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मंत्री ने किया आबकारी आयुक्त कार्यालय का निरीक्षण, मिलीं कई खामियां आबकारी आयुक्त कार्यालय का निरीक्षण करने के बाद न्यूज१८/ईटीवी से चर्चा करते हुए प्रकाश पंत. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में मंगलवार को राज्य के आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने आबकारी आयुक्त कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें कई कमियां और गड़बड़ियां मिलीं. प्रकाश पंत के अचानक आबकारी आयुक्त कार्यालय पहुंचने से विभाग में हड़कंप मच गया. कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी हड़बड़ाए हुए दिखे. मंत्री ने विभाग के दस्तावेजों, रजिस्टरों को खंगाला और कामकाज को लेकर अधिकारियों-कर्मचारियों से सवाल पूछे. उन्होंने आयुक्त कार्यालय के कामकाज के बारे में विस्तार से जानकारी ली. इस दौरान हाजिरी रजिस्टर में कई अधिकारी और कर्मचारी गैर-हाजिर पाए गए. जब प्रकाश पंत कंट्रोल रूम पहुंचे तो उन्हें वह मॉनिटर भी बंद मिला, जहां से राज्य की शराब की दुकानों पर नजर रखी जाती है. आबकारी मंत्री प्रकाश पंत ने ईटीवी से बातचीत में कहा कि यह आबकारी विभाग का काफी महत्वपूर्ण कार्यालय है. यहां निरीक्षण के दौरान उन्हें कई कमियां और खामियां मिली हैं. उन्हें सुधारने के लिए अधिकारियों को कहा जा रहा है. विभागीय बैठक में भी चर्चा कर इन कमियों को दूर करने के कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि आबकारी विभाग से राज्य को होने वाली आमदनी को बढ़ाया जाए. एक्साइज ड्यूटी की जो चोरी होती है या उसमें जो गलती होती है, उसका निराकरण किया जाए.
वाहन में किसी तरह की खराबी को दूर करने की जिम्मेदारी कार निर्माता की है। शीर्ष उपभोक्ता आयोग ने यह फैसला सुनाया है। नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट रिड्रेसल कमिशन (एनसीडीआरसी) ने देश की प्रमुख कार कम्पनी मारुति को निर्देश दिया है कि एक उपभोक्ता की वाहन में गड़बड़ी की शिकायत को दूर नहीं करने के लिए वह उसकी कीमत लौटाए। एनसीडीआरसी ने कम्पनी को आंध्र प्रदेश निवासी डॉ. के एस किशोर को ३,३0,७१० रुपये लौटाने का निर्देश दिया है। आयोग ने कार कम्पनी की राज्य आयोग के आदेश में संशोधन की अपील को खारिज कर दिया। पीठासीन सदस्य बी सी गुप्ता की अगुवाई वाली पीठ ने अपने आदेश में कहा, यह मारुति की जिम्मेदारी है कि वह खराबी को दूर कर शिकायतकर्ता को वाहन सडक़ पर सडक़ पर चलने की हालत में सौंपे। जो तथ्य और परिस्थितियां सामने रखी गई हैंं उनसे पता चलता है कि मारुति शिकायतकर्ता को वाहन सडक़ पर चलने की स्थिति में सौंपने में विफल रही है। शिकायतकर्ता ने १० जनवरी, २००३ को डीलर मित्रा एजेंसीज से एल्टो८०० कार ३,३0,7१० रुपये में खरीदी थी। दूसरे, तीसरे और चौथे गियर में कार चलाने पर कार में झटके लगते थे और गियरबॉक्स असेंबली से तेज आवाज आती थी। डीलर के पास कई बार चक्कर काटने के बावजूद इस गड़बड़ी को दूर नहीं किया जा सका। जिला मंच ने शिकायतकर्ता की शिकायत पर डीलर को यह राशि २५,००० रुपये मुआवजे और २,००० रुपये की मुकदमा लागत के साथ लौटाने का निर्देश दिया। डीलर ने अपनी ओर से किसी तरह की खामी से इनकार करते हुए कहा कि आवाज आने की वजह गलत तरीके से वाहन चलाना हो सकती है। राज्य आयोग ने डीलर की अपील को स्वीकार करते हुए कार कम्पनी को कार की कीमत लौटाने का निर्देश दिया। मारुति को थोड़ी राहत प्रदान करते हुए २५,००० रुपये का मुआवजा हटा दिया गया। हालांकि २,००० रुपये की मुकदमा लागत को कायम रखा गया। एनसीडीआरसी ने शिकायतकर्ता की मुआवजा बढ़ाने की संशोधन याचिका को खारिज करते हुए राज्य आयोग के आदेश को उचित ठहराया है।
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चार महीने से गिरी स्कूल की चारदीवारी का विभाग नहीं ले रहा है सुध, छात्राओं परेशान - ट्रिब्यूननेस्लिन.कॉम कनीना,१५ फरवरी:जहां एक तरफ सरकार लड़कियों की सुरक्षा को लेकर तरह-तरह के रास्ते खोज रही है, वहीं दूसरी तरफ स्थानीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना मण्डी स्कूल की छात्राओं को आए दिन स्कूल के बाहर की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है, जिसको लेकर अब तक प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाही नहीं कि गई है, ताकि छात्राओं को इस समस्या से निजात मिल सके। इस बारे में स्कूल स्टाफ के सदस्यों ने बताया कि पिछले तीन माह से स्कूल प्राचार्य किसी मामले में निलंबित हो गया था, जिसके बाद से स्कूल के सभी कार्य बाधित हो गए। उन्होंने बताया कि लगभग चार माह पहले स्कूल कि लगभग सौ मीटर लम्बी बाहरी दीवार व पानी की टंकी फट जाने के कारण स्कूल में पढऩे वाली छात्राओं को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, जिसको लेकर स्कूल के प्राचार्य रामपाल यादव व वर्तमान स्कूल स्टाफ के द्वारा उच्चाधिकारियों को लिखित व मौखिक में कई बार अवगत कराया गया है, लेकिन अब तक इस कार्य को करना तो दूर की बात है इसको कोई देखने तक नहीं आया है। उन्होंने बताया कि स्कूल के साथ लगता ही रेलवे स्टेशन और पार्क है, जिसके कारण यहा लोगों का आना जाना बना रहता है। जिसके कारण स्कूल में पढऩे वाली छात्राए काफी परेशान है। उन्होंने बताया कि स्कूल के पास पार्क होने के कारण आवारा लडक़े इस पार्क का बहाना लगाकर यहां घूमते रहते है, जिसके कारण कभी भी कोई अनहोनी कि घटनाएं होने का अंदेशा बना रहता है, लेकिन इस और अब तक किसी भी प्रकार से ध्यान नहीं दिया गया है, वहीं स्कूली छात्राओं ने बताया कि इस स्कूल की दीवार गिरने से आए दिन काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन लगभग चार माह बीत जाने के बाद भी इस विकट समस्या की और कोई ध्यान नहीं दिया गया है। यहां गौरतलब है कि स्कूल प्राचार्य को निलंबित हुए लगभग तीन माह हो गए है। जिसके बाद से नहीं तो स्कूल के स्टाफ का वेतन निकला है और अन्य स्कूल के काफी कार्य बाधित हो गए है, जिसको लेकर खण्ड शिक्षा अधिकारी से बात की गई थी तो उनका कहना था कि हमने लिखित में डी.डी. पावर के लिए डी.ओ. कार्यालय में भिजवा दिया था, जिसके बाद भी आज तक इस मामले पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया है आखिर क्यों तीन माह से किसी भी स्टाफ को पावर नहीं दी गई। आखिर इसके पीछे किसका हाथ है इसकी भी जांच होनी चाहिए। इस मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी नसीब सिंह से बात कि गई तो उनका कहना है कि मुझे यहां आए मात्र दो दिन हुए है उक्त मामला मेरी संज्ञान में नहीं है। इसको लेकर जल्द ही कनीना मंडी स्कूल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया जाएगा और स्टाफ के वेतन की समस्या का भी जल्द से जल्द समाधान कराया जाएगा। चौकी प्रभारी गोबिन्द यादव से बात तो उनका कहना है कि मण्डी स्कूल व महा विद्यालय में पढऩे वाली छात्राओं को किसी भी प्रकार से परेशानी न हो इसके लिए स्थानीय पुलिस समय-समय पर गश्त करती रहती है( बी.एल. वर्मा द्वारा ) :
त्रिपुरा लोकसभा चुनाव २०१९ परिणाम : ताजा दलीय स्थिति लाइव उपड़ते पुनः संशोधित मंगलवार, २१ मई २०१९ (२१:०९ इस्ट) वर्तमान में त्रिपुरा की दोनों ही सीटों पर माकपा का कब्जा है। त्रिपुरा पश्चिम से शंकर प्रसाद दत्ता एवं त्रिपुरा पूर्व से जितेन्द्र चौधरी वर्तमान में सांसद हैं। राज्य में इस समय बिप्लब देव के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार है। माकपा ने अपने वर्तमान सांसदों पर ही दांव लगाया है, जबकि भाजपा ने त्रिपुरा पश्चिम से रेबती त्रिपुरा, त्रिपुरा पूर्व से प्रतिमा भौमिक को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने भी क्रमश: प्रज्ञा देब बर्मन और सुबल भौमिक को मैदान में उतारा है।
हिंदी फिल्म संगीत का खजाना : हम ट्रेसुरे: हम बोलेगा तो बोलोगे के-कसौटी १९७४ स्कीप तो में | हम बोलेगा तो बोलोगे के-कसौटी १९७४ किशोर कुमार के गाये और प्राण पर फिल्माए गए गीतों में सबसे लोकप्रिय है फिल्म कसौटी का ये गीत. प्राण अपने ज़माने के बड़े खलनायक थे. ७० के दशक में उन्होंने चरित्र भूमिकाएं भी करना शुरू कर दिया. फिल्म कसौटी, जंजीर इसके अच्छे उदाहरण हैं. गीत हास्य पुट लिए हुए है. जो करता है पाता है जैसे बोलों से इस गीत ने गुदगुदाया है. वर्मा मलिक के बोल है, किशोर कुमार की आवाज़ और कल्याणजी आनंदजी का संगीत. गीत के बोल: हम बोलेगा तो बोलोगे के बोलता है मेमसाब सुन्दर-सुन्दर है साब भी खूबसूरत है दोनों पास-पास है बातें खास-खास है हमरा एक पड़ोसी है हमरा एक पड़ोसी है नाम जिसका जोशी है वो पास हमरे आता है और हमको ये समझाता है जब दो जवाँ दिल मिल जाएँगे तब कुछ न कुछ तो होगा जब दो बादल टकराएंगे दो से चार हो सकते है चार से आठ हो सकते हैं, आठ से साठ हो सकते हैं जो करता है पाता है, अरे अपने बाप का क्या जाता है जोशी पड़ोसी कुछ भी बोले बोले हम तो कुछ नहीं बोलेगा मेरी बुढ़िया नानी थी, लेकिन वो बड़ी सयानी थी गोदी में मुझे बिठाती थी और सच्ची बात सुनाती थी जब साल सतरवां लागेगा, दिल धड़क-धड़क तो करेगा किसी सुंदरी से नैनवा लड़ेगा, दिल खुसुर-फुसुर भी करेगा जब आग से घी मिलेगा फिर तो वो भी घी पिघलेगा पिघलेगा जी पिघलेगा हाँ पिघलेगा जी पिघलेगा न आग से न घी से हमको क्या किसी से नानी चाहे कुछ भी बोले बोले हम बोलेगा तो
एडिलेड टेस्ट में भारतीय टीम से रोहित को जगह, उमेश, जडेजा पहले टेस्ट से बाहर | वेब्दुनिया हिन्दी एडिलेड टेस्ट में भारतीय टीम से रोहित को जगह, उमेश, जडेजा पहले टेस्ट से बाहर पुनः संशोधित बुधवार, ५ दिसंबर २०१८ (१३:५8 इस्ट) एडिलेड। भारतीय क्रिकेट टीम ने एडिलेड ओवल में गुरुवार से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने वाले पहले टेस्ट के लिए १२ सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी जिसमें सीमित ओवर विशेषज्ञ रोहित शर्मा को जगह दी गई है जबकि तेज गेंदबाज उमेश यादव और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा को बाहर रखा गया है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्टों की सीरीज की पूर्व संध्या पर बुधवार को यहां एडिलेड ओवल में ही भारत की १२ सदस्यीय टीम घोषित की गई। वनडे टीम में उपकप्तान रोहित को बल्लेबाजी क्रम में जगह दी गई है जबकि जडेजा और उमेश को जगह नहीं मिली है। रोहित के अलावा हनुमा विहारी को भी अंतिम एकादश में जगह मिली है। टीम चयन से माना जा रहा है कि भारतीय टीम मजबूत बल्लेबाजी क्रम पर अधिक भरोसा कर रहा है और यही कारण है कि इस बार पांच विशेषज्ञ गेंदबाजों के सिद्धांत से हटकर खिलाड़ियों का चयन किया गया है। चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव को भी टीम में जगह नहीं दी गई है और टीम में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन एकमात्र स्पिनर हैं। (वार्ता) इंडिया व्स ऑस्ट्रेलिया १स्त टेस्ट : एडिलेड में टीम इंडिया की जीत की राह हो सकती है आसान? बंटू का सवाल, खानदानी गुंडागर्दी कब खत्म होगी? जोक पढ़कर हंसी नहीं रूकेगी टीम इंडिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया का खतरनाक गेम प्लान, उप-कप्तान को बाहर कर लिया इस धाकड़ बल्लेबाज को... हर आदमी के पीछे एक औरत का हाथ होता है : चिंटू ने समझाया इसका अर्थ, पढ़ें लोटपोट कर देने वाला जोक मैं इसके साथ सोया करता था : यह चुटकुला पढ़कर हंस-हंस कर पेट दुखने लगेगा
भारत ने २१ मई २०१८ को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का पहला सफल परीक्षण किया. यह भारत-रूस के साझा उपक्रम से तैयार किया गया है. डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) के अनुसार ओडिशा तट पर चांदीपुर में एकीकृत टेस्ट रेंज (आईटीआर) में मौजूद मोबाइल लॉन्चर से मिसाइल का परीक्षण किया गया था. निकोलस मादुरो वेनेजुएला के राष्ट्रपति पद का चुनाव जीते वेनेजुएला के वर्तमान राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने २१ मई २०१८ को एक बार फिर से राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है. उनके प्रतिद्वंद्वियों ने इस चुनाव को खारिज करते हुए मांग की है कि इस वर्ष के अंत में फिर से चुनाव कराए जाएं. राष्ट्रीय चुनाव परिषद के प्रमुख टी लुसेना ने कहा कि वेनेजुएला के राष्ट्रपति चुनाव में ४६.१ फीसदी मतदान हुआ जो पिछली बार वर्ष 20१3 में हुए राष्ट्रपति चुनाव के मतदान ८० प्रतिशत से बहुत कम है. वेनेजुएला के मुख्य विपक्षी दल ने इस राष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार किया था जिसके कारण मतदान प्रतिशत में यह कमी दर्ज की गई. अफ्रएशिया बैंक ग्लोबल वेल्थ माइग्रेशन रिव्यू द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार भारत विश्व का छठा सबसे अमीर देश है. रिपोर्ट के अनुसार भारत के पास ८,२३० अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति के कारण इसे यह स्थान हासिल हुआ है. अफ्रएशिया बैंक ग्लोबल वेल्थ माइग्रेशन रिव्यू के अनुसार अमेरिका ६२,५८४ अरब डॉलर की संपत्ति के साथ पहले नंबर पर है. कुल संपत्ति में सभी देशों में रहने वाले हर व्यक्ति की निजी संपत्ति शामिल की गई है जिसमें उनकी सभी संपत्तियां (प्रॉपर्टी, कैश, शेयर, व्यवसाय शामिल हैं). इसमें सरकारी राशि को बाहर किया गया है. चीन ने हाल ही में पृथ्वी एवं चीनी चंद्र अन्वेषण मिशन के मध्य संपर्क स्थापित करने के उद्देश्य से उपग्रह प्रक्षेपित किया. इस मिशन का उद्देश्य चंद्रमा के दूसरे हिस्से के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करना है. इस उपग्रह का प्रक्षेपण लॉन्ग मार्च-४सी रॉकेट की सहायता से देश के दक्षिण पश्चिम क्षेत्र में मौजूद शिचांग प्रक्षेपण केंद्र से किया गया. प्रेवियस स्टोरी करेंट अफेयर्स एक पंक्ति में: २१ मई २०१८ नेक्स्ट स्टोरी करेंट अफेयर्स क्विज़: २१ मई २०१८
कल २०१९: गेल का शतक काम न आया, पेट्रियाट्स ने हासिल किया रिकॉर्ड टारगेट कल २०१९: क्रिस गेल का शतक काम न आया और जमैका थलावाज को सेंट किट्स एंड नेविस पेट्रियाट्स के हाथों हार झेलनी पड़ी। बासेटेरे। क्रिस गेल के शतक के बावजूद जमैका थलावाज को कैरेबियन प्रीमियर लीग (कल) में मंगलवार को सेंट किट्स एंड नेविस पेट्रियाट्स के हाथों हार का सामना करना पड़ा। गेल के २२वें टी२० शतक की मदद से जमैका ने ४ विकेट पर 2४1 रन बनाए। इसके जवाब में पेट्रियाट्स ने ७ गेंद शेष रहते ६ विकेट खोकर लक्ष्य हासिल किया। पेट्रियाट्स ने सीपीएल इतिहास का सबसे बड़ा टारगेट हासिल किया। इस मैच के दौरान सीपीएल का सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड दो बार टूटा। जमैका के ग्लेन फिलिप्स ८ रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गेल और चैडविक वॉल्टन ने दूसरे विकेट के लिए १६२ रनों की रिकॉर्ड भागीदारी की। यह सीपीएल में किसी भी विकेट के लिए सबसे बड़ी भागीदारी है। इससे पहले यह रिकॉर्ड मार्लोन सैमुअल्स और ओ. पीटर्स के नाम था जिन्होंने हॉकबिल्स की तरफ से एमेजॉन के खिलाफ २०१४ में चौथे विकेट के लिए १६१ रनों की भागीदारी की थी। वॉल्टन ३६ गेंदों में ३ चौकों और ८ छक्कों की मदद से ७३ रन बनाने के बाद जोसेफ की गेंद पर ब्रैथवेट को कैच थमा बैठे। गेल ने टी२० क्रिकेट में अपना २२वां शतक पूरा किया। वे ६२ रन बनाने के बाद ७ चौकों और १० छक्कों की मदद से ११६ रन बनाकर फेबियन एलन के शिकार बने। गेल के नाम टी२० क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक है और उन्होंने अपनी बढ़त को और मजबूत किया। इसके जवाब में पेट्रियाट्स को इविन लुईस और डेवोन थॉमस ने आक्रामक शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए ८५ रन जोड़े। लुईस १८ गेंदों में ३ चौकों और ६ छक्कों की मदद से ५३ रन बनाकर रसेल के शिकार बने। उन्होंने १७ गेंदों में फिफ्टी पूरी की। इसके बाद थॉमस और लॉरी इवांस (४१) ने दूसरे विकेट के लिए 7६ रन जोड़े। थॉमस ने ४० गेंदों में ८ चौकों और ३ छक्कों की मदद से ७१ रन बनाए। अंत में फेबियन एलन ने १५ गेंदों में ५ चौकों और २ छक्कों की मदद से ३7 रन बनाए।
शिविर से वापस आए कैडेटों का हुआ सम्मान - अमर उजाला शिविर से वापस आए कैडेटों का हुआ सम्मान गाजीपुर। थल सैनिक शिविर से वापस आए दो एनसीसी कैडेटों को मुख्य अतिथि पीजी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार सिंह ने सम्मानित किया। साथ ही महाविद्यालय के खेल मैदान कैडेटों को ट्रेनिंग भी प्रदान की गई। इस मौके पर मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. अशोक कुमार सिंह ने कहा कि थल सैनिक शिविर में पूरे देश से कुछ गिने-चुने कैडेटों का ही चयन होता है। इसका आधार फायरिंग तथा विभिन्न तरह के साहसिक प्रशिक्षण के बाद दिल्ली तक पहुंचते हैं। कहा कि महाविद्यालय के लिए गर्व की बात है कि दोनों कैडेट कुंदन भारद्वाज और मीना यादव ने महाविद्यालय का नाम रौशन किया है। कहा कि इस तरह के शिविर के माध्यम से कैडेटों में शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। इससे कैडेट अपने अंदर एक अच्छे चरित्र का निर्माण कर सकते है। एनसीसी ऑफिसर डी आर सिंह ने कहा कि थल सैनिक शिविर को सफलता पूर्वक संपन्न करने वाले कैडेट महाविद्यालय के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भविष्य में अपने मेहनत एवं लगन से आगे बढ़ते हुए राष्ट्र तथा महाविद्यालय का नाम रोशन करते रहेंगे। इस मौके पर बद्रीनाथ सिंह, समर बहादुर सिंह, डॉ. अनुराग सिंह, डॉ. संजय चतुर्वेदी, मनोज मिश्रा आदि मौजूद रहे। संचालन डी आर सिंह और आभार संयुक्त सचिव कृपाशंकर सिंह ने व्यक्त किया।
इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट कोहली ने लपके २००वां कैच, सचिन-द्रविड़ से पीछे - ओनेइंडिया हिन्दी इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट कोहली ने लपके २००वां कैच, सचिन-द्रविड़ से पीछे टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली एक अलग ही मुकाम पर पहुँच चुके हैं. हर मैच में कोहली कोई न कोई रिकॉर्ड बना ही देते हैं. चाहे वो बल्ले से हो, कप्तानी से या फिर फील्डिंग की बदौलत. साउथहैम्पटन में खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में विराट कोहली ने एक बड़ा रिकॉर्ड कायम किया है. दरअसल, कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में २०० कैच पूरे कर लिए हैं. इंग्लैंड के खतरनाक बल्लेबाज जोस बटलर का कैच लपककर कप्तान कोहली ने ये कारनामा किया. सबसे ज्यादा इंटरनेशनल कैच लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों में अब कोहली चौथे नंबर पर पहुँच गये हैं. कोहली के आगे सचिन तेंदुलकर हैं. जिन्होंने २५६ कैच लिए हैं.
ब्राजील पोल वॉल्टर डा सिल्वा को मिली १ किलो सोने की ईंट बाय आईएएनएस ऑन ऑगस्ट २७, २०१६ ११:१७ आम कम्मंट ऑफ ऑन ब्राजील पोल वॉल्टर डा सिल्वा को मिली १ किलो सोने की ईंट रियो डी जनेरियो। ब्राजील के लिए ओलम्पक में पोल वॉल्ट का खिताब जीतने वाले ब्राज डा सिल्वा को पुरस्कार के तौर पर एक किलो सोने की ईंट मिली है। सिल्वा ने मौजूदा चैम्पियन फ्रांस के रेनाड लावीलीन को हराते हुए पोल वॉल्ट का खिताब जीता था। सिल्वा ने ६.०३ मीटर के साथ नया ओलम्पिक रिकार्ड बनाया था। सिल्वा ने कहा कि उन्होंने पोल वाल्ट की कला ब्राजील के पूर्व विश्व चैम्पियन फेबियाना मुरेर से सीखी है। इस बीच, मुरेर ने रियो ओलम्पिक में खराब प्रदर्शन के बाद गुरुवार को संन्यास की घोषणा की। वह पहले दौर में ही बाहर हो गए थे। ब्राजील पोल वॉल्टर डा सिल्वा को मिली १ किलो सोने की ईंट अद्देड बाय शिप्रा सक्सेना ऑन ऑगस्ट २७, 20१6 ११:१7 आम
८ मीन एगो अचानक से टेक्सटाइल मिल की मशीन में फंस गया युवक, देखें सीसीटीवी फुटेज १९ मीन एगो जम्मू कश्मीर: सोपोर में सेब से लदे ट्रक पर आतंकियों ने पेट्रोल बम से किया हमला ३४ मीन एगो 'भारत बन रहा है डिफेंस इंडस्ट्री, २०२४ तक ३५००० करोड़ के एक्सपोर्ट की उम्मीद' महिला ने पहले अपने बेटे और बेटी को खिलाया जहर, फिर खुद भी खाकर खत्म कर ली जिंदगी गुजरात न्यूज, जूनागढ़। गुजरात में जूनागढ़ के विसावदर क्षेत्र में एक मां अपने दो मासूमों को जहर खिलाया और फिर उन्हीं के साथ खुद भी मर गई। महिला ३५ साल की थी जबकि, उसके बच्चे भी काफी कम उम्र के थे। घरेलू विवाद के चलते महिला द्वारा यह कदम उठाए जाने की प्राथमिक जानकारी सामने आई है। पुलिस ने तीनों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे हैं। घटना विसावादर के पियावा गांव की है, जहां रविवार की सुबह अरुणाबेन सावलिया नामक महिला ने अपने बेटे लक्ष और बेटी राशी के साथ जहर खाया। जहर से बेटे को तो तत्काल मौत हो गई, जबकि अरुणाबेन और उसकी बेटी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान अरुणाबेन ने दम तोड़ दिया, इसके बाद बेटी भी चल बसी। इससे पहले विसावदर में ही एक माता ने ४ संतानों के साथ कूएं में कूदकर जान दे दी थी। अब ऐसी ही और एक घटना के चलते पूरे इलाके में कोहराम मचा हुआ है। हालांकि, इन मृतकों के परिवार ने इस मामले में चुप्पी साध ली है। पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है। गांव में घुसे ५ शेरों के झुंड ने मचाया तांडव, ६७ भेड़-बकरियां मारीं, मुंह से दबाकर जंगल भागे
नोटबंदी की कठिनाइयों पर बैंक कर्मचारियों के विरोध का फैसला - थे शियासत डेली नोटबंदी की कठिनाइयों पर बैंक कर्मचारियों के विरोध का फैसला हैदराबाद २१ दिसंबर: ऑल इंडिया बैंक कर्मचारियों एसोसिएशन और ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन ने नोटबंदी की वजह से विभिन्न बैंकों और उनके कर्मचारियों को हो रही कठिनाइयों के खिलाफ मुज़ाहिरों का ऐलान किया है। जो विरोध प्रोग्राम तय किए गए हैं उनमें २८ दिसंबर को जुलूस भी शामिल है। इसके बाद यूनियनों की ओर से वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम २९ दिसंबर को एक पत्र भेजा जाएगा। संघ के सदस्यों इस समस्या २ और ३ जनवरी २017 को भी विरोध प्रदर्शन की योजना रखते हैं। ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन के महासचिव सी एच वेंकट चिलम ने और बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के महासचिव एस नागराजन ने जारी एक बयान में कहा गया है कि हमारे संगठनों की ओर से घोषणा के अनुसार हमारी तन्ज़ीमों की तरफ से ऐलान के मुताबिक़ हमारी यूनिटें तमाम बड़े मराकिज़ पर मुज़ाहिरों का एहतेमाम कर रही हैं और वो रिज़र्व बैंक के मुक़ामी हुक्काम से मुलाक़ात करते हुए याददाश्तें हवाले कर रही हैं। यूनियनों ने केंद्र से मांग की के सभी बैंक बराँचस पर पर्याप्त मात्रा में मुद्रा और नकदी प्रदान की जाए। सभी एटीएम्स किसी देरी के बिना बहाल किया जाए और बैंकों को पैसे की आपूर्ति में शफ़्फ़ाफ़ियत बरती जाए। मुंबई से मिली इत्तेला के मुताबिक स्थानीय शहरी पुराने नोटों को अपने खातों में जमा करने की नई कड़ी शर्तों पर बेहद नाराज हैं। टॉपिक:#नोटबंदी कठिनाइयों कर्मचारियों फ़ैसला बैंक विरोध
प्स अवधपुरी: अधेड़ व्यक्ति ने फांसी लगाकर खत्म की जिंदगी - जनसम्पर्कलाइफ भोपाल। खुदकुशी एक ऐसा लफ्ज है जिसे सुनकर ही रौंगटे खड़े हो जाते हैं। लोग खुदकुशी अक्सर निराशा के चलते कर लेते हैं। आज की भाग दौड़ भड़ी जिंदगी में पिछड़ने पर लोग हताशा का शिकार हो रहे हैं। सहनशीलता और सब्र की कमी युवा वर्ग की जान पर भारी पड़ रही है। राजधानी में फांसी लगाकर आत्महत्या के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसा ही खुदकुशी का मामला अवधपुरी थाने में दर्ज हुआ है जहां एक युवक ने फांसी का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली। जनसंपर्कलाइफ.कॉम को मिली जानकारी के अनुसार, ५४ वर्षीय दीपक मंडल पुत्र वीरेंद्र मंडल बीडीए कॉलोनी अवधपुरी में रहता था। वह कारपेंटर था। कल मंगलवार शाम को उसने अपने घर में फांसी का फंदा बनाकर खुदकुशी कर ली। परिजन उसे अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृग कायम कर शव का पीएम के लिए भेज दिया है। और जांच शुरू कर दी है। पुलिस को मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है जिससे मौत की कारणों का पता चलता। पुलिस परिजनों और मिलने जुलने वालोंं से भी पूछताछ कर रही है।
वैश्विक उदारीकरण के चलते विश्व में उधार लेकर उपभोग की वस्तुऐं क्रय करने की प्रवृत्ति बढ़ी है। हमारे देश में तो वैसे ही रोजगार की कमी रहती है उस पर आजकल आधुनिक सुख सुविधाओं की वस्तुऐं जुटाने के लोग इतने आतुर हो जाते हैं कि अपने आय के साधनों की परवाह ही नहीं करते जिससे उनके यहां घरेलु आर्थिक संकट बिना बुलाये मेहमान की तरह हमेशा विराजमान रहता है। इसके अलावा कामकाज के आधुनिक साधनों की वजह से वैसे भी श्रम का उपयोग कम होने से बेरोजगारी बढ़ रही है जिसकी वजह से हमारे यहां युवाओं के लिये विकास का मार्ग अवरुद्ध हो रहा है। मगर उनको भी मोबाइल, कंप्यूटर, गाड़ी और अन्य सामान चाहिए जिससे उनमें से अनेक लोग अपराध की तरफ चले जाते हैं। इस विषय पर चाणक्य नीति में कहा गया है कि अनालोक्य व्ययं कर्ता ह्मनाथ कलहप्रियः। बिना विचार किये अपनी आय से अधिक व्यय करने वाला, साथियों के बिना ही अपना सामूहिक अभियान या युद्ध प्रारंभ करने वाला तथा अनेक स्त्रियों में रुचि रखने वाला व्यक्ति शीघ्र ही प्राप्त होता है। हम अगर आज अपने समाज की स्थिति पर नज़र डालें तो ऐसा लगता है कि वह एक पतनशील समाज हो गया है। लोभ, लालच और अहंकार के वश लोग एक दूसरे से भावनात्मक रूप से कट गये हैं और रिश्ते केवल नाम के रह गये हैं। उससे भी बदतर हालत यह है कि आजकल कोई आदमी संकट पड़ने पर किसी पर भरोसा नहंी करता। यही कारण है कि लोग कर्ज लेकर पहले तो घी पी लेते हैं पर जब मर्ज बढ़ जाता है तो उनको अपने आर्थिक संकट से उबरने का कोई मार्ग नहीं दिखता। इसी कारण हमारे देश में आत्महत्या की घटनायें बढ़ गयी हैं। कहीं कहीं तो ऐसा भी होता है कि परिवार का मुखिया अपने पूरे परिवार को जहर देकर बाद में स्वयं भी खा लेता है। वैसे भी आजकल प्रचार माध्यमों ने आम आदमी की चिंत्तन क्षमता को हर लिया है। एक तरफ वह उपभोग की वस्तुऐं के लिये प्रेरित करते है तो दूसरी तरफ ऋण मार्ग का पता भी बताते हैं। ऐसे में जो ज्ञानी और व्यवहारिक लोग हैं वही अपना मानसिक संतुलन रख पाते हैं वरना तो पतन के मार्ग पर चलने को सभी आतुर दिखते हैं। लेखक संकलक एवं संपादक-दीपक राज कुकरेजा 'भारतदीप',ग्वालियर
स्वप्नदर्शी: सपने में बातचीत -०४ सपने में बातचीत -०४ समय और भूगोल के पार अकसर कहीं कुछ पहुँची, और बहुत कुछ पीछे छूटी मैं किसी दिन समूची मिलूंगी खुदसे लौट आऊँगी फिर अपने पास उनींदी आँखों में उतर आये कुछ कुलबुलाते सपनो की तरह कुछ ऐसे जैसे बहती है फूलों की एक नदी धीमे-धीमे बसन्ती बयार में, या पतझड़ में फिरता रहे कोई बावरा धुधंलके तक निपट निर्जन में, उड़ता फिरे हरे, लाल, पीले, जामुनी पत्तों के संग या गर्मियों की किसी दोपहर फिसलता रहे कोई बच्चा चीड़ की पत्तियों से ढंकी किसी ढलान पर, अपनी ही संगत के एकांत में खो दे समयबोध वैसे ही फिर मिलना है मुझे बैठना है देर तक अपनी ही संगत में कुछ उलट-पुलट करनी हैं दुनिया के नक़्शे पर खिंची आड़ी-तिरछी रेखाएं लिखना है यात्रा वृत्तांत अबूझे मन की गलियों का शीर्षक होना चाहिए था,'सपने में कविता'.....कविता अच्छी लगी। संजय भास्कर अप्रैल ५, २०१० एट १२:१८ आम कुछ नयी पुरानी फिल्मे सपने में बातचीत-०२ अजनबी संसार की सड़क पर
ऑस्ट्रेलिया नहीं बल्कि इस देश से... ऑस्ट्रेलिया नहीं बल्कि इस देश से क्रिकेट के मैदान में वापसी करेंगे स्टीव स्मिथ स्टीव स्मिथ पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने १ साल का बैन लगाया है। गेंद से छेड़छाड़ कर १ साल का बैन झेल रहे स्टीव स्मिथ जल्द ही क्रिकेट के मैदान में वापसी कर सकते हैं। लेकिन स्मिथ के ऑस्ट्रेलिया नहीं बल्कि कनाडा में होने वाली ग्लोबल टी२० कनाडा टूर्नामेंट के जरिए वापसी करने की खबरें हैं। माना जा रहा है कि आयोजकों ने स्मिथ से संपर्क किया है और उनसे टूर्नामेंट में खेलने को कहा है। कनाडा में होने वाला ये टूर्नामेंट २८ जून से १६ जुलाई तक खेला जाएगा। इसमें ६ टीमें हिस्सा लेंगी। टीमों के नाम कैरीबियन ऑल-स्टार, टोरंटो नेश्नल्स, मॉन्ट्रियल टाइगर्स, ओटावा रॉयल्स, वैंकोवर नाइट्स और विनिपेग हॉक्स हैं। टूर्नामेंट को वेस्टइंडीज का समर्थन हासिल है क्योंकि आईसीसी के पूर्ण सदस्य के समर्थन के बिना आईसीसी इसे मंजूरी नहीं देती। आपको बता दें कि हाल ही में ये खबरें भी सामने आई हैं कि डेविड वॉर्नर भी घरेलू क्रिकेट के जरिए वापसी करने की तैयारी में हैं। हालांकि अभी सिर्फ इसकी खबरें हैं लेकिन माना जा रहा है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया भी स्मिथ को कनाडा में खेलने की मंजूरी दे सकता है। आपको बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में तीसरे टेस्ट के दौरान स्मिथ की कप्तानी में गेंद से छेड़छाड़ हुई थी और इसके बाद मामला सामने आने पर जमकर बवाल हुआ था। विवाद इतना बढ़ गया था कि ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री को भी बयान देने सामने आना पड़ा था और इसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया मामले में शामिल खिलाड़ियों पर कड़ी कार्रवाई की थी। बोर्ड ने स्मिथ, डेविड वॉर्नर पर १-१ साल और कैमरन बैनक्रॉफ्ट पर ९ महीने का बैन लगा दिया था। अब तीनों खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट, बिग बैश लीग में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। लेकिन तीनों घरेलू क्रिकेट खेल सकते हैं।
इधर आम आदमी पार्टी की क्या भूमिका होगी यह तो नहीं कहा जा सकता लेकिन उसका दावा है कि वह मोदी और राहुल को सत्ता में आने से रोकने के लिये तीसरे मोर्चे की सरकार बनाने में मदद करेगी हालाकि इस मामले में आप के बीच मतभेद है किन्तु राजनीति में सबकुछ हो सकता है.कांग्रेस अभी इस हाल में भी दावे तो बहुत कर रही है लेकिन अंदर ही अंदर वह भी भाजपा की तरह ही डरी हुई है, शायद यही कारण है कि उसने बहुमत न आने की स्थिति में तीसरे मोर्चे का साथ देने की बात कही है लेकिन यहां भी पेच है कांग्रेस का समर्थन लेने के लिये कुछ विपक्षी नेता तैयार नहीं हैं. आम आदमी पार्टी [आप] भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए तीसरे मोर्चे को समर्थन दे सकती हैं. आप के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने कहा कि अगर १६ मई को चुनाव परिणाम आने के बाद तीसरे मोर्चे की सरकार के लिए पहल होती है तो पार्टी उसे मुद्दों पर आधारित समर्थन की पेशकश पर विचार कर सकती है.इस बयान का अरविन्द केजरीवाल ने खण्डन किया है. पूर्व में आये सर्वेेक्षणों में चौकाने वाली बात यही थी कि विपक्ष या तीसरा मोर्चा जो भी बनेगा वह अहम भूमिका निभाने की स्थिति में है तथा वह भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए धर्मनिरपेक्ष कहलाने वाली ताकतों के साथ में आने की संभावना पर बातचीत तेज कर सकती है. सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव और अन्य कई नेताओं ने इस तरह की संभावना जताई थी। सोलहवीं लोकसभा में किसी भी गठबंधन को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने की स्थिति में सरकार बनाने के लिए नए साथियों की तलाश में सीबीआई अहम भूमिका अदा कर सकती है। मायावती, ममता बनर्जी और नवीन पटनायक जैसे तीन बड़े क्षत्रप सीबीआई के निशाने पर हैं और उनके लिए सत्ताधारी दल के साथ टकराव आसान नहीं होगा। ममता बनर्जी की तमाम कोशिशों के बावजूद शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने शारदा चिटफंड घोटाले की जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंप दी. इस घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के कई बड़े नेता फंसे हुए हैं और जांच की आंच मुख्यमंत्री तक पहुंचने की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता.इस घोटाले का दायरा पश्चिम बंगाल की सीमा से बाहर असम और ओडिशा तक फैला हुआ है. अब तक घोटाले की जांच बीजू जनता दल के नेताओं तक भले ही नहीं पहुंची हो, लेकिन सीबीआई जांच की स्थिति में इसकी सारी परते खुल सकती है. जाहिर है ममता और नवीन पटनायक के लिए घोटाले की आंच से अपने कुनबे को सुरक्षित बचाने की मजबूरी होगी. मोदी के खिलाफ ममता बनर्जी की तमाम तल्ख टिप्पणियों के बावजूद राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि केंद्र सरकार से सीधा टकराव लेना उनके लिए संभव नहीं होगा. इसी प्रकार पिछले साल सुप्रीम कोर्ट से एफआईआर निरस्त होने के बाद मायावती एक तरह से सीबीआई के चंगुल से बाहर निकल आई हैं, लेकिन आय से अधिक संपत्ति मामले को दोबारा खोलने की सुप्रीम कोर्ट में लंबित याचिका नए सिरे से उनकी मुश्किलें बढ़ा सकती है। इस मामले पर १५ जुलाई को सुनवाई होनी है. फिलहाल सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट को एफआइआर निरस्त होने के बाद पुरानेे सबूतों और बयानों के अप्रासंगिक होने का तर्क दिया, लेकिन अदालत के आदेश के बाद उसके पास जांच के अलावा कोई चारा नहीं रहेगा.यहां यह भी इंगित करना होगा कि कि सीबीआइ सुप्रीम कोर्ट में लगातार मायावती के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के पुख्ता सबूत होने और इस सिलसिले में चार्जशीट तैयार होने का दावा करती रही है कि हमारा आंदोलन आम आदमी के लिए है और निश्चित रूप से मुद्दा आधारित समर्थन होगा. हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होगा कि ईमानदार राजनीति की आवाज संसद में पहुंचे फिर यह मायने नहीं रखता कि हमें १० सीटें मिलती हैं या ३० सीटें। आप ने ४२२ लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं और केजरीवाल ने दावा किया था कि उनकी पार्टी कम से कम १०0 सीटों पर जीत दर्ज करेगी. छह चरणों के मतदान के बाद कांग्रेस ने यह मत बनाया था कि देश की सत्ता उसके हाथ से जा रही है. सत्ता का फायदा भाजपा को न मिले इसके लिए उसने चुनाव बाद देश में तीसरे मोर्चे की सरकार बनवाने के संकेत भी दिये. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण के बाद विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि बहुमत न मिलने पर कांग्रेस तीसरे मोर्चे की सरकार का समर्थन करने पर विचार कर सकती है. मोदी को भाजपा के लिए ही बड़ी समस्या करार देते हुए खुर्शीद ने कहा था कि जब भगवान (राम मंदिर आंदोलन) की लहर कांग्रेस को नहीं रोक पाई तो मोदी की लहर क्या चीज है. इसलिए केंद्र में भाजपा की सरकार बनने की संभावना नहीं है. चुनाव बाद कांग्रेस सरकार बनाने के लिए तीसरे मोर्चे का समर्थन कर सकती है. इतना ही नहीं वह सरकार बनाने के लिए तीसरे मोर्चे के दलों का समर्थन भी ले सकती है. माकपा ने भाजपा को सत्ता से रोकने के लिए चुनाव बाद सेक्युलर फ्रंट बनाने के संकेत दिए हैं.माकपा महासचिव प्रकाश कारत की माने तो चुनाव के बाद सेक्युलर फ्रंट बन सकता है. इसके लिए उन्हें कांग्रेस के समर्थन से कोई ऐतराज नहीं जबकि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और रक्षा मंत्री ए.के एंटनी ने केरल की सभा में वामदलों को कांग्रेस के नेतृत्व में सेक्युलर फ्रंट के तहत एकजुट होने की अपील की थी.कारत का दावा है कि चुनाव के बाद कांग्रेस सरकार बनाने की स्थिति में नहीं होगी. एंटनी के बयान पर उनका मत है कि चुनाव के बाद एंटनी और कांग्रेस के सामने एक ही रास्ता होगा कि वह सेक्युलर मोर्चे को समर्थन दें, भाजपा को सरकार से दूर रखने के लिए सेक्युलर मोर्चे में कांग्रेस के समर्थन से कोई आपत्ति नहीं है.मोर्चे के नेतृत्व का फैसला चुनाव के बाद तय किया जा सकता है। १९९६ में ऐसे ही हालात में संयुक्त मोर्चा बना था और नेता चुना गया था।
होम विदेश अपराधियों को पकड़ा जायेगा चश्मा लगा कर, चीन की हाईटेक सुरक्षा चीन हमेशा से अपने हाईटेक चीजों के लिए चर्चा में रहता है। इस बार चीन ने नववर्ष के हाईटेक सुरक्षा इंतजाम के लिए चेहरे को पहचानने की टेक्नोलॉजी से लैस चश्मे पहनने वाले पुलिस कर्मियों की तैनाती की है। यह चश्मा बड़ी संख्या में यात्रियों पर नजर रखने का काम करेगा। चीन ने चेहरे पहचानने की टेक्नोलॉजी से लैस चश्मे पहनने वाले पुलिस कर्मियों तैनाती स्थानीय मीडिया खबरों के मुताबिक, हेनान प्रांत के झेंगझू पूर्वी रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे के साथ ही उच्च तकनीक वाले चश्मे पहने रेलवे पुलिसकर्मी तैनात हैं। चश्मे के जरिए पुलिस डेटाबेस पर उपलब्ध जानकारी के साथ यात्रियों की पहचान मिलानी होती है ताकि कोई अपराधी बचकर न निकल सके। इस टेक्नोलॉजी के जरिए अभी तक मानव तस्करी और हिट एंड रन के सात आरोपियों को पकड़ा गया है, जबकि पहचान बदलकर यात्रा करने वाले २६ मामले दर्ज किए गए हैं। बता दें कि एक फरवरी से लेकर १२ मार्च तक हर साल ज्यादातर चीनी यात्री नववर्ष के दौरान छुट्टी मानाने अपने घर लौटते हैं। कारगर है टेक्नोलॉजी हेनान के सार्वजनिक सुरक्षा विभाग के झांग जियाओली ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि यह चश्मा गूगल के ग्लास के समान है, जो पुलिस डेटाबेस से जुड़ा होता है। चश्मे में कैप्चर किए गए चेहरों की जानकारी वांछित सूची पर संदिग्धों की तुलना करने के लिए डेटाबेस में वापस भेजी जाएगी। नई तकनीक को डेटाबेस से तुलना करने के लिए फोटो की आवश्यकता होती है। पुलिस कर्मिया द्वारा पहने जाने वाले चश्मे टैबलेट व कंप्यूटर से जुड़े होते हैं। इनमें एक बार यात्रियों के चेहरे स्कैन हो जाने पर टैबलेट से पुलिस डेटाबेस में चेहरों का मिलान कर लेता है। जबकि पहले एक अपराधी को पकड़ने के लिए उसके चेहरे की विभिन्न एंगल की तस्वीरों की जरूरत होती थी। दिन में मेकअप करते सयम भूलकर भी ना करें ये गलतियां टैग्सचीन की हाईटेक सुरक्षाचेहरे स्कैनटेक्नोलॉजीसीसीटीवीहेनान प्रेवियस आर्टियल अन्ना हजारे का आरोप, किसानों की नहीं, उद्योगपतियों के लिए सोचती है मोदी सरकार नेक्स्ट आर्टियल चिट्ठी न कोई संदेश, जाने वो कौन सा देश, जहां तुम चले गए उक में भारतीय मूल की महिला सरबजीत कौर की हत्या वॉल्वरहैम्प्टन (ब्रिटेन) ब्रिटेन के वॉल्वरहैम्प्टन शहर में एक भारतीय मूल की महिला को उसके सीरिया में फिर फैला दहशत का माहौल, राकेट हमले में ७१ की मौत नई दिल्ली। सीरिया के हलात दिन पर दिन खराब होते जा रहे है और अब सीरिया के दमिश्क के पास गौत
गन्ने की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है इसलिए ताजा गन्ना लगाना बेहतर होगा: शरद पवार - चीनिमंडी कोल्हापुर: पुणे, सांगली, सतारा, कोल्हापुर और सोलापुर जिलों में भारी बारिश के बाद खेतों को बड़ा नुक्सान हुआ है। अब, किसान बाढ़ के बाद सामान्य स्थिति में लौटने की कोशिश कर रहे हैं। बाढ़ ने क्षेत्र में कई हजार हेक्टेयर पर फसलों को नुकसान पहुंचाया है। अन्य फसलों की तरह, अत्यधिक जलभराव से गन्ने को भी नुकसान हुआ है। जिसके बाद, अब नप ने सरकार से गन्ना किसानों को मुआवजा प्रदान करने का आग्रह किया है। धनंजय मुंडे और सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में नप के एक प्रतिनिधिमंडल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से मुलाकात की और गन्ने के लिए प्रति हेक्टेयर १ लाख रुपये के मुआवजे की मांग की। इसके साथ ही पार्टी ने कृषि भूमि को खेती योग्य बनाने के लिए मुआवजे के रूप में २५,००० रुपये प्रति हेक्टेयर की भी मांग की। १४ अगस्त को, पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने भी बाढ़ और भारी बारिश से प्रभावित किसानों के लिए पूर्ण फसल ऋण माफी की मांग की। उन्होंने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए एक स्थायी समाधान की भी मांग की। पवार ने कहा, गन्ने की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है, इसलिए ताजा गन्ना लगाना बेहतर होगा।
जिम्बाब्वे की सेना ने तख्ता पलट की अटकलों को सिरे से किया खारिज जिम्बाब्वे के राष्ट्रीय टीवी पर सेना का कब्जा, अफसरों ने किया आम जनता को संबोधित राष्ट्रीय टीवी पर सेना ने किया कब्जा सुबह से ही हरारे सहित कई शहरों में सक्रिय दिखी सेना राष्ट्र को सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने किया संबोधित, कहा यह तख्तापलट नही जिम्बाब्वे की सेना ने बुधवार सुबह तख्ता पलट की खबरों का खंडन करते हुए ऐसी खबरों को बेबुनियाद बताया है.हालांकि बीते कुछ दिनों से देश के कई शहरों में सेना की कार्रवाई को देखते हुए ऐसी चर्चाएं जोरों पर थी. बुधवार को राजधानी की सड़कों पर सेना मार्च करती दिखी. इसी दौरान राष्ट्रपति आवास के पास कुछ राउंड की गोलीबारी ने सभी को चकित कर दिया. यह भी पढ़ें:जिम्बाब्वे पुलिस ने राष्ट्रपति मुगाबे के अपमान के आरोप में अमेरिकी महिला गिरफ्तार सेना बुधवार को राष्ट्रीय टीवी चैनल पर कब्जा किया. वरिष्ठ अधिकारियों ने टीवी के माध्यम से कहा कि राष्ट्रपित रोबर्ट मुगाबे सुरक्षित हैं और उनकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है.सेना के प्रवक्ता ने कहा कि यह किसी भी तरह से सेना द्वारा तख्तापलट नहीं है.हम सभी को बताना चाहते हैं कि राष्ट्रपति और उनका परिवार पूरी तरह से सुरक्षित है. हम सिर्फ उन आरोपियों को ही निशाना बना रहे हैं जिनकी वजह से देश में रहने वालों को समाजिक और आर्थिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही अपने मिशन को पूरा करेंगे जिसके बाद देश में हालात पहले जैसे ही समान्य होंगे. यह भी पढ़ें:वो ने जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे को गुडविल एंबैसेडर पद से हटाया सेना का संबोधन हरारे और आसपास के इलाकों में कुछ घंटे पहले हुए धमाकों के बाद आया. सेना की इस कार्रवाई के बाद सेना द्वारा तख्तापलट की अटकलें दिन भर लगाई जाती रही.यह भी कहा जाने लगा कि सेना यह सब कुछ उप-राष्ट्रपति के बहकावे में आकर कर रही है. सत्ताधारी पार्टी ने जेनरल कंस्टेंटाइन चिवेंगा पर उनके उस प्रतिक्रिया के लिए आरोप लगाया जो उन्होंने हरारे में सेना के आने के बाद तुरंत बाद दिया था. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बुधवार सुबह से ही राष्ट्रपति के आवास के पास से गोलीबारी के आवाज आ रही है. मेरे घर से राष्ट्रपति के घर की तरफ जाने वाले रास्ते में सुबह करीब दो बजे करीब दो से तीन मिनट में ही ३० से ४० राउंड गोली चलने की आवाज आई है. हथियारों लिए सैनिक इलाके से गुजरने वाले आम लोगों के साथ भी मारपीट कर रहे हैं.समाचार एजेंसी के मुताबिक सेना के अधिकारी सुबह हथियार लोड करते भी देखे गए. (इनपुट एएफपी से) (यह भी पढ़ें)... इस्लाम में ७८६ अंक शुभ क्यों माना जाता है?
जानिये, कौन है वो शख्स, जिसके दो मिनट के वीडियो ने रानू मंडल को रातों-रात बना दिया स्टार | इन्फोयऊनीद जानिये, कौन है वो शख्स, जिसके दो मिनट के वीडियो ने रानू मंडल को रातों-रात बना दिया स्टार वीडियो देखने के लिये नीचे जाएं पश्चिम बंगाल के रानाघाट रेलवे स्टेशन पर गाना गाती रानू मंडल को को अपने मोबाइल फोन से रिकॉर्ड करने वाले इस श... पश्चिम बंगाल के रानाघाट रेलवे स्टेशन पर गाना गाती रानू मंडल को को अपने मोबाइल फोन से रिकॉर्ड करने वाले इस शख्स का नाम अतींद्र चक्रवर्ती है। पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब धूम मचा रहा है, ये वीडियो है रानू मंडल का, जो अब हिमेश रेशमिया के साथ उनकी फिल्म का टाइटल ट्रैक गा रही हैं, रानू मरिया मंडल वही औरत हैं, जिन्हें कुछ दिन पहले एक वीडियो में रेलवे प्लेटफॉर्म पर गाना गाते हुए सुना गया था, उनकी आवाज और सुर इतने मधुर थे, कि हर कोई उनकी तारीफ करने लगा, सोशल मीडिया की वजह से वो रातों-रात स्टार बन गई। लेकिन ये खबर रानू के बारे में नहीं है, बल्कि उस शख्स के बारे में है, जिसके दो मिनट के वीडियो ने रानू की जिंदगी ही बदल दी। पश्चिम बंगाल के रानाघाट रेलवे स्टेशन पर गाना गाती रानू मंडल को को अपने मोबाइल फोन से रिकॉर्ड करने वाले इस शख्स का नाम अतींद्र चक्रवर्ती है, जो पेशे से समाज सेवक हैं, अतींद्र ने जब रानू को रेलवे प्लेटफॉर्म पर गाना गाते सुना, तो अपने मोबाइल से वीडियो बना लिया, अतींद्र वहां अपने दोस्त के साथ पहुंचे थे, उन्हें उनका गाना काफी पसंद आया। फेसबुक पर पोस्ट किया अतींद्र ने इस वीडियो को पहले फेसबुक पर पोस्ट किया, हालांकि उन्हें भी शायद इस बात का अंदाजा नहीं था, कि उनके द्वारा पोस्ट किया गया वीडियो रानू मंडल की जिंदगी ही बदल देगा, इन दिनों रानू मंडल जहां भी जा रही हैं, अतींद्र उनके साथ ही नजर आ रहे हैं। हिमेश रेशमिया ने कराई बॉलीवुड एंट्री बीते गुरुवार को लोगों को तब सबसे ज्यादा हैरानी हुई, जब रानू मारिया मंडल की फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री की खबर सामने आई, हिमेश रेशमिया ने इंस्टाग्राम के जरिये जानकारी दी, कि उनके फिल्म में रानू मंडल गाना गाएगी, हिमेश के साथ वो स्टूडियो में गाना रिकॉर्ड करती हुई भी नजर आई, वीडियो देखने के लिये नीचे क्लिक करें इन्फोयऊनीद : जानिये, कौन है वो शख्स, जिसके दो मिनट के वीडियो ने रानू मंडल को रातों-रात बना दिया स्टार
कब तक सामने आते रहेंगे प्यारेमियाँ जैसे चरित्र ? : डॉ नीलम महेंद्र डॉ नीलम महेंद्र, ग्वालियर | मध्यप्रदेश की राजधानी एक बार फिर कलंकित हुई। एक बार फिर साबित हुआ कि हम एक सभ्य समाज होने का कितना भी ढोंग करें लेकिन सत्य बेहद कड़वा है। प्यारेमियाँ तो केवल वो नाम है जो सामने आया है ऐसे कितने ही नाम अभी भी गुमनाम हैं। प्यारेमियाँ तो मात्र वो चेहरा है जो बेनकाब हुआ है ऐसे कितने ही चेहरे अभी भी नकाब की ओट में हैं यह हम सभी जानते हैं। चूंकि अब यह मामला सामने आ गया है तो सब ओर से प्यारेमियाँ को कठोर से कठोर दंड देने की मांग उठने लगी है। लेकिन क्या प्यारेमियाँ को दंडित करने मात्र ही समस्या का हल है? क्या प्यारेमियाँ अकेला अपराधी है? ऐसे अनेक सवाल हैं जो एक समाज के रूप में हमें स्वयं से पूछने ही चाहिए। दरअसल प्यारेमियाँ अकेला दोषी नहीं है उसके अतीत को खंगालने पर पता चलता है कि उसका आज ही नहीं बल्कि उसका बीता हुआ कल भी दागदार था। आश्चर्यजनक है कि सरकार और प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं थी। क्योंकि १९९० से प्यारेमियाँ लगभग ५००० वर्गफीट में बने विधायक विश्राम गृह के दो भवनों में रह रहा था, किस हैसियत से यह पता नहीं। इस जगह पर उसने अपना आलीशान घर बना लिया था। २००२ में जब उसे सचिवालय द्वारा परिसर खाली करने का नोटिस दिया गया तो उसने अदालत की शरण ली। हालांकि अदालत से भी उसे परिसर खाली करने का आदेश दिया गया फिर भी सत्ता शीर्ष तक उसकी पहुंच के चलते सचिवालय को उससे यह परिसर खाली कराने में काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। पुलिस और विधानसभा के सुरक्षा विभाग के साझा ऑपेरशन से परिसर को खाली कराया गया। इस दौरान परिसर से ४० पेटी विदेशी शराब तथा आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद हुए थे। बावजूद इसके, कुछ माह बाद ही प्यारेमियाँ को पुराना भोपाल इलाके में एक बंगला आवंटित कर दिया गया था। क्या यहाँ यह प्रश्न नहीं उठता कि कैसे और क्यों? और अगर आपको बताया जाए कि जिस परिसर पर प्यारेमियाँ ने पत्रकार और अखबार के नाम पर कब्ज़ा किया था वो वीआईपी क्षेत्र की बेशकीमती सरकारी जमीन है जो भोपाल के मुख्य बाजार न्यू मार्केट, राजभवन, बिड़ला मंदिर, विधानसभा और मंत्रालय के बीचों बीच स्थित है तो आप क्या कहेंगे? इसे पुलिस की मासूमियत कहें या मजबूरी? अगर हमारी पुलिस इतनी ही मासूम है तो उसे समझना चाहिए कि उनकी यह मासूमियत कितनी ही नाबालिग बच्चियों की मासूमियत समय से पहले ही छीन लेती है। और अगर वो मजबूर है तो उसे समझना चाहिए कि उनकी यह मजबूरी भविष्य में न कितने प्यारेमियाँ को किसी गरीब लड़की की मजबूरी का फायदा उठाने की हिम्मत दे जाती है। हमारी सरकारों और न्याय व्यवस्था को भी समझना चाहिए कि जब बलात्कार के एक आरोपी का जब हैदराबाद पुलिस द्वारा एनकाउंटर होता है तो पूरा देश खुशी क्यों मनाता है। क्योंकि जब तक हम इन सवालों के ईमानदार जवाब नहीं खोजेंगे प्यारेमियाँ बार बार सामने आते रहेंगे। प्रेवियस भूस्खलन के मलवे से दबकर दो व्यक्ति की मौत नेक्स्ट साल्ट ट्रेडिंग संचालक समिति का प्रमुख लक्ष्मीदास मानन्धर अस्पताल में भर्ती
ओलंपिक में देश का नाम रोशन करने वाले पहलवान सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त के स्वागत का सिलसिला लगातार जारी है. नोएडा में अपने सीनियर पहलवान और अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित पुलिस इंस्पेक्टर अनुज चौधरी के बुलावे पर जब दोनों पहलवान वहां पहुंचे तो उनका भव्य स्वागत किया गया.
अधिवक्ता के पुत्र को बीच चौराहे पर मारी गोलियां, अस्पताल में हुई मौत अज्ञात हमलावरों ने शहर के बाबा नगर में रहने वाले १६ वर्षीय किशोर को गोली मार दी जिसने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया. मृतक का नाम किशोर गुप्ता बताया जा रहा है जो कि बाबा नगर मोहल्ले का रहने वाला था. बिहार में अपराधी पूरी तरह से बेखौफ हो चुके हैं. शनिवार को बक्सर शहर में अपराधियों ने दिनदहाड़े एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी. घटना नगर थाना क्षेत्र के सिंडीकेट गोलंबर के पास की है. अज्ञात हमलावरों ने शहर के बाबा नगर में रहने वाले २० साल के युवक गोपाल दूबे को गोली मार दी. मृतक अधिवक्ता संतोष दुबे का पुत्र था. गोली लगने के बाद उसने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया. मृतक बाबा नगर मोहल्ले का रहने वाला था. आपसी विवाद को लेकर हुई बहसबाजी में उसे गोली मार दी गई. घटना की जानकारी मिलते ही लोग सड़क पर उतर आये. पुलिस उपाधीक्षक शैशव यादव ने बताया कि मामले की जानकारी लेने के साथ ही अपराधियों की पहचान की जा रही है. हत्या के बाद गोलंबर इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. लोग प्रशासन के खिलाफ लगातार नारेबाजी कर रहे हैं.
राजनांदगांव: रमन की राह में कई कांटे रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह विकास के दावे के साथ अपने निर्वाचन क्षेत्र राजनांदगांव की जनता के पास गए हैं। कोई उनकी जीत पक्की मान रहा है तो कुछ लोग कहते हैं कि इस बार रमन को जीत के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री की जीत पर संशय! आखिर वजह क्या है? दरअसल, कांग्रेस ने चुनावी अखाड़े में मुख्यमंत्री के खिलाफ इस बार अलका मुदलियार को उतारा है और जीरम घाटी नक्सली कांड के जरिए सहानुभूति वोट बटोरने की कोशिश कर रही है। वहीं, मुख्यमंत्री रमन के बेटे अभिषेक सिंह भी अपने पिता के कार्यों का बखान कर राजनांदगांव के हर घर में पहुंच रहे हैं। अलका ने राजनांदगांव में चुनावी बिगुल भी फूंक दिया है। वह इस बार घर-घर जाकर नक्सली कांड में शहीद हुए राज्य के शीर्ष नेताओं का जिक्र कर सहानुभूति पाने की कोशिश कर रही हैं। यहां बताना लाजिमी होगा कि पिछले दिनों बागी तेवर अख्तियार कर चुकीं करुणा शुक्ला भी अब अलका के समर्थन में उतर चुकी हैं। उन्होंने इतना तक कह दिया कि अलका उनकी बेटी हैं और वे अलका के लिए राजनांदगांव में जनसंपर्क भी करेंगी। करुणा के इस कथन से यह साफ हो गया है कि वे आने वाले दिनों में कांग्रेस में भी प्रवेश कर सकती हैं। यहां पर यह कहना गलत नहीं होगा कि बागी करुणा आने वाले दिनों में भाजपा को नुकसान पहुंचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं। अलका जनसंपर्क कर जीरम में शासन-प्रशासन की हुई चूक के बारे में कहकर और जनता से गले मिलकर आंसू बहा रही हैं। एक महिला प्रत्याशी का रोना अगर दिलों को छू गया तो यह कहना गलत नहीं होगा कि सीएम को आटे-दाल का भाव पता चल जाएगा। वहीं सूत्रों से पता चला है कि इस बार राजनांदगांव की जनता भी सीएम से खफा है। लोगों का कहना है कि सीएम उनके जिला के हैं, फिर भी राजनांदगांव का विकास नहीं हो पाया। वहीं इस बार कांग्रेस भी अपनी सारी ताकत राजनांदगांव में ही झोंक रही है। कांग्रेस के सभी नेता राजनांदगांव में सीएम के लिए अलग ही रणनीति तैयार कर रहे हैं। अब देखना होगा कि आने वाले समय में सीएम रमन सिंह कांग्रेस के चक्रव्यूह को तोडऩे में कहां तक सफल होते हैं। रमन सिंह के लिए राहत की बात यह है कि जीरम घाटी से जुड़ी सहानुभूति की लहर अभी तक जिले में नजर नहीं आ रही है। अगर आने वाले दिनों में लहर दौड़ गई तो सीएम को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि राजनीति और किक्रेट दो ऐसी चीजें हैं कि कब कौन बाजी मार जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता। अब तो आने वाला समय ही बताएगा कि राजनांदगांव में सीएम के विकास के दावों के सिक्के चलेंगे या अलका के मार्फत सहानुभूति की लहर। नौकरानी को प्रताडऩा : पुलिस ने खोजा राखी के पुत्र को मोदी को चुनौती देने वाले नेता के तौर पर देखती है कांग्रेस: चिदंबरम
१ लोगों ने दाऊद से कहा, "देखो, पलिश्ती कीला के विरुद्ध युद्ध कर रहे हैं। वे खलिहानों से अन्न लूट रहे हैं।"२ दाऊद ने यहोवा से पूछा, "क्या मैं जाऊँ और इन पलिश्तियों से लड़ूँ?" यहोवा ने दाऊद को उत्तर दिया, "जाओ और पलिश्तियों पर आक्रमण करो। कीला को बचाओ।"३ किन्तु दाऊद के लोगों ने उससे कहा, "देखो, हम यहाँ यहूदा में हैं और हम भयभीत हैं। तनिक सोचो तो सही कि हम तब कितने भयभीत होंगे जब वहाँ जाएंगे जहाँ पलिश्ती सेना है।"४ दाऊद ने फिर यहोवा से पूछा। यहोवा ने दाऊद को उत्तर दिया, "कीला को जाओ। मैं तुम्हारी सहायता पलिश्तियों को हराने में करूँगा।"५ इसलिये दाऊद और उसके लोग कीला को गये। दाऊद के लोग पलिश्तियों से लड़े। दाऊद के लोगों ने पलिश्तियों को हराया और उनकी गायें ले लीं। इस प्रकार दाऊद ने कीला के लोगों को बचाया।६ (जब एब्यातार दाऊद के पास भाग कर गया था तब एब्यातार अपने साथ एक एपोद ले गया था।)७ लोगों ने शाऊल से कहा कि अब दाऊद कीला में है। शाऊल ने कहा, "परमेश्वर ने दाऊद को मुझे दे दिया है। दाऊद स्वयं जाल में फँस गया है। वह ऐसे नगर में गया है जिसके द्वार को बन्द करने के लिये दरवाजे और छड़ें हैं।"८ शाऊल ने युद्ध के लिये अपनी सारी सेना को एक साथ बुलाया। उन्होंने अपनी तैयारी कीला जाने और दाऊद तथा उसके लोगों पर आक्रमण के लिये की।९ दाऊद को पता लगा कि शाऊल उसके विरुद्ध योजना बना रहा है। दाऊद ने तब याजक एब्यातार से कहा, "एपोद लाओ।"१0 दाऊद ने प्रार्थना की, "यहोवा इस्राएल के परमेश्वर, मैंने सुना है कि शाऊल कीला में आने और मेरे कारण इसे नष्ट करने की योजना बना रहा है।११ क्या शाऊल कीला में आएगा? क्या कीला के लोग मुझे शाऊल को दे देंगे? यहोवा इस्राएल के परमेश्वर, मैं तेरा सेवक हूँ! कृपया मुझे बता!" यहोवा ने उत्तर दिया, "शाऊल आएगा।"१२ दाऊद ने फिर पूछा, "क्या कीला के लोग मुझे और मेरे लोगों को शाऊल को दे देंगे।" यहोवा ने उत्तर दिया, "वे ऐसा करेंगे।"१३ इसलिए दाऊद और उसके लोगों ने कीला को छोड़ दीया। वहाँ लगभग छः सौ पुरुष थे जो दाऊद के साथ गए। दाऊद और उसके लोग एक स्थान से दूसरे स्थान घूमते रहे। शाऊल को पता लग गया कि दाऊद कीला से बच निकला। इसलिए शाऊल उस नगर को नही गाय।१४ दाऊद मरूभूमि मे चला गया और वहाँ किलों में ठहर गया। दाऊद जीप की मरूभूमि के पहाड़ी देश में भी गया। शाऊल प्रतिदिन दाऊद की खोज करता था, किन्तु यहोवा शाऊल को दाऊद को पकड़ने नहीं देता था।१५ दाऊद जीप की मरुभूमि में होरेश में था। वह भयभीत था क्योंकि शाऊल उसे मारने आ रहा था।१६ किन्तु शाऊल का पुत्र योनातान होरेश में दाऊद से मिलने गया। योनातान ने परमेश्वर पर दृढ़ विश्वास रखनेे में दाऊद की सहायता की।१७ योनातान ने दाऊद से कहा, "डरो नहीं। मेरे पिता शाऊल तुम्हें चोट नहीं पहुँचा सकते। तुम इस्राएल के राजा बनोगे। मैं तुम्हारे बाद दूसरे स्थान पर रहूँगा। मेरे पिता भी यह जानते हैं।"१८ योनातान और दाऊद दोनों ने यहोवा के सामने सन्धि की। तब योनातान घर चला गया और दाऊद होरेश में टिका रहा।१९ जीप के लोग गिबा में शाऊल के पास आए। उन्होंने शाऊल से कहा, "दाऊद हम लोगों के क्षेत्र में छिपा है। वह होरेश के किले में है। वह हकीला पहाड़ी पर यशीमोन के दक्षिण में है।२0 महाराज आप जब चाहें आएँ। यह हम लोगों का कर्तव्य है कि हम आपको दाऊद को दें।"२१ शाऊल ने उत्तर दिया, "यहोवा आप लोगों को मेरी सहायता के लिये आशीर्वाद दे।२२ जाओ और उसके बारे में और अधिक पता लगाओ। पता लगाओ कि दाऊद कहाँ ठहरा है। पता लगाओ कि दाऊद को वहाँ किसने देखा है। शाऊल ने सोचा, 'दाऊद चतुर है। वह मुझे धोखा देने की कोशिश कर रहा है।'२३ छिपने के जिन स्थानों का उपयोग दाऊद कर रहा है, उन सभी का पता लगाओ और मेरे पास वापस लौटो तथा मुझे सब कुछ बताओ। तब मैं तुम्हारे साथ चलूँगा। यदि दाऊद उस क्षेत्र में होगा तो मैं उसका पता लगाऊँगा। मैं उसका पता तब लगा लूँगा यदि मुझे यहूदा के सभी परिवारों की तलाशी लेनी पड़े।"२४ तब जीपी निवासी जीप को लौट गए। शाऊल वहाँ बाद में गया। दाऊद और उसके लोग माओन की मरुभूमि में थे। वे यशीमोन के दक्षिण में मरुभूमि क्षेत्र में थे।२५ शाऊल और उसके लोग दाऊद की खोज करने गये। किन्तु लोगों ने दाऊद को सावधान कर दिया। उन्होंने बताया कि शाऊल उसकी तलाश कर रहा है। दाऊद तब माओन की मरुभूमि में नीचे की ओर चट्टान पर गया। शाऊल ने सुना कि दाऊद माओन की मरुभूमि में गया है। इसलिये शाऊल उस स्थान पर दाऊद को पकड़ने गया।२६ शाऊल पर्वत की एक ओर था। दाऊद और उसके लोग उसी पर्वत की दूसरी ओर थे। दाऊद शाऊल से दूर निकल जाने के लिये शीघ्रता कर रहा था। शाऊल और उसके सैनिक पर्वत के चारों ओर दाऊद और उसके लोगों को पकड़ने जा रहे थे।२७ तभी शाऊल के पास एक दूत आया। दूत ने कहा, "शीघ्रता करो! पलिश्ती हम पर आक्रमण कर रहें है!"२८ इसलिये शाऊल ने दाऊद का पीछा करना छोड़ दिया और पलिश्तियों से लड़ने निकल गया। यही कारण है कि लोग उस स्थान को "फिसलनी चट्टान' कहते हैं।२९ दाऊद ने माओन की मरूभूमि को छोड़ा और एनगदी के समीप के किले में गया।
कुछ स्त्रोत ऐसे भी हैं, जहां से होने वाली आय टैक्स के दायरे में नहीं आती. भारत में रहने वाले किसी व्यक्ति की सालाना आय अगर २.५ लाख रुपये से ज्यादा है तो वह आयकर के दायरे में आता है. नौकरीपेशा व्यक्ति के मामले में वेतन से होने वाली आय के अलावा कुछ अन्य स्त्रोतों से हुई आय भी आयकर के तहत आती है. इन स्त्रोतों में बचत से आने वाला ब्याज, घर से हो रही कमाई, साइड बिजनेस, कैपिटल गेन्स जैसी कई चीजें शामिल हैं. यानी टैक्स कुल मिलाकर आपकी पूरी आय पर लगता है. लेकिन कुछ स्त्रोत ऐसे भी हैं, जहां से होने वाली आय टैक्स के दायरे में नहीं आती. आइए बताते हैं ऐसे ही कुछ टैक्स फ्री इनकम सोर्स के बारे में- खेती से हुई आय अगर आप किसान हैं तो खेती से होने वाली आय पूरी तरह टैक्स फ्री है, फिर चाहे यह कितने ही बड़े अमाउंट में क्यों न हो. भारत में आयकर कानून, १९६१ के सेक्शन ५६(२)(क्स) के तहत गिफ्ट्स पर टैक्स लगता है. लेकिन अगर गिफ्ट आपको शादी पर दोस्तों और रिश्तेदारों से मिले हैं तो इन पर टैक्स नहीं देना होगा. हालांकि शर्त यह है कि ये गिफ्ट ५०००० रुपये से ज्यादा के नहीं होने चाहिए. एक अन्य शर्त यह भी है कि गिफ्ट शादी की तारीख या उसके आस-पास की तारीख पर मिलने चाहिए, न कि साल-छह महीने बाद. आयकर कानून में यह भी उल्लिखित है कि कुछ खास लोगों या रिश्तेदारों से मिले गिफ्ट टैक्स के दायरे में नहीं आएंगे. फिर भले ही वे ५०००० रुपये से ज्यादा के क्यों न हों. ये इस तरह हैं हफ से मिली रकम अविभाजित हिन्दू परिवार (हफ) से मिली रकम या विरासत के रूप में हुई आमदनी को आयकर के दायरे से बाहर रखा गया है. आयकर कानून के सेक्शन १०(२) के तहत इस तरह का प्रावधान है. अगर कोई इंप्लॉई किसी ऑर्गेनाइजेशन में लगातार ५ साल काम कर चुका है तो उसके बाद नौकरी छोड़ने पर उसे ग्रैच्युटी मिलती है और यह टैक्स छूट के दायरे में आती है. लेकिन इसकी एक शर्त है, वह यह कि सरकारी कर्मचारी के मामले में २० लाख रुपये तक की ग्रैच्युटी ही टैक्स फ्री है. वहीं प्राइवेट इंप्लॉई के मामले में केवल १० लाख रुपये तक का ग्रैच्युटी अमाउंट टैक्स फ्री है. अगर कोई इंप्लॉई लगातार ५ साल नौकरी करने के बाद अपना इंप्लॉई प्रोविडेंट फंड (एप्फ) निकालता है तो यह टैक्स फ्री होगा. लेकिन अगर ५ साल की नौकरी पूरी होने से पहले ही एप्फ अमाउंट निकाला जाता है तो इस पर टैक्स देना होगा. न्रे सेविंग/फ़्द अकाउंट का ब्याज न्री को न्रे (नॉन रेजिडेंट एक्सटर्नल) खाते पर मिलने वाला ब्याज भारत में पूरी तरह टैक्स फ्री है. इसमें न्रे सेविंग अकाउंट और न्रे फ़्द (फिक्स डिपॉजिट) दोनों तरह के अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज शामिल है. व्र में मिली रकम अगर कोई सरकारी कर्मचारी रिटायरमेंट से पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति यानी व्र लेता है तो उसे मिलने वाली राशि में ५ लाख रुपये तक का अमाउंट टैक्स फ्री होगा. लेकिन यह सुविधा केवल सरकारी कर्मचारियों तक ही सीमित है. ५ लाख से ज्यादा के व्र अमाउंट पर टैक्स देय होगा. पार्टनरशिप फर्म के रूप में मिला प्रॉफिट अगर आप किसी फर्म में पार्टनर हैं तो प्रॉफिट के शेयर के तौर पर मिली राशि टैक्स देनदारी से मुक्त है. इसकी वजह है कि कंपनी पहले ही इस पर टैक्स दे चुकी होती है. हालांकि ध्यान रहे कि टैक्स छूट सिर्फ प्रॉफिट पर है, सैलरी पर नहीं. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (प्फ) एक ऐसा निवेश विकल्प है, जो पूरी तरह टैक्स फ्री है. इसमें निवेश किया जाने वाला पैसा, मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने पर मिलने वाली रकम तीनों टैक्स फ्री हैं. इसे ई कैटेगरी कहा जाता है. स्टडी या रिसर्च के लिए सरकार या प्राइवेट ऑर्गेनाइजेशन से मिली स्कॉलरशिप टैक्स के दायरे में नहीं आती. स्कूल से लेकर कॉलेज लेवल और विदेशों में पढ़ाई के दौरान मिलने वाली हर तरह की एजुकेशनल स्कॉलरशिप टैक्स फ्री है. मां-बाप से मिला पैसा और प्रॉपर्टी अगर किसी करदाता को अपने माता-पिता से या पारिवारिक विरासत में प्रॉपर्टी, जेवर या कैश मिला है तो यह टैक्स के दायरे में नहीं आता है. वसीयत के माध्यम से मिलने वाली प्रॉपर्टी या कैश पर भी आयकर नहीं बनता है. हालांकि आयकर विभाग करदाता से इस ट्रांजेक्शन को लेकर सवाल कर सकता है. तब करदाता को साबित करना होगा कि रकम या प्रॉपर्टी आदि मातापिता से या वसीयत से या खानदानी विरासत के तौर पर मिले हैं. अगर करदाता मिली हुई रकम को इन्वेस्ट कर कमाई करता है और प्रॉपर्टी को भी आगे चलकर कमाई या ब्याज हासिल करने का जरिया बनाता है तो फिर उसे इनसे आने वाली अर्निंग पर टैक्स देना होगा.
मध्य प्रदेश में दर्ज हुआ अनोखा रेप केस, इस मामले में लड़की नहीं सिर्फ एक फेसबुक पोस्ट है | क्नॉकिंग न्यूज मध्य प्रदेश में दर्ज हुआ अनोखा रेप केस, इस मामले में लड़की नहीं सिर्फ एक फेसबुक पोस्ट है नई दिल्ली : इसे आपातकाल कहिए या हंसने वाली खबर लेकिन एमपी की शिवराज सरकार की इस हरकत ने एक पत्रकार को रेप के आरोप में बुक कर दिया है. रेप भी ऐसा जिसमें कोई महिला ही नहीं है. सरकार खुद कहती है कि कोई बलात्कार किसी के साथ नहीं हुआ. लेकिन फिर भी बाकायदा कोतवाली थाने मे धारा ३७६/११७ २९२, ५०५ (२), ६७( क) में मुकदमा कायम कर दिया गया है. दरअसल पत्रकार महोदय ने सरकार के उस फैसले की आलोचना कर दी जिसमें रेप का पाड़ित महिला को पद्मावती अवार्ड देने की बात कही गई थी. सरकार को अच्छा नहीं लगा और रेप का केस दस्ज कर दिया. मामला मध्य प्रदेश के नीमच का है और रेप का केस दर्ज हुआ है पत्रकार जिनेन्द्र सुराणा पर. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एसपी डी कल्याण चक्रवर्ती ने बाकायदा इसके लिए प्रेस कांफ्रेंस की उन्होंने बडी शान से बताया कि २४ नवम्बर को नीमच निवासी जिनेन्द्र सुराना ने फेसबुक पर एक विवादित पोस्ट डाली. पोस्ट में लिखा गया था मध्यप्रदेश में रेप करवाओ और पद्मावती अवार्ड पाओ सरकार की नई घोषणा इधर इस मामले मे रेप का केस रजिस्टर हो रहा है दूसरी तरफ संजय लीला भंसाली और रोहित सरदाना को कत्ल करने के फतवे सरेआम जारी हो रहे हैं. यहां तक कि चैनल बाकायदा उन्हें प्रमुखता से बार बार प्रसारित भी कर रह हैं . एसपी डी कल्याण चक्रवर्ती ने बताया कि सोशल मीडिया फेसबुक पर की गई इस विवादित पोस्ट से महिलाओं का मान भंग करने का दुष्प्रेणा मानते हुए कोतवाली थाने मे धारा ३७६/११७ २९२, ५०५ (२), ६७( क) के तहत प्रदेश मे सम्भत: पहला प्रकरण दर्ज किया गया है.
विडियो की साउंड क्वालिटी अच्छी न होने के कारन विडियो में कहे गए बातो को निचे दिया जा रहा हैं ध्यान से पढ़े और अमल में लाये | एक चीज जो मेरे लिए भी सबसे ज्यादा मायने रखती हैं की हमारे एक जाबाज साथी ने अगर बोल दिया हैं तो बोल दिया हैं की मर्द की जबान कभी भी खाली नहीं जाती और मैं आप लोगो से भी ये कहना चाहूँगा की शायद परमात्मा कभी किसी ऐसे इंसान के द्वारा कोई बात निकलवा देता हैं , क्योंकि बात निकालने के लिए भी हिम्मत हर किसी की नहीं होती हम सबका सौभाग्य हैं की हमारे एक बहुत मजबूत साथी के मुह से यह बात निकली हैं की हम सभी के लिए काम लेने की बात हैं इसलिए पूरा डेसाइड कर लेना या पूरा मान लेना की सबसे बड़ी जरुरत हैं अपने आप को बदलने का प्रयास करना |
कस्टम स्वयं चिपकने वाला जवानों होम > उत्पादों > कस्टम स्वयं चिपकने वाला जवानों (कस्टम स्वयं चिपकने वाला जवानों के लिए कुल २४ उत्पादों) थोक चीन से कस्टम स्वयं चिपकने वाला जवानों , लेकिन कम कीमत के अग्रणी निर्माताओं के रूप में सस्ते कस्टम स्वयं चिपकने वाला जवानों खोजने की आवश्यकता है। बस कस्टम स्वयं चिपकने वाला जवानों पर उच्च गुणवत्ता वाले ब्रांडों पा कारखाना उत्पादन, आप आप क्या चाहते हैं, बचत शुरू करते हैं और हमारे कस्टम स्वयं चिपकने वाला जवानों का पता लगाने के बारे में भी राय, आप में सबसे तेजी से उत्तर हम करूँगा कर सकते हैं।
पीरियाडिक टेबल में रुबिडिअम ८७र्ब २७.८३% ४.९१०१० य ०.2८३ ८७स्र रुबिडियम (अंगरेजी: रुबिडिअम) एक ठो रासायनिक तत्व बाटे जवना के चीन्हा र्ब बा आ परमाणु संख्या ३७ बाटे। ई चानी के रंग के चमकीला सफ़ेद आ नरम धातु बाटे जवन एल्कलाई धातु के समूह में आवेला। ई बहुत क्रियाशील तत्व हवे। प्रकृति में ई दू गो आइसोटोप के एक साथ एकट्ठा रूप में पावल जाला जेवना में ७२% हिस्सा ८५र्ब के होला जेवन स्थाई होला आ बाकी हिस्सा ८७र्ब के होला जवन बहुत रेडियोएक्टिव होला आ एकर हाफ लाइफ ४९ बिलियन बरिस बा जवन ब्रहमांड के अनुमानित आयु के तीन गुना बाटे। " से लिहल गइल
कभी खत्म नहीं होगी मोबाइल की बैटरी, बस सेटिंग में जाकर करें ये छोटा सा काम - थे शियासत डेली क्या आपको पता है कि स्मार्टफोन में छोटी-सी सेटिंग करने भर से आपकी बैटरी लंबी चल सकती है और आपको लो बैटरी की समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है. आइये जानते हैं क्या हैं वो ट्रिक और सेटिंग जिसके जरिए आप अपने स्मार्टफोन की बैटरी को जल्दी लो होने से बचा सकते हैं. अगर आपको अपने स्मार्टफोन की बैटरी बचानी है तो सबसे पहले अपने फोन के वाइब्रेशन को टर्न ऑफ कर दें. दरअसल जब हम अपने फोन के कीबोर्ड पर टाइमिंग करते हैं और हमारे फोन का वाइब्रेशन ऑन रहता है तो बैटरी ज्यादा खर्च होती है. अगर आपके स्मार्टफोन में अमोलेड डिस्प्ले है तो अपने फोन का बैकग्राउंड कलर ब्लैक रखें. इससे आपकी बैटरी बचेगी. दरअसल आपके एम्लॉयड डिस्प्ले में जितना ब्लैक कलर होगा बैटरी उतनी कम कंज्यूम होगी. अपने स्मार्टफोन में ट्रैकिंग लोकेशन को बंद कर दें. इससे आपकी बैटरी बचेगी. दरअसल आपके स्मार्टफोन में जितने भी ऐप होते हैं लगभग सभी खुद-ब-खुद आपकी लोकेशन ट्रेक कर लेते हैं, ऐसे में बैटरी भी ज्यादा कंज्यूम होती है. अपने एंड्रॉयड फोन को अपडेट करते रहें. इससे बैटरी बैकअप से लेकर स्मार्टफोन की परफोर्मेस में सुधार आता है. बैटरी की लाइफ बचाने के लिए आप अपने स्मार्टफोन को एयरप्लेन मॉड पर भी रख सकते हैं. हालांकि इससे आप बाकि दुनिया से कट सकते हैं लेकिन इतनी देर तक बैटरी की लाइफ बची रहेगी. लेकिन इस दौरान आप वीडियोज चला सकते हैं और गाने भी सुन सकते हैं और आपकी बैटरी कम कंज्यूम होगी. इसके अलावा गेम भी खेल सकते हैं. फोन में बैटरी ऑटो-सिंक को टर्न ऑफ कर दें. इससे आपकी बैटरी लाइफ बची रहेगी. इसके लिए आपको सेटिंग्स &ग्य्ट; गूगल एकाउन्ट में जाकर ऑटो-सिंक को टर्न ऑफ कर दें. अगर आप बैटरी की लाइफ बढ़ाना चाहते हैं तो अपने फोन से बेकार के ऐप्स हटा दें. इनमें गेमिंग से लेकर शॉपिंग ऐप शामिल हैं. ये ऐप्स डेटा ज्यादा कंज्यूम तो करते ही हैं साथ ही में बैटरी भी ज्यादा खाते हैं. अगर फोन में इंटरनेट नहीं चला रहे हैं तो वाई-फाई, जीपीएस और ब्लूटूथ बंद रखें. इसके अलावा फोन में न्ङक फीचर भी ऑफ रखें.
पटना: सीबीआई ने बिहार के सृजन घोटाले में पहली चार्जशीट बुधवार को दायर कर दी. ये चार्जशीट पटना स्थित सीबीआई को विशेष कोर्ट में ६ आरोपियों के ख़िलाफ़ दायर किया हैं. फ़िलहाल इनमें से चार आरोपी न्यायिक हिरासत में भागलपुर जेल में बंद हैं. जिन छह आरोपियों के ख़िलाफ़ चार्जशीट दायर की गयी हैं उनमें सृजन महिला विकास समिति की मैनेजर सरिता झा, भागलपुर स्थित बैंक अव बड़ोदा के ब्रांच मैनेजर बरुन कुमार सिन्हा, पूर्व मैनेजर अरुण कुमार सिंह, इंडियन बैंक के क्लर्क अजय कुमार पांडेय, भू अर्जन पदाधिकारी राजीव रंजन सिंह और पूर्व नाज़िर राकेश कुमार झा शामिल हैं. इन लोगों के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, जालसाज़ी, धोखाधड़ी और ग़बन के आरोप में आरोप पत्र धखिल किया गया हैं.
चीन पानी में घुलनशील उर्वरक एनपीके ६ ६ ४३ निर्माता और आपूर्तिकर्ता और फैक्टरी पानी में घुलनशील उर्वरक एनपीके ६ ६ ४३ - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से (पानी में घुलनशील उर्वरक एनपीके ६ ६ ४३ के लिए कुल २४ उत्पादों) पानी में घुलनशील उर्वरक एनपीके ६ ६ ४३ पानी में घुलनशील उर्वरक एनपीके ६-६-४३ पानी में घुलनशील उर्वरक एनपीके 1६-८-२४ पानी में घुलनशील उर्वरक एनपीके १३-५-2६ १०० पानी में घुलनशील उर्वरक एन.पी.के. पानी में घुलनशील उर्वरक एम.जी.ओ. पानी में घुलनशील उर्वरक घटक पानी में घुलनशील उर्वरक एनओपी मूल्य
दादी अम्मा दादी अम्मा मुझको कथा सुनाओ तुम कुछ मुझको सिखलाओ तुम मेरा ज्ञान बढ़ाओ तुम प्यारी प्यारी सुन्दर मुन्दर लोरी मुझे सुनाओ तुम प्यार से मुझको पुच्ची करके सर मेरा सहलाओ तुम जब तक नींद से मैं ना जागूँ पास मेरे रह जाओ तुम सुन्दर सुन्दर कथा सुनाकर सीख मुझे दे जाओ तुम सुन्दर सुन्दर खेल खिलौने मेरे लिये तो लाओ तुम खेल अनोखे कैसे खेलूँ मुझको ये बतलाओ तुम दूध मुझे पीने को दो तुम पेट मेरा गुड़ गुड़ करता है क ख ग घ मुझे पढ़ाकार मेरा हिन्दी ज्ञान बढ़ाओ तुम न्नहे न्नहे कदमों से पर्वत कैसे नापूँगा सपने सच होने के जादू को मैं कैसे जाचुंगा कैसे मैं हीरा बनूँ माँ बाप की उम्मीदों का मेरे मन के कौतुहल को जल्दी से बतलाओ तुम
व्यवसाय विकास के लिए सर्वश्रेष्ठ ई-कॉमर्स मूल्य निर्धारण रणनीतियाँ -शिप्राकेट होम / ब्लॉग / इकमर्स / व्यवसाय विकास के लिए सर्वश्रेष्ठ ईकामर्स मूल्य निर्धारण रणनीतियाँ व्यवसाय विकास के लिए सर्वश्रेष्ठ ईकामर्स मूल्य निर्धारण रणनीतियाँ २९ सितम्बर, २०१८ बाय संजय नेगी - ४ मिनट पढ़ा किसी भी अन्य व्यवसाय की तरह, ईकामर्स व्यवसाय का मुख्य उद्देश्य अधिकतम पहुंच और रिसेप्शन के माध्यम से अधिकतम लाभ अर्जित करना है। जबकि ग्राहक के दृष्टिकोण से; मुख्य उद्देश्य सस्ती दरों पर सर्वोत्तम उत्पाद प्राप्त करना है। यह वह जगह है जहाँ एक प्रभावी मूल्य निर्धारण रणनीति खेल में आती है। उत्पादों और सेवाओं के मूल्य निर्धारण को बनाए रखना एक में सबसे दिलचस्प अभी तक चुनौतीपूर्ण प्रक्रियाओं में से एक है ऑनलाइन कारोबार। यदि मूल्य निर्धारण की रणनीति सही है और जगह गिरती है, तो यह ओमनीचैनल सफलता के लिए एक मार्ग प्रशस्त कर सकता है। निम्नलिखित सबसे प्रभावी मूल्य निर्धारण रणनीतियों में से कुछ हैं जिन्हें लागू किया जा सकता है इकमर्स. लागत आधारित मूल्य निर्धारण मूल्य निर्धारण की इस पद्धति में, खुदरा विक्रेता मुख्य रूप से उपभोक्ता व्यवहार या मांग-आपूर्ति श्रृंखला के बारे में अधिक शोध किए बिना मूल्य निर्धारित करता है। प्रक्रिया दृष्टिकोण में काफी सरल है और बेचे जा रहे उत्पादों की न्यूनतम वापसी सुनिश्चित करती है। ज्यादातर मामलों में, खुदरा विक्रेता लागत मूल्य पर कुछ अतिरिक्त मार्कअप जोड़ता है और लाभ कमाता है। उदाहरण के लिए, यदि आप रु। की कुल लागत पर एक जोड़ी जूते का निर्माण कर रहे हैं। ७०० और २०% लाभ मार्जिन रखना चाहते हैं, आप रुपये की कीमत पर जूते बेचेंगे। ८४०। यह ठीक वही है जो मूल्य-आधारित मूल्य-निर्धारण है। मूल्य निर्धारण रणनीति का यह मॉडल छोटे और मध्यम व्यवसायों के लिए अच्छी तरह से काम करता है जो एक स्थानीय लक्षित दर्शकों को पूरा करते हैं। मूल्य-आधारित मूल्य निर्धारण रणनीति को प्रभावित करने वाले कारकों में क्षमता, सामग्री लागत, ओवरहेड व्यय, शिपिंग लागत और श्रम लागत शामिल हैं। यदि आप उचित कीमतों पर जहाज नहीं करते हैं तो शिपिंग लागत एक प्रमुख योगदानकर्ता है। इस प्रकार, अपने शिपिंग लागत को कम करने और अधिक प्रतिस्पर्धी तरीके से अपने उत्पादों को कीमत देने के लिए शिपरॉक जैसे शिपिंग समाधानों के साथ टाई-अप करें। चूंकि आप कई कूरियर भागीदारों के साथ रियायती दरों पर जहाज पर जाते हैं, आप आसानी से शिपिंग में सुधार कर सकते हैं और बहुत बेहतर कर सकते हैं। प्रतियोगी आधारित मूल्य निर्धारण इस मूल्य निर्धारण की रणनीति में, खुदरा विक्रेता अन्य प्रतियोगियों के मूल्य निर्धारण का तुलनात्मक विश्लेषण करने के बाद कीमत निर्धारित करने की कोशिश करता है। तुलना के अनुसार, आप अपने प्रतिस्पर्धी के मूल्य निर्धारण के आधार पर अपने उत्पादों का मूल्य निर्धारण कर सकते हैं। म्य्न्त्र और अजियो दो ईकामर्स स्टोर हैं जो समान श्रेणियों से पुरुषों और महिलाओं के परिधान जैसे समान उत्पादों को बेचते हैं और कई ब्रांडों के घर हैं। वे आमतौर पर प्रतिस्पर्धी आधारित मूल्य निर्धारण का पालन करते हैं और उनके अधिकांश उत्पाद मूल्य बहुत समान होते हैं और केवल मामूली अंतर होता है। यह मूल्य निर्धारण मॉडल बाजार में समान उत्पादों को बेचने के लिए आदर्श है। हालाँकि, मूल्य निर्धारण के इस रूप में एक खामी भ्रामक जानकारी है, जो आपके व्यवसाय की प्रगति में बाधा बन सकती है। मूल्य - आधारित कीमत यह सबसे प्रभावी मूल्य निर्धारण में से एक है ईकामर्स के लिए लागू रणनीतियों। यह मुख्य रूप से उस गुणवत्ता पर केंद्रित है जिसे आप ग्राहक को वितरित करते हैं ताकि मांग बढ़े। आप उद्योग खंड, उत्पाद खंड, उपभोक्ता स्वाद, व्यवहार और खरीदने की वरीयताओं में गहन शोध करते हैं और तदनुसार उत्पादों के सही मूल्य के साथ आते हैं। यद्यपि मूल्य-आधारित मूल्य निर्धारण में गहन बाजार अनुसंधान और ग्राहक विश्लेषण की आवश्यकता होती है, लेकिन आप उनसे जो लाभ और लाभ प्राप्त करते हैं वह अद्भुत है। मूल्य-आधारित मूल्य-निर्धारण के लिए आवश्यक है कि आप अपने ग्राहकों के लिए जिस दर्द बिंदु को हल कर रहे हैं, उसके प्रति अत्यधिक सतर्क रहें और फिर उसी के अनुसार अपने उत्पादों का मूल्य निर्धारित करें। यदि आपके पास उसी उत्पाद को बेचने वाले बाजार में कई प्रतियोगी हैं, तो संभावना है कि ग्राहक आपको उसी कीमत का भुगतान नहीं करेंगे। इसलिए, यदि आप इस प्रकार के उत्पाद मूल्य निर्धारण रणनीति के साथ सफल होना चाहते हैं, तो अपने उत्पादों और अपने ग्राहक की मांग के मूल्य का आकलन करना महत्वपूर्ण है। जैसा कि आप व्यवसाय में जाते हैं, आप लक्षित दर्शकों के स्वाद, वरीयताओं और बजट से मेल खाने के लिए कीमतों में सूक्ष्म बदलाव करते हैं। मांग और आपूर्ति श्रृंखला के अनुसार, आपका मूल्य निर्धारण भी अलग-अलग होगा। अपने व्यवसाय के लिए सबसे उपयुक्त मूल्य निर्धारण मॉडल चुनें और धीरे-धीरे उच्च रणनीतियों पर जाएं। मूल्य निर्धारण की रणनीति आपके व्यवसाय के विकास, अधिग्रहण और, के लिए एक महत्वपूर्ण बाध्यकारी कारक है ग्राहक प्रतिधारण; एक का चयन करना सुनिश्चित करें जो दोनों के बीच संतुलन बनाए रखता है। सामान्य ई-कॉमर्स शिपिंग शर्तें - अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू यही कारण है कि खरीदार खरीदारी कार्ट का त्याग करते हैं अलेक्जेंड्रा बेस्सालित्सकीख फरवरी ७, २०१९ ५: ०६ आम जवाब दें साझा करने के लिए धन्यवाद। यह वास्तव में मददगार मार्गदर्शक है!
शनिवार का राशिफल, भाग्य का साथ मिलेगा आज का राशिफल :- आज आपको किस्मत का साथ मिलेगा और रुका हुआ पैसा भी मिलेगा। तथा कुछ राशियों के नौकरीपेशा और बिजनेस करने वाले लोगों के लिए दिन अच्छा है। आर्थिक उन्नति के लिए नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। नए कार्य प्रारंभ हो सकते हैं। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। मान-सम्मान मिलेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। आलस्य न कर भरपूर प्रयास करें। प्रसन्नता रहेगी। व्यस्तता अधिक रहेगी। पूजा-पाठ में व्यय होगा। कोर्ट-कचहरी व सरकारी कार्यालयों में रुके कार्यों में गति आएगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पारिवारिक चिंता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। प्रमाद न करें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में अत्यंत सावधानी की आवश्यकता है। शारीरिक हानि की आशंका है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बनते कामों में बाधा संभव है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी। कोर्ट व कचहरी के कामों में गति आएगी। जीवनसाथी के सहयोग से प्रसन्नता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। मित्रों के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। भाग्य का साथ रहेगा। भूमि-भवन व दुकान-फैक्टरी इत्यादि की खरीद-फरोख्त के कार्य लाभदायक रहेंगे। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है, ध्यान दें। नए संपर्क भविष्य में काम आएंगे। आय में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। किसी आनंददायक आयोजन का कार्यक्रम बन सकता है। मनोरंजन के साधन भरपूर मिलेंगे। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है। भय रहेगा। कोई बुरी खबर की प्राप्ति की संभावना है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी व्यक्ति से कहासुनी हो सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। व्यापार की गति धीमी रहेगी। नौकरी में अपेक्षाएं बढ़ेंगी। तनाव रहेगा। दूसरों के उकसाने में न आएं। शत्रुओं का पराभव होगा। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। समाजसेवा करने की प्रेरणा मिलेगी। मान-सम्मान मिलेगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। किसी व्यक्ति से विवाद हो सकता है। घर में अतिथियों का आगमन हो सकता है। किसी मांगलिक कार्यक्रम में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। धनलाभ में निरंतरता बनी रहेगी। नौकरी में चैन रहेगा। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होगा। अप्रत्याशित लाभ की संभावना है। लॉटरी-सट्टे से दूर रहें। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। भाग्य का साथ बना हुआ है। भरपूर प्रयास करें। कोई अप्रत्याशित बड़ा खर्च सामने आ सकता है। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। विवाद से दूर रहें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बनते कामों में देरी होगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोनुकूल रहेगी। नए काम का प्रारंभ हो सकता है। आर्थिक स्थिति सुधरेगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। व्यस्तता के चलते थकान हो सकती है। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे।
अखिलेश के मंत्रियों ने पॉकेट मनी के नाम पर उड़ा दिए ८,7८,१२,४७४ रुपये | न्यूज़नेटवर्क२४ होम फ्धचरे अखिलेश के मंत्रियों ने पॉकेट मनी के नाम पर उड़ा दिए ८,7८,१२,४७४... उत्तर प्रदेश की विधानसभा ने मौजूदा अखिलेश सरकार के मंत्रियों के पॉकेट मनी का ब्यौरा पेश किया है। सपा सरकार में शामिल मंत्रियों ने २०१२ से २०१६ तक करीब ९ करोड़ (८ करोड़ 7८ लाख १२ हजार ४७४) रुपये खर्च कर दिए। मंत्रियों के लिए पॉकेट मनी खर्च करने की सीमा की बात करें तो इसकी एक सीमा है। इसके तहत मंत्री प्रदेश में यात्रा के दौरान २५,०० रुपये प्रतिदिन और प्रदेश के बाहर, लेकिन देश के भीतर 3००0 रुपये प्रतिदिन ही खर्च कर सकते हैं. आप जानना नहीं चाहेंगे किस मंत्री ने कितना खर्च ? तो आईए हम बताते हैं। संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण कुमारी कोरी ने बीते इस सरकार में रहते हुए कुल २२,९३,८०० रुपये खर्च कर दिए। दूसरे नंबर पर हैं आपके आजम खान। कैबिनेट मंत्री आजम खान के नाम २२,८६,६२० रुपये खर्च करने का रिकॉर्ड है। इसके अलावा कैलाश चौरसिया तीसरे स्थान पर हैं, उन्होंने २२,८५,९०० रुपये खर्च किए हैं। शिवकुमार बेरिया जो अब पूर्व मंत्री हैं। उन्होने अपने कार्यकाल में २१,९३,००० रुपये खर्च किए थे। ग्राम विकास मंत्री अरविंद कुमार सिंह गोप ने २१,८७,९०० रुपये खर्च किए। भूमि विकास और जल संसाधन राज्य मंत्री जगदीश सोनकर ने २१,५३,००० रुपये खर्च किए। खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री रामकरन आर्य ने २१,०८,००० रुपये खर्च किए। श्रम मंत्री शाहिद मंजूर ने २१,२५,४०० रुपये खर्च किए। ओमप्रकाश सिंह ने २०,५१,२०0 रुपये खर्च किए। कमाल अख्तर ने २०,५८,२०0 रुपये खर्च किए। राममृर्ति वर्मा ने २०,३४,६०० रुपये खर्च किए। फरीद अहमद ने २०,०५,५८७ रुपये खर्च किए। व्यावसायिक शिक्षा व कौशल विकास राज्यमंत्री प्रो. अभिषेक मिश्रा ने १८,९४,१०३ रुपये खर्च किए। कृषि मंत्री विनोद सिंह ऊर्फ पंडित सिंह ने १९,७४,९५५ रुपये खर्च किए हैं। परिवहन राज्यमंत्री मानपाल सिंह ने १८,८६,६०० रुपये खर्च किए हैं। खेल व युवा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामसकल गुर्जर ने १८,३५,४२३ रुपये खर्च किए हैं। बेसिक शिक्षा मंत्री अहमद हसन ने ३,८०,७७४ रुपये खर्च किए। स्टाम्प व पंजीयन मंत्री रघुराज प्रताप सिंह ने ७,५०,३०० रुपये खर्च किए हैं। पूर्व मंत्री कामेश्वर उपाध्याय काफी कम समय के लिए मंत्री थे, लेकिन उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान ६७,४०० रुपये खर्च किए। महिला कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सैय्यदा शादाब फातिमा भी इस सूची में शामिल हैं. उन्होंने ७२,५०० रुपये ही खर्च किए। राजनीतिक पेंशन मंत्री राजेंद्र चौधरी ने २,६३,४०० रुपये खर्च किए। पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री साहब सिंह ने १,8१,००० रुपये खर्चे। समाज कल्याण राज्यमंत्री बंशीधर बौद्ध ने १,९२,५०० रुपये खर्च किए हैं। प्रेवियस आर्टियलंकर्ब २०१५: पूरे देश में यूपी ने किया मर्डर, किडनैपिंग में टॉप नेक्स्ट आर्टियलओलंपिक से आई अच्छी खबर, चांदी में बदल गया कांसा
सभी आकारों के रे-बैन वेफ़रर - गेनेरेल ऑप्टीक रे-बैन वेफरर: सबसे वांछित क्लासिक मॉडल रे-बैन वेफरर धूप का चश्मा आकाश को लुभाने के लिए तैयार किया गया था, लेकिन उन्होंने जल्दी से पृथ्वी पर कब्जा कर लिया और अपने नए पास्ता फ्रेम के साथ सभी का ध्यान आकर्षित किया। उनके लिए, उनके लिए, क्लासिक, रंगीन, वेफरर्स ६० से अधिक वर्षों से प्रकाशिकी और फैशन की सेवा कर रहे हैं। सबसे अच्छी कीमत पर, और सबसे अच्छी सेवा के साथ, रे-बैन वेफरर आपकी प्रतीक्षा कर रहा है। एक प्रसिद्ध ब्रांड रोचेस्टर, २० वीं सदी की शुरुआत में। दो आप्रवासियों द्वारा स्थापित एक छोटी ऑप्टिकल कंपनी रबर तमाशा फ्रेम के साथ प्रयोग करना शुरू कर देती है। लेकिन यह केवल आधी सदी बाद, में था १९५३, कि रे-बैन वेफरर, धूप का चश्मा अभिनव और अलग जो एक राष्ट्र की भावना का प्रतिनिधित्व करते हैं: आधुनिकता, लापरवाहियों पर लगाम, बाजार पर आता है। चश्मे का यह पारगमन मॉडल रंगीन डिजाइन और एक अनूठी सामग्री के रूप में फैशन के साथ फिट बैठता है। यह जल्दी से एक आइकन बन जाता है, रुझानों में परिवर्तन से बचता है और दुनिया भर में एक आवश्यक और कालातीत गौण बन जाता है। रे-बैन वेफरर धूप का चश्मा प्रसिद्ध रे-बैन एविएटर के साथ अमेरिकी ब्रांड के सबसे अधिक मान्यता प्राप्त और नकल किए गए मॉडल में से एक है। विशाल धूप का चश्मा बाजार में, मन में आने वाला पहला ब्रांड निस्संदेह रे-बैन है। कोई आश्चर्य नहीं: रे-बैन धूप के चश्मे का प्रमुख आधुनिक निर्माता है और इसके उत्पादों की उत्कृष्टता ने इसके विकास और अंतर्राष्ट्रीय विस्तार को गति दी है। प्रकाशिकी, बॉश और लोम्बोन में बड़े नामों में से एक, रे-बैन गुणवत्ता और विश्वसनीयता का प्रतीक है। रे-बैन वेफरर: फिल्म सपोर्ट करती है रे-बैन वेफरर धूप के चश्मे खुद माइकल जैक्सन जैसे मशहूर हस्तियों, अभिनेताओं और गायकों के पसंदीदा रहे हैं, जो कभी हीरे के साथ नाश्ता नहीं करना चाहते थे? हम रत्नों को नहीं बेचते हैं, लेकिन हम आपको रे-बैन ओरिजिनल वेफरर के साथ थोड़ा और अधिक हॉली ग्लॉली महसूस करा सकते हैं। रे-बैन वेफरर ग्लास हैं यूनिसेक्स और अपने लुक को एक ही समय में एक परिष्कृत और मजेदार लुक दें। मूल मॉडल और इसके बाद के संस्करण, रे-बैन न्यू वेफरर, उनकी विशेषता है ट्रेपोजॉइडल आकार और उनके पास्ता फ्रेम। दो संस्करणों के बीच मुख्य अंतर हैं: राय-बनवेफ़रेर र्ब २१४०: मूल डिजाइन, जो एक रेट्रो शैली दिखाता है, जो अब बहुत पहना जाता है, ५० या ५४ मिमी के लेंस के साथ कोणीय फ्रेम प्रस्तुत करता है। रे-बैनव वेफरर आरबी २१३२: क्लासिक मॉडल का सुदृढीकरण इसके थोड़े गोल आकार और इसके ५२ या ५५ मिमी उद्देश्यों से अलग है। हम आपको पेश करते हैं समायोजित करने की संभावना आपका रे-बैन वेफरर चश्मा। आप भूरे, हरे, हरे, सैन्य हरे, नीले और बकाइन में अपने क्रिस्टल चुन सकते हैं। कुछ मॉडल में ध्रुवीकृत लेंस होते हैं, अन्य जोड़ते हैं दर्पण प्रभाव। फ़्रेम कई प्रकार के रंगों में उपलब्ध हैं, क्लासिक टोन (काले, भूरे, हवाना) से लेकर बहुत अधिक आकस्मिक टोन (लाल, नीला और हरा) तक। आपको अलग-अलग रंगों या पैटर्न में पैरों के साथ आंखों को पकड़ने वाले मॉडल भी मिलेंगे। अपने रे-बैन वेफरर चश्मा ऑनलाइन खरीदें यह जानकर सुकून मिलता है कि हमारे ऑनलाइन स्टोर से चश्मा और कॉन्टैक्ट लेंस खरीदने के बाद १.५ मिलियन से अधिक ग्राहक संतुष्ट हैं और हम सर्वश्रेष्ठ सेवा की पेशकश जारी रखने का प्रयास करते हैं। हम समझते हैं कि, इसके अलावा, ऑनलाइन चश्मा खरीदना कोई आसान काम नहीं है: ऑनलाइन सबसे उपयुक्त मॉडल कैसे खरीदें? खैर, यह आसान है: बस अपनी या अपने वेबकैम के माध्यम से एक फोटो अपलोड करें। हमारे आभासी परीक्षक आपको यह देखने देता है कि प्रत्येक फ्रेम आपके विनिर्देशों को कैसे फिट करता है अन्य लाभ जो हम केवल आपको प्रदान करते हैं: एक बार जब आप अपना मॉडल चुन लेते हैं, तो इसे शॉपिंग कार्ट में जोड़ें और अपने लिए हमारे द्वारा खरीदे गए कई फायदे देखें: आप चश्मे के ३,००० से अधिक मॉडल चुन सकते हैं एंटी-रिफ्लेक्टिव, अतिरिक्त कठोर ग्लास और यूवी फिल्टर हमारे क्रिस्टल, बिना किसी अतिरिक्त लागत के शामिल हैं, जर्मनी में हमारी कार्यशालाओं में सबसे अच्छे पेशेवरों द्वारा उत्पादित किए जाते हैं। ३० दिन की वापसी अवधि
ईरान बशर अल असद को इक़तिदार ( शासन) से हटा दे: सुन्नी आलम दीन - थे शियासत डेली ईरान बशर अल असद को इक़तिदार ( शासन) से हटा दे: सुन्नी आलम दीन दुबई, १६ दिसंबर: ( एजेंसी) शामी सदर बशर अल असद को ईरानी हिमायत के ख़िलाफ़ मुल्क के अंदर भी सदाए एहतिजाज बुलंद होने लगी है। इस एहतिजाज में सबसे बुलंद आहंग ईरान के सरकरदा सुन्नी आलम दीन मौलाना अबदुल हमीद का बशार अल असद को इक़तिदार ( शासन) से दुबई, १६ दिसंबर: ( एजेंसी) शामी सदर बशर अल असद को ईरानी हिमायत के ख़िलाफ़ मुल्क के अंदर भी सदाए एहतिजाज बुलंद होने लगी है। इस एहतिजाज में सबसे बुलंद आहंग ईरान के सरकरदा सुन्नी आलम दीन मौलाना अबदुल हमीद का बशार अल असद को इक़तिदार ( शासन) से हटाने का मुतालिबा है। उन्हों ने सूबा सीसतान बलोचिस्तान के शहर ज़ाहिद उनकी जामा मस्जिद में ख़िताब करते हुए तेहरान हुकूमत पर ज़ोर दिया कि वो शाम में बेगुनाह लोगों के किश्त-ओ-ख़ून का सिलसिला बंद कराने के लिए सदर असद को इक़तिदार से हटाने के लिए मुदाख़िलत करे। मौलाना अबदुल मजीद ने कहा कि शाम में ख़ानाजंगी के बाइस निहत्ते शहरी जिनमें बच्चे और ख़वातीन भी शामिल हैं लुकमा-ए-अजल बन रहे हैं। ईरान अख़लाक़ी तौर पर पाबंद है कि वो शाम में क़ियाम अमन के लिए ठोस इक़दामात करे। आलमी और इस्लामी सतह पर ऐसा करना तेहरान की गिरती साख बचाने के लिए ज़रूरी है।मौलाना अबदुल हमीद का कहना था कि मैं अपनी हुकूमत को ये मुख़लिसाना मश्वरा दे रहा हूँ कि वो शाम में मुदाख़िलत करे और बशर अल असद को इक़तिदार से हटा दे। शामी बाग़ीयों के साथ ताल्लुक़ात उस्तिवार करे क्योंकि अब शाम का बेशतर इलाक़ा बाग़ीयों के क़बज़े में आ चुका है। आलमी बिरादरी शामी अपोज़ीशन इत्तिहाद को मुल्क की नुमाइंदा क़ुव्वत के तौर पर तस्लीम कर रही है। यहां तक कि रूस जैसे शाम नवाज़ मुल्क ने भी ये तस्लीम कर लिया है कि बशर अल असद की इक़तिदार से अलाहैदगी नविश्ता दीवार बन चुकी है। इन तमाम हालात को सामने रखते हुए में भी इस्लामी जमहूरीया ईरान के मुक़तदिर लोगों से भी अपील करूंगा कि वो शाम के बारे में अपनी पालिसी पर नज़र-ए-सानी करें। तेहरान को भी ये यक़ीन कर लेना चाहिए कि बशर अल असद के दिन गिने जा चुके हैं। उन्हें जल्द अज़ जल्द इक़तिदार से हटाने और शाम को ख़ूँरेज़ी से निकालने के लिए हमारी हुकूमत को फ़ौरी मुदाख़िलत करनी चाहिए। ईरानी आलम ए दीन ने अपनी हुकूमत की असद नवाज़ पालिसीयों को कड़ी तन्क़ीद का भी निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि तेहरान, बशर अल असद को बचाने की कोशिश करके आलमी और इस्लामी सतह पर अपनी साख को भी नुक़्सान पहुंचा रहा है।
कम अशोक गहलोत ने प्म मोदी को लिखा पत्र, गरीबों के लिए मनरेगा की सीमा बढ़ाने की मांग मनरेगा (मरेगा) के तहत प्रति परिवार उपलब्ध कराए जाने वाले रोजगार की सीमा १०० दिन से बढ़ाकर २०० दिन की जाने की मांग को लेकर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (राजस्थान कम अशोक गहलोट) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (प्राइम मिनिस्टर नरेन्द्र मोदी) को एक चिट्ठी लिखी है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखी चिट्ठी। सीएम ने मनरेगा के तहत रोजगार की सीमा १०० दिन से बढ़ाकर २०० दिन करने की मांग की। आज पीएम मोदी ने बिहार से गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारम्भ किया। कोरोना संकट के कारण घर लौट आए प्रवासी मजदूरों के लिए स्थानीय स्तर पर रोजगार और जीविका के साधन उपलब्ध कराने के लिए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में सीएम गहलोत ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान राजस्थान में भी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर लौटकर आए हैं। ऐसे में इन प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध है कि मनरेगा के तहत प्रति परिवार उपलब्ध कराए जाने वाले रोजगार की सीमा १०० दिन से बढ़ाकर २०० दिन की जाए। अतिरिक्त १०० मानव दिवस सृजित होने का लाभ राज्य के ७० लाख ग्रामीण परिवारों को मिलेगा। मनरेगा से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सम्बल मिला: गहलोत सीएम गहलोत ने पत्र में लिखा कि कोविड-१९ महामारी से लाखों लोगों के रोजगार पर विपरित असर पड़ा है। संकट के समय में महात्मा गांधी नरेगा योजना से न केवल समाज के वंचित और पिछड़े तबकों को रोजगार मिला है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी इस योजना ने सम्बल प्रदान किया है। लॉकडाउन के दौरान घर लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए राजस्थान सरकार ने बडी संख्या में मनरेगा के तहत जॉब कार्ड जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में ५० लाख से अधिक श्रमिक महात्मा गांधी नरेगा योजना तहत नियोजित हैं, इनमें से अधिकतर ग्रामीण परिवारों के १०० दिन के रोजगार की पात्रता आने वाले माह में पूरी हो जाएगी। गरीब कल्याण रोजगार अभियान का पीएम ने किया आज से शुभारंभ प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में गहलोत ने राज्य के ३ लाख ५७ हजार २५८ असहाय परिवारों को २ माह के लिए निशुल्क प्रति व्यक्ति ५ किलो गेहूं और प्रति परिवार एक किलो चना आवंटित कराने का भी आग्रह किया है। बता दें, पीएम मोदी ने गरीब कल्याण रोजगार अभियान का शुभारम्भ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बिहार के खगड़िया जिले के तेलिहार गांव में निर्माण कार्यों की शुरुआत कर किया। सीएम गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
श्रीकृष्ण लीला का चिन्तन पृ. ६६५ - कृष्णकोश श्रीकृष्ण लीला का चिन्तन पृ. ६६५ १.१ ४८. अघासुर के पूर्वजन्म का वृत्तान्त; अघासुर के वध पर देववर्ग के द्वारा श्रीकृष्ण का अभिनन्दन ४८. अघासुर के पूर्वजन्म का वृत्तान्त; अघासुर के वध पर देववर्ग के द्वारा श्रीकृष्ण का अभिनन्दन एक दिन यही अघदैत्य शंखासुर का पुत्र था, देखने में अत्यन्त सुन्दर था। कामदेव जैसी शोभा इसके अंगों से झरती रहती थी। पर था यह अतिशय अभिमानी। रूप के गर्व ने इसे अंधा बना दिया था। बाह्य सौन्दर्य के अभाव में भी कोई आदरणीय, वन्दनीय हो सकता है यह विवेकशक्ति यौवन के उन्माद ने हर ली थी। ऐसे रूपमदोद्धत युवक असुर को अष्टावक्र मुनि की आकृति देखकर हँसी न आवे, यह भी कभी सम्भव है? मुनि पर दृष्टि पड़ते ही वह हँस पड़ा। उसकी विकट हँसी मलयाचल श्रृंगों में प्रतिनादित हो उठी मानो चन्दन-वन से नित्य शीतल मलयगिरि के अन्तस्तल में भी इस महदपराध से रोष का आविर्भाव हो गया हो और वह महीधर गरज उठा हो! अष्टावक्र का ध्यान तो उस ओर था ही नहीं, वे तो अपने धुन में अपने टेढ़े-मेढ़े शरीर की स्वाभाविक वंकिम गति से नीची दृष्टि किये चलते जा रहे थे। सहसा कानों में घृणाभरी ध्वनि आयी- अरे, यह महाकुरूप है! फिर तो मुनि के नेत्र ऊपर उठ गये। इस उक्ति का लक्ष्य कौन है, यह समझते उन्हें देर नहीं लगी। उनकी आँखें लाल हो आयीं। उन जैसे वीतराग मुनिजनों में भी क्रोध का अवकाश है, यह कल्पना नितान्त निरर्थक है। उनका यह क्षोभ तो स्वयं भगवान व्रजेन्द्रनन्दन की अचिन्त्यलीला-महाशक्ति ने सुदूर भविष्य की भगवदीय लीला का आयोजन करने जाकर मुनि के मन को अपना यन्त्र बना लिया इसका एक निदर्शनमात्र है। जो हो, अन्तर का यह रोष बाग्वज्र बनकर बाहर निकला। मुनिश्रेष्ठ अष्टावक बोल उठे- कुरूपा वक्रगा जातिः सर्पाणां भूमिमण्डले।। रे दुष्टबुद्धि, जा, सर्प बन जा। भूमण्डल पर सर्पों की जाति ही कुरूप एवं कुटिल गतिवाली होती है। " से लिया गया
फिर से मोदी मैजिक: जानें, ब्जप के मिशन ३०० प्लस में क्या रहा उत्तर भारत का रोल? नरेंद्र मोदी को एक बार फिर सत्ता के शिखर तक पहुंचाने में उत्तर भारत का अहम रोल रहा. हिमाचल-उत्तराखंड की वादियों से लेकर उत्तर प्रदेश के मैदान तक, बिहार की पूर्वी हवा से लेकर राजस्थान की मिट्टी तक. हर जगह भगवा-भगवा हो गया. इन्हीं राज्यों के दम पर नरेंद्र मोदी का ३००+ मिशन पूरा हो गया. नई दिल्ली, २३ मई २०१९, अपडेटेड १६:४१ इस्ट नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एक बार फिर एनडीए की सरकार प्रचंड बहुमत के साथ बनने को तैयार है. दोपहर ३ बजे तक सामने आए रुझानों में एनडीए ३50 का आंकड़ा छू चुका है. नरेंद्र मोदी को एक बार फिर सत्ता के शिखर तक पहुंचाने में उत्तर भारत का अहम रोल रहा. हिमाचल-उत्तराखंड की वादियों से लेकर उत्तर प्रदेश के मैदान तक, बिहार की पूर्वी हवा से लेकर राजस्थान की मिट्टी तक. हर जगह भगवा-भगवा हो गया. इन्हीं राज्यों के दम पर नरेंद्र मोदी का ३00+ मिशन पूरा हो गया. उत्तर भारत की करीब २०० सीटों में से बीजेपी और उनके साथियों के खाते में १७० सीटें गईं. यूपी में गठबंधन फेल, मोदी की सुनामी में बन गई रेल सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में पिछली बार बीजेपी ने ७१+ सीटें लाकर इतिहास रचा था. अमित शाह का दावा था कि इस बार पार्टी ७४+ जाएगी, लेकिन सामने सपा-बसपा का गठबंधन था. अब जब रुझान सामने हैं तो बीजेपी यूपी में ५९ सीटें + एक अपना दल यानी ६० सीटें लाने में कामयाब रही हैं. तो वहीं सपा-बसपा का गठबंधन मिलकर भी २० का आंकड़ा पार नहीं कर पाया और १८ पर सिमट गया. यहां मोदी नाम की आंधी ऐसी चली कि अमेठी में राहुल गांधी की सीट भी खतरे में दिख रही है. काम आई पहाड़ों की जवानी उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्र यानी उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मोदी नाम का जादू चला. हिमाचल प्रदेश की चारों सीटें बीजेपी के खाते में जाती दिख रही हैं, यहां करीब ७० फीसदी वोट बीजेपी के पास गया. तो वहीं उत्तराखंड की ५ सीटों पर भी बीजेपी की जीत हुई है. यानी दोनों राज्यों की ९ सीटों पर भगवा परचम लहराया है. दिल्ली के दिल में मोदी! सातों सीटें मोदी को इसी नारे के दम पर बीजेपी ने दिल्ली में हुंकार भरी. कांग्रेस-आप का गठबंधन नहीं हुआ और इसी का फायदा बीजेपी को मिला. दिल्ली में बीजेपी ने इस बार गौतम गंभीर, हंसराज हंस, मनोज तिवारी जैसे दिग्गजों को उतारा था. दिल्ली में ५६ फीसदी वोट बीजेपी के खाते में गया है. उत्तर भारत के जिन तीन राज्यों में कांग्रेस को करिश्मे का इंतजार था, वहां पर उसके साथ खेल हो गया. राजस्थान की सभी २५ सीटें बीजेपी गठबंधन को, मध्य प्रदेश में २९ में से २८ और छत्तीसगढ़ में ११ में ८ सीटें मिली हैं. चुनाव से पहले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल कर कांग्रेस के हौसले बुलंद थे, लेकिन कांग्रेस का जादू यहां नहीं चल सका. जिस बिहार में पांच पार्टियां मिलकर बीजेपी-जेडीयू-लोजपा को रोकने में लगी थीं, वहां पर उनका पूरा सफाया हो गया. राज्य की ४० लोकसभा सीटों में से बीजेपी-जेडीयू के गठबंधन में ३८ सीटें अपने नाम की हैं, जबकि महागठबंधन सिर्फ २ सीटों पर ही सिमट कर रह गया. राजद लगातार जातिगत समीकरण को साध रही थी, लेकिन मोदी मैजिक के सामने सबकुछ फेल दिखा.
इंडस में फ्री कार्डियक कैम्प के उद्घाटन के अवसर पर धार्मिक डीवीडी विडियो की रिलीज झूंथरा पैट्रो सिटी पर लूट को अंजाम देने वाले युवक काबू हरियाणाः महिला अपराधों की राष्ट्रीय महिला आयोग ने मांगी डिटेल पहले सेक्स, फिर ठगी, अब जेल जेसीडी आईबीएम में द्वि-साप्ताहिक फेकल्टी डिवलपमेंट कार्यक्रम का समापन केस दर्ज होने से भयभीत युवक ने खाया जहर, अस्पताल में टूटा दम 'सेक्स' से लड़कियों को शुद्ध करता था फकीर नाबालिग को दिया शादी का झांसा, किया अपहरण, लूटी आबरू १०९१ डायल करने पर पुलिस आती तो है, मगर धमकाकर वापिस चली जाती है... युवती ने किया था प्रेम विवाह, प्रेमी को उतारा मौत के घाट परिवार को कलंकित करते यह होनहार नकली नोटो का धंधा करने वाले गिरोह का सरगना गिरफ्तार २२ मई सिटीकिंग न्युज़पेपर चौटाला की अंतरिम जमानत पर खेली होली, मनाई दिवाली स्वर्ग के द्वार खोलते केदारनाथ मेहनत करने वाला इंसान सदैव कामयाबी प्राप्त करता है : डॉ. शमीम शर्मा अब एसएमएस से भी होगी रसोई गैस बुकिंग शर्मनाकः सरकारी तंत्र और दिग्गजों की हवस का शिकार हुई मूक बांधर छात्राएं फर्जी पीएचडी डिग्री: कई शिक्षकों की नौकरी पर ग्रहण पंजाबः पूर्व डिप्टी स्पीकर को साढ़े तीन वर्ष की कैद १ हैलो मैने फतेहाबाद के एक भ्रष्ट अधिकारी की षिकायत की थी। परन्तु सभी सबूत देने के बाद भी भ्रष्ट अधिकारी को बरी कर दिया गया। उस भ्रष्ट /रिष्वतखोर अधिकरी के खिलाफ मेरे पास काफी सबूत हैं मैं आप को उपलब्ध करवा सकता हूं। आप उसे एक्पोज करें। मी ईमेल ईद: तनिक_कुकरेजा@र एडिसमेल.कॉम
यशराज की फिल्म साथ करने के लिए तैयार शाहरुख़-सलमान! | ए२४बॉलिवुड यशराज की फिल्म साथ करने के लिए तैयार शाहरुख़-सलमान! मुंबई(२९त जुलाई): रीयल लाइफ में शाहरुख़ ख़ान और सलमान ख़ान के बीच दूरियों को लेकर कितनी भी अटकलें लगाई जाती हों लेकिन बॉलिवुड में ये चर्चा ज़ोरों पर है कि दोनों ख़ान दोबारा बड़े पर्दे पर साथ दिखने वाले हैं। ये करिश्मा यशराज बैनर्स ही कर सकता है। बज़ है कि दोनों सुपरस्टार के साथ इस फिल्म को खुद यशराज के बॉस आदित्य चोपड़ा डायरेक्ट करेंगे। शाहरुख़ तो पहले ही इस फिल्म के लिए हामी भर चुके हैं। बताया जा रहा है कि सलमान भी इस फिल्म मे काम के लिए तैयार हो गएं हैं। दोनों ख़ान को फिल्म में ऑफर किए गए अपने अपने रोल पसंद आए हैं। बताया जा रहा है कि सलमान को जो रोल ऑफर किया गया है उसके लिए पहले रणवीर सिंह को कंसीडर किया जा रहा था। सूत्रों के मुताबिक इस रोमांटिक थ्रिलर की शूटिंग २०१६ के अंत में शुरू होगी। फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार है। अभी फिल्म की फीमेल लीड तय किए जाना बाकी है। इस फिल्म के बारे में सारी जानकारी जल्दी ही खुद आदित्य चोपड़ा दे सकते हैं। सूत्रों का ये भी कहना है कि स्क्रीन पर दोबारा एक साथ दिखने को लेकर शाहरुख़ और सलमान दोनों उत्सुक हैं। आख़िरी बार दोनों ने २००२ में हम तुम्हारे है सनम में साथ काम किया था। नब्बे के दशक के मध्य में इन दोनों स्टार को लेकर बनाई गई करन-अर्जुन सुपर हिट साबित हुई थी। सलमान ने शाहरुख के साथ ओम शांति ओम और कुछ कुछ होता है में गेस्ट अपीयरेंस भी किया था। शाहरुख से जुड़े एक सूत्र ने ऐसी चर्चाओं का खंडन किया है। वहीं यशराज फिल्म्स से जुड़े सूत्रो का कहना है कि आने वाली फिल्मों के बारे में यशराज फिल्म्स की आधिकारिक घोषणाओं का इंतज़ार किया जाना चाहिए। उससे पहले कोई अटकलें नहीं लगानी चाहिएं।
किसान और कृषि पारिस्थितिकी को माने अन्नदाता | कृषक जगत किसान और कृषि पारिस्थितिकी को माने अन्नदाता विश्व के खाद्यान्न उत्पादन में ७० प्रतिशत का योगदान करने वाले किसानों के खाते में सब्सिडी का मात्र २० प्रतिशत और शोध का महज १० प्रतिशत ही जाता है। इसके बावजूद वे पूरे विश्व को न सिर्फ अराजकता से बल्कि दुनिया की तीन चौथाई आबादी को भूखा मरने से भी बचाए हुये हैं। भारत सहित पूरे विश्व की नव उदारवादी नीतियां इन अन्नदाताओं का नाश कर अंतर्राष्ट्रीय खाद्य श्रृंखला पर अपना कब्जा स्थापित कर लेना चाहती हैं। इस खतरनाक प्रवृत्ति को सामने लाता महत्वपूर्ण आलेख। जमीन, पानी और संसाधनों की उपलब्धता से जुड़े पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकी के प्रभाव के फलस्वरूप आधुनिक औद्योगिक कृषि प्रणालियां अब इस दुनिया की भूख शांत नहीं कर पाएंगी। यह चेतावनी संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा भोजन के अधिकार पर नियुक्त विशेष प्रतिनिधि प्रोफेसर हिलाल ईल्वर ने पदभार ग्रहण करने के बाद के अपने पहले सार्वजनिक व्याख्यान में कही। एमेस्टरडम में खचाखच भरे सभागृह में उन्होंने कहा ऐसी सारी खाद्य नीतियां जो कि विश्व मौजूद भूख के मूल कारणों के प्रति उत्तरदायी नहीं हैं वे हर हाल में असफल साबित होंगी। उन्होंने घोषणा की कि विश्व में एक अरब लोग भूखे हैं और संस्कारों को कृषि लोकतंत्र के माध्यम से ऐसे रूपांतरण में सहायक होना चाहिये जो कि छोटे किसानों को सशक्त करें। कृषि पारिस्थितिकी : कृषि को नई दिशा की आवश्यकता। उन्होंने कहा कि सन् २००९ के खाद्य संकट ने वैश्विक खाद्य प्रणाली में परिवर्तन की ओर इशारा कर दिया है। सन् १९५० के दशक से प्रचलन में आई आधुनिक कृषि संसाधनों एवं जीवाश्म ईंधन पर अति निर्भर, खादों का प्रयोग करने वाली और अत्यधिक उत्पादन पर आधारित है। यह नीति बदलनी ही होगी। हम चुनौतियों की श्रंृखला का सामना कर रहे हैं। संसाधनों की कमी, बढ़ती जनसंख्या, भूमि की उपलब्धता और उस तक पहुंच में कमी, पानी की बढ़ती कमी और भूमि के क्षरण ने हमें इस बात पर पुर्नविचार हेतु बाध्य कर दिया है कि भविष्य की पीढ़ी के मद्देनजर हम किस प्रकार अपने संसाधनों का सर्वश्रेष्ठ उपयोग कर सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी का कहना है कि नये वैज्ञानिक शोधों से उजागर हुआ है किस प्रकार कृषि परिस्थितिकी पर्यावरणीय सुस्थिर प्रणालियों के माध्यम से अभी भी खाद्य पदार्थों की बढ़ती मांग की पूर्ति कर सकती है। कृषि पारिस्थितिकी कृषि का एक पारंपरिक तरीका है, जिसमें कि संसाधनों का प्रयोग कम होता है और उसकी समाज से संगति भी बैठती है। हिलाल ईल्वर ने कहा है कि, जो खाद्यान्न का उपयोग कर रहे हैं और जो उत्पादन कर रहे उनके मध्य भौगोलिक एवं वितरण संबंधी असंतुलन है। वैश्विक कृषि नीति को समायोजित करने की आवश्यकता है। भविष्य के भीड़ भरे और तपते विश्व में कमजोरों को किस तरह संरक्षित किया जाये इस पर ध्यान देना जरूरी है। इससे खाद्य उत्पादन में महिलाओं की भूमिका जो कि किसान से घरेलू महिला से लेकर कामकाजी में तक है में यह अपरिहार्यता स्पष्ट होती है कि वह विश्व में महत्वपूर्ण भोजन प्रदाता है। इसका यह अर्थ भी है कि छोटे किसानों को मान्यता प्रदान की जाय जो कि सबसे ज्यादा जोखिम में और सबसे ज्यादा भूखे हैं। ईल्वर महज संयुक्त राष्ट्रसंघ की अपनी अधिकारिता से ही नहीं बल्कि एक सम्माननीय बुद्धिजीवी के नाते भी संबोधित कर रही थीं। उन्होंने विशाल एकल कृषि व्यापार कंपनियों को दी जाने वाली अत्यधिक सब्सिडी की कटु आलोचना की। वर्तमान में यूरोपीय यूनियन की सब्सिडी का करीब ८० प्रतिशत और शोध संबंधी धन का ९० प्रतिशत इस परंपरागत औद्योगिक कृषि को दिया जा रहा है। उनके अनुसार, अनुभव सिद्ध एवं वैज्ञानिक तथ्य बताते हैं कि छोटे किसान ही विश्व का पेट भरते हैं। संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के अनुसार, जितना खाद्यान्न वैश्विक उपयोग में आता है उसका ७० प्रतिशत छोटे किसानों के माध्यम से आता है। यह भविष्य की कृषि नीतियों के लिहाज से महत्वपूर्ण है। वर्तमान में अधिकांश कृषि सब्सिडी बड़े कृषि व्यापार को जाती है। इसमें हर हाल में परिवर्तन होना चाहिये। सरकारें छोटे किसानों की हर सूरत में मदद करें। चूंकि ग्रामीण लोगों का शहरों की ओर पलायन बढ़ रहा है, इससे भी समस्याएं पैदा हो रही हैं। अगर यह प्रवृत्ति जारी रहती है तो सन् २०५० तक संपूर्ण मानव आबादी का ७५ प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में रहने लगेगा। हमें छोटे किसानों, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे युवाओं को नई संभावनाएं एवं प्रोत्साहन देकर इस प्रवृत्ति को पलटना ही होगा। अगर यह क्रियान्वित हो जाता है तो, इल्वर के सुझाव वर्तमान सरकारी खाद्व नीतियों में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला पायेंगे। हालैंड के एक वरिष्ठ खाद्य एवं पोषण अधिकारी ने इस सभा में इल्वर से असहमति जताते हुये कहा कि छोटे किसानों को अधिक सशक्त करने की बात से मैं सहमत हूं। लेकिन वास्तविकता यह है कि बड़े कृषि फार्म अब गायब नहीं होंगे। अतएव हमें औद्योगिक कृषि व्यापार को और प्रभावशाली बनाने के तरीके तलाशने होंगे। और इसका अर्थ है कि हमें छोटे या बड़े निजी क्षेत्र के साथ भागीदारी करना ही होगी। संयुक्त राष्ट्र की नई खाद्य विशेष प्रतिनिधि पदग्रहण व्याख्यान कमोवेश इटली के रोम में खाद्य एवं पोषण सुरक्षा हेतु कृषि पारिस्थितिकी पर हुये दो दिवसीय महत्वपूर्ण सम्मेलन के साथ-साथ ही हुआ है, जिसे एफएओ ने आयोजित किया था। इसमें वैज्ञानिकों, निजी क्षेत्र, सरकारी अधिकारियों एवं नागरिक समाज के अग्रणी लोगों ने भागीदारी की थी। अनेक वैज्ञानिकों का मानना है कि कृषि पारिस्थितिकी किसी विज्ञान से कहीं ज्यादा है। यह न्याय के लिये एक सामाजिक आंदोलन भी है जो कि किसानों के समुदायों के उन अधिकारियों का न सिर्फ सम्मान करता है बल्कि मान्यता भी देता है कि वे स्वयं तय करें कि उन्हें क्या उगाना है और कैसे उगाना है। वहीं कुछ अन्य वैज्ञानिकों का कहना है कि औद्योगिक कृषि के प्रति हम जरूरत से ज्यादा कृपालु बने रहे। निजी क्षेत्र ने इसकी अनुशंसा की लेकिन वह विश्व का पेट भरने में असमर्थ रहा है। साथ ही यह पर्यावरण प्रदूषण और प्राकृतिक संसाधनों के अनुचित उपयोग की भी दोषी है। हमें जल्दी से जल्दी इससे छुटकारा पाना चाहिये। ब्राजील के मानव अधिकार (भूमि, भूभाग एवं खाद्य) के प्रमुख प्रतिनिधि प्रो. सरगिओ साउर का कहना है सामान्यतया कोई भी कृषि परिस्थितिकी की बात नहीं करता क्योंकि यह अत्यंत राजनीतिक मसला है। यदि एफएओ इस मुद्दे पर विचार हेतु अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर रहा है तो यह एक मील का पत्थर साबित होगा। (सप्रेस) अब निजी क्षेत्रों से भी होगा ५० फीसदी यूरिया वितरण कलेक्टर ने धान खरीदी का निरीक्षण किया
ऑनलाइन कितना कमा सकते हैं यह $ १००,००० गूगल ऐडसेंस से एक साल बनाने के लिए (या अपनी वेबसाइट / ब्लॉग पर विज्ञापन बेच कर) वास्तव में संभव है? यदि हां, तो असली सवाल यह है कि क्या तुम सच में यातायात गूगल ऐडसेंस के साथ मोटी रकम बनाने की जरूरत है? हालांकि यह सच है कि हम गूगल ऐडसेंस आय वास्तव में भविष्यवाणी नहीं कर सकते, हम अलग अलग तरीकों से विज्ञापनों का अनुकूलन के रूप में तो यह सबसे अधिक से बाहर करने के लिए कर सकते हैं। इसके अलावा, आप यह है कि अपनी वेबसाइट श्रेणी अनुकूल विज्ञापन है क्योंकि आपके ऐडसेंस आय अपनी वेबसाइट की श्रेणी पर बहुत कुछ निर्भर करता सुनिश्चित करना चाहिए। आप अपने उद्योग में प्रतिस्पर्धा पता लगाने के लिए गूगल ऐडवर्ड्स कीवर्ड प्लानर उपकरण का उपयोग कर सकते हैं। यदि पर्याप्त प्रतिस्पर्धा है (अर्थात, अगर सुझाव अपने आला में खोजशब्दों के लिए ऐडवर्ड्स द्वारा बोली अधिक है) तो हम मान सकते हैं कि गूगल उच्च भुगतान विज्ञापनों (देखें कैसे ऐडसेंस काम करता है) के साथ अपने विज्ञापन रिक्त स्थान को भरने जाएगा। उदाहरण के लिए, यदि आप गूगल खोज "कर्ज" तो फिर तुम विज्ञापनों की एक बहुत कुछ है तो इसका मतलब यह है क दैनिक सक्रिय भागीदारी और सामाजिक सुनने के माध्यम से, आप प्रासंगिक ग्राहक डेटा इकट्ठा होते हैं और उस जानकारी का उपयोग होशियार व्यापार निर्णय करने के लिए कर सकते हैं। आप वास्तविक समय-अनुमति देता है नहीं सभी अंडे या टैडपोल वयस्क चरण के लिए यह कर देगा। वहाँ बत्तख, मछली, कीड़े और अन्य जल जीव है कि अंडे खा जाएगा जैसे कई खतरे हैं। जब
डेटा शीट शीओमी रेड्मी ६ - ज़ियाओमीतडे.इट - ज़ियामी उत्पादों के लिए इतालवी समुदाय न.१ लो ज़ियाओमी रेडमी ६ निम्न-मध्य श्रेणी श्रेणी से एक ज़ियामी एंड्रॉइड स्मार्टफोन है। प्रोसेसर मीडियाटेक हेलीओ प२२ एक द्वारा सहायता की गपू पावरवीआर रॉग गे८३२०, बुनियादी कार्यों को पूरा करने के लिए प्रबंधन करता है लेकिन वास्तव में केवल उन: समस्या जो इस प्रोसेसर के साथ पाई जाती है वह धीमी प्रक्रियाओं की शुरुआत है। यह एक से लैस है ५.४५ 'से आईपीएस टचस्क्रीन डिस्प्ले (संकल्प के साथ थोड़ा सा रंग बंद और रंग प्रतिपादन सबसे अच्छा नहीं है) एचडी + एक्सएनएनएक्स एक्स एक्सएनएएनएक्स पिक्सल और फिर औसत से नीचे। आयाम बहुत छोटे हैं और यह एक उत्कृष्ट उपयोगिता का तात्पर्य है। यह एक से लैस है से दोहरी कैमरा १२ + ५ मेगापिक्सेल जो आपको बहुत सारी रोशनी के साथ अच्छी तस्वीरें लेने की इजाजत देता है, भले ही कम रोशनी की स्थिति वास्तव में सबसे अच्छी नहीं है, और वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए पूर्ण एचडी में ३० एफपीएस के लिए। नेटवर्क स्तर पर, यह स्पष्ट रूप से एक मॉड्यूल से लैस है एलटीई डुअल ४ग, वाई-फाई ए जीपीएस। उपलब्ध स्मृति कटौती हैं ३ / ४ जीबी रैम और ३2 / ६४ जीबी रॉम (माइक्रोएसडी के साथ विस्तार योग्य)। रंग: सोना - रोज़ - ब्लू - सिल्वर - ग्रे समाधान: हद + (७२० क्स १४४०) प्रोसेसर: मीडियाटेक हेलीओ प२२ फ्रीक। घड़ी और संरचना: ऑक्टा-कोर ६४ बिट (८ क्स २घ्ज़ एआरएम कॉर्टेक्स-एक्सएक्सएनएक्स) गपू: पावरवीआर रॉग गे८३२० आंतरिक मेम .: ३२ जीबी ईएमएमसी ५.० चार्ज गति समर्थन: अनुपस्थित समाधान: १२ मेगापिक्सेल (४०१६ क्स ३००८) दूसरा सेंसर: सैमसंग स५क५ए८ऐक्स वीडियो: पूर्ण हद ३०फ्प्स समाधान: ५ मेगापिक्सेल (2५92 क्स १९३६) शीओमी रेड्मी ६ ३ / ६4गब ग्लोबल (२० बैंड) शीओमी रेड्मी ६ ग्लोबल ३ / ३2गब शीओमी रेड्मी ६ ४ / ६४गब ग्लोबल (२० बैंड) शीओमी रेड्मी ६ ग्लोबल ४ / ६४गब २१ से ९६,७६ नया ७ ८६,६९ द्वारा उपयोग किया जाता है ६३ से ८१,०० नया ३२ से १२९,९० नया ३६ से १६४,८९ नया १८ जुलाई २०१९ १: ५६ का अंतिम अद्यतन ज़ियाओमी रेडमी ६ की समीक्षा करें - एक आला स्मार्टफोन साल के शीर्ष को लाने के लिए लगातार भीड़ में, ज़ियाओमी अपने व्यवसाय के इस ... शीओमी रेड्मी एक्सएनएनएक्स को एमआईयूआई एक्सएनएनएक्स ग्लोबल स्थिर भी प्राप्त होता है सितंबर में भारत में शीओमी रेड्मी ६ और ६आ लॉन्च किया जा सकता है! ज़ियामी समाचार: दुनिया में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले चीनी ब्रांड पर ३ तेज समाचार एड १८ जून 20१८ "ज़ियामी रेड्मी ६" की समीक्षा करने वाले पहले व्यक्ति बनें उत्तर रद्द ज़ियाओमी द्वारा रेडमी गो
कुसुमा तिवारी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। - फोटो : अमर उजाला कमलेश तिवारी की मां कुसुमा तिवारी ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वह अपने बड़े बेटे की तरह मानती हैं। उनसे मांग की थी हमें न्याय मिलना चाहिए और जो दोषी हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने हमें न्याय का भरोसा दिलाया है। वहीं कमलेश की पत्नी किरन तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि हत्यारों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। किरन ने कहा कि महाराज जी (मुख्यमंत्री) हमारे लिए पहले से पूज्यनीय हैं। उनके साथ बैठ के बात की बहुत अच्छा लगा। किरन ने कहा कि हमारा कोई और बड़ा सुनने वाला नहीं हैं। मुख्यमंत्री जी सुनेंगे हमारी बात इसीलिए उनसे मिलने हम लोग आए थे। वहीं सीएम से मुलाकात के बाद हिंदू समाज पार्टी के महासचिव राजेश मणि ने दावा किया कि सरकार ने उनकी सभी मांगें मान ली हैं। मुलाकात के बाद कमलेश तिवारी के बेटों ने मुख्यमंत्री योगी के पैर छूकर उनका आशीर्वाद भी लिया था। वहीं, लखनऊ से सीतापुर पहुंचते ही कुसुमा तिवारी अपने बयान से पलट गईं। सीतापुर में उन्होंने कहा कि हमारी मांगों पर मुख्यमंत्री ने सिर्फ आश्वासन ही दिया है। उन्हें आश्वासन नहीं कार्रवाई चाहिए। उन्होंने एलान किया कि इंसाफ नहीं मिला तो अब तलवार उठाएंगे। हत्यारों को अब तक पकड़ा नहीं जा सका है। इसके बाद भी मुख्यमंत्री से आश्वासन ही मिला है। उन्होंने सीएम से मुलाकात को बेनतीजा बताया। कमलेश की पत्नी ने कहा, महाराज जी हमारे पूज्यनीय मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री योगी व कमलेश का परिवार। - फोटो : अमर उजाला अयोध्या में महंत नृत्यगोपाल दास पर परमहंस की टिप्पणी से भड़के संत, किया बवाल अयोध्या विवाद से जुड़े १८ पक्षकारों और पैरोकारों को मिली सुरक्षा, सभी को दिया गया एक-एक गनर लखनऊः आरोपी के गिरफ्त में आते ही खुला विधवा की हत्या का राज, मारने की बताई ये वजह अयोध्या:दोबारा पैमाइश के बाद के बाद ट्रस्ट को सौंपी जाएगी जमीन, क्रास चेकिंग करने में जुटा प्रशासन होमगार्डों की फर्जी ड्यूटी दिखाकर वेतन हड़पने पर हड़कंप, पूरे प्रदेश में कराया जाएगी सैलरी ऑडिट ग्राहकों को बड़ी राहत, अब कटे बिजली कनेक्शन का बिल भी किस्तों में करें जमा बाहरी न अड़ाएं टांग, बनाई जाए मस्जिद इत्तेहाद, ओवैसी क्या जाने उत्तर प्रदेश का हाल: रिजवी आंतों के पास न जमा होने दें फैट, हो सकता है इस बीमारी का खतरा
पति एश्टन संग काम करने की इच्छुक नहीं कुनिस | उपुक्लाइव पति एश्टन संग काम करने की इच्छुक नहीं कुनिस हॉलीवुड अभिनेत्री मिला कुनिस का कहना है कि पति व अभिनेता एश्टन कचर के साथ दोबारा काम करना उनके लिए अजीब होगा। दोनों टीवी शो 'दैट सेवेन्टीज शो' में काम कर चुके हैं, लेकिन कुनिस को एक फिर से कचर के साथ काम करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। वेबसाइट 'डेलीमेल डॉट को डॉट यूके' के मुताबिक, कुनिस ने 'टीवी शो 'संडे टुडे विद विली गीस्ट' में कहा कि कचर के साथ काम करना शायद फिर कभी नहीं हो पाए। उन्होंने कहा, "मैं उन्हें ऐसे नहीं देख सकती और ऐसा नहीं कह सकती, 'आप क्या रहे हैं?' यह एक तरह से अजीब होगा।" उन्होंने बताया कि एक दृश्य में उनके साथ काम करने के दौरान उनकी प्रतिक्रिया कुछ ऐसी थी, "ओह, आप अभिनय कर रहे हैं।" अभिनेत्री ने कहा कि यह उनके लिए ऐसा था जैसे वह इसे समझ सकती हैं और एश्टन ने उन्हें देखा और उनकी प्रतिक्रिया कुछ ऐसी थी कि "तुम यह किस तरह की भावभंगिमा बना रही हो?" अभिनेत्री ने कहा कि फिर उनके जेहन में आया कि हम यह नहीं कर सकते। हम एक दृश्य में साथ नहीं हो सकते। 'दैट्स सेवेन्टीज शो' के बाद कुनिस और कचर ने २०१४ में आई फिल्म 'एनी' में कैमियो किया था। उपुक्लाइव: पति एश्टन संग काम करने की इच्छुक नहीं कुनिस
हैप्पी प्रॉमिस डे: कसमें-वादे निभायेंगे हम.... आज प्यार के इस सफ्ताह यानी कि वैलेंनटाइन वीक का पांचवा दिन है। 'रोज डे', 'प्रपोज डे' , 'चॉकलेट डे', 'टेडी बियर डे 'के बाद आज बारी है वादों की मतलब की आज है 'प्रॉमिस डे' यानी कि कसमें-वादों का दिन। एक-दूसरे के साथ पूरी जिंदगी को साथ जीने का और साथ निभाने के लिए शपथ लेने का दिन। जाहिर है जब आप किसी से मोहब्बत करते हैं तो उसके लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। अपनी हर खुशी उसके साथ बांटना चाहते हैं, उसके हर गम को अपनाना चाहते हैं, जिसको जताने के लिए आज से अच्छा दिन हो ही नहीं सकता है। आज के दिन प्रेमी जोड़े अपने दिल की वो बात जुबां पर ला सकते हैं जो इतने दिन से वो कह नहीं पा रहे थे। आईलवयू कहना तो बहुत आसान है लेकिन उसे निभा पाना बहुत मुश्किल जिसको लेकर हमेशा लड़कियां आशंकित रहती हैं। लड़कियों के लिए कहना बहुत आसान होता है कि वो जिससे प्रेम करती हैं उस पर अपना सबकुछ न्यौछावर कर सकती हैं। लेकिन लड़कों के लिए यह जताना थोड़ा मुश्किल होता है कि वो अपने प्रेम से कह सके कि वो उसके बिना अधूरे हैं। इसलिए शायद प्यार करने वालों ने आज के दिन को 'प्रॉमिस डे' नाम दिया है। आज आप सभी अपने आप से वादा कीजिये कि आप अपने प्यार के साथ हमेशा हर पाल साथ रहेंगे। अपने प्यार की बगिया इतनी सुंदर बनायेंगे जहां कोई भी आप दोनों के सिवा घुस न पाये। जो भी वादा आप आजके दिन करें उसे पूरी शिद्दत से निभाने की कोशिश करें। क्योंकि दोस्तों किसी का साथ पाना तो आसान है निभाना बहुत मुश्किल लेकिन अगर दिल में उसके प्रति अनुराग है तो आप आसानी से अपने सारे वादों और कसमों को निभा पायेंगे। कहा भी गया है कि "किसी की मुहब्बत तभी पूरी होती है जब तक उसमें शर्ते नहीं होती.. एहसास और ख्याल तब तक मुक्कमल नहीं होते जब तक उसमें वादें और कसमें नहीं होतीं।" हैप्पी प्रॉमिस डे... अधिक वैलेंटाइन डे समाचार चिड़ियाघर की अनोखी पहल, वैलेंटाइन डे पर सांप को दे सकते हैं अपने एक्स प्रेमी या प्रेमिका का नाम गुजरात में प्रेमी जोड़ों को पुलिस की सुरक्षा, वेलेंटाइन डे पर विहिप और बजरंग दल वाले २० पकड़े वैलेंटाइन'स दए: बनारस में मौजूद है बाबा अशिक माशूक की मजार, मन्नत मांगने आते हैं प्रेमी जोड़े प्रोपोस दए : ११ साल पुरानी तस्वीर शेयर करके शिल्पा शेट्टी ने बताया- कैसे राज कुंद्रा ने किया था प्रपोज रोज़ दए पर प्रेम कहानी का खौफनाक अंत, प्रेमी को पिटता देख प्रेमिका ने दी जान विडियो : माता-पिता के गले से लिपटकर बच्चे बोले- 'वैलेंटाइन-डे मनाने की बजाए आपकी करेंगे पूजा' भरी क्लास में वैलेंटाइन डे के दिन शिक्षक ने ८वीं की छात्रा को किया प्रपोज, गिरफ्तार वैलेंटाइन'स दए पर 'नफरत' का इजहार: तीन बच्चों की मां से निकाह करना चाहता था प्रेमी, मना करने पर जला दिया चेहरा वैलेंटाइन'स दए पर बजरंग दल का आतंक, दुकानों में घुस-घुसकर प्यार के पनाहगारों को पीटा, चत्व अगर आप खाने के शौकीन हैं तो फूडपंडा इस वैलेंटाइन दे रहा है बेहतरीन डील वैलेंटाइन'स दए: पत्नी ने पति को दिया ऐसा गिफ्ट जिसे वह मरते दम तक नहीं भुला पाएगा प्यार करने वालों के लिए खुद की दे दी थी कुर्बानी, आज उन्हीं के नाम पर मनाया जाता है वैलेंटाइन्स डे
समाचार वर्ता गिरफ्त में आया आशीष पांडे, पुलिस को मिली २४ घंटे की रिमांड दिल्ली के ५ स्टार होटल में पिस्टल लहराने वाले आशीष पांडे ने गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट में सरेंडर कर दिया. मंगलवार को ये वीडियो वायरल होने के बाद से ही उसकी तलाश जारी थी. गुरुवार को आशीष पांडे ने वीडियो जारी कर सरेंडर की जानकारी दी और कहा कि अभी लोगों के सामने आधी सच्चाई ही आई है. जिस कोर्ट में आशीष पांडे ने गुरुवार को सरेंडर किया है, उसके जज धर्मेंद्र सिंह आज छुट्टी पर थे. इसलिए आशीष का मामला किसी अन्य कोर्ट में भेजा गया. आरकेपुरम पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में आशीष को गिरफ्तार किया और कोर्ट से ४ दिनों की रिमांड मांगी थी. हालांकि, कोर्ट ने सिर्फ एक दिन की ही कस्टडी दी है. पुलिस ने कोर्ट को कहा कि होटल की सीसीटीवी फुटेज से साफ पता लगा है कि आशीष पांडे वहां पर था. अभी हमें हथियार बरामद करना है गुरुवार को एक वीडियो जारी करते हुए आशीष पांडे ने कहा कि मेरे पास पिस्टल का लाइसेंस था, मैंने अपनी सुरक्षा में पिस्टल निकाली थी. उसने कहा कि राजनीतिक परिवार से होना कोई गुनाह नहीं है, मैं अपना बिजनेस करता हूं. उसने कहा कि अगर सीसीटीवी फुटेज को देखा जाएगा तो दिखेगा कि वो लोग मुझे जान से मारने की धमकी दे रहे थे. साहिल भांबरी की रिपोर्ट..
सरधना। कस्बा स्थित पुलिस चौकी से चंद कदम दूर रविवार रात दावत-ए-वलीमा के दौरान पुलिस ने गोकशी पकड़ी। वहां से तीन कुंतल गोमांस, खाल एवं छुरा आदि बरामद किए। पुलिस ने इस मामले में आठ लोगों को हिरासत में लिया। वहीं, पांच-छह लोग फरार हो गए। हालांकि पुलिस ने खेल कर सोमवार देर शाम रिपोर्ट दर्ज की। पुलिस ने गो-तस्करों की पुलिस चौकी बस स्टैंड के निकट मोहल्ला पीरजादगान से गिरफ्तारी के बजाय सोमवार सायं ईदगाह रोड नई बस्ती के समीप मुठभेड़ होना दर्शाया। पुलिस पर फायरिंग एवं मौके से तीन गो तस्करों को गिरफ्तार होना बताया और चार को फरार दिखाया। जिसका वलीमा था उसके बजाय भाई को घटनास्थल से फरार होना दिखाया है। इस बाबत थानाध्यक्ष उपेंद्र मलिक ने बताया कि गोकशी के दौरान मुठभेड़ में पकडे़ गए लोगों से तमंचा, छुरा, तीन कुंतल गोमांस एवं गाय की खाल बरामद की है। वहीं, इमरान उर्फ भूरा पुत्र इस्लाम, सुभान पुत्र इस्लाम निवासी भूलरिया एवं सालू पुत्र अब्दुल सलाम सराय भटियारी को गिरफ्तार किया है। वहीं, फिरोज पुत्र इकबाल निवासी भूलरिया, भूरा पुत्र अमीर अहमद कस्याबान, वसीम उर्फ काना पुत्र नफीस व दानिश पुत्र असलम को फरार बताया है। थानाध्यक्ष का कहना है कि फरार गोतस्करों की तलाश में दबिश जारी है। उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
३ + १ अपार्टमेंट (३ लोगों के लिए मूल्य) ३12 ३42 ३96 फ़ैमिली सुइट (४ + २) (४ लोगों के लिए मूल्य) ५२० ५७० ६६० बंगला: १०.०६ से १४.०६.१९ तक; १७.०६ से २८.०६.१९ तक; अपार्टमेंट प्रीकुर्मास्का वास: ०८.०६ से १६.०६.१९ (२ + १); १7.०६ से २7.०६.१९ (२ + १); ०८.०६ से १३.०६.१९ (३ + १); १४.०६ से १६.०६.१९ (३ + १); २१.०६ से २३.०६.१९ (३ + १); २5.०६ से २7.०६.१९ (३ + १) १0.०६ से १४.०६.१९ (४ + १): १7.०६ से २१.०६.१९ (४ + १) तक; ३0.०६.१९ (४ + १) अपार्टमेंट प्रेकमुर्सका वास: ०१.०७ से २५.०८.१९ (३ + १) १5.०७ से १९.०७.१९ (२ + १); २२.०७ से १९.०८.१९ (२ + १); २0.०८.१९ (२ + १); २२.०८ से २५.०८.१९ (२ + १); ०१.०७ से ०४.०७.१९ (४ + १); १४.०७ से २५.०८.१९ (४ + १); चुने हुए अपार्टमेंट में रहें कमरे में आपका स्वागत है उपहार का उपचार आधा बोर्ड (पेय भोजन के साथ शामिल नहीं है) अजदा होटल में समृद्ध बुफे नाश्ते और स्थानीय मौसमी व्यंजनों के साथ, ठंडे ऐपेटाइज़र, सूप, पहले और दूसरे कोर्स, साइड डिश, सलाद, चीज़, फल और मिठाइयों की एक विस्तृत चयन के साथ बुफे डिनर - पारंपरिक प्रेकमरजे व्यंजनों के साथ मंगलवार रात के खाने पर के लिए असीमित प्रवेश थर्मल पानी के साथ इनडोर और आउटडोर पूल होटल टर्मिनल और अज्दा में (११: ०० और प्रस्थान के पूरे दिन के लिए आगमन के दिन से होटल के स्विमिंग पूल तक पहुंच) होटल के सौना में प्रवेश: होटल टर्मल में फिनिश सौना अजाडा होटल में फिनिश, बायो, इंफ्रारेड, लैकोनियम और स्टीम सौना के लिए असीमित प्रवेश ३००० पूल के साथ ११ थर्मल स्पा एड्रेनालाईन पार्क के इनडोर और आउटडोर पूल और ३६० ग्रेड पर विशेष एक्वालूप वाटर स्लाइड (एक्वालोप स्लाइड और बाहरी पूल १ मई से १5 सितंबर तक लंबित हैं) अपार्टमेंट में प्रेकमरजे एक प्रकार का अनाज के साथ भरवां अतिरिक्त कुशन तौलिए और स्नान वस्त्र अपार्टमेंट में अजदा और टर्मल होटल के इनडोर और आउटडोर पूल में सनबेड्स और छतरियां दोपहर के भोजन के साथ पूर्ण बोर्ड अजदा रेस्तरां १९,०० प्रति व्यक्ति प्रति दिन प्रारंभिक आगमन / देर से प्रस्थान ३७,५० प्रति कमरा पालतू जानवर (केवल एक अपार्टमेंट इस संभावना को प्रदान करता है) १९,०० प्रति दिन १२ में ३ वर्ष तक के बच्चे के लिए अतिरिक्त बिस्तर + १ ३१,५० प्रति दिन फैमिली सुइट में १२ वर्ष तक के बच्चे के लिए अतिरिक्त बिस्तर ३१,५० प्रति दिन १२ वर्ष से बच्चे के लिए अतिरिक्त बिस्तर न पारिवारिक सुइट ६२,५० प्रति दिन
पिछले ५ साल नागालैंड बोर्ड एचएसएलसी समाधान के साथ प्रश्न पत्र एसएसएलसीग नागालैंड बोर्ड की परीक्षा अब शुरू करने के करीब हैं नागालैंड बोर्ड ऑफ स्कूल शिक्षा से संबंधित छात्र अब परीक्षा अध्ययन की तैयारी में व्यस्त हैं। अध्ययन को आसान बनाने के लिए, एनबीएसई एचएसएलसी मॉडल प्रश्न पत्र इस पृष्ठ पर उपलब्ध हैं। अध्ययन को आसान और सुविधाजनक बनाने के लिए, पिछले ५ सालों से नागालैंड बोर्ड एचएसएलसी प्रश्न पत्र समाधान के साथ यहां उपलब्ध हैं। छात्र अब एनबीएसई एचएसएलसी नमूना पत्रों के अनुसार परीक्षा का अध्ययन शुरू करते हैं। परीक्षा के लिए कक्षा और गृह अध्ययन का नियमित व्याख्यान भी अनिवार्य है।
नई दिल्ली : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (रबी) ने आईडीबीआई बैंक के नाम में बदलाव के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया है. सूत्रों की तरफ से यह जानकारी दी गई है. आईडीबीआई बैंक के निदेशक मंडल ने पिछले महीने बैंक का नाम बदलकर एलआईसी आईडीबीआई बैंक या एलआईसी बैंक करने का प्रस्ताव किया. भारतीय जीवन बीमा निगम के अधिग्रहण के बाद निदेश मंडल ने बैंक का नाम बदलने का प्रस्ताव दिया था. नाम बदलकर ये रखने का प्रस्ताव था सूत्रों के मुताबिक आरबीआई, आईडीबीआई बैंक का नाम बदलने के पक्ष में नहीं है. निदेशक मंडल ने एलआईसी आईडीबीआई बैंक लिमिटेड नाम को तरजीह दिया था. दूसरे विकल्प के रूप में एलआईसी बैंक लिमिटेड नाम दिया था. आरबीआई के अलावा नाम में बदलाव के लिये कॉर्पोरेट कार्य मंत्रालय, शेयरधारकों, शेयर बाजारों समेत अन्य से मंजूरी की जरूरत होती है. गौरतलब है कि जनवरी में सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी एलआईसी ने आईडीबीआई बैंक में नियंत्रणकारी ५१ प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा कर लिया. पिछले साल अगस्त में मंत्रिमंडल ने बैंक के प्रवर्तक के रूप में एलआईसी को आईडीबीआई बैंक में नियंत्रणकारी हिस्सेदारी के अधिग्रहण की मंजूरी दी थी.
अलवर मॉब लिंचिंग : दम तोड़ रहा रहा था पीड़ित मगर पुलिस ने पहले गाय को पहुँचाया गौशाला, फिर अकबर को अस्पताल | उपखबर देश में गौरक्षा के नाम पर आतंक बढ़ता जा रहा है। पिछले कुछ सालों में गौरक्षा के नाम पर कई लोगों की जान ले ली गई हैं। इस तरह की घटनाएँ सबसे ज़्यादा भाजपा शासित राजस्थान में सामने आई हैं। इसके बावजूद राज्य की पुलिस इस तरह की घटनाओं को लेकर ढीला रवैय्या अपना रही है। हाल ही में राजस्थान के अलवर में गौरक्षा के नाम पर अकबर नाम के नौजवान की पीट-पीटकर हत्या कर देने के मामले में भी पुलिस का ऐसा ही रवैय्या सामने आया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पुलिस पीड़ित अकबर को घायल हालत में अस्पताल ले जाने से पहले घंटों तक घुमाती रही। इतना ही नहीं पुलिस ने घायल रकबर को पीटा भी था। जिसके कारण उसकी जान चली गई। रकबर को बुरी तरह पीटा गया था। इसके बावजूद पुलिस ने उसे अस्पताल ले जाने में जल्दी नहीं की। मामले में दर्ज एफआईआर के अनुसार पुलिस को देर रात १२:४१ बजे घटना की सूचना मिली और पुलिस १:२० बजे वहां पहुंची। पुलिस के साथ गए नवल किशोर के अनुसार पुलिसवालों ने घायल के शरीर को धोया क्योंकि वह कीचड़ से सना था, उसके बाद उन्होंने कई अन्य काम किए। उनका पहला पड़ाव नवल किशोर का घर था, जहां से उन्होंने गाड़ी का इंतजाम किया ताकि गायों को स्थानीय गोशाला ले जाया जा सके। इसके बाद पुलिस जब्त की गई गायों को गोशाला ले गई, फिर पुलिस थाने गई और यहां तक कि चाय पीने के लिए भी रुकी। अस्पताल पहुंचने तक रकबर उर्फ रकबर की जान जा चुकी थी। बता दें, कि राजस्थान के अलवर में शुक्रवार को पशुतस्करी के आरोप में जिस शख्स की हत्या कर दी गई है वह अपने परिवार के लिए रोटी कमाने वाला अकेला शख्स था। भीड़ के हमले में जान गंवाने वाला रकबर खान हरियाणा के मेवात जिले का रहने वाला था। अब उसके आश्रितों के सामने जीने का संकट आकर खड़ा हो गया है। रकबर के घर में पत्नी, माता-पिता और सात बच्चे हैं। चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा, २३ मई को न्याय और जनता की अवाज की जीत निश्चित है
- बीडीओ, एडीओ और डाक्टर गैरहाजिर, देवरिया न्यूज इन हिन्दी -अमर उजाला बेहतर अनुभव के लिए अपनी सेटिंग्स में जाकर हाई मोड चुनें। देवरिया बीडीओ, एडीओ और डाक्टर गैरहाजिर बरहज। एसडीएम ने शुक्रवार सुबह ब्लाक कार्यालय, सीएचसी और न्यू पीएचसी का औचक निरीक्षण किए। यहां बीडीओ, एडीओ और डाक्टर गैरहाजिर थे। एसडीएम ने कहा कि गैरहाजिर कर्मचारियों के खिलाफ विभाग को लिखा जाएगा। एसडीएम त्रिभुवन विश्वकर्मा पहले ब्लाक कार्यालय पहुंचे। यहां बीडीओ जेएन राव, सहायक विकास अधिकारी पंचायत भरत प्रसाद और बोरिंग टेक्नीशियन मौजूद नहीं थे। उन्होंने पशु चिकित्सालय भी देखा। डाक्टर सहित सभी कर्मचारी मौजूद थे। सीएचसी के निरीक्षण के दौरान प्रभारी डा. लालजी यादव के अलावा कोई डाक्टर नहीं था। डाक्टरों की कमी पर उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने रैबीज की दवा, मस्तिष्क ज्वर से निपटने एवं अन्य सरकारी सुविधाओं के बारे में प्रभारी डाक्टर से जानकारी ली। हिदायत देते हुए उन्होंने कहा कि यहां कोई डाक्टर रात्रि विश्राम नहीं करता। रात में अचानक निरीक्षण के दौरान कोई नहीं मिला तो कार्रवाई होगी। एसडीएम नगर के न्यू पीएचसी गए। यहां फार्मासिस्ट, वार्ड ब्वाय के अलावा कोई डाक्टर ओपीडी में नहीं थे। यहां बताया गया कि डा. पीएन तिवारी धौला पीएचसी गए हैं। उन्होंने दवा अनुभाग की जानकारी ली। निरीक्षण के बाद एसडीएम ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की खामियों और गैरहाजिर कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा जाएगा।
डीएसपी ब्लैकरॉक फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान - ३६ महीने - सीरीज ४ (ग) पहला पन्ना >> मोनेकंट्रोल इंडिया >> म्युचुअल फंड >> का स्नैपशॉट डीएसपी ब्लैकरॉक फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान - ३६ महीने - सीरीज ४ (ग) >> निवेश सूचना, फंड प्रदर्शन, पोर्टफोलियो विश्लेषण, समाचार, साक्षात्कार, नव चार्ट, सर्वश्रेष् चुने हुए एमएफ, एसेट मॉनिटर, योजना प्रोफाइल यू अरे हियर : एआसयमफ़ ट्रॅक स्नैपशॉट - डीएसपी ब्लैकरॉक फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान - ३६ महीने - सीरीज ४ (ग) डीएसपी ब्लैकरॉक फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान - ३६ महीने - सीरीज ४ (ग) नोट रंकेड २०१४ २.४ २.३ २.० २.० ९.२ २०१३ २.४ २.४ ०.४ ३.० ८.७ २०१२ २.२ १.८ २.८ २.४ ९.९ ५२ सप्ताह के उच्च १३.०९ (डेक २९, १४) ५२ सप्ताह के निम्न १३.०९ (डेक २९, १४)
क्या आतंकवाद के प्रवेश के लिए जाना जाएगा नीतीश राज? | तेवर ऑनलाइन देखें पृष्ठ संख्या ४४२६ ऐ मेरे प्यारे वतन ऐ मेरे बिछड़े चमन तुझ पे दिल कुर्बान! धमाकों के साए में हुंकार रैली मोदी आज कई लेवल पर बोले, बिहार के इतिहास को गौरवपूर्ण तरीके से याद किया और याद दिलाया, लोकल जुबान भी बोले, नीतीश को महा अवसरवादी करार दिया, लालू पर भी चुटकी ली और भाजपा कार्यकर्ताओं के हौसलों में भी हवा भरी.कुल मिलाकर आज मोदी अपने बेहतर मंचीय परफॉरमेंस में थे.विस्फोटों ने मीडिया कवरेज का रुख ही बदल दियामोदी के बजाय विस्फोट दिनभर कवरेज सेंटर में रहा। आज गांधी मैदान में नेशनल मीडिया का जमावड़ा था.यानि राष्टीय तमाशा का पूरा इंतजाम किया गया था, जहां तहां बम बिछा करके, जिस तरह से धमाके हो रहे थे उससे भगदड़ में डेथ कैजुअल्टी बढ़ाने की योजना तो साफ तौर पर दिखाई दे रही है. भाजपा की पटना रैली एक हाई प्रोफाइल रैली थी, खुफिया अफसरों को अलर्ट रहना चाहिए थायदि केंद्र से अलर्ट नहीं किया गया था तो बिहार के खुफिया को अपनी ओर से अलर्ट रहना चाहिए था, बेसिक चूक खुफिया लेवल पर हुई है. जंगला राज के लिए जाना था लालू राज, अब नीतीश राज क्या बिहार में आतंकवाद के प्रवेश और विस्तार के लिए जाना जाएगा???? बोध गया के बाद यदि पटना विस्फोट आतंकी हमला है तो फिर बिहार को सर्तक हो जाना चाहिए.बिहार की हवा में कुछ ठीक नहीं है..बयानबाजी का क्या है वो तो चलता रहेगा.बस बिहार में आतंकवाद नहीं चलना चाहिए. रैली को लेकर मुस्तैद चौकसी से दूर रहना नीतीश की मजबूरी थी, यदि पुलिस चुस्त होती तो फिर भाजपाई पुलिस द्वारा रैली में विध्न डालने का बयान ठोकने लगते.अब पूरे बिहार के सामने लाख टके की सवाल है.क्या बिहार भी आतंकी निशाने पर है??? बगैर राजनीति किये इस पर ठंडे दिमाग से बिहारी नेताओं को आगे बढ़ने की जरूरत है
गिप्पी ग्रेवाल ने कलाकारों के साथ दिल्ली में किया फिल्म 'मंजे बिस्तरे' का प्रमोशन गिप्पी ग्रेवाल ने कलाकारों के साथ दिल्ली में किया फिल्म मंजे बिस्तरे का प्रमोशन पंजाबी मशहूर सिंगर और फिल्म एक्टर गिप्पी ग्रेवाल अपनी आने वाली फिल्म मंजे बिस्तरे के प्रमोशन को लेकर फिल्म के अन्य कलाकारों सोनम बाजवा, करमजीत अनमोल, जग्गी सिंह के साथ दिल्ली पहुंचे और मीडिया के साथ अपनी फिल्म की स्टोरी को साझा किया। मीडिया से बातचीत में गिप्पी ग्रेवाल ने बताया कि बलजीत सिंह देव के निर्देशन में बनी मंजे बिस्तरे एक कॉमेडी, लेकिन पारिवारिक ड्रामा है, जिसे पूरे परिवार के साथ आराम से देखा जा सकता है। बकौल गिप्पी ग्रेवाल, यह फिल्म पुराने समय में जिस तरह से शादी होने से १५ दिन पहले रिश्तेदार का शादी वाले घर में आना शुरू हो जाता था और जिस घर में शादी होती थी वह लोग अपने पड़ोसियों के घर से मंजे और बिस्तरे लाना शुरू कर देते थे, उस पर आधारित है। फिल्म मंजे बिस्तरे में गिप्पी ने सुखी नामक युवक का किरदार निभाया है, जो अपनी बहन की शादी की तैयारी में व्यस्त है, लेकिन घर आई एक नई मेहमान रानो के मोहब्बत के जाल में फंस जाता है। हालांकि, सुखी एक संकोची प्रेमी है, जो अपने प्यार कर इजहार कर पाने में हिचकता है। इसी दौरान अन्य कलाकार कैसे कहानी में प्रवेश करते हैं और नया ताना-बाना बुनते हैं, इसी से हास्य का तड़का लगता है। खास बात यह है कि १४ अप्रैल को रिलीज होने जा रही फिल्म मंजे बिस्तरे का लेखन और निर्माण खुद गिप्पी ग्रेवाल ने किया है। अभिनेत्री सोनम बाजवा ने बताया कि मंजे बिस्तरे में वह रानो का लीड किरदार प्ले कर रही हैं, जो पूरी तरह से ९० के दशक की लड़की है। हालांकि, वह एक पारिवारिक लड़की है, जो आत्मविश्वासी होने के साथ ही बेहद क्यूट-चुलबुली भी है। मुझे इस बात की बेहद खुशी है कि इस फिल्म में काम करने का मौका दिया गया, क्योंकि यह एक बेहतरीन फिल्म है। पत्क फिल्म अवार्ड्स २०१५
झारखंड के चुनाव में किसी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया है तो वो है झारखंड मुक्ति मोर्चा। पार्टी की अगुवाई करने वाले हेमंत सोरेन ने चुनावों के लिए खूब पसीना बहाया। माना जा रहा है कि उन्हीं के सिर पर जीत का सेहरा बंधने वाला है।
ब'दए: कमल हासन ने ६ साल की उम्र में रखा था इंडस्ट्री... ब'दए: कमल हासन ने ६ साल की उम्र में रखा था इंडस्ट्री में कदम, बिन शादी किए बने बाप बॉलीवुडबॉलीवुड़ न्यूजकमल हसनएंटरटेनमेंटबॉलीवुड स्टार्समनोरंजन समाचार डिजिटल डेस्क, मुम्बई। साउथ सुपरस्टार कमल हासन, जो बॉलीवुड इंडस्ट्री में भी अपने अभिनय का ढंका बजवा चुके हैं। आज वे अपना ६५ वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म ७ नवम्बर १९५४ को तमिलनाडु के रामानाथपुरम में हुआ था। उन्होंने महज ६ साल की उम्र से फिल्मों में काम करना शुरु कर दिया था। उनकी पहली फिल्म कलथुर कन्नम्मा थी, जो 19६0 में रिलीज हुई थी। कमल हासन जितना अपनी एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं, उतना ही अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी चर्चा में रहे हैं। आज उनके जन्मदिन पर जानते हैं उनके बारे में कुछ बातें। महज ६ साल की उम्र से अभिनय की दुनिया में कदम रखने वाले कमल हासन ने लीड एक्टर के तौर पर अपने कॅरियर की शुरुआत साल १९७८ में की थी। ७० के दशक में एक्ट्रेस श्रीविद्या के साथ कमल हासन ने कई फिल्में कीं। इस दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं, हालांकि बाद में दोनों अलग हो गए। कमल हासन १९७८ में खुद से २४ साल बड़ी वाणी गणपति के प्यार में पड़ गए। वाणी कमल हासन के लिए कॉस्ट्यूम डिजाइन करने का काम करती थीं। जल्द ही दोनों ने शादी कर ली। फिल्मों के दौरान कमल की जिंदगी में सारिका आईं। वाणी को जब पता चला कि कमल हासन और सारिका के बीच नजदीकियां इस कदर बढ़ी हैं तो उन्होंने कमल हासन को शादी के १० साल बाद तलाक दे दिया। तलाक के बाद कमल और सारिका लिव इन रिलेशन में रहने लगे। इसी बीच सारिका प्रेग्नेंट हो गईं उन्होंने बेटी श्रुति हासन को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद सारिका ने साल १९८८ में शादी की। शादी के बाद सारिका ने फिल्मों से दूरी बना ली। इसके बाद १९९१ में सारिका ने अपनी दूसरी बेटी अक्षरा हासन को जन्म दिया। कमल के पिछले रिश्तों की तरह यह रिश्ता भी नहीं चल सका। साल २००२ में सारिका और कमल के रास्ते अलग हो गए। कमल हासन अपने से २२ साल छोटी एक्ट्रेस सिमरन बग्गा को डेट करने लगे लेकिन सिमरन ने अपने बचपन की दोस्त से शादी कर ली। फिर कमल हासन की जिंदगी में गौतमी तड़ीमल्ला आईं। दोनों २००५ से २०१६ तक लिव इन में रहे। इसके बाद दोनों आपसी सहमति से अलग हो गए। ठप्पड रेवीव: महिला के स्वाभिमान और अस्तित्व की कहानी है 'थप्पड़', जरुर देखें फिल्म प्रोमोशन: जब कपिल ने किया दीया से फ्लर्ट... एक्ट्रेस ने दिया ये जवाब, सुनाए और भी किस्से ब्रिटनी स्पीयर्स ने अपने पैर टूटने की घटना का वीडियो साझा किया ब्ब: जब अमृता खानविलकर से पूछा गया ये सवाल, एक्ट्रेस ने दिया मजेदार जवाब संगीत के बदलते दौर के बारे में बोले अमित त्रिवेदी, कहा- समय के अनुसार ढलना होगा ब'दए: ऐश्वर्या से प्रेरित होकर फिल्मों में आईं आथिया, सलमान ने पूरा किया था सपना इमपरफेक्ट लुक की राह पर बॉलीवुड शाहरुख खान ब'दए: बॉलीवुड के ऐसे एक्टर जिनकी चांद पर है प्रॉपर्टी, आज तक पहनते हैं सगाई की अंगूठी
जालंधर जिले में ७९ लोग कोरोना संक्रमित, सीएम अमरिंदर सिंह ने सिविल सर्जन को वीडियो कॉल कर जाना हाल, बढ़ाया हौसला - राष्ट्र टाइम्स जालंधर जिले में ७९ लोग कोरोना संक्रमित, सीएम अमरिंदर सिंह ने सिविल सर्जन को वीडियो कॉल कर जाना हाल, बढ़ाया हौसला जालंधर. मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को सिविल सर्जन डॉ. गुरिंदर कौर चावला से वीडियो कॉलिंग के जरिए बात की और कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में प्रदेश में नंबर एक जालंधर का हाल जाना। दरअसल, जालंधर जिले में अब तक कोरोना संक्रमण के ७९ मामले सामने आ चुके हैं। ३ की मौत भी हो चुकी है और अब भी लगातार इस आंकड़े में बढ़ोतरी हो रही है। इसी के मद्देनजर कैप्टन ने सिविल सर्जन डॉ. चावला से उनकी और उनके स्टाफ की सेहत के बारे में भी बात की और उनका हौसला बढ़ाया। बिना लक्षण वाले मरीजों की जानकारी ली : सिविल सर्जन ने सीएम को बताया कि जालंधर में अब तक ढाई हजार से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं और सैंपलिंग की प्रक्रिया तेज की जा रही है, ताकि कोरोना वायरस आगे ना फैले। साथ ही कई ऐसे मरीजों को भी ढूंढा गया है, जिनमें कोरोना वायरस के संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे। मुख्यमंत्री ने उनसे पूछा कि यह कैसे पता चलता है कि इन्हें कोरोना है, जबकि उन्हें कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं? सिविल सर्जन ने जवाब दिया कि पॉजिटिव आए मरीज के संपर्क में आए इन लोगों की भी सेहत विभाग टेस्ट कर रहा है, जिस वजह से उन्हें लक्षण आने से पहले ही कोरोना वायरस की पुष्टि हो रही है और उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जा रहा है, ताकि वह दूसरों को संक्रमण न फैलाएं। लगातार कर रहे हैं बातचीत : मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कोरोना वायरस संकट के बीच लगातार पुलिस प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों से बात कर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं। अगर जालंधर की बात करें तो पिछले दिनों नकोदर में एक सब-इंस्पेक्टर और होम गार्ड जवान पर शराब तस्कर ने पेट्रोल बम से हमला कर दिया था। उस समय भी मुख्यमंत्री ने उपचाराधीन होम गार्ड जवान से वीडियो कॉल के जरिये बात कर उसका हाल जाना था।
यू अरे हेरे होम फीचारुड न्यूज़ करिश्मा की वजह से दादा ने किया मेरे साथ पक्षपात करीना कपूर ने अपने ग्रैंडफादर राजकपूर के बारे में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है . करीना ने कहा कि उनके दादा करिश्मा कपूर (बड़ी बहन)को ज्यादा प्यार करते थे. मुंबई में यूटीवी स्टार्स प्रोपर्टी वॉक ऑफ द स्टार्स के उद्घाटन समारोह में राजकपूर की मूर्ति का अनावरण करने के बाद करीना ने यह बातें कहीं. करीना वहां अपने पिता रणधीर कपूर से साथ आई थीं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार करीना ने कहा, मेरे ग्रैंडफादर राजकपूर करिश्मा को यादा मानते थे क्योंकि उन दोनों की आंखें नीली थीं. मेरी आंखे पापा की तरह हरी थी इसलिए मुझ पर वह ध्यान कम देते थे. उन्हें मुझसे ज्यादा करिश्मा से लगाव था और मुझसे वह कभी-कभी पक्षपात भी करते थे ,गर्मी के मौसम में वह करिश्मा को दो आम देते थे जबकि मुझे एक ही मिलता था. मुझे उनको खुश करने के लिए यादा मेहनत करनी पड़ती थी. मुख्यमंत्री परिवार के पास तीन मकान आर्थिक वृद्धि की बहाली को नीति समन्वय जरूरी
नदी में बहे बुजुर्ग का शव बरामद शाहजहांपुर। पानी में गई भैंस को निकालने के चक्कर में बुजुर्ग नदी में डूब गया। उसका शव तिलहर क्षेत्र से बरामद हुआ है। परिजनों ने शव की शिनाख्त कर ली है। थाना बिलसंडा (पीलीभीत) के गांव मानपुर बीसलपुर निवासी जीवन लाल (५५) पुत्र मोहन बीस सितंबर को भैंस चराने गया था। यहां से गुजरने वाली कटना नदी में भैंस चली गई। जीवन लाल भैंस निकालने के लिए नदी में घुस गए और उनकी डूब कर मौत हो गई। शव बहकर तिलहर क्षेत्र में आ गया। गर्रा नदी के रपटा पुल के पास बुजुर्ग का शव बरामद हुआ। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा। परिजनों ने यहां पहुंच कर बुजुर्ग के अंडरवियर से उसकी पहचान की। पोस्टमार्टम के बाद वे शव को अपने गृह जनपद ले गए।
भारत में विज्ञान की बदहाली राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर - सुनील तिवारी आज के युग को विज्ञान का युग कहा जाता है। विज्ञान के बिना आधुनिक जीवन की परिकल्पना करना भी मुश्किल है। विज्ञान ने मानव-जीवन को हर प्रकार की सुविधाओं से सम्पन्न कर दिया है। आज वैज्ञानिक विकास का सीधा सम्बन्ध राष्ट्रीय विकास से लगाया जाता है। एक विकसित देश के पीछे विज्ञान का ही महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। ऐसा कोई देश नहीं है जिसके विकास में विज्ञान का योगदान न हो। इसीलिए समाज में वैज्ञानिक जागरूकता लाने के लिए हर वर्ष २८ फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। दरअसल इस दिन का भारत के वैज्ञानिक इतिहास में बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्थान है। इसी दिन 19२८ में कोलकाता में भारतीय वैज्ञानिक प्रोफेसर चंद्रशेखर वेंकट रमन ने एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक खोज की थी, जो रमन इफेक्ट के नाम से प्रसिद्ध है। इसी खोज के लिए उन्हें १९३० में नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था। आज जब विज्ञान की स्थिति की तुलना उस समय से करते हैं तो विज्ञान की बदहाली पर रोना आ रहा है। विज्ञान की बदहाली का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि सीवी रमन (१९३०) के बाद से किसी भी भारतीय वैज्ञानिक को नोबेल पुरस्कार नसीब नहीं हुआ। पिछले ८४ सालों से हम भारतीय मूल के विदेशियों द्वारा अर्जित नोबेल पर ही इतरा रहे हैं। इस पर यह सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर पिछले आठ दशकों से भारत क्यों नहीं ऐसा वैज्ञानिक पैदा कर पाया जो नोबेल पुरस्कार भारत की झोली में डाल सके? पिछले साल कोलकाता में आयोजित १००वें विज्ञान कांग्रेस समारोह में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने देश के वैज्ञानिकों से विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार पाने की दिशा में काम करने का आह्वान किया था। निश्चित ही राष्ट्रपति का आह्वान एक सकारात्मक संदेश है। पिछले कई सालों से कई बार सरकार में मौजूद जिम्मेदार लोगों द्वारा इस तरह की बातें, घोषणाएं और आह्वान किये जाते रहे हैं, लेकिन वास्तविक धरातल पर अपवादस्वरूप ही कुछ क्रियान्वित हो पाते हैं। यानी यह सब हर बार सिर्फ रस्म अदायगी के तौर पर होता आया है। यथार्थ के धरातल पर देश में वैज्ञानिक अनुसंधान और शोध कार्य की दशा दयनीय ही है। इसका अनुमान इससे भी लगाया जा सकता है कि ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स के १४१ देशों की सूची में भारत ६४वें स्थान पर है। पिछले साल इस सूची में वह ६२वें स्थान पर था। भारत आविष्कार के मामले में ब्रिक देशों में सबसे निचले पायदान पर है। आविष्कार और शोध के मामले में इस तरह पिछड़ने का एक बड़ा कारण यह है कि विकसित दुनिया के देशों की तुलना में हम इस पर बहुत कम खर्च करते हैं। डेलीओटी और मैकेन्जी के एक अध्ययन के मुताबिक २०११ में पूरी दुनिया में शोध और विकास के नाम पर ११४३ अरब डॉलर खर्च किये गए। इसमें एक तिहाई यानी ३३ फीसद खर्च अकेले अमेरिका द्वारा किया गया। इसके बाद यूरोप के द्वारा २४.५ फीसद, चीन द्वारा १२.६ फीसद, जापान द्वारा १२.६ फीसद और भारत द्वारा केवल २.१ फीसद खर्च किया गया। हमारे देश में तकनीकी शोध और विकास योजनाओं में 7५ से ८० फीसद खर्च सरकार के द्वारा किया गया जबकि २0 से २५ फीसद खर्च निजी क्षेत्रों के द्वारा किया गया। विश्वविद्यालयों द्वारा इस क्षेत्र में केवल तीन फीसद खर्च किया गया। इसकी तुलना में ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक डेवलपमेंट एंड कोपरेशन (ओईसीडी) देशों में निजी क्षेत्र द्वारा ६9 फीसद, विश्वविद्यालयों द्वारा १8 फीसद, सरकारी एजेन्सियों द्वारा १0 फीसद और गैर मुनाफा कमाने वाली संस्थाओं द्वारा तीन फीसद खर्च किया गया। इन आंकड़ों से एक बात साफ तौर पर जाहिर हो जाती है कि भारत में शोध और विकास के क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भागीदारी बहुत ही कम है। यानी भारत के निजी क्षेत्र द्वारा अधिकाधिक तकनीकी विकास के लिए किए जाने वाले शोध कार्यो में अधिक ध्यान देने की जरूरत है। ताकि देश में अधिक से अधिक शोध और विकास संबंधी परियोजना पर काम हो सके। अपने देश के शोध और विकास के क्षेत्र में पिछड़े होने की एक वजह यह भी है कि इस मद में दुनिया के अन्य देशों की तुलना में जीडीपी का बहुत कम खर्च होता है। भारत सरकार द्वारा तकनीकी शोध और वैज्ञानिक विकास के नाम पर कुल जीडीपी केवल ०.९ फीसद ही खर्च किया जाता है। जबकि दूसरी ओर दुनिया के अन्य अनेक देशों में शोध और विकास के नाम पर जीडीपी का २.५ से ४.५ फीसद तक खर्च किया जाता है। इस्नइल अपनी तकनीकी शोध परियोजनाओं के नाम पर जीडीपी का ६ फीसद तक खर्च करता है। पड़ोसी देश चीन भी इस नाम पर कुल जीडीपी का करीब २ फीसद खर्च करता है। इन स्थितियों के मद्देनजर भारत को भी शोध और उसके वांछित परिणाम पाने के लिए निश्चित रूप से निवेश बढ़ाना होगा। तभी हम २1वीं सदी के वैश्विक धरातल पर प्रतिस्पर्धा और चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। इस क्रम में हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम दुनिया के ताकतवर देशों में शामिल होने का भी सपना पाले हुए हैं और इस सपने को साकार करने के नाम पर हमें इस बात का खास खयाल रखना होगा कि एक उन्नत समाज और मजबूत अर्थव्यवस्था में शोध और उसके सार्थक परिणामों की अहम भूमिका होती है। लेकिन इसे विडम्बना ही कहा जाएगा कि हमारे देश में शोध और उसके परिणामस्वरूप किसी सार्थक आविष्कार के लिए आमजन में वैसा जुनून नहीं है जैसा दुनिया के विकसित देशों में देखने में आता है। अपने देश में तो ऊपर से लेकर नीचे तक जुगाड़ की तकनीक को ही अधिक तवज्जो मिली हुई दिखती है और उसी के सहारे ज्यादा से ज्यादा कम चलाने की कोशिश होती है।
यू अरे हेरे: होम / क्या महिलाओं को पूर्ण अधिकार दिला पाएगा महिला आरक्षण विल ? क्या महिलाओं को पूर्ण अधिकार दिला पाएगा महिला आरक्षण विल ? लेखक : मुकेश नौटियाल ::अंक: १५ || १५ मार्च से ३१ मार्च २०१०:: वर्ष :: ३३: बहुत समय नहीं बीता.शायद साल बीतने को ही आया होगा। अमेरिका के व्यस्त शहरों की सड़कों पर कुछ युवतियाँ खास टी-शर्ट पहनकर घूम रही थी। इन टी शर्टों के ठीक सामने खास अंदाज में एक पंक्ति लिखी थी। लिखा था आई एन्जॉय माई वैजाइना.. यकीनन आपका सिर झन्ना गया होगा। मेरा भी झन्नाया था जब मैंने अपने दोस्त द्वारा भेजे गये इस संदेश को अपने मेल-बॉक्स पर पढ़ा था। आपकी तरह मैं भी यह जानने को उत्सुक था कि आखिर यह युवतियाँ हैं कौन ? आपकी तरह मैं भी इन्हें प्रॉस या लम्पट युवतियाँ समझ बैठा था। लेकिन पूरा संदेश पढ़ने पर मेरा अनुमान गलत निकला। असल में ये अमेरिकी समाज की पढ़ी-लिखी वोमेन एक्टिविस्ट थीं। नारी मुक्ति आंदोलन की इन कार्यकर्त्रियों का दावा था कि उनकी देह पर केवल उनका हक है। वे चाहें अपनी देह का जैसा उपयोग करें। याद कीजिये भारत में महिला मुक्ति आंदोलन की शुरूआत। हमारे यहाँ भी यही माँग उठ रही थी कि स्त्री की देह पर सिर्फ उसी का अधिकार है। ऐसा क्यों हो कि उसकी देह बचपन में माता-पिता के नियंत्रण में, विवाह के बाद पति के कब्जे में और बुढ़ापे तक बच्चों के हवाले रहे। यह एकदम बेसिक सवाल है। इसी सवाल का जवाब ढूँढने निकले लोगों ने बेहद ठंडे यूरोप में भी महिलाओं को नंग-धड़ंग कर निमोनिया के हवाले कर छोड़ा है। जी हाँ ! वहाँ नवजात बच्चों से ज्यादा निमोनिया की मरीज जवान महिलायें होती हैं। कारण साफ है कि देह-प्रदर्शन के चक्कर में वह पर्याप्त कपड़े नहीं पहनती और ठंडी हवाओं का शिकार बन जाती हैं। आजकल भारत में घोर सर्दियों में सड़क पर निकलती बारातों में आप स्लीवलेस ब्लाउज में महिलाओं का जो जत्था देखते हैं, वह भी जाने-अनजाने महिला-मुक्ति के इसी दर्शन से प्रभावित होता है। सवाल यह खड़ा होता है कि क्या केवल देह की मुक्ति ही स्त्री की आजादी का पर्याय है ? अगर ऐसा है तो क्या यूरोप सहित तमाम विकसित, समृद्ध और सभ्य कहे जाने वाले मुल्कों में स्त्री अपना हक ले चुकी है? क्या अमेरिका या ब्रिटेन के शहरों में महिलायें भी पुरुषों की तरह कहीं भी, कभी भी पेशाब कर पाने की आजादी और सुरक्षा हासिल कर पाई हैं ? क्या वहाँ की स्त्री विवाह के बाद पति का सरनेम अपनी मूल पहचान के बोझ से मुक्त हो गई है ! आखिर हिलेरी को अपने नाम के आगे क्लिंटन और मिशेल को ओबामा क्यों जोड़ना पड़ता है ? ऐसा क्यों है कि एक ही दल के दो सशक्त उम्मीदवारों में से जब स्त्री या अश्वेत में से एक का चुनाव करने की बारी आती है तो दुनिया के सबसे सभ्य लोकतांत्रिक राष्ट्र अमेरिका की जनता को तमाम अनिच्छा के बावजूद एक अश्वेत के नाम पर ही मोहर लगानी पड़ती है। अमेरिका राजनीति के जानकार अन्तिम समय तक यही कहते रहे कि हिलेरी को बिल क्लिंटन के नाम का वेटेज मिलेगा और वह बराक ओबामा पर भारी पड़ेंगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्त्री को लेकर पूरी दुनिया के पुरुषों का एक सा नजरिया है। यह अलग बात है कि अपने इंटरेस्ट के लिये कहीं पुरुष स्त्री के सारे कपड़े उतारकर उसको पोर्न साइटों में भेज देता है तो कहीं स्त्री को बुर्के में पैक कर अंधेरे कमरों में बंद कर दिया जाता है। धर्मों, समाजों और इलाकों ने अपनी सुविधा के अनुसार स्त्रियों का उपयोग किया है। यह पूरी दुनिया में हुआ है, सभी धर्मों और संस्कृतियों में हुआ है। अन्यथा विश्व के सबसे आधुनिक इसाई धर्म की पवित्र पुस्तकें स्त्री पर यह आरोप नहीं लगाती कि शैतान द्वारा ललचाये जाने पर प्रतिबंधित वृक्ष का सेब सबसे पहले उसी ने खाया और फिर बेचारे पुरुष को भी ऐसा करने के लिये उकसाया। आप धर्म और संस्कृति की बात करते हैं ? मैं तो आधुनिकता के नाम पर कुछ भी कह डालने वाले विज्ञान को भी स्त्री के प्रति पक्षपाती मानता हूं। मेडिकल साइंस भी घोषित रूप में स्वीकार करता है कि स्त्री की यौनेच्छा पुरुष के मुकाबले आठ गुनी ज्यादा होती है। मैं कामना करता हूँ कि यह बात सच साबित हो और एक दिन हमारे अखबार स्त्रियों द्वारा पुरुषों के बलात्कार से पटें मिलें। क्या आपने कभी ऐसा प्रसंग सुना है ? अगर नहीं तो क्या इस शोध को पक्षपाती नहीं समझा जाना चाहिये ! हजारों सवाल आज भी अनुत्तरित हैं। अकेले भारत में ही नहीं, समूचे विश्व में स्त्री को आजाद करने के ठेके का टेंडर पुरुषों के नाम खुला है। भारत में स्त्री की आजादी के झंडाबरदारों ने यूरोप और दूसरे विकसित देशों का मॉडल थोप दिया है। इस मॉडल का एक ही सूत्र वाक्य है- कपड़े उतारो। पिछले तीन दशकों में और खासकर पिछले डेढ़ दशक में नारी-मुक्ति आंदोलन से उपजी तमाम बहसों, कहानियों, कविताओं, चित्रकृतियों, नारों और भाषणों में यही बात निकलकर आती है कि बाजार में वाहियात होकर स्त्री मुक्त हो जाती है। ठीक है कि स्त्री के शरीर पर केवल उसी का अधिकार होना चाहिये लेकिन ऐसा केवल नंगई पर उतर आने और एक झटके में तमाम वर्जनाओं को तोड़ने से नहीं होगा। यह तो पुरुषों को प्रायोजित कार्यक्रम का एक बेहद गोपनीय एजेंडा है, जिसमें महिलाएँ अपनी मुक्ति तलाश रही हैं। लेखिकाओं द्वारा दर्जन भर मर्दों के साथ हमबिस्तर होने के खुलासों से स्त्री मुक्त नहीं होगी। अगर स्त्री को सचमुच एक मनुष्य की पहचान हासिल करनी है तो उसको मुर्दा-घाट पहुँचने तक उसी नाम को लेकर जीना होगा जो उसको नामकरण के दिन मिला था। स्त्रियों को पूरी संजीदगी के साथ सोचना पड़ेगा कि उत्तर आधुनिकता की तरफ बढ़ती दुनिया में आज भी बस से लम्बे सफर पर निकलने से दो-तीन घंटे पहले प्यास लगी होने के बावजूद उनको पानी पीना क्यों बंद करना पड़ता है। क्यों नहीं उनको भी पेड़ की ओट में हल्का होने की आजादी मिल पायी है ? अगर अब पुरुषों के समाज में स्त्रियाँ इतनी मुखर हो चुकी हैं तो केवल रैम्प पर गाउन उठाने से चार कदम आगे वह कहीं भी, कभी भी ऐसा क्यों नहीं कर देती ? वे अपने ही अंगों को इंजॉय करने की गर्वोक्ति क्यों करती हैं, पुरुषों के अंग को क्यों नहीं ? जाहिर है स्त्री अभी तक न तो आजाद हो पाई है और न ही समाज में सुरक्षा हासिल कर पाई है। इसका कारण यही है कि नारी-मुक्ति के तमाम आंदोलन पुरुषों के निर्देशों पर महिलाओं द्वारा चलाये जाते रहे हैं। स्त्रियों को अगर सचमुच अपनी पहचान स्थापित करनी है तो उन कानूनी प्रावधानों को हटाने के लिये संघर्ष छेड़ना पड़ेगा जो स्त्री को पति का नाम ओड़ने पर बाध्य करते हैं और पिता की संपत्ति पर केवल पुत्रों के हक की बात करते हैं। क्या आपने भारतीय उत्तराधिकार अधिनियम को पढ़ा है ? नहीं पढ़ा तो पढ़ लीजिये। आप जान जायेंगे कि बेटे की अनुपस्थिति में अगर चाचा, ताऊ, उनके बेटे न मिलें तो जाकर बेटी की खोज की जाती है। शिक्षा सबसे कारगार हथियार है। महिलायें शिक्षित होंगी तो जागरूक भी हो जायेंगी। यह भी समझना पड़ेगा कि करवा चौथ की ब्रांड एम्बेसेडर महिला नेत्रियों को रोल मॉडल बनाने के बजाय स्त्रियों को मायावती और ममता बनर्जी जैसी नेत्रियों का अनुकरण करना पड़ेगा जो आज भी न केवल अपने मूल नाम के साथ कायम हैं, बल्कि जिनका नाम भर सुनने से पुरुषों की सत्ता डोलने लगती है। स्त्री-मुक्ति की बात हो तो हमारे समाज शास्त्रियों को विवाह संस्था की याद आ जाती है। लेकिन यहाँ भी सवाल यही है कि क्या इस संस्था को बनाये और बचाये रखने का दायित्व केवल स्त्री का है ? अब समय आ गया है कि सही सवालों को लेकर पूरी संजीदगी के साथ एक नई पहल हो अन्यथा अगली सदी में भी हम अपनी आधी आबादी को कुचलते हुए ही प्रवेश करेंगे। यह भी तय करना पडेगा कि अब जो पहल हो वह केवल महिलाओं द्वारा-उन्हीं के वैचारिक नेतृत्व में हो। पुरुषों की पहल निरपेक्ष होती तो कम से कम उन मुल्कों की महिलाओं को तो उनकी जमीन नसीब हो जानी चाहिये थी जिन्होंने स्त्रियों को बूचड़ के यहाँ टँगे खाल उतरे बकरे की तरह बनाकर छोड़ा है। आप लम्पट छोकरों की बात छोड़िये-प्रबुद्ध और जिम्मेदार पुरुषों की जमात में स्त्रियों को लेकर छिड़ी बहसों का मिजाज परखिये। आप अच्छी तरह समझ जायेंगे कि पुरुष के लिये स्त्री मनोरंजन से ज्यादा कुछ नहीं है। इसलिये स्त्री के हक को हासिल करने के लिये स्त्रियों को ही आगे आना पड़ेगा- अन्यथा नारी सशक्तीकरण के सभी नाटकों का दुखद अंत ही होता रहेगा।
हिमाचल में पेंशनर्स के लिए खुशखबरी, पेंशन में ५ से १० प्रतिशत तक होगा इंक्रीमेंट म्ह ओन न्यूज हिमाचल में पेंशनर्स के लिए खुशखबरी, पेंशन में ५ से १० प्रतिशत तक होगा इंक्रीमेंट मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हिमाचल में पेंशनर्स को अगले साल से एक बड़ा तोहफा देने का ऐलान किया है. शिमला में पेंशनर्स कल्याण संघ के राज्य स्तरीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कि पेंशन को अगले वित्त वर्ष से ६५, ७० व ७५ वर्ष की आयु पूरी होने पर बेसिक पेंशन में ५, १० व 1५ प्रतिशत इंक्रीमेंट लगाया जाएगा. इस पर सरकार सौ करोड़ रुपये खर्च करेगी. इस मौके पर सीएम ने पेंशनर्स को सम्मानित भी किया. इस अवसर पर उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सभी पेंशनर्स को धर्मशाला में होने वाली कांग्रेस की रैली में आने का न्यौता दिया. उन्होंने कहा कि सरकार बनाने में पेंशनर्स का भी काफी योगदान रहता है और उन्हें उम्मीद है कि पेंशनर्स कांग्रेस को फिर से सहयोग देंगे.
अगर अपने पार्टनर को करना चाहते हैं खुश, तो जरुर अपनाएं ये ५ कमाल के टिप्स.. - २१/०४/२०१८ ११:२४ आम लड़कियों को समझना और उन्हें खु्श रखना बेहद मुश्किल काम है।ऐसी कोशिश करते समय आपकी तरफ से की गई एक छोटी सी भी गलती आपके रिश्ते पर भारी पड़ सकती है।ऐसा इसलिए भी है क्योंकि लड़कियां बहुत इमोशनल होती हैं। अगर आप भी किसी लड़की को खुश करने के उपाय खोज रहे हैं तो परेशान ना हो। हम आपको बता रहे हैं लड़कियों का दिल जीतने और उन्हें खुश करने के ये ५ शानदार टिप्स । पहले दोस्ती करें- लड़की को प्रपोज करने से पहले आपको चाहिए कि आप सबसे पहले उससे दोस्ती करें।दोस्त बनते ही आपको समझ आ जाएगा कि सामने वाली लड़की का नेचर किस तरह का है।जिसकी वजह से आप उन्हें आराम से अपने दिल की बात बता सकते हैं। किसी भी लड़की से बात करने या उसे खुश करने से पहले ये पता कर लें कि सामने वाली लड़की आपसे बात करने में रूचि ले भी रही हें या नहीं। क्या उनको आपकी बातों में मजा आ रहा है या नहीं। लड़कियों को अपनी ओर आकर्षित करने और उन्हें खुश करने का सबसे बढ़िया फॉर्मूला है कि आप उन्हें इंप्रेस करें। यदि आपको अहसास होता है कि लड़की आपसे इंप्रेस है तो आपको मुस्कुराकर प्यार से बात करनी चाहिए। पॉजिटिव एटीट्यूड रखें- आपको चाहिए कि लड़कियों से पॉजिटिव बात करें और अपने एटीट्यूड को भी पॉजिटिव रखें, ताकि लड़कियां भी आपसे बात करने में इंटरेस्टेड हो। बहुत अधिक उतावले ना हो और ना ही बहुत ज्यादा बालें बल्कि लड़कियों को भी बोलने का बराबर का मौका दें।इसके अलावा बीच-बीच में आपको लड़की की तारीफ भी करनी चाहिए। हालांकि ये तारीफ बहुत बनावटी नहीं लगनी चाहिए।
हिंदी न्यूज़ देश चुनावों में हार के बाद न तो इस्तीफे की पेशकश की, न इस्तीफा मांगा गया: मनोज तिवारी दिल्ली विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा के खराब प्रदर्शन के मद्देनजर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने बुधवार (१२ फरवरी) को कहा कि उन्होंने न तो पद छोड़ने की पेशकश की है और न ही उन्हें पद से इस्तीफा देने के लिए कहा गया है। हालांकि, सूत्रों ने दावा किया कि तिवारी ने पार्टी के एक शीर्ष पदाधिकारी से संपर्क किया और भाजपा को आम आदमी पार्टी (आप) के हाथों मिली करारी हार के चलते दिल्ली इकाई प्रमुख के रूप में पद छोड़ने की पेशकश की। तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, न तो मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया है और न ही मैंने अपना इस्तीफा दिया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद तिवारी ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि वह दिल्ली भाजपा प्रमुख के रूप में काम जारी रखेंगे या नहीं, यह पार्टी का आंतरिक मामला है। सांसद मनोज तिवारी बोले, टाटा- रांची एनएच का निर्माण जल्द हो मैं चयन के लिए फिट हूं: मनोज तिवारी विवाह बंधन में बंधे मनोज तिवारी
हाई अलर्ट दौरान भी लुटेरों के हौसले बुलंद, महिला अष्टाम फरोश को लूटा - रोब्बरी वित वुमान हाई अलर्ट दौरान भी लुटेरों के हौसले बुलंद, महिला अष्टाम फरोश को लूटा भोगपुर(सूरी): स्वतंत्रता दिवस पर पंजाब भर में किए हाई अलर्ट और पुलिस के कड़े सुरक्षा प्रबंध को लुटेरों के हौसले चुनौती दे रहे हैं। भोगपुर के नजदीक राष्ट्रीय राजमार्ग पर लुटेरों ने एक एक्टिवा सवार अष्टाम फरोश महिला के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया है। मामले की जानकारी देते हुए गुरविन्द्र कौर पत्नी हरभजन सिंह निवासी किंगरा चौ वाला ने बताया कि वह सब-तहसील भोगपुर में अष्टाम फरोश का काम करती है। घर जाते समय अचानक एक मोटरसाइकिल पर सवार २ नौजवान लुटेरों ने उसकी एक्टिवा को लात मारी, जिससे वह गिर गई और लुटेरे थैले में रखे अष्टाम बिक्री के पुराने रजिस्टर, ५ हजार रुपए, बैंकों की कॉपियां, कोर्ट फीस, रसीदी टिकटें, पैन कार्ड और वोटर कार्ड सहित अन्य जरूरी कागजात लूट कर ले गए। गुरविन्द्र कौर की तरफ से इसकी शिकायत थाना भोगपुर में दी गई है।
मध्यप्रदेश सरकार की उदासीनता के चपेट में किसान एक बार फिर - न्यूज़एंट्रल२४क्स७ मध्यप्रदेश सरकार की उदासीनता के चपेट में किसान एक बार फिर महीनों से नहीं मिल रही किसानों को भावांतर भुगतान योजना के तहत तय राशि मध्यप्रदेश सरकार का किसानों के प्रति उदासीन रवैया एक बार फिर देखने को मिल रहा है। सरकार के द्वारा चलाई जा रही भावांतर भुगतान योजना यहां के किसानों के गले की फांस बन गई है। इस योजना के तहत कई महीने से किसानों को पैसा भुगतान नहीं हो पाया है। किसान को अपने ही पैसों के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। भावांतर योजना के तहत मध्यप्रदेश सरकार बिना एमएसपी वाले फसलों पर उचित मूल्य और एमएसपी मूल्य के बीच अंतर वाली राशि को किसानों को भुगतान करती है। लेकिन किसान संगठन आम किसान यूनियन के अनुसार किसानों का २२ हज़ार करोड़़ रुपए सरकार के पास अटका है। वो अपने पैसों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैंं। हिंद किसान के एक रिपोर्ट के अनुसार नरसिंहपुर के किसान चन्द्रभान को इस योजना के तहत सरकार को बेची गई उड़द के २५ हज़ार के लिए पिछले ९ महीनों से इंतजार करना पड़ रहा है। किसानों ने ज़िला अधिकारी से लेकर कृषि विभाग और यहां तक कि सीएम हेल्पलाइन में भी मदद की गुहार लगाई पर कहीं राहत नहीं मिल रही है। गौर करने की बात यह है कि सरकार का दावा है की भावांतर योजना किसानों की मदद के लिए चलाई गई है पर सरकारी उदासीनता ने इसके स्वरूप को ही बदल रखा है। किसानो को अपने पैसों के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।
अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले ने देश के हिन्दुओं में एक नए ऐतिहासिक बोध को फिर से जगा दिया है। इस फैसले ने हमें फिर सोचने का अवसर दिया है कि कथित धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा के जोश में हम अपने अतीत को अनदेखा नहीं करें क्योंकि अतीत के गर्भ से ही वर्तमान जन्म लेता है और यही वर्तमान हमारे भविष्य को दिशा देता है। यदि राष्ट्र की धरती अथवा राजसत्ता छिन जाये तो शौर्य उसे वापस ला सकता है। यदि धन नष्ट हो जाए तो परिश्रम से कमाया जा सकता है, परन्तु यदि राष्ट्र अपनी पहचान ही खो दे तो कोई भी शौर्य या परिश्रम उसे वापस नहीं ला सकता। इसी कारण भारत के वीर सपूतों ने भीषण विषम परिस्थितियों में लाखों अवरोधों के बाद भी राष्ट्र की पहचान को बनाये रखने के लिए बलिदान दिए। इसी राष्ट्रीय चेतना और पहचान को बचाये रखने का प्रतीक रहा श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण का संकल्प। हम सब सन् २०२० में अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि पर मंदिर के शिलान्यास का प्रत्यक्षदर्शी बनेंगे। भारतवासियों के लिए ५ अगस्त का दिन बहुत ही शुभ घड़ी होगी जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन कर शिलान्यास करेंगे। हम सब भाग्यशाली हैं जो भव्य राम मंदिर को देखेंगे। मैं पूजनीय पिताश्री अश्विनी कुमार द्वारा लिखित अत्यन्त चर्चित और लोकप्रिय धारावाहिक सम्पादकीय रोम-रोम में राम का अध्ययन कर रहा था और मुझे भी इस विषय पर लिखने की प्रेरणा मिली। पिताश्री को इस बात की हमेशा पीड़ा रही कि भारत में संकीर्ण मानसिकता, तथाकथित धर्मनिरपेक्षता, घृणा, उन्माद, कट्टरवाद और साम्प्रदायिकता से भी सियासत की जड़ें गहरी न होती तो श्रीराम मंदिर निर्माण कब का हो गया होता। अब क्योंकि श्रीराम मंदिर निर्माण होने जा रहा है तो हमें गर्व भी हो रहा है। भगवान राम के पावन नाम के स्मरण मात्र से प्राणों में सुधा का संचार होता प्रतीत होता है। इस नाम की महिमा कौन नहीं जानता। भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता के प्रतीक पुरुष श्रीराम भारतीयों के रोम-रोम में बसे हुए हैं। रामचरित मानस में राम राजा होते हुए भी स्वयं को साधारण व्यक्ति के रूप में दर्शाते हैं। सीता रानी नहीं बल्कि समाज से जुड़ी हुई एक ऐसी महिला के रूप में दिखाई देती है जिसने अथाह पीड़ा सही। भाई, मां, पत्नी, मित्र, सेवक-सखा, राजा-शत्रु सभी अपनी मर्यादाओं में बंधे हुए हैं। तुलसी दास के नायक राम भाग्यवादी या निर्यातवादी नहीं हैं। पुरुषार्थ उनका कर्म है। इस कर्म में एक ओर राक्षसों का वध करना उनका उद्देश्य है तो दूसरी ओर शबरी के बेर खाकर मानव मात्र की समानता को प्रतिष्ठित करना भी उनका लक्ष्य रहा। श्रीराम का सम्पूर्ण जीवन त्याग, तपस्या, कर्त्तव्य और मर्यादित आचरण का उत्कृष्ट स्वरूप है। मर्यादा निर्माण का यह अभ्यास विश्वास इतिहास में अनूठा है। यही कारण है कि विज्ञान और विकास के दौर में भी श्रीराम जनमानस के देवता हैं। राम शक्ति के ही नहीं विरक्ति के भी प्रतीक हैं। राम भगवान से पहले एक व्यक्ति हैं। उन्होंने अपने जीवन में ऐसे कार्य किए हैं जिन्हें हम दैनिक जीवन में अपना सकते हैं। जनमानस की व्यापक आस्थाओं के इतिहास को देखें तो मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम कण-कण में विद्यमान हैं। श्रीराम इस देश के पहले महानायक हैं। राम का जो विराट व्यक्तित्व भारतीय जनमानस पर अंकित है, उतने विराट व्यक्तित्व का नायक अब तक के इतिहास में कोई दूसरा नहीं हुआ। राम के जैसा दूसरा कोई पुत्र नहीं। उनके जैसा सम्पूर्ण आदर्श वाला पति, राजा, स्वामी कोई भी दूसरा नाम नहीं। राम किसी धर्म का हिस्सा नहीं, बल्कि मानवीय चरित्र के उदात हैं। बचपन की स्मृतियों में झांकता हूं तो मुझे एक कथा याद आती है। मैं बचपन में अक्सर राम कथा मर्मज्ञ को सुनने कार्यक्रमों में चला जाता था। सेतु निर्माण का कार्य चल रहा था। नल, नील नामक दो इंजीनियरों के हाथ के स्पर्श के बाद जो भी शिलाएं जल में डाल दी जातीं, वे तैरने लगतीं। राम कार्य जोरों पर था। भगवान राम दूर तक शिला पर बैठे यह सब देख रहे थे और आनंदमग्न हो रहे थे। अचानक न जानें क्यों उनके दिल में एक ख्याल आया। उन्होंने देखा कि वही शिलाएं तैरती हैं जिन पर राम का नाम लिखा होता है, अन्य शिलाएं डूब जाती हैं। कुछ देर के बाद उन्होंने इशारे से पवन पुत्र हनुमान को बुलाया और स्वयं दो शिलाएं हिलोरें मारते समुद्र में छोड़ने की इच्छा जाहिर की। महावीर ने शिलाएं दीं। चूंकि भगवान राम स्वयं उन शिलाओं को जल में छोड़ने जा रहे थे, अतः उन्होंने अपना नाम स्वयं कहां लिखना था। जैसे ही वे शिलाएं छोड़ीं, दोनों ही डूब गईं। भगवान राम ने आश्चर्य में भर कर महावीर हनुमान की ओर देखा। हनुमान मुस्कराने लगे। भगवान राम ने पूछा, महावीर, यह क्या रहस्य है? हनुमान बोले- स्वामी, कोई आपका प्रिय से प्रिय भक्त भी बुद्धि भ्रष्ट हो जाने के फलस्वरूप आप को छोड़ दे तो भी आप उसे माफ कर देते हैं, उसे बचा लेते हैं, वह एक कदम आपकी तरफ बढ़े तो आप सौ कदम बढ़ते हैं, परन्तु हे प्रभु, हे भगवान, आप उसे डूबने नहीं देते परन्तु जिसे स्वयं आप छोड़ दें, उसको कौन बचाएगा। वह तो डूबेगा ही। भगवान राम मुस्कराने लगे। इस तरह की न जाने कितनी कथाएं बचपन में सुनने को मिलती थीं और अन्दर ही अन्दर पुलकित कर देती थीं। कलांतर में रामचरित मानस और वाल्मीकि रामायण के अतिरिक्त भी कई रामायणों के बारे में सुना और कुछ पढ़ा भी। १९८७ में रामानंद सागर ने रामायण सीरियल के द्वारा जन-जन का जितना उपकार किया वह शायद कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। मैथिलीशरण गुप्त का साकेत सचमुच इस बात की ठीक ही घोषणा करता है : - बाकी चर्चा मैं कल के लेख में करूंगा।
संतरागाछी हादसा: सीएम ममता ने की मरने वालों के परिजनों को ५ लाख और घायलों को १ लाख रुपये देने की घोषणा - हे ब्लिस संतरागाछी हादसा: सीएम ममता ने की मरने वालों के परिजनों को ५ लाख और घायलों को १ लाख रुपये देने की घोषणा कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हावड़ा के संतरागाछी स्टेशन पर मंगलवार को भगदड़ मच गई। इसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि २५ लोग घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि दो ट्रेन एक साथ आने पर रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ मच गई, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ है। रेलवे ने मामले की जांच भी शुरू कर दी है। वहीं राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संतरागाछी भगदड़ में मर गए लोगों के परिवारों के लिए पांच- पांच लाख रुपए और घायल हुए लोगों के लिए एक- एक लाख रुपए के मुआवजे की घोषणा की है। इसके साथ ही रेलवे ने दो हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है आर्टियल संतरागाछी हादसा: सीएम ममता ने की मरने वालों के परिजनों को ५ लाख और घायलों को १ लाख रुपये देने की घोषणा टूक फ्र्म इंडियास फास्टस्ट हिन्दी न्यूज पोर्तल. सिक्किम : कार दुर्घटना में बंगाल के पांच पर्यटकों की मौत
ईएसपी इडेन्तिलम चिपकने वाला सफाई कार्ड होम > उत्पादों > ईएसपी इडेन्तिलम चिपकने वाला सफाई कार्ड(ईएसपी इडेन्तिलम चिपकने वाला सफाई कार्ड के लिए कुल २४ उत्पादों) ईएसपी इडेन्तिलम चिपकने वाला सफाई कार्ड - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से हम विशेष हैं ईएसपी इडेन्तिलम चिपकने वाला सफाई कार्ड निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक ईएसपी इडेन्तिलम चिपकने वाला सफाई कार्ड, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक ईएसपी इडेन्तिलम चिपकने वाला सफाई कार्ड में से एक, मेडिक्लीन टेक्नोलॉजी को.,लैड.।
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के लिए जमीन को लेकर विवाद के मामले मामले में सर्वोच्च न्यायालय ने मध्यस्थता कर आगे पढ़ें अयोध्या विवादः सुप्रीम कोर्ट ने ३ मिनट की कार्यवाही की और ३ महिनों तक टाल दी सुनवाई नई दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले में सुनवाई अब जनवरी तक के लिए टाल दी है। चीफ जस्टिस रंजन आगे पढ़ें कोलकाता : आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कहा कि अयोध्या में रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद का अदालत से बाहर समाधान सर्वश्रेष्ठ आगे पढ़ें नयी दिल्ली : अयोध्या विवाद पर उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी को बड़ा अवसर बताते हुए भाजपा ने कहा है कि शीर्ष अदालत ने इसका आपसी आगे पढ़ें
रियल टच आर्किड कारखाने सीधे बिक्री एकल सिर और ७ प्रमुखों रियल टच फूल सजावटी फूल कृत्रिम ऑर्किड थोक ७ सिर कृत्रिम आर्किड पौधों प्राकृतिक रियल टच के साथ रेशम फलाएनोप्सिस थोक कृत्रिम फूल के लिए सस्ते रियल टच रेशम आर्किड फलाएनोप्सिस गृह सजावट कृत्रिम रियल टच तितली आर्किड फूल उच्च गुणवत्ता सजावटी पु कृत्रिम फूल ऑर्किड सिमबिडिअम गुलदस्ते रेशम तितली ऑर्किड संयंत्र रियल टच सफेद फलाएनोप्सिस आर्किड शादी की सजावट के लिए थोक ११ सिर ३ड फलाएनोप्सिस रियल टच कृत्रिम आर्किड फूल ५ सिर रियल टच लेटेक्स कृत्रिम फलाएनोप्सिस ऑर्किड के लिए जन्मदिन की पार्टी सजावट घर की सजावट के लिए लेटेक्स लेपित फलाएनोप्सिस रियल टच कृत्रिम ऑर्किड थोक ११ सिर फलाएनोप्सिस ऑर्किड रियल टच रेशम फूल कृत्रिम उचित मूल्य के ११ सिर के लिए रियल टच रेशम कृत्रिम फूल फलाएनोप्सिस आर्किड शादी/क्रिसमस/नए साल की सजावट रियल टच रेशम दृष्टि नीले लाटेकस फूल कृत्रिम फलाएनोप्सिस आर्किड पौधों फैक्टरी थोक घर की सजावट पीवीसी कृत्रिम फूल आर्किड पौधों उच्च गुणवत्ता रियल टच फूल व्यवस्था मिनी बोन्साई बर्तन के साथ आर्किड पौधों थोक मूल्य के साथ ४४ कम कृत्रिम आर्किड ४ पत्तियां
डबल विजन: कारण, लक्षण, खतरे, उपचार और बचाव | डिप्लोपिया होम स्वस्थ आँखें डबल दृष्टि (दोहरी दृष्टि) : कारण, लक्षण और उपचार | डिप्लोपिया डबल विजन या डबल दृष्टि (डिप्लोपिया) क्या है? जब आप अपनी आँखें खोलते हैं और एक एकल, स्पष्ट छवि देखते हैं, तो आप संभवत: उसे मंजूर कर लेते हैं। लेकिन यह एक जटिल प्रक्रिया का परिणाम है जिसके लिए आपके आँख के कई हिस्सों को एक साथ आसानी से काम करने की आवश्यकता होती है। कभी कभी कुछ समस्यायों के कारन दोहरी दृष्टि हो जाती है। जब आप दो दो देखते हैं, इसका मतलब है कि उस सिस्टम के साथ एक समस्या है। और इसे आपको गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि कुछ कारणों की तत्काल उपचार की आवश्यकता होती है। यह समझने के लिए कि क्या गलत हो रहा है, यह आपकी आंख के हिस्सों को जानने में मदद करता है और वे एक साथ कैसे काम करते हैं। कॉर्निया: आपकी आंखों में स्पष्ट खिड़की। इसका मुख्य काम प्रकाश को फोकस करना है। यदि आप एक आंख को कवर करते हैं और आपकी डबल दृष्टि ठीक हो जाती है, तो आपको दूसरी आँख में कोर्निया ख़राब हो सकती है। यदि केवल एक कॉर्निया विकृत हो, तो आप केवल उस आँख से दो देख सकते हैं। चश्मा शायद समस्या को ठीक कर सकते हैं। नुकसान से निम्न हो सकता है: केरेटोकोनस , जब आपका कॉर्निया शंकु के आकार का हो जाता है संक्रमण, जैसे हर्पिस आँखों में शुष्कता लेंस: यह आपकी आँख की पुतली के पीछे होता है और आपके रेटिना पर प्रकाश फ़ोकस करने में मदद करता है। मोतियाबिंद सबसे आम लेंस की समस्या है। सर्जरी लगभग हमेशा उन्हें ठीक करती है। मांसपेशियां: ये आंखों के घूमने को नियंत्रित करती हैं और आँखों को एक दूसरे के साथ गठबंधन करती हैं। अगर एक आंख में एक पेशी कमजोर है, तो यह स्वस्थ आँख के साथ सिंक में नहीं चलेगी जब आप कमजोर मांसपेशियों द्वारा नियंत्रित दिशा में देखते हैं, तो आप को डबल दिखाई देता है। आँख की मांसपेशी समस्याओं से निम्न हो सकता है: नसों के साथ एक समस्या जो उन्हें नियंत्रित करती है। ग्रेव की बीमारी (ग्रेव् डिसीज), एक थायरॉयड की स्थिति जो आँख की मांसपेशियों को प्रभावित करती है यह ऊर्ध्वाधर डिप्लोपिया पैदा कर सकता है, जहां एक छवि दूसरे के ऊपर होती है। माइस्थेनिया ग्रेविस (म्यास्थेनिया ग्रविस), एक स्वत: प्रतिरक्षी बीमारी जो तंत्रिकाओं को मांसपेशियों को क्या करना है कहने से रोकती है। शुरुआती लक्षणों में डबल दृष्टि और पलकें बंद होना शामिल हैं नसे (नर्व्), वे आपकी आंखों से आपकी मस्तिष्क तक की जानकारी ले जाती हैं। उनके साथ समस्याएं दोहरी दृष्टि को जन्म दे सकती हैं: गिलें -बारे सिंड्रोम एक तंत्रिका स्थिति है जो प्रगतिशील कमजोरी का कारण बनती है। कभी-कभी, पहले लक्षण आपकी आंखों में होते हैं और दोहरी दृष्टि शामिल होती है। मधुमेह आपके आंखों को आगे बढ़ने वाली मांसपेशियों की तंत्रिका क्षति के कारण हो सकता है। इससे दोहरी दृष्टि हो सकती है। मल्टीपल स्केलेरोसिस आपके मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी में कहीं भी नसों को प्रभावित कर सकता है। यदि आपकी आँखों को नियंत्रित करने वाली नसों को नुकसान पहुंचता है, तो आप दोहरी देख सकते हैं। मस्तिष्क: तंत्रिकाएं जो आपकी आँखों को नियंत्रित करती हैं सीधे आपके दिमाग से कनेक्ट होती हैं, जहां छवियों को संसाधित किया जाता है। मस्तिष्क में दोहरी दृष्टि के कई कारण शुरू होते हैं। उनमे शामिल है: आघात, रक्तस्राव या संक्रमण से मस्तिष्क के अंदर बढ़ता दबाव डबल दृष्टि (डिप्लोपिया)के लक्षण क्या हैं? डबल दृष्टि कोई अन्य लक्षण नहीं हो सकता है कारण के आधार पर, आप यह भी देख सकते हैं: एक या दोनों आँखों का मिसाइलमेंट (एक भटकना आंख या क्रॉस आंखों उपस्थिति) दर्द जब आप अपनी आंख घुमाते हैं अपनी आँखों के आसपास दर्द जैसे कनपटी या भौहें आपकी आंखों या कहीं और में कमजोरी लटकती हुई पलकें डबल विजन का निदान कैसे किया जाता है? दोहरी दृष्टि (डिप्लोपिया) जो नई या अस्पष्टीकृत है, उसे तुरंत चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है। इतने सारे संभावित कारणों से, बिना देरी के कारणों की खोज करना महत्वपूर्ण है। आपके चिकित्सक को आपकी समस्या का कारण जानने के लिए सबसे अधिक संभावना एक से अधिक विधि का उपयोग करना होगा। वह रक्त परीक्षण, एक शारीरिक परीक्षा, और शायद एक इमेजिंग टेस्ट की कोशिश करता है जैसे कि सीटी या चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (एमआरआई)। आपके चिकित्सक के लिए सबसे प्रभावी टूल में से एक यह है कि आप जो जानकारी प्रदान करते हैं अपनी नियुक्ति से पहले इन प्रश्नों के बारे में सोचें डबल दृष्टि कब शुरू हुई? क्या आपके सर में चोट लगी, कहीं गिरे या बेहोश हुए? क्या आप एक कार दुर्घटना में थे? क्या दिन के अंत में या जब आप थके होते हो तो तो दोहरी दृष्टि ज्यादा होती है? क्या आपको दोहरी दृष्टि के अलावा कोई अन्य लक्षण हैं? क्या आप अपने सिर को एक ओर झुकाते हैं? पुराने चित्रों को देखें, या परिवार में पूछें आपको आदत के बारे में भी जानकारी नहीं हो सकती है अब, अपने क्षेत्र में कुछ ऐसी दृष्टि पर ध्यान दें जो एक खिड़की या पेड़ की तरह नहीं चलती है क्या दो ऑब्जेक्ट्स एक तरफ, या दूसरे के ऊपर एक हैं? या वे थोड़ी सी झुके हुए हैं? कौन सा उच्च या निम्न है? दोनों छवियां स्पष्ट हैं लेकिन पंक्ति में नहीं? या एक स्पष्ट और दूसरा अस्पष्ट है? एक आंख को कवर करें, फिर स्विच करें। क्या समस्याएं दूर जाती हैं जब या तो आंख को कवर किया जाता है? अपने सिर को दाएं झुकाएं, फिर बाईं तरफ। क्या इन स्थितियों में से कोई भी आपकी दृष्टि को बेहतर बनाता है या इसे खराब कर सकता है? दोहरी दृष्टि (डिप्लोपिया) इलाज कैसे किया जाता है? सबसे महत्वपूर्ण कदम मूल कारणों की पहचान करना और उनका इलाज करना है। यदि कमजोर आँख की मांसपेशियों को दोषी ठहराया जाए या चोट की वजह से मांसपेशियों को चोट पहुंचाई गई हो, तो सर्जरी मदद कर सकती है। दवाएं मैथैथेनिया ग्रेविस का इलाज कर सकती हैं ग्रेव रोग के लिए सर्जरी या दवा उपलब्ध है मधुमेंह में दवाएं और इंसुलिन रक्त शर्करा को नियंत्रित कर सकते यदि डबल दृष्टि को उलट नहीं किया जा सकता है, तो उपचार आपको इसकी सहायता कर सकते हैं। आंख पैच या प्रिज्म चश्मे की तरह विशेष चश्मा, प्रभाव को कम कर सकते हैं।
डिलि, तिमोर के पास मजबूत (बहुत उथला) भूकंप उपड़ते २७ / ०४ - १३: १२ उत्क: रॉबर्ट स्पेटा ने एक छोटा सा वीडियो सम्मिलित किया, जिसमें बहुत सारी जानकारी यहाँ लिखी जा रही है: हमारे युतुबे भूकंप-रिपोर्ट.कॉम वीडियो की सदस्यता लें, हमने अभी अभी उपड़ते २७ / ०४ - ०६ डाला है: ५४ उत्क: हमने इस भूकंप के अलर्ट कलर को डाउनग्रेड किया है [अधिक पढ़ें ...] के तहत दायर: झटकों, खतरनाक भूकंप, में गहराई से लेख, एम + ५ क्वेक्स, एम + ६ क्वेक्स के साथ टैग की गईं: भूकंप दिली, भूकंप, भूकंप तिमोर, एम ६ भूकंप, परिमाण ६, बहुत शक्तिशाली भूकंप, बहुत शक्तिशाली भूकंप
मैं तुम से तुम्हारा धर्म नहीं पूछूँगा , जाति भी नहीं ,यह भी नहीं की तुम वामपंथी हो या दक्षिणपंथी या सनातनी संत, महंत या फिर मठाधीश पर यह तो कहो कि कैसे इतने सहज ,अतिमानवीय , निष्काम ,निर्लिप्त ,निर्विकार ,निष्पक्ष और भव्य बन पाए तुम ? मैं तुम से यह नहीं कहूँगा कि मेरी मति ,समझ ,जीवन के मूल्य तुम्हारे मूल्यों से श्रेष्ठ हैं और यह भी नहीं कि तुम्हारे हेय हैं , पर महामना सच -सच कहो कि क्या तुम्हारा आचरण ,तुम्हारी समझ का संश्लेषित रूपांतरण है या ठीक उसके विपरीत तुम्हारी समझ ,मीमांसा ,प्रस्थापना ,अवधारणाओं का खंडन / मैं यह भी नहीं पूछूँगा कि तुम शिक्षक ,पत्रकार ,वैज्ञानिक ,राजनीतिज्ञ हो , पर मेरे प्रियमित्र ,सहस्राव्दियों का यह द्वैत समझ ,आचरण के बीच कितने विरोधी ,एक- दुसरे को निषेधित करने वाले खानों में बाँट गया है मानवता को देश, धर्म ,संस्कृति ,नस्लों ,जातियों के नाम पर / सच क्या तुमको वास्तव में इसका अहसास नहीं होता कि धीरे- धीरे सहस्राव्दियों से जीवन मूल्यों की कथनी- करनी का यह द्वैत सुरसा कि तरह लील रहा है मानवीय संवेदनाओं को / सच कहो क्या तुमको खुद की रक्ताल्पता ,रुग्णता ,जर्जरता ,शनैः- शनैः खुद के अन्दर मरते हुए आदमी की वेदना का अहसास नहीं होता ? हैवानियत में डूब कर भी आदमी होने की लीला कैसे कर लेतो हो लीलाधारी ??? -----श्यामबिहारी पराशर ,ग्वालियर .
होम महाराष्ट्र २०१९ चुनाव से पहले कांग्रेस-शिवसेना में पक रही खिचड़ी, पूर्व सीएम चह्वाण ने दिए संकेत २०१९ का आम चुनाव नजदीक आ रहा है ऐसे में सियासी समीकरण बदलने की उम्मीद बढ़ती जा रही है. कुछ नए समीकरण बनने के आसार दिख रहे हैं और कुछ पुराने समीकरण टूटने के कयास लगए जा रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण के एक बयान ने सियासी समीकरण बदलने के संकेत दिए हैं. दरअसल कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि शिवसेना अगर बीजेपी विरोधी दलों के साथ आना चाहती है तो पार्टी को पहले राजग से नाता तोड़ कर सत्ता से हटना होगा. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने संकेत किया कि अगर उनकी पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व मंजूरी देता है तो शिवसेना और कांग्रेस के साथ औपचारिक गठजोड़ हो सकता है . चह्वाण ने संवाददाताओं को बताया, शिवसेना बीजेपी के साथ सत्ता में है और अगर यह अलग होकर बीजेपी विरोधी दलों के साथ आना चाहती है तो हमलोग इस पर विचार करेंगे और (गठबंधन के लिए) एक प्रस्ताव दिल्ली भेजा जा सकता है. बता दें कि शिवसेना महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ सरकार में है लेकिन समय समय पर पार्टी के नेताओँ के साथ खुद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी केंद्र सरकार पर हमला बोलते रहे हैं. हालांकि बीजेपी से अलग हो कर चुनाव लड़ने पर अभी तक शिवसेना ने कोइ प्रतिक्रिया नहीं दी है.
ह-१ब वीजा के नए नियम उस में रह रहे भारतीयों के लिए बने मुसीबत, छोड़ना पड़ सकता है अमेरिका !! ह-१ब वीजा (फ़ाइल फोटो) ! ०२ जनवरी २०१८, 'बाय अमेरिकन, हायर अमेरिकन' की नीति के अनुरूप ट्रंप प्रशासन एक ऐसे प्रस्ताव पर विचार कर रहा है जिससे बड़ी संख्या में भारतीयों को अमेरिका छोड़ना पड़ सकता है। डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्यॉरिटी (डीएचएस) के साथ मेमो के रूप में साझा किया गया यह प्रस्ताव उन विदेशी वर्करों को अपना ह-१ब वीजा रखने से रोक सकता है जिनके ग्रीन कार्ड आवेदन लंबित पड़े हों। ह-१ब वीजा की मान्यता बढ़ाने की अनुमित ! अमेरिकी सरकार के इस कदम से अमेरिका में हजारों इंडियन एंप्लॉयीज का ह-१ब एक्सटेंड नहीं किया जाएगा क्योंकि अमेरिका में स्थायी निवास की अनुमति देनेवाला उनका ग्रीन कार्ड आवेदन लंबित है। इस नए कानून से प्रभावित होनेवाले भारतीयों में बड़ी तादाद आईटी सेक्टर में काम करनेवाले एंप्लॉयीज की है। मौजूदा नियम में ग्रीन कार्ड आवेदनों के लंबित रहने के मद्देनजर अभी २-३ साल के लिए ह-१ब की मान्यता बढ़ाने की अनुमित मिली हुई है। अगर नया नियम लागू हो जाता है तो ह-१ब धारक ५०,००० से ७५,००० भारतीयों को अमेरिका छोड़कर देश वापस आना पड़ सकता है। ह-१ब वीजा के दुरुपयोग रोकने के लिए नए प्रतिबंध प्रस्तावित ! खबर है कि सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री की संस्था नैस्कॉम वीजा संबंधी मुद्दों को लेकर अमेरिकी सांसदों और प्रशासन के सामने अपनी चिंता प्रकट कर चुका है और अगले कुछ हफ्तों में प्रस्तावित कानून पर भी बातचीत कर सकता है। दरअसल, अमेरिकी प्रशासन का यह कदम उसके प्रस्तावित 'प्रोटेक्ट एंड ग्रो अमेरिकन जॉब्स (अमेरिकी नौकरियों का संरक्षण और वृद्धि)' बिल के फलस्वरूप उठाया है। इस बिल में ह-१ब वीजा के दुरुपयोग रोकने के लिए नए प्रतिबंध प्रस्तावित हैं। इसके तहत, न्यूनतम वेतन और टैलंट के मूवमेंट को लेकर नई पाबंदियां लगाए जाने की बात कही गई है। न्यूनतम वेतन में बड़ी वृद्धि के साथ नए वीजा नियम में क्लायंट्स को यह बताने को बाध्य किया जा रहा है कि वो नई नियुक्ति से मौजूदा वर्कर के अगले ५ से ६ साल तक की नौकरी पर खतरा नहीं होने की गारंटी दें। अमेरिका हर साल 8५,००० नॉन-इमिग्रंट ह-१ब वीजा जबकि ६५,००० विदेशियों को विदेशों में नियुक्ति और अमेरिकी स्कूल-कॉलेजों के अडवांस डिग्री कोर्सेज में दाखिले के लिए २०,००० लोगों को वीजा प्रदान करता है। इन कोटे का ७० प्रतिशत वीजा भारतीयों के हाथ ही लगता है। इनमें ज्यादातर को इट कंपनियां नियुक्त करती हैं।
चीन डिस्पोजेबल ट्रिपल थिकिंग प्रोटेक्टिव फेस मास्क निर्माता विवरण:थोक डिस्पोजेबल न९५ फेस मास्क,सिविल ग्रेड सुरक्षात्मक डिस्पोजेबल मास्क,सुरक्षा के लिए डिस्पोजेबल न९५ फेस मास्क होम > उत्पादों > डिस्पोजेबल सीई फेस मास्क > डिस्पोजेबल ट्रिपल थिकिंग प्रोटेक्टिव फेस मास्क प्रमाणीकरण: एफडीए, एसजीएस, सीई, आईएसओ, रोस डिस्पोजेबल ट्रिपल मोटा होना सिविल ग्रेड सुरक्षात्मक मास्क यह न९५ पुन: प्रयोज्य श्वास चेहरे का मास्क स्पनबाउंड पॉलीप्रोपाइलीन की ३ परतों से बना होता है जिसमें नरम परतें होती हैं जो त्वचा की जलन या एलर्जी की समस्याओं को रोकती हैं। आकार: १७५ सेमी क्स ९० सेमी। रंग: सफेद / नीला। सुरक्षा सामग्री के लिए प्रोटेक्टिव मास्क का ईयर लूप ७.५ इंच पर लेटेक्स फ्री राउंड लाइक्रा इलास्टिक से बनाया गया है, जो १: २ के अनुपात के साथ लंबा होता है, जिससे चाइना नॉट 9५ मास्क पहनना और आराम से निकालना आसान हो जाता है। न९५ फेस चाइना डिस्पोजेबल मास्क माउथ कवर मेडिकल का निंदनीय नाक पुल अपनी स्थिति में मास्क को सुरक्षित रखता है। जहां खरीदने के लिए न९५ फेस मास्क। थोक डिस्पोजेबल न९५ फेस मास्क सिविल ग्रेड सुरक्षात्मक डिस्पोजेबल मास्क सुरक्षा के लिए डिस्पोजेबल न९५ फेस मास्क डिस्पोजेबल न९५ मास्क फेस मास्क डिस्पोजेबल मास्क कस्टम सर्जिकल फेस मास्क स्टॉक में डिस्पोजेबल मास्क फेस डिस्पोजेबल मेडिकल सर्जिकल मास्क
आज का पंचांग (आज का पंचंग) १६ मार्च: जानिए, आज कब से कब तक है राहुकाल राष्ट्रीय मिति फाल्गुन २६ शक संवत् १९४१, चैत्र कृष्ण अष्टमी, सोमवार, विक्रम संवत् २०७६। सौर चैत्र मास प्रविष्टे ०३, रज्ज़ब २०, हिजरी १४४१ (मुस्लिम) तदनुसार अंग्रेजी तारीख १६ मार्च सन् २०२० ई॰। सूर्य उत्तरायण, दक्षिण गोल, बसंत ऋतु। राहुकाल प्रातः ०७ बजकर ३० मिनट से ०९ बजे तक। अष्टमी तिथि अर्धरात्रोत्तर ०३ बजे तक उपरांत नवमी तिथि का आरंभ, ज्येष्ठा नक्षत्र पूर्वाह्न ११ बजकर १२ मिनट तक उपरंात मूल नक्षत्र का आरंभ। सिद्धि योग अपराह्न ०१ बजकर ३१ मिनट तक उपरांत व्यतीपात योग का आरंभ, बालव करण अपराह्न ०३ बजकर ०४ मिनट तक उपरांत तैतिल करण का आरंभ। चंद्रमा पूर्वाह्न ११ बजकर १२ मिनट तक वृश्चिक उपरांत धनु राशि पर संचार करेगा। सूर्योदय का समय दिल्ली १६ मार्च: सुबह ०६ बजकर २८ मिनट पर। सूर्यास्त का समय दिल्ली १६ मार्च: शाम ०६ बजकर ३० मिनट पर। अभिजित मुहूर्त दोपहर १२ बजकर ०६ मिनट से १२ बजकर ५४ मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर ०२ बजकर ३० मिनट से ०३ बजकर १८ मिनट तक रहेगा। निशिथ काल मध्यरात्रि १२ बजकर ०५ मिनट से १२ बजकर ५३ मिनट तक। गोधूलि मुहूर्त शाम ०६ बजकर १८ मिनट से ०६ बजकर ४२ मिनट तक। अमृत काल अगली सुबह ०५ बजकर १३ मिनट से ०६ बजकर ५२ मिनट तक रहेगा। राहुकाल सुबह ०७ बजकर ३० मिनट से ०९ बजे तक। सुबह १० बजकर ३० मिनट से १२ बजे तक यमगंड रहेगा। दोपहर ०१ बजकर ३० मिनट से ०३ बजे तक गुलिक काल रहेगा। वर्ज्य काल शाम ०७ बजकर २४ मिनट से ०९ बजकर ०२ मिनट तक रहेगा। दुर्मुहूर्त काल दोपहर १२ बजकर ५४ मिनट से ०१ बजकर ४२ मिनट तक रहेगा। पूरे दिन गण्ड मूल रहेगा। पंचांग १६ मार्च
पीएम किसान सम्मान निधि का दायरा बढ़ाने का नोटिफिकेशन हुआ जारी इस बारे में फैसला ३१ मई को नई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक में किया गया। नई दिल्ली । नरेंद्र मोदी २.० सरकार ने प्रधानमंत्री किसान योजना का विस्तार करते हुए सभी १४.५ करोड़ किसानों तक करने के फैसले को अधिसूचित कर दिया। सरकार के इस कदम से इस योजना का लाभ देशभर के सभी किसानों को मिल सकेगा, बेशक उनके पास कितनी भी जमीन हो। घोषणा पत्र में भाजपा ने किया था वादा इस योजना के तहत सरकार किसानों को खाते में सालाना ६,००० रुपये डालेगी। इस बारे में फैसला ३१ मई को नई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक में किया गया। उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के चुनावी घोषणा पत्र में भाजपाने इस योजना का लाभ देशभर के सभी किसानों को देने का वादा किया था। लभार्थियों की पहचान करने को कहा गया केंद्र सरकार ने इस फैसले को अधिसूचित करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों लाभार्थियों की पहचान करने को कहा है। राज्यों को यह भी पहचान करनी होगी कि कौन से लोग इस योजना के दायरे में नहीं आते हैं। योजना का इन्हें नहीं मिलेगा लाभ इस योजना का लाभ जिन लोगों को नहीं मिल सकेगा उनमें संस्थागत भूमि धारक, संवैधानिक पद संभालने वाले किसान परिवार, राज्य/केंद्र सरकार के साथ-साथ पीएसयू और सरकारी स्वायत्त निकायों के सेवारत या सेवानिवृत्त अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। डॉक्टर, इंजीनियर और वकील के साथ-साथ १० हजार रुपये से अधिक की मासिक पेंशन पाने वाले सेवानिवृत्त पेंशनभोगियों और अंतिम मूल्यांकन साल में इनकम टैक्स का भुगतान करने वाले पेशेवरों को भी योजना के दायरे से बाहर रखा गया है। अंतरिम बजट में की थी घोषणा अंतरिम बजट में ७५,००० करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री-किसान योजना की घोषणा की गई थी। इसके तहत दो हेक्टेयर तक की जोत वाले अनुमानत: रूप से १२.५ करोड़ छोटे और सीमांत किसानों को प्रति वर्ष (तीन बराबर किस्तों में) ६ हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे। संशोधित योजना के तहत फाइनेंशियल ईयर २०१९-२० में इस पर अनुमानित रूप से ८७,२१७.५0 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। साथ ही इसके दायरे में २ करोड़ और किसानों को लाया जाएगा। बाहुबली-३ को लेकर फिर से सुगबुगाहट... मोंटी चड्ढा की जमानत याचिका पर सुनवाई टली... रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष मणिरामदास की छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास के ८१ वें जन्मोत्सव समारोह ......
इंडियन प्रीमियर लीग के १२वें सीजन का अभी पहला हफ्ता भी नहीं बीता है कि दो बड़े विवाद सामने आ गए हैं। रविचंद्रन अश्विन द्वारा किए गए मांकडिंग रन आउट का विवाद थमा ही नहीं था कि एक और नए विवाद ने अब जन्म ले लिया है। ये एक ऐसा विवाद है जिसमें दो बड़ी टीमें शामिल थीं। दरअसल बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और मुंबई इंडियंस के बीच आईपीएल का ७वां मैच खेला जा रहा था। आखिरी गेंद पर आरसीबी को जीत के लिए ७ रन चाहिए थे और सामने गेंदबाज थे लसिथ मलिंगा। मलिंगा ने एक बेहतरीन गेंद डाली और बल्लेबाज शिवम दूबे उस गेंद पर सिर्फ १ रन ही ले सके। मैच खत्म हो गया और मुंबई इंडियंस के सभी खिलाड़ी इस रोमांचक जीत पर खुशी मनाने लगे। सभी खिलाड़ी भी एक दूसरे से हाथ मिलाने लगे और ड्रेसिंग रूम की तरफ लौटने लगे। लेकिन इसी बीच टीवी पर रीप्ले दिखा कि मलिंगा ने जो आखिरी गेंद डाली थी वो नो बॉल थी। हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी थी और मैच खत्म हो चुका था इसलिए उस पर अमल नहीं किया जा सकता था। इस रीप्ले को जब आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने देखा तो वे भी काफी गुस्सा हो गए। उन्होंने साफतौर पर कहा कि हम आईपीएल जैसा बड़ा टूर्नामेंट खेल रहे हैं, ये कोई क्लब गेम नहीं है, जहां इस तरह की गलती हो। अंपायर को अपनी आंखे खुली रखनी चाहिए थी। मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने भी वही बात दोहराई और कहा कि इस तरह की गलती बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। आपको बता दें कि जिस अंपायर से ये गलती हुई उनका नाम एस रवि है और वे आईसीसी के एलीट पैनल के अंपायर हैं। अब यहां पर सवाल ये उठता है कि अंपायर केवल बल्लेबाज के आउट होने पर ही क्यों नो बॉल चेक करते हैं। क्या जरूरी नहीं है कि ऐसे अहम मौकों पर भी नो बॉल चेक की जाए। क्योंकि ऐसे मैच में सिर्फ १ गेंद हार और जीत का फर्क पैदा कर सकती है। सोचिए अगर आरसीबी को नो बॉल मिला होता तो उन्हें आखिरी गेंद फ्री हिट मिलती, जिस पर छक्का या चौका भी लग सकता था। अंपायर क्यों सिर्फ आउट होने पर ही नो बॉल चेक करते हैं। ये पहला वाकया नहीं है जब नो बॉल को लेकर इस तरह का विवाद हुआ हो। इससे पहले २१ दिसंबर २०१८ को बांग्लादेश और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए तीसरे टी२० मैच में भी एक वाकया हुआ था, जिस पर काफी विवाद हुआ था। वेस्टइंडीज द्वारा निर्धारित १९१ रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश ने काफी तेज शुरुआत की। हालांकि पारी के चौथे ओवर में ओशेन थॉमस की गेंद पर बेहद आक्रामक बल्लेबाजी कर रहे लिटन दास कैच आउट हो गए लेकिन अंपायर तनवीर अहमद ने इसे नो बॉल करार दे दिया। रीप्ले में देखने पर साफ पता चल रहा था कि ये गेंद नो बॉल नहीं थी और ओशेन थॉमस का पैर लाइन के थोड़ा इधर था। इससे पहले वाली गेंद भी अंपायर ने नो बॉल करार दे दी थी लेकिन वो भी नो बॉल नहीं थी। अब लगातर २ गलत नो बॉल दिए जाने की वजह से वेस्टइंडीज के कप्तान कार्लोस ब्रैथवेट नाराज हो गए। उस मैच में अंपायर दो गलत नो बॉल दे दी थी और यहां पर अंपायर ने नो बॉल होने के बावजूद नहीं दी। तो क्या थर्ड अंपायर को इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए कि गेंद नो बॉल थी। हालांकि जब तक मैदान पर मौजूद अंपायर रेफर नहीं करेंगे तब तक थर्ड अंपायर खुद से कुछ नहीं कर सकता। इस तरह की गलतियां मैदान में कई बार अंपायरों से हो चुके हैं। घरेलू क्रिकेट में ऐसा कई बार हो चुका है लेकिन जब आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट में ऐसा कुछ होता है तो फिर ज्यादा हंगामा होता है। भविष्य में ऐसी गलतियां ना हों इसके लिए जरूरी है कि केवल बल्लेबाज के आउट होने पर ही नहीं बल्कि इस तरह के नाजुक मौके पर भी थर्ड अंपायर द्वारा नो बॉल चेक की जाए। क्योंकि एक गेंद किसी भी टीम के लिए बहुत बड़ा फर्क पैदा कर सकती है।
(डिजिटल आर्ट से अनुप्रेषित) डिजिटल आर्ट के प्रयोग से कला को लेकर अनंत नमूने और कृतियां सृजित की जा सकती हैं। इसके बढ़ते प्रभाव और उपयोग का परिणाम है कि इस विषय को मीडिया के पाठय़क्रम में शामिल किया जा रहा है। आज के युवा वर्ग में यह विधा तेजी से अपनी पकड़ बना रही है। कला के पुराने और नए रूपों का संगम होने के कारण हर वर्ग डिजिटल आर्ट के ज्ञान का उत्सुक होता है और इसको समझना चाहता है।इससे तैयार होने वाली कृतियों के लिए अलग से संग्रहालय तैयार किये जाने लगे हैं।[१] इसका एक उदाहरण है नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय का डिजिटल आर्ट अनुभाग। डिजिटल आर्ट ने कला को पहले से अधिक लोकप्रिय बनाने में भरपूर सहयोग दिया है। इसमें तकनीक की मदद का विशेष योगदान है। इससे पुरानी कला या डिजिटल आर्ट से तैयार कृति को इंटरनेट के माध्यम से संसार में कहीं भी देखा जा सकता है। १.० १.१ डिजिटल आर्ट।हिन्दुस्तान लाइव।१९ मई, २०१० विजुअल आर्ट अर्थात सफलता का कॅनवास।रोजगार परामर्श। रोजगार समाचार विकिमीडिया कॉमन्स पर डिजिटल पेंटिंग विकिमीडिया कॉमन्स पर कंप्यूटर आर्ट " से लिया गया श्रेणियाँ: आज का आलेखकला मीडियाकंप्यूटर कलाडिजिटल कलामीडियाकला शैलियाँसैद्धांतिक कलाआधुनिक कलाहिन्दी विकि डीवीडी परियोजना दिक्चालन सूची अन्तिम परिवर्तन २०:४४, १२ मार्च २०13।
इंदौर पुलिस न्यूज: इन्दौर पुलिस द्वारा अपराधियों एवं असमाजिक तत्वों की धरपकड़ अभियान के तहत की गई कार्यवाही ४८ अपराधी एवं असमाजिक तत्व इन्दौर पुलिस की गिरफ्त में इन्दौर पुलिस द्वारा अपराधियों एवं असमाजिक तत्वों की धरपकड़ अभियान के तहत की गई कार्यवाही ४८ अपराधी एवं असमाजिक तत्व इन्दौर पुलिस की गिरफ्त में इन्दौर २० नवम्बर २०16- पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह के निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक इंदौर (पूर्व) श्रीमती मोनिका शुक्ला के मार्गदर्शन में कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को फरार एवं स्थायी वारंटियो तथा अपराधियों व असमाजिक तत्वों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए कुल २१ आरोपियो को गिरफ्तार किया गया जिसके अंतर्गत - ०३ संदिग्ध बदमाश गिरफ्तार इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०16-इन्दौर पुलिस पूर्व क्षेत्र द्वारा कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को शहर में अपराध करने की नीयत से घूमने वाले संदिग्ध बदमाशों तथा ऐसे आदतन अपराधी जो अपराध के बल पर ही अपनी आजिविका चलाते है, के विरूद्ध विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में वैधानिक कार्यवाही करते हुए ०३ संदिग्ध बदमाशों को गिरफ्तार किया जाकर धारा १५१ जा.फौ. के तहत प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की गई। ०५ जमानती वारन्टी, ०९ गिरफ्तारी तथा ७७ जमानती वारन्ट तामील इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०16-इन्दौर पुलिस पूर्व क्षेत्र द्वाराशहर में विभिन्न थाना क्षेत्रान्तर्गत में कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को ०५ गैर जमानती, ०९ गिरफ्तारी तथा ७७ जमानती वारन्ट तामील किये गये। पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रो में, न्यायालयो द्वारा विभिन्न प्रकरणो में जारी बदमाशों, अपराधियों एवं असमाजिक तत्वों के वारन्ट तामील कराकर, वैधानिक कार्यवाही की गयी। सार्वजनिक स्थान पर शराब पीते मिलें, ०३ आरोपी गिरफ्तार इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०16- पुलिस थाना परदेशीपुरा द्वारा कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को रात्रि में मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर भेरू बाबा मंदिर के पास एनटीसी ग्राउण्ड एवं नंदानगर सांई मंदिर के पास से अवैध रूप से सार्वजनिक स्थान पर शराब पीतें मिलने पर मालवामिल कंपाउण्ड निवासी-छगनलाल पिता रामअवतार, ई-१९ जनता क्वाटर नंदानगर निवासी-जयेश पिता ईश्वर चौहान तथा ८६१/९ नेहरू नगर निवासी-रवि पिता मुन्नालाल रघुंवंशी को पकडा गया। इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०१६-पुलिस थाना एमआईजी द्वारा कल दिनांक १९ नवम्बर २०१६ को १६.३०बजे, मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर, सुनीकेत अपार्टमेंट के सामने श्रीनगर इंदौर से अवैध हथियार लेकर घूमते हुये मिलें, ५९५ जनता क्वाटर मोतीतबेला बाबा मंदिर के पास इंदौर निवासी कृष्णा पिता मुरली मालवंदे को पकडा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से एक चाकू जप्त किया गया। इन्दौर २० नवम्बर २०16 -पुलिस उप महानिरीक्षक इंदौर शहर इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह के निर्देश के तारतम्य में पुलिस अधीक्षक इंदौर (पश्चिम) श्री डी. कल्याण चक्रवर्ती के मार्गदर्शन में कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को फरार एवं स्थायी वारंटियो तथा अपराधियों व असमाजिक तत्वों के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए कुल २७ आरोपियो को गिरफ्तार किया गया जिसके अंतर्गत- ०१ आदतन व ०९ संदिग्ध बदमाश गिरफ्तार इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०16- इन्दौर पुलिस पश्चिम क्षेत्र द्वारा कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को शहर में अपराध करने की नीयत से घूमने वाले संदिग्ध बदमाशों तथा ऐसे आदतन अपराधी जो अपराध के बल पर ही अपनी आजिविका चलाते है, के विरूद्ध विभिन्न थाना क्षैत्रान्तर्गत में वैधानिककार्यवाही करते हुए ०१ आदतन व ०९ संदिग्ध बदमाशों को गिरफ्तार किया जाकर धारा ११०, १५१ जा.फौ. के तहत प्रतिबन्धात्मक कार्यवाही की गई। ०६ गैर जमानती, ०९ गिरफ्तारी तथा ६१ जमानती वारन्ट तामील इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०16-इन्दौर पुलिस पश्चिम क्षेत्र द्वारा शहर में विभिन्न थाना क्षेत्रान्तर्गत में कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को ०६ गैर जमानती, ०९ गिरफ्तारी तथा ६१ जमानती वारन्ट तामील किये गये। पुलिस द्वारा अपने-अपने थाना क्षेत्रो में, न्यायालयो द्वारा विभिन्न प्रकरणो में जारी किये, यह वारन्ट तामील किये गये। इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०१६- पुलिस थाना सदर बाजार द्वारा कल दिनांक १९ नवम्बर २०१६ को १६.१५ बजे, मुखबिर से मिलीं सूचना के आधार पर भोई मोहल्ला चौक इंदौर से अवैध शराब ले जाते/बैचते हुये मिलें, ८ साउथ कमाठीपुरा इंदौर निवासी विजय उर्फ विनय पिता रामदास गौड़ को पकडा गया। पुलिस द्वारा इसके कब्जे से 1२०0 रूपये कीमत की २४ क्वाटर अवैध शराब जप्त की गयी। सट्टे की गतिविधियों में लिप्त मिलें,आरोपी गिरफ्तार इन्दौर-दिनांक २० नवम्बर २०16-पुलिस थाना सिमरोल द्वारा कल दिनांक १९ नवम्बर २०16 को १५.०० बजे, मुखबिर की सूचना के आधार पर पेट्रोल पंप के सामने चोरल से सट्टे की गतिविधि में लिप्त मिलें, चोरल पिल्ले पार निवासी रजक पिता राधेश्याम लोधी को पकडा गया। पुलिस द्वारा इनके कब्जे से 5२० रूपये नगदी तथा सट्टा उपकरण बरामद किये गये। पुलिस थाना पलासिया एवं नगर सुरक्षा समिति इन्दौर द्... ''एक सूचना इन्दौर के लिये''
हिन्दी न्यूज: रेलवे पटरी के पास मिला महिला का शव, राजधानी एक्सप्रेस से गिरी, मामला संदिग्ध हिन्दी न्यूज मध्य प्रदेश गरोथ रेलवे पटरी के पास मिला महिला का शव, राजधानी एक्सप्रेस से गिरी, मामला संदिग्ध रेलवे पटरी के पास मिला महिला का शव, राजधानी एक्सप्रेस से गिरी, मामला संदिग्ध गरोठ रेलवे स्टेशन से शामगढ़ स्टेशन की तरफ झाड़ियों पास राजधानी एक्सप्रेस से गिरी महिला की लाश मिली है। मृतिका की... गरोठ रेलवे स्टेशन से शामगढ़ स्टेशन की तरफ झाड़ियों पास राजधानी एक्सप्रेस से गिरी महिला की लाश मिली है। मृतिका की उम्र करीब ४७ वर्षीय हाेकर का चेहरा बुरी तरह बिगड़ा हुआ और शरीर के अन्य अंगों पर भी गहरी चोट के निशान हैं। इससे महिला की मौत केवल ट्रेन से गिरकर न होकर संदिग्ध लग रही हैं। घटना स्थल से कुछ दूरी पर लेडीज पर्स व अन्य सामान मिला। मिले मोबाइल नंबर से परिजनों को खबर कि है, उनके आने के बाद ही शिनाख्त हो पाएगी। मामले को संदिग्ध मानते हुए पुलिस हर पहलु पर जांच कर रही हैं। मंगलवार सुबह करीब ९ बजे गरोठ रेलवे स्टेशन शामगढ़ की तरफ करीब ढ़ाई किमी दूर झाड़ियों के समीप एक युवती के गिरने की सूचना पुलिस काे मिली थी। सूचना पर गरोठ पुलिस सहित जीआरपी व आरपीएफ पुलिस शामगढ़ मौके पर पहुंची थी। मामला संदिग्ध होने पर एएसपी डॉ. इंद्रजीत बाकरवाल के निर्देश पर एसडीओपी भंवरसिंह सिसौदिया भी मौके पर पहुंचे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि उक्त महिला राजधानी एक्सप्रेस से गिरी या फैकी गई हैं। पटरियों से कुछ ही दूरी पर लाश औंधे मुंह पड़ी हुई मिली और कुछ ही दूरी पर एक लेडीज पर्स मिला हैं। गरोठ थाना की उपनिरीक्षक रीना इक्का ने बताया पर्स के अंदर से आधार कार्ड व राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के दो टिकिट भी मिले हैं। आधार कार्ड पर नाम संगीता पिता छोटेलाल अग्रवाल(४७) निवासी कटुआपुरा, मऊनाथ भंजन जिला मऊ(उत्तर प्रदेश) लिखा हैं। टिकिट सूरत से दिल्ली व दिल्ली से पटना तक ए-१ एसी कोच सीट नंबर-३७ दर्ज हैं। मामला संदिग्ध होने पर मंदसौर से एफएसएल अधिकारी डाॅ. चंदा आंजना टीम के साथ पहुंची। जांच पश्चात शव को सिविल अस्पताल गरोठ के पोस्टमार्टम रूम में रखा गया हैं। शव का पोस्टमार्टम शिनाख्त के बाद परिजनों की उपस्थिति किया जाएगा। पहले दिल्ली फिर ट्रेन में हुआ था विवाद पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कुछ यात्रियों ने पर्स व अन्य सामान चाेरी होने की शिकायत दर्ज करवाई हैं। मृत महिला का ट्रेन में किसी से यात्री से विवाद भी हुआ था। पुलिस का मानना है कि राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन में सामान्य यात्री तो सफर करता नहीं हैं। ट्रेन के दरवाजे भी खुले नहीं रहते हैं, ट्रेन कोच अटेंडर भी साथ रहता हैं। एेसे में महिला ट्रेन से कैसे गिरी। इन सभी पहलुओं और आरपीएफ व जीआरपी पुलिस इंदौर के अधिकारियों से संपर्क कर पुलिस जांच में जुटी हैं। पुलिस ने दिल्ली में भी संपर्क किया हैं। मामला संदेहास्पद है शव जिस स्थिति में मिला है, उसे देखते हुए मामला संदेहास्पद हैं। हर पहलु पर जांच की जा रही हैं। आरपीएफ व जीआरपी पुलिस अधिकारियों के भी संपर्क में हैं। जो नंबर मिले है, उस आधार पर लोगों को बुलाया है, उनके आने के बाद ही शिनाख्त हो पाएगी। डॉ. इंद्रजीत बाकरवाल, एएसपी गरोठ वेब तितले: रेलवे पटरी के पास मिला महिला का शव, राजधानी एक्सप्रेस से गिरी, मामला संदिग्ध देश के ७५% लोग नॉनवेजिटेरियन, पंजाब में सबसे ज्यादा शाकाहारी, केरल में सबसे कम ५३ मिन्स कब्क के एक एपिसोड का ३ करोड़ लेंगे अमिताभ, पिछली बार २०० करोड़ में की थी डील १६ मिन्स सोनाक्षी सिन्हा ने ३५ किलो वजन घटाया, 'दबंग-३' में दिखेगा नया लुक १८ मिन्स 'वीरे दी वेडिंग' की एक्ट्रेस बोली- अब स्क्रीन पर कभी नहीं करूंगी स्मोकिंग २४ मिन्स ३ साल में उत्तर भारत में सबसे बड़ी बिजली की शॉर्टेज, डिमांड व सप्लाई में २ करोड़ यूनिट का अंतर २4 मिन्स रिटेलर्स-कारोबारियों को ११ महीने से नहीं मिला गस्ट रिफंड, घरेलू इंडस्ट्री की बिजनेस साइकिल पर पड़ा असर २३ मिन्स आज रुपए की हो सकती है कमजोर शुरुआत, रेंज बाउंड रहने का अनुमान १५ मिन्स स्टॉक मार्केट: आज इन शेयरों में कमाई का मौका, ऐसे उठाएं फायदा १९ मिन्स
बीसीसीआई ने द्रविड़ को एनसीए में क्रिकेट प्रमुख नियुक्त किया | क्रिकेटकंट्री.कॉम हिन्दी राहुल द्रविड़ को भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सोमवार को बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी का क्रिकेट प्रमुख नियुक्त किया। पूर्व भारतीय कप्तान तथा भारत ए और अंडर-१९ टीम के कोच रहे राहुल द्रविड़ को भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने सोमवार को बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी का क्रिकेट प्रमुख नियुक्त किया। द्रविड़ को पहले एक जुलाई को पदभार संभालना था लेकिन वह इंडिया सीमेंट से जुड़े थे जिसके कारण इसमें देरी हुई। प्रशासकों की समिति ने द्रविड़ से इंडिया सीमेंट के उपाध्यक्ष पद छोड़ने या एनसीए में अपना कार्यकाल पूरा करने तक अवकाश पर रहने के लिये कहा था। इंडिया सीमेंट ने हितों के टकराव से बचने के लिये उन्हें अवकाश पर भेज दिया। द्रविड़ अपनी इस नयी भूमिका कोचिंग और प्रशिक्षण के अलावा पुरूष और महिला सीनियर टीमों के कोच के साथ मिलकर भी काम करेंगे। बीसीसीआई ने बयान में कहा, द्रविड़ एनसीए क्रिकेट से जुड़ी सभी गतिविधियों को देखेंगे तथा वह सलाहकार, कोचिंग और प्रशिक्षण के अलावा खिलाड़ियों, कोच और सहयोगी स्टाफ को प्रेरित करने में अपनी भूमिका निभाएंगे। इसमें कहा गया है, द्रविड़ प्रशिक्षण और विकास के प्रमुख उद्देश्यों की पहचान करने के लिये राष्ट्रीय पुरूष और महिला टीमों के मुख्य कोच तथा भारत ए, भारत अंडर-१९, भारत अंडर-२३ टीमों के कोच के साथ मिलकर काम करेंगे।
होम > उत्पादों > खान संयंत्र में धूल हटाने उपकरण(खान संयंत्र में धूल हटाने उपकरण के लिए कुल २४ उत्पादों) खान संयंत्र में धूल हटाने उपकरण - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से हम विशेष हैं खान संयंत्र में धूल हटाने उपकरण निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं / कारखाने चीन से। कम कीमत / सस्ते के रूप में उच्च गुणवत्ता के साथ थोक खान संयंत्र में धूल हटाने उपकरण, चीन से अग्रणी ब्रांडों में से एक खान संयंत्र में धूल हटाने उपकरण में से एक, बोटू हेंग्रुई एन्वायरोनमेंटल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट को. लैड.।
बेस्ट फीचर्स के साथ ज़ियाओमी ने पेश किया फोल्डेबल स्मार्टफोन, जानिए और भी बहुत कुछ स्वदेशी न्यूज बेस्ट फीचर्स के साथ ज़ियाओमी ने पेश किया फोल्डेबल स्मार्टफोन, जानिए और भी बहुत कुछ आए दिन सभी कंपनियां मार्किट में बेस्ट फीचर्स के साथ स्मार्टफोन लाॅन्च कर रही है। जो ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। आए दिन सभी कंपनियां मार्किट में बेस्ट फीचर्स के साथ स्मार्टफोन लाॅन्च कर रही है। जो ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। इन दिनों पूरे भारत में चीन की ऐप्पल कही जाने वाली कंपनी ज़ियाओमी ने दुनिया के पहले डबल फोल्डेबल स्मार्टफोन की पहली झलक दिखाई है। शाओमी के को-फाउंडर और अध्यक्ष लीन बिन ने अपने डबल फोल्डेबल स्मार्टफोन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। बिन ने चीन की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वेइबो पर एक वीडियो शेयर किया है जिसमें फोन को दो बार मुड़ते हुए दिखाया गया है। बताया जा रहा है कि यह शाओमी का डबल फोल्डेबल साल २०१९ की पहली तिमाही में लांच होगा, हालांकि वीडियो में फोन के अन्य फीचर्स आदि के बारे में जानकारी नहीं दी गई है लेकिन यह साफ है कि कंपनी अपने फोल्डेबल फोन में भी एंड्रॉयड आधारित मिउई सॉफ्टवेयर देगी। गौरतलब है कि सैमसंग ने पिछले साल नवंबर में सैन फ्रांसिस्को में आयोजित डेवलपर कांफ्रेंस में अपने फोल्डेबल फोन की पहली झलक दिखाई थी। सैमसंग के फोल्डेबल फोन में मुख्य डिस्प्ले ७.३ इंच की है, वहीं दूसरी डिस्प्ले ४.६ इंच की है। इवेंट के दौरान कंपनी ने बताया कि अगले कुछ महीनों में फोन को बड़े पैमाने पर तैयार किया जाएगा ताकि बाजार की मांग को पूरी की जा सके। तमिलरॉकर्स के चुंगल से नहीं बच पाई 'ठाकरे', हद क्वालिटी में धड़ाधड़ हो रही है डाउनलोड सरकारी नौकरी: दिल्ली के इस विभाग में निकली वैकेंसी, जल्द करें आवेदन लॉन्च हुआ किफायती स्मार्टफोन कूलपेड म३, क्या है स्पेसिफिकेशन यहां जानें जियो की टक्कर में एयरतेल ने पेश किया नया प्लान, रोजाना मिलेगा १.५ गब डाटा ज़ियाओमी रेडमी के इस स्मार्टफोन को मिला नया सॉफ्टवेयर अपडेट
छिंदवाड़ा पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला| उन्होंने कहा कांग्रेस के नेता मुझे सहन नहीं कर पा रहे हैं, मुझ पर झूठे आरोप लगाए गए, डंपर ख़रीद में घोटाले की बात की गयी, मैं गरीब और किसान का बेटा हूं इसलिए मुझे आरोपों की चक्की में पीसा जा रहा है। छिंदवाड़ा में प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम ने कमलनाथ सहित कांग्रेस पर निशाना साधा भाजपा नेताओ के साथ आगामी चुनाव को लेकर बैठक बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक विजयादशमी पर्व पर रावण के पुतले का दहन किया गया भाजपा रविवार से राज्य में समृद्ध मध्यप्रदेश अभियान की शुरूआत करेगी श्री जल धारा भैरव मंदिर पर १०१ दियो के साथ साई बाबा कि महाआरती हुई सिंहासन पर बैठे हुए रावण के पुतले का दहन स्थानीय दशहरा मैदान पर किया गया अधर्म पर धर्म की विजय का त्योहार विजय दशमी छतरपुर मे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया प्राइम टाइम - सीएम की गले की हड्डी बना एससीएसटी एक्ट को लेकर दिया बयान... ७ १०३ ०
उत्तराखंड के औली में सैर कर के भूल जायेंगे विदेश के नज़ारे आग ०८ २०१९ १०:२८ प्म भारत में घूमने के लिए जगह कम नहीं है. बल्कि यहां ऐसी ऐसी जगह हैं जहां जाकर आप विदेश के नज़ारों को भूल जायेंगे. इसी के साथ कई लोग चाहते है कि स्विट्जरलैंड की खूबसूरत वादियों और पहाड़ियों का मजा लिया जाए, लेकिन कम बजट के कारण नहीं जा पाते हैं. तो ऐसे में आप उत्तराखंड के औली जा सकते हैं यहां की वादियां देखकर आप भी हैरान रह जायेंगे. आज हम आपको उत्तराखंड के औली के बारे में बताने जा रहे हैं. उत्तराखंड के औली में आप ठंडे मौसम, जंगल, पहाड़ और मखमली घास का भरपूर लुफ्त उठा सकते हैं. प्राकृतिक नजारों से भरपूर औली शहर अप्रैल से जुलाई के महीने में घूमने के लिए बेस्ट जगहे है. घूमने के साथ-साथ आप यहां पर स्कीइंग का मजा भी ले सकते हैं. इसके अलावा इस शहर की नंदा देवी, हाथी गौरी पर्वत, नीलकंठ और ऐरावत पर्वत जगहें अपनी हरियाली के लिए काफी फेमस है. औली से जोशी मठ तक ४ किलोमीटर लंबे रोपवे की यात्रा पर्यटकों को रोमांचित कर देती है. इतनी ऊंचाई पर होने के बावजूद भी इस शहर का तापमान गर्मी के मौसम में ठंडा रहता है. गर्मी में औली का तापमान अधिकतम १५-२० डिग्री से और न्यूनतम ४-८ डिग्री तक रहता है. औली की बर्फबारी देखने के लिए आप सर्दी के मौसम में यहां घूमने जा सकते हैं. सर्दी के मौसम में आप यहां आईस स्पोर्टस का मजा ले सकते हैं. बारिश के दिनों में यहां का तापमान करीब १२-१५ डिग्री तक रहता है. ट्रैकिंग पसंद लोगों के लिए औली के पहाड़ों से अच्छी जगहे कोई ओर हो ही नहीं सकती. मुंबई के इन वाटर पार्क में जा कर ले सकते हैं बारिश का डबल मज़ा लखनऊ की ये प्रसिद्द बनी हुई है इतिहास, फैमिली के साथ बना सकता है ट्रिप विदेशों में भी हैं ये प्रसिद्ध शिव मंदिर, जानें कहाँ-कहाँ हैं मौजूद वाइन के शौक़ीन हैं तो जरूर जाएं कैलिफ़ोर्निया, मिलेंगे खेत इन देशों में जाने के लिए आपको नहीं होगी वीज़ा की जरूरत बच्चों के साथ घूमने जाना है तो इन बातों को ना भूले, सफर नह होगा ख़राब कम बजट में अपने पार्टनर के कर सकते हैं इन खूबसूरत जगहों की सैर दोस्तों के साथ प्लान कर सकते हैं इन जगहों की ट्रिप, सावन का ले सकते हैं मज़ा दिल्ली की इन जगहों पर ले सकते हैं मानसून का मज़ा मध्य प्रदेश की जगहें बारिश में हो जाती है और भी खूबसूरत
महाराष्ट्र में हुए बस हादसे के बाद सर्च ऑपरेशन जारी, ३३ में से १४ शव बरामद महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में शनिवार दोपहर को खाई में बस गिरने से ३३ लोगों की मौत हुई थी. हादसे के बाद सर्च ऑपरेशन रविवार सुबह तक जारी है. सर्च ऑपरेशन में जुटी प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमों ने १४ शवों को बरामद किया है. उनके अनुसार टीमें पूरी तरह सर्च ऑपरेशन में जुटी हुई हैं. वहीं राज्य सरकार ने मरने वालों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है. ३३ में से १४ शव बरामद महाराष्ट्र में हुए बस हादसे के बाद सर्च ऑपरेशन जारी २०१८-०७-२९ टैग्स ३३ में से १४ शव बरामद महाराष्ट्र में हुए बस हादसे के बाद सर्च ऑपरेशन जारी प्रेवियस पप सांसद ने दिया विवादित बयान: कहा- मॉब लिंचिंग नहीं रुकी तो देश के होंगे टुकड़े नेक्स्ट अमेरिका की रिपोर्ट से हुआ खुलासा: भारत अल्पसंख्यकों को देता है सबसे ज्यादा सुविधाएं
"तेरी -मेरी बातें (तेरी-मेरी, मेरी-तेरी... तेरी-मेरी बातें...)-२ ओ, मैंने तेरी बात, कभी की ही नहीं है... फिर भी तूने मेरी बात, सुन ही ली है... (तेरी-मेरी, मेरी-तेरी... तेरी-मेरी टाँगे...)-२ ओ, मैंने तेरी टाँगों के लिये, कभी चप्पल भी नहीं ली है... फिर भी तूने मेरी टाँगे, जूतों से भर दी है... (तेरी-मेरी, मेरी-तेरी... तेरी-मेरी बातें-टाँगे...)-२ तेरी-मेरी, मेरी-तेरी... तेरी-मेरी दिल की बज गई घण्टी... तेरी-मेरी हो गई छुट्टी... धन्यवाद @बधाई हो छुट्टी की प्यारी मुक्कीकी" ओ, मैंने तेरी बात, कभी की ही नहीं है... फिर भी तूने मेरी बात, सुन ही ली है... ओ, मैंने तेरी टाँगों के लिये, कभी चप्पल भी नहीं ली है... फिर भी तूने मेरी टाँगे, जूतों से भर दी है... तेरी-मेरी दिल की बज गई घण्टी... तेरी-मेरी हो गई छुट्टी... "ये बारिश आज ना जाने कौनसा रूप दिखा रही हैं, बिन मौसम बरसती जा रही हैं| हर एक बूंद तेरा एहसास दिला रही हैं, क्या तुझे भी मेरी याद आ रही हैं|| -लकी त्रिपाठी"
'ये रिश्ते हैं प्यार के' से ऋत्विक अरोड़ा का हुआ पत्ता साफ होने पर प्रोड्यूसर ने दिया बड़ा बयान, कहा 'जब एक्टर ही प्रोफेशनल नहीं....'