सुन्दर करधनी के बदले बन्धन की रस्सी गूँथे हुए बालों के बदले गंजापन सुन्दर पटुके के बदले टाट की पेटी और सुन्दरता के बदले दाग होंगे +17721,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_025.wav,तेरे पुरुष तलवार से और शूरवीर युद्ध में मारे जाएँगे +17722,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_003_026.wav,और उसके फाटकों में साँस भरना और विलाप करना होगा और वह भूमि पर अकेली बैठी रहेगी +17723,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_004_001.wav,उस समय सात स्त्रियाँ एक पुरुष को पकड़कर कहेंगी रोटी तो हम अपनी ही खाएँगी और वस्त्र अपने ही पहनेंगी केवल हम तेरी कहलाएँ हमारी नामधराई दूर कर +17724,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_004_002.wav,उस समय इस्राएल के बचे हुओं के लिये यहोवा की डाली भूषण और महिमा ठहरेगी और भूमि की उपज बड़ाई और शोभा ठहरेगी +17725,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_004_003.wav,और जो कोई सिय्योन में बचा रहे और यरूशलेम में रहे अर्थात् यरूशलेम में जितनों के नाम जीवनपत्र में लिखे हों वे पवित्र कहलाएँगे +17726,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_004_004.wav,यह तब होगा जब प्रभु न्याय करनेवाली और भस्म करनेवाली आत्मा के द्वारा सिय्योन की स्त्रियों के मल को धो चुकेगा और यरूशलेम के खून को दूर कर चुकेगा +17727,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_004_005.wav,तब यहोवा सिय्योन पर्वत के एकएक घर के ऊपर और उसके सभास्थानों के ऊपर दिन को तो धुएँ का बादल और रात को धधकती आग का प्रकाश सिरजेगा और समस्त वैभव के ऊपर एक मण्डप छाया रहेगा +17728,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_004_006.wav,वह दिन को धूप से बचाने के लिये और आँधीपानी और झड़ी में एक शरण और आड़ होगा +17729,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_001.wav,अब मैं अपने प्रिय के लिये और उसकी दाख की बारी के विषय में गीत गाऊँगा एक अति उपजाऊ टीले पर मेरे प्रिय की एक दाख की बारी थी +17730,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_002.wav,उसने उसकी मिट्टी खोदी और उसके पत्थर बीनकर उसमें उत्तम जाति की एक दाखलता लगाई उसके बीच में उसने एक गुम्मट बनाया और दाखरस के लिये एक कुण्ड भी खोदा तब उसने दाख की आशा की परन्तु उसमें निकम्मी दाखें ही लगीं +17731,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_003.wav,अब हे यरूशलेम के निवासियों और हे यहूदा के मनुष्यों मेरे और मेरी दाख की बारी के बीच न्याय करो +17732,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_004.wav,मेरी दाख की बारी के लिये और क्या करना रह गया जो मैंने उसके लिये न किया हो फिर क्या कारण है कि जब मैंने दाख की आशा की तब उसमें निकम्मी दाखें लगीं +17733,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_005.wav,अब मैं तुम को बताता हूँ कि अपनी दाख की बारी से क्या करूँगा मैं उसके काँटेवाले बाड़े को उखाड़ दूँगा कि वह चट की जाए और उसकी दीवार को ढा दूँगा कि वह रौंदी जाए +17734,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_006.wav,मैं उसे उजाड़ दूँगा वह न तो फिर छाँटी और न खोदी जाएगी और उसमें भाँतिभाँति के कटीले पेड़ उगेंगे मैं मेघों को भी आज्ञा दूँगा कि उस पर जल न बरसाएँ +17735,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_007.wav,क्योंकि सेनाओं के यहोवा की दाख की बारी इस्राएल का घराना और उसका मनभाऊ पौधा यहूदा के लोग है और उसने उनमें न्याय की आशा की परन्तु अन्याय देख पड़ा उसने धार्मिकता की आशा की परन्तु उसे चिल्लाहट ही सुन पड़ी +17736,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_008.wav,हाय उन पर जो घर से घर और खेत से खेत यहाँ तक मिलाते जाते हैं कि कुछ स्थान नहीं बचता कि तुम देश के बीच अकेले रह जाओ +17737,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_009.wav,सेनाओं के यहोवा ने मेरे सुनते कहा है निश्चय बहुत से घर सुनसान हो जाएँगे और बड़ेबड़े और सुन्दर घर निर्जन हो जाएँगे +17738,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_010.wav,क्योंकि दस बीघे की दाख की बारी से एक ही बत दाखमधु मिलेगा और होमेर भर के बीच से एक ही एपा अन्न उत्पन्न होगा +17739,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_011.wav,हाय उन पर जो बड़े तड़के उठकर मदिरा पीने लगते हैं और बड़ी रात तक दाखमधु पीते रहते हैं जब तक उनको गर्मी न चढ़ जाए +17740,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_012.wav,उनके भोजों में वीणा सारंगी डफ बाँसुरी और दाखमधु ये सब पाये जाते हैं परन्तु वे यहोवा के कार्य की ओर दृष्टि नहीं करते और उसके हाथों के काम को नहीं देखते +17741,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_013.wav,इसलिए अज्ञानता के कारण मेरी प्रजा बँधुवाई में जाती है उसके प्रतिष्ठित पुरुष भूखे मरते और साधारण लोग प्यास से व्याकुल होते हैं +17742,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_014.wav,इसलिए अधोलोक ने अत्यन्त लालसा करके अपना मुँह हद से ज्यादा पसारा है और उनका वैभव और भीड़भाड़ और आनन्द करनेवाले सब के सब उसके मुँह में जा पड़ते हैं +17743,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_015.wav,साधारण मनुष्य दबाए जाते और बड़े मनुष्य नीचे किए जाते हैं और अभिमानियों की आँखें नीची की जाती हैं +17744,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_016.wav,परन्तु सेनाओं का यहोवा न्याय करने के कारण महान ठहरता और पवित्र परमेश्वर धर्मी होने के कारण पवित्र ठहरता है +17745,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_017.wav,तब भेड़ों के बच्चे मानो अपने खेत में चरेंगे परन्तु हष्टपुष्टों के उजड़े स्थान परदेशियों को चराई के लिये मिलेंगे +17746,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_018.wav,हाय उन पर जो अधर्म को अनर्थ की रस्सियों से और पाप को मानो गाड़ी के रस्से से खींच ले आते हैं +17747,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_019.wav,जो कहते हैं वह फुर्ती करे और अपने काम को शीघ्र करे कि हम उसको देखें और इस्राएल के पवित्र की य��क्ति प्रगट हो वह निकट आए कि हम उसको समझें +17748,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_020.wav,हाय उन पर जो बुरे को भला और भले को बुरा कहते जो अंधियारे को उजियाला और उजियाले को अंधियारा ठहराते और कड़वे को मीठा और मीठे को कड़वा करके मानते हैं +17749,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_021.wav,हाय उन पर जो अपनी दृष्टि में ज्ञानी और अपने लेखे बुद्धिमान हैं +17750,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_022.wav,हाय उन पर जो दाखमधु पीने में वीर और मदिरा को तेज बनाने में बहादुर हैं +17751,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_023.wav,जो घूस लेकर दुष्टों को निर्दोष और निर्दोषों को दोषी ठहराते हैं +17752,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_024.wav,इस कारण जैसे अग्नि की लौ से खूँटी भस्म होती है और सूखी घास जलकर बैठ जाती है वैसे ही उनकी जड़ सड़ जाएगी और उनके फूल धूल होकर उड़ जाएँगे क्योंकि उन्होंने सेनाओं के यहोवा की व्यवस्था को निकम्मी जाना और इस्राएल के पवित्र के वचन को तुच्छ जाना है +17753,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_025.wav,इस कारण यहोवा का क्रोध अपनी प्रजा पर भड़का है और उसने उनके विरुद्ध हाथ बढ़ाकर उनको मारा है और पहाड़ काँप उठे और लोगों की लोथें सड़कों के बीच कूड़ा सी पड़ी हैं इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है +17754,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_026.wav,वह दूरदूर की जातियों के लिये झण्डा खड़ा करेगा और सीटी बजाकर उनको पृथ्वी की छोर से बुलाएगा देखो वे फुर्ती करके वेग से आएँगे +17755,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_027.wav,उनमें कोई थका नहीं न कोई ठोकर खाता है कोई उँघने या सोनेवाला नहीं किसी का फेंटा नहीं खुला और किसी के जूतों का बन्धन नहीं टूटा +17756,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_028.wav,उनके तीर शुद्ध और धनुष चढ़ाए हुए हैं उनके घोड़ों के खुर वज्र के से और रथों के पहिये बवण्डर सरीखे हैं +17757,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_029.wav,वे सिंह या जवान सिंह के समान गरजते हैं वे गुर्राकर अहेर को पकड़ लेते और उसको ले भागते हैं और कोई उसे उनसे नहीं छुड़ा सकता +17758,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_005_030.wav,उस समय वे उन पर समुद्र के गर्जन के समान गरजेंगे और यदि कोई देश की ओर देखे तो उसे अंधकार और संकट देख पड़ेगा और ज्योति मेघों से छिप जाएगी +17759,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_001.wav,जिस वर्ष उज्जियाह राजा मरा मैंने प्रभु को बहुत ही ऊँचे सिंहासन पर विराजमान देखा और उसके वस्त्र के घेर से मन्दिर भर गया +17760,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_002.wav,उससे ऊँचे पर साराप दिखाई दिए उनके छः छः पंख थे दो पंखों से वे अपने मुँह को ढाँपे थे और दो से अपने पाँवों को और दो से उड़ रहे थे +17761,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_003.wav,और वे एक दूसरे से पुकार पुकारकर कह रहे थे सेनाओं का यहोवा पवित्र पवित्र पवित्र है सारी पृथ्वी उसके तेज से भरपूर है +17762,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_004.wav,और पुकारनेवाले के शब्द से डेवढ़ियों की नींवें डोल उठी और भवन धुएँ से भर गया +17763,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_005.wav,तब मैंने कहा हाय हाय मैं नाश हुआ क्योंकि मैं अशुद्ध होंठवाला मनुष्य हूँ और अशुद्ध होंठवाले मनुष्यों के बीच में रहता हूँ क्योंकि मैंने सेनाओं के यहोवा महाराजाधिराज को अपनी आँखों से देखा है +17764,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_006.wav,तब एक साराप हाथ में अंगारा लिए हुए जिसे उसने चिमटे से वेदी पर से उठा लिया था मेरे पास उड़कर आया +17765,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_007.wav,उसने उससे मेरे मुँह को छूकर कहा देख इसने तेरे होठों को छू लिया है इसलिए तेरा अधर्म दूर हो गया और तेरे पाप क्षमा हो गए +17766,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_008.wav,तब मैंने प्रभु का यह वचन सुना मैं किसको भेजूँ और हमारी ओर से कौन जाएगा तब मैंने कहा मैं यहाँ हूँ मुझे भेज +17767,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_009.wav,उसने कहा जा और इन लोगों से कह सुनते ही रहो परन्तु न समझो देखते ही रहो परन्तु न बूझो +17768,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_010.wav,तू इन लोगों के मन को मोटे और उनके कानों को भारी कर और उनकी आँखों को बन्द कर ऐसा न हो कि वे आँखों से देखें और कानों से सुनें और मन से बूझें और मन फिराएँ और चंगे हो जाएँ +17769,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_011.wav,तब मैंने कहा हे प्रभु कब तक उसने कहा जब तक नगर न उजड़े और उनमें कोई रह न जाए और घरों में कोई मनुष्य न रह जाए और देश उजाड़ और सुनसान हो जाए +17770,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_012.wav,और यहोवा मनुष्यों को उसमें से दूर कर दे और देश के बहुत से स्थान निर्जन हो जाएँ +17771,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_006_013.wav,चाहे उसके निवासियों का दसवाँ अंश भी रह जाए तो भी वह नाश किया जाएगा परन्तु जैसे छोटे या बड़े बांज वृक्ष को काट डालने पर भी उसका ठूँठ बना रहता है वैसे ही पवित्र वंश उसका ठूँठ ठहरेगा +17772,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_001.wav,यहूदा का राजा आहाज जो योताम का पुत्र और उज्जियाह का पोता था उसके दिनों में अराम के राजा रसीन और इस्राएल के राजा रमल्याह के पुत्र पेकह ने यरूशलेम से लड़ने के लिये चढ़ाई की परन्तु युद्ध करके उनसे कुछ न बन पड़ा +17773,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_002.wav,जब दाऊद के घराने को यह समाचार मिला कि अरामियों ने एप्रैमियों से संधि की है तब उसका और प्रजा का भी मन ऐसा काँप उठा जैसे वन के वृक्ष वायु चलने से काँप जाते हैं +17774,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_003.wav,तब यहोवा ने यशायाह से कहा अपने पुत्र शार्याशूब को लेकर धोबियों के खेत की सड़क से ऊपरवाले जलकुण्ड की नाली के सिरे पर आहाज से भेंट करने के लिये जा +17775,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_004.wav,और उससे कह सावधान और शान्त हो और उन दोनों धुआँ निकलती लुकटियों से अर्थात् रसीन और अरामियों के भड़के हुए कोप से और रमल्याह के पुत्र से मत डर और न तेरा मन कच्चा हो +17776,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_005.wav,क्योंकि अरामियों और रमल्याह के पुत्र समेत एप्रैमियों ने यह कहकर तेरे विरुद्ध बुरी युक्ति ठानी है कि आओ +17777,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_006.wav,हम यहूदा पर चढ़ाई करके उसको घबरा दें और उसको अपने वश में लाकर ताबेल के पुत्र को राजा नियुक्त कर दें +17778,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_007.wav,इसलिए प्रभु यहोवा ने यह कहा है कि यह युक्ति न तो सफल होगी और न पूरी +17779,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_008.wav,क्योंकि अराम का सिर दमिश्क और दमिश्क का सिर रसीन है फिर एप्रैम का सिर सामरिया और सामरिया का सिर रमल्याह का पुत्र है पैंसठ वर्ष के भीतर एप्रैम का बल इतना टूट जाएगा कि वह जाति बनी न रहेगी +17780,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_009.wav,यदि तुम लोग इस बात पर विश्वास न करो तो निश्चय तुम स्थिर न रहोगे +17781,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_010.wav,फिर यहोवा ने आहाज से कहा +17782,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_011.wav,अपने परमेश्वर यहोवा से कोई चिन्ह माँग चाहे वह गहरे स्थान का हो या ऊपर आकाश का हो +17783,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_012.wav,आहाज ने कहा मैं नहीं माँगने का और मैं यहोवा की परीक्षा नहीं करूँगा +17784,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_013.wav,तब उसने कहा हे दाऊद के घराने सुनो क्या तुम मनुष्यों को थका देना छोटी बात समझकर अब मेरे परमेश्वर को भी थका दोगे +17785,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_014.wav,इस कारण प्रभु आप ही तुम को एक चिन्ह देगा सुनो एक कुमारी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी और उसका नाम इम्मानुएल रखेगी +17786,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_015.wav,और जब तक वह बुरे को त्यागना और भले को ग्रहण करना न जाने तब तक वह मक्खन और मधु खाएगा +17787,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_016.wav,क्योंकि उससे पहले कि वह लड़का बुरे को त्यागना और भले को ग्रहण करना जाने वह देश जिसके दोनों राजाओं से तू घबरा रहा है निर्जन हो जाएगा +17788,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_017.wav,यहोवा तुझ पर तेरी प्रजा पर और तेरे पिता के घराने पर ऐसे दिनों को ले आएगा कि जब से एप्रैम यहूदा से अलग हो गया तब से वैसे दिन कभी नहीं आए अर्थात् अश्शूर के राजा के दिन +17789,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_018.wav,उस समय यहोवा उन मक्खियों को जो मिस्र की नदियों के सिरों पर रहती हैं और उन मधुमक्खियों को जो अश्शूर देश में रहती हैं सीटी बजाकर बुलाएगा +17790,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_019.wav,और वे सब की सब आकर इस देश के पहाड़ी नालों में और चट्टानों की द���ारों में और सब कँटीली झाड़ियों और सब चराइयों पर बैठ जाएँगी +17791,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_020.wav,उसी समय प्रभु फरात के पारवाले अश्शूर के राजा रूपी भाड़े के उस्तरे से सिर और पाँवों के रोएँ मूँण्ड़ेगा उससे दाढ़ी भी पूरी मुड़ जाएगी +17792,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_021.wav,उस समय ऐसा होगा कि मनुष्य केवल एक बछिया और दो भेड़ों को पालेगा +17793,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_022.wav,और वे इतना दूध देंगी कि वह मक्खन खाया करेगा क्योंकि जितने इस देश में रह जाएँगे वह सब मक्खन और मधु खाया करेंगे +17794,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_023.wav,उस समय जिनजिन स्थानों में हजार टुकड़े चाँदी की हजार दाखलताएँ हैं उन सब स्थानों में कटीले ही कटीले पेड़ होंगे +17795,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_024.wav,तीर और धनुष लेकर लोग वहाँ जाया करेंगे क्योंकि सारे देश में कटीले पेड़ हो जाएँगे +17796,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_007_025.wav,और जितने पहाड़ कुदाल से खोदे जाते हैं उन सभी पर कटीले पेड़ों के डर के मारे कोई न जाएगा वे गायबैलों के चरने के और भेड़बकरियों के रौंदने के लिये होंगे +17797,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_001.wav,फिर यहोवा ने मुझसे कहा एक बड़ी पटिया लेकर उस पर साधारण अक्षरों से यह लिख महेर्शालाल्हाशबज के लिये +17798,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_002.wav,और मैं विश्वासयोग्य पुरुषों को अर्थात् ऊरिय्याह याजक और जेबेरेक्याह के पुत्र जकर्याह को इस बात की साक्षी करूँगा +17799,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_003.wav,मैं अपनी पत्नी के पास गया और वह गर्भवती हुई और उसके पुत्र उत्पन्न हुआ तब यहोवा ने मुझसे कहा उसका नाम महेर्शालाल्हाशबज रख +17800,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_004.wav,क्योंकि इससे पहले कि वह लड़का बापू और माँ पुकारना जाने दमिश्क और सामरिया दोनों की धनसम्पत्ति लूटकर अश्शूर का राजा अपने देश को भेजेगा +17801,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_005.wav,यहोवा ने फिर मुझसे कहा +17802,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_006.wav,इसलिए कि लोग शीलोह के धीरे धीरे बहनेवाले सोते को निकम्मा जानते हैं और रसीन और रमल्याह के पुत्र के संग एका करके आनन्द करते हैं +17803,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_007.wav,इस कारण सुन प्रभु उन पर उस प्रबल और गहरे महानद को अर्थात् अश्शूर के राजा को उसके सारे प्रताप के साथ चढ़ा लाएगा और वह उनके सब नालों को भर देगा और सारे तटों से छलककर बहेगा +17804,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_008.wav,और वह यहूदा पर भी चढ़ आएगा और बढ़तेबढ़ते उस पर चढ़ेगा और गले तक पहुँचेगा और हे इम्मानुएल तेरा समस्त देश उसके पंखों के फैलने से ढँप जाएगा +17805,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_009.wav,हे लोगों हल्ला करो तो करो परन्तु तुम्हारा सत्यानाश हो जाएगा हे पृथ्वी के दूरदूर देश ���े सब लोगों कान लगाकर सुनो अपनीअपनी कमर कसो तो कसो परन्तु तुम्हारे टुकड़ेटुकड़े किए जाएँगे अपनी कमर कसो तो कसो परन्तु तुम्हारा सत्यानाश हो जाएगा +17806,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_010.wav,तुम युक्ति करो तो करो परन्तु वह निष्फल हो जाएगी तुम कुछ भी कहो परन्तु तुम्हारा कहा हुआ ठहरेगा नहीं क्योंकि परमेश्वर हमारे संग है +17807,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_011.wav,क्योंकि यहोवा दृढ़ता के साथ मुझसे बोला और इन लोगों की सी चाल चलने को मुझे मना किया +17808,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_012.wav,और कहा जिस बात को यह लोग राजद्रोह कहें उसको तुम राजद्रोह न कहना और जिस बात से वे डरते हैं उससे तुम न डरना और न भय खाना +17809,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_013.wav,सेनाओं के यहोवा ही को पवित्र जानना उसी का डर मानना और उसी का भय रखना +17810,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_014.wav,और वह शरणस्थान होगा परन्तु इस्राएल के दोनों घरानों के लिये ठोकर का पत्थर और ठेस की चट्टान और यरूशलेम के निवासियों के लिये फंदा और जाल होगा +17811,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_015.wav,और बहुत से लोग ठोकर खाएँगे वे गिरेंगे और चकनाचूर होंगे वे फंदे में फँसेंगे और पकड़े जाएँगे +17812,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_016.wav,चितौनी का पत्र बन्द कर दो मेरे चेलों के बीच शिक्षा पर छाप लगा दो +17813,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_017.wav,मैं उस यहोवा की बाट जोहता रहूँगा जो अपने मुख को याकूब के घराने से छिपाये है और मैं उसी पर आशा लगाए रहूँगा +17814,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_018.wav,देख मैं और जो लड़के यहोवा ने मुझे सौंपे हैं उसी सेनाओं के यहोवा की ओर से जो सिय्योन पर्वत पर निवास किए रहता है इस्राएलियों के लिये चिन्ह और चमत्कार हैं +17815,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_019.wav,जब लोग तुम से कहें ओझाओं और टोन्हों के पास जाकर पूछो जो गुनगुनाते और फुसफुसाते हैं तब तुम यह कहना क्या प्रजा को अपने परमेश्वर ही के पास जाकर न पूछना चाहिये क्या जीवितों के लिये मुर्दों से पूछना चाहिये +17816,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_020.wav,व्यवस्था और चितौनी ही की चर्चा किया करो यदि वे लोग इस वचनों के अनुसार न बोलें तो निश्चय उनके लिये पौ न फटेगी +17817,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_021.wav,वे इस देश में क्लेशित और भूखे फिरते रहेंगे और जब वे भूखे होंगे तब वे क्रोध में आकर अपने राजा और अपने परमेश्वर को श्राप देंगे और अपना मुख ऊपर आकाश की ओर उठाएँगे +17818,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_008_022.wav,तब वे पृथ्वी की ओर दृष्टि करेंगे परन्तु उन्हें सकेती और अंधियारा अर्थात् संकट भरा अंधकार ही देख पड़ेगा और वे घोर अंधकार में ढकेल दिए जाएँगे +17819,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_001.wav,तो भी संकटभरा अंधकार ज���ता रहेगा पहले तो उसने जबूलून और नप्ताली के देशों का अपमान किया परन्तु अन्तिम दिनों में ताल की ओर यरदन के पार की अन्यजातियों के गलील को महिमा देगा +17820,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_002.wav,जो लोग अंधियारे में चल रहे थे उन्होंने बड़ा उजियाला देखा और जो लोग घोर अंधकार से भरे हुए मृत्यु के देश में रहते थे उन पर ज्योति चमकी +17821,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_003.wav,तूने जाति को बढ़ाया तूने उसको बहुत आनन्द दिया वे तेरे सामने कटनी के समय का सा आनन्द करते हैं और ऐसे मगन हैं जैसे लोग लूट बाँटने के समय मगन रहते हैं +17822,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_004.wav,क्योंकि तूने उसकी गर्दन पर के भारी जूए और उसके बहँगे के बाँस उस पर अंधेर करनेवाले की लाठी इन सभी को ऐसा तोड़ दिया है जैसे मिद्यानियों के दिन में किया था +17823,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_005.wav,क्योंकि युद्ध में लड़नेवाले सिपाहियों के जूते और लहू में लथड़े हुए कपड़े सब आग का कौर हो जाएँगे +17824,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_006.wav,क्योंकि हमारे लिये एक बालक उत्पन्न हुआ हमें एक पुत्र दिया गया है और प्रभुता उसके काँधे पर होगी और उसका नाम अद्भुत युक्ति करनेवाला पराक्रमी परमेश्वर अनन्तकाल का पिता और शान्ति का राजकुमार रखा जाएगा +17825,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_007.wav,उसकी प्रभुता सर्वदा बढ़ती रहेगी और उसकी शान्ति का अन्त न होगा इसलिए वह उसको दाऊद की राजगद्दी पर इस समय से लेकर सर्वदा के लिये न्याय और धर्म के द्वारा स्थिर किए ओर सम्भाले रहेगा सेनाओं के और यहोवा की धुन के द्वारा यह हो जाएगा +17826,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_008.wav,प्रभु ने याकूब के पास एक सन्देश भेजा है और वह इस्राएल पर प्रगट हुआ है +17827,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_009.wav,और सारी प्रजा को एप्रैमियों और सामरिया के वासियों को मालूम हो जाएगा जो गर्व और कठोरता से बोलते हैं +17828,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_010.wav,ईंटें तो गिर गई हैं परन्तु हम गढ़े हुए पत्थरों से घर बनाएँगे गूलर के वृक्ष तो कट गए हैं परन्तु हम उनके बदले देवदारों से काम लेंगे +17829,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_011.wav,इस कारण यहोवा उन पर रसीन के बैरियों को प्रबल करेगा +17830,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_012.wav,और उनके शत्रुओं को अर्थात् पहले अराम को और तब पलिश्तियों को उभारेगा और वे मुँह खोलकर इस्राएलियों को निगल लेंगे इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है +17831,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_013.wav,तो भी ये लोग अपने मारनेवाले की ओर नहीं फिरे और न सेनाओं के यहोवा की खोज करते हैं +17832,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_014.wav,इस कारण यहोवा इस्राएल में से सिर और पूँछ को खजूर की डालियों और सरकण्डे को एक ही दिन में काट डालेगा +17833,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_015.wav,पुरनिया और प्रतिष्ठित पुरुष तो सिर हैं और झूठी बातें सिखानेवाला नबी पूँछ है +17834,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_016.wav,क्योंकि जो इन लोगों की अगुआई करते हैं वे इनको भटका देते हैं और जिनकी अगुआई होती है वे नाश हो जाते हैं +17835,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_017.wav,इस कारण प्रभु न तो इनके जवानों से प्रसन्न होगा और न इनके अनाथ बालकों और विधवाओं पर दया करेगा क्योंकि हर एक भक्तिहीन और कुकर्मी है और हर एक के मुख से मूर्खता की बातें निकलती हैं इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है +17836,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_018.wav,क्योंकि दुष्टता आग के समान धधकती है वह ऊँटकटारों और काँटों को भस्म करती है वरन् वह घने वन की झाड़ियों में आग लगाती है और वह धुएँ में चकराचकराकर ऊपर की ओर उठती है +17837,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_019.wav,सेनाओं के यहोवा के रोष के मारे यह देश जलाया गया है और ये लोग आग की ईंधन के समान हैं वे आपस में एक दूसरे से दया का व्यवहार नहीं करते +17838,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_020.wav,वे दाहिनी ओर से भोजनवस्तु छीनकर भी भूखे रहते और बायीं ओर से खाकर भी तृप्त नहीं होते उनमें से प्रत्येक मनुष्य अपनीअपनी बाँहों का माँस खाता है +17839,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_009_021.wav,मनश्शे एप्रैम के और एप्रैम मनश्शे के विरुद्ध होकर और वे दोनों मिलकर यहूदा के विरुद्ध हैं इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है +17840,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_001.wav,हाय उन पर जो दुष्टता से न्याय करते और उन पर जो उत्पात करने की आज्ञा लिख देते हैं +17841,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_002.wav,कि वे कंगालों का न्याय बिगाड़ें और मेरी प्रजा के दीन लोगों का हक़ मारें कि वे विधवाओं को लूटें और अनाथों का माल अपना लें +17842,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_003.wav,तुम दण्ड के दिन और उस विपत्ति के दिन जो दूर से आएगी क्या करोगे तुम सहायता के लिये किसके पास भागकर जाओगे तुम अपने वैभव को कहाँ रख छोड़ोगे +17843,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_004.wav,वे केवल बन्दियों के पैरों के पास गिर पड़ेंगे और मरे हुओं के नीचे दबे पड़े रहेंगे इतने पर भी उसका क्रोध शान्त नहीं हुआ और उसका हाथ अब तक बढ़ा हुआ है +17844,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_005.wav,अश्शूर पर हाय जो मेरे क्रोध का लठ और मेरे हाथ में का सोंटा है वह मेरा क्रोध है +17845,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_006.wav,मैं उसको एक भक्तिहीन जाति के विरुद्ध भेजूँगा और जिन लोगों पर मेरा रोष भड़का है उनके विरुद्ध उसको आज्ञा दूँगा कि छीनछान करे और लूट ले और उनको सड़कों की कीच के समान लताड़े +17846,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_007.wav,परन्तु उसकी ऐसी मनसा न होगी न उसके मन में ऐसा विचार है क्योंकि उसके मन में यही है कि मैं बहुत सी जातियों का नाश और अन्त कर डालूँ +17847,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_008.wav,क्योंकि वह कहता है क्या मेरे सब हाकिम राजा के तुल्य नहीं +17848,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_009.wav,क्या कलनो कर्कमीश के समान नहीं है क्या हमात अर्पाद के और सामरिया दमिश्क के समान नहीं +17849,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_010.wav,जिस प्रकार मेरा हाथ मूरतों से भरे हुए उन राज्यों पर पहुँचा जिनकी मूरतों यरूशलेम और सामरिया की मूरतों से बढ़कर थीं और जिस प्रकार मैंने सामरिया और उसकी मूरतों से किया +17850,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_011.wav,क्या उसी प्रकार मैं यरूशलेम से और उसकी मूरतों से भी न करूँ +17851,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_012.wav,इस कारण जब प्रभु सिय्योन पर्वत पर और यरूशलेम में अपना सब काम कर चुकेगा तब मैं अश्शूर के राजा के गर्व की बातों का और उसकी घमण्ड भरी आँखों का बदला दूँगा +17852,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_013.wav,उसने कहा है अपने ही बाहुबल और बुद्धि से मैंने यह काम किया है क्योंकि मैं चतुर हूँ मैंने देशदेश की सीमाओं को हटा दिया और उनके रखे हुए धन को लूट लिया मैंने वीर के समान गद्दी पर विराजनेहारों को उतार दिया है +17853,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_014.wav,देशदेश के लोगों की धनसम्पत्ति चिड़ियों के घोंसलों के समान मेरे हाथ आई है और जैसे कोई छोड़े हुए अण्डों को बटोर ले वैसे ही मैंने सारी पृथ्वी को बटोर लिया है और कोई पंख फड़फड़ाने या चोंच खोलने या चींचीं करनेवाला न था +17854,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_015.wav,क्या कुल्हाड़ा उसके विरुद्ध जो उससे काटता हो डींग मारे या आरी उसके विरुद्ध जो उसे खींचता हो बड़ाई करे क्या सोंटा अपने चलानेवाले को चलाए या छड़ी उसे उठाए जो काठ नहीं है +17855,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_016.wav,इस कारण प्रभु अर्थात् सेनाओं का प्रभु उस राजा के हष्टपुष्ट योद्धाओं को दुबला कर देगा और उसके ऐश्वर्य के नीचे आग की सी जलन होगी +17856,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_017.wav,इस्राएल की ज्योति तो आग ठहरेगी और इस्राएल का पवित्र ज्वाला ठहरेगा और वह उसके झाड़ झँखाड़ को एक ही दिन में भस्म करेगा +17857,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_018.wav,और जैसे रोगी के क्षीण हो जाने पर उसकी दशा होती है वैसी ही वह उसके वन और फलदाई बारी की शोभा पूरी रीति से नाश करेगा +17858,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_019.wav,उस वन के वृक्ष इतने थोड़े रह जाएँगे कि लड़का भी उनको गिनकर लिख लेगा +17859,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_020.wav,उस समय इस्राएल के बचे हुए लोग और याकू�� के घराने के भागे हुए अपने मारनेवाले पर फिर कभी भरोसा न रखेंगे परन्तु यहोवा जो इस्राएल का पवित्र है उसी पर वे सच्चाई से भरोसा रखेंगे +17860,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_021.wav,याकूब में से बचे हुए लोग पराक्रमी परमेश्वर की ओर फिरेंगे +17861,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_022.wav,क्योंकि हे इस्राएल चाहे तेरे लोग समुद्र के रेतकणों के समान भी बहुत हों तो भी निश्चय है कि उनमें से केवल बचे लोग ही लौटेंगे सत्यानाश तो पूरे न्याय के साथ ठाना गया है +17862,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_023.wav,क्योंकि प्रभु सेनाओं के यहोवा ने सारे देश का सत्यानाश कर देना ठाना है +17863,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_024.wav,इसलिए प्रभु सेनाओं का यहोवा यह कहता है हे सिय्योन में रहनेवाली मेरी प्रजा अश्शूर से मत डर चाहे वह सोंटें से तुझे मारे और मिस्र के समान तेरे ऊपर छड़ी उठाए +17864,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_025.wav,क्योंकि अब थोड़ी ही देर है कि मेरी जलन और क्रोध उनका सत्यानाश करके शान्त होगा +17865,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_026.wav,सेनाओं का यहोवा उसके विरुद्ध कोड़ा उठाकर उसको ऐसा मारेगा जैसा उसने ओरेब नामक चट्टान पर मिद्यानियों को मारा था और जैसा उसने मिस्रियों के विरुद्ध समुद्र पर लाठी बढ़ाई वैसा ही उसकी ओर भी बढ़ाएगा +17866,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_027.wav,उस समय ऐसा होगा कि उसका बोझ तेरे कंधे पर से और उसका जूआ तेरी गर्दन पर से उठा लिया जाएगा और अभिषेक के कारण वह जूआ तोड़ डाला जाएगा +17867,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_028.wav,वह अय्यात में आया है और मिग्रोन में से होकर आगे बढ़ गया है मिकमाश में उसने अपना सामान रखा है +17868,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_029.wav,वे घाटी से पार हो गए उन्होंने गेबा में रात काटी रामाह थरथरा उठा है शाऊल का गिबा भाग निकला है +17869,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_030.wav,हे गल्लीम की बेटी चिल्ला हे लैशा के लोगों कान लगाओ हाय बेचारा अनातोत +17870,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_031.wav,मदमेना मारामारा फिरता है गेबीम के निवासी भागने के लिये अपनाअपना समान इकट्ठा कर रहे हैं +17871,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_032.wav,आज ही के दिन वह नोब में टिकेगा तब वह सिय्योन पहाड़ पर और यरूशलेम की पहाड़ी पर हाथ उठाकर धमकाएगा +17872,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_033.wav,देखो प्रभु सेनाओं का यहोवा पेड़ों को भयानक रूप से छाँट डालेगा ऊँचेऊँचे वृक्ष काटे जाएँगे और जो ऊँचे हैं सो नीचे किए जाएँगे +17873,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_010_034.wav,वह घने वन को लोहे से काट डालेगा और लबानोन एक प्रतापी के हाथ से नाश किया जाएगा +17874,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_001.wav,तब यिशै के ठूँठ में से एक डाली फूट निकलेगी और उसकी जड़ में से एक शाखा निकलकर फलवन्त होगी +17875,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_002.wav,और यहोवा की आत्मा बुद्धि और समझ की आत्मा युक्ति और पराक्रम की आत्मा और ज्ञान और यहोवा के भय की आत्मा उस पर ठहरी रहेगी +17876,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_003.wav,ओर उसको यहोवा का भय सुगन्धसा भाएगा वह मुँह देखा न्याय न करेगा और न अपने कानों के सुनने के अनुसार निर्णय करेगा +17877,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_004.wav,परन्तु वह कंगालों का न्याय धार्मिकता से और पृथ्वी के नम्र लोगों का निर्णय खराई से करेगा और वह पृथ्वी को अपने वचन के सोंटे से मारेगा और अपने फूँक के झोंके से दुष्ट को मिटा डालेगा +17878,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_005.wav,उसकी कमर का फेंटा धार्मिकता और उसकी कमर का फेंटा सच्चाई होगी +17879,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_006.wav,तब भेड़िया भेड़ के बच्चे के संग रहा करेगा और चीता बकरी के बच्चे के साथ बैठा रहेगा और बछड़ा और जवान सिंह और पाला पोसा हुआ बैल तीनों इकट्ठे रहेंगे और एक छोटा लड़का उनकी अगुआई करेगा +17880,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_007.wav,गाय और रीछनी मिलकर चरेंगी और उनके बच्चे इकट्ठे बैठेंगे और सिंह बैल के समान भूसा खाया करेगा +17881,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_008.wav,दूध पीता बच्चा करैत के बिल पर खेलेगा और दूध छुड़ाया हुआ लड़का नाग के बिल में हाथ डालेगा +17882,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_009.wav,मेरे सारे पवित्र पर्वत पर न तो कोई दुःख देगा और न हानि करेगा क्योंकि पृथ्वी यहोवा के ज्ञान से ऐसी भर जाएगी जैसा जल समुद्र में भरा रहता है +17883,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_010.wav,उस समय यिशै की जड़ देशदेश के लोगों के लिये एक झण्डा होगी सब राज्यों के लोग उसे ढूँढ़ेंगें और उसका विश्रामस्थान तेजोमय होगा +17884,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_011.wav,उस समय प्रभु अपना हाथ दूसरी बार बढ़ाकर बचे हुओं को जो उसकी प्रजा के रह गए हैं अश्शूर से मिस्र से पत्रोस से कूश से एलाम से शिनार से हमात से और समुद्र के द्वीपों से मोल लेकर छुड़ाएगा +17885,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_012.wav,वह अन्यजातियों के लिये झण्डा खड़ा करके इस्राएल के सब निकाले हुओं को और यहूदा के सब बिखरे हुओं को पृथ्वी की चारों दिशाओं से इकट्ठा करेगा +17886,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_013.wav,एप्रैम फिर डाह न करेगा और यहूदा के तंग करनेवाले काट डाले जाएँगे न तो एप्रैम यहूदा से डाह करेगा और न यहूदा एप्रैम को तंग करेगा +17887,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_014.wav,परन्तु वे पश्चिम की ओर पलिश्तियों के कंधे पर झपट्टा मारेंगे और मिलकर पूर्वियों को लूटेंगे वे एदोम और मोआब पर हाथ बढ़ाएँगे और अम्मोनी उनके अधीन हो जाएँगे +17888,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_015.wav,यहोवा मिस्र के समुद्र की कोल को सूखा डालेगा और फरात पर अपना हाथ बढ़ाकर प्रचण्ड लू से ऐसा सुखाएगा कि वह सात धार हो जाएगा और लोग जूता पहने हुए भी पार हो जाएँगे +17889,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_011_016.wav,उसकी प्रजा के बचे हुओं के लिये अश्शूर से एक ऐसा राजमार्ग होगा जैसा मिस्र देश से चले आने के समय इस्राएल के लिये हुआ था +17890,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_012_001.wav,उस दिन तू कहेगा हे यहोवा मैं तेरा धन्यवाद करता हूँ क्योंकि यद्यपि तू मुझ पर क्रोधित हुआ था परन्तु अब तेरा क्रोध शान्त हुआ और तूने मुझे शान्ति दी है +17891,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_012_002.wav,देखो परमेश्वर मेरा उद्धार है मैं भरोसा रखूँगा और न थरथराऊँगा क्योंकि प्रभु यहोवा मेरा बल और मेरे भजन का विषय है और वह मेरा उद्धारकर्ता हो गया है +17892,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_012_003.wav,तुम आनन्दपूर्वक उद्धार के सोतों से जल भरोगे +17893,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_012_004.wav,और उस दिन तुम कहोगे यहोवा की स्तुति करो उससे प्रार्थना करो सब जातियों में उसके बड़े कामों का प्रचार करो और कहो कि उसका नाम महान है +17894,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_012_005.wav,यहोवा का भजन गाओ क्योंकि उसने प्रतापमय काम किए हैं इसे सारी पृथ्वी पर प्रगट करो +17895,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_012_006.wav,हे सिय्योन में बसनेवाली तू जयजयकार कर और ऊँचे स्वर से गा क्योंकि इस्राएल का पवित्र तुझ में महान है +17896,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_001.wav,बाबेल के विषय की भारी भविष्यद्वाणी जिसको आमोस के पुत्र यशायाह ने दर्शन में पाया +17897,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_002.wav,मुंडे पहाड़ पर एक झण्डा खड़ा करो हाथ से संकेत करो और उनसे ऊँचे स्वर से पुकारो कि वे सरदारों के फाटकों में प्रवेश करें +17898,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_003.wav,मैंने स्वयं अपने पवित्र किए हुओं को आज्ञा दी है मैंने अपने क्रोध के लिये अपने वीरों को बुलाया है जो मेरे प्रताप के कारण प्रसन्न हैं +17899,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_004.wav,पहाड़ों पर एक बड़ी भीड़ का सा कोलाहल हो रहा है मानो एक बड़ी फौज की हलचल हों राज्यराज्य की इकट्ठी की हुई जातियाँ हलचल मचा रही हैं सेनाओं का यहोवा युद्ध के लिये अपनी सेना इकट्ठी कर रहा है +17900,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_005.wav,वे दूर देश से आकाश के छोर से आए हैं हाँ यहोवा अपने क्रोध के हथियारों समेत सारे देश को नाश करने के लिये आया है +17901,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_006.wav,हायहाय करो क्योंकि यहोवा का दिन समीप है वह सर्वशक्तिमान की ओर से मानो सत्यानाश करने के लिये आता है +17902,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_007.wav,इस कारण सब के हाथ ढीले पड़ेंगे और हर एक मनुष्य का हृदय पिघल जाएगा +17903,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_008.wav,और वे घबरा जाएँगे उनको पीड़ा और शोक होगा उनको जच्चा की सी प��ड़ाएँ उठेंगी वे चकित होकर एक दूसरे को ताकेंगे उनके मुँह जल जाएँगे +17904,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_009.wav,देखो यहोवा का वह दिन रोष और क्रोध और निर्दयता के साथ आता है कि वह पृथ्वी को उजाड़ डाले और पापियों को उसमें से नाश करे +17905,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_010.wav,क्योंकि आकाश के तारागण और बड़ेबड़े नक्षत्र अपना प्रकाश न देंगे और सूर्य उदय होतेहोते अंधेरा हो जाएगा और चन्द्रमा अपना प्रकाश न देगा +17906,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_011.wav,मैं जगत के लोगों को उनकी बुराई के कारण और दुष्टों को उनके अधर्म का दण्ड दूँगा मैं अभिमानियों के अभिमान को नाश करूँगा और उपद्रव करनेवालों के घमण्ड को तोड़ूँगा +17907,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_012.wav,मैं मनुष्य को कुन्दन से और आदमी को ओपीर के सोने से भी अधिक महँगा करूँगा +17908,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_013.wav,इसलिए मैं आकाश को कँपाऊँगा और पृथ्वी अपने स्थान से टल जाएगी यह सेनाओं के यहोवा के रोष के कारण और उसके भड़के हुए क्रोध के दिन होगा +17909,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_014.wav,और वे खदेड़े हुए हिरन या बिन चरवाहे की भेड़ों के समान अपनेअपने लोगों की ओर फिरेंगे और अपनेअपने देश को भाग जाएँगे +17910,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_015.wav,जो कोई मिले वह बेधा जाएगा और जो कोई पकड़ा जाए वह तलवार से मार डाला जाएगा +17911,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_016.wav,उनके बालबच्चे उनके सामने पटक दिए जाएँगे और उनके घर लूटे जाएँगे और उनकी स्त्रियाँ भ्रष्ट की जाएँगी +17912,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_017.wav,देखो मैं उनके विरुद्ध मादी लोगों को उभारूँगा जो न तो चाँदी का कुछ विचार करेंगे और न सोने का लालच करेंगे +17913,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_018.wav,वे तीरों से जवानों को मारेंगे और बच्चों पर कुछ दया न करेंगे वे लड़कों पर कुछ तरस न खाएँगे +17914,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_019.wav,बाबेल जो सब राज्यों का शिरोमणि है और जिसकी शोभा पर कसदी लोग फूलते हैं वह ऐसा हो जाएगा जैसे सदोम और गमोरा जब परमेश्वर ने उन्हें उलट दिया था +17915,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_020.wav,वह फिर कभी न बसेगा और युगयुग उसमें कोई वास न करेगा अरबी लोग भी उसमें डेरा खड़ा न करेंगे और न चरवाहे उसमें अपने पशु बैठाएँगे +17916,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_021.wav,वहाँ जंगली जन्तु बैठेंगे और उल्लू उनके घरों में भरे रहेंगे वहाँ शुतुर्मुर्ग बसेंगे और जंगली बकरे वहाँ नाचेंगे +17917,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_013_022.wav,उस नगर के राजभवनों में हुँडार और उसके सुखविलास के मन्दिरों में गीदड़ बोला करेंगे उसके नाश होने का समय निकट आ गया है और उसके दिन अब बहुत नहीं रहे +17918,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_001.wav,यहोवा याकूब पर दया करेगा और इस्राएल को फिर अपनाकर उन्हीं के देश में बसाएगा और परदेशी उनसे मिल जाएँगे और अपनेअपने को याकूब के घराने से मिला लेंगे +17919,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_002.wav,देशदेश के लोग उनको उन्हीं के स्थान में पहुँचाएँगे और इस्राएल का घराना यहोवा की भूमि पर उनका अधिकारी होकर उनको दास और दासियाँ बनाएगा क्योंकि वे अपने बँधुवाई में ले जानेवालों को बन्दी बनाएँगे और जो उन पर अत्याचार करते थे उन पर वे शासन करेंगे +17920,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_003.wav,जिस दिन यहोवा तुझे तेरे सन्ताप और घबराहट से और उस कठिन श्रम से जो तुझ से लिया गया विश्राम देगा +17921,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_004.wav,उस दिन तू बाबेल के राजा पर ताना मारकर कहेगा परिश्रम करानेवाला कैसा नाश हो गया है सुनहले मन्दिरों से भरी नगरी कैसी नाश हो गई है +17922,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_005.wav,यहोवा ने दुष्टों के सोंटे को और अन्याय से शासन करनेवालों के लठ को तोड़ दिया है +17923,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_006.wav,जिससे वे मनुष्यों को लगातार रोष से मारते रहते थे और जातिजाति पर क्रोध से प्रभुता करते और लगातार उनके पीछे पड़े रहते थे +17924,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_007.wav,अब सारी पृथ्वी को विश्राम मिला है वह चैन से है लोग ऊँचे स्वर से गा उठे हैं +17925,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_008.wav,सनोवर और लबानोन के देवदार भी तुझ पर आनन्द करके कहते हैं जब से तू गिराया गया तब से कोई हमें काटने को नहीं आया +17926,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_009.wav,पाताल के नीचे अधोलोक में तुझ से मिलने के लिये हलचल हो रही है वह तेरे लिये मुर्दों को अर्थात् पृथ्वी के सब सरदारों को जगाता है और वह जातिजाति से सब राजाओं को उनके सिंहासन पर से उठा खड़ा करता है +17927,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_010.wav,वे सब तुझ से कहेंगे क्या तू भी हमारे समान निर्बल हो गया है क्या तू हमारे समान ही बन गया +17928,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_011.wav,तेरा वैभव और तेरी सारंगियों को शब्द अधोलोक में उतारा गया है कीड़े तेरा बिछौना और केंचुए तेरा ओढ़ना हैं +17929,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_012.wav,हे भोर के चमकनेवाले तारे तू कैसे आकाश से गिर पड़ा है तू जो जातिजाति को हरा देता था तू अब कैसे काटकर भूमि पर गिराया गया है +17930,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_013.wav,तू मन में कहता तो था मैं स्वर्ग पर चढूँगा मैं अपने सिंहासन को परमेश्वर के तारागण से अधिक ऊँचा करूँगा और उत्तर दिशा की छोर पर सभा के पर्वत पर विराजूँगा +17931,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_014.wav,मैं मेघों से भी ऊँचेऊँचे स्थानों के ऊपर चढूँगा मैं परमप्रधान के तुल्य हो जाऊँगा +17932,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_015.wav,परन्तु तू अधोलोक में उस गड्ढे की तह तक उतारा जाएगा +17933,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_016.wav,जो तुझे देखेंगे तुझको ताकते हुए तेरे विषय में सोचसोचकर कहेंगे क्या यह वही पुरुष है जो पृथ्वी को चैन से रहने न देता था और राज्यराज्य में घबराहट डाल देता था +17934,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_017.wav,जो जगत को जंगल बनाता और उसके नगरों को ढा देता था और अपने बन्दियों को घर जाने नहीं देता था +17935,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_018.wav,जातिजाति के सब राजा अपनेअपने घर पर महिमा के साथ आराम से पड़े हैं +17936,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_019.wav,परन्तु तू निकम्मी शाख के समान अपनी कब्र में से फेंका गया तू उन मारे हुओं की शवों से घिरा है जो तलवार से बिधकर गड्ढे में पत्थरों के बीच में लताड़ी हुई लोथ के समान पड़े है +17937,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_020.wav,तू उनके साथ कब्र में न गाड़ा जाएगा क्योंकि तूने अपने देश को उजाड़ दिया और अपनी प्रजा का घात किया है कुकर्मियों के वंश का नाम भी कभी न लिया जाएगा +17938,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_021.wav,उनके पूर्वजों के अधर्म के कारण पुत्रों के घात की तैयारी करो ऐसा न हो कि वे फिर उठकर पृथ्वी के अधिकारी हो जाएँ और जगत में बहुत से नगर बसाएँ +17939,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_022.wav,सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है मैं उनके विरुद्ध उठूँगा और बाबेल का नाम और निशान मिटा डालूँगा और बेटोंपोतों को काट डालूँगा यहोवा की यही वाणी है +17940,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_023.wav,मैं उसको साही की माँद और जल की झीलें कर दूँगा और मैं उसे सत्यानाश के झाड़ू से झाड़ डालूँगा सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +17941,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_024.wav,सेनाओं के यहोवा ने यह शपथ खाई है निःसन्देह जैसा मैंने ठाना है वैसा ही हो जाएगा और जैसी मैंने युक्ति की है वैसी ही पूरी होगी +17942,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_025.wav,कि मैं अश्शूर को अपने ही देश में तोड़ दूँगा और अपने पहाड़ों पर उसे कुचल डालूँगा तब उसका जूआ उनकी गर्दनों पर से और उसका बोझ उनके कंधों पर से उतर जाएगा +17943,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_026.wav,यही युक्ति सारी पृथ्वी के लिये ठहराई गई है और यह वही हाथ है जो सब जातियों पर बढ़ा हुआ है +17944,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_027.wav,क्योंकि सेनाओं के यहोवा ने युक्ति की है और कौन उसको टाल सकता है उसका हाथ बढ़ाया गया है उसे कौन रोक सकता है +17945,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_028.wav,जिस वर्ष में आहाज राजा मर गया उसी वर्ष यह भारी भविष्यद्वाणी हुई +17946,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_029.wav,हे सारे पलिश्तीन तू इसलिए आनन्द न कर कि तेरे मारनेवाले की लाठी टूट गई क्योंकि सर्प की जड़ से एक काला नाग उत्पन्न होगा और उसका फल एक उड़नेवाला और तेज विषवाला अग्निसर्प होगा +17947,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_030.wav,तब कंगालों के जेठे खाएँगे और दरिद्र लोग निडर बैठने पाएँगे परन्तु मैं तेरे वंश को भूख से मार डालूँगा और तेरे बचे हुए लोग घात किए जाएँगे +17948,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_031.wav,हे फाटक तू हाय हाय कर हे नगर तू चिल्ला हे पलिश्तीन तू सब का सब पिघल जा क्योंकि उत्तर से एक धुआँ उठेगा और उसकी सेना में से कोई पीछे न रहेगा +17949,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_014_032.wav,तब जातिजाति के दूतों को क्या उत्तर दिया जाएगा यह कि यहोवा ने सिय्योन की नींव डाली है और उसकी प्रजा के दीन लोग उसमें शरण लेंगे +17950,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_015_001.wav,मोआब के विषय भारी भविष्यद्वाणी निश्चय मोआब का आर नगर एक ही रात में उजाड़ और नाश हो गया है निश्चय मोआब का कीर नगर एक ही रात में उजाड़ और नाश हो गया है +17951,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_015_002.wav,बैत और दीबोन ऊँचे स्थानों पर रोने के लिये चढ़ गए हैं नबो और मेदबा के ऊपर मोआब हाय हाय करता है उन सभी के सिर मुँण्ड़े हुए और सभी की दाढ़ियाँ मुँण्ड़ी हुई हैं +17952,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_015_003.wav,सड़कों में लोग टाट पहने हैं छतों पर और चौकों में सब कोई आँसू बहाते हुए हाय हाय करते हैं +17953,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_015_004.wav,हेशबोन और एलाले चिल्ला रहे हैं उनका शब्द यहस तक सुनाई पड़ता है इस कारण मोआब के हथियारबन्द चिल्ला रहे हैं उसका जी अति उदास है +17954,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_015_005.wav,मेरा मन मोआब के लिये दुहाई देता है उसके रईस सोअर और एग्लतशलीशिया तक भागे जाते हैं देखो लूहीत की चढ़ाई पर वे रोते हुए चढ़ रहे हैं सुनो होरोनैम के मार्ग में वे नाश होने की चिल्लाहट मचा रहे हैं +17955,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_015_006.wav,निम्रीम का जल सूख गया घास कुम्हला गई और हरियाली मुर्झा गई और नमी कुछ भी नहीं रही +17956,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_015_007.wav,इसलिए जो धन उन्होंने बचा रखा और जो कुछ उन्होंने इकट्ठा किया है उस सब को वे उस घाटी के पार लिये जा रहे हैं जिसमें मजनू वृक्ष हैं +17957,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_015_008.wav,इस कारण मोआब के चारों ओर की सीमा में चिल्लाहट हो रही है उसमें का हाहाकार एगलैम और बेरेलीम में भी सुन पड़ता है +17958,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_015_009.wav,क्योंकि दीमोन का सोता लहू से भरा हुआ है तो भी मैं दीमोन पर और दुःख डालूँगा मैं बचे हुए मोआबियों और उनके देश से भागे हुओं के विरुद्ध सिंह भेजूँगा +17959,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_001.wav,जंगल की ओर से सेला नगर से सिय्योन की बेटी के पर्वत पर देश के हाकिम के लिये भेड़ों के बच्चों को भेजो +17960,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_002.wav,मोआब की बेटियाँ अर्नोन के घाट पर उजाड़े हुए घोंसले के पक्षी और उनके भटके हुए बच्च���ं के समान हैं +17961,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_003.wav,सम्मति करो न्याय चुकाओ दोपहर ही में अपनी छाया को रात के समान करो घर से निकाले हुओं को छिपा रखो जो मारेमारे फिरते हैं उनको मत पकड़वाओ +17962,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_004.wav,मेरे लोग जो निकाले हुए हैं वे तेरे बीच में रहें नाश करनेवाले से मोआब को बचाओ पीसनेवाला नहीं रहा लूट पाट फिर न होगी क्योंकि देश में से अंधेर करनेवाले नाश हो गए हैं +17963,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_005.wav,तब दया के साथ एक सिंहासन स्थिर किया जाएगा और उस पर दाऊद के तम्बू में सच्चाई के साथ एक विराजमान होगा जो सोच विचार कर सच्चा न्याय करेगा और धार्मिकता के काम पर तत्पर रहेगा +17964,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_006.wav,हमने मोआब के गर्व के विषय सुना है कि वह अत्यन्त अभिमानी था उसके अभिमान और गर्व और रोष के सम्बंध में भी सुना हैपरन्तु उसका बड़ा बोल व्यर्थ है +17965,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_007.wav,क्योंकि मोआब हाय हाय करेगा सब के सब मोआब के लिये हाहाकार करेंगे कीरहरासत की दाख की टिकियों के लिये वे अति निराश होकर लम्बीलम्बी साँस लिया करेंगे +17966,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_008.wav,क्योंकि हेशबोन के खेत और सिबमा की दाखलताएँ मुर्झा गईं जातिजाति के अधिकारियों ने उनकी उत्तमउत्तम लताओं को काटकाटकर गिरा दिया है वे याजेर तक पहुँची और जंगल में भी फैलती गईं और बढ़तेबढ़ते ताल के पार दूर तक बढ़ गई थीं +17967,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_009.wav,मैं याजेर के साथ सिबमा की दाखलताओं के लिये भी रोऊँगा हे हेशबोन और एलाले मैं तुम्हें अपने आँसुओं से सींचूँगा क्योंकि तुम्हारे धूपकाल के फलों के और अनाज की कटनी के समय की ललकार सुनाई पड़ी है +17968,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_010.wav,फलदाई बारियों में से आनन्द और मगनता जाती रही दाख की बारियों में गीत न गाया जाएगा न हर्ष का शब्द सुनाई देगा और दाखरस के कुण्डों में कोई दाख न रौंदेगा क्योंकि मैं उनके हर्ष के शब्द को बन्द करूँगा +17969,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_011.wav,इसलिए मेरा मन मोआब के कारण और मेरा हृदय कीरहेरेस के कारण वीणा का सा क्रन्दन करता है +17970,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_012.wav,और जब मोआब ऊँचे स्थान पर मुँह दिखातेदिखाते थक जाए और प्रार्थना करने को अपने पवित्रस्थान में आए तो उसे कुछ लाभ न होगा +17971,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_013.wav,यही वह बात है जो यहोवा ने इससे पहले मोआब के विषय में कही थी +17972,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_016_014.wav,परन्तु अब यहोवा ने यह कहा है मजदूरों के वर्षों के समान तीन वर्ष के भीतर मोआब का वैभव और उसकी भीड़भाड़ सब तुच्छ ठहरेगी और थोड़े जो बचेंगे उनका को��� बल न होगा +17973,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_001.wav,दमिश्क के विषय भारी भविष्यद्वाणी देखो दमिश्क नगर न रहेगा वह खण्डहर ही खण्डहर हो जाएगा +17974,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_002.wav,अरोएर के नगर निर्जन हो जाएँगे वे पशुओं के झुण्डों की चराई बनेंगे पशु उनमें बैठेंगे और उनका कोई भगानेवाला न होगा +17975,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_003.wav,एप्रैम के गढ़वाले नगर और दमिश्क का राज्य और बचे हुए अरामी तीनों भविष्य में न रहेंगे और जो दशा इस्राएलियों के वैभव की हुई वही उनकी होगी सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +17976,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_004.wav,उस समय याकूब का वैभव घट जाएगा और उसकी मोटी देह दुबली हो जाएगी +17977,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_005.wav,और ऐसा होगा जैसा लवनेवाला अनाज काटकर बालों को अपनी अँकवार में समेटे या रपाईम नामक तराई में कोई सिला बीनता हो +17978,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_006.wav,तो भी जैसे जैतून वृक्ष के झाड़ते समय कुछ फल रह जाते हैं अर्थात् फुनगी पर दोतीन फल और फलवन्त डालियों में कहींकहीं चारपाँच फल रह जाते हैं वैसे ही उनमें सिला बिनाई होगी इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है +17979,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_007.wav,उस समय मनुष्य अपने कर्ता की ओर दृष्टि करेगा और उसकी आँखें इस्राएल के पवित्र की ओर लगी रहेंगी +17980,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_008.wav,वह अपनी बनाई हुई वेदियों की ओर दृष्टि न करेगा और न अपनी बनाई हुई अशेरा नामक मूरतों या सूर्य की प्रतिमाओं की ओर देखेगा +17981,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_009.wav,उस समय उनके गढ़वाले नगर घने वन और उनके निर्जन स्थान पहाड़ों की चोटियों के समान होंगे जो इस्राएलियों के डर के मारे छोड़ दिए गए थे और वे उजाड़ पड़े रहेंगे +17982,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_010.wav,क्योंकि तू अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर को भूल गया और अपनी दृढ़ चट्टान का स्मरण नहीं रखा इस कारण चाहे तू मनभावने पौधे लगाए और विदेशी कलम जमाये +17983,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_011.wav,चाहे रोपने के दिन तू अपने चारों और बाड़ा बाँधे और सवेरे ही को उनमें फूल खिलने लगें तो भी सन्ताप और असाध्य दुःख के दिन उसका फल नाश हो जाएगा +17984,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_012.wav,हाय हाय देशदेश के बहुत से लोगों का कैसा नाद हो रहा है वे समुद्र की लहरों के समान गरजते हैं राज्यराज्य के लोगों का कैसा गर्जन हो रहा है वे प्रचण्ड धारा के समान नाद करते हैं +17985,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_013.wav,राज्यराज्य के लोग बाढ़ के बहुत से जल के समान नाद करते हैं परन्तु वह उनको घुड़केगा और वे दूर भाग जाएँगे और ऐसे उड़ाए जाएँगे जैसे पहाड़ों पर की भूसी वायु से और धूल बवण्डर से घुमाकर उ��़ाई जाती है +17986,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_017_014.wav,साँझ को देखो घबराहट है और भोर से पहले वे लोप हो गये हैं हमारे नाश करनेवालों का भाग और हमारे लूटनेवाले की यही दशा होगी +17987,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_018_001.wav,हाय पंखों की फड़फड़ाहट से भरे हुए देश तू जो कूश की नदियों के परे है +17988,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_018_002.wav,और समुद्र पर दूतों को सरकण्डों की नावों में बैठाकर जल के मार्ग से यह कह के भेजता है हे फुर्तीले दूतों उस जाति के पास जाओ जिसके लोग बलिष्ठ और सुन्दर हैं जो आदि से अब तक डरावने हैं जो मापने और रौंदनेवाला भी हैं और जिनका देश नदियों से विभाजित किया हुआ है +17989,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_018_003.wav,हे जगत के सब रहनेवालों और पृथ्वी के सब निवासियों जब झण्डा पहाड़ों पर खड़ा किया जाए उसे देखो जब नरसिंगा फूँका जाए तब सुनो +17990,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_018_004.wav,क्योंकि यहोवा ने मुझसे यह कहा है धूप की तेज गर्मी या कटनी के समय के ओसवाले बादल के समान मैं शान्त होकर निहारूँगा +17991,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_018_005.wav,क्योंकि दाख तोड़ने के समय से पहले जब फूल फूल चुकें और दाख के गुच्छे पकने लगें तब वह टहनियों को हँसुओं से काट डालेगा और फैली हुई डालियों को तोड़तोड़कर अलग फेंक देगा +17992,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_018_006.wav,वे पहाड़ों के माँसाहारी पक्षियों और वनपशुओं के लिये इकट्ठे पड़े रहेंगे और माँसाहारी पक्षी तो उनको नोचतेनोचते धूपकाल बिताएँगे और सब भाँति के वन पशु उनको खातेखाते सर्दी काटेंगे +17993,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_018_007.wav,उस समय जिस जाति के लोग बलिष्ठ और सुन्दर हैं और जो आदि ही से डरावने होते आए हैं और जो सामर्थी और रौंदनेवाले हैं और जिनका देश नदियों से विभाजित किया हुआ है उस जाति से सेनाओं के यहोवा के नाम के स्थान सिय्योन पर्वत पर सेनाओं के यहोवा के पास भेंट पहुँचाई जाएगी +17994,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_001.wav,मिस्र के विषय में भारी भविष्यद्वाणी देखो यहोवा शीघ्र उड़नेवाले बादल पर सवार होकर मिस्र में आ रहा है और मिस्र की मूरतें उसके आने से थरथरा उठेंगी और मिस्रियों का हृदय पानीपानी हो जाएगा +17995,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_002.wav,और मैं मिस्रियों को एक दूसरे के विरुद्ध उभारूँगा और वे आपस में लड़ेंगे प्रत्येक अपने भाई से और हर एक अपने पड़ोसी से लड़ेगा नगरनगर में और राज्यराज्य में युद्ध छिड़ेंगा +17996,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_003.wav,और मिस्रियों की बुद्धि मारी जाएगी और मैं उनकी युक्तियों को व्यर्थ कर दूँगा और वे अपनी मूरतों के पास और ओझों और फुसफुसानेवाले टोन्हों के पास जा जाकर उन���े पूछेंगे +17997,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_004.wav,परन्तु मैं मिस्रियों को एक कठोर स्वामी के हाथ में कर दूँगा और एक क्रूर राजा उन पर प्रभुता करेगा प्रभु सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +17998,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_005.wav,और समुद्र का जल सूख जाएगा और महानदी सूख कर खाली हो जाएगी +17999,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_006.wav,और नाले से दुर्गन्ध आने लगेंगे और मिस्र की नहरें भी सूख जाएँगी और नरकट और हूगले कुम्हला जाएँगे +18000,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_007.wav,नील नदी का तट उजड़ जाएगा और उसके कछार की घास और जो कुछ नील नदी के पास बोया जाएगा वह सूख कर नष्ट हो जाएगा और उसका पता तक न लगेगा +18001,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_008.wav,सब मछुए जितने नील नदी में बंसी डालते हैं विलाप करेंगे और लम्बीलम्बी साँसें लेंगे और जो जल के ऊपर जाल फेंकते हैं वे निर्बल हो जाएँगे +18002,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_009.wav,फिर जो लोग धुने हुए सन से काम करते हैं और जो सूत से बुनते हैं उनकी आशा टूट जाएगी +18003,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_010.wav,मिस्र के रईस तो निराश और उसके सब मजदूर उदास हो जाएँगे +18004,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_011.wav,निश्चय सोअन के सब हाकिम मूर्ख हैं और फ़िरौन के बुद्धिमान मंत्रियों की युक्ति पशु की सी ठहरी फिर तुम फ़िरौन से कैसे कह सकते हो कि मैं बुद्धिमानों का पुत्र और प्राचीन राजाओं की सन्तान हूँ +18005,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_012.wav,अब तेरे बुद्धिमान कहाँ है सेनाओं के यहोवा ने मिस्र के विषय जो युक्ति की है उसको यदि वे जानते हों तो तुझे बताएँ +18006,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_013.wav,सोअन के हाकिम मूर्ख बन गए हैं नोप के हाकिमों ने धोखा खाया है और जिन पर मिस्र के प्रधान लोगों का भरोसा था उन्होंने मिस्र को भरमा दिया है +18007,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_014.wav,यहोवा ने उसमें भ्रमता उत्पन्न की है उन्होंने मिस्र को उसके सारे कामों में उस मतवाले के समान कर दिया है जो वमन करते हुए डगमगाता है +18008,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_015.wav,और मिस्र के लिये कोई ऐसा काम न रहेगा जो सिर या पूँछ से अथवा खजूर की डालियों या सरकण्डे से हो सके +18009,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_016.wav,उस समय मिस्री स्त्रियों के समान हो जाएँगे और सेनाओं का यहोवा जो अपना हाथ उन पर बढ़ाएगा उसके डर के मारे वे थरथराएँगे और काँप उठेंगे +18010,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_017.wav,ओर यहूदा का देश मिस्र के लिये यहाँ तक भय का कारण होगा कि जो कोई उसकी चर्चा सुनेगा वह थरथरा उठेगा सेनाओं के यहोवा की उस युक्ति का यही फल होगा जो वह मिस्र के विरुद्ध करता है +18011,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_018.wav,उस समय मिस्र देश में पाँच नगर होंगे जिनके लोग कनान की भाषा बोलेंगे और यह���वा की शपथ खाएँगे उनमें से एक का नाम नाशनगर रखा जाएगा +18012,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_019.wav,उस समय मिस्र देश के बीच में यहोवा के लिये एक वेदी होगी और उसकी सीमा के पास यहोवा के लिये एक खम्भा खड़ा होगा +18013,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_020.wav,वह मिस्र देश में सेनाओं के यहोवा के लिये चिन्ह और साक्षी ठहरेगा और जब वे अंधेर करनेवाले के कारण यहोवा की दुहाई देंगे तब वह उनके पास एक उद्धारकर्ता और रक्षक भेजेगा और उन्हें मुक्त करेगा +18014,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_021.wav,तब यहोवा अपने आपको मिस्रियों पर प्रगट करेगा और मिस्री उस समय यहोवा को पहचानेंगे और मेलबलि और अन्नबलि चढ़ाकर उसकी उपासना करेंगे और यहोवा के लिये मन्नत मानकर पूरी भी करेंगे +18015,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_022.wav,और यहोवा मिस्रियों को मारेगा वह मारेगा और चंगा भी करेगा और वे यहोवा की ओर फिरेंगे और वह उनकी विनती सुनकर उनको चंगा करेगा +18016,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_023.wav,उस समय मिस्र से अश्शूर जाने का एक राजमार्ग होगा और अश्शूरी मिस्र में आएँगे और मिस्री लोग अश्शूर को जाएँगे और मिस्री अश्शूरियों के संग मिलकर आराधना करेंगे +18017,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_024.wav,उस समय इस्राएल मिस्र और अश्शूर तीनों मिलकर पृथ्वी के लिये आशीष का कारण होंगे +18018,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_019_025.wav,क्योंकि सेनाओं का यहोवा उन तीनों को यह कहकर आशीष देगा धन्य हो मेरी प्रजा मिस्र और मेरा रचा हुआ अश्शूर और मेरा निज भाग इस्राएल +18019,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_020_001.wav,जिस वर्ष में अश्शूर के राजा सर्गोन की आज्ञा से तर्त्तान ने अश्दोद आकर उससे युद्ध किया और उसको ले भी लिया +18020,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_020_002.wav,उसी वर्ष यहोवा ने आमोस के पुत्र यशायाह से कहा जाकर अपनी कमर का टाट खोल और अपनी जूतियाँ उतार अतः उसने वैसा ही किया और वह नंगा और नंगे पाँव घूमता फिरता था +18021,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_020_003.wav,तब यहोवा ने कहा जिस प्रकार मेरा दास यशायाह तीन वर्ष से उघाड़ा और नंगे पाँव चलता आया है कि मिस्र और कूश के लिये चिन्ह और लक्षण हो +18022,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_020_004.wav,उसी प्रकार अश्शूर का राजा मिस्री और कूश के लोगों को बन्दी बनाकर देश निकाला करेगा क्या लड़के क्या बूढे़ सभी को बन्दी बनाकर उघाड़े और नंगे पाँव और नितम्ब खुले ले जाएगा जिससे मिस्र लज्जित हो +18023,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_020_005.wav,तब वे कूश के कारण जिस पर उनकी आशा थी और मिस्र के हेतु जिस पर वे फूलते थे व्याकुल और लज्जित हो जाएँगे +18024,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_020_006.wav,और समुद्र के इस पार के बसनेवाले उस समय यह कहेंगे देखो जिन पर हम आशा रखते थे ओर जिनके पास हम अश्शूर के राजा से बचने के लिये भागने को थे उनकी ऐसी दशा हो गई है तो फिर हम लोग कैसे बचेंगे +18025,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_001.wav,समुद्र के पास के जंगल के विषय भारी वचन जैसे दक्षिणी प्रचण्ड बवण्डर चला आता है वह जंगल से अर्थात् डरावने देश से निकट आ रहा है +18026,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_002.wav,कष्ट की बातों का मुझे दर्शन दिखाया गया है विश्वासघाती विश्वासघात करता है और नाशक नाश करता है हे एलाम चढ़ाई कर हे मादै घेर ले उसका सब कराहना मैं बन्द करता हूँ +18027,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_003.wav,इस कारण मेरी कमर में कठिन पीड़ा है मुझ को मानो जच्चा की सी पीड़ा हो रही है मैं ऐसे संकट में पड़ गया हूँ कि कुछ सुनाई नहीं देता मैं ऐसा घबरा गया हूँ कि कुछ दिखाई नहीं देता +18028,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_004.wav,मेरा हृदय धड़कता है मैं अत्यन्त भयभीत हूँ जिस साँझ की मैं बाट जोहता था उसे उसने मेरी थरथराहट का कारण कर दिया है +18029,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_005.wav,भोजन की तैयारी हो रही है पहरूए बैठाए जा रहे हैं खानापीना हो रहा है हे हाकिमों उठो ढाल में तेल मलो +18030,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_006.wav,क्योंकि प्रभु ने मुझसे यह कहा है जाकर एक पहरुआ खड़ा कर दे और वह जो कुछ देखे उसे बताए +18031,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_007.wav,जब वह सवार देखे जो दोदो करके आते हों और गदहों और ऊँटों के सवार तब बहुत ही ध्यान देकर सुने +18032,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_008.wav,और उसने सिंह के से शब्द से पुकारा हे प्रभु मैं दिन भर खड़ा पहरा देता रहा और मैंने पूरी रातें पहरे पर काटी +18033,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_009.wav,और क्या देखता हूँ कि मनुष्यों का दल और दोदो करके सवार चले आ रहे हैं और वह बोल उठा गिर पड़ा बाबेल गिर पड़ा और उसके देवताओं के सब खुदी हुई मूरतें भूमि पर चकनाचूर कर डाली गई हैं +18034,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_010.wav,हे मेरे दाएँ हुए और मेरे खलिहान के अन्न जो बातें मैंने इस्राएल के परमेश्वर सेनाओं के यहोवा से सुनी है उनको मैंने तुम्हें जता दिया है +18035,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_011.wav,दूमा के विषय भारी वचन सेईर में से कोई मुझे पुकार रहा है हे पहरूए रात का क्या समाचार है हे पहरूए रात की क्या खबर है +18036,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_012.wav,पहरूए ने कहा भोर होती है और रात भी यदि तुम पूछना चाहते हो तो पूछो फिर लौटकर आना +18037,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_013.wav,अरब के विरुद्ध भारी वचन हे ददानी बटोहियों तुम को अरब के जंगल में रात बितानी पड़ेगी +18038,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_014.wav,हे तेमा देश के रहनेवाले प्यासे के पास जल लाओ और रोटी लेकर भागनेवाले से मिलने के लिये जाओ +18039,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_015.wav,क्योंकि व��� तलवारों के सामने से वरन् नंगी तलवार से और ताने हुए धनुष से और घोर युद्ध से भागे हैं +18040,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_016.wav,क्योंकि प्रभु ने मुझसे यह कहा है मजदूर के वर्षों के अनुसार एक वर्ष में केदार का सारा वैभव मिटाया जाएगा +18041,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_021_017.wav,और केदार के धनुर्धारी शूरवीरों में से थोड़े ही रह जाएँगे क्योंकि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने ऐसा कहा है +18042,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_001.wav,दर्शन की तराई के विषय में भारी वचन तुम्हें क्या हुआ कि तुम सब के सब छतों पर चढ़ गए हो +18043,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_002.wav,हे कोलाहल और ऊधम से भरी प्रसन्न नगरी तुझ में जो मारे गए हैं वे न तो तलवार से और न लड़ाई में मारे गए हैं +18044,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_003.wav,तेरे सब शासक एक संग भाग गए और बिना धनुष के बन्दी बनाए गए हैं तेरे जितने शेष पाए गए वे एक संग बाँधे गए यद्यपि वे दूर भागे थे +18045,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_004.wav,इस कारण मैंने कहा मेरी ओर से मुँह फेर लो कि मैं बिलखबिलख कर रोऊँ मेरे नगर के सत्यानाश होने के शोक में मुझे शान्ति देने का यत्न मत करो +18046,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_005.wav,क्योंकि सेनाओं के प्रभु यहोवा का ठहराया हुआ दिन होगा जब दर्शन की तराई में कोलाहल और रौंदा जाना और बेचैनी होगी शहरपनाह में सुरंग लगाई जाएगी और दुहाई का शब्द पहाड़ों तक पहुँचेगा +18047,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_006.wav,एलाम पैदलों के दल और सवारों समेत तरकश बाँधे हुए है और कीर ढाल खोले हुए है +18048,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_007.wav,तेरी उत्तमउत्तम तराइयाँ रथों से भरी हुई होंगी और सवार फाटक के सामने पाँति बाँधेंगे +18049,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_008.wav,उसने यहूदा का घूँघट खोल दिया है उस दिन तूने वन नामक भवन के अस्त्रशस्त्र का स्मरण किया +18050,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_009.wav,और तूने दाऊदपुर की शहरपनाह की दरारों को देखा कि वे बहुत हैं और तूने निचले जलकुण्ड के जल को इकट्ठा किया +18051,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_010.wav,और यरूशलेम के घरों को गिनकर शहरपनाह के दृढ़ करने के लिये घरों को ढा दिया +18052,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_011.wav,तूने दोनों दीवारों के बीच पुराने जलकुण्ड के जल के लिये एक कुण्ड खोदा परन्तु तूने उसके कर्ता को स्मरण नहीं किया जिसने प्राचीनकाल से उसको ठहरा रखा था और न उसकी ओर तूने दृष्टि की +18053,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_012.wav,उस समय सेनाओं के प्रभु यहोवा ने रोनेपीटने सिर मुँण्ड़ाने और टाट पहनने के लिये कहा था +18054,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_013.wav,परन्तु क्या देखा कि हर्ष और आनन्द मनाया जा रहा है गायबैल का घात और भेड़बकरी का वध किया जा रहा है माँस खाया और दाखमधु पीया जा र���ा है और कहते हैं आओ खाएँपीएँ क्योंकि कल तो हमें मरना है +18055,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_014.wav,सेनाओं के यहोवा ने मेरे कान में कहा और अपने मन की बात प्रगट की निश्चय तुम लोगों के इस अधर्म का कुछ भी प्रायश्चित तुम्हारी मृत्यु तक न हो सकेगा सेनाओं के प्रभु यहोवा का यही कहना है +18056,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_015.wav,सेनाओं का प्रभु यहोवा यह कहता है शेबना नामक उस भण्डारी के पास जो राजघराने के काम पर नियुक्त है जाकर कह +18057,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_016.wav,यहाँ तू क्या करता है और यहाँ तेरा कौन है कि तूने अपनी कब्र यहाँ खुदवाई है तू अपनी कब्र ऊँचे स्थान में खुदवाता और अपने रहने का स्थान चट्टान में खुदवाता है +18058,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_017.wav,देख यहोवा तुझको बड़ी शक्ति से पकड़कर बहुत दूर फेंक देगा +18059,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_018.wav,वह तुझे मरोड़कर गेन्द के समान लम्बे चौड़े देश में फेंक देगा हे अपने स्वामी के घराने को लज्जित करनेवाले वहाँ तू मरेगा और तेरे वैभव के रथ वहीं रह जाएँगे +18060,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_019.wav,मैं तुझको तेरे स्थान पर से ढकेल दूँगा और तू अपने पद से उतार दिया जाएगा +18061,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_020.wav,उस समय मैं हिल्किय्याह के पुत्र अपने दास एलयाकीम को बुलाकर उसे तेरा अंगरखा पहनाऊँगा +18062,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_021.wav,और उसकी कमर में तेरी पेटी कसकर बाँधूँगा और तेरी प्रभुता उसके हाथ में दूँगा और वह यरूशलेम के रहनेवालों और यहूदा के घराने का पिता ठहरेगा +18063,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_022.wav,मैं दाऊद के घराने की कुँजी उसके कंधे पर रखूँगा और वह खोलेगा और कोई बन्द न कर सकेगा वह बन्द करेगा और कोई खोल न सकेगा +18064,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_023.wav,और मैं उसको दृढ़ स्थान में खूँटी के समान गाड़ूँगा और वह अपने पिता के घराने के लिये वैभव का कारण होगा +18065,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_024.wav,और उसके पिता से घराने का सारा वैभव वंश और सन्तान सब छोटेछोटे पात्र क्या कटोरे क्या सुराहियाँ सब उस पर टाँगी जाएँगी +18066,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_022_025.wav,सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है कि उस समय वह खूँटी जो दृढ़ स्थान में गाड़ी गई थी वह ढीली हो जाएगी और काटकर गिराई जाएगी और उस पर का बोझ गिर जाएगा क्योंकि यहोवा ने यह कहा है +18067,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_001.wav,सोर के विषय में भारी वचन हे तर्शीश के जहाजों हाय हाय करो क्योंकि वह उजड़ गया वहाँ न तो कोई घर और न कोई शरण का स्थान है यह बात उनको कित्तियों के देश में से प्रगट की गई है +18068,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_002.wav,हे समुद्र के निकट रहनेवालों जिनको समुद्र के पार जानेवाले सीदोनी व्यापारियों ���े धन से भर दिया है चुप रहो +18069,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_003.wav,शीहोर का अन्न और नील नदी के पास की उपज महासागर के मार्ग से उसको मिलती थी क्योंकि वह और जातियों के लिये व्यापार का स्थान था +18070,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_004.wav,हे सीदोन लज्जित हो क्योंकि समुद्र ने अर्थात् समुद्र के दृढ़ स्थान ने यह कहा है मैंने न तो कभी प्रसव की पीड़ा जानी और न बालक को जन्म दिया और न बेटों को पाला और न बेटियों को पोसा है +18071,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_005.wav,जब सोर का समाचार मिस्र में पहुँचे तब वे सुनकर संकट में पड़ेंगे +18072,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_006.wav,हे समुद्र के निकट रहनेवालों हाय हाय करो पार होकर तर्शीश को जाओ +18073,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_007.wav,क्या यह तुम्हारी प्रसन्नता से भरी हुई नगरी है जो प्राचीनकाल से बसी थी जिसके पाँव उसे बसने को दूर ले जाते थे +18074,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_008.wav,सोर जो राजाओं को गद्दी पर बैठाती थी जिसके व्यापारी हाकिम थे और जिसके महाजन पृथ्वी भर में प्रतिष्ठित थे उसके विरुद्ध किसने ऐसी युक्ति की है +18075,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_009.wav,सेनाओं के यहोवा ही ने ऐसी युक्ति की है कि समस्त गौरव के घमण्ड को तुच्छ कर दे और पृथ्वी के प्रतिष्ठितों का अपमान करवाए +18076,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_010.wav,हे तर्शीश के निवासियों नील नदी के समान अपने देश में फैल जाओ अब कुछ अवरोध नहीं रहा +18077,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_011.wav,उसने अपना हाथ समुद्र पर बढ़ाकर राज्यों को हिला दिया है यहोवा ने कनान के दृढ़ किलों को नाश करने की आज्ञा दी है +18078,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_012.wav,और उसने कहा है हे सीदोन हे भ्रष्ट की हुई कुमारी तू फिर प्रसन्न होने की नहीं उठ पार होकर कित्तियों के पास जा परन्तु वहाँ भी तुझे चैन न मिलेगा +18079,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_013.wav,कसदियों के देश को देखो वह जाति अब न रही अश्शूर ने उस देश को जंगली जन्तुओं का स्थान बनाया उन्होंने मोर्चे बन्दी के अपने गुम्मट बनाए और राजभवनों को ढा दिया और उसको खण्डहर कर दिया +18080,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_014.wav,हे तर्शीश के जहाजों हाय हाय करो क्योंकि तुम्हारा दृढ़ स्थान उजड़ गया है +18081,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_015.wav,उस समय एक राजा के दिनों के अनुसार सत्तर वर्ष तक सोर बिसरा हुआ रहेगा सत्तर वर्ष के बीतने पर सोर वेश्या के समान गीत गाने लगेगा +18082,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_016.wav,हे बिसरी हुई वेश्या वीणा लेकर नगर में घूम भली भाँति बजा बहुत गीत गा जिससे लोग फिर तुझे याद करें +18083,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_017.wav,सत्तर वर्ष के बीतने पर यहोवा सोर की सुधि लेगा और वह फिर छिनाले की कमाई पर मन लगाकर धरती भर के सब रा���्यों के संग छिनाला करेंगी +18084,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_023_018.wav,उसके व्यापार की प्राप्ति और उसके छिनाले की कमाई यहोवा के लिये पवित्र की जाएगी वह न भण्डार में रखी जाएगी न संचय की जाएगी क्योंकि उसके व्यापार की प्राप्ति उन्हीं के काम में आएगी जो यहोवा के सामने रहा करेंगे कि उनको भरपूर भोजन और चमकीला वस्त्र मिले +18085,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_001.wav,सुनों यहोवा पृथ्वी को निर्जन और सुनसान करने पर है वह उसको उलटकर उसके रहनेवालों को तितरबितर करेगा +18086,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_002.wav,और जैसी यजमान की वैसी याजक की जैसी दास की वैसी स्वामी की जैसी दासी की वैसी स्वामिनी की जैसी लेनेवाले की वैसी बेचनेवाले की जैसी उधार देनेवाले की वैसी उधार लेनेवाले की जैसी ब्याज लेनेवाले की वैसी ब्याज देनेवाले की सभी की एक ही दशा होगी +18087,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_003.wav,पृथ्वी शून्य और सत्यानाश हो जाएगी क्योंकि यहोवा ही ने यह कहा है +18088,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_004.wav,पृथ्वी विलाप करेगी और मुर्झाएगी जगत कुम्हलाएगा और मुर्झा जाएगा पृथ्वी के महान लोग भी कुम्हला जाएँगे +18089,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_005.wav,पृथ्वी अपने रहनेवालों के कारण अशुद्ध हो गई है क्योंकि उन्होंने व्यवस्था का उल्लंघन किया और विधि को पलट डाला और सनातन वाचा को तोड़ दिया है +18090,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_006.wav,इस कारण पृथ्वी को श्राप ग्रसेगा और उसमें रहनेवाले दोषी ठहरेंगे और इसी कारण पृथ्वी के निवासी भस्म होंगे और थोड़े ही मनुष्य रह जाएँगे +18091,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_007.wav,नया दाखमधु जाता रहेगा दाखलता मुर्झा जाएगी और जितने मन में आनन्द करते हैं सब लम्बीलम्बी साँस लेंगे +18092,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_008.wav,डफ का सुखदाई शब्द बन्द हो जाएगा प्रसन्न होनेवालों का कोलाहल जाता रहेगा वीणा का सुखदाई शब्द शान्त हो जाएगा +18093,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_009.wav,वे गाकर फिर दाखमधु न पीएँगे पीनेवाले को मदिरा कड़वी लगेगी +18094,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_010.wav,गड़बड़ी मचानेवाली नगरी नाश होगी उसका हर एक घर ऐसा बन्द किया जाएगा कि कोई घुस न सकेगा +18095,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_011.wav,सड़कों में लोग दाखमधु के लिये चिल्लाएँगे आनन्द मिट जाएगा देश का सारा हर्ष जाता रहेगा +18096,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_012.wav,नगर उजाड़ ही उजाड़ रहेगा और उसके फाटक तोड़कर नाश किए जाएँगे +18097,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_013.wav,क्योंकि पृथ्वी पर देशदेश के लोगों में ऐसा होगा जैसा कि जैतून के झाड़ने के समय या दाख तोड़ने के बाद कोईकोई फल रह जाते हैं +18098,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_014.wav,वे लोग गला खोलकर जयजयकार करेंगे और यहोवा के माहात्म्य को देखकर समुद्र से ललकारेंगे +18099,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_015.wav,इस कारण पूर्व में यहोवा की महिमा करो और समुद्र के द्वीपों में इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के नाम का गुणानुवाद करो +18100,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_016.wav,पृथ्वी की छोर से हमें ऐसे गीत की ध्वनि सुन पड़ती है कि धर्मी की महिमा और बड़ाई हो परन्तु मैंने कहा हाय हाय मैं नाश हो गया नाश क्योंकि विश्वासघाती विश्वासघात करते वे बड़ा ही विश्वासघात करते हैं +18101,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_017.wav,हे पृथ्वी के रहनेवालों तुम्हारे लिये भय और गड्ढा और फंदा है +18102,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_018.wav,जो कोई भय के शब्द से भागे वह गड्ढे में गिरेगा और जो कोई गड्ढे में से निकले वह फंदे में फँसेगा क्योंकि आकाश के झरोखे खुल जाएँगे और पृथ्वी की नींव डोल उठेगी +18103,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_019.wav,पृथ्वी फटकर टुकड़ेटुकड़े हो जाएगी पृथ्वी अत्यन्त कम्पायमान होगी +18104,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_020.wav,वह मतवाले के समान बहुत डगमगाएगी और मचान के समान डोलेगी वह अपने पाप के बोझ से दबकर गिरेगी और फिर न उठेगी +18105,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_021.wav,उस समय ऐसा होगा कि यहोवा आकाश की सेना को आकाश में और पृथ्वी के राजाओं को पृथ्वी ही पर दण्ड देगा +18106,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_022.wav,वे बन्दियों के समान गड्ढे में इकट्ठे किए जाएँगे और बन्दीगृह में बन्द किए जाएँगे और बहुत दिनों के बाद उनकी सुधि ली जाएगी +18107,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_024_023.wav,तब चन्द्रमा संकुचित हो जाएगा और सूर्य लज्जित होगा क्योंकि सेनाओं का यहोवा सिय्योन पर्वत पर और यरूशलेम में अपनी प्रजा के पुरनियों के सामने प्रताप के साथ राज्य करेगा +18108,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_001.wav,उस समय यहूदा देश में यह गीत गाया जाएगा हमारा एक दृढ़ नगर है उद्धार का काम देने के लिये वह उसकी शहरपनाह और गढ़ को नियुक्त करता है +18109,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_002.wav,फाटकों को खोलो कि सच्चाई का पालन करनेवाली एक धर्मी जाति प्रवेश करे +18110,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_003.wav,जिसका मन तुझ में धीरज धरे हुए हैं उसकी तू पूर्ण शान्ति के साथ रक्षा करता है क्योंकि वह तुझ पर भरोसा रखता है +18111,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_004.wav,यहोवा पर सदा भरोसा रख क्योंकि प्रभु यहोवा सनातन चट्टान है +18112,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_005.wav,वह ऊँचे पदवाले को झुका देता जो नगर ऊँचे पर बसा है उसको वह नीचे कर देता वह उसको भूमि पर गिराकर मिट्टी में मिला देता है +18113,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_006.wav,वह पाँवों से वरन् दरिद्रों के पैरों से रौंदा जाएगा +18114,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_007.wav,धर्मी का मार्ग सच्चाई है तू जो स्वयं सच्चाई है तू धर्म�� की अगुआई करता है +18115,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_008.wav,हे यहोवा तेरे न्याय के मार्ग में हम लोग तेरी बाट जोहते आए हैं तेरे नाम के स्मरण की हमारे प्राणों में लालसा बनी रहती है +18116,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_009.wav,रात के समय मैं जी से तेरी लालसा करता हूँ मेरा सम्पूर्ण मन यत्न के साथ तुझे ढूँढ़ता है क्योंकि जब तेरे न्याय के काम पृथ्वी पर प्रगट होते हैं तब जगत के रहनेवाले धार्मिकता को सीखते हैं +18117,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_010.wav,दुष्ट पर चाहे दया भी की जाए तो भी वह धार्मिकता को न सीखेगा धर्मराज्य में भी वह कुटिलता करेगा और यहोवा का माहात्म्य उसे सूझ न पड़ेगा +18118,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_011.wav,हे यहोवा तेरा हाथ बढ़ा हुआ है पर वे नहीं देखते परन्तु वे जानेंगे कि तुझे प्रजा के लिये कैसी जलन है और लजाएँगे +18119,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_012.wav,तेरे बैरी आग से भस्म होंगे हे यहोवा तू हमारे लिये शान्ति ठहराएगा हमने जो कुछ किया है उसे तू ही ने हमारे लिये किया है +18120,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_013.wav,हे हमारे परमेश्वर यहोवा तेरे सिवाय और स्वामी भी हम पर प्रभुता करते थे परन्तु तेरी कृपा से हम केवल तेरे ही नाम का गुणानुवाद करेंगे +18121,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_014.wav,वे मर गए हैं फिर कभी जीवित नहीं होंगे उनको मरे बहुत दिन हुए वे फिर नहीं उठने के तूने उनका विचार करके उनको ऐसा नाश किया कि वे फिर स्मरण में न आएँगे +18122,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_015.wav,परन्तु तूने जाति को बढ़ाया हे यहोवा तूने जाति को बढ़ाया है तूने अपनी महिमा दिखाई है और उस देश के सब सीमाओं को तूने बढ़ाया है +18123,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_016.wav,हे यहोवा दुःख में वे तुझे स्मरण करते थे जब तू उन्हें ताड़ना देता था तब वे दबे स्वर से अपने मन की बात तुझ पर प्रगट करते थे +18124,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_017.wav,जैसे गर्भवती स्त्री जनने के समय ऐंठती और पीड़ा के कारण चिल्ला उठती है हम लोग भी हे यहोवा तेरे सामने वैसे ही हो गए हैं +18125,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_018.wav,हम भी गर्भवती हुए हम भी ऐंठे हमने मानो वायु ही को जन्म दिया हमने देश के लिये कोई उद्धार का काम नहीं किया और न जगत के रहनेवाले उत्पन्न हुए +18126,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_019.wav,तेरे मरे हुए लोग जीवित होंगे मुर्दे उठ खड़े होंगे हे मिट्टी में बसनेवालो जागकर जयजयकार करो क्योंकि तेरी ओस ज्योति से उत्पन्न होती है और पृथ्वी मुर्दों को लौटा देगी +18127,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_020.wav,हे मेरे लोगों आओ अपनीअपनी कोठरी में प्रवेश करके किवाड़ों को बन्द करो थोड़ी देर तक जब तक क्रोध शान्त न हो तब तक अपने को छिपा रखो +18128,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_026_021.wav,क्योंकि देखो यहोवा पृथ्वी के निवासियों को अधर्म का दण्ड देने के लिये अपने स्थान से चला आता है और पृथ्वी अपना खून प्रगट करेगी और घात किए हुओं को और अधिक न छिपा रखेगी +18129,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_001.wav,उस समय यहोवा अपनी कड़ी बड़ी और दृढ़ तलवार से लिव्यातान नामक वेग और टेढ़े चलनेवाले सर्प को दण्ड देगा और जो अजगर समुद्र में रहता है उसको भी घात करेगा +18130,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_002.wav,उस समय एक सुन्दर दाख की बारी होगी तुम उसका यश गाना +18131,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_003.wav,मैं यहोवा उसकी रक्षा करता हूँ मैं क्षणक्षण उसको सींचता रहूँगा मैं रातदिन उसकी रक्षा करता रहूँगा ऐसा न हो कि कोई उसकी हानि करे +18132,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_004.wav,मेरे मन में जलजलाहट नहीं है यदि कोई भाँतिभाँति के कटीले पेड़ मुझसे लड़ने को खड़े करता तो मैं उन पर पाँव बढ़ाकर उनको पूरी रीति से भस्म कर देता +18133,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_005.wav,या मेरे साथ मेल करने को वे मेरी शरण लें वे मेरे साथ मेल कर लें +18134,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_006.wav,भविष्य में याकूब जड़ पकड़ेगा और इस्राएल फूलेफलेगा और उसके फलों से जगत भर जाएगा +18135,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_007.wav,क्या उसने उसे मारा जैसा उसने उसके मारनेवालों को मारा था क्या वह घात किया गया जैसे उसके घात किए हुए घात हुए +18136,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_008.wav,जब तूने उसे निकाला तब सोचविचार कर उसको दुःख दिया उसने पुरवाई के दिन उसको प्रचण्ड वायु से उड़ा दिया है +18137,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_009.wav,इससे याकूब के अधर्म का प्रायश्चित किया जाएगा और उसके पाप के दूर होने का प्रतिफल यह होगा कि वे वेदी के सब पत्थरों को चूना बनाने के पत्थरों के समान चकनाचूर करेंगे और अशेरा और सूर्य की प्रतिमाएँ फिर खड़ी न रहेंगी +18138,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_010.wav,क्योंकि गढ़वाला नगर निर्जन हुआ है वह छोड़ी हुई बस्ती के समान निर्जन और जंगल हो गया है वहाँ बछड़े चरेंगे और वहीं बैठेंगे और पेड़ों की डालियों की फुनगी को खा लेंगे +18139,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_011.wav,जब उसकी शाखाएँ सूख जाएँ तब तोड़ी जाएँगी और स्त्रियाँ आकर उनको तोड़कर जला देंगी क्योंकि ये लोग निर्बुद्धि हैं इसलिए उनका कर्ता उन पर दया न करेगा और उनका रचनेवाला उन पर अनुग्रह न करेगा +18140,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_012.wav,उस समय यहोवा फरात से लेकर मिस्र के नाले तक अपने अन्न को फटकेगा और हे इस्राएलियों तुम एकएक करके इकट्ठे किए जाओगे +18141,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_027_013.wav,उस समय बड़ा नरसिंगा फूँका जाएगा और जो अश्शूर देश में नाश हो रहे थे और जो मिस्र देश में बरबस बसाए हुए थे वे यरूशलेम में आकर पवित्र पर्वत पर यहोवा को दण्डवत् करेंगे +18142,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_001.wav,घमण्ड के मुकुट पर हाय जो एप्रैम के मतवालों का है और उनकी भड़कीली सुन्दरता पर जो मुर्झानेवाला फूल है जो अति उपजाऊ तराई के सिरे पर दाखमधु से मतवालों की है +18143,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_002.wav,देखो प्रभु के पास एक बलवन्त और सामर्थी है जो ओले की वर्षा या उजाड़नेवाली आँधी या बाढ़ की प्रचण्ड धार के समान है वह उसको कठोरता से भूमि पर गिरा देगा +18144,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_003.wav,एप्रैमी मतवालों के घमण्ड का मुकुट पाँव से लताड़ा जाएगा +18145,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_004.wav,और उनकी भड़कीली सुन्दरता का मुर्झानेवाला फूल जो अति उपजाऊ तराई के सिरे पर है वह ग्रीष्मकाल से पहले पके अंजीर के समान होगा जिसे देखनेवाला देखते ही हाथ में ले और निगल जाए +18146,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_005.wav,उस समय सेनाओं का यहोवा स्वयं अपनी प्रजा के बचे हुओं के लिये सुन्दर और प्रतापी मुकुट ठहरेगा +18147,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_006.wav,और जो न्याय करने को बैठते हैं उनके लिये न्याय करनेवाली आत्मा और जो चढ़ाई करते हुए शत्रुओं को नगर के फाटक से हटा देते हैं उनके लिये वह बल ठहरेगा +18148,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_007.wav,ये भी दाखमधु के कारण डगमगाते और मदिरा से लड़खड़ाते हैं याजक और नबी भी मदिरा के कारण डगमगाते हैं दाखमधु ने उनको भुला दिया है वे मदिरा के कारण लड़खड़ाते और दर्शन पाते हुए भटके जाते और न्याय में भूल करते हैं +18149,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_008.wav,क्योंकि सब भोजन आसन वमन और मल से भरे हैं कोई शुद्ध स्थान नहीं बचा +18150,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_009.wav,वह किसको ज्ञान सिखाएगा और किसको अपने समाचार का अर्थ समझाएगा क्या उनको जो दूध छुड़ाए हुए और स्तन से अलगाए हुए हैं +18151,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_010.wav,क्योंकि आज्ञा पर आज्ञा आज्ञा पर आज्ञा नियम पर नियम नियम पर नियम थोड़ा यहाँ थोड़ा वहाँ +18152,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_011.wav,वह तो इन लोगों से परदेशी होठों और विदेशी भाषावालों के द्वारा बातें करेगा +18153,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_012.wav,जिनसे उसने कहा विश्राम इसी से मिलेगा इसी के द्वारा थके हुए को विश्राम दो परन्तु उन्होंने सुनना न चाहा +18154,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_013.wav,इसलिए यहोवा का वचन उनके पास आज्ञा पर आज्ञा आज्ञा पर आज्ञा नियम पर नियम नियम पर नियम है थोड़ा यहाँ थोड़ा वहाँ जिससे वे ठोकर खाकर चित्त गिरें और घायल हो जाएँ और फंदे में फँसकर पकड़े जाएँ +18155,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_014.wav,इस कारण हे ठट्ठा करनेवालों यरूशलेमवासी प्रजा के हाकिमों यहोवा का ���चन सुनो +18156,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_015.wav,तुम ने कहा है हमने मृत्यु से वाचा बाँधी और अधोलोक से प्रतिज्ञा कराई है इस कारण विपत्ति जब बाढ़ के समान बढ़ आए तब हमारे पास न आएगी क्योंकि हमने झूठ की शरण ली और मिथ्या की आड़ में छिपे हुए हैं +18157,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_016.wav,इसलिए प्रभु यहोवा यह कहता है देखो मैंने सिय्योन में नींव का पत्थर रखा है एक परखा हुआ पत्थर कोने का अनमोल और अति दृढ़ नींव के योग्य पत्थर और जो कोई विश्वास रखे वह उतावली न करेगा +18158,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_017.wav,और मैं न्याय को डोरी और धार्मिकता को साहुल ठहराऊँगा और तुम्हारा झूठ का शरणस्थान ओलों से बह जाएगा और तुम्हारे छिपने का स्थान जल से डूब जाएगा +18159,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_018.wav,तब जो वाचा तुम ने मृत्यु से बाँधी है वह टूट जाएगी और जो प्रतिज्ञा तुम ने अधोलोक से कराई वह न ठहरेगी जब विपत्ति बाढ़ के समान बढ़ आए तब तुम उसमें डूब ही जाओगे +18160,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_019.wav,जब जब वह बढ़ आए तबतब वह तुम को ले जाएगी वह प्रतिदिन वरन् रातदिन बढ़ा करेंगी और इस समाचार का सुनना ही व्याकुल होने का कारण होगा +18161,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_020.wav,क्योंकि बिछौना टाँग फैलाने के लिये छोटा और ओढ़ना ओढ़ने के लिये संकरा है +18162,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_021.wav,क्योंकि यहोवा ऐसा उठ खड़ा होगा जैसा वह पराजीम नामक पर्वत पर खड़ा हुआ और जैसा गिबोन की तराई में उसने क्रोध दिखाया था वह अब फिर क्रोध दिखाएगा जिससे वह अपना काम करे जो अचम्भित काम है और वह कार्य करे जो अनोखा है +18163,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_022.wav,इसलिए अब तुम ठट्ठा मत करो नहीं तो तुम्हारे बन्धन कसे जाएँगे क्योंकि मैंने सेनाओं के प्रभु यहोवा से यह सुना है कि सारे देश का सत्यानाश ठाना गया है +18164,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_023.wav,कान लगाकर मेरी सुनो ध्यान धरकर मेरा वचन सुनो +18165,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_024.wav,क्या हल जोतनेवाला बीज बोने के लिये लगातार जोतता रहता है क्या वह सदा धरती को चीरता और हेंगा फेरता रहता है +18166,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_025.wav,क्या वह उसको चौरस करके सौंफ को नहीं छितराता जीरे को नहीं बखेरता और गेहूँ को पाँतिपाँति करके और जौ को उसके निज स्थान पर और कठिया गेहूँ को खेत की छोर पर नहीं बोता +18167,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_026.wav,क्योंकि उसका परमेश्वर उसको ठीकठीक काम करना सिखाता और बताता है +18168,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_027.wav,दाँवने की गाड़ी से तो सौंफ दाई नहीं जाती और गाड़ी का पहिया जीरे के ऊपर नहीं चलाया जाता परन्तु सौंफ छड़ी से और जीरा सोंटे से झाड़ा जाता है +18169,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_028.wav,रोटी के अन्न की दाँवनी की जाती है परन्तु कोई उसको सदा दाँवता नहीं रहता और न गाड़ी के पहिये न घोड़े उस पर चलाता है वह उसे चूरचूर नहीं करता +18170,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_028_029.wav,यह भी सेनाओं के यहोवा की ओर से नियुक्त हुआ है वह अद्भुत युक्तिवाला और महाबुद्धिमान है +18171,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_001.wav,हाय अरीएल अरीएल हाय उस नगर पर जिसमें दाऊद छावनी किए हुए रहा वर्ष पर वर्ष जोड़ते जाओ उत्सव के पर्व अपनेअपने समय पर मनाते जाओ +18172,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_002.wav,तो भी मैं तो अरीएल को सकेती में डालूँगा वहाँ रोना पीटना रहेगा और वह मेरी दृष्टि में सचमुच अरीएल सा ठहरेगा +18173,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_003.wav,मैं चारों ओर तेरे विरुद्ध छावनी करके तुझे कोटों से घेर लूँगा और तेरे विरुद्ध गढ़ भी बनाऊँगा +18174,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_004.wav,तब तू गिराकर भूमि में डाला जाएगा और धूल पर से बोलेगा और तेरी बात भूमि से धीमीधीमी सुनाई देगी तेरा बोल भूमि पर से प्रेत का सा होगा और तू धूल से गुनगुनाकर बोलेगा +18175,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_005.wav,तब तेरे परदेशी बैरियों की भीड़ सूक्ष्म धूल के समान और उन भयानक लोगों की भीड़ भूसे के समान उड़ाई जाएगी +18176,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_006.wav,सेनाओं का यहोवा अचानक बादल गरजाता भूमि को कँपाता और महाध्वनि करता बवण्डर और आँधी चलाता और नाश करनेवाली अग्नि भड़काता हुआ उसके पास आएगा +18177,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_007.wav,और जातियों की सारी भीड़ जो अरीएल से युद्ध करेगी और जितने लोग उसके और उसके गढ़ के विरुद्ध लड़ेंगे और उसको सकेती में डालेंगे वे सब रात के देखे हुए स्वप्न के समान ठहरेंगे +18178,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_008.wav,और जैसा कोई भूखा स्वप्न में तो देखता है कि वह खा रहा है परन्तु जागकर देखता है कि उसका पेट भूखा ही है या कोई प्यासा स्वप्न में देखें की वह पी रहा है परन्तु जागकर देखता है कि उसका गला सूखा जाता है और वह प्यासा मर रहा है वैसी ही उन सब जातियों की भीड़ की दशा होगी जो सिय्योन पर्वत से युद्ध करेंगी +18179,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_009.wav,ठहर जाओ और चकित हो भोगविलास करो और अंधे हो जाओ वे मतवाले तो हैं परन्तु दाखमधु से नहीं वे डगमगाते तो हैं परन्तु मदिरा पीने से नहीं +18180,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_010.wav,यहोवा ने तुम को भारी नींद में डाल दिया है और उसने तुम्हारी नबीरूपी आँखों को बन्द कर दिया है और तुम्हारे दर्शीरूपी सिरों पर परदा डाला है +18181,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_011.wav,इसलिए सारे दर्शन तुम्हारे लिये एक लपेटी और मुहरबन्द की हुई पुस्तक की बातों के समान हैं जिसे कोई पढ़े��िखे मनुष्य को यह कहकर दे इसे पढ़ और वह कहे मैं नहीं पढ़ सकता क्योंकि इस पर मुहरबन्द की हुई है +18182,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_012.wav,तब वही पुस्तक अनपढ़ को यह कहकर दी जाए इसे पढ़ और वह कहे मैं तो अनपढ़ हूँ +18183,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_013.wav,प्रभु ने कहा ये लोग जो मुँह से मेरा आदर करते हुए समीप आते परन्तु अपना मन मुझसे दूर रखते हैं और जो केवल मनुष्यों की आज्ञा सुन सुनकर मेरा भय मानते हैं +18184,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_014.wav,इस कारण सुन मैं इनके साथ अद्भुत काम वरन् अति अद्भुत और अचम्भे का काम करूँगा तब इनके बुद्धिमानों की बुद्धि नष्ट होगी और इनके प्रवीणों की प्रवीणता जाती रहेगी +18185,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_015.wav,हाय उन पर जो अपनी युक्ति को यहोवा से छिपाने का बड़ा यत्न करते और अपने काम अंधेरे में करके कहते हैं हमको कौन देखता है हमको कौन जानता है +18186,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_016.wav,तुम्हारी कैसी उलटी समझ है क्या कुम्हार मिट्टी के तुल्य गिना जाएगा क्या बनाई हुई वस्तु अपने कर्ता के विषय कहे उसने मुझे नहीं बनाया या रची हुई वस्तु अपने रचनेवाले के विषय कहे वह कुछ समझ नहीं रखता +18187,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_017.wav,क्या अब थोड़े ही दिनों के बीतने पर लबानोन फिर फलदाई बारी न बन जाएगा और फलदाई बारी जंगल न गिनी जाएगी +18188,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_018.wav,उस समय बहरे पुस्तक की बातें सुनने लगेंगे और अंधे जिन्हें अब कुछ नहीं सूझता वे देखने लगेंगे +18189,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_019.wav,नम्र लोग यहोवा के कारण फिर आनन्दित होंगे और दरिद्र मनुष्य इस्राएल के पवित्र के कारण मगन होंगे +18190,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_020.wav,क्योंकि उपद्रवी फिर न रहेंगे और ठट्ठा करनेवालों का अन्त होगा और जो अनर्थ करने के लिये जागते रहते हैं +18191,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_021.wav,जो मनुष्यों को बातों में फँसाते हैं और जो सभा में उलाहना देते उनके लिये फंदा लगाते और धर्म को व्यर्थ बात के द्वारा बिगाड़ देते हैं वे सब मिट जाएँगे +18192,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_022.wav,इस कारण अब्राहम का छुड़ानेवाला यहोवा याकूब के घराने के विषय यह कहता है याकूब को फिर लज्जित होना न पड़ेगा उसका मुख फिर नीचा न होगा +18193,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_023.wav,क्योंकि जब उसके सन्तान मेरा काम देखेंगे जो मैं उनके बीच में करूँगा तब वे मेरे नाम को पवित्र ठहराएँगे वे याकूब के पवित्र को पवित्र मानेंगे और इस्राएल के परमेश्वर का अति भय मानेंगे +18194,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_029_024.wav,उस समय जिनका मन भटका हो वे बुद्धि प्राप्त करेंगे और जो कुढ़कुढ़ाते हैं वह शिक्षा ग्रहण करेंगे +18195,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_001.wav,यहोवा की यह वाणी है हाय उन बलवा करनेवाले लड़कों पर जो युक्ति तो करते परन्तु मेरी ओर से नहीं वाचा तो बाँधते परन्तु मेरी आत्मा के सिखाए नहीं और इस प्रकार पाप पर पाप बढ़ाते हैं +18196,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_002.wav,वे मुझसे बिन पूछे मिस्र को जाते हैं कि फ़िरौन की रक्षा में रहे और मिस्र की छाया में शरण लें +18197,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_003.wav,इसलिए फ़िरौन का शरणस्थान तुम्हारी लज्जा का और मिस्र की छाया में शरण लेना तुम्हारी निन्दा का कारण होगा +18198,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_004.wav,उसके हाकिम सोअन में आए तो हैं और उसके दूत अब हानेस में पहुँचे हैं +18199,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_005.wav,वे सब एक ऐसी जाति के कारण लज्जित होंगे जिससे उनका कुछ लाभ न होगा जो सहायता और लाभ के बदले लज्जा और नामधराई का कारण होगी +18200,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_006.wav,दक्षिण देश के पशुओं के विषय भारी वचन वे अपनी धनसम्पत्ति को जवान गदहों की पीठ पर और अपने खजानों को ऊँटों के कूबड़ों पर लादे हुए संकट और सकेती के देश में होकर जहाँ सिंह और सिंहनी नाग और उड़नेवाले तेज विषधर सर्प रहते हैं उन लोगों के पास जा रहे हैं जिनसे उनको लाभ न होगा +18201,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_007.wav,क्योंकि मिस्र की सहायता व्यर्थ और निकम्मी है इस कारण मैंने उसको बैठी रहनेवाली रहब कहा है +18202,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_008.wav,अब जाकर इसको उनके सामने पटिया पर खोद और पुस्तक में लिख कि वह भविष्य के लिये वरन् सदा के लिये साक्षी बनी रहे +18203,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_009.wav,क्योंकि वे बलवा करनेवाले लोग और झूठ बोलनेवाले लड़के हैं जो यहोवा की शिक्षा को सुनना नहीं चाहते +18204,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_010.wav,वे दर्शियों से कहते हैं दर्शी मत बनो और नबियों से कहते हैं हमारे लिये ठीक नबूवत मत करो हम से चिकनीचुपड़ी बातें बोलो धोखा देनेवाली नबूवत करो +18205,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_011.wav,मार्ग से मुड़ो पथ से हटो और इस्राएल के पवित्र को हमारे सामने से दूर करो +18206,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_012.wav,इस कारण इस्राएल का पवित्र यह कहता है तुम लोग जो मेरे इस वचन को निकम्मा जानते और अंधेर और कुटिलता पर भरोसा करके उन्हीं पर टेक लगाते हो +18207,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_013.wav,इस कारण यह अधर्म तुम्हारे लिये ऊँची दीवार का टूटा हुआ भाग होगा जो फटकर गिरने पर हो और वह अचानक पल भर में टूटकर गिर पड़ेगा +18208,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_014.wav,और कुम्हार के बर्तन के समान फूटकर ऐसा चकनाचूर होगा कि उसके टुकड़ों का एक ठीकरा भी न मिलेगा जिससे अँगीठी में से आग ली जाए या हौद में से जल निकाला जाए +18209,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_015.wav,���्रभु यहोवा इस्राएल का पवित्र यह कहता है लौट आने और शान्त रहने में तुम्हारा उद्धार है शान्त रहते और भरोसा रखने में तुम्हारी वीरता है परन्तु तुम ने ऐसा नहीं किया +18210,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_016.wav,तुम ने कहा नहीं हम तो घोड़ों पर चढ़कर भागेंगे इसलिए तुम भागोगे और यह भी कहा हम तेज सवारी पर चलेंगे इसलिए तुम्हारा पीछा करनेवाले उससे भी तेज होंगे +18211,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_017.wav,एक ही की धमकी से एक हजार भागेंगे और पाँच की धमकी से तुम ऐसा भागोगे कि अन्त में तुम पहाड़ की चोटी के डण्डे या टीले के ऊपर की ध्वजा के समान रह जाओगे जो चिन्ह के लिये गाड़े जाते हैं +18212,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_018.wav,तो भी यहोवा इसलिए विलम्ब करता है कि तुम पर अनुग्रह करे और इसलिए ऊँचे उठेगा कि तुम पर दया करे क्योंकि यहोवा न्यायी परमेश्वर है क्या ही धन्य हैं वे जो उस पर आशा लगाए रहते हैं +18213,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_019.wav,हे सिय्योन के लोगों तुम यरूशलेम में बसे रहो तुम फिर कभी न रोओगे वह तुम्हारी दुहाई सुनते ही तुम पर निश्चय अनुग्रह करेगा वह सुनते ही तुम्हारी मानेगा +18214,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_020.wav,और चाहे प्रभु तुम्हें विपत्ति की रोटी और दुःख का जल भी दे तो भी तुम्हारे उपदेशक फिर न छिपें और तुम अपनी आँखों से अपने उपदेशकों को देखते रहोगे +18215,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_021.wav,और जब कभी तुम दाहिनी या बायीं ओर मुड़ने लगो तब तुम्हारे पीछे से यह वचन तुम्हारे कानों में पड़ेगा मार्ग यही है इसी पर चलो +18216,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_022.wav,तब तुम वह चाँदी जिससे तुम्हारी खुदी हुई मूर्तियाँ मढ़ी हैं और वह सोना जिससे तुम्हारी ढली हुई मूर्तियाँ आभूषित हैं अशुद्ध करोगे तुम उनको मैले कुचैले वस्त्र के समान फेंक दोगे और कहोगे दूर हो +18217,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_023.wav,वह तुम्हारे लिये जल बरसाएगा कि तुम खेत में बीज बो सको और भूमि की उपज भी उत्तम और बहुतायत से होगी उस समय तुम्हारे जानवरों को लम्बीचौड़ी चराई मिलेगी +18218,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_024.wav,और बैल और गदहे जो तुम्हारी खेती के काम में आएँगे वे सूफ और डलिया से फटका हुआ स्वादिष्ट चारा खाएँगे +18219,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_025.wav,उस महासंहार के समय जब गुम्मट गिर पड़ेंगे सब ऊँचेऊँचे पहाड़ों और पहाड़ियों पर नालियाँ और सोते पाए जाएँगे +18220,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_026.wav,उस समय यहोवा अपनी प्रजा के लोगों का घाव बाँधेगा और उनकी चोट चंगा करेगा तब चन्द्रमा का प्रकाश सूर्य का सा और सूर्य का प्रकाश सात गुणा होगा अर्थात् सप्ताह भर का प्रकाश एक दिन में होगा +18221,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_027.wav,देखो यहोवा दूर से चला आता है उसका प्रकोप भड़क उठा है और धुएँ का बादल उठ रहा है उसके होंठ क्रोध से भरे हुए और उसकी जीभ भस्म करनेवाली आग के समान है +18222,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_028.wav,उसकी साँस ऐसी उमड़नेवाली नदी के समान है जो गले तक पहुँचती है वह सब जातियों को नाश के सूप से फटकेगा और देशदेश के लोगों को भटकाने के लिये उनके जबड़ों में लगाम लगाएगा +18223,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_029.wav,तब तुम पवित्र पर्व की रात का सा गीत गाओगे और जैसा लोग यहोवा के पर्वत की ओर उससे मिलने को जो इस्राएल की चट्टान है बाँसुरी बजाते हुए जाते हैं वैसे ही तुम्हारे मन में भी आनन्द होगा +18224,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_030.wav,और यहोवा अपनी प्रतापीवाणी सुनाएगा और अपना क्रोध भड़काता और आग की लौ से भस्म करता हुआ और प्रचण्ड आँधी और अति वर्षा और ओलों के साथ अपना भुजबल दिखाएगा +18225,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_031.wav,अश्शूर यहोवा के शब्द की शक्ति से नाश हो जाएगा वह उसे सोंटे से मारेगा +18226,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_032.wav,जब जब यहोवा उसको दण्ड देगा तबतब साथ ही डफ और वीणा बजेंगी और वह हाथ बढ़ाकर उसको लगातार मारता रहेगा +18227,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_030_033.wav,बहुत काल से तोपेत तैयार किया गया है वह राजा ही के लिये ठहराया गया है वह लम्बाचौड़ा और गहरा भी बनाया गया है वहाँ की चिता में आग और बहुत सी लकड़ी हैं यहोवा की साँस जलती हुई गन्धक की धारा के समान उसको सुलगाएगी +18228,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_031_001.wav,हाय उन पर जो सहायता पाने के लिये मिस्र को जाते हैं और घोड़ों का आसरा करते हैं जो रथों पर भरोसा रखते क्योंकि वे बहुत हैं और सवारों पर क्योंकि वे अति बलवान हैं पर इस्राएल के पवित्र की ओर दृष्टि नहीं करते और न यहोवा की खोज करते हैं +18229,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_031_002.wav,परन्तु वह भी बुद्धिमान है और दुःख देगा वह अपने वचन न टालेगा परन्तु उठकर कुकर्मियों के घराने पर और अनर्थकारियों के सहायकों पर भी चढ़ाई करेगा +18230,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_031_003.wav,मिस्री लोग परमेश्वर नहीं मनुष्य ही हैं और उनके घोड़े आत्मा नहीं माँस ही हैं जब यहोवा हाथ बढ़ाएगा तब सहायता करनेवाले और सहायता चाहनेवाले दोनों ठोकर खाकर गिरेंगे और वे सब के सब एक संग नष्ट हो जाएँगे +18231,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_031_004.wav,फिर यहोवा ने मुझसे यह कहा जिस प्रकार सिंह या जवान सिंह जब अपने अहेर पर गुर्राता हो और चरवाहे इकट्ठे होकर उसके विरुद्ध बड़ी भीड़ लगाएँ तो भी वह उनके बोल से न घबराएगा और न उनके कोलाहल के कारण दबेगा उसी प्रकार सेनाओं का यहोवा सिय्योन पर्वत और यरूशलेम की पहाड़ी पर युद्ध करने को उतरेगा +18232,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_031_005.wav,पंख फैलाई हुई चिड़ियों के समान सेनाओं का यहोवा यरूशलेम की रक्षा करेगा वह उसकी रक्षा करके बचाएगा और उसको बिन छूए ही उद्धार करेगा +18233,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_031_006.wav,हे इस्राएलियों जिसके विरुद्ध तुम ने भारी बलवा किया है उसी की ओर फिरो +18234,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_031_007.wav,उस समय तुम लोग सोने चाँदी की अपनीअपनी मूर्तियों से जिन्हें तुम बनाकर पापी हो गए हो घृणा करोगे +18235,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_031_008.wav,तब अश्शूर उस तलवार से गिराया जाएगा जो मनुष्य की नहीं वह उस तलवार का कौर हो जाएगा जो आदमी की नहीं और वह तलवार के सामने से भागेगा और उसके जवान बेगार में पकड़े जाएँगे +18236,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_031_009.wav,वह भय के मारे अपने सुन्दर भवन से जाता रहेगा और उसके हाकिम घबराहट के कारण ध्वजा त्याग कर भाग जाएँगे यहोवा जिसकी अग्नि सिय्योन में और जिसका भट्ठा यरूशलेम में हैं उसी की यह वाणी है +18237,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_001.wav,देखो एक राजा धार्मिकता से राज्य करेगा और राजकुमार न्याय से हुकूमत करेंगे +18238,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_002.wav,हर एक मानो आँधी से छिपने का स्थान और बौछार से आड़ होगा या निर्जल देश में जल के झरने व तप्त भूमि में बड़ी चट्टान की छाया +18239,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_003.wav,उस समय देखनेवालों की आँखें धुँधली न होंगी और सुननेवालों के कान लगे रहेंगे +18240,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_004.wav,उतावलों के मन ज्ञान की बातें समझेंगे और तुतलानेवालों की जीभ फुर्ती से और साफ बोलेगी +18241,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_005.wav,मूर्ख फिर उदार न कहलाएगा और न कंजूस दानी कहा जाएगा +18242,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_006.wav,क्योंकि मूर्ख तो मूर्खता ही की बातें बोलता और मन में अनर्थ ही गढ़ता रहता है कि वह अधर्म के काम करे और यहोवा के विरुद्ध झूठ कहे भूखे को भूखा ही रहने दे और प्यासे का जल रोक रखे +18243,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_007.wav,छली की चालें बुरी होती हैं वह दुष्ट युक्तियाँ निकालता है कि दरिद्र को भी झूठी बातों में लूटे जबकि वे ठीक और नम्रता से भी बोलते हों +18244,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_008.wav,परन्तु उदार मनुष्य उदारता ही की युक्तियाँ निकालता है वह उदारता में स्थिर भी रहेगा +18245,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_009.wav,हे सुखी स्त्रियों उठकर मेरी सुनो हे निश्चिन्त पुत्रियों मेरे वचन की ओर कान लगाओ +18246,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_010.wav,हे निश्चिन्त स्त्रियों वर्ष भर से कुछ ही अधिक समय में तुम विकल हो जाओगी क्योंकि तोड़ने को दाखें न होंगी और न किसी भाँति के फल हाथ लगेंगे +18247,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_011.wav,हे सुखी स्त्रियों थरथराओ हे निश्चिन्त स्त्रियों विकल हो अपनेअपने वस्त्र उतारकर अपनीअपनी कमर में टाट कसो +18248,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_012.wav,वे मनभाऊ खेतों और फलवन्त दाखलताओं के लिये छाती पीटेंगी +18249,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_013.wav,मेरे लोगों के वरन् प्रसन्न नगर के सब हर्ष भरे घरों में भी भाँतिभाँति के कटीले पेड़ उपजेंगे +18250,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_014.wav,क्योंकि राजभवन त्यागा जाएगा कोलाहल से भरा नगर सुनसान हो जाएगा और पहाड़ी और उन पर के पहरुओं के घर सदा के लिये माँदे और जंगली गदहों का विहारस्थान और घरेलू पशुओं की चराई उस समय तक बने रहेंगे +18251,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_015.wav,जब तक आत्मा ऊपर से हम पर उण्डेला न जाए और जंगल फलदायक बारी न बने और फलदायक बारी फिर वन न गिनी जाए +18252,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_016.wav,तब उस जंगल में न्याय बसेगा और उस फलदायक बारी में धार्मिकता रहेगा +18253,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_017.wav,और धार्मिकता का फल शान्ति और उसका परिणाम सदा का चैन और निश्चिन्त रहना होगा +18254,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_018.wav,मेरे लोग शान्ति के स्थानों में निश्चिन्त रहेंगे और विश्राम के स्थानों में सुख से रहेंगे +18255,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_019.wav,वन के विनाश के समय ओले गिरेंगे और नगर पूरी रीति से चौपट हो जाएगा +18256,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_032_020.wav,क्या ही धन्य हो तुम जो सब जलाशयों के पास बीज बोते और बैलों और गदहों को स्वतंत्रता से चराते हो +18257,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_001.wav,हाय तुझ नाश करनेवाले पर जो नाश नहीं किया गया था हाय तुझ विश्वासघाती पर जिसके साथ विश्वासघात नहीं किया गया जब तू नाश कर चुके तब तू नाश किया जाएगा और जब तू विश्वासघात कर चुके तब तेरे साथ विश्वासघात किया जाएगा +18258,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_002.wav,हे यहोवा हम लोगों पर अनुग्रह कर हम तेरी ही बाट जोहते हैं भोर को तू उनका भुजबल संकट के समय हमारा उद्धारकर्ता ठहर +18259,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_003.wav,हुल्लड़ सुनते ही देशदेश के लोग भाग गए तेरे उठने पर अन्यजातियाँ तितरबितर हुई +18260,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_004.wav,जैसे टिड्डियाँ चट करती हैं वैसे ही तुम्हारी लूट चट की जाएगी और जैसे टिड्डियाँ टूट पड़ती हैं वैसे ही वे उस पर टूट पड़ेंगे +18261,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_005.wav,यहोवा महान हुआ है वह ऊँचे पर रहता है उसने सिय्योन को न्याय और धार्मिकता से परिपूर्ण किया है +18262,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_006.wav,और उद्धार बुद्धि और ज्ञान की बहुतायत तेरे दिनों का आधार होगी यहोवा का भय उसका धन होगा +18263,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_007.wav,देख उनके शूरवीर बाहर चिल्ला रहे हैं संधि के दूत बिलखबिलख ��र रो रहे हैं +18264,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_008.wav,राजमार्ग सुनसान पड़े हैं उन पर यात्री अब नहीं चलते उसने वाचा को टाल दिया नगरों को तुच्छ जाना उसने मनुष्य को कुछ न समझा +18265,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_009.wav,पृथ्वी विलाप करती और मुर्झा गई है लबानोन कुम्हला गया और वह मुर्झा गया है शारोन मरूभूमि के समान हो गया बाशान और कर्मेल में पतझड़ हो रहा है +18266,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_010.wav,यहोवा कहता है अब मैं उठूँगा मैं अपना प्रताप दिखाऊँगा अब मैं महान ठहरूँगा +18267,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_011.wav,तुम में सूखी घास का गर्भ रहेगा तुम से भूसी उत्पन्न होगी तुम्हारी साँस आग है जो तुम्हें भस्म करेगी +18268,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_012.wav,देशदेश के लोग फूँके हुए चूने के सामान हो जाएँगे और कटे हुए कँटीली झाड़ियों के समान आग में जलाए जाएँगे +18269,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_013.wav,हे दूरदूर के लोगों सुनो कि मैंने क्या किया है और तुम भी जो निकट हो मेरा पराक्रम जान लो +18270,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_014.wav,सिय्योन के पापी थरथरा गए हैं भक्तिहीनों को कँपकँपी लगी है हम में से कौन प्रचण्ड आग में रह सकता हम में से कौन उस आग में बना रह सकता है जो कभी नहीं बुझेगी +18271,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_015.wav,जो धार्मिकता से चलता और सीधी बातें बोलता जो अंधेर के लाभ से घृणा करता जो घूस नहीं लेता जो खून की बात सुनने से कान बन्द करता और बुराई देखने से आँख मूँद लेता है वही ऊँचे स्थानों में निवास करेगा +18272,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_016.wav,वह चट्टानों के गढ़ों में शरण लिए हुए रहेगा उसको रोटी मिलेगी और पानी की घटी कभी न होगी +18273,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_017.wav,तू अपनी आँखों से राजा को उसकी शोभा सहित देखेगा और लम्बेचौड़े देश पर दृष्टि करेगा +18274,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_018.wav,तू भय के दिनों को स्मरण करेगा लेखा लेनेवाला और कर तौलकर लेनेवाला कहाँ रहा गुम्मटों का गिननेवाला कहाँ रहा +18275,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_019.wav,जिनकी कठिन भाषा तू नहीं समझता और जिनकी लड़बड़ाती जीभ की बात तू नहीं बूझ सकता उन निर्दय लोगों को तू फिर न देखेगा +18276,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_020.wav,हमारे पर्व के नगर सिय्योन पर दृष्टि कर तू अपनी आँखों से यरूशलेम को देखेगा वह विश्राम का स्थान और ऐसा तम्बू है जो कभी गिराया नहीं जाएगा जिसका कोई खूँटा कभी उखाड़ा न जाएगा और न कोई रस्सी कभी टूटेगी +18277,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_021.wav,वहाँ महाप्रतापी यहोवा हमारे लिये रहेगा वह बहुत बड़ीबड़ी नदियों और नहरों का स्थान होगा जिसमें डाँडवाली नाव न चलेगी और न शोभायमान जहाज उसमें होकर जाएगा +18278,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_022.wav,क्योंकि ��होवा हमारा न्यायी यहोवा हमारा हाकिम यहोवा हमारा राजा है वही हमारा उद्धार करेगा +18279,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_023.wav,तेरी रस्सियाँ ढीली हो गईं वे मस्तूल की जड़ को दृढ़ न रख सकीं और न पाल को तान सकीं तब बड़ी लूट छीनकर बाँटी गई लँगड़े लोग भी लूट के भागी हुए +18280,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_033_024.wav,कोई निवासी न कहेगा कि मैं रोगी हूँ और जो लोग उसमें बसेंगे उनका अधर्म क्षमा किया जाएगा +18281,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_001.wav,हे जातिजाति के लोगों सुनने के लिये निकट आओ और हे राज्यराज्य के लोगों ध्यान से सुनो पृथ्वी भी और जो कुछ उसमें है जगत और जो कुछ उसमें उत्पन्न होता है सब सुनो +18282,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_002.wav,यहोवा सब जातियों पर क्रोध कर रहा है और उनकी सारी सेना पर उसकी जलजलाहट भड़की हुई है उसने उनको सत्यानाश होने और संहार होने को छोड़ दिया है +18283,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_003.wav,उनके मारे हुए फेंक दिये जाएँगे और उनके शवों की दुर्गन्ध उठेगी उनके लहू से पहाड़ गल जाएँगे +18284,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_004.wav,आकाश के सारे गण जाते रहेंगे और आकाश कागज के समान लपेटा जाएगा और जैसे दाखलता या अंजीर के वृक्ष के पत्ते मुर्झाकर गिर जाते हैं वैसे ही उसके सारे गण धुँधले होकर जाते रहेंगे +18285,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_005.wav,क्योंकि मेरी तलवार आकाश में पीकर तृप्त हुई है देखो वह न्याय करने को एदोम पर और जिन पर मेरा श्राप है उन पर पड़ेगी +18286,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_006.wav,यहोवा की तलवार लहू से भर गई है वह चर्बी से और भेड़ों के बच्चों और बकरों के लहू से और मेढ़ों के गुर्दों की चर्बी से तृप्त हुई है क्योंकि बोस्रा नगर में यहोवा का एक यज्ञ और एदोम देश में बड़ा संहार हुआ है +18287,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_007.wav,उनके संग जंगली साँड़ और बछड़े और बैल वध होंगे और उनकी भूमि लहू से भीग जाएगी और वहाँ की मिट्टी चर्बी से अघा जाएगी +18288,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_008.wav,क्योंकि बदला लेने को यहोवा का एक दिन और सिय्योन का मुकद्दमा चुकाने का एक वर्ष नियुक्त है +18289,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_009.wav,और एदोम की नदियाँ राल से और उसकी मिट्टी गन्धक से बदल जाएगी उसकी भूमि जलती हुई राल बन जाएगी +18290,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_010.wav,वह रातदिन न बुझेगी उसका धुआँ सदैव उठता रहेगा युगयुग वह उजाड़ पड़ा रहेगा कोई उसमें से होकर कभी न चलेगा +18291,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_011.wav,उसमें धनेश पक्षी और साही पाए जाएँगे और वह उल्लू और कौवे का बसेरा होगा वह उस पर गड़बड़ की डोरी और सुनसानी का साहुल तानेगा +18292,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_012.wav,वहाँ न तो रईस होंगे और न ऐसा कोई होगा जो राज्य करने को ठहराया जाए उसके सब हाकिमों का अन्त होगा +18293,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_013.wav,उसके महलों में कटीले पेड़ गढ़ों में बिच्छू पौधे और झाड़ उगेंगे वह गीदड़ों का वासस्थान और शुतुर्मुर्गों का आँगन हो जाएगा +18294,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_014.wav,वहाँ निर्जल देश के जन्तु सियारों के संग मिलकर बसेंगे और रोंआर जन्तु एक दूसरे को बुलाएँगे वहाँ लीलीत नामक जन्तु वासस्थान पाकर चैन से रहेगा +18295,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_015.wav,वहाँ मादा उल्लू घोंसला बनाएगी वे अण्डे देकर उन्हें सेएँगी और अपनी छाया में बटोर लेंगी वहाँ गिद्ध अपनी साथिन के साथ इकट्ठे रहेंगे +18296,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_016.wav,यहोवा की पुस्तक से ढूँढ़कर पढ़ो इनमें से एक भी बात बिना पूरा हुए न रहेगी कोई बिना जोड़ा न रहेगा क्योंकि मैंने अपने मुँह से यह आज्ञा दी है और उसी की आत्मा ने उन्हें इकट्ठा किया है +18297,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_034_017.wav,उसी ने उनके लिये चिट्ठी डाली उसी ने अपने हाथ से डोरी डालकर उस देश को उनके लिये बाँट दिया है वह सर्वदा उनका ही बना रहेगा और वे पीढ़ी से पीढ़ी तक उसमें बसे रहेंगे +18298,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_035_001.wav,जंगल और निर्जल देश प्रफुल्लित होंगे मरूभूमि मगन होकर केसर के समान फूलेगी +18299,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_035_002.wav,वह अत्यन्त प्रफुल्लित होगी और आनन्द के साथ जयजयकार करेगी उसकी शोभा लबानोन की सी होगी और वह कर्मेल और शारोन के तुल्य तेजोमय हो जाएगी वे यहोवा की शोभा और हमारे परमेश्वर का तेज देखेंगे +18300,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_035_003.wav,ढीले हाथों को दृढ़ करो और थरथराते हुए घुटनों को स्थिर करो +18301,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_035_004.wav,घबरानेवालों से कहो हियाव बाँधो मत डरो देखो तुम्हारा परमेश्वर बदला लेने और प्रतिफल देने को आ रहा है हाँ परमेश्वर आकर तुम्हारा उद्धार करेगा +18302,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_035_005.wav,तब अंधों की आँखें खोली जाएँगी और बहरों के कान भी खोले जाएँगे +18303,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_035_006.wav,तब लँगड़ा हिरन की सी चौकड़ियाँ भरेगा और गूँगे अपनी जीभ से जयजयकार करेंगे क्योंकि जंगल में जल के सोते फूट निकलेंगे और मरूभूमि में नदियाँ बहने लगेंगी +18304,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_035_007.wav,मृगतृष्णा ताल बन जाएगी और सूखी भूमि में सोते फूटेंगे और जिस स्थान में सियार बैठा करते हैं उसमें घास और नरकट और सरकण्डे होंगे +18305,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_035_008.wav,वहाँ एक सड़क अर्थात् राजमार्ग होगा उसका नाम पवित्र मार्ग होगा कोई अशुद्ध जन उस पर से न चलने पाएगा वह तो उन्हीं के लिये रहेगा और उस मार्ग पर जो चलेंगे वह चाहे मूर्ख भी हों तो भी कभी न भटकेंगे +18306,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_035_009.wav,वहाँ सिंह न होगा ओर न कोई हिंसक जन्तु उस पर न चढ़ेगा न वहाँ पाया जाएगा परन्तु छुड़ाए हुए उसमें नित चलेंगे +18307,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_035_010.wav,और यहोवा ने छुड़ाए हुए लोग लौटकर जयजयकार करते हुए सिय्योन में आएँगे और उनके सिर पर सदा का आनन्द होगा वे हर्ष और आनन्द पाएँगे और शोक और लम्बी साँस का लेना जाता रहेगा +18308,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_001.wav,हिजकिय्याह राजा के राज्य के चौदहवें वर्ष में अश्शूर के राजा सन्हेरीब ने यहूदा के सब गढ़वाले नगरों पर चढ़ाई करके उनको ले लिया +18309,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_002.wav,और अश्शूर के राजा ने रबशाके की बड़ी सेना देकर लाकीश से यरूशलेम के पास हिजकिय्याह राजा के विरुद्ध भेज दिया और वह उत्तरी जलकुण्ड की नाली के पास धोबियों के खेत की सड़क पर जाकर खड़ा हुआ +18310,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_003.wav,तब हिल्किय्याह का पुत्र एलयाकीम जो राजघराने के काम पर नियुक्त था और शेबना जो मंत्री था और आसाप का पुत्र योआह जो इतिहास का लेखक था ये तीनों उससे मिलने को बाहर निकल गए +18311,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_004.wav,रबशाके ने उनसे कहा हिजकिय्याह से कहो महाराजाधिराज अश्शूर का राजा यह कहता है कि तू किसका भरोसा किए बैठा है +18312,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_005.wav,मेरा कहना है कि क्या मुँह से बातें बनाना ही युद्ध के लिये पराक्रम और युक्ति है तू किस पर भरोसा रखता है कि तूने मुझसे बलवा किया है +18313,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_006.wav,सुन तू तो उस कुचले हुए नरकट अर्थात् मिस्र पर भरोसा रखता है उस पर यदि कोई टेक लगाए तो वह उसके हाथ में चुभकर छेद कर देगा मिस्र का राजा फ़िरौन उन सब के साथ ऐसा ही करता है जो उस पर भरोसा रखते हैं +18314,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_007.wav,फिर यदि तू मुझसे कहे हमारा भरोसा अपने परमेश्वर यहोवा पर है तो क्या वह वही नहीं है जिसके ऊँचे स्थानों और वेदियों को ढाकर हिजकिय्याह ने यहूदा और यरूशलेम के लोगों से कहा कि तुम इस वेदी के सामने दण्डवत् किया करो +18315,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_008.wav,इसलिए अब मेरे स्वामी अश्शूर के राजा के साथ वाचा बाँध तब मैं तुझे दो हजार घोड़े दूँगा यदि तू उन पर सवार चढ़ा सके +18316,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_009.wav,फिर तू रथों और सवारों के लिये मिस्र पर भरोसा रखकर मेरे स्वामी के छोटे से छोटे कर्मचारी को भी कैसे हटा सकेगा +18317,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_010.wav,क्या मैंने यहोवा के बिना कहे इस देश को उजाड़ने के लिये चढ़ाई की है यहोवा ने मुझसे कहा है उस देश पर चढ़ाई करके उसे उजाड़ दे +18318,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_011.wav,तब एलयाकीम शेबना और योआह न�� रबशाके से कहा अपने दासों से अरामी भाषा में बात कर क्योंकि हम उसे समझते हैं हम से यहूदी भाषा में शहरपनाह पर बैठे हुए लोगों के सुनते बातें न कर +18319,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_012.wav,रबशाके ने कहा क्या मेरे स्वामी ने मुझे तेरे स्वामी ही के या तुम्हारे ही पास ये बातें कहने को भेजा है क्या उसने मुझे उन लोगों के पास नहीं भेजा जो शहरपनाह पर बैठे हैं जिन्हें तुम्हारे संग अपनी विष्ठा खाना और अपना मूत्र पीना पड़ेगा +18320,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_013.wav,तब रबशाके ने खड़े होकर यहूदी भाषा में ऊँचे शब्द से कहा महाराजाधिराज अश्शूर के राजा की बातें सुनो +18321,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_014.wav,राजा यह कहता है हिजकिय्याह तुम को धोखा न दे क्योंकि वह तुम्हें बचा न सकेगा +18322,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_015.wav,ऐसा न हो कि हिजकिय्याह तुम से यह कहकर यहोवा का भरोसा दिलाने पाए कि यहोवा निश्चय हमको बचाएगा कि यह नगर अश्शूर के राजा के वश में न पड़ेगा +18323,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_016.wav,हिजकिय्याह की मत सुनो अश्शूर का राजा कहता है भेंट भेजकर मुझे प्रसन्न करो और मेरे पास निकल आओ तब तुम अपनीअपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष के फल खा पाओगे और अपनेअपने कुण्ड का पानी पिया करोगे +18324,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_017.wav,जब तक मैं आकर तुम को ऐसे देश में न ले जाऊँ जो तुम्हारे देश के समान अनाज और नये दाखमधु का देश और रोटी और दाख की बारियों का देश है +18325,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_018.wav,ऐसा न हो कि हिजकिय्याह यह कहकर तुम को बहकाए कि यहोवा हमको बचाएगा क्या और जातियों के देवताओं ने अपनेअपने देश को अश्शूर के राजा के हाथ से बचाया है +18326,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_019.wav,हमात और अर्पाद के देवता कहाँ रहे सपर्वैम के देवता कहाँ रहे क्या उन्होंने सामरिया को मेरे हाथ से बचाया +18327,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_020.wav,देशदेश के सब देवताओं में से ऐसा कौन है जिसने अपने देश को मेरे हाथ से बचाया हो फिर क्या यहोवा यरूशलेम को मेरे हाथ से बचाएगा +18328,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_021.wav,परन्तु वे चुप रहे और उसके उत्तर में एक बात भी न कही क्योंकि राजा की ऐसी आज्ञा थी कि उसको उत्तर न देना +18329,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_036_022.wav,तब हिल्किय्याह का पुत्र एलयाकीम जो राजघराने के काम पर नियुक्त था और शेबना जो मंत्री था और आसाप का पुत्र योआह जो इतिहास का लेखक था इन्होंने हिजकिय्याह के पास वस्त्र फाड़े हुए जाकर रबशाके की बातें कह सुनाई +18330,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_001.wav,जब हिजकिय्याह राजा ने यह सुना तब वह अपने वस्त्र फाड़ और टाट ओढ़कर यहोवा के भवन में गया +18331,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_002.wav,और उसने एलयाकीम को जो राजघराने के काम पर नियुक्त था और शेबना मंत्री को और याजकों के पुरनियों को जो सब टाट ओढ़े हुए थे आमोस के पुत्र यशायाह नबी के पास भेज दिया +18332,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_003.wav,उन्होंने उससे कहा हिजकिय्याह यह कहता है कि आज का दिन संकट और उलाहने और निन्दा का दिन है बच्चे जन्मने पर हुए पर जच्चा को जनने का बल न रहा +18333,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_004.wav,सम्भव है कि तेरे परमेश्वर यहोवा ने रबशाके की बातें सुनी जिसे उसके स्वामी अश्शूर के राजा ने जीविते परमेश्वर की निन्दा करने को भेजा है और जो बातें तेरे परमेश्वर यहोवा ने सुनी हैं उसके लिये उन्हें दपटे अतः तू इन बचे हुओं के लिये जो रह गए हैं प्रार्थना कर +18334,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_005.wav,जब हिजकिय्याह राजा के कर्मचारी यशायाह के पास आए +18335,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_006.wav,तब यशायाह ने उनसे कहा अपने स्वामी से कहो यहोवा यह कहता है कि जो वचन तूने सुने हैं जिनके द्वारा अश्शूर के राजा के जनों ने मेरी निन्दा की है उनके कारण मत डर +18336,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_007.wav,सुन मैं उसके मन में प्रेरणा उत्पन्न करूँगा जिससे वह कुछ समाचार सुनकर अपने देश को लौट जाए और मैं उसको उसी देश में तलवार से मरवा डालूँगा +18337,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_008.wav,तब रबशाके ने लौटकर अश्शूर के राजा को लिब्ना नगर से युद्ध करते पाया क्योंकि उसने सुना था कि वह लाकीश के पास से उठ गया है +18338,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_009.wav,उसने कूश के राजा तिर्हाका के विषय यह सुना कि वह उससे लड़ने को निकला है तब उसने हिजकिय्याह के पास दूतों को यह कहकर भेजा +18339,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_010.wav,तुम यहूदा के राजा हिजकिय्याह से यह कहना तेरा परमेश्वर जिस पर तू भरोसा करता है यह कहकर तुझे धोखा न देने पाए कि यरूशलेम अश्शूर के राजा के वश में न पड़ेगा +18340,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_011.wav,देख तूने सुना है कि अश्शूर के राजाओं ने सब देशों से कैसा व्यवहार किया कि उन्हें सत्यानाश ही कर दिया +18341,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_012.wav,फिर क्या तू बच जाएगा गोजान और हारान और रेसेप में रहनेवाली जिन जातियों को और तलस्सार में रहनेवाले एदेनी लोगों को मेरे पुरखाओं ने नाश किया क्या उनके देवताओं ने उन्हें बचा लिया +18342,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_013.wav,हमात का राजा अर्पाद का राजा सपर्वैम नगर का राजा और हेना और इव्वा के राजा ये सब कहाँ गए +18343,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_014.wav,इस पत्री को हिजकिय्याह ने दूतों के हाथ से लेकर पढ़ा तब उसने यहोवा के भवन में जाकर उस पत्री को यहोवा के सामने फैला दिया +18344,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_015.wav,और यहोवा से यह प्रार्थना की +18345,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_016.wav,हे सेनाओं के यहोवा हे करूबों पर विराजमान इस्राएल के परमेश्वर पृथ्वी के सब राज्यों के ऊपर केवल तू ही परमेश्वर है आकाश और पृथ्वी को तू ही ने बनाया है +18346,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_017.wav,हे यहोवा कान लगाकर सुन हे यहोवा आँख खोलकर देख और सन्हेरीब के सब वचनों को सुन ले जिसने जीविते परमेश्वर की निन्दा करने को लिख भेजा है +18347,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_018.wav,हे यहोवा सच तो है कि अश्शूर के राजाओं ने सब जातियों के देशों को उजाड़ा है +18348,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_019.wav,और उनके देवताओं को आग में झोंका है क्योंकि वे ईश्वर न थे वे केवल मनुष्यों की कारीगरी काठ और पत्थर ही थे इस कारण वे उनको नाश कर सके +18349,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_020.wav,अब हे हमारे परमेश्वर यहोवा तू हमें उसके हाथ से बचा जिससे पृथ्वी के राज्यराज्य के लोग जान लें कि केवल तू ही यहोवा है +18350,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_021.wav,तब आमोस के पुत्र यशायाह ने हिजकिय्याह के पास यह कहला भेजा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है तूने जो अश्शूर के राजा सन्हेरीब के विषय में मुझसे प्रार्थना की है +18351,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_022.wav,उसके विषय यहोवा ने यह वचन कहा है सिय्योन की कुँवारी कन्या तुझे तुच्छ जानती है और उपहास में उड़ाती है यरूशलेम की पुत्री तुझ पर सिर हिलाती है +18352,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_023.wav,तूने किसकी नामधराई और निन्दा की है और तू जो बड़ा बोल बोला और घमण्ड किया है वह किसके विरुद्ध किया है इस्राएल के पवित्र के विरुद्ध +18353,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_024.wav,अपने कर्मचारियों के द्वारा तूने प्रभु की निन्दा करके कहा है कि बहुत से रथ लेकर मैं पर्वतों की चोटियों पर वरन् लबानोन के बीच तक चढ़ आया हूँ मैं उसके ऊँचेऊँचे देवदारों और अच्छेअच्छे सनोवर वृक्षों को काट डालूँगा और उसके दूरदूर के ऊँचे स्थानों में और उसके वन की फलदाई बारियों में प्रवेश करूँगा +18354,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_025.wav,मैंने खुदवाकर पानी पिया और मिस्र की नहरों में पाँव धरते ही उन्हें सूखा दिया +18355,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_026.wav,क्या तूने नहीं सुना कि प्राचीनकाल से मैंने यही ठाना और पूर्वकाल से इसकी तैयारी की थी इसलिए अब मैंने यह पूरा भी किया है कि तू गढ़वाले नगरों को खण्डहर ही खण्डहर कर दे +18356,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_027.wav,इसी कारण उनके रहनेवालों का बल घट गया और वे विस्मित और लज्जित हुए वे मैदान के छोटेछोटे पेड़ों और हरी घास और छत पर की घास और ऐसे अनाज के समान हो गए जो बढ़ने से पहले ही सूख जाता है +18357,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_028.wav,मैं तो तेरा बैठना कूच करना और लौट आना जानता हूँ और यह भी कि तू मुझ पर अपना क्रोध भड़काता है +18358,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_029.wav,इस कारण कि तू मुझ पर अपना क्रोध भड़काता और तेरे अभिमान की बातें मेरे कानों में पड़ी हैं मैं तेरी नाक में नकेल डालकर और तेरे मुँह में अपनी लगाम लगाकर जिस मार्ग से तू आया है उसी मार्ग से तुझे लौटा दूँगा +18359,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_030.wav,और तेरे लिये यह चिन्ह होगा कि इस वर्ष तो तुम उसे खाओगे जो आप से आप उगें और दूसरे वर्ष वह जो उससे उत्पन्न हो और तीसरे वर्ष बीज बोकर उसे लवने पाओगे और दाख की बारियाँ लगाने और उनका फल खाने पाओगे +18360,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_031.wav,और यहूदा के घराने के बचे हुए लोग फिर जड़ पकड़ेंगे और फूलेंफलेंगे +18361,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_032.wav,क्योंकि यरूशलेम से बचे हुए और सिय्योन पर्वत से भागे हुए लोग निकलेंगे सेनाओं का यहोवा अपनी जलन के कारण यह काम करेगा +18362,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_033.wav,इसलिए यहोवा अश्शूर के राजा के विषय यह कहता है कि वह इस नगर में प्रवेश करने वरन् इस पर एक तीर भी मारने न पाएगा और न वह ढाल लेकर इसके सामने आने या इसके विरुद्ध दमदमा बाँधने पाएगा +18363,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_034.wav,जिस मार्ग से वह आया है उसी से वह लौट भी जाएगा और इस नगर में प्रवेश न करने पाएगा यहोवा की यही वाणी है +18364,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_035.wav,क्योंकि मैं अपने निमित्त और अपने दास दाऊद के निमित्त इस नगर की रक्षा करके उसे बचाऊँगा +18365,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_036.wav,तब यहोवा के दूत ने निकलकर अश्शूरियों की छावनी में एक लाख पचासी हजार पुरुषों को मारा और भोर को जब लोग उठे तब क्या देखा कि शव ही शव पड़े हैं +18366,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_037.wav,तब अश्शूर का राजा सन्हेरीब चल दिया और लौटकर नीनवे में रहने लगा +18367,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_037_038.wav,वहाँ वह अपने देवता निस्रोक के मन्दिर में दण्डवत् कर रहा था कि इतने में उसके पुत्र अद्रम्मेलेक और शरेसेर ने उसको तलवार से मारा और अरारात देश में भाग गए और उसका पुत्र एसर्हद्दोन उसके स्थान पर राज्य करने लगा +18368,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_001.wav,उन दिनों में हिजकिय्याह ऐसा रोगी हुआ कि वह मरने पर था और आमोस के पुत्र यशायाह नबी ने उसके पास जाकर कहा यहोवा यह कहता है अपने घराने के विषय जो आज्ञा देनी हो वह दे क्योंकि तू न बचेगा मर ही जाएगा +18369,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_002.wav,तब हिजकिय्याह ने दीवार की ओर मुँह फेरकर यहोवा से प्रार्थना करके कहा +18370,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_003.wav,हे यहोवा मैं विनती करता हूँ स्मरण कर कि मैं सच्चाई औ��� खरे मन से अपने को तेरे सम्मुख जानकर चलता आया हूँ और जो तेरी दृष्टि में उचित था वही करता आया हूँ और हिजकिय्याह बिलखबिलख कर रोने लगा +18371,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_004.wav,तब यहोवा का यह वचन यशायाह के पास पहुँचा +18372,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_005.wav,जाकर हिजकिय्याह से कह कि तेरे मूलपुरुष दाऊद का परमेश्वर यहोवा यह कहता है मैंने तेरी प्रार्थना सुनी और तेरे आँसू देखे हैं सुन मैं तेरी आयु पन्द्रह वर्ष और बढ़ा दूँगा +18373,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_006.wav,अश्शूर के राजा के हाथ से मैं तेरी और इस नगर की रक्षा करके बचाऊँगा +18374,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_007.wav,यहोवा अपने इस कहे हुए वचन को पूरा करेगा +18375,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_008.wav,और यहोवा की ओर से इस बात का तेरे लिये यह चिन्ह होगा कि धूप की छाया जो आहाज की धूपघड़ी में ढल गई है मैं दस अंश पीछे की ओर लौटा दूँगा अतः वह छाया जो दस अंश ढल चुकी थी लौट गई +18376,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_009.wav,यहूदा के राजा हिजकिय्याह का लेख जो उसने लिखा जब वह रोगी होकर चंगा हो गया था वह यह है +18377,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_010.wav,मैंने कहा अपनी आयु के बीच ही मैं अधोलोक के फाटकों में प्रवेश करूँगा क्योंकि मेरी शेष आयु हर ली गई है +18378,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_011.wav,मैंने कहा मैं यहोवा को जीवितों की भूमि में फिर न देखने पाऊँगा इस लोक के निवासियों को मैं फिर न देखूँगा +18379,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_012.wav,मेरा घर चरवाहे के तम्बू के समान उठा लिया गया है मैंने जुलाहे के समान अपने जीवन को लपेट दिया है वह मुझे ताँत से काट लेगा एक ही दिन में तू मेरा अन्त कर डालेगा +18380,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_013.wav,मैं भोर तक अपने मन को शान्त करता रहा वह सिंह के समान मेरी सब हड्डियों को तोड़ता है एक ही दिन में तू मेरा अन्त कर डालता है +18381,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_014.wav,मैं सूपाबेनी या सारस के समान च्यूंच्यूं करता मैं पिण्डुक के समान विलाप करता हूँ मेरी आँखें ऊपर देखतेदेखते पत्थरा गई हैं हे यहोवा मुझ पर अंधेर हो रहा है तू मेरा सहारा हो +18382,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_015.wav,मैं क्या कहूँ उसी ने मुझसे प्रतिज्ञा की और पूरा भी किया है मैं जीवन भर कड़वाहट के साथ धीरे धीरे चलता रहूँगा +18383,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_016.wav,हे प्रभु इन्हीं बातों से लोग जीवित हैं और इन सभी से मेरी आत्मा को जीवन मिलता है तू मुझे चंगा कर और मुझे जीवित रख +18384,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_017.wav,देख शान्ति ही के लिये मुझे बड़ी कड़वाहट मिली परन्तु तूने स्नेह करके मुझे विनाश के गड्ढे से निकाला है क्योंकि मेरे सब पापों को तूने अपनी पीठ के पीछे फेंक दिया है +18385,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_018.wav,क्योंकि अधोलोक तेरा धन्यवाद नहीं कर सकता न मृत्यु तेरी स्तुति कर सकती है जो कब्र में पड़ें वे तेरी सच्चाई की आशा नहीं रख सकते +18386,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_019.wav,जीवित हाँ जीवित ही तेरा धन्यवाद करता है जैसा मैं आज कर रहा हूँ पिता तेरी सच्चाई का समाचार पुत्रों को देता है +18387,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_020.wav,यहोवा मेरा उद्धार करेगा इसलिए हम जीवन भर यहोवा के भवन में तारवाले बाजों पर अपने रचे हुए गीत गाते रहेंगे +18388,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_021.wav,यशायाह ने कहा था अंजीरों की एक टिकिया बनाकर हिजकिय्याह के फोड़े पर बाँधी जाए तब वह बचेगा +18389,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_038_022.wav,हिजकिय्याह ने पूछा था इसका क्या चिन्ह है कि मैं यहोवा के भवन को फिर जाने पाऊँगा +18390,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_039_001.wav,उस समय बलदान का पुत्र मरोदक बलदान जो बाबेल का राजा था उसने हिजकिय्याह के रोगी होने और फिर चंगे हो जाने की चर्चा सुनकर उसके पास पत्री और भेंट भेजी +18391,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_039_002.wav,इनसे हिजकिय्याह ने प्रसन्न होकर अपने अनमोल पदार्थों का भण्डार और चाँदी सोना सुगन्धद्रव्य उत्तम तेल और अपने अनमोल पदार्थों का भण्डारों में जोजो वस्तुएँ थी वे सब उनको दिखलाई हिजकिय्याह के भवन और राज्य भर में कोई ऐसी वस्तु नहीं रह गई जो उसने उन्हें न दिखाई हो +18392,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_039_003.wav,तब यशायाह नबी ने हिजकिय्याह राजा के पास जाकर पूछा वे मनुष्य क्या कह गए और वे कहाँ से तेरे पास आए थे हिजकिय्याह ने कहा वे तो दूर देश से अर्थात् बाबेल से मेरे पास आए थे +18393,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_039_004.wav,फिर उसने पूछा तेरे भवन में उन्होंने क्याक्या देखा है हिजकिय्याह ने कहा जो कुछ मेरे भवन में है वह सब उन्होंने देखे है मेरे भण्डारों में कोई ऐसी वस्तु नहीं जो मैंने उन्हें न दिखाई हो +18394,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_039_005.wav,तब यशायाह ने हिजकिय्याह से कहा सेनाओं के यहोवा का यह वचन सुन ले +18395,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_039_006.wav,ऐसे दिन आनेवाले हैं जिनमें जो कुछ तेरे भवन में है और जो कुछ आज के दिन तक तेरे पुरखाओं का रखा हुआ तेरे भण्डारों में हैं वह सब बाबेल को उठ जाएगा यहोवा यह कहता है कि कोई वस्तु न बचेगी +18396,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_039_007.wav,जो पुत्र तेरे वंश में उत्पन्न हों उनमें से भी कई को वे बँधुवाई में ले जाएँगे और वे खोजे बनकर बाबेल के राजभवन में रहेंगे +18397,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_039_008.wav,हिजकिय्याह ने यशायाह से कहा यहोवा का वचन जो तूने कहा है वह भला ही है फिर उसने कहा मेरे दिनों में तो शान्ति और सच्चाई बनी रहेगी +18398,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_001.wav,तुम्हारा परमेश्वर यह कहता है मेरी प्रजा को शान्ति दो शान्ति दो +18399,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_002.wav,यरूशलेम से शान्ति की बातें कहो और उससे पुकारकर कहो कि तेरी कठिन सेवा पूरी हुई है तेरे अधर्म का दण्ड अंगीकार किया गया है यहोवा के हाथ से तू अपने सब पापों का दूना दण्ड पा चुका है +18400,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_003.wav,किसी की पुकार सुनाई देती है जंगल में यहोवा का मार्ग सुधारो हमारे परमेश्वर के लिये अराबा में एक राजमार्ग चौरस करो +18401,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_004.wav,हर एक तराई भर दी जाए और हर एक पहाड़ और पहाड़ी गिरा दी जाए जो टेढ़ा है वह सीधा और जो ऊँचा नीचा है वह चौरस किया जाए +18402,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_005.wav,तब यहोवा का तेज प्रगट होगा और सब प्राणी उसको एक संग देखेंगे क्योंकि यहोवा ने आप ही ऐसा कहा है +18403,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_006.wav,बोलनेवाले का वचन सुनाई दिया प्रचार कर मैंने कहा मैं क्या प्रचार करूँ सब प्राणी घास हैं उनकी शोभा मैदान के फूल के समान है +18404,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_007.wav,जब यहोवा की साँस उस पर चलती है तब घास सूख जाती है और फूल मुर्झा जाता है निःसन्देह प्रजा घास है +18405,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_008.wav,घास तो सूख जाती और फूल मुर्झा जाता है परन्तु हमारे परमेश्वर का वचन सदैव अटल रहेगा +18406,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_009.wav,हे सिय्योन को शुभ समाचार सुनानेवाली ऊँचे पहाड़ पर चढ़ जा हे यरूशलेम को शुभ समाचार सुनानेवाली बहुत ऊँचे शब्द से सुना ऊँचे शब्द से सुना मत डर यहूदा के नगरों से कह अपने परमेश्वर को देखो +18407,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_010.wav,देखो प्रभु यहोवा सामर्थ्य दिखाता हुआ आ रहा है वह अपने भुजबल से प्रभुता करेगा देखो जो मजदूरी देने की है वह उसके पास है और जो बदला देने का है वह उसके हाथ में है +18408,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_011.wav,वह चरवाहे के समान अपने झुण्ड को चराएगा वह भेड़ों के बच्चों को अँकवार में लिए रहेगा और दूध पिलानेवालियों को धीरे धीरे ले चलेगा +18409,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_012.wav,किसने महासागर को चुल्लू से मापा और किसके बित्ते से आकाश का नाप हुआ किसने पृथ्वी की मिट्टी को नपुए में भरा और पहाड़ों को तराजू में और पहाड़ियों को काँटे में तौला है +18410,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_013.wav,किसने यहोवा की आत्मा को मार्ग बताया या उसका सलाहकार होकर उसको ज्ञान सिखाया है +18411,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_014.wav,उसने किस से सम्मति ली और किसने उसे समझाकर न्याय का पथ बता दिया और ज्ञान सिखाकर बुद्धि का मार्ग जता दिया है +18412,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_015.wav,देखो जातियाँ तो डोल की एक बूँद या पलड़ों पर की धूल के तुल्��� ठहरीं देखो वह द्वीपों को धूल के किनकों सरीखे उठाता है +18413,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_016.wav,लबानोन भी ईंधन के लिये थोड़ा होगा और उसमें के जीवजन्तु होमबलि के लिये बस न होंगे +18414,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_017.wav,सारी जातियाँ उसके सामने कुछ नहीं हैं वे उसकी दृष्टि में लेश और शून्य से भी घट ठहरीं हैं +18415,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_018.wav,तुम परमेश्वर को किसके समान बताओगे और उसकी उपमा किस से दोगे +18416,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_019.wav,मूरत कारीगर ढालता है सुनार उसको सोने से मढ़ता और उसके लिये चाँदी की साँकलें ढालकर बनाता है +18417,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_020.wav,जो कंगाल इतना अर्पण नहीं कर सकता वह ऐसा वृक्ष चुन लेता है जो न घुने तब एक निपुण कारीगर ढूँढ़कर मूरत खुदवाता और उसे ऐसा स्थिर कराता है कि वह हिल न सके +18418,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_021.wav,क्या तुम नहीं जानते क्या तुम ने नहीं सुना क्या तुम को आरम्भ ही से नहीं बताया गया क्या तुम ने पृथ्वी की नींव पड़ने के समय ही से विचार नहीं किया +18419,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_022.wav,यह वह है जो पृथ्वी के घेरे के ऊपर आकाशमण्डल पर विराजमान है और पृथ्वी के रहनेवाले टिड्डी के तुल्य है जो आकाश को मलमल के समान फैलाता और ऐसा तान देता है जैसा रहने के लिये तम्बू ताना जाता है +18420,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_023.wav,जो बड़ेबड़े हाकिमों को तुच्छ कर देता है और पृथ्वी के अधिकारियों को शून्य के समान कर देता है +18421,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_024.wav,वे रोपे ही जाते वे बोए ही जाते उनके ठूँठ भूमि में जड़ ही पकड़ पाते कि वह उन पर पवन बहाता और वे सूख जाते और आँधी उन्हें भूसे के समान उड़ा ले जाती है +18422,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_025.wav,इसलिए तुम मुझे किसके समान बताओगे कि मैं उसके तुल्य ठहरूँ उस पवित्र का यही वचन है +18423,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_026.wav,अपनी आँखें ऊपर उठाकर देखो किसने इनको सिरजा वह इन गणों को गिनगिनकर निकालता उन सब को नाम ले लेकर बुलाता है वह ऐसा सामर्थी और अत्यन्त बलवन्त है कि उनमें से कोई बिना आए नहीं रहता +18424,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_027.wav,हे याकूब तू क्यों कहता है हे इस्राएल तू क्यों बोलता है मेरा मार्ग यहोवा से छिपा हुआ है मेरा परमेश्वर मेरे न्याय की कुछ चिन्ता नहीं करता +18425,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_028.wav,क्या तुम नहीं जानते क्या तुम ने नहीं सुना यहोवा जो सनातन परमेश्वर और पृथ्वी भर का सृजनहार है वह न थकता न श्रमित होता है उसकी बुद्धि अगम है +18426,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_029.wav,वह थके हुए को बल देता है और शक्तिहीन को बहुत सामर्थ्य देता है +18427,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_030.wav,तरूण तो थकते और श्रमित हो जाते हैं और ��वान ठोकर खाकर गिरते हैं +18428,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_040_031.wav,परन्तु जो यहोवा की बाट जोहते हैं वे नया बल प्राप्त करते जाएँगे वे उकाबों के समान उड़ेंगे वे दौड़ेंगे और श्रमित न होंगे चलेंगे और थकित न होंगे +18429,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_001.wav,हे द्वीपों मेरे सामने चुप रहो देशदेश के लोग नया बल प्राप्त करें वे समीप आकर बोलें हम आपस में न्याय के लिये एक दूसरे के समीप आएँ +18430,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_002.wav,किसने पूर्व दिशा से एक को उभारा है जिसे वह धार्मिकता के साथ अपने पाँव के पास बुलाता है वह जातियों को उसके वश में कर देता और उसको राजाओं पर अधिकारी ठहराता है वह अपनी तलवार से उन्हें धूल के समान और अपने धनुष से उड़ाए हुए भूसे के समान कर देता है +18431,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_003.wav,वह उन्हें खदेड़ता और ऐसे मार्ग से जिस पर वह कभी न चला था बिना रोकटोक आगे बढ़ता है +18432,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_004.wav,किसने यह काम किया है और आदि से पीढ़ियों को बुलाता आया है मैं यहोवा जो सबसे पहला और अन्त के समय रहूँगा मैं वहीं हूँ +18433,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_005.wav,द्वीप देखकर डरते हैं पृथ्वी के दूर देश काँप उठे और निकट आ गए हैं +18434,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_006.wav,वे एक दूसरे की सहायता करते हैं और उनमें से एक अपने भाई से कहता है हियाव बाँध +18435,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_007.wav,बढ़ई सुनार को और हथौड़े से बराबर करनेवाला निहाई पर मारनेवाले को यह कहकर हियाव बन्धा रहा है जोड़ तो अच्छी है अतः वह कील ठोंकठोंककर उसको ऐसा दृढ़ करता है कि वह स्थिर रहे +18436,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_008.wav,हे मेरे दास इस्राएल हे मेरे चुने हुए याकूब हे मेरे मित्र अब्राहम के वंश +18437,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_009.wav,तू जिसे मैंने पृथ्वी के दूरदूर देशों से लिया और पृथ्वी की छोर से बुलाकर यह कहा तू मेरा दास है मैंने तुझे चुना है और त्यागा नहीं +18438,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_010.wav,मत डर क्योंकि मैं तेरे संग हूँ इधरउधर मत ताक क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूँ मैं तुझे दृढ़ करूँगा और तेरी सहायता करूँगा अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुझे सम्भाले रहूँगा +18439,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_011.wav,देख जो तुझ से क्रोधित हैं वे सब लज्जित होंगे जो तुझ से झगड़ते हैं उनके मुँह काले होंगे और वे नाश होकर मिट जाएँगे +18440,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_012.wav,जो तुझ से लड़ते हैं उन्हें ढूँढ़ने पर भी तू न पाएगा जो तुझ से युद्ध करते हैं वे नाश होकर मिट जाएँगे +18441,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_013.wav,क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा तेरा दाहिना हाथ पकड़कर कहूँगा मत डर मैं तेरी सहायता करूँगा +18442,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_014.wav,हे कीड़े सरीखे याकूब हे इस्राएल के मनुष्यों मत डरो यहोवा की यह वाणी है मैं तेरी सहायता करूँगा इस्राएल का पवित्र तेरा छुड़ानेवाला है +18443,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_015.wav,देख मैंने तुझे छुरीवाले दाँवने का एक नया और उत्तम यन्त्र ठहराया है तू पहाड़ों को दाँवदाँवकर सूक्ष्म धूल कर देगा और पहाड़ियों को तू भूसे के समान कर देगा +18444,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_016.wav,तू उनको फटकेगा और पवन उन्हें उड़ा ले जाएगी और आँधी उन्हें तितरबितर कर देगी परन्तु तू यहोवा के कारण मगन होगा और इस्राएल के पवित्र के कारण बड़ाई मारेगा +18445,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_017.wav,जब दीन और दरिद्र लोग जल ढूँढ़ने पर भी न पाएँ और उनका तालू प्यास के मारे सूख जाये मैं यहोवा उनकी विनती सुनूँगा मैं इस्राएल का परमेश्वर उनको त्याग न दूँगा +18446,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_018.wav,मैं मुँण्ड़े टीलों से भी नदियाँ और मैदानों के बीच में सोते बहाऊँगा मैं जंगल को ताल और निर्जल देश को सोते ही सोते कर दूँगा +18447,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_019.wav,मैं जंगल में देवदार बबूल मेंहदी और जैतून उगाऊँगा मैं अराबा में सनोवर चिनार वृक्ष और चीड़ इकट्ठे लगाऊँगा +18448,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_020.wav,जिससे लोग देखकर जान लें और सोचकर पूरी रीति से समझ लें कि यह यहोवा के हाथ का किया हुआ और इस्राएल के पवित्र का सृजा हुआ है +18449,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_021.wav,यहोवा कहता है अपना मुकद्दमा लड़ो याकूब का राजा कहता है अपने प्रमाण दो +18450,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_022.wav,वे उन्हें देकर हमको बताएँ कि भविष्य में क्या होगा पूर्वकाल की घटनाएँ बताओ कि आदि में क्याक्या हुआ जिससे हम उन्हें सोचकर जान सके कि भविष्य में उनका क्या फल होगा या होनेवाली घटनाएँ हमको सुना दो +18451,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_023.wav,भविष्य में जो कुछ घटेगा वह बताओ तब हम मानेंगे कि तुम ईश्वर हो भला या बुरा कुछ तो करो कि हम देखकर चकित को जाएँ +18452,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_024.wav,देखो तुम कुछ नहीं हो तुम से कुछ नहीं बनता जो कोई तुम्हें चाहता है वह घृणित है +18453,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_025.wav,मैंने एक को उत्तर दिशा से उभारा वह आ भी गया है वह पूर्व दिशा से है और मेरा नाम लेता है जैसा कुम्हार गीली मिट्टी को लताड़ता है वैसा ही वह हाकिमों को कीच के समान लताड़ देगा +18454,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_026.wav,किसने इस बात को पहले से बताया था जिससे हम यह जानते किसने पूर्वकाल से यह प्रगट किया जिससे हम कहें कि वह सच्चा है कोई भी बतानेवाला नहीं कोई भी सुनानेवाला नहीं तुम्हारी बातों का कोई भी सुनानेवाला नहीं है +18455,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_027.wav,मैं ही ने पहले सिय्योन से कहा देख उन्हें देख और मैंने यरूशलेम को एक शुभ समाचार देनेवाला भेजा +18456,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_028.wav,मैंने देखने पर भी किसी को न पाया उनमें कोई मंत्री नहीं जो मेरे पूछने पर कुछ उत्तर दे सके +18457,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_041_029.wav,सुनो उन सभी के काम अनर्थ हैं उनके काम तुच्छ हैं और उनकी ढली हुई मूर्तियाँ वायु और मिथ्या हैं +18458,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_001.wav,मेरे दास को देखो जिसे मैं सम्भाले हूँ मेरे चुने हुए को जिससे मेरा जी प्रसन्न है मैंने उस पर अपना आत्मा रखा है वह जातिजाति के लिये न्याय प्रगट करेगा +18459,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_002.wav,न वह चिल्लाएगा और न ऊँचे शब्द से बोलेगा न सड़क में अपनी वाणी सुनाएगा +18460,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_003.wav,कुचले हुए नरकट को वह न तोड़ेगा और न टिमटिमाती बत्ती को बुझाएगा वह सच्चाई से न्याय चुकाएगा +18461,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_004.wav,वह न थकेगा और न हियाव छोड़ेगा जब तक वह न्याय को पृथ्वी पर स्थिर न करे और द्वीपों के लोग उसकी व्यवस्था की बाट जोहेंगे +18462,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_005.wav,परमेश्वर जो आकाश का सृजने और ताननेवाला है जो उपज सहित पृथ्वी का फैलानेवाला और उस पर के लोगों को साँस और उस पर के चलनेवालों को आत्मा देनेवाला यहोवा है वह यह कहता है +18463,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_006.wav,मुझ यहोवा ने तुझको धार्मिकता से बुला लिया है मैं तेरा हाथ थाम कर तेरी रक्षा करूँगा मैं तुझे प्रजा के लिये वाचा और जातियों के लिये प्रकाश ठहराऊँगा +18464,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_007.wav,कि तू अंधों की आँखें खोले बन्दियों को बन्दीगृह से निकाले और जो अंधियारे में बैठे हैं उनको कालकोठरी से निकाले +18465,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_008.wav,मैं यहोवा हूँ मेरा नाम यही है अपनी महिमा मैं दूसरे को न दूँगा और जो स्तुति मेरे योग्य है वह खुदी हुई मूरतों को न दूँगा +18466,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_009.wav,देखो पहली बातें तो हो चुकी है अब मैं नई बातें बताता हूँ उनके होने से पहले मैं तुम को सुनाता हूँ +18467,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_010.wav,हे समुद्र पर चलनेवालों हे समुद्र के सब रहनेवालों हे द्वीपों तुम सब अपने रहनेवालों समेत यहोवा के लिये नया गीत गाओ और पृथ्वी की छोर से उसकी स्तुति करो +18468,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_011.wav,जंगल और उसमें की बस्तियाँ और केदार के बसे हुए गाँव जयजयकार करें सेला के रहनेवाले जयजयकार करें वे पहाड़ों की चोटियों पर से ऊँचे शब्द से ललकारें +18469,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_012.wav,वे यहोवा की महिमा प्रगट करें और द्वीपों में उसका गुणानुवाद करें +18470,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_013.wav,यहोवा वीर के समान निकले���ा और योद्धा के समान अपनी जलन भड़काएगा वह ऊँचे शब्द से ललकारेगा और अपने शत्रुओं पर जयवन्त होगा +18471,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_014.wav,बहुत काल से तो मैं चुप रहा और मौन साधे अपने को रोकता रहा परन्तु अब जच्चा के समान चिल्लाऊँगा मैं हाँफहाँफकर साँस भरूँगा +18472,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_015.wav,पहाड़ों और पहाड़ियों को मैं सूखा डालूँगा और उनकी सब हरियाली झुलसा दूँगा मैं नदियों को द्वीप कर दूँगा और तालों को सूखा डालूँगा +18473,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_016.wav,मैं अंधों को एक मार्ग से ले चलूँगा जिसे वे नहीं जानते और उनको ऐसे पथों से चलाऊँगा जिन्हें वे नहीं जानते उनके आगे मैं अंधियारे को उजियाला करूँगा और टेढ़े मार्गों को सीधा करूँगा मैं ऐसेऐसे काम करूँगा और उनको न त्यागूँगा +18474,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_017.wav,जो लोग खुदी हुई मूरतों पर भरोसा रखते और ढली हुई मूरतों से कहते हैं तुम हमारे ईश्वर हो उनको पीछे हटना और अत्यन्त लज्जित होना पड़ेगा +18475,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_018.wav,हे बहरों सुनो हे अंधों आँख खोलो कि तुम देख सको +18476,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_019.wav,मेरे दास के सिवाय कौन अंधा है मेरे भेजे हुए दूत के तुल्य कौन बहरा है मेरे मित्र के समान कौन अंधा या यहोवा के दास के तुल्य अंधा कौन है +18477,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_020.wav,तू बहुत सी बातों पर दृष्टि करता है परन्तु उन्हें देखता नहीं है कान तो खुले हैं परन्तु सुनता नहीं है +18478,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_021.wav,यहोवा को अपनी धार्मिकता के निमित्त ही यह भाया है कि व्यवस्था की बड़ाई अधिक करे +18479,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_022.wav,परन्तु ये लोग लुट गए हैं ये सब के सब गड्ढों में फँसे हुए और कालकोठरियों में बन्द किए हुए हैं ये पकड़े गए और कोई इन्हें नहीं छुड़ाता ये लुट गए और कोई आज्ञा नहीं देता कि उन्हें लौटा ले आओ +18480,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_023.wav,तुम में से कौन इस पर कान लगाएगा कौन ध्यान करके होनहार के लिये सुनेगा +18481,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_024.wav,किसने याकूब को लुटवाया और इस्राएल को लुटेरों के वश में कर दिया क्या यहोवा ने यह नहीं किया जिसके विरुद्ध हमने पाप किया जिसके मार्गों पर उन्होंने चलना न चाहा और न उसकी व्यवस्था को माना +18482,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_042_025.wav,इस कारण उस पर उसने अपने क्रोध की आग भड़काई और युद्ध का बल चलाया और यद्यपि आग उसके चारों ओर लग गई तो भी वह न समझा वह जल भी गया तो भी न चेता +18483,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_001.wav,हे याकूब तेरा सृजनहार यहोवा और हे इस्राएल तेरा रचनेवाला अब यह कहता है मत डर क्योंकि मैंने तुझे छुड़ा लिया है मैंने तुझे नाम लेक�� बुलाया है तू मेरा ही है +18484,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_002.wav,जब तू जल में होकर जाए मैं तेरे संगसंग रहूँगा और जब तू नदियों में होकर चले तब वे तुझे न डुबा सकेगी जब तू आग में चले तब तुझे आँच न लगेगी और उसकी लौ तुझे न जला सकेगी +18485,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_003.wav,क्योंकि मैं यहोवा तेरा परमेश्वर हूँ इस्राएल का पवित्र मैं तेरा उद्धारकर्ता हूँ तेरी छुड़ौती में मैं मिस्र को और तेरे बदले कूश और सबा को देता हूँ +18486,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_004.wav,मेरी दृष्टि में तू अनमोल और प्रतिष्ठित ठहरा है और मैं तुझ से प्रेम रखता हूँ इस कारण मैं तेरे बदले मनुष्यों को और तेरे प्राण के बदले में राज्यराज्य के लोगों को दे दूँगा +18487,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_005.wav,मत डर क्योंकि मैं तेरे साथ हूँ मैं तेरे वंश को पूर्व से ले आऊँगा और पश्चिम से भी इकट्ठा करूँगा +18488,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_006.wav,मैं उत्तर से कहूँगा दे दे और दक्षिण से कि रोक मत रख मेरे पुत्रों को दूर से और मेरी पुत्रियों को पृथ्वी की छोर से ले आओ +18489,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_007.wav,हर एक को जो मेरा कहलाता है जिसको मैंने अपनी महिमा के लिये सृजा जिसको मैंने रचा और बनाया है +18490,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_008.wav,आँख रहते हुए अंधे को और कान रखते हुए बहरों को निकाल ले आओ +18491,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_009.wav,जातिजाति के लोग इकट्ठे किए जाएँ और राज्यराज्य के लोग एकत्रित हों उनमें से कौन यह बात बता सकता या बीती हुई बातें हमें सुना सकता है वे अपने साक्षी ले आएँ जिससे वे सच्चे ठहरें वे सुन लें और कहें यह सत्य है +18492,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_010.wav,यहोवा की वाणी है तुम मेरे साक्षी हो और मेरे दास हो जिन्हें मैंने इसलिए चुना है कि समझकर मेरा विश्वास करो और यह जान लो कि मैं वही हूँ मुझसे पहले कोई परमेश्वर न हुआ और न मेरे बाद कोई होगा +18493,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_011.wav,मैं ही यहोवा हूँ और मुझे छोड़ कोई उद्धारकर्ता नहीं +18494,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_012.wav,मैं ही ने समाचार दिया और उद्धार किया और वर्णन भी किया जब तुम्हारे बीच में कोई पराया देवता न था इसलिए तुम ही मेरे साक्षी हो यहोवा की यह वाणी है +18495,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_013.wav,मैं ही परमेश्वर हूँ और भविष्य में भी मैं ही हूँ मेरे हाथ से कोई छुड़ा न सकेगा जब मैं काम करना चाहूँ तब कौन मुझे रोक सकेगा +18496,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_014.wav,तुम्हारा छुड़ानेवाला और इस्राएल का पवित्र यहोवा यह कहता है तुम्हारे निमित्त मैंने बाबेल को भेजा है और उसके सब रहनेवालों को भगोड़ों की दशा में और कसदियों को भी उन्हीं के जहाजों पर चढ़ाकर ले आऊँग��� जिनके विषय वे बड़ा बोल बोलते हैं +18497,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_015.wav,मैं यहोवा तुम्हारा पवित्र इस्राएल का सृजनहार तुम्हारा राजा हूँ +18498,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_016.wav,यहोवा जो समुद्र में मार्ग और प्रचण्ड धारा में पथ बनाता है +18499,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_017.wav,जो रथों और घोड़ों को और शूरवीरों समेत सेना को निकाल लाता है वे तो एक संग वहीं रह गए और फिर नहीं उठ सकते वे बुझ गए वे सन की बत्ती के समान बुझ गए हैं वह यह कहता है +18500,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_018.wav,अब बीती हुई घटनाओं का स्मरण मत करो न प्राचीनकाल की बातों पर मन लगाओ +18501,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_019.wav,देखो मैं एक नई बात करता हूँ वह अभी प्रगट होगी क्या तुम उससे अनजान रहोगे मैं जंगल में एक मार्ग बनाऊँगा और निर्जल देश में नदियाँ बहाऊँगा +18502,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_020.wav,गीदड़ और शुतुर्मुर्ग आदि जंगली जन्तु मेरी महिमा करेंगे क्योंकि मैं अपनी चुनी हुई प्रजा के पीने के लिये जंगल में जल और निर्जल देश में नदियाँ बहाऊँगा +18503,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_021.wav,इस प्रजा को मैंने अपने लिये बनाया है कि वे मेरा गुणानुवाद करें +18504,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_022.wav,तो भी हे याकूब तूने मुझसे प्रार्थना नहीं की वरन् हे इस्राएल तू मुझसे थक गया है +18505,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_023.wav,मेरे लिये होमबलि करने को तू मेम्ने नहीं लाया और न मेलबलि चढ़ाकर मेरी महिमा की है देख मैंने अन्नबलि चढ़ाने की कठिन सेवा तुझ से नहीं कराई न तुझ से धूप लेकर तुझे थका दिया है +18506,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_024.wav,तू मेरे लिये सुगन्धित नरकट रुपये से मोल नहीं लाया और न मेलबलियों की चर्बी से मुझे तृप्त किया परन्तु तूने अपने पापों के कारण मुझ पर बोझ लाद दिया है और अपने अधर्म के कामों से मुझे थका दिया है +18507,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_025.wav,मैं वही हूँ जो अपने नाम के निमित्त तेरे अपराधों को मिटा देता हूँ और तेरे पापों को स्मरण न करूँगा +18508,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_026.wav,मुझे स्मरण करो हम आपस में विवाद करें तू अपनी बात का वर्णन कर जिससे तू निर्दोष ठहरे +18509,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_027.wav,तेरा मूलपुरुष पापी हुआ और जोजो मेरे और तुम्हारे बीच बिचवई हुए वे मुझसे बलवा करते चले आए हैं +18510,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_043_028.wav,इस कारण मैंने पवित्रस्थान के हाकिमों को अपवित्र ठहराया मैंने याकूब को सत्यानाश और इस्राएल को निन्दित होने दिया है +18511,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_001.wav,परन्तु अब हे मेरे दास याकूब हे मेरे चुने हुए इस्राएल सुन ले +18512,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_002.wav,तेरा कर्ता यहोवा जो तुझे गर्भ ही से बनाता आया और तेरी सहायता करेगा यह कहता है हे मेरे दास याकूब हे मेरे चुने हुए यशूरून मत डर +18513,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_003.wav,क्योंकि मैं प्यासी भूमि पर जल और सूखी भूमि पर धाराएँ बहाऊँगा मैं तेरे वंश पर अपनी आत्मा और तेरी सन्तान पर अपनी आशीष उण्डेलूँगा +18514,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_004.wav,वे उन मजनुओं के समान बढ़ेंगे जो धाराओं के पास घास के बीच में होते हैं +18515,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_005.wav,कोई कहेगा मैं यहोवा का हूँ कोई अपना नाम याकूब रखेगा कोई अपने हाथ पर लिखेगा मैं यहोवा का हूँ और अपना कुलनाम इस्राएली बताएगा +18516,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_006.wav,यहोवा जो इस्राएल का राजा है अर्थात् सेनाओं का यहोवा जो उसका छुड़ानेवाला है वह यह कहता है मैं सबसे पहला हूँ और मैं ही अन्त तक रहूँगा मुझे छोड़ कोई परमेश्वर है ही नहीं +18517,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_007.wav,जब से मैंने प्राचीनकाल में मनुष्यों को ठहराया तब से कौन हुआ जो मेरे समान उसको प्रचार करे या बताए या मेरे लिये रचे अथवा होनहार बातें पहले ही से प्रगट करे +18518,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_008.wav,मत डरो और न भयभीत हो क्या मैंने प्राचीनकाल ही से ये बातें तुम्हें नहीं सुनाईं और तुम पर प्रगट नहीं की तुम मेरे साक्षी हो क्या मुझे छोड़ कोई और परमेश्वर है नहीं मुझे छोड़ कोई चट्टान नहीं मैं किसी और को नहीं जानता +18519,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_009.wav,जो मूरत खोदकर बनाते हैं वे सब के सब व्यर्थ हैं और जिन वस्तुओं में वे आनन्द ढूँढ़ते उनसे कुछ लाभ न होगा उनके साक्षी न तो आप कुछ देखते और न कुछ जानते हैं इसलिए उनको लज्जित होना पड़ेगा +18520,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_010.wav,किसने देवता या निष्फल मूरत ढाली है +18521,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_011.wav,देख उसके सब संगियों को तो लज्जित होना पड़ेगा कारीगर तो मनुष्य ही है वे सब के सब इकट्ठे होकर खड़े हों वे डर जाएँगे वे सब के सब लज्जित होंगे +18522,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_012.wav,लोहार एक बसूला अंगारों में बनाता और हथौड़ों से गढ़कर तैयार करता है अपने भुजबल से वह उसको बनाता है फिर वह भूखा हो जाता है और उसका बल घटता है वह पानी नहीं पीता और थक जाता है +18523,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_013.wav,बढ़ई सूत लगाकर टाँकी से रेखा करता है और रन्दनी से काम करता और परकार से रेखा खींचता है वह उसका आकार और मनुष्य की सी सुन्दरता बनाता है ताकि लोग उसे घर में रखें +18524,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_014.wav,वह देवदार को काटता या वन के वृक्षों में से जातिजाति के बांज वृक्ष चुनकर देखभाल करता है वह देवदार का एक वृक्ष लगाता है जो वर्षा का जल पाकर बढ़ता है +18525,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_015.wav,तब वह मनुष्य के ईंधन के काम में आता है वह उसमें से कुछ सुलगाकर तापता है वह उसको जलाकर रोटी बनाता है उसी से वह देवता भी बनाकर उसको दण्डवत् करता है वह मूरत खुदवाकर उसके सामने प्रणाम करता है +18526,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_016.wav,उसका एक भाग तो वह आग में जलाता और दूसरे भाग से माँस पकाकर खाता है वह माँस भूनकर तृप्त होता फिर तापकर कहता है अहा मैं गर्म हो गया मैंने आग देखी है +18527,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_017.wav,और उसके बचे हुए भाग को लेकर वह एक देवता अर्थात् एक मूरत खोदकर बनाता है तब वह उसके सामने प्रणाम और दण्डवत् करता और उससे प्रार्थना करके कहता है मुझे बचा ले क्योंकि तू मेरा देवता है +18528,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_018.wav,वे कुछ नहीं जानते न कुछ समझ रखते हैं क्योंकि उनकी आँखें ऐसी बन्द की गई हैं कि वे देख नहीं सकते और उनकी बुद्धि ऐसी कि वे बूझ नहीं सकते +18529,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_019.wav,कोई इस पर ध्यान नहीं करता और न किसी को इतना ज्ञान या समझ रहती है कि वह कह सके उसका एक भाग तो मैंने जला दिया और उसके कोयलों पर रोटी बनाई और माँस भूनकर खाया है फिर क्या मैं उसके बचे हुए भाग को घिनौनी वस्तु बनाऊँ क्या मैं काठ को प्रणाम करूँ +18530,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_020.wav,वह राख खाता है भरमाई हुई बुद्धि के कारण वह भटकाया गया है और वह न अपने को बचा सकता और न यह कह सकता है क्या मेरे दाहिने हाथ में मिथ्या नहीं +18531,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_021.wav,हे याकूब हे इस्राएल इन बातों को स्मरण कर तू मेरा दास है मैंने तुझे रचा है हे इस्राएल तू मेरा दास है मैं तुझको न भूलूँगा +18532,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_022.wav,मैंने तेरे अपराधों को काली घटा के समान और तेरे पापों को बादल के समान मिटा दिया है मेरी ओर फिर लौट आ क्योंकि मैंने तुझे छुड़ा लिया है +18533,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_023.wav,हे आकाश ऊँचे स्वर से गा क्योंकि यहोवा ने यह काम किया है हे पृथ्वी के गहरे स्थानों जयजयकार करो हे पहाड़ों हे वन हे वन के सब वृक्षों गला खोलकर ऊँचे स्वर से गाओ क्योंकि यहोवा ने याकूब को छुड़ा लिया है और इस्राएल में महिमावान होगा +18534,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_024.wav,यहोवा तेरा उद्धारकर्ता जो तुझे गर्भ ही से बनाता आया है यह कहता है मैं यहोवा ही सब का बनानेवाला हूँ जिसने अकेले ही आकाश को ताना और पृथ्वी को अपनी ही शक्ति से फैलाया है +18535,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_025.wav,मैं झूठे लोगों के कहे हुए चिन्हों को व्यर्थ कर देता और भावी कहनेवालों को बावला कर देता हूँ जो बुद्धिमानों को पीछे हटा देता और उनकी पंडिताई को मूर्खता बनाता हूँ +18536,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_026.wav,और अपने दास के वचन को पूरा करता और अपने दूतों की युक्ति को सफल करता हूँ जो यरूशलेम के विषय कहता है वह फिर बसाई जाएगी और यहूदा के नगरों के विषय वे फिर बनाए जाएँगे और मैं उनके खण्डहरों को सुधारूँगा +18537,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_027.wav,जो गहरे जल से कहता है तू सूख जा मैं तेरी नदियों को सूखाऊँगा +18538,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_044_028.wav,जो कुस्रू के विषय में कहता है वह मेरा ठहराया हुआ चरवाहा है और मेरी इच्छा पूरी करेगा यरूशलेम के विषय कहता है वह बसाई जाएगी और मन्दिर के विषय कि तेरी नींव डाली जाएगी +18539,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_001.wav,बेल देवता झुक गया नबो देवता नब गया है उनकी प्रतिमाएँ पशुओं वरन् घरेलू पशुओं पर लदी हैं जिन वस्तुओं को तुम उठाए फिरते थे वे अब भारी बोझ हो गईं और थकित पशुओं पर लदी हैं +18540,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_002.wav,वे नब गए वे एक संग झुक गए वे उस भार को छुड़ा नहीं सके और आप भी बँधुवाई में चले गए हैं +18541,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_003.wav,हे याकूब के घराने हे इस्राएल के घराने के सब बचे हुए लोगों मेरी ओर कान लगाकर सुनो तुम को मैं तुम्हारी उत्पत्ति ही से उठाए रहा और जन्म ही से लिए फिरता आया हूँ +18542,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_004.wav,तुम्हारे बुढ़ापे में भी मैं वैसा ही बना रहूँगा और तुम्हारे बाल पकने के समय तक तुम्हें उठाए रहूँगा मैंने तुम्हें बनाया और तुम्हें लिए फिरता रहूँगा मैं तुम्हें उठाए रहूँगा और छुड़ाता भी रहूँगा +18543,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_005.wav,तुम किस से मेरी उपमा दोगे और मुझे किसके समान बताओगे किस से मेरा मिलान करोगे कि हम एक समान ठहरें +18544,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_006.wav,जो थैली से सोना उण्डेलते या काँटे में चाँदी तौलते हैं जो सुनार को मजदूरी देकर उससे देवता बनवाते हैं तब वे उसे प्रणाम करते वरन् दण्डवत् भी करते हैं +18545,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_007.wav,वे उसको कंधे पर उठाकर लिए फिरते हैं वे उसे उसके स्थान में रख देते और वह वहीं खड़ा रहता है वह अपने स्थान से हट नहीं सकता यदि कोई उसकी दुहाई भी दे तो भी न वह सुन सकता है और न विपत्ति से उसका उद्धार कर सकता है +18546,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_008.wav,हे अपराधियों इस बात को स्मरण करो और ध्यान दो इस पर फिर मन लगाओ +18547,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_009.wav,प्राचीनकाल की बातें स्मरण करो जो आरम्भ ही से है क्योंकि परमेश्वर मैं ही हूँ दूसरा कोई नहीं मैं ही परमेश्वर हूँ और मेरे तुल्य कोई भी नहीं है +18548,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_010.wav,मैं तो अन्त की बात आदि से और प्राचीनकाल से उस बात को बताता आया हूँ जो अब तक नहीं हुई मैं कहता हूँ मेरी युक्ति स���थिर रहेगी और मैं अपनी इच्छा को पूरी करूँगा +18549,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_011.wav,मैं पूर्व से एक उकाब पक्षी को अर्थात् दूर देश से अपनी युक्ति के पूरा करनेवाले पुरुष को बुलाता हूँ मैं ही ने यह बात कही है और उसे पूरी भी करूँगा मैंने यह विचार बाँधा है और उसे सफल भी करूँगा +18550,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_012.wav,हे कठोर मनवालों तुम जो धार्मिकता से दूर हो कान लगाकर मेरी सुनो +18551,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_046_013.wav,मैं अपनी धार्मिकता को समीप ले आने पर हूँ वह दूर नहीं है और मेरे उद्धार करने में विलम्ब न होगा मैं सिय्योन का उद्धार करूँगा और इस्राएल को महिमा दूँगा +18552,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_001.wav,हे बाबेल की कुमारी बेटी उतर आ और धूल पर बैठ हे कसदियों की बेटी तू बिना सिंहासन भूमि पर बैठ क्योंकि तू अब फिर कोमल और सुकुमार न कहलाएगी +18553,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_002.wav,चक्की लेकर आटा पीस अपना घूँघट हटा और घाघरा समेट ले और उघाड़ी टाँगों से नदियों को पार कर +18554,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_003.wav,तेरी नग्नता उघाड़ी जाएगी और तेरी लज्जा प्रगट होगी मैं बदला लूँगा और किसी मनुष्य को न छोड़ूँगा +18555,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_004.wav,हमारा छुटकारा देनेवाले का नाम सेनाओं का यहोवा और इस्राएल का पवित्र है +18556,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_005.wav,हे कसदियों की बेटी चुपचाप बैठी रह और अंधियारे में जा क्योंकि तू अब राज्यराज्य की स्वामिनी न कहलाएगी +18557,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_006.wav,मैंने अपनी प्रजा से क्रोधित होकर अपने निज भाग को अपवित्र ठहराया और तेरे वश में कर दिया तूने उन पर कुछ दया न की बूढ़ों पर तूने अपना अत्यन्त भारी जूआ रख दिया +18558,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_007.wav,तूने कहा मैं सर्वदा स्वामिनी बनी रहूँगी इसलिए तूने अपने मन में इन बातों पर विचार न किया और यह भी न सोचा कि उनका क्या फल होगा +18559,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_008.wav,इसलिए सुन तू जो रागरंग में उलझी हुई निडर बैठी रहती है और मन में कहती है कि मैं ही हूँ और मुझे छोड़ कोई दूसरा नहीं मैं विधवा के समान न बैठूँगी और न मेरे बालबच्चे मिटेंगे +18560,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_009.wav,सुन ये दोनों दुःख अर्थात् लड़कों का जाता रहना और विधवा हो जाना अचानक एक ही दिन तुझ पर आ पड़ेंगे तेरे बहुत से टोन्हों और तेरे भारीभारी तंत्रमंत्रों के रहते भी ये तुझ पर अपने पूरे बल से आ पड़ेंगे +18561,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_010.wav,तूने अपनी दुष्टता पर भरोसा रखा तूने कहा मुझे कोई नहीं देखता तेरी बुद्धि और ज्ञान ने तुझे बहकाया और तूने अपने मन में कहा मैं ही हूँ और मेरे सिवाय कोई दूसरा नहीं +18562,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_011.wav,प���न्तु तेरी ऐसी दुर्गति होगी जिसका मंत्र तू नहीं जानती और तुझ पर ऐसी विपत्ति पड़ेगी कि तू प्रायश्चित करके उसका निवारण न कर सकेगी अचानक विनाश तुझ पर आ पड़ेगा जिसका तुझे कुछ भी पता नहीं +18563,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_012.wav,अपने तंत्रमंत्र और बहुत से टोन्हों को जिनका तूने बाल्यावस्था ही से अभ्यास किया है उपयोग में ला सम्भव है तू उनसे लाभ उठा सके या उनके बल से स्थिर रह सके +18564,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_013.wav,तू तो युक्ति करतेकरते थक गई है अब तेरे ज्योतिषी जो नक्षत्रों को ध्यान से देखते और नयेनये चाँद को देखकर होनहार बताते हैं वे खड़े होकर तुझे उन बातों से बचाएँ जो तुझ पर घटेंगी +18565,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_014.wav,देख वे भूसे के समान होकर आग से भस्म हो जाएँगे वे अपने प्राणों को ज्वाला से न बचा सकेंगे वह आग तापने के लिये नहीं न ऐसी होगी जिसके सामने कोई बैठ सके +18566,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_047_015.wav,जिनके लिये तू परिश्रम करती आई है वे सब तेरे लिये वैसे ही होंगे और जो तेरी युवावस्था से तेरे संग व्यापार करते आए हैं उनमें से प्रत्येक अपनीअपनी दिशा की ओर चले जाएँगे तेरा बचानेवाला कोई न रहेगा +18567,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_001.wav,हे याकूब के घराने यह बात सुन तुम जो इस्राएली कहलाते और यहूदा के सोतों के जल से उत्पन्न हुए हो जो यहोवा के नाम की शपथ खाते हो और इस्राएल के परमेश्वर की चर्चा तो करते हो परन्तु सच्चाई और धार्मिकता से नहीं करते +18568,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_002.wav,क्योंकि वे अपने को पवित्र नगर के बताते हैं और इस्राएल के परमेश्वर पर जिसका नाम सेनाओं का यहोवा है भरोसा करते हैं +18569,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_003.wav,होनेवाली बातों को तो मैंने प्राचीनकाल ही से बताया है और उनकी चर्चा मेरे मुँह से निकली मैंने अचानक उन्हें प्रगट किया और वे बातें सचमुच हुईं +18570,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_004.wav,मैं जानता था कि तू हठीला है और तेरी गर्दन लोहे की नस और तेरा माथा पीतल का है +18571,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_005.wav,इस कारण मैंने इन बातों को प्राचीनकाल ही से तुझे बताया उनके होने से पहले ही मैंने तुझे बता दिया ऐसा न हो कि तू यह कह पाए कि यह मेरे देवता का काम है मेरी खोदी और ढली हुई मूर्तियों की आज्ञा से यह हुआ +18572,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_006.wav,तूने सुना है अब इन सब बातों पर ध्यान कर और देखो क्या तुम उसका प्रचार न करोगे अब से मैं तुझे नईनई बातें और ऐसी गुप्त बातें सुनाऊँगा जिन्हें तू नहीं जानता +18573,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_007.wav,वे अभीअभी रची गई हैं प्राचीनकाल से नहीं परन्तु आज से पहले तूने उन्हें सुना भी न था ऐसा न हो कि तू कहे कि देख मैं तो इन्हें जानता था +18574,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_008.wav,हाँ निश्चय तूने उन्हें न तो सुना न जाना न इससे पहले तेरे कान ही खुले थे क्योंकि मैं जानता था कि तू निश्चय विश्वासघात करेगा और गर्भ ही से तेरा नाम अपराधी पड़ा है +18575,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_009.wav,अपने ही नाम के निमित्त मैं क्रोध करने में विलम्ब करता हूँ और अपनी महिमा के निमित्त अपने आपको रोक रखता हूँ ऐसा न हो कि मैं तुझे काट डालूँ +18576,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_010.wav,देख मैंने तुझे निर्मल तो किया परन्तु चाँदी के समान नहीं मैंने दुःख की भट्ठी में परखकर तुझे चुन लिया है +18577,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_011.wav,अपने निमित्त हाँ अपने ही निमित्त मैंने यह किया है मेरा नाम क्यों अपवित्र ठहरे अपनी महिमा मैं दूसरे को नहीं दूँगा +18578,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_012.wav,हे याकूब हे मेरे बुलाए हुए इस्राएल मेरी ओर कान लगाकर सुन मैं वही हूँ मैं ही आदि और मैं ही अन्त हूँ +18579,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_013.wav,निश्चय मेरे ही हाथ ने पृथ्वी की नींव डाली और मेरे ही दाहिने हाथ ने आकाश फैलाया जब मैं उनको बुलाता हूँ वे एक साथ उपस्थित हो जाते हैं +18580,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_014.wav,तुम सब के सब इकट्ठे होकर सुनो उनमें से किसने कभी इन बातों का समाचार दिया यहोवा उससे प्रेम रखता है वह बाबेल पर अपनी इच्छा पूरी करेगा और कसदियों पर उसका हाथ पड़ेगा +18581,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_015.wav,मैंने हाँ मैंने ही ने कहा और उसको बुलाया है मैं उसको ले आया हूँ और उसका काम सफल होगा +18582,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_016.wav,मेरे निकट आकर इस बात को सुनो आदि से लेकर अब तक मैंने कोई भी बात गुप्त में नहीं कही जब से वह हुआ तब से मैं वहाँ हूँ और अब प्रभु यहोवा ने और उसकी आत्मा ने मुझे भेज दिया है +18583,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_017.wav,यहोवा जो तेरा छुड़ानेवाला और इस्राएल का पवित्र है वह यह कहता है मैं ही तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ जो तुझे तेरे लाभ के लिये शिक्षा देता हूँ और जिस मार्ग से तुझे जाना है उसी मार्ग पर तुझे ले चलता हूँ +18584,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_018.wav,भला होता कि तूने मेरी आज्ञाओं को ध्यान से सुना होता तब तेरी शान्ति नदी के समान और तेरी धार्मिकता समुद्र की लहरों के समान होता +18585,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_019.wav,तेरा वंश रेतकणों के तुल्य होता और तेरी निज सन्तान उसके कणों के समान होती उनका नाम मेरे सम्मुख से न कभी काटा और न मिटाया जाता +18586,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_020.wav,बाबेल में से निकल जाओ कसदियों के बीच में से भाग जाओ जयजयकार करते हुए इस बात का प्रच��र करके सुनाओ पृथ्वी की छोर तक इसकी चर्चा फैलाओ कहते जाओ यहोवा ने अपने दास याकूब को छुड़ा लिया है +18587,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_021.wav,जब वह उन्हें निर्जल देशों में ले गया तब वे प्यासे न हुए उसने उनके लिये चट्टान में से पानी निकाला उसने चट्टान को चीरा और जल बह निकला +18588,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_048_022.wav,दुष्टों के लिये कुछ शान्ति नहीं यहोवा का यही वचन है +18589,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_001.wav,हे द्वीपों मेरी और कान लगाकर सुनो हे दूरदूर के राज्यों के लोगों ध्यान लगाकर मेरी सुनो यहोवा ने मुझे गर्भ ही में से बुलाया जब मैं माता के पेट में था तब ही उसने मेरा नाम बताया +18590,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_002.wav,उसने मेरे मुँह को चोखी तलवार के समान बनाया और अपने हाथ की आड़ में मुझे छिपा रखा उसने मुझ को चमकीला तीर बनाकर अपने तरकश में गुप्त रखा +18591,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_003.wav,और मुझसे कहा तू मेरा दास इस्राएल है मैं तुझ में अपनी महिमा प्रगट करूँगा +18592,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_004.wav,तब मैंने कहा मैंने तो व्यर्थ परिश्रम किया मैंने व्यर्थ ही अपना बल खो दिया है तो भी निश्चय मेरा न्याय यहोवा के पास है और मेरे परिश्रम का फल मेरे परमेश्वर के हाथ में है +18593,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_005.wav,और अब यहोवा जिसने मुझे जन्म ही से इसलिए रचा कि मैं उसका दास होकर याकूब को उसकी ओर वापस ले आऊँ अर्थात् इस्राएल को उसके पास इकट्ठा करूँ क्योंकि यहोवा की दृष्टि में मैं आदर योग्य हूँ और मेरा परमेश्वर मेरा बल है +18594,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_006.wav,उसी ने मुझसे यह भी कहा है यह तो हलकी सी बात है कि तू याकूब के गोत्रों का उद्धार करने और इस्राएल के रक्षित लोगों को लौटा ले आने के लिये मेरा सेवक ठहरे मैं तुझे जातिजाति के लिये ज्योति ठहराऊँगा कि मेरा उद्धार पृथ्वी की एक ओर से दूसरी ओर तक फैल जाए +18595,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_007.wav,जो मनुष्यों से तुच्छ जाना जाता जिससे जातियों को घृणा है और जो अधिकारियों का दास है इस्राएल का छुड़ानेवाला और उसका पवित्र अर्थात् यहोवा यह कहता है राजा उसे देखकर खड़े हो जाएँगे और हाकिम दण्डवत् करेंगे यह यहोवा के निमित्त होगा जो सच्चा और इस्राएल का पवित्र है और जिसने तुझे चुन लिया है +18596,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_008.wav,यहोवा यह कहता है अपनी प्रसन्नता के समय मैंने तेरी सुन ली उद्धार करने के दिन मैंने तेरी सहायता की है मैं तेरी रक्षा करके तुझे लोगों के लिये एक वाचा ठहराऊँगा ताकि देश को स्थिर करे और उजड़े हुए स्थानों को उनके अधिकारियों के हाथ में दे दे और बन्द��यों से कहे बन्दीगृह से निकल आओ +18597,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_009.wav,और जो अंधियारे में हैं उनसे कहे अपने आपको दिखलाओ वे मार्गों के किनारेकिनारे पेट भरने पाएँगे सब मुँण्ड़े टीलों पर भी उनको चराई मिलेगी +18598,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_010.wav,वे भूखे और प्यासे न होंगे न लूह और न घाम उन्हें लगेगा क्योंकि वह जो उन पर दया करता है वही उनका अगुआ होगा और जल के सोतों के पास उन्हें ले चलेगा +18599,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_011.wav,मैं अपने सब पहाड़ों को मार्ग बना दूँगा और मेरे राजमार्ग ऊँचे किए जाएँगे +18600,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_012.wav,देखो ये दूर से आएँगे और ये उत्तर और पश्चिम से और सीनियों के देश से आएँगे +18601,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_013.wav,हे आकाश जयजयकार कर हे पृथ्वी मगन हो हे पहाड़ों गला खोलकर जयजयकार करो क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है और अपने दीन लोगों पर दया की है +18602,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_014.wav,परन्तु सिय्योन ने कहा यहोवा ने मुझे त्याग दिया है मेरा प्रभु मुझे भूल गया है +18603,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_015.wav,क्या यह हो सकता है कि कोई माता अपने दूध पीते बच्चे को भूल जाए और अपने जन्माए हुए लड़के पर दया न करे हाँ वह तो भूल सकती है परन्तु मैं तुझे नहीं भूल सकता +18604,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_016.wav,देख मैंने तेरा चित्र अपनी हथेलियों पर खोदकर बनाया है तेरी शहरपनाह सदैव मेरी दृष्टि के सामने बनी रहती है +18605,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_017.wav,तेरे बच्चें फुर्ती से आ रहे हैं और खण्डहर बनानेवाले और उजाड़नेवाले तेरे बीच से निकले जा रहे हैं +18606,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_018.wav,अपनी आँखें उठाकर चारों ओर देख वे सब के सब इकट्ठे होकर तेरे पास आ रहे हैं यहोवा की यह वाणी है कि मेरे जीवन की शपथ तू निश्चय उन सभी को गहने के समान पहन लेगी तू दुल्हन के समान अपने शरीर में उन सब को बाँध लेगी +18607,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_019.wav,तेरे जो स्थान सुनसान और उजड़े हैं और तेरे जो देश खण्डहर ही खण्डहर हैं उनमें अब निवासी न समाएँगे और तुझे नष्ट करनेवाले दूर हो जाएँगे +18608,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_020.wav,तेरे पुत्र जो तुझ से ले लिए गए वे फिर तेरे कान में कहने पाएँगे यह स्थान हमारे लिये छोटा है हमें और स्थान दे कि उसमें रहें +18609,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_021.wav,तब तू मन में कहेगी किसने इनको मेरे लिये जन्माया मैं तो पुत्रहीन और बाँझ हो गई थीं दासत्व में और यहाँवहाँ मैं घूमती रही इनको किसने पाला देख मैं अकेली रह गई थी फिर ये कहाँ थे +18610,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_022.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है देख मैं अपना हाथ जातिजाति के लोगों की ओर उठाऊँगा और देशदेश क�� लोगों के सामने अपना झण्डा खड़ा करूँगा तब वे तेरे पुत्रों को अपनी गोद में लिए आएँगे और तेरी पुत्रियों को अपने कंधे पर चढ़ाकर तेरे पास पहुँचाएगे +18611,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_023.wav,राजा तेरे बच्चों के निजसेवक और उनकी रानियाँ दूध पिलाने के लिये तेरी दाइयाँ होंगी वे अपनी नाक भूमि पर रगड़कर तुझे दण्डवत् करेंगे और तेरे पाँवों की धूल चाटेंगे तब तू यह जान लेगी कि मैं ही यहोवा हूँ मेरी बाट जोहनेवाले कभी लज्जित न होंगे +18612,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_024.wav,क्या वीर के हाथ से शिकार छीना जा सकता है क्या दुष्ट के बन्दी छुड़ाए जा सकते हैं +18613,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_025.wav,तो भी यहोवा यह कहता है हाँ वीर के बन्दी उससे छीन लिए जाएँगे और दुष्ट का शिकार उसके हाथ से छुड़ा लिया जाएगा क्योंकि जो तुझ से लड़ते हैं उनसे मैं आप मुकद्दमा लड़ूँगा और तेरे बालबच्चों का मैं उद्धार करूँगा +18614,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_049_026.wav,जो तुझ पर अंधेर करते हैं उनको मैं उन्हीं का माँस खिलाऊँगा और वे अपना लहू पीकर ऐसे मतवाले होंगे जैसे नये दाखमधु से होते हैं तब सब प्राणी जान लेंगे कि तेरा उद्धारकर्ता यहोवा और तेरा छुड़ानेवाला याकूब का शक्तिमान मैं ही हूँ +18615,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_050_001.wav,तुम्हारी माता का त्यागपत्र कहाँ है जिसे मैंने उसे त्यागते समय दिया था या मैंने किस व्यापारी के हाथ तुम्हें बेचा यहोवा यह कहता है सुनो तुम अपने ही अधर्म के कामों के कारण बिक गए और तुम्हारे ही अपराधों के कारण तुम्हारी माता छोड़ दी गई +18616,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_050_002.wav,इसका क्या कारण है कि जब मैं आया तब कोई न मिला और जब मैंने पुकारा तब कोई न बोला क्या मेरा हाथ ऐसा छोटा हो गया है कि छुड़ा नहीं सकता क्या मुझ में उद्धार करने की शक्ति नहीं देखो मैं एक धमकी से समुद्र को सूखा देता हूँ मैं महानदों को रेगिस्तान बना देता हूँ उनकी मछलियाँ जल बिना मर जाती और बसाती हैं +18617,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_050_003.wav,मैं आकाश को मानो शोक का काला कपड़ा पहनाता और टाट को उनका ओढ़ना बना देता हूँ +18618,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_050_004.wav,प्रभु यहोवा ने मुझे सीखनेवालों की जीभ दी है कि मैं थके हुए को अपने वचन के द्वारा सम्भालना जानूँ भोर को वह नित मुझे जगाता और मेरा कान खोलता है कि मैं शिष्य के समान सुनूँ +18619,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_050_005.wav,प्रभु यहोवा ने मेरा कान खोला है और मैंने विरोध न किया न पीछे हटा +18620,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_050_006.wav,मैंने मारनेवालों को अपनी पीठ और गलमोछ नोचनेवालों की ओर अपने गाल किए अपमानित होने और उनके थूकने से मैंने मुँह न छिपाया +18621,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_050_007.wav,क्योंकि प्रभु यहोवा मेरी सहायता करता है इस कारण मैंने संकोच नहीं किया वरन् अपना माथा चकमक के समान कड़ा किया क्योंकि मुझे निश्चय था कि मुझे लज्जित होना न पड़ेगा +18622,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_050_008.wav,जो मुझे धर्मी ठहराता है वह मेरे निकट है मेरे साथ कौन मुकद्दमा करेगा हम आमनेसामने खड़े हों मेरा विरोधी कौन है वह मेरे निकट आए +18623,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_050_009.wav,सुनो प्रभु यहोवा मेरी सहायता करता है मुझे कौन दोषी ठहरा सकेगा देखो वे सब कपड़े के समान पुराने हो जाएँगे उनको कीड़े खा जाएँगे +18624,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_050_010.wav,तुम में से कौन है जो यहोवा का भय मानता और उसके दास की बातें सुनता है जो अंधियारे में चलता हो और उसके पास ज्योति न हो वह यहोवा के नाम का भरोसा रखे और अपने परमेश्वर पर आशा लगाए रहे +18625,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_050_011.wav,देखो तुम सब जो आग जलाते और अग्निबाणों को कमर में बाँधते हो तुम सब अपनी जलाई हुई आग में और अपने जलाए हुए अग्निबाणों के बीच आप ही चलो तुम्हारी यह दशा मेरी ही ओर से होगी तुम सन्ताप में पड़े रहोगे +18626,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_001.wav,हे धार्मिकता पर चलनेवालों हे यहोवा के ढूँढ़ने वालों कान लगाकर मेरी सुनो जिस चट्टान में से तुम खोदे गए और जिस खदान में से तुम निकाले गए उस पर ध्यान करो +18627,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_002.wav,अपने मूलपुरुष अब्राहम और अपनी माता सारा पर ध्यान करो जब वह अकेला था तब ही से मैंने उसको बुलाया और आशीष दी और बढ़ा दिया +18628,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_003.wav,यहोवा ने सिय्योन को शान्ति दी है उसने उसके सब खण्डहरों को शान्ति दी है वह उसके जंगल को अदन के समान और उसके निर्जल देश को यहोवा की वाटिका के समान बनाएगा उसमें हर्ष और आनन्द और धन्यवाद और भजन गाने का शब्द सुनाई पड़ेगा +18629,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_004.wav,हे मेरी प्रजा के लोगों मेरी ओर ध्यान धरो हे मेरे लोगों कान लगाकर मेरी सुनो क्योंकि मेरी ओर से व्यवस्था दी जाएगी और मैं अपना नियम देशदेश के लोगों की ज्योति होने के लिये स्थिर करूँगा +18630,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_005.wav,मेरा छुटकारा निकट है मेरा उद्धार प्रगट हुआ है मैं अपने भुजबल से देशदेश के लोगों का न्याय करूँगा द्वीप मेरी बाट जोहेंगे और मेरे भुजबल पर आशा रखेंगे +18631,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_006.wav,आकाश की ओर अपनी आँखें उठाओ और पृथ्वी को निहारो क्योंकि आकाश धुएँ के समान लोप हो जाएगा पृथ्वी कपड़े के समान पुरानी हो जाएगी और उसके रहनेवाले ऐसे ही जाते रहेंगे परन्तु जो उद्धार मैं करूँगा वह सर्वदा ठहरेगा और मेरी धार्मिकता का अन्त न होगा +18632,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_007.wav,हे धार्मिकता के जाननेवालों जिनके मन में मेरी व्यवस्था है तुम कान लगाकर मेरी सुनो मनुष्यों की नामधराई से मत डरो और उनके निन्दा करने से विस्मित न हो +18633,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_008.wav,क्योंकि घुन उन्हें कपड़े के समान और कीड़ा उन्हें ऊन के समान खाएगा परन्तु मेरी धार्मिकता अनन्तकाल तक और मेरा उद्धार पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहेगा +18634,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_009.wav,हे यहोवा की भुजा जाग जाग और बल धारण कर जैसे प्राचीनकाल में और बीते हुए पीढ़ियों में वैसे ही अब भी जाग क्या तू वही नहीं है जिसने रहब को टुकड़ेटुकड़े किया और अजगर को छेदा +18635,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_010.wav,क्या तू वही नहीं जिसने समुद्र को अर्थात् गहरे सागर के जल को सूखा डाला और उसकी गहराई में अपने छुड़ाए हुओं के पार जाने के लिये मार्ग निकाला था +18636,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_011.wav,सो यहोवा के छुड़ाए हुए लोग लौटकर जयजयकार करते हुए सिय्योन में आएँगे और उनके सिरों पर अनन्त आनन्द गूँजता रहेगा वे हर्ष और आनन्द प्राप्त करेंगे और शोक और सिसकियों का अन्त हो जाएगा +18637,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_012.wav,मैं मैं ही तेरा शान्तिदाता हूँ तू कौन है जो मरनेवाले मनुष्य से और घास के समान मुर्झानेवाले आदमी से डरता है +18638,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_013.wav,और आकाश के ताननेवाले और पृथ्वी की नींव डालनेवाले अपने कर्ता यहोवा को भूल गया है और जब द्रोही नाश करने को तैयार होता है तब उसकी जलजलाहट से दिन भर लगातार थरथराता है परन्तु द्रोही की जलजलाहट कहाँ रही +18639,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_014.wav,बन्दी शीघ्र ही स्वतंत्र किया जाएगा वह गड्ढे में न मरेगा और न उसे रोटी की कमी होगी +18640,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_015.wav,जो समुद्र को उथलपुथल करता जिससे उसकी लहरों में गर्जन होती है वह मैं ही तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ मेरा नाम सेनाओं का यहोवा है +18641,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_016.wav,मैंने तेरे मुँह में अपने वचन डाले और तुझे अपने हाथ की आड़ में छिपा रखा है कि मैं आकाश को तानूँ और पृथ्वी की नींव डालूँ और सिय्योन से कहूँ तुम मेरी प्रजा हो +18642,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_017.wav,हे यरूशलेम जाग जाग उठ खड़ी हो जा तूने यहोवा के हाथ से उसकी जलजलाहट के कटोरे में से पिया है तूने कटोरे का लड़खड़ा देनेवाला मद पूरापूरा ही पी लिया है +18643,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_018.wav,जितने लड़कों ने उससे जन्म लिया उनमें से कोई न रहा जो उसकी अगुआई करके ले चले और जितने लड़के उसने प��लेपोसे उनमें से कोई न रहा जो उसके हाथ को थाम ले +18644,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_019.wav,ये दो विपत्तियाँ तुझ पर आ पड़ी हैं कौन तेरे संग विलाप करेगा उजाड़ और विनाश और अकाल और तलवार आ पड़ी है कौन तुझे शान्ति देगा +18645,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_020.wav,तेरे लड़के मूर्छित होकर हर एक सड़क के सिरे पर महाजाल में फँसे हुए हिरन के समान पड़े हैं यहोवा की जलजलाहट और तेरे परमेश्वर की धमकी के कारण वे अचेत पड़े हैं +18646,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_021.wav,इस कारण हे दुःखियारी सुन तू मतवाली तो है परन्तु दाखमधु पीकर नहीं +18647,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_022.wav,तेरा प्रभु यहोवा जो अपनी प्रजा का मुकद्दमा लड़नेवाला तेरा परमेश्वर है वह यह कहता है सुन मैं लड़खड़ा देनेवाले मद के कटोरे को अर्थात् अपनी जलजलाहट के कटोरे को तेरे हाथ से ले लेता हूँ तुझे उसमें से फिर कभी पीना न पड़ेगा +18648,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_051_023.wav,और मैं उसे तेरे उन दुःख देनेवालों के हाथ में दूँगा जिन्होंने तुझ से कहा लेट जा कि हम तुझ पर पाँव धरकर आगे चलें और तूने औंधे मुँह गिरकर अपनी पीठ को भूमि और आगे चलनेवालों के लिये सड़क बना दिया +18649,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_001.wav,हे सिय्योन जाग जाग अपना बल धारण कर हे पवित्र नगर यरूशलेम अपने शोभायमान वस्त्र पहन ले क्योंकि तेरे बीच खतनारहित और अशुद्ध लोग फिर कभी प्रवेश न करने पाएँगे +18650,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_002.wav,अपने ऊपर से धूल झाड़ दे हे यरूशलेम उठ हे सिय्योन की बन्दी बेटी अपने गले के बन्धन को खोल दे +18651,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_003.wav,क्योंकि यहोवा यह कहता है तुम जो सेंतमेंत बिक गए थे इसलिए अब बिना रुपया दिए छुड़ाए भी जाओगे +18652,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_004.wav,प्रभु यहोवा यह कहता है मेरी प्रजा पहले तो मिस्र में परदेशी होकर रहने को गई थी और अश्शूरियों ने भी बिना कारण उन पर अत्याचार किया +18653,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_005.wav,इसलिए यहोवा की यह वाणी है कि मैं अब यहाँ क्या करूँ जबकि मेरी प्रजा सेंतमेंत हर ली गई है यहोवा यह भी कहता है कि जो उन पर प्रभुता करते हैं वे ऊधम मचा रहे हैं और मेरे नाम कि निन्दा लगातार दिन भर होती रहती है +18654,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_006.wav,इस कारण मेरी प्रजा मेरा नाम जान लेगी वह उस समय जान लेगी कि जो बातें करता है वह यहोवा ही है देखो मैं ही हूँ +18655,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_007.wav,पहाड़ों पर उसके पाँव क्या ही सुहावने हैं जो शुभ समाचार लाता है जो शान्ति की बातें सुनाता है और कल्याण का शुभ समाचार और उद्धार का सन्देश देता है जो सिय्योन से कहता हैं तेरा परमेश्वर राज्य करता है +18656,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_008.wav,सुन तेरे पहरूए पुकार रहे हैं वे एक साथ जयजयकार कर रहें हैं क्योंकि वे साक्षात् देख रहे हैं कि यहोवा सिय्योन को लौट रहा है +18657,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_009.wav,हे यरूशलेम के खण्डहरों एक संग उमंग में आकर जयजयकार करो क्योंकि यहोवा ने अपनी प्रजा को शान्ति दी है उसने यरूशलेम को छुड़ा लिया है +18658,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_010.wav,यहोवा ने सारी जातियों के सामने अपनी पवित्र भुजा प्रगट की है और पृथ्वी के दूरदूर देशों के सब लोग हमारे परमेश्वर का किया हुआ उद्धार निश्चय देख लेंगे +18659,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_011.wav,दूर हो दूर वहाँ से निकल जाओ कोई अशुद्ध वस्तु मत छूओ उसके बीच से निकल जाओ हे यहोवा के पात्रों के ढोनेवालों अपने को शुद्ध करो +18660,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_012.wav,क्योंकि तुम को उतावली से निकलना नहीं और न भागते हुए चलना पड़ेगा क्योंकि यहोवा तुम्हारे आगेआगे अगुआई करता हुआ चलेगा और इस्राएल का परमेश्वर तुम्हारे पीछे भी रक्षा करता चलेगा +18661,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_013.wav,देखो मेरा दास बुद्धि से काम करेगा वह ऊँचा महान और अति महान हो जाएगा +18662,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_014.wav,जैसे बहुत से लोग उसे देखकर चकित हुए क्योंकि उसका रूप यहाँ तक बिगड़ा हुआ था कि मनुष्य का सा न जान पड़ता था और उसकी सुन्दरता भी आदमियों की सी न रह गई थी +18663,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_052_015.wav,वैसे ही वह बहुत सी जातियों को पवित्र करेगा और उसको देखकर राजा शान्त रहेंगे क्योंकि वे ऐसी बात देखेंगे जिसका वर्णन उनके सुनने में भी नहीं आया और ऐसी बात उनकी समझ में आएगी जो उन्होंने अभी तक सुनी भी न थी +18664,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_053_001.wav,जो समाचार हमें दिया गया उसका किसने विश्वास किया और यहोवा का भुजबल किस पर प्रगट हुआ +18665,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_053_002.wav,क्योंकि वह उसके सामने अंकुर के समान और ऐसी जड़ के समान उगा जो निर्जल भूमि में फूट निकले उसकी न तो कुछ सुन्दरता थी कि हम उसको देखते और न उसका रूप ही हमें ऐसा दिखाई पड़ा कि हम उसको चाहते +18666,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_053_003.wav,वह तुच्छ जाना जाता और मनुष्यों का त्यागा हुआ था वह दुःखी पुरुष था रोग से उसकी जानपहचान थी और लोग उससे मुख फेर लेते थे वह तुच्छ जाना गया और हमने उसका मूल्य न जाना +18667,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_053_004.wav,निश्चय उसने हमारे रोगों को सह लिया और हमारे ही दुःखों को उठा लिया तो भी हमने उसे परमेश्वर का माराकूटा और दुर्दशा में पड़ा हुआ समझा +18668,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_053_005.wav,परन्तु वह हमारे ही अपराधों के कारण घायल किया गया वह हमारे अधर्म के कामों के कारण कुचला गया हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम लोग चंगे हो जाएँ +18669,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_053_006.wav,हम तो सब के सब भेड़ों के समान भटक गए थे हम में से हर एक ने अपनाअपना मार्ग लिया और यहोवा ने हम सभी के अधर्म का बोझ उसी पर लाद दिया +18670,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_053_007.wav,वह सताया गया तो भी वह सहता रहा और अपना मुँह न खोला जिस प्रकार भेड़ वध होने के समय और भेड़ी ऊन कतरने के समय चुपचाप शान्त रहती है वैसे ही उसने भी अपना मुँह न खोला +18671,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_053_008.wav,अत्याचार करके और दोष लगाकर वे उसे ले गए उस समय के लोगों में से किसने इस पर ध्यान दिया कि वह जीवितों के बीच में से उठा लिया गया मेरे ही लोगों के अपराधों के कारण उस पर मार पड़ी +18672,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_053_009.wav,उसकी कब्र भी दुष्टों के संग ठहराई गई और मृत्यु के समय वह धनवान का संगी हुआ यद्यपि उसने किसी प्रकार का उपद्रव न किया था और उसके मुँह से कभी छल की बात नहीं निकली थी +18673,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_053_010.wav,तो भी यहोवा को यही भाया कि उसे कुचले उसी ने उसको रोगी कर दिया जब वह अपना प्राण दोषबलि करे तब वह अपना वंश देखने पाएगा वह बहुत दिन जीवित रहेगा उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी +18674,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_053_011.wav,वह अपने प्राणों का दुःख उठाकर उसे देखेगा और तृप्त होगा अपने ज्ञान के द्वारा मेरा धर्मी दास बहुतेरों को धर्मी ठहराएगा और उनके अधर्म के कामों का बोझ आप उठा लेगा +18675,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_053_012.wav,इस कारण मैं उसे महान लोगों के संग भाग दूँगा और वह सामर्थियों के संग लूट बाँट लेगा क्योंकि उसने अपना प्राण मृत्यु के लिये उण्डेल दिया वह अपराधियों के संग गिना गया तो भी उसने बहुतों के पाप का बोझ उठा लिया और अपराधी के लिये विनती करता है +18676,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_001.wav,हे बाँझ तू जो पुत्रहीन है जयजयकार कर तू जिसे प्रसवपीड़ा नहीं हुई गला खोलकर जयजयकार कर और पुकार क्योंकि त्यागी हुई के लड़के सुहागिन के लड़कों से अधिक होंगे यहोवा का यही वचन है +18677,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_002.wav,अपने तम्बू का स्थान चौड़ा कर और तेरे डेरे के पट लम्बे किए जाएँ हाथ मत रोक रस्सियों को लम्बी और खूँटों को दृढ़ कर +18678,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_003.wav,क्योंकि तू दाएँबाएँ फैलेगी और तेरा वंश जातिजाति का अधिकारी होगा और उजड़े हुए नगरों को फिर से बसाएगा +18679,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_004.wav,मत डर क्योंकि तेरी आशा फिर नहीं टूटेगी मत घबरा क्योंकि तू फिर लज्जित न होगी और तुझ पर उदासी न छाएगी क्योंकि तू अपनी जवानी की लज्जा भूल जाएगी और अपने विधवापन की नामधराई को फिर स्मरण न करेगी +18680,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_005.wav,क्योंकि तेरा कर्ता तेरा पति है उसका नाम सेनाओं का यहोवा है और इस्राएल का पवित्र तेरा छुड़ानेवाला है वह सारी पृथ्वी का भी परमेश्वर कहलाएगा +18681,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_006.wav,क्योंकि यहोवा ने तुझे ऐसा बुलाया है मानो तू छोड़ी हुई और मन की दुःखिया और जवानी की त्यागी हुई स्त्री हो तेरे परमेश्वर का यही वचन है +18682,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_007.wav,क्षण भर ही के लिये मैंने तुझे छोड़ दिया था परन्तु अब बड़ी दया करके मैं फिर तुझे रख लूँगा +18683,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_008.wav,क्रोध के आवेग में आकर मैंने पल भर के लिये तुझ से मुँह छिपाया था परन्तु अब अनन्त करुणा से मैं तुझ पर दया करूँगा तेरे छुड़ानेवाले यहोवा का यही वचन है +18684,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_009.wav,यह मेरी दृष्टि में नूह के समय के जलप्रलय के समान है क्योंकि जैसे मैंने शपथ खाई थी कि नूह के समय के जलप्रलय से पृथ्वी फिर न डूबेगी वैसे ही मैंने यह भी शपथ खाई है कि फिर कभी तुझ पर क्रोध न करूँगा और न तुझको धमकी दूँगा +18685,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_010.wav,चाहे पहाड़ हट जाएँ और पहाड़ियाँ टल जाएँ तो भी मेरी करुणा तुझ पर से कभी न हटेगी और मेरी शान्तिदायक वाचा न टलेगी यहोवा जो तुझ पर दया करता है उसका यही वचन है +18686,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_011.wav,हे दुःखियारी तू जो आँधी की सताई है और जिसको शान्ति नहीं मिली सुन मैं तेरे पत्थरों की पच्चीकारी करके बैठाऊँगा और तेरी नींव नीलमणि से डालूँगा +18687,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_012.wav,तेरे कलश मैं माणिकों से तेरे फाटक लालड़ियों से और तेरे सब सीमाओं को मनोहर रत्नों से बनाऊँगा +18688,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_013.wav,तेरे सब लड़के यहोवा के सिखाए हुए होंगे और उनको बड़ी शान्ति मिलेगी +18689,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_014.wav,तू धार्मिकता के द्वारा स्थिर होगी तू अंधेर से बचेगी क्योंकि तुझे डरना न पड़ेगा और तू भयभीत होने से बचेगी क्योंकि भय का कारण तेरे पास न आएगा +18690,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_015.wav,सुन लोग भीड़ लगाएँगे परन्तु मेरी ओर से नहीं जितने तेरे विरुद्ध भीड़ लगाएँगे वे तेरे कारण गिरेंगे +18691,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_016.wav,सुन एक लोहार कोएले की आग धोंककर इसके लिये हथियार बनाता है वह मेरा ही सृजा हुआ है उजाड़ने के लिये भी मेरी ओर से एक नाश करनेवाला सृजा गया है +18692,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_054_017.wav,जितने हथियार तेरी हानि के लिये बनाए जाएँ उनमें से कोई सफल न होगा और जितने लोग मुद्दई होकर तुझ पर नालिश करें उन सभी से तू जी�� जाएगा यहोवा के दासों का यही भाग होगा और वे मेरे ही कारण धर्मी ठहरेंगे यहोवा की यही वाणी है +18693,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_001.wav,अहो सब प्यासे लोगों पानी के पास आओ और जिनके पास रुपया न हो तुम भी आकर मोल लो और खाओ दाखमधु और दूध बिन रुपये और बिना दाम ही आकर ले लो +18694,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_002.wav,जो भोजनवस्तु नहीं है उसके लिये तुम क्यों रुपया लगाते हो और जिससे पेट नहीं भरता उसके लिये क्यों परिश्रम करते हो मेरी ओर मन लगाकर सुनो तब उत्तम वस्तुएँ खाने पाओगे और चिकनीचिकनी वस्तुएँ खाकर सन्तुष्ट हो जाओगे +18695,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_003.wav,कान लगाओ और मेरे पास आओ सुनो तब तुम जीवित रहोगे और मैं तुम्हारे साथ सदा की वाचा बाँधूँगा अर्थात् दाऊद पर की अटल करुणा की वाचा +18696,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_004.wav,सुनो मैंने उसको राज्यराज्य के लोगों के लिये साक्षी और प्रधान और आज्ञा देनेवाला ठहराया है +18697,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_005.wav,सुन तू ऐसी जाति को जिसे तू नहीं जानता बुलाएगा और ऐसी जातियाँ जो तुझे नहीं जानती तेरे पास दौड़ी आएँगी वे तेरे परमेश्वर यहोवा और इस्राएल के पवित्र के निमित्त यह करेंगी क्योंकि उसने तुझे शोभायमान किया है +18698,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_006.wav,जब तक यहोवा मिल सकता है तब तक उसकी खोज में रहो जब तक वह निकट है तब तक उसे पुकारो +18699,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_007.wav,दुष्ट अपनी चाल चलन और अनर्थकारी अपने सोचविचार छोड़कर यहोवा ही की ओर फिरे वह उस पर दया करेगा वह हमारे परमेश्वर की ओर फिरे और वह पूरी रीति से उसको क्षमा करेगा +18700,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_008.wav,क्योंकि यहोवा कहता है मेरे विचार और तुम्हारे विचार एक समान नहीं है न तुम्हारी गति और मेरी गति एक सी है +18701,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_009.wav,क्योंकि मेरी और तुम्हारी गति में और मेरे और तुम्हारे सोच विचारों में आकाश और पृथ्वी का अन्तर है +18702,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_010.wav,जिस प्रकार से वर्षा और हिम आकाश से गिरते हैं और वहाँ ऐसे ही लौट नहीं जाते वरन् भूमि पर पड़कर उपज उपजाते हैं जिस से बोनेवाले को बीज और खानेवाले को रोटी मिलती है +18703,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_011.wav,उसी प्रकार से मेरा वचन भी होगा जो मेरे मुख से निकलता है वह व्यर्थ ठहरकर मेरे पास न लौटेगा परन्तु जो मेरी इच्छा है उसे वह पूरा करेगा और जिस काम के लिये मैंने उसको भेजा है उसे वह सफल करेगा +18704,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_012.wav,क्योंकि तुम आनन्द के साथ निकलोगे और शान्ति के साथ पहुँचाए जाओगे तुम्हारे आगेआगे पहाड़ और पहाड़ियाँ गला खोलकर जयजयकार करेंगी और मैदान के ���ब वृक्ष आनन्द के मारे ताली बजाएँगे +18705,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_055_013.wav,तब भटकटैयों के बदले सनोवर उगेंगे और बिच्छू पेड़ों के बदले मेंहदी उगेगी और इससे यहोवा का नाम होगा जो सदा का चिन्ह होगा और कभी न मिटेगा +18706,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_056_001.wav,यहोवा यह कहता है न्याय का पालन करो और धर्म के काम करो क्योंकि मैं शीघ्र तुम्हारा उद्धार करूँगा और मेरा धर्मी होना प्रगट होगा +18707,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_056_002.wav,क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो ऐसा ही करता और वह आदमी जो इस पर स्थिर रहता है जो विश्रामदिन को पवित्र मानता और अपवित्र करने से बचा रहता है और अपने हाथ को सब भाँति की बुराई करने से रोकता है +18708,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_056_003.wav,जो परदेशी यहोवा से मिल गए हैं वे न कहें यहोवा हमें अपनी प्रजा से निश्चय अलग करेगा और खोजे भी न कहें हम तो सूखे वृक्ष हैं +18709,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_056_004.wav,क्योंकि जो खोजे मेरे विश्रामदिन को मानते और जिस बात से मैं प्रसन्न रहता हूँ उसी को अपनाते और मेरी वाचा का पालन करते हैं उनके विषय यहोवा यह कहता है +18710,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_056_005.wav,मैं अपने भवन और अपनी शहरपनाह के भीतर उनको ऐसा नाम दूँगा जो पुत्रपुत्रियों से कहीं उत्तम होगा मैं उनका नाम सदा बनाए रखूँगा और वह कभी न मिटाया जाएगा +18711,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_056_006.wav,परदेशी भी जो यहोवा के साथ इस इच्छा से मिले हुए हैं कि उसकी सेवा टहल करें और यहोवा के नाम से प्रीति रखें और उसके दास हो जाएँ जितने विश्रामदिन को अपवित्र करने से बचे रहते और मेरी वाचा को पालते हैं +18712,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_056_007.wav,उनको मैं अपने पवित्र पर्वत पर ले आकर अपने प्रार्थना के भवन में आनन्दित करूँगा उनके होमबलि और मेलबलि मेरी वेदी पर ग्रहण किए जाएँगे क्योंकि मेरा भवन सब देशों के लोगों के लिये प्रार्थना का घर कहलाएगा +18713,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_056_008.wav,प्रभु यहोवा जो निकाले हुए इस्राएलियों को इकट्ठे करनेवाला है उसकी यह वाणी है कि जो इकट्ठे किए गए हैं उनके साथ मैं औरों को भी इकट्ठे करके मिला दूँगा +18714,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_056_009.wav,हे मैदान के सब जन्तुओं हे वन के सब पशुओं खाने के लिये आओ +18715,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_056_010.wav,उसके पहरूए अंधे हैं वे सब के सब अज्ञानी हैं वे सब के सब गूँगे कुत्ते हैं जो भौंक नहीं सकते वे स्वप्न देखनेवाले और लेटे रहकर सोते रहना चाहते हैं +18716,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_056_011.wav,वे मरभूखे कुत्ते हैं जो कभी तृप्त नहीं होते वे चरवाहे हैं जिनमें समझ ही नहीं उन सभी ने अपनेअपने लाभ के लिये अपनाअपना मार्ग लिया है +18717,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_056_012.wav,वे कहते हैं आओ हम दाखमधु ले आएँ आओ मदिरा पीकर छक जाएँ कल का दिन भी तो आज ही के समान अत्यन्त सुहावना होगा +18718,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_001.wav,धर्मी जन नाश होता है और कोई इस बात की चिन्ता नहीं करता भक्त मनुष्य उठा लिए जाते हैं परन्तु कोई नहीं सोचता धर्मी जन इसलिए उठा लिया गया कि आनेवाली आपत्ति से बच जाए +18719,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_002.wav,वह शान्ति को पहुँचता है जो सीधी चाल चलता है वह अपनी खाट पर विश्राम करता है +18720,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_003.wav,परन्तु तुम हे जादूगरनी के पुत्रों हे व्यभिचारी और व्यभिचारिणी की सन्तान यहाँ निकट आओ +18721,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_004.wav,तुम किस पर हँसी करते हो तुम किस पर मुँह खोलकर जीभ निकालते हो क्या तुम पाखण्डी और झूठे के वंश नहीं हो +18722,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_005.wav,तुम जो सब हरे वृक्षों के तले देवताओं के कारण कामातुर होते और नालों में और चट्टानों ही दरारों के बीच बालबच्चों को वध करते हो +18723,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_006.wav,नालों के चिकने पत्थर ही तेरा भाग और अंश ठहरे तूने उनके लिये तपावन दिया और अन्नबलि चढ़ाया है क्या मैं इन बातों से शान्त हो जाऊँ +18724,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_007.wav,एक बड़े ऊँचे पहाड़ पर तूने अपना बिछौना बिछाया है वहीं तू बलि चढ़ाने को चढ़ गई +18725,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_008.wav,तूने अपनी निशानी अपने द्वार के किवाड़ और चौखट की आड़ ही में रखी मुझे छोड़कर तू औरों को अपने आपको दिखाने के लिये चढ़ी तूने अपनी खाट चौड़ी की और उनसे वाचा बाँध ली तूने उनकी खाट को जहाँ देखा पसन्द किया +18726,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_009.wav,तू तेल लिए हुए राजा के पास गई और बहुत सुगन्धित तेल अपने काम में लाई अपने दूत तूने दूर तक भेजे और अधोलोक तक अपने को नीचा किया +18727,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_010.wav,तू अपनी यात्रा की लम्बाई के कारण थक गई तो भी तूने न कहा कि यह व्यर्थ है तेरा बल कुछ अधिक हो गया इसी कारण तू नहीं थकी +18728,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_011.wav,तूने किसके डर से झूठ कहा और किसका भय मानकर ऐसा किया कि मुझ को स्मरण नहीं रखा न मुझ पर ध्यान दिया क्या मैं बहुत काल से चुप नहीं रहा इस कारण तू मेरा भय नहीं मानती +18729,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_012.wav,मैं आप तेरी धार्मिकता और कर्मों का वर्णन करूँगा परन्तु उनसे तुझे कुछ लाभ न होगा +18730,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_013.wav,जब तू दुहाई दे तब जिन मूर्तियों को तूने जमा किया है वे ही तुझे छुड़ाएँ वे तो सब की सब वायु से वरन् एक ही फूँक से उड़ जाएँगी परन्तु जो मेरी शरण लेगा वह देश का अधिकारी होगा और मेरे पवित्र पर्वत का भी अधिकारी होगा +18731,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_014.wav,यह कहा जाएगा पाँति बाँध बाँधकर राजमार्ग बनाओ मेरी प्रजा के मार्ग में से हर एक ठोकर दूर करो +18732,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_015.wav,क्योंकि जो महान और उत्तम और सदैव स्थिर रहता और जिसका नाम पवित्र है वह यह कहता है मैं ऊँचे पर और पवित्रस्थान में निवास करता हूँ और उसके संग भी रहता हूँ जो खेदित और नम्र हैं कि नम्र लोगों के हृदय और खेदित लोगों के मन को हर्षित करूँ +18733,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_016.wav,मैं सदा मुकद्दमा न लड़ता रहूँगा न सर्वदा क्रोधित रहूँगा क्योंकि आत्मा मेरे बनाए हुए हैं और जीव मेरे सामने मूर्छित हो जाते हैं +18734,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_017.wav,उसके लोभ के पाप के कारण मैंने क्रोधित होकर उसको दुःख दिया था और क्रोध के मारे उससे मुँह छिपाया था परन्तु वह अपने मनमाने मार्ग में दूर भटकता चला गया था +18735,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_018.wav,मैं उसकी चाल देखता आया हूँ तो भी अब उसको चंगा करूँगा मैं उसे ले चलूँगा और विशेष करके उसके शोक करनेवालों को शान्ति दूँगा +18736,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_019.wav,मैं मुँह के फल का सृजनहार हूँ यहोवा ने कहा है जो दूर और जो निकट हैं दोनों को पूरी शान्ति मिले और मैं उसको चंगा करूँगा +18737,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_020.wav,परन्तु दुष्ट तो लहराते हुए समुद्र के समान है जो स्थिर नहीं रह सकता और उसका जल मैल और कीच उछालता है +18738,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_057_021.wav,दुष्टों के लिये शान्ति नहीं है मेरे परमेश्वर का यही वचन है +18739,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_001.wav,गला खोलकर पुकार कुछ न रख छोड़ नरसिंगे का सा ऊँचा शब्द कर मेरी प्रजा को उसका अपराध अर्थात् याकूब के घराने को उसका पाप जता दे +18740,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_002.wav,वे प्रतिदिन मेरे पास आते और मेरी गति जानने की इच्छा ऐसी रखते हैं मानो वे धर्मी लोग हैं जिन्होंने अपने परमेश्वर के नियमों को नहीं टाला वे मुझसे धर्म के नियम पूछते और परमेश्वर के निकट आने से प्रसन्न होते हैं +18741,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_003.wav,वे कहते हैं क्या कारण है कि हमने तो उपवास रखा परन्तु तूने इसकी सुधि नहीं ली हमने दुःख उठाया परन्तु तूने कुछ ध्यान नहीं दिया सुनो उपवास के दिन तुम अपनी ही इच्छा पूरी करते हो और अपने सेवकों से कठिन कामों को कराते हो +18742,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_004.wav,सुनो तुम्हारे उपवास का फल यह होता है कि तुम आपस में लड़ते और झगड़ते और दुष्टता से घूँसे मारते हो जैसा उपवास तुम आजकल रखते हो उससे तुम्हारी प्रार्थना ऊपर नहीं सुनाई देगी +18743,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_005.wav,जिस उपवास से मैं प्रसन्न होता हूँ अर्थात् जिसमें मनुष्य स्वयं को दीन करे क्या तुम इस प्रकार करते हो क्या सिर को झाऊ के समान झुकाना अपने नीचे टाट बिछाना और राख फैलाने ही को तुम उपवास और यहोवा को प्रसन्न करने का दिन कहते हो +18744,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_006.wav,जिस उपवास से मैं प्रसन्न होता हूँ वह क्या यह नहीं कि अन्याय से बनाए हुए दासों और अंधेर सहनेवालों का जूआ तोड़कर उनको छुड़ा लेना और सब जूओं को टुकड़ेटुकड़े कर देना +18745,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_007.wav,क्या वह यह नहीं है कि अपनी रोटी भूखों को बाँट देना अनाथ और मारेमारे फिरते हुओं को अपने घर ले आना किसी को नंगा देखकर वस्त्र पहनाना और अपने जातिभाइयों से अपने को न छिपाना +18746,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_008.wav,तब तेरा प्रकाश पौ फटने के समान चमकेगा और तू शीघ्र चंगा हो जाएगा तेरी धार्मिकता तेरे आगेआगे चलेगी यहोवा का तेज तेरे पीछे रक्षा करते चलेगा +18747,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_009.wav,तब तू पुकारेगा और यहोवा उत्तर देगा तू दुहाई देगा और वह कहेगा मैं यहाँ हूँ यदि तू अंधेर करना और उँगली उठाना और दुष्ट बातें बोलना छोड़ दे +18748,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_010.wav,उदारता से भूखे की सहायता करे और दीन दुःखियों को सन्तुष्ट करे तब अंधियारे में तेरा प्रकाश चमकेगा और तेरा घोर अंधकार दोपहर का सा उजियाला हो जाएगा +18749,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_011.wav,यहोवा तुझे लगातार लिए चलेगा और अकाल के समय तुझे तृप्त और तेरी हड्डियों को हरी भरी करेगा और तू सींची हुई बारी और ऐसे सोते के समान होगा जिसका जल कभी नहीं सूखता +18750,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_012.wav,तेरे वंश के लोग बहुत काल के उजड़े हुए स्थानों को फिर बसाएँगे तू पीढ़ीपीढ़ी की पड़ी हुई नींव पर घर उठाएगा तेरा नाम टूटे हुए बाड़े का सुधारक और पथों का ठीक करनेवाला पड़ेगा +18751,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_013.wav,यदि तू विश्रामदिन को अशुद्ध न करे अर्थात् मेरे उस पवित्र दिन में अपनी इच्छा पूरी करने का यत्न न करे और विश्रामदिन को आनन्द का दिन और यहोवा का पवित्र किया हुआ दिन समझकर माने यदि तू उसका सम्मान करके उस दिन अपने मार्ग पर न चले अपनी इच्छा पूरी न करे और अपनी ही बातें न बोले +18752,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_058_014.wav,तो तू यहोवा के कारण सुखी होगा और मैं तुझे देश के ऊँचे स्थानों पर चलने दूँगा मैं तेरे मूलपुरुष याकूब के भाग की उपज में से तुझे खिलाऊँगा क्योंकि यहोवा ही के मुख से यह वचन निकला है +18753,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_001.wav,सुनो यहोवा का हाथ ऐसा छोटा नहीं हो गया कि उद्धार न कर सके न वह ऐसा बहरा हो गया है कि सुन न सके +18754,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_002.wav,प���न्तु तुम्हारे अधर्म के कामों ने तुम को तुम्हारे परमेश्वर से अलग कर दिया है और तुम्हारे पापों के कारण उसका मुँह तुम से ऐसा छिपा है कि वह नहीं सुनता +18755,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_003.wav,क्योंकि तुम्हारे हाथ हत्या से और तुम्हारी अंगुलियाँ अधर्म के कर्मों से अपवित्र हो गईं हैं तुम्हारे मुँह से तो झूठ और तुम्हारी जीभ से कुटिल बातें निकलती हैं +18756,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_004.wav,कोई धर्म के साथ नालिश नहीं करता न कोई सच्चाई से मुकद्दमा लड़ता है वे मिथ्या पर भरोसा रखते हैं और झूठी बातें बकते हैं उसको मानो उत्पात का गर्भ रहता और वे अनर्थ को जन्म देते हैं +18757,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_005.wav,वे साँपिन के अण्डे सेते और मकड़ी के जाले बनाते हैं जो कोई उनके अण्डे खाता वह मर जाता है और जब कोई एक को फोड़ता तब उसमें से सपोला निकलता है +18758,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_006.wav,उनके जाले कपड़े का काम न देंगे न वे अपने कामों से अपने को ढाँप सकेंगे क्योंकि उनके काम अनर्थ ही के होते हैं और उनके हाथों से उपद्रव का काम होता है +18759,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_007.wav,वे बुराई करने को दौड़ते हैं और निर्दोष की हत्या करने को तत्पर रहते हैं उनकी युक्तियाँ व्यर्थ हैं उजाड़ और विनाश ही उनके मार्गों में हैं +18760,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_008.wav,शान्ति का मार्ग वे जानते ही नहीं और न उनके व्यवहार में न्याय है उनके पथ टेढ़े हैं जो कोई उन पर चले वह शान्ति न पाएगा +18761,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_009.wav,इस कारण न्याय हम से दूर है और धर्म हमारे समीप ही नहीं आता हम उजियाले की बाट तो जोहते हैं परन्तु देखो अंधियारा ही बना रहता है हम प्रकाश की आशा तो लगाए हैं परन्तु घोर अंधकार ही में चलते हैं +18762,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_010.wav,हम अंधों के समान दीवार टटोलते हैं हाँ हम बिना आँख के लोगों के समान टटोलते हैं हम दिन दोपहर रात के समान ठोकर खाते हैं हष्टपुष्टों के बीच हम मुर्दों के समान हैं +18763,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_011.wav,हम सब के सब रीछों के समान चिल्लाते हैं और पिण्डुकों के समान च्यूंच्यूं करते हैं हम न्याय की बाट तो जोहते हैं पर वह कहीं नहीं और उद्धार की बाट जोहते हैं पर वह हम से दूर ही रहता है +18764,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_012.wav,क्योंकि हमारे अपराध तेरे सामने बहुत हुए हैं हमारे पाप हमारे विरुद्ध साक्षी दे रहे हैं हमारे अपराध हमारे संग हैं और हम अपने अधर्म के काम जानते हैं +18765,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_013.wav,हमने यहोवा का अपराध किया है हम उससे मुकर गए और अपने परमेश्वर के पीछे चलना छोड़ दिया हम अंधेर करने लगे औ��� उलटफेर की बातें कहीं हमने झूठी बातें मन में गढ़ीं और कही भी हैं +18766,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_014.wav,न्याय तो पीछे हटाया गया और धर्म दूर खड़ा रह गया सच्चाई बाजार में गिर पड़ी और सिधाई प्रवेश नहीं करने पाती +18767,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_015.wav,हाँ सच्चाई खो गई और जो बुराई से भागता है वह शिकार हो जाता है यह देखकर यहोवा ने बुरा माना क्योंकि न्याय जाता रहा +18768,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_016.wav,उसने देखा कि कोई भी पुरुष नहीं और इससे अचम्भा किया कि कोई विनती करनेवाला नहीं तब उसने अपने ही भुजबल से उद्धार किया और अपने धर्मी होने के कारण वह सम्भल गया +18769,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_017.wav,उसने धार्मिकता को झिलम के समान पहन लिया और उसके सिर पर उद्धार का टोप रखा गया उसने बदला लेने का वस्त्र धारण किया और जलजलाहट को बागे के समान पहन लिया है +18770,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_018.wav,उनके कर्मों के अनुसार वह उनको फल देगा अपने द्रोहियों पर वह अपना क्रोध भड़काएगा और अपने शत्रुओं को उनकी कमाई देगा वह द्वीपवासियों को भी उनकी कमाई भर देगा +18771,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_019.wav,तब पश्चिम की ओर लोग यहोवा के नाम का और पूर्व की ओर उसकी महिमा का भय मानेंगे क्योंकि जब शत्रु महानद के समान चढ़ाई करेंगे तब यहोवा का आत्मा उसके विरुद्ध झण्डा खड़ा करेगा +18772,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_020.wav,याकूब में जो अपराध से मन फिराते हैं उनके लिये सिय्योन में एक छुड़ानेवाला आएगा यहोवा की यही वाणी है +18773,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_059_021.wav,यहोवा यह कहता है जो वाचा मैंने उनसे बाँधी है वह यह है कि मेरा आत्मा तुझ पर ठहरा है और अपने वचन जो मैंने तेरे मुँह में डाले हैं अब से लेकर सर्वदा तक वे तेरे मुँह से और तेरे पुत्रों और पोतों के मुँह से भी कभी न हटेंगे +18774,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_001.wav,उठ प्रकाशमान हो क्योंकि तेरा प्रकाश आ गया है और यहोवा का तेज तेरे ऊपर उदय हुआ है +18775,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_002.wav,देख पृथ्वी पर तो अंधियारा और राज्यराज्य के लोगों पर घोर अंधकार छाया हुआ है परन्तु तेरे ऊपर यहोवा उदय होगा और उसका तेज तुझ पर प्रगट होगा +18776,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_003.wav,जातिजाति तेरे पास प्रकाश के लिये और राजा तेरे आरोहण के प्रताप की ओर आएँगे +18777,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_004.wav,अपनी आँखें चारों ओर उठाकर देख वे सब के सब इकट्ठे होकर तेरे पास आ रहे हैं तेरे पुत्र दूर से आ रहे हैं और तेरी पुत्रियाँ हाथोंहाथ पहुँचाई जा रही हैं +18778,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_005.wav,तब तू इसे देखेगी और तेरा मुख चमकेगा तेरा हृदय थरथराएगा और आनन्द से भर जाएगा क्योंकि समुद्र ��ा सारा धन और जातिजाति की धनसम्पत्ति तुझको मिलेगी +18779,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_006.wav,तेरे देश में ऊँटों के झुण्ड और मिद्यान और एपा देशों की साँड़नियाँ इकट्ठी होंगी शेबा के सब लोग आकर सोना और लोबान भेंट लाएँगे और यहोवा का गुणानुवाद आनन्द से सुनाएँगे +18780,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_007.wav,केदार की सब भेड़बकरियाँ इकट्ठी होकर तेरी हो जाएँगी नबायोत के मेढ़े तेरी सेवा टहल के काम में आएँगे मेरी वेदी पर वे ग्रहण किए जाएँगे और मैं अपने शोभायमान भवन को और भी प्रतापी कर दूँगा +18781,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_008.wav,ये कौन हैं जो बादल के समान और अपने दरबों की ओर उड़ते हुए कबूतरों के समान चले आते हैं +18782,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_009.wav,निश्चय द्वीप मेरी ही बाट देखेंगे पहले तो तर्शीश के जहाज आएँगे कि तेरे पुत्रों को सोने चाँदी समेत तेरे परमेश्वर यहोवा अर्थात् इस्राएल के पवित्र के नाम के निमित्त दूर से पहुँचाए क्योंकि उसने तुझे शोभायमान किया है +18783,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_010.wav,परदेशी लोग तेरी शहरपनाह को उठाएँगे और उनके राजा तेरी सेवा टहल करेंगे क्योंकि मैंने क्रोध में आकर तुझे दुःख दिया था परन्तु अब तुझ से प्रसन्न होकर तुझ पर दया की है +18784,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_011.wav,तेरे फाटक सदैव खुले रहेंगे दिन और रात वे बन्द न किए जाएँगे जिससे जातिजाति की धनसम्पत्ति और उनके राजा बन्दी होकर तेरे पास पहुँचाए जाएँ +18785,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_012.wav,क्योंकि जो जाति और राज्य के लोग तेरी सेवा न करें वे नष्ट हो जाएँगे हाँ ऐसी जातियाँ पूरी रीति से सत्यानाश हो जाएँगी +18786,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_013.wav,लबानोन का वैभव अर्थात् सनोवर और देवदार और चीड़ के पेड़ एक साथ तेरे पास आएँगे कि मेरे पवित्रस्थान को सुशोभित करें और मैं अपने चरणों के स्थान को महिमा दूँगा +18787,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_014.wav,तेरे दुःख देनेवालों की सन्तान तेरे पास सिर झुकाए हुए आएँगी और जिन्होंने तेरा तिरस्कार किया सब तेरे पाँवों पर गिरकर दण्डवत् करेंगे वे तेरा नाम यहोवा का नगर इस्राएल के पवित्र का सिय्योन रखेंगे +18788,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_015.wav,तू जो त्यागी गई और घृणित ठहरी यहाँ तक कि कोई तुझ में से होकर नहीं जाता था इसके बदले मैं तुझे सदा के घमण्ड का और पीढ़ीपीढ़ी के हर्ष का कारण ठहराऊँगा +18789,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_016.wav,तू जातिजाति का दूध पी लेगी तू राजाओं की छातियाँ चूसेगी और तू जान लेगी कि मैं यहोवा तेरा उद्धारकर्ता और तेरा छुड़ानेवाला याकूब का सर्वशक्तिमान हूँ +18790,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_017.wav,मैं पीतल क�� बदले सोना लोहे के बदले चाँदी लकड़ी के बदले पीतल और पत्थर के बदले लोहा लाऊँगा मैं तेरे हाकिमों को मेलमिलाप और तेरे चौधरियों को धार्मिकता ठहराऊँगा +18791,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_018.wav,तेरे देश में फिर कभी उपद्रव और तेरी सीमाओं के भीतर उत्पात या अंधेर की चर्चा न सुनाई पड़ेगी परन्तु तू अपनी शहरपनाह का नाम उद्धार और अपने फाटकों का नाम यश रखेगी +18792,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_019.wav,फिर दिन को सूर्य तेरा उजियाला न होगा न चाँदनी के लिये चन्द्रमा परन्तु यहोवा तेरे लिये सदा का उजियाला और तेरा परमेश्वर तेरी शोभा ठहरेगा +18793,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_020.wav,तेरा सूर्य फिर कभी अस्त न होगा और न तेरे चन्द्रमा की ज्योति मलिन होगी क्योंकि यहोवा तेरी सदैव की ज्योति होगा और तेरे विलाप के दिन समाप्त हो जाएँगे +18794,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_021.wav,तेरे लोग सब के सब धर्मी होंगे वे सर्वदा देश के अधिकारी रहेंगे वे मेरे लगाए हुए पौधे और मेरे हाथों का काम ठहरेंगे जिससे मेरी महिमा प्रगट हो +18795,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_060_022.wav,छोटे से छोटा एक हजार हो जाएगा और सबसे दुर्बल एक सामर्थी जाति बन जाएगा मैं यहोवा हूँ ठीक समय पर यह सब कुछ शीघ्रता से पूरा करूँगा +18796,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_061_001.wav,प्रभु यहोवा का आत्मा मुझ पर है क्योंकि यहोवा ने सुसमाचार सुनाने के लिये मेरा अभिषेक किया और मुझे इसलिए भेजा है कि खेदित मन के लोगों को शान्ति दूँ कि बन्दियों के लिये स्वतंत्रता का और कैदियों के लिये छुटकारे का प्रचार करूँ +18797,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_061_002.wav,कि यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष का और हमारे परमेश्वर के पलटा लेने के दिन का प्रचार करूँ कि सब विलाप करनेवालों को शान्ति दूँ +18798,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_061_003.wav,और सिय्योन के विलाप करनेवालों के सिर पर की राख दूर करके सुन्दर पगड़ी बाँध दूँ कि उनका विलाप दूर करके हर्ष का तेल लगाऊँ और उनकी उदासी हटाकर यश का ओढ़ना ओढ़ाऊँ जिससे वे धार्मिकता के बांज वृक्ष और यहोवा के लगाए हुए कहलाएँ और जिससे उसकी महिमा प्रगट हो +18799,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_061_004.wav,तब वे बहुत काल के उजड़े हुए स्थानों को फिर बसाएँगे पूर्वकाल से पड़े हुए खण्डहरों में वे फिर घर बनाएँगे उजड़े हुए नगरों को जो पीढ़ीपीढ़ी से उजड़े हुए हों वे फिर नये सिरे से बसाएँगे +18800,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_061_005.wav,परदेशी आ खड़े होंगे और तुम्हारी भेड़बकरियों को चराएँगे और विदेशी लोग तुम्हारे हल चलानेवाले और दाख की बारी के माली होंगे +18801,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_061_006.wav,पर तुम यहोवा के याजक कहलाओगे वे तुम को हमारे परमेश्वर के सेवक कहेंगे और तुम जातिजाति की धनसम्पत्ति को खाओगे उनके वैभव की वस्तुएँ पाकर तुम बड़ाई करोगे +18802,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_061_007.wav,तुम्हारी नामधराई के बदले दूना भाग मिलेगा अनादर के बदले तुम अपने भाग के कारण जयजयकार करोगे तुम अपने देश में दूने भाग के अधिकारी होंगे और सदा आनन्दित बने रहोगे +18803,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_061_008.wav,क्योंकि मैं यहोवा न्याय से प्रीति रखता हूँ मैं अन्याय और डकैती से घृणा करता हूँ इसलिए मैं उनको उनका प्रतिफल सच्चाई से दूँगा और उनके साथ सदा की वाचा बाँधूँगा +18804,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_061_009.wav,उनका वंश जातिजाति में और उनकी सन्तान देशदेश के लोगों के बीच प्रसिद्ध होगी जितने उनको देखेंगे पहचान लेंगे कि यह वह वंश है जिसको परमेश्वर ने आशीष दी है +18805,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_061_010.wav,मैं यहोवा के कारण अति आनन्दित होऊँगा मेरा प्राण परमेश्वर के कारण मगन रहेगा क्योंकि उसने मुझे उद्धार के वस्त्र पहनाए और धार्मिकता की चद्दर ऐसे ओढ़ा दी है जैसे दूल्हा फूलों की माला से अपने आपको सजाता और दुल्हन अपने गहनों से अपना सिंगार करती है +18806,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_061_011.wav,क्योंकि जैसे भूमि अपनी उपज को उगाती और बारी में जो कुछ बोया जाता है उसको वह उपजाती है वैसे ही प्रभु यहोवा सब जातियों के सामने धार्मिकता और धन्यवाद को बढ़ाएगा +18807,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_062_001.wav,सिय्योन के निमित्त मैं चुप न रहूँगा और यरूशलेम के निमित्त मैं चैन न लूँगा जब तक कि उसकी धार्मिकता प्रकाश के समान और उसका उद्धार जलती हुई मशाल के समान दिखाई न दे +18808,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_062_002.wav,तब जातिजाति के लोग तेरी धार्मिकता और सब राजा तेरी महिमा देखेंगे और तेरा एक नया नाम रखा जाएगा जो यहोवा के मुख से निकलेगा +18809,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_062_003.wav,तू यहोवा के हाथ में एक शोभायमान मुकुट और अपने परमेश्वर की हथेली में राजमुकुट ठहरेगी +18810,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_062_004.wav,तू फिर त्यागी हुई न कहलाएगी और तेरी भूमि फिर उजड़ी हुई न कहलाएगी परन्तु तू हेप्सीबा और तेरी भूमि ब्यूला कहलाएगी क्योंकि यहोवा तुझ से प्रसन्न है और तेरी भूमि सुहागिन होगी +18811,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_062_005.wav,क्योंकि जिस प्रकार जवान पुरुष एक कुमारी को ब्याह लाता है वैसे ही तेरे पुत्र तुझे ब्याह लेंगे और जैसे दुल्हा अपनी दुल्हन के कारण हर्षित होता है वैसे ही तेरा परमेश्वर तेरे कारण हर्षित होगा +18812,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_062_006.wav,हे यरूशलेम मैंने तेरी शहरपनाह पर पहरूए बैठाए हैं वे दिनरात कभी चुप न रहेंगे हे यहोवा को स्मरण करनेवालों चुप न रहो +18813,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_062_007.wav,और जब तक वह यरूशलेम को स्थिर करके उसकी प्रशंसा पृथ्वी पर न फैला दे तब तक उसे भी चैन न लेने दो +18814,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_062_008.wav,यहोवा ने अपने दाहिने हाथ की और अपनी बलवन्त भुजा की शपथ खाई है निश्चय मैं भविष्य में तेरा अन्न अब फिर तेरे शत्रुओं को खाने के लिये न दूँगा और परदेशियों के पुत्र तेरा नया दाखमधु जिसके लिये तूने परिश्रम किया है नहीं पीने पाएँगे +18815,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_062_009.wav,केवल वे ही जिन्होंने उसे खत्ते में रखा हो उसमें से खाकर यहोवा की स्तुति करेंगे और जिन्होंने दाखमधु भण्डारों में रखा हो वे ही उसे मेरे पवित्रस्थान के आँगनों में पीने पाएँगे +18816,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_062_010.wav,जाओ फाटकों में से निकल जाओ प्रजा के लिये मार्ग सुधारो राजमार्ग सुधारकर ऊँचा करो उसमें से पत्थर बीनबीनकर फेंक दो देशदेश के लोगों के लिये झण्डा खड़ा करो +18817,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_062_011.wav,देखो यहोवा ने पृथ्वी की छोर तक इस आज्ञा का प्रचार किया है सिय्योन की बेटी से कहो देख तेरा उद्धारकर्ता आता है देख जो मजदूरी उसको देनी है वह उसके पास है और उसका काम उसके सामने है +18818,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_062_012.wav,और लोग उनको पवित्र प्रजा और यहोवा के छुड़ाए हुए कहेंगे और तेरा नाम ग्रहण की हुई अर्थात् नत्यागी हुई नगरी पड़ेगा +18819,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_001.wav,यह कौन है जो एदोम देश के बोस्रा नगर से लाल वस्त्र पहने हुए चला आता है जो अति बलवान और भड़कीला पहरावा पहने हुए झूमता चला आता है यह मैं ही हूँ जो धार्मिकता से बोलता और पूरा उद्धार करने की शक्ति रखता हूँ +18820,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_002.wav,तेरा पहरावा क्यों लाल है और क्या कारण है कि तेरे वस्त्र हौद में दाख रौंदनेवाले के समान हैं +18821,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_003.wav,मैंने तो अकेले ही हौद में दाखें रौंदी हैं और देश के लोगों में से किसी ने मेरा साथ नहीं दिया हाँ मैंने अपने क्रोध में आकर उन्हें रौंदा और जलकर उन्हें लताड़ा उनके लहू के छींटे मेरे वस्त्रों पर पड़े हैं इससे मेरा सारा पहरावा धब्बेदार हो गया है +18822,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_004.wav,क्योंकि बदला लेने का दिन मेरे मन में था और मेरी छुड़ाई हुई प्रजा का वर्ष आ पहुँचा है +18823,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_005.wav,मैंने खोजा पर कोई सहायक न दिखाई पड़ा मैंने इससे अचम्भा भी किया कि कोई सम्भालनेवाला नहीं था तब मैंने अपने ही भुजबल से उद्धार किया और मेरी जलजलाहट ही ने मुझे सम्भाला +18824,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_006.wav,हाँ मैंने अपने क्रोध में आकर देशदेश के लोगों को लताड़ा अपनी जलजलाहट से मैंने उन्हें मतवाला कर दिया और उनके लहू को भूमि पर बहा दिया +18825,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_007.wav,जितना उपकार यहोवा ने हम लोगों का किया अर्थात् इस्राएल के घराने पर दया और अत्यन्त करुणा करके उसने हम से जितनी भलाई कि उस सब के अनुसार मैं यहोवा के करुणामय कामों का वर्णन और उसका गुणानुवाद करूँगा +18826,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_008.wav,क्योंकि उसने कहा निःसन्देह ये मेरी प्रजा के लोग हैं ऐसे लड़के हैं जो धोखा न देंगे और वह उनका उद्धारकर्ता हो गया +18827,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_009.wav,उनके सारे संकट में उसने भी कष्ट उठाया और उसके सम्मुख रहनेवाले दूत ने उनका उद्धार किया प्रेम और कोमलता से उसने आप ही उनको छुड़ाया उसने उन्हें उठाया और प्राचीनकाल से सदा उन्हें लिए फिरा +18828,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_010.wav,तो भी उन्होंने बलवा किया और उसके पवित्र आत्मा को खेदित किया इस कारण वह पलटकर उनका शत्रु हो गया और स्वयं उनसे लड़ने लगा +18829,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_011.wav,तब उसके लोगों को उनके प्राचीन दिन अर्थात् मूसा के दिन स्मरण आए वे कहने लगे कि जो अपनी भेड़ों को उनके चरवाहे समेत समुद्र में से निकाल लाया वह कहाँ है जिसने उनके बीच अपना पवित्र आत्मा डाला वह कहाँ है +18830,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_012.wav,जिसने अपने प्रतापी भुजबल को मूसा के दाहिने हाथ के साथ कर दिया जिसने उनके सामने जल को दो भाग करके अपना सदा का नाम कर लिया +18831,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_013.wav,जो उनको गहरे समुद्र में से ले चला जैसा घोड़े को जंगल में वैसे ही उनको भी ठोकर न लगी वह कहाँ है +18832,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_014.wav,जैसे घरेलू पशु तराई में उतर जाता है वैसे ही यहोवा के आत्मा ने उनको विश्राम दिया इसी प्रकार से तूने अपनी प्रजा की अगुआई की ताकि अपना नाम महिमायुक्त बनाए +18833,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_015.wav,स्वर्ग से जो तेरा पवित्र और महिमापूर्ण वासस्थान है दृष्टि कर तेरी जलन और पराक्रम कहाँ रहे तेरी दया और करुणा मुझ पर से हट गई हैं +18834,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_016.wav,निश्चय तू हमारा पिता है यद्यपि अब्राहम हमें नहीं पहचानता और इस्राएल हमें ग्रहण नहीं करता तो भी हे यहोवा तू हमारा पिता और हमारा छुड़ानेवाला है प्राचीनकाल से यही तेरा नाम है +18835,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_017.wav,हे यहोवा तू क्यों हमको अपने मार्गों से भटका देता और हमारे मन ऐसे कठोर करता है कि हम तेरा भय नहीं मानते अपने दास अपने निज भाग के गोत्रों के निमित्त लौट आ +18836,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_018.wav,तेरी पव���त्र प्रजा तो थोड़े ही समय तक तेरे पवित्रस्थान की अधिकारी रही हमारे द्रोहियों ने उसे लताड़ दिया है +18837,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_063_019.wav,हम लोग तो ऐसे हो गए हैं मानो तूने हम पर कभी प्रभुता नहीं की और उनके समान जो कभी तेरे न कहलाए +18838,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_064_001.wav,भला हो कि तू आकाश को फाड़कर उतर आए और पहाड़ तेरे सामने काँप उठे +18839,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_064_002.wav,जैसे आग झाड़झँखाड़ को जला देती या जल को उबालती है उसी रीति से तू अपने शत्रुओं पर अपना नाम ऐसा प्रगट कर कि जातिजाति के लोग तेरे प्रताप से काँप उठें +18840,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_064_003.wav,जब तूने ऐसे भयानक काम किए जो हमारी आशा से भी बढ़कर थे तब तू उतर आया पहाड़ तेरे प्रताप से काँप उठे +18841,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_064_004.wav,क्योंकि प्राचीनकाल ही से तुझे छोड़ कोई और ऐसा परमेश्वर न तो कभी देखा गया और न कान से उसकी चर्चा सुनी गई जो अपनी बाट जोहनेवालों के लिये काम करे +18842,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_064_005.wav,तू तो उन्हीं से मिलता है जो धर्म के काम हर्ष के साथ करते और तेरे मार्गों पर चलते हुए तुझे स्मरण करते हैं देख तू क्रोधित हुआ था क्योंकि हमने पाप किया हमारी यह दशा तो बहुत समय से है क्या हमारा उद्धार हो सकता है +18843,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_064_006.wav,हम तो सब के सब अशुद्ध मनुष्य के से हैं और हमारे धार्मिकता के काम सब के सब मैले चिथड़ों के समान हैं हम सब के सब पत्ते के समान मुर्झा जाते हैं और हमारे अधर्म के कामों ने हमें वायु के समान उड़ा दिया है +18844,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_064_007.wav,कोई भी तुझ से प्रार्थना नहीं करता न कोई तुझ से सहायता लेने के लिये चौकसी करता है कि तुझ से लिपटा रहे क्योंकि हमारे अधर्म के कामों के कारण तूने हम से अपना मुँह छिपा लिया है और हमें हमारी बुराइयों के वश में छोड़ दिया है +18845,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_064_008.wav,तो भी हे यहोवा तू हमारा पिता है देख हम तो मिट्टी है और तू हमारा कुम्हार है हम सब के सब तेरे हाथ के काम हैं +18846,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_064_009.wav,इसलिए हे यहोवा अत्यन्त क्रोधित न हो और अनन्तकाल तक हमारे अधर्म को स्मरण न रख विचार करके देख हम तेरी विनती करते हैं हम सब तेरी प्रजा हैं +18847,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_064_010.wav,देख तेरे पवित्र नगर जंगल हो गए सिय्योन सुनसान हो गया है यरूशलेम उजड़ गया है +18848,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_064_011.wav,हमारा पवित्र और शोभायमान मन्दिर जिसमें हमारे पूर्वज तेरी स्तुति करते थे आग से जलाया गया और हमारी मनभावनी वस्तुएँ सब नष्ट हो गई हैं +18849,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_064_012.wav,हे यहोवा क्या इन बातों के होते हुए भी तू अपने क��� रोके रहेगा क्या तू हम लोगों को इस अत्यन्त दुर्दशा में रहने देगा +18850,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_001.wav,जो मुझ को पूछते भी न थे वे मेरे खोजी हैं जो मुझे ढूँढ़ते भी न थे उन्होंने मुझे पा लिया और जो जाति मेरी नहीं कहलाई थी उससे भी मैं कहता हूँ देख मैं उपस्थित हूँ +18851,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_002.wav,मैं एक हठीली जाति के लोगों की ओर दिन भर हाथ फैलाए रहा जो अपनी युक्तियों के अनुसार बुरे मार्गों में चलते हैं +18852,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_003.wav,ऐसे लोग जो मेरे सामने ही बारियों में बलि चढ़ाचढ़ाकर और ईंटों पर धूप जलाजलाकर मुझे लगातार क्रोध दिलाते हैं +18853,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_004.wav,ये कब्र के बीच बैठते और छिपे हुए स्थानों में रात बिताते जो सूअर का माँस खाते और घृणित वस्तुओं का रस अपने बर्तनों में रखते +18854,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_005.wav,जो कहते हैं हट जा मेरे निकट मत आ क्योंकि मैं तुझ से पवित्र हूँ ये मेरी नाक में धुएँ व उस आग के समान हैं जो दिन भर जलती रहती है विद्रोहियों को दण्ड +18855,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_006.wav,देखो यह बात मेरे सामने लिखी हुई है मैं चुप न रहूँगा मैं निश्चय बदला दूँगा वरन् तुम्हारे और तुम्हारे पुरखाओं के भी अधर्म के कामों का बदला तुम्हारी गोद में भर दूँगा +18856,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_007.wav,क्योंकि उन्होंने पहाड़ों पर धूप जलाया और पहाड़ियों पर मेरी निन्दा की है इसलिए मैं यहोवा कहता हूँ कि उनके पिछले कामों के बदले को मैं इनकी गोद में तौलकर दूँगा +18857,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_008.wav,यहोवा यह कहता है जिस भाँति दाख के किसी गुच्छे में जब नया दाखमधु भर आता है तब लोग कहते हैं उसे नाश मत कर क्योंकि उसमें आशीष है उसी भाँति मैं अपने दासों के निमित्त ऐसा करूँगा कि सभी को नाश न करूँगा +18858,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_009.wav,मैं याकूब में से एक वंश और यहूदा में से अपने पर्वतों का एक वारिस उत्पन्न करूँगा मेरे चुने हुए उसके वारिस होंगे और मेरे दास वहाँ निवास करेंगे +18859,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_010.wav,मेरी प्रजा जो मुझे ढूँढ़ती है उसकी भेड़बकरियाँ तो शारोन में चरेंगी और उसके गायबैल आकोर नामक तराई में विश्राम करेंगे +18860,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_011.wav,परन्तु तुम जो यहोवा को त्याग देते और मेरे पवित्र पर्वत को भूल जाते हो जो भाग्य देवता के लिये मेज पर भोजन की वस्तुएँ सजाते और भावी देवी के लिये मसाला मिला हुआ दाखमधु भर देते हो +18861,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_012.wav,मैं तुम्हें गिनगिनकर तलवार का कौर बनाऊँगा और तुम सब घात होने के लिये झुकोगे क्योंकि जब मैंने तुम्हें बुलाया तुम ने उत्तर न दिया जब मैं बोला तब तुम ने मेरी न सुनी वरन् जो मुझे बुरा लगता है वही तुम ने नित किया और जिससे मैं अप्रसन्न होता हूँ उसी को तुम ने अपनाया +18862,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_013.wav,इस कारण प्रभु यहोवा यह कहता है देखो मेरे दास तो खाएँगे पर तुम भूखे रहोगे मेरे दास पीएँगे पर तुम प्यासे रहोगे मेरे दास आनन्द करेंगे पर तुम लज्जित होंगे +18863,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_014.wav,देखो मेरे दास हर्ष के मारे जयजयकार करेंगे परन्तु तुम शोक से चिल्लाओगे और खेद के मारे हाय हाय करोगे +18864,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_015.wav,मेरे चुने हुए लोग तुम्हारी उपमा देदेकर श्राप देंगे और प्रभु यहोवा तुझको नाश करेगा परन्तु अपने दासों का दूसरा नाम रखेगा +18865,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_016.wav,तब सारे देश में जो कोई अपने को धन्य कहेगा वह सच्चे परमेश्वर का नाम लेकर अपने को धन्य कहेगा और जो कोई देश में शपथ खाए वह सच्चे परमेश्वर के नाम से शपथ खाएगा क्योंकि पिछला कष्ट दूर हो गया और वह मेरी आँखों से छिप गया है +18866,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_017.wav,क्योंकि देखो मैं नया आकाश और नई पृथ्वी उत्पन्न करता हूँ और पहली बातें स्मरण न रहेंगी और सोचविचार में भी न आएँगी +18867,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_018.wav,इसलिए जो मैं उत्पन्न करने पर हूँ उसके कारण तुम हर्षित हो और सदा सर्वदा मगन रहो क्योंकि देखो मैं यरूशलेम को मगन और उसकी प्रजा को आनन्दित बनाऊँगा +18868,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_019.wav,मैं आप यरूशलेम के कारण मगन और अपनी प्रजा के हेतु हर्षित होऊँगा उसमें फिर रोने या चिल्लाने का शब्द न सुनाई पड़ेगा +18869,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_020.wav,उसमें फिर न तो थोड़े दिन का बच्चा और न ऐसा बूढ़ा जाता रहेगा जिसने अपनी आयु पूरी न की हो क्योंकि जो लड़कपन में मरनेवाला है वह सौ वर्ष का होकर मरेगा परन्तु पापी सौ वर्ष का होकर श्रापित ठहरेगा +18870,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_021.wav,वे घर बनाकर उनमें बसेंगे वे दाख की बारियाँ लगाकर उनका फल खाएँगे +18871,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_022.wav,ऐसा नहीं होगा कि वे बनाएँ और दूसरा बसे या वे लगाएँ और दूसरा खाए क्योंकि मेरी प्रजा की आयु वृक्षों की सी होगी और मेरे चुने हुए अपने कामों का पूरा लाभ उठाएँगे +18872,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_023.wav,उनका परिश्रम व्यर्थ न होगा न उनके बालक घबराहट के लिये उत्पन्न होंगे क्योंकि वे यहोवा के धन्य लोगों का वंश ठहरेंगे और उनके बालबच्चे उनसे अलग न होंगे +18873,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_024.wav,उनके पुकारने से पहले ही मैं उनको उत्तर दूँगा और उनके माँगते ही मैं उनकी सुन लूँगा +18874,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_065_025.wav,भेड़िया औ��� मेम्ना एक संग चरा करेंगे और सिंह बैल के समान भूसा खाएगा और सर्प का आहार मिट्टी ही रहेगा मेरे सारे पवित्र पर्वत पर न तो कोई किसी को दुःख देगा और न कोई किसी की हानि करेगा यहोवा का यही वचन है +18875,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_001.wav,यहोवा यह कहता है आकाश मेरा सिंहासन और पृथ्वी मेरे चरणों की चौकी है तुम मेरे लिये कैसा भवन बनाओगे और मेरे विश्राम का कौन सा स्थान होगा +18876,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_002.wav,यहोवा की यह वाणी है ये सब वस्तुएँ मेरे ही हाथ की बनाई हुई हैं इसलिए ये सब मेरी ही हैं परन्तु मैं उसी की ओर दृष्टि करूँगा जो दीन और खेदित मन का हो और मेरा वचन सुनकर थरथराता हो +18877,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_003.wav,बैल का बलि करनेवाला मनुष्य के मार डालनेवाले के समान है जो भेड़ का चढ़ानेवाला है वह उसके समान है जो कुत्ते का गला काटता है जो अन्नबलि चढ़ाता है वह मानो सूअर का लहू चढ़ानेवाले के समान है और जो लोबान जलाता है वह उसके समान है जो मूरत को धन्य कहता है इन सभी ने अपनाअपना मार्ग चुन लिया है और घिनौनी वस्तुओं से उनके मन प्रसन्न होते हैं +18878,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_004.wav,इसलिए मैं भी उनके लिये दुःख की बातें निकालूँगा और जिन बातों से वे डरते हैं उन्हीं को उन पर लाऊँगा क्योंकि जब मैंने उन्हें बुलाया तब कोई न बोला और जब मैंने उनसे बातें की तब उन्होंने मेरी न सुनी परन्तु जो मेरी दृष्टि में बुरा था वही वे करते रहे और जिससे मैं अप्रसन्न होता था उसी को उन्होंने अपनाया +18879,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_005.wav,तुम जो यहोवा का वचन सुनकर थरथराते हो यहोवा का यह वचन सुनो तुम्हारे भाई जो तुम से बैर रखते और मेरे नाम के निमित्त तुम को अलग कर देते हैं उन्होंने कहा है यहोवा की महिमा तो बढ़े जिससे हम तुम्हारा आनन्द देखने पाएँ परन्तु उन्हीं को लज्जित होना पड़ेगा +18880,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_006.wav,सुनो नगर से कोलाहल की धूम मन्दिर से एक शब्द सुनाई देता है वह यहोवा का शब्द है वह अपने शत्रुओं को उनकी करनी का फल दे रहा है +18881,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_007.wav,उसकी प्रसवपीड़ा उठने से पहले ही उसने जन्मा दिया उसको पीड़ाएँ होने से पहले ही उससे बेटा जन्मा +18882,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_008.wav,ऐसी बात किसने कभी सुनी किसने कभी ऐसी बातें देखी क्या देश एक ही दिन में उत्पन्न हो सकता है क्या एक जाति क्षण मात्र में ही उत्पन्न हो सकती है क्योंकि सिय्योन की प्रसवपीड़ा उठी ही थीं कि उससे सन्तान उत्पन्न हो गए +18883,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_009.wav,यहोवा कहता है क्या मैं उसे जन्माने के समय तक पहुँचाकर न जन्माऊँ तेरा परमेश्वर कहता है मैं जो गर्भ देता हूँ क्या मैं कोख बन्द करूँ +18884,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_010.wav,हे यरूशलेम से सब प्रेम रखनेवालों उसके साथ आनन्द करो और उसके कारण मगन हो हे उसके विषय सब विलाप करनेवालों उसके साथ हर्षित हो +18885,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_011.wav,जिससे तुम उसके शान्तिरूपी स्तन से दूध पी पीकर तृप्त हो और दूध पीकर उसकी महिमा की बहुतायत से अत्यन्त सुखी हो +18886,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_012.wav,क्योंकि यहोवा यह कहता है देखो मैं उसकी ओर शान्ति को नदी के समान और जातिजाति के धन को नदी की बाढ़ के समान बहा दूँगा और तुम उससे पीओगे तुम उसकी गोद में उठाए जाओगे और उसके घुटनों पर कुदाए जाओगे +18887,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_013.wav,जिस प्रकार माता अपने पुत्र को शान्ति देती है वैसे ही मैं भी तुम्हें शान्ति दूँगा तुम को यरूशलेम ही में शान्ति मिलेगी +18888,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_014.wav,तुम यह देखोगे और प्रफुल्लित होंगे तुम्हारी हड्डियाँ घास के समान हरीभरी होंगी और यहोवा का हाथ उसके दासों के लिये प्रगट होगा और उसके शत्रुओं के ऊपर उसका क्रोध भड़केगा +18889,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_015.wav,क्योंकि देखो यहोवा आग के साथ आएगा और उसके रथ बवण्डर के समान होंगे जिससे वह अपने क्रोध को जलजलाहट के साथ और अपनी चितौनी को भस्म करनेवाली आग की लपट से प्रगट करे +18890,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_016.wav,क्योंकि यहोवा सब प्राणियों का न्याय आग से और अपनी तलवार से करेगा और यहोवा के मारे हुए बहुत होंगे +18891,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_017.wav,जो लोग अपने को इसलिए पवित्र और शुद्ध करते हैं कि बारियों में जाएँ और किसी के पीछे खड़े होकर सूअर या चूहे का माँस और अन्य घृणित वस्तुएँ खाते हैं वे एक ही संग नाश हो जाएँगे यहोवा की यही वाणी है +18892,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_018.wav,क्योंकि मैं उनके काम और उनकी कल्पनाएँ दोनों अच्छी रीति से जानता हूँ और वह समय आता है जब मैं सारी जातियों और भिन्नभिन्न भाषा बोलनेवालों को इकट्ठा करूँगा और वे आकर मेरी महिमा देखेंगे +18893,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_019.wav,मैं उनमें एक चिन्ह प्रगट करूँगा और उनके बचे हुओं को मैं उन जातियों के पास भेजूँगा जिन्होंने न तो मेरा समाचार सुना है और न मेरी महिमा देखी है अर्थात् तर्शीशियों और धनुर्धारी पूलियों और लूदियों के पास और तुबलियों और यूनानियों और दूर द्वीपवासियों के पास भी भेज दूँगा और वे जातिजाति में मेरी महिमा का वर्णन करेंगे +18894,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_020.wav,जैसे इस्राएली लोग अन्नबलि को शुद्ध पात���र में रखकर यहोवा के भवन में ले आते हैं वैसे ही वे तुम्हारे सब भाइयों को भाइयों को जातियों से घोड़ों रथों पालकियों खच्चरों और साँड़नियों पर चढ़ाचढ़ाकर मेरे पवित्र पर्वत यरूशलेम पर यहोवा की भेंट के लिये ले आएँगे यहोवा का यही वचन है +18895,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_021.wav,और उनमें से मैं कुछ लोगों को याजक और लेवीय पद के लिये भी चुन लूँगा +18896,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_022.wav,क्योंकि जिस प्रकार नया आकाश और नई पृथ्वी जो मैं बनाने पर हूँ मेरे सम्मुख बनी रहेगी उसी प्रकार तुम्हारा वंश और तुम्हारा नाम भी बना रहेगा यहोवा की यही वाणी है +18897,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_023.wav,फिर ऐसा होगा कि एक नये चाँद से दूसरे नये चाँद के दिन तक और एक विश्रामदिन से दूसरे विश्रामदिन तक समस्त प्राणी मेरे सामने दण्डवत् करने को आया करेंगे यहोवा का यही वचन है +18898,data/cleaned/hindi/ISA/ISA_066_024.wav,तब वे निकलकर उन लोगों के शवों पर जिन्होंने मुझसे बलवा किया दृष्टि डालेंगे क्योंकि उनमें पड़े हुए कीड़े कभी न मरेंगे उनकी आग कभी न बुझेगी और सारे मनुष्यों को उनसे अत्यन्त घृणा होगी +18899,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_001.wav,जो नगरी लोगों से भरपूर थी वह अब कैसी अकेली बैठी हुई है वह क्यों एक विधवा के समान बन गई वह जो जातियों की दृष्टि में महान और प्रान्तों में रानी थी अब क्यों कर देनेवाली हो गई है +18900,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_002.wav,रात को वह फूट फूटकर रोती है उसके आँसू गालों पर ढलकते हैं उसके सब यारों में से अब कोई उसे शान्ति नहीं देता उसके सब मित्रों ने उससे विश्वासघात किया और उसके शत्रु बन गए हैं +18901,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_003.wav,यहूदा दुःख और कठिन दासत्व के कारण परदेश चली गई परन्तु अन्यजातियों में रहती हुई वह चैन नहीं पाती उसके सब खदेड़नेवालों ने उसकी सकेती में उसे पकड़ लिया है +18902,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_004.wav,सिय्योन के मार्ग विलाप कर रहे हैं क्योंकि नियत पर्वों में कोई नहीं आता है उसके सब फाटक सुनसान पड़े हैं उसके याजक कराहते हैं उसकी कुमारियाँ शोकित हैं और वह आप कठिन दुःख भोग रही है +18903,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_005.wav,उसके द्रोही प्रधान हो गए उसके शत्रु उन्नति कर रहे हैं क्योंकि यहोवा ने उसके बहुत से अपराधों के कारण उसे दुःख दिया है उसके बालबच्चों को शत्रु हाँकहाँककर बँधुआई में ले गए +18904,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_006.wav,सिय्योन की पुत्री का सारा प्रताप जाता रहा है उसके हाकिम ऐसे हिरनों के समान हो गए हैं जिन्हें कोई चरागाह नहीं मिलती वे खदेड़नेवालों के सामने से बलहीन होक��� भागते हैं +18905,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_007.wav,यरूशलेम ने इन दुःख भरे और संकट के दिनों में जब उसके लोग द्रोहियों के हाथ में पड़े और उसका कोई सहायक न रहा अपनी सब मनभावनी वस्तुओं को जो प्राचीनकाल से उसकी थीं स्मरण किया है उसके द्रोहियों ने उसको उजड़ा देखकर उपहास में उड़ाया है +18906,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_008.wav,यरूशलेम ने बड़ा पाप किया इसलिए वह अशुद्ध स्त्री सी हो गई है जितने उसका आदर करते थे वे उसका निरादर करते हैं क्योंकि उन्होंने उसकी नंगाई देखी है हाँ वह कराहती हुई मुँह फेर लेती है +18907,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_009.wav,उसकी अशुद्धता उसके वस्त्र पर है उसने अपने अन्त का स्मरण न रखा इसलिए वह भयंकर रीति से गिराई गई और कोई उसे शान्ति नहीं देता है हे यहोवा मेरे दुःख पर दृष्टि कर क्योंकि शत्रु मेरे विरुद्ध सफल हुआ है +18908,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_010.wav,द्रोहियों ने उसकी सब मनभावनी वस्तुओं पर हाथ बढ़ाया है हाँ अन्यजातियों को जिनके विषय में तूने आज्ञा दी थी कि वे तेरी सभा में भागी न होने पाएँगी उनको उसने तेरे पवित्रस्थान में घुसा हुआ देखा है +18909,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_011.wav,उसके सब निवासी कराहते हुए भोजनवस्तु ढूँढ़ रहे हैं उन्होंने अपना प्राण बचाने के लिये अपनी मनभावनी वस्तुएँ बेचकर भोजन मोल लिया है हे यहोवा दृष्टि कर और ध्यान से देख क्योंकि मैं तुच्छ हो गई हूँ +18910,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_012.wav,हे सब बटोहियों क्या तुम्हें इस बात की कुछ भी चिन्ता नहीं दृष्टि करके देखो क्या मेरे दुःख से बढ़कर कोई और पीड़ा है जो यहोवा ने अपने क्रोध के दिन मुझ पर डाल दी है +18911,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_013.wav,उसने ऊपर से मेरी हड्डियों में आग लगाई है और वे उससे भस्म हो गईं उसने मेरे पैरों के लिये जाल लगाया और मुझ को उलटा फेर दिया है उसने ऐसा किया कि मैं त्यागी हुई सी और रोग से लगातार निर्बल रहती हूँ +18912,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_014.wav,उसने जूए की रस्सियों की समान मेरे अपराधों को अपने हाथ से कसा है उसने उन्हें बटकर मेरी गर्दन पर चढ़ाया और मेरा बल घटा दिया है जिनका मैं सामना भी नहीं कर सकती उन्हीं के वश में यहोवा ने मुझे कर दिया है +18913,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_015.wav,यहोवा ने मेरे सब पराक्रमी पुरुषों को तुच्छ जाना उसने नियत पर्व का प्रचार करके लोगों को मेरे विरुद्ध बुलाया कि मेरे जवानों को पीस डाले यहूदा की कुमारी कन्या को यहोवा ने मानो कुण्ड में पेरा है +18914,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_016.wav,इन बातों के कारण मैं रोती हूँ मेरी आँखों से आँसू की धारा बहती रहती है क्योंकि जिस शान्तिदाता के कारण मेरा जी हरा भरा हो जाता था वह मुझसे दूर हो गया मेरे बच्चे अकेले हो गए क्योंकि शत्रु प्रबल हुआ है +18915,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_017.wav,सिय्योन हाथ फैलाए हुए है उसे कोई शान्ति नहीं देता यहोवा ने याकूब के विषय में यह आज्ञा दी है कि उसके चारों ओर के निवासी उसके द्रोही हो जाएँ यरूशलेम उनके बीच अशुद्ध स्त्री के समान हो गई है +18916,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_018.wav,यहोवा सच्चाई पर है क्योंकि मैंने उसकी आज्ञा का उल्लंघन किया है हे सब लोगों सुनो और मेरी पीड़ा को देखो मेरे कुमार और कुमारियाँ बँधुआई में चली गई हैं +18917,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_019.wav,मैंने अपने मित्रों को पुकारा परन्तु उन्होंने भी मुझे धोखा दिया जब मेरे याजक और पुरनिये इसलिए भोजनवस्तु ढूँढ़ रहे थे कि खाने से उनका जी हरा हो जाए तब नगर ही में उनके प्राण छूट गए +18918,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_020.wav,हे यहोवा दृष्टि कर क्योंकि मैं संकट में हूँ मेरी अंतड़ियाँ ऐंठी जाती हैं मेरा हृदय उलट गया है क्योंकि मैंने बहुत बलवा किया है बाहर तो मैं तलवार से निर्वंश होती हूँ और घर में मृत्यु विराज रही है +18919,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_021.wav,उन्होंने सुना है कि मैं कराहती हूँ परन्तु कोई मुझे शान्ति नहीं देता मेरे सब शत्रुओं ने मेरी विपत्ति का समाचार सुना है वे इससे हर्षित हो गए कि तू ही ने यह किया है परन्तु जिस दिन की चर्चा तूने प्रचार करके सुनाई है उसको तू दिखा तब वे भी मेरे समान हो जाएँगे +18920,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_001_022.wav,उनकी सारी दुष्टता की ओर दृष्टि कर और जैसा मेरे सारे अपराधों के कारण तूने मुझे दण्ड दिया वैसा ही उनको भी दण्ड दे क्योंकि मैं बहुत ही कराहती हूँ और मेरा हृदय रोग से निर्बल हो गया है +18921,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_001.wav,यहोवा ने सिय्योन की पुत्री को किस प्रकार अपने कोप के बादलों से ढाँप दिया है उसने इस्राएल की शोभा को आकाश से धरती पर पटक दिया और कोप के दिन अपने पाँवों की चौकी को स्मरण नहीं किया +18922,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_002.wav,यहोवा ने याकूब की सब बस्तियों को निष्ठुरता से नष्ट किया है उसने रोष में आकर यहूदा की पुत्री के दृढ़ गढ़ों को ढाकर मिट्टी में मिला दिया है उसने हाकिमों समेत राज्य को अपवित्र ठहराया है +18923,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_003.wav,उसने क्रोध में आकर इस्राएल के सींग को जड़ से काट डाला है उसने शत्रु के सामने उनकी सहायता करने से अपना दाहिना हाथ खींच लिया है उसने चारों ओर भस्म करती हुई लौ के समान याकूब को जला दिया है +18924,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_004.wav,उसने शत्रु बनकर धनुष चढ़ाया और बैरी बनकर दाहिना हाथ बढ़ाए हुए खड़ा है और जितने देखने में मनभावने थे उन सब को उसने घात किया सिय्योन की पुत्री के तम्बू पर उसने आग के समान अपनी जलजलाहट भड़का दी है +18925,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_005.wav,यहोवा शत्रु बन गया उसने इस्राएल को निगल लिया उसके सारे भवनों को उसने मिटा दिया और उसके दृढ़ गढ़ों को नष्ट कर डाला है और यहूदा की पुत्री का रोनापीटना बहुत बढ़ाया है +18926,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_006.wav,उसने अपना मण्डप बारी के मचान के समान अचानक गिरा दिया अपने मिलापस्थान को उसने नाश किया है यहोवा ने सिय्योन में नियत पर्व और विश्रामदिन दोनों को भुला दिया है और अपने भड़के हुए कोप से राजा और याजक दोनों का तिरस्कार किया है +18927,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_007.wav,यहोवा ने अपनी वेदी मन से उतार दी और अपना पवित्रस्थान अपमान के साथ तज दिया है उसके भवनों की दीवारों को उसने शत्रुओं के वश में कर दिया यहोवा के भवन में उन्होंने ऐसा कोलाहल मचाया कि मानो नियत पर्व का दिन हो +18928,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_008.wav,यहोवा ने सिय्योन की कुमारी की शहरपनाह तोड़ डालने की ठानी थी उसने डोरी डाली और अपना हाथ उसे नाश करने से नहीं खींचा उसने किले और शहरपनाह दोनों से विलाप करवाया वे दोनों एक साथ गिराए गए हैं +18929,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_009.wav,उसके फाटक भूमि में धस गए हैं उनके बेंड़ों को उसने तोड़कर नाश किया उसके राजा और हाकिम अन्यजातियों में रहने के कारण व्यवस्थारहित हो गए हैं और उसके भविष्यद्वक्ता यहोवा से दर्शन नहीं पाते हैं +18930,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_010.wav,सिय्योन की पुत्री के पुरनिये भूमि पर चुपचाप बैठे हैं उन्होंने अपने सिर पर धूल उड़ाई और टाट का फेंटा बाँधा है यरूशलेम की कुमारियों ने अपनाअपना सिर भूमि तक झुकाया है +18931,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_011.wav,मेरी आँखें आँसू बहातेबहाते धुँधली पड़ गई हैं मेरी अंतड़ियाँ ऐंठी जाती हैं मेरे लोगों की पुत्री के विनाश के कारण मेरा कलेजा फट गया है क्योंकि बच्चे वरन् दूधपीते बच्चे भी नगर के चौकों में मूर्छित होते हैं +18932,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_012.wav,वे अपनीअपनी माता से रोकर कहते हैं अन्न और दाखमधु कहाँ हैं वे नगर के चौकों में घायल किए हुए मनुष्य के समान मूर्छित होकर अपने प्राण अपनीअपनी माता की गोद में छोड़ते हैं +18933,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_013.wav,हे यरूशलेम की पुत्री मैं तुझ से क्या कहूँ मैं तेरी उपमा किस से दूँ हे सिय्योन की कुमारी कन्या मैं कौन सी वस्तु तेरे ��मान ठहराकर तुझे शान्ति दूँ क्योंकि तेरा दुःख समुद्र सा अपार है तुझे कौन चंगा कर सकता है +18934,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_014.wav,तेरे भविष्यद्वक्ताओं ने दर्शन का दावा करके तुझ से व्यर्थ और मूर्खता की बातें कही हैं उन्होंने तेरा अधर्म प्रगट नहीं किया नहीं तो तेरी बँधुआई न होने पाती परन्तु उन्होंने तुझे व्यर्थ के और झूठे वचन बताए जो तेरे लिये देश से निकाल दिए जाने का कारण हुए +18935,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_015.wav,सब बटोही तुझ पर ताली बजाते हैं वे यरूशलेम की पुत्री पर यह कहकर ताली बजाते और सिर हिलाते हैं क्या यह वही नगरी है जिसे परम सुन्दरी और सारी पृथ्वी के हर्ष का कारण कहते थे +18936,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_016.wav,तेरे सब शत्रुओं ने तुझ पर मुँह पसारा है वे ताली बजाते और दाँत पीसते हैं वे कहते हैं हम उसे निगल गए हैं जिस दिन की बाट हम जोहते थे वह यही है वह हमको मिल गया हम उसको देख चुके हैं +18937,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_017.wav,यहोवा ने जो कुछ ठाना था वही किया भी है जो वचन वह प्राचीनकाल से कहता आया है वही उसने पूरा भी किया है उसने निष्ठुरता से तुझे ढा दिया है उसने शत्रुओं को तुझ पर आनन्दित किया और तेरे द्रोहियों के सींग को ऊँचा किया है +18938,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_018.wav,वे प्रभु की ओर तन मन से पुकारते हैं हे सिय्योन की कुमारी की शहरपनाह अपने आँसू रात दिन नदी के समान बहाती रह तनिक भी विश्राम न ले न तेरी आँख की पुतली चैन ले +18939,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_019.wav,रात के हर पहर के आरम्भ में उठकर चिल्लाया कर प्रभु के सम्मुख अपने मन की बातों को धारा के समान उण्डेल तेरे बालबच्चे जो हर एक सड़क के सिरे पर भूख के कारण मूर्छित हो रहे हैं उनके प्राण के निमित्त अपने हाथ उसकी ओर फैला +18940,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_020.wav,हे यहोवा दृष्टि कर और ध्यान से देख कि तूने यह सब दुःख किसको दिया है क्या स्त्रियाँ अपना फल अर्थात् अपनी गोद के बच्चों को खा डालें हे प्रभु क्या याजक और भविष्यद्वक्ता तेरे पवित्रस्थान में घात किए जाएँ +18941,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_021.wav,सड़कों में लड़के और बूढ़े दोनों भूमि पर पड़े हैं मेरी कुमारियाँ और जवान लोग तलवार से गिर गए हैं तूने कोप करने के दिन उन्हें घात किया तूने निष्ठुरता के साथ उनका वध किया है +18942,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_002_022.wav,तूने मेरे भय के कारणों को नियत पर्व की भीड़ के समान चारों ओर से बुलाया है और यहोवा के कोप के दिन न तो कोई भाग निकला और न कोई बच रहा है जिनको मैंने गोद में लिया और पालपोसकर बढ़ाया था मेरे शत्रु ने उनका ���न्त कर डाला है +18943,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_001.wav,उसके रोष की छड़ी से दुःख भोगनेवाला पुरुष मैं ही हूँ +18944,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_002.wav,वह मुझे ले जाकर उजियाले में नहीं अंधियारे ही में चलाता है +18945,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_003.wav,उसका हाथ दिन भर मेरे ही विरुद्ध उठता रहता है +18946,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_004.wav,उसने मेरा माँस और चमड़ा गला दिया है और मेरी हड्डियों को तोड़ दिया है +18947,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_005.wav,उसने मुझे रोकने के लिये किला बनाया और मुझ को कठिन दुःख और श्रम से घेरा है +18948,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_006.wav,उसने मुझे बहुत दिन के मरे हुए लोगों के समान अंधेरे स्थानों में बसा दिया है +18949,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_007.wav,मेरे चारों ओर उसने बाड़ा बाँधा है कि मैं निकल नहीं सकता उसने मुझे भारी साँकल से जकड़ा है +18950,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_008.wav,मैं चिल्लाचिल्ला के दुहाई देता हूँ तो भी वह मेरी प्रार्थना नहीं सुनता +18951,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_009.wav,मेरे मार्गों को उसने गढ़े हुए पत्थरों से रोक रखा है मेरी डगरों को उसने टेढ़ी कर दिया है +18952,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_010.wav,वह मेरे लिये घात में बैठे हुए रीछ और घात लगाए हुए सिंह के समान है +18953,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_011.wav,उसने मुझे मेरे मार्गों से भुला दिया और मुझे फाड़ डाला उसने मुझ को उजाड़ दिया है +18954,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_012.wav,उसने धनुष चढ़ाकर मुझे अपने तीर का निशाना बनाया है +18955,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_013.wav,उसने अपनी तीरों से मेरे हृदय को बेध दिया है +18956,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_014.wav,सब लोग मुझ पर हँसते हैं और दिन भर मुझ पर ढालकर गीत गाते हैं +18957,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_015.wav,उसने मुझे कठिन दुःख से भर दिया और नागदौना पिलाकर तृप्त किया है +18958,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_016.wav,उसने मेरे दाँतों को कंकड़ से तोड़ डाला और मुझे राख से ढाँप दिया है +18959,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_017.wav,और मुझ को मन से उतारकर कुशल से रहित किया है मैं कल्याण भूल गया हूँ +18960,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_018.wav,इसलिए मैंने कहा मेरा बल नष्ट हुआ और मेरी आशा जो यहोवा पर थी वह टूट गई है +18961,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_019.wav,मेरा दुःख और मारामारा फिरना मेरा नागदौने और विष का पीना स्मरण कर +18962,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_020.wav,मैं उन्हीं पर सोचता रहता हूँ इससे मेरा प्राण ढला जाता है +18963,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_021.wav,परन्तु मैं यह स्मरण करता हूँ इसलिए मुझे आशा है +18964,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_022.wav,हम मिट नहीं गए यह यहोवा की महाकरुणा का फल है क्योंकि उसकी दया अमर है +18965,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_023.wav,प्रति भोर वह नई होती रहती है तेरी सच्चाई महान है +18966,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_024.wav,मेरे मन ने कहा यहोवा मेरा भाग है इस कारण मैं उसमें आशा रखूँगा +18967,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_025.wav,जो यहोवा की बाट जोहते और उसके पास जाते हैं उनके लिये यहोवा भला है +18968,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_026.wav,यहोवा से उद्धार पाने की आशा रखकर चुपचाप रहना भला है +18969,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_027.wav,पुरुष के लिये जवानी में जूआ उठाना भला है +18970,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_028.wav,वह यह जानकर अकेला चुपचाप रहे कि परमेश्वर ही ने उस पर यह बोझ डाला है +18971,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_029.wav,वह अपना मुँह धूल में रखे क्या जाने इसमें कुछ आशा हो +18972,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_030.wav,वह अपना गाल अपने मारनेवाले की ओर फेरे और नामधराई सहता रहे +18973,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_031.wav,क्योंकि प्रभु मन से सर्वदा उतारे नहीं रहता +18974,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_032.wav,चाहे वह दुःख भी दे तो भी अपनी करुणा की बहुतायत के कारण वह दया भी करता है +18975,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_033.wav,क्योंकि वह मनुष्यों को अपने मन से न तो दबाता है और न दुःख देता है +18976,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_034.wav,पृथ्वी भर के बन्दियों को पाँव के तले दलित करना +18977,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_035.wav,किसी पुरुष का हक़ परमप्रधान के सामने मारना +18978,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_036.wav,और किसी मनुष्य का मुकद्दमा बिगाड़ना इन तीन कामों को यहोवा देख नहीं सकता +18979,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_037.wav,यदि यहोवा ने आज्ञा न दी हो तब कौन है कि वचन कहे और वह पूरा हो जाए +18980,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_038.wav,विपत्ति और कल्याण क्या दोनों परमप्रधान की आज्ञा से नहीं होते +18981,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_039.wav,इसलिए जीवित मनुष्य क्यों कुढ़कुढ़ाए और पुरुष अपने पाप के दण्ड को क्यों बुरा माने +18982,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_040.wav,हम अपने चाल चलन को ध्यान से परखें और यहोवा की ओर फिरें +18983,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_041.wav,हम स्वर्ग में वास करनेवाले परमेश्वर की ओर मन लगाएँ और हाथ फैलाएँ और कहें +18984,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_042.wav,हमने तो अपराध और बलवा किया है और तूने क्षमा नहीं किया +18985,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_043.wav,तेरा कोप हम पर है तू हमारे पीछे पड़ा है तूने बिना तरस खाए घात किया है +18986,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_044.wav,तूने अपने को मेघ से घेर लिया है कि तुझ तक प्रार्थना न पहुँच सके +18987,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_045.wav,तूने हमको जातिजाति के लोगों के बीच में कूड़ाकरकट सा ठहराया है +18988,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_046.wav,हमारे सब शत्रुओं ने हम पर अपनाअपना मुँह फैलाया है +18989,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_047.wav,भय और गड्ढा उजाड़ और विनाश हम पर आ पड़े हैं +18990,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_048.wav,मेरी आँखों से मेरी प्रजा की पुत्री के विनाश के कारण जल की धाराएँ बह रही है +18991,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_049.wav,मेरी आँख से लगातार आँसू बहते रहेंगे +18992,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_050.wav,जब तक यहोवा स्वर्ग से मेरी ओर न देखे +18993,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_051.wav,अपनी नगरी की सब स��त्रियों का हाल देखने पर मेरा दुःख बढ़ता है +18994,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_052.wav,जो व्यर्थ मेरे शत्रु बने हैं उन्होंने निर्दयता से चिड़िया के समान मेरा आहेर किया है +18995,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_053.wav,उन्होंने मुझे गड्ढे में डालकर मेरे जीवन का अन्त करने के लिये मेरे ऊपर पत्थर लुढ़काए हैं +18996,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_054.wav,मेरे सिर पर से जल बह गया मैंने कहा मैं अब नाश हो गया +18997,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_055.wav,हे यहोवा गहरे गड्ढे में से मैंने तुझ से प्रार्थना की +18998,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_056.wav,तूने मेरी सुनी कि जो दुहाई देकर मैं चिल्लाता हूँ उससे कान न फेर ले +18999,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_057.wav,जब मैंने तुझे पुकारा तब तूने मुझसे कहा मत डर +19000,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_058.wav,हे यहोवा तूने मेरा मुकद्दमा लड़कर मेरा प्राण बचा लिया है +19001,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_059.wav,हे यहोवा जो अन्याय मुझ पर हुआ है उसे तूने देखा है तू मेरा न्याय चुका +19002,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_060.wav,जो बदला उन्होंने मुझसे लिया और जो कल्पनाएँ मेरे विरुद्ध की उन्हें भी तूने देखा है +19003,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_061.wav,हे यहोवा जो कल्पनाएँ और निन्दा वे मेरे विरुद्ध करते हैं वे भी तूने सुनी हैं +19004,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_062.wav,मेरे विरोधियों के वचन और जो कुछ भी वे मेरे विरुद्ध लगातार सोचते हैं उन्हें तू जानता है +19005,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_063.wav,उनका उठनाबैठना ध्यान से देख वे मुझ पर लगते हुए गीत गाते हैं +19006,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_064.wav,हे यहोवा तू उनके कामों के अनुसार उनको बदला देगा +19007,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_065.wav,तू उनका मन सुन्न कर देगा तेरा श्राप उन पर होगा +19008,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_003_066.wav,हे यहोवा तू अपने कोप से उनको खदेड़खदेड़कर धरती पर से नाश कर देगा +19009,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_001.wav,सोना कैसे खोटा हो गया अत्यन्त खरा सोना कैसे बदल गया है पवित्रस्थान के पत्थर तो हर एक सड़क के सिरे पर फेंक दिए गए हैं +19010,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_002.wav,सिय्योन के उत्तम पुत्र जो कुन्दन के तुल्य थे वे कुम्हार के बनाए हुए मिट्टी के घड़ों के समान कैसे तुच्छ गिने गए हैं +19011,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_003.wav,गीदड़िन भी अपने बच्चों को थन से लगाकर पिलाती है परन्तु मेरे लोगों की बेटी वन के शुतुर्मुर्गों के तुल्य निर्दयी हो गई है +19012,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_004.wav,दूधपीते बच्चों की जीभ प्यास के मारे तालू में चिपट गई है बालबच्चे रोटी माँगते हैं परन्तु कोई उनको नहीं देता +19013,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_005.wav,जो स्वादिष्ट भोजन खाते थे वे अब सड़कों में व्याकुल फिरते हैं जो मखमल के वस्त्रों में पले थे अब घूरों पर लेटते हैं +19014,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_006.wav,मेरे लोगों क��� बेटी का अधर्म सदोम के पाप से भी अधिक हो गया जो किसी के हाथ डाले बिना भी क्षण भर में उलट गया था +19015,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_007.wav,उसके कुलीन हिम से निर्मल और दूध से भी अधिक उज्जवल थे उनकी देह मूँगों से अधिक लाल और उनकी सुन्दरता नीलमणि की सी थी +19016,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_008.wav,परन्तु अब उनका रूप अंधकार से भी अधिक काला है वे सड़कों में पहचाने नहीं जाते उनका चमड़ा हड्डियों में सट गया और लकड़ी के समान सूख गया है +19017,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_009.wav,तलवार के मारे हुए भूख के मारे हुओं से अधिक अच्छे थे जिनका प्राण खेत की उपज बिना भूख के मारे सूखता जाता है +19018,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_010.wav,दयालु स्त्रियों ने अपने ही हाथों से अपने बच्चों को पकाया है मेरे लोगों के विनाश के समय वे ही उनका आहार बन गए +19019,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_011.wav,यहोवा ने अपनी पूरी जलजलाहट प्रगट की उसने अपना कोप बहुत ही भड़काया और सिय्योन में ऐसी आग लगाई जिससे उसकी नींव तक भस्म हो गई है +19020,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_012.wav,पृथ्वी का कोई राजा या जगत का कोई निवासी इसका कभी विश्वास न कर सकता था कि द्रोही और शत्रु यरूशलेम के फाटकों के भीतर घुसने पाएँगे +19021,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_013.wav,यह उसके भविष्यद्वक्ताओं के पापों और उसके याजकों के अधर्म के कामों के कारण हुआ है क्योंकि वे उसके बीच धर्मियों की हत्या करते आए हैं +19022,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_014.wav,वे अब सड़कों में अंधे सरीखे मारेमारे फिरते हैं और मानो लहू की छींटों से यहाँ तक अशुद्ध हैं कि कोई उनके वस्त्र नहीं छू सकता +19023,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_015.wav,लोग उनको पुकारकर कहते हैं अरे अशुद्ध लोगों हट जाओ हट जाओ हमको मत छूओ जब वे भागकर मारेमारे फिरने लगे तब अन्यजाति लोगों ने कहा भविष्य में वे यहाँ टिकने नहीं पाएँगे +19024,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_016.wav,यहोवा ने अपने कोप से उन्हें तितरबितर किया वह फिर उन पर दयादृष्टि न करेगा न तो याजकों का सम्मान हुआ और न पुरनियों पर कुछ अनुग्रह किया गया +19025,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_017.wav,हमारी आँखें व्यर्थ ही सहायता की बाट जोहतेजोहते धुँधली पड़ गई हैं हम लगातार एक ऐसी जाति की ओर ताकते रहे जो बचा नहीं सकी +19026,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_018.wav,लोग हमारे पीछे ऐसे पड़े कि हम अपने नगर के चौकों में भी नहीं चल सके हमारा अन्त निकट आया हमारी आयु पूरी हुई क्योंकि हमारा अन्त आ गया था +19027,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_019.wav,हमारे खदेड़नेवाले आकाश के उकाबों से भी अधिक वेग से चलते थे वे पहाड़ों पर हमारे पीछे पड़ गए और जंगल में हमारे लिये घात लगाकर बैठ गए +19028,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_020.wav,यहोवा का अभिषिक्त जो हमारा प्राण था और जिसके विषय हमने सोचा था कि अन्यजातियों के बीच हम उसकी शरण में जीवित रहेंगे वह उनके खोदे हुए गड्ढों में पकड़ा गया +19029,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_021.wav,हे एदोम की पुत्री तू जो ऊस देश में रहती है हर्षित और आनन्दित रह परन्तु यह कटोरा तुझ तक भी पहुँचेगा और तू मतवाली होकर अपने आपको नंगा करेगी +19030,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_004_022.wav,हे सिय्योन की पुत्री तेरे अधर्म का दण्ड समाप्त हुआ वह फिर तुझे बँधुआई में न ले जाएगा परन्तु हे एदोम की पुत्री तेरे अधर्म का दण्ड वह तुझे देगा वह तेरे पापों को प्रगट कर देगा +19031,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_001.wav,हे यहोवा स्मरण कर कि हम पर क्याक्या बिता है हमारी ओर दृष्टि करके हमारी नामधराई को देख +19032,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_002.wav,हमारा भाग परदेशियों का हो गया और हमारे घर परायों के हो गए हैं +19033,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_003.wav,हम अनाथ और पिताहीन हो गए हमारी माताएँ विधवा सी हो गई हैं +19034,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_004.wav,हम मोल लेकर पानी पीते हैं हमको लकड़ी भी दाम से मिलती है +19035,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_005.wav,खदेड़नेवाले हमारी गर्दन पर टूट पड़े हैं हम थक गए हैं हमें विश्राम नहीं मिलता +19036,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_006.wav,हम स्वयं मिस्र के अधीन हो गए और अश्शूर के भी ताकि पेट भर सके +19037,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_007.wav,हमारे पुरखाओं ने पाप किया और मर मिटे हैं परन्तु उनके अधर्म के कामों का भार हमको उठाना पड़ा है +19038,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_008.wav,हमारे ऊपर दास अधिकार रखते हैं उनके हाथ से कोई हमें नहीं छुड़ाता +19039,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_009.wav,जंगल में की तलवार के कारण हम अपने प्राण जोखिम में डालकर भोजनवस्तु ले आते हैं +19040,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_010.wav,भूख की झुलसाने वाली आग के कारण हमारा चमड़ा तंदूर के समान काला हो गया है +19041,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_011.wav,सिय्योन में स्त्रियाँ और यहूदा के नगरों में कुमारियाँ भ्रष्ट की गईं हैं +19042,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_012.wav,हाकिम हाथ के बल टाँगें गए हैं और पुरनियों का कुछ भी आदर नहीं किया गया +19043,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_013.wav,जवानों को चक्की चलानी पड़ती है और बालबच्चे लकड़ी का बोझ उठाते हुए लड़खड़ाते हैं +19044,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_014.wav,अब फाटक पर पुरनिये नहीं बैठते न जवानों का गीत सुनाई पड़ता है +19045,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_015.wav,हमारे मन का हर्ष जाता रहा हमारा नाचना विलाप में बदल गया है +19046,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_016.wav,हमारे सिर पर का मुकुट गिर पड़ा है हम पर हाय क्योंकि हमने पाप किया है +19047,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_017.wav,इस कारण हमारा हृदय निर्बल हो गया है इन्हीं बातों से हमारी आ���खें धुंधली पड़ गई हैं +19048,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_018.wav,क्योंकि सिय्योन पर्वत उजाड़ पड़ा है उसमें सियार घूमते हैं +19049,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_019.wav,परन्तु हे यहोवा तू तो सदा तक विराजमान रहेगा तेरा राज्य पीढ़ीपीढ़ी बना रहेगा +19050,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_020.wav,तूने क्यों हमको सदा के लिये भुला दिया है और क्यों बहुत काल के लिये हमें छोड़ दिया है +19051,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_021.wav,हे यहोवा हमको अपनी ओर फेर तब हम फिर सुधर जाएँगे प्राचीनकाल के समान हमारे दिन बदलकर ज्यों के त्यों कर दे +19052,data/cleaned/hindi/LAM/LAM_005_022.wav,क्या तूने हमें बिल्कुल त्याग दिया है क्या तू हम से अत्यन्त क्रोधित है +19053,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_001.wav,जो बातें मूसा ने यरदन के पार जंगल में अर्थात् सूफ के सामने के अराबा में और पारान और तोपेल के बीच और लाबान हसेरोत और दीजाहाब में सारे इस्राएलियों से कहीं वे ये हैं +19054,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_002.wav,होरेब से कादेशबर्ने तक सेईर पहाड़ का मार्ग ग्यारह दिन का है +19055,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_003.wav,चालीसवें वर्ष के ग्यारहवें महीने के पहले दिन को जो कुछ यहोवा ने मूसा को इस्राएलियों से कहने की आज्ञा दी थी उसके अनुसार मूसा उनसे ये बातें कहने लगा +19056,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_004.wav,अर्थात् जब मूसा ने एमोरियों के राजा हेशबोनवासी सीहोन और बाशान के राजा अश्तारोतवासी ओग को एद्रेई में मार डाला +19057,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_005.wav,उसके बाद यरदन के पार मोआब देश में वह व्यवस्था का विवरण ऐसे करने लगा +19058,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_006.wav,हमारे परमेश्वर यहोवा ने होरेब के पास हम से कहा था तुम लोगों को इस पहाड़ के पास रहते हुए बहुत दिन हो गए हैं +19059,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_007.wav,इसलिए अब यहाँ से कूच करो और एमोरियों के पहाड़ी देश को और क्या अराबा में क्या पहाड़ों में क्या नीचे के देश में क्या दक्षिण देश में क्या समुद्र के किनारे जितने लोग एमोरियों के पास रहते हैं उनके देश को अर्थात् लबानोन पर्वत तक और फरात नाम महानद तक रहनेवाले कनानियों के देश को भी चले जाओ +19060,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_008.wav,सुनो मैं उस देश को तुम्हारे सामने किए देता हूँ जिस देश के विषय यहोवा ने अब्राहम इसहाक और याकूब तुम्हारे पितरों से शपथ खाकर कहा था कि मैं इसे तुम को और तुम्हारे बाद तुम्हारे वंश को दूँगा उसको अब जाकर अपने अधिकार में कर लो +19061,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_009.wav,फिर उसी समय मैंने तुम से कहा मैं तुम्हारा भार अकेला नहीं उठा सकता +19062,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_010.wav,क्योंकि तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम को यहाँ तक बढ़ाया है कि तुम गिनती ���ें आज आकाश के तारों के समान हो गए हो +19063,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_011.wav,तुम्हारे पितरों का परमेश्वर तुम को हजारगुणा और भी बढ़ाए और अपने वचन के अनुसार तुम को आशीष भी देता रहे +19064,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_012.wav,परन्तु तुम्हारे झंझट और भार और झगड़ों को मैं अकेला कहाँ तक सह सकता हूँ +19065,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_013.wav,इसलिए तुम अपनेअपने गोत्र में से एकएक बुद्धिमान और समझदार और प्रसिद्ध पुरुष चुन लो और मैं उन्हें तुम पर मुखिया ठहराऊँगा +19066,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_014.wav,इसके उत्तर में तुम ने मुझसे कहा जो कुछ तू हम से कहता है उसका करना अच्छा है +19067,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_015.wav,इसलिए मैंने तुम्हारे गोत्रों के मुख्य पुरुषों को जो बुद्धिमान और प्रसिद्ध पुरुष थे चुनकर तुम पर मुखिया नियुक्त किया अर्थात् हजारहजार सौसौ पचासपचास और दसदस के ऊपर प्रधान और तुम्हारे गोत्रों के सरदार भी नियुक्त किए +19068,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_016.wav,और उस समय मैंने तुम्हारे न्यायियों को आज्ञा दी तुम अपने भाइयों के मुकद्दमे सुना करो और उनके बीच और उनके पड़ोसियों और परदेशियों के बीच भी धार्मिकता से न्याय किया करो +19069,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_017.wav,न्याय करते समय किसी का पक्ष न करना जैसे बड़े की वैसे ही छोटे मनुष्य की भी सुनना किसी का मुँह देखकर न डरना क्योंकि न्याय परमेश्वर का काम है और जो मुकद्दमा तुम्हारे लिये कठिन हो वह मेरे पास ले आना और मैं उसे सुनूँगा +19070,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_018.wav,और मैंने उसी समय तुम्हारे सारे कर्तव्य कर्म तुम को बता दिए +19071,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_019.wav,हम होरेब से कूच करके अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा के अनुसार उस सारे बड़े और भयानक जंगल में होकर चले जिसे तुम ने एमोरियों के पहाड़ी देश के मार्ग में देखा और हम कादेशबर्ने तक आए +19072,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_020.wav,वहाँ मैंने तुम से कहा तुम एमोरियों के पहाड़ी देश तक आ गए हो जिसको हमारा परमेश्वर यहोवा हमें देता है +19073,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_021.wav,देखो उस देश को तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे सामने किए देता है इसलिए अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा के वचन के अनुसार उस पर चलो और उसे अपने अधिकार में ले लो न तो तुम डरो और न तुम्हारा मन कच्चा हो +19074,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_022.wav,और तुम सब मेरे पास आकर कहने लगे हम अपने आगे पुरुषों को भेज देंगे जो उस देश का पता लगाकर हमको यह सन्देश दें कि कौन से मार्ग से होकर चलना होगा और किसकिस नगर में प्रवेश करना पड़ेगा +19075,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_023.wav,इस बात से प्रसन्न होकर मैंने तुम में से बारह पुरुष अर्थात् हर गोत्र में से एक पुरुष चुन लिया +19076,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_024.wav,और वे पहाड़ पर चढ़ गए और एशकोल नामक नाले को पहुँचकर उस देश का भेद लिया +19077,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_025.wav,और उस देश के फलों में से कुछ हाथ में लेकर हमारे पास आए और हमको यह सन्देश दिया जो देश हमारा परमेश्वर यहोवा हमें देता है वह अच्छा है +19078,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_026.wav,तो भी तुम ने वहाँ जाने से मना किया किन्तु अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा के विरुद्ध होकर +19079,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_027.wav,अपनेअपने डेरे में यह कहकर कुढ़कुढ़ाने लगे यहोवा हम से बैर रखता है इस कारण हमको मिस्र देश से निकाल ले आया है कि हमको एमोरियों के वश में करके हमारा सत्यानाश कर डाले +19080,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_028.wav,हम किधर जाएँ हमारे भाइयों ने यह कहकर हमारे मन को कच्चा कर दिया है कि वहाँ के लोग हम से बड़े और लम्बे हैं और वहाँ के नगर बड़ेबड़े हैं और उनकी शहरपनाह आकाश से बातें करती हैं और हमने वहाँ अनाकवंशियों को भी देखा है +19081,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_029.wav,मैंने तुम से कहा उनके कारण भय मत खाओ और न डरो +19082,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_030.wav,तुम्हारा परमेश्वर यहोवा जो तुम्हारे आगेआगे चलता है वह आप तुम्हारी ओर से लड़ेगा जैसे कि उसने मिस्र में तुम्हारे देखते तुम्हारे लिये किया +19083,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_031.wav,फिर तुम ने जंगल में भी देखा कि जिस रीति कोई पुरुष अपने लड़के को उठाए चलता है उसी रीति हमारा परमेश्वर यहोवा हमको इस स्थान पर पहुँचने तक उस सारे मार्ग में जिससे हम आए हैं उठाए रहा +19084,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_032.wav,इस बात पर भी तुम ने अपने उस परमेश्वर यहोवा पर विश्वास नहीं किया +19085,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_033.wav,जो तुम्हारे आगेआगे इसलिए चलता रहा कि डेरे डालने का स्थान तुम्हारे लिये ढूँढ़े और रात को आग में और दिन को बादल में प्रगट होकर चला ताकि तुम को वह मार्ग दिखाए जिससे तुम चलो +19086,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_034.wav,परन्तु तुम्हारी वे बातें सुनकर यहोवा का कोप भड़क उठा और उसने यह शपथ खाई +19087,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_035.wav,निश्चय इस बुरी पीढ़ी के मनुष्यों में से एक भी उस अच्छे देश को देखने न पाएगा जिसे मैंने उनके पितरों को देने की शपथ खाई थी +19088,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_036.wav,केवल यपुन्ने का पुत्र कालेब ही उसे देखने पाएगा और जिस भूमि पर उसके पाँव पड़े हैं उसे मैं उसको और उसके वंश को भी दूँगा क्योंकि वह मेरे पीछे पूरी रीति से हो लिया है +19089,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_037.wav,और मुझ पर भी यहोवा तुम्हारे कारण क्रोधित हुआ और यह कहा तू भी वहाँ जाने न पाएगा +19090,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_038.wav,नून का पुत्र यहोशू जो तेरे सामने खड़ा रहता है वह तो वहाँ जाने पाएगा इसलिए तू उसको हियाव दे क्योंकि उस देश को इस्राएलियों के अधिकार में वही कर देगा +19091,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_039.wav,फिर तुम्हारे बालबच्चे जिनके विषय में तुम कहते हो कि ये लूट में चले जाएँगे और तुम्हारे जो बच्चे अभी भले बुरे का भेद नहीं जानते वे वहाँ प्रवेश करेंगे और उनको मैं वह देश दूँगा और वे उसके अधिकारी होंगे +19092,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_040.wav,परन्तु तुम लोग घूमकर कूच करो और लाल समुद्र के मार्ग से जंगल की ओर जाओ +19093,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_041.wav,तब तुम ने मुझसे कहा हमने यहोवा के विरुद्ध पाप किया है अब हम अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा के अनुसार चढ़ाई करेंगे और लड़ेंगे तब तुम अपनेअपने हथियार बाँधकर पहाड़ पर बिना सोचे समझे चढ़ने को तैयार हो गए +19094,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_042.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा उनसे कह दे कि तुम मत चढ़ो और न लड़ो क्योंकि मैं तुम्हारे मध्य में नहीं हूँ कहीं ऐसा न हो कि तुम अपने शत्रुओं से हार जाओ +19095,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_043.wav,यह बात मैंने तुम से कह दी परन्तु तुम ने न मानी किन्तु ढिठाई से यहोवा की आज्ञा का उल्लंघन करके पहाड़ पर चढ़ गए +19096,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_044.wav,तब उस पहाड़ के निवासी एमोरियों ने तुम्हारा सामना करने को निकलकर मधुमक्खियों के समान तुम्हारा पीछा किया और सेईर देश के होर्मा तक तुम्हें मारतेमारते चले आए +19097,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_045.wav,तब तुम लौटकर यहोवा के सामने रोने लगे परन्तु यहोवा ने तुम्हारी न सुनी न तुम्हारी बातों पर कान लगाया +19098,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_001_046.wav,और तुम कादेश में बहुत दिनों तक रहे यहाँ तक कि एक युग हो गया +19099,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_001.wav,तब उस आज्ञा के अनुसार जो यहोवा ने मुझ को दी थी हमने घूमकर कूच किया और लाल समुद्र के मार्ग के जंगल की ओर गए और बहुत दिन तक सेईर पहाड़ के बाहरबाहर चलते रहे +19100,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_002.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा +19101,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_003.wav,तुम लोगों को इस पहाड़ के बाहरबाहर चलते हुए बहुत दिन बीत गए अब घूमकर उत्तर की ओर चलो +19102,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_004.wav,और तू प्रजा के लोगों को मेरी यह आज्ञा सुना कि तुम सेईर के निवासी अपने भाई एसावियों की सीमा के पास होकर जाने पर हो और वे तुम से डर जाएँगे इसलिए तुम बहुत चौकस रहो +19103,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_005.wav,उनसे लड़ाई न छेड़ना क्योंकि उनके देश में से मैं तुम्हें पाँव रखने की जगह तक न दूँगा इस कारण कि मैंने सेईर पर्वत एसावियों के अधिकार में कर दिया ���ै +19104,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_006.wav,तुम उनसे भोजन रुपये से मोल लेकर खा सकोगे और रुपया देकर कुओं से पानी भरकर पी सकोगे +19105,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_007.wav,क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे हाथों के सब कामों के विषय तुम्हें आशीष देता आया है इस भारी जंगल में तुम्हारा चलना फिरना वह जानता है इन चालीस वर्षों में तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे संगसंग रहा है और तुम को कुछ घटी नहीं हुई +19106,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_008.wav,अतः हम सेईर निवासी अपने भाई एसावियों के पास से होकर अराबा के मार्ग और एलत और एस्योनगेबेर को पीछे छोड़कर चले फिर हम मुड़कर मोआब के जंगल के मार्ग से होकर चले +19107,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_009.wav,और यहोवा ने मुझसे कहा मोआबियों को न सताना और न लड़ाई छेड़ना क्योंकि मैं उनके देश में से कुछ भी तेरे अधिकार में न कर दूँगा क्योंकि मैंने आर को लूत के वंशजों के अधिकार में किया है +19108,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_010.wav,पुराने दिनों में वहाँ एमी लोग बसे हुए थे जो अनाकियों के समान बलवन्त और लम्बेलम्बे और गिनती में बहुत थे +19109,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_011.wav,और अनाकियों के समान वे भी रपाई गिने जाते थे परन्तु मोआबी उन्हें एमी कहते हैं +19110,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_012.wav,और पुराने दिनों में सेईर में होरी लोग बसे हुए थे परन्तु एसावियों ने उनको उस देश से निकाल दिया और अपने सामने से नाश करके उनके स्थान पर आप बस गए जैसे कि इस्राएलियों ने यहोवा के दिए हुए अपने अधिकार के देश में किया +19111,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_013.wav,अब तुम लोग कूच करके जेरेद नदी के पार जाओ तब हम जेरेद नदी के पार आए +19112,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_014.wav,और हमारे कादेशबर्ने को छोड़ने से लेकर जेरेद नदी पार होने तक अड़तीस वर्ष बीत गए उस बीच में यहोवा की शपथ के अनुसार उस पीढ़ी के सब योद्धा छावनी में से नाश हो गए +19113,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_015.wav,और जब तक वे नाश न हुए तब तक यहोवा का हाथ उन्हें छावनी में से मिटा डालने के लिये उनके विरुद्ध बढ़ा ही रहा +19114,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_016.wav,जब सब योद्धा मरतेमरते लोगों के बीच में से नाश हो गए +19115,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_017.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा +19116,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_018.wav,अब मोआब की सीमा अर्थात् आर को पार कर +19117,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_019.wav,और जब तू अम्मोनियों के सामने जाकर उनके निकट पहुँचे तब उनको न सताना और न छेड़ना क्योंकि मैं अम्मोनियों के देश में से कुछ भी तेरे अधिकार में न करूँगा क्योंकि मैंने उसे लूत के वंशजों के अधिकार में कर दिया है +19118,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_020.wav,वह देश भी रपाइयों का गिना जाता थ�� क्योंकि पुराने दिनों में रपाई जिन्हें अम्मोनी जमजुम्मी कहते थे वे वहाँ रहते थे +19119,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_021.wav,वे भी अनाकियों के समान बलवान और लम्बेलम्बे और गिनती में बहुत थे परन्तु यहोवा ने उनको अम्मोनियों के सामने से नाश कर डाला और उन्होंने उनको उस देश से निकाल दिया और उनके स्थान पर आप रहने लगे +19120,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_022.wav,जैसे कि उसने सेईर के निवासी एसावियों के सामने से होरियों को नाश किया और उन्होंने उनको उस देश से निकाल दिया और आज तक उनके स्थान पर वे आप निवास करते हैं +19121,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_023.wav,वैसा ही अव्वियों को जो गाज़ा नगर तक गाँवों में बसे हुए थे उनको कप्तोरियों ने जो कप्तोर से निकले थे नाश किया और उनके स्थान पर आप रहने लगे +19122,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_024.wav,अब तुम लोग उठकर कूच करो और अर्नोन के नाले के पार चलो सुन मैं देश समेत हेशबोन के राजा एमोरी सीहोन को तेरे हाथ में कर देता हूँ इसलिए उस देश को अपने अधिकार में लेना आरम्भ करो और उस राजा से युद्ध छेड़ दो +19123,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_025.wav,और जितने लोग धरती पर रहते हैं उन सभी के मन में मैं आज ही के दिन से तेरे कारण डर और थरथराहट समवाने लगूँगा वे तेरा समाचार पाकर तेरे डर के मारे काँपेंगे और पीड़ित होंगे +19124,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_026.wav,अतः मैंने कदेमोत नामक जंगल से हेशबोन के राजा सीहोन के पास मेल की ये बातें कहने को दूत भेजे +19125,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_027.wav,मुझे अपने देश में से होकर जाने दे मैं राजपथ पर से चला जाऊँगा और दाएँ और बाएँ हाथ न मुड़ूँगा +19126,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_028.wav,तू रुपया लेकर मेरे हाथ भोजनवस्तु देना कि मैं खाऊँ और पानी भी रुपया लेकर मुझ को देना कि मैं पीऊँ केवल मुझे पाँवपाँव चले जाने दे +19127,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_029.wav,जैसा सेईर के निवासी एसावियों ने और आर के निवासी मोआबियों ने मुझसे किया वैसा ही तू भी मुझसे कर इस रीति मैं यरदन पार होकर उस देश में पहुँचूँगा जो हमारा परमेश्वर यहोवा हमें देता है +19128,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_030.wav,परन्तु हेशबोन के राजा सीहोन ने हमको अपने देश में से होकर चलने न दिया क्योंकि तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने उसका चित्त कठोर और उसका मन हठीला कर दिया था इसलिए कि उसको तुम्हारे हाथ में कर दे जैसा कि आज प्रगट है +19129,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_031.wav,और यहोवा ने मुझसे कहा सुन मैं देश समेत सीहोन को तेरे वश में कर देने पर हूँ उस देश को अपने अधिकार में लेना आरम्भ कर +19130,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_032.wav,तब सीहोन अपनी सारी सेना समेत निकल आया और हमारा सामना करके युद्ध करने को यहस तक चढ़ आया +19131,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_033.wav,और हमारे परमेश्वर यहोवा ने उसको हमारे द्वारा हरा दिया और हमने उसको पुत्रों और सारी सेना समेत मार डाला +19132,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_034.wav,और उसी समय हमने उसके सारे नगर ले लिए और एकएक बसे हुए नगर की स्त्रियों और बालबच्चों समेत यहाँ तक सत्यानाश किया कि कोई न छूटा +19133,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_035.wav,परन्तु पशुओं को हमने अपना कर लिया और उन नगरों की लूट भी हमने ले ली जिनको हमने जीत लिया था +19134,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_036.wav,अर्नोन के नाले के छोरवाले अरोएर नगर से लेकर और उस नाले में के नगर से लेकर गिलाद तक कोई नगर ऐसा ऊँचा न रहा जो हमारे सामने ठहर सकता था क्योंकि हमारे परमेश्वर यहोवा ने सभी को हमारे वश में कर दिया +19135,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_002_037.wav,परन्तु हम अम्मोनियों के देश के निकट वरन् यब्बोक नदी के उस पार जितना देश है और पहाड़ी देश के नगर जहाँ जाने से हमारे परमेश्वर यहोवा ने हमको मना किया था वहाँ हम नहीं गए +19136,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_001.wav,तब हम मुड़कर बाशान के मार्ग से चढ़ चले और बाशान का ओग नामक राजा अपनी सारी सेना समेत हमारा सामना करने को निकल आया कि एद्रेई में युद्ध करे +19137,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_002.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा उससे मत डर क्योंकि मैं उसको सारी सेना और देश समेत तेरे हाथ में किए देता हूँ और जैसा तूने हेशबोन के निवासी एमोरियों के राजा सीहोन से किया है वैसा ही उससे भी करना +19138,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_003.wav,इस प्रकार हमारे परमेश्वर यहोवा ने सारी सेना समेत बाशान के राजा ओग को भी हमारे हाथ में कर दिया और हम उसको यहाँ तक मारते रहे कि उनमें से कोई भी न बच पाया +19139,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_004.wav,उसी समय हमने उनके सारे नगरों को ले लिया कोई ऐसा नगर न रह गया जिसे हमने उनसे न ले लिया हो इस रीति अर्गोब का सारा देश जो बाशान में ओग के राज्य में था और उसमें साठ नगर थे वह हमारे वश में आ गया +19140,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_005.wav,ये सब नगर गढ़वाले थे और उनके ऊँचीऊँची शहरपनाह और फाटक और बेंड़े थे और इनको छोड़ बिना शहरपनाह के भी बहुत से नगर थे +19141,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_006.wav,और जैसा हमने हेशबोन के राजा सीहोन के नगरों से किया था वैसा ही हमने इन नगरों से भी किया अर्थात् सब बसे हुए नगरों को स्त्रियों और बालबच्चों समेत सत्यानाश कर डाला +19142,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_007.wav,परन्तु सब घरेलू पशु और नगरों की लूट हमने अपनी कर ली +19143,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_008.wav,इस प्रकार हमने उस समय यरदन के इस पार रहनेवाले एमोरियों के दोनों राजाओं के हाथ से अर्नोन के नाले से लेकर हेर्मोन पर्वत तक का देश ले लिया +19144,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_009.wav,हेर्मोन को सीदोनी लोग सिर्योन और एमोरी लोग सनीर कहते हैं +19145,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_010.wav,समथर देश के सब नगर और सारा गिलाद और सल्का और एद्रेई तक जो ओग के राज्य के नगर थे सारा बाशान हमारे वश में आ गया +19146,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_011.wav,जो रपाई रह गए थे उनमें से केवल बाशान का राजा ओग रह गया था उसकी चारपाई जो लोहे की है वह तो अम्मोनियों के रब्बाह नगर में पड़ी है साधारण पुरुष के हाथ के हिसाब से उसकी लम्बाई नौ हाथ की और चौड़ाई चार हाथ की है +19147,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_012.wav,जो देश हमने उस समय अपने अधिकार में ले लिया वह यह है अर्थात् अर्नोन के नाले के किनारेवाले अरोएर नगर से लेकर सब नगरों समेत गिलाद के पहाड़ी देश का आधा भाग जिसे मैंने रूबेनियों और गादियों को दे दिया +19148,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_013.wav,और गिलाद का बचा हुआ भाग और सारा बाशान अर्थात् अर्गोब का सारा देश जो ओग के राज्य में था इन्हें मैंने मनश्शे के आधे गोत्र को दे दिया सारा बाशान तो रपाइयों का देश कहलाता है +19149,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_014.wav,और मनश्शेई याईर ने गशूरियों और माकावासियों की सीमा तक अर्गोब का सारा देश ले लिया और बाशान के नगरों का नाम अपने नाम पर हब्बोत्याईर रखा और वही नाम आज तक बना है +19150,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_015.wav,और मैंने गिलाद देश माकीर को दे दिया +19151,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_016.wav,और रूबेनियों और गादियों को मैंने गिलाद से लेकर अर्नोन के नाले तक का देश दे दिया अर्थात् उस नाले का बीच उनकी सीमा ठहराया और यब्बोक नदी तक जो अम्मोनियों की सीमा है +19152,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_017.wav,और किन्नेरेत से लेकर पिसगा की ढलान के नीचे के अराबा के ताल तक जो खारा ताल भी कहलाता है अराबा और यरदन की पूर्व की ओर का सारा देश भी मैंने उन्हीं को दे दिया +19153,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_018.wav,उस समय मैंने तुम्हें यह आज्ञा दी तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम्हें यह देश दिया है कि उसे अपने अधिकार में रखो तुम सब योद्धा हथियारबन्द होकर अपने भाई इस्राएलियों के आगेआगे पार चलो +19154,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_019.wav,परन्तु तुम्हारी स्त्रियाँ और बालबच्चे और पशु जिन्हें मैं जानता हूँ कि बहुत से हैं वह सब तुम्हारे नगरों में जो मैंने तुम्हें दिए हैं रह जाएँ +19155,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_020.wav,और जब यहोवा तुम्हारे भाइयों को वैसा विश्राम दे जैसा कि उसने तुम को दिया है और वे उस देश के अधिकारी हो जाएँ जो तुम्हारा परमेश्वर यहोवा उन्हें य���दन पार देता है तब तुम भी अपनेअपने अधिकार की भूमि पर जो मैंने तुम्हें दी है लौटोगे +19156,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_021.wav,फिर मैंने उसी समय यहोशू से चिताकर कहा तूने अपनी आँखों से देखा है कि तेरे परमेश्वर यहोवा ने इन दोनों राजाओं से क्याक्या किया है वैसा ही यहोवा उन सब राज्यों से करेगा जिनमें तू पार होकर जाएगा +19157,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_022.wav,उनसे न डरना क्योंकि जो तुम्हारी ओर से लड़नेवाला है वह तुम्हारा परमेश्वर यहोवा है +19158,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_023.wav,उसी समय मैंने यहोवा से गिड़गिड़ाकर विनती की +19159,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_024.wav,हे प्रभु यहोवा तू अपने दास को अपनी महिमा और बलवन्त हाथ दिखाने लगा है स्वर्ग में और पृथ्वी पर ऐसा कौन देवता है जो तेरे से काम और पराक्रम के कर्म कर सके +19160,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_025.wav,इसलिए मुझे पार जाने दे कि यरदन पार के उस उत्तम देश को अर्थात् उस उत्तम पहाड़ और लबानोन को भी देखने पाऊँ +19161,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_026.wav,परन्तु यहोवा तुम्हारे कारण मुझसे रुष्ट हो गया और मेरी न सुनी किन्तु यहोवा ने मुझसे कहा बस कर इस विषय में फिर कभी मुझसे बातें न करना +19162,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_027.wav,पिसगा पहाड़ की चोटी पर चढ़ जा और पूर्व पश्चिम उत्तर दक्षिण चारों ओर दृष्टि करके उस देश को देख ले क्योंकि तू इस यरदन के पार जाने न पाएगा +19163,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_028.wav,और यहोशू को आज्ञा दे और उसे ढाढ़स देकर दृढ़ कर क्योंकि इन लोगों के आगेआगे वही पार जाएगा और जो देश तू देखेगा उसको वही उनका निज भाग करा देगा +19164,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_003_029.wav,तब हम बेतपोर के सामने की तराई में ठहरे रहे +19165,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_001.wav,अब हे इस्राएल जोजो विधि और नियम मैं तुम्हें सिखाना चाहता हूँ उन्हें सुन लो और उन पर चलो जिससे तुम जीवित रहो और जो देश तुम्हारे पितरों का परमेश्वर यहोवा तुम्हें देता है उसमें जाकर उसके अधिकारी हो जाओ +19166,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_002.wav,जो आज्ञा मैं तुम को सुनाता हूँ उसमें न तो कुछ बढ़ाना और न कुछ घटाना तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की जोजो आज्ञा मैं तुम्हें सुनाता हूँ उन्हें तुम मानना +19167,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_003.wav,तुम ने तो अपनी आँखों से देखा है कि बालपोर के कारण यहोवा ने क्याक्या किया अर्थात् जितने मनुष्य बालपोर के पीछे हो लिये थे उन सभी को तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम्हारे बीच में से सत्यानाश कर डाला +19168,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_004.wav,परन्तु तुम जो अपने परमेश्वर यहोवा के साथ लिपटे रहे हो सब के सब आज तक जीवित हो +19169,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_005.wav,सुनो मैंने तो अ��ने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा के अनुसार तुम्हें विधि और नियम सिखाए हैं कि जिस देश के अधिकारी होने जाते हो उसमें तुम उनके अनुसार चलो +19170,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_006.wav,इसलिए तुम उनको धारण करना और मानना क्योंकि और देशों के लोगों के सामने तुम्हारी बुद्धि और समझ इसी से प्रगट होगी अर्थात् वे इन सब विधियों को सुनकर कहेंगे कि निश्चय यह बड़ी जाति बुद्धिमान और समझदार है +19171,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_007.wav,देखो कौन ऐसी बड़ी जाति है जिसका देवता उसके ऐसे समीप रहता हो जैसा हमारा परमेश्वर यहोवा जब भी हम उसको पुकारते हैं +19172,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_008.wav,फिर कौन ऐसी बड़ी जाति है जिसके पास ऐसी धर्ममय विधि और नियम हों जैसी कि यह सारी व्यवस्था जिसे मैं आज तुम्हारे सामने रखता हूँ +19173,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_009.wav,यह अत्यन्त आवश्यक है कि तुम अपने विषय में सचेत रहो और अपने मन की बड़ी चौकसी करो कहीं ऐसा न हो कि जोजो बातें तुम ने अपनी आँखों से देखीं उनको भूल जाओ और वह जीवन भर के लिये तुम्हारे मन से जाती रहें किन्तु तुम उन्हें अपने बेटों पोतों को सिखाना +19174,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_010.wav,विशेष करके उस दिन की बातें जिसमें तुम होरेब के पास अपने परमेश्वर यहोवा के सामने खड़े थे जब यहोवा ने मुझसे कहा था उन लोगों को मेरे पास इकट्ठा कर कि मैं उन्हें अपने वचन सुनाऊँ जिससे वे सीखें ताकि जितने दिन वे पृथ्वी पर जीवित रहें उतने दिन मेरा भय मानते रहें और अपने बालबच्चों को भी यही सिखाएँ +19175,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_011.wav,तब तुम समीप जाकर उस पर्वत के नीचे खड़े हुए और वह पहाड़ आग से धधक रहा था और उसकी लौ आकाश तक पहुँचती थी और उसके चारों ओर अंधियारा और बादल और घोर अंधकार छाया हुआ था +19176,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_012.wav,तब यहोवा ने उस आग के बीच में से तुम से बातें की बातों का शब्द तो तुम को सुनाई पड़ा परन्तु कोई रूप न देखा केवल शब्द ही शब्द सुन पड़ा +19177,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_013.wav,और उसने तुम को अपनी वाचा के दसों वचन बताकर उनके मानने की आज्ञा दी और उन्हें पत्थर की दो पटियाओं पर लिख दिया +19178,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_014.wav,और मुझ को यहोवा ने उसी समय तुम्हें विधि और नियम सिखाने की आज्ञा दी इसलिए कि जिस देश के अधिकारी होने को तुम पार जाने पर हो उसमें तुम उनको माना करो +19179,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_015.wav,इसलिए तुम अपने विषय में बहुत सावधान रहना क्योंकि जब यहोवा ने तुम से होरेब पर्वत पर आग के बीच में से बातें की तब तुम को कोई रूप न दिखाई पड़ा +19180,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_016.wav,कहीं ऐसा न हो कि तुम बिगड़कर चाहे पुरुष चाहे स्त्री के +19181,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_017.wav,चाहे पृथ्वी पर चलनेवाले किसी पशु चाहे आकाश में उड़नेवाले किसी पक्षी के +19182,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_018.wav,चाहे भूमि पर रेंगनेवाले किसी जन्तु चाहे पृथ्वी के जल में रहनेवाली किसी मछली के रूप की कोई मूर्ति खोदकर बना लो +19183,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_019.wav,या जब तुम आकाश की ओर आँखें उठाकर सूर्य चन्द्रमा और तारों को अर्थात् आकाश का सारा तारागण देखो तब बहक कर उन्हें दण्डवत् करके उनकी सेवा करने लगो जिनको तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने धरती पर के सब देशवालों के लिये रखा है +19184,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_020.wav,और तुम को यहोवा लोहे के भट्ठे के सरीखे मिस्र देश से निकाल ले आया है इसलिए कि तुम उसका प्रजारूपी निज भाग ठहरो जैसा आज प्रगट है +19185,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_021.wav,फिर तुम्हारे कारण यहोवा ने मुझसे क्रोध करके यह शपथ खाई तू यरदन पार जाने न पाएगा और जो उत्तम देश इस्राएलियों का परमेश्वर यहोवा उन्हें उनका निज भाग करके देता है उसमें तू प्रवेश करने न पाएगा +19186,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_022.wav,किन्तु मुझे इसी देश में मरना है मैं तो यरदन पार नहीं जा सकता परन्तु तुम पार जाकर उस उत्तम देश के अधिकारी हो जाओगे +19187,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_023.wav,इसलिए अपने विषय में तुम सावधान रहो कहीं ऐसा न हो कि तुम उस वाचा को भूलकर जो तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम से बाँधी है किसी और वस्तु की मूर्ति खोदकर बनाओ जिसे तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम को मना किया है +19188,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_024.wav,क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा भस्म करनेवाली आग है वह जलन रखनेवाला परमेश्वर है +19189,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_025.wav,यदि उस देश में रहतेरहते बहुत दिन बीत जाने पर और अपने बेटेपोते उत्पन्न होने पर तुम बिगड़कर किसी वस्तु के रूप की मूर्ति खोदकर बनाओ और इस रीति से अपने परमेश्वर यहोवा के प्रति बुराई करके उसे अप्रसन्न कर दो +19190,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_026.wav,तो मैं आज आकाश और पृथ्वी को तुम्हारे विरुद्ध साक्षी करके कहता हूँ कि जिस देश के अधिकारी होने के लिये तुम यरदन पार जाने पर हो उसमें तुम जल्दी बिल्कुल नाश हो जाओगे और बहुत दिन रहने न पाओगे किन्तु पूरी रीति से नष्ट हो जाओगे +19191,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_027.wav,और यहोवा तुम को देशदेश के लोगों में तितरबितर करेगा और जिन जातियों के बीच यहोवा तुम को पहुँचाएगा उनमें तुम थोड़े ही से रह जाओगे +19192,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_028.wav,और वहाँ तुम मनुष्य के बनाए हुए लकड़ी और पत्थर के देवताओं की सेवा करोगे जो न देखते और न सुनते और न खाते और न सूँघते हैं +19193,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_029.wav,परन्तु वहाँ भी यदि तुम अपने परमेश्वर यहोवा को ढूँढ़ोगे तो वह तुम को मिल जाएगा शर्त यह है कि तुम अपने पूरे मन से और अपने सारे प्राण से उसे ढूँढ़ो +19194,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_030.wav,अन्त के दिनों में जब तुम संकट में पड़ो और ये सब विपत्तियाँ तुम पर आ पड़ें तब तुम अपने परमेश्वर यहोवा की ओर फिरो और उसकी मानना +19195,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_031.wav,क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा दयालु परमेश्वर है वह तुम को न तो छोड़ेगा और न नष्ट करेगा और जो वाचा उसने तेरे पितरों से शपथ खाकर बाँधी है उसको नहीं भूलेगा +19196,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_032.wav,जब से परमेश्वर ने मनुष्य को उत्पन्न करके पृथ्वी पर रखा तब से लेकर तू अपने उत्पन्न होने के दिन तक की बातें पूछ और आकाश के एक छोर से दूसरे छोर तक की बातें पूछ क्या ऐसी बड़ी बात कभी हुई या सुनने में आई है +19197,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_033.wav,क्या कोई जाति कभी परमेश्वर की वाणी आग के बीच में से आती हुई सुनकर जीवित रही जैसे कि तूने सुनी है +19198,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_034.wav,फिर क्या परमेश्वर ने और किसी जाति को दूसरी जाति के बीच से निकालने को कमर बाँधकर परीक्षा और चिन्ह और चमत्कार और युद्ध और बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा से ऐसे बड़े भयानक काम किए जैसे तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने मिस्र में तुम्हारे देखते किए +19199,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_035.wav,यह सब तुझको दिखाया गया इसलिए कि तू जान ले कि यहोवा ही परमेश्वर है उसको छोड़ और कोई है ही नहीं +19200,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_036.wav,आकाश में से उसने तुझे अपनी वाणी सुनाई कि तुझे शिक्षा दे और पृथ्वी पर उसने तुझे अपनी बड़ी आग दिखाई और उसके वचन आग के बीच में से आते हुए तुझे सुनाई पड़े +19201,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_037.wav,और उसने जो तेरे पितरों से प्रेम रखा इस कारण उनके पीछे उनके वंश को चुन लिया और प्रत्यक्ष होकर तुझे अपने बड़े सामर्थ्य के द्वारा मिस्र से इसलिए निकाल लाया +19202,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_038.wav,कि तुझ से बड़ी और सामर्थी जातियों को तेरे आगे से निकालकर तुझे उनके देश में पहुँचाए और उसे तेरा निज भागकर दे जैसा आज के दिन दिखाई पड़ता है +19203,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_039.wav,इसलिए आज जान ले और अपने मन में सोच भी रख कि ऊपर आकाश में और नीचे पृथ्वी पर यहोवा ही परमेश्वर है और कोई दूसरा नहीं +19204,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_040.wav,और तू उसकी विधियों और आज्ञाओं को जो मैं आज तुझे सुनाता हूँ मानना इसलिए कि तेरा और तेरे पीछे तेरे वंश का भी भला हो और जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उसमें तेरे दिन बहुत वरन् सदा के लिये हों +19205,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_041.wav,तब मूसा ने यरदन के पार पूर्व की ओर तीन नगर अलग किए +19206,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_042.wav,इसलिए कि जो कोई बिना जाने और बिना पहले से बैर रखे अपने किसी भाई को मार डाले वह उनमें से किसी नगर में भाग जाए और भागकर जीवित रहे +19207,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_043.wav,अर्थात् रूबेनियों का बेसेर नगर जो जंगल के समथर देश में है और गादियों के गिलाद का रामोत और मनश्शेइयों के बाशान का गोलन +19208,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_044.wav,फिर जो व्यवस्था मूसा ने इस्राएलियों को दी वह यह है +19209,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_045.wav,ये ही वे चेतावनियाँ और नियम हैं जिन्हें मूसा ने इस्राएलियों को उस समय कह सुनाया जब वे मिस्र से निकले थे +19210,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_046.wav,अर्थात् यरदन के पार बेतपोर के सामने की तराई में एमोरियों के राजा हेशबोनवासी सीहोन के देश में जिस राजा को उन्होंने मिस्र से निकलने के बाद मारा +19211,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_047.wav,और उन्होंने उसके देश को और बाशान के राजा ओग के देश को अपने वश में कर लिया यरदन के पार सूर्योदय की ओर रहनेवाले एमोरियों के राजाओं के ये देश थे +19212,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_048.wav,यह देश अर्नोन के नाले के छोरवाले अरोएर से लेकर सिय्योन पर्वत जो हेर्मोन भी कहलाता है +19213,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_004_049.wav,उस पर्वत तक का सारा देश और पिसगा की ढलान के नीचे के अराबा के ताल तक यरदन पार पूर्व की ओर का सारा अराबा है +19214,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_001.wav,मूसा ने सारे इस्राएलियों को बुलवाकर कहा हे इस्राएलियों जोजो विधि और नियम मैं आज तुम्हें सुनाता हूँ वे सुनो इसलिए कि उन्हें सीखकर मानने में चौकसी करो +19215,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_002.wav,हमारे परमेश्वर यहोवा ने तो होरेब पर हम से वाचा बाँधी +19216,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_003.wav,इस वाचा को यहोवा ने हमारे पितरों से नहीं हम ही से बाँधा जो यहाँ आज के दिन जीवित हैं +19217,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_004.wav,यहोवा ने उस पर्वत पर आग के बीच में से तुम लोगों से आमनेसामने बातें की +19218,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_005.wav,उस आग के डर के मारे तुम पर्वत पर न चढ़े इसलिए मैं यहोवा के और तुम्हारे बीच उसका वचन तुम्हें बताने को खड़ा रहा तब उसने कहा +19219,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_006.wav,तेरा परमेश्वर यहोवा जो तुझे दासत्व के घर अर्थात् मिस्र देश में से निकाल लाया है वह मैं हूँ +19220,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_007.wav,मुझे छोड़ दूसरों को परमेश्वर करके न मानना +19221,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_008.wav,तू अपने लिये कोई मूर्ति खोदकर न बनाना न किसी की प्रतिमा बनाना जो आकाश में या प��थ्वी पर या पृथ्वी के जल में है +19222,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_009.wav,तू उनको दण्डवत् न करना और न उनकी उपासना करना क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा जलन रखनेवाला परमेश्वर हूँ और जो मुझसे बैर रखते हैं उनके बेटों पोतों और परपोतों को पितरों का दण्ड दिया करता हूँ +19223,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_010.wav,और जो मुझसे प्रेम रखते और मेरी आज्ञाओं को मानते हैं उन हजारों पर करुणा किया करता हूँ +19224,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_011.wav,तू अपने परमेश्वर यहोवा का नाम व्यर्थ न लेना क्योंकि जो यहोवा का नाम व्यर्थ ले वह उनको निर्दोष न ठहराएगा +19225,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_012.wav,तू विश्रामदिन को मानकर पवित्र रखना जैसे तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझे आज्ञा दी +19226,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_013.wav,छः दिन तो परिश्रम करके अपना सारा कामकाज करना +19227,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_014.wav,परन्तु सातवाँ दिन तेरे परमेश्वर यहोवा के लिये विश्रामदिन है उसमें न तू किसी भाँति का कामकाज करना न तेरा बेटा न तेरी बेटी न तेरा दास न तेरी दासी न तेरा बैल न तेरा गदहा न तेरा कोई पशु न कोई परदेशी भी जो तेरे फाटकों के भीतर हो जिससे तेरा दास और तेरी दासी भी तेरे समान विश्राम करे +19228,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_015.wav,और इस बात को स्मरण रखना कि मिस्र देश में तू आप दास था और वहाँ से तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा के द्वारा निकाल लाया इस कारण तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे विश्रामदिन मानने की आज्ञा देता है +19229,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_016.wav,अपने पिता और अपनी माता का आदर करना जैसे कि तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझे आज्ञा दी है जिससे जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उसमें तू बहुत दिन तक रहने पाए और तेरा भला हो +19230,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_017.wav,तू खून न करना +19231,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_018.wav,तू व्यभिचार न करना +19232,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_019.wav,तू चोरी न करना +19233,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_020.wav,तू किसी के विरुद्ध झूठी साक्षी न देना +19234,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_021.wav,तू न किसी की पत्नी का लालच करना और न किसी के घर का लालच करना न उसके खेत का न उसके दास का न उसकी दासी का न उसके बैल या गदहे का न उसकी किसी और वस्तु का लालच करना +19235,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_022.wav,यही वचन यहोवा ने उस पर्वत पर आग और बादल और घोर अंधकार के बीच में से तुम्हारी सारी मण्डली से पुकारकर कहा और इससे अधिक और कुछ न कहा और उन्हें उसने पत्थर की दो पटियाओं पर लिखकर मुझे दे दिया +19236,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_023.wav,जब पर्वत आग से दहक रहा था और तुम ने उस शब्द को अंधियारे के बीच में से आते सुना तब तुम और तुम्हारे गोत्र��ं के सब मुख्यमुख्य पुरुष और तुम्हारे पुरनिए मेरे पास आए +19237,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_024.wav,और तुम कहने लगे हमारे परमेश्वर यहोवा ने हमको अपना तेज और अपनी महिमा दिखाई है और हमने उसका शब्द आग के बीच में से आते हुए सुना आज हमने देख लिया कि यद्यपि परमेश्वर मनुष्य से बातें करता है तो भी मनुष्य जीवित रहता है +19238,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_025.wav,अब हम क्यों मर जाएँ क्योंकि ऐसी बड़ी आग से हम भस्म हो जाएँगे और यदि हम अपने परमेश्वर यहोवा का शब्द फिर सुनें तब तो मर ही जाएँगे +19239,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_026.wav,क्योंकि सारे प्राणियों में से कौन ऐसा है जो हमारे समान जीवित और अग्नि के बीच में से बोलते हुए परमेश्वर का शब्द सुनकर जीवित बचा रहे +19240,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_027.wav,इसलिए तू समीप जा और जो कुछ हमारा परमेश्वर यहोवा कहे उसे सुन ले फिर जो कुछ हमारा परमेश्वर यहोवा कहे उसे हम से कहना और हम उसे सुनेंगे और उसे मानेंगे +19241,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_028.wav,जब तुम मुझसे ये बातें कह रहे थे तब यहोवा ने तुम्हारी बातें सुनीं तब उसने मुझसे कहा इन लोगों ने जोजो बातें तुझ से कही हैं मैंने सुनी हैं इन्होंने जो कुछ कहा वह ठीक ही कहा +19242,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_029.wav,भला होता कि उनका मन सदैव ऐसा ही बना रहे कि वे मेरा भय मानते हुए मेरी सब आज्ञाओं पर चलते रहें जिससे उनकी और उनके वंश की सदैव भलाई होती रहे +19243,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_030.wav,इसलिए तू जाकर उनसे कह दे कि अपनेअपने डेरों को लौट जाओ +19244,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_031.wav,परन्तु तू यहीं मेरे पास खड़ा रह और मैं वे सारी आज्ञाएँ और विधियाँ और नियम जिन्हें तुझे उनको सिखाना होगा तुझ से कहूँगा जिससे वे उन्हें उस देश में जिसका अधिकार मैं उन्हें देने पर हूँ मानें +19245,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_032.wav,इसलिए तुम अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा के अनुसार करने में चौकसी करना न तो दाएँ मुड़ना और न बाएँ +19246,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_005_033.wav,जिस मार्ग पर चलने की आज्ञा तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम को दी है उस सारे मार्ग पर चलते रहो कि तुम जीवित रहो और तुम्हारा भला हो और जिस देश के तुम अधिकारी होंगे उसमें तुम बहुत दिनों के लिये बने रहो +19247,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_001.wav,यह वह आज्ञा और वे विधियाँ और नियम हैं जो तुम्हें सिखाने की तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने आज्ञा दी है कि तुम उन्हें उस देश में मानो जिसके अधिकारी होने को पार जाने पर हो +19248,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_002.wav,और तू और तेरा बेटा और तेरा पोता परमेश्वर यहोवा का भय मानते हुए उसकी उन सब विधियों और आज्ञाओं ��र जो मैं तुझे सुनाता हूँ अपने जीवन भर चलते रहें जिससे तू बहुत दिन तक बना रहे +19249,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_003.wav,हे इस्राएल सुन और ऐसा ही करने की चौकसी कर इसलिए कि तेरा भला हो और तेरे पितरों के परमेश्वर यहोवा के वचन के अनुसार उस देश में जहाँ दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं तुम बहुत हो जाओ +19250,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_004.wav,हे इस्राएल सुन यहोवा हमारा परमेश्वर है यहोवा एक ही है +19251,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_005.wav,तू अपने परमेश्वर यहोवा से अपने सारे मन और सारे प्राण और सारी शक्ति के साथ प्रेम रखना +19252,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_006.wav,और ये आज्ञाएँ जो मैं आज तुझको सुनाता हूँ वे तेरे मन में बनी रहें +19253,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_007.wav,और तू इन्हें अपने बालबच्चों को समझाकर सिखाया करना और घर में बैठे मार्ग पर चलते लेटते उठते इनकी चर्चा किया करना +19254,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_008.wav,और इन्हें अपने हाथ पर चिन्ह के रूप में बाँधना और ये तेरी आँखों के बीच टीके का काम दें +19255,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_009.wav,और इन्हें अपनेअपने घर के चौखट की बाजुओं और अपने फाटकों पर लिखना +19256,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_010.wav,जब तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे उस देश में पहुँचाए जिसके विषय में उसने अब्राहम इसहाक और याकूब नामक तेरे पूर्वजों से तुझे देने की शपथ खाई और जब वह तुझको बड़ेबड़े और अच्छे नगर जो तूने नहीं बनाए +19257,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_011.wav,और अच्छेअच्छे पदार्थों से भरे हुए घर जो तूने नहीं भरे और खुदे हुए कुएँ जो तूने नहीं खोदे और दाख की बारियाँ और जैतून के वृक्ष जो तूने नहीं लगाए ये सब वस्तुएँ जब वह दे और तू खाके तृप्त हो +19258,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_012.wav,तब सावधान रहना कहीं ऐसा न हो कि तू यहोवा को भूल जाए जो तुझे दासत्व के घर अर्थात् मिस्र देश से निकाल लाया है +19259,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_013.wav,अपने परमेश्वर यहोवा का भय मानना उसी की सेवा करना और उसी के नाम की शपथ खाना +19260,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_014.wav,तुम पराए देवताओं के अर्थात् अपने चारों ओर के देशों के लोगों के देवताओं के पीछे न हो लेना +19261,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_015.wav,क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा जो तेरे बीच में है वह जलन रखनेवाला परमेश्वर है कहीं ऐसा न हो कि तेरे परमेश्वर यहोवा का कोप तुझ पर भड़के और वह तुझको पृथ्वी पर से नष्ट कर डाले +19262,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_016.wav,तुम अपने परमेश्वर यहोवा की परीक्षा न करना जैसे कि तुम ने मस्सा में उसकी परीक्षा की थी +19263,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_017.wav,अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाओं चेतावनियों और विधियों को जो उसने तुझको दी हैं सावधानी से मानना +19264,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_018.wav,और जो काम यहोवा की दृष्टि में ठीक और सुहावना है वही किया करना जिससे कि तेरा भला हो और जिस उत्तम देश के विषय में यहोवा ने तेरे पूर्वजों से शपथ खाई उसमें तू प्रवेश करके उसका अधिकारी हो जाए +19265,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_019.wav,कि तेरे सब शत्रु तेरे सामने से दूर कर दिए जाएँ जैसा कि यहोवा ने कहा था +19266,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_020.wav,फिर आगे को जब तेरी सन्तान तुझ से पूछे ये चेतावनियाँ और विधि और नियम जिनके मानने की आज्ञा हमारे परमेश्वर यहोवा ने तुम को दी है इनका प्रयोजन क्या है +19267,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_021.wav,तब अपनी सन्तान से कहना जब हम मिस्र में फ़िरौन के दास थे तब यहोवा बलवन्त हाथ से हमको मिस्र में से निकाल ले आया +19268,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_022.wav,और यहोवा ने हमारे देखते मिस्र में फ़िरौन और उसके सारे घराने को दुःख देनेवाले बड़ेबड़े चिन्ह और चमत्कार दिखाए +19269,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_023.wav,और हमको वह वहाँ से निकाल लाया इसलिए कि हमें इस देश में पहुँचाकर जिसके विषय में उसने हमारे पूर्वजों से शपथ खाई थी इसको हमें सौंप दे +19270,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_024.wav,और यहोवा ने हमें ये सब विधियाँ पालन करने की आज्ञा दी इसलिए कि हम अपने परमेश्वर यहोवा का भय मानें और इस रीति सदैव हमारा भला हो और वह हमको जीवित रखे जैसा कि आज के दिन है +19271,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_006_025.wav,और यदि हम अपने परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में उसकी आज्ञा के अनुसार इन सारे नियमों के मानने में चौकसी करें तो यह हमारे लिये धार्मिकता ठहरेगा +19272,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_001.wav,फिर जब तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे उस देश में जिसके अधिकारी होने को तू जाने पर है पहुँचाए और तेरे सामने से हित्ती गिर्गाशी एमोरी कनानी परिज्जी हिब्बी और यबूसी नामक बहुत सी जातियों को अर्थात् तुम से बड़ी और सामर्थी सातों जातियों को निकाल दे +19273,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_002.wav,और तेरा परमेश्वर यहोवा उन्हें तेरे द्वारा हरा दे और तू उन पर जय प्राप्त कर ले तब उन्हें पूरी रीति से नष्ट कर डालना उनसे न वाचा बाँधना और न उन पर दया करना +19274,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_003.wav,और न उनसे ब्याह शादी करना न तो अपनी बेटी उनके बेटे को ब्याह देना और न उनकी बेटी को अपने बेटे के लिये ब्याह लेना +19275,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_004.wav,क्योंकि वे तेरे बेटे को मेरे पीछे चलने से बहकाएँगी और दूसरे देवताओं की उपासना करवाएँगी और इस कारण यहोवा का कोप तुम पर भड़क उठेगा और वह तेरा शीघ्र सत्यानाश कर डालेगा +19276,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_005.wav,उन लोगों से ऐसा बर्ताव करना कि उनकी वेदियों को ढा देना उनकी लाठों को तोड़ डालना उनकी अशेरा नामक मूर्तियों को काट काटकर गिरा देना और उनकी खुदी हुई मूर्तियों को आग में जला देना +19277,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_006.wav,क्योंकि तू अपने परमेश्वर यहोवा की पवित्र प्रजा है यहोवा ने पृथ्वी भर के सब देशों के लोगों में से तुझको चुन लिया है कि तू उसकी प्रजा और निज भाग ठहरे +19278,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_007.wav,यहोवा ने जो तुम से स्नेह करके तुम को चुन लिया इसका कारण यह नहीं था कि तुम गिनती में और सब देशों के लोगों से अधिक थे किन्तु तुम तो सब देशों के लोगों से गिनती में थोड़े थे +19279,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_008.wav,यहोवा ने जो तुम को बलवन्त हाथ के द्वारा दासत्व के घर में से और मिस्र के राजा फ़िरौन के हाथ से छुड़ाकर निकाल लाया इसका यही कारण है कि वह तुम से प्रेम रखता है और उस शपथ को भी पूरी करना चाहता है जो उसने तुम्हारे पूर्वजों से खाई थी +19280,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_009.wav,इसलिए जान ले कि तेरा परमेश्वर यहोवा ही परमेश्वर है वह विश्वासयोग्य परमेश्वर है जो उससे प्रेम रखते और उसकी आज्ञाएँ मानते हैं उनके साथ वह हजार पीढ़ी तक अपनी वाचा का पालन करता और उन पर करुणा करता रहता है +19281,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_010.wav,और जो उससे बैर रखते हैं वह उनके देखते उनसे बदला लेकर नष्ट कर डालता है अपने बैरी के विषय वह विलम्ब न करेगा उसके देखते ही उससे बदला लेगा +19282,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_011.wav,इसलिए इन आज्ञाओं विधियों और नियमों को जो मैं आज तुझे चिताता हूँ मानने में चौकसी करना +19283,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_012.wav,और तुम जो इन नियमों को सुनकर मानोगे और इन पर चलोगे तो तेरा परमेश्वर यहोवा भी उस करुणामय वाचा का पालन करेगा जिसे उसने तेरे पूर्वजों से शपथ खाकर बाँधी थी +19284,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_013.wav,और वह तुझ से प्रेम रखेगा और तुझे आशीष देगा और गिनती में बढ़ाएगा और जो देश उसने तेरे पूर्वजों से शपथ खाकर तुझे देने को कहा है उसमें वह तेरी सन्तान पर और अन्न नये दाखमधु और टटके तेल आदि भूमि की उपज पर आशीष दिया करेगा और तेरी गायबैल और भेड़बकरियों की बढ़ती करेगा +19285,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_014.wav,तू सब देशों के लोगों से अधिक धन्य होगा तेरे बीच में न पुरुष न स्त्री निर्वंश होगी और तेरे पशुओं में भी ऐसा कोई न होगा +19286,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_015.wav,और यहोवा तुझ से सब प्रकार के रोग दूर करेगा और मिस्र की बुरीबुरी व्याधियाँ जिन्हें तू जानता है उनमें से किसी को भी तुझे लगने न देगा ये सब तेरे बैरियों ही को लगेंगे +19287,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_016.wav,और देशदेश के जितने लोगों को तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे वश में कर देगा तू उन सभी को सत्यानाश करना उन पर तरस की दृष्टि न करना और न उनके देवताओं की उपासना करना नहीं तो तू फंदे में फँस जाएगा +19288,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_017.wav,यदि तू अपने मन में सोचे कि वे जातियाँ जो मुझसे अधिक हैं तो मैं उनको कैसे देश से निकाल सकूँगा +19289,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_018.wav,तो भी उनसे न डरना जो कुछ तेरे परमेश्वर यहोवा ने फ़िरौन से और सारे मिस्र से किया उसे भली भाँति स्मरण रखना +19290,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_019.wav,जो बड़ेबड़े परीक्षा के काम तूने अपनी आँखों से देखे और जिन चिन्हों और चमत्कारों और जिस बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा के द्वारा तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको निकाल लाया उनके अनुसार तेरा परमेश्वर यहोवा उन सब लोगों से भी जिनसे तू डरता है करेगा +19291,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_020.wav,इससे अधिक तेरा परमेश्वर यहोवा उनके बीच बर्रे भी भेजेगा यहाँ तक कि उनमें से जो बचकर छिप जाएँगे वे भी तेरे सामने से नाश हो जाएँगे +19292,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_021.wav,उनसे भय न खाना क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे बीच में है और वह महान और भययोग्य परमेश्वर है +19293,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_022.wav,तेरा परमेश्वर यहोवा उन जातियों को तेरे आगे से धीरे धीरे निकाल देगा तो तू एकदम से उनका अन्त न कर सकेगा नहीं तो जंगली पशु बढ़कर तेरी हानि करेंगे +19294,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_023.wav,तो भी तेरा परमेश्वर यहोवा उनको तुझ से हरवा देगा और जब तक वे सत्यानाश न हो जाएँ तब तक उनको अति व्याकुल करता रहेगा +19295,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_024.wav,और वह उनके राजाओं को तेरे हाथ में करेगा और तू उनका भी नाम धरती पर से मिटा डालेगा उनमें से कोई भी तेरे सामने खड़ा न रह सकेगा और अन्त में तू उन्हें सत्यानाश कर डालेगा +19296,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_025.wav,उनके देवताओं की खुदी हुई मूर्तियाँ तुम आग में जला देना जो चाँदी या सोना उन पर मढ़ा हो उसका लालच करके न ले लेना नहीं तो तू उसके कारण फंदे में फँसेगा क्योंकि ऐसी वस्तुएँ तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में घृणित हैं +19297,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_007_026.wav,और कोई घृणित वस्तु अपने घर में न ले आना नहीं तो तू भी उसके समान नष्ट हो जाने की वस्तु ठहरेगा उसे सत्यानाश की वस्तु जानकर उससे घृणा करना और उसे कदापि न चाहना क्योंकि वह अशुद्ध वस्तु है +19298,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_001.wav,जोजो आज्ञा मैं आज तुझे सुनाता हूँ उन सभी पर चलने की चौकसी करना इसलिए कि तुम जीवित रहो और बढ़ते रहो और जिस देश के विषय में यहोवा न�� तुम्हारे पूर्वजों से शपथ खाई है उसमें जाकर उसके अधिकारी हो जाओ +19299,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_002.wav,और स्मरण रख कि तेरा परमेश्वर यहोवा उन चालीस वर्षों में तुझे सारे जंगल के मार्ग में से इसलिए ले आया है कि वह तुझे नम्र बनाए और तेरी परीक्षा करके यह जान ले कि तेरे मन में क्याक्या है और कि तू उसकी आज्ञाओं का पालन करेगा या नहीं +19300,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_003.wav,उसने तुझको नम्र बनाया और भूखा भी होने दिया फिर वह मन्ना जिसे न तू और न तेरे पुरखा भी जानते थे वही तुझको खिलाया इसलिए कि वह तुझको सिखाए कि मनुष्य केवल रोटी ही से नहीं जीवित रहता परन्तु जोजो वचन यहोवा के मुँह से निकलते हैं उन ही से वह जीवित रहता है +19301,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_004.wav,इन चालीस वर्षों में तेरे वस्त्र पुराने न हुए और तेरे तन से भी नहीं गिरे और न तेरे पाँव फूले +19302,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_005.wav,फिर अपने मन में यह तो विचार कर कि जैसा कोई अपने बेटे को ताड़ना देता है वैसे ही तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको ताड़ना देता है +19303,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_006.wav,इसलिए अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाओं का पालन करते हुए उसके मार्गों पर चलना और उसका भय मानते रहना +19304,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_007.wav,क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे एक उत्तम देश में लिये जा रहा है जो जल की नदियों का और तराइयों और पहाड़ों से निकले हुए गहरेगहरे सोतों का देश है +19305,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_008.wav,फिर वह गेहूँ जौ दाखलताओं अंजीरों और अनारों का देश है और तेलवाली जैतून और मधु का भी देश है +19306,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_009.wav,उस देश में अन्न की महँगी न होगी और न उसमें तुझे किसी पदार्थ की घटी होगी वहाँ के पत्थर लोहे के हैं और वहाँ के पहाड़ों में से तू तांबा खोदकर निकाल सकेगा +19307,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_010.wav,और तू पेट भर खाएगा और उस उत्तम देश के कारण जो तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देगा उसे धन्य मानेगा +19308,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_011.wav,इसलिए सावधान रहना कहीं ऐसा न हो कि अपने परमेश्वर यहोवा को भूलकर उसकी जोजो आज्ञा नियम और विधि मैं आज तुझे सुनाता हूँ उनका मानना छोड़ दे +19309,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_012.wav,ऐसा न हो कि जब तू खाकर तृप्त हो और अच्छेअच्छे घर बनाकर उनमें रहने लगे +19310,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_013.wav,और तेरी गायबैलों और भेड़बकरियों की बढ़ती हो और तेरा सोना चाँदी और तेरा सब प्रकार का धन बढ़ जाए +19311,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_014.wav,तब तेरे मन में अहंकार समा जाए और तू अपने परमेश्वर यहोवा को भूल जाए जो तुझको दासत्व के घर अर्थात् मिस्र देश से निकाल लाया है +19312,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_015.wav,और उस बड़े और भयानक जंगल में से ले आया है जहाँ तेज विषवाले सर्प और बिच्छू हैं और जलरहित सूखे देश में उसने तेरे लिये चकमक की चट्टान से जल निकाला +19313,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_016.wav,और तुझे जंगल में मन्ना खिलाया जिसे तुम्हारे पुरखा जानते भी न थे इसलिए कि वह तुझे नम्र बनाए और तेरी परीक्षा करके अन्त में तेरा भला ही करे +19314,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_017.wav,और कहीं ऐसा न हो कि तू सोचने लगे कि यह सम्पत्ति मेरे ही सामर्थ्य और मेरे ही भुजबल से मुझे प्राप्त हुई +19315,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_018.wav,परन्तु तू अपने परमेश्वर यहोवा को स्मरण रखना क्योंकि वही है जो तुझे सम्पत्ति प्राप्त करने की सामर्थ्य इसलिए देता है कि जो वाचा उसने तेरे पूर्वजों से शपथ खाकर बाँधी थी उसको पूरा करे जैसा आज प्रगट है +19316,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_019.wav,यदि तू अपने परमेश्वर यहोवा को भूलकर दूसरे देवताओं के पीछे हो लेगा और उनकी उपासना और उनको दण्डवत् करेगा तो मैं आज तुम को चिता देता हूँ कि तुम निःसन्देह नष्ट हो जाओगे +19317,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_008_020.wav,जिन जातियों को यहोवा तुम्हारे सम्मुख से नष्ट करने पर है उन्हीं के समान तुम भी अपने परमेश्वर यहोवा का वचन न मानने के कारण नष्ट हो जाओगे +19318,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_001.wav,हे इस्राएल सुन आज तू यरदन पार इसलिए जानेवाला है कि ऐसी जातियों को जो तुझ से बड़ी और सामर्थी हैं और ऐसे बड़े नगरों को जिनकी शहरपनाह आकाश से बातें करती हैं अपने अधिकार में ले ले +19319,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_002.wav,उनमें बड़ेबड़े और लम्बेलम्बे लोग अर्थात् अनाकवंशी रहते हैं जिनका हाल तू जानता है और उनके विषय में तूने यह सुना है कि अनाकवंशियों के सामने कौन ठहर सकता है +19320,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_003.wav,इसलिए आज तू यह जान ले कि जो तेरे आगे भस्म करनेवाली आग के समान पार जानेवाला है वह तेरा परमेश्वर यहोवा है और वह उनका सत्यानाश करेगा और वह उनको तेरे सामने दबा देगा और तू यहोवा के वचन के अनुसार उनको उस देश से निकालकर शीघ्र ही नष्ट कर डालेगा +19321,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_004.wav,जब तेरा परमेश्वर यहोवा उन्हें तेरे सामने से निकाल देगा तब यह न सोचना कि यहोवा तेरे धार्मिकता के कारण तुझे इस देश का अधिकारी होने को ले आया है किन्तु उन जातियों की दुष्टता ही के कारण यहोवा उनको तेरे सामने से निकालता है +19322,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_005.wav,तू जो उनके देश का अधिकारी होने के लिये जा रहा है इसका कारण तेरा धार्मिकता या मन की सिधाई नहीं है तेरा परमेश्वर यहोवा जो उन जातियों को तेरे सामने से निकालता है उसका कारण उनकी दुष्टता है और यह भी कि जो वचन उसने अब्राहम इसहाक और याकूब अर्थात् तेरे पूर्वजों को शपथ खाकर दिया था उसको वह पूरा करना चाहता है +19323,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_006.wav,इसलिए यह जान ले कि तेरा परमेश्वर यहोवा जो तुझे वह अच्छा देश देता है कि तू उसका अधिकारी हो उसे वह तेरे धार्मिकता के कारण नहीं दे रहा है क्योंकि तू तो एक हठीली जाति है +19324,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_007.wav,इस बात का स्मरण रख और कभी भी न भूलना कि जंगल में तूने किसकिस रीति से अपने परमेश्वर यहोवा को क्रोधित किया और जिस दिन से तू मिस्र देश से निकला है जब तक तुम इस स्थान पर न पहुँचे तब तक तुम यहोवा से बलवा ही बलवा करते आए हो +19325,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_008.wav,फिर होरेब के पास भी तुम ने यहोवा को क्रोधित किया और वह क्रोधित होकर तुम्हें नष्ट करना चाहता था +19326,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_009.wav,जब मैं उस वाचा के पत्थर की पटियाओं को जो यहोवा ने तुम से बाँधी थी लेने के लिये पर्वत के ऊपर चढ़ गया तब चालीस दिन और चालीस रात पर्वत ही के ऊपर रहा और मैंने न तो रोटी खाई न पानी पिया +19327,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_010.wav,और यहोवा ने मुझे अपने ही हाथ की लिखी हुई पत्थर की दोनों पटियाओं को सौंप दिया और वे ही वचन जिन्हें यहोवा ने पर्वत के ऊपर आग के मध्य में से सभा के दिन तुम से कहे थे वे सब उन पर लिखे हुए थे +19328,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_011.wav,और चालीस दिन और चालीस रात के बीत जाने पर यहोवा ने पत्थर की वे दो वाचा की पटियाएँ मुझे दे दीं +19329,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_012.wav,और यहोवा ने मुझसे कहा उठ यहाँ से झटपट नीचे जा क्योंकि तेरी प्रजा के लोग जिनको तू मिस्र से निकालकर ले आया है वे बिगड़ गए हैं जिस मार्ग पर चलने की आज्ञा मैंने उन्हें दी थी उसको उन्होंने झटपट छोड़ दिया है अर्थात् उन्होंने तुरन्त अपने लिये एक मूर्ति ढालकर बना ली है +19330,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_013.wav,फिर यहोवा ने मुझसे यह भी कहा मैंने उन लोगों को देख लिया वे हठीली जाति के लोग हैं +19331,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_014.wav,इसलिए अब मुझे तू मत रोक ताकि मैं उन्हें नष्ट कर डालूँ और धरती के ऊपर से उनका नाम या चिन्ह तक मिटा डालूँ और मैं उनसे बढ़कर एक बड़ी और सामर्थी जाति तुझी से उत्पन्न करूँगा +19332,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_015.wav,तब मैं उलटे पैर पर्वत से नीचे उतर चला और पर्वत अग्नि से दहक रहा था और मेरे दोनों हाथों में वाचा की दोनों पटियाएँ थीं +19333,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_016.wav,और मैंने देखा कि तुम ने अपने परमेश्वर यहोवा के विरुद्ध महापाप किया और अपने ल��ये एक बछड़ा ढालकर बना लिया है और तुरन्त उस मार्ग से जिस पर चलने की आज्ञा यहोवा ने तुम को दी थी उसको तुम ने तज दिया +19334,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_017.wav,तब मैंने उन दोनों पटियाओं को अपने दोनों हाथों से लेकर फेंक दिया और तुम्हारी आँखों के सामने उनको तोड़ डाला +19335,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_018.wav,तब तुम्हारे उस महापाप के कारण जिसे करके तुम ने यहोवा की दृष्टि में बुराई की और उसे रिस दिलाई थी मैं यहोवा के सामने मुँह के बल गिर पड़ा और पहले के समान अर्थात् चालीस दिन और चालीस रात तक न तो रोटी खाई और न पानी पिया +19336,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_019.wav,मैं तो यहोवा के उस कोप और जलजलाहट से डर रहा था क्योंकि वह तुम से अप्रसन्न होकर तुम्हारा सत्यानाश करने को था परन्तु यहोवा ने उस बार भी मेरी सुन ली +19337,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_020.wav,और यहोवा हारून से इतना कोपित हुआ कि उसका भी सत्यानाश करना चाहा परन्तु उसी समय मैंने हारून के लिये भी प्रार्थना की +19338,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_021.wav,और मैंने वह बछड़ा जिसे बनाकर तुम पापी हो गए थे लेकर आग में डालकर फूँक दिया और फिर उसे पीसपीसकर ऐसा चूर चूरकर डाला कि वह धूल के समान जीर्ण हो गया और उसकी उस राख को उस नदी में फेंक दिया जो पर्वत से निकलकर नीचे बहती थी +19339,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_022.wav,फिर तबेरा और मस्सा और किब्रोतहत्तावा में भी तुम ने यहोवा को रिस दिलाई थी +19340,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_023.wav,फिर जब यहोवा ने तुम को कादेशबर्ने से यह कहकर भेजा जाकर उस देश के जिसे मैंने तुम्हें दिया है अधिकारी हो जाओ तब भी तुम ने अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा के विरुद्ध बलवा किया और न तो उसका विश्वास किया और न उसकी बात ही मानी +19341,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_024.wav,जिस दिन से मैं तुम्हें जानता हूँ उस दिन से तुम यहोवा से बलवा ही करते आए हो +19342,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_025.wav,मैं यहोवा के सामने चालीस दिन और चालीस रात मुँह के बल पड़ा रहा क्योंकि यहोवा ने कह दिया था कि वह तुम्हारा सत्यानाश करेगा +19343,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_026.wav,और मैंने यहोवा से यह प्रार्थना की हे प्रभु यहोवा अपना प्रजारूपी निज भाग जिनको तूने अपने महान प्रताप से छुड़ा लिया है और जिनको तूने अपने बलवन्त हाथ से मिस्र से निकाल लिया है उन्हें नष्ट न कर +19344,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_027.wav,अपने दास अब्राहम इसहाक और याकूब को स्मरण कर और इन लोगों की हठ और दुष्टता और पाप पर दृष्टि न कर +19345,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_028.wav,जिससे ऐसा न हो कि जिस देश से तू हमको निकालकर ले आया है वहाँ के लोग कहने लगें कि यहोवा उन्हें उस देश में जिसके देने का वचन उनको दिया था नहीं पहुँचा सका और उनसे बैर भी रखता था इसी कारण उसने उन्हें जंगल में लाकर मार डाला है +19346,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_009_029.wav,ये लोग तेरी प्रजा और निज भाग हैं जिनको तूने अपने बड़े सामर्थ्य और बलवन्त भुजा के द्वारा निकाल ले आया है +19347,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_001.wav,उस समय यहोवा ने मुझसे कहा पहली पटियाओं के समान पत्थर की दो और पटियाएँ गढ़ ले और उन्हें लेकर मेरे पास पर्वत के ऊपर आ जा और लकड़ी का एक सन्दूक भी बनवा ले +19348,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_002.wav,और मैं उन पटियाओं पर वे ही वचन लिखूँगा जो उन पहली पटियाओं पर थे जिन्हें तूने तोड़ डाला और तू उन्हें उस सन्दूक में रखना +19349,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_003.wav,तब मैंने बबूल की लकड़ी का एक सन्दूक बनवाया और पहली पटियाओं के समान पत्थर की दो और पटियाएँ गढ़ीं तब उन्हें हाथों में लिये हुए पर्वत पर चढ़ गया +19350,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_004.wav,और जो दस वचन यहोवा ने सभा के दिन पर्वत पर अग्नि के मध्य में से तुम से कहे थे वे ही उसने पहले के समान उन पटियाओं पर लिखे और उनको मुझे सौंप दिया +19351,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_005.wav,तब मैं पर्वत से नीचे उतर आया और पटियाओं को अपने बनवाए हुए सन्दूक में धर दिया और यहोवा की आज्ञा के अनुसार वे वहीं रखीं हुई हैं +19352,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_006.wav,तब इस्राएली याकानियों के कुओं से कूच करके मोसेरा तक आए वहाँ हारून मर गया और उसको वहीं मिट्टी दी गई और उसका पुत्र एलीआजर उसके स्थान पर याजक का काम करने लगा +19353,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_007.wav,वे वहाँ से कूच करके गुदगोदा को और गुदगोदा से योतबाता को चले इस देश में जल की नदियाँ हैं +19354,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_008.wav,उस समय यहोवा ने लेवी गोत्र को इसलिए अलग किया कि वे यहोवा की वाचा का सन्दूक उठाया करें और यहोवा के सम्मुख खड़े होकर उसकी सेवा टहल किया करें और उसके नाम से आशीर्वाद दिया करें जिस प्रकार कि आज के दिन तक होता आ रहा है +19355,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_009.wav,इस कारण लेवियों को अपने भाइयों के साथ कोई निज अंश या भाग नहीं मिला यहोवा ही उनका निज भाग है जैसे कि तेरे परमेश्वर यहोवा ने उनसे कहा था +19356,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_010.wav,मैं तो पहले के समान उस पर्वत पर चालीस दिन और चालीस रात ठहरा रहा और उस बार भी यहोवा ने मेरी सुनी और तुझे नाश करने की मनसा छोड़ दी +19357,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_011.wav,फिर यहोवा ने मुझसे कहा उठ और तू इन लोगों की अगुआई कर ताकि जिस देश के देने को मैंने उनके पूर्वजों से शपथ खाकर कहा था उसमें वे जाकर उसको अपने अधिकार में कर लें +19358,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_012.wav,अब हे इस्राएल तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ से इसके सिवाय और क्या चाहता है कि तू अपने परमेश्वर यहोवा का भय मानें और उसके सारे मार्गों पर चले उससे प्रेम रखे और अपने पूरे मन और अपने सारे प्राण से उसकी सेवा करे +19359,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_013.wav,और यहोवा की जोजो आज्ञा और विधि मैं आज तुझे सुनाता हूँ उनको ग्रहण करे जिससे तेरा भला हो +19360,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_014.wav,सुन स्वर्ग और सबसे ऊँचा स्वर्ग भी और पृथ्वी और उसमें जो कुछ है वह सब तेरे परमेश्वर यहोवा ही का है +19361,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_015.wav,तो भी यहोवा ने तेरे पूर्वजों से स्नेह और प्रेम रखा और उनके बाद तुम लोगों को जो उनकी सन्तान हो सब देशों के लोगों के मध्य में से चुन लिया जैसा कि आज के दिन प्रगट है +19362,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_016.wav,इसलिए अपनेअपने हृदय का खतना करो और आगे को हठीले न रहो +19363,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_017.wav,क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा वही ईश्वरों का परमेश्वर और प्रभुओं का प्रभु है वह महान पराक्रमी और भययोग्य परमेश्वर है जो किसी का पक्ष नहीं करता और न घूस लेता है +19364,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_018.wav,वह अनाथों और विधवा का न्याय चुकाता और परदेशियों से ऐसा प्रेम करता है कि उन्हें भोजन और वस्त्र देता है +19365,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_019.wav,इसलिए तुम भी परदेशियों से प्रेम भाव रखना क्योंकि तुम भी मिस्र देश में परदेशी थे +19366,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_020.wav,अपने परमेश्वर यहोवा का भय मानना उसी की सेवा करना और उसी से लिपटे रहना और उसी के नाम की शपथ खाना +19367,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_021.wav,वही तुम्हारी स्तुति के योग्य है और वही तुम्हारा परमेश्वर है जिसने तेरे साथ वे बड़े महत्त्व के और भयानक काम किए हैं जिन्हें तूने अपनी आँखों से देखा है +19368,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_010_022.wav,तेरे पुरखा जब मिस्र में गए तब सत्तर ही मनुष्य थे परन्तु अब तेरे परमेश्वर यहोवा ने तेरी गिनती आकाश के तारों के समान बहुत कर दी है +19369,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_001.wav,इसलिए तू अपने परमेश्वर यहोवा से अत्यन्त प्रेम रखना और जो कुछ उसने तुझे सौंपा है उसका अर्थात् उसकी विधियों नियमों और आज्ञाओं का नित्य पालन करना +19370,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_002.wav,और तुम आज यह सोच समझ लो क्योंकि मैं तो तुम्हारे बालबच्चों से नहीं कहता जिन्होंने न तो कुछ देखा और न जाना है कि तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने क्याक्या ताड़ना की और कैसी महिमा और बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा दिखाई +19371,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_003.wav,और मिस्र में वहाँ के राजा फ़िरौन को कैसेकैसे चिन्ह दिखाए और उसक��� सारे देश में कैसेकैसे चमत्कार के काम किए +19372,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_004.wav,और उसने मिस्र की सेना के घोड़ों और रथों से क्या किया अर्थात् जब वे तुम्हारा पीछा कर रहे थे तब उसने उनको लाल समुद्र में डुबोकर किस प्रकार नष्ट कर डाला कि आज तक उनका पता नहीं +19373,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_005.wav,और तुम्हारे इस स्थान में पहुँचने तक उसने जंगल में तुम से क्याक्या किया +19374,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_006.wav,और उसने रूबेनी एलीआब के पुत्र दातान और अबीराम से क्याक्या किया अर्थात् पृथ्वी ने अपना मुँह पसारकर उनको घरानों और डेरों और सब अनुचरों समेत सब इस्राएलियों के देखतेदेखते कैसे निगल लिया +19375,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_007.wav,परन्तु यहोवा के इन सब बड़ेबड़े कामों को तुम ने अपनी आँखों से देखा है +19376,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_008.wav,इस कारण जितनी आज्ञाएँ मैं आज तुम्हें सुनाता हूँ उन सभी को माना करना इसलिए कि तुम सामर्थी होकर उस देश में जिसके अधिकारी होने के लिये तुम पार जा रहे हो प्रवेश करके उसके अधिकारी हो जाओ +19377,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_009.wav,और उस देश में बहुत दिन रहने पाओ जिसे तुम्हें और तुम्हारे वंश को देने की शपथ यहोवा ने तुम्हारे पूर्वजों से खाई थी और उसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं +19378,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_010.wav,देखो जिस देश के अधिकारी होने को तुम जा रहे हो वह मिस्र देश के समान नहीं है जहाँ से निकलकर आए हो जहाँ तुम बीज बोते थे और हरे साग के खेत की रीति के अनुसार अपने पाँव से नालियाँ बनाकर सींचते थे +19379,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_011.wav,परन्तु जिस देश के अधिकारी होने को तुम पार जाने पर हो वह पहाड़ों और तराइयों का देश है और आकाश की वर्षा के जल से सींचता है +19380,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_012.wav,वह ऐसा देश है जिसकी तेरे परमेश्वर यहोवा को सुधि रहती है और वर्ष के आदि से लेकर अन्त तक तेरे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि उस पर निरन्तर लगी रहती है +19381,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_013.wav,यदि तुम मेरी आज्ञाओं को जो आज मैं तुम्हें सुनाता हूँ ध्यान से सुनकर अपने सम्पूर्ण मन और सारे प्राण के साथ अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम रखो और उसकी सेवा करते रहो +19382,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_014.wav,तो मैं तुम्हारे देश में बरसात के आदि और अन्त दोनों समयों की वर्षा को अपनेअपने समय पर बरसाऊँगा जिससे तू अपना अन्न नया दाखमधु और टटका तेल संचय कर सकेगा +19383,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_015.wav,और मैं तेरे पशुओं के लिये तेरे मैदान में घास उपजाऊँगा और तू पेट भर खाएगा और सन्तुष्ट रहेगा +19384,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_016.wav,इसलिए अपने विषय में सावधा��� रहो ऐसा न हो कि तुम्हारे मन धोखा खाएँ और तुम बहक कर दूसरे देवताओं की पूजा करने लगो और उनको दण्डवत् करने लगो +19385,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_017.wav,और यहोवा का कोप तुम पर भड़के और वह आकाश की वर्षा बन्द कर दे और भूमि अपनी उपज न दे और तुम उस उत्तम देश में से जो यहोवा तुम्हें देता है शीघ्र नष्ट हो जाओ +19386,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_018.wav,इसलिए तुम मेरे ये वचन अपनेअपने मन और प्राण में धारण किए रहना और चिन्ह के रूप में अपने हाथों पर बाँधना और वे तुम्हारी आँखों के मध्य में टीके का काम दें +19387,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_019.wav,और तुम घर में बैठे मार्ग पर चलते लेटतेउठते इनकी चर्चा करके अपने बच्चों को सिखाया करना +19388,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_020.wav,और इन्हें अपनेअपने घर के चौखट के बाजुओं और अपने फाटकों के ऊपर लिखना +19389,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_021.wav,इसलिए कि जिस देश के विषय में यहोवा ने तेरे पूर्वजों से शपथ खाकर कहा था कि मैं उसे तुम्हें दूँगा उसमें तुम और तुम्हारे बच्चे दीर्घायु हों और जब तक पृथ्वी के ऊपर का आकाश बना रहे तब तक वे भी बने रहें +19390,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_022.wav,इसलिए यदि तुम इन सब आज्ञाओं के मानने में जो मैं तुम्हें सुनाता हूँ पूरी चौकसी करके अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम रखो और उसके सब मार्गों पर चलो और उससे लिपटे रहो +19391,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_023.wav,तो यहोवा उन सब जातियों को तुम्हारे आगे से निकाल डालेगा और तुम अपने से बड़ी और सामर्थी जातियों के अधिकारी हो जाओगे +19392,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_024.wav,जिसजिस स्थान पर तुम्हारे पाँव के तलवे पड़ें वे सब तुम्हारे ही हो जाएँगे अर्थात् जंगल से लबानोन तक और फरात नामक महानद से लेकर पश्चिम के समुद्र तक तुम्हारी सीमा होगी +19393,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_025.wav,तुम्हारे सामने कोई भी खड़ा न रह सकेगा क्योंकि जितनी भूमि पर तुम्हारे पाँव पड़ेंगे उस सब पर रहनेवालों के मन में तुम्हारा परमेश्वर यहोवा अपने वचन के अनुसार तुम्हारे कारण उनमें डर और थरथराहट उत्पन्न कर देगा +19394,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_026.wav,सुनो मैं आज के दिन तुम्हारे आगे आशीष और श्राप दोनों रख देता हूँ +19395,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_027.wav,अर्थात् यदि तुम अपने परमेश्वर यहोवा की इन आज्ञाओं को जो मैं आज तुम्हें सुनाता हूँ मानो तो तुम पर आशीष होगी +19396,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_028.wav,और यदि तुम अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाओं को नहीं मानोगे और जिस मार्ग की आज्ञा मैं आज सुनाता हूँ उसे तजकर दूसरे देवताओं के पीछे हो लोगे जिन्हें तुम नहीं जानते हो तो तुम पर श्राप पड़ेगा +19397,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_029.wav,और जब तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको उस देश में पहुँचाए जिसके अधिकारी होने को तू जाने पर है तब आशीष गिरिज्जीम पर्वत पर से और श्राप एबाल पर्वत पर से सुनाना +19398,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_030.wav,क्या वे यरदन के पार सूर्य के अस्त होने की ओर अराबा के निवासी कनानियों के देश में गिलगाल के सामने मोरे के बांजवृक्षों के पास नहीं है +19399,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_031.wav,तुम तो यरदन पार इसलिए जाने पर हो कि जो देश तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें देता है उसके अधिकारी हो जाओ और तुम उसके अधिकारी होकर उसमें निवास करोगे +19400,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_011_032.wav,इसलिए जितनी विधियाँ और नियम मैं आज तुम को सुनाता हूँ उन सभी के मानने में चौकसी करना +19401,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_001.wav,जो देश तुम्हारे पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा ने तुम्हें अधिकार में लेने को दिया है उसमें जब तक तुम भूमि पर जीवित रहो तब तक इन विधियों और नियमों के मानने में चौकसी करना +19402,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_002.wav,जिन जातियों के तुम अधिकारी होंगे उनके लोग ऊँचेऊँचे पहाड़ों या टीलों पर या किसी भाँति के हरे वृक्ष के तले जितने स्थानों में अपने देवताओं की उपासना करते हैं उन सभी को तुम पूरी रीति से नष्ट कर डालना +19403,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_003.wav,उनकी वेदियों को ढा देना उनकी लाठों को तोड़ डालना उनकी अशेरा नामक मूर्तियों को आग में जला देना और उनके देवताओं की खुदी हुई मूर्तियों को काटकर गिरा देना कि उस देश में से उनके नाम तक मिट जाएँ +19404,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_004.wav,फिर जैसा वे करते हैं तुम अपने परमेश्वर यहोवा के लिये वैसा न करना +19405,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_005.wav,किन्तु जो स्थान तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे सब गोत्रों में से चुन लेगा कि वहाँ अपना नाम बनाए रखे उसके उसी निवासस्थान के पास जाया करना +19406,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_006.wav,और वहीं तुम अपने होमबलि और मेलबलि और दशमांश और उठाई हुई भेंट और मन्नत की वस्तुएँ और स्वेच्छाबलि और गायबैलों और भेड़बकरियों के पहलौठे ले जाया करना +19407,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_007.wav,और वहीं तुम अपने परमेश्वर यहोवा के सामने भोजन करना और अपनेअपने घराने समेत उन सब कामों पर जिनमें तुम ने हाथ लगाया हो और जिन पर तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की आशीष मिली हो आनन्द करना +19408,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_008.wav,जैसे हम आजकल यहाँ जो काम जिसको भाता है वही करते हैं वैसा तुम न करना +19409,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_009.wav,जो विश्रामस्थान तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे भाग में देता है वहाँ तुम अब तक तो नहीं पहुँचे +19410,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_010.wav,परन्तु जब तुम यरदन पार जाकर उस देश में जिसके भागी तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें करता है बस जाओ और वह तुम्हारे चारों ओर के सब शत्रुओं से तुम्हें विश्राम दे +19411,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_011.wav,और तुम निडर रहने पाओ तब जो स्थान तुम्हारा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास ठहराने के लिये चुन ले उसी में तुम अपने होमबलि और मेलबलि और दशमांश और उठाई हुई भेंट और मन्नतों की सब उत्तमउत्तम वस्तुएँ जो तुम यहोवा के लिये संकल्प करोगे अर्थात् जितनी वस्तुओं की आज्ञा मैं तुम को सुनाता हूँ उन सभी को वहीं ले जाया करना +19412,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_012.wav,और वहाँ तुम अपनेअपने बेटेबेटियों और दास दासियों सहित अपने परमेश्वर यहोवा के सामने आनन्द करना और जो लेवीय तुम्हारे फाटकों में रहे वह भी आनन्द करे क्योंकि उसका तुम्हारे संग कोई निज भाग या अंश न होगा +19413,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_013.wav,और सावधान रहना कि तू अपने होमबलियों को हर एक स्थान पर जो देखने में आए न चढ़ाना +19414,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_014.wav,परन्तु जो स्थान तेरे किसी गोत्र में यहोवा चुन ले वहीं अपने होमबलियों को चढ़ाया करना और जिसजिस काम की आज्ञा मैं तुझको सुनाता हूँ उसको वहीं करना +19415,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_015.wav,परन्तु तू अपने सब फाटकों के भीतर अपने जी की इच्छा और अपने परमेश्वर यहोवा की दी हुई आशीष के अनुसार पशु मारकर खा सकेगा शुद्ध और अशुद्ध मनुष्य दोनों खा सकेंगे जैसे कि चिकारे और हिरन का माँस +19416,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_016.wav,परन्तु उसका लहू न खाना उसे जल के समान भूमि पर उण्डेल देना +19417,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_017.wav,फिर अपने अन्न या नये दाखमधु या टटके तेल का दशमांश और अपने गायबैलों या भेड़बकरियों के पहलौठे और अपनी मन्नतों की कोई वस्तु और अपने स्वेच्छाबलि और उठाई हुई भेंटें अपने सब फाटकों के भीतर न खाना +19418,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_018.wav,उन्हें अपने परमेश्वर यहोवा के सामने उसी स्थान पर जिसको वह चुने अपने बेटेबेटियों और दास दासियों के और जो लेवीय तेरे फाटकों के भीतर रहेंगे उनके साथ खाना और तू अपने परमेश्वर यहोवा के सामने अपने सब कामों पर जिनमें हाथ लगाया हो आनन्द करना +19419,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_019.wav,और सावधान रह कि जब तक तू भूमि पर जीवित रहे तब तक लेवियों को न छोड़ना +19420,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_020.wav,जब तेरा परमेश्वर यहोवा अपने वचन के अनुसार तेरा देश बढ़ाए और तेरा जी माँस खाना चाहे और तू सोचने लगे कि मैं माँस खाऊँगा तब जो माँस तेरा जी चाहे वही खा सकेगा +19421,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_021.wav,जो स्थान तेरा परमेश्वर यहोवा अपना नाम बनाए रखने के लिये चुन ले वह यदि तुझ से बहुत दूर हो तो जो गायबैल भेड़बकरी यहोवा ने तुझे दी हों उनमें से जो कुछ तेरा जी चाहे उसे मेरी आज्ञा के अनुसार मारकर अपने फाटकों के भीतर खा सकेगा +19422,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_022.wav,जैसे चिकारे और हिरन का माँस खाया जाता है वैसे ही उनको भी खा सकेगा शुद्ध और अशुद्ध दोनों प्रकार के मनुष्य उनका माँस खा सकेंगे +19423,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_023.wav,परन्तु उनका लहू किसी भाँति न खाना क्योंकि लहू जो है वह प्राण ही है और तू माँस के साथ प्राण कभी भी न खाना +19424,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_024.wav,उसको न खाना उसे जल के समान भूमि पर उण्डेल देना +19425,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_025.wav,तू उसे न खाना इसलिए कि वह काम करने से जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है तेरा और तेरे बाद तेरे वंश का भी भला हो +19426,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_026.wav,परन्तु जब तू कोई वस्तु पवित्र करे या मन्नत माने तो ऐसी वस्तुएँ लेकर उस स्थान को जाना जिसको यहोवा चुन लेगा +19427,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_027.wav,और वहाँ अपने होमबलियों के माँस और लहू दोनों को अपने परमेश्वर यहोवा की वेदी पर चढ़ाना और मेलबलियों का लहू उसकी वेदी पर उण्डेलकर उनका माँस खाना +19428,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_028.wav,इन बातों को जिनकी आज्ञा मैं तुझे सुनाता हूँ चित्त लगाकर सुन कि जब तू वह काम करे जो तेरे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में भला और ठीक है तब तेरा और तेरे बाद तेरे वंश का भी सदा भला होता रहे +19429,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_029.wav,जब तेरा परमेश्वर यहोवा उन जातियों को जिनका अधिकारी होने को तू जा रहा है तेरे आगे से नष्ट करे और तू उनका अधिकारी होकर उनके देश में बस जाए +19430,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_030.wav,तब सावधान रहना कहीं ऐसा न हो कि उनका सत्यानाश होने के बाद तू भी उनके समान फँस जाए अर्थात् यह कहकर उनके देवताओं के सम्बंध में यह पूछपाछ न करना कि उन जातियों के लोग अपने देवताओं की उपासना किस रीति करते थे मैं भी वैसी ही करूँगा +19431,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_031.wav,तू अपने परमेश्वर यहोवा से ऐसा व्यवहार न करना क्योंकि जितने प्रकार के कामों से यहोवा घृणा करता है और बैरभाव रखता है उन सभी को उन्होंने अपने देवताओं के लिये किया है यहाँ तक कि अपने बेटेबेटियों को भी वे अपने देवताओं के लिये अग्नि में डालकर जला देते हैं +19432,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_012_032.wav,जितनी बातों की मैं तुम को आज्ञा देता हूँ उनको चौकस होकर माना करना और न तो कुछ उनमें बढ़ाना और न उनमें से कुछ घटाना +19433,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_001.wav,यदि तेरे बीच कोई भविष्यद्वक्ता या स्वप्न देखनेवाला प्रगट होकर तुझे कोई चिन्ह या चमत्कार दिखाए +19434,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_002.wav,और जिस चिन्ह या चमत्कार को प्रमाण ठहराकर वह तुझ से कहे आओ हम पराए देवताओं के अनुयायी होकर जिनसे तुम अब तक अनजान रहे उनकी पूजा करें +19435,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_003.wav,तब तुम उस भविष्यद्वक्ता या स्वप्न देखनेवाले के वचन पर कभी कान न रखना क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारी परीक्षा लेगा जिससे यह जान ले कि ये मुझसे अपने सारे मन और सारे प्राण के साथ प्रेम रखते हैं या नहीं +19436,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_004.wav,तुम अपने परमेश्वर यहोवा के पीछे चलना और उसका भय मानना और उसकी आज्ञाओं पर चलना और उसका वचन मानना और उसकी सेवा करना और उसी से लिपटे रहना +19437,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_005.wav,और ऐसा भविष्यद्वक्ता या स्वप्न देखनेवाला जो तुम को तुम्हारे परमेश्वर यहोवा से फेर के जिसने तुम को मिस्र देश से निकाला और दासत्व के घर से छुड़ाया है तेरे उसी परमेश्वर यहोवा के मार्ग से बहकाने की बात कहनेवाला ठहरेगा इस कारण वह मार डाला जाए इस रीति से तू अपने बीच में से ऐसी बुराई को दूर कर देना +19438,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_006.wav,यदि तेरा सगा भाई या बेटा या बेटी या तेरी अर्द्धांगिनी या प्राणप्रिय तेरा कोई मित्र निराले में तुझको यह कहकर फुसलाने लगे आओ हम दूसरे देवताओं की उपासना या पूजा करें जिन्हें न तो तू न तेरे पुरखा जानते थे +19439,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_007.wav,चाहे वे तुम्हारे निकट रहनेवाले आसपास के लोगों के चाहे पृथ्वी के एक छोर से लेकर दूसरे छोर तक दूरदूर के रहनेवालों के देवता हों +19440,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_008.wav,तो तू उसकी न मानना और न तो उसकी बात सुनना और न उस पर तरस खाना और न कोमलता दिखाना और न उसको छिपा रखना +19441,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_009.wav,उसको अवश्य घात करना उसको घात करने में पहले तेरा हाथ उठे उसके बाद सब लोगों के हाथ उठें +19442,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_010.wav,उस पर ऐसा पथराव करना कि वह मर जाए क्योंकि उसने तुझको तेरे उस परमेश्वर यहोवा से जो तुझको दासत्व के घर अर्थात् मिस्र देश से निकाल लाया है बहकाने का यत्न किया है +19443,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_011.wav,और सब इस्राएली सुनकर भय खाएँगे और ऐसा बुरा काम फिर तेरे बीच न करेंगे +19444,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_012.wav,यदि तेरे किसी नगर के विषय में जिसे तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे रहने के लिये देता है ऐसी बात तेरे सुनने में आए +19445,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_013.wav,कि कुछ अधर्मी पुरुषों ने तेरे ही बीच में से निकलकर अपने नगर के निवासियों को यह कहकर बहका दिया है आओ हम अन्य देवताओं की जिनसे अब तक अनजान रहे उपासना करें +19446,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_014.wav,तो पूछपाछ करना और खोजना और भली भाँति पता लगाना और यदि यह बात सच हो और कुछ भी सन्देह न रहे कि तेरे बीच ऐसा घिनौना काम किया जाता है +19447,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_015.wav,तो अवश्य उस नगर के निवासियों को तलवार से मार डालना और पशु आदि उस सब समेत जो उसमें हो उसको तलवार से सत्यानाश करना +19448,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_016.wav,और उसमें की सारी लूट चौक के बीच इकट्ठी करके उस नगर को लूट समेत अपने परमेश्वर यहोवा के लिये मानो सर्वांग होम करके जलाना और वह सदा के लिये खण्डहर रहे वह फिर बसाया न जाए +19449,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_017.wav,और कोई सत्यानाश की वस्तु तेरे हाथ न लगने पाए जिससे यहोवा अपने भड़के हुए कोप से शान्त होकर जैसा उसने तेरे पूर्वजों से शपथ खाई थी वैसा ही तुझ से दया का व्यवहार करे और दया करके तुझको गिनती में बढ़ाए +19450,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_013_018.wav,यह तब होगा जब तू अपने परमेश्वर यहोवा की जितनी आज्ञाएँ मैं आज तुझे सुनाता हूँ उन सभी को मानेगा और जो तेरे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में ठीक है वही करेगा +19451,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_001.wav,तुम अपने परमेश्वर यहोवा के पुत्र हो इसलिए मरे हुओं के कारण न तो अपना शरीर चीरना और न भौहों के बाल मुँण्ड़ाना +19452,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_002.wav,क्योंकि तू अपने परमेश्वर यहोवा के लिये एक पवित्र प्रजा है और यहोवा ने तुझको पृथ्वी भर के समस्त देशों के लोगों में से अपनी निज सम्पत्ति होने के लिये चुन लिया है +19453,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_003.wav,तू कोई घिनौनी वस्तु न खाना +19454,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_004.wav,जो पशु तुम खा सकते हो वे ये हैं अर्थात् गायबैल भेड़बकरी +19455,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_005.wav,हिरन चिकारा मृग जंगली बकरी साबर नीलगाय और बनैली भेड़ +19456,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_006.wav,अतः पशुओं में से जितने पशु चिरे या फटे खुरवाले और पागुर करनेवाले होते हैं उनका माँस तुम खा सकते हो +19457,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_007.wav,परन्तु पागुर करनेवाले या चिरे खुरवालों में से इन पशुओं को अर्थात् ऊँट खरगोश और शापान को न खाना क्योंकि ये पागुर तो करते हैं परन्तु चिरे खुर के नहीं होते इस कारण वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं +19458,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_008.wav,फिर सूअर जो चिरे खुर का तो होता है परन्तु पागुर नहीं करता इस कारण वह तुम्हारे लिये अशुद्ध है तुम न तो इनका माँस खाना और न इनकी लोथ छूना +19459,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_009.wav,फिर जितने जलजन्तु हैं उनमें से तुम इन्हें खा सकते हो अर्थात् ��ितनों के पंख और छिलके होते हैं +19460,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_010.wav,परन्तु जितने बिना पंख और छिलके के होते हैं उन्हें तुम न खाना क्योंकि वे तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं +19461,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_011.wav,सब शुद्ध पक्षियों का माँस तो तुम खा सकते हो +19462,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_012.wav,परन्तु इनका माँस न खाना अर्थात् उकाब हड़फोड़ कुरर +19463,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_013.wav,गरूड़ चील और भाँतिभाँति के शाही +19464,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_014.wav,और भाँतिभाँति के सब काग +19465,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_015.wav,शुतुर्मुर्ग तहमास जलकुक्कट और भाँतिभाँति के बाज +19466,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_016.wav,छोटा और बड़ा दोनों जाति का उल्लू और घुग्घू +19467,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_017.wav,धनेश गिद्ध हाड़गील +19468,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_018.wav,सारस भाँतिभाँति के बगुले हुदहुद और चमगादड़ +19469,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_019.wav,और जितने रेंगनेवाले जन्तु हैं वे सब तुम्हारे लिये अशुद्ध हैं वे खाए न जाएँ +19470,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_020.wav,परन्तु सब शुद्ध पंखवालों का माँस तुम खा सकते हो +19471,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_021.wav,जो अपनी मृत्यु से मर जाए उसे तुम न खाना उसे अपने फाटकों के भीतर किसी परदेशी को खाने के लिये दे सकते हो या किसी पराए के हाथ बेच सकते हो परन्तु तू तो अपने परमेश्वर यहोवा के लिये पवित्र प्रजा है बकरी का बच्चा उसकी माता के दूध में न पकाना +19472,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_022.wav,बीज की सारी उपज में से जो प्रतिवर्ष खेत में उपजे उसका दशमांश अवश्य अलग करके रखना +19473,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_023.wav,और जिस स्थान को तेरा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास ठहराने के लिये चुन ले उसमें अपने अन्न और नये दाखमधु और टटके तेल का दशमांश और अपने गायबैलों और भेड़बकरियों के पहलौठे अपने परमेश्वर यहोवा के सामने खाया करना जिससे तुम उसका भय नित्य मानना सीखोगे +19474,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_024.wav,परन्तु यदि वह स्थान जिसको तेरा परमेश्वर यहोवा अपना नाम बनाएँ रखने के लिये चुन लेगा बहुत दूर हो और इस कारण वहाँ की यात्रा तेरे लिये इतनी लम्बी हो कि तू अपने परमेश्वर यहोवा की आशीष से मिली हुई वस्तुएँ वहाँ न ले जा सके +19475,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_025.wav,तो उसे बेचकर रुपये को बाँध हाथ में लिये हुए उस स्थान पर जाना जो तेरा परमेश्वर यहोवा चुन लेगा +19476,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_026.wav,और वहाँ गायबैल या भेड़बकरी या दाखमधु या मदिरा या किसी भाँति की वस्तु क्यों न हो जो तेरा जी चाहे उसे उसी रुपये से मोल लेकर अपने घराने समेत अपने परमेश्वर यहोवा के सामने खाकर आनन्द करना +19477,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_027.wav,और अपने फाटकों के भीतर के लेवीय को न छोड़ना क्योंकि तेरे साथ उसका कोई भाग या अंश न होगा +19478,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_028.wav,तीनतीन वर्ष के बीतने पर तीसरे वर्ष की उपज का सारा दशमांश निकालकर अपने फाटकों के भीतर इकट्ठा कर रखना +19479,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_014_029.wav,तब लेवीय जिसका तेरे संग कोई निज भाग या अंश न होगा वह और जो परदेशी और अनाथ और विधवाएँ तेरे फाटकों के भीतर हों वे भी आकर पेट भर खाएँ जिससे तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे सब कामों में तुझे आशीष दे +19480,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_001.wav,सातसात वर्ष बीतने पर तुम छुटकारा दिया करना +19481,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_002.wav,अर्थात् जिस किसी ऋण देनेवाले ने अपने पड़ोसी को कुछ उधार दिया हो तो वह उसे छोड़ दे और अपने पड़ोसी या भाई से उसको बरबस न भरवाए क्योंकि यहोवा के नाम से इस छुटकारे का प्रचार हुआ है +19482,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_003.wav,परदेशी मनुष्य से तू उसे बरबस भरवा सकता है परन्तु जो कुछ तेरे भाई के पास तेरा हो उसे तू बिना भरवाए छोड़ देना +19483,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_004.wav,तेरे बीच कोई दरिद्र न रहेगा क्योंकि जिस देश को तेरा परमेश्वर यहोवा तेरा भाग करके तुझे देता है कि तू उसका अधिकारी हो उसमें वह तुझे बहुत ही आशीष देगा +19484,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_005.wav,इतना अवश्य है कि तू अपने परमेश्वर यहोवा की बात चित्त लगाकर सुने और इन सारी आज्ञाओं के मानने में जो मैं आज तुझे सुनाता हूँ चौकसी करे +19485,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_006.wav,तब तेरा परमेश्वर यहोवा अपने वचन के अनुसार तुझे आशीष देगा और तू बहुत जातियों को उधार देगा परन्तु तुझे उधार लेना न पड़ेगा और तू बहुत जातियों पर प्रभुता करेगा परन्तु वे तेरे ऊपर प्रभुता न करने पाएँगी +19486,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_007.wav,जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उसके किसी फाटक के भीतर यदि तेरे भाइयों में से कोई तेरे पास दरिद्र हो तो अपने उस दरिद्र भाई के लिये न तो अपना हृदय कठोर करना और न अपनी मुट्ठी कड़ी करना +19487,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_008.wav,जिस वस्तु की घटी उसको हो उसकी जितनी आवश्यकता हो उतना अवश्य अपना हाथ ढीला करके उसको उधार देना +19488,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_009.wav,सचेत रह कि तेरे मन में ऐसी अधर्मी चिन्ता न समाए कि सातवाँ वर्ष जो छुटकारे का वर्ष है वह निकट है और अपनी दृष्टि तू अपने उस दरिद्र भाई की ओर से क्रूर करके उसे कुछ न दे और वह तेरे विरुद्ध यहोवा की दुहाई दे तो यह तेरे लिये पाप ठहरेगा +19489,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_010.wav,तू उसको अवश्य देना और उसे देते समय तेरे मन को बुरा न लगे क्योंकि इसी बात के कारण तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे सब कामों में जिनमें तू ���पना हाथ लगाएगा तुझे आशीष देगा +19490,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_011.wav,तेरे देश में दरिद्र तो सदा पाए जाएँगे इसलिए मैं तुझे यह आज्ञा देता हूँ कि तू अपने देश में अपने दीनदरिद्र भाइयों को अपना हाथ ढीला करके अवश्य दान देना +19491,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_012.wav,यदि तेरा कोई भाईबन्धु अर्थात् कोई इब्री या इब्रिन तेरे हाथ बिके और वह छः वर्ष तेरी सेवा कर चुके तो सातवें वर्ष उसको अपने पास से स्वतंत्र करके जाने देना +19492,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_013.wav,और जब तू उसको स्वतंत्र करके अपने पास से जाने दे तब उसे खाली हाथ न जाने देना +19493,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_014.wav,वरन् अपनी भेड़बकरियों और खलिहान और दाखमधु के कुण्ड में से बहुतायत से देना तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझे जैसी आशीष दी हो उसी के अनुसार उसे देना +19494,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_015.wav,और इस बात को स्मरण रखना कि तू भी मिस्र देश में दास था और तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझे छुड़ा लिया इस कारण मैं आज तुझे यह आज्ञा सुनाता हूँ +19495,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_016.wav,और यदि वह तुझ से और तेरे घराने से प्रेम रखता है और तेरे संग आनन्द से रहता हो और इस कारण तुझ से कहने लगे मैं तेरे पास से न जाऊँगा +19496,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_017.wav,तो सुतारी लेकर उसका कान किवाड़ पर लगाकर छेदना तब वह सदा तेरा दास बना रहेगा और अपनी दासी से भी ऐसा ही करना +19497,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_018.wav,जब तू उसको अपने पास से स्वतंत्र करके जाने दे तब उसे छोड़ देना तुझको कठिन न जान पड़े क्योंकि उसने छः वर्ष दो मजदूरों के बराबर तेरी सेवा की है और तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे सारे कामों में तुझको आशीष देगा +19498,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_019.wav,तेरी गायों और भेड़बकरियों के जितने पहलौठे नर हों उन सभी को अपने परमेश्वर यहोवा के लिये पवित्र रखना अपनी गायों के पहिलौठों से कोई काम न लेना और न अपनी भेड़बकरियों के पहिलौठों का ऊन कतरना +19499,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_020.wav,उस स्थान पर जो तेरा परमेश्वर यहोवा चुन लेगा तू यहोवा के सामने अपनेअपने घराने समेत प्रतिवर्ष उसका माँस खाना +19500,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_021.wav,परन्तु यदि उसमें किसी प्रकार का दोष हो अर्थात् वह लँगड़ा या अंधा हो या उसमें किसी और ही प्रकार की बुराई का दोष हो तो उसे अपने परमेश्वर यहोवा के लिये बलि न करना +19501,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_022.wav,उसको अपने फाटकों के भीतर खाना शुद्ध और अशुद्ध दोनों प्रकार के मनुष्य जैसे चिकारे और हिरन का माँस खाते हैं वैसे ही उसका भी खा सकेंगे +19502,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_015_023.wav,परन्तु उसका लहू न खाना उसे जल के समान भूमि पर उण्डेल देना +19503,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_001.wav,अबीब महीने को स्मरण करके अपने परमेश्वर यहोवा के लिये फसह का पर्व मानना क्योंकि अबीब महीने में तेरा परमेश्वर यहोवा रात को तुझे मिस्र से निकाल लाया +19504,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_002.wav,इसलिए जो स्थान यहोवा अपने नाम का निवास ठहराने को चुन लेगा वहीं अपने परमेश्वर यहोवा के लिये भेड़बकरियों और गायबैल फसह करके बलि करना +19505,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_003.wav,उसके संग कोई ख़मीरी वस्तु न खाना सात दिन तक अख़मीरी रोटी जो दुःख की रोटी है खाया करना क्योंकि तू मिस्र देश से उतावली करके निकला था इसी रीति से तुझको मिस्र देश से निकलने का दिन जीवन भर स्मरण रहेगा +19506,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_004.wav,सात दिन तक तेरे सारे देश में तेरे पास कहीं ख़मीर देखने में भी न आए और जो पशु तू पहले दिन की संध्या को बलि करे उसके माँस में से कुछ सवेरे तक रहने न पाए +19507,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_005.wav,फसह को अपने किसी फाटक के भीतर जिसे तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे दे बलि न करना +19508,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_006.wav,जो स्थान तेरा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास करने के लिये चुन ले केवल वहीं वर्ष के उसी समय जिसमें तू मिस्र से निकला था अर्थात् सूरज डूबने पर संध्याकाल को फसह का पशुबलि करना +19509,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_007.wav,तब उसका माँस उसी स्थान में जिसे तेरा परमेश्वर यहोवा चुन ले भूनकर खाना फिर सवेरे को उठकर अपनेअपने डेरे को लौट जाना +19510,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_008.wav,छः दिन तक अख़मीरी रोटी खाया करना और सातवें दिन तेरे परमेश्वर यहोवा के लिये महासभा हो उस दिन किसी प्रकार का कामकाज न किया जाए +19511,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_009.wav,फिर जब तू खेत में हँसुआ लगाने लगे तब से आरम्भ करके सात सप्ताह गिनना +19512,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_010.wav,तब अपने परमेश्वर यहोवा की आशीष के अनुसार उसके लिये स्वेच्छाबलि देकर सप्ताहों का पर्व मानना +19513,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_011.wav,और उस स्थान में जो तेरा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास करने को चुन ले अपनेअपने बेटेबेटियों दास दासियों समेत तू और तेरे फाटकों के भीतर जो लेवीय हों और जोजो परदेशी और अनाथ और विधवाएँ तेरे बीच में हों वे सब के सब अपने परमेश्वर यहोवा के सामने आनन्द करें +19514,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_012.wav,और स्मरण रखना कि तू भी मिस्र में दास था इसलिए इन विधियों के पालन करने में चौकसी करना +19515,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_013.wav,तू जब अपने खलिहान और दाखमधु के कुण्ड में से सब कुछ इकट्ठा कर चुके तब झोपड़ियों का पर्व सात दिन मानते रहना +19516,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_014.wav,और अपने इस ��र्व में अपनेअपने बेटे बेटियों दास दासियों समेत तू और जो लेवीय और परदेशी और अनाथ और विधवाएँ तेरे फाटकों के भीतर हों वे भी आनन्द करें +19517,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_015.wav,जो स्थान यहोवा चुन ले उसमें तू अपने परमेश्वर यहोवा के लिये सात दिन तक पर्व मानते रहना क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा तेरी सारी बढ़ती में और तेरे सब कामों में तुझको आशीष देगा तू आनन्द ही करना +19518,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_016.wav,वर्ष में तीन बार अर्थात् अख़मीरी रोटी के पर्व और सप्ताहों के पर्व और झोपड़ियों के पर्व इन तीनों पर्वों में तुम्हारे सब पुरुष अपने परमेश्वर यहोवा के सामने उस स्थान में जो वह चुन लेगा जाएँ और देखो खाली हाथ यहोवा के सामने कोई न जाए +19519,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_017.wav,सब पुरुष अपनीअपनी पूँजी और उस आशीष के अनुसार जो तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझको दी हो दिया करें +19520,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_018.wav,तू अपने एकएक गोत्र में से अपने सब फाटकों के भीतर जिन्हें तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको देता है न्यायी और सरदार नियुक्त कर लेना जो लोगों का न्याय धार्मिकता से किया करें +19521,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_019.wav,तुम न्याय न बिगाड़ना तू न तो पक्षपात करना और न तो घूस लेना क्योंकि घूस बुद्धिमान की आँखें अंधी कर देती है और धर्मियों की बातें पलट देती है +19522,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_020.wav,जो कुछ नितान्त ठीक है उसी का पीछा करना जिससे तू जीवित रहे और जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उसका अधिकारी बना रहे +19523,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_021.wav,तू अपने परमेश्वर यहोवा की जो वेदी बनाएगा उसके पास किसी प्रकार की लकड़ी की बनी हुई अशेरा का स्थापन न करना +19524,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_016_022.wav,और न कोई स्तम्भ खड़ा करना क्योंकि उससे तेरा परमेश्वर यहोवा घृणा करता है +19525,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_001.wav,तू अपने परमेश्वर यहोवा के लिये कोई बैल या भेड़बकरी बलि न करना जिसमें दोष या किसी प्रकार की खोट हो क्योंकि ऐसा करना तेरे परमेश्वर यहोवा के समीप घृणित है +19526,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_002.wav,जो बस्तियाँ तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है यदि उनमें से किसी में कोई पुरुष या स्त्री ऐसी पाई जाए जिसने तेरे परमेश्वर यहोवा की वाचा तोड़कर ऐसा काम किया हो जो उसकी दृष्टि में बुरा है +19527,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_003.wav,अर्थात् मेरी आज्ञा का उल्लंघन करके पराए देवताओं की या सूर्य या चन्द्रमा या आकाश के गण में से किसी की उपासना की हो या उनको दण्डवत् किया हो +19528,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_004.wav,और यह बात तुझे बताई जाए और तेरे सुनने में आए त�� भली भाँति पूछपाछ करना और यदि यह बात सच ठहरे कि इस्राएल में ऐसा घृणित कर्म किया गया है +19529,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_005.wav,तो जिस पुरुष या स्त्री ने ऐसा बुरा काम किया हो उस पुरुष या स्त्री को बाहर अपने फाटकों पर ले जाकर ऐसा पथराव करना कि वह मर जाए +19530,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_006.wav,जो प्राणदण्ड के योग्य ठहरे वह एक ही की साक्षी से न मार डाला जाए किन्तु दो या तीन मनुष्यों की साक्षी से मार डाला जाए +19531,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_007.wav,उसके मार डालने के लिये सबसे पहले साक्षियों के हाथ और उनके बाद और सब लोगों के हाथ उठें इसी रीति से ऐसी बुराई को अपने मध्य से दूर करना +19532,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_008.wav,यदि तेरी बस्तियों के भीतर कोई झगड़े की बात हो अर्थात् आपस के खून या विवाद या मारपीट का कोई मुकद्दमा उठे और उसका न्याय करना तेरे लिये कठिन जान पड़े तो उस स्थान को जाकर जो तेरा परमेश्वर यहोवा चुन लेगा +19533,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_009.wav,लेवीय याजकों के पास और उन दिनों के न्यायियों के पास जाकर पूछताछ करना कि वे तुम को न्याय की बातें बताएँ +19534,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_010.wav,और न्याय की जैसी बात उस स्थान के लोग जो यहोवा चुन लेगा तुझे बता दें उसी के अनुसार करना और जो व्यवस्था वे तुझे दें उसी के अनुसार चलने में चौकसी करना +19535,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_011.wav,व्यवस्था की जो बात वे तुझे बताएँ और न्याय की जो बात वे तुझ से कहें उसी के अनुसार करना जो बात वे तुझको बताएँ उससे दाएँ या बाएँ न मुड़ना +19536,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_012.wav,और जो मनुष्य अभिमान करके उस याजक की जो वहाँ तेरे परमेश्वर यहोवा की सेवा टहल करने को उपस्थित रहेगा न माने या उस न्यायी की न सुने तो वह मनुष्य मार डाला जाए इस प्रकार तू इस्राएल में से ऐसी बुराई को दूर कर देना +19537,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_013.wav,इससे सब लोग सुनकर डर जाएँगे और फिर अभिमान नहीं करेंगे +19538,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_014.wav,जब तू उस देश में पहुँचे जिसे तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है और उसका अधिकारी हो और उनमें बसकर कहने लगे कि चारों ओर की सब जातियों के समान मैं भी अपने ऊपर राजा ठहराऊँगा +19539,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_015.wav,तब जिसको तेरा परमेश्वर यहोवा चुन ले अवश्य उसी को राजा ठहराना अपने भाइयों ही में से किसी को अपने ऊपर राजा ठहराना किसी परदेशी को जो तेरा भाई न हो तू अपने ऊपर अधिकारी नहीं ठहरा सकता +19540,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_016.wav,और वह बहुत घोड़े न रखे और न इस मनसा से अपनी प्रजा के लोगों को मिस्र में भेजे कि उसके पास बहुत से घोड़े हो जाएँ क्योंकि यहोवा ने त��म से कहा है कि तुम उस मार्ग से फिर कभी न लौटना +19541,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_017.wav,और वह बहुत स्त्रियाँ भी न रखे ऐसा न हो कि उसका मन यहोवा की ओर से पलट जाए और न वह अपना सोनाचाँदी बहुत बढ़ाए +19542,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_018.wav,और जब वह राजगद्दी पर विराजमान हो तब इसी व्यवस्था की पुस्तक जो लेवीय याजकों के पास रहेगी उसकी एक नकल अपने लिये कर ले +19543,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_019.wav,और वह उसे अपने पास रखे और अपने जीवन भर उसको पढ़ा करे जिससे वह अपने परमेश्वर यहोवा का भय मानना और इस व्यवस्था और इन विधियों की सारी बातों को मानने में चौकसी करना सीखे +19544,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_017_020.wav,जिससे वह अपने मन में घमण्ड करके अपने भाइयों को तुच्छ न जाने और इन आज्ञाओं से न तो दाएँ मुड़ें और न बाएँ जिससे कि वह और उसके वंश के लोग इस्राएलियों के मध्य बहुत दिनों तक राज्य करते रहें +19545,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_001.wav,लेवीय याजकों का वरन् सारे लेवीय गोत्रियों का इस्राएलियों के संग कोई भाग या अंश न हो उनका भोजन हव्य और यहोवा का दिया हुआ भाग हो +19546,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_002.wav,उनका अपने भाइयों के बीच कोई भाग न हो क्योंकि अपने वचन के अनुसार यहोवा उनका निज भाग ठहरा है +19547,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_003.wav,और चाहे गायबैल चाहे भेड़बकरी का मेलबलि हो उसके करनेवाले लोगों की ओर से याजकों का हक़ यह हो कि वे उसका कंधा और दोनों गाल और पेट याजक को दें +19548,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_004.wav,तू उसको अपनी पहली उपज का अन्न नया दाखमधु और टटका तेल और अपनी भेड़ों का वह ऊन देना जो पहली बार कतरा गया हो +19549,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_005.wav,क्योंकि तेरे परमेश्वर यहोवा ने तेरे सब गोत्रों में से उसी को चुन लिया है कि वह और उसके वंश सदा उसके नाम से सेवा टहल करने को उपस्थित हुआ करें +19550,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_006.wav,फिर यदि कोई लेवीय इस्राएल की बस्तियों में से किसी से जहाँ वह परदेशी के समान रहता हो अपने मन की बड़ी अभिलाषा से उस स्थान पर जाए जिसे यहोवा चुन लेगा +19551,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_007.wav,तो अपने सब लेवीय भाइयों के समान जो वहाँ अपने परमेश्वर यहोवा के सामने उपस्थित होंगे वह भी उसके नाम से सेवा टहल करे +19552,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_008.wav,और अपने पूर्वजों के भाग के मोल को छोड़ उसको भोजन का भाग भी उनके समान मिला करे +19553,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_009.wav,जब तू उस देश में पहुँचे जो तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है तब वहाँ की जातियों के अनुसार घिनौना काम करना न सीखना +19554,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_010.wav,तुझ में कोई ऐसा न हो जो अपने बेटे या बेटी को आग में होम करके चढ़ानेवाला या भावी कहनेवाला या शुभअशुभ मुहूर्त्तों का माननेवाला या टोन्हा या तांत्रिक +19555,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_011.wav,या बाजीगर या ओझों से पूछनेवाला या भूत साधनेवाला या भूतों का जगानेवाला हो +19556,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_012.wav,क्योंकि जितने ऐसेऐसे काम करते हैं वे सब यहोवा के सम्मुख घृणित हैं और इन्हीं घृणित कामों के कारण तेरा परमेश्वर यहोवा उनको तेरे सामने से निकालने पर है +19557,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_013.wav,तू अपने परमेश्वर यहोवा के सम्मुख सिद्ध बना रहना +19558,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_014.wav,वे जातियाँ जिनका अधिकारी तू होने पर है शुभअशुभ मुहूर्त्तों के माननेवालों और भावी कहनेवालों की सुना करती है परन्तु तुझको तेरे परमेश्वर यहोवा ने ऐसा करने नहीं दिया +19559,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_015.wav,तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे मध्य से अर्थात् तेरे भाइयों में से मेरे समान एक नबी को उत्पन्न करेगा तू उसी की सुनना +19560,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_016.wav,यह तेरी उस विनती के अनुसार होगा जो तूने होरेब पहाड़ के पास सभा के दिन अपने परमेश्वर यहोवा से की थी मुझे न तो अपने परमेश्वर यहोवा का शब्द फिर सुनना और न वह बड़ी आग फिर देखनी पड़े कहीं ऐसा न हो कि मर जाऊँ +19561,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_017.wav,तब यहोवा ने मुझसे कहा वे जो कुछ कहते हैं ठीक कहते हैं +19562,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_018.wav,इसलिए मैं उनके लिये उनके भाइयों के बीच में से तेरे समान एक नबी को उत्पन्न करूँगा और अपना वचन उसके मुँह में डालूँगा और जिसजिस बात की मैं उसे आज्ञा दूँगा वही वह उनको कह सुनाएगा +19563,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_019.wav,और जो मनुष्य मेरे वह वचन जो वह मेरे नाम से कहेगा ग्रहण न करेगा तो मैं उसका हिसाब उससे लूँगा +19564,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_020.wav,परन्तु जो नबी अभिमान करके मेरे नाम से कोई ऐसा वचन कहे जिसकी आज्ञा मैंने उसे न दी हो या पराए देवताओं के नाम से कुछ कहे वह नबी मार डाला जाए +19565,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_021.wav,और यदि तू अपने मन में कहे जो वचन यहोवा ने नहीं कहा उसको हम किस रीति से पहचानें +19566,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_018_022.wav,तो पहचान यह है कि जब कोई नबी यहोवा के नाम से कुछ कहे तब यदि वह वचन न घटे और पूरा न हो जाए तो वह वचन यहोवा का कहा हुआ नहीं परन्तु उस नबी ने वह बात अभिमान करके कही है तू उससे भय न खाना +19567,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_001.wav,जब तेरा परमेश्वर यहोवा उन जातियों को नाश करे जिनका देश वह तुझे देता है और तू उनके देश का अधिकारी होकर उनके नगरों और घरों में रहने लगे +19568,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_002.wav,तब अपने देश के बीच जिसका अधिकारी तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे कर देता ��ै तीन नगर अपने लिये अलग कर देना +19569,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_003.wav,और तू अपने लिये मार्ग भी तैयार करना और अपने देश के जो तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे सौंप देता है तीन भाग करना ताकि हर एक खूनी वहीं भाग जाए +19570,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_004.wav,और जो खूनी वहाँ भागकर अपने प्राण को बचाए वह इस प्रकार का हो अर्थात् वह किसी से बिना पहले बैर रखे या उसको बिना जाने बूझे मार डाला हो +19571,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_005.wav,जैसे कोई किसी के संग लकड़ी काटने को जंगल में जाए और वृक्ष काटने को कुल्हाड़ी हाथ से उठाए और कुल्हाड़ी बेंट से निकलकर उस भाई को ऐसी लगे कि वह मर जाए तो वह उन नगरों में से किसी में भागकर जीवित रहे +19572,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_006.wav,ऐसा न हो कि मार्ग की लम्बाई के कारण खून का पलटा लेनेवाला अपने क्रोध के ज्वलन में उसका पीछा करके उसको जा पकड़े और मार डाले यद्यपि वह प्राणदण्ड के योग्य नहीं क्योंकि वह उससे बैर नहीं रखता था +19573,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_007.wav,इसलिए मैं तुझे यह आज्ञा देता हूँ कि अपने लिये तीन नगर अलग कर रखना +19574,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_008.wav,यदि तेरा परमेश्वर यहोवा उस शपथ के अनुसार जो उसने तेरे पूर्वजों से खाई थी तेरी सीमा को बढ़ाकर वह सारा देश तुझे दे जिसके देने का वचन उसने तेरे पूर्वजों को दिया था +19575,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_009.wav,यदि तू इन सब आज्ञाओं के मानने में जिन्हें मैं आज तुझको सुनाता हूँ चौकसी करे और अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम रखे और सदा उसके मार्गों पर चलता रहे तो इन तीन नगरों से अधिक और भी तीन नगर अलग कर देना +19576,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_010.wav,इसलिए कि तेरे उस देश में जो तेरा परमेश्वर यहोवा तेरा निज भाग करके देता है किसी निर्दोष का खून न बहाया जाए और उसका दोष तुझ पर न लगे +19577,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_011.wav,परन्तु यदि कोई किसी से बैर रखकर उसकी घात में लगे और उस पर लपककर उसे ऐसा मारे कि वह मर जाए और फिर उन नगरों में से किसी में भाग जाए +19578,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_012.wav,तो उसके नगर के पुरनिये किसी को भेजकर उसको वहाँ से मँगवाकर खून के पलटा लेनेवाले के हाथ में सौंप दें कि वह मार डाला जाए +19579,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_013.wav,उस पर तरस न खाना परन्तु निर्दोष के खून का दोष इस्राएल से दूर करना जिससे तुम्हारा भला हो +19580,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_014.wav,जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको देता है उसका जो भाग तुझे मिलेगा उसमें किसी की सीमा जिसे प्राचीन लोगों ने ठहराया हो न हटाना +19581,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_015.wav,किसी मनुष्य के विरुद्ध किसी प्रकार के अधर्म या पाप के विषय में चाहे उसका ��ाप कैसा ही क्यों न हो एक ही जन की साक्षी न सुनना परन्तु दो या तीन साक्षियों के कहने से बात पक्की ठहरे +19582,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_016.wav,यदि कोई झूठी साक्षी देनेवाला किसी के विरुद्ध यहोवा से फिर जाने की साक्षी देने को खड़ा हो +19583,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_017.wav,तो वे दोनों मनुष्य जिनके बीच ऐसा मुकद्दमा उठा हो यहोवा के सम्मुख अर्थात् उन दिनों के याजकों और न्यायियों के सामने खड़े किए जाएँ +19584,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_018.wav,तब न्यायी भली भाँति पूछताछ करें और यदि इस निर्णय पर पहुँचें कि वह झूठा साक्षी है और अपने भाई के विरुद्ध झूठी साक्षी दी है +19585,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_019.wav,तो अपने भाई की जैसी भी हानि करवाने की युक्ति उसने की हो वैसी ही तुम भी उसकी करना इसी रीति से अपने बीच में से ऐसी बुराई को दूर करना +19586,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_020.wav,तब दूसरे लोग सुनकर डरेंगे और आगे को तेरे बीच फिर ऐसा बुरा काम नहीं करेंगे +19587,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_019_021.wav,और तू बिल्कुल तरस न खाना प्राण के बदले प्राण का आँख के बदले आँख का दाँत के बदले दाँत का हाथ के बदले हाथ का पाँव के बदले पाँव का दण्ड देना +19588,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_001.wav,जब तू अपने शत्रुओं से युद्ध करने को जाए और घोड़े रथ और अपने से अधिक सेना को देखे तब उनसे न डरना तेरा परमेश्वर यहोवा जो तुझको मिस्र देश से निकाल ले आया है वह तेरे संग है +19589,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_002.wav,और जब तुम युद्ध करने को शत्रुओं के निकट जाओ तब याजक सेना के पास आकर कहे +19590,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_003.wav,हे इस्राएलियों सुनो आज तुम अपने शत्रुओं से युद्ध करने को निकट आए हो तुम्हारा मन कच्चा न हो तुम मत डरो और न थरथराओ और न उनके सामने भय खाओ +19591,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_004.wav,क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे शत्रुओं से युद्ध करने और तुम्हें बचाने के लिये तुम्हारे संगसंग चलता है +19592,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_005.wav,फिर सरदार सिपाहियों से यह कहें तुम में से कौन है जिसने नया घर बनाया हो और उसका समर्पण न किया हो तो वह अपने घर को लौट जाए कहीं ऐसा न हो कि वह युद्ध में मर जाए और दूसरा मनुष्य उसका समर्पण करे +19593,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_006.wav,और कौन है जिसने दाख की बारी लगाई हो परन्तु उसके फल न खाए हों वह भी अपने घर को लौट जाए ऐसा न हो कि वह संग्राम में मारा जाए और दूसरा मनुष्य उसके फल खाए +19594,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_007.wav,फिर कौन है जिसने किसी स्त्री से विवाह की बात लगाई हो परन्तु उसको विवाह करके न लाया हो वह भी अपने घर को लौट जाए ऐसा न हो कि वह युद्ध में मारा जाए और दूसरा मनुष्य उससे विवाह कर ले +19595,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_008.wav,इसके अलावा सरदार सिपाहियों से यह भी कहें कौनकौन मनुष्य है जो डरपोक और कच्चे मन का है वह भी अपने घर को लौट जाए ऐसा न हो कि उसको देखकर उसके भाइयों का भी हियाव टूट जाए +19596,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_009.wav,और जब प्रधान सिपाहियों से यह कह चुकें तब उन पर प्रधानता करने के लिये सेनापतियों को नियुक्त करें +19597,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_010.wav,जब तू किसी नगर से युद्ध करने को उसके निकट जाए तब पहले उससे संधि करने का समाचार दे +19598,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_011.wav,और यदि वह संधि करना स्वीकार करे और तेरे लिये अपने फाटक खोल दे तब जितने उसमें हों वे सब तेरे अधीन होकर तेरे लिये बेगार करनेवाले ठहरें +19599,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_012.wav,परन्तु यदि वे तुझ से संधि न करें परन्तु तुझ से लड़ना चाहें तो तू उस नगर को घेर लेना +19600,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_013.wav,और जब तेरा परमेश्वर यहोवा उसे तेरे हाथ में सौंप दे तब उसमें के सब पुरुषों को तलवार से मार डालना +19601,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_014.wav,परन्तु स्त्रियाँ और बालबच्चे और पशु आदि जितनी लूट उस नगर में हो उसे अपने लिये रख लेना और तेरे शत्रुओं की लूट जो तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे दे उसे काम में लाना +19602,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_015.wav,इस प्रकार उन नगरों से करना जो तुझ से बहुत दूर हैं और जो यहाँ की जातियों के नगर नहीं हैं +19603,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_016.wav,परन्तु जो नगर इन लोगों के हैं जिनका अधिकारी तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको ठहराने पर है उनमें से किसी प्राणी को जीवित न रख छोड़ना +19604,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_017.wav,परन्तु उनका अवश्य सत्यानाश करना अर्थात् हित्तियों एमोरियों कनानियों परिज्जियों हिब्बियों और यबूसियों को जैसे कि तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझे आज्ञा दी है +19605,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_018.wav,ऐसा न हो कि जितने घिनौने काम वे अपने देवताओं की सेवा में करते आए हैं वैसा ही करना तुम्हें भी सिखाएँ और तुम अपने परमेश्वर यहोवा के विरुद्ध पाप करने लगो +19606,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_019.wav,जब तू युद्ध करते हुए किसी नगर को जीतने के लिये उसे बहुत दिनों तक घेरे रहे तब उसके वृक्षों पर कुल्हाड़ी चलाकर उन्हें नाश न करना क्योंकि उनके फल तेरे खाने के काम आएँगे इसलिए उन्हें न काटना क्या मैदान के वृक्ष भी मनुष्य हैं कि तू उनको भी घेर रखे +19607,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_020_020.wav,परन्तु जिन वृक्षों के विषय में तू यह जान ले कि इनके फल खाने के नहीं हैं तो उनको काटकर नाश करना और उस नगर के विरुद्ध उस समय तक घेराबन्दी किए रहना जब तक वह तेरे वश में न आ जाए +19608,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_001.wav,यदि उस देश के मैदान में जो तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है किसी मारे हुए का शव पड़ा हुआ मिले और उसको किसने मार डाला है यह पता न चले +19609,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_002.wav,तो तेरे पुरनिये और न्यायी निकलकर उस शव के चारों ओर के एकएक नगर की दूरी को नापें +19610,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_003.wav,तब जो नगर उस शव के सबसे निकट ठहरे उसके पुरनिये एक ऐसी बछिया ले ले जिससे कुछ काम न लिया गया हो और जिस पर जूआ कभी न रखा गया हो +19611,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_004.wav,तब उस नगर के पुरनिये उस बछिया को एक बारहमासी नदी की ऐसी तराई में जो न जोती और न बोई गई हो ले जाएँ और उसी तराई में उस बछिया का गला तोड़ दें +19612,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_005.wav,और लेवीय याजक भी निकट आएँ क्योंकि तेरे परमेश्वर यहोवा ने उनको चुन लिया है कि उसकी सेवा टहल करें और उसके नाम से आशीर्वाद दिया करें और उनके कहने के अनुसार हर एक झगड़े और मारपीट के मुकद्दमे का निर्णय हो +19613,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_006.wav,फिर जो नगर उस शव के सबसे निकट ठहरे उसके सब पुरनिए उस बछिया के ऊपर जिसका गला तराई में तोड़ा गया हो अपनेअपने हाथ धोकर कहें +19614,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_007.wav,यह खून हमने नहीं किया और न यह काम हमारी आँखों के सामने हुआ है +19615,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_008.wav,इसलिए हे यहोवा अपनी छुड़ाई हुई इस्राएली प्रजा का पाप ढाँपकर निर्दोष खून का पाप अपनी इस्राएली प्रजा के सिर पर से उतार तब उस खून के दोष से उनको क्षमा कर दिया जाएगा +19616,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_009.wav,इस प्रकार वह काम करके जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है तू निर्दोष के खून का दोष अपने मध्य में से दूर करना +19617,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_010.wav,जब तू अपने शत्रुओं से युद्ध करने को जाए और तेरा परमेश्वर यहोवा उन्हें तेरे हाथ में कर दे और तू उन्हें बन्दी बना ले +19618,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_011.wav,तब यदि तू बन्दियों में किसी सुन्दर स्त्री को देखकर उस पर मोहित हो जाए और उससे ब्याह कर लेना चाहे +19619,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_012.wav,तो उसे अपने घर के भीतर ले आना और वह अपना सिर मुँण्ड़ाएँ नाखून कटाएँ +19620,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_013.wav,और अपने बन्धन के वस्त्र उतारकर तेरे घर में महीने भर रहकर अपने माता पिता के लिये विलाप करती रहे उसके बाद तू उसके पास जाना और तू उसका पति और वह तेरी पत्नी बने +19621,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_014.wav,फिर यदि वह तुझको अच्छी न लगे तो जहाँ वह जाना चाहे वहाँ उसे जाने देना उसको रुपया लेकर कहीं न बेचना और तेरा उससे शारीरिक सम्बंध था इस कारण उससे दासी के समान व्यवहार न करना +19622,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_015.wav,यदि किसी पुरुष की दो पत्नियाँ हों और उसे एक प्रिय और दूसरी अप्रिय हो और प्रिया और अप्रिय दोनों स्त्रियाँ बेटे जनें परन्तु जेठा अप्रिय का हो +19623,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_016.wav,तो जब वह अपने पुत्रों को अपनी सम्पत्ति का बँटवारा करे तब यदि अप्रिय का बेटा जो सचमुच जेठा है यदि जीवित हो तो वह प्रिया के बेटे को जेठांस न दे सकेगा +19624,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_017.wav,वह यह जानकर कि अप्रिय का बेटा मेरे पौरूष का पहला फल है और जेठे का अधिकार उसी का है उसी को अपनी सारी सम्पत्ति में से दो भाग देकर जेठांसी माने +19625,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_018.wav,यदि किसी का हठीला और विद्रोही बेटा हो जो अपने मातापिता की बात न माने किन्तु ताड़ना देने पर भी उनकी न सुने +19626,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_019.wav,तो उसके मातापिता उसे पकड़कर अपने नगर से बाहर फाटक के निकट नगर के पुरनियों के पास ले जाएँ +19627,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_020.wav,और वे नगर के पुरनियों से कहें हमारा यह बेटा हठीला और दंगैत है यह हमारी नहीं सुनता यह उड़ाऊ और पियक्कड़ है +19628,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_021.wav,तब उस नगर के सब पुरुष उसको पथराव करके मार डालें इस रीति से तू अपने मध्य में से ऐसी बुराई को दूर करना तब सारे इस्राएली सुनकर भय खाएँगे +19629,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_022.wav,फिर यदि किसी से प्राणदण्ड के योग्य कोई पाप हुआ हो जिससे वह मार डाला जाए और तू उसके शव को वृक्ष पर लटका दे +19630,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_021_023.wav,तो वह शव रात को वृक्ष पर टँगा न रहे अवश्य उसी दिन उसे मिट्टी देना क्योंकि जो लटकाया गया हो वह परमेश्वर की ओर से श्रापित ठहरता है इसलिए जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तेरा भाग करके देता है उस भूमि को अशुद्ध न करना +19631,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_001.wav,तू अपने भाई के गायबैल या भेड़बकरी को भटकी हुई देखकर अनदेखी न करना उसको अवश्य उसके पास पहुँचा देना +19632,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_002.wav,परन्तु यदि तेरा वह भाई निकट न रहता हो या तू उसे न जानता हो तो उस पशु को अपने घर के भीतर ले आना और जब तक तेरा वह भाई उसको न ढूँढ़े तब तक वह तेरे पास रहे और जब वह उसे ढूँढ़े तब उसको दे देना +19633,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_003.wav,और उसके गदहे या वस्त्र के विषय वरन् उसकी कोई वस्तु क्यों न हो जो उससे खो गई हो और तुझको मिले उसके विषय में भी ऐसा ही करना तू देखीअनदेखी न करना +19634,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_004.wav,तू अपने भाई के गदहे या बैल को मार्ग पर गिरा हुआ देखकर अनदेखी न करना उसके उठाने में अवश्य उसकी सहायता करना +19635,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_005.wav,कोई स्त्री पुरुष का पहरावा न पहने और न कोई पुरुष स्त���री का पहरावा पहने क्योंकि ऐसे कामों के सब करनेवाले तेरे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में घृणित हैं +19636,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_006.wav,यदि वृक्ष या भूमि पर तेरे सामने मार्ग में किसी चिड़िया का घोंसला मिले चाहे उसमें बच्चे हों चाहे अण्डे और उन बच्चों या अण्डों पर उनकी माँ बैठी हुई हो तो बच्चों समेत माँ को न लेना +19637,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_007.wav,बच्चों को अपने लिये ले तो ले परन्तु माँ को अवश्य छोड़ देना इसलिए कि तेरा भला हो और तेरी आयु के दिन बहुत हों +19638,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_008.wav,जब तू नया घर बनाए तब उसकी छत पर आड़ के लिये मुण्डेर बनाना ऐसा न हो कि कोई छत पर से गिर पड़े और तू अपने घराने पर खून का दोष लगाए +19639,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_009.wav,अपनी दाख की बारी में दो प्रकार के बीज न बोना ऐसा न हो कि उसकी सारी उपज अर्थात् तेरा बोया हुआ बीज और दाख की बारी की उपज दोनों अपवित्र ठहरें +19640,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_010.wav,बैल और गदहा दोनों संग जोतकर हल न चलाना +19641,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_011.wav,ऊन और सनी की मिलावट से बना हुआ वस्त्र न पहनना +19642,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_012.wav,अपने ओढ़ने के चारों ओर की कोर पर झालर लगाया करना +19643,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_013.wav,यदि कोई पुरुष किसी स्त्री को ब्याहे और उसके पास जाने के समय वह उसको अप्रिय लगे +19644,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_014.wav,और वह उस स्त्री की नामधराई करे और यह कहकर उस पर कुकर्म का दोष लगाए इस स्त्री को मैंने ब्याहा और जब उससे संगति की तब उसमें कुँवारी अवस्था के लक्षण न पाए +19645,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_015.wav,तो उस कन्या के मातापिता उसके कुँवारीपन के चिन्ह लेकर नगर के वृद्ध लोगों के पास फाटक के बाहर जाएँ +19646,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_016.wav,और उस कन्या का पिता वृद्ध लोगों से कहे मैंने अपनी बेटी इस पुरुष को ब्याह दी और वह उसको अप्रिय लगती है +19647,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_017.wav,और वह तो यह कहकर उस पर कुकर्म का दोष लगाता है कि मैंने तेरी बेटी में कुँवारीपन के लक्षण नहीं पाए परन्तु मेरी बेटी के कुँवारीपन के चिन्ह ये हैं तब उसके मातापिता नगर के वृद्ध लोगों के सामने उस चद्दर को फैलाएँ +19648,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_018.wav,तब नगर के पुरनिये उस पुरुष को पकड़कर ताड़ना दें +19649,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_019.wav,और उस पर सौ शेकेल चाँदी का दण्ड भी लगाकर उस कन्या के पिता को दें इसलिए कि उसने एक इस्राएली कन्या की नामधराई की है और वह उसी की पत्नी बनी रहे और वह जीवन भर उस स्त्री को त्यागने न पाए +19650,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_020.wav,परन्तु यदि उस कन्या के कुँवारीपन के चिन्ह पाए न जाएँ और उस पुरुष की बात सच ठहरे +19651,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_021.wav,तो वे उस कन्या को उसके पिता के घर के द्वार पर ले जाएँ और उस नगर के पुरुष उसको पथराव करके मार डालें उसने तो अपने पिता के घर में वेश्या का काम करके बुराई की है इस प्रकार तू अपने मध्य में से ऐसी बुराई को दूर करना +19652,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_022.wav,यदि कोई पुरुष दूसरे पुरुष की ब्याही हुई स्त्री के संग सोता हुआ पकड़ा जाए तो जो पुरुष उस स्त्री के संग सोया हो वह और वह स्त्री दोनों मार डाले जाएँ इस प्रकार तू ऐसी बुराई को इस्राएल में से दूर करना +19653,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_023.wav,यदि किसी कुँवारी कन्या के ब्याह की बात लगी हो और कोई दूसरा पुरुष उसे नगर में पाकर उससे कुकर्म करे +19654,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_024.wav,तो तुम उन दोनों को उस नगर के फाटक के बाहर ले जाकर उन पर पथराव करके मार डालना उस कन्या को तो इसलिए कि वह नगर में रहते हुए भी नहीं चिल्लाई और उस पुरुष को इस कारण कि उसने पड़ोसी की स्त्री का अपमान किया है इस प्रकार तू अपने मध्य में से ऐसी बुराई को दूर करना +19655,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_025.wav,परन्तु यदि कोई पुरुष किसी कन्या को जिसके ब्याह की बात लगी हो मैदान में पाकर बरबस उससे कुकर्म करे तो केवल वह पुरुष मार डाला जाए जिसने उससे कुकर्म किया हो +19656,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_026.wav,और उस कन्या से कुछ न करना उस कन्या का पाप प्राणदण्ड के योग्य नहीं क्योंकि जैसे कोई अपने पड़ोसी पर चढ़ाई करके उसे मार डाले वैसी ही यह बात भी ठहरेगी +19657,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_027.wav,कि उस पुरुष ने उस कन्या को मैदान में पाया और वह चिल्लाई तो सही परन्तु उसको कोई बचानेवाला न मिला +19658,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_028.wav,यदि किसी पुरुष को कोई कुँवारी कन्या मिले जिसके ब्याह की बात न लगी हो और वह उसे पकड़कर उसके साथ कुकर्म करे और वे पकड़े जाएँ +19659,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_029.wav,तो जिस पुरुष ने उससे कुकर्म किया हो वह उस कन्या के पिता को पचास शेकेल चाँदी दे और वह उसी की पत्नी हो उसने उसका अपमान किया इस कारण वह जीवन भर उसे न त्यागने पाए +19660,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_022_030.wav,कोई अपनी सौतेली माता को अपनी स्त्री न बनाए वह अपने पिता का ओढ़ना न उघाड़े +19661,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_001.wav,जिसके अण्ड कुचले गए या लिंग काट डाला गया हो वह यहोवा की सभा में न आने पाए +19662,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_002.wav,कोई कुकर्म से जन्मा हुआ यहोवा की सभा में न आने पाए किन्तु दस पीढ़ी तक उसके वंश का कोई यहोवा की सभा में न आने पाए +19663,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_003.wav,कोई अम्मोनी या मोआबी यहोवा की सभा में न आने पाए उनकी दसवीं पीढ़ी तक का कोई यहोव�� की सभा में कभी न आने पाए +19664,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_004.wav,इस कारण से कि जब तुम मिस्र से निकलकर आते थे तब उन्होंने अन्न जल लेकर मार्ग में तुम से भेंट नहीं की और यह भी कि उन्होंने अरम्नहरैम देश के पतोर नगरवाले बोर के पुत्र बिलाम को तुझे श्राप देने के लिये दक्षिणा दी +19665,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_005.wav,परन्तु तेरे परमेश्वर यहोवा ने बिलाम की न सुनी किन्तु तेरे परमेश्वर यहोवा ने तेरे निमित्त उसके श्राप को आशीष में बदल दिया इसलिए कि तेरा परमेश्वर यहोवा तुझ से प्रेम रखता था +19666,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_006.wav,तू जीवन भर उनका कुशल और भलाई कभी न चाहना +19667,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_007.wav,किसी एदोमी से घृणा न करना क्योंकि वह तेरा भाई है किसी मिस्री से भी घृणा न करना क्योंकि उसके देश में तू परदेशी होकर रहा था +19668,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_008.wav,उनके जो परपोते उत्पन्न हों वे यहोवा की सभा में आने पाएँ +19669,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_009.wav,जब तू शत्रुओं से लड़ने को जाकर छावनी डाले तब सब प्रकार की बुरी बातों से बचे रहना +19670,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_010.wav,यदि तेरे बीच कोई पुरुष उस अशुद्धता से जो रात्रि को आप से आप हुआ करती है अशुद्ध हुआ हो तो वह छावनी से बाहर जाए और छावनी के भीतर न आए +19671,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_011.wav,परन्तु संध्या से कुछ पहले वह स्नान करे और जब सूर्य डूब जाए तब छावनी में आए +19672,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_012.wav,छावनी के बाहर शौचस्थान बनाना और शौच के लिए वहीं जाया करना +19673,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_013.wav,और तेरे पास के हथियारों में एक खनती भी रहे और जब तू दिशा फिरने को बैठे तब उससे खोदकर अपने मल को ढाँप देना +19674,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_014.wav,क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको बचाने और तेरे शत्रुओं को तुझ से हरवाने को तेरी छावनी के मध्य घूमता रहेगा इसलिए तेरी छावनी पवित्र रहनी चाहिये ऐसा न हो कि वह तेरे मध्य में कोई अशुद्ध वस्तु देखकर तुझ से फिर जाए +19675,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_015.wav,जो दास अपने स्वामी के पास से भागकर तेरी शरण ले उसको उसके स्वामी के हाथ न पकड़ा देना +19676,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_016.wav,वह तेरे बीच जो नगर उसे अच्छा लगे उसी में तेरे संग रहने पाए और तू उस पर अत्याचार न करना +19677,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_017.wav,इस्राएली स्त्रियों में से कोई देवदासी न हो और न इस्राएलियों में से कोई पुरुष ऐसा बुरा काम करनेवाला हो +19678,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_018.wav,तू वेश्यापन की कमाई या कुत्ते की कमाई किसी मन्नत को पूरी करने के लिये अपने परमेश्वर यहोवा के घर में न लाना क्योंकि तेरे परमेश्वर यहोवा के समीप ये दोनों की दोनों कमाई घृणित कर्म है +19679,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_019.wav,अपने किसी भाई को ब्याज पर ऋण न देना चाहे रुपया हो चाहे भोजनवस्तु हो चाहे कोई वस्तु हो जो ब्याज पर दी जाती है उसे ब्याज पर न देना +19680,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_020.wav,तू परदेशी को ब्याज पर ऋण तो दे परन्तु अपने किसी भाई से ऐसा न करना ताकि जिस देश का अधिकारी होने को तू जा रहा है वहाँ जिसजिस काम में अपना हाथ लगाए उन सभी में तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे आशीष दे +19681,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_021.wav,जब तू अपने परमेश्वर यहोवा के लिये मन्नत माने तो उसे पूरी करने में विलम्ब न करना क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा उसे निश्चय तुझ से ले लेगा और विलम्ब करने से तू पापी ठहरेगा +19682,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_022.wav,परन्तु यदि तू मन्नत न माने तो तेरा कोई पाप नहीं +19683,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_023.wav,जो कुछ तेरे मुँह से निकले उसके पूरा करने में चौकसी करना तू अपने मुँह से वचन देकर अपनी इच्छा से अपने परमेश्वर यहोवा की जैसी मन्नत माने वैसा ही स्वतंत्रता पूर्वक उसे पूरा करना +19684,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_024.wav,जब तू किसी दूसरे की दाख की बारी में जाए तब पेट भर मनमाने दाख खा तो खा परन्तु अपने पात्र में कुछ न रखना +19685,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_023_025.wav,और जब तू किसी दूसरे के खड़े खेत में जाए तब तू हाथ से बालें तोड़ सकता है परन्तु किसी दूसरे के खड़े खेत पर हँसुआ न लगाना +19686,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_001.wav,यदि कोई पुरुष किसी स्त्री को ब्याह ले और उसके बाद उसमें लज्जा की बात पाकर उससे अप्रसन्न हो तो वह उसके लिये त्यागपत्र लिखकर और उसके हाथ में देकर उसको अपने घर से निकाल दे +19687,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_002.wav,और जब वह उसके घर से निकल जाए तब दूसरे पुरुष की हो सकती है +19688,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_003.wav,परन्तु यदि वह उस दूसरे पुरुष को भी अप्रिय लगे और वह उसके लिये त्यागपत्र लिखकर उसके हाथ में देकर उसे अपने घर से निकाल दे या वह दूसरा पुरुष जिसने उसको अपनी स्त्री कर लिया हो मर जाए +19689,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_004.wav,तो उसका पहला पति जिसने उसको निकाल दिया हो उसके अशुद्ध होने के बाद उसे अपनी पत्नी न बनाने पाए क्योंकि यह यहोवा के सम्मुख घृणित बात है इस प्रकार तू उस देश को जिसे तेरा परमेश्वर यहोवा तेरा भाग करके तुझे देता है पापी न बनाना +19690,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_005.wav,जिस पुरुष का हाल ही में विवाह हुआ हो वह सेना के साथ न जाए और न किसी काम का भार उस पर डाला जाए वह वर्ष भर अपने घर में स्वतंत्रता से रहकर अपनी ब्याही हुई स्त्री को प्रसन्न करता रहे +19691,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_006.wav,कोई मनुष्य चक्की को ��ा उसके ऊपर के पाट को बन्धक न रखे क्योंकि वह तो मानो प्राण ही को बन्धक रखना है +19692,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_007.wav,यदि कोई अपने किसी इस्राएली भाई को दास बनाने या बेच डालने के विचार से चुराता हुआ पकड़ा जाए तो ऐसा चोर मार डाला जाए ऐसी बुराई को अपने मध्य में से दूर करना +19693,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_008.wav,कोढ़ की व्याधि के विषय में चौकस रहना और जो कुछ लेवीय याजक तुम्हें सिखाएँ उसी के अनुसार यत्न से करने में चौकसी करना जैसी आज्ञा मैंने उनको दी है वैसा करने में चौकसी करना +19694,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_009.wav,स्मरण रख कि तेरे परमेश्वर यहोवा ने जब तुम मिस्र से निकलकर आ रहे थे तब मार्ग में मिर्याम से क्या किया +19695,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_010.wav,जब तू अपने किसी भाई को कुछ उधार दे तब बन्धक की वस्तु लेने के लिये उसके घर के भीतर न घुसना +19696,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_011.wav,तू बाहर खड़ा रहना और जिसको तू उधार दे वही बन्धक की वस्तु को तेरे पास बाहर ले आए +19697,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_012.wav,और यदि वह मनुष्य कंगाल हो तो उसका बन्धक अपने पास रखे हुए न सोना +19698,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_013.wav,सूर्य अस्त होतेहोते उसे वह बन्धक अवश्य फेर देना इसलिए कि वह अपना ओढ़ना ओढ़कर सो सके और तुझे आशीर्वाद दे और यह तेरे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में धार्मिकता का काम ठहरेगा +19699,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_014.wav,कोई मजदूर जो दीन और कंगाल हो चाहे वह तेरे भाइयों में से हो चाहे तेरे देश के फाटकों के भीतर रहनेवाले परदेशियों में से हो उस पर अंधेर न करना +19700,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_015.wav,यह जानकर कि वह दीन है और उसका मन मजदूरी में लगा रहता है मजदूरी करने ही के दिन सूर्यास्त से पहले तू उसकी मजदूरी देना ऐसा न हो कि वह तेरे कारण यहोवा की दुहाई दे और तू पापी ठहरे +19701,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_016.wav,पुत्र के कारण पिता न मार डाला जाए और न पिता के कारण पुत्र मार डाला जाए जिसने पाप किया हो वही उस पाप के कारण मार डाला जाए +19702,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_017.wav,किसी परदेशी मनुष्य या अनाथ बालक का न्याय न बिगाड़ना और न किसी विधवा के कपड़े को बन्धक रखना +19703,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_018.wav,और इसको स्मरण रखना कि तू मिस्र में दास था और तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे वहाँ से छुड़ा लाया है इस कारण मैं तुझे यह आज्ञा देता हूँ +19704,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_019.wav,जब तू अपने पक्के खेत को काटे और एक पूला खेत में भूल से छूट जाए तो उसे लेने को फिर न लौट जाना वह परदेशी अनाथ और विधवा के लिये पड़ा रहे इसलिए कि परमेश्वर यहोवा तेरे सब कामों में तुझको आशीष दे +19705,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_020.wav,जब तू अ��ने जैतून के वृक्ष को झाड़े तब डालियों को दूसरी बार न झाड़ना वह परदेशी अनाथ और विधवा के लिये रह जाए +19706,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_021.wav,जब तू अपनी दाख की बारी के फल तोड़े तो उसका दानादाना न तोड़ लेना वह परदेशी अनाथ और विधवा के लिये रह जाए +19707,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_024_022.wav,और इसको स्मरण रखना कि तू मिस्र देश में दास था इस कारण मैं तुझे यह आज्ञा देता हूँ +19708,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_001.wav,यदि मनुष्यों के बीच कोई झगड़ा हो और वे न्याय करवाने के लिये न्यायियों के पास जाएँ और वे उनका न्याय करें तो निर्दोष को निर्दोष और दोषी को दोषी ठहराएँ +19709,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_002.wav,और यदि दोषी मार खाने के योग्य ठहरे तो न्यायी उसको गिरवाकर अपने सामने जैसा उसका दोष हो उसके अनुसार कोड़े गिनकर लगवाए +19710,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_003.wav,वह उसे चालीस कोड़े तक लगवा सकता है इससे अधिक नहीं लगवा सकता ऐसा न हो कि इससे अधिक बहुत मार खिलवाने से तेरा भाई तेरी दृष्टि में तुच्छ ठहरे +19711,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_004.wav,दाँवते समय चलते हुए बैल का मुँह न बाँधना +19712,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_005.wav,जब कई भाई संग रहते हों और उनमें से एक निपुत्र मर जाए तो उसकी स्त्री का ब्याह परगोत्री से न किया जाए उसके पति का भाई उसके पास जाकर उसे अपनी पत्नी कर ले और उससे पति के भाई का धर्म पालन करे +19713,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_006.wav,और जो पहला बेटा उस स्त्री से उत्पन्न हो वह उस मरे हुए भाई के नाम का ठहरे जिससे कि उसका नाम इस्राएल में से मिट न जाए +19714,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_007.wav,यदि उस स्त्री के पति के भाई को उससे विवाह करना न भाए तो वह स्त्री नगर के फाटक पर वृद्ध लोगों के पास जाकर कहे मेरे पति के भाई ने अपने भाई का नाम इस्राएल में बनाए रखने से मना कर दिया है और मुझसे पति के भाई का धर्म पालन करना नहीं चाहता +19715,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_008.wav,तब उस नगर के वृद्ध लोग उस पुरुष को बुलवाकर उसको समझाएँ और यदि वह अपनी बात पर अड़ा रहे और कहे मुझे इससे विवाह करना नहीं भावता +19716,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_009.wav,तो उसके भाई की पत्नी उन वृद्ध लोगों के सामने उसके पास जाकर उसके पाँव से जूती उतारे और उसके मुँह पर थूक दे और कहे जो पुरुष अपने भाई के वंश को चलाना न चाहे उससे इसी प्रकार व्यवहार किया जाएगा +19717,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_010.wav,तब इस्राएल में उस पुरुष का यह नाम पड़ेगा अर्थात् जूती उतारे हुए पुरुष का घराना +19718,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_011.wav,यदि दो पुरुष आपस में मारपीट करते हों और उनमें से एक की पत्नी अपने पति को मारनेवाले के हाथ से छुड़ाने के लिये पास जाए और अपना हाथ बढ़ाकर उसके गुप्त अंग को पकड़े +19719,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_012.wav,तो उस स्त्री का हाथ काट डालना उस पर तरस न खाना +19720,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_013.wav,अपनी थैली में भाँतिभाँति के अर्थात् घटतीबढ़ती बटखरे न रखना +19721,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_014.wav,अपने घर में भाँतिभाँति के अर्थात् घटतीबढ़ती नपुए न रखना +19722,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_015.wav,तेरे बटखरे और नपुए पूरेपूरे और धर्म के हों इसलिए कि जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उसमें तेरी आयु बहुत हो +19723,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_016.wav,क्योंकि ऐसे कामों में जितने कुटिलता करते हैं वे सब तेरे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में घृणित हैं +19724,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_017.wav,स्मरण रख कि जब तू मिस्र से निकलकर आ रहा था तब अमालेक ने तुझ से मार्ग में क्या किया +19725,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_018.wav,अर्थात् उनको परमेश्वर का भय न था इस कारण उसने जब तू मार्ग में थकामाँदा था तब तुझ पर चढ़ाई करके जितने निर्बल होने के कारण सबसे पीछे थे उन सभी को मारा +19726,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_025_019.wav,इसलिए जब तेरा परमेश्वर यहोवा उस देश में जो वह तेरा भाग करके तेरे अधिकार में कर देता है तुझे चारों ओर के सब शत्रुओं से विश्राम दे तब अमालेक का नाम धरती पर से मिटा डालना और तुम इस बात को न भूलना +19727,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_001.wav,फिर जब तू उस देश में जिसे तेरा परमेश्वर यहोवा तेरा निज भाग करके तुझे देता है पहुँचे और उसका अधिकारी होकर उसमें बस जाए +19728,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_002.wav,तब जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उसकी भूमि की भाँतिभाँति की जो पहली उपज तू अपने घर लाएगा उसमें से कुछ टोकरी में लेकर उस स्थान पर जाना जिसे तेरा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास करने को चुन ले +19729,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_003.wav,और उन दिनों के याजक के पास जाकर यह कहना मैं आज तेरे परमेश्वर यहोवा के सामने स्वीकार करता हूँ कि यहोवा ने हम लोगों को जिस देश के देने की हमारे पूर्वजों से शपथ खाई थी उसमें मैं आ गया हूँ +19730,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_004.wav,तब याजक तेरे हाथ से वह टोकरी लेकर तेरे परमेश्वर यहोवा की वेदी के सामने रख दे +19731,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_005.wav,तब तू अपने परमेश्वर यहोवा से इस प्रकार कहना मेरा मूलपुरुष एक अरामी मनुष्य था जो मरने पर था और वह अपने छोटे से परिवार समेत मिस्र को गया और वहाँ परदेशी होकर रहा और वहाँ उससे एक बड़ी और सामर्थी और बहुत मनुष्यों से भरी हुई जाति उत्पन्न हुई +19732,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_006.wav,और मिस्रियों ने हम लोगों से बुरा बर्ताव किया और हमें दुःख दिया और हम से कठिन सेव�� ली +19733,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_007.wav,परन्तु हमने अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा की दुहाई दी और यहोवा ने हमारी सुनकर हमारे दुःखश्रम और अत्याचार पर दृष्टि की +19734,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_008.wav,और यहोवा ने बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा से अति भयानक चिन्ह और चमत्कार दिखलाकर हमको मिस्र से निकाल लाया +19735,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_009.wav,और हमें इस स्थान पर पहुँचाकर यह देश जिसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं हमें दे दिया है +19736,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_010.wav,अब हे यहोवा देख जो भूमि तूने मुझे दी है उसकी पहली उपज मैं तेरे पास ले आया हूँ तब तू उसे अपने परमेश्वर यहोवा के सामने रखना और यहोवा को दण्डवत् करना +19737,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_011.wav,और जितने अच्छे पदार्थ तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे और तेरे घराने को दे उनके कारण तू लेवियों और अपने मध्य में रहनेवाले परदेशियों सहित आनन्द करना +19738,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_012.wav,तीसरे वर्ष जो दशमांश देने का वर्ष ठहरा है जब तू अपनी सब भाँति की बढ़ती के दशमांश को निकाल चुके तब उसे लेवीय परदेशी अनाथ और विधवा को देना कि वे तेरे फाटकों के भीतर खाकर तृप्त हों +19739,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_013.wav,और तू अपने परमेश्वर यहोवा से कहना मैंने तेरी सब आज्ञाओं के अनुसार पवित्र ठहराई हुई वस्तुओं को अपने घर से निकाला और लेवीय परदेशी अनाथ और विधवा को दे दिया है तेरी किसी आज्ञा को मैंने न तो टाला है और न भूला है +19740,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_014.wav,उन वस्तुओं में से मैंने शोक के समय नहीं खाया और न उनमें से कोई वस्तु अशुद्धता की दशा में घर से निकाली और न कुछ शोक करनेवालों को दिया मैंने अपने परमेश्वर यहोवा की सुन ली मैंने तेरी सब आज्ञाओं के अनुसार किया है +19741,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_015.wav,तू स्वर्ग में से जो तेरा पवित्र धाम है दृष्टि करके अपनी प्रजा इस्राएल को आशीष दे और इस दूध और मधु की धाराओं के देश की भूमि पर आशीष दे जिसे तूने हमारे पूर्वजों से खाई हुई शपथ के अनुसार हमें दिया है +19742,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_016.wav,आज के दिन तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको इन्हीं विधियों और नियमों के मानने की आज्ञा देता है इसलिए अपने सारे मन और सारे प्राण से इनके मानने में चौकसी करना +19743,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_017.wav,तूने तो आज यहोवा को अपना परमेश्वर मानकर यह वचन दिया है कि मैं तेरे बताए हुए मार्गों पर चलूँगा और तेरी विधियों आज्ञाओं और नियमों को माना करूँगा और तेरी सुना करूँगा +19744,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_018.wav,और यहोवा ने भी आज तुझको अपने वचन के अनुसार अपना प्रजारूपी निज ध��सम्पत्ति माना है कि तू उसकी सब आज्ञाओं को माना करे +19745,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_026_019.wav,और कि वह अपनी बनाई हुई सब जातियों से अधिक प्रशंसा नाम और शोभा के विषय में तुझको प्रतिष्ठित करे और तू उसके वचन के अनुसार अपने परमेश्वर यहोवा की पवित्र प्रजा बना रहे +19746,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_001.wav,फिर इस्राएल के वृद्ध लोगों समेत मूसा ने प्रजा के लोगों को यह आज्ञा दी जितनी आज्ञाएँ मैं आज तुम्हें सुनाता हूँ उन सब को मानना +19747,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_002.wav,और जब तुम यरदन पार होकर उस देश में पहुँचो जो तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है तब बड़ेबड़े पत्थर खड़े कर लेना और उन पर चूना पोतना +19748,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_003.wav,और पार होने के बाद उन पर इस व्यवस्था के सारे वचनों को लिखना इसलिए कि जो देश तेरे पूर्वजों का परमेश्वर यहोवा अपने वचन के अनुसार तुझे देता है और जिसमें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं उस देश में तू जाने पाए +19749,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_004.wav,फिर जिन पत्थरों के विषय में मैंने आज आज्ञा दी है उन्हें तुम यरदन के पार होकर एबाल पहाड़ पर खड़ा करना और उन पर चूना पोतना +19750,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_005.wav,और वहीं अपने परमेश्वर यहोवा के लिये पत्थरों की एक वेदी बनाना उन पर कोई औज़ार न चलाना +19751,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_006.wav,अपने परमेश्वर यहोवा की वेदी अनगढ़े पत्थरों की बनाकर उस पर उसके लिये होमबलि चढ़ाना +19752,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_007.wav,और वहीं मेलबलि भी चढ़ाकर भोजन करना और अपने परमेश्वर यहोवा के सम्मुख आनन्द करना +19753,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_008.wav,और उन पत्थरों पर इस व्यवस्था के सब वचनों को स्पष्ट रीति से लिख देना +19754,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_009.wav,फिर मूसा और लेवीय याजकों ने सब इस्राएलियों से यह भी कहा हे इस्राएल चुप रहकर सुन आज के दिन तू अपने परमेश्वर यहोवा की प्रजा हो गया है +19755,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_010.wav,इसलिए अपने परमेश्वर यहोवा की बात मानना और उसकी जोजो आज्ञा और विधि मैं आज तुझे सुनाता हूँ उनका पालन करना +19756,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_011.wav,फिर उसी दिन मूसा ने प्रजा के लोगों को यह आज्ञा दी +19757,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_012.wav,जब तुम यरदन पार हो जाओ तब शिमोन लेवी यहूदा इस्साकार यूसुफ और बिन्यामीन ये गिरिज्जीम पहाड़ पर खड़े होकर आशीर्वाद सुनाएँ +19758,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_013.wav,और रूबेन गाद आशेर जबूलून दान और नप्ताली ये एबाल पहाड़ पर खड़े होकर श्राप सुनाएँ +19759,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_014.wav,तब लेवीय लोग सब इस्राएली पुरुषों से पुकारके कहें +19760,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_015.wav,श्रापित हो वह मनुष्य जो कोई मूर्ति कारीगर से खुदवाकर या ढलवा कर निराले स्थान में स्थापन करे क्योंकि इससे यहोवा घृणा करता है तब सब लोग कहें आमीन +19761,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_016.wav,श्रापित हो वह जो अपने पिता या माता को तुच्छ जाने तब सब लोग कहें आमीन +19762,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_017.wav,श्रापित हो वह जो किसी दूसरे की सीमा को हटाए तब सब लोग कहें आमीन +19763,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_018.wav,श्रापित हो वह जो अंधे को मार्ग से भटका दे तब सब लोग कहें आमीन +19764,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_019.wav,श्रापित हो वह जो परदेशी अनाथ या विधवा का न्याय बिगाड़े तब सब लोग कहें आमीन +19765,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_020.wav,श्रापित हो वह जो अपनी सौतेली माता से कुकर्म करे क्योंकि वह अपने पिता का ओढ़ना उघाड़ता है तब सब लोग कहें आमीन +19766,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_021.wav,श्रापित हो वह जो किसी प्रकार के पशु से कुकर्म करे तब सब लोग कहें आमीन +19767,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_022.wav,श्रापित हो वह जो अपनी बहन चाहे सगी हो चाहे सौतेली से कुकर्म करे तब सब लोग कहें आमीन +19768,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_023.wav,श्रापित हो वह जो अपनी सास के संग कुकर्म करे तब सब लोग कहें आमीन +19769,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_024.wav,श्रापित हो वह जो किसी को छिपकर मारे तब सब लोग कहें आमीन +19770,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_025.wav,श्रापित हो वह जो निर्दोष जन के मार डालने के लिये घुस ले तब सब लोग कहें आमीन +19771,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_027_026.wav,श्रापित हो वह जो इस व्यवस्था के वचनों को मानकर पूरा न करे तब सब लोग कहें आमीन +19772,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_001.wav,यदि तू अपने परमेश्वर यहोवा की सब आज्ञाएँ जो मैं आज तुझे सुनाता हूँ चौकसी से पूरी करने को चित्त लगाकर उसकी सुने तो वह तुझे पृथ्वी की सब जातियों में श्रेष्ठ करेगा +19773,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_002.wav,फिर अपने परमेश्वर यहोवा की सुनने के कारण ये सब आशीर्वाद तुझ पर पूरे होंगे +19774,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_003.wav,धन्य हो तू नगर में धन्य हो तू खेत में +19775,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_004.wav,धन्य हो तेरी सन्तान और तेरी भूमि की उपज और गाय और भेड़बकरी आदि पशुओं के बच्चे +19776,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_005.wav,धन्य हो तेरी टोकरी और तेरा आटा गूँधने का पात्र +19777,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_006.wav,धन्य हो तू भीतर आते समय और धन्य हो तू बाहर जाते समय +19778,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_007.wav,यहोवा ऐसा करेगा कि तेरे शत्रु जो तुझ पर चढ़ाई करेंगे वे तुझ से हार जाएँगे वे एक मार्ग से तुझ पर चढ़ाई करेंगे परन्तु तेरे सामने से सात मार्ग से होकर भाग जाएँगे +19779,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_008.wav,तेरे खत्तों पर और जितने कामों में तू हाथ लगाएगा उन सभी पर यहोवा आशीष देगा इसलिए जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उसमें वह तुझे आशीष देगा +19780,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_009.wav,यदि तू अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाओं को मानते हुए उसके मार्गों पर चले तो वह अपनी शपथ के अनुसार तुझे अपनी पवित्र प्रजा करके स्थिर रखेगा +19781,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_010.wav,और पृथ्वी के देशदेश के सब लोग यह देखकर कि तू यहोवा का कहलाता है तुझ से डर जाएँगे +19782,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_011.wav,और जिस देश के विषय यहोवा ने तेरे पूर्वजों से शपथ खाकर तुझे देने को कहा था उसमें वह तेरी सन्तान की और भूमि की उपज की और पशुओं की बढ़ती करके तेरी भलाई करेगा +19783,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_012.wav,यहोवा तेरे लिए अपने आकाशरूपी उत्तम भण्डार को खोलकर तेरी भूमि पर समय पर मेंह बरसाया करेगा और तेरे सारे कामों पर आशीष देगा और तू बहुतेरी जातियों को उधार देगा परन्तु किसी से तुझे उधार लेना न पड़ेगा +19784,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_013.wav,और यहोवा तुझको पूँछ नहीं किन्तु सिर ही ठहराएगा और तू नीचे नहीं परन्तु ऊपर ही रहेगा यदि परमेश्वर यहोवा की आज्ञाएँ जो मैं आज तुझको सुनाता हूँ तू उनके मानने में मन लगाकर चौकसी करे +19785,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_014.wav,और जिन वचनों की मैं आज तुझे आज्ञा देता हूँ उनमें से किसी से दाएँ या बाएँ मुड़कर पराए देवताओं के पीछे न हो ले और न उनकी सेवा करे +19786,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_015.wav,परन्तु यदि तू अपने परमेश्वर यहोवा की बात न सुने और उसकी सारी आज्ञाओं और विधियों के पालन करने में जो मैं आज सुनाता हूँ चौकसी नहीं करेगा तो ये सब श्राप तुझ पर आ पड़ेंगे +19787,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_016.wav,श्रापित हो तू नगर में श्रापित हो तू खेत में +19788,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_017.wav,श्रापित हो तेरी टोकरी और तेरा आटा गूँधने का पात्र +19789,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_018.wav,श्रापित हो तेरी सन्तान और भूमि की उपज और गायों और भेड़बकरियों के बच्चे +19790,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_019.wav,श्रापित हो तू भीतर आते समय और श्रापित हो तू बाहर जाते समय +19791,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_020.wav,फिर जिसजिस काम में तू हाथ लगाए उसमें यहोवा तब तक तुझको श्राप देता और भयातुर करता और धमकी देता रहेगा जब तक तू मिट न जाए और शीघ्र नष्ट न हो जाए यह इस कारण होगा कि तू यहोवा को त्याग कर दुष्ट काम करेगा +19792,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_021.wav,और यहोवा ऐसा करेगा कि मरी तुझ में फैलकर उस समय तक लगी रहेगी जब तक जिस भूमि के अधिकारी होने के लिये तू जा रहा है उस पर से तेरा अन्त न हो जाए +19793,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_022.wav,यहोवा तुझको क्षयरोग से और ज्वर और दाह और बड़ी जलन से और तलवार और झुलस और गेरूई से मारेगा और ये उस समय तक तेरा पीछा किए रहेंगे जब तक तेरा सत्यानाश न हो जाए +19794,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_023.wav,और तेरे सिर के ऊपर आकाश पीतल का और तेरे पाँव के तले भूमि लोहे की हो जाएगी +19795,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_024.wav,यहोवा तेरे देश में पानी के बदले रेत और धूलि बरसाएगा वह आकाश से तुझ पर यहाँ तक बरसेगी कि तेरा सत्यानाश हो जाएगा +19796,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_025.wav,यहोवा तुझको शत्रुओं से हरवाएगा और तू एक मार्ग से उनका सामना करने को जाएगा परन्तु सात मार्ग से होकर उनके सामने से भाग जाएगा और पृथ्वी के सब राज्यों में मारामारा फिरेगा +19797,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_026.wav,और तेरा शव आकाश के भाँतिभाँति के पक्षियों और धरती के पशुओं का आहार होगा और उनको कोई भगानेवाला न होगा +19798,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_027.wav,यहोवा तुझको मिस्र के से फोड़े और बवासीर और दाद और खुजली से ऐसा पीड़ित करेगा कि तू चंगा न हो सकेगा +19799,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_028.wav,यहोवा तुझे पागल और अंधा कर देगा और तेरे मन को अत्यन्त घबरा देगा +19800,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_029.wav,और जैसे अंधा अंधियारे में टटोलता है वैसे ही तू दिन दुपहरी में टटोलता फिरेगा और तेरे कामकाज सफल न होंगे और तू सदैव केवल अत्याचार सहता और लुटता ही रहेगा और तेरा कोई छुड़ानेवाला न होगा +19801,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_030.wav,तू स्त्री से ब्याह की बात लगाएगा परन्तु दूसरा पुरुष उसको भ्रष्ट करेगा घर तू बनाएगा परन्तु उसमें बसने न पाएगा दाख की बारी तू लगाएगा परन्तु उसके फल खाने न पाएगा +19802,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_031.wav,तेरा बैल तेरी आँखों के सामने मारा जाएगा और तू उसका माँस खाने न पाएगा तेरा गदहा तेरी आँख के सामने लूट में चला जाएगा और तुझे फिर न मिलेगा तेरी भेड़बकरियाँ तेरे शत्रुओं के हाथ लग जाएँगी और तेरी ओर से उनका कोई छुड़ानेवाला न होगा +19803,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_032.wav,तेरे बेटेबेटियाँ दूसरे देश के लोगों के हाथ लग जाएँगे और उनके लिये चाव से देखतेदेखते तेरी आँखें रह जाएँगी और तेरा कुछ बस न चलेगा +19804,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_033.wav,तेरी भूमि की उपज और तेरी सारी कमाई एक अनजाने देश के लोग खा जाएँगे और सर्वदा तू केवल अत्याचार सहता और पिसता रहेगा +19805,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_034.wav,यहाँ तक कि तू उन बातों के कारण जो अपनी आँखों से देखेगा पागल हो जाएगा +19806,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_035.wav,यहोवा तेरे घुटनों और टाँगों में वरन् नख से शीर्ष तक भी असाध्य फोड़े निकालकर तुझको पीड़ित करेगा +19807,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_036.wav,यहोवा तुझको उस राजा समेत जिसको तू अपने ऊपर ठहराएगा तेरे और तेरे पूर्वजों के लिए अनजानी एक जाति के बीच पहुँचाएगा और उसके मध्य में रहकर तू काठ और पत्थर ��े दूसरे देवताओं की उपासना और पूजा करेगा +19808,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_037.wav,और उन सब जातियों में जिनके मध्य में यहोवा तुझको पहुँचाएगा वहाँ के लोगों के लिये तू चकित होने का और दृष्टान्त और श्राप का कारण समझा जाएगा +19809,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_038.wav,तू खेत में बीज तो बहुत सा ले जाएगा परन्तु उपज थोड़ी ही बटोरेगा क्योंकि टिड्डियाँ उसे खा जाएँगी +19810,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_039.wav,तू दाख की बारियाँ लगाकर उनमें काम तो करेगा परन्तु उनकी दाख का मधु पीने न पाएगा वरन् फल भी तोड़ने न पाएगा क्योंकि कीड़े उनको खा जाएँगे +19811,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_040.wav,तेरे सारे देश में जैतून के वृक्ष तो होंगे परन्तु उनका तेल तू अपने शरीर में लगाने न पाएगा क्योंकि वे झड़ जाएँगे +19812,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_041.wav,तेरे बेटेबेटियाँ तो उत्पन्न होंगे परन्तु तेरे रहेंगे नहीं क्योंकि वे बन्धुवाई में चले जाएँगे +19813,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_042.wav,तेरे सब वृक्ष और तेरी भूमि की उपज टिड्डियाँ खा जाएँगी +19814,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_043.wav,जो परदेशी तेरे मध्य में रहेगा वह तुझ से बढ़ता जाएगा और तू आप घटता चला जाएगा +19815,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_044.wav,वह तुझको उधार देगा परन्तु तू उसको उधार न दे सकेगा वह तो सिर और तू पूँछ ठहरेगा +19816,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_045.wav,तू जो अपने परमेश्वर यहोवा की दी हुई आज्ञाओं और विधियों के मानने को उसकी न सुनेगा इस कारण ये सब श्राप तुझ पर आ पड़ेंगे और तेरे पीछे पड़े रहेंगे और तुझको पकड़ेंगे और अन्त में तू नष्ट हो जाएगा +19817,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_046.wav,और वे तुझ पर और तेरे वंश पर सदा के लिये बने रहकर चिन्ह और चमत्कार ठहरेंगे +19818,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_047.wav,तू जो सब पदार्थ की बहुतायत होने पर भी आनन्द और प्रसन्नता के साथ अपने परमेश्वर यहोवा की सेवा नहीं करेगा +19819,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_048.wav,इस कारण तुझको भूखा प्यासा नंगा और सब पदार्थों से रहित होकर अपने उन शत्रुओं की सेवा करनी पड़ेगी जिन्हें यहोवा तेरे विरुद्ध भेजेगा और जब तक तू नष्ट न हो जाए तब तक वह तेरी गर्दन पर लोहे का जूआ डाल रखेगा +19820,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_049.wav,यहोवा तेरे विरुद्ध दूर से वरन् पृथ्वी के छोर से वेग से उड़नेवाले उकाब सी एक जाति को चढ़ा लाएगा जिसकी भाषा को तू न समझेगा +19821,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_050.wav,उस जाति के लोगों का व्यवहार क्रूर होगा वे न तो बूढ़ों का मुँह देखकर आदर करेंगे और न बालकों पर दया करेंगे +19822,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_051.wav,और वे तेरे पशुओं के बच्चे और भूमि की उपज यहाँ तक खा जाएँगे कि तू नष्ट हो जाएगा और वे तेरे लिये न अन्न और न न��ा दाखमधु और न टटका तेल और न बछड़े न मेम्ने छोड़ेंगे यहाँ तक कि तू नाश हो जाएगा +19823,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_052.wav,और वे तेरे परमेश्वर यहोवा के दिये हुए सारे देश के सब फाटकों के भीतर तुझे घेर रखेंगे वे तेरे सब फाटकों के भीतर तुझे उस समय तक घेरेंगे जब तक तेरे सारे देश में तेरी ऊँचीऊँची और दृढ़ शहरपनाहें जिन पर तू भरोसा करेगा गिर न जाएँ +19824,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_053.wav,तब घिर जाने और उस संकट के समय जिसमें तेरे शत्रु तुझको डालेंगे तू अपने निज जन्माए बेटेबेटियों का माँस जिन्हें तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको देगा खाएगा +19825,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_054.wav,और तुझ में जो पुरुष कोमल और अति सुकुमार हो वह भी अपने भाई और अपनी प्राणप्रिय और अपने बचे हुए बालकों को क्रूर दृष्टि से देखेगा +19826,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_055.wav,और वह उनमें से किसी को भी अपने बालकों के माँस में से जो वह आप खाएगा कुछ न देगा क्योंकि घिर जाने और उस संकट में जिसमें तेरे शत्रु तेरे सारे फाटकों के भीतर तुझे घेर डालेंगे उसके पास कुछ न रहेगा +19827,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_056.wav,और तुझ में जो स्त्री यहाँ तक कोमल और सुकुमार हो कि सुकुमारपन के और कोमलता के मारे भूमि पर पाँव धरते भी डरती हो वह भी अपने प्राणप्रिय पति और बेटे और बेटी को +19828,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_057.wav,अपनी खेरी वरन् अपने जने हुए बच्चों को क्रूर दृष्टि से देखेगी क्योंकि घिर जाने और उस संकट के समय जिसमें तेरे शत्रु तुझे तेरे फाटकों के भीतर घेरकर रखेंगे वह सब वस्तुओं की घटी के मारे उन्हें छिपके खाएगी +19829,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_058.wav,यदि तू इन व्यवस्था के सारे वचनों का पालन करने में जो इस पुस्तक में लिखे हैं चौकसी करके उस आदरणीय और भययोग्य नाम का जो यहोवा तेरे परमेश्वर का है भय न माने +19830,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_059.wav,तो यहोवा तुझको और तेरे वंश को भयानकभयानक दण्ड देगा वे दुष्ट और बहुत दिन रहनेवाले रोग और भारीभारी दण्ड होंगे +19831,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_060.wav,और वह मिस्र के उन सब रोगों को फिर तेरे ऊपर लगा देगा जिनसे तू भय खाता था और वे तुझ में लगे रहेंगे +19832,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_061.wav,और जितने रोग आदि दण्ड इस व्यवस्था की पुस्तक में नहीं लिखे हैं उन सभी को भी यहोवा तुझको यहाँ तक लगा देगा कि तेरा सत्यानाश हो जाएगा +19833,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_062.wav,और तू जो अपने परमेश्वर यहोवा की न मानेगा इस कारण आकाश के तारों के समान अनगिनत होने के बदले तुझ में से थोड़े ही मनुष्य रह जाएँगे +19834,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_063.wav,और जैसे अब यहोवा को तुम्हारी भलाई और बढ़ती करने से हर्ष होता है वैसे ही तब उसको तुम्हारा नाश वरन् सत्यानाश करने से हर्ष होगा और जिस भूमि के अधिकारी होने को तुम जा रहे हो उस पर से तुम उखाड़े जाओगे +19835,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_064.wav,और यहोवा तुझको पृथ्वी के इस छोर से लेकर उस छोर तक के सब देशों के लोगों में तितरबितर करेगा और वहाँ रहकर तू अपने और अपने पुरखाओं के अनजाने काठ और पत्थर के दूसरे देवताओं की उपासना करेगा +19836,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_065.wav,और उन जातियों में तू कभी चैन न पाएगा और न तेरे पाँव को ठिकाना मिलेगा क्योंकि वहाँ यहोवा ऐसा करेगा कि तेरा हृदय काँपता रहेगा और तेरी आँखें धुँधली पड़ जाएँगी और तेरा मन व्याकुल रहेगा +19837,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_066.wav,और तुझको जीवन का नित्य सन्देह रहेगा और तू दिनरात थरथराता रहेगा और तेरे जीवन का कुछ भरोसा न रहेगा +19838,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_067.wav,तेरे मन में जो भय बना रहेगा और तेरी आँखों को जो कुछ दिखता रहेगा उसके कारण तू भोर को आह मारकर कहेगा साँझ कब होगी और साँझ को आह मारकर कहेगा भोर कब होगा +19839,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_028_068.wav,और यहोवा तुझको नावों पर चढ़ाकर मिस्र में उस मार्ग से लौटा देगा जिसके विषय में मैंने तुझ से कहा था कि वह फिर तेरे देखने में न आएगा और वहाँ तुम अपने शत्रुओं के हाथ दासदासी होने के लिये बिकाऊ तो रहोगे परन्तु तुम्हारा कोई ग्राहक न होगा +19840,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_001.wav,इस्राएलियों से जो वाचा के बाँधने की आज्ञा यहोवा ने मूसा को मोआब के देश में दी उसके ये ही वचन हैं और जो वाचा उसने उनसे होरेब पहाड़ पर बाँधी थी यह उससे अलग है +19841,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_002.wav,फिर मूसा ने सब इस्राएलियों को बुलाकर कहा जो कुछ यहोवा ने मिस्र देश में तुम्हारे देखते फ़िरौन और उसके सब कर्मचारियों और उसके सारे देश से किया वह तुम ने देखा है +19842,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_003.wav,वे बड़ेबड़े परीक्षा के काम और चिन्ह और बड़ेबड़े चमत्कार तेरी आँखों के सामने हुए +19843,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_004.wav,परन्तु यहोवा ने आज तक तुम को न तो समझने की बुद्धि और न देखने की आँखें और न सुनने के कान दिए हैं +19844,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_005.wav,मैं तो तुम को जंगल में चालीस वर्ष लिए फिरा और न तुम्हारे तन पर वस्त्र पुराने हुए और न तेरी जूतियाँ तेरे पैरों में पुरानी हुईं +19845,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_006.wav,रोटी जो तुम नहीं खाने पाए और दाखमधु और मदिरा जो तुम नहीं पीने पाए वह इसलिए हुआ कि तुम जानो कि मैं यहोवा तुम्हारा परमेश्वर हूँ +19846,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_007.wav,और जब तुम इस स्थान पर आए तब हेशबोन का राजा सीहोन और बाशान का राजा ओग ये दोनों युद्ध के लिये हमारा सामना करने को निकल आए और हमने उनको जीतकर उनका देश ले लिया +19847,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_008.wav,और रूबेनियों गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र के लोगों को निज भाग करके दे दिया +19848,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_009.wav,इसलिए इस वाचा की बातों का पालन करो ताकि जो कुछ करो वह सफल हो +19849,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_010.wav,आज क्या वृद्ध लोग क्या सरदार तुम्हारे मुख्यमुख्य पुरुष क्या गोत्रगोत्र के तुम सब इस्राएली पुरुष +19850,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_011.wav,क्या तुम्हारे बालबच्चे और स्त्रियाँ क्या लकड़हारे क्या पानी भरनेवाले क्या तेरी छावनी में रहनेवाले परदेशी तुम सब के सब अपने परमेश्वर यहोवा के सामने इसलिए खड़े हुए हो +19851,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_012.wav,कि जो वाचा तेरा परमेश्वर यहोवा आज तुझ से बाँधता है और जो शपथ वह आज तुझको खिलाता है उसमें तू सहभागी हो जाए +19852,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_013.wav,इसलिए कि उस वचन के अनुसार जो उसने तुझको दिया और उस शपथ के अनुसार जो उसने अब्राहम इसहाक और याकूब तेरे पूर्वजों से खाई थी वह आज तुझको अपनी प्रजा ठहराए और आप तेरा परमेश्वर ठहरे +19853,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_014.wav,फिर मैं इस वाचा और इस शपथ में केवल तुम को नहीं +19854,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_015.wav,परन्तु उनको भी जो आज हमारे संग यहाँ हमारे परमेश्वर यहोवा के सामने खड़े हैं और जो आज यहाँ हमारे संग नहीं हैं सहभागी करता हूँ +19855,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_016.wav,तुम जानते हो कि जब हम मिस्र देश में रहते थे और जब मार्ग में की जातियों के बीचों बीच होकर आ रहे थे +19856,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_017.wav,तब तुम ने उनकी कैसीकैसी घिनौनी वस्तुएँ और काठ पत्थर चाँदी सोने की कैसी मूरतें देखीं +19857,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_018.wav,इसलिए ऐसा न हो कि तुम लोगों में ऐसा कोई पुरुष या स्त्री या कुल या गोत्र के लोग हों जिनका मन आज हमारे परमेश्वर यहोवा से फिर जाए और वे जाकर उन जातियों के देवताओं की उपासना करें फिर ऐसा न हो कि तुम्हारे मध्य ऐसी कोई जड़ हो जिससे विष या कड़वा फल निकले +19858,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_019.wav,और ऐसा मनुष्य इस श्राप के वचन सुनकर अपने को आशीर्वाद के योग्य माने और यह सोचे कि चाहे मैं अपने मन के हठ पर चलूँ और तृप्त होकर प्यास को मिटा डालूँ तो भी मेरा कुशल होगा +19859,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_020.wav,यहोवा उसका पाप क्षमा नहीं करेगा वरन् यहोवा के कोप और जलन का धुआँ उसको छा लेगा और जितने श्राप इस पुस्तक में लिखे हैं वे सब उस पर आ पड़ेंगे और यहोवा उसका नाम धरती पर से मिटा देगा +19860,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_021.wav,और व्यवस्था की इस पुस्तक में जिस वाचा की चर्चा है उसके सब श्रापों के अनुसार यहोवा उसको इस्राएल के सब गोत्रों में से हानि के लिये अलग करेगा +19861,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_022.wav,और आनेवाली पीढ़ियों में तुम्हारे वंश के लोग जो तुम्हारे बाद उत्पन्न होंगे और परदेशी मनुष्य भी जो दूर देश से आएँगे वे उस देश की विपत्तियाँ और उसमें यहोवा के फैलाए हुए रोग को देखकर +19862,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_023.wav,और यह भी देखकर कि इसकी सब भूमि गन्धक और लोन से भर गई है और यहाँ तक जल गई है कि इसमें न कुछ बोया जाता और न कुछ जम सकता और न घास उगती है वरन् सदोम और गमोरा अदमा और सबोयीम के समान हो गया है जिन्हें यहोवा ने अपने कोप और जलजलाहट में उलट दिया था +19863,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_024.wav,और सब जातियों के लोग पूछेंगे यहोवा ने इस देश से ऐसा क्यों किया और इस बड़े कोप के भड़कने का क्या कारण है +19864,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_025.wav,तब लोग यह उत्तर देंगे उनके पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा ने जो वाचा उनके साथ मिस्र देश से निकालने के समय बाँधी थी उसको उन्होंने तोड़ा है +19865,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_026.wav,और पराए देवताओं की उपासना की है जिन्हें वे पहले नहीं जानते थे और यहोवा ने उनको नहीं दिया था +19866,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_027.wav,इसलिए यहोवा का कोप इस देश पर भड़क उठा है कि पुस्तक में लिखे हुए सब श्राप इस पर आ पड़ें +19867,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_028.wav,और यहोवा ने कोप और जलजलाहट और बड़ा ही क्रोध करके उन्हें उनके देश में से उखाड़कर दूसरे देश में फेंक दिया जैसा कि आज प्रगट है +19868,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_029_029.wav,गुप्त बातें हमारे परमेश्वर यहोवा के वश में हैं परन्तु जो प्रगट की गई हैं वे सदा के लिये हमारे और हमारे वंश के वश में रहेंगी इसलिए कि इस व्यवस्था की सब बातें पूरी की जाएँ +19869,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_001.wav,फिर जब आशीष और श्राप की ये सब बातें जो मैंने तुझको कह सुनाई हैं तुझ पर घटें और तू उन सब जातियों के मध्य में रहकर जहाँ तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको बरबस पहुँचाएगा इन बातों को स्मरण करे +19870,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_002.wav,और अपनी सन्तान सहित अपने सारे मन और सारे प्राण से अपने परमेश्वर यहोवा की ओर फिरकर उसके पास लौट आए और इन सब आज्ञाओं के अनुसार जो मैं आज तुझे सुनाता हूँ उसकी बातें माने +19871,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_003.wav,तब तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको बँधुआई से लौटा ले आएगा और तुझ पर दया करके उन सब देशों के लोगों में से जिनके मध्य में वह तुझको तितरबितर कर देगा फिर इकट्ठा करेगा +19872,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_004.wav,चाहे धरती के छोर तक तेरा बरबस पहुँचाया जाना हो तो भी तेरा परमेश्वर यहोवा तुझको वहाँ से ले आकर इकट्ठा करेगा +19873,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_005.wav,और तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे उसी देश में पहुँचाएगा जिसके तेरे पुरखा अधिकारी हुए थे और तू फिर उसका अधिकारी होगा और वह तेरी भलाई करेगा और तुझको तेरे पुरखाओं से भी गिनती में अधिक बढ़ाएगा +19874,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_006.wav,और तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे और तेरे वंश के मन का खतना करेगा कि तू अपने परमेश्वर यहोवा से अपने सारे मन और सारे प्राण के साथ प्रेम करे जिससे तू जीवित रहे +19875,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_007.wav,और तेरा परमेश्वर यहोवा ये सब श्राप की बातें तेरे शत्रुओं पर जो तुझ से बैर करके तेरे पीछे पड़ेंगे भेजेगा +19876,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_008.wav,और तू फिरेगा और यहोवा की सुनेगा और इन सब आज्ञाओं को मानेगा जो मैं आज तुझको सुनाता हूँ +19877,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_009.wav,और यहोवा तेरी भलाई के लिये तेरे सब कामों में और तेरी सन्तान और पशुओं के बच्चों और भूमि की उपज में तेरी बढ़ती करेगा क्योंकि यहोवा फिर तेरे ऊपर भलाई के लिये वैसा ही आनन्द करेगा जैसा उसने तेरे पूर्वजों के ऊपर किया था +19878,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_010.wav,क्योंकि तू अपने परमेश्वर यहोवा की सुनकर उसकी आज्ञाओं और विधियों को जो इस व्यवस्था की पुस्तक में लिखी हैं माना करेगा और अपने परमेश्वर यहोवा की ओर अपने सारे मन और सारे प्राण से मन फिराएगा +19879,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_011.wav,देखो यह जो आज्ञा मैं आज तुझे सुनाता हूँ वह न तो तेरे लिये कठिन और न दूर है +19880,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_012.wav,और न तो यह आकाश में है कि तू कहे कौन हमारे लिये आकाश में चढ़कर उसे हमारे पास ले आए और हमको सुनाए कि हम उसे मानें +19881,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_013.wav,और न यह समुद्र पार है कि तू कहे कौन हमारे लिये समुद्र पार जाए और उसे हमारे पास ले आए और हमको सुनाए कि हम उसे मानें +19882,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_014.wav,परन्तु यह वचन तेरे बहुत निकट वरन् तेरे मुँह और मन ही में है ताकि तू इस पर चले +19883,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_015.wav,सुन आज मैंने तुझको जीवन और मरण हानि और लाभ दिखाया है +19884,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_016.wav,क्योंकि मैं आज तुझे आज्ञा देता हूँ कि अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम करना और उसके मार्गों पर चलना और उसकी आज्ञाओं विधियों और नियमों को मानना जिससे तू जीवित रहे और बढ़ता जाए और तेरा परमेश्वर यहोवा उस देश में जिसका अधिकारी होने को तू जा रहा है तुझे आशीष दे +19885,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_017.wav,परन्तु यदि तेरा मन भटक जाए और तू न सुने और भटककर पराए देवताओं को दण्डवत् करे और उनकी उपासना करने लगे +19886,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_018.wav,तो मैं तुम्हें आज यह चेतावनी देता हूँ कि तुम निःसन्देह नष्ट हो जाओगे और जिस देश का अधिकारी होने के लिये तू यरदन पार जा रहा है उस देश में तुम बहुत दिनों के लिये रहने न पाओगे +19887,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_019.wav,मैं आज आकाश और पृथ्वी दोनों को तुम्हारे सामने इस बात की साक्षी बनाता हूँ कि मैंने जीवन और मरण आशीष और श्राप को तुम्हारे आगे रखा है इसलिए तू जीवन ही को अपना ले कि तू और तेरा वंश दोनों जीवित रहें +19888,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_030_020.wav,इसलिए अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम करो और उसकी बात मानो और उससे लिपटे रहो क्योंकि तेरा जीवन और दीर्घ आयु यही है और ऐसा करने से जिस देश को यहोवा ने अब्राहम इसहाक और याकूब अर्थात् तेरे पूर्वजों को देने की शपथ खाई थी उस देश में तू बसा रहेगा +19889,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_001.wav,और मूसा ने जाकर ये बातें सब इस्राएलियों को सुनाईं +19890,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_002.wav,और उसने उनसे यह भी कहा आज मैं एक सौ बीस वर्ष का हूँ और अब मैं चल फिर नहीं सकता क्योंकि यहोवा ने मुझसे कहा है कि तू इस यरदन पार नहीं जाने पाएगा +19891,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_003.wav,तेरे आगे पार जानेवाला तेरा परमेश्वर यहोवा ही है वह उन जातियों को तेरे सामने से नष्ट करेगा और तू उनके देश का अधिकारी होगा और यहोवा के वचन के अनुसार यहोशू तेरे आगेआगे पार जाएगा +19892,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_004.wav,और जिस प्रकार यहोवा ने एमोरियों के राजा सीहोन और ओग और उनके देश को नष्ट किया है उसी प्रकार वह उन सब जातियों से भी करेगा +19893,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_005.wav,और जब यहोवा उनको तुम से हरवा देगा तब तुम उन सारी आज्ञाओं के अनुसार उनसे करना जो मैंने तुम को सुनाई हैं +19894,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_006.wav,तू हियाव बाँध और दृढ़ हो उनसे न डर और न भयभीत हो क्योंकि तेरे संग चलनेवाला तेरा परमेश्वर यहोवा है वह तुझको धोखा न देगा और न छोड़ेगा +19895,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_007.wav,तब मूसा ने यहोशू को बुलाकर सब इस्राएलियों के सम्मुख कहा तू हियाव बाँध और दृढ़ हो जा क्योंकि इन लोगों के संग उस देश में जिसे यहोवा ने इनके पूर्वजों से शपथ खाकर देने को कहा था तू जाएगा और तू इनको उसका अधिकारी कर देगा +19896,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_008.wav,और तेरे आगेआगे चलनेवाला यहोवा है वह तेरे संग रहेगा और न तो तुझे धोखा देगा और न छोड़ देगा इसलिए मत डर और तेरा मन कच्चा न हो +19897,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_009.wav,फिर मूसा ने यही व्यवस्था लिखकर लेवीय याजकों को जो यहोवा की वा���ा का सन्दूक उठानेवाले थे और इस्राएल के सब वृद्ध लोगों को सौंप दी +19898,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_010.wav,तब मूसा ने उनको आज्ञा दी सातसात वर्ष के बीतने पर अर्थात् छुटकारे के वर्ष में झोपड़ीवाले पर्व पर +19899,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_011.wav,जब सब इस्राएली तेरे परमेश्वर यहोवा के उस स्थान पर जिसे वह चुन लेगा आकर इकट्ठे हों तब यह व्यवस्था सब इस्राएलियों को पढ़कर सुनाना +19900,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_012.wav,क्या पुरुष क्या स्त्री क्या बालक क्या तुम्हारे फाटकों के भीतर के परदेशी सब लोगों को इकट्ठा करना कि वे सुनकर सीखें और तुम्हारे परमेश्वर यहोवा का भय मानकर इस व्यवस्था के सारे वचनों के पालन करने में चौकसी करें +19901,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_013.wav,और उनके बच्चे जिन्होंने ये बातें नहीं सुनीं वे भी सुनकर सीखें कि तुम्हारे परमेश्वर यहोवा का भय उस समय तक मानते रहें जब तक तुम उस देश में जीवित रहो जिसके अधिकारी होने को तुम यरदन पार जा रहे हो +19902,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_014.wav,फिर यहोवा ने मूसा से कहा तेरे मरने का दिन निकट है तू यहोशू को बुलवा और तुम दोनों मिलापवाले तम्बू में आकर उपस्थित हो कि मैं उसको आज्ञा दूँ तब मूसा और यहोशू जाकर मिलापवाले तम्बू में उपस्थित हुए +19903,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_015.wav,तब यहोवा ने उस तम्बू में बादल के खम्भे में होकर दर्शन दिया और बादल का खम्भा तम्बू के द्वार पर ठहर गया +19904,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_016.wav,तब यहोवा ने मूसा से कहा तू तो अपने पुरखाओं के संग सो जाने पर है और ये लोग उठकर उस देश के पराए देवताओं के पीछे जिनके मध्य वे जाकर रहेंगे व्यभिचारी हो जाएँगे और मुझे त्याग कर उस वाचा को जो मैंने उनसे बाँधी है तोड़ेंगे +19905,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_017.wav,उस समय मेरा कोप इन पर भड़केगा और मैं भी इन्हें त्याग कर इनसे अपना मुँह छिपा लूँगा और ये आहार हो जाएँगे और बहुत सी विपत्तियाँ और क्लेश इन पर आ पड़ेंगे यहाँ तक कि ये उस समय कहेंगे क्या ये विपत्तियाँ हम पर इस कारण तो नहीं आ पड़ीं क्योंकि हमारा परमेश्वर हमारे मध्य में नहीं रहा +19906,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_018.wav,उस समय मैं उन सब बुराइयों के कारण जो ये पराए देवताओं की ओर फिरकर करेंगे निःसन्देह उनसे अपना मुँह छिपा लूँगा +19907,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_019.wav,इसलिए अब तुम यह गीत लिख लो और तू इसे इस्राएलियों को सिखाकर कंठस्थ करा देना इसलिए कि यह गीत उनके विरुद्ध मेरा साक्षी ठहरे +19908,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_020.wav,जब मैं इनको उस देश में पहुँचाऊँगा जिसे देने की मैंने इनके पूर्वजों से शपथ खाई थी और ज��समें दूध और मधु की धाराएँ बहती हैं और खातेखाते इनका पेट भर जाए और ये हष्टपुष्ट हो जाएँगे तब ये पराए देवताओं की ओर फिरकर उनकी उपासना करने लगेंगे और मेरा तिरस्कार करके मेरी वाचा को तोड़ देंगे +19909,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_021.wav,वरन् अभी भी जब मैं इन्हें उस देश में जिसके विषय मैंने शपथ खाई है पहुँचा नहीं चुका मुझे मालूम है कि ये क्याक्या कल्पना कर रहे हैं इसलिए जब बहुत सी विपत्तियाँ और क्लेश इन पर आ पड़ेंगे तब यह गीत इन पर साक्षी देगा क्योंकि इनकी सन्तान इसको कभी भी नहीं भूलेगी +19910,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_022.wav,तब मूसा ने उसी दिन यह गीत लिखकर इस्राएलियों को सिखाया +19911,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_023.wav,और यहोवा ने नून के पुत्र यहोशू को यह आज्ञा दी हियाव बाँध और दृढ़ हो क्योंकि इस्राएलियों को उस देश में जिसे उन्हें देने को मैंने उनसे शपथ खाई है तू पहुँचाएगा और मैं आप तेरे संग रहूँगा +19912,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_024.wav,जब मूसा इस व्यवस्था के वचन को आदि से अन्त तक पुस्तक में लिख चुका +19913,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_025.wav,तब उसने यहोवा का सन्दूक उठानेवाले लेवियों को आज्ञा दी +19914,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_026.wav,व्यवस्था की इस पुस्तक को लेकर अपने परमेश्वर यहोवा की वाचा के सन्दूक के पास रख दो कि यह वहाँ तुझ पर साक्षी देती रहे +19915,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_027.wav,क्योंकि तेरा बलवा और हठ मुझे मालूम है देखो मेरे जीवित और संग रहते हुए भी तुम यहोवा से बलवा करते आए हो फिर मेरे मरने के बाद भी क्यों न करोगे +19916,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_028.wav,तुम अपने गोत्रों के सब वृद्ध लोगों को और अपने सरदारों को मेरे पास इकट्ठा करो कि मैं उनको ये वचन सुनाकर उनके विरुद्ध आकाश और पृथ्वी दोनों को साक्षी बनाऊँ +19917,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_029.wav,क्योंकि मुझे मालूम है कि मेरी मृत्यु के बाद तुम बिल्कुल बिगड़ जाओगे और जिस मार्ग में चलने की आज्ञा मैंने तुम को सुनाई है उसको भी तुम छोड़ दोगे और अन्त के दिनों में जब तुम वह काम करके जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है अपनी बनाई हुई वस्तुओं की पूजा करके उसको रिस दिलाओगे तब तुम पर विपत्ति आ पड़ेगी +19918,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_031_030.wav,तब मूसा ने इस्राएल की सारी सभा को इस गीत के वचन आदि से अन्त तक कह सुनाए +19919,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_001.wav,हे आकाश कान लगा कि मैं बोलूँ और हे पृथ्वी मेरे मुँह की बातें सुन +19920,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_002.wav,मेरा उपदेश मेंह के समान बरसेगा और मेरी बातें ओस के समान टपकेंगी जैसे कि हरी घास पर झींसी और पौधों पर झड़ियाँ +19921,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_003.wav,मैं तो यहो���ा के नाम का प्रचार करूँगा तुम अपने परमेश्वर की महिमा को मानो +19922,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_004.wav,वह चट्टान है उसका काम खरा है और उसकी सारी गति न्याय की है वह सच्चा परमेश्वर है उसमें कुटिलता नहीं वह धर्मी और सीधा है +19923,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_005.wav,परन्तु इसी जाति के लोग टेढ़े और तिरछे हैं ये बिगड़ गए ये उसके पुत्र नहीं यह उनका कलंक है +19924,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_006.wav,हे मूर्ख और निर्बुद्धि लोगों क्या तुम यहोवा को यह बदला देते हो क्या वह तेरा पिता नहीं है जिसने तुम को मोल लिया है उसने तुझको बनाया और स्थिर भी किया है +19925,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_007.wav,प्राचीनकाल के दिनों को स्मरण करो पीढ़ीपीढ़ी के वर्षों को विचारों अपने बाप से पूछो और वह तुम को बताएगा अपने वृद्ध लोगों से प्रश्न करो और वे तुझ से कह देंगे +19926,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_008.wav,जब परमप्रधान ने एकएक जाति को निजनिज भाग बाँट दिया और आदमियों को अलगअलग बसाया तब उसने देशदेश के लोगों की सीमाएँ इस्राएलियों की गिनती के अनुसार ठहराई +19927,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_009.wav,क्योंकि यहोवा का अंश उसकी प्रजा है याकूब उसका नपा हुआ निज भाग है +19928,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_010.wav,उसने उसको जंगल में और सुनसान और गरजनेवालों से भरी हुई मरूभूमि में पाया उसने उसके चारों ओर रहकर उसकी रक्षा की और अपनी आँख की पुतली के समान उसकी सुधि रखी +19929,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_011.wav,जैसे उकाब अपने घोंसले को हिलाहिलाकर अपने बच्चों के ऊपरऊपर मण्डराता है वैसे ही उसने अपने पंख फैलाकर उसको अपने परों पर उठा लिया +19930,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_012.wav,यहोवा अकेला ही उसकी अगुआई करता रहा और उसके संग कोई पराया देवता न था +19931,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_013.wav,उसने उसको पृथ्वी के ऊँचेऊँचे स्थानों पर सवार कराया और उसको खेतों की उपज खिलाई उसने उसे चट्टान में से मधु और चकमक की चट्टान में से तेल चुसाया +19932,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_014.wav,गायों का दही और भेड़बकरियों का दूध मेम्नों की चर्बी बकरे और बाशान की जाति के मेढ़े और गेहूँ का उत्तम से उत्तम आटा भी खाया और तू दाखरस का मधु पिया करता था +19933,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_015.wav,परन्तु यशूरून मोटा होकर लात मारने लगा तू मोटा और हष्टपुष्ट हो गया और चर्बी से छा गया है तब उसने अपने सृजनहार परमेश्वर को तज दिया और अपने उद्धार चट्टान को तुच्छ जाना +19934,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_016.wav,उन्होंने पराए देवताओं को मानकर उसमें जलन उपजाई और घृणित कर्म करके उसको रिस दिलाई +19935,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_017.wav,उन्होंने पिशाचों के लिये जो परमेश्वर न थे बलि चढ़ाए और ���नके लिये वे अनजाने देवता थे वे तो नयेनये देवता थे जो थोड़े ही दिन से प्रगट हुए थे और जिनसे उनके पुरखा कभी डरे नहीं +19936,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_018.wav,जिस चट्टान से तू उत्पन्न हुआ उसको तू भूल गया और परमेश्वर जिससे तेरी उत्पत्ति हुई उसको भी तू भूल गया है +19937,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_019.wav,इन बातों को देखकर यहोवा ने उन्हें तुच्छ जाना क्योंकि उसके बेटेबेटियों ने उसे रिस दिलाई थी +19938,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_020.wav,तब उसने कहा मैं उनसे अपना मुख छिपा लूँगा और देखूँगा कि उनका अन्त कैसा होगा क्योंकि इस जाति के लोग बहुत टेढ़े हैं और धोखा देनेवाले पुत्र हैं +19939,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_021.wav,उन्होंने ऐसी वस्तु को जो परमेश्वर नहीं है मानकर मुझ में जलन उत्पन्न की और अपनी व्यर्थ वस्तुओं के द्वारा मुझे रिस दिलाई इसलिए मैं भी उनके द्वारा जो मेरी प्रजा नहीं हैं उनके मन में जलन उत्पन्न करूँगा और एक मूर्ख जाति के द्वारा उन्हें रिस दिलाऊँगा +19940,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_022.wav,क्योंकि मेरे कोप की आग भड़क उठी है जो पाताल की तह तक जलती जाएगी और पृथ्वी अपनी उपज समेत भस्म हो जाएगी और पहाड़ों की नींवों में भी आग लगा देगी +19941,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_023.wav,मैं उन पर विपत्ति पर विपत्ति भेजूँगा और उन पर मैं अपने सब तीरों को छोड़ूँगा +19942,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_024.wav,वे भूख से दुबले हो जाएँगे और अंगारों से और कठिन महारोगों से ग्रसित हो जाएँगे और मैं उन पर पशुओं के दाँत लगवाऊँगा और धूलि पर रेंगनेवाले सर्पों का विष छोड़ दूँगा +19943,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_025.wav,बाहर वे तलवार से मरेंगे और कोठरियों के भीतर भय से क्या कुँवारे और कुँवारियाँ क्या दूध पीता हुआ बच्चा क्या पक्के बाल वाले सब इसी प्रकार बर्बाद होंगे +19944,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_026.wav,मैंने कहा था कि मैं उनको दूरदूर तक तितरबितर करूँगा और मनुष्यों में से उनका स्मरण तक मिटा डालूँगा +19945,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_027.wav,परन्तु मुझे शत्रुओं की छेड़छाड़ का डर था ऐसा न हो कि द्रोही इसको उलटा समझकर यह कहने लगें हम अपने ही बाहुबल से प्रबल हुए और यह सब यहोवा से नहीं हुआ +19946,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_028.wav,क्योंकि इस्राएल जाति युक्तिहीन है और इनमें समझ है ही नहीं +19947,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_029.wav,भला होता कि ये बुद्धिमान होते कि इसको समझ लेते और अपने अन्त का विचार करते +19948,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_030.wav,यदि उनकी चट्टान ही उनको न बेच देती और यहोवा उनको दूसरों के हाथ में न कर देता तो यह कैसे हो सकता कि उनके हजार का पीछा एक मनुष्य करता और उनके दस हजार को दो म���ुष्य भगा देते +19949,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_031.wav,क्योंकि जैसी हमारी चट्टान है वैसी उनकी चट्टान नहीं है चाहे हमारे शत्रु ही क्यों न न्यायी हों +19950,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_032.wav,क्योंकि उनकी दाखलता सदोम की दाखलता से निकली और गमोरा की दाख की बारियों में की है उनकी दाख विषभरी और उनके गुच्छे कड़वे हैं +19951,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_033.wav,उनका दाखमधु साँपों का सा विष और काले नागों का सा हलाहल है +19952,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_034.wav,क्या यह बात मेरे मन में संचित और मेरे भण्डारों में मुहरबन्द नहीं है +19953,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_035.wav,पलटा लेना और बदला देना मेरा ही काम है यह उनके पाँव फिसलने के समय प्रगट होगा क्योंकि उनकी विपत्ति का दिन निकट है और जो दुःख उन पर पड़नेवाले हैं वे शीघ्र आ रहे हैं +19954,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_036.wav,क्योंकि जब यहोवा देखेगा कि मेरी प्रजा की शक्ति जाती रही और क्या बन्धुआ और क्या स्वाधीन उनमें कोई बचा नहीं रहा तब यहोवा अपने लोगों का न्याय करेगा और अपने दासों के विषय में तरस खाएगा +19955,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_037.wav,तब वह कहेगा उनके देवता कहाँ हैं अर्थात् वह चट्टान कहाँ जिस पर उनका भरोसा था +19956,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_038.wav,जो उनके बलिदानों की चर्बी खाते और उनके तपावनों का दाखमधु पीते थे वे ही उठकर तुम्हारी सहायता करें और तुम्हारी आड़ हों +19957,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_039.wav,इसलिए अब तुम देख लो कि मैं ही वह हूँ और मेरे संग कोई देवता नहीं मैं ही मार डालता और मैं जिलाता भी हूँ मैं ही घायल करता और मैं ही चंगा भी करता हूँ और मेरे हाथ से कोई नहीं छुड़ा सकता +19958,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_040.wav,क्योंकि मैं अपना हाथ स्वर्ग की ओर उठाकर कहता हूँ क्योंकि मैं अनन्तकाल के लिये जीवित हूँ +19959,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_041.wav,इसलिए यदि मैं बिजली की तलवार पर सान धरकर झलकाऊँ और न्याय अपने हाथ में ले लूँ तो अपने द्रोहियों से बदला लूँगा और अपने बैरियों को बदला दूँगा +19960,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_042.wav,मैं अपने तीरों को लहू से मतवाला करूँगा और मेरी तलवार माँस खाएगीवह लहू मारे हुओं और बन्दियों का और वह माँस शत्रुओं के लम्बे बाल वाले प्रधानों का होगा +19961,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_043.wav,हे अन्यजातियों उसकी प्रजा के साथ आनन्द मनाओ क्योंकि वह अपने दासों के लहू का पलटा लेगा और अपने द्रोहियों को बदला देगा और अपने देश और अपनी प्रजा के पाप के लिये प्रायश्चित देगा +19962,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_044.wav,इस गीत के सब वचन मूसा ने नून के पुत्र यहोशू समेत आकर लोगों को सुनाए +19963,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_045.wav,जब मूसा ये सब वचन सब इस्राएलियों से कह चुका +19964,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_046.wav,तब उसने उनसे कहा जितनी बातें मैं आज तुम से चिताकर कहता हूँ उन सब पर अपनाअपना मन लगाओ और उनके अर्थात् इस व्यवस्था की सारी बातों के मानने में चौकसी करने की आज्ञा अपने बच्चों को दो +19965,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_047.wav,क्योंकि यह तुम्हारे लिये व्यर्थ काम नहीं परन्तु तुम्हारा जीवन ही है और ऐसा करने से उस देश में तुम्हारी आयु के दिन बहुत होंगे जिसके अधिकारी होने को तुम यरदन पार जा रहे हो +19966,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_048.wav,फिर उसी दिन यहोवा ने मूसा से कहा +19967,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_049.wav,उस अबारीम पहाड़ की नबो नामक चोटी पर जो मोआब देश में यरीहो के सामने है चढ़कर कनान देश जिसे मैं इस्राएलियों की निज भूमि कर देता हूँ उसको देख ले +19968,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_050.wav,तब जैसा तेरा भाई हारून होर पहाड़ पर मरकर अपने लोगों में मिल गया वैसा ही तू इस पहाड़ पर चढ़कर मर जाएगा और अपने लोगों में मिल जाएगा +19969,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_051.wav,इसका कारण यह है कि सीन जंगल में कादेश के मरीबा नाम सोते पर तुम दोनों ने मेरा अपराध किया क्योंकि तुम ने इस्राएलियों के मध्य में मुझे पवित्र न ठहराया +19970,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_032_052.wav,इसलिए वह देश जो मैं इस्राएलियों को देता हूँ तू अपने सामने देख लेगा परन्तु वहाँ जाने न पाएगा +19971,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_001.wav,जो आशीर्वाद परमेश्वर के जन मूसा ने अपनी मृत्यु से पहले इस्राएलियों को दिया वह यह है +19972,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_002.wav,उसने कहा यहोवा सीनै से आया और सेईर से उनके लिये उदय हुआ उसने पारान पर्वत पर से अपना तेज दिखाया और लाखों पवित्रों के मध्य में से आया उसके दाहिने हाथ से उनके लिये ज्वालामय विधियाँ निकलीं +19973,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_003.wav,वह निश्चय लोगों से प्रेम करता है उसके सब पवित्र लोग तेरे हाथ में हैं वे तेरे पाँवों के पास बैठे रहते हैं एकएक तेरे वचनों से लाभ उठाता है +19974,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_004.wav,मूसा ने हमें व्यवस्था दी और वह याकूब की मण्डली का निज भाग ठहरी +19975,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_005.wav,जब प्रजा के मुख्यमुख्य पुरुष और इस्राएल के सभी गोत्र एक संग होकर एकत्रित हुए तब वह यशूरून में राजा ठहरा +19976,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_006.wav,रूबेन न मरे वरन् जीवित रहे तो भी उसके यहाँ के मनुष्य थोड़े हों +19977,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_007.wav,और यहूदा पर यह आशीर्वाद हुआ जो मूसा ने कहा हे यहोवा तू यहूदा की सुन और उसे उसके लोगों के पास पहुँचा वह अपने लिये आप अपने हाथों से लड़ा और तू ही उसके द्रोहियों के विरुद्ध उसका सहायक हो +19978,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_008.wav,फिर लेवी के विषय में उसने कहा तेरे तुम्मीम और ऊरीम तेरे भक्त के पास हैं जिसको तूने मस्सा में परख लिया और जिसके साथ मरीबा नामक सोते पर तेरा वादविवाद हुआ +19979,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_009.wav,उसने तो अपने मातापिता के विषय में कहा मैं उनको नहीं जानता और न तो उसने अपने भाइयों को अपना माना और न अपने पुत्रों को पहचाना क्योंकि उन्होंने तेरी बातें मानीं और वे तेरी वाचा का पालन करते हैं +19980,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_010.wav,वे याकूब को तेरे नियम और इस्राएल को तेरी व्यवस्था सिखाएँगे और तेरे आगे धूप और तेरी वेदी पर सर्वांग पशु को होमबलि करेंगे +19981,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_011.wav,हे यहोवा उसकी सम्पत्ति पर आशीष दे और उसके हाथों की सेवा को ग्रहण कर उसके विरोधियों और बैरियों की कमर पर ऐसा मार कि वे फिर न उठ सके +19982,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_012.wav,फिर उसने बिन्यामीन के विषय में कहा यहोवा का वह प्रिय जन उसके पास निडर वास करेगा और वह दिन भर उस पर छाया करेगा और वह उसके कंधों के बीच रहा करता है +19983,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_013.wav,फिर यूसुफ के विषय में उसने कहा इसका देश यहोवा से आशीष पाए अर्थात् आकाश के अनमोल पदार्थ और ओस और वह गहरा जल जो नीचे है +19984,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_014.wav,और सूर्य के पकाए हुए अनमोल फल और जो अनमोल पदार्थ मौसम के उगाए उगते हैं +19985,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_015.wav,और प्राचीन पहाड़ों के उत्तम पदार्थ और सनातन पहाड़ियों के अनमोल पदार्थ +19986,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_016.wav,और पृथ्वी और जो अनमोल पदार्थ उसमें भरें हैं और जो झाड़ी में रहता था उसकी प्रसन्नता इन सभी के विषय में यूसुफ के सिर पर अर्थात् उसी के सिर के चाँद पर जो अपने भाइयों से अलग हुआ था आशीष ही आशीष फले +19987,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_017.wav,वह प्रतापी है मानो गाय का पहिलौठा है और उसके सींग जंगली बैल के से हैं उनसे वह देशदेश के लोगों को वरन् पृथ्वी के छोर तक के सब मनुष्यों को ढकेलेगा वे एप्रैम के लाखोंलाख और मनश्शे के हजारोंहजार हैं +19988,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_018.wav,फिर जबूलून के विषय में उसने कहा हे जबूलून तू बाहर निकलते समय और हे इस्साकार तू अपने डेरों में आनन्द करे +19989,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_019.wav,वे देशदेश के लोगों को पहाड़ पर बुलाएँगे वे वहाँ धर्मयज्ञ करेंगे क्योंकि वे समुद्र का धन और रेत में छिपे हुए अनमोल पदार्थ से लाभ उठाएँगे +19990,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_020.wav,फिर गाद के विषय में उसने कहा धन्य वह है जो गाद को बढ़ाता है गाद तो सिंहनी के समान रहता है और बाँह को वरन् सिर के चाँद तक को फाड़ डालता है +19991,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_021.wav,और उसने पहला अंश तो अपने लिये चुन लिया क्योंकि वहाँ सरदार के योग्य भाग रखा हुआ था तब उसने प्रजा के मुख्यमुख्य पुरुषों के संग आकर यहोवा का ठहराया हुआ धर्म और इस्राएल के साथ होकर उसके नियम का प्रतिपालन किया +19992,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_022.wav,फिर दान के विषय में उसने कहा दान तो बाशान से कूदनेवाला सिंह का बच्चा है +19993,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_023.wav,फिर नप्ताली के विषय में उसने कहा हे नप्ताली तू जो यहोवा की प्रसन्नता से तृप्त और उसकी आशीष से भरपूर है तू पश्चिम और दक्षिण के देश का अधिकारी हो +19994,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_024.wav,फिर आशेर के विषय में उसने कहा आशेर पुत्रों के विषय में आशीष पाए वह अपने भाइयों में प्रिय रहे और अपना पाँव तेल में डुबोए +19995,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_025.wav,तेरे जूते लोहे और पीतल के होंगे और जैसे तेरे दिन वैसी ही तेरी शक्ति हो +19996,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_026.wav,हे यशूरून परमेश्वर के तुल्य और कोई नहीं है वह तेरी सहायता करने को आकाश पर और अपना प्रताप दिखाता हुआ आकाशमण्डल पर सवार होकर चलता है +19997,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_027.wav,अनादि परमेश्वर तेरा गृहधाम है और नीचे सनातन भुजाएँ हैं वह शत्रुओं को तेरे सामने से निकाल देता और कहता है उनको सत्यानाश कर दे +19998,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_028.wav,और इस्राएल निडर बसा रहता है अन्न और नये दाखमधु के देश में याकूब का सोता अकेला ही रहता है और उसके ऊपर के आकाश से ओस पड़ा करती है +19999,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_033_029.wav,हे इस्राएल तू क्या ही धन्य है हे यहोवा से उद्धार पाई हुई प्रजा तेरे तुल्य कौन है वह तो तेरी सहायता के लिये ढाल और तेरे प्रताप के लिये तलवार है तेरे शत्रु तुझे सराहेंगे और तू उनके ऊँचे स्थानों को रौंदेगा +20000,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_034_001.wav,फिर मूसा मोआब के अराबा से नबो पहाड़ पर जो पिसगा की एक चोटी और यरीहो के सामने है चढ़ गया और यहोवा ने उसको दान तक का गिलाद नामक सारा देश +20001,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_034_002.wav,और नप्ताली का सारा देश और एप्रैम और मनश्शे का देश और पश्चिम के समुद्र तक का यहूदा का सारा देश +20002,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_034_003.wav,और दक्षिण देश और सोअर तक की यरीहो नामक खजूरवाले नगर की तराई यह सब दिखाया +20003,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_034_004.wav,तब यहोवा ने उससे कहा जिस देश के विषय में मैंने अब्राहम इसहाक और याकूब से शपथ खाकर कहा था कि मैं इसे तेरे वंश को दूँगा वह यही है मैंने इसको तुझे साक्षात् दिखा दिया है परन्तु तू पार होकर वहाँ जाने न पाएगा +20004,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_034_005.wav,तब यहोवा के कहने के अनुसार उसका दास मूसा वहीं मोआब देश में मर गया +20005,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_034_006.wav,और यहोवा ने उसे मोआब के देश में बेतपोर के सामने एक तराई में मिट्टी दी और आज के दिन तक कोई नहीं जानता कि उसकी कब्र कहाँ है +20006,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_034_007.wav,मूसा अपनी मृत्यु के समय एक सौ बीस वर्ष का था परन्तु न तो उसकी आँखें धुँधली पड़ीं और न उसका पौरूष घटा था +20007,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_034_008.wav,और इस्राएली मोआब के अराबा में मूसा के लिये तीस दिन तक रोते रहे तब मूसा के लिये रोने और विलाप करने के दिन पूरे हुए +20008,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_034_009.wav,और नून का पुत्र यहोशू बुद्धिमानी की आत्मा से परिपूर्ण था क्योंकि मूसा ने अपने हाथ उस पर रखे थे और इस्राएली उस आज्ञा के अनुसार जो यहोवा ने मूसा को दी थी उसकी मानते रहे +20009,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_034_010.wav,और मूसा के तुल्य इस्राएल में ऐसा कोई नबी नहीं उठा जिससे यहोवा ने आमनेसामने बातें की +20010,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_034_011.wav,और उसको यहोवा ने फ़िरौन और उसके सब कर्मचारियों के सामने और उसके सारे देश में सब चिन्ह और चमत्कार करने को भेजा था +20011,data/cleaned/hindi/DEU/DEU_034_012.wav,और उसने सारे इस्राएलियों की दृष्टि में बलवन्त हाथ और बड़े भय के काम कर दिखाए +20012,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_001.wav,दारा राजा के राज्य के दूसरे वर्ष के छठवें महीने के पहले दिन यहोवा का यह वचन हाग्गै भविष्यद्वक्ता के द्वारा शालतीएल के पुत्र जरुब्बाबेल के पास जो यहूदा का अधिपति था और यहोसादाक के पुत्र यहोशू महायाजक के पास पहुँचा +20013,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_002.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है ये लोग कहते हैं कि यहोवा का भवन बनाने का समय नहीं आया है +20014,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_003.wav,फिर यहोवा का यह वचन हाग्गै भविष्यद्वक्ता के द्वारा पहुँचा +20015,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_004.wav,क्या तुम्हारे लिये अपने छतवाले घरों में रहने का समय है जबकि यह भवन उजाड़ पड़ा है +20016,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_005.wav,इसलिए अब सेनाओं का यहोवा यह कहता है अपनीअपनी चालचलन पर ध्यान करो +20017,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_006.wav,तुम ने बहुत बोया परन्तु थोड़ा काटा तुम खाते हो परन्तु पेट नहीं भरता तुम पीते हो परन्तु प्यास नहीं बुझती तुम कपड़े पहनते हो परन्तु गरमाते नहीं और जो मजदूरी कमाता है वह अपनी मजदूरी की कमाई को छेदवाली थैली में रखता है +20018,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_007.wav,सेनाओं का यहोवा तुम से यह कहता है अपनेअपने चाल चलन पर सोचो +20019,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_008.wav,पहाड़ पर चढ़ जाओ और लकड़ी ले आओ और इस भवन को बनाओ और मैं उसको देखकर प्रसन्न होऊँगा और मेरी महिमा होगी यहोवा का यही वचन है +20020,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_009.wav,तुम ने बहुत उपज की आशा रखी परन्तु देखो थोड़ी ही है और जब तुम उसे घर ले आए तब मैंने उसको उड़ा दिया सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है ऐसा क्यों हुआ क्या इसलिए नहीं कि मेरा भवन उजाड़ पड़ा है और तुम में से प्रत्येक अपनेअपने घर को दौड़ा चला जाता है +20021,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_010.wav,इस कारण आकाश से ओस गिरना और पृथ्वी से अन्न उपजना दोनों बन्द हैं +20022,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_011.wav,और मेरी आज्ञा से पृथ्वी और पहाड़ों पर और अन्न और नये दाखमधु पर और ताजे तेल पर और जो कुछ भूमि से उपजता है उस पर और मनुष्यों और घरेलू पशुओं पर और उनके परिश्रम की सारी कमाई पर भी अकाल पड़ा है +20023,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_012.wav,तब शालतीएल के पुत्र जरुब्बाबेल और यहोसादाक के पुत्र यहोशू महायाजक ने सब बचे हुए लोगों समेत अपने परमेश्वर यहोवा की बात मानी और जो वचन उनके परमेश्वर यहोवा ने उनसे कहने के लिये हाग्गै भविष्यद्वक्ता को भेज दिया था उसे उन्होंने मान लिया और लोगों ने यहोवा का भय माना +20024,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_013.wav,तब यहोवा के दूत हाग्गै ने यहोवा से आज्ञा पाकर उन लोगों से यह कहा यहोवा की यह वाणी है मैं तुम्हारे संग हूँ +20025,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_014.wav,और यहोवा ने शालतीएल के पुत्र जरुब्बाबेल को जो यहूदा का अधिपति था और यहोसादाक के पुत्र यहोशू महायाजक को और सब बचे हुए लोगों के मन को उभारकर उत्साह से भर दिया कि वे आकर अपने परमेश्वर सेनाओं के यहोवा के भवन को बनाने में लग गए +20026,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_001_015.wav,यह दारा राजा के राज्य के दूसरे वर्ष के छठवें महीने के चौबीसवें दिन हुआ +20027,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_001.wav,फिर सातवें महीने के इक्कीसवें दिन को यहोवा का यह वचन हाग्गै भविष्यद्वक्ता के पास पहुँचा +20028,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_002.wav,शालतीएल के पुत्र यहूदा के अधिपति जरुब्बाबेल और यहोसादाक के पुत्र यहोशू महायाजक और सब बचे हुए लोगों से यह बात कह +20029,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_003.wav,तुम में से कौन है जिसने इस भवन की पहली महिमा देखी है अब तुम इसे कैसी दशा में देखते हो क्या यह सच नहीं कि यह तुम्हारी दृष्टि में उस पहले की अपेक्षा कुछ भी अच्छा नहीं है +20030,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_004.wav,तो भी अब यहोवा की यह वाणी है हे जरुब्बाबेल हियाव बाँध और हे यहोसादाक के पुत्र यहोशू महायाजक हियाव बाँध और यहोवा की यह भी वाणी है कि हे देश के सब लोगों हियाव बाँधकर काम करो क्योंकि मैं तुम्हारे संग हूँ सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +20031,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_005.wav,तुम्हारे मिस्र से निकलने के समय जो वाचा मैंन��� तुम से बाँधी थी उसी वाचा के अनुसार मेरा आत्मा तुम्हारे बीच में बना है इसलिए तुम मत डरो +20032,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_006.wav,क्योंकि सेनाओं का यहोवा यह कहता है अब थोड़ी ही देर बाकी है कि मैं आकाश और पृथ्वी और समुद्र और स्थल सब को कँपित करूँगा +20033,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_007.wav,और मैं सारी जातियों को हिलाऊँगा और सारी जातियों की मनभावनी वस्तुएँ आएँगी और मैं इस भवन को अपनी महिमा के तेज से भर दूँगा सेनाओं के यहोवा का यही वचन है +20034,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_008.wav,चाँदी तो मेरी है और सोना भी मेरा ही है सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +20035,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_009.wav,इस भवन की पिछली महिमा इसकी पहली महिमा से बड़ी होगी सेनाओं के यहोवा का यही वचन है और इस स्थान में मैं शान्ति दूँगा सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +20036,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_010.wav,दारा के राज्य के दूसरे वर्ष के नौवें महीने के चौबीसवें दिन को यहोवा का यह वचन हाग्गै भविष्यद्वक्ता के पास पहुँचा +20037,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_011.wav,सेनाओं का यहोवा यह कहता है याजकों से इस बात की व्यवस्था पूछ +20038,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_012.wav,यदि कोई अपने वस्त्र के आँचल में पवित्र माँस बाँधकर उसी आँचल से रोटी या पकाए हुए भोजन या दाखमधु या तेल या किसी प्रकार के भोजन को छूए तो क्या वह भोजन पवित्र ठहरेगा याजकों ने उत्तर दिया नहीं +20039,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_013.wav,फिर हाग्गै ने पूछा यदि कोई जन मनुष्य की लोथ के कारण अशुद्ध होकर ऐसी किसी वस्तु को छूए तो क्या वह अशुद्ध ठहरेगी याजकों ने उत्तर दिया हाँ अशुद्ध ठहरेगी +20040,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_014.wav,फिर हाग्गै ने कहा यहोवा की यही वाणी है कि मेरी दृष्टि में यह प्रजा और यह जाति वैसी ही है और इनके सब काम भी वैसे हैं और जो कुछ वे वहाँ चढ़ाते हैं वह भी अशुद्ध है +20041,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_015.wav,अब सोचविचार करो कि आज से पहले अर्थात् जब यहोवा के मन्दिर में पत्थर पर पत्थर रखा ही नहीं गया था +20042,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_016.wav,उन दिनों में जब कोई अन्न के बीस नपुओं की आशा से जाता तब दस ही पाता था और जब कोई दाखरस के कुण्ड के पास इस आशा से जाता कि पचास बर्तन भर निकालें तब बीस ही निकलते थे +20043,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_017.wav,मैंने तुम्हारी सारी खेती को लू और गेरूई और ओलों से मारा तो भी तुम मेरी ओर न फिरे यहोवा की यही वाणी है +20044,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_018.wav,अब सोचविचार करो कि आज से पहले अर्थात् जिस दिन यहोवा के मन्दिर की नींव डाली गई उस दिन से लेकर नौवें महीने के इसी चौबीसवें दिन तक क्या दशा थी इसका सोचविचार करो +20045,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_019.wav,क्या अब तक बीज खत्ते में है अब तक दाखलता और अंजीर और अनार और जैतून के वृक्ष नहीं फले परन्तु आज के दिन से मैं तुम को आशीष देता रहूँगा +20046,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_020.wav,उसी महीने के चौबीसवें दिन को दूसरी बार यहोवा का यह वचन हाग्गै के पास पहुँचा +20047,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_021.wav,यहूदा के अधिपति जरुब्बाबेल से यह कह मैं आकाश और पृथ्वी दोनों को हिलाऊँगा +20048,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_022.wav,और मैं राज्य राज्य की गद्दी को उलट दूँगा मैं अन्यजातियों के राज्यराज्य का बल तोड़ूँगा और रथों को चढ़वैयों समेत उलट दूँगा और घोड़ों समेत सवार हर एक अपने भाई की तलवार से गिरेंगे +20049,data/cleaned/hindi/HAG/HAG_002_023.wav,सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है उस दिन हे शालतीएल के पुत्र मेरे दास जरुब्बाबेल मैं तुझे लेकर मुहर वाली अंगूठी के समान रखूँगा यहोवा की यही वाणी है क्योंकि मैंने तुझी को चुन लिया है सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है +20050,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_001.wav,दाऊद के पुत्र इस्राएल के राजा सुलैमान के नीतिवचन +20051,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_002.wav,इनके द्वारा पढ़नेवाला बुद्धि और शिक्षा प्राप्त करे और समझ की बातें समझे +20052,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_003.wav,और विवेकपूर्ण जीवन निर्वाह करने में प्रवीणता और धर्म न्याय और निष्पक्षता के विषय अनुशासन प्राप्त करे +20053,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_004.wav,कि भोलों को चतुराई और जवान को ज्ञान और विवेक मिले +20054,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_005.wav,कि बुद्धिमान सुनकर अपनी विद्या बढ़ाए और समझदार बुद्धि का उपदेश पाए +20055,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_006.wav,जिससे वे नीतिवचन और दृष्टान्त को और बुद्धिमानों के वचन और उनके रहस्यों को समझें +20056,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_007.wav,यहोवा का भय मानना बुद्धि का मूल है बुद्धि और शिक्षा को मूर्ख लोग ही तुच्छ जानते हैं +20057,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_008.wav,हे मेरे पुत्र अपने पिता की शिक्षा पर कान लगा और अपनी माता की शिक्षा को न तज +20058,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_009.wav,क्योंकि वे मानो तेरे सिर के लिये शोभायमान मुकुट और तेरे गले के लिये माला होगी +20059,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_010.wav,हे मेरे पुत्र यदि पापी लोग तुझे फुसलाएँ तो उनकी बात न मानना +20060,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_011.wav,यदि वे कहें हमारे संग चल कि हम हत्या करने के लिये घात लगाएँ हम निर्दोषों पर वार करें +20061,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_012.wav,हम उन्हें जीवित निगल जाए जैसे अधोलोक स्वस्थ लोगों को निगल जाता है और उन्हें कब्र में पड़े मृतकों के समान बना दें +20062,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_013.wav,हमको सब प्रकार के अनमोल पदार्थ मिलेंगे हम अपने घरों को लूट से भर लेंगे +20063,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_014.wav,तू हमारा सहभागी हो जा हम सभी का एक ही बटुआ हो +20064,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_015.wav,तो हे मेरे पुत्र तू उनके संग मार्ग में न चलना वरन् उनकी डगर में पाँव भी न रखना +20065,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_016.wav,क्योंकि वे बुराई ही करने को दौड़ते हैं और हत्या करने को फुर्ती करते हैं +20066,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_017.wav,क्योंकि पक्षी के देखते हुए जाल फैलाना व्यर्थ होता है +20067,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_018.wav,और ये लोग तो अपनी ही हत्या करने के लिये घात लगाते हैं और अपने ही प्राणों की घात की ताक में रहते हैं +20068,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_019.wav,सब लालचियों की चाल ऐसी ही होती है उनका प्राण लालच ही के कारण नाश हो जाता है +20069,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_020.wav,बुद्धि सड़क में ऊँचे स्वर से बोलती है और चौकों में प्रचार करती है +20070,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_021.wav,वह बाजारों की भीड़ में पुकारती है वह नगर के फाटकों के प्रवेश पर खड़ी होकर यह बोलती है +20071,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_022.wav,हे अज्ञानियों तुम कब तक अज्ञानता से प्रीति रखोगे और हे ठट्टा करनेवालों तुम कब तक ठट्ठा करने से प्रसन्न रहोगे हे मूर्खों तुम कब तक ज्ञान से बैर रखोगे +20072,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_023.wav,तुम मेरी डाँट सुनकर मन फिराओ सुनो मैं अपनी आत्मा तुम्हारे लिये उण्डेल दूँगी मैं तुम को अपने वचन बताऊँगी +20073,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_024.wav,मैंने तो पुकारा परन्तु तुम ने इन्कार किया और मैंने हाथ फैलाया परन्तु किसी ने ध्यान न दिया +20074,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_025.wav,वरन् तुम ने मेरी सारी सम्मति को अनसुना किया और मेरी ताड़ना का मूल्य न जाना +20075,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_026.wav,इसलिए मैं भी तुम्हारी विपत्ति के समय हँसूँगी और जब तुम पर भय आ पड़ेगा तब मैं ठट्ठा करूँगी +20076,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_027.wav,वरन् आँधी के समान तुम पर भय आ पड़ेगा और विपत्ति बवण्डर के समान आ पड़ेगी और तुम संकट और सकेती में फँसोगे तब मैं ठट्ठा करूँगी +20077,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_028.wav,उस समय वे मुझे पुकारेंगे और मैं न सुनूँगी वे मुझे यत्न से तो ढूँढ़ेंगे परन्तु न पाएँगे +20078,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_029.wav,क्योंकि उन्होंने ज्ञान से बैर किया और यहोवा का भय मानना उनको न भाया +20079,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_030.wav,उन्होंने मेरी सम्मति न चाही वरन् मेरी सब ताड़नाओं को तुच्छ जाना +20080,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_031.wav,इसलिए वे अपनी करनी का फल आप भोगेंगे और अपनी युक्तियों के फल से अघा जाएँगे +20081,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_032.wav,क्योंकि अज्ञानियों का भटक जाना उनके घात किए जाने का कारण होगा और निश्चिन्त रहने के कारण मूर्ख लोग नाश होंगे +20082,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_001_033.wav,परन्तु जो मेरी सुनेगा वह निड�� बसा रहेगा और विपत्ति से निश्चिन्त होकर सुख से रहेगा +20083,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_001.wav,हे मेरे पुत्र यदि तू मेरे वचन ग्रहण करे और मेरी आज्ञाओं को अपने हृदय में रख छोड़े +20084,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_002.wav,और बुद्धि की बात ध्यान से सुने और समझ की बात मन लगाकर सोचे +20085,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_003.wav,यदि तू प्रवीणता और समझ के लिये अति यत्न से पुकारे +20086,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_004.wav,और उसको चाँदी के समान ढूँढ़े और गुप्त धन के समान उसकी खोज में लगा रहे +20087,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_005.wav,तो तू यहोवा के भय को समझेगा और परमेश्वर का ज्ञान तुझे प्राप्त होगा +20088,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_006.wav,क्योंकि बुद्धि यहोवा ही देता है ज्ञान और समझ की बातें उसी के मुँह से निकलती हैं +20089,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_007.wav,वह सीधे लोगों के लिये खरी बुद्धि रख छोड़ता है जो खराई से चलते हैं उनके लिये वह ढाल ठहरता है +20090,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_008.wav,वह न्याय के पथों की देखभाल करता और अपने भक्तों के मार्ग की रक्षा करता है +20091,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_009.wav,तब तू धर्म और न्याय और सिधाई को अर्थात् सब भलीभली चाल को समझ सकेगा +20092,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_010.wav,क्योंकि बुद्धि तो तेरे हृदय में प्रवेश करेगी और ज्ञान तेरे प्राण को सुख देनेवाला होगा +20093,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_011.wav,विवेक तुझे सुरक्षित रखेगा और समझ तेरी रक्षक होगी +20094,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_012.wav,ताकि वे तुझे बुराई के मार्ग से और उलटफेर की बातों के कहनेवालों से बचायेंगे +20095,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_013.wav,जो सिधाई के मार्ग को छोड़ देते हैं ताकि अंधेरे मार्ग में चलें +20096,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_014.wav,जो बुराई करने से आनन्दित होते हैं और दुष्ट जन की उलटफेर की बातों में मगन रहते हैं +20097,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_015.wav,जिनके चाल चलन टेढ़ेमेढ़े और जिनके मार्ग में कुटिलता हैं +20098,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_016.wav,बुद्धि और विवेक तुझे पराई स्त्री से बचाएँगे जो चिकनी चुपड़ी बातें बोलती है +20099,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_017.wav,और अपनी जवानी के साथी को छोड़ देती और जो अपने परमेश्वर की वाचा को भूल जाती है +20100,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_018.wav,उसका घर मृत्यु की ढलान पर है और उसकी डगरें मरे हुओं के बीच पहुँचाती हैं +20101,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_019.wav,जो उसके पास जाते हैं उनमें से कोई भी लौटकर नहीं आता और न वे जीवन का मार्ग पाते हैं +20102,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_020.wav,इसलिए तू भले मनुष्यों के मार्ग में चल और धर्मियों के पथ को पकड़े रह +20103,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_021.wav,क्योंकि धर्मी लोग देश में बसे रहेंगे और खरे लोग ही उसमें बने रहेंगे +20104,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_002_022.wav,दुष्ट लोग देश में से नाश होंगे और विश्वासघाती उ���में से उखाड़े जाएँगे +20105,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_001.wav,हे मेरे पुत्र मेरी शिक्षा को न भूलना अपने हृदय में मेरी आज्ञाओं को रखे रहना +20106,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_002.wav,क्योंकि ऐसा करने से तेरी आयु बढ़ेगी और तू अधिक कुशल से रहेगा +20107,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_003.wav,कृपा और सच्चाई तुझ से अलग न होने पाएँ वरन् उनको अपने गले का हार बनाना और अपनी हृदयरूपी पटिया पर लिखना +20108,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_004.wav,तब तू परमेश्वर और मनुष्य दोनों का अनुग्रह पाएगा तू अति प्रतिष्ठित होगा +20109,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_005.wav,तू अपनी समझ का सहारा न लेना वरन् सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना +20110,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_006.wav,उसी को स्मरण करके सब काम करना तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा +20111,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_007.wav,अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न होना यहोवा का भय मानना और बुराई से अलग रहना +20112,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_008.wav,ऐसा करने से तेरा शरीर भला चंगा और तेरी हड्डियाँ पुष्ट रहेंगी +20113,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_009.wav,अपनी सम्पत्ति के द्वारा और अपनी भूमि की सारी पहली उपज देकर यहोवा की प्रतिष्ठा करना +20114,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_010.wav,इस प्रकार तेरे खत्ते भरे और पूरे रहेंगे और तेरे रसकुण्डों से नया दाखमधु उमड़ता रहेगा +20115,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_011.wav,हे मेरे पुत्र यहोवा की शिक्षा से मुँह न मोड़ना और जब वह तुझे डाँटे तब तू बुरा न मानना +20116,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_012.wav,जैसे पिता अपने प्रिय पुत्र को डाँटता है वैसे ही यहोवा जिससे प्रेम रखता है उसको डाँटता है +20117,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_013.wav,क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो बुद्धि पाए और वह मनुष्य जो समझ प्राप्त करे +20118,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_014.wav,जो उप्लाबद्धि बुद्धि से प्राप्त होती है वह चाँदी की प्राप्ति से बड़ी और उसका लाभ शुद्ध सोने के लाभ से भी उत्तम है +20119,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_015.wav,वह बहुमूल्य रत्नों से अधिक मूल्यवान है और जितनी वस्तुओं की तू लालसा करता है उनमें से कोई भी उसके तुल्य न ठहरेगी +20120,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_016.wav,उसके दाहिने हाथ में दीर्घायु और उसके बाएँ हाथ में धन और महिमा हैं +20121,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_017.wav,उसके मार्ग आनन्ददायक हैं और उसके सब मार्ग कुशल के हैं +20122,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_018.wav,जो बुद्धि को ग्रहण कर लेते हैं उनके लिये वह जीवन का वृक्ष बनती है और जो उसको पकड़े रहते हैं वह धन्य हैं +20123,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_019.wav,यहोवा ने पृथ्वी की नींव बुद्धि ही से डाली और स्वर्ग को समझ ही के द्वारा स्थिर किया +20124,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_020.wav,उसी के ज्ञान के द्वारा गहरे सागर फूट निकले और आकाशमण्डल से ओस टपकती है +20125,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_021.wav,हे मेरे पुत्र ये बातें तेरी दृष्टि की ओट न होने पाए तू खरी बुद्धि और विवेक की रक्षा कर +20126,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_022.wav,तब इनसे तुझे जीवन मिलेगा और ये तेरे गले का हार बनेंगे +20127,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_023.wav,तब तू अपने मार्ग पर निडर चलेगा और तेरे पाँव में ठेस न लगेगी +20128,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_024.wav,जब तू लेटेगा तब भय न खाएगा जब तू लेटेगा तब सुख की नींद आएगी +20129,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_025.wav,अचानक आनेवाले भय से न डरना और जब दुष्टों पर विपत्ति आ पड़े तब न घबराना +20130,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_026.wav,क्योंकि यहोवा तुझे सहारा दिया करेगा और तेरे पाँव को फंदे में फँसने न देगा +20131,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_027.wav,जो भलाई के योग्य है उनका भला अवश्य करना यदि ऐसा करना तेरी शक्ति में है +20132,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_028.wav,यदि तेरे पास देने को कुछ हो तो अपने पड़ोसी से न कहना कि जा कल फिर आना कल मैं तुझे दूँगा +20133,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_029.wav,जब तेरा पड़ोसी तेरे पास निश्चिन्त रहता है तब उसके विरुद्ध बुरी युक्ति न बाँधना +20134,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_030.wav,जिस मनुष्य ने तुझ से बुरा व्यवहार न किया हो उससे अकारण मुकद्दमा खड़ा न करना +20135,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_031.wav,उपद्रवी पुरुष के विषय में डाह न करना न उसकी सी चाल चलना +20136,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_032.wav,क्योंकि यहोवा कुटिल मनुष्य से घृणा करता है परन्तु वह अपना भेद सीधे लोगों पर प्रगट करता है +20137,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_033.wav,दुष्ट के घर पर यहोवा का श्राप और धर्मियों के वासस्थान पर उसकी आशीष होती है +20138,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_034.wav,ठट्ठा करनेवालों का वह निश्चय ठट्ठा करता है परन्तु दीनों पर अनुग्रह करता है +20139,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_003_035.wav,बुद्धिमान महिमा को पाएँगे परन्तु मूर्खों की बढ़ती अपमान ही की होगी +20140,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_001.wav,हे मेरे पुत्रों पिता की शिक्षा सुनो और समझ प्राप्त करने में मन लगाओ +20141,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_002.wav,क्योंकि मैंने तुम को उत्तम शिक्षा दी है मेरी शिक्षा को न छोड़ो +20142,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_003.wav,देखो मैं भी अपने पिता का पुत्र था और माता का एकलौता दुलारा था +20143,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_004.wav,और मेरा पिता मुझे यह कहकर सिखाता था तेरा मन मेरे वचन पर लगा रहे तू मेरी आज्ञाओं का पालन कर तब जीवित रहेगा +20144,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_005.wav,बुद्धि को प्राप्त कर समझ को भी प्राप्त कर उनको भूल न जाना न मेरी बातों को छोड़ना +20145,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_006.wav,बुद्धि को न छोड़ और वह तेरी रक्षा करेगी उससे प्रीति रख और वह तेरा पहरा देगी +20146,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_007.wav,बुद्धि श्रेष्ठ है इसलिए उसकी प्राप्ति के लिये यत्न कर अपना सब कुछ ख��्च कर दे ताकि समझ को प्राप्त कर सके +20147,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_008.wav,उसकी बड़ाई कर वह तुझको बढ़ाएगी जब तू उससे लिपट जाए तब वह तेरी महिमा करेगी +20148,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_009.wav,वह तेरे सिर पर शोभायमान आभूषण बाँधेगी और तुझे सुन्दर मुकुट देगी +20149,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_010.wav,हे मेरे पुत्र मेरी बातें सुनकर ग्रहण कर तब तू बहुत वर्ष तक जीवित रहेगा +20150,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_011.wav,मैंने तुझे बुद्धि का मार्ग बताया है और सिधाई के पथ पर चलाया है +20151,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_012.wav,जिसमें चलने पर तुझे रोक टोक न होगी और चाहे तू दौड़े तो भी ठोकर न खाएगा +20152,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_013.wav,शिक्षा को पकड़े रह उसे छोड़ न दे उसकी रक्षा कर क्योंकि वही तेरा जीवन है +20153,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_014.wav,दुष्टों की डगर में पाँव न रखना और न बुरे लोगों के मार्ग पर चलना +20154,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_015.wav,उसे छोड़ दे उसके पास से भी न चल उसके निकट से मुड़कर आगे बढ़ जा +20155,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_016.wav,क्योंकि दुष्ट लोग यदि बुराई न करें तो उनको नींद नहीं आती और जब तक वे किसी को ठोकर न खिलाएँ तब तक उन्हें नींद नहीं मिलती +20156,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_017.wav,क्योंकि वे दुष्टता की रोटी खाते और हिंसा का दाखमधु पीते हैं +20157,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_018.wav,परन्तु धर्मियों की चाल भोरप्रकाश के समान है जिसकी चमक दोपहर तक बढ़ती जाती है +20158,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_019.wav,दुष्टों का मार्ग घोर अंधकारमय है वे नहीं जानते कि वे किस से ठोकर खाते हैं +20159,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_020.wav,हे मेरे पुत्र मेरे वचन ध्यान धरके सुन और अपना कान मेरी बातों पर लगा +20160,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_021.wav,इनको अपनी आँखों से ओझल न होने दे वरन् अपने मन में धारण कर +20161,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_022.wav,क्योंकि जिनको वे प्राप्त होती हैं वे उनके जीवित रहने का और उनके सारे शरीर के चंगे रहने का कारण होती हैं +20162,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_023.wav,सबसे अधिक अपने मन की रक्षा कर क्योंकि जीवन का मूल स्रोत वही है +20163,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_024.wav,टेढ़ी बात अपने मुँह से मत बोल और चालबाजी की बातें कहना तुझ से दूर रहे +20164,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_025.wav,तेरी आँखें सामने ही की ओर लगी रहें और तेरी पलकें आगे की ओर खुली रहें +20165,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_026.wav,अपने पाँव रखने के लिये मार्ग को समतल कर तब तेरे सब मार्ग ठीक रहेंगे +20166,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_004_027.wav,न तो दाहिनी ओर मुड़ना और न बाईं ओर अपने पाँव को बुराई के मार्ग पर चलने से हटा ले +20167,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_001.wav,हे मेरे पुत्र मेरी बुद्धि की बातों पर ध्यान दे मेरी समझ की ओर कान लगा +20168,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_002.wav,जिससे तेरा विवेक सुरक्षित बना रहे और तू ज्ञान ���ी रक्षा करें +20169,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_003.wav,क्योंकि पराई स्त्री के होठों से मधु टपकता है और उसकी बातें तेल से भी अधिक चिकनी होती हैं +20170,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_004.wav,परन्तु इसका परिणाम नागदौना के समान कड़वा और दोधारी तलवार के समान पैना होता है +20171,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_005.wav,उसके पाँव मृत्यु की ओर बढ़ते हैं और उसके पग अधोलोक तक पहुँचते हैं +20172,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_006.wav,वह जीवन के मार्ग के विषय विचार नहीं करती उसके चाल चलन में चंचलता है परन्तु उसे वह स्वयं नहीं जानती +20173,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_007.wav,इसलिए अब हे मेरे पुत्रों मेरी सुनो और मेरी बातों से मुँह न मोड़ो +20174,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_008.wav,ऐसी स्त्री से दूर ही रह और उसकी डेवढ़ी के पास भी न जाना +20175,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_009.wav,कहीं ऐसा न हो कि तू अपना यश औरों के हाथ और अपना जीवन क्रूर जन के वश में कर दे +20176,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_010.wav,या पराए तेरी कमाई से अपना पेट भरें और परदेशी मनुष्य तेरे परिश्रम का फल अपने घर में रखें +20177,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_011.wav,और तू अपने अन्तिम समय में जब तेरे शरीर का बल खत्म हो जाए तब कराह कर +20178,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_012.wav,तू यह कहेगा मैंने शिक्षा से कैसा बैर किया और डाँटनेवाले का कैसा तिरस्कार किया +20179,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_013.wav,मैंने अपने गुरूओं की बातें न मानीं और अपने सिखानेवालों की ओर ध्यान न लगाया +20180,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_014.wav,मैं सभा और मण्डली के बीच में पूर्णतः विनाश की कगार पर जा पड़ा +20181,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_015.wav,तू अपने ही कुण्ड से पानी और अपने ही कुएँ के सोते का जल पिया करना +20182,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_016.wav,क्या तेरे सोतों का पानी सड़क में और तेरे जल की धारा चौकों में बह जाने पाए +20183,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_017.wav,यह केवल तेरे ही लिये रहे और तेरे संग अनजानों के लिये न हो +20184,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_018.wav,तेरा सोता धन्य रहे और अपनी जवानी की पत्नी के साथ आनन्दित रह +20185,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_019.wav,वह तेरे लिए प्रिय हिरनी या सुन्दर सांभरनी के समान हो उसके स्तन सर्वदा तुझे सन्तुष्ट रखें और उसी का प्रेम नित्य तुझे मोहित करता रहे +20186,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_020.wav,हे मेरे पुत्र तू व्यभिचारिणी पर क्यों मोहित हो और पराई स्त्री को क्यों छाती से लगाए +20187,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_021.wav,क्योंकि मनुष्य के मार्ग यहोवा की दृष्टि से छिपे नहीं हैं और वह उसके सब मार्गों पर ध्यान करता है +20188,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_022.wav,दुष्ट अपने ही अधर्म के कर्मों से फँसेगा और अपने ही पाप के बन्धनों में बन्धा रहेगा +20189,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_005_023.wav,वह अनुशासन का पालन न करने के कारण मर जाएगा और अपनी ही मूर्खता के कारण भटकता रहेगा +20190,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_001.wav,हे मेरे पुत्र यदि तू अपने पड़ोसी के जमानत का उत्तरदायी हुआ हो अथवा परदेशी के लिये शपथ खाकर उत्तरदायी हुआ हो +20191,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_002.wav,तो तू अपने ही शपथ के वचनों में फँस जाएगा और अपने ही मुँह के वचनों से पकड़ा जाएगा +20192,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_003.wav,इस स्थिति में हे मेरे पुत्र एक काम कर और अपने आपको बचा ले क्योंकि तू अपने पड़ोसी के हाथ में पड़ चुका है तो जा और अपनी रिहाई के लिए उसको साष्टांग प्रणाम करके उससे विनती कर +20193,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_004.wav,तू न तो अपनी आँखों में नींद और न अपनी पलकों में झपकी आने दे +20194,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_005.wav,और अपने आपको हिरनी के समान शिकारी के हाथ से और चिड़िया के समान चिड़ीमार के हाथ से छुड़ा +20195,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_006.wav,हे आलसी चींटियों के पास जा उनके काम पर ध्यान दे और बुद्धिमान हो जा +20196,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_007.wav,उनके न तो कोई न्यायी होता है न प्रधान और न प्रभुता करनेवाला +20197,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_008.wav,फिर भी वे अपना आहार धूपकाल में संचय करती हैं और कटनी के समय अपनी भोजनवस्तु बटोरती हैं +20198,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_009.wav,हे आलसी तू कब तक सोता रहेगा तेरी नींद कब टूटेगी +20199,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_010.wav,थोड़ी सी नींद एक और झपकी थोड़ा और छाती पर हाथ रखे लेटे रहना +20200,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_011.wav,तब तेरा कंगालपन राह के लुटेरे के समान और तेरी घटी हथियारबन्द के समान आ पड़ेगी +20201,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_012.wav,ओछे और अनर्थकारी को देखो वह टेढ़ीटेढ़ी बातें बकता फिरता है +20202,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_013.wav,वह नैन से सैन और पाँव से इशारा और अपनी अंगुलियों से संकेत करता है +20203,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_014.wav,उसके मन में उलटफेर की बातें रहतीं वह लगातार बुराई गढ़ता है और झगड़ारगड़ा उत्पन्न करता है +20204,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_015.wav,इस कारण उस पर विपत्ति अचानक आ पड़ेगी वह पल भर में ऐसा नाश हो जाएगा कि बचने का कोई उपाय न रहेगा +20205,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_016.wav,छः वस्तुओं से यहोवा बैर रखता है वरन् सात हैं जिनसे उसको घृणा है +20206,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_017.wav,अर्थात् घमण्ड से चढ़ी हुई आँखें झूठ बोलनेवाली जीभ और निर्दोष का लहू बहानेवाले हाथ +20207,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_018.wav,अनर्थ कल्पना गढ़नेवाला मन बुराई करने को वेग से दौड़नेवाले पाँव +20208,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_019.wav,झूठ बोलनेवाला साक्षी और भाइयों के बीच में झगड़ा उत्पन्न करनेवाला मनुष्य +20209,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_020.wav,हे मेरे पुत्र अपने पिता की आज्ञा को मान और अपनी माता की शिक्षा को न तज +20210,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_021.wav,उनको अपने हृदय मे��� सदा गाँठ बाँधे रख और अपने गले का हार बना ले +20211,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_022.wav,वह तेरे चलने में तेरी अगुआई और सोते समय तेरी रक्षा और जागते समय तुझे शिक्षा देगी +20212,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_023.wav,आज्ञा तो दीपक है और शिक्षा ज्योति और अनुशासन के लिए दी जानेवाली डाँट जीवन का मार्ग है +20213,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_024.wav,वे तुझको अनैतिक स्त्री से और व्यभिचारिणी की चिकनी चुपड़ी बातों से बचाएगी +20214,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_025.wav,उसकी सुन्दरता देखकर अपने मन में उसकी अभिलाषा न कर वह तुझे अपने कटाक्ष से फँसाने न पाए +20215,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_026.wav,क्योंकि वेश्‍यागमन के कारण मनुष्य रोटी के टुकड़ों का भिखारी हो जाता है परन्तु व्यभिचारिणी अनमोल जीवन का अहेर कर लेती है +20216,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_027.wav,क्या हो सकता है कि कोई अपनी छाती पर आग रख ले और उसके कपड़े न जलें +20217,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_028.wav,क्या हो सकता है कि कोई अंगारे पर चले और उसके पाँव न झुलसें +20218,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_029.wav,जो पराई स्त्री के पास जाता है उसकी दशा ऐसी है वरन् जो कोई उसको छूएगा वह दण्ड से न बचेगा +20219,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_030.wav,जो चोर भूख के मारे अपना पेट भरने के लिये चोरी करे उसको तो लोग तुच्छ नहीं जानते +20220,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_031.wav,फिर भी यदि वह पकड़ा जाए तो उसको सात गुणा भर देना पड़ेगा वरन् अपने घर का सारा धन देना पड़ेगा +20221,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_032.wav,जो परस्त्रीगमन करता है वह निरा निर्बुद्ध है जो ऐसा करता है वह अपने प्राण को नाश करता है +20222,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_033.wav,उसको घायल और अपमानित होना पड़ेगा और उसकी नामधराई कभी न मिटेगी +20223,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_034.wav,क्योंकि जलन से पुरुष बहुत ही क्रोधित हो जाता है और जब वह बदला लेगा तब कोई दया नहीं दिखाएगा +20224,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_006_035.wav,वह मुआवजे में कुछ न लेगा और चाहे तू उसको बहुत कुछ दे तो भी वह न मानेगा +20225,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_001.wav,हे मेरे पुत्र मेरी बातों को माना कर और मेरी आज्ञाओं को अपने मन में रख छोड़ +20226,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_002.wav,मेरी आज्ञाओं को मान इससे तू जीवित रहेगा और मेरी शिक्षा को अपनी आँख की पुतली जान +20227,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_003.wav,उनको अपनी उँगलियों में बाँध और अपने हृदय की पटिया पर लिख ले +20228,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_004.wav,बुद्धि से कह कि तू मेरी बहन है और समझ को अपनी कुटुम्बी बना +20229,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_005.wav,तब तू पराई स्त्री से बचेगा जो चिकनी चुपड़ी बातें बोलती है +20230,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_006.wav,मैंने एक दिन अपने घर की खिड़की से अर्थात् अपने झरोखे से झाँका +20231,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_007.wav,तब मैंने भोले लोगों में से एक निर्बुद्���ि जवान को देखा +20232,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_008.wav,वह उस स्त्री के घर के कोने के पास की सड़क से गुजर रहा था और उसने उसके घर का मार्ग लिया +20233,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_009.wav,उस समय दिन ढल गया और संध्याकाल आ गया था वरन् रात का घोर अंधकार छा गया था +20234,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_010.wav,और उससे एक स्त्री मिली जिसका भेष वेश्या के समान था और वह बड़ी धूर्त थी +20235,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_011.wav,वह शान्ति रहित और चंचल थी और उसके पैर घर में नहीं टिकते थे +20236,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_012.wav,कभी वह सड़क में कभी चौक में पाई जाती थी और एकएक कोने पर वह बाट जोहती थी +20237,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_013.wav,तब उसने उस जवान को पकड़कर चूमा और निर्लज्जता की चेष्टा करके उससे कहा +20238,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_014.wav,मैंने आज ही मेलबलि चढ़ाया और अपनी मन्नतें पूरी की +20239,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_015.wav,इसी कारण मैं तुझ से भेंट करने को निकली मैं तेरे दर्शन की खोजी थी और अभी पाया है +20240,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_016.wav,मैंने अपने पलंग के बिछौने पर मिस्र के बेलबूटेवाले कपड़े बिछाए हैं +20241,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_017.wav,मैंने अपने बिछौने पर गन्धरस अगर और दालचीनी छिड़की है +20242,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_018.wav,इसलिए अब चल हम प्रेम से भोर तक जी बहलाते रहें हम परस्पर की प्रीति से आनन्दित रहें +20243,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_019.wav,क्योंकि मेरा पति घर में नहीं है वह दूर देश को चला गया है +20244,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_020.wav,वह चाँदी की थैली ले गया है और पूर्णमासी को लौट आएगा +20245,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_021.wav,ऐसी ही लुभानेवाली बातें कह कहकर उसने उसको फँसा लिया और अपनी चिकनी चुपड़ी बातों से उसको अपने वश में कर लिया +20246,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_022.wav,वह तुरन्त उसके पीछे हो लिया जैसे बैल कसाईखाने को या हिरन फंदे में कदम रखता है +20247,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_023.wav,अन्त में उस जवान का कलेजा तीर से बेधा जाएगा वह उस चिड़िया के समान है जो फंदे की ओर वेग से उड़ती है और नहीं जानती कि उससे उसके प्राण जाएँगे +20248,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_024.wav,अब हे मेरे पुत्रों मेरी सुनो और मेरी बातों पर मन लगाओ +20249,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_025.wav,तेरा मन ऐसी स्त्री के मार्ग की ओर न फिरे और उसकी डगरों में भूलकर भी न जाना +20250,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_026.wav,क्योंकि बहुत से लोग उसके द्वारा मारे गए है उसके घात किए हुओं की एक बड़ी संख्या होगी +20251,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_007_027.wav,उसका घर अधोलोक का मार्ग है वह मृत्यु के घर में पहुँचाता है +20252,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_001.wav,क्या बुद्धि नहीं पुकारती है क्या समझ ऊँचे शब्द से नहीं बोलती है +20253,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_002.wav,बुद्धि तो मार्ग के ऊँचे स्थानों पर और चौराहों में खड़ी होती है +20254,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_003.wav,फाटकों के पास नगर के पैठाव में और द्वारों ही में वह ऊँचे स्वर से कहती है +20255,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_004.wav,हे लोगों मैं तुम को पुकारती हूँ और मेरी बातें सब मनुष्यों के लिये हैं +20256,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_005.wav,हे भोलों चतुराई सीखो और हे मूर्खों अपने मन में समझ लो +20257,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_006.wav,सुनो क्योंकि मैं उत्तम बातें कहूँगी और जब मुँह खोलूँगी तब उससे सीधी बातें निकलेंगी +20258,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_007.wav,क्योंकि मुझसे सच्चाई की बातों का वर्णन होगा दुष्टता की बातों से मुझ को घृणा आती है +20259,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_008.wav,मेरे मुँह की सब बातें धर्म की होती हैं उनमें से कोई टेढ़ी या उलटफेर की बात नहीं निकलती है +20260,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_009.wav,समझवाले के लिये वे सब सहज और ज्ञान प्राप्त करनेवालों के लिये अति सीधी हैं +20261,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_010.wav,चाँदी नहीं मेरी शिक्षा ही को चुन लो और उत्तम कुन्दन से बढ़कर ज्ञान को ग्रहण करो +20262,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_011.wav,क्योंकि बुद्धि बहुमूल्य रत्नों से भी अच्छी है और सारी मनभावनी वस्तुओं में कोई भी उसके तुल्य नहीं है +20263,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_012.wav,मैं जो बुद्धि हूँ और मैं चतुराई में वास करती हूँ और ज्ञान और विवेक को प्राप्त करती हूँ +20264,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_013.wav,यहोवा का भय मानना बुराई से बैर रखना है घमण्ड और अहंकार बुरी चाल से और उलटफेर की बात से मैं बैर रखती हूँ +20265,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_014.wav,उत्तम युक्ति और खरी बुद्धि मेरी ही है मुझ में समझ है और पराक्रम भी मेरा है +20266,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_015.wav,मेरे ही द्वारा राजा राज्य करते हैं और अधिकारी धर्म से शासन करते हैं +20267,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_016.wav,मेरे ही द्वारा राजा हाकिम और पृथ्वी के सब न्यायी शासन करते हैं +20268,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_017.wav,जो मुझसे प्रेम रखते हैं उनसे मैं भी प्रेम रखती हूँ और जो मुझ को यत्न से तड़के उठकर खोजते हैं वे मुझे पाते हैं +20269,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_018.wav,धन और प्रतिष्ठा शाश्‍वत धन और धार्मिकता मेरे पास हैं +20270,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_019.wav,मेरा फल शुद्ध सोने से वरन् कुन्दन से भी उत्तम है और मेरी उपज उत्तम चाँदी से अच्छी है +20271,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_020.wav,मैं धर्म के मार्ग में और न्याय की डगरों के बीच में चलती हूँ +20272,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_021.wav,जिससे मैं अपने प्रेमियों को धनसम्पत्ति का भागी करूँ और उनके भण्डारों को भर दूँ +20273,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_022.wav,यहोवा ने मुझे काम करने के आरम्भ में वरन् अपने प्राचीनकाल के कामों से भी पहले उत्पन्न किया +20274,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_023.wav,मैं सदा से वरन् आदि ही से पृथ्वी की सृष्टि से पहले ही से ठहराई गई हूँ +20275,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_024.wav,जब न तो गहरा सागर था और न जल के सोते थे तब ही से मैं उत्पन्न हुई +20276,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_025.wav,जब पहाड़ और पहाड़ियाँ स्थिर न की गई थीं तब ही से मैं उत्पन्न हुई +20277,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_026.wav,जब यहोवा ने न तो पृथ्वी और न मैदान न जगत की धूलि के परमाणु बनाए थे इनसे पहले मैं उत्पन्न हुई +20278,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_027.wav,जब उसने आकाश को स्थिर किया तब मैं वहाँ थी जब उसने गहरे सागर के ऊपर आकाशमण्डल ठहराया +20279,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_028.wav,जब उसने आकाशमण्डल को ऊपर से स्थिर किया और गहरे सागर के सोते फूटने लगे +20280,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_029.wav,जब उसने समुद्र की सीमा ठहराई कि जल उसकी आज्ञा का उल्लंघन न कर सके और जब वह पृथ्वी की नींव की डोरी लगाता था +20281,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_030.wav,तब मैं प्रधान कारीगर के समान उसके पास थी और प्रतिदिन मैं उसकी प्रसन्नता थी और हर समय उसके सामने आनन्दित रहती थी +20282,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_031.wav,मैं उसकी बसाई हुई पृथ्वी से प्रसन्न थी और मेरा सुख मनुष्यों की संगति से होता था +20283,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_032.wav,इसलिए अब हे मेरे पुत्रों मेरी सुनो क्या ही धन्य हैं वे जो मेरे मार्ग को पकड़े रहते हैं +20284,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_033.wav,शिक्षा को सुनो और बुद्धिमान हो जाओ उसको अनसुना न करो +20285,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_034.wav,क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो मेरी सुनता वरन् मेरी डेवढ़ी पर प्रतिदिन खड़ा रहता और मेरे द्वारों के खम्भों के पास दृष्टि लगाए रहता है +20286,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_035.wav,क्योंकि जो मुझे पाता है वह जीवन को पाता है और यहोवा उससे प्रसन्न होता है +20287,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_008_036.wav,परन्तु जो मुझे ढूँढ़ने में विफल होता है वह अपने ही पर उपद्रव करता है जितने मुझसे बैर रखते वे मृत्यु से प्रीति रखते हैं +20288,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_001.wav,बुद्धि ने अपना घर बनाया और उसके सातों खम्भे गढ़े हुए हैं +20289,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_002.wav,उसने भोज के लिए अपने पशु काटे अपने दाखमधु में मसाला मिलाया और अपनी मेज लगाई है +20290,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_003.wav,उसने अपनी सेविकाओं को आमन्त्रित करने भेजा है और वह नगर के सबसे ऊँचे स्थानों से पुकारती है +20291,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_004.wav,जो कोई भोला है वह मुड़कर यहीं आए और जो निर्बुद्धि है उससे वह कहती है +20292,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_005.wav,आओ मेरी रोटी खाओ और मेरे मसाला मिलाए हुए दाखमधु को पीओ +20293,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_006.wav,मूर्खों का साथ छोड़ो और जीवित रहो समझ के मार्ग में सीधे चलो +20294,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_007.wav,जो ठट्ठा करनेवाले को शिक्षा देता है अपमानित हो��ा है और जो दुष्ट जन को डाँटता है वह कलंकित होता है +20295,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_008.wav,ठट्ठा करनेवाले को न डाँट ऐसा न हो कि वह तुझ से बैर रखे बुद्धिमान को डाँट वह तो तुझ से प्रेम रखेगा +20296,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_009.wav,बुद्धिमान को शिक्षा दे वह अधिक बुद्धिमान होगा धर्मी को चिता दे वह अपनी विद्या बढ़ाएगा +20297,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_010.wav,यहोवा का भय मानना बुद्धि का आरम्भ है और परमपवित्र परमेश्वर को जानना ही समझ है +20298,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_011.wav,मेरे द्वारा तो तेरी आयु बढ़ेगी और तेरे जीवन के वर्ष अधिक होंगे +20299,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_012.wav,यदि तू बुद्धिमान है तो बुद्धि का फल तू ही भोगेगा और यदि तू ठट्ठा करे तो दण्ड केवल तू ही भोगेगा +20300,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_013.wav,मूर्खता बकबक करनेवाली स्त्री के समान है वह तो निर्बुद्धि है और कुछ नहीं जानती +20301,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_014.wav,वह अपने घर के द्वार में और नगर के ऊँचे स्थानों में अपने आसन पर बैठी हुई +20302,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_015.wav,वह उन लोगों को जो अपने मार्गों पर सीधेसीधे चलते हैं यह कहकर पुकारती है +20303,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_016.wav,जो कोई भोला है वह मुड़कर यहीं आए जो निर्बुद्धि है उससे वह कहती है +20304,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_017.wav,चोरी का पानी मीठा होता है और लुकेछिपे की रोटी अच्छी लगती है +20305,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_009_018.wav,और वह नहीं जानता है कि वहाँ मरे हुए पड़े हैं और उस स्त्री के निमंत्रित अधोलोक के निचले स्थानों में पहुँचे हैं +20306,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_001.wav,सुलैमान के नीतिवचन बुद्धिमान सन्तान से पिता आनन्दित होता है परन्तु मूर्ख सन्तान के कारण माता को शोक होता है +20307,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_002.wav,दुष्टों के रखे हुए धन से लाभ नहीं होता परन्तु धर्म के कारण मृत्यु से बचाव होता है +20308,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_003.wav,धर्मी को यहोवा भूखा मरने नहीं देता परन्तु दुष्टों की अभिलाषा वह पूरी होने नहीं देता +20309,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_004.wav,जो काम में ढिलाई करता है वह निर्धन हो जाता है परन्तु कामकाजी लोग अपने हाथों के द्वारा धनी होते हैं +20310,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_005.wav,बुद्धिमान सन्तान धूपकाल में फसल बटोरता है परन्तु जो सन्तान कटनी के समय भारी नींद में पड़ा रहता है वह लज्जा का कारण होता है +20311,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_006.wav,धर्मी पर बहुत से आशीर्वाद होते हैं परन्तु दुष्टों के मुँह में उपद्रव छिपा रहता है +20312,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_007.wav,धर्मी को स्मरण करके लोग आशीर्वाद देते हैं परन्तु दुष्टों का नाम मिट जाता है +20313,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_008.wav,जो बुद्धिमान है वह आज्ञाओं को स्वीकार करता है परन्तु जो बकवादी मूर्ख है उसका नाश होता है +20314,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_009.wav,जो खराई से चलता है वह निडर चलता है परन्तु जो टेढ़ी चाल चलता है उसकी चाल प्रगट हो जाती है +20315,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_010.wav,जो नैन से सैन करके बुरे काम के लिए इशारा करता है उससे औरों को दुःख होता है और जो बकवादी मूर्ख है उसका नाश होगा +20316,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_011.wav,धर्मी का मुँह तो जीवन का सोता है परन्तु दुष्टों के मुँह में उपद्रव छिपा रहता है +20317,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_012.wav,बैर से तो झगड़े उत्पन्न होते हैं परन्तु प्रेम से सब अपराध ढँप जाते हैं +20318,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_013.wav,समझवालों के वचनों में बुद्धि पाई जाती है परन्तु निर्बुद्धि की पीठ के लिये कोड़ा है +20319,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_014.wav,बुद्धिमान लोग ज्ञान का संग्रह करते है परन्तु मूर्ख के बोलने से विनाश होता है +20320,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_015.wav,धनी का धन उसका दृढ़ नगर है परन्तु कंगाल की निर्धनता उसके विनाश का कारण हैं +20321,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_016.wav,धर्मी का परिश्रम जीवन की ओर ले जाता है परन्तु दुष्ट का लाभ पाप की ओर ले जाता है +20322,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_017.wav,जो शिक्षा पर चलता वह जीवन के मार्ग पर है परन्तु जो डाँट से मुँह मोड़ता वह भटकता है +20323,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_018.wav,जो बैर को छिपा रखता है वह झूठ बोलता है और जो झूठी निन्दा फैलाता है वह मूर्ख है +20324,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_019.wav,जहाँ बहुत बातें होती हैं वहाँ अपराध भी होता है परन्तु जो अपने मुँह को बन्द रखता है वह बुद्धि से काम करता है +20325,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_020.wav,धर्मी के वचन तो उत्तम चाँदी हैं परन्तु दुष्टों का मन बहुत हल्का होता है +20326,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_021.wav,धर्मी के वचनों से बहुतों का पालनपोषण होता है परन्तु मूर्ख लोग बुद्धिहीनता के कारण मर जाते हैं +20327,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_022.wav,धन यहोवा की आशीष ही से मिलता है और वह उसके साथ दुःख नहीं मिलाता +20328,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_023.wav,मूर्ख को तो महापाप करना हँसी की बात जान पड़ती है परन्तु समझवाले व्यक्ति के लिए बुद्धि प्रसन्नता का विषय है +20329,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_024.wav,दुष्ट जन जिस विपत्ति से डरता है वह उस पर आ पड़ती है परन्तु धर्मियों की लालसा पूरी होती है +20330,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_025.wav,दुष्ट जन उस बवण्डर के समान है जो गुजरते ही लोप हो जाता है परन्तु धर्मी सदा स्थिर रहता है +20331,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_026.wav,जैसे दाँत को सिरका और आँख को धुआँ वैसे आलसी उनको लगता है जो उसको कहीं भेजते हैं +20332,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_027.wav,यहोवा के भय मानने से आयु बढ़ती है परन्तु दुष्टों का जीवन थोड़े ही दिनों का होता है +20333,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_028.wav,धर्मियों को आशा रखने में आनन्द मिलता है परन्तु दुष्टों की आशा टूट जाती है +20334,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_029.wav,यहोवा खरे मनुष्य का गढ़ ठहरता है परन्तु अनर्थकारियों का विनाश होता है +20335,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_030.wav,धर्मी सदा अटल रहेगा परन्तु दुष्ट पृथ्वी पर बसने न पाएँगे +20336,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_031.wav,धर्मी के मुँह से बुद्धि टपकती है पर उलटफेर की बात कहनेवाले की जीभ काटी जाएगी +20337,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_010_032.wav,धर्मी ग्रहणयोग्य बात समझकर बोलता है परन्तु दुष्टों के मुँह से उलटफेर की बातें निकलती हैं +20338,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_001.wav,छल के तराजू से यहोवा को घृणा आती है परन्तु वह पूरे बटखरे से प्रसन्न होता है +20339,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_002.wav,जब अभिमान होता तब अपमान भी होता है परन्तु नम्र लोगों में बुद्धि होती है +20340,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_003.wav,सीधे लोग अपनी खराई से अगुआई पाते हैं परन्तु विश्वासघाती अपने कपट से नाश होते हैं +20341,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_004.wav,कोप के दिन धन से तो कुछ लाभ नहीं होता परन्तु धर्म मृत्यु से भी बचाता है +20342,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_005.wav,खरे मनुष्य का मार्ग धर्म के कारण सीधा होता है परन्तु दुष्ट अपनी दुष्टता के कारण गिर जाता है +20343,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_006.wav,सीधे लोगों का बचाव उनके धर्म के कारण होता है परन्तु विश्वासघाती लोग अपनी ही दुष्टता में फँसते हैं +20344,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_007.wav,जब दुष्ट मरता तब उसकी आशा टूट जाती है और अधर्मी की आशा व्यर्थ होती है +20345,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_008.wav,धर्मी विपत्ति से छूट जाता है परन्तु दुष्ट उसी विपत्ति में पड़ जाता है +20346,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_009.wav,भक्तिहीन जन अपने पड़ोसी को अपने मुँह की बात से बिगाड़ता है परन्तु धर्मी लोग ज्ञान के द्वारा बचते हैं +20347,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_010.wav,जब धर्मियों का कल्याण होता है तब नगर के लोग प्रसन्न होते हैं परन्तु जब दुष्ट नाश होते तब जय जयकार होता है +20348,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_011.wav,सीधे लोगों के आशीर्वाद से नगर की बढ़ती होती है परन्तु दुष्टों के मुँह की बात से वह ढाया जाता है +20349,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_012.wav,जो अपने पड़ोसी को तुच्छ जानता है वह निर्बुद्धि है परन्तु समझदार पुरुष चुपचाप रहता है +20350,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_013.wav,जो चुगली करता फिरता वह भेद प्रगट करता है परन्तु विश्वासयोग्य मनुष्य बात को छिपा रखता है +20351,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_014.wav,जहाँ बुद्धि की युक्ति नहीं वहाँ प्रजा विपत्ति में पड़ती है परन्तु सम्मति देनेवालों की बहुतायत के कारण बचाव होता है +20352,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_015.wav,जो परदेशी का उत्तरदायी होता है वह बड़ा दु���ख उठाता है परन्तु जो जमानत लेने से घृणा करता वह निडर रहता है +20353,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_016.wav,अनुग्रह करनेवाली स्त्री प्रतिष्ठा नहीं खोती है और उग्र लोग धन को नहीं खोते +20354,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_017.wav,कृपालु मनुष्य अपना ही भला करता है परन्तु जो क्रूर है वह अपनी ही देह को दुःख देता है +20355,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_018.wav,दुष्ट मिथ्या कमाई कमाता है परन्तु जो धर्म का बीज बोता उसको निश्चय फल मिलता है +20356,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_019.wav,जो धर्म में दृढ़ रहता वह जीवन पाता है परन्तु जो बुराई का पीछा करता वह मर जाएगा +20357,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_020.wav,जो मन के टेढ़े हैं उनसे यहोवा को घृणा आती है परन्तु वह खरी चालवालों से प्रसन्न रहता है +20358,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_021.wav,निश्‍चय जानो बुरा मनुष्य निर्दोष न ठहरेगा परन्तु धर्मी का वंश बचाया जाएगा +20359,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_022.wav,जो सुन्दर स्त्री विवेक नहीं रखती वह थूथन में सोने की नत्थ पहने हुए सूअर के समान है +20360,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_023.wav,धर्मियों की लालसा तो केवल भलाई की होती है परन्तु दुष्टों की आशा का फल क्रोध ही होता है +20361,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_024.wav,ऐसे हैं जो छितरा देते हैं फिर भी उनकी बढ़ती ही होती है और ऐसे भी हैं जो यथार्थ से कम देते हैं और इससे उनकी घटती ही होती है +20362,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_025.wav,उदार प्राणी हष्टपुष्ट हो जाता है और जो औरों की खेती सींचता है उसकी भी सींची जाएगी +20363,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_026.wav,जो अपना अनाज जमाखोरी करता है उसको लोग श्राप देते हैं परन्तु जो उसे बेच देता है उसको आशीर्वाद दिया जाता है +20364,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_027.wav,जो यत्न से भलाई करता है वह दूसरों की प्रसन्नता खोजता है परन्तु जो दूसरे की बुराई का खोजी होता है उसी पर बुराई आ पड़ती है +20365,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_028.wav,जो अपने धन पर भरोसा रखता है वह सूखे पत्ते के समान गिर जाता है परन्तु धर्मी लोग नये पत्ते के समान लहलहाते हैं +20366,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_029.wav,जो अपने घराने को दुःख देता उसका भाग वायु ही होगा और मूर्ख बुद्धिमान का दास हो जाता है +20367,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_030.wav,धर्मी का प्रतिफल जीवन का वृक्ष होता है और बुद्धिमान मनुष्य लोगों के मन को मोह लेता है +20368,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_011_031.wav,देख धर्मी को पृथ्वी पर फल मिलेगा तो निश्चय है कि दुष्ट और पापी को भी मिलेगा +20369,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_001.wav,जो शिक्षा पाने से प्रीति रखता है वह ज्ञान से प्रीति रखता है परन्तु जो डाँट से बैर रखता वह पशु के समान मूर्ख है +20370,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_002.wav,भले मनुष्य से तो यहोवा प्रसन्न होता है परन्तु बुरी युक्ति करनेवाले को वह दोषी ठहराता है +20371,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_003.wav,कोई मनुष्य दुष्टता के कारण स्थिर नहीं होता परन्तु धर्मियों की जड़ उखड़ने की नहीं +20372,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_004.wav,भली स्त्री अपने पति का मुकुट है परन्तु जो लज्जा के काम करती वह मानो उसकी हड्डियों के सड़ने का कारण होती है +20373,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_005.wav,धर्मियों की कल्पनाएँ न्याय ही की होती हैं परन्तु दुष्टों की युक्तियाँ छल की हैं +20374,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_006.wav,दुष्टों की बातचीत हत्या करने के लिये घात लगाने के समान होता है परन्तु सीधे लोग अपने मुँह की बात के द्वारा छुड़ानेवाले होते हैं +20375,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_007.wav,जब दुष्ट लोग उलटे जाते हैं तब वे रहते ही नहीं परन्तु धर्मियों का घर स्थिर रहता है +20376,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_008.wav,मनुष्य की बुद्धि के अनुसार उसकी प्रशंसा होती है परन्तु कुटिल तुच्छ जाना जाता है +20377,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_009.wav,जिसके पास खाने को रोटी तक नहीं पर अपने बारे में डींगे मारता है उससे दास रखनेवाला साधारण मनुष्य ही उत्तम है +20378,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_010.wav,धर्मी अपने पशु के भी प्राण की सुधि रखता है परन्तु दुष्टों की दया भी निर्दयता है +20379,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_011.wav,जो अपनी भूमि को जोतता वह पेट भर खाता है परन्तु जो निकम्मों की संगति करता वह निर्बुद्धि ठहरता है +20380,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_012.wav,दुष्ट जन बुरे लोगों के लूट के माल की अभिलाषा करते हैं परन्तु धर्मियों की जड़ें हरी भरी रहती है +20381,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_013.wav,बुरा मनुष्य अपने दुर्वचनों के कारण फंदे में फँसता है परन्तु धर्मी संकट से निकास पाता है +20382,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_014.wav,सज्जन अपने वचनों के फल के द्वारा भलाई से तृप्त होता है और जैसी जिसकी करनी वैसी उसकी भरनी होती है +20383,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_015.wav,मूर्ख को अपनी ही चाल सीधी जान पड़ती है परन्तु जो सम्मति मानता वह बुद्धिमान है +20384,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_016.wav,मूर्ख की रिस तुरन्त प्रगट हो जाती है परन्तु विवेकी मनुष्य अपमान को अनदेखा करता है +20385,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_017.wav,जो सच बोलता है वह धर्म प्रगट करता है परन्तु जो झूठी साक्षी देता वह छल प्रगट करता है +20386,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_018.wav,ऐसे लोग हैं जिनका बिना सोच विचार का बोलना तलवार के समान चुभता है परन्तु बुद्धिमान के बोलने से लोग चंगे होते हैं +20387,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_019.wav,सच्चाई सदा बनी रहेगी परन्तु झूठ पल भर का होता है +20388,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_020.wav,बुरी युक्ति करनेवालों के मन में छल रहता है परन्तु मेल की युक्ति करनेवालों को आनन्द होता है +20389,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_021.wav,धर्मी को हानि नहीं होती है परन्तु दुष्ट लोग सारी विपत्ति में डूब जाते हैं +20390,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_022.wav,झूठों से यहोवा को घृणा आती है परन्तु जो ईमानदारी से काम करते हैं उनसे वह प्रसन्न होता है +20391,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_023.wav,विवेकी मनुष्य ज्ञान को प्रगट नहीं करता है परन्तु मूर्ख अपने मन की मूर्खता ऊँचे शब्द से प्रचार करता है +20392,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_024.wav,कामकाजी लोग प्रभुता करते हैं परन्तु आलसी बेगार में पकड़े जाते हैं +20393,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_025.wav,उदास मन दब जाता है परन्तु भली बात से वह आनन्दित होता है +20394,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_026.wav,धर्मी अपने पड़ोसी की अगुआई करता है परन्तु दुष्ट लोग अपनी ही चाल के कारण भटक जाते हैं +20395,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_027.wav,आलसी अहेर का पीछा नहीं करता परन्तु कामकाजी को अनमोल वस्तु मिलती है +20396,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_012_028.wav,धर्म के मार्ग में जीवन मिलता है और उसके पथ में मृत्यु का पता भी नहीं +20397,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_001.wav,बुद्धिमान पुत्र पिता की शिक्षा सुनता है परन्तु ठट्ठा करनेवाला घुड़की को भी नहीं सुनता +20398,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_002.wav,सज्जन अपनी बातों के कारण उत्तम वस्तु खाने पाता है परन्तु विश्वासघाती लोगों का पेट उपद्रव से भरता है +20399,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_003.wav,जो अपने मुँह की चौकसी करता है वह अपने प्राण की रक्षा करता है परन्तु जो गाल बजाता है उसका विनाश हो जाता है +20400,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_004.wav,आलसी का प्राण लालसा तो करता है परन्तु उसको कुछ नहीं मिलता परन्तु कामकाजी हष्टपुष्ट हो जाते हैं +20401,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_005.wav,धर्मी झूठे वचन से बैर रखता है परन्तु दुष्ट लज्जा का कारण होता है और लज्जित हो जाता है +20402,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_006.wav,धर्म खरी चाल चलनेवाले की रक्षा करता है परन्तु पापी अपनी दुष्टता के कारण उलट जाता है +20403,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_007.wav,कोई तो धन बटोरता परन्तु उसके पास कुछ नहीं रहता और कोई धन उड़ा देता फिर भी उसके पास बहुत रहता है +20404,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_008.wav,धनी मनुष्य के प्राण की छुड़ौती उसके धन से होती है परन्तु निर्धन ऐसी घुड़की को सुनता भी नहीं +20405,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_009.wav,धर्मियों की ज्योति आनन्द के साथ रहती है परन्तु दुष्टों का दिया बुझ जाता है +20406,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_010.wav,अहंकार से केवल झगड़े होते हैं परन्तु जो लोग सम्मति मानते हैं उनके पास बुद्धि रहती है +20407,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_011.wav,धोखे से कमाया धन जल्दी घटता है परन्तु जो अपने परिश्रम से बटोरता उसकी बढ़ती होती है +20408,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_012.wav,जब आशा पूरी होने में विलम्ब होता है तो मन निराश होता है परन्तु जब लालसा पूरी होती है तब जीवन का वृक्ष लगता है +20409,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_013.wav,जो वचन को तुच्छ जानता उसका नाश हो जाता है परन्तु आज्ञा के डरवैये को अच्छा फल मिलता है +20410,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_014.wav,बुद्धिमान की शिक्षा जीवन का सोता है और उसके द्वारा लोग मृत्यु के फंदों से बच सकते हैं +20411,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_015.wav,सुबुद्धि के कारण अनुग्रह होता है परन्तु विश्वासघातियों का मार्ग कड़ा होता है +20412,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_016.wav,विवेकी मनुष्य ज्ञान से सब काम करता हैं परन्तु मूर्ख अपनी मूर्खता फैलाता है +20413,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_017.wav,दुष्ट दूत बुराई में फँसता है परन्तु विश्वासयोग्य दूत मिलाप करवाता है +20414,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_018.wav,जो शिक्षा को अनसुनी करता वह निर्धन हो जाता है और अपमान पाता है परन्तु जो डाँट को मानता उसकी महिमा होती है +20415,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_019.wav,लालसा का पूरा होना तो प्राण को मीठा लगता है परन्तु बुराई से हटना मूर्खों के प्राण को बुरा लगता है +20416,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_020.wav,बुद्धिमानों की संगति कर तब तू भी बुद्धिमान हो जाएगा परन्तु मूर्खों का साथी नाश हो जाएगा +20417,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_021.wav,विपत्ति पापियों के पीछे लगी रहती है परन्तु धर्मियों को अच्छा फल मिलता है +20418,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_022.wav,भला मनुष्य अपने नातीपोतों के लिये सम्पत्ति छोड़ जाता है परन्तु पापी की सम्पत्ति धर्मी के लिये रखी जाती है +20419,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_023.wav,निर्बल लोगों को खेतीबारी से बहुत भोजनवस्तु मिलता है परन्तु अन्याय से उसको हड़प लिया जाता है +20420,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_024.wav,जो बेटे पर छड़ी नहीं चलाता वह उसका बैरी है परन्तु जो उससे प्रेम रखता वह यत्न से उसको शिक्षा देता है +20421,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_013_025.wav,धर्मी पेट भर खाने पाता है परन्तु दुष्ट भूखे ही रहते हैं +20422,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_001.wav,हर बुद्धिमान स्त्री अपने घर को बनाती है पर मूर्ख स्त्री उसको अपने ही हाथों से ढा देती है +20423,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_002.wav,जो सिधाई से चलता वह यहोवा का भय माननेवाला है परन्तु जो टेढ़ी चाल चलता वह उसको तुच्छ जाननेवाला ठहरता है +20424,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_003.wav,मूर्ख के मुँह में गर्व का अंकुर है परन्तु बुद्धिमान लोग अपने वचनों के द्वारा रक्षा पाते हैं +20425,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_004.wav,जहाँ बैल नहीं वहाँ गौशाला स्वच्छ तो रहती है परन्तु बैल के बल से अनाज की बढ़ती होती है +20426,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_005.wav,सच्चा साक्षी झूठ नहीं बोलता परन्तु झूठा साक्षी झूठी बातें उड़ाता है +20427,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_006.wav,ठट्ठा करनेवाल��� बुद्धि को ढूँढ़ता परन्तु नहीं पाता परन्तु समझवाले को ज्ञान सहज से मिलता है +20428,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_007.wav,मूर्ख से अलग हो जा तू उससे ज्ञान की बात न पाएगा +20429,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_008.wav,विवेकी मनुष्य की बुद्धि अपनी चाल को समझना है परन्तु मूर्खों की मूर्खता छल करना है +20430,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_009.wav,मूर्ख लोग पाप का अंगीकार करने को ठट्ठा जानते हैं परन्तु सीधे लोगों के बीच अनुग्रह होता है +20431,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_010.wav,मन अपना ही दुःख जानता है और परदेशी उसके आनन्द में हाथ नहीं डाल सकता +20432,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_011.wav,दुष्टों के घर का विनाश हो जाता है परन्तु सीधे लोगों के तम्बू में बढ़ती होती है +20433,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_012.wav,ऐसा मार्ग है जो मनुष्य को ठीक जान पड़ता है परन्तु उसके अन्त में मृत्यु ही मिलती है +20434,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_013.wav,हँसी के समय भी मन उदास हो सकता है और आनन्द के अन्त में शोक हो सकता है +20435,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_014.wav,जो बेईमान है वह अपनी चाल चलन का फल भोगता है परन्तु भला मनुष्य आप ही आप सन्तुष्ट होता है +20436,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_015.wav,भोला तो हर एक बात को सच मानता है परन्तु विवेकी मनुष्य समझ बूझकर चलता है +20437,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_016.wav,बुद्धिमान डरकर बुराई से हटता है परन्तु मूर्ख ढीठ होकर चेतावनी की उपेक्षा करता है +20438,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_017.wav,जो झट क्रोध करे वह मूर्खता का काम करेगा और जो बुरी युक्तियाँ निकालता है उससे लोग बैर रखते हैं +20439,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_018.wav,भोलों का भाग मूर्खता ही होता है परन्तु विवेकी मनुष्यों को ज्ञानरूपी मुकुट बाँधा जाता है +20440,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_019.wav,बुरे लोग भलों के सम्मुख और दुष्ट लोग धर्मी के फाटक पर दण्डवत् करेंगे +20441,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_020.wav,निर्धन का पड़ोसी भी उससे घृणा करता है परन्तु धनी के अनेक प्रेमी होते हैं +20442,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_021.wav,जो अपने पड़ोसी को तुच्छ जानता वह पाप करता है परन्तु जो दीन लोगों पर अनुग्रह करता वह धन्य होता है +20443,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_022.wav,जो बुरी युक्ति निकालते हैं क्या वे भ्रम में नहीं पड़ते परन्तु भली युक्ति निकालनेवालों से करुणा और सच्चाई का व्यवहार किया जाता है +20444,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_023.wav,परिश्रम से सदा लाभ होता है परन्तु बकवाद करने से केवल घटती होती है +20445,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_024.wav,बुद्धिमानों का धन उनका मुकुट ठहरता है परन्तु मूर्ख से केवल मूर्खता ही उत्पन्न होती है +20446,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_025.wav,सच्चा साक्षी बहुतों के प्राण बचाता है परन्तु जो झूठी बातें उड़ाया करता है उससे धोखा ही होता है +20447,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_026.wav,यहोवा के भय में दृढ़ भरोसा है और यह उसके सन्तानों के लिए शरणस्थान होगा +20448,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_027.wav,यहोवा का भय मानना जीवन का सोता है और उसके द्वारा लोग मृत्यु के फंदों से बच जाते हैं +20449,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_028.wav,राजा की महिमा प्रजा की बहुतायत से होती है परन्तु जहाँ प्रजा नहीं वहाँ हाकिम नाश हो जाता है +20450,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_029.wav,जो विलम्ब से क्रोध करनेवाला है वह बड़ा समझवाला है परन्तु जो अधीर होता है वह मूर्खता को बढ़ाता है +20451,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_030.wav,शान्त मन तन का जीवन है परन्तु ईर्ष्या से हड्डियाँ भी गल जाती हैं +20452,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_031.wav,जो कंगाल पर अंधेर करता वह उसके कर्ता की निन्दा करता है परन्तु जो दरिद्र पर अनुग्रह करता वह उसकी महिमा करता है +20453,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_032.wav,दुष्ट मनुष्य बुराई करता हुआ नाश हो जाता है परन्तु धर्मी को मृत्यु के समय भी शरण मिलती है +20454,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_033.wav,समझवाले के मन में बुद्धि वास किए रहती है परन्तु मूर्ख मनुष्य बुद्धि के विषय में कुछ भी नहीं जानता +20455,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_034.wav,जाति की बढ़ती धर्म ही से होती है परन्तु पाप से देश के लोगों का अपमान होता है +20456,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_014_035.wav,जो कर्मचारी बुद्धि से काम करता है उस पर राजा प्रसन्न होता है परन्तु जो लज्जा के काम करता उस पर वह रोष करता है +20457,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_001.wav,कोमल उत्तर सुनने से जलजलाहट ठण्डी होती है परन्तु कटुवचन से क्रोध भड़क उठता है +20458,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_002.wav,बुद्धिमान ज्ञान का ठीक बखान करते हैं परन्तु मूर्खों के मुँह से मूर्खता उबल आती है +20459,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_003.wav,यहोवा की आँखें सब स्थानों में लगी रहती हैं वह बुरे भले दोनों को देखती रहती हैं +20460,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_004.wav,शान्ति देनेवाली बात जीवनवृक्ष है परन्तु उलटफेर की बात से आत्मा दुःखित होती है +20461,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_005.wav,मूर्ख अपने पिता की शिक्षा का तिरस्कार करता है परन्तु जो डाँट को मानता वह विवेकी हो जाता है +20462,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_006.wav,धर्मी के घर में बहुत धन रहता है परन्तु दुष्ट के कमाई में दुःख रहता है +20463,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_007.wav,बुद्धिमान लोग बातें करने से ज्ञान को फैलाते हैं परन्तु मूर्खों का मन ठीक नहीं रहता +20464,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_008.wav,दुष्ट लोगों के बलिदान से यहोवा घृणा करता है परन्तु वह सीधे लोगों की प्रार्थना से प्रसन्न होता है +20465,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_009.wav,दुष्ट के चाल चलन से यहोवा को घृणा आती है परन्तु जो धर्म का पीछा करता उससे वह प्रेम रखता है +20466,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_010.wav,जो मार्ग को छोड़ देता उसको बड़ी ताड़ना मिलती है और जो डाँट से बैर रखता वह अवश्य मर जाता है +20467,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_011.wav,जबकि अधोलोक और विनाशलोक यहोवा के सामने खुले रहते हैं तो निश्चय मनुष्यों के मन भी +20468,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_012.wav,ठट्ठा करनेवाला डाँटे जाने से प्रसन्न नहीं होता और न वह बुद्धिमानों के पास जाता है +20469,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_013.wav,मन आनन्दित होने से मुख पर भी प्रसन्नता छा जाती है परन्तु मन के दुःख से आत्मा निराश होती है +20470,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_014.wav,समझनेवाले का मन ज्ञान की खोज में रहता है परन्तु मूर्ख लोग मूर्खता से पेट भरते हैं +20471,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_015.wav,दुःखियारे के सब दिन दुःख भरे रहते हैं परन्तु जिसका मन प्रसन्न रहता है वह मानो नित्य भोज में जाता है +20472,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_016.wav,घबराहट के साथ बहुत रखे हुए धन से यहोवा के भय के साथ थोड़ा ही धन उत्तम है +20473,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_017.wav,प्रेमवाले घर में सागपात का भोजन बैरवाले घर में स्वादिष्ट माँस खाने से उत्तम है +20474,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_018.wav,क्रोधी पुरुष झगड़ा मचाता है परन्तु जो विलम्ब से क्रोध करनेवाला है वह मुकद्दमों को दबा देता है +20475,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_019.wav,आलसी का मार्ग काँटों से रुन्धा हुआ होता है परन्तु सीधे लोगों का मार्ग राजमार्ग ठहरता है +20476,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_020.wav,बुद्धिमान पुत्र से पिता आनन्दित होता है परन्तु मूर्ख अपनी माता को तुच्छ जानता है +20477,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_021.wav,निर्बुद्धि को मूर्खता से आनन्द होता है परन्तु समझवाला मनुष्य सीधी चाल चलता है +20478,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_022.wav,बिना सम्मति की कल्पनाएँ निष्फल होती हैं परन्तु बहुत से मंत्रियों की सम्मति से सफलता मिलती है +20479,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_023.wav,सज्जन उत्तर देने से आनन्दित होता है और अवसर पर कहा हुआ वचन क्या ही भला होता है +20480,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_024.wav,विवेकी के लिये जीवन का मार्ग ऊपर की ओर जाता है इस रीति से वह अधोलोक में पड़ने से बच जाता है +20481,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_025.wav,यहोवा अहंकारियों के घर को ढा देता है परन्तु विधवा की सीमाओं को अटल रखता है +20482,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_026.wav,बुरी कल्पनाएँ यहोवा को घिनौनी लगती हैं परन्तु शुद्ध जन के वचन मनभावने हैं +20483,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_027.wav,लालची अपने घराने को दुःख देता है परन्तु घूस से घृणा करनेवाला जीवित रहता है +20484,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_028.wav,धर्मी मन में सोचता है कि क्या उत्तर दूँ परन्तु दुष्टों के मुँह से बुरी बातें उबल आती हैं +20485,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_029.wav,यहोवा दुष्टों से दूर रहता है परन्तु ��र्मियों की प्रार्थना सुनता है +20486,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_030.wav,आँखों की चमक से मन को आनन्द होता है और अच्छे समाचार से हड्डियाँ पुष्ट होती हैं +20487,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_031.wav,जो जीवनदायी डाँट कान लगाकर सुनता है वह बुद्धिमानों के संग ठिकाना पाता है +20488,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_032.wav,जो शिक्षा को अनसुनी करता वह अपने प्राण को तुच्छ जानता है परन्तु जो डाँट को सुनता वह बुद्धि प्राप्त करता है +20489,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_015_033.wav,यहोवा के भय मानने से बुद्धि की शिक्षा प्राप्त होती है और महिमा से पहले नम्रता आती है +20490,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_001.wav,मन की युक्ति मनुष्य के वश में रहती है परन्तु मुँह से कहना यहोवा की ओर से होता है +20491,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_002.wav,मनुष्य का सारा चाल चलन अपनी दृष्टि में पवित्र ठहरता है परन्तु यहोवा मन को तौलता है +20492,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_003.wav,अपने कामों को यहोवा पर डाल दे इससे तेरी कल्पनाएँ सिद्ध होंगी +20493,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_004.wav,यहोवा ने सब वस्तुएँ विशेष उद्देश्य के लिये बनाई हैं वरन् दुष्ट को भी विपत्ति भोगने के लिये बनाया है +20494,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_005.wav,सब मन के घमण्डियों से यहोवा घृणा करता है मैं दृढ़ता से कहता हूँ ऐसे लोग निर्दोष न ठहरेंगे +20495,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_006.wav,अधर्म का प्रायश्चित कृपा और सच्चाई से होता है और यहोवा के भय मानने के द्वारा मनुष्य बुराई करने से बच जाते हैं +20496,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_007.wav,जब किसी का चाल चलन यहोवा को भावता है तब वह उसके शत्रुओं का भी उससे मेल कराता है +20497,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_008.wav,अन्याय के बड़े लाभ से न्याय से थोड़ा ही प्राप्त करना उत्तम है +20498,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_009.wav,मनुष्य मन में अपने मार्ग पर विचार करता है परन्तु यहोवा ही उसके पैरों को स्थिर करता है +20499,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_010.wav,राजा के मुँह से दैवीवाणी निकलती है न्याय करने में उससे चूक नहीं होती +20500,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_011.wav,सच्चा तराजू और पलड़े यहोवा की ओर से होते हैं थैली में जितने बटखरे हैं सब उसी के बनवाए हुए हैं +20501,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_012.wav,दुष्टता करना राजाओं के लिये घृणित काम है क्योंकि उनकी गद्दी धर्म ही से स्थिर रहती है +20502,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_013.wav,धर्म की बात बोलनेवालों से राजा प्रसन्न होता है और जो सीधी बातें बोलता है उससे वह प्रेम रखता है +20503,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_014.wav,राजा का क्रोध मृत्यु के दूत के समान है परन्तु बुद्धिमान मनुष्य उसको ठण्डा करता है +20504,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_015.wav,राजा के मुख की चमक में जीवन रहता है और उसकी प्रसन्नता बरसात के अन्त की घटा के समान होती है +20505,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_016.wav,बुद्धि की प्राप्ति शुद्ध सोने से क्या ही उत्तम है और समझ की प्राप्ति चाँदी से बढ़कर योग्य है +20506,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_017.wav,बुराई से हटना धर्मियों के लिये उत्तम मार्ग है जो अपने चाल चलन की चौकसी करता वह अपने प्राण की भी रक्षा करता है +20507,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_018.wav,विनाश से पहले गर्व और ठोकर खाने से पहले घमण्ड आता है +20508,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_019.wav,घमण्डियों के संग लूट बाँट लेने से दीन लोगों के संग नम्र भाव से रहना उत्तम है +20509,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_020.wav,जो वचन पर मन लगाता वह कल्याण पाता है और जो यहोवा पर भरोसा रखता वह धन्य होता है +20510,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_021.wav,जिसके हृदय में बुद्धि है वह समझवाला कहलाता है और मधुर वाणी के द्वारा ज्ञान बढ़ता है +20511,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_022.wav,जिसमें बुद्धि है उसके लिये वह जीवन का स्रोत है परन्तु मूर्ख का दण्ड स्वयं उसकी मूर्खता है +20512,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_023.wav,बुद्धिमान का मन उसके मुँह पर भी बुद्धिमानी प्रगट करता है और उसके वचन में विद्या रहती है +20513,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_024.wav,मनभावने वचन मधु भरे छत्ते के समान प्राणों को मीठे लगते और हड्डियों को हरीभरी करते हैं +20514,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_025.wav,ऐसा भी मार्ग है जो मनुष्य को सीधा जान पड़ता है परन्तु उसके अन्त में मृत्यु ही मिलती है +20515,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_026.wav,परिश्रमी की लालसा उसके लिये परिश्रम करती है उसकी भूख तो उसको उभारती रहती है +20516,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_027.wav,अधर्मी मनुष्य बुराई की युक्ति निकालता है और उसके वचनों से आग लग जाती है +20517,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_028.wav,टेढ़ा मनुष्य बहुत झगड़े को उठाता है और कानाफूसी करनेवाला परम मित्रों में भी फूट करा देता है +20518,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_029.wav,उपद्रवी मनुष्य अपने पड़ोसी को फुसलाकर कुमार्ग पर चलाता है +20519,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_030.wav,आँख मूँदनेवाला छल की कल्पनाएँ करता है और होंठ दबानेवाला बुराई करता है +20520,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_031.wav,पक्के बाल शोभायमान मुकुट ठहरते हैं वे धर्म के मार्ग पर चलने से प्राप्त होते हैं +20521,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_032.wav,विलम्ब से क्रोध करना वीरता से और अपने मन को वश में रखना नगर को जीत लेने से उत्तम है +20522,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_016_033.wav,चिट्ठी डाली जाती तो है परन्तु उसका निकलना यहोवा ही की ओर से होता है +20523,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_001.wav,चैन के साथ सूखा टुकड़ा उस घर की अपेक्षा उत्तम है जो मेलबलिपशुओं से भरा हो परन्तु उसमें झगड़ेरगड़े हों +20524,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_002.wav,बुद्धि से चलनेवाला दास अपने स्वामी के उस पुत्र पर जो लज्जा का कारण होता है प्रभुता करेगा और उस पुत्र के भाइयों के बीच भागी होगा +20525,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_003.wav,चाँदी के लिये कुठाली और सोने के लिये भट्ठी होती है परन्तु मनों को यहोवा जाँचता है +20526,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_004.wav,कुकर्मी अनर्थ बात को ध्यान देकर सुनता है और झूठा मनुष्य दुष्टता की बात की ओर कान लगाता है +20527,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_005.wav,जो निर्धन को उपहास में उड़ाता है वह उसके कर्त्ता की निन्दा करता है और जो किसी की विपत्ति पर हँसता है वह निर्दोष नहीं ठहरेगा +20528,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_006.wav,बूढ़ों की शोभा उनके नाती पोते हैं और बालबच्चों की शोभा उनके मातापिता हैं +20529,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_007.wav,मूर्ख के मुख से उत्तम बात फबती नहीं और इससे अधिक प्रधान के मुख से झूठी बात नहीं फबती +20530,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_008.wav,घूस देनेवाला व्यक्ति घूस को मोह लेनेवाला मणि समझता है ऐसा पुरुष जिधर फिरता उधर उसका काम सफल होता है +20531,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_009.wav,जो दूसरे के अपराध को ढाँप देता है वह प्रेम का खोजी ठहरता है परन्तु जो बात की चर्चा बार बार करता है वह परम मित्रों में भी फूट करा देता है +20532,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_010.wav,एक घुड़की समझनेवाले के मन में जितनी गड़ जाती है उतना सौ बार मार खाना मूर्ख के मन में नहीं गड़ता +20533,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_011.wav,बुरा मनुष्य दंगे ही का यत्न करता है इसलिए उसके पास क्रूर दूत भेजा जाएगा +20534,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_012.wav,बच्चाछीनीहुईरीछनी से मिलना मूर्खता में डूबे हुए मूर्ख से मिलने से बेहतर है +20535,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_013.wav,जो कोई भलाई के बदले में बुराई करे उसके घर से बुराई दूर न होगी +20536,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_014.wav,झगड़े का आरम्भ बाँध के छेद के समान है झगड़ा बढ़ने से पहले उसको छोड़ देना उचित है +20537,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_015.wav,जो दोषी को निर्दोष और जो निर्दोष को दोषी ठहराता है उन दोनों से यहोवा घृणा करता है +20538,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_016.wav,बुद्धि मोल लेने के लिये मूर्ख अपने हाथ में दाम क्यों लिए है वह उसे चाहता ही नहीं +20539,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_017.wav,मित्र सब समयों में प्रेम रखता है और विपत्ति के दिन भाई बन जाता है +20540,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_018.wav,निर्बुद्धि मनुष्य बाध्यकारी वायदे करता है और अपने पड़ोसी के कर्ज का उत्तरदायी होता है +20541,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_019.wav,जो झगड़ेरगड़े में प्रीति रखता वह अपराध करने से भी प्रीति रखता है और जो अपने फाटक को बड़ा करता वह अपने विनाश के लिये यत्न करता है +20542,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_020.wav,जो मन का टेढ़ा है उसका कल्याण नहीं होता और उलटफेर की बात करनेवाला विपत्ति में पड़ता है +20543,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_021.wav,जो मूर्ख को जन्म देता है वह उससे दुःख ही पाता है और मूर्ख के पिता को आनन्द नहीं होता +20544,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_022.wav,मन का आनन्द अच्छी औषधि है परन्तु मन के टूटने से हड्डियाँ सूख जाती हैं +20545,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_023.wav,दुष्ट जन न्याय बिगाड़ने के लिये अपनी गाँठ से घूस निकालता है +20546,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_024.wav,बुद्धि समझनेवाले के सामने ही रहती है परन्तु मूर्ख की आँखें पृथ्वी के दूरदूर देशों में लगी रहती हैं +20547,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_025.wav,मूर्ख पुत्र से पिता उदास होता है और उसकी जननी को शोक होता है +20548,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_026.wav,धर्मी को दण्ड देना और प्रधानों को खराई के कारण पिटवाना दोनों काम अच्छे नहीं हैं +20549,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_027.wav,जो सम्भलकर बोलता है वह ज्ञानी ठहरता है और जिसकी आत्मा शान्त रहती है वही समझवाला पुरुष ठहरता है +20550,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_017_028.wav,मूर्ख भी जब चुप रहता है तब बुद्धिमान गिना जाता है और जो अपना मुँह बन्द रखता वह समझवाला गिना जाता है +20551,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_001.wav,जो दूसरों से अलग हो जाता है वह अपनी ही इच्छा पूरी करने के लिये ऐसा करता है और सब प्रकार की खरी बुद्धि से बैर करता है +20552,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_002.wav,मूर्ख का मन समझ की बातों में नहीं लगता वह केवल अपने मन की बात प्रगट करना चाहता है +20553,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_003.wav,जहाँ दुष्टता आती वहाँ अपमान भी आता है और निरादर के साथ निन्दा आती है +20554,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_004.wav,मनुष्य के मुँह के वचन गहरे जल होते है बुद्धि का स्रोत बहती धारा के समान हैं +20555,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_005.wav,दुष्ट का पक्ष करना और धर्मी का हक़ मारना अच्छा नहीं है +20556,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_006.wav,बात बढ़ाने से मूर्ख मुकद्दमा खड़ा करता है और अपने को मार खाने के योग्य दिखाता है +20557,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_007.wav,मूर्ख का विनाश उसकी बातों से होता है और उसके वचन उसके प्राण के लिये फंदे होते हैं +20558,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_008.wav,कानाफूसी करनेवाले के वचन स्वादिष्ट भोजन के समान लगते हैं वे पेट में पच जाते हैं +20559,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_009.wav,जो काम में आलस करता है वह बिगाड़नेवाले का भाई ठहरता है +20560,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_010.wav,यहोवा का नाम दृढ़ गढ़ है धर्मी उसमें भागकर सब दुर्घटनाओं से बचता है +20561,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_011.wav,धनी का धन उसकी दृष्टि में शक्तिशाली नगर है और उसकी कल्पना ऊँची शहरपनाह के समान है +20562,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_012.wav,नाश होने से पहले मनुष्य के मन में घमण्ड और महिमा पाने से पहले नम्रता होती है +20563,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_013.wav,जो बिना बात सुने उत्तर देता है वह मूर्ख ठहरता है और उसका अनादर होता है +20564,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_014.wav,रोग में मनुष्य अपनी आत्मा से सम्भलता है परन्तु जब आत्मा हार जाती है तब इसे कौन सह सकता है +20565,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_015.wav,समझवाले का मन ज्ञान प्राप्त करता है और बुद्धिमान ज्ञान की बात की खोज में रहते हैं +20566,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_016.wav,भेंट मनुष्य के लिये मार्ग खोल देती है और उसे बड़े लोगों के सामने पहुँचाती है +20567,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_017.wav,मुकद्दमे में जो पहले बोलता वही सच्चा जान पड़ता है परन्तु बाद में दूसरे पक्षवाला आकर उसे जाँच लेता है +20568,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_018.wav,चिट्ठी डालने से झगड़े बन्द होते हैं और बलवन्तों की लड़ाई का अन्त होता है +20569,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_019.wav,चिढ़े हुए भाई को मनाना दृढ़ नगर के ले लेने से कठिन होता है और झगड़े राजभवन के बेंड़ों के समान हैं +20570,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_020.wav,मनुष्य का पेट मुँह की बातों के फल से भरता है और बोलने से जो कुछ प्राप्त होता है उससे वह तृप्त होता है +20571,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_021.wav,जीभ के वश में मृत्यु और जीवन दोनों होते हैं और जो उसे काम में लाना जानता है वह उसका फल भोगेगा +20572,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_022.wav,जिसने स्त्री ब्याह ली उसने उत्तम पदार्थ पाया और यहोवा का अनुग्रह उस पर हुआ है +20573,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_023.wav,निर्धन गिड़गिड़ाकर बोलता है परन्तु धनी कड़ा उत्तर देता है +20574,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_018_024.wav,मित्रों के बढ़ाने से तो नाश होता है परन्तु ऐसा मित्र होता है जो भाई से भी अधिक मिला रहता है +20575,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_001.wav,जो निर्धन खराई से चलता है वह उस मूर्ख से उत्तम है जो टेढ़ी बातें बोलता है +20576,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_002.wav,मनुष्य का ज्ञानरहित रहना अच्छा नहीं और जो उतावली से दौड़ता है वह चूक जाता है +20577,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_003.wav,मूर्खता के कारण मनुष्य का मार्ग टेढ़ा होता है और वह मन ही मन यहोवा से चिढ़ने लगता है +20578,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_004.wav,धनी के तो बहुत मित्र हो जाते हैं परन्तु कंगाल के मित्र उससे अलग हो जाते हैं +20579,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_005.wav,झूठा साक्षी निर्दोष नहीं ठहरता और जो झूठ बोला करता है वह न बचेगा +20580,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_006.wav,उदार मनुष्य को बहुत से लोग मना लेते हैं और दानी पुरुष का मित्र सब कोई बनता है +20581,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_007.wav,जब निर्धन के सब भाई उससे बैर रखते हैं तो निश्चय है कि उसके मित्र उससे दूर हो जाएँ वह बातें करते हुए उनका पीछा करता है परन्तु उनको नहीं पाता +20582,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_008.wav,जो बुद्धि प्राप्त करता वह अपने प्राण को प्रेमी ठहराता है और जो समझ को रखे रहता है उसका कल्याण होता है +20583,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_009.wav,झूठा साक्षी निर्दोष नहीं ठहरता और जो झूठ बोला करता है वह नाश होता है +20584,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_010.wav,जब सुख में रहना मूर्ख को नहीं फबता तो हाकिमों पर दास का प्रभुता करना कैसे फबे +20585,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_011.wav,जो मनुष्य बुद्धि से चलता है वह विलम्ब से क्रोध करता है और अपराध को भुलाना उसको शोभा देता है +20586,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_012.wav,राजा का क्रोध सिंह की गर्जन के समान है परन्तु उसकी प्रसन्नता घास पर की ओस के तुल्य होती है +20587,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_013.wav,मूर्ख पुत्र पिता के लिये विपत्ति है और झगड़ालू पत्नी सदा टपकने वाले जल के समान हैं +20588,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_014.wav,घर और धन पुरखाओं के भाग से परन्तु बुद्धिमती पत्नी यहोवा ही से मिलती है +20589,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_015.wav,आलस से भारी नींद आ जाती है और जो प्राणी ढिलाई से काम करता वह भूखा ही रहता है +20590,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_016.wav,जो आज्ञा को मानता वह अपने प्राण की रक्षा करता है परन्तु जो अपने चाल चलन के विषय में निश्चिन्त रहता है वह मर जाता है +20591,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_017.wav,जो कंगाल पर अनुग्रह करता है वह यहोवा को उधार देता है और वह अपने इस काम का प्रतिफल पाएगा +20592,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_018.wav,जब तक आशा है तब तक अपने पुत्र की ताड़ना कर जान बूझकर उसको मार न डाल +20593,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_019.wav,जो बड़ा क्रोधी है उसे दण्ड उठाने दे क्योंकि यदि तू उसे बचाए तो बारम्बार बचाना पड़ेगा +20594,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_020.wav,सम्मति को सुन ले और शिक्षा को ग्रहण कर ताकि तू अपने अन्तकाल में बुद्धिमान ठहरे +20595,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_021.wav,मनुष्य के मन में बहुत सी कल्पनाएँ होती हैं परन्तु जो युक्ति यहोवा करता है वही स्थिर रहती है +20596,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_022.wav,मनुष्य में निष्ठा सर्वोत्तम गुण है और निर्धन जन झूठ बोलनेवाले से बेहतर है +20597,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_023.wav,यहोवा का भय मानने से जीवन बढ़ता है और उसका भय माननेवाला ठिकाना पाकर सुखी रहता है उस पर विपत्ति नहीं पड़ने की +20598,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_024.wav,आलसी अपना हाथ थाली में डालता है परन्तु अपने मुँह तक कौर नहीं उठाता +20599,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_025.wav,ठट्ठा करनेवाले को मार इससे भोला मनुष्य समझदार हो जाएगा और समझवाले को डाँट तब वह अधिक ज्ञान पाएगा +20600,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_026.wav,जो पुत्र अपने बाप को उजाड़ता और अपनी माँ को भगा देता है वह अपमान और लज्जा का कारण होगा +20601,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_027.wav,हे मेरे पुत्र यदि तू शिक्षा को सुनना छोड़ दे तो तू ज्ञान की बातों से भटक जाएगा +20602,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_028.wav,अधर्मी साक्षी न्याय क��� उपहास में उड़ाता है और दुष्ट लोग अनर्थ काम निगल लेते हैं +20603,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_019_029.wav,ठट्ठा करनेवालों के लिये दण्ड ठहराया जाता है और मूर्खों की पीठ के लिये कोड़े हैं +20604,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_001.wav,दाखमधु ठट्ठा करनेवाला और मदिरा हल्ला मचानेवाली है जो कोई उसके कारण चूक करता है वह बुद्धिमान नहीं +20605,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_002.wav,राजा का क्रोध जवान सिंह के गर्जन समान है जो उसको रोष दिलाता है वह अपना प्राण खो देता है +20606,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_003.wav,मुकद्दमे से हाथ उठाना पुरुष की महिमा ठहरती है परन्तु सब मूर्ख झगड़ने को तैयार होते हैं +20607,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_004.wav,आलसी मनुष्य शीत के कारण हल नहीं जोतता इसलिए कटनी के समय वह भीख माँगता और कुछ नहीं पाता +20608,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_005.wav,मनुष्य के मन की युक्ति अथाह तो है तो भी समझवाला मनुष्य उसको निकाल लेता है +20609,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_006.wav,बहुत से मनुष्य अपनी निष्ठा का प्रचार करते हैं परन्तु सच्चा व्यक्ति कौन पा सकता है +20610,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_007.wav,वह व्यक्ति जो अपनी सत्यनिष्ठा पर चलता है उसके पुत्र जो उसके पीछे चलते हैं वे धन्य हैं +20611,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_008.wav,राजा जो न्याय के सिंहासन पर बैठा करता है वह अपनी दृष्टि ही से सब बुराई को छाँट लेता है +20612,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_009.wav,कौन कह सकता है कि मैंने अपने हृदय को पवित्र किया अथवा मैं पाप से शुद्ध हुआ हूँ +20613,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_010.wav,घटतेबढ़ते बटखरे और घटतेबढ़ते नपुए इन दोनों से यहोवा घृणा करता है +20614,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_011.wav,लड़का भी अपने कामों से पहचाना जाता है कि उसका काम पवित्र और सीधा है या नहीं +20615,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_012.wav,सुनने के लिये कान और देखने के लिये जो आँखें हैं उन दोनों को यहोवा ने बनाया है +20616,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_013.wav,नींद से प्रीति न रख नहीं तो दरिद्र हो जाएगा आँखें खोल तब तू रोटी से तृप्त होगा +20617,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_014.wav,मोल लेने के समय ग्राहक अच्छी नहीं अच्छी नहीं कहता है परन्तु चले जाने पर बढ़ाई करता है +20618,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_015.wav,सोना और बहुत से बहुमूल्य रत्न तो हैं परन्तु ज्ञान की बातें अनमोल मणि ठहरी हैं +20619,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_016.wav,किसी अनजान के लिए जमानत देनेवाले के वस्त्र ले और पराए के प्रति जो उत्तरदायी हुआ है उससे बँधक की वस्तु ले रख +20620,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_017.wav,छलकपट से प्राप्त रोटी मनुष्य को मीठी तो लगती है परन्तु बाद में उसका मुँह कंकड़ों से भर जाता है +20621,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_018.wav,सब कल्पनाएँ सम्मति ही से स्थिर होती हैं और युक्ति के साथ युद्ध करना चाहिये +20622,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_019.wav,जो लुतराई करता फिरता है वह भेद प्रगट करता है इसलिए बकवादी से मेल जोल न रखना +20623,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_020.wav,जो अपने मातापिता को कोसता उसका दिया बुझ जाता और घोर अंधकार हो जाता है +20624,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_021.wav,जो भाग पहले उतावली से मिलता है अन्त में उस पर आशीष नहीं होती +20625,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_022.wav,मत कह मैं बुराई का बदला लूँगा वरन् यहोवा की बाट जोहता रह वह तुझको छुड़ाएगा +20626,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_023.wav,घटतेबढ़ते बटखरों से यहोवा घृणा करता है और छल का तराजू अच्छा नहीं +20627,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_024.wav,मनुष्य का मार्ग यहोवा की ओर से ठहराया जाता है मनुष्य अपना मार्ग कैसे समझ सकेगा +20628,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_025.wav,जो मनुष्य बिना विचारे किसी वस्तु को पवित्र ठहराए और जो मन्नत मानकर पूछपाछ करने लगे वह फंदे में फँसेगा +20629,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_026.wav,बुद्धिमान राजा दुष्टों को फटकता है और उन पर दाँवने का पहिया चलवाता है +20630,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_027.wav,मनुष्य की आत्मा यहोवा का दीपक है वह मन की सब बातों की खोज करता है +20631,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_028.wav,राजा की रक्षा कृपा और सच्चाई के कारण होती है और कृपा करने से उसकी गद्दी सम्भलती है +20632,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_029.wav,जवानों का गौरव उनका बल है परन्तु बूढ़ों की शोभा उनके पक्के बाल हैं +20633,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_020_030.wav,चोट लगने से जो घाव होते हैं वे बुराई दूर करते हैं और मार खाने से हृदय निर्मल हो जाता है +20634,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_001.wav,राजा का मन जल की धाराओं के समान यहोवा के हाथ में रहता है जिधर वह चाहता उधर उसको मोड़ देता है +20635,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_002.wav,मनुष्य का सारा चाल चलन अपनी दृष्टि में तो ठीक होता है परन्तु यहोवा मन को जाँचता है +20636,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_003.wav,धर्म और न्याय करना यहोवा को बलिदान से अधिक अच्छा लगता है +20637,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_004.wav,चढ़ी आँखें घमण्डी मन और दुष्टों की खेती तीनों पापमय हैं +20638,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_005.wav,कामकाजी की कल्पनाओं से केवल लाभ होता है परन्तु उतावली करनेवाले को केवल घटती होती है +20639,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_006.wav,जो धन झूठ के द्वारा प्राप्त हो वह वायु से उड़ जानेवाला कुहरा है उसके ढूँढ़नेवाले मृत्यु ही को ढूँढ़ते हैं +20640,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_007.wav,जो उपद्रव दुष्ट लोग करते हैं उससे उन्हीं का नाश होता है क्योंकि वे न्याय का काम करने से इन्कार करते हैं +20641,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_008.wav,पाप से लदे हुए मनुष्य का मार्ग बहुत ही टेढ़ा होता है परन्तु जो पवित्र है उसका कर्म सीधा होता है +20642,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_009.wav,लम्बेचौड़े घर में झगड़ालू पत्नी ���े संग रहने से छत के कोने पर रहना उत्तम है +20643,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_010.wav,दुष्ट जन बुराई की लालसा जी से करता है वह अपने पड़ोसी पर अनुग्रह की दृष्टि नहीं करता +20644,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_011.wav,जब ठट्ठा करनेवाले को दण्ड दिया जाता है तब भोला बुद्धिमान हो जाता है और जब बुद्धिमान को उपदेश दिया जाता है तब वह ज्ञान प्राप्त करता है +20645,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_012.wav,धर्मी जन दुष्टों के घराने पर बुद्धिमानी से विचार करता है और परमेश्वर दुष्टों को बुराइयों में उलट देता है +20646,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_013.wav,जो कंगाल की दुहाई पर कान न दे वह आप पुकारेगा और उसकी सुनी न जाएगी +20647,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_014.wav,गुप्त में दी हुई भेंट से क्रोध ठण्डा होता है और चुपके से दी हुई घूस से बड़ी जलजलाहट भी थमती है +20648,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_015.wav,न्याय का काम करना धर्मी को तो आनन्द परन्तु अनर्थकारियों को विनाश ही का कारण जान पड़ता है +20649,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_016.wav,जो मनुष्य बुद्धि के मार्ग से भटक जाए उसका ठिकाना मरे हुओं के बीच में होगा +20650,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_017.wav,जो रागरंग से प्रीति रखता है वह कंगाल हो जाता है और जो दाखमधु पीने और तेल लगाने से प्रीति रखता है वह धनी नहीं होता +20651,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_018.wav,दुष्ट जन धर्मी की छुड़ौती ठहरता है और विश्वासघाती सीधे लोगों के बदले दण्ड भोगते हैं +20652,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_019.wav,झगड़ालू और चिढ़नेवाली पत्नी के संग रहने से जंगल में रहना उत्तम है +20653,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_020.wav,बुद्धिमान के घर में उत्तम धन और तेल पाए जाते हैं परन्तु मूर्ख उनको उड़ा डालता है +20654,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_021.wav,जो धर्म और कृपा का पीछा करता है वह जीवन धर्म और महिमा भी पाता है +20655,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_022.wav,बुद्धिमान शूरवीरों के नगर पर चढ़कर उनके बल को जिस पर वे भरोसा करते हैं नाश करता है +20656,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_023.wav,जो अपने मुँह को वश में रखता है वह अपने प्राण को विपत्तियों से बचाता है +20657,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_024.wav,जो अभिमान से रोष में आकर काम करता है उसका नाम अभिमानी और अहंकारी ठट्ठा करनेवाला पड़ता है +20658,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_025.wav,आलसी अपनी लालसा ही में मर जाता है क्योंकि उसके हाथ काम करने से इन्कार करते हैं +20659,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_026.wav,कोई ऐसा है जो दिन भर लालसा ही किया करता है परन्तु धर्मी लगातार दान करता रहता है +20660,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_027.wav,दुष्टों का बलिदान घृणित है विशेष करके जब वह बुरे उद्देश्य के साथ लाता है +20661,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_028.wav,झूठा साक्षी नाश हो जाएगा परन्तु सच्चा साक्षी सदा स्थिर रहेगा +20662,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_029.wav,दुष्ट मनुष्य अपना मुख कठोर करता है और धर्मी अपनी चाल सीधी रखता है +20663,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_030.wav,यहोवा के विरुद्ध न तो कुछ बुद्धि और न कुछ समझ न कोई युक्ति चलती है +20664,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_021_031.wav,युद्ध के दिन के लिये घोड़ा तैयार तो होता है परन्तु जय यहोवा ही से मिलती है +20665,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_001.wav,बड़े धन से अच्छा नाम अधिक चाहने योग्य है और सोने चाँदी से औरों की प्रसन्नता उत्तम है +20666,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_002.wav,धनी और निर्धन दोनों में एक समानता है यहोवा उन दोनों का कर्त्ता है +20667,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_003.wav,चतुर मनुष्य विपत्ति को आते देखकर छिप जाता है परन्तु भोले लोग आगे बढ़कर दण्ड भोगते हैं +20668,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_004.wav,नम्रता और यहोवा के भय मानने का फल धन महिमा और जीवन होता है +20669,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_005.wav,टेढ़े मनुष्य के मार्ग में काँटे और फंदे रहते हैं परन्तु जो अपने प्राणों की रक्षा करता वह उनसे दूर रहता है +20670,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_006.wav,लड़के को उसी मार्ग की शिक्षा दे जिसमें उसको चलना चाहिये और वह बुढ़ापे में भी उससे न हटेगा +20671,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_007.wav,धनी निर्धन लोगों पर प्रभुता करता है और उधार लेनेवाला उधार देनेवाले का दास होता है +20672,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_008.wav,जो कुटिलता का बीज बोता है वह अनर्थ ही काटेगा और उसके रोष का सोंटा टूटेगा +20673,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_009.wav,दया करनेवाले पर आशीष फलती है क्योंकि वह कंगाल को अपनी रोटी में से देता है +20674,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_010.wav,ठट्ठा करनेवाले को निकाल दे तब झगड़ा मिट जाएगा और वादविवाद और अपमान दोनों टूट जाएँगे +20675,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_011.wav,जो मन की शुद्धता से प्रीति रखता है और जिसके वचन मनोहर होते हैं राजा उसका मित्र होता है +20676,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_012.wav,यहोवा ज्ञानी पर दृष्टि करके उसकी रक्षा करता है परन्तु विश्वासघाती की बातें उलट देता है +20677,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_013.wav,आलसी कहता है बाहर तो सिंह होगा मैं चौक के बीच घात किया जाऊँगा +20678,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_014.wav,व्यभिचारिणी का मुँह गहरा गड्ढा है जिससे यहोवा क्रोधित होता है वही उसमें गिरता है +20679,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_015.wav,लड़के के मन में मूर्खता की गाँठ बंधी रहती है परन्तु अनुशासन की छड़ी के द्वारा वह खोलकर उससे दूर की जाती है +20680,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_016.wav,जो अपने लाभ के निमित्त कंगाल पर अंधेर करता है और जो धनी को भेंट देता वे दोनों केवल हानि ही उठाते हैं +20681,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_017.wav,कान लगाकर बुद्धिमानों के वचन सुन और मेरी ज्ञान की बातों की ओर मन लगा +20682,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_018.wav,यदि तू उसको अपने म�� में रखे और वे सब तेरे मुँह से निकला भी करें तो यह मनभावनी बात होगी +20683,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_019.wav,मैंने आज इसलिए ये बातें तुझको बताई है कि तेरा भरोसा यहोवा पर हो +20684,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_020.wav,मैं बहुत दिनों से तेरे हित के उपदेश और ज्ञान की बातें लिखता आया हूँ +20685,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_021.wav,कि मैं तुझे सत्य वचनों का निश्चय करा दूँ जिससे जो तुझे काम में लगाएँ उनको सच्चा उत्तर दे सके +20686,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_022.wav,कंगाल पर इस कारण अंधेर न करना कि वह कंगाल है और न दीन जन को कचहरी में पीसना +20687,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_023.wav,क्योंकि यहोवा उनका मुकद्दमा लड़ेगा और जो लोग उनका धन हर लेते हैं उनका प्राण भी वह हर लेगा +20688,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_024.wav,क्रोधी मनुष्य का मित्र न होना और झट क्रोध करनेवाले के संग न चलना +20689,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_025.wav,कहीं ऐसा न हो कि तू उसकी चाल सीखे और तेरा प्राण फंदे में फँस जाए +20690,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_026.wav,जो लोग हाथ पर हाथ मारते हैं और कर्जदार के उत्तरदायी होते हैं उनमें तू न होना +20691,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_027.wav,यदि तेरे पास भुगतान करने के साधन की कमी हो तो क्यों न साहूकार तेरे नीचे से खाट खींच ले जाए +20692,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_028.wav,जो सीमा तेरे पुरखाओं ने बाँधी हो उस पुरानी सीमा को न बढ़ाना +20693,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_022_029.wav,यदि तू ऐसा पुरुष देखे जो कामकाज में निपुण हो तो वह राजाओं के सम्मुख खड़ा होगा छोटे लोगों के सम्मुख नहीं +20694,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_001.wav,जब तू किसी हाकिम के संग भोजन करने को बैठे तब इस बात को मन लगाकर सोचना कि मेरे सामने कौन है +20695,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_002.wav,और यदि तू अधिक खानेवाला हो तो थोड़ा खाकर भूखा उठ जाना +20696,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_003.wav,उसकी स्वादिष्ट भोजनवस्तुओं की लालसा न करना क्योंकि वह धोखे का भोजन है +20697,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_004.wav,धनी होने के लिये परिश्रम न करना अपनी समझ का भरोसा छोड़ना +20698,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_005.wav,जब तू अपनी दृष्टि धन पर लगाएगा वह चला जाएगा वह उकाब पक्षी के समान पंख लगाकर निःसन्देह आकाश की ओर उड़ जाएगा +20699,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_006.wav,जो डाह से देखता है उसकी रोटी न खाना और न उसकी स्वादिष्ट भोजनवस्तुओं की लालसा करना +20700,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_007.wav,क्योंकि वह ऐसा व्यक्ति है जो भोजन के कीमत की गणना करता है वह तुझ से कहता तो है खा और पी परन्तु उसका मन तुझ से लगा नहीं है +20701,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_008.wav,जो कौर तूने खाया हो उसे उगलना पड़ेगा और तू अपनी मीठी बातों का फल खोएगा +20702,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_009.wav,मूर्ख के सामने न बोलना नहीं तो वह तेरे बुद्धि के वचनों को तुच्छ जाने���ा +20703,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_010.wav,पुरानी सीमाओं को न बढ़ाना और न अनाथों के खेत में घुसना +20704,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_011.wav,क्योंकि उनका छुड़ानेवाला सामर्थी है उनका मुकद्दमा तेरे संग वही लड़ेगा +20705,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_012.wav,अपना हृदय शिक्षा की ओर और अपने कान ज्ञान की बातों की ओर लगाना +20706,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_013.wav,लड़के की ताड़ना न छोड़ना क्योंकि यदि तू उसको छड़ी से मारे तो वह न मरेगा +20707,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_014.wav,तू उसको छड़ी से मारकर उसका प्राण अधोलोक से बचाएगा +20708,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_015.wav,हे मेरे पुत्र यदि तू बुद्धिमान हो तो मेरा ही मन आनन्दित होगा +20709,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_016.wav,और जब तू सीधी बातें बोले तब मेरा मन प्रसन्न होगा +20710,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_017.wav,तू पापियों के विषय मन में डाह न करना दिन भर यहोवा का भय मानते रहना +20711,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_018.wav,क्योंकि अन्त में फल होगा और तेरी आशा न टूटेगी +20712,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_019.wav,हे मेरे पुत्र तू सुनकर बुद्धिमान हो और अपना मन सुमार्ग में सीधा चला +20713,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_020.wav,दाखमधु के पीनेवालों में न होना न माँस के अधिक खानेवालों की संगति करना +20714,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_021.wav,क्योंकि पियक्कड़ और पेटू दरिद्र हो जाएँगे और उनका क्रोध उन्हें चिथड़े पहनाएगी +20715,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_022.wav,अपने जन्मानेवाले पिता की सुनना और जब तेरी माता बुढ़िया हो जाए तब भी उसे तुच्छ न जानना +20716,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_023.wav,सच्चाई को मोल लेना बेचना नहीं और बुद्धि और शिक्षा और समझ को भी मोल लेना +20717,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_024.wav,धर्मी का पिता बहुत मगन होता है और बुद्धिमान का जन्मानेवाला उसके कारण आनन्दित होता है +20718,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_025.wav,तेरे कारण मातापिता आनन्दित और तेरी जननी मगन होए +20719,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_026.wav,हे मेरे पुत्र अपना मन मेरी ओर लगा और तेरी दृष्टि मेरे चाल चलन पर लगी रहे +20720,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_027.wav,वेश्या गहरा गड्ढा ठहरती है और पराई स्त्री सकेत कुएँ के समान है +20721,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_028.wav,वह डाकू के समान घात लगाती है और बहुत से मनुष्यों को विश्वासघाती बना देती है +20722,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_029.wav,कौन कहता है हाय कौन कहता है हाय हाय कौन झगड़ेरगड़े में फँसता है कौन बकबक करता है किसके अकारण घाव होते हैं किसकी आँखें लाल हो जाती हैं +20723,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_030.wav,उनकी जो दाखमधु देर तक पीते हैं और जो मसाला मिला हुआ दाखमधु ढूँढ़ने को जाते हैं +20724,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_031.wav,जब दाखमधु लाल दिखाई देता है और कटोरे में उसका सुन्दर रंग होता है और जब वह धार के साथ उण्डेला जाता है तब उसको न देखना +20725,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_032.wav,क्योंकि अन्त में वह सर्प के समान डसता है और करैत के समान काटता है +20726,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_033.wav,तू विचित्र वस्तुएँ देखेगा और उलटीसीधी बातें बकता रहेगा +20727,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_034.wav,और तू समुद्र के बीच लेटनेवाले या मस्तूल के सिरे पर सोनेवाले के समान रहेगा +20728,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_023_035.wav,तू कहेगा कि मैंने मार तो खाई परन्तु दुःखित न हुआ मैं पिट तो गया परन्तु मुझे कुछ सुधि न थी मैं होश में कब आऊँ मैं तो फिर मदिरा ढूँढ़ूगा +20729,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_001.wav,बुरे लोगों के विषय में डाह न करना और न उसकी संगति की चाह रखना +20730,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_002.wav,क्योंकि वे उपद्रव सोचते रहते हैं और उनके मुँह से दुष्टता की बात निकलती है +20731,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_003.wav,घर बुद्धि से बनता है और समझ के द्वारा स्थिर होता है +20732,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_004.wav,ज्ञान के द्वारा कोठरियाँ सब प्रकार की बहुमूल्य और मनोहर वस्तुओं से भर जाती हैं +20733,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_005.wav,वीर पुरुष बलवान होता है परन्तु ज्ञानी व्यक्ति बलवान पुरुष से बेहतर है +20734,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_006.wav,इसलिए जब तू युद्ध करे तब युक्ति के साथ करना विजय बहुत से मंत्रियों के द्वारा प्राप्त होती है +20735,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_007.wav,बुद्धि इतने ऊँचे पर है कि मूर्ख उसे पा नहीं सकता वह सभा में अपना मुँह खोल नहीं सकता +20736,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_008.wav,जो सोच विचार के बुराई करता है उसको लोग दुष्ट कहते हैं +20737,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_009.wav,मूर्खता का विचार भी पाप है और ठट्ठा करनेवाले से मनुष्य घृणा करते हैं +20738,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_010.wav,यदि तू विपत्ति के समय साहस छोड़ दे तो तेरी शक्ति बहुत कम है +20739,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_011.wav,जो मार डाले जाने के लिये घसीटे जाते हैं उनको छुड़ा और जो घात किए जाने को हैं उन्हें रोक +20740,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_012.wav,यदि तू कहे कि देख मैं इसको जानता न था तो क्या मन का जाँचनेवाला इसे नहीं समझता और क्या तेरे प्राणों का रक्षक इसे नहीं जानता और क्या वह हर एक मनुष्य के काम का फल उसे न देगा +20741,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_013.wav,हे मेरे पुत्र तू मधु खा क्योंकि वह अच्छा है और मधु का छत्ता भी क्योंकि वह तेरे मुँह में मीठा लगेगा +20742,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_014.wav,इसी रीति बुद्धि भी तुझे वैसी ही मीठी लगेगी यदि तू उसे पा जाए तो अन्त में उसका फल भी मिलेगा और तेरी आशा न टूटेगी +20743,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_015.wav,तू दुष्ट के समान धर्मी के निवास को नष्ट करने के लिये घात में न बैठ और उसके विश्रामस्थान को मत उजाड़ +20744,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_016.wav,क्योंकि धर्मी चाहे सात बार गिरे तो भी उठ खड़ा होता है परन्तु दुष्ट लोग विपत्ति में गिरकर पड़े ही रहते हैं +20745,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_017.wav,जब तेरा शत्रु गिर जाए तब तू आनन्दित न हो और जब वह ठोकर खाए तब तेरा मन मगन न हो +20746,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_018.wav,कहीं ऐसा न हो कि यहोवा यह देखकर अप्रसन्न हो और अपना क्रोध उस पर से हटा ले +20747,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_019.wav,कुकर्मियों के कारण मत कुढ़ दुष्ट लोगों के कारण डाह न कर +20748,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_020.wav,क्योंकि बुरे मनुष्य को अन्त में कुछ फल न मिलेगा दुष्टों का दीपक बुझा दिया जाएगा +20749,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_021.wav,हे मेरे पुत्र यहोवा और राजा दोनों का भय मानना और उनके विरुद्ध बलवा करनेवालों के साथ न मिलना +20750,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_022.wav,क्योंकि उन पर विपत्ति अचानक आ पड़ेगी और दोनों की ओर से आनेवाली विपत्ति को कौन जानता है +20751,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_023.wav,बुद्धिमानों के वचन यह भी हैं न्याय में पक्षपात करना किसी भी रीति से अच्छा नहीं +20752,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_024.wav,जो दुष्ट से कहता है कि तू निर्दोष है उसको तो हर समाज के लोग श्राप देते और जातिजाति के लोग धमकी देते हैं +20753,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_025.wav,परन्तु जो लोग दुष्ट को डाँटते हैं उनका भला होता है और उत्तम से उत्तम आशीर्वाद उन पर आता है +20754,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_026.wav,जो सीधा उत्तर देता है वह होठों को चूमता है +20755,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_027.wav,अपना बाहर का कामकाज ठीक करना और अपने लिए खेत को भी तैयार कर लेना उसके बाद अपना घर बनाना +20756,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_028.wav,व्यर्थ अपने पड़ोसी के विरुद्ध साक्षी न देना और न उसको फुसलाना +20757,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_029.wav,मत कह जैसा उसने मेरे साथ किया वैसा ही मैं भी उसके साथ करूँगा और उसको उसके काम के अनुसार पलटा दूँगा +20758,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_030.wav,मैं आलसी के खेत के पास से और निर्बुद्धि मनुष्य की दाख की बारी के पास होकर जाता था +20759,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_031.wav,तो क्या देखा कि वहाँ सब कहीं कटीले पेड़ भर गए हैं और वह बिच्छू पौधों से ढांक गई है और उसके पत्थर का बाड़ा गिर गया है +20760,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_032.wav,तब मैंने देखा और उस पर ध्यानपूर्वक विचार किया हाँ मैंने देखकर शिक्षा प्राप्त की +20761,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_033.wav,छोटी सी नींद एक और झपकी थोड़ी देर हाथ पर हाथ रख के लेटे रहना +20762,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_024_034.wav,तब तेरा कंगालपन डाकू के समान और तेरी घटी हथियारबन्द के समान आ पड़ेगी +20763,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_001.wav,सुलैमान के नीतिवचन ये भी हैं जिन्हें यहूदा के राजा हिजकिय्याह के जनों ने नकल की थी +20764,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_002.wav,परमेश्वर की महिमा गुप्त रखने में है परन्तु राजाओं की म���िमा गुप्त बात के पता लगाने से होती है +20765,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_003.wav,स्वर्ग की ऊँचाई और पृथ्वी की गहराई और राजाओं का मन इन तीनों का अन्त नहीं मिलता +20766,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_004.wav,चाँदी में से मैल दूर करने पर वह सुनार के लिये काम की हो जाती है +20767,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_005.wav,वैसे ही राजा के सामने से दुष्ट को निकाल देने पर उसकी गद्दी धर्म के कारण स्थिर होगी +20768,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_006.wav,राजा के सामने अपनी बड़ाई न करना और बड़े लोगों के स्थान में खड़ा न होना +20769,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_007.wav,उनके लिए तुझ से यह कहना बेहतर है कि इधर मेरे पास आकर बैठ ताकि प्रधानों के सम्मुख तुझे अपमानित न होना पड़े +20770,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_008.wav,जो कुछ तूने देखा है वह जल्दी से अदालत में न ला अन्त में जब तेरा पड़ोसी तुझे शर्मिंदा करेगा तो तू क्या करेगा +20771,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_009.wav,अपने पड़ोसी के साथ वादविवाद एकान्त में करना और पराए का भेद न खोलना +20772,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_010.wav,ऐसा न हो कि सुननेवाला तेरी भी निन्दा करे और तेरी निन्दा बनी रहे +20773,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_011.wav,जैसे चाँदी की टोकरियों में सोने के सेब हों वैसे ही ठीक समय पर कहा हुआ वचन होता है +20774,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_012.wav,जैसे सोने का नत्थ और कुन्दन का जेवर अच्छा लगता है वैसे ही माननेवाले के कान में बुद्धिमान की डाँट भी अच्छी लगती है +20775,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_013.wav,जैसे कटनी के समय बर्फ की ठण्ड से वैसा ही विश्वासयोग्य दूत से भी भेजनेवालों का जी ठण्डा होता है +20776,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_014.wav,जैसे बादल और पवन बिना वृष्टि निर्लाभ होते हैं वैसे ही झूठमूठ दान देनेवाले का बड़ाई मारना होता है +20777,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_015.wav,धीरज धरने से न्यायी मनाया जाता है और कोमल वचन हड्डी को भी तोड़ डालता है +20778,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_016.wav,क्या तूने मधु पाया तो जितना तेरे लिये ठीक हो उतना ही खाना ऐसा न हो कि अधिक खाकर उसे उगल दे +20779,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_017.wav,अपने पड़ोसी के घर में बारम्बार जाने से अपने पाँव को रोक ऐसा न हो कि वह खिन्न होकर घृणा करने लगे +20780,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_018.wav,जो किसी के विरुद्ध झूठी साक्षी देता है वह मानो हथौड़ा और तलवार और पैना तीर है +20781,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_019.wav,विपत्ति के समय विश्वासघाती का भरोसा टूटे हुए दाँत या उखड़े पाँव के समान है +20782,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_020.wav,जैसा जाड़े के दिनों में किसी का वस्त्र उतारना या सज्जी पर सिरका डालना होता है वैसा ही उदास मनवाले के सामने गीत गाना होता है +20783,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_021.wav,यदि तेरा बैरी भूखा हो तो उसको रोटी खिलाना और यदि वह प्यासा हो तो उसे पानी पिलाना +20784,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_022.wav,क्योंकि इस रीति तू उसके सिर पर अंगारे डालेगा और यहोवा तुझे इसका फल देगा +20785,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_023.wav,जैसे उत्तरी वायु वर्षा को लाती है वैसे ही चुगली करने से मुख पर क्रोध छा जाता है +20786,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_024.wav,लम्बे चौड़े घर में झगड़ालू पत्नी के संग रहने से छत के कोने पर रहना उत्तम है +20787,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_025.wav,दूर देश से शुभ सन्देश प्यासे के लिए ठंडे पानी के समान है +20788,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_026.wav,जो धर्मी दुष्ट के कहने में आता है वह खराब जलस्रोत और बिगड़े हुए कुण्ड के समान है +20789,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_027.wav,जैसे बहुत मधु खाना अच्छा नहीं वैसे ही आत्मप्रशंसा करना भी अच्छा नहीं +20790,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_025_028.wav,जिसकी आत्मा वश में नहीं वह ऐसे नगर के समान है जिसकी शहरपनाह घेराव करके तोड़ दी गई हो +20791,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_001.wav,जैसा धूपकाल में हिम का या कटनी के समय वर्षा होना वैसा ही मूर्ख की महिमा भी ठीक नहीं होती +20792,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_002.wav,जैसे गौरैया घूमतेघूमते और शूपाबेनी उड़तेउड़ते नहीं बैठती वैसे ही व्यर्थ श्राप नहीं पड़ता +20793,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_003.wav,घोड़े के लिये कोड़ा गदहे के लिये लगाम और मूर्खों की पीठ के लिये छड़ी है +20794,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_004.wav,मूर्ख को उसकी मूर्खता के अनुसार उत्तर न देना ऐसा न हो कि तू भी उसके तुल्य ठहरे +20795,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_005.wav,मूर्ख को उसकी मूर्खता के अनुसार उत्तर देना ऐसा न हो कि वह अपनी दृष्टि में बुद्धिमान ठहरे +20796,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_006.wav,जो मूर्ख के हाथ से सन्देशा भेजता है वह मानो अपने पाँव में कुल्हाड़ा मारता और विष पीता है +20797,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_007.wav,जैसे लँगड़े के पाँव लड़खड़ाते हैं वैसे ही मूर्खों के मुँह में नीतिवचन होता है +20798,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_008.wav,जैसे पत्थरों के ढेर में मणियों की थैली वैसे ही मूर्ख को महिमा देनी होती है +20799,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_009.wav,जैसे मतवाले के हाथ में काँटा गड़ता है वैसे ही मूर्खों का कहा हुआ नीतिवचन भी दुःखदाई होता है +20800,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_010.wav,जैसा कोई तीरन्दाज जो अकारण सब को मारता हो वैसा ही मूर्खों या राहगीरों का मजदूरी में लगानेवाला भी होता है +20801,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_011.wav,जैसे कुत्ता अपनी छाँट को चाटता है वैसे ही मूर्ख अपनी मूर्खता को दोहराता है +20802,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_012.wav,यदि तू ऐसा मनुष्य देखे जो अपनी दृष्टि में बुद्धिमान बनता हो तो उससे अधिक आशा मूर्ख ही से है +20803,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_013.wav,आलसी कहता है मार्ग में सिंह है चौक में सिंह है +20804,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_014.wav,जैसे किवाड़ अपनी चूल पर घूमता है वैसे ही आलसी अपनी खाट पर करवटें लेता है +20805,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_015.wav,आलसी अपना हाथ थाली में तो डालता है परन्तु आलस्य के कारण कौर मुँह तक नहीं उठाता +20806,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_016.wav,आलसी अपने को ठीक उत्तर देनेवाले सात मनुष्यों से भी अधिक बुद्धिमान समझता है +20807,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_017.wav,जो मार्ग पर चलते हुए पराए झगड़े में विघ्न डालता है वह उसके समान है जो कुत्ते को कानों से पकड़ता है +20808,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_018.wav,जैसा एक पागल जो जहरीले तीर मारता है +20809,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_019.wav,वैसा ही वह भी होता है जो अपने पड़ोसी को धोखा देकर कहता है मैं तो मजाक कर रहा था +20810,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_020.wav,जैसे लकड़ी न होने से आग बुझती है उसी प्रकार जहाँ कानाफूसी करनेवाला नहीं वहाँ झगड़ा मिट जाता है +20811,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_021.wav,जैसा अंगारों में कोयला और आग में लकड़ी होती है वैसा ही झगड़ा बढ़ाने के लिये झगड़ालू होता है +20812,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_022.wav,कानाफूसी करनेवाले के वचन स्वादिष्ट भोजन के समान भीतर उतर जाते हैं +20813,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_023.wav,जैसा कोई चाँदी का पानी चढ़ाया हुआ मिट्टी का बर्तन हो वैसा ही बुरे मनवाले के प्रेम भरे वचन होते हैं +20814,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_024.wav,जो बैरी बात से तो अपने को भोला बनाता है परन्तु अपने भीतर छल रखता है +20815,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_025.wav,उसकी मीठीमीठी बात पर विश्वास न करना क्योंकि उसके मन में सात घिनौनी वस्तुएँ रहती हैं +20816,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_026.wav,चाहे उसका बैर छल के कारण छिप भी जाए तो भी उसकी बुराई सभा के बीच प्रगट हो जाएगी +20817,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_027.wav,जो गड्ढा खोदे वही उसी में गिरेगा और जो पत्थर लुढ़काए वह उलटकर उसी पर लुढ़क आएगा +20818,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_026_028.wav,जिसने किसी को झूठी बातों से घायल किया हो वह उससे बैर रखता है और चिकनी चुपड़ी बात बोलनेवाला विनाश का कारण होता है +20819,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_001.wav,कल के दिन के विषय में डींग मत मार क्योंकि तू नहीं जानता कि दिन भर में क्या होगा +20820,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_002.wav,तेरी प्रशंसा और लोग करें तो करें परन्तु तू आप न करना दूसरा तुझे सराहे तो सराहे परन्तु तू अपनी सराहना न करना +20821,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_003.wav,पत्थर तो भारी है और रेत में बोझ है परन्तु मूर्ख का क्रोध उन दोनों से भी भारी है +20822,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_004.wav,क्रोध की क्रूरता और प्रकोप की बाढ़ परन्तु ईर्ष्या के सामने कौन ठहर सकता है +20823,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_005.wav,खुली हुई डाँट गुप्त प्रेम से उत्तम है +20824,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_006.wav,जो घाव मित्र के हाथ से ल��ें वह विश्वासयोग्य हैं परन्तु बैरी अधिक चुम्बन करता है +20825,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_007.wav,सन्तुष्ट होने पर मधु का छत्ता भी फीका लगता है परन्तु भूखे को सब कड़वी वस्तुएँ भी मीठी जान पड़ती हैं +20826,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_008.wav,स्थान छोड़कर घूमनेवाला मनुष्य उस चिड़िया के समान है जो घोंसला छोड़कर उड़ती फिरती है +20827,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_009.wav,जैसे तेल और सुगन्ध से वैसे ही मित्र के हृदय की मनोहर सम्मति से मन आनन्दित होता है +20828,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_010.wav,जो तेरा और तेरे पिता का भी मित्र हो उसे न छोड़ना और अपनी विपत्ति के दिन अपने भाई के घर न जाना प्रेम करनेवाला पड़ोसी दूर रहनेवाले भाई से कहीं उत्तम है +20829,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_011.wav,हे मेरे पुत्र बुद्धिमान होकर मेरा मन आनन्दित कर तब मैं अपने निन्दा करनेवाले को उत्तर दे सकूँगा +20830,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_012.wav,बुद्धिमान मनुष्य विपत्ति को आती देखकर छिप जाता है परन्तु भोले लोग आगे बढ़े चले जाते और हानि उठाते हैं +20831,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_013.wav,जो पराए का उत्तरदायी हो उसका कपड़ा और जो अनजान का उत्तरदायी हो उससे बन्धक की वस्तु ले ले +20832,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_014.wav,जो भोर को उठकर अपने पड़ोसी को ऊँचे शब्द से आशीर्वाद देता है उसके लिये यह श्राप गिना जाता है +20833,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_015.wav,झड़ी के दिन पानी का लगातार टपकना और झगड़ालू पत्नी दोनों एक से हैं +20834,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_016.wav,जो उसको रोक रखे वह वायु को भी रोक रखेगा और दाहिने हाथ से वह तेल पकड़ेगा +20835,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_017.wav,जैसे लोहा लोहे को चमका देता है वैसे ही मनुष्य का मुख अपने मित्र की संगति से चमकदार हो जाता है +20836,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_018.wav,जो अंजीर के पेड़ की रक्षा करता है वह उसका फल खाता है इसी रीति से जो अपने स्वामी की सेवा करता उसकी महिमा होती है +20837,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_019.wav,जैसे जल में मुख की परछाई मुख को प्रगट करती है वैसे ही मनुष्य का मन मनुष्य को प्रगट करती है +20838,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_020.wav,जैसे अधोलोक और विनाशलोक वैसे ही मनुष्य की आँखें भी तृप्त नहीं होती +20839,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_021.wav,जैसे चाँदी के लिये कुठाली और सोने के लिये भट्ठी हैं वैसे ही मनुष्य के लिये उसकी प्रशंसा है +20840,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_022.wav,चाहे तू मूर्ख को अनाज के बीच ओखली में डालकर मूसल से कूटे तो भी उसकी मूर्खता नहीं जाने की +20841,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_023.wav,अपनी भेड़बकरियों की दशा भली भाँति मन लगाकर जान ले और अपने सब पशुओं के झुण्डों की देखभाल उचित रीति से कर +20842,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_024.wav,क्योंकि सम्पत्ति सदा नहीं ठहरती और क्या राजमुकुट पीढ़ी से पीढ़ी तक बना रहता है +20843,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_025.wav,कटी हुई घास उठा ली जाती और नई घास दिखाई देती है और पहाड़ों की हरियाली काटकर इकट्ठी की जाती है +20844,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_026.wav,तब भेड़ों के बच्चे तेरे वस्त्र के लिये होंगे और बकरों के द्वारा खेत का मूल्य दिया जाएगा +20845,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_027_027.wav,और बकरियों का इतना दूध होगा कि तू अपने घराने समेत पेट भरकर पिया करेगा और तेरी दासियों का भी जीवन निर्वाह होता रहेगा +20846,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_001.wav,दुष्ट लोग जब कोई पीछा नहीं करता तब भी भागते हैं परन्तु धर्मी लोग जवान सिंहों के समान निडर रहते हैं +20847,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_002.wav,देश में पाप होने के कारण उसके हाकिम बदलते जाते हैं परन्तु समझदार और ज्ञानी मनुष्य के द्वारा सुप्रबन्ध बहुत दिन के लिये बना रहेगा +20848,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_003.wav,जो निर्धन पुरुष कंगालों पर अंधेर करता है वह ऐसी भारी वर्षा के समान है जो कुछ भोजनवस्तु नहीं छोड़ती +20849,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_004.wav,जो लोग व्यवस्था को छोड़ देते हैं वे दुष्ट की प्रशंसा करते हैं परन्तु व्यवस्था पर चलनेवाले उनका विरोध करते हैं +20850,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_005.wav,बुरे लोग न्याय को नहीं समझ सकते परन्तु यहोवा को ढूँढ़नेवाले सब कुछ समझते हैं +20851,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_006.wav,टेढ़ी चाल चलनेवाले धनी मनुष्य से खराई से चलनेवाला निर्धन पुरुष ही उत्तम है +20852,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_007.wav,जो व्यवस्था का पालन करता वह समझदार सुपूत होता है परन्तु उड़ाऊ का संगी अपने पिता का मुँह काला करता है +20853,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_008.wav,जो अपना धन ब्याज से बढ़ाता है वह उसके लिये बटोरता है जो कंगालों पर अनुग्रह करता है +20854,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_009.wav,जो अपना कान व्यवस्था सुनने से मोड़ लेता है उसकी प्रार्थना घृणित ठहरती है +20855,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_010.wav,जो सीधे लोगों को भटकाकर कुमार्ग में ले जाता है वह अपने खोदे हुए गड्ढे में आप ही गिरता है परन्तु खरे लोग कल्याण के भागी होते हैं +20856,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_011.wav,धनी पुरुष अपनी दृष्टि में बुद्धिमान होता है परन्तु समझदार कंगाल उसका मर्म समझ लेता है +20857,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_012.wav,जब धर्मी लोग जयवन्त होते हैं तब बड़ी शोभा होती है परन्तु जब दुष्ट लोग प्रबल होते हैं तब मनुष्य अपने आपको छिपाता है +20858,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_013.wav,जो अपने अपराध छिपा रखता है उसका कार्य सफल नहीं होता परन्तु जो उनको मान लेता और छोड़ भी देता है उस पर दया की जाएगी +20859,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_014.wav,जो मनुष्य निरन्तर प्रभु का भय मानता र��ता है वह धन्य है परन्तु जो अपना मन कठोर कर लेता है वह विपत्ति में पड़ता है +20860,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_015.wav,कंगाल प्रजा पर प्रभुता करनेवाला दुष्ट गरजनेवाले सिंह और घूमनेवाले रीछ के समान है +20861,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_016.wav,वह शासक जिसमें समझ की कमी हो वह बहुत अंधेर करता है और जो लालच का बैरी होता है वह दीर्घायु होता है +20862,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_017.wav,जो किसी प्राणी की हत्या का अपराधी हो वह भागकर गड्ढे में गिरेगा कोई उसको न रोकेगा +20863,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_018.wav,जो सिधाई से चलता है वह बचाया जाता है परन्तु जो टेढ़ी चाल चलता है वह अचानक गिर पड़ता है +20864,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_019.wav,जो अपनी भूमि को जोताबोया करता है उसका तो पेट भरता है परन्तु जो निकम्मे लोगों की संगति करता है वह कंगालपन से घिरा रहता है +20865,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_020.wav,सच्चे मनुष्य पर बहुत आशीर्वाद होते रहते हैं परन्तु जो धनी होने में उतावली करता है वह निर्दोष नहीं ठहरता +20866,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_021.wav,पक्षपात करना अच्छा नहीं और यह भी अच्छा नहीं कि रोटी के एक टुकड़े के लिए मनुष्य अपराध करे +20867,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_022.wav,लोभी जन धन प्राप्त करने में उतावली करता है और नहीं जानता कि वह घटी में पड़ेगा +20868,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_023.wav,जो किसी मनुष्य को डाँटता है वह अन्त में चापलूसी करनेवाले से अधिक प्यारा हो जाता है +20869,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_024.wav,जो अपने माँबाप को लूटकर कहता है कि कुछ अपराध नहीं वह नाश करनेवाले का संगी ठहरता है +20870,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_025.wav,लालची मनुष्य झगड़ा मचाता है और जो यहोवा पर भरोसा रखता है वह हष्टपुष्ट हो जाता है +20871,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_026.wav,जो अपने ऊपर भरोसा रखता है वह मूर्ख है और जो बुद्धि से चलता है वह बचता है +20872,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_027.wav,जो निर्धन को दान देता है उसे घटी नहीं होती परन्तु जो उससे दृष्टि फेर लेता है वह श्राप पर श्राप पाता है +20873,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_028_028.wav,जब दुष्ट लोग प्रबल होते हैं तब तो मनुष्य ढूँढ़े नहीं मिलते परन्तु जब वे नाश हो जाते हैं तब धर्मी उन्नति करते हैं +20874,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_001.wav,जो बार बार डाँटे जाने पर भी हठ करता है वह अचानक नष्ट हो जाएगा और उसका कोई भी उपाय काम न आएगा +20875,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_002.wav,जब धर्मी लोग शिरोमणि होते हैं तब प्रजा आनन्दित होती है परन्तु जब दुष्ट प्रभुता करता है तब प्रजा हायहाय करती है +20876,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_003.wav,जो बुद्धि से प्रीति रखता है वह अपने पिता को आनन्दित करता है परन्तु वेश्याओं की संगति करनेवाला धन को उड़ा देता है +20877,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_004.wav,र��जा न्याय से देश को स्थिर करता है परन्तु जो बहुत घूस लेता है उसको उलट देता है +20878,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_005.wav,जो पुरुष किसी से चिकनी चुपड़ी बातें करता है वह उसके पैरों के लिये जाल लगाता है +20879,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_006.wav,बुरे मनुष्य का अपराध उसके लिए फंदा होता है परन्तु धर्मी आनन्दित होकर जयजयकार करता है +20880,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_007.wav,धर्मी पुरुष कंगालों के मुकद्दमे में मन लगाता है परन्तु दुष्ट जन उसे जानने की समझ नहीं रखता +20881,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_008.wav,ठट्ठा करनेवाले लोग नगर को फूँक देते हैं परन्तु बुद्धिमान लोग क्रोध को ठण्डा करते हैं +20882,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_009.wav,जब बुद्धिमान मूर्ख के साथ वादविवाद करता है तब वह मूर्ख क्रोधित होता और ठट्ठा करता है और वहाँ शान्ति नहीं रहती +20883,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_010.wav,हत्यारे लोग खरे पुरुष से बैर रखते हैं और सीधे लोगों के प्राण की खोज करते हैं +20884,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_011.wav,मूर्ख अपने सारे मन की बात खोल देता है परन्तु बुद्धिमान अपने मन को रोकता और शान्त कर देता है +20885,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_012.wav,जब हाकिम झूठी बात की ओर कान लगाता है तब उसके सब सेवक दुष्ट हो जाते हैं +20886,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_013.wav,निर्धन और अंधेर करनेवाले व्यक्तियों में एक समानता है यहोवा दोनों की आँखों में ज्योति देता है +20887,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_014.wav,जो राजा कंगालों का न्याय सच्चाई से चुकाता है उसकी गद्दी सदैव स्थिर रहती है +20888,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_015.wav,छड़ी और डाँट से बुद्धि प्राप्त होती है परन्तु जो लड़का ऐसे ही छोड़ा जाता है वह अपनी माता की लज्जा का कारण होता है +20889,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_016.wav,दुष्टों के बढ़ने से अपराध भी बढ़ता है परन्तु अन्त में धर्मी लोग उनका गिरना देख लेते हैं +20890,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_017.wav,अपने बेटे की ताड़ना कर तब उससे तुझे चैन मिलेगा और तेरा मन सुखी हो जाएगा +20891,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_018.wav,जहाँ दर्शन की बात नहीं होती वहाँ लोग निरंकुश हो जाते हैं परन्तु जो व्यवस्था को मानता है वह धन्य होता है +20892,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_019.wav,दास बातों ही के द्वारा सुधारा नहीं जाता क्योंकि वह समझकर भी नहीं मानता +20893,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_020.wav,क्या तू बातें करने में उतावली करनेवाले मनुष्य को देखता है उससे अधिक तो मूर्ख ही से आशा है +20894,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_021.wav,जो अपने दास को उसके लड़कपन से ही लाड़प्यार से पालता है वह दास अन्त में उसका बेटा बन बैठता है +20895,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_022.wav,क्रोध करनेवाला मनुष्य झगड़ा मचाता है और अत्यन्त क्रोध करनेवाला अपराधी भी होता है +20896,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_023.wav,मनुष्य को गर्व के कारण नीचा देखना पड़ता है परन्तु नम्र आत्मावाला महिमा का अधिकारी होता है +20897,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_024.wav,जो चोर की संगति करता है वह अपने प्राण का बैरी होता है शपथ खाने पर भी वह बात को प्रगट नहीं करता +20898,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_025.wav,मनुष्य का भय खाना फंदा हो जाता है परन्तु जो यहोवा पर भरोसा रखता है उसका स्थान ऊँचा किया जाएगा +20899,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_026.wav,हाकिम से भेंट करना बहुत लोग चाहते हैं परन्तु मनुष्य का न्याय यहोवा ही करता है +20900,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_029_027.wav,धर्मी लोग कुटिल मनुष्य से घृणा करते हैं और दुष्ट जन भी सीधी चाल चलनेवाले से घृणा करता है +20901,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_001.wav,याके के पुत्र आगूर के प्रभावशाली वचन उस पुरुष ने ईतीएल और उक्काल से यह कहा +20902,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_002.wav,निश्चय मैं पशु सरीखा हूँ वरन् मनुष्य कहलाने के योग्य भी नहीं और मनुष्य की समझ मुझ में नहीं है +20903,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_003.wav,न मैंने बुद्धि प्राप्त की है और न परमपवित्र का ज्ञान मुझे मिला है +20904,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_004.wav,कौन स्वर्ग में चढ़कर फिर उतर आया किसने वायु को अपनी मुट्ठी में बटोर रखा है किसने महासागर को अपने वस्त्र में बाँध लिया है किसने पृथ्वी की सीमाओं को ठहराया है उसका नाम क्या है और उसके पुत्र का नाम क्या है यदि तू जानता हो तो बता +20905,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_005.wav,परमेश्वर का एकएक वचन ताया हुआ है वह अपने शरणागतों की ढाल ठहरा है +20906,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_006.wav,उसके वचनों में कुछ मत बढ़ा ऐसा न हो कि वह तुझे डाँटे और तू झूठा ठहरे +20907,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_007.wav,मैंने तुझ से दो वर माँगे हैं इसलिए मेरे मरने से पहले उन्हें मुझे देने से मुँह न मोड़ +20908,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_008.wav,अर्थात् व्यर्थ और झूठी बात मुझसे दूर रख मुझे न तो निर्धन कर और न धनी बना प्रतिदिन की रोटी मुझे खिलाया कर +20909,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_009.wav,ऐसा न हो कि जब मेरा पेट भर जाए तब मैं इन्कार करके कहूँ कि यहोवा कौन है या निर्धन होकर चोरी करूँ और परमेश्वर के नाम का अनादर करूँ +20910,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_010.wav,किसी दास की उसके स्वामी से चुगली न करना ऐसा न हो कि वह तुझे श्राप दे और तू दोषी ठहराया जाए +20911,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_011.wav,ऐसे लोग हैं जो अपने पिता को श्राप देते और अपनी माता को धन्य नहीं कहते +20912,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_012.wav,वे ऐसे लोग हैं जो अपनी दृष्टि में शुद्ध हैं परन्तु उनका मैल धोया नहीं गया +20913,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_013.wav,एक पीढ़ी के लोग ऐसे हैं उनकी दृष्टि क्या ही घमण्ड से भरी रहती है और उनकी आँखें कैसी चढ़ी हु��� रहती हैं +20914,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_014.wav,एक पीढ़ी के लोग ऐसे हैं जिनके दाँत तलवार और उनकी दाढ़ें छुरियाँ हैं जिनसे वे दीन लोगों को पृथ्वी पर से और दरिद्रों को मनुष्यों में से मिटा डालें +20915,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_015.wav,जैसे जोंक की दो बेटियाँ होती हैं जो कहती हैं दे दे वैसे ही तीन वस्तुएँ हैं जो तृप्त नहीं होतीं वरन् चार हैं जो कभी नहीं कहती बस +20916,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_016.wav,अधोलोक और बाँझ की कोख भूमि जो जल पी पीकर तृप्त नहीं होती और आग जो कभी नहीं कहती बस +20917,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_017.wav,जिस आँख से कोई अपने पिता पर अनादर की दृष्टि करे और अपमान के साथ अपनी माता की आज्ञा न माने उस आँख को तराई के कौवे खोद खोदकर निकालेंगे और उकाब के बच्चे खा डालेंगे +20918,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_018.wav,तीन बातें मेरे लिये अधिक कठिन है वरन् चार हैं जो मेरी समझ से परे हैं +20919,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_019.wav,आकाश में उकाब पक्षी का मार्ग चट्टान पर सर्प की चाल समुद्र में जहाज की चाल और कन्या के संग पुरुष की चाल +20920,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_020.wav,व्यभिचारिणी की चाल भी वैसी ही है वह भोजन करके मुँह पोंछती और कहती है मैंने कोई अनर्थ काम नहीं किया +20921,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_021.wav,तीन बातों के कारण पृथ्वी काँपती है वरन् चार हैं जो उससे सही नहीं जातीं +20922,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_022.wav,दास का राजा हो जाना मूर्ख का पेट भरना +20923,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_023.wav,घिनौनी स्त्री का ब्याहा जाना और दासी का अपनी स्वामिन की वारिस होना +20924,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_024.wav,पृथ्वी पर चार छोटे जन्तु हैं जो अत्यन्त बुद्धिमान हैं +20925,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_025.wav,चींटियाँ निर्बल जाति तो हैं परन्तु धूपकाल में अपनी भोजनवस्तु बटोरती हैं +20926,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_026.wav,चट्टानी बिज्जू बलवन्त जाति नहीं तो भी उनकी माँदें पहाड़ों पर होती हैं +20927,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_027.wav,टिड्डियों के राजा तो नहीं होता तो भी वे सब की सब दल बाँध बाँधकर चलती हैं +20928,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_028.wav,और छिपकली हाथ से पकड़ी तो जाती है तो भी राजभवनों में रहती है +20929,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_029.wav,तीन सुन्दर चलनेवाले प्राणी हैं वरन् चार हैं जिनकी चाल सुन्दर है +20930,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_030.wav,सिंह जो सब पशुओं में पराक्रमी है और किसी के डर से नहीं हटता +20931,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_031.wav,शिकारी कुत्ता और बकरा और अपनी सेना समेत राजा +20932,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_032.wav,यदि तूने अपनी बढ़ाई करने की मूर्खता की या कोई बुरी युक्ति बाँधी हो तो अपने मुँह पर हाथ रख +20933,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_030_033.wav,क्योंकि जैसे दूध के मथने से मक्खन और नाक के मरोड़ने से लहू निकलता है वैसे ही क्रोध के भड़काने से झगड़ा उत्पन्न होता है +20934,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_001.wav,लमूएल राजा के प्रभावशाली वचन जो उसकी माता ने उसे सिखाए +20935,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_002.wav,हे मेरे पुत्र हे मेरे निज पुत्र हे मेरी मन्नतों के पुत्र +20936,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_003.wav,अपना बल स्त्रियों को न देना न अपना जीवन उनके वश कर देना जो राजाओं का पौरूष खा जाती हैं +20937,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_004.wav,हे लमूएल राजाओं को दाखमधु पीना शोभा नहीं देता और मदिरा चाहना रईसों को नहीं फबता +20938,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_005.wav,ऐसा न हो कि वे पीकर व्यवस्था को भूल जाएँ और किसी दुःखी के हक़ को मारें +20939,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_006.wav,मदिरा उसको पिलाओ जो मरने पर है और दाखमधु उदास मनवालों को ही देना +20940,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_007.wav,जिससे वे पीकर अपनी दरिद्रता को भूल जाएँ और अपने कठिन श्रम फिर स्मरण न करें +20941,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_008.wav,गूँगे के लिये अपना मुँह खोल और सब अनाथों का न्याय उचित रीति से किया कर +20942,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_009.wav,अपना मुँह खोल और धर्म से न्याय कर और दीन दरिद्रों का न्याय कर +20943,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_010.wav,भली पत्नी कौन पा सकता है क्योंकि उसका मूल्य मूँगों से भी बहुत अधिक है +20944,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_011.wav,उसके पति के मन में उसके प्रति विश्वास है और उसे लाभ की घटी नहीं होती +20945,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_012.wav,वह अपने जीवन के सारे दिनों में उससे बुरा नहीं वरन् भला ही व्यवहार करती है +20946,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_013.wav,वह ऊन और सन ढूँढ़ ढूँढ़कर अपने हाथों से प्रसन्नता के साथ काम करती है +20947,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_014.wav,वह व्यापार के जहाजों के समान अपनी भोजनवस्तुएँ दूर से मँगवाती है +20948,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_015.wav,वह रात ही को उठ बैठती है और अपने घराने को भोजन खिलाती है और अपनी दासियों को अलगअलग काम देती है +20949,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_016.wav,वह किसी खेत के विषय में सोच विचार करती है और उसे मोल ले लेती है और अपने परिश्रम के फल से दाख की बारी लगाती है +20950,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_017.wav,वह अपनी कमर को बल के फेंटे से कसती है और अपनी बाहों को दृढ़ बनाती है +20951,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_018.wav,वह परख लेती है कि मेरा व्यापार लाभदायक है रात को उसका दिया नहीं बुझता +20952,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_019.wav,वह अटेरन में हाथ लगाती है और चरखा पकड़ती है +20953,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_020.wav,वह दीन के लिये मुट्ठी खोलती है और दरिद्र को सम्भालने के लिए हाथ बढ़ाती है +20954,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_021.wav,वह अपने घराने के लिये हिम से नहीं डरती क्योंकि उसके घर के सब लोग लाल कपड़े पहनते हैं +20955,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_022.wav,वह तकिये बना लेती है उसके वस्त्र सूक्ष्म सन और बैंगनी रंग के होते हैं +20956,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_023.wav,जब उसका पति सभा में देश के पुरनियों के संग बैठता है तब उसका सम्मान होता है +20957,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_024.wav,वह सन के वस्त्र बनाकर बेचती है और व्यापारी को कमरबन्द देती है +20958,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_025.wav,वह बल और प्रताप का पहरावा पहने रहती है और आनेवाले काल के विषय पर हँसती है +20959,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_026.wav,वह बुद्धि की बात बोलती है और उसके वचन कृपा की शिक्षा के अनुसार होते हैं +20960,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_027.wav,वह अपने घराने के चाल चलन को ध्यान से देखती है और अपनी रोटी बिना परिश्रम नहीं खाती +20961,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_028.wav,उसके पुत्र उठ उठकर उसको धन्य कहते हैं उनका पति भी उठकर उसकी ऐसी प्रशंसा करता है +20962,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_029.wav,बहुत सी स्त्रियों ने अच्छेअच्छे काम तो किए हैं परन्तु तू उन सभी में श्रेष्ठ है +20963,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_030.wav,शोभा तो झूठी और सुन्दरता व्यर्थ है परन्तु जो स्त्री यहोवा का भय मानती है उसकी प्रशंसा की जाएगी +20964,data/cleaned/hindi/PRO/PRO_031_031.wav,उसके हाथों के परिश्रम का फल उसे दो और उसके कार्यों से सभा में उसकी प्रशंसा होगी +20965,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_001.wav,श्रेष्ठगीत जो सुलैमान का है +20966,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_002.wav,तू अपने मुँह के चुम्बनों से मुझे चूमे क्योंकि तेरा प्रेम दाखमधु से उत्तम है +20967,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_003.wav,तेरे भाँतिभाँति के इत्रों का सुगन्ध उत्तम है तेरा नाम उण्डेले हुए इत्र के तुल्य है इसलिए कुमारियाँ तुझ से प्रेम रखती हैं +20968,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_004.wav,मुझे खींच ले हम तेरे पीछे दौड़ेंगे राजा मुझे अपने महल में ले आया है हम तुझ में मगन और आनन्दित होंगे हम दाखमधु से अधिक तेरे प्रेम की चर्चा करेंगे वे ठीक ही तुझ से प्रेम रखती हैं +20969,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_005.wav,हे यरूशलेम की पुत्रियों मैं काली तो हूँ परन्तु सुन्दर हूँ केदार के तम्बुओं के और सुलैमान के पर्दों के तुल्य हूँ +20970,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_006.wav,मुझे इसलिए न घूर कि मैं साँवली हूँ क्योंकि मैं धूप से झुलस गई मेरी माता के पुत्र मुझसे अप्रसन्न थे उन्होंने मुझ को दाख की बारियों की रखवालिन बनाया परन्तु मैंने अपनी निज दाख की बारी की रखवाली नहीं की +20971,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_007.wav,हे मेरे प्राणप्रिय मुझे बता तू अपनी भेड़बकरियाँ कहाँ चराता है दोपहर को तू उन्हें कहाँ बैठाता है मैं क्यों तेरे संगियों की भेड़बकरियों के पास घूँघट काढ़े हुए भटकती फिरूँ +20972,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_008.wav,हे स्त्रियों में सुन्दरी यदि तू यह न जानती हो तो भेड़बकरियों के खुरों के चिन्हों पर चल और चरावाहों के तम्बुओं के पास अपनी बकरियों के बच्चों को चरा +20973,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_009.wav,हे मेरी प्रिय मैंने तेरी तुलना फ़िरौन के रथों में जुती हुई घोड़ी से की है +20974,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_010.wav,तेरे गाल केशों के लटों के बीच क्या ही सुन्दर हैं और तेरा कण्ठ हीरों की लड़ियों के बीच +20975,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_011.wav,हम तेरे लिये चाँदी के फूलदार सोने के आभूषण बनाएँगे +20976,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_012.wav,जब राजा अपनी मेज के पास बैठा था मेरी जटामासी की सुगन्ध फैल रही थी +20977,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_013.wav,मेरा प्रेमी मेरे लिये लोबान की थैली के समान है जो मेरी छातियों के बीच में पड़ी रहती है +20978,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_014.wav,मेरा प्रेमी मेरे लिये मेंहदी के फूलों के गुच्छे के समान है जो एनगदी की दाख की बारियों में होता है +20979,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_015.wav,तू सुन्दरी है हे मेरी प्रिय तू सुन्दरी है तेरी आँखें कबूतरी की सी हैं +20980,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_016.wav,हे मेरी प्रिय तू सुन्दर और मनभावनी है और हमारा बिछौना भी हरा है +20981,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_001_017.wav,हमारे घर के धरन देवदार हैं और हमारी छत की कड़ियाँ सनोवर हैं +20982,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_001.wav,मैं शारोन का गुलाब और तराइयों का सोसन फूल हूँ +20983,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_002.wav,जैसे सोसन फूल कटीले पेड़ों के बीच वैसे ही मेरी प्रिय युवतियों के बीच में है +20984,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_003.wav,जैसे सेब का वृक्ष जंगल के वृक्षों के बीच में वैसे ही मेरा प्रेमी जवानों के बीच में है मैं उसकी छाया में हर्षित होकर बैठ गई और उसका फल मुझे खाने में मीठा लगा +20985,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_004.wav,वह मुझे भोज के घर में ले आया और उसका जो झण्डा मेरे ऊपर फहराता था वह प्रेम था +20986,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_005.wav,मुझे किशमिश खिलाकर सम्भालो सेब खिलाकर ताजा करो क्योंकि मैं प्रेम रोगी हूँ +20987,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_006.wav,काश उसका बायाँ हाथ मेरे सिर के नीचे होता और अपने दाहिने हाथ से वह मेरा आलिंगन करता +20988,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_007.wav,हे यरूशलेम की पुत्रियों मैं तुम से चिकारियों और मैदान की हिरनियों की शपथ धराकर कहती हूँ कि जब तक वह स्वयं न उठना चाहे तब तक उसको न उकसाओं न जगाओ +20989,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_008.wav,मेरे प्रेमी का शब्द सुन पड़ता है देखो वह पहाड़ों पर कूदता और पहाड़ियों को फान्दता हुआ आता है +20990,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_009.wav,मेरा प्रेमी चिकारे या जवान हिरन के समान है देखो वह हमारी दीवार के पीछे खड़ा है और खिड़कियों की ओर ताक रहा है और झंझरी में से देख रहा है +20991,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_010.wav,मेरा प्रेमी मुझसे कह रहा है हे मेरी प्रिय हे मेरी सुन्दरी उठकर चली आ +20992,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_011.wav,क्योंकि देख सर्दी जाती रही वर्षा भी हो चुकी और जाती रही है +20993,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_012.wav,पृथ्वी पर फूल दिखाई देते हैं चिड़ियों के गाने का समय आ पहुँचा है और हमारे देश में पिण्डुक का शब्द सुनाई देता है +20994,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_013.wav,अंजीर पकने लगे हैं और दाखलताएँ फूल रही हैं वे सुगन्ध दे रही हैं हे मेरी प्रिय हे मेरी सुन्दरी उठकर चली आ +20995,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_014.wav,हे मेरी कबूतरी पहाड़ की दरारों में और टीलों के कुंज में तेरा मुख मुझे देखने दे तेरा बोल मुझे सुनने दे क्योंकि तेरा बोल मीठा और तेरा मुख अति सुन्दर है +20996,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_015.wav,जो छोटी लोमड़ियाँ दाख की बारियों को बिगाड़ती हैं उन्हें पकड़ ले क्योंकि हमारी दाख की बारियों में फूल लगे हैं +20997,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_016.wav,मेरा प्रेमी मेरा है और मैं उसकी हूँ वह अपनी भेड़बकरियाँ सोसन फूलों के बीच में चराता है +20998,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_002_017.wav,जब तक दिन ठण्डा न हो और छाया लम्बी होतेहोते मिट न जाए तब तक हे मेरे प्रेमी उस चिकारे या जवान हिरन के समान बन जो बेतेर के पहाड़ों पर फिरता है +20999,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_003_001.wav,रात के समय मैं अपने पलंग पर अपने प्राणप्रिय को ढूँढ़ती रही मैं उसे ढूँढ़ती तो रही परन्तु उसे न पाया +21000,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_003_002.wav,मैंने कहा मैं अब उठकर नगर में और सड़कों और चौकों में घूमकर अपने प्राणप्रिय को ढूँढ़ूगी मैं उसे ढूँढ़ती तो रही परन्तु उसे न पाया +21001,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_003_003.wav,जो पहरूए नगर में घूमते थे वे मुझे मिले मैंने उनसे पूछा क्या तुम ने मेरे प्राणप्रिय को देखा है +21002,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_003_004.wav,मुझ को उनके पास से आगे बढ़े थोड़े ही देर हुई थी कि मेरा प्राणप्रिय मुझे मिल गया मैंने उसको पकड़ लिया और उसको जाने न दिया जब तक उसे अपनी माता के घर अर्थात् अपनी जननी की कोठरी में न ले आई +21003,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_003_005.wav,हे यरूशलेम की पुत्रियों मैं तुम से चिकारियों और मैदान की हिरनियों की शपथ धराकर कहती हूँ कि जब तक प्रेम आप से न उठे तब तक उसको न उकसाओं और न जगाओ +21004,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_003_006.wav,यह क्या है जो धुएँ के खम्भे के समान गन्धरस और लोबान से सुगन्धित और व्यापारी की सब भाँति की बुकनी लगाए हुए जंगल से निकला आता है +21005,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_003_007.wav,देखो यह सुलैमान की पालकी है उसके चारों ओर इस्राएल के शूरवीरों में के साठ वीर हैं +21006,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_003_008.wav,वे सब के सब तलवार बाँधनेवाले और युद्ध विद्या में निपुण है��� प्रत्येक पुरुष रात के डर से जाँघ पर तलवार लटकाए रहता है +21007,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_003_009.wav,सुलैमान राजा ने अपने लिये लबानोन के काठ की एक बड़ी पालकी बनवा ली +21008,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_003_010.wav,उसने उसके खम्भे चाँदी के उसका सिरहाना सोने का और गद्दी बैंगनी रंग की बनवाई है और उसके भीतरी भाग को यरूशलेम की पुत्रियों की ओर से बड़े प्रेम से जड़ा गया है +21009,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_003_011.wav,हे सिय्योन की पुत्रियों निकलकर सुलैमान राजा पर दृष्टि डालो देखो वह वही मुकुट पहने हुए है जिसे उसकी माता ने उसके विवाह के दिन और उसके मन के आनन्द के दिन उसके सिर पर रखा था +21010,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_001.wav,हे मेरी प्रिय तू सुन्दर है तू सुन्दर है तेरी आँखें तेरी लटों के बीच में कबूतरों के समान दिखाई देती है तेरे बाल उन बकरियों के झुण्ड के समान हैं जो गिलाद पहाड़ के ढाल पर लेटी हुई हों +21011,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_002.wav,तेरे दाँत उन ऊन कतरी हुई भेड़ों के झुण्ड के समान हैं जो नहाकर ऊपर आई हों उनमें हर एक के दोदो जुड़वा बच्चे होते हैं और उनमें से किसी का साथी नहीं मरा +21012,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_003.wav,तेरे होंठ लाल रंग की डोरी के समान हैं और तेरा मुँह मनोहर है तेरे कपोल तेरी लटों के नीचे अनार की फाँक से देख पड़ते हैं +21013,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_004.wav,तेरा गला दाऊद की मीनार के समान है जो अस्त्रशस्त्र के लिये बना हो और जिस पर हजार ढालें टँगी हुई हों वे सब ढालें शूरवीरों की हैं +21014,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_005.wav,तेरी दोनों छातियाँ मृग के दो जुड़वे बच्चों के तुल्य हैं जो सोसन फूलों के बीच में चरते हों +21015,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_006.wav,जब तक दिन ठण्डा न हो और छाया लम्बी होतेहोते मिट न जाए तब तक मैं शीघ्रता से गन्धरस के पहाड़ और लोबान की पहाड़ी पर चला जाऊँगा +21016,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_007.wav,हे मेरी प्रिय तू सर्वांग सुन्दरी है तुझ में कोई दोष नहीं +21017,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_008.wav,हे मेरी दुल्हन तू मेरे संग लबानोन से मेरे संग लबानोन से चली आ तू अमाना की चोटी पर से सनीर और हेर्मोन की चोटी पर से सिंहों की गुफाओं से चीतों के पहाड़ों पर से दृष्टि कर +21018,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_009.wav,हे मेरी बहन हे मेरी दुल्हन तूने मेरा मन मोह लिया है तूने अपनी आँखों की एक ही चितवन से और अपने गले के एक ही हीरे से मेरा हृदय मोह लिया है +21019,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_010.wav,हे मेरी बहन हे मेरी दुल्हन तेरा प्रेम क्या ही मनोहर है तेरा प्रेम दाखमधु से क्या ही उत्तम है और तेरे इत्रों का सुगन्ध सब प्रकार के मसालों के सुगन्ध से +21020,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_011.wav,हे मेरी दुल्हन तेरे होठों से मधु टपकता है तेरी जीभ के नीचे मधु और दूध रहता है तेरे वस्त्रों का सुगन्ध लबानोन के समान है +21021,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_012.wav,मेरी बहन मेरी दुल्हन किवाड़ लगाई हुई बारी के समान किवाड़ बन्द किया हुआ सोता और छाप लगाया हुआ झरना है +21022,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_013.wav,तेरे अंकुर उत्तम फलवाली अनार की बारी के तुल्य हैं जिसमें मेंहदी और जटामासी +21023,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_014.wav,जटामासी और केसर लोबान के सब भाँति के पेड़ मुश्क और दालचीनी गन्धरस अगर आदि सब मुख्यमुख्य सुगन्धद्रव्य होते हैं +21024,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_015.wav,तू बारियों का सोता है फूटते हुए जल का कुआँ और लबानोन से बहती हुई धाराएँ हैं +21025,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_004_016.wav,हे उत्तर वायु जाग और हे दक्षिण वायु चली आ मेरी बारी पर बह जिससे उसका सुगन्ध फैले मेरा प्रेमी अपनी बारी में आए और उसके उत्तमउत्तम फल खाए +21026,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_001.wav,हे मेरी बहन हे मेरी दुल्हन मैं अपनी बारी में आया हूँ मैंने अपना गन्धरस और बलसान चुन लिया मैंने मधु समेत छत्ता खा लिया मैंने दूध और दाखमधु पी लिया हे मित्रों तुम भी खाओ हे प्यारों पियो मनमाना पियो +21027,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_002.wav,मैं सोती थी परन्तु मेरा मन जागता था सुन मेरा प्रेमी खटखटाता है और कहता है हे मेरी बहन हे मेरी प्रिय हे मेरी कबूतरी हे मेरी निर्मल मेरे लिये द्वार खोल क्योंकि मेरा सिर ओस से भरा है और मेरी लटें रात में गिरी हुई बूँदों से भीगी हैं +21028,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_003.wav,मैं अपना वस्त्र उतार चुकी थी मैं उसे फिर कैसे पहनूँ मैं तो अपने पाँव धो चुकी थी अब उनको कैसे मैला करूँ +21029,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_004.wav,मेरे प्रेमी ने अपना हाथ किवाड़ के छेद से भीतर डाल दिया तब मेरा हृदय उसके लिये उमड़ उठा +21030,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_005.wav,मैं अपने प्रेमी के लिये द्वार खोलने को उठी और मेरे हाथों से गन्धरस टपका और मेरी अंगुलियों पर से टपकता हुआ गन्धरस बेंड़े की मूठों पर पड़ा +21031,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_006.wav,मैंने अपने प्रेमी के लिये द्वार तो खोला परन्तु मेरा प्रेमी मुड़कर चला गया था जब वह बोल रहा था तब मेरा प्राण घबरा गया था मैंने उसको ढूँढ़ा परन्तु न पाया मैंने उसको पुकारा परन्तु उसने कुछ उत्तर न दिया +21032,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_007.wav,पहरेदार जो नगर में घूमते थे मुझे मिले उन्होंने मुझे मारा और घायल किया शहरपनाह के पहरुओं ने मेरी चद्दर मुझसे छीन ली +21033,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_008.wav,हे यरूशलेम की पुत्रियों मैं तुम को शपथ धराकर कहती हूँ यदि मेरा प्���ेमी तुम को मिल जाए तो उससे कह देना कि मैं प्रेम में रोगी हूँ +21034,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_009.wav,हे स्त्रियों में परम सुन्दरी तेरा प्रेमी और प्रेमियों से किस बात में उत्तम है तू क्यों हमको ऐसी शपथ धराती है +21035,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_010.wav,मेरा प्रेमी गोरा और लाल सा है वह दस हजारों में उत्तम है +21036,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_011.wav,उसका सिर उत्तम कुन्दन है उसकी लटकती हुई लटें कौवों की समान काली हैं +21037,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_012.wav,उसकी आँखें उन कबूतरों के समान हैं जो दूध में नहाकर नदी के किनारे अपने झुण्ड में एक कतार से बैठे हुए हों +21038,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_013.wav,उसके गाल फूलों की फुलवारी और बलसान की उभरी हुई क्यारियाँ हैं उसके होंठ सोसन फूल हैं जिनसे पिघला हुआ गन्धरस टपकता है +21039,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_014.wav,उसके हाथ फीरोजा जड़े हुए सोने की छड़ें हैं उसका शरीर नीलम के फूलों से जड़े हुए हाथी दाँत का काम है +21040,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_015.wav,उसके पाँव कुन्दन पर बैठाये हुए संगमरमर के खम्भे हैं वह देखने में लबानोन और सुन्दरता में देवदार के वृक्षों के समान मनोहर है +21041,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_005_016.wav,उसकी वाणी अति मधुर है हाँ वह परम सुन्दर है हे यरूशलेम की पुत्रियों यही मेरा प्रेमी और यही मेरा मित्र है +21042,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_001.wav,हे स्त्रियों में परम सुन्दरी तेरा प्रेमी कहाँ गया तेरा प्रेमी कहाँ चला गया कि हम तेरे संग उसको ढूँढ़ने निकलें +21043,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_002.wav,मेरा प्रेमी अपनी बारी में अर्थात् बलसान की क्यारियों की ओर गया है कि बारी में अपनी भेड़बकरियाँ चराए और सोसन फूल बटोरे +21044,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_003.wav,मैं अपने प्रेमी की हूँ और मेरा प्रेमी मेरा है वह अपनी भेड़बकरियाँ सोसन फूलों के बीच चराता है +21045,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_004.wav,हे मेरी प्रिय तू तिर्सा की समान सुन्दरी है तू यरूशलेम के समान रूपवान है और पताका फहराती हुई सेना के तुल्य भयंकर है +21046,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_005.wav,अपनी आँखें मेरी ओर से फेर ले क्योंकि मैं उनसे घबराता हूँ तेरे बाल ऐसी बकरियों के झुण्ड के समान हैं जो गिलाद की ढलान पर लेटी हुई देख पड़ती हों +21047,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_006.wav,तेरे दाँत ऐसी भेड़ों के झुण्ड के समान हैं जिन्हें स्नान कराया गया हो उनमें प्रत्येक जुड़वाँ बच्चे देती हैं जिनमें से किसी का साथी नहीं मरा +21048,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_007.wav,तेरे कपोल तेरी लटों के नीचे अनार की फाँक से देख पड़ते हैं +21049,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_008.wav,वहाँ साठ रानियाँ और अस्सी रखैलियाँ और असंख्य कुमारियाँ भी हैं +21050,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_009.wav,परन्तु मेरी कबूतरी मेरी निर्मल अद्वितीय है अपनी माता की एकलौती अपनी जननी की दुलारी है पुत्रियों ने उसे देखा और धन्य कहा रानियों और रखैलों ने देखकर उसकी प्रशंसा की +21051,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_010.wav,यह कौन है जिसकी शोभा भोर के तुल्य है जो सुन्दरता में चन्द्रमा और निर्मलता में सूर्य और पताका फहराती हुई सेना के तुल्य भयंकर दिखाई देती है +21052,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_011.wav,मैं अखरोट की बारी में उत्तर गई कि तराई के फूल देखूँ और देखूँ की दाखलता में कलियाँ लगीं और अनारों के फूल खिले कि नहीं +21053,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_012.wav,मुझे पता भी न था कि मेरी कल्पना ने मुझे अपने राजकुमार के रथ पर चढ़ा दिया +21054,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_006_013.wav,लौट आ लौट आ हे शूलेम्मिन लौट आ लौट आ कि हम तुझ पर दृष्टि करें क्या तुम शूलेम्मिन को इस प्रकार देखोगे जैसा महनैम के नृत्य को देखते हैं +21055,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_001.wav,हे कुलीन की पुत्री तेरे पाँव जूतियों में क्या ही सुन्दर हैं तेरी जाँघों की गोलाई ऐसे गहनों के समान है जिसको किसी निपुण कारीगर ने रचा हो +21056,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_002.wav,तेरी नाभि गोल कटोरा है जो मसाला मिले हुए दाखमधु से पूर्ण हो तेरा पेट गेहूँ के ढेर के समान है जिसके चारों ओर सोसन फूल हों +21057,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_003.wav,तेरी दोनों छातियाँ मृगनी के दो जुड़वे बच्चों के समान हैं +21058,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_004.wav,तेरा गला हाथी दाँत का मीनार है तेरी आँखें हेशबोन के उन कुण्डों के समान हैं जो बत्रब्बीम के फाटक के पास हैं तेरी नाक लबानोन के मीनार के तुल्य है जिसका मुख दमिश्क की ओर है +21059,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_005.wav,तेरा सिर तुझ पर कर्मेल के समान शोभायमान है और तेरे सिर के लटें बैंगनी रंग के वस्त्र के तुल्य है राजा उन लटाओं में बँधुआ हो गया हैं +21060,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_006.wav,हे प्रिय और मनभावनी कुमारी तू कैसी सुन्दर और कैसी मनोहर है +21061,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_007.wav,तेरा डीलडौल खजूर के समान शानदार है और तेरी छातियाँ अंगूर के गुच्छों के समान हैं +21062,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_008.wav,मैंने कहा मैं इस खजूर पर चढ़कर उसकी डालियों को पकड़ूँगा तेरी छातियाँ अंगूर के गुच्छे हों और तेरी श्वास का सुगन्ध सेबों के समान हो +21063,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_009.wav,और तेरे चुम्बन उत्तम दाखमधु के समान हैं जो सरलता से होठों पर से धीरे धीरे बह जाती है +21064,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_010.wav,मैं अपनी प्रेमी की हूँ और उसकी लालसा मेरी ओर नित बनी रहती है +21065,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_011.wav,हे मेरे प्रेमी आ हम खेतों में निकल जाएँ और गाँवों में रहें +21066,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_012.wav,फिर सवेरे उठकर दाख की बारियों में चलें और देखें कि दाखलता में कलियाँ लगी हैं कि नहीं कि दाख के फूल खिले हैं या नहीं और अनार फूले हैं या नहीं वहाँ मैं तुझको अपना प्रेम दिखाऊँगी +21067,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_007_013.wav,दूदाफलों से सुगन्ध आ रही है और हमारे द्वारों पर सब भाँति के उत्तम फल हैं नये और पुराने भी जो हे मेरे प्रेमी मैंने तेरे लिये इकट्ठे कर रखे हैं +21068,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_001.wav,भला होता कि तू मेरे भाई के समान होता जिसने मेरी माता की छातियों से दूध पिया तब मैं तुझे बाहर पाकर तेरा चुम्बन लेती और कोई मेरी निन्दा न करता +21069,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_002.wav,मैं तुझको अपनी माता के घर ले चलती और वह मुझ को सिखाती और मैं तुझे मसाला मिला हुआ दाखमधु और अपने अनारों का रस पिलाती +21070,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_003.wav,काश उसका बायाँ हाथ मेरे सिर के नीचे होता और अपने दाहिने हाथ से वह मेरा आलिंगन करता +21071,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_004.wav,हे यरूशलेम की पुत्रियों मैं तुम को शपथ धराती हूँ कि तुम मेरे प्रेमी को न जगाना जब तक वह स्वयं न उठना चाहे +21072,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_005.wav,यह कौन है जो अपने प्रेमी पर टेक लगाए हुए जंगल से चली आती है सेब के पेड़ के नीचे मैंने तुझे जगाया वहाँ तेरी माता ने तुझे जन्म दिया वहाँ तेरी माता को पीड़ाएँ उठी +21073,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_006.wav,मुझे नगीने के समान अपने हृदय पर लगा रख और ताबीज़ की समान अपनी बाँह पर रख क्योंकि प्रेम मृत्यु के तुल्य सामर्थी है और ईर्ष्या कब्र के समान निर्दयी है उसकी ज्वाला अग्नि की दमक है वरन् परमेश्वर ही की ज्वाला है +21074,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_007.wav,पानी की बाढ़ से भी प्रेम नहीं बुझ सकता और न महानदों से डूब सकता है यदि कोई अपने घर की सारी सम्पत्ति प्रेम के बदले दे दे तो भी वह अत्यन्त तुच्छ ठहरेगी +21075,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_008.wav,हमारी एक छोटी बहन है जिसकी छातियाँ अभी नहीं उभरीं जिस दिन हमारी बहन के ब्याह की बात लगे उस दिन हम उसके लिये क्या करें +21076,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_009.wav,यदि वह शहरपनाह होती तो हम उस पर चाँदी का कंगूरा बनाते और यदि वह फाटक का किवाड़ होती तो हम उस पर देवदार की लकड़ी के पटरे लगाते +21077,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_010.wav,मैं शहरपनाह थी और मेरी छातियाँ उसके गुम्मट तब मैं अपने प्रेमी की दृष्टि में शान्ति लानेवाले के समान थी +21078,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_011.wav,बाल्हामोन में सुलैमान की एक दाख की बारी थी उसने वह दाख की बारी रखवालों को सौंप दी हर एक रखवाले को उसके फलों के लिये चाँदी के हजारहजार टुकड���े देने थे +21079,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_012.wav,मेरी निज दाख की बारी मेरे ही लिये है हे सुलैमान हजार तुझी को और फल के रखवालों को दो सौ मिलें +21080,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_013.wav,तू जो बारियों में रहती है मेरे मित्र तेरा बोल सुनना चाहते हैं उसे मुझे भी सुनने दे +21081,data/cleaned/hindi/SNG/SNG_008_014.wav,हे मेरे प्रेमी शीघ्रता कर और सुगन्धद्रव्यों के पहाड़ों पर चिकारे या जवान हिरन के समान बन जा +21082,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_001_001.wav,फारस के राजा कुस्रू के राज्य के पहले वर्ष में यहोवा ने फारस के राजा कुस्रू का मन उभारा कि यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के मुँह से निकला था वह पूरा हो जाए इसलिए उसने अपने समस्त राज्य में यह प्रचार करवाया और लिखवा भी दिया +21083,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_001_002.wav,फारस का राजा कुस्रू यह कहता है स्वर्ग के परमेश्वर यहोवा ने पृथ्वी भर का राज्य मुझे दिया है और उसने मुझे आज्ञा दी कि यहूदा के यरूशलेम में मेरा एक भवन बनवा +21084,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_001_003.wav,उसकी समस्त प्रजा के लोगों में से तुम्हारे मध्य जो कोई हो उसका परमेश्वर उसके साथ रहे और वह यहूदा के यरूशलेम को जाकर इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का भवन बनाए जो यरूशलेम में है वही परमेश्वर है +21085,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_001_004.wav,और जो कोई किसी स्थान में रह गया हो जहाँ वह रहता हो उस स्थान के मनुष्य चाँदी सोना धन और पशु देकर उसकी सहायता करें और इससे अधिक यरूशलेम स्थित परमेश्वर के भवन के लिये अपनीअपनी इच्छा से भी भेंट चढ़ाएँ +21086,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_001_005.wav,तब यहूदा और बिन्यामीन के जितने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों और याजकों और लेवियों का मन परमेश्वर ने उभारा था कि जाकर यरूशलेम में यहोवा के भवन को बनाएँ वे सब उठ खड़े हुए +21087,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_001_006.wav,और उनके आसपास सब रहनेवालों ने चाँदी के पात्र सोना धन पशु और अनमोल वस्तुएँ देकर उनकी सहायता की यह उन सबसे अधिक था जो लोगों ने अपनीअपनी इच्छा से दिया +21088,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_001_007.wav,फिर यहोवा के भवन के जो पात्र नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम से निकालकर अपने देवता के भवन में रखे थे +21089,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_001_008.wav,उनको कुस्रू राजा ने मिथ्रदात खजांची से निकलवाकर यहूदियों के शेशबस्सर नामक प्रधान को गिनकर सौंप दिया +21090,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_001_009.wav,उनकी गिनती यह थी अर्थात् सोने के तीस और चाँदी के एक हजार परात और उनतीस छुरी +21091,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_001_010.wav,सोने के तीस कटोरे और मध्यम प्रकार की चाँदी के चार सौ दस कटोरे तथा अन्य प्रकार के पात्र एक हजार +21092,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_001_011.wav,सोने चाँदी के पात्र सब मिलाकर पाँच हजार चार सौ थे इन सभी को शेशबस्सर उस समय ले आया जब बन्धुए बाबेल से यरूशलेम को आए +21093,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_001.wav,जिनको बाबेल का राजा नबूकदनेस्सर बाबेल को बन्दी बनाकर ले गया था उनमें से प्रान्त के जो लोग बँधुआई से छूटकर यरूशलेम और यहूदा को अपनेअपने नगर में लौटे वे ये हैं +21094,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_002.wav,ये जरुब्बाबेल येशुअ नहेम्याह सरायाह रेलायाह मोर्दकै बिलशान मिस्पार बिगवै रहूम और बानाह के साथ आए इस्राएली प्रजा के मनुष्यों की गिनती यह है अर्थात् +21095,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_003.wav,परोश की सन्तान दो हजार एक सौ बहत्तर +21096,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_004.wav,शपत्याह की सन्तान तीन सौ बहत्तर +21097,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_005.wav,आरह की सन्तान सात सौ पचहत्तर +21098,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_006.wav,पहत्मोआब की सन्तान येशुअ और योआब की सन्तान में से दो हजार आठ सौ बारह +21099,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_007.wav,एलाम की सन्तान बारह सौ चौवन +21100,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_008.wav,जत्तू की सन्तान नौ सौ पैंतालीस +21101,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_009.wav,जक्कई की सन्तान सात सौ साठ +21102,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_010.wav,बानी की सन्तान छः सौ बयालीस +21103,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_011.wav,बेबै की सन्तान छः सौ तेईस +21104,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_012.wav,अजगाद की सन्तान बारह सौ बाईस +21105,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_013.wav,अदोनीकाम की सन्तान छः सौ छियासठ +21106,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_014.wav,बिगवै की सन्तान दो हजार छप्पन +21107,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_015.wav,आदीन की सन्तान चार सौ चौवन +21108,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_016.wav,हिजकिय्याह की सन्तान आतेर की सन्तान में से अठानवे +21109,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_017.wav,बेसै की सन्तान तीन सौ तेईस +21110,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_018.wav,योरा के लोग एक सौ बारह +21111,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_019.wav,हाशूम के लोग दो सौ तेईस +21112,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_020.wav,गिब्बार के लोग पंचानबे +21113,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_021.wav,बैतलहम के लोग एक सौ तेईस +21114,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_022.wav,नतोपा के मनुष्य छप्पन +21115,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_023.wav,अनातोत के मनुष्य एक सौ अट्ठाईस +21116,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_024.wav,अज्मावेत के लोग बयालीस +21117,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_025.wav,किर्यत्यारीम कपीरा और बेरोत के लोग सात सौ तैंतालीस +21118,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_026.wav,रामाह और गेबा के लोग छः सौ इक्कीस +21119,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_027.wav,मिकमाश के मनुष्य एक सौ बाईस +21120,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_028.wav,बेतेल और आई के मनुष्य दो सौ तेईस +21121,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_029.wav,नबो के लोग बावन +21122,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_030.wav,मग्बीस की सन्तान एक सौ छप्पन +21123,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_031.wav,दूसरे एलाम की सन्तान बारह सौ चौवन +21124,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_032.wav,हारीम की सन्तान तीन सौ बीस +21125,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_033.wav,लोद हादीद और ओनो के लोग सात सौ पच्चीस +21126,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_034.wav,यरीहो के ���ोग तीन सौ पैंतालीस +21127,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_035.wav,सना के लोग तीन हजार छः सौ तीस +21128,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_036.wav,फिर याजकों अर्थात् येशुअ के घराने में से यदायाह की सन्तान नौ सौ तिहत्तर +21129,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_037.wav,इम्मेर की सन्तान एक हजार बावन +21130,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_038.wav,पशहूर की सन्तान बारह सौ सैंतालीस +21131,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_039.wav,हारीम की सन्तान एक हजार सत्रह +21132,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_040.wav,फिर लेवीय अर्थात् येशुअ की सन्तान और कदमीएल की सन्तान होदव्याह की सन्तान में से चौहत्तर +21133,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_041.wav,फिर गवैयों में से आसाप की सन्तान एक सौ अट्ठाईस +21134,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_042.wav,फिर दरबानों की सन्तान शल्लूम की सन्तान आतेर की सन्तान तल्मोन की सन्तान अक्कूब की सन्तान हतीता की सन्तान और शोबै की सन्तान ये सब मिलाकर एक सौ उनतालीस हुए +21135,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_043.wav,फिर नतीन की सन्तान सीहा की सन्तान हसूपा की सन्तान तब्बाओत की सन्तान +21136,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_044.wav,केरोस की सन्तान सीअहा की सन्तान पादोन की सन्तान +21137,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_045.wav,लबाना की सन्तान हगाबा की सन्तान अक्कूब की सन्तान +21138,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_046.wav,हागाब की सन्तान शल्मै की सन्तान हानान की सन्तान +21139,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_047.wav,गिद्देल की सन्तान गहर की सन्तान रायाह की सन्तान +21140,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_048.wav,रसीन की सन्तान नकोदा की सन्तान गज्जाम की सन्तान +21141,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_049.wav,उज्जा की सन्तान पासेह की सन्तान बेसै की सन्तान +21142,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_050.wav,अस्ना की सन्तान मूनीम की सन्तान नपीसीम की सन्तान +21143,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_051.wav,बकबूक की सन्तान हकूपा की सन्तान हर्हूर की सन्तान +21144,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_052.wav,बसलूत की सन्तान महीदा की सन्तान हर्शा की सन्तान +21145,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_053.wav,बर्कोस की सन्तान सीसरा की सन्तान तेमह की सन्तान +21146,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_054.wav,नसीह की सन्तान और हतीपा की सन्तान +21147,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_055.wav,फिर सुलैमान के दासों की सन्तान सोतै की सन्तान हस्सोपेरेत की सन्तान परूदा की सन्तान +21148,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_056.wav,याला की सन्तान दर्कोन की सन्तान गिद्देल की सन्तान +21149,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_057.wav,शपत्याह की सन्तान हत्तील की सन्तान पोकरेतसबायीम की सन्तान और आमी की सन्तान +21150,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_058.wav,सब नतीन और सुलैमान के दासों की सन्तान तीन सौ बानवे थे +21151,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_059.wav,फिर जो तेल्मेलाह तेलहर्शा करूब अद्दान और इम्मेर से आए परन्तु वे अपनेअपने पितरों के घराने और वंशावली न बता सके कि वे इस्राएल के हैं वे ये हैं +21152,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_060.wav,अर्थात् दलायाह की सन्तान तोबियाह की सन्तान और नकोदा की सन्तान जो मिलकर छः सौ बावन थे +21153,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_061.wav,याजकों की सन्तान में से हबायाह की सन्तान हक्कोस की सन्तान और बर्जिल्लै की सन्तान जिसने गिलादी बर्जिल्लै की एक बेटी को ब्याह लिया और उसी का नाम रख लिया था +21154,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_062.wav,इन सभी ने अपनीअपनी वंशावली का पत्र औरों की वंशावली की पोथियों में ढूँढ़ा परन्तु वे न मिले इसलिए वे अशुद्ध ठहराकर याजकपद से निकाले गए +21155,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_063.wav,और अधिपति ने उनसे कहा कि जब तक ऊरीम और तुम्मीम धारण करनेवाला कोई याजक न हो तब तक कोई परमपवित्र वस्तु खाने न पाए +21156,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_064.wav,समस्त मण्डली मिलकर बयालीस हजार तीन सौ साठ की थी +21157,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_065.wav,इनको छोड़ इनके सात हजार तीन सौ सैंतीस दासदासियाँ और दो सौ गानेवाले और गानेवालियाँ थीं +21158,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_066.wav,उनके घोड़े सात सौ छत्तीस खच्चर दो सौ पैंतालीस ऊँट चार सौ पैंतीस +21159,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_067.wav,और गदहे छः हजार सात सौ बीस थे +21160,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_068.wav,पितरों के घरानों के कुछ मुख्यमुख्य पुरुषों ने जब यहोवा के भवन को जो यरूशलेम में है आए तब परमेश्वर के भवन को उसी के स्थान पर खड़ा करने के लिये अपनीअपनी इच्छा से कुछ दिया +21161,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_069.wav,उन्होंने अपनीअपनी पूँजी के अनुसार इकसठ हजार दर्कमोन सोना और पाँच हजार माने चाँदी और याजकों के योग्य एक सौ अंगरखे अपनीअपनी इच्छा से उस काम के खजाने में दे दिए +21162,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_002_070.wav,तब याजक और लेवीय और लोगों में से कुछ और गवैये और द्वारपाल और नतीन लोग अपने नगर में और सब इस्राएली अपनेअपने नगर में फिर बस गए +21163,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_001.wav,जब सातवाँ महीना आया और इस्राएली अपनेअपने नगर में बस गए तो लोग यरूशलेम में एक मन होकर इकट्ठे हुए +21164,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_002.wav,तब योसादाक के पुत्र येशुअ ने अपने भाई याजकों समेत और शालतीएल के पुत्र जरुब्बाबेल ने अपने भाइयों समेत कमर बाँधकर इस्राएल के परमेश्वर की वेदी को बनाया कि उस पर होमबलि चढ़ाएँ जैसे कि परमेश्वर के भक्त मूसा की व्यवस्था में लिखा है +21165,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_003.wav,तब उन्होंने वेदी को उसके स्थान पर खड़ा किया क्योंकि उन्हें उस ओर के देशों के लोगों का भय रहा और वे उस पर यहोवा के लिये होमबलि अर्थात् प्रतिदिन सवेरे और साँझ के होमबलि चढ़ाने लगे +21166,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_004.wav,उन्होंने झोपड़ियों के पर्व को माना जैसे कि लिखा है और प्रतिदिन के होमबलि एक���क दिन की गिनती और नियम के अनुसार चढ़ाए +21167,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_005.wav,उसके बाद नित्य होमबलि और नयेनये चाँद और यहोवा के पवित्र किए हुए सब नियत पर्वों के बलि और अपनीअपनी इच्छा से यहोवा के लिये सब स्वेच्छाबलि हर एक के लिये बलि चढ़ाए +21168,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_006.wav,सातवें महीने के पहले दिन से वे यहोवा को होमबलि चढ़ाने लगे परन्तु यहोवा के मन्दिर की नींव तब तक न डाली गई थी +21169,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_007.wav,तब उन्होंने पत्थर गढ़नेवालों और कारीगरों को रुपया और सीदोनी और सोरी लोगों को खानेपीने की वस्तुएँ और तेल दिया कि वे फारस के राजा कुस्रू के पत्र के अनुसार देवदार की लकड़ी लबानोन से याफा के पास के समुद्र में पहुँचाए +21170,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_008.wav,उनके परमेश्वर के भवन में जो यरूशलेम में है आने के दूसरे वर्ष के दूसरे महीने में शालतीएल के पुत्र जरुब्बाबेल ने और योसादाक के पुत्र येशुअ ने और उनके अन्य भाइयों ने जो याजक और लेवीय थे और जितने बँधुआई से यरूशलेम में आए थे उन्होंने भी काम को आरम्भ किया और बीस वर्ष अथवा उससे अधिक अवस्था के लेवियों को यहोवा के भवन का काम चलाने के लिये नियुक्त किया +21171,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_009.wav,तो येशुअ और उसके बेटे और भाई और कदमीएल और उसके बेटे जो यहूदा की सन्तान थे और हेनादाद की सन्तान और उनके बेटे परमेश्वर के भवन में कारीगरों का काम चलाने को खड़े हुए +21172,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_010.wav,जब राजमिस्त्रियों ने यहोवा के मन्दिर की नींव डाली तब अपने वस्त्र पहने हुए और तुरहियां लिये हुए याजक और झाँझ लिये हुए आसाप के वंश के लेवीय इसलिए नियुक्त किए गए कि इस्राएलियों के राजा दाऊद की चलाई हुई रीति के अनुसार यहोवा की स्तुति करें +21173,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_011.wav,सो वे यह गा गाकर यहोवा की स्तुति और धन्यवाद करने लगे वह भला है और उसकी करुणा इस्राएल पर सदैव बनी है और जब वे यहोवा की स्तुति करने लगे तब सब लोगों ने यह जानकर कि यहोवा के भवन की नींव अब पड़ रही है ऊँचे शब्द से जयजयकार किया +21174,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_012.wav,परन्तु बहुत से याजक और लेवीय और पूर्वजों के घरानों के मुख्य पुरुष अर्थात् वे बूढ़े जिन्होंने पहला भवन देखा था जब इस भवन की नींव उनकी आँखों के सामने पड़ी तब फूट फूटकर रोने लगे और बहुत से आनन्द के मारे ऊँचे शब्द से जयजयकार कर रहे थे +21175,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_003_013.wav,इसलिए लोग आनन्द के जयजयकार का शब्द लोगों के रोने के शब्द से अलग पहचान न सके क्योंकि लोग ऊँचे शब्द से जयजयकार कर रहे थे और वह शब्द दूर तक सुनाई देता था +21176,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_001.wav,जब यहूदा और बिन्यामीन के शत्रुओं ने यह सुना कि बँधुआई से छूटे हुए लोग इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के लिये मन्दिर बना रहे हैं +21177,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_002.wav,तब वे जरुब्बाबेल और पूर्वजों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुषों के पास आकर उनसे कहने लगे हमें भी अपने संग बनाने दो क्योंकि तुम्हारे समान हम भी तुम्हारे परमेश्वर की खोज में लगे हुए हैं और अश्शूर का राजा एसर्हद्दोन जिसने हमें यहाँ पहुँचाया उसके दिनों से हम उसी को बलि चढ़ाते भी हैं +21178,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_003.wav,जरुब्बाबेल येशुअ और इस्राएल के पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों ने उनसे कहा हमारे परमेश्वर के लिये भवन बनाने में तुम को हम से कुछ काम नहीं हम ही लोग एक संग मिलकर फारस के राजा कुस्रू की आज्ञा के अनुसार इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के लिये उसे बनाएँगे +21179,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_004.wav,तब उस देश के लोग यहूदियों को निराश करने और उन्हें डराकर मन्दिर बनाने में रुकावट डालने लगे +21180,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_005.wav,और फारस के राजा कुस्रू के जीवन भर वरन् फारस के राजा दारा के राज्य के समय तक उनके मनोरथ को निष्फल करने के लिये वकीलों को रुपया देते रहे +21181,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_006.wav,क्षयर्ष के राज्य के आरम्भिक दिनों में उन्होंने यहूदा और यरूशलेम के निवासियों का दोषपत्र उसे लिख भेजा +21182,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_007.wav,फिर अर्तक्षत्र के दिनों में बिशलाम मिथ्रदात और ताबेल ने और उसके सहयोगियों ने फारस के राजा अर्तक्षत्र को चिट्ठी लिखी और चिट्ठी अरामी अक्षरों और अरामी भाषा में लिखी गई +21183,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_008.wav,अर्थात् रहूम राजमंत्री और शिमशै मंत्री ने यरूशलेम के विरुद्ध राजा अर्तक्षत्र को इस आशय की चिट्ठी लिखी +21184,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_009.wav,उस समय रहूम राजमंत्री और शिमशै मंत्री और उनके अन्य सहयोगियों ने अर्थात् दीनी अपर्सतकी तर्पली अफ़ारसी एरेकी बाबेली शूशनी देहवी एलामी +21185,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_010.wav,आदि जातियों ने जिन्हें महान और प्रधान ओस्‍नप्पर ने पार ले आकर सामरिया नगर में और महानद के इस पार के शेष देश में बसाया था एक चिट्ठी लिखी +21186,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_011.wav,जो चिट्ठी उन्होंने अर्तक्षत्र राजा को लिखी उसकी यह नकल है राजा अर्तक्षत्र की सेवा में तेरे दास जो महानद के पार के मनुष्य हैं तुझे शुभकामनाएँ भेजते हैं +21187,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_012.wav,राजा को यह विदित हो कि जो यहूदी तेरे पास से चले आए वे हमारे पास यरूशलेम को पहुँचे हैं वे उस दंगैत और घिनौने नगर को बसा रहे हैं वरन् उसकी शहरपनाह को खड़ा कर चुके हैं और उसकी नींव को जोड़ चुके हैं +21188,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_013.wav,अब राजा को विदित हो कि यदि वह नगर बस गया और उसकी शहरपनाह बन गई तब तो वे लोग कर चुंगी और राहदारी फिर न देंगे और अन्त में राजाओं की हानि होगी +21189,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_014.wav,हम लोग तो राजभवन का नमक खाते हैं और उचित नहीं कि राजा का अनादर हमारे देखते हो इस कारण हम यह चिट्ठी भेजकर राजा को चिता देते हैं +21190,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_015.wav,तेरे पुरखाओं के इतिहास की पुस्तक में खोज की जाए तब इतिहास की पुस्तक में तू यह पाकर जान लेगा कि वह नगर बलवा करनेवाला और राजाओं और प्रान्तों की हानि करनेवाला है और प्राचीनकाल से उसमें बलवा मचता आया है इसी कारण वह नगर नष्ट भी किया गया था +21191,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_016.wav,हम राजा को निश्चय करा देते हैं कि यदि वह नगर बसाया जाए और उसकी शहरपनाह बन चुके तब इसके कारण महानद के इस पार तेरा कोई भाग न रह जाएगा +21192,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_017.wav,तब राजा ने रहूम राजमंत्री और शिमशै मंत्री और सामरिया और महानद के इस पार रहनेवाले उनके अन्य सहयोगियों के पास यह उत्तर भेजा कुशल हो +21193,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_018.wav,जो चिट्ठी तुम लोगों ने हमारे पास भेजी वह मेरे सामने पढ़कर साफसाफ सुनाई गई +21194,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_019.wav,और मेरी आज्ञा से खोज किए जाने पर जान पड़ा है कि वह नगर प्राचीनकाल से राजाओं के विरुद्ध सिर उठाता आया है और उसमें दंगा और बलवा होता आया है +21195,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_020.wav,यरूशलेम के सामर्थी राजा भी हुए जो महानद के पार से समस्त देश पर राज्य करते थे और कर चुंगी और राहदारी उनको दी जाती थी +21196,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_021.wav,इसलिए अब इस आज्ञा का प्रचार कर कि वे मनुष्य रोके जाएँ और जब तक मेरी ओर से आज्ञा न मिले तब तक वह नगर बनाया न जाए +21197,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_022.wav,और चौकस रहो इस बात में ढीले न होना राजाओं की हानि करनेवाली वह बुराई क्यों बढ़ने पाए +21198,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_023.wav,जब राजा अर्तक्षत्र की यह चिट्ठी रहूम और शिमशै मंत्री और उनके सहयोगियों को पढ़कर सुनाई गई तब वे उतावली करके यरूशलेम को यहूदियों के पास गए और बलपूर्वक उनको रोक दिया +21199,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_004_024.wav,तब परमेश्वर के भवन का काम जो यरूशलेम में है रुक गया और फारस के राजा दारा के राज्य के दूसरे वर्ष तक रुका रहा +21200,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_001.wav,तब हाग्गै नामक नबी और इद्दो का पोता जकर्याह यहूदा और यरूशलेम के य���ूदियों से नबूवत करने लगे उन्होंने इस्राएल के परमेश्वर के नाम से उनसे नबूवत की +21201,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_002.wav,तब शालतीएल का पुत्र जरुब्बाबेल और योसादाक का पुत्र येशुअ कमर बाँधकर परमेश्वर के भवन को जो यरूशलेम में है बनाने लगे और परमेश्वर के वे नबी उनका साथ देते रहे +21202,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_003.wav,उसी समय महानद के इस पार का तत्तनै नामक अधिपति और शतर्बोजनै अपने सहयोगियों समेत उनके पास जाकर यह पूछने लगे इस भवन के बनाने और इस शहरपनाह को खड़ा करने की किसने तुम को आज्ञा दी है +21203,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_004.wav,उन्होंने लोगों से यह भी कहा इस भवन के बनानेवालों के क्या नाम हैं +21204,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_005.wav,परन्तु यहूदियों के पुरनियों के परमेश्वर की दृष्टि उन पर रही इसलिए जब तक इस बात की चर्चा दारा से न की गई और इसके विषय चिट्ठी के द्वारा उत्तर न मिला तब तक उन्होंने इनको न रोका +21205,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_006.wav,जो चिट्ठी महानद के इस पार के अधिपति तत्तनै और शतर्बोजनै और महानद के इस पार के उनके सहयोगियों फारसियों ने राजा दारा के पास भेजी उसकी नकल यह है +21206,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_007.wav,उन्होंने उसको एक चिट्ठी लिखी जिसमें यह लिखा थाः राजा दारा का कुशल क्षेम सब प्रकार से हो +21207,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_008.wav,राजा को विदित हो कि हम लोग यहूदा नामक प्रान्त में महान परमेश्वर के भवन के पास गए थे वह बड़ेबड़े पत्थरों से बन रहा है और उसकी दीवारों में कड़ियाँ जुड़ रही हैं और यह काम उन लोगों के द्वारा फुर्ती के साथ हो रहा है और सफल भी होता जाता है +21208,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_009.wav,इसलिए हमने उन पुरनियों से यह पूछा यह भवन बनवाने और यह शहरपनाह खड़ी करने की आज्ञा किसने तुम्हें दी +21209,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_010.wav,और हमने उनके नाम भी पूछे कि हम उनके मुख्य पुरुषों के नाम लिखकर तुझको जता सकें +21210,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_011.wav,उन्होंने हमें यह उत्तर दिया हम तो आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर के दास हैं और जिस भवन को बहुत वर्ष हुए इस्राएलियों के एक बड़े राजा ने बनाकर तैयार किया था उसी को हम बना रहे हैं +21211,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_012.wav,जब हमारे पुरखाओं ने स्वर्ग के परमेश्वर को रिस दिलाई थी तब उसने उन्हें बाबेल के कसदी राजा नबूकदनेस्सर के हाथ में कर दिया था और उसने इस भवन को नाश किया और लोगों को बन्दी बनाकर बाबेल को ले गया +21212,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_013.wav,परन्तु बाबेल के राजा कुस्रू के पहले वर्ष में उसी कुस्रू राजा ने परमेश्वर के इस भवन को बनाने की आज्ञा दी +21213,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_014.wav,���रमेश्वर के भवन के जो सोने और चाँदी के पात्र नबूकदनेस्सर यरूशलेम के मन्दिर में से निकलवाकर बाबेल के मन्दिर में ले गया था उनको राजा कुस्रू ने बाबेल के मन्दिर में से निकलवाकर शेशबस्सर नामक एक पुरुष को जिसे उसने अधिपति ठहरा दिया था सौंप दिया +21214,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_015.wav,उसने उससे कहा ये पात्र ले जाकर यरूशलेम के मन्दिर में रख और परमेश्वर का वह भवन अपने स्थान पर बनाया जाए +21215,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_016.wav,तब उसी शेशबस्सर ने आकर परमेश्वर के भवन की जो यरूशलेम में है नींव डाली और तब से अब तक यह बन रहा है परन्तु अब तक नहीं बन पाया +21216,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_005_017.wav,अब यदि राजा को अच्छा लगे तो बाबेल के राजभण्डार में इस बात की खोज की जाए कि राजा कुस्रू ने सचमुच परमेश्वर के भवन के जो यरूशलेम में है बनवाने की आज्ञा दी थी या नहीं तब राजा इस विषय में अपनी इच्छा हमको बताए +21217,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_001.wav,तब राजा दारा की आज्ञा से बाबेल के पुस्तकालय में जहाँ खजाना भी रहता था खोज की गई +21218,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_002.wav,मादे नामक प्रान्त के अहमता नगर के राजगढ़ में एक पुस्तक मिली जिसमें यह वृत्तान्त लिखा था +21219,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_003.wav,राजा कुस्रू के पहले वर्ष में उसी कुस्रू राजा ने यह आज्ञा दी कि परमेश्वर के भवन के विषय जो यरूशलेम में है अर्थात् वह भवन जिसमें बलिदान किए जाते थे वह बनाया जाए और उसकी नींव दृढ़ता से डाली जाए उसकी ऊँचाई और चौड़ाई साठसाठ हाथ की हो +21220,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_004.wav,उसमें तीन रद्दे भारीभारी पत्थरों के हों और एक परत नई लकड़ी की हो और इनकी लागत राजभवन में से दी जाए +21221,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_005.wav,परमेश्वर के भवन के जो सोने और चाँदी के पात्र नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम के मन्दिर में से निकलवाकर बाबेल को पहुँचा दिए थे वह लौटाकर यरूशलेम के मन्दिर में अपनेअपने स्थान पर पहुँचाए जाएँ और तू उन्हें परमेश्वर के भवन में रख देना +21222,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_006.wav,अब हे महानद के पार के अधिपति तत्तनै हे शतर्बोजनै तुम अपने सहयोगियों महानद के पार के फारसियों समेत वहाँ से अलग रहो +21223,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_007.wav,परमेश्वर के उस भवन के काम को रहने दो यहूदियों का अधिपति और यहूदियों के पुरनिये परमेश्वर के उस भवन को उसी के स्थान पर बनाएँ +21224,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_008.wav,वरन् मैं आज्ञा देता हूँ कि तुम्हें यहूदियों के उन पुरनियों से ऐसा बर्ताव करना होगा कि परमेश्वर का वह भवन बनाया जाए अर्थात् राजा के धन में से महानद के पार के कर में से ��न पुरुषों को फुर्ती के साथ खर्चा दिया जाए ऐसा न हो कि उनको रुकना पड़े +21225,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_009.wav,क्या बछड़े क्या मेढ़े क्या मेम्ने स्वर्ग के परमेश्वर के होमबलियों के लिये जिसजिस वस्तु का उन्हें प्रयोजन हो और जितना गेहूँ नमक दाखमधु और तेल यरूशलेम के याजक कहें वह सब उन्हें बिना भूल चूक प्रतिदिन दिया जाए +21226,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_010.wav,इसलिए कि वे स्वर्ग के परमेश्वर को सुखदायक सुगन्धवाले बलि चढ़ाकर राजा और राजकुमारों के दीर्घायु के लिये प्रार्थना किया करें +21227,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_011.wav,फिर मैंने आज्ञा दी है कि जो कोई यह आज्ञा टाले उसके घर में से कड़ी निकाली जाए और उस पर वह स्वयं चढ़ाकर जकड़ा जाए और उसका घर इस अपराध के कारण घूरा बनाया जाए +21228,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_012.wav,परमेश्वर जिसने वहाँ अपने नाम का निवास ठहराया है वह क्या राजा क्या प्रजा उन सभी को जो यह आज्ञा टालने और परमेश्वर के भवन को जो यरूशलेम में है नाश करने के लिये हाथ बढ़ाएँ नष्ट करे मुझ दारा ने यह आज्ञा दी है फुर्ती से ऐसा ही करना +21229,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_013.wav,तब महानद के इस पार के अधिपति तत्तनै और शतर्बोजनै और उनके सहयोगियों ने दारा राजा के चिट्ठी भेजने के कारण उसी के अनुसार फुर्ती से काम किया +21230,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_014.wav,तब यहूदी पुरनिये हाग्गै नबी और इद्दो के पोते जकर्याह के नबूवत करने से मन्दिर को बनाते रहे और सफल भी हुए और उन्होंने इस्राएल के परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार और फारस के राजा कुस्रू दारा और अर्तक्षत्र की आज्ञाओं के अनुसार बनातेबनाते उसे पूरा कर लिया +21231,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_015.wav,इस प्रकार वह भवन राजा दारा के राज्य के छठवें वर्ष में अदार महीने के तीसरे दिन को बनकर समाप्त हुआ +21232,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_016.wav,इस्राएली अर्थात् याजक लेवीय और जितने बँधुआई से आए थे उन्होंने परमेश्वर के उस भवन की प्रतिष्ठा उत्सव के साथ की +21233,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_017.wav,उस भवन की प्रतिष्ठा में उन्होंने एक सौ बैल और दो सौ मेढ़े और चार सौ मेम्ने और फिर सब इस्राएल के निमित्त पापबलि करके इस्राएल के गोत्रों की गिनती के अनुसार बारह बकरे चढ़ाए +21234,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_018.wav,तब जैसे मूसा की पुस्तक में लिखा है वैसे ही उन्होंने परमेश्वर की आराधना के लिये जो यरूशलेम में है बारीबारी से याजकों और दलदल के लेवियों को नियुक्त कर दिया +21235,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_019.wav,फिर पहले महीने के चौदहवें दिन को बँधुआई से आए हुए लोगों ने फसह माना +21236,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_020.wav,��्योंकि याजकों और लेवियों ने एक मन होकर अपनेअपने को शुद्ध किया था इसलिए वे सब के सब शुद्ध थे उन्होंने बँधुआई से आए हुए सब लोगों और अपने भाई याजकों के लिये और अपनेअपने लिये फसह के पशुबलि किए +21237,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_021.wav,तब बँधुआई से लौटे हुए इस्राएली और जितने और देश की अन्यजातियों की अशुद्धता से इसलिए अलग हो गए थे कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की खोज करें उन सभी ने भोजन किया +21238,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_006_022.wav,वे अख़मीरी रोटी का पर्व सात दिन तक आनन्द के साथ मनाते रहे क्योंकि यहोवा ने उन्हें आनन्दित किया था और अश्शूर के राजा का मन उनकी ओर ऐसा फेर दिया कि वह परमेश्वर अर्थात् इस्राएल के परमेश्वर के भवन के काम में उनकी सहायता करे +21239,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_001.wav,इन बातों के बाद अर्थात् फारस के राजा अर्तक्षत्र के दिनों में एज्रा बाबेल से यरूशलेम को गया वह सरायाह का पुत्र था सरायाह अजर्याह का पुत्र था अजर्याह हिल्किय्याह का +21240,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_002.wav,हिल्किय्याह शल्लूम का शल्लूम सादोक का सादोक अहीतूब का अहीतूब अमर्याह का अमर्याह अजर्याह का +21241,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_003.wav,अजर्याह मरायोत का +21242,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_004.wav,मरायोत जरहयाह का जरहयाह उज्जी का उज्जी बुक्की का +21243,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_005.wav,बुक्की अबीशू का अबीशू पीनहास का पीनहास एलीआजर का और एलीआजर हारून महायाजक का पुत्र था +21244,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_006.wav,यही एज्रा मूसा की व्यवस्था के विषय जिसे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा ने दी थी निपुण शास्त्री था उसके परमेश्वर यहोवा की कृपादृष्टि जो उस पर रही इसके कारण राजा ने उसका मुँह माँगा वर दे दिया +21245,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_007.wav,कुछ इस्राएली और याजक लेवीय गवैये और द्वारपाल और मन्दिर के सेवकों में से कुछ लोग अर्तक्षत्र राजा के सातवें वर्ष में यरूशलेम को गए +21246,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_008.wav,वह राजा के सातवें वर्ष के पाँचवें महीने में यरूशलेम को पहुँचा +21247,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_009.wav,पहले महीने के पहले दिन को वह बाबेल से चल दिया और उसके परमेश्वर की कृपादृष्टि उस पर रही इस कारण पाँचवें महीने के पहले दिन वह यरूशलेम को पहुँचा +21248,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_010.wav,क्योंकि एज्रा ने यहोवा की व्यवस्था का अर्थ जान लेने और उसके अनुसार चलने और इस्राएल में विधि और नियम सिखाने के लिये अपना मन लगाया था +21249,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_011.wav,जो चिट्ठी राजा अर्तक्षत्र ने एज्रा याजक और शास्त्री को दी थी जो यहोवा की आज्ञाओं के वचनों का और उसकी इस्राएलियों मे�� चलाई हुई विधियों का शास्त्री था उसकी नकल यह है +21250,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_012.wav,एज्रा याजक के नाम जो स्वर्ग के परमेश्वर की व्यवस्था का पूर्ण शास्त्री है उसको अर्तक्षत्र महाराजाधिराज की ओर से +21251,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_013.wav,मैं यह आज्ञा देता हूँ कि मेरे राज्य में जितने इस्राएली और उनके याजक और लेवीय अपनी इच्छा से यरूशलेम जाना चाहें वे तेरे साथ जाने पाएँ +21252,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_014.wav,तू तो राजा और उसके सातों मंत्रियों की ओर से इसलिए भेजा जाता है कि अपने परमेश्वर की व्यवस्था के विषय जो तेरे पास है यहूदा और यरूशलेम की दशा जान ले +21253,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_015.wav,और जो चाँदीसोना राजा और उसके मंत्रियों ने इस्राएल के परमेश्वर को जिसका निवास यरूशलेम में है अपनी इच्छा से दिया है +21254,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_016.wav,और जितना चाँदीसोना समस्त बाबेल प्रान्त में तुझे मिलेगा और जो कुछ लोग और याजक अपनी इच्छा से अपने परमेश्वर के भवन के लिये जो यरूशलेम में है देंगे उसको ले जाए +21255,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_017.wav,इस कारण तू उस रुपये से फुर्ती के साथ बैल मेढ़े और मेम्ने उनके योग्य अन्नबलि और अर्घ की वस्तुओं समेत मोल लेना और उस वेदी पर चढ़ाना जो तुम्हारे परमेश्वर के यरूशलेम वाले भवन में है +21256,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_018.wav,और जो चाँदीसोना बचा रहे उससे जो कुछ तुझे और तेरे भाइयों को उचित जान पड़े वही अपने परमेश्वर की इच्छा के अनुसार करना +21257,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_019.wav,तेरे परमेश्वर के भवन की उपासना के लिये जो पात्र तुझे सौंपे जाते हैं उन्हें यरूशलेम के परमेश्वर के सामने दे देना +21258,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_020.wav,इनसे अधिक जो कुछ तुझे अपने परमेश्वर के भवन के लिये आवश्यक जानकर देना पड़े वह राज खजाने में से दे देना +21259,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_021.wav,मैं अर्तक्षत्र राजा यह आज्ञा देता हूँ कि तुम महानद के पार के सब खजांचियों से जो कुछ एज्रा याजक जो स्वर्ग के परमेश्वर की व्यवस्था का शास्त्री है तुम लोगों से चाहे वह फुर्ती के साथ किया जाए +21260,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_022.wav,अर्थात् सौ किक्कार तक चाँदी सौ कोर तक गेहूँ सौ बत तक दाखमधु सौ बत तक तेल और नमक जितना चाहिये उतना दिया जाए +21261,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_023.wav,जोजो आज्ञा स्वर्ग के परमेश्वर की ओर से मिले ठीक उसी के अनुसार स्वर्ग के परमेश्वर के भवन के लिये किया जाए राजा और राजकुमारों के राज्य पर परमेश्वर का क्रोध क्यों भड़कने पाए +21262,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_024.wav,फिर हम तुम को चिता देते हैं कि परमेश्वर के उस भवन के किसी याजक लेवी��� गवैये द्वारपाल नतीन या और किसी सेवक से कर चुंगी अथवा राहदारी लेने की आज्ञा नहीं है +21263,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_025.wav,फिर हे एज्रा तेरे परमेश्वर से मिली हुई बुद्धि के अनुसार जो तुझ में है न्यायियों और विचार करनेवालों को नियुक्त कर जो महानद के पार रहनेवाले उन सब लोगों में जो तेरे परमेश्वर की व्यवस्था जानते हों न्याय किया करें और जोजो उन्हें न जानते हों उनको तुम सिखाया करो +21264,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_026.wav,जो कोई तेरे परमेश्वर की व्यवस्था और राजा की व्यवस्था न माने उसको फुर्ती से दण्ड दिया जाए चाहे प्राणदण्ड चाहे देश निकाला चाहे माल जप्त किया जाना चाहे कैद करना +21265,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_027.wav,धन्य है हमारे पितरों का परमेश्वर यहोवा जिसने ऐसी मनसा राजा के मन में उत्पन्न की है कि यरूशलेम स्थित यहोवा के भवन को सँवारे +21266,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_007_028.wav,और मुझ पर राजा और उसके मंत्रियों और राजा के सब बड़े हाकिमों को दयालु किया मेरे परमेश्वर यहोवा की कृपादृष्टि जो मुझ पर हुई इसके अनुसार मैंने हियाव बाँधा और इस्राएल में से मुख्य पुरुषों को इकट्ठा किया कि वे मेरे संग चलें +21267,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_001.wav,उनके पूर्वजों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुष ये हैं और जो लोग राजा अर्तक्षत्र के राज्य में बाबेल से मेरे संग यरूशलेम को गए उनकी वंशावली यह है +21268,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_002.wav,अर्थात् पीनहास के वंश में से गेर्शोम ईतामार के वंश में से दानिय्येल दाऊद के वंश में से हत्तूश +21269,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_003.wav,शकन्याह के वंश के परोश के गोत्र में से जकर्याह जिसके संग डेढ़ सौ पुरुषों की वंशावली हुई +21270,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_004.wav,पहत्मोआब के वंश में से जरहयाह का पुत्र एल्यहोएनै जिसके संग दो सौ पुरुष थे +21271,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_005.wav,शकन्याह के वंश में से यहजीएल का पुत्र जिसके संग तीन सौ पुरुष थे +21272,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_006.wav,आदीन के वंश में से योनातान का पुत्र एबेद जिसके संग पचास पुरुष थे +21273,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_007.wav,एलाम के वंश में से अतल्याह का पुत्र यशायाह जिसके संग सत्तर पुरुष थे +21274,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_008.wav,शपत्याह के वंश में से मीकाएल का पुत्र जबद्याह जिसके संग अस्सी पुरुष थे +21275,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_009.wav,योआब के वंश में से यहीएल का पुत्र ओबद्याह जिसके संग दो सौ अठारह पुरुष थे +21276,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_010.wav,शलोमीत के वंश में से योसिव्याह का पुत्र जिसके संग एक सौ साठ पुरुष थे +21277,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_011.wav,बेबै के वंश में से बेबै का पुत्र जकर्याह जिसके संग अट्ठाईस प��रुष थे +21278,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_012.wav,अजगाद के वंश में से हक्कातान का पुत्र योहानान जिसके संग एक सौ दस पुरुष थे +21279,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_013.wav,अदोनीकाम के वंश में से जो पीछे गए उनके ये नाम हैं अर्थात् एलीपेलेत यूएल और शमायाह और उनके संग साठ पुरुष थे +21280,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_014.wav,और बिगवै के वंश में से ऊतै और जक्कूर थे और उनके संग सत्तर पुरुष थे +21281,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_015.wav,इनको मैंने उस नदी के पास जो अहवा की ओर बहती है इकट्ठा कर लिया और वहाँ हम लोग तीन दिन डेरे डाले रहे और मैंने वहाँ लोगों और याजकों को देख लिया परन्तु किसी लेवीय को न पाया +21282,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_016.wav,मैंने एलीएजेर अरीएल शमायाह एलनातान यारीब एलनातान नातान जकर्याह और मशुल्लाम को जो मुख्य पुरुष थे और योयारीब और एलनातान को जो बुद्धिमान थे +21283,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_017.wav,बुलवाकर इद्दो के पास जो कासिप्या नामक स्थान का प्रधान था भेज दिया और उनको समझा दिया कि कासिप्या स्थान में इद्दो और उसके भाई नतीन लोगों से क्याक्या कहना वे हमारे पास हमारे परमेश्वर के भवन के लिये सेवा टहल करनेवालों को ले आएँ +21284,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_018.wav,हमारे परमेश्वर की कृपादृष्टि जो हम पर हुई इसके अनुसार वे हमारे पास ईश्शेकेल को जो इस्राएल के परपोतो और लेवी के पोते महली के वंश में से था और शेरेब्याह को और उसके पुत्रों और भाइयों को अर्थात् अठारह जनों को +21285,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_019.wav,और हशब्याह को और उसके संग मरारी के वंश में से यशायाह को और उसके पुत्रों और भाइयों को अर्थात् बीस जनों को +21286,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_020.wav,और नतीन लोगों में से जिन्हें दाऊद और हाकिमों ने लेवियों की सेवा करने को ठहराया था दो सौ बीस नतिनों को ले आए इन सभी के नाम लिखे हुए थे +21287,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_021.wav,तब मैंने वहाँ अर्थात् अहवा नदी के तट पर उपवास का प्रचार इस आशय से किया कि हम परमेश्वर के सामने दीन हों और उससे अपने और अपने बालबच्चों और अपनी समस्त सम्पत्ति के लिये सरल यात्रा माँगे +21288,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_022.wav,क्योंकि मैं मार्ग के शत्रुओं से बचने के लिये सिपाहियों का दल और सवार राजा से माँगने से लजाता था क्योंकि हम राजा से यह कह चुके थे हमारा परमेश्वर अपने सब खोजियों पर भलाई के लिये कृपादृष्टि रखता है और जो उसे त्याग देते हैं उसका बल और कोप उनके विरुद्ध है +21289,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_023.wav,इसी विषय पर हमने उपवास करके अपने परमेश्वर से प्रार्थना की और उसने हमारी सुनी +21290,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_024.wav,तब मैंने मुख्य याजकों में से बारह पुरुषों को अर्थात् शेरेब्याह हशब्याह और इनके दस भाइयों को अलग करके जो चाँदी सोना और पात्र +21291,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_025.wav,राजा और उसके मंत्रियों और उसके हाकिमों और जितने इस्राएली उपस्थित थे उन्होंने हमारे परमेश्वर के भवन के लिये भेंट दिए थे उन्हें तौलकर उनको दिया +21292,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_026.wav,मैंने उनके हाथ में साढ़े छः सौ किक्कार चाँदी सौ किक्कार चाँदी के पात्र +21293,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_027.wav,सौ किक्कार सोना हजार दर्कमोन के सोने के बीस कटोरे और सोने सरीखे अनमोल चमकनेवाले पीतल के दो पात्र तौलकर दे दिये +21294,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_028.wav,मैंने उनसे कहा तुम तो यहोवा के लिये पवित्र हो और ये पात्र भी पवित्र हैं और यह चाँदी और सोना भेंट का है जो तुम्हारे पितरों के परमेश्वर यहोवा के लिये प्रसन्नता से दी गई +21295,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_029.wav,इसलिए जागते रहो और जब तक तुम इन्हें यरूशलेम में प्रधान याजकों और लेवियों और इस्राएल के पितरों के घरानों के प्रधानों के सामने यहोवा के भवन की कोठरियों में तौलकर न दो तब तक इनकी रक्षा करते रहो +21296,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_030.wav,तब याजकों और लेवियों ने चाँदी सोने और पात्रों को तौलकर ले लिया कि उन्हें यरूशलेम को हमारे परमेश्वर के भवन में पहुँचाए +21297,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_031.wav,पहले महीने के बारहवें दिन को हमने अहवा नदी से कूच करके यरूशलेम का मार्ग लिया और हमारे परमेश्वर की कृपादृष्टि हम पर रही और उसने हमको शत्रुओं और मार्ग पर घात लगाने वालों के हाथ से बचाया +21298,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_032.wav,अन्त में हम यरूशलेम पहुँचे और वहाँ तीन दिन रहे +21299,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_033.wav,फिर चौथे दिन वह चाँदीसोना और पात्र हमारे परमेश्वर के भवन में ऊरिय्याह के पुत्र मरेमोत याजक के हाथ में तौलकर दिए गए उसके संग पीनहास का पुत्र एलीआजर था और उनके साथ येशुअ का पुत्र योजाबाद लेवीय और बिन्नूई का पुत्र नोअद्याह लेवीय थे +21300,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_034.wav,वे सब वस्तुएँ गिनी और तौली गईं और उनका तौल उसी समय लिखा गया +21301,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_035.wav,जो बँधुआई से आए थे उन्होंने इस्राएल के परमेश्वर के लिये होमबलि चढ़ाए अर्थात् समस्त इस्राएल के निमित्त बारह बछड़े छियानबे मेढ़े और सतहत्तर मेम्ने और पापबलि के लिये बारह बकरे यह सब यहोवा के लिये होमबलि था +21302,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_008_036.wav,तब उन्होंने राजा की आज्ञाएँ महानद के इस पार के अधिकारियों और अधिपतियों को दीं और उन्होंने इस्राएली लोगों और परमेश्वर के भव��� के काम में सहायता की +21303,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_001.wav,जब ये काम हो चुके तब हाकिम मेरे पास आकर कहने लगे न तो इस्राएली लोग न याजक न लेवीय इस ओर के देशों के लोगों से अलग हुए वरन् उनके से अर्थात् कनानियों हित्तियों परिज्जियों यबूसियों अम्मोनियों मोआबियों मिस्रियों और एमोरियों के से घिनौने काम करते हैं +21304,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_002.wav,क्योंकि उन्होंने उनकी बेटियों में से अपने और अपने बेटों के लिये स्त्रियाँ कर ली हैं और पवित्र वंश इस ओर के देशों के लोगों में मिल गया है वरन् हाकिम और सरदार इस विश्वासघात में मुख्य हुए हैं +21305,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_003.wav,यह बात सुनकर मैंने अपने वस्त्र और बागे को फाड़ा और अपने सिर और दाढ़ी के बाल नोचे और विस्मित होकर बैठा रहा +21306,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_004.wav,तब जितने लोग इस्राएल के परमेश्वर के वचन सुनकर बँधुआई से आए हुए लोगों के विश्वासघात के कारण थरथराते थे सब मेरे पास इकट्ठे हुए और मैं साँझ की भेंट के समय तक विस्मित होकर बैठा रहा +21307,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_005.wav,परन्तु साँझ की भेंट के समय मैं वस्त्र और बागा फाड़े हुए उपवास की दशा में उठा फिर घुटनों के बल झुका और अपने हाथ अपने परमेश्वर यहोवा की ओर फैलाकर कहा +21308,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_006.wav,हे मेरे परमेश्वर मुझे तेरी ओर अपना मुँह उठाते लज्जा आती है और हे मेरे परमेश्वर मेरा मुँह काला है क्योंकि हम लोगों के अधर्म के काम हमारे सिर पर बढ़ गए हैं और हमारा दोष बढ़तेबढ़ते आकाश तक पहुँचा है +21309,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_007.wav,अपने पुरखाओं के दिनों से लेकर आज के दिन तक हम बड़े दोषी हैं और अपने अधर्म के कामों के कारण हम अपने राजाओं और याजकों समेत देशदेश के राजाओं के हाथ में किए गए कि तलवार दासत्व लूटे जाने और मुँह काला हो जाने की विपत्तियों में पड़ें जैसे कि आज हमारी दशा है +21310,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_008.wav,अब थोड़े दिन से हमारे परमेश्वर यहोवा का अनुग्रह हम पर हुआ है कि हम में से कोईकोई बच निकले और हमको उसके पवित्रस्थान में एक खूँटी मिले और हमारा परमेश्वर हमारी आँखों में ज्योति आने दे और दासत्व में हमको कुछ विश्रान्ति मिले +21311,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_009.wav,हम दास तो हैं ही परन्तु हमारे दासत्व में हमारे परमेश्वर ने हमको नहीं छोड़ दिया वरन् फारस के राजाओं को हम पर ऐसे कृपालु किया कि हम नया जीवन पाकर अपने परमेश्वर के भवन को उठाने और इसके खण्डहरों को सुधारने पाए और हमें यहूदा और यरूशलेम में आड़ मिली +21312,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_010.wav,अब हे हमारे परमेश्वर इसके बाद हम क्या कहें यही कि हमने तेरी उन आज्ञाओं को तोड़ दिया है +21313,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_011.wav,जो तूने यह कहकर अपने दास नबियों के द्वारा दीं जिस देश के अधिकारी होने को तुम जाने पर हो वह तो देशदेश के लोगों की अशुद्धता के कारण और उनके घिनौने कामों के कारण अशुद्ध देश है उन्होंने उसे एक सीमा से दूसरी सीमा तक अपनी अशुद्धता से भर दिया है +21314,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_012.wav,इसलिए अब तू न तो अपनी बेटियाँ उनके बेटों को ब्याह देना और न उनकी बेटियों से अपने बेटों का ब्याह करना और न कभी उनका कुशल क्षेम चाहना इसलिए कि तुम बलवान बनो और उस देश के अच्छेअच्छे पदार्थ खाने पाओ और उसे ऐसा छोड़ जाओ कि वह तुम्हारे वंश के अधिकार में सदैव बना रहे +21315,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_013.wav,और उस सब के बाद जो हमारे बुरे कामों और बड़े दोष के कारण हम पर बीता है जबकि हे हमारे परमेश्वर तूने हमारे अधर्म के बराबर हमें दण्ड नहीं दिया वरन् हम में से कितनों को बचा रखा है +21316,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_014.wav,तो क्या हम तेरी आज्ञाओं को फिर से उल्लंघन करके इन घिनौने काम करनेवाले लोगों से समधियाना का सम्बंध करें क्या तू हम पर यहाँ तक कोप न करेगा जिससे हम मिट जाएँ और न तो कोई बचे और न कोई रह जाए +21317,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_009_015.wav,हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा तू धर्मी है हम बचकर मुक्त हुए हैं जैसे कि आज वर्तमान है देख हम तेरे सामने दोषी हैं इस कारण कोई तेरे सामने खड़ा नहीं रह सकता +21318,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_001.wav,जब एज्रा परमेश्वर के भवन के सामने पड़ा रोता हुआ प्रार्थना और पाप का अंगीकार कर रहा था तब इस्राएल में से पुरुषों स्त्रियों और बच्चों की एक बहुत बड़ी मण्डली उसके पास इकट्ठी हुई और लोग बिलखबिलख कर रो रहे थे +21319,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_002.wav,तब यहीएल का पुत्र शकन्याह जो एलाम के वंश में का था एज्रा से कहने लगा हम लोगों ने इस देश के लोगों में से अन्यजाति स्त्रियाँ ब्याह कर अपने परमेश्वर का विश्वासघात तो किया है परन्तु इस दशा में भी इस्राएल के लिये आशा है +21320,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_003.wav,अब हम अपने परमेश्वर से यह वाचा बाँधे कि हम अपने प्रभु की सम्मति और अपने परमेश्वर की आज्ञा सुनकर थरथरानेवालों की सम्मति के अनुसार ऐसी सब स्त्रियों को और उनके बच्चों को दूर करें और व्यवस्था के अनुसार काम किया जाए +21321,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_004.wav,तू उठ क्योंकि यह काम तेरा ही है और हम तेरे साथ हैं इसलिए हियाव बाँधकर इस काम में लग जा +21322,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_005.wav,त�� एज्रा उठा और याजकों लेवियों और सब इस्राएलियों के प्रधानों को यह शपथ खिलाई कि हम इसी वचन के अनुसार करेंगे और उन्होंने वैसी ही शपथ खाई +21323,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_006.wav,तब एज्रा परमेश्वर के भवन के सामने से उठा और एल्याशीब के पुत्र यहोहानान की कोठरी में गया और वहाँ पहुँचकर न तो रोटी खाई न पानी पिया क्योंकि वह बँधुआई में से निकल आए हुओं के विश्वासघात के कारण शोक करता रहा +21324,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_007.wav,तब उन्होंने यहूदा और यरूशलेम में रहनेवाले बँधुआई में से आए हुए सब लोगों में यह प्रचार कराया कि तुम यरूशलेम में इकट्ठे हो +21325,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_008.wav,और जो कोई हाकिमों और पुरनियों की सम्मति न मानेगा और तीन दिन के भीतर न आए तो उसकी समस्त धनसम्पत्ति नष्ट की जाएगी और वह आप बँधुआई से आए हुओं की सभा से अलग किया जाएगा +21326,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_009.wav,तब यहूदा और बिन्यामीन के सब मनुष्य तीन दिन के भीतर यरूशलेम में इकट्ठे हुए यह नौवें महीने के बीसवें दिन में हुआ और सब लोग परमेश्वर के भवन के चौक में उस विषय के कारण और भारी वर्षा के मारे काँपते हुए बैठे रहे +21327,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_010.wav,तब एज्रा याजक खड़ा होकर उनसे कहने लगा तुम लोगों ने विश्वासघात करके अन्यजाति स्त्रियाँ ब्याह लीं और इससे इस्राएल का दोष बढ़ गया है +21328,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_011.wav,सो अब अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा के सामने अपना पाप मान लो और उसकी इच्छा पूरी करो और इस देश के लोगों से और अन्यजाति स्त्रियों से अलग हो जाओ +21329,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_012.wav,तब पूरी मण्डली के लोगों ने ऊँचे शब्द से कहा जैसा तूने कहा है वैसा ही हमें करना उचित है +21330,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_013.wav,परन्तु लोग बहुत हैं और वर्षा का समय है और हम बाहर खड़े नहीं रह सकते और यह दो एक दिन का काम नहीं है क्योंकि हमने इस बात में बड़ा अपराध किया है +21331,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_014.wav,समस्त मण्डली की ओर से हमारे हाकिम नियुक्त किए जाएँ और जब तक हमारे परमेश्वर का भड़का हुआ कोप हम से दूर न हो और यह काम पूरा न हो जाए तब तक हमारे नगरों के जितने निवासियों ने अन्यजाति स्त्रियाँ ब्याह ली हों वे नियत समयों पर आया करें और उनके संग एक नगर के पुरनिये और न्यायी आएँ +21332,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_015.wav,इसके विरुद्ध केवल असाहेल के पुत्र योनातान और तिकवा के पुत्र यहजयाह खड़े हुए और मशुल्लाम और शब्बतै लेवियों ने उनकी सहायता की +21333,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_016.wav,परन्तु बँधुआई से आए हुए लोगों ने वैसा ही किया तब एज्रा याजक और पितर��ं के घरानों के कितने मुख्य पुरुष अपनेअपने पितरों के घराने के अनुसार अपने सब नाम लिखाकर अलग किए गए और दसवें महीने के पहले दिन को इस बात की तहकीकात के लिये बैठे +21334,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_017.wav,और पहले महीने के पहले दिन तक उन्होंने उन सब पुरुषों की जाँच पूरी कर ली जिन्होंने अन्यजाति स्त्रियों को ब्याह लिया था +21335,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_018.wav,याजकों की सन्तान में से ये जन पाए गए जिन्होंने अन्यजाति स्त्रियों को ब्याह लिया था येशुअ के पुत्र योसादाक के पुत्र और उसके भाई मासेयाह एलीएजेर यारीब और गदल्याह +21336,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_019.wav,इन्होंने हाथ मारकर वचन दिया कि हम अपनी स्त्रियों को निकाल देंगे और उन्होंने दोषी ठहरकर अपनेअपने दोष के कारण एकएक मेढ़ा बलि किया +21337,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_020.wav,इम्मेर की सन्तान में से हनानी और जबद्याह +21338,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_021.wav,हारीम की सन्तान में से मासेयाह एलिय्याह शमायाह यहीएल और उज्जियाह +21339,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_022.wav,पशहूर की सन्तान में से एल्योएनै मासेयाह इश्माएल नतनेल योजाबाद और एलासा +21340,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_023.wav,फिर लेवियों में से योजाबाद शिमी केलायाह जो कलीता कहलाता है पतह्याह यहूदा और एलीएजेर +21341,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_024.wav,गवैयों में से एल्याशीब और द्वारपालों में से शल्लूम तेलेम और ऊरी +21342,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_025.wav,इस्राएल में से परोश की सन्तान में रम्याह यिज्जियाह मल्किय्याह मिय्यामीन एलीआजर मल्किय्याह और बनायाह +21343,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_026.wav,एलाम की सन्तान में से मत्तन्याह जकर्याह यहीएल अब्दी यरेमोत और एलिय्याह +21344,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_027.wav,और जत्तू की सन्तान में से एल्योएनै एल्याशीब मत्तन्याह यरेमोत जाबाद और अज़ीज़ा +21345,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_028.wav,बेबै की सन्तान में से यहोहानान हनन्याह जब्बै और अतलै +21346,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_029.wav,बानी की सन्तान में से मशुल्लाम मल्लूक अदायाह याशूब शाल और यरामोत +21347,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_030.wav,पहत्मोआब की सन्तान में से अदना कलाल बनायाह मासेयाह मत्तन्याह बसलेल बिन्नूई और मनश्शे +21348,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_031.wav,हारीम की सन्तान में से एलीएजेर यिश्शियाह मल्किय्याह शमायाह शिमोन +21349,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_032.wav,बिन्यामीन मल्लूक और शेमर्याह +21350,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_033.wav,हाशूम की सन्तान में से मत्तनै मत्तत्ता जाबाद एलीपेलेत यरेमै मनश्शे और शिमी +21351,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_034.wav,और बानी की सन्तान में से मादै अम्राम ऊएल +21352,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_035.wav,बनायाह बेदयाह कलूही +21353,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_036.wav,वन्‍याह मरेमोत एल्याशीब +21354,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_037.wav,मत्तन्याह मत्तनै यासू +21355,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_038.wav,बानी बिन्नूई शिमी +21356,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_039.wav,शेलेम्याह नातान अदायाह +21357,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_040.wav,मक्नदबै शाशै शारै +21358,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_041.wav,अजरेल शेलेम्याह शेमर्याह +21359,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_042.wav,शल्लूम अमर्याह और यूसुफ +21360,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_043.wav,नबो की सन्तान में से यीएल मत्तित्याह जाबाद जबीना यद्दई योएल और बनायाह +21361,data/cleaned/hindi/EZR/EZR_010_044.wav,इन सभी ने अन्यजाति स्त्रियाँ ब्याह ली थीं और बहुतों की स्त्रियों से लड़के भी उत्पन्न हुए थे +21362,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_001.wav,यहोवा के दास मूसा की मृत्यु के बाद यहोवा ने उसके सेवक यहोशू से जो नून का पुत्र था कहा +21363,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_002.wav,मेरा दास मूसा मर गया है सो अब तू उठ कमर बाँध और इस सारी प्रजा समेत यरदन पार होकर उस देश को जा जिसे मैं उनको अर्थात् इस्राएलियों को देता हूँ +21364,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_003.wav,उस वचन के अनुसार जो मैंने मूसा से कहा अर्थात् जिसजिस स्थान पर तुम पाँव रखोगे वह सब मैं तुम्हें दे देता हूँ +21365,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_004.wav,जंगल और उस लबानोन से लेकर फरात महानद तक और सूर्यास्त की ओर महासमुद्र तक हित्तियों का सारा देश तुम्हारा भाग ठहरेगा +21366,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_005.wav,तेरे जीवन भर कोई तेरे सामने ठहर न सकेगा जैसे मैं मूसा के संग रहा वैसे ही तेरे संग भी रहूँगा और न तो मैं तुझे धोखा दूँगा और न तुझको छोड़ूँगा +21367,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_006.wav,इसलिए हियाव बाँधकर दृढ़ हो जा क्योंकि जिस देश के देने की शपथ मैंने इन लोगों के पूर्वजों से खाई थी उसका अधिकारी तू इन्हें करेगा +21368,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_007.wav,इतना हो कि तू हियाव बाँधकर और बहुत दृढ़ होकर जो व्यवस्था मेरे दास मूसा ने तुझे दी है उन सब के अनुसार करने में चौकसी करना और उससे न तो दाएँ मुड़ना और न बाएँ तब जहाँजहाँ तू जाएगा वहाँवहाँ तेरा काम सफल होगा +21369,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_008.wav,व्यवस्था की यह पुस्तक तेरे चित्त से कभी न उतरने पाए इसी में दिनरात ध्यान दिए रहना इसलिए कि जो कुछ उसमें लिखा है उसके अनुसार करने की तू चौकसी करे क्योंकि ऐसा ही करने से तेरे सब काम सफल होंगे और तू प्रभावशाली होगा +21370,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_009.wav,क्या मैंने तुझे आज्ञा नहीं दी हियाव बाँधकर दृढ़ हो जा भय न खा और तेरा मन कच्चा न हो क्योंकि जहाँजहाँ तू जाएगा वहाँवहाँ तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे संग रहेगा +21371,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_010.wav,तब यहोशू ने प्रजा के सरदारों को यह आज्ञा दी +21372,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_011.wav,छावनी में इधरउध�� जाकर प्रजा के लोगों को यह आज्ञा दो कि अपनेअपने लिए भोजन तैयार कर रखो क्योंकि तीन दिन के भीतर तुम को इस यरदन के पार उतरकर उस देश को अपने अधिकार में लेने के लिये जाना है जिसे तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे अधिकार में देनेवाला है +21373,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_012.wav,फिर यहोशू ने रूबेनियों गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र के लोगों से कहा +21374,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_013.wav,जो बात यहोवा के दास मूसा ने तुम से कही थी कि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हें विश्राम देता है और यही देश तुम्हें देगा उसकी सुधि करो +21375,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_014.wav,तुम्हारी स्त्रियाँ बालबच्चे और पशु तो इस देश में रहें जो मूसा ने तुम्हें यरदन के इस पार दिया परन्तु तुम जो शूरवीर हो पाँति बाँधे हुए अपने भाइयों के आगेआगे पार उतर चलो और उनकी सहायता करो +21376,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_015.wav,और जब यहोवा उनको ऐसा विश्राम देगा जैसा वह तुम्हें दे चुका है और वे भी तुम्हारे परमेश्वर यहोवा के दिए हुए देश के अधिकारी हो जाएँगे तब तुम अपने अधिकार के देश में जो यहोवा के दास मूसा ने यरदन के इस पार सूर्योदय की ओर तुम्हें दिया है लौटकर इसके अधिकारी होंगे +21377,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_016.wav,तब उन्होंने यहोशू को उत्तर दिया जो कुछ तूने हमें करने की आज्ञा दी है वह हम करेंगे और जहाँ कहीं तू हमें भेजे वहाँ हम जाएँगे +21378,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_017.wav,जैसे हम सब बातों में मूसा की मानते थे वैसे ही तेरी भी माना करेंगे इतना हो कि तेरा परमेश्वर यहोवा जैसा मूसा के संग रहता था वैसे ही तेरे संग भी रहे +21379,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_001_018.wav,कोई क्यों न हो जो तेरे विरुद्ध बलवा करे और जितनी आज्ञाएँ तू दे उनको न माने तो वह मार डाला जाएगा परन्तु तू दृढ़ और हियाव बाँधे रह +21380,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_001.wav,तब नून के पुत्र यहोशू ने दो भेदियों को शित्तीम से चुपके से भेज दिया और उनसे कहा जाकर उस देश और यरीहो को देखो तुरन्त वे चल दिए और राहाब नामक किसी वेश्या के घर में जाकर सो गए +21381,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_002.wav,तब किसी ने यरीहो के राजा से कहा आज की रात कई एक इस्राएली हमारे देश का भेद लेने को यहाँ आए हुए हैं +21382,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_003.wav,तब यरीहो के राजा ने राहाब के पास यह कहला भेजा जो पुरुष तेरे यहाँ आए हैं उन्हें बाहर ले आ क्योंकि वे सारे देश का भेद लेने को आए हैं +21383,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_004.wav,उस स्त्री ने दोनों पुरुषों को छिपा रखा और इस प्रकार कहा मेरे पास कई पुरुष आए तो थे परन्तु मैं नहीं जानती कि वे कहाँ के थे +21384,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_005.wav,और जब अंधेरा हुआ और फाटक बन्द होने लगा तब वे निकल गए मुझे मालूम नहीं कि वे कहाँ गए तुम फुर्ती करके उनका पीछा करो तो उन्हें जा पकड़ोगे +21385,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_006.wav,उसने उनको घर की छत पर चढ़ाकर सनई की लकड़ियों के नीचे छिपा दिया था जो उसने छत पर सजा कर रखी थी +21386,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_007.wav,वे पुरुष तो यरदन का मार्ग ले उनकी खोज में घाट तक चले गए और ज्यों ही उनको खोजनेवाले फाटक से निकले त्यों ही फाटक बन्द किया गया +21387,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_008.wav,और ये लेटने न पाए थे कि वह स्त्री छत पर इनके पास जाकर +21388,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_009.wav,इन पुरुषों से कहने लगी मुझे तो निश्चय है कि यहोवा ने तुम लोगों को यह देश दिया है और तुम्हारा भय हम लोगों के मन में समाया है और इस देश के सब निवासी तुम्हारे कारण घबरा रहे हैं +21389,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_010.wav,क्योंकि हमने सुना है कि यहोवा ने तुम्हारे मिस्र से निकलने के समय तुम्हारे सामने लाल समुद्र का जल सूखा दिया और तुम लोगों ने सीहोन और ओग नामक यरदन पार रहनेवाले एमोरियों के दोनों राजाओं का सत्यानाश कर डाला है +21390,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_011.wav,और यह सुनते ही हमारा मन पिघल गया और तुम्हारे कारण किसी के जी में जी न रहा क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा ऊपर के आकाश का और नीचे की पृथ्वी का परमेश्वर है +21391,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_012.wav,अब मैंने जो तुम पर दया की है इसलिए मुझसे यहोवा की शपथ खाओ कि तुम भी मेरे पिता के घराने पर दया करोगे और इसका सच्चा चिन्ह मुझे दो +21392,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_013.wav,कि तुम मेरे मातापिता भाइयों और बहनों को और जो कुछ उनका है उन सभी को भी जीवित रख छोड़ो और हम सभी का प्राण मरने से बचाओगे +21393,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_014.wav,तब उन पुरुषों ने उससे कहा यदि तू हमारी यह बात किसी पर प्रगट न करे तो तुम्हारे प्राण के बदले हमारा प्राण जाए और जब यहोवा हमको यह देश देगा तब हम तेरे साथ कृपा और सच्चाई से बर्ताव करेंगे +21394,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_015.wav,तब राहाब जिसका घर शहरपनाह पर बना था और वह वहीं रहती थी उसने उनको खिड़की से रस्सी के बल उतार के नगर के बाहर कर दिया +21395,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_016.wav,और उसने उनसे कहा पहाड़ को चले जाओ ऐसा न हो कि खोजनेवाले तुम को पाएँ इसलिए जब तक तुम्हारे खोजनेवाले लौट न आएँ तब तक अर्थात् तीन दिन वहीं छिपे रहना उसके बाद अपना मार्ग लेना +21396,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_017.wav,उन्होंने उससे कहा जो शपथ तूने हमको खिलाई है उसके विषय में हम तो निर्दोष रहेंगे +21397,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_018.wav,सुन जब हम लोग इस देश में आएँगे तब जिस खिड़की से तूने हमको उतारा है उसमें यही लाल रंग के सूत की डोरी बाँध देना और अपने माता पिता भाइयों वरन् अपने पिता के घराने को इसी घर में अपने पास इकट्ठा कर रखना +21398,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_019.wav,तब जो कोई तेरे घर के द्वार से बाहर निकले उसके खून का दोष उसी के सिर पड़ेगा और हम निर्दोष ठहरेंगे परन्तु यदि तेरे संग घर में रहते हुए किसी पर किसी का हाथ पड़े तो उसके खून का दोष हमारे सिर पर पड़ेगा +21399,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_020.wav,फिर यदि तू हमारी यह बात किसी पर प्रगट करे तो जो शपथ तूने हमको खिलाई है उससे हम स्वतंत्र ठहरेंगे +21400,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_021.wav,उसने कहा तुम्हारे वचनों के अनुसार हो तब उसने उनको विदा किया और वे चले गए और उसने लाल रंग की डोरी को खिड़की में बाँध दिया +21401,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_022.wav,और वे जाकर पहाड़ तक पहुँचे और वहाँ खोजनेवालों के लौटने तक अर्थात् तीन दिन तक रहे और खोजनेवाले उनको सारे मार्ग में ढूँढ़ते रहे और कहीं न पाया +21402,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_023.wav,तब वे दोनों पुरुष पहाड़ से उतरे और पार जाकर नून के पुत्र यहोशू के पास पहुँचकर जो कुछ उन पर बीता था उसका वर्णन किया +21403,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_002_024.wav,और उन्होंने यहोशू से कहा निःसन्देह यहोवा ने वह सारा देश हमारे हाथ में कर दिया है फिर इसके सिवाय उसके सारे निवासी हमारे कारण घबरा रहे हैं +21404,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_001.wav,यहोशू सवेरे उठा और सब इस्राएलियों को साथ ले शित्तीम से कूच कर यरदन के किनारे आया और वे पार उतरने से पहले वहीं टिक गए +21405,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_002.wav,और तीन दिन के बाद सरदारों ने छावनी के बीच जाकर +21406,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_003.wav,प्रजा के लोगों को यह आज्ञा दी जब तुम को अपने परमेश्वर यहोवा की वाचा का सन्दूक और उसे उठाए हुए लेवीय याजक भी दिखाई दें तब अपने स्थान से कूच करके उसके पीछेपीछे चलना +21407,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_004.wav,परन्तु उसके और तुम्हारे बीच में दो हजार हाथ के लगभग अन्तर रहे तुम सन्दूक के निकट न जाना ताकि तुम देख सको कि किस मार्ग से तुम को चलना है क्योंकि अब तक तुम इस मार्ग पर होकर नहीं चले +21408,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_005.wav,फिर यहोशू ने प्रजा के लोगों से कहा तुम अपने आपको पवित्र करो क्योंकि कल के दिन यहोवा तुम्हारे मध्य में आश्चर्यकर्म करेगा +21409,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_006.wav,तब यहोशू ने याजकों से कहा वाचा का सन्दूक उठाकर प्रजा के आगेआगे चलो तब वे वाचा का सन्दूक उठाकर आगेआगे चले +21410,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_007.wav,तब यहोवा ने यहोशू से कहा आज के दिन से मैं सब इस्��ाएलियों के सम्मुख तेरी प्रशंसा करना आरम्भ करूँगा जिससे वे जान लें कि जैसे मैं मूसा के संग रहता था वैसे ही मैं तेरे संग भी हूँ +21411,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_008.wav,और तू वाचा के सन्दूक के उठानेवाले याजकों को यह आज्ञा दे जब तुम यरदन के जल के किनारे पहुँचो तब यरदन में खड़े रहना +21412,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_009.wav,तब यहोशू ने इस्राएलियों से कहा पास आकर अपने परमेश्वर यहोवा के वचन सुनो +21413,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_010.wav,और यहोशू कहने लगा इससे तुम जान लोगे कि जीवित परमेश्वर तुम्हारे मध्य में है और वह तुम्हारे सामने से निःसन्देह कनानियों हित्तियों हिब्बियों परिज्जियों गिर्गाशियों एमोरियों और यबूसियों को उनके देश में से निकाल देगा +21414,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_011.wav,सुनो पृथ्वी भर के प्रभु की वाचा का सन्दूक तुम्हारे आगेआगे यरदन में जाने को है +21415,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_012.wav,इसलिए अब इस्राएल के गोत्रों में से बारह पुरुषों को चुन लो वे एकएक गोत्र में से एक पुरुष हो +21416,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_013.wav,और जिस समय पृथ्वी भर के प्रभु यहोवा की वाचा का सन्दूक उठानेवाले याजकों के पाँव यरदन के जल में पड़ेंगे उस समय यरदन का ऊपर से बहता हुआ जल थम जाएगा और ढेर होकर ठहरा रहेगा +21417,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_014.wav,इसलिए जब प्रजा के लोगों ने अपने डेरों से यरदन पार जाने को कूच किया और याजक वाचा का सन्दूक उठाए हुए प्रजा के आगेआगे चले +21418,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_015.wav,और सन्दूक के उठानेवाले यरदन पर पहुँचे और सन्दूक के उठानेवाले याजकों के पाँव यरदन के तट के जल में पड़े यरदन का जल तो कटनी के समय के सब दिन अपने तट के ऊपरऊपर बहा करता है +21419,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_016.wav,तब जो जल ऊपर की ओर से बहा आता था वह बहुत दूर अर्थात् आदाम नगर के पास जो सारतान के निकट है रुककर एक ढेर हो गया और दीवार सा उठा रहा और जो जल अराबा का ताल जो खारा ताल भी कहलाता है उसकी ओर बहा जाता था वह पूरी रीति से सूख गया और प्रजा के लोग यरीहो के सामने पार उतर गए +21420,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_003_017.wav,और याजक यहोवा की वाचा का सन्दूक उठाए हुए यरदन के बीचों बीच पहुँचकर स्थल पर स्थिर खड़े रहे और सब इस्राएली स्थल ही स्थल पार उतरते रहे अन्त में उस सारी जाति के लोग यरदन पार हो गए +21421,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_001.wav,जब उस सारी जाति के लोग यरदन के पार उतर चुके तब यहोवा ने यहोशू से कहा +21422,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_002.wav,प्रजा में से बारह पुरुष अर्थात्गोत्र पीछे एकएक पुरुष को चुनकर यह आज्ञा दे +21423,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_003.wav,तुम यरदन के बीच में जहाँ याजकों ��े पाँव धरे थे वहाँ से बारह पत्थर उठाकर अपने साथ पार ले चलो और जहाँ आज की रात पड़ाव होगा वहीं उनको रख देना +21424,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_004.wav,तब यहोशू ने उन बारह पुरुषों को जिन्हें उसने इस्राएलियों के प्रत्येक गोत्र में से छांटकर ठहरा रखा था +21425,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_005.wav,बुलवाकर कहा तुम अपने परमेश्वर यहोवा के सन्दूक के आगे यरदन के बीच में जाकर इस्राएलियों के गोत्रों की गिनती के अनुसार एकएक पत्थर उठाकर अपनेअपने कंधे पर रखो +21426,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_006.wav,जिससे यह तुम लोगों के बीच चिन्ह ठहरे और आगे को जब तुम्हारे बेटे यह पूछें इन पत्थरों का क्या मतलब है +21427,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_007.wav,तब तुम उन्हें यह उत्तर दो कि यरदन का जल यहोवा की वाचा के सन्दूक के सामने से दो भाग हो गया था क्योंकि जब वह यरदन पार आ रहा था तब यरदन का जल दो भाग हो गया अतः वे पत्थर इस्राएल को सदा के लिये स्मरण दिलानेवाले ठहरेंगे +21428,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_008.wav,यहोशू की इस आज्ञा के अनुसार इस्राएलियों ने किया जैसा यहोवा ने यहोशू से कहा था वैसा ही उन्होंने इस्राएली गोत्रों की गिनती के अनुसार बारह पत्थर यरदन के बीच में से उठा लिए और उनको अपने साथ ले जाकर पड़ाव में रख दिया +21429,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_009.wav,और यरदन के बीच जहाँ याजक वाचा के सन्दूक को उठाए हुए अपने पाँव धरे थे वहाँ यहोशू ने बारह पत्थर खड़े कराए वे आज तक वहीं पाए जाते हैं +21430,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_010.wav,और याजक सन्दूक उठाए हुए उस समय तक यरदन के बीच खड़े रहे जब तक वे सब बातें पूरी न हो चुकीं जिन्हें यहोवा ने यहोशू को लोगों से कहने की आज्ञा दी थी तब सब लोग फुर्ती से पार उतर गए +21431,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_011.wav,और जब सब लोग पार उतर चुके तब याजक और यहोवा का सन्दूक भी उनके देखते पार हुए +21432,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_012.wav,और रूबेनी गादी और मनश्शे के आधे गोत्र के लोग मूसा के कहने के अनुसार इस्राएलियों के आगे पाँति बाँधे हुए पार गए +21433,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_013.wav,अर्थात् कोई चालीस हजार पुरुष युद्ध के हथियार बाँधे हुए संग्राम करने के लिये यहोवा के सामने पार उतरकर यरीहो के पास के अराबा में पहुँचे +21434,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_014.wav,उस दिन यहोवा ने सब इस्राएलियों के सामने यहोशू की महिमा बढ़ाई और जैसे वे मूसा का भय मानते थे वैसे ही यहोशू का भी भय उसके जीवन भर मानते रहे +21435,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_015.wav,और यहोवा ने यहोशू से कहा +21436,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_016.wav,साक्षी का सन्दूक उठानेवाले याजकों को आज्ञा दे कि यरदन में से निकल आएँ +21437,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_017.wav,���ो यहोशू ने याजकों को आज्ञा दी यरदन में से निकल आओ +21438,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_018.wav,और ज्यों ही यहोवा की वाचा का सन्दूक उठानेवाले याजक यरदन के बीच में से निकल आए और उनके पाँव स्थल पर पड़े त्यों ही यरदन का जल अपने स्थान पर आया और पहले के समान तटों के ऊपर फिर बहने लगा +21439,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_019.wav,पहले महीने के दसवें दिन को प्रजा के लोगों ने यरदन में से निकलकर यरीहो की पूर्वी सीमा पर गिलगाल में अपने डेरे डालें +21440,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_020.wav,और जो बारह पत्थर यरदन में से निकाले गए थे उनको यहोशू ने गिलगाल में खड़े किए +21441,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_021.wav,तब उसने इस्राएलियों से कहा आगे को जब तुम्हारे बालबच्चे अपनेअपने पिता से यह पूछें इन पत्थरों का क्या मतलब है +21442,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_022.wav,तब तुम यह कहकर उनको बताना इस्राएली यरदन के पार स्थल ही स्थल चले आए थे +21443,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_023.wav,क्योंकि जैसे तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने लाल समुद्र को हमारे पार हो जाने तक हमारे सामने से हटाकर सूखा रखा था वैसे ही उसने यरदन का भी जल तुम्हारे पार हो जाने तक तुम्हारे सामने से हटाकर सूखा रखा +21444,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_004_024.wav,इसलिए कि पृथ्वी के सब देशों के लोग जान लें कि यहोवा का हाथ बलवन्त है और तुम सर्वदा अपने परमेश्वर यहोवा का भय मानते रहो +21445,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_001.wav,यरीहो के सब फाटक इस्राएलियों के डर के मारे लगातार बन्द रहे और कोई बाहर भीतर आनेजाने नहीं पाता था +21446,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_002.wav,फिर यहोवा ने यहोशू से कहा सुन मैं यरीहो को उसके राजा और शूरवीरों समेत तेरे वश में कर देता हूँ +21447,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_003.wav,सो तुम में जितने योद्धा हैं नगर को घेर लें और उस नगर के चारों ओर एक बार घूम आएँ और छः दिन तक ऐसा ही किया करना +21448,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_004.wav,और सात याजक सन्दूक के आगेआगे मेढ़ों के सींगों के सात नरसिंगे लिए हुए चलें फिर सातवें दिन तुम नगर के चारों ओर सात बार घूमना और याजक भी नरसिंगे फूँकते चलें +21449,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_005.wav,और जब वे मेढ़ों के सींगों के नरसिंगे देर तक फूँकते रहें तब सब लोग नरसिंगे का शब्द सुनते ही बड़ी ध्वनि से जयजयकार करें तब नगर की शहरपनाह नींव से गिर जाएगी और सब लोग अपनेअपने सामने चढ़ जाएँ +21450,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_006.wav,सो नून के पुत्र यहोशू ने याजकों को बुलवाकर कहा वाचा के सन्दूक को उठा लो और सात याजक यहोवा के सन्दूक के आगेआगे मेढ़ों के सींगों के सात नरसिंगे लिए चलें +21451,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_007.wav,फिर उसने लोगों से कहा आगे बढ़कर नगर ���े चारों ओर घूम आओ और हथियारबन्द पुरुष यहोवा के सन्दूक के आगेआगे चलें +21452,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_008.wav,और जब यहोशू ये बातें लोगों से कह चुका तो वे सात याजक जो यहोवा के सामने सात नरसिंगे लिए हुए थे नरसिंगे फूँकते हुए चले और यहोवा की वाचा का सन्दूक उनके पीछेपीछे चला +21453,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_009.wav,और हथियारबन्द पुरुष नरसिंगे फूँकनेवाले याजकों के आगेआगे चले और पीछेवाले सन्दूक के पीछेपीछे चले और याजक नरसिंगे फूँकते हुए चले +21454,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_010.wav,और यहोशू ने लोगों को आज्ञा दी जब तक मैं तुम्हें जयजयकार करने की आज्ञा न दूँ तब तक जयजयकार न करना और न तुम्हारा कोई शब्द सुनने में आए न कोई बात तुम्हारे मुँह से निकलने पाए आज्ञा पाते ही जयजयकार करना +21455,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_011.wav,उसने यहोवा के सन्दूक को एक बार नगर के चारों ओर घुमवाया तब वे छावनी में आए और रात वहीं काटी +21456,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_012.wav,यहोशू सवेरे उठा और याजकों ने यहोवा का सन्दूक उठा लिया +21457,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_013.wav,और उन सात याजकों ने मेढ़ों के सींगों के सात नरसिंगे लिए और यहोवा के सन्दूक के आगेआगे फूँकते हुए चले और उनके आगे हथियारबन्द पुरुष चले और पीछेवाले यहोवा के सन्दूक के पीछेपीछे चले और याजक नरसिंगे फूँकते चले गए +21458,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_014.wav,इस प्रकार वे दूसरे दिन भी एक बार नगर के चारों ओर घूमकर छावनी में लौट आए और इसी प्रकार उन्होंने छः दिन तक किया +21459,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_015.wav,फिर सातवें दिन वे बड़े तड़के उठकर उसी रीति से नगर के चारों ओर सात बार घूम आए केवल उसी दिन वे सात बार घूमे +21460,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_016.wav,तब सातवीं बार जब याजक नरसिंगे फूँकते थे तब यहोशू ने लोगों से कहा जयजयकार करो क्योंकि यहोवा ने यह नगर तुम्हें दे दिया है +21461,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_017.wav,और नगर और जो कुछ उसमें है यहोवा के लिये अर्पण की वस्तु ठहरेगी केवल राहाब वेश्या और जितने उसके घर में हों वे जीवित छोड़े जाएँगे क्योंकि उसने हमारे भेजे हुए दूतों को छिपा रखा था +21462,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_018.wav,और तुम अर्पण की हुई वस्तुओं से सावधानी से अपने आपको अलग रखो ऐसा न हो कि अर्पण की वस्तु ठहराकर बाद में उसी अर्पण की वस्तु में से कुछ ले लो और इस प्रकार इस्राएली छावनी को भ्रष्ट करके उसे कष्ट में डाल दो +21463,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_019.wav,सब चाँदी सोना और जो पात्र पीतल और लोहे के हैं वे यहोवा के लिये पवित्र हैं और उसी के भण्डार में रखे जाएँ +21464,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_020.wav,तब लोगों ने जयजयकार किया और याजक नरसिंगे फूँकते रहे और जब लोगों ने नरसिंगे का शब्द सुना तो फिर बड़ी ही ध्वनि से उन्होंने जयजयकार किया तब शहरपनाह नींव से गिर पड़ी और लोग अपनेअपने सामने से उस नगर में चढ़ गए और नगर को ले लिया +21465,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_021.wav,और क्या पुरुष क्या स्त्री क्या जवान क्या बूढ़े वरन् बैल भेड़बकरी गदहे और जितने नगर में थे उन सभी को उन्होंने अर्पण की वस्तु जानकर तलवार से मार डाला +21466,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_022.wav,तब यहोशू ने उन दोनों पुरुषों से जो उस देश का भेद लेने गए थे कहा अपनी शपथ के अनुसार उस वेश्या के घर में जाकर उसको और जो उसके पास हों उन्हें भी निकाल ले आओ +21467,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_023.wav,तब वे दोनों जवान भेदिए भीतर जाकर राहाब को और उसके मातापिता भाइयों और सब को जो उसके यहाँ रहते थे वरन् उसके सब कुटुम्बियों को निकाल लाए और इस्राएल की छावनी से बाहर बैठा दिया +21468,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_024.wav,तब उन्होंने नगर को और जो कुछ उसमें था सब को आग लगाकर फूँक दिया केवल चाँदी सोना और जो पात्र पीतल और लोहे के थे उनको उन्होंने यहोवा के भवन के भण्डार में रख दिया +21469,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_025.wav,और यहोशू ने राहाब वेश्या और उसके पिता के घराने को वरन् उसके सब लोगों को जीवित छोड़ दिया और आज तक उसका वंश इस्राएलियों के बीच में रहता है क्योंकि जो दूत यहोशू ने यरीहो के भेद लेने को भेजे थे उनको उसने छिपा रखा था +21470,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_026.wav,फिर उसी समय यहोशू ने इस्राएलियों के सम्मुख शपथ रखी और कहा जो मनुष्य उठकर इस नगर यरीहो को फिर से बनाए वह यहोवा की ओर से श्रापित हो जब वह उसकी नींव डालेगा तब तो उसका जेठा पुत्र मरेगा और जब वह उसके फाटक लगवाएगा तब उसका छोटा पुत्र मर जाएगा +21471,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_006_027.wav,और यहोवा यहोशू के संग रहा और यहोशू की कीर्ति उस सारे देश में फैल गई +21472,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_001.wav,परन्तु इस्राएलियों ने अर्पण की वस्तु के विषय में विश्वासघात किया अर्थात् यहूदा गोत्र का आकान जो जेरहवंशी जब्दी का पोता और कर्मी का पुत्र था उसने अर्पण की वस्तुओं में से कुछ ले लिया इस कारण यहोवा का कोप इस्राएलियों पर भड़क उठा +21473,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_002.wav,यहोशू ने यरीहो से आई नामक नगर के पास जो बेतावेन से लगा हुआ बेतेल की पूर्व की ओर है कुछ पुरुषों को यह कहकर भेजा जाकर देश का भेद ले आओ और उन पुरुषों ने जाकर आई का भेद लिया +21474,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_003.wav,और उन्होंने यहोशू के पास लौटकर कहा सब लोग वहाँ न जाएँ कोई दो तीन हजार पुरुष जाकर ���ई को जीत सकते हैं सब लोगों को वहाँ जाने का कष्ट न दे क्योंकि वे लोग थोड़े ही हैं +21475,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_004.wav,इसलिए कोई तीन हजार पुरुष वहाँ गए परन्तु आई के रहनेवालों के सामने से भाग आए +21476,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_005.wav,तब आई के रहनेवालों ने उनमें से कोई छत्तीस पुरुष मार डाले और अपने फाटक से शबारीम तक उनका पीछा करके उतराई में उनको मारते गए तब लोगों का मन पिघलकर जल सा बन गया +21477,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_006.wav,तब यहोशू ने अपने वस्त्र फाड़े और वह और इस्राएली वृद्ध लोग यहोवा के सन्दूक के सामने मुँह के बल गिरकर भूमि पर साँझ तक पड़े रहे और उन्होंने अपनेअपने सिर पर धूल डाली +21478,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_007.wav,और यहोशू ने कहा हाय प्रभु यहोवा तू अपनी इस प्रजा को यरदन पार क्यों ले आया क्या हमें एमोरियों के वश में करके नष्ट करने के लिये ले आया है भला होता कि हम संतोष करके यरदन के उस पार रह जाते +21479,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_008.wav,हाय प्रभु मैं क्या कहूँ जब इस्राएलियों ने अपने शत्रुओं को पीठ दिखाई है +21480,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_009.wav,क्योंकि कनानी वरन् इस देश के सब निवासी यह सुनकर हमको घेर लेंगे और हमारा नाम पृथ्वी पर से मिटा डालेंगे फिर तू अपने बड़े नाम के लिये क्या करेगा +21481,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_010.wav,यहोवा ने यहोशू से कहा उठ खड़ा हो जा तू क्यों इस भाँति मुँह के बल भूमि पर पड़ा है +21482,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_011.wav,इस्राएलियों ने पाप किया है और जो वाचा मैंने उनसे अपने साथ बँधाई थी उसको उन्होंने तोड़ दिया है उन्होंने अर्पण की वस्तुओं में से ले लिया वरन् चोरी भी की और छल करके उसको अपने सामान में रख लिया है +21483,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_012.wav,इस कारण इस्राएली अपने शत्रुओं के सामने खड़े नहीं रह सकते वे अपने शत्रुओं को पीठ दिखाते हैं इसलिए कि वे आप अर्पण की वस्तु बन गए हैं और यदि तुम अपने मध्य में से अर्पण की वस्तु सत्यानाश न कर डालोगे तो मैं आगे को तुम्हारे संग नहीं रहूँगा +21484,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_013.wav,उठ प्रजा के लोगों को पवित्र कर उनसे कह सवेरे तक अपनेअपने को पवित्र कर रखो क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है हे इस्राएल तेरे मध्य में अर्पण की वस्तु है इसलिए जब तक तू अर्पण की वस्तु को अपने मध्य में से दूर न करे तब तक तू अपने शत्रुओं के सामने खड़ा न रह सकेगा +21485,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_014.wav,इसलिए सवेरे को तुम गोत्रगोत्र के अनुसार समीप खड़े किए जाओगे और जिस गोत्र को यहोवा पकड़े वह एकएक कुल करके पास आए और जिस कुल को यहोवा पकड़े वह घरानाघर���ना करके पास आए फिर जिस घराने को यहोवा पकड़े वह एकएक पुरुष करके पास आए +21486,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_015.wav,तब जो पुरुष अर्पण की वस्तु रखे हुए पकड़ा जाएगा वह और जो कुछ उसका हो सब आग में डालकर जला दिया जाए क्योंकि उसने यहोवा की वाचा को तोड़ा है और इस्राएल में अनुचित कर्म किया है +21487,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_016.wav,यहोशू सवेरे उठकर इस्राएलियों को गोत्रगोत्र करके समीप ले गया और यहूदा का गोत्र पकड़ा गया +21488,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_017.wav,तब उसने यहूदा के परिवार को समीप किया और जेरहवंशियों का कुल पकड़ा गया फिर जेरहवंशियों के घराने के एकएक पुरुष को समीप लाया और जब्दी पकड़ा गया +21489,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_018.wav,तब उसने उसके घराने के एकएक पुरुष को समीप खड़ा किया और यहूदा गोत्र का आकान जो जेरहवंशी जब्दी का पोता और कर्मी का पुत्र था पकड़ा गया +21490,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_019.wav,तब यहोशू आकान से कहने लगा हे मेरे बेटे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का आदर कर और उसके आगे अंगीकार कर और जो कुछ तूने किया है वह मुझ को बता दे और मुझसे कुछ मत छिपा +21491,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_020.wav,आकान ने यहोशू को उत्तर दिया सचमुच मैंने इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के विरुद्ध पाप किया है और इस प्रकार मैंने किया है +21492,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_021.wav,कि जब मुझे लूट में बाबेल देश का एक सुन्दर ओढ़ना और दो सौ शेकेल चाँदी और पचास शेकेल सोने की एक ईंट देख पड़ी तब मैंने उनका लालच करके उन्हें रख लिया वे मेरे डेरे के भीतर भूमि में गड़े हैं और सब के नीचे चाँदी है +21493,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_022.wav,तब यहोशू ने दूत भेजे और वे उस डेरे में दौड़े गए और क्या देखा कि वे वस्तुएँ उसके डेरे में गड़ी हैं और सब के नीचे चाँदी है +21494,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_023.wav,उनको उन्होंने डेरे में से निकालकर यहोशू और सब इस्राएलियों के पास लाकर यहोवा के सामने रख दिया +21495,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_024.wav,तब सब इस्राएलियों समेत यहोशू जेरहवंशी आकान को और उस चाँदी और ओढ़ने और सोने की ईंट को और उसके बेटेबेटियों को और उसके बैलों गदहों और भेड़बकरियों को और उसके डेरे को अर्थात् जो कुछ उसका था उन सब को आकोर नामक तराई में ले गया +21496,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_025.wav,तब यहोशू ने उससे कहा तूने हमें क्यों कष्ट दिया है आज के दिन यहोवा तुझी को कष्ट देगा तब सब इस्राएलियों ने उस पर पथराव किया और उनको आग में डालकर जलाया और उनके ऊपर पत्थर डाल दिए +21497,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_007_026.wav,और उन्होंने उसके ऊपर पत्थरों का बड़ा ढेर लगा दिया जो आज तक बना है तब यहोवा का भड़का हुआ कोप शान्त हो गया इस कारण उस स्थान का नाम आज तक आकोर तराई पड़ा है +21498,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_001.wav,तब यहोवा ने यहोशू से कहा मत डर और तेरा मन कच्चा न हो कमर बाँधकर सब योद्धाओं को साथ ले और आई पर चढ़ाई कर सुन मैंने आई के राजा को उसकी प्रजा और उसके नगर और देश समेत तेरे वश में कर दिया है +21499,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_002.wav,और जैसा तूने यरीहो और उसके राजा से किया वैसा ही आई और उसके राजा के साथ भी करना केवल तुम पशुओं समेत उसकी लूट तो अपने लिये ले सकोगे इसलिए उस नगर के पीछे की ओर अपने पुरुष घात में लगा दो +21500,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_003.wav,अतः यहोशू ने सब योद्धाओं समेत आई पर चढ़ाई करने की तैयारी की और यहोशू ने तीस हजार पुरुषों को जो शूरवीर थे चुनकर रात ही को आज्ञा देकर भेजा +21501,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_004.wav,और उनको यह आज्ञा दी सुनो तुम उस नगर के पीछे की ओर घात लगाए बैठे रहना नगर से बहुत दूर न जाना और सब के सब तैयार रहना +21502,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_005.wav,और मैं अपने सब साथियों समेत उस नगर के निकट जाऊँगा और जब वे पहले के समान हमारा सामना करने को निकलें तब हम उनके आगे से भागेंगे +21503,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_006.wav,तब वे यह सोचकर कि वे पहले की भाँति हमारे सामने से भागे जाते हैं हमारा पीछा करेंगे इस प्रकार हम उनके सामने से भागकर उन्हें नगर से दूर निकाल ले जाएँगे +21504,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_007.wav,तब तुम घात में से उठकर नगर को अपना कर लेना क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा उसको तुम्हारे हाथ में कर देगा +21505,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_008.wav,और जब नगर को ले लो तब उसमें आग लगाकर फूँक देना यहोवा की आज्ञा के अनुसार ही काम करना सुनो मैंने तुम्हें आज्ञा दी है +21506,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_009.wav,तब यहोशू ने उनको भेज दिया और वे घात में बैठने को चले गए और बेतेल और आई के मध्य में और आई की पश्चिम की ओर बैठे रहे परन्तु यहोशू उस रात को लोगों के बीच टिका रहा +21507,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_010.wav,यहोशू सवेरे उठा और लोगों की गिनती करके इस्राएली वृद्ध लोगों समेत लोगों के आगेआगे आई की ओर चला +21508,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_011.wav,और उसके संग के सब योद्धा चढ़ गए और आई नगर के निकट पहुँचकर उसके सामने उत्तर की ओर डेरे डाल दिए और उनके और आई के बीच एक तराई थी +21509,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_012.wav,तब उसने कोई पाँच हजार पुरुष चुनकर बेतेल और आई के मध्य नगर के पश्चिम की ओर उनको घात में बैठा दिया +21510,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_013.wav,और जब लोगों ने नगर के उत्तर ओर की सारी सेना को और उसके पश्चिम ओर घात में बैठे हुओं को भी ठिकाने पर कर दिया तब यहोशू उसी रात त��ाई के बीच गया +21511,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_014.wav,जब आई के राजा ने यह देखा तब वे फुर्ती करके सवेरे उठे और राजा अपनी सारी प्रजा को लेकर इस्राएलियों के सामने उनसे लड़ने को निकलकर ठहराए हुए स्थान पर जो अराबा के सामने है पहुँचा और वह नहीं जानता था कि नगर की पिछली ओर लोग घात लगाए बैठे हैं +21512,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_015.wav,तब यहोशू और सब इस्राएली उनसे मानो हार मानकर जंगल का मार्ग लेकर भाग निकले +21513,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_016.wav,तब नगर के सब लोग इस्राएलियों का पीछा करने को पुकारपुकारके बुलाए गए और वे यहोशू का पीछा करते हुए नगर से दूर निकल गए +21514,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_017.wav,और न आई में और न बेतेल में कोई पुरुष रह गया जो इस्राएलियों का पीछा करने को न गया हो और उन्होंने नगर को खुला हुआ छोड़कर इस्राएलियों का पीछा किया +21515,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_018.wav,तब यहोवा ने यहोशू से कहा अपने हाथ का बर्छा आई की ओर बढ़ा क्योंकि मैं उसे तेरे हाथ में दे दूँगा और यहोशू ने अपने हाथ के बर्छे को नगर की ओर बढ़ाया +21516,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_019.wav,उसके हाथ बढ़ाते ही जो लोग घात में बैठे थे वे झटपट अपने स्थान से उठे और दौड़कर नगर में प्रवेश किया और उसको ले लिया और झटपट उसमें आग लगा दी +21517,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_020.wav,जब आई के पुरुषों ने पीछे की ओर फिरकर दृष्टि की तो क्या देखा कि नगर का धुआँ आकाश की ओर उठ रहा है और उन्हें न तो इधर भागने की शक्ति रही और न उधर और जो लोग जंगल की ओर भागे जाते थे वे फिरकर अपने खदेड़नेवालों पर टूट पड़े +21518,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_021.wav,जब यहोशू और सब इस्राएलियों ने देखा कि घातियों ने नगर को ले लिया और उसका धुआँ उठ रहा है तब घूमकर आई के पुरुषों को मारने लगे +21519,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_022.wav,और उनका सामना करने को दूसरे भी नगर से निकल आए सो वे इस्राएलियों के बीच में पड़ गए कुछ इस्राएली तो उनके आगे और कुछ उनके पीछे थे अतः उन्होंने उनको यहाँ तक मार डाला कि उनमें से न तो कोई बचने और न भागने पाया +21520,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_023.wav,और आई के राजा को वे जीवित पकड़कर यहोशू के पास ले आए +21521,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_024.wav,और जब इस्राएली आई के सब निवासियों को मैदान में अर्थात् उस जंगल में जहाँ उन्होंने उनका पीछा किया था घात कर चुके और वे सब के सब तलवार से मारे गए यहाँ तक कि उनका अन्त ही हो गया तब सब इस्राएलियों ने आई को लौटकर उसे भी तलवार से मारा +21522,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_025.wav,और स्त्री पुरुष सब मिलाकर जो उस दिन मारे गए वे बारह हजार थे और आई के सब पुरुष इतने ही थे +21523,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_026.wav,क्��ोंकि जब तक यहोशू ने आई के सब निवासियों का सत्यानाश न कर डाला तब तक उसने अपना हाथ जिससे बर्छा बढ़ाया था फिर न खींचा +21524,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_027.wav,यहोवा की उस आज्ञा के अनुसार जो उसने यहोशू को दी थी इस्राएलियों ने पशु आदि नगर की लूट अपनी कर ली +21525,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_028.wav,तब यहोशू ने आई को फुँकवा दिया और उसे सदा के लिये खण्डहर कर दिया वह आज तक उजाड़ पड़ा है +21526,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_029.wav,और आई के राजा को उसने साँझ तक वृक्ष पर लटका रखा और सूर्य डूबतेडूबते यहोशू की आज्ञा से उसका शव वृक्ष पर से उतारकर नगर के फाटक के सामने डाल दिया गया और उस पर पत्थरों का बड़ा ढेर लगा दिया जो आज तक बना है +21527,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_030.wav,तब यहोशू ने इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के लिये एबाल पर्वत पर एक वेदी बनवाई +21528,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_031.wav,जैसा यहोवा के दास मूसा ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी और जैसा मूसा की व्यवस्था की पुस्तक में लिखा है उसने समूचे पत्थरों की एक वेदी बनवाई जिस पर औज़ार नहीं चलाया गया था और उस पर उन्होंने यहोवा के लिये होमबलि चढ़ाए और मेलबलि किए +21529,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_032.wav,उसी स्थान पर यहोशू ने इस्राएलियों के सामने उन पत्थरों के ऊपर मूसा की व्यवस्था जो उसने लिखी थी उसकी नकल कराई +21530,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_033.wav,और वे क्या देशी क्या परदेशी सारे इस्राएली अपने वृद्ध लोगों सरदारों और न्यायियों समेत यहोवा की वाचा का सन्दूक उठानेवाले लेवीय याजकों के सामने उस सन्दूक के इधरउधर खड़े हुए अर्थात् आधे लोग तो गिरिज्जीम पर्वत के और आधे एबाल पर्वत के सामने खड़े हुए जैसा कि यहोवा के दास मूसा ने पहले आज्ञा दी थी कि इस्राएली प्रजा को आशीर्वाद दिए जाएँ +21531,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_034.wav,उसके बाद उसने आशीष और श्राप की व्यवस्था के सारे वचन जैसेजैसे व्यवस्था की पुस्तक में लिखे हुए हैं वैसेवैसे पढ़ पढ़कर सुना दिए +21532,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_008_035.wav,जितनी बातों की मूसा ने आज्ञा दी थी उनमें से कोई ऐसी बात नहीं रह गई जो यहोशू ने इस्राएल की सारी सभा और स्त्रियों और बालबच्चों और उनके साथ रहनेवाले परदेशी लोगों के सामने भी पढ़कर न सुनाई +21533,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_001.wav,यह सुनकर हासोर के राजा याबीन ने मादोन के राजा योबाब और शिम्रोन और अक्षाप के राजाओं को +21534,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_002.wav,और जोजो राजा उत्तर की ओर पहाड़ी देश में और किन्नेरेत के दक्षिण के अराबा में और नीचे के देश में और पश्चिम की ओर दोर के ऊँचे देश में रहते थे उनको +21535,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_003.wav,और पूरब पश्चिम दोनों ओर के रहनेवाले कनानियों और एमोरियों हित्तियों परिज्जियों और पहाड़ी यबूसियों और मिस्पा देश में हेर्मोन पहाड़ के नीचे रहनेवाले हिब्बियों को बुलवा भेजा +21536,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_004.wav,और वे अपनीअपनी सेना समेत जो समुद्र के किनारे रेतकणों के समान बहुत थीं मिलकर निकल आए और उनके साथ बहुत से घोड़े और रथ भी थे +21537,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_005.wav,तब वे सब राजा सम्मति करके इकट्ठे हुए और इस्राएलियों से लड़ने को मेरोम नामक ताल के पास आकर एक संग छावनी डाली +21538,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_006.wav,तब यहोवा ने यहोशू से कहा उनसे मत डर क्योंकि कल इसी समय मैं उन सभी को इस्राएलियों के वश में करके मरवा डालूँगा तब तू उनके घोड़ों के घुटनों की नस कटवाना और उनके रथ भस्म कर देना +21539,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_007.wav,और यहोशू सब योद्धाओं समेत मेरोम नामक ताल के पास अचानक पहुँचकर उन पर टूट पड़ा +21540,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_008.wav,और यहोवा ने उनको इस्राएलियों के हाथ में कर दिया इसलिए उन्होंने उन्हें मार लिया और बड़े नगर सीदोन और मिस्रपोतमैम तक और पूर्व की ओर मिस्पे के मैदान तक उनका पीछा किया और उनको मारा और उनमें से किसी को जीवित न छोड़ा +21541,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_009.wav,तब यहोशू ने यहोवा की आज्ञा के अनुसार उनसे किया अर्थात् उनके घोड़ों के घुटनों की नस कटवाई और उनके रथ आग में जलाकर भस्म कर दिए +21542,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_010.wav,उस समय यहोशू ने घूमकर हासोर को जो पहले उन सब राज्यों में मुख्य नगर था ले लिया और उसके राजा को तलवार से मार डाला +21543,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_011.wav,और जितने प्राणी उसमें थे उन सभी को उन्होंने तलवार से मारकर सत्यानाश किया और किसी प्राणी को जीवित न छोड़ा और हासोर को यहोशू ने आग लगाकर फुँकवा दिया +21544,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_012.wav,और उन सब नगरों को उनके सब राजाओं समेत यहोशू ने ले लिया और यहोवा के दास मूसा की आज्ञा के अनुसार उनको तलवार से घात करके सत्यानाश किया +21545,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_013.wav,परन्तु हासोर को छोड़कर जिसे यहोशू ने फुँकवा दिया इस्राएल ने और किसी नगर को जो अपने टीले पर बसा था नहीं जलाया +21546,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_014.wav,और इन नगरों के पशु और इनकी सारी लूट को इस्राएलियों ने अपना कर लिया परन्तु मनुष्यों को उन्होंने तलवार से मार डाला यहाँ तक उनका सत्यानाश कर डाला कि एक भी प्राणी को जीवित नहीं छोड़ा गया +21547,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_015.wav,जो आज्ञा यहोवा ने अपने दास मूसा को दी थी उसी के अनुसार मूसा ने यहोशू को आज्ञा दी थी और ठीक वैसा ही यहोशू ने किया भी जोजो आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी उनमें से यहोशू ने कोई भी पूरी किए बिना न छोड़ी +21548,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_016.wav,तब यहोशू ने उस सारे देश को अर्थात् पहाड़ी देश और सारे दक्षिणी देश और कुल गोशेन देश और नीचे के देश अराबा और इस्राएल के पहाड़ी देश और उसके नीचेवाले देश को +21549,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_017.wav,हालाक नाम पहाड़ से ले जो सेईर की चढ़ाई पर है बालगाद तक जो लबानोन के मैदान में हेर्मोन पर्वत के नीचे है जितने देश हैं उन सब को जीत लिया और उन देशों के सारे राजाओं को पकड़कर मार डाला +21550,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_018.wav,उन सब राजाओं से युद्ध करतेकरते यहोशू को बहुत दिन लग गए +21551,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_019.wav,गिबोन के निवासी हिब्बियों को छोड़ और किसी नगर के लोगों ने इस्राएलियों से मेल न किया और सब नगरों को उन्होंने लड़ लड़कर जीत लिया +21552,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_020.wav,क्योंकि यहोवा की जो मनसा थी कि अपनी उस आज्ञा के अनुसार जो उसने मूसा को दी थी उन पर कुछ भी दया न करे वरन् सत्यानाश कर डालें इस कारण उसने उनके मन ऐसे कठोर कर दिए कि उन्होंने इस्राएलियों का सामना करके उनसे युद्ध किया +21553,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_021.wav,उस समय यहोशू ने पहाड़ी देश में आकर हेब्रोन दबीर अनाब वरन् यहूदा और इस्राएल दोनों के सारे पहाड़ी देश में रहनेवाले अनाकियों को नाश किया यहोशू ने नगरों समेत उनका सत्यानाश कर डाला +21554,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_022.wav,इस्राएलियों के देश में कोई अनाकी न रह गया केवल गाज़ा गत और अश्दोद में कोईकोई रह गए +21555,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_011_023.wav,जैसा यहोवा ने मूसा से कहा था वैसा ही यहोशू ने वह सारा देश ले लिया और उसे इस्राएल के गोत्रों और कुलों के अनुसार बाँट करके उन्हें दे दिया और देश को लड़ाई से शान्ति मिली +21556,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_001.wav,यरदन पार सूर्योदय की ओर अर्थात् अर्नोन घाटी से लेकर हेर्मोन पर्वत तक के देश और सारे पूर्वी अराबा के जिन राजाओं को इस्राएलियों ने मारकर उनके देश को अपने अधिकार में कर लिया था वे ये हैं +21557,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_002.wav,एमोरियों का हेशबोनवासी राजा सीहोन जो अर्नोन घाटी के किनारे के अरोएर से लेकर और उसी घाटी के बीच के नगर को छोड़कर यब्बोक नदी तक जो अम्मोनियों की सीमा है आधे गिलाद पर +21558,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_003.wav,और किन्नेरेत नामक ताल से लेकर बेत्यशीमोत से होकर अराबा के ताल तक जो खारा ताल भी कहलाता है पूर्व की ओर के अराबा और दक्षिण की ओर पिसगा की ढलान के नीचेनीचे के देश पर प्रभुता रखता था +21559,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_004.wav,फिर बचे हुए रपाइयों में से बाशान के राजा ओग का देश था जो अश्तारोत और एद्रेई में रहा करता था +21560,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_005.wav,और हेर्मोन पर्वत सल्का और गशूरियों और माकियों की सीमा तक कुल बाशान में और हेशबोन के राजा सीहोन की सीमा तक आधे गिलाद में भी प्रभुता करता था +21561,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_006.wav,इस्राएलियों और यहोवा के दास मूसा ने इनको मार लिया और यहोवा के दास मूसा ने उनका देश रूबेनियों और गादियों और मनश्शे के आधे गोत्र के लोगों को दे दिया +21562,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_007.wav,यरदन के पश्चिम की ओर लबानोन के मैदान में के बालगाद से लेकर सेईर की चढ़ाई के हालाक पहाड़ तक के देश के जिन राजाओं को यहोशू और इस्राएलियों ने मारकर उनका देश इस्राएलियों के गोत्रों और कुलों के अनुसार भाग करके दे दिया था वे ये हैं +21563,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_008.wav,हित्ती और एमोरी और कनानी और परिज्जी और हिब्बी और यबूसी जो पहाड़ी देश में और नीचे के देश में और अराबा में और ढालू देश में और जंगल में और दक्षिणी देश में रहते थे +21564,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_009.wav,एक यरीहो का राजा एक बेतेल के पास के आई का राजा +21565,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_010.wav,एक यरूशलेम का राजा एक हेब्रोन का राजा +21566,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_011.wav,एक यर्मूत का राजा एक लाकीश का राजा +21567,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_012.wav,एक एग्लोन का राजा एक गेजेर का राजा +21568,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_013.wav,एक दबीर का राजा एक गेदेर का राजा +21569,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_014.wav,एक होर्मा का राजा एक अराद का राजा +21570,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_015.wav,एक लिब्ना का राजा एक अदुल्लाम का राजा +21571,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_016.wav,एक मक्केदा का राजा एक बेतेल का राजा +21572,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_017.wav,एक तप्पूह का राजा एक हेपेर का राजा +21573,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_018.wav,एक अपेक का राजा एक लश्शारोन का राजा +21574,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_019.wav,एक मादोन का राजा एक हासोर का राजा +21575,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_020.wav,एक शिम्रोन्मरोन का राजा एक अक्षाप का राजा +21576,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_021.wav,एक तानाक का राजा एक मगिद्दो का राजा +21577,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_022.wav,एक केदेश का राजा एक कर्मेल में योकनाम का राजा +21578,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_023.wav,एक दोर नामक ऊँचे देश के दोर का राजा एक गिलगाल के गोयीम का राजा +21579,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_012_024.wav,और एक तिर्सा का राजा इस प्रकार सब राजा इकतीस हुए +21580,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_001.wav,यहोशू बूढ़ा और बहुत उम्र का हो गया था और यहोवा ने उससे कहा तू बूढ़ा और बहुत उम्र का हो गया है और बहुत देश रह गए हैं जो इस्राएल के अधिकार में अभी तक नहीं आए +21581,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_002.wav,ये देश रह गए हैं अर्थात् पलिश्तियों का सारा प्��ान्त और सारे गशूरी +21582,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_003.wav,मिस्र के आगे शीहोर से लेकर उत्तर की ओर एक्रोन की सीमा तक जो कनानियों का भाग गिना जाता है और पलिश्तियों के पाँचों सरदार अर्थात् गाज़ा अश्दोद अश्कलोन गत और एक्रोन के लोग और दक्षिणी ओर अव्वी भी +21583,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_004.wav,फिर अपेक और एमोरियों की सीमा तक कनानियों का सारा देश और सीदोनियों का मारा नामक देश +21584,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_005.wav,फिर गबालियों का देश और सूर्योदय की ओर हेर्मोन पर्वत के नीचे के बालगाद से लेकर हमात की घाटी तक सारा लबानोन +21585,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_006.wav,फिर लबानोन से लेकर मिस्रपोतमैम तक सीदोनियों के पहाड़ी देश के निवासी इनको मैं इस्राएलियों के सामने से निकाल दूँगा इतना हो कि तू मेरी आज्ञा के अनुसार चिट्ठी डाल डालकर उनका देश इस्राएल को बाँट दे +21586,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_007.wav,इसलिए तू अब इस देश को नौ गोत्रों और मनश्शे के आधे गोत्र को उनका भाग होने के लिये बाँट दे +21587,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_008.wav,रूबेनियों और गादियों को तो वह भाग मिल चुका था जिसे मूसा ने उन्हें यरदन के पूर्व की ओर दिया था क्योंकि यहोवा के दास मूसा ने उन्हीं को दिया था +21588,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_009.wav,अर्थात् अर्नोन नामक घाटी के किनारे के अरोएर से लेकर और उसी घाटी के बीच के नगर को छोड़कर दीबोन तक मेदबा के पास का सारा चौरस देश +21589,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_010.wav,और अम्मोनियों की सीमा तक हेशबोन में विराजनेवाले एमोरियों के राजा सीहोन के सारे नगर +21590,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_011.wav,और गिलाद देश और गशूरियों और माकावासियों की सीमा और सारा हेर्मोन पर्वत और सल्का तक सारा बाशान +21591,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_012.wav,फिर अश्तारोत और एद्रेई में विराजनेवाले उस ओग का सारा राज्य जो रपाइयों में से अकेला बच गया था क्योंकि इन्हीं को मूसा ने मारकर उनकी प्रजा को उस देश से निकाल दिया था +21592,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_013.wav,परन्तु इस्राएलियों ने गशूरियों और माकियों को उनके देश से न निकाला इसलिए गशूरी और माकी इस्राएलियों के मध्य में आज तक रहते हैं +21593,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_014.wav,और लेवी के गोत्रियों को उसने कोई भाग न दिया क्योंकि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के वचन के अनुसार उसी के हव्य उनके लिये भाग ठहरे हैं +21594,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_015.wav,मूसा ने रूबेन के गोत्र को उनके कुलों के अनुसार दिया +21595,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_016.wav,अर्थात् अर्नोन नामक घाटी के किनारे के अरोएर से लेकर और उसी घाटी के बीच के नगर को छोड़कर मेदबा के पास का सारा चौरस देश +21596,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_017.wav,फिर चौरस देश में का हेशबोन और उसके सब गाँव फिर दीबोन बामोतबाल बेतबाल्मोन +21597,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_018.wav,यहस कदेमोत मेपात +21598,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_019.wav,किर्यातैम सिबमा और तराई में के पहाड़ पर बसा हुआ सेरेथश्शहर +21599,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_020.wav,बेतपोर पिसगा की ढलान और बेत्यशीमोत +21600,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_021.wav,अर्थात् चौरस देश में बसे हुए हेशबोन में विराजनेवाले एमोरियों के उस राजा सीहोन के राज्य के सारे नगर जिन्हें मूसा ने मार लिया था मूसा ने एवी रेकेम सूर हूर और रेबा नामक मिद्यान के प्रधानों को भी मार डाला था जो सीहोन के ठहराए हुए हाकिम और उसी देश के निवासी थे +21601,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_022.wav,और इस्राएलियों ने उनके और मारे हुओं के साथ बोर के पुत्र भावी कहनेवाले बिलाम को भी तलवार से मार डाला +21602,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_023.wav,और रूबेनियों की सीमा यरदन का किनारा ठहरा रूबेनियों का भाग उनके कुलों के अनुसार नगरों और गाँवों समेत यही ठहरा +21603,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_024.wav,फिर मूसा ने गाद के गोत्रियों को भी कुलों के अनुसार उनका निज भाग करके बाँट दिया +21604,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_025.wav,तब यह ठहरा अर्थात् याजेर आदि गिलाद के सारे नगर और रब्बाह के सामने के अरोएर तक अम्मोनियों का आधा देश +21605,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_026.wav,और हेशबोन से रामतमिस्पे और बतोनीम् तक और महनैम से दबीर की सीमा तक +21606,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_027.wav,और तराई में बेतहारम बेतनिम्रा सुक्कोत और सापोन और हेशबोन के राजा सीहोन के राज्य के बचे हुए भाग और किन्नेरेत नामक ताल के सिरे तक यरदन के पूर्व की ओर का वह देश जिसकी सीमा यरदन है +21607,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_028.wav,गादियों का भाग उनके कुलों के अनुसार नगरों और गाँवों समेत यही ठहरा +21608,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_029.wav,फिर मूसा ने मनश्शे के आधे गोत्रियों को भी उनका निज भागकर दिया वह मनश्शेइयों के आधे गोत्र का निज भाग उनके कुलों के अनुसार ठहरा +21609,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_030.wav,वह यह है अर्थात् महनैम से लेकर बाशान के राजा ओग के राज्य का सब देश और बाशान में बसी हुई याईर की साठों बस्तियाँ +21610,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_031.wav,और गिलाद का आधा भाग और अश्तारोत और एद्रेई जो बाशान में ओग के राज्य के नगर थे ये मनश्शे के पुत्र माकीर के वंश का अर्थात् माकीर के आधे वंश का निज भाग कुलों के अनुसार ठहरे +21611,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_032.wav,जो भाग मूसा ने मोआब के अराबा में यरीहो के पास के यरदन के पूर्व की ओर बाँट दिए वे ये ही हैं +21612,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_013_033.wav,परन्तु लेवी के गोत्र को मूसा ने कोई भाग न दिया इस्राएल का परमेश्वर यहोवा ही अपने वचन के अनुसार उनका भाग ठहरा +21613,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_001.wav,जोजो भाग इस्राएलियों ने कनान देश में पाए उन्हें एलीआजर याजक और नून के पुत्र यहोशू और इस्राएली गोत्रों के पूर्वजों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुषों ने उनको दिया वे ये हैं +21614,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_002.wav,जो आज्ञा यहोवा ने मूसा के द्वारा साढ़े नौ गोत्रों के लिये दी थी उसके अनुसार उनके भाग चिट्ठी डाल डालकर दिए गए +21615,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_003.wav,मूसा ने तो ढाई गोत्रों के भाग यरदन पार दिए थे परन्तु लेवियों को उसने उनके बीच कोई भाग न दिया था +21616,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_004.wav,यूसुफ के वंश के तो दो गोत्र हो गए थे अर्थात् मनश्शे और एप्रैम और उस देश में लेवियों को कुछ भाग न दिया गया केवल रहने के नगर और पशु आदि धन रखने को चराइयाँ उनको मिलीं +21617,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_005.wav,जो आज्ञा यहोवा ने मूसा को दी थी उसके अनुसार इस्राएलियों ने किया और उन्होंने देश को बाँट लिया +21618,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_006.wav,तब यहूदी यहोशू के पास गिलगाल में आए और कनजी यपुन्ने के पुत्र कालेब ने उससे कहा तू जानता होगा कि यहोवा ने कादेशबर्ने में परमेश्वर के जन मूसा से मेरे और तेरे विषय में क्या कहा था +21619,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_007.wav,जब यहोवा के दास मूसा ने मुझे इस देश का भेद लेने के लिये कादेशबर्ने से भेजा था तब मैं चालीस वर्ष का था और मैं सच्चे मन से उसके पास सन्देश ले आया +21620,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_008.wav,और मेरे साथी जो मेरे संग गए थे उन्होंने तो प्रजा के लोगों का मन निराश कर दिया परन्तु मैंने अपने परमेश्वर यहोवा की पूरी रीति से बात मानी +21621,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_009.wav,तब उस दिन मूसा ने शपथ खाकर मुझसे कहा तूने पूरी रीति से मेरे परमेश्वर यहोवा की बातों का अनुकरण किया है इस कारण निःसन्देह जिस भूमि पर तू अपने पाँव धर आया है वह सदा के लिये तेरा और तेरे वंश का भाग होगी +21622,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_010.wav,और अब देख जब से यहोवा ने मूसा से यह वचन कहा था तब से पैंतालीस वर्ष हो चुके हैं जिनमें इस्राएली जंगल में घूमते फिरते रहे उनमें यहोवा ने अपने कहने के अनुसार मुझे जीवित रखा है और अब मैं पचासी वर्ष का हूँ +21623,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_011.wav,जितना बल मूसा के भेजने के दिन मुझ में था उतना बल अभी तक मुझ में है युद्ध करने और भीतर बाहर आनेजाने के लिये जितनी उस समय मुझ में सामर्थ्य थी उतनी ही अब भी मुझ में सामर्थ्य है +21624,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_012.wav,इसलिए अब वह पहाड़ी मुझे दे जिसकी चर्चा यहोवा ने उस दिन की थी तूने तो उस दिन सु���ा होगा कि उसमें अनाकवंशी रहते हैं और बड़ेबड़े गढ़वाले नगर भी हैं परन्तु क्या जाने सम्भव है कि यहोवा मेरे संग रहे और उसके कहने के अनुसार मैं उन्हें उनके देश से निकाल दूँ +21625,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_013.wav,तब यहोशू ने उसको आशीर्वाद दिया और हेब्रोन को यपुन्ने के पुत्र कालेब का भागकर दिया +21626,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_014.wav,इस कारण हेब्रोन कनजी यपुन्ने के पुत्र कालेब का भाग आज तक बना है क्योंकि वह इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का पूरी रीति से अनुगामी था +21627,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_014_015.wav,पहले हेब्रोन का नाम किर्यतअर्बा था वह अर्बा अनाकियों में सबसे बड़ा पुरुष था और उस देश को लड़ाई से शान्ति मिली +21628,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_001.wav,यहूदियों के गोत्र का भाग उनके कुलों के अनुसार चिट्ठी डालने से एदोम की सीमा तक और दक्षिण की ओर सीन के जंगल तक जो दक्षिणी सीमा पर है ठहरा +21629,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_002.wav,उनके भाग का दक्षिणी सीमा खारे ताल के उस सिरेवाले कोल से आरम्भ हुई जो दक्षिण की ओर बढ़ा है +21630,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_003.wav,और वह अक्रब्बीम नामक चढ़ाई के दक्षिणी ओर से निकलकर सीन होते हुए कादेशबर्ने के दक्षिण की ओर को चढ़ गया फिर हेस्रोन के पास हो अद्दार को चढ़कर कर्काआ की ओर मुड़ गया +21631,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_004.wav,वहाँ से अस्मोन होते हुए वह मिस्र के नाले पर निकला और उस सीमा का अन्त समुद्र हुआ तुम्हारी दक्षिणी सीमा यही होगी +21632,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_005.wav,फिर पूर्वी सीमा यरदन के मुहाने तक खारा ताल ही ठहरा और उत्तर दिशा की सीमा यरदन के मुहाने के पास के ताल के कोल से आरम्भ करके +21633,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_006.wav,बेथोग्ला को चढ़ते हुए बेतराबा की उत्तर की ओर होकर रूबेनी बोहन नामक पत्थर तक चढ़ गया +21634,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_007.wav,और वही सीमा आकोर नामक तराई से दबीर की ओर चढ़ गया और उत्तर होते हुए गिलगाल की ओर झुकी जो तराई के दक्षिणी ओर की अदुम्मीम की चढ़ाई के सामने है वहाँ से वह एनशेमेश नामक सोते के पास पहुँचकर एनरोगेल पर निकला +21635,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_008.wav,फिर वही सीमा हिन्नोम के पुत्र की तराई से होकर यबूस जो यरूशलेम कहलाता है उसकी दक्षिण की ओर से बढ़ते हुए उस पहाड़ की चोटी पर पहुँचा जो पश्चिम की ओर हिन्नोम की तराई के सामने और रपाईम की तराई के उत्तरी सिरे पर है +21636,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_009.wav,फिर वही सीमा उस पहाड़ की चोटी से नेप्तोह नामक सोते को चला गया और एप्रोन पहाड़ के नगरों पर निकला फिर वहाँ से बाला को जो किर्यत्यारीम भी कहलाता है पहुँचा +21637,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_010.wav,फिर वह बाला से पश्चिम की ओर मुड़कर सेईर पहाड़ तक पहुँचा और यारीम पहाड़ जो कसालोन भी कहलाता है उसके उत्तरी ओर से होकर बेतशेमेश को उतर गया और वहाँ से तिम्नाह पर निकला +21638,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_011.wav,वहाँ से वह सीमा एक्रोन की उत्तरी ओर के पास होते हुए शिक्करोन गया और बाला पहाड़ होकर यब्नेल पर निकला और उस सीमा का अन्त समुद्र का तट हुआ +21639,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_012.wav,और पश्चिम की सीमा महासमुद्र का तट ठहरा यहूदियों को जो भाग उनके कुलों के अनुसार मिला उसकी चारों ओर की सीमा यही हुई +21640,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_013.wav,और यपुन्ने के पुत्र कालेब को उसने यहोवा की आज्ञा के अनुसार यहूदियों के बीच भाग दिया अर्थात् किर्यतअर्बा जो हेब्रोन भी कहलाता है वह अर्बा अनाक का पिता था +21641,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_014.wav,और कालेब ने वहाँ से शेशै अहीमन और तल्मै नामक अनाक के तीनों पुत्रों को निकाल दिया +21642,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_015.wav,फिर वहाँ से वह दबीर के निवासियों पर चढ़ गया पूर्वकाल में तो दबीर का नाम किर्यत्सेपेर था +21643,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_016.wav,और कालेब ने कहा जो किर्यत्सेपेर को मारकर ले ले उससे मैं अपनी बेटी अकसा को ब्याह दूँगा +21644,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_017.wav,तब कालेब के भाई ओत्नीएल कनजी ने उसे ले लिया और उसने उसे अपनी बेटी अकसा को ब्याह दिया +21645,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_018.wav,जब वह उसके पास आई तब उसने उसको पिता से कुछ भूमि माँगने को उभारा फिर वह अपने गदहे पर से उतर पड़ी और कालेब ने उससे पूछा तू क्या चाहती है +21646,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_019.wav,वह बोली मुझे आशीर्वाद दे तूने मुझे दक्षिण देश में की कुछ भूमि तो दी है मुझे जल के सोते भी दे तब उसने ऊपर के सोते नीचे के सोते दोनों उसे दिए +21647,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_020.wav,यहूदियों के गोत्र का भाग तो उनके कुलों के अनुसार यही ठहरा +21648,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_021.wav,यहूदियों के गोत्र के किनारेवाले नगर दक्षिण देश में एदोम की सीमा की ओर ये हैं अर्थात् कबसेल एदेर यागूर +21649,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_022.wav,कीना दीमोना अदादा +21650,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_023.wav,केदेश हासोर यित्नान +21651,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_024.wav,जीप तेलेम बालोत +21652,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_025.wav,हासोर्हदत्ता करिय्योथेस्रोन जो हासोर भी कहलाता है +21653,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_026.wav,और अमाम शेमा मोलादा +21654,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_027.wav,हसर्गद्दा हेशमोन बेत्पेलेत +21655,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_028.wav,हसर्शूआल बेर्शेबा बिज्योत्या +21656,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_029.wav,बाला इय्यीम एसेम +21657,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_030.wav,एलतोलद कसील होर्मा +21658,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_031.wav,सिकलग मदमन्ना सनसन्ना +21659,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_032.wav,लबाओत शिल्हीम ऐन और रिम्मोन ये सब नगर उनतीस हैं और इनके गाँव भी हैं +21660,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_033.wav,तराई में ये हैं अर्थात् एश्ताओल सोरा अश्ना +21661,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_034.wav,जानोह एनगन्नीम तप्पूह एनाम +21662,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_035.wav,यर्मूत अदुल्लाम सोको अजेका +21663,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_036.wav,शारैंम अदीतैम गदेरा और गदेरोतैम ये सब चौदह नगर हैं और इनके गाँव भी हैं +21664,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_037.wav,फिर सनान हदाशा मिगदलगाद +21665,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_038.wav,दिलान मिस्पे योक्तेल +21666,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_039.wav,लाकीश बोस्कत एग्लोन +21667,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_040.wav,कब्बोन लहमास कितलीश +21668,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_041.wav,गदेरोत बेतदागोन नामाह और मक्केदा ये सोलह नगर हैं और इनके गाँव भी हैं +21669,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_042.wav,फिर लिब्ना एतेर आशान +21670,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_043.wav,इप्ताह अश्ना नसीब +21671,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_044.wav,कीला अकजीब और मारेशा ये नौ नगर हैं और इनके गाँव भी हैं +21672,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_045.wav,फिर नगरों और गाँवों समेत एक्रोन +21673,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_046.wav,और एक्रोन से लेकर समुद्र तक अपनेअपने गाँवों समेत जितने नगर अश्दोद की ओर हैं +21674,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_047.wav,फिर अपनेअपने नगरों और गाँवों समेत अश्दोद और गाज़ा वरन् मिस्र के नाले तक और महासमुद्र के तट तक जितने नगर हैं +21675,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_048.wav,पहाड़ी देश में ये हैं अर्थात् शामीर यत्तीर सोको +21676,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_049.wav,दन्ना किर्यत्सन्ना जो दबीर भी कहलाता है +21677,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_050.wav,अनाब एश्तमो आनीम +21678,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_051.wav,गोशेन होलोन और गीलो ये ग्यारह नगर हैं और इनके गाँव भी हैं +21679,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_052.wav,फिर अराब दूमा एशान +21680,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_053.wav,यानीम बेत्तप्पूह अपेका +21681,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_054.wav,हुमता किर्यतअर्बा जो हेब्रोन भी कहलाता है और सीओर ये नौ नगर हैं और इनके गाँव भी हैं +21682,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_055.wav,फिर माओन कर्मेल जीप युत्ता +21683,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_056.wav,यिज्रेल योकदाम जानोह +21684,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_057.wav,कैन गिबा और तिम्नाह ये दस नगर हैं और इनके गाँव भी हैं +21685,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_058.wav,फिर हलहूल बेतसूर गदोर +21686,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_059.wav,मरात बेतनोत और एलतकोन ये छः नगर हैं और इनके गाँव भी हैं +21687,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_060.wav,फिर किर्यतबाल जो किर्यत्यारीम भी कहलाता है और रब्बाह ये दो नगर हैं और इनके गाँव भी हैं +21688,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_061.wav,जंगल में ये नगर हैं अर्थात् बेतराबा मिद्दीन सकाका +21689,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_062.wav,निबशान नमक का नगर और एनगदी ये छः नगर हैं और इनके गाँव भी हैं +21690,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_015_063.wav,यरूशलेम के निवासी यबूसियों को यहूदी न निकाल सके इसलिए आज के दिन तक यबूसी यहूदियों के संग यरूशलेम में रहते हैं +21691,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_016_001.wav,फिर यूसुफ की सन्तान का भाग चिट्ठी डालने से ठहराया गया उनकी सीमा यरीहो के पास की यरदन नदी से अर्थात् पूर्व की ओर यरीहो के जल से आरम्भ होकर उस पहाड़ी देश से होते हुए जो जंगल में हैं बेतेल को पहुँचा +21692,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_016_002.wav,वहाँ से वह लूज तक पहुँचा और एरेकियों की सीमा से होते हुए अतारोत पर जा निकला +21693,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_016_003.wav,और पश्चिम की ओर यपलेतियों की सीमा से उतरकर फिर नीचेवाले बेथोरोन की सीमा से होकर गेजेर को पहुँचा और समुद्र पर निकला +21694,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_016_004.wav,तब मनश्शे और एप्रैम नामक यूसुफ के दोनों पुत्रों की सन्तान ने अपनाअपना भाग लिया +21695,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_016_005.wav,एप्रैमियों की सीमा उनके कुलों के अनुसार यह ठहरी अर्थात् उनके भाग की सीमा पूर्व से आरम्भ होकर अत्रोतदार से होते हुए ऊपरवाले बेथोरोन तक पहुँचा +21696,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_016_006.wav,और उत्तरी सीमा पश्चिम की ओर के मिकमतात से आरम्भ होकर पूर्व की ओर मुड़कर तानतशीलो को पहुँचा और उसके पास से होते हुए यानोह तक पहुँचा +21697,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_016_007.wav,फिर यानोह से वह अतारोत और नारा को उतरती हुई यरीहो के पास होकर यरदन पर निकली +21698,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_016_008.wav,फिर वही सीमा तप्पूह से निकलकर और पश्चिम की ओर जाकर काना की नदी तक होकर समुद्र पर निकली एप्रैमियों के गोत्र का भाग उनके कुलों के अनुसार यही ठहरा +21699,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_016_009.wav,और मनश्शेइयों के भाग के बीच भी कई एक नगर अपनेअपने गाँवों समेत एप्रैमियों के लिये अलग किए गए +21700,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_016_010.wav,परन्तु जो कनानी गेजेर में बसे थे उनको एप्रैमियों ने वहाँ से नहीं निकाला इसलिए वे कनानी उनके बीच आज के दिन तक बसे हैं और बेगारी में दास के समान काम करते हैं +21701,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_001.wav,फिर यूसुफ के जेठे मनश्शे के गोत्र का भाग चिट्ठी डालने से यह ठहरा मनश्शे का जेठा पुत्र गिलाद का पिता माकीर योद्धा था इस कारण उसके वंश को गिलाद और बाशान मिला +21702,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_002.wav,इसलिए यह भाग दूसरे मनश्शेइयों के लिये उनके कुलों के अनुसार ठहरा अर्थात् अबीएजेर हेलेक अस्रीएल शेकेम हेपेर और शमीदा जो अपनेअपने कुलों के अनुसार यूसुफ के पुत्र मनश्शे के वंश में के पुरुष थे उनके अलगअलग वंशों के लिये ठहरा +21703,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_003.wav,परन्तु हेपेर जो गिलाद का पुत्र माकीर का पोता और मनश्शे का परपोता था उसके पुत्र सलोफाद के बेटे नहीं बेटियाँ ही ��ुईं और उनके नाम महला नोवा होग्ला मिल्का और तिर्सा हैं +21704,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_004.wav,तब वे एलीआजर याजक नून के पुत्र यहोशू और प्रधानों के पास जाकर कहने लगीं यहोवा ने मूसा को आज्ञा दी थी कि वह हमको हमारे भाइयों के बीच भाग दे तो यहोशू ने यहोवा की आज्ञा के अनुसार उन्हें उनके चाचाओं के बीच भाग दिया +21705,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_005.wav,तब मनश्शे को यरदन पार गिलाद देश और बाशान को छोड़ दस भाग मिले +21706,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_006.wav,क्योंकि मनश्शेइयों के बीच में मनश्शेई स्त्रियों को भी भाग मिला और दूसरे मनश्शेइयों को गिलाद देश मिला +21707,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_007.wav,और मनश्शे की सीमा आशेर से लेकर मिकमतात तक पहुँची जो शेकेम के सामने है फिर वह दक्षिण की ओर बढ़कर एनतप्पूह के निवासियों तक पहुँची +21708,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_008.wav,तप्पूह की भूमि तो मनश्शे को मिली परन्तु तप्पूह नगर जो मनश्शे की सीमा पर बसा है वह एप्रैमियों का ठहरा +21709,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_009.wav,फिर वहाँ से वह सीमा काना की नदी तक उतरकर उसके दक्षिण की ओर तक पहुँच गई ये नगर यद्यपि मनश्शे के नगरों के बीच में थे तो भी एप्रैम के ठहरे और मनश्शे की सीमा उस नदी के उत्तर की ओर से जाकर समुद्र पर निकली +21710,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_010.wav,दक्षिण की ओर का देश तो एप्रैम को और उत्तर की ओर का मनश्शे को मिला और उसकी सीमा समुद्र ठहरी और वे उत्तर की ओर आशेर से और पूर्व की ओर इस्साकार से जा मिलीं +21711,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_011.wav,और मनश्शे को इस्साकार और आशेर अपनेअपने नगरों समेत बेतशान यिबलाम और अपने नगरों समेत दोर के निवासी और अपने नगरों समेत एनदोर के निवासी और अपने नगरों समेत तानाक की निवासी और अपने नगरों समेत मगिद्दो के निवासी ये तीनों जो ऊँचे स्थानों पर बसे हैं मिले +21712,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_012.wav,परन्तु मनश्शेई उन नगरों के निवासियों को उनमें से नहीं निकाल सके इसलिए कनानी उस देश में बसे रहे +21713,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_013.wav,तो भी जब इस्राएली सामर्थी हो गए तब कनानियों से बेगारी तो कराने लगे परन्तु उनको पूरी रीति से निकाल बाहर न किया +21714,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_014.wav,यूसुफ की सन्तान यहोशू से कहने लगी हम तो गिनती में बहुत हैं क्योंकि अब तक यहोवा हमें आशीष ही देता आया है फिर तूने हमारे भाग के लिये चिट्ठी डालकर क्यों एक ही अंश दिया है +21715,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_015.wav,यहोशू ने उनसे कहा यदि तुम गिनती में बहुत हो और एप्रैम का पहाड़ी देश तुम्हारे लिये छोटा हो तो परिज्जियों और रपाइयों का देश जो जंगल है उसमें जाकर पेड़ों को काट डालो +21716,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_016.wav,यूसुफ की सन्तान ने कहा वह पहाड़ी देश हमारे लिये छोटा है और बेतशान और उसके नगरों में रहनेवाले और यिज्रेल की तराई में रहनेवाले जितने कनानी नीचे के देश में रहते हैं उन सभी के पास लोहे के रथ हैं +21717,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_017.wav,फिर यहोशू ने क्या एप्रैमी क्या मनश्शेई अर्थात् यूसुफ के सारे घराने से कहा हाँ तुम लोग तो गिनती में बहुत हो और तुम्हारी सामर्थ्य भी बड़ी है इसलिए तुम को केवल एक ही भाग न मिलेगा +21718,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_017_018.wav,पहाड़ी देश भी तुम्हारा हो जाएगा क्योंकि वह जंगल तो है परन्तु उसके पेड़ काट डालो तब उसके आसपास का देश भी तुम्हारा हो जाएगा क्योंकि चाहे कनानी सामर्थी हों और उनके पास लोहे के रथ भी हों तो भी तुम उन्हें वहाँ से निकाल सकोगे +21719,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_001.wav,फिर इस्राएलियों की सारी मण्डली ने शीलो में इकट्ठी होकर वहाँ मिलापवाले तम्बू को खड़ा किया क्योंकि देश उनके वश में आ गया था +21720,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_002.wav,और इस्राएलियों में से सात गोत्रों के लोग अपनाअपना भाग बिना पाये रह गए थे +21721,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_003.wav,तब यहोशू ने इस्राएलियों से कहा जो देश तुम्हारे पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा ने तुम्हें दिया है उसे अपने अधिकार में कर लेने में तुम कब तक ढिलाई करते रहोगे +21722,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_004.wav,अब प्रति गोत्र के पीछे तीन मनुष्य ठहरा लो और मैं उन्हें इसलिए भेजूँगा कि वे चलकर देश में घूमें फिरें और अपनेअपने गोत्र के भाग के प्रयोजन के अनुसार उसका हाल लिख लिखकर मेरे पास लौट आएँ +21723,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_005.wav,और वे देश के सात भाग लिखें यहूदी तो दक्षिण की ओर अपने भाग में और यूसुफ के घराने के लोग उत्तर की ओर अपने भाग में रहें +21724,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_006.wav,और तुम देश के सात भाग लिखकर मेरे पास ले आओ और मैं यहाँ तुम्हारे लिये अपने परमेश्वर यहोवा के सामने चिट्ठी डालूँगा +21725,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_007.wav,और लेवियों का तुम्हारे मध्य में कोई भाग न होगा क्योंकि यहोवा का दिया हुआ याजकपद ही उनका भाग है और गाद रूबेन और मनश्शे के आधे गोत्र के लोग यरदन के पूर्व की ओर यहोवा के दास मूसा का दिया हुआ अपनाअपना भाग पा चुके हैं +21726,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_008.wav,तब वे पुरुष उठकर चल दिए और जो उस देश का हाल लिखने को चले उन्हें यहोशू ने यह आज्ञा दी जाकर देश में घूमो फिरो और उसका हाल लिखकर मेरे पास लौट आओ और मैं यहाँ शीलो में यहोवा के सामने तुम्हारे लिये चिट्ठी डालूँगा +21727,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_009.wav,तब वे पुरुष चल दिए और उस देश में घूमें और उसके नगरों के सात भाग करके उनका हाल पुस्तक में लिखकर शीलो की छावनी में यहोशू के पास आए +21728,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_010.wav,तब यहोशू ने शीलो में यहोवा के सामने उनके लिये चिट्ठियाँ डालीं और वहीं यहोशू ने इस्राएलियों को उनके भागों के अनुसार देश बाँट दिया +21729,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_011.wav,बिन्यामीनियों के गोत्र की चिट्ठी उनके कुलों के अनुसार निकली और उनका भाग यहूदियों और यूसुफियों के बीच में पड़ा +21730,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_012.wav,और उनकी उत्तरी सीमा यरदन से आरम्भ हुई और यरीहो की उत्तरी ओर से चढ़ते हुए पश्चिम की ओर पहाड़ी देश में होकर बेतावेन के जंगल में निकली +21731,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_013.wav,वहाँ से वह लूज को पहुँची जो बेतेल भी कहलाता है और लूज की दक्षिणी ओर से होते हुए निचले बेथोरोन के दक्षिणी ओर के पहाड़ के पास हो अत्रोतदार को उतर गई +21732,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_014.wav,फिर पश्चिमी सीमा मुड़कर बेथोरोन के सामने और उसकी दक्षिण ओर के पहाड़ से होते हुए किर्यतबाल नामक यहूदियों के एक नगर पर निकली जो किर्यत्यारीम भी कहलाता है पश्चिम की सीमा यही ठहरी +21733,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_015.wav,फिर दक्षिण की ओर की सीमा पश्चिम से आरम्भ होकर किर्यत्यारीम के सिरे से निकलकर नेप्तोह के सोते पर पहुँची +21734,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_016.wav,और उस पहाड़ के सिरे पर उतरी जो हिन्नोम के पुत्र की तराई के सामने और रपाईम नामक तराई के उत्तरी ओर है वहाँ से वह हिन्नोम की तराई में अर्थात् यबूस के दक्षिणी ओर होकर एनरोगेल को उतरी +21735,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_017.wav,वहाँ से वह उत्तर की ओर मुड़कर एनशेमेश को निकलकर उस गलीलोत की ओर गई जो अदुम्मीम की चढ़ाई के सामने है फिर वहाँ से वह रूबेन के पुत्र बोहन के पत्थर तक उतर गई +21736,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_018.wav,वहाँ से वह उत्तर की ओर जाकर अराबा के सामने के पहाड़ की ओर से होते हुए अराबा को उतरी +21737,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_019.wav,वहाँ से वह सीमा बेथोग्ला की उत्तरी ओर से जाकर खारे ताल की उत्तर ओर के कोल में यरदन के मुहाने पर निकली दक्षिण की सीमा यही ठहरी +21738,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_020.wav,और पूर्व की ओर की सीमा यरदन ही ठहरी बिन्यामीनियों का भाग चारों ओर की सीमाओं सहित उनके कुलों के अनुसार यही ठहरा +21739,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_021.wav,बिन्यामीनियों के गोत्र को उनके कुलों के अनुसार ये नगर मिले अर्थात् यरीहो बेथोग्ला एमेक्कसीस +21740,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_022.wav,बेतराबा समारैम बेतेल +21741,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_023.wav,अब्बीम पारा ओप्रा +21742,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_024.wav,कपरम्मोनी ओफनी और गेबा ये बारह नगर और इनके गाँव मिले +21743,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_025.wav,फिर गिबोन रामाह बेरोत +21744,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_026.wav,मिस्पे कपीरा मोसा +21745,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_027.wav,रेकेम यिर्पेल तरला +21746,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_018_028.wav,सेला एलेप यबूस जो यरूशलेम भी कहलाता है गिबा और किर्यत ये चौदह नगर और इनके गाँव उन्हें मिले बिन्यामीनियों का भाग उनके कुलों के अनुसार यही ठहरा +21747,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_001.wav,दूसरी चिट्ठी शिमोन के नाम पर अर्थात् शिमोनियों के कुलों के अनुसार उनके गोत्र के नाम पर निकली और उनका भाग यहूदियों के भाग के बीच में ठहरा +21748,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_002.wav,उनके भाग में ये नगर हैं अर्थात् बेर्शेबा शेबा मोलादा +21749,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_003.wav,हसर्शूआल बाला एसेम +21750,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_004.wav,एलतोलद बतूल होर्मा +21751,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_005.wav,सिकलग बेत्मर्काबोत हसर्शूसा +21752,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_006.wav,बेतलबाओत और शारूहेन ये तेरह नगर और इनके गाँव उन्हें मिले +21753,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_007.wav,फिर ऐन रिम्मोन एतेर और आशान ये चार नगर गाँवों समेत +21754,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_008.wav,और बालत्बेर जो दक्षिण देश का रामाह भी कहलाता है वहाँ तक इन नगरों के चारों ओर के सब गाँव भी उन्हें मिले शिमोनियों के गोत्र का भाग उनके कुलों के अनुसार यही ठहरा +21755,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_009.wav,शिमोनियों का भाग तो यहूदियों के अंश में से दिया गया क्योंकि यहूदियों का भाग उनके लिये बहुत था इस कारण शिमोनियों का भाग उन्हीं के भाग के बीच ठहरा +21756,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_010.wav,तीसरी चिट्ठी जबूलूनियों के कुलों के अनुसार उनके नाम पर निकली और उनके भाग की सीमा सारीद तक पहुँची +21757,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_011.wav,और उनकी सीमा पश्चिम की ओर मरला को चढ़कर दब्बेशेत को पहुँची और योकनाम के सामने के नाले तक पहुँच गई +21758,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_012.wav,फिर सारीद से वह सूर्योदय की ओर मुड़कर किसलोत्ताबोर की सीमा तक पहुँची और वहाँ से बढ़तेबढ़ते दाबरात में निकली और यापी की ओर जा निकली +21759,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_013.wav,वहाँ से वह पूर्व की ओर आगे बढ़कर गथेपेर और इत्कासीन को गई और उस रिम्मोन में निकली जो नेआ तक फैला हुआ है +21760,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_014.wav,वहाँ से वह सीमा उसके उत्तर की ओर से मुड़कर हन्नातोन पर पहुँची और यिप्तहेल की तराई में जा निकली +21761,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_015.wav,कत्तात नहलाल शिम्रोन यिदला और बैतलहम ये बारह नगर उनके गाँवों समेत उसी भाग के ठहरे +21762,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_016.wav,जबूलूनियों का भाग उनके कुलों के अनुसार यही ठहरा और उसमें अपनेअपने गाँवों समेत य�� ही नगर हैं +21763,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_017.wav,चौथी चिट्ठी इस्साकारियों के कुलों के अनुसार उनके नाम पर निकली +21764,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_018.wav,और उनकी सीमा यिज्रेल कसुल्लोत शूनेम +21765,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_019.wav,हपारैम शीओन अनाहरत +21766,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_020.wav,रब्बीत किश्योन एबेस +21767,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_021.wav,रेमेत एनगन्नीम एनहद्दा और बेत्पस्सेस तक पहुँची +21768,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_022.wav,फिर वह सीमा ताबोर शहसूमा और बेतशेमेश तक पहुँची और उनकी सीमा यरदन नदी पर जा निकली इस प्रकार उनको सोलह नगर अपनेअपने गाँवों समेत मिले +21769,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_023.wav,कुलों के अनुसार इस्साकारियों के गोत्र का भाग नगरों और गाँवों समेत यही ठहरा +21770,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_024.wav,पाँचवीं चिट्ठी आशेरियों के गोत्र के कुलों के अनुसार उनके नाम पर निकली +21771,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_025.wav,उनकी सीमा में हेल्कात हली बेतेन अक्षाप +21772,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_026.wav,अलाम्मेल्लेक अमाद और मिशाल थे और वह पश्चिम की ओर कर्मेल तक और शीहोर्लिब्नात तक पहुँची +21773,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_027.wav,फिर वह सूर्योदय की ओर मुड़कर बेतदागोन को गई और जबूलून के भाग तक और यिप्तहेल की तराई में उत्तर की ओर होकर बेतेमेक और नीएल तक पहुँची और उत्तर की ओर जाकर काबूल पर निकली +21774,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_028.wav,और वह एब्रोन रहोब हम्मोन और काना से होकर बड़े सीदोन को पहुँची +21775,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_029.wav,वहाँ से वह सीमा मुड़कर रामाह से होते हुए सोर नामक गढ़वाले नगर तक चली गई फिर सीमा होसा की ओर मुड़कर और अकजीब के पास के देश में होकर समुद्र पर निकली +21776,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_030.wav,उम्मा अपेक और रहोब भी उनके भाग में ठहरे इस प्रकार बाईस नगर अपनेअपने गाँवों समेत उनको मिले +21777,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_031.wav,कुलों के अनुसार आशेरियों के गोत्र का भाग नगरों और गाँवों समेत यही ठहरा +21778,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_032.wav,छठवीं चिट्ठी नप्तालियों के कुलों के अनुसार उनके नाम पर निकली +21779,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_033.wav,और उनकी सीमा हेलेप से और सानन्नीम के बांज वृक्ष से अदामीनेकेब और यब्नेल से होकर और लक्कूम को जाकर यरदन पर निकली +21780,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_034.wav,वहाँ से वह सीमा पश्चिम की ओर मुड़कर अजनोत्ताबोर को गई और वहाँ से हुक्कोक को गई और दक्षिण और जबूलून के भाग तक और पश्चिम की ओर आशेर के भाग तक और सूर्योदय की ओर यहूदा के भाग के पास की यरदन नदी पर पहुँची +21781,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_035.wav,और उनके गढ़वाले नगर ये हैं अर्थात् सिद्दीम सेर हम्मत रक्कत किन्नेरेत +21782,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_036.wav,अदामा रामाह हासोर +21783,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_037.wav,केदेश एद्रेई एन्हासोर +21784,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_038.wav,यिरोन मिगदलेल होरेम बेतनात और बेतशेमेश ये उन्नीस नगर गाँवों समेत उनको मिले +21785,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_039.wav,कुलों के अनुसार नप्तालियों के गोत्र का भाग नगरों और उनके गाँवों समेत यही ठहरा +21786,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_040.wav,सातवीं चिट्ठी कुलों के अनुसार दान के गोत्र के नाम पर निकली +21787,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_041.wav,और उनके भाग की सीमा में सोरा एश्ताओल ईरशेमेश +21788,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_042.wav,शालब्बीन अय्यालोन यितला +21789,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_043.wav,एलोन तिम्नाह एक्रोन +21790,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_044.wav,एलतके गिब्बतोन बालात +21791,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_045.wav,यहूद बनेबराक गत्रिम्मोन +21792,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_046.wav,मेयर्कोन और रक्कोन ठहरे और याफा के सामने की सीमा भी उनकी थी +21793,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_047.wav,और दानियों का भाग इससे अधिक हो गया अर्थात् दानी लेशेम पर चढ़कर उससे लड़े और उसे लेकर तलवार से मार डाला और उसको अपने अधिकार में करके उसमें बस गए और अपने मूलपुरुष के नाम पर लेशेम का नाम दान रखा +21794,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_048.wav,कुलों के अनुसार दान के गोत्र का भाग नगरों और गाँवों समेत यही ठहरा +21795,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_049.wav,जब देश का बाँटा जाना सीमाओं के अनुसार पूरा हो गया तब इस्राएलियों ने नून के पुत्र यहोशू को भी अपने बीच में एक भाग दिया +21796,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_050.wav,यहोवा के कहने के अनुसार उन्होंने उसको उसका माँगा हुआ नगर दिया यह एप्रैम के पहाड़ी देश में का तिम्नत्सेरह है और वह उस नगर को बसाकर उसमें रहने लगा +21797,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_019_051.wav,जोजो भाग एलीआजर याजक और नून के पुत्र यहोशू और इस्राएलियों के गोत्रों के घरानों के पूर्वजों के मुख्यमुख्य पुरुषों ने शीलो में मिलापवाले तम्बू के द्वार पर यहोवा के सामने चिट्ठी डाल डालके बाँट दिए वे ये ही हैं इस प्रकार उन्होंने देश विभाजन का काम पूरा किया +21798,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_020_001.wav,फिर यहोवा ने यहोशू से कहा +21799,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_020_002.wav,इस्राएलियों से यह कह मैंने मूसा के द्वारा तुम से शरण नगरों की जो चर्चा की थी उसके अनुसार उनको ठहरा लो +21800,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_020_003.wav,जिससे जो कोई भूल से बिना जाने किसी को मार डाले वह उनमें से किसी में भाग जाए इसलिए वे नगर खून के पलटा लेनेवाले से बचने के लिये तुम्हारे शरणस्थान ठहरें +21801,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_020_004.wav,वह उन नगरों में से किसी को भाग जाए और उस नगर के फाटक में से खड़ा होकर उसके पुरनियों को अपना मुकद्दमा कह सुनाए और वे उसको अपने नगर में अपने पास टिका लें और उसे कोई स्थान दें जिसमें वह उनके साथ रहे +21802,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_020_005.wav,और यदि खून का पलटा लेनेवाला उसका पीछा करे तो वे यह जानकर कि उसने अपने पड़ोसी को बिना जाने और पहले उससे बिना बैर रखे मारा उस खूनी को उसके हाथ में न दें +21803,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_020_006.wav,और जब तक वह मण्डली के सामने न्याय के लिये खड़ा न हो और जब तक उन दिनों का महायाजक न मर जाए तब तक वह उसी नगर में रहे उसके बाद वह खूनी अपने नगर को लौटकर जिससे वह भाग आया हो अपने घर में फिर रहने पाए +21804,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_020_007.wav,और उन्होंने नप्ताली के पहाड़ी देश में गलील के केदेश को और एप्रैम के पहाड़ी देश में शेकेम को और यहूदा के पहाड़ी देश में किर्यतअर्बा को जो हेब्रोन भी कहलाता है पवित्र ठहराया +21805,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_020_008.wav,और यरीहो के पास के यरदन के पूर्व की ओर उन्होंने रूबेन के गोत्र के भाग में बेसेर को जो जंगल में चौरस भूमि पर बसा हुआ है और गाद के गोत्र के भाग में गिलाद के रामोत को और मनश्शे के गोत्र के भाग में बाशान के गोलन को ठहराया +21806,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_020_009.wav,सारे इस्राएलियों के लिये और उनके बीच रहनेवाले परदेशियों के लिये भी जो नगर इस मनसा से ठहराए गए कि जो कोई किसी प्राणी को भूल से मार डाले वह उनमें से किसी में भाग जाए और जब तक न्याय के लिये मण्डली के सामने खड़ा न हो तब तक खून का पलटा लेनेवाला उसे मार डालने न पाए वे यह ही हैं +21807,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_001.wav,तब लेवियों के पूर्वजों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुष एलीआजर याजक और नून के पुत्र यहोशू और इस्राएली गोत्रों के पूर्वजों के घरानों के मुख्यमुख्य पुरुषों के पास आकर +21808,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_002.wav,कनान देश के शीलो नगर में कहने लगे यहोवा ने मूसा के द्वारा हमें बसने के लिये नगर और हमारे पशुओं के लिये उन्हीं नगरों की चराइयाँ भी देने की आज्ञा दी थी +21809,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_003.wav,तब इस्राएलियों ने यहोवा के कहने के अनुसार अपनेअपने भाग में से लेवियों को चराइयों समेत ये नगर दिए +21810,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_004.wav,तब कहातियों के कुलों के नाम पर चिट्ठी निकली इसलिए लेवियों में से हारून याजक के वंश को यहूदी शिमोन और बिन्यामीन के गोत्रों के भागों में से तेरह नगर मिले +21811,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_005.wav,बाकी कहातियों को एप्रैम के गोत्र के कुलों और दान के गोत्र और मनश्शे के आधे गोत्र के भागों में से चिट्ठी डाल डालकर दस नगर दिए गए +21812,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_006.wav,और गेर्शोनियों को इस्साकार के गोत्र के कुलों और आशेर और नप्ताली के गोत्रों के भागों में से और मनश्शे के उस आधे गोत्र के भागों में से भी जो बाशान में था चिट्ठी डाल डालकर तेरह नगर दिए गए +21813,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_007.wav,कुलों के अनुसार मरारियों को रूबेन गाद और जबूलून के गोत्रों के भागों में से बारह नगर दिए गए +21814,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_008.wav,जो आज्ञा यहोवा ने मूसा के द्वारा दी थी उसके अनुसार इस्राएलियों ने लेवियों को चराइयों समेत ये नगर चिट्ठी डाल डालकर दिए +21815,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_009.wav,उन्होंने यहूदियों और शिमोनियों के गोत्रों के भागों में से ये नगर जिनके नाम लिखे हैं दिए +21816,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_010.wav,ये नगर लेवीय कहाती कुलों में से हारून के वंश के लिये थे क्योंकि पहली चिट्ठी उन्हीं के नाम पर निकली थी +21817,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_011.wav,अर्थात् उन्होंने उनको यहूदा के पहाड़ी देश में चारों ओर की चराइयों समेत किर्यतअर्बा नगर दे दिया जो अनाक के पिता अर्बा के नाम पर कहलाया और हेब्रोन भी कहलाता है +21818,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_012.wav,परन्तु उस नगर के खेत और उसके गाँव उन्होंने यपुन्ने के पुत्र कालेब को उसकी निज भूमि करके दे दिए +21819,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_013.wav,तब उन्होंने हारून याजक के वंश को चराइयों समेत खूनी के शरणनगर हेब्रोन और अपनीअपनी चराइयों समेत लिब्ना +21820,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_014.wav,यत्तीर एश्तमो +21821,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_015.wav,होलोन दबीर ऐन +21822,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_016.wav,युत्ता और बेतशेमेश दिए इस प्रकार उन दोनों गोत्रों के भागों में से नौ नगर दिए गए +21823,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_017.wav,और बिन्यामीन के गोत्र के भाग में से अपनीअपनी चराइयों समेत ये चार नगर दिए गए अर्थात् गिबोन गेबा +21824,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_018.wav,अनातोत और अल्मोन +21825,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_019.wav,इस प्रकार हारूनवंशी याजकों को तेरह नगर और उनकी चराइयाँ मिलीं +21826,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_020.wav,फिर बाकी कहाती लेवियों के कुलों के भाग के नगर चिट्ठी डाल डालकर एप्रैम के गोत्र के भाग में से दिए गए +21827,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_021.wav,अर्थात् उनको चराइयों समेत एप्रैम के पहाड़ी देश में खूनी के शरण लेने का शेकेम नगर दिया गया फिर अपनीअपनी चराइयों समेत गेजेर +21828,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_022.wav,किबसैम और बेथोरोन ये चार नगर दिए गए +21829,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_023.wav,और दान के गोत्र के भाग में से अपनीअपनी चराइयों समेत एलतके गिब्बतोन +21830,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_024.wav,अय्यालोन और गत्रिम्मोन ये चार नगर दिए गए +21831,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_025.wav,और मनश्शे के आधे गोत्र के भाग में से अपनीअपनी चराइयों समेत तानाक और गत्रिम्मोन ये दो नगर दिए गए +21832,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_026.wav,इस प्रकार बाकी कहातिय���ं के कुलों के सब नगर चराइयों समेत दस ठहरे +21833,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_027.wav,फिर लेवियों के कुलों में के गेर्शोनियों को मनश्शे के आधे गोत्र के भाग में से अपनीअपनी चराइयों समेत खूनी के शरणनगर बाशान का गोलन और बेशतरा ये दो नगर दिए गए +21834,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_028.wav,और इस्साकार के गोत्र के भाग में से अपनीअपनी चराइयों समेत किश्योन दाबरात +21835,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_029.wav,यर्मूत और एनगन्नीम ये चार नगर दिए गए +21836,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_030.wav,और आशेर के गोत्र के भाग में से अपनीअपनी चराइयों समेत मिशाल अब्दोन +21837,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_031.wav,हेल्कात और रहोब ये चार नगर दिए गए +21838,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_032.wav,और नप्ताली के गोत्र के भाग में से अपनीअपनी चराइयों समेत खूनी के शरणनगर गलील का केदेश फिर हम्मोतदोर और कर्तान ये तीन नगर दिए गए +21839,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_033.wav,गेर्शोनियों के कुलों के अनुसार उनके सब नगर अपनीअपनी चराइयों समेत तेरह ठहरे +21840,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_034.wav,फिर बाकी लेवियों अर्थात् मरारियों के कुलों को जबूलून के गोत्र के भाग में से अपनीअपनी चराइयों समेत योकनाम कर्ता +21841,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_035.wav,दिम्ना और नहलाल ये चार नगर दिए गए +21842,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_036.wav,और रूबेन के गोत्र के भाग में से अपनीअपनी चराइयों समेत बेसेर यहस +21843,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_037.wav,कदेमोत और मेपात ये चार नगर दिए गए +21844,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_038.wav,और गाद के गोत्र के भाग में से अपनीअपनी चराइयों समेत खूनी के शरणनगर गिलाद में का रामोत फिर महनैम +21845,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_039.wav,हेशबोन और याजेर जो सब मिलाकर चार नगर हैं दिए गए +21846,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_040.wav,लेवियों के बाकी कुलों अर्थात् मरारियों के कुलों के अनुसार उनके सब नगर ये ही ठहरे इस प्रकार उनको बारह नगर चिट्ठी डाल डालकर दिए गए +21847,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_041.wav,इस्राएलियों की निज भूमि के बीच लेवियों के सब नगर अपनीअपनी चराइयों समेत अड़तालीस ठहरे +21848,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_042.wav,ये सब नगर अपनेअपने चारों ओर की चराइयों के साथ ठहरे इन सब नगरों की यही दशा थी +21849,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_043.wav,इस प्रकार यहोवा ने इस्राएलियों को वह सारा देश दिया जिसे उसने उनके पूर्वजों से शपथ खाकर देने को कहा था और वे उसके अधिकारी होकर उसमें बस गए +21850,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_044.wav,और यहोवा ने उन सब बातों के अनुसार जो उसने उनके पूर्वजों से शपथ खाकर कही थीं उन्हें चारों ओर से विश्राम दिया और उनके शत्रुओं में से कोई भी उनके सामने टिक न सका यहोवा ने उन सभी को उनके वश में कर दिया +21851,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_021_045.wav,जितनी भलाई की बाते��� यहोवा ने इस्राएल के घराने से कही थीं उनमें से कोई भी बात न छूटी सब की सब पूरी हुईं +21852,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_001.wav,उस समय यहोशू ने रूबेनियों गादियों और मनश्शे के आधे गोत्रियों को बुलवाकर कहा +21853,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_002.wav,जोजो आज्ञा यहोवा के दास मूसा ने तुम्हें दी थीं वे सब तुम ने मानी हैं और जोजो आज्ञा मैंने तुम्हें दी हैं उन सभी को भी तुम ने माना है +21854,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_003.wav,तुम ने अपने भाइयों को इतने दिनों में आज के दिन तक नहीं छोड़ा परन्तु अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा तुम ने चौकसी से मानी है +21855,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_004.wav,और अब तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम्हारे भाइयों को अपने वचन के अनुसार विश्राम दिया है इसलिए अब तुम लौटकर अपनेअपने डेरों को और अपनीअपनी निज भूमि में जिसे यहोवा के दास मूसा ने यरदन पार तुम्हें दिया है चले जाओ +21856,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_005.wav,केवल इस बात की पूरी चौकसी करना कि जोजो आज्ञा और व्यवस्था यहोवा के दास मूसा ने तुम को दी है उसको मानकर अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम रखो उसके सारे मार्गों पर चलो उसकी आज्ञाएँ मानो उसकी भक्ति में लौलीन रहो और अपने सारे मन और सारे प्राण से उसकी सेवा करो +21857,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_006.wav,तब यहोशू ने उन्हें आशीर्वाद देकर विदा किया और वे अपनेअपने डेरे को चले गए +21858,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_007.wav,मनश्शे के आधे गोत्रियों को मूसा ने बाशान में भाग दिया था परन्तु दूसरे आधे गोत्र को यहोशू ने उनके भाइयों के बीच यरदन के पश्चिम की ओर भाग दिया उनको जब यहोशू ने विदा किया कि अपनेअपने डेरे को जाएँ +21859,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_008.wav,तब उनको भी आशीर्वाद देकर कहा बहुत से पशु और चाँदी सोना पीतल लोहा और बहुत से वस्त्र और बहुत धनसम्पत्ति लिए हुए अपनेअपने डेरे को लौट आओ और अपने शत्रुओं की लूट की सम्पत्ति को अपने भाइयों के संग बाँट लेना +21860,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_009.wav,तब रूबेनी गादी और मनश्शे के आधे गोत्री इस्राएलियों के पास से अर्थात् कनान देश के शीलो नगर से अपनी गिलाद नामक निज भूमि में जो मूसा के द्वारा दी गई यहोवा की आज्ञा के अनुसार उनकी निज भूमि हो गई थी जाने की मनसा से लौट गए +21861,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_010.wav,और जब रूबेनी गादी और मनश्शे के आधे गोत्री यरदन की उस तराई में पहुँचे जो कनान देश में है तब उन्होंने वहाँ देखने के योग्य एक बड़ी वेदी बनाई +21862,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_011.wav,और इसका समाचार इस्राएलियों के सुनने में आया कि रूबेनियों गादियों और मनश्शे के आधे गोत्रियों ने क���ान देश के सामने यरदन की तराई में अर्थात् उसके उस पार जो इस्राएलियों का है एक वेदी बनाई है +21863,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_012.wav,जब इस्राएलियों ने यह सुना तब इस्राएलियों की सारी मण्डली उनसे लड़ने के लिये चढ़ाई करने को शीलो में इकट्ठी हुई +21864,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_013.wav,तब इस्राएलियों ने रूबेनियों गादियों और मनश्शे के आधे गोत्रियों के पास गिलाद देश में एलीआजर याजक के पुत्र पीनहास को +21865,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_014.wav,और उसके संग दस प्रधानों को अर्थात् इस्राएल के एकएक गोत्र में से पूर्वजों के घरानों के एकएक प्रधान को भेजा और वे इस्राएल के हजारों में अपनेअपने पूर्वजों के घरानों के मुख्य पुरुष थे +21866,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_015.wav,वे गिलाद देश में रूबेनियों गादियों और मनश्शे के आधे गोत्रियों के पास जाकर कहने लगे +21867,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_016.wav,यहोवा की सारी मण्डली यह कहती है कि तुम ने इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का यह कैसा विश्वासघात किया आज जो तुम ने एक वेदी बना ली है इसमें तुम ने उसके पीछे चलना छोड़कर उसके विरुद्ध आज बलवा किया है +21868,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_017.wav,सुनो पोर के विषय का अधर्म हमारे लिये कुछ कम था यद्यपि यहोवा की मण्डली को भारी दण्ड मिला तो भी आज के दिन तक हम उस अधर्म से शुद्ध नहीं हुए क्या वह तुम्हारी दृष्टि में एक छोटी बात है +21869,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_018.wav,कि आज तुम यहोवा को त्याग कर उसके पीछे चलना छोड़ देते हो क्या तुम यहोवा से फिर जाते हो और कल वह इस्राएल की सारी मण्डली से क्रोधित होगा +21870,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_019.wav,परन्तु यदि तुम्हारी निज भूमि अशुद्ध हो तो पार आकर यहोवा की निज भूमि में जहाँ यहोवा का निवास रहता है हम लोगों के बीच में अपनीअपनी निज भूमि कर लो परन्तु हमारे परमेश्वर यहोवा की वेदी को छोड़ और कोई वेदी बनाकर न तो यहोवा से बलवा करो और न हम से +21871,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_020.wav,देखो जब जेरह के पुत्र आकान ने अर्पण की हुई वस्तु के विषय में विश्वासघात किया तब क्या यहोवा का कोप इस्राएल की पूरी मण्डली पर न भड़का और उस पुरुष के अधर्म का प्राणदण्ड अकेले उसी को न मिला +21872,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_021.wav,तब रूबेनियों गादियों और मनश्शे के आधे गोत्रियों ने इस्राएल के हजारों के मुख्य पुरुषों को यह उत्तर दिया +21873,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_022.wav,यहोवा जो ईश्वरों का परमेश्वर है ईश्वरों का परमेश्वर यहोवा इसको जानता है और इस्राएली भी इसे जान लेंगे कि यदि यहोवा से फिरके या उसका विश्वासघात करके हमने यह काम किया हो तो तू आज हमको जीवित न छोड़ +21874,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_023.wav,यदि आज के दिन हमने वेदी को इसलिए बनाया हो कि यहोवा के पीछे चलना छोड़ दें या इसलिए कि उस पर होमबलि अन्नबलि या मेलबलि चढ़ाएँ तो यहोवा आप इसका हिसाब ले +21875,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_024.wav,परन्तु हमने इसी विचार और मनसा से यह किया है कि कहीं भविष्य में तुम्हारी सन्तान हमारी सन्तान से यह न कहने लगे तुम को इस्राएल के परमेश्वर यहोवा से क्या काम +21876,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_025.wav,क्योंकि हे रूबेनियों हे गादियो यहोवा ने जो हमारे और तुम्हारे बीच में यरदन को सीमा ठहरा दिया है इसलिए यहोवा में तुम्हारा कोई भाग नहीं है ऐसा कहकर तुम्हारी सन्तान हमारी सन्तान में से यहोवा का भय छुड़ा देगी +21877,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_026.wav,इसलिए हमने कहा आओ हम अपने लिये एक वेदी बना लें वह होमबलि या मेलबलि के लिये नहीं +21878,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_027.wav,परन्तु इसलिए कि हमारे और तुम्हारे और हमारे बाद हमारे और तुम्हारे वंश के बीच में साक्षी का काम दे इसलिए कि हम होमबलि मेलबलि और बलिदान चढ़ाकर यहोवा के सम्मुख उसकी उपासना करें और भविष्य में तुम्हारी सन्तान हमारी सन्तान से यह न कहने पाए कि यहोवा में तुम्हारा कोई भाग नहीं +21879,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_028.wav,इसलिए हमने कहा जब वे लोग भविष्य में हम से या हमारे वंश से यह कहने लगें तब हम उनसे कहेंगे कि यहोवा के वेदी के नमूने पर बनी हुई इस वेदी को देखो जिसे हमारे पुरखाओं ने होमबलि या मेलबलि के लिये नहीं बनाया परन्तु इसलिए बनाया था कि हमारे और तुम्हारे बीच में साक्षी का काम दे +21880,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_029.wav,यह हम से दूर रहे कि यहोवा से फिरकर आज उसके पीछे चलना छोड़ दें और अपने परमेश्वर यहोवा की उस वेदी को छोड़कर जो उसके निवास के सामने है होमबलि और अन्नबलि या मेलबलि के लिये दूसरी वेदी बनाएँ +21881,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_030.wav,रूबेनियों गादियों और मनश्शे के आधे गोत्रियों की इन बातों को सुनकर पीनहास याजक और उसके संग मण्डली के प्रधान जो इस्राएल के हजारों के मुख्य पुरुष थे वे अति प्रसन्न हुए +21882,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_031.wav,और एलीआजर याजक के पुत्र पीनहास ने रूबेनियों गादियों और मनश्शेइयों से कहा तुम ने जो यहोवा का ऐसा विश्वासघात नहीं किया इससे आज हमने यह जान लिया कि यहोवा हमारे बीच में है और तुम लोगों ने इस्राएलियों को यहोवा के हाथ से बचाया है +21883,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_032.wav,तब एलीआजर याजक का पुत्र पीनहास प्रधानों समेत रूबेनियों और गादियों के पास से गिलाद होत�� हुए कनान देश में इस्राएलियों के पास लौट गया और यह वृत्तान्त उनको कह सुनाया +21884,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_033.wav,तब इस्राएली प्रसन्न हुए और परमेश्वर को धन्य कहा और रूबेनियों और गादियों से लड़ने और उनके रहने का देश उजाड़ने के लिये चढ़ाई करने की चर्चा फिर न की +21885,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_022_034.wav,और रूबेनियों और गादियों ने यह कहकर यह वेदी हमारे और उनके मध्य में इस बात की साक्षी ठहरी है कि यहोवा ही परमेश्वर है उस वेदी का नाम एद रखा +21886,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_001.wav,इसके बहुत दिनों के बाद जब यहोवा ने इस्राएलियों को उनके चारों ओर के शत्रुओं से विश्राम दिया और यहोशू बूढ़ा और बहुत आयु का हो गया +21887,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_002.wav,तब यहोशू सब इस्राएलियों को अर्थात् पुरनियों मुख्य पुरुषों न्यायियों और सरदारों को बुलवाकर कहने लगा मैं तो अब बूढ़ा और बहुत आयु का हो गया हूँ +21888,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_003.wav,और तुम ने देखा कि तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम्हारे निमित्त इन सब जातियों से क्याक्या किया है क्योंकि जो तुम्हारी ओर से लड़ता आया है वह तुम्हारा परमेश्वर यहोवा है +21889,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_004.wav,देखो मैंने इन बची हुई जातियों को चिट्ठी डाल डालकर तुम्हारे गोत्रों का भागकर दिया है और यरदन से लेकर सूर्यास्त की ओर के बड़े समुद्र तक रहनेवाली उन सब जातियों को भी ऐसा ही दिया है जिनको मैंने काट डाला है +21890,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_005.wav,और तुम्हारा परमेश्वर यहोवा उनको तुम्हारे सामने से उनके देश से निकाल देगा और तुम अपने परमेश्वर यहोवा के वचन के अनुसार उनके देश के अधिकारी हो जाओगे +21891,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_006.wav,इसलिए बहुत हियाव बाँधकर जो कुछ मूसा की व्यवस्था की पुस्तक में लिखा है उसके पूरा करने में चौकसी करना उससे न तो दाहिने मुड़ना और न बाएँ +21892,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_007.wav,ये जो जातियाँ तुम्हारे बीच रह गई हैं इनके बीच न जाना और न इनके देवताओं के नामों की चर्चा करना और न उनकी शपथ खिलाना और न उनकी उपासना करना और न उनको दण्डवत् करना +21893,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_008.wav,परन्तु जैसे आज के दिन तक तुम अपने परमेश्वर यहोवा की भक्ति में लवलीन रहते हो वैसे ही रहा करना +21894,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_009.wav,यहोवा ने तुम्हारे सामने से बड़ीबड़ी और बलवन्त जातियाँ निकाली हैं और तुम्हारे सामने आज के दिन तक कोई ठहर नहीं सका +21895,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_010.wav,तुम में से एक मनुष्य हजार मनुष्यों को भगाएगा क्योंकि तुम्हारा परमेश्वर यहोवा अपने वचन के अनुसार तुम्हारी ओर से लड़ता है +21896,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_011.wav,इसलिए अपने परमेश्वर यहोवा से प्रेम रखने की पूरी चौकसी करना +21897,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_012.wav,क्योंकि यदि तुम किसी रीति यहोवा से फिरकर इन जातियों के बाकी लोगों से मिलने लगो जो तुम्हारे बीच बचे हुए रहते हैं और इनसे ब्याह शादी करके इनके साथ समधियाना रिश्ता जोड़ो +21898,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_013.wav,तो निश्चय जान लो कि आगे को तुम्हारा परमेश्वर यहोवा इन जातियों को तुम्हारे सामने से नहीं निकालेगा और ये तुम्हारे लिये जाल और फंदे और तुम्हारे पांजरों के लिये कोड़े और तुम्हारी आँखों में काँटे ठहरेंगी और अन्त में तुम इस अच्छी भूमि पर से जो तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम्हें दी है नष्ट हो जाओगे +21899,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_014.wav,सुनो मैं तो अब सब संसारियों की गति पर जानेवाला हूँ और तुम सब अपनेअपने हृदय और मन में जानते हो कि जितनी भलाई की बातें हमारे परमेश्वर यहोवा ने हमारे विषय में कहीं उनमें से एक भी बिना पूरी हुए नहीं रही वे सब की सब तुम पर घट गई हैं उनमें से एक भी बिना पूरी हुए नहीं रही +21900,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_015.wav,तो जैसे तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की कही हुई सब भलाई की बातें तुम पर घटी हैं वैसे ही यहोवा विपत्ति की सब बातें भी तुम पर लाएगा और तुम को इस अच्छी भूमि के ऊपर से जिसे तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम्हें दिया है सत्यानाश कर डालेगा +21901,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_023_016.wav,जब तुम उस वाचा को जिसे तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने तुम को आज्ञा देकर अपने साथ बन्धाया है उल्लंघन करके पराए देवताओं की उपासना और उनको दण्डवत् करने लगो तब यहोवा का कोप तुम पर भड़केगा और तुम इस अच्छे देश में से जिसे उसने तुम को दिया है शीघ्र नष्ट हो जाओगे +21902,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_001.wav,फिर यहोशू ने इस्राएल के सब गोत्रों को शेकेम में इकट्ठा किया और इस्राएल के वृद्ध लोगों और मुख्य पुरुषों और न्यायियों और सरदारों को बुलवाया और वे परमेश्वर के सामने उपस्थित हुए +21903,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_002.wav,तब यहोशू ने उन सब लोगों से कहा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा इस प्रकार कहता है कि प्राचीनकाल में अब्राहम और नाहोर का पिता तेरह आदि तुम्हारे पुरखा फरात महानद के उस पार रहते हुए दूसरे देवताओं की उपासना करते थे +21904,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_003.wav,और मैंने तुम्हारे मूलपुरुष अब्राहम को फरात के उस पार से ले आकर कनान देश के सब स्थानों में फिराया और उसका वंश बढ़ाया और उसे इसहाक को दिया +21905,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_004.wav,फिर मैंने इसहाक को या��ूब और एसाव दिया और एसाव को मैंने सेईर नामक पहाड़ी देश दिया कि वह उसका अधिकारी हो परन्तु याकूब बेटोंपोतों समेत मिस्र को गया +21906,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_005.wav,फिर मैंने मूसा और हारून को भेजकर उन सब कामों के द्वारा जो मैंने मिस्र में किए उस देश को मारा और उसके बाद तुम को निकाल लाया +21907,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_006.wav,और मैं तुम्हारे पुरखाओं को मिस्र में से निकाल लाया और तुम समुद्र के पास पहुँचे और मिस्रियों ने रथ और सवारों को संग लेकर लाल समुद्र तक तुम्हारा पीछा किया +21908,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_007.wav,और जब तुम ने यहोवा की दुहाई दी तब उसने तुम्हारे और मिस्रियों के बीच में अंधियारा कर दिया और उन पर समुद्र को बहाकर उनको डुबा दिया और जो कुछ मैंने मिस्र में किया उसे तुम लोगों ने अपनी आँखों से देखा फिर तुम बहुत दिन तक जंगल में रहे +21909,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_008.wav,तब मैं तुम को उन एमोरियों के देश में ले आया जो यरदन के उस पार बसे थे और वे तुम से लड़े और मैंने उन्हें तुम्हारे वश में कर दिया और तुम उनके देश के अधिकारी हो गए और मैंने उनका तुम्हारे सामने से सत्यानाश कर डाला +21910,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_009.wav,फिर मोआब के राजा सिप्पोर का पुत्र बालाक उठकर इस्राएल से लड़ा और तुम्हें श्राप देने के लिये बोर के पुत्र बिलाम को बुलवा भेजा +21911,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_010.wav,परन्तु मैंने बिलाम की नहीं सुनी वह तुम को आशीष ही आशीष देता गया इस प्रकार मैंने तुम को उसके हाथ से बचाया +21912,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_011.wav,तब तुम यरदन पार होकर यरीहो के पास आए और जब यरीहो के लोग और एमोरी परिज्जी कनानी हित्ती गिर्गाशी हिब्बी और यबूसी तुम से लड़े तब मैंने उन्हें तुम्हारे वश में कर दिया +21913,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_012.wav,और मैंने तुम्हारे आगे बर्रों को भेजा और उन्होंने एमोरियों के दोनों राजाओं को तुम्हारे सामने से भगा दिया देखो यह तुम्हारी तलवार या धनुष का काम नहीं हुआ +21914,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_013.wav,फिर मैंने तुम्हें ऐसा देश दिया जिसमें तुम ने परिश्रम न किया था और ऐसे नगर भी दिए हैं जिन्हें तुम ने न बसाया था और तुम उनमें बसे हो और जिन दाख और जैतून के बगीचों के फल तुम खाते हो उन्हें तुम ने नहीं लगाया था +21915,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_014.wav,इसलिए अब यहोवा का भय मानकर उसकी सेवा खराई और सच्चाई से करो और जिन देवताओं की सेवा तुम्हारे पुरखा फरात के उस पार और मिस्र में करते थे उन्हें दूर करके यहोवा की सेवा करो +21916,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_015.wav,और यदि यहोवा की सेवा करनी तुम्हें बुरी लगे तो आज चुन लो कि तुम किसकी सेवा करोगे चाहे उन देवताओं की जिनकी सेवा तुम्हारे पुरखा महानद के उस पार करते थे और चाहे एमोरियों के देवताओं की सेवा करो जिनके देश में तुम रहते हो परन्तु मैं तो अपने घराने समेत यहोवा ही की सेवा नित करूँगा +21917,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_016.wav,तब लोगों ने उत्तर दिया यहोवा को त्याग कर दूसरे देवताओं की सेवा करनी हम से दूर रहे +21918,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_017.wav,क्योंकि हमारा परमेश्वर यहोवा वही है जो हमको और हमारे पुरखाओं को दासत्व के घर अर्थात् मिस्र देश से निकाल ले आया और हमारे देखते बड़ेबड़े आश्चर्यकर्म किए और जिस मार्ग पर और जितनी जातियों के मध्य में से हम चले आते थे उनमें हमारी रक्षा की +21919,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_018.wav,और हमारे सामने से इस देश में रहनेवाली एमोरी आदि सब जातियों को निकाल दिया है इसलिए हम भी यहोवा की सेवा करेंगे क्योंकि हमारा परमेश्वर वही है +21920,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_019.wav,यहोशू ने लोगों से कहा तुम से यहोवा की सेवा नहीं हो सकती क्योंकि वह पवित्र परमेश्वर है वह जलन रखनेवाला परमेश्वर है वह तुम्हारे अपराध और पाप क्षमा न करेगा +21921,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_020.wav,यदि तुम यहोवा को त्याग कर पराए देवताओं की सेवा करने लगोगे तो यद्यपि वह तुम्हारा भला करता आया है तो भी वह फिरकर तुम्हारी हानि करेगा और तुम्हारा अन्त भी कर डालेगा +21922,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_021.wav,लोगों ने यहोशू से कहा नहीं हम यहोवा ही की सेवा करेंगे +21923,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_022.wav,यहोशू ने लोगों से कहा तुम आप ही अपने साक्षी हो कि तुम ने यहोवा की सेवा करनी चुन ली है उन्होंने कहा हाँ हम साक्षी हैं +21924,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_023.wav,यहोशू ने कहा अपने बीच में से पराए देवताओं को दूर करके अपनाअपना मन इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की ओर लगाओ +21925,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_024.wav,लोगों ने यहोशू से कहा हम तो अपने परमेश्वर यहोवा ही की सेवा करेंगे और उसी की बात मानेंगे +21926,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_025.wav,तब यहोशू ने उसी दिन उन लोगों से वाचा बँधाई और शेकेम में उनके लिये विधि और नियम ठहराया +21927,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_026.wav,यह सारा वृत्तान्त यहोशू ने परमेश्वर की व्यवस्था की पुस्तक में लिख दिया और एक बड़ा पत्थर चुनकर वहाँ उस बांज वृक्ष के तले खड़ा किया जो यहोवा के पवित्रस्थान में था +21928,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_027.wav,तब यहोशू ने सब लोगों से कहा सुनो यह पत्थर हम लोगों का साक्षी रहेगा क्योंकि जितने वचन यहोवा ने हम से कहे हैं उन्हें इसने सुना है इसलिए यह तुम्हारा साक्षी रहेगा ऐसा न हो कि तुम अपने परमेश्वर से मुकर जाओ +21929,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_028.wav,तब यहोशू ने लोगों को अपनेअपने निज भाग पर जाने के लिये विदा किया +21930,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_029.wav,इन बातों के बाद यहोवा का दास नून का पुत्र यहोशू एक सौ दस वर्ष का होकर मर गया +21931,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_030.wav,और उसको तिम्नत्सेरह में जो एप्रैम के पहाड़ी देश में गाश नामक पहाड़ के उत्तर में है उसी के भाग में मिट्टी दी गई +21932,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_031.wav,और यहोशू के जीवन भर और जो वृद्ध लोग यहोशू के मरने के बाद जीवित रहे और जानते थे कि यहोवा ने इस्राएल के लिये कैसेकैसे काम किए थे उनके भी जीवन भर इस्राएली यहोवा ही की सेवा करते रहे +21933,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_032.wav,फिर यूसुफ की हड्डियाँ जिन्हें इस्राएली मिस्र से ले आए थे वे शेकेम की भूमि के उस भाग में गाड़ी गईं जिसे याकूब ने शेकेम के पिता हमोर के पुत्रों से एक सौ चाँदी के सिक्कों में मोल लिया था इसलिए वह यूसुफ की सन्तान का निज भाग हो गया +21934,data/cleaned/hindi/JOS/JOS_024_033.wav,और हारून का पुत्र एलीआजर भी मर गया और उसको एप्रैम के पहाड़ी देश में उस पहाड़ी पर मिट्टी दी गई जो उसके पुत्र पीनहास के नाम पर गिबत्पीनहास कहलाती है और उसको दे दी गई थी +21935,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_001.wav,दाऊद राजा बूढ़ा और उसकी आयु बहुत बढ़ गई थी और यद्यपि उसको कपड़े ओढ़ाए जाते थे तो भी वह गर्म न होता था +21936,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_002.wav,उसके कर्मचारियों ने उससे कहा हमारे प्रभु राजा के लिये कोई जवान कुँवारी ढूँढ़ी जाए जो राजा के सम्मुख रहकर उसकी सेवा किया करे और तेरे पास लेटा करे कि हमारे प्रभु राजा को गर्मी पहुँचे +21937,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_003.wav,तब उन्होंने समस्त इस्राएली देश में सुन्दर कुँवारी ढूँढ़तेढूँढ़ते अबीशग नामक एक शूनेमिन कन्या को पाया और राजा के पास ले आए +21938,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_004.wav,वह कन्या बहुत ही सुन्दर थी और वह राजा की दासी होकर उसकी सेवा करती रही परन्तु राजा का उससे सहवास न हुआ +21939,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_005.wav,तब हग्गीत का पुत्र अदोनिय्याह सिर ऊँचा करके कहने लगा मैं राजा बनूँगा सो उसने रथ और सवार और अपने आगेआगे दौड़ने को पचास अंगरक्षकों को रख लिए +21940,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_006.wav,उसके पिता ने तो जन्म से लेकर उसे कभी यह कहकर उदास न किया था तूने ऐसा क्यों किया वह बहुत रूपवान था और अबशालोम के बाद उसका जन्म हुआ था +21941,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_007.wav,उसने सरूयाह के पुत्र योआब से और एब्यातार याजक से बातचीत की और उन्होंने उसके पीछे होकर उसकी सहायता की +21942,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_008.wav,परन्तु सादोक याजक यहोयादा का पुत्र बनायाह नातान नबी शिमी रेई और दाऊद के शूरवीरों ने अदोनिय्याह का साथ न दिया +21943,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_009.wav,अदोनिय्याह ने जोहेलेत नामक पत्थर के पास जो एनरोगेल के निकट है भेड़बैल और तैयार किए हुए पशुबलि किए और अपने सब भाइयों राजकुमारों और राजा के सब यहूदी कर्मचारियों को बुला लिया +21944,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_010.wav,परन्तु नातान नबी और बनायाह और शूरवीरों को और अपने भाई सुलैमान को उसने न बुलाया +21945,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_011.wav,तब नातान ने सुलैमान की माता बतशेबा से कहा क्या तूने सुना है कि हग्गीत का पुत्र अदोनिय्याह राजा बन बैठा है और हमारा प्रभु दाऊद इसे नहीं जानता +21946,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_012.wav,इसलिए अब आ मैं तुझे ऐसी सम्मति देता हूँ जिससे तू अपना और अपने पुत्र सुलैमान का प्राण बचाए +21947,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_013.wav,तू दाऊद राजा के पास जाकर उससे यह पूछ हे मेरे प्रभु हे राजा क्या तूने शपथ खाकर अपनी दासी से नहीं कहा कि तेरा पुत्र सुलैमान मेरे बाद राजा होगा और वह मेरी राजगद्दी पर विराजेगा फिर अदोनिय्याह क्यों राजा बन बैठा है +21948,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_014.wav,और जब तू वहाँ राजा से ऐसी बातें करती रहेगी तब मैं तेरे पीछे आकर तेरी बातों की पुष्टि करूँगा +21949,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_015.wav,तब बतशेबा राजा के पास कोठरी में गई राजा तो बहुत बूढ़ा था और उसकी सेवा टहल शूनेमिन अबीशग करती थी +21950,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_016.wav,बतशेबा ने झुककर राजा को दण्डवत् किया और राजा ने पूछा तू क्या चाहती है +21951,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_017.wav,उसने उत्तर दिया हे मेरे प्रभु तूने तो अपने परमेश्वर यहोवा की शपथ खाकर अपनी दासी से कहा था तेरा पुत्र सुलैमान मेरे बाद राजा होगा और वह मेरी गद्दी पर विराजेगा +21952,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_018.wav,अब देख अदोनिय्याह राजा बन बैठा है और अब तक मेरा प्रभु राजा इसे नहीं जानता +21953,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_019.wav,उसने बहुत से बैल तैयार किए पशु और भेड़ें बलि की और सब राजकुमारों को और एब्यातार याजक और योआब सेनापति को बुलाया है परन्तु तेरे दास सुलैमान को नहीं बुलाया +21954,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_020.wav,और हे मेरे प्रभु हे राजा सब इस्राएली तुझे ताक रहे हैं कि तू उनसे कहे कि हमारे प्रभु राजा की गद्दी पर उसके बाद कौन बैठेगा +21955,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_021.wav,नहीं तो जब हमारा प्रभु राजा अपने पुरखाओं के संग सोएगा तब मैं और मेरा पुत्र सुलैमान दोनों अपराधी गिने जाएँगे +21956,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_022.wav,जब बतशेबा राजा से बातें कर ही रही थी कि नातान नबी भी आ ग���ा +21957,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_023.wav,और राजा से कहा गया नातान नबी हाजिर है तब वह राजा के सम्मुख आया और मुँह के बल गिरकर राजा को दण्डवत् की +21958,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_024.wav,तब नातान कहने लगा हे मेरे प्रभु हे राजा क्या तूने कहा है अदोनिय्याह मेरे बाद राजा होगा और वह मेरी गद्दी पर विराजेगा +21959,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_025.wav,देख उसने आज नीचे जाकर बहुत से बैल तैयार किए हुए पशु और भेड़ें बलि की हैं और सब राजकुमारों और सेनापतियों को और एब्यातार याजक को भी बुला लिया है और वे उसके सम्मुख खाते पीते हुए कह रहे हैं अदोनिय्याह राजा जीवित रहे +21960,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_026.wav,परन्तु मुझ तेरे दास को और सादोक याजक और यहोयादा के पुत्र बनायाह और तेरे दास सुलैमान को उसने नहीं बुलाया +21961,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_027.wav,क्या यह मेरे प्रभु राजा की ओर से हुआ तूने तो अपने दास को यह नहीं जताया है कि प्रभु राजा की गद्दी पर कौन उसके बाद विराजेगा +21962,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_028.wav,दाऊद राजा ने कहा बतशेबा को मेरे पास बुला लाओ तब वह राजा के पास आकर उसके सामने खड़ी हुई +21963,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_029.wav,राजा ने शपथ खाकर कहा यहोवा जो मेरा प्राण सब जोखिमों से बचाता आया है +21964,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_030.wav,उसके जीवन की शपथ जैसा मैंने तुझ से इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की शपथ खाकर कहा था तेरा पुत्र सुलैमान मेरे बाद राजा होगा और वह मेरे बदले मेरी गद्दी पर विराजेगा वैसा ही मैं निश्चय आज के दिन करूँगा +21965,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_031.wav,तब बतशेबा ने भूमि पर मुँह के बल गिर राजा को दण्डवत् करके कहा मेरा प्रभु राजा दाऊद सदा तक जीवित रहे +21966,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_032.wav,तब दाऊद राजा ने कहा मेरे पास सादोक याजक नातान नबी यहोयादा के पुत्र बनायाह को बुला लाओ अतः वे राजा के सामने आए +21967,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_033.wav,राजा ने उनसे कहा अपने प्रभु के कर्मचारियों को साथ लेकर मेरे पुत्र सुलैमान को मेरे निज खच्चर पर चढ़ाओ और गीहोन को ले जाओ +21968,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_034.wav,और वहाँ सादोक याजक और नातान नबी इस्राएल का राजा होने को उसका अभिषेक करें तब तुम सब नरसिंगा फूँककर कहना राजा सुलैमान जीवित रहे +21969,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_035.wav,और तुम उसके पीछेपीछे इधर आना और वह आकर मेरे सिंहासन पर विराजे क्योंकि मेरे बदले में वही राजा होगा और उसी को मैंने इस्राएल और यहूदा का प्रधान होने को ठहराया है +21970,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_036.wav,तब यहोयादा के पुत्र बनायाह ने कहा आमीन मेरे प्रभु राजा का परमेश्वर यहोवा भी ऐसा ही कहे +21971,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_037.wav,जिस रीति यहोव�� मेरे प्रभु राजा के संग रहा उसी रीति वह सुलैमान के भी संग रहे और उसका राज्य मेरे प्रभु दाऊद राजा के राज्य से भी अधिक बढ़ाए +21972,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_038.wav,तब सादोक याजक और नातान नबी और यहोयादा का पुत्र बनायाह और करेतियों और पलेतियों को संग लिए हुए नीचे गए और सुलैमान को राजा दाऊद के खच्चर पर चढ़ाकर गीहोन को ले चले +21973,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_039.wav,तब सादोक याजक ने यहोवा के तम्बू में से तेल भरा हुआ सींग निकाला और सुलैमान का राज्याभिषेक किया और वे नरसिंगे फूँकने लगे और सब लोग बोल उठे राजा सुलैमान जीवित रहे +21974,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_040.wav,तब सब लोग उसके पीछेपीछे बाँसुरी बजाते और इतना बड़ा आनन्द करते हुए ऊपर गए कि उनकी ध्वनि से पृथ्वी डोल उठी +21975,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_041.wav,जब अदोनिय्याह और उसके सब अतिथि खा चुके थे तब यह ध्वनि उनको सुनाई पड़ी योआब ने नरसिंगे का शब्द सुनकर पूछा नगर में हलचल और चिल्लाहट का शब्द क्यों हो रहा है +21976,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_042.wav,वह यह कहता ही था कि एब्यातार याजक का पुत्र योनातान आया और अदोनिय्याह ने उससे कहा भीतर आ तू तो भला मनुष्य है और भला समाचार भी लाया होगा +21977,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_043.wav,योनातान ने अदोनिय्याह से कहा सचमुच हमारे प्रभु राजा दाऊद ने सुलैमान को राजा बना दिया +21978,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_044.wav,और राजा ने सादोक याजक नातान नबी और यहोयादा के पुत्र बनायाह और करेतियों और पलेतियों को उसके संग भेज दिया और उन्होंने उसको राजा के खच्चर पर चढ़ाया है +21979,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_045.wav,और सादोक याजक और नातान नबी ने गीहोन में उसका राज्याभिषेक किया है और वे वहाँ से ऐसा आनन्द करते हुए ऊपर गए हैं कि नगर में हलचल मच गई और जो शब्द तुम को सुनाई पड़ रहा है वही है +21980,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_046.wav,सुलैमान राजगद्दी पर विराज भी रहा है +21981,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_047.wav,फिर राजा के कर्मचारी हमारे प्रभु दाऊद राजा को यह कहकर धन्य कहने आए तेरा परमेश्वर सुलैमान का नाम तेरे नाम से भी महान करे और उसका राज्य तेरे राज्य से भी अधिक बढ़ाए और राजा ने अपने पलंग पर दण्डवत् की +21982,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_048.wav,फिर राजा ने यह भी कहा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा धन्य है जिसने आज मेरे देखते एक को मेरी गद्दी पर विराजमान किया है +21983,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_049.wav,तब जितने अतिथि अदोनिय्याह के संग थे वे सब थरथरा उठे और उठकर अपनाअपना मार्ग लिया +21984,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_050.wav,और अदोनिय्याह सुलैमान से डरकर उठा और जाकर वेदी के सींगों को पकड़ लिया +21985,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_051.wav,तब सुलैमान को यह समाचार मिला अदोनिय्याह सुलैमान राजा से ऐसा डर गया है कि उसने वेदी के सींगों को यह कहकर पकड़ लिया है आज राजा सुलैमान शपथ खाए कि अपने दास को तलवार से न मार डालेगा +21986,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_052.wav,सुलैमान ने कहा यदि वह भलमनसी दिखाए तो उसका एक बाल भी भूमि पर गिरने न पाएगा परन्तु यदि उसमें दुष्टता पाई जाए तो वह मारा जाएगा +21987,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_001_053.wav,तब राजा सुलैमान ने लोगों को भेज दिया जो उसको वेदी के पास से उतार ले आए तब उसने आकर राजा सुलैमान को दण्डवत् की और सुलैमान ने उससे कहा अपने घर चला जा +21988,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_001.wav,जब दाऊद के मरने का समय निकट आया तब उसने अपने पुत्र सुलैमान से कहा +21989,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_002.wav,मैं संसार की रीति पर कूच करनेवाला हूँ इसलिए तू हियाव बाँधकर पुरुषार्थ दिखा +21990,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_003.wav,और जो कुछ तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझे सौंपा है उसकी रक्षा करके उसके मार्गों पर चला करना और जैसा मूसा की व्यवस्था में लिखा है वैसा ही उसकी विधियों तथा आज्ञाओं और नियमों और चितौनियों का पालन करते रहना जिससे जो कुछ तू करे और जहाँ कहीं तू जाए उसमें तू सफल होए +21991,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_004.wav,और यहोवा अपना वह वचन पूरा करे जो उसने मेरे विषय में कहा था यदि तेरी सन्तान अपनी चाल के विषय में ऐसे सावधान रहें कि अपने सम्पूर्ण हृदय और सम्पूर्ण प्राण से सच्चाई के साथ नित मेरे सम्मुख चलते रहें तब तो इस्राएल की राजगद्दी पर विराजनेवाले की तेरे कुल परिवार में घटी कभी न होगी +21992,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_005.wav,फिर तू स्वयं जानता है कि सरूयाह के पुत्र योआब ने मुझसे क्याक्या किया अर्थात् उसने नेर के पुत्र अब्नेर और येतेर के पुत्र अमासा इस्राएल के इन दो सेनापतियों से क्याक्या किया उसने उन दोनों को घात किया और मेल के समय युद्ध का लहू बहाकर उससे अपनी कमर का कमरबन्द और अपने पाँवों की जूतियाँ भिगो दीं +21993,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_006.wav,इसलिए तू अपनी बुद्धि से काम लेना और उस पक्के बाल वाले को अधोलोक में शान्ति से उतरने न देना +21994,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_007.wav,फिर गिलादी बर्जिल्लै के पुत्रों पर कृपा रखना और वे तेरी मेज पर खानेवालों में रहें क्योंकि जब मैं तेरे भाई अबशालोम के सामने से भागा जा रहा था तब उन्होंने मेरे पास आकर वैसा ही किया था +21995,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_008.wav,फिर सुन तेरे पास बिन्यामीनी गेरा का पुत्र बहूरीमी शिमी रहता है जिस दिन मैं महनैम को जाता था उस दिन उसने मुझे कड़ाई से श्र��प दिया था पर जब वह मेरी भेंट के लिये यरदन को आया तब मैंने उससे यहोवा की यह शपथ खाई कि मैं तुझे तलवार से न मार डालूँगा +21996,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_009.wav,परन्तु अब तू इसे निर्दोष न ठहराना तू तो बुद्धिमान पुरुष है तुझे मालूम होगा कि उसके साथ क्या करना चाहिये और उस पक्के बाल वाले का लहू बहाकर उसे अधोलोक में उतार देना +21997,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_010.wav,तब दाऊद अपने पुरखाओं के संग जा मिला और दाऊदपुर में उसे मिट्टी दी गई +21998,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_011.wav,दाऊद ने इस्राएल पर चालीस वर्ष राज्य किया सात वर्ष तो उसने हेब्रोन में और तैंतीस वर्ष यरूशलेम में राज्य किया था +21999,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_012.wav,तब सुलैमान अपने पिता दाऊद की गद्दी पर विराजमान हुआ और उसका राज्य बहुत दृढ़ हुआ +22000,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_013.wav,तब हग्गीत का पुत्र अदोनिय्याह सुलैमान की माता बतशेबा के पास आया बतशेबा ने पूछा क्या तू मित्रभाव से आता है +22001,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_014.wav,उसने उत्तर दिया हाँ मित्रभाव से फिर वह कहने लगा मुझे तुझ से एक बात कहनी है उसने कहा कह +22002,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_015.wav,उसने कहा तुझे तो मालूम है कि राज्य मेरा हो गया था और समस्त इस्राएली मेरी ओर मुँह किए थे कि मैं राज्य करूँ परन्तु अब राज्य पलटकर मेरे भाई का हो गया है क्योंकि वह यहोवा की ओर से उसको मिला है +22003,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_016.wav,इसलिए अब मैं तुझ से एक बात माँगता हूँ मुझ को मना न करना उसने कहा कहे जा +22004,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_017.wav,उसने कहा राजा सुलैमान तुझे इन्कार नहीं करेगा इसलिए उससे कह कि वह मुझे शूनेमिन अबीशग को ब्याह दे +22005,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_018.wav,बतशेबा ने कहा अच्छा मैं तेरे लिये राजा से कहूँगी +22006,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_019.wav,तब बतशेबा अदोनिय्याह के लिये राजा सुलैमान से बातचीत करने को उसके पास गई और राजा उसकी भेंट के लिये उठा और उसे दण्डवत् करके अपने सिंहासन पर बैठ गया फिर राजा ने अपनी माता के लिये एक सिंहासन रख दिया और वह उसकी दाहिनी ओर बैठ गई +22007,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_020.wav,तब वह कहने लगी मैं तुझ से एक छोटा सा वरदान माँगती हूँ इसलिए मुझ को मना न करना राजा ने कहा हे माता माँग मैं तुझे इन्कार नहीं करूँगा +22008,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_021.wav,उसने कहा वह शूनेमिन अबीशग तेरे भाई अदोनिय्याह को ब्याह दी जाए +22009,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_022.wav,राजा सुलैमान ने अपनी माता को उत्तर दिया तू अदोनिय्याह के लिये शूनेमिन अबीशग ही को क्यों माँगती है उसके लिये राज्य भी माँग क्योंकि वह तो मेरा बड़ा भाई है और उसी के लिये क्या एब्यातार याजक और सरूयाह के पुत्र योआब के लिये भी माँग +22010,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_023.wav,और राजा सुलैमान ने यहोवा की शपथ खाकर कहा यदि अदोनिय्याह ने यह बात अपने प्राण पर खेलकर न कही हो तो परमेश्वर मुझसे वैसा ही क्या वरन् उससे भी अधिक करे +22011,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_024.wav,अब यहोवा जिसने मुझे स्थिर किया और मेरे पिता दाऊद की राजगद्दी पर विराजमान किया है और अपने वचन के अनुसार मेरा घर बसाया है उसके जीवन की शपथ आज ही अदोनिय्याह मार डाला जाएगा +22012,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_025.wav,अतः राजा सुलैमान ने यहोयादा के पुत्र बनायाह को भेज दिया और उसने जाकर उसको ऐसा मारा कि वह मर गया +22013,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_026.wav,तब एब्यातार याजक से राजा ने कहा अनातोत में अपनी भूमि को जा क्योंकि तू भी प्राणदण्ड के योग्य है आज के दिन तो मैं तुझे न मार डालूँगा क्योंकि तू मेरे पिता दाऊद के सामने प्रभु यहोवा का सन्दूक उठाया करता था और उन सब दुःखों में जो मेरे पिता पर पड़े थे तू भी दुःखी था +22014,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_027.wav,और सुलैमान ने एब्यातार को यहोवा के याजक होने के पद से उतार दिया इसलिए कि जो वचन यहोवा ने एली के वंश के विषय में शीलो में कहा था वह पूरा हो जाए +22015,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_028.wav,इसका समाचार योआब तक पहुँचा योआब अबशालोम के पीछे तो नहीं हो लिया था परन्तु अदोनिय्याह के पीछे हो लिया था तब योआब यहोवा के तम्बू को भाग गया और वेदी के सींगों को पकड़ लिया +22016,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_029.wav,जब राजा सुलैमान को यह समाचार मिला योआब यहोवा के तम्बू को भाग गया है और वह वेदी के पास है तब सुलैमान ने यहोयादा के पुत्र बनायाह को यह कहकर भेज दिया कि तू जाकर उसे मार डाल +22017,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_030.wav,तब बनायाह ने यहोवा के तम्बू के पास जाकर उससे कहा राजा की यह आज्ञा है कि निकल आ उसने कहा नहीं मैं यहीं मर जाऊँगा तब बनायाह ने लौटकर यह सन्देश राजा को दिया योआब ने मुझे यह उत्तर दिया +22018,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_031.wav,राजा ने उससे कहा उसके कहने के अनुसार उसको मार डाल और उसे मिट्टी दे ऐसा करके निर्दोषों का जो खून योआब ने किया है उसका दोष तू मुझ पर से और मेरे पिता के घराने पर से दूर करेगा +22019,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_032.wav,और यहोवा उसके सिर वह खून लौटा देगा क्योंकि उसने मेरे पिता दाऊद के बिना जाने अपने से अधिक धर्मी और भले दो पुरुषों पर अर्थात् इस्राएल के प्रधान सेनापति नेर के पुत्र अब्नेर और यहूदा के प्रधान सेनापति येतेर के पुत्र अमासा पर टूटकर उनको तलवार से मार डाला था +22020,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_033.wav,अतः योआब के सिर पर और उसकी सन्तान के सिर पर खून सदा तक रहेगा परन्तु दाऊद और उसके वंश और उसके घराने और उसके राज्य पर यहोवा की ओर से शान्ति सदैव तक रहेगी +22021,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_034.wav,तब यहोयादा के पुत्र बनायाह ने जाकर योआब को मार डाला और उसको जंगल में उसी के घर में मिट्टी दी गई +22022,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_035.wav,तब राजा ने उसके स्थान पर यहोयादा के पुत्र बनायाह को प्रधान सेनापति ठहराया और एब्यातार के स्थान पर सादोक याजक को ठहराया +22023,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_036.wav,तब राजा ने शिमी को बुलवा भेजा और उससे कहा तू यरूशलेम में अपना एक घर बनाकर वहीं रहना और नगर से बाहर कहीं न जाना +22024,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_037.wav,तू निश्चय जान रख कि जिस दिन तू निकलकर किद्रोन नाले के पार उतरे उसी दिन तू निःसन्देह मार डाला जाएगा और तेरा लहू तेरे ही सिर पर पड़ेगा +22025,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_038.wav,शिमी ने राजा से कहा बात अच्छी है जैसा मेरे प्रभु राजा ने कहा है वैसा ही तेरा दास करेगा तब शिमी बहुत दिन यरूशलेम में रहा +22026,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_039.wav,परन्तु तीन वर्ष के व्यतीत होने पर शिमी के दो दास गत नगर के राजा माका के पुत्र आकीश के पास भाग गए और शिमी को यह समाचार मिला तेरे दास गत में हैं +22027,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_040.wav,तब शिमी उठकर अपने गदहे पर काठी कसकर अपने दास को ढूँढ़ने के लिये गत को आकीश के पास गया और अपने दासों को गत से ले आया +22028,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_041.wav,जब सुलैमान राजा को इसका समाचार मिला शिमी यरूशलेम से गत को गया और फिर लौट आया है +22029,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_042.wav,तब उसने शिमी को बुलवा भेजा और उससे कहा क्या मैंने तुझे यहोवा की शपथ न खिलाई थी और तुझ से चिताकर न कहा था यह निश्चय जान रख कि जिस दिन तू निकलकर कहीं चला जाए उसी दिन तू निःसन्देह मार डाला जाएगा और क्या तूने मुझसे न कहा था जो बात मैंने सुनी वह अच्छी है +22030,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_043.wav,फिर तूने यहोवा की शपथ और मेरी दृढ़ आज्ञा क्यों नहीं मानी +22031,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_044.wav,और राजा ने शिमी से कहा तू आप ही अपने मन में उस सब दुष्टता को जानता है जो तूने मेरे पिता दाऊद से की थी इसलिए यहोवा तेरे सिर पर तेरी दुष्टता लौटा देगा +22032,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_045.wav,परन्तु राजा सुलैमान धन्य रहेगा और दाऊद का राज्य यहोवा के सामने सदैव दृढ़ रहेगा +22033,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_002_046.wav,तब राजा ने यहोयादा के पुत्र बनायाह को आज्ञा दी और उसने बाहर जाकर उसको ऐसा मारा कि वह भी मर गया इस प्रकार सुलैमान के हाथ में राज्य दृढ़ हो गया +22034,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_001.wav,फिर राजा सुलैमान मिस्र के राजा फ़िरौन की बेटी को ब्याह कर उसका दामाद बन गया और उसको दाऊदपुर में लाकर तब तक अपना भवन और यहोवा का भवन और यरूशलेम के चारों ओर की शहरपनाह न बनवा चुका तब तक उसको वहीं रखा +22035,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_002.wav,क्योंकि प्रजा के लोग तो ऊँचे स्थानों पर बलि चढ़ाते थे और उन दिनों तक यहोवा के नाम का कोई भवन नहीं बना था +22036,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_003.wav,सुलैमान यहोवा से प्रेम रखता था और अपने पिता दाऊद की विधियों पर चलता तो रहा परन्तु वह ऊँचे स्थानों पर भी बलि चढ़ाया और धूप जलाया करता था +22037,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_004.wav,और राजा गिबोन को बलि चढ़ाने गया क्योंकि मुख्य ऊँचा स्थान वही था तब वहाँ की वेदी पर सुलैमान ने एक हजार होमबलि चढ़ाए +22038,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_005.wav,गिबोन में यहोवा ने रात को स्वप्न के द्वारा सुलैमान को दर्शन देकर कहा जो कुछ तू चाहे कि मैं तुझे दूँ वह माँग +22039,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_006.wav,सुलैमान ने कहा तू अपने दास मेरे पिता दाऊद पर बड़ी करुणा करता रहा क्योंकि वह अपने को तेरे सम्मुख जानकर तेरे साथ सच्चाई और धार्मिकता और मन की सिधाई से चलता रहा और तूने यहाँ तक उस पर करुणा की थी कि उसे उसकी गद्दी पर बिराजनेवाला एक पुत्र दिया है जैसा कि आज वर्तमान है +22040,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_007.wav,और अब हे मेरे परमेश्वर यहोवा तूने अपने दास को मेरे पिता दाऊद के स्थान पर राजा किया है परन्तु मैं छोटा लड़का सा हूँ जो भीतर बाहर आनाजाना नहीं जानता +22041,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_008.wav,फिर तेरा दास तेरी चुनी हुई प्रजा के बहुत से लोगों के मध्य में है जिनकी गिनती बहुतायत के मारे नहीं हो सकती +22042,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_009.wav,तू अपने दास को अपनी प्रजा का न्याय करने के लिये समझने की ऐसी शक्ति दे कि मैं भले बुरे को परख सकूँ क्योंकि कौन ऐसा है कि तेरी इतनी बड़ी प्रजा का न्याय कर सके +22043,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_010.wav,इस बात से प्रभु प्रसन्न हुआ कि सुलैमान ने ऐसा वरदान माँगा है +22044,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_011.wav,तब परमेश्वर ने उससे कहा इसलिए कि तूने यह वरदान माँगा है और न तो दीर्घायु और न धन और न अपने शत्रुओं का नाश माँगा है परन्तु समझने के विवेक का वरदान माँगा है इसलिए सुन +22045,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_012.wav,मैं तेरे वचन के अनुसार करता हूँ तुझे बुद्धि और विवेक से भरा मन देता हूँ यहाँ तक कि तेरे समान न तो तुझ से पहले कोई कभी हुआ और न बाद में कोई कभी होगा +22046,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_013.wav,फिर जो तूने नहीं माँगा अर्थात् धन और महिमा वह भी मैं तुझे यहाँ तक देता हूँ कि तेरे ज���वन भर कोई राजा तेरे तुल्य न होगा +22047,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_014.wav,फिर यदि तू अपने पिता दाऊद के समान मेरे मार्गों में चलता हुआ मेरी विधियों और आज्ञाओं को मानता रहेगा तो मैं तेरी आयु को बढ़ाऊँगा +22048,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_015.wav,तब सुलैमान जाग उठा और देखा कि यह स्वप्न था फिर वह यरूशलेम को गया और यहोवा की वाचा के सन्दूक के सामने खड़ा होकर होमबलि और मेलबलि चढ़ाए और अपने सब कर्मचारियों के लिये भोज किया +22049,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_016.wav,उस समय दो वेश्याएँ राजा के पास आकर उसके सम्मुख खड़ी हुईं +22050,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_017.wav,उनमें से एक स्त्री कहने लगी हे मेरे प्रभु मैं और यह स्त्री दोनों एक ही घर में रहती हैं और इसके संग घर में रहते हुए मेरे एक बच्चा हुआ +22051,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_018.wav,फिर मेरे जच्चा के तीन दिन के बाद ऐसा हुआ कि यह स्त्री भी जच्चा हो गई हम तो संग ही संग थीं हम दोनों को छोड़कर घर में और कोई भी न था +22052,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_019.wav,और रात में इस स्त्री का बालक इसके नीचे दबकर मर गया +22053,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_020.wav,तब इसने आधी रात को उठकर जब तेरी दासी सो ही रही थी तब मेरा लड़का मेरे पास से लेकर अपनी छाती में रखा और अपना मरा हुआ बालक मेरी छाती में लिटा दिया +22054,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_021.wav,भोर को जब मैं अपना बालक दूध पिलाने को उठी तब उसे मरा हुआ पाया परन्तु भोर को मैंने ध्यान से यह देखा कि वह मेरा पुत्र नहीं है +22055,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_022.wav,तब दूसरी स्त्री ने कहा नहीं जीवित पुत्र मेरा है और मरा पुत्र तेरा है परन्तु वह कहती रही नहीं मरा हुआ तेरा पुत्र है और जीवित मेरा पुत्र है इस प्रकार वे राजा के सामने बातें करती रहीं +22056,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_023.wav,राजा ने कहा एक तो कहती है जो जीवित है वही मेरा पुत्र है और मरा हुआ तेरा पुत्र है और दूसरी कहती है नहीं जो मरा है वही तेरा पुत्र है और जो जीवित है वह मेरा पुत्र है +22057,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_024.wav,फिर राजा ने कहा मेरे पास तलवार ले आओ अतः एक तलवार राजा के सामने लाई गई +22058,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_025.wav,तब राजा बोला जीविते बालक को दो टुकड़े करके आधा इसको और आधा उसको दो +22059,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_026.wav,तब जीवित बालक की माता का मन अपने बेटे के स्नेह से भर आया और उसने राजा से कहा हे मेरे प्रभु जीवित बालक उसी को दे परन्तु उसको किसी भाँति न मार दूसरी स्त्री ने कहा वह न तो मेरा हो और न तेरा वह दो टुकड़े किया जाए +22060,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_027.wav,तब राजा ने कहा पहली को जीवित बालक दो किसी भाँति उसको न मारो क्योंकि उसकी माता वही है +22061,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_003_028.wav,जो न्याय राजा ने चुकाया था उसका समाचार समस्त इस्राएल को मिला और उन्होंने राजा का भय माना क्योंकि उन्होंने यह देखा कि उसके मन में न्याय करने के लिये परमेश्वर की बुद्धि है +22062,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_001.wav,राजा सुलैमान तो समस्त इस्राएल के ऊपर राजा नियुक्त हुआ था +22063,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_002.wav,और उसके हाकिम ये थे अर्थात् सादोक का पुत्र अजर्याह याजक +22064,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_003.wav,और शीशा के पुत्र एलीहोरोप और अहिय्याह राजसी आधिकारिक थे अहीलूद का पुत्र यहोशापात इतिहास का लेखक था +22065,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_004.wav,फिर यहोयादा का पुत्र बनायाह प्रधान सेनापति था और सादोक और एब्यातार याजक थे +22066,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_005.wav,नातान का पुत्र अजर्याह भण्डारियों के ऊपर था और नातान का पुत्र जाबूद याजक और राजा का मित्र भी था +22067,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_006.wav,अहीशार राजपरिवार के ऊपर था और अब्दा का पुत्र अदोनीराम बेगारों के ऊपर मुखिया था +22068,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_007.wav,और सुलैमान के बारह भण्डारी थे जो समस्त इस्राएलियों के अधिकारी होकर राजा और उसके घराने के लिये भोजन का प्रबन्ध करते थे एकएक पुरुष प्रतिवर्ष अपनेअपने नियुक्त महीने में प्रबन्ध करता था +22069,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_008.wav,उनके नाम ये थे अर्थात् एप्रैम के पहाड़ी देश में बेन्हूर +22070,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_009.wav,और माकस शाल्बीम बेतशेमेश और एलोनबेतानान में बेन्देकेर था +22071,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_010.wav,अरुब्बोत में बेन्हेसेद जिसके अधिकार में सोको और हेपेर का समस्त देश था +22072,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_011.wav,दोर के समस्त ऊँचे देश में बेनअबीनादब जिसकी स्त्री सुलैमान की बेटी तापत थी +22073,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_012.wav,अहीलूद का पुत्र बाना जिसके अधिकार में तानाक मगिद्दो और बेतशान का वह सब देश था जो सारतान के पास और यिज्रेल के नीचे और बेतशान से आबेलमहोला तक अर्थात् योकमाम की परली ओर तक है +22074,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_013.wav,और गिलाद के रामोत में बेनगेबेर था जिसके अधिकार में मनश्शेई याईर के गिलाद के गाँव थे अर्थात् इसी के अधिकार में बाशान के अर्गोब का देश था जिसमें शहरपनाह और पीतल के बेंड़ेवाले साठ बड़ेबड़े नगर थे +22075,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_014.wav,इद्दो के पुत्र अहीनादाब के हाथ में महनैम था +22076,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_015.wav,नप्ताली में अहीमास था जिसने सुलैमान की बासमत नाम बेटी को ब्याह लिया था +22077,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_016.wav,आशेर और आलोत में हूशै का पुत्र बाना +22078,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_017.wav,इस्साकार में पारुह का पुत्र यहोशापात +22079,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_018.wav,और बिन्याम��न में एला का पुत्र शिमी था +22080,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_019.wav,ऊरी का पुत्र गेबेर गिलाद में अर्थात् एमोरियों के राजा सीहोन और बाशान के राजा ओग के देश में था इस समस्त देश में वही अधिकारी था +22081,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_020.wav,यहूदा और इस्राएल के लोग बहुत थे वे समुद्र तट पर के रेतकणों के समान बहुत थे और खातेपीते और आनन्द करते रहे +22082,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_021.wav,सुलैमान तो महानद से लेकर पलिश्तियों के देश और मिस्र की सीमा तक के सब राज्यों के ऊपर प्रभुता करता था और उनके लोग सुलैमान के जीवन भर भेंट लाते और उसके अधीन रहते थे +22083,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_022.wav,सुलैमान की एक दिन की रसोई में इतना उठता था अर्थात् तीस कोर मैदा साठ कोर आटा +22084,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_023.wav,दस तैयार किए हुए बैल और चराइयों में से बीस बैल और सौ भेड़बकरी और इनको छोड़ हिरन चिकारे यखमूर और तैयार किए हुए पक्षी +22085,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_024.wav,क्योंकि फरात के इस पार के समस्त देश पर अर्थात् तिप्सह से लेकर गाज़ा तक जितने राजा थे उन सभी पर सुलैमान प्रभुता करता और अपने चारों ओर के सब रहनेवालों से मेल रखता था +22086,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_025.wav,और दान से बेर्शेबा तक के सब यहूदी और इस्राएली अपनीअपनी दाखलता और अंजीर के वृक्ष तले सुलैमान के जीवन भर निडर रहते थे +22087,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_026.wav,फिर उसके रथ के घोड़ों के लिये सुलैमान के चालीस हजार घुड़साल थे और उसके बारह हजार घुड़सवार थे +22088,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_027.wav,और वे भण्डारी अपनेअपने महीने में राजा सुलैमान के लिये और जितने उसकी मेज पर आते थे उन सभी के लिये भोजन का प्रबन्ध करते थे किसी वस्तु की घटी होने नहीं पाती थी +22089,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_028.wav,घोड़ों और वेग चलनेवाले घोड़ों के लिये जौ और पुआल जहाँ प्रयोजन होता था वहाँ आज्ञा के अनुसार एकएक जन पहुँचाया करता था +22090,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_029.wav,और परमेश्वर ने सुलैमान को बुद्धि दी और उसकी समझ बहुत ही बढ़ाई और उसके हृदय में समुद्र तट के रेतकणों के तुल्य अनगिनत गुण दिए +22091,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_030.wav,और सुलैमान की बुद्धि पूर्व देश के सब निवासियों और मिस्रियों की भी बुद्धि से बढ़कर बुद्धि थी +22092,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_031.wav,वह तो और सब मनुष्यों से वरन् एतान एज्रेही और हेमान और माहोल के पुत्र कलकोल और दर्दा से भी अधिक बुद्धिमान था और उसकी कीर्ति चारों ओर की सब जातियों में फैल गई +22093,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_032.wav,उसने तीन हजार नीतिवचन कहे और उसके एक हजार पाँच गीत भी हैं +22094,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_033.wav,फिर उसने लबानोन के देवदारुओं स��� लेकर दीवार में से उगते हुए जूफा तक के सब पेड़ों की चर्चा और पशुओं पक्षियों और रेंगनेवाले जन्तुओं और मछलियों की चर्चा की +22095,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_004_034.wav,और देशदेश के लोग पृथ्वी के सब राजाओं की ओर से जिन्होंने सुलैमान की बुद्धि की कीर्ति सुनी थी उसकी बुद्धि की बातें सुनने को आया करते थे +22096,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_001.wav,सोर नगर के राजा हीराम ने अपने दूत सुलैमान के पास भेजे क्योंकि उसने सुना था कि वह अभिषिक्त होकर अपने पिता के स्थान पर राजा हुआ है और दाऊद के जीवन भर हीराम उसका मित्र बना रहा +22097,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_002.wav,सुलैमान ने हीराम के पास यह सन्देश भेजा तुझे मालूम है +22098,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_003.wav,कि मेरा पिता दाऊद अपने परमेश्वर यहोवा के नाम का एक भवन इसलिए न बनवा सका कि वह चारों ओर लड़ाइयों में तब तक उलझा रहा जब तक यहोवा ने उसके शत्रुओं को उसके पाँव तले न कर दिया +22099,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_004.wav,परन्तु अब मेरे परमेश्वर यहोवा ने मुझे चारों ओर से विश्राम दिया है और न तो कोई विरोधी है और न कुछ विपत्ति देख पड़ती है +22100,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_005.wav,मैंने अपने परमेश्वर यहोवा के नाम का एक भवन बनवाने की ठान रखी है अर्थात् उस बात के अनुसार जो यहोवा ने मेरे पिता दाऊद से कही थी तेरा पुत्र जिसे मैं तेरे स्थान में गद्दी पर बैठाऊँगा वही मेरे नाम का भवन बनवाएगा +22101,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_006.wav,इसलिए अब तू मेरे लिये लबानोन पर से देवदार काटने की आज्ञा दे और मेरे दास तेरे दासों के संग रहेंगे और जो कुछ मजदूरी तू ठहराए वही मैं तुझे तेरे दासों के लिये दूँगा तुझे मालूम तो है कि सीदोनियों के बराबर लकड़ी काटने का भेद हम लोगों में से कोई भी नहीं जानता +22102,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_007.wav,सुलैमान की ये बातें सुनकर हीराम बहुत आनन्दित हुआ और कहा आज यहोवा धन्य है जिसने दाऊद को उस बड़ी जाति पर राज्य करने के लिये एक बुद्धिमान पुत्र दिया है +22103,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_008.wav,तब हीराम ने सुलैमान के पास यह सन्देश भेजा जो तूने मेरे पास कहला भेजा है वह मेरी समझ में आ गया देवदार और सनोवर की लकड़ी के विषय जो कुछ तू चाहे वही मैं करूँगा +22104,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_009.wav,मेरे दास लकड़ी को लबानोन से समुद्र तक पहुँचाएँगे फिर मैं उनके बेंड़े बनवाकर जो स्थान तू मेरे लिये ठहराए वहीं पर समुद्र के मार्ग से उनको पहुँचवा दूँगा वहाँ मैं उनको खोलकर डलवा दूँगा और तू उन्हें ले लेना और तू मेरे परिवार के लिये भोजन देकर मेरी भी इच्छा पूरी करना +22105,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_010.wav,इस प्रकार हीराम सुलैमान की इच्छा के अनुसार उसको देवदार और सनोवर की लकड़ी देने लगा +22106,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_011.wav,और सुलैमान ने हीराम के परिवार के खाने के लिये उसे बीस हजार कोर गेहूँ और बीस कोर पेरा हुआ तेल दिया इस प्रकार सुलैमान हीराम को प्रतिवर्ष दिया करता था +22107,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_012.wav,यहोवा ने सुलैमान को अपने वचन के अनुसार बुद्धि दी और हीराम और सुलैमान के बीच मेल बना रहा वरन् उन दोनों ने आपस में वाचा भी बाँध ली +22108,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_013.wav,राजा सुलैमान ने पूरे इस्राएल में से तीस हजार पुरुष बेगार लगाए +22109,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_014.wav,और उन्हें लबानोन पहाड़ पर बारीबारी करके महीनेमहीने दस हजार भेज दिया करता था और एक महीना वे लबानोन पर और दो महीने घर पर रहा करते थे और बेगारियों के ऊपर अदोनीराम ठहराया गया +22110,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_015.wav,सुलैमान के सत्तर हजार बोझ ढोनेवाले और पहाड़ पर अस्सी हजार वृक्ष काटनेवाले और पत्थर निकालनेवाले थे +22111,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_016.wav,इनको छोड़ सुलैमान के तीन हजार तीन सौ मुखिए थे जो काम करनेवालों के ऊपर थे +22112,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_017.wav,फिर राजा की आज्ञा से बड़ेबड़े अनमोल पत्थर इसलिए खोदकर निकाले गए कि भवन की नींव गढ़े हुए पत्थरों से डाली जाए +22113,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_005_018.wav,सुलैमान के कारीगरों और हीराम के कारीगरों और गबालियों ने उनको गढ़ा और भवन के बनाने के लिये लकड़ी और पत्थर तैयार किए +22114,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_001.wav,इस्राएलियों के मिस्र देश से निकलने के चार सौ अस्सीवें वर्ष के बाद जो सुलैमान के इस्राएल पर राज्य करने का चौथा वर्ष था उसके जीव नामक दूसरे महीने में वह यहोवा का भवन बनाने लगा +22115,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_002.wav,जो भवन राजा सुलैमान ने यहोवा के लिये बनाया उसकी लम्बाई साठ हाथ चौड़ाई बीस हाथ और ऊँचाई तीस हाथ की थी +22116,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_003.wav,और भवन के मन्दिर के सामने के ओसारे की लम्बाई बीस हाथ की थी अर्थात् भवन की चौड़ाई के बराबर थी और ओसारे की चौड़ाई जो भवन के सामने थी वह दस हाथ की थी +22117,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_004.wav,फिर उसने भवन में चौखट सहित जालीदार खिड़कियाँ बनाईं +22118,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_005.wav,और उसने भवन के आसपास की दीवारों से सटे हुए अर्थात् मन्दिर और दर्शनस्थान दोनों दीवारों के आसपास उसने मंजिलें और कोठरियाँ बनाई +22119,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_006.wav,सबसे नीचेवाली मंजिल की चौड़ाई पाँच हाथ और बीचवाली की छः हाथ और ऊपरवाली की सात हाथ की थी क्योंकि उसने भवन के आसपास दीवारों को बाहर की ओर कुर्स���दार बनाया था इसलिए कि कड़ियाँ भवन की दीवारों को पकड़े हुए न हों +22120,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_007.wav,बनाते समय भवन ऐसे पत्थरों का बनाया गया जो वहाँ ले आने से पहले गढ़कर ठीक किए गए थे और भवन के बनते समय हथौड़े बसूली या और किसी प्रकार के लोहे के औज़ार का शब्द कभी सुनाई नहीं पड़ा +22121,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_008.wav,बाहर की बीचवाली कोठरियों का द्वार भवन की दाहिनी ओर था और लोग चक्करदार सीढ़ियों पर होकर बीचवाली कोठरियों में जाते और उनसे ऊपरवाली कोठरियों पर जाया करते थे +22122,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_009.wav,उसने भवन को बनाकर पूरा किया और उसकी छत देवदार की कड़ियों और तख्तों से बनी थी +22123,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_010.wav,और पूरे भवन से लगी हुई जो मंजिलें उसने बनाईं वह पाँच हाथ ऊँची थीं और वे देवदार की कड़ियों के द्वारा भवन से मिलाई गई थीं +22124,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_011.wav,तब यहोवा का यह वचन सुलैमान के पास पहुँचा +22125,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_012.wav,यह भवन जो तू बना रहा है यदि तू मेरी विधियों पर चलेगा और मेरे नियमों को मानेगा और मेरी सब आज्ञाओं पर चलता हुआ उनका पालन करता रहेगा तो जो वचन मैंने तेरे विषय में तेरे पिता दाऊद को दिया था उसको मैं पूरा करूँगा +22126,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_013.wav,और मैं इस्राएलियों के मध्य में निवास करूँगा और अपनी इस्राएली प्रजा को न तजूँगा +22127,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_014.wav,अतः सुलैमान ने भवन को बनाकर पूरा किया +22128,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_015.wav,उसने भवन की दीवारों पर भीतर की ओर देवदार की तख्ताबंदी की और भवन के फर्श से छत तक दीवारों पर भीतर की ओर लकड़ी की तख्ताबंदी की और भवन के फर्श को उसने सनोवर के तख्तो से बनाया +22129,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_016.wav,और भवन के पीछे की ओर में भी उसने बीस हाथ की दूरी पर फर्श से ले दीवारों के ऊपर तक देवदार की तख्ताबंदी की इस प्रकार उसने परमपवित्र स्थान के लिये भवन की एक भीतरी कोठरी बनाई +22130,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_017.wav,उसके सामने का भवन अर्थात् मन्दिर की लम्बाई चालीस हाथ की थी +22131,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_018.wav,भवन की दीवारों पर भीतर की ओर देवदार की लकड़ी की तख्ताबंदी थी और उसमें कलियाँ और खिले हुए फूल खुदे थे सब देवदार ही था पत्थर कुछ नहीं दिखाई पड़ता था +22132,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_019.wav,भवन के भीतर उसने एक पवित्रस्थान यहोवा की वाचा का सन्दूक रखने के लिये तैयार किया +22133,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_020.wav,और उस पवित्रस्थान की लम्बाई चौड़ाई और ऊँचाई बीसबीस हाथ की थी और उसने उस पर उत्तम सोना मढ़वाया और वेदी की तख्ताबंदी देवदार से की +22134,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_021.wav,फिर सुलै���ान ने भवन को भीतरभीतर शुद्ध सोने से मढ़वाया और पवित्रस्थान के सामने सोने की साँकलें लगाई और उसको भी सोने से मढ़वाया +22135,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_022.wav,और उसने पूरे भवन को सोने से मढ़वाकर उसका काम पूरा किया और पवित्रस्थान की पूरी वेदी को भी उसने सोने से मढ़वाया +22136,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_023.wav,पवित्रस्थान में उसने दसदस हाथ ऊँचे जैतून की लकड़ी के दो करूब बना रखे +22137,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_024.wav,एक करूब का एक पंख पाँच हाथ का था और उसका दूसरा पंख भी पाँच हाथ का था एक पंख के सिरे से दूसरे पंख के सिरे तक लम्बाई दस हाथ थी +22138,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_025.wav,दूसरा करूब भी दस हाथ का था दोनों करूब एक ही नाप और एक ही आकार के थे +22139,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_026.wav,एक करूब की ऊँचाई दस हाथ की और दूसरे की भी इतनी ही थी +22140,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_027.wav,उसने करूबों को भीतरवाले स्थान में रखवा दिया और करूबों के पंख ऐसे फैले थे कि एक करूब का एक पंख एक दीवार से और दूसरे का दूसरा पंख दूसरी दीवार से लगा हुआ था फिर उनके दूसरे दो पंख भवन के मध्य में एक दूसरे को स्पर्श करते थे +22141,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_028.wav,उसने करूबों को सोने से मढ़वाया +22142,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_029.wav,उसने भवन की दीवारों पर बाहर और भीतर चारों ओर करूब खजूर के वृक्ष और खिले हुए फूल खुदवाए +22143,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_030.wav,भवन के भीतर और बाहरवाली कोठरी के फर्श उसने सोने से मढ़वाए +22144,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_031.wav,पवित्रस्थान के प्रवेशद्वार के लिये उसने जैतून की लकड़ी के दरवाजे लगाए और चौखट के सिरहाने और बाजुओं की बनावट पंचकोणीय थी +22145,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_032.wav,दोनों किवाड़ जैतून की लकड़ी के थे और उसने उनमें करूब खजूर के वृक्ष और खिले हुए फूल खुदवाए और सोने से मढ़ा और करूबों और खजूरों के ऊपर सोना मढ़वा दिया गया +22146,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_033.wav,इसी की रीति उसने मन्दिर के प्रवेशद्वार के लिये भी जैतून की लकड़ी के चौखट के बाजू बनाए ये चौकोर थे +22147,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_034.wav,दोनों दरवाजे सनोवर की लकड़ी के थे जिनमें से एक दरवाजे के दो पल्ले थे और दूसरे दरवाजे के दो पल्ले थे जो पलटकर दुहर जाते थे +22148,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_035.wav,उन पर भी उसने करूब और खजूर के वृक्ष और खिले हुए फूल खुदवाए और खुदे हुए काम पर उसने सोना मढ़वाया +22149,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_036.wav,उसने भीतरवाले आँगन के घेरे को गढ़े हुए पत्थरों के तीन रद्दे और एक परत देवदार की कड़ियाँ लगाकर बनाया +22150,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_037.wav,चौथे वर्ष के जीव नामक महीने में यहोवा के भवन की नींव डाली गई +22151,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_006_038.wav,और ग्य���रहवें वर्ष के बूल नामक आठवें महीने में वह भवन उस सब समेत जो उसमें उचित समझा गया बन चुका इस रीति सुलैमान को उसके बनाने में सात वर्ष लगे +22152,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_001.wav,सुलैमान ने अपना महल भी बनाया और उसके निर्माणकार्य में तेरह वर्ष लगे +22153,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_002.wav,उसने लबानोन का वन नामक महल बनाया जिसकी लम्बाई सौ हाथ चौड़ाई पचास हाथ और ऊँचाई तीस हाथ की थी वह तो देवदार के खम्भों की चार पंक्तियों पर बना और खम्भों पर देवदार की कड़ियाँ रखी गई +22154,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_003.wav,और पैंतालीस खम्भों के ऊपर देवदार की छतवाली कोठरियाँ बनीं अर्थात् एकएक मंजिल में पन्द्रह कोठरियाँ बनीं +22155,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_004.wav,तीनों मंजिलों में कड़ियाँ धरी गईं और तीनों में खिड़कियाँ आमनेसामने बनीं +22156,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_005.wav,और सब द्वार और बाजुओं की कड़ियाँ भी चौकोर थीं और तीनों मंजिलों में खिड़कियाँ आमनेसामने बनीं +22157,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_006.wav,उसने एक खम्भेवाला ओसारा भी बनाया जिसकी लम्बाई पचास हाथ और चौड़ाई तीस हाथ की थी और इन खम्भों के सामने एक खम्भेवाला ओसारा और उसके सामने डेवढ़ी बनाई +22158,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_007.wav,फिर उसने न्याय के सिंहासन के लिये भी एक ओसारा बनाया जो न्याय का ओसारा कहलाया और उसमें एक फर्श से दूसरे फर्श तक देवदार की तख्ताबंदी थी +22159,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_008.wav,उसके रहने का भवन जो उस ओसारे के भीतर के एक और आँगन में बना वह भी उसी ढंग से बना फिर उसी ओसारे के समान से सुलैमान ने फ़िरौन की बेटी के लिये जिसको उसने ब्याह लिया था एक और भवन बनाया +22160,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_009.wav,ये सब घर बाहर भीतर नींव से मुंडेर तक ऐसे अनमोल और गढ़े हुए पत्थरों के बने जो नापकर और आरों से चीरकर तैयार किए गए थे और बाहर के आँगन से ले बड़े आँगन तक लगाए गए +22161,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_010.wav,उसकी नींव बहुमूल्य और बड़ेबड़े अर्थात् दसदस और आठआठ हाथ के पत्थरों की डाली गई थी +22162,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_011.wav,और ऊपर भी बहुमूल्य पत्थर थे जो नाप से गढ़े हुए थे और देवदार की लकड़ी भी थी +22163,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_012.wav,बड़े आँगन के चारों ओर के घेरे में गढ़े हुए पत्थरों के तीन रद्दे और देवदार की कड़ियों की एक परत थी जैसे कि यहोवा के भवन के भीतरवाले आँगन और भवन के ओसारे में लगे थे +22164,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_013.wav,फिर राजा सुलैमान ने सोर से हूराम को बुलवा भेजा +22165,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_014.wav,वह नप्ताली के गोत्र की किसी विधवा का बेटा था और उसका पिता एक सोरवासी ठठेरा था और वह पीतल की सब प्रकार की कारीगरी में पूरी बुद्धि निपुणता और समझ रखता था सो वह राजा सुलैमान के पास आकर उसका सब काम करने लगा +22166,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_015.wav,उसने पीतल ढालकर अठारहअठारह हाथ ऊँचे दो खम्भे बनाए और एकएक का घेरा बारह हाथ के सूत का था ये भीतर से खोखले थे और इसकी धातु की मोटाई चार अंगुल थी +22167,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_016.wav,उसने खम्भों के सिरों पर लगाने को पीतल ढालकर दो कँगनी बनाई एकएक कँगनी की ऊँचाई पाँचपाँच हाथ की थी +22168,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_017.wav,खम्भों के सिरों पर की कँगनियों के लिये चार खाने की सातसात जालियाँ और साँकलों की सातसात झालरें बनीं +22169,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_018.wav,उसने खम्भों को भी इस प्रकार बनाया कि खम्भों के सिरों पर की एकएक कँगनी को ढाँपने के लिये चारों ओर जालियों की एकएक पाँति पर अनारों की दो पंक्तियाँ हों +22170,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_019.wav,जो कँगनियाँ ओसारों में खम्भों के सिरों पर बनीं उनमें चारचार हाथ ऊँचे सोसन के फूल बने हुए थे +22171,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_020.wav,और एकएक खम्भे के सिरे पर उस गोलाई के पास जो जाली से लगी थी एक और कँगनी बनी और एकएक कँगनी पर जो अनार चारों ओर पंक्तिपंक्ति करके बने थे वह दो सौ थे +22172,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_021.wav,उन खम्भों को उसने मन्दिर के ओसारे के पास खड़ा किया और दाहिनी ओर के खम्भे को खड़ा करके उसका नाम याकीन रखा फिर बाईं ओर के खम्भे को खड़ा करके उसका नाम बोअज रखा +22173,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_022.wav,और खम्भों के सिरों पर सोसन के फूल का काम बना था खम्भों का काम इसी रीति पूरा हुआ +22174,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_023.wav,फिर उसने एक ढाला हुआ एक बड़ा हौज बनाया जो एक छोर से दूसरी छोर तक दस हाथ चौड़ा था उसका आकार गोल था और उसकी ऊँचाई पाँच हाथ की थी और उसके चारों ओर का घेरा तीस हाथ के सूत के बराबर था +22175,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_024.wav,और उसके चारों ओर के किनारे के नीचे एकएक हाथ में दसदस कलियाँ बनीं जो हौज को घेरे थीं जब वह ढाला गया तब ये कलियाँ भी दो पंक्तियों में ढाली गईं +22176,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_025.wav,और वह बारह बने हुए बैलों पर रखा गया जिनमें से तीन उत्तर तीन पश्चिम तीन दक्षिण और तीन पूर्व की ओर मुँह किए हुए थे और उन ही के ऊपर हौज था और उन सभी का पिछला अंग भीतर की ओर था +22177,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_026.wav,उसकी मोटाई मुट्ठी भर की थी और उसका किनारा कटोरे के किनारे के समान सोसन के फूलों के जैसा बना था और उसमें दो हजार बत पानी समाता था +22178,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_027.wav,फिर उसने पीतल के दस ठेले बनाए एकएक ठेले की लम्बाई चार हाथ चौड़ाई भी चार हाथ और ऊँचाई तीन हाथ की थी +22179,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_028.wav,उन पायों की बनावट इस प्रकार थी उनके पटरियाँ थीं और पटरियों के बीचों बीच जोड़ भी थे +22180,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_029.wav,और जोड़ों के बीचों बीच की पटरियों पर सिंह बैल और करूब बने थे और जोड़ों के ऊपर भी एकएक और ठेला बना और सिंहों और बैलों के नीचे लटकती हुई झालरें बनी थीं +22181,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_030.wav,एकएक ठेले के लिये पीतल के चार पहिये और पीतल की धुरियाँ बनीं और एकएक के चारों कोनों से लगे हुए आधार भी ढालकर बनाए गए जो हौदी के नीचे तक पहुँचते थे और एकएक आधार के पास झालरें बनी हुई थीं +22182,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_031.wav,हौदी का मुँह जो ठेले की कँगनी के भीतर और ऊपर भी था वह एक हाथ ऊँचा था और ठेले का मुँह जिसकी चौड़ाई डेढ़ हाथ की थी वह पाये की बनावट के समान गोल बना और उसके मुँह पर भी कुछ खुदा हुआ काम था और उनकी पटरियाँ गोल नहीं चौकोर थीं +22183,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_032.wav,और चारों पहिये पटरियों के नीचे थे और एकएक ठेले के पहियों में धुरियाँ भी थीं और एकएक पहिये की ऊँचाई डेढ़डेढ़ हाथ की थी +22184,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_033.wav,पहियों की बनावट रथ के पहिये की सी थी और उनकी धुरियाँ चक्र आरे और नाभें सब ढाली हुई थीं +22185,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_034.wav,और एकएक ठेले के चारों कोनों पर चार आधार थे और आधार और ठेले दोनों एक ही टुकड़े के बने थे +22186,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_035.wav,और एकएक ठेले के सिरे पर आधा हाथ ऊँची चारों ओर गोलाई थी और ठेले के सिरे पर की टेकें और पटरियाँ ठेले से जुड़े हुए एक ही टुकड़े के बने थे +22187,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_036.wav,और टेकों के पाटों और पटरियों पर जितनी जगह जिस पर थी उसमें उसने करूब और सिंह और खजूर के वृक्ष खोदकर भर दिये और चारों ओर झालरें भी बनाईं +22188,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_037.wav,इसी प्रकार से उसने दसों ठेलों को बनाया सभी का एक ही साँचा और एक ही नाप और एक ही आकार था +22189,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_038.wav,उसने पीतल की दस हौदी बनाईं एकएक हौदी में चालीसचालीस बत पानी समाता था और एकएक चारचार हाथ चौड़ी थी और दसों ठेलों में से एकएक पर एकएक हौदी थी +22190,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_039.wav,उसने पाँच हौदी भवन के दक्षिण की ओर और पाँच उसकी उत्तर की ओर रख दीं और हौज को भवन की दाहिनी ओर अर्थात् दक्षिणपूर्व की ओर रख दिया +22191,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_040.wav,हूराम ने हौदियों फावड़ियों और कटोरों को भी बनाया सो हूराम ने राजा सुलैमान के लिये यहोवा के भवन में जितना काम करना था वह सब पूरा कर दिया +22192,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_041.wav,अर्थात् दो खम्भे और उन कँगनियों की गोलाइयाँ जो दोनों खम्भो�� के सिरे पर थीं और दोनों खम्भों के सिरों पर की गोलाइयों के ढाँपने को दोदो जालियाँ और दोनों जालियों के लिए चारचार सौ अनार +22193,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_042.wav,अर्थात् खम्भों के सिरों पर जो गोलाइयाँ थीं उनके ढाँपने के लिये अर्थात् एकएक जाली के लिये अनारों की दोदो पंक्तियाँ +22194,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_043.wav,दस ठेले और इन पर की दस हौदियाँ +22195,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_044.wav,एक हौज और उसके नीचे के बारह बैल और हँडे फावड़ियां +22196,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_045.wav,और कटोरे बने ये सब पात्र जिन्हें हूराम ने यहोवा के भवन के निमित्त राजा सुलैमान के लिये बनाया वह झलकाये हुए पीतल के बने +22197,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_046.wav,राजा ने उनको यरदन की तराई में अर्थात् सुक्कोत और सारतान के मध्य की चिकनी मिट्टीवाली भूमि में ढाला +22198,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_047.wav,और सुलैमान ने बहुत अधिक होने के कारण सब पत्रों को बिना तौले छोड़ दिया अतः पीतल के तौल का वज़न मालूम न हो सका +22199,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_048.wav,यहोवा के भवन के जितने पात्र थे सुलैमान ने सब बनाए अर्थात् सोने की वेदी और सोने की वह मेज जिस पर भेंट की रोटी रखी जाती थी +22200,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_049.wav,और शुद्ध सोने की दीवटें जो भीतरी कोठरी के आगे पाँच तो दक्षिण की ओर और पाँच उत्तर की ओर रखी गईं और सोने के फूल +22201,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_050.wav,दीपक और चिमटे और शुद्ध सोने के तसले कैंचियाँ कटोरे धूपदान और करछे और भीतरवाला भवन जो परमपवित्र स्थान कहलाता है और भवन जो मन्दिर कहलाता है दोनों के किवाड़ों के लिये सोने के कब्जे बने +22202,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_007_051.wav,इस प्रकार जोजो काम राजा सुलैमान ने यहोवा के भवन के लिये किया वह सब पूरा हुआ तब सुलैमान ने अपने पिता दाऊद के पवित्र किए हुए सोने चाँदी और पात्रों को भीतर पहुँचाकर यहोवा के भवन के भण्डारों में रख दिया +22203,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_001.wav,तब सुलैमान ने इस्राएली पुरनियों को और गोत्रों के सब मुख्य पुरुषों को भी जो इस्राएलियों के पूर्वजों के घरानों के प्रधान थे यरूशलेम में अपने पास इस मनसा से इकट्ठा किया कि वे यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊदपुर अर्थात् सिय्योन से ऊपर ले आएँ +22204,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_002.wav,अतः सब इस्राएली पुरुष एतानीम नामक सातवें महीने के पर्व के समय राजा सुलैमान के पास इकट्ठे हुए +22205,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_003.wav,जब सब इस्राएली पुरनिये आए तब याजकों ने सन्दूक को उठा लिया +22206,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_004.wav,और यहोवा का सन्दूक और मिलापवाले तम्बू और जितने पवित्र पात्र उस तम्बू में थे उन सभी को याजक और ���ेवीय लोग ऊपर ले गए +22207,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_005.wav,और राजा सुलैमान और समस्त इस्राएली मण्डली जो उसके पास इकट्ठी हुई थी वे सब सन्दूक के सामने इतने भेड़ और बैल बलि कर रहे थे जिनकी गिनती किसी रीति से नहीं हो सकती थी +22208,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_006.wav,तब याजकों ने यहोवा की वाचा का सन्दूक उसके स्थान को अर्थात् भवन के पवित्रस्थान में जो परमपवित्र स्थान है पहुँचाकर करूबों के पंखों के तले रख दिया +22209,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_007.wav,करूब सन्दूक के स्थान के ऊपर पंख ऐसे फैलाए हुए थे कि वे ऊपर से सन्दूक और उसके डण्डों को ढाँके थे +22210,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_008.wav,डण्डे तो ऐसे लम्बे थे कि उनके सिरे उस पवित्रस्थान से जो पवित्रस्थान के सामने था दिखाई पड़ते थे परन्तु बाहर से वे दिखाई नहीं पड़ते थे वे आज के दिन तक यहीं वर्तमान हैं +22211,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_009.wav,सन्दूक में कुछ नहीं था उन दो पटियाओं को छोड़ जो मूसा ने होरेब में उसके भीतर उस समय रखीं जब यहोवा ने इस्राएलियों के मिस्र से निकलने पर उनके साथ वाचा बाँधी थी +22212,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_010.wav,जब याजक पवित्रस्थान से निकले तब यहोवा के भवन में बादल भर आया +22213,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_011.wav,और बादल के कारण याजक सेवा टहल करने को खड़े न रह सके क्योंकि यहोवा का तेज यहोवा के भवन में भर गया था +22214,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_012.wav,तब सुलैमान कहने लगा यहोवा ने कहा था कि मैं घोर अंधकार में वास किए रहूँगा +22215,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_013.wav,सचमुच मैंने तेरे लिये एक वासस्थान वरन् ऐसा दृढ़ स्थान बनाया है जिसमें तू युगानुयुग बना रहे +22216,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_014.wav,तब राजा ने इस्राएल की पूरी सभा की ओर मुँह फेरकर उसको आशीर्वाद दिया और पूरी सभा खड़ी रही +22217,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_015.wav,और उसने कहा धन्य है इस्राएल का परमेश्वर यहोवा जिसने अपने मुँह से मेरे पिता दाऊद को यह वचन दिया था और अपने हाथ से उसे पूरा किया है +22218,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_016.wav,जिस दिन से मैं अपनी प्रजा इस्राएल को मिस्र से निकाल लाया तब से मैंने किसी इस्राएली गोत्र का कोई नगर नहीं चुना जिसमें मेरे नाम के निवास के लिये भवन बनाया जाए परन्तु मैंने दाऊद को चुन लिया कि वह मेरी प्रजा इस्राएल का अधिकारी हो +22219,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_017.wav,मेरे पिता दाऊद की यह इच्छा तो थी कि इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के नाम का एक भवन बनाए +22220,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_018.wav,परन्तु यहोवा ने मेरे पिता दाऊद से कहा यह जो तेरी इच्छा है कि यहोवा के नाम का एक भवन बनाए ऐसी इच्छा करके तूने भला तो किया +22221,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_019.wav,तो भी ���ू उस भवन को न बनाएगा तेरा जो निज पुत्र होगा वही मेरे नाम का भवन बनाएगा +22222,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_020.wav,यह जो वचन यहोवा ने कहा था उसे उसने पूरा भी किया है और मैं अपने पिता दाऊद के स्थान पर उठकर यहोवा के वचन के अनुसार इस्राएल की गद्दी पर विराजमान हूँ और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के नाम से इस भवन को बनाया है +22223,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_021.wav,और इसमें मैंने एक स्थान उस सन्दूक के लिये ठहराया है जिसमें यहोवा की वह वाचा है जो उसने हमारे पुरखाओं को मिस्र देश से निकालने के समय उनसे बाँधी थी +22224,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_022.wav,तब सुलैमान इस्राएल की पूरी सभा के देखते यहोवा की वेदी के सामने खड़ा हुआ और अपने हाथ स्वर्ग की ओर फैलाकर कहा हे यहोवा +22225,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_023.wav,हे इस्राएल के परमेश्वर तेरे समान न तो ऊपर स्वर्ग में और न नीचे पृथ्वी पर कोई परमेश्वर है तेरे जो दास अपने सम्पूर्ण मन से अपने को तेरे सम्मुख जानकर चलते हैं उनके लिये तू अपनी वाचा पूरी करता और करुणा करता रहता है +22226,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_024.wav,जो वचन तूने मेरे पिता दाऊद को दिया था उसका तूने पालन किया है जैसा तूने अपने मुँह से कहा था वैसा ही अपने हाथ से उसको पूरा किया है जैसा कि आज है +22227,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_025.wav,इसलिए अब हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा इस वचन को भी पूरा कर जो तूने अपने दास मेरे पिता दाऊद को दिया था तेरे कुल में मेरे सामने इस्राएल की गद्दी पर विराजनेवाले सदैव बने रहेंगे इतना हो कि जैसे तू स्वयं मुझे सम्मुख जानकर चलता रहा वैसे ही तेरे वंश के लोग अपनी चाल चलन में ऐसी ही चौकसी करें +22228,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_026.wav,इसलिए अब हे इस्राएल के परमेश्वर अपना जो वचन तूने अपने दास मेरे पिता दाऊद को दिया था उसे सच्चा सिद्ध कर +22229,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_027.wav,क्या परमेश्वर सचमुच पृथ्वी पर वास करेगा स्वर्ग में वरन् सबसे ऊँचे स्वर्ग में भी तू नहीं समाता फिर मेरे बनाए हुए इस भवन में कैसे समाएगा +22230,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_028.wav,तो भी हे मेरे परमेश्वर यहोवा अपने दास की प्रार्थना और गिड़गिड़ाहट की ओर कान लगाकर मेरी चिल्लाहट और यह प्रार्थना सुन जो मैं आज तेरे सामने कर रहा हूँ +22231,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_029.wav,कि तेरी आँख इस भवन की ओर अर्थात् इसी स्थान की ओर जिसके विषय तूने कहा है मेरा नाम वहाँ रहेगा रात दिन खुली रहें और जो प्रार्थना तेरा दास इस स्थान की ओर करे उसे तू सुन ले +22232,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_030.wav,और तू अपने दास और अपनी प्रजा इस्राएल की प्रार्थना जिसको वे इस स्थ��न की ओर गिड़गिड़ा के करें उसे सुनना वरन् स्वर्ग में से जो तेरा निवासस्थान है सुन लेना और सुनकर क्षमा करना +22233,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_031.wav,जब कोई किसी दूसरे का अपराध करे और उसको शपथ खिलाई जाए और वह आकर इस भवन में तेरी वेदी के सामने शपथ खाए +22234,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_032.wav,तब तू स्वर्ग में सुनकर अर्थात् अपने दासों का न्याय करके दुष्ट को दुष्ट ठहरा और उसकी चाल उसी के सिर लौटा दे और निर्दोष को निर्दोष ठहराकर उसके धार्मिकता के अनुसार उसको फल देना +22235,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_033.wav,फिर जब तेरी प्रजा इस्राएल तेरे विरुद्ध पाप करने के कारण अपने शत्रुओं से हार जाए और तेरी ओर फिरकर तेरा नाम ले और इस भवन में तुझ से गिड़गिड़ाहट के साथ प्रार्थना करे +22236,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_034.wav,तब तू स्वर्ग में से सुनकर अपनी प्रजा इस्राएल का पाप क्षमा करना और उन्हें इस देश में लौटा ले आना जो तूने उनके पुरखाओं को दिया था +22237,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_035.wav,जब वे तेरे विरुद्ध पाप करें और इस कारण आकाश बन्द हो जाए कि वर्षा न होए ऐसे समय यदि वे इस स्थान की ओर प्रार्थना करके तेरे नाम को मानें जब तू उन्हें दुःख देता है और अपने पाप से फिरें तो तू स्वर्ग में से सुनकर क्षमा करना +22238,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_036.wav,और अपने दासों अपनी प्रजा इस्राएल के पाप को क्षमा करना तू जो उनको वह भला मार्ग दिखाता है जिस पर उन्हें चलना चाहिये इसलिए अपने इस देश पर जो तूने अपनी प्रजा का भागकर दिया है पानी बरसा देना +22239,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_037.wav,जब इस देश में अकाल या मरी या झुलस हो या गेरूई या टिड्डियाँ या कीड़े लगें या उनके शत्रु उनके देश के फाटकों में उन्हें घेर रखें अथवा कोई विपत्ति या रोग क्यों न हों +22240,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_038.wav,तब यदि कोई मनुष्य या तेरी प्रजा इस्राएल अपनेअपने मन का दुःख जान लें और गिड़गिड़ाहट के साथ प्रार्थना करके अपने हाथ इस भवन की ओर फैलाए +22241,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_039.wav,तो तू अपने स्वर्गीय निवासस्थान में से सुनकर क्षमा करना और ऐसा करना कि एकएक के मन को जानकर उसकी समस्त चाल के अनुसार उसको फल देना तू ही तो सब मनुष्यों के मन के भेदों का जाननेवाला है +22242,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_040.wav,तब वे जितने दिन इस देश में रहें जो तूने उनके पुरखाओं को दिया था उतने दिन तक तेरा भय मानते रहें +22243,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_041.wav,फिर परदेशी भी जो तेरी प्रजा इस्राएल का न हो जब वह तेरा नाम सुनकर दूर देश से आए +22244,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_042.wav,वह तो तेरे बड़े नाम और बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा का स���ाचार पाए इसलिए जब ऐसा कोई आकर इस भवन की ओर प्रार्थना करे +22245,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_043.wav,तब तू अपने स्वर्गीय निवासस्थान में से सुन और जिस बात के लिये ऐसा परदेशी तुझे पुकारे उसी के अनुसार व्यवहार करना जिससे पृथ्वी के सब देशों के लोग तेरा नाम जानकर तेरी प्रजा इस्राएल के समान तेरा भय मानें और निश्चय जानें कि यह भवन जिसे मैंने बनाया है वह तेरा ही कहलाता है +22246,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_044.wav,जब तेरी प्रजा के लोग जहाँ कहीं तू उन्हें भेजे वहाँ अपने शत्रुओं से लड़ाई करने को निकल जाएँ और इस नगर की ओर जिसे तूने चुना है और इस भवन की ओर जिसे मैंने तेरे नाम पर बनाया है यहोवा से प्रार्थना करें +22247,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_045.wav,तब तू स्वर्ग में से उनकी प्रार्थना और गिड़गिड़ाहट सुनकर उनका न्याय +22248,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_046.wav,निष्पाप तो कोई मनुष्य नहीं है यदि ये भी तेरे विरुद्ध पाप करें और तू उन पर कोप करके उन्हें शत्रुओं के हाथ कर दे और वे उनको बन्दी बनाकर अपने देश को चाहे वह दूर हो चाहे निकट ले जाएँ +22249,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_047.wav,और यदि वे बँधुआई के देश में सोच विचार करें और फिरकर अपने बन्दी बनानेवालों के देश में तुझ से गिड़गिड़ाकर कहें हमने पाप किया और कुटिलता और दुष्टता की है +22250,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_048.wav,और यदि वे अपने उन शत्रुओं के देश में जो उन्हें बन्दी करके ले गए हों अपने सम्पूर्ण मन और सम्पूर्ण प्राण से तेरी ओर फिरें और अपने इस देश की ओर जो तूने उनके पुरखाओं को दिया था और इस नगर की ओर जिसे तूने चुना है और इस भवन की ओर जिसे मैंने तेरे नाम का बनाया है तुझ से प्रार्थना करें +22251,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_049.wav,तो तू अपने स्वर्गीय निवासस्थान में से उनकी प्रार्थना और गिड़गिड़ाहट सुनना और उनका न्याय करना +22252,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_050.wav,और जो पाप तेरी प्रजा के लोग तेरे विरुद्ध करेंगे और जितने अपराध वे तेरे विरुद्ध करेंगे सब को क्षमा करके उनके बन्दी करनेवालों के मन में ऐसी दया उपजाना कि वे उन पर दया करें +22253,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_051.wav,क्योंकि वे तो तेरी प्रजा और तेरा निज भाग हैं जिन्हें तू लोहे के भट्ठे के मध्य में से अर्थात् मिस्र से निकाल लाया है +22254,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_052.wav,इसलिए तेरी आँखें तेरे दास की गिड़गिड़ाहट और तेरी प्रजा इस्राएल की गिड़गिड़ाहट की ओर ऐसी खुली रहें कि जब जब वे तुझे पुकारें तबतब तू उनकी सुन ले +22255,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_053.wav,क्योंकि हे प्रभु यहोवा अपने उस वचन के अनुसार जो तूने हमारे पुरखाओं को मिस्�� से निकालने के समय अपने दास मूसा के द्वारा दिया था तूने इन लोगों को अपना निज भाग होने के लिये पृथ्वी की सब जातियों से अलग किया है +22256,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_054.wav,जब सुलैमान यहोवा से यह सब प्रार्थना गिड़गिड़ाहट के साथ कर चुका तब वह जो घुटने टेके और आकाश की ओर हाथ फैलाए हुए था यहोवा की वेदी के सामने से उठा +22257,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_055.wav,और खड़ा हो समस्त इस्राएली सभा को ऊँचे स्वर से यह कहकर आशीर्वाद दिया +22258,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_056.wav,धन्य है यहोवा जिसने ठीक अपने कथन के अनुसार अपनी प्रजा इस्राएल को विश्राम दिया है जितनी भलाई की बातें उसने अपने दास मूसा के द्वारा कही थीं उनमें से एक भी बिना पूरी हुए नहीं रही +22259,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_057.wav,हमारा परमेश्वर यहोवा जैसे हमारे पुरखाओं के संग रहता था वैसे ही हमारे संग भी रहे वह हमको त्याग न दे और न हमको छोड़ दे +22260,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_058.wav,वह हमारे मन अपनी ओर ऐसा फिराए रखे कि हम उसके सब मार्गों पर चला करें और उसकी आज्ञाएँ और विधियाँ और नियम जिन्हें उसने हमारे पुरखाओं को दिया था नित माना करें +22261,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_059.wav,और मेरी ये बातें जिनकी मैंने यहोवा के सामने विनती की है वह दिन और रात हमारे परमेश्वर यहोवा के मन में बनी रहें और जैसी प्रतिदिन आवश्यकता हो वैसा ही वह अपने दास का और अपनी प्रजा इस्राएल का भी न्याय किया करे +22262,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_060.wav,और इससे पृथ्वी की सब जातियाँ यह जान लें कि यहोवा ही परमेश्वर है और कोई दूसरा नहीं +22263,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_061.wav,तो तुम्हारा मन हमारे परमेश्वर यहोवा की ओर ऐसी पूरी रीति से लगा रहे कि आज के समान उसकी विधियों पर चलते और उसकी आज्ञाएँ मानते रहो +22264,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_062.wav,तब राजा समस्त इस्राएल समेत यहोवा के सम्मुख मेलबलि चढ़ाने लगा +22265,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_063.wav,और जो पशु सुलैमान ने मेलबलि में यहोवा को चढ़ाए वे बाईस हजार बैल और एक लाख बीस हजार भेड़ें थीं इस रीति राजा ने सब इस्राएलियों समेत यहोवा के भवन की प्रतिष्ठा की +22266,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_064.wav,उस दिन राजा ने यहोवा के भवन के सामनेवाले आँगन के मध्य भी एक स्थान पवित्र किया और होमबलि और अन्नबलि और मेलबलियों की चर्बी वहीं चढ़ाई क्योंकि जो पीतल की वेदी यहोवा के सामने थी वह उनके लिये छोटी थी +22267,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_065.wav,अतः सुलैमान ने और उसके संग समस्त इस्राएल की एक बड़ी सभा ने जो हमात के प्रवेशद्वार से लेकर मिस्र के नाले तक के सब देशों से इकट्ठी हुई थी दो सप्ताह तक अर्थात�� चौदह दिन तक हमारे परमेश्वर यहोवा के सामने पर्व को माना +22268,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_008_066.wav,फिर आठवें दिन उसने प्रजा के लोगों को विदा किया और वे राजा को धन्य धन्य कहकर उस सब भलाई के कारण जो यहोवा ने अपने दास दाऊद और अपनी प्रजा इस्राएल से की थी आनन्दित और मगन होकर अपनेअपने डेरे को चले गए +22269,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_001.wav,जब सुलैमान यहोवा के भवन और राजभवन को बना चुका और जो कुछ उसने करना चाहा था उसे कर चुका +22270,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_002.wav,तब यहोवा ने जैसे गिबोन में उसको दर्शन दिया था वैसे ही दूसरी बार भी उसे दर्शन दिया +22271,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_003.wav,और यहोवा ने उससे कहा जो प्रार्थना गिड़गिड़ाहट के साथ तूने मुझसे की है उसको मैंने सुना है यह जो भवन तूने बनाया है उसमें मैंने अपना नाम सदा के लिये रखकर उसे पवित्र किया है और मेरी आँखें और मेरा मन नित्य वहीं लगे रहेंगे +22272,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_004.wav,और यदि तू अपने पिता दाऊद के समान मन की खराई और सिधाई से अपने को मेरे सामने जानकर चलता रहे और मेरी सब आज्ञाओं के अनुसार किया करे और मेरी विधियों और नियमों को मानता रहे तो मैं तेरा राज्य इस्राएल के ऊपर सदा के लिये स्थिर करूँगा +22273,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_005.wav,जैसे कि मैंने तेरे पिता दाऊद को वचन दिया था तेरे कुल में इस्राएल की गद्दी पर विराजनेवाले सदा बने रहेंगे +22274,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_006.wav,परन्तु यदि तुम लोग या तुम्हारे वंश के लोग मेरे पीछे चलना छोड़ दें और मेरी उन आज्ञाओं और विधियों को जो मैंने तुम को दी हैं न मानें और जाकर पराए देवताओं की उपासना करें और उन्हें दण्डवत् करने लगें +22275,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_007.wav,तो मैं इस्राएल को इस देश में से जो मैंने उनको दिया है काट डालूँगा और इस भवन को जो मैंने अपने नाम के लिये पवित्र किया है अपनी दृष्टि से उतार दूँगा और सब देशों के लोगों में इस्राएल की उपमा दी जाएगी और उसका दृष्टान्त चलेगा +22276,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_008.wav,और यह भवन जो ऊँचे पर रहेगा तो जो कोई इसके पास होकर चलेगा वह चकित होगा और ताली बजाएगा और वे पूछेंगे यहोवा ने इस देश और इस भवन के साथ क्यों ऐसा किया है +22277,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_009.wav,तब लोग कहेंगे उन्होंने अपने परमेश्वर यहोवा को जो उनके पुरखाओं को मिस्र देश से निकाल लाया था तजकर पराए देवताओं को पकड़ लिया और उनको दण्डवत् की और उनकी उपासना की इस कारण यहोवा ने यह सब विपत्ति उन पर डाल दी +22278,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_010.wav,सुलैमान को तो यहोवा के भवन और राजभवन दोनों के बनाने में बीस वर्ष लग गए +22279,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_011.wav,तब सुलैमान ने सोर के राजा हीराम को जिसने उसके मनमाने देवदार और सनोवर की लकड़ी और सोना दिया था गलील देश के बीस नगर दिए +22280,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_012.wav,जब हीराम ने सोर से जाकर उन नगरों को देखा जो सुलैमान ने उसको दिए थे तब वे उसको अच्छे न लगे +22281,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_013.wav,तब उसने कहा हे मेरे भाई ये कैसे नगर तूने मुझे दिए हैं और उसने उनका नाम कबूल देश रखा और यही नाम आज के दिन तक पड़ा है +22282,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_014.wav,फिर हीराम ने राजा के पास एक सौ बीस किक्कार सोना भेजा था +22283,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_015.wav,राजा सुलैमान ने लोगों को जो बेगारी में रखा इसका प्रयोजन यह था कि यहोवा का और अपना भवन बनाए और मिल्लो और यरूशलेम की शहरपनाह और हासोर मगिद्दो और गेजेर नगरों को दृढ़ करे +22284,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_016.wav,गेजेर पर तो मिस्र के राजा फ़िरौन ने चढ़ाई करके उसे ले लिया था और आग लगाकर फूँक दिया और उस नगर में रहनेवाले कनानियों को मार डाला और उसे अपनी बेटी सुलैमान की रानी का निज भाग करके दिया था +22285,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_017.wav,अतः सुलैमान ने गेजेर और नीचेवाले बेथोरोन +22286,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_018.wav,बालात और तामार को जो जंगल में हैं दृढ़ किया ये तो देश में हैं +22287,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_019.wav,फिर सुलैमान के जितने भण्डारवाले नगर थे और उसके रथों और सवारों के नगर उनको वरन् जो कुछ सुलैमान ने यरूशलेम लबानोन और अपने राज्य के सब देशों में बनाना चाहा उन सब को उसने दृढ़ किया +22288,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_020.wav,एमोरी हित्ती परिज्जी हिब्बी और यबूसी जो रह गए थे जो इस्राएली न थे +22289,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_021.wav,उनके वंश जो उनके बाद देश में रह गए और उनको इस्राएली सत्यानाश न कर सके उनको तो सुलैमान ने दास करके बेगारी में रखा और आज तक उनकी वही दशा है +22290,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_022.wav,परन्तु इस्राएलियों में से सुलैमान ने किसी को दास न बनाया वे तो योद्धा और उसके कर्मचारी उसके हाकिम उसके सरदार और उसके रथों और सवारों के प्रधान हुए +22291,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_023.wav,जो मुख्य हाकिम सुलैमान के कामों के ऊपर ठहरके काम करनेवालों पर प्रभुता करते थे ये पाँच सौ पचास थे +22292,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_024.wav,जब फ़िरौन की बेटी दाऊदपुर से अपने उस भवन को आ गई जो सुलैमान ने उसके लिये बनाया था तब उसने मिल्लो को बनाया +22293,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_025.wav,सुलैमान उस वेदी पर जो उसने यहोवा के लिये बनाई थी प्रतिवर्ष तीन बार होमबलि और मेलबलि चढ़ाया करता था और साथ ही उस वेदी पर जो यहोवा के सम्मुख थी धूप जलाया करता थ�� इस प्रकार उसने उस भवन को तैयार कर दिया +22294,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_026.wav,फिर राजा सुलैमान ने एस्योनगेबेर में जो एदोम देश में लाल समुद्र के किनारे एलोत के पास है जहाज बनाए +22295,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_027.wav,और जहाजों में हीराम ने अपने अधिकार के मल्लाहों को जो समुद्र की जानकारी रखते थे सुलैमान के सेवकों के संग भेज दिया +22296,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_009_028.wav,उन्होंने ओपीर को जाकर वहाँ से चार सौ बीस किक्कार सोना राजा सुलैमान को लाकर दिया +22297,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_001.wav,जब शेबा की रानी ने यहोवा के नाम के विषय सुलैमान की कीर्ति सुनी तब वह कठिनकठिन प्रश्नों से उसकी परीक्षा करने को चल पड़ी +22298,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_002.wav,वह तो बहुत भारी दल के साथ मसालों और बहुत सोने और मणि से लदे ऊँट साथ लिये हुए यरूशलेम को आई और सुलैमान के पास पहुँचकर अपने मन की सब बातों के विषय में उससे बातें करने लगी +22299,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_003.wav,सुलैमान ने उसके सब प्रश्नों का उत्तर दिया कोई बात राजा की बुद्धि से ऐसी बाहर न रही कि वह उसको न बता सका +22300,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_004.wav,जब शेबा की रानी ने सुलैमान की सब बुद्धिमानी और उसका बनाया हुआ भवन और उसकी मेज पर का भोजन देखा +22301,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_005.wav,और उसके कर्मचारी किस रीति बैठते और उसके टहलुए किस रीति खड़े रहते और कैसेकैसे कपड़े पहने रहते हैं और उसके पिलानेवाले कैसे हैं और वह कैसी चढ़ाई है जिससे वह यहोवा के भवन को जाया करता है यह सब जब उसने देखा तब वह चकित रह गई +22302,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_006.wav,तब उसने राजा से कहा तेरे कामों और बुद्धिमानी की जो कीर्ति मैंने अपने देश में सुनी थी वह सच ही है +22303,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_007.wav,परन्तु जब तक मैंने आप ही आकर अपनी आँखों से यह न देखा तब तक मैंने उन बातों पर विश्वास न किया परन्तु इसका आधा भी मुझे न बताया गया था तेरी बुद्धिमानी और कल्याण उस कीर्ति से भी बढ़कर है जो मैंने सुनी थी +22304,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_008.wav,धन्य हैं तेरे जन धन्य हैं तेरे ये सेवक जो नित्य तेरे सम्मुख उपस्थित रहकर तेरी बुद्धि की बातें सुनते हैं +22305,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_009.wav,धन्य है तेरा परमेश्वर यहोवा जो तुझ से ऐसा प्रसन्न हुआ कि तुझे इस्राएल की राजगद्दी पर विराजमान किया यहोवा इस्राएल से सदा प्रेम रखता है इस कारण उसने तुझे न्याय और धार्मिकता करने को राजा बना दिया है +22306,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_010.wav,उसने राजा को एक सौ बीस किक्कार सोना बहुत सा सुगन्धद्रव्य और मणि दिया जितना सुगन्धद्रव्य शेबा की रानी ने राजा सुलैमान को दिया ���तना फिर कभी नहीं आया +22307,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_011.wav,फिर हीराम के जहाज भी जो ओपीर से सोना लाते थे बहुत सी चन्दन की लकड़ी और मणि भी लाए +22308,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_012.wav,और राजा ने चन्दन की लकड़ी से यहोवा के भवन और राजभवन के लिये खम्भे और गवैयों के लिये वीणा और सारंगियाँ बनवाईं ऐसी चन्दन की लकड़ी आज तक फिर नहीं आई और न दिखाई पड़ी है +22309,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_013.wav,शेबा की रानी ने जो कुछ चाहा वही राजा सुलैमान ने उसकी इच्छा के अनुसार उसको दिया फिर राजा सुलैमान ने उसको अपनी उदारता से बहुत कुछ दिया तब वह अपने जनों समेत अपने देश को लौट गई +22310,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_014.wav,जो सोना प्रतिवर्ष सुलैमान के पास पहुँचा करता था उसका तौल छः सौ छियासठ किक्कार था +22311,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_015.wav,इसके अतिरिक्त सौदागरों से और व्यापारियों के लेनदेन से और अरब देशों के सब राजाओं और अपने देश के राज्यपालों से भी बहुत कुछ मिलता था +22312,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_016.wav,राजा सुलैमान ने सोना गढ़वाकर दो सौ बड़ीबड़ी ढालें बनवाई एकएक ढाल में छः छः सौ शेकेल सोना लगा +22313,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_017.wav,फिर उसने सोना गढ़वाकर तीन सौ छोटी ढालें भी बनवाईं एकएक छोटी ढाल में तीन माने सोना लगा और राजा ने उनको लबानोन का वन नामक महल में रखवा दिया +22314,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_018.wav,राजा ने हाथी दाँत का एक बड़ा सिंहासन भी बनवाया और उत्तम कुन्दन से मढ़वाया +22315,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_019.wav,उस सिंहासन में छः सीढ़ियाँ थीं और सिंहासन का पिछला भाग गोलाकार था और बैठने के स्थान के दोनों ओर टेक लगी थीं और दोनों टेकों के पास एकएक सिंह खड़ा हुआ बना था +22316,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_020.wav,और छहों सीढ़ियों के दोनों ओर एकएक सिंह खड़ा हुआ बना था कुल बारह सिंह बने थे किसी राज्य में ऐसा सिंहासन कभी नहीं बना +22317,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_021.wav,राजा सुलैमान के पीने के सब पात्र सोने के बने थे और लबानोन का वन नामक महल के सब पात्र भी शुद्ध सोने के थे चाँदी का कोई भी न था सुलैमान के दिनों में उसका कुछ मूल्य न था +22318,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_022.wav,क्योंकि समुद्र पर हीराम के जहाजों के साथ राजा भी तर्शीश के जहाज रखता था और तीनतीन वर्ष पर तर्शीश के जहाज सोना चाँदी हाथी दाँत बन्दर और मयूर ले आते थे +22319,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_023.wav,इस प्रकार राजा सुलैमान धन और बुद्धि में पृथ्वी के सब राजाओं से बढ़कर हो गया +22320,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_024.wav,और समस्त पृथ्वी के लोग उसकी बुद्धि की बातें सुनने को जो परमेश्वर ने उसके मन में उत्पन्न की थीं सुलैमान का दर्शन पाना चाह��े थे +22321,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_025.wav,और वे प्रतिवर्ष अपनीअपनी भेंट अर्थात् चाँदी और सोने के पात्र वस्त्र शस्त्र सुगन्धद्रव्य घोड़े और खच्चर ले आते थे +22322,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_026.wav,सुलैमान ने रथ और सवार इकट्ठे कर लिए उसके चौदह सौ रथ और बारह हजार सवार हो गए और उनको उसने रथों के नगरों में और यरूशलेम में राजा के पास ठहरा रखा +22323,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_027.wav,और राजा ने बहुतायत के कारण यरूशलेम में चाँदी को तो ऐसा कर दिया जैसे पत्थर और देवदार को ऐसा जैसे नीचे के देश के गूलर +22324,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_028.wav,और जो घोड़े सुलैमान रखता था वे मिस्र से आते थे और राजा के व्यापारी उन्हें झुण्डझुण्ड करके ठहराए हुए दाम पर लिया करते थे +22325,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_010_029.wav,एक रथ तो छः सौ शेकेल चाँदी में और एक घोड़ा डेढ़ सौ शेकेल में मिस्र से आता था और इसी दाम पर वे हित्तियों और अराम के सब राजाओं के लिये भी व्यापारियों के द्वारा आते थे +22326,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_001.wav,परन्तु राजा सुलैमान फ़िरौन की बेटी और बहुत सी विजातीय स्त्रियों से जो मोआबी अम्मोनी एदोमी सीदोनी और हित्ती थीं प्रीति करने लगा +22327,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_002.wav,वे उन जातियों की थीं जिनके विषय में यहोवा ने इस्राएलियों से कहा था तुम उनके मध्य में न जाना और न वे तुम्हारे मध्य में आने पाएँ वे तुम्हारा मन अपने देवताओं की ओर निःसन्देह फेरेंगी उन्हीं की प्रीति में सुलैमान लिप्त हो गया +22328,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_003.wav,उसके सात सौ रानियाँ और तीन सौ रखैलियाँ हो गई थीं और उसकी इन स्त्रियों ने उसका मन बहका दिया +22329,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_004.wav,अतः जब सुलैमान बूढ़ा हुआ तब उसकी स्त्रियों ने उसका मन पराए देवताओं की ओर बहका दिया और उसका मन अपने पिता दाऊद की समान अपने परमेश्वर यहोवा पर पूरी रीति से लगा न रहा +22330,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_005.wav,सुलैमान तो सीदोनियों की अश्तोरेत नामक देवी और अम्मोनियों के मिल्कोम नामक घृणित देवता के पीछे चला +22331,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_006.wav,इस प्रकार सुलैमान ने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है और यहोवा के पीछे अपने पिता दाऊद के समान पूरी रीति से न चला +22332,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_007.wav,उन दिनों सुलैमान ने यरूशलेम के सामने के पहाड़ पर मोआबियों के कमोश नामक घृणित देवता के लिये और अम्मोनियों के मोलेक नामक घृणित देवता के लिये एकएक ऊँचा स्थान बनाया +22333,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_008.wav,और अपनी सब विजातीय स्त्रियों के लिये भी जो अपनेअपने देवताओं को धूप जलाती और बलिदान करती थीं उसने ऐसा ही किय��� +22334,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_009.wav,तब यहोवा ने सुलैमान पर क्रोध किया क्योंकि उसका मन इस्राएल के परमेश्वर यहोवा से फिर गया था जिसने दो बार उसको दर्शन दिया था +22335,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_010.wav,और उसने इसी बात के विषय में आज्ञा दी थी कि पराए देवताओं के पीछे न हो लेना तो भी उसने यहोवा की आज्ञा न मानी +22336,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_011.wav,इसलिए यहोवा ने सुलैमान से कहा तुझ से जो ऐसा काम हुआ है और मेरी बँधाई हुई वाचा और दी हुई विधि तूने पूरी नहीं की इस कारण मैं राज्य को निश्चय तुझ से छीनकर तेरे एक कर्मचारी को दे दूँगा +22337,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_012.wav,तो भी तेरे पिता दाऊद के कारण तेरे दिनों में तो ऐसा न करूँगा परन्तु तेरे पुत्र के हाथ से राज्य छीन लूँगा +22338,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_013.wav,फिर भी मैं पूर्ण राज्य तो न छीन लूँगा परन्तु अपने दास दाऊद के कारण और अपने चुने हुए यरूशलेम के कारण मैं तेरे पुत्र के हाथ में एक गोत्र छोड़ दूँगा +22339,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_014.wav,तब यहोवा ने एदोमी हदद को जो एदोमी राजवंश का था सुलैमान का शत्रु बना दिया +22340,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_015.wav,क्योंकि जब दाऊद एदोम में था और योआब सेनापति मारे हुओं को मिट्टी देने गया +22341,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_016.wav,योआब तो समस्त इस्राएल समेत वहाँ छः महीने रहा जब तक कि उसने एदोम के सब पुरुषों का नाश न कर दिया +22342,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_017.wav,तब हदद जो छोटा लड़का था अपने पिता के कई एक एदोमी सेवकों के संग मिस्र को जाने की मनसा से भागा +22343,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_018.wav,और वे मिद्यान से होकर पारान को आए और पारान में से कई पुरुषों को संग लेकर मिस्र में फ़िरौन राजा के पास गए और फ़िरौन ने उसको घर दिया और उसके भोजन व्यवस्था की आज्ञा दी और कुछ भूमि भी दी +22344,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_019.wav,और हदद पर फ़िरौन की बड़े अनुग्रह की दृष्टि हुई और उसने उससे अपनी साली अर्थात् तहपनेस रानी की बहन ब्याह दी +22345,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_020.wav,और तहपनेस की बहन से गनूबत उत्पन्न हुआ और इसका दूध तहपनेस ने फ़िरौन के भवन में छुड़ाया तब गनूबत फ़िरौन के भवन में उसी के पुत्रों के साथ रहता था +22346,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_021.wav,जब हदद ने मिस्र में रहते यह सुना कि दाऊद अपने पुरखाओं के संग जा मिला और योआब सेनापति भी मर गया है तब उसने फ़िरौन से कहा मुझे आज्ञा दे कि मैं अपने देश को जाऊँ +22347,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_022.wav,फ़िरौन ने उससे कहा क्यों मेरे यहाँ तुझे क्या घटी हुई कि तू अपने देश को चला जाना चाहता है उसने उत्तर दिया कुछ नहीं हुई तो भी मुझे अवश्य जाने दे +22348,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_023.wav,फिर पर��ेश्वर ने उसका एक और शत्रु कर दिया अर्थात् एल्यादा के पुत्र रजोन को वह तो अपने स्वामी सोबा के राजा हदादेजेर के पास से भागा था +22349,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_024.wav,और जब दाऊद ने सोबा के जनों को घात किया तब रजोन अपने पास कई पुरुषों को इकट्ठे करके एक दल का प्रधान हो गया और वह दमिश्क को जाकर वहीं रहने और राज्य करने लगा +22350,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_025.wav,उस हानि के साथसाथ जो हदद ने की रजोन भी सुलैमान के जीवन भर इस्राएल का शत्रु बना रहा और वह इस्राएल से घृणा रखता हुआ अराम पर राज्य करता था +22351,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_026.wav,फिर नबात का और सरूआह नामक एक विधवा का पुत्र यारोबाम नामक एक एप्रैमी सरेदावासी जो सुलैमान का कर्मचारी था उसने भी राजा के विरुद्ध सिर उठाया +22352,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_027.wav,उसका राजा के विरुद्ध सिर उठाने का यह कारण हुआ कि सुलैमान मिल्लो को बना रहा था और अपने पिता दाऊद के नगर के दरार बन्द कर रहा था +22353,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_028.wav,यारोबाम बड़ा शूरवीर था और जब सुलैमान ने जवान को देखा कि यह परिश्रमी है तब उसने उसको यूसुफ के घराने के सब काम पर मुखिया ठहराया +22354,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_029.wav,उन्हीं दिनों में यारोबाम यरूशलेम से निकलकर जा रहा था कि शीलोवासी अहिय्याह नबी नई चद्दर ओढ़े हुए मार्ग पर उससे मिला और केवल वे ही दोनों मैदान में थे +22355,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_030.wav,तब अहिय्याह ने अपनी उस नई चद्दर को ले लिया और उसे फाड़कर बारह टुकड़े कर दिए +22356,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_031.wav,तब उसने यारोबाम से कहा दस टुकड़े ले ले क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है सुन मैं राज्य को सुलैमान के हाथ से छीनकर दस गोत्र तेरे हाथ में कर दूँगा +22357,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_032.wav,परन्तु मेरे दास दाऊद के कारण और यरूशलेम के कारण जो मैंने इस्राएल के सब गोत्रों में से चुना है उसका एक गोत्र बना रहेगा +22358,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_033.wav,इसका कारण यह है कि उन्होंने मुझे त्याग कर सीदोनियों की देवी अश्तोरेत और मोआबियों के देवता कमोश और अम्मोनियों के देवता मिल्कोम को दण्डवत् की और मेरे मार्गों पर नहीं चले और जो मेरी दृष्टि में ठीक है वह नहीं किया और मेरी विधियों और नियमों को नहीं माना जैसा कि उसके पिता दाऊद ने किया +22359,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_034.wav,तो भी मैं उसके हाथ से पूर्ण राज्य न ले लूँगा परन्तु मेरा चुना हुआ दास दाऊद जो मेरी आज्ञाएँ और विधियाँ मानता रहा उसके कारण मैं उसको जीवन भर प्रधान ठहराए रखूँगा +22360,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_035.wav,परन्तु उसके पुत्र के हाथ से मैं राज्य अर्थात् दस गोत्र लेकर तुझे दे दूँगा +22361,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_036.wav,और उसके पुत्र को मैं एक गोत्र दूँगा इसलिए कि यरूशलेम अर्थात् उस नगर में जिसे अपना नाम रखने को मैंने चुना है मेरे दास दाऊद का दीपक मेरे सामने सदैव बना रहे +22362,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_037.wav,परन्तु तुझे मैं ठहरा लूँगा और तू अपनी इच्छा भर इस्राएल पर राज्य करेगा +22363,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_038.wav,और यदि तू मेरे दास दाऊद के समान मेरी सब आज्ञाएँ माने और मेरे मार्गों पर चले और जो काम मेरी दृष्टि में ठीक है वही करे और मेरी विधियाँ और आज्ञाएँ मानता रहे तो मैं तेरे संग रहूँगा और जिस तरह मैंने दाऊद का घराना बनाए रखा है वैसे ही तेरा भी घराना बनाए रखूँगा और तेरे हाथ इस्राएल को दूँगा +22364,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_039.wav,इस पाप के कारण मैं दाऊद के वंश को दुःख दूँगा तो भी सदा तक नहीं +22365,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_040.wav,इसलिए सुलैमान ने यारोबाम को मार डालना चाहा परन्तु यारोबाम मिस्र के राजा शीशक के पास भाग गया और सुलैमान के मरने तक वहीं रहा +22366,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_041.wav,सुलैमान की और सब बातें और उसके सब काम और उसकी बुद्धिमानी का वर्णन क्या सुलैमान के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +22367,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_042.wav,सुलैमान को यरूशलेम में सब इस्राएल पर राज्य करते हुए चालीस वर्ष बीते +22368,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_011_043.wav,और सुलैमान मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसको उसके पिता दाऊद के नगर में मिट्टी दी गई और उसका पुत्र रहबाम उसके स्थान पर राजा हुआ +22369,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_001.wav,रहबाम शेकेम को गया क्योंकि सब इस्राएली उसको राजा बनाने के लिये वहीं गए थे +22370,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_002.wav,जब नबात के पुत्र यारोबाम ने यह सुना जो अब तक मिस्र में ही रहता था क्योंकि यारोबाम सुलैमान राजा के डर के मारे भागकर मिस्र में रहता था +22371,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_003.wav,अतः उन लोगों ने उसको बुलवा भेजा तब यारोबाम और इस्राएल की समस्त सभा रहबाम के पास जाकर यह कहने लगी +22372,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_004.wav,तेरे पिता ने तो हम लोगों पर भारी जूआ डाल रखा था तो अब तू अपने पिता की कठिन सेवा को और उस भारी जूआ को जो उसने हम पर डाल रखा है कुछ हलका कर तब हम तेरे अधीन रहेंगे +22373,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_005.wav,उसने कहा अभी तो जाओ और तीन दिन के बाद मेरे पास फिर आना तब वे चले गए +22374,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_006.wav,तब राजा रहबाम ने उन बूढ़ों से जो उसके पिता सुलैमान के जीवन भर उसके सामने उपस्थित रहा करते थे सम्मति ली इस प्रजा को कैसा उत्तर देना उचित है इसमें तुम क्या सम्मति ���ेते हो +22375,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_007.wav,उन्होंने उसको यह उत्तर दिया यदि तू अभी प्रजा के लोगों का दास बनकर उनके अधीन हो और उनसे मधुर बातें कहे तो वे सदैव तेरे अधीन बने रहेंगे +22376,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_008.wav,रहबाम ने उस सम्मति को छोड़ दिया जो बूढ़ों ने उसको दी थी और उन जवानों से सम्मति ली जो उसके संग बड़े हुए थे और उसके सम्मुख उपस्थित रहा करते थे +22377,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_009.wav,उनसे उसने पूछा मैं प्रजा के लोगों को कैसा उत्तर दूँ इसमें तुम क्या सम्मति देते हो उन्होंने तो मुझसे कहा है जो जूआ तेरे पिता ने हम पर डाल रखा है उसे तू हलका कर +22378,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_010.wav,जवानों ने जो उसके संग बड़े हुए थे उसको यह उत्तर दिया उन लोगों ने तुझ से कहा है तेरे पिता ने हमारा जूआ भारी किया था परन्तु तू उसे हमारे लिए हलका कर तू उनसे यह कहना मेरी छिंगुलिया मेरे पिता की कमर से भी मोटी है +22379,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_011.wav,मेरे पिता ने तुम पर जो भारी जूआ रखा था उसे मैं और भी भारी करूँगा मेरा पिता तो तुम को कोड़ों से ताड़ना देता था परन्तु मैं बिच्छुओं से दूँगा +22380,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_012.wav,तीसरे दिन जैसे राजा ने ठहराया था कि तीसरे दिन मेरे पास फिर आना वैसे ही यारोबाम और समस्त प्रजागण रहबाम के पास उपस्थित हुए +22381,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_013.wav,तब राजा ने प्रजा से कड़ी बातें की +22382,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_014.wav,और बूढ़ों की दी हुई सम्मति छोड़कर जवानों की सम्मति के अनुसार उनसे कहा मेरे पिता ने तो तुम्हारा जूआ भारी कर दिया परन्तु मैं उसे और भी भारी कर दूँगा मेरे पिता ने तो कोड़ों से तुम को ताड़ना दी परन्तु मैं तुम को बिच्छुओं से ताड़ना दूँगा +22383,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_015.wav,इस प्रकार राजा ने प्रजा की बात नहीं मानी इसका कारण यह है कि जो वचन यहोवा ने शीलोवासी अहिय्याह के द्वारा नबात के पुत्र यारोबाम से कहा था उसको पूरा करने के लिये उसने ऐसा ही ठहराया था +22384,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_016.wav,जब समस्त इस्राएल ने देखा कि राजा हमारी नहीं सुनता तब वे बोले दाऊद के साथ हमारा क्या अंश हमारा तो यिशै के पुत्र में कोई भाग नहीं हे इस्राएल अपनेअपने डेरे को चले जाओः अब हे दाऊद अपने ही घराने की चिन्ता कर +22385,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_017.wav,अतः इस्राएल अपनेअपने डेरे को चले गए केवल जितने इस्राएली यहूदा के नगरों में बसे हुए थे उन पर रहबाम राज्य करता रहा +22386,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_018.wav,तब राजा रहबाम ने अदोराम को जो सब बेगारों पर अधिकारी था भेज दिया और सब इस्राएलियों ने उसको पथराव किया और वह मर गया तब रहबाम फुर्ती से अपने रथ पर चढ़कर यरूशलेम को भाग गया +22387,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_019.wav,इस प्रकार इस्राएल दाऊद के घराने से फिर गया और आज तक फिरा हुआ है +22388,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_020.wav,यह सुनकर कि यारोबाम लौट आया है समस्त इस्राएल ने उसको मण्डली में बुलवा भेजा और सम्पूर्ण इस्राएल के ऊपर राजा नियुक्त किया और यहूदा के गोत्र को छोड़कर दाऊद के घराने से कोई मिला न रहा +22389,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_021.wav,जब रहबाम यरूशलेम को आया तब उसने यहूदा के समस्त घराने को और बिन्यामीन के गोत्र को जो मिलकर एक लाख अस्सी हजार अच्छे योद्धा थे इकट्ठा किया कि वे इस्राएल के घराने के साथ लड़कर सुलैमान के पुत्र रहबाम के वश में फिर राज्य कर दें +22390,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_022.wav,तब परमेश्वर का यह वचन परमेश्वर के जन शमायाह के पास पहुँचा यहूदा के राजा सुलैमान के पुत्र रहबाम से +22391,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_023.wav,और यहूदा और बिन्यामीन के सब घराने से और सब लोगों से कह यहोवा यह कहता है +22392,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_024.wav,कि अपने भाई इस्राएलियों पर चढ़ाई करके युद्ध न करो तुम अपनेअपने घर लौट जाओ क्योंकि यह बात मेरी ही ओर से हुई है यहोवा का यह वचन मानकर उन्होंने उसके अनुसार लौट जाने को अपनाअपना मार्ग लिया +22393,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_025.wav,तब यारोबाम एप्रैम के पहाड़ी देश के शेकेम नगर को दृढ़ करके उसमें रहने लगा फिर वहाँ से निकलकर पनूएल को भी दृढ़ किया +22394,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_026.wav,तब यारोबाम सोचने लगा अब राज्य दाऊद के घराने का हो जाएगा +22395,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_027.wav,यदि प्रजा के लोग यरूशलेम में बलि करने को जाएँ तो उनका मन अपने स्वामी यहूदा के राजा रहबाम की ओर फिरेगा और वे मुझे घात करके यहूदा के राजा रहबाम के हो जाएँगे +22396,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_028.wav,अतः राजा ने सम्मति लेकर सोने के दो बछड़े बनाए और लोगों से कहा यरूशलेम को जाना तुम्हारी शक्ति से बाहर है इसलिए हे इस्राएल अपने देवताओं को देखो जो तुम्हें मिस्र देश से निकाल लाए हैं +22397,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_029.wav,उसने एक बछड़े को बेतेल और दूसरे को दान में स्थापित किया +22398,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_030.wav,और यह बात पाप का कारण हुई क्योंकि लोग उनमें से एक के सामने दण्डवत् करने को दान तक जाने लगे +22399,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_031.wav,और उसने ऊँचे स्थानों के भवन बनाए और सब प्रकार के लोगों में से जो लेवीवंशी न थे याजक ठहराए +22400,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_032.wav,फिर यारोबाम ने आठवें महीने के पन्द्रहवें दिन यहूदा के पर्व के समान एक पर्व ठहरा दिया और वेदी पर बलि चढ़ाने लगा इस ��ीति उसने बेतेल में अपने बनाए हुए बछड़ों के लिये वेदी पर बलि किया और अपने बनाए हुए ऊँचे स्थानों के याजकों को बेतेल में ठहरा दिया +22401,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_012_033.wav,जिस महीने की उसने अपने मन में कल्पना की थी अर्थात् आठवें महीने के पन्द्रहवें दिन को वह बेतेल में अपनी बनाई हुई वेदी के पास चढ़ गया उसने इस्राएलियों के लिये एक पर्व ठहरा दिया और धूप जलाने को वेदी के पास चढ़ गया +22402,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_001.wav,तब यहोवा से वचन पाकर परमेश्वर का एक जन यहूदा से बेतेल को आया और यारोबाम धूप जलाने के लिये वेदी के पास खड़ा था +22403,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_002.wav,उस जन ने यहोवा से वचन पाकर वेदी के विरुद्ध यह पुकारा वेदी हे वेदी यहोवा यह कहता है कि सुन दाऊद के कुल में योशिय्याह नामक एक लड़का उत्पन्न होगा वह उन ऊँचे स्थानों के याजकों को जो तुझ पर धूप जलाते हैं तुझ पर बलि कर देगा और तुझ पर मनुष्यों की हड्डियाँ जलाई जाएँगी +22404,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_003.wav,और उसने उसी दिन यह कहकर उस बात का एक चिन्ह भी बताया यह वचन जो यहोवा ने कहा है इसका चिन्ह यह है कि यह वेदी फट जाएगी और इस पर की राख गिर जाएगी +22405,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_004.wav,तब ऐसा हुआ कि परमेश्वर के जन का यह वचन सुनकर जो उसने बेतेल की वेदी के विरुद्ध पुकारकर कहा यारोबाम ने वेदी के पास से हाथ बढ़ाकर कहा उसको पकड़ लो तब उसका हाथ जो उसकी ओर बढ़ाया गया था सूख गया और वह उसे अपनी ओर खींच न सका +22406,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_005.wav,और वेदी फट गई और उस पर की राख गिर गई अतः वह चिन्ह पूरा हुआ जो परमेश्वर के जन ने यहोवा से वचन पाकर कहा था +22407,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_006.wav,तब राजा ने परमेश्वर के जन से कहा अपने परमेश्वर यहोवा को मना और मेरे लिये प्रार्थना कर कि मेरा हाथ ज्यों का त्यों हो जाए तब परमेश्वर के जन ने यहोवा को मनाया और राजा का हाथ फिर ज्यों का त्यों हो गया +22408,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_007.wav,तब राजा ने परमेश्वर के जन से कहा मेरे संग घर चलकर अपना प्राण ठण्डा कर और मैं तुझे दान भी दूँगा +22409,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_008.wav,परमेश्वर के जन ने राजा से कहा चाहे तू मुझे अपना आधा घर भी दे तो भी तेरे घर न चलूँगा और इस स्थान में मैं न तो रोटी खाऊँगा और न पानी पीऊँगा +22410,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_009.wav,क्योंकि यहोवा के वचन के द्वारा मुझे यह आज्ञा मिली है कि न तो रोटी खाना और न पानी पीना और न उस मार्ग से लौटना जिससे तू जाएगा +22411,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_010.wav,इसलिए वह उस मार्ग से जिससे बेतेल को गया था न लौटकर दूसरे मार्ग से चला गया +22412,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_011.wav,बेतेल में एक बूढ़ा नबी रहता था और उसके एक बेटे ने आकर उससे उन सब कामों का वर्णन किया जो परमेश्वर के जन ने उस दिन बेतेल में किए थे और जो बातें उसने राजा से कही थीं उनको भी उसने अपने पिता से कह सुनाया +22413,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_012.wav,उसके बेटों ने तो यह देखा था कि परमेश्वर का वह जन जो यहूदा से आया था किस मार्ग से चला गया अतः उनके पिता ने उनसे पूछा वह किस मार्ग से चला गया +22414,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_013.wav,और उसने अपने बेटों से कहा मेरे लिये गदहे पर काठी बाँधो तब उन्होंने गदहे पर काठी बाँधी और वह उस पर चढ़ा +22415,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_014.wav,और परमेश्वर के जन के पीछे जाकर उसे एक बांज वृक्ष के तले बैठा हुआ पाया और उससे पूछा परमेश्वर का जो जन यहूदा से आया था क्या तू वही है +22416,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_015.wav,उसने कहा हाँ वही हूँ उसने उससे कहा मेरे संग घर चलकर भोजन कर +22417,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_016.wav,उसने उससे कहा मैं न तो तेरे संग लौट सकता और न तेरे संग घर में जा सकता हूँ और न मैं इस स्थान में तेरे संग रोटी खाऊँगा न पानी पीऊँगा +22418,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_017.wav,क्योंकि यहोवा के वचन के द्वारा मुझे यह आज्ञा मिली है कि वहाँ न तो रोटी खाना और न पानी पीना और जिस मार्ग से तू जाएगा उससे न लौटना +22419,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_018.wav,उसने कहा जैसा तू नबी है वैसा ही मैं भी नबी हूँ और मुझसे एक दूत ने यहोवा से वचन पाकर कहा कि उस पुरुष को अपने संग अपने घर लौटा ले आ कि वह रोटी खाए और पानी पीए यह उसने उससे झूठ कहा +22420,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_019.wav,अतएव वह उसके संग लौट गया और उसके घर में रोटी खाई और पानी पीया +22421,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_020.wav,जब वे मेज पर बैठे ही थे कि यहोवा का वचन उस नबी के पास पहुँचा जो दूसरे को लौटा ले आया था +22422,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_021.wav,उसने परमेश्वर के उस जन को जो यहूदा से आया था पुकारके कहा यहोवा यह कहता है इसलिए कि तूने यहोवा का वचन न माना और जो आज्ञा तेरे परमेश्वर यहोवा ने तुझे दी थी उसे भी नहीं माना +22423,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_022.wav,परन्तु जिस स्थान के विषय उसने तुझ से कहा था उसमें न तो रोटी खाना और न पानी पीना उसी में तूने लौटकर रोटी खाई और पानी भी पिया है इस कारण तुझे अपने पुरखाओं के कब्रिस्तान में मिट्टी नहीं दी जाएगी +22424,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_023.wav,जब वह खा पी चुका तब उसने परमेश्वर के उस जन के लिये जिसको वह लौटा ले आया था गदहे पर काठी बँधाई +22425,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_024.wav,जब वह मार्ग में चल रहा था तो एक सिंह उसे मिला और उसको मार डाला और उसका शव मार्ग पर पड़ा रहा और गदहा उसके पास खड़ा रहा और सिंह भी लोथ के पास खड़ा रहा +22426,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_025.wav,जो लोग उधर से चले आ रहे थे उन्होंने यह देखकर कि मार्ग पर एक शव पड़ा है और उसके पास सिंह खड़ा है उस नगर में जाकर जहाँ वह बूढ़ा नबी रहता था यह समाचार सुनाया +22427,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_026.wav,यह सुनकर उस नबी ने जो उसको मार्ग पर से लौटा ले आया था कहा परमेश्वर का वही जन होगा जिसने यहोवा के वचन के विरुद्ध किया था इस कारण यहोवा ने उसको सिंह के पंजे में पड़ने दिया और यहोवा के उस वचन के अनुसार जो उसने उससे कहा था सिंह ने उसे फाड़कर मार डाला होगा +22428,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_027.wav,तब उसने अपने बेटों से कहा मेरे लिये गदहे पर काठी बाँधो जब उन्होंने काठी बाँधी +22429,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_028.wav,तब उसने जाकर उस जन का शव मार्ग पर पड़ा हुआ और गदहे और सिंह दोनों को शव के पास खड़े हुए पाया और यह भी कि सिंह ने न तो शव को खाया और न गदहे को फाड़ा है +22430,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_029.wav,तब उस बूढ़े नबी ने परमेश्वर के जन के शव को उठाकर गदहे पर लाद लिया और उसके लिये छाती पीटने लगा और उसे मिट्टी देने को अपने नगर में लौटा ले गया +22431,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_030.wav,और उसने उसके शव को अपने कब्रिस्तान में रखा और लोग हाय मेरे भाई यह कहकर छाती पीटने लगे +22432,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_031.wav,फिर उसे मिट्टी देकर उसने अपने बेटों से कहा जब मैं मर जाऊँगा तब मुझे इसी कब्रिस्तान में रखना जिसमें परमेश्वर का यह जन रखा गया है और मेरी हड्डियाँ उसी की हड्डियों के पास रख देना +22433,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_032.wav,क्योंकि जो वचन उसने यहोवा से पाकर बेतेल की वेदी और सामरिया के नगरों के सब ऊँचे स्थानों के भवनों के विरुद्ध पुकारके कहा है वह निश्चय पूरा हो जाएगा +22434,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_033.wav,इसके बाद यारोबाम अपनी बुरी चाल से न फिरा उसने फिर सब प्रकार के लोगों में से ऊँचे स्थानों के याजक बनाए वरन् जो कोई चाहता था उसका संस्कार करके वह उसको ऊँचे स्थानों का याजक होने को ठहरा देता था +22435,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_013_034.wav,यह बात यारोबाम के घराने का पाप ठहरी इस कारण उसका विनाश हुआ और वह धरती पर से नाश किया गया +22436,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_001.wav,उस समय यारोबाम का बेटा अबिय्याह रोगी हुआ +22437,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_002.wav,तब यारोबाम ने अपनी स्त्री से कहा ऐसा भेष बना कि कोई तुझे पहचान न सके कि यह यारोबाम की स्त्री है और शीलो को चली जा वहाँ अहिय्याह नबी रहता है जिसने मुझसे कहा था तू इस प्रजा का राजा हो जाएगा +22438,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_003.wav,उसके पास तू दस रोटी और टिकियाँ और एक कुप्पी मधु लिये हुए जा और वह तुझे बताएगा कि लड़के का क्या होगा +22439,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_004.wav,यारोबाम की स्त्री ने वैसा ही किया और चलकर शीलो को पहुँची और अहिय्याह के घर पर आई अहिय्याह को तो कुछ सूझ न पड़ता था क्योंकि बुढ़ापे के कारण उसकी आँखें धुन्धली पड़ गई थीं +22440,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_005.wav,और यहोवा ने अहिय्याह से कहा सुन यारोबाम की स्त्री तुझ से अपने बेटे के विषय में जो रोगी है कुछ पूछने को आती है तू उससे येये बातें कहना वह तो आकर अपने को दूसरी औरत बताएगी +22441,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_006.wav,जब अहिय्याह ने द्वार में आते हुए उसके पाँव की आहट सुनी तब कहा हे यारोबाम की स्त्री भीतर आ तू अपने को क्यों दूसरी स्त्री बनाती है मुझे तेरे लिये बुरा सन्देशा मिला है +22442,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_007.wav,तू जाकर यारोबाम से कह कि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा तुझ से यह कहता है मैंने तो तुझको प्रजा में से बढ़ाकर अपनी प्रजा इस्राएल पर प्रधान किया +22443,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_008.wav,और दाऊद के घराने से राज्य छीनकर तुझको दिया परन्तु तू मेरे दास दाऊद के समान न हुआ जो मेरी आज्ञाओं को मानता और अपने पूर्ण मन से मेरे पीछेपीछे चलता और केवल वही करता था जो मेरी दृष्टि में ठीक है +22444,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_009.wav,तूने उन सभी से बढ़कर जो तुझ से पहले थे बुराई की है और जाकर पराए देवता की उपासना की और मूरतें ढालकर बनाईं जिससे मुझे क्रोधित कर दिया और मुझे तो पीठ के पीछे फेंक दिया है +22445,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_010.wav,इस कारण मैं यारोबाम के घराने पर विपत्ति डालूँगा वरन् मैं यारोबाम के कुल में से हर एक लड़के को और क्या बन्धुए क्या स्वाधीन इस्राएल के मध्य हर एक रहनेवाले को भी नष्ट कर डालूँगा और जैसा कोई गोबर को तब तक उठाता रहता है जब तक वह सब उठा नहीं लिया जाता वैसे ही मैं यारोबाम के घराने की सफाई कर दूँगा +22446,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_011.wav,यारोबाम के घराने का जो कोई नगर में मर जाए उसको कुत्ते खाएँगे और जो मैदान में मरे उसको आकाश के पक्षी खा जाएँगे क्योंकि यहोवा ने यह कहा है +22447,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_012.wav,इसलिए तू उठ और अपने घर जा और नगर के भीतर तेरे पाँव पड़ते ही वह बालक मर जाएगा +22448,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_013.wav,उसे तो समस्त इस्राएली छाती पीटकर मिट्टी देंगे यारोबाम के सन्तानों में से केवल उसी को कब्र मिलेगी क्योंकि यारोबाम के घराने में से उसी में कुछ पाया जाता है जो यहोवा इस्राएल के प्रभु की दृष्टि में भला है +22449,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_014.wav,फिर यहोवा इस्राएल के लिये एक ऐसा राजा खड़ा करेगा जो उसी दिन यारोबाम के घराने को नाश कर डालेगा परन्तु कब यह अभी होगा +22450,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_015.wav,क्योंकि यहोवा इस्राएल को ऐसा मारेगा जैसा जल की धारा से नरकट हिलाया जाता है और वह उनको इस अच्छी भूमि में से जो उसने उनके पुरखाओं को दी थी उखाड़कर फरात के पार तितरबितर करेगा क्योंकि उन्होंने अशेरा नामक मूरतें अपने लिये बनाकर यहोवा को क्रोध दिलाया है +22451,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_016.wav,और उन पापों के कारण जो यारोबाम ने किए और इस्राएल से कराए थे यहोवा इस्राएल को त्याग देगा +22452,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_017.wav,तब यारोबाम की स्त्री विदा होकर चली और तिर्सा को आई और वह भवन की डेवढ़ी पर जैसे ही पहुँची कि वह बालक मर गया +22453,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_018.wav,तब यहोवा के वचन के अनुसार जो उसने अपने दास अहिय्याह नबी से कहलाया था समस्त इस्राएल ने उसको मिट्टी देकर उसके लिये शोक मनाया +22454,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_019.wav,यारोबाम के और काम अर्थात् उसने कैसाकैसा युद्ध किया और कैसा राज्य किया यह सब इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में लिखा है +22455,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_020.wav,यारोबाम बाईस वर्ष तक राज्य करके मर गया और अपने पुरखाओं के संग जा मिला और नादाब नामक उसका पुत्र उसके स्थान पर राजा हुआ +22456,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_021.wav,सुलैमान का पुत्र रहबाम यहूदा में राज्य करने लगा रहबाम इकतालीस वर्ष का होकर राज्य करने लगा और यरूशलेम जिसको यहोवा ने सारे इस्राएली गोत्रों में से अपना नाम रखने के लिये चुन लिया था उस नगर में वह सत्रह वर्ष तक राज्य करता रहा और उसकी माता का नाम नामाह था जो अम्मोनी स्त्री थी +22457,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_022.wav,और यहूदी लोग वह करने लगे जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है और अपने पुरखाओं से भी अधिक पाप करके उसकी जलन भड़काई +22458,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_023.wav,उन्होंने तो सब ऊँचे टीलों पर और सब हरे वृक्षों के तले ऊँचे स्थान और लाठें और अशेरा नामक मूरतें बना लीं +22459,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_024.wav,और उनके देश में पुरुषगामी भी थे वे उन जातियों के से सब घिनौने काम करते थे जिन्हें यहोवा ने इस्राएलियों के सामने से निकाल दिया था +22460,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_025.wav,राजा रहबाम के पाँचवें वर्ष में मिस्र का राजा शीशक यरूशलेम पर चढ़ाई करके +22461,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_026.wav,यहोवा के भवन की अनमोल वस्तुएँ और राजभवन की अनमोल वस्तुएँ सब की सब उठा ले गया और सोने की जो ढालें सुलैमान ने बनाई थी सब को वह ले गया +22462,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_027.wav,इसलिए राजा रहबाम ने उनके बदले पीतल की ढालें ���नवाई और उन्हें पहरुओं के प्रधानों के हाथ सौंप दिया जो राजभवन के द्वार की रखवाली करते थे +22463,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_028.wav,और जब जब राजा यहोवा के भवन में जाता था तबतब पहरुए उन्हें उठा ले चलते और फिर अपनी कोठरी में लौटाकर रख देते थे +22464,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_029.wav,रहबाम के और सब काम जो उसने किए वह क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +22465,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_030.wav,रहबाम और यारोबाम में तो सदा लड़ाई होती रही +22466,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_014_031.wav,और रहबाम जिसकी माता नामाह नामक एक अम्मोनिन थी वह मरकर अपने पुरखाओं के साथ जा मिला और उन्हीं के पास दाऊदपुर में उसको मिट्टी दी गई और उसका पुत्र अबिय्याम उसके स्थान पर राज्य करने लगा +22467,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_001.wav,नबात के पुत्र यारोबाम के राज्य के अठारहवें वर्ष में अबिय्याम यहूदा पर राज्य करने लगा +22468,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_002.wav,और वह तीन वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा उसकी माता का नाम माका था जो अबशालोम की पुत्री थीः +22469,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_003.wav,वह वैसे ही पापों की लीक पर चलता रहा जैसे उसके पिता ने उससे पहले किए थे और उसका मन अपने परमेश्वर यहोवा की ओर अपने परदादा दाऊद के समान पूरी रीति से सिद्ध न था +22470,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_004.wav,तो भी दाऊद के कारण उसके परमेश्वर यहोवा ने यरूशलेम में उसे एक दीपक दिया अर्थात् उसके पुत्र को उसके बाद ठहराया और यरूशलेम को बनाए रखा +22471,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_005.wav,क्योंकि दाऊद वह किया करता था जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था और हित्ती ऊरिय्याह की बात के सिवाय और किसी बात में यहोवा की किसी आज्ञा से जीवन भर कभी न मुड़ा +22472,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_006.wav,रहबाम के जीवन भर उसके और यारोबाम के बीच लड़ाई होती रही +22473,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_007.wav,अबिय्याम के और सब काम जो उसने किए क्या वे यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं और अबिय्याम की यारोबाम के साथ लड़ाई होती रही +22474,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_008.wav,अबिय्याम मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसको दाऊदपुर में मिट्टी दी गई और उसका पुत्र आसा उसके स्थान पर राज्य करने लगा +22475,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_009.wav,इस्राएल के राजा यारोबाम के राज्य के बीसवें वर्ष में आसा यहूदा पर राज्य करने लगा +22476,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_010.wav,और यरूशलेम में इकतालीस वर्ष तक राज्य करता रहा और उसकी माता अबशालोम की पुत्री माका थी +22477,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_011.wav,और आसा ने अपने मूलपुरुष दाऊद के समान वही किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था +22478,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_012.wav,उसने तो पुरुषगामियों को देश से निकाल दिया और जितनी मूरतें उसके पुरखाओं ने बनाई थीं उन सभी को उसने दूर कर दिया +22479,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_013.wav,वरन् उसकी माता माका जिसने अशेरा के लिये एक घिनौनी मूरत बनाई थी उसको उसने राजमाता के पद से उतार दिया और आसा ने उसकी मूरत को काट डाला और किद्रोन के नाले में फूँक दिया +22480,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_014.wav,परन्तु ऊँचे स्थान तो ढाए न गए तो भी आसा का मन जीवन भर यहोवा की ओर पूरी रीति से लगा रहा +22481,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_015.wav,और जो सोना चाँदी और पात्र उसके पिता ने अर्पण किए थे और जो उसने स्वयं अर्पण किए थे उन सभी को उसने यहोवा के भवन में पहुँचा दिया +22482,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_016.wav,आसा और इस्राएल के राजा बाशा के बीच उनके जीवन भर युद्ध होता रहा +22483,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_017.wav,इस्राएल के राजा बाशा ने यहूदा पर चढ़ाई की और रामाह को इसलिए दृढ़ किया कि कोई यहूदा के राजा आसा के पास आनेजाने न पाए +22484,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_018.wav,तब आसा ने जितना सोना चाँदी यहोवा के भवन और राजभवन के भण्डारों में रह गया था उस सब को निकाल अपने कर्मचारियों के हाथ सौंपकर दमिश्कवासी अराम के राजा बेन्हदद के पास जो हेज्योन का पोता और तब्रिम्मोन का पुत्र था भेजकर यह कहा +22485,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_019.wav,जैसा मेरे और तेरे पिता के मध्य में वैसा ही मेरे और तेरे मध्य भी वाचा बाँधी जाएः देख मैं तेरे पास चाँदी सोने की भेंट भेजता हूँ इसलिए आ इस्राएल के राजा बाशा के साथ की अपनी वाचा को टाल दे कि वह मेरे पास से चला जाए +22486,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_020.wav,राजा आसा की यह बात मानकर बेन्हदद ने अपने दलों के प्रधानों से इस्राएली नगरों पर चढ़ाई करवाकर इय्योन दान आबेल्वेत्माका और समस्त किन्नेरेत को और नप्ताली के समस्त देश को पूरा जीत लिया +22487,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_021.wav,यह सुनकर बाशा ने रामाह को दृढ़ करना छोड़ दिया और तिर्सा में रहने लगा +22488,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_022.wav,तब राजा आसा ने सारे यहूदा में प्रचार करवाया और कोई अनसुना न रहा तब वे रामाह के पत्थरों और लकड़ी को जिनसे बाशा उसे दृढ़ करता था उठा ले गए और उनसे राजा आसा ने बिन्यामीन के गेबा और मिस्पा को दृढ़ किया +22489,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_023.wav,आसा के अन्य काम और उसकी वीरता और जो कुछ उसने किया और जो नगर उसने दृढ़ किए यह सब क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है परन्तु उसके बुढ़ापे में तो उसे पाँवों का रोग लग गया +22490,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_024.wav,आसा मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसे उसके मूलपुर���ष दाऊद के नगर में उन्हीं के पास मिट्टी दी गई और उसका पुत्र यहोशापात उसके स्थान पर राज्य करने लगा +22491,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_025.wav,यहूदा के राजा आसा के राज्य के दूसरे वर्ष में यारोबाम का पुत्र नादाब इस्राएल पर राज्य करने लगा और दो वर्ष तक राज्य करता रहा +22492,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_026.wav,उसने वह काम किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था और अपने पिता के मार्ग पर वही पाप करता हुआ चलता रहा जो उसने इस्राएल से करवाया था +22493,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_027.wav,नादाब सब इस्राएल समेत पलिश्तियों के देश के गिब्बतोन नगर को घेरे था और इस्साकार के गोत्र के अहिय्याह के पुत्र बाशा ने उसके विरुद्ध राजद्रोह की गोष्ठी करके गिब्बतोन के पास उसको मार डाला +22494,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_028.wav,और यहूदा के राजा आसा के राज्य के तीसरे वर्ष में बाशा ने नादाब को मार डाला और उसके स्थान पर राजा बन गया +22495,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_029.wav,राजा होते ही बाशा ने यारोबाम के समस्त घराने को मार डाला उसने यारोबाम के वंश को यहाँ तक नष्ट किया कि एक भी जीवित न रहा यह सब यहोवा के उस वचन के अनुसार हुआ जो उसने अपने दास शीलोवासी अहिय्याह से कहलवाया था +22496,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_030.wav,यह इस कारण हुआ कि यारोबाम ने स्वयं पाप किए और इस्राएल से भी करवाए थे और उसने इस्राएल के परमेश्वर यहोवा को क्रोधित किया था +22497,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_031.wav,नादाब के और सब काम जो उसने किए वह क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +22498,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_032.wav,आसा और इस्राएल के राजा बाशा के मध्य में तो उनके जीवन भर युद्ध होता रहा +22499,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_033.wav,यहूदा के राजा आसा के राज्य के तीसरे वर्ष में अहिय्याह का पुत्र बाशा तिर्सा में समस्त इस्राएल पर राज्य करने लगा और चौबीस वर्ष तक राज्य करता रहा +22500,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_015_034.wav,और उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था और यारोबाम के मार्ग पर वही पाप करता रहा जिसे उसने इस्राएल से करवाया था +22501,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_001.wav,तब बाशा के विषय यहोवा का यह वचन हनानी के पुत्र येहू के पास पहुँचा +22502,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_002.wav,मैंने तुझको मिट्टी पर से उठाकर अपनी प्रजा इस्राएल का प्रधान किया परन्तु तू यारोबाम की सी चाल चलता और मेरी प्रजा इस्राएल से ऐसे पाप कराता आया है जिनसे वे मुझे क्रोध दिलाते हैं +22503,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_003.wav,सुन मैं बाशा और उसके घराने की पूरी रीति से सफाई कर दूँगा और तेरे घराने को नबात के पुत्र यारोबाम के समान कर दूँगा +22504,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_004.wav,बाशा के घर का जो कोई नगर में मर जाए उसको कुत्ते खा डालेंगे और उसका जो कोई मैदान में मर जाए उसको आकाश के पक्षी खा डालेंगे +22505,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_005.wav,बाशा के और सब काम जो उसने किए और उसकी वीरता यह सब क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +22506,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_006.wav,अन्त में बाशा मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और तिर्सा में उसे मिट्टी दी गई और उसका पुत्र एला उसके स्थान पर राज्य करने लगा +22507,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_007.wav,यहोवा का जो वचन हनानी के पुत्र येहू के द्वारा बाशा और उसके घराने के विरुद्ध आया वह न केवल उन सब बुराइयों के कारण आया जो उसने यारोबाम के घराने के समान होकर यहोवा की दृष्टि में किया था और अपने कामों से उसको क्रोधित किया वरन् इस कारण भी आया कि उसने उसको मार डाला था +22508,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_008.wav,यहूदा के राजा आसा के राज्य के छब्बीसवें वर्ष में बाशा का पुत्र एला तिर्सा में इस्राएल पर राज्य करने लगा और दो वर्ष तक राज्य करता रहा +22509,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_009.wav,जब वह तिर्सा में अर्सा नामक भण्डारी के घर में जो उसके तिर्सावाले भवन का प्रधान था पीकर मतवाला हो गया था तब उसके जिम्री नामक एक कर्मचारी ने जो उसके आधे रथों का प्रधान था +22510,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_010.wav,राजद्रोह की गोष्ठी की और भीतर जाकर उसको मार डाला और उसके स्थान पर राजा बन गया यह यहूदा के राजा आसा के राज्य के सताईसवें वर्ष में हुआ +22511,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_011.wav,और जब वह राज्य करने लगा तब गद्दी पर बैठते ही उसने बाशा के पूरे घराने को मार डाला वरन् उसने न तो उसके कुटुम्बियों और न उसके मित्रों में से एक लड़के को भी जीवित छोड़ा +22512,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_012.wav,इस रीति यहोवा के उस वचन के अनुसार जो उसने येहू नबी के द्वारा बाशा के विरुद्ध कहा था जिम्री ने बाशा का समस्त घराना नष्ट कर दिया +22513,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_013.wav,इसका कारण बाशा के सब पाप और उसके पुत्र एला के भी पाप थे जो उन्होंने स्वयं आप करके और इस्राएल से भी करवाकर इस्राएल के परमेश्वर यहोवा को व्यर्थ बातों से क्रोध दिलाया था +22514,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_014.wav,एला के और सब काम जो उसने किए वह क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखे हैं +22515,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_015.wav,यहूदा के राजा आसा के सताईसवें वर्ष में जिम्री तिर्सा में राज्य करने लगा और तिर्सा में सात दिन तक राज्य करता रहा उस समय लोग पलिश्तियों के देश गिब्बतोन के विरुद्ध डेरे किए हुए थे +22516,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_016.wav,तो जब उन डेरे लगाए हुए लोगों ने सुना कि जिम्री ने राजद्रोह की गोष्ठी करके राजा को मार डाला है तो उसी दिन समस्त इस्राएल ने ओम्री नामक प्रधान सेनापति को छावनी में इस्राएल का राजा बनाया +22517,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_017.wav,तब ओम्री ने समस्त इस्राएल को संग ले गिब्बतोन को छोड़कर तिर्सा को घेर लिया +22518,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_018.wav,जब जिम्री ने देखा कि नगर ले लिया गया है तब राजभवन के गुम्मट में जाकर राजभवन में आग लगा दी और उसी में स्वयं जल मरा +22519,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_019.wav,यह उसके पापों के कारण हुआ क्योंकि उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था क्योंकि वह यारोबाम की सी चाल और उसके किए हुए और इस्राएल से करवाए हुए पाप की लीक पर चला +22520,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_020.wav,जिम्री के और काम और जो राजद्रोह की गोष्ठी उसने की यह सब क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +22521,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_021.wav,तब इस्राएली प्रजा दो भागों में बँट गई प्रजा के आधे लोग तो तिब्नी नामक गीनत के पुत्र को राजा बनाने के लिये उसी के पीछे हो लिए और आधे ओम्री के पीछे हो लिए +22522,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_022.wav,अन्त में जो लोग ओम्री के पीछे हुए थे वे उन पर प्रबल हुए जो गीनत के पुत्र तिब्नी के पीछे हो लिए थे इसलिए तिब्नी मारा गया और ओम्री राजा बन गया +22523,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_023.wav,यहूदा के राजा आसा के इकतीसवें वर्ष में ओम्री इस्राएल पर राज्य करने लगा और बारह वर्ष तक राज्य करता रहा उसने छः वर्ष तो तिर्सा में राज्य किया +22524,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_024.wav,और उसने शेमेर से सामरिया पहाड़ को दो किक्कार चाँदी में मोल लेकर उस पर एक नगर बसाया और अपने बसाए हुए नगर का नाम पहाड़ के मालिक शेमेर के नाम पर सामरिया रखा +22525,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_025.wav,ओम्री ने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था वरन् उन सभी से भी जो उससे पहले थे अधिक बुराई की +22526,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_026.wav,वह नबात के पुत्र यारोबाम की सी सब चाल चला और उसके सब पापों के अनुसार जो उसने इस्राएल से करवाए थे जिसके कारण इस्राएल के परमेश्वर यहोवा को उन्होंने अपने व्यर्थ कर्मों से क्रोध दिलाया था +22527,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_027.wav,ओम्री के और काम जो उसने किए और जो वीरता उसने दिखाई यह सब क्या इस्राएल के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +22528,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_028.wav,ओम्री मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और सामरिया में उसको मिट्टी दी गई और उसका पुत्र अहाब उसके स्थान पर राज्य करने लगा +22529,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_029.wav,यहू���ा के राजा आसा के राज्य के अड़तीसवें वर्ष में ओम्री का पुत्र अहाब इस्राएल पर राज्य करने लगा और इस्राएल पर सामरिया में बाईस वर्ष तक राज्य करता रहा +22530,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_030.wav,और ओम्री के पुत्र अहाब ने उन सबसे अधिक जो उससे पहले थे वह कर्म किए जो यहोवा की दृष्टि में बुरे थे +22531,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_031.wav,उसने तो नबात के पुत्र यारोबाम के पापों में चलना हलकी सी बात जानकर सीदोनियों के राजा एतबाल की बेटी ईजेबेल से विवाह करके बाल देवता की उपासना की और उसको दण्डवत् किया +22532,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_032.wav,उसने बाल का एक भवन सामरिया में बनाकर उसमें बाल की एक वेदी बनाई +22533,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_033.wav,और अहाब ने एक अशेरा भी बनाया वरन् उसने उन सब इस्राएली राजाओं से बढ़कर जो उससे पहले थे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा को क्रोध दिलाने के काम किए +22534,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_016_034.wav,उसके दिनों में बेतेलवासी हीएल ने यरीहो को फिर बसाया जब उसने उसकी नींव डाली तब उसका जेठा पुत्र अबीराम मर गया और जब उसने उसके फाटक खड़े किए तब उसका छोटा पुत्र सगूब मर गया यह यहोवा के उस वचन के अनुसार हुआ जो उसने नून के पुत्र यहोशू के द्वारा कहलवाया था +22535,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_001.wav,तिशबी एलिय्याह जो गिलाद का निवासी था उसने अहाब से कहा इस्राएल का परमेश्वर यहोवा जिसके सम्मुख मैं उपस्थित रहता हूँ उसके जीवन की शपथ इन वर्षों में मेरे बिना कहे न तो मेंह बरसेगा और न ओस पड़ेगी +22536,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_002.wav,तब यहोवा का यह वचन उसके पास पहुँचा +22537,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_003.wav,यहाँ से चलकर पूरब की ओर जा और करीत नामक नाले में जो यरदन के पूर्व में है छिप जा +22538,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_004.wav,उसी नदी का पानी तू पिया कर और मैंने कौवों को आज्ञा दी है कि वे तुझे वहाँ खिलाएँ +22539,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_005.wav,यहोवा का यह वचन मानकर वह यरदन के पूर्व में करीत नामक नदी में जाकर छिपा रहा +22540,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_006.wav,और सवेरे और साँझ को कौवे उसके पास रोटी और माँस लाया करते थे और वह नदी का पानी पिया करता था +22541,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_007.wav,कुछ दिनों के बाद उस देश में वर्षा न होने के कारण नदी सूख गई +22542,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_008.wav,तब यहोवा का यह वचन उसके पास पहुँचा +22543,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_009.wav,चलकर सीदोन के सारफत नगर में जाकर वहीं रह सुन मैंने वहाँ की एक विधवा को तेरे खिलाने की आज्ञा दी है +22544,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_010.wav,अतः वह वहाँ से चल दिया और सारफत को गया नगर के फाटक के पास पहुँचकर उसने क्या देखा कि एक विधवा लकड़ी बीन रही है उसको बुलाकर उसन��� कहा किसी पात्र में मेरे पीने को थोड़ा पानी ले आ +22545,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_011.wav,जब वह लेने जा रही थी तो उसने उसे पुकारके कहा अपने हाथ में एक टुकड़ा रोटी भी मेरे पास लेती आ +22546,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_012.wav,उसने कहा तेरे परमेश्वर यहोवा के जीवन की शपथ मेरे पास एक भी रोटी नहीं है केवल घड़े में मुट्ठी भर मैदा और कुप्पी में थोड़ा सा तेल है और मैं दो एक लकड़ी बीनकर लिए जाती हूँ कि अपने और अपने बेटे के लिये उसे पकाऊँ और हम उसे खाएँ फिर मर जाएँ +22547,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_013.wav,एलिय्याह ने उससे कहा मत डर जाकर अपनी बात के अनुसार कर परन्तु पहले मेरे लिये एक छोटी सी रोटी बनाकर मेरे पास ले आ फिर इसके बाद अपने और अपने बेटे के लिये बनाना +22548,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_014.wav,क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यह कहता है कि जब तक यहोवा भूमि पर मेंह न बरसाएगा तब तक न तो उस घड़े का मैदा समाप्त होगा और न उस कुप्पी का तेल घटेगा +22549,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_015.wav,तब वह चली गई और एलिय्याह के वचन के अनुसार किया तब से वह और स्त्री और उसका घराना बहुत दिन तक खाते रहे +22550,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_016.wav,यहोवा के उस वचन के अनुसार जो उसने एलिय्याह के द्वारा कहा था न तो उस घड़े का मैदा समाप्त हुआ और न उस कुप्पी का तेल घटा +22551,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_017.wav,इन बातों के बाद उस स्त्री का बेटा जो घर की स्वामिनी थी रोगी हुआ और उसका रोग यहाँ तक बढ़ा कि उसका साँस लेना बन्द हो गया +22552,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_018.wav,तब वह एलिय्याह से कहने लगी हे परमेश्वर के जन मेरा तुझ से क्या काम क्या तू इसलिए मेरे यहाँ आया है कि मेरे बेटे की मृत्यु का कारण हो और मेरे पाप का स्मरण दिलाए +22553,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_019.wav,उसने उससे कहा अपना बेटा मुझे दे तब वह उसे उसकी गोद से लेकर उस अटारी पर ले गया जहाँ वह स्वयं रहता था और अपनी खाट पर लिटा दिया +22554,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_020.wav,तब उसने यहोवा को पुकारकर कहा हे मेरे परमेश्वर यहोवा क्या तू इस विधवा का बेटा मार डालकर जिसके यहाँ मैं टिका हूँ इस पर भी विपत्ति ले आया है +22555,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_021.wav,तब वह बालक पर तीन बार पसर गया और यहोवा को पुकारकर कहा हे मेरे परमेश्वर यहोवा इस बालक का प्राण इसमें फिर डाल दे +22556,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_022.wav,एलिय्याह की यह बात यहोवा ने सुन ली और बालक का प्राण उसमें फिर आ गया और वह जी उठा +22557,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_023.wav,तब एलिय्याह बालक को अटारी पर से नीचे घर में ले गया और एलिय्याह ने यह कहकर उसकी माता के हाथ में सौंप दिया देख तेरा बेटा जीवित है +22558,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_017_024.wav,स्त्री ने एलिय्याह से कहा अब मुझे निश्चय हो गया है कि तू परमेश्वर का जन है और यहोवा का जो वचन तेरे मुँह से निकलता है वह सच होता है +22559,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_001.wav,बहुत दिनों के बाद तीसरे वर्ष में यहोवा का यह वचन एलिय्याह के पास पहुँचा जाकर अपने आपको अहाब को दिखा और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूँगा +22560,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_002.wav,तब एलिय्याह अपने आपको अहाब को दिखाने गया उस समय सामरिया में अकाल भारी था +22561,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_003.wav,अहाब ने ओबद्याह को जो उसके घराने का दीवान था बुलवाया +22562,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_004.wav,ओबद्याह तो यहोवा का भय यहाँ तक मानता था कि जब ईजेबेल यहोवा के नबियों को नाश करती थी तब ओबद्याह ने एक सौ नबियों को लेकर पचासपचास करके गुफाओं में छिपा रखा और अन्न जल देकर उनका पालनपोषण करता रहा +22563,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_005.wav,और अहाब ने ओबद्याह से कहा देश में जल के सब सोतों और सब नदियों के पास जा कदाचित् इतनी घास मिले कि हम घोड़ों और खच्चरों को जीवित बचा सके और हमारे सब पशु न मर जाएँ +22564,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_006.wav,अतः उन्होंने आपस में देश बाँटा कि उसमें होकर चलें एक ओर अहाब और दूसरी ओर ओबद्याह चला +22565,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_007.wav,ओबद्याह मार्ग में था कि एलिय्याह उसको मिला उसे पहचानकर वह मुँह के बल गिरा और कहा हे मेरे प्रभु एलिय्याह क्या तू है +22566,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_008.wav,उसने कहा हाँ मैं ही हूँ जाकर अपने स्वामी से कह एलिय्याह मिला है +22567,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_009.wav,उसने कहा मैंने ऐसा क्या पाप किया है कि तू मुझे मरवा डालने के लिये अहाब के हाथ करना चाहता है +22568,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_010.wav,तेरे परमेश्वर यहोवा के जीवन की शपथ कोई ऐसी जाति या राज्य नहीं जिसमें मेरे स्वामी ने तुझे ढूँढ़ने को न भेजा हो और जब उन लोगों ने कहा वह यहाँ नहीं है तब उसने उस राज्य या जाति को इसकी शपथ खिलाई कि वह नहीं मिला +22569,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_011.wav,और अब तू कहता है जाकर अपने स्वामी से कह कि एलिय्याह यहाँ है +22570,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_012.wav,फिर ज्यों ही मैं तेरे पास से चला जाऊँगा त्यों ही यहोवा का आत्मा तुझे न जाने कहाँ उठा ले जाएगा अतः जब मैं जाकर अहाब को बताऊँगा और तू उसे न मिलेगा तब वह मुझे मार डालेगा परन्तु मैं तेरा दास अपने लड़कपन से यहोवा का भय मानता आया हूँ +22571,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_013.wav,क्या मेरे प्रभु को यह नहीं बताया गया कि जब ईजेबेल यहोवा के नबियों को घात करती थी तब मैंने क्या किया कि यहोवा के नबियों में से एक सौ लेकर पचासपचास करके गुफाओं में छिपा रखा और उन्हें अन्न जल देकर पालता रहा +22572,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_014.wav,फिर अब तू कहता है जाकर अपने स्वामी से कह कि एलिय्याह मिला है तब वह मुझे घात करेगा +22573,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_015.wav,एलिय्याह ने कहा सेनाओं का यहोवा जिसके सामने मैं रहता हूँ उसके जीवन की शपथ आज मैं अपने आपको उसे दिखाऊँगा +22574,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_016.wav,तब ओबद्याह अहाब से मिलने गया और उसको बता दिया अतः अहाब एलिय्याह से मिलने चला +22575,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_017.wav,एलिय्याह को देखते ही अहाब ने कहा हे इस्राएल के सतानेवाले क्या तू ही है +22576,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_018.wav,उसने कहा मैंने इस्राएल को कष्ट नहीं दिया परन्तु तू ही ने और तेरे पिता के घराने ने दिया है क्योंकि तुम यहोवा की आज्ञाओं को टालकर बाल देवताओं की उपासना करने लगे +22577,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_019.wav,अब दूत भेजकर सारे इस्राएल को और बाल के साढ़े चार सौ नबियों और अशेरा के चार सौ नबियों को जो ईजेबेल की मेज पर खाते हैं मेरे पास कर्मेल पर्वत पर इकट्ठा कर ले +22578,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_020.wav,तब अहाब ने सारे इस्राएलियों को बुला भेजा और नबियों को कर्मेल पर्वत पर इकट्ठा किया +22579,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_021.wav,और एलिय्याह सब लोगों के पास आकर कहने लगा तुम कब तक दो विचारों में लटके रहोगे यदि यहोवा परमेश्वर हो तो उसके पीछे हो लो और यदि बाल हो तो उसके पीछे हो लो लोगों ने उसके उत्तर में एक भी बात न कही +22580,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_022.wav,तब एलिय्याह ने लोगों से कहा यहोवा के नबियों में से केवल मैं ही रह गया हूँ और बाल के नबी साढ़े चार सौ मनुष्य हैं +22581,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_023.wav,इसलिए दो बछड़े लाकर हमें दिए जाएँ और वे एक अपने लिये चुनकर उसे टुकड़ेटुकड़े काटकर लकड़ी पर रख दें और कुछ आग न लगाएँ और मैं दूसरे बछड़े को तैयार करके लकड़ी पर रखूँगा और कुछ आग न लगाऊँगा +22582,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_024.wav,तब तुम अपने देवता से प्रार्थना करना और मैं यहोवा से प्रार्थना करूँगा और जो आग गिराकर उत्तर दे वही परमेश्वर ठहरे तब सब लोग बोल उठे अच्छी बात +22583,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_025.wav,और एलिय्याह ने बाल के नबियों से कहा पहले तुम एक बछड़ा चुनकर तैयार कर लो क्योंकि तुम तो बहुत हो तब अपने देवता से प्रार्थना करना परन्तु आग न लगाना +22584,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_026.wav,तब उन्होंने उस बछड़े को जो उन्हें दिया गया था लेकर तैयार किया और भोर से लेकर दोपहर तक वह यह कहकर बाल से प्रार्थना करते रहे हे बाल हमारी सुन हे बाल हमारी सुन परन्तु न कोई शब्द और न कोई उत्तर देनेवाला हुआ तब वे अपनी बनाई हुई वेदी पर ��छलने कूदने लगे +22585,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_027.wav,दोपहर को एलिय्याह ने यह कहकर उनका उपहास किया ऊँचे शब्द से पुकारो वह तो देवता है वह तो ध्यान लगाए होगा या कहीं गया होगा या यात्रा में होगा या हो सकता है कि सोता हो और उसे जगाना चाहिए +22586,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_028.wav,और उन्होंने बड़े शब्द से पुकारपुकारके अपनी रीति के अनुसार छुरियों और बर्छियों से अपनेअपने को यहाँ तक घायल किया कि लहू लुहान हो गए +22587,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_029.wav,वे दोपहर भर ही क्या वरन् भेंट चढ़ाने के समय तक नबूवत करते रहे परन्तु कोई शब्द सुन न पड़ा और न तो किसी ने उत्तर दिया और न कान लगाया +22588,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_030.wav,तब एलिय्याह ने सब लोगों से कहा मेरे निकट आओ और सब लोग उसके निकट आए तब उसने यहोवा की वेदी की जो गिराई गई थी मरम्मत की +22589,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_031.wav,फिर एलिय्याह ने याकूब के पुत्रों की गिनती के अनुसार जिसके पास यहोवा का यह वचन आया था तेरा नाम इस्राएल होगा बारह पत्थर छाँटे +22590,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_032.wav,और उन पत्थरों से यहोवा के नाम की एक वेदी बनाई और उसके चारों ओर इतना बड़ा एक गड्ढा खोद दिया कि उसमें दो सआ बीज समा सके +22591,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_033.wav,तब उसने वेदी पर लकड़ी को सजाया और बछड़े को टुकड़ेटुकड़े काटकर लकड़ी पर रख दिया और कहा चार घड़े पानी भर के होमबलि पशु और लकड़ी पर उण्डेल दो +22592,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_034.wav,तब उसने कहा दूसरी बार वैसा ही करो तब लोगों ने दूसरी बार वैसा ही किया फिर उसने कहा तीसरी बार करो तब लोगों ने तीसरी बार भी वैसा ही किया +22593,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_035.wav,और जल वेदी के चारों ओर बह गया और गड्ढे को भी उसने जल से भर दिया +22594,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_036.wav,फिर भेंट चढ़ाने के समय एलिय्याह नबी समीप जाकर कहने लगा हे अब्राहम इसहाक और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा आज यह प्रगट कर कि इस्राएल में तू ही परमेश्वर है और मैं तेरा दास हूँ और मैंने ये सब काम तुझ से वचन पाकर किए हैं +22595,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_037.wav,हे यहोवा मेरी सुन मेरी सुन कि ये लोग जान लें कि हे यहोवा तू ही परमेश्वर है और तू ही उनका मन लौटा लेता है +22596,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_038.wav,तब यहोवा की आग आकाश से प्रगट हुई और होमबलि को लकड़ी और पत्थरों और धूलि समेत भस्म कर दिया और गड्ढे में का जल भी सूखा दिया +22597,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_039.wav,यह देख सब लोग मुँह के बल गिरकर बोल उठे यहोवा ही परमेश्वर है यहोवा ही परमेश्वर है +22598,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_040.wav,एलिय्याह ने उनसे कहा बाल के नबियों को पकड़ लो उनमें से एक भी छूटने न पाए तब उन्हो��ने उनको पकड़ लिया और एलिय्याह ने उन्हें नीचे कीशोन के नाले में ले जाकर मार डाला +22599,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_041.wav,फिर एलिय्याह ने अहाब से कहा उठकर खा पी क्योंकि भारी वर्षा की सनसनाहट सुन पड़ती है +22600,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_042.wav,तब अहाब खानेपीने चला गया और एलिय्याह कर्मेल की चोटी पर चढ़ गया और भूमि पर गिरकर अपना मुँह घुटनों के बीच किया +22601,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_043.wav,और उसने अपने सेवक से कहा चढ़कर समुद्र की ओर दृष्टि करके देख तब उसने चढ़कर देखा और लौटकर कहा कुछ नहीं दिखता एलिय्याह ने कहा फिर सात बार जा +22602,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_044.wav,सातवीं बार उसने कहा देख समुद्र में से मनुष्य का हाथ सा एक छोटा बादल उठ रहा है एलिय्याह ने कहा अहाब के पास जाकर कह रथ जुतवाकर नीचे जा कहीं ऐसा न हो कि तू वर्षा के कारण रुक जाए +22603,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_045.wav,थोड़ी ही देर में आकाश वायु से उड़ाई हुई घटाओं और आँधी से काला हो गया और भारी वर्षा होने लगी और अहाब सवार होकर यिज्रेल को चला +22604,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_018_046.wav,तब यहोवा की शक्ति एलिय्याह पर ऐसी हुई कि वह कमर बाँधकर अहाब के आगेआगे यिज्रेल तक दौड़ता चला गया +22605,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_001.wav,जब अहाब ने ईजेबेल को एलिय्याह के सब काम विस्तार से बताए कि उसने सब नबियों को तलवार से किस प्रकार मार डाला +22606,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_002.wav,तब ईजेबेल ने एलिय्याह के पास एक दूत के द्वारा कहला भेजा यदि मैं कल इसी समय तक तेरा प्राण उनका सा न कर डालूँ तो देवता मेरे साथ वैसा ही वरन् उससे भी अधिक करें +22607,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_003.wav,यह देख एलिय्याह अपना प्राण लेकर भागा और यहूदा के बेर्शेबा को पहुँचकर अपने सेवक को वहीं छोड़ दिया +22608,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_004.wav,और आप जंगल में एक दिन के मार्ग पर जाकर एक झाऊ के पेड़ के तले बैठ गया वहाँ उसने यह कहकर अपनी मृत्यु माँगी हे यहोवा बस है अब मेरा प्राण ले ले क्योंकि मैं अपने पुरखाओं से अच्छा नहीं हूँ +22609,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_005.wav,वह झाऊ के पेड़ तले लेटकर सो गया और देखो एक दूत ने उसे छूकर कहा उठकर खा +22610,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_006.wav,उसने दृष्टि करके क्या देखा कि मेरे सिरहाने पत्थरों पर पकी हुई एक रोटी और एक सुराही पानी रखा है तब उसने खाया और पिया और फिर लेट गया +22611,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_007.wav,दूसरी बार यहोवा का दूत आया और उसे छूकर कहा उठकर खा क्योंकि तुझे बहुत लम्बी यात्रा करनी है +22612,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_008.wav,तब उसने उठकर खाया पिया और उसी भोजन से बल पाकर चालीस दिनरात चलतेचलते परमेश्वर के पर्वत होरेब को पहुँचा +22613,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_009.wav,वहाँ वह एक गुफा में जाकर टिका और यहोवा का यह वचन उसके पास पहुँचा हे एलिय्याह तेरा यहाँ क्या काम +22614,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_010.wav,उसने उत्तर दिया सेनाओं के परमेश्वर यहोवा के निमित्त मुझे बड़ी जलन हुई है क्योंकि इस्राएलियों ने तेरी वाचा टाल दी तेरी वेदियों को गिरा दिया और तेरे नबियों को तलवार से घात किया है और मैं ही अकेला रह गया हूँ और वे मेरे प्राणों के भी खोजी हैं +22615,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_011.wav,उसने कहा निकलकर यहोवा के सम्मुख पर्वत पर खड़ा हो और यहोवा पास से होकर चला और यहोवा के सामने एक बड़ी प्रचण्ड आँधी से पहाड़ फटने और चट्टानें टूटने लगीं तो भी यहोवा उस आँधी में न था फिर आँधी के बाद भूकम्प हुआ तो भी यहोवा उस भूकम्प में न था +22616,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_012.wav,फिर भूकम्प के बाद आग दिखाई दी तो भी यहोवा उस आग में न था फिर आग के बाद एक दबा हुआ धीमा शब्द सुनाई दिया +22617,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_013.wav,यह सुनते ही एलिय्याह ने अपना मुँह चद्दर से ढाँपा और बाहर जाकर गुफा के द्वार पर खड़ा हुआ फिर एक शब्द उसे सुनाई दिया हे एलिय्याह तेरा यहाँ क्या काम +22618,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_014.wav,उसने कहा मुझे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा के निमित्त बड़ी जलन हुई क्योंकि इस्राएलियों ने तेरी वाचा टाल दी और तेरी वेदियों को गिरा दिया है और तेरे नबियों को तलवार से घात किया है और मैं ही अकेला रह गया हूँ और वे मेरे प्राणों के भी खोजी हैं +22619,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_015.wav,यहोवा ने उससे कहा लौटकर दमिश्क के जंगल को जा और वहाँ पहुँचकर अराम का राजा होने के लिये हजाएल का +22620,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_016.wav,और इस्राएल का राजा होने को निमशी के पोते येहू का और अपने स्थान पर नबी होने के लिये आबेलमहोला के शापात के पुत्र एलीशा का अभिषेक करना +22621,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_017.wav,और हजाएल की तलवार से जो कोई बच जाए उसको येहू मार डालेगा और जो कोई येहू की तलवार से बच जाए उसको एलीशा मार डालेगा +22622,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_018.wav,तो भी मैं सात हजार इस्राएलियों को बचा रखूँगा ये तो वे सब हैं जिन्होंने न तो बाल के आगे घुटने टेके और न मुँह से उसे चूमा है +22623,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_019.wav,तब वह वहाँ से चल दिया और शापात का पुत्र एलीशा उसे मिला जो बारह जोड़ी बैल अपने आगे किए हुए आप बारहवीं के साथ होकर हल जोत रहा था उसके पास जाकर एलिय्याह ने अपनी चद्दर उस पर डाल दी +22624,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_020.wav,तब वह बैलों को छोड़कर एलिय्याह के पीछे दौड़ा और कहने लगा मुझे अपने मातापिता को चूमने दे तब म��ं तेरे पीछे चलूँगा उसने कहा लौट जा मैंने तुझ से क्या किया है +22625,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_019_021.wav,तब वह उसके पीछे से लौट गया और एक जोड़ी बैल लेकर बलि किए और बैलों का सामान जलाकर उनका माँस पका के अपने लोगों को दे दिया और उन्होंने खाया तब वह कमर बाँधकर एलिय्याह के पीछे चला और उसकी सेवा टहल करने लगा +22626,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_001.wav,अराम के राजा बेन्हदद ने अपनी सारी सेना इकट्ठी की और उसके साथ बत्तीस राजा और घोड़े और रथ थे उन्हें संग लेकर उसने सामरिया पर चढ़ाई की और उसे घेर के उसके विरुद्ध लड़ा +22627,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_002.wav,और उसने नगर में इस्राएल के राजा अहाब के पास दूतों को यह कहने के लिये भेजा बेन्हदद तुझ से यह कहता है +22628,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_003.wav,तेरा चाँदी सोना मेरा है और तेरी स्त्रियों और बच्चों में जोजो उत्तम हैं वह भी सब मेरे हैं +22629,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_004.wav,इस्राएल के राजा ने उसके पास कहला भेजा हे मेरे प्रभु हे राजा तेरे वचन के अनुसार मैं और मेरा जो कुछ है सब तेरा है +22630,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_005.wav,उन्हीं दूतों ने फिर आकर कहा बेन्हदद तुझ से यह कहता है मैंने तेरे पास यह कहला भेजा था कि तुझे अपनी चाँदी सोना और स्त्रियाँ और बालक भी मुझे देने पड़ेंगे +22631,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_006.wav,परन्तु कल इसी समय मैं अपने कर्मचारियों को तेरे पास भेजूँगा और वे तेरे और तेरे कर्मचारियों के घरों में ढूँढ़ढाँढ़ करेंगे और तेरी जोजो मनभावनी वस्तुएँ निकालें उन्हें वे अपनेअपने हाथ में लेकर आएँगे +22632,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_007.wav,तब इस्राएल के राजा ने अपने देश के सब पुरनियों को बुलवाकर कहा सोच विचार करो कि वह मनुष्य हमारी हानि ही का अभिलाषी है उसने मुझसे मेरी स्त्रियाँ बालक चाँदी सोना मँगवा भेजा है और मैंने इन्कार न किया +22633,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_008.wav,तब सब पुरनियों ने और सब साधारण लोगों ने उससे कहा उसकी न सुनना और न मानना +22634,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_009.wav,तब राजा ने बेन्हदद के दूतों से कहा मेरे प्रभु राजा से मेरी ओर से कहो जो कुछ तूने पहले अपने दास से चाहा था वह तो मैं करूँगा परन्तु यह मुझसे न होगा तब बेन्हदद के दूतों ने जाकर उसे यह उत्तर सुना दिया +22635,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_010.wav,तब बेन्हदद ने अहाब के पास कहला भेजा यदि सामरिया में इतनी धूल निकले कि मेरे सब पीछे चलनेहारों की मुट्ठी भर जाए तो देवता मेरे साथ ऐसा ही वरन् इससे भी अधिक करें +22636,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_011.wav,इस्राएल के राजा ने उत्तर देकर कहा उससे कहो जो हथियार बाँधता हो वह उसके समान न फूल��� जो उन्हें उतारता हो +22637,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_012.wav,यह वचन सुनते ही वह जो अन्य राजाओं समेत डेरों में पी रहा था उसने अपने कर्मचारियों से कहा पाँति बाँधो तब उन्होंने नगर के विरुद्ध पाँति बाँधी +22638,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_013.wav,तब एक नबी ने इस्राएल के राजा अहाब के पास जाकर कहा यहोवा तुझ से यह कहता है यह बड़ी भीड़ जो तूने देखी है उस सब को मैं आज तेरे हाथ में कर दूँगा इससे तू जान लेगा कि मैं यहोवा हूँ +22639,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_014.wav,अहाब ने पूछा किसके द्वारा उसने कहा यहोवा यह कहता है कि प्रदेशों के हाकिमों के सेवकों के द्वारा फिर उसने पूछा युद्ध को कौन आरम्भ करे उसने उत्तर दिया तू ही +22640,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_015.wav,तब उसने प्रदेशों के हाकिमों के सेवकों की गिनती ली और वे दो सौ बत्तीस निकले और उनके बाद उसने सब इस्राएली लोगों की गिनती ली और वे सात हजार निकले +22641,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_016.wav,ये दोपहर को निकल गए उस समय बेन्हदद अपने सहायक बत्तीसों राजाओं समेत डेरों में शराब पीकर मतवाला हो रहा था +22642,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_017.wav,प्रदेशों के हाकिमों के सेवक पहले निकले तब बेन्हदद ने दूत भेजे और उन्होंने उससे कहा सामरिया से कुछ मनुष्य निकले आते हैं +22643,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_018.wav,उसने कहा चाहे वे मेल करने को निकले हों चाहे लड़ने को तो भी उन्हें जीवित ही पकड़ लाओ +22644,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_019.wav,तब प्रदेशों के हाकिमों के सेवक और उनके पीछे की सेना के सिपाही नगर से निकले +22645,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_020.wav,और वे अपनेअपने सामने के पुरुष को मारने लगे और अरामी भागे और इस्राएल ने उनका पीछा किया और अराम का राजा बेन्हदद सवारों के संग घोड़े पर चढ़ा और भागकर बच गया +22646,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_021.wav,तब इस्राएल के राजा ने भी निकलकर घोड़ों और रथों को मारा और अरामियों को बड़ी मार से मारा +22647,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_022.wav,तब उस नबी ने इस्राएल के राजा के पास जाकर कहा जाकर लड़ाई के लिये अपने को दृढ़ कर और सचेत होकर सोच कि क्या करना है क्योंकि नये वर्ष के लगते ही अराम का राजा फिर तुझ पर चढ़ाई करेगा +22648,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_023.wav,तब अराम के राजा के कर्मचारियों ने उससे कहा उन लोगों का देवता पहाड़ी देवता है इस कारण वे हम पर प्रबल हुए इसलिए हम उनसे चौरस भूमि पर लड़ें तो निश्चय हम उन पर प्रबल हो जाएँगे +22649,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_024.wav,और यह भी काम कर अर्थात् सब राजाओं का पद ले ले और उनके स्थान पर सेनापतियों को ठहरा दे +22650,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_025.wav,फिर एक और सेना जो तेरी उस सेना के बराबर हो जो नष्ट हो गई है घोड़े के बदले घोड़ा और रथ के बदले रथ अपने लिये गिन ले तब हम चौरस भूमि पर उनसे लड़ें और निश्चय उन पर प्रबल हो जाएँगे उनकी यह सम्मति मानकर बेन्हदद ने वैसा ही किया +22651,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_026.wav,और नये वर्ष के लगते ही बेन्हदद ने अरामियों को इकट्ठा किया और इस्राएल से लड़ने के लिये अपेक को गया +22652,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_027.wav,और इस्राएली भी इकट्ठे किए गए और उनके भोजन की तैयारी हुई तब वे उनका सामना करने को गए और इस्राएली उनके सामने डेरे डालकर बकरियों के दो छोटे झुण्ड से देख पड़े परन्तु अरामियों से देश भर गया +22653,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_028.wav,तब परमेश्वर के उसी जन ने इस्राएल के राजा के पास जाकर कहा यहोवा यह कहता है अरामियों ने यह कहा है कि यहोवा पहाड़ी देवता है परन्तु नीची भूमि का नहीं है इस कारण मैं उस बड़ी भीड़ को तेरे हाथ में कर दूँगा तब तुम्हें ज्ञात हो जाएगा कि मैं यहोवा हूँ +22654,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_029.wav,और वे सात दिन आमनेसामने डेरे डाले पड़े रहे तब सातवें दिन युद्ध छिड़ गया और एक दिन में इस्राएलियों ने एक लाख अरामी प्यादे मार डाले +22655,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_030.wav,जो बच गए वह अपेक को भागकर नगर में घुसे और वहाँ उन बचे हुए लोगों में से सताईस हजार पुरुष शहरपनाह की दीवार के गिरने से दबकर मर गए बेन्हदद भी भाग गया और नगर की एक भीतरी कोठरी में गया +22656,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_031.wav,तब उसके कर्मचारियों ने उससे कहा सुन हमने तो सुना है कि इस्राएल के घराने के राजा दयालु राजा होते हैं इसलिए हमें कमर में टाट और सिर पर रस्सियाँ बाँधे हुए इस्राएल के राजा के पास जाने दे सम्भव है कि वह तेरा प्राण बचा ले +22657,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_032.wav,तब वे कमर में टाट और सिर पर रस्सियाँ बाँधकर इस्राएल के राजा के पास जाकर कहने लगे तेरा दास बेन्हदद तुझ से कहता है कृपा करके मुझे जीवित रहने दे राजा ने उत्तर दिया क्या वह अब तक जीवित है वह तो मेरा भाई है +22658,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_033.wav,उन लोगों ने इसे शुभ शकुन जानकर फुर्ती से बूझ लेने का यत्न किया कि यह उसके मन की बात है कि नहीं और कहा हाँ तेरा भाई बेन्हदद राजा ने कहा जाकर उसको ले आओ तब बेन्हदद उसके पास निकल आया और उसने उसे अपने रथ पर चढ़ा लिया +22659,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_034.wav,तब बेन्हदद ने उससे कहा जो नगर मेरे पिता ने तेरे पिता से ले लिए थे उनको मैं फेर दूँगा और जैसे मेरे पिता ने सामरिया में अपने लिये सड़कें बनवाईं वैसे ही तू दमिश्क में सड़कें बनवाना अहाब ने कहा मैं इसी वाचा पर तुझे छ���ड़ देता हूँ तब उसने बेन्हदद से वाचा बाँधकर उसे स्वतंत्र कर दिया +22660,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_035.wav,इसके बाद नबियों के दल में से एक जन ने यहोवा से वचन पाकर अपने संगी से कहा मुझे मार जब उस मनुष्य ने उसे मारने से इन्कार किया +22661,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_036.wav,तब उसने उससे कहा तूने यहोवा का वचन नहीं माना इस कारण सुन जैसे ही तू मेरे पास से चला जाएगा वैसे ही सिंह से मार डाला जाएगा तब जैसे ही वह उसके पास से चला गया वैसे ही उसे एक सिंह मिला और उसको मार डाला +22662,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_037.wav,फिर उसको दूसरा मनुष्य मिला और उससे भी उसने कहा मुझे मार और उसने उसको ऐसा मारा कि वह घायल हुआ +22663,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_038.wav,तब वह नबी चला गया और आँखों को पगड़ी से ढाँपकर राजा की बाट जोहता हुआ मार्ग पर खड़ा रहा +22664,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_039.wav,जब राजा पास होकर जा रहा था तब उसने उसकी दुहाई देकर कहा जब तेरा दास युद्ध क्षेत्र में गया था तब कोई मनुष्य मेरी ओर मुड़कर किसी मनुष्य को मेरे पास ले आया और मुझसे कहा इस मनुष्य की चौकसी कर यदि यह किसी रीति छूट जाए तो उसके प्राण के बदले तुझे अपना प्राण देना होगा नहीं तो किक्कार भर चाँदी देना पड़ेगा +22665,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_040.wav,उसके बाद तेरा दास इधरउधर काम में फँस गया फिर वह न मिला इस्राएल के राजा ने उससे कहा तेरा ऐसा ही न्याय होगा तूने आप अपना न्याय किया है +22666,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_041.wav,नबी ने झट अपनी आँखों से पगड़ी उठाई तब इस्राएल के राजा ने उसे पहचान लिया कि वह कोई नबी है +22667,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_042.wav,तब उसने राजा से कहा यहोवा तुझ से यह कहता है इसलिए कि तूने अपने हाथ से ऐसे एक मनुष्य को जाने दिया जिसे मैंने सत्यानाश हो जाने को ठहराया था तुझे उसके प्राण के बदले अपना प्राण और उसकी प्रजा के बदले अपनी प्रजा देनी पड़ेगी +22668,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_020_043.wav,तब इस्राएल का राजा उदास और अप्रसन्न होकर घर की ओर चला और सामरिया को आया +22669,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_001.wav,नाबोत नाम एक यिज्रेली की एक दाख की बारी सामरिया के राजा अहाब के राजभवन के पास यिज्रेल में थी +22670,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_002.wav,इन बातों के बाद अहाब ने नाबोत से कहा तेरी दाख की बारी मेरे घर के पास है तू उसे मुझे दे कि मैं उसमें सागपात की बारी लगाऊँ और मैं उसके बदले तुझे उससे अच्छी एक वाटिका दूँगा नहीं तो तेरी इच्छा हो तो मैं तुझे उसका मूल्य दे दूँगा +22671,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_003.wav,नाबोत ने अहाब से कहा यहोवा न करे कि मैं अपने पुरखाओं का निज भाग तुझे दूँ +22672,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_004.wav,यिज्रेली ��ाबोत के इस वचन के कारण मैं तुझे अपने पुरखाओं का निज भाग न दूँगा अहाब उदास और अप्रसन्न होकर अपने घर गया और बिछौने पर लेट गया और मुँह फेर लिया और कुछ भोजन न किया +22673,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_005.wav,तब उसकी पत्नी ईजेबेल ने उसके पास आकर पूछा तेरा मन क्यों ऐसा उदास है कि तू कुछ भोजन नहीं करता +22674,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_006.wav,उसने कहा कारण यह है कि मैंने यिज्रेली नाबोत से कहा रुपया लेकर मुझे अपनी दाख की बारी दे नहीं तो यदि तू चाहे तो मैं उसके बदले दूसरी दाख की बारी दूँगा और उसने कहा मैं अपनी दाख की बारी तुझे न दूँगा +22675,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_007.wav,उसकी पत्नी ईजेबेल ने उससे कहा क्या तू इस्राएल पर राज्य करता है कि नहीं उठकर भोजन कर और तेरा मन आनन्दित हो यिज्रेली नाबोत की दाख की बारी मैं तुझे दिलवा दूँगी +22676,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_008.wav,तब उसने अहाब के नाम से चिट्ठी लिखकर उसकी अंगूठी की छाप लगाकर उन पुरनियों और रईसों के पास भेज दी जो उसी नगर में नाबोत के पड़ोस में रहते थे +22677,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_009.wav,उस चिट्ठी में उसने यह लिखा उपवास का प्रचार करो और नाबोत को लोगों के सामने ऊँचे स्थान पर बैठाना +22678,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_010.wav,तब दो नीच जनों को उसके सामने बैठाना जो साक्षी देकर उससे कहें तूने परमेश्वर और राजा दोनों की निन्दा की तब तुम लोग उसे बाहर ले जाकर उसको पथरवाह करना कि वह मर जाए +22679,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_011.wav,ईजेबेल की चिट्ठी में की आज्ञा के अनुसार नगर में रहनेवाले पुरनियों और रईसों ने उपवास का प्रचार किया +22680,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_012.wav,और नाबोत को लोगों के सामने ऊँचे स्थान पर बैठाया +22681,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_013.wav,तब दो नीच जन आकर उसके सम्मुख बैठ गए और उन नीच जनों ने लोगों के सामने नाबोत के विरुद्ध यह साक्षी दी नाबोत ने परमेश्वर और राजा दोनों की निन्दा की इस पर उन्होंने उसे नगर से बाहर ले जाकर उसको पथरवाह किया और वह मर गया +22682,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_014.wav,तब उन्होंने ईजेबेल के पास यह कहला भेजा कि नाबोत पथरवाह करके मार डाला गया है +22683,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_015.wav,यह सुनते ही कि नाबोत पथरवाह करके मार डाला गया है ईजेबेल ने अहाब से कहा उठकर यिज्रेली नाबोत की दाख की बारी को जिसे उसने तुझे रुपया लेकर देने से भी इन्कार किया था अपने अधिकार में ले क्योंकि नाबोत जीवित नहीं परन्तु वह मर गया है +22684,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_016.wav,यिज्रेली नाबोत की मृत्यु का समाचार पाते ही अहाब उसकी दाख की बारी अपने अधिकार में लेने के लिये वहाँ जाने को उठ खड़ा हुआ +22685,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_017.wav,तब यहोवा का यह वचन तिशबी एलिय्याह के पास पहुँचा +22686,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_018.wav,चल सामरिया में रहनेवाले इस्राएल के राजा अहाब से मिलने को जा वह तो नाबोत की दाख की बारी में है उसे अपने अधिकार में लेने को वह वहाँ गया है +22687,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_019.wav,और उससे यह कहना कि यहोवा यह कहता है क्या तूने घात किया और अधिकारी भी बन बैठा फिर तू उससे यह भी कहना कि यहोवा यह कहता है जिस स्थान पर कुत्तों ने नाबोत का लहू चाटा उसी स्थान पर कुत्ते तेरा भी लहू चाटेंगे +22688,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_020.wav,एलिय्याह को देखकर अहाब ने कहा हे मेरे शत्रु क्या तूने मेरा पता लगाया है उसने कहा हाँ लगाया तो है और इसका कारण यह है कि जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है उसे करने के लिये तूने अपने को बेच डाला है +22689,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_021.wav,मैं तुझ पर ऐसी विपत्ति डालूँगा कि तुझे पूरी रीति से मिटा डालूँगा और तेरे घर के एकएक लड़के को और क्या बन्धुए क्या स्वाधीन इस्राएल में हर एक रहनेवाले को भी नाश कर डालूँगा +22690,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_022.wav,और मैं तेरा घराना नबात के पुत्र यारोबाम और अहिय्याह के पुत्र बाशा का सा कर दूँगा इसलिए कि तूने मुझे क्रोधित किया है और इस्राएल से पाप करवाया है +22691,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_023.wav,और ईजेबेल के विषय में यहोवा यह कहता है यिज्रेल के किले के पास कुत्ते ईजेबेल को खा डालेंगे +22692,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_024.wav,अहाब का जो कोई नगर में मर जाएगा उसको कुत्ते खा लेंगे और जो कोई मैदान में मर जाएगा उसको आकाश के पक्षी खा जाएँगे +22693,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_025.wav,सचमुच अहाब के तुल्य और कोई न था जिसने अपनी पत्नी ईजेबेल के उकसाने पर वह काम करने को जो यहोवा की दृष्टि में बुरा है अपने को बेच डाला था +22694,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_026.wav,वह तो उन एमोरियों के समान जिनको यहोवा ने इस्राएलियों के सामने से देश से निकाला था बहुत ही घिनौने काम करता था अर्थात् मूरतों की उपासना करने लगा था +22695,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_027.wav,एलिय्याह के ये वचन सुनकर अहाब ने अपने वस्त्र फाड़े और अपनी देह पर टाट लपेटकर उपवास करने और टाट ही ओढ़े पड़ा रहने लगा और दबे पाँवों चलने लगा +22696,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_028.wav,और यहोवा का यह वचन तिशबी एलिय्याह के पास पहुँचा +22697,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_021_029.wav,क्या तूने देखा है कि अहाब मेरे सामने नम्र बन गया है इस कारण कि वह मेरे सामने नम्र बन गया है मैं वह विपत्ति उसके जीते जी उस पर न डालूँगा परन्तु उसके पुत्र के दिनों में मैं उसके घराने पर वह विपत्ति भेजूँगा +22698,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_001.wav,तीन वर्ष तक अरामी और इस्राएली बिना युद्ध के रहे +22699,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_002.wav,तीसरे वर्ष में यहूदा का राजा यहोशापात इस्राएल के राजा के पास गया +22700,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_003.wav,तब इस्राएल के राजा ने अपने कर्मचारियों से कहा क्या तुम को मालूम है कि गिलाद का रामोत हमारा है फिर हम क्यों चुपचाप रहते और उसे अराम के राजा के हाथ से क्यों नहीं छीन लेते हैं +22701,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_004.wav,और उसने यहोशापात से पूछा क्या तू मेरे संग गिलाद के रामोत से लड़ने के लिये जाएगा यहोशापात ने इस्राएल के राजा को उत्तर दिया जैसा तू है वैसा मैं भी हूँ जैसी तेरी प्रजा है वैसी ही मेरी भी प्रजा है और जैसे तेरे घोड़े हैं वैसे ही मेरे भी घोड़े हैं +22702,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_005.wav,फिर यहोशापात ने इस्राएल के राजा से कहा आज यहोवा की इच्छा मालूम कर ले +22703,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_006.wav,तब इस्राएल के राजा ने नबियों को जो कोई चार सौ पुरुष थे इकट्ठा करके उनसे पूछा क्या मैं गिलाद के रामोत से युद्ध करने के लिये चढ़ाई करूँ या रुका रहूँ उन्होंने उत्तर दिया चढ़ाई कर क्योंकि प्रभु उसको राजा के हाथ में कर देगा +22704,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_007.wav,परन्तु यहोशापात ने पूछा क्या यहाँ यहोवा का और भी कोई नबी नहीं है जिससे हम पूछ लें +22705,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_008.wav,इस्राएल के राजा ने यहोशापात से कहा हाँ यिम्ला का पुत्र मीकायाह एक पुरुष और है जिसके द्वारा हम यहोवा से पूछ सकते हैं परन्तु मैं उससे घृणा रखता हूँ क्योंकि वह मेरे विषय कल्याण की नहीं वरन् हानि ही की भविष्यद्वाणी करता है +22706,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_009.wav,यहोशापात ने कहा राजा ऐसा न कहे तब इस्राएल के राजा ने एक हाकिम को बुलवाकर कहा यिम्ला के पुत्र मीकायाह को फुर्ती से ले आ +22707,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_010.wav,इस्राएल का राजा और यहूदा का राजा यहोशापात अपनेअपने राजवस्त्र पहने हुए सामरिया के फाटक में एक खुले स्थान में अपनेअपने सिंहासन पर विराजमान थे और सब भविष्यद्वक्ता उनके सम्मुख भविष्यद्वाणी कर रहे थे +22708,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_011.wav,तब कनाना के पुत्र सिदकिय्याह ने लोहे के सींग बनाकर कहा यहोवा यह कहता है इनसे तू अरामियों को मारतेमारते नाश कर डालेगा +22709,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_012.wav,और सब नबियों ने इसी आशय की भविष्यद्वाणी करके कहा गिलाद के रामोत पर चढ़ाई कर और तू कृतार्थ हो क्योंकि यहोवा उसे राजा के हाथ में कर देगा +22710,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_013.wav,और जो दूत मीकायाह को बुलाने गया था उसने उससे कहा सुन भविष्यद्वक्ता ��क ही मुँह से राजा के विषय शुभ वचन कहते हैं तो तेरी बातें उनकी सी हों तू भी शुभ वचन कहना +22711,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_014.wav,मीकायाह ने कहा यहोवा के जीवन की शपथ जो कुछ यहोवा मुझसे कहे वही मैं कहूँगा +22712,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_015.wav,जब वह राजा के पास आया तब राजा ने उससे पूछा हे मीकायाह क्या हम गिलाद के रामोत से युद्ध करने के लिये चढ़ाई करें या रुके रहें उसने उसको उत्तर दिया हाँ चढ़ाई कर और तू कृतार्थ हो और यहोवा उसको राजा के हाथ में कर दे +22713,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_016.wav,राजा ने उससे कहा मुझे कितनी बार तुझे शपथ धराकर चिताना होगा कि तू यहोवा का स्मरण करके मुझसे सच ही कह +22714,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_017.wav,मीकायाह ने कहा मुझे समस्त इस्राएल बिना चरवाहे की भेड़बकरियों के समान पहाड़ों पर तितर बितर दिखाई पड़ा और यहोवा का यह वचन आया उनका कोई चरवाहा नहीं हैं अतः वे अपनेअपने घर कुशल क्षेम से लौट जाएँ +22715,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_018.wav,तब इस्राएल के राजा ने यहोशापात से कहा क्या मैंने तुझ से न कहा था कि वह मेरे विषय कल्याण की नहीं हानि ही की भविष्यद्वाणी करेगा +22716,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_019.wav,मीकायाह ने कहा इस कारण तू यहोवा का यह वचन सुन मुझे सिंहासन पर विराजमान यहोवा और उसके पास दाएँबाएँ खड़ी हुई स्वर्ग की समस्त सेना दिखाई दी है +22717,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_020.wav,तब यहोवा ने पूछा अहाब को कौन ऐसा बहकाएगा कि वह गिलाद के रामोत पर चढ़ाई करके खेत आए तब किसी ने कुछ और किसी ने कुछ कहा +22718,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_021.wav,अन्त में एक आत्मा पास आकर यहोवा के सम्मुख खड़ी हुई और कहने लगी मैं उसको बहकाऊँगी यहोवा ने पूछा किस उपाय से +22719,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_022.wav,उसने कहा मैं जाकर उसके सब भविष्यद्वक्ताओं में पैठकर उनसे झूठ बुलवाऊँगी यहोवा ने कहा तेरा उसको बहकाना सफल होगा जाकर ऐसा ही कर +22720,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_023.wav,तो अब सुन यहोवा ने तेरे इन सब भविष्यद्वक्ताओं के मुँह में एक झूठ बोलनेवाली आत्मा बैठाई है और यहोवा ने तेरे विषय हानि की बात कही है +22721,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_024.wav,तब कनाना के पुत्र सिदकिय्याह ने मीकायाह के निकट जा उसके गाल पर थप्पड़ मारकर पूछा यहोवा का आत्मा मुझे छोड़कर तुझ से बातें करने को किधर गया +22722,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_025.wav,मीकायाह ने कहा जिस दिन तू छिपने के लिये कोठरी से कोठरी में भागेगा तब तुझे ज्ञात होगा +22723,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_026.wav,तब इस्राएल के राजा ने कहा मीकायाह को नगर के हाकिम आमोन और योआश राजकुमार के पास ले जा +22724,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_027.wav,और उनसे कह राजा यह कहता ��ै कि इसको बन्दीगृह में डालो और जब तक मैं कुशल से न आऊँ तब तक इसे दुःख की रोटी और पानी दिया करो +22725,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_028.wav,और मीकायाह ने कहा यदि तू कभी कुशल से लौटे तो जान कि यहोवा ने मेरे द्वारा नहीं कहा फिर उसने कहा हे लोगों तुम सब के सब सुन लो +22726,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_029.wav,तब इस्राएल के राजा और यहूदा के राजा यहोशापात दोनों ने गिलाद के रामोत पर चढ़ाई की +22727,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_030.wav,और इस्राएल के राजा ने यहोशापात से कहा मैं तो भेष बदलकर युद्ध क्षेत्र में जाऊँगा परन्तु तू अपने ही वस्त्र पहने रहना तब इस्राएल का राजा भेष बदलकर युद्ध क्षेत्र में गया +22728,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_031.wav,अराम के राजा ने तो अपने रथों के बत्तीसों प्रधानों को आज्ञा दी थी न तो छोटे से लड़ो और न बड़े से केवल इस्राएल के राजा से युद्ध करो +22729,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_032.wav,अतः जब रथों के प्रधानों ने यहोशापात को देखा तब कहा निश्चय इस्राएल का राजा वही है और वे उसी से युद्ध करने को मुड़ें तब यहोशापात चिल्ला उठा +22730,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_033.wav,यह देखकर कि वह इस्राएल का राजा नहीं है रथों के प्रधान उसका पीछा छोड़कर लौट गए +22731,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_034.wav,तब किसी ने अटकल से एक तीर चलाया और वह इस्राएल के राजा के झिलम और निचले वस्त्र के बीच छेदकर लगा तब उसने अपने सारथी से कहा मैं घायल हो गया हूँ इसलिए बागडोर फेरकर मुझे सेना में से बाहर निकाल ले चल +22732,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_035.wav,और उस दिन युद्ध बढ़ता गया और राजा अपने रथ में औरों के सहारे अरामियों के सम्मुख खड़ा रहा और साँझ को मर गया और उसके घाव का लहू बहकर रथ के पायदान में भर गया +22733,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_036.wav,सूर्य डूबते हुए सेना में यह पुकार हुई हर एक अपने नगर और अपने देश को लौट जाए +22734,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_037.wav,जब राजा मर गया तब सामरिया को पहुँचाया गया और सामरिया में उसे मिट्टी दी गई +22735,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_038.wav,और यहोवा के वचन के अनुसार जब उसका रथ सामरिया के जलकुण्ड में धोया गया तब कुत्तों ने उसका लहू चाट लिया और वेश्याएँ यहीं स्नान करती थीं +22736,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_039.wav,अहाब के और सब काम जो उसने किए और हाथी दाँत का जो भवन उसने बनाया और जोजो नगर उसने बसाए थे यह सब क्या इस्राएली राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +22737,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_040.wav,अतः अहाब मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसका पुत्र अहज्याह उसके स्थान पर राज्य करने लगा +22738,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_041.wav,इस्राएल के राजा अहाब के राज्य के चौथे वर्ष में आसा का पुत्र य���ोशापात यहूदा पर राज्य करने लगा +22739,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_042.wav,जब यहोशापात राज्य करने लगा तब वह पैंतीस वर्ष का था और पच्चीस वर्ष तक यरूशलेम में राज्य करता रहा और उसकी माता का नाम अजूबा था जो शिल्ही की बेटी थी +22740,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_043.wav,और उसकी चाल सब प्रकार से उसके पिता आसा की सी थी अर्थात् जो यहोवा की दृष्टि में ठीक है वही वह करता रहा और उससे कुछ न मुड़ा तो भी ऊँचे स्थान ढाए न गए प्रजा के लोग ऊँचे स्थानों पर उस समय भी बलि किया करते थे और धूप भी जलाया करते थे +22741,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_044.wav,यहोशापात ने इस्राएल के राजा से मेल किया +22742,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_045.wav,यहोशापात के काम और जो वीरता उसने दिखाई और उसने जोजो लड़ाइयाँ की यह सब क्या यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में नहीं लिखा है +22743,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_046.wav,पुरुषगामियों में से जो उसके पिता आसा के दिनों में रह गए थे उनको उसने देश में से नाश किया +22744,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_047.wav,उस समय एदोम में कोई राजा न था एक नायब राजकाज का काम करता था +22745,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_048.wav,फिर यहोशापात ने तर्शीश के जहाज सोना लाने के लिये ओपीर जाने को बनवा लिए परन्तु वे एस्योनगेबेर में टूट गए इसलिए वहाँ न जा सके +22746,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_049.wav,तब अहाब के पुत्र अहज्याह ने यहोशापात से कहा मेरे जहाजियों को अपने जहाजियों के संग जहाजों में जाने दे परन्तु यहोशापात ने इन्कार किया +22747,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_050.wav,यहोशापात मरकर अपने पुरखाओं के संग जा मिला और उसको उसके पुरखाओं के साथ उसके मूलपुरुष दाऊद के नगर में मिट्टी दी गई और उसका पुत्र यहोराम उसके स्थान पर राज्य करने लगा +22748,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_051.wav,यहूदा के राजा यहोशापात के राज्य के सत्रहवें वर्ष में अहाब का पुत्र अहज्याह सामरिया में इस्राएल पर राज्य करने लगा और दो वर्ष तक इस्राएल पर राज्य करता रहा +22749,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_052.wav,और उसने वह किया जो यहोवा की दृष्टि में बुरा था और उसकी चाल उसके माता पिता और नबात के पुत्र यारोबाम की सी थी जिसने इस्राएल से पाप करवाया था +22750,data/cleaned/hindi/1KI/1KI_022_053.wav,जैसे उसका पिता बाल की उपासना और उसे दण्डवत् करने से इस्राएल के परमेश्वर यहोवा को क्रोधित करता रहा वैसे ही अहज्याह भी करता रहा