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डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की उन्नति के लिए लड़ रहे हैं वहीं विपक्ष सिर्फ कुर्सी के लिए लड़ रहा है। बिहार में विपक्ष कुर्सी के लिए इकट्ठा हुआ था लेकिन अभी भी पूरा विपक्ष मिलकर अपना दूल्हा तय नहीं कर पाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी दुनिया को भारत की शक्ति से परिचय कराया है। बलिया, जागरण टीमः डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश की उन्नति के लिए लड़ रहे हैं, वहीं विपक्ष सिर्फ कुर्सी के लिए लड़ रहा है। बिहार में विपक्ष कुर्सी के लिए इकट्ठा हुआ था, लेकिन अभी भी पूरा विपक्ष मिलकर अपना दूल्हा तय नहीं कर पाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरी दुनिया को भारत की शक्ति से परिचय कराया है। देश को गुलाम रखने वाले इंग्लैंड को पछाड़कर दुनिया का पांचवां आर्थिक महाशक्ति वाला देश बन चुका है। 2047 में भारत दुनिया का तीसरा महाशक्ति बनेगा। वह हल्दीरामपुर श्रीलालमणि ऋषि इंटर कॉलेज के खेल मैदान में केंद्र सरकार के नौ साल पूरे होने पर आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद रवींद्र कुशवाहा के कार्यों की सराहना की। कहा कि बलिया में मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए बहुत जल्द शिलान्यास होगा। आजादी की लड़ाई में बलिया ने देश को अलग संदेश दिया था। उसी तरह यहां के लोगों की आवाज बीजेपी के पक्ष में मजबूत होनी चाहिए। डिप्टी सीएम ने कहा कि 2024 के मध्य में रामलला के मंदिर का लोकार्पण होगा। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार और यूपी के योगी सरकार के कई योजनाओं की भी चर्चा की। कहा कि आज प्रदेश के 92 प्रतिशत राजकीय स्कूलों का कायाकल्प योजना से कायाकल्प किया गया। इस वजह से सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूल से बेहतर हैं। प्रदेश में 65 मेडिकल कॉलेज बन चुके हैं। सरकार ने मुस्लिम बहनों को तीन तलाक के भय से मुक्ति दिलाई। कांग्रेस सरकार के कारण दुनिया में भारत की छवि खराब हुई थी। आज देश बदल रहा है। जनसभा में गोरखपुर सांसद और भोजपुरी फिल्म अभिनेता रवि किशन शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आज आतंकवादियों को संरक्षण देने वालाें का झुंड इकट्ठा हो रहा है। उन्हें जनता जवाब देगी। देश की जनता इस रामराज्य को जाने नहीं देगी। सांसद ने भोजपुरी अंदाज में लोगों को देश के राजनीति की हकीकत से अवगत कराया। कहा कि पटना में विपक्ष इकट्ठा हो रहा है। विपक्ष कह रहा है कि पीएम को हटाना है। काहे हटाना है, किसी को नहीं पता। सवाल किया कि जिसने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, सुरक्षा, शौचालय, आवास दिया, उसे जनता क्यूं हटाएगी। आज यूपी में बाबा का राम राज्य है, जहां माफिया को मिट्टी में मिला दिया जाता है।
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जबलपुर, संदीप कुमार। गोसलपुर में रहने वाले युवक राहुल सिंह का आज पाँच दिन बीत जाने के बाद भी पता नही चला है, बुधवार की शाम को घर के बाहर से राहुल अचानक ही गायब हो गया था, घटना के बाद से ही उसका मोबाइल बन्द है इधर राहुल के पिता ने बताया है कि बेटे के गायब होने के बाद एक फोन काल आया था जिसमे 15 लाख रु की फिरौती माँगी गई थी, फिलहाल जबलपुर (jabalpur) पुलिस कटनी-पन्ना-दमोह में राहुल की तलाश में जुटी हुई है। राहुल सिंह उर्फ गोलू का अप्रैल में विवाह था, कटनी जिले में उसका विवाह होना था,सगाई हो चुकी थी पर विवाह के ठीक एक माह पहले ही उसका घर से अचानक ही गायब हो जाना कई तरह के संदेह पैदा कर रहा है,हालांकि अभी तक पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि गोसलपुर स्टेशन रोड पर राहुल के मोबाइल की अंतिम लोकेशन मिली थी, उसके बाद से राहुल का मोबाइल बंद है,बुधवार की शाम को राहुल सिंह के गायब हो जाने के बाद अज्ञात आरोपियों के द्वारा फिरौती के 1500000 रुपए की मांग की गई थी और उसके बाद से फिरौती मांगने वाले का भी मोबाइल भी बंद हो गया है,इतना ही नहीं दोबारा आरोपियों ने राहुल के पिता मलखान सिंह से संपर्क भी नहीं किया है, लिहाजा इसके चलते पुलिस को आरोपियों की तलाश करने में खासी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। राहुल सिंह के दिनदहाड़े घर से गायब हो जाने के बाद एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे, तो वही आज भी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवेश सिंह बघेल एस. डी. ओ. पी प्रभात शुक्ला समेत कई अन्य अधिकारी गोसलपुर में ही डेरा डाले बैठे हुए हैं, इस बीच पुलिस ने कई संदिग्धों से पूछताछ भी की है, हम आपको बता दें कि राहुल सिंह के पिता मलखान सिंह रेत के कारोबारी हैं, पुलिस ने मलखान सिंह भी पूछताछ की थी पर कुछ अहम सुराग पुलिस को नहीं मिला।
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राजस्थान में लगातार बढ़ते जा रहे कोरोना संक्रमण के आंकड़ों ने एक बार फिर राजस्थान के लोगों की चिंता बढ़ा दी है। केवल आंकड़े ही नहीं बल्कि राजस्थान में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा दिन ब दिन लगातार बढ़ता जा रहा है। बात करें यदि पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों की तो राजस्थान में 293 में पॉजिटिव केस मिले हैं। इसके अलावा राजस्थान में कोरोना से 3 मौत हो चुकी है। लेकिन इसके बावजूद राजस्थान में अभी तक कोई भी गाइडलाइन जारी नहीं हुई है। और इसके अलावा न ही कोई सैंपलिंग बढ़ाने पर काम किया गया है। जबकि देश के कुछ अन्य राज्यों में गाइड लाइन जारी कर दी गई है। वहीं प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्रा ने भी अपने कोविड संक्रमित होने की जानकारी दी है। उन्होने सोशल मीडिया में ट्वीट करते हुए बताया कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है तो जो भी उनके संपर्क में आए हो वो भी अलर्ट रहे। हालांकि राजस्थान में बढ़ते जा रहे कोरोना के मामलों को लेकर अभी तक सरकार ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है लेकिन इसके अलावा चिकित्सा विभाग के उच्च स्तरीय अधिकारियों ने सभी सीएमएचओ को निर्देश दिए हैं कि कोरोना टेस्टिंग सैंपलिंग बढ़ाई जाए। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा संक्रमित लोगों का पता चल सके और उन्हें इलाज मुहैया कराया जा सके।
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167 ) जीर्ण जिनेन्द्रभवनं वसुधापुरन्ध्न्याः कर्णावतंस इव कालवशादतीव । ये ऽभ्युद्धरन्ति सुकृतैकविलासभाजस्तेषां तु कीर्तिरवनीजनकर्णपूरः ॥ ४४ 168) धर्मः समुद्धृतस्तेन कुलकीर्तिर्नवीकृता । न्यरोधि' नारकः पन्था येन जीर्णोद्धृतिः कृता । ४५ 169 ) पोतो रत्नमपूर्णो गिति जलधि भिधमानो धृतस्तैदेहः कुष्ठेन शीर्णः सुरवपुरुपमस्तैः कृतः प्राणभाजाम् । आकृष्यैत्रान्त कास्यादम तमित्र तरां पायिताः प्राणिनस्तैमैंः प्रासादो जिनानां पुनी नवतां प्रापितः शीर्यमाणः ॥ 170 ) विश्वं विलङ्घ्य लोभांशाः प्रसरन्तो निवारिताः । तेन स्वं द्रविणं येन जीर्णे वेश्मनि योजितम् ॥ ४७ [ ३. ४४जो अतिशय पुण्यशाली जन पृथिवीरूप पुत्रवती स्त्री के वर्णफूल के समान कालवशात् जीर्णशीर्ण हये जिनमदिर का जीर्णोद्धार करते है, उनका यश भूमण्डलगत समस्त जन को कर्णके समान सुशोभित करता है ॥ ४४ ॥ जिसने जिनमदिर का जीर्णोद्धार किया है, उसने धर्म का उद्धार करके अपने वशकी कीर्ति को नवीन किया है, तथा नरक के मार्ग को रोक दिया है - नरक मे जाने से अपने को बचा लिया है ॥ ४५ ॥ जिन्होंने जीर्ण हुए जिनेश्वर के प्रासाद को पुन नवीन किया टूटनेवाली रत्लो से भरी हुई नौका को झट से डूबने से बचा लिया है, गलित प्राणियों के शरीर को देव-शरीर के समान सुंदर बनाया है, अथवा यम के मुख से निकालकर उन्हे अतिशय अमृत ही पिलाया है ॥ ४६ ॥ है, उन्होंने समुद्र मे उन्होंने कुष्ठ रोग से उन्होंने प्राणियों को जिसने अपने धन का सदुपयोग जीर्ण जिनमदिर के उद्धार मे किया है, उसने जगत को लाघकर आकाश मे फैलनेवाले लोभाशो को रोक दिया है, ऐसा समझना चाहिये । तात्पर्य यह कि, महा लोभ को उत्पन्न करनेवाले धन को जिनमदिर के निर्माण कार्य मे लगानेसे वह लोभ नष्ट होता है ॥ ४७ ॥ ४४) कुण्डल इव. 2 अतीव जीर्णम् 3 कुण्डल इव । ४५ ) 1 निवारित 2 जीर्णोद्धरणम् । ४६ ) 1 समुद्रे 2 प्राणिनाम् 3 यमवदनात् 4 नवीन कारापितम् । ४७) 1 संसार ।
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Xiaomi ने जहां पिछले महीने ही Redmi 7A को भारत में लॉन्च किया था वहीँ अब इसे कंपनी ने ओपन सेल में उपलब्ध कराया है। कंपनी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी इसकी जानकारी दी गयी है। यह सेल केवल लिमिटेड समय के लिए ही है जहां यूज़र्स को फ़्लैश सेल के इंतज़ार किये बिना ही मोबाइल खरीदने का मौका है। Xiaomi Redmi 7A 12 अगस्त से 18 अगस्त तक ओपन सेल में उपलब्ध होगा। Now our smart desh will get its smartphone anytime it needs. Get the #Redmi7A anytime you want from 12th - 18th August. Redmi 7A sale के तहत यूज़र्स mi.com और Flipkart से फ़ोन खरीद सकते हैं। स्मार्टफोन को कंपनी ने 'Smart Desh Ka Smartphone' के तौर पर सेल में उतारा है। इस फ़ोन को भारत में 5,999 रुपये की शुरुआती कीमत में लॉन्च किया गया है जिसमें यूज़र्स को 2 जीबी रैम + 16 जीबी स्टोरेज वैरिएंट मिलता है। वहीँ इसके फोन के 2 जीबी रैम + 32 जीबी स्टोरेज वैरिएंट को यूज़र्स 6,199 रुपये की कीमत में खरीद सकते हैं। फोन में 5.45-इंच की IPS LCD डिस्प्ले दी गई है जिसका एस्पेक्ट रेश्यो 18:9 है और यह एक HD+ डिस्प्ले है।Redmi 7A डिवाइस को पॉलीकार्बोनेट बैक दिया गया है और इसे स्प्लेश प्रुफ बनाने के लिए P2i नेनो-कोटिंग दी गई है। Xiaomi Redmi 7A को एंडरोइड 9 पाई पर आधारित MIUI 10 पर लॉन्च किया गया है। रेडमी 7A को स्नैपड्रेगन 439 ओक्टा-कोर चिपसेट के साथ लॉन्च किया गया है जो 2.0GHz पर क्लोक्ड है। डिवाइस में डेडिकेटेड माइक्रो SD कार्ड स्लॉट दिया गया है और बढ़िया कॉलिंग के लिए 4G VoLTE मिल रहा है। Xiaomi ने डिवाइस में 4,000mAh की बैटरी दी गई है और कैमरा की बात करें तो डिवाइस में 12 मेगापिक्सल का सोनी IMX486 सेंसर दिया गया है। सेल्फी के लिए डिवाइस में 5 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है। हैंडसेट के बैक पर फिंगरप्रिंट सेन्सर दिया गया है और साथ ही यह AI-आधारित फेस अनलॉक भी सपोर्ट करता है। कनैक्टीविटी के लिए डिवाइस में ड्यूल-सिम, 4G VoLTE, Wi-Fi, ब्लुटूथ 4.2, GPS, माइक्रो USB पोर्ट और 3.5mm हैडफोन जैक दिया गया है।
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धमतरी, 6 जुलाई . सावन माह शुरू होने के तीसरे दिन अंचल में गरज-चमक के साथ पहली बरसात हुई. रूक-रूककर घंटों हुई इस बारिश ने लोगों को असहनीय गर्मी व उमस से राहत दी. अच्छी बारिश से अब खरीफ खेती-किसानी में तेजी आएगी. सावन माह की शुरूआत चार जुलाई से हुई है. पहले व दूसरे दिन तापमान का पारा 34 डिग्री तक चढ़ गया था. असहनीय धूप व गर्मी ने सभी वर्ग को बेहाल कर दिया था. किसानों की चिंता बढ़ा दी थी. सावन माह लगने के बाद सभी झमाझम बारिश का इंतजार था. बादल बन रहा था, लेकिन वर्षा नहीं हो रही थी, इस बीच सावन माह के तीसरे दिन सुबह आसमान में धूप खिला. उमस बना रहा, लेकिन सुबह 10 बजे के बाद मौसम ने अचानक करवट ली. बादल छाने के साथ बारिश की शुरूआत हुई. दोपहर को गरज चमक के साथ रूक-रूककर घंटों झमाझम बारिश हुई. सावन माह की पहली बारिश ने लोगों को शीतलता प्रदान की. बारिश के बाद वातावरण ठंडी हुई. गर्मी और उमस से हर वर्ग ने राहत ली है. सुबह से दोपहर तक लोग बारिश से बचने छतरी, रैनकोट लेकर घरों से बाहर निकले. कामकाजी लोग, शासकीय दफ्तरों के अधिकारी-कर्मचारी भी रैनकोट के सहारे दफ्तर पहुंचे. बारिश से शहर की गलियां, चौक-चौराहों में घुटने तक पानी भर गया. पूरे सड़क पर लोग छतरी व रैनकोट में सावन माह में दिखे. लगातार हुई बारिश से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई. बूंदाबांदी व रिमझिम बारिश देर शाम तक होती रही, लेकिन रात में बारिश थम गई. सावन माह के शुरूआत में अच्छी बारिश हुई. आषाढ़ माह में थमी बारिश के बाद सावन माह के तीसरे दिन हुई बारिश से खेत-खलिहानों में पानी भर गया है. रोपाई में अब तेजी आएगी. वहीं लेही पद्धति से भी तेजी के साथ बोनी की जाएगी. किसान व मजदूर खेतों में व्यस्त हो जाएंगे. उपसंचालक कृषि मोनेश कुमार के अनुसार जिले में पांच से सात प्रतिशत किसानों के खेतों में रोपाई शुरू हो गई है. ज्यादार किसानों ने अपने खेतों में बोता फसल के लिए जोताई करके बीइज का छिड़काव कर चुके हैं. वहीं लेही पद्धति से खेती-किसानी जारी है. जिले में चालू मानसून के दौरान एक जून से अब तक 220. 6 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है. कार्यालय Collector भू-अभिलेख नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार धमतरी तहसील में 253. 3 मिमी, कुरूद में 250 मिमी, मगरलोड में 226. 7 मिमी, नगरी में 212. 8 मिमी, भखारा में 260 मिमी, कुकरेल में 191 मिमी और बेलरगांव तहसील में 150. 1 मिमी वर्षा दर्ज की गई है. यह बारिश पिछले साल की तुलना में अधिक है.
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दक्षिण एशियाई क्षेत्र में कोरोना संकट से निपटने के लिए रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सार्क देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ जिस तरह से संवाद किया और मदद के हाथ बढ़ाए, वह सिर्फ सार्क देशों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए बड़ा संदेश है। भारत ने इस तरह की पहल करके यह दिखाया है कि जब दुनिया एक महामारी का सामना कर रही है तो ऐसे में वह सारे मतभेदों को भुलाते हुए सबके साथ मिल कर इस चुनौती से निपटने को तैयार है और जो भी मदद मांगेगा, उसे दी जाएगी। कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए प्रधानमंत्री ने सार्क देशों के समक्ष एक आपात कोष बनाने का प्रस्ताव रखा और उसमें भारत की ओर से एक करोड़ डॉलर देने की घोषणा भी की गई। यह कदम इसलिए महत्त्वपूर्ण है कि सार्क देशों में दुनिया की कुल आबादी का पांचवां हिस्सा रहता है और सार्क क्षेत्र में कोरोना के अब तक एक सौ चौहत्तर मामले सामने आए हैं, जिनमें एक सौ सात भारत में हैं। भारत का यह प्रयास जरूरी इसलिए भी है कि अभी सार्क देशों में कोरोना की स्थिति चीन या यूरोप की तरह बेकाबू नहीं हुई है। चीन से फैली इस बीमारी ने जिस तरह से पूरी दुनिया को अपनी जद में ले लिया है, उसे देखते हुए यह डर बना हुआ है कि कहीं यह संक्रमण सार्क देशों में फैल जाए। हालांकि थोड़े-थोड़े मामले सभी देशों में देखने को मिले हैं। लेकिन अब सतर्कता जरूरी है। सतत निगरानी और बचाव के जरूरी उपायों से ही इसे फैलने से रोका जा सकता है। नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, पाकिस्तान और अफगानिस्तान भारत के सबसे करीबी पड़ोसी हैं। ऐसे में इन देशों को बचाना और जरूरत पड़ने पर मदद करना भारत का दायित्व है। भारत ने सिर्फ पैसे के जरिए ही नहीं, बल्कि इलाज में इस्तेमाल होने वाले जरूरी सामान और उपकरणों की मदद भी देने की बात कही है। भारत ने कोरोना के मरीजों और संदिग्धों की पहचान और उनकी गतिविधियों के बारे में जानकारी देने वाला इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस पोर्टल तैयार किया है और सभी सार्क देशों को भी इसे उपलब्ध कराने की बात कही है। जरूरत पड़ने पर डॉक्टरों की टीम भी भेजने का भरोसा दिया है। भारत इसी तरह की मदद के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जी-20 समूह के देशों की मदद का भी प्रस्ताव रख चुका है। लेकिन दुख और हैरानी की बात यह है कि संकट के इन क्षणों में भी हमारा सबसे करीबी पड़ोसी देश पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया। जब प्रधानमंत्री मोदी मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे थे और दूसरे राष्ट्राध्यक्ष गंभीरता से उन्हें सुन रहे थे, तब पाकिस्तान ने सीधे कश्मीर की बात की। इतना ही नहीं, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री तो इस बैठक में शरीक भी नहीं हुए और उन्होंने स्वास्थ्य मामलों के अपने एक विशेष सहायक जफर मिर्जा को बैठक में भेज दिया। इससे पता चलता है कि संकट के वक्त में भी पाकिस्तान की प्राथमिकता क्या है। बेहतर होता इमरान खान खुद बैठक में पहुंचते और कोरोना से निपटने के लिए मदद का कोई ऐसा प्रस्ताव रखते या ऐसी बात करते जिसमें इंसानियत झलकती। इसके उलट जफर मिर्जा ने यह कह दिया कि हालात की गंभीरता को देखते हुए भारत सबसे पहले जम्मू-कश्मीर से सारे प्रतिंबध हटाए। हालांकि पाकिस्तान से किसी अच्छी पहल की उम्मीद भी नहीं की जा सकती। जब दुनिया में लोग महामारी से मर रहे हों और खुद पाकिस्तान भी इससे अछूता नहीं है, ऐसे में कश्मीर का मुद्दा उठा कर उसने अपना असली चेहरा ही दिखाया है।
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मनोज वर्मा, कैथल : भारत विकास परिषद कैथल शाखा द्वारा गुरु वंदन छात्र अभिनन्दन कार्यक्रम न्यूटन पब्लिक स्कूल मानस रोड में मनाया गया । प्रेस सचिव डॉ. अभिषेक गोयल ने बताया कि, कार्यक्रम का शुभारम्भ भारत माँ के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया । विद्यालय के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन के विषय में, गुरु - शिष्य सम्बन्धों के विषय में और शिक्षा के महत्व पर अपने- अपने विचार रखे। उन्होंने देशभक्ति गीत तथा नाटक के माध्यम से गुरु की महिमा का वर्णन किया। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक हरीश चावला की अगुवाई में बच्चों द्वारा अध्यापकों के चरणों में पुष्प अर्पित किये गए और फूल माला उनके गले में डाल कर उनका आभार प्रकट किया गया। भाविप सदस्यों ने शाल तथा लोई पहना कर अध्यापकों को सम्मानित किया तथा उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। सचिव अश्वनी अग्रवाल ने विद्यार्थियों को परिषद् के बारे में जानकारी दी तथा शिक्षक दिवस पर प्रकाश डाला। स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रवीण प्रजापति ने शिक्षकों तथा बच्चों को बधाई दी तथा परिषद सदस्यों का इस सुन्दर आयोजन पर धन्यवाद किया। शाखा अध्यक्ष रामपाल सिंगला ने एस अवसर पर बोलते हुए कहा कि गुरु की महिमा अपरम्पार है, जिसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने स्कूल की प्रधानाचार्या, अध्यापकों तथा बच्चों का आभार प्रकट किया। परिषद् की ओर से स्कूल को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया । इस कार्यक्रम में नरेश मित्तल, बक्शीश गिरधर, राजीव गोयल, सतीश निरवानी, डॉ. अभिषेक गोयल, सतपाल भारद्वाज, नीरज मित्तल, सीमा सिंगला, वीना गर्ग,उषा चावला तथा मंजू निरवानी उपस्थित रहे।
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DEHRADUN : उत्तराखंड परिवहन विभाग भी अब सोशल नेटवर्किंग साइट के जरिए लोगों की प्रॉब्लम्स सॉल्व करेगा। परिवहन विभाग ने सोशल साइट फेसबुक पर अपना अकाउंट बनाया है। दिल्ली की तर्ज पर शुरू हो रही इस कवायद के पीछे परिवहन विभाग के अधिकारियों का आम जनता से डायरेक्ट जुड़ना बताया जा रहा है। प्रक्रिया के तहत इस फेसबुक पेज पर पब्लिक फ्रेंड लिस्ट में शामिल होंगी। 'रोड सेफ्टी' के तहत फे्रंड लिस्ट में शामिल लोगों को प्रति दिन एमवी एक्ट की एक धारा से रूबरू कराया जाएगा। विभाग के इस फेसबुक पेज को स्वयं परिवहन आयुक्त एस रामास्वामी हैंडल करेंगे। जबकि, हर दिन पेज को अपडेट करने के लिए बकायदा एक पूरा स्टाफ तय किया जा रहा है। हाल ही में पिछले दिनों फेसबुक के इस पेज का उद्घाटन परिवहन मुख्यालय में किया गया। परिवहन मुख्यालय के अनुसार अब जनता सीधे परिवहन आयुक्त को अपनी समस्या से अवगत करा सकती हैं। अगर समस्या गंभीर हुई तो संभागीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) को समस्या के निराकरण के लिए जरूरी निर्देश दिए जाएंगे। साथ ही पेज पर हर दिन एमवी एक्ट की पाठशाला भी आयोजित की जाएगी, जिसके तहत रोड साइन, यातायात नियम, रोड सेफ्टी का पाठ फ्रेंडलिस्ट में शामिल लोगों को पढ़ाया जाएगा। मुख्य संपादक के अलावा पेज के संपादक, सहायक परिवहन आयुक्त राजीव मेहरा के अतिरिक्त दो अन्य अधिकारियों को उप संपादक बनाया गया है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) संदीप सैनी ने बताया कि फेसबुक पेज की कवायद एक अभिनव प्रयास है। इससे जहां काम में पारदर्शिता आने के साथ ही आम लोगों को सीधे आरटीओ कार्यालय की पॉलिसी और नियम भी पता चल सकेंगे। फेसबुक के अकाउंट पर जाने के लिए 'सर्च' बार में उत्तराखंड ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट लिखना होगा। इसके बाद फेसबुक पेज पर लाइक करके आप पेज की फ्रेंडलिस्ट में शामिल हो सकते हैं।
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प्रिलिम्स के लियेः अमोनिया, बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन, अमोनिया की ऊर्जा घनत्व, हैबर-बॉश प्रक्रिया, हरित हाइड्रोजन/हरित अमोनिया नीति। मेन्स के लियेः चर्चा में क्यों? हाल ही में अमोनिया द्वारा संचालित एक आंतरिक दहन इंजन (Internal Combustion Engine- ICE) ऑटोमोटिव उद्योग में लोकप्रियता हासिल कर रहा है। - यह अनोखा तरीका रुचिकर लग रहा है क्योंकि यह पारंपरिक आंतरिक दहन इंजन (ICE) सिस्टम से पूरी तरह से अलग नहीं होने या बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (Battery Electric Vehicles- BEV) में परिवर्तित होने के बावजूद वैकल्पिक प्रणोदन प्रौद्योगिकियों की खोज करता है। ICE सिस्टम और BEV सिस्टमः - आंतरिक दहन इंजन (ICE) सिस्टमः - ICE वाहन पारंपरिक इंजनों का उपयोग करते हैं जो बिजली उत्पन्न करने के लिये जीवाश्म ईंधन (जैसे, पेट्रोल या डीज़ल) को जलाते हैं। - ईंधन को हवा के साथ मिलाकर प्रज्ज्वलित किया जाता है और परिणामस्वरूप होने वाले विस्फोट से वाहन के पहिये चलते हैं। - ये सिस्टम आमतौर पर कारों, ट्रकों और मोटरसाइकिलों में पाए जाते हैं। - ये निकास गैसों का उत्सर्जन करते हैं और वायु प्रदूषण एवं ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में योगदान देते हैं। - ICE वाहन पारंपरिक इंजनों का उपयोग करते हैं जो बिजली उत्पन्न करने के लिये जीवाश्म ईंधन (जैसे, पेट्रोल या डीज़ल) को जलाते हैं। - बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (BEVs): - BEV इलेक्ट्रिक वाहन हैं जो इलेक्ट्रिक मोटर को पावर देने के लिये पूरी तरह से रिचार्जेबल बैटरी पर निर्भर होते हैं। - उन्हें ग्रिड से बिजली का उपयोग करके चार्ज किया जाना चाहिये, जिसे नवीकरणीय ऊर्जा सहित विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न किया जा सकता है। - वे शून्य टेलपाइप उत्सर्जन उत्पन्न करते हैं और पर्यावरण के अनुकूल माने जाते हैं। - BEV इलेक्ट्रिक वाहन हैं जो इलेक्ट्रिक मोटर को पावर देने के लिये पूरी तरह से रिचार्जेबल बैटरी पर निर्भर होते हैं। अमोनिया के वर्तमान प्रमुख अनुप्रयोगः - परिचयः - अमोनिया एक रासायनिक यौगिक है जिसका सूत्र NH3 है। यह तीक्ष्ण गंध वाली रंगहीन गैस है जिसका व्यापक रूप से विभिन्न औद्योगिक, कृषि और घरेलू अनुप्रयोगों में प्रयोग किया जाता है। - प्रमुख अनुप्रयोगः - कृषिः फसल वृद्धि के लिये आवश्यक अमोनिया आधारित उर्वरकों, जैसे अमोनियम नाइट्रेट और यूरिया के उत्पादन में प्रमुख घटक के रूप में। - रासायनिक उद्योगः नाइट्रिक एसिड, अमोनियम सल्फेट और विभिन्न नाइट्रोजन-आधारित यौगिकों जैसे पदार्थों के उत्पादन में मौलिक घटक के रूप में। - यह नायलॉन की तरह सिंथेटिक फाइबर के निर्माण में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। - विनिर्माणः औद्योगिक प्रशीतन प्रणालियों और एयर कंडीशनिंग में एक रेफ्रिजरेंट के रूप में। - इसके अलावा, अमोनिया का उपयोग रंगों के निर्माण और रंगाई प्रक्रियाओं में pH नियामक के रूप में किया जाता है। - घरेलू अनुप्रयोगः काँच और फर्श क्लीनर सहित घरेलू सफाई उत्पादों में एक घटक के रूप में। अमोनिया को ईंधन के रूप में उपयोग करने के फायदेः - उच्च ऊर्जा घनत्वः अमोनिया में उच्च ऊर्जा घनत्व होता है, जिसका अर्थ है कि यह एक बहुत बड़ी मात्रा में ऊर्जा संगृहीत और मुक्त कर सकता है, जो इसे दीर्घकालिक अनुप्रयोगों के लिये उपयुक्त बनाता है। - अमोनिया में लिथियम-आयन बैटरी की तुलना में 9 गुना और संपीड़ित हाइड्रोजन की तुलना में 3 गुना अधिक ऊर्जा घनत्व होता है। - कम कार्बन उत्सर्जनः अमोनिया में दहन के दौरान लगभग शून्य कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जन करने की क्षमता होती है, जो विशेषकर जीवाश्म ईंधन की तुलना में इसे पर्यावरण के अनुकूल विकल्प बनाती है । - ब्रिज ईंधनः अमोनिया एक ब्रिज ईंधन के रूप में कार्य कर सकता है, जो पारंपरिक जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करने में मदद करता है और स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों की ओर एक संक्रमणकालीन बफर प्रदान करता है। - इसके अलावा, अमोनिया का उपयोग ऊर्जा मिश्रण में विविधता लाकर और एकल ऊर्जा स्रोत पर निर्भरता को कम करके देश की ऊर्जा सुरक्षा को बेहतर कर सकता है। अमोनिया को ईंधन के रूप में उपयोग करने से संबंधित प्रमुख चुनौतियाँः - पर्यावरणीय प्रभावः ईंधन के रूप में अमोनिया दहन के दौरान लगभग शून्य CO2 उत्सर्जित होता है। - किंतु वर्तमान अमोनिया इंजन अभी भी अपूर्ण दहन हुए अमोनिया और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) सहित निकास गैसों का उत्सर्जन करते हैं, जो पर्यावरण एवं स्वास्थ्य के लिये खतरा उत्पन्न करते हैं। - वायुमंडल में नाइट्रोजन के परिणामस्वरूप आमतौर पर क्षोभमंडलीय ओज़ोन की मात्रा अधिक हो जाती है जिसके परिणामस्वरूप श्वसन संबंधी बीमारियाँ और अम्लीय वर्षा होती है। - किंतु वर्तमान अमोनिया इंजन अभी भी अपूर्ण दहन हुए अमोनिया और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) सहित निकास गैसों का उत्सर्जन करते हैं, जो पर्यावरण एवं स्वास्थ्य के लिये खतरा उत्पन्न करते हैं। - उत्पादन संबंधी चुनौतियाँः अमोनिया का उत्पादन आम तौर पर हैबर-बॉश प्रक्रिया पर निर्भर करता है, जो महत्त्वपूर्ण मात्रा में ऊर्जा की खपत करता है और जीवाश्म ईंधन पर आधारित है। - हरित अमोनिया उत्पादन, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा एवं हाइड्रोजन के सतत् स्रोतों का उपयोग शामिल है, अभी भी विकास के प्रारंभिक चरण में है तथा लागत और स्केलेबिलिटी चुनौतियों का सामना कर रहा है। - हानियाँः अमोनिया अत्यधिक विषैला होता है, यदि ठीक से प्रबंधन न किया जाए तो यह मनुष्यों और पर्यावरण के लिये स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न कर सकता है। - इसके अतिरिक्त, इसके हनिकारक प्रभावों और संक्षारकता के कारण दुर्घटनाएँ अथवा गलत संचालन के कारण गंभीर परिणाम घटित हो सकते हैं। - ईंधन गुणवत्ता मानकः ईंधन के रूप में अमोनिया के लिये निरंतर गुणवत्ता मानकों को विकसित करना और उनको लागू करना जटिल हो सकता है, विशेषर जब अमोनिया विभिन्न स्रोतों से अथवा अशुद्धियों के विभिन्न स्तरों के साथ उत्पादित होता है। नोटः भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय ने फरवरी 2022 में ग्रीन हाइड्रोजन/ग्रीन अमोनिया नीति को अधिसूचित किया है जो नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करने वाले ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया के निर्माताओं के लिये विभिन्न प्रोत्साहन एवं समर्थन उपाय प्रदान करता है। आगे की राहः - बेहतर इंजन प्रौद्योगिकीः अधिक कुशल और स्वच्छ अमोनिया इंजन बनाने के लिये अनुसंधान और विकास में निवेश करने की आवश्यकता है। - इसमें दहन प्रक्रियाओं को अनुकूलित करना और ऐसे इंजन डिज़ाइन करना शामिल है जो न्यूनतम (NOx) उत्सर्जन के साथ अमोनिया ईंधन का उपयोग करने में सक्षम हों। - इंजन डिज़ाइन में व्यावहारिक विकास के साथ अमोनिया एक अधिक व्यवहार्य विकल्प बन सकता है। - सुरक्षा प्रशिक्षणः अमोनिया उद्योग में शामिल श्रमिकों के लिये व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम लागू करना। उचित संचालन, सुरक्षा प्रोटोकॉल और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रशिक्षण अमोनिया की विषाक्तता से जुड़े जोखिमों को कम कर सकते हैं। - बाज़ार प्रोत्साहनः अमोनिया को ईंधन के रूप में अपनाने को प्रोत्साहित देने हेतु कर क्रेडिट या सब्सिडी जैसे बाज़ार प्रोत्साहन प्रदान करना, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहाँ इसके उपयोग से समुद्री परिवहन जैसे महत्त्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। - अमोनिया हाइब्रिडः हाइब्रिड सिस्टम विकसित करना जो अमोनिया को अन्य नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों, जैसे सौर और पवन ऊर्जा के साथ जोड़ता है। - कम नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन की अवधि के दौरान अमोनिया का उपयोग ईंधन के रूप में किया जा सकता है। प्रश्न. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः (2019) उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? उत्तरः (d) प्रश्न. भारत में रासायनिक उर्वरकों के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजियेः (2020) उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? उत्तरः (b)
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कई वर्षों के लिए डीजेआईबाजार पर सबसे अच्छा क्वाडकोप्टर लॉन्च करता है। तीसरी पीढ़ी के फैंटम को कोई अपवाद नहीं था - दो संस्करणों में प्रस्तुत किया गया और सर्वश्रेष्ठ समीक्षा क्वाड्रोपॉप्टर फैंटॉम 3 प्राप्त हुई, जो जल्द ही विश्वव्यापी लोकप्रियता प्राप्त कर ली। निर्माता कई महीने बादड्रोन के नए संस्करण की रिलीज ने मानक के एक अद्यतन संस्करण को जारी किया है, जो पेशेवर और उन्नत संस्करणों के विपरीत, 4K रिज़ॉल्यूशन में कैमरा रिकॉर्डिंग वीडियो के रूप में चरम विशेषताओं और दो किलोमीटर की संचार दूरी नहीं है। प्रेत 3 क्वाड्रोपॉप्टर का एक मानक संस्करण अपने मूल दफ़्ती में प्रदान किया जाता है। पैकेज में शामिल हैंः - क्वाडकोप्टर डीजेआई प्रेत 3। - ली-पोल बुद्धिमान बैटरी। - 500 मीटर की संचार रेंज के साथ रिमोट कंट्रोल। - 4 टुकड़ों की मात्रा में अतिरिक्त प्रोपेलरों का एक सेट। - निर्देश मैनुअल, मामले पर ब्लेड, एक लिफाफा और स्टिकर परिवहन के लिए एक कवर। - कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए केबल। Quadrocopter पर बाईं ओर निर्णयप्रेत 3 मानक समीक्षा, इसके उपकरण अन्य संस्करणों से अलग नहीं हैं - उन्नत और पेशेवर। केवल अंतर यह है कि प्रो-संशोधन में उच्च क्षमता वाले चार्जर शामिल हैं। तीसरे प्रेत का मामला, अन्य संस्करणों की तरह,उच्च प्रभाव प्लास्टिक से बना है। क्वाडकोप्टर पूरी तरह से सफेद है, लेबल और स्टिकर का एकमात्र अपवाद है। कुछ हिस्सों धातु से बने होते हैं, जो फैंटॉम 3 उपयोगकर्ताओं की समीक्षा में उल्लेखनीय है - उदाहरण के लिए, मामले पर प्रेत शिलालेख और कैमरा मॉड्यूल के निलंबन। पिछले मॉडलों की तुलना में, ड्रोन का मानक संस्करण वजन में थोड़ा कम होता है, जिसने सकारात्मक रूप से अपने उड़ान प्रदर्शन को प्रभावित किया। क्वाडकोप्टर का डिज़ाइन नहीं बदला है और कई मामलों में समीक्षाओं, डीजेआई प्रेत 3 उन्नत और व्यावसायिक संस्करणों के आधार पर याद दिलाता है। डेवलपर्स ने केवल धातु के हिस्सों को प्लास्टिक के साथ बदल दिया और मामले के अंदर तत्वों की व्यवस्था में सुधार किया। प्रो और उन्नत मानक संशोधन से अलगमामले पर स्थित स्टिकर का केवल रंग। क्वाडकोप्टर के मालिक उन्नत - चांदी और मानक से लाल में डीजेआई फैंटॉम 3 पेशेवर सोने के नामपत्रों की समीक्षा में इंगित करते हैं। शेष डिजाइन सभी तीन मॉडलों में बिल्कुल समान है। के रूप में प्रेत 3 के मानक संस्करण मेंबैटरी में 4480 एमएएच की बैटरी का इस्तेमाल किया गया। इस तथ्य के बावजूद कि क्वाडकॉप्टर का वजन काफी कम हो गया है, फैंटम 3 की समीक्षाओं में उपयोगकर्ताओं ने कहा कि उड़ान समय में वृद्धि नहीं हुई थी, जो पिछले 23 मिनट में हुई थी। बैटरी का वजन केवल 365 ग्राम है। निर्माता ने भरोसा दिलाया कि क्वाडॉप्टर बैटरी बुद्धिमान है, लेकिन फैंटम 3 प्रोफेशनल, स्टैंडर्ड और एडवांस की समीक्षा में कहा गया है कि इसे पूरी तरह से चार्ज होने में एक घंटे से अधिक समय लगता है। आधिकारिक डीजेआई वेबसाइट पर, आप एक अधिक शक्तिशाली 100 डब्ल्यू चार्जर खरीद सकते हैं, जो बैटरी चार्जिंग समय को काफी कम कर देगा। क्वाड्रोकॉप्टर फैंटम 3 एडवांस की समीक्षा में मालिकों का कहना है कि चार्ज करने से पहले स्वाभाविक रूप से बैटरी को ठंडा करना वांछनीय है, क्योंकि डेवलपर ऑपरेशन के दौरान इसके ओवरहेटिंग की समस्या को खत्म करने में सक्षम नहीं हुआ है। सबसे अच्छा विकल्प एक अतिरिक्त बैटरी खरीदना है, जिसमें उपयोगकर्ता को $ 149 का खर्च आएगा, और एक बेहतर चार्जर की कीमत $ 85 है। स्टैंडर्ड के जारी होने का मुख्य कारण यही थाकई उपयोगकर्ता केवल अपनी उच्च लागत के कारण ड्रोन के अन्य संस्करणों को प्राप्त नहीं कर सके। डेवलपर्स ने क्वाडकॉप्टर के सरलीकृत संस्करण को जारी करके समस्या को जल्दी से हल किया, जिसने हालांकि, फैंटम 3 एडवांस्ड की तुलना में बेहतर कैमरा हासिल किया - समीक्षाओं में, ड्रोन के मालिकों ने अलग से इस नवाचार का उल्लेख किया। रोबोट कैमरा सस्पेंशन से बना हैधातु और तीन अक्ष हैं। क्वाडकॉप्टर कैमरा स्वयं एक बारह मेगापिक्सेल कैमरा है, जिसे सोनी द्वारा बनाया गया है। मॉडल ने समान विशेषताओं को बनाए रखा हैः व्यूइंग एंगल - 94 डिग्री, रॉ और जेपीजी फॉर्मेट में 4000x3000 पिक्सल के रिज़ॉल्यूशन में फोटो को सेव करने की क्षमता, ऑटोफैक्टोब्रेकेटिंग। फ़ंक्शनल क्वाडकॉप्टर आपको रिज़ॉल्यूशन अल्ट्राएचडी में समय चूक वीडियो और वीडियो रिकॉर्ड करने की अनुमति देता है। मानक संस्करण में अपडेट किया गया कैमरा उन्नत और प्रो संस्करणों के बीच एक क्रॉस हैः फैंटम 3 पर समीक्षाओं में यह ध्यान दिया जाता है कि व्यावसायिक मॉडल में वीडियो 4K में दर्ज किया गया है, और उन्नत में - फुलएचडी में। सभी वीडियो और फोटो कार्ड पर रिकॉर्ड किए जा सकते हैंमेमोरी प्रारूप माइक्रो एसडी और एसडीएचएक्स। जब स्मार्टफोन या टैबलेट के क्वाड्रोकोप्टर के नियंत्रण कक्ष से जुड़ा होता है और वाई-फाई सिग्नल उपलब्ध होता है, तो वीडियो को एचडी रिज़ॉल्यूशन से गैजेट में प्रसारित किया जा सकता है। समीक्षा में क्वाड्रोकोप्टर फैंटम 3 के सभी तीन संस्करणों के मालिकों ने संशोधनों के बीच निम्नलिखित अंतरों को नोट कियाः - रिकॉर्ड करने योग्य वीडियो रिज़ॉल्यूशनः पेशेवर के लिए 4K, मानक के लिए 2.7K और उन्नत के लिए FullHD। - मानक मॉडल का नियंत्रण कक्ष सरल और उपयोग में आसान है; - व्यावसायिक और उन्नत संस्करणों की तुलना में, मानक संस्करण की सीमा और ऊंचाई चार गुना कम हो जाती है। - मानक मॉडल ओवरफ्लो फ़ंक्शन और ग्लोनास पोजिशनिंग सिस्टम का समर्थन नहीं करता है। क्वाडकॉप्टर के साथ संचार सीमा काफी महत्वपूर्ण थीमानक संस्करण में छंटनीः यदि पहले यह दो किलोमीटर था, तो अब यह पांच सौ मीटर है। इस मामले में, स्वचालित रिटर्न होम रिटर्न होम का कार्य अपरिवर्तित रहा। क्वाडकॉप्टर के अन्य संस्करणों में उपलब्ध अन्य कार्यों को भी संरक्षित किया गया हैः सॉफ्ट लैंडिंग, फॉलो मी ऑटोपायलट और बिगिनर मोड। "नौसिखिया" मोड में संचार रेंज 30 मीटर है, जो प्रशिक्षण और क्वाडकॉप्टर नियंत्रण कौशल प्राप्त करने के लिए पर्याप्त है। उड़ान की अधिकतम ऊंचाई भी कम है और 120 मीटर है, यही कारण है कि इस मोड में मनोरम वीडियो और फ़ोटो शूट करना असंभव है। एर्गोनोमिक रिमोट कंट्रोल बना रहाअपरिवर्तित, लेकिन इस पर बटन की संख्या कम हो गई है। निर्माता ने केवल सबसे आवश्यक कुंजी छोड़ दी - मोड और कैमरा के लिए दो छड़ें और तीन-तरफ़ा स्विच। धुरी के चारों ओर क्वाडकॉप्टर की गति और ऊर्ध्वाधर रूप से बाईं छड़ी द्वारा नियंत्रित किया जाता है, क्षैतिज रूप से दाएं छड़ी द्वारा आंदोलन। कंसोल के पीछे एक धातु ब्रैकेट है जो इसे ले जाने की सुविधा देता है, और शीर्ष पर एक स्मार्टफोन के लिए एक माउंट है। फैंटम क्वाड डेवलपरविशेष आवेदन डीजेआई आईओएस और एंड्रॉइड प्लेटफॉर्म के लिए जाएं। ड्रोन को कॉन्फ़िगर और नियंत्रित करने के लिए, आपको स्मार्टफोन या टैबलेट पर सॉफ़्टवेयर स्थापित करने और गैजेट को क्वाडकॉप्टर कंट्रोल पैनल द्वारा बनाए गए वाई-फाई नेटवर्क से कनेक्ट करने की आवश्यकता है। सामान्य उड़ानों को एक स्थापित एप्लिकेशन के साथ स्मार्टफोन की आवश्यकता नहीं होती है, हालांकि, उनके बिना, कैमरे को नियंत्रित करना और अंतर्निहित सेंसर के रीडिंग को ट्रैक करना असंभव है। इस कारण से, बिना स्मार्टफोन और डीजेआई गो कार्यक्रम के उड़ानों को नौसिखिए पायलटों के लिए मोड में कम दूरी के लिए ही किया जाना चाहिए। कैमरे से छवि स्मार्टफोन स्क्रीन पर प्रदर्शित की जाती है।quadrocopter, और वीडियो रिकॉर्ड करने और फ़ोटो बनाने के लिए कुंजियाँ किनारे पर स्थित हैं। उस क्षेत्र का एक नक्शा जिस पर सर्वेक्षण किया जाता है, स्क्रीन के निचले बाएँ कोने में प्रदर्शित होता है। जीपीएस सिग्नल होने पर क्वाडकॉप्टर का वर्तमान स्थान प्रदर्शित होता है। स्क्रीन के शीर्ष पर फ्लाइट मोड आइकन, जीपीएस सिग्नल स्तर, बैटरी चार्ज स्तर और रेडियो सिग्नल गुणवत्ता हैं। एयरस्पीड और ऊंचाई स्क्रीन के नीचे प्रदर्शित किए जाते हैं। कार्यक्रम डीजेआई गो में बड़ी संख्या में सेटिंग्स हैं, जो उपयुक्त कौशल की उपस्थिति के बिना समायोजित करने के लायक नहीं हैं, क्योंकि उनमें से कई पायलटिंग में त्रुटियां पैदा कर सकते हैं। क्वाडॉप्टर के पावर सोर्स के रूप में लिथियम-पॉलीमर बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है। इस तथ्य के बावजूद कि बैटरी में काफी क्षमता है, ड्रोन 23 मिनट से अधिक नहीं उड़ सकता है। यदि लंबी उड़ानों की योजना बनाई जाती है, तो यह वांछनीय हैएक ही समय में कई बैटरी खरीदना - एक घंटे से अधिक चार्ज करना और सड़क पर चार्ज को बहाल करने के लिए बैटरी को कनेक्ट करना हमेशा संभव नहीं होता है। - मेरे पीछे आओ। एक मोड जिसमें क्वाडकॉप्टर मालिक का अनुसरण करता है और एक साथ वीडियो रिकॉर्ड करता है। ड्रोन मालिक को केवल एक विशिष्ट मार्ग सेट करना होगा। - Waypoint नेविगेशन। आपको क्वाडकॉप्टर के उड़ान मार्ग की पूर्व योजना बनाने की अनुमति देता है। शासन का लाभ यह है कि आप उड़ान की प्रक्रिया से विचलित हुए बिना, केवल शूटिंग कर सकते हैं। जिस मार्ग पर फैंटम 3 का अनुसरण करेगा उसके बिंदु पहले से चुने गए हैं। - रुचियों का बिंदु। ध्यान चतुर्भुज एक विशेष वस्तु पर केंद्रित है, जिसके बाद डिवाइस उसके चारों ओर उड़ता है, वीडियो और फोटोग्राफी आयोजित करता है।
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रीवा जिले एवं आस-पास के क्षेत्रों में लगातार बारिश ने कोहराम बचा रखा है। वृहस्पतिवार से शुरू बारिश में लगातार तेजी बनी हुई है। नदी पर बने बांध भारी बारिश के पानी को नियंत्रित करने में अक्षम साबित हो रहे हैं। क्षेत्र की छोटी नदियों और पहाड़ी झरनों में उफान आ गया है, क्योंकि 24 घंटों के कम समय के अंदर ही क्षेत्र में 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश हो चुकी है। 7 जुलाई को मध्य प्रदेश सरकार ने भारतीय वायुसेना से सहायता का आग्रह किया, जब कुछ स्थानीय युवक तमस नदी के पानी में फंस गए थे और उफनती नदी के बीच एक पेड़ से लटके हुए थे। भारतीय वायुसेना के सेंट्रल एयर कमान ने तुरंत इस आग्रह पर कार्रवाई की और फंसे हुए युवकों के बचाव के लिए एक एएलएच हैलिकॉप्टर मुहैया कराया। इस अभियान के लिए उच्च कौशल और उड़ान सटीकता की आवश्यकता थी, क्योंकि हैलिकॉप्टर को जमीन से काफी ऊपर केन्द्रित करना था, जिससे कि पेड़ पर लटके व्यक्ति रोटर डाउनवाश के प्रभाव में न आ पाएं। पायलट विंग कमांडर नन्द कुमार बाला, जो 111 नम्बर हैलिकॉप्टर इकाई के भी कमांडिंग अधिकारी हैं, ने इस अभियान को कुशलतापूर्वक संपन्न करने में अपने पूरे कौशल और अनुभव का सहारा लिया और एक-एक करके युवकों को वे सुरक्षित स्थान पर ले आए। इस अभियान में उनके सह पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट विष्णु एवं फ्लाइट गनर जे डब्ल्यू ओ शुक्ला ने सहायता की।
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हमीरपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने चंद लमहों में ही कई उलझनों को दूर कर दिया। उन्होंने अपने बयानों से साफ कर दिया कि 2019 लोकसभा चुनाव प्रदेश के नेताओं के अहंकार की जंग नहीं बल्कि कांग्रेस की विचारधारा की लड़ाई है। इसमें किसी क्षत्रप नहीं बल्कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की साख दांव पर लगी है। उन्होंने नाम लेते हुए कहा कि 2019 लोकसभा की जंग वीरभद्र, सुखविंदर सुक्खू या मुकेश अग्निहोत्री की नहीं है। यह लड़ाई राहुल गांधी की है। यह कांग्रेस की विचारधारा की लड़ाई है। जैसा की समाचार फर्स्ट ने कार्यक्रम से पहले ही टिकट के दावेदारों के शक्ति प्रदर्शन की बात पब्लिश की थी। ऐसे लोगों को भी पाटिल ने सख़्त मैसेज दिया। उन्होंने कहा कि किसी के कहने या दबाव में टिकट का वितरण नहीं होगा। बल्कि, सभी की सलाह से योग्य उम्मीदवार पर हाईकमान फैसला लेगा। हाईकमान के फैसला लेने के बाद सभी की जिम्मेदारी होगी कि उस कैंडिडेट को भारी बहुमत से विजयी बनाने में अपना योगदान दे। कांग्रेस प्रदेश प्रभारी ने इस दौरान मोदी सरकार को राफेल डील समेत उज्ज्वला योजना और महंगाई पर तीखे वार किए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राफेल डील पर देश की जनता की आंख में धूल झोंकने काम किया है। उन्होंने सीधे आरोप लगाए कि सरकार गोपनीयता का हवाला देकर अपनी कारस्तानी छिपा रही है। इस दौरान उन्होंने उज्ज्वला योजना को भी एक फ्लॉप मुहिम करार दिया। रजनी पाटिल ने कहा कि एक तरफ सरकार ने मुफ्त गैसे सिलेंडर देने का प्रचार किया तो दूसरी तरफ आम आदमी की जेब से दोगुने पैसे वसूल लिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार महंगाई का हवाला देकर सरकार में आई थी, लेकिन ठगने के सिवाय कुछ नहीं किया। लिहाजा, अब जनता अपना विश्वास कांग्रेस को देने जा रही है। रजनी पाटिल ने आरएसएस को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि आरएसएस की सोच अपने विरोधियों के खिलाफ निगेटिव प्रॉपगैंडा फैलाने की रही है। उन्होंने बताया कि आरएसएस ने एक बाद एक अफवाह फैलाकर राहुल और सोनिया गांधी बदनाम करने की कोशिश की है। उन्होंने आरएसएस पर धर्म के इस्तेमाल का भी आरोप लगाया।
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हैं। इनका नगर में बड़ा नाम है । ये तरह-तरह के कलाकौशल व शिल्प के बड़े अच्छे जानकार और युद्धविद्या से बड़े निपुण कवि हैं । अध्यात्मज्ञान इनका इतना बढ़ा-चढ़ा है कि इन्हें देवता तक सिद्ध हैं । रत्नों की परख करना भी इन्हें बहुत अच्छा आता है । तन्त्रविद्या और चिकित्साशास्त्र का भी इनका अनुभव बड़ा गहरा है । ऐसे व्यक्ति तो आदर-सत्कार और सेवा के योग्य हुआ करते हैं । आप भी इनका यथोचित मान आदर कीजिए । बालचन्द्रिका की बात सुनकर राजकुमारी को मन-ही-मन बड़ा सन्तोष हुआ । उसे ऐसा लगा, जैसे सहेली ने उसीके मन की बात दुहरा दी है । राजवाहन को देखकर वे उनकी ओर खिंच तो चुकी ही थीं । परन्तु प्यार के मारे इस समय भी उनके चित्त में बड़ी व्याकुलता-सी अनुभव हो रही थी । जिस प्रकार समुद्र में उठने वाली हिलोरें धीमी हवा तक से चलायमान हो उठा करती हैं, उसी तरह उनकी दशा हो रही थी । इस समय राजवाहन उन्हें कामदेव से भी अधिक सुन्दर जान पड़ रहे थे । राजकुमारी ने तुरन्त एक बढ़िया-सा आसन उनके लिए बिछा दिया । राजवाहन उस पर बैठ गए । इसी समय राजकुमारी की सहेलियां बहुत से अच्छे-अच्छे सुगन्धित फूल, अक्षत, कपूर, पान आदि सब वस्तुएँ ले आईं । इनके द्वारा राजकुमारी ने अच्छे ढंग से उनका आदर सत्कार किया । जिस समय यह सब आयोजन चल रहा था, उस समय भी कुमार राजवाहन का आकर्षण अवन्तिसुन्दरी की ओर बराबर बना रहा । उन्हें इस बात से बड़ी हैरानी हुई कि केवल इसी राजकन्या की ओर उनके मन का खिंचाव क्यों हुआ ? सहसा उनके कुछ पिछले संस्कार जाग उठे । उन्हें ऐसा खयाल हुआ कि हो न हो, यह मेरे पिछले जन्म की स्त्री 'यज्ञवती' है । इसी कारण इसकी ओर मेरे मन में भार्यापन का यह भाव उठा है । उन ऋषि ने भी कहा था कि जब तुम्हारे शाप का समय बीत जायगा, तो तुम दोनों को अपने-अपने पिछले जन्म की जाति की याद हो आवेगी । इस लिए इस समय जिस प्रकार मुझे इसके यज्ञवती होने का भान हो गया
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शेयर बाजार के रिटर्न निगेटिव रहने के आसार हैं. नई दिल्ली . विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारी बिकवाली, वैश्विक घटनाक्रम, बढ़ती महंगाई और ब्याज दरें आदि कारणों का असर भारतीय शेयर मार्केट पर भी पड़ रहा है. दुनिया के अन्य देशों की तरह भारतीय बाजार में भी अनिश्चितता का माहौल है. इस बीच एक पोल के नतीजे भारतीय शेयर मार्केट्स के लिए एक और बुरी खबर लेकर आया है. रॉयटर्स की ओर से हाल में कराए गए पोल से यह निकलकर आया है कि भारतीय इक्विटी मार्केट में 7 वर्षों में पहली बार इस साल सालाना रिटर्न निगेटिव देखने को मिल सकता है. पोल के नतीजों के मुताबिक, बढ़ती ब्याज दरों और घटती ग्लोबल ग्रोथ की संभावना के कारण बाजार के इस साल की भारी गिरावट से तेजी से उबरने की उम्मीद काफी कम है. भारत सहित पूरी दुनिया में बढ़ती महंगाई, यूक्रेन संकट, सप्लाई चेन में आई दिक्कतें आदि ऐसी वजहें हैं, जिन्होंने दुनिया के तमाम हिस्सों में इकोनॉमी और बाजार का खेल बिगाड़ दिया है. महंगाई पर नियत्रंण के लिए सेंट्रल बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहे हैं, जिसके कारण मंदी का खतरा पैदा हो गया है. इस वजह से निवेशक इस समय जोखिम वाले निवेश से बाहर निकल रहे हैं. भारत के बेंचमार्क बीएसई सेंसेक्स की बात करें, तो यह इस साल अब तक 7 फीसदी लुढ़क चुका है. वहीं, इस साल 18 जनवरी के 61475. 15 अंको की हाई से सेंसेक्स अब तक करीब 12 फीसदी टूट चुका है. वर्तमान हालात में इस बात की उम्मीद नजर नहीं आ रही है कि सेंसेक्स जल्द फिर एक बार अपने जनवरी के हाई को छू पाएगा. हालांकि, भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स का प्रदर्शन तुलनात्मक रूप से अभी भी बेहतर दिख रहा है. एमएससीआई (MSCI) जैसा वर्ल्ड इंडेक्स इस साल अब तक 16 फीसदी से अधिक टूट चुका है. यही नहीं, इसी महीने की शुरुआत में यह इंडेक्स बेयर मार्केट जोन के काफी करीब आ गया था. आपको बता दें कि जब कोई इंडेक्स 20 फीसदी तक टूट जाता है, तो माना जाता है कि वह बेयर मार्केट में प्रवेश कर चुका है. रॉयटर्स के इस पोल में 30 इक्विटी स्ट्रैटिजिस्ट शामिल थे. यह पोल 13 मई से 24 मई के बीच किया गया था. इस पोल से यह साफ हुआ कि बीएसई सेंसेक्स इस साल के अंत तक अपनी इस गिरावट के सिर्फ 40 फीसदी हिस्से की भरपाई कर पाएगा. सेंसेक्स साल के अंत तक सोमवार के 54288. 61 के क्लोजिंग स्तर से सिर्फ 3. 2 फीसदी की बढ़त दिखाते हुए 56000 का स्तर हासिल करेगा. मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस पोल में शामिल 70 फीसदी से ज्यादा भागीदारों का कहना था कि घरेलू बाजार में आने वाले 3 महीनों में वोलैटिलिटी और बढ़ेगी. .
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लखनऊः यूपी के पूर्व सीएम व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने कहा, 'भाजपा राज में अपराधियों का बोलबाला है और समाज का हर वर्ग पीड़ित और प्रताड़ित है। ' अवैध खनन हो या जहरीली शराब की बिक्री ये सभी धंधे सत्ता के संरक्षण में चल रहे हैं। अपने अब तक के कार्यकाल में जनसामान्य के प्रति भाजपा का व्यवहार पूर्णतया संवेदनहीन रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि चाहे कोरोना संक्रमण से हजारों मौतों का मसला हो या जहरीली शराब पीने से हुई सैकड़ों मौतों की बात। भाजपा सरकार इनको कोई महत्व नहीं देती है। जबकि हकीकत यह है कि प्रदेश में भाजपा सरकार के 4. 5 साल के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश हत्या प्रदेश बन गया है। वो यही नहीं रूके, उन्होंने कहा कि प्रदेश के आजमगढ़, बदायूं, अंबेडकरनगर, आगरा, चित्रकूट, एटा और प्रयागराज सहित अन्य कई जनपदों में सैकड़ों लोग जहरीली शराब पीकर मर चुके हैं। सहारनपुर में तो 74 मौतें भी हो चुकी हैं। साढ़े चार साल में भाजपा की सरकार में जहरीली शराब का धंधा बेरोकटोक चला है। चूंकि शराब माफियाओं को सत्ता का संरक्षण मिलता रहा हैं इस वजह से अब तक शराब के अवैध धंधे पर रोक नहीं लग पाई है। खुद सरकारी ठेकों से जहरीली शराब बिकने की शिकायतें मिलती रही हैं। किंतु भाजपा सरकार का इस सब पर कोई नियंत्रण नहीं। कहा कि सच तो यह है कि भाजपा राज में मौतों का सिलसिला लगातार चल रहा है। समाज का हर वर्ग निराशा, हताशा में डूबा हुआ है। अवसाद के हालात में मौत को गले लगाने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं दिखता है। किसान देश का अन्नदाता है। उसको सबसे ज्यादा उपेक्षित किया गया है। उसको अपनी फसल की न तो एमएसपी मिलती है और नहीं उसकी आय दुगनी करने का वादा पूरा हुआ है। गन्ना किसान वर्षों से अपने बकाया भुगतान के लिए परेशान है। हर ओर से त्रस्त किसान आत्महत्या को मजबूर है। किसान आंदोलन के दौरान ही बड़ी तादात में किसानों की जाने गई हैं। नौजवान रोजगार के लिए भटक रहा है। कोरोना महामारी के दौर में तमाम औद्योगिक संस्थान या तो बंद हो गए अथवा वहां बड़े पैमाने पर छंटनी हो गई। भाजपा सरकार के शासनकाल में नौकरियां मिली नहीं। शिक्षक अभ्यर्थियों द्वारा रोजगार की मांग पर उनको लाठियां मिलीं। शिक्षामित्रों की समस्याओं का अब तक समाधान नहीं हुआ। बाहरी पूंजीनिवेश का भाजपा ने बड़ा होहल्ला मचाया लेकिन एक भी उद्योग नहीं लगा। प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती के लिए कुछ नहीं हुआ। एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ। उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों की स्थिति सर्वाधिक चिंतनीय है। आए दिन उनके साथ दुष्कर्म की घटनाएं घटती हैं।
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रः तौबा ६ यमुतजिरून ११ ३२३ ज़ालिम लोगो को हिदायत नही देता । (१०६) यह इमारत, जो उन्हो ने वनायी है, हमेशा उन के दिलो मे शक भरी बेचैनी ( की वजह ) रहेगी, मगर यह कि उन के टुकड़े-टुकडे हो जाए। और खुदा जानने वाला, हिक्मत वाला है । (११०) * खुदा ने मोमिनो से उन की जानें और उन के माल खरीद लिए है (और इस के ) बदले मे उन के लिए बहिश्त ( तैयार की ) है । ये लोग खुदा की राह मे लडते है तो मारते भी है और मारे जाते भी है । यह तौरात और इजील और कुरआन मे सच्चा वायदा है, जिस का पूरा करना उसे ज़रूर है और खुदा से ज्यादा वायदा पूरा करने वाला कौन है, तो जो सौदा तुम उस से किया है, उस से खुश रहो और यही बड़ी कामियाबी है । (१११) तैवा करने वाले, इबादत करने वाले, हम्द करने वाले, रोज़ा रखने वाले, रुकूअ करने वाले, सज्दा करने वाले, नेक कामों का हुक्म देने वाले और बुरी बातो से मना करने वाले, खुदा की हदो की हिफाज़त करने वाले ( यही मोमिन लोग है) और ऐ पैगम्बर मोमिनो को ( बहिश्त की ) खुशखबरी सुना दो। ( ११२ ) ( पैगम्बर और मुसलमानों को मुनासिब नही कि जब उन पर जाहिर हो गया कि मुश्कि दोज़खी है, तो उन के लिए बख्शिश मागे, गो वे उन के कराबतदार ( रिश्तेदार ) ही हो । ( ११३) और इब्राहीम का अपने वाप के लिए बख्शिश मागना तो एक वायदे की वजह से था, जो वह उस से कर चुके थे, लेकिन जब उन को मालूम हो गया कि वह ख़ुदा का दुश्मन है, तो उस से वे-जार हो गये । कुछ शक नही कि इब्राहीम बड़े नर्म दिल और बुर्दबार थे । ( ११४ ) और खुदा ऐसा नही ) कि किसी कौम को हिदायत देने के बाद गुमराह कर दे, जब तक उन को वह चीज न बता दे, जिस से वह परहेज करे । बेशक खुदा हर चीज को जानता है । ( ११५) खुदा ही है, जिसके लिए आसमानों और ज़मोन की बादशाही है। वही जिंदगानी बख्शता और मौत देता है, खुदा के सिवा तुम्हारा कोई दोस्त और मददगार नही है । ( ११६ ) बेशक खुदा ने पैगम्बर पर मेहरबानी की और मुहाजिरो और अन्सार पर, जो बावजूद इस के कि उन मे से कुछ - एक के दिल जल्द फिर जाने को थे, कठिन घडी मे पैगम्बर के साथ रहे, फिर खुदा ने उन पर मेहरबानी फरमायी । बेशक वह उन से बहुत ज्यादा मुहव्वत करने वाला और मेहरबान है । ( ११७) और उन तीनो पर भी, (पृष्ठ ३२१ का शेष) जमाअत कायम हो जाए । आप को उस वक्त तक बिल्कुल इल्म न था कि यह मस्जिद किस नीयत और किस गरज़ से बनायी गयी है । इस लिए आप ने फरमाया कि अब तो हम सफर मे जा रहे हैं, जब वापस आएगे, तव इन्शाअल्लाह वहा नमाज पढेंगे । जव आप तबूक की लडाई से वापस हुए और मदीना पहुचने मे एक-आध दिन का रास्ता रह गया तो यह आयत नाज़िल हुई जिस से आप को मालूम हो गया कि मुनाफिको का मक्सद इस मस्जिद के बनाने से, मुसलमानो को मस्जिदे कवा से, जिस की बुनियाद तक्वा पर रखी गयी थी, अलग करना और उन मे फूट डालना था, तब आप ने हुक्म दिया कि हमारे पहुचने से पहले वह मस्जिद ढा दी जाए और जला दी जाए। चुनाचे इस हुक्म की तामील की गयी और मस्जिद ढा दी गयी और जला दी गयी ।
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Best Mall in Prayagraj: प्रयागराज में आपको घाटों और मंदिरों के साथ एक से बढ़कर एक शॉपिंग मॉल में भी जाने का मौका मिलेगा। इस शॉपिंग मॉल में आपको आपकी जरूरत का हर जरूरी सामान मिल जाएगा। Best Mall in Prayagraj: भारत की धार्मिक नगरी के नाम से मशहूर प्रयागराज, जिसे पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था। ये शहर भी धीरे-धीरे अपने संस्कृति के साथ आधुनिक शैली को अपनाने लगा है। यहां आपको घाटों और मंदिरों के साथ एक से बढ़कर एक शॉपिंग मॉल में भी जाने का मौका मिलेगा। इस शॉपिंग मॉल में आपको आपकी जरूरत का हर जरूरी सामान मिल जाएगा। तो चलिए आपको ले चलते हैं प्रयागराज के फेमस मॉल में। प्रयागराज में अटलांटिस मॉल सबसे बड़ा मॉल है। यहां पर सबसे ज्यादा लोगों की भीड़ देखी जाती है। 14,000 वर्ग फीट में बना ये अटलांटिस मॉल शहर का पहला मॉल है। इस मॉल की दुकानें लोगों को ब्रांड के साथ एकदम यूनिक आइट्स प्रोवाइड कराती हैं। देखने में भी ये मॉल बहुत सुंदर लगता है। खाली समय में लोग यहां शॉपिंग करने के अलावा बेस्ट टाइम स्पेंड करने या खाने-पीने भी आते हैं। एक हिसाब से प्रयागराज में अटलांटिस मॉल एक पॉकेट-फ्रेंडली मॉल है जो अपने ग्राहकों को आकर्षक कैफे, किड्स सेक्शन और मल्टीप्लेक्स की सुविधा भी देता है। समयः 10:30 पूर्वाह्न - 11:00 अपराह्न (सभी दिनों में) मुख्य विशेषताएंः फूड कोर्ट, फाइव-स्क्रीन मल्टीप्लेक्स, मल्टीपल ब्रांड आउटलेट। प्रयागराज में विनायक सिटी सेंटर शॉपिंग करने के लिए बेस्ट जगह है। यह जगह युवाओं के बीच 'हैंगआउट करने के लिए मशहूर है। दोस्तों-यारों के साथ यहां आप खरीदारी भी कर सकते हैं। वुडलैंड, एरो जैसे स्थानीय ब्रांडों से लेकर अंतर्राष्ट्रीय ब्रांडों तक की दुकानों यहां एक ही जगह पर आपको मिल जाएगीं। इलेक्ट्रॉनिक्स, किताबों की दुकानों, आईवियर से लेकर अन्य तमाम सेवाओं का लुफ्त आप इस मॉल में उठा सकते हैं। इस मॉल में पीवीआर सिनेमा भी है। समयः 10:00 पूर्वाह्न - 10:30 रात (सभी दिनों में) मुख्य विशेषताएंः पीवीआर सिनेमाज, हॉरर हाउस। प्रयागराज के अंदर ये एक आकर्षक पी स्क्वायर मॉल है। ये मॉल आगंतुकों को तमाम सेवाएं देने के साथ स्पा और सैलून जैसी देखभाल भी देता है। पी स्क्वायर में आप केएफसी, वेज रेस्तरां जैसे खाने के तमाम मशहूर आउटलेट पर जा सकते हैं। पी स्क्वायर मॉल में किराने का सामान, परिधान से लेकर घर की सजावट तक की खरीदारी कर सकते हैं। यहां मुफ्त वाई-फाई सेवा के साथ बुजुर्गों के लिए व्हीलचेयर की सुविधा भी है। समयः 10:00 पूर्वाह्न - 9:00 रात (सभी दिनों में) हाइलाइट्सः अंडरग्राउंड पार्किंग प्लेस, फ्री वाई-फाई, गेम जोन।
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Hardoi News:हादसे में लगभग आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस वाहनो के आपस में टकराने का कारण तलाशने में जुटी हुई है। Hardoi News: हरदोई में लगभग आधा दर्जन वाहनों के आपस में टकराने से एक बड़ा हादसा हो गया। वाहनों के आपस में टकराने के बाद लगभग आधा दर्जन लोग बुरी तरह घायल हो गए। हादसे की जानकारी मिलते ही मौक़े पर पहुँची पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए ज़िला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहाँ सभी का हालत स्थिर बनी हुई है। मामला मल्लावा कोतवाली क्षेत्र के फरहत नगर रेलवे क्रॉसिंग के पास का है, जहाँ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव हरपालपुर विकास खंड के बैठापुर गाँव में एक नव दम्पति को आशीर्वाद देने जा रहे थे। अखिलेश यादव का क़ाफ़िला मल्लावा कोतवाली क्षेत्र के बिलग्राम-सांडी मार्ग से गुजर रहा था कि तभी अखिलेश यादव कि फ्लीट के पीछे चल रही लगभग आधा दर्जन गाड़िया आपस में टकरा गई। लोगो के मुताबिक़ अखिलेश यादव का क़ाफ़िला गुजरने के बाद पीछे से आ रही गड़ियो में आगे की गाड़ी किसी कारण ब्रेक लगाया जिसके बाद एक के बाद एक गाड़िया आपस में टकरा गई। हादसे में लगभग आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस वाहनो के आपस में टकराने का कारण तलाशने में जुटी हुई है। गाड़ियों की आपस में टकर इतनी ज़ोरदार थी की गड़ियो के एयरबैग भी खुल गए है। हादसे के बाद मार्ग पर भारी जाम लगा हुआ था। मल्लावा कोतवाल ने बताया की बिलग्राम सांडी मार्ग पर आपस में लगभग 6 गाड़िया टकराई है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अखिलेश यादव की फ्लीट सकुशल अपने गंतव्य कि और रवाना हो गई थी जिसके बाद यह हादसा हुआ है। हादसे में घायल हुए लोगो को उपचार के लिये अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हरदोई पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पर चल रही ख़बरों को लेकर स्पष्टीकरण जारी किया गया है। दरअसल सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव के क़ाफ़िलो की गाड़िया आपस में टकराने की खबरें प्रसारित हो रही है। ख़बरों के मुताबिक़ अखिलेश यादव के क़ाफ़िले की आधा दर्जन गड़ियो के टकराने से कई लोगो के घायल होने व अखिलेश यादव के अकुशल अपने गंतव्य की और रवाना होने कि खबरें चल रही है। हरदोई पुलिस द्वारा अवगत कराया गया है की पास में टकराई गाड़िया अखिलेश यादव के क़ाफ़िले की नहीं है। अखिलेश यादव का पूरा क़ाफ़िला सकुशल अपने गंतव्य की ओर रवाना हो चुका है।
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दो साल के बैन के बाद लौटी चेन्नई की टीम ने जिसने आईपीएल 2018 में जानदार और दमदार प्रदर्शन दिखाते हुए खिताब को अपने नाम किया. शुरुआत से ही इस टीम के खिलाड़ियों को अधिक उम्र के लिए ट्रोल किया जा रहा था. लेकिन धोनी ने इसके परवाह नहीं की. साथी खिलाड़ियों का अच्छा प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया. अनहोनी को होनी कर दे चेन्नई के कप्तान धोनी की हर नीति के पीछे कोई ना कोई रणनीति छुपी हुई होती है. इस सत्र में शानदार गेंदबाजी कराने वाले दीपक चहर ने इस रणनीति का खुलासा किया. आईएनएस से बातचीत करते हुए दीपक चाहर ने कहा कि अभी तक तो इस टीम के बारे में केवल सुना था, लेकिन इस बार पीली जर्सी को पहन कर इस माहौल को देखने का अवसर प्राप्त हुआ. वाकई में सीएसके सभी टीमो से अलग है ड्रेसिंग रूम का माहौल इस टीम को लग दर्जा प्राप्त कराता है. अभी तक हुए जितने संस्करण में इस टीम ने भाग लिया है सभी में प्लेऑफ खेलने का इतिहास इसी टीम के पास है. चेन्नई की टीम इस बार अपने घरेलू मैदान पर केवल एक ही मैच खेल पायी इसके बाद नर्मदा नदी के पानी के विवाद को लेकर इन मैचो को पुणे में शिफ्ट कर दिया गया, जिसका हमें और शार्दुल को फायदा मिला. चेन्नई की पिच फ़्लैट है जबकि पुणे की पिच गेंदबाजों के लिए मददगार साबित हो रही थी. पिछले दो सालों से इसी पिच पर खलेने का अनुभव काम आया. दीपक ने आगे की बातचीत में कहा की चेन्नई के सामने फ़ाइनल मैच में अगर 200 रन का भी लक्ष्य होता, तो भी हमारी टीम इस लक्ष्य को भेदने को तैयार थी. हम लोग एक रणनीति के तहत खेल रहे थे. हमको पता था हैदराबाद का गेंदबाजी आक्रमण अच्छा है और उसने इस सत्र में इसी के बलबूते कई मैच भी जीते है. लेकिन वाणखेड़े की पिच कुछ अलग रहती है यहाँ पर बल्लेबाजों को ज्यादा मदद मिलती है. जिस टीम में सबसे अधिक उम्र के खिलाड़ी है इसे कहकर उसे लगातार निशाने पर लिया जा रहा था. मगर कप्तान धोनी अपनी रणनीतियों से सभी को उलझा देते है, ये वही मैच था जिसमें अनुभव का काम था और वो अनुभव वाटसन ने वाट लगाकर दिखाया. वाटसन ने पहले की 10 गेंदों पर कोई रन नहीं लिया इसके बाद भी वह बड़े ही धैर्य के साथ खेलते रहे ये उनका अनुभव ही था जो इस बड़े मैच में काम आया और हम तीसरा आईपीएल खिताब जीतने में सफल हुए.
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कहते है कि कभी भी किसी पर आँख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए और किसी की बातों में आकर निवेश का जोखिम तो कभी भी उठाना नहीं चाहिए। अगर आप ऐसा करते हो, तो कभी न कभी आपको इसके दुष्परिणाम देखने को मिलते ही है। ऐसा ही कुछ हुआ मुंबई की एक महिला के साथ, जो निकली तो थी सच्चे जीवन साथी की तलाश में, लेकिन उसे न केवल प्यार में धोखा मिला बल्कि उसकी जीवन भर की जमा पूंजी भी इस धोखेबाजी में चले गई। दरअसल मुंबई की एक निजी कंपनी से सेवानिवृत 60 वर्षीय महिला कर्मचारी ने अपने जीवन के बाकी दिनों को अकेले न बिताकर, एक जीवनसाथी के साथ गुजारने का फैसला किया। इस फैसले के साथ महिला ने एक मैट्रिमोनियल साईट पर रजिस्ट्रेशन किया। जिसके बाद एक व्यक्ति ने महिला से साईट के माध्यम से सम्पर्क किया। इस तरह दोनों की बाते हुई और नंबरों आदान-प्रदान हो गया। धीरे-धीरे महिला और पुरुष की फोन पर घंटो बाते होने लगी, इस दौरान पुरुष ने महिला को Cryptocurrency के विषय में जानकारी दी और Bitcoin में निवेश के माध्यम से कम समय में ज्यादा मुनाफ़ा कमाने की बात कही। खुद को अमेरिका का रहने वाला एक इंजिनियर बताने वाले उस व्यक्ति ने, महिला से भी Cryptocurrency में निवेश कर मुनाफ़ा कमाने की बात कही, जिसके लिए उसने महिला को एक व्यक्ति का फोन नंबर दिया। महिला के होने वाले पति ने महिला से कहा कि उसके द्वारा दिए गए नंबर पर जो व्यक्ति बात करेगा, वह क्रिप्टो में निवेश करने में उसका मार्गदर्शन करेगा। इसके बाद महिला ने इस मार्गदर्शक के माध्यम से करीब $30,000 (INR2. 4 मिलियन) Cryptocurrency में निवेश किये। महिला को स्कैम के बारे में तब पता चला, जब उसने अपने वर्चुअल खाते में मौजूद $62,000 को निकालने के लिए उस गाइड से मदद मांगी। जिसपर उस गाइड ने कहा कि महिला को पैसे निकालने के लिए $15,000 देने होंगे और पैसे को बदलने के लिए शुल्क भी देना होगा। लेकिन कुछ दिन बाद महिला ने देखा कि उसका वर्चुअल अकाउंट निष्क्रिय हो गया है तथा गाइड और उसके होने वाले जीवनसाथी ने उससे बात करना बंद कर दिया है। जिसके बाद महिला को थक हारकर कानून की शरण लेना पड़ी। एक पुलिस अधिकारी की माने तो महिला की शिकायत पर जालसाजी, अपराधिक साजिश और धोखाधड़ी की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। हालांकि यह कोई पहली घटना नहीं है, जिसमें किसी ने Cryptocurrency निवेश के नाम पर धोखा खाया हो। आए दिन लोग क्रिप्टो फ्रॉड का शिकार होते रहते है। सभी देशों की सरकारे भी इस दिशा में अपने नागरिकों को अलर्ट जारी करती रहती है कि Cryptocurrency धोखाधड़ी से बचे और सोच समझकर ही निवेश करें। लेकिन जल्द अमीर बनने की चाहत में कई लोग अपना नुकसान करा बैठते हैं। अगर आप भी इस तरह के किसी निवेश की योजना बना रहे है तो सबसे पहले Cryptocurrency और क्रिप्टो मार्केट से जुड़े जोखिमों की सही पहचान कर लें एवं पूर्ण रूप से निश्चित हो जाने के बाद ही निवेश करें।
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साइबरपंक 2077 ने महत्वपूर्ण समस्याओं के साथ लॉन्च किया है क्योंकि खेल बग्स से भरा हुआ है। खेल की प्रतिष्ठा का पता लगाने के लिए निडर गेमर्स की खोज थी कि कैसे खेल में वाहन AI, पुलिस AI, और abysmal राज्य नागरिक AI वर्तमान का अभाव है। अन्य मुद्दों के अलावा, शुरुआती प्रतियों को प्राप्त करने वाले समीक्षक अनदेखी नहीं कर सकते थे, अकेले अनदेखी करें। दुर्घटना। इन मुद्दों को सुधारने में महीनों लगेंगे, लेकिन बेसलाइन अंतिम पीढ़ी के कंसोल की वर्तमान स्थिति भयानक रहने की संभावना है। मंच पर, खेल बमुश्किल 720p को बंद करने का प्रबंधन करता है क्योंकि यह लगातार फ्रेम दर प्रदर्शन बनाए रखने के लिए संघर्ष करता है। दोनों कंसोल के उन्नत संस्करणों में बेहतर प्रदर्शन की सूचना है, लेकिन नकली ग्राफिक निष्ठा के साथ बनी रहती है। यह पहली बार नहीं है जब CDRP ने अपने शीर्षक के कंसोल पोर्ट की गुणवत्ता पर विवाद के साथ मुलाकात की है। Witcher 3 के विकास के दौरान, कंपनी ने लंबे समय से प्रशंसकों और समर्थकों से वादा किया था कि खेल को शान्ति पर बेहतर कार्य करने के लिए मंदी नहीं मिलेगी। रिलीज में अग्रणी, यह आश्वासन एक झूठ साबित हुआ। पिछली बार के विपरीत, सीडीपीआर मुद्दों और झाड़ू के तहत झटका करने में सक्षम नहीं होगा। नाराज ग्राहकों के बहिर्वाह को कम करने के लिए लाखों नए भुगतान करने वाले प्रशंसकों का विद्रोह नहीं होगा। जो ग्राहक अब सोनी को रिपोर्ट कर रहे हैं, वे रिफंड जारी कर रहे हैं https://www.reddit.com/r/cyberpunkgame/comments/kb92ne/psa_sony_is_issuing_refunds_even_past_the_2_hour/ डिजिटल खरीद के लिए 2-घंटे के खेलने के निशान से परे। विपणन सामग्री के लापता होने और खेल के कंसोल संस्करणों की स्थिति का खुलासा करने में विफल रहने के बाद आलोचना की गई। कंसोल मैन्युफैक्चरर्स के लिए मानक प्रोटोकॉल ग्राहकों को रेत को पाउंड करने के लिए कहना है यदि यह उनके टीओएस रिफंड स्कोप / विंडो के बाहर है। सोनी ने कहा कि गुंजाइश / खिड़की से परे रिफंड जारी करना, संकेत है कि कंपनी एक कानूनी लड़ाई से बचने का प्रयास कर रही है वे जानते हैं कि वे जीत नहीं पाएंगे। फिर भी यह महज दिखावा है। क्या नहीं है, कंसोल बिल्ड की सॉरी स्थिति से झटका है, पीसी / अगली पीढ़ी के बग्गी फीचर के गुम होने के साथ ही सीडीपीआर की मूल कंपनी के शेयर की कीमत घट गई है। दिसम्बर 4 परth सीडी प्रोजेक एसए ने 443.00 ज़्लॉटी और 31 अमेरिकी डॉलर का उच्च आनंद लिया। 11 को बाजार बंद करकेth स्टॉक मूल्य में 320.50% की गिरावट के कारण 22.88 ज़्लॉटी के रिकॉर्ड निचले स्तर से उबरने के बाद उनके शेयर की कीमत 310.50 ज़्लॉटी और 30 अमरीकी डॉलर तक गिर गई थी। शब्द कि खेल ने 9 मिलियन यूनिट के साथ लाभ कमाया है, दिन के दौरान बेची गई स्टॉक के मूल्य पर एक स्थिर प्रभाव होने की संभावना है। या, कम से कम, गंभीर सेलऑफ़ को कम करें। जैसा कि खेल अब लाभदायक है, डीएलसी या इकाइयों की किसी भी आगे की बिक्री उत्पादन और वितरण खर्च, शुद्ध लाभ के बाद है। सीडीपीआर को अल्पावधि में अपने उत्पाद की खराब गुणवत्ता से गंभीर वित्तीय नुकसान होने की संभावना नहीं है। तुलनात्मक रूप से, लंबी अवधि के ब्रांड के नुकसान से कंपनी के आगे बढ़ने की संभावना है, जिससे बिक्री और विपणन प्रदर्शन प्रभावित होगा।
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यमक मे शब्द या शब्दांकी आवृत्ति होती है । शब्द की प्रवृत्ति हो तो प्रत्येक वार अर्थ भिन्न होना चाहिये । शब्दांश की आवृत्ति में कोई अर्थ नहीं होगा। (१) मातु चरन सिर नाइ, चले तुरत संकित हिये वागुर विषम तुराइ, मनहु भाग मृग भाग-वस अर्थ - श्री लक्ष्मण माता के चरणों में सिर नवा कर हृदय में डरते हुए शीघ्रता से चल दिये माना कठिन जाल को तुड़ाकर कोई मृग भाग्य -वश भाग रहा हो । यहाँ भाग शब्द की आवृत्ति हुई है अर्थात् वह दो बार आया है। भाग एक पूरा शब्द है। दोनो बार उसका अर्थ भिन्न है - पहली बार 'भागता है और दूसरी बार 'भाग्य' । श्रत यहाँ यमक है । (२) अपूर्व श्री श्यामल पत्र राशि में कळंव के पुष्प-कदव की छटा अर्थ- काले पत्तों के बीच में कद्रव पेड़ के पुष्पो की राशि को शोभा अपूर्व थी । यहाँ कदंब शब्द की प्रवृत्ति हुई है। प्रथम कदय का अर्थ है कब पेड़ और दूसरे कदव का अर्थ है राशि या समूह । (३) कुम्लान चित्त को विदारता था तरु कोविदार का अर्थ- कोविदार का पेड़ म्लान- चित्त को ती व्याकुल वना कर विदीर्ण कर रहा था । यहाँ विदार इस शब्दांश की आवृत्ति हुई है। त्रिदार दोनों चार ही पूरा शब्द नहीं है। प्रथम विदार 'विदारता' शब्द का और दूसरा विदार 'कोविदार' शब्द का है। शब्दाश होने से निरर्थक यमक है क्योंकि दोनों बार विहार का कोई अर्थ नहीं । (४) लसी कहीं थी सरसा सरोजिनी कुमोदिनी मानस-मोदिनी कही अर्थ - कही सुन्दर कमलिनी शोभित थी और कही मन को माद देनेवाली कुमुदिनी । यहाँ 'मोदिनी की आवृत्ति हुई है। प्रथम सोदिना कुमा दिनी शब्द का होने से शळाश हे और निरधर हे दूसरा है। यहां पर शब्द और शब्दांश का सार्थ-निरर्थक यमक है।
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प्रत्येक शिशु जन्म के समय एक संगठित शारीरिक ढांचा मात्र होता है। वह न तो अपने बारे में जानता है, न ही समाज के बारे में। घर में, समाज में उसे किस प्रकार का व्यवहार करना चाहिए, यह सब उसे घर-परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों-परिचितों के आचरण और उनके बताने से सीखने को मिलता है। इस प्रकार समाज में वह अपनी भूमिका निभाने लायक बनता है। सीखने की यह प्रक्रिया समाज विज्ञान में और मनोविज्ञान में समाजीकरण कहलाती है। एचएम जानसन के शब्दों मेंः समाजीकरण सीखने की प्रक्रिया है जो सीखने वाले को सामाजिक भूमिकाओं को निभाने योग्य बनाती है। परिभाषा के निहितार्थःयहां जानसन की परिभाषा से स्पष्ट है कि हर चीज सीखना मात्र समाजीकरण नहीं है। सीखने की उसी प्रक्रिया को उन्होंने समाजीकरण कहा है जिसकी मदद से व्यक्ति की भागीदारी समाज में संभव हो पाती है। समाज को विध्वंस करने के बारे में सीखना समाजीकरण नहीं है। दरअसल सीखने का उद्देश्य सामाजिक प्रक्रियाआें में भाग लेना एवं सामाजिक नियमों तथा मूल्यों के अनुरूप अनुसरण करना होता है। समाजीकरण के अंतर्गत व्यक्ति समाज की संस्कृति के बारे में सीखता है और उसी के अनुरूप व्यवहार करने की अपेक्षा की जाती है। इसी समाजीकरण के माध्यम से ही समाज में संस्कृति एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में अंतरित होती रहती है। इस प्रकार समाज एवं संस्कृति अनवरत रूप से थोड़े-बहुत परिवर्तनों के साथ जीवन्त व्यवस्था की तरह चलते रहते हैं। -समाजीकरण वह प्रक्रिया है, जिसके द्वारा व्यक्ति सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्र में प्रवेश करता है, समाज के विभिन्न समूहों का सदस्य बनता है। इसी प्रक्रिया के माध्यम से उसे समाज के मूल्यों एवं मानकों को स्वीकारने की प्रेरणा मिलती है। समाजीकरण सीखने की प्रक्रिया का नाम है, लेकिन कोई बालक अपनी संस्कृति को क्यों और कैसे सीखता है यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। जेएच फिक्टर ने बताया है कि सीखने की प्रक्रिया में तीन उपक्रियाएं शामिल होती हैं, जो इस प्रकार हैं। बीयरस्टेट ने लिखा हैः व्यक्तित्व कभी बना-बनाया नहीं आता। व्यक्ति के व्यक्तित्व के विकास में समाजीकरण की सबसे प्रमुख भूमिका होती है। व्यक्ति जन्म से ही अपने गुणों को प्राप्त नहीं करता है, बल्कि समाज के सदस्य के रूप में वह धीरे-धीरे अर्जित करता है। जीवनचक्र की इस प्रक्रिया में समाजीकरण के विभिन्न अभिकरणों की भूमिका होती है। प्रमुख अभिकरणः कुछ प्रमुख अभिकरण निम्नलिखित हैं। जे एच फिक्टर के अनुसारसम्पूर्ण समाज समाजीकरण के लिए अभिकरण का काम करता है। प्रत्येक व्यक्ति जिसके साथ वह संपर्क में आता है, वह किसी न किसी रूप में समाजीकरण का एक अभिकर्ता या एजेंट होता है। -समाजीकरण अनुशासन का पाठ पढ़ाता है। -समाजीकरण प्रेरणा का स्रोत होता है। -समाजीकरण सामाजिक भूमिका का पाठ पढ़ाता है। -समाजीकरण कुशलता प्रदान करता है। -समाजीकरण के द्वारा व्यवहारों में अनुरूपता आती है।
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- #Petrol PricePetrol-Diesel Price 11th July: नोएडा में फिर बदले तेल के दाम, जानिए क्या हो गई है कीमत? - #Petrol PricePetrol-Diesel Price 10th July: कच्चे तेल के दाम गिरे, जानिए क्या घटे देश में पेट्रोल के दाम? - #Petrol PricePetrol-Diesel Price 09 July: कच्चे तेल के दामों में जबरदस्त उछाल, क्या देश में बढ़े पेट्रोल के दाम? - #Petrol PricePetrol-Diesel Price 06July: पीएम मोदी के भाषण के बाद क्या कम हुए इस राज्य में पेट्रोल के दाम? नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई थी, उसके बाद लोगों ने सरकार पर बढ़ी कीमतों की वजह से हमला बोलना शुरू कर दिया था। जिसके बाद आखिरकार सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को कम करने के लिए कदम उठाए हैं और लगातार दो बार इसकी कीमतों में कमी दर्ज की गई है। शुक्रवार को मुंबई में पेट्रोल की कीमत में 18 पैसे की कमी हुई है। पेट्रोल की कीमतों में चेन्नई में 15 पैसे की कमी आई है, जबकि दिल्ली में 14 पैसे और कोलकाता में 13 पैसे की कमी आई है। हालांकि डीजल की कीमतों में कोई फेरबदल नहीं हुआ है। मुंबई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 83. 74 रुपए प्रति लीटर है, जबकि चेन्नई में इसकी कीमत 78. 89 रुपए प्रति लीटर, दिल्ली में 76. 02 रुपए प्रति लीटर, कोलकाता में 78. 70 रुपए प्रति लीटर है। इससे पहले 29 मई को पेट्रोल की कीमत अपने सबसे उंचे दाम पर पहुंच गई थी। 29 मई को पेट्रोल की कीमत ने अपने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे और 74. 83 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गया था, जबकि डीजल की कीमत 69. 31 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गई है। 1 जनवरी 2018 के बाद से पेट्रोल की कीमत में 6. 46 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है, जबकि डीजल की कीमतों में 8. 21 रुपए प्रति लीटर बढ़ोतरी दर्ज की गई है। तेल की बढ़ती कीमतों की वजह से लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी वजह से महंगाई दर मई 2018 में 4. 43 तक पहुंच गई है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों लगातार फेरबदल हो रहा है, ओपेक की बैठक में एक बार फिर से इसकी कीमतें बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। शुक्रवार को एशिया में तेल की कीमत में 1 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। माना जा रहा है कि विएना में ओपेक की बैठक में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की जा सकती है, ऐसे में आने वाले समय में एक बार फिर से पेट्रोल की कीमतें बढ़ सकती हैं।
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माइग्रेन की मरीजों को गर्मी में काफी परेशानी होती है। धूप के कारण यह और अधिक बढ़ जाता है। अगर आपका भी माइग्रेन, धूप के कारण असहनीय हो गया है तो इन नुस्खों को करें ट्राय और सिर दर्द से छुटकारा पाएं। माइग्रेन बिल्कुल साइलेंट किलर की तरह अचानक से अटैक करता है और इंसान को अंदर से रुला देता है। इसमें इतना तेज दर्द होता है कि इंसान रोने लगता है। इसकी सबसे बुरी बात है कि यह कई दिनों तक रहता है और इसमें सिर के आधे हिस्से में दर्द रहता है। माइग्रेन सिर के एक तरफ होने वाला दर्द है जो एक तरह से सिर के आधे हिस्से में अटैक करता है। कुछ लोगों को यह दर्द सिर के बीचो-बीच में होता है और कुछ लोगों को सिर के दोनों तरफ। माइग्रेन के दर्द की सबसे नकरात्मक बात है कि यह कभी भी हो जाता है। माइग्रेन से होने वाले सिरदर्द में अकसर भूख नहीं लगती और उल्टियां होती हैं। गर्मियों में तो यह खासकर होता है। क्योंकि तेज धूप के कारण माइग्रेन का अटैक बढ़ जाता है। गर्मी में तो यह बीमारी धीरे-धीरे शरीर को खोखला कर देती है। इसके साथ ही यह कई अन्य बीमारियों की भी वजह बनती है। हर किसी को मालूम है कि माइग्रेन का दर्द काफी असहनीय होता है। तेज धूप के कारण यह और अधिक बढ़ जाता है। जिसके कारण गर्मी में माइग्रेन के मरीजों को काफी अधिक तकलीफ होती है। माइग्रेन का दर्द कई कारणों से शुरू होता है। लेकिन यह ठीक कभी नहीं होता। इसलिए बेहतर है कि इनके कारणों को जान लें और खुद को माइग्रेन ना होने दें। गर्म तौलिया सिरदर्द दूर करने का सबसे आसान उपाय है। ये सामान्य सिर दर्द तो ठीक करता ही है। साथ में ये माइग्रेन के दर्द को भी दूर करता है। सिर दर्द के दौरान गर्म तौलिये से सिर को लपेट लें और गर्म पानी की बोतल को गालों पर रखकर सिकाई करें। यह प्रक्रिया दिन में तीन से चार बार करें। इससे काफी आराम मिलेगा। माइग्रेन अगर अभी हाल ही में शुरू हुआ है तो भाप लेकर भी आप इसे ठीक कर सकती हैं। एक बर्तन या स्टीमर में पानी को उबाल लें। फिर इसमें डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा या ऑलिव ऑयल डालें। फिर बर्तन के ऊपर चेहरा रखें और सिर के ऊपर कपड़ा डाल कर लंबी-लंबी सांसे लें। इसके बाद बीस मिनट तक हवा में न जाएं। इससे आपको सिरदर्द में आराम मिलेगा और नासिका भी साफ रहेगी। नोट- ये उपचार पंखा व कूलर बंद कर के करें। माइग्रेन के दर्द में घी अचूक उपाय माना जाता है। स्वामी परमानंद प्राकृतिक चिकित्सालय के नैचुरोपैथी एक्सपर्ट डॉ. प्रमोद बायपेयी कहते हैं कि "गर्मियों में धूप के कारण सिर दर्द की समस्या हर किसी को होती है। ऐसे में माइग्रेन के मरीजों को काफी दिक्कत हो जाती है। इस परेशानी से बचने के लिए ना जाने वो क्या-क्या उपाय करते हैं और कई सारी दवाईयां खाते हैं। जबकि गाय की घी की दो बूंद माइग्रेन से जुड़ी सारी समस्याओं को दस से पंद्रह मिनट में ठीक कर देता है। " गाय के घी में कई सारे औषधिय गुण होते हैं जिसके कारण इसे आयुर्वेद की दवा भी कहा जाता है। कई रिसर्च की मानें तो गाय के घी में ऐसे माइक्रोन्यूट्रींस होते हैं जिनमें कैंसर युक्त तत्वों से लड़ने की क्षमता होती है। खैर कैंसर और गाय के घी के बारे में एक अंतहीन बहस की जा सकती है और सभी डॉक्टर्स इस पर अलग-अलग राय देते हैं। जिसके बारे में हम बाद में बात करेंगे। माइग्रेन के दर्द को दूर करने के लिए दो बूंद घी नाक में डालें और लेट जाएं। इससे नासिका की सफाई होती है और सिरदर्द में आराम मिलता है। दरअसल माइग्रेन का दर्द कई बार नाक की झिल्ली पर अनेक प्रकार के वायरस, बैक्टीरियां, फफूंदी, धूल-मिट्टी के कण जमा हो जाने के कारण भी शुरू हो जाता है। घी नासिका की सफाई कर के सिरदर्द को खत्म कर देता है। अगर माइग्रेन की समस्या है तो बहुत ज्यादा पनीर खाने से बचें। सिर दर्द के मरीज को पनीर, चाकलेट और मटन जैसे आहार से दूर रहना चाहिए। इसके बदले आप ऐसी चीजें खाएं जिसमें विटामिन C, D व B12 के साथ-साथ प्रोटीन और कैल्सियम भी हो। अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जी जैसे गोभी, फूलगोभी और मेथी व गर्म दूध शामिल करें। बाहर के जंक फ़ूड परहेज करें और धूप में निकलने से बचें। तो इन नुस्खों को अपनाएं और सिरदर्द से दूर रहें। आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia. com पर हमसे संपर्क करें।
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रोडवेज और सस्ती एयरलाइंस से मिल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रहे रेलवे ने अब शताब्दी एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस और गतिमान एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के किराये में 25 फीसद तक रियायत देने की तैयारी की है जिससे इनमें टिकटों की बिक्री बढ़ सके। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि यह रियायत वातानुकूलित कुर्सी यान, एक्जीक्यूटिव कुर्सी यान सीटों के आधार पर किराये में दी जाएगी तथा जीएसटी, आरक्षण शुल्क, सुपरफास्ट शुल्क और अन्य अलग से लगाए जाएंगे। रेल मंत्रालय ने मंडलों के प्रधान वाणिज्यिक प्रबंधकों को तय रेलगाड़ियों में रियायती किराया योजना शुरू करने के लिये अधिकार देने का फैसला किया है। हालांकि उसने कुछ दिशानिर्देश तय किये हैं। अधिकारी ने बताया, मंत्रालय ने कहा है कि रियायती मूल्य तय करते वक्त प्रतिस्पर्धात्मक किराया एक पैमाना होना चाहिए और यात्रा के सभी हिस्सों के लिये रियायत की पेशकश की जाएगी चाहे वह यात्रा का पहला चरण हो, मध्य चरण या आखिरी हिस्सा। मंत्रालय ने कहा कि रियायत की पेशकश वार्षिक, अर्धवार्षिक, मासिक या सप्ताहांत के आधार पर की जा सकती है। जब ये योजना लागू रहेगी तब शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों में श्रेणीवार रियायत या फ्लेक्सी फेयर योजना लागू नहीं रहेगी।
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नई दिल्लीः निवेश विकल्पों में एफडी काफी पॉपुलर रहा है। एफडी पर कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। एफडी में निवेश करना सुरक्षित भी रहता है। इसमें गारंटी के साथ रिटर्न मिलता है। सेविंग अकाउंट के मुकाबले एफडी में निवेशकों को बेहतर ब्याज दर मिलती है। स्टेट बैंक, आईसीआईआई बैंक,एक्सिस बैंक, एचडीएफसी समेत कई बैंक फिक्स डिपॉजिट पर 7 से 7. 5% तक ब्याज दे रहे हैं। जबकि कुछ स्माल फाइनेंस बैंक हैं, जो इन बड़े बैंकों से भी ज्यादा ब्याज दे रहे हैं। वहीं ये बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 8 फीसद तक ब्याज ऑफर कर रहे हैं। ऐसे में यह उन निवेशकों के लिए यह फायदेमंद है जो पिछले कुछ महीनों में एफडी की ब्याज दरों में गिरावट से नाखुश हैं। मौजूदा समय में एसबीआई 1 वर्ष से 2 वर्ष के बीच के कार्यकाल के लिए 2 करोड़ रुपये तक जमा पर 4. 90% की ब्याज दर दे रहा है। कमर्शियल बैंकों की तुलना में छोटे वित्त बैंक आमतौर पर एफडी पर उच्च ब्याज दर देते हैं। मौजूदा समय में कई बैंक एफडी पर 2. 5 फीसद से 7. 5 फीसद तक की ब्याज दर दे रहे हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि कौन सा बैंक आपको किस रेट पर ब्याज दे रहा है। जन फाइनेंस स्मॉल बैंक एफडी पर 7 दिन से लेकर 10 साल तक की अवधि पर 2. 5 फीसद से लेकर 7. 50 फीसद के बीच ब्याज दे रहा है। इसके अलावा बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 0. 50 फीसद का अतिरिक्त ब्याज देता है। ये जमा वरिष्ठ नागरिकों के लिए 4 फीसद से 8 फीसद तक ब्याज दर अर्जित करेंगे। यह ब्याज दरें 2 करोड़ रुपये से कम जमा पर लागू होती हैं। ज्यादा जानकारी के लिए आप बैंक की वेबसाइट पर जा सकते हैं। उत्कर्ष लघु वित्त बैंक, 3% से 7% और 7 दिनों से 10 वर्षों में मैच्योर होने वाले एफडी पर वरिष्ठ नागरिकों को 3. 50% से 7. 50% तक ब्याज दर देता है। जबकि सूर्योदय बैंक की सामान्य ग्राहकों के लिए एफडी दर 4% से लेकर 7. 50% तक है। बैंक 5 साल में मैच्योर होने वाले डिपॉजिट पर सबसे ज्यादा ब्याज देता है। इन जमाओं पर 7. 50% की ब्याज दर मिलेगी। 15 सितंबर से सूर्योदय बैंक की नई एफडी ब्याज दरें प्रभावी हैं।
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दुनियाभर में कोरोना का कहर जारी है और इसके इलाज का प्रयास भी किया जा रहा है. आपको बता दें कि हर देश वैक्सीन बनाने के प्रयास में जुटा हुआ है। गौरतलब है कि इस बीच इजरायल ने दावा किया है कि उसने वैक्सीन बना ली है और अब वह इसके उत्पादन के बारे में शोध कर रहा है। वहीं भारत में इजरायल के राजदूत डॉ. रॉन मलका ने कहा कि अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया लेकिन जैसे ही ये पुख्ता हो जाएगा तो हम इसको दुनिया के साथ साझा करेंगे। इजरायल के कोरोनावायरस के एंटीबॉडी के क्लिनिकल ट्रायल शुरू करने के सवाल पर भारत में इजरायल के राजदूत डॉ. रॉन मलका ने कहा कि अभी प्रॉसेस को अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन हां इजरायल एक एडवांस स्टेज पर है। इजरायल के राजदूत ने कहा कि निश्चित रूप से हम इसे दुनिया के साथ साझा करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं इस पर ज्यादा जानकारी का इंतज़ार कर रहा हूं। भारत में इजराइल के राजदूत डॉ रॉन मलका कहते हैं कि कोरोना संकट ने भारत और इजराइल को करीब ला दिया है। इस वक्त दोनों देश कोरोनावायरस के बारे में अपनी जानकारी और सुविधाएं एक दूसरे के साथ शेयर कर रहे हैं। इजरायल में कोविड 19 के बारे में पता लगाने के लिए इस्तेमाल हो रहे एप की सुरक्षा पर उठे विवाद पर राजदूत ने कहा कि हमारे पास कोरानावायरस का पता लगाने, इलाज करने और क्वरंटाइन करने की तकनीक है। इसे लेकर लोगों की मदद और गोपनीयता को संतुलित बैठाने की जरूरत है। ये पूरी प्रकिया न्यायपालिका की निगरानी में हो रही है। इजराइल के लोग यह भी जानते हैं कि यह सीमित अवधि के लिए है।
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NTA IIFT Entrance Exam Result 2019: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड (IIFT) एमबीए कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट कल 13 दिसंबर को आधिकारिक वेबसाइट पर जारी करने जा रहा है। यह रिजल्ट पहले 11 दिसंबर को जारी किया जाना था मगर समय से रिजल्ट जारी नहीं हो सका। अब NTA ने आधिकारिक सूचना जारी यह जानकारी दी है कि परीक्षा के रिजल्ट कल 13 दिसंबर हो जारी किए जाएंगे। NTA IIFT प्रवेश परीक्षा 01 दिसंबर 2019 को आयोजित की गई थी जिसकी आंसर की आधिकारिक वेबसाइट पर 03 दिसंबर को जारी की गई थी। उम्मीदवारों को आंसर की पर आपत्ति दर्ज करने के लिए 05 दिसंबर तक का समय भी दिया गया था। सभी आपत्तियों पर विचार करने के बाद अब इस परीक्षा के फाइनल रिजल्ट जारी किए जा रहे हैं। रिजल्ट जारी किए जाने से पहले ही परीक्षा की फाइनल आंसर की जारी कर दी जाएगी। परीक्षा के लिए कुल 39,752 उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया था तथा NTA ने पहली बार इस परीक्षा का आयोजन कराया है। परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की जाती है तथा उम्मीदवारों को 2 घण्टे का समय दिया जाता है। प्रवेश परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को ग्रुप डिस्कशन/इंटरव्यू/रिटन एलिजिबिलिटी टेस्ट के लिए बुलाया जाएगा।
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बच्चों में पढ़ने के प्रति दिलचस्पी पैदा करने में अभिभावक और अध्यापक एक अहम भूमिका निभाते हैं। यह पन्ना अध्यापकों और अभिभावकों दोनों के लिए बहुत उपयोगी है। यह उनकी घर और स्कूल में बच्चों की शुरूआती पढ़ने की प्रक्रिया में मदद करेगा। इसमें विभिन्न प्रकार की जानकारी और सुझाव दिए गए हैं जिससे विशेष आवश्यकता वाले बच्चों सहित सभी बच्चों को शुरूआती दौर में पढ़ने की आदत को प्रोत्साहन मिलेगा। यह शृंखला मूल बरखा शृंखला का रूपांतरित संस्करण (adapted version) है जिसमें चार स्तर और पाँच विषयवस्तुओं के अंतर्गत चालीस पुस्तिकाएँ हैं। यह ऐसी सामग्री उपलब्ध कराने की एक कोशिश है जिसमें समावेशी शिक्षा के तहत सभी बच्चों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए कुछ अतिरिक्त विशेषताएं शामिल की गई हैं। इस डिजीटल संस्करण में हर कहानी की शुरूआत में वीडियो फार्मेट में 'कहानी का परिचय' का परिचय दिया गया है, जो छात्र/छात्राओं में उत्सुकता बढ़ाने और पढ़ने की प्रक्रिया को मज़ेदार बनने में मददगार होगा। यह वीडियो संकेत भाषा में भी दिया गया है। हर पेज पर मुख्य आकृतियों को हाइ-रेजोल्यूशन में दिया गया है, जिससे कहानी की महत्वपूर्ण घटना पर ध्यान केन्द्रित करने में मदद मिलेगी, हर कहानी में पाठ और पृष्ठभूमि तीन रंगों में दी गई है ताकि छात्र/छात्राएं अपनी प्राथमिकता और आवश्यकता के अनुसार विषयवस्तु देख सकें। कुछ अन्य विशेषताएँ भी शामिल की गई हैं जैसे- कठिन शब्दों के लिए चित्र खिड़की के रूप में फ्लैशकार्ड, वाक्य की शुरूआत और अंत की ओर संकेत करने के लिए लाल और हरा बिंदु, पेज के चारों ओर काला बॉर्डर ताकि पाठ और दृश्यों की ओर ध्यान केन्द्रित किया जा सके, अगले और पिछले पेज पर जाने के लिए तीर का निशान, जिससे बच्चों को पेज पलटने में आसानी हो। पुस्तकमाला की पैकेजिंग भी इसी के अनुकूल है। चालीस कहानियों की पुस्तक के आवरण पृष्ठ पुस्तक शेल्फ में दिखाए गए है जिसपर कहानियों के शीर्षक दिए गए हैं ताकि बच्चे कहानी का चुनाव अपनी इच्छा से कर सकें। इस रूपांतरित संस्करण का उद्देश्य पाठकों को बहु-संवेदी (multi-sensory) अनुभव प्रदान करना है। बरखा : एक पठन शृंखला 'सभी के लिए' प्रिंट वर्जन में भी उपलब्ध है। शृंखला के पहले स्तर में 'रिश्ते' विषय के अंतर्गत दो कहानियाँ हैं- "रानी भी" एवं "मुनमुन और मुन्नू"। इस विषयवस्तु में दी गई कहानियों के मुख्य पात्र हैं- रमा और रानी। यह विषय दो स्नेही बहनों पर आधारित हैं जो अपने आस-पास घटित होने वाली गतिविधियों का बारीकी से ध्यान रखती हैं । इस कहानी में रमा और रानी आँगन में घोंसला बनाते पक्षियों को देखती हैं। दोनों बहने एक बिल्ली से उस घोंसले की रक्षा करती है और जल्द ही उस घोंसले में पक्षी के बच्चों को पाती हैं। अध्यापक और अभिभावक बच्चों को कहानी पढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। कहानी पढ़ने की प्रक्रिया को बच्चों के लिए अर्थपूर्ण और मज़ेदार बनाने के लिए कुछ अभ्यास सुझाए गए हैं। कहानी में आने वाले नए शब्दों और अवधारणाओं का भी उल्लेख किया गया है जो कहानी को पढ़कर समझने में मदद करेगा।
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JNU में एक छात्रा का यौन शोषण का मामला सामने आया है। आरोप आइसा के सदस्य प्रसन्ना राज पर लगा है। आरोप है कि आईशी घोष ने पीड़िता को शिकायत करने से रोका। दुनिया के सबसे अमीर आदमी और स्पेसएक्स व टेस्ला के CEO एलन मस्क (Elon Musk) पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है। केरल के गर्ल्स स्कूल में लगभग 30 तक शिक्षक रहने के दौरान शशिकुमार ने दर्जनों लड़कियों के साथ रेप किया। कुछ की हालत गंभीर भी हो गई थी। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए यूँ तो कई योजनाएँ देश में चलाई जा रही हैं। लेकिन हकीकत में उनकी स्थिति क्या है इसकी एक तस्वीर इस NFHS रिपोर्ट में दिखी। महिला ने आरोप लगाया कि अभिनेता ने एर्नाकुलम के एक फ्लैट में 13 मार्च से 14 अप्रैल, 2022 तक उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया और उसे पीटा भी। दिल्ली के एक स्कूल में दो बच्चियों के कपड़े उतारने वाले संदिग्ध का पुलिस ने स्केच जारी किया है। बाद में उसने नंगा होकर भरी क्लास में पेशाब भी कर दिया था। कंगना रनौत ने यौन शोषण को बॉलीवुड और फैशन इंडस्ट्री का काला सच बताया है। कहा है कि मीटू मूवमेंट के बाद इंडस्ट्री में उन्हें बैन कर दिया गया था। झारखंड के राँची स्थित एक चिल्ड्रेन होम में सात साल की बच्ची के यौन उत्पीड़न के मामले में NCPCR के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो जाँच के लिए राँची पहुँचे। रिएलिटी शो LockUpp में अब मुनव्वर फारूकी ने बताया है कि बचपन में उसका यौन शोषण हुआ था। ऐसा करने वालों में उसके दो रिश्तेदार भी शामिल थे। पी ससी केरल में दूसरी बार मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार बने हैं। इससे पहले वो पूर्व सीएम ईके नयनार के भी राजनीतिक सचिव रह चुके हैं।
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25092018प्रादेशिक समाचार नौ सौ पंद्रह बजे मंत्रिमण्डल प्रदेश मंत्रिमण्डल की कल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई बैठक में राज्य में न्यूनतम बस किराये में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया सभी श्रेणियों की बस सेवाओं जिनमें सामान्य डिलक्स व वॉल्वो बसों के किराये में मैदानी इलाकों के लिये दो हज़ार चार सौ चौंतालीस जबकि पहाड़ी क्षेत्रों के लिये दो हज़ार उनहत्तर फीसदी बढ़ोतरी की गई है वहीं तीन किलोमीटर के सफर के लिये अब न्यूनतम किराया छह रुपये होगा इससे पहले वर्ष दो हज़ार तेरह में बस किराया बढ़ाया गया था खेल पुरस्कार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय खेल पुरस्कार प्रदान करेंगे भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली और विश्व चैंपियन भारत्तोलक मीरा बाई चानू को देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न से सम्मानित किया जाएगा कुल्लू जिले की मोहल गांव की लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जम्वाल को आईएनएसवी तारिणी के महिला दल के साथ समुद्र के रास्ते पूरे विश्व की परिक्रमा करने पर तेंजिंग नोर्गे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा महेंद्र सिंह हिमाचल प्रदेश कृषि उद्योग निगम के निदेशक मण्डल की 235वीं बैठक कल बागवानी मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित की गई बैठक में निदेशक मण्डल ने निगम के कर्मचारियों को चार प्रतिशत की अंतरिम राहत प्रदान करने का निर्णय लिया गया बैठक में निगम में विभिन्न श्रेणियों के बयालीस पदों को आउटसोर्स आधार पर भरने को भी स्वीकृति प्रदान की गई मन की बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस महीने की तीस तारीख को आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम में देशविदेश में लोगों के साथ अपने विचार साझा करेंगे यह इस कार्यक्रम की 48वीं कड़ी होगी श्री मोदी ने एक ट्वीट में लोगों से नरेन्द्र मोदी ऐप और माई जी ओ वी ओपन फोरम पर अपने विचार और सुझाव साझा करने का आग्रह किया मौसम राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश भागों में आज मौसम साफ बना हुआ है प्रदेश के जनजातीय जिलों में पिछले तीन दिन तक हुए हिमपात व अन्य जिलों में हुई भारी वर्षा के चलते अस्तव्यस्त हुए जीवन को पटरी पर लाने के लिये प्रशासन के प्रयास जारी हैं विभिन्न जिलों में बंद हुए रास्तों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है कुल्लू से हमारे प्रतिनिधि के अनुसार पतली कुहल से आगे मनाली जाने के सभी रास्ते बाधित हो गए हैं वहीं मणिकर्ण घाटी के पीणी व टिक्कर गांव के बीच में मलवे की चपेट में आने से एक महिला की मृत्यु हो गई है जबकि उसके पति को कुल्लू अस्पताल में दाखिल कराया गया है मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के मध्यम व अधिक ऊंचाई वाले कुछ भागों में वर्षा व हिमपात की संभावना जताई है अब एक नजर अखबारों की सुर्खियों पर प्रदेश में भारी वर्षा से हुए नुकसान और मंत्रिमण्डल के निर्णय से जुड़ी खबर को अधिकांश समाचापत्रों ने सचित्र प्रकाशित किया है अमर उजाला लिखता हैहिमाचल में तीसरे दिन भी बारिश का कहर जारीपांच की मौत चार बहेबौद्ध भिक्षुओं स्कूली बच्चों समेत एक हज़ार पाँच सौ लोग फंसे दैनिक जागरण के शब्द हैंबेरहम बारिशसात की मौतदस बहे दिव्य हिमाचल की सुर्थी है14 जिन्दगियां निगल गई बेरहम बरसातआठ लापता दैनिक भास्कर के अनुसारआठ साल बाद जमकर बरसा मॉनसून378 सड़कें बंद1600 लोग फंसे8 लोगों की मौत आपका फैसला का शीर्षक हैकुल्लू में युवती सहित तीन लोग बहे पंजाब केसरी के मुताबिकआज भी भारी बारिश रेड अलर्ट | प्रदेश मंत्रिमण्डल के निर्णय से जुड़ी खबर पर अमर उजाला की सुीं हैहिमाचल में अब दोगुणा हुआ न्यूनतम बस किरायातीन के बजाये छह रुपये लगेंगे दिव्य हिमाचल के शब्द हैंहिमाचल में दो हज़ार चार सौ चौंतालीस फीसदी बढ़ा किराया पंजाब केसरी लिखता हैहिमाचल में सफर महंगासरकार बोली पांच साल के बाद हुई किराये में बढ़ोतरी दैनिक जागरण के मुताबिकहिमाचल में महंगा हुआ बस का सफर दैनिक भास्कर के शब्द हैंहिमाचल में बस का सफर महंगा किराया चौबिस प्रतिशत बढ़ा प्रदेश की चालीस सड़कें एनएच में होंगी तबदीलशीर्षक से अमर उजाला लिखता हैशिमला की सत्रह और शाहपुर सर्कल की तेईस सड़कों की अलाईनमेंट रिपोर्ट केन्द्र को भेजे मुम्बईकोलकाता में एचपीएमसी की जमीन बेचेगी सरकार इसी अखबार की एक अन्य खबर है सीएम ने केन्द्र से मांगी दो सौ करोड़ की सहायता आपका फैसल की एक खबर है अब एक नज़र सम्पादकीय पन्ने पर देनिक जागरण ने अपने सम्पादकीय आपदा में सुस्ती में लिखा है कि प्रदेश में हुई भारी बरसात से जिस तरह जनजीवन अस्तव्यस्त हुआ उसने आपदा प्रबंधन के दावों की पोल खोल दी है दिव्य हिमाचल ने अपने सम्पादकीय में प्रदेश में हो रही शहरीकरण व लोगों द्वारा भौतिक फायदे के लिये प्रकृति से की जा रही छेड़छाड़ से हो रहे नुकसान पर चिंता जताई है शीर्षक है इन्सानी नखरों पर बिफरी प्रकृति
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नयी दिल्ली, 5 अगस्त : 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' योजना के तहत वर्ष 2016-19 के दौरान जारी 446. 72 करोड़ रूपये की करीब 78 प्रतिशत राशि मीडिया पैरोकारी पर खर्च होने के मद्देनजर संसद की एक समिति ने सरकार को सुझाव दिया है कि विज्ञापन पर होने वाले इस खर्च पर पुनः विचार किया जाना चाहिए. संसद में बृहस्पतिवार को पेश भारतीय जनता पार्टी सांसद हिना गावित की अध्यक्षता वाली महिलाओं को शक्तियां प्रदान करने संबंधी संसदीय समिति ने " 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के विशेष संदर्भ के साथ शिक्षा के माध्यम से महिलाओं का सशक्तीकरण" शीर्षक वाली रिपोर्ट में यह बात कही गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चूंकि समिति द्वारा की गई सिफारिशें छात्राओं की स्वच्छता और गरिमा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है, इसलिये समिति यह दोहराती है कि मंत्रालय सरकारी स्कूलों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने वाले 100 प्रतिशत पृथक कामकाजी शौचालयों के निर्माण और बालिकाओं के शौचालयों के लिये इंसीनरेटर्स की स्थापना के लिये एक समयबद्ध कार्य योजना तैयार करे. इसमें कहा गया है कि मंत्रालय द्वारा 5. 2 लाख पृथक बालिका शौचालयों के निर्माण की सूचना दी गई है. इन विवरणों में माध्यमिक शिक्षा प्रदान करने वाले स्कूलों के लिये निर्धारित लक्ष्यों की तुलना में वास्तविक निर्माण शामिल होना चाहिए. रिपोर्ट के अनुसार, समिति संसद में प्रतिवेदन प्रस्तुत किये जाने के तीन महीने के भीतर इस संबंध में स्थिति रिपोर्ट से अवगत होना चाहेगी.
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ओब्लोन्स्की कुछ वैसी ही गम्भीर मुद्रा बनाये हुए, वह अपने कार्यालय में अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठता था, कारेनिन के कमरे में दाखिल हुआ । कारेनिन पीठ पीछे हाथ बांधे और कमरे में इधर-उधर चक्कर लगाते हुए उसी विषय के बारे में सोच रहा था, जिसकी स्तीवा उसकी पत्नी के साथ चर्चा कर रहा था । " मैं कोई खलल तो नहीं डाल रहा हूं ? " ओब्लोन्स्की ने बहनोई को देखकर अचानक घबराहट सी महसूस करते हुए पूछा, हुए पूछा, जो उसके स्वभाव के अनुरूप नहीं था । अपनी इस घबराहट को छिपाने के लिये उसने कुछ देर पहले खरीदा गया नये ढंग से खुलनेवाला सिगरेट-केस निकाला और चमड़े को सूंघकर सिगरेट निकाली । नहीं । तुम्हें मुझसे कोई काम है क्या ?" कारेनिन ने बुके मन से जवाब दिया । हां, मैं चाहता था ... मुझे बात ... बात करनी है, ओब्लोन्स्की. ने हैरानी से भीरुता अनुभव करते हुए, जिसका वह अभ्यस्त नहीं था, जवाब दिया । यह अनुभूति इतनी अप्रत्याशित और अजीब-सी थी कि ओब्लोन्स्की को इस बात का विश्वास नहीं हुआ कि यह उसकी आत्मा की आवाज़ थी, जो कह रही थी - तुम जो करना चाहते हो, वह बुरा है। ओब्लोन्स्की ने अपनी इस भीरुता पर सप्रयास क़ाबू पा लिया । उम्मीद करता हूं कि तुम बहन के प्रति मेरे प्यार और तुम्हारे प्रति मेरे हार्दिक लगाव और आदर पर विश्वास करते हो, " उसने घबराहट से लाल होते हुए कहा । कारेनिन रुका और उसने कोई उत्तर नहीं दिया, किन्तु उसके चेहरे के इस भाव ने कि मैंने अपने को क़िस्मत के हाल पर छोड़ दिया है, उसे चकित कर दिया । " मेरा ऐसा इरादा है, मैं चाहता हूं कि बहन और तुम दोनों की आपसी स्थिति की चर्चा करूं, " ओब्लोन्स्की ने अपनी कि झेंप से जो उसके स्वभाव में नहीं थी, जूझना जारी रखते हुए कहा ।
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16 मई को लखनऊ के श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में मैच खेला गया जिसमें मुंबई इंडियंस और मेज़बान लखनऊ सुपर जायंट्स की टीमें आमने-सामने थीं। दोनों टीमों के बीच खेले गए मुक़ाबले में लखनऊ सुपर जायंट्स की तरफ से एक बड़ा बदलाव नज़र आया। मंगलवार को खेले गए इस मैच में काइल मेयर्स की जगह पर दीपक हुड्डा अपनी टीम के लिए पारी की शुरुआत करने आए। हालांकि, बैटिंग के लिए इस नंबर पर आकर उन्हें निराशा ही हाथ लगी। इस मैच में उन्हें टिम डेविड द्वारा एक जीवनदान भी मिला था जिसका वह फायदा नहीं उठा पाए और सस्ते में चलते बने। दरअसल, जब लखनऊ की टीम बल्लेबाज़ी कर रही थी तब मुंबई इंडियंस की तरफ से क्रिस जॉर्डन दूसरे ओवर में गेंदबाज़ी करने आए थे। क्रिस जॉर्डन के इस ओवर की पहली गेंद पर दीपक हुड्डा ने एक बड़ा शॉट खेलने का मन बना लिया था। उन्होंने एक्स्ट्रा कवर की तरफ बाउंड्री लगाने की कोशिश की जिसमें वह नाकामयाब साबित हुए। उस जगह मौजूद मुंबई की टीम के क्षेत्ररक्षक टिम डेविड ने प्वाइंट की दिशा से उल्टी तरफ दौड़ लगाते हुए कैच को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन उनका यह प्रयास सफल नहीं हो सका। टिम डेविड द्वारा यह कैच छोड़े जाने के बाद दीपक हुड्डा को जीवनदान मिल गया और इस दौरान भागकर उन्होंने 2 रन बटोर लिए। हालांकि, यह ख़ता कर देने के बाद टिम डेविड ने सुधार कर लिया। टिम डेविड ने अपनी गलती को अगले ही ओवर में सुधार लिया। अगले ओवर की पहली ही गेंद पर टिम डेविड ने दीपक हुड्डा का ज़बरदस्त कैच पकड़ लिया। जेसन बेहरेनडॉर्फ द्वारा डाली गई धीमी गति की गेंद पर दीपक ने एक बार फिर बड़ा शॉट खेलना चाहा, लेकिन इस बार टिम डेविड ने उनका कैच पकड़ने में कोई चूक नहीं की।
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हरियाणा के पानीपत में हैवानियत तक को शर्मसार कर दे, ऐसी एक घटना सामने आई है. यहाँ दो लोगों ने 5वीं में पढ़ने वाली नाबालिग बच्ची का बलात्कार कर हत्या कर दी. वो दोनों यहीं नहीं रुके, उन्होंने बच्ची की लाश तक को नहीं छोड़ा, और लाश के साथ भी चार घंटों तक बलात्कार करते रहे. इसके बाद शव को झड़ियों में फेंक दिया. पानीपत के गांव उरलाना कलां में 27 वर्षीय प्रदीप कुमार और 22 वर्षीय सागर दोनों शराब पी रहे थे. उन्होंने शाम 5 बजे गंदे नाले के पास कूड़ा डालने गई 11 वर्षीय बच्ची का अपहरण किया और उसे अपने घर ले गए. वहाँ उन्होंने बच्ची के साथ गैंगरेप किया. बच्ची के विरोध करने पर शनिवार शाम 7 बजे गला घोंटकर बच्ची हत्या कर दी और रात 11 बजे तक उसकी लाश के साथ बलात्कार करते रहे. उसके बाद शव को बाल्मीकि मंदिर के पीछे झाड़ियों में फेंक दिया. डीएसपी सन्दीप कुमार ने बताया कि गांव के रहने वाले प्रदीप के घर के पास से कुछ संदिग्ध चीज़े बरामद हुई थी जिसके आधार पर पुलिस ने प्रदीप को पकड़ कर सख्ती से पूछताछ की, तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. 11 वर्षीय मृतका की मां ने पति से तलाक लेने के बाद दूसरा विवाह कर लिया था, जिसके बाद वह अपने दादा-दादी के साथ रहती थी.
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कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमित शाह से की मुलाक़ात, अब छूटेगा हाथ और कैप्टन होंगे 'कमल' के साथ? पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर से सियासी बवाल खड़ा कर दिया है। नाराज सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और पंजाब कांग्रेस के नेता उन्हें मनाने में लगे हुए है। वहीं दूसरी तरफ़ तमाम कयासों के बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की, जिससे राजनीति में उनके भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई। जी हां कई दिनों से यह कयास लगाया जा रहा कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इसी बीच उन्होंने बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और बैठक के बाद अमरिंदर सिंह ने बताया कि उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के साथ केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन पर चर्चा की। बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद अमरिंदर सिंह मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचे थे। जिसके बाद से ही यह अटकलें लगाई जा रही थी कि वे भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मिलने वाले हैं, लेकिन पहले तो इसपर ख़ुद अमरिंदर सिंह की तरफ़ से न-नुकुर की जाती रही, लेकिन फ़िर बुधवार को अमित शाह से मुलाकात हुई। बता दें कि बैठक के बाद भाजपा से जुड़े सूत्रों ने कहा कि सभी विकल्प खुले हैं। इसके साथ ही भाजपा सूत्रों ने कहा कि, "पार्टी कैप्टन के साथ काम करने के लिए इच्छुक हैं लेकिन किसानों के विरोध पर एक प्रस्ताव पर पहुंचने की जरूरत है। " वहीं कैप्टन की यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उन्होंने अपने पत्ते नहीं खोले थे, लेकिन दावा किया था कि उन्होंने राजनीति नहीं छोड़ी है और वह अंत तक लड़ेंगे। गौरतलब हो कि कैप्टन मंगलवार को दिल्ली पहुंचे थे। इस दिन उन्होंने सिर्फ यही जानकारी दी थी वह पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कपूरथला हाउस खाली करने के लिए आए हैं। हालांकि अमरिंदर के दिल्ली दौरे की खबरें सामने आने के बाद से ही ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि वह पंजाब में सियासी संकट झेल रही कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बता दें कि कांग्रेस के दिग्गज नेता ने अपने कट्टर विरोधी नवजोत सिंह सिद्धू पर भी तीखा हमला किया था, जिन्हें पार्टी की पंजाब इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। सिद्धू ने मंगलवार को कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही पंजाब के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने राजनीतिक भविष्य के संबंध में कहा था कि उनके सामने कई विकल्प हैं और अब कहीं न कहीं यह स्पष्ट हो रहा कि वे बीजेपी के साथ आगामी दौर में जा सकते हैं।
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Posted On: 'हर घर तिरंगा' और 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' कार्यक्रम के तहत आज ग्वालियर की केंद्रीय जेल में आयोजित एक आयोजन में नागरिक उड्डयन और इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी तथा शहीदों के परिवारों के सदस्यों को सम्मानित किया। मंत्री महोदय ने विभाजन की भयावहता को दर्शाने वाली तस्वीरों की एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया। इस प्रदर्शनी में अभूतपूर्व मानव विस्थापन और जबरन पलायन, हिंसक बंटवारे की कहानी और किस प्रकार हमारे जीवन जीने के तरीके तथा सह-अस्तित्व के युगों का अचानक और नाटकीय ढंग से अंत हो गया, को दर्शाया गया। इस कार्यक्रम में मंत्री महोदय ने कहा कि आजादी के बाद के 75 सालों में देश और देशवासियों ने ये यात्रा की है और अब हमें न सिर्फ इस यात्रा के बारे में सोचने की जरूरत है बल्कि आगे की यात्रा के लिए भी खुद को तैयार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश अब विकास के पथ पर आगे बढ़ गया है और देश अमृत काल से शताब्दी काल तक की नई यात्रा के लिए तैयार है। अब अवसर अपार हैं और हमें इस देश को विकास के पथ पर बनाए रखने के लिए संकल्प लेने की जरूरत है। ग्वालियर की केंद्रीय जेल के कैदियों को संबोधित करते हुए श्री सिंधिया ने स्वतंत्रता संग्राम में इसके इतिहास और इसकी प्रासंगिकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कैदियों के रिहा होने के बाद, जेल प्रवास के दौरान सीखे गए कौशल और आत्मनिरीक्षण से वे समाज और राष्ट्र में सकारात्मक योगदान दे पाने में सक्षम होंगे। मंत्री महोदय ने 130 करोड़ देशवासियों की भावनाओं, उनकी विविधता और सम्मान को दर्शाने वाले तिरंगे पर गर्व महसूस करने के लिए इस सभा को प्रेरित किया। उन्होंने विभाजन की भयावहता और विस्थापितों व प्रभावित लोगों की पीड़ाओं के बारे में भी बताया। भारत सरकार और राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारें भारत के लोगों के साथ आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मना रही हैं। पूरे देश में लोग 'हर घर तिरंगा' कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इस कार्यक्रम के एक भाग के रूप में महत्वपूर्ण स्मारकों, स्थलों, जेलों, रेलवे स्टेशनों और जंगल तथा नदियों के पास स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े 400 स्थानों की पहचान की गई है जहां स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को पहचाना जा रहा है ताकि वर्तमान पीढ़ी को उनके अमूल्य योगदान याद दिलाए जा सकें। इस कार्यक्रम का आयोजन इस्पात मंत्रालय द्वारा जिला प्रशासन और केंद्रीय जेल, ग्वालियर के अधिकारियों के सहयोग से किया गया था।
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"जुम्मन मियाँ, यह क्या हो गया हमारे शहर को। तिरंगा फ़हराने को लेकर दंगा फ़साद और मोतें"? "सुखराम जी, यह केवल हमारे शहर का मसला नहीं है। ऐसी खतरनाक़ हवायें तो सारे देश में चल रहीं हैं। कहीं झंडे को लेकर, कहीं गाय को लेकर और कहीं मंदिर के बहाने"। "अरे मियाँ, आजकल तो बलात्कार की भी बाढ़ सी आगयी है। वह भी नाबालिग बच्चियों के साथ। पता नहीं, ईश्वर कहाँ सोया पड़ा है"? फ़ौज़ी सौदान सिंह रात के गस्त पर था। उसकी पीने के पानी की बोतल खाली हो गयी। उसे प्यास लगी थी। इधर उधर नज़र दौड़ाई। यूनिट की चौकी बहुत दूर थी। अचानक उसकी नज़र एक किसान पर पड़ी जो खेत में सिंचाई कर रहा था। सौदान सिंह को लगा कि उसके पास पानी अवश्य मिलेगा। अतः वह उसके पास चला आया, "भाई जी, क्या आपके पास पीने का पानी मिलेगा"? "वीर जी, तुम्हारी कौम क्या है"? "भाई जी, आपके इस सवाल का पानी से क्या ताल्लुक़ है"? रजनी के पति का जन्म बसंत पंचमी को हुआ था इसलिये घरवालों ने उसका नाम बसंत ही रख दिया था। रजनी उसके जन्म दिन को खूब जोश के साथ मनाती थी। शादी को चार साल हुए थे लेकिन अभी तक उसकी गोद खाली थी। इसका एक मुख्य कारण उसके पति का सेना में होना भी था। चूंकि बसंत की तैनाती सीमा पर थी अतः परिवार साथ नहीं रख सकता था। नेताजी की हवेली में काम करने वाली चंपा की नाबालिग लड़की रूपा की नेताजी के लड़के ने ज़बरन इज्जत लूट ली। नेताजी ने साम, दाम, दंड और भेद सब हथकंडे अपना लिये, लेकिन चंपा किसी भी तरह मामले को रफ़ा दफ़ा करने को राजी नहीं हुयी। आखिरकार नेताजी अपनी औक़ात पर आ गये। चंपा को बोल दिया,"जा जो तेरी मर्जी हो कर ले"।
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पटना (ब्यूरो)। शाम ढलते ही जेपी गंगा पथ पिकनिक स्पाट में तब्दील हो जाता है। छुट्टी के दिन शनिवार और रविवार को तो यहां और भी ज्यादा भीड़ होती है। नववर्ष की पहली जनवरी हो और लोग जेपी गंगा पथ यानी मरीन ड्राइव पर मस्ती करने नहीं पहुंचें, सवाल ही पैदा नहीं होता। रविवार को नववर्ष के पहले दिन लोग सुबह से अपने परिवार और दोस्तों संग जेपी गंगा पथ मरीन ड्राइव पर पहुंचने लगे थे। जैसे-जैसे दिन चढ़ रहा था जेपी गंगा पथ नववर्ष की मस्ती में रंगता जा रहा था। दोपहर 12 बजे के बाद निकली हल्की धूप ने लोगों की सैर का मजा दोगुना कर दिया। जेपी गंगा पथ के रोटरी गोलंबर के चारों तरफ लोग मस्ती करते दिखे। सुबह से लेकर शाम तक जेपी गंगा पथ पर लोगों का जमावड़ा रहा। लोग एक दूसरे को नववर्ष की बधाई देते नजर आए। जेपी गंगा पथ किनारे ठेले पर लगाए गए ठेलों पर लोगों ने एक से बढ़कर एक लजीज व्यंजनों का आनंद भी लिया। बढ़ती भीड़ से लोगों को जाम की समस्या का भी सामना करना पड़ा। बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की ओर से गंगा नदी के गांधी घाट पर एमवी कौटिल्य विहार (पानी जहाज) का संचालन किया जा रहा था। दोपहर तीन बजे से लेकर शाम के छह बजे तक चार शिफ्टों में 120 सैलानियों ने गंगा की लहरों की सैर की। इससे पर्यटन निगम को 18 हजार रुपये की आमदनी हुई। एनआइटी घाट पर नववर्ष को यादगार बनाने युवाओं के हुजूम ने जमकर मस्ती की। कोई गिटार की धुन पर थिरकता नजर आया तो कोई अपने दोस्तों संग सेल्फी ले रहा था। हर कोई इस पल को अपने कैमरे में कैद करता रहा। यहां का नजारा किसी मेले से कम नहीं लग रहा था।
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सऊदी खाद्य एवं औषधि प्राधिकरण (SFDA) ने रियाद में डेयरी फार्मों पर छापेमारी के दौरान डेयरी उत्पादों में मिलावट करने वाले एक फार्म के खिलाफ कार्रवाई की है। रिपोर्ट के मुताबिक डेयरी फार्म कैन पर सूचीबद्ध जानकारी वास्तव में कैन पर दी गई जानकारी से बिल्कुल अलग थी। यानी कि सरासर झूठ बोलने की कोशिश की गयी. SFDA के ट्विटर अकाउंट में कहा गया है कि निरीक्षकों ने 432 किलो नकली डेयरी उत्पाद जब्त किए हैं, जिसके बाद फॉर्म के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई और फर्म को सील भी कर दिया गया. 2. सऊदी हुकूमत ने सुनाया फैसला, अब हज या उमराह करने के लिए महिलाओं को मेहरम की ज़रूरत नहीं ! सऊदी से महिलाओ के लिए खुशखबरी सामने आ रही है। मिली जानकारी के अनुसार आप महिलाओं को हज या उमराह के दौरान मेहरम की जरूरत नहीं होगी। 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए पहले ही यह छूट दी जा चुकी है. बाकी महिलाओं के लिए आई है खबर ऐतिहासिक है। जी हाँ आपको बता दे कि 'एक महिला अब बिना मेहरम के उमराह करने के लिए मुल्क में आ सकती है। ' सऊदी में यह प्रथा थी कि महिलाएं बिना मेहरम के हज उमराह यात्रा पर नहीं आती थी। महिलाओं और बच्चों को बिना 'मेहरम' के यात्रा की अनुमति नहीं थी। मेहरम वो पुरुष साथी होता है जो पूरे हज के दौरान महिला या बच्चों के साथ रहता है। 3. अबुधाबी में एक कामगार पर गिरा प्लास्टिक का पूरा बंडल, हुई मौत ! संयुक्त अरब अमीरात में एक कामगार की जान काम करने के दौरान चली गयी. दरअसल कामगार के ऊपर एक प्लास्टिक tube गिर गया और मौके पर उसकी जान चली गयी. इस मामले में कामगार के परिजनों को राहत देते हुए उसके परिजनों को Dh80,000 देने का आदेश दिया। बता दे कि यह रकम नियोक्ता पीड़ित कामगार के परिजनों को देगा। इसके अलावा नियोक्ता कामगार के परिजनों को Dh200,000 और देगा। जब पूछ्ताछ हुई तो पता चला कि कामगार जब वेयरहाउस में काम कर रहा था तभी उसके ऊपर प्लास्टिक का बंडल गिर गया था। कामगार के परिजनों ने Dh510,000 मुवावाजे की मांग की थी फिर यह पूरा मामला कोर्ट तक पहुंच गया वहां सुनवाई हुई तो अबुधाबी कोर्ट ने नियोक्ता को Dh80,000 यानी कि 1,792,955. 12 INR देने का फैसला सुनाया। UAE में श्रम कानून के मुताबिक साइट पर कामगार के साथ अगर कोई अनहोनी हो जाती है तो कंपनी और नियोक्ता दोनों मिलकर उसे मुआवजा देते हैं। सऊदी अरब में भारत के एक नौजवान युवक की सड़क हादसे में जान चली गयी. इस दुखद खबर को सुनने के बाद परिजन का रोरोकर बुरा हाल हो चुका है. युवक महराजगंज का रहने वाला था और सऊदी की राजधानी रियाडा में टैंकर से पानी सप्लाई का कार्य करता था। बीते दिन मंगलवार सुबह ही दुर्घटना में उसकी मौत हो गयी। हादसे की खबर दोस्त ने परिजनों को दी। कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम सभा बागापार टोला बरइठवा निवासी केशव वर्मा के पांच लड़के हैं, जिसमे सबसे बड़ा अनिल (35 वर्ष), सुनील (33) सोनू (30), अभिषेक (27) और अभिमन्यु (22 ) हैं। मृतक सोनू तीसरे नम्बर का बेटा था। सुनील, सोनू और अभिमन्यु तीनों भाई सऊदी अरब में थे। 5. कुवैत में भारत के नए राजदूत "Adarsh Swaika" को किया गया नियुक्त ! 2002 बैच के IFS अधिकारी Dr. Adarsh Swaika को कुवैत राज्य में भारत के अगले राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है। डॉ. आदर्श वर्तमान में विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव हैं वही उनके शीघ्र ही कार्यभार संभालने की उम्मीद है. जानकारी के अनुसार, विदेश मंत्रालय की एक सरकारी परिपत्र में कहा गया है, "डॉ आदर्श स्विका (आईएफएसः 2002), जो वर्तमान में विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव हैं, को कुवैत राज्य में भारत के अगले राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है। " इसी के साथ सरकारी परिपत्र में ये भी कहा गया है कि उनके शीघ्र ही कार्यभार संभालने की उम्मीद है। स्विका कुवैत में भारतीय दूत के रूप में सिबी जॉर्ज का स्थान लेंगे। गौरतलब है कि बीते कुछ सालों में भारत और कुवैत के बीच संबधों में उल्लेखनीय प्रगति देखने को मिली है। UAE सरकार ने आज अपने नागरिकों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी की घोषणा कर दी है. जिसमे कहा गया कि अगले महीन 1 नवंबर, 2022 से, सामान्य पासपोर्ट रखने वाले संयुक्त अरब अमीरात के नागरिक बिना वीजा के जापान में प्रवेश कर सकेंगे। UAE नागरिक वीजा-मुक्त प्रवेश का लाभ उठा सकेंगे बशर्ते कि उनकी यात्रा की अवधि 30 दिनों की अवधि से अधिक न हो। मतलब कि बिना वीज़ा के जापान में केवल 30 दिनों तक ही stay कर सकते हैं। कुवैत ने 13 प्रवासियों को देश से निर्वासित कर दिया और उनके नामों को फिर से देश में प्रवेश करने से ब्लेक लिस्ट की सूची में डाल दिया है, हालांकि इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि वो 13 प्रवासी किस देश के थे, जिन्हें कुवैत से निर्वासित किया गया है। कॉन्ट्रैक्ट करने वाली कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिसने उन्हें कर्मशियल विजिट वीजा के तहत काम पर रखा था। इस वीजा के तहत किसी भी प्रवासी को काम पर नहीं रखा जा सकता है। दरअसल प्रवासियों ने वेतन न मिलने के बाद आत्मह/त्या की धम'की दी. आंतरिक मंत्रालय के अनुसार, कामगारों के एक समूह ने सल्मिया में एक इमारत की ऊपरी मंजिल से कू'दने का प्रयास किया। 8. अगले साल 1 जनवरी से लग जायेगा UAE के इस अमीरात में भी plastic bags पर बैन ! उम्म अल क्वैन ने अमीरात में single-use plastic bags पर ban लगाने की घोषणा की है। जो 1 जनवरी, 2023 से लागू होगा। उम्म अल क्वैन के अमीरात की Executive Council ki घोषणा के अनुसार, use में आने वाले सभी बैग बायोडिग्रेडेबल होने चाहिए, साथ ही multi-use या कागज या बुने हुए कपड़े से बने होने चाहिए। उम्म अल क्वैन नगर पालिका इस नई पालिसी को लागू करने के लिए इन चार्ज होगी वो नियम के अपवादों की पहचान करने के प्रभारी भी होगी। जितने भी Sales outlets हैं उन को अगले साल से सभी use किए जाने वाले प्लास्टिक बैग के खरीदार से 25 फिल्ल ज़्यादा चार्ज करने होंगे. यह अमीरात में single-use plastic bags पर पूरी तरह से बैन लगाने की तैयारी में किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि उम्म अल क्वैन में single-use plastic bags के यूज़ पर पूरी तरह से ban लगाने से पहले इसके यूज़ पर टैरिफ लगाया जा रहा है। सऊदी अरब के जेद्दा की विकास योजना के हिस्से के रूप में पुराने इलाकों में स्थित घरों को तोड़ने का काम जारी है. वहीँ तय कार्यक्रम के अनुसार कल, शनिवार 15 अक्टूबर से 'उम्म अल-सलाम' और 'क्लो 14' के असंगठित क्षेत्रों को साफ करने का अभियान शुरू किया जा रहा है. जेद्दा की विकास योजना के तहत 32 असंगठित मोहल्लों को तोड़ने का कार्यक्रम जोरों पर है. इस संबंध में 30 मोहल्लों को ध्वस्त कर दिया गया है, जबकि शेष दो मोहल्लों उम्म अल-सलाम और किलो 14 की असंगठित बस्तियों को गिराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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इस भागदौड़ भरी जिंदगी ने इंसान का सुकून छीन लिया है। अपनी जरूरतों और इच्छाओं को पूरा करने के लिए दिन-रात एक किए जा रहे हैं। हालांकि काफी कर्मशील होने के बावजूद कई बार किस्मत दगा दे जाती है। ऐसे में निराशा घर कर जाती है। हम आपसे कहना चाहते हैं कि मेहनत करना नहीं छोड़े, लेकिन भाग्य बदलने के लिए ये कुछ सरल उपाय भी अपनाए जा सकते हैं। रोजाना सुबह उठते ही सबसे पहले दोनों हाथों की हथेलियों को कुछ देर देखकर 3-4 बार चेहरे पर फेरें। मान्यता है कि हथेली के ऊपरी भाग में मां लक्ष्मी, बीच में मां सरस्वती व नीचे के भाग (मणि बंध) में भगवान विष्णु का स्थान होता है। गाय में सभी देवी-देवताओं का निवास माना गया है। रोजाना भोजन के लिए बनाई गई पहली रोटी गाय को दें। इससे भगवान प्रसन्न होते हैं और आपकी हर मनोकामना पूरी कर सकते हैं। रोजाना चीटियों को शक्कर मिला हुआ आटा डालें। ऐसा करने से आपके पाप कर्मों का क्षय होगा और पुण्य कर्म उदय होंगे। घर में स्थापित देवी-देवताओं को रोजाना ताजे फूलों से सजाना चाहिए। सच्चे मन से फूल अर्पित करने से भगवान खुश होते हैं। स्नान के बाद तोड़े गए फूल ही भगवान को चढ़ाना चाहिए। लक्ष्मीजी की कृपा के लिए घर को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए। रोजाना सुबह झाड़ू-पोछा करें। सूर्यास्त के बाद ऐसा करना ठीक नहीं माना जाता है। ऐसा करने से आर्थिक हानि का सामना करना पड़ सकता है। घर के आस-पास कोई ऐसा तालाब, झील या नदी का चयन करें, जहां बहुत सी मछलियां हों। यहां रोज जाकर आटे की गोलियां मछलियों को खिलाएं। घर से निकलने से पहलेे माता-पिता और अन्य बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लें। इससे आप पर आने वाला संकट टल जाएगा और आपके काम बनते चले जाएंगे। स्नान के बाद पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं। मान्यता है कि पीपल में भगवान विष्णु का वास होता है। रोज उपाय करने से शुभ फल मिलता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता को उपदेश देते हुए खुद को पेड़ों में पीपल बताया था।
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भोपाल। वर्तमान में मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई भी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। बंगाल की खाड़ी में भीषण चक्रवात तूफान मोका बन चुका है, लेकिन उसका भी मध्य प्रदेश के मौसम पर कोई असर नहीं हो रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वर्तमान में आसमान पूरी तरह साफ है। मध्य प्रदेश पर सूर्य की सीधी किरणें पड़ रही हैं। पड़ोसी राज्य राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश में भी जबर्दस्त गर्मी पड़ रही है। हवा का रुख भी पश्चिमी बना हुआ है। गर्म हवाओं के थपेड़ों से मध्य प्रदेश में भी बदन झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही है। शुक्रवार को रतलाम, धार में लगातार दूसरे दिन भी लू रही थी। साथ ही प्रदेश के 25 शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज हुआ था। शनिवार को चार से अधिक शहर लू की चपेट में आ सकते हैं। राजधानी भोपाल में भी सुबह से ही गर्मी के तेवर काफी तीखे दिख रहे हैं। शनिवार को भोपाल शहर का अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस या इससे ऊपर जाने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास ट्रफ के रूप में बना हुआ है, लेकिन यह मौसम प्रणाली काफी कमजोर है। इस वजह से इसका असर मध्य प्रदेश के मौसम पर नहीं पड़ रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मध्य प्रदेश और इसके आसपास के राज्यों में मौसम पूरी तरह शुष्क बना हुआ है। मर्इ माह में मध्य क्षेत्र में सूर्य की किरणें सीधी धरती पर पड़ती हैं। साथ ही हवा का रुख भी पश्चिमी बना हुआ है। लगातार गर्म हवा चलने के कारण राजधानी भोपाल सहित पूरे प्रदेश में तापमान म लगातार बढ़ोतरी हो रही है। तापमान बढ़ने का सिलसिला अभी बना रहने की संभावना है। शनिवार को रतलाम, धार के अलावा तीन-चार अन्य शहरों में भी लू चल सकती है। राजधानी में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 41. 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जो सामान्य रहा था। शनिवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार जाने की संभावना है।
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अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 68वां राष्ट्रीय अधिवेशन 25 से 27 नवंबर को जयपुर की JECRC यूनिवर्सिटी में आयोजित किया जाएगा। जिसमें देश-दुनिया से 2 हजार से ज्यादा प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। 25 नवंबर को अधिवेशन की शुरुवात योगगुरू बाबा रामदेव करेंगे। ABVP के पदाधिकारी ने बताया कि इस अधिवेशन में पहली बार प्लास्टिक को पूरी तरह से बैन किया गया है। ऐसे में अधिवेशन के दौरान किसी भी तरह के प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया जाएगा। ताकि पर्यावरण संरक्षण का संदेश जयपुर की धरती से पूरी दुनिया को दिया जा सके। ABVP के राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा ने बताया की इस अधिवेशन में पूर्व से पश्चिम तक उत्तर से दक्षिण तक संपूर्ण भारत का लघु दर्शन करेंगे। 18 साल बाद जयपुर में होने जा रहे इस युवाओं के महाकुंभ में भारत के साथ नेपाल और भूटान के साथ दुनिया के कई दूसरे देश से भी प्रतिनिधि हिस्सा लेने आ रहे है। जो शिक्षा और राष्ट्र के साथ समाज के ज्वलंत मुद्दों पर मंथन और चिंतन करेंगे। ताकि देश के युवाओं द्वारा देश को नई दिशा मिल सके। ABVP के प्रांत मंत्री शोर्य जैमन ने बताया 18 साल बाद विद्यार्थी परिषद का चौथा अधिवेशन है। जो जयपुर राजस्थान में होने जा रहा है। ऐसे में ABVP के हर कार्यकर्त्ता ने पूरी तैयारी करली है। इस दौरान पूरे पांडाल को महाराणा प्रताप की थीम पर सजाया गया है। ताकि राजस्थान की वीरता और शौर्य की गाथा को हर युवा तक पहुंचाया जा सके। This website follows the DNPA Code of Ethics.
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पुणे स्थित दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) को बढ़ती घरेलू मांग के चलते विदेशों में वैक्सीन भेजने में ज्यादा समय लग सकता है। SII ने ब्राजील, सऊदी अरब और मोरक्को को बता दिया है कि बढ़ती घरेलू जरूरतों और क्षमता के विस्तार के कामों के चलते वैक्सीन आपूर्ति में देर होगी। गौरतलब है कि SII एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित की गई कोरोना वैक्सीन का उत्पादन कर रही है। भारत में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाई जा रही वैक्सीन को कोविशील्ड के नाम से जाना जा रहा है। भारत सरकार इसे वैक्सीनेशन अभियान में इस्तेमाल करने के साथ-साथ विदेशों को दान और इसकी कमर्शियल आपूर्ति भी कर रही है। SII की तरफ से वैक्सीन आपूर्ति में देरी की खबरें ऐसे समय में आई हैं, जब भारत सरकार को घरेलू स्तर पर अपने नागरिकों को लगाने की बजाय विदेशों में वैक्सीन भेजने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका और ब्राजील के बाद कोरोना महामारी से तीसरे सर्वाधिक प्रभावित देश भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या फिर एक बार तेजी से बढ़ रही है। इसके चलते यह मांग की जाने लगी है कि सरकार को वैक्सीनेशन अभियान का दायरा और बढ़ाना चाहिए। SII की तरफ से आपूर्ति में देरी की खबरें उस वक्त सामने आई थीं, जब ब्रिटेन ने कहा था कि समय पर वैक्सीन न मिलने के कारण उसे अपने वैक्सीनेशन अभियान को धीमा करना होगा। ब्रिटेन ने SII को कोरोना वैक्सीन की दो करोड़ खुराकों का ऑर्डर दिया था, लेकिन उसे अभी तक एक करोड़ खुराकें ही मिल पाई हैं। इसी तरह ब्राजील को 40 लाख, सऊदी अरब को 30 लाख और मोरक्को को 70 लाख खुराकें भेजी गई हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, ब्राजील, सऊदी अरब और मोरक्को ने भी SII को दो-दो करोड़ खुराकों का ऑर्डर दिया था। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने इस पर प्रतिक्रिया लेने के लिए इन देशों के प्रतिनिधियों और SII अधिकारियों से संपर्क किया था, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। सूत्रों ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट फिलहाल अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर काम कर रही है। अप्रैल-मई तक यह हर महीने 10 करोड़ खुराकों का उत्पादन करने में सक्षम होगी। शुरुआत में SII को सिर्फ मध्य और निम्न आय वर्ग वाले देशों में वैक्सीन की आपूर्ति करनी थी, लेकिन एस्ट्राजेनेका के दूसरे सहयोगियों के उत्पादन संयंत्रों में परेशानी आने के बाद इसे दूसरे देशों को भी वैक्सीन भेजनी पड़ रही है। भारत ने अभी तक 75 देशों को कोरोना वैक्सीन की 80 लाख खुराकें दान की हैं और पांच करोड़ से ज्यादा खुराकों की बिक्री कर चुका है। इनमें से अधिकतर SII द्वारा निर्मित एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन है।
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इंदौर। मप्र की आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) में कोरोना के चार नए मामले (four new cases of corona) सामने आए हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट (health department alert) हो गया है। चारों नये मरीजों को आइसोलेट कर उपचार शुरू कर दिया गया है और फिलहाल उनके सम्पर्क में आने वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार देर रात जारी कोविड-19 बुलेटिन में दी गई। बुलेटिन में बताया कि बीते 24 घंटों के दौरान जिले में 109 सैम्पलों की जांच की गई। इनमें चार व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। वहीं, शुक्रवार को एक उपचाररत मरीज ने स्वस्थ हुआ है। वर्तमान में इंदौर में कोरोना के उपचाररत मरीजों की संख्या पांच है। अब तक शहर में 38,68,873 सैंपलों की जांच की गई। इनमें से 2,12,525 में संक्रमण की पुष्टि हुई। राहत की बात यह है कि इन संक्रमितों में से 2,11,050 पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में बीते एक सप्ताह से कोरोना का एक भी नया मामला सामने नहीं आया था, लेकिन एक दिन पहले ही यानी गुरुवार को जबलपुर में एक महिला कोरोना संक्रमित पाई गई थी। वह कुछ दिन पहले ही अमेरिका से लौटकर यहां आई थी। इसके बाद इंदौर में एक साथ चार नए कोरोना पाजिटिव मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया है। (एजेंसी, हि. स. )
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यूपी की बाराबंकी पुलिस ने बैंक का पी. ओ. बनकर लाखों रुपये ठगने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. यही नहीं इस शातिर ने अपने तकाजेदार यानी पैसा मांगने वालों से बचने के लिए अपने ही अपहरण की साजिश रच डाली. इसके लिए आरोपी ने फ़ोन पर मैसेज भेजकर अपने एक तकाजेदार से दो लाख की फिरौती मांग डाली. पुलिस ने इस मामले का मुकदमा दर्ज कर जब जांच शुरू की तो बड़ा खुलासा सामने आया. इस खुलासे ने सबको हैरत में डाल दिया. ये मामला नगर कोतवाली का है. जहां बाराबंकी में अपने अपहरण की साजिश रचने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 6 जनवरी को पंकज गिरी नाम के व्यक्ति ने अपने दोस्त के अपहरण की शिकायत नगर कोतवाली में दर्ज कराई थी. पुलिस ने अपहरण की शिकायत पर तत्परता दिखाते हुए तेजी से मामले की जांच शुरू की. एसपी यमुना प्रसाद ने कोतवाल पंकज सिंह के नेतृत्व में सर्विलांस और स्वाट की टीमें लगा दीं. इसके बाद पुलिस ने गाजीपुर जनपद के रहने वाले अपह्रत अमरजीत चौहान को नगर क्षेत्र के असेनी से बरामद कर लिया. जब पुलिस ने आरोपी अमरजीत से पूछताछ की तो इस दौरान उसने सनसनीखेज खुलासा किया. आरोपी अमरजीत चौहान खुद को बैंक का पीओ बताकर लोगों को ठगने का काम करता था और उसी ने खुद के अपहरण की साज़िश रची थी. इसके लिए आरोपी ने अपने दोस्त पंकज गिरी के मोबाइल पर मैसेज कर 2 लाख की फिरौती मांगी थी. यही नहीं, आरोपी अमरजीत पर गाजीपुर जनपद के थाना दुल्लहपुर में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में उसके पिता और भाई जेल जा चुके हैं और अमरजीत फरार चल रहा था. पुलिस अफ़सरों का कहना है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए अमरजीत बाराबंकी जनपद में शहर के कटरा इलाके में तीन-चार महीनों से एक मकान में किराए पर रह रहा था. आरोपी अमरजीत चौहान अपने दोस्त पंकज गिरी से काफी पैसे ले चुका था. अमरजीत के कब्जे से पुलिस ने एक असलहा और कारतूस भी बरामद किया है. पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने आगे बताया कि ये खुद को बैंक का पीओ बताकर कई लोगों से नौकरी दिलाने, प्लाट, गाड़ी देने के नाम पर पैसे ठग चुका है. इसके पिता ने भी इसको सम्पप्ति से बेदखल कर दिया है. फिलहाल आरोपी को जेल भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है.
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लिए तय कर लिया जाए ताकि उस दिन हम लोग एक-दूसरे की जरूरतों को जान सकें। क्या पता हममें से किसी को किसी तरह की मदद की जरूरत हो !" उन तीनों ने हामी भर दी और शेखचिल्ली को उस कनकटवा जज का पता बता दिया। शेखचिल्ली उनसे विदा लेकर उस जज का मकान खोजते हुए उसके महल के गेट पर पहुँच गया। गेट पर एक तख्ती लटकी हुई थी मुस्तफा अली खान । गेट पर एक दरबान - तैनात था। शेखचिल्ली ने उससे गेट खोलने के लिए कहा तो दरबान ने उसे डाँटकर भाग जाने को कहा। शेखचिल्ली ने दरबान को दुबारा कहा-"भाईजान! मेहरबानी करके मुझे न्दर आने दो, मुझे जज साहब से मिलना है।" "भाग जाओ, जज साहब अभी कचहरी से नहीं लौटे हैं। जब लौट आएँगे तब आना । " दरबान ने झिड़कते हुए शेखचिल्ली से कहा। शेखचिल्ली ने मन ही मन फैसला कर लिया था कि चाहे जैसे भी हो, वह जज साहब से मिलकर नौकरी हासिल करके रहेगा। इसलिए वह दरबान के झिड़कने के बावजूद गेट के पास ही खड़ा रहा। साढ़े पाँच बजे शाम को जज साहब बग्घी से अपने महल के गेट पर पहुँचे। गेट पर बग्घी रुकी और दरबान अदब से गेट खोलकर सलाम की मुद्रा में खड़ा हो गया। शेखचिल्ली को समझते देर नहीं लगी कि बग्घी से उतरनेवाला शख्स ही कनकटव जज मुस्तफा अली खान है । वह फुर्ती से जज के पास गया और बोला- "हुजूरेआला! मैं आपके पास आपकी खिदमत के इरादे से हाजिर हुआ हूँ। मुझे पता चला है कि आपको घर के काम-काज के लिए एक आदमी की जरूरत है, मैं भी काम की तलाश में गाँव से आया हूँ और बड़ी उम्मीद के साथ आपके पास आया हूँ।" जज ने शेखचिल्ली को ऊपर से नीचे तक देखा और उसे काम का आदमी समझकर कहा-"भीतर चलकर बातें करो।" और खुद गेट के भीतर चला गया तथा महल की तरफ जाते-जाते उसने दरबान से कहा- "आने दो उसे।" शेखचिल्ली तेज गति से महल के दरवाजे पर पहुँच गया। जज मुस्तफा अली खान ने उससे कहा-"देखो बरखुरदार! हमारे यहाँ तुम्हें काम तो मिल जाएगा लेकिन उसकी शर्त भी है कि यदि तुम छह महीने के अन्दर काम छोड़ोगे तो तुम्हें पगार नहीं मिलेगी और तुम्हारा एक कान काट लिया जाएगा। मंजूर है तो साठ रुपया मासिक वेतन, खाना, कपड़ा और रहने की सुविधा के एवज में आज से ही काम पर लग जाओ।" शेखचिल्ली ने अदब से कहा- "हुजूर, मौखिक बात नहीं, बस नौकरी शुरू करने से पहले शर्तनामा लिखकर दस्तखत करवा लें मगर मेरी भी एक शर्त है कि छह माह से पहले यदि आपने मुझे हटाया तो आपको साल भर के वेतन का भुगतान तो करना ही पड़ेगा, इसके साथ ही एक आदमी पर साल भर में खाने और कपड़ा पर आनेवाला खर्च जोड़कर उसका एकमुश्त भुगतान करना पड़ेगा। ये बातें भी शर्तनामा में लिखी होनी चाहिए।" शेखचिल्ली ने आगे कहा- "हाँ, कान तो आपको भी कटवाना पड़ेगा।" जज ने शेखचिल्ली को ऊपर से नीचे तक देखा और मन-ही-मन सोचा-क्या पिछी क्या पिद्दी का शोरबा! मुझसे शर्तें तय कर रहा है। दस दिन में कान कटवाकर भागने में अपनी भलाई समझेगा। कितने आए... कितने गए-हुँह ! लेकिन प्रकट तौर पर उसने कहा- "तुम आदमी दिलचस्प हो! तुम्हें काम पर रखना, अच्छा तर्जुबा होगा। चलो तुम्हारे लिए शर्तनामा तैयार कर देता हूँ।" जज साहब मुस्कुराते हुए उसे लेकर महल के भीतर चले गए। बैठक में जाकर उन्होंने शर्तनामा लिखकर तैयार किया और उसे पढ़कर सुनाने लगे। मगर, शेखचिल्ली ने उन्हें बीच में ही रोक दिया और कहा -"रहने दीजिए हुजूर! मैं खुद पढ़ लूँगा। हाँ, इस शर्तनामे मंे यह बात भी शामिल कर दीजिए कि हर महीने की पहली तारीख को मुझे महल से बाहर जाने की इजाजत होगी और पहली तारीख को मैं कोई काम नहीं करूंगा।" जज साहब ने शेखचिल्ली की ओर पहली बार चैंककर देखा और सोचा- युवक तेज-तर्रार है और पढ़ा-लिखा भी... चलो, कोई बात नहीं। और उन्होंने शर्तनामे मंे शेखचिल्ली के कहे अनुसार बातें भी दर्ज कर दीं। शर्तनामे की कार्बन कॉपी पर शेखचिल्ली ने दस्तखत करके जज साहब को दे दिया और शर्तनामे की मूल प्रति पर जज साहब से दस्तखत कराकर अपने पास रख लिया। उस दिन से जज साहब के घर का काम-काज करने के लिए उनके घर में रहने लगा। जज साहब ने उसे नौकरी पर रखते समय साफ-साफ कहा-"देखो शेखचिल्ली! तुम्हारे काम की पहली शर्त है कि तुम हमेशा काम के लिए तैयार रहोगे और जिस समय भी जो भी काम तुम्हें कहा जाए उसे अंजाम देने में कोई कोताही नहीं करोगे। इसी में तुम्हारी और तुम्हारे कान की भलाई है।" काम के पहले दिन ही जज मुस्तफा अली खान अपने नौकर पर हावी हो जाया करता था। मगर शेखचिल्ली ने जज को ऐसा कोई मौका नहीं दिया। जज साहब ने शेखचिल्ली से अपनी बेगम को मिलवाया और शेखचिल्ली से कहा- "देखो शेखचिल्ली! तुम्हें बेगम साहिबा का हर हुक्म मानना होगा। मेरे नहीं रहने पर यही तुम्हें काम दिया करेंगी।" इसके बाद जज साहब ने हाथ-पैर धोए और कपड़े बदलकर बैठक में चले गए। शेखचिल्ली बेगम साहिबा की खिदमत के लिए रुक गया। बेगम साहिबा ने उसको अपने चार साल के बेटे की देखभाल करने की जिम्मेदारी सौंपी और खुद रसोई में खाना बनाने चली गई। शेखचिल्ली बैठकर जज साहब के बेटे को घूरने लगा। घूर घूरकर देखे जाने से चार साल का वह बच्चा डर गया और उसके चेहरे से शेखचिल्ली ने अनुमान लगाया कि लड़का डरकर रोने ही वाला है कि उसने फुत्कारते हुए कहा -"अबे ! याद रखना... अगर मुँह से आवाज निकली या तू रोया तो तेरा गला काट डालूँगा।" बेचारा लड़का सहमकर पत्थर के बुत की तरह बैठा रहा। शेखचिल्ली की तरफ देखने की भी उसे हिम्मत नहीं हुई। बेगम साहिबा ने खाना पका लिया। दस्तरखान बिछा। जज साहब आए। दस्तरखान पर बैठे। बेगम साहिबा ने गरम-गरम खाना परोसा। जज साहब खा चुके तब बेगम साहिबा खाने बैठीं। अपने लाडले को भी साथ ही खाने पर बैठा लिया। बेगम साहिबा खा चुकीं तब शेखचिल्ली ने जूठे बर्तन हटाए । बर्तन साफ किए। इसके बाद बेगम साहिबा ने उसके लिए चार रोटियाँ और गोश्त निकालकर रख दिया तथा कहा-"शेखचिल्ली, तू भी खा ले लेकिन इतना ही खाना कि रात को यदि किसी काम से तुम्हें आवाज दी जाए तो जगने में तुम्हें कोई परेशानी नहीं हो।" शेखचिल्ली ने हामी भरी और जायका लेकर गोश्त के साथ रोटी खाने लगा। रोटी खाकर उसने वह बर्तन भी धोकर रख दिया और बताए गए स्थान पर जाकर सो गया। अभी उसकी झपकी ही लगी थी कि जज साहब ने उसे आवाज दी - "शेखचिल्ली! अबे ओ शेखचिल्ली!! जरा इधर तो आना।" शेखचिल्ली तुरन्त बिस्तर से उठा और भागता हुआ जज साहब के कमरे में पहुँचा-"जी हाँ, हुजूर! क्या हुक्म है?" उसने बहुत अदब के साथ ज साहब से पूछा। "अरे! जरा बच्चे को ले जाओ और इसे नाली पर बैठाकर पाखाना कराकर ले आओ। " जज साहब ने कहा। "जी हुजूर !" कहता हुआ शेखचिल्ली बच्चे की बाँह पकड़कर उसे नाली की तरफ ले जाने लगा। शाम को ही शेखचिल्ली ने इस बच्चे के मन में अपने प्रति खौफ पैदा कर दी थी जिसके कारण शेखचिल्ली को देखकर बच्चा बेहद सहमा हुआ था। उसे नाली पर बैठाकर शेखचिल्ली ने उसे डराते हुए कहा- "देख, जज साहब ने सिर्फ पाखाना कराने को कहा है अगर तुमने पेशाब करने की जुर्रत की तो समझ लेना कि मैं पीट-पीटकर तुम्हारी हालत खराब कर दूंगा।" बेचारा बच्चा समझ नहीं पा रहा था कि क्या करे! शेखचिल्ली के डर से उसके हाजत का दबाव गायब हो गया और उसने शेखचिल्ली से डरते हुए कहा-"हो गया। चलो, अब्बा के पास ले चलो।' शेखचिल्ली ने बच्चे को ले जाकर जज साहब को सौंपा और उन्हें बताया-"अजीब लड़का है। नाली पर बैठने में इसे मजा आता है शायद । इसे पाखाना तो क्या, पेशाब तक नहीं करना था। बस जाकर नाली पर बैठा रहा। फिर बोला- हो गया, ले चलो अब्बा के पास।" वह बच्चा शेखचिल्ली से इतना आतंकित था कि जज साहब द्वारा पूछे जाने पर कि 'बेटे, पाखाना करना है...?' सीधे बोला- 'नहीं करना है।' जज साहब ने शेखचिल्ली को जाकर सोने की इजाजत दे दी। मगर उस रात उस बच्चे ने जज साहब के बिस्तर पर ही पाखाना, पेशाब दोनों कर दिया और बेगम भुनभुनाती हुई उठी और रात को चादर साफ किया। दूसरे दिन सुबह शेखचिल्ली जज साहब के जगते ही उनकी तीमारदारी के लिए हाजिर हुआ और पूछा-"मेरे लिए क्या हुक्म है हुजूर?" "पानी गरम करके गुसलखाने में रख दो, मैं स्नान करूँगा । " जज साहब ने हुक्म शेखचिल्ली ने एक देगची पानी खौलाया और खौलता हुआ पानी उसने गुसलखाने की बाल्टी में डाल दिया। जज साहब जब स्नान करने गए तो पानी निकालने के लिए जैसे मग डुबोया, वैसे ही छटपटाकर अपना हाथ बाल्टी से खींच लिया और तुरन्त ठंडे पानी मं हाथ डुबोकर गुस्से में चीख पड़े-"अबे ओ शेखचिल्ली... इधर तो आ । " शेखचिल्ली दौड़ा हुआ आया और जज साहब से पूछा- "क्या हुक्म है हुजूर?" "हुजूर के बच्चे! तुम्हें यह भी अन्दाजा नहीं है कि नहाने के लिए पानी कितना गरम करते हैं ?" जज साहब ने डाँटते हुए कहा । "हुजूर! पानी तो देगची में गरम होता है और बाल्टी में रखने के बाद नहानेवाला खुद अपने मनमुताबिक उसमें ठंडा पानी मिलाता है ताकि जितना गरम पानी उसे चाहिए उतना ही गरम पानी तैयार हो। अलग-अलग आदमी अलग-अलग गरमी पसन्द करता है। किसी को कुनकुना पानी अच्छा लगता है तो किसी को गुनगुना, किसी को सुसुम तो किसी को मीठा गरम और किसी को...।" "अबे चुप हो जा! अब से इतना गरम पानी मेरे नहाने के लिए मत रखना, समझ गया?" जज साहब डपट पड़े। "जी हाँ, हुजूर! ऐसा ही होगा।" शेखचिल्ली ने कहा और वहाँ से चला आया। नहा- धोकर जज साहब तैयार हुए और खाना खाकर कचहरी जाने की गरज से बोले-"शेखचिल्ली! मैं तो कचहरी जा रहा हूँ। दिन मं० बेगम साहिबा जो भी कहें, वह करना। ठीक है?" "जी हाँ, हुजूर! बेगम साहिबा जो भी कहेंगी, वही करूँगा।" शेखचिल्ली ने अपने जवाब से जज साहब को सन्तुष्ट किया। कचहरी जाते समय जज साहब ने अपनी बेगम से कहा- "यह नया नौकर कुछ ज्यादा ही चालाक है। इसे इतना तंग करो कि यह भाग ही जाए।" इसके बाद कचहरी चले गए। थोड़ी देर के बाद बेगम साहिबा ने शेखचिल्ली को बुलाया और उससे कहा-"शेखचिल्ली! घर के पिछवाड़े में टूटी पुरानी दीवार का मलबा पड़ा हुआ है। एक टोकरी ले ले और ईंट की टुकड़ियों का चूरा बनाकर एक टोकरी सुर्खी ले आ जिसमें ईंट के छोटे-छोटे रोड़े भी हों और उससे छोटे कंकड़ भी। तन्दूर खड़ा करना है। दोपहर तक यह काम निपटा ले फिर यहाँ मेरे साथ लगकर तन्दूरी रोटी बनाने के लिए चूल्हा बनाने का काम पूरा करवा। पुराना तन्दूर खराब हो चुका है।" शेखचिल्ली ने बेगम साहिबा से कहा- "जी मालकिन !" और वह एक टोकरी लेकर घर के पिछवाड़े में चला गया। वहाँ उसने एक साबूत दीवार भी देखी जो सुर्खी के गारे से रोड़ों को लपेटकर खड़ी की गई थी। शेखचिल्ली ने उस दीवार को खन्ती मार-मारकर गिरा लिया और फिर उसे सुर्खी व रोड़ा बटोरने मंे कोई मेहनत नहीं करनी पड़ी। सिर पर सुर्खी और रोड़ों की टोकरी उठाए शेखचिल्ली बेगम साहिबा के पास पहुँच गया। उस समय बेगम साहिबा नहा-धोकर बाल सुखाने के लिए आँगन में धूप में बैठी थीं। शेखचिल्ली को इतनी जल्दी सुर्खी और रोड़े के साथ हाजिर हुआ देख वे भीतर ही भीतर खीज उठीं । शेखचिल्ली ने अदब से पूछा- "सुर्खी और रोड़े कहाँ रख दूँ?" बेगम साहिबा खीजी हुई तो थीं ही, उन्होंने तुरन्त खीज भरे स्वर में कहा-"मेरे सिर और थोड़ी भी देर किए बिना, आज्ञाकारी सेवक की तरह टोकरी की सुर्खी व रोड़े शेखचिल्ली ने बेगम साहिबा के सिर पर उड़ेल दिया। बेचारी बेगम हतप्रभ रह गईं। सुर्खी मं रखे गए रोड़ों से उनके सिर में चोटें आईं। शेखचिल्ली की इस हरकत पर आग-बबूला होती हुई बेगम ने कहा - "तुम निहायत ही बदतमीज किस्म के इनसान हो! तुम जैसे नौकर की हमें कोई जरूरत नहीं है। जाओ - चले जाओ नौकरी छोड़कर।" शेखचिल्ली ने बहुत विनम्रता से उत्तर दिया- "बस, बेगम साहिबा ! आपका हर हुक्म बजा लाऊँगा मगर यह हुक्म नहीं मान सकता। यह मेरे कान का ही नहीं, जज साहब के कान का भी सवाल है। आप निकाल रही हैं तो जरा जज साहब से भी इजाजत ले लीजिए।" बेगम पाँव पटकती हुई वहाँ से चली गईं। शेखचिल्ली ने मस्ती में दिन-भर आराम किया। शाम को जब जज साहब आए तो बेगम साहिबा ने उन्हें शेखचिल्ली की गुस्ताख हरकतों के बारे में नमक-मिर्च मिलाकर बताया। जज साहब को शेखचिल्ली की हरकतों के बारे में जो जानकारियाँ मिलीं उससे वे तैश में आ गए और शेखचिल्ली को अपने सामने हाजिर होने का हुक्म फरमाया। शेखचिल्ली सहज भाव में जज साहब के सामने पेश हुआ। जज साहब ने उससे पूछा-"क्या बात है शेखचिल्ली! आज तुमने बेगम साहिबा के साथ बेहद गुस्ताख हरकत की है जिसकी सजा तुम्हें मिलनी ही चाहिए।" शेखचिल्ली ने बेहद अदब के साथ जज साहब से कहा- "हुजूर, मैंने बेगम साहिबा का हुक्म बजा लाने के सिवा कुछ किया ही नहीं है तो गुस्ताख हरकत करने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता...जरूर आपको कोई गलतफहमी हुई है। " "गलतफहमी के बच्चे! तूने सुर्खी-रोड़े का भरा टोकरा बेगम के सिर पर नहीं उड़ेला है?" जज साहब ने क्रोध से फुफकारते हुए पूछा । "जी हाँ, हुजूर! मैंने ऐसा अवश्य किया है, मगर यह बेगम का आदेश था जिसका पालन करना मेरा फर्ज था...सो मैंने किया! मुझे बेगम ने टोकरी में सुर्खी-रोड़ा लाने को कहा। मैं ले के आया और उनसे पूछा- सुर्खी-रोड़ा कहाँ पर रखँ? बेगम साहिबा ने उत्तर दिया- मेरे सिर पर। और मैंने उनके कहने के मुताबिक कर दिया। आप बेगम साहिबा से पूछ लें, यदि मेरी बात में रत्ती-भर भी झूठ हो तो आप मुझे फाँसी पर चढ़ा दें... उफ नहीं करूँगा।" शेखचिल्ली ने कहा । जब साहब चुप हो गए। करते भी क्या? मगर बेगम साहिबा तनी रहीं। उन्होंने रात को रोटी और खीर की कटोरी शेखचिल्ली के सामने रखते हुए कहा- "मुझे तुम जैसे शातिरों से निपटना आता है। यह ले और रोटी खा... रोटी तुम्हें ऐसे खाना है कि तू खा भी ले और रोटी
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बॉलीवुड एक्ट्रेस का लम्बे समय तक फिल्म इंडस्ट्री में बने रहना बेहद मुश्किल हो जाता हैं. बॉलीवुड एक ऐसी दुनिया हैं जहाँ कई एक्टर्स आते हैं और कई चले भी जाते हैं. ऐसे बहुत कम होते हैं जो लम्बे समय तक टिक पाते हैं. खासकर बॉलीवुड एक्ट्रेस का लम्बे समय तक फिल्म इंडस्ट्री में बने रहना बेहद मुश्किल हो जाता हैं. ये अभिनेत्रियाँ शादी के बाद फिल्मों से गायब सी हो जाती हैं. यदि शादी ना भी हुई हो तो एक ख़ास उम्र के बाद उन्हें फिल्मों में लीड एक्ट्रेस के रोल मिलना बंद हो जाते हैं. अभिनेताओं के साथ ऐसा कम देखा जाता हैं. उनका बतौर लीड एक्टर करीयर बहुत लम्बा चल जाता हैं. खैर आज हम आपको बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों से मिलाने जा रहे हैं जो एक समय में अपने हॉट और बोल्ड अवतार की वजह से फिल्म इंडस्ट्री में बेहद पॉपुलर हुई थी, लेकिन वर्तमान में उनका फिल्मों से पत्ता साफ़ हो गया हैं. उदिता गोस्वामी (Udita Goswami) 36 वर्षीय उदिता गोस्वामी ने साल 2003 में 'पाप' फिल्म से बॉलीवुड डेब्यू किया था. इसके बाद अक्सर और जहर जैसी हिट फ़िल्में देकर वे चर्चा में आई थी. उदिता गोस्वामी का करियर महज 12 साल का रहा जिसमे उन्होंने सिर्फ 12 ही फ़िल्में की थी. डायरेक्टर मोहित सूरी से शादी करने के बाद उदिता ने फिल्मों में काम करना लगभग बंद कर दिया था. अंतरा माली (Antara Mali) 44 वर्षीय अंतरा माली की पहली बॉलीवुड फिल्म 'ढूंढते रह जाओगे' (1998) थी. अंतरा की शुरुआत में कुछ फ़िल्में जरूर हिट हुई थी लेकिन बाद में उन्हें फिल्मों में रोल मिलना कम हो गए. अब वे ना के बराबर फिल्मों में आती हैं. उनकी अंतिम फिल्म 2010 में आई 'एंड वंस अगेन' थी. अपने 12 साल के फ़िल्मी करियर में अंतरा ने भी महज 12 फिल्मों में ही काम किया हैं. अंतरा ने 2009 में Che Kurrien से शादी रचाई थी. किम शर्मा (Kim Sharma) 40 वर्षीय किम 'मोहब्बतें' फिल्म में अपने सपोर्टिंग रोल के लिए जानी जाती हैं. किम ने बॉलीवुड में जगह बनाने की बहुत कोशिशें की लेकिन बात नहीं बन पाई. वे क्रिकेटर युवराज सिंह से अफेयर को लेकर भी चर्चा में आई थी. किम ने 2010 में अली पंजानी से शादी रचाई थी लेकिन 2016 में दोनों का तलाक हो गया. सोशल मीडिया पर लोग किम की तस्वीरें बहुत पसंद करते हैं. लुक के मामले में वे आज भी कमाल लगती हैं. जैस्मिन (Jasmin) वीराना', 'बंद दरवाजा', 'डाक बंगला' और 'पुरानी हवेली' जैसी हॉरर फ़िल्में कर फेमस हुई जैस्मिन आज वर्तमान में कहाँ हैं और क्या कर रह रही हैं इसका किसी को कोई पता नहीं हैं. जैस्मिन की खूबसूरती बड़ी कमाल की थी. यही वजह थी कि अंडरवर्ल्ड डॉन भी जैस्मिन के दीवाने हो गए थे. वे लोग जैस्मिन को रोज फोन कर परेशान करते थे. कहा जाता हैं कि इसी वजह से वे भारत छोड़ गुमनामी की जिंदगी जीने लगी थी. वैसे इन सभी एक्ट्रेस में से आपकी फेवरेट कौन थी हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताए. समय एक ऐसी चीज हैं जो आपको कब ऊँचाइयों पर ले जाए और कब वापस जमीन पर लाकर खड़ा कर दे कुछ कहा नहीं जा सकता हैं. इसलिए इंसान को हर सिचुएशन के लिए खुद को रेडी रखना चाहिए.
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वाराणसी में शुक्रवार को न्यायालय में हुए बम विस्फोट में 12 साल का मासूम मनोज भी काल के ग्रास में समा गया जो जूते पॉलिश कर अपने भरे पूरे परिवार का गुजारा चलाता था. उसकी मौत के बाद परिवार के सामने रोटी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसा नहीं है कि मनोज के पिता नहीं हैं या वो कमाते नहीं. उसके पिता जिलाजीत लोगों के कान साफ करने का काम करते हैं लेकिन अपनी सारी कमाई वो शराब के नाम कर देते हैं. ऐसे में मनोज ही अपने परिवार की रोजी रोटी का एकमात्र सहारा था. मनोज का परिवार बंजारा समुदाय से ताल्लुक रखता है. परिवार में माता पिता के अलावा चार बड़ी बहनें और एक छोटा भाई है जो अभी माँ की गोद में ही है. उसकी एक-दो बहनें भी विवाह के काबिल हैं. मनोज की मौत का समाचार मिलते ही उसकी माँ सावित्री और नाते रिश्तेदार एकत्र हो गए. सावित्री का रो रोकर बुरा हाल था. जहाँ एक ओर उसे अपने बेटे की मौत का गम था वहीं दूसरी ओर उसे ये चिंता खाए जा रही थी कि अब उसके परिवार का खर्चा कैसे चलेगा. मनोज न्यायालय में वकीलों और उनके मुव्किलों के जूते पॉलिश किया करता था और विस्फोट के समय भी वो लोगों को यह कहते सुना गया कि सुबह से कोई कमाई नहीं हुई है. साहब जूते पॉलिश करवा लो. मनोज का शव कबीर चौराहा स्थित शिव प्रकाश गुप्त जिला चिकित्सालय में रखा हुआ है. सरकार ने विस्फोट में मारे गए लोगों के परिवारजनों को सहायता राशि देने की घोषणा की है. कहीं ऐसा न हो कि ये राशि मनोज के जरूरतमंद परिवार के बजाए उसके पिता के हाथ लग जाए और वो इसे अपनी शराब पर न्यौछावर कर दें और परिवार भूखों मरने के कगार पर आ जाए. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ, वाराणसी और फ़ैज़ाबाद शहरों में अदालतों के पास सिलसिलेवार बम धमाकों में 13 लोग मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं. वाराणसी में दो विस्फोटों में नौ लोगों की मौत हुई है और 45 लोग घायल हुए हैं.
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भाग II ~~ खण्ड 3 (i)] साभ्यापूर्ण और युक्तियुक्त आधार पर होगी, समरूपता से लागू की जाएगी और पृथकतः प्रकटित की जाएगी । इस संबंध में भारत के चार्टर्ड एकाउंटेंट संस्थान द्वारा जारी किए गए मानकों या मार्ग निर्देशक सिद्धांतों के अधीन रहते हुए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति स्कीम जो सामान्य सेवानिवृत्ति फायदों के अतिरिक्त संदेय है और जिनके भविष्य में लागत में बचतों के निबंधनों के अनुसार दिए जाने की संभावना है, पांच वर्ष से अनधिक की अवधि के लिए आस्थगित राज्य व्यय के रुप में माना जाएगा । ये लागत वेतनों और मजदूरियों के भाग नहीं होंगी और इनको पृथक रूप से दर्शित किया जाएगा । ऐसी लागतों को तालिकाओं के मूल्यांकन से अपवर्जित किया जाएगा क्योंकि ये व्यय उन तालिकाओं को उनके वर्तमान स्थिति और दशा में रखने के परिणामस्वरूप नहीं है । सेवा विभाग व्यय : प्रमुख सेवा विभाग या लागत केन्द्र कृत्य जैसे प्रयोगशाला कल्याणकारी उपाय, सुरक्षा उपकरण परिवहन औषधालय, स्कूल, क्रैच, नगरी आदि की बाबत उपगत व्ययों को उपदर्शित करने वाले विस्तृत अभिलेख रखे जाएंगे । ये व्यय अन्य सेवा उत्पाद और प्रसंस्करण विभागों के बीच साम्यापूर्ण और युक्तियुक्त आधार पर प्रभाजित किए जाएंगे और समरूपतः लागू किए जाएंगे। जहां इन सेवाओं का उपयोग कंपनी के अन्य उत्पादों या क्रियाकलापों के लिए भी किया जाता है वहां ऐसे व्ययों के इस परिशिष्ट में निर्दिष्ट उत्पादों या क्रियाकलापों के बीच प्रभाजन का आधार साम्यापूर्ण और युक्तियुक्त आधार पर होगा और समरूपतः लागू किया जाएगा । उपयोगिताएं : (1) जल निर्दिष्टाधीन उत्पाद के उत्पादन, प्रसंस्करणा, विनिर्माण के लिए उपभोज्य जल की मात्रा और लागत यदि कोई हो को दर्शित करते हुए समुचित अभिलेख रखे जाएंगे । जल की लागत विभिन्न लागत केन्द्रों या संबद्ध विभागों के बीच साम्यापूर्ण और युक्तियुक्त आधार पर प्रभाजित की जाएगी और समरूपतः लागू की जाएगी । (2) भाप जहां कंपनी द्वारा भाप तैयार की गई है वहां तैयार की गई भाप की मात्रा और लागत और परिशिष्ट में निर्दिष्ट उत्पादों के उत्पादन, प्रसंस्करण या विनिर्माण के लिए उपभोज्य भाप को दर्शित करते हुए अभिलेख रखे जाएंगे। कंपनी की विभिन्न इकाईयों द्वारा उपभोग की गई भाप की कीमत को साम्यापूर्ण और युक्तियुक्त आधार पर प्रभाजित की जाएगी और समरूपतः लागू किया जाएगा। जहां कंपनी की किसी अन्य इकाई द्वारा निर्दिष्ट उत्पाद के लिए भाप तैयार की जाती है और उसका प्रदाय किया जाता है वहां ऐसी प्रदाय की गई भाप की लागत निर्दिष्ट उत्पाद के लिए साम्यापूर्ण और युक्तियुक्त आधार पर प्रभारित की जाएगी और समरूपतः लागू किया जाएगा । (3) विद्युत जहां विद्युत का क्रय किया जाता है वहां इकाईयों और विभिन्न लागत केन्द्रों या विभागों में निर्देश के अधीन उत्पादों के लिए खपत की गई विद्युत की लागत के लिए समुचित अभिलेख रखे जाएंगे । जहां कंपनी स्वतः ही विद्युत का उत्पादन करती है वहां विभिन्न लागत केन्द्रों या विभागों में निर्देश के अधीन उत्पादों के लिए उत्पन्न की गई और खपत की गई विद्युत की लागत को दर्शित करने के लिए लागत के सभी तत्वों को दर्शित करते हुए पर्याप्त अभिलेख रखे जाएंगे। PART II SEC 3 (i)) (4) अन्य उपयोगिताएं निर्देशाधीन उत्पादों के उत्पादन, प्रसंस्करण या विनिर्माण के लिए कंपनी द्वारा क्रय की गई या उत्पादित किन्हीं अन्य उपयोगिताओं की बाबत मात्रा और लागत को दर्शित करते हुए समुचित अभिलेख रखे जाएंगे, इन उपयोगिताओं की लागत उत्पादों में साम्यापूर्ण और युक्तियुक्त आधार पर प्रभाजित की जाएगी और समरूपता में लागू होगी । प्रत्येक उपयोगिता के लिए लागत विवरण प्रोफार्मा 'क' में रखे जाएंगे । मरम्मत और अनुरक्षण : (1) विभिन्न संपदाओं के भागों या लागत केन्द्रों में सड़कों और बाड़ों, ड्रिप सिचाई प्रणाली, भवनों और उपस्कर आदि की मरम्मत और अनुरक्षण पर उपगत व्यय को दर्शित करते हुए समुचित अभिलेख रखे जाएंगे। ये अभिलेख विभिन्न लागत केन्द्रों या विभागों में ऐसे मरम्मत और अनुरक्षण के व्ययों के प्रभारित किए जाने के आधार को भी उपदर्शित करेंगे । ( 2 ) अभिलेखों में ऐसी मदों का वर्णन करते हुए जिन्हें चौबीस मास से अधिक की अवधि तक हटाया नहीं गया ह, ऐसे सामान और पुर्जों की अंतिम सूची रकम और उसके प्रभाजन को उपदर्शित किया जाएगा । ( 3 ) ऐसी मुख्य मरम्मत कार्य पर व्यय, जिसके एक से अधिक वित्तीय वर्षों में फायदा प्रोद्भूत होने की संभावना है, फायदा के लिए आशयित अवधि के ऊपर युक्तियुक्त और साम्यापूर्ण आधार पर आबंटित किया जाएगा और समरूपतः लागू किया जाएगा । ऐसी लागत पृथक् रूप से दर्शायी जाएगी और ऐसी लागतों की लेखा पद्धति और आबंटन के आधार को भी लागत अभिलेखों में उपदर्शित किया जाएगा । 6. भूमि, नए बागान या पुनः बागान लगाने की विकास लागत (1) नए बागान / पुनः बागान विकास के लिए समुचित अभिलेख रखे जाएंगे। इन अभिलेखों में खाद डालने, पौध लगाने और बागान, कीटनाशी, खरपातवार भराई के संबंध में व्ययों को उपदर्शित किया जाएगा । ये अभिलेख खंडवार और वर्षवार रखे जाएंगे । (2) भूमि के विकास और नए बागान / पुनःबागान लगाने के संबंध में उपगत व्यय भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान द्वारा जारी किए गए लेखा मानक या मार्गदर्शक सिद्धांतों अथवा बागान उद्योगों के संबंध में अनुसरित किए जाने वाले अन्य साधारणता स्वीकृत लेखा सिद्धांतों के अनुसार पूंजीकृत या प्रभारित किए जाएंगे । (3) बागान या पुनःबागान उपजों की दशा में उनकी अपरिपक्वता की अवधि के दौरान कुछ फसलें विकास लागत में ऐसी फसलों के विक्रय के लिए उधार दी जाएंगी प्रत्येक वर्ष सरकार या वस्तु बोर्ड से प्राप्त सहायकी जब तक कि लगाए गए नए बागान या पुनःबागान खंड परिपक्व नहीं हो जाते, सब तक वह भारतीय चार्टर्ड एकाउंटेंट संस्थान द्वारा जारी लेखा मानक या मार्गदर्शक सिद्धांतों के अधीन रहते हुए नए बागान या पुनः बागान के विकास की लागत में जमा की जाएगी । शुद्ध पूंजीकृत लागत इसकी उपयोगी जीवन पर जो उस वर्ष से आरंभ होता है जिसमें बागान या पुनः बागान परिपक्व हो जाते हैं और फसल की नियमित उपज देते हैं अपाकृत हो जाएगी । उस दशा में, जहां पट्टाधृत भूमि का विकास किया जाता है और पट्टे की अवधि बागान के जीवन से कम है तब बागान की शुद्ध पूंजीकृत लागत शेष पट्टावधि के लिए अपाकृत की जानी चाहिए ।
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THE GAZETTE OF INDIA MAY 4, 1985/VAISAKHA 14, 1907 5. प्रारूप में नामावती का प्रकाशन : सचिव नियम 4 के अधीन प्रारूप में तैयार की गई को एक प्रतिनिरीक्षण के लिए उ कराके और सभी राज्य पशुचिकित्सा परिषदों और भारतीय पशु चिकित्सा परिषद के कायालयों में प्रदर्शित करके प्रकाशित करेंगा । 6. क्षत्रे और यापत्तिया दाखिल करने के लिए अवधि : नामावली में किसी नाम का सम्मिलित किए जाने के लिए प्रत्येक दावा और उसमें किसी प्रविष्टि के प्रति प्रत्येक प्रायति, नियम 5 के अधीन प्राण मे नामावली के प्रकाशन की ताश में 15 दिन की अवधि के भीतर दाखिल की जाएगी । 7. वायें और नापत्ति का प्रारूप तथा उनके निपटान की रीति : ( 1 ) प्रत्येक दाव पर उस व्यक्ति द्वारा हस्ताक्षर किए, जो अपने नाम को नामावली में सम्मिलित किए जाने की अपेक्षा करता है । ( 2 ) नामावली में नाम के सम्मिलित किए जाने के प्रति प्रत्येक श्रापति उस व्यक्ति द्वारा की जाएगी, जिसका नाम नामावली में पहले से ही सम्मिलित है और उस पर किसी ऐसे अन्य व्यक्ति द्वारा प्रतिष्ठस्ताक्षर किए जायेंगे जिसका नाम भी ऐसी नामावली में पहले से ही सम्मिलित है। ( 3 ) यथास्थिति, प्रत्येक दावा या सापत्ति, उस राज्य पशु चिकित्सा परिषद के यथास्थिति, जिसके रजिस्टर में दावेदार का सम्मिलित किया गया है या जिसके रजिस्टर से आपसिकर्ता कोई नाम हटाने की अपेक्षा करता है, रजिस्ट्रार को प्रस्तुत को जाएंगी । ( 1 ) रजिस्ट्रार यथास्थिति, दाबें य प्रापति के प्राप्त होने की तारीख से पन्द्रह दिन की समाप्ति के पूर्व, ऐसा दावा या भापति, उस पर अपनी टिप्पणी और आवशयक समझा जाए यहाँ, धारा 23 की उपधारा ) 4 ) के अधीन यथा उपबंधिक राज्य पशु चिकित्सा रजिस्टर में संशोधनों सहित सचिव को प्रेषित करेगा । ( 5 ) सचिव, किसी दावे या प्रापनि को या तो मंजूर कर सकेगा या मांसंजूर कर सकेगा । परन्तु किसी दावे या आपति को तब तक नामंजूर नहीं किया जाएगा जब तक उसे करने वाले व्यक्किो ऐसे नामंजर किए जान के विरूद्ध प्रभ्यावेदन करने का अवसर न दिया गया हो। ( 6 ) किसी दावे या आपत्ति को मंजूर करने या नामंजूर करने से संबंधित सचिव का विनिय अंतिम होगा । 8. नामावली का अंतिम प्रकाशम ( 1 ) सचिव, नियम 7 के अधीन दाये और आपत्तियों के निपटाने के पश्चात्, उनियंग के अधीन अपने विनिएसयों को कार्यान्वित करने और नामावली में किसी लेखन या मुद्रण संबंधी गलती और ऐसी अन्य अशुद्धियों को जो बाद में पता चले या उनकी जानकारी में लाई जाएँ सुधारने के लिए संशोधनों की सूची तैयार करेगा । ( 3 ) सचिव, मंशोधनों की सूची सहित नामावली को उसकी एक सम्पूर्ण प्रति निरीक्षया के लिए उपलब्ध करा के और राज्य पशु चिकित्सा परिषदों और भारतीय पशु चिकित्सा परिषद के कायालयों में प्रदर्शित करके प्रकाशित करेगा । ( 3 ) इस प्रकार प्रकाशित किए जाने पर, संशोधनों की सूची सहित नामावली ऐसे व्यक्तियों की निर्वाचक नामावली होगी जो धारा 3 की उपधारा ( 3 ) के खंड ( छ ) के अधीन परिषद के सदस्य निर्वाधित कर सकेंगे । ५ रिटर्निंग आफिसर और सहायक रिटमिंग आफिसर : ( 1 ) केन्द्रीय सरकार, नियम 8 के अधीन प्रकाशित निर्वाचिक नामावली की प्रति प्राप्त करने पश्चात एक रिटर्निंग आफिसर जो सरकार का अधिकारी ही होगा, पदाभिहित या नामनिर्दिष्ट करेगी । ( 4 ) उपनियम ( 2 ) के अधीन प्रकाशित संशोधनको सूची सहित नामावली की एक प्रति, सचिव द्वारा केन्द्रीय सरकार को भेजी जाएगी ( 2 ) केन्द्रीय सरकार एक या अधिक ऐसे व्यक्तियों को भी ज सरकार के अधिकारी ही होंगे, सहायक रिटर्निंग आफिसरों के रूप में रिटर्निंग आफिसर के कृत्यों के पालन में उसकी राहायता करने के लिए नियुक्ति कर सवेगी । ( 3 ) प्रत्येक सहायक रिटर्निंग आफिसर, रिटर्निंग आफिसर के नियंराण के अधीन रहते हुए रिटर्निंग आफिसर के सभी कृत्यों या उनमें से किसी कृत्य का पालन करने के लिए सक्षम होगा : परन्तु कोई भी सहायक रिटनिग आफिसर, रिटर्निंग आफिसर के किसी ऐसे कृत्य का पालन नहीं करेगा जो मनपत्रों के जारी करने, मतपत्रोंकी गणना करने और निर्वाचन परिणामों की घोषणा से संबं श्रित हैं। 10. नामनिर्देशन, आदि के लिए तारीख नियत करता ( 1 ) रिटनिंग ऑफिसर, राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, या किसी ऐसी अन्य रोनि से जो यह ठीक समझे - ( क ) नामनिर्देशन करने के लिए तारीख नियत करेगा जो उपत अधिसूचना के प्रकाशन की तारीख के पश्चात सातवें दिन की होगी, या यदि वह दिन सार्वजनिक अवकाश विन है तो एसे अगले उत्तरवर्ती दिन की होगी जो सार्वजनिक अवकाण दिन नहीं है; नामनिर्देशनों की समीक्षा के लिए समय भीर तारीख नियत करेगा, ओ नामनिर्देशन भरने की अंतिम तारीख के पश्चात के पांचवें दिन की होंगी या यदि वह दिन सार्वजनिक अवकाश दिन है तो ऐसे अगले उत्तरवर्ती दिन की होगी जो सार्वजनिक अवकाश विन नही है; (ग) अभ्यथिताएं वापस लेने की मंतिम तारीख नियत करेगा, जो नामनिर्देशनों की संवीक्षा की तारीख के पश्चात के दूसरे दिन की होगी, या यदि यह दिन सार्वजनिक अवकाश दिन है तो ऐसे अगले उत्तरवर्ती बिन की होगी जो सार्वजनिक अवकाश दिन नहीं है; (घ) वह तारीख नियत करेगा जिसको यदि आवश्यक हो तो, मल यान होगा, जो अभ्यथिताएं वापस लेने की अंतिम तारीख के पश्चात के पैतीसवें दिन के पूर्वसर न होने वाली तारीख होगी; और ( 3 ) मतों की गणना के लिए और परिणामों की घोषणा के लिए तारीख, समय और स्थान नियत करेगा, जो मतदान की तारीख से तीसरे दिन के पश्चात की नहीं होगी । ( 2 ) उपनियम ( 1 ) के अधीन जारी की गई अधिसूचना द्वारा परिषद के निर्वाचन के लिए अभ्यर्थियों का नाम निर्देशन भी आमंत्रित किया जाएगा और वह स्थान विनिर्दिष्ट किया आएगा जहां नामनिर्देशन-पत्र परिदत किए जाएंगे। 11. नामनिर्देशन पत्र का प्रस्तुत किया जाना भौर विधिमान्य नाम - निर्देशनों के लिए अपेक्षाएं ( 1 ) नियम 10 के उपनियम ( 1 ) के खंड ( क ) के अधीन नियत की गई तारीख को या उसके पहले, प्रत्येक अभ्यर्थी प्रारूप 1 में नामनिर्देशन-पत्र, रसीदी रजिस्ट्री डाक द्वारा रिटर्निंग आफिसर को भेजेगा या उसे स्वंय परिदत करेंगा । ( 2 ) प्रत्येक नामनिर्देशन पत्र पर दो मतदाताओं द्वारा एक प्रस्थापक के रूप में और दूसरा समर्थक के रूप में, हस्ताक्षर किए जाएंगे और वह उसके द्वारा प्रस्थापित तथा समर्पित अभ्यर्थी द्वारा अनुमत होगाः [भाग II पर कोई भी मतदाता प्रस्थापक या समर्थक के रूप में, भरे आने बाले स्थानों से अधिक नामनिर्देशन-पक्षों पर हस्ताक्षर नहीं करेगा । भारत का राजपत : मई 4, 1985 / बेशराब 14, 1907 परन्तु यह और कि यदि कोई मतदाता, भरे जाने वाले स्थानों से अधिक संख्या में नामनिर्देशन - पन्नों पर हस्ताक्षर करता है तो भरे जाने वाले स्थानों की संख्या के बराबर रिटर्निंग आफिसर द्वारा पहले प्राप्त नाम यदि वेशन-पत्र, यदि वे अन्यथा ठीक है तो विधिमान्य माने जाएंगे भौर भरे जाने वाले स्थानों की संख्या से अधिक मतदाता द्वारा हस्ताक्षरित ऐसे नामनिर्देशन पन एक साथ प्राप्त किए जाते हैं तो ऐसे सभी नाम निर्देशन-पत्र अविधिमान्य माने जाएंगे। ( 3 ) प्रत्येक नामनिर्देशन-पत्न के प्राप्त होने पर, रिटनिंग आफिसर उस पर प्राप्ति की तारीख और समय पृष्ठांकित करेगा । 12. मामनिर्देशन पत्र का नामंजूर किया जाना किसी ऐसे नामनिर्देशन पक्ष को नामजूर कर दिया जाएगा जो रिटर्निंग आफिसर द्वारा उस निमित नियत की गई तारीख से पहले प्राप्त नहीं होता है । 13. नामनिर्देशन-पत्रों की संबोभा : ( 1 ) नामनिर्देशन-पत्रों की संवीक्षा के लिए रिटर्निंग आफिसर द्वारा नियत की गई तारीख को और समय पर अभ्यर्थी और प्रत्येक अभ्यर्थी का प्रस्थापक तथा समर्थक या अभ्यथियों द्वारा इस निमित सम्पर्क रूप से प्राधिकृत अन्य प्रतिनिधि, रिटर्निंग आफिसर के कार्यालय में उपस्थित हो सकेंगे, जो उन्हें सभी अभ्यर्थियों के ऐसे नाम निर्देशन-पत्रों, जो यथापूर्वोक्त उसके द्वारा प्राप्त किए गए है, की परीक्षा करने के लिए अनुशात करेगा । ( 2 ) रिटर्निंग आफिसर इस प्रकार प्राप्त नामनिर्देशन पत्रों की परीक्षा करेगा और ऐसे सभी प्रश्नों का विनिश्चय करेगा जो किसी नामनिर्देशन की विधिनास्यता के संबंध में उत्पन्न हो, और उस पर उसका विनिश्चय अंतिम होगा । 14. अभ्यर्षिता का वापस लिया जाना : ( 1 ) कोई अभ्यर्थी, अपनी अभ्यर्षिता, कपने द्वारा हस्ताक्षर लिखित सूचना द्वारा और उसे मियम 10 के उपनयिम (1) के खंड ( x 1 ) के अधीन नियत तारीख के पूर्वरिट मिंग आफिसर को परिवात करके, वापस ले सकेगा । ( 2 ) किसी ऐसे अभ्यर्थी को, जिसने अपनी अभ्यथिता वापस ले ली है, अभ्ययिता वापस लिए जाने को खुद करने या उसी निर्वाचन के लिए अभ्यर्थी के रूप में पुनः नामनिर्दिष्ट करने के लिए अनुशास नहीं किया जाएगा । 15. निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची का प्रकाशन ( 1 ) उस अवधि के, जिसके भीतर नियम 14 के अधीन अभ्यथिता वापस ली जा सकेगी, समाप्त होने के ठीक पश्चान, रिटनिंग आफिसर, निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थयों की अर्थात उन अभ्यर्थियों की, जिन्हें विधिमान्य रूप से नामनिर्दिष्ट किया गया था और जिन्होंने उक्त अवधि के भीतर अपनी अभ्यथिता वापस नहीं ली हैं, सूची तैयार करेगा और उसे प्रकाशित करेगा । ( 2 ) उपस सूची में नाम वर्णक्रम में होगें और निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों के पते नामनिर्देशन-पक्षों में दिए गए अनुसार होंगे। ( 3 ) उक्त सूची राजपक्ष में प्रकाशित की जाएगी और ऐसी रीति से उसका व्यापक प्रचार किया जाएगा और रिटर्निंग आफिसर ठीक समझे । 16. मतवान ( 1 ) यदि निर्वाचन के लिए सम्यक रूप से नामनिर्दिष्ट व्यक्तियों की संख्या निवचित किए जाने वाले सदस्यों की संख्या से अधिक नहीं है तो रिटर्निंग आफिसर ऐसे अभ्यर्थी या अभ्यर्थियों के बारे मे सरकाल यह घोषणा करेगा कि वह / वे सम्यक रूप से निर्वाचित हो गया है/ गये हैं। जिसके साथ प्ररूप 3 में संख्यांकित घोषणा पत्र, वर्णक्रम में अभ्यर्थियों के नामों से युक्त और रिटर्निंग आफिसर के अध्याक्षर या प्रतिरूप हस्ताक्षर वाले प्ररूप 2 में मतपत्र, रिटर्निंग आफिसर के पता सहित मतपत्र वाला सिफाफा और उक्त आफिसर के पता सहित बाहय लिफाफा भी होगा, विदेश में निवास करने वाले या व्यवसाय करने वाले प्रत्यक मत - दाता को हवाई छाक द्वारा और प्रत्येक अन्य मतदाता को डाक द्वारा भेजेगाः ( 2 ) यदि एसे अभ्यर्थियों की संख्या इस प्रकार निर्वाचित किए जाने वाले सदस्यों की संख्या से अधिक है तो रिटर र्निंग आफिसर मतदान के लिए सियत की गई तारीख से 30 दिन पहले प्ररूप 4 में सूचनापत, परन्तु मत पत्र और अन्य संबंधित कागजपत्र, किसी भी मतदाता को, उसके द्वारा मतदान के लिए नियत तारीख से पहले उसके लिए रिटनिग आफिसर को आवेदन किए जाने पर, उस दशा में भेजे जा सकेंगे, जम रिटर्निंग आफिसर का यह समाधान हो जाता है कि कागजपत्र उसे नहीं भेजे गए हैं । ( 3 ) किसी मतदाता को भेजे गए ऐसे प्रत्येक सूचना - मन की बाबस डाक डाले जाने का प्रमाणपत्र अभिप्राप्त किया आएगा । ( 4 ) कोई ऐसा मतदाता, जिसने डाक द्वारा उसे भेजे गए मतपत्न और अन्य संबंधित कागजपत्र प्राप्त नहीं किए हैं या जिसने उन्हें खो दिया है या जिसके मामले में कागजपत्र रिटर्निंग आफिसर को लौटाने के पहले धनबधानता से खराब हो गए हैं उस आशय का लिखित घोषणा भेज सकेगा और रिटर्निंग आफसर से मतदान के लिए नियत तारीख के 15 दिन पहले नए कागजपत्र उसे भेजने का अनुरोध कर सकेगा और व कागजपत्न खराब हो गए हैं तो खराब हुए कागजपन्न रिटर्निंग आफिसर को सौटा दिए जाएंगे जो उन्हें प्राप्त होने पर रद्द कर देगा । ( 5 ) ऐसे प्रत्येक मामले में जिसमे ऐसे नए कागजपत्र जारी किए जाते हैं, निर्वाचक नामावली में मतदाता के नाम से संबंधित संख्यांक के सामने एक चिन्ह यह घोतन करने के लिए लगा दिया जाएगा कि नये कागजपत्र जारी किए गए है । ( 6 ) कोई भी निर्वाचम किसी मतदाता द्वारा अपने मतपत्न और अन्य संबंधित कागजपत्र प्राप्त न किए जाने के कारण अविधिमान्य नहीं होगा । ( 2 ) प्रत्येक मतवासा को उसने अभ्यर्थियों को मत देने का अधिकार होगा जिने भरे जाने वाले स्थान है और मत अनंतरणीय होगा । ( 8 ) अपनी मत अभिलिखित करने की इच्छा रखने वाले प्रत्येक मतदाता सूचना-पल ( प्ररूप 4 ) में दिए गए निवेशों के अनुसार घोषणा पत्र ( प्ररूप 3 ) और मत पत्र ( प्ररूप 2 ) भरने के पश्चात् मत पत्र को मतपत्र वाले लिफाफे में डालकर उसे चिपका देगा और घोषणा-पत्र सहित उक्त लिफाफे को रिटर्निंग आफिसर के पता सहित वाले बाहय लिफाफे में बंद कर देगा और उस बाहूय लिफाफे को अपने खर्चे पर रिट मिण आफिसर को डाक द्वारा या वस्ती भेजेगा जिससे कि वह उसके पास मतदान के लिए नियत सारीख को मतदान के बंद होने के लिए नियत समय के पहले पहुंच जाए । ( 9 ) उस दिन और समय के पश्चात् प्राप्त सर्भ लिफाफों को नाम मंजूर कर दिया जाएगा । ( 10 ) घोषणा पत्र से युक्त लिफाफे और मतपत्र मे युक्त बंद लिफाफों के डाक द्वारा या अस्ती प्राप्त होने पर, रिटर्निंग आफिसर, बाह्रय लिफाफे पर प्राप्ति की तारीख और समय पृष्ठांकित करेगा । 17. लिफाफों का खोला जाना (1) रिटर्निंग आफिसर, बाय लिफाफे को, उस स्थान पर जहां के पता पर लिफाफा उसे भेजा गया है, मतदान के लिए नियत तारीख को मतदान के बंद होने के लिए नियत समय के ठीक पश्चात् खोलेगा । ( 2 ) चाय फिफागोले जाने के समय कोई अभ्यर्थी स्वयं उपस्थित हो सकेगा या यह उपस्थित रहने के लिए अपने द्वारा लिखित में सम्यम् रूप से प्राधिकोई प्रतिनिधि भेज सकेगा ।
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७४ । गईलिकाप्रवाइन्यायः । भेड़के कुण्ड में से यदि एक नदीमें गिर जाय, तो सभी एक एक कर नदी में गिर जांयेंगे। इस प्रकार दलके मध्य एक जो कुछ करता है, शेष सभी अच्छा बुरा मोचे बिना उसे कर डालते हैं । इसोको बोल-चाल में भेड़ियावसान भो कहते हैं। ऐसे स्थान पर यह ध्याय हुआ करता है । कमका विधान किया है। ऐसे ही स्थान पर यह न्याय होता है । मलमासतत्व में इस न्यायका विषय लिखा है । ७७। गोवलीवदं न्यायः । F वलौवर्द भय से वृषभका बोध होता है, अथच गो शव्दपूर्वक वल्लोवर्द इस शब्द के प्रयोगसे और भी शीघ्र वृषभका बोध होता है। जहां एक शब्द प्रयोग से अर्थ का बोध होने पर भी और भो शीघ्र अर्थबोध हो, ऐसे शब्द प्रयोगमें यह न्याय हुआ करता है । ७८ घह्कुटीप्रभातन्यायः । घट्टकुटोके समीप प्रभात तत्तुल्य न्याय । पार होने के लिए पैसा देनेके डरसे चौरवणिक विषय हो कर भागे जा रहे थे, जब वे घटकुटोके समीप आये तब सवेरा हो गया। इन चौरवणिकोंको विषय हो कर जाना भी पड़ा घोर पार होनेका पैसा भी देना पड़ा । ऐसे स्थान पर यह न्याय होता है। ७५ । गतानुगतिकन्यायः । कुछ ब्राह्मण तप के अर्धेको किनारे रख ग में ड को लगाने गए । खान कर चुकने पर जब उन्होंने तर्प के लिए अर्धे अपने अपने हाथ में लिये तब माज़म कि अर्धा एक दूसरेसे बदला गया है। इस प्रकारकी घटना एक दिन नहीं, कई दिन हो गई। एक दिन किसी हद ब्राह्मणने अपनो पहचान के लिए अर्धे पर एक ईंट रख दो और आप खान करने चले गये । उस ब्राह्मणको देखादेखो सब कोई अपने अपने अके ऊपर ईंट रख स्नान करने चले गये। इस पर वृद्धने उनका उपहास करके कहा कि सभी मनुष्य गतानुगतिक अर्थात् देखा देखी काम करते हैं, वस्तुतः यथायोग्य कोई भी विवेचना नहीं करते । यदि बुद्धिसे काम लेते, तो सध कोई इस प्रकार एक-सा चिह्न न देते। इसी प्रकार प्रायः सभो मनुष्य गडलिकाप्रवाह ( भेड़ियाघसान ) अथवा अन्धपरम्परा व्यायसे म सारान्धकूप में पतित होते हैं । ऐसे ही स्थान पर यह न्याय हुआ करता है। ७६ गुड़ जिद्धिकान्यायः । बालकको निम्नपान कराने में जिस प्रकार उसको जिहा पर गुड़ घिस कर नोम खिलाया जाता है, इस स्थान पर निम्न भोजन कराना हो प्रयोजन है, गुड़लेप प्रलोभनमात्र है ! एक बालक कड़वो दवा जान कर उसे नहीं खाता था। आखिरको उसे कहा गया कि यह दवा खावो, तुम्हें मिठाई दूंगा। इस प्रलोभनमें पड़ कर लड़केने उस कड़वी दवाको खा लिया जिससे उसका रोग जाता रहा। इस प्रकार कम समूह पति दुष्कर होने पर भो शास्त्र में निर्दिष्ट हुआ है, कि अमुक व्रत करने से अक्षय स्वर्ग होगा। इस स्वर्ग-लाभाशा से प्रतादि पति दुष्कर होने पर भो उन्हें कर डालते हैं। न देने भवान्तर फलसे प्रतोभित करक मोजके लिये सभी ७८ । घुणाचरन्यायः । व शखण्ड में घुन लग कर वशके कुछ मश कट जाने से उसमें चरसे चिह्न निकल गये हैं, अर्थात् वांस इस तरह काटा गया है कि वह ठौक अक्षरके जैसा हो गया है। घुन बांसको अचरके जैसा काटता नहीं, देवात् वैसा होता है । इस प्रकार नही अन्याथ में प्रवृत्त कार्य देवात् अन्याय का निष्पादन करे, वहां यह न्याय होता है। ८० । चतुर्वेदविद्वन्यायः । किसी एक दाताने प्रचार किया कि चतुर्वेद ब्राह्मणों को मैं यथेष्ट सुवर्णमुद्रा दान करूंगा । सम्बाद पा कर कोई मूढ़ दाताके पास जा कर बोला, 'मैं चतुर्वेद सम्यक् रूपसे जानता ६, मुझे दान दीजिए।' उस मुढ़को धन तो मिला नहीं साथ साथ उसको ६ सो भी उड़ाई गई। इसी प्रकार जो सञ्चिदानन्दरूप प्रत्यगभिन्न ब्रह्म से वस्तुतः अवगत न हो कर 'मैं ब्रह्म जानता हू" ऐसा कहता है, उसको पोल खुल जातो और साथ साथ वह उपहास योग्य भी हो जाता है। जहां पर ऐसी घटना हो, वहां पर इस न्यायका प्रयोग होता है। ८९ । चम्मकपटबासण्यायः ।
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यूं तो आज का युर्वा वर्ग हर क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों का परचम फहरा रहा है, चाहे वह औद्योगिक क्षेत्र हो, विज्ञान और प्रौद्योगिक या फिर मेडिकल क्षेत्र हो। इस संदर्भ में एक उहाहरण के रूप में लुधियाना के प्रमुख हुुंजन अस्पताल के ऑर्थोपीडियन डा. जयवीर सिंह ने मेडिकल क्षेत्र में अपनी उपलब्धि से युवा वर्ग के लिए एक मिसाल पेश की है। मात्र तीस साल की उम्र में डा. जयवीर विश्व के सबसे युवा रोबोटिक सर्टिफाइड सर्जन बन गए हैं, जिन्हें विश्व की एकमात्र मैको रोबोट्स बनाने वाली कंपनी स्ट्राइकर ने सर्टिफिकेट से नवाजा है। डाक्टर जयवीर सिंह ने 'दिव्य हिमाचल' को दिए विशेष साक्षात्कार में बताया कि स्कूली शिक्षा के दौरान पिता (डा. बलवंत सिंह हुंजन) उन्हें अकसर अस्पताल ले जाया करते थे और सफल इलाज के बाद जब मरीज छुट्टी लेकर धर जाता था, तो मरीज और उसके परिजनों के चेहरों पर एक मीठी सी मुस्कान और चमक देखकर उन्हें बड़ा सुकून मिलता था। आपरेशन थिएटर में पिता को सर्जरी करते देखना उनके इशादों को और मजबूती प्रदान करता था। फिर पिता ने उन्हें प्रेरित किया और उसी प्रेरणा व मेहनत से मैंने अपनी डाक्टरी शिक्षा उत्तीर्ण की और पिता के साथ अस्पताल में मरीजों की सेवा में लग गया। जयवीर सिंह ने बताया कि फरवरी माह से अब तक हुंजन अस्पताल लुधियाना में मैको रोबोटिक टेक्नोलॉजी द्वारा सर्जरी से सेकडों मरीज सफल इलाज के बाद बिना तकलीफ के चलने-फिरने में सक्षम हो गए हैं। उन्होंने बताया कि ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के अलावा वह स्पोर्ट्स सर्जरी के भी माहिर हैं। रोबोटिक सर्जरी बेहद दर्द रहित और सटीक होती है, जिससे मरीज को अस्पताल में ज्यादा दिनों तक नहीं रहना पड़ता और चलने-फिरने में भी जल्द सक्षम हो जाता है। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद मरीजों के इलाज पर काफी खर्च करते हैं और वह इस पेशे को वाहेगुरु जी का आशीर्वाद मानते हैं कि वाहेगुरु जी ने उन्हें मानवता की सेवा के लिए एक माध्यम बनाया है।
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नामांकन से पहले आयोजित जनसभा में बोलते हुए केन्द्रीय मंत्री कलराज मिश्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश को सपा, बसपा और कांग्रेस ने मिलकर लूटा है। सपा की पांच साल की सरकार में प्रदेश की कानून व्यवस्था बदहाल रही। आये दिन अपराधिक घटनाएँ होती रहती है। उन्होंने बुलंदशहर में माँ-बेटी से रेप की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि बुलंदशहर में इतनी बड़ी रेप की घटना होने के बाद प्रदेश के एक मंत्री ने राजनीति करने का बयान देकर सरकार की विफलता का बचाव किया था। पिछले दिनों सपा परिवार में चली कलह को लेकर उन्होंने कहा कि सपा में चली कलह को सड़क पर लाकर ड्रामेबाजी की गई यह ड्रामेबाजी पिछले पांच साल के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल को छिपाने के लिए की गई थी। श्री मिश्र ने जनता से विधानसभा में भाजपा को वोट देने की अपील करते हुए कहा कि प्रदेश में बीजेपी ही सुशासन ला सकती है। केन्द्रीय मंत्री कृष्णाराज ने कहा कि प्रदेश में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है और जनपद की सभी छह सीटो पर कमल खिलेगा। नगर विधायक और प्रत्याशी सुरेश खन्ना ने सभी से भाजपा को वोट देने की अपील करते हुए अपने विकास कार्य गिनवाये। इसके बाद सुरेश खन्ना अपने समर्थको और प्रस्तावको के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे जहाँ उन्होंने रिटर्निंग अफसर के समक्ष अपना नामांकन दाखिल किया।
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पांच थानों की स्थापना के बाद गौतमबुद्ध नगर जिले में संचालित होने वाले थानों की कुल संख्या 27 हो जाएगी. सीएम ने गुरुवार को 3 नए थानों को खोलने की अनुमति दी. राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर (Noida) को जल्द ही 5 नए थाने (New Police Station) मिलने जा रहे हैं. इस संंबंध में सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में घोषणा की है. इस घोषणा से उम्मीद जताई जा रही है कि, अब जिले की जनता को चुस्त-दुरुस्त कानून व्यवस्था तो मिलेगी ही साथ ही शहर में दिनो दिन बढ़ रही आबादी और उसके प्रति जिम्मेदारियों को निभाने में पुलिस को भी सहूलियत होगी. इन पांच में से तीन थाने नोएडा के सेक्टर-63, सेक्टर-113 और सेक्टर 126 में खोले जाने तय हैं. इन सभी पांच थानों की स्थापना और फिर उनके संचालन पर कितना खर्चा आएगा? इन तमाम बिंदुओं पर जिला पुलिस आयुक्तालय और जिला प्रशासन काफी पहले ही माथा-पच्ची कर चुका है. बकौल गौतमबुद्ध नगर जिला पुलिस आयुक्त एवं वरिष्ठ आईपीएस आलोक सिंह,"जिले में योजना तो आठ नए थाने खोले जाने की है. जिनमें से फिलहाल 5 थाने और एक पुलिस चौकी बनाने की अनुमति राज्य शासन ने जिला पुलिस प्रशासन को दे दी है. बाकी बचे 3 और नए थानों को खोलने की अनुमति भी जल्द ही मिलने की संभावना है. पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने कहा कि मैनें शासन को आठ नए थाने और एक पुलिस चौकी खोलने की अनुमति संबंधी प्रस्ताव भेजा था. फिलहाल कुछ आगे पीछे ही सही मगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल 3 नए थानों को खोलने के लिए हरी झंडी दे दी. जबकि दो नए थानो खोलने की इजाजत मुख्यमंत्री कुछ समय पहले ही दे चुके हैं. जानकारी के मुताबिक गौतमबुद्ध नगर जिला पुलिस प्रशासन द्वारा जिन आठ नए थानों को खोले जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था उनमें फेस-1, ओखला, सेक्टर-142, 106, 115, 48 और सेक्टर 63 सहित एक थाना दादरी स्थित एनटीपीसी के नाम से भी खोेले जाने की चर्चा की गई थी. नए थाने बनने के बाद पुराने थानों के क्षेत्राधिकार में भी मामूली बदलाव की संभावना रहती है. लिहाजा यह भी तय किया जा चुका है कि नए थानों की स्थापना से किस पुराने थाने का कौन सा या कितना हिस्सा नए थाने की सीमा-रेखा में सम्मिलित किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक कुछ वक्त पहले जिले में जनसंख्या की गिनती की गई थी. तब जिले में आबादी 19 लाख के करीब निकल कर सामने आई थी. हांलांकि, जिला प्रशासन सूत्रों की मानें तो आबादी 19 लाख से कई ज्यादा ही है. आबादी की तुलना में पुलिस बल कम है. इसीलिए शहर में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में जिला पुलिस पुलिस को दिन रात भागीरथ प्रयासों में ही जुटे रहना उसकी मजबूरी है. जिला पुलिस आयुक्त आलोक सिंह कहते हैं कि, चार थाने अभी यमुना एक्सप्रेस-वे (जेवर इंटरनेशल एअरपोर्ट के पास) इलाके में भी बनने प्रस्तावित हैं. उन थानों के लिए यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी ने मामूली कीमत पर जमीन देने की संस्तुति भी गौतमबुद्ध नगर जिला पुलिस से कर दी है. उन चारों थानों को भी खोले जाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. मौजूदा वक्त में जिले में एक महिला थाना समेत कुल 22 थाने संचालित हो रहे हैं. इनमें 5 नए थाने और जुड़ने से जिले में थानों की कुल संख्या अब 27 हो जाएगी.
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बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी स्वामी विवेकानंद के अवतार हैं। पीएम मोदी जिस तरह से देश और लोगों की सेवा कर रहे हैं, उसे देखकर कहा जा सकता है कि वे आधुनिक भारत के स्वामी विवेकानंद हैं। बांकुरा (पश्चिम बंगाल): भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद सौमित्र खान ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी एक नए रूप में स्वामी विवेकानंद के अवतार हैं। स्वामी विवेकानंद हमारे लिए भगवान के समान हैं। पीएम मोदी जिस तरह से देश और लोगों की सेवा कर रहे हैं, उसे देखकर कहा जा सकता है कि वे आधुनिक भारत के स्वामी विवेकानंद हैं। उधर कर्नाटक के हुबली में पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय युवाओं का मंत्र स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लेकर अपने प्रयासों और जिम्मेदारियों के माध्यम से अमृत काल के दौरान भारत को आगे ले जाना है। स्वामी विवेकानंद का कर्नाटक से गहरा संबंध था और उन्होंने कई अवसरों पर इस क्षेत्र की यात्रा की थी। मैसूर के महाराज ने भी स्वामी जी की विदेश यात्रा में उनका साथ दिया था। उधर कोलकाता में स्वामी विवेकानंद की 161वीं जयंती के अवसर पर पूरे पश्चिम बंगाल में रंगारंग रैलियां निकाली गईं और रामकृष्ण मिशन (आरकेएम) के विभिन्न केंद्रों पर प्रार्थना सत्र आयोजित किए गए। कुछ साल पहले आरकेएम द्वारा बहाल किए गए उत्तरी कोलकाता स्थित उनके जन्म स्थान पर, घर के अंदर स्थित संग्रहालय में पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए लोग कतारबद्ध नजर आए। कई क्लबों और सामाजिक संगठनों ने बंगाल के विभिन्न हिस्सों में इस अवसर पर रैलियां निकालीं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया। पुरुषों और महिलाओं ने पारंपरिक पोशाक पहनकर कोलकाता की सड़कों पर स्वामी विवेकानंद की विविध छवियां प्रस्तुत करती रंग-बिरंगी झांकियां निकालीं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फेसबुक पर स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि अर्पित की। बेलूर मठ की तस्वीरों के साथ विवेकानंद की एक तस्वीर साझा करते हुए, बनर्जी ने उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनका एक उद्धरण लिखा। उन्होंने बंगाली में लिखा कि ईश्वर उन लोगों में पाया जा सकता है जो विभिन्न रूपों में हमारे सामने मानवता की सेवा करते हैं। नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने स्वामीजी के पैतृक निवास के अपने दौरे का एक वीडियो साझा किया और विवेकानंद को आधुनिक भारत का आध्यात्मिक जागरणकर्ता और दुनियाभर में सम्मानित एक युवा प्रतीक बताया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि शिक्षा, राष्ट्रवाद और आध्यात्मिकता पर विवेकानंद की शिक्षा हमेशा प्रासंगिक रहेगी और भारत के युवाओं को प्रेरित करेगी। ट्रेंडिंगः
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'है, बहा ले जा रही है। गंगामातामें यदि परमेश्वर प्रकटित न दिखाई दे तो कहां दिखाई देगा ? सूर्य, नदिया, धू-धू करके हिलोरें मारनेवाला वह विशाल सागर, ये सब परमेश्वरकी ही मूर्तिया है। और वह हवा ! कहासे आती है, कहा जाती है, कुछ पता नही । यह भगवान्का दूत ही है। हिन्दुस्तानमें कुछ हवा स्थिर हिमालयपरसे आती है, कुछ गभीर सागरपरसे। यह पवित्र हवा हमारे हृदयको छूती है, हमें जाग्रत करती है, हमारे कानोमें गुनगुनाती है; परंतु इस हवाका सदेश सुनता कौन है ? जेलरने यदि हमारा चार सतरोका खत न दिया तो हमारा दिल खट्टा हो जाता है। अरे मदभागी, क्या रखा है उस चिट्ठीमें ? परमेश्वरका यह प्रेम संदेश, हवाके साथ हर घडी आ रहा है, उसे तू सुन ! और हमारे घरके नित्य काम-काजमें आनेवाले इन पशुओंको देखो ! वह गो-माता कितनी वत्सल, कितनी ममता व प्रेमसे परिपूर्ण है ! दो-दो तीन-तीन मीलसे, जगल-झाडियोसे अपने बछडोके लिए कैसी दौडकर आती है । वैदिक ऋषियोको पहाडो-पर्वतोसे स्वच्छ जलको लेकर कल-कल करती हुई आनेवाली नदियां देखकर अपने बछडोके लिए दूध-भरे स्तनोको लेकर रंभाती हुई आनेवाली वत्सल गायोकी याद हो आती है । वह ऋषि नदीसे कहता है - "हे देवि, दूधकी तरह पवित्र पावन, मधुर जल लानेवाली तू धेनु जैसी है। जैसे गाय जंगलमें ही नही रह सकती, वैसे ही तुम नदियोंसे भी पर्वतोमें नहीं रहा जा सकता। तुम सरपट दौड़ती हुई प्यासे बालकोंसे मिलनेके लिए आती हो ।" "वाश्रा इव धेनवः स्वंदमानाः" वत्सल गायके रूपमें भगवान् ही दरवाजेपर खड़ा है। और उस घोडेको देखो कितना ईमानदार, कितना वफादार । अरब लोग अपने घोडोसे कितना प्यार करते है। उस अरबकी कहानी तुम्हे मालूम है न ? एक विपत्ति-ग्रस्त अरब एक सौदागर को घोडा बेचनेके लिए तैयार हो जाता है। हाथमें मुहरोकी थैली लेकर वह तबेलेमें जाता है, परंतु घोडेकी उन गभीर और प्रेम पूर्ण आंखोपर उसकी निगाह पडती है तो वह थैली फेंक देता है और कहता है कि "मेरी जान चली जाय पर मं घोडा नही वेचूगा । मेरा जो कुछ होना होगा हो जायगा । खाना न मिले तो पर्वाह नही, परंतु घोडा नही चेचूगा। खुदा मेरी मदद करेगा।" पीठ थपथपाते ही कैसे यह प्रेमसे फुरफुराता है, कैसी बढ़िया उसकी अयाल ! सचमुच घोडेमें अनमोल गुण है । उस साइकिलमें क्या रखा है ? घोडेको खुर्रा करो, वह तुम्हारे लिए जान दे देगा। तुम्हारा साथी होकर रहेगा । मेरा एक मित्र घोडेपर बैठना सीख रहा था। घोडा उसे गिरा देता। वह मुझसे कहने लगा - घोडा तो बैठने ही नहीं देता। मैने उससे कहा"तुम सिर्फ घोडेपर बैठनेक ही लिए जाते हो, मगर उसकी खिदमत भी करते हो या नही ? खिदमत तो करे दूसरा और उसकी पीठपर सवारी करो तुम, यह कैसा ? तुम खुद उसे दाना-पानी दो, खुर्रा करो और फिर सवारी करो !" उसने वैसा ही किया। कुछ दिनो बाद मुझसे आकर कहा-अव घोडा गिराता नही है। घोड़ा तो परमेश्वर है। वह भक्तको क्यो गिरायेगा ! उसकी भक्ति देखकर घोडा नरम हो गया। घोडा जानना चाहता है कि यह भक्त है या और कोई । भगवान् श्रीकृष्ण खुद खुर्रा करते थे और अपने पीताम्बरमें दाना लाकर उसे खिलाते थे। टेकरी आगई हो, नाला भागया हो, कीचड आगया हो, साइकिल रुक जाती है, मगर घोडा फादता चला ही जाता है। यह सुदर प्रेममय घोडा मानो परमेश्वरको मूर्ति ही है। और उस सिंहको लो । वडोदमें में रहता था । सुवह ही सुबह उसकी गर्जना की गभीर ध्वनि कानोमें पडती। उसकी आवाज इतनी गंभीर और उम्दा होती थी कि हृदय डोलने लगता। मदिरोके गर्भगृह में जैसी आवाज गूजती है, वैसी ही गंभीर उसके हृदय- गर्भको वह ध्वनि थी । और सिंहकी वह धीरोदात्त, भव्य, निर्भय मुद्रा, उसका वह शाही ढंग व शाही वैभव ! यह भव्य सुदर अयाल, मानो चवर ही उस वनराज पर ढल रहे हो। वडोदेके एक वागमें यह सिंह था । वहा वह आजाद नही था, पिजडोमें चक्कर काटता था। उसकी माखोमें जरा भी क्रूरता नही मालूम होती थी। उसकी मुद्रा व दृष्टिमें करुणा भरी हुई थी। मानो ससारकी उमे कुछ परवाह नही थी। अपने ही ध्यानमें वह मग्न दिखाई देता था।
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१२० भापाटीकासहित जीवन्मुक्ति विवेके सामग्री हि द्विविधा प्रारब्धमनारव्यञ्चेति । ताभ्यामुभाभ्यामज्ञानिनां लिङ्गदेह इहामुत्र चावतिष्ठते । ज्ञानिनां त्वनारव्धस्य ज्ञानेन निवृत्त्या प्रारब्धस्य भोगेन लिङ्गदेहो निवर्त्तते ।' अतो न तन्निवृत्तिर्ज्ञानफलम् । अर्थः - मश्न - उस समय लिङ्गदेह की निवृत्ति का. साधन है ? समाधान - जिस सामग्री से लिङ्गदेह उत्पन्न ता है उस सामग्री की निवृत्ति से लिङ्गदेह की निवृत्ति है है । विरोधी के सद्भाव से और सामग्री की निवृत्ति से भांति दो प्रकार से कार्य की निवृत्ति होती है । जैसे तेल आदि दीप की सामग्री होने पर भी विरोधी वायु से शान्त जाता है, उसी प्रकार लिङ्गदेह का साक्षात् विरोधी तो पदार्थ देखने में नहीं आता इस लिये उस की सामग्री निर्वा से निवृत्ति होती है । मारव्धकर्म और सञ्चित आदि अनारख्य कर्मयों दो प्रकार की लिङ्गदेह की सामग्री है । अज्ञानी क लिनदेह इन दो सामग्रियों करके इस लोक परलोक में स्थिर रह है । ज्ञानी पुरुषों का अनारब्धकर्म, ज्ञान द्वारा निवृत्त होता है और मारव्य कर्म की भोग से निवृत्ति होती है। अतएव तेब वत्ती रूप सामग्री के नाश से जैसे दीप नाश को माप्त होता है उसी प्रकार उस का लिनदेह उक्त दो प्रकार के कर्मरूप साम ग्री की निवृत्ति से निवृत्त होता है । नन्वनेन न्यायेन भाविदेहानारम्भोऽपि ज्ञानफलम् । तथाहि किमनारम्भ एव हि फ लम्, किंवा तत्प्रतिपालनम् । नायः । तस्य प्रा. गभावरूपत्वेनानादिसिदत्वात् । न द्वितीय, अनारब्धकर्मरूप सामग्रीनिवृत्चैव भाविदेहाः रम्भप्रागभावप्रतिपालनसिद्धेः । नच तन्निवृ त्तिः फलं, अविद्यानिवृत्तेरेव विद्याफलत्वात् । अर्थः - शङ्का - यह उपरले वाक्य से तो भावि देह का अनारम्भ ( आरम्भ न हुआ ) भी ज्ञान फल है, ऐसा जान पडता है, परन्तु वह सम्भव नहीं, क्योंकि, क्या माविदेह का अनारम्भ ही ज्ञान का फल है ? या भाविदेहके अनारम्भ का पालन अर्थात् अनारम्भ सदाकाल रहे यह भी उन का फल है ? इन में से प्रथम पक्ष - भाविदेह का अनारम्भ यद ज्ञान का फल है, यह बात सम्भव नहीं, क्योंकि भारदे का अनारम्भ इस भावि देह का प्रागभावरूप होने से जनादि सिद्ध है, अतएव, यह ज्ञान से उत्पन्न होता नहीं । उसी प्रकार भा विदेह के अनारम्भ का पालन यह ज्ञानफल है, यह दूसरा पक्ष भी सम्भव नहीं, क्योंकि भाविदेह के आरम्न के भागदान का पालन पर्याद सर्वकाल भाविदेर का जनावर तो सति कर्मरूप सामग्री की ब्वार्न [ सचितकर्म ] रूप सामग्री की फल नहीं । केवल अविद्या की टिकिया है। नैष दोषः । भाषिजन्मार लत्वस्य प्रामाणिकत्वात् । "यहादुकोन जायते" इत्यायुदाताः ध्रुवता नध ज्ञानमज्ञानस्यैव विरोधः । अज्ञानसम वचितत्वात् । अन्ययाऽनुनविरो i 7 भापानुवादसहित जीवन्मुक्तिविवेके ह्यज्ञाननिवृत्तिवदब्रह्मत्वादिनिवृत्तिर पि । तस्माद्भाविदेहराहित्यलक्षणा विदेह मुक्तिर्ज्ञानसमकालीना । तथाच याज्ञवल्क्य वचनं श्रूयते - "अभयं वै जनक प्राप्तोऽसि," इति, "एतावदरे खल्बमृतत्वम्" इति च । अर्थः - उत्तर - तुम ने जो दोप वतलाया, वह मात नहीं होता, क्योंकि भावि में जन्म की प्राप्ति होती नहीं इस दिश के फलत्व की प्रमाणसिद्ध वान है । ( यस्मात्भु० ) ' जिम ** चज्ञान के होने से फिर जन्म पाता नहीं" इत्यादिपूर्वोक्त श्रुनिया इस विषय में प्रमाणभृत हैं । सदा अज्ञानी के साथ रहनेवालाअज्ञान की मद्भावमे ही गाववाला- पूर्वोक्त 'अझल ( " ब्रह्म नहीं' ऐमा मिथ्या निश्चय ) इयादि बन्धन को श्री प पादिकाचार्य ने अज्ञान ही गिना है। पुनर्जन्म, अब्रह्मत्व आदि वन्धन की निवृत्ति जो ज्ञान का फल न हो, तो अनुभव में विरोध प्राप्त होता है । ज्ञान करके जगे अज्ञान की निवृत्ति ती हैं, उसी प्रकार उन के साथ पूर्वोक्त 'असल' आदि न्धन की भी निवृत्ति होती है, यह बात अनुभासिद्ध है । लिये माविदेह की अनजीवन्मुक्ति ज्ञान समकाल दी है बृहदारण्यकोपनिषद् में याज्ञवल्लय मुनि ने भी कहा है कि'हे जनक ! तुम अभय को प्राप्त होगये हो' । 'उतना ही सवा अमृतच है' । अत्यन्तरेऽपि "तमेवं विज्ञानमृत ढह भवति" इति । यद्यत्पन्नेऽपि तत्त्वज्ञानं तत्फलभूता विदेहमुक्किलदानी न भवेत् कालान्तरे च भवेत् । तदा ज्योनिष्टोमादाविज्ञानम
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दिनांक03122020 संध्या एक हज़ार नौ सौ बजे मुख्य समाचार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड19 से उत्पन्न स्थिति पर सभी मंत्रियों से अपनेअपने क्षेत्रों स्थिति पर नजर रखने कहा है कृषि से संबंधित तीन नये कानूनों पर चर्चा के लिए सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच नई दिल्ली में चौथे दौर की बैठक जारी एक राज्य के मेघावी छात्रों और मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय के लिए चयनित विभिन्न स्कूलों को किया गया सम्मानित मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दी बधाई पलामू पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड में एके47 सहित कई हथियार बरामद गिरिडीह में चार साईबर अपराधी गिरफ्तार | कोविड19 महामारी के खिलाफ देश एकजुट होकर लड़ रहा है आप भी हमारे साथ सुरक्षा और बचाव के तीन आसान एहतियाती उपायों का संकल्प लें मास्क पहनें दो गज की दूरी है जरूरी सुरक्षित दूरी बनाए रखें हाथ और मुंह साफ रखें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी मंत्रियों से अपनेअपने क्षेत्रों में स्थिति पर नजर रखने को कहा है श्री मोदी ने इस वर्ष उनतीस जनवरी को पहली बार मंत्रिमंडल की बैठक में कोविड उन्नीस का उल्लेख करते हुए इस महामारी को गंभीरता से लेने की बात कही थी तब उन्होंने कहा था कि इससे निपटने के प्रयास पूरी तरह से विज्ञान आधारित होने चाहिए उस समय भारत में कोविड का एक भी मामला सामने नहीं आया था प्रधानमंत्री मार्च दो हज़ार बीस के बाद से लगातार कोविड से निपटने के उपायों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी कर रहे हैं रांची के उपायुक्त छवि रंजन ने आज कोरोना की रोकथाम को लेकर वैक्सीनेशन के प्रबंधन से संबंधित जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की बैठक में कोविड19 वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्यकर्मियों का डाटाबेस तैयार करने की समीक्षा की गयी उपायुक्त छवि रंजन ने सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों से फ्रंट लाइन वर्कर डॉक्टर्स और स्वास्थ्यकर्मियों का डेटा बेस प्राप्त करने का निर्देश दिया उन्होंने कहा कि कोल्ड चेन मैनेजमेंट को लेकर जारी दिशानिर्देश के तहत व्यवस्था की जानी है भारत ने कोविड की रोकथाम की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है देश में कल लगातार 26वें दिन पचास हजार से कम लोग संक्रमित हुए पिछले चौबिस घंटों के दौरान पैंतीस हजार पांच सौ लोग संक्रमित हुए जबकि लगभग इकतालीस हजार रोगी स्वस्थ हुए अब तक लगभग नब्बे लाख मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जिससे स्वस्थ होने की दर चौरानवे दशमलव एकएक प्रतिशत तक पहुंच गई है कोविड से स्वस्थ लोगों की संख्या उपचार करा रहे रोगियों से बीस गुना अधिक है देश में संक्रमण की दर अब चार दशमलव पांच प्रतिशत रह गई है अब कुल चार लाख बाईस हजार नौ सौ तैंतालीस मरीजों का ईलाज चल रहा है स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने कहा है कि लगभग पचहत्तर प्रतिशत नए रोगी दस राज्यों दिल्ली महाराष्ट्र केरल पश्चिम बंगाल हरियाणा और राजस्थान के हैं देश में चिकित्सा संबंधी मूलभूत सुविधाओं में बढ़ोतरी और केंद्र तथा राज्यों के डॉक्टरों स्वास्थ्य कर्मियों तथा अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के समर्पण भाव से काम करने के कारण स्वस्थ होने की दर में बढ़ोतरी हुई है स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा है कि मृत्यु दर में भी कमी आई है और यह केवल एक दशमलव चार पांच प्रतिशत रह गई है देश में पिछले चौबिस घंटों के दौरान इस संक्रमण से पाँच सौ छब्बीस लोगों की मौत की पुष्टि हुई है अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली के ईएनटी विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर आलोक ठक्कर ने कहा है कि कोविड19 संक्रमण की रोकथाम के लिए किसी को भी एहतियाती तरीके अपनाने में कोई ढिलाई नहीं देनी चाहिए डॉक्टर ठक्कर ने आकाशवाणी से विशेष बातचीत में कहा कि सही ढंग से मास्क पहनने दो गज की दूरी बनाए रखने और निरंतर हाथ धोने से व्यक्ति खुद सुरक्षित रहेगा और दूसरों को भी सुरक्षित रख सकेगा कृषि से संबंधित तीन नये कानूनों पर चर्चा के लिए सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच नई दिल्ली में चौथे दौर की बैठक चल रही है बैठक में कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल सरकार का पक्ष रख रहे हैं बैठक में भाग लेने से पहले पत्रकारों से बातचीत में कृ षि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार किसानों से इस मुद्दे पर लगातार बातचीत कर रही है उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि आज की वार्ता के बाद इस समस्या का सकारात्मक परिणाम सामने आएगा केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर आकाशवाणी द्वारा आयोजित इस वर्ष का डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद स्मारक व्याख्यान देंगे इस वर्ष का विषय है सुशासन इस व्याख्यान में देश की राजनीतिक सामाजिक और सांस्कृतिक परिस्थितियों का मूल्यांकन किया जाता है इसमें देश की भावी योजनाओं का भी विश्लेषण होता है व्याख्यान माला की पहली श्रृंखला को एक हज़ार नौ सौ उनहत्तर में हिंदी साहित्यकार डॉक्टर हजारी प्रसाद द्विवेदी ने संबोधित किया था स्मारक व्याख्यान का प्रसारण आकाशवाणी के सभी स्टेशनों से आज रात साढ़े नौ बजे किया जाएगा जिसे दूरदर्शन पर भी रात दस बजे प्रसारित किया जाएगा शिक्षा विभाग की ओर से आज रांची के प्रोजेक्ट भवन में आयोजित समारोह के दौरान राज्य के मेधावी छात्रछात्राओं को पुरस्कृत किया गया इसके साथ ही स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के अंतगर्त चयनित स्कूलो को भी पुरस्कृत किया गया इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड के गरीब और वंचित बच्चों को भी आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस आर मुखोपाध्याय ने आज पूर्व मंत्री योगेन्द्र साव की जमानत याचिका खारिज कर दी है योगेन्द्र साव पर हजारीबाग के बड़कागांव में एनटीपीसी के लिए जमीन अधिग्रहण करने के दौरान सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और पुलिसकर्मियों पर हमला करवाने का आरोप है वे पिछले तीन साल से जेल में बंद हैं जिले में सभी मतदान केंद्रों पर चलाए जा रहे मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम के निरीक्षण के लिए आज राज्य निर्वाचन आयोग के पदाधिकारी पलामू पहुंचे राज्य उप निर्वाचन पदाधिकारी मयंक भूषण के साथ निर्वाचन आयोग के प्रोग्रामर उदय शंकर राय भी मौजूद थे पदाधिकारियों ने मेदिनीनगर शहर में मौजूद विभिन्न मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया जहां संबंधित बीएलओ द्वारा मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम का कार्य किया जा रहा था लोहरदगा जिले में उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो की अध्यक्षता में आज उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से छुड़ाए गए आठ बंधुआ मजदूरों को लोहरदगा जिले में पुर्नवासित करने के उद्देश्य से विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई बैठक में उपायुक्त ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को रेस्क्यू किये गये बंधुआ मजदूरों के बच्चों को आवासीय विद्यालय में नामांकित करने का निर्देश दिया सरकार से लेकर कई अन्य संस्थाओं को मार्गदर्शन में सहयोग करने वाली ग्रांट थॉर्नटन भारत ने आत्मनिर्भर हजारीबाग कार्यक्रम की शुरुआत की इसका ऑनलाइन उद्घाटन सांसद जयंत सिन्हा ने किया इस अवसर पर श्री सिन्हा ने कहा कि व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाने से गांव व जिला आत्मनिर्भर होगा और फिर राज्य और अंततः देश आत्मनिर्भर होगा उन्होंने कहा कि इस दिशा में ग्रांट थॉर्नटन काम करेगा गिरिडीह जिले में गांडेय थाना पुलिस ने आज चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है प्रशिक्षु आइपीएस सह गांडेय थाना प्रभारी हरीश बीन जामा ने आज प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि दो अपराधी जामताड़ा जिला से और दो गांडेय से अपराध करते हुए पकड़े गए हैं इनके पास से छः मोबाइल जब्त किया गया है उन्होंने बताया कि ये लोग बैंक अधिकारी बनकर फोन करते थे और उनसे पेसे ऐंठते थे छः पलामू जिले के पांकीमणिका थाना क्षेत्र के सीमावर्ती इलाका सालमदिरी में आज प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद जेजेएमपी और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान एके सैंतालीस सहित कई हथियार बरामद हुए हैं उन्होंने बताया कि पलामू लातेहार के सीमावर्ती क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा मनरेगा सहित कई अन्य योजनाओं में लेवी मांगने का काम किया जा रहा था पुलिस ने इन क्षेत्रों में अभियान चलाकर उग्रवाद को खत्म करने का निर्णय लिया है मणिपुर के थोउबल जिले के नोंगपोकसेकमई पुलिस थाने को देश का सर्वश्रेष्ठ थाना चुना गया है तमिलनाडु के सेलम जिले का एडब्ल्युपीएस सुरामंगलम पुलिस थाने को दूसरा और अरुणाचल प्रदेश में चांगलांग जिले के खरसांग थाने को तीसरा स्थान मिला है गृह मंत्रालय प्रत्येक वर्ष बेहतर काम के आधार पर थानों का चयन करता है देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की आज जंयती है इस अवसर पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को श्रद्धांजलि अर्पित की है एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि वे निःस्वार्थ और दूरदर्शी नेता थे जिन्होंने देश की नीतियां बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें सादगी और दूसरे से प्रेम करने के लिए हमेशा याद रखा जाएगा वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है एक ट्वीट में श्री मोदी ने कहा कि आजादी की लड़ाई और संविधान बनाने में डॉक्टर प्रसाद की महत्वपूर्ण भूमिका रही उन्होंने कहा कि सादा जीवन उच्च विचार रखने वाले राजेन्द्र बाबू लोगों के लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत रहेंगे इधर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूर्व राष्ट्रपति को नमन किया है वहीं रांची में जिला कांग्रेस कमिटी की ओर से डॉ राजेन्द्र प्रसाद और कांतिकारी नेता खुदीराम बोस की जयंती मनाई गई आज परमवीर अल्बर्ट एक्का की पुण्यतिथि भी है इस मौके पर राज्यभर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने परमवीर चक्र विजेता शहीद अल्बर्ट एक्का की पुण्यतिथि पर अल्बर्ट एक्का चौक स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित की जमशेदपुर में राजेन्द्र प्रसाद स्मारक ट्रस्ट की ओर से प्रथम राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि दी गई इस मौके पर विधायक सरयू राय ने कहा कि राजेन्द्र बाबू की मेघा शक्ति अपूर्व रही है रामगढ़ के ब्रह्मपुत्र मैटालिक फैक्ट्री में हुए भीषण हादसे में एक दर्जन से ज्यादा मजदूर घायल हो गये हैं घायल मजदूरों को बेहतर इलाज के लिए रांची स्थित रिम्स भेजा गया है यह घटना प्लांट के अंदर तकनीकी खराबी के वजह से कीलन का पीसी फटने से हुई है साहिबगंज के समदा गंगा तट से उपायुक्त ने निरीक्षण के दौरान अवैध खनन तथा भंडारण में लिप्त सात नाव को जब्त किया गोड्डा समाहरणालय में उपायुक्त भोर सिंह यादव ने गोड्डा अस्पताल प्रबंधन समिति की बैठक में विभिन्न विषयों की जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिया समाप्त
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Sunita Baby hot dance: सुनीता बेबी का जलवा लोगों के दिलों पर सर चढ़कर बोल रहा है। जवान से लेकर बूढ़े तक सुनीता बेबी की अदाओं के दीवाने हुए जा रहे हैं। सुनीता बेबी का अब एक नया डांस तेजी से वायरल हो रहा है, इस वीडियो में सुनीता बेबी ने हरे रंग का सूट पहना है जिसमें वह बवाल लग रही है। सुनीता बेबी ने जो डांस इस वीडियो में किया है उस डांस को देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे क्योंकि डांस में सुनीता बेबी बूढ़ों को भी अश्लील इशारे करते देखी जा सकती हैं हालांकि वहां मौजूद सभी लोग उनके खूबसूरत डांस का खूब आनंद ले रहे हैं। सुनीता बेबी जब स्टेज पर आती है तो लोगों के दिलों की धड़कन बढ़ जाती है। डांस को देखकर लोग झूमने लगते हैं, ऐसा ही नजारा देखने को मिला जब सुनीता बेबी ने बापू तेरा लाडला गाने पर डांस कर अपना जलवा बिखेरा। सुनीता बेबी इस गाने में बेहद आपत्तिजनक और अश्लीलता के साथ नृत्य कर रही हैं, लोगों को उकसा रही हैं और खूब मनमोहित भी कर रही है। सुनीता बेबी के डांस को देखकर बूढ़े भी जवानों की तरह उछल कूद कर रहे हैं। सामने हजारों की संख्या में लोग मौजूद है और सुनीता बेबी मंच पर अपनी अदाओं और नृत्य का नजारा पेश कर रही हैं। सुनीता बेबी इस वीडियो में किसी नागिन से कम नहीं लग रही और हर कोई उन्हें अपने जाल में फंसाना चाह रहा है पर सुनीता बेबी किसी के जाल में आने वाली नहीं। उनके इस डांस वीडियो को सपना चौधरी के डांस से भी कंपेयर किया जा रहा है क्योंकि सपना चौधरी भी इसी तरह से स्टेज में परफॉर्मेंस देती है उनके भी लाखों दीवाने हैं वही सुनीता बेबी के प्रशंसक भी लगातार बढ़ रहे हैं। उन्हें खूब ऑफर आ रहे हैं जिनमें से सिलेक्टेड ऑफर को ही सुनीता बेबी चुनती है।
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केंद्रीय कानून मंत्रालय ने कानून और न्याय से संबंधित संसद की एक स्थायी समिति को बताया है कि पिछले 5 साल में भारत के सभी हाई कोर्ट में जितने जजों की नियुक्ति हुई है, उसमें से 79 फीसद जज ऊंची जाति या सामान्य वर्ग के थे। कानून मंत्रालय के मुताबिक, साल 2018 से दिसंबर 2022 तक भारत के तमाम हाई कोर्ट में 537 जजों की नियुक्ति की गई। इसमें से 79 फीसद जज सामान्य वर्ग के थे जबकि 11 फीसद ओबीसी या अन्य पिछड़ा वर्ग से, 2. 6 फीसद अल्पसंख्यक समुदाय से, 2. 8 फीसद अनुसूचित जाति समुदाय से और अनुसूचित जनजाति समुदाय से सिर्फ 1. 3 फीसद जज बने हैं। मंत्रालय ने यह भी बताया है कि 20 जजों की सामाजिक पृष्ठभूमि के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। द इंडियन एक्सप्रेस ने कानून मंत्रालय के हवाले से इस संबंध में रिपोर्ट प्रकाशित की है। कानून मंत्रालय ने यह भी कहा है कि बेंच में विविधता को तय करने की जिम्मेदारी न्यायपालिका पर है। द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, साल 2018 में केंद्रीय कानून मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट के कॉलिजियम द्वारा जिन नामों की सिफारिश की गई थी, उन नामों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी देने वाला एक फॉर्म भरने के लिए कहा था। मार्च, 2022 में राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने कहा था कि केंद्र सरकार उच्च न्यायपालिका में जजों की नियुक्ति में सामाजिक विविधता चाहती है और इसके लिए प्रतिबद्ध है। किरण रिजिजू ने कहा था कि केंद्र सरकार हाई कोर्ट के सभी चीफ जस्टिस से यह अनुरोध करती रही है कि जजों की नियुक्ति के संबंध में प्रस्ताव भेजते समय अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, अन्य पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं की उम्मीदवारों पर उचित विचार किया जाना चाहिए जिससे हाईकोर्ट में जजों की नियुक्ति में सामाजिक विविधता सुनिश्चित हो सके। हाई कोर्ट में जजों की नियुक्ति संविधान के अनुच्छेद 217 के तहत होती है और इसमें किसी तरह का आरक्षण नहीं है। यह वास्तव में हैरान करने वाली बात है कि देश की आबादी के लगभग 52 फीसदी से ज्यादा ओबीसी समुदाय से पिछले 5 साल में हाई कोर्ट में सिर्फ 11 फीसद जजों की नियुक्ति की गई और ऐसा ही बुरा हाल अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति समुदाय और अल्पसंख्यक समुदाय का भी है। निश्चित रूप से इन आंकड़ों के सामने आने के बाद हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जजों को नियुक्त करने वाली कॉलिजियम व्यवस्था को लेकर एक बार फिर से सवाल खड़े होंगे क्योंकि यह आंकड़ा पूरी तरह सामाजिक न्याय के सिद्धांत के भी खिलाफ है। बीते कुछ महीनों में केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने कॉलिजियम सिस्टम को लेकर लगातार सवाल खड़े किए हैं जबकि इसके जवाब में पूर्व सीजेआई यूयू ललित कॉलिजियम को बेहतर बता चुके हैं और सुप्रीम कोर्ट भी कह चुका है कि केंद्र सरकार को कॉलिजियम सिस्टम को मानना ही होगा। क्या है कॉलिजियम? कॉलिजियम शीर्ष न्यायपालिका में जजों को नियुक्त करने और प्रमोशन करने की सिफ़ारिश करने वाली सुप्रीम कोर्ट के पांच वरिष्ठ जजों की एक समिति है। यह समिति जजों की नियुक्तियों और उनके प्रमोशन की सिफ़ारिशों को केंद्र सरकार को भेजती है और सरकार इसे राष्ट्रपति को भेजती है। राष्ट्रपति के कार्यालय से अनुमति मिलने का नोटिफ़िकेशन जारी होने के बाद ही जजों की नियुक्ति होती है। केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने पिछले साल नवंबर में तीखा बयान देते हुए कहा था कि कॉलिजियम सिस्टम भारतीय संविधान के लिए विदेशी है। उन्होंने कहा था कि अदालत ने खुद ही फैसला करके कॉलिजियम सिस्टम बना लिया जबकि 1991 से पहले सभी न्यायाधीशों की नियुक्ति सरकार के द्वारा ही की जाती थी। उन्होंने कहा था कि जजों को नियुक्त करने वाली यह व्यवस्था पारदर्शी नहीं है और जवाबदेह भी नहीं है। मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में कॉलिजियम को नेशनल जुडिशल अपॉइंटमेंट कमीशन यानी एनजेएसी से रिप्लेस करने की कोशिश की थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने 2015 में इस प्रस्ताव को 4-1 से ठुकरा दिया था। तब कहा गया था कि एनजेएसी के जरिए सरकार सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में ख़ुद नियुक्तियां करना चाहती थी और इसके बाद सरकार और न्यायपालिका में टकराव बढ़ गया था। यह आरोप लगता है कि केंद्र सरकार कॉलिजियम सिस्टम को खत्म कर ऐसे लोगों को हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में जज बनाना चाहती है, जो उसके मनमुताबिक फैसले दें।
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ग्वालियर। कोरोना आपदा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मार्गदर्शन में सेवा भारती हर रोज अपने सेवा कार्योें का विस्तार कर रही है। इसी कड़ी में सेवा भारती ने कोरोना के दौरान बंद किए गए जेएएच के आश्रय भवन को अनुमति लेकर फिर से प्रारंभ कर दिया है। अब इस आश्रय भवन में वे सभी नाॅन कोविड मरीज के परिजन रह सकेंगे जो अपने मरीजों का जेएएच परिसर में इलाज करा रहे हैं। यह जानकारी सेवा भारती मध्यभारत प्रांत के सहसचिव नवलकिशोर शुक्ला ने दी है। उन्होंने बताया कि जेएएच के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के सामने अपने मरीजों के इलाज के लिए आए परिजनों के ठहरने की व्यवस्था न होने से लगातार परेशान हो रहे थे। सड़क पर खुले में बैठने को मजबूर थे। जिसके निराकरण के लिए जेएएच प्रशासन से सहमति उपरांत कोरोना के दौरान बंद आश्रय भवन को पुनः प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। इसके बाद बसंत गोडयाले ने संघ और सेवाभारती के स्वयंसेवकों के सहयोग से साफ सफाई कराई एवं आश्रय भवन को मरीज के परिजनों के लिए विभिन्न व्यवस्थाओं को सुचारु कराया। इस सेवा कार्य का शुभारंभ जेएएच अधीक्षक डाॅ. आर. के. एस. धाकड़ एवं डाॅ. जे. एस. नामधारी ने आश्रय भवन के विधिवत पूजन से किया। श्री शुक्ला ने आगे बताया कि आश्रय भवन में कुल 50 परिजन एक साथ रह सकेंगे एवं सेवाभारती की ओर से यहां पर उनकी चाय एवं दोनों वक्त के भोजन की निशुल्क व्यवस्था की जाएगी। आश्रय भवन के शुभारंभ के साथ ही यहां 20 परिजनों ने यहां आश्रय ले लिया है। यहां पर व्यवस्थाओं के संपादन के लिए स्वयंसेवकों की व्यवस्था भी लगाई गई है।
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टीम इंडिया अपना पहला मैच शुक्रवार को स्पेन के खिलाफ खेलेगी। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर और राउरकेला में टूर्नामेंट के सभी मैच खेले जाएंगे। Hockey Men's World Cup 2023 : ओडिशा, कटक के बाराबती स्टेडियम में केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और अन्य मंत्रियों की उपस्थिति में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हॉकी विश्व कप 2023 का उद्घाटन किया। इस दौरान कई फिल्मी सितारों ने भी इसमें हिस्सा लिया। हॉकी वर्ल्ड कप 2023 की शुरुआत 13 जनवरी से होगी व 29 जनवरी 2023 को आखिरी मैच खेला जाएगा। बता दें, हॉकी वर्ल्ड कप का यह 15वां संस्करण है। टीम इंडिया अपना पहला मैच शुक्रवार को स्पेन के खिलाफ खेलेगी। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर और राउरकेला में टूर्नामेंट के सभी मैच खेले जाएंगे। हॉकी वर्ल्ड कप 2023 में कुल 16 टीमें हिस्सा लेने वाली हैं जिन्हें 4 ग्रुप्स में बांटा गया है। इस बार हॉकी वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की बागडोर हरमनप्रीत सिंह बतौर कप्तान निभा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, शेड्यूल के मुताबिक़ इस वर्ल्ड कप में कुल 44 मैच खेले जाएंगे। हर ग्रुप के विजेता को सीधे क्वार्टरफाइनल में प्रवेश मिलेगा। वहीं हर ग्रुप से दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम क्रॉसओवर राउंड खेलेंगी व विजेता टीम क्वार्टर फाइनल में जायेगी। 27 जनवरी को दो सेमीफाइनल मुकाबले खेले जाएंगे। सेमीफाइनल जीतने वाली टीमें 29 जनवरी को भुवनेश्वर में शाम 7 बजे हॉकी वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल मैच खेलेंगी। 29 जनवरी को ही तीसरे स्थान के लिए भी मैच खेला जाएगा। भारत को दूसरी बार हॉकी वर्ल्ड कप की मेज़बानी करने का मौका मिला है। इससे पहले साल 2018, भुवनेश्वर में भारत द्वारा वर्ल्ड कप की मेज़बानी की गयी थी। उस समय बेल्जियम ने पेनल्टी शूटआउट में नीदरलैंड को 3-2 से हराकर बड़ी जीत हासिल की थी व हॉकी वर्ल्ड कप विजेता बनी थी। वहीं ऑस्ट्रेलिया को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ था। प्लेसमेंट मैच (9वें से 16वें स्थान के लिए) (स्त्रोत - स्पोर्ट्स स्टार) As the 2023 Hockey World Cup commences in Odisha, my best wishes to all the participating teams. May this tournament further strengthen the spirit of sportsmanship and may it further popularise the beautiful game of Hockey. India is proud to be hosting this tournament. हॉकी वर्ल्ड कप 2023 में 16 टीमें नंबर-1 बनने के लिए संघर्ष करती हुई नज़र आएँगी। बता दें, भारतीय टीम 1975 के बाद से हॉकी में पदक जीतने में नाकामयाब रही है। भारत को ग्रुप-डी में इंग्लैंड, वेल्स और स्पेन के साथ रखा गया है। इस महीने की 19 जनवरी को वेल्स से मैच खेलने से पहले 15 जनवरी को भारत का सामना इंग्लैंड से होगा। भारत को 1975 के बाद से ही हॉकी वर्ल्ड कप जीतने का इंतज़ार रहा है। इस बार फिर हॉकी प्रेमियों की उम्मीद टीम इंडिया से लगी हुई है। देखते हैं, इस बार टीम इण्डिया का यह इंतज़ार खत्म होता है या नहीं।
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मुबंई । इस साल भी हर साल की तरह बहुत शादियां होनी हैं , जिनमें से छोटे नबाब साहब सैफ और बेबो की शादी का तो सबको बेसब्री से इंतजार है , लेकिन लगता है छोटे नवाब पटौदी इस साल भी शादी के मूड में नहीं हैं। सैफ और बेबो के एक बेहद करीबी दोस्त की मानें तो सैफ और करीना इस साल नहीं , बल्कि 2013 में शादी करने वाले हैं। नई दिल्ली । ब्रिटेन की मॉडल हेजेल आगामी फिल्म 'जीना है तो ठोक डाल' में भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन के साथ दिखेंगी। हेजेल ने इस फिल्म में रवि किशन को रिझाने के लिए साड़ी भी पहनी है। इससे पहले हेजेल 'एमपी-3-मेरा पहला पहला प्यार', 'यू, मी और हम' और 'डोनो या..न जाने क्यों' में काम कर चुकी हैं। हेजेल ने माधुरी दीक्षित के नक्शे-कदम पर चलते हुए इस फिल्म में साड़ी में एक उत्तेजक नृत्य भी किया है। यह नृत्य माधुरी की फिल्म 'बेटा' के गीत 'धक-धक करने लगा' से प्रेरित लगता है। नई दिल्ली । अभिनेता प्रतीक आगामी फिल्म 'मिलन टाकीज' से बाहर हो गए हैं। प्रतीक और फिल्म के निर्देशक तिमांशु धुलिया ने आपसी सहमति के बाद यह फैसला किया। प्रतीक ने अपने बयान में कहा, "मैं दिल से तिमांशु सर की फिल्मों में काम करना चाहता हूं लेकिन फिलहाल मैं कुछ कारणों से उनकी फिल्म में काम नहीं कर सकता।" Know when the festival of colors, Holi, is being observed in 2020 and read its mythological significance. Find out Holi puja muhurat and rituals to follow. मकर संक्रांति 2020 में 15 जनवरी को पूरे भारत वर्ष में मनाया जाएगा। जानें इस त्योहार का धार्मिक महत्व, मान्यताएं और इसे मनाने का तरीका।
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पुलिस ने कुएं का पानी खाली करवा कर कुएं में पड़ी कार व शव को बाहर निकाला. झालावाड़. मध्यप्रदेश के जीरापुर (Jirapur) लौटने के दौरान पिछले एक महीने से लापता कार चालक (Missing car driver) का शव झालावाड़ (Jhalawar) जिले के बकानी थाना इलाके में एक कुएं में कार के अंदर (Car in well with dead body) पड़ा मिला. ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची बकानी थाना पुलिस ने कुएं का पानी खाली करवा कर कुएं में पड़ी कार व शव को बाहर निकाला. पुलिस ने शव की पहचान कर उसका पोस्टमार्टम कराया और उसे परिजनों को सौंप दिया. मामले में पुलिस की जांच पड़ताल जारी है. इस बारे में बकानी थानाधिकारी बलवीर सिंह ने बताया कि मध्य प्रदेश के जीरापुर इलाके के पोलाखेड़ा गांव निवासी राजू सुथार झालावाड़ के जिला एसआरजी अस्पताल में प्रसूता को छोड़कर कार से वापस लौट रहा था. इस दौरान उसने रास्ते में शराब पी ली. उन्होंने कहा कि बीच रास्ते में कार चालक की अपने मालिक से भी बात हुई थी, लेकिन उसके बाद से ही उसका कोई पता नहीं चल रहा था. कार चालक के लापता होने के दो दिन बाद उसके परिजनों ने झालावाड़ के कोतवाली पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी, जिसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी. . सनी देओल की हीरोइन को जब ज्यादा पढ़ी-लिखी होना पड़ा भारी, एक्ट्रेस ने खूब सुने थे ताने, बोलीं- इंडस्ट्री में. .
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१३४ अप्पाणं सरणं गच्छामि वाली घटना को चेतन मन के स्तर पर जीने वाले व्यक्तियों को सिखा दें तो वे उलझन में फंस जाएंगे। धर्म का मूल आधार : अनुभव की चेतना धर्म का मूल आधार है - सूक्ष्म चेतना का स्तर । जब तक यह उद्घाटित नहीं होगा तब तक धर्म का यथार्थ आधार प्रतिष्ठित नहीं होगा और धर्म और कर्म की दूरी, धर्म और व्यवहार की दूरी मिट नहीं पाएगी। आदमी उपवास करता है और जब रात को भूख लगती है तब सारी रात तारे गिनते रहता है । मन में सोचता है - सूरज उगते ही यह खाऊंगा, वह खाऊंगा । यह बनवाऊंगा, वह वनवाऊंगा । वह इतनी कल्पनाएं कर लेता है जितनी कल्पना वह बिना उपवास के नहीं करता । फिर हम कैसे मानें कि उपवास करने में सुख है, खाने में सुख नहीं है ? इस असंगति या विरोधाभास का निदान क्या है ? चिकित्सा क्या है ? अध्यात्म के आचार्यों ने इसकी चिकित्सा पद्धति को खोजा । वह है समाधि की. चेतना का अवतरण । जब तक इस चेतना का अवतरण नहीं होता तब तक इन विरोधी प्रश्नों को नहीं सुलझाया जा सकता । समाधि इसलिए समाधान है कि चेतना की उस भूमिका में शब्द काम नहीं करते, अनुभव काम करने लग जाता है । भीतर सुख ही सुख है । वाहर दुःख ही दुःख है । उपदेश की पकड़ क्यों नहीं ? सन्तों ने कहा - कस्तूरी मृग के भीतर है, पास है, पर वह उसकी खोज अन्यत्र कर रहा है । सुख आदमी के भीतर है, पर वह उसकी खोज दूसरे स्थान पर कर रहा है। वह भटक रहा है सुख की खोज में । जिन्होंने सत्य का उद्घाटन किया उन्होंने सूक्ष्म चेतना के स्तर पर जाकर उस सत्य को कहा होगा, किन्तु सुनने वालों के लिए इसका कोई अर्थ ही नहीं है। क्योंकि सुनने वालों का स्तर वह नहीं है । वे सुनते समय इसको अच्छा कहेंगे, परन्तु व्यवहार काल में उन्हें लगेगा कि ये काल्पनिक बातें हैं, माइथोलॉजी है । ये रीयल नहीं हैं, सत्य नहीं हैं । संत भी धुनी होते हैं, जो मन में आया कह देते हैं । वे वास्तविकता को कैसे जानेंगे ? व्यवहार को छोड़कर वे पलायन कर गए हैं। उन्हें न कमाना पड़ता है और न कोई अन्य न व्यवसाय करना पड़ता है। सारे दिन यों ही बैठे रहते हैं, जो मन में आया कह देते । उनकी बातों में सार नहीं है । व्यवहार में रहने वाले हम लोग जानते हैं कि सचाई क्या है ? हम संघर्षों से जूझते हैं, संघर्षो का जीवन जीते हैं। वास्तविक समस्याओं का सामना करते हैं, उनका समाधान निकालते हैं। हमें ज्ञात है, सुख क्या है, दुःख क्या है। धन के होने से क्या होता है और न होने से क्या होता है। प्रतिष्ठा और नाम कमाने के क्या-क्या लाभ हैं और उनके न होने से क्या-क्या
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Unique ID For Economic Offenders: सरकार आर्थिक अपराधियों के लिए एक यूनीक आईडी बनाने की योजना पर काम कर रही है. बहुत जल्द ही इस योजना को अमली जामा पहनाया जा सकता है. सरकार एक यूनीक आईडी सिस्टम लॉन्च करने की तैयारी में है. जिस भी कंपनी या शख्स ने आर्थिक अपराध किया होगा उन्हें एक यूनीक आईडी दी जाएगी. आर्थिक अपराध करने वाले व्यक्ति की आईडी आधार कार्ड से लिंक होगी जबकि कंपनी की आईडी को पैन कार्ड से लिंक किया जाएगा. खबर के मुताबिक ऐसे करीब 2. 5 लाख अपराधी हैं जिन्हें यह आईडी दी जाएगी. इस लिस्ट को सेंट्रल इकोनॉमिक इंटेलीजेंस ब्यूरो ने तैयार किया है. इन लोगों में नीरव मोदी, विजय माल्या और मेहुल चौकसी जैसे लोग शामिल हो सकते हैं. केवल उद्योगों व उद्योगपतियों ही नहीं बल्कि आर्थिक अपराध करने वाले राजनेताओं की भी यह आईडी बनाई जाएगी. यह आईडी जारी करने का मकसद अपराधियों के खिलाफ विभिन्न एजेंसियों द्वारा जांच में तेजी लाना है. खबरों की मानें तो यूनीक आईडी जारी हो जाने से इन लोगों व संस्थानों के आर्थिक अपराध की ट्रैकिंग आसान हो जाएगी. इससे विभिन्न एजेंसियों के बीच तालमेल भी बेहतर होने की उम्मीद है. कोड को औपचारिक तौर पर यूनीक इकोनॉमिक ऑफेंडर कोड (विशिष्ट आर्थिक अपराधी कोड) कहा जाएगा. यह अल्फा न्यूमेरिक कोड होगा. इसका मतलब है कि इसमें अंग्रेजी के अक्षर और गिनतियां दोनों होंगी. एक बार पुलिस या जांच एजेंसी द्वारा नेशनल इकोनॉमिक ऑफेंस रिकॉर्ड में डाटा डालने के बाद संबंधित व्यक्ति या संस्थान को यह कोड असाइन कर दिया जाएगा. यूनीक कोड उन सभी संस्थानों और व्यक्तियों को दिया जाएगा जिन पर आर्थिक अपराध का मुकदमा चल रहा है. इसमें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम भी शामिल होंगे. खबर के अनुसार, नेशनल इकोनॉमिक ऑफेंस रिकॉर्ड को अभी पूरी तरह क्रियान्वित होने में 4 महीने का समय लगेगा. उसके बाद इसमें डाटा फीड किया जा सकेगा. भारत की योजना है कि वह इस प्रोजेक्ट फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक में दिखाए जो इस साल की दूसरी छमाही में होने की उम्मीद है. .
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मानव जाति के लिये मृत्यु पर विजय का दिवस है 'ईस्टर': बिशप आर.बी. लाल । नैनी, प्रयागराज। यीशु दरबार चर्च में पुनत्थान दिवस के रूप में ईस्टर मनाया गया। इस अवसर पर प्रातःकाल ईस्टर डान सर्विस का आयोजन किया गया जिसमें यीशु मसीह के क्रूस पर चढ़ने एवं तीसरे दिन कब्र में से जी उठने की घटना को जीवंत किया गया। तत्पश्चात यीशु दरबार चर्च में ईस्टर महासभा एवं मसीही भजन आदि का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सीमित संख्या में शुआट्स अधिकारीगण एवं श्रद्धालुगण सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करके उपस्थित रहे। कार्यक्रम का आयोजन सोशल मीडिया यू-ट्यूब पर लाईव प्रसारण किया गया। शुआट्स कुलपति एवं यीशु दरबार चर्च के बिशप मोस्ट रेव्ह. राजेन्द्र बी. लाल ने सभी को पुनरूत्थान दिवस की बधाई देते हुए कहा कि ईस्टर, पूरी मानव जाति के लिए मृत्यु पर विजय का दिवस है। मृत्यु पर विजय पाने का चिन्ह दुनिया में कोई दूसरा नहीं है, सभी सुसमाचार का सारांश पुनरूत्थान ही है। प्रभु यीशु मसीह, सारी मानवता को अपने ऊपर लेकर कब्र में से जी उठे। जो कोई उस पर विश्वास करेगा उसका उद्धार सुनिश्चित है। उन्होंने बाईबल वचन साझा करते हुए कहा कि पुनरूत्थान और जीवन प्रभु यीशु मसीह में है जो कोई उस पर विश्वास करेगा वो अनन्त जीवन प्राप्त करेगा। पुनरूत्थान का सामथ्र्य प्रभु यीशु मसीह में ही है। बिशप लाल ने कहा कि पुनरूत्थान दिवस एक खुशखबरी है कि हमें प्रभु यीशु मसीह में विश्वास करके, अनन्त जीवन प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हो रहा है, जो पुनरूत्थान को ग्रहण करता है वो यीशु मसीह को ग्रहण करता है। परमेश्वर चाहता है कि दुष्ट लोग अपना मन फिरायें, बुराई की चाल छोड़ दें और सत्य को मार्ग पर चलें। इस प्रकार हमें 'मन फिराओ' का सुसमाचर भी प्राप्त हुआ है। बिशप डा. आर.बी. लाल ने कहा कि मार्ग, सत्य और जीवन प्रभु यीशु मसीह हैं बिना उनके कोई भी मनुष्य स्वर्ग राज्य में प्रवेश नहीं कर सकता। पूर्व में कुलसचिव प्रो. राॅबिन एल. प्रसाद, प्रति कुलपति (पीएमडी) प्रो. रेव्ह. सर्वजीत हरबर्ट, डा. वी.एम. प्रसाद व अन्य द्वारा मसीही गीत 'जय के गीत गाओ' की प्रस्तुति दी गई। बिशप मोरीस एडगर दान ने भी प्रार्थना की। गास्पल स्कूल के बच्चों ने मसीही गीत पर नृत्य की प्रस्तुति दी। अन्त में धन्यवाद, धन्यवाद, धन्यवाद गीत गाया गया। इस अवसर पर यीशु दरबार की उपाध्यक्षा डा. सुधा लाल, कीनिया के डा. चियागोजियन, प्रति कुलपति (प्रशासन) प्रो. एस.बी. लाल, निदेशक प्रशासन विनोद बी. लाल, निदेशक आईपीसी प्रो. जोनाथन ए. लाल, रेव्ह. डेविड फिलिप्स, प्रो. रानू प्रसाद, प्रो. पी.जे. जाॅर्ज आदि उपस्थित रहे।
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विधान परिषद चुनावों को चुनाव आयोग ने कोरोना महामारी के कारण टाल दिया है. पर पटना स्नातक निर्वाचन क्षेत्र ( Patna Graduate Constituency) में सूचना मंत्री नीरज कुमार ( Neeraj Kumar) को चौतरफा घेरने की रणनीति चरम पर है. बिहार के सूचना मंत्री नीरज कुमार ( Neeraj Kumar) इस patna Graduate Constituency चुनाव में बुरी तरह घिरते दिख रहे है। पूर्व की तरह इस बार भी आजाद गांधी लालटेन लेके खड़े होंगे। तो डब्लू उर्फ व्यंकटेश सिंह भी चुनावी मैदान में होंगे वहीं विधान परिषद के पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह के दामाद रविरंजन कुमार सिंह अपनी तैयारियों के बल पर पूरे दमखम के साथ चुनावी अखाड़े में उतरेंगे. पटना नगर निगम के पूर्व प्रशासक जितेंद्र कुमार चुनाव लड़ने की बजाय राजपूत एकता के नाम पर रविरंजन का समर्थन कर चुके हैं. उधर जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण कुमार के सुपुत्र और सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता ऋतुराज भी Patna Graduate Constituency से ताल ठोकेंगे. कुर्मी बिरादरी के नालन्दा ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष दिलीप कुमार पूरे दमखम के साथ चुनाव में उतरेंगे. मतलब- पटना ज़िला का स्नातक निर्वाचन क्षेत्र का चुनाव रोमांचक और दिलचस्प होगा. एक तरफ एनडीए के प्रत्याशी के तौर पर नीरज कुमार होंगे तो दूसरी ओर राजद के आजाद गांधी को छोड़ दें तो एनडीए के वोट में सेंध लगाने के लिये राजपूत रविरंजन, भूमिहार व्यंकटेश शर्मा और ऋतुराज तो कुर्मी जाति से दिलीप कुमार मिल कर नीरज के लिए भारी मुश्किल खड़ी करने के फिराक में हैं. याद रखने की बात है कि जदयू नेता नीरज कुमार भी भूमिहार हैं. ।मतलब साफ है कि एनडीए उम्मीदवार नीरज कुमार को अपने आधार मत को बचाने की गम्भीर चुनौती होगी. वैसे पटना स्नातक क्षेत्र के चुनावी इतिहास पर नज़र डालें तो अपवाद छोड़ अधिकांशतः भूमिहार जाति का ही कब्जा रहा है. सीपीआई के रमेश कुमार सिंह लगातार चार बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इधर नीरज कुमार (Neeraj Kumar) Patna Graduate Constituency से लगातार तीन चुनावों से इस सीट पर कब्जा जमाये हुए है. वैसे नीरज को मंत्री और सत्ताधारी दल का होने का फायदा तो मिल ही सकता है. मगर जमी पर चुनौतियां कम नही होंगी. दूरी तरफ नीज के खिलाफ एंटि एंकोम्बेंसी की चुनौती भी होगी. दूसरी तरफ मोकामा विधायक अनंत सिंह भी उनकी राह में कांटे तो बिछायेंगे ही। आप को याद होगा कि 2015 के विधान सभा चुनाव में अनंत सिंह के खिलाफ जदयू ने नीरज कुमार को मैदान में उतारा था. इस दौरान नीरज और अनंत सिंह की राजनीतिक तल्खियां निजी स्तर पर पहुंच गयी थीं. ऐसे में अनंत सिंह के करीबियों का कहना है कि वह किसी भी हाल में नीरज को हराने की हर संभव कोशिश करेंगे. हालांकि चुनाव फिलहाल टल गया है नीरज का कार्यकाल 6 मई तक है तब भी मंत्री तो रहेंगे ही। जो भी उम्मीदवार हैं वो अपने अपने तर्क पेश कर जीत के दावे कर रहे है. नीरज का कहना है कि वे अपने कर्म के बल पर चुनाव मैदान में उतरेंगे अपने स्नातक साथियों और एनडीए के विशाल कार्यकर्ताओ के सहारे आसानी से जीत हासिल करेंगे चुनाव में कठिन चुनौतियां तो होती ही है पर उसका मुकाबला डटकर करेंगे.
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जिला बांदा, ब्लाक नरैनी के वकील रजिस्ट्री आफिस मा धांधली का आरोप लगाइन है। वकीलन का आरोप है कि प्राइवेट कर्मचारी मड़इन से मनमाना रुपिया वसूलत हैं, यहै कारन 5 फरवरी का हम एस. डी. एम. का ज्ञापन दइके जांच के मांग करे हन। वकील सुनील का कहब है कि रजिस्ट्री कार्यालय के अरुण निगम भ्रस्टाचार करत है अउर मड़इन से एक दस्तावेज़ के एक हमार रुपिया कमीशन मांगत है। मड़इन से कहत है कि आपन वकील का चार सौ से ज्यादा फीस न दीनेव। इनतान मा मोर नुकसान होइगा है। रजिस्ट्री कार्यालय का कर्मचारी कन्हैया आपन अलग से कमीशन मांगत है। अधिवक्ता संघ के सचिव उमाकांत का कहब है कि हुंवा पहिले प्राइवेट कर्मचारी से रुपिया तय करावा जात है, फेर रजिस्ट्री करावा जात है नहीं तौ लउटा दीन जात है। एक रजिस्ट्री करे मा एक हजार से लइके पन्द्रह सौ रुपिया लेत है। कत्तौ कम्पूटर के नाम से तौ कत्तौ चाय- नाश्ता के नाम से रुपिया लीन जात है। सुधीर कुमार का कहब है कि रजिस्ट्री कार्यालय के कइयौ दरकी शिकायत कीन गे है पै कारवाही नहीं होत आय। वकील जितेन्द्र मिश्रा का कहब है कि कम्पूटर के नाम से साढ़े तीन सौ रुपिया लेत है अउर मड़इन का बहकावत हैं कि वकील के लगे न जाओ। सब रजिस्टार माला सिंह का कहब है कि हेंया कउनौ घूंसखोरी नहीं होत आय। कोर्ट फीस बस लीन जात है। हेंया कउनौ प्राइवेट मड़ई नहीं आय, हम खुद काम करित है पै बाहर का होत है, या हम नहीं जानित आय। एस. डी. एम. राकेश कुमार का कहब है कि यहिके जांच तहसीलदार से कराई जात है। जांच के बाद कारवाही कीन जई।
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स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से सभी ऋतुओं में जाड़े की ऋतु को सबसे अच्छा माना जाता है। जाड़े की ऋतु में हमारी पाचन क्रिया तेज हो जाती है और हमारा खाया अन्न ठीक से पच जाता है लेकिन कुछ लोग स्वाद के वशीभूत हो जाड़े में मौसम के प्रतिकूल चीजें खा लेते हैं जिसका स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है और उन्हें कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती है। - जाड़े के मौसम में पाचन क्रि या तेज हो जाती है जिसके कारण मीठी और गरिष्ठ चीजों का पाचन ठीक से हो जाता है। दुबले-पतले लोग इस मौसम में पौष्टिक और संतुलित आहार भरपूर मात्रा में ले कर अपना शरीर सुगठित बना सकते हैं। विटामिन, प्रोटीन, लवण और कार्बोहाइडे्रट व संतुलित आहार से शरीर को साल भर अतिरिक्त ऊर्जा प्राप्त होती है। - इस ऋतु में गाजर खूब खानी चाहिए। गाजर में विटामिन 'ए' प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है जो शरीर में सर्दी रोधक क्षमता विकसित करता है। इसका किसी भी तरह से उपयोग किया जा सकता है-व्यंजन बनाकर, रस निकालकर या कच्चा ही। - सर्दी के कारण शरीर में रूखापन बढऩे लगता है। इससे बचने के लिए घी, मक्खन, तेल और वसायुक्त पदार्थों का इस ऋतु में सेवन करना चाहिए। - पूरे वर्ष एक ही प्रकार का अन्न सेवन नहीं करना चाहिए। मक्का, चने व बाजरा में प्रोटीन, कार्बोहाइडे्रट एवं विटामिन गेहूं की तुलना में ज्यादा पाए जाते हैं, इसलिए सर्दियों में इनका सेवन शरीर के लिए लाभदायक होता है। इनके सेवन से शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा और गर्मी प्राप्त होती है। - सर्दियों में गन्ने का रस व गुड़ तथा गुड़ से बने पदार्थों का अधिक सेवन करना चाहिए। ये शरीर की मांसपेशियों के निर्माण में मदद करते हैं तथा शरीर में कार्बोहाइडे्रट की मात्रा घर नहीं पाती। - हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना शरीर के लिए लाभदायक होता है। इनसे शरीर को कैल्शियम, लौह तत्व और विटामिन प्राप्त होते हैं। - जाड़े में मौसमी फलों-केला, मूली, टमाटर व अमरूद आदि का सेवन करना चाहिए। टमाटर में विटामिन ए व सी, केला में स्टार्च व विटामिन तथा अमरूद में विटामिन सी एवं रिबोफ्लेबिन, कैल्शियम और खनिज तत्व पाए जाते है जो शरीर के लिए लाभदायक होते हैं। इनसे शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा व शक्ति प्राप्त होती है। - काजू, किशमिश, पिस्ता, बादाम, खजूर व अखरोट आदि सूखे मेवों का जाड़े में अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार इस्तेमाल करना चाहिए। महीने में 4-5 बार खाना भी हितकर है। छोटे बच्चों को बादाम का बारीक चूर्ण शहद के साथ दिया जा सकता है। इससे उनका सर्दी में होनेवाले रोगों से बचाच होगा।
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बेंगलुरुः कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई ने अपने पूर्ववर्ती बी. एस. येदियुरप्पा से शनिवार को मुलाकात की। उन्होंने येदियुरप्पा के साथ कैबिनेट विस्तार तथा विभागों के आवंटन पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मंत्रियों एवं विधायकों के एक वर्ग में असंतोष के बीच उनसे चर्चा की। मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों ने बताया कि येदियुरप्पा के आवास पर हुई करीब आधे घंटे की बैठक में दोनों नेताओं ने बढ़ते असंतोष के अलावा मौजूदा राजनीतिक हालात पर भी चर्चा की। पर्यटन मंत्री आनंद सिंह और नगरपालिका प्रशासन एवं लघु उद्योग मंत्री एन नागराज (एमटीबी) ने उन्हें मिले प्रभार पर खुलकर निराशा जाहिर की है और 'महत्त्वपूर्ण' विभाग मांगे हैं। खबरें हैं कि बीजेपी विधायक एस. ए. रामदास और विधान पार्षद सी. पी. योगेश्वरा कैबिनेट में जगह नहीं दिए जाने को लेकर नाखुश हैं। नाराज आनंद सिंह ने इस सप्ताह की शुरुआत में बल्लारी जिले के होसपेट में अपना कार्यालय बंद कर दिया था और बोम्मई से मिलने से पहले येदियुरप्पा से मुलाकात की थी। बाद में, मुख्यमंत्री ने राजस्व मंत्री आर. अशोक के साथ मिलकर सिंह को मनाने की कोशिश की थी। बैठक के बाद, बोम्मई ने कहा कि उनके और सिंह के बीच कोई मतभेद नहीं हैं और दोनों 'एकजुट' हैं। हालांकि, उन्होंने माना कि सिंह 'बेहतर' विभाग चाहते हैं। नागराज ने भी लोक निर्माण विभाग और परिवहन जैसे विभागों के प्रभार की इच्छा जताई है। इस बीच, मैसूरु जिले में कृष्णाराजा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक एवं पूर्व मंत्री रामदास और एमएलसी योगेश्वरा ने शनिवार को बोम्मई से मुलाकात की। रामदास ने बताया कि उन्होंने बंद लिफाफे में मुख्यमंत्री को एक पत्र सौंपा है। रामदास ने कहा, 'आज मैंने, सीलबंद लिफाफे में एक पत्र सौंपा है। मैंने मुख्यमंत्री से कहा कि वह फ्री होकर इसे पढ़ें। मैंने राज्य और सरकार के हित में उन्हें कुछ चीजें समझाई हैं। ' उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने पत्र में बताया है कि सोमवार को मैसूरु में दौरे के वक्त उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात क्यों नहीं की। हालांकि, येदियुरप्पा सरकार में मंत्री रहे योगेश्वरा ने बोम्मई के आवास के बाहर मीडिया से कहा, 'इससे पहले भी मैंने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और अब फिर कर रहा हूं। उनसे मिलने के पीछे कोई कारण नहीं हैं। मेरी कोई नाराजगी नहीं है। मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं और उसी अनुसार काम करता हूं। ' बोम्मई ने येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के 2 दिन बाद 28 जुलाई को पदभार ग्रहण किया था।
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इस दुनिया में मौजूद हर एक व्यक्ति का सोने का अपना एक अलग तरीका होता है। कुछ लोग तो ऐसे भी होते हैं जिन्हें की एक खास तरीके से सोने के बाद ही अच्छी नींद आया करती है। परंतु ऐसा कहा जाता है कि लोगों के सोने के तरीकों को अगर आप ध्यान से देखते हैं तो ऐसे में आपको उनके व्यक्तित्व और उनके स्वभाव से जुड़ी बातें मालूम पड़ सकती है। इसलिए आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से लड़कियों के सोने के तरीके से उनके स्वभाव के बारे में बताएंगे। बहुत ही कम ऐसी लड़कियां होती है जिन्हें सीधा होकर सोने की आदत हुआ करती है। ऐसा कहा जाता है कि जो लड़कियां सीधा होकर सोती है वह अपने जीवन में काफी ज्यादा सपने देखती हैं। आपको बता दें कि यह लड़कियां सिर्फ सपने देखती नहीं बल्कि उन्हें पूरा भी किया करती है। इन लड़कियों को ऐसे लड़के पसंद आते हैं जिनका की काफी ज्यादा रुतवा होता है और वह अपने स्वाभिमान को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते है। जिन लड़कियों को उल्टा होकर सोना पसंद होता है उनके बारे में ऐसा कहा जाता है कि यह लड़कियां काफी ज्यादा लालची स्वभाव की हुआ करती हैं। लालची स्वभाव के होने की वजह से अक्सर यह लड़कियां अपने पार्टनर से हमेशा कुछ न कुछ मांगती रहती है। इन्हें अपने जीवन में उस तरह के लड़के पसंद होते हैं जो कि हमेशा इन्हें सरप्राइज़ देते रहें। ऐसा कहा जाता है कि अगर आप बाई तरफ होकर सोते हैं तो यह आपके लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है। बाई तरफ होकर सोने वाली लड़कियों की बात करें तो इनके बारे में कहा जाता है कि यह लड़कियां बात करने में काफी ज्यादा तेज होती है। इन्हें वही लड़के पसंद आते हैं जो कि नेतृत्व करने में आगे होते हैं। जिन लड़कियों की आदत इस तरह सोने की होती है उनके बारे में कहा जाता है कि इन लड़कियों के लिए लड़कों का लड़कों का लुक काफी ज्यादा मायने रखता है। लुक के अनुसार ही यह लड़कियां लड़कों को पसंद किया करती हैं। अच्छे लुक वाले लड़के इन्हें हमेशा अपने प्यार में फंसा लिया करते हैं। जिन लड़कियों की आदत पैर फैला कर सोने की होती है उनके बारे में कहा जाता है कि यह लड़कियां काफी ज्यादा लापरवाह हुआ करती है। लापरवाह होने की वजह से इन्हें अपने जीवन में किसी भी चीज को लेकर किसी तरह की टेंशन नहीं होती। टेंशन ना होने की वजह से अक्सर इनके काम बिगड़ जाए करते हैं। इन्हें अपने जीवन में उसी तरह के लड़के पसंद आते हैं जो कि इन्हें कभी भी रोक-टोक ना करें जिससे कि इन्हें किसी भी काम को करने में आजादी मिल सके। जिन लड़कियों की सोने की आदत इस तरह की होती है उनके बारे में कहा जाता है कि वह लड़कियां काफी ज्यादा चंचल स्वभाव की होती है। इन्हें सपने देखना पसंद होता है इसके साथ ही साथ वह सपनों में जीना पसंद किया करती हैं। इन्हें अपने जीवन में वहीँ लड़के पसंद आते हैं जो कि इनकी काफी ज्यादा प्यार करते हैं। इसके साथ ही साथ इन्हें अपना समय भी दिया करते हैं। इन लड़कियों के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यह लड़कियां घरेलू किस्म की हुआ करती हैं। घरेलू किस्म की होने की वजह से इन्हें बाहर की दुनिया से कोई लेना देना नहीं होता। इन्हें वही लड़के पसंद आते हैं जो कि काफी ज्यादा स्मार्ट होते हैं।
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WWE Raw Results- ये है आज रात के मंडे नाइट रॉ की अच्छी और बुरी बातें, जानिए कैसा रहा आज रात का शोः डब्ल्यूडब्ल्यूई रॉ (WWE RAW) के आज के एपिसोड में काफी जबरदस्त मैच और सेगमेंट देखने को मिले। जिसकी वजह से आज का शो का काफी जबरदस्त रहा। लेकिन अगर मंडे नाइट रॉ के आज के पूरे शो की बात करें तो आज के शो में कुछ कमियां भी देखने को मिली। इन्हीं अच्छी और बुरी (Best And Worst) चीजों को हम आपके लिए यहां लेकर आए हैं तो बिना किसी देरी चलिए डालते हैं मंडे नाइट रॉ (Monday Night RAW) की अच्छी और बुरी चीजों पर एक नजर। अगर मंडे नाइट रॉ की अच्छी चीजों की बात करें तो आज रात की अच्छी चीजों में से एक बॉबी लैश्ले और एमवीपी की वापसी थी। जिस समय टीम रॉ की घोषणा की गई थी। उस समय बॉबी लैश्ले को टीम रॉ में न चुना जाना बहुत ही आश्चर्य की बात थी। लेकिन आज रात न केवल हमने ऑल-माइटी की वापसी को देखा बल्कि उन्हें टीम रॉ में अपनी जगह बनाते हुए देखा। जिसके लिए आज रात उन्होंने डोमिनिक मिस्टीरियो का सामना किया और आसानी से उन्हें हारा दिया। आज रात केविन ओवंस का पुराना रूप उस समय फिर से देखने को मिला। जब उन्होंने सैथ रॉलिंस के साथ अपने मैच के बाद बिग ई पर हमला किया। प्राइज फाइटर आज रात फिर से हील बन गए। क्योंकि सैथ से मैच हारने के बाद वह काफी गुस्से में नजर आ रहे थे। मेन इवेंट में हुए इस मैच के दौरान जब सैथ और केविन रिंग के बाहर थे तो केविन बिग ई से टकरा गए और सही समय पर रिंग में नहीं पहुंच पाए। जिसकी वजह से रेफरी ने काउंट आउट से सैथ को विजेता घोषित कर दिया। जिसके बाद केविन ने अपना सारा गुस्सा बिग ई पर निकाल दिया और उन पर बुरी तरह से हमला कर दिया। आज रात का मंडे नाइट रॉ काफी शानदार था। लेकिन आज रात के शो काफी लंबा खींचा गया। 3 घंटे आने वाला यह आज साढ़े तीन घंटे का रहा। जिसकी वजह से एक समय पर यह शो मनोरंजक होने की जगह बोर लगने लगा। आज रात के शो में सैथ रॉलिंस के सेगमेंट के साथ मेन इवेंट को भी काफी लंबा खींचा गया। जिसकी वजह से दर्शकों की एक समय पर इस मैच से दिलचस्पी भी खत्म हो गई थी। वहीं जिस तरह से इस मेन इवेंट मैच को खत्म किया गया। वह भी काफी निराशाजनक रहा। यह मुकाबला एक ऐसा मुकाबला था। जिसके बारे में कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। क्योंकि इस मुकाबले में गेबल पूरी तरह से बिग ई पर हावी रहे थे। जिसकी वजह से बिग ई इस मैच में काफी कमजोर लग रहे थे। लेकिन अंत में बिग ई ने सिर्फ अपना फिनिशिंग मूव लगाकर ही गेबल पर जीत हासिल कर ली। जिससे काफी निराशा हुई। क्योंकि बिग ई ने इस पूरे मैच में उस तरह से कभी भी वापसी नहीं की थी। जो एक चैंपियन को करनी चाहिए थी। वहीं आज रात बिग ई के शो में बिग ई को काफी कमजोर दिखाया गया। चाहें वह उनके मैच की बात हो या फिर मेन इवेंट के बाद केविन ओवंस के हमले की। जहां दोनों ही जगह बिग ई ने बिल्कुल भी मुकाबला नहीं किया।
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ऑस्कर जीतने के बाद दूनियाभर में छा गया 'नाटू नाटू' ( Image Source : Instagram ) Naatu Naatu: 95वें एकडेमी अवॉर्ड्स सेरेमनी में इंडियन सिनेमा ने इतिहास रच दिया है. आरआरआर फिल्म के 'नाटू-नाटू' ने बेस्ट ऑरिजनल सॉन्ग कैटेगरी में ऑस्कर अवॉर्ड अपने नाम कर लिया है. इस जीत से भारत का नाम एक बार फिर पूरी दूनिया में गूंज रहा है. अब इस गाने से जुड़ी एक लेटेस्ट रिपोर्ट सामने आई है. बताया जा रहा है कि ऑस्कर अवॉर्ड जीतने के बाद गूगल पर 'नाटू नाटू' की सर्चिंग 1,105 फीसदी बढ़ गई है. जापानी ऑनलाइन कैसीनो गाइड 6Takarakuji के अनुसार, तेलुगू फिल्म आरआरआर के 'नाटू-नाटू' के ऑस्कर पुरस्कार जीतने के कुछ ही घंटों बाद गाने को ऑनलाइन औसत से 10 गुना ज्यादा सर्च किया गया है. 6Takarakuji के स्पोकपर्स ने बताया कि पिछले साल मार्च में रिलीज होने के बाद टिक-टॉक पर 52. 6 मिलियन व्यूज के साथ सॉन्ग नाटू-नाटू पॉपुलर सेंसेशन बन गया है. इस साल ऑस्कर सेरेमनी के दौरान इतिहास रचा गया, क्योंकि 'नाटू-नाटू' बेस्ट सॉन्ग कैटेगरी में जीतने वाला किसी भारतीय फिल्म का पहला गाना है. प्रवक्ता ने आगे कहा कि ऑस्कर समारोह के दौरान सिंगर राहुल सिप्लिगुंज और काल भैरव ने गाने पर लाइव परफॉर्मेंस दिया और लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाईं. बताते चलें कि एसएस राजामौली के निर्देशन में बनी फिल्म आरआरआर पिछले साल 2022 में रिलीज हुई थी, जिसने बॉक्स ऑफिस पर इतिहास रच दिया था. इसने ना सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी खूब वाहवाही लूटी और जमकर कमाई की. रिपोर्ट के मुताबिक, 'आरआरआर' की सफलता के बाद राजामौली ने इसके सीक्वल पर काम शुरू कर दिया है.
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जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ ने अहमदाबाद में गुजरात हाई कोर्ट के ऑडिटोरियम में 15वें पी. डी. मेमोरियल में लेक्चर देते हुए 'असहमति' को लोकतंत्र का 'सेफ्टी वॉल्व' करार दिया। नई दिल्ली। जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ ने अहमदाबाद में गुजरात हाई कोर्ट के ऑडिटोरियम में 15वें पी. डी. मेमोरियल में लेक्चर देते हुए 'असहमति' को लोकतंत्र का 'सेफ्टी वॉल्व' करार दिया। शनिवार को उन्होंने कहा कि असहमति को एक सिरे से राष्ट्र-विरोधी और लोकतंत्र-विरोधी बता देना लोकतंत्र पर हमला है। जस्टिस चंद्रचूड़ ने यहां एक व्याख्यान देते हुए यह भी कहा कि असहमति पर अंकुश लगाने के लिए सरकारी तंत्र का इस्तेमाल डर की भावना पैदा करता है जो कानून का शासन का उल्लंघन करता है। उन्होंने कहा, 'असहमति को एक सिरे से राष्ट्र-विरोधी और लोकतंत्र-विरोधी करार देना संवैधानिक मूल्यों के संरक्षण एवं विचार-विमर्श करने वाले लोकतंत्र को बढ़ावा देने के प्रति देश की प्रतिबद्धता की मूल भावना पर चोट करती है। 'जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि असहमति का संरक्षण करना यह याद दिलाता है कि लोकतांत्रिक रूप से एक निर्वाचित सरकार हमें विकास एवं सामाजिक समन्वय के लिए एक न्यायोचित औजार प्रदान करती है, वे उन मूल्यों एवं पहचानों पर कभी एकाधिकार का दावा नहीं कर सकती जो हमारी बहुलवादी समाज को परिभाषित करती हैं। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की यह टिप्पणी ऐसे वक्त आई है जब संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) ने देश के कई हिस्सों में व्यापक स्तर पर प्रदर्शनों को तूल दिया है। उन्होंने कहा कि सवाल करने की गुंजाइश को खत्म करना और असहमति को दबाना सभी तरह की प्रगति-राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और सामाजिकता की बुनियाद को नष्ट करता है। इस मायने में असहमति लोकतंत्र का एक 'सेफ्टी वॉल्व'है। सुप्रीम कोर्ट के जज ने यह भी कहा कि असहमति को खामोश करने और लोगों के मन में डर पैदा होना व्यक्तिगत स्वतंत्रता के हनन और संवैधानिक मूल्य के प्रति प्रतिबद्धता से आगे तक जाता है। बता दें कि जस्टिस चंद्रचूड़ उस बेंच का हिस्सा थे, जिसने यूपी में सीएए के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से क्षतिपूर्ति वसूल करने के जिला प्रशासन द्वारा कथित प्रदर्शनकारियों को भेजी गई नोटिसों पर जनवरी में प्रदेश सरकार से जवाब मांगा था।
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एशियाई खेल 2023 में भारत ने अपना दूसरा स्वर्ण पदक हासिल किया है। भारत ने महिला क्रिकेट फाइनल में श्रीलंका को 19 रनों से हराकर स्वर्ण पदक जीता। टीम इंडिया के लिए स्मृति मंधाना और जेमिमा रोड्रिग्स ने शानदार प्रदर्शन किया है. गेंदबाजी में टीटास साधु और राजेश्वरी गायकवाड़ ने कमाल दिखाया है. टीम इंडिया की इस रोमांचक जीत के पीछे कुछ अहम कारण जिम्मेदार हैं. इसकी एक वजह भारतीय गेंदबाजों का अच्छा प्रदर्शन भी है. इस जीत के लिए राजेश्वरी गायकवाड़ और टीटास साधु के विकेट अहम माने जा रहे हैं. टीम इंडिया ने 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 116 रन बनाए. जवाब में भारतीय गेंदबाज ने श्रीलंका को 97 रन पर रोक दिया. श्रीलंका ने 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 97 रन बनाए. श्रीलंका के लिए हासिनी परेरा और डी सिल्वा ने अच्छी साझेदारी की. डी सिल्वा ने 23 रन और परेरा ने 25 रन बनाये. परेरा ने राजेश्वरी गायकवाड़ को पवेलियन का रास्ता दिखाया. जो मैच का अहम टर्निंग पॉइंट था. श्रीलंका के लिए रणसिंदे ने 19 रनों की पारी खेली. उन्हें दीप्ति शर्मा ने आउट किया. ये विकेट भी अहम था. भारत की जीत में ओपनर स्मृति मंधाना और जेमिमा रोड्रिग्स की पारी भी अहम रही. इन दोनों के अलावा कोई भी बल्लेबाज ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सका. इन दोनों बल्लेबाजों की बदौलत भारत ने 116 रन बनाए. मंधाना ने अपनी पारी में 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से 46 रन बनाए, जबकि जेमिमा रोड्रिग्स ने 40 गेंदों पर 42 रन बनाए। इसके अलावा शेफाली और रुचा घोष ने 9-9 रन और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 2 रन बनाए. गौरतलब है कि एशियन गेम्स में महिला क्रिकेट में भारत ने सीधे क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। भारतीय टीम का पहला मुकाबला मलेशिया से था. जो बारिश के कारण पूरा नहीं हो सका। जिसके बाद सेमीफाइनल में भारत ने बांग्लादेश को 8 विकेट से हरा दिया. फाइनल मुकाबले में उन्होंने श्रीलंका को हराकर गोल्ड मेडल जीता.
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ICC T20 WC Semi-Final: आईसीसी महिला टी-20 वर्ल्ड कप (ICC Women T20 World CUP) दक्षिण अफ्रीका में खेला जा रहा है. टीम इंडिया (Team India) ने इस टी-20 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन कर सेमीफाइनल में जगह बना ली है. टीम इंडिया 23 फरवरी यानि गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के साथ सेमीफाइनल में भिड़ेगी. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यह मुकाबला केपटाउन के न्यूलैंड्स क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाएगा. दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला भारतीय समयानुसार शाम 6:30 बजे खेला जाएगा. आइए जानतें कप्तान हरमनप्रीत कौर और टीम मैनेजमेंट किस प्लेइंग इलेवन के साथ मैदान पर उतरेगी. आयलैंड के खिलाफ तूफानी पारी खेलने वाल भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना बड़े मुकाबले से पहले फॉर्म में वापस आ चुकी है. स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा टीम इंडिया की पारी की शुरुआत करती नजर आएंगी. स्मृति मंधाना ने आयलैंड के खिलाफ 56 गेंदों पर 87 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी. वहीं जेमिमा रॉड्रिक्स तीसरे नबंर पर बल्लेबाजी करेंगी. जेमिमा रॉड्रिक्स ने भी पाकिस्तान के खिलाफ मैच जिताऊ पारी खेली थी. टीम इंडिया के फैंस चाहेंगे वह एक बार फिर एक महत्वपूर्ण मैच में मैच जिताऊ पारी खेले. अगर मध्यक्रम की बात करें तो कप्तान हरमनप्रीत कौर, ऋचा घोष और दीप्ती शर्मा मध्यम क्रम में अच्छी बल्लेबाजी कर टीम इंडिया को मजबूती प्रदान करने का प्रयास करेंगी. इस विश्व कप में ऋषा घोष के बल्ले से जमकर रन बसरा है. वह अपनी आक्रामक बल्लेबाजी की बदौलत किसी भी विपक्षी टीम पर दबाव बना सकती है. वहीं कप्तान हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kaur ) मध्यक्रम में किसी भी नबंर पर आकर टीम के लिए तेजी से रन बना सकती है. वहीं अगर गेंदबाजी आक्रामण की बात करें तो रेणुका ठाकुर,हरलीन देओल गेंदबाजी की शुरुआत करती नजर आ सकती हैं. वहीं फिरकी गेंदबाजी कमान राजेश्वरी गायकवाड़, पुजा वस्रकर और देविका वैद्य के हाथों में होगी. रेणुका ठाकुर शुरुआती ओवर में अच्छी गेंदबाजी करने से साथ डेथ ओवर्स में अच्छी गेंदबाजी कर टीम को अहम विकेट दिलातीं है. कप्तान हरमनप्रीत कौर 6 बल्लेबाज और पांच गेंदबाजों के साथ सेमीफाइनल में उतर सकती हैं. इस टीम में मैच विनर शिखा पांडे को मौका मिलता नहीं दिख रहा है. भारतीय टीम की संभावित प्लेइंग इलेवनः स्मृति मंधाना, हरमनप्रीत कौर (कप्तान), ऋचा घोष (विकेटकीपर), शेफाली वर्मा, जेमिमा रॉड्रिक्स, पुजा वस्रकर, दीप्ती शर्मा, राजेश्वरी गायकवाड़, देविका वैद्य, रेणुका ठाकुर, हरलीन देओल.
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को ही मिथ्यादृष्टि कहते सुनते आए हैं । परन्तु दोनों नयोंका अवलम्वन करनेवाले भी मिथ्या दृष्टि हो सकते हैं । यह आपकी ( स्व० श्री टोडरमलजीकी ) नई और विशेष चर्चा । ऐसे मिथ्यादृष्टियोंके सूक्ष्मभावोंका विश्लेषण करते हुए आपने कई अपूर्व वातें लिखी हैं उदाहरण के लिए आपने इस वातका खण्डन किया है कि मोक्षमार्ग निश्चय - व्यवहाररूप दो प्रकारका है । वे लिखते हैं कि यह मान्यता निश्चय - व्यवहारालम्बो मिथ्यादृष्टियोंकी है, वास्तवमें पाठक देखेंगे कि जो लोग निश्चय सम्यग्दर्शन, व्यवहार सम्यग्दर्शन, निश्चय रत्नत्रय, व्यवहार रत्नत्रय, निश्चयमोक्षमार्ग, व्यवहारमोक्षमार्ग इत्यादि भेदोंकी रात-दिन चर्चा करते रहते हैं उनके मंतव्यते पण्डितजीका मंतव्य कितना भिन्न है ? । इसीप्रकार आगे चलकर उन्होंने लिखा है कि "निश्चय - व्यवहार दोनोंका उपादेय मानना भी भ्रम है, क्योंकि दोनों नयका स्वरूप परस्पर विरुद्ध हैं, इसलिये दोनों नयका उपादेयपना नहीं बन सकता । अभी तक तो यही धारणा थी कि न केवल निश्चय उपादेय है और न केवल व्यवहार किन्तु दोनों ही उपादेय हैं, किन्तु पंडितजीने इसे मिथ्यादृष्टियों की प्रवृत्ति बतलाई है ।" आगे पृष्ठ ३० में उद्धरण दिया है कि 'जो ऐसा मानता है कि निश्चयका श्रद्धान करना चाहिये और प्रवृत्ति व्यवहारको करना चाहिये उन्हें भी मिथ्यादृष्टि ही वतलाते हैं । २५ - इस शास्त्रको इस टीकाके आधारभृत शास्त्र इस टीकाका संग्रह- मुख्यतया श्री सर्वार्थसिद्धि, श्री तत्त्वार्य राजवार्तिक, श्री श्लोकवार्तिक, श्री अर्थप्रकाशिका, श्री समयसार, श्री प्रवचनसार, श्री पंचास्तिकाय, श्री नियमसार श्री ववला - जयधवला - महावन्ध तथा श्री मोक्षमार्ग प्रकाशक इत्यादि अनेक सत् शाखोंके आधार पर किया गया है, जिसकी सूची भी इस ग्रन्थमें शुरूमें दी गई है । २६ - अध्यात्मयोगी सत्पुरुष श्री कानजीस्वामीकी कृपाका फल मोक्षमार्गका सत्य पुरुषार्थ दर्शानेवाले, परमसत्य जैनधर्म के मर्मके पारगानी और अद्वितीय उपदेशक, आत्मज्ञ, सत्पुरुष श्री कानजोस्वामीसे मैंने इस ग्रन्यको पाण्डुलिपि पढ़ लेने की प्रार्थना की और उन्होंने उसे स्वीकारनेकी कृपा को । फलस्वरूप उनकी सूचनानुसार सुधार करके मुद्रण के लिये भेजा गया। इसप्रकार यह ग्रन्थ उनकी कृपाका फल है - ऐसा बहने की आज्ञा लेता हूं । इस कृपाके लिये उनका जितना उपकार व्यक्त करें उतना कम ही है । मुमुक्षुओंको इस ग्रन्थका सूक्ष्म दृष्टिरो और मध्यस्वरूपसे अध्ययन करना चाहिए । सत् शास्त्रका धर्मबुद्धि द्वारा अभ्यास करना सम्यग्दर्शनका कारण है। तदुपरात शास्त्रापासमें निम्न बातें मुख्यतया ध्यान में रखना चाहिए - ( १ ) सम्यग्दर्शनसे ही धर्मका प्रारम्भ होता है । (२) निश्चय सम्यग्दर्शन प्रगट किये बिना किसी भी जीवको सन्चेवा. सामागिर, प्रतिक्रमण, तप, प्रत्याख्यानादि क्रियाएं नहीं होती क्योंकि वे किए गुणवान में शुभभावरूपसे होती हैं । (३) शुभभाव ज्ञानी और अज्ञानी दोनोंको होता है, किन्तु अज्ञानी जीव ऐसा मानवा है कि उससे धर्म होगा, अथवा वह शुभभावरूप व्यवहार करते-करते भविष्य में धर्म होगा; किन्तु ज्ञानियोंको वह हेयबुद्धि होनेसे, उससे ( शुभभावसे धर्म होगा ) ऐसा वे कभी नहीं मानते । (४) पूर्ण वीतरागदशा प्रगट न हो वहाँ तक पद अनुसार शुभभाव आये बिना नहीं रहते, किन्तु उस भावको धर्म नहीं मानना चाहिए और न ऐसा मानना चाहिये कि उससे क्रमशः धर्म होगा; क्योंकि वह विकार होनेसे अनन्त वीतराग देवोंने उसे बन्धनका ही कारण कहा है । ( ५ ) प्रत्येक वस्तु द्रव्य गुण - पर्यायसे स्वतन्त्र है; एक वस्तु दूसरी वस्तुका कुछ कर नहीं सकती; परिणमित नहीं कर सकती, प्रेरणा नहीं दे सकती, प्रभाव - असर-मदद या उपकार नहीं कर सकती ; लाभ-हानि नहीं कर सकती, मार - जिला नहीं सकती, सुखदुःख नहीं दे सकती-ऐसी प्रत्येक द्रव्य गुण - पर्यायकी स्वतन्त्रता अनन्त ज्ञानियोंने पुकारपुकार कर कही है । (६) जिनमतमें तो ऐसी परिपाटी है कि पहले निश्चय सम्यक्त्व होता है और फिर व्रत; और निश्चय सम्यक्त्व तो विपरीत अभिप्राय रहित जीवादि तत्त्वार्थश्रद्धान है, इस लिये ऐसा यथार्थ श्रद्धान करके सम्यग्दृष्टि होना चाहिये । (७) प्रथम गुणस्थानमें जिज्ञासु जीवोंको ज्ञानी पुरुषोंके धर्मोपदेशका श्रवण, उनका निरन्तर समागम, सशास्त्रका अभ्वास, पठन-मनन, देवदर्शन, पूजा, भक्ति, दानादि शुभभाव होते हैं, किन्तु पहले गुणस्थान में सच्चे व्रत-तपादि नहीं होते ।
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स्टार प्लस पर प्रसारित होने वाले टीवी शो 'ये रिश्ता क्या कहलाता है' में लगातार नए-नए मोड़ आपके दिलों की धड़कनों को रोक दे रहे हैं। बीते एपिसोड में आपने देखा कि नायरा (शिवांगी जोशी) से मिलने अस्पताल में कार्तिक (मोहसीन खान) दूल्हे के लिबास में आता है और अपनी आशी से शादी की बात कबूल करता है लेकिन आगे चलकर पता लगता है कि कार्तिक ने दरअसल आशी से शादी नहीं की है बल्कि वो नायरा से ही प्यार करता है और इसके साथ ही वो ये खुलासा करता है कि उसकी मां सुवर्णा (पारुल चौहान) ने ही उसे सारी बात बता दी थी और वो इसके बाद नायरा और कार्तिक एक दूसरे के और करीब आ जाते हैं। इसके साथ ही आपने देखा कि कार्तिक और नायरा के करीब आने के साथ ही सिंघानिया और गोयंका परिवार भी अपने गिले-शिकवे भूलाकर करीब आ गए हैं। अब आने वाले एपिसोड में आप देखेंगे की दोनों ही परिवार का अब एक ही लक्ष्य ही नायरा की बीमारी को ठीक करना। हमने आपको अपनी पिछली रिपोर्ट में बताया था नायरा से मिलने सुवर्णा अस्पताल में मिलने आएगी और वो नायरा से अपनी गलतियों की मांफी मांगेगी। इसके साथ ही वो नायरा की गोद में सिर रखकर रोएगी और अपने को भला बुरा कहेगी। वहीं, नायरा सुवर्णा के इस बर्ताव को देख पिघल जाएगी और उसे मांफ करने के साथ ही दोनों एक दूसरे के करीब आ जाएंगे। लेकिन अब एक एंटरटेनमेंट पोर्ट्ल की मानें तो इन दोनों के बीच कुछ ऐसा होगा कि इसके बाद सुवर्णा कार्तिक को थप्पड़ मारने वाली है। हालांकि ऐसा वो क्यों करेगी और इसके पीछे की क्या वजह होगी। ये बात अभी साफ नहीं हो पाई है। लेकिन ये जरुर है कि ये जानकर हमारी दिलचस्पी भी इस शो में आने वाले नए ट्रेक को लेकर बढ़ गई है। आपकी इस बारे में क्या राय है हमें कमेंट कर जरुर बताइएगा। बॉलीवुड, हॉलीवुड, साउथ, भोजपुरी और टीवी जगत की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें...बॉलीवुड लाइफ हिन्दी के फेसबुक पेज, ट्विटर पेज, ताजा गॉसिप के लिए हमें Facebook Messenger पर फॉलो करें।
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ठियोग - सोशल मिडिया और आम आदमी की नजरों में ईमानदारी की मिसाल बनने वाले डीएसपी ठियोग मनोज जोशी से आखिरकार कहां चूक हो गई कि सूरज की हत्या मामले में उन्हें भी बलि का बकरा बनना पड़़ा। दरअसल बिटिया केस को लेकर सबसे पहले डीएसपी ठियोग मनोज जोशी ही कोटखाई से अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थे। इन्होंने ही यहां से साक्ष्य को इक्कठा किए। चर्चा ये थी कि जिस समय ठियोग के डीएसपी मनोज जोशी की देखरेख में बिटिया केस की छानबीन चल रही थी तो उसम वक्त सब ठीकठाक चल रहा था लेकिन जैसे ही प्रदेश सरकार ने एसआईटी का गठन किया उसके बाद पुलिस के बड़े अधिकारियों की देखरेख में जांच का जिम्मा आ गया और डीएसपी मनोज जोशी को पीछे हटना पड़ा। इस बात की चर्चा सोशल मिडिया व बाकि गु्रप में पिछले दिनों काफी चलती रही। काफी अधिक लोगों के पाजिटिव कमेंट भी उस पर आए। यानि डीएसपी ठियोग की कारवाई से लोग इस बात से संतुष्ठ नजर आ रहे थे कि उन्होंने सही दिशा में केस को ले जाने का प्रयास जरूर किया था लेकिन वो उसमें सफल नहीं हो पाए। फिर ये आखिरकार चूक कहां हुई ये सबसे बड़ा सवाल उठता है कि जिस तरह की बातें लोग कर रहे थे क्या वो सही दिशा में थी। यानि लोगों का कहना था डीएसपी की छानबीन को एसआईटी ने दूसरी दिशा में ले जाते हुए असली गुनाहगारों को बचाने का प्रयास किया जबकि बेगुनाहों को जेल में डाल दिया गया। हालांकि पुलिस अधिकारियों की गिरफतारी सूरज की लाकअप में हुई मौते को लेकर हुई है जिसमें पुलिस अधिकारियों पर सूरज को थर्ड ड्रिगी देने व सबूत नष्ट करने का आरोप है। डीएसपी ठियोग मनोज जोशी को ठियोग में पदभार संभाले कुछ ही समय हुआ था इससे पहले वो नूरपुर में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। ठियोग में उनकी छवि एक साफ पाक अधिकारी के तौर पर थी लेकिन बिटिया केस ने इस छवि पर गहरा दाग लगा दिया। ठियोग में बिटिया केस को लेकर जितने भी आंदोलन लड़े गए उसमें भी डीएसपी ठियोग का रोल पाजिटिव ही रहा। उनकी गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र में चर्चा अब यही चल रही है कि शरीफ व ईमानदार अधिकारी को भी राजनितिक रसूख व सरकार के दबाव में आकर बलि का बकरा बनना पड़ा। बुधवार को ठियोग थाने में भी कुछ पुलिस अपने बास की गिरफतारी के बाद मायूस दिखे और कहने लगे शायद जल्द बाहर आ जाएंगे। विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !
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घट पटादि पदार्थों के परस्पर सापेक्ष होने में कोई प्रमाण नहीं पायाजाता प्रत्युत उक्त रीति से उनका भावरूप होना ही प्रमाण सिद्ध है । सं० - अब " सङ्ख्यैकान्तवाद " का खण्डन करते हैंःसङ्ख्यैकान्ताप्रसिद्धिः कारणानुपपत्त्युपपत्तिभ्याम् । ४१ । पद० - सङ्ख्चैकान्तामसिद्धिः । कारणानुपपत्त्युपपत्तिभ्याम् । पदा० - ( कारणानुपपत्त्युपपत्तिभ्याम् ) कारण प्रमाण की अनुपपत्ति तथा उपपत्ति पाये जाने से (सङ्ख्त्यैकान्ता प्रसिद्धिः) सङ्ख्यैकान्तवाद की सिद्धि नहीं होसक्ती ।. भाग्य - कोई संख्या नियत कर मानने का नाम "संख्यै क़ान्तवाद " सिद्धि का नाम " उपपत्ति " और असिद्धि को अनुपपत्ति " कहते हैं, प्रमाण की उपपत्ति तथा अनुपपत्ति से " संख्यैकांन्तवाद " की सिद्धि नहीं होती, क्योंकि उक्त वाद में पक्षासिद्धि आदि अनेक दोष पाये जाते हैं अर्थात् जो कई एक-बादी " घटः सन् "=घट है, " पटः सन् "=पट है, इस प्रकार पदार्थों में अस्तित्व प्रतीति मानकर पदार्थमात्र को सद्रूप से एक मानते हैं अथवा नित्यानित्य भेद मानकर पदार्थों में केवल द्वित्र संख्या कथन करते हैं वह इसलिये ठीक नहीं कि उक्त अर्थ में कोई प्रमाण नहीं पाया जाता, यदि " संख्यैकान्तवाद " की सिद्धि के लिये प्रमाण मानाजाय तो भी वादी की इष्टसिद्धि नहीं होती क्योंकि प्रमाण मानने से प्रतिज्ञात संख्या से अधिक संख्यासिद्ध होने के कारण किसी एक संख्या का नियम नहीं रहता । हत्तिकार "विश्वनाथ " का कथन है कि यह प्रकरण अद्वैत वाद के खण्डनार्थ आया है अर्थात जो अद्वैतवादी ब्रह्म को ही एक पदार्थ मानते हैं वह प्रमाणशून्य होने से आदरणीय नहीं, यदि अद्वैतवादी ब्रह्मवाद - अद्वैतब्रह्म के साधनार्थ प्रमाण मानें तो प्रमाण ब्रह्मरूप प्रमेय से भिन्न होने के कारण एक पदार्थ - अद्वैतवाद सिद्ध नहीं होसक्ता, इसलिये प्रमाण प्रमेयरूप व्यवहार पाये जाने के कारण पदार्थ नाना हैं एक नहीं । सं० - अत्र वादी उक्त अर्थ में आक्षेप करता हैःन कारणावयवभावात् । ४२ । पद० - न । कारणावयवभावात् । पदा० - (कारणावयवभावात ) साधन साध्य का अवयव होने से उक्त कथंन (न) ठीक नहीं । भाष्य - " सर्वमेकं सदविशेषात् "=सद्रूप होने से पदार्थ मात्र एक है, इत्यादि " संख्यैकान्तवाद " में प्रमाणभूत साधन= हेतु भी " सर्वमेकं " इत्यादि प्रतिज्ञा वाक्य का अवयव है, इस प्रकार साधन साध्य से अतिरिक्त न होने के कारण उक्त वाद में प्रमाणाभाव का दोष नहीं आता । सं०अब उक्त आक्षेप का समाधान करते हैंःनिरवयवत्वादहेतुः । ४३ । पद० - निरवयवत्वात् । अहेतुः । पदा० - ( निरवयवत्वात् ) पक्षरूप होने से ( अहेतुः ) उक्त हेतु ठीक नहीं । भाष्य - उक्त हेतु को प्रतिज्ञावाक्य का अवयव मानकर " संख्यैकान्तवाद " की सिद्धि कथन करना इसलिये ठीक नहीं कि प्रतिज्ञावाक्य का कोई एकदेश हेतु नहीं होता अर्थात् हेतु तथा प्रतिज्ञावाक्य भिन्न २ होने पर ही साध्य की सिद्धि होती है अन्यथा नहीं परन्तु संख्यैकान्तवाद में उक्त नियम न होने के कारण पदार्थों की एकही नियत संख्या मानना सर्वथा असङ्गत है, यहीं रीति " सर्वे त्रिधा "=सब तीन प्रकार के हैं किंवा "सर्वचतुर्धा "= पदार्थमात्र की चारसंख्या ही नियत है, इत्यादि संख्यकान्तवादों के खण्डनार्थ जाननी चाहिये, यहां केवल ग्रन्थगौरवभय से दिक्प्रदर्शन किया है । सं० - अब अवसरसङ्गति से " फल " रूप प्रमेय की परीक्षा का आरम्भ करते हुए प्रथम उसमें संशय कथन करते हैःसद्यः कालान्तरे च फलनिष्पत्तेः संशयः । ४४ । पद० - सद्यः । कालान्तरे । च । फलनिष्पत्तेः । संशयः । पदा० -( सद्यः ) शीघ्र (च) और (कालान्तरे ) कालान्तर में ( फलनिष्पत्तेः ) फलसिद्धि के पाये जाने से ( संशयः ) यह संशय होता है कि शुभाशुभ क्रिया का फल तात्कालिक है किंवा कालान्तरभावी है । भाष्य-पाकादि क्रिया का फल तात्कालिक तथा कृषि आदि क्रिया का फल कालान्तरभावी देखे जाने के कारण उपलब्धि की अव्यवस्था से यह संशय होता है कि जीवहिंसादि अशुभ कर्मों का और यज्ञादि शुभकर्मों का फल तत्काल ही होता है किंवा कालान्तर में होता है । सं० - अब उक्त अर्थ में सिद्धान्त कथन करते हैंःन सद्यः कालान्तरोपभोग्यत्वात् । ४५ । पद० - न । सद्यः । कालान्तरोपभोग्यत्वात् । पदा० - (कालान्तरोपभोग्यत्वात्) कालान्तर में भोग्य होने से यज्ञादि क्रियाओं का फल (सद्यः) तात्कालिक (न) नहीं होता । भाष्य -"तद्य इह कप्यचरणाः कप्य योनिमापद्येरन् अथ ह रमणीयचरणा रमणीयां योनिमिति " = निषिद्ध आचरण वाले पुरुष कूकर सुकरादि योनियों को और वेदविहित यज्ञादि कर्म करने वाले ऋषि, देवता तथा मनुष्यादि उत्तम योनियों को प्राप्त होते हैं, इत्यादि वाक्यों से पाया जाता है कि शुभाशुभ क्रियायों का फल तात्कालिक ही नहीं होता किन्तु तत्तत् क्रियाः द्वारा उत्पन्न हुए अदृष्ट से कालान्तर में फलप्राप्ति होती हैं । स्मरण रहे कि यद्यपि पुण्यपाप करने वाले पुरुषों को इस लोक में भी तात्कालिक ही यश अपयश आदि फलों की प्राप्ति देखी जाती है परन्तु वह गौण है मुख्य नहीं । सं० - अव उक्त अर्थ में पूर्वपक्ष करते हैंःकालान्तरेणानिष्पत्तिर्हेतुविनाशात् । ४६ । पद० - कालान्तरेण । अनिष्पत्तिः । हेतुविनाशात् । पदा० - ( हेतुविनाशात् ) हेतुभूत कर्म का नाश होजाने से ( कालान्तरेण ) कालान्तर में (अनिष्पत्तिः ) फल की सिद्धि नहीं होसक्ती । भाष्य-कार्य के अव्यवहित पूर्व क्षण में विद्यमान होने पर ही कारण द्वारा कार्य की उत्पत्ति होती है अन्यथा नहीं, इस नियम के अनुसार अनुष्ठान के अनन्तर यज्ञादि क्रियाओं के नष्ट होजाने से कालान्तर में फलप्राप्ति कथन करना सर्वथा असङ्गत है । सं० - अव उक्त पूर्वपक्ष का समाधान करते हैंःप्रानिष्पत्तेर्वृक्षफलवत्तत्स्यात् । ४७ । पद० - माकं । निष्पत्तेः । वृक्षफलवत् । तत् । स्यात् । पदा० ( वृक्षफलवत् ) वृक्ष के फल की भांति ( निष्पत्तेः ). स्वर्गादि फल भी (तव, स्यात् ) मिलते हैं । चतुर्थाध्याये- प्रथमाहिकं भाष्य - जिसप्रकार वृक्षमूल में जल सेचनादिक्रिया के उत्तर काल में तत्तत् क्रिया नष्ट होने पर भी पत्र पुष्पादि अवयवों के उपचयद्वारा कालान्तर में फल की उत्पत्ति देखी जाती है इसी प्रकार यागादि तत्तत् क्रियाओं के नष्ट होने पर भी क्रिया से उत्पन्न हुए अदृष्ट द्वारा स्वर्ग-सुख विशेषादि फलों की प्राप्ति में कोई बाधा नहीं, इस प्रकार नष्ट कारण द्वारा कार्योत्पत्ति तथा कारण के बिना ही कार्य की उत्पत्ति का दोप न होने से यज्ञादि क्रिया तथा स्वर्गादि फलों के परस्पर कार्यकारणभाव में कोई अनुपपत्ति नहीं । सं० - अब पूर्वपक्षी " कार्यकारणभाव " में दोष कथन करता हैःनासन्नसन्नसदसत्सदसतोवैधर्म्यात् । ४८ । पद० - न । असत् नि । सत् । न । सदसत् । सदसतोः । वैधर्म्यात् । पदा० - ( सदसतोः ) सव और असद का (वैधम्याद) वैधर्म्य पाये जाने के कारण उत्पत्ति से पूर्व कार्य्य (न, असत् ) असद नहीं (न, सत् ) सत् नहीं (न, सदसव) सदसव-भावाभावरूप भी नहीं होसक्ता । भाष्य-भाव का नाम "सत्" तथा अभाव का नाम "असत्" है, पूर्व जो यज्ञादि क्रिया और स्त्रर्गादि फल का परस्पर कार्थ्यकारणभाव कथन किया है वह इसलिये ठीक नहीं कि मथम तो कार्यकारणभाव ही नहीं बनसक्ता अर्थात् यदि उत्पत्ति से पूर्व
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मुँहासों के निशान जिद्दी होते हैं। आप चाहे जितनी दवाइयों का इस्तेमाल कर लें पर यह समस्या जड से खत्म नहीं होती। कई बार ज्यादा क्रीम का इस्तेमाल भी हानिकारक हो जाता है। इनको जड से मिटाने के लिए सबसे अच्छा घरेलू ईलाज होता है। यह फायदेमंद होने के साथ ही किसी तरह से नुुकसानदायक नहीं होता। फिर भी कुछ ऎसी बाते हैं जिन्हें ध्यान रख कर मुँहासों के निशान से छुटकारा मिल सकता है। आपकी त्वचा बहुत कोमल होती है। इसके साथ हर तरह का प्रयोग नही कर सकते। आप जो भी ईलाज कर रहे हो, उसी से फायदे की उम्मीद करें। हर हफ्ते नए ईलाज अपनाने से त्वचा को नुकसान पहुंचता है। प्रोडक्ट्स का चयन अपनी त्वचा के अनुसार ही अपने ब्यूटी प्रोडक्ट्स का चयन करना चाहिए। मुँहासों के निशान को हटाने के लिए ग्लाइकोलिक या काजिक एसिड युक्त प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें। विटामिन सी भी निशान हटाने में मदद करते हैं। मुँहासे होने की स्थिति में चेहरे पर स्क्रब ना करें। स्क्रब करने से मुँहासों में तकलीफ हो जाती है और जिससे निशान पड जाते हैं। निशान पर अगर ज्यादा स्क्रबिंग होगी तो वो ज्यादा भद्दे दिखने लगेंगे। निशान पर मलाई या शहद को लगाकर थोडी देर छोड दें, इससे निशान हल्के होने के बाद धीरे-धीरे दिखना बंद हो जाएंगे।
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1984 में देश में हुए आम चुनाव पूरी तरह इंदिरा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस से सहानूभूति की लहर में हुए. यही कारण था कि कांग्रेस ने इन चुनावों में अब तक भारत की किसी भी पार्टी की सबसे बड़ी जीत हासिल की. पार्टी को देशभर में 543 लोकसभा सीटों में से 404 सीटें मिलीं. विपक्षी दल बीजेपी को इन चुनावों में महज 2 सीटें मिलीं. खास बात यह रही कि यह दोनों सीटें BJP के किसी बड़े नेता ने नहीं जीतीं थी बल्कि बीजेपी के सारे बड़े नेता इन चुनावों में हार गए थे. हालांकि आंध्र की एक सीट पर एक BJP उम्मीदवार ने नरसिम्हा राव को चुनाव हरा दिया था, जो आगे चलकर प्रधानमंत्री बने. # ग्वालियर में अटल बिहारी वाजपेयी, माधवराव जीवाजीराव सिंधिया से चुनाव हार गए थे. माधवराव को कुल 3. 7 लाख से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि अटल को 1. 3 लाख वोट ही मिले थे. # बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी अल्मोड़ा से चुनाव लड़े थे और हारे थे. उन्हें कांग्रेस के हरीश चंद्र सिंह ने हराया था. # बीजेपी के वरिष्ठ नेता रमेश बैस रायपुर से हारे थे. उन्हें कांग्रेस के केयूर भूषण ने हराया था. बाद में वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में राज्यमंत्री बने. # बीजेपी के राम जेठमलानी मुंबई नॉर्थ वेस्ट सीट से कांग्रेस के सुनील दत्त से चुनाव हार गए थे. # वहीं मुंबई की नॉर्थ-ईस्ट सीट से कांग्रेस के गुरुदास कामत ने बीजेपी के प्रमोद महाजन को हराया था. # हाल ही में बीजेपी का साथ छोड़कर कांग्रेस के साथ जाने वाले, बीजेपी के टिकट से 6 बार राजस्थान में विधायक रहे नेता घनश्याम तिवाड़ी भी इन चुनावों में हारे थे. उन्हें सीकर में कांग्रेस के बलराम ने हराया था. # इन चुनावों में बीजेपी के कैलाश चंद्र मेघवाल भी हारे थे. उन्हें कांग्रेस के विष्णु कुमार मोदी ने अजमेर में हराया था. आगे चलकर वे अटल सरकार में राज्य मंत्री और राजस्थान विधानसभा के स्पीकर बने. # बीजेपी के संतोष कुमार गंगवार को कांग्रेस की आबिदा अहमद ने बरेली से हराया था. संतोष कुमार गंगवार आगे चलकर अटल सरकार में पेट्रोलियम राज्यमंत्री बने. फिलहाल वे वर्तमान सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं. # बीजेपी के मदन लाल खुराना इन चुनावों में दिल्ली सदर सीट से कांग्रेस के जगदीश टायटलर से हार गए थे. बाद में मदन लाला खुराना 1993 से 1996 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे. 2004 में उन्हें दिल्ली का राज्यपाल भी बनाया गया. # बीजेपी के विजय कुमार मल्होत्रा दिल्ली साउथ सीट से कांग्रेस के ललित माकन से हार गए थे. विजय कुमार मल्होत्रा को बीजेपी ने दिल्ली के 2008 के चुनावों में अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाकर उनके नेतृत्व में चुनाव लड़े थे. # बीजेपी के सिकंदर बख्त चांदनी चौक पर कांग्रेस के उम्मीदवार जयप्रकाश अग्रवाल से हार गए थे. बाद में वे अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के वक्त केरल के राज्यपाल बनाए गए. 2004 में जब उनकी मौत हुई, वे केरल के राज्यपाल ही थे. . 237 से ज्यादा फिल्में, 93 रहीं सुपरहिट, शाहरुख-सलमान या अमिताभ नहीं. . . कौन है सबसे ज्यादा HIT देने वाला एक्टर?
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अगर 5 साल का बच्चा पीरियड की तस्वीर बनाए तो उसमें गलत क्या है? किस उम्र में बच्चे को ये समझाना चाहिए कि मां को पीरियड होते हैं और ये आम बात है. . . इस सवाल का जवाब 5 साल के एक बच्चे की ड्रॉइंग में है. . अगर आपसे पूछा जाए कि आपका बच्चा कब आपके पीरियड के बारे में समझने लायक हो जाएगा तो आपका जवाब क्या होगा? शायद आपके लिए इसका जवाब देना आसान ना हो. सबसे पहले तो लड़कियों और लड़कों के लिए ये अलग-अलग होगी. दूसरी एक और सवाल. . . . कोई भी मां अपने बच्चे को ये कैसे समझाएगी कि पीरियड एक आम बात है और शरीर का एक हिस्सा है? दरअसल, बात कुछ ऐसी है कि ऑस्ट्रेलिया में एक 5 साल के बच्चे ने अपने परिवार की तस्वीर बनाई. तस्वीर तो बनाई और साथ ही साथ मां के पीरियड की ड्राइंग भी कर दी. ये किस्सा है ऑस्ट्रेलिया का और मां ने अपने बच्चे के द्वारा बनाई हुई तस्वीर को फेसबुक पर शेयर किया और ये लिखा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि इसके कारण उन्हें शर्मिंदा होना चाहिए या फिर गर्व करना चाहिए. मेरे हिसाब से इस बात पर शर्मिंदा होने की जगह उस बच्चे को ये बताना चाहिए कि पीरियड कितनी आम चीज है और किस तरह से इसे अपमान की स्थिति या बीमारी नहीं समझना चाहिए. अगर कोई बच्चा इस तरह की चीज समझ रहा है तो उसे इसके बारे में जानकारी देने की जरूरत है. ये सही है कि इस तरह के सवाल का जवाब किस तरह से दिया जाए ये आपके ऊपर निर्भर करता है. इसी के साथ, ये भी तय नहीं किया जा सकता कि आखिर किस उम्र में इस तरह के सब्जेक्ट की जानकारी दी जाए, लेकिन अगर किसी बच्चे को पहले से ही इसके बारे में पता है तो उसे गलत जानकारी देना या किसी भी तरह की कहानी बनाना शायद सही नहीं होगा. इस पोस्ट को शेयर करने वाली महिला पेनी को कई फेसबुक यूजर्स ने रिप्लाई दिया और अपने-अपने एक्सपीरियंस के बारे में बताया. किसी ने कहा कि उनके 3 साल के बच्चे ने पीरियड के बारे में कोई सवाल पूछा तो किसी का कहना था कि उनका 4 साल का बेटा भी इसी तरह की तस्वीर बनाता है. ये सही है कि इस जटिलता को उतनी कम उम्र में पूरी तरह से नहीं बताया जा सकता है, लेकिन अगर बच्चा कुछ समझ रहा है तो उसे थोड़ी जानकारी देना या सिर्फ ये ही बता देना की ये नॉर्मल है और कोई गलत बात नहीं काफी होगा. मेरी एक सहेली की बेटी ने भी इसी तरह का कुछ किया था. अपने परिवार वालों के सामने उसकी 3 साल की बेटी ये कह रही थी कि मां किचन में नहीं जाएगी वो गंदी है. कारण ये था कि मेरी सहेली की सास ने उसकी बच्ची को ये समझाया था कि ये गंदगी है. तो क्या उस छोटी सी बच्ची के मन में इसको लेकर गलत जानकारी भरना सही थी? क्या उस छोटी सी बच्ची को ये समझाना सही नहीं होगा कि ये बहुत आम बात है और मां को आराम चाहिए इसलिए वो किचन में नहीं है? ये सिर्फ विदेश और भारत की बात नहीं है बल्कि बच्चों को ये समझाने की बात है कि आखिर पीरियड को एक आम चीज समझा जाए. जिन लोगों ने पेनी के पोस्ट पर कमेंट किया है वो इस बात को सराह भी रहे हैं कि पेनी एक ऐसे बेटे को बड़ा कर रही हैं जो महिलाओं के शरीर को समझता है और ये मानता है कि पीरियड एक आम बात है. शायद इसी तरह की पहल हर मां को करनी चाहिए ताकि बड़े होकर ये बच्चे एक ऐसे समाज की रचना कर पाएं जहां पीरियड को गंदगी ना माना जाए. महिलाओं की चोटी काटने वाली घटनाओं का 'सच' !
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उत्तर बिहार का देवघर कहे जाने वाले मुजफ्फरपुर स्थित प्रसिद्ध बाबा गरीबनाथ मंदिर और सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर में आज श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। महाशिवरात्रि के अवसर पर अहले सुबह से ही भक्त जलाभिषेक के लिए मंदिर के बाहर लंबी कतार में खड़े हैं। महा शिवरात्रि को लेकर तैयारी पूरी हो चुकी है। मंदिर को बल्ब और फूल की मालाओं से सजा दिया गया है। मंदिर की भव्यता और खूबसूरती और भी बढ़ गई है। महा शिवरात्रि के अवसर पर आज बाबा गरीबनाथ मंदिर में करीब एक लाख भक्त बाबा पर जलाभिषेक करेंगे। भक्तों की भीड़ से निपटने के लिए मंदिर और पुलिस-प्रशासन ने भी कमर कस ली है। प्रधान पुजारी पंडित विनय पाठक ने बताया कि सेवा दल के 600 वोलेंटियर्स तैनात रहेंगे। जो भक्तों को कतारबद्ध लगाकर बाबा पर जलाभिषेक करवाएंगे। मंदिर में भीड़ इकट्ठा नहीं हो। इसका ख्याल रखा जाएगा। कोरोना प्रोटोकॉल का भी पालन करवाया जाएगा। पुलिस फोर्स की भी तैनाती रहेगी। दिन में 11 बजे से भगवान शिव की शोभायात्रा निकाली जाएगी। सोमवार शाम मंदिर में बाबा के मटकोर का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रधान पुजारी समेत अन्य पंडित मौजूद रहे। इसके बाद प्रसाद वितरण हुआ। रात में बाबा की आरती हुई। इसके बाद विधि विधान के साथ बाबा का पट बंद कर दिया गया। इसके बाद मंगलवार सुबह खुला। प्रधान पुजारी ने बाबा की पूजा अर्चना की। इसके बाद भक्तों को प्रवेश मिला। आज शहर में 51 झांकी शिव बारात की निकाली जाएगी। मंदिर के पंडित अभिषेक पाठक ने बताया कि 20 जगहों पर मंदिर के भीतर और बाहर CCTV लगाया गया है। मंदिर की तरफ जाने वाली दो रास्तों ओर बैरिकेडिंग कर दी गयी है। यहां पर भी पुलिस फोर्स तैनात रहेंगे। इधर, महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर सोनपुर के बाबा हरिहरनाथ मंदिर में भी आज सुबह से ही मंदिर में सैकड़ो लोग जलाभिषेक के लिए पहुंचे। गंडक नदी के काली घाट समेत विभिन्न घाटों पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने स्नान कर बाबा हरिहरनाथ मंदिर पहुंचकर जलाभिषेक, पूजा अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया। महाशिवरात्रि के मौके पर बाबा हरिहरनाथ मंदिर में विराजमान बाबा भोलेनाथ की भव्य रूप से फूल, बेल पत्रों से श्रृंगार किया गया। फिर बाबा भोलेनाथ की विशेष आरती की गई। महाशिवरात्रि के मौके पर बाबा हरिहरनाथ मंदिर को रंग बिरंगी बिजली के लाइटों से आकर्षक रूप से सजाया गया है। मंदिर परिसर में जलाभिषेक को लेकर उमड़ी भीड़ पर मंदिर न्यास समिति द्वारा मंदिर के मुख्य द्वार से लेकर मंदिर के गर्भगृह तक चप्पे चप्पे पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे से भीड़ पर नजर रखी जा रही है। वही जगह जगह महिला,पुरुष पुलिस बलों की तैनाती की गई है। This website follows the DNPA Code of Ethics.
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अखिलेश ने रविवार को जारी बयान में कहा कि प्रदेश के किसानों, नौजवानों और अल्पसंख्यकों में सत्तारूढ़ दल के प्रति जबर्दस्त नाराजगी दिखी। यह आक्रोश मतदान के सभी चरणों में दिखाई दिया। अखिलेश ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार के पांच वर्षों और राज्य सरकार के दो वर्षों में जनता की बुनियादी समस्याओं की जैसी अनदेखी की गई। सपा के एमएलसी आनंद भदौरिया और उदयवीर सिंह ने ज्ञापन में कहा कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आयोग को 16 मई को पत्र लिखकर गोरखपुर व वाराणसी में पार्टी नेताओं पर प्रशासनिक दबाव बनाने की जानकारी दी थी। 18 व 19 मई को भी गोरखपुर में सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न जारी रहा। दोनों संसदीय क्षेत्रों समेत महाराजगंज, बलिया, कुशीनगर राबर्ट्सगंज, चंदौली और मिर्जापुर में सुबह से ही ईवीएम खराब होने से मतदाता परेशान रहे। चंदौली में भाजपाइयों ने सपा समर्थकों पर हमला किया। चंदौली में अनुसूचित जन जाति के मतदाताओं की अंगुलियों पर जबरन भाजपा के अराजक तत्वों ने स्याही लगा दी गई। राबर्ट्सगंज में पीठीसीन अधिकारियों के पास मतदाता सूचियों में कई के नाम पर डिलिटेड की मुहर लगी पाई गई। वहीं, वाराणसी के कैंट क्षेत्र में साइकिल का बटन दबाने पर भी कमल निशान की वीवीपैट निकल रही थीं।
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Toyota India ने Fortuner Legender 4×4 के लिए एक नया TVC जारी किया है। वीडियो YouTube पर अपलोड किया गया है। नया TVC लेजेंडर 4×4 वैरिएंट के लिए जारी किया गया है जिसे हाल ही में हमारे देश में लॉन्च किया गया था। यह Fortuner का नया टॉप-एंड वेरिएंट है। इसकी कीमत 42.33 लाख रु एक्स-शोरूम है। Legender को केवल डीजल पावरट्रेन के साथ पेश किया जाता है। यह वही पुरानी 2.8-litre चार-सिलेंडर इकाई है, हालाँकि, Toyota ने इसे अधिक शक्ति और टॉर्क पैदा करने के लिए फिर से तैयार किया है। Fortuner का डीजल इंजन अब अधिकतम 204 PS की पावर और 500 Nm का पीक टॉर्क जेनरेट करता है। इंजन को 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स या 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ पेश किया गया है। हालांकि, लेजेंडर वेरिएंट को केवल ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ पेश किया गया है। Fortuner को रियर-व्हील ड्राइव ड्राइवट्रेन या 4×4 ड्राइवट्रेन के साथ पेश किया गया है। Toyota एक पेट्रोल इंजन भी प्रदान करती है जो 2.7-लीटर इकाई है। यह 166 PS of max की पावर और 245 एनएम का पीक टॉर्क पैदा करता है। इसे 6-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स या 6-स्पीड टॉर्क कन्वर्टर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ पेश किया गया है। आपको 4×4 ड्राइवट्रेन वाला पेट्रोल इंजन नहीं मिल सकता है। Fortuner 30.72 लाख रुपये एक्स-शोरूम से शुरू होता है। और 38.17 लाख रुपये एक्स-शोरूम तक जाता है। Legender 4×2 की कीमत 38.60 लाख रुपये एक्स-शोरूम जबकि Legender 4×4 की कीमत 42.33 लाख रुपये एक्स-शोरूम है। इस SUV का मुकाबला Mahindra Alturas G4, MG Gloster, Volkswagen Tiguan AllSpace और अपकमिंग Skoda Kushaq से है। Fortuner की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी Ford Endeavour थी लेकिन अब इसे बंद कर दिया गया है। इसलिए इस सेगमेंट में Fortuner का दबदबा है। लेजेंडर वेरिएंट अपने अलग हेडलैंप सेटअप और ग्रिल की वजह से ज्यादा आक्रामक दिखता है। हेडलैम्प्स में अब क्वाड-एलईडी सेटअप है जिसमें वाटरफॉल जैसा LED Daytime Running Lamp है। इसमें सीक्वेंशियल फ्रंट और रियर टर्न इंडिकेटर्स भी हैं। ग्रिल को अब पियानो ब्लैक सराउंड मिलता है और यह Lexus की ग्रिल से प्रेरित है। एसयूवी की रोड प्रेजेंस के मामले में ग्रिल अपने आप में एक बड़ा बदलाव लाता है। इसमें डुअल-टोन पेंट स्कीम भी है, जिसमें एसयूवी सफेद रंग में और छत काले रंग में समाप्त हुई है। यह एकमात्र पेंट स्कीम है जिसमें लेजेंडर को पेश किया जाता है। लेजेंडर वेरिएंट में अलग-अलग फ्रंट और रियर बंपर और डुअल-टोन अलॉय व्हील भी मिलते हैं। Toyota ने Legender वेरिएंट में और फीचर भी जोड़े हैं। वे ब्लैक और मैरून में ड्यूल-टोन अपहोल्स्ट्री के साथ आते हैं। पूरे केबिन में कंट्रास्ट मैरून स्टिचिंग भी है। यह रेगुलर Chamois और ब्लैक अपहोल्स्ट्री से ज्यादा प्रीमियम लगती है। अलंकरण लकड़ी के आवेषण के बजाय "गैलेक्सी ब्लैक" में समाप्त हो गया है। लेजेंडर को थोड़ा अलग इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर भी मिलता है और एंबियंट लाइटिंग भी है। आपको एक वायरलेस चार्जर भी मिलता है और पीछे रहने वालों को अपने मोबाइल उपकरणों को चार्ज करने के लिए एक यूएसबी पोर्ट मिलता है। रियर टेलगेट को खोलने के लिए इलेक्ट्रो-क्रोमैटिक रियरव्यू मिरर और किक सेंसर भी है।
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प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया कोविड-19 की चुनौती का सामना कर रही है और इसका सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था पर भी दूरगामी प्रभाव पड़ा है। ऐसी परिस्थिति में गीता के दिखाए रास्ते और अहम हो जाते हैं। उन्होंने आगे कहा, "पिछले दिनों जब दुनिया को दवाइयों की जरूरत पड़ी तब भारत ने इसकी पहुंच सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास किया। हमारे वैज्ञानिकों ने कम से कम समय में टीके का इजाद किया और अब भारत दुनिया को टीके पहुंचा रहा है। "इसे आत्मनिर्भर भारत का बेहतर उदाहरण बताते हुए उन्होंने कहा कि 130 करोड़ भारतीयों ने देश को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प ले लिया है। इस समारोह का आयोजन स्वामी चिदभवानंद की भगवत् गीता की 5 लाख प्रतियों की बिक्री के अवसर पर किया गया था। स्वामी चिदभवानंद तमिलनाडु के तिरूचिरापल्ली स्थित रामकृष्ण तपोवन आश्रम के संस्थापक हैं। उन्होंने साहित्य की विभिन्न विधाओं में 186 पुस्तकें लिखी हैं। भगवत् गीता पर मीमांसा उनकी प्रमुख कृतियों में शामिल है। तमिल भाषा में गीता पर उनकी टिप्पणी 1951 में और अंग्रेजी में 1965 में प्रकाशित हुई थी। इस पुस्तक का तेलुगू, उड़िया और जर्मन तथा जापानी भाषाओं में भी अनुवाद किया जा चुका है।
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ONGC Windfall Tax Impact : केंद्र सरकार से देश की सबसे बड़ी तेल एवं गैस उत्पादक कंपनी ओएनजीसी (ONGC) ने घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर लगाए अप्रत्याशित लाभ कर (Windfall Tax) को खत्म करने का अनुरोध किया है. इसके बाद ही सरकार और तेल सेक्टर के बीच चर्चा शुरू हो गई है. बता दें कि ओएनजीसी का कहना है कि सरकार तेल पर लगाए अप्रत्याशित लाभ कर की जगह लाभांश के रास्ते का इस्तेमाल करे तो कुछ अच्छा हो सकता है. गौरतलब है कि क्रूड ऑयल के वैश्विक कीमतों में आए जोरदार उछाल के चलते तेल कंपनियों का लाभ अप्रत्याशित रूप से बढ़ गया है. वर्तमान सरकार ने प्राकृतिक गैस के लिए मूल्य तय किया है. मालूम हो कि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल और प्राकृतिक गैस निगम कंपनी ने प्राकृतिक गैस के लिए 10 डॉलर प्रति 10 लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट की निचली कीमत का समर्थन किया है. सरकारी अधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान ONGC के प्रबंधन का कहना है कि घरेलू तेल उत्पादकों पर विंडफॉल टैक्स लगाना अनुचित था. खासतौर से उस समय हुआ जब सरकार ने रूस से रियायती तेल खरीद कर अपनी बचत सुनिश्चित की हो. ये विंडफॉल टैक्स (Windfall Tax) ऐसी कंपनियों पर लगाया जाता है, जिन्हें किसी खास तरह परिस्थितियों में तत्काल काफी लाभ मिल जाता है. भारत की तेल कंपनियां इसका उदाहरण हैं. यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आया है. इससे तेल कंपनियों को काफी लाभ मिला है. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण तेल कंपनियां भारी मुनाफा काट रही थीं, इसलिए उन पर विंडफॉल टैक्स लगाया गया था. भारत ही नहीं इटली और यूके ने भी अपनी एनर्जी कंपनियों पर यह टैक्स लगाया था. रूस से खरीद गए सस्ते कच्चे तेल से भारत सरकार को 35,000 करोड़ रुपये की बचत हुई. ONGC का कहना है कि इसका इस्तेमाल घरेलू उत्पादन को बढ़ाने में किया जाना चाहिए. ओएनजीसी प्रबंधन की मानें तो रूसी तेल खरीद से होने वाली बचत को उस कंपनी को दें जो देश की कई चुनिंदा परियोजनाओं में निवेश करती हो. कंपनियों पर विंडफॉल टैक्स लगाने के बजाय मुनाफा अर्जित करने की अनुमति दी जानी चाहिए. सरकार से कंपनी प्रबंधन ने अनुरोध किया है कि इस उच्च लाभ का उपयोग लाभांश के लिए किया जाए, जो न्यायसंगत हो सके. कंपनी के दिशानिर्देशों के अनुसार ओएनजीसी शुद्ध लाभ का 30 प्रतिशत तक वार्षिक लाभांश देती है. केंद्र सरकार ने इंटरनेशनल मार्केट (International Market) में क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट के बाद देश में उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स को कम कर दिया. सरकार ने 5वें पखवाड़े की समीक्षा में घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स 13,300 रुपये प्रति टन से घटाकर 10,500 रुपये प्रति टन कर दिया.
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- आपने शाहरुख खान से कितनी बार कॉल पर बात की? - क्या शाहरुख खान से अपनी मुलाकात हुई थी और अगर हुई थी तो कितनी बार? - शाहरुख खान की आप किस प्रकार से मदद करने की बात कह रहे थे? - मैसेज में शाहरुख किस हेल्प के लिए आपको थैंक्स बोल रहे थे? - 18 करोड़ की डील के बारे में क्या-क्या जानकारी आपके पास थी? - आर्यन खान को एकदम अंत में गिरफ्तार क्यों किया गया? - गिरफ्तारी के बाद शाहरुख की मैनेजर पूजा डडलानी से आपकी कितनी बार बात हुई थी? - अपने महज कुछ ही महीनों में 7 बार विदेश यात्राएं की, किसके खर्चे पर इन यात्रियों पर गए? - आपकी प्रॉपर्टी आपकी सैलरी से बहुत ज्यादा है? इन प्रॉपर्टीज के पैसे कहां से आए? - आपके पास लाखों की घड़ियां हैं, उसके पास कहां से आए? - 50 लाख रुपये में से 12 लाख रुपये आपको दिए जाने का आरोप है, क्या कहना है इस पर. - किरण गोसावी और प्रभाकर साइल जब 50 लाख लेने गए थे तो उस दौरान फोन पर आपसे बातचीत होने का आरोप है, इस पर क्या कहना है? - 27 लोगों की लिस्ट में सिर्फ 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया. बाकियों को छोड़ने के एवज में पैसे लेने का आप पर आरोप है. इस पर क्या कहना है? - आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद पूजा डडलानी से पैसों की डील करने के पीछे आपका हाथ होने का आरोप है. इस पर क्या कहना है? - किरण गोसावी ने आपके कहने पर पर डील की. इस आरोप पर क्या कहना है? .
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हाल में भारत और बांग्लादेश ने आपसी व्यापार रुपये में करने का फैसला किया है. बांग्लादेश 19 वाँ ऐसा देश है, जिसके साथ भारत का रुपये या बांग्लादेशी टका में व्यापार होगा. पिछले साल यूक्रेन-युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका और यूरोपियन यूनियन ने जबसे रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं, अनेक देश डॉलर के बजाय अपनी मुद्राओं में सीधे कारोबार करने का फैसला कर रहे हैं. इसे 'डीडॉलराइज़ेशन' की प्रक्रिया कहा जा रहा है. दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से डॉलर ने वस्तुतः वैश्विक मुद्रा का स्थान ले लिया है, पर अब लगता है कि अब डॉलर से हटने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. इस प्रक्रिया की गति बहुत तेज नहीं है, पर संकेत मिलने लगे है. इसमें खासतौर से रूस और चीन की इसे तेज करने में अग्रणी भूमिका है. क्या यह अमेरिका के घटते प्रभाव की सूचक है, या केवल एक छोटे से दौर की मामूली घटना है? इसका जवाब देना मुश्किल है, पर इतना कहा जा सकता है कि यह इतनी छोटी परिघटना नहीं है कि जिसकी अनदेखी की जाए. ईरान ने चीन और रूस के साथ डॉलर में कारोबार बंद कर दिया है. सऊदी अरब ने घोषणा की है कि हम पेट्रोडॉलर के माध्यम से कारोबार बंद कर रहे हैं और उसके स्थान पर पेट्रोयुआन स्वीकार कर रहे हैं. हाल में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि यूरोप को भी अमेरिकी डॉलर का सहारा लेना बंद करना चाहिए. अप्रेल के दूसरे सप्ताह में ब्राज़ील के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला डा सिल्वा चीन की यात्रा पर गए. वहाँ उन्होंने कहा, इन देशों को अमेरिकी डॉलर पर क्यों निर्भर होना पड़ता है? वे आरएमबी (चीनी मुद्रा) या अन्य मुद्राओं का उपयोग क्यों नहीं कर सकते? ब्राजील और चीन के बीच स्थानीय मुद्राओं में व्यापार करने का समझौता भी हुआ है. उधर रूस और चीन दोनों की कोशिश है कि युआन को अंतरराष्ट्रीय व्यापार की करेंसी के रूप में जगह मिल जाए. उनकी कोशिश इसे कम से कम ब्रिक्स की संयुक्त करेंसी बनाने की है. भारत-बांग्ला समझौते को चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स की वैबसाइट ने डीडॉलराइज़ेशन की प्रक्रिया का हिस्सा बताया है. चीनी वैबसाइट के अनुसार अमेरिका की मौद्रिक नीतियों के कारण भारत के विदेशी मुद्रा कोष में तंगी आ रही है, जिसके कारण वह डॉलर के विकल्प खोज रहा है. भारत ने पिछले साल से वैकल्पिक-मुद्रा के मार्फत कारोबार की व्यवस्था को शुरू किया है. एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल भारत से बांग्लादेश का आयात करीब 13. 69 अरब डॉलर था, जिसमें से दो अरब डॉलर का कारोबार भारतीय रुपये में, जबकि बाकी का भुगतान अमेरिकी डॉलर में किया जाएगा. दोनों देशों के बीच लेन-देन किसी तीसरी करेंसी को शामिल किए बिना टका-रुपये अब संभव होगा, इसके लिए बैंकिग व्यवस्था कर ली गई है. अपनी करेंसी में व्यापार करने से दोनों पर अमेरिकी डॉलर का दबाव कम होगा. बांग्लादेश इसके अलावा रूस और चीन के साथ भी स्थानीय करेंसी में व्यापार करने को लेकर बातचीत कर रहा है. बांग्लादेश से पहले भारत जिन 18 देशों के साथ रुपये में व्यापार करता है, उनमें रूस, सिंगापुर, श्रीलंका, बोत्सवाना, फिजी, जर्मनी, गुयाना, इजराइल, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, म्यांमार, न्यूजीलैंड, ओमान, सेशेल्स, तंजानिया, युगांडा और यूनाइटेड किंगडम शामिल हैं. पहले विश्वयुद्ध के बाद अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में उभर कर सामने आया था. सबसे ज्यादा सोना भी अमेरिका के पास जमा हुआ. उसके पहले तक पाउंड स्टर्लिंग अंतरराष्ट्रीय कारोबारी मुद्रा थी. दूसरे विश्व युद्ध के बाद विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की स्थापना से अमेरिकी डॉलर ने वैश्विक मुद्रा का स्थान ले लिया था. अमेरिकी डॉलर तब स्वर्ण आधारित मुद्रा थी. साठ के दशक के उत्तरार्ध में यूरोप और जापान की वस्तुओं ने अमेरिकी माल से प्रतिस्पर्धा शुरू कर दी. इसके साथ ही डॉलर का प्रसार पूरी दुनिया में होने लगा. रिचर्ड निक्सन के कार्यकाल में 1971 में डॉलर को स्वर्ण मानक से अलग कर दिया गया. अब वह केवल कागजी मुद्रा है, स्वर्ण मुद्रा नहीं. सन 2008 में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने एसडीआर के नाम से अपनी करेंसी की शुरुआत की थी. यह स्वर्ण आधारित करेंसी है. आईएमएफ के पास सबसे ज्यादा सोना है. हालांकि मुद्राकोष इसे करेंसी नहीं कहता, पर उसके कर्ज एसडीआर में होते हैं. कहने का मतलब है कि डॉलर के विकल्प भी तैयार हो रहे हैं. रूस ने पिछले दसेक साल में काफी सोना खरीदा है. चीन तो सबसे ज्यादा सोना खरीदता है. चीन स्वर्ण उत्पादक देश भी है. माना जाता है कि जो मुद्रा स्वर्ण आधारित नहीं होती, वह लम्बे समय तक चलती नहीं. अमेरिका अपनी जरूरत के हिसाब से मुद्रा छापता है. यह बात वैश्विक मुद्रा होने के नाते अच्छी नहीं है. इससे भारत जैसे दूसरे विकासशील देशों के हितों को ठेस लगती है, जिन्हें और ज्यादा पूँजी चाहिए. अमेरिका और चीन की स्पर्धा के इस दौर में रूस और चीन ने रूबल-युआन कारोबार को बढ़ावा दिया है. अब सुनाई पड़ रहा है कि रूस और ईरान मिलकर स्वर्ण आधारित क्रिप्टो करेंसी शुरू करने वाले हैं. ब्राज़ील और अर्जेंटाइना एक सामान्य करेंसी बनाने पर बात कर रहे हैं. शायद ऐसा ही सुझाव ब्रिक्स देशों के लिए है. ऐसा हुआ, तो बड़ा बदलाव हो जाएगा. जनवरी में सिंगापुर में हुए एक सम्मेलन में दक्षिण पूर्व एशिया के कुछ विशेषज्ञों ने डीडॉलराइज़ेशन की वकालत की। भारत और यूएई के बीच स्थानीय मुद्रा में कारोबार करने की चर्चा है. पिछले साल नवंबर में इंडोनेशिया, मलेशिया, सिंगापुर, फिलीपींस और थाईलैंड के बीच स्थानीय मुद्राओं के मार्फत कारोबार से जुड़ा समझौता हुआ है. कारोबारी मुद्रा में इतने तेज बदलाव की खबरों के बाद भी ऐसा मान लेना सही नहीं होगा कि डॉलर का समय गया. किसी नई व्यवस्था के कायम होने में भी दशकों का समय लगेगा. दुनिया के देशों के पास आज भी जो विदेशी-मुद्रा है उसमें करीब 60 फीसदी अमेरिकी डॉलर में है. दो दशक पहले यह करीब 70 फीसदी थी। यानी बदलाव आ रहा है, लेकिन धीरे-धीरे। चीनी मुद्रा युआन का हिस्सा तीन फीसदी है, लेकिन यह सबसे तेजी से बढ़ रही है. विशेषज्ञ मानते हैं कि कोई दूसरी मुद्रा अभी डॉलर के प्रभुत्व को बदलने की स्थिति में नहीं है। जो भी नई व्यवस्था बनेगी, उसमें शुरुआती अराजकता के खतरे भी हैं. बेशक डॉलर का इस्तेमाल 'आर्थिक-युद्ध' के रूप में करने के कारण बहुत से देश उससे हाथ खींच रहे हैं और उसकी जमीन कमज़ोर हो रही है, पर वह अभी वैश्विक करेंसी है. फिलहाल ऐसा नहीं लगता कि दुनिया का कारोबार डॉलर-विहीन परिस्थितियों में संभव है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है अमेरिकी अर्थव्यवस्था का आकार और अमेरिका के कारोबारी रिश्ते. दूसरी तरफ युआन के वैश्विक करेंसी बनने की संभावना अभी दशकों तक नहीं है. यह सच है कि चीन ने रूस, कजाकिस्तान, पाकिस्तान, लाओस, ब्राजील और पश्चिम एशिया के कुछ देशों के साथ युआन के मार्फत कारोबार शुरू किया है, पर उसके परिणाम भी देखने होंगे. युआन की अपनी कीमत डॉलर से तय होती है. फिर युआन के आवागमन पर चीन सरकार का नियंत्रण है. वह मुक्त बाजार की मुद्रा नहीं है. दूसरे तेल की अर्थव्यवस्था का जमाना खत्म हो रहा है. तेल की कीमत सोने की तरह मानी जाती थी. डॉलर को चुनौती देने वाले देश तेल-समृद्ध भी थे. लीबिया, ईरान, इराक और वेनेजुएला की तरह. इन सबके पास तेल था, जो एक जमाने तक सोने या नकदी के बराबर था. पर ये सब देश धूल में मिल गए, क्योंकि उनके पीछे मजबूत आधार नहीं था. अब रूस और चीन की अर्थव्यवस्थाएं मजबूत हो रही हैं. वे तेल पर आश्रित भी नहीं हैं. रूस ने ईरान को इस बात के लिए तैयार कर लिया है कि वह अपना तेल उसके तट से बेचे. इससे अमेरिकी प्रतिबंधों को चुनौती मिलेगी और रूबल का सिक्का मजबूत होगा. रूस और चीन लम्बी लड़ाई लड़ रहे हैं. महामारी करीब-करीब उतार पर है. अब अमेरिका और चीन तथा रूस की प्रतियोगिता और तेज होगी. बेशक अमेरिका की ताकत का ह्रास हो रहा है, पर वह अभी महाशक्ति है. भारत अभी बीच में बैठा इस शक्ति-द्वंद्व को देख रहा है. हमें अपने पत्ते सावधानी से खेलने होंगे. डॉलर के भविष्य को लेकर अमेरिका में दो दशक पहले से विमर्श चल रहा है. पहली चुनौती यूरो की थी. अब युआन की है. पर डॉलर अभी तक मजबूती के साथ जमा हुआ है. चुनौतियों के बावजूद निकट भविष्य में उसके पाँव उखड़ते नज़र भी नहीं आ रहे हैं.
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सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने इलाहाबाद हाई कोर्ट (Allahabad High Court) के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई से इनकार करते हुए याचिकाकर्ता की याचिका को खारिज कर दिया. उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों (UP Panchayat Election 2021) में प्रतिनिधियों की जगह प्रशासक नियुक्त किए जाने के इलाहाबाद हाई कोर्ट (Allahabad High Court) के फैसले को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने बरकरार रखा है. सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई से इनकार करते हुए याचिकाकर्ता की याचिका को खारिज कर दिया. दरअसल इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को 30 अप्रैल तक चुनावी प्रक्रिया पूरी कर लेने का आदेश दिया था. हाई कोर्ट ने यूपी सरकार (UP Government) को थोड़ी राहत देते हुए चुने हुए प्रतिनिधियों की जगह प्रशासक नियुक्त किए जाने के उनके फैसले पर मुहर लगा दी थी. इलाहाबाद हाई कोर्ट के इस फैसले को याचिकाकर्ता विनोद उपाध्याय ने चुनोती दी थी. हाईकोर्ट के फैसले के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में रिजरवेशन की प्रक्रिया 17 मार्च तक पूरी कर ली जाएगी और 30 अप्रैल त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराए जाएंगे. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा था कि ब्लॉक प्रमुखों और जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव 15 मई तक कराने होंगे. यह फैसला हाईकोर्ट ने हाथरस के जिला पंचायत अध्यक्ष विनोद उपाध्याय की याचिका पर सुनवाई के बाद सुनाया था. याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग और राज्य सरकार द्वारा संविधान के आर्टिकल 243A का उल्लंघन किया जा रहा है. याचिका में कहा गया था कि उत्तर प्रदेश में पंचायतों का कार्यकाल खत्म होने को है. मगर सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव नहीं करा रहे. चुनाव प्रक्रिया शुरू करने की बजाय चुने हुए प्रतिनिधियों के काम पर रोक लगाकर उनकी जगह प्रशासक नियुक्त कर दिए गए हैं. याचिकाकर्ता ने कहा था कि ये संविधान के खिलाफ है और आर्टिकल 243A का उल्लंघन है. चुनाव को टाला नहीं जा सकता है और ना ही प्रशासक नियुक्त किए जा सकते हैं.
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दिल्ली के द्वारका इलाके में एक बड़ा ही दिलचस्प और अजीबोगरीब मामला सामने आया है। शादी करने के लिए तरह-तरह के झांसे दिए जाने के संबंध में तो आपने काफी सुना होगा। यह भी सुना होगा कि कोई लड़का शादी के लिए अपने आप को डॉक्टर तो कोई मैनेजर बताता है। किन्तु एक शख्स ने खुद को इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) का वैज्ञानिक बताया और युवती से विवाह कर लिया। शादी के बाद उसने अपनी पत्नी से कहा कि वह डिफेंस रिसर्च डिवेलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) में भी नौकरी कर चुका है और अब वह एस्ट्रोनॉट के प्रशिक्षण के लिए अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा जा रहा है। पत्नी को उसकी बातों पर विश्वास नहीं हुआ। उसे संदेह हुआ तो उसकी पड़ताल की। तब जाकर उस युवती को अपने साथ हुई ठगी के बारे में पता चला। युवती ने पति के खिलाफ द्वारका नार्थ थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी हुई है। पीड़ित महिला के मुताबिक, शादी से पहले जितेंद्र खुद को डीआरडीओ में कार्यरत कर्मचारी बताता था। बाद में आरोपी ने इसरो जॉइन करने की बात कही थी। उसके पास इसरो और डीआरडीओ के आईकार्ड भी मौजूद थे। इसके बाद मई में दोनों परिवारों की रजामंदी से विवाह हुआ था।
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जापान में भारी बारिश और भूस्खलन ने हाहाकार मचा दिया है। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सड़कों पर कमर और गर्दन तक पानी भर आया है। इससे इंसानों और वाहनों का आवागमन प्रभावित हो गया है। मनुष्यों से लेकर जानवरों और पशु-पक्षियों का जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। ओडिशा सरकार ने चक्रवात फनि से हुए नुकसान के बाद राज्य में पुनर्निर्माण के लिए विदेशी नागरिकों और प्रवासी भारतीयों से चंदा देने की मांग की है। दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थकों द्वारा कई स्थानों पर जाम किये जाने के कारण पूर्वी रेलवे जोन में बुधवार को ट्रेन सेवा प्रभावित हुई। असम में बाढ़ की स्थिति आज और बिगड़ने के साथ राज्य के सात जिलों में तकरीबन चार लाख लोग प्रभावित हुए हैं। दिल्ली मेट्रो से यात्रा करनेवालों के लिए एक बेहद जरूरी खबर है। गणतंत्र दिवस परेड की तैयारियों के मद्देनजर एक सप्ताह रोजाना दो घंटे दिल्ली का आसमान विमानों के लिए प्रतिबंधित होने के कारण करीब एक हजार उड़ानें रद्द की जाएंगी या उनका समय बदला जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी में आज सुबह ठंड का असर रहा और न्यूनतम तापमान 7. 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। साथ ही घने कोहरे के कारण शहर की ओर आने जाने वाली कई ट्रेनों के परिचालन में देरी हुयी। मौसम खराब होने की वजह से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एवं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई शीर्ष नेताओं की रैलियां रद्द करनी पड़ी। RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने नोटबंदी की लागत के बारे में सरकार को सावधान करते हुए कहा था कि नोटबंदी के मुख्य लक्ष्यों को पाने के अन्य विकल्प भी हैं। बिहार के सीमांचल क्षेत्रों और नेपाल में लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य की सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। नदियों के जलस्तर में वृद्धि के काराण बाढ़ की स्थिति गंभीर बनती जा रही है।
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।ग्राम क्रमांक : ।ग्राम का नाम : ।तहसील : ।जनपद : ।फसली वर्ष : ।भाग : ।प्रत्येक गाटे का क्षेत्रफल (हे.) ।1 - ऐसी भूमि, जिसमें सरकार अथवा गाँवसभा या अन्य स्थानीय अधिकारिकी जिसे1950 ई. के उ. प्र. ज. वि.एवं भू. व्य. अधि.की धारा 117 - क के अधीन भूमि का प्रबन्ध सौंपा गया हो , खेती करता हो । ( नदारद ) ।1क(क) - रिक्त ( नदारद ) ।1-ख - ऐसी भूमि जो गवर्नमेंट ग्रांट एक्ट केअन्तर्गत व्यक्तियों के पास हो । ( नदारद ) ।2 - भूमि जो असंक्रमणीय भूमिधरो केअधिकार में हो। ।3 - भूमि जो असामियों के अध्यासन या अधिकारमें हो। ( नदारद ) ।4 - भूमि जो उस दशा में बिना आगम केअध्यासीनों के अधिकार में हो जब खसरेके स्तम्भ 4 में पहले से ही किसी व्यक्तिका नाम अभिलिखित न हो। बाबुनन्दन / सहगू / स्था. बेनीमाधो / रामसेवक / स्था. मक्सूदन / रामसेवक / स्था. सन्तू / सुकल / स्था. अन्तू / सुकल / स्था. ।4-क - उ.प्र. अधिकतम जोत सीमा आरोपण.अधि.अन्तर्गत अर्जित की गई अतिरिक्त भूमि -(क)जो उ.प्र.जोत सी.आ.अ.के उपबन्धो केअधीन किसी अन्तरिम अवधि के लिये किसी पट्टेदार द्वारा रखी गयी हो । ( नदारद ) ।4-क(ख) - अन्य भूमि । ( नदारद ) ।5-1 - कृषि योग्य भूमि - नई परती (परतीजदीद) ।5-2 - कृषि योग्य भूमि - पुरानी परती (परतीकदीम) ( नदारद ) ।5-3-क - कृषि योग्य बंजर - इमारती लकड़ी केवन। ( नदारद ) ।5-3-ख - कृषि योग्य बंजर - ऐसे वन जिसमें अन्यप्रकर के वृक्ष,झाडि़यों के झुन्ड,झाडि़याँ इत्यादि हों। ।5-3-ग - कृषि योग्य बंजर - स्थाई पशुचर भूमि तथा अन्य चराई की भूमियाँ । ( नदारद ) ।5-3-घ - कृषि योग्य बंजर - छप्पर छाने की घास तथा बाँस की कोठियाँ । ( नदारद ) ।5-3-ङ - अन्य कृषि योग्य बंजर भूमि। ।5-क (क) - वन भूमि जिस पर अनु.जन. व अन्य परम्परागत वन निवासी (वनाधिकारों की मान्यत्ाा) अधि. - 2006 के अन्तर्गत वनाधिकार दिये गये हों - कृषि हेतु ( नदारद ) ।5-क (ख) - वन भूमि जिस पर अनु.जन. व अन्य परम्परागत वन निवासी (वनाधिकारों की मान्यत्ाा) अधि. - 2006 के अन्तर्गत वनाधिकार दिये गये हों - आबादी हेतु ( नदारद ) ।5-क (ग) - वन भूमि जिस पर अनु.जन. व अन्य परम्परागत वन निवासी (वनाधिकारों की मान्यत्ाा) अधि. - 2006 के अन्तर्गत वनाधिकार दिये गये हों - सामुदायिक वनाधिकार हेतु ( नदारद ) ।6-1 - अकृषिक भूमि - जलमग्न भूमि । ।6-2 - अकृषिक भूमि - स्थल, सड़कें, रेलवे,भवन और ऐसी दूसरी भूमियां जोअकृषित उपयोगों के काम में लायी जाती हो। ।6-3 - कब्रिस्तान और श्मशान (मरघट) , ऐसेकब्रस्तानों और श्मशानों को छोड़ करजो खातेदारों की भूमि या आबादी क्षेत्र में स्थित हो। ।6-4 - जो अन्य कारणों से अकृषित हो । ।यह खतौनी इलेक्ट्रोनिक डिलीवरी सिस्टम द्वारा तैयार की गयी है तथा डाटा डिजीटल हस्ताक्षर द्वारा हस्ताक्षरित है।
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Share market crashes in india: भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर लगातार जारी है। यह गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही, जिसके चलते आज सोमवार को सेंसेक्स 1,000 से ज्यादा अंक टूट गया, वहीं निफ्टी 1. 73 फीसदी लुढ़का। सेंसेक्स के 30 शेयर्स में से 5 स्टॉक बढ़त में जबकि 25 गिरावट में बंद हुए हैं। बीएसई पर आज सबसे अधिक HDFC बैंक के शेयरों में 3. 65 फीसदी की गिरावट है, इसके बाद एलटी, बजाज फाइनेंस के शेयरों में 3 फीसदी की बड़ी गिरावट रही। उधर, निफ्टी नेक्स्ट 50, निफ्टी मिडकैप, निफ्टी बैंक और निफ्टी फाइनेंशियल इंडेक्स में गिरावट देखी गई। इसके चलते सिर्फ एक दिन में इक्विटी इनवेस्टर्स की वैल्थ में 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की कमी दर्ज की गई है। फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) की बिकवाली जारी है, क्योंकि वे ग्लोबल बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी के बीच महंगे बाजारों से निकल रहे हैं और जापान और यूरोप जैसे आकर्षक वैल्यू वाले बाजारों की ओर रुख कर रहे हैं। एफपीआई ने फरवरी के पहले चार ट्रेडिंग सेशन में भारतीय बाजारों से 6,834 करोड़ रुपये निकाले हैं। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने इक्विटी से 3,627 करोड़ रुपये, डेट सेगमेंट से 3,173 करोड़ रुपये और हाइब्रिड इंस्ट्रूमेंट्स से 34 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं। ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल (Crude Oil) की अंतरराष्ट्रीय कीमतें 93 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई हैं। क्रूड ऑयल का यह रेट पिछले सात साल में सबसे अधिक है। हालांकि अभी इसमें और तेजी की आशंका जताई जा रही है। डिमांड के मुकाबले ग्लोबल सप्लाई में कमी, रूस और पश्चिमी देशों के बीच बढ़ते तनाव और अमेरिका में खराब मौसम के चलते क्रूड की कीमतें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक, मजबूत डिमांड को देखते हुए जल्द क्रूड का भाव 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है। अमेरिका महंगाई के दौरा से गुजर रहा है। अमेरिका में महंगाई पिछले महीने करीब 40 सालों की अपनी सबसे तेज गति से बढ़ी है। एक साल पहले की तुलना में महंगाई में 7 फीसदी की वृद्धि हुई है। घरेलू खर्च बढ़ गए हैं। जनवरी के लिए अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े गुरुवार को होने वाले हैं और मजबूत डेटा फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को बढ़ाने की योजना को आगे बढ़ा सकता है। वहीं, यूएस पेरोल डाटा से पता चलता है कि पिछले महीने 4,67,000 जॉब्स बढ़ीं, जिससे केंद्रीय बैंक को दरें बढ़ाने में मदद मिल सकती है। ऐसे में ट्रेडर्स इस साल यूएस फेड द्वारा पांच बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर दांव लगा रहे हैं। ग्लोबल मार्केट का आज मिलाजुला रुख है। शुक्रवार के आंकड़ों से पता चलता है कि जनवरी में अमेरिका ने उम्मीद से ज्यादा नौकरियां पैदा कीं, जिसके बाद निवेशक फेडरल रिजर्व की ब्याज दर में बढ़ोतरी के बढ़ते दांव से सतर्क थे। शुक्रवार को Dow गिरावट के साथ बंद हुआ था । S&P 500 और Nasdaq बढ़त के साथ बंद हुए थे। Cryptocurrency Prices: बिटकॉइन 42 हजार डॉलर के पार, शीबा इनु में 23% की जबरदस्त तेजी, जानें अन्य करेंसी के भाव? क्या कहते हैं एक्सपर्ट? Swastika Investmart के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा कि FII की बिकवाली से HDFC, HDFC Bank और कोटक बैंक के शेयरों में गिरावट आई है। निफ्टी के लिए 17200 पर सपोर्ट लेवल है। संतोष मीणा के मुताबिक, "अगर हम घरेलू संकेतों के बारे में बात करते हैं तो बजट अच्छा था और कंपनियों की दिसंबर तिमाही में अर्निंग ग्रोथ भी ठीक रही है। लेकिन यहां अहम सवाल यह है कि "क्या घरेलू मार्केट 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों से ठीक पहले घबरा रहा है? " तकनीकी रूप से, निफ्टी अपने 50 दिनों के मूविंग एवरेज से नीचे फिसल गया है जो एक अच्छा संकेत नहीं है। हालांकि 17,200 एक सपोर्ट लेवल है जहां हम कुछ रिकवरी की उम्मीद कर सकते हैं। अगर ऐसा नहीं हुआ तो बिकवाली का दबाव 17,000/16,800 के स्तर की ओर बढ़ सकता है। हालांकि सपोर्ट मिलने पर 17450-17500 अब एक मजबूत रेजिस्टेंस के रूप में काम करेगा। " चंदन टपारिया, वाइस प्रेसिडेंट, इक्विटी डेरिवेटिव व टेक्निकल, ब्रोकिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के मुताबिक, इंडेक्स ने लगातार तीसरे सत्र में गिरावट देखी और कुल मिलाकर आज के दिन 300 से ज्यादा अंको की मंदी के साथ 17200 के आसपास दिन का कामकाज बंद हुआ। इंडेक्स ने कमजोर विदेशी बाजारों, बढ़ते क्रूड के भावों और भारतीय रिज़र्व बैंक की मीटिंग के चलते अभी बजट के बाद ऊपरी स्तर 17800 से 17100 की तरफ लगभग 700 अंको की गिरावट पिछले तीन दिनों में दर्ज की है। आज के दिन सरकारी बैंक और कुछ चुनिंदा मेटल शेयरो को छोड़ बाकी प्रायः सभी सेक्टर में गिरावट का माहौल देखा गया जिसमें मुख्यतया फाइनेंसियल सर्विस, निजी बैंक, कंज़म्पशन, ऑटो, मीडिया, फार्मा, रियल एस्टेट और टेक्नोलॉजी क्षेत्र में बिकवाली देखने को मिली। आगे के दृष्टिकोण की तरफ नजर डाले तो इंडेक्स को अब 16850-17000 के फिलहाल के समर्थन स्तर को थाम कर रखना पड़ेगा तभी यह उछाल 17500 और 17777 कि तरफ आगे का सफर बढ़ सकता है।
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जिले के एक निजी मैरिज हाल में केंद्र सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें गोंडा से बीजेपी सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने पूर्व कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता कर सरकार की उपलब्धि गिनाई। गोंडाः जिले के एक निजी मैरिज हाल में केंद्र सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें गोंडा से बीजेपी सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने पूर्व कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता कर सरकार की उपलब्धि गिनाई। वहीं जंतर मंतर पर बीते दिनों पहलवानों के प्रोटेस्ट और नए संसद भवन के उद्घाटन के दौरान महिला खिलाड़ियों के साथ दिल्ली पुलिस के द्वारा किए गए बर्ताव के सवाल पर कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि उस हिसाब से नहीं करना चाहिए था लेकिन देश के नए संसद भवन का उद्घाटन था, सुरक्षा की दृष्टि से था, इसलिए पुलिस को करना पड़ा। साथ ही कहा कि बीजेपी सरकार महिलाओं के सम्मान के लिए काम कर रही है। पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार पर गोंडा बीजेपी सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने बयान देते हुए कहा कि हमारे हिसाब से पुलिस को इतना नहीं करना था । लेकिन मैं यह भी कहूंगा कि एक नए संसद भवन का उद्घाटन हो रहा था और धरना इनका महीनों से चल रहा था किसी ने रोक टोक नहीं की। जो कुछ भी हुआ वहां की व्यवस्था कायम रखने के लिए। जो हमारी विपक्षी पार्टियां हैं उन्होंने इसका विरोध किया। पूरे देश नहीं बल्कि पूरे विश्व में एक देश के सम्मान को बढ़ाने की बात हो रही थी। उस सम्मान और उद्घाटन में कोई अवरोध न पैदा हो इसलिए वहां के प्रशासन ने कदम उठाया। इससे पहले कभी किसी ने उनको धरना स्थल से मना नहीं किया। कभी कोई बात कहने से कभी मना नहीं किया। हमारे देश की महानता है और लोकतंत्र की सबसे बड़ी नीव है कि लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है, सबको न्याय मांगने का अधिकार है। लोकतांत्रिक अधिकार है, पहलवान उसका प्रयोग कर रहे हैं। उसमें कोई उनको रोकने नहीं जा रहा है। अगर खाप पंचायत कुछ कहना चाहती है तो जरूर कहे। पास्को एक्ट की धाराएं हैं। मेरी जानकारी में कुछ नहीं बदला गया है क्योंकि यह एक गंभीर मामला है। न्यायालय के द्वारा आदेश दिया गया है दिल्ली पुलिस को जिसकी बारीकी से जांच हो रही है। थोड़ा रुक कर देखना चाहिए कि जांच में निकलकर क्या आता है। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर कहा कि वह अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं। वह विदेश और चीन में जा करके पता नहीं क्या-क्या बोलते रहते हैं। उसकी जिम्मेदारी कौन ले सकता है। राजनीतिक जमीन की तलाश में लोग उल्टा सीधा बयान देते है, वह भी उल्टा बयान दे रहे हैं।
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